वर्तमान समय में प्रेमचंद की कहानियों की प्रासंगिकता
Creators
Description
साहित्य की सभी विधाओं में कहानी सबसे आकर्षक एवं सशक्त माध्यम रही है। लघु कलेवर में होने के बावजूद भी कहानी के माध्यम से हमारा व्यक्तित्व हमारे समक्ष दर्पण की भांति स्पष्ट झलकता है। आधुनिक हिंदी साहित्य में प्रेमचंद एक प्रतिभाशाली एवं प्रभावशाली लेखक रहे हैं, जिन्होंने उपन्यास, कहानी, नाटक आदि में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। प्रेमचंद महान् पत्रकार एवं संपादक भी रहे हैं। इन्होंने हंस, मर्यादा, जागरण आदि पत्र- पत्रिकाओं का संपादन कार्य संभाला। इन्होंने पत्र-पत्रिकाओं के माध्यम से राजनीतिक, सामाजिक, साहित्यिक चेतना जगाने का भरसक प्रयास किया। उपन्यास सम्राट के नाम से प्रसिद्ध प्रेमचंद ने कहानियों में अपनी लेखनी का जादू बिखेरा है। इनकी कहानियां न केवल पाठकों का मनोरंजन करती हैं, बल्कि समाज में व्याप्त बुराइयों, कुरीतियों पर भी करारी चोट करती हैं। इन्होंने 300 के लगभग कहानियां लिखी हैं,जो मानसरोवर के आठ खंडों में संकलित हैं। इन्होंने अपनी कहानियों में सामाजिक जीवन का यथार्थ चित्र प्रस्तुत किया है। इनकी कहानियां समाज के विभिन्न वर्गों की ज्वलंत समस्याओं से हमें रूबरू करवाती हैं।
Files
Nidhi paper july 2025.pdf
Files
(348.4 kB)
| Name | Size | Download all |
|---|---|---|
|
md5:b450c9f72a09b0c3623244d068aed2d0
|
348.4 kB | Preview Download |