There is a newer version of the record available.

Published December 11, 2020 | Version v1
Journal article Open

हिंदी पत्रकारिता के परिदृश्य में महिला पत्रकारों का प्रतिनिधित्व: एक विश्लेषणात्मक अध्ययन (Hindi Patrakarita ke paridishya mein Mahila Patrakaro ka Pratinidhitva: Ek vishleshanaatmak adhyayan)

Creators

  • 1. School of Journalism and New Media Studies (SOJNMS), INDIRA GANDHI NATIONAL OPEN UNIVERSITY, New Delhi

Description

विभिन्न जनसंपर्क माध्यमों जैसे- टेलीविजन, रेडियो, समाचार-पत्र, पत्रिकाएं, इंटरनेट, सोशल मीडिया, सिनेमा, फिल्म आदि द्वारा महिला-विकास, महिला-शोषण, महिला-सशक्तिकरण, महिला-आरक्षण, लैंगिक असमानता आदि विशेष मुद्दों पर परिचर्चा, लेख, समाचार आदि का प्रकाशन एवं प्रसारण समय-समय पर किया जाता है। परंतु बात करें इन मीडिया संस्थानों में महिलाओं के प्रतिनिधित्व की तो आज भी महिलाएं पुरुषों की बराबरी नहीं कर पाईं हैं। भारतीय पत्रकारिता में महिलाओं का लिंगानुपात अत्यधिक कम है। चाहे वह प्रिंट मीडिया हो या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया या फिर सोशल मीडिया हो जिन मीडिया संस्थानों में महिला पत्रकार कुछ गिनी चुनी संख्या में महिलाओं का प्रतिनिधित्व कर रही है, वहां भी वो कुछ खास या उच्च पदों पर नहीं हैं जिससे कि वे निर्णायक भूमिका का निर्वहन कर सकें। ज्यादातर मीडिया संस्थानों में उच्च पदों पर मूलतः पुरुष पत्रकार ही विद्यमान हैं। महिलाओं को पत्रकारिता में उनके सौंदर्य, वेषभूषा, कद-काठी एवं बाहरी रूप के लिए प्रयोग किया जाता है। महिला पत्रकार का ज्ञान और मेधा इस क्षेत्र में न के बराबर मान्य है। महिलाओं को भारतीय पत्रकारिता के नामचीन एवं प्रभारी अखबारों में संपादक या उच्च पदों पर प्राप्ति नगण्य है। प्रस्तुत शोध अध्ययन में शोधकर्ता द्वारा हिंदी पत्रकारिता क्षेत्र में महिला पत्रकारों की भागीदारी का अध्ययन किया गया है। प्रस्तुत शोध अध्ययन हेतु भारत देश के प्रमुख हिंदी समाचार-पत्रों जो कि दैनिक जागरण और हिंदुस्तान दैनिक (परिसंचरण के आधार पर) के उत्तर प्रदेश राज्य के छह माह के एटा संस्करण में प्रकाशित समाचारों में महिला पत्रकारों का समाचार लेखन में भागीदारी और पत्रकारिता में प्रतिनिधित्व का अध्ययन किया गया है। समाचार-पत्रों के दिनांक और समय अवधि के लिए रचनात्मक साप्ताहिक पद्धति (कंस्ट्रक्टिव वीक पैटर्न) का अनुसरण कर समाचार-पत्र सामग्री विश्लेषण/ अंतर्वस्तु विश्लेषण किया गया है। शोधार्थी द्वारा अध्ययन में प्राथमिक डाटा संग्रह पूर्व प्रकाशित शोध आलेख एवं रिपोर्ट द्वारा संचित किया गया है। इंटरनेट और गूगल स्कॉलर की सहायता भी प्राथमिक डेटा एकत्रीकरण के लिए ली गई है। वहीं द्वितीय डेटा संग्रह समाचार-पत्र सामग्री विश्लेषण/ अंतर्वस्तु विश्लेषण से किया गया है। डेटा विश्लेषण में अधिकांश प्रतिशतता का प्रयोग किया गया है। शोधार्थी द्वारा प्राप्त आंकड़ों का ग्राफ, रेखा-चित्र, तालिकाओं आदि की सहायता से दर्शाया गया है।

Files

SHODH SANCHAR BULLETIN OCTOBER TO DECEMBER 2020.pdf

Files (4.0 MB)