news_websitWebsite,rrticle_url,news_headline,article_text,propaganda_label https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/army-officer-suside-in-jammu.html,कश्मीर में सेना के अधिकारी ने की आत्महत्या,"भारत कश्मीर में सेना के अधिकारी ने की आत्महत्या Sunday, December 12, 2021 16:50 PM जम्मू। कश्मीर के रामबन में सेना के एक अधिकारी ने कथित तौर से राइफल से स्वयं को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि पुलिस चौकी खारी को सूचना मिली कि सेना के अधिकारी ने रामबन में आर्मी कैंप में राइफल से स्वयं को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/omicron-case-in-karnataka.html,कर्नाटक में ओमीक्रॉन का तीसरा मामला आया सामने,"भारत कर्नाटक में ओमीक्रॉन का तीसरा मामला आया सामने Sunday, December 12, 2021 16:10 PM बेंगलुरु। प्रदेश में कोरोना वायरस (कोविड-19) के स्वरूप ओमीक्रॉन का तीसरा मामला सामने आया है। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका से आए व्यक्ति का परीक्षण पॉजिटिव मिला है। उसे आइसोलेट किया गया है। संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने वाले पांच प्राथमिक और 15 माध्यमिक लोगों का पता चला है और उनके नमूनों को परीक्षण के लिए भेजे गए है। सुधाकर ने ट्वीट किया कि कर्नाटक में ओमीक्रॉन का तीसरा मामला मिला है। दक्षिण अफ्रीका से आए व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। संक्रमित के संपर्क में आने वाले प्रारंभिक तौर पर पांच और माध्यमिक तौर पर 15 लोगों का पता चला है और नमूनों को परीक्षण के लिए भेजा गया है।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/1300-carore-have-been-get-of-peoples--says-modi.html,राष्ट्र के लिए सशक्त होने चाहिए बैंक : मोदी,"भारत राष्ट्र के लिए सशक्त होने चाहिए बैंक : मोदी Sunday, December 12, 2021 14:00 PM नई दिल्ली। एक समृद्ध राष्ट्र के लिए सशक्त बैंक होने चाहिए और इसके लिए बैंक में जमाकर्ताओं की जमा राशि सुरक्षित होनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने एक लाख रुपये के जमा बीमा कवर को बढ़ाकर ना केवल पांच लाख रुपये कर दी है, बल्कि इसके लिए समय सीमा भी तय कर दी है, ताकि अब बैंक के डूबने पर किसी को परेशान नहीं होना पड़े। मोदी ने जमाकर्ता प्रथम पांच लाख रुपये तक के समयबद्ध जमा राशि बीमा भुगतान की गारंटी विषय पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा कि एक लाख से अधिक लोगों को 1300 करोड़ रुपये मिल चुके है और तीन लाख और लोगों को जमा बीमा के तहत भुगतान किया जाना है। इसे दुनिया की सबसे बड़ी जमा राशि गारंटी बताते हुये कहा कि 76 लाख करोड़ रुपये की गांरटी दी जा रही है। कोई भी देश समस्याओं का समय पर समाधान कर के ही उन्हें विकराल होने से बचा सकता है। मोदी ने कहा कि हमारे यहां समस्या बैंक खाते की ही नहीं थी, बल्कि गांवों में बैंकिंग देने की भी थी। देश के हर गांव में बैंक है।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/one-terrorist-killed-in-encounter-with-security-forces.html,कश्मीर में मुठभेड़ में अज्ञात आतंकवादी ढ़ेर,"भारत कश्मीर में मुठभेड़ में अज्ञात आतंकवादी ढ़ेर Sunday, December 12, 2021 12:10 PM जम्मू। कश्मीर के अवंतीपोरा में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ के दौरान एक अज्ञात आतंकवादी मारा गया। पुलिस ने बताया कि अवंतीपोरा के बरगाम गांव में उस समय मुठभेड़ शुरू हो गई, जब सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम ने आतंकवादियों की सूचना मिलने के बाद तलाशी अभियान शुरू किया। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि क्षेत्र में टीम आगे बढ़ी, तो वहां छिपे हुए आतंकवादियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। पुलिस ने ट्वीट किया कि मुठभेड़ में अब तक एक अज्ञात ढ़ेर हो गया।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/twitter-account-hack-of-modi.html,मोदी का ट्विटर अकाउंट कुछ देर के लिए किया हैक,"भारत मोदी का ट्विटर अकाउंट कुछ देर के लिए किया हैक Sunday, December 12, 2021 11:25 AM नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्विटर अकाउंट कुछ देर के लिए हैक कर कर लिया गया और इस दौरान बिटकॉइन को कानूनी मान्यता दिए जाने को लेकर ट्वीट किया गया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने यह जानकारी दी। मोदी के ट्विटर अकाउंट को हैक किये जाने के बाद ही रीस्टोर कर सुरक्षित कर लिया गया है और इस मामले को ट्विटर के समक्ष रखा गया है। कार्यालय ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्विटर अकाउंट कुछ देर के लिए हैक किया गया। यह मामला ट्विटर के सामने रखा गया है और अकाउंट को रीस्टोर कर सुरक्षित कर लिया गया है। हैक किए जाने दौरान किए गए ट्वीट पर ध्यान न दे। मोदी का ट्विटर अकाउंट हैक किया गया। इस दौरान उनके ट्विटर अकाउंट से जो ट्वीट किए गए, उसमें बिटकॉइन को कानूनी मान्यता दिए जाने की बात की गई। हैक किये जाने के बाद किया गया पहला ट्वीट कुछ मिनट बाद ही हटा दिया गया और एक बार फिर उसी ट्वीट को दोबारा किया गया। इसके बाद इस ट्वीट को भी हटा लिया गया। कुछ लोगों ने मोदी के ट्विटर अकाउंट को हैक किये जाने के बाद किये गये ट्वीट के स्क्रीनशॉट शेयर किये है। ट्विटर अकाउंट को हैक कर जो ट्वीट किये गये उसमें लिखा था, भारत ने आधिकारिक तौर पर बिटकॉइन को कानूनी मान्यता दे दी है।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/one-student-killed-in-chattisgarh.html,छत्तीसगढ़ में ट्रक की चपेट में आने से छात्रा की मौत,"भारत छत्तीसगढ़ में ट्रक की चपेट में आने से छात्रा की मौत Saturday, December 11, 2021 17:40 PM धमतरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी के अर्जुनी थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम कोलियारी पुल के आगे एक ट्रक ने साइकिल से घर जा रही छात्रा को चपेट में आने से उसकी मौत हो गयी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार छात्रा साइकिल से स्कूल से लौट रही थी। कोलियारी पुल के आगे ट्रक ने छात्रा को चपेट में ले लिया। गंभीर रूप से घायल छात्रा को अस्पताल लाया गया, जहां पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/2-farmers-killed-in-road-accident.html,दिल्ली से लौट रहे 2 किसानों की सड़क हादसे में मौत,"भारत दिल्ली से लौट रहे 2 किसानों की सड़क हादसे में मौत Saturday, December 11, 2021 17:30 PM हिसार। दिल्ली से किसान आंदोलन समाप्त होने पर वापस लौट रहे 2 किसानों की हिसार में ढंढूर के पास सड़क हादसे में मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गये। सूचना मिलने पर सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। यह किसान दिल्ली टिकरी बार्डर से ट्रैक्टर से पंजाब जाने के लिए रवाना हुए थे। हिसार के गांव ढंडूर के पास हुए इस हादसे में पंजाब के 2 किसानों की मौत हो गई। किसानों का काफिला हिसार में ढड़ूर के पास बगला रोड मोड़ के पास पहुंचा, तो पीछे से तेज गति से आए एक ट्रक ने ट्रॉली को टक्कर मार दी। ट्रक की टक्कर से ट्रॉली मौके पर ही पलट गई। इसमें 2 किसानों की मौत हो गई।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/4-peoples-killed-in-truck-accident.html,मध्य प्रदेश में ट्रक की कार से भिडंत में 4 युवकों की मौत,"भारत मध्य प्रदेश में ट्रक की कार से भिडंत में 4 युवकों की मौत Saturday, December 11, 2021 15:50 PM मंडला। मध्य प्रदेश के मंडला के मोती नाला थाना क्षेत्र में कार की ट्रक से भिडंत में कार सवार छत्तीसगढ़ के 4 युवकों की मौत हो गयी। पुलिस सूत्रों के अनुसार मनोरी गांव के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर रायपुर की ओर से आ रही एक कार की टक्कर सामने से आ रहे ट्रक से हो गयी। हादसे में कार सवार चारों युवकों की मौके पर ही मौत हो गयी। पुलिस ने बताया कि चारों युवक कार से छत्तीसगढ़ गए थे, लेकिन मंडला की ओर जाते समय वह हादसे का शिकार हो गए।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/commercial-gas-cylinder-again-costlier-by-rs-101---congress-s-scathing-attack-on-modi-government-for-gas-cylinder-being-expensive.html,कमर्शियल गैस सिलेंडर फिर हुआ 101रुपए महंगा,"भारत कमर्शियल गैस सिलेंडर फिर हुआ 101रुपए महंगा Wednesday, December 01, 2021 15:30 PM नई दिल्ली। कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम फिर से 101रुपए बढ़ गए हैं। उसके बाद जयपुर में कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम 2116 रुपए प्रति गैस सिलेंडर हो गए हैं । राजस्थान में पिछले महीने ही कमर्शियल गैस सिलेंडर पर 266रुपए बढ़े थे । अब फिर से बढ़ोतरी हो गई है। हालांकि राहत की बात यह है कि गैस कंपनियों ने घरेलू गैस सिलेंडरों के दाम में इस महीने भी कोई बढ़ोतरी नहीं की है। जयपुर में घरेलू गैस सिलेंडरों के दाम वर्तमान में 903 रुपए 50 पैसे प्रति सिलेंडर है। गैस सिलेंडर महंगा होने पर कांग्रेस का सरकार पर जुबानी हमला वहीं कांग्रेस ने कामर्शियल गैस सिलेंडर के दाम में 101 रुपए की बढ़ोतरी को लेकर सरकार पर बुधवार को तीखा हमला किया और कहा कि यह सरकार बराबर जनता की जेब काटने में लगी है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि महंगाई लगातार बढ़ रही है और सरकार इस पर नियंत्रण करने के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है। उन्होंने तंज किया कि महंगाई से लोगों को राहत देने में नाकाम मोदी सरकार के जुमले जरूर कम हो गये हैं। गांधी ने कहा कि कामर्शियल गैस सिलेंडर के दामों में 100 रुपये से ज्यादा की वृद्धि हुई है। जुमलेबाज भाजपा सरकार जब से सत्ता में आई है, तब से महंगाई बेलगाम होती जा रही है। उन्होंने ट्वीट किया, ''जैसे-जैसे महंगाई बढ़ी, जुमलों के भाव गिर गए। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, ''अब कॉमर्शयिल गैस सिलेंडर 101 रुपए महँगा। लगता है, शादी के सीजन में भाजपा सरकार लोगों की जिंदगी में रोज महंगाई का तड़का लगा रही है। अब सिलेंडर हुआ 2,101 रुपए का। महंगाई अपरंपार, जनता की जेब काटे बार-बार, ऐसी रही मोदी सरकार।''",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/petrol-became-cheaper-by-eight-rupees-in-the-capital-delhi--kejriwal-government-reduced-vat-by-rs-8.html,"राजधानी दिल्ली में पेट्रोल हुआ आठ रुपये सस्ता, केजरीवाल सरकार ने घटाया वैट","भारत राजधानी दिल्ली में पेट्रोल हुआ आठ रुपये सस्ता, केजरीवाल सरकार ने घटाया वैट Wednesday, December 01, 2021 14:00 PM नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली-एनसीटी में दिल्ली सरकार द्वारा वैट की दर में बड़ी कटौती के साथ राजधानी में पेट्रोल की कीमत में करीब आठ रुपये की कमी हो गई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में एनसीटी-दिल्ली सरकार के मंत्रिमंडल की बैठक में पेट्रोल पर वैट की दर 30 प्रतिशत से घटाकर 19.40 प्रतिशत करने का निर्णय लिया गया। इस फैसले के बाद राजधानी में पेट्रोल की कीमत में करीब आठ रुपये की कटौती हुई है। गौैरतलब है कि केंद्र सरकार अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में उछाल से घरेलू बाजार में डीजल और पेट्रोल के दाम में बढ़ोतरी से प्रभावित उपभोक्ताओं को राहत देने के लिये नवंबर के पहले सप्ताह में पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में पांच रुपये प्रति लीटर और डीजल पर दस रुपये प्रति लीटर की कमी की थी। उसके बाद उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और कई अन्य राज्य भी पेट्रोल और डीजल शुल्क में उसी के बराबर राहत दे चुके हैं। केजरीवाल सरकार ने करीब एक महीने बाद डीजल और पेट्रोल पर वैट कम करने का यह फैसला किया है। विपक्षी दल केजरीवाल सरकार से दिल्ली में डीजल पेट्रोल पर वैट घटाने की मांग करते आ रहे थे।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/center-devised-strategy-to-protect-against-omicron-variant--states-should-increase-testing-so-that-identification-can-be-done-and-cases-can-also-be-managed.html,ओमिक्रॉन वैरिएंट से बचाव के लिए केंद्र ने बनाई रणनीति,"भारत ओमिक्रॉन वैरिएंट से बचाव के लिए केंद्र ने बनाई रणनीति Wednesday, December 01, 2021 13:30 PM नई दिल्ली। दुनिया भर में कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट के बढ़ते खतरे को देखते हुए भारत ने बचाव के लिए प्लान तैयार करने को मंथन शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने ओमिक्रॉन वैरिएंट से बचाव के लिए सभी राज्यों को छह सूत्रीय उपाय का पालन करने को कहा है। मोदी सरकार का कहना है कि यदि इन नियमों का पालन किया गया तो फिर ओमिक्रॉन वैरिएंट के बारे में पता चल सकेगा और उससे निपटना भी आसान होगा। भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा कि वे टेस्टिंग में इजाफा करें ताकि डिटेक्शन हो सके और केसों का मैनेजमेंट भी किया जा सके। ओमिक्रॉन वैरिएंट से निपटने के लिए राज्य सरकारों से हुई बैठक में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कंटेनमेंट जोन तैयार करने, सर्विलांस, टेस्टिंग में इजाफे, हॉटस्पॉट की निगरानी, वैक्सीनेशन के कवरेज में इजाफा और हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि दुनिया भर के एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह वैरिएंट आरटीपीसीआर और रैपिड एंटीजन टेस्ट्स को चकमा दे सकता है, ऐसे में लोगों को आइसोलेशन में रखने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की जाए। उल्लेखनीय है कि अब तक देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट का कोई भी केस दर्ज नहीं किया गया है। देश में ओमिक्रॉन वैरियंट का कोई मामला नहीं: केन्द्र : केन्द्र सरकार ने आश्वस्त किया है कि फिलहाल देश में ओमिक्रॉन वैरियंट का कोई मामला कहीं भी सामने नहीं आया है। लेकिन सरकार पूरी तरह से सजग एवं सतर्क है और कोरोना वायरस के इस नए स्वरूप को लेकर कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान इसकी जानकारी दी। बूस्टर डोज देने की भी तैयारी कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट से बचाव के लिए मोदी सरकार अब देश में कोरोना वैक्सीन की तीसरी डोज देने की तैयारी कर रही है। दक्षिण अफ्रीका के बाद कई देशों में मिले ओमिक्रॉन वैरिेएंट ने चिंता बढ़ा रखी है। इसी वजह से ऐसा कहा जा रहा है कि अब इस वैरिएंट को देखते हुए सरकार वैक्सीन की बूस्टर डोज देने का जल्द ऐलान कर सकती है। नई गाइडलाइंस आज से लागू : अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को देनी होगी 14 दिन की ट्रैवल हिस्ट्री कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ की चिंताओं के बीच मोदी सरकार ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए गाइडलाइंस जारी किए हैं। गाइडलाइंस के मुताबिक अब एयर सुविधा पोर्टल पर मौजूद सेल्फ डेक्लेरेशन फॉर्म में सभी इंटरनेशनल पैसेंजर्स को फ्लाइट बोर्ड करने से पहले अपनी 14 दिन की ट्रैवल हिस्ट्री बतानी होगी। गाइडलाइंस में कहा गया है कि ‘एट रिस्क’ या जोखिम वाले देशों से आने वाले यात्रियों के इंतजार करने के लिए अलग जगह तैयार करने की बात कही है। मोदी सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस में कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को अपने साथ कोरोना निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट लेकर आनी होगी। ‘एट रिस्क’ में ये देश शामिल : केंद्र सरकार ने एट रिस्क में जिन देशों को शामिल किया है, उनमें ब्रिटेन समेत सभी यूरोपीय ...देश, इजराइल, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर और हांगकांग शामिल है। गाइडलाइंस में कहा गया है कि एट रिस्क देशों से आने वाले पैसेंजर्स के लिए देश के हर एयरपोर्ट पर अलग एरिया बनाया जाएगा, जहां वे आरटी-पीसीआर टेस्ट के रिजल्ट के लिए इंतजार करेंगे। साथ ही सभी एयरपोर्ट्स पर अतिरिक्त आरटी-पीसीआर फेसिलिटी भी तैयार की जाएंगी। वहीं एयरलाइंस को फ्लाइट के करीब पांच फीसदी यात्रियों की जांच के लिए उचित प्रक्रिया लागू करनी चाहिए। चार जिलों में कोरोना के 15 नए रोगी मिले, 193 एक्टिव केस जयपुर। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के नए मामले हर रोज कम-ज्यादा आ रहे है। मंगलवार को चार जिलों में 15 नए रोगी मिले हैं। इसके साथ ही एक्टिव केसों की संख्या भी बढ़कर 193 तक पहुंच गई है। सर्वाधिक नए मामले जयपुर में 11, उदयपुर में दो और अजमेर एवं बीकानेर में एक-एक सामने आया है। वहीं जयपुर में सर्वाधिक एक्टिव केस है, जिनकी संख्या 108 है। जबकि अजमेर में 23, बीकानेर में 15, अलवर में 12, नागौर एवं उदयपुर में आठ-आठ, जैसलमेर में पांच, जोधपुर में चार, बाड़मेर में तीन, दौसा, पाली और राजसमंद में दो-दो और हनुमानगढ़ में एक है। 6.83 करोड़ लोगों का हुआ वैक्सीनेशन : चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने बताया कि प्रदेश में अब तक 6 करोड़ 83 लाख 17 हजार 277 लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इनमें से 4 करोड़ 35 लाख 711 को पहला और 2 करोड़ 48 लाख 16 हजार 566 लोगों को दूसरी डोज लगाई जा चुकी है। मंगलवार को राज्य में कुल तीन लाख 31 हजार 198 को वैक्सीन की डोज लगी। इसमें 57 हजार 699 को पहली और दो लाख 73 हजार 499 को दूसरी डोज लगी।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/pulwama-encounter--two-terrorists-killed.html,पुलवामा मुठभेड़: दो आतंकवादी ढेर,"भारत पुलवामा मुठभेड़: दो आतंकवादी ढेर Wednesday, December 01, 2021 11:20 AM श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में बुधवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ के दौरान दो अज्ञात आतंकवादी मारे गए। पुलिस ने बताया कि पुलवामा के कसबयार गांव में उस समय मुठभेड़ शुरू हुई जब सुरक्षा बलों की एक टीम ने आतंकवादियों की उपस्थिति की खुफिया सूचना मिलने के बाद इलाके में तलाश अभियान शुरू किया। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ के दौरान दो आतंकवादी मारे गये हैं। इनकी पहचान और संबद्धता का पता लगाया जा रहा है। तलाश अभियान जारी है।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/road-accident-in-west-bengal-s-nadia-district--eighteen-killed--five-injured.html,"पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में सड़क हादसा, 18 की मौत, 5 घायल","भारत पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में सड़क हादसा, 18 की मौत, 5 घायल Sunday, November 28, 2021 14:40 PM कॉन्सेप्ट फोटो कोलकाता। पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में शनिवार रात हुए एक सड़क हादसे में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई है और पांच अन्य घायल हो गए हैं। उल्लेखनिय है कि हादसा उस समय हुआ, जब वाहन में सवार लोग उत्तर 24 परगना के बगदा से नवद्वीप में श्मशान घाट जा रहे थे। इस दौरान हांसखाली थाना क्षेत्र के फूलबाड़ी में अनियंत्रित होकर वाहन सड़क किनारे खड़े एक ट्रक से जाकर टकरा गया। दुर्घटना में घायल लोगों को तुंरत अस्पताल ले जाया गया। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा, ''नदिया जिले में सड़क के किनारे खड़े एक ट्रक से टकराने के बाद नदिया जिले में 18 लोगों की मौत और 5 अन्य लोगों के घायल होने की खबर से मुझे गहरा दुख हुआ। उम्मीद करता हूं कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मृतकों और घायलों के परिवार की हर संभव तरीके से मदद करेंगी। हमें सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने की जरूरत है।''",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/pm-modi-took-important-meeting-regarding-covid-19--cmphasis-on-review-of-plan-for-relaxation-in-international-flights.html,PM मोदी ने कोविड-19 को लेकर ली अहम बैठक : अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में ढील की योजना की समीक्षा पर दिया जोर,"भारत PM मोदी ने कोविड-19 को लेकर ली अहम बैठक : अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में ढील की योजना की समीक्षा पर दिया जोर Saturday, November 27, 2021 16:15 PM नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री(फाइल फोटो) नई दिल्ली। अफ्रीका में मिले कोविड-19 के नए रूप के कारण वैश्विक स्तर पर फैले भय के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 वैश्विक महामारी की वर्तमान स्थिति और इससे निपटने के विषय पर शनिवार को एक उच्च स्तरीय बैठक ली। मोदी ने अधिकारियों को भारत में अंतराष्ट्रीय उड़ानों के आवागमन को खोलने की योजना की समीक्षा करने और इस दिशा में सावधानी से बढऩे के निर्देश दिए हैं। इस बैठक में मोदी को कोविड-19 के नए अफ्रीकी स्वरूप की जानकारी दी जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ओमिक्रान नाम दिया है। प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नए उभरते साक्ष्यों (कोविड-19 के नए रूप) को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय यात्राओं पर पाबंदियों में ढील देने की योजना की समीक्षा की जाए। बैठक में प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि कोविड महामारी के नये खतरे को देखते हुए लोगों को मास्क पहने और सार्वजनिक जगहों पर एक दूसरे के साथ दूरी बना कर रखने जैसी सावधानियों का पूरा अनुपालन करने पर भी जोर दिया। मोदी ने कहा है कि 'जोखिम वाले देशों' से आने वाले हर यात्री की कड़ाई के साथ घोषित नियमों और निर्देशों के अनुसार चिकित्सीय जांच करायी जाएगा।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/infiltration-of-terrorists-failed-in-rajouri--army-killed-pakistani-terrorist.html,"राजौरी में आतंकवादियों की घुसपैठ नाकाम,सेना ने पाकिस्तानी आतंकवादी को किया ढेर","भारत राजौरी में आतंकवादियों की घुसपैठ नाकाम,सेना ने पाकिस्तानी आतंकवादी को किया ढेर Friday, November 26, 2021 16:10 PM कॉन्सेप्ट फोटो जम्मू।भारतीय सेना ने एक बार फिर अपना लोहा मनवाया है। दरअसल सेना ने जम्मू-कश्मीर में राजौरी जिले के भिम्बर गली सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर आतंकवादियों की घुसपैठ के प्रयास को नाकाम कर दिया है और एक आतंकवादी को मार गिराया है। जम्मू स्थित रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने शुक्रवार को बताया कि गुरूवार देर रात पाकिस्तान की ओर से आतंकवादियों ने भिम्बर गली में नियंत्रण रेखा से भारतीय क्षेत्र में घुसने प्रयास किया। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना के सतर्क जवानों ने घुसपैठ के प्रयास को विफल कर दिया और एक पाकिस्तानी आतंकवादी को मार गिराया है। प्रवक्ता ने बताया कि एक आतंकवादी का शव हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ है। उन्होंने कहा कि अभियान अभी जारी है।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/72th-anniversary-of-the-constitution-today--constitution-day-celebrated-in-parliament--digital-version-of-the-original-copy-of-the-constitution-released.html,संविधान की 72 वीं वर्षगांठ आज : संसद में मनाया गया संविधान दिवस,"संविधान की 72 वीं वर्षगांठ आज : संसद में मनाया गया संविधान दिवस Friday, November 26, 2021 14:50 PM संसद के केन्द्रीय कक्ष में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नेतृत्व में संविधान दिवस का आयोजन किया गया। नई दिल्ली। देश की शासन व्यवस्था के पवित्र दस्तावेज संविधान की 72 वीं वर्षगांठ के अवसर पर लोकतंत्र की सर्वोच्च संस्था संसद के केन्द्रीय कक्ष में शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नेतृत्व में संविधान दिवस का आयोजन किया गया। राष्ट्रपति के संसद भवन पहुंचने पर उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू , प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी , लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी, केन्द्रीय मंत्रियों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने कोविंद का स्वागत किया। कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए संसदीय कार्यमंत्री जोशी ने संवैधानिक हस्तियों का अभिनंदन किया और कहा कि 26 नवम्बर 1949 का देश के इतिहास में बहुत महत्वपूर्ण स्थान है क्योंकि इसी दिन देश के लोगों ने दुनिया के सबसे बड़े लिखित संविधान भारतीय संविधान को अंगीकार किया था। मोदी सरकार ने संविधान निर्माता कहे जाने वाले बाबा साहेब अंबेडकर की 125 वीं जयंती पर वर्ष 2015 में पहला संविधान दिवस मनाने की घोषणा की थी। वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि आजादी के बाद देश को चलाने वाली सरकारों ने 26 नवम्बर के दिन के महत्व को प्राथमिकता नहीं दी और संविधान दिवस मनाने की परंपरा नहीं शुरू की। उन्होंने कहा कि नयी पीढी को इस दिन का महत्व समझाने के लिए संविधन दिवस मनाया जाना जरूरी है। इस मौके पर कोविंद ने संविधान बनाने वाली संविधान सभा की चर्चाओं के डिजिटल संस्करण को भी जारी किया। उन्होंने संविधान की मूल प्रति का डिजिटल संस्करण भी जारी किया। साथ ही उन्होंने भारत का अद्यतन संविधान भी जारी किया। इसके अलावा उन्होंने संविधान पर ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी पोर्टल का शुभारंभ भी किया। मोदी देश के वर्तमान राजनीतिक माहौल पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यदि आज संविधान का निर्माण करना पड़ जाए तो शायद ही यह संभव हो पाए। उन्होंने कहा कि कुछ राजनीतिक दल राष्ट्रहित के ऊपर अपने हितों को तरजीह देते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी राजनीतिक दलों के लिए राष्ट्रीयता पीछे छूट जाता है। मौजूदा राजनीतिक माहौल में संविधान की भावनाओं को चोट पहुंच रही है। उसकी प्रत्येक धारा और अनुच्छेद को नजरअंदाज किया जा रहा है । मोदी ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर, महात्मा गांधी और डॉ राजेंद्र प्रसाद तथा आजादी के आंदोलन में अन्य योगदान देने वाले लोगों को नमन करते हुए कहा कि भारतीय संविधान भारत की हजारों वर्षों की परंपराओं की आधुनिक अभिव्यक्ति है। प्रधानमंत्री ने 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले में बलिदान हुए जवानों को भी नमन किया। मोदी ने जापान का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां भी ऐसी ही व्यवस्था थी, जिसमें सुधार करने का बीड़ा उठाया गया। इस पर इस पूरी प्रक्रिया में 30-40 साल का समय लगा। उन्होंने कहा कि भारत में भी ऐसे ही प्रयास करने की जरूरत है। देशवासियों को इस समस्या के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए। इससे लोकतंत्र की रक्षा सुनिश्चित हो सकेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त और न्यायपालिका द्वारा घोषित व्यक्तियों का महिमा मंडन दुख का विषय है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल अपने स्वार्थों को साधने के लिए मर्यादाओं को तोड़ते हुए भ्रष्टाचार में लिप्त ऐसे लोगों का महिमामंडन करते हैं जो न्यायपालिका द्वारा दोष सिद्ध किए जा चुके हैं। ऐसा महिमामंडन युवाओं को भी गलत करने के लिए उकसाता आता है। युवाओं को लगता है कि भ्रष्टाचार का रास्ता बेहतर है। दो-चार साल में जनता उन्हें स्वीकार कर ही लेगी। मोदी ने कहा कि आजादी के बाद की शासन व्यवस्था में अधिकारों पर बल दिया गया जबकि कर्तव्य को भुला दिया गया। आजादी के 75 वें साल में कर्तव्य पर बल देने की जरूरत है। अधिकार स्वयं ही मिलते चले जाएंगे। उन्होंने कहा कि आजादी के आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी ने जिन कर्तव्यों पर बल दिया था, उन्हें भुला दिया गया। अगर उन पर जोर दिया जाता तो देश की तस्वीर आज कुछ और ही होती। उन्होंने कहा कि कर्तव्य का पालन अधिकारों की गारंटी है।",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/omicron-spread-speed-4-times-high-compare-to-delta-variant-is-omicron-dangerous-know-all-details-here-5137784/,"डेल्टा से भी चार गुना ज्यादा तेजी से फैलता है Omicron? जानिए कितना है खतरनाक, क्या कहती है स्टडी..","Omicron Latest Update: क्या ओमिक्रॉन अन्य वैरिएंट्स से ज्यादा तेजी से फैलता है? क्या ये ज्यादा खतरनाक हो सकता है? क्या इससे बचाव के उपाय अबतक नहीं हैं? आजकल हर कोई ओमिक्रॉन को लेकर आशंकित है. ओमिक्रॉन के बारे में अब तक की स्टडी इस बात के संकेत देती हैं कि ओमिक्रॉन किसी भी अन्य वैरिएंट-यहां तक कि डेल्टा की तुलना में ज्यादा तेजी से फैलता है. स्टडी में ये बात सामने आई थी कि कोरोना का अब तक डेल्टा ही सबसे अधिक तेजी से फैलने वाला वैरिएंट था. साउथ अफ्रीका में मिले ओमिक्रॉन के मामलों और दुनिया के कुछ अन्य देशों के केस भी ओमिक्रॉन के तेजी से फैलने का संकेत दे रहे हैं.Also Read - Omicron In India: भारत में भी तेजी से फैल रहा है ओमिक्रॉन, जानिए किस राज्य में अबतक मिले कितने मरीज ओमिक्रॉन से कोई भी संक्रमित हो सकता है Also Read - कोरोना के खिलाफ भारत बड़ा लक्ष्य, अगले साल वैक्सीन की 5 अरब खुराक के उत्पादन की योजना न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ओमिक्रॉन के संक्रमण के खतरे को लेकर ब्रिटेन के रिसर्चर्स ने ओमिक्रॉन से संक्रमित हो चुके 121 परिवारों पर रिसर्च की और पाया कि डेल्टा की तुलना में ओमिक्रॉन से परिवार में 3.2 गुना अधिक संक्रमण फैलने का खतरा है. इसके साथ ही शुरुआती रिपोर्ट्स से ऐसा नहीं लगता है कि अगर किसी को पहले से कोविड हो चुका है तो उसे ओमिक्रॉन नहीं होगा. यानी ओमिक्रॉन से रीइंफेक्शन का खतरा बरकरार है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन भी पहले ही कह चुकी हैं कि दुनिया को मुश्किल में डाल चुके डेल्टा वैरिएंट की तुलना में ओमिक्रॉन से रीइंफेक्शन का खतरा तीन गुना से ज्यादा है. ओमिक्रॉन को रोकने में वैक्सीन कितनी कारगर… ओमिक्रॉन पर वैक्सीन के असर को लेकर ज्यादातर स्टडी के अभी शुरुआती नतीजे ही आए हैं और इसके मुताबिक, मौजूदा कोरोना वैक्सीन ओमिक्रॉन को रोक पाने में कम कारगर रही हैं. ब्रिटिश रिसर्चर्स के मुताबिक, मौजूदा वैक्सीन के दो डोज भी ओमिक्रॉन के खिलाफ काफी कम सुरक्षा प्रदान करते हैं. हालांकि बूस्टर डोज लगवाने वालों में ज्यादा एटीबॉडीज पैदा हुईं, जिसने ओमिक्रॉन के खतरे को वैक्सीन की तुलना में ज्यादा कम किया. बूस्टर डोज की हो रही वकालत विश्व स्वास्थ्य संगठन, WHO ने भी 12 दिसंबर को कहा कि ओमिक्रॉन डेल्टा स्ट्रेन की तुलना में अधिक तेजी से फैलने में सक्षम है और साथ ही यह वैक्सीन के असर को कम कर देता है.वैक्सीन के ओमिक्रॉन के खिलाफ कम असरदार रहने की आशंका के बीच दुनिया भर में इससे निपटने के लिए बूस्टर डोज लगवाए जाने की वकालत हो रही है. अमेरिका, ब्रिटेन समेत दुनिया के 30 से अधिक देशों में पहले से ही बूस्टर डोज दिए जा रहे हैं.ओमिक्रॉन भले ही वैक्सीन के असर को कम कर सकता है लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि वैक्सीनेटेड लोगों में इस वैरिएंट की वजह से गंभीर रूप से बीमार होने का खतरा कम रहेगा. ओमिक्रॉन का इलाज क्या है? ओमिक्रॉन के इलाज के लिए दवाओं की रिसर्च जारी है, लेकिन ब्रिटिश कंपनी ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन (GSK) ने हाल ही में कहा है कि उसकी मोनोक्लोनल एंटीबॉडी ड्रग सोट्रोविमाब (sotrovimab) ओमिक्रॉन स्पाइक प्रोटीन के सभी 37 म्यूटेशन के खिलाफ कारगर रही है. वहीं, मर्क, फाइजर और अन्य कंपनियां कोविड के खिलाफ एंटीवायरल दवाइयां विकसित कर रही हैं, हालांकि उन्होंने अभी तक ओमिक्रोन के खिलाफ इन दवाइयों का टेस्ट नहीं किया है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि इनमें से कोई ओमिक्रॉन के खिलाफ भी असरदार हो सकती है.",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/omicron-in-india-spreading-fast-41-cases-found-of-coronavirus-new-variant-know-full-details-5137748/,"Omicron In India: भारत में भी तेजी से फैल रहा है ओमिक्रॉन, जानिए किस राज्य में अबतक मिले कितने मरीज","Omicron In India: कोरोना वायरस के नए वेरिएंट से ब्रिटेन में सोमवार को पहली मौत दर्ज की गई, वहीं चीन में भी ओमिक्रॉन के बढ़ते मामले को देखते हुए कई इलाकों में सख्त प्रतिबंध लगा दिए गए हैं. ओमिक्रॉन के अब तक 41 मरीज भारत में भी मिल चुके हैं जिससे भारत के लिए भी इस नए वेरिएंट ने खतरा बढ़ा दिया है.ओमिक्रॉन को लेकर हाल ही में IIT कानपुर के विशेषज्ञों ने अपनी रिसर्च में आशंका जताई थी कि इस नए वैरिएंट से देश में तीसरी लहर आने का खतरा है, जो जनवरी 2022 तक आ सकती है, तो वहीं डेढ़ लाख डेली कोविड केसेज के साथ तीसरी लहर का पीक फरवरी में आने की आशंका है.Also Read - Omicron Death Threat: वैज्ञानिकों की चेतावनी-इस देश में अप्रैल के अंत तक ओमिक्रॉन से 75000 लोगों की हो सकती है मौत भारत में मिले अबतक 41 ओमिक्रॉन संक्रमित Also Read - Omicron in India: नागपुर में ओमीक्रोन का पहला मामला सामने आया, देश में 37 हुई संख्या; देखें लेटेस्ट अपडेट देश में ओमिक्रॉन के तीन नए मामले सामने आने के बाद ओमिक्रॉन संक्रमित मरीजों की संख्या अब 41 हो गई है. महाराष्ट्र में मिले दो नए मरीज दुबई से लौटे हैं जबकि गुजरात में पाया गया मरीज दक्षिण अफ्रीका से लौटा है. इसके साथ ही अब महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के 20 जबकि राजस्थान में 9, कर्नाटक में 3, गुजरात में 4, दिल्ली में 2 और केरल, आंध्र प्रदेश तथा चंडीगढ़ में एक-एक मरीज सामने आए हैं. महाराष्ट्र और गुजरात में मिले हैं नए मरीज महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि सोमवार को सामने आए मरीजों में एक पुणे की 39 वर्षीय महिला है जबकि दूसरा लातूर का 33 वर्षीय पुरुष है. सबसे बड़ी बात ये है कि दोनों को ही कोरोना के टीके की दोनों खुराक लग चुकी है और उनमें कोरोना के कोई लक्षण भी नहीं हैं. वहीं गुजरात के सूरत में भी एक 42 वर्षीय मरीज ओमिक्रॉन से संक्रमित पाया गया है. सूरत नगर निगम के उप स्वास्थ्य आयुक्त, डॉ आशीष नाइक ने बताया कि सूरत का एक व्यक्ति जो हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से लौटा है, वह #COVID19 के #Omicron से संक्रमित पाया गया है. उन्होंने बताया कि जब दिल्ली एयरपोर्ट पर उसकी जांच की गई थी तो रिपोर्ट निगेटिव आई थी.परंतु गुजरात पहुंचने के बाद उसमें लक्षण दिखने शुरू हो गए, ऐसे में दोबारा जांच करने पर उसे संक्रमित पाया गया. वहीं, महाराष्ट्र के सतारा जिले की फलटन तहसील में सोमवार को एक परिवार के चार सदस्यों में से तीन कोरोना संक्रमित मिले हैं. यह परिवार हाल ही में युगांडा की यात्रा से लौटा था, जिसके बाद इनकी कोरोना जांच की गई थी. सतारा जिला सिविल सर्जन डॉ. सुभाष चव्हाण ने कहा कि चारों के नमूने पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) को भेजे गए हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या वे कोरोनवायरस के ओमिक्रॉन स्वरूप से संक्रमित हैं या नहीं. बता दें कि देश में ओमिक्रॉन का सबसे पहले बेंगलुरु में दो मामले सामने आए थे. इनमें से एक भारतीय मूल का दक्षिण अफ्रीकी नागरिक और एक डॉक्टर था.",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/madhya-pradesh/seven-people-including-district-public-relations-officer-killed-five-injured-in-road-accident-5137675/,"Madhya Pradesh: सड़क हादसे में जिला जनसंपर्क अधिकारी सहित सात लोगों की मौत, पांच घायल","भोपाल: मध्य प्रदेश के गुना, शाजापुर, रतलाम एवं भोपाल जिलों में पिछले 24 घंटों के अंतराल में हुए चार अलग-अलग सड़क हादसों में राज्य के जनसंपर्क अधिकारी (PRO) सहित सात लोगों की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गये. चाचौडा के अनुविभागीय अधिकारी पुलिस (एसडीओपी) मुनीष राजोरिया ने बताया कि गुना के जिला जनसंपर्क अधिकारी केपी दांगी (58) की कार गुना जिले के बीनागंज में पाखरियापुरा टोल नाके के निकट सोमवार सुबह करीब आठ बजे डिवाइडर से टकराने के बाद पलट गई. हादसे में उनकी मौत हो गयी. उन्होंने कहा कि बीनागंज पुलिस सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची तथा दांगी को वाहन से बाहर निकाल कर पास के राजगढ़ जिले के ब्यावरा ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.Also Read - मध्य प्रदेश का वो शहर, जो हुआ फुल वैक्सीनेटेड, CM शिवराज बोले- खुश हूं सूत्रों के अनुसार, हादसे के वक्त दांगी स्वयं वाहन चलाते हुये भोपाल में एक शादी समारोह में शामिल होने के बाद गुना लौट रहे थे. दांगी की मौत पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शोक प्रकट करते हुए ट्वीट किया, ‘‘गुना के जिला जनसंपर्क अधिकारी के.पी. दांगी जी की सड़क दुर्घटना में निधन की खबर दु:खद है. वे कर्त्तव्यनिष्ठ, मिलनसार और मृदुभाषी अधिकारी थे. ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर अपने श्री चरणों में स्थान दे. शोकाकुल परिजन के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं.’ Also Read - मध्य प्रदेश: सेवाधाम आश्रम में बच्चों को गाय का मांस खिलाये जाने का आरोप, NCPCR ने पुलिस को नोटिस भेजा वहीं, मक्सी पुलिस थाना प्रभारी गोपाल सिंह चौहान ने बताया कि शाजापुर जिला मुख्यालय से लगभग 15 किलोमीटर दूर आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर मक्सी और शाजापुर के बीच पलवल ढाबे के पास खड़ी कार को कंटेनर ट्रक ने रविवार रात करीब आठ बजे टक्कर मार दी, जिसमें कार में सवार दो लोगों राजीव सिंह (32) एवं शिवजीत सिंह यादव की घटनास्थल पर मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गये. उन्होंने कहा कि तीनों घायलों को उपचार के लिए शाजापुर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. चौहान ने बताया कि यह कार अशोक नगर से उज्जैन जा रही थी और हादसे के वक्त पंचर लगाने के लिए सड़क किनारे खड़ी थी. उन्होंने कहा कि हादसे के बाद कंटेनर चालक वाहन छोड़ कर फरार हो गया. चौहान ने बताया कि मक्सी पुलिस थाने में इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है. वहीं, एक अन्य हादसे के बारे में औद्योगिक क्षेत्र थाना प्रभारी ओपी सिंह ने बताया कि रतलाम में बंजली हवाई पट्टी के समीप रविवार देर रात कार और मोटरसाइकिल की टक्कर में मोटरसाइकिल में सवार दो युवकों नाहरू (25) एवं कुलदीप (22) की मौत हो गई, जबकि उनका साथी गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे उपचार के लिए इंदौर भेजा गया है. उन्होंने कहा कि हादसे के बाद कार चालक अपने वाहन को मौके पर छोड़कर फरार हो गया. पुलिस ने कार को जब्त कर लिया है. कोहेफिजा पुलिस थाने से मिली जानकारी के अनुसार एक अन्य हादसे में राजधानी भोपाल स्थित हमीदिया अस्पताल के पास रविवार रात करीब 10 बजे एक ट्राला ट्रक को टक्कर मारते हुए एक कमरे में घुस गया, जिससे इस कमरे में रह रहे दो मजदूरों की मौत हो गई और एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया.",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/srinagar-terrorist-attack-update-bus-carrying-25-personnel-was-attacked-by-2-3-three-terrorists-14-injured-2-martyred-12-out-of-danger-jems-kashmir-tigers-has-claimed-responsibility-5137658/,"Terrorist Attack Update: 25 जवानों से भरी बस पर की थी अंधाधुंध फायरिंंग, Kashmir Tigers ने ली हमले की जिम्‍मेदारी","दो-तीन आतंकवादियों ने सोमवार को शाम 6:30 बजे श्रीनगर से 25 पुलिसकर्मियों को जेवन ले जा रही एक बस को निशाना बनाया है. Srinagar Terrorist Attack Update: जम्‍मू-कश्‍मीर के श्रीनगर में सोमवार को शाम 6:30 मिनट पर पुलिस बस में हुए आतंकी हमले (Srinagar Terrorist Attack ) के बारे में ताजा अपडेट (Update) सामने आया है. कश्‍मीर रेंज के आईजी विजय कुमार ने श्रीनगर आतंकी हमले पर कहा, आज शाम हमारे 25 जवानों को लेकर जा रही एक बस पर 2-3-तीन आतंकियों ने हमला कर दिया. इसमें 14 घायल हुए, जिनमें से 2 शहीद हो गए हैं, जबकि 12 खतरे से बाहर हैं. हमारे लोगों ने जवाबी कार्रवाई की जिसमें एक आतंकवादी को गोली लगी है, ले​किन वो भागने में कामयाब हो गया है. 2 जवान शहीद हो गए और 12 लोग खतरे से बाहर हैं. जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के कश्मीर टाइगर (JeM’s Kashmir Tigers) ने हमले की जिम्‍मेदारी लेने का दावा किया है, हम जल्दी ही इस ग्रुप को मार गिराएंगे.Also Read - Srinagar Terrorist Attack Update: PM मोदी ने आतंकी हमले का ब्‍योरा मांगा, फारूक अब्दुल्ला के तल्‍ख बोल Also Read - Srinagar Terrorist Attack UPDATE: आतंकी हमले में घायल 14 पुलिसकर्मियों में से एक ASI और एक कॉन्‍स्‍टेबल शहीद बता दें कि श्रीनगर शहर के बाहरी हिस्से में आतंकवादियों ने सोमवार को संसद पर हुए हमले की बरसी पर जम्मू कश्मीर सशस्त्र पुलिस की बस पर गोलीबारी की. इस हमले में दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए. घायल कर्मियों में, एएसआई गुलाम हसन और एसजीसीटी सफीक अली ने दम तोड़ दिया और शहीद हो गए, जबकि अन्य घायल कर्मियों की हालत स्थिर बताई गई है. यह घटना सोमवार शाम को पंथा चौक इलाके के जेवान में हुई. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा, श्रीनगर आतंकी हमला में 14 पुलिस कर्मी घायल हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया. पुलिस ने इस संबंध में कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है और अधिकारी उन परिस्थितियों को स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं, जो इस आतंकी अपराध को जन्म देती हैं. इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और इलाके में तलाशी जारी है. अधिकारियों ने बताया कि हमले में जम्मू कश्मीर सशस्त्र पुलिस की नौवीं बटालियन के कम से कम 14 पुलिसकर्मी घायल हुए, जिन्हें विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया और इनमें से दो की मौत हो गई. जान गंवाने वालों में सशस्त्र पुलिस का एक सहायक उप-निरीक्षक भी शामिल है. प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवादी हमले के संबंध में ब्यौरा मांगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले में शहीद हुए सुरक्षा कर्मियों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं और आतंकवादी हमले पर ब्यौरा मांगा. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के अलावा मुख्यधारा के राजनीतिक दलों ने भी हमले की कड़ी निंदा की. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक ट्वीट में कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले के संबंध में ब्यौरा मांगा है. उन्होंने हमले में शहीद हुए सुरक्षा कर्मियों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं भी प्रकट की. फारूक अब्दुल्ला ने पूछा- आप चीन से बात कर सकते हैं, लेकिन पाकिस्तान नहीं? क्यों? श्रीनगर में हुए आतंकी हमले पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा, मैं शहीदों को श्रद्धांजलि देता हूं. भारत सरकार जब तक दिल नहीं जीतेगी और दिल्ली से दूरी को दूर नहीं करेगी ये चीज चलती रहेगी. दोनों मुल्कों (भारत और पाकिस्तान) को अपने अहंकार को भूलना है और रास्ता निकालना है. जब नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला से पूछा गया कि क्या जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों के बीच पाकिस्तान के साथ बातचीत करना संभव है, तो उन्‍होंने कहा, जब आप चीन से बात कर सकते हैं, जो हमारे क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है, जिसने जवानों को मार डाला… आप उनसे क्यों नहीं लड़ते? आप उनसे (चीन) बात कर सकते हैं, लेकिन उनसे (पाकिस्तान) नहीं? क्यों? राज्यपाल मनोज सिन्हा का ट्वीट- हम दोषियों को सजा दिलाने को लेकर प्रतिबद्ध जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने ट्वीट कर कहा, ‘ श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर पुलिस बस पर हुए कायराना हमले की कड़ी निंदा करता हूं. शहीद हुए वीर पुलिसकर्मियों को मेरी श्रद्धांजलि. हम दोषियों को सजा दिलाने को लेकर प्रतिबद्ध हैं. शोकाकुल परिवारों को मेरी संवेदनाएं.’ महबूबा मुफ्ती ने केंद्र पर न‍िशाना साधा पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने पुलिसकर्मियों पर हुए हमले को दुखद करार देते हुए आरोप लगाया कि ‘इससे केंद्र के कश्मीर में हालात सामान्य होने के झूठे बयान को उजागर कर दिया है.’ बीजेपी ने कहा- ये कायराना हमला आतंकवादियों की हताशा भाजपा की जम्मू-कश्मीर इकाई के प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने कहा कि ये कायराना हमला आतंकवादियों की हताशा को दर्शाता है. कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने भी आतंकी हमले की निंदा की और कहा कि बिगड़ते सुरक्षा हालात को काबू करने के लिए सरकार को उपाय करने की जरूरत है. संसद भवन परिसर पर हमलेे की बरसी थी बता दें कि 13 दिसंबर 2001 को आतंकवादियों ने संसद भवन परिसर पर हमला किया था, जिसमें 9 लोग मारे गए थे. सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई में सभी पांचों आतंकवादियों को मार गिराया था. (इनपुट: एएनआई- भाषा)",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/india-plans-to-produce-five-billion-doses-of-covid-vaccines-next-year-5137607/,"कोरोना के खिलाफ भारत बड़ा लक्ष्य, अगले साल वैक्सीन की 5 अरब खुराक के उत्पादन की योजना","नई दिल्ली: भारत की योजना अगले साल कोविड टीकों (Corona vaccine) की पांच अरब खुराक का उत्पादन करने और दुनिया को रहने के लिए एक सुरक्षित जगह बनाने में योगदान देने की है. दुनिया में टीकों के सबसे बड़े उत्पादक देश भारत ने अन्य देशों को कोविड टीकों की आपूर्ति फिर से शुरू कर दी है. इस साल अप्रैल में कोरोनो वायरस (Corona Virus) संक्रमण में अचानक वृद्धि के बाद देश के लोगों के लिए टीके की उपलब्धता सुनिश्चित करने के इरादे से निर्यात को निलंबित कर दिया गया था.Also Read - Omicron in China: चीन में भी ओमिक्रोन की दस्तक, पहला केस मिला, लाखों लोगों की यात्रा पर रोक उद्योग मंडल सीआईआई (भारतीय उद्योग परिसंघ) के भागीदारी शिखर सम्मेलन-2021 को संबोधित करते हुए वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत ने अपने लोगों का टीकाकरण करने के साथ-साथ बाकी दुनिया को टीके उपलब्ध कराने को लेकर जो कदम उठाये हैं, वे एक मिसाल हैं. Also Read - Kareena Kapoor और Amrita Arora कोरोना वायरस से संक्रमित, BMC ने कहा- नियमों का पालन नहीं किया उन्होंने कहा, ‘‘हम अतीत में निर्यात करते रहे हैं, हम फिर से निर्यात कर रहे हैं. हमने दुनिया के सभी देशों को पेशकश की है. हम अन्य देशों को सभी के लिए सस्ती दरों पर टीके की उपलब्धता सुनिश्चित करने की जरूरत के अनुसार आपूर्ति करने को इच्छुक हैं.’’ उन्होंने कहा कि अगले साल भारत की योजना टीकों की पांच अरब खुराक का उत्पादन करने की है. गोयल ने कहा, ‘‘…हम सदी में एक बार होने वाली महामारी से जूझ रहे हैं. ऐसे में हम दुनिया को रहने के लिए एक सुरक्षित जगह बनाने में योगदान देने की उम्मीद करते हैं.’’ उन्होंने यह भी कहा कि भारत अन्य देशों के साथ चिकित्सा आपूर्ति और उपकरणों के साथ उनकी मदद करने के लिए काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि भारत को भी कई देशों से मदद मिली है Also Read - कोरोना से पीड़ित विदेशी नागरिक की फर्जी निगेटिव रिपोर्ट बनाने वाले 4 पकड़े गए, देश से भाग गया था मरीज",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/pm-modi-sought-details-on-srinagar-terrorist-attack-expressed-condolences-to-the-families-of-martyred-security-personnel-farooq-abdullah-says-you-can-talk-to-china-but-not-pak-why-5137584/,"Srinagar Terrorist Attack Update: PM मोदी ने आतंकी हमले का ब्‍योरा मांगा, फारूक अब्दुल्ला के तल्‍ख बोल","प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले पर सोमवार को ब्यौरा मांगा और शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं हैं. नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में हुए आतंकवादी (Srinagar terrorist attack) हमले पर सोमवार को ब्यौरा मांगा और शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं हैं. पीएमओ (PMO) ने एक ट्वीट में कहा, ”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले के संबंध में ब्यौरा मांगा है. उन्होंने हमले में शहीद हुए सुरक्षा कर्मियों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं भी प्रकट की.” वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला (NC chief Farooq Abdullah) ने कहा, भारत सरकार जब तक दिल नहीं जीतेगी और दिल्ली से दूरी को दूर नहीं करेगी ये चीज चलती रहेगी. दोनों मुल्कों ( India और Pakistan) को अपने अहंकार को भूलना है और रास्ता निकालना है. जब फारूक अब्दुल्ला से पूछा गया कि क्या जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों के बीच पाकिस्तान (Pakistan) के साथ बातचीत करना संभव है, तो उन्‍होंने कहा, जब आप चीन (China) से बात कर सकते हैं, जो हमारे क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है, जिसने जवानों को मार डाला… आप उनसे क्यों नहीं लड़ते? आप उनसे (चीन) बात कर सकते हैं, लेकिन उनसे (पाकिस्तान) नहीं? क्यों?Also Read - PM मोदी की काशी यात्रा की 15 PHOTOS: काल भैरव पूजा, काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर लोकार्पण से गंगा आरती तक श्रीनगर के बाहरी इलाके में आतंकवादियों के घातक हमले में 2 पुल‍िसकर्मी शहीद, 12 घायल आज सोमवार को शाम साढ़े 5 बजे श्रीनगर के बाहरी इलाके में जम्मू-कश्मीर सशस्त्र पुलिसकर्मियों को ले जा रही एक बस पर आतंकवादियों द्वारा किए गए घातक हमले में दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए. पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि बस पर आज शाम आतंकवादियों ने पंथा चौक के जेवान में हमला किया.श्रीनगर शहर के बाहरी हिस्से में आतंकवादियों ने सोमवार को जम्मू कश्मीर सशस्त्र पुलिस की बस पर गोलीबारी की. इस हमले में दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए. Also Read - PM Narendra Modi ने Varanasi में, काशी के कारीगरों के साथ किया भोजन J&K: Viral pictures from the spot of Srinagar terrorist attack emerge. Source of the pictures is unknown, however, confirmed by Police Sources. One ASI & a Selection Grade Constable have succumbed to their injuries in the attack. pic.twitter.com/CHYimL95wD — ANI (@ANI) December 13, 2021 हमले में घायल हुए 14 पुलिसकर्मी, एएसआई और कॉन्‍स्‍टेबल ने अस्‍पताल में दम तोड़ा पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह घटना सोमवार शाम को पंथा चौक इलाके के जेवान में हुई. अधिकारियों ने बताया कि हमले में 14 पुलिसकर्मी घायल हुए, जिन्हें विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया और इनमें से दो की मौत हो गई. जान गंवाने वालों में सशस्त्र पुलिस का एक सहायक उप-निरीक्षक भी शामिल है. अब तक हमले की जिम्मेदारी किसी आतंकी संगठन ने नहीं है. अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादियों की धरपकड़ के लिए इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. घटना से जुड़ी विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है. फारूक अब्दुल्ला के तीखे बोल श्रीनगर में हुए आतंकी हमले पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फ़ारुख़ अब्दुल्ला ने कहा, मैं शहीदों को श्रद्धांजलि देता हूं. भारत सरकार जब तक दिल नहीं जीतेगी और दिल्ली से दूरी को दूर नहीं करेगी ये चीज चलती रहेगी. दोनों मुल्कों (भारत और पाकिस्तान) को अपने अहंकार को भूलना है और रास्ता निकालना है. जब नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला से पूछा गया कि क्या जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों के बीच पाकिस्तान के साथ बातचीत करना संभव है, तो उन्‍होंने कहा, जब आप चीन से बात कर सकते हैं, जो हमारे क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है, जिसने जवानों को मार डाला… आप उनसे क्यों नहीं लड़ते? आप उनसे (चीन) बात कर सकते हैं, लेकिन उनसे (पाकिस्तान) नहीं? क्यों? कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा, परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना: राज्‍यपाल जम्मू-कश्मीर लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने कहा, श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर पुलिस की बस पर कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हैं. हमारे वीर शहीद पुलिसकर्मियों को मेरी श्रद्धांजलि. हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि अपराधियों को सजा मिले. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना. उप राज्‍यपाल मनोज सिन्हा ने कहा, संबंधित अधिकारियों को घायलों को हर संभव इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए. मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं. हमारी पुलिस और सुरक्षा बल आतंकवाद की बुरी ताकतों को बेअसर करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. (इनपुट: भाषा- एएनआई)",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/breaking-news-terrorists-attacks-on-police-bus-in-zewan-area-of-srinagar-14-personnel-injured-5137388/,Srinagar Terrorist Attack UPDATE: आतंकी हमले में घायल 14 पुलिसकर्मियों में से एक ASI और एक कॉन्‍स्‍टेबल शहीद,"Terrorists Attack: आतंकवादियों (Terrorists ) ने आज सोमवार की शाम श्रीनगर (Srinagar)) में जेवान के पंथा चौक इलाके के (Zewan in Pantha Chowk area of Srinagar) पास एक पुलिस वाहन पर बड़ा हमला (Terrorists attack in Srinagar) किया है. आतंकियों ने पुलिस की बस में फायरिंग (Terrorists firing) की है, जिसमें 14 जवान घायल हैं. सभी घायल कर्मियों को अस्पताल पहुंचाया गया. इलाके की घेराबंदी कर दी गई है.Also Read - Terrorist Attack Update: 25 जवानों से भरी बस पर की थी अंधाधुंध फायरिंंग, Kashmir Tigers ने ली हमले की जिम्‍मेदारी न्‍यूज एजेंसी एएनआई की ताजा जानकारी के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में हुए आतंकी हमले की घटनास्‍थल से वायरल तस्वीरें सामने आई हैं. फोटो का स्रोत अज्ञात है, हालांकि, पुलिस सूत्रों ने पुष्टि की है. इस हमले में घायल हुए 14 पुलिसकर्मियों में से एक एएसआई और एक सिलेक्शन ग्रेड कांस्टेबल शहीद हो गए हैं. Also Read - Srinagar Terrorist Attack Update: PM मोदी ने आतंकी हमले का ब्‍योरा मांगा, फारूक अब्दुल्ला के तल्‍ख बोल श्रीनगर आतंकवादी हमले को लेकर मिली ताजा जानकारी के मुताबिक, कश्मीर जोन पुलिस ने एक बयान में कहा है कि घायल पुलिसकर्मियों में एक एएसआई और एक सिलेक्शन ग्रेड कॉन्‍स्‍टेबल की मौत हो गई है. आगे के विवरण की प्रतीक्षा है. बता दें कि इस आतंकी हमले से पहले आज ही श्रीनगर के बाहरी इलाके में एक अन्‍य वाकये में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकी भी मारे गए हैं. यह हमला तब हुआ, जब बस पुलिस हेडक्वार्टर जा रही थी. जानकारी के मुताबिक, श्रीनगर शहर के बाहरी हिस्से में सोमवार को आतंकवादियों ने जम्मू कश्मीर सशस्त्र पुलिस की बस पर गोलीबारी की. इस हमले में 14 पुलिसकर्मी घायल हो गए. अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यह घटना सोमवार शाम को पंथा चौक इलाके के जेवान में हुई. अधिकारियों ने बताया कि हमले में कम से कम 14 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि घायलों को विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया है. अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादियों की धरपकड़ के लिए इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. घटना से जुड़ी विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है. यह बात जम्‍मू-कश्‍मीर पुलिस ने एक बयान में कही है. बता दें कि इस आतंकी हमले से पहले आज श्रीनगर के बाहरी इलाके में एक अन्‍य वाकये में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए. जम्मू कश्मीर में श्रीनगर के बाहरी इलाके में सुरक्षा बलों ने एक मुठभेड़ में सोमवार को दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया. पुलिस ने बताया कि यह मुठभेड़ रंग्रेठ इलाके में हुई है. कश्मीर जोन पुलिस ने ट्विटर पर बताया कि दो आतंकवादियों को ढेर किया गया है. पुलिस ने बताया कि तलाश अभियान जारी है और अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है.",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/uttar-pradesh/pm-modi-varanasi-tour-and-kashi-vishwanath-corridor-inauguration-5136292/,"Kashi Vishwanath Corridor: PM Modi ने गंगा आरती में हिस्सा लिया, CM योगी सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी रहे मौजूद","Kashi Vishwanath Corridor: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज से दो दिन के वाराणसी (Varanasi) दौरे पर हैं. इस दौरान पीएम मोदी ने काशी विश्वनाथ गलियारे (Kashi Vishwanath Corridor) को लोगों को समर्पित किया. पीएम मोदी ने काल भैरव मंदिर में पूजा-अर्चना की. काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) में माथा टेका. जलाभिषेक किया और पूजा-अर्चना की. काशी विश्वनाथ धाम (Kashi Vishwanath Dham) का उद्घाटन किया. शाम 8 बजे वह गंगा आरती (Ganga Aarti) में भी शामिल होंगे.Also Read - PM Modi's Photo On Covid Vaccine Certificate: आप प्रधानमंत्री से शर्मिंदा क्यों हैं? कोर्ट ने याचिकाकर्ता से पूछा प्रश्न उम्मीद की जा रही है कि इस परियोजना से क्षेत्र में पर्यटन को बढावा मिलेगा. इस दौरान शहर से प्रतिष्ठिक दशाश्वमेघ घाट के पास ऐतिहासिक काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास के आधुनिक ढांचे का उद्घाटन होगा. माना जा रहा है कि अगले साल की शुरुआत में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों (UP Assembly Election 2022) से ठीक पहले काशी विश्वनाथ गलियारे के उद्घाटन (Kashi Vishwanath Corridor Inauguration) से सत्तारूढ़ भाजपा (BJP) को लाभ होगा. यहां पारंपरिक शिल्प कौशल का इस्तेमाल करके प्रवेश द्वार और अन्य संरचनाएं बनाई गई हैं. Also Read - PM मोदी की काशी यात्रा की 15 PHOTOS: काल भैरव पूजा, काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर लोकार्पण से गंगा आरती तक इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम काफी (PM Modi’s Varanasi Visit) व्यस्त रहने वाला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस कार्यक्रम को लेकर यहां के निवासियों और घरेलू पर्यटकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है. पुलिस ने भी प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है. ज्ञात हो कि काशी विश्वनाथ, शिव के 12 त्योतिर्लिगों में से एक है. यहां मंदिर के पास नक्काशीदार लैम्पपोस्ट लगाए हैं हैं और पूरे शहर को पोस्टरों से पाट दिया गया है, जिसमें काशी-विश्वनाथ कोरिडोर को लेकर पीएम मोदी की दृष्टिकोण और उनकी प्रशंसा की गई है. Also Read - जेपी नड्डा ने कहा- काशी विश्‍वनाथ धाम का लोकार्पण PM Modi के संकल्प से सिद्धि के मंत्र को दर्शाता है, देश को बधाई Live Updates 6:53 PM IST पीएम मोदी ने गंगा आरती में हिस्सा लिया. सीएम योगी के साथ ही अन्य बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी साथ में आरती में हिस्सा ले रहे हैं. 6:15 PM IST जेपी नड्डा ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन के पीएम मोदी की तारीफ करते हुए देश को बधाई दी. 4:25 PM IST पीएम मोदी ने गंगा नदी के ललिता घाट से रविदास घाट तक नाव में सफ़र किया. सीएम योगी भी उनके साथ रहे. 2:54 PM IST 2:10 PM IST औरंगजेब ने तलवार के दम पर सभ्यता को बदलने की कोशिश की – पीएम मोदी 2:09 PM IST काशी पर औरंगजेब ने अत्याचार किए, औरंगजेब ने कट्टरता से संस्कृति को कुचला – पीएम मोदी 2:08 PM IST महादेव की इच्छा के बिना कुछ नहीं होता – पीएम मोदी 2:05 PM IST निजी स्वार्थ के लिए कुछ लोगों ने खूब राजनीति की – पीएम मोदी 2:04 PM IST बनारस पर आरोप लगाए जा रहे थे – पीएम मोदी 2:03 PM IST कुछ लोगों ने निर्माण पर सवाल उठाए – पीएम मोदी",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/4-arrested-for-providing-fake-rt-pcr-report-to-covid-infected-south-african-citizen-5137340/,"कोरोना से पीड़ित विदेशी नागरिक की फर्जी निगेटिव रिपोर्ट बनाने वाले 4 पकड़े गए, देश से भाग गया था मरीज","बेंगलुरु: कर्नाटक पुलिस (Karnataka Police) ने 66 वर्षीय एक दक्षिण अफ्रीकी (South Africa) नागरिक को फर्जी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट मुहैया कराने के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है. कोविड-19 से संक्रमित दक्षिण अफ्रीकी एक पांच सितारा होटल में क्वारंटाइन हो गया था. वह अधिकारियों के सामने एक नकली आरटी-पीसीआर (RTPCR) नेगेटिव रिपोर्ट पेश कर अपने देश भागने में सफल रहा. पुलिस के अनुसार, दक्षिण अफ्रीका के स्वामित्व वाली बेंगलुरु स्थित एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करने वाले दो कर्मचारियों और एक प्राइवेट लैब के दो स्टाफ सदस्यों को फर्जी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. दक्षिण अफ्रीकी नागरिक फर्जी रिपोर्ट दिखाकर दुबई के रास्ते अपने देश भाग गया.Also Read - डेल्टा से भी चार गुना ज्यादा तेजी से फैलता है Omicron? जानिए कितना है खतरनाक, क्या कहती है स्टडी.. केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे (KIAL) पर आरटी-पीसीआर रिपोर्ट के आधार पर जांच करने वाली हाई ग्राउंड पुलिस ने प्राइवेट लैब कर्मचारियों से पूछताछ की. हिरासत में लिए जाने के बाद उन्होंने दो अन्य लोगों के नामों का खुलासा किया. दक्षिण अफ्रीकी 20 नवंबर को बेंगलुरु आया था. वह केआईएएल हवाईअड्डे पर हुई जांच में कोविड-19 से संक्रमित पाया गया था. बाद में, उनके नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए. उसे रिपोर्ट आने तक क्वारंटाइन हो जाने को कहा गया था. उसने अपने दो कर्मचारियों से संपर्क किया था और बदले में उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी के पास एक प्राइवेट लैब से संपर्क किया था. उसने लैब तकनीशियनों को रिश्वत दी और एक स्वस्थ व्यक्ति के साथ दक्षिण अफ्रीका के स्वाब के नमूनों की अदला-बदली की. उन्होंने 26 नवंबर तक फर्जी निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट तैयार कर ली थी. Also Read - कोरोना के खिलाफ भारत बड़ा लक्ष्य, अगले साल वैक्सीन की 5 अरब खुराक के उत्पादन की योजना अगले ही दिन उसने नकली आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट होटल और हवाईअड्डा अधिकारियों को सौंप दी और दक्षिण अफ्रीका के लिए उड़ान भरी. 2 दिसंबर को उसकी जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट आई, जिसमें उसे ओमिक्रॉन से संक्रमित पाया गया था. दक्षिण अफ्रीकी नागरिक के सभी 24 प्राथमिक संपर्को और 240 माध्यमिक संपर्को का पता लगाया गया है और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारियों ने जांच के लिए नमूने लिए हैं. इन सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/business-hindi/big-news-if-you-have-addhaar-card-get-loan-easily-with-lowest-interest-know-pib-fact-check-5137057/,"बड़ी खबर! अगर आपके पास है आधार कार्ड तो मिलेगा लोन, बस 2% लगेगा इंटरेस्ट, जानिए क्या है सच","PIBFactCheck: अगर आपके पास आधार कार्ड (Aadhaar Card) है तो आपके लिए कई काम आसान हो जाते हैं. आधार की तरह आज कोई जरूरी डॉक्युमेंट नहीं है. आज के समय में आधार के बिना आप कोई भी काम नहीं कर सकते हैं चाहें आपके घर का काम हो या फिर कोई सरकारी काम सभी के लिए आपको आधार कार्ड (Aadhaar Card)की जरूरत पड़ती है. लेकिन, हाल ही में सोशल मीडिया पर एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार आपके आधार कार्ड (Aadhaar Card) पर लोन की सुविधा दे रही है. इस लोन के लिए आपको सिर्फ 2 प्रतिशत सालाना की दर से ब्याज देना होगा.Also Read - क्या आपके पास भी है RBI की हरी पट्टी गांधीजी की तस्वीर के पास वाले 500 के नोट? जानिए इस वायरल मैसेज की सच्चाई जब पीआईबी ने इस वायरल मैसेज का जब फैक्ट चेक किया गया तब इसकी सच्चाई के बारे में पता चला है. पीआईबी ने इस मैसेज की सच्चाई का पता लगाया है. पीआईबी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि एक फर्जी मैसेज में पीएम योजना के तहत आधार कार्ड से 2 फीसदी सालाना ब्याज पर लोन दिए जाना का दावा किया जा रहा है. यह मैसेज पूरी तरह से फर्जी है तो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस तरह के मैसेज के चक्कर में न पड़े. Also Read - वोट नहीं दिया तो 350 रुपये कट जाएंगे-जानिए चुनाव आयोग के इस आदेश की हकीकत, FIR हुई दर्ज एक फर्जी मैसेज में पीएम योजना के तहत आधार कार्ड से 2% सालाना ब्याज पर लोन दिए जाना का दावा किया जा रहा है।#PIBFactcheck ➡️कृपया ऐसे फर्जी संदेशों को शेयर न करें। ➡️यह आपकी निजी जानकारी चुराने का भी प्रयास हो सकता है। pic.twitter.com/cV6eMoahYH — PIB Fact Check (@PIBFactCheck) December 6, 2021 पीआईबी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि कृपया ऐसे फर्जी संदेशों को शेयर न करें. यह आपकी निजी जानकारी चुराने का भी प्रयास हो सकता है. इससे आपके पैसों को भी नुकसान हो सकता है. आप भी कर सकते हैं फैक्ट चेक अगर आपको भी कहीं इस तरह का मैसेज दिखता है तो आप उसकी सच्चाई के बारे में पता लगाने के लिए फैक्ट चेक करा सकते हैं. इसके लिए आपको ऑफिशियल लिंक https://factcheck.pib.gov.in/ पर विजिट करना है. इसके अलावा आप वॉट्सऐप नंबर +918799711259 या ईमेलः pibfactcheck@gmail.com पर भी वीडियो भेज सकते हैं.",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/encounter-in-jammu-and-kashmir-two-terrorists-killed-in-an-encounter-with-security-forces-on-the-outskirts-of-srinagar-5136968/,Encounter in Srinagar: सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में दो आतंकी ढेर किए,"जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में सोमवार को एक मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए हैं. Encounter in Srinagar: श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में सुरक्षा बलों (security forces) ने एक मुठभेड़ में सोमवार को दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया. पुलिस ने बताया कि यह मुठभेड़ (encounter) श्रीनगर के बाहरी इलाके में रंग्रेठ इलाके में हुई. पुलिस ने बताया कि सुरक्षा बलों ने एक मुठभेड़ में दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया. श्रीनगर के बाहरी इलाके में श्रीनगर के रंगरेट इलाके में चल रही मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए हैं.Also Read - Terrorist Attack Update: 25 जवानों से भरी बस पर की थी अंधाधुंध फायरिंंग, Kashmir Tigers ने ली हमले की जिम्‍मेदारी Also Read - Srinagar Terrorist Attack Update: PM मोदी ने आतंकी हमले का ब्‍योरा मांगा, फारूक अब्दुल्ला के तल्‍ख बोल पुलिस और सुरक्षा बलों की एक संयुक्त टीम ने इलाके को घेर लिया और आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में विशेष जानकारी के आधार पर तलाशी अभियान शुरू करने के बाद मुठभेड़ हुई थी. कश्मीर जोन पुलिस ने ट्विटर पर बताया कि दो आतंकवादियों को ढेर किया गया है जिनकी अभी पहचान नहीं हो सकी है. उसने बताया कि तलाश अभियान जारी है और अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है. Also Read - Srinagar Terrorist Attack UPDATE: आतंकी हमले में घायल 14 पुलिसकर्मियों में से एक ASI और एक कॉन्‍स्‍टेबल शहीद बीएसएफ ने जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी घुसपैठिए को मारा गिराया जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा सुरक्षा बल ने एक पाकिस्तानी महिला घुसपैठिए को मारा गिराया. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के उप महानिरीक्षक एस पी एस संधू ने बताया कि सतर्क सैनिकों ने रविवार रात आर एस पुरा सेक्टर में घुसपैठिए को मार गिराया. बीएसएफ, जम्मू के जन संपर्क अधिकारी संधू ने कहा, बीएसएस ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संदिग्ध गतिविधि देखी और घुसपैठिए को कई बार सीमा पार नहीं करने के लिए आगाह किया, लेकिन घुसपैठ कर रही महिला सीमा पर लगे बाड़ की तरफ तेजी से दौड़ती रही. उन्होंने बताया कि इसके बाद बीएसएस के जवानों ने गोलियां चलाई और घुसपैठिए को अंतरराष्ट्रीय सीमा के भीतर बीएसएफ की बाड़ के समीप मार गिराया और घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी.",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/delhi/omicron-in-delhi-cm-arvind-kejriwal-given-big-statement-if-required-we-will-impose-lockdown-also-said-schools-reopening-5136619/,"Omicron In Delhi: सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा-ओमिक्रॉन से नहीं डरते, जरूरत हुई तो लगा देंगे लॉकडाउन","Omicron In Delhi: कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर कई देशों में हड़कंप मचा हुआ है. भारत में भी कई राज्यों में अब ओमिक्रॉन अपने पैर पसारता जा रहा है. इस बीच ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे से निपटने को लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने आज कहा है कि इस नए वेरिएंट से निपटने के लिए दिल्ली सरकार पूरी तरह से तैयार हैं. उन्होंने कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो हम फिर से आवश्यक प्रतिबंध लगाएंगे. हालांकि, अभी वैसी स्थिति नहीं आई है और फिलहाल किसी तरह की पाबंदी लगाने की भी जरूरत नहीं है. केजरीवाल ने दिल्ली में स्कूलों को फिर से खोलने पर कहा कि इसका फैसला स्कूलों की शीतकालीन छुट्टी खत्म होने के बाद लिया जाएगा.Also Read - Omicron Death Threat: वैज्ञानिकों की चेतावनी-इस देश में अप्रैल के अंत तक ओमिक्रॉन से 75000 लोगों की हो सकती है मौत We’re ready to tackle the Omicron threat. If required, we will impose necessary restrictions. Currently, there is no such need to impose any restrictions…A decision on re-opening of schools will be taken after winter vacation for schools end: Delhi CM Arvind Kejriwal pic.twitter.com/jZkgZ2Ml7E — ANI (@ANI) December 13, 2021 बता दें कि राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट का दूसरा मामला सामने आया है. दिल्ली में मिले ओमिक्रॉन से संक्रमित 35 वर्षीय व्यक्ति को लोक नायक जय प्रकाश (LNJP) अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसकी हालत अभी ठीक है, उसे केवल कमजोरी है. यह व्यक्ति जिम्बाब्वे से दिल्ली आया था और उसने साउथ अफ्रीका की भी यात्रा की थी. दिल्ली सरकार द्वारा अब उसके संपर्क में आए लोगों को भी ट्रेस किया जा रहा है. सबसे खास बात ये है कि ओमिक्रॉन के इस मरीज को कोविड के टीके की दोनों डोज भी लग चुकी हैं. Also Read - Work From Home Again: यूके ने ओमिक्रॉन प्रसार के बीच कड़े किए नियम, फिर से करना होगा घर से काम बता दें कि, एलएनजेपी अस्पताल को कोरना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित रोगियों के इलाज के लिए नामित किया गया है. इससे पहले, रविवार को तंजानिया से दिल्ली लौटा 37 वर्षीय व्यक्ति ओमिक्रॉन संक्रमित पाया गया था और वह दिल्ली में ओमिक्रॉन का पहला मरीज था. उसने भी कोरोना का दोनों टीका लगवा लिया है. अस्पताल में भर्ती होने के बाद उसका इलाज किया गया और अब उसे कोई खास परेशानी नहीं है.",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/india-reports-7350-new-cases-of-coronavirus-202-deaths-in-the-last-24-hours-5136627/,"Covid-19: Omicron के खतरे के बीच पिछले 24 घंटे में 7350 नए कोरोना संक्रमित, 202 लोगों की मौत","Covid-19: देश और दुनिया में कोरोना (Coronavirus) के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (Omicron) को लेकर दहशत का माहौल है. ओमीक्रोन के मामले भारत (India) में भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं, जिसको लेकर तमाम राज्य सरकारें सतर्क हैं. विदेश से आने वाले यात्रियों और उनके संपर्क में आने वाले लोगों की गहन जांच हो रही है. ऐसे लोगों का टेस्ट करके जीनोम सीक्वेंसिंग (Genome Sequencing) के लिए भेजा जा रहा है. इधर कोरोना का पुराना वेरिएंट यानी डेल्टा (Delta Variant) भी अभी देश में लोगों को संक्रमित कर ही रहा है. हालांकि, देश में नए संक्रमितों का आंकड़ा लगातार पिछले कई महीनों से गिर रहा है. पिछले 24 घंटे की ही बात करें तो देश में कोविड-19 (Covid19) के 7350 नए मामले सामने आए. इस तरह से देश में कोविड संक्रमितों (Covid Infection) का कुल आंकड़ा 3 करोड़, 46 लाख, 97 हजार, 860 हो गए हैं. इसके अलावा एक्टिव केस (Covid Active Cases) की संख्या घटकर 91 हजार, 456 हो गई है, जो पिछले 561 दिनों में सबसे कम है.Also Read - PM Modi's Photo On Covid Vaccine Certificate: आप प्रधानमंत्री से शर्मिंदा क्यों हैं? कोर्ट ने याचिकाकर्ता से पूछा प्रश्न केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अपडेटिड आंकड़ों के अनुसार, 202 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4,75,636 हो गई. देश में लगातार 46 दिन से संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या 15,000 से नीचे है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 91 हजार, 456 हो गई, जो कि कुल मामलों का 0.26 फीसदी है और यह मार्च, 2020 के बाद से सबसे कम है. वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर मरीजों के स्वस्थ होने की दर 98.37 फीसदी है और यह मार्च, 2020 के बाद से सबसे ज्यादा है. Also Read - डेल्टा से भी चार गुना ज्यादा तेजी से फैलता है Omicron? जानिए कितना है खतरनाक, क्या कहती है स्टडी.. पिछले 24 घंटों में एक्टिव मरीजों की संख्या में 825 की कमी हुई है. दैनिक संक्रमण दर 0.86 फीसदी है. यह पिछले 70 दिनों से दो फीसदी से नीचे है. मंत्रालय के अनुसार, साप्ताहिक संक्रमण दर 0.69 फीसदी है जो कि पिछले 29 दिनों से एक फीसदी से नीचे है. देश में अब तक 3 करोड़, 41 लाख, 30 हजार, 768 मरीज संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और मृत्यु दर 1.37 फीसदी है. राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 133.17 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है. Also Read - कोरोना के खिलाफ भारत बड़ा लक्ष्य, अगले साल वैक्सीन की 5 अरब खुराक के उत्पादन की योजना देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी. वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे. देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे. देश में पिछले 24 घंटे में जिन 202 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. इनमें से 143 लोगों की मौत केरल में और 16 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई है. केरल सरकार की एक विज्ञप्ति के अनुसार, राज्य में मौत के 143 मामलों में से 34 की मौत पिछले कुछ दिनों में हुई है. वहीं, मौत के 109 मामलों को केन्द्र तथा सुप्रीम कोर्ट के नए दिशानिर्देशों के आधार पर कोविड-19 से मौत के मामलों में जोड़ा गया है. आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से अभी तक कुल 4 लाख, 75 हजार, 636 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र में 1 लाख, 41 हजार, 259, केरल में 42 हजार, 967, कर्नाटक में 38 हजार, 261, तमिलनाडु में 36 हजार, 612, दिल्ली में 25 हजार,100, उत्तर प्रदेश में 22 हजार, 914 और पश्चिम बंगाल में 19 हजार, 600 लोगों की मौत हुई. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं. मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है. (इनपुट – पीटीआई)",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/uttar-pradesh/pm-narendra-modi-to-inaugurate-kashi-vishwanath-corridor-in-varanasi-today-all-you-need-to-know-about-kashi-vishwanath-5136084/,"आज काशी विश्वनाथ गलियारे का उद्घाटन करेंगे PM मोदी, वाराणसी में दो दिन तक रहेंगे प्रधानमंत्री | जानिए बड़ी बातें","Kashi Vishwanath Corridor प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वाराणसी के मध्य में स्थित महत्वाकांक्षी काशी विश्वनाथ गलियारे को सोमवार को लोगों को समर्पित करेंगे. इस विशाल परियोजना से वाराणसी में पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. प्रतिष्ठित दशाश्वमेध घाट के पास ऐतिहासिक काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास के अत्याधुनिक ढांचे का उद्घाटन अगले साल की शुरुआत में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों से पहले 13 दिसंबर को होने वाला है. पत्थरों और अन्य सामग्री के साथ पारंपरिक शिल्प कौशल का उपयोग कर प्रवेश द्वार और अन्य संरचनाएं बनाई गई हैं. इस कार्यक्रम के मद्देनजर यहां के अधिकांश निवासियों और घरेलू पर्यटकों में उत्साह है, जिसे देखते हुए वाराणसी में पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है. बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक प्रतिष्ठित मंदिर के पास सड़कों पर नक्काशीदार लैम्पपोस्ट पर पोस्टर लगाए गए हैं, जिसमें ‘‘इस परियोजना के दृष्टिकोण को साकार करने’’ के लिए मोदी की प्रशंसा की गई है.Also Read - PM मोदी की काशी यात्रा की 15 PHOTOS: काल भैरव पूजा, काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर लोकार्पण से गंगा आरती तक वाराणसी का ‘स्वर्ण मंदिर’ Also Read - Srinagar Terrorist Attack Update: PM मोदी ने आतंकी हमले का ब्‍योरा मांगा, फारूक अब्दुल्ला के तल्‍ख बोल काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट की वेबसाइट के अनुसार प्रसिद्ध धार्मिक स्थल को ‘स्वर्ण मंदिर’ के नाम से भी जाना जाता है. कई पुराने नक्शों में इस नाम का उल्लेख देखा जा सकता है. पुलिसकर्मियों की एक टुकड़ी अतिरिक्त बलों की सहायता से मंदिर परिसर, सार्वजनिक चौराहों पर तैनात है और सब कुछ सुचारू रूप से हो, यह सुनिश्चित करने के लिए सड़कों पर गश्त कर रही है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘कार्यक्रम के महत्व को देखते हुए शहरभर में विशेष रूप से मंदिर और गलियारे के आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विशिष्ट मेहमानों और लोगों के शामिल होने की उम्मीद है.’’ Also Read - PM Narendra Modi ने Varanasi में, काशी के कारीगरों के साथ किया भोजन ये रहा पीएम मोदी का कार्यक्रम इस बीच, प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में कहा कि मोदी अपराह्न लगभग एक बजे मंदिर जाएंगे और लगभग 339 करोड़ रुपये की लागत से बने श्री काशी विश्वनाथ धाम के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे. बयान में कहा गया है कि भगवान शिव के तीर्थयात्रियों और भक्तों की सुविधा के लिए लंबे समय से मोदी का एक दृष्टिकोण था. इसमें कहा गया है, ‘‘इस दृष्टिकोण को साकार करने के लिए, श्री काशी विश्वनाथ धाम को गंगा नदी के किनारे श्री काशी विश्वनाथ मंदिर को जोड़ने के लिए आसानी से सुलभ मार्ग बनाने के वास्ते एक परियोजना के रूप में अवधारणा की गई थी.’’ इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री ने परियोजना के सभी चरणों में गहरी और सक्रिय रुचि ली. बयान में कहा गया है कि उनके द्वारा नियमित ब्रीफिंग, समीक्षा और निगरानी की जाती थी क्योंकि उन्होंने परियोजना को बेहतर बनाने और दिव्यांगों सहित तीर्थयात्रियों के लिए इसे और अधिक सुलभ बनाने के लिए लगातार सुझाव और विचार दिये थे. ‘दिव्य काशी, भव्य काशी’ वर्ष 2014 से मोदी के संसदीय क्षेत्र रहे शहर में विशेष रूप से गोदौलिया चौक और उसके आसपास मंदिर की ओर जाने वाली सड़कों को ‘दिव्य काशी, भव्य काशी’ के नाम से हो रहे विशाल कार्यक्रम से पहले सजाया गया है. यहां के निवासी प्रधानमंत्री के आगमन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं ने पहले घोषणा की थी कि ‘‘काशी विश्वनाथ धाम’’ (काशी विश्वनाथ गलियारा) के उद्घाटन के बाद वाराणसी एक महीने तक सांस्कृतिक कार्यक्रम की मेजबानी करेगा और भाजपा शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में भाग लेंगे, जिसका देश भर में 51,000 से अधिक स्थानों पर सीधा प्रसारण किया जाएगा. कार्यक्रम का सीधा प्रसारण होगा उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ दल ने कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दिखाने के लिए सभी प्रमुख शिव मंदिरों और अपनी सभी मंडल इकाइयों के आश्रमों में एलईडी लगाने की योजना बनाई है. मार्च 2019 में काशी विश्वनाथ गलियारे की आधारशिला रखने के बाद मोदी ने कहा था कि यह परियोजना मंदिरों की ‘‘रक्षा एवं संरक्षण’’ और प्राचीन आस्था के साथ आधुनिक तकनीक के संयोजन के लिए एक मॉडल होगी. प्रधानमंत्री दो दिन वाराणसी में ठहरने वाले हैं भाजपा पदाधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री दो दिन वाराणसी में ठहरने वाले हैं. पहले दिन वह सबसे पहले बाबा काल भैरव का दर्शन-पूजन करने के बाद ललिता घाट पहुचेंगे, वहां से बाबा विश्वनाथ धाम पहुंचेंगे. कार्यक्रम के बाद वह सभी मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों के साथ गंगा आरती में शरीक होंगे. उन्होंने बताया कि अपने प्रवास के दूसरे दिन प्रधानमंत्री देशभर से आये मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद करेंगे. उसके बाद प्रधानमंत्री वाराणसी के उमरहा स्थित स्वर्वेद मंदिर के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में भाग लेंगे. यहां प्रधानमंत्री उपस्थित लोगों को संबोधित भी करेंगे. परियोजना को लेकर विभिन्न विशेषज्ञों ने आलोचना भी की थी, क्योंकि गलियारे के लिए बड़ी संख्या में पुरानी इमारतों को ध्वस्त कर दिया गया था. दिसंबर की शुरुआत में परियोजना के वास्तुकार बिमल पटेल ने कहा था कि स्थल को विकसित करते समय मंदिर की मूल संरचना के साथ छेड़छाड़ नहीं की गई, इस क्षेत्र को सुशोभित करने के अलावा, पर्यटक सुविधाओं को बढ़ाया गया है. (इनपुट भाषा)",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/covid-19-vaccination-in-india-worlds-largest-vaccine-supporter-country-in-the-world-coronavirus-5136244/,"दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन समर्थक देश भारत, सर्वे में हुआ खुलासा","कोरोना महामारी के काल में भारत में लोगों ने इसका सामना डटकर किया है. भारत सरकार द्वार अपने नागरिकों को वैक्सीन देने में काफी उत्सुकता दिखाई गई और भारत में लोगों ने वैक्सीन का समर्थन किया. बीते 24 घंटे में कोरोना रोधी टीके की 132.93 करोड़ से अधिक वैक्सीन की खुराक लोगों को दी जा चुकी है. सी वोटर सर्वे के मुताबिक भारत दुनिया में अपने नागरिकों को तेजी वैक्सीन देने के मामले में सबसे आगे हैं.Also Read - PM Modi's Photo On Covid Vaccine Certificate: आप प्रधानमंत्री से शर्मिंदा क्यों हैं? कोर्ट ने याचिकाकर्ता से पूछा प्रश्न सर्वे के मुताबिक भारत में लोगों को कोरोना की वैक्सीन सबसे तेज दी गई है. भारत दुनिा में सबसे अधिक वैक्सीन समर्थक देश है, क्योंकि भारत में 98 फीसदी आबादी कोरोना वैक्सीन लगवाना चाहती है. जानकारी के मुताबिक बीते 24 घंटे में 89 लाख लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चकी है. वहीं कोरोना की पहली डोज और दूसरी डोज मिलाकर कुल लगभग 133 करोड़ लोगों को वैक्सीन लग चुकी है. Also Read - COVID वैक्‍सीन सर्टिफिकेट में फोटो: Kerala HC ने याचिकाकर्ता ने पूछा- आप हमारे PM से क्यों शर्मिंदा हैं? सर्वे के मुताबिक देश की 90 करोड़ युवा आबादी में से 81 करोड़ लोगों ने कोरोना की पहली और दूसरी डोज ले ली है. वहीं 9 करोड़ लोगों में से 7.5 करोड़ लोग कोरोना की वैक्सीन लेना चाहते हैं. वहीं 1.5 करोड़ लोगों ने वैक्सीन लेने में किसी प्रकार की दिलचस्पी नहीं दिखाई है. Also Read - Covid-19: Omicron के खतरे के बीच पिछले 24 घंटे में 7350 नए कोरोना संक्रमित, 202 लोगों की मौत",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/20-years-of-13-december-parliament-attack-5136149/,"13 December 2001 Parliament Attack: खौफ के वो 30 मिनट, आज 20 साल बाद भी यादें ताजा हैं","13 December Parliament Attack: 20 साल पहले आज ही का दिन था, जब आतंकवादी (Terrorist) लोकतंत्र का मंदिर (Temple of Democracy) कहे जाने वाले संसद (Parliament) परिसर में घुस आए थे. आतंकवादियों की इस करतूत से देश की रक्षा एजेंसियों के साथ ही समस्त देशवासी सकते में आ गए थे. अमेरिका (America) में हुए 9/11 आतंकवादी हमलों (9/11 Terrorist Attacks) के सिर्फ 3 महीने बाद ही दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में लोकतंत्र के मंदिर को ही आतंकवादियों ने निशाना बनाया. इस आतंकी हमले ने देश की अंतरात्मा को झकझोर कर रख दिया था. गृह मंत्रालय (Home Ministry) और संसद के नकली स्टिकल लगी कार में सवार होकर आतंकवादी संसद परिसर में घुस आए थे. आजादी के बाद यह पहला अवसर था, जब संसद परिसर में आतंकवादी घुस आए और उस आतंकवादी हमले का खौफ आज भी देश की जनता के जेहन में ताजा है.Also Read - Pegasus ने संसद नहीं चलने दी और अब उसके कर्जे स्पाइवेयर बनाने वाली कंपनी NSO को नहीं चलने दे रहे; बिकने के कगार पर हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan) हमेशा से ही आतंकवादियों के लिए सुरक्षित जगह रहा है. पाकिस्तानी आतंकी संगठनों से निकले आतंकवादी भारत और दुनियाभर के कई अन्य देशों में भी अपने नापाक इरादों को अंजाम देते रहते हैं. संसद हमले में भी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (Jaish e Mohammad) का हाथ था. इन पाकिस्तानी आतंकवादी संगठनों से जुड़े पांच आतंकवादियों ने एर एम्बेस्डर कार में गृह मंत्रालय और संसद के नकली स्टिकर लगाकर संसद परिसर में घुसपैठ की थी. Also Read - Terrorist Attack Update: 25 जवानों से भरी बस पर की थी अंधाधुंध फायरिंंग, Kashmir Tigers ने ली हमले की जिम्‍मेदारी संसद की सुरक्षा व्यवस्था हालांकि, उस समय भी काफी मजबूत थी… लेकिन इस आतंकवादी घटना के बाद संसद की सुरक्षा को काफी बढ़ा दिया गया और फिर किसी आतंकी संगठन की यहां हमला करने या घुसपैठ की हिम्मत नहीं हुई. 13 दिसंबर 2001 को एके47 राइफल, ग्रेनेड लांचर, पिस्टल और हथगोले लेकर आतंकवादियों ने संसद परिसर के चारों ओर तैनात सुरक्षा घेरे को तोड़ दिया. जैसे ही आतंकवादी कार को अंदर ले गए, स्टाफ सदस्यों में से एक, कांस्टेबल कमलेश कुमारी यादव को उनकी हरकत पर शक हुआ. Also Read - Srinagar Terrorist Attack UPDATE: आतंकी हमले में घायल 14 पुलिसकर्मियों में से एक ASI और एक कॉन्‍स्‍टेबल शहीद कमलेश पहली सुरक्षा अधिकारी थीं जो आतंकवादियों की कार के पास पहुंचीं और कुछ संदिग्ध महसूस होने पर वह गेट नंबर 1 को सील करने के लिए अपनी पोस्ट पर वापस चली गईं, जहां वह तैनात थीं. आतंकवादियों ने अपने कवर को प्रभावी ढंग से उड़ाते हुए कमलेश पर 11 गोलियां चलाईं. आतंकवादियों के बीच एक आत्मघाती हमलावर भी था, जिसकी योजना को कमलेश ने विफल कर दिया, लेकिन कमलेश की मौके पर ही मौत हो गई. कमलेश को मारने के बाद आतंकी अंधाधुंध फायरिंग करते हुए आगे बढ़ गए. आतंकी कार्रवाई लगभग 30 मिनट तक चली, जिसमें कुल नौ लोग मारे गए और अन्य 18 घायल हो गए. उसी बीच सुरक्षा बलों ने सभी पांचों आतंकियों को पार्लियामेंट बिल्डिंग के बाहर ही ढेर कर दिया गया. राष्ट्रीय राजधानी में आतंकवाद, संगठित अपराध और अन्य गंभीर अपराधों के मामलों को रोकने, पता लगाने और जांच करने के लिए 1986 में स्थापित दिल्ली पुलिस की आतंकवाद-रोधी इकाई स्पेशल सेल ने जांच का जिम्मा संभाला. 20 साल पुराने आतंकी हमले की यादों को याद करते हुए तत्कालीन पुलिस उपायुक्त अशोक चंद ने समाचार एजेंसी को बताया कि जब नरसंहार हुआ, उस समय वह स्पेशल सेल के कार्यालय में थे. चंद ने कहा, ‘जैसे ही हमें सूचना मिली, मैं अपनी टीम के साथ संसद पहुंचा.’ उन्होंने कहा कि जब वह मौके पर पहुंचे, उस समय भी हमला जारी था. उन्होंने बताया, ‘स्थिति सामान्य नहीं हुई थी, उस समय तक स्पेशल सेल की अन्य टीमें भी वहां पहुंच गईं.’ अगले कुछ ही मिनटों में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों ने सभी आतंकियों को ढेर कर दिया. गौरतलब है कि हमले के समय संसद में तैनात सीआरपीएफ की बटालियन जम्मू-कश्मीर से हाल ही में लौटी थी. घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले एक अन्य अधिकारी ने कहा कि वे ऐसी अप्रत्याशित घटनाओं के लिए तैयार थे और जानते थे कि कैसे प्रतिक्रिया देनी है. हालांकि, सुरक्षा बलों ने अत्यधिक बहादुरी दिखाते हुए स्थिति को जल्द नियंत्रित कर लिया. संसद के वॉच एंड वार्ड स्टाफ ने भी कई लोगों की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. एक अधिकारी ने कहा, ‘हमला शुरू होने के तुरंत बाद वॉच एंड वार्ड के कर्मचारियों ने संसद भवन के सभी दरवाजे बंद कर दिए. इस तरह आतंकवादियों को अंदर प्रवेश करने से रोक दिया गया.’ अप्रैल 2009 में वॉच एंड वार्ड का नाम बदलकर पार्लियामेंट सिक्योरिटी सर्विस कर दिया गया. चंद ने कहा कि हमले के तुरंत बाद जांच शुरू कर दी गई. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने महज 72 घंटों में इस मामले का पदार्फाश किया और इस सिलसिले में चार लोगों- मोहम्मद अफजल गुरु, शौकत हुसैन, अफसल गुरु और एस.ए.आर. गिलानी को गिरफ्तार किया. उनमें से दो को बाद में बरी कर दिया गया, जबकि अफजल गुरु को फरवरी 2013 में दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी दी गई. शौकत हुसैन ने जेल में अपनी सजा काटी. हमले की 20वीं बरसी की पूर्व संध्या पर दिल्ली पुलिस ने रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है. सिर्फ तीन महीने पहले सितंबर में स्पेशल सेल ने पाकिस्तान स्थित एक प्रमुख आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया और आठ लोगों को गिरफ्तार किया. ये लोग त्योहारों के मौसम में देश में आतंकी हमले करने की साजिश रच रहे थे. (इनपुट – आईएएनएस)",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/kerala-reports-first-case-of-new-variant-omicron-indias-tally-touches-38-5135960/,"आंध्र प्रदेश और चंडीगढ़ के बाद अब केरल में मिला ओेमीक्रोन का पहला मामला, कुल 38 हुई संख्या","Omicron Variant in India: केरल में कोविड-19 के नए स्वरूप ओमीक्रोन के पहले मामले की पुष्टि हुई है. राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने रविवार को यह जानकारी दी. मंत्री ने फेसबुक पेज पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा कि मरीज केरल का निवासी है, जो हाल में ब्रिटेन से लौटा है. उन्होंने बताया कि मरीज की हालत स्थिर है और घबराने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि सरकार संक्रमण के नए स्वरूप को फैलने से रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है. इससे पहले आंध्र प्रदेश और चंडीगढ़ में रविवार को कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के एक-एक मामले की पुष्टि हुई है. दोनों जगहों पर वायरस के इस नए स्वरूप का पहला मामला सामने आया है. इसके अलावा, महाराष्ट्र और कर्नाटक में ओमीक्रोन का एक-एक और मरीज मिलने के बाद देश में ऐसे मामलों की संख्या बढ़कर 38 हो गई है.Also Read - डेल्टा से भी चार गुना ज्यादा तेजी से फैलता है Omicron? जानिए कितना है खतरनाक, क्या कहती है स्टडी.. विदेश से अपने रिश्तेदारों से मिलने चंडीगढ़ पहुंचे 20 वर्षीय एक युवक के कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. चंडीगढ़ के स्वास्थ्य सेवा निदेशक डॉक्टर सुमन सिंह ने फोन पर पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘ वह इटली में रह रहा था. हाल में वह अपने रिश्तेदारों से मिलने यहां आया था. जीनोम अनुक्रमण की उसकी रिपोर्ट 11 दिसंबर को देर रात मिली और इसमें ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि हुई.’’ Also Read - कोरोना के खिलाफ भारत बड़ा लक्ष्य, अगले साल वैक्सीन की 5 अरब खुराक के उत्पादन की योजना युवक ने टीके की खुराक ले रखी है और वह फिलहाल सांस्थानिक पृथकवास में है. एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि व्यक्ति 22 नवंबर को भारत आया था. वह चंडीगढ़ में अपने रिश्तेदारों से मिलने आया था और पृथकवास में था तथा एक दिसंबर को दोबारा जांच में संक्रमित पाया गया. Also Read - Omicron in China: चीन में भी ओमिक्रोन की दस्तक, पहला केस मिला, लाखों लोगों की यात्रा पर रोक बयान में बताया गया कि इसके बाद उसे सांस्थानिक पृथकवास में भेज दिया गया और उसके नमूने को जीनोम अनुक्रमण के लिए नई दिल्ली भेजा गया. उच्च जोखिम का सामना कर रहे उसके परिवार के सात सदस्यों को भी पृथकवास में भेजा गया है. उनमें से किसी में भी संक्रमण की पुष्ट नहीं हुई. ऐसा बताया गया कि व्यक्ति में संक्रमण के लक्षण नहीं थे. वहीं, आंध्र प्रदेश में आयरलैंड से पहुंचे 34 वर्षीय एक विदेशी यात्री में कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन की पुष्टि हुई है. यह व्यक्ति पहले मुंबई पहुंचा था और कोविड-19 जांच में उसके संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई थी. इसके बाद 27 नवंबर को उसे विशाखापत्तनम जाने की अनुमति मिल गई. लोक स्वास्थ्य निदेशक ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘ विजयनगरम में दूसरी बार आरटी-पीसीआर जांच में उसके संक्रमित होने की पुष्टि हुई. इसके बाद उसके नमूने को जीनोम अनुक्रमण के लिए हैदराबाद स्थित कोशिकीय एवं आणविक जीवविज्ञान केंद्र (सीसीएमबी) भेजा गया और इसके जांच परिणाम में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई.’’ निदेशक ने कहा कि हालांकि, व्यक्ति में संक्रमण के लक्षण नहीं थे और 11 दिसंबर को फिर से जांच में उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई. उन्होंने कहा, ‘‘ राज्य में ओमीक्रोन का और मामले नहीं है.’’ इस बीच, कर्नाटक में रविवार को ओमीक्रोन के तीसरे मामले की पुष्टि हुई. यह व्यक्ति दक्षिण अफ्रीका से आया था और कोरोना वायरस से संक्रमित था. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ.के सुधाकर ने ट्वीट किया, ‘‘कर्नाटक में ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमण के तीसरे मामले का पता चला है. दक्षिण अफ्रीका से लौटा 34 वर्षीय व्यक्ति संक्रमित पाया गया है. उसे पृथक कर सरकारी अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. उसके प्राथमिक संपर्क में पांच लोगों के और द्वितीयक संपर्क में 15 लोगों के आने की जानकारी मिली है, जिनके नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं.’’ उधर, महाराष्ट्र में एक दक्षिण अफ्रीकी देश से नागपुर लौटे 40 वर्षीय व्यक्ति में वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप की पुष्टि हुई है. इसके साथ ही राज्य में अब तक इस स्वरूप के 18 मामले सामने आ चुके हैं. (इनपुट भाषा)",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/madhya-pradesh/entire-eligible-population-received-both-doses-of-corona-in-ratlam-shivraj-singh-chouhan-says-i-am-happy-5135854/,"मध्य प्रदेश का वो शहर, जो हुआ फुल वैक्सीनेटेड, CM शिवराज बोले- खुश हूं","Full Vaccination in Ratlam: Omicron के खतरे के बीच मध्य प्रदेश का रतलाम (Ratlam) शहर उन जगहों में शामिल हो गया है, जहां पूरी पात्र 100 प्रतिशत आबादी का टीकाकरण हो गया है. यहां तक कि ग्रामीण इलाके में भी 90 प्रतिशत पात्र आबादी को टीके से दोनों डोज़ लगा दी गई हैं. इस तरह जल्दी ही पूरे जिले के लोगों को वैक्सीन लग जाएगी. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि प्रदेश के रतलाम शहर में कोरोना वायरस निरोधक टीकाकरण की दोनों खुराकों का कार्य शत-प्रतिशत पूर्ण हो गया है.Also Read - Madhya Pradesh: सड़क हादसे में जिला जनसंपर्क अधिकारी सहित सात लोगों की मौत, पांच घायल शिवराज सिंह चौहान ने रतलाम में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा, ‘‘रतलाम शहर में दोनों खुराकों का टीकाकरण कार्य शत-प्रतिशत पूर्ण हो गया है.’’ उन्होंने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि रतलाम जिले के ग्रामीण क्षेत्र में भी 90 प्रतिशत लोगों को टीके की दूसरी खुराक लगाई जा चुकी है. Also Read - कोरोना के खिलाफ भारत बड़ा लक्ष्य, अगले साल वैक्सीन की 5 अरब खुराक के उत्पादन की योजना सीएम ने कहा कि शीघ्र ही रतलाम मध्यप्रदेश का पहला ऐसा जिला होगा, जो टीकाकरण की दोनों खुराकों का कार्य शत-प्रतिशत पूर्ण कर लेगा. उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर सभी आवश्यक कदम राज्य सरकार द्वारा उठाए जा रहे हैं. ऑक्सीजन प्लांट भी पूरी तरह से तैयार है. ऑक्सीजन की शुद्धता भी 96 प्रतिशत आ रही है सभी आवश्यक उपकरण भी पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है.’’ Also Read - Omicron in China: चीन में भी ओमिक्रोन की दस्तक, पहला केस मिला, लाखों लोगों की यात्रा पर रोक",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/election-commission-plans-to-have-four-cut-off-dates-every-year-to-enroll-as-a-new-voter-5135763/,"नए मतदाताओं के वोट बनाने के लिए हर साल चार ‘कट-ऑफ’ तारीखें होंगी, जानें निर्वाचन आयोग की योजना","नई दिल्ली: निर्वाचन कानून में संशोधन करके लोगों को मतदाता के रूप में नामांकित करने के लिए हर साल चार ‘कट-ऑफ’ तारीखें रखने की योजना है. इस कदम से लोकसभा, विधानसभा और स्थानीय निकाय चुनावों के लिए एक आम मतदाता सूची बनाने में मदद मिलेगी और यह भी सुनिश्चित हो सकेगा कि अधिक पात्र युवा मतदाता बनें. भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) अधिक पात्र लोगों को मतदाता के रूप में पंजीकरण करने की अनुमति देने के लिए कई ‘कट-ऑफ’ तारीखों पर जोर दे रहा है.Also Read - UP Polls 2022: वोटर लिस्ट में नहीं है नाम या करवाना चाहते हैं करेक्शन? 5 दिसंबर तक है मौका, जानें प्रक्रिया अब तक किसी विशेष वर्ष में होने वाले चुनाव के लिए, केवल वही व्यक्ति मतदाता सूची में नामांकित होने के लिए पात्र है, जो उस वर्ष की एक जनवरी या उससे पहले की स्थिति में 18 वर्ष की आयु का हो चुका है. निर्वाचन आयोग ने सरकार को बताया था कि इस उद्देश्य के लिए निर्धारित एक जनवरी की ‘कट-ऑफ’ तारीख कई युवाओं को एक विशेष वर्ष में होने वाले चुनाव में भाग लेने से वंचित करती है. Also Read - Gujarat Panchayat Chunav: पंचायत चुनाव का कार्यक्रम जारी, जानें कब डाले जाएंगे वोट और कब आएगा परिणाम केवल पात्रता या ‘कट-ऑफ’ तिथि के कारण, दो जनवरी को 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने वाले व्यक्ति को पंजीकृत नहीं किया जा सकता है. इसलिए जो व्यक्ति एक जनवरी के बाद 18 साल का हो जाता है, उसे पंजीकरण के लिए अगले साल का इंतजार करना पड़ता है. कानून मंत्रालय ने एक संसदीय समिति को बताया है कि ‘‘लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 14 (बी) में संशोधन करने का प्रस्ताव है, जिसमें हर साल चार तिथियां (या कट-ऑफ तिथियां) एक जनवरी, एक अप्रैल, एक जुलाई और एक अक्टूबर शामिल हैं. Also Read - UP BJP Chief स्वतंत्र देव ने पार्टी नेताओं को दिया चुनाव जीतने का गुरु ज्ञान, 100 दलितों के साथ चाय पिएं और... मंत्रालय ने कहा कि एक व्यापक मसौदा कैबिनेट नोट ‘‘इस प्रस्ताव (चार तिथियों के संबंध में) के साथ-साथ निर्वाचन आयोग द्वारा उठाए गए कुछ अन्य महत्वपूर्ण चुनावी सुधार प्रस्तावों को तैयार किया जा रहा है.’’ कानून और कार्मिक संबंधी संसदीय स्थायी समिति ने शुक्रवार को लोकसभा में ‘‘कानून और न्याय मंत्रालय से संबंधित अनुदान मांगों (2021-22) पर समिति की 107वीं रिपोर्ट पर की गई कार्यवाही’’ पर अपनी 109वीं रिपोर्ट पेश की. समिति ने अपने पहले के अवलोकन का उल्लेख किया जहां उसने देश में एक आम मतदाता सूची के कार्यान्वयन के लिए अपनी सिफारिश दोहराई थी और इच्छा व्यक्त की थी कि इस संबंध में ‘‘सभी प्रयास’’ किए जाने चाहिए. मंत्रालय ने कहा, ‘‘इसलिए, अब तक लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनावों दोनों के लिए एक समान मतदाता सूची है.’’",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/booster-dose-will-increase-the-chances-of-survival-from-omicron-scientists-said-this-5135643/,क्या बूस्टर डोज़ से बढ़ेगी Omicron से बचने की संभावना? वैज्ञानिकों ने कही ये बात,"Omicron: क्या बूस्टर खुराक से बढ़ेगी Omicron से बचने की संभावना है, इसे लेकर वैज्ञानिकों ने स्थिति साफ की है. वैज्ञानिकों ने कहा है कि कोविड-19 रोधी बूस्टर खुराक से परिसंचारी एंटीबॉडी की मात्रा बढ़ जाती है और यह भी देखा गया है कि इससे ओमीक्रोन संक्रमण से बचाव की संभावना में भी इजाफा होता है. वैज्ञानिकों ने रेखांकित किया कि बूस्टर खुराक उन लोगों के बचाव के लिये सबसे आसान कदम है, जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर है.Also Read - डेल्टा से भी चार गुना ज्यादा तेजी से फैलता है Omicron? जानिए कितना है खतरनाक, क्या कहती है स्टडी.. यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (यूकेएचएसए) ने कहा है कि ओमीक्रोन के खिलाफ प्रभावी माने जाने वाले कोविशील्ड टीके की बूस्टर खुराक और कोविड-19 रोधी टीके की तीसरी बूस्टर खुराक ओमीक्रॉन स्वरूप से संक्रमण से 70-75 प्रतिशत तक सुरक्षा प्रदान करती है. इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए विषाणु वैज्ञानिकों और महामारी विशेषज्ञों ने रेखांकित किया कि (पोलियो या ओपीवी, खसरा जैसे रोगों के टीके को छोड़कर) किसी भी टीके की बूस्टर खुराक एंटीबॉडी का स्तर तेजी से बढ़ा देती है. Also Read - कोरोना के खिलाफ भारत बड़ा लक्ष्य, अगले साल वैक्सीन की 5 अरब खुराक के उत्पादन की योजना प्रख्यात विषाणु विज्ञानी डॉ. शाहिद जमील ने कहा कि दो खुराक देने के बाद एक बूस्टर खुराक देने से परिसंचारी एंटीबॉडी की मात्रा बढ़ जाती है और यह देखा गया है कि यह ओमीक्रोन रोगसूचक संक्रमण से बचाव की संभावना को बढ़ा देती है. उन्होंने बताया, ‘हम नहीं जानते कि गंभीर बीमारी से बचाव के लिए दो खुराक किस कदर कारगर हैं.’ Also Read - Omicron in China: चीन में भी ओमिक्रोन की दस्तक, पहला केस मिला, लाखों लोगों की यात्रा पर रोक भारत में अधिकतर लोगों को कोविशील्ड की खुराक दी जा चुकी हैं, ऐसे में अब उसे क्या करना चाहिये. इस सवाल पर भारतीय सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टिया के सलाहकार समूह के पूर्व प्रमुख जमील ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि जिन लोगों को कोविशील्ड की केवल एक खुराक मिली है, उन्हें दूसरी खुराक 12-16 सप्ताह के बजाय 8-12 सप्ताह में ही दे दी जाए. उन्होंने कहा, ‘भारतीय टीकों कोवैक्सिन और कोविशील्ड का सीरा कितनी अच्छी तरह से वायरस को बेअसर करता है, यह जानने के लिए प्रयोगशाला में ओमीक्रोन पर अध्ययन किया जाए. बूस्टर पर एक नीति बनाएं. किस टीके का उपयोग करना है? किस तरह लगाना है? और कब? एक नीति बनाएं और किशोरों के साथ बच्चों का टीकाकरण शुरू करें.’ प्रसिद्ध विषाणु विज्ञानी डॉ. टी. जैकब जॉन ने कहा कि (पोलियो या ओपीवी, खसरा जैसे रोगों के टीके को छोड़कर) किसी भी टीके की बूस्टर खुराक एंटीबॉडी का स्तर तेजी से बढ़ा देती है. उन्होंने कहा, ‘फाइजर टीके की बूस्टर खुराक तो एंटीबॉडी का स्तर 40 गुना तक बढ़ा देती है.’ उन्होंने बताया, ‘अगर हम ओमीक्रोन के अज्ञात जोखिमों के बारे में सतर्क होना चाहते हैं, तो अधिक से अधिक लोगों को बूस्टर खुराक देना सबसे आसान कदम है, विशेष रूप से उन लोगों को जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कम है. साथ ही बुजुर्गों और विभिन्न रोगों से पीड़ित लोगों के लिये भी ऐसा किया जा सकता है. यह उनके लिये लाभदायक है.’ आईसीएमआर के विषाणु विज्ञान उन्नत अनुसंधान केंद्र के पूर्व निदेशक जॉन ने जोर देकर कहा कि बच्चों को भी टीका लगाया जाना चाहिए क्योंकि आबादी के एक बड़े हिस्से को टीका नहीं लगाए जाने से मुश्किलें बढ़ सकती हैं. उन्होंने कहा, ‘प्रमाण की प्रतीक्षा करने से बेहतर बचाव है. सुरक्षा प्रदान करने में देरी का मतलब सुरक्षा से वंचित होना भी हो सकता है.’",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/we-are-proud-of-our-forces-cds-bipin-rawat-said-in-his-last-message-before-helicopter-crash-video-viral-5135523/,"CDS Bipin Rawat ने हादसे के एक दिन पहले दिया थे ये संदेश, Video Viral","CDS Bipin Rawat: हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु से एक दिन पहले CDS बिपिन रावत ने सार्वजनिक संदेश दिया था. प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने इस संदेश में कहा था- ‘अपनी सेनाओं पर है हमें गर्व, आओ मिलकर मनाएं विजय पर्व.’ भारतीय थलसेना ने रविवार को 1.09 मिनट की एक वीडियो जारी किया है , जिसमें जनरल रावत ने 1971 के युद्ध की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर सशस्त्र बलों के कर्मियों को बधाई दी थी. सेना के सूत्रों ने कहा कि वीडियो सात दिसंबर की शाम रिकॉर्ड किया गया था. जनरल रावत, उनकी पत्नी, रावत के रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर समेत 13 लोगों की आठ दिसंबर को तमिलनाडु के कन्नूर के निकट दोपहर 12 बजकर 22 मिनट पर हुई भयावह हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी.Also Read - Brigadier भूपेश सिंह हाड़ा की बूंदी के 26वें 'राजा' के तौर पर ताजपोशी, NSG में हैं कमांडर वीडियो क्लिप में जनरल रावत ने 1971 में पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में जान गंवाने वाले भारतीय सशस्त्र बलों के कर्मियों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी और देशवासियों से युद्ध में विजय की 50वीं वर्षगांठ मनाने की अपील की. वीडियो में जनरल रावत कहते हैं, ‘‘मैं स्वर्णिम विजय पर्व के अवसर पर भारतीय सशस्त्र बलों के सभी वीर सैनिकों को हार्दिक बधाई देता हूं. हम 1971 के युद्ध में जीत की 50वीं वर्षगांठ को विजय पर्व के रूप में मना रहे हैं.’ Also Read - Tamil Nadu chopper crash: अपने खेत की मिट्टी में मिले सेना के जांबाज तेजा, तिरंगे से लेकर लिपटकर रोया परिवार जनरल रावत ने अपने संदेश के अंत में कहा, ‘अपनी सेनाओं पर है हमें गर्व, आओ मिलकर मनाएं विजय पर्व.’ वीडियो को इंडिया गेट परिसर में ‘विजय पर्व’ समारोह के उद्घाटन समारोह में भी चलाया गया. इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और देश के शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने भाग लिया. सोलह दिसंबर 1971 को लगभग 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय सेना के संयुक्त बलों और ‘मुक्ति वाहिनी’ के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था, जिसके बाद बांग्लादेश की स्थापना का मार्ग प्रशस्त हुआ था.",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/omicron-in-india-latest-update-after-maharashtra-rajasthan-gujarat-delhi-karnataka-corona-new-variant-arrived-andhra-pradesh-and-chandigarh-5135432/,"Omicron In India Latest Update: अब आंध्र प्रदेश-चंडीगढ़ भी पहुंचा ओमिक्रॉन, महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मरीज","Omicron In India Latest Update: कोरोना का नया ओमिक्रॉन वैरिएंट ने दुनिया के कई देशों में हड़कंप मचा दी है. भारत में भी अब इस नए वैरिएंट के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. एक स्टडी में दावा है कि ओमिक्रॉन के कारण जनवरी में यूके में बड़ी लहर आ सकती है. वहीं, भारत में अब महाराष्ट्र, राजस्थान, कर्नाटक, गुजरात, दिल्ली के बाद आंध्र प्रदेश और चंडीगढ़ में भी ओमिक्रॉन के नए मरीज की पहचान हुई है.Also Read - Omicron In India: भारत में भी तेजी से फैल रहा है ओमिक्रॉन, जानिए किस राज्य में अबतक मिले कितने मरीज इटली से चंडीगढ़ आए युवक में कोरोना का नया स्वरूप ओमिक्रॉन पाया गया है, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. लेकिन वहीं राहत की खबर यह है कि युवक के संपर्क में आए 7 अन्य लोगों की कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव है। Also Read - Omicron In Delhi: सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा-ओमिक्रॉन से नहीं डरते, जरूरत हुई तो लगा देंगे लॉकडाउन आज आंध्र प्रदेश और चंडीगढ़ में मिले ओमिक्रॉन के मरीज देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट अब बढ़ता जा रहा है. दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और राजस्थान के बाद अब ओमिक्रॉन आंध्र प्रदेश और चंडीगढ़ तक पहुंच गया है. आंध्र के विशाखापट्टनम में ओमिक्रॉन का पहला केस मिला है. 34 साल का मरीज हाल ही में आयरलैंड से मुंबई और फिर विशाखापट्टनम लौटा था. अधिकारियों ने बताया कि अब तक 15 यात्री कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. इन सभी के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं. Also Read - Navjot Singh Sidhu: मैं उन्हें छोड़ दूंगा, मुझे चुनाव जीतने के लिए रखा जाता है, मैं शो पीस नहीं हूं, क्या कांग्रेस का हाथ भी छोड़ देंगे सिद्धू? देश के इन राज्यों तक पहुंचा कोरोना का नया वेरिएंट 1. महाराष्ट्रः 17 2. राजस्थानः 9 3. गुजरातः 3 4. कर्नाटकः 2 5. दिल्लीः 2 6. आंध्र प्रदेशः 1 7. चंडीगढ़ः 1 आज घटी है देश में कोरोना मरीजों की संख्या देश में बीते 24 घंटे में कोरोना के 7 हजार 774 मामले सामने आए हैं. सबसे ज्यादा 3 हजार 795 केस केरल में और 807 केस महाराष्ट्र में आए हैं. हालांकि, शुक्रवार की तुलना में नए मामलों में 2.7 फीसदी की गिरावट रही. वहीं, बीते 24 घंटे में 306 मरीजों की कोरोना से मौत हो गई. सबसे ज्यादा 245 मौतें केरल में हुई. महाराष्ट्र में 20 मरीजों की जान गई. फिलहाल देश में इलाज करा रहे मरीजों की संख्या 92 हजार 281 है. आंध्र प्रदेश के एक स्कूल में 9 छात्र मिले कोरोना पॉजिटिव कोरोना बम फूटा है. यहां के एक निजी स्कूल में 9 छात्रों समेत 15 लोग कोरोना पॉजिटिव आए हैं. वहीं, इनके संपर्क में आए 190 लोगों की जांच की जा रही है. जिले के मेडिकल और हेल्थ अफसर बी. जगन्नाधराव ने बताया कि जो लोग पॉजिटिव आए हैं, उनमें छात्र, टीचर्स और टीचर्स परिवार के 4 लोग हैं. वहीं, मामले सामने आने के बाद स्कूल को सैनेटाइज किया जा रहा है.",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/pm-modi-twitter-account-was-hacked-twitter-given-first-investigation-report-after-pmo-tweet-5135026/,"PM Modi का ट्विटर अकाउंट हुआ था हैक, Twitter की प्राथमिक जांच की रिपोर्ट आई सामने, जानिए क्या कहा","PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्विटर अकाउंट हैक होने पर आज सुबह से बवाल मचा है. पीएम के ऑफिशियल हैंडल से बयान जारी कर इसे कंफर्म किया गया. जिसके बाद ट्विटर ने भी अब बयान जारी किया है. ट्विटर ने बयान जारी करते हुए कहा है कि जैसे ही हमें पीएम मोदी के अकाउंट में सेंध लगने की जानकारी मिली हम तुरंत सक्रिय हो गए. हमारी अबतक की जांच से पता चला है कि इस समय तक किसी अन्य अकाउंट के प्रभावित होने के कोई संकेत नहीं मिले हैं.Also Read - PM मोदी की काशी यात्रा की 15 PHOTOS: काल भैरव पूजा, काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर लोकार्पण से गंगा आरती तक ट्विटर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि हमारे पास प्रधानमंत्री कार्यालय के साथ कम्यूनिकेशन के लिए 24X7 लाइनें खुली हैं. जैसे ही हमें इस हैंकिंग गतिविधि के बारे में पता चला, हमारी टीम ने प्रभावित अकाउंट को सुरक्षित करने के लिए तुरंत आवश्यक कदम उठाए. ट्विटर ने कहा कि हमारी अबतक की जांच से पता चला है कि पीएम मोदी के अकाउंट में लगी सेंध ट्विटर के किसी सिस्टम में गड़बड़ी की वजह से नहीं हुई थी. Also Read - Srinagar Terrorist Attack Update: PM मोदी ने आतंकी हमले का ब्‍योरा मांगा, फारूक अब्दुल्ला के तल्‍ख बोल pm twitterपीएम मोदी के कार्यालय पीएमओ ने ट्वीट किया, “पीएम नरेंद्र मोदी के ट्विटर हैंडल से बहुत ही कम देर के लिए बिटक्वाइन को लेकर ट्वीट किया गया था. इस मामले को ट्विटर तक पहुंचा दिया गया और अकाउंट को तुरंत सुरक्षित कर लिया गया है. थोड़े से समय के लिए पीएम के ट्विटर अकाउंट से छेड़छाड़ की गई. ट्वीट किए गए किसी भी ट्वीट को नजरअंदाज किया जाना चाहिए.” “The Twitter handle of PM Narendra Modi was very briefly compromised. The matter was escalated to Twitter and the account has been immediately secured. In the brief period that the account was compromised, any Tweet shared must be ignored,” tweets PMO pic.twitter.com/t4jEIvo0UW — ANI (@ANI) December 11, 2021 ट्विटर पर ये ट्वीट देखते ही मच गया हंगामा सोशल मीडिया पर लोगों ने फौरन इस ट्वीट का स्क्रीनशॉट लेकर इसे शेयर करना शुरू कर दिया. सोशल मीडिया पर लोग हैरान हैं कि प्रधानमंत्री का ट्विटर अकाउंट कैसे हैक हो सकता है! यूजर्स ने इसे सुरक्षा का गंभीर खतरा तो बताया ही, कुछ ने इसे ‘बिटकॉइन माफिया’ का काम करार दिया है, कई लोगों यह भी आशंका जताई कि इस घटना के बाद क्रिप्‍टोकरेंसी पर बैन भी लगाया जा सकता है. भारत ने बिटकॉइन को नहीं दी है मंजूरी भारत ने अभी तक बिटकॉइन या अन्‍य किसी क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं दी है. इसका आखिरी फैसला पीएम मोदी को ही करना है. क्रिप्टो पर देश के अलग-अलग नियामक और एक्सपर्ट्स की अलग-अलग राय है. भारत के बैंकिंग नियामक रिजर्व बैंक ने क्रिप्टो करेंसी को लेकर गंभीर चिंता जताई है. बता दें कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल 2021 संसद के शीतकालीन सत्र में पेश होना है और भारत सरकार के वित्त मंत्रालय ने इसके लिए ड्राफ्ट तैयार कर लिया है.",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/omicron-in-india-spreading-quickly-icmr-developed-new-testing-kit-that-confirm-in-2-hours-5135084/,"Omicron In India: अब मात्र 2 घंटे में हो जाएगी ओमिक्रॉन की पहचान, ICMR ने तैयार की है खास किट, जानिए","Omicron In India: कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ के मामले बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन इससे निपटने के उपाय पर भी तेजी से काम हो रहा है. अब ओमिक्रॉन के खिलाफ चल रही जंग में भारतीय वैज्ञानिकों ने बड़ी कामयाबी हासिल की है. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने असम के डिब्रूगढ़ में एक नई कोविड टेस्ट किट (New Covid Testin Kit) तैयार की है. इस किट से महज दो घंटे में ही ओमिक्रॉन संक्रमण का पता लगाया जा सकता है. ओमिक्रॉन से चल रही आशंकाओं के बीच देश के कई राज्यों में ओमिक्रॉन के मामले बढ़ गये हैं, लेकिन अब जांच में तेजी आ जाएगी जिसके लिए यह किट काफी अहम साबित होगी.Also Read - डेल्टा से भी चार गुना ज्यादा तेजी से फैलता है Omicron? जानिए कितना है खतरनाक, क्या कहती है स्टडी.. देश में तेजी से बढ़ रहे हैं ओमिक्रॉन के मामले Also Read - Omicron In India: भारत में भी तेजी से फैल रहा है ओमिक्रॉन, जानिए किस राज्य में अबतक मिले कितने मरीज गौरतलब है कि भारत में दिसंबर के पहले सप्ताह में ही ओमिक्रॉन ने दस्तक दे दी थी और अब कोरोना के इस नए वैरिएंट के मामले देश में तेजी से बढ़ रहे हैं. दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक और गुजरात में कुल मिलाकर अबतक 33 मामले सामने आ चुके हैं और अभी तक इसकी जांच के लिए जो किट बाजार में उपलब्ध है उस किट से ओमिक्रॉन संक्रमण का पता लगाने में तीन से चार दिन का समय लग जाता है. Also Read - Lockdown Return: कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने पसारे पांव, चीन के इस इलाके में फिर लगा लॉकडाउन अब दो घंटे में चल जाएगा ओमिक्रॉन का पता अब ओमिक्रॉन जल्दी से आ जाएगा पकड़ में, क्योंकि आईसीएमआर के क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने रियल टाइम में ओमिक्रॉन की पहचान करने वाली किट बनाने में सफलता हासिल कर ली है. परिषद् के वैज्ञानिक डॉ. बिस्वज्योति बोर्काकोटी ने इस किट के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह अपने आपमें बहुत बड़ी बात है. उन्होंने कहा कि- ओमिक्रॉन वैरिएंट का पता लगाने में अभी कम से कम 36 घंटे लग जाते हैं, तो वहीं पूरी जीनोम सीक्वेंसिंग होने में चार से पांच दिन का समय लगता है. ऐसे में इस किट के आ जाने से काफी आसानी होगी और जांच का रिजल्ट जल्द मिल जाएगा. ये किट कैसे करता है काम, जानिए समाचार एजेंसी एएएनआई के मुताबिक कोलकाता की कंपनी जीसीसी बायोटेक पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप में इस किट को तैयार कर रही है. डॉ. बोर्काकोटी ने बताया कि इस किट को खासतौर पर कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के सिंथेटिक जीन फ्रैकमेंट्स पर टेस्ट किया गया है. साथ ही इसे दो बेहद खास क्षेत्रों के स्पाइक प्रोटीन और सिंथेटिक जीन फ्रेगमेंट्स के साथ भी जांचा गया है. उन्होंने बताया कि इसके नतीजे 100 फीसदी तक सही आंके गए हैं. बता दें कि पिछले साल जुलाई में डॉक्टर बोर्काकोटी के नेतृत्व में वैज्ञानिकों की टीम ने कोरोना वायरस को आइसोलेट करने में सफलता पाई थी.",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/awantipora-encounter-update-encounter-underway-in-jammu-and-kashmir-one-terrorist-killed-5135126/,"Awantipora Encounter Update: जम्मू-कश्मीर के अवंतीपोरा में मुठभेड़ जारी, मारा गया एक आतंकी","Awantipora Encounter Update: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के अवंतीपोरा के बड़गाम इलाके में रविवार की सुबह से ही आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ जारी है. सुरक्षाबलों के अधिकारियों ने कहा, “अवंतीपोरा के बड़ागाम इलाके में मुठभेड़ शुरू हो गई है और पुलिस और सुरक्षा बल अपना काम कर रहे हैं.” कश्मीर जोन की पुलिस ने बताया है कि पुलिस और सेना की एक संयुक्त टीम ने उस इलाके को घेर लिया है, जहां आतंकवादी छुपे हुए थे. खुफिया जानकारी के आधार पर तलाशी अभियान शुरू किया गया, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच में मुठभेड़ शुरू हो गई. जैसे ही सुरक्षा बल उस स्थान पर पहुंचे, जहां आतंकवादी छिपे हुए थे, तभी आतंकवादियों ने खुद का बचाव करने के लिए गोलीबारी शुरू कर दी.Also Read - Encounter में टॉप JeM कमांडर आतंकवादी शाम सोफी मारा गया, J&K में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी सुरक्षाबलों की तरफ से अभी तक मिल रही शुरूआती सूचनाओं के आधार पर सुरक्षाबलों को एक आतंकी को ढेर करने में सफलता मिली है. अन्य विवरण की प्रतीक्षा है. Also Read - J&K: आतंकियों ने CRPF-पुलिस टीम पर किया हमला, दो पुलिस जवान शहीद, दो घायल और 2 नागरिकों की भी हुई मौत कश्मीर के आइजी के विजय कुमार ने भी एक आतंकी के मारे जाने की पुष्टि की है. हालांकि, मिली जानकारी के मुताबिक आतंकियों की संख्या तीन के करीब बताई जा रही है. फिलहाल दोनों ओर से फायरिंग जारी है.सुरक्षाबलों और पुलिस ने पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर दी है. आसपास रह रहे लोगों को लाउड स्पीकर के माध्यम से घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील की गई है. One terrorist neutralized in an ongoing encounter between security forces and terrorists in Baragam area of Awantipora: IGP Kashmir Vijay Kumar (file photo) pic.twitter.com/BhMpbgbrQB — ANI (@ANI) December 12, 2021 जम्मू कश्मीर पुलिस ने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी साझा की, जिसमें कहा कि अवंतीपोरा के बारागाम इलाके में पुलिस को आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली है. इसके तुरंत बाद पुलिस ने सुरक्षाबलों के साथ मिलकर क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया है. रविवार सुबह बारागाम में छिपे आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी. सुरक्षाबलों ने सबसे पहले आतंकियों को आत्मसमर्पण करने की चेतावनी दी.आतंकियों ने इसे अनसुना कर सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी. इसके बाद सुरक्षाबलों ने तुरंत मोर्चा संभालते हुए आतंकियों के खिलाफ फायरिंग की, जिसमें अभी तक एक आतंकी को मार गिराने में सफलता मिली है.",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/zeel-digital-president-amit-goenka-honored-with-icon-of-the-21st-century-award-in-london-5134887/,"अमित गोयनका लंदन में '21वीं सदी के आइकन' अवॉर्ड से सम्मानित, कामयाबी के लिए मिला बड़ा पुरस्कार","नई दिल्ली: ज़ी एंटरटेनमेंट इंटरप्राइजेज़ लिमिटेड (ZEEL) के डिजिटल बिजनेस एंड प्लेटफॉर्म्स के प्रेसिडेंट अमित गोयनका (Amit Goenka) को लंदन में एक बड़े अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है. अमित गोयनका ’21वीं सदी के आइकन’ अवॉर्ड (21st Century Icon Awards) से सम्मानित हुए हैं. भारत में मीडिया और मनोरंजन जगत में अपने योगदान के लिए अमित गोयनका को ये सम्मान मिला है. अमित गोयनका को मिले इस अवॉर्ड को पारुल गोयल ने ग्रहण किया.Also Read - ZEEL-SONY का मर्जर फाइनल स्टेज में पहुंचा, $2 अरब होगा नई कंपनी का रेवेन्यू; पुनीत गोयनका बोले- सबकुछ ट्रैक पर लंदन में ये प्रतिष्ठित अवॉर्ड स्क्वेर्ड वाटरमेलन लिमिटेड द्वारा दिया जाता है. ये अवॉर्ड उपलब्धियां हासिल करने वाली हस्तियों को दिया जाता है, ताकि दूसरे भी प्रेरित हो सकें. अमित गोयनका को ये अवॉर्ड ZEE डिजिटल व्यवसाय के जरिये मीडिया और मनोरंजन जगत में हासिल की गई कामयाबी और उपलब्धियों के लिए दिया गया है. अमित गोयनका ने ZEE5 के विकास में बड़ी भूमिका निभाई है. वह कंपनी को आगे लेकर गए और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इसका विस्तार किया. Also इस अवॉर्ड को ग्रहण करने के बाद अमित गोयनका ने कहा कि मैं ये प्रतिष्ठित अवॉर्ड पाकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं. मैं इस अवॉर्ड के लिए चुनने पर जूरी सदस्यों को धन्यवाद देता हूं. उन्होंने कहा कि ये अवॉर्ड जीतना हमारी टीमों द्वारा लगातार की गई मेहनत का एक वसीयतनामा है. हमने ज़ी इंटरटेनमेंट के डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का बनाया है, ताकि नए लोगों को इसकी ओर आकर्षित किया जा सके और नए युग का मनोरंजन उन्हें मिल सके. Also Read - ZEEL-Invesco Case: 'पद की नहीं कंपनी के भविष्य की चिंता', पुनीत गोयनका बोले- 'ZEE को बचाने के लिए लड़ता रहूंगा' अमित गोयनका ने कहा कि मुझे यकीन है कि हमारे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को भविष्य में और बड़ी सफलता मिलेगी. ये अवॉर्ड हमारी मेहनत और लगन के साथ ही संघर्ष को और आगे बढ़ाएगा. प्रेरित करेगा. अवॉर्ड देने वाली संस्था स्क्वेयर्ड वाटरमेलन लिमिटेड के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी के साथ ही मुख्य रचनात्मक अधिकारी, सह-संस्थापक प्रीती राणा ने कहा कि हर साल ’21वीं सदी के आइकन अवॉर्ड्स’ दिया जाता है. इस अवॉर्ड के जरिये हमारा उद्देश्य अगली पीढ़ी के बिजनेस लीडर्स को आगे लाना है, जिन्होंने अपनी कंपनी में अहम योगदान देकर कामयाबी हासिल की. अमित गोयनका अगली पीढ़ी के लिए एक आदर्श हैं. उन्हें सम्मानित करना हमारे लिए सम्मान की बात है.",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/mustard-oil-will-be-cheaper-within-a-month-how-much-will-the-prices-of-edible-oil-come-down-5134795/,"एक महीने के अंदर सस्ता होगा सरसों का तेल, खाद्य तेल की कितनी घटेंगी कीमतें, जानें","नई दिल्ली: आयात शुल्क में कमी के कारण खाद्य तेलों की कीमतों में पिछले एक महीने में 8-10 रुपये प्रति किलोग्राम की गिरावट आई है. आने वाले महीनों में तिलहन के अधिक घरेलू उत्पादन और वैश्विक बाजारों में मंदी के रुख के कारण खाद्य तेलों के दाम 3-4 रुपये प्रति किलो और नीचे आ सकते हैं. उद्योग निकाय साल्वेंट एक्स्ट्रैक्टर्स एसोसिएशन (SEA) ने यह जानकारी दी है. एसईए के अध्यक्ष अतुल चतुर्वेदी ने एक बयान में कहा, ‘‘पाम, सोया और सूरजमुखी जैसे सभी तेलों की बहुत ऊंची अंतरराष्ट्रीय कीमतों के कारण पिछले कुछ महीने भारतीय खाद्य तेल उपभोक्ताओं के लिए काफी परेशानी भरे रहे हैं.’’ उन्होंने कहा कि एसईए ने दिवाली से पहले अपने सदस्यों को कीमतों को यथासंभव कम करने की सलाह दी थी. उन्होंने कहा कि केंद्र ने खाद्य तेलों पर आयात शुल्क भी कम कर दिया है.Also Read - UP: मुफ्त राशन योजना होली तक बढ़ेगी, गेहूं, दाल, नमक, तेल मिलेगा, CM ने अयोध्‍या से क‍िया ऐलान अतुल चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘हमें इस बात की पुष्टि करते हुए खुशी हो रही है कि कई उपायों के कारण पिछले 30 दिन में खाद्य तेल की कीमतों में लगभग 8-10 रुपये प्रति किलोग्राम की कमी आई है.’’ एसईए ने कहा कि उसके सदस्य उपभोक्ताओं को कम कीमतों का लाभ देने के लिए पूर्व में भी तुरंत कदम उठाते रहे हैं. Also Read - नहीं है डाइट और एक्सरसाइज की जरूरत, बस इस तेल में बनाकर खाएं खाना, चुटकियों में कम होगा वजन एसईए अध्यक्ष ने कहा कि उसके सदस्यों ने तेल की कम लागत का लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए सहमति जताई है. हमें लगता है कि हमारे सदस्यों द्वारा निकट भविष्य में कीमतों में लगभग 3-4 रुपये प्रति किलोग्राम की और कमी की जाएगी. इससे हमारे खाद्य तेल उपभोक्ताओं को त्योहारी सीजन के दौरान राहत मिलनी चाहिये. लगभग 120 लाख टन सोयाबीन की फसल और 80 लाख टन से अधिक मूंगफली की फसल के साथ चतुर्वेदी ने उम्मीद जताई कि खाद्य तेलों की कीमतें अब नियंत्रण में रहेंगी. उन्होंने कहा कि सरसों तेल खली की इतनी अधिक मांग है कि किसानों को अच्छा दाम मिलने से आपूर्ति की स्थिति बेहतर हुई है और उन्होंने (किसानों ने) अब तक के सबसे अधिक रकबे (करीब 77.62 लाख हेक्टेयर) में सरसों की बुवाई की है. यह आंकड़ा पहले के मुकाबले लगभग 30 प्रतिशत ज्यादा है और आने वाले वर्ष में घरेलू सरसों तेल की उपलब्धता आठ से 10 लाख टन तक बढ़ सकती है. Also Read - Mustard Oil Looted: बिहार में 40 लाख का सरसों का तेल लूटा, 7 पकड़े गए, एक ट्रक भी बरामद चतुर्वेदी ने कहा कि खाद्य तेल की कीमतों का वैश्विक रुख ‘अपेक्षाकृत मंदी वाला है और हमें लगता है कि कीमतों में गिरावट जारी रहेगी.’ एसईए के अनुसार, भारत की खाद्य तेलों के आयात पर निर्भरता लगभग 2.2-2.25 करोड़ टन की कुल खपत का लगभग 65 प्रतिशत है. मांग और घरेलू आपूर्ति के बीच की खाई को पाटने के लिए भारत 1.3-1.5 करोड़ टन खाद्य तेल का आयात करता है. पिछले दो विपणन वर्षों (नवंबर से अक्टूबर) के दौरान महामारी के कारण, आयात घटकर लगभग 1.3 करोड़ टन रह गया है. एसईए ने पिछले महीने कहा था, ‘‘वर्ष 2019-20 में आयात घटकर लगभग 71,600 करोड़ रुपये या 1.32 करोड़ टन तक नीचे चला गया था. वर्ष 2020-21 में भारत ने समान मात्रा में खाद्य तेलों का आयात किया, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमतें बढ़ने के कारण आयात खर्च 63 प्रतिशत बढ़कर 1.17 लाख करोड़ रुपये के उच्चस्तर पर जा पहुंचा.’’",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/tamil-nadu-gas-leak-in-a-factory-factory-owner-dies-13-others-hospitalized-5134732/,"तमिलनाडु की गैस फैक्ट्री में रिसाव, फैक्ट्री मालिक की मौत, 13 अन्य अस्पताल में भर्ती","इरोड (तमिलनाडु): तरल क्लोरीन की एक फैक्ट्री में गैस रिसाव के बाद एक व्यक्ति की मौत हो गई और 13 अन्य को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस के अनुसार, जिले में चितोड के पास क्लोरीन की फैक्ट्री चलाने वाला दामोदरन (43) सिलेंडर को भरते समय हुए गैस रिसाव के कारण गिरकर बेहोश गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई.Also Read - Srinagar Terrorist Attack UPDATE: आतंकी हमले में घायल 14 पुलिसकर्मियों में से एक ASI और एक कॉन्‍स्‍टेबल शहीद पुलिस ने कहा कि फैक्ट्री के 20 में से 13 श्रमिक रिसाव के कारण निकली गैस से बेहोश हो गए. इसके बाद अन्य कर्मचारी मौके पर बचाव के लिए गए और पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने दमकल एवं राहत सेवा को सूचना दी. दमकलकर्मियों ने सिलेंडर से लीकेज को बंद कर दिया. Also Read - Corona Virus Updates: लगातार 49 दिन से कोरोना के मामले 20 हज़ार से कम, अब ये है स्थिति पुलिस ने कहा कि पीड़ित सभी श्रमिकों को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें खतरे से बाहर घोषित कर दिया. Also Read - Chhattisgarh News: रायपुर स्टेशन पर खड़ी स्पेशल ट्रेन में अचानक हुआ ब्लास्ट, 6 जवान घायल, एक की हालत गंभीर",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/rajasthan/jaipur-kuldeep-singh-cremated-who-lost-his-life-with-cds-bipin-rawat-in-chopper-crash-5134672/,"CDS Bipin Rawat के साथ जान गंवाने वाले कुलदीप सिंह का अंतिम संस्कार हुआ, रोये लोग","जयपुर: कुन्नूर हेलिकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह (Kuldeep Singh) की पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव घरड़ाना खुर्द में अंतिम संस्कार किया गया. बड़ी संख्या में लोगों ने नम आंखों से जांबाज कुलदीप सिंह सिंह को अंतिम विदाई दी. इस दुर्घटना में जान गंवाने वाले कुलदीप सिंह के पार्थिव शरीर को शनिवार सुबह दिल्ली से विशेष विमान से झुंझुनू हवाई अड्डे पर पहुंचा गया. यहां जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की. कुलदीप सिंह CDS Bipin Rawat के साथ उसी हेलिकॉप्टर में सवार थे.Also Read - Tamil Nadu chopper crash: अपने खेत की मिट्टी में मिले सेना के जांबाज तेजा, तिरंगे से लेकर लिपटकर रोया परिवार कुलदीप सिंह का पार्थिव शरीर को भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) के फूलों से सजे एक ट्रक में पैतृक गांव घरडाना खुर्द ले जाया गया. वहां हजारों की संख्या में मौजूदा ग्रामीणों ने नम आंखों से कुलदीप को अंतिम विदाई दी. पूरे सैनिक सम्मान से स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह को अंतिम विदाई दी गई. इस समय बार बार ‘वंदे मातरम’, ‘भारत माता की जय’ व ‘कुलदीप अमर रहे’ की नारे गूंजते रहे. Also Read - CDS Bipin Rawat ने हादसे के एक दिन पहले दिया थे ये संदेश, Video Viral Rajasthan: A large number of people throngs Ghardana Khurd village in Jhunjhunu to pay their last respects to Squadron Leader Kuldeep Singh who lost his life in the #TamilNaduChopperCrash pic.twitter.com/bb78edhYqv — ANI (@ANI) December 11, 2021 इस अवसर पर राज्य सरकार की ओर से सैनिक कल्याण मंत्री राजेंद्र गुढा, सांसद नरेंद्र कुमार, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे. उल्लेखनीय है कि बुधवार को इस दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और सशस्त्र बलों के 11 कर्मियों की मौत हो गई. दुर्घटना में जान गंवाने वाले सैन्य कर्मियों में राजस्थान के स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह और लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह भी शामिल थे.",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/rapidly-increasing-covid-infection-in-27-districts-center-warns-states-5134686/,"फिर लगेगा लॉकडाउन! 27 जिलों में तेजी से बढ़ रहा कोविड संक्रमण, केंद्र ने राज्यों को चेताया","Coronavirus in India केंद्र सरकार ने राज्यों को बताया कि पिछले दो हफ्तों में 27 जिलों ने कोविड-19 की पॉजिटिविटी रेट में वृद्धि दर्ज की है और उन पर कड़ी नजर रखी जा रही है. केंद्र ने स्पष्ट किया कि महामारी के खिलाफ लड़ाई में देश गंभीर रूप से एकजुट खड़ा है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों को लिखे अपने पत्र में खासतौर पर 27 जिलों में कोविड के प्रकोप को लेकर चेताया है. कोविड संक्रमण एक बार फिर से बेकाबू हो रहा है. आलम यह है कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 27 जिलों में पिछले दो सप्ताह में संक्रमण दर में उछाल देखने को मिला है. पत्र में कहा गया है कि कई जिले तो ऐसे हैं, जहां पर संक्रमण दर 10 प्रतिशत से भी ऊपर पहुंच गई है, वहीं अन्य जिलों में यह पांच से दस प्रतिशत के बीच है.Also Read - PM Modi's Photo On Covid Vaccine Certificate: आप प्रधानमंत्री से शर्मिंदा क्यों हैं? कोर्ट ने याचिकाकर्ता से पूछा प्रश्न पत्र में अधिक संक्रमण दर वाले 27 जिलों पर नजर बनाए रखने को कहा गया है. इस पत्र में केंद्र की ओर से कई दिशा निर्देश दिए गए हैं. पत्र में कहा गया है, “सात राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) के 19 जिलों में पिछले दो हफ्तों में 5 प्रतिशत से 10 प्रतिशत के बीच पॉजिटिविटी रेट दर्ज की गई है. इस प्रकार, इन 27 जिलों पर कड़ी निगरानी रखने की आवश्यकता है.” पत्र के अनुसार, सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, जिला स्तर के उपायों के साथ स्थिति पर कड़ी नजर रखना अनिवार्य है. पत्र में कहा गया है कि किसी भी जिले में कोविड के मामलों में वृद्धि या पॉजिटिविटी रेट में वृद्धि दर्ज किए जाने के बाद स्थानीय स्तर पर नियंत्रण शुरू किया जाना चाहिए. Also Read - Omicron In India: भारत में भी तेजी से फैल रहा है ओमिक्रॉन, जानिए किस राज्य में अबतक मिले कितने मरीज पत्र में कहा गया है कि जिन जिलों में संक्रमण दर बेकाबू हो रही है, उन इलाकों को चयनित कर वहां पर कोविड से बचाव के लिए कड़े कदम उठाने की आवश्कता है. जरूरत पड़ने पर रात्रि कर्फ्यू, लोगों के इकट्ठा होने पर रोक, शादी या अन्य समारोह में भीड़ पर पाबंदी लगाने को भी कहा गया है. इसके अलावा राज्यों को आरटी पीसीआर जांच बढ़ाने पर ध्यान देने को कहा गया है. विदेश से आने वालों की निगरानी में कोई लापरवाही नहीं बरतने की हिदायत दी गई है. संक्रमित मरीजों व उनके संपर्क में आने वालों की जांच व निगरानी करने को कहा गया है. इसके साथ ही राज्यों को कोविड सतर्कता नियमों का सख्ती से पालन कराने के निर्देश जारी करने को कहा गया है. Also Read - Covid-19: Omicron के खतरे के बीच पिछले 24 घंटे में 7350 नए कोरोना संक्रमित, 202 लोगों की मौत (इनपुट आईएएनएस)",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/lockdown-in-india-coronavirus-third-wave-central-government-writes-letter-to-10-states-and-threats-control-covid-positive-cases-5134406/,"Lockdown In India? कोरोना को लेकर केंद्र सरकार ने 10 राज्यों को चिट्ठी लिखकर दी ये चेतावनी, जानिए","Lockdown In India? कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने एक तरफ केंद्र सरकार की चिंता बढ़ा दी है तो वहीहं बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों को लेकर केंद्र सरकार अब पूरी तरह से अलर्ट मोड में है. नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की बढ़ती दहशत के बीच राज्य सरकारों को लगातार चेतावनी दी जा रही है. तो वहीं इस बीच कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्र सरकार की तरफ से लिखी गई चिट्ठी में 10 राज्यों के 27 जिलों में बढ़ते कोरोना केसेज पर चिंता जताई गई है. इस चिट्ठी में केंद्र सरकार ने राज्यों से अपने यहां हालात पर नियंत्रण रखने और एहतियात बरतने की बात कही जा रही है.Also Read - डेल्टा से भी चार गुना ज्यादा तेजी से फैलता है Omicron? जानिए कितना है खतरनाक, क्या कहती है स्टडी.. केंद्र सरकार ने कहा-उठाएं जाएं सभी जरूरी कदम केंद्र सरकार की तरफ से जारी किए गए इस पत्र में कहा गया है कि कोरोना को नियंत्रित करने के लिए कौन से कदम उठाए जाने की जरूरत है. इसके तहत चिन्हित इलाकों में कंटेनमेंट जोन बनाने की ताकीद की गई है और साथ ही कोविड क्लस्टर, नाइट कर्फ्यू के साथ-साथ अधिक संख्या में एक जगह लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगाने के लिए भी कहा गया है. इसके साथ ही शादी समारोहों और अंतिम संस्कार के वक्त लोगों की संख्या तय करने संबंधी दिशानिर्देश देने की बात भी पत्र में कही गई है. Also Read - Omicron In India: अब मात्र 2 घंटे में हो जाएगी ओमिक्रॉन की पहचान, ICMR ने तैयार की है खास किट, जानिए Union Health Secretary Rajesh Bhushan writes to Chief Secretaries/Administrators of all states/UTs that 27 districts in 10 states/UTs, which have been reporting high #COVID positive rates in the past 2 weeks, need to be monitored very closely. pic.twitter.com/lG12dWEgqI Also Read - Jharkhand News: हाईकोर्ट ने लगाई कड़ी फटकार-जब ओमिक्रॉन हाहाकार मचाकर चला जाएगा, तब जगेंगे क्या — ANI (@ANI) December 11, 2021 केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने लिखा खत- कोरोना की मॉनीटरिंग करते रहें केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने 10 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को ये चिट्ठी लिखी है, जिसमें राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के सचिव और प्रशासनिक अफसरों से उनके यहां बढ़ते कोरोना केसेज के बारे में चेतावनी दी गई है. कहा गया है कि इन 10 राज्यों के 27 जिलों में पिछले दो हफ्ते के अंदर कोरोना के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है, इसे लेकर केंद्र सरकार ने राज्यों से इनकी सख्ती से मॉनीटरिंग किए जाने की जरूरत बताई है. राज्यों को दी गई है निगरानी की चेतावनी केंद्र सरकार की तरफ से जो लिस्ट जारी की गई है, वह दो हिस्सों में है, जिसके पहले हिस्से में उन जिलों को शामिल किया गया है जहां पॉजिटिविटी रेट 10 परसेंट से ज्यादा है. इसमें तीन राज्यों के कुल आठ जिले शामिल हैं. इन राज्यों के नाम हैं मिजोरम, केरल और सिक्किम. वहीं केरल, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, पुडुचेरी, मणिपुर, पश्चिम बंगाल और नागालैंड के अन्य जिले शामिल हैं, जहां पॉजिटिविटी रेट 5 से 10 फीसदी के बीच है.",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/uttar-pradesh/pm-modi-live-in-up-inaugrates-saryu-nahar-rashtriya-pariyojana-comments-sp-chief-akhilesh-yadav-5134351/,"PM Modi LIVE In UP: पीएम मोदी ने सरयू नहर परियोजना का किया लोकार्पण, सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर कसा तंज","PM Modi LIVE In UP: उत्तर प्रदेश में सरयू नहर परियोजना का सपना आखिरकार 43 साल बाद साकार हो रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यूपी के बलरामपुर में आयोजित कार्यक्रम में सरयू नहर परियोजना का लोकार्पण किया. करीब 808 किमी लंबी इस नहर योजना से गोंडा, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती समेत नौ जिलों के किसानों को लाभ होगा. परियोजना का लोकार्पण करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि इस परियोजना से किसानों के खेतों की प्यास बुझेगी और हमारी संस्कृति में कहा भी जाता है कि अगर किसी प्यासे को पानी पिला दिया तो बड़ा पुण्य होता है. यह परियोजना किसानों की बड़ी जरूरत को पूरा करेगी. यह दिखाता है कि अगर सरकार की सोच ईमानदार हो तो काम दमदार होता है.Also Read - UP: 9800 करोड़ की सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना, लाखों किसानों की ऐसी बदलेगी किस्‍मत Prime Minister Narendra Modi inaugurates the Saryu Nahar National Project in Balrampur. pic.twitter.com/zD3bFteTtT — ANI UP (@ANINewsUP) December 11, 2021 Also Read - PM मोदी यूपी के बलरामपुर में आज सरयू नहर राष्ट्रीय प्रोजेक्‍ट का उद्घाटन करेंगे, 29 लाख किसानों को होगा फायदा इस मौके पर पीएम मोदी ने आठ दिसंबर को तमिलनाडु में सेना के हेलिकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए सीडीएस बिपिन रावत सहित सभी शहीदों को याद कर शोक व्यक्त किया. Also Read - PM Modi का UP दौरा, बलरामपुर में ‘सरयू नहर’ परियोजना का करेंगे उद्घाटन पीएम मोदी ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर साधा निशाना.. पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा कि जब मैं दिल्ली से आ रहा था तो सोच रहा था कि अभी कोई कहेगा कि इसका फीता तो उसने ही काट दिया था. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि हो सकता है कि उन्होंने बचपन में ही इस परियोजना का फीता काट दिया हो… तो मैं उनसे कहना चाहूंगा कि उनका काम फीता काटना है और हमारा परियोजनाओं को पूरा करना है. यह डबल इंजन की सरकार का कमाल है. पांच दशक से ज्यादा काम पांच साल में हो गया है. पीएम ने कहा-दुखद है, 100 गुना बढ़ गई परियोजना की लागत पीएम मोदी ने कहा कि यह बेहद दुखद है कि देश के धन, समय और संसाधनों का दुरुपयोग होता रहा है. 50 साल पहले शुरू हुई इस योजना की लागत 100 करोड़ रुपये थी पर आज इसे पूरा होने तक 10 हजार करोड़ की लागत हो गई है. ये व्यर्थ हुआ धन और समय जनता का है. पहले की सरकारों की लापरवाही के कारण इस परियोजना की लागत 100 गुना ज्यादा बढ़ गई है. ‘महिलाओं के लिए काम कर रही सरकार’ पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार महिलाओं के लिए काम कर रही है. यही कारण है कि पीएम आवास योजना के तहत दिये जाने वाले घर महिलाओं के नाम पर दिए गए हैं. उनके लिए शौचालय बनाए, घरों में बिजली कनेक्शन दिया और रसोई गैस दी. सीएम योगी ने कहा-किसानों की सिंचाई की समस्या होगी दूर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरयू नहर परियोजना को 1972 में मंजूरी मिली थी तब से ये परियोजना पूरी नहीं हो पाई। कारण था, तत्कालीन सरकार, चाहे वो कांग्रेस, सपा या बसपा की रही हो, लेकिन किसी ने रुचि नहीं ली. नतीजा 40 वर्ष में परियोजना आधी भी पूरी नहीं हो पाई थी पर केंद्र व प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद परियोजना पूरी हो गई. मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जिन क्षेत्रों ने कभी सपना भी नहीं देखा था कि उन्हें सिंचाई के लिए पानी मिलेगा. ऐसे क्षेत्रों में आज सरयू नहर परियोजना के माध्यम से किसानों को एक ऐतिहासिक सौगात मिली है. प्रदेश के लाखों किसानों के सपने आज सच हुए हैं.",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/delhi/delhi-weather-report-last-night-was-the-coldest-in-delhi-cold-increase-in-next-two-days-latest-update-5134214/,"Delhi Weather Report: दिल्ली में दो दिन के बाद पड़ने लगेगी कड़ाके की ठंड, कल थी साल की सबसे सर्द रात","Delhi Weather Report: दिल्ली में मौसम अब तेजी से बदलने लगा है और ठंड का मौसम जोर पकड़ने लगा है. शुक्रवार की रात इस सीजन की सबसे ठंडी रात रही. मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार की रात में तापमान 8.3 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया और ठंडी हवाओं की वजह से रात काफी सर्द रही. मौसम विभाग के अनुसार, अभी दो-तीन दिन दिल्ली और आसपास के इलाकों में मौसम ऐसा ही रहेगा. इस दौरान हल्‍का कोहरा छाया रहेगा, वहीं 16 दिसंबर से दिन के वक्‍त तेज हवाएं चलने का अनुमान है और ठंड के और बढ़ने के आसार हैं.Also Read - Delhi-NCR Weather: आज से दिल्ली में छाया रहेगा कोहरा, चलेंगी बर्फीली हवाएं, प्रदूषण में भी आएगी कमी मौसम विभाग के मुताबिक एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ 13 दिसंबर की रात से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करने की संभावना है, जिसकी वजह से 13 से 15 दिसंबर के दौरान जम्मू-कश्मीर-लद्दाख-गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद और 14 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश में कहीं-कहीं छिटपुट वर्षा/बर्फबारी होने की संभावना है. Also Read - Weather Report: बर्फबारी ने बढ़ाई ठंड और पहाड़ों की खूबसूरती, दिल्ली पर अब भी लगा है 'खराब श्रेणी' के प्रदूषण का दाग विभाग के मुताबिक अगले 4-5 दिनों के दौरान दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल में अलग-अलग स्थानों पर हल्की/मध्यम वर्षा की गतिविधि की संभावना है. अगले 2-3 दिनों के दौरान सुबह के समय उत्तर पश्चिम भारत और ओडिशा के कुछ हिस्सों में अलग-अलग हिस्सों में हल्का से मध्यम कोहरा होने की संभावना है. Also Read - Weather Report: कश्मीर-हिमाचल में बर्फबारी, खिले सैलानियों के चेहरे, दिल्ली सहित मैदानी राज्यों में भी बारिश | Watch Video Last night was the coldest in Delhi with the temperature plummeting to 8.3 degrees Celsius. It was the coldest night of this season till now: IMD (India Meteorological Department) pic.twitter.com/yluJAS0WSS — ANI (@ANI) December 11, 2021 दिसंबर के पहले सप्ताह में तो ठंड कम थी लेकिन अब दिल्ली में धीरे-धीरे सर्दी बढ़ रही है. प्रदेश में अब सुबह और शाम के वक्त के गर्म कपड़ों के बाहर निकलना मुश्किल है. सुबह में घर से निकलने वाले मॉर्निंग वॉकर्स भी खुद को पूरी तरह ढक कर सैर कर रहे हैं. शाम के बाद सड़क किनारे लोग आग जलाकर भी ठंड से बचने की कोशिश में दिखते हैं. मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों में वातावरण में कोहरे का असर देखा जा सकता है.",-1 https://www.dw.com,https://www.dw.com/hi/gujarat-acknowledges-more-covid-19-deaths-than-official-tally/a-60111933,गुजरात में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़ी,"गुजरात में कोरोना से मरे थे करीब 10,000 और लोग गुजरात सरकार ने अब जाकर माना है कि राज्य में कोरोना से मरने वालों की जितनी गिनती की गई थी, असली संख्या उससे करीब 10,000 ज्यादा है. सरकार ने यह जानकारी सुप्रीम कोर्ट में दी. गुजरात के आधिकारिक हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक राज्य में कोरोना से 10,099 लोगों की मौत हुई थी, लेकिन राज्य सरकार ने सोमवार, 13 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि उसे मुआवजे के लिए 22,557 आवेदन मिले हैं. यह सभी आवेदन कोविड से मरने वालों के निकट संबंधियों के हैं. सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि इनमें से 16,175 आवेदनों को स्वीकार भी कर लिया गया है. गुजरात सरकार के यह मान लेने से ये आशंकाएं बढ़ गई हैं कि देश में जितनी मौतों की जानकारी दी गई थी असली आंकड़ा उससे कहीं ज्यादा है. असलियत कुछ और कई मीडिया संगठन शवदाह गृहों और श्मशान घाटों से मिली जानकारी के आधार पर दावा कर चुके हैं कि गुजरात समेत कई राज्यों ने अप्रैल से जून के बीच आई दूसरी लहर के दौरान मरने वालों का सही आंकड़ा नहीं दिया है. गुजरात के महुवा में मई में आए तूफान में फंसा ऑक्सीजन सिलिंडर ले जाता एक ट्रक अस्पतालों में बिस्तरों और ऑक्सीजन की भारी कमी की वजह से कई लोगों की घर पर ही मृत्यु हो गई और संभव है कि ये मौतें आधिकारिक आंकड़ों में शामिल ना हो पाई हों. इस मामले से संबंधित सीधी जानकारी रखने वाले गुजरात सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि इन आवेदनों की संख्या अब बढ़कर 40,000 से ज्यादा हो गई है. उन्होंने यह भी बताया कि करीब आधे आवेदनों को स्वीकार भी कर लिया है. राज्य सरकार की कोविड मुआवजा नीति के तहत इन सभी परिवारों को 50,000 रुपए दिए जाएंगे. भारत में अभी तक कोविड से मरने वालों की संख्या कुल 4,75,636 दर्ज की गई है. अदालत के दबाव में इनमें कई राज्यों द्वारा दोबारा जांच कर दिए हुए आंकड़े भी शामिल हैं. आपदा असल में कितनी बड़ी थी इसका पता लगाने के लिए अदालतों ने कई राज्यों को दोबारा जांच के आदेश दिए हैं. अहमदाबाद में अस्पताल में भर्ती होने का इंतजार करता ऑटो में बैठा एक मरीज मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने कहा है कि उसका मानना है कि असली संख्या इससे भी ज्यादा है. गुजरात कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मनीष दोषी कहते हैं, ""हम शुरू से कह रहे हैं कि गुजरात सरकार कोविड-19 के मामले और मौतों को कम कर के बता रही है."" दोषी ने यह भी बताया कि पार्टी के अपने सर्वेक्षणों में मरने वालों की संख्या कम से कम 55,000 पाई गई है. मुआवजा गुजरात का राजस्व मंत्रालय दे रहा है. राजस्व मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी ने टिप्पणी के लिए किए गए अनुरोध का जवाब नहीं दिया. सीके/एए (रॉयटर्स) कहीं मदद, कहीं मुनाफाखोरी: त्रासदी के दो चेहरे हाहाकार कोरोना की ताजा लहर ने पूरे देश पर कहर बरपा दिया है. रोजाना संक्रमण के 3,00,000 से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं और रोज 3,000 से ज्यादा कोविड मरीजों की मौत हो जा रही है. दवाओं, अस्पतालों में बिस्तर और यहां तक कि ऑक्सीजन की भी भारी कमी हो गई है. अस्पतालों में भर्ती मरीज कोविड-19 से तो मर ही रहे थे, अब वो ऑक्सीजन की कमी से भी मर रहे हैं. कोरोना: भारत में कम हो रहे मामले, साथ ही गिर रहा मास्क का उपयोग भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों में रोजाना गिरावट आ रही है, लेकिन साथ ही मास्क के उपयोग में भी कमी देखी जा रही है. जानकार कह रहे हैं कि यह चिंताजनक है और कभी भी स्थिति को बदल सकता है. ओमिक्रॉन पर कम प्रभावी है टीका: वैक्सीन निर्माता कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में अन्य वायरस के मुकाबले काफी म्यूटेशन हो चुका है, जिससे इसके खिलाफ अभी मौजूद वैक्सीन का प्रभाव कम होने का डर जताया जा रहा है. महामारी को लेकर 2022 से क्या उम्मीद कर सकते हैं? संभव है कि अगले साल कोरोना वायरस महामारी कमजोर हो कर एक स्थानिक रोग बन जाए लेकिन अगर टीका मिलने में मौजूदा असमानताएं जारी रहीं और नए वेरिएंट आते रहे तो हालात कैसे होंगे? कोविड: क्या दो अलग-अलग वैक्सीन लेना ज्यादा कारगर साबित होगा? विभिन्न अध्ययनों से पता चला है कि एक ही टीके की दो खुराक लेने की जगह दो अलग-अलग टीकों की खुराक लेने से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली बेहतर होती है. साथ ही, एंटीबॉडी भी ज्यादा विकसित होते हैं. तारीख 14.12.2021",-1 https://www.dw.com,https://www.dw.com/hi/as-conflict-stalks-burkina-faso-borderlands-hunger-spreads/a-60111244,बुरकिना फासो: सीमावर्ती इलाकों में संघर्ष के साथ बढ़ रही भूख,"बुरकिना फासो: सीमावर्ती इलाकों में जैसे-जैसे संघर्ष बढ़ रहा है, भूख भी बढ़ रही है अनियमित वर्षा के कारण फसल की पैदावार प्रभावित हुई है और सहारा के किनारे के तीन देशों में लगभग 55 लाख लोग भोजन की कमी का सामना कर रहे हैं. उत्तरी बुरकिना फासो में नौ महीने की सकीनातौ अमादौ कुपोषण से उबर रही है. कंटेनर में बने अस्थायी क्लीनिक में नर्स उसका वजन एक तराजू से माप रही है. सकीनातौ की मां की मौत हो चुकी है और उसकी नानी अब उसका पालन-पोषण कर रही है. नाइजर सीमा के पास एक व्यापारिक केंद्र डोरी में रहने वाली सकीनातौ की नानी के परिवार में 14 सदस्य हैं. परिवार ने 2019 में अपने गांव से भाग जाने के बाद से खुद को जिंदा रखने के लिए काफी संघर्ष किया है. वे बुरकिना फासो, माली और नाइजर में 20 लाख से अधिक लोगों में से हैं जिन्हें इस्लामी समूहों द्वारा ग्रामीण समुदायों पर हमलों की एक लहर के कारण अपने घरों से भागने पर मजबूर होना पड़ा. देखिए-दुनिया में बढ़ रही है मानवीय मदद की जरूरत दुनिया में बढ़ रही है मानवीय मदद की जरूरत असहाय लोग मानवीय मामलों के संयोजन के लिए संयुक्त राष्ट्र की संस्था (ओसीएचए) का अनुमान है कि जहां 2021 में 25 करोड़ लोगों को मानवीय मदद या संरक्षण की जरूरत पड़ी, वहीं 2022 में ऐसे लोगों की संख्या बढ़ कर 27.4 करोड़ हो जाएगी. भोजन का संकट अनियमित वर्षा के कारण फसल की पैदावार प्रभावित हुई है और सहारा के किनारे के तीन देशों में लगभग 55 लाख लोग भोजन की कमी का सामना कर रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि अगस्त तक यह बढ़कर 82 लाख हो सकता है, जब फसल से पहले भोजन की उपलब्धता सबसे कम होती है. डोरी में स्वास्थ्य केंद्र चलाने वाले डॉक्टर अल्फोंस ग्नौमौ कहते हैं, ""लोगों ने जानवरों, खेतों और यहां तक की फसलों के नुकसान को सहा है. उन्होंने सब कुछ खो दिया है."" सकीनातौ के वजन में बढ़ोतरी में उन्होंने काफी मदद की है. हिंसा के कारण शहर का कभी चहल-पहल वाला पशुधन बाजार बंद हो चुका है. सड़क के किनारे एक झोपड़ी से सब्जियां और सूखे सामान बेचने वाली कदीदियातौ बा कहती हैं कि इलाके में भोजन का परिवहन खतरनाक है और कीमतें आसमान छू रही हैं. पिछले दो सालों में डोरी की आबादी तीन गुनी बढ़कर 71,000 हो गई है. विस्थापित लोगों की आमद से स्थानीय सेवाओं पर असर पड़ने का खतरा है. दूसरी ओर एक स्थानीय स्कूल में प्रत्येक डेस्क के पीछे तीन से चार बच्चे बैठ हुए हैं, जिसका उद्देश्य प्रत्येक छात्र को एक कटोरी चावल और बीन्स खिलाना है ताकि वे प्रति दिन कम से कम एक समय का भोजन कर सकें. एए/वीके (रॉयटर्स) गरीब कैश रखते हैं, अमीर धन अमीरों के पास कितना धन दुनिया के सिर्फ 10 प्रतिशत लोगों के पास 76 प्रतिशत धन है. इन दस प्रतिशत लोगों की कुल संपत्ति की कीमत है 2850 खरब यूरो. एक यूरो करीब 85 रुपये का है. तारीख 14.12.2021",-1 https://www.dw.com,https://www.dw.com/hi/in-hinduism-women-creating-spaces-for-their-own-leadership-by-deepti-hajela/a-60111339,"अमेरिका की पहली हिंदू पुजारन, सुषमा द्विवेदी","धर्म में नेतृत्व के लिए सक्रिय हो रही हैं हिंदू महिलाएं सुषमा द्विवेदी अमेरिका की पहली महिला हैं जिन्होंने शादी और अन्य अनुष्ठान कराने का काम शुरू किया है. वह समलैंगिकों से लेकर हर जाति, संप्रदाय, रंग, नस्ल आदि के लिए पूजा कराती हैं. सुषमा द्विवेदी ने शादियों में फेरे और अन्य धार्मिक अनुष्ठान करवाने के बारे में सोचना शुरू किया तो उन्हें पता था कि पहले उन्हें अपनी दादी से बात करनी पड़ेगी. अपनी दादी के साथ मिलकर उन्होंने सारे मंत्र आदि दोहराये जो विभिन्न अनुष्ठानों में दोहराए जाते हैं. और फिर उनमें से वे मंत्र खोजे जो द्विवेदी की सोच और लक्ष्य से मेल खाते थे. सुषमा द्विवेदी ऐसी पुरोहित बनने जा रही थीं जो किसी भी जाति, लिंग, नस्ल या यौन रुझान से ऊपर उठकर आशीर्वाद दे. सुषमा द्विवेदी की दादी भी पुरोहित नहीं हैं. भारत और भारत के बाहर भी शादियों या अन्य धार्मिक अनुष्ठानों में पूजा कराने का काम आमतौर पर पुरुष ही करते आए हैं. लेकिन दादी के पास ज्ञान का भंडार था जिसे वह अपनी पोती के साथ बांट सकती थीं. सुषमा द्विवेदी अमेरिका की पहली महिला पुजारी हैं जो समलैंगिकों समेत सभी की शादी आदि करवाती हैं. इस पहल के जरिए द्विवेदी हिंदू धर्म में हो रहे बड़े बदलाव का प्रतीक बन गई हैं. धर्म और उसकी परंपराओं का अध्ययन करने वाले कहते हैं कि भारत या विदेशों में भी महिला पुजारी अभी बहुत ज्यादा नहीं हैं लेकिन हिंदू धर्म में महिलाएं बढ़-चढ़कर नेतृत्व की भूमिका में आ रही हैं. ऐसा सामुदायिक गतिविधियों और सांगठनिक भूमिकाओं के अलावा अगली पीढ़ी को ज्ञान के संप्रेषण के जरिए हो रहा है. ज्ञान बांटने की परंपरा सुषमा द्विवेदी कहती हैं, ""हम दोनों बैठे और सारे ग्रंथों का अध्ययन किया. यही पौराणिक हिंदू व्यवस्था है कि आप अपना ज्ञान अगली पीढ़ी को देते हैं.” द्विवेदी को हिंदू धर्म का ज्ञान भी अपने दादा-दादी से ही मिला था जो खुद प्रवासी हैं. कनाडा में पली बढ़ी सुषमा के लिए वही हिंदू धर्म का स्रोत थे. उन्होंने मॉन्ट्रियल में हिंदू मंदिर बनवाने में अहम भूमिका निभाई. यह मंदिर द्विवेदी के बचपन का अहम केंद्र रहा. हिंदू धर्म में बहुत सारे दर्शन और विचार मानने वाले लोग हैं. नर और मादा के रूप में यहां दर्जनों देवता हैं जिनके मानने वाले एक दूसरे से एकदम अलग मत के हो सकते हैं. इसीलिए एक हिंदू की परंपराएं और मान्यताएं दूसरे हिंदू से एकदम अलग हो सकती हैं. यहां चर्च के रूप में कोई केंद्रीय मठ नहीं है जो सभी को संचालित करता हो. हर धर्म में है सिर ढंकने की परंपरा दस्तार भारत के पंजाब क्षेत्र में सिक्ख परिवारों में दस्तार पहनने का चलन है. यह पगड़ी के अंतर्गत आता है. भारत के पंजाब क्षेत्र में 15वीं शताब्दी से दस्तार पहनना शुरू हुआ. इसे सिक्ख पुरुष पहनते हैं, खासकर नारंगी रंग लोगों को बहुत भाता है. सिक्ख अपने सिर के बालों को नहीं कटवाते. और रोजाना अपने बाल झाड़ कर इसमें बांध लेते हैं. इसलिए भारत और आप्रवासी समुदाय में भी हिंदुओं के बीच नेतृत्व की भूमिकाएं बंटी हुई हैं. फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी में धर्म पढ़ाने वालीं प्रोफेसर वसुधा नारायण बताती हैं कि अलग-अलग मंदिरों के बोर्ड अलग-अलग होते हैं. अलग-अलग भूमिकाएं प्रोफेसर नारायण कहती हैं, ""मैं यह भी कहूंगी कि महिलाएं कई बार अलग-अलग तरीकों से अपने लिए जगह बनाती हैं.” मसलन हिंदू टेंपल सोसायटी ऑफ नॉर्थ अमेरिका की अध्यक्ष डॉ. उमा मैसोरकर हैं जो अमेरिका में सबसे पुराने मंदिरों का संचालन करती हैं. मैसोरकर एक डॉक्टर हैं और 1980 के दशक में वह मंदिर प्रबंधन से जुड़ीं. कई साल से वह इसके प्रबंधन में सक्रिय हैं और अलग-अलग कार्यक्रमों के जरिए समाज को सक्रिय रखती हैं. हालांकि शुरुआत में प्रबंधक बनना उनका लक्ष्य नहीं था. वह बताती हैं, ""मैं प्रेजिडेंट बनने के लिए सक्रिय नहीं हुई थी. लेकिन जब हालात ने मजबूर किया तो मैंने चुनौती स्वीकार की.” किस किस रूप में पूजा जाता है प्रकृति को अनार लाल अनार ना केवल पौष्टिक होता है, बल्कि धार्मिक रूप से पवित्र भी. इसे प्रेम, जीवन और उर्वरता का प्रतीक माना गया है. ईसाई धर्म में अक्सर अनार का जिक्र आता है. बौद्ध भी इसे पवित्र मानते हैं. ऐसा भी माना जाता है कि ग्रीस में देवी एफ्रोडाइट के लिए इसका पेड़ लगाया गया. मैसोरकर मानती हैं कि महिलाओं में ज्ञान को दूसरों तक पहुंचाने की क्षमता होती है, खासकर बच्चों में. और इसी गुण के कारण वह नेतृत्व की भूमिका में आ सकती हैं. वह कहती हैं, ""पुरातन समय से कितनी ही महिलाओं ने नेतृत्व किया है. और उनका योगदान एक मिसाल है. ऐसा नहीं है कि महिलाओं को पुजारी ही बनना पड़ेगा. उनमें ज्ञान के प्रसार की काबिलियत होनी चाहिए.” वीके/एए (एपी) तारीख 14.12.2021",-1 https://www.dw.com,https://www.dw.com/hi/number-of-school-admission-plummets-in-india/a-60111452,स्कूलों में घटता नामांकन बना चिंता का सबब,"भारत चिंता का सबब बना स्कूलों में घटता नामांकन बीते दस वर्षों के दौरान स्कूलों में नामांकन के आंकड़ों में करीब 33 लाख की गिरावट आई है. बच्चों के मामले में यह आंकड़ा और ज्यादा है. एक ताजा अध्ययन से यह बात सामने आई है. देश में वर्ष 2012-13 में शिक्षा के लिए एकीकृत जिला सूचना प्रणाली (यूडीआईएसई) शुरू की गई थी. उस साल स्कूल जाने वाले छात्र-छात्राओं की आबादी 25.48 करोड़ थी. वर्ष 2019-20 के दौरान यह घट कर 25 करोड़ पहुंच गई. फिलहाल उसके बाद के आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं. दिल्ली स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन प्लानिंग ऐंड एडमिनिस्ट्रेशन (एनआईईपीए) के पूर्व प्रोफेसर अरुण मेहता ने इस मुद्दे पर लंबे अध्ययन के बाद ""क्या भारत में स्कूल नामांकन में गिरावट चिंता का कारण है? … हाँ, यह है” शीर्षक अपने शोध पत्र में कहा है कि भारत में स्कूल जाने वालों की आबादी में गिरावट चिंता की वजह है. उनका कहना है कि बीते एक दशक से पहली से बारहवीं कक्षा तक हर स्तर पर स्कूल जाने वालों की तादाद लगातार कम हो रही है. नामांकन में गिरावट बाल आबादी में गिरावट से कहीं ज्यादा है. लेकिन केंद्र सरकार इस गिरावट की वजह का पता लगा कर उनको दूर करने के बजाय वर्ष 2018-19 के आंकड़ों का हवाला देते हुए स्थिति में सुधार के दावे कर रही है. उसी साल नामांकन में सबसे कम गिरावट दर्ज की गई थी. पीछे छूटे बच्चों को पढ़ाई का एक और मौका रिपोर्ट में कहा गया है कि बीते एक दशक के दौरान वर्ष 2015-16 में सबसे अधिक नामांकन देखा गया. उस साल यह 26.06 करोड़ तक पहुंच गया. वर्ष 2018-19 में यह सबसे कम 24.83 करोड़ हो गया. सरकार फिलहाल इस बात का पता लगा रही है कि वर्ष 2018-19 की तुलना में 2019-20 में कुल नामांकन में 2.6 लाख की वृद्धि कैसे हुई. उस वर्ष यूडीआईएसई द्वारा कवर किए गए स्कूलों की संख्या में 43,292 की कमी के बावजूद वर्ष 2019-20 में नामांकन में 2018-19 की तुलना में वृद्धि दर्ज की गई. मेहता का कहना है कि बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश जैसे कुछ राज्यों में एक साल भारी नामांकन में भारी गिरावट के बाद अगले शिक्षण सत्र में तेजी से वृद्धि से नामांकन के आंकड़ों की विश्वसनीयता और गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े होते हैं. उन्होंने नामांकन के आंकड़ों की गुणवत्ता सुधारने पर जोर दिया है ताकि सही तस्वीर सामने आ सके. सरकारी रिपोर्ट कुछ समय पहले एक सरकारी रिपोर्ट में भी स्वीकार किया गया था कि प्राथमिक कक्षाओं के बाद बच्चों का नामांकन धीरे धीरे कम होता जाता है. छठी से आठवीं कक्षा में सकल नामांकन अनुपात जहां 91 फीसदी है, वहीं नौवीं व दसवीं में यह महज 79.3 फीसदी. 11वीं और 12वीं कक्षा के मामले में यह आंकड़ा 56.5 फीसदी है. इससे साफ है कि पांचवीं और खासकर आठवीं कक्षा के बाद काफी तादाद में बच्चे पढ़ाई बीच में ही छोड़ देते हैं. पढ़ाई बीच में छोड़ देने वाले बच्चों की तादाद देश में दो करोड़ से ज्यादा है. अब नई शिक्षा नीति के तहत सरकार ने उनको दोबारा स्कूल पहुंचाने की बात कही है. केंद्र ने वर्ष 2030 तक प्री-स्कूल से लेकर सेकेंडरी स्तर में सौ फीसदी सकल नामांकन अनुपात हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है. शिक्षा नीति में कहा गया है कि प्री-स्कूल से लेकर बारहवीं तक के सभी बच्चों को समग्र शिक्षा मुहैया कराने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत प्रयास किए जाएंगे. अपनी शादी रुकवाई और सपने सच किए इसमें ड्रॉप आउट बच्चों को वापस स्कूल पहुंचाने और बच्चों को पढ़ाई बीच में छोड़ने से रोकने के मकसद से दो महत्वपूर्ण कदम उठाने की बात कही गई है. पहला है स्कूलों में पर्याप्त बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराना और दूसरा सरकारी स्कूलों की विश्वसनीयता फिर से बहाल करना. वैसे, हाल में खासकर कोरोना महामारी के दौरान सरकारी स्कूलों में नामांकन कुछ बढ़ा है. लेकिन शिक्षाशास्त्री कोरोना की वजह से अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाली मार और बेरोजगारी को इसकी प्रमुख वजह बताते हैं. घटते नामांकन की वजह आखिर नामांकन में गिरावट की वजह क्या है? शिक्षाशास्त्रियों का कहना है कि निजी स्कूलों की फीस लगातार बढ़ रही है. यह निम्न मध्यवर्ग की क्षमता से बाहर हो गई है. दूसरी ओर सरकारी स्कूलों में आधारभूत ढांचे और संबंधित विषयों के शिक्षकों की कमी से छात्रों में पढ़ाई के प्रति दिलचस्पी खत्म हो रही है. शिक्षाविद प्रोफेसर अजित कुमार सरकार कहते हैं, ""कई छात्र तो मिड डे मील और दूसरी सरकारी योजनाओं के लालच में स्कूल पहुंचते हैं. लेकिन अब कई स्कूलों में ऐसी योजनाएं भी बंद हो गई हैं.” एक स्कूल के पूर्व प्रिंसिपल देवाशीष दत्त कहते हैं, ""सरकार भी इन स्कूलों में न तो खाली पदों को भरने में दिलचस्पी लेती है और न ही आधारभूत ढांचा मुहैया कराने में. उधर, निजी स्कूलों की महंगी फीस और दूसरे खर्च उठाना सबके बस की बात नहीं है. कोरोना महामारी के दौरान के आंकड़े तो और भी गंभीर होंगे. इस दौरान नौकरियां छिनने के कारण स्कूलों की फीस नहीं भर पाने की वजह से भारी तादाद में स्कूलों से बच्चों के नाम कट गए हैं और नए छात्रों का दाखिला नहीं हो सका है.” असली जिंदगी का नायकः सड़क को बनाया स्कूल असल जीवन का नायक लॉकडाउन के कारण स्कूल बंद हो गए तो दीप नायारण नायक को अपने छात्रों के पीछे छूट जाने की चिंता हुई. उन्होंने बच्चों तक पहुंचने का तरीका निकाला. उन्होंने गलियों की दीवारों को रंगकर बोर्ड बना दिया और वहीं क्लास लेने लगे. शिक्षाशास्त्रियों का कहना है कि सरकारी स्कूलों में फीस कम होने की वजह से नामांकन की दर जरूर बढ़ी है. लेकिन इन स्कूलों में ज्यादातर शिक्षक पठन-पाठन की बजाय निजी कामकाज, निजी ट्यूशन और राजनीति में रुचि लेते हैं. नतीजतन कुछ समय बाद ही पढ़ाई-लिखाई से छात्रों का मोहभंग होने लगता है. देवाशीष दत्त कहते हैं, ""खासकर ग्रामीण इलाकों में तो अपनी कमजोर आर्थिक स्थिति की वजह से लोग बच्चों को थोड़ा-बहुत पढ़ाने के बाद रोजगार में लगा देते हैं. यही वजह है कि देश में बाल मजदूरी अब तक खत्म नहीं हो सकी है.” उनका कहना है कि नामांकन दर में गिरावट में अंकुश लगाने के लिए सरकार को ठोस योजना के साथ आगे बढ़ना होगा. इसके लिए सामाजिक संगठनों के साथ जागरूकता अभियान चलाना भी जरूरी है ताकि शिक्षा की अहमियत बताई जा सके. लेकिन उससे पहले सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर और आधारभूत ढांचा दुरुस्त करना सबसे जरूरी है. तारीख 14.12.2021 रिपोर्ट प्रभाकर मणि तिवारी",-1 https://www.dw.com,https://www.dw.com/hi/masks-come-off-rallies-begin-as-indias-covid-19-patient-load-falls/a-60103335,कोरोना: भारत में गिर रहा है मास्क का उपयोग,"भारत कोरोना: भारत में कम हो रहे मामले, साथ ही गिर रहा मास्क का उपयोग भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों में रोजाना गिरावट आ रही है, लेकिन साथ ही मास्क के उपयोग में भी कमी देखी जा रही है. जानकार कह रहे हैं कि यह चिंताजनक है और कभी भी स्थिति को बदल सकता है. सोमवार को भारत में संक्रमण के 7,350 नए मामले सामने आए और कुल सक्रिय मामलों की संख्या 91,456 हो गई. यह 18 महीनों में सक्रिय मामलों की सबसे कम संख्या है. लेकिन जहां एक तरफ संक्रमण के मामले गिर रहे हैं वहीं मास्क पहनने में आई तेज गिरावट को लेकर चिंताएं उठ रही हैं. साथ ही दुनिया भर में तेजी से फैल रहे वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमण के मामले भारत में भी बढ़ते जा रहे हैं. एक बार फिर कई राज्यों में चुनाव आने वाले हैं और राजनीतिक रैलियों में लोगों को बिना मास्क पहने या मास्क को अपनी ठोढ़ी पर पहने एक दूसरे के पास खड़े या बैठे देखा जा सकता है. अप्रैल 2021 में भी ऐसा ही कुछ हुआ था जिसके बाद डेल्टा वेरिएंट ने भारत में तबाही मचा दी थी. हालांकि उस समय के बाद अब मामले काफी कम हो चुके हैं, लेकिन ओमिक्रॉन से संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. भारत में टीकाकरण की रफ्तार अभी भी धीमी ही है अभी तक पूरे देश में इसके कम से कम 36 मामलों की पुष्टि हो चुकी है. इसके अलावा पिछले दो हफ्तों में वायरस के जितने सीक्वेंस की जेनोमिक जांच की गई है उनमें से तीन प्रतिशत नए वेरिएंट के ही पाए गए हैं. बाकी सब सीक्वेंस डेल्टा वेरिएंट के निकले. एक यूनिवर्सल वैक्सीन स्वास्थ्य एजेंसियां लोगों को लगातार मुंह ढकने के लिए कह रही हैं. नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने हाल ही में एक समाचार वार्ता में कहा, ""मास्क के इस्तेमाल का गिरता हुआ ग्राफ हमें महंगा पड़ सकता है. मास्क एक यूनिवर्सल वैक्सीन है, यह हर वेरिएंट पर असर करती है."" इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन के डाटा के मुताबिक सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने के स्तर में गिरावट आई है और यह मार्च में देखे गए स्तर तक पहुंच गया है. अनुमान है कि इस समय मास्क सिर्फ 59 प्रतिशत लोग पहन रहे हैं, जो कि लगभग मार्च के स्तर जितना ही है. दूसरी लहर के बाद मास्क का इस्तेमाल बढ़ गया था. मई में यह 81 प्रतिशत तक पहुंच गया था. सीके/एए (रॉयटर्स) ऐसा दिखता है कोरोना वायरस यह है कोविड-19 महामारी को फैलाने वाले एसआरएस-सीओवी-2 की असली तस्वीर. इसके हर कण का व्यास करीब 80 नैनोमीटर होता है. हर कण में वायरस के जेनेटिक कोड यानी आरएनए की एक गेंद होती है. उसकी रक्षा करता है एक स्पाइक प्रोटीन यानी बाहर की तरफ निकले हुए मुकुट जैसे उभार जिनकी वजह से वायरस को यह नाम मिला. यह कोरोना वायरस परिवार का एक हिस्सा है, जिसके और भी सदस्य हैं.",-1 https://www.dw.com,https://www.dw.com/hi/vienna-exhibition-tests-ethics-of-displaying-human-remains/a-60101849,मानव अवशेषों का प्रदर्शन होना चाहिए या नहीं?,"मानव अवशेषों के प्रदर्शन को लेकर छिड़ी बहस एक सूजे हुए कलेजे या एक विकलांग कंकाल जैसे मानव अवशेषों को संग्रहालयों में लगाया जाना चाहिए या नहीं? ऑस्ट्रिया में एक संग्रहालय में दिखाई जा रही चीजों को लेकर ऐसे ही सवाल खड़े हो गए हैं. ऑस्ट्रिया की राजधानी विएना के प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय में कई सालों से कई चिकित्सा संबंधी मानव अवशेष रखे हुए हैं. हाल ही में नवीनीकरण के दौरान संग्राहलय के क्यूरेटरों के सामने यह प्रश्न उठ खड़ा हुआ कि इस तरह के अवशेषों का आखिरकार प्रदर्शन कैसे किया जाए. इन अवशेषों में एक विशाल सूजा हुआ कलेजा, फटे हुए चमड़े वाला एक नवजात, एक युवा लड़की का विकृत कंकाल आदि जैसी चीजें शामिल हैं. क्यूरेटरों की दुविधा यह है कि नैतिक मूल्यों और सुरुचि की आधुनिक रेखाओं को लांघे बिना इन अवशेषों का प्रदर्शन कैसे किया जाए. आधुनिक युग की कसौटियां ऐसे अवशेषों की संख्या 50,000 के आस पास है. इनमें से कुछ तो 200 सालों से भी ज्यादा पुराने हैं. इनके संकलन की शुरुआत चिकित्सा के छात्रों को प्रशिक्षण देने के लिए 1796 में हुई थी. विएना का प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय आज की दुनिया में इस तरह के संग्रहों को लेकर कई सवाल उठ सकते हैं, जैसे क्या लोकहित मानवीय मर्यादा, शक्ति और शोषण जैसे विषयों से ज्यादा बड़ा है और जिन मृत लोगों के अंगों का प्रदर्शन किया जा रहा उनकी सहमति आवश्यक है या नहीं? क्यूरेटर एडवर्ड विंटर कहते हैं, ""हम जितना संभव हो सके उतनी व्याख्या दे कर वॉयरिस्म को दूर रखने की कोशिश करते हैं."" उन्होंने बताया कि दर्शक दीर्घा में तस्वीरें खींचने की इजाजत नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि संग्रहालय में आने वालों को जब ""30 किलो का एक कलेजा दिखाया जाएगा...तब वो समझेंगे कि शराब मानव शरीर का क्या हाल कर सकती है."" अंतरराष्ट्रीय मानक जिज्ञासु लोग शरीर पर वायरसों के असर के बारे में भी और जल जाने पर रक्त वाहिकाएं कैसी दिखती हैं, यह सब जान सकेंगे. वे मानवीय अंगों, खोपड़ी और शरीर के दूसरे हिस्सों को देख सकेंगे. कई देशों में ऐसी चीजों को सिर्फ शोध करने वाले ही देख सकते हैं. विएना संग्रहालय में ही रखा हुआ 2,600 साल पुराना मानव मल प्रदर्शनी की निदेशक कैटरीन वोलांड कहती हैं, ""एक दिन सबको बीमारी का सामना करना ही पड़ेगा."" उन्होंने बताया कि कुछ लोग यहां इसलिए आते हैं क्योंकि वो खुद कुछ स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से प्रभावित हैं और कुछ इसलिए आते हैं क्योंकि वो ""विज्ञान की तरक्की के बारे में और जानना चाहते हैं."" प्रदर्शनी आम जनता के लिए सितंबर 2021 में दोबारा खोली गई और इस बार संग्रह में पड़े अवशेषों में से सिर्फ कुछ को ही इसमें रखा गया. संग्रहालय आई बायोलॉजी के टीचर क्रिस्टियन बिहेवी कहती हैं, ""मैं पिछली प्रदर्शनी से वाकिफ थी. लेकिन यह वाली बेहतर ढंग से तैयार की गई है क्योंकि हर चीज का विवरण है, पहले से काफी ज्यादा जानकारी है."" इस चर्चा को दिशा देने के लिए संग्रहालयों की अंतरराष्ट्रीय परिषद ने एक कोड ऑफ एथिक्स बनाया है, जो कहता हैं कि मानव अवशेषों को तभी ""लेना चाहिए अगर उनके सुरक्षित रूप से रखा जा सके और उनकी आदर से देखभाल की जा सके."" इसके अलावा वो अवशेष जिस समुदाय से हों उसके ""हितों और मान्यताओं"" का भी ख्याल रखना जरूरी है. सीके/एए (एएफपी) कैसे पता चला हमारे पूर्वजों के बारे में वंश वृक्ष की एक नई शाखा इस्राएल में खुदाई के दौरान कुछ ऐसे अवशेष मिले हैं जो एक ऐसी मानव प्रजाति के हैं जिसके बारे में आज तक कोई जानकारी नहीं थी. अभी तक यह पता चल पाया है कि यह आदिमानव 1,00,000 सालों से भी ज्यादा पहले हमारी प्रजाति यानी होमो सेपिएंस के साथ साथ ही रहता होगा. मिला 12,300 साल पहले तंबाकू के इस्तेमाल का प्रमाण वैज्ञानिकों को अमेरिका के ऊटा में तंबाकू के इस्तेमाल के 12,300 साल पुराने सबूत मिले हैं. इससे पहले मिले तंबाकू के सबसे पुराने अवशेष बस 3,300 साल पुराने थे. मेक्सिको में मिली 'बातूनी' डायनासोर की नई नस्ल उत्तरी मेक्सिको में एक डायनासोर के 7.3 करोड़ साल पुराने अवशेषों का अध्ययन करने के बाद पता लगा है कि ये वैज्ञानिकों के लिए बिलकुल नई नस्ल है. यह डायनासोर शाकाहारी था और संभवतः शांतिपूर्ण लेकिन बातूनी था. बीफ भी खाते थे सिंधु घाटी सभ्यता के लोग सिंधु घाटी सभ्यता पर हुए एक ताजा अध्ययन में पता चला है कि उस समय के लोगों के भोजन में मांस का वर्चस्व था, जिसमें गो-मांस भी शामिल था. यह जानकारी उस समय के बर्तनों में बचे लिपिड अवशेषों के अध्ययन से मिली है. तारीख 13.12.2021",-1 https://www.dw.com,https://www.dw.com/hi/un-humanitarian-crisis-deepens-in-ethiopia/a-60101251,इथियोपिया में मानवीय संकट गहराया,"इथियोपिया में मानवीय संकट गहराया संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक उत्तरी इथियोपिया में टिग्रे अलगाववादियों और उनके खिलाफ सैन्य अभियान ने गंभीर संकट पैदा कर दिया है. संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि इथियोपिया में टिग्रे पीपल्स लिबरेशन फ्रंट के संघर्ष ने देश के उत्तरी हिस्से में नागरिकों के जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक उत्तरी इथियोपिया में खाद्य की कमी से इस क्षेत्र में भोजन की गंभीर कमी होने की संभावना है. यह भी उल्लेख किया गया कि उत्तरी इथियोपिया में 94 लाख लोगों को खाद्य सहायता की सख्त जरूरत है. वहीं, तीसरे संघर्ष की तीव्रता में कोई कमी नहीं आई है. टिग्रे में मानव त्रासदी की गंभीरता इथियोपिया के टिग्रे क्षेत्र में मानवीय संकट हर गुजरते दिन के साथ गहराता जा रहा है. क्षेत्र के 25 लाख लोगों को सहायता की जरूरत है. उनके अलावा अफार में 5,34,000 और अमहारा में 33 लाख लोग मदद का इंतजार कर रहे हैं. अफार और अमहारा क्षेत्र टिग्रे के पास स्थित हैं और सशस्त्र संघर्ष ने उनके दैनिक जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है. उत्तरी इथियोपियाई शहर कोम्बोल्चा में बंदूकधारियों द्वारा भोजन और आवश्यक वस्तुओं के एक बड़े गोदाम को लूटने के बाद संयुक्त राष्ट्र ने पिछले दिनों राहत भोजन के वितरण को निलंबित कर दिया था. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव अंटोनियो गुटेरेश के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक के अनुसार कुछ स्थानीय लोग तीन अन्य अलगाववादियों के साथ कोम्बोल्चा के गोदाम को लूटने में शामिल थे. डुजारिक के मुताबिक, ""लुटेरों ने गोदाम से बच्चों के खाने-पीने का सामान और दवाइयां भी चुरा लीं."" इथियोपिया: टिग्रे संकट का एक साल जलता शहर 20 अक्टूबर को सरकारी बलों द्वारा किए गए हवाई हमले के बाद टिग्रे की राजधानी मेकेले के निवासी मलबे से बाहर निकलते हुए. सेना ने कहा कि वह टिग्रे पीपल्स लिबरेशन फ्रंट द्वारा संचालित एक हथियार निर्माण सुविधा को लक्षित कर रही थी, जिसे विद्रोही टिग्रे बलों ने इनकार किया है. मानवीय सहायता की कोशिश घाना की राजधानी अक्रा में विदेश नीति और सुरक्षा विश्लेषक आदिब सानी का कहना है कि मानवीय संकट से निपटने के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्रयास अराजकता की स्थिति में सफल नहीं हो रहे हैं क्योंकि युद्धरत पक्ष सबसे बड़ी बाधा हैं. सानी के मुताबिक, ""उनके सशस्त्र कार्यों के कारण मानवीय संकट गहरा रहा है और वे स्थिति के लिए एक दूसरे को दोषी ठहराते हैं."" विश्लेषक आदिब सानी ने स्पष्ट किया कि सशस्त्र स्थिति कम नहीं हुई है और आम आदमी के लिए स्थिति कठिन होती जा रही है. उनके अनुसार स्थिति राहत कार्यों को जारी रखने के लिए अनुकूल नहीं थी और राहत सामग्री गंभीर रूप से प्रभावित लोगों तक नहीं पहुंच रही थी. उत्तरी इथियोपिया में पिछले एक साल से सरकारी बलों और टिग्रे अलगाववादियों के बीच झड़पें होती रही हैं. हिंसा में अब तक हजारों मर चुके हैं. दो लाख से ज्यादा लोग बेघर हो चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र पर्यवेक्षकों ने पार्टियों पर गंभीर मानवाधिकारों के हनन का भी आरोप लगाया है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी इस संकट के समाधान के लिए काम कर रहा है. अमेरिकी विदेश विभाग के एक प्रवक्ता का कहना है कि इथियोपिया में मानवीय संकट ""विनाशकारी"" बन गया है और यह अमेरिका के लिए प्राथमिकता है. अमेरिका ने भी युद्धरत पक्षों से बातचीत के माध्यम से अपने मतभेदों को हल करने का आग्रह किया है. एए/सीके (एएफपी, एपी) महामारी में भी जमकर बिक रहे हथियार महामारी के बीच जारी है हथियारों की दौड़ स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिपरी) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया की सौ सबसे बड़ी हथियार कंपनियों ने 531 अरब डॉलर मूल्य के हथियार बेचे हैं. महामारी के बावजूद दुनिया में हथियारों की बिक्री में वृद्धि जारी है. तारीख 13.12.2021",-1 https://www.dw.com,https://www.dw.com/hi/race-to-find-survivors-as-us-tornadoes-kill-dozens/a-60100723,"अमेरिका में बवंडरों ने बरपाया कहर, 100 से ज्यादा मौतों की आशंका","अमेरिका में बवंडरों ने बरपाया कहर, 100 से ज्यादा मौतों की आशंका अमेरिका में एक साथ आए करीब 30 बवंडरों ने तबाही मचा दी है. 100 से भी ज्यादा लोगों के मारे जाने की आशंका है. राहत कार्यकर्ता अभी भी बचने वालों की तलाश में लगे हुए हैं. बवंडरों का प्रकोप कई राज्यों में रहा और वो अपने पीछे कई शहरों में भारी तबाही छोड़ गए. जानोमाल का सबसे ज्यादा नुकसान केंटकी राज्य में हुआ, जहां के गवर्नर ने कहा है कि खोजी कुत्तों को अभी भी लाशें मिल रही हैं. साल के इस समय बवंडरों का आना एक दुर्लभ घटना माना जा रहा है. राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इसे अमेरिकी इतिहास की ""सबसे बड़ी"" तूफानी घटनाओं में से एक बताया. इस समय 94 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है. अधिकारियों का कहना है कि यह संख्या अभी बढ़ सकती है. कई राज्यों में असर केंटकी के गवर्नर ऐंडी बेशियर ने एक समाचार वार्ता में कहा, ""हमें सबसे पहले तो साथ मिल कर शोक मनाना है और उसके बाद हम साथ मिल कर फिर से अपने राज्य को बनाएंगे."" ऐडवर्ड्स्विल शहर में अमेजॉन के गोदाम का हाल 80 से ज्यादा लोग अकेले केंटकी में मारे गए हैं जिनमें से कई मेफील्ड नगर में मोमबत्ती बनाने की एक फैक्ट्री में काम करते थे. बेशियर ने पहले कहा था कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है लेकिन बाद में उन्होंने बताया कि फैक्ट्री के मालिक को और लोगों की खबर मिली है. उन्होंने कहा कि अगर मरने वालों की संख्या में कमी होती है तो यह ""बहुत अच्छा"" होगा. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वो अभी इस जानकारी की पुष्टि नहीं कर पाए हैं. इलिनॉय के ऐडवर्ड्स्विल शहर में अमेजॉन के एक गोदाम में रात की शिफ्ट में काम कर रहे लोगों में से छह की मौत हो गई. सर्वनाश जैसा नजारा टेनिसी में चार लोग मारे गए, अर्कांसस और मिसूरी में दो-दो लोगों की मौत हो गई. मिसिसिपी में भी बवंडरों का असर रहा. मेफील्ड में रहने वाले 69 साल के बिल्डर डेविड नॉर्सवर्दी ने बताया कि तूफान में उनके घर की छत और आगे का बरामदा उड़ गया और उनके परिवार को एक शेल्टर में छिपना पड़ा. मेफील्ड में एक मैदान में उल्टी पड़ी हुई गाड़ी तूफान में इतनी ताकत थी कि उसे इतिहास के सबसे बड़े तूफानों में से माना जा रहा है. तूफानों की खबर रखने वालों ने बताया कि उसने मलबे को हवा में 30,000 फुट तक उठा दिया था. मेफील्ड के बवंडर ने तो लगभग 100 सालों पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया. उसकी रफ्तार 320 किलोमीटर प्रति घंटे से भी ज्यादा थी. गवर्नर बेशियर ने कहा कि उन्होंने ऐसा विध्वंस अपने जीवन में पहले कभी नहीं देखा. अधिकारियों ने मेफील्ड को ""ग्राउंड जीरो"" बताया. 10,000 लोगों की आबादी वाले इस शहर में हर तरफ सर्वनाश जैसा नजारा था. पूरे के पूरे मोहल्ले ढह गए थे, ऐतिहासिक मकान और घरों में भी बस सिल्लियां बाकी रह गई थीं. पेड़ों की भी टहनियां उखड़ गई थीं और मैदानों में गाड़ियां उल्टी पड़ी थीं. वहां की महापौर केथी ओ'नान ने कहा कि शहर ""माचिस की तीलियों"" जैसा लग रहा है. पूरे इलाके में करीब 30 बवंडरों के आने की बात कही जा रही है. फेडरल इमरजेंसी मैनेजमेंट एजेंसी डीन क्रिसवेल ने सीएनएन को बताया, ""अब यही हमारा 'न्यू नॉर्मल' है. और जलवायु परिवर्तन के जो असर हम देख रहे हैं वो हमारी पीढ़ी का सबसे बड़ा संकट है."" सीके/एए (एएफपी) अमेरिका में आइडा तूफान का कहर ऐतिहासिक बारिश और बाढ़ गुरुवार को न्यू यॉर्क में लगातार बारिश और उसके बाद आई अचानक बाढ़ में कई लोग फंस गए. कई लोगों की मौत तो बेसमेंट में फंसने से हुई, जबकि कुछ लोग कार में फंसे रहने से मारे गए.",-1 https://www.dw.com,https://www.dw.com/hi/climate-change-is-threatening-the-worlds-mountain-regions/g-60111702,जलवायु परिवर्तन: पहाड़ों के लिए भी है खतरा,"जलवायु परिवर्तन: पहाड़ों के लिए भी है खतरा ग्लोबल वार्मिंग ने पहाड़ों की प्राकृतिक व्यवस्था को खत्म करना शुरू कर दिया है. इन परिवर्तनों का जल प्रवाह से लेकर कृषि, वन्य जीवन और पर्यटन तक हर चीज पर नकारात्मक असर पड़ रहा है. अत्यधिक संवेदनशील दुनिया के पहाड़ जहां बहुत सख्त हैं, वहीं बहुत नाजुक भी हैं. दूर के तराई क्षेत्रों पर भी उनका बहुत बड़ा प्रभाव है, लेकिन वे जलवायु परिवर्तन के प्रति अत्यधिक संवेदनशील हैं. पहाड़ों में भी तापमान बढ़ रहा है और प्राकृतिक वातावरण बदल रहा है. नतीजतन जल प्रणालियों, जैव विविधता, प्राकृतिक आपदाओं, कृषि और पर्यटन के परिणामों के साथ बर्फ और ग्लेशियर गायब हो रहे हैं. जलवायु परिवर्तन पर इंडोनेशिया के दृष्टिकोण को भी समझना जरूरी 08.11.2021 ग्लासगो में इंडोनेशिया ने कॉप-26 के समझौते पर दस्तखत तो कर दिए लेकिन अब उसके बयान बदल गए हैं. इंडोनेशिया को अब लग रहा है कि ये वादे व्यवहारिक नहीं हैं. ऐसा क्यों? भारत सरकार की नई योजना से आदिवासी भूमि अधिकारों और जैव विविधता को खतरा 10.09.2021 भारत पाम ऑयल को लेकर दूसरे देशों पर अपनी निर्भरता कम करना चाहता है. लेकिन पर्यावरणविद चिंतित हैं कि देश में पाम ऑयल के नए लक्ष्यों से वन्यजीवों और जंगलों के साथ-साथ आदिवासी भूमि अधिकारों को भी खतरा हो सकता है. खेती और व्यापार के कारण नहीं किए भारत ने मीथेन समझौते पर दस्तखत 04.11.2021 ग्लासगो में सौ देशों ने मीथेन प्रतिज्ञा पर दस्तखत कर कहा कि 2030 तक मीथेन गैस के उत्सर्तन को एक तिहाई तक कम करना है. लेकिन भारत उनमें शामिल नहीं हुआ. क्यों? जैव विविधता और जलवायु बचाने में कार्बन भंडार कितने मददगार? 13.08.2021 कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन में कटौती और उसे एक जगह थामे रखने के लिए अब पानी की दुनिया की मदद ली जा रही है. समुद्र-तल पर उगने वाली फैली हुई घास हो या तटों के किनारे की समुद्री खरपतवार- सबकी अहमियत है. तारीख 14.12.2021",-1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196669/india-records-5784-new-covid-19-cases-252-deaths-in-24-hours/,"कोविड-19 संक्रमण के बीते 24 घंटे में 5,784 नए मामले और 252 मरीज़ों की मौत","भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,47,03,644 हो गई है और इस महामारी की चपेट में आकर 4,75,888 लोग जान गंवा चुके हैं. विश्व में संक्रमण के 27.08 करोड़ से ज़्यादा मामले सामने आए हैं और मृतक संख्या 53.12 लाख से अधिक हो गई है. (फोटो: पीटीआई) नई दिल्ली: भारत में कोविड-19 के 571 दिनों में सबसे कम 5,784 नए मामले सामने आए, जबकि उपचाराधीन मरीजों यानी सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 88,993 रह गई, जो 563 दिनों में सबसे कम है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा मंगलवार सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, 5,784 नए मामलों के साथ ही संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,47,03,644 हो गई है. वहीं इस महामारी से पिछले 24 घंटे की अवधि में 252 और लोगों के जान गंवाने से मृतकों की कुल संख्या बढ़कर 4,75,888 हो गई. अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, इस बीच पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 27,08,22,728 हो गए हैं और अब तक 53,12,921 लोगों की जान जा चुकी है. भारत में संक्रमण के नए मामलों की संख्या लगातार 47 दिनों से 15,000 से कम बनी हुई है. मंत्रालय ने बताया कि देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 88,993 हो गई, जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.26 प्रतिशत है और मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है, जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले लोगों की राष्ट्रीय दर 98.37 प्रतिशत दर्ज की गई, जो मार्च 2020 के बाद से सबसे अधिक है. पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 2,463 मामलों की कमी दर्ज की गई है. आंकड़ों के मुताबिक, संक्रमण की दैनिक दर 0.58 प्रतिशत दर्ज की गई. यह पिछले 71 दिनों से दो प्रतिशत से कम बनी हुई है. साप्ताहिक संक्रमण दर 0.68 प्रतिशत है और यह पिछले 30 दिनों से एक प्रतिशत से कम बनी हुई है. इस संक्रमण से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3,41,38,763 हो गई है, जबकि मृत्यु दर 1.37 प्रतिशत है. देश में अभी तक कोविड-19 रोधी टीके की 133.88 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है. देश में पिछले 24 घंटों में जिन 252 और मरीजों ने जान गंवाई है, उनमें से 203 लोगों की मौत केरल में और 12 की तमिलनाडु में हुई. केरल सरकार की एक विज्ञप्ति के अनुसार, राज्य में मौत के 203 मामलों में से 38 की मौत पिछले कुछ दिनों में हुई है. वहीं, मौत के 165 मामलों को केंद्र तथा उच्चतम न्यायालय के नए दिशानिर्देशों के आधार पर कोविड-19 से मौत के मामलों में जोड़ा गया है. इस महामारी से देश में अब तक कुल 4,75,888 मरीजों की मौत हो चुकी है. इनमें से 1,41,264 की महाराष्ट्र में, 43,170 की केरल, 38,268 की कर्नाटक, 36,624 की तमिलनाडु, 25,100 की दिल्ली, 22,914 की उत्तर प्रदेश ओर 19,610 लोगों की मौत पश्चिम बंगाल में हुई. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं. आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे. भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है. वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे. इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल को) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया. चार मई के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे. मई रहा अब तक का सबसे घातक महीना भारत में अकेले मई में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं. इसके अलावा इसी महीने इस बीमारी के चलते 1,20,833 लोगों की जान भी गई थी. इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा था. सात मई को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी. रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे. वायरस के मामले और मौतें दिसंबर महीने में एक दिन या 24 घंटे के दौरान सामने आए संक्रमण के मामलों की बात करें तो बीते 13 दिसंबर को 7,350, 12 दिसंबर को 7,774, 11 दिसंबर को 7,992, 10 दिसंबर को 8,503, नौ दिसंबर को 9,419, आठ दिसंबर को 8,439, सात दिसंबर को 6,822, छह दिसंबर को 8,306, पांच दिसंबर को 8,895, चार दिसंबर को 8,603, तीन दिसंबर को 9,216, दो दिसंबर को 9,765 और एक दिसंबर को 8,954 नए मामले आए थे. इसी तरह पिछले 24 घंटे में जान गंवाने वाले लोगों की बात करें तो बीते 13 दिसंबर को 202, 12 दिसंबर को 306, 11 दिसंबर को 393, 10 दिसंबर को 624, नौ दिसंबर को 159, आठ दिसंबर को 195, सात दिसंबर को 220, छह दिसंबर को 211, पांच दिसंबर को 2,796 (बिहार और केरल में आंकड़ों के पुनर्मिलान के साथ), चार दिसंबर को 415, तीन दिसंबर को 391, दो दिसंबर को 477 और एक दिसंबर को 267 लोगों की मौत हुई थी. नवंबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 13,091 मामले 11 नवंबर को और केरल में आंकड़ों के पुन:मिलान के बाद सर्वाधिक 621 लोगों की मौत 28 नवंबर को हुई थी. अक्टूबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 26,727 नए मामले एक अक्टूबर को और केरल में आंकड़ों के पुन:मिलान के बाद सर्वाधिक 805 लोगों की मौत 29 अक्टूबर को हुई थी. सितंबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 47,092 मामले दो सितंबर को सामने आए, जबकि दो सितंबर को ही सर्वाधिक 509 लोगों की जान गई थी. अगस्त महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 46,759 मामले 28 अगस्त को दर्ज किए गए और इस अवधि में सर्वाधिक 648 लोगों की मौत 25 अगस्त को दर्ज की गई थी. जुलाई महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 48,786 मामले एक जुलाई को सामने आए और एक दिन में मौत के सर्वाधिक 3,998 मामले (महाराष्ट्र द्वारा आंकड़ों में संशोधन किए जाने के बाद) 21 जुलाई को दर्ज किए गए थे. जून महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक मामले तीन जून को 1,34,154 आए थे और इस अवधि में मौत के सर्वाधिक 6,148 मामले (बिहार द्वारा आंकड़ों में संशोधन किए जाने के बाद) 10 जून को सामने आए थे. अप्रैल महीने में बीते 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 3,86,452 नए मामले 30 तरीख को दर्ज किए गए थे, जबकि सबसे अधिक 3,645 लोगों की मौत 29 तारीख को हुई थी. मार्च में 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 68,020 मामले 29 मार्च को सामने आए थे और महामारी से जान गंवाने वाले लोगों की सर्वाधिक संख्या 31 मार्च को दर्ज की गई. इस दिन 354 लोगों की मौत हुई थी, जो साल 2021 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) का सर्वाधिक आंकड़ा है. फरवरी माह में 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 16,738 मामले 25 फरवरी को सामने आए थे और इस महीने सर्वाधिक 138 लोगों की मौतें भी इसी तारीख में दर्ज है. जनवरी में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 20,346 मामले बीते सात जनवरी को दर्ज किए गए थे. वहीं इस अवधि में सबसे अधिक 264 लोगों की मौत छह जनवरी को हुई थी. पिछले साल छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे. इसी तरह पिछले साल 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी.",-1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196548/indias-harnaaz-sandhu-become-miss-universe-2021-crown-comes-home-after-21-years/,"भारत की हरनाज़ संधू बनीं मिस यूनिवर्स, 21 साल बाद देश को मिला ख़िताब","चंडीगढ़ की मॉडल हरनाज़ संधू एमए की पढ़ाई कर रही हैं. इज़रायल में आयोजित प्रतियोगिता में पराग्वे की नादिया फेरेरा दूसरे स्थान पर रहीं, जबकि दक्षिण अफ्रीका की लालेला मसवाने तीसरे स्थान पर रहीं. इज़रायल द्वारा फ़िलीस्तीन के साथ किए जा रहे व्यवहार को लेकर इसके सहयोगी दक्षिण अफ्रीका ने अपने देश की प्रतिभागी का समर्थन नहीं किया था. हरनाज़ संधू. (फोटो: रॉयटर्स) यरुशलम: अभिनेत्री-मॉडल हरनाज़ संधू ने सोमवार को मिस यूनिवर्स 2021 का खिताब अपने नाम कर इतिहास रच दिया. इस प्रतियोगिता में 80 देशों की प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था और भारत को 21 साल बाद इस प्रतियोगिता में जीत हासिल हुई है. संधू से पहले सिर्फ दो भारतीय महिलाओं ने मिस यूनिवर्स का खिताब जीता है. अभिनेत्री सुष्मिता सेन को 1994 में और लारा दत्ता को साल 2000 में यह ताज पहनाया गया था. अंतरराष्ट्रीय सौंदर्य प्रतियोगिता के इस 70वें संस्करण का आयोजन इजरायल के ईलात में किया गया, जिसमें 21 वर्षीय संधू को सफलता मिली. हरनाज़ संधू को रविवार को 70वीं मिस यूनिवर्स का ताज पहनाया गया, जो राजनीति और महामारी से प्रभावित प्रतियोगिता में लगभग 80 प्रतियोगियों के क्षेत्र में शीर्ष पर रहीं. प्रतियोगिता में राष्ट्रीय वेशभूषा, इवनिंग गाउन और स्विमवीयर के पारंपरिक प्रदर्शन के साथ-साथ प्रतियोगियों के सार्वजनिक बोलने के कौशल का परीक्षण करने के लिए सवालों की एक शृंखला शामिल थी. चंडीगढ़ की मॉडल संधू लोक प्रशासन विषय से स्नातकोत्तर (एमए) की पढ़ाई कर रही हैं. उन्हें यह ताज इस प्रतियोगिता की 2020 की विजेता मेक्सिको की एंड्रिया मेज़ा ने पहनाया. पराग्वे की 22 वर्षीय नादिया फेरेरा दूसरे स्थान पर रहीं, जबकि दक्षिण अफ्रीका की 24 वर्षीय लालेला मसवाने तीसरे स्थान पर रहीं. खिताब जीतने के बाद हरनाज़ संधू ने कहा, ‘मैं ईश्वर, माता-पिता और मिस इंडिया ऑर्गनाइजेशन का आभार प्रकट करती हूं, जिन्होंने इस पूरी यात्रा में मेरा मार्गदर्शन किया और मेरी सहायता की.’ संधू ने कहा, ‘मेरी जीत की कामना और प्रार्थना करने वाले सभी लोगों को ढेर सारा प्यार. 21 साल बाद इस गौरवशाली ताज को भारत लाना गर्व का क्षण है.’ इस प्रतियोगिता में अंतिम सवाल-जवाब चरण में संधू से पूछा गया था कि वर्तमान समय में युवा महिलाएं जो दबाव महसूस कर रही हैं, उससे निपटने के लिए वह उन्हें क्या सलाह देंगी? इस पर उनका जवाब था, ‘वर्तमान समय में युवा जिस बड़े दबाव का सामना कर रहे हैं, वह है खुद पर विश्वास करना. यह जानना कि आप अद्वितीय हैं और यही आपको सुंदर बनाता है. दूसरों के साथ खुद की तुलना करना बंद करें और दुनिया भर में हो रही महत्वपूर्ण चीजों के बारे में बात करें. यही आपको समझने की जरूरत है.’ उन्होंने आगे कहा था, ‘बाहर आएं और खुद के लिए बात करें, क्योंकि आप ही अपनी जिंदगी के नेतृत्वकर्ता हैं, आप ही खुद की आवाज हैं. मैंने खुद पर भरोसा किया, इसलिए आज मैं यहां खड़ी हूं.’ उनके इस जवाब पर तालियां बजीं. संधू ने सौंदर्य क्षेत्र में अपनी यात्रा की शुरुआत 2017 में की थी, जब उन्होंने टाइम्स फ्रेश फेस का अवॉर्ड जीता था. वह 17 साल की उम्र में चंडीगढ़ का प्रतिनिधित्व कर रही थीं. बाद में उन्होंने लीवा मिस दीवा यूनिवर्स 2021 का खिताब जीता. संधू ‘यारा दियां पू बरन’ और ‘बाई जी कुट्टंगे’ जैसी कुछ पंजाबी फिल्मों में काम कर चुकी हैं. समारोह की मेजबानी स्टीव हार्वी कर रहे थे और अमेरिकी गायिका जो जो ने इस दौरान प्रस्तुति दी. चयन समिति में अभिनेत्री व मिस यूनिवर्स इंडिया 2015 की विजेता उर्वशी रौतेला, अदामारी लोपेज, एडरियाना लीमा, चेस्ली क्रिस्ट, आयरिश मिटेनाएरा, लोरी हार्वी, मरियन रिवेरा और रेना सॉफर शामिल थीं. समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस (एपी) की रिपोर्ट के अनुसार, हाल के हफ्तों में इस प्रतियोगिता ने कुछ अन्य कारणों से भी अपनी ओर ध्यान आकर्षित किया. प्रतियोगिता का आयोजन इजरायल में किया गया था और फिलिस्तीनियों के साथ इजरायल के व्यवहार का विरोध करने के लिए प्रतियोगियों से इस कार्यक्रम को छोड़ने का आग्रह किया गया था. बताया जा रहा है कि इसकी वजह से मुस्लिम देश मलेशिया, जिसका फिलिस्तीनियों के साथ घनिष्ठ संबंध है, ने वैश्विक कोविड-19 महामारी की स्थिति का हवाला देते हुए अपनी प्रतिनिधि को नहीं भेजा. इसी तरह दक्षिण अफ्रीकी सरकार, जो फिलिस्तीनियों का पुरजोर समर्थन करती है, ने अपनी भागीदारी से समर्थन वापस ले लिया था. फिलिस्तीन के साथ एकजुटता दिखाने के लिए इस आयोजन का बहिष्कार करने के लिए दक्षिण अफ्रीकियों से व्यापक आह्वान किया गया था. हालांकि प्रतियोगिता में दूसरी रनन अप रहीं दक्षिण अफ्रीकी लालेला मसवाने अपनी सरकार के समर्थन के बिना इस अंतरराष्ट्रीय मंच पर दक्षिण अफ्रीका का प्रतिनिधित्व करने के लिए इजरायल गईं. दक्षिण अफ्रीका के कला, संस्कृति और खेल विभाग ने इस बात की पुष्टि की थी कि वह इस तथ्य कि यह प्रतियोगिता इजरायल में आयोजित की गई, के कारण लालेला मसवाने का समर्थन नहीं करेगा. इस बीच संयुक्त अरब अमीरात, जिसने साल 2020 में इजरायल के साथ संबंधों को भी सामान्य कर दिया था, ने ईलात (इजरायल) में हुई इस वैश्विक सौंदर्य प्रतियोगिता में पहली बार शामिल होने की योजना बनाई थी. लेकिन बाद में देश ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर एक बयान जारी कर कहा था, ‘समय की पाबंदी और कोविड-19 चिंताओं के कारण अंतिम समय में उसने राष्ट्रीय ब्यूटी क्वीन घोषित करने की अपनी प्रतियोगिता रद्द कर दी.’ पिछले महीने एपी से एक साक्षात्कार में साल 2020 की मिस यूनिवर्स रहीं एंड्रिया मेज़ा ने प्रतियोगियों से राजनीति से बाहर निकलने का आग्रह करते हुए कहा था कि यह प्रतियोगिता विभिन्न पृष्ठभूमि की महिलाओं को एक साथ लाने के लिए है. जब आप वहां होते हैं तो आप राजनीति के बारे में, अपने धर्म के बारे में भूल जाते हैं. इजरायली पर्यटन मंत्रालय की एक अधिकारी सारा सालांस्की ने कहा कि इस साल की शुरुआत में इजरायल के सफल कोरोना वायरस टीकाकरण कार्यक्रम के कारण इस प्रतियोगिता की मेजबानी के लिए उसे चुना गया था. (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",-1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196580/banks-lose-rs-2-85-lakh-crore-due-to-bad-loans-of-13-companies-call-for-two-day-strike/,बैंकों को 13 कंपनियों के बैड लोन से 2.85 लाख करोड़ रुपये का नुकसान: यूनियन,"बैंकों के संघ यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस ने बैंकिंग क़ानून (संशोधन) विधेयक 2021 के विरोध में और सरकारी बैंकों के निजीकरण के केंद्र सरकार के कथित क़दम का विरोध करते हुए 16 और 17 दिसंबर को पूरे देश में बैंकों की दो दिन की हड़ताल का आह्वान किया है. (फोटो: रॉयटर्स) हैदराबाद: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को 13 कंपनियों के ऋण बकाया के कारण लगभग 2.85 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, जबकि बैंक, यस बैंक और आईएल एंड एफएस जैसे संकटग्रस्त संस्थानों को उबारने का काम करते रहे हैं. बैंकों के संघ यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) ने सोमवार को यह आरोप लगाया है. बैंक यूनियंस के संयोजक बी. रामबाबू ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि संगठन ने बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक 2021 के विरोध में और सरकारी बैंकों के निजीकरण के केंद्र के कथित कदम का विरोध करते हुए 16 और 17 दिसंबर को पूरे देश में बैंकों की दो दिन की हड़ताल का आह्वान किया है. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार, 13 निजी कंपनियों का बकाया 4,86,800 करोड़ रुपये था और इसे 1,61,820 करोड़ रुपये में निपटाया गया, जिसके परिणामस्वरूप 2,84,980 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. उन्होंने कहा, ‘यह भी एक सच्चाई कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का इस्तेमाल निजी क्षेत्र के संकटग्रस्त बैंकों जैसे ग्लोबल ट्रस्ट बैंक, यूनाइटेड वेस्टर्न बैंक, बैंक ऑफ कराड आदि को राहत देने के लिए किया गया है. हाल के दिनों में, यस बैंक को सरकारी बैंक एसबीआई (भारतीय स्टेट बैंक) ने संकट से निकाला. इसी तरह निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी एनबीएफसी (गैर बैंकिंग वित्त कंपनी), आईएल एंड एफएस, को सार्वजनिक क्षेत्र के एसबीआई और एलआईसी ने संकट से निकाला.’ समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, उन्होंने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक जन धन, बेरोजगार युवाओं के लिए मुद्रा, रेहड़ी-पटरी वालों के लिए स्वधन, प्रधानमंत्री आवास योजना और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना जैसे अधिकांश सरकारी कार्यक्रमों और योजनाओं में भाग लेते हैं. उन्होंने कहा कि इसलिए यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस का मानना ​​है कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण से आम लोगों और देश के पिछड़े क्षेत्रों के हितों को खतरा होगा. बैंक यूनियंस ने कहा कि यदि सरकार संसद में बैंकों के निजीकरण के विधेयक को आगे बढ़ाती है तो बैंक कर्मचारी और अधिकारी इसके खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल सहित किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं, क्योंकि यह देश और उसके हितों के लिए हानिकारक है. संगठन ने कहा कि हालांकि पीएसबी का परिचालन लाभ की स्थिति में है, लेकिन बैंकों के सामने एकमात्र मुद्दा विशाल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) का था, जिसमें बड़ी हिस्सेदारी बड़े कॉरपोरेट का था. मालूम हो कि बीते एक दिसंबर से बैंक अधिकारियों के एक संघ ने सरकारी बैंकों के प्रस्तावित निजीकरण के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन शुरू किया था. शीतकालीन सत्र के दौरान संसद में पेश किए जाने वाले बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक, 2021 से पीएसबी में न्यूनतम सरकारी हिस्सेदारी 51 प्रतिशत से घटाकर 26 प्रतिशत करने की उम्मीद है. पिछले सत्र में संसद ने राज्य द्वारा संचालित सामान्य बीमा कंपनियों के निजीकरण की अनुमति देने के लिए एक विधेयक पारित किया था. सामान्य बीमा व्यवसाय (राष्ट्रीयकरण) संशोधन विधेयक, 2021 ने एक निर्दिष्ट बीमाकर्ता में कम से कम 51 प्रतिशत इक्विटी पूंजी रखने के लिए केंद्र सरकार की आवश्यकता को हटा दिया था. अधिनियम, जो 1972 में लागू हुआ, सामान्य बीमा व्यवसाय के विकास को सुरक्षित करके अर्थव्यवस्था की बेहतर जरूरतों को पूरा करने के लिए भारतीय बीमा कंपनियों और अन्य मौजूदा बीमा कंपनियों के उपक्रमों के शेयरों के अधिग्रहण और हस्तांतरण के लिए प्रदान किया गया. सरकारी थिंक-टैंक नीति आयोग ने निजीकरण के लिए विनिवेश पर सचिवों के कोर ग्रुप को पहले ही दो बैंकों और एक बीमा कंपनी का सुझाव दिया है. गौरतलब है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस साल की शुरुआत में वित्त वर्ष 2021-22 का बजट पेश करते हुए 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने के लिए विनिवेश अभियान के तहत सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण की घोषणा की थी. उन्होंने कहा था, ‘वर्ष 2021-22 में आईडीबीआई बैंक के अलावा हम दो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक और एक जनरल इंश्योरेंस कंपनी का निजीकरण करने का प्रस्ताव करते हैं.’ सरकार इससे पहले आईडीबीआई बैंक का निजीकरण कर चुकी है. आईडीबीआई बैंक की बहुलांश हिस्सेदारी बीमा क्षेत्र की कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम को बेच दी गई. इसके अलावा सरकार पिछले चार साल के दौरान 14 बैंकों का आपस में विलय भी कर चुकी है. उसके बाद बीते 25 फरवरी को वित्त मंत्रालय ने निजी क्षेत्र के सभी बैंकों को कर संग्रह, पेंशन भुगतान और लघु बचत योजनाओं जैसे सरकार से जुड़े कामकाज में शामिल होने की अनुमति दे दी थी. एक आधिकारिक बयान में कहा था कि इस कदम से ग्राहकों के लिए सुविधा बढ़ेगी, प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा मिलेगा और ग्राहकों को मिलने वाली सेवाओं के मानकों में दक्षता बढ़ेगी. वहीं, बैंक अधिकारियों के संगठनों ने निजी बैंकों को सरकारी कामकाज करने की अनुमति देने का विरोध किया था. (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",-1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196532/india-records-7350-new-covid-19-cases-and-202-deaths-in-one-day/,"बीते एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 7,350 नए मामले और 202 लोगों की मौत","भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,46,97,860 हो गई है और मृतकों का आंकड़ा 4,75,636 है. विश्व में संक्रमण के मामले 27 करोड़ के पार कर गए हैं और 53.06 लाख से अधिक लोग इस महामारी के कारण दम तोड़ चुके हैं. (फोटो: पीटीआई) नई दिल्ली: देश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 7,350 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,46,97,860 हो गई तथा उपचाराधीन मरीजों यानी सक्रिय मामलों की संख्या गिरकर 91,456 हो गई, जो 561 दिनों में सबसे कम है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे की अवधि में 202 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4,75,636 हो गई. अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, इस बीच पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 27,01,62,629 हो गए हैं और अब तक 53,06,116 लोगों की जान जा चुकी है. भारत में लगातार 46 दिन से संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या 15,000 से नीचे है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 91,456 हो गई, जो कि कुल मामलों का 0.26 फीसदी है और यह मार्च, 2020 के बाद से सबसे कम है. वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर मरीजों के स्वस्थ होने की दर 98.37 फीसदी है और यह मार्च, 2020 के बाद से सबसे ज्यादा है. पिछले 24 घंटों में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 825 की कमी हुई है. दैनिक संक्रमण दर 0.86 फीसदी है. यह पिछले 70 दिनों से दो फीसदी से नीचे है. मंत्रालय के अनुसार, साप्ताहिक संक्रमण दर 0.69 फीसदी है, जो कि पिछले 29 दिनों से एक फीसदी से नीचे है. देश में अब तक 3,41,30,768 मरीज संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और मृत्यु दर 1.37 फीसदी है. राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 133.17 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है. देश में पिछले 24 घंटे में जिन 202 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. इनमें से 143 लोगों की मौत केरल में और 16 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई है. केरल सरकार की एक विज्ञप्ति के अनुसार, राज्य में मौत के 143 मामलों में से 34 की मौत पिछले कुछ दिनों में हुई है. वहीं, मौत के 109 मामलों को केंद्र तथा उच्चतम न्यायालय के नए दिशानिर्देशों के आधार पर कोविड-19 से मौत के मामलों में जोड़ा गया है. आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से अभी तक कुल 4,75,636 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र में 1,41,259, केरल में 42,967, कर्नाटक में 38,261, तमिलनाडु में 36,612, दिल्ली में 25,100, उत्तर प्रदेश में 22,914 और पश्चिम बंगाल में 19,600 लोगों की मौत हुई. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं. आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे. भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है. वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे. इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल को) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया. चार मई के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे. मई रहा अब तक का सबसे घातक महीना भारत में अकेले मई में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं. इसके अलावा इसी महीने इस बीमारी के चलते 1,20,833 लोगों की जान भी गई थी. इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा था. सात मई को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी. रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे. वायरस के मामले और मौतें दिसंबर महीने में एक दिन या 24 घंटे के दौरान सामने आए संक्रमण के मामलों की बात करें तो बीते 12 दिसंबर को 7,774, 11 दिसंबर को 7,992, 10 दिसंबर को 8,503, नौ दिसंबर को 9,419, आठ दिसंबर को 8,439, सात दिसंबर को 6,822, छह दिसंबर को 8,306, पांच दिसंबर को 8,895, चार दिसंबर को 8,603, तीन दिसंबर को 9,216, दो दिसंबर को 9,765 और एक दिसंबर को 8,954 नए मामले आए थे. इसी तरह पिछले 24 घंटे में जान गंवाने वाले लोगों की बात करें तो बीते 12 दिसंबर को 306, 11 दिसंबर को 393, 10 दिसंबर को 624, नौ दिसंबर को 159, आठ दिसंबर को 195, सात दिसंबर को 220, छह दिसंबर को 211, पांच दिसंबर को 2,796 (बिहार और केरल में आंकड़ों के पुनर्मिलान के साथ), चार दिसंबर को 415, तीन दिसंबर को 391, दो दिसंबर को 477 और एक दिसंबर को 267 लोगों की मौत हुई थी. नवंबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 13,091 मामले 11 नवंबर को और केरल में आंकड़ों के पुन:मिलान के बाद सर्वाधिक 621 लोगों की मौत 28 नवंबर को हुई थी. अक्टूबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 26,727 नए मामले एक अक्टूबर को और केरल में आंकड़ों के पुन:मिलान के बाद सर्वाधिक 805 लोगों की मौत 29 अक्टूबर को हुई थी. सितंबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 47,092 मामले दो सितंबर को सामने आए, जबकि दो सितंबर को ही सर्वाधिक 509 लोगों की जान गई थी. अगस्त महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 46,759 मामले 28 अगस्त को दर्ज किए गए और इस अवधि में सर्वाधिक 648 लोगों की मौत 25 अगस्त को दर्ज की गई थी. जुलाई महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 48,786 मामले एक जुलाई को सामने आए और एक दिन में मौत के सर्वाधिक 3,998 मामले (महाराष्ट्र द्वारा आंकड़ों में संशोधन किए जाने के बाद) 21 जुलाई को दर्ज किए गए थे. जून महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक मामले तीन जून को 1,34,154 आए थे और इस अवधि में मौत के सर्वाधिक 6,148 मामले (बिहार द्वारा आंकड़ों में संशोधन किए जाने के बाद) 10 जून को सामने आए थे. अप्रैल महीने में बीते 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 3,86,452 नए मामले 30 तरीख को दर्ज किए गए थे, जबकि सबसे अधिक 3,645 लोगों की मौत 29 तारीख को हुई थी. मार्च में 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 68,020 मामले 29 मार्च को सामने आए थे और महामारी से जान गंवाने वाले लोगों की सर्वाधिक संख्या 31 मार्च को दर्ज की गई. इस दिन 354 लोगों की मौत हुई थी, जो साल 2021 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) का सर्वाधिक आंकड़ा है. फरवरी माह में 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 16,738 मामले 25 फरवरी को सामने आए थे और इस महीने सर्वाधिक 138 लोगों की मौतें भी इसी तारीख में दर्ज है. जनवरी में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 20,346 मामले बीते सात जनवरी को दर्ज किए गए थे. वहीं इस अवधि में सबसे अधिक 264 लोगों की मौत छह जनवरी को हुई थी. पिछले साल छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे. इसी तरह पिछले साल 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी. (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",-1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196511/entire-generation-may-be-affected-by-the-loss-of-studies-due-to-covid-19-report/,कोविड-19 के कारण पढ़ाई को हो रहे नुकसान से पूरी पीढ़ी हो सकती है प्रभावित: रिपोर्ट,"यूनेस्को और यूनिसेफ के सहयोग से विश्व बैंक द्वारा तैयार एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि निम्न और मध्यम आय वाले देशों में पढ़ाई में कमज़ोर बच्चों का हिस्सा 53 प्रतिशत था, जो कोविड-19 महामारी के कारण लंबे समय तक स्कूल बंद होने के चलते 70 प्रतिशत तक पहुंच सकता है. (प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई) नई दिल्ली: कोविड-19 के चलते स्कूल बंद होने से छात्रों की मौजूदा पूरी पीढ़ी को खामियाजा भुगतना पड़ेगा. विश्व बैंक का कहना है कि छात्रों की मौजूदा पीढ़ी को आज के हिसाब से 17 लाख करोड़ अमेरिकी डॉलर की कमाई का नुकसान होने का खतरा है. यह वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 14 प्रतिशत हिस्सा है. यूनेस्को और यूनिसेफ के सहयोग से विश्व बैंक द्वारा तैयार एक नई रिपोर्ट में यह बात कही गई है. रिपोर्ट से पता चलता है कि प्रभाव पहले की तुलना में अधिक गंभीर है और 2020 में जारी 10 लाख करोड़ अमेरिकी डॉलर के अनुमान से कहीं अधिक है. ‘स्टेट ऑफ द ग्लोबल एजुकेशन क्राइसिस: अ पाथ टू रिकवरी’ शीर्षक वाली रिपोर्ट से पता चलता है कि निम्न और मध्यम आय वाले देशों में पढ़ाई में कमजोर बच्चों का हिस्सा 53 प्रतिशत था, जो महामारी के कारण लंबे समय तक स्कूल बंद होने के चलते 70 प्रतिशत तक पहुंच सकता है. विश्व बैंक के वैश्विक शिक्षा निदेशक जैम सावेद्रा ने कहा, ‘कोविड-19 संकट ने दुनिया भर में शिक्षा प्रणालियों पर विराम लगा दिया. अब 21 महीने बाद भी लाखों बच्चों के लिए स्कूल बंद हैं और अनेक बच्चे ऐसे भी हैं, जो अब कभी स्कूल नहीं लौट सकते. बच्चों की पढ़ाई का नुकसान नैतिक रूप से अस्वीकार्य है.’ उन्होंने कहा, ‘पढ़ाई में कमजोर बच्चों की संख्या में संभावित वृद्धि से इस पीढ़ी के बच्चों और युवाओं की भविष्य की उत्पादकता, कमाई और जीवन पर विनाशकारी प्रभाव पड़ सकता है.’ रिपोर्ट के अनुसार, अनुमान है कि स्कूल बंद होने से पढ़ाई में महत्वपूर्ण नुकसान हुआ है, अब वास्तविक आंकड़ों द्वारा इसकी पुष्टि की जा रही है. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, रिपोर्ट में कहा, ‘उदाहरण के लिए ब्राजील, पाकिस्तान, ग्रामीण भारत, दक्षिण अफ्रीका और मैक्सिको के साक्ष्य, गणित और पढ़ने में पर्याप्त नुकसान को दिखाते हैं.’ रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि आज तक सरकारों के प्रोत्साहन पैकेजों के तीन प्रतिशत से भी कम को शिक्षा के लिए आवंटित किया गया है और तत्काल सीखने की स्तर को बढ़ाने के लिए बहुत अधिक धन की आवश्यकता होगी. रिपोर्ट के अनुसार, ‘20 करोड़ से अधिक शिक्षार्थी निम्न और निम्न-मध्यम आय वाले देशों में रहते हैं, जो स्कूल बंद होने के दौरान दूरस्थ शिक्षा (Remote Learning) को लागू करने के लिए तैयार नहीं हैं. सीखने के नुकसान को रोकने के लिए स्कूलों को फिर से खोलना विश्व स्तर पर सर्वोच्च और तत्कालिक प्राथमिकता होनी चाहिए.’ इसके अनुसार, ‘देशों को यह सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सीखने को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रम स्थापित करना चाहिए कि इस पीढ़ी के छात्र पिछली पीढ़ी की कम से कम समान दक्षता प्राप्त कर सकें.’ (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/four-new-omicron-cases-detected-in-delhi-and-four-more-cases-have-been-reported-in-rajasthan-653068.html,"दिल्ली और राजस्थान में ओमिक्रॉन के 4-4 नए मामले दर्ज, देश में आंकड़ा पहुंचा 49","दिल्ली और राजस्थान में ओमिक्रॉन के 4-4 नए मामले दर्ज, देश में आंकड़ा पहुंचा 49 By Love Gaur | Updated: Tuesday, December 14, 2021, 13:08 [IST] नई दिल्ली/जयपुर: देश में अब कोरोना वायरस के नए स्वरूप 'ओमिक्रॉन' की दहशत बढ़ती जा रही है। तेजी से संक्रमित करने वाले इस खतरनाक 'ओमिक्रॉन' के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। रविवार को दिल्ली और राजस्थान में 4-4 नए मामले दर्ज किए गए, जिसके चलते अब राज्य सरकारें पहले की तुलना में ज्यादा अलर्ट मोड पर आ चुकी है। देश में अब कुल संक्रमितों की संख्या 49 हो गई है। Omicron Variant: Gujarat में मिला चौथा केस, देश में 41 पहुंची संक्रमितों की संख्या | वनइंडिया हिंदी दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने नए मामलों को लेकर बताया कि दिल्ली में अभी तक 6 लोग ओमिक्रॉन वैरिएंट से पॉजिटिव पाए गए हैं, जिसमे से 1 ठीक होकर घर जा चुका है। ओमिक्रॉन के सारे मामले विदेश से आए लोगों में पाए गए हैं, सभी मामले स्टेबल हैं। स्थिति नियंत्रण में है। साथ ही कहा कि वर्तमान में 35 कोविड मरीज और 3 संदिग्ध मामले एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती हैं। इधर, ओमिक्रोन के नए मामलों पर राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि चार और कोरोना के नए वैरिएंट के मामले सामने आए हैं। इन मरीजों की सेहत स्थिर है। राज्य में पिछले सभी ओमिक्रोन मामलों ने अब कोविड ​निगेटिव परीक्षण किया है। राजस्थान में मौजूदा वक्त में 13 मामले हो चुके हैं। वहीं संक्रमितों के मामले में महाराष्ट्र के बाद दूसरा सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य राजस्थान है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/supreme-court-allows-road-construction-for-char-dham-road-project-in-uttarakhand-653061.html,"चारधाम रोड प्रोजेक्ट को सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी, सड़क चौड़ीकरण की दी इजाजत","चारधाम रोड प्रोजेक्ट को सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी, सड़क चौड़ीकरण की दी इजाजत By Love Gaur | Updated: Tuesday, December 14, 2021, 12:36 [IST] नई दिल्ली, 14 दिसंबर: सुप्रीम कोर्ट ने चार धाम परियोजना के तहत सड़कों को चौड़ा करने के रास्ते को साफ कर दिया है। मंगलवार को अदालत की ओर से केंद्र सरकार को चार धाम रोड प्रोजेक्ट को हरी झंडी मिल गई है। कोर्ट ने उत्तराखंड में परियोजना के लिए तीन डबल-लेन हाईवे बनाने की मंजूरी दे दी है। कोर्ट सरकार के इस तर्क से सहमत है कि क्षेत्र में व्यापक सड़कें रणनीतिक महत्व की थीं। शीर्ष अदालत ने मंगलवार को कहा कि सीमा सुरक्षा चिंताओं को पूरा करने की जरूरत है और हाल के दिनों में राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौतियों को देखते हुए सैनिकों और उपकरणों की आवाजाही की जरूरत है, जिसके मद्देनजर अब ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट में सड़क की चौड़ाई बढ़ाने की कोर्ट ने इजाजत दे दी है। साथ ही अब डबल लेन हाईवे बनाने का भी रास्ता पूरी तरह से साफ हो गया है। जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस विक्रम नाथ की तीन सदस्यीय पीठ ने कहा कि रक्षा मंत्रालय एक विशेष निकाय है और इसकी संचालन आवश्यकताओं को तय कर सकता है। अदालत ने कहा कि सीमाओं की सुरक्षा के लिए सशस्त्र बलों के बुनियादी ढांचे की जरूरतों को पूरा करना होगा और रणनीतिक महत्व के राजमार्गों के साथ अन्य पहाड़ी इलाकों की तरह व्यवहार नहीं किया जा सकता है। BSF के अधिकार क्षेत्र को लेकर पंजाब सरकार पहुंची सुप्रीम कोर्ट, केंद्र को नोटिस जारी हालांकि अदालत ने याचिकाकर्ता की पर्यावरण संबंधी चिंताओं को भी स्वीकार किया और कहा कि वह पूर्व सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस एके सीकरी की अध्यक्षता में एक निगरानी समिति का गठन कर रही है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/imd-weather-forecast-rainfall-in-these-states-during-next-5-days-653059.html,IMD weather forecast: देश के इन राज्‍यों में 5 दिनों तक मध्यम बारिश की भविष्यवाणी,"IMD weather forecast: देश के इन राज्‍यों में 5 दिनों तक मध्यम बारिश की भविष्यवाणी By Vijay | Updated: Tuesday, December 14, 2021, 12:07 [IST] नई दिल्‍ली। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले 5 दिनों के दौरान उत्तरी और दक्षिणी भारत के मैदानी इलाकों के कई हिस्सों में बारिश की भविष्यवाणी की है। विभाग की ओर से यह भी बताया गया कि, उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 6-10 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। अपने नवीनतम अपडेट में, विभाग ने कहा कि, कुछ राज्‍यों में मध्यम बारिश के आसार हैं। आईएमडी के मौसम पूर्वानुमान- बारिश हो सकती है विभाग ने कहा कि, अगले 5 दिनों के दौरान कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में अलग-अलग स्थानों पर और 16 एवं 17 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश में बारिश के आसार हैं। आज कहा गया कि, अगले 5 दिनों के दौरान तमिलनाडु-पुदुचेरी, कराईकल, केरल- माहे, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में और अगले 2 दिनों के दौरान दक्षिण आंध्र प्रदेश में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। वहीं, विभाग ने सोमवार को भी अगले पांच दिनों के दौरान उत्तरी और दक्षिणी भारत के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की। इन हिस्सों में शुष्क मौसम की संभावना भविष्यवाणी में कहा गया कि, अगले 5 दिनों के दौरान देश के शेष हिस्सों में शुष्क मौसम की संभावना है। बहरहाल, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों और पूर्वी उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान 6-10 सेल्सियस के बीच है। विभाग के अनुसार, अगले 5 दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 6-10 डिग्री सेल्सियस के दायरे में रहेगा। चेन्नई में अगले 5 दिनों तक बारिश का अलर्ट, IMD ने कहा- गरज के साथ पड़ेंगी बौछारें यहां रहेगा सुबह के समय घना कोहरा अगले 48 घंटों के दौरान असम, मेघालय और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अलग-अलग हिस्सों में सुबह के समय घना कोहरा रहने की संभावना है। इसके अलावा, अगले 3-4 दिनों के दौरान देश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव की भविष्यवाणी नहीं की गई है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/covid-19-india-5784-new-patients-and-7995-recoveries-in-24-hours-vaccination-133-8-crore-doses-653044.html,19 महीने बाद सबसे बड़ी गिरावट: 24 घंटों में मिले कोरोना के 5784 केस और 7995 मरीज ठीक,"19 महीने बाद सबसे बड़ी गिरावट: 24 घंटों में मिले कोरोना के 5784 केस और 7995 मरीज ठीक By Vijay | Published: Tuesday, December 14, 2021, 10:10 [IST] नई दिल्‍ली। आबादी के लिहाज से दुनिया के दूसरे सबसे बड़े देश भारत में कोरोना महामारी का प्रकोप कम होता जा रहा है। अब यहां 19 महीने बाद कोरोना के मामलों में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि, पिछले 24 घंटों के दौरान भारत में 5784 नए मामले सामने आए। जबकि, 7995 ठीक हुए और 252 मौतें हुईं। इसके अलावा कोरोना संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3,47,03,644 जा पहुंची है। जिनमें से अब तक कुल 3,41,38,763 लोग रिकवर हो चुके हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या 90 हजार से कम स्वास्थ्य मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक, फिलहाल देशभर में कोरोना के 88,993 सक्रिय मरीज हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि, यह देश के राहत की बात है कि, अब कोरोना वायरस के संक्रमण के सक्रिय मरीजों की तादाद 1 लाख से कम है। पिछले महीने यह 1 लाख से ज्यादा थी। वहीं, देश की कोविड-रिकवरी रेट अब 98.37% है। अब तक कुल 3,40,97,388 लोग रिकवर हो चुके हैं। वहीं, रोज मिलने वाले नए मामले देखे जाएं तो ये अभी 5 हजार के ग्राफ से उूपर हैं। यहां विभिन्न राज्यों में रोज सैकड़ों नए कोरोना मरीज मिल रहे हैं, वहीं हजारों ठीक भी हो रहे हैं। लोगों को वैक्सीन की कितनी खुराकें मिलीं? देशभर में लोगों को वैक्सीन की अब तक 1,33,88,12,577 खुराकें दी जा चुकी हैं। जिसमें से कल ही के दिन 66,98,601 खुराकें दी गईं। वहीं, अब तक कोरोना से ठीक होने वालों का आंकड़ा बढ़कर 3,41,38,763 पहुंच गया है। जिसमें से कल ही के दिन 7995 लोग डिस्चार्ज किए गए। इसके अलावा कोरोना टेस्ट की बात करें तो देशभर में लाखों लोगों के सेंपल का परीक्षण किया जा रहा है। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद करीना कपूर का फर्स्ट रिएक्शन, कहा- 'आई एम फीलिंग ओके' कहां मिल रहे सबसे ज्यादा कोरोना मरीज? मरीजों का सबसे ज्यादा पता केरल राज्य में चल रहा है, यह वही राज्य है जहां देश का पहला कोरोना मरीज मिला था। तकरीबन 2 साल बाद भी केरल कोरोना की सर्वाधिक मार झेल रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, कल केरल राज्य से कोरोना के 2077 नए मामले दर्ज किए गए। इसके अलावा 203 मौतें हुईं। अब तक यहां 43170 मौतें हो चुकी हैं। पूर्वोत्तर भारतीय राज्य मिज़ोरम में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 37 नए मामले सामने आए। इस राज्य में कोविड से अब तक करीब 523 लोगों की मृत्यु दर्ज़ की गई है। वहीं, कुल सक्रिय मामले 2858 हैं।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/parliament-winter-session-finance-minister-to-introduce-appropriation-bill-2021-all-you-need-to-know-653033.html,"Winter Session: लोकसभा में वित्त मंत्री पेश करेंगी विनियोग विधेयक 2021, जानें संसद का आज का शेड्यूल","Winter Session: लोकसभा में वित्त मंत्री पेश करेंगी विनियोग विधेयक 2021, जानें संसद का आज का शेड्यूल By Pallavi Kumari | Updated: Tuesday, December 14, 2021, 9:21 [IST] नई दिल्ली, 14 दिसंबर: शीतकालीन सत्र के दौरान संसद में आज (14 दिसंबर) को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण विनियोग विधेयक 2021 को लोकसभा में पेश करने, विचार करने और पारित करने के लिए पेश करेंगी। वहीं राज्यसभा में दिल्ली विशेष पुलिस अधिनियम में संशोधन के लिए विधेयक पर चर्चा होगी। दूसरी ओर विपक्ष के कई नेताओं ने कहा कि वे 12 सांसदों के निलंबन को रद्द करने की मांग को लेकर सड़कों पर विरोध उतरेंगे। इस बीच सोमवार को लोकसभा ने एनडीपीएस (संशोधन) विधेयक पारित कर दिया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि संशोधन विधेयक का एक बहुत ही सीमित उद्देश्य है और इससे अधिक कुछ हासिल नहीं करना है। उसने यह भी कहा कि प्रस्तावित संशोधन केवल एक निश्चित लिपिकीय त्रुटि को ठीक करना चाहते हैं। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह आज राज्यसभा में 'दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना (संशोधन) विधेयक, 2021, और' केंद्रीय सतर्कता आयोग (संशोधन) विधेयक, 2021' को विचार और पारित करने के लिए पेश करेंगे। विधेयकों में ईडी और सीबीआई निदेशकों के कार्यकाल को अधिकतम 5 वर्ष तक बढ़ाने की मांग की गई है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/in-tamil-nadu-a-man-saved-a-life-monkey-by-cpr-video-viral-653015.html,"इंसानियत की मिसाल: कुत्तों के हमले में घायल बंदर को प्रभु ने दी सांसे, मुंह से हवा देकर बचाई जान","इंसानियत की मिसाल: कुत्तों के हमले में घायल बंदर को प्रभु ने दी सांसे, मुंह से हवा देकर बचाई जान By Kapil Tiwari | Published: Monday, December 13, 2021, 22:29 [IST] नई दिल्ली, दिसंबर 13। घोर कलयुग के इस दौर में किसी से इंसानियत की उम्मीद करना बहुत ही मुश्किल है। सड़क पर इंसान घायल पड़ा होता है, लेकिन कोई उसकी मदद के लिए आगे नहीं आ सकता। ऐसे समय में इंसानियत की एक शानदार मिसाल पेश करने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो तमिलनाडु का बताया जा रहा है। वीडियो में एक शख्स CPR के जरिए एक बंदर की जान बचाने की कोशिश करता है और उसे सफलता भी मिल जाती है। बंदर की जान बचाने वाले शख्स की तारीफ कर रहे हैं लोग इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, ये वीडियो तमिलनाडु के पेरम्बलुर में कुन्नम इलाके का है, जहां एक कुछ जंगली कुत्तों ने एक बंदर पर हमला कर दिया, जिसमें वो गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल बंदर को देख 38 साल के प्रभु ने मौके पर बंदर को CPR देकर उसी जान बचा ली। प्रभु के इस काम की लोग बढ़-चढ़कर तारीफ कर रहे हैं। 9 दिसंबर का है ये वीडियो रिपोर्ट के मुताबिक, ये वीडियो 9 दिसंबर का है। प्रभु एक ड्राइवर का काम करते हैं और 9 तारीख को वो अपने कुछ दोस्तों के साथ घूमने निकले थे। रास्ते में उन्होंने अपनी गाड़ी को एक जगह पार्क किया। वहीं उन्होंने कुत्तों के हमले से घायल हुए बंदर को देखा। प्रभु ने देखा कि कुछ कुत्तों ने बंदर पर हमला कर दिया और वो बंदर बचने के लिए पेड़ पर चढ़ने की कोशिश कर रहा था, लेकिन वो वहीं बेहोश हो जाता है। लोग कर रहे हैं प्रभु की तारीफ प्रभु ने फिर बंदर को पेड़ से उतारा और फिर पानी पिलाया, लेकिन बंदर के शरीर में कोई हरकत नहीं होती। इसके बाद वो बंदर को जानवरों के डॉक्टर के पास लेकर जाने लगते हैं, लेकिन रास्ते में बंदर की हालत और खराब होती दिखती है। प्रभु ये सब देखकर रास्ते में ही एक जगह रूककर बंदर को सीपीआर देना शुरू कर देते हैं। प्रभु बंदर की छाती को जोर-जोर से दबाते हैं और मुंह से हवा भी देते हैं। इस कोशिश में उन्हें सफलता मिलती है और बंदर की सांसे फिर से वापस आ जाती हैं। प्रभु का दोस्त उनकी वीडियो बना लेता है और अब जो भी इस वीडियो को देख रहा है, वो तारीफ किए बिना नहीं रह पा रहा है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/time-declared-person-of-the-year-2021-is-elon-musk-652989.html,"टेस्ला के CEO एलन मस्क बने टाइम के 'पर्सन ऑफ द ईयर', दुनिया के हैं सबसे अमीर आदमी","टेस्ला के CEO एलन मस्क बने टाइम के 'पर्सन ऑफ द ईयर', दुनिया के हैं सबसे अमीर आदमी By Kapil Tiwari | Updated: Monday, December 13, 2021, 20:28 [IST] नई दिल्ली, दिसंबर 13। टेस्ला कंपनी के सीईओ एलन मस्क को टाइम ने साल 2021 के लिए 'पर्सन ऑफ द ईयर' चुना है। एक ट्वीट के जरिए ये जानकारी देते हुए टाइम ने कहा है, ""दुनिया के सबसे अमीर आदमी के पास अपना घर नहीं है और जिसने हाल ही में अपने सपनों को बेचा है, जो सैटेलाइट को ऑर्बिट में टॉस करता है और सूर्य का दोहन करता है। वह एक ऐसी कार चलाता है जो बिना गैस का उपयोग करती है और मुश्किल से एक ड्राइवर की आवश्यकता होती है। उसकी उंगली के एक झटके से शेयर बाजार चढ़ता है और लुढ़कता है। उसके चाहने वाले उनके बोलने का इंतजार करते हैं।"" द टाइम की रिपोर्ट में एलन मस्क के बारे में कहा गया है कि यह व्यक्ति ऐसा है, जो हमारे प्लानेट को बचाने की इच्छा रखता है और हमें एक नया निवास देता है। टाइम के एडिटर इन चीफ की प्रतिक्रिया एलन मस्क के 'पर्सन ऑफ द ईयर' बनने पर टाइम के एडिटर-इन-चीफ एडवर्ड फेलसेंथल ने कहा है, ""इस वक्त पृथ्वी पर या इसके बाहर भी शायद ही कुछ लोग और हों, जिनका प्रभाव एलन मस्क से ज्यादा है, 2021 में एलन मस्क न सिर्फ दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बने हैं, बल्कि समाज में आए एक बड़े बदलाव की वजह भी वो रहे हैं।"" आपको बता दें कि टाइम मैगजीन साल 1927 से ये खिताब देती आ रही है। टाइम मैगजीन ने पिछले साल ये खिताब अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को दिया था।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/civil-society-organisations-launch-icpf-to-protect-child-right-and-exploitation-of-children-652981.html,"बच्‍चों का बचपन सुरक्षित बनाने के लिए सिविल सोसाइटी संगठन हुए एकजुट, ICPF का किया गठन","बच्‍चों का बचपन सुरक्षित बनाने के लिए सिविल सोसाइटी संगठन हुए एकजुट, ICPF का किया गठन By Bavita Jha | Published: Monday, December 13, 2021, 18:34 [IST] नई दिल्ली, 13 दिसंबर। दिल्ली में जुटे देशभर के सिविल सोसायटी संगठनों ने कोरोना काल में बच्चों की बढ़ती ट्रैफिकिंग और यौन शोषण पर चिंता जाहिर की और बच्चों के बचपन को सुरक्षित बनाने के लिए एक अनूठी पहल करते हुए इंडिया फॉर चाइल्‍ड प्रोटेक्‍शन फोरम (आईसीपीएफ) का गठन किया है। फोरम भारत में बाल संरक्षण तंत्र को मजबूत करने और बाल अधिकारों को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए काम करेगा। फोरम का उद्घाटन नोबेल शांति पुरस्‍कार से सम्मानित श्री कैलाश सत्‍यार्थी ने किया। आईसीपीएफ के गठन के साथ ही प्रयास के संस्‍थापक और पूर्व आईपीएस अधिकारी श्री आमोद कंठ को सर्वसम्मति से इसका राष्‍ट्रीय संयोजक बनाने की घोषणा की गई। कैलाश सत्‍यार्थी चिल्‍ड्रेन्‍स फाउंडेशन ने बच्‍चों की ट्रैफिकिंग और बाल यौन शोषण की रोकथाम के लिए दिल्ली के कांस्टिट्यूशन क्‍लब में चार दिवसीय राष्‍ट्रीय परिसंवाद का आयोजन किया। जिसमें बच्चों के मुद्दे पर प्रभावी हस्तक्षेप करने वाले प्रयास, शक्ति वाहिनी, बचपन बचाओ आंदोलन और प्रज्जवला जैसे देशभर के 70 से ज्यादा सिविल सोसायटी संगठनों ने हिस्‍सा लिया। परिसंवाद में विचार-मंथन के बाद सामूहिक रूप से यह निर्णय लिया गया कि कोरोना महामारी के बाद हालात जिस तेजी से बदले हैं उसमें सारे संस्‍थानों को अपने मतभेदों को भुलाकर बच्चों का जीवन संवारने के साझा सपनों की लड़ाई लड़नी होगी। जिसका नतीजा इंडिया चाइल्‍ड प्रोटेक्‍शन फोरम के रूप में सामने आया। इंडिया चाइल्ड प्रोटेक्शन फोरम राष्ट्रीय गठबंधन है जिसमें बच्चों के मुद्दे पर काम करने वाले समान विचारधारा वाले सिविल सोसायटी संगठन शामिल हैं। यह भारत में बाल संरक्षण तंत्र को मजबूत करने और बाल अधिकारों को प्रभावी रूप से लागू करने पर ध्यान केंद्रित करेगा। फोरम के गठन को एक अच्‍छी और सकारात्मक पहल बताते हुए श्री कैलाश सत्‍यार्थी ने कहा, ''इंडिया चाइल्‍ड प्रोटेक्‍शन फोरम एक बड़े संकल्‍प, बड़ी प्रतिज्ञा की शुरुआत है। फोरम का गठन साझा संकल्‍प, सपनों और विचारों को पूरा करने के उद्देश्‍य से बनाया गया है। यह विभिन्‍न सिविल सोसायटी संगठनों का एक ऐसा गठबंधन है जो बाल शोषण और बाल दासता को खत्‍म करने का काम करेगा। फोरम बच्‍चों के प्रति सामाजिक सोच एवं नीतियों को बदलेगा और सामाजिक चेतना का विस्‍तार करेगा। फोरम के माध्‍यम से हम ऐसे भारत का निर्माण करने की कोशिश करेंगे जहां किसी भी बच्‍चे का किसी भी तरह का शोषण नहीं होगा।'' श्री सत्‍यार्थी ने बच्चों के प्रति करुणा के विस्तार पर जोर दिया और इसे समस्या के समाधान के रूप में रेखांकित करते हुए कहा, ''दुनिया में जितने भी इतिहासों की रचना हुई है, बदलाव के जितने पन्‍ने लिखे गए हैं, उनको साधारण लोगों ने ही लिखे हैं। विशेषता इसमें नहीं है कि आपके पास कितने पैसे हैं, कितने बड़े पद हैं, आपका कितना नाम है, विशेषता आपकी इस बात में है कि आपके भीतर इसके लिए कितनी गहरी करुणा है।'' कोविड-19 महामारी के बाद बच्‍चों पर संकट बढ़ा है और उनकी सुरक्षा खतरे में पड़ी है। ऐसे में विभिन्‍न सिविल सोसायटी संगठन एकजुट होकर ही बच्‍चों को हरेक तरह के शोषण से बचाने की यह पहल महत्वपूर्ण है। इंडिया चाइल्ड प्रोट्क्शन फोरम के कार्यों और उद्देश्‍यों पर प्रकाश डालते हुए फोरम के राष्‍ट्रीय संयोजक श्री आमोद कंठ ने कहा, ''फोरम उन बच्‍चों को सुरक्षा प्रदान करने का काम करेगा जो पारिवारिक सुरक्षा से वंचित हैं। ऐसे बच्‍चों की संख्‍या देश में तीन करोड़ से अधिक है। सामाजिक, आर्थिक विषमताओं के कारण जो बच्‍चे स्‍कूल नहीं जा पा रहे हैं हम उनको स्‍कूलों में दाखिला दिलाने का प्रयास करेंगे। बच्‍चों के अधिकारों की पूर्ति, उनकी जरूरतों की पूर्ति ही उनके प्रति न्‍याय है। इस न्‍याय को लेकर हम सभी बच्‍चों तक पहुंचेंगे। फोरम बच्‍चों को एक मजबूत सुरक्षा कवच देने के लिए एक बड़े एक्‍शन प्‍लान की शुरुआत है। इसका प्रभाव दूरगामी होगा। सरकारी योजनाओं, नीतियों, कानूनों को लेकर सिविल सोसायटी संगठनों के प्रयास से हम असुरक्षित बच्‍चों तक पहुंचने की कोशिश करेंगे। ऐसे बच्‍चों की पहचान करना और उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करना हमारा लक्ष्‍य है।'' राष्ट्रीय परिसंवाद का मकसद बच्चों के यौन य़ौन शोषण और ट्रैफिकिंग की रोकथाम और नियंत्रण के साथ-साथ पीड़ितों के संरक्षण और पुनर्वास के लिए जिम्मेदार विभिन्न संगठनों, संस्थानों और एजेंसियों को एक साथ लाना है। राष्‍ट्रीय परिसंवाद भारत में बच्चों की ट्रैफिकिंग और यौन शोषण को जमीनी स्‍तर पर कैसे रोका जाए, ट्रैफिकिंग के नए उभरते रूपों और उसको खत्‍म करने में सिविल सोसायटियों की क्‍या भूमिका हो, उसके इर्द-गिर्द घूमती रही। परिसंवाद में कानून निर्माताओं, सिविल सोसायटी संगठनों, एजेंसियों के प्रमुखों और बाल अधिकार विशेषज्ञों ने भी हिस्‍सा लिया। वक्ताओं ने कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए और ट्रैफिकिंग इन पर्संन्स (प्रीवेंशन, केयर एंड रीहैबिलिटेशन) बिल, 2021 को तत्‍काल पारित करने की मांग भी की।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/actors-kareena-kapoor-khan-and-amrita-arora-corona-positive-652948.html,"बॉलीवुड एक्ट्रेस करीना कपूर और अमृता अरोड़ा कोरोना पॉजिटिव, प्रोटोकॉल तोड़ की थी पार्टी","बॉलीवुड एक्ट्रेस करीना कपूर और अमृता अरोड़ा कोरोना पॉजिटिव, प्रोटोकॉल तोड़ की थी पार्टी By Ashutosh Tiwari | Updated: Monday, December 13, 2021, 17:46 [IST] नई दिल्ली, 13 दिसंबर: बॉलीवुड एक्ट्रेस करीना कपूर खान और अमृता अरोड़ा सोमवार को कोरोना पॉजिटिव पाई गईं। दोनों हाल ही में कोविड प्रोटोकॉल तोड़ते हुए कई पार्टियों में शामिल हुई थीं। सूत्रों के मुताबिक दोनों घर पर ही आइसोलेट हैं और उनकी हालत स्थिर है। साथ ही डॉक्टरों की सलाह पर उनको इलाज मुहैया करवाया जा रहा है। वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए बीएमसी ने दोनों एक्ट्रेस के संपर्क में आए लोगों को कोरोना का RT-PCR टेस्ट करवाने के आदेश दिए हैं। Bollywood industry में लौटा कोरोना, Kareena Kapoor और Amrita Arora Corona positive | वनइंडिया हिंदी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दो दिन पहले करीना कपूर और अमृता करण जौहर की पार्टी में शामिल हुई थीं। उस दौरान उनकी बहन करिश्मा भी मौजूद थीं। ये पार्टी करण ने 'कभी खुशी कभी गम' के 20 साल पूरे होने पर रखी थी। आरोप है कि दोनों पॉजिटिव एक्ट्रेस ने कई कार्यक्रमों में कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए हिस्सा लिया था। जिस वजह से वो वायरस की चपेट में आईं। फिलहाल उनके संपर्क में आए लोगों की जांच कर उन्हें क्वारंटीन किया जा रहा है। वहीं दोनों एक्ट्रेस की टीम ने इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। घर वालों और बच्चों का अपडेट नहीं करीना इसी साल फरवरी में दूसरी बार मां बनी थीं। उनके पॉजिटिव आने के बाद से फैन्स काफी परेशान हैं। अभी तक उनके बेटे तैमूर, जहांगीर अली खान और उनके परिवार के बारे में कोई अपडेट नहीं मिला है। कोरोना मामलों में गिरावट जारी: 24 घंटों में मिले 7350 केस, एक्टिव मरीज 561 दिन में सबसे कम ये दो एक्टर भी पॉजिटिव आपको बता दें कि इससे पहले काजोल की बहन तनीशा मुखर्जी कोरोना पॉजिटिव आई थीं। उन्होंने खुद सोशल मीडिया के जरिए अपने फॉलोवर्स को इसकी जानकारी दी। उनकी भी हालत स्थिर है और वो घर पर क्वारंटीन हैं। उनसे अलावा साउथ के सुपरस्टार कमल हासन की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। उन्होंने खुद की लापरवाही स्वीकार करते हुए अपने फैन्स से सावधानी बरतने की अपील की थी।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/serum-institute-booster-dose-submit-trial-report-to-sec-652943.html,"सीरम इंस्टीट्यूट ने बू्स्टर डोज का डाटा किया सबमिट, SEC ने नहीं दी मंजूरी","सीरम इंस्टीट्यूट ने बू्स्टर डोज का डाटा किया सबमिट, SEC ने नहीं दी मंजूरी By Prashanth Rai | Updated: Monday, December 13, 2021, 16:41 [IST] नई दिल्ली। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के आने के बाद देश में बूस्टर डोज को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। इसी कड़ी में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बूस्टर डोज को लेकर सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ( एसईसी ) को डाटा सब्मिट किया है। हालांकि SEC यूके की मेडिसन एंड हेल्थकेयर पोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी के बूस्टर डोज को अनुमति देने के बात से सहमत होती हुई नजर नहीं आई। इंडिया टुडे के मुताबिक सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी को दी गई सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को बूस्टर डोज बनाने की अनुमति नहीं दी गई। सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी की मीटिंग 10 दिसंबर को हुई थी। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने जो कोरोना की बूस्टर डोज को लेकर डाटा दिया था, उसमें कहा गया था कि बूस्टर डोज दूसरी डोज देने के 6 महीने बाद दी जाएगी। ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका फेज 1 और फेज 2 का क्लीनिकल ट्रायल यूके में हो चुका है। इसको यूके की मेडिसन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी अनुमति दे चुकी है। जानिए सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने क्या कहा है SEC ने अपनी जांच में पाया कि सीरम ने यूके में हुई स्टडी के केवल 75 सब्जेट के डाटा को शेयर किया था। इसके अलावा सीरम ने भारतीय जनता से संबंधित बूस्टर डोज का डाटा शेयर नहीं किया था। वहीं दोनों डोज दिये जाने के बाद बूस्टर डोज में कितना इंटरवल होना चाहिए, इसके बारे में भी जानकारी नहीं थी। इसके अलावा सीरम ने लोकल क्लीनिकल ट्रायल डाटा भी बूस्टर डोज के संबंध में शेयर नहीं किया था। कोरोना मामलों में गिरावट जारी: 24 घंटों में मिले 7350 केस, एक्टिव मरीज 561 दिन में सबसे कम SEC ने सीरम से कहा है कि वह बूस्टर डोज को लेकर ऐसा प्रस्ताव लाएं, जिससे ये साबित हो सके कि भारत में बूस्टर डोज की जरूरत है। वहीं सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने इस बात का आदेश सभी वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों को दिया है। हाल में बायोलॉजिकल ई ने वैक्‍सीन को लेकर दोबारा फेज 3 का क्‍लीनिकल ट्रायल पेश किया था। जिसमें बूस्टर डोज को लेकर बात की गई थी।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/india-successfully-carried-out-a-long-range-supersonic-missile-assisted-torpedo-smart-652928.html,"सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड टॉरपीडो का सफलतापूर्वक परीक्षण, लंबी दूरी पर लक्ष्य भेदने में सक्षम","सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड टॉरपीडो का सफलतापूर्वक परीक्षण, लंबी दूरी पर लक्ष्य भेदने में सक्षम By Love Gaur | Updated: Monday, December 13, 2021, 16:07 [IST] नई दिल्ली, 13 दिसंबर: भारत ने आज ओडिशा में बालासोर के तट से लंबी दूरी की सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड टॉरपीडो (स्मार्ट) को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। रक्षा अधिकारियों ने बताया कि भारतीय नौसेना के लिए DRDO द्वारा हथियार प्रणाली विकसित की जा रही है, जिसमें अब जल्द और इजाफा होने वाला है। DRDO: India ने लॉन्च किया 'SMART', जानिए क्या है ये, कैसे बढ़ेगी सेना की ताकत | वनइंडिया हिंदी रक्षा विकास एवं अनुसंधान संगठन (डीआरडीओ) ने सोमवार को बताया कि बालासोर तट पर लंबी रेंज के सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड टॉरपीडो (स्मार्ट) का सफल परीक्षण किया गया है। डीआरडीओ ने जानकारी दी कि इस सिस्टम को पनडुब्बी रोधी युद्धक क्षमताओं को बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है, जो भारतीय नौसेना की ताकत को बढ़ाएगी।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/varanasi-kaal-bhairav-history-vishwanath-temple-kaal-bhairav-temple-in-varanasi-story-in-hindi-652905.html,"पहले 'काशी कोतवाल' की पूजा फिर काम दूजा..., जानें बनारस के लिए क्यों जरूरी हैं काल भैरव कोतवाल","पहले 'काशी कोतवाल' की पूजा फिर काम दूजा..., जानें बनारस के लिए क्यों जरूरी हैं काल भैरव कोतवाल By Pallavi Kumari | Updated: Monday, December 13, 2021, 14:03 [IST] नई दिल्ली,13 दिसंबर: गंगा के किनारे बसे उत्तर प्रदेश का शहर काशी (वाराणसी) सबसे पुराने शहरों में से एक है। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में प्रमुख काशी विश्वनाथ मंदिर अनादिकाल से बनारस में है। काशी में बसे भगवान शिव और माता पार्वती के महत्व के बारे में तो हर कोई जानता है लेकिन काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव का भी महत्व उतना ही खास और अहम है। काशी में एक बहुत ही पुरानी कहावत है कि ''पहले 'काशी कोतवाल' की पूजा फिर काम दूजा...''। जी हां, धार्मिक मान्यता है कि इस शहर में कोई भी शुभ काम करने से पहले 'काशी कोतवाल' यानी बाबा काल भैरव की पूजा की जाती है। इसलिए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 13 दिसंबर 2021 को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण से पहले काल भैरव की पूजा करने पहुंचे थे। कहा जाता है कि काशी नगरी में काल भैरव की मर्जी चलती है। भगवान शिव की पूजा करने से भी पहले इनको यहां पूजा जाता है। आइए जानें क्या है इसके पीछे की पूरी कहानी और काशी के लिए इतने क्यों जरूरी हैं काल भैरव कोतवाल। Kashi Vishwanath Corridor: ललिता घाट में PM Modi ने लगाई गंगा में डुबकी | वनइंडिया हिंदी बाबा विश्‍वनाथ हैं काशी के राजा और कोतवाल हैं काल भैरव भगवान शंकर की नगरी कही जानेवाली काशी को लेकर धार्मिक मान्यता है कि इस शहर के राजा बाबा विश्‍वनाथ हैं। वहीं काशी का कोतवाल काल भैरव को कहा जाता है। मान्यता है कि इस शहर में भैरव बाबा की मर्जी के बिना कुछ भी नहीं होता है और पूरी नगरी की देखरेख उन्ही के हाथों में है। काशी के रहने वाले लोगों का ये भी कहना है कि बाबा विश्‍वनाथ के मंदिर के पास एक कोतवाली भी है, जिसकी रक्षा खुद काल भैरव करते हैं। इसका उल्लेख महाभारत और उपनिषद में भी किया गया है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/beautifully-answered-harnaaz-sandhu-s-final-question-after-which-she-won-miss-universe-2021-title-652902.html,"Miss Universe 2021: क्या था वो सवाल, जिसका जवाब देकर भारत की हरनाज कौर ने जीता मिस यूनिवर्स का ताज","Miss Universe 2021: क्या था वो सवाल, जिसका जवाब देकर भारत की हरनाज कौर ने जीता मिस यूनिवर्स का ताज By Love Gaur | Updated: Monday, December 13, 2021, 13:09 [IST] नई दिल्ली, 13 दिसंबर: भारत की बेटी हरनाज कौर संधू ने मिस यूनिवर्स 2021 का ताज अपने नाम करते हुए पूरी दुनिया में देश का नाम रौशन किया है। चंडीगढ़ की रहने वाली 21 साल की हरनाज ने इजराइल के इलियट में आयोजित हुई 70वीं मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में अपने जवाब से इतिहास रचते हुए ब्रह्माण्ड सुंदरी का खिताब अपने नाम किया है। 21 साल बाद मिस यूनिवर्स का खिताब भारत को मिला है। ऐसे में जानिए वो कौनसा सवाल था, जिसका जवाब देकर जीता खिताब जीता। Harnaaz Kaur Sandhu Miss Universe 2021: हरनाज के इस जवाब ने दिलाया खिताब | वनइंडिया हिंदी तीसरी मिस यूनिवर्स बनीं हरनाज कौर संधू हरनाज कौर संधू अब सुष्मिता सेन और लारा दत्ता के साथ तीसरी भारतीय महिला बन गई हैं, जिन्होंने इस खिताब को जीतकर दुनिया में भारत का मान बढ़ाया है। इससे पहले मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में भारत ने दो बार अपनी जगह बनाई थी और अब इस लिस्ट में हरनाज भारत की ओर से तीसरी मिस यूनिवर्स हैं। साल 1994 में सुष्मिता सेन ने इस ताज को अपने नाम किया था। वहीं उसके बाद साल 2000 में लारा दत्ता ने खिताब जीता। अब हरनाज कौर संधू ने यह कमाल करके दिखाया है। 75 से ज्यादा कंटेस्टेंट को पछाड़ा दरअसल, इसी पूरी प्रतियोगिता में 75 से ज्यादा खूबसूरत और प्रतिभाशाली कंटेस्टेंट ने हिस्सा लिया था, जिसमें से टॉप 3 में भारत के साथ साउथ अफ्रीका और पराग्वे की कंटेस्टेंट भी थी, लेकिन दोनों को पछाड़ते हुए हरनाज कौर संधू ने इस खिताब को अपने नाम किया, जबकि पराग्वे की पहली और दक्षिण अफ्रीका की कंटेस्टेंट दूसरी रनर-अप रहीं। इससे पहले फाइनल राउंड के अंतिम सवाल के दौरान भारत, पराग्वे और दक्षिण अफ्रीका के टॉप 3 प्रतियोगियों से पूछा गया कि वे आज की युवा महिलाओं को दबाव से निपटने के लिए क्या सलाह देंगी? शानदार जवाब के साथ जीता ताज इस सवाल का भारत की हरनाज कौर संधू ने इतना खूबसूरत जवाब दिया कि उनको मिस यूनिवर्स 2021 का ताज जीतने से कोई नहीं रोक सका। अपने जवाब में हरनाज संधूने कहा कि मुझे लगता है कि आज की युवा पर सबसे बड़ा दबाव उनका खुद पर भरोसा करना है। उन्होंने कहा कि आपको खुद पर यह भरोसा करना होगा कि आप यूनिक हैं और यही आपको खूबसूरत बनाती है। इससे बाहर निकलिए खुद के लिए आवाज उठाइए, क्योंकि आप ही अपने जिंदगी के सबसे बड़े लीडर हैं।मैं अपने आप पर विश्वास करती हूं और इसीलिए मैं आज यहां पर खड़ी हूं।उन्होंने इस शानदार जवाब के साथ ही इस साल का खिताब अपने नाम कर लिया। पूर्व मिस यूनिवर्स 2020 ने की ताजपोशी हरनाज कौर संधू की ताजपोशी मेक्सिको की पूर्व मिस यूनिवर्स 2020 एंड्रिया मेजा ने की। इस इवेंट का हिस्सा बनने भारत से दीया मिर्जा भी पहुंचीं। वहीं उर्वशी रौतेला ने इस बार इस प्रतियोगिता को जज किया। आपको बता दें कि मॉडलिंग के साथ-साथ हरनाज एक्टिंग की दुनिया में भी कदम रख चुकी हैं। वो जल्दी ही पंजाबी फिल्म 'यारा दियां पू बारां' और 'बाई जी कुट्टांगे' में नजर आएंगी हैं। वहीं इस प्रतियोगिता में पराग्वे की 22 साल की नादिया फरेरा दूसरे स्थान पर रहीं, जबकि दक्षिण अफ्रीका की 24 वर्षीय लालेला मसवाने तीसरे स्थान पर रहीं। जानिए कौन हैं मिस यूनिवर्स हरनाज पंजाब के चंडीगढ़ की रहने वाली 21 साल की हरनाज संधू एक मॉडल हैं। मॉडलिंग के अलावा हरनाज का फिटनेस और योगा भी फुल फोकस है। हरनाज ने साल 2017 में मिस चंड़ीगढ़ का खिताब जीता था। फिर साल 2018 में उन्होंने मिस मैक्स इमर्ज‍िंग स्टार इंड‍िया का भी खिताब अपने नाम किया। इन दो प्रतियोगिताओं को जीतने के बाद हरनाज ने मिस इंड‍िया 2019 में हिस्सा लिया। जहां वे टॉप 12 तक जगह बनाने में कामयाब हुईं। 'चक दे फट्टे इंडिया...', जब मिस यूनिवर्स बनने के बाद बोलीं भारत की बेटी हरनाज कौर संधू, देखें Video",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/harnaaz-sandhu-who-has-been-a-victim-of-body-shaming-won-miss-universe-2021-crown-see-her-pain-652892.html,"Miss Universe 2021 हरनाज कौर संधू हो चुकी हैं 'बॉडी शेमिंग' की शिकार, खुद ही बयां किया था दर्द","Miss Universe 2021 हरनाज कौर संधू हो चुकी हैं 'बॉडी शेमिंग' की शिकार, खुद ही बयां किया था दर्द By Ankur Sharma | Updated: Monday, December 13, 2021, 12:12 [IST] नई दिल्ली, 13 दिसंबर। आज भारत की बेटी हरनाज कौर संधू ने 70वें मिस यूनिवर्स का खिताब अपने नाम करके इतिहास रच दिया है। पूरा देश आज हरनाज कौर की सफलता पर इतरा रहा है और उन्हें दिल खोलकर बधाई दे रहा है। आपको बता दे कि ये खिताब जीतने वाली हरनाज तीसरी भारतीय महिला हैं। इससे पहले इस खिताब को साल 1994 में सुष्मिता सेन और साल 2000 में लारा दत्ता ने अपने नाम किया था। Harnaaz Sandhu Miss Universe 2021: दुबलेपन के लिए उड़ाया गया था मजाक | वनइंडिया हिंदी 'अपनी कमजोरी को ही अपनी ताकत बना लेना चाहिए' आपको बता दें कि अपनी सुंदरता और बुद्धि कौशल से ब्रह्मांड सुंदरी का खिताब अपने नाम करने वाली हरनाज ने आज साबित कर दिया कि इंसान को अपनी कमजोरी पर आंसू बहाने से अच्छा है उसे ही अपनी ताकत बना लेनी चाहिए। दरअसल हरनाज कौर आज जहां पहुंची हैं, उसके पीछे उनका आत्मविश्वास और कुछ कर जाने की चाहत है। कुछ वक्त पहले संधू ने एक वेबसाइट से बात करते हुए अपने बारे में एक खास बात बताई थी, जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया था। Harnaaz Sandhu Miss Universe 2021: भारत ने तीसरी बार जीता मिस यूनिवर्स टाइटल, जानिए तीनों सुंदरियों को हरनाज कौर संधू हो चुकी हैं 'बॉडी शेमिंग' की शिकार दरअसल संधू ने कहा था कि 'आज लोग मुझे ग्लैमरस कहते हैं लेकिन एक वक्त था, जब मैं अपने दुबलेपन की वजह से काफी परेशान थी और हर कोई मेरा मजाक उड़ाता था।' संधू ने कहा कि 'ये बात किशोरावस्था की है। जब बच्चे ग्रोइंग एज में होते हैं और उनके अंदर बहुत सारे शारीरिक, मानसिक और इमोशनली परिवर्तन होते हैं। मैं भी उसी दौर में थीं लेकिन मैं अपने दुबलेपन के कारण हमेशा लोगों की हंसी की पात्र बन जाती थी। ये सब मुझे बहुत ज्यादा परेशान करता था, मैं मेंटल ट्रॉमा में चली गई थी लेकिन फिर मुझे समझ में आया कि मुझे रोने या परेशान होने से कुछ हासिल नहीं होगा और मुझे इन सब से बाहर निकलना ही होगा।' 'मेरी कमजोरी ने ही मुझे और मजबूत बना दिया' संधू ने कहा था कि 'मेरी कमजोरी ने ही मुझे और मजबूत बना दिया, क्योंकि मुझे एहसास हुआ कि मैं दूसरों की राय से नहीं जी सकती हूं। एकमात्र व्यक्ति जिसे मुझे प्रभावित करने की आवश्यकता है, वह मैं खुुद हूं और उसके बाद से मैंने खुद को संभाला और खुद पर वक्त देने लग गईं और धीरे-धीरे मैंने अपनी समस्या पर बाहर निकल गई और तनाव मुक्त हो गई। इसलिए कोई भी काम करने के लिए आप को खुद पर भरोसा होना चाहिए। दुनिया को प्रभावित करने की कोशिश में, हम कभी-कभी यह भूल जाते हैं कि हम कौन हैं?लेकिन अगर आपको खुद पर विश्वास है तो आप इस दुनिया में कुछ भी जीत सकते हैं।' 'आप अपनी समस्याओं को लोगों से शेयर कीजिए' संधू ने कहा था कि 'आप अपनी समस्याओं को लोगों से शेयर कीजिए,इससे आप स्ट्रेस मु्क्त हो जाएंगे और अपना लक्ष्य हासिल करेंगे।' संधू ने बताया कि 'मैंने अपनी मां से ये बातें शेयर की थीं, जिन्होंने मुझे समझा और मुझे इस समस्या से बाहर आने में पूरी मदद की'। यही वजह है कि आज संधू ने अपना मिस यूनिवर्स का खिताब अपनी मां को ही समर्पित किया है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/harnaaz-kaur-sandhu-says-chak-de-phatte-india-after-becoming-miss-universe-2021-652885.html,"'चक दे फट्टे इंडिया...', जब मिस यूनिवर्स बनने के बाद बोलीं भारत की बेटी हरनाज कौर संधू, देखें Video","चक दे फट्टे इंडिया...', जब मिस यूनिवर्स बनने के बाद बोलीं भारत की बेटी हरनाज कौर संधू, By Pallavi Kumari | Updated: Monday, December 13, 2021, 11:30 [IST] नई दिल्ली, 13 दिसंबर: भारत की हरनाज कौर संधू ने 70वीं मिस यूनिवर्स 2021 का खिताब अपने नाम कर लिया है। इजराइल के इलियट में आयोजित 70वीं मिस यूनिवर्स 2021 का ताज भारत लाकर हरनाज कौर संधू ने देश को गौरवान्वित किया है। पूर्व मिस यूनिवर्स मेक्सिको की एंड्रिया मेजा ने भारत की बेटी हरनाज कौर संधू को मिस यूनिवर्स 2021 का क्राउन पहनाया। मिस यूनिवर्स 2021 का ताज पहनने के बाद हरनाज को अपने साथी प्रतियोगियों के साथ मंच पर जश्न मनाते देखा जा सकता है। भारत की जीत पर गर्व जताते हुए हरनाज कहती है, ''चक दे फट्टे इंडिया, चक दे फट्टे...।'' जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इन दो देशों को पछाड़ मिस यूनिवर्स बनीं हरनाज कौर हरनाज कौर ने मिस पराग्वे और मिस साउथ अफ्रीका को फाइनल राउंड में पछाड़ कर मिस यूनिवर्स बनी हैं। मिस पराग्वे फर्स्ट रनर अप रही थीं और र सेकेंड रनर अप मिस साउथ अफ्रीका रही थीं। फाइनल राउंड के दौरान टॉप 3 फाइनलिस्ट से पूछा गया था, ""आज के दबावों से निपटने के लिए युवा महिलाओं को आप क्या सलाह देंगी।'' Harnaaz Kaur Sandhu Miss Universe 2021: कौन हैं मिस यूनिवर्स हरनाज संधू ? | वनइंडिया हिंदी 'मुझे खुद पर विश्वास था, इसलिए मैं यहां हूं...' युवा महिलाओं को सलाह देने वाले फाइनल सवाल के जवाब में हरनाज कौर संधू ने कहा, '' मुझे लगता है कि आज के युवाओं का सबसे बड़ा दबाव खुद पर विश्वास करने का है। आपको पता होना चाहिए कि आप सबसे खास हैं और आपका विश्वास ही आपको सबसे सुंदर बनाता है। अपनी तुलना दूसरों से करना बंद करें। और आइए दुनिया भर में हो रही अधिक महत्वपूर्ण चीजों के बारे में बात करते हैं। मुझे लगता है कि आपको यही समझने की जरूरत है। बाहर आओ, अपने लिए बोलो, क्योंकि तुम अपने जीवन के मालिक हो। तुम अपनी आवाज हो। मुझे खुद पर विश्वास था और इसलिए मैं आज यहां खड़ी हूं। धन्यवाद।"" 21 साल बाद भारत को मिला मिस यूनिवर्स का टाइटल 2000 में लारा दत्ता के खिताब जीतने के दो दशक बाद 70वीं मिस यूनिवर्स 2021 में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली 21 वर्षीय हरनाज संधू ये ताज भारत लेकर आई हैं। हरनाज संधू ने पूरे देश को गौरवान्वित किया है। जैसे ही उनके नाम को विजेता घोषित किया गया, हरनाज खुशी के आंसू छलक पड़े। चंडीगढ़ की रहने वाली 21 साल की हरनाज एक मॉडल और एक्ट्रेस हैं। उनकी दो पंजाबी फिल्में 2022 में रिलीज होने वाली हैं। 80 प्रतियोगि को हरनाज संधू ने छोड़ा पीछे भारत की हरनाज संधू मिस यूनिवर्स 2021 में लगभग 80 प्रतियोगियों के टॉप पर रहीं। हरनाज संधू ने प्रतिष्ठित खिताब का दावा करने के लिए विभिन्न देशों और क्षेत्रों के 79 अन्य प्रतियोगियों को हराया है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/president-ramnath-kovind-pm-modi-and-central-ministers-give-tribute-to-martyed-of-sansad-attack-652882.html,संसद हमले में बलिदान देने वालों को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि,"संसद हमले में बलिदान देने वालों को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि By Prashanth Rai | Published: Monday, December 13, 2021, 11:14 [IST] नई दिल्ली। सोमवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्रियों ने सोमवार को उन लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने 2001 के संसद हमले में ""राष्ट्र की सेवा और सर्वोच्च बलिदान"" के लिए अपनी जान गंवाई। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मैं उन बहादुर सुरक्षा कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जिन्होंने 2001 में आज के दिन, दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की संसद की रक्षा करते हुए एक नृशंस आतंकवादी हमले के खिलाफ अपने प्राणों की आहुति दी थी। उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए राष्ट्र सदैव उनका आभारी रहेगा। Parliament Attack 20 Year: संसद में ओम बिरला समेत इन दिग्गजों ने दी श्रद्धांजलि | वनइंडिया हिंदी वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि मैं उन सभी सुरक्षा कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जो 2001 में संसद हमले के दौरान कर्तव्य के दौरान शहीद हुए थे। राष्ट्र के लिए उनकी सेवा और सर्वोच्च बलिदान हर नागरिक को प्रेरित करता है। वहीं ट्वीट करते हुए केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने लिखा कि भारतीय लोकतंत्र के मंदिर संसद भवन पर हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले में राष्ट्र के गौरव की रक्षा हेतु अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले सभी बहादुर सुरक्षाबलों के साहस व शौर्य को कोटिशः नमन करता हूँ। आपका अद्वितीय पराक्रम व अमर बलिदान सदैव हमें राष्ट्रसेवा हेतु प्रेरित करता रहेगा। वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्वीट करते हुए लिखा कि देश कर्तव्य की पंक्ति में उनके साहस और सर्वोच्च बलिदान के लिए आभारी रहेगा। """" उन बहादुर सुरक्षा कर्मियों को मेरी श्रद्धांजलि जिन्होंने 2001 में संसद भवन पर हमले के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी। राउंडअप: हेलिकॉप्टर हादसे पर रक्षा मंत्री ने संसद में दिया बयान, जानें संसद में नौवें दिन क्या हुआ? बता दें कि 13 दिसंबर, 2001 को भारी हथियारों से लैस पांच आतंकवादियों ने संसद परिसर के अंदर धावा बोल दिया और अंधाधुंध गोलियां चला दीं, जिसमें 14 लोगों की जान चली गई, जिनमें ज्यादातर सुरक्षा बल के जवान और एक नागरिक था। यह हमला संसद के स्थगित होने के करीब 40 मिनट बाद हुआ और इमारत में करीब 100 सदस्य मौजूद थे।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/miss-universe-2021-after-sushmita-sen-lara-dutta-now-harnaaz-sandhu-becomes-3rd-indian-won-title-652880.html,"Harnaaz Sandhu Miss Universe 2021: भारत ने तीसरी बार जीता मिस यूनिवर्स टाइटल, जानिए तीनों सुंदरियों को","Harnaaz Sandhu Miss Universe 2021: भारत ने तीसरी बार जीता मिस यूनिवर्स टाइटल, जानिए तीनों सुंदरियों को By Ankur Sharma | Updated: Monday, December 13, 2021, 11:08 [IST] नई दिल्ली, 13 दिसंबर। आज एक बार फिर से भारत के लिए गौरवान्वित होने का पल है क्योंकि आज भारत की बेटी हरनाज कौर संधू ने 70वें मिस यूनिवर्स का खिताब अपने नाम कर लिया है। सोमवार सुबह इजराइल के इलियट में संपन्न हुई इस प्रतियोगिता में हरनाज ने साल 2021 की ब्रह्मांड सुंदरी का खिताब जीता। आपको बता दें कि भारत ने आज तीसरी बार ये टाइटल जीता है। इससे पहले इस खिताब को साल 1994 में सुष्मिता सेन और साल 2000 में लारा दत्ता ने अपने नाम किया था। Harnaaz Kaur Sandhu Miss Universe 2021: हरनाज से पहले इन सुंदरियों ने जीता ये खिताब | वनइंडिया हिंदी पहला खिताब सुष्मिता सेन के नाम सुष्मिता सेन ने पहली बार मिस यूनिवर्स का टाइटल जीता था। उस वक्त उनकी उम्र मात्र 19 साथ थी। हैदराबाद में जन्मीं सुष्मिता ने मिस इंडिया स्पर्धा में ऐश्वर्या राय को हराया था।सुष्मिता देश की लोकप्रिय हस्तियों और बेहतरीन अभिनेत्रियों में से एक हैं, ये अभी तक अविवाहित हैं लेकिन इन्होंने दो बेटियों को गोद लिया हुआ है। Dellywood Miss India Teen 2021: बैंगलोर की पराजिका शर्मा बनी मिस इंडिया टीन-2021, जानिए खास बातें दूसरा खिताब लारा दत्ता के नाम लारा दत्ता ने साल 2000 में मिस यूनिवर्स का खिताब अपने नाम किया था। ये खिताब जीतने वाली वो इंडिया की दूसरी महिला बनी थीं। जिस वक्त लारा ने ये खिताब जीता था, उस वक्त उनकी उम्र 22 साल थी। लारा दत्ता ने मशहूर टेनिस खिलाड़ी महेश भूपति से शादी की है, दोनों को शादी से एक बेटी है। तो क्या नोरा और गुरु रंधावा का चल रहा है चक्कर? वायरल हुईं गोवा Beach की तस्वीरें हरनाज कौर संधू ने जीता तीसरी बार खिताब 70वीं मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में भारत की हरनाज कौर ने पहला मुकाम हासिल करके इतिहास रचा है। इस प्रतियोगिता में मिस पराग्वे दूसरे नंबर पर और मिस साउथ अफ्रीका तीसरेनंबर पर रहीं। हरनाज की उम्र 21 साल है और उन्हें एक्टिंग, सिंगिंग, डांसिंग, योगा, स्विमिंग, घुड़सवारी और कुकिंग का शौक है। वो इससे पहले साल 2017 में टाइम्सफ्रेशफेस मिस चंडीगढ़ 2017 का खिताब अपने नाम कर चुकी हैं। क्या फिल्मों में करेंगी काम? सुष्मिता-लारा ने ब्रह्मांड सुंदरी का खिताब जीतने के बाद बॉलीवुड में प्रवेश किया और दोनों ने ही बेहतरीन फिल्मों में काम किया है, अब देखना ये है कि क्या इन दोनों की तरह हरनाज भी फिल्मों में प्रवेश करेंगी? पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन से पोस्ट मास्टर्स आपको बता दें कि हरनाज साल 2019 में मिस इंडिया पंजाब भी रह चुकी हैं और उन्होंने दो पंजाबी फिल्मों में भी काम किया है। पंजाब के सरकारी स्कूल से शिक्षा ग्रहण करने वालीं हरनाज इस वक्त पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन से पोस्ट मास्टर्स कर रही हैं।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/covid-19-india-7350-new-patients-in-24-hours-now-91456-active-patients-lowest-in-561-days-652878.html,"कोरोना मामलों में गिरावट जारी: 24 घंटों में मिले 7350 केस, एक्टिव मरीज 561 दिन में सबसे कम","कोरोना मामलों में गिरावट जारी: 24 घंटों में मिले 7350 केस, एक्टिव मरीज 561 दिन में सबसे कम By Vijay | Published: Monday, December 13, 2021, 10:20 [IST] नई दिल्ली। कोविड-वैक्सीनेशन में महारत हासिल कर चुके भारत में कोरोनावायरस के सक्रिय मरीज अब दिनों-दिन घट रहे हैं। आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि, बीते 24 घंटे में देशभर से 7,350 नए मामले दर्ज किए गए। वहीं, 7,973 रिकवरी हुईं। इसी के साथ सक्रिय मरीजों का आंकड़ा 91,456 रह गया। यह बीते 561 दिन में सबसे कम है। Omicron Variant: Kerala में मिला Omicron का पहला केस, Britain से लौटा था युवक | वनइंडिया हिंदी अब तक 475636 लोगों की जान जा चुकी विभाग ने यह भी बताया कि, देशभर में कल के दिन कोरोनावायरस के कारण 202 मौतें भी दर्ज की गईं। इसके साथ ही सरकारी आंकड़ों में अब तक 475636 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, नए मिलने वाले मरीजों की बात करें तो नए मरीजों का सबसे ज्यादा पता केरल राज्य में चल रहा है, यह वही राज्य है जहां देश का पहला कोरोना मरीज मिला था। तकरीबन 2 साल बाद भी केरल कोरोना की सर्वाधिक मार झेल रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, कल केरल राज्य से कोरोना के 222 नए मामले दर्ज किए गए। इसके अलावा 143 मौतें हुईं। अब तक यहां 42967 मौतें हो चुकी हैं।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/who-is-miss-universe-2021-harnaaz-kaur-sandhu-652874.html,"कौन हैं हरनाज कौर संधू, जो 21 साल की उम्र में बनीं मिस यूनिवर्स, जानें उनके बारे में सबकुछ","कौन हैं हरनाज कौर संधू, जो 21 साल की उम्र में बनीं मिस यूनिवर्स, जानें उनके बारे में सबकुछ By Pallavi Kumari | Updated: Monday, December 13, 2021, 10:17 [IST] नई दिल्ली, 13 दिसंबर: मिस यूनिवर्स 2021 में भारत की हरनाज कौर संधू ने बाजी मार ली है। 70वीं मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता सोमवार सुबह इजराइल के इलियट में आयोजित हुई, जिसमें भारत की बेटी हरनाज कौर संधू ने मिस यूनिवर्स का खिताब अपने नाम किया है। भारत तो ये टाइटल 21 साल के लंबे इंतजार के बाद मिला है। टॉप-3 में भारत की मिस इंडिया हरनाज कौर संधू के साथ मिस साउथ अफ्रीका और मिस पराग्वे भी शामिल थीं। मिस पराग्वे फर्स्ट रनर अप रहीं और सेकेंड रनर अप मिस साउथ अफ्रीका रहीं। फाइनल राउंड में तीनों कंटेस्टेंट से पूछा गया था कि प्रतियोगिता देखने वाली सभी महिलाओं को वो क्या सलाह देना चाहेंगी। इस सवाल का खूबसूरती से जवाब देकर हरनाज कौर संधू ने दिया और मिस मैक्सिको का ताज मिस इंडिया को दिया गया। आइए जानें कौन हैं हरनाज कौर संधू? Harnaaz Kaur Sandhu Miss Universe 2021: कौन हैं मिस यूनिवर्स हरनाज संधू ? | वनइंडिया हिंदी कौन हैं भारत की मिस यूनिवर्स हरनाज कौन संधू पंजाब के चंडीगढ़ की रहने वाली हरनाज कौर संधू अभी 21 साल की हैं। उनका जन्म पंजाब के सिख परिवार में हुआ है। हरनाज कौन संधू फिटनेस और योगा लवर हैं। हरनाज ने 2017 में मिस चंडीगढ़ का ख‍िताब जीता था। तब से ही उन्हें मिस यूनिवर्स का खिताब जीतने का शौक था। 2017 में मिस चंडीगढ़ का ख‍िताब जीतने के बाद हरनाज कौर संधू 2018 में हर मिस मैक्स इमर्ज‍िंग स्टार इंड‍िया का भी खिताब जीता। इन दो प्रतियोगिताओं को जीतने के बाद हरनाज ने मिस इंड‍िया 2019 में हिस्सा लिया। जहां वे टॉप 12 तक जगह बनाने में कामयाब हुईं। हरनाज को फिल्मों का है शौक हरनाज कौर संधू को फिल्मों का बहुत शौक है। मिस यून‍िवर्स 2021 का खिताब जीतने से पहले ही उनके पास दो पंजाबी फिल्में थीं। ''यारा दिया पू बरन'' और ''बाई जी कुट्टंगे''हरनाज की ये दो पंजाबी फिल्में साल 2022 में रिलीज होने वाली हैं। मिस यूनिवर्स बनने के बाद रोने लगी थीं हरनाज कौन संधू जैसे ही शो के होस्ट स्टीव हार्वे ने मिस इंडिया हरनाज कौर संधू को मिस यूनिवर्स 2021 का विजेता घोषित किया, पूरा स्टेडियम खुशी से झूम उठा। विजेता के रूप में अपने नाम की घोषणा होते ही हरनाज कौर संधू की आंखों में आंसू आ गए। मिस मेक्सिको एंड्रिया मेजा ने हरनाज को मिस यूनिवर्स 2021 का ताज पहनाया। ये भी पढ़ें-भारत की हरनाज कौर संधू के सिर सजा मिस यूनिवर्स 2021 का ताज तीसरी बार भारत ने जीता मिस यूनिवर्स का खिताब 21 वर्षीय हरनाज कौर संधू ने इजराइल के इलियट में आयोजित 70वें मिस यूनिवर्स का खिताब जीतकर भारत को तीसरी बार ये टाइटल दिया है। हरनाज कौर संधू से पहले 2000 में लारा दत्ता मिस यूनिवर्स बनी थीं। जिसके ठीक 21 साल बाद हरनाज कौर संधू मिस यूनिवर्स बनी हैं। लारा और हरनाज के अलावा, सुष्मिता सेन ने 1994 में मिस यूनिवर्स खिताब जीता था। हरनाज कौर संधू ने फाइनल राउंड में जवाब में क्या कहा? मिस यूनिवर्स 2021 की तीनों फाइनलिस्ट से फाइल राउंड में सवाल किया गया था कि वह अपनी साथी प्रतियोगी महिलाओं को क्या सलाह देना चाहेंगी? इसका जवाब देते हुए हरनाज कौर संधू ने कहा, ''""आज का युवा जिस सबसे बड़े दबाव का सामना कर रहा है, वह है खुद पर विश्वास करना। यह जानना कि आप अनोखे हैं, आपको और भी अधिक सूंदर बनाता है। अपनी तुलना दूसरों से करना बंद करें और दुनिया भर में हो रही अधिक महत्वपूर्ण चीजों के बारे में बात करें, खुद पर यकीन करें कि आप सबसे खास हैं। अपने आप से बाहर निकलो अपने लिए बोलो, क्योंकि तुम अपने जीवन के मालिक हो..., तुम अपनी आवाज खुद बनो। मुझे खुद पर विश्वास था और इसलिए मैं आज यहां खड़ी हूं...।'' मिस यूनिवर्स बनने के बाद क्या बोलीं हरनाज कौर संधू न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए, हरनाज कौर संधू ने कहा, ''यह सब अब सपना नहीं असली लगता है और मैं इसे शब्दों में नहीं बता सकती। मैं भगवान और हर उस व्यक्ति की आभारी हूं जो मेरी यात्रा का हिस्सा रहे हैं। लेकिन इस टाइटल के साथ एक विरासत को अत्यंत दृढ़ संकल्प और जुनून के साथ आगे बढ़ाने की एक बड़ी जिम्मेदारी भी आती है।"" इसी इंटरव्यू में उन्होंने यह भी कहा कि इजराइल में हो रही प्रतियोगिता को वह भारत और इस्राइल के बीच संबंधों को मजबूत करने के एक महान अवसर के रूप में देखती हैं।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/winter-session-bill-to-amend-ndps-act-to-be-moved-all-you-need-to-know-about-today-in-parliament-652869.html,"शीतकालीन सत्र: NDPS एक्स में संशोधन के लिए विधेयक किया जाएगा पेश, जानें संसद में आज क्या-क्या होगा?","शीतकालीन सत्र: NDPS एक्स में संशोधन के लिए विधेयक किया जाएगा पेश, जानें संसद में आज क्या-क्या होगा? By Pallavi Kumari | Updated: Monday, December 13, 2021, 10:20 [IST] नई दिल्ली, 13 दिसंबर: संसद का चल रहा शीतकालीन सत्र सोमवार (13 दिसंबर) को दसवें दिन में प्रवेश कर जाएगा। संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर को शुरू हुआ था और 23 दिसंबर तक चलने की उम्मीद है। 12 सांसदों के निलंबन पर विपक्ष के साथ जारी विवाद के बीच राज्यसभा में आज उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश (वेतन और सेवा की शर्त) संशोधन विधेयक, 2021 पर विचार करेगी। वहीं लोकसभा में नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (संशोधन) विधेयक, 2021 पर विचार किया जाएगा और फिर से उसे पारित किया जाएगा। लोकसभा में आज क्या होगा? लोकसभा में आज सोमवार (13 दिसंबर) को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (संशोधन) विधेयक, 2021 को विचार के लिए पेश किया जाएगा और उसे पारित किया जाएगा। राज्यसभा में आज क्या होगा? राज्यसभा में आज 'उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश (वेतन और सेवा की शर्तें) संशोधन विधेयक 2021 को पेश किया जाएगा। केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू आज राज्यसभा में इस विधेयक को पेश करेंगे। इस विधेयक को लोकसभा ने 8 दिसंबर को पारित किया था। शीतकालीन सत्र के नौवें दिन यानी शनिवार (11 दिसंबर) को लोकसभा ने सीवीसी (संशोधन), 2021 और दिल्ली (विशेष) पुलिस स्थापना (संशोधन) विधेयक, 2021 को पारित किया। वहीं राज्यसभा ने राष्ट्रीय औषधि शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (संशोधन) विधेयक 2021 पारित किया। यहां तक ​​कि कुछ विपक्षी दलों ने उच्च सदन से 12 सांसदों के निलंबन पर फिर से विचार करना जारी रखा, जिससे सदन की कार्यवाही में व्यवधान हुआ। दूसरे सप्ताह में राज्यसभा में चल रहे शीतकालीन सत्र के पिछले सप्ताह की तुलना में 5.6 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। यानी पहले हफ्ते की तुलना में इस हफ्ते राज्यसभा के कामकाज में सुधार हुआ है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/myanmar-persecuted-women-in-detention-camps-652856.html,म्यांमार: उत्पीड़न झेलने वाली महिलाओं ने बताया नज़रबंदी शिविरों में क्या हो रहा है,"म्यांमार: उत्पीड़न झेलने वाली महिलाओं ने बताया नज़रबंदी शिविरों में क्या हो रहा है By BBC News हिन्दी Updated: Monday, December 13, 2021, 15:49 [IST] महिला का एक इलेस्ट्रेशन म्यांमार में हिरासत में रखी गई महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न किया जा रहा है. हिरासत में उन्हें बलात्कार की धमकियां मिलती है. यह जानकारी प्रताड़ना झेलने वाली महिलाओं ने बीबीसी से साझा की है. इस साल की शुरुआत में सैन्य तख़्तापलट के बाद हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान जिन महिलाओं को हिरासत में लिया गया, उनमें से पांच ने बताया है कि हिरासत में लिए जाने के बाद उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया और उन्हें प्रताड़ित किया गया. इन महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इनके नाम बदल दिए गए हैं. महिला का एक इलेस्ट्रेशन चेतावनी- इस रिपोर्ट में उत्पीड़न की कहानियों का विवरण आपको विचलित कर सकता है. म्यांमार में इस साल की शुरुआत में सेना ने तख़्तापलट कर सत्ता पर नियंत्रण हासिल कर लिया था, इसके विरोध में देशभर में विरोध प्रदर्शन देखने को मिला. इन आंदोलनों में महिलाओं की अहम भूमिका थी. मानवाधिकार समूहों के मुताबिक़ तख़्तापलट से पहले भी म्यांमार में लोगों के लापता होने, उनके बंधक बनाए जाने और उत्पीड़न के मामले सामने आते रहे थे लेकिन तख़्तापलट के बाद इस तरह की हिंसा तेज़ी से बढ़ी. मानवाधिकार संगठन अस्सिटेंस एसोसिएशन फ़ॉर पॉलिटिकल प्रिज़नर्स (एएपीपी) की ओर से दी गयी जानकारी के मुताबिक़, म्यांमार में लोकतंत्र समर्थकों के विरोध प्रदर्शनों पर आठ दिसंबर तक हुई सैन्य कार्रवाईयों में 1,318 आम लोगों की मौत हुई है. इसमें 93 महिलाएं भी शामिल हैं. इनमें से आठ महिलाओं की मौत हिरासत में हुई. इनमें से चार की मौत पूछताछ केंद्र में पिटाई और उत्पीड़न के बाद हुई. म्यांमार में इस वक़्त डिटेंशन कैंप में 10,200 लोग हैं और इनमें दो हज़ार महिलाएं हैं. लोकतांत्रिक कार्यकर्ता इन सोई मे छह महीनों तक कैद में रही थीं. इनमें से पहले 10 दिन उन्होंने म्यांमार के क़ुख्यात पूछताछ सेंटर में बिताए. सोई मे का आरोप है कि उनके साथ यौन उत्पीड़न हुआ और उन्हें प्रताड़ित किया गया. सोई मे ने बीबीसी को बताया कि एक सुबह जब वे प्रदर्शन के लिए पोस्टर बना रही थीं तभी उन्हें गिरफ़्तार किया गया और एक वैन में ठूंस दिया गया. उन्होंने बताया, ""लगभग रात हो चुकी थी, जब हम एक अनजान जगह पर पहुंचे थे. मेरी आंखों पर पट्टी बांधी हुई थी, पूछताछ वाले कमरे तक ले जाते वक्त वे मजाक़ उड़ाते हुए मुझे रास्ते की उन चीज़ों से (जो वहां मौजूद नहीं थी) टकराने से बचने के लिए कह रहे थे."" सोई मे को गिरफ़्तार करने वालों ने इसके बाद उनसे सवाल पूछना शुरू किया और हर नापसंद जवाब पर वे बांस के डंडे से मारते थे. सोई मे के मुताबिक़ उनसे लगातार उनकी सेक्स लाइफ़ के बारे में सवाल किए गए. सवाल पूछने वाले एक शख़्स ने उन्हें धमकी भरे लहजे में कहा, ""तुम्हें पता भी है, जो महिलाएं यहां आती हैं, हम उनके साथ क्या करते हैं? हम उनका बलात्कार करते हैं और उनकी हत्या कर देते हैं."" ",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/cds-chopper-crash-lieutenant-colonel-harjinder-singh-last-rites-652847.html,"CDS Chopper Crash: ले. कर्नल हरजिंदर पंचतत्व में विलीन, नम आंखों से बेटी ने दी मुखाग्नि","CDS Chopper Crash: ले. कर्नल हरजिंदर पंचतत्व में विलीन, नम आंखों से बेटी ने दी मुखाग्नि By Ashutosh Tiwari | Published: Sunday, December 12, 2021, 22:05 [IST] नई दिल्ली, 12 दिसंबर: तमिलनाडु हेलीकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह रविवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। उनकी बेटी प्रीत कौर ने नम आंखों से उन्हें मुखाग्नि दी। इस दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और सशस्त्र बलों के प्रमुखों आदि ने ले. कर्नल को श्रद्धांजलि दी। साथ ही बड़ी संख्या में लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए दिल्ली कैंट पहुंचे थे। दरअसल दुर्घटना के बाद हेलीकॉप्टर में आग लग गई थी। जिस वजह से कुछ शवों को छोड़कर ज्यादातर 80-90 प्रतिशत तक जल गए थे। इस वजह से उनकी पहचान नहीं हो पाई। इसके बाद सेना ने सभी के परिजनों का डीएनए सैंपल लिया, जिसकी रिपोर्ट शनिवार को आ गई थी। इसके बाद रविवार को लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह का शव दिल्ली कैंट स्थित बरार स्क्वायर श्मशान घाट लाया गया, जहां पहले रक्षामंत्री समेत सैन्य अधिकारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद बेटी ने पिता का अंतिम संस्कार किया।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/wedding-photographer-s-phone-sent-for-forensic-tests-video-was-made-of-cds-bipin-rawat-s-helicopter-652842.html,"वेडिंग फोटोग्राफर के फोन में क्या है?CDS बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर का बनाया था वीडियो,फोरेंसिक जांच के लिए भेजा","वेडिंग फोटोग्राफर के फोन में क्या है?CDS बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर का बनाया था वीडियो,फोरेंसिक जांच के लिए भेजा By Anjan Kumar Chaudhary | Published: Sunday, December 12, 2021, 21:18 [IST] कोयंबटूर, 12 दिसंबर: तमिलनाडु पुलिस ने उस मोबाइल को अपने कब्जे में लेकर उसे फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है, जिससे सीडीएस बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर का एक वीडियो हादसे से ठीक पहले बनाया गया था। यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो चुका है, जिसमें देखते ही देखते वह हेलीकॉप्टर घने कोहरे में गुम हो जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह वीडियो बनाने वाले शख्स ने पहले खुद ही जाकर पुलिस को इस दुर्घटना के बारे में बताया था। शायद अब पुलिस उस फोन की रिकॉर्डिंग से इस हादसे के संदर्भ में उसका फोरेंसिक एनालिसिस करवाना चाहती है। वीडियो बनाने वाले का मोबाइल फोरेंसिक जांच के लिए भेजा सीडीएस बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर क्रैश होने से ठीक पहले का जिस शख्स ने वीडियो बनाया था, उसका मोबाइल फोन तमिलनाडु के कोयबंटूर से पुलिस ने फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। बुधवार को नीलगिरी जिले में हुए इस हादसे से ठीक पहले का एक वीडियो एक वेडिंग फोटोग्राफर ने यूं ही जिज्ञासा की वजह से बना लिया था, जो उस वक्त अपने दोस्तों के साथ कट्टेरी के जंगली इलाके में ही मौजूद था। इस हादसे में भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत भारतीय वायुसेना और सेना के 13 सैन्यकर्मियों की मौत हो गई थी। आईएएफ के एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर का वह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। प्रतिबंधित इलाके में मौजूद था वीडियो बनाने वाला! तमिलनाडु पुलिस के मुताबिक यह मोबाइल फोन इस केस की जांच के लिए ही लिया गया है। यह फोन जिस जो नाम के शख्स का है, वह कोयंबटूर में ही वेडिंग फोटोग्राफर हैं और 8 दिसंबर को हादसे के वक्त उसी क्षेत्र में अपने कुछ दोस्तों के साथ गए हुए थे। उस वीडियो में हेलीकॉप्टर का कुछ सेकंड का वीडियो है, जो तुरंत ही कोहरे में गुम हो गया और फिर वह क्रैश हो गया। इसके अलावा पुलिस यह भी तहकीकात करने में लगी हुई है कि जो और उनके दोस्त घने जंगल के इलाकों क्यों गए थे? क्योंकि, पुलिस के अनुसार वहां जंगली जानवरों कr गतिविधियां बहुत ज्यादा रहती हैं और इसलिए वह निषिद्ध इलाका है। आईएएफ करवा रहा है उच्च स्तरीय जांच इस दर्दनाक हादसे की जांच के लिए इंडियन एयरफोर्स तीनों सेनाओं की एक उच्च स्तरीय कोर्ट ऑफ इंक्वायरी गठित की हुई है। यह हादसा तब हुआ, जब देश के सबसे प्रमुख जनरल वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज में संबोधन के लिए जा रहे थे। इस हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जनरल रावत और उनकी पत्नी के अलावा ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान (पायलट), स्क्वॉर्डन लीडर कुलदीप सिंह (को-पायलट), जूनियर वारंट ऑफिसर राणा प्रताप दास, जूनियर वारंट ऑफिसर अरक्कल प्रदीप, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक बी साई तेजा, हवलदार सतपाल राय, नायक गुरसेवक सिंह और नायक जितेंद्र कुमार का निधन हो गया। हेलीकॉप्टर में सवार सिर्फ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही जीवित बचे हैं, जिनका इलाज बेंगलुरु के मिलिट्री अस्पताल में चल रहा है। जानकारी के मुताबिक उनकी स्थिति 'गंभीर' बनी हुई है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/kerala-reported-its-first-covid-case-of-omicron-variant-coronavirus-652833.html,"केरल में मिला ओमिक्रॉन वैरिएंट का पहला मामला, ब्रिटेन से वापस लौटा था शख्स","केरल में मिला ओमिक्रॉन वैरिएंट का पहला मामला, ब्रिटेन से वापस लौटा था शख्स By Rahul Kumar | Published: Sunday, December 12, 2021, 20:00 [IST] कोच्चि, 12 दिसंबर: कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट के चलते दुनियाभर में दहशत का माहौल है। भारत में कई राज्यों में ओमिक्रॉन के मामले सामने आए हैं। केरल में ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया है। केरल ने रविवार को ओमिक्रॉन वैरिएंट का पहला मामला मिलने के बाद देश में इस वैरिएंट से संक्रमित लोगों की संख्या 38 हो गई है। इससे पहले दिन में, कर्नाटक, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और चंडीगढ़ ने इस नए संस्करण के नए मामले दर्ज किए गए हैं। केरल के ओमिक्रॉन रोगी ने 8 दिसंबर को टेस्ट कराया था। Omicron Variant in India: सरकार ने इन इलाकों में बढ़ाई सख्ती | Coronavirus | वनइंडिया हिंदी केरल के कोच्चि में ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज बताया कि संक्रमित व्यक्ति 6 ​​दिसंबर को ब्रिटेन से कोच्चि लौटा था। वह 8 दिसंबर को हुए कोविड टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया था। उन्होंने बताया कि शख्स के ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाए जाने के बाद उसे क्वारंटाइन में रखा गया है। फिलहाल संक्रमित व्यक्ति में गंभीर लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं। महाराष्ट्र के नागपुर में आज ओमिक्रॉन के पहले और कर्नाटक में तीसरे केस की पुष्टि हुई है। चंडीगढ़ और आंध्र प्रदेश में भी ओमिक्रॉन के नए संक्रमितों की पहचान हुई है। इसके साथ ही अब देश में ओमिक्रॉन के कुल 38 केस हो गए हैं। महाराष्ट्र के नागपुर में आज ओमिक्रॉन के पहले मामले का पता चला है। संक्रमित व्यक्ति पिछले रविवार को दक्षिण अफ्रीकी देश बुरकीना फासो से दिल्ली लौटा था। दिल्ली में हुए कोविड टेस्ट में वह निगेटिव पाया गया था। ब्राजील के शख्स का अद्भुत कारनामा, कबाड़ की कारों के पुर्जों से बना डाला हेलीकॉप्टर!, वीडियो वायरल हालांकि, नागपुर एयरपोर्ट पर हुए टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने के बाद सैंपल को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया जहां वह ओमिक्रॉन पॉजिटिव पाया गया। नागपुर के म्यूनिसिपल कमिश्नर राधकृष्णन ने बताया कि संक्रमित की उम्र 40 साल है, उसे इलाज के लिए नागपुर एम्स शिफ्ट किया गया है। उधर ब्रिटेन में ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए 30 और उससे अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर डोज लगाने की मंजूरी दी गई है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/serum-institute-to-launch-covid-vaccine-for-children-in-six-months-poonawalla,"कोरोना: बच्चों की वैक्सीन 'कोवोवैक्स' छह माह में, सीरम इंस्टीट्यूट के प्रमुख पूनावाला ने की घोषणा","सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया (SII) ने बच्चों की कोरोना रोधी वैक्सीन छह माह में बाजार में पेश करने की योजना बनाई है। कंपनी के सीईओ अदार पूनावाला ने मंगलवार को यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि 'कोवोवैक्स' अभी का ट्रायल चल रहा है। वैक्सीन उद्योग से संबंधी कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेते हुए पूनावाला ने कहा कि बच्चों की वैक्सीन 'कोवोवैक्स' तीन साल तक के बच्चों का कोरोना से बचाव करेगी। वर्तमान में सीरम की 'कोविशील्ड' व अन्य कंपनियों की कोरोना रोधी वैक्सीन 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए तैयार की गई है। पूनावाला ने कहा कि हमें बच्चों में गंभीर बीमारियां नजर नहीं आईं। सौभाग्य से बच्चों को लेकर दहशत जैसी स्थिति नहीं है। हालांकि हम अगले छह माह में बच्चों की वैक्सीन ले आएंगे। उम्मीद है कि यह तीन साल तक के बच्चों के लिए होगी। उन्होंने बताया कि देश में पहले से दो कंपनियों को बच्चों की वैक्सीन के लिए लाइसेंस दिया जा चुका है और उनकी वैक्सीन जल्द ही उपलब्ध होगी। पूनावाला ने कहा कि आपको बच्चों को टीका लगवाना चाहिए और इनका कोई नुकसान नहीं है। ये वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी पाई गई हैं। उन्होंने कहा कि यदि आप चाहते हैं कि आपका बच्चे को टीका लगे तो सरकार की घोषणा का इंतजार कीजिए और उसके बाद टीका लगवा लीजिए।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/crpf-jawans-participated-in-sister-wedding-of-martyr-companion-shailendra-pratap-singh,...जब CRPF जवानों ने पकड़ा शहीद की बहन का मंडप: आतंकी हमले में शहीद हुए थे शैलेंद्र प्रताप,"देश के सबसे बड़े केंद्रीय अर्धसैनिक बल 'सीआरपीएफ' के जवानों ने अपने शहीद साथी शैलेंद्र प्रताप सिंह की बहन की शादी में मंडप पकड़ने की रस्म अदा की। कुछ जवान वर्दी में थे, बाकी सादे कपड़ों में थे। जैसे ही बल के जवानों की टोली रायबरेली स्थित शैलेंद्र सिंह के घर पर पहुंची, तो विवाह समारोह में मौजूद लोग भावुक हो गए। दुल्हन के फेरों पर जाते समय सीआरपीएफ जवानों ने मंडप की चुनरी पकड़ी। उस वक्त कई लोगों की आंखें भर आईं। पिछले साल शैलेंद्र प्रताप सिंह, जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में आतंकियों से मोर्चा लेते हुए शहीद हो गए थे। साल 2008 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए शैलेंद्र प्रताप, बल की 110वीं बटालियन में तैनात थे। उनकी कंपनी सोपोर में थी। आतंकियों से मोर्चा लेते हुए शैलेंद्र प्रताप सिंह को गोली लगी थी। शहीद शैलेंद्र प्रताप सिंह का पार्थिव शरीर जब घर पहुंचा, तो हर किसी की आंख नम हो गई। शहीद की अंतिम यात्रा में हजारों लोग उमड़ पड़े। उनके परिवार में पिता नरेंद्र बहादुर सिंह, मां सिया दुलारी सिंह, पत्नी चांदनी उर्फ दीपा, बहनें शीला, प्रीती, ज्योति हैं। शैलेंद्र प्रताप सिंह का नौ साल का बेटा कुशाग्र है। तब दो बहनों का विवाह हो चुका था। शैलेंद्र प्रताप सिंह के साथ ड्यूटी देने वाले उसके साथी आसपास ही तैनात थे। जब उन्हें मालूम हुआ कि शैलेंद्र की छोटी बहन की शादी है, तो उन्होंने दूसरे जवानों को सूचित कर दिया। सोमवार को हुई शादी में जब एकाएक डेढ़ दर्जन सीआरपीएफ जवान पहुंचे तो लोग हैरान रह गए। जवानों को विवाह समारोह में देखकर शैलेंद्र के परिजनों की आंखें भर आईं। जब मंडप पकड़ने की बारी आई तो सीआरपीएफ जवान आगे आ गए। उन्होंने चारों तरफ से मंडप की चुनरी पकड़ी। शैलेंद्र की बहन, दुल्हन के वेश में मंडप के नीचे पहुंची तो माहौल और ज्यादा भावुक हो गया। सीआरपीएफ जवानों द्वारा उठाए गए मंडप के नीचे दुल्हन, फेरों की तरफ कदम रख रही थी।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/live/india-news/omicron-variant-cases-in-india-live-updates-coronavirus-cases-in-india-covid19-health-ministry-news,कोरोना Live: सीरम इंस्टीट्यूट का दावा- देश में छह महीने के भीतर मिलेगी बच्चों की वैक्सीन,भारत में ओमिक्रॉन संक्रमितों की संख्या अब तेजी से बढ़ने लगी है। पहले की तरह सबसे ज्यादा संक्रमण महाराष्ट्र में देखने को मिल रहा है। वहीं दूसरा सबसे अधिक प्रभावित राज्य राजस्थान है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहा है। इसके अलावा केंद्र ने राज्यों से जांच में तेजी लाने के लिए भी कहा है। ओमिक्रॉन से जुड़ी हर अपडेट के लिए जुड़े रहें अमर उजाला के साथ...,-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/centre-to-delhi-highcourt-ntagi-reviewing-scientific-evidence-on-justification-of-covid19-booster-doses,"कोरोना से जंग: ओमिक्रॉन के खिलाफ तैयारी हुई तेज, बूस्टर खुराक पर केंद्र ने दिल्ली हाईकोर्ट को दी ये जानकारी","केंद्र सरकार ने मंगलवार को दिल्ली हाईकोर्ट को बूस्टर खुराक पर चल रहे शोध के बारे में अहम जानकारी दी। केंद्र ने अदालत से कहा कि सरकार को टीकाकरण नीति पर सलाह देने के लिए जिम्मेदार विशेषज्ञ समूह एनटीएजीआई (NTAGI) कोरोना टीकों की खुराक के साथ-साथ बूस्टर खुराक की आवश्यकता और औचित्य से संबंधित वैज्ञानिक साक्ष्य पर भी विचार कर रहा है। जल्द ही कोई निष्कर्ष निकलकर सामने आएगा। बूस्टर खुराक के बारे में निर्णय जल्द: केंद्र सरकार केंद्र ने अदालत से कहा कि नेशनल टेक्निकल इम्युनाइजेशन (एनटीएजीआई) और नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप ऑन वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन फॉर कोविड -19 (एनईजीवीएसी) दोनों भारत में सफल कोरोनावायरस संक्रमणों के आंकड़ों का विश्लेषण कर रहे हैं और मौजूदा टीकों की प्रभावशीलता पर विचार कर रहे हैं। कोविड -19 वैक्सीन के अतिरिक्त शॉट्स या बूस्टर खुराक के बारे में निर्णय जल्द ही लिए जाने की संभावना है। जानिए एनटीएजीआई और एनईजीवीएसी के क्या है काम एनटीएजीआई और एनईजीवीएसी विशेषज्ञ निकाय हैं जो राष्ट्रीय कोविड -19 टीकाकरण कार्यक्रम का मार्गदर्शन करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। एनटीएजीआई कोविद -19 टीकों की विभिन्न किस्मों के उपयोग जैसे तकनीकी पहलुओं, टीके की खुराक, खुराकों के बीच का अंतराल के बारे में जांच करता है वहीं एनईजीवीएसी कोरोना टीकाकरण के सभी पहलुओं पर स्वास्थ्य मंत्रालय को समग्र मार्गदर्शन और सिफारिशें प्रदान करता है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cmc-vellore-is-not-getting-volunteers-for-clinical-trial-of-booster-dose-of-covaxin,बूस्टर डोज के लिए वेलूर में शुरू हुआ क्लीनिकल ट्रायल: कोवाक्सिन की तीसरी खुराक के लिए आगे नहीं आ रहे लोग,"कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के पांव पसारने के बाद भारत में कोविड रोधी टीके की बूस्टर खुराक लगवाने के मुद्दे पर चर्चा तेज है। इस बीच में देश में बूस्टर खुराक के लिए पहला क्लीनिकल अध्ययन वेलूर के क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज में शुरू हो गया है। इस शोध के लिए संस्था को ऐसे वालंटियर्स की जरूरत है, जिन्होंने तीन से छह माह पहले कोवाक्सिन की दोनों डोज ली हैं। लेकिन कोवाक्सिन लेने वाले लोगों के आसानी से नहीं मिलने के कारण संस्थान को इसके अध्ययन में देरी हो रही है। संस्था से जुड़े एक सूत्र के अनुसार, भारत में लोगों को लगाए गए लगभग 88 फीसदी टीके कोविशील्ड के हैं। जबकि कोवाक्सिन टीके लगवाने वाले लोगों की संख्या बेहद कम है। ऐसी स्थिति में क्लीनिकल अध्ययन के लिए लोग नहीं मिल पा रहे हैं। इसी को देखते हुए संस्थान ने सोशल मीडिया पर प्रचार प्रसार करना शुरू कर दिया हैं। संस्था ऐसे लोगों को खोज रही है, जो कोवाक्सिन का टीका ले चुके हैं। संस्थान का सोशल मीडिया पर कहना है कि क्लीनिकल परीक्षण के लिए वालंटियर्स की जरूरत है, जो लोग कोवाक्सिन की दो खुराक तीन-छह महीने पहले ले चुके हैं, वे बूस्टर खुराक के अध्ययन में शामिल होने के पात्र हैं। वर्तमान में यह परीक्षण वेलूर, चेन्नई, बेंगलुरु या दिल्ली में रहने वालों के लिए किया जा रहा है। सीएमसी वेलूर को अगस्त में भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) द्वारा क्लीनिकल परीक्षण कराने की मंजूरी मिली थी। संस्थान ने ऐसे 200 वालंटियर्स की भर्ती आसानी से कर ली, जिन्होंने कोविशील्ड की दोनों डोज ली हैं। लेकिन संस्थान के लिए ऐसे लोगों को खोजने में दिक्कतें हो रही है, जो कोवाक्सिन का टीका ले चुके हैं और तीसरी खुराक भी लेने के लिए तैयार हों। सूत्र ने आगे बताया कि ये क्लीनिकल परीक्षण रैंडम होगा। इसमें प्रतिभागी बूस्टर खुराक के रूप में अलग से टीका ले सकते हैं। कोविशील्ड लेने वाले लोगों से जुड़े परीक्षण डाटा और कोवाक्सिन के परीक्षण डाटा एक साथ ही जारी किए जाएंगे। यह अध्ययन न केवल प्रतिभागियों में बूस्टर खुराक के बाद एंटीबॉडी के स्तर को मापेगा, बल्कि इस अध्ययन के एक सबसेट में टी-सेल प्रतिक्रिया होगी। टी-सेल या मेमोरी सेल, लंबे समय तक चलने वाली प्रतिरोधक क्षमता को दर्शाता है। इस अध्ययन के लिए फंडिंग, सीएमसी, वेल्लोर ने की है, जो सीधे कंपनियों से टीके खरीदता रहा है। कंपनियों ने भी शोध के लिए बहुत सहयोग किया है और टीके के ऐसे बैच उपलब्ध कराए गए हैं, जिनकी एक्सपायरी में अभी वक्त है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/maharashtra-mlc-polls-result-karnataka-mlc-election-result-karnataka-legislative-council-election-result-bjp-congress,"विधान परिषद चुनाव परिणाम: कर्नाटक में भाजपा और कांग्रेस में टक्कर, महाराष्ट्र में छह में चार सीटों पर खिला कमल","देश के दो बड़े राज्यों कर्नाटक और महाराष्ट्र में आज विधान परिषद चुनाव के नतीजे घोषित किए जा रहे हैं। ताजा जानकारी के अनुसार कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी को कांग्रेस से टक्कर मिल रही है तो वहीं महाराष्ट्र में भाजपा को छह में से चार सीटों पर जीत मिल गई है। कर्नाटक विधान परिषद में भाजपा को कांग्रेस से टक्कर कर्नाटक विधान परिषद चुनाव के नतीजे घोषित किए जा रहे हैं ताजा जानकारी के अनुसार भाजपा 12 सीटों पर, कांग्रेस नौ पर और जेडीएस एक सीट पर आगे है। महाराष्ट्र में छह में चार सीटों पर खिला कमल महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन को झटका देते हुए, भाजपा ने नागपुर सहित राज्य विधान परिषद की छह सीटों में से चार पर जीत हासिल की और शिवसेना से अकोला-बुलढाणा-वाशिम सीट पर बाजी मार ली। वहीं भाजपा की जीत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि भाजपा ने एमवीए के मिथक को तोड़ दिया है कि तीनों दल (शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस) एक साथ चुनाव लड़कर राज्य में हर चुनाव जीत सकते हैं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/uttar-pradesh/during-the-inauguration-of-kashi-vishwanath-corridor-by-pm-modi-city-was-suffering-with-electricity-cut-many-other-ghats-waiting-for-renovation,बाबा विश्वनाथ मंदिर के लोकार्पण पर भी सूने रहे कई घाट: प्रधानमंत्री की मौजूदगी में भी होती रही बिजली कटौती,"प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को बाबा विश्वनाथ मंदिर का लोकार्पण कर दिया। इस अवसर पर पूरी वाराणसी नगरी अध्यात्म के रंग में सराबोर रही। चौड़ी साफ-सुथरी सड़कें, हर चौराहे पर सजी लाइटिंग और गंगा के तट पर दिवाली जैसा माहौल लोगों को अनुपम आध्यात्मिक सुख से परिचित करा रहा था। लोग इसे सनातन धर्म के सांस्कृतिक पुनर्जागरण के तौर पर देख रहे हैं। लेकिन इस पवित्र अवसर पर भी रामचरित मानस के रचयिता बाबा तुलसीदास का घाट हो या हनुमान घाट, हरिश्चंद्र घाट हो या राजा घाट फीके-फीके रह गए। इन घाटों की रंगाई-पुताई करने की जरूरत नहीं समझी गई, जबकि ललित घाट से लेकर दशाश्वमेध घाट तक के मुख्य कार्यक्रम स्थल पर खूब चमक-दमक दिखाई देती रही।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/fake-rt-pcr-report-provided-by-the-india-s-first-omicron-infected-managed-to-leave-the-country-four-people-arrested,"कर्नाटक: देश में मिले पहले ओमिक्रॉन संक्रमित की बना डाली फर्जी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट, चार गिरफ्तार","कर्नाटक में फर्जी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट बनाने का मामला सामने आया है। यह फर्जी रिपोर्ट दक्षिण अफ्रीका से आए ओमिक्रॉन संक्रमित मरीज को मुहैया कराई गई थी, जिसकी मदद से वह देश छोड़ने में कामयाब रहा। मामला सामने आने के बाद कर्नाटक पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि बेंगलुरू की एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करने वाले दो कर्मचारियों व प्राइवेट लैब के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि इन्हीं लोगों ने दक्षिण अफ्रीका के नागरिक को फर्जी आरटीपीसीआर रिपोर्ट मुहैया कराई थी। देश का पहला संक्रमित था विदेशी नागरिक दक्षिण अफ्रीका से यह नागरिक 20 नवंबर को बेंगलुरू आया था। हवाईअड्डे पर जांच के दौरान वह कोरोना संक्रमित पाया गया, जिसके बाद जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए उसके नमूने भेजे गए थे, जहां उसमें ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई। इसके बाद व्यक्ति को एक होटल में क्वारंटीन कर दिया गया था। दुबई के रास्ते देश से भागा दक्षिण अफ्रीकी नागरिक फर्जी आरटीपीसीआर रिपोर्ट दिखाकर दुबई के रास्ते अपने देश भाग गया। जिसके बाद पुलिस ने उसकी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट बनाने वाली लैब से पूछताछ की और पूरा मामला सामने आ गया। यह नागरिक 24 लोगों के संपर्क में आया था। सभी लोगों की जांच की गई, जिसें उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/char-dham-project-supreme-court-gives-green-signal-to-the-center-increased-width-of-all-weather-highway-project,"चारधाम परियोजना: मोदी सरकार की बड़ी जीत, भारत- चीन सीमा से सटी सड़कों की चौड़ाई बढ़ाने पर सुप्रीम कोर्ट की अनुमति","केंद्र सरकार की महात्वाकांक्षी चारधाम परियोजना को सुप्रीम कोर्ट ने अनुमति दे दी है। सुप्रीम कोर्ट ने ऑल वेदर राजमार्ग परियोजना में सड़क की चौड़ाई बढ़ाने और डबल लेन हाइवे बनाने के लिए केंद्र को हरी झंडी दिखा दी है। यह अनुमति मिलने के बाद चारधाम परियोजना के तहत भारत की चीन तक पहुंच और आसान हो जाएगी और किसी भी मौसम में भारतीय सेना चीन से सटी सीमाओं पर पहुंच सकेगी। कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि हाईवे निर्माण के लिए सड़क की चौड़ाई बढ़ाने में रक्षा मंत्रालय की कोई दुर्भावना नहीं है। अदालत सशस्त्र बलों की ढांचागत जरूरतों का अनुमान नहीं लगा सकती है। निगरानी करने के लिए बनाई गई समिति सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने सड़कों को डबल लेन तक चौड़ा करने की अनुमति के साथ ही परियोजना पर सीधे रिपोर्ट करने के लिए पूर्व न्यायमूर्ति एके सीकरी की अध्यक्षता में एक निरीक्षण समिति का गठन भी किया है। कोर्ट ने रक्षाा मंत्रालय, सड़क परिवहन मंत्रालय, उत्तराखंड सरकार व सभी जिलाधिकारियों को आदेश दिया है कि वह निगरानी समिति को पूरा सहयोग करेंगे। हर मौसम में मिलेगी कनेक्टिविटी केंद्र सरकार की चारधाम परियोजना का उद्देश्य यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ को हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करना है। 900 किलोमीटर लंबी इस परियोजना की लागत 12 हजार करोड़ रुपये अनुमानित है। केंद्र सरकार ने अपनी याचिका पर सुनवाई के दौरान कोर्ट को बताया कि भारत-चीन वास्तवित नियंत्रण रेखा की ओर से जाने वाली सीमा सड़कों के लिए यह फीडर सड़कें हैं। 10 मीटर तक चौड़ी होंगी सड़कें केंद्र सरकार परियोजना के तहत सड़कों की चौड़ाई 10 मीटर तक करना चाहती है। इसके लिए केंद्र की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी, जिसके तहत कोर्ट से मांग की गई थी कि वह आठ सितंबर, 2020 को दिए अपने आदेश में संशोधन करे। इस आदेश के तहत सड़कों की चौड़ाई 5.5 मीटर तक सीमित करने का आदेश दिया गया था।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/gpa-insurance-claims-of-cds-bipin-rawat-and-brigadier-lidder-and-seven-others-were-paid-within-30-minutes,सराहनीय: सीडीएस रावत व ब्रिगेडियर लिद्दर व सात अन्य के जीपीए बीमा दावों का भुगतान 30 मिनट में हुआ,"दो सरकारी साधारण बीमा कंपनियां, न्यू इंडिया एश्योरेंस और यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस ने कुन्नूर में हुए वायुसेना हेलिकॉप्टर हादसे में शहीद होने वाले सीडीएस बिपिन रावत, ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर व सात अन्य अफसरों के ग्रुप पर्सनल एक्सीडेंट (जीपीए) बीमा दावों का भुगतान रिकॉर्ड 30 मिनट के अंदर कर दिया। रावत व सात अन्य अफसरों के दावे यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस व बिग्रेडियर लिद्दर के दावे का भुगतान न्यू इंडिया एश्योरेंस ने किया। यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक सत्यजीत त्रिपाठी ने बताया कि 10 दिसंबर को बैंक से जानकारी मिलते ही न्यूनतम कागजी कार्यवाही के साथ ही भुगतान कर दिया गया। रावत समेत आठ अफसरों का बीमा एसबीआई जीपीए पॉलिसी के तहत था। पीएनबी की पॉलिसी वाले दो अन्य अफसरों के दावों का भी भुगतान जल्द ही कर दिया जाएगा। कुन्नूर में जनरल रावत का स्मारक बनाने की मांग तमिलनाडु के नीलगिरी जिले के कुन्नूर वेलिंगटन छावनी के लोगों ने भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत सहित आठ दिसंबर को हेलीकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए सभी जवानों के लिए दुर्घटना स्थल पर स्मारक बनाने की मांग की है। स्थानीय लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को इस बाबत पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि इस घटना से जनता और जिस स्थान पर हादसा हुआ है, वहां शोक की लहर है। यह भी अनुरोध किया गया है कि मेट्टुपालयम-ऊटी (उधगमंडलम) लाइन पर स्थित कैटरी पार्क और रन्नीमेडु रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर जनरल रावत के नाम पर रखा जाए।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/andhra-pradesh-case-registered-against-aimim-mla-mumtaz-khan-for-attacking-neighbor-read-important-national-news,"आंध्र प्रदेश : एआईएमआईएम विधायक मुमताज खान ने पड़ोसी को जड़ा थप्पड़, केस दर्ज, पढ़ें देश की महत्वपूर्ण खबरें","आंध्र प्रदेश में एआईएमआईएम विधायक मुमताज खान पर कथित तौर पर एक पड़ोसी पर हमला करने और धमकी देने का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार शिकायत एआईएमआईएम चारमीनार विधायक मुमताज के आवास के सामने रहने वाले उनके पड़ोसी ने दर्ज कराया है। लगा पड़ोसी से मारपीट का आरोप शिकायतकर्ता का आरोप है कि अभिवादन नहीं करने पर विधायक ने उनके साथ मारपीट की और धमकी भी दी। पुलिस ने एआईएमआईएम विधायक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 341, 323 और 506 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच की जा रही है। आइए जानते हैं देश की महत्वपूर्ण खबरों के बारें...",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/ozone-at-dangerous-level-in-kolkata-victoria-memorial-at-risk,"कोलकाता: ओजोन खतरनाक स्तर पर, विक्टोरिया मेमोरियल को खतरा","पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में ओजोन के खतरनाक स्तर पर पहुंचने से चिंता बढ़ गई है। मध्य कोलकाता में ओजोन का स्तर 60 फीसदी हो गया है, जो सुरक्षित स्तर से ज्यादा है। इसके बाद जन स्वास्थ्य और विक्टोरिया मेमोरियल को लेकर चिंता जताई गई है। पश्चिम बंगाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (डब्ल्यूबीपीसीबी) ने बताया कि विक्टोरिया मेमोरियल क्षेत्र में रविवार को ओजोन का आठ घंटे का औसत स्तर 160 मिलीग्राम/घन मीटर था। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, आठ घंटे का ओजोन का औसत स्तर 100 मिलीग्राम/घन मीटर से अधिक नहीं होना चाहिए। डब्ल्यूबीपीसीबी के अधिकारी ने बताया कि ओजोन के उच्च स्तर का कारण सर्दी की स्थिति और निचले वातावरण में वाहनों से निकलने वाले हानिकारक कणों का जमा होना है। उन्होंने कहा कि कोहरे की स्थिति में सुधार होने पर ओजोन का स्तर भी कम हो जाएगा। पर्यावरणविद् सोमेंद्रनाथ घोष ने कहा कि शहर के पर्यावरण के प्रति संवेदनशील क्षेत्र में ओजोन के स्तर में वृद्धि के कारणों का पता लगाने के लिए उचित निगरानी की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यह चिंताजनक है कि रविवार दोपहर को ओजोन का स्तर, पीएम 2.5 के स्तर (144) से भी अधिक हो गया। उन्होंने चेताया, डीजल से संचालित अनेक पुराने वाहन सड़कों पर चल रहे हैं। इस प्रदूषण के कारण विक्टोरिया मेमोरियल के सफेद मार्बल पीले हो सकते हैं और भविष्य में कई दीवारों से प्लास्टर गिर सकता है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/supreme-court-a-petition-filed-seeking-amendment-in-its-order-on-underground-power-lines-to-save-endangered-birds,सुप्रीम कोर्ट : लुप्तप्राय पक्षियों को बचाने के लिए भूमिगत बिजली लाइनों पर दिए आदेश में संशोधन की मांग,"सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को एक याचिका दायर कर गुजरात और राजस्थान सरकारों को लुप्तप्राय ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (जीआईबी) को बचाने में मदद करने के लिए ओवरहेड बिजली के तारों को बिछाने के अपने 19 अप्रैल के आदेश में संशोधन की मांग की गई। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता द्वारा इसका उल्लेख किए जाने के बाद सीजेआई एन वी रमना और जस्टिस सूर्यकांत और हेमा कोहली की पीठ ने याचिका पर सुनवाई के लिए सहमति व्यक्त की। याचिका में दावा किया गया है कि इस आदेश का भारत में बिजली क्षेत्र और जीवाश्म ईंधन से दूर ऊर्जा संक्रमण के लिए व्यापक प्रतिकूल प्रभाव है। इस याचिका में अदालत से आग्रह किया है कि उच्च वोल्टेज और अतिरिक्त उच्च वोल्टेज लाइनों, यानी 66 केवी और उससे ऊपर की बिजली लाइनों को प्राथमिकता वाले जीआईबी आवास में बर्ड डायवर्टर जैसे उपयुक्त शमन उपायों की स्थापना के साथ ओवरहेड पावर लाइनों के रूप में रखने की अनुमति दी जाए। उच्च वोल्टेज बिजली लाइनों को भूमिगत करना तकनीकी रूप से संभव नहीं है। इतने बड़े क्षेत्र में मध्यम-निम्न वोल्टेज लाइनों को भूमिगत करने से क्षेत्र से उत्पादित आरई (नवीकरणीय ऊर्जा) की उच्च लागत आएगी, जो बदले में आरई के कारण को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाएगी। इतने बड़े क्षेत्र में अंडरग्राउंडिंग का प्रयास वैश्विक स्तर पर कहीं भी नहीं किया गया है, ऐसा दावा किया गया है। याचिका में प्राथमिकता वाले जीआईबी आवासों से गुजरने वाले मध्यम वोल्टेज तक, यानी 33 केवी वोल्टेज स्तर तक की सभी बिजली पारेषण लाइनों को भूमिगत करने का निर्देश देने की मांग की गई है। उपयुक्त बर्ड डायवर्टर की स्थापना के साथ प्राथमिकता वाले क्षेत्र के बाहर भविष्य में ओवरहेड ट्रांसमिशन लाइनों को बिछाने की अनुमति दें, इसने अदालत से आग्रह किया। शीर्ष अदालत ने 19 अप्रैल को दोनों राज्यों को एक साल की अवधि के भीतर ओवरहेड बिजली के तारों को जहां भी संभव हो, भूमिगत बिजली लाइनों में बदलने के लिए कहा था। तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश एस ए बोबडे की अध्यक्षता वाली पीठ ने हाई-वोल्टेज भूमिगत बिजली लाइन बिछाने की व्यवहार्यता का आकलन करने के लिए तीन सदस्यीय समिति का भी गठन किया। शीर्ष अदालत ने कहा कि ऐसे सभी मामलों में जहां ओवरहेड केबल को अंडरग्राउंड पावरलाइन में बदलना संभव हो, इसे एक साल की अवधि के भीतर पूरा किया जाएगा।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/coronavirus-in-india-all-updates-kerala-reports-2434-new-covid19-cases-a-person-in-surat-found-positive-for-omicron-variant-who-returned-from-south-africa,"बढ़ी चिंता : देश में अब 41 ओमिक्रॉन संक्रमित, जानें कहां कितने, केरल में कोरोना के 2434 नए मामले","देश में ओमिक्रॉन के तीन और मामले सामने आए हैं। दो मामला महाराष्ट्र में जबकि एक गुजरात में सामने आया है। देश में अब ओमिक्रॉन के 41 मरीज हो गए हैं। महाराष्ट्र के दोनों मरीज दुबई से लौटे हैं जबकि गुजरात में पाया गया मरीज दक्षिण अफ्रीका से लौटा है। इसके साथ ही अब महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के 20 जबकि राजस्थान में 9, कर्नाटक में 3, गुजरात में 4, दिल्ली में 2 और केरल, आंध्र प्रदेश तथा चंडीगढ़ में एक-एक मरीज सामने आए हैं। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि सोमवार को सामने आए मरीजों में एक पुणे की 39 वर्षीय महिला है जबकि दूसरा लातूर का 33 वर्षीय पुरुष। दोनों को ही टीके की दोनों खुराक लग चुकी है और उनमें कोरोना के कोई लक्षण भी नहीं हैं। गुजरात में सामने आया 42 वर्षीय मरीज सूरत का रहने वाला है। गुजरात के इस शख्स की जब दिल्ली एयरपोर्ट पर जांच की गई थी तो रिपोर्ट निगेटिव आई थी। परंतु गुजरात पहुंचने के बाद उसमें लक्षण दिखने शुरू हो गए, ऐसे में दोबारा जांच करने पर उसे संक्रमित पाया गया। देश में ओमिक्रॉन का सबसे पहले बेंगलुरु में दो मामले सामने आए थे। इनमें से एक भारतीय मूल का दक्षिण अफ्रीकी नागरिक और एक डॉक्टर था। केरल में 2434 नए मामले केरल में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 2,434 नए मामले सामने आए हैं। वहीं 4,308 ठीक हुए और साथ ही 38 कोरोना मरीजों की मौतें हुई हैं। केंद्र सरकार के नए दिशानिर्देशों के अनुसार 165 मौतों को कोविड की मृत्यु सूची में जोड़ा गया है। केरल में अब मरने वालों की संख्या 43,170 हो गई है। केरल में अब भी 36,281 सक्रिय मामले हैं। गुजरात के सूरत नगर निगम के उप स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. आशीष नाइक ने बताया कि सूरत का एक व्यक्ति जो हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से अपने देश वापस लौटा है, वह कोविड-19 के ओमिक्रॉन से संक्रमित पाया गया है। उसकी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। युगांडा से लौट एक परिवार के तीन सदस्य कोरोना संक्रमित महाराष्ट्र के सतारा जिले की फलटन तहसील में सोमवार को एक परिवार के चार सदस्यों में से तीन कोरोना संक्रमित मिले हैं। यह परिवार हाल ही में युगांडा की यात्रा से लौटा था, जिसके बाद इनकी कोरोना जांच की गई थी। सतारा जिला सिविल सर्जन डॉ. सुभाष चव्हाण ने कहा कि चारों के नमूने पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) को भेजे गए हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या वे कोरोनवायरस के ओमिक्रॉन स्वरूप से संक्रमित हैं या नहीं। डॉ. सुभाष चव्हाण ने बताया कि इस परिवार में पति-पत्नी और उनकी दो बेटियां हैं, जो नौ दिसंबर को युगांडा से लौटे हैं। सोमवार को दंपति और उनकी बड़ी बेटी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। डॉ. चव्हाण ने कहा कि परिवार की छोटी बेटी की रिपोर्ट के संबंध में अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। फिलहाल सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। बंगाल में कोरोना के 418 नए मामले पश्चिम बंगाल में सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 418 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही यहां अब तक सामने आए मामलों की संख्या 16,23,609 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार प्रदेश में कोरोना की वजह से पिछले 24 घंटे में 10 लोगों की मौत हुई है। इसकी वजह से राज्य में मरने वालों की संख्या बढ़कर 19,610 हो गई है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/omicron-cases-in-india-live-updates-coronavirus-cases-covid19-health-ministry-update,"Omicron Live: देश में ओमिक्रॉन के कुल 40 मामले, पाकिस्तान के बाद चीन में भी संक्रमित मिले, डब्ल्यूएचओ ने फिर किया आगाह","ओमिक्रॉन वैरिएंट दुनिया के 63 देशों में दस्तक दे चुका है। सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि यह भारत में भी अब तेजी से पांव पसारने लगा है। छह राज्य और दो केंद्र शासित प्रदेश इसकी चपेट में आ चुके हैं। देश में ओमिक्रॉन से संक्रमित होने वाले लोगों की कुल संख्या अब 38 हो गई है। इनमें सबसे अधिक महाराष्ट्र में हैं जहां कुल 18 मामले सामने आए हैं। इसके अलावा राजस्थान में (9), कर्नाटक (3), गुजरात (3), केरल (1) , आंध्र प्रदेश (1) ,दिल्ली (2) और चंडीगढ़ में (1) है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/supreme-court-seeks-response-from-center-in-four-weeks-on-reviving-vaccine-psus,Supreme Court: वैक्सीन पीएसयू को पुनर्जीवित करने पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से चार हफ्ते में मांगा जवाब,"सार्वजनिक क्षेत्र की वैक्सीन इकाइयों को पुनर्जीवित करने व खरीद आदेश देकर उनकी पूर्ण उत्पादन क्षमताओं का उपयोग करने की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को केंद्र सरकार से जवाब मांगा। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस एएस बोपन्ना की पीठ ने शुरुआत में याचिका पर नोटिस जारी करने का निर्णय लिया लेकिन सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने पीठ से कहा कि इस मामले में नोटिस जारी करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि यह नीतिगत निर्णय का मामला है। पीठ ने कहा, हम जानना चाहते हैं कि सरकार की नीति क्या है। चार हफ्ते में जवाब दाखिल करें। पीठ ने साथ ही याचिकाकर्ता को सरकार के जवाब पर तीन हफ्ते के भीतर अपना पक्ष रखने को कहा। पीठ पूर्व आईएएस अमूल्य रत्न नंदा, ऑल इंडिया ड्रग एक्शन नेटवर्क, लो कॉस्ट स्टैंडर्ड थेरेप्यूटिक्स और मेडिको फ्रेंड सर्कल द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र की वैक्सीन इकाइयों को कार्यात्मक स्वायत्तता प्रदान करने और इन सार्वजनिक उपक्रमों को सार्वजनिक धन खर्च करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई कर रही थी। याचिका में कहा गया कि इन सार्वजनिक उपक्रमों को वैक्सीन उत्पादन में जाविद चौधरी की रिपोर्ट, 2010 के अनुसार पूर्ण स्वायत्तता दी जानी चाहिए जिससे कि भविष्य में उनके पूर्ण पुनरुद्धार और सुचारू कामकाज को सुनिश्चित किया जा सके। जब तक गुणवत्ता सुनिश्चित की जाती है तब तक किसी भी सार्वजनिक उपक्रम को किसी भी वैक्सीन के उत्पादन या सरकारी वैक्सीन खरीद से बाहर नहीं किया जाना चाहिए। 2016 के आदेश का हवाला याचिका में शीर्ष अदालत के 2016 के एक आदेश का हवाला दिया गया जिसमें सरकार सार्वजनिक उपक्रमों को पुनर्जीवित करने के लिए कार्रवाई करने के लिए सहमत हुई थी। याचिका में कहा गया है कि वैक्सीन निर्माण सुविधाएं जो उनके निलंबन से पहले की मांग के 80-85 प्रतिशत की पूर्ति कर रही थीं, आधुनिकीकरण और क्षमता विस्तार के बावजूद अब भी बेकार पड़ी हैं। भारत में सबसे पुराने वैक्सीन पीएसयू मौजूद भारत में सबसे पुराने वैक्सीन सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) हैं, जिनमें से 25 ब्रिटिश राज के तहत स्थापित किए गए थे। 1980 के दशक तक 29 सार्वजनिक उपक्रमों की स्थापना की गई जिनका एकमात्र उद्देश्य भारत में बच्चों के मृत्यु और रुग्णता को रोकने के लिए 1986 में शुरू किए गए सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम के लिए वैक्सीन के उत्पादन में देश को आत्मनिर्भरता बनाना था।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/covid-19-compensation-supreme-court-reprimands-states-for-not-giving-wide-publicity-to-the-portal,"Covid-19 Compensation: कोरोना मुआवजे से जुड़े पोर्टल का व्यापक प्रचार न करने पर सुप्रीम कोर्ट नाराज, राज्यों को लगाई फटकार","सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कोविड-19 पीड़ितों के परिवारों को अनुग्रह मुआवजे के वितरण के संबंध में विकसित पोर्टल का व्यापक प्रचार नहीं करने को लेकर राज्यों की खिंचाई की। राज्यों द्वारा मुआवजे के प्रचार में कमी पर गौर करते हुए जस्टिस एमआर शाह और जस्टिस बी वी नागरत्ना की पीठ ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आम आदमी को राज्यों द्वारा प्रदान की जाने वाली मुआवजे की योजना के महत्वपूर्ण पहलुओं से अवगत नहीं कराया जा रहा है। पीठ ने कहा कि जब तक आम आदमी के बीच इसका प्रचार- प्रसार नहीं किया जाएगा तो उन्हें उस पोर्टल का पता नहीं चल पाएगा, जिससे वे ऑनलाइन आवेदन कर सकें। महाराष्ट्र से नवीनतम स्थिति के बारे में जानकारी मांगी सोमवार को पीठ ने महाराष्ट्र से नवीनतम स्थिति के बारे में जानकारी मांगी। महाराष्ट्र राज्य की ओर से पेश वकील सचिन पाटिल ने न्यायालय को अवगत कराया कि निर्देशों के अनुसार, महाराष्ट्र ने शुरुआत में 15 दिसंबर, 2021 के बाद वितरण का प्रस्ताव दिया था लेकिन पहले ही भुगतान करना शुरू कर दिया गया है। कुल मिलाकर हमें 87 हजार आवेदन प्राप्त हुए और हमने वितरण शुरू किया। अब तक 8000 आवेदनों की स्वीकृति हो चुकी है और वितरण की प्रक्रिया चल रही है। इस पर पीठ ने कहा है कि न्यायालय द्वारा दबाव डालने के बाद ही वितरण शुरू हुआ है। विज्ञापन के सवाल पर पाटिल ने कोर्ट को बताया कि योजना के बारे में आम आदमी को जागरूक करने के लिए उसने 121 अखबारों में प्रकाशन कराया है। वहीं पोर्टल के प्रचार-प्रसार पर गुजरात सरकार की ओर से पेश वकील रजत नायर ने कहा कि हमने ऑल इंडिया रेडियो को इसका प्रचार करने के लिए कहा है। इस पर पीठ ने टिप्पणी की कि ऑल इंडिया रेडियो कौन सुनता है? इस पर नायर ने बताया कि साथ ही स्थानीय रेडियो को भी निर्देश दिया गया है। जवाब में पीठ ने कहा कि राज्य को स्थानीय समाचार पत्रों में विज्ञापन देना चाहिए क्योंकि यह योजना के संबंध में सूचना प्रसारित करने का सबसे प्रभावी तरीका होगा जिसके बाद नायर ने कहा कि इसी हफ्ते अखबारों में विज्ञापन दिया जाएगा। पीठ ने नायर को बुधवार को सुनवाई की अगली तारीख से पहले अखबार में विज्ञापन देने का निर्देश दिया।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/supreme-court-sets-aside-madras-high-court-order-saying-tablets-seized-contain-herbs-which-do-not-attract-ndps-act-news-in-hindi,"सुप्रीम कोर्ट: मद्रास हाईकोर्ट का आदेश पलटा, कहा- जब्त टेबलेट में एनडीपीएस अधिनियम के लिए कुछ नहीं","सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को मद्रास हाईकोर्ट के उस फैसले को रद्द कर दिया जिसमें नारकोटिक्स के एक कथित मामले में एक आरोपी की जमानत रद्द कर दी गई थी। शीर्ष अदालत ने कहा कि डीआरआई (राजस्व खुफिया निदेशालय) की ओर से जब्त की घई टेबलेट में औषधियां या पुरुषों की क्षमता बढ़ाने वाली दवाइयां थीं और यह एनडीपीएस अधिनियम का उल्लंघन नहीं है। पिछले साल नवंबपृर में आरोपी को जमानत देने के ट्रायल कोर्ट के फैसले को फिर से लागू करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कोई भी टेबलेट आरोपी के कार्यालय या आवास से जब्त नहीं की गई थी। मुख्य न्यायाधीश एनवी रमण की अध्यक्षता वाली पीठ ने इस मामले में एक अन्य आरोपी की जमानत पर कहा कि अगर ट्रायल कोर्ट उचित मानती है तो उसे जमानत दी जा सकती है। मद्रास हाईकोर्ट ने जुलाई में रद्द कर दी थी जमानत शीर्ष अदालत ने कहा कि इस दूसरे आरोपी के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया जा चुका है और वह पिछले दो साल से हिरासत में है। इस मामले की सुनवाई कर रही पीठ में न्यायाधीश सूर्यकांत और हिमा कोहली भी शामिल थीं। मद्रास हाईकोर्ट ने जुलाई में आरोपी की जमानत रद्द की थी और इस फैसले के खिलाफ दायर दो याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने यह निर्णय दिया। डीआरआई ने जब्त की थीं डेढ़ लाख से ज्यादा टेबलेट इन दो अलग-अलग याचिकाओं में से एक याचिकाकर्ता ने निचली अदालत की ओर से अपने पक्ष में दिए गए जमानत के निर्णय को रद्द करने के खिलाफ याचिका दायर की थी तो दूसरे ने अपनी जमानत याचिका खारिज करने को चुनौती दी थी। मामले में डीआरआई की चेन्नई जोनल इकाई के अधिकारियों ने करीब एक लाख 37 हजार 665 अलग-अलग टेबलेट जब्त की थीं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/srinagar-terror-attack-was-there-a-conspiracy-to-attack-like-pulwama-terrorists-acted-on-anniversary-of-attack-on-parliament-on-13th-dec-2001,Srinagar Terror Attack: क्या जेवन में पुलवामा जैसे हमले की साजिश थी? संसद हमले की बरसी पर आतंकियों ने की कायराना हरकत,"जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में आतंकियों ने एक बार फिर सोमवार को कायराना हरकरत को अंजाम दिया है। श्रीनगर के बाहरी इलाके जेवन में आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर पुलिस की बस को निशाना बनाते हुए फायरिंग की जिसमें दो जवान शहीद हो गए और 12 गंभीर रूप से घायल हो गए। गौर करने लायक बात है कि आतंकियों ने यह हमला 20 साल पहले संसद हमले की बरसी के दिन ही किया। ठीक 20 साल पहले 13 दिसंबर 2001 को संसद हमला आज से ठीक बीस साल पहले 13 दिसंबर 2001 को सुबह संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो चुका था। विपक्षी सांसद ताबूत घोटाले को लेकर राज्यसभा और लोकसभा में हंगामा कर रहे थे। सदन को 45 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी संसद से घर की ओर जा चुके थे। हालांकि, तत्कालीन उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी समेत अन्य सांसद संसद में ही मौजूद थे। तभी सफेद एंबेसडर कार से जैश-ए-मुहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के पांच आतंकी संसद भवन परिसर में पहुंचे। एक आतंकी ने संसद भवन के गेट पर ही खुद को बम से उड़ा लिया। इससे यहां भारी अफरातफरी का माहौल बन गया। आतंकियों का मुकाबला करने के लिए सुरक्षाबल मोर्चे पर जुट गए। दोनों तरफ से गोलीबारी होने लगी। संसद भवन पर हुए इस हमले में सुरक्षाबलों ने सभी आतंकियों को मार गिराया था। हमले में कांस्टेबल कमलेश कुमारी यादव शहीद हुईं। इसके बाद संसद का एक माली, दो सुरक्षाकर्मी और दिल्ली पुलिस के छह जवान भी शहीद हो गए थे। इस आतंकी हमले के पीछे मोहम्मद अफजल गुरु, एसए आर गिलानी और शौकत हुसैन समेत पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई शामिल थे। 12 साल बाद नौ फरवरी 2013 को अफजल गुरु को फांसी दे दी गई थी। 14 फरवरी 2019 को पुलवामा हमला 14 फरवरी 2019 को दोपहर करीब 3.30 बजे जम्मू से श्रीनगर जा रहे सीआरपीएफ के काफिले को विस्फोटक से भरी एसयूवी से निशाना बनाया गया था। इस हमले में 40 जवान शहीद हुए थे। घटना से पूरा देश सदमे में आ गया था। जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर हमलावर ने विस्फोटक भरी कार से सीआरपीएफ काफिले की बस को टक्कर मार दी थी। धमाका इतना भयंकर था कि बस के परखच्चे उड़ गए थे। इसके बाद घात लगाए आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग भी की थी। हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। जांच के बाद पता चला कि इस हमले को अंजाम दिया था 20 साल के युवक आदिल अहमद डार ने।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/district-judiciary-should-have-freedom-of-mind-to-decide-case-on-its-own-merit-sc,"सुप्रीम कोर्ट: जिला अदालतों को केस के मेरिट पर फैसले की आजादी हो, हाईकोर्ट से भी जताई यह अपेक्षा","सुप्रीम कोर्ट ने जिला अदालतों में सुनवाई को लेकर सोमवार को बड़ी बात कही। शीर्ष कोर्ट ने कहा कि जिला न्यायालयों को केस की योग्यता के दम पर फैसले देने की आजादी होना चाहिए। उसे किसी केस पर उसके गुणदोषों और उसके समक्ष पेश सारी सामग्री पर विचार कर के निर्णय देना चाहिए, ताकि वह निंदा से बच सके। शीर्ष कोर्ट ने इसके साथ ही यह भी कहा कि एक अपीलीय कोर्ट को यह उम्मीद नहीं करना चाहिए कि केस की संवेदनशीलता को देखते हुए निचली कोर्ट किसी खास तरीके से काम करे। अपीलीय कोर्ट से यह अपेक्षा की जाती है कि वह कोई भी टिप्पणी करने से पहले सतर्कता बरते। जानिए सुप्रीम कोर्ट ने क्यों कही यह बात जस्टिस एसके कौल व जस्टिस एमएम सुंदरेश की पीठ ने यह टिप्पणी कर्नाटक हाईकोर्ट का एक आदेश खारिज करते हुए की। हाईकोर्ट ने निचली कोर्ट का आदेश उलट दिया था। निचली कोर्ट ने वर्ष 2001 में एक पुलिस अधिकारी की हत्या के मामले में दो लोगों को दोषमुक्त करार दिया था। इसे उलटते हुए हाईकोर्ट ने दोनों को दोषी माना और उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई। हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ आरोपी द्वारा दायर अपील पर अपने 20 पेज के फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कभी-कभी अदालतों की अपनी बाध्यताएं होती हैं। विभिन्न अदालतों विभिन्न निर्णय लिए जाते हैं। एक ओर निचली अदालत और दूसरी ओर अपीलीय अदालतें हैं। यदि ऐसे निर्णय संस्थागत बाधाओं के कारण दिए जाते हैं, तो वे अच्छे संकेत नहीं देते हैं। शीर्ष अदालत ने कहा कि जिला कोर्ट को मूलभूत कोर्ट जाना जाता है। इसलिए उसे अपनी योग्यता के दम पर किसी केस का फैसला देने की आजादी होना चाहिए। अन्यथा वह एक रूढ़िबद्ध संस्था बन सकती है जो नैतिक आधार पर दोषी ठहराने वाला मंच बन जाएगी। किसी निर्णय पर उसके समक्ष रखी गई सभी सामग्रियों पर विचार करके फैसला देने पर वह निंदा से बच सकती है। वहीं अपीलीय अदालत से अपेक्षा की जाती है कि वह कोई भी टिप्पणी करने से पहले कुछ सावधानी बरते। शीर्ष कोर्ट ने कहा कि मामलों से निपटने के लिए कई स्तरों की अदालतें हैं। यदि कोई निचली कोर्ट केस की संवेदनशीलता के बावजूद उसके मेरिट पर फैसला सुनाती है तो उसकी तारीफ की जाना चाहिए।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/1034-terrorist-attacks-in-the-country-in-last-three-years-told-government-jammu-kashmir-all-you-need-to-know-in-hindi,"Terrorist Attack: बीते तीन साल में देश में ज्यादातर आतंकी हमले जम्मू-कश्मीर में, सरकार ने संसद में दी थी जानकारी","जम्मू-कश्मीर में सोमवार को हुए आतंकी हमले के बाद यहां हालात एक बार फिर गंभीर हो गए हैं। इस हमले में आतंकवादियों ने पुलिस की एक बस पर गोलीबारी कर दी। इसमें दो जवान शहीद हुए हैं और 12 घायल हुए हैं। कुछ दिन पहले ही केंद्र सरकार ने पिछले तीन वर्षों के दौरान हुए आतंकी हमलों के बारे में जानकारी दी थी। पिछले तीन वर्षों के दौरान पूरे देश भर में कुल 1034 आतंकवादी हमले हुए हैं। इन हमलों में कुल 177 जवान शहीद हुए। इनमें से 1033 हमले सिर्फ जम्मू-कश्मीर में हुए हैं जबकि एक हमला दिल्ली में हुआ है। यह जानकारी रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने संसद के शीत कालीन सत्र के पहले दिन एक लिखित प्रश्न के जवाब में दी थी। 2019 में सभी आतंकी हमले जम्मू-कश्मीर में हुए थे बीती 30 नवंबर को राज्यसभा में कांग्रेस के उप नेता आनंद शर्मा के एक सवाल के लिखित जवाब में रक्षा राज्य मंत्री भट्ट ने बताया था कि 2019 में देशभर में कुल 594 आतंकवादी हमले हुए थे। यह सभी जम्मू-कश्मीर में हुए। 2020 के दौरान देश भर में कुल 244 आतंकवादी हमले हुए और यह सारे हमले भी जम्मू-कश्मीर में ही हुए। 2021 में आतंकवादी हमलों की कुछ ऐसी है स्थिति रक्षा राज्य मंत्री ने बताया था कि साल 2021 में अब तक (30 नवंबर 2021 तक) देश में कुल 196 आतंकवादी हमले हुए हैं। इनमें से 195 हमले केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में हुए हैं जबकि एक हमला नई दिल्ली में हुआ है। उन्होंने बताया कि इस अवधि के दौरान पंजाब ओर देश के अन्य राज्यों में कोई आतंवादी हमला नहीं हुआ।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/supreme-court-notice-to-centre-for-social-security-of-drivers-and-delivery-persons-of-uber-ola-swiggy-zomato,"उम्मीदें: ओला-उबर, जोमैटो के डिलीवरी मैन व ड्राइवरों को मिलेगा हक, सामाजिक सुरक्षा दिलाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को भेजा नोटिस","ओला, उबर, जोमैटो, स्विगी जैसे ऑनलाइन फूड डिलीवरी, कूरियर व टैक्सी एग्रीगेटर्स एप के नियोजित कामगारों के सामाजिक सुरक्षा अधिकारों की मांग वाली रिट याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को केंद्र व अन्य को नोटिस जारी कर उनका पक्ष मांगा है। जस्टिस एल नागेश्वर राव की पीठ ने इंडियन फेडरेशन ऑफ ऐप बेस्ड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स (आईएफएटी) की याचिका को सुनवाई के लिए मंजूर कर लिया है। याचिकाकर्ता संगठन की वकील इंदिरा जयसिंह ने कहा, यह घोषित किया जाना चाहिए कि ड्राइवर या डिलीवरी कर्मचारी वास्तव में ‘कामगार’ है। दुनिया भर में उबर के लिए उन्हें ‘कामगार’ माना जाता है। इस पर पीठ ने बताया कि पिछले साल संसद से पारित नए कानून सामाजिक सुरक्षा संहिता 2020 में ‘कामगार’ के कल्याण के लिए समर्पित एक अध्याय है। बहरहाल पीठ ने केंद्र को चार हफ्ते में अपना पक्ष रखने के लिए कहा है। याचिका में इन कामगारों के लिए कल्याणकारी योजनाएं बनाने, जैसे स्वास्थ्य बीमा, मातृत्व लाभ, पेंशन लाभ, बुजुर्ग होने पर सहयोग और विकलांगता होने पर अनुग्रह राशि की व्यवस्था की मांग की गई। साथ ही उनका टीकाकरण प्राथमिकता के तौर पर कंपनी द्वारा करवाया जाना चाहिए।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/sc-asks-states-uts-to-take-immediate-steps-to-identify-rehabilitate-children-in-street-situations,"Covid 19: सुप्रीम कोर्ट का राज्यों को निर्देश, कोरोना की चपेट में आने वाले बच्चों का तुरंत हो पुनर्वास","सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कहा कि कोरोना महामारी की चपेट में आने वाले बच्चों की पहचान करने की प्रक्रिया बहुत धीमी गति से चल रही है और राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (केंद्र शासित प्रदेशों) को ऐसे बच्चों की पहचान करने और उनका पुनर्वास किए बिना तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया। न्यायमूर्ति एल नागेश्वर राव और न्यायमूर्ति बी आर गवई की पीठ ने महामारी में एक या दोनों अभिभावकों को खोने वाले बच्चों के बारे में स्वत संज्ञान मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि देश में लाखों बच्चे ऐसी स्थितियों में हो सकते हैं। पहचान की प्रक्रिया धीमी गति से चल रही है: सुप्रीम कोर्ट शीर्ष अदालत ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के हलफनामे पर ध्यान दिया जिसने ऐसे बच्चों की पहचान और पुनर्वास जैसे मुद्दे पर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ बैठकें की थीं। ऐसे बच्चों के पुनर्वास की योजना के संबंध में राज्य सरकारों द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों को रिकॉर्ड में रखा गया है। पीठ ने अपने आदेश में कहा कि ऐसा लगता है कि पहचान की प्रक्रिया धीमी गति से चल रही है। शीर्ष अदालत ने कहा कि जब यह मामला 15 नवंबर को एनजीओ सेव द चिल्ड्रन द्वारा ध्यान में लाया गया था, जिसने बताया था कि उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और दिल्ली के दस जिलों में ऐसे दो लाख बच्चे हैं। इसमें कहा गया है कि देश के बाकी हिस्सों में लाखों बच्चे सड़क पर हैं, जिन्हें बचाने और पुनर्वास की जरूरत है। राज्य सरकारों/केंद्र शासित प्रदेशों को बिना किसी देरी के ऐसे बच्चों की पहचान करने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया जाता है। आवश्यक जानकारी एनसीपीसीआर (बाल स्वराज) के वेब पोर्टल पर अपलोड की जानी चाहिए।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/vedanta-drops-cases-against-govt-to-settle-retro-tax-dispute,केयर्न इंडिया मामला: टैक्स विवाद सुलझाने के लिए वेदांता ने सरकार के खिलाफ केस लिया वापस,"अरबपति अनिल अग्रवाल के खनन समूह वेदांता ने सोमवार को कहा कि उसने सरकार के साथ 20,495 करोड़ रुपये के कर विवाद को निपटाने के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय के साथ-साथ एक अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता न्यायाधिकरण में मामले वापस ले लिए हैं। 2016 के आंतरिक पुनर्गठन पर भारत के कारोबार को सूचीबद्ध करने से पहले किए गए कथित पूंजीगत लाभ के लिए ब्रिटेन की केयर्न एनर्जी पीएलसी पर 10,247 करोड़ रुपये टैक्स लगाने के बाद आयकर विभाग ने कंपनी से टैक्स (जुर्माना सहित) में 20,495 करोड़ रुपये की मांग की थी। केयर्न इंडिया को 2011 में अग्रवाल के समूह द्वारा खरीदा गया था और बाद में फर्म का वेदांता लिमिटेड के साथ विलय कर दिया गया था। एक बयान में वेदांता ने कहा कि उसने हाल ही में लागू किए गए कानून का उपयोग किया है जो विवाद को निपटाने के लिए 2012 के पूर्वव्यापी कर कानून का उपयोग करके लगाए गए सभी मांगों को खत्म कर देता है। उसी के लिए शर्तों के रूप में इसने सरकार के खिलाफ सभी कानूनी चुनौतियों को वापस ले लिया है और टैक्स मांग से संबंधित सभी भविष्य के अधिकारों को छोड़ने का वचन दिया है। केयर्न एनर्जी सरकार के साथ अपने विवाद को समानांतर रूप से सुलझा रही है। यह पूर्वव्यापी टैक्स कानून का उपयोग करके एकत्र किए गए टैक्स की वापसी के 7,900 करोड़ रुपये प्राप्त करने के लिए मामलों को वापस ले रहा है। वेदांता ने दो मंचों आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण और दिल्ली उच्च न्यायालय में करों की मांग को चुनौती दी थी, जबकि इसके मूल कंपनी वेदांत रिसोर्सेज ने सिंगापुर मध्यस्थता न्यायाधिकरण के समक्ष इस कदम को चुनौती दी थी।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/civil-societies-formed-india-child-protection-forum-to-secure-children-and-address-issues-related-to-them-kailash-satyarthi-new-in-hindi,"पहल: बच्चों के बचपन की सुरक्षा के लिए साथ आए सामाजिक संगठन, बाल सुरक्षा मंच का किया गठन","राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में जुटे देशभर के सिविल सोसायटी संगठनों ने कोरोना काल में बच्चों की बढ़ती तस्करी और यौन शोषण पर चिंता जाहिर की और बच्चों के बचपन को सुरक्षित बनाने के लिए एक अनूठी पहल करते हुए इंडिया फॉर चाइल्ड प्रोटेक्शन फोरम (आईसीपीएफ) का गठन किया है। यह फोरम भारत में बाल संरक्षण तंत्र को मजबूत करने और बाल अधिकारों को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए काम करेगा। इसका का उद्घाटन नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने किया। पूर्व आईपीएस अधिकारी आमोद कंठ को राष्ट्रीय संयोजक बनाया गया है। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेंस फाउंडेशन ने बच्चों की तस्करी और यौन शोषण पर रोक के लिए दिल्ली के कांस्टिट्यूशन क्लब में चार दिवसीय राष्ट्रीय परिसंवाद का आयोजन किया। इसमें बच्चों के मुद्दों पर प्रभावी हस्तक्षेप करने वाले प्रयास, शक्ति वाहिनी, बचपन बचाओ आंदोलन और प्रज्जवला जैसे देशभर के 70 से ज्यादा सामाजिक संगठनों ने हिस्सा लिया। परिसंवाद में विचार-मंथन के बाद फैसला लिया गया कि कोरोना वायरस महामारी के बाद हालात जिस तेजी से बदले हैं, सारे संस्थानों को अपने मतभेदों को भुलाकर बच्चों का जीवन संवारने के साझा सपनों की लड़ाई लड़नी होगी। बड़े संकल्प की शुरुआत है यह फोरम: सत्यार्थी इंडिया चाइल्ड प्रोटेक्शन फोरम (भारत बाल सुरक्षा मंच) एक राष्ट्रीय गठबंधन है जिसमें बच्चों के मुद्दों पर काम करने वाले समान विचारधारा वाले सामाजिक संगठन शामिल हैं। कैलाश सत्यार्थी ने इसे लेकर रहा कि यह मंच एक बड़े संकल्प की शुरुआत है। इसका गठन साझा संकल्प, सपनों और विचारों को पूरा करने के उद्देश्य से किया गया है। यह विभिन्न सामाजिक संगठनों का एक ऐसा गठबंधन है जो बाल शोषण और बाल दासता को खत्म करने का काम करेगा। यह फोरम बच्चों के प्रति सामाजिक सोच और नीतियों को बदलेगा और सामाजिक चेतना का भी विस्तार करेगा। पारिवारिक सुरक्षा से वंचित हैं तीन करोड़ बच्चे फोरम के कार्यों और उद्देश्यों को लेकर आमोद कंठ ने कहा कि इसके तहत उन बच्चों को सुरक्षा प्रदान करने का काम होगा जो पारिवारिक सुरक्षा से वंचित हैं। ऐसे बच्चों की संख्या देश में तीन करोड़ से अधिक है। सामाजिक और आर्थिक विषमताओं के कारण जो बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं हम उनको स्कूलों में दाखिला दिलाने का प्रयास करेंगे। बच्चों के अधिकारों की पूर्ति, उनकी जरूरतों को पूरा करना ही उनके प्रति न्याय है। इस न्याय को लेकर हम सभी बच्चों तक पहुंचेंगे। यह बच्चों को एक मजबूत सुरक्षा कवच प्रदान करने के लिए एक बड़े एक्शन प्लान की शुरुआत है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/now-file-corruption-complaints-online-with-lokpal-will-be-settled-immediately,"LokpalOnline inaugurated: अब भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ लोकपाल से करो ऑनलाइन शिकायतें, तुरंत होगा निपटारा","निरंतर मजबूत होते डिजिटल इंडिया में अब भ्रष्टाचार की शिकायतें भी ऑनलाइन की जा सकेंगी। देशभर में कहीं से भी अब लोकपाल को ऑनलाइन शिकायतें की जा सकेंगी। सोमवार को लोकपाल जस्टिस पिनाकी चंद्र घोष ने 'LokpalOnline' का शुभारंभ किया। अब तक लोकपाल को सिर्फ डाक, ईमेल या हैंड डिलेवरी के जरिए ही शिकायतें की जा सकती थीं। कार्मिक मंत्रालय ने सोमवार को जारी बयान में यह जानकारी दी। बयान में कहा गया है कि जस्टिस घोष ने डिजिटल प्लेटफॉर्म 'LokpalOnline' का उद्धघाटन किया। देश के नागरिक lokpalonline.gov.in का इस्तेमाल कर सकेंगे। वे कहीं से भी और किसी भी वक्त शिकायत दर्ज करा सकेंगे। इस मौके पर जस्टिस घोष ने कहा कि 'लोकपालऑनलाइन' के जरिए लोकपाल व लोकायुक्त एक्ट 2013 के तहत सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ डिजिटल तरीके से शिकायत की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि लोकपाल ऑनलाइन एक वेब आधारित सुविधा है। यह सभी हितधारकों के लिए जवाबदेह, पारदर्शी और कुशल तरीके से शिकायतों के निपटारे की सुविधा प्रदान करेगी। इससे शिकायत से निपटने के तंत्र में अधिक पारदर्शिता और दक्षता आएगी। देश को भ्रष्टाचार मुक्त करना है : अभिलाषा कुमारी लोकपाल की न्यायिक सदस्य जस्टिस अभिलाषा कुमारी ने कहा कि संगठन का मुख्य उद्देश्य देश को भ्रष्टाचार की बीमारी से मुक्त करना और एक सशक्त और भ्रष्टाचार मुक्त भारत का निर्माण करना है। मार्च 2019 में जस्टिस घोष को देश का पहला लोकपाल नियुक्त किया गया था। एक निकाय के रूप में लोकपाल प्रगति कर रहा है। कुमारी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी ऑनलाइन लोकपाल शिकायत पोर्टल के बारे में जागरूकता के लिए कदम उठाए जाएंगे। पोर्टल पर शिकायत करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को अपनी शिकायत का स्टेटस देखने की भी व्यवस्था की गई है। शिकायत करने के बाद उससे संबंधित कार्रवाई, आदेश व फैसलों के बारे में भी शिकायतकर्ता को ईमेल अलर्ट मिलते रहेंगे।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/technology/tech-diary/cyber-expert-says-hackers-hacked-the-twitter-of-the-prime-minister-such-an-incident-can-be-a-warning-of-a-major-cyber-attack,"प्रधानमंत्री का टि्वटर हैक: किसके सिस्टम में हुई है ये घुसपैठ, कहीं ये बड़े 'हमले' की चेतावनी तो नहीं","प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का टि्वटर अकाउंट हैक हो जाता है। हैकर्स यहीं पर नहीं ठहरे, उन्होंने पीएम के अकाउंट से बिटकॉइन को लेकर एक ट्वीट कर दिया। इसमें बिटकॉइन को कानूनी मान्यता दिए जाने की बात लिखी गई थी। यह ट्वीट 12 दिसंबर की सुबह दो बजे किया गया था। कुछ ही देर में अकाउंट को तुरंत सुरक्षित कर लिया गया। इसके बाद कहा गया कि हैक किए जाने के दौरान पीएम के ट्विटर अकाउंट से शेयर किए गए किसी भी ट्वीट को अनदेखा किया जाना चाहिए।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/supreme-court-refuses-to-entertain-west-bengal-bjp-plea-for-deployment-of-central-forces-for-kolkata-civic-polls-news-in-hindi,सुप्रीम कोर्ट: कोलकाता निकाय चुनाव में केंद्रीय बलों की तैनाती को लेकर बंगाल भाजपा की याचिका पर विचार करने से इनकार,"सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से दाखिल एक याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया। इस याचिका में पश्चिम बंगाल सरकार, राज्य निर्वाचन पैनल और अन्य पदाधिकारियों को कोलकाता में निष्पक्ष और मुक्त निकाय चुनाव आयोजित करने के लिए एक व्यापक कार्य योजना बनाने का निर्देश देने और पर्याप्त केंद्रीय बल तैनात करने की मांग की गई थी। न्यायाधीश एल नागेश्वर राव और बीआर गवई की पीठ ने बंगाल भाजपा से कहा कि याचिका वापस लें और अपनी समस्या लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट जाएं। कोलकाता में निकाय चुनाव 19 दिसंबर को होने हैं। बंगाल भाजपा की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता मनिंदर सिंह ने कहा कि पार्टी अपनी उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप दे रही है और नामित किए गए लोगों को डराया जा रहा है। 'पहले हाईकोर्ट में दाखिल करनी चाहिए याचिका' उन्होंने यह भी कहा कि शिकायतें करने के बावजूद पुलिस की ओर से कोई एफआईआर नहीं दर्ज की गई है। सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता से सवाल किया, '32 किसलिए (संविधान की धारा 32 के तहत याचिका सीधे सुप्रीम कोर्ट में दायर की जाती है)? याचिका पहले हाईकोर्ट में दाखिल की जानी चाहिए थी जिसके पास वहां की सुरक्षा स्थिति और अन्य स्थानीय पक्षों के बारे में बेहतर जानकारी है।' 07 दिसंबर को सुनवाई के लिए जताई थी सहमति पीठ ने कहा कि समस्या यह है कि अगर हम इस पर विचार करना शुरू करेंगे तो यह कभी खत्म नहीं होगा। इससे पहले सात दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर भाजपा की याचिका पर सुनवाई करने पर सहमति जताई थी। बंगाल भाजपा की ओर से यह याचिका प्रदेश अध्यक्ष और सांसद सुकांत मजुमदार ने दाखिल की थी और कोलकाता निकाय चुनाव को लेकर यह सभी मांगें उठाई थीं। भाजपा के प्रत्याशियों को डराया-धमकाया जा रहा अधिवक्ता आदित्य शर्मा और नचिकेता जोशी के जरिए दाखिल की गई इस याचिका में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से कोलकाता नगर निगम चुनाल के लिए अधिसूचना जारी करने के बाद भाजपा अपने उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप दे रही है। इसमें जिनके नाम शामिल हैं उनमें से कई को धमकाया गया और उम्मीदवारी वापस लेने के लिए दबाव बनाया गया।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/sc-refuses-to-interfere-with-calcutta-hc-order-on-criminal-cases-relating-to-suvendu-adhikari,सुवेंदु को राहत: अंगरक्षक की मौत के मामले में पुलिस कार्रवाई पर रोक में दखल से सुप्रीम कोर्ट का इनकार,"सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी के खिलाफ एक आपराधिक मामले में पुलिस कार्रवाई पर कलकत्ता हाईकोर्ट द्वारा लगाई गई रोक को लेकर दखल देने से इनकार कर दिया। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु के अंगरक्षक की अस्वाभाविक मौत के मामले की सीआईडी जांच चल रही है। सीआईडी को भी सुवेंदु के खिलाफ किसी दंडात्मक कार्रवाई से रोका गया है। जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस एस बोपन्ना की पीठ ने कोई दखल से इनकार किया, लेकिन हाईकोर्ट को मामले का शीघ्र अंतिम निपटारा करने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में संविधान के अनुच्छेद 136 के तहत एक विशेष अनुमति याचिका दायर की गई है। इसमें 6 सितंबर, 2021 के कलकत्ता हाईकोर्ट के अंतरिम आदेश को चुनौती दी गई है। हाईकोर्ट की एकल पीठ ने प्रतिवादी पक्ष यानी बंगाल पुलिस को चार सप्ताह में जवाबी हलफनामा दायर करने को कहा था, लेकिन जांच अधिकारियों ने अब तक जवाब दाखिल नहीं किया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हाईकोर्ट की टिप्पणियां प्रथम दृष्ट्या मौजूदा स्तर पर अंतरिम रोक के पक्ष में हैं। चूंकि यह मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है और यह एसएलपी अंतरिम आदेश के खिलाफ दायर की गई, इसलिए हम संविधान के अनुच्छेद 136 के तहत दखल देने के इच्छुक नहीं हैं। हालांकि पीठ केस के मेरिट को लेकर अपनी कोई राय प्रकट नहीं कर रही है। अनुच्छेद 136 सुप्रीम कोर्ट की असाधारण शक्तियों से संबंधित है। इसके तहत शीर्ष कोर्ट मामलों में विशेष अनुमति याचिकाओं की सुनवाई कर सकती है। शीर्ष कोर्ट में सुनवाई के आरंभ में पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कल्याण बंदोपाध्याय ने कहा कि राज्य पुलिस को इस अदालत द्वारा लगाई गई किसी भी शर्त के अधीन पूरे मामले की जांच करने की अनुमति दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी के खिलाफ दुर्भावनावश कोई केस दायर नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि रोक का एक ऐसा आदेश दिया गया है, जिससे भविष्य में भी कुछ नहीं किया जा सकेगा। ऐसे मामलों में याचिकाकर्ता को गिरफ्तार करने से पूर्व सरकार कोर्ट से अनुमति भी ले सकती है। जांच में सचाई पता चलेगी और उपयुक्त फौजदारी अदालत अपना काम करेगी। हमने शिकायत नहीं कराई है, बल्कि कई लोगों की शिकायत मिली थी। ऐसे में पुलिस को केस दर्ज करना चाहिए या नहीं? मैंने अपने 41 साल के आदेश में हाईकोर्ट का ऐसा आदेश कभी नहीं देखा। ललिताकुमारी केस का हवाला देते हुए बंदोपाध्याय ने कहा कि यदि पुलिस इस केस के फैसले के अनुसार केस दायर करती है तो इसमें वह कानून का उल्लंघन कहां कर रही है?",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/plea-against-photo-of-pm-narendra-modi-on-covid-vaccination-certificate-kerala-high-court-asks-petitioner-if-ashamed-of-prime-minister-news-in-hindi,"केरल हाईकोर्ट: टीकाकरण प्रमाणपत्र पर पीएम की तस्वीर के खिलाफ याचिका, अदालत ने पूछा- क्या प्रधानमंत्री पर शर्म आती है?","केरल हाईकोर्ट ने सोमवार को कोरोना वायरस टीकाकरण प्रमाणपत्र पर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर हटाने की मांग करने वाली एक याचिका की विचारणीयता की जांच की। हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता से सवाल किया कि क्या आपको प्रधानमंत्री पर शर्म आती है। न्यायाधीश पीवी कुन्हिकृष्णन ने कहा कि प्रधानमंत्री का चयन देश की जनता ने किया है, प्रमाणपत्र पर उनकी तस्वीर होने में क्या गलत है। याचिकाकर्ता के अधिवक्ता पीटर म्यलिपरंपिल ने अदालत से जब यह कहा कि अन्य देशों में ऐसा नहीं हो रहा है तो न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें अपने प्रधानमंत्रियों पर गर्व नहीं होगा, लेकिन हमें है। उन्होंने याचिकाकर्ता से पूछा, 'आपको प्रधानमंत्री पर शर्म क्यों आती है? वह सत्ता में जनता के समर्थन से आए हैं... हमारे राजनीतिक विचार अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन वह फिर भी हमारे प्रधानमंत्री हैं।' '100 करोड़ लोगों को आपत्ति नहीं फिर आपको क्यों?' अधिवक्ता पीटर ने कहा कि प्रमाणपत्र एक निजी वस्तु है जिसमें निजी जानकारियां दर्ज होती हैं ऐसे में किसी की निजता में दखल देना अनुचित है। उन्होंने दलील दी कि प्रमाणपत्र पर प्रधानमंत्री की तस्वीर लगाना व्यक्ति की निजी जगह में दखल है। इस पर अदालत ने कहा, 'देश के 100 करोड़ से अधिक लोगों को टीकाकरण प्रमाणपत्र पर प्रधानमंत्री की फोटो से कोई आपत्ति नहीं है, फिर आपको क्यों है?' 'प्रधानमंत्री पर गर्व निजी पसंद या नापसंद का विषय है' एक घंटे से अधिक समय तक चली सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता की ओर से पेश हुए एक अन्य अधिवक्ता अजित जॉय ने कहा कि प्रधानमंत्री पर गर्व एक निजी पसंद का विषय है। उन्होंने अदालत से कहा कि यह कोई राजनीतिक मतभेदों से संबंधित कोई मामला नहीं है, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने ही जनता के पैसे का इस्तेमाल करते हुए प्रचार कार्यक्रमों और अभियानों के लिए दिशा-निर्देश बनाए हैं। केंद्र सरकार ने भी जताया याचिका के खिलाफ विरोध हाईकोर्ट ने कहा कि हम इस बात का परीक्षण करेंगे कि याचिका में कोई आधार है या नहीं, अगर इसमें कोई आधार नहीं मिलता है तो मामले को रद्द कर दिया जाएगा। उधर, केंद्र सरकार ने भी इस याचिका का विरोध करते हुए कहा कि इसे प्रचार के लिए दाखिल किया गया है। याचिकाकर्ता एक वरिष्ठ नागरिक हैं जिन्होंने आरोप लगाया है कि प्रमाणपत्र पर पीएम की तस्वीर मौलिक अधिकारों का हनन है। बॉम्बे हाईकोर्ट में भी दाखिल हुई एक ऐसी ही याचिका उधर, बॉम्बे हाईकोर्ट में भी यही मांग करने वाली एक याचिका दाखिल की गई है। हाईकोर्ट ने इसे एक महत्वपूर्ण मुद्दा बताते हुए केंद्र सरकार को इस संबंध में हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया है। अदालत ने इसके लिए केंद्र सरकार को 23 दिसंबर तक का समय दिया है। इस याचिका में टीकाकरण प्रमाणपत्र से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर और उनका नाम हटाने की मांग की गई है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/confederation-of-ex-paramilitary-forces-welfare-association-asked-why-the-heroes-of-paramilitary-forces-have-to-fight-a-court-battle-for-their-interests,"संसद हमले की 20वीं बरसी: आज परेशान क्यों हैं 'पैरामिलिट्री फोर्सेज' के शूरवीर, लेनी पड़ रही अदालतों की मदद","संसद भवन पर आतंकी हमले की सोमवार को 20वीं बरसी है। 13 दिसंबर 2001 को दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के मंदिर 'भारतीय संसद' पर आंतकियों ने हमला किया था। सीआरपीएफ सहित कई दूसरे बलों ने आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया। कई जवानों ने अपनी शहादत दी। प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कईं मंत्रियों एवं नेताओं ने शहीदों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी है। कॉन्फेडरेशन ऑफ एक्स पैरामिलिट्री फोर्सेज वेलफेयर एसोसिएशन के चीफ पैटर्न और सीआरपीएफ के पूर्व एडीजी एसएस संधू ने सवाल उठाया है कि आज दो दशक बाद भी 'पैरामिलिट्री फोर्सेज' के शूरवीर परेशान क्यों हैं। उन्हें अपने हितों के लिए अदालती लड़ाई लड़नी पड़ रही है। केंद्र सरकार में विभिन्न स्तरों पर ज्ञापन सौंपे जा रहे हैं। आतंक, नक्सल, चुनावी ड्यूटी, आपदा, वीआईपी सिक्योरिटी और अन्य मोर्चों पर इन बलों के जवान तैनात हैं, इसके बावजूद उन्हें सिविल फोर्स बता दिया जाता है। जवानों को पुरानी पेंशन से वंचित रखा जा रहा है। सिपाही से लेकर कैडर अफसरों तक की प्रमोशन में लंबा वक्त लग रहा है। नतीजा, बहुत से जवान और अधिकारी समय से पहले ही सेवा को अलविदा कह कर दूसरे क्षेत्रों में जॉब करने लगे हैं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/rajya-sabha-pension-of-supreme-court-and-high-court-judges-will-increase-government-brought-proposal-know-what-will-be-the-effect,"जजों को अतिरिक्त पेंशन: सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट न्यायाधीश वेतन, सेवा शर्तें संशोधन विधेयक 2021 पारित","सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट के जजों के वेतन व सेवा शर्त अधिनियम में संशोधन का विधेयक सोमवार को राज्यसभा ने भी पारित कर दिया। इससे सेवानिवृत्त न्यायाधीशों को अतिरिक्त पेंशन का रास्ता साफ हो गया। राज्यसभा ने इस विधेयक को सर्वसम्मति से पारित कर दिया। इस संशोधित विधेयक के पारित होने से यह स्पष्ट होगा कि सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट के रिटायर्ड जजों को कब से अतिरिक्त पेंशन मिलेगी। केंद्रीय कानून व न्याय मंत्री किरण रिजिजू ने सोमवार को हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश (वेतन और सेवा शर्तें) संशोधन विधेयक 2021 राज्यसभा में पेश किया। इस विधेयक को लोकसभा 8 दिसंबर को ही पारित कर चुकी है। यह विधेयक हाईकोर्ट जज वेतन व सेवा शर्तें कानून 1954 और सुप्रीम कोर्ट जज वेतन व सेवा शर्तें कानून 1958 में संशोधन करेगा। राज्यसभा में विधेयक पेश करते हुए मंत्री रिजिजू ने कहा कि यह एक बहुत ही सीमित संशोधन विधेयक है, जिसे हम उक्त अधिनियमों में सीमित उद्देश्य के लिए बदलाव के लिए लाए हैं। यह किसी भी तरह से न्यायाधीशों के वेतन को प्रभावित नहीं करने वाला है। यह केवल सेवानिवृत्त न्यायाधीशों की पेंशन में बढ़ोतरी से संबंधित है। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने विधेयक पर चर्चा शुरू करने के लिए विपक्ष से आग्रह किया। इस पर राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने उपसभापति से कहा कि वे पहले सदन के 12 निलंबित विपक्षी सदस्यों पर निर्णय लें। खड़गे की मांग का द्रमुक तिरुचि शिवा समेत विपक्ष के कुछ अन्य सदस्यों ने भी समर्थन किया। हालांकि उपसभापति सिंह ने कहा कि सभापति पहले ही सभी दलों से आग्रह कर चुके हैं कि वे निलंबन के मुद्दे का सौहार्दपूर्ण हल निकालें। इसके बाद हरवंश ने कांग्रेस की एमी याज्ञनिक को विधेयक पर चर्चा शुरू करने को कहा। इस पर याज्ञनिक ने अदालतों में बड़ी संख्या केस लंबित होने का मामला उठाया। उन्होंने जनता को न्याय पाने में हो रही मुश्किलों का भी मुद्दा उठाया। द्रमुक के केपी विल्सन ने कहा कि हाईकोर्ट के न्यायाधीशों की सेवानिवृत्ति की आयु मौजूदा 62 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष और सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों की सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष से बढ़ाकर 70 वर्ष की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि 57 लाख मामले हाईकोर्टों में और लगभग 75,000 मामले सुप्रीम कोर्ट में लंबित हैं। चर्चा के बाद राज्यसभा ने सर्वसम्मति से इस विधेयक को पारित कर दिया।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/coal-minister-pralhad-joshi-says-government-to-follow-auction-route-for-coal-block-allocation-as-congress-objected-and-demanded-for-sccl,"कोयला मंत्री बोले: ब्लॉक ऑवंटन के लिए नीतियों के अनुसार ही होगी नीलामी, कांग्रेस ने जताई आपत्ति","कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोमवार को चार कोयला ब्लॉक की नीलामी के सरकार के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि यह नीलामी नीति के अनुसार की जाएगी। ये कोयला ब्लॉक तेलंगाना में सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (एससीसीएल) के पास स्थित हैं। एससीसीएल एक सरकारी कोयला खनन कंपनी है जिसमें राज्य और केंद्र सरकार की हिस्सेदारी 51:49 इक्विटी के आधार पर है। शून्य काल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस के सांसद एन उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा कि तेलंगाना के लोग इन चार कोयला ब्लॉकों की नीलामी पर कड़ी आपत्ति जता रही है। रेड्डी ने इस नीलामी रद्द करने की मांग की और कहा कि ये ब्लॉक कंपनी को आवंटित किए जाएं। उन्होंने दावा किया कि इस समय एससीसीएल के 50 हजार कर्मी हड़ताल पर हैं, इससे रोज उसे 120 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। कर्मियों की हड़ताल को बताया राज्य प्रायोजित वहीं, केंद्रीय मंत्री जोशी ने कहा, अब नीलामी का प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। राज्यों को आवंटन और आवेदन निमंत्रण के लिए नोटिस जारी हो चुका है। सब नियम के अनुसार ही हो रहा है और मनमाने ढंग से कुछ भी नहीं किया जा रहा है। उन्होंने यह बी कहा कि यूपीए सरकार के दौरान की आवंटन नीति के अनुसार काम नहीं किया जाएगा। वहीं हड़ताल को लेकर प्रह्लाद जोशी ने कहा कि दुर्भाग्य से यह राज्य प्रायोजित है। तथ्यों से परे है कांग्रेस सासंद का बयान: जोशी प्रह्लाद जोशी ने कहा कि कांग्रेस सांसद का बयान असल स्थिति से कहीं दूर है। उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा कि नीलामी का फैसला त्रुटिपूर्ण और आपत्तिजनक है, इसे रद्द किया जाना चाहिए और कोयला ब्लॉक एससीसीएल को आवंटित किए जाने चाहिए। कांग्रेस सांसद ने आगे कहा कि कंपनी तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु के थर्मल पावर स्टेशनों की कोयला जरूरतों को पूरा करती है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/drdo-successfully-carried-out-a-long-range-supersonic-missile-assisted-torpedo-smart-off-coast-of-balasore-in-odisha,"कामयाबी: सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड टॉरपीडो का सफल परीक्षण, युद्धक क्षमताओं में होगा इजाफा","रक्षा विकास एवं अनुसंधान संगठन (डीआरडीओ) ने सोमवार को ओडिशा में बालासोर तट पर एक लंबी रेंज के सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड टॉरपीडो (SMART) का सफल परीक्षण किया। डीआरडीओ ने कहा कि इस प्रणाली को पनडुब्बी रोधी युद्धक क्षमताओं को बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है जो पारंपरिक टॉरपीडो की रेंज से कहीं अधिक हैं। #WATCH | India today successfully carried out a long-range Supersonic Missile Assisted Torpedo (SMART) off coast of Balasore in Odisha. ""The system has been designed to enhance Anti-sub marine warfare capability far beyond the conventional range of the torpedo,"" DRDO says pic.twitter.com/ZhD34UwuFW — ANI (@ANI) December 13, 2021 यह एक अगली पीढ़ी की मिसाइल आधारित टॉरपीडो डिलिवरी प्रणाली है। डीआरडीओ ने बताया कि परीक्षण के दौरान मिसाइल की सभी क्षमताओं का सफलतापूर्वक प्रदर्शन देखने को मिला। इस उन्नत मिसाइल प्रणाली के लिए डीआरडीओ की कई प्रयोगशालाओं ने विभिन्न प्रौद्योगिकियां विकसित की हैं। नौसेना को जल्द की इसकी सौगात मिल सकती है। दो दिन पहले किया था स्वदेशी टैंक रोधी मिसाइल का परीक्षण इस महत्वपूर्ण परीक्षण से दो दिन पहले ही डीआरडीओ और वायु सेना ने स्वदेश में तैयार और विकसित टैंक रोधी मिसाइल का सफल परीक्षण किया था। यह परीक्षण पोखरण रेंज में हुआ था। इस टैंक रोधी मिसाइल की खास बात यह है कि इसे हेलिकॉप्टर से लॉन्च किया जा सकता है। स्वदेशी हथियार प्रणालियों का हाल के समय में यह तीसका परीक्षण था। जानिए क्या है स्मार्ट: मिसाइल और तारपीडो, दोनों की खूबियां यह एक तरह की सुपरसोनिक एंटी-शिप मिसाइल है। इसके साथ एक कम वजन का टॉरपीडो लगा है जो पेलोड की तरह इस्तेमाल होता है। दोनों मिलकर इसे एक सुपरसोनिक एंटी-सबमरीन मिसाइल बना देते हैं यानी इसमें मिसाइल के फीचर्स भी मिलेंगे और पनडुब्बी नष्ट करने की क्षमता भी। पूरी तरह तैयार होने पर इसकी रेंज 650 किलोमीटर होगी। इतनी ज्यादा रेंज वाली प्रणाली की मौजूदगी भारतीय नौसेना को दुनिया की सबसे खतरनाक नौसेनाओं की सूची में और ऊपर पहुंचा देगी। उल्लेखनीय है कि देश के पास वरुणास्त्र नामक एक पनडुब्बी रोधी टॉरपीडो पहले से है जो जीपीएस (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) की मदद से अपने लक्ष्य को भेद सकता है। स्मार्ट इसकी तुलना में काफी हल्का है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/bmc-says-five-people-injured-after-the-lift-of-a-building-collapsed-in-andheri-area-of-mumbai,"महाराष्ट्र: मुंबई के अंधेरी में गिरी इमारत की लिफ्ट, पांच लोग गंभीर रूप से घायल",महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के अंधेरी (पूर्वी) इलाके में एक इमारत की लिफ्ट गिरने से पांच लोग घायल हो गए। बृहन्मुंबई महानगरपालिका(बीएमसी) ने इसकी जानकारी दी है। गौरतलब है कि इससे पहले भी 24 जुलाई को मुंबई के वर्ली इलाके में विफ्ट गिरने से छह लोगों की मौत हो गई थी। वर्ली की हनुमान गली के पास एक ऊंची इमारत से लिफ्ट गिर गई थी। पुलिस ने सुरक्षा नियमों के उल्लंघन के आरोप में ठेकेदार और पर्यवेक्षक को तुरंत गिरफ्तार कर लिया था।,-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/pm-modi-speech-main-points-big-things-of-pm-narendra-modi-in-varanasi-kashi-vishwanath-corridor,"काशी विश्वनाथ कॉरिडोर: पहले मां गंगा का दर्शन-स्नान, वहां से सीधे विश्वनाथ धाम; पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें","काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन के मौके पर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशीवासियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि विश्वनाथ धाम का ये नया परिसर एक भव्य भवन भर नहीं है। ये प्रतीक है, हमारे भारत की सनातन संस्कृति का। ये प्रतीक है, हमारी आध्यात्मिक आत्मा का। भारत की ऊर्जा का, गतिशीलता का। आइए जानते हैं पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें- मंदिर परिसर में आ सकेंगे 50 से 75 हजार श्रद्धालु पहले यहाँ मंदिर क्षेत्र केवल तीन हजार वर्ग फीट में था, वो अब करीब पांच लाख वर्ग फीट का हो गया है। अब मंदिर और मंदिर परिसर में 50 से 75 हजार श्रद्धालु आ सकते हैं। यानि पहले मां गंगा का दर्शन-स्नान और वहां से सीधे विश्वनाथ धाम। कहा- आप जब यहां आएंगे तो केवल आस्था के दर्शन नहीं करेंगे। आपको यहां अपने अतीत के गौरव का अहसास भी होगा। कैसे प्राचीनता और नवीनता एक साथ सजीव हो रही है। कैसे पुरातन की प्रेरणाएं भविष्य को दिशा दे रही हैं। भारतीय एकता का कराया अहसास प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण, भारत को एक निर्णायक दिशा देगा, एक उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएगा। यह परिसर साक्षी है हमारे सामर्थ्य का, हमारे कर्त्तव्य का। अगर सोच लिए जाए, ठान लिया जाए तो कुछ भी असंभव नहीं है। यहाँ अगर औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं! अगर कोई सालार मसूद इधर बढ़ता है तो राजा सुहेलदेव जैसे वीर योद्धा उसे हमारी एकता की ताकत का अहसास करा देते हैं। श्रमिकों को भी साधा प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में श्रमिकों का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जिनका पसीना इस भव्य परिसर निर्माण में बहा है, उन सभी का आभार। हमारे कारीगर, सिविल इंजीनियर्स, प्रशासन के सभी लोगों का अभिनंदन। इन सभी ने कोरोना के विपरीत काल में भी यहां पर काम रुकने नहीं दिया। जनता को दिलाए तीन संकल्प पीएम मोदी ने काशी के मंच से जनता को तीन संकल्प दिलाए। उन्होंने स्वच्छता, सृजन और आत्मनिर्भरता की अपील की। कहा कि पूरे आत्मविश्वास के साथ सृजन करिए। भारत को स्वच्छत रखिए और आत्मनिर्भर भारत के लिए अपने प्रयास बढ़ाते रहिए। सौ साल बाद भारत कैसा होगा, इसके लिए हमें अभी से काम करना होगा। जगा गए आत्मविश्वास पीएम ने भारतवासियों के आत्मविश्वास को भी जगाया। उन्होंने कहा कि हम भारतवासी की भुजाओं में वो बल है, जो अकल्पनीय को साकार कर देता है। हम तप जानते हैं। तपस्या जानते हैं। देश के लिए दिन रात खपना जानते हैं। चुनौती कितनी भी बड़ी क्यों न हो, हम भारतीय मिलकर उसे परास्त कर सकते हैं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/nagaland-firing-victims-families-refused-to-take-compensation-people-said-we-should-get-justice,"नगालैंड फायरिंग: पीड़ितों के परिवारों ने मुआवजा लेने से किया इनकार, लोगों ने कहा- हमें न्याय मिलना चाहिए","नगालैंड के मोन जिले के ओटिंग में सुरक्षा बलों द्वारा की गई गोलीबारी में 14 लोग मारे गए। परिवारों ने न्याय की मांग करते हुए कहा कि हम तब तक किसी भी सरकारी मुआवजे को लेने से इनकार करते हैं, जब तक की गोलीबारी में शामिल लोगों को कटघरे में खड़ा नहीं किया जाता। ओटिंग ग्राम परिषद् ने एक बयान देते हुए कहा कि जब स्थानीय लोग मृतकों के अंतिम संस्कार एवं अन्य कार्यों में व्यस्त थे। तब राज्य मंत्री पी. पेवांग कोन्याक एवं जिला उपायुक्त 18.30 लाख की राशि लेकर आए थे। पहले तो लोगों ने इसे मंत्री के प्यार,सहानुभूति एंव उपहार का प्रतीक माना, लेकिन बादमें पता चला कि यह राज्य मंत्री द्वारा मृतकों एवं घायलों के परिवार को दिए जाने वाले मुआवजे की पहली किस्त थी। इस पर प्रतिक्रिया जाहिर करते ओटिंग ग्राम परिषद् एवं ग्रामीणों ने बयान दिया गया कि ओटिंग ग्राम परिषद् और ग्रामीण जन इस मुआवजे को तब तक स्वीकार नहीं करेंगे जब तक कि भारतीय सशस्त्र बल के 21वें पैरा कमांडो को निरस्त करने से पहले नागरिक सहिंता एवं सशस्त्र बल विशेष अधिनियम (एएफएसपीए) के समक्ष न्याय हेतू कटघरे में खड़ा नहीं किया जाता। रविवार को जारी इस बयान में ग्राम परिषद् के अध्यक्ष लोंगवांग कोन्याक, आंग (राजा) तहवांग, उपआंग चिंगवांग, एवं मोंगनेई और न्यानेई गांव बुराह (ग्राम सरदारों) द्वारा हस्ताक्षर किए गए। पुलिस के अनुसार, जिले में 4-5 दिसंबर को हुई उग्रवादी विरोधी हिंसा में लगभग 14 लोग और 1 सैनिक मारा गया। इस दौरान मृतकों के परिवारों नेकिसी भी प्रकार के मुआवजे के लिए तब तक इनकार किया है जब तक कि उन्हें इंसाफ नहीं मिल जाता हैं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/covid19-active-caseload-stands-at-91456-in-lowest-in-561-days-india,"राहत: 561 दिन बाद कोरोना एक्टिव केस सबसे कम, दैनिक आंकड़ों में भी गिरावट","भारत में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार कम हो रहे हैं। बीते 24 घंटे में सात हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक, सोमवार को 7,350 नए मामले सामने आए हैं। वहीं, सात हजार 937 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं, जबकि 202 लोगों की मौत हो गई। वहीं, कोरोना के एक्टिव मामले 561 दिन बाद सबसे कम है। देश में सक्रिय संक्रमित मरीजों की संख्या अब 91 हजार 456 पर पहुंच गई है। इससे पहले रविवार को कोरोना के सात हजार सात 7790 मामले सामने आए हैं। वहीं, मौतों का आंकड़ा भी इससे ज्यादा था। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रविवार को जारी आंकड़े के मुताबिक, बीते 24 घंटों 7,350 लोगों के ठीक होने के साथ ही कुल ठीक होनो वालों की संख्या 3,41,30,768 हो गई है। इसके अलावा भारत में अब कोरोना के 91,456 सक्रिय मरीज बचे हैं। वहीं देश में कुल मृतकों की संख्या की बात करें तो यह 4,75,436 हो गई है",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/india-most-aware-about-corona-vaccination-98-adult-population-wants-to-get-covid-19-vaccine-ians-cvoter-covid-vaccine-tracker-survey,"कोरोना टीकाकरण: वैक्सीनेशन को लेकर सबसे जागरूक भारत, 98 प्रतिशत वयस्क आबादी लगवाना चाहती है कोरोना का टीका","कोरोना टीकाकरण को लेकर भारत में लगातार चलाए जा रहे जागरूकता अभियान का काफी असर देखने को मिल रहा है। IANS-CVoter Covid Vaccine Tracker सर्वे के मुताबिक, वैक्सीन लगवाने की चाह रखने वाले सबसे ज्यादा लोग भारत में हैं। यहां की 98 प्रतिशत वयस्क आबादी वैक्सीन लगवाने की चाह रखती है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 में 89 लाख से अधिक लोगों को कोरोना वैक्सीन की खुराक दी गई। इसके बाद देश में कोरोना टीकाकरण की संख्या 133 करोड़ पहुंच गई है। इसमें 90 करोड़ वयस्क आबादी में से 81 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना की कम से कम एक खुराक लगाई जा चुकी है। CVoter Covid Vaccine Tracker के अनुसार 90 करोड़ में अभी तक टीका न लगवाने वाले नौ करोड़ लोगों में 7.5 करोड़ लोग कोरोना वैक्सीन लगवाना चाहते हैं। इसमें सिर्फ 1.5 करोड़ लोगों ने ही वैक्सीनेशन को लेकर बहाने पेश किए हैं। समझा कर लगवाया जा सकता है टीका सर्वे के मुताबिक, जिन 1.5 करोड़ लोगों ने कोविड-19 वैक्सीन को लेकर बहाने पेश किए हैं, वे लोग भी टीकाकरण न करवाने को लेकर इतने कठोर नहीं हैं। सर्वे में कहा गया है कि इन लोगों की काउंसलिंग की जाए तो वे लोग भी कोरोना टीकाकरण करवाने के लिए तैयार हो जाएंगे। हर दिन 60 से 70 लाख लोगों को लग रही वैक्सीन स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, भारत में हर दिन 60 से 70 लाख लोगों को कोरोना की खुराक दी जा रही है। भारत में इसके लिए हर घर दस्तक अभियान भी चलाया जा रहा है। सरकार का लक्ष्य है कि इस महीने के अंत तक वयस्क आबादी को पूरी तरह से कम से कम एक खुराक लगा दी जाए।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/indian-parliament-attack-2001-sansad-hamla-eye-wittness-20-years-of-parliament-terror-attack-afzal-guru,"संसद हमला: ठीक बीस साल पहले...13 दिसंबर 2001, कैसे हुआ था लोकतंत्र के मंदिर पर हमला? क्या कर रहे थे सांसद; जानें सबकुछ","आज से ठीक बीस साल पहले...तारीख 13 दिसंबर 2001, सुबह तक सब कुछ सामान्य था। संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो चुका था। विपक्षी सांसद ताबूत घोटोले को लेकर कफन चोर, गद्दी छोड़... सेना खून बहाती है, सरकार दलाली खाती है, के नारे लगाकर राज्यसभा और लोकसभा में हंगामा काट रहे थे। सदन को 45 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया था। प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी संसद से घर की ओर जा चुके थे। हालांकि, उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी समेत अन्य सांसद संसद में ही मौजूद थे। तभी सफेद एंबेसडर कार से जैश-ए-मुहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के पांच आतंकी संसद भवन परिसर में प्रवेश करते हैं। एक आतंकी संसद भवन के गेट पर ही खुद को बम से उड़ा लेता है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/bangladesh-arrives-in-tripura-to-pay-thank-you-former-pm-tajuddin-ahmeds-daughter-simin-hossein-rimi,बांग्लादेश : ‘शुक्रिया’ अदा करने त्रिपुरा पहुंचीं पूर्व पीएम ताजुद्दीन अहमद की बेटी सीमिन होसैन,"1971 में बांग्लादेश की आजादी की जंग के समय खून की प्यासी पाकिस्तानी फौज से बचकर अस्थायी सरकार के प्रधानमंत्री रहे ताजुद्दीन अहमद की बेटी सीमिन होसैन रिमी परिवार के साथ जान बचकर किसी तरह त्रिपुरा पहुंची थीं। तब केवल नौ वर्ष की रही रिमी अब 60 साल की हैं। उन दिनों को याद कर शुक्रिया अदा करने के लिए वे फिर त्रिपुरा लौटी हैं। बांग्लादेश की आजादी और दोनों देशों की दोस्ती की गोल्डन जुबली पर नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के बाद वे त्रिपुरा पहुंचीं। 1971 के युद्ध के दौरान सीमिन होसैन रिमी और परिजनों ने शरण लेकर बचाई थी अपनी जान छोटे से शहर सोनामुरा की सीमा बांग्लादेश के कोमिला जिले से मिलती है। यहां युद्ध के दौरान पूर्वी पाकिस्तान से आए हजारों लोगों को शरण दी गई थी। यही नहीं, मुक्ति वाहिनी के लिए प्रशिक्षण शिविर और अस्पताल भी बनाया गया था। अब बांग्लादेश में संसद सदस्य रिमी के पिता की गिनती बांग्लादेश के उदय के प्रमुख नायकों में होती है। उथल-पुथल भरे उन दिनों को याद करती हुई वे कहती हैं, पूर्वी पाकिस्तान से आए लोगों को शरण देने के लिए उन दिनों स्कूल बंद कर दिए गए थे। मुझे यकीन नहीं हो रहा कि मैं उस समय के उपमंडल अधिकारी के बंगले के सामने खड़ी हूं, जिसमें हमने शरण ली थी। मेरे आंसू अब खुशी के हैं। वे बताती हैं, अवामी लीग ने युद्ध में देश के लोगों का नेतृत्व करने के लिए उनके पिता को भारत भेजा तो उनकी मां सईदा जोहुरा बेगम अपने चार छोटे बच्चों के साथ पाकिस्तानी सेना से बचने के लिए छिपती फिर रही थीं। भारत आने के लिए वे लगातार साधन बदल रही थीं। उनके परिवार ने ढाका से बोक्सानगर के बीच की 80 किलोमीटर दूरी सात दिन में पूरी की। पेयजल के लिए भी तरसे पानी में रक्तरंजित लाशें रिमी बताती हैं कि मां, बहनों और छोटे भाई के साथ उन्होंने पानी के रास्ते यात्रा शुरू की। उस समय पीने के लिए एक बूंद तक पानी नहीं था। इस पर उन्होंने एक मग में भरकर नीचे से पानी उठाया और पी लिया। पांच मिनट बाद देखा कि जहां से उन्होंने पानी लिया था, वहां आसपास पानी में खून से सनी लाशें तैर रही थीं। इसी तरह रास्ते में वे परिवार के साथ एक खुली बोट में थीं। अचानक पाकिस्तान का एक सैनिक पुल पर खड़ा दिखा। उसने बोट पर फायरिंग शुरू कर दी। इससे बोट के कई यात्री मारे गए, लेकिन सौभाग्य से उनका परिवार सुरक्षित बच गया। रास्ते में एक बार तो उन्हें पाकिस्तानी सेना के लिए काम करने वाले योद्धाओं राजाकरों ने पकड़ लिया। काफी मिन्नतों के बाद वे रिश्वत लेकर उन्हें बॉक्सानगर पहुंचाने के लिए राजी हो गए।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/accused-of-human-trafficking-more-than-5000-people-arrested,"शिकंजा: 5000 से ज्यादा लोगों की तस्करी का आरोपी गिरफ्तार, दिल्ली में भी अपहरण और मानव तस्करी के मामले हैं दर्ज","प्रवर्तन निदेशालय ने 5000 से ज्यादा लोगों की तस्करी करने के आरोपी झारखंड में खुंटी जिले के मूल निवासी पन्ना लाल महतो उर्फ गंजू को रांची की बिरसा मुंडा जेल से गिरफ्तार किया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की उसके खिलाफ चल रही जांच के सिलसिले में यह गिरफ्तारी की गई है। उसे रांची की विशेष धन शोधन रोधी अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने उसे पांच दिन के रिमांड पर सौंप दिया है। राज्य पुलिस ने उसे इन मामलों के संबंध में 2006 और 2015 में गिरफ्तार किया था। हालांकि वह जमानत पर छूट गया था। महतो के खिलाफ रांची में खुंटी के साथ दिल्ली में भी अपहरण और मानव तस्करी के मामले दर्ज हैं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/west-bengal-21-bangladeshi-arrested-in-kolkata-with-the-help-of-up-ats-arrested-a-week-before-the-election,"पश्चिम बंगाल : यूपी एटीएस की मदद से कोलकाता में पकड़े गए 21 बांग्लादेशी, चुनाव से एक हफ्ते पहले हुई गिरफ्तारी","उत्तर प्रदेश एटीएस की मदद से कोलकाता पुलिस ने गैरकानूनी रूप से रह रहे 21 बांग्लादेशियों को गिरफ्तार कर लिया। इनकी गिरफ्तारी शहर के आनंदपुर इलाके में एक बिल्डिंग से की गई। कोलकाता नगर निगम चुनाव से एक हफ्ते पहले हुई गिरफ्तारी यह गिरफ्तारी आगामी कोलकाता नगर निगम चुनाव से एक सप्ताह पहले की गई है। टीएमसी सरकार पर चुनाव के समय अवैध नागरिकों के वोट बैंक के तौर इस्तेमाल का आरोप लगता रहा है। कोलकाता के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि स्थानीय पुलिस ने लखनऊ एटीएस टीम के साथ मिलकर आनंदपुर की गुलशन कॉलोनी में छापा मारा और इन बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया। 19 दिसंबर को कोलकाता नगर निगम के चुनाव होने हैं। उन्होंने बताया कि यूपी एटीएस की टीम दरअसल एक मानव तस्कर मुफीजुल रहमान की तलाश में यहां आई थी और उसी क्रम में अवैध प्रवासियों की गिरफ्तारी हुई है। इनमें से किसी भी बांग्लादेशी के पास वैध दस्तावेज नहीं थे। सभी लोगों से स्थानीय थाने में पूछताछ की जा रही है। इस घटना पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि यह बेहद चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि तृणमूल सरकार वोट बैंक की राजनीति के लिए राज्य में बांग्लादेश से घुसपैठ को लेकर आंखें मूंद रखी है। मजूमदार ने आरोप लगाया कि कोलकाता पुलिस बांग्लादेशियों के अवैध रूप से यहां रहने के मामले में सोती रहती है और जब यूपी पुलिस सूचना देती है तभी जागती है। पुलिस ने हालांकि कहा है कि अवैध प्रवासी बांग्लादेशियों की ऐसी गिरफ्तारी यहां आम बात है, लेकिन हाल के वर्षों में एक ही दिन में इतनी बड़ी तादाद में गिरफ्तारी नहीं हुई थी।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/west-bengal-forest-department-stopped-jungle-safari-inside-the-buxa-forest-for-10-days,"सुरक्षा: दो दशकों बाद बक्सा में दिखा रॉयल बंगाल टाइगर, जंगल सफारी पर लगी 10 दिनों की रोक","लंबे अंतराल के बाद अलीपुरद्वार जिले के बक्सा जंगल में रॉयल बंगाल टाइगर देखा गया। इसे देखकर जंगल कर्मियों में खुशी का माहौल है। वहीं पर्यटकों के सुरक्षा के मद्देनजर रविवार से 10 दिनों के लिए जंगल में जंगल सफारी पर रोक लगा दी है। पर्यटकों को 10 दिनों तक अनुमति नहीं पश्चिम बंगाल वन विभाग ने जंगल सफारी पर रोक का फैसला रॉयल बंगाल टाइगर तस्वीरें कैमरे में कैद होने के बाद लिया है। वन मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ने कहा कि जंगल और उसके बाहरी इलाकों में पर्यटकों की बुकिंग रद्द नहीं की जाएगी हाथी सफारी और गहरे इलाकों में जीप की सवारी को 10 दिनों तक अनुमति नहीं दी जाएगी। वन मंत्री ने कहा कि हमें पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी सुंदरबन टाइगर रिजर्व से हमारे कर्मी सोमवार को निरीक्षण के लिए क्षेत्र में पहुंचेंगे और पुष्टि करेंगे कि क्या यह रॉयल बंगाल टाइगर है, और यह कहां से आया है। फोटो मिलने से संभावना यही है कि यह रॉयल बंगाल टाइगर है। 1998 में आखिरी बार एक बाघ को बक्सा फॉरेस्ट में देखा गया था वन मंत्री मल्लिक ने कहा कि इस बात की भी जांच की जा रही है कि क्या जानवर पड़ोसी असम से जंगल के गलियारे से बक्सा जंगल पहुंचा है। मंत्री ने कहा कि राज्य असम से 20 बाघों को बक्सा लाने की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले दो दशकों में रॉयल बंगाल टाइगर देखा नहीं गया था।1998 में आखिरी बार एक बाघ को बक्सा फॉरेस्ट में देखा गया था।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/man-complains-of-burnt-omelette-and-vendor-hits-him-with-frying-pan-in-nagpur-maharashtra,"नागपुर: शख्स ने की ऑमलेट जला होने की शिकायत, गुस्साए दुकानदार ने दे मारा गर्म फ्राइंग पैन","नागपुर में एक व्यक्ति की ओर से ऑमलेट के जले होने की शिकायत करने पर दुकानदार ने उसे फ्राइंग पैन दे मारा। यह घटना शहर के सीताबुल्दी इलाके की है। आरोपी दुकानदार की पहचान विनोद राठौड़ (48) और पीड़ित की पहचान संदीप सयारे निवासी अमरावती के तौर पर हुई है। पुलिस ने बताया कि सयारे पास के रेलवे स्टेशन से उतरे और ऑमलेट बनाने को कहा। दुकानदार के साथ उनका विवाद तब बढ़ गया जब उन्होंने ऑमलेट जला होने की शिकायत की। राठौड़ के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है और सयारे को अस्पताल पहुंचाया गया है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/india-exploring-possibility-of-inviting-leaders-of-central-asian-countries-to-grace-republic-day-2022-celebrations,"Republic Day 2022: मध्य एशियाई देशों के नेताओं को आमंत्रित कर सकता है भारत, रिश्ते और मजबूत करने की तैयारी","आगामी गणतंत्र दिवस समारोह के लिए भारत सरकार मध्य एशियाई देशों के शीर्ष नेताओं को आमंत्रित करने की संभावनाएं तलाश रहा है। बीते कुछ समय से इस क्षेत्र के साथ अपने संबंधों को बढ़ा रही भारत सरकार इस कदम से इनके साथ संबंध और मजबूत करना चाहती है। माना जा रहा है कि यह कदम इन देशों में भारत की छवि और बेहतर बना सकता है। इस घटनाक्रम के बारे में जानकारी रखने वाले लोगों ने रविवार को बताया कि मुख्य अतिथि के तौर पर उज्बेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिज गणराज्य और ताजिकिस्तान के नेताओं को बुलाने के विकल्प पर चर्चा हो रही है। हालांकि, उन्होंने कहा कि अतिथि पर अभी कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है और अन्य विकल्पों पर भी चर्चा की जा रही है। 2018 में आसियान देशों ने नेताओं को आमंत्रित किया था इससे पहले 2018 के गणतंत्र दिवस समारोह में भारत ने आसियान (ASEAN या दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों का संगठन) देशों के नेताओं को आमंत्रित किया था और सभी समारोह में शामिल हुए थे। बीते कुछ वर्षों से भारत ऊर्जा समृद्ध मध्य एशियाई देशों के साथ हर क्षेत्र में आपसी सहयोग को बढ़ाने पर ध्यान दे रहा है और संबंधों को मजबूत करने में जुटा हुआ है। बढ़ा है मध्य एशियाई देशों का महत्व, समझ रही सरकार इस क्षेत्र के साथ भारत की गतिविधियों में इजाफा जुलाई 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पांच देशों की यात्रा के बाद आया। इसके परिणामस्वरूप विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों का विस्तार भी हुआ था। इसके अलावा अफगानिस्तान में बने हालात ने भी इस युद्धग्रस्त देश से सीमा साझा करने वाले ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान का महत्व बढ़ाया है। इस साल के गणतंत्र दिवस पर नहीं था कोई मुख्य अतिथि इस साल गणतंत्र दिवस पर कोई मुख्य अतिथि नहीं था। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया गया था। उन्होंने निमंत्रण स्वीकार भी किया था लेकिन बाद में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी आने के बाद उन्होंने यह यात्रा कार्यक्रम रद्द कर दिया था। साल 2019 में ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो मुख्य अतिथि रहे थे।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/helicopter-crash-forensic-investigation-of-the-mobile-of-the-creator-of-the-viral-video-of-cds-rawat-helicopter-crash-latest-news-update,"Helicopter Crash: क्रैश का वायरल वीडियो बनाने वाले के मोबाइल की होगी फोरेंसिक जांच, चश्मदीदों से होगी पूछताछ","चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर क्रैश के मामले में बड़ी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि दुर्घटना से पहले वीडियो बनाने वाले व्यक्ति का मोबाइल फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस ने रविवार को इस बात का खुलासा किया है। दरअसल, कोयंबटूर के वेडिंग फोटोग्राफर अपने दोस्त और परिवार के साथ आठ दिसंबर को निलगिरिस जिले के कट्टेरी इलाके में गए थे। इस दौरान उन्होंने अपने मोबाइल से एक हेलीकॉप्टर का वीडियो रिकॉर्ड किया था, जो कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। दावा किया जा रहा है कि यह हेलीकॉप्टर जनरल रावत का था। घने कोहरे में गायब होते हेलीकॉप्टर का वीडियो तब से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। #WATCH | Final moments of Mi-17 chopper carrying CDS Bipin Rawat and 13 others before it crashed near Coonoor, Tamil Nadu yesterday (Video Source: Locals present near accident spot) pic.twitter.com/jzdf0lGU5L — ANI (@ANI) December 9, 2021",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%a5-%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%a6-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a4%b5%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%9c%e0%a4%af-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a4%b8-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%b9-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%b8%e0%a4%be-%e0%a4%b2%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%b8%e0%a5%81%e0%a4%ac%e0%a4%b9-%e0%a4%b0%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%81%e0%a4%8f&id=74388,राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद बांग्‍लादेश के पचासवें विजय दिवस समारोह में हिस्‍सा लेने के लिए आज सुबह रवाना हुए,"Dec 15, 2021 , 10:15AM राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद बांग्‍लादेश के पचासवें विजय दिवस समारोह में हिस्‍सा लेने के लिए आज सुबह रवाना हुए File Pic राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद बांग्‍लादेश के पचासवें विजय दिवस समारोह में हिस्‍सा लेने के लिए आज सुबह पडोसी देश की तीन दिन की यात्रा पर रवाना हुए। राष्‍ट्रपति कोविंद बांग्‍लादेश के राष्‍ट्रपति मोहम्‍मद अब्‍दुल हमीद के निमंत्रण पर इस समारोह में भाग ले रहे हैं। 16 दिसम्‍बर दोनों देशों में पाकिस्‍तान पर विजय उत्‍सव के रूप में मनाया जाता है। 1971 में हमारी संयुक्‍त सेनाओं के समक्ष पाकिस्‍तान की सेना ने समर्पण किया था, जिसकी परिणति बांग्‍लादेश की स्‍वंतंत्रता के रूप में हुई थी। दोनों देश परस्‍पर राजनयिक संबंधों की स्‍वर्ण जयंती भी मना रहे हैं। राष्‍ट्रपति की यात्रा के बारे में कल शाम मीडिया को जानकारी देते हुए विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि श्री कोविंद आज सुबह सावर में राष्‍ट्रीय शहीद स्‍मारक पर जाएंगे, जहां वे 1971 के बांग्‍लादेश मुक्ति संग्राम में शहीद हुए दोनों देशों के सैनिकों को श्रद्धांजलि देंगे। विदेश सचिव ने बताया कि आज बाद में राष्‍ट्रपति कोविंद बांग्‍लादेश के साथ शिष्‍टमंडल स्‍तर की बैठक आयोजित करेंगे, जिसमें आपसी हित के विभिन्‍न मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। उनकी यात्रा के दौरान बंगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और वहां के विदेश मंत्री ए.के. अब्‍दुल मोमिन राष्‍ट्रपति से मिलने जाएंगे। श्री कोविंद कल राष्‍ट्रीय परेड ग्राउंड में विजय दिवस समारोह में विशेष अतिथि होंगे। राष्‍ट्रपति बांग्‍लादेश के जनक शेख मुजिबुर्रहमान की जयंती समारोह में भी हिस्‍सा लेंगे। यह कार्यक्रम बांग्‍लादेश की संसद में आयोजित किया जाएगा। श्री कोविंद बांग्‍लादेश के विजय दिवस समारोह में मुख्‍य अतिथि होंगे। वे एक मात्र अतिथि हैं, जिन्‍हें संयुक्‍त रूप से मनाए जा रहे समारोह में आमंत्रित किया गया है। श्री श्रृंगला ने बताया कि राष्‍ट्रपति की इस यात्रा से कई महत्‍वपूर्ण पहलू जुडे हुए हैं, जिनसे भारत और बांग्‍लादेश की मजबूत भागीदारी का पता चलता है। हमारे संवाददाता ने बताया है कि कोरोना वायरस महामारी शुरू होने के बाद राष्‍ट्रपति की यह पहली विदेश यात्रा है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%9a%e0%a4%a8-%e0%a4%86%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%97-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%a6%e0%a4%b2-%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a5%80-%e0%a4%a4%e0%a5%88%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a4%82%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%ac-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a6%e0%a5%8b-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a6%e0%a5%8c%e0%a4%b0%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a4%b0&id=74387,निर्वाचन आयोग का दल चुनावी तैयारियों की समीक्षा के लिए आज से पंजाब के दो दिन के दौरे पर,"Dec 15, 2021 , 10:05AM निर्वाचन आयोग का दल चुनावी तैयारियों की समीक्षा के लिए आज से पंजाब के दो दिन के दौरे पर File Pic मुख्‍य निर्वाचन आयुक्‍त सुशील चन्‍द्र आज पंजाब की दो दिन की यात्रा पर जायेंगे। उनके साथ निर्वाचन आयोग के अन्‍य आयुक्‍त और वरिष्‍ठ अधिकारी भी रहेंगे। आयोग अगले वर्ष होने वाले पंजाब विधानसभा के चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करेगा। पंजाब के मुख्‍य निर्वाचन अधिकारी डॉ. एस. करूणा राजू ने बताया है कि आयोग आज राष्‍ट्रीय और राज्‍य स्‍तर के मान्‍यता प्राप्‍त दलों के प्रतिनिधियों, मुख्‍य निर्वाचन अधिकारी और राज्‍य पुलिस तथा केन्‍द्रीय सशस्‍त्र पुलिस बल के नोडल अधिकारियों के साथ बैठक करेगा। बाद में आयोग कई प्रवर्तन एजेंसियों के साथ भी विचार-विमर्श करेगा। आयोग कल दिव्‍यांग और युवा मतदाताओं के एक वर्ग से बातचीत करेगा।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a4-%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%a8%e0%a5%80%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a5%80%e0%a4%a1%e0%a5%80%e0%a4%86%e0%a4%88%e0%a4%8f%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%9c%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a3-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%b0%e0%a5%82%e0%a4%9a%e0%a4%bf-%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%86%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%8f&id=74400,भारत सरकार ने कार्यनीतिक विनिवेश या पीडीआईएल के निजीकरण के लिए रूचि पत्र आमंत्रित किए,"Dec 15, 2021 , 9:59AM भारत सरकार ने कार्यनीतिक विनिवेश या पीडीआईएल के निजीकरण के लिए रूचि पत्र आमंत्रित किए AIR Pics भारत सरकार ने कार्यनीतिक विनिवेश या प्रोजेक्ट्स एण्ड डेवलपमेंट इंडिया लिमिटेड-पीडीआईएल के निजीकरण के लिए रूचि पत्र आमंत्रित किए हैं। विनिवेश और सार्वजनिक परिसंपत्ति विभाग-डीआईपीएएम के सचिव तुहिन कांत पांडे ने ट्वीट में कहा है कि रूचि पत्र देने की अंतिम तिथि 31 जनवरी 2022 है। ज्‍यादा जानकारी के लिए डीआईपीएएम की वेबसाइट www.dipam.gov.in. देखी जा सकती है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a1-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%86%e0%a4%b6%e0%a4%82%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a4-%e0%a4%86%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%86%e0%a4%b0%e0%a4%9f%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a5%80%e0%a4%b8%e0%a5%80%e0%a4%86%e0%a4%b0-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%9a-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%aa%e0%a4%b9%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a5%81%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%97-%e0%a4%85%e0%a4%ac-%e0%a4%85%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%af-%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a5%80-%e0%a4%97%e0%a4%88-%e0%a4%b9%e0%a5%88&id=74391,कोविड की आशंका वाले देशों से भारत आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर जांच के लिए पहले से बुकिंग अब अनिवार्य कर दी गई है,"Dec 15, 2021 , 9:41AM कोविड की आशंका वाले देशों से भारत आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर जांच के लिए पहले से बुकिंग अब अनिवार्य कर दी गई है @AAI_Official भारतीय विमानन प्राधिकारण ने कहा है कि ओमिक्रॉन की आशंका वाले देशों से भारत आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर जांच के वास्‍ते पहले से बुकिंग अब अनिवार्य कर दी गई है। यह जांच स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुरूप की जाएगी। प्राधिकरण ने बताया कि आरटी-पीसीआर जांच की व्‍यवस्‍था छह हवाई अड्डों पर इस महीने की बीस तारीख से शुरू की जाएगी। जोखिम वाले देशों से आने वाले या पिछले चार दिन के दौरान इन देशों की यात्रा करने वाले सभी यात्रियों को इस अनिवार्य जांच के लिए पहले से नामांकन करवाने के वास्ते एयर सुविधा पोर्टल में बदलाव किया जाएगा।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a4-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a1-%e0%a4%9f%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a3-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%97%e0%a4%a4-%e0%a4%85%e0%a4%ac-%e0%a4%a4%e0%a4%95-%e0%a4%8f%e0%a4%95-%e0%a4%85%e0%a4%b0%e0%a4%ac-34-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a1%e0%a4%bc-53-%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%96-%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a1%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a5%80-%e0%a4%9f%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%87-%e0%a4%97%e0%a4%8f&id=74389,भारत में कोविड टीकाकरण के अंतर्गत अब तक एक अरब 34 करोड़ 53 लाख कोविडरोधी टीके लगाये गए,"Dec 15, 2021 , 9:36AM भारत में कोविड टीकाकरण के अंतर्गत अब तक एक अरब 34 करोड़ 53 लाख कोविडरोधी टीके लगाये गए PIB India भारत में कोविड टीकाकरण के तहत अभी तक 1 अरब 34 करोड़ 53 लाख टीके लगाये जा चुके हैं। इसके अंतर्गत 81 करोड़ 91 लाख लोगों को पहला टीका और 52 करोड़ 61 लाख से अधिक लोगों को दूसरा टीका लगाया गया है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने जानकारी दी है कि कल शाम सात बजे तक 62 लाख से अधिक टीके लगाये गये। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत केंद्र, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निशुल्‍क कोविड टीके उपलब्ध कराने का सिलसिला जारी रखे हुए हैं।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a5%87-5-%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%85%e0%a4%a8%e0%a5%81%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b8-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a4%a0%e0%a4%a8%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%b8%e0%a5%88%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af-%e0%a4%ac%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%85%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af-%e0%a4%b8%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%8f%e0%a4%9c%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%b8%e0%a5%8c%e0%a4%82%e0%a4%aa%e0%a4%be&id=74386,रक्षामंत्री ने 5 रक्षा अनुसंधान और विकास संगठनों के उत्‍पादों को सैन्‍य बलों और अन्‍य सुरक्षा एजेंसियों को सौंपा,"Dec 14, 2021 , 9:19PM रक्षामंत्री ने 5 रक्षा अनुसंधान और विकास संगठनों के उत्‍पादों को सैन्‍य बलों और अन्‍य सुरक्षा एजेंसियों को सौंपा Rajnathsingh-@Air रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज पांच रक्षा अनुसंधान और विकास संगठनों के उत्‍पादों को सैन्‍य बलों और अन्‍य सुरक्षा एजेंसियों को सौंपा। उन्‍होंने प्रौद्योगिकी हस्‍तांतरण के छह समझौते भी सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की सात कम्‍पनियों को सौंपे। आजादी का अमृत महोत्‍सव समारोह के अंतर्गत नई दिल्‍ली में डीआरडीओ भवन में आयोजित समारोह में यह उत्‍पाद सौंपे गए। इस अवसर पर श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि दुश्‍मन की चुनौतियों का सामना करने की क्षमता बढ़ाने का यह एक संयुक्‍त प्रयास है। उन्‍होंने कहा कि सरकार कई नीतिगत सुधार कर मेक इन इंडिया और मेक फॉर द वर्ल्‍ड के लक्ष्‍य को हासिल करने के प्रयास कर रही है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%a5-%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%a6-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%95%e0%a5%87-50%e0%a4%b5%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%9c%e0%a4%af-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a4%b8-%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%b5-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%89%e0%a4%aa%e0%a4%b2%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%b2-%e0%a4%a2%e0%a4%be%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%8f%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%87&id=74383,राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद बांग्लादेश के 50वें विजय दिवस उत्स्व के उपलक्ष्‍य में कल ढाका जाएंगे,"Dec 14, 2021 , 9:15PM राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद बांग्लादेश के 50वें विजय दिवस उत्स्व के उपलक्ष्‍य में कल ढाका जाएंगे presi-27@Air राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद बांग्लादेश के 50वें विजय दिवस समारोह में शामिल होने के लिए कल सुबह ढाका के लिए रवाना होंगे। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने आज मीडिया से बातचीत में बताया‍ कि, श्री कोविंद बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल हामिद के साथ ढाका में एक प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक करेंगे जिसमें दोनों देशों के आपसी हित के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। श्री श्रृंगला ने बताया कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना राष्ट्रपति कोविंद से मुलाकात करेंगी। पड़ोसी देश के विदेश मंत्री ए. के. अब्दुल मोमन भी राष्ट्रपति से मिलेंगे। राष्ट्रपति कोविंद 16 दिसंबर को बांग्‍लादेश के विजय दिवस समारोह में शामिल होंगे। विदेश सचिव ने बताया कि राष्ट्रपति बांग्लादेश की संसद में राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्मशती समारोह के समापन समारोह में विशिष्ट अतिथि होंगे।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a4%a6-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%b6%e0%a5%87%e0%a4%b7-%e0%a4%aa%e0%a5%81%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%b8-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a4%be%e0%a4%aa%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a4%a8-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a5%87%e0%a4%af%e0%a4%95-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%b8%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%95%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%86%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%97-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a4%a8-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a5%87%e0%a4%af%e0%a4%95-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%8f&id=74382,संसद ने दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना संशोधन विधेयक और केन्द्रीय सतर्कता आयोग संशोधन विधेयक पारित किए,"Dec 14, 2021 , 9:13PM संसद ने दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना संशोधन विधेयक और केन्द्रीय सतर्कता आयोग संशोधन विधेयक पारित किए @parliament सूचीबद्ध कार्य पूरा करने के बाद राज्यसभा की कार्यवाही आज दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। दो बजे दोपहर के भोजन के बाद जब सदन की बैठक शुरू हुई, तो दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना (संशोधन) विधेयक 2021 पर चर्चा हुई, जिसे बाद में प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉक्‍टर जितेंद्र सिंह के जवाब के बाद उच्च सदन में पारित कर दिया गया। उसके बाद एक और विधेयक, केंद्रीय सतर्कता आयोग (संशोधन) विधेयक 2021 को विचार और पारित करने के लिए रखा गया। चर्चा के बाद बिल पास कर दिया गया। उसके बाद सभापति ने विशेष उल्लेखों के दौरान अपने मुद्दों को उठाने के लिए कुछ सदस्यों के नाम लिए, लेकिन वे सदन में मौजूद नहीं थे। इसके बाद सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले, जब सभापति एम वेंकैया नायडू ने शून्यकाल पूरा होने पर प्रश्नकाल चलाने की कोशिश की तो विपक्षी सदस्यों ने 12 सदस्यों के निलंबन का मुद्दा उठाया और इसे निरस्त करने की मांग की। श्री नायडू ने आंदोलनकारी सदस्यों से सदन को चलने देने का आग्रह किया लेकिन कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और द्रमुक सहित विपक्षी सदस्य सदन के बीचों-बीच आ गए और नारेबाजी करने लगे। सभापति ने आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह के व्यवहार पर भी आपत्ति जताई और मार्शल से उन्हें बाहर निकालने को कहा। इस बीच, सभापति को शोर-शराबे के कारण सदन को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा। इससे पहले, जब दिन में सदन की बैठक शुरू हुई, तो संबंधित मंत्रियों और सदस्यों ने दस्‍तावेज प्रस्‍तुत किए। इसके बाद, श्री नायडू ने शून्यकाल शुरू किया लेकिन विपक्षी सदस्यों ने निलंबित सदस्‍यों का मुद्दा उठाया। सभापति ने सदस्यों से शून्यकाल शुरू करने की अपील की क्योंकि यह बहुत महत्वपूर्ण है। शोर-शराबे के बीच विभिन्न सदस्यों ने जनहित से जुड़े मामलों को उठाया।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%9c%e0%a5%8b%e0%a4%96%e0%a4%bf%e0%a4%ae-%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a4-%e0%a4%86%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f%2c-%e0%a4%86%e0%a4%b0%e0%a4%9f%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a5%80%e0%a4%b8%e0%a5%80%e0%a4%86%e0%a4%b0-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%9a-%e0%a4%85%e0%a4%ac-%e0%a4%85%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%af-%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a5%80-%e0%a4%97%e0%a4%88-%e0%a4%b9%e0%a5%88&id=74375,"जोखिम वाले देशों से भारत आने वाले यात्रियों के लिए, आरटी-पीसीआर जांच अब अनिवार्य कर दी गई है","Dec 14, 2021 , 9:07PM जोखिम वाले देशों से भारत आने वाले यात्रियों के लिए, आरटी-पीसीआर जांच अब अनिवार्य कर दी गई है ministryofhealthnew@Noa भारतीय विमानन प्राधिकारण ने कहा है कि ओमिक्रॉन से प्रभावित यानी जोखिम वाले देशों से भारत आने वाले यात्रियों के लिए, पहले से नाम दर्ज करा कर आरटी-पीसीआर जांच अब अनिवार्य कर दी गई है। यह जांच स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुरूप की जाएगी। प्राधिकरण ने बताया कि आरटी-पीसीआर जांच की व्‍यवस्‍था छह हवाई अड्डों पर इस महीने की बीस तारीख से शुरू की जाएगी। जोखिम वाले देशों से आने वाले या पिछले चार दिन के दौरान इन देशों की यात्रा करने वाले सभी यात्रियों के लिए इस अनिवार्य जांच के वास्‍ते पहले से नाम दर्ज कराने के लिए एयर सुविधा पोर्टल में बदलाव किया जाएगा।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%a6%e0%a5%80-16-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%ac%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%95%e0%a5%83%e0%a4%b7%e0%a4%bf-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%96%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%af-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a3-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%b6%e0%a4%bf%e0%a4%96%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%ac%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%87&id=74377,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 दिसम्‍बर को कृषि और खाद्य प्रसंस्करण पर राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन को संबोधित करेंगे,"Dec 14, 2021 , 8:05PM प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 दिसम्‍बर को कृषि और खाद्य प्रसंस्करण पर राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन को संबोधित करेंगे pm-11@Air प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने की 16 तारीख को गुजरात के आणंद में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कृषि और खाद्य प्रसंस्करण पर राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन के समापन-सत्र के दौरान किसानों को संबोधित करेंगे। सम्‍मेलन के दौरान प्राकृतिक खेती पर ध्‍यान केंद्रित किया जाएगा। किसानों को प्राकृतिक खेती के तौर-तरीकों को अपनाने संबंधी जानकारी दी जाएगी, ताकि वे इनसे लाभ उठा सकें। गुजरात सरकार प्राकृतिक खेती पर ध्यान केंद्रित करते हुए कृषि और खाद्य प्रसंस्करण पर राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन का आयोजन कर रही है। इस महीने की 14 से 16 तारीख तक तीन दिन का शिखर सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इसमें पांच हजार से अधिक किसान भाग ले रहे हैं जो शिखर सम्मेलन के दौरान उपस्थित रहेंगे। केंद्र सरकार ने कृषि के तौर-तरीकों में बदलाव लाने तथा किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई उपाय शुरू किए हैं। सरकार उत्पादकता में वृद्धि सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि किसान अपनी कृषि क्षमता को अधिकतम कर सकें।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%b8%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%95%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%86%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%97-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a4%a8-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a5%87%e0%a4%af%e0%a4%95-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ad%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%a4&id=74355,केन्‍द्रीय सतर्कता आयोग संशोधन विधेयक राज्‍यसभा में भी पारित,"Dec 14, 2021 , 7:57PM केन्‍द्रीय सतर्कता आयोग संशोधन विधेयक राज्‍यसभा में भी पारित rajyasabhanew@Noa 4 संसद ने केन्‍द्रीय सतर्कता आयोग संशोधन विधेयक 2021 पारित कर दिया है। राज्‍यसभा ने आज इसे मंजूरी दी। लोकसभा इसे पहले की पारित कर चुकी है। यह कानून इस बारे में लागू किए गए अध्‍यादेश का स्‍थान लेगा। यह विधेयक केन्‍द्रीय सतर्कता आयोग अधिनियम 2003 में संशोधन के बारे में है। यह अधिनियम भ्रष्‍टाचार रोकथाम कानून 1988 के अंतर्गत अपराधों की जांच के लिए केन्‍द्रीय सतर्कता आयोग के गठन से सम्‍बंधित है। वर्तमान में प्रवर्तन निदेशक का कार्यकाल कम से कम दो साल का है। इस विधेयक में निदेशक का कार्यकाल एक बार में एक वर्ष बढ़ाने का प्रावधान किया गया है। इसे नियुक्‍ति की तिथि से पांच वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है। कार्यकाल में यह वृद्धि, समिति के सुझाव पर जनहित में की जा सकती है। अधिनियम 2003 के अंतर्गत प्रवर्तन निदेशक की नियुक्‍ति केन्‍द्र सरकार, एक समिति के सुझाव पर करती है। इस समिति के अध्‍यक्ष केन्‍द्रीय सतर्कता आयुक्‍त होते हैं। यह विधेयक प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्‍य मंत्री डॉक्‍टर जितेन्‍द्र सिंह ने राज्‍यसभा में पेश किया। उन्‍होंने ने इस पर चर्चा के जवाब में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी, प्रर्वतन निदेशालय संस्‍था को सर्वोच्‍च सम्‍मान देते हैं क्‍योंकि उनके पास छिपाने को कुछ नहीं है। उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्‍व में भ्रष्‍टाचार के खिलाफ लड़ाई, निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। श्री जितेन्‍द्र सिंह ने कहा कि श्री मोदी ने 2014 में प्रधानमंत्री का पद सम्‍भालते ही कालेधन पर विशेष जांच दल का गठन किया था। उन्‍होंने कहा कि निदेशक का कार्यकाल बढ़ाने से उनके कामकाज में निरंतरता सुनिश्‍चित होगी और जांच का सामना कर रहे व्‍यक्ति कोई फायदा नहीं उठा सकेंगे।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%a8%e0%a5%87-1971-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%af%e0%a5%81%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a7-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%85%e0%a4%aa%e0%a4%a8%e0%a5%80-%e0%a4%8f%e0%a4%95-%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%88-%e0%a4%b8%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a4%be%2c-%e0%a4%86%e0%a4%a7%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a5%8c-%e0%a4%b8%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%8f%e0%a4%95-%e0%a4%9a%e0%a5%8c%e0%a4%a5%e0%a4%be%e0%a4%88-%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%81-%e0%a4%b8%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%96%e0%a5%8b-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%a5%e0%a4%be--%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%a5-%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%b9&id=74362,"पाकिस्‍तान ने 1971 के युद्ध में अपनी एक तिहाई सेना, आधी नौ-सेना और एक-चौथाई वायु सेना को खो दिया था- राजनाथ सिंह","Dec 14, 2021 , 7:02PM पाकिस्‍तान ने 1971 के युद्ध में अपनी एक तिहाई सेना, आधी नौ-सेना और एक-चौथाई वायु सेना को खो दिया था- राजनाथ सिंह rajnathsingh@Air रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि 1971 के भारत-पाकिस्‍तान युद्ध में भारत की जीत, विश्‍व के इतिहास में सबसे महत्‍वपूर्ण विजय साबित हुई है। उन्‍होंने कहा कि इस युद्ध में पाकिस्‍तान ने अपनी एक तिहाई सेना, आधी नौ-सेना और एक-चौथाई वायु सेना को खो दिया था। नई दिल्‍ली में आज विजय पर्व समापन समारोह को सम्‍बोधित करते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि 1971 में 16 दिसम्‍बर को पाकिस्‍तान सेना ने भारतीय सेना और बंग्‍लादेशी स्‍वतंत्रता सेनानियों-मुक्‍त‍ि वाहिनी - संयुक्‍त कमान के सामने समर्पण किया था। उन्‍होंने कहा कि इस युद्ध में पाकिस्‍तान के 93 हजार सैनिकों का समर्पण विश्‍व के इतिहास में एक ऐतिहासिक समर्पण था। भारत- बांगलादेश सम्‍बंधों की चर्चा करते हुए श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और बांगलादेश हालांकि दो अलग-अलग देश है लेकिन दोनों की संस्‍क‍ृति और भाषाएं एक समान हैं। उन्‍होंने कहा कि यह एक न्‍याय युद्ध था और इसके परिणाम स्‍वरूप एक नए राष्‍ट्र बंग्‍लादेश का जन्‍म हुआ। रक्षामंत्री ने कहा कि यह युद्ध मानवता के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a4%a6-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%b6%e0%a5%87%e0%a4%b7-%e0%a4%aa%e0%a5%81%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%b8-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a4%be%e0%a4%aa%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a4%a8-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a5%87%e0%a4%af%e0%a4%95-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be&id=74361,संसद ने दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना संशोधन विधेयक पारित कर दिया,"Dec 14, 2021 , 6:59PM संसद ने दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना संशोधन विधेयक पारित कर दिया jitendersinghRS@Noa संसद ने दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना संशोधन विधेयक 2021 पारित कर दिया है। राज्यसभा ने आज इसे मंजूरी दी। लोकसभा इसे पहले ही पारित कर चुकी है। यह कानून इस बारे में लागू किये गए अध्यादेश का स्थान लेगा। इस विधेयक के जरिए दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना अधिनियम 1946 में संशोधन किया गया है। इस अधिनियम के अनुसार केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो-सीबीआई के निदेशक का न्यूनतम कार्यकाल दो वर्ष है। इस विधेयक में सीबीआई निदेशक का कार्यकाल एक बार में एक वर्ष बढ़ाने का प्रावधान किया गया है। इसे नियुक्ति की तारीख से पांच वर्ष तक बढ़ाया जा सकेगा। कार्यकाल में यह वृद्धि समिति की सिफारिश पर जनहित में की सकती है। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्‍यमंत्री जितेन्‍द्र सिंह ने इस विधेयक पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि इस विधेयक के माध्‍यम से भ्रष्‍टाचार को कतई बर्दाशत न करने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई गई है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=51-%e0%a4%b9%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%b0-5-%e0%a4%b8%e0%a5%8c-76-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a1%e0%a4%bc-%e0%a4%b0%e0%a5%81%e0%a4%aa%e0%a4%af%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b6%e0%a4%bf-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%88-%e0%a4%a6%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a5%87%e0%a4%a6%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a4%b9%e0%a5%80%e0%a4%82&id=74354,51 हजार 5 सौ 76 करोड़ रुपये से अधिक की राशि का कोई दावेदार नहीं,"Dec 14, 2021 , 6:01PM 51 हजार 5 सौ 76 करोड़ रुपये से अधिक की राशि का कोई दावेदार नहीं rajyasabhanew@Noa 4 सरकार ने जानकारी दी कि देश में बैंकों, म्युचुअल फंड, भविष्य निधी कोष और बीमा कंपनियों के पास 51 हजार पांच सौ 76 करोड़ रुपये से अधिक की राशि पड़ी है जिसका कोई दावेदार नहीं है। राज्यसभा में एक प्रश्न का जवाब देते हुए वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा कि आरबीआई के अनुसार विभिन्न शड्यूल्ड वाणिज्यिक बैंकों में आठ करोड़ 13 लाख निष्क्रिय खातों में 24 हजार तीन सौ 56 करोड़ रुपये की राशि और शहरी सहकारी बैंकों के पास 77 लाख निष्क्रिय खातों में दो हजार तीन सौ 41 करोड़ रुपये की राशि दिसम्बर 2020 के अंत में उपलब्ध थी जिसका कोई दावेदार नहीं था। वित्तमंत्री ने कहा कि भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण-आई आर डी ए आई के अनुसार इस वर्ष 31 मार्च तक विभिन्न जीवन बीमा कंपनियों में 22 हजार 43 करोड़ रुपये की जमा राशि और गैर जीवन बीमा कंपनियों में एक हजार दो सौ 41 करोड़ रुपये की राशि बिना किसी दावे के पड़ी है। उन्होंने यह भी कहा कि सेबी के अनुसार म्युचुअल फंड्स के पास इस वर्ष 31 मार्च को परिपक्व राशि और लाभांश के रुप में एक हजार पांच सौ 90 करोड़ रुपये पड़े हैं जिसका कोई दावेदार नहीं है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%a6%e0%a5%80-%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%a3%e0%a4%b8%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a4%aa%e0%a4%be-%e0%a4%b6%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%96%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%b0%e0%a4%b9%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a5%88%e0%a4%82&id=74342,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के वाराणसी में भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन की अध्‍यक्षता कर रहे हैं,"Dec 14, 2021 , 3:24PM प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के वाराणसी में भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन की अध्‍यक्षता कर रहे हैं pm-@Air प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी वाराणसी यात्रा के दूसरे दिन आज भाजपा शासित राज्‍यों के मुख्‍यमंत्रियों के सम्‍मेलन की अध्‍यक्षता कर रहे हैं। असम,अरूणाचलप्रदेश, गोआ, गुजरात, हरियाणा, हिमाचलप्रदेश, कर्नाटक, मध्‍यप्रदेश, मणिपुर, त्रिपुरा, उत्‍तरप्रदेश और उत्‍तराखण्‍ड के मुख्‍यमंत्रियों के साथ बिहार और नगालैण्‍ड के उपमुख्‍यमंत्री भी बैठक में शामिल हैं। भारतीय जनता पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और संगठन के राष्‍ट्रीय महासचिव बी एल संतोष भी सम्‍मेलन में मौजूद हैं। हमारे संवाददाता ने खबर दी है कि मुख्‍यमंत्री, संबंधित राज्‍यों में सुशासन संबंधी श्रेष्‍ठ उपायों की जानकारी दे रहे हैं। यह सम्‍मेलन टीम इंडिया की भावना को प्रोत्‍साहन देने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुसार आयोजित किया गया है। इससे पहले आज ही प्रधानमंत्री ने वाराणसी में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत की। प्रधानमंत्री दोपहर बाद वाराणसी में स्‍वरवेद महामंदिर में सद्गुरू सदाफलदेव विहंगम योग के 98वें वार्षिक समारोह में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री कल बाबा विश्‍वनाथ धाम के उद्घाटन के बाद काफी व्‍यस्‍त रहे। शाम को उन्‍होंने गंगा आरती देखी। देर रात उन्‍होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में किये जा रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया। उत्‍तरप्रदेश के मुख्‍यमंत्री के साथ प्रधानमंत्री बनारस रेलवे स्‍टेशन गये और वहां विकास कार्यों की समीक्षा की। प्रधानमंत्री ने ट्वीटर पर कहा कि पवित्र काशी नगरी के लिए हरसंभव श्रेष्‍ठ बुनियादी ढांचा विकसित करना सरकार का प्रयास है। उन्‍होंने कहा कि सरकार रेल सम्‍पर्क बढाने के लिए कार्य कर रही है। स्‍वच्‍छ, आधुनिक और यात्री अनुकूल रेलवे स्‍टेशन के विकास पर ध्‍यान दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री रात को भी काशी विश्‍वनाथ धाम गये और स्‍थानीय लोगों के साथ संवाद किया।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a4%bf-%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a1-%e0%a4%9f%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a3-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%b9%e0%a4%a8-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%85%e0%a4%a8%e0%a5%87%e0%a4%95-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%97%e0%a4%b0%e0%a5%82%e0%a4%95%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%97%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%82-%e0%a4%9a%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%88%e0%a4%82-%e0%a4%97%e0%a4%88%e0%a4%82-%e0%a4%b9%e0%a5%88%e0%a4%82&id=74341,केन्‍द्र ने आज कहा कि कोविड टीकाकरण को प्रोत्‍साहन देने के लिए अनेक जागरूकता गतिविधियां चलाईं गईं हैं,"Dec 14, 2021 , 3:07PM केन्‍द्र ने आज कहा कि कोविड टीकाकरण को प्रोत्‍साहन देने के लिए अनेक जागरूकता गतिविधियां चलाईं गईं हैं AIR Pics केन्‍द्र ने आज कहा कि कोविड टीकाकरण को प्रोत्‍साहन देने के लिए अनेक जागरूकता गतिविधियां चलाईं गईं हैं। लोकसभा में लिखित उत्‍तर में सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि पत्र सूचना कार्यालय, जनसंपर्क और संचार कार्यालय, दूरदर्शन और आकाशवाणी जैसी मीडिया की विभिन्‍न इकाइयों के माध्‍यम से सरकार अंग्रेजी, हिंदी और अन्‍य क्षेत्रीय भाषाओं में कोविड टीके लगवाने को प्रोत्‍साहन दे रही है। उन्‍होंने कहा कि इसके लिए विभिन्‍न प्रिंट, इलेक्‍ट्रोनिक माध्‍यमों, सोशल मीडिया और वैबसाइट के माध्‍यम से भी जानकारी दी गई है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%b6%e0%a5%87%e0%a4%b7-%e0%a4%aa%e0%a5%81%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%b8-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a5%e0%a4%be%e0%a4%aa%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a4%a8-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a5%87%e0%a4%af%e0%a4%95-2021-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%9a%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9a%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%8b-%e0%a4%b0%e0%a4%b9%e0%a5%80-%e0%a4%b9%e0%a5%88&id=74338,राज्‍यसभा में दिल्‍ली विशेष पुलिस स्‍थापना संशोधन विधेयक-2021 पर चर्चा हो रही है,"Dec 14, 2021 , 2:59PM राज्‍यसभा में दिल्‍ली विशेष पुलिस स्‍थापना संशोधन विधेयक-2021 पर चर्चा हो रही है AIR Pics राज्‍यसभा में दिल्‍ली विशेष पुलिस स्‍थापना संशोधन विधेयक-2021 पर चर्चा हो रही है। विपक्ष के विरोध के बीच कार्मिक जन-शिकायत और पेंशन तथा स्‍वतंत्र प्रभार के राज्‍यमंत्री डॉ0 जितेन्‍द्र सिंह ने यह विधेयक प्रस्‍तुत किया। इसमें दिल्‍ली विशेष पुलिस स्‍थापना अधिनियम 1946 में संशोधन का प्रस्‍ताव किया गया है। विधेयक प्रस्‍तुत करते हुए डॉ0 सिंह ने कहा कि राष्‍ट्र, भ्रष्‍टाचार, कालेधन और अंतर्राष्‍ट्रीय अपराध की चुनौती का सामना कर रहा है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%88-%e0%a4%95%e0%a4%bf-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a5%80-%e0%a4%ad%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a4%bf%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a4%9f%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%b9%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a4%b6%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%ac%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%8f%e0%a4%95%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a3-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%b0%e0%a4%b9%e0%a5%87%e0%a4%97%e0%a5%80&id=74332,सरकार ने कहा है कि किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए हर स्‍तर पर सशस्‍त्र बलों के एकीकरण की प्रक्रिया जारी रहेगी,"Dec 14, 2021 , 2:44PM सरकार ने कहा है कि किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए हर स्‍तर पर सशस्‍त्र बलों के एकीकरण की प्रक्रिया जारी रहेगी @DRDO_India सरकार ने कहा है कि किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए हर स्‍तर पर सशस्‍त्र बलों के एकीकरण की प्रक्रिया जारी रहेगी। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन-डीआरडीओ के समारोह में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि रक्षा उत्‍पादन में सुधार के लिए नरेन्‍द्र मोदी सरकार ने साहसिक नीतिगत निर्णय लिये। उन्‍होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से डीआरडीओ ऐसी प्रौद्योगिकी विकसित कर रहा है, जो न सिर्फ भविष्‍योन्‍मुखी है, बल्कि अपनी तरह की विशिष्‍ट प्रौद्योगिकी भी है। श्री सिंह ने कहा कि डीआरडीओ ने आरंभ से ही सुरक्षाबलों की क्षमता बढाने में बडी भूमिका निभाई है। उन्‍होंने कहा कि सरकार देश में मजबूत रक्षा उद्योग सृजित करने के लिए पूरी तरह तैयार है। इससे घरेलू रक्षा जरूरतें तो पूरी होंगी और आने वाले समय में अन्‍य देशों में भी इसका निर्यात किया जाएगा। ReplyForward",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%8a%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9c%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%a3-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a4%b8-%e0%a4%b9%e0%a5%88&id=74306,आज राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस है,"Dec 14, 2021 , 2:39PM आज राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस है Tweeted by @MinOfCultureGoI आज राष्‍ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस है। आज ही विश्‍व ऊर्जा संरक्षण दिवस भी है। लोगों को जलवायु परिवर्तन, ग्‍लोबल वार्मिंग और ऊर्जा स्रोतों की बचत करने के प्रयासों के बारे में जागरूक करने तथा प्रोत्‍साहित करने पर ध्‍यान देने के लिए हर वर्ष 14 दिसम्‍बर को ये दिवस मनाया जाता है। ऊर्जा संरक्षण का तात्‍पर्य ऊर्जा का कम उपयोग करने का निर्णय लेना और उस पर अमल करना है। ऊर्जा संरक्षण ईंधन की खपत कम करने और भविष्‍य के लिए बचत के उद्देश्‍य से ऊर्जा संसाधनों का कम उपयोग करने का प्रयास है। भारत सरकार ने ऊर्जा संरक्षण अधिनियम 2001 के प्रावधान के तहत पहली मार्च 2002 को ऊर्जा दक्षता ब्‍यूरो-बीईई की स्‍थापना की थी। बीईई संवैधानिक निकाय है, जो भारत सरकार के तहत काम करता है। यह ऊर्जा का उपयोग घटाने के लिए नीतियां और रणनीतियां विकसित करने में भी मदद करता है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%95%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ac%e0%a4%a4%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a4%a8-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%9c%e0%a5%81%e0%a4%a1%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%b9%e0%a4%a8-%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%98%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a5%82-%e0%a4%91%e0%a4%9f%e0%a5%8b%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%87%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a5%87%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%86%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%ad%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%b6%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a5%82-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%97%e0%a4%88&id=74314,सरकार ने लोकसभा में बताया-उत्‍पादन से जुडी प्रोत्साहन योजना घरेलू ऑटोमोबाइल क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए शुरू की गई,"Dec 14, 2021 , 2:36PM सरकार ने लोकसभा में बताया-उत्‍पादन से जुडी प्रोत्साहन योजना घरेलू ऑटोमोबाइल क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए शुरू की गई Sansad TV केन्‍द्र ने आज कहा कि उत्‍पादकता से जुडी प्रोत्‍साहन-पीएलआई योजना घरेलू ऑटोमोबाइल क्षेत्र में आत्‍मनिर्भरता हासिल करने के लिए शुरू की गई है। लोकसभा में प्रश्‍न के उत्‍तर में भारी उद्योग राज्‍य मंत्री कृष्‍ण पाल ने कहा कि यह योजना आत्‍मनिर्भर भारत के सपने के अनुरूप लाई गई है। इससे देश में नई प्रौद्योगिकी और निवेश आएगा। उन्‍होंने कहा कि पीएलआई से घरेलू ऑटोमोबाइल क्षेत्र में निवेश बढेगा और कलपुर्जों का आयात घटेगा। नई प्रौद्योगिकी से देश में उपलब्‍ध वाहन सस्‍ते होंगे। श्री कृष्‍ण पाल ने सदन को बताया कि डेढ हजार अरब डॉलर के वैश्विक ऑटोमोबाइल बाजार में भारत का हिस्‍सा दो प्रतिशत से भी कम है। उन्‍होंने कहा कि पीएलआई इस क्षेत्र को प्रोत्‍साहन देगी। आशा है कि आगामी दिनों में वैश्विक बाजार में भारतीय ऑटोमोबाइल क्षेत्र की हिस्‍सेदारी चार से आठ प्रतिशत हो जाएगी।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%89%e0%a4%9a%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9a%e0%a4%a4%e0%a4%ae-%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%af-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%96%e0%a4%82%e0%a4%a1-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%b8%e0%a4%a1%e0%a4%bc%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%9a%e0%a5%8c%e0%a4%a1%e0%a4%bc%e0%a4%be%e0%a4%88-%e0%a4%ac%e0%a4%a2%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%85%e0%a4%a8%e0%a5%81%e0%a4%ae%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%a6%e0%a5%80&id=74308,उच्‍चतम न्‍यायालय ने केंद्र को उत्तराखंड में चार धाम परियोजना के लिए सड़कों की चौड़ाई बढाने की अनुमति दी,"Dec 14, 2021 , 2:35PM उच्‍चतम न्‍यायालय ने केंद्र को उत्तराखंड में चार धाम परियोजना के लिए सड़कों की चौड़ाई बढाने की अनुमति दी File Pic उच्‍चतम न्‍यायालय ने उत्‍तराखण्‍ड में चार धाम परियोजना के तहत सडक की चौडाई बढाकर दो लेन करने की अनुमति दे दी है। रक्षा मंत्रालय ने आठ सौ 99 किलोमीटर लंबी चार धाम परियोजना के तहत सडक चौडी करने की अनुमति मांगी थी। न्‍यायमूर्ति डी वाई चन्‍द्रचूड, सूर्यकान्‍त और विक्रम नाथ की पीठ ने यह आदेश दिया। रक्षा मंत्रालय ने 8 सितम्‍बर 2020 के उच्‍चतम न्‍यायालय के आदेश को संशोधित करने के लिए आवेदन किया था। त‍ब न्‍यायमूर्ति रोहिन्‍टन नरीमन की अध्‍यक्षता वाली तीन न्‍यायाधीशों की पीठ ने केन्‍द्र सरकार को दस मीटर के बजाय साढे पांच मीटर चौडी सडक बनाने की अनुमति दी थी। उच्‍चतम न्‍यायालय ने आज उस आदेश को संशोधित कर दिया और रक्षा मंत्रालय को दस मीटर चौडी सडक बनाने की अनु‍मति दे दी। इसके साथ ही उच्‍चतम न्‍यायालय ने उच्‍चाधिकार समिति द्वारा प्रकट की गई पर्यावरण संबंधी चिन्‍ताओं का भी संज्ञान लिया। न्‍यायालय ने रक्षा मंत्रालय और सडक परिवहन तथा राजमार्ग मंत्रालय को समिति की सिफारिशें लागू करने का निर्देश दिया। अदालत ने उच्‍चतम न्‍यायालय के पूर्व न्‍यायाधीश ए के सीकरी को यह अवलोकन करने के लिए नियुक्‍त किया कि उच्‍चाधिकार समिति की सिफारिशें लागू की जा रही हैं, या नहीं। न्‍यायालय ने कहा कि सडक परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के परिपत्र में पर्वतीय क्षेत्रों में रणनीतिक और सीमाई महत्‍व की दो लेन की सडकों के निर्माण पर रोक नहीं लगाई गई है। न्‍यायालय ने यह भी कहा कि रक्षा जरूरतों की न्‍यायिक समीक्षा नहीं की जा सकती। न्‍यायालय ने आवेदक एनजीओ सिटीजन्‍स फॉर दून्‍स का यह तर्क खारिज कर दिया कि रक्षा मंत्रालय का आवेदन दुर्भावना पर आधारित है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%85%e0%a4%ab%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%98%e0%a4%9f%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%ae-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a4%9c%e0%a4%b0-%e0%a4%ac%e0%a5%80%e0%a4%8f%e0%a4%b8%e0%a4%8f%e0%a4%ab-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e0%a4%9a%e0%a4%bf%e0%a4%ae%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a5%80%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%93%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%a6%e0%a5%83%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%80&id=74324,अफगानिस्‍तान के घटनाक्रम के मद्देनजर बीएसएफ ने देश के पश्चिमी सीमाओं की सुरक्षा परिदृश्‍य की समीक्षा की,"Dec 14, 2021 , 2:19PM अफगानिस्‍तान के घटनाक्रम के मद्देनजर बीएसएफ ने देश के पश्चिमी सीमाओं की सुरक्षा परिदृश्‍य की समीक्षा की AIR Pics गृह राज्‍य मंत्री निशिथ परमाणिक ने आज लोकसभा को बताया कि अफगानिस्‍तान के घटनाक्रम के मद्देनजर सीमा सुरक्षा बल- बीएसएफ ने देश के पश्चिमी सीमाओं की सुरक्षा परिदृश्‍य की समीक्षा की है। सदन में एक प्रश्‍न के उत्‍तर में श्री परमाणिक ने कहा कि पड़ोस में बदले हालात के कारण सीमा सुरक्षा बल ने किसी भी स्थिति से निपटने के अनेक उपाए किए हैं।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%af-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%af%2c-%e0%a4%97%e0%a5%88%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a5%e0%a4%be%e0%a4%93%e0%a4%82-%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%be-%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%a4-551-%e0%a4%b5%e0%a5%83%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%b8%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%b0%e0%a4%b9%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%88&id=74322,"सामाजिक न्‍याय और अधिकारिता मंत्रालय, गैर सरकारी संस्‍थाओं द्वारा चालित 551 वृद्धाश्रमों को सहायता प्रदान कर रहा है","Dec 14, 2021 , 2:17PM सामाजिक न्‍याय और अधिकारिता मंत्रालय, गैर सरकारी संस्‍थाओं द्वारा चालित 551 वृद्धाश्रमों को सहायता प्रदान कर रहा है AIR Pics सामाजिक न्‍याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्‍द्र कुमार ने आज लोकसभा को सूचित किया कि मंत्रालय, गैर सरकारी संस्‍थाओं द्वारा चालित 551 वृद्धाश्रमों को सहायता प्रदान कर रहा है। इन आश्रमों में 16 हजार 290 वृद्धों को निवास की सुविधा उपलब्‍ध है। सदन में एक लिखित उत्‍तर में डॉ. कुमार ने बताया कि केंद्र द्वारा पोषित सभी वृद्धाश्रमों को कमजोर और जरूरतमंद वृद्धों को अपने यहां रखना और नि:शुल्‍क सेवा प्रदान करना अनिवार्य है। उन्‍होंने बताया कि वृद्धाश्रमों में किसी विशेष हिंसा की घटना के बारे में अभी तक सरकार को कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि वरिष्‍ठ नागरिकों के जीवन और उनकी संपत्ति की सुरक्षा के लिए गृह मंत्रालय ने सभी राज्‍य सरकारों और केंद्रशासित प्रदेशों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्‍हें सलाह दी गई है कि वे इनकी सुरक्षा और देखभाल के तुरंत उपाय करें और ये देखें कि इन लोगों की कोई अनदेखी न हो और ना ही गलत व्‍यवहार हो।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a5%8d%e0%a4%af-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a4%a8%e0%a4%b8%e0%a5%81%e0%a4%96-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%a1%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%a6%e0%a5%81%e0%a4%ac%e0%a4%88-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%87%e0%a4%82%e0%a4%a1%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%ac%e0%a4%b2-%e0%a4%ab%e0%a5%8b%e0%a4%b0%e0%a4%ae-%e0%a4%b9%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%af%e0%a4%b0-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%89%e0%a4%82%e0%a4%a1%e0%a4%9f%e0%a5%87%e0%a4%ac%e0%a4%b2-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%80&id=74321,स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने आज दुबई में इंडिया ग्लोबल फोरम हेल्थकेयर राउंडटेबल सम्मेलन की अध्यक्षता की,"Dec 14, 2021 , 2:15PM स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने आज दुबई में इंडिया ग्लोबल फोरम हेल्थकेयर राउंडटेबल सम्मेलन की अध्यक्षता की @mansukhmandviya स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने आज दुबई में इंडिया ग्लोबल फोरम हेल्थकेयर राउंडटेबल सम्मेलन की अध्यक्षता की। श्री मांडविया ने एक ट्वीट में कहा कि बैठक में स्वास्थ्य सेवा से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा है कि वैश्विक स्वास्थ्य जोखिमों को कम करने में भारत की प्रमुख भूमिका है। श्री मांडविया ने कहा कि भारत सहयोग और तकनीक आधारित समाधानों को अपनाकर सभी के लिए किफायती स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%95%e0%a5%80-55-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%b6%e0%a4%a4-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%86%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a5%82%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a3-%e0%a4%9f%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a3-%e0%a4%b9%e0%a5%8b-%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%88--%e0%a4%ae%e0%a4%a8%e0%a4%b8%e0%a5%81%e0%a4%96-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%a1%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be&id=74320,देश की 55 प्रतिशत से अधिक पात्र आबादी का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है- मनसुख मांडविया,"Dec 14, 2021 , 2:14PM देश की 55 प्रतिशत से अधिक पात्र आबादी का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है- मनसुख मांडविया @mansukhmandviya स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा है कि देश की 55 प्रतिशत से अधिक पात्र आबादी का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। एक ट्वीट में श्री मांडविया ने कहा कि देश में कोविड से निपटने में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने कहा कि हर घर दस्तक अभियान ने कोविड के खिलाफ देश की सामुहिक लडाई को और मजबूत किया है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%b8%e0%a4%a1%e0%a4%bc%e0%a4%95-%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a4%e0%a5%80%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a5%87-%e0%a4%9a%e0%a4%b0%e0%a4%a3-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%8f%e0%a4%95-%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%96-25-%e0%a4%b9%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%ae%e0%a5%80%e0%a4%9f%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a4%a1%e0%a4%bc%e0%a4%95-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a3-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%8f%e0%a4%97%e0%a4%be&id=74312,प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तीसरे चरण में देश में एक लाख 25 हजार किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जाएगा,"Dec 14, 2021 , 2:02PM प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तीसरे चरण में देश में एक लाख 25 हजार किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जाएगा Sansad TV ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने आज कहा है कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तीसरे चरण में देश में एक लाख 25 हजार किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जाएगा। लोकसभा में एक प्रश्‍न के उत्‍तर में श्री सिंह ने कहा कि इस योजना का तीसरा चरण 2019 में शुरू किया गया था जिसका उद्देश्‍य ग्रामीण क्षेत्रों की बड़ी सड़कों को ग्रामीण कृषि मंडियों, स्‍कूलों और अस्‍पतालों से जोड़ना था। उन्‍होंने कहा कि इस वर्ष आठ दिसम्‍बर तक कुल 71 हजार नौ सौ दो किलोमीटर लंबी सड़क के निर्माण की मंजूरी दी गई थी। इनमें से उन्‍नीस हजार किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जा चुका है। श्री सिंह ने कहा कि सभी राज्‍य सरकारों को सलाह दी गई है कि वे इन सड़कों के निर्माण में कम से कम 15 प्रतिशत पर्यावरण अनुकूल प्रौद्योगिकी का इस्‍तेमाल करें।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%95%e0%a5%83%e0%a4%b7%e0%a4%bf-%e0%a4%85%e0%a4%a8%e0%a5%81%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%b7%e0%a4%a6-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a4%b0%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a4%88-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%ae-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b9%e0%a5%88%e0%a4%82&id=74318,भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने बाजरे की नई किस्‍म विकसित की हैं,"Dec 14, 2021 , 2:00PM भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने बाजरे की नई किस्‍म विकसित की हैं Sansad TV कृषि और किसान कल्‍याण राज्‍यमंत्री कैलाश चौधरी ने आज कहा कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने बाजरे की नई किस्‍म विकसित की हैं। लोकसभा में प्रश्‍न के उत्‍तर में श्री चौधरी ने बताया कि इस समय बाजरे का आटा दस से 15 दिन तक ही खाने लायक रहता है। नई किस्‍म का आटा छह महीने तक खाने लायक रहेगा। उन्‍होंने कहा कि मोटे अनाज की खेती को बढावा देने के लिए सरकार ने अनेक उपाय किये हैं।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%a6%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%97%e0%a5%80%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%9c%e0%a4%af%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%97%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%ac%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%88-%e0%a4%a6%e0%a5%80&id=74319,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गीता जयंती पर लोगों को बधाई दी,"Dec 14, 2021 , 1:58PM प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गीता जयंती पर लोगों को बधाई दी AIR Pics प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गीता जयंती पर लोगों को बधाई दी है| एक ट्वीट में, श्री मोदी ने कहा कि गीता की शिक्षाओं को विश्व स्तर पर गूंजते हुए देखकर खुशी होती है। उन्होंने कहा कि भगवद गीता जीवन के कई आयामों के लिए एक व्यावहारिक मार्गदर्शक है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b8%e0%a5%82%e0%a4%9a%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a3-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%a6%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%a3%e0%a4%b8%e0%a5%80-%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%85%e0%a4%96%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a4%b5-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%9f%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%aa%e0%a4%a3%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a4%a1%e0%a5%80-%e0%a4%86%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%9c%e0%a4%a4%e0%a4%be%e0%a4%88&id=74311,सूचना और प्रसारण मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की वाराणसी यात्रा पर अखिलेश यादव की टिप्‍पणी पर कडी आपत्ति जताई,"Dec 14, 2021 , 1:03PM सूचना और प्रसारण मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की वाराणसी यात्रा पर अखिलेश यादव की टिप्‍पणी पर कडी आपत्ति जताई FILE PIC सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की वाराणसी यात्रा पर उत्‍तरप्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव की टिप्‍पणी पर कडी आपत्ति जताई है। संसद से बाहर संवाददाताओं से बातचीत में श्री ठाकुर ने इस टिप्‍पणी को दुर्भाग्‍यपूर्ण बताते हुए कहा क‍ि श्री यादव को ऐसी अपमानजनक टिप्पणी नहीं करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ धाम का जीर्णोधार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प से सिद्धि के दृष्टिकोण को दोहराता है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%85%e0%a4%ac-%e0%a4%a4%e0%a4%95-%e0%a4%8f%e0%a4%95-%e0%a4%b8%e0%a5%8c-33-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a1%e0%a4%bc-90-%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%96-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e2%80%8d%e0%a4%95-%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b5%e2%80%8d%e0%a4%bf%e0%a4%a1-%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a5%80-%e0%a4%9f%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%87-%e0%a4%9c%e0%a4%be-%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a5%88%e0%a4%82&id=74307,देश में अब तक एक सौ 33 करोड़ 90 लाख से अधि‍क कोव‍िड रोधी टीके लगाये जा चुके हैं,"Dec 14, 2021 , 11:50AM देश में अब तक एक सौ 33 करोड़ 90 लाख से अधि‍क कोव‍िड रोधी टीके लगाये जा चुके हैं @MoHFW_INDIA देश में अब तक एक सौ 33 करोड़ 90 लाख से अधि‍क कोव‍िड रोधी टीके लगाये जा चुके हैं। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने बताया कि कल पांच हजार 784 नये मामलों की पुष्‍ट‍ि हुई है जबक‍ि सात हजार 995 मरीज स्‍वस्‍थ हुए हैं। इस समय स्‍वस्‍थ होने की दर 98 दशमलव तीन-सात प्रतिशत है। इस समय 88 हजार 993 मरीजों का उपचार चल रहा है। देश में अब तक 65 करोड़ 76 लाख से अधिक कोविड नमूनों की जांंच की जा चुकी है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%8a%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9c%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%a3-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%b5%e0%a4%b8%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%8a%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9c%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%81%e0%a4%b6%e0%a4%b2-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%ac%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%95%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%aa-%e0%a4%b2%e0%a5%87%e0%a4%82--%e0%a4%8f%e0%a4%ae-%e0%a4%b5%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%95%e0%a5%88%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%a1%e0%a5%82&id=74298,राष्‍ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के अवसर पर भारत को ऊर्जा कुशल राष्‍ट्र बनाने का संकल्‍प लें- एम वेंकैया नायडू,"Dec 14, 2021 , 11:09AM राष्‍ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के अवसर पर भारत को ऊर्जा कुशल राष्‍ट्र बनाने का संकल्‍प लें- एम वेंकैया नायडू AIR Pics उप राष्‍ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने राष्‍ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के अवसर पर लोगों से भारत को ऊर्जा कुशल राष्‍ट्र बनाने का संकल्‍प लेने को कहा। श्री नायडू ने एक ट्वीट में लोगों से यह भी कहा है कि वे ऊर्जा संरक्षण के लिए भरपूर प्रयास करें और ऊर्जा के अन्‍य विकल्‍पों का भी इस्‍तेमाल करें। उन्‍होंने पर्यावरण संसाधनों को उचित ढंग से इस्‍तेमाल की जरूरत पर भी बल दिया।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%b6%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%8f%e0%a4%95-%e0%a4%b8%e0%a5%8c-%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a5%80%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a1%e0%a4%bc-38-%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%96-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a1-%e0%a4%9f%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%89%e0%a4%aa%e0%a4%b2%e0%a4%ac%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a7-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%87-%e0%a4%97%e0%a4%af%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a5%88%e0%a4%82&id=74297,राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों को एक सौ चालीस करोड़ 38 लाख से अधिक कोविड टीके उपलब्‍ध कराये गये हैं,"Dec 14, 2021 , 11:07AM राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों को एक सौ चालीस करोड़ 38 लाख से अधिक कोविड टीके उपलब्‍ध कराये गये हैं @MoHFW_INDIA केन्‍द्र सरकार ने कहा है कि अब तक राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों को एक सौ चालीस करोड़ 38 लाख से अधिक कोविड टीके उपलब्‍ध कराये गये हैं। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने बताया है कि राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों के पास अभी भी 17 करोड़ छह लाख से अधिक टीके बचे हैं। केन्‍द्र सरकार राष्‍ट्रव्‍यापी टीकाकरण अभियान के अंतर्गत राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों को नि:शुल्‍क कोविड रोधी टीके उपलब्‍ध करा रही है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%97%e0%a5%81%e0%a4%9c%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%a4-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a4%be-%e0%a4%89%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b8-%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a4%ac-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%9c%e0%a5%80%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%97%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%89%e0%a4%a6%e0%a4%be%e0%a4%b9%e0%a4%b0%e0%a4%a3--%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%a6%e0%a5%80&id=74291,गुजरात में मा उमिया धाम विकास परियोजना सब का प्रयास की भावना का जीता जागता उदाहरण- नरेन्द्र मोदी,"Dec 14, 2021 , 10:32AM गुजरात में मा उमिया धाम विकास परियोजना सब का प्रयास की भावना का जीता जागता उदाहरण- नरेन्द्र मोदी PMO India प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि गुजरात में मा उमिया धाम विकास परियोजना सब का प्रयास की भावना का जीता जागता उदाहरण है और यह शुभ परियोजना सभी के प्रयासों से पूरी होगी। श्री मोदी विडियो कांफ्रेंस के जरिये मा उमिया धाम विकास परियोजना के शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस परियोजना में मा उमिया धाम मंदिर और पूरे परिसर का विकास किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि श्रद्धालुओं को आध्यत्मिक और सामाजिक सेवा के उद्देश्य के साथ परियोजना के विकास में भागीदारी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों की सेवा बड़ी पूजा है। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर उपस्थित लोगों से कहा कि परियोजना में कौशल विकास को शामिल किया जाए। उन्होंने बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान के दौरान अपने उंझा दौरे का भी उल्लेख किया। इस दौरे पर प्रधानमंत्री ने कहा था कि लड़कियों की जन्म दर में कमी आना कलंक की बात है। प्रधानमंत्री ने इस चुनौती को स्वीकार करने के लिये लोगों को धन्यवाद दिया था और कहा था कि धीरे-धीरे लड़कियों की संख्या लड़कों के बराबर हो रही है। प्रधानमंत्री ने क्षेत्र में मृदा स्वास्थ्य कार्ड अपनाने पर भी संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उत्तर गुजरात क्षेत्र को जैविक खेती की ओर बढ़ना चाहिए, क्योंकि इस खेती में कोई खर्चा भी नहीं है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a4-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%9c%e0%a4%b2%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%81-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%ac%e0%a4%82%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%af%e0%a5%81%e0%a4%95%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%b7%e0%a4%a6-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a4%b8%e0%a5%8c%e0%a4%a6%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a7-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a4%a4%e0%a4%a6%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be&id=74287,भारत ने जलवायु और सुरक्षा से संबंधित संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद के मसौदे के विरोध में मतदान किया,"Dec 14, 2021 , 9:59AM भारत ने जलवायु और सुरक्षा से संबंधित संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद के मसौदे के विरोध में मतदान किया @IndiaUNNewYork भारत ने कल जलवायु और सुरक्षा पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के एक प्रस्ताव के प्रारूप के विरूद्ध मतदान किया। इस प्रारूप में जलवायु पर कार्रवाई की जांच करने और ग्लासगो सम्मेलन में हुए आम सहमति के समझौतों के महत्व को कम करने का प्रयास किया गया है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि टी.एस. त्रिमूर्ति ने कहा कि जब जलवायु कार्रवाई और जलवायु न्याय की बात आती है तो भारत किसी से पीछे नहीं है, लेकिन सुरक्षा परिषद इन मुद्दों पर चर्चा का मंच नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि इसके जरिये उचित मंच पर चर्चा से बचने और जलवायु मुद्दे पर कार्रवाई की अनिच्छा से दुनिया का ध्यान हटाने की कोशिश की जा रही है। श्री त्रिमूर्ति ने कहा कि भारत के पास इस प्रस्ताव के विरूद्ध मतदान करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a4-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%93%e0%a4%a1%e0%a4%bf%e0%a4%b6%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b5%e0%a5%8d%e0%a4%b9%e0%a5%80%e0%a4%b2%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a5%80%e0%a4%aa-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a5%81%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a4%b8%e0%a5%8b%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%87%e0%a4%b2-%e0%a4%8f%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%87%e0%a4%a1-%e0%a4%9f%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%aa%e0%a4%bf%e0%a4%a1%e0%a5%8b-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a4%ab%e0%a4%b2-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a5%87%e0%a4%aa%e0%a4%a3-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be&id=74259,भारत ने ओडिशा में व्हीलर द्वीप से सुपरसोनिक मिसाइल एसिस्टेड टारपिडो का सफल प्रक्षेपण किया,"Dec 13, 2021 , 8:32PM भारत ने ओडिशा में व्हीलर द्वीप से सुपरसोनिक मिसाइल एसिस्टेड टारपिडो का सफल प्रक्षेपण किया SupersonicMissileAssistedTorpedo@Air भारत ने आज ओडिशा में व्‍हीलर द्वीप से सुपरसोनिक मिसाइल अस्सिटिड टोरपेडो का प्रक्षेपण किया। इस शस्‍त्र प्रणाली को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन-डी आर डी ओ ने भारतीय नौसेना के लिए विकसित किया है। यह अगली पीढी की मिसाइल है जो स्‍टैण्‍ड ऑफ टोरपेडो डिलीवरी सिस्‍टम पर आधारित है। इस प्रणाली का डिजाइन, टोरपेडो की पारम्‍परिक मारक क्षमता से आगे के लिए पनडुब्‍बी- रोधी युद्धक क्षमता के विस्‍तार के लिए किया गया है। इस मिसाइल को भूमि पर स्थित मोबाइल लांचर से प्रक्षेपित किया गया और यह विभिन्‍न प्रकार की दूरियों के क्षेत्र को कवर कर सकती है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सुपरसोनिक मिसाइल असिस्‍टेड टोरपेडो सिस्‍टम के सफल परीक्षण से जुड़े दल को बधाई दी है। उन्‍होंने कहा कि इस प्रणाली का विकास देश में भविष्‍य की रक्षा प्रणाली विकसित करने का सही उदाहरण है। डी आर डी ओ के सचिव डॉक्‍टर जी. सतीश रेड्डी ने भी सफल परीक्षण से संबंधित सभी व्‍यक्तियों को बधाई दी है। उन्‍होंने कहा कि यह प्रणाली भारतीय नौसेना की शक्ति को और बढाएगी तथा रक्षा, विशेषज्ञता और क्षमता की आत्‍मनिर्भरता को बढावा देगी।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a4%be-30-%e0%a4%a8%e0%a4%b5%e0%a4%ae%e0%a5%8d%e0%a4%ac%e0%a4%b0-%e0%a4%a4%e0%a4%95-18-%e0%a4%9a%e0%a4%b0%e0%a4%a3%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b2%e0%a4%97%e0%a4%ad%e0%a4%97-%e0%a4%86%e0%a4%a0-%e0%a4%b9%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a1%e0%a4%bc-%e0%a4%b0%e0%a5%81%e0%a4%aa%e0%a4%af%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a5%80-%e0%a4%ac%e0%a5%89%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%a1-%e0%a4%ac%e0%a5%87%e0%a4%9a%e0%a5%87-%e0%a4%97%e0%a4%8f&id=74254,सरकार ने कहा 30 नवम्बर तक 18 चरणों में लगभग आठ हजार करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड बेचे गए,"Dec 13, 2021 , 8:30PM सरकार ने कहा 30 नवम्बर तक 18 चरणों में लगभग आठ हजार करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड बेचे गए MOSFinPankajchoudary@Gov सरकार ने आज कहा कि पिछले महीने की 30 तारीख तक 18 चरणों में लगभग सात हजार नौ सौ 95 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्‍ड बेचे गए हैं। चुनावी बॉन्‍ड की बिक्री दो जनवरी 2018 से शुरू की गई थी। लोकसभा में एक लिखित उत्तर में, वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि चुनावी बैंक योजना, 2018 के अंतर्गत भारतीय स्टेट बैंक को चुनावी बांड जारी करने और भुनाने के लिए अधिकृत किया गया है। उन्‍होंने कहा कि चुनावी बांड योजना, राजनीतिक दलों को धन उपलब्‍ध कराने की प्रक्रिया को साफ-सुथरा बनाने की दिशा में एक अभूतपूर्व कदम है। श्री चौधरी ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा निर्धारित केवाईसी मानदंडों के सभी मौजूदा निर्देशों को पूरा करने और बैंक खाते से भुगतान करने पर ही चुनावी बॉन्‍ड खरीदे जा सकते हैं।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a4%be-%e0%a4%85%e0%a4%97%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%b2-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9a-%e0%a4%a4%e0%a4%95-%e0%a4%8f%e0%a4%95-%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%96-%e0%a4%a6%e0%a4%b8-%e0%a4%b9%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a5%8d%e0%a4%af-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%86%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%af-%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%96%e0%a5%8b%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%87&id=74250,केन्द्र सरकार ने कहा अगले साल मार्च तक एक लाख दस हजार स्वास्थ्य और आरोग्य केंद्र खोले जायेंगे,"Dec 13, 2021 , 8:27PM केन्द्र सरकार ने कहा अगले साल मार्च तक एक लाख दस हजार स्वास्थ्य और आरोग्य केंद्र खोले जायेंगे MosdrBhartiPravinPawar@air स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉक्टर भारती पवार ने कहा है कि देश में अब तक 81 हजार से ज्यादा स्वास्थ्य और आरोग्य केंद्र शुरू हो चुके हैं। नई दिल्ली में सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस 2021 समारोह की अध्यक्षता करते हुए डॉक्टर पवार ने कहा कि अगले साल मार्च के अंत तक एक लाख दस हजार स्वास्थ्य और आरोग्य केंद्र खुल जाएंगे। उन्होंने कहा कि एक लचीली स्वास्थ्य प्रणाली का निर्माण प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण की नींव रखता है। मंत्री ने कहा कि सबका साथ, सबका विश्वास और सबका प्रयास ने कोविड महामारी से लड़ने में मदद की है। उन्होंने कोविड महामारी के चुनौतीपूर्ण समय के दौरान सभी स्वास्थ्य कर्मियों के अनुकरणीय कार्यों के लिए उनका आभार व्यक्त किया और प्रशंसा भी की।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/bhopal-news/petrol-diesel-price-15-december-7223060/,"आज आदमी को बड़ी राहत, पेट्रोल-डीजल के रेट स्थिर, जानिए क्या हैं आज के दाम","आज ये हैं पेट्रोल-डीजल के दाम, जानें क्या है रेट..... भोपाल Published: December 15, 2021 12:15:36 pm भोपाल। सरकारी तेल कंपनियों की ओर से आज भी पेट्रोल-डीजल के दामों (petrol diesel price) में कोई बदलाव नहीं हुआ है। दो सप्ताह पहले केजरीवाल सरकार द्वारा दिल्ली में पेट्रोल के दाम में 8.56 रुपये की कटौती की थी, जबकि डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया था। देश कई राज्यों में पेट्रोल के दाम 100 रुपये से ऊपर चल रहे हैं। देश में पेट्रोल-डीजल के दाम अभी आम आदमी की कमाई पर असर डाल रहे हैं। क्या है भोपाल का रेट आज 15 दिसंबर को राजधानी भोपाल में पेट्रोल 107.23 रुपये लीटर और डीजल 90.87 रुपये लीटर के करीब बिक रहा है। बता दें कि त्यौहारों में आम आदमी को राहत देते हुए तेल के दामों में बड़ी गिरावट की गई थी। इससे पहले कई राज्यों में डीजल के दाम 100 रुपये से ऊपर पहुंच चुके थे। देश में रोजाना बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दाम आम आदमी की आमदनी पर असर डाल रहे थे। जानिए बाकी राजधानियों के हाल दिल्ली में पेट्रोल का दाम 95.41 रुपये जबकि डीजल का दाम 86.67 रुपये प्रति लीटर है। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 109.98 रुपये व डीजल की कीमत 94.14 रुपये प्रति लीटर है। कोलकाता में पेट्रोल का दाम 104.67 रुपये जबकि डीजल का दाम 89.79 रुपये लीटर है। वहीं चेन्नई में भी पेट्रोल 101.40 रुपये लीटर है तो डीजल 91.43 रुपये लीटर है। सुबह 6 बजे कीमतों में होता है बदलाव पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव रोजाना सुबह 6 बजे होता है। सुबह 6 बजे से ही नई दरें लागू हो जाती हैं। पेट्रोल व डीजल के दाम में एक्साइज ड्यूटी डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है। विदेशी मुद्रा दरों के साथ अंतर्राष्ट्रीय बाजार में क्रूड-र्व की क्या हैं, इस आधार पर रोज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। जानिए आपके शहर में कितना है दाम पेट्रोल-डीजल की कीमत आप एसएमएस के जरिए भी जान सकते हैं। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, आपको RSP और अपने शहर का कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर भेजना होगा। हर शहर का कोड अलग-अलग है, जो आपको आईओसीएल की वेबसाइट से मिल जाएगा।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/jaipur-news/covid-3rd-wave-in-rajasthan-7223056/,covid 3rd wave की दस्तक: कोरोना की दूसरी लहर के बाद इस माह सर्वाधिक संक्रमण,"Covid 3rd Wave In Rajasthan : राजस्थान में कोविड-19 की दूसरी लहर के बाद बीते 30 दिन सबसे घातक साबित हुए हैं। इस दौरान 600 नए मामलों पर मात्र 188 रिकवर के साथ रिकवरी दर मात्र 31.88 प्रतिशत रही है। जयपुर Published: December 15, 2021 12:09:01 pm पत्रिका न्यूज नेटवर्क Covid 3rd Wave In Rajasthan : राजस्थान में कोविड-19 की दूसरी लहर के बाद बीते 30 दिन सबसे घातक साबित हुए हैं। इस दौरान 600 नए मामलों पर मात्र 188 रिकवर के साथ रिकवरी दर मात्र 31.88 प्रतिशत रही है। जबकि 13 नवंबर को यह दर 99.054 और अब तक की सकल दर 99.034 प्रतिशत है। विशेषज्ञों ने चेताया दूसरी लहर के बाद यह पहला महीना बीता है, जिसमें चार मौत जयपुर, बीकानेर, चूरू और राजसमंद में हुईं। इनमें एक तीन साल का बच्चा भी शामिल है। विशेषज्ञों के अनुसार इसे तीसरी लहर की दस्तक मानते हुए अभी से अलर्ट होने की आवश्यकता है। राजस्थान में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर अब आई ये चौंकाने वाली खबर दिवाली के बाद बढ़ा संक्रमण आंकड़ों के मुताबिक दिवाली के बाद अब तक करीब सवा सौ बच्चे कोरोना से ग्रसित हो चुके हैं, जिनकी उम्र 0 से 19 वर्ष के बीच है। यह कुल संक्रमण का करीब 20 प्रतिशत से अधिक है। इस दौरान एक महीने में एक्टिव केस में भी बढ़ोतरी हुई और यह आंकड़ा 71 से 188 की वृद्धि के साथ 259 पहुंच चुका है। बारात लेकर होटल पहुंचा दूल्हा, ना दुल्हन मिली ना घरवाले 13 दिसम्बर तक की स्थिति कुल संक्रमित: 9,55,103 कुल मृतक: 8958 कुल रिकवर: 9,45,886 एक्टिव केस: 259 रिकवरी दर: 99.034 मंत्री पुत्र की शादी में जमकर हुए हवाई फायर, देखें वीडियो ---------------------------- 13 नवंबर तक की स्थिति कुल संक्रमित: 9,54,503 कुल मृतक: 8954 कुल रिकवर: 9,45,478 एक्टिव केस: 71 रिकवरी दर: 99.054",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/bhilai-news/dowry-harassment-newly-married-woman-commits-suicide-in-rajnandgaon-7223055/,"दहेज में स्कूटी, फ्रीज नहीं लाई बोलकर पति और सास-ससुर करते थे प्रताडि़त, तंग आकर महिला ने किया आत्महत्या","दहेज में स्कूटी, फ्रीज नहीं लाई बोलकर पति और सास-ससुर करते थे प्रताडि़त, तंग आकर महिला ने किया आत्महत्या रोज-रोज के झगड़े और दहेत प्रताडऩा से तंग आकर एक नवविवाहिता ने आत्महत्या कर लिया। जिसके बाद पुलिस ने ससुरालियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। भिलाई Published: December 15, 2021 12:08:19 pm राजनांदगांव. रोज-रोज के झगड़े और दहेत प्रताडऩा से तंग आकर एक नवविवाहिता ने आत्महत्या कर लिया। जिसके बाद पुलिस ने ससुरालियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। महिला ने 2 नवंबर 2021 को खुद को आग लगा लिया था। जिसके बाद इलाज के दौरान रायपुर के एक निजी अस्पताल में 3 नवंबर को उसकी मौत हो गई थी। नवविवाहिता के आत्मघाती कदम पर डोंगरगढ़ पुलिस ने ससुराल पक्ष के खिलाफ एफआईआर किया है। मिली जानकारी अनुसार दहेज के प्रताडि़त करने की शिकायत के बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी थी। जांच के दौरान मृतका के मायके पक्ष से पिता नामदेव साहू, माता चमेली साहू, बड़ा भाई देवेंद्र कुमार साहू, मामा गोपाल दास साहू और पंच गवाह दिलीप कुमार वर्मा के कथन लिए गए हैं, जिसमें बताया गया कि दीपिका की शादी डोंगरगढ़ क्षेत्र के ग्राम रेंगाकठेरा निवासी 21 वर्षीय अक्षय साहू से जून 2020 में सामाजिक रीति रिवाज हुई थी। दहेज में स्कूटी, फ्रीज नहीं लाई बोलकर पति और सास-ससुर करते थे प्रताडि़त, तंग आकर महिला ने किया आत्महत्या स्कूटी, फ्रीज, टीवी दहेज में नहीं लाई बोलकर करते थे प्रताडि़त शादी के बाद से ही पति अक्षय साहू, सास भगवती साहू, ससुर फिरतु राम साहू शादी में दहेज नहीं लाई हो। फ्रीज, टीवी, स्कूटी, माइके से लाओ कहकर हमेशा झगड़ा लड़ाई कर मारपीट करते थे। रोज-रोज के मारपीट और घरेलू हिंसा से परेशान महिला ने कई बार परिजनों को ये बात बताई लेकिन बात करने के बाद ससुरालियों का रवैया नहीं सुधरा। व्यथित होकर महिला ने खुद को आग के हवाले कर दिया। शिकायत के बाद अपराध दर्ज किया पुलिस ने बताया कि परेशान नवविवाहिता ने 2 नवंबर 2021 को प्रात: अपने ससुराल में प्लास्टिक जरीकेन में रखा मिट्टी तेल को अपने शरीर में डालकर माचिस से आग लगा ली थी, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी। जांच पर से धारा 304 (बी) भादवि का अपराध घटित होना पाए जाने से अपराध कायम किया गया। मृत महिला के परिजनों ने कहा कि उसे इंसाफ मिलना जरूरी थी इसलिए यह कदम उठाया। ब्लेड चलाने वाले 3 लोगों पर अपराध दर्ज राजनांदगांव के सुरगी पुलिस चौकी क्षेत्र के ग्राम सिंघोला में उप सरपंच पर ब्लेड से हमला करने वाले तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। शिकायतकर्ता सिंघोला का उपसरपंच मोतीलाल पिता सोनसाय साहू 30 साल ने बताया था कि 13 दिसंबर की रात करीब 8 बजे आपसी विवाद को लेकर रामसिंग किराना दुकान के पास उस पर गजेंद्र मंडावी उर्फ गप्पू, नरेश मंडावी एवं पुष्पेंद्र साहू आए और रास्ता रोककर मेरे दोस्त शैलेंद्र और मेरे से गाली गलौज कर रहे थे। इस बीच आरोपियों ने मारपीट कर दी।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/ratlam-news/sit-team-reached-the-girl-s-village-7223054/,एसआईटी की टीम पहुंची छात्रा के गांव,"एसआईटी की टीम पहुंची छात्रा के गांव मामला सेंट जोसफ कान्वेंट की प्रशिक्षु नन की आत्महत्या का, एसपी ने गठित की है एसआईटी, लगातार दो दिन से हो रहे हैं निष्पक्ष जांच की मांग के आंदोलन रतलाम Published: December 15, 2021 12:07:33 pm रतलाम। सेंट जोसफ कान्वेंट की प्रशिक्षु नन की आत्महत्या के मामले में पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी द्वारा गठित की गई एसआईटी की तीन टीमों को गहन जांच के लिए तीन अलग-अलग स्थानों के लिए रवाना किया गया है। ये टीमें हैदराबाद, खंडवा और छात्रा के गांव उड़ीसा के सुंदरगढ़ भेजी गई है। अब तक सामने आए बयानों के आधाार पर जो तथ्य सामने आए हैं ये टीमें उन तथ्यों की जांच करके नए तथ्य भी जुटाएगी। एसआईटी की टीम पहुंची छात्रा के गांव पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए निष्पक्ष जांच के लिए ११ सदस्यों की एसआईटी गठित की गई है। टीम को सात दिन में पूरी जांच करके रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया है। इसी क्रम में एसआईटी की तीन टीमें बनाकर रवाना की गई है। सभी टीमें चार से पांच दिन में वापस लौट आएगी। टीमों के रवाना होने से पहले अब तक परिजनों और स्कूल में रहने वाली अन्य छात्राओं, स्टाफ के बयानों के आधार पर सामने आए तथ्यों की जांच और क्रॉस चैकिंग की जाएगी। पहले भी कर चुकी है आत्महत्या का प्रयास पुलिस को परिजनों के बयान से पता चला कि छात्रा अलिशान पिता लेब्रियल लोम्गा १७ यूं तो पढ़ाई में काफी तेज थी किंतु नौवीं कक्षा में पढ़ाई के दौरान कक्षा में उसका चौथा नंबर लगने पर उसने डिप्रेशन में हाथ की नस काटकर आत्महत्या का प्रयास भी किया था। पुलिस को इस तथ्य की जानकारी मिलने के बाद उड़ीसा गई एसआईटी की टीम इस तथ्य की खास तौर से पड़ताल करेगी। युवती के परिजनों को फिलहाल रतलाम में ही रोका हुआ है और जांच होने तक उन्हें रतलाम में ही रहना पड़ेगा। हैदराबाद और खंडवा में रही थी छात्रा पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने बताया छात्रा अलिशान रतलाम में आने से पहले अपने गांव में पढ़ती थी। फिर हैदराबाद में अंग्रेजी सीखने गई थी। इसके बाद वह खंडवा में रहने वाली अपनी बुआ की लड़की के पास भी कुछ माह तक रही। बुआ की लड़की वहां नन है। इसके बाद उसे रतलाम के सेंट जोसफ कान्वेंट में प्रवेश दिलाया। जुलाई माह में वहां से यहां रहने आई थी। तब से वह यहीं पर रहकर ११वीं की पढ़ाई कर रही थी। एसआईटी की टीमें तीनों ही जगह जांच के लिए पहुंचाई गई है।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/jabalpur-news/jabalpur-indigenous-anti-tank-bomb-ofk-7223053/,सेना को मिलेगा स्वदेशी टैंकभेदी बम,"सेना को मिलेगा स्वदेशी टैंकभेदी बम ओएफके तैयार करेगा उत्पादन, स्वतंत्रता दिवस तक होगा तैयार जबलपुर Updated: December 15, 2021 12:07:17 pm जबलपुर. आयुध निर्माणी खमरिया (ओएफके) में 125 एमएम एफएसएपीडीएस टैंक भेदी बम के स्वदेशी संस्करण (वर्जन) के उत्पादन पर काम शुरू हो गया है। आगामी कुछ महीनों में काम में और तेजी आएगी। मैंगो प्रोजेक्ट के नाम से चल रहे इस बम का उत्पादन निर्माणी में हो रहा है। अभी तक एसकेडी और सीकेडी वर्जन में उत्पादन हो चुका है। अंतिम चरण स्वदेशी वर्जन का है। आगामी 15 अगस्त तक इसे राष्ट्र को समर्पित किया जा सकता है। यह जानकारी आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर आयोजित आयुध प्रदर्शनी में नवागत महाप्रबंधक एसके सिन्हा ने पत्रकारों से चर्चा में दी। उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट का संचालन ओएफके सहित अन्य आयुध निर्माणियां मिलकर कर रही हैं। अभी तक जिन संस्करण (वर्जन) में इसे तैयार किया गया, वह सफल रहा है। पूर्व के दो चरणों में इसमें ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी के तहत काम किया गया। अब इसे पूरी तरह यहीं पर विकसित किया जाएगा। हैंड ग्रेनेड का पर्याप्त वर्कलोड महाप्रबंधक सिन्हा ने बताया कि हमारा फोकस स्वदेशी उत्पादों को तैयार करने के साथ निर्यात पर है। निर्माणी के पास मल्टी मोड हैंड ग्रेनेड का पर्याप्त वर्कलोड है। हम इसे समय पर तैयार करने का प्रयास कर रहे हैं। मॉर्डनाइजेशन पर भी फोकस है। फैक्ट्री में कई आधुनिक मशीनें भी हैं। हमें सजग होकर काम करना होगा, जिससे गुणवत्ता प्रभावित नहीं हो। बमों की प्रदर्शनी का उद्घाटन ऑर्डनेसं फैक्ट्री खमरिया (ओएफके) महाप्रबध्ंाक एसके सिन्हा ने वेस्टलैंड स्टाफ क्लब में बमों की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। अपर महाप्रबंधक एमसी गुप्ता, अशोक कुमार, अमित सिंह, शैलेष बगैरवाल, संयुक्त महाप्रबंधक वायके सिंह और आरके बेहरा उपस्थित थे। प्रदर्शनी में तीनों सेनाओं के लिए बनाए जा रहे बमों को रखा गया है। इसमें टैंकभेदी बम, एयरफोर्स के बम और नए उत्पादों को रखा गया है।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/varanasi-news/kashi-vidvat-parishad-will-preserve-records-of-kashi-vishwanath-templ-7223047/,काशी विश्वनाथ मंदिर के रिकॉर्ड सुरक्षित रखेगी काशी विद्वत परिषद,"काशी विद्वत परिषद काशी विश्वनाथ मंदिर के रिकॉर्ड को सुरक्षित रखने की व्यवस्था कर रही है। इसके साथ ही अब बाबा विश्वनाथ के आठ लाख प्रसाद के पैकेट को भाजपा कार्यकर्ता काशी के घरों तक पहुंचा रहे हैं। वाराणसी Published: December 15, 2021 12:01:36 pm वाराणसी. श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के नए कलेवर का पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकार्पण किया। 700 करोड़ की लागत से 33 महीने में तैयार श्री काशी विश्वनाथ धाम कारिडोर की भव्यता देखते ही बन रही है। अब बाबा विश्वनाथ के आठ लाख प्रसाद के पैकेट को भाजपा कार्यकर्ता काशी के घरों तक पहुंचा रहे हैं। इसके साथ ही काशी विद्वत परिषद काशी विश्वनाथ मंदिर के रिकॉर्ड को सुरक्षित रखने की व्यवस्था कर रही है। काशी विश्वनाथ मंदिर के रिकॉर्ड सुरक्षित रखेगी काशी विद्वत परिषद ऐतिहासिक अभिलेखों को रखेगी सुरक्षित : - 'काशी विद्वत परिषद' काशी विश्वनाथ धाम से जुड़े ऐतिहासिक अभिलेखों को सुरक्षित रखेगी। परिषद के सचिव राम नारायण द्विवेदी ने कहा बनारस के राजा टोडरमल ने 1595 ईस्वी में मंदिर का पुनर्निर्माण किया था। 1669 में, मुगल राजा औरंगजेब ने काशी विश्वनाथ मंदिर को ध्वस्त करने का आदेश जारी किया था। आदेश अभी भी एशियाई पुस्तकालय, कोलकाता में आरक्षित है। यह विध्वंस समकालीन लेखक मुस्तैद खान द्वारा विस्तार से वर्णित किया गया है। उन्होंने कहा कि सभी अभिलेखों को व्यवस्थित तरीके से संरक्षित किया जाएगा ताकि नई पीढ़ी को मंदिर के इतिहास के बारे में पता चल सके। सभी अभिलेखों को व्यवस्थित तरीके से संरक्षित :- राम नारायण द्विवेदी ने कहाकि, सभी अभिलेखों को व्यवस्थित तरीके से संरक्षित किया जाएगा ताकि नई पीढ़ी को मंदिर के इतिहास के बारे में पता चल सके। इस इतिहास के बारे में बहुत कम लोग जानते होंगे कि राजा रणजीत सिंह और औसनगंज के राजा त्रिविक्रम नारायण सिंह जैसे कई राजाओं ने मंदिर के लिए दान दिया था। चांदी के दरवाजे दान किए :- राजा त्रिविक्रम नारायण सिंह ने मंदिर के गर्भगृह के लिए चांदी के दरवाजे दान में दिए थे। औसनगंज राज्य वाराणसी, जौनपुर और गाजीपुर में फैला हुआ है। इतिहासकारों के अनुसार, मंदिर को पहली बार 1194 में तोड़ा गया था और 1447 में जौनपुर के सुल्तान महमूद शाह के शासनकाल के दौरान फिर से हमला किया बाबा का प्रसाद हर घर तक पहुंचेगा :- भाजपा प्रवक्ता बाबा विश्वनाथ का प्रसाद सभी को मिले इसके लिए भारतीय जनता पार्टी अपने संगठन से प्रसाद का वितरण कर रही हैं। प्रसाद के साथ एक पुस्तक भी भक्तों को दी जाएगी, जिसमें श्री काशी विश्वनाथ धाम का विवरण भी रहेगा। भाजपा प्रवक्ता गौरव मिश्रा ने बताया कि हम लोगों का लक्ष्य है श्री काशी विश्वनाथ धाम का प्रसाद लगभग आठ लाख परिवारों तक पहुंचाया जाएगा। जिसके लिए भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रभार दिया गया है। हम सब चाहते हैं कि बाबा का प्रसाद हर घर तक पहुंचे, जिसके लिए प्रसाद वितरण का कार्यक्रम शुरु कर दिया गया है। 18 दिसंबर तक बांट देंगे प्रसाद :- प्रसाद वितरण के प्रभारी हेमंत सिंह ने बताया प्रसाद वितरण के लिए हम लोगों ने विधानसभा प्रभारी बनाया है। विधानसभा प्रभारी से मंडल प्रभारी के पास जाएगा। मंडल से सेक्टर संयोजक के पास आएगा। उसके बाद वार्ड अध्यक्ष के पास जाएगा। वार्ड अध्यक्ष अपनी टीम बनाकर प्रसाद को घरों में वितरित करेंगे। साथ ही साथ पुस्तिका भी रहेगी। उन्होंने बताया कि लगभग 18 दिसंबर तक हम लोग इस कार्य को पूरा कर लेंगे।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/meerut-news/challaned-for-traveling-with-banned-vehicles-on-meerut-delhi-expresswa-7223044/,"Delhi-Meerut Expressway : प्रतिबंधित वाहनों के साथ भरा फर्राटा तो घर पहुंचेगा इतने का चालान, इन वाहन की होगी अनुमति","Delhi-Meerut Expressway : दिल्ली—मेरठ एक्सप्रेस वे पर अब वाहनों पर सख्ती बरतनी शुरू की जा चुकी है। वहीं इस एक्सप्रेस पर अब सिर्फ चुनिंदा वाहनों को को ही चलने की अनुमति होगी। इसके अलावा अगर प्रतिबंधित वाहनों के साथ फर्राटा भरा तो घर पर पहुंचेगा 5 हजार का चालान। इस एक्सप्रेस वे पर चार पहिया वाहनों के अलावा बड़े वाहनों को चलाने की अनुमति है। छोटे वाहनों को इस एक्सप्रेस पर प्रतिबंधित किया गया है। मेरठ Published: December 15, 2021 11:57:00 am पत्रिका न्यूज नेटवर्क मेरठ . Delhi-Meerut Expressway : दिल्ली—मेरठ एक्सप्रेस वे पर वाहन चालकों के नियमों की सख्ती कर दी गई है। टोल वसूली करने वाली कंपनी अभी ट्रायल कर रही है। वहीं अब दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के कंट्रोल रूम को एनआइसी से जोड़ा गया है। इसके जुड़ जाने के बाद वाहन चलाते समय अगर नियमों का उल्लंघन किया तो चालान सीधा घर पहुंच जाएगा। Delhi-Meerut Expressway : प्रतिबंधित वाहनों के साथ भरा फर्राटा तो घर पहुंचेगा इतने का चालान, इन वाहन के साथ चलने की होगी अनुमति इतना ही नहीं अगर चुनिंदा वाहनों के अलावा इस पर दो पहिया या फिर तीन पहिया वाहनों से फर्राटा भरा तो भी भारी भरकम चालान चुकाना पड़ सकता है। ये चालान 5 हजार रूपये तक का हो सकता है। ऐसे वाहन चालकों को नियमों का उल्लंघन करने पर आनलाइन चालान घर भेज दिया जाएगा। हालांकि अन्य नियमों का उल्लंघन करने पर कितनी धनराशि का आर्थिक दंड लगेगा यह अभी तय नहीं हुआ है। यह राशि भी उसी समय बताई जाएगी जब टोल दर के बारे में अधिसूचना प्रकाशित होगी। ये होगी एक्सप्रेस वे पर व्यवस्था दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर भी अधिक गति से वाहन चलाने पर चालान हो जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे पर एक नई बात यह है कि जो वाहन प्रतिबंधित हैं उसके लिए भी चालान जाएगा। दरअसल यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर मोटर वाहन अधिनियम 2019 के अनुसार आर्थिक दंड लगाया जाता है। इसलिए अधिनियम के तहत उसकी राशि का आकलन किया जा रहा है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर दो पहिया व तिपहिया वाहन प्रतिबंधित हैं। यदि ये वाहन इस पर चले तो उन्हें चिह्नित कर लिया जाएगा और नंबर प्लेट के अनुसार वाहन मालिक के घर चालान भेजा जाएगा। गौरतलब है कि इस एक्सप्रेसवे पर नंबर प्लेट रीडर लगाए गए हैं जो वाहन का नंबर स्कैन करके उसका पूरा विवरण पता कर लेंगे। वहीं जगह—जगह लगे सीसीटीवी कैमरे भी स्कैनिंग और रीडिंग का काम करेंगे। जो कि जरा भी लापरवाही पर चालान सीधा घर भेज देंगे।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/mathura-news/arrested-for-threatening-to-blow-up-karnataka-express-7223043/,"कर्नाटक एक्सप्रेस को उड़ाने की धमकी देने वाला गिरफ्तार, इस हाल में मिला रैन बसेरे में","कर्नाटक एक्सप्रेस को उड़ाने की धमकी देने वाला गिरफ्तार, इस हाल में मिला रैन बसेरे में आरपीएफ हेल्पलाइन नंबर कॉल करने वाले ने कहा कि मेरा नाम सत्या है और बेंगलुरु जाने वाली गाड़ी संख्या 12628 को बेंगलुरु पहुंचने से पहले उड़ा दूंगा, जिसमें 1500 यात्री सवार हैं। आरोपी ने पूछताछ के दौरान अपना जुर्म कबूल लिया। इससे पहले आगरा छावनी स्टेशन से गुजरने वाली सभी यात्री गाड़ियों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी। वहीं कर्नाटक एक्सप्रेस को मथुरा में रोककर सघन जांच की गई। मथुरा Published: December 15, 2021 11:56:49 am मथुरा. रेलवे हेल्पलाइन नंबर पर आई एक कॉल ने मथुरा में हड़कंप मचा दिया। कॉल आते ही अधिकारी अलर्ट मोड पर आ गए, क्याेंकि कॉल करने वाले ने कर्नाटक एक्सप्रेस को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। फोन सुनते ही रेलवे के अधिकारियों के साथ आनन-फानन में आरपीएफ और स्पेशल टीम सक्रिय हो गई और मथुरा में ट्रेन की सघन जांच की गई। हालांकि इस दौरान ट्रेन में कुछ नहीं मिला। इसके बाद धमकी देने वाले को दिल्ली से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद आरपीएफ और स्पेशल सेल की टीम ने राहत की सांस ली। वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त आरपीएफ आगरा प्रकाश कुमार पंडा के मुताबिक, मंगलवार को आरपीएफ हेल्पलाइन पर मोबाइल नंबर 8076725288 पर कॉल आया कि मेरा नाम सत्या है और बेंगलुरु जाने वाली गाड़ी संख्या 12628 को बेंगलुरु पहुंचने से पहले उड़ा दूंगा, जिसमें 1500 यात्री सवार हैं। उन्होंने कहा कि फोन करने वाले के मोबाइल नंबर की मोबाइल लोकेशन ट्रेस की, तो आसफ अली रोड, पुलिस भवन, नई दिल्ली के नजदीक मिली। इस पर सिविल पुलिस थाना चांदनी महल, तुर्कमान गेट एवं दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल से समन्वय स्थापित करते हुए घटना के संबंध में सूचित किया।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/bhopal-news/these-officers-can-get-ias-and-ips-awards-7223035/,"IAS और IPS बन सकते हैं ये अफसर, जानिए किनका होगा प्रमोशन","IAS और IPS बन सकते हैं ये अफसर, जानिए किनका होगा प्रमोशन मंत्रालय में DPC की बैठक में लगेगी मुहर भोपाल Published: December 15, 2021 11:52:12 am भोपाल. मध्यप्रदेश में इस साल आइएएस और आइपीएस अफसरों की संख्या बढ़ना तय सा है. प्रदेश को 29 आइएएस और आइपीएस अफसर मिलेंगे। राज्य प्रशासनिक सेवा और राज्य पुलिस सेवा के अफसरों को प्रमोशन देकर ऑल इंडिया सर्विसेस में शामिल किया जाएगा। इन अफसरों को IAS-IPS अवॉर्ड देने के लिए आयोजित बैठक में राज्य प्रशासनिक सेवा के 54 और राज्य पुलिस सेवा के 33 अफसरों के नामों पर विचार किया जाना है। कमेटी की हरी झंडी मिलते ही राज्य प्रशासनिक सेवा के 18 और राज्य पुलिस सेवा के 11 अफसरों को प्रमोट कर दिया जाएगा. मंत्रालय में DPC की बैठक में लगेगी मुहर सूत्रों के अनुसार राज्य सेवा के अफसरों को आइएएस और आइपीएस अवार्ड देने के लिए 20 दिसंबर को बैठक प्रस्तावित है। डिपार्टमेंटल प्रमोशन कमेटी (DPC) की यह बैठक राज्य मंत्रालय में लोक संघ सेवा आयोग (UPSC) के चैयरमैन प्रदीप कुमार जोशी की अध्यक्षता में होगी। राज्य प्रशासनिक सेवा से IAS की DPC में सामान्य प्रशासन विभाग की प्रमुख सचिव दीप्ति गौड़ मुखर्जी शामिल होंगी जबकि राज्य पुलिस सेवा से IPS की कमेटी में अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा और DGP विवेक जौहरी शामिल रहेंगे। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस दोनों बैठकों में शामिल होंगे। राज्य पुलिस सेवा के ये अफसर बन सकते हैं आइपीएस राज्य पुलिस सेवा से संतोष कोरी, जगदीश डाबर, प्रकाश चंद्र परिहार, निश्चल झारिया, रसना ठाकुर, संजीव कुमार कंचन, रामजी श्रीवास्तव, जितेंद्र सिंह पवार, सुनील तिवारी, संजीव कुमार सिन्हा और मनोहर सिंह मंडलोई को IPS अवार्ड हो सकता है। प्रदेश में IPS कैडर के लिए 11 पद हैं। राज्य प्रशासनिक सेवा के इन अफसरों का हो सकता है प्रमोशन सामान्य प्रशासन विभाग के मुताबिक वरिष्ठता के अनुसार सुधीर कोचर, चंद्रशेखर शुक्ला, त्रिभुवन नारायण सिंह, रानी बाटड, नारायण प्रसाद नामदेव, दिलीप कुमार कापसे, मनोज मालवीय, नीतू माथुर, अंजू पवन भदौरिया बुद्धेश कुमार वैद्य, जयेंद्र कुमार विजयवत, डॉ.अभय अरविंद बेडेकर, अजय देव, नियाज अहमद खान और जमना भिडे को IAS संवर्ग मिल सकता है। इनके अलावा विवेक सिंह, विनय निगम और पंकज शर्मा के नामों पर भी विचार हो सकता है। ये है प्रक्रिया प्रक्रिया के अनुसार संघ लोक सेवा आयोग द्वारा DPC आयोजित की जाती है. इसके लिए आयोग को सामान्य प्रशासन और गृह विभाग ने प्रस्ताव भेजा था। करीब 2 माह पहले भेज गए प्रस्ताव पर आयोग ने अब बैठक बुलाई है। राज्य प्रशासनिक सेवा से IAS संवर्ग के उपलब्ध 18 पदों के लिए 54 अफसरों के नाम का प्रस्ताव भेजा गया था। 1998 और 1999 बैच के राज्य प्रशासनिक सेवा के इन अधिकारियों की वरिष्ठता और सर्विस रिकॉर्ड के आधार पर अवार्ड दिया जाएगा।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/ratlam-news/power-failure-in-registrar-s-office-people-kept-waiting-7223033/,"रजिस्ट्रार कार्यालय की बिजली गुल, इंतजार करते रहे लोग","रजिस्ट्रार कार्यालय की बिजली गुल, इंतजार करते रहे लोग दोपहर में दो बार हुई थी बिजली गुल, काम हुआ प्रभावित तो रजिस्ट्री करवाने आए लोग भी होते रहे परेशान रतलाम Published: December 15, 2021 11:51:50 am रतलाम। महलवाड़ा स्थित जिला पंजीयक कार्यालय की दोपहर के समय बिजली गुल हो गई। इस वजह से यहां रजिस्ट्री करवाने आए लोगों को खासा इंतजार करना पड़ा। आलम यह था कि कार्यालय ही नहीं कार्यालय के बाहर सीढिय़ों और मैदान में बड़ी संख्या में लोग इंतजार ही करते रहे। मंगलवार के लिए जिनके रजिस्ट्री के स्लाट बुक थे वे सभी शाम तक इंतजार ही करते रहे। शाम को बिजली आने के बाद देर शाम तक रजिस्ट्री की गई। रजिस्ट्रार कार्यालय की बिजली गुल, इंतजार करते रहे लोग 84 स्लाट थे बुक पंजीयक कार्यालय में भूखंड और भवनों की रजिस्ट्री के लिए मंगलवार को 84 स्लाट बुक हुए थे। इनकी रजिस्ट्री की जा रही थी कि दोपहर में करीब ढाई बजे अचानक ही बिजली गुल हो गई। सारी प्रक्रिया धरी की धरी रह गई। 15-20 मिनट बाद ही बिजली वापस आ तो गई लेकिन कुछ मिनटों के बाद फिर से गई तो करीब एक घंटे बाद लौटी। तब तक सारे पक्षकार परिसर में ही इंतजार करते रहे तो वेंडर भी बिजली आने का इंतजार करते रहे। सरवर में भी आई परेशानी बिजली गुल होने से रजिस्ट्रार कार्यालय का सरवर भी बंद हो गया। इस वजह से बिजली आने के बाद सरवर को फिर से सेट होने और गति पकडऩे में समय लग गया। रजिस्ट्री करवाने आए लोगों का कहना था कि यहां आए दिन इस तरह की दिक्कत खड़ी होती रहती है। इससे आम जनता को लंबा इंतजार करना पड़ता है। कई बार स्लाट के अनुसार रजिस्ट्री नहीं होने की दशा में स्लाट की अगले दिन के लिए रिबुकिंग करना पड़ती है। परेशानी आई थी बिजली की दिन में दो बार बिजली गुल होने से परेशानी आई। इससे रजिस्ट्री करने में देरी हो गई। दिनभर के लिए बुक स्लाट की रजिस्ट्री शाम को देर तक करना पड़ी। आरसी मालवीय, डिप्टी रजिस्ट्रार, जिला पंजीयक कार्यालय, रतलाम",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/jabalpur-news/big-news-bjp-leader-young-wife-commits-suicide-by-hanging-7223032/,बड़ी खबर: भाजपा नेता की पत्नी ने फांसी लगाकर की आत्महत्या,"बड़ी खबर: भाजपा नेता की पत्नी ने फांसी लगाकर की आत्महत्या जबलपुर Published: December 15, 2021 11:51:24 am जबलपुर। भाजपा के रानी दुर्गावती मंडल अध्यक्ष की पत्नी ने सोमवार शाम फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली। मां को फंदे पर तड़पता देख पांच वर्षीय बेटी बाहर की ओर दौड़ी। एक किराना दुकान के कर्मचारी को मां के फंदे पर लटकने की जानकारी दी। फंदा काटकर महिला को उतार कर निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित किया गया। मदन महल के कालीमठ निवासी भाजपा मंडल अध्यक्ष की पत्नी ने फंदे पर लटककर दी जान मां को तड़पता देख बेटी ने लोगों को बुलाया, फिर भी नहीं बची जान दस साल पहले विवाह पुलिस ने बताया कि सुरेंद्र सैनी भाजपा रानी दुर्गावती मंडल अध्यक्ष हैं। उनका विवाह 10-12 साल पहले संगीता सैनी (36) से हुआ था। उनकी दो बेटियां और एक बेटा है। सुरेंद्र प्रतिदिन की तरह सोमवार को घर से बाहर गए थे। घर पर संगीता और पांच साल की बैटी थी। शाम करीब 5.30 बजे संगीता ने फंदा लगाया और उसमें लटक गई। सुरेंद्र सैनी की पांच वर्षीय बेटी मां को फंदे पर लटका देख घबरा गई। मां को बचा पाने में नाकाम रहने पर वह घर के सामने एक किराना दुकान पर गई। उसने दुकान में काम करने वाले सुदामा नगर निवासी योगेश सोनी उर्फ राजा को बताया कि उसकी मां फंदे पर तड़प रही है। राजा दुकान से निकला और मदद की आवाज लगाते हुए सुरेंद्र के घर पहुंचा। तब तक महेंद्र रजक, बबलू सैनी समेत अन्य लोग पहुंच गए। महेंद्र ने हंसिए से फंदा काटकर संगीता को नीचे उतारा और निजी अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस के अनुसार प्राथमिक जांच में पता चला है कि घरेलू विवाद के चलते महिला ने यह कदम उठाया। फिलहाल मामले की जांच जारी है।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/chhatarpur-news/father-deth-due-to-taxi-tension-son-created-ruckus-by-lying-on-road-7223030/,"टैक्सी के टेंशन में हुई पिता की मौत, बेटे ने सड़क पर लेटकर किया हंगामा","टैक्सी के टेंशन में हुई पिता की मौत, बेटे ने सड़क पर लेटकर किया हंगामा उसकी अजीविका जिस टैक्सी पर निर्भर थी, वही पकड़े जाने के कारण वह इतना परेशान हो गया कि एक तरफ उनके पिता ने दम तोड़ दिया, तो दूसरी और उसका भरण पोषण भी नहीं हो पा रहा है. छतरपुर Published: December 15, 2021 11:49:06 am छतरपुर. सिस्टम से परेशान एक युवक मंगलवार को थाने के सामने हंगामा करते नजर आया, वह कभी सड़क पर लेटर वाहनों को रोक रहा था, तो कभी आक्रोशित होकर अपनी पीड़ा लोगों को सुना रहा था, दरअसल उसकी अजीविका जिस टैक्सी पर निर्भर थी, वही पकड़े जाने के कारण वह इतना परेशान हो गया कि एक तरफ उनके पिता ने दम तोड़ दिया, तो दूसरी और उसका भरण पोषण भी नहीं हो पा रहा है। टैक्सी के टेंशन में हुई पिता की मौत, बेटे ने सड़क पर लेटकर किया हंगामा मंगलवार की दोपहर शहर के यातायात थाने के सामने एक 20 वर्षीय ने आधे घंटे तक जमकर हंगामा किया। युवक सड़क पर लेटकर गाडिय़़ों को रोक रहा था। मरने की धमकी दे रहा था और फिर दौड़कर यातायात थाने के भीतर जाकर आत्महत्या की कोशिश करने लगा। युवक द्वारा किए व्यवहार के बारे में यातायात पुलिस ने समझा तो पता लगा कि परिवार को पालने वाली टैक्सी के पकड़े जाने के बाद से बुरी तरह व्यथित है। बाद में पुलिसकर्मियों ने उसे ढांढस बंधाया और मदद करने का भरोसा देकर थाने से रवाना किया। फ्री में मिलती है यहां वॉटर स्पोर्टस की ट्रेनिंग, तैयार हो रहे हैं नेशनल मेडलिस्ट ये है मामला भगवंतपुरा गांव निवासी 20 वर्षीय युवक अनिल राजपूत शहर के नजदीकी ग्राम पठापुर में रहता है और टैक्सी चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करता है। पिछले दिनों हाईकोर्ट के निर्देश पर आरटीओ के द्वारा चलाए गए चैकिंग अभियान के दौरान एक सप्ताह पहले उसकी टैक्सी पकड़ ली गई थी। बिना परमिट की टैक्सी का मामला जिला न्यायालय पहुंचा जहां उसकी सुनवाई होना है। लेकिन लगातार कार्रवाई के चलते एक सप्ताह में कोर्ट में पेशी का नंबर नहीं आया। टैक्सी चालक युवक का आरोप है कि टैक्सी पकड़े जाने के बाद से पिता टेंशन में थे। इसी दौरान उनकी रविवार को तबियत खराब हुई, जब जिला अस्पताल पहुंचा तो हृदयाघात के कारण उनकी मौत हो गई। शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला- सुबह 10 से पहले नहीं खुलेंगे स्कूल पिता की मौत से दुखी अनिल मंगलवार को अपनी मां और छोटे भाई-बहिनों के साथ यातायात थाने के सामने पहुंचा और जमकर हंगामा किया। उसने सड़क पर लेटकर मरने की धमकी दी, रो-रो कर अपनी पीड़ा सुनाई और कहा कि वह सिस्टम के द्वारा परेशान किया जा रहा है। उसने सड़क से दौड़कर थाने के भीतर आत्महत्या की कोशिश की जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ा और उसकी बात सुनी। यातायात प्रभारी माधवी अग्रिहोत्री ने बताया कि उक्त कार्यवाही आरटीओ विभाग के द्वारा की गई थी इस मामले में जो भी संभव मदद युवक की होगी वे अवश्य करेंगी। वहीं आरटीओ विक्रमजीत सिंह कंग का कहना है कि हाईकोर्ट के निर्देश पर कार्रवाई की गई है। टैक्सी चालकों के लिए परमिट को लेकर परेशानी न हो इसके लिए क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में टैक्सी परमिट का अलग से काउंटर चलाया जा रहा है। ताकि टैक्सी चालकों को परेशानी न हो।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/jaipur-news/polling-for-the-second-phase-of-panchayat-elections-in-4-districts-7223023/,"4 जिलों में पंचायत चुनाव के दूसरे दूसरे चरण का मतदान जारी, आठ सौ से ज्यादा प्रत्याशियों के भाग्य का होगा फैसला","4 जिलों में पंचायत चुनाव के दूसरे दूसरे चरण का मतदान जारी, आठ सौ से ज्यादा प्रत्याशियों के भाग्य का होगा फैसला सुबह 10 बजे तक दूसरे चरण के लिए 12.94 फ़ीसदी मतदान, दूसरे चरण में 1580 मतदान केंद्रों पर हो रहा मतदान,चारों जिलों में 12 लाख से अधिक मतदाता करेंगे अपने मताधिकार का प्रयोग, कोटा, बारां, करौली और श्रीगंगानगर जिले में हो रहे पंचायत चुनाव के लिए मतदान जयपुर Updated: December 15, 2021 11:44:44 am जयपुर। प्रदेश के 4 जिलों कोटा, बारां, करौली और श्रीगंगानगर जिले में हो रहे पंचायत और जिला परिषद चुनाव के दूसरे चरण के लिए मतदान आज सुबह शुरू हो गया है। सुबह 7:30 बजे शुरू हुआ मतदान शाम 5:30 बजे तक चलेगा। हालांकि तेज सर्दी को देखते हुए सुबह-सुबह मतदान धीमा ही है। सुबह 10 बजे तक दूसरे चरण के लिए 12.94 फ़ीसदी मतदान हुआ है। दूसरे चरण के मतदान को देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने भी मतदाताओं से निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और भयमुक्त होकर मतदान करने की अपील की है। 800 से ज्यादा उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला इधर पंचायत और जिला परिषद चुनाव के दूसरे चरण में पंचायत चुनाव के 827 उम्मीदवारों और उनसे संबंधित जिला परिषद सदस्यों के भाग्य का फैसला होगा। चारों जिलों में 12 लाख 72 हज़ार 911 मतदाता हैं, जिनमें 6 लाख 68 हजार 514 पुरुष, 6 लाख 4 हज़ार 382 महिला और 15 अन्य मतदाता हैं। ये मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करके प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। दूसरे चरण में इन पंचायतों मैं इन पंचायतों के लिए हो रहा मतदान दूसरे चरण में इन पंचायतों में चुनाव दूसरे चरण में जिन पंचायतों में चुनाव हो रहे हैं उनमें अंता, बारां, मांगरोल, करौली, हिंडौन, श्रीमहावीरजी, सांगोद, लाडपुरा, खैराबाद, श्रीगंगानगर, सादुल शहर और करणपुर है। इन पंचायतों के 240 वार्डों और उनसे संबंधित जिला परिषद सदस्यों के लिए मतदान हो रहा है चारों जिलों में 1580 मतदान केंद्रों पर मतदान चल रहा है। कोरोना गाइड लाइन की सख्ती से पालना मतदान के दौरान कोरोना गाइडलाइन की सख्ती से पालना करवाई जा रही है। मास्क और सैनिटाइजर के बाद ही मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर प्रवेश दिया जा रहा है। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के लिए भी मतदान केंद्रों के बाहर गोले चिन्हित किए गए हैं, जिसमें खड़े रहकर मतदाताओं को अपनी बारी का इंतजार करना है।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/ratlam-news/women-officers-came-forward-to-help-the-old-couple-7223016/,वृद्ध दंपती की मदद को आगे आई महिला अधिकारी,"वृद्ध दंपती की मदद को आगे आई महिला अधिकारी अनुकरणीय - प्रतापनगर ओवर ब्रिज पर दिखा था यह नजारा, वृद्ध दंपत्ति को दिलाया किराना सामान, अधिकारी ने कहा ऐसे लोगों की मदद को आगे आएं और लोग रतलाम Published: December 15, 2021 11:39:14 am रतलाम। प्रतापनगर ओवर ब्रिज से होते हुए अपनी ड्यूटी आ रही यातायात विभाग की महिला अधिकारी उस समय ठिठककर रुक गई जब उन्होंने देखा कि एक वृद्ध ठेला गाड़ी धकेल रहा और वृद्धा गाड़ी में बैठी हुई है। बड़ी मुश्किल से यह ठेला आगे बढ़ रहा था। उन्होंने पूरा दृश्य देखा और जब ये लोग पास आए तो उन्हें पूछा कहां रहते हो और क्या करते हो। इन्होंने अपनी जो व्यथा सुनाई उससे महिला अधिकारी से रहा नहीं गया। वे उनके साथ किराना दुकान गई और किराने का सामान दिलाकर घर जाने को कहा। महिला अधिकारी का कहना है कि ऐसे कमजोर और वृद्ध लोगों की मदद के लिए अन्य लोगों को भी सामने आना चाहिए। वृद्ध दंपती की मदद को आगे आई महिला अधिकारी यह नजारा सोमवार की सुबह करीब साढ़े दस बजे का है। शहर के यातायात अमले में तैनात महिला अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि वे ड्यूटी आ रही थी तभी यह नजारा दिखाई दिया तो उनका दिल भर आया। वृद्धा के पास गई तो उन्होंने हाथ पकड़ लिए। यह क्षण उनके लिए और भी भावुकता का हो गया। इस पर उनसे जब जानकारी ली तो उन वृद्ध दंपति का कहना था कि उनके तीन बच्चे हैं और कोई मदद नहीं करता है। वे ड्रायवरी करते थे लेकिन अब आंखों से दिखाई नहीं देता है। हाथ-पैर भी काम नहीं करते हैं लेकिन जिंदगी चलाना है तो ठेलागाड़ी से वे पत्नी को लेकर मंदिर तक जाते हैं। यहां खाना मिल जाता है और फिर शाम को वापस लौट आते हैं। करती रहूंगी मदद महिला अधिकारी ने बताया कि ऐसे लोगों की मदद करने के लिए समाजसेवियों को भी आगे आना चाहिए। उनका मानना है कि वे इन दंपति की मदद करती रहेंगी जब तक वे रतलाम में हैं। एक-दो दिन में फिर से उनके घर जाकर मुलाकात भी करेंगी। दंपति के घर का पता वे ले चुकी है और जो भी मदद होगी उन तक पहुंचाएगी। उनका मानना है कि ऐसा कोई दान करके प्रचार पाना उनका उ²ेश्य नहीं है। बस केवल जरुरतमंद की मदद हो जाए। यह सबसे अच्छी बात है।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/jaipur-news/public-hearing-begins-at-pcc-headquarters-jaipur-from-today-7223013/,"पीसीसी मुख्यालय में आज से मंत्री दरबार का आगाज, मौके पर होगा समस्याओं का समाधान","पीसीसी मुख्यालय में आज से मंत्री दरबार का आगाज, मौके पर होगा समस्याओं का समाधान -दोपहर 2 बजे से पीसीसी मुख्यालय में मंत्री बीड़ी कल्ला और सुखराम विश्नोई करेंगे कार्यकर्ताओं की जनसुनवाई,सप्ताह में 3 दिन सोमवार, मंगलवार और बुधवार को होगी जनसुनवाई,मंत्री दरबार के पहले दिन सुबह 11 बजे के बजाए दोपहर 2 बजे से होगी जनसुनवाई,21 महीने के बाद फिर से पीसीसी मुख्यालय में जनसुनवाई कार्यक्रम जयपुर Updated: December 15, 2021 11:36:37 am जयपुर। प्रदेश में 2 साल के बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करने और उनकी समस्याओं के निस्तारण करने के लिए प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में एक बार फिर आज से मंत्री दरबार का आगाज होने जा रहा है। आज कैबिनेट मंत्री बीडी कल्ला और राज्य मंत्री सुखराम बिश्नोई जनसुनवाई करके कांग्रेस कार्यकर्ता और आम जन की शिकायतों का मौके पर निस्तारण करेंगे। हालांकि प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में जनसुनवाई का कार्यक्रम का समय सुबह 11 बजे से रखा गया है, लेकिन पहले दिन ही जनसुनवाई कार्यक्रम कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक के चलते मंत्री दरबार का समय दोपहर 2 बजे रखा गया है। सप्ताह में 3 दिन रहेगी होगी जनसुनवाई इधर प्रदेश मुख्यालय में सप्ताह में 3 दिन जन सुनवाई होनी है। सोमवार, मंगलवार और बुधवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मंत्री दरबार लगेगा, जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ता और आम जन की शिकायतों का निस्तारण होगा। 21 महीने के बाद फिर से शुरू हुई जनसुनवाई प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में 21 महीने के बाद फिर से पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट के कार्यकाल में जनसुनवाई कार्यक्रम शुरू किए गए थे, लेकिन कोरोना की पहली लहर के चलते जनसुनवाई कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया था अब पूरे 21 महीने के बाद फिर से जनसुनवाई कार्यक्रम शुरू किए गए हैं। यह रहेगा पीसीसी में मंत्री दरबार का शेड्यूल -15 दिसंबर------------मंत्री बी डी कल्ला और सुखराम विश्नोई -20 दिसंबर------------मंत्री शांति धारीवाल, अर्जुन सिंह बामनिया और अशोक चांदना -21 दिसंबर-----------मंत्री हेमाराम चौधरी, शाले मोहम्मद और मुरारीलाल मीणा -22 दिसंबर----------मंत्री परसादीलाल मीणा और डॉ. सुभाष गर्ग -27 दिसंबर---------मंत्री लालचन्द कटारिया, भजनलाल जाटव और जाहिदा खान -28 दिसंबर---------मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीय और ममता भूपेश -29 दिसंबर--------मंत्री डॉ. महेश जोशी और गोविन्दराम मेघवाल -3 जनवरी--------मंत्री रामलाल जाट और टीकाराम जूली -4 जनवरी--------मंत्री प्रमोद जैन भाया और भंवर सिंह भाटी -5 जनवरी-------मंत्री विश्वेन्द्र सिंह, प्रताप सिंह खाचरियावास और राजेन्द्र सिंह यादव -10 जनवरी-------मंत्री रमेशचन्द मीणा, शकुन्तला रावत और राजेन्द्र सिंह गुढ़ा -11 जनवरी------ मंत्री उदयलाल आंजना और बृजेन्द्र ओला",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/jabalpur-news/good-news-32-mld-sewage-plant-is-start-in-kathonda-30000-houses-7223012/,"अच्छी खबर: कठौंदा में 32 एमएलडी का सीवेज प्लांट चालू, 30 हजार घर जोड़े जाएंगे","अच्छी खबर: कठौंदा में 32 एमएलडी का सीवेज प्लांट चालू, 30 हजार घर जोड़े जाएंगे जबलपुर Published: December 15, 2021 11:36:33 am जबलपुर। शहर में 14 साल से सीवर लाइन प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। अब तक काम पूरा नहीं हो सका है, लेकिन शहरवासियों के लिए राहतभरी खबर यह है कि कठौंदा में पहला सीवर ट्रीटमेंट प्लांट शुरू हो गया है। अभी इसमें पांच हजार से ज्यादा घरों से निकले सीवेज का ट्रीटमेंट हो रहा है। इस प्लांट से अभी 30 हजार से ज्यादा घरों के कनेक्शन जोड़े जाएंगे। इससे इसकी क्षमता में बढ़ोतरी हो जाएगी। तकनीकी जानकार पहले सीवरेज प्लांट के चालू होने को महत्वपूर्ण बता रहे हैं। उनका मानना है कि तेवर में निर्माणाधीन और गंगा नगर व ललपुर में बनने वाले प्लांट का काम जल्दी पूरा कर उनसे घरों का कनेक्शन जोड़ा जाए। नई शुरुआत: आसपास की कॉलोनियों के करीब पांच हजार घरों को जोड़ा गया 14 साल पहले शुरू हुआ था सीवर लाइन प्रोजेक्ट 231 करोड़ रुपए लागत थी वर्ष 2007 में 424 करोड़ रुपए तक पहुंची प्रोजेक्ट लागत यहां हो रहा सीवेज का ट्रीटमेंट कठौंदा प्लांट में शांति नगर, शिवनगर, विकास नगर, स्टेट बैंक कॉलोनी और जानकी नगर के कुछ हिस्से के सीवेज का ट्रीटमेंट हो रहा है। यह शहर का 5 प्रतिशत इलाका है। प्लांट से आसपास की कई और कॉलोनियों के घरों को जोड़ा जाना है। यह है स्थिति 30 एमएलडी है प्लांट की क्षमता 05 हजार से ज्यादा घरों को जोड़ा 30 हजार घरों का और होगा जुड़ाव चार ट्रीटमेंट प्लांट निर्माणाधीन सीवर ट्रीटमेंट के लिए चार प्लांट का निर्माण होना है। कठौंदा में प्लांट चालू हो गया है। तेवर में प्लांट का निर्माण जारी है। ललपुर और गंगा नगर गढ़ा में भी प्लांट का निर्माण होना है। कठौंदा में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट चालू हो गया है। आसपास की कॉलोनियों के पांच हजार घरों को प्लांट से जोड़ा गया है। इन घरों से निकले सीवेज का ट्रीटमेंट किया जा रहा है। कठौंदा प्लांट में अभी 30 हजार से ज्यादा घरों को जोड़ा जाना है। - कमलेश श्रीवास्तव, कार्यपालन यंत्री, नगर निगम शहर को साफ-सुथरा बनाने के लिए सीवर प्रोजेक्ट को जल्द पूरा करना किया जाना चाहिए। इससे लोगों को गंदगी से निजात मिलेगी। स्वच्छता रैंकिं ग में भी सुधार आएगा। इससे शहर में एक नई शुरुआत हो रही है। - इंजीनियर सुनील जैन, टाउन प्लानर",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/dausa-news/electricity-corporation-s-technical-employee-died-due-to-current-7223010/,करंट से विद्युत निगम के तकनीकी कर्मचारी की मौत,"करंट से विद्युत निगम के तकनीकी कर्मचारी की मौत मोतीपुरा गांव की घटना दौसा Published: December 15, 2021 11:35:08 am दौसा/बांदीकुई. विद्युत निगम की लापरवाही ने एक कर्मचारी की जान ले ली। मंगलवार शाम को प्रतापपुरा जीएसएस में तकनीकी सहायक के मोतीपुरा गांव में थ्री फेस ट्रान्सफार्मर के जंपर बाधते समय करंट लग गया। इससे तकनीकी सहायक मुकेश गुर्जर की मौत हो गई। सूचना पर निगम कर्मचारी मौके पर पहुंचे और शव को ट्रान्सफार्मर से नीचे उतरवाकर सीएचसी की मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए रखवाया। सिंकदरा पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई कर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। शटडाउन के बावजूद दौड़ा करंट मोतीपुरा में थ्री फेस लाइन की मरमत कार्य के लिए निगम के अनुसार शटडाउन लिया गया। उसके बाद में ट्रान्सफार्मर से जंपर जोडऩे का कार्य शुरू किया था। प्रतापपुरा जीएसएस पर तैनात खूंटला गांव निवासी मुकेश गुर्जर जंपर जोडऩे के लिए कार्य शुरू किया। इसी दौरान अचानक लाइन में करंट आ गया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। ग्रामीणों ने जीएसएस पर इसकी सूचना दी, लेकिन तब तक तकनीकी सहायक की जान नहीं बचाई जा सकी। निगम अभियंताओ को फोन लगाकर जानकारी मांगी तो वे बचते नजर आए। देर रात तक निगम का कोई भी अभियंता यह जानकारी नहीं दे पाया कि आखिर शटडाउन के बावजूद ट्रांसफार्मर में करंट कैसे आ गया। करंट से विद्युत निगम के तकनीकी कर्मचारी की मौत इनका कहना हैं... ट्रांसफार्मर में मरमत के दौरान करंट लगने से मौत हो गई। हादसे के कारणों को लेकर जांच की जा रही हैं। कुलदीप मीना एईएन ग्रामीण अनियंत्रित होकर ट्रैक्टर पलटा, एक जने की मौत बांदीकुई. क्षेत्र के केशुपुरा गांव में एक ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पलट गया। इसमें ट्रैक्टर सवार एक जने की मौके पर ही मौत हो गई। ग्रामीणों की सूचना पर बसवा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को बांदीकुई अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए रखवाया। पुलिस ने बताया कि लीलोज से एक जना ट्रैक्टर में सवार होकर अपने घर की ओर केशुपुरा जा रहा था। इस दौरान अचानक आए मवेशी को.बचाने के दौरान चालक नियंत्रण खो बैठा और ट्रैक्टर पलट गया। इससे ट्रैक्टर सवार मनोहरलाल मीना की मौत हो गई। बस से उतरे यात्री का मोबाइल छीना लालसोट. शहर के कोथून रोड पर बस से उतरे एक यात्री का मोबाइल छीनने का मामला प्रकाश में आया है। पक्काधोरा गांव निवासी भरतलाल बैरवा ने लालसोट थाने में प्राथमिकी देकर बताया कि वह सोमवार शाम छह बजे लालसोट के पावर हाउस पर जयपुर से आने वाली बस से उतरा था। इस दौरान एक युवक उसके हाथ से मोबाइल छीनकर भाग छूटा। शिक्षक के साथ मारपीट का मामला दर्ज लालसोट. श्रीरामपुरा गांव के राजकीय वरिष्ठ उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय में कार्यरत एक शिक्षक के साथ मारपीट का मामला लालसोट थाने में दर्ज किया गया है। शिक्षक बरेड़ी गांव निवासी रामकेश महावर ने बताया कि वह सोमवार कंो श्रीरामपुरा में किसी परिचित के यहां एक कार्यक्रम में भाग लेकर रात्रि को घर लौट रहा था, इसी दौरान दूध डेयरी के पास अशोक मीना निवासी बरेड़ी ने उसके साथ मारपीट कर दी। लोगों ने बीच-बचाव कर उसे भगा दिया।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/ayodhya-news/pm-modi-to-lay-foundation-stone-of-ayodhya-airport-in-january-7223004/,अयोध्या एयरपोर्ट का जनवरी में शिलान्यास करेंगे पीएम मोदी,"प्रस्तावित प्रभु श्रीराम अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का शिलान्यास जनवरी में किया जाएगा। पूरी संभावना है कि यह शिलान्यास पीएम नरेंद्र मोदी ही करेंगे। इसके साथ यूपी की जनता को हवाई सुविधा आसानी से मिल सके इसके लिए नागरिक उड्डयन विभाग प्रदेश में पांच नए एयरपोर्ट का लोकार्पण भी दिसंबर के अंतिम सप्ताह में करेगा। अयोध्या Published: December 15, 2021 11:30:05 am अयोध्या. रामलला की नगरी अयोध्या को धार्मिक पर्यटन का केंद्र बनाने के लिए यूपी सरकार जुटी हुई है। सरकार की मंशा है कि अयोध्या अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का काम तेज गति से पूरा किया जाए। प्रस्तावित प्रभु श्रीराम अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का शिलान्यास जनवरी में किया जाएगा। पूरी संभावना है कि यह शिलान्यास पीएम नरेंद्र मोदी ही करेंगे। इसके साथ यूपी की जनता को हवाई सुविधा आसानी से मिल सके इसके लिए नागरिक उड्डयन विभाग प्रदेश में पांच नए एयरपोर्ट का लोकार्पण भी दिसंबर के अंतिम सप्ताह में करेगा। अयोध्या एयरपोर्ट का जनवरी में शिलान्यास करेंगे पीएम मोदी उड्डयन विभाग की बैठक में आदेश :- सचिवालय में शुक्रवार को नागरिक उड्डयन विभाग की समीक्षा बैठक में विभाग के मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी ने दिसंबर के अंत तक या जनवरी 2022 के प्रथम सप्ताह तक अयोध्या एयरपोर्ट के शिलान्यास की प्रक्रिया पूरी कराने के निर्देश दिए। अयोध्या सहित पांच एयरपोर्ट का शिलान्यास भी दिसंबर के अंतिम या जनवरी के पहले सप्ताह तक कराया जाएगा। प्रदेश सरकार ने अयोध्या में एयरपोर्ट निर्माण के लिए 351 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया है। कुशीनगर से कोलकाता-मुंबई से फ्लाइट शीघ्र :- नागरिक उड़्डयन विभाग के अधिकारी ने बताया कि कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से दिल्ली की हवाई उड़ान शुरू हो गई है। जल्द ही कोलकाता और मुंबई के लिए भी फ्लाइट शुरू हो जाएगी। चित्रकूट एयरपोर्ट के रनवे का कार्य पूरा हो गया है। लाइसेंस प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। सभी एयरपोर्ट्स का विकास कार्य अंतिम चरण में :- नागरिक उड्डयन विभाग निदेशक कुमार हर्ष ने बताया कि, जल्द ही सभी एयरपोर्ट्स क्रियाशील हो जाएंगे। लखनऊ, गोरखपुर, कानपुर नगर, प्रयागराज, आगरा, कुशीनगर, हिण्डन, बरेली, एयरपोर्ट से संचालित हो रही उड़ानों की जानकारी दी। अलीगढ़, आजमगढ़, श्रावस्ती, मुरादाबाद, चित्रकूट, म्योरपुर सोनभद्र, झांसी, सरसावा सहारनपुर एयरपोर्ट निर्माण की रिपोर्ट पेश की। 600 एकड़ का है अयोध्या हवाई अड्डा :- मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा 600 एकड़ में बनाया जा रहा है। डाक टिकट पर श्री काशी विश्वनाथ की मुहर, विभाग ने जारी किए नए टिकट",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/burhanpur-news/vaibhav-mahajan-got-the-post-of-bjym-president-vishwas-hitendra-and-7223002/,"वैभव महाजन को भाजयुमो अध्यक्ष का पद, विश्वास, हितेंद्र और सौरभ का नाम कटा","वैभव महाजन को भाजयुमो अध्यक्ष का पद, विश्वास, हितेंद्र और सौरभ का नाम कटा खामनी के निवासी वैभव पहले अभाविप में रहे प्रदेश कार्यकारिणी बुरहानपुर Published: December 15, 2021 11:29:28 am बुरहानपुर. भाजपा की ओर से भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष पद की घोषणा कर दी। पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस गुट से खामनी के 27 वर्षीय वैभव धनराज महाजन को अध्यक्ष बनाया गया। भाजयुमो जिला अध्यक्ष पद को लेकर लंबे समय से खींचतान चल रही थी। अध्यक्ष की दौड़ में पूर्व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सौरभ पाटील, हितेंद्र श्रॉफ, विश्वास शिवहरे और वैभव महाजन का नाम चल रहा था। शीर्ष नेतृत्व में वैभव के नाम पर मुहर लगाई। वैभव यह पदों पर रहे वैभव धनराज महाजन खेती किसान का काम करते हैं। परिवार में पिता धनराज महाजन शाहपुर मंडल अध्यक्ष के उपाध्यक्ष थे। जबकि वैभव विद्यार्थी परिषद में प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य, अभाविप में नगर मंत्री, युवा मोर्चा शाहपुर मंडल उपाध्यक्ष और भाजपा शाहपुर मंडल उपाध्यक्ष पद पर रहे। युवाओं को जोड़ेंगे वैभव महाजन का कहना है कि पार्टी से युवाओं को जोडऩे का काम करेंगे। अभी 30 हजार कार्यकर्ता युवा मोर्चा से जुड़े है। कहा युवा पार्टी की रीढ़ है, इसे मजबूत करने का काम करेंगे। भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज लधवे, पूर्व मंत्री व प्रदेश प्रवक्ता अर्चना चिटनीस, भाजपा नेता गजेंद्र पाटील, मुकेश शाह ने महाजन का स्वागत किया। अब तक रहे अध्यक्ष जिला बनने के बाद रमेश पाटीदार पहले भाजयुमो अध्यक्ष बने। फिर मनोज लधवे दो बार। तीसरी बार दापोरा के योगेश्वर पाटील का नाम तय हुआ था। भाजपा कार्यालय में स्वागत भाजपा युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष नियुक्त होने पर वैभव महाजन का भाजपा जिला कार्यालय पर गर्मजोशी से जिलाध्यक्ष मनोज लधवे ने पुष्पमाला पहनाकर स्वागत अभिनन्दन किया गया। लधवे ने कहा युवाओं को पार्टी से जोड़ने और पार्टी की विचारधारा को घर-घर तक पहुंचाने का कार्य करेंगे। नवनियुक्त जिलाध्यक्ष वैभव महाजन ने पार्टी के सभी नेताओं के प्रति आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने जो जिम्मेदारी सौंपी है उसका पूरी ईमानदारी से निर्वहन करेंगे। इस दौरान भाजपा प्रवक्ता अर्चना चिटनिस, महामंत्री लक्ष्मण महाजन, किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष राजू महाजन, पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिलाध्यक्ष अरुण पाटिल, गोकुल प्रजापति, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष श्रीमती किरण रायकवार, प्रगति सिरपुरकर, मुकेश शाह, गजेन्द्र पाटिल, गजराज राठौड़, विनोद पाटिल, भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष सौरभ पाटिल, विश्वास शिवहरे, संजय पाटिल, चंद्रेश भाले सहित अन्य मौजूद रहे।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/jaipur-news/omicron-variant-cases-in-rajasthan-today-7223000/,राजस्थान में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर अब आई ये चौंकाने वाली खबर,"राजस्थान में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर अब आई ये चौंकाने वाली खबर कोरोना संक्रमण के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की दस्तक ने आमजन की चिंता बढ़ा रखी है। आए दिन लोगों में इसकी पुष्टि हो रही है। इसके बावजूद इसको लेकर लापरवाही बरती जा रही है। जयपुर Updated: December 15, 2021 11:32:21 am पत्रिका न्यूज नेटवर्क जयपुर। राजधानी में कोरोना संक्रमण के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की दस्तक ने आमजन की चिंता बढ़ा रखी है। आए दिन लोगों में इसकी पुष्टि हो रही है। इसके बावजूद इसको लेकर लापरवाही बरती जा रही है। विदेशों से आने वाले कई लोग इसको लेकर गंभीर नहीं हैं जिससे खतरा मंडरा रहा है। दरअसल, जयपुर एयरपोर्ट पर इन दिनों 300 से 400 विदेश यात्री आ रहे हैं। इनमें हाइरिस्क वाले देशों से आने वाले पूरे यात्रियों की तो कोरोना जांच होती है, लेकिन अन्य देशों से आने वाले यात्रियों के महज दो प्रतिशत ही सैंपल लिए जाते है। जिनके सैंपल नहीं लिए जाते है, उन्हें भी होम क्वॉरंटीन रहना होता है। आठ दिन बाद उनकी सैंपलिंग होती हैं लेकिन ज्यादातर लोग इसको लेकर लापरवाही बरत रहे हैं। चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अमूमन विदेश से आने वाले लोगों के विदेशों में कॉन्टेक्ट नंबर होते हैं, जो कि बंद हो जाते हैं। जब टीम सैंपलिंग के लिए जाती है तो, वे नदारद मिलते हैं। सामने आया कि, कई शादियों में शामिल हो रहे है और कई गांव चलते जाते हैं। इस स्थिति में कोरोना को लेकर खतरा बढ़ रहा है। सीमएचओ जयपुर (प्रथम) डॉ. नरोत्तम शर्मा ने बताया कि विदेशों से आने वाले कई लोग संक्रमित मिल चुके हैं जिनमें ओमिक्रॉन की भी पुष्टि हो चुकी है। उन्हें खुद भी सजग रहने की जरूरत है। लापरवाही उनकी और उनके परिजन व संपर्क में आने वाले दूसरे लोगों के लिए परेशानी बन सकती है। प्रदेश में कोविड-19 के मंगलवार को 24 नए मामले सामने आए हैं। नए मामलों में 4-4 जयपुर व उदयपुर, 3-3 बारां व बीकानेर, 2-2 अजमेर व अलवर तथा 1-1 चूरू, हनुमानगढ़, जालोर, झुंझुनूं, जोधपुर व राजसमंद जिले का है। 24 घंटे के दौरान 35460 नई जांचों पर संक्रमण दर 0.067 और 13 नए रिकवर के साथ रिकवरी दर 99.033 प्रतिशत है। कुल संक्रमित 9,55,127, कुल मृतक 8958 और एक्टिव केस अब 270 हैं।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/lucknow-news/up-weather-change-due-to-rain-fog-and-cold-wave-7222998/,"UP Weather: उत्तर प्रदेश में लगातार बदल रहा मौसम, 16 दिसंबर को बारिश के आसार","UP Weather: उत्तर प्रदेश में लगातार बदल रहा मौसम, 16 दिसंबर को बारिश के आसार उत्तर प्रदेश में ठंड का असर बढ़ता ही जा रहा है। मौसम विभाग के ताजा अनुमान के मुताबिक गुरुवार 16 दिसंबर को पश्चिमी यूपी के मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। बारिश के आसार हैं। लखनऊ Published: December 15, 2021 11:27:19 am लखनऊ. उत्तर प्रदेश में ठंड का असर बढ़ता ही जा रहा है। मौसम विभाग के ताजा अनुमान के मुताबिक गुरुवार 16 दिसंबर को पश्चिमी यूपी के मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग ने कहा कि गुरुवार को न सिर्फ बादलों की आवाजाही रहेगी बल्कि कुछ जगहों पर हल्की बूंदाबांदी भी रहेगी। दरअसल, पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण ऐसी स्थिति पैदा बन रही है। गुरुवार को मौसम में बदलाव देखा जाएगा। इसके बाद मौसम खुल जाएगा। UP WeathUP Weather Change Due to Rain Fog and Cold Waveer: उत्तर प्रदेश में लगातार बदल रहा मौसम, 16 दिसंबर को बारिश के आसार कोहरे का असर बढ़ेगा हल्कि बूंदाबांदी के बाद भी कई जिलों में कोहरे की चादर बिछी रहेगी। वैसे को अभी सुबह-सुबह ही घना कोहरा छाया रहता है। लो विजिबिलिटी भी रहती है। सुबह-सुबह मॉर्निंग वॉक या कोई व्यायाम के लिए निकलने वाले लोगों ने भी घरों से निकलना कम कर दिया है। बारिश के बाद कोहरे से हालात और खराब हो सकते हैं। हालांकि, मौसम में बदलाव का असर सिर्फ पश्चिमी यूपी में देखने को मिलेगा। पूर्वी यूपी के जिलों में मौसम पहले की तरह ही खुला रहेगा। सुबह से लेकर शाम तक धूप मिलती रहेगी। ये जरूर है कि अब हर रोज तापमान में थोड़ी गिरावट देखने को मिलेगी। दिन और रात दोनों के ही तापमान में कमी दर्ज की जाएगी। मौसम विभाग ने बताया है कि 17 दिसम्बर के बाद तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आने की संभावना है।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/jaipur-news/various-issues-will-be-discussed-in-the-meeting-of-gehlot-cabinet-7222995/,"सरकार की तीसरी वर्षगांठ पर पर होंगे विभिन्न कार्यक्रम, तैयारियों पर चर्चा के लिए आज मंत्रिपरिषद की बैठक","सरकार की तीसरी वर्षगांठ पर पर होंगे विभिन्न कार्यक्रम, तैयारियों पर चर्चा के लिए आज मंत्रिपरिषद की बैठक दोपहर 12. 15 बजे कैबिनेट और दोपहर 1:15 बजे मंत्रिपरिषद की होगी बैठक,जन घोषणापत्र के वादों और सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं के प्रचार-प्रसार पर भी होगा मंथन,17 दिसंबर को जयपुर में होने वाले प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री करेंगे तीन साल के कामकाज रिपोर्ट कार्ड पेश जयपुर Published: December 15, 2021 11:26:07 am जयपुर। राज्य की गहलोत सरकार 17 दिसंबर को अपने कार्यकाल के 3 साल पूरे करने जा रही है और इसी के चलते सरकार जिला ब्लॉक और प्रदेश लेवल पर तीसरी वर्षगांठ को भव्य मनाने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन करने जा रही है। इन कार्यक्रमों पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज अपने आवास पर मंत्रिपरिषद की बैठक बुलाई है। दोपहर 12:15 बजे कैबिनेट और दोपहर 1:15 बजे मंत्रिपरिषद की बैठक होगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में सरकार के जन घोषणा पत्र के वादों और विभिन्न विभागों में अब तक किए गए कामकाज के रिपोर्ट कार्ड को लेकर भी चर्चा होगी। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी विभागों से पिछले 3 साल में किए गए कामकाज का रिपोर्ट कार्ड मांगा है कि जनघोषणा पत्र पर किन विभागों में कितने काम अधूरे हैं और कितने काम हो चुके हैं। उन सब का ब्यौरा सरकार अपने 3 साल के मौके पर होने वाले प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में बुकलेट के रूप में जारी करेगी। संविदा कर्मियों को स्थाई करने का हो सकता है फैसला सूत्रों की माने तो 2 साल के बाद होने जा रहे विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य की गहलोत सरकार प्रदेश में कार्यरत संविदा कर्मियों को स्थाई करने पर कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक में फैसला ले सकती है। इसके अलावा मदरसा पैराटीचरों को लेकर भी सरकार फैसला ले सकती है। कांग्रेस पार्टी ने मदरसा पैराटीचरों को नियमित करने का फैसला अपने चुनावी घोषणा पत्र में किया था। पिछले 2 माह लगातार पैराटीचर आंदोलनरत हैं। जिला और ब्लॉक लेवल पर सप्ताह भर तक चलेंगे कार्यक्रम बताया जा रहा है कि सरकार की तीसरी वर्षगांठ पर जिला और ब्लॉक लेवल पर भी सप्ताह भर तक सरकार के कामकाज की प्रदर्शनी का आयोजन होगा, इसे लेकर भी कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक में चर्चा होनी है। साथ ही 17 दिसंबर को जयपुर में भी प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम होना है जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार के 3 साल के कामकाज का रिपोर्ट कार्ड पेश करेंगे, इसे लेकर भी मंत्रिपरिषद और कैबिनेट की बैठक में चर्चा होनी है।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/ahmedabad-news/prakrit-kieth-7222992/,Gujarat Hindi News : जैविक खेती के बजाए किसान प्राकृतिक खेती की ओर बढ़े: राज्यपाल,"Gujarat Hindi News : जैविक खेती के बजाए किसान प्राकृतिक खेती की ओर बढ़े: राज्यपाल कल प्रधानमंत्री करेंगे संबोधन वाइब्रेंट समिट से पहले आणंद कृषि यूनिवर्सिटी में प्रि- एग्री समिट का आगाज अहमदाबाद Published: December 15, 2021 11:25:45 am आणंद. राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने किसानों से जैविक खेती के बजाए प्राकृतिक (जीवामृत) खेती की ओर बढऩे की अपील की। वे मंगलवार को राज्य के कृषि और किसान कल्याण विभाग की ओर से वाइब्रेंट गुजरात समिट 2022 के पहले आणंद कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित त्रिदिवसीय प्रि-एग्री समिट के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में नवीन शोध और आविष्कार अब समय की मांग है। राज्यपाल ने जीवामृत खेती पर बल देते हुए कहा कि बाहर के देशों से आने वाले कीड़ों के जरिए जैविक खेती होती है, लेकिन इन कीड़ों के लिए देश का वातावरण अनुकूल नहीं होने से यह अधिक फायदेमंद साबित नहीं हो पा रहा है, जबकि जीवामृत खेती से किसान अधिक लाभांवित हो रहे हैं। रासायनिक खाद के इस्तेमाल पर सवाल खड़ा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि देश में हर साल एक लाख करोड़ रुपए का खाद इस्तेमाल होता है। इससे प्रकृति के साथ स्वास्थ्य को नुकसान हो रहा है। Gujarat Hindi News : जैविक खेती के बजाए किसान प्राकृतिक खेती की ओर बढ़े: राज्यपाल नई ऊंचाई स्थापित करेगा समिट का 10वां संस्करण : रूपाला इस अवसर पर केन्द्रीय कृषि मंत्री परषोत्तम रूपाला ने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात का 10वां संस्करण नई ऊंचाइयां स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि समिट से निवेशक, नीति निर्धारक और उपभोक्ता तीनों को एक छत के नीचे लाने में गुजरात को सफलता मिली है। केन्द्र की योजना की जानकारी देते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत केन्द्र सरकार ने एक लाख करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। कृषि, डेयरी और पशुपालन के क्षेत्र में नए प्रयोगों और शोधों के लिए सरकार सतत प्रोत्साहन दे रही है। राज्य के कृषि मंत्री राघवजी पटेल ने कहा कि देश में सर्वाधिक रोजगार देने वाला राज्य गुजरात है। सरकार कम लागत व प्राकृतिक खेती के लिए किसानों को हर तरह से प्रोत्साहित करने के प्रयास में जुटी है। सहकारिता राज्य मंत्री जगदीश विश्वकर्मा ने कहा कि गुजरात में सहकारिता क्षेत्र की आधारभूत संरचना देश भर में आगे है। आजादी के 70 साल बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सहकारिता विभाग शुरू किया है। उन्होंने कहा कि अमूल के स्थापक त्रिभुवनदास पटेल की दो मंडली से शुरू की गई दूध उत्पादक सहकारी मंडलियों की संख्या आज 17 हजार तक पहुंच चुकी है। इसमें 35 लाख से अधिक सदस्य हैं। प्रदेश के कृषि राज्य मंत्री मुकेश पटेल ने कहा कि समग्र देश में वर्ष 2022 तक किसानों की आवक दोगुनी करने के लिए केन्द्र और राज्य सरकार ने सर्वग्राह्य कदम उठाया है। गुजरात में अब मक्का और चावल से इथेनॉल का उत्पादन के संबंध में करार हुआ है। इस तीन दिवसीय समिट के समापन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वर्चुअल रूप से संबोधित करेंगे। प्रदेश के कृषि राज्य मंत्री मुकेश पटेल ने कहा कि समग्र देश में वर्ष 2022 तक किसानों की आवक दोगुनी करने के लिए केन्द्र और राज्य सरकार ने सर्वग्राह्य कदम उठाया है। गुजरात में अब मक्का और चावल से इथेनॉल का उत्पादन के संबंध में करार हुआ है। इस तीन दिवसीय समिट के समापन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वर्चुअल रूप से संबोधित करेंगे। सहकारिता राज्य मंत्री जगदीश विश्वकर्मा ने कहा कि गुजरात में सहकारिता क्षेत्र की आधारभूत संरचना देश भर में आगे है। आजादी के 70 साल बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सहकारिता विभाग शुरू किया है। उन्होंने कहा कि अमूल के स्थापक त्रिभुवनदास पटेल की दो मंडली से शुरू की गई दूध उत्पादक सहकारी मंडलियों की संख्या आज 17 हजार तक पहुंच चुकी है। इसमें 35 लाख से अधिक सदस्य हैं।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/jabalpur-news/cold-weather-update-in-madhya-pradesh-7222980/,"weather update : अब पड़ेगी कडकड़़ाती ठंड, रात में तेज सर्दी से कांपे लोग","weather update : अब पड़ेगी कडकड़़ाती ठंड, रात में तेज सर्दी से कांपे लोग अब पड़ेगी कडकड़़ाती ठंड, रात में तेज सर्दी से कांपे लोग जबलपुर Published: December 15, 2021 11:20:54 am जबलपुर। मौसम में तेजी से बदलाव हो रहा है। शहर में भी ठंड अब जोर पकडऩे लगी है। सुबह और शाम को ठंड बढ़ गई है। दोपहर में धूप सुहावनी लग रही है। मंगलवार रात को सर्द हवाओं के चलते सडक़ें जल्दी सुनसान हो गई थीं। कई जगह आम जन आग जलाकर अलावा लगाकर बैठे भी देखे गए। सर्दी बढऩे से गर्म कपड़ों की डिमांड भी बढ़ गई है। बाजार में हर कीमत और ब्रांड के गर्म कपड़ों की दुकानें ग्राहकों से भरी पड़ी हैं। जल्द छा जाता है अंधेरा, सर्दी बढ़ी, मौसम अभी शुष्क रहने का अनुमान दिन छोटे होने का असर भी दिखने लगा है। सूर्योदय देर, सूर्यास्त जल्दी होने लगा है। रात में तेज सर्दी का अहसास हो रहा है। न्यूनतम तापमान लगातार 12 डिग्री के आसपास बना हुआ है। कई सघन हिस्सों में शाम पांच बजे से ही अंधेरा छाने लगता है। मंगलवार को दिन का अधिकतम तापमान 26.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। न्यूनतम तापमान 12 डिग्री दर्ज किया गया। तीन किमी प्रति घंटा की रफ्तार से उत्तर पूर्वी हवा चली। मौसम विभाग के अनुसार मौसम शुष्क रहने का अनुमान है।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/lucknow-news/all-bank-consumers-of-up-should-be-alert-bank-workers-strike-for-2-day-7222973/,"यूपी के सभी बैंक उपभोक्ता हो जाएं अलर्ट, दो दिन बैंक कर्मी हड़ताल पर रहेंगे","यूपी के सभी बैंक उपभोक्ता हो जाएं अलर्ट, दो दिन बैंक कर्मी हड़ताल पर रहेंगे यूपी सहित देशभर के 11 लाख बैंक कर्मचारी 16 दिसंबर व 17 दिसंबर को हड़ताल पर रहेंगे। जिसमें 9.34 लाख राष्ट्रीयकृत बैंक व 1.66 लाख ग्रामीण बैंक के कर्मचारी शामिल होंगे। इस वजह से 1.18 लाख बैंक शाखाओं में तालाबंदी रहेगी। लखनऊ Published: December 15, 2021 11:14:20 am लखनऊ. यूपी के सभी बैंक उपभोक्ता अलर्ट हो जाएं। अगर पैसे सम्बंधी कोई कार्य हो तो तुरंत निपटा लें। दो दिन बैंक बाद रहेंगे। यूपी सहित देशभर के 11 लाख बैंक कर्मचारी 16 दिसंबर व 17 दिसंबर को हड़ताल पर रहेंगे। जिसमें 9.34 लाख राष्ट्रीयकृत बैंक व 1.66 लाख ग्रामीण बैंक के कर्मचारी शामिल होंगे। इस वजह से 1.18 लाख बैंक शाखाओं में तालाबंदी रहेगी। दो राष्ट्रीकृत बैंकों के निजीकरण के विरोध में यह दो दिवसीय हड़ताल हो रही है। यूपी के सभी बैंक उपभोक्ता हो जाएं अलर्ट, दो दिन बैंक कर्मी हड़ताल पर रहेंगे प्रेसवार्ता में किया ऐलान :- दो दिवसीय हड़ताल के सिलसिले में प्रेसवार्ता में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के पदाधिकारी अखिलेश मोहन, पवन कुमार एवं दीप बाजपेयी ने संयुक्त रूप से बताया कि दो दिन की हड़ताल से यूपी की बैंकों में 1200 करोड़ रुपए का लेन-देन प्रभावित होगा। 16 दिसंबर से शुरू होगी हलताल :- लखनऊ में हड़ताल के पहले दिन 16 दिसंबर को स्टेट बैंक की मुख्य शाखा एवं दूसरे दिन 17 दिसंबर को इंडियन बैंक (पूर्व में इलाहाबाद बैंक) हजरतगंज के समक्ष 900 बैंकों के अधिकारी एवं कर्मचारी प्रदर्शन करके सभा करेंगे। प्रेसवार्ता में संयोजन अनिल श्रीवास्तव एवं मीडिया प्रभारी अनिल तिवारी आदि ने भी शिरकत की। कॉर्पोरेट घरानों पर निशाना :- बैंक यूनियंस के पदाधिकारियों कॉर्पोरेट घरानों पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि, कॉर्पोरेट घरानों की, जनता की गाढ़ी कमाई के 157 लाख करोड़ रुपए पर नजर है। जनता का यह धन राष्ट्रीकृत बैंकों में डिपॉजिट है। जब बैंकों के निजीकरण हो जाएगा तब यह ये कॉर्पोरेट घराने इस डिपॉजिट की रकम का मनमाने तरीके से ऋण ले सकेंगे। गरीब किसान व मजदूर रहेंगे घटें में :- नेताओं ने कहा कि, बैंकों के निजीकरण से उनका वेतन कम नहीं होगा। मगर, जो गरीब किसान एवं मजदूर अभी तीन से चार प्रतिशत रेट पर ऋण पा जाते, वह बंद हो जाएगा। ऐसे गरीब किसान व मजदूर निजी बैंक के परिसर तक नहीं भटक सकेंगे।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/noida-news/dispute-between-municipal-council-chairman-and-ex-executive-officer-7222972/,"शादी समारोह में नगर पालिका अध्यक्ष और पूर्व अधिशासी अधिकारी के समर्थक भिड़े, घायल अधिशासी अधिकारी अस्पताल भर्ती","शादी समारोह में नगर पालिका अध्यक्ष और पूर्व अधिशासी अधिकारी के समर्थक भिड़े, घायल अधिशासी अधिकारी अस्पताल भर्ती एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह का कहना है कि अध्यक्ष और पूर्व अधिशासी अधिकारी के बीच लंबे समय से तनातनी है। अध्यक्ष पक्ष की तरफ से ईओ पर मनमानी करने का आरोप लगाया गया था। नोएडा Published: December 15, 2021 11:13:30 am नोएडा. कोतवाली 24 क्षेत्र के सेक्टर 11 में आयोजित एक शादी समारोह में खोड़ा नगर पालिका के अध्यक्ष रीना भाटी और पूर्व अधिशासी अधिकारी केके भड़ाना समर्थक आपस में भिड़ गए और जमकर मारपीट हुई। लोगों का कहना है कि दोनों पक्षों की ओर से हथियार लहराए गए और जमकर मारपीट की गई। जिसमें घायल होने पर अधिशासी अधिकारी को सेक्टर 11 स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर पहुंची कोतवाली-24 पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से मिली शिकायत के आधार पर समारोह में मौजूद लोग और वहां लगे सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में लेकर वह जांच कर रही है। यह भी पढ़ें : नोएडा एयरपोर्ट के पास घर बनाने का मौका, यमुना प्राधिकरण लॉन्च कर रहा है रेजिडेंशियल प्लॉट स्कीम दोनों पक्षों में जमकर हुई मारपीट अस्पताल में भर्ती अधिशासी अधिकारी कृष्ण कुमार भड़ाना अपने दोस्त संतराम के विवाह समारोह में सम्मिलित होने गए थे। जहां खोड़ा नगर पालिका अध्यक्ष रीना भाटी पहले से मौजूद थी। वहां पर दोनों पक्षों के समर्थकों के बीच किसी बात पर कहासुनी हुई जिसके बाद मारपीट शुरू हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक एक-दूसरे के ऊपर हथियार तान दिए गए। पुलिस ने काराया दोनों पक्षों को शांत सूचना पर सेक्टर-24 कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को समझाकर शांत किया। अधिशासी अधिकारी केके भड़ाना का कहना था कि वे शादी समारोह में शामिल होने गए थे और जब वह मंच से उतर कर जा रहे थे उसी दौरान रीना भाटी और उनके समर्थकों ने पर जानलेवा हमला बोल दिया। उन्हें गंभीर चोटें आई हैं। दूसरी ओर रीना भाटी ने अधिशासी अधिकारी केके भड़ाना पर छेड़खानी करने और मारपीट का आरोप लगाया है। दोनों पक्षों द्वारा एक दूसरे के खिलाफ तहरीर दी है। दोनों पक्षों में पहले से है तनातनी एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह का कहना है कि अध्यक्ष और पूर्व अधिशासी अधिकारी के बीच लंबे समय से तनातनी है। अध्यक्ष पक्ष की तरफ से ईओ पर मनमानी करने का आरोप लगाया गया था। पुलिस समारोह में मौजूद लोग और वहां लगे सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में लेकर वह जांच कर रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/firozabad-news/brother-sister-married-cm-mass-marriage-scheme-in-firozabad-7222970/,मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में भाई—बहन की शादी के बाद जांच के घेरे में अफसर,"मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में भाई—बहन की शादी के बाद जांच के घेरे में अफसर — फिरोजाबाद के टूंडला ब्लाक में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में हुई थी शादी। फिरोजाबाद Published: December 15, 2021 11:12:47 am पत्रिका न्यूज नेटवर्क फिरोजाबाद। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का मजाक बनाने वाले अफसर जांच के घेरे में हैं। योजना के तहत मिलने वाली धनराशि प्राप्त करने और सामान पाने के लिए भाई और बहन की शादी करा दी। हालांकि वहां केवल दिखावा किया गया था। अब अफसरों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। सामूहिक विवाह में पति—पत्नी के रूप में खड़े भाई—बहन यह था पूरा मामला विगत 11 दिसंबर को खंड विकास कार्यालय टूंडला परिसर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें क्षेत्र के 52 जोड़ों की शादी कराई गई थी। टारगेट पूरा करने के लिए अधिकारियों ने फर्जी तरीके से वर और वधु के जोड़े तैयार कर दिए। तहसील क्षेत्र के गांव मरसेना निवासी अमर सिंह की 18 वर्षीय पुत्री राखी का सामूहिक विवाह संपन्न होने वालों की लिस्ट में नाम है लेकिन हकीकत में उसके फेरे ही नहीं हुए। वह मंडप से भाग आई। उसने बताया कि गलत तरीके से उसका नाम लिखा दिया था। उसे इस तरह शादी नहीं करनी। वहीं, गांव के पप्पू की पुत्री संध्या अभी कक्षा आठ की छात्रा है और आधार कार्ड में उसकी उम्र 13 वर्ष है। उसकी शादी पप्पू पुत्र राधेलाल के साथ करा दी गई। शादी के बाद दहेज के रूप में सरकार द्वारा मिलने वाला सामान बक्शा, बर्तन, कुकर, चांदी की पायल और बिछुआ दिए गए। वहीं, गांव के शंभूदयाल की पुत्री भावना की शादी इसी वर्ष 24 मई को हो चुकी है। बावजूद इसके मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में इसकी दोबारा से शादी करा दी गई और दहेज का सामान भी दे दिया गया। भाई—बहन की करा दी शादी वहीं, थाना पचोखरा के गांव नगला प्रेम (गढ़ी) निवासी सोनू टेलर ने गांव के ही सफाई कर्मचारी फिरोज खान के साथ मिलकर पूरे फर्जीवाड़े की पटकथा लिखी थी। गांव बुर्ज नत्थू निवासी रेनू की शादी उसकी बहन के पति प्रशांत के साथ तय करा करते हुए फर्जी कागजात के सहारे सामूहिक विवाह के रजिस्ट्रेशन करा दिया। अपने आप को फंसता देख रेनू के परिजनों ने शादी से इंकार कर दिया। रेनू के पिता ने बताया कि सोनू टेलर ने रुपए दिलाने पर दस हजार रुपये दिलाने की मांग की थी। जानकारी होने पर दामाद ने शादी में जाने से इंकार कर दिया। जिसके बाद सोनू टेलर ने उनके स्थान पर अपने पुत्र महेंद्र की शादी छोटे भाई की पुत्री ज्योति से करा दी। ज्योति ने बताया कि उसे गांव में सफाई करने वाला फिरोज खान बर्तन व रुपये दिलाने का लालच देकर शादी समारोह में लेकर गया था। वह लालच में फंस गई थी। उसने आधे बर्तन व पैसे वापसी की शर्त रखी थी। उसने भाई से कोई शादी नहीं की है। सिर्फ उनके कहने पर नाटक किया है। भाई पहले से शादीशुदा है और दो बच्चों का बाप है। वहीं बेटे व भतीजी की शादी कराने बाला टेलर ताला लगाकर फरार है। वहीं युवती अपने किए पर शर्मिंदा है। इस मामले में खंड विकास अधिकारी नरेश कुमार ने बताया कि जिसकी शादी होने के बाद दूसरी शादी करने का मामला सामने आया है। उसकी हमने जांच कराई है वह पति के साथ नहीं रहती है। हमने उनका सामान वापस करा लिया है। वहीं, नाबालिग की शादी वाले में हमारे पास लड़की का आधार कार्ड चार मार्च 2003 का आया है। उसके घर से दो आधार कार्ड बरामद हुए हैं। उसका भी सामान वापस करा लिया है। भाई—बहन की शादी के मामले में एडीओ समाज कल्याण और पंचायत सचिव से जवाब मांगा गया है। एडीओ द्वारा इस फर्जीवाड़े में शामिल लोगों के विरुद्ध टूंडला थाने में तहरीर दी गई है।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/jabalpur-news/anti-tank-bomb-mango-to-be-made-in-ofk-jabalpur-7222965/,"खतरनाक टैंक को भी उड़ा देता है ये मैंगो, मप्र के इस शहर में बनेगा इंडियन वर्जन","खतरनाक टैंक को भी उड़ा देता है ये मैंगो, मप्र के इस शहर में बनेगा इंडियन वर्जन जबलपुर Published: December 15, 2021 11:07:37 am जबलपुर। आयुध निर्माणी खमरिया (ओएफके) में 125 एमएम एफएसएपीडीएस टैंक भेदी बम के स्वदेशी संस्करण (वर्जन) के उत्पादन पर काम शुरू हो गया है। आगामी कुछ महीनों में काम में और तेजी आएगी। मैंगो प्रोजेक्ट के नाम से चल रहे इस बम का उत्पादन निर्माणी में हो रहा है। अभी तक एसकेडी और सीकेडी वर्जन में उत्पादन हो चुका है। अंतिम चरण स्वदेशी वर्जन का है। आगामी 15 अगस्त तक इसे राष्ट्र को समर्पित किया जा सकता है। आयुध प्रदर्शनी में महाप्रबंधक ने दी जानकारी ओएफके में बनेगा टैंकभेदी बम मैंगो का स्वदेशी वर्जन अगस्त तक राष्ट्र को समर्पित करने की है तैयारी यह जानकारी आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर आयोजित आयुध प्रदर्शनी में नवागत महाप्रबंधक एसके सिन्हा ने पत्रकारों से चर्चा में दी। उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट का संचालन ओएफके सहित अन्य आयुध निर्माणियां मिलकर कर रही हैं। अभी तक जिन संस्करण (वर्जन) में इसे तैयार किया गया, वह सफल रहा है। पूर्व के दो चरणों में इसमें ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी के तहत काम किया गया। अब इसे पूरी तरह यहीं पर विकसित किया जाएगा। महाप्रबंधक सिन्हा ने बताया कि हमारा फोकस स्वदेशी उत्पादों को तैयार करने के साथ निर्यात पर है। निर्माणी के पास मल्टी मोड हैंड ग्रेनेड का पर्याप्त वर्कलोड है। हम इसे समय पर तैयार करने का प्रयास कर रहे हैं। मॉर्डनाइजेशन पर भी फोकस है। फैक्ट्री में कई आधुनिक मशीनें भी हैं। हमें सजग होकर काम करना होगा, जिससे गुणवत्ता प्रभावित नहीं हो।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/mandla-news/satbahini-madai-has-been-filling-for-45-years-7222962/,45 साल से भर रही सतबहिनी मड़ई,"45 साल से भर रही सतबहिनी मड़ई आज होगा समापन, दूरदूर से पहुंच रहे ग्रामीण मंडला Published: December 15, 2021 11:01:11 am मंडला. आस्था और मनोरंजन का मिश्रण सतबहनी मड़ई में देखने को मिल रहा है। यहां सोमवार से तीन दिवसीय मड़ई प्रारंभ की गई है। पहले दिन अहीरों ने परंपरागत वेशभूषा के साथ सतबहनी माता व चंडी पूजा की। वहीं दूसरे दिन सुबह से ही मड़ई में रौनक आ गई। यहां रात तक लोगों की चहल कदमी बनी रही। स्थानीय लोगों ने बताया कि सतबहनी मंदिर तो काफी प्राचीन है वहीं यहां सन 1976 से मड़ई की शुरूआत हुई है। इस मड़ई में बम्हनीबंजर के साथ ही मंडला शहर और संपूर्ण जिले से लोग सतबहनी माता के दर्शन और मड़ई घूमने के लिए आते हैं। आसपास के ग्रामों से चंडी लेकर पहुंचे अहीर यहां पहुंचकर सबसे पहले माता सतबहनी के मंदिर की परिक्रमा करते हैं इसके बाद चंडी ब्याही जाती है। 45 साल से भर रही सतबहिनी मड़ई जहां मड़ई भरती है वह नगर परिषद बम्हनीबंजर और ग्राम ठरका में पड़ती है। लेकिन यहां की व्यवस्था नगर पारिषद के द्वारा कराई जाती है। व्यापारियों की सुविधा के लिए पेयजल, विद्युत, पार्किंग, अग्नीशामक की व्यवस्था की गई है। बताया जाता है कि यहां सतबहनी माता का मंदिर काफी प्राचीन है और जिले का यह एकमात्र सतबहनी मंदिर बताया जाता है। मान्यताओं के अनुसार यहां मांगी गई हर मुरादें पूरी होती है। मड़ई में विधानसभा क्षेत्र के विधायक देवसिंह सैयाम अपने समर्थकों के साथ मड़ई स्थल पर पहुंचे यहां उन्होंने सबसे पहले सतबहनी मंदिर पहुंचकर सतबहनी माता का पूजन-अर्चन किया और इसके बाद मड़ई में जरूरी व्यवस्थाएं बनाने में जुटे। बम्हनीबंजर परिषद के अधिकारियों से मड़ई में शांति, सुरक्षा व्यवस्था बनाने संबंधित चर्चा की। सतबहनी मड़ई जिले की बड़ी मड़ई मेले में गिनी जाती है। यहां जिले भर से व्यापारी अपनी तरह-तरह की सामग्री लेकर पहुंचे हैं। यूं तो यहां मड़ई के लिए काफी स्थान है लेकिन इसके बाद भी जगह कम पडऩे से कई व्यापारियों द्वारा मुख्य मार्ग किनारे भी दुकानें लगाई गई। जिससे यातायाता भी प्रभावित हुआ। मड़ई में काफी संख्या में लोगों के पहुंचने की संभावना को देखते हुए बम्हनी थाने से पुलिस बल यहां तैनात किया गया था। कई व्यापारियों द्वारा मंडला-बम्हनीबंजर मुख्य मार्ग में दुकानें लगाई जाती है जिससे दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सड़क में बेरीकेट लगाए गए और वाहनों को सुरक्षित निकालने की व्यवस्था बनाई गई।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/jaipur-news/marriage-fraud-in-rajasthan-marriage-fraud-in-india-7222959/,"बारात लेकर होटल पहुंचा दूल्हा, ना दुल्हन मिली ना घरवाले","बारात लेकर होटल पहुंचा दूल्हा, ना दुल्हन मिली ना घरवाले एक महिला ने इस्तगासा के जरिए कुछ लोगों के खिलाफ शादी कराने के नाम पर धोखाधड़ी कर रुपए हड़पने का मामला दर्ज करवाया है। जयपुर Published: December 15, 2021 10:57:42 am बस्सी. कानोता थाने में एक महिला ने इस्तगासा के जरिए कुछ लोगों के खिलाफ शादी कराने के नाम पर धोखाधड़ी कर रुपए हड़पने का मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने बताया कि नटाटा तहसील जमवारामगढ़ निवासी गुड्डी देवी ने दर्ज मामले में बताया कि 15 मई 2021 को उसके भाई कजोड़ को उसी के ही गांव का गंगाराम मिला और उसने उसके भाई से कहा की कानोता स्थित कृष्णा होटल में सर्व समाज सामूहिक विवाह सम्मेलन में विवाह कराया जाता है। उसकी बातों पर विश्वास कर कजोड़ ने गुड्डी को गंगाराम से मिलवाया। 6 जून को गुड्डी का भाई कजोड़ उसका भतीजा प्रकाश पड़ोसी शानू सभी विवाह सम्मेलन के प्रधान कार्यालय होटल कानोता पहुंचे। वहां पर उन्हें गायत्री देवी जांगिड़, श्रवण सिंह उर्फ बन्ना, राहुल जांगिड़ निवासी सरदार मार्केट मिले। ऐसे की ठगी उन्होंने गुड्डी को बताया की सम्मेलन में विवाह के लिए 1100 रुपए की रसीद कटानी होती है। उसके बाद 2 लाख रुपए और देने होंगे। गुड्डी ने उनकी बातों पर विश्वास कर लड़कियों के बारे में मालूम किया तो उन्होंने होटल में मौजूद कुछ लड़कियां दिखाई और उनमें से एक लड़की पसंद करने को कहा। पसंद करने के बाद उसी दिन 11000 रुपए जमा करा दिए और कहा की 2 लाख रुपए भी जल्दी जमा करा देना। इस पर उन्होंने कुछ दिनों में ही फोन पे व नकद राशि के जरिए 2 लाख रुपए और जमा करा दिए। इसके बाद 20 जुलाई को शादी तय कर दी गई और उन्हें कहा कि 50 बाराती लेकर हनुमान मंदिर बगीची लूनीयावास में आ जाना। वहां शादी करवा दी जाएगी। जब गुड्डी और उसके परिजन बारात लेकर वहां पहुंचे तो बगीची में कोई नहीं मिला और ना ही कोई शादी की तैयारी थी। इस पर गुड्डी ने गायत्री से फोन पर बात की तो गायत्री देवी ने बारात लेकर कानोता स्थित कार्यालय पर बुला लिया। जब वे बारात लेकर कानोता पहुंचे तो वहां भी कोई नहीं मिला। जब गायत्री देवी को फिर फोन किया तो उसने कोई जवाब नहीं दिया और ना ही फोन उठाया। जब उन्हें मालूम हुआ कि गायत्री देवी ग्राम दूधली स्थित फॉर्महाउस पर रहती है। इस पर जब लोग दूधली पहुंचे तो गायत्री देवी उनको देख कर वहां से भाग छूटी। पुलिस ने शुरू की जांच उन्होंने इस मामले में श्रवण सिंह व राहुल जांगिड़ से बात की तो उन्होंने कहा कि आप कानोता स्थित कार्यालय पर आ जाना। वहां बात कर लेंगे और शादी भी दूसरी लड़की से करवा देंगे। गुड्डी के मना करने पर उन्होंने कहा की आप अपने 2 लाख 11 हजार रुपए कार्यालय पर आकर ले जाना। 26 जुलाई को जब वे कार्यालय पहुंचे तो गायत्री देवी ने कहा कि में 50 हजार रुपए नकद व 50-50 हजार के तीन चेक और एक माह में 2 लाख रुपए लौटा दूंगी। गायत्री ने यह सब एक लेटर पैड पर लिख कर गुड्डी को दे दी। जब उक्त चेक को बैंक में लगाया तो खाते में प्रर्याप्त राशि नहीं होने के कारण वापस लौटकर आ गए। चेक के अनादरित होने के बाद जब गायत्री देवी से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उनका कोई पता नहीं चला। रिपोर्ट में बताया कि उक्त तीनों आरोपियों ने शादी कराने के नाम पर रुपए हड़प लिए और उन्होंने ना तो शादी करवाई और ना ही पैसे लौटाए। पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/firozabad-news/court-sentenced-accused-raping-in-firozabad-to-20-years-7222958/,"टॉफी दिलवाने के बहाने पांच साल की मासूम से दुष्कर्म करने वालों को मिली 20 साल की सजा, 30 हजार का अर्थदंड","टॉफी दिलवाने के बहाने पांच साल की मासूम से दुष्कर्म करने वालों को मिली 20 साल की सजा, 30 हजार का अर्थदंड — जुलाई 2020 में एक युवक ने मासूम बालिका के साथ किया था दुष्कर्म, थाना नारखी क्षेत्र का मामला। फिरोजाबाद Published: December 15, 2021 10:56:56 am पत्रिका न्यूज नेटवर्क फिरोजाबाद। यूपी के फिरोजाबाद में पांच वर्षीय मासूम बालिका के साथ दुष्कर्म करने वाले एक आरोपी को कोर्ट ने 20 साल की सजा और 30 हजार रुपए के अर्थदंड की सजा सुनाई है। टॉफी दिलवाने के बहाने आरोपी मासूम बालिका को अपने साथ ले गया था। जुलाई 2020 में थाना नारखी क्षेत्र में एक पांच साल की मासूम बालिका के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था। नारखी थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गांव निवासी पांच वर्षीय बालिका विगत 31 जुलाई 2020 की दोपहर तीन बजे घर के बाहर बच्चों के साथ खेल रही थी। तभी सूरज निवासी पिपरौली नारखी उसे टॉफी दिलाने के बहाने बहला-फुसला कर अपने चाचा नेत्रपाल के घर ले गया और बालिका के साथ दुष्कर्म किया। इधर, बच्ची को घर के बाहर से लापता बालिका की परिजनों ने तलाश शुरू कर दी। कुछ देर बाद बालिका गांव में ही रोती हुई मिली। पूछताछ में बालिका ने अपनी मां को दर्द होने की बात बताई। इस पर बालिका की मां ने थाने में तहरीर दी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी सूरज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस ने मामले में चार्जशीट लगाकर न्यायालय में पेश की। मामले की सुनवाई करते हुए न्यायालय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अतिरिक्त विशेष न्यायाधीश पोस्को अरविंद कुमार यादव ने 16 महीने के भीतर सुनवाई पूरी की। अभियोजन पक्ष की ओर से विशेष लोक अभियोजक कमल सिंह और बचाव पक्ष से अधिवक्ता मधुलिका सिंह एडवोकेट ने पैरवी की। इस दौरान तमाम साक्ष्य, सुबूत और गवाहों के बयानों के आधार पर न्यायालय ने आरोपी सूरज को दुष्कर्म का दोषी मानते हुए 20 साल की सजा सुनाई। दोषी पर 30 हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया गया है। विशेष लोक अभियोजक कमल सिंह ने बताया कि अभियुक्त की जेल में बिताई गई अवधि सजा में समायोजित होगी। अर्थदंड जमा होने पर उसका 80 प्रतिशत पीड़िता को प्रदान किया जाएगा।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/ashoknagar-news/decision-of-education-department-schools-will-not-open-before-10-am-7222956/,शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला- सुबह 10 बजे से पहले नहीं खुलेंगे स्कूल,"शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों के समय में तुरंत प्रभाव से बदलाव कर दिया है. अशोकनगर Published: December 15, 2021 10:55:50 am अशोकनगर. कड़ाके की ठंड के कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर किसी प्रकार का प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़े, वे स्कूल आने में भी किसी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करें, इस कारण शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों के समय में तुरंत प्रभाव से बदलाव कर दिया है, इसके तहत जो स्कूल एक ही पारी में लगते हैं, उनका समय सुबह 10 बजे से प्रारंभ होकर शाम 5 बजे तक रहेगा, वहीं दो पारी में संचालित होने वाले स्कूल भी सुबह 08.30 बजे से पहले नहीं खुल सकेंगे। शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला- सुबह 10 बजे से पहले नहीं खुलेंगे स्कूल बढ़ती सर्दी को देखते हुए शिक्षा विभाग ने स्कूलों के समय में बदलाव कर दिया है। इससे अब जिले में कोई भी स्कूल सुबह 8 :30 बजे से पहले संचालित नहीं हो सकेगा। सर्दी का छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े, इसके लिए जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी स्कूलों को यह आदेश जारी कर दिया है। 15 दिसंबर से लागू होगा डीईओ नीरजकुमार शुक्ला ने आदेश जारी किया है कि जिले में सुबह संचालित होने वाले सभी शासकीय, अशासकीय एवं सीबीएसई से संबद्ध विद्यालय 15 दिसंबर से सुबह 8:30 बजे से संचालित किए जाएंगे। जो स्कूल एक पारी में संचालित होते हैं वह सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक संचालित होंगे। साथ ही दो पारी में संचालित होने वाले स्कूलों में प्रथम पारी सुबह 8 :30 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी पारी में 12:15 बजे से शाम 5 बजे तक संचालित किए जाएंगे। हालांकि लोगों का कहना है कि सुबह के संचालित स्कूलों का समय सुबह 9 बजे से किया जाना चाहिए था। फ्री में मिलती है यहां वॉटर स्पोर्टस की ट्रेनिंग, तैयार हो रहे हैं नेशनल मेडलिस्ट 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलीं सर्द हवाएं मंगलवार को जिले में दिन के अधिकतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस व रात के न्यूनतम तापमान में 2.7 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोत्तरी हुई। इससे अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो सामान्य से 1.1 डिग्री अधिक रहा, वहीं न्यूनतम तापमान 12.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा, जो सामान्य से 3.1 डिग्री सेल्सियस अधि रहा। सुबह के समय धुंध छाई रही और सुबह 9 बजे तक सूरज नहीं निकला, तो वहीं शाम होते ही 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से सर्द हवाएं चलने लगीं। इससे शाम होते ही सर्दी तेज हो गई।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/business/news/bank-holidays-december-2021-banks-closed-in-these-cities-for-the-next-4-days-129211310.html,इस हफ्ते 3 दिन बंद रहेंगे बैंक: दो दिन हड़ताल और फिर छुट्टी की वजह से नहीं होगा कामकाज; अगले हफ्ते भी बंपर छुट्टियां,"इस हफ्ते 3 दिन बंद रहेंगे बैंक:दो दिन हड़ताल और फिर छुट्टी की वजह से नहीं होगा कामकाज; अगले हफ्ते भी बंपर छुट्टियां नई दिल्ली अगर आपको बैंक से जुड़ा कोई जरूरी काम है तो इसे आज ही निपटा लें, क्योंकि आने वाले 4 दिन तक बैंक लगातार बंद रहेंगे। हालांकि 4 दिन की ये लगातार छुट्टी सिर्फ शिलॉन्ग में रहेगी। बाकी जगह 16,17 और 19 दिसंबर को बैंक बंद रहेंगे। 16 और 17 दिसंबर को होगी हड़ताल देश के सरकारी बैंक कर्मचारी 16 और 17 दिसंबर को हड़ताल पर रहेंगे, जिसके चलते इन दोनों दिन बैंकों में कामकाज नहीं होगा। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन की तरफ से इस बारे में जानकारी दी गई है। सरकार के प्राइवेटाइजेशन को लेकर चल रही तैयारियों का विरोध करने के लिए UFBU ने हड़ताल करने का ऐलान किया है। UFBU के तहत बैंकों की 9 यूनियन आती हैं। किस-किस दिन रहेगी छुट्टी 16 दिसंबर - बैंक हड़ताल 17 दिसंबर - बैंक हड़ताल 18 दिसंबर – यू सो सो थाम की डेथ एनिवर्सरी (शिलॉन्ग में बैंक बंद) 19 दिसंबर – रविवार (साप्ताहिक अवकाश) 16 दिनों में 10 दिन बंद रहेंगे बैंक दिसंबर महीने में आज का दिन हटाकर अब 16 दिन बचें हैं। इन 16 दिनों में से 10 दिन बैंक बंद रहने वाले हैं। हालांकि, ये बैंक हॉलिडे अलग-अलग राज्यों के हिसाब से हैं। तारीखबंद रहने का कारणकहां बंद रहेंगे 16 दिसंबरबैंक हड़तालसभी जगह 17 दिसंबरबैंक हड़तालसभी जगह 18 दिसंबरयू सो सो थाम की डेथ एनिवर्सरीशिलॉन्ग 19 दिसंबररविवारसभी जगह 24 दिसंबरक्रिसमसआइजोल 25 दिसंबरक्रिसमस और चौथा शनिवारसभी जगह 26 दिसंबररविवारसभी जगह 27 दिसंबरक्रिसमस सेलिब्रेशनआइजोल 30 दिसंबरयू कियांग नॉन्गबाहशिलॉन्ग 31 दिसंबरन्यू ईयर्स ईवनिंगआइजोल",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/coronavirus/news/omicron-coronavirus-variant-outbreak-india-live-updates-15-dec-mumbai-delhi-bhopal-indore-kerala-rajasthan-haryana-129211119.html,"कोरोना देश-दुनिया में LIVE: तेलंगाना में 3 ओमिक्रॉन संक्रमित मिले, 7 साल का बच्चा भी ओमिक्रॉन पॉजिटिव","कोरोना देश-दुनिया में LIVE:तेलंगाना में 3 ओमिक्रॉन संक्रमित मिले, 7 साल का बच्चा भी ओमिक्रॉन पॉजिटिव तेलंगाना में आज ओमिक्रॉन के 3 संक्रमितों के मिलने की पुष्टि हुई है। संक्रमितों में सोमालिया का नागरिक और केन्या की महिला शामिल है। दोनों संक्रमितों को हैदराबाद के तेलंगाना इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (TIMS) में भर्ती कराया गया है। वहीं, हैदराबाद से कोलकाता जा रहे 7 साल के बच्चे की रिपोर्ट भी ओमिक्रॉन पॉजिटिव आई है। तेलंगाना सरकार ने इस बात की जानकारी पश्चिम बंगाल सरकार को दे दी है। अब देशभर में नए वैरिएंट के केस बढ़कर 64 हो गए हैं। मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 20 केस मिले हैं। सबसे ज्यादा इंदौर में 23 दिन बाद 13 मरीज मिले हैं। इसके अलावा भोपाल में 4, जबलपुर, रतलाम और सागर में 1-1 मरीज मिला है। रतलाम में मिले मरीज की बस में ट्रैवल हिस्ट्री सामने आई है। उसने एक शादी भी अटेंड की है। एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 170 पहुंच गई है। 27 दिन में 429 संक्रमित मिल चुके हैं। सबसे ज्यादा भोपाल में 182 और इंदौर में 155 मरीज हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें.. दक्षिण अफ्रीकी वायरोलॉजिस्ट का दावा, ओमिक्रॉन के खिलाफ कारगर नहीं जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन​​​​​​​ ​​​​​​​ओमिक्रॉन वैरिएंट पर जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन के असर को लेकर दक्षिण अफ्रीकी वायरोलॉजिस्ट ने नई स्टडी जारी की है। जोहान्सबर्ग यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर पेनी मूर ने बताया कि यह वैक्सीन ओमिक्रॉन के खिलाफ एंटीबॉडी नहीं बना पा रही। वैक्सीन ओमिक्रॉन से थोड़ी ही सुरक्षा देती है। यह सुरक्षा भी शरीर में पहले से मौजूद इम्यून सेल की वजह से मिल रही है। प्रोफेसर मूर ने बताया कि उन्होंने फाइजर, बॉयोटेक और जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन लगवा चुके लोगों के ब्लड सैंपल्स पर ओमिक्रॉन का असर टेस्ट किया। लैब टेस्ट के नतीजों में जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन लगवा चुके लोगों में बाकी के मुकाबले बहुत ही कम एंटीबॉडी लेवल पाया गया। देश में ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों पर राज्यसभा में होगी चर्चा देश में ओमिक्रॉन के बढ़ते मामले को देखते हुए आज राज्यसभा में चर्चा होगी। करीब 9 सांसदों ने ओमिक्रॉन के मुद्दे पर चर्चा के लिए नोटिस दिए हैं। देश में अब तक ओमिक्रॉन के 61 मामले मिले हैं। भारत की कोविड टास्क फोर्स के चीफ की चेतावनी- वायरस ने रूप बदला तो बेअसर हो सकती है वैक्सीन भारत की कोविड टास्क फोर्स के चीफ डॉक्टर वीके पॉल ने कहा है कि भारत को ऐसे वैक्सीन प्लेटफॉर्म तैयार करने चाहिए जिनमें वायरस के बदलते वैरिएंट के मुताबिक तेजी से बदलाव किए जा सकें। कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के फैलने की चिंता के बीच डॉ. पॉल ने गुरुवार को कहा कि भारत में वायरस उस स्टेज की तरफ बढ़ता दिखाई दे रहा है जब उससे कम या मध्यम संक्रमण फैलता है। इस स्थिति को एंडेमिसिटी कहा जाता है। डॉ. पॉल ने कहा, 'ऐसी स्थिति भी आ सकती है कि वायरस के सामने हमारी वैक्सीन असरदार न रहें। पिछले तीन हफ्ते में ओमिक्रॉन के साथ रहते हुए हमने देखा है कि ऐसे हालात बने हैं। इनमें से कुछ मामले सही भी हो सकते हैं। हालांकि, अभी तक हमारे पास इसकी पूरी जानकारी नहीं है, इसलिए वैक्सीन के बेअसर होने के बारे में पुख्ता तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता।' आस्ट्रेलियाई PM स्कॉट मॉरिसन कोरोना पॉजिटिव, एक दिन पहले स्कूल के कार्यक्रम में शामिल हुए थे आस्ट्रेलिया के PM स्कॉट मॉरिसन कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। मंगलवार को हुए कोविड टेस्ट में उनके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई। मॉरिसन शुक्रवार को सिडनी में एक स्कूल ग्रेजुएशन सेरेमनी में शामिल हुए थे। इस सेरेमनी में 1,000 लोग शामिल हुए थे। हालांकि, सेरेमनी के बाद दो बार हुए RT- PCR टेस्ट में वह निगेटिव पाए गए थे। मॉरिसन के ऑफिस ने बताया कि PM में कोरोना की पुष्टि एक संक्रमित के संपर्क में आने के बाद हुई है। इटली में कोरोना की वजह से लगी स्टेट इमरजेंसी अगले साल मार्च तक बढ़ाई गई इटली की सरकार ने कोरोना महामारी पर स्टेट इमरजेंसी को 3 महीने और बढ़ा दिया है। मंगलवार को इमरजेंसी बढ़ाने वाले ड्राफ्ट को मंजूरी दी गई। जानकारी के मुताबिक, यह इमरजेंसी 31 मार्च 2022 तक लागू रहेगी। इटली की सरकार ने कोरोना के मामलों के सामने आने के बाद 31 जनवरी 2020 को स्टेट इमरजेंसी लागू की थी। अमेरिका में कोरोना से अब तक 8 लाख मौतें अमेरिका में कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा मंगलवार को 8 लाख पार गया। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के ट्रैकर से यह आंकड़े सामने आए हैं। मौतों का यह आंकड़ा अमेरिका के नॉर्थ डकोटा और अलास्का जैसे कई राज्यों की आबादी से भी ज्यादा है। WHO की चेतावनी- ओमिक्रॉन खतरनाक तरीके से बढ़ रहा है, यह सोचना गलत कि इसमें बीमारी के हल्के लक्षण ओमिक्रॉन को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी जारी की है। संगठन ने कहा कि नया वैरिएंट खतरनाक तरीके से फैल रहा है। सिर्फ यह सोचना गलत है कि इससे हल्की बीमारी ही पैदा हो रही है। संगठन ने बताया कि ओमिक्रॉन अब तक दुनियाभर के 77 देशों में फैल चुका है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/covid-task-force-chief-dr-vk-paul-vaccines-may-get-ineffective-need-modify-129211264.html,ओमिक्रॉन का खतरा: कोविड टास्क फोर्स के चीफ बोले- नए वैरिएंट को हल्के में न लें; इस पर वैक्सीन बेअसर हो सकती है,"ओमिक्रॉन का खतरा:कोविड टास्क फोर्स के चीफ बोले- नए वैरिएंट को हल्के में न लें; इस पर वैक्सीन बेअसर हो सकती है नई दिल्ली भारत की कोविड टास्क फोर्स के चीफ डॉक्टर वीके पॉल ने कहा है कि देश को ऐसे वैक्सीन प्लेटफॉर्म तैयार करने चाहिए, जिनमें वायरस के बदलते वैरिएंट के मुताबिक तेजी से बदलाव किए जा सकें। कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के फैलने की चिंता के बीच डॉ. पॉल ने गुरुवार को कहा कि भारत में वायरस उस स्टेज की तरफ बढ़ता दिखाई दे रहा है, जब उससे कम या मध्यम संक्रमण फैलता है। इस स्थिति को एंडेमिसिटी कहा जाता है। डॉ. पॉल ने कहा, 'ऐसी स्थिति भी आ सकती है कि वायरस के सामने हमारी वैक्सीन असरदार न रहें। पिछले तीन हफ्ते में ओमिक्रॉन के साथ रहते हुए हमने देखा है कि ऐसे हालात बने हैं। इनमें से कुछ मामले सही भी हो सकते हैं। हालांकि अभी तक हमारे पास इसकी पूरी जानकारी नहीं है, इसलिए वैक्सीन के बेअसर होने के बारे में पुख्ता तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता।' हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी कि वायरस को हल्के में नहीं लेना चाहिए। जरूरत के हिसाब से वैक्सीन को मॉडिफाई करना होगा पॉल ने कहा कि फ्लू जैसी दिक्कतों का सामना भारत हर साल ही कर रहा है। उन्होंने कहा, ""हम कितनी जल्दी ऐसी वैक्सीन बना सकते हैं जिसमें एक ही प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल हो, लेकिन वह नए वैरिएंट पर असरदार हो। हमें उस हालात के लिए खुद को तैयार करना होगा जब हम जरूरत के हिसाब से टीके में बदलाव कर पाएं। यह हर तीन महीने में नहीं हो सकता, लेकिन शायद हर साल हो सकता है।"" यह तस्वीर जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल इलाके की है। यहां घर-घर टीकाकरण अभियान के तहत वैक्सीन लगाई जा रही है। कोरोना ने सिखाया कि वायरस को हल्के में न लें पॉल ने कहा कि कोरोना ने सिखाया है कि वायरस को हल्के में नहीं लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हेल्थ को लेकर जो अनिश्चितता बन रही है, उस पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि महामारी खत्म नहीं हुई है। हम अनिश्चितता से निपटना जारी रखेंगे। भले ही हम एंडेमिसिटी की उम्मीद कर रहे हैं, जो कि एक हल्की बीमारी होगी जिसका हम सामना कर लेंगे। यह फोटो बंगाल में हावड़ा के एक गांव की है। मंगलवार को यहां लोगों को कोवीशील्ड वैक्सीन लगाई गई। देश में ओमिक्रॉन के 61 केस हुए कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन भारत में भी तेजी से फैलता दिख रहा है। मंगलवार सुबह दिल्ली में 4 नए केस मिलने के बाद शाम को महाराष्ट्र में भी इसके 8 नए मामले सामने आए हैं। आज संक्रमित हुए 8 में से 7 मरीज मुंबई से और एक वसई-विरार से है। खास बात यह है कि इनमें से कोई भी विदेश नहीं गया था। अब देशभर में नए वैरिएंट के केस बढ़कर 61 हो गए हैं। मुंबई में सबसे ज्यादा 10 केस नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र में अब तक 28 लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें मुंबई में 12, पिंपरी चिंचवाड़ा में 10, पुणे में 2, कल्याण-डोंबीवली, नागपुर, लातूर और वसई विरार में एक-एक मरीज सामने आए हैं। मालूम हो कि देश में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान जारी है। वैक्सीन के अब तक 1.34 अरब डोज लग चुके हैं।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/french-luxury-group-chanel-appointed-indian-origin-lina-nair-as-its-global-ceo-129209294.html,"दुनिया में फिर भारत की धाक: भारतीय मूल की लीना नायर फ्रांस के लग्जरी ग्रुप शनैल की CEO बनीं, 8 साल पहले लंदन शिफ्ट हुई थीं","दुनिया में फिर भारत की धाक:भारतीय मूल की लीना नायर फ्रांस के लग्जरी ग्रुप शनैल की CEO बनीं, 8 साल पहले लंदन शिफ्ट हुई थीं लंदन दुनिया भर की बड़ी कंपनियों में भारतीयों की धाक बढ़ती जा रही है। पराग अग्रवाल के ट्विवटर CEO बनने के बाद एक और भारतीय, लीना नायर, को फ्रांस के लग्जरी ग्रुप शनैल (Chanel) ने मंगलवार को लंदन में अपना नया ग्लोबल चीफ एग्जीक्यूटिव (CEO) नियुक्त किया है। लीना इससे पहले यूनिलीवर में बतौर चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर (CHRO) थीं। ये इंटरनेशनल ब्रांड अपने ट्वीड सूट, क्विल्टेड हैंडबैग और No. 5 परफ्यूम के लिए पहचाना जाता है। लीना अगले साल जनवरी में कंपनी में आधिकारिक तौर पर शामिल हो जाएंगी। यूनिलीवर के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) एलन जोप ने कहा, ""लीना ने पिछले तीन दशक में कंपनी में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसके लिए मैं उनका आभार जताता हूं।"" अपने पति और बच्चों के साथ लीना नायर। कोल्हापुर में रहीं, XLRI की गोल्ड मेडलिस्ट लीना नायर महाराष्ट्र के कोल्हापुर की रहने वाली हैं। उन्होंने अपनी स्कूलिंग महाराष्ट्र के कोल्हापुर के होली क्रॉस कॉन्वेंट स्कूल से पूरी की है। सांगली में वालचंद कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से लीना ने इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने जमशेदपुर के जेवियर्स स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (XLRI) से MBA की डिग्री ली। यहां लीना अपने बैच की गोल्ड मेडलिस्ट भी रहीं। मैनेजमेंट ट्रेनी से कंपनी की CHRO बन गईं लीना ने जिस हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) में 30 साल पहले (1992 में) बतौर मैनेजमेंट ट्रेनी करियर की शुरुआत की, वहां 2016 में वे CHRO के पोस्ट तक पहुंच गईं। बता दें कि हिन्दुस्तान लीवर ने बाद में अपना नाम बदनकर यूनिलीवर कर लिया था। 52 साल की लीना नायर 8 साल पहले 2013 में भारत से लंदन शिफ्ट हो गई थीं। तब उन्होंने वहां एंग्लो-डच कंपनी के लंदन हेक्वार्टर में लीडरशिप और ऑर्गेनाइजेशन डेवलपमेंट की ग्लोबल वाइस प्रेसिडेंट का पद संभाला था। बाद में उन्हें 2016 में प्रमोट किया गया और वह यूनिलीवर की पहली महिला, पहली एशियाई और सबसे कम उम्र की CHRO बन गईं। उन्हें पिछले महीने ही फॉर्चून इंडिया ने मोस्ट पावरफुल वुमेन लिस्ट में शामिल किया था। लीना ने अपने करियर की शुरुआत बतौर मैनेजमेंट ट्रेनी 1992 में हिन्दुस्तान लीवर में की थी। लीना के पास 30 साल का अनुभव लीना के पास 30 साल का अनुभव है। नायर ने अपने कार्यकाल में कई HR इंटरवेंशन किए। इनमें कैरियर बाय चॉइस सबसे सराहा जाने वाला इनिशिएटिव था। ये एक ऐसा प्रोग्राम है, जो उन महिलाओं को वर्कफोर्स में लाना है, जिन्होंने अपने करियर को पीछे छोड़ दिया है। लीना ने सोशल मीडिया पर कहा- थैंक्यू शनैल जॉइन करने के बाद लीना ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा- शनैल में बतौर CEO काम करना मेरे लिए सम्मान की बात है। शनैल एक प्रतिष्ठि कंपनी है। मुझे हमेशा इस बात का गर्व रहेगा कि मैंने यूनिलीवर में काम किया। यूनिलीवर से मुझे बहुत प्यार और सम्मान मिला। सोशल मीडिया पर मिल रही बधाइयों को लेकर लीना ने लिखा- मैं हर एक व्यक्ति का कमेंट पढ़ रही हूं। मैं हर एक का जवाब नहीं दे सकती, लेकिन इस प्यार के लिए आप सभी का धन्यवाद। लीना को पिछले महीने ही फॉर्चून इंडिया ने मोस्ट पावरफुल वुमेन लिस्ट में शामिल किया था। एलेन वर्थाइमर संभालेंगे ग्लोबल चेयरमैन का पद फ्रांस के लग्जरी ग्रुप शनैल में और भी बड़े बदलाव हुए हैं। आपको बता दें फ्रांसीसी अरबपति एलेन वर्थाइमर, जो अपने भाई जेरार्ड वर्थाइमर के साथ शनैल के मालिक हैं, ग्लोबल एग्जीक्यूटिव चेयरमैन की भूमिका निभाएंगे। शनैल की स्थापना 1910 में फैशन के दिग्गज गैब्रिएल 'कोको' शनैल की तरफ से पेरिस में रुए कैंबोन पर एक हैट बुटीक के रूप में की गई थी। आगे चल कर यह शब्द फ्रेंच ठाठ का एक प्रतीक बन गया। गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और ट्विटर में भारतीय मूल के CEO दुनिया की कई बड़ी कंपनियों में भारतीय मूल के CEO हैं। इनमें माइक्रोसॉफ्ट में सत्या नडेला, गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट में सुंदर पिचाई, अडोब में शांतनु नारायण, IBM में अरविंद कृष्णा, VMWare में रघु रघुराम और हाल में ट्विटर के CEO बने पराग अग्रवाल शामिल हैं।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/business/news/these-4-important-tasks-have-to-be-settled-this-month-including-filing-income-tax-return-and-linking-the-nominee-with-pf-account-129211122.html,काम की बात: इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने और PF अकाउंट से नॉमिनी को जोड़ने समेत इस महीने निपटाने हैं ये 4 जरूरी काम,"काम की बात:इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने और PF अकाउंट से नॉमिनी को जोड़ने समेत इस महीने निपटाने हैं ये 4 जरूरी काम नई दिल्ली साल के आखरी महीने, यानी दिसंबर में आपको कई जरूरी काम निपटाने हैं। अगर आपने अब तक इनकम टैक्स रिटर्न फाइल नहीं किया है तो 31 दिसंबर तक कर दें। वहीं EPFO ने इस महीने के आखिर तक PF खाताधारकों को नॉमिनी जोड़ने को कहा है। हम ऐसे ही 4 काम आपको बता रहे हैं जो आपको इस महीने करने हैं। इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करें वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 31 दिसंबर तक इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करना है। टैक्स एक्सपर्ट के मुताबिक, समय रहते ITR फाइल करने से न केवल पेनल्टी से बचाव होता है, बल्कि इसके और भी कई फायदे हैं। निर्धारित तारीख के भीतर ITR दाखिल नहीं करने पर आपको जुर्माना चुकाना पड़ सकता है। इसके अलावा नोटिस आने का डर भी नहीं रहता। अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें PF खाताधारकों को नॉमिनी जोड़ना एम्प्लॉई प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन यानी EPFO ने सभी PF खाताधारकों को नॉमिनी जोड़ने के लिए कहा है। EPFO ने नॉमिनी जोड़ने की डेडलाइन 31 दिसंबर 2021 तय की है। अगर 31 दिसंबर तक आपने अपने PF अकाउंट में नॉमिनी ऐड नहीं किया तो आपको कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ा सकता है। यह काम EPFO की साइट पर जाकर ऑनलाइन ही किया जा सकता है। नॉमिनेशन करने से EPF सदस्य की मृत्यु होने पर आसानी से PF का पैसा, एम्प्लॉई पेंशन स्कीम (EPS) और एम्प्लॉई डिपॉजिट लिंक्ड इंश्योरेंस स्कीम (EDLI) का फायदा पाने में मदद मिलती है। यह नॉमिनी को ऑनलाइन क्लेम फाइल करने की भी सुविधा देता है। अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें कम ब्याज पर होम लोन के लिए अप्लाई बैंक ऑफ बड़ौदा ने त्योहारी सीजन में होम लोन ब्याज दर को घटाकर 6.50% कर दिया है। नई ब्याज दर का फायदा नए लोन के अलावा दूसरे बैंक से ट्रांसफर होकर आए होम लोन पर भी मिलेगा। इस ऑफर का फायदा 31 दिसंबर तक मिलेगा। ऐसे में अगर आप होम लोन लेने का प्लान बना रहे हैं तो 31 दिसंबर तक अप्लाई करने पर इस ऑफर का फायदा ले सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें ऑडिट रिपोर्ट फाइल करना बिजनेस से जुड़े वो लोग जिनकी सालाना कमाई 10 करोड़ रुपए से ज्यादा है, उन्हें इनकम टैक्स रिटर्न के साथ ही एक ऑडिट रिपोर्ट भी फाइल करनी होती है। आर्किटेक्ट, इंजीनियर, डॉक्टर, फिल्म एक्टर, वकील, टेक्नीशियंस जैसे प्रोफेशनल्स को तो 50 लाख रुपए से ज्यादा इनकम पर ही ऑडिट रिपोर्ट दाखिल करनी होती है। वित्त वर्ष 2020-21 के लिए ऑडिट फाइल करने की डेडलाइन भी 31 दिसंबर ही है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/coronavirus/news/omicron-coronavirus-variant-outbreak-india-live-updates-14-dec-mumbai-delhi-bhopal-indore-kerala-rajasthan-haryana-129208163.html,"कोरोना देश-दुनिया में: ब्रिटेन ने दक्षिण अफ्रीका समेत 11 देशों को अपने ट्रैवल रेड लिस्ट से हटाया, आज से लागू होंगे नए नियम","कोरोना देश-दुनिया में:ब्रिटेन ने दक्षिण अफ्रीका समेत 11 देशों को अपने ट्रैवल रेड लिस्ट से हटाया, आज से लागू होंगे नए नियम कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से एक मरीज की मौत के बाद ब्रिटेन ने ट्रैवल बैन को लेकर बड़ा फैसला किया है। हेल्थ सेक्रेटरी साजिद जाविद ने मंगलवार को बताया कि बुधवार यानी 15 दिसंबर से ब्रिटेन 11 देशों पर लगाए गए ट्रैवल बैन को हटा लेगा। यानी इन देशों के नागरिकों को ब्रिटेन आने पर क्वारैंटाइन में नहीं रहना होगा। जाविद ने बताया कि दुनियाभर में ओमिक्रॉन के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। हालांकि ट्रैवल बैन जैसे नियम ओमिक्रॉन को रोकने में असफल साबित हो रहे हैं। ऐसे में इन नियमों को वापस लेने का फैसला किया गया है। नए ट्रैवल नियम 15 दिसंबर सुबह 4 बजे से लागू हो जाएंगे। ब्रिटेन रेड लिस्ट से जिन 11 देशों को हटाएगा उनमें अंगोला, बोत्सवाना, एसवंतिनी, लेसोथो, मलावी, मोजाम्बिक, नामीबिया, नाइजीरिया, दक्षिण अफ्रीका, जाम्बिया और जिम्बाब्वे शामिल हैं। फाइजर का दावा- हमारी कोरोना टैबलेट 90% प्रभावी, ओमिक्रॉन पर भी होगा इसका असर अमेरिकी ड्रग निर्माता कंपनी फाइजर ने मंगलवार को कहा कि उनकी एंटीवायरल कोविड दवा कोरोना के खिलाफ 90% प्रभावी है। इस दवा से हाई रिस्क पेशेंट्स को मौत या अस्पताल में भर्ती होने से बचाया जा सकता है। लैब डेटा के मुताबिक, यह दवा कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट पर भी कारगर साबित हुई है। फाइजर ने पिछले महीने बताया था कि यह मेडिसिन अस्पताल में भर्ती होने या मौतों को रोकने में करीब 89% प्रभावी थी। यह आंकड़े करीब 1200 लोगों पर दवा के परीक्षण के बाद जारी किए गए थे। हालांकि, मंगलवार को जारी किए गए नए आंकड़ों में 1000 और लोगों को शामिल किया गया था। महाराष्ट्र में एक ही दिन में ओमिक्रॉन के 8 नए केस मिले; इनमें 7 मुंबई के कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन भारत में भी तेजी से फैलता हुआ दिख रहा है। मंगलवार सुबह दिल्ली में 4 नए केस मिलने के बाद शाम को महाराष्ट्र में भी इसके 8 नए मामले सामने आए हैं। आज संक्रमित हुए 8 में से 7 मरीज मुंबई से और एक वसई-विरार से है। खास बात यह है कि इनमें से कोई विदेश नहीं गया है। इस तरह देशभर में नए वैरिएंट के केस बढ़कर 61 हो गए हैं। आज संक्रमित हुए 8 मरीजों में से एक राजस्थान का रहने वाला है। इसके अलावा एक बेंगलुरु और एक ने दिल्ली की यात्रा की थी। आज संक्रमित हुए 8 में से 2 मरीज हॉस्पिटल में और छह होम आइसोलेशन में हैं। इनके संपर्क में आने वाले लोगों को ट्रैक कर लिया गया है। संक्रमित हुए 8 में से 7 लोगों ने वैक्सीन ली हुई थी। पढ़ें पूरी खबर... WHO की चेतावनी- अस्पताल कमर कस लें, ओमिक्रॉन से मौतों के मामले बढ़ सकते हैं, मरीजों की संख्या भी बढ़ेगी कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी दी है। WHO ने कहा है कि ओमिक्रॉन डेल्टा से भी ज्यादा तेजी से फैल रहा है। इससे अस्पतालों को तैयार रहने की जरूरत है। संगठन ने ये भी बताया है कि नया वैरिएंट कितना जानलेवा होगा, इस पर अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन इससे मौतों के मामले बढ़ सकते हैं। ऐसे में अस्पतालों को विशेष तैयारी करने की जरूरत है। चीन में ओमिक्रॉन का दूसरा केस मिला; 67 साल का संक्रमित नवंबर में विदेश से लौटा था चीन के गुआंगझाउ प्रांत में ओमिक्रॉन का दूसरा केस मिला है। इससे पहले चीन में ओमिक्रॉन के एक केस मिलने की पुष्टि की जा चुकी है। चीनी मीडिया के मुताबिक, संक्रमित शख्स की उम्र 67 साल है, जो नवंबर में विदेश से लौटा था। यह शख्स पिछले हफ्ते क्वारैंटाइन में रहने के बाद गुआंगझाउ प्रांत पहुंचा। यहां हुए कोविड टेस्ट में वह पॉजिटिव पाया गया। चीन में ओमिक्रॉन का पहला केस उत्तरी तियानजिन शहर में मिला था। यह संक्रमित भी विदेश से लौटा था। अदार पूनावाला ने कहा- देश में 6 महीने के भीतर मिलेगी बच्चों की वैक्सीन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने 6 महीने में देश में बच्चों के लिए नोवावैक्स कोविड वैक्सीन लॉन्च करने की योजना बनाई है। SII के CEO अदर पूनावाला ने मंगलवार को कहा कि ने 3 साल और उससे अधिक उम्र के बच्चों पर नोवावैक्स वैक्सीन का ट्रॉयल हुआ। इस ट्रायल में अच्छे नतीजे सामने आए हैं। अदार ने यह बात कांफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री की वर्चुअल कांफ्रेंस के दौरान कही। भारतीय एक्स्पर्ट्स की राय- बूस्टर डोज लगाने में जल्दबाजी की जरूरत नहीं भारत के मेडिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि दुनियाभर में जो तस्वीर सामने आ रही है उसके मुताबिक, ओमिक्रॉन हल्का इंफेक्शन ही फैला रहा है। इसके बावजूद साइंटिफिक एडवाइजरी ग्रुप ऐसे लोगों को वैक्सीन का तीसरा या बूस्टर डोज देने के बारे में चर्चा कर रहा है, जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर है या जो हाई रिस्क पर हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के एपिडेमोलॉजी एंड कम्युनिकेबल डिसीज के हेड समीरन पांडा ने बताया कि तीसरा डोज भी ओमिक्रॉन के संक्रमण को नहीं रोक सकता है। ये वैक्सीन इंफेक्शन को रोकती नहीं हैं, ये सिर्फ इंफेक्शन की गंभीरता को कम करती है। ऐसे में अगर लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित होंगे भी तो उन्हें हल्की बीमारी ही होगी। ऐसे में इस बात में कोई वजन नहीं है कि वैक्सीन के कम प्रभावी होने के कारण कोरोना संक्रमण होता है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/omicron-coronavirus-variant-outbreak-india-maharashtra-have-28-cases-129209117.html,"दिल्ली के बाद महाराष्ट्र में भी ओमिक्रॉन ब्लास्ट: एक ही दिन में 8 नए केस मिले; 7 सिर्फ मुंबई के, इनमें से कोई विदेश नहीं गया","दिल्ली के बाद महाराष्ट्र में भी ओमिक्रॉन ब्लास्ट:एक ही दिन में 8 नए केस मिले; 7 सिर्फ मुंबई के, इनमें से कोई विदेश नहीं गया मुंबई कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन भारत में भी तेजी से फैलता दिख रहा है। मंगलवार सुबह दिल्ली में 4 नए केस मिलने के बाद शाम को महाराष्ट्र में भी इसके 8 नए मामले सामने आए हैं। आज संक्रमित हुए 8 में से 7 मरीज मुंबई से और एक वसई-विरार से है। खास बात यह है कि इनमें से कोई भी विदेश नहीं गया था। अब देशभर में नए वैरिएंट के केस बढ़कर 61 हो गए हैं। 8 में से 7 ने वैक्सीन ली हुई थी आज संक्रमित हुए 8 मरीजों में से एक राजस्थान का रहने वाला है। इसके अलावा एक बेंगलुरु और एक ने दिल्ली की यात्रा की थी। आज संक्रमित हुए 8 में से 2 मरीज हॉस्पिटल में और छह होम आइसोलेशन में हैं। इनके कॉन्टैक्ट में आने वाले लोगों को ट्रैक कर लिया गया है। संक्रमित हुए 8 में से 7 लोगों ने वैक्सीन ली हुई थी। 8 मरीजों में से 3 महिलाएं और 5 पुरुष सभी के सैंपल दिसंबर के पहले हफ्ते में लिए गए थे। आज संक्रमित हुए 8 मरीजों में से 3 महिलाएं और 5 पुरुष हैं। इनकी उम्र 24 से 41 साल के बीच है। इनमें से तीन एसिम्प्टोमेटिक और पांच में मामूली लक्षण हैं। मुंबई में सबसे ज्यादा 10 केस नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र में अब तक 28 लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें मुंबई में 12, पिंपरी चिंचवाड़ा में 10, पुणे में 2 वहीं कल्याण-डोंबीवली, नागपुर, लातूर और वसई विरार में एक-एक मरीज सामने आए हैं। महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति राज्य में मंगलवार को 684 नए मामलों की पुष्टि हुई और 24 लोगों की संक्रमण से जान चली गई। महाराष्ट्र में अब तक 66,45,136 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं और इनमें से 64,93,688 ठीक हो चुके हैं। 1,41,288 मरीजों की मौत हुई है। इस समय राज्य में 6481 मरीजों का इलाज चल रहा है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/entertainment/bollywood/news/jacqueline-fernandez-received-helicopter-porsche-car-from-sukesh-chandrasekhar-129208492.html,"जैकलीन को हेलिकॉप्टर गिफ्ट: 200 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग केस के आरोपी सुकेश ने दिया था मिनी चॉपर, जैकलीन ने लौटाया","जैकलीन को हेलिकॉप्टर गिफ्ट:200 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग केस के आरोपी सुकेश ने दिया था मिनी चॉपर, जैकलीन ने लौटाया मुंबई 200 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग केस के आरोपी सुकेश चंद्रशेखर ने फिल्म एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडिस का भरोसा जीतने के लिए उन्हें करोड़ों के तोहफे दिए थे। इस बात का खुलासा ED ने अपनी चार्जशीट में किया है। चार्जशीट के मुताबिक सुकेश ने जैकलीन को मिनी चॉपर भी दिया था, लेकिन एक्ट्रेस ने वह चॉपर लौटा दिया था। यह चार्जशीट ED ने जैकलीन से 30 अगस्त और 20 अक्टूबर को हुई पूछताछ के बाद फाइल की है। भाई, बहन और मां पर भी लुटाए पैसे सुकेश ने जैकलीन को गुची के 3 डिजाइनर बैग, जिम वियर, एक जोड़ी लुई वीटन के जूते, दो जोड़ी हीरे की ईयररिंग्स और माणिक का एक ब्रेसलेट, दो हेमीज ब्रेसलेट, 15 जोड़ी ईयररिंग्स, 5 बर्किन बैग्स दिए थे। इतना ही नहीं, जैकलीन की मां को पोर्शे कार दी थी। यूएस में रहने वाली बहन जेराल्डिन को BMW और 1.8 लाख डॉलर भेजे थे। वहीं ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले उनके भाई को 15 लाख रुपए भेजे थे। जैकलीन ने कहा था कि उनकी बहन ने 1.5 लाख डॉलर का लोन सुकेश से लिया था। 52 लाख का घोड़ा भी दिया था गिफ्ट में इससे पहले यह भी जानकारी सामने आई थी कि चंद्रशेखर ने एक्ट्रेस को गोल्ड और डायमंड ज्वेलरी, इम्पोर्टेड क्रॉकरी दी थीं। इनके अलावा 52 लाख रुपए का एक घोड़ा और 9-9 लाख की चार पर्शियन कैट भी गिफ्ट की थीं। जैकलीन के लिए सुकेश ने कई चार्टर्ड फ्लाइट्स बुक की थीं। ED सूत्रों के मुताबिक, चंद्रशेखर ने एक्ट्रेस पर करीब 10 करोड़ रुपए खर्च किए थे। पिंकी ईरानी सिलेक्ट करती थी तोहफे चार्जशीट में यह भी बताया गया है कि सुकेश की सहयोगी पिंकी ईरानी ही जैकलीन को दिए जाने वाले तोहफे सिलेक्ट करती थी। पिंकी को हाल ही में गिरफ्तार किया गया है। पिंकी ने जो खुद को जैकलीन के स्टाफ की एंजेल बताती है, उसने ही चंद्रशेखर को एक्ट्रेस से मिलवाया था। पिंकी ही लग्जरी गिफ्ट्स एक्ट्रेस तक पहुंचाती थी। ED जल्द ही फाइल करेगी सप्लीमेंट्री चार्जशीट चंद्रशेखर ने कहा है कि एक्ट्रेस नोरा फतेही महबूब खान के नाम से बीएमडब्ल्यू खरीदना चाहती थीं। उनकी रिक्वेस्ट पर चेन्नई में बी. मोहन राज को 75 लाख रुपए दिए गए थे। ईडी जल्द ही सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल करेगी, जिसमें ईरानी समेत और भी आरोपियों का नाम हो सकते हैं। 200 करोड़ की ‌वसूली का है मामला यह मामला दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) में सुकेश और अन्य के खिलाफ कथित आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और करीब 200 करोड़ रुपए की जबरन वसूली को लेकर दर्ज FIR पर आधारित है। ED ने छापेमारी के बाद अपने बयान में कहा था, 'सुकेश चंद्रशेखर इस धोखाधड़ी का मास्टरमाइंड है। वह 17 साल की उम्र से अपराध की दुनिया का हिस्सा रहा है।' ईडी ने 24 अगस्त को सुकेश के चेन्नई में सी-फेसिंग बंगले को सीज किया था। उसके बंगले से 82.5 लाख रुपए नगद, 2 किलोग्राम सोना और एक दर्जन से अधिक लग्जरी कारों को जब्त किया गया था। ED प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत जैकलीन का बयान भी दर्ज कर चुकी है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/maharashtra/news/kareena-kapoor-amrita-arora-coronavirus-update-building-sealed-by-bmc-129208459.html,"करीना कपूर की सोसाइटी सील: करीना का दावा- मुझ पर दोष डालना सही नहीं, पार्टी में मौजूद एक बीमार सदस्य ही इसके लिए जिम्मेदार","करीना कपूर की सोसाइटी सील:करीना का दावा- मुझ पर दोष डालना सही नहीं, पार्टी में मौजूद एक बीमार सदस्य ही इसके लिए जिम्मेदार मुंबई BMC के स्वास्थ्य विभाग से जुड़े लोग RT-PCR टेस्ट करने के लिए दोनों एक्ट्रेस के घर पहुंच गए हैं। RT-PCR टेस्ट के बिना कोई बाहर नहीं जा सकेगा 8 दिसंबर को करण की पार्टी के बाद करीना हुईं थी संक्रमित करीना कपूर के गैर जिम्मेदाराना रवैए को लेकर चल रही खबरों के बाद उनके प्रवक्ता ने एक बयान जारी किया है। इस बयान में उन्होंने करण जौहर की पार्टी में शामिल हुए एक सदस्य को कोरोना संक्रमण फैलाने के लिए जिम्मेदार बताया है, जो बीमार था और पार्टी के दौरान खांस रहा था। रिपोर्ट्स के मुताबिक यह सदस्य सोहेल खान की पत्नी और डिजाइनर सीमा खान थीं। सबसे पहले सीमा का ही कोविड टेस्ट हुआ था। प्रवक्ता बोले- करीना को दोष देना सही नहीं करीना के प्रवक्ता ने कहा है- ""करीना पूरे लॉकडाउन के दौरान अपनी जिम्मेदारी निभाती रही हैं। वे हर बार बाहर निकलने पर सावधान रहीं। दुर्भाग्य से, इस बार उन्हें और अमृता अरोड़ा को एक पर्सनल डिनर पार्टी में कोरोना संक्रमण हो गया, जहां कुछ खास दोस्त ही आए थे। यह कोई बड़ी पार्टी नहीं थी, जैसा खबरों में बताया जा रहा है। उस ग्रुप में एक मेम्बर था जो बीमार लग रहा था और खांस रहा था और उसने ही आखिरकार सबको संक्रमित कर दिया। उस मेम्बर को पार्टी में नहीं आना चाहिए था। उसने ही दूसरों को जोखिम में डाला। करीना का टेस्ट रिजल्ट पॉजिटिव आते ही उन्होंने खुद को क्वॉरैंटाइन कर लिया है। वे इस स्थिति से निपटने के लिए जरूरी सावधानियों और प्रोटोकॉल का पालन कर रही हैं। उन पर दोष डालना और यह कहना सही नहीं है कि वह गैर-जिम्मेदार रही हैं। करीना एक जिम्मेदार नागरिक हैं और उन्हें अपनी और परिवार की सुरक्षा की चिंता भी है।"" करीना की बिल्डिंग सील, रहवासियों का हुआ टेस्ट करीना कपूर और अमृता अरोड़ा के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद BMC ने उनकी पूरी इमारत सील कर दी है। BMC की एक टीम उनके आसपास के फ्लैट्स में रहने वाले सभी लोगों की टेस्टिंग भी कर रही है। मंगलवार दोपहर 12 बजे तक 20 से ज्यादा लोगों के सैंपल कलेक्ट किए जा चुके थे। इन सबका RT-PCR टेस्ट कराया गया है। इमारत सील करने पहुंचे BMC के एक अधिकारी ने बताया, 'यह एक प्रिकॉशनरी कदम है, जो सभी के लिए उठाया जाता है। हमने यहां एक बैनर लगाया है और इस पर लिखा है कि यहां एक पॉजिटिव पेशेंट है और यहां आने-जाने के लिए आपको प्रिकॉशनरी कदम उठाने चाहिए। हमने यह भी कहा है कि संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में मत आइए। फिलहाल इस बिल्डिंग को सील कर दिया गया है।' करीना कपूर और अमृता अरोड़ा की इमारतों के बाहर इस तरह के पोस्टर लगाए गए हैं। टेस्ट के बिना रहवासियों के बाहर जाने पर पाबंदी BMC की टीम करीना और अमृता अरोड़ा की बिल्डिंग और इसके आसपास के इलाकों को सैनिटाइज कर चुकी है। BMC की दो टीमें इमारत में रहने वाले लोगों की RT-PCR जांच कर रही हैं। फिलहाल इमारत में रहने वाले किसी भी व्यक्ति को बिना टेस्ट के बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है। करण जौहर के घर पार्टी में गई थीं करीना-अमृता फिल्म कभी खुशी कभी गम के 20 साल पूरे होने पर 8 दिसंबर को एक पार्टी करण जौहर के घर पर ही हुई थी। इसी पार्टी में शामिल लोग संक्रमित हो रहे हैं। करण का RT-PCR टेस्ट सोमवार को कराया गया था, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। आज करण जौहर के घर को भी सैनिटाइज किया जाएगा। बिल्डिंग और इसके आसपास के इलाकों को एक बार सैनिटाइज कर चुकी है BMC की टीम। संजय कपूर की वाइफ को भी हुआ कोरोना इसी पार्टी में शामिल हुई संजय कपूर की पत्नी माहीप कपूर और सोहेल खान की पत्नी सीमा खान में भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। ये दोनों भी करीना और अमृता की अच्छी फ्रेंड हैं। जानकारी के मुताबिक, संक्रमण की सबसे पहले पुष्टि सीमा खान को हुई थी। वे 8 दिसंबर को करण जौहर के घर गेट टुगेदर के लिए गई थीं। इनके अलावा करिश्मा कपूर, मलाइका अरोड़ा, मसाबा गुप्ता भी इसी पार्टी में मौजूद थीं। इनका भी RT-PCR टेस्ट हुआ है। करीना कपूर की बिल्डिंग को सैनिटाइज करता हुआ BMC का कर्मचारी। होम आइसोलेशन में हैं करीना कपूर कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद से एक्ट्रेस करीना कपूर होम आइसोलेशन में हैं। BMC हर दिन एक्ट्रेस का हेल्थ अपडेट ले रही है। घर के सभी मेंबर्स का कोरोना टेस्ट कराया गया है। अच्छी बात यह है कि एक्ट्रेस के परिवार के किसी अन्य सदस्य में कोई लक्षण नहीं मिले हैं। हालांकि, इनकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/srinagar-terrorists-attack-kashmir-igp-vijay-kumar-on-police-bulletproof-vehicle-129208516.html,श्रीनगर हमले से सबक: कश्मीर में अब बुलेटप्रूफ व्हीकल में चलेगी पुलिस; जवानों के हथियार छीनने की फिराक में थे जैश के आतंकी,"श्रीनगर हमले से सबक:कश्मीर में अब बुलेटप्रूफ व्हीकल में चलेगी पुलिस; जवानों के हथियार छीनने की फिराक में थे जैश के आतंकी लेखक: वैभव पलनीटकर श्रीनगर के जेवन में सोमवार शाम पुलिस बस पर हुए आतंकी हमले में शहीद पुलिसकर्मियों को आज राजकीय सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी गई। श्रीनगर के पुलिस हेडक्वार्टर में शहीदों के पार्थिव शवों को रखा गया और पुलिस अफसरों ने उन्हें आखिरी विदाई दी। कश्मीर के IGP विजय कुमार ने हमले के बाद कहा है कि अब से पुलिसकर्मी हमेशा बुलेटप्रूफ व्हीकल में ही ट्रैवल करेंगे। उनके मुताबिक आतंकी पुलिस बल से हथियार छीनने की फिराक में थे। शहीद पुलिसकर्मियों को आज राजकीय सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी गई। हथियार छीनने की फिराक में थे आतंकी विजय कुमार ने बताया कि 13 दिसंबर को पुलिस बस पर हुए हमले में आतंकी हथियार छीनने की फिराक में थे। हमला होते ही पुलिस ने प्रभावी रूप से जवाबी कार्रवाई की। जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर हमले को अंजाम दिया है। हमले में जैश के 3 आतंकियों का हाथ है, इसमें 2 विदेशी और एक स्थानीय आतंकी है। जवाबी कार्रवाई में एक आतंकी घायल हुआ है और खून के निशानों से पता चला है कि वह पंपोर होते हुए त्राल इलाके की तरफ भागा है। एक प्लान के तहत किया गया टेरर अटैक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जिस बस पर हमला हुआ, उसमें आर्म्ड रिजर्व फोर्स की 9वीं बटालियन के 25 पुलिसवाले सवार थे। जेवन के पास शाम को करीब 6 बजे बस पर आतंकियों ने हमला कर दिया। जिस तरह से भारी फायरिंग के साथ ये हमला किया गया उससे लगता है कि ये एक प्लांड टेरर अटैक था। पुलिसवालों को दिए जाएंगे बुलेटप्रूफ व्हीकल IGP विजय कुमार ने बताया- अब पुलिस एक जगह से दूसरी जगह ट्रैवल करते वक्त भारी सतर्कता बरत रही है और अब ऐसे मूवमेंट के लिए उसे बुलेट प्रूफ बस दी जाएगी। हमलावरों ने पहले से ही हमले वाली जगह की रेकी की थी, रोड ओपनिंग पार्टी के हटते ही हमले को अंजाम दिया गया। जैश ने हमले की जिम्मेदारी ले ली है। आतंकी हमले के बाद सवाल उठे थे कि घाटी और खासकर श्रीनगर में इतने सख्त सुरक्षा इंतजामों के बावजूद यह हमला कैसे हो गया। आतंकी कैसे पुलिस बस के करीब पहुंचे, फायरिंग की और भाग खड़े हुए। रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिसकर्मियों के पास हथियार के नाम पर बस डंडा था। दैनिक भास्कर ने इस बारे में जम्मू कश्मीर पुलिस के पूर्व DGP एसपी वेद से बातचीत की। उनके मुताबिक राज्य के पुलिसकर्मी आतंकियों के टारगेट पर हैं, क्योंकि इनका रोल ही सबसे अहम होता है। इनके पास आतंकी गतिविधियों से जुड़ी 90% जानकारी होती है। इसके बावजूद पुलिस पार्टी के मूवमेंट को प्रोटेक्शन क्यों नहीं दी गई, ये समझ से परे है। पूर्व DGP का पूरा बयान पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/char-dham-border-road-sc-verdict-update-big-victory-for-narendra-modi-govt-129208382.html,"चारधाम प्रोजेक्ट को हरी झंडी: सुप्रीम कोर्ट ने दो लेन की सड़क बनाने की मंजूरी दी, चीन सीमा तक सेना की पहुंच आसान होगी","चारधाम प्रोजेक्ट को हरी झंडी:सुप्रीम कोर्ट ने दो लेन की सड़क बनाने की मंजूरी दी, चीन सीमा तक सेना की पहुंच आसान होगी नई दिल्ली सुप्रीम कोर्ट ने चारधाम रोड प्रोजेक्ट के तहत दो लेन की सड़क बनाने को मंजूरी दे दी है। सुप्रीम कोर्ट ने सेनाओं के लिए इसके रणनीतिक महत्व को देखते हुए डबल लेन का रोड बनाने को स्वीकृति दी है। अदालत सरकार के इस तर्क से सहमत हुआ कि इस इलाके में सड़कें सामरिक महत्व रखती हैं। कोर्ट ने कहा कि सीमा सुरक्षा चिंताओं पर ध्यान देने जरूरत है। हाल के दिनों में राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौतियां देखी गई हैं। ऐसे में सैनिकों और हथियारों की आवाजाही आसान होनी चाहिए। कोर्ट ने अपने 8 सिंतबर 2020 के आदेश को संशोधित करते हुए प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। SC ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस एके सीकरी के नेतृत्व में समिति का भी गठन किया, जो यह सुनिश्चित करेगी कि पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर सभी जरूरी उपाय किए जाएं। साथ ही कमेटी की ओर से जो सिफारिशें दी जाएं, उनका पालन हो। इस निगरानी समिति को रक्षा मंत्रालय, सड़क परिवहन मंत्रालय, उत्तराखंड सरकार और सभी जिलाधिकारियों का पूरा सहयोग मिलेगा। सरकार ने कहा- आपदा को रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए प्रोजेक्ट के कारण हिमालयी क्षेत्रों में भूस्खलन की चिंताओं को दूर करने के लिए सरकार की ओर से जवाब दिया गया। सरकार ने कहा कि आपदाओं को रोकने की कोशिशें के तहत सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं। देश के अलग-अलग इलाकों में भूस्खलन हुआ है और इसके लिए केवल सड़क निर्माण जिम्मेदार नहीं है। सैनिकों की सहूलियत के लिए सड़क का बनना जरूरी कुछ दिनों पहले केंद्र ने अदालत में एक सीलबंद लिफाफा दायर किया था। इसमें चीन की तरफ से किए गए कंस्ट्रक्शन की तस्वीरें थीं। सरकार की तरफ से अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कहा- चीन की तरफ से हवाई पट्टी, हेलीपैड, टैंकों, सैनिकों के लिए बिल्डिंग्स और रेलवे लाइनों का निर्माण किया जा रहा है। टैंक, रॉकेट लांचर और तोप ले जाने वाले ट्रकों को इन सड़कों से गुजरना पड़ सकता है, इसलिए सड़क की चौड़ाई 10 मीटर की जानी चाहिए। 1962 के भारत-चीन युद्ध के बारे में अदालत को याद दिलाते हुए वेणुगोपाल ने कहा था कि अदालत यह जानती है कि 1962 में क्या हुआ था। हमें सशस्त्र बलों को स्थिति पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। हमारे सैनिकों को सीमा तक पैदल चलना पड़ा था। क्या है चारधाम प्रोजेक्ट चारधाम प्रोजेक्ट का उद्देश्य सभी मौसम में पहाड़ी राज्य के चार पवित्र स्थलों यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ को जोड़ना है। इस प्रोजेक्ट के पूरा हो जाने के बाद हर मौसम में चारधाम की यात्रा की जा सकेगी। इस प्रोजेक्ट के तहत 900 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण हो रहा है। अभी तक 400 किमी सड़क का चौड़ीकरण किया जा चुका है। एक अनुमान के मुताबिक, अभी तक 25 हजार पेड़ों की कटाई हो चुकी है, जिससे पर्यावरणविद नाराज हैं। सिटिजन फॉर ग्रीन दून नीम के NGO ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के 26 सितंबर 2018 के आदेश के बाद सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। NGO का दावा था कि इस परियोजना से पहाड़ी क्षेत्र में होने वाले नुकसान की भरपाई नहीं की जा सकेगी। ​​​​​",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/business/news/wholesale-inflation-november-2021-food-prices-highest-in-five-months-129208474.html,"महंगाई का नया रिकॉर्ड: 12 साल के हाई पर पहुंची थोक महंगाई, नवंबर में बढ़कर 14.23% हुई","महंगाई का नया रिकॉर्ड:12 साल के हाई पर पहुंची थोक महंगाई, नवंबर में बढ़कर 14.23% हुई थोक महंगाई (WPI इंडेक्स) के मोर्चे पर सरकार को झटका लगा है। नवंबर में थोक महंगाई 14.23% पर पहुंच गई है। इससे पहले अक्टूबर महीने में ये 12.54% पर थी। सितंबर में यह 10.6% थी। इससे पहले सोमवार को कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) आधारित रिटेल महंगाई के आंकड़े जारी किए गए थे। ये नवंबर में बढ़कर 4.91% हो गई। अक्टूबर में यह 4.48% दर्ज की गई थी। महंगाई दर 12 सालों में सबसे ज्यादा न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, थोक महंगाई का ये आंकड़ा 12 साल के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। ईंधन और बिजली की कीमतों में तेज़ी के कारण थोक महंगाई में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। महीने-दर महीने आधार पर महंगाई दर नवंबर में खाने-पीने की चीजों की महंगाई अक्टूबर महीने के 3.06% से बढ़कर 6.70% पर आ गई है। मैन्यूफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स की थोक महंगाई दर अक्टूबर महीने के 11.92% से बढ़कर 12.04% आ गई है। फ्यूल एंड पावर की थोक महंगाई अक्टूबर के 37.18 % से बढ़कर 39.81% पर पहुंच गई है। नवंबर में खाने के तेल की थोक महंगाई दर अक्टूबर के 32.57% से घटकर 23.16% पर आ गई है। अंडे, मांस की थोक महंगाई 1.98% से बढ़कर 9.66% पर आ गई है। प्याज की थोक महंगाई -25.01% से घटकर -30.14% पर आ गई है। आलू की थोक महंगाई -51.32% से बढ़कर -49.54% पर आ गई है। सब्जियों की थोक महंगाई अक्टूबर के 18.49% से बढ़कर 3.91% पर आ गई है। दूध की थोक महंगाई अक्टूबर के 1.68% से बढ़कर 1.81% पर आ गई है। थोक महंगाई दर क्या होती है? होलसेल प्राइस इंडेक्स या थोक मूल्य सूचकांक का मतलब उन कीमतों से होता है, जो थोक बाजार में एक कारोबारी दूसरे कारोबारी से वसूलता है। ये कीमतें थोक में किए गए सौदों से जुड़ी होती हैं। इसकी तुलना में कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) या उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आम ग्राहकों द्वारा दी जाने वाली कीमतों पर आधारित होता है। CPI आधारित महंगाई की दर को रिटेल इंफ्लेशन या खुदरा महंगाई दर कहते हैं। खबरें और भी हैं... नेटफ्लिक्स ने सस्ते किए प्लान: मोबाइल सब्सक्रिप्शन सिर्फ 149 रुपए महीने, टीवी के लिए भी 300 रुपए सस्ता हुआ प्लान बिजनेस फ्रेंचाइजी से कमाई: 2 लाख रुपए के निवेश में ओपन करें अमूल की फेंचाइजी, हो सकती है लाखों रुपए की कमाई; जानें पूरी डीटेल बिजनेस बजट डिमांड- 2022: एम्फी की मांग; लिस्टेड डेट सिक्युरिटीज और डेट फंड पर हो समान टैक्स बिजनेस देश में बढ़ी महंगाई: रिटेल महंगाई दर नवंबर में बढ़कर 4.91% हुई, अक्टूबर में ये 4.48% थी बिजनेस",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/jammu-kashmir-srinagar-terror-attack-on-police-bus-updates-129206082.html,"श्रीनगर में आतंकी हमले में 3 पुलिसकर्मी शहीद, 12 घायल: बाइक से आए आतंकियों ने पुलिस बस पर तीन तरफ से अंधाधुंध फायरिंग की; जैश ने ली जिम्मेदारी","श्रीनगर में आतंकी हमले में 3 पुलिसकर्मी शहीद, 12 घायल:बाइक से आए आतंकियों ने पुलिस बस पर तीन तरफ से अंधाधुंध फायरिंग की; जैश ने ली जिम्मेदारी श्रीनगर लेखक: मुदस्सिर कुल्लू जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में सोमवार शाम आतंकवादियों ने पुलिस बस पर हमला कर दिया। फायरिंग में 2 पुलिसकर्मी शहीद हो गए जबकि 1 पुलिसकर्मी मंगलवार सुबह शहीद हुआ। 11 पुलिसवाले घायल हैं। हमले के कुछ घंटों बाद आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने इसकी जिम्मेदारी ले ली। कश्मीर के IG विजय कुमार ने बताया कि 25 पुलिसकर्मियों को लेकर जा रही बस पर 2-3 आतंकियों ने तीन तरफ से हमला किया। हमले में 14 पुलिसकर्मी घायल हो गए। इनमें से 3 शहीद हो गए। 11 खतरे से बाहर हैं। जैश-ए-मोहम्मद के ग्रुप कश्मीर टाइगर्स ने हमले को अंजाम दिया है। नाकाबंदी कर चला रहे सर्च ऑपरेशन हमला श्रीनगर के जेवन इलाके के खोनमोह रोड के पंथा चौक में हुआ। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इंडियन रिजर्व पुलिस की 9वीं बटालियन की बस पर आतंकवादियों ने फायरिंग की। इलाके की नाकाबंदी कर दी गई है और सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। PM ने जाहिर किया दुख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकी वारदात पर दुख जाहिर किया है। उन्होंने फौरन हमले की रिपोर्ट मांगी है और घायलों के जल्द स्वस्थ्य होने की प्रार्थना की है। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भी हमले की निंदा की है। पुलिसकर्मियों के पास नहीं थे हथियार पुलिसकर्मियों की जिस बस पर हमला हुआ है, वो बुलेटप्रूफ नहीं थी। ज्यादातर पुलिसकर्मियों के पास शील्ड और लाठियां ही थीं। बहुत कम पुलिसवालों के पास हथियार थे। आतंकियों ने बस को रोकने के लिए टायर पर फायरिंग की। इसके बाद बस पर 2 तरफ से ताबड़तोड़ फायरिंग की गई। हमले में शामिल हो सकते हैं 2 आतंकी जम्मू कश्मीर के DGP दिलबाग सिंह ने बताया कि श्रीनगर और आसपास के इलाकों में आतंकियों की हलचल बढ़ी है। इसके बाद हमने शहर में 3-4 कामयाब ऑपरेशन चलाए हैं। आज भी हमने 2 आतंकियों को मार गिराया है। जो बस जा रही थी, उसमें जवान सिटी से लौट रहे थे। बस पर दो तरफ से फायरिंग हुई, इससे पता चलता है कि कम से कम 2 आतंकी हमले में शामिल रहे होंगे। इस मामले में जल्द कार्रवाई की जाएगी। पूर्व DGP बोले- बिना सुरक्षा मूवमेंट बड़ी चूक जम्मू कश्मीर पुलिस के पूर्व DGP एसपी वेद ने दैनिक भास्कर से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि कश्मीर में जब भी किसी पुलिस टुकड़ी की मूवमेंट होती है तो एरिया डॉमिनेशन कर सुरक्षा की जाती है। जहां हमला हुआ है, वहां CRPF, BSF, ITBP और JKP के कैंप हैं। उन्होंने कहा कि हमले वाले इलाके में आमतौर पर भारी पुलिस बल तैनात रहता है, लेकिन आज की घटना समझ से परे है। ये सुरक्षा में बड़ी चूक लग रही है। पुलिस पार्टी मूवमेंट में हथियार होने चाहिए, लेकिन खबरें हैं कि ज्यादातर पुलिसकर्मियों के पास हथियार नहीं थे। मूवमेंट के वक्त प्रोटेक्शन पार्टी भी होनी चाहिए। यह इलाका रिहायशी है। इसमें सुरक्षाबलों का मूवमेंट होता रहता है। हो सकता है कि आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया हो। इन पुलिसकर्मियों को बनाया निशाना 1. एएसआई गुलाम हसन 2. कॉन्स्टेबल सज्जाद अहमद 3. कॉन्स्टेबल रमीज अहमद 4. कॉन्स्टेबल बिशम्भर दास 5. सेलेक्शन ग्रेड कॉन्स्टेबल संजय कुमार 6. सेलेक्शन ग्रेड कॉन्स्टेबल विकास शर्मा 7. कॉन्स्टेबल अब्दुल मजीद 8. कॉन्स्टेबल मुदस्सिर अहमद 9. कॉन्स्टेबल रविकांत 10. कॉन्स्टेबल शौकत अली 11. कॉन्स्टेबल अरशीद मोहम्मद 12. कॉन्स्टेबल शफीक अली 13. कॉन्स्टेबल सतवीर शर्मा 14. कॉन्स्टेबल आदिल अली महबूबा बोलीं- यहां कुछ भी ठीक नहीं, उमर अब्दुल्ला ने दुख जताया राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि श्रीनगर में हुए हमले में मारे गए पुलिसकर्मियों के बारे में सुनकर दुख हुआ। केंद्र सरकार कश्मीर के हालात सामान्य होने का कितना भी दावा कर ले, लेकिन सच यह है कि यहां के हालात खराब हैं। दुख में डूबे परिवारों के साथ मेरी सांत्वना है। पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस लीडर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि श्रीनगर के बाहरी इलाके में पुलिस की बस पर हमले की दुखद खबर सुनी। मैं इस घटना की निंदा करता हूं और हमले में मरने वाले सैनिकों के परिवार के साथ हूं। जो पुलिसकर्मी इस घटना में घायल हुए हैं, उनके जल्द ठीक होने की दुआ करता हूं। आतंकियों ने सबसे पहले बस के टायरों पर गोली मारकर उसे पंचर किया। आतंकियों ने बस के रुकते ही दोनों तरफ से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। श्रीनगर में पुलिसकर्मियों पर हुई फायरिंग के बाद बस में हर तरफ खून के छींटे बिखर गए। गोली लगने के बाद खिड़की के पास बैठे पुलिसकर्मी का खून बाहर की तरफ टपकने लगा। आतंकी हमले के बाद घटनास्थल पर तैनात सिक्योरिटी फोर्स के जवान। तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। हमले के बाद इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आने-जाने वाले हर व्यक्ति की तलाशी ली जा रही है। आतंकियों ने पुलिस बस पर घात लगाकर हमला किया, जिससे उन्हें संभलने का मौका तक नहीं मिला।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/srinagar-terror-attack-expert-said-to-wipe-out-terrorism-in-valley-jammu-kashmir-police-played-a-key-role-129206196.html,श्रीनगर हमले में शहीदों की संख्या 3 हुई: आतंकियों की 90% खबर रखने वाली पुलिस हमेशा निशाने पर; फिर भी मूवमेंट को प्रोटेक्शन नहीं,"श्रीनगर हमले में शहीदों की संख्या 3 हुई:आतंकियों की 90% खबर रखने वाली पुलिस हमेशा निशाने पर; फिर भी मूवमेंट को प्रोटेक्शन नहीं श्रीनगर लेखक: वैभव पलनीटकर सोमवार शाम श्रीनगर के जेवन इलाके में पुलिस की बस पर आतंकी हमला हुआ। इस हमले में दो पुलिसकर्मी मौके पर ही शहीद हो गए, जबकि एक ने मंगलवार की सुबह दम तोड़ दिया। हमले में 11 जवान घायल हुए हैं। इस घटना के बाद यह सवाल उठना लाजिमी है कि घाटी और खासकर श्रीनगर में इतने सख्त सुरक्षा इंतजामों के बावजूद यह हमला कैसे हो गया। आतंकी कैसे पुलिस बस के करीब पहुंचे, फायरिंग की और भाग खड़े हुए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिसकर्मियों के पास हथियार के नाम पर बस डंडा था। दैनिक भास्कर ने इस बारे में जम्मू कश्मीर पुलिस के पूर्व DGP एसपी वेद से बातचीत की। वेद के मुताबिक, राज्य के पुलिसकर्मी आतंकियों के टारगेट पर हैं, क्योंकि इनका रोल ही सबसे अहम होता है। इनके पास आतंकी गतिविधियों से जुड़ी 90% जानकारी होती है। इसके बावजूद पुलिस पार्टी के मूवमेंट को प्रोटेक्शन क्यों नहीं दी गई, ये समझ से परे है। जानिए, पूर्व DGP ने और क्या कहा। आतंकी हमले की पूरी खबर यहां पढ़ें: कश्मीर में बड़ा आतंकी हमला:श्रीनगर में पुलिस बस पर आतंकवादियों ने फायरिंग की, 2 पुलिसकर्मी शहीद, 12 घायल प्रोटेक्शन पार्टी साथ क्यों नहीं थी? आतंकियों ने पुलिस की इसी बस पर हमला किया। यह बुलेट प्रूफ भी नहीं थी। वेद कहते हैं- कश्मीर में जब भी किसी पुलिस पार्टी की मूवमेंट होती है तो एरिया डॉमिनेशन के जरिए इसकी सुरक्षा की तैयारी की जाती है। जहां हमला हुआ है वहां CRPF, BSF, ITBP, JKP के भी कैंप हैं। आमतौर पर यहां पुलिस की भारी तैनाती रहती है। सोमवार को क्या हुआ, ये समझ से परे है, लेकिन यहां यकीनन बड़ी चूक दिखती है। इस तरह के पुलिस पार्टी मूवमेंट में वेपन (हथियार) होना चाहिए, लेकिन खबरें हैं कि ज्यादातर पुलिसकर्मियों के पास हथियार नहीं थे। आतंकियों ने बस के टायर पर फायरिंग कर उसे पंक्चर किया, फिर बस पर गोलियां बरसाईं। वेद आगे कहते हैं- मूवमेंट के वक्त प्रोटेक्शन पार्टी होनी ही चाहिए। ये वही इलाका है जहां से सिक्योरिटी फोर्सेज की मूवमेंट होती रहती है। हो सकता है कि आतंकियों ने बसों की मूवमेंट पर नजर रखी हो और तैयारी के साथ हमला किया हो। जिस इलाके में हमला हुआ है वो रिहायशी इलाका भी है। पुलिस क्यों निशाने पर? वेद के मुताबिक- सर्दियों में आमतौर पर आतंकी गतिविधियां कम हो जाया करती थीं, लेकिन आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद उल्टा हो रहा है। हाल के दिनों में जम्मू कश्मीर पुलिस पर हमले बढ़े हैं। पुलिसकर्मियों के परिवारों को ही आतंकवाद की सबसे ज्यादा कीमत अदा करनी पड़ रही है। पूर्व DGP कहते हैं- अब जबकि पुलिस पर लगातार हमले बढ़ रहे हैं तो पुलिस पार्टी मूवमेंट में ज्यादा एहतियात बरतने की जरूरत है। आतंकी हमले के बाद बस में पुलिस जवानों का खून बिखरा हुआ था। पाकिस्तान को पता है कि जम्मू कश्मीर में आतंकवाद को खत्म करने में सबसे अहम रोल पुलिस का है। इसलिए आतंकी पुलिस को ही निशाना बना रहे हैं। आतंकी गतिविधियों से जुड़ी 90% जानकारी जम्मू पुलिस के पास ही आती है, इसकी वजह ये है कि पुलिसकर्मी ही आम लोगों के बीच ज्यादा रहते हैं।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/business/news/budget-2022-budget-amfi-demand-listed-debt-securities-and-debt-funds-should-be-taxed-equally-129208260.html,बजट डिमांड- 2022: एम्फी की मांग; लिस्टेड डेट सिक्युरिटीज और डेट फंड पर हो समान टैक्स,"बजट डिमांड- 2022:एम्फी की मांग; लिस्टेड डेट सिक्युरिटीज और डेट फंड पर हो समान टैक्स नई दिल्ली म्यूचुअल फंड कंपनियों के संगठन एम्फी ने अगले साल पेश होने वाले आम बजट के लिए सरकार को कुछ सुझाव दिए हैं। लिस्टेड डेट सिक्युरिटीज और डेट फंड्स पर समान टैक्स की व्यवस्था इसमें शामिल है। एम्फी यह भी चाहता है कि डेट लिंक्ड सेविग्स स्कीम्स (DLSS) शुरू की जाएं। इससे बॉन्ड मार्केट को सपोर्ट मिलेगा। म्यूचुअल फंड पर लगने वाले टैक्स को एक जैसा करने की मांग एम्फी ने वित्त मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय से लिस्टेड डेट सिक्योरिटीज और बॉन्ड से संबंधित म्यूचुअल फंड पर लगने वाले टैक्स में एकरूपता लाने की मांग की है। लिस्टेड डेट सिक्योरिटीज में सीधे निवेश पर लॉन्गटर्म कैपिटल गेन के लिए होल्डिंग अवधि को भी संतुलित करने की मांग की गई है। इसके अलावा एम्फी ने बीमा कंपनियों की यूनिट-लिंक्ड निवेश योजनाओं (ULIPs) में किए गए निवेश की निकासी पर लगने वाले टैक्स के संदर्भ में भी समरूपता का सुझाव दिया है। यह म्यूचुअल और यूलिप के बीच समानता लाने के लिए जरूरी है। एम्फी की प्रमुख मांगें लिस्टेड डेड सिक्युरिटीज और डेट फंड पर समान टैक्स व्यवस्था म्यूचुअल फंड से पूंजीगत लाभ और यूलिप से आय पर समान टैक्स डेट लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (डीएलएसएस) की शुरुआत। सभी म्यूचुअल फंड्स को पेंशन-ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड स्कीम्स लॉन्च करने की अनुमति। म्यूचुअल फंड यूनिट्स को स्पेसिफाइड लॉन्ग-टर्म एसेट्स के तौर पर अधिसूचित किया जाए, ताकि एलटीसी पर छूट के हकदार हो सकें। बीमा कंपनियों को फंड मैनेजमेंट एक्टिविटीज पंजीकृत एएमसी से आउटसोर्स करने की अनुमति। पीएसयू को फंड का निवेश म्यूचुअल फंड में करने की इजाजत। एक म्यूचुअल फंड स्कीम से दूसरी म्यूचुअल फंड स्कीम में यूनिट स्विच करने पर लगने वाले टैक्स को तर्कसंगत बनाना।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/varanasi/news/at-dashashwamedh-ghat-in-varanasi-9-archakas-and-21-god-girls-will-worship-11-thousand-lamps-will-be-lit-129205985.html,"काशी में शिव दिवाली: देर रात मोदी फिर पहुंचे विश्वनाथ मंदिर, विवेकानंद क्रूज से दशाश्वमेघ घाट पर देखी गंगा आरती","काशी में शिव दिवाली:देर रात मोदी फिर पहुंचे विश्वनाथ मंदिर, विवेकानंद क्रूज से दशाश्वमेघ घाट पर देखी गंगा आरती वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण किया। लोकार्पण के बाद PM मोदी गंगा आरती देखने के लिए दशाश्वमेध घाट पहुंचे। इसके लिए विवेकानंद क्रूज का इंतजाम किया गया था। उनके साथ क्रूज पर UP के CM योगी आदित्यनाथ, हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्‌टर, मध्य प्रदेश के CM शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा भी मौजूद थे। सोमवार रात को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ विश्वनाथ मंदिर परिसर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। मोदी ने वाराणसी की सड़कों पर पैदल घूमकर विकास कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने कई जगह अधिकारियों को निर्देश भी दिए। इससे पहले PM मोदी ने रविदास घाट पर संत रविदास की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। मोदी ललिता घाट से अलकनंदा क्रूज के जरिए रविदास घाट पहुंचे थे। यहां से वे विवेकानंद क्रूज में सवार होकर दशाश्वमेध घाट पहुंचे। गंगा सेवा निधि द्वारा दशाश्वमेध घाट पर होने वाली गंगा की आरती बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ को समर्पित थी। माता गंगा और भगवान शिव का सानिध्य श्रद्धालुओं को एक साथ देखने को मिला। गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने बताया कि मां गंगा की आरती में 9 अर्चक और 21 देव कन्याएं उतार रही हैं। इसी क्रूज पर सवार होकर PM मोदी गंगा आरती देखने पहुंचे। PM मोदी के साथ CM योगी रहे। 12 राज्यों के CM को आमंत्रण दिया गया था। दशाश्वमेध घाट की तरफ बढ़ता PM मोदी का क्रूज। गंगा आरती में दशाश्वमेध घाट को भव्य रूप से फूल मालाओं से सजाया गया था। दशाश्वमेध घाट रोशनी से जगमग रहा। इसके साथ ही 11 हजार दीये दशाश्वमेध घाट पर जलाए गए। कुछ घाटों पर लेजर लाइट शो भी आयोजित किया गया। दीयों और लाइटिंग से जगमगाते काशी के अर्धचंद्राकार गंगा घाट। काशी में सोमवार को शिव दिवाली मनाई गई। घाटों को झालरों से सजाया गया। काशी में शिव दिवाली पर नजारा देव दीपावली सा रहा। घाटों को दीपों से जगमग किया गया। दशाश्वमेध घाट पर गंगा की महाआरती का नजारा। आम दिनों में आरती 7 अर्चक करते हैं, लेकिन सोमवार को 9 अर्चक सहित रिद्धि-सिद्धि के रूप में 21 देव कन्याओं ने आरती की। PM मोदी और MP के CM शिवराज सिंह चौहान आपस में चर्चा करते हुए। PM मोदी के साथ मध्य प्रदेश के CM शिवराज सिंह चौहान और हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्टर ने भी गंगा आरती देखी। गंगा आरती देख हाथ जोड़ कर मंत्रमुग्ध PM मोदी।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/today-history-aaj-ka-itihas-14-december-norwegian-roald-amundsen-first-person-to-reach-south-pole-129208014.html,"आज का इतिहास: 16 कुत्तों के साथ अंटार्कटिका पर पहली बार पड़े थे किसी इंसान के कदम, नॉर्वे के एमंडसन ने रचा था इतिहास","आज का इतिहास:16 कुत्तों के साथ अंटार्कटिका पर पहली बार पड़े थे किसी इंसान के कदम, नॉर्वे के एमंडसन ने रचा था इतिहास आज ही के दिन नॉर्वे के रोआल्ड एमंडसन पृथ्वी के साउथ पोल पहुंचने वाले दुनिया के पहले शख्स बने थे। इसे अंटार्कटिका भी कहते हैं। रोआल्ड एमंडसन और उनकी टीम 14 दिसंबर 1911 को साउथ पोल पर पहुंची थी और वहां पहुंचकर नॉर्वे का झंडा फहराया था। साउथ पोल की यात्रा पर निकली एमंडसन की टीम में 3 पुरुष और 52 कुत्ते भी शामिल थे, लेकिन अंटार्कटिका पहुंचने तक सिर्फ 16 डॉग्स ही बचे थे। बाकी डॉग्स को खा लिया गया था। एमंडसन की टीम 19 अक्टूबर 1911 को अंटार्कटिका के लिए निकली थी और करीब दो महीने की यात्रा के बाद वहां पहुंची। एमंडसन के बाद 1 नवंबर 1911 को नॉर्वे के ही रॉबर्ट स्कॉट की टीम भी साउथ पोल की तरफ निकली, लेकिन, उनकी टीम जब 17 जनवरी 1912 को यहां पहुंची तो उन्हें पता चला कि एमंडसन पहले ही यहां पहुंच चुके हैं। साउथ पोल से लौटते समय स्कॉट की मौत हो गई। रोआल्ड एमंडसन 14 दिसंबर 1911 को साउथ पोल पर पहुंचने वाले पहले व्यक्ति बने थे। 18 जून 1928 में नॉर्थ पोल से लौट रहा एक विमान लापता हो गया। इसमें 55 साल के रोआल्ड एमंडसन भी थे। उस विमान का आज तक कोई पता नहीं नहीं चला। माना जाता है कि उसी विमान हादसे में एमंडसन की मौत हो गई। 2003 में भी एमंडसन और उस विमान में सवार लोगों के शव ढूंढने की कोशिश की गई, लेकिन ये कोशिश असफल साबित हुई। बॉलीवुड के 'शोमैन' राज कपूर का जन्म बॉलीवुड के शोमैन राज कपूर की आज 97वीं बर्थ एनिवर्सरी है। राज कपूर का जन्म 14 दिसंबर 1924 को पेशावर (पाकिस्तान) में हुआ था और उन्होंने महज 11 साल की उम्र में ही फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था। 1935 में आई फिल्म इंकलाब में राज कपूर ने बतौर बाल कलाकार काम किया था। राज कपूर ने अपनी पहली फिल्म को महज 24 साल की उम्र में प्रोड्यूस और डायरेक्ट किया था। निर्माता और निर्देशक के रूप में उनकी पहली फिल्म 'आग' थी, जो 1948 में आई थी, लेकिन राज कपूर को असली पहचान मिली 1951 में आई फिल्म 'आवारा' से। राज कपूर का जन्म 14 दिसंबर 1924 को पेशावर में हुआ था। इस फिल्म में राज कपूर ने खुद को चार्ली चैपलिन की ट्रैंप (आवारा) इमेज में ढालकर पेश किया। उस समय वो 26 साल के थे। राजकपूर पर फिल्माया गया 'आवारा हूं' गीत आज भी सुपरहिट है। कहा जाता है कि चीन के कम्युनिस्ट नेता माओ त्से तुंग का ये पसंदीदा गीत था। 1970 में राज कपूर अपना ड्रीम प्रोजेक्ट फिल्म 'मेरा नाम जोकर' लेकर आए थे। ये हिंदी सिनेमा की पहली ऐसी फिल्म थी, जिसमें एक नहीं, बल्कि दो इंटरवल थे। इस फिल्म पर राज कपूर ने 6 साल का वक्त लगाया, फिर भी ये फ्लॉप हो गई। राज कपूर को 1971 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। 1987 में हिंदी सिनेमा में उनके योगदान के लिए बाबा साहेब फाल्के अवॉर्ड से नवाजा गया। आवारा फिल्म में उनकी परफॉर्मेंस को टाइम मैग्जीन ने टॉप-10 परफॉर्मेंस में शामिल किया है। राज कपूर कई सालों से अस्थमा से जूझ रहे थे और 2 जून 1988 को 64 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। 14 दिसंबर के दिन को और किन-किन महत्वपूर्ण राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं के लिए याद किया जाता है… 2008 : भारत ने अर्जेंटीना के खिलाफ अंडर-21 हॉकी टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच 4-4 से ड्रॉ खेला। 2007 : उत्तर और दक्षिण कोरिया के मध्य 50 वर्ष बाद रेल सेवा दोबारा शुरू की गई। 2007 : बाली समझौते के प्रारूप से विवादित प्रावधान अलग किए गए। 2003 : मैक्सिको के मेरिदा में पहले भ्रष्टाचार निरोधक समझौते पर 73 देशों ने हस्ताक्षर किए। 2003 : अमेरिकी गठबंधन सैनिकों ने इराक के पूर्व राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन को तिकरित में गिरफ्तार किया। 2002 : पाकिस्तान ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर नेत्रहीनों का विश्वकप जीता। 2000 : जॉर्ज वॉकर बुश अमेरिका के 43 वें राष्ट्रपति निर्वाचित। 1998 : 23वें काहिरा अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में तमिल फिल्म ‘टेररिस्ट’ में सर्वश्रेष्ठ भूमिका के लिए आयशा धारकर को ज्यूरी का सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार प्रदान किया गया। 1997 : ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन में कटौती के लिए विश्व के सभी देश सहमत। 1995 : बोस्निया, सर्बिया और क्रोएशिया के नेताओं ने पेरिस में डेटन संधि पर हस्ताक्षर करके साढ़े तीन साल से जारी बाल्कन युद्ध को समाप्त किया था। 1983 : जनरल हुसैन मोहम्मद इरशाद ने खुद को बांग्लादेश का राष्ट्रपति घोषित किया। 1982 : ब्रिटिश उपनिवेश जिब्राल्टर एवं स्पेन के बीच स्थित विशाल ग्रीन गेट 13 वर्षों के बाद पुन: खोला गया। 1946 : डॉ. राजेन्द्र प्रसाद भारत की संविधान सभा के अध्यक्ष निर्वाचित हुए। 1922 : यूनाइटेड किंगडम में आम चुनाव। 1921 : एनी बेसेंट को बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय ने 'डॉक्टर ऑफ लेटर्स' की उपाधि दी।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/india-4th-most-powerful-country-in-asia-china-loses-ground-129203437.html,"कोविड ने बदले हालात: एशियन पावर इंडेक्स रिपोर्ट में दावा; भारत-चीन की ताकत घटी, अमेरिका का प्रभाव तेजी से बढ़ा","कोविड ने बदले हालात:एशियन पावर इंडेक्स रिपोर्ट में दावा; भारत-चीन की ताकत घटी, अमेरिका का प्रभाव तेजी से बढ़ा सिडनी कोविड महामारी की वजह से एशिया की दो बड़ी ताकतों भारत और चीन का हिंद और प्रशांत महासागर में असर कम हुआ है। यह दावा ऑस्ट्रेलिया के लोवी इंस्टीट्यूट ने अपनी रिपोर्ट में किया है। इसके मुताबिक, भारत और चीन का बाहरी दुनिया और अपने क्षेत्र में प्रभाव कम हुआ, जबकि अमेरिका ने बेहतरीन डिप्लोमैसी के जरिए अपनी पकड़ मजबूत की है। उसका इस क्षेत्र के देशों पर प्रभाव बढ़ा है। क्या है रिपोर्ट में लोवी इंस्टीट्यूट ने एशियन पॉवर इंडेक्स 2021 टाइटिल से रिपोर्ट जारी की है। इसमें चीन को लेकर अहम टिप्पणी है। रिपोर्ट में कहा गया है- महामारी के बाद चीन फंसा हुआ है। कूटनीति और आर्थिक मोर्चे पर उसे अलग-थलग किया गया है। यही उसके पिछड़ने की वजह है। भारत इस क्षेत्र की चौथी बड़ी ताकत है। यहां पहले से अमेरिका, जापान और चीन मौजूद हैं। वो विकास की उस रफ्तार को नहीं पकड़ पाया है जो महामारी के पहले थी। एक साल में उसका भी कूटनीतिक और आर्थिक प्रभाव कम हुआ है। हालांकि, भारत पहले भी चौथे स्थान पर था और आज भी वहीं है। ड्रैगन ने बाइडेन की डेमोक्रेसी समिट की निंदा की; अमेरिकी लोकतंत्र को भ्रष्ट बताया अमेरिका ने रफ्तार पकड़ी एशियाई ताकतों के तगड़े वजूद के बावजूद हिंद और प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी प्रभाव फिर तेजी से बढ़ा है। इसकी वजह जो बाइडेन एडमिनिस्ट्रेशन की मजबूत डिप्लोमैसी है। अमेरिका ने महामारी से उबरने के बाद तेज रिकवरी की है। आर्थिक तौर पर भी रफ्तार पकड़ चुका है। डोनाल्ड ट्रम्प के दौर में यह काम मुश्किल नजर आ रहा था। इंडेक्स के आठ में से छह पॉइंट्स में अमेरिका ही सबसे ज्यादा मजबूत है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत अब भी अमेरिका पर बहुत ज्यादा निर्भर नहीं है। इसके बावजूद वो चीन को मिलिट्री और स्ट्रैटेजिक लिहाज से कड़ी चुनौती पेश कर रहा है और उसके बराबर खड़े होने की कोशिश कर रहा है। ड्रैगन की आंख की किरकिरी थे रावत; बौखलाए चीन ने कहा था- हमें उकसाओ मत जंग का खतरा रिपोर्ट में आगे कहा गया- इस क्षेत्र में कई ऐसी बातें है जो सिक्योरिटी से जुड़ी हैं और इस मामले में तय कुछ भी नहीं है। लिहाजा, यहां कुछ हद तक जंग का खतरा है। अमेरिका को चीन से चुनौती मिल रही है। भारत और जापान पर महामारी का असर ज्यादा हुआ है। भारत को जितना रिकवर करना चाहिए था, उतना वो कर नहीं पाया। चीन की बराबरी करने में उसे दशक भी लग सकते हैं। जापान के पास रिर्सोसेज कम थे, इसके बावजूद उसने इनका बेहतरीन इस्तेमाल किया।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/indian-girl-harnaaz-kaur-sandhu-wins-70th-crown-of-miss-universe-2021-mother-gynecologist-129205326.html,गुरदासपुर के गांव से मिस यूनिवर्स तक का सफर: 1400 की आबादी वाले पिंड की हरनाज महज 50 दिन की थीं जब लारा ने पहना था ताज,"गुरदासपुर के गांव से मिस यूनिवर्स तक का सफर:1400 की आबादी वाले पिंड की हरनाज महज 50 दिन की थीं जब लारा ने पहना था ताज चंडीगढ़एक दिन पहलेलेखक: प्रियंक द्विवेदी हरनाज कौर चंडीगढ़ से ग्रेजुएशन करने के बाद इन दिनों मास्टर्स की पढ़ाई पूरी कर रही हैं। मिस यूनिवर्स 2021 हरनाज कौर संधू आज दुनिया के लिए वो नाम बन गई हैं, जो इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। पंजाब में गुरदासपुर जिले के छोटे से गांव, कोहाली में जन्मी हरनाज कौर का मिस यूनिवर्स के क्राउन तक का सफर बेहद खास और प्रेरणा से ओतप्रोत रहा है। भारत को इससे पहले अंतिम बार मिस यूनिवर्स का खिताब 12 मई 2000 को मिला था। तब भारत की लारा दत्ता विश्व सुंदरी बनी थीं। उस समय हरनाज कौर महज 50 दिन की थीं। अब 21 साल बाद, 21 साल की हरनाज संधू ने फिर से भारत को यह ताज दिलवाया है। हरनाज कौर गुरदासपुर जिले के जिस कोहाली गांव में पैदा हुईं, उसकी आबादी सिर्फ 1393 है। इतने छोटे से गांव से निकलकर पूरी दुनिया पर छा जाना अपने आप में एक खास अहसास है, जिसे सिर्फ हरनाज ही महसूस कर सकती हैं। 2017 में कॉलेज में एक शो के दौरान उन्होंने पहली स्टेज परफॉर्मेंस दी। उसके बाद ही मिस यूनिवर्स तक पहुंचने का सफर शुरू हो गया था। मिस इंडिया 2019 के फिनाले तक पहुंची हरनाज कौर संधू मिस इंडिया 2019 के फिनाले तक पहुंची थीं और अब उन्होंने मिस यूनिवर्स का 70वां क्राउन जीता। वे मिस यूनिवर्स-2021 बनी हैं। 21 साल की हरलीन कौर ने 21 साल बाद भारत को क्राउन दिलाया है। इससे पहले, साल 1994 में सुष्मिता सेन और 2000 में लारा दत्ता ने यह खिताब जीता था। ऐसे में भारत ने तीसरी बार क्राउन जीता। मिस यूनिवर्स 2021 का फिनाले 12 दिसंबर को इजराइल में हुआ। बॉलीवुड एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला भी कॉन्टेस्ट के जज पैनल में शामिल रहीं। हरनाज का मानना है कि सभी को अपने मन का खाना खाना चाहिए, लेकिन वर्कआउट नहीं छोड़ना चाहिए। वे अपनी पसंद की हर चीज खाती हैं। फिल्मों में काम कर चुकी हरनाज हरनाज कौर ने बतौर मॉडल करियर की शुरुआत की थी। वे पढ़ाई करने के साथ-साथ एक्टिंग भी करती हैं। वे कई फिल्मों में काम कर चुकी हैं। ‘यारा दियां पू बारां’ और ‘बाई जी कुट्टांगे’ फिल्मों में उन्हें देखा जा सकता है। हालांकि, वे जज बनना चाहती हैं और अभी पढ़ाई जारी है। स्कूल में हरनाज के दुबलेपन का मजाक भी बनाया जाता था। इस वजह से कुछ समय के लिए वे डिप्रेशन में रहीं, लेकिन परिवार ने हमेशा उन्हें सपोर्ट किया। कई खिताब जीत चुकी हरनाज मिस यूनिवर्स बनने से पहले हरनाज कई खिताब अपने नाम कर चुकी हैं। हरनाज ने साल 2017 में टाइम्स फ्रेश फेस मिस चंडीगढ़, साल 2018 में मिस मैक्स इमर्जिंग स्टार, साल 2019 में फेमिना मिस इंडिया पंजाब जीता और अब साल 2021 में मिस यूनिवर्स इंडिया का टाइटल जीतकर परिवार और देश का सम्मान बढ़ाया है। हाल ही में कॉलेज के सालाना पुरस्कार वितरण समारोह में हरनाज को दीवा ऑफ कॉलेज अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। हरनाज को भारतीय परिधान पहनना, घुड़सवारी, तैराकी, एक्टिंग, डांसिंग और घूमने का बेहद शौक है। वे फ्री होती हैं तो इन्हीं शौक को पूरा करती हैं। ऐसे की मिस यूनिवर्स की तैयारी पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स कर रही हरनाज संधू ने बताया कि वह योगा और मेडिटेशन बहुत करती हैं। उनके मिस यूनिवर्स बनने में भी इन दोनों का बड़ा रोल रहा। मेंटल हेल्थ के बारे सजग रहकर ही वह इस मुकाम तक पहुंच पाईं। हरनाज ने 79 देशों की सुंदरियों को पीछे छोड़ते हुए मिस यूनिवर्स का ताज पहना। मिस यूनिवर्स की रनर अप मिस पराग्वे नाडिया फेरेरा और सेकेंड रनर अप मिस साउथ अफ्रीका लालेला मस्वाने रहीं। किसानों के मुद्दे पर बोल चुकी हरनाज हरनाज खुद बेशक चंडीगढ़ से रहती हों, मगर उनका परिवार खेती-बाड़ी से जुड़ा रहा है। देश में चल रहे किसानों के मसले पर पिछली बार चंडीगढ़ आई हरनाज ने कहा था कि अगर सरकार और किसान बात करके इस मसले को सुलझा लेते हैं तो यह सबसे बेहतर विकल्प होगा।",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-rare-variety-of-tea-in-assam-sold-for-rs-1-lakh-per-kilogram-guwahati-tea-auction-centre-22295423.html,"असम: इस खास चायपत्ती की कीमत है एक लाख रुपये प्रति किलोग्राम, बोलो- खरीदोगे","गुवाहाटी, एएनआइ। नए दिन की शुरुआत कराने वाली चाय की चुस्की... से गरीब-अमीर सब अच्छी तरह से परिचित हैं। लेकिन इस चुस्की की कीमत लाख रुपये भी हो सकती है... यह हैरान कर देने वाला है। जी हां, गुवाहाटी के नीलामी घर में मंगलवार को असम में पैदा होने वाले इस खास मनोहारी गोल्ड टी (Manohari Gold Tea) का एक किलोग्राम एक लाख रुपये की कीमत में बिका। यह जानकारी बिद्यानंंद बारकाकोटी ( Bidyananda Barkakoty) ने दी। वे नार्थ इस्टर्न टी असोसिएशन (NETA) के सलाहकार हैं। खास तरह की चाय है मनोहारी गोल्ड उन्होंने बताया, 'मनोहारी गोल्ड एक बहुत ही खास चाय है। इस चाय की पैदावार करने वाले सबसे अलग हैं। CTC टी के साथ ही हमने कुछ अलग तरह की चायपत्ती जैसे व्हाइट टी, ग्रीन टी, येलो टी बनाना शुरू कर दिया। खास तरह की चाय की डिमांड आती है जैसे व्हाइट टी (white tea), उलांग टी (oolong tea), ग्रीन टी (green tea), येलो टी (yellow tea)। इसलिए हम इस तरह के चायों का उ त्पादन बढ़ाने की योजना बना रहे हैं।' मनोहरी टी एस्टेट के मालिक राजन लोहिया ने कहा, हम इस प्रकार की प्रीमियम क्वालिटी वाली स्पेशल चाय के लिए खास उपभोक्ताओं और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों द्वारा मांग के आधार पर चाय का निर्माण करते हैं। पहली बार 2018 में तोड़ा था रिकार्ड 2020 में गुवाहाटी के इसी नीलामी घर में 75,000 प्रति किलोग्राम इसी चाय की बिक्री हुई थी। 2019 में 50,000 रुपये प्रति किलो की कीमत पर बिकने वाली इस मनोहारी गोल्ड टी ने पहली बार 2018 में सारे रिकार्ड तोड़ दिए और 39,001 रुपये में एक किलो की बिक्री हुई।",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-zero-cost-based-natural-farming-will-be-successful-in-doubling-the-income-of-farmers-jagran-special-22295833.html,शून्य लागत आधारित प्राकृतिक खेती से किसानों की आय दोगुनी करने में मिलेगी सफलता,"अजय शुक्ला। यह विरले क्षण ही होते हैं, जब कोई प्रधानमंत्री किसी सरकारी/ राजनीतिक कार्यक्रम के बीच में देश की सबसे निचली, किंतु अहम पंक्ति में खड़े अपने देशवासियों को न्योता देने लगे। यह संभव है जब प्रधानमंत्री जैसे सर्वोच्च पद पर बैठा व्यक्ति उसी पंक्ति से उठकर खड़ा हुआ जननायक हो। पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में सरयू नहर परियोजना के लोकार्पण कार्यक्रम में जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 16 दिसंबर को गुजरात के आणंद में होने जा रहे शून्य लागत आधारित प्राकृतिक खेती संबंधी एक बड़े कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता दिया तो उनके चेहरे और मन के भाव पढ़ने वाले थे। वे किसी नवोन्मेषी छात्र की तरह उत्साहित थे। गत माह प्रधानमंत्री ने जब तीनों कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा की थी तो एक और अहम वादे के साथ नई राह पर चलने का एलान भी किया था। तब इस पर किसी ने अधिक ध्यान नहीं दिया, किंतु प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए आमंत्रण से स्पष्ट है कि किसानों की आय दोगुनी करने के साथ ही कई अन्य लक्ष्यों के संधान के लिए केंद्र सरकार शून्य लागत आधारित प्राकृतिक खेती को बड़े हथियार के रूप में प्रयोग करने जा रही है। आणंद में देश भर से कृषि, कृषि विज्ञानी और कृषि आधारित अर्थव्यवस्था के विशेषज्ञों का बड़ा जमावड़ा होने जा रहा है। यहां किसानों की खुशहाली का नया रास्ता निकालने पर मंथन और प्रशिक्षण कार्यक्रम होना है। प्रमुख रूप से चर्चा देश भर में शून्य लागत आधारित प्राकृतिक खेती पर होनी है। शून्य लागत आधारित प्राकृतिक खेती छोटे किसानों के लिए एक बहु समस्या उन्मूलक तकनीक है। यह तकनीक जटिल नहीं है। आसान है। सभी किसानों की पहुंच में है। विशेष बात है कि यह किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कृषि उत्पादों के दाम बढ़ाने के बजाय खेती की लागत शून्य करने वाली है। उत्पादन भी बेहतर मात्र और गुणवत्ता में होता है। महाराष्ट्र के कृषक, विज्ञानी और संत पद्मश्री सुभाष पालेकर ने इस तकनीक पर काफी काम किया है। उन्हें भारत में इस तकनीक का प्रणोता और प्रशिक्षक माना जाता है। पिछले कई वर्षो से वह यह प्रयोग कर रहे हैं। उन्होंने इसके लिए मूलत: देसी गाय के गोमूत्र, देसी गाय के ही ताजा गोबर, गुड़, गन्ने के रस या फलों के सड़े हुए गूदे और पानी के मिश्रण सहित कुछ सहज उपलब्ध अवयवों को वैज्ञानिक पद्धति से मिलाकर एक घोल तैयार किया। इसे जीवामृत नाम दिया गया है। इसी तरह बीजामृत का भी फामरूला तैयार किया गया है। अलग-अलग पारिस्थिकी तंत्र के अनुकूल फसलों के लिए कुछ इसी प्रकार के सहायक फामरूले भी तैयार किए गए हैं। खेती ही नहीं बागवानी में भी यह सहायक है। देश के दक्षिण-पश्चिमी राज्यों ने इस तकनीक पर अमल कर खेती के क्षेत्र में क्रांति की एक नई गाथा लिखी है। उत्तर भारतीय राज्यों में भी इस तकनीक पर काम शुरू हुआ है, लेकिन अभी यह प्रारंभिक चरण में है। लोकभारती संगठन की पहल से यहां तीन-चार वर्षो में जो प्रयास हुए हैं उससे हजारों की संख्या में किसानों का प्रशिक्षण हुआ है। स्वयं पालेकर इसका प्रशिक्षण दे चुके हैं और बड़ी संख्या में प्रयोग के तौर पर मध्य उत्तर प्रदेश में किसान इस तकनीक पर आधारित खेती कर रहे हैं। संप्रति गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल रहते हुए शून्य लागत आधारित प्राकृतिक खेती पर काफी काम किया। सबसे पहले तो उन्होंने राजभवन के उद्यान में ही इसका प्रयोग किया। बाद में अन्य कृषकों को भी इस तकनीक में दक्ष बनाया। महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और केरल में इस तकनीक को राज्य के संरक्षण में फलने-फूलने का मौका मिला और परिणाम उत्साहजनक मिले हैं। महाराष्ट्र में सुभाष पालेकर ने अपने स्तर पर प्रयोग किए। कुछ लोगों को जोड़ा। कर्नाटक में किसान संगठनों ने उन्हें अपने साथ विशेषज्ञ के तौर पर जोड़कर काम किया। केरल ने उनसे प्रेरणा लेकर करीब 25 हजार हेक्टेयर भूमि पर ‘सुभिक्षम सुरक्षितम-भारतीय प्राकृतिक कृषि पद्धति’ से शून्य लागत आधारित खेती शुरू की है, जिसे कई चरणों में विस्तार मिल रहा है। आंध्र प्रदेश ने इस पर नियोजित ढंग से प्रयास किया है। आंध्र सरकार ने सुभाष पालेकर को बतौर सलाहकार जोड़कर पहले इसे पायलट परियोजना के रूप में शुरू किया है। मात्रत्मक और गुणात्मक उत्पादन देखकर इसे विस्तार दिया है। अब 2024 तक पूरे राज्य की कृषि को रासायनिक उर्वरक और कीटनाशक मुक्त बनाने का संकल्प लिया है। संयुक्त राष्ट्र ने शून्य लागत आधारित प्राकृतिक खेती के इस माडल की सराहना की है। सुभाष पालेकर ने शून्य लागत आधारित प्राकृतिक खेती को आध्यात्मिक खेती की भी संज्ञा दी है। कारण, खेती की इस पद्धति में प्राकृतिक परिस्थितियों में खेती की जाती है। बाहर से कुछ खरीदने या खेत में डालने की जरूरत नहीं। जीवामृत के द्वारा केवल फसल चक्र के लिए हितैषी जीवाणुओं के अनुकूल वातावरण तैयार किया जाता है, जो वर्षो से रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से नष्ट होते जा रहे हैं। पालेकर का मानना है कि यह जीवाणु ही सूर्य की ऊष्मा और जमीन की नमी से फसल के लिए आवश्यक पोषक तत्व मृदा से निकालकर उन्हें जड़ों और तने तक पहुंचाते हैं। यह खेती थोड़े बदलावों के साथ पूरे देश की जलवायु के लिए लाभकारी है। इसमें गोपालन की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रधानमंत्री मोदी वार्षिक बजट में भी शून्य लागत आधारित खेती को बढ़ावा देने की बात कह चुके हैं। यदि केंद्र के साथ उत्तर भारत की सरकारें भी कृषि की इस विधा को संरक्षण प्रदान करती हैं और नियोजित प्रयास करती हैं तो न केवल किसानों की आय दोगुनी करने में सफलता मिलेगी, बल्कि पर्यावरण सुरक्षा, कम खर्चीली खेती होने के साथ गोपालन का काम भी लाभकारी बन सकता है। कृषि कानूनों की वापसी के बाद प्रधानमंत्री जिस प्रकार किसानों की आय दोगुनी करने के दूसरे प्रयासों के साथ नई शुरुआत के प्रति उत्साहित हैं, उसमें 16 दिसंबर को होने वाला यह आयोजन मील का पत्थर साबित हो सकता है। प्राकृतिक खेती कई मानवीय-प्राकृतिक व्याधियों का एक साथ निराकरण करती है। गत कुछ वर्षो और विशेषकर कोरोना-पश्चात की परिस्थितियों ने यह बता दिया है कि हम प्रकृति के लिए अपनी अराजक गतिविधियों से परेशानी खड़ी करेंगे तो हम स्वयं भी अछूते नहीं रह सकते। इसलिए प्रकृति और मानव के संबंधों को पुनर्परिभाषित करने के साथ उसी अनुरूप वातावरण तैयार करने की आवश्यकता है। हम वायु और जल प्रदूषण की चर्चा तो करते हैं, लेकिन धरती के बाह्य आवरण के विषैले होने की उतनी चर्चा नहीं होती। हरित क्रांति के दौरान कृषि यंत्रों और रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से उत्पादन तो बढ़ा, लेकिन इसने धरती की कृषि योग्य उपजाऊ परत को विषैला कर दिया। इस विष ने न केवल खेतों से मित्र कीटों और जीवाणुओं को नष्ट किया, बल्कि वर्षा ऋतु में यह विष बारिश के पानी के साथ बहकर बरसाती नालों और सहायक नदियों को दूषित करता है, जहां से यह गंगा-यमुना जैसी बड़ी नदियों को प्रदूषित करता है। यानी यह जल प्रदूषण या नदी प्रदूषण का बड़ा कारण बनता है। कृषि यंत्रों के प्रयोग से गोवंश की उपयोगिता पर चोट पहुंची है। लोग केवल दूध भर के लिए गोपालन करने लगे, जबकि उसकी अन्य उपयोगिताओं का दोहन नहीं हो सका या जो होता था उस पर विराम लग गया। रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से उत्पादित वस्तुएं भी विषैली होने से अछूती नहीं रहीं। बीज, खाद, पानी की लागत बढ़ने और बाजार की उपेक्षा से किसान ऋण के जाल में फंसकर आत्महत्या तक कर रहे हैं। शून्य लागत प्राकृतिक खेती इन कई सारी समस्याओं के समाधान की ओर ले जाती है। इस पद्धति से खेती में प्रयोग होने वाली सभी आवश्यकताओं की पूर्ति प्रकृति करती है और बाजार से एक भी चीज नहीं खरीदनी पड़ती। यहां तक कि बीज भी। प्राकृतिक खेती की अवधारणा इस मान्यता और प्रयोग पर आधारित है कि फसल के लिए कार्बन डाई आक्साइड, नाइट्रोजन, पानी और सौर ऊर्जा की आवश्यकता होती है और ये सब प्रकृति के भंडार से सहज उपलब्ध हैं। आवश्यकता केवल खेत में उस वातावरण के निर्माण की है जिससे इन चारों प्राकृतिक अवयवों का संयोजन किया जा सके। शुरुआत में यह आशंका व्यक्त की गई थी कि प्राकृतिक खेती से उत्पादन कम मिलता है। यह कुछ हद तक सही है, लेकिन पूर्ण रूप से नहीं। उदाहरण के लिए सीतापुर की बिसवां तहसील के किसान अशोक गुप्ता बताते हैं कि पिछले पांच वर्षो से आठ एकड़ भूमि पर प्राकृतिक खेती कर अश्वगंधा, शतावर, कैमोगिल (ग्रीन टी) जैसे औषधीय पौधों के अलावा प्याज, लहसुन, चना, धनिया उगाते हैं। इस पद्धति से उगाई फसल के रसायनमुक्त, स्वाद और स्वास्थ्यवर्धक होने के कारण दोगुने से अधिक दाम मिलते हैं, जबकि लागत के नाम पर केवल श्रम और कुछ भी नहीं। लखनऊ में केंद्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान (सीमैप) में औषधीय फसलें हाथोंहाथ बिक जाती हैं। इस पद्धति में पानी भी साधारण की अपेक्षा 10 प्रतिशत मिलता है। जीवामृत के प्रयोग से धीरे-धीरे खेत में मित्र कीटों और जीवाणुओं की मात्र बढ़ती है जो मृदा में शिराओं का निर्माण करते हैं जिससे वर्षाजल शोषित होकर भूमि में पहुंचता और इसकी नमी से फसल को जीवन मिलता है। उत्तर प्रदेश में शून्य लागत प्राकृतिक खेती के प्रचार-प्रसार और प्रशिक्षण के क्षेत्र में कार्यरत संगठन लोकभारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बृजेंद्र पाल सिंह बताते हैं कि उन्होंने पांच-छह वर्षो से प्राकृतिक खेती पर काम करना शुरू किया। तब से उनकी आर्थिक स्थिति सुधरी है। शून्य लागत आधारित खेती पर चर्चा से इन किसानों की आशाओं-आकांक्षाओं को नई उमंग मिली है। इससे किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य भी पूरा होगा।",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-social-distancing-on-a-decline-even-as-omicron-cases-emerge-22295832.html,"ओमिक्रोन वैरिएंट का नहीं है लोगों में डर, बढ़ते मामलों के बीच शारीरिक दूरी के अनुपालन में कोताही","मुंबई, पीटीआइ। देश में पिछले 10 दिन के भीतर कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के 50 से अधिक मामले मिल चुके हैं। इसके बावजूद भी भारत में लोग इसको लेकर सतर्क नहीं हैं। लोकलसर्किल्स द्वारा किए गए एक सर्वे में यह बात सामने आई है कि ‘सोशल वैक्सीन’ के रूप में शारीरिक दूरी के अनुपालन में लापरवाही बरत रहे हैं। यह सर्वे इस बात का पता लगाने के लिए किया था कि क्या ओमिक्रोन के बाद लोग सजग हुए हैं। आनलाइन प्लेटफार्म लोकलसर्किल ने मंगलवार को एक विज्ञप्ति में कहा कि दुनिया भर के वैज्ञानिकों और महामारी विज्ञानियों ने ओमिक्रोन को बड़ा खतरा बताया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे वैरिएंट आफ कंसर्न के रूप में वर्गीकृत किया है। दक्षिण अफ्रीका में पहली बार पहचाने गए कोरोना वायरस के पहले मामले के कुछ ही हफ्तों में ओमिक्रोन दुनिया भर के 60 से अधिक देशों में पहुंच गया है। इसके अलावा, प्रारंभिक शोध से पता चला है कि अब तक दिए गए 90 प्रतिशत एस्ट्राजेनेका के टीके ओमिक्रोन वैरिएंट से शून्य सुरक्षा प्रदान करती है। इसमें कहा गया है कि फिलहाल शोध के नतिजों का इंतजार किया जा रहा है कि क्या कोविशील्ड या एस्ट्राजेनेका की तीसरी खुराक ओमिक्रोन के खिलाफ प्रतिरक्षा प्रदान कर सकती है। इस सर्वे के नतीजे कहते हैं कि देश में टीका लगवा चुके लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और रोजाना आने वाले संक्रमण के मामले 10,000 से नीचे आ गए हैं। ऐेसी स्थिति में लोग सामाजिक दूरी को लेकर कोताही बरतने लगे हैं। इसके उलट महामारी से बचाव का एकमात्र और पक्का उपाय मास्क पहनना और सामाजिक दूरी का अनुपालन करना ही है। सर्वेक्षण में देश के 303 जिलों के 25,000 से अधिक नागरिकों की प्रतिक्रियाएं मिलीं। सर्वेक्षण में लोगों से पूछा कि उनके शहर / जिले / क्षेत्र के लोग अब सामाजिक दूरियों के मानदंडों का पालन कैसे कर रहे हैं। 83 फीसद नागरिकों ने कहा कि उनके क्षेत्र में सामाजिक दूरी का अनुपालन शून्य है। केवल 11 फीसद लोगों ने कहा कि 30-60 प्रतिशत लोग ही सामाजिक दूरी का पालन कर रहे हैं, जबकि 2 प्रतिशत का कहना था कि 60-90 प्रतिशत लोग इन दिशानिर्देशों का अनुपालन कर रहे हैं।",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-harnaaz-kaur-sandhu-easy-going-personality-won-the-country-the-title-of-miss-universe-after-twenty-one-years-jagran-special-22295766.html,हरनाज कौर संधू के सहज-सधे व्यक्तित्व ने 21 साल बाद देश को मिस यूनिवर्स का खिताब दिलाया,"डा. मोनिका शर्मा। मिस यूनिवर्स-2021 का खिताब अपने नाम करने वाली हरनाज कौर संधू सुंदर चेहरा भर नहीं है, देश का प्रतिनिधित्व करने वाली एक बेटी भी है। ऊर्जा और आत्मविश्वास से भरी एक बेटी की यह उपलब्धि देश के हर नागरिक के लिए गर्व की बात है। चाहे ग्लैमर की दुनिया से जुड़ी प्रतियोगिता में विजेता बनने के बाद सिर पर सजा ताज हो या तकनीक और खेल के संसार में मिली पहचान, हर जीत अपने देश के आंगन में मिली समझ, सहयोग और मार्गदर्शन का संदेश लिए होती है। हरनाज ने 79 देशों की प्रतिभागियों को पीछे छोड़ते हुए सर्वश्रेष्ठ तीन प्रतिभागियों में जगह बनाने के बाद दक्षिण अफ्रीका की ललेला मसवाने और पराग्वे की नादिया फरेरा को पीछे छोड़ते हुए यह खिताब जीता है। इजरायल के इलियट में आयोजित 70वीं मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में भारत की हरनाज ने यह जीत देश के नाम की है। उनके मुस्कुराते चेहरे और सहज-सधे व्यक्तित्व ने इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में 21 साल बाद हमारे देश को जीत दिलाई है। हरनाज से पहले दो भारतीय महिलाओं ने मिस यूनिवर्स का ताज हासिल किया है। इससे पहले अभिनेत्री सुष्मिता सेन और लारा दत्ता ने यह ताज पहनकर देश का मान बढ़ाया था। साल 2000 में लारा दत्ता और 1994 में सुष्मिता सेन ने मिस यूनिवर्स का ताज देश के नाम किया था। विचारणीय है कि ऐसी प्रतियोगिताओं में जीत दर्ज करने वाले चेहरे एक संपूर्ण व्यक्तित्व के तौर पर देखे जाते हैं। यही वजह है कि उनसे पूछे गए सवालों के जवाबों से लेकर उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि तक सब कुछ चर्चा का विषय बन जाता है। विशेषकर युवाओं की सोच को उनके विचार और व्यक्तित्व से जुड़ी बातें खूब प्रभावित करती हैं। हरनाज द्वारा दिए गए एक सवाल के जवाब की भी खूब चर्चा हो रही है। प्रतियोगिता के आखिरी चरण में सभी प्रतिभागियों से पूछा गया था कि ‘आज के समय में दबाव का सामना कर रहीं उन युवा महिलाओं को वह क्या सलाह देना चाहेंगी जिससे वे उसका सामना कर सकें?’ इस प्रश्न के जवाब ने उनकी जीत पक्की की। हरनाज ने पूरे आत्मविश्वास से कहा कि ‘आज के युवा के सामने सबसे बड़ा दबाव खुद पर यकीन करने को लेकर है। यह जानना कि आप सबसे अलग हैं आपको खूबसूरत बनाता है। खुद की लोगों से तुलना करना बंद करें। उन चीजों के बारे में बात करें, जो दुनिया में हो रही हैं और ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। खुद के लिए आवाज उठाइए, क्योंकि आप ही अपने जीवन के नेतृत्वकर्ता हैं, आप ही आपकी आवाज हैं। मैंने खुद पर यकीन किया और आज यहां खड़ी हूं।’ हरनाज ने उत्तर में औरों से तुलना की सोच से दूर रहते हुए अपना मनोबल बनाए रखने और मुखर होकर अपनी बात कहने की पैरवी की। युवाओं के लिए अपने-आप पर यकीन रखने को जरूरी बताया। कहना गलत नहीं होगा कि आज के दौर में यह अपने सपने साधने और तरक्की की राह पर आगे बढ़ने का मूलमंत्र है। देखने में भी आ रहा है कि हमारे यहां हर क्षेत्र से जुड़ी महिलाएं अब मुखर होकर अपनी बात रख रही हैं। नतीजतन आए दिन देश की बेटियों की उपलब्धियां हमारे सामने आती रहती हैं। कम उम्र में शादी के विरोध से लेकर उच्च शिक्षा जारी रखने के लिए आवाज उठाने और मतदान के लिए घर से निकलने से लेकर आर्थिक आत्मनिर्भरता के मोर्चे तक पर महिलाएं पूरे आत्मविश्वास से अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रही हैं। इतना ही नहीं आज के दौर की महिलाएं अपने परिवेश की बदलती परिस्थितियों, अधिकारों और कर्तव्यों को लेकर भी जागरूक हैं। सुखद है कि ताज हासिल करने के बाद चर्चा में आई भारत की इस बेटी के इन विचारों की पहुंच देश के कोने-कोने में बसी महिलाओं तक पहुंचेगी। फिर उनके बीच भी मुखरता और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने के विषय में चर्चा होगी। आज दुनिया की सबसे ज्यादा युवा आबादी भारत में बसती है। अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में जीत दर्ज कर वैश्विक पटल पर चमक रहीं हरनाज की बातें युवाओं के लिए प्रेरणादायी हैं। दूसरों से तुलना करने के बजाय सजग हो खुद के लिए आवाज उठाने की उनकी बात देश के युवाओं के लिए बेहतरी का मंत्र-सा है। यह एक कटु सच है कि आज के दौर में इंटरनेट मीडिया अपडेट्स से लेकर आम जिंदगी की चमक-दमक तक तुलना करने की सोच ने युवाओं को तनाव और अवसाद का शिकार बना रखा है। किसी से पीछे छूट जाने की आभासी उलझनों ने उन्हें घेर रखा है। इतना ही नहीं जलवायु परिवर्तन से जुड़ी चिंताओं के प्रति गंभीरता की कमी से जुड़े सवाल के जवाब में भी हरनाज ने मौजूदा हालात को बातें कम और काम ज्यादा करने वाली परिस्थितियां मानते हुए कहा कि ‘हमारा हर एक काम प्रकृति को या तो बचा सकता है या नष्ट कर सकता है। रोकथाम और सुरक्षा करना पछताने और मरम्मत करने से बेहतर है।’",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-india-coronavirus-infections-climbs-to-6984-with-247-more-fatalities-22295741.html,"भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 6,984 केस, एक दिन में बढ़े 1200 से ज्यादा मामले","नइ दिल्ली, एजेंसी। देश में एक दिन की कमी के बाद कोरोना के नए मामलों की संख्या एक बार फिर बढ़ गई है।मंगलवार को देर्ज किए गए मामलों की संख्या आज 1200 से अधिक है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 6,984 हो गई है, जिससे कुल संक्रमितों की संख्या 3,47,10,628 पहुंच गई है, जबकि सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 87,562 हो गई है। आंकड़ों के अनुसार, इस दौरान 247 और लोगों की मौतों के साथ हा मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,76,135 हो गई है। देश में दर्ज किए गए 6,984 नए मामलों और 247 मौतों में से अकेले केरल में 3,377 नए कोरोना के मामले और 28 मौतें शामिल हैं। पिछले 48 दिनों से नए कोरोना वायरस संक्रमणों में दैनिक वृद्धि 15,000 से नीचे दर्ज की गई है। मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 87,562 हो गई, जो कुल मामलों का 0.25 फीसदी है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर मरीजों के स्वस्थ होने की दर 98.38 हो गई है। देश में कुल 3,41,46,931 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोरोना से मरने वालों की दर 1.37 प्रतिशत है। भारत में पिछले साल 7 अगस्त को कोरोना संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाखृ को पार कर गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार चले गए थे।",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-air-pollution-level-again-in-poor-category-in-delhi-ncr-check-the-situation-in-other-states-22295569.html,"दिल्ली-एनसीआर में फिर खराब श्रेणी में पहुंचा प्रदूषण का स्तर, जानें बाकी राज्यों में क्या है स्थिति","नई दिल्ली, एएनआइ। दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर एक बार फिर बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गया है। वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के मुताबिक, दिल्ली में बुधवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 346 है, जिसे बहुत खराब श्रेणी में माना जाता है। वहीं, इससे एक दिन पहले एक्यूआइ 328 रिकार्ड किया गया था, जबकि सोमवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 331 था और रविवार को यह 254 था। दिल्ली के आनंद विहार में प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में है सुबह साढ़े आठ बजे यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 403 दर्ज किया गया है। वहीं, चांदनी चौक में 374, आइटीओ में 370, जहांगीरपुरी में 416 और लोधी रोड पर एक्यूआइ 293 दर्ज हुआ है। एनसीआर के शहरों में फरीदाबाद का इंडेक्स 353, गाजियाबाद का 323, ग्रेटर नोएडा का 306, गुरुग्राम का 275 और नोएडा का 316 दर्ज किया गया। उत्तर प्रदेश के कानपुर में प्रदूषण का स्तर खराब श्रेणी में है। नेहरू नगर में एक्यूआइ 217 दर्ज किया गया है। यूपी के अधिकतर जिलों में प्रदूषण का स्तर खराब श्रेणी में दर्ज हुआ है। लखनऊ का एक्यूआइ 222, प्रयागराज में 238, वाराणसी में 202, आगरा में 219 और मेरठ में 280 रिकार्ड किया गया है। हरियाणा के हिसार में एक्यूआइ 340, पानीपत में 314, रोहतक में 355 और यमुनानगर में सूचकांक 234 के साथ खराब श्रेणी में रिकार्ड किया गया है। हालांकि कई जिलों में प्रदूषण के स्तर में सुधार हुआ है और उनमें माडरेट श्रेणी का एक्यूआइ रिकार्ड किया गया है। इनमें सिरसा, पलवल, करनाल समेत कई जिले शामिल हैं। बिहार के भी कई जिलों में प्रदूषण का स्तर खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है। यहां पटना के मुरादपुर में 314, गया के करीमगंज में 331, हाजीपुर में 256, मुजफ्फरपुर की बुद्धा कालौनी में 357 और दरभंगा का एक्यूआइ 388 रिकार्ड किया गया है।",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-government-should-issue-guidelines-on-sc-st-certificate-in-six-months-says-committee-22295533.html,सरकार एससी/एसटी प्रमाणपत्र पर दिशा-निर्देश छह महीने में जारी करे : समिति,"नई दिल्ली, प्रेट्र। संसद की एक समिति ने सिफारिश की है कि सरकार को एससी/एसटी प्रमाणपत्र की पुष्टि करने का दिशा-निर्देश कर्मचारी के सेवा में शामिल होने के छह महीने के भीतर जारी करना चाहिए। लोकसभा में पेश अनुसूचित जाति (एससी)/अनुसूचित जनजाति (एसटी) के कल्याण संबंधी स्थायी समिति की रिपोर्ट में यह बात कही गई है। समिति ने कहा कि कार्मिक विभाग को राज्य सरकारों के साथ समन्वय स्थापित कर समयबद्ध तरीके से जाति प्रमाणपत्र की पुष्टि करनी चाहिए, ताकि इसे एससी/एसटी वर्ग के कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के समय परेशान करने के हथियार के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सके। संसदीय समिति ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) निदेशक मंडल में अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति से एक भी सदस्य नहीं होने को लेकर नाराजगी जाहिर की है। समिति की रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया कि इन समुदायों के हितों की पर्याप्त रक्षा के लिए उनका प्रतिनिधित्व अवश्य होना चाहिए। समिति ने सिफारिश की है कि इस विषय को उच्चतर स्तर पर उठाया जा सकता है, ताकि इन समुदायों का प्रतिनिधित्व निदेशक मंडल में सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देश तैयार किया जा सके।",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-weather-updates-due-to-western-disturbances-there-will-be-rain-in-these-parts-of-the-country-22293593.html,"Weather Updates: पश्चिमी विक्षोभ के चलते देश के इन हिस्सों में होगी बारिश, शीतलहर के चलने की भी संभावना","नई दिल्ली, एजेंसियां। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आने वाले दिनों में हल्की बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने कहा कि पंजाब, हरियाणा, पश्चिम उत्तर प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में 16 दिसंबर से हल्की बारिश होने की संभावना है। साथ ही मौसम विभाग ने 15 दिसंबर की रात से एक और पश्चिमी विक्षोभ की आशंका जताई है। जिससे पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उत्तरी भागों में बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश हो सकती है। इस बीच, राजधानी दिल्ली में बीते कई दिन से न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया जा रहा है। 15 दिसंबर से पहले ही दिल्ली का न्यूनतम पारा 6 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। बीते दो दिन यानी 11 दिसंबर से तापमान 6 डिग्री के आस-पास बना हुआ है। बता दें कि एक पश्चिमी विक्षोभ वर्तमान में पाकिस्तान और उससे लगे जम्मू काश्मीर के आसपास सक्रिय है। इसके प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बन गया है। इस वजह से फिलहाल न्यूनतम तापमान में गिरावट होने की उम्मीद कम है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक 15 दिसंबर को एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने के आसार हैं। इस सिस्टम के आगे बढ़ने से 17 दिसंबर से ठंड बढ़ने लगेगी। मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में शीतलहर के भी चलने की संभावना है। मैदानी इलाकों में उत्तर-पूर्वी हवाएं चलने की संभावना मौसम विभाग ने बताया कि उत्तर पश्चिमी भारत के मैदानी इलाकों में 17 दिसंबर की दोपहर से 20 दिसंबर की दोपहर तक तेज निचले स्तर की उत्तर-पश्चिमी या उत्तर-पूर्वी हवाएं चलने की संभावना बनी हुई है। पहाड़ों में बारिश और बर्फबारी की संभावना हिमाचल प्रदेश में मौसम और बिगड़ने वाला है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश में तीन दिन बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है। राज्य के उच्च पर्वतीय कुछ भागों में 15 से 17 दिसंबर तक बारिश और बर्फबारी के आसार हैं। पिछले दिनों हिमाचल के मनाली व इसके आसपास के क्षेत्रों में पिछले दिनों जमकर बर्फबारी हुई है। इस बीच, उत्तराखंड के कई क्षेत्रों में भी बर्फबारी देखने को मिल सकती है।",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-lok-sabha-members-alerted-govt-over-omicron-variant-22295292.html,"बूस्टर डोज लगाने की योजना लाए सरकार, ओमिक्रोन की चुनौतियों से निपटने के लिए तैयारी जरूरी","नई दिल्ली, प्रेट्र। लोकसभा में सदस्यों ने मंगलवार को केंद्र सरकार को सजग करते हुए कहा कि उसे ओमिक्रोन वैरिएंट की चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए। सदस्यों ने सरकार से बूस्टर डोज लगाने की योजना भी सामने लाने को कहा। लोकसभा में यह मामला उठाते हुए कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि देश में कोरोना के 41 मामले (अब 52) आ चुके हैं और सरकार को इस लिहाज से सजग रहना चाहिए और हर तरह की तैयारी रखनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यूरोप के देशों में बच्चों के लिए टीकाकरण चालू हो गया है और सरकार को हमारे देश में भी बच्चों और किशोरों को टीका लगाने के बारे में नए सिरे से सोचना चाहिए। तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय ने तुरंत बूस्टर डोज दिए जाने की मांग की। 2,410 डोज की वैधता इस महीने तक राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती प्रवीण पवार ने बताया कि इस वर्ष नौ दिसंबर तक की स्थिति के अनुसार देश में कोरोना टीकों की 2,410 डोज की समाप्ति तिथि (एक्सपायरी की तारीख) दिसंबर, 2021 है। कोविशील्ड की उत्पादन क्षमता 25 से 27.5 करोड़ डोज प्रति माह पवार ने यह भी बताया कि सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया द्वारा निर्मित कोरोना रोधी टीका कोविशील्ड की मौजूदा उत्पादन क्षमता करीब 25 से 27.5 करोड़ डोज प्रति माह है जबकि भारत बायोटेक के टीके कोवैक्सीन की उत्पादन क्षमता प्रति माह पांच से छह करोड़ डोज है। दोनों कंपनियों ने मौजूदा उत्पादन क्षमता का लगभग 90 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। आयुष्मान योजना के तहत 80 हजार से ज्यादा स्वास्थ्य केंद्र खुले प्रवार ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में राज्यसभा को बताया कि आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत देश भर में कुल 80,701 स्वास्थ्य एवं 'वेलनेस' केंद्र स्थापित किए गए हैं। आयुष्मान भारत योजना देश में 14 अप्रैल, 2018 को शुरू की गई थी। उन्होंने बताया कि आठ दिसंबर की स्थिति के अनुसार इनमें से 54,618 उप स्वास्थ्य केंद्र (एसएचसी), 21,898 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) और 4,155 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (यूपीएचसी) शामिल हैं। नेपाल, बांग्लादेश समेत चार देशों को भारत ने 17 टन आक्सीजन दी स्वास्थ्य राज्य मंत्री पवार ने उच्च सदन को बताया कि मलावी, नेपाल, बांग्लादेश और भूटान को अक्टूबर 2020 से फरवरी 2021 के बीच तीन टन से कम आक्सीजन मानवीय सहायता के तौर पर मुहैया कराई गई जबकि इस साल जून में इन देशों को 17 टन आक्सीजन दी गई।",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-bsf-camel-group-to-participate-in-republic-day-parade2021-22295417.html,"गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा होगा BSF का ऊंट दल, अभी मुख्य अतिथि पर बरकरार है संशय","नई दिल्ली, प्रेट्र। सीमा सुरक्षा बल (BSF) का प्रसिद्ध ऊंट दल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के 'डेयर डेविल' बाइकर और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) तथा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) जैसे अन्य अर्धसैनिक बलों के मार्चिग दस्ते गणतंत्र दिवस परेड-2022 में भाग लेंगे, जिसका आयोजन यहां नव-निर्मित सेंट्रल विस्टा में किया जाएगा। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाले इन बलों की छह टुकड़ियों को रक्षा मंत्रालय के परामर्श के बाद अगले साल गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय परेड में भाग लेने के लिए मंजूरी दी गई है। गृह मंत्रालय की कार्यक्रम संबंधी इकाई के निर्देश के अनुसार, घुड़सवार बैंड के साथ बीएसएफ का ऊंट दल, दिल्ली पुलिस की बैंड टीमों के साथ मार्चिग दस्ते, सीआइएसएफ, सीआरपीएफ और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) इस कार्यक्रम में भाग लेंगे। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) की बाइक सवार प्रदर्शनी टीम भी पहली बार वार्षिक आयोजन में भाग लेगी। मध्य एशियाई देशों के नेता हो सकते हैं मुख्य अतिथि भारत आगामी गणतंत्र दिवस समारोह में मध्य एशियाई देशों के शीर्ष नेताओं को आमंत्रित करने पर विचार कर रहा है। यह कदम ऐसे समय में उठाया जा रहा है, जब भारत इस क्षेत्र के साथ अपने संबंधों को विस्तार दे रहा है।इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने रविवार को बताया कि उज्बेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, कजाखस्तान, किर्गिज गणराज्य और ताजिकिस्तान के नेताओं को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने अन्य विकल्पों के चयन की संभावना से इन्कार नहीं किया और कहा कि मेहमानों की सूची को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है। इस साल 2021 में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किए गए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन नहीं आ सके थे। वहीं साल 2020 में गणतंत्र दिवस समारोह में ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो मुख्य अतिथि थे और इस समारोह में शामिल होने वाले ब्राजील के तीसरे राष्ट्रपति थे। 2019 में गणतंत्र दिवस परेड में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा मुख्य अतिथि थे, जबकि 2017 में अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि थे।",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-supreme-court-said-that-the-government-should-give-ration-card-voter-id-and-aadhar-card-to-red-light-area-workers-22294823.html,"सुप्रीम कोर्ट ने कहा, यौन कर्मियों को राशन कार्ड, वोटर आइडी व आधार कार्ड दे सरकार","नई दिल्ली, प्रेट्र। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कहा कि हर नागरिक को मूल अधिकार प्रदत्त हैं, उसका पेशा चाहे कुछ भी हो। इसके साथ ही कोर्ट ने केंद्र, सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को यौन कर्मियों को मतदाता पहचान पत्र, आधार और राशन कार्ड जारी करने की प्रक्रिया फौरन शुरू करने और उन्हें राशन उपलब्ध कराते रखने का निर्देश दिया है। शीर्ष अदालत ने गैर सरकारी संगठन 'दरबार महिला समन्वय समिति' की याचिका पर सुनवाई के दौरान यह निर्देश दिया। याचिका में कोरोना महामारी के चलते यौन कर्मियों को पेश आ रही समस्याओं को उठाया गया है। उल्लेखनीय है कोर्ट ने पिछले साल 29 सितंबर को केंद्र और अन्य को पहचान के साक्ष्य मांगे बगैर यौन कमियों को राशन मुहैया करने का निर्देश दिया था। जस्टिस एल नागेश्वर राव, जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस बीवी नागरत्न ने इसे लेकर नाखुशी प्रकट की कि यौन कर्मियों को राशन कार्ड जारी करने का निर्देश 2011 में जारी किया गया था लेकिन उसे लागू नहीं किया जा सका। पीठ ने कहा कि राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को करीब एक दशक पहले राशन कार्ड और पहचान पत्र जारी करने का निर्देश दिया गया था। इसके लिए कोई कारण नहीं है कि अब तक वे निर्देश क्यों नहीं लागू किए गए। चार हफ्ते के अंदर दाखिल की जाए रिपोर्ट पीठ ने कहा कि यौन कर्मियों को राशन कार्ड, वोटर आइडी और आधार जारी करने के बारे में स्थिति रिपोर्ट आज से चार हफ्ते के अंदर दाखिल की जाए। इस बीच राज्य सरकारें और केंद्र शासित प्रदेश राशन कार्ड या अन्य पहचान पत्र मांगे बगैर यौन कर्मियों को राशन वितरण जारी रखें। पीठ ने कहा कि आदेश की प्रति राज्य और जिला विधिक सेवाएं प्राधिकारों को आवश्यक कार्रवाई के लिए भेजी जाए। साथ ही, सरकार को विभिन्न आइडी कार्ड बनाते समय यौन कर्मियों के नाम और उनकी पहचान गोपनीय रखने का भी निर्देश दिया।",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-in-the-global-technology-summit-the-british-pm-told-india-a-natural-ally-and-an-important-responsibility-22294743.html,ग्लोबल टेक्नोलाजी समिट में ब्रिटिश पीएम ने भारत को बताया स्वाभाविक सहयोगी और अहम जिम्मेदार,"जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। ब्रिटेन के पीएम बोरिस जानसन ने भारत को एक स्वाभाविक सहयोगी बताते हुए कहा है कि दोनों देश टेक्नोलाजी के क्षेत्र में अहम साझेदार बनने की तरफ अग्रसर हैं। दोनों देश 5जी, स्टार्टअप समेत कई दूसरी महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं, जिनका व्यापक असर होगा। जानसन ने ग्लोबल टेक्नोलाजी समिट को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए यह बात कही। इस सम्मेलन का आयोजन विदेश मंत्रालय और गैर सरकारी संगठन कार्नेजी इंडिया की तरफ से किया गया। सम्मेलन में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी हिस्सा लिया और वैश्विक कूटनीति में तकनीक के बढ़ते महत्व का उल्लेख किया। जानसन ने कहा कि पीएम मोदी के साथ उन्होंने भारत व ब्रिटेन के रिश्तों के लिए वर्ष 2030 तक का एक रोडमैप बनाया है, जिसमें टेक्नोलोजी की खास भूमिका होगी। यह समझौता मई, 2021 में मोदी और जानसन के बीच हुई वर्चुअल बैठक के दौरान किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के मौजूदा रणनीतिक गठजोड़ को और मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि हम कई शानदार परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं। कई स्टार्ट अप भारत की दिग्गज कंपनियों के साथ काम कर रहे हैं। मकसद यह है कि सिर्फ कंपनियों के बीच ही काम न हो बल्कि इस तरह के गठबंधन से दोनों देशों की जनता के जीवन में भी बदलाव लाया जाए। उन्होंने यह भी कहा, 'ऐसी नई तकनीकी को बढ़ावा दिया जाएगा जो आजादी, खुलेपन व शांति के सिद्धांत पर आधारित हो। यही वजह है कि इस साल के शुरुआत में मैं और पीएम मोदी इस बात पर राजी हुए हैं कि हम उन तकनीक पर साथ काम करेंगे जो भविष्य को बदलने वाली होंगी।' टेक्नोलाजी के साथ कुछ चुनौतियां भी आती हैं: एस जयशंकर इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने वैश्विक संबंधों में टेक्नोलाजी के बढ़ते महत्व की चर्चा की। साथ ही चेताया भी कि तकनीक कई तरह से लोकतंत्र के लिए चुनौतियां भी पैदा कर रही है। हालांकि उन्होंने खुलकर चुनौतियों का जिक्र नहीं किया। पीएम मोदी ने हाल के दिनों में दो बार इंटरनेट मीडिया व क्रिप्टोकरेंसी जैसी तकनीक को लोकतंत्र के लिए चुनौती बताया है। मोदी ने इस बारे में वैश्विक स्तर पर एक नियम बनाने की भी बात कही है। विदेश मंत्री का इशारा भी इसी ओर माना जा रहा है। जयशंकर ने कहा कि तकनीक हमेशा से दोधारी तलवार रही है। यह प्रगति के नए रास्ते खोलती है लेकिन कई तरह के नए भय भी पैदा कर देती है। वैश्विक स्तर पर हमें इनके बीच सामंजस्य लाना होगा। तकनीक ने कई बार देशों का भविष्य तय किया है और कई बार कुछ देशों को इसकी वजह से खामियाजा भी भुगतना पड़ा है।",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-rajasthan-government-will-give-one-crore-to-the-family-of-squadron-leader-kuldeep-singh-who-was-martyred-in-the-helicopter-crash-22294793.html,हेलीकाप्टर क्रैश में शहीद हुए स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह के परिवार को एक करोड़ राशि देगी राजस्थान सरकार,"जयपुर, एएनआइ। राजस्थान सरकार ने स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह के परिवार के लिए एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की। आठ दिसंबर को तमिलनाडु में हुई ​हेलिकाप्टर दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, पत्‍नी मधुल‍िका रावत और 11 अन्य लोगों की जान चली गई थी। दुर्घटना में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह अकेले जीवित बचे हैं और वर्तमान में इलाज के लिए बेंगलुरु के वायु सेना कमांड अस्पताल में भर्ती हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को ट्विटर पर इसकी घोषणा की। गहलोत ने लिखा क‍ि राज्य सरकार ने राजस्थान के झुंझुनू के स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह के परिवार को एक करोड़ रुपये की सहायता देने का फैसला किया है, जो कुन्नूर (तमिलनाडु) में हेलिकाप्टर दुर्घटना में शहीद हुए थे। इस मुश्किल घड़ी में राज्य सरकार शहीदों के परिवार के साथ है। तेरहवीं 17 को राजस्थान में उनकी पत्नी यश्विनी सिंह के भाई मानेंद्र सिंह ने बताया कि राजस्थान के जिला झुंझनू के गांव गरदाना खुर्द में 17 दिसंबर को स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह की तेरहवीं होगी। नाते-रिश्तेदारों के साथ एयरफोर्स के भी कुछ अफसर शामिल होंगे। कुलदीप और यश्विनी की 19 नवंबर 2019 को हुई थी शादी बागपत जिले के गांव ढिकौली निवासी देवेंद्र सिंह ढाका सेना से रिटायर्ड हवलदार हैं। वह कंकरखेड़ा फाजलपुर की न्यू सैनिक विहार कालोनी में रहते हैं। उनकी बड़ी बेटी यश्विनी उर्फ खुशबू और बेटा मानेंद्र ढाका उर्फ खुशवेंद्र हैं। देवेंद्र सिंह ने यश्विनी की शादी 19 नवंबर 2019 को राजस्थान के जिला झुंझुनू के गांव घरसाना खुर्द निवासी कुलदीप सिंह से की थी।",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-bill-related-to-directors-of-cbi-and-ed-passed-by-parliament-tenure-can-be-increased-from-two-years-to-five-years-22294108.html,"सीबीआइ, ईडी के निदेशकों से संबंधित विधेयक संसद से पास, कार्यकाल दो साल से बढ़ाकर पांच साल किया जा सकेगा","नई दिल्ली, एजेंसी। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के निदेशकों के कार्यकाल की वर्तमान सीमा दो साल से बढ़ा कर पांच साल तक करने के प्रविधान वाले विधेयकों को मंगलवार को संसद की मंजूरी मिल गई। राज्यसभा ने विपक्ष की अनुपस्थिति में इन विधेयकों को पास कर दिया। राज्यसभा में मंगलवार को 'दिल्ली विशेष पुलिस स्थापन (संशोधन) विधेयक 2021' और 'केंद्रीय सतर्कता आयोग (संशोधन) विधेयक 2021' को ध्वनिमत से मंजूरी दे दी गई। लोकसभा से ये दोनों विधेयक नौ दिसंबर को पारित हो चुके हैं। कार्मिक, शिकायत एवं प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने उच्च सदन में ये विधेयक जैसे ही चर्चा के लिए पेश किए नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा के 12 सदस्यों के निलंबन का मुद्दा उठाया जिसे सदन के उप सभापति ने नकार दिया। इस पर विपक्षी सदस्य सदन से बाहर चले गए।बहस के दौरान, जनता दल-यूनाइटेड के सदस्य राम नाथ ठाकुर ने बिल का समर्थन करते हुए, बिहार में 46 साल से लंबित एक हत्या की जांच का एक उदाहरण भी दिया, जिसमें आग्रह किया गया कि जांच का एक निश्चित समय होना चाहिए जिसके भीतर जांच पूरी हो। तमिल मनिला कांग्रेस के जीके वासन, असम गण परिषद के बीरेंद्र प्रसाद वैश्य, भाजपा के बृजलाल, वाइएसआरसीपी के पिल्ली सुभाष चंद्र बोस ने भी विधेयकों के समर्थन में बात की। भाजपा सदस्य सुरेश प्रभु ने संस्थानों और उन संस्थानों को चलाने वाले लोगों के महत्व पर जोर दिया। भाजपा के सुशील कुमार मोदी ने भ्रष्टाचार के खतरे से छुटकारा पाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों के बारे में विस्तार से बताया। इससे पहले संसदीय कार्य राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने दिल्ली विशेष पुलिस स्थापन (संशोधन) विधेयक 2021 और 'केंद्रीय सतर्कता आयोग (संशोधन) विधेयक 2021' पर एक साथ चर्चा कराए जाने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि हम दोनों विधेयकों को साथ साथ ले सकते हैं और इन पर एक साथ चर्चा की जा सकती है। कुछ सदस्यों ने इस पर विरोध जताया। इस पर उप सभापति हरिवंश ने दोनों विधेयकों पर अलग अलग चर्चा कराने का फैसला किया।",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-ntagi-analyzing-breakthrough-infection-data-to-decide-on-booster-dose-22294391.html,बूस्टर डोज पर निर्णय के लिए ब्रेकथ्रू संक्रमण के आंकड़ों का विश्लेषण कर रहा एनटागी,"नई दिल्ली, एएनआइ। ब्रिटेन समेत दुनिया के कई देशों में बूस्टर डोज लगाई जा रही है। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के सामने आने के बाद तो बूस्टर डोज देने में और तेजी आ गई है। परंतु, भारत में अभी तक इस पर कोई निर्णय नहीं हो सका है। बूस्टर डोज देने पर निर्णय टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटागी) की सिफारिश पर किया जाना है। एनटागी इस दिशा में कोई निर्णय लेने के लिए कोरोना के ब्रेकथ्रू संक्रमण के आंकड़ों का आकलन कर रहा है। जब कोरोना रोधी वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके लोग संक्रमित होते हैं तो उसे ब्रेकथ्रू संक्रमण कहते हैं। सूत्रों ने बताया कि भारत में अभी तक जितने भी ब्रेकथ्रू संक्रमण सामने आए हैं, एनटागी उनके आंकड़ों का अध्ययन कर रहा है। इसका मकसद वैक्सीन के प्रभाव का पता लगाना और उसके आधार पर बूस्टर डोज या अतिरिक्त डोज लगाने पर निर्णय करना है। बूस्टर डोज किसी वैक्सीन की दोनों डोज लगाने के नियत समय बाद दी जाती है, जबकि अतिरिक्त डोज उन लोगों को लगाई जाती है जिनकी प्रतिरक्षा कमजोर होती है, भले ही उन्हें पहली डोज कभी भी क्यों न लगाई गई हो। बूस्टर डोज और बच्चों के टीकाकरण पर निर्णय लेने के लिए एनटागी कि पिछले दिनों ही बैठक हुई थी। इसमें सभी पहलुओं पर चर्चा तो हुई थी, लेकिन कोई निर्णय नहीं लिया जा सका था। वैक्सीन का सार्वभौमिक कवरेज सर्वोच्च प्राथमिकता : वीके पाल इस बीच, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) और कोरोना पर टास्क फोर्स के प्रमुख वीके पाल ने कहा कि कोरोना रोधी वैक्सीन का सार्वभौमिक कवरेज सरकार की पहली प्राथमिकता है ताकि हर किसी को टीका लगाया जा सके। उद्योग संगठन सीआइआइ की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में पाल ने कहा कि महामारी अभी बरकरार है और विश्व भर में अभी 3.6 अरब लोगों का टीकाकरण होना बाकी है। इसके लिए 7.2 अरब डोज की आवश्यकता है और मौजूदा उत्पादन क्षमता के साथ हम इसे हासिल कर लेंगे। ओमिक्रोन वैरिएंट पर चिंता जताते हुए पाल ने कहा कि हमारे पास वैक्सीन बनाने के लिए ऐसे प्लेटफार्म की सुविधा होनी चाहिए जो वायरस के बदलते स्वरूप के मुताबिक कम समय में प्रभावी वैक्सीन तैयार करने में सक्षम हो। भारत में स्थानिकता की तरफ बढ़ रही कोरोना महामारी पाल ने यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत में कोरोना महामारी स्थानिकता की दिशा में बढ़ रही है जहां वायरस का प्रसार निम्न या मध्यम स्तर पर चलता रहता है। इसका सीधा मतलब है कि कोरोना वायरस सर्दी जुकाम पैदा करने वाले वायरस की तरह होकर रह जाएगा और गंभीर संक्रमण नहीं पैदा करेगा।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/cds-bipin-rawat-chopper-crash-varun-singh-dies-b626/,"CDS रावत हेलीकॉप्टर दुर्घटना में एकमात्र बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की मौत, एक हफ्ते से अस्पताल में भर्ती थे","CDS रावत हेलीकॉप्टर दुर्घटना में एकमात्र बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की मौत, एक हफ्ते से अस्पताल में भर्ती थे By विशाल कुमार | Published: December 15, 2021 01:06 PM बीते 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सैन्य अधिकारी व कर्मचारियों की मौत हो गई थी. CDS रावत हेलीकॉप्टर दुर्घटना में एकमात्र बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की मौत, एक हफ्ते से अस्पताल में भर्ती थे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का करीब एक हफ्ते तक चले इलाज के बाद बुधवार को निधन हो गया. बीते 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटना में अकेले बचे थे. सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सैन्य अधिकारी व कर्मचारियों की मौत हो गई थी. सीडीएस बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर दुर्घटना मामले में एकमात्र बचे सैन्य अधिकारी ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का करीब एक हफ्ते तक चले इलाज के बाद बुधवार को निधन हो गया. भारतीय वायुसेना ने इसकी जानकारी दी। बीते 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सैन्य अधिकारी व कर्मचारियों की मौत हो गई थी। भारतीय वायु सेना ट्वीट कर कहा कि भारतीय वायुसेना को बहादुर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन की सूचना देते हुए गहरा दुख हुआ है, जिनकी आज सुबह 08 दिसंबर, 2021 को हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुई चोटों के कारण मौत हो गई। भारतीय वायुसेना गहरी संवेदना व्यक्त करती है और शोक संतप्त परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है। IAF is deeply saddened to inform the passing away of braveheart Group Captain Varun Singh, who succumbed this morning to the injuries sustained in the helicopter accident on 08 Dec 21. IAF offers sincere condolences and stands firmly with the bereaved family. — Indian Air Force (@IAF_MCC) December 15, 2021 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनके निधन से दुखी हूं। उन्होंने ट्वीट किया कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने गर्व, वीरता और अत्यधिक पेशेवर तरीके के साथ देश की सेवा की। उनके निधन से बेहद आहत हूं। राष्ट्र के लिए उनकी समृद्ध सेवा को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। उसके परिवार तथा मित्रों के लिए संवेदनाएं। शांति। Group Captain Varun Singh served the nation with pride, valour and utmost professionalism. I am extremely anguished by his passing away. His rich service to the nation will never be forgotten. Condolences to his family and friends. Om Shanti. — Narendra Modi (@narendramodi) December 15, 2021 इस साल स्वतंत्रता दिवस पर शौर्य चक्र से अलंकृत सिंह का शुरुआत में वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा था, जिसके बाद उन्हें बेंगलुरु के वायु सेना कमांड अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। गंभीर रूप से झुलसने के बाद उनका इलाज चल रहा था। 39 वर्षीय सिंह एक सैन्य परिवार से थे, उनके भाई भारतीय नौसेना में सेवारत थे और उनके पिता कर्नल (सेवानिवृत्त) केपी सिंह सेना वायु रक्षा का हिस्सा थे। उनके परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं। बता दें कि, बीते 8 दिसंबर को सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिक रावत, चालक दल के चार सदस्य और सात अन्य यात्रियों को लेकर भारतीय वायुसेना का एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर तमिलनाडु के कुन्नूर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिक रावत सहित 13 लोगों की मौत हो गई थी।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/indian-air-force-helicopter-crash-group-captain-varun-singh-passes-away-b421-1/,भारतीय वायु सेना हेलीकॉप्टर दुर्घटना: ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन,"भारतीय वायु सेना हेलीकॉप्टर दुर्घटना: ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन By भाषा | Published: December 15, 2021 02:29 PM भारतीय वायु सेना हेलीकॉप्टर दुर्घटना: ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन नयी दिल्ली, 15 दिसंबर तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बुधवार सुबह बेंगलुरू के एक सैन्य अस्पताल में निधन हो गया। भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने कहा कि ‘‘बहादुर’’ ग्रुप कैप्टन ने आज सुबह दम तोड़ दिया। वायु सेना ने ट्वीट किया, ‘‘ आईएएफ को यह बताते हुए बेहद दुख हो रहा है कि बहादुर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, जो आठ दिसंबर 2021 को हुए हेलीकॉप्टर हादसे में घायल हो गए थे ..उनका आज सुबह निधन हो गया। भारतीय वायुसेना गहरी संवेदना व्यक्त करती है और शोक संतप्त परिवार के साथ दृढ़ता से खड़ी है।’’ वायु सेना के एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर के गत बुधवार को दुघर्टनाग्रस्त होने के बाद ग्रुप कैप्टन गंभीर रूप से झुलस गए थे और उन्हें वेलिंगटन के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कैप्टन सिंह को पिछले बृहस्पतिवार को ग्रुप तमिलनाडु के वेलिंगटन से बेंगलुरू के कमांड अस्पताल में स्थानांतरित किया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंह के निधन पर बुधवार को शोक जताया और कहा कि उन्होंने देश की जो सेवा की, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने गर्व, पराक्रम और अत्यंत पेशेवराना अंदाज में देश की सेवा की। उनके निधन से मुझे अत्यंत दुख पहुंचा है। देश के लिए उनकी सेवा को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है। उनके परिवार और मित्रों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’’ इस हादसे में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्य कर्मियों की जान चली गई थी। केवल वरुण सिंह की जीवित बचे थे। रूस निर्मित हेलीकॉप्टर में वह सीडीएस के संपर्क अधिकारी के तौर पर सवार थे। रावत, वेलिंगटन में ‘डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज’ जा रहे थे। सिंह, उस प्रतिष्ठित संस्थान में एक प्रशिक्षक के तौर पर कार्य कर रहे थे। पिछले साल, 12 अक्टूबर को एक बड़ी तकनीकी खामी की चपेट में आए लड़ाकू विमान तेजस को संभावित दुर्घटना से सफलतापूर्वक बचा लेने के उत्कृष्ट कार्य के चलते ग्रुप कैप्टन सिंह को अगस्त महीने में शौर्य चक्र से नवाजा गया था। पुरस्कार प्रशस्ति पत्र में कहा गया है कि एक खतरनाक स्थिति में अत्यधिक शारीरिक एवं मानसिक तनाव के बावजूद, उन्होंने अनुकरणीय संयम बनाए रखा और असाधारण उड़ान कौशल का प्रदर्शन करते हुए विमान को बचाया। ग्रुप कैप्टन सिंह के पिता कर्नल (सेवानिवृत्त) केपी सिंह ‘आर्मी एअर डिफेंस’ में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। सिंह का परिवार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गाजीपुर का रहने वाला है।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/teacher-arrested-for-sending-objectionable-message-to-girl-student-b421/,छात्रा को आपत्तिजनक संदेश भेजने के आरोप में शिक्षक गिरफ्तार,"छात्रा को आपत्तिजनक संदेश भेजने के आरोप में शिक्षक गिरफ्तार By भाषा | Published: December 15, 2021 02:23 PM छात्रा को आपत्तिजनक संदेश भेजने के आरोप में शिक्षक गिरफ्तार बिजनौर (उप्र),15दिसंबर उत्तर प्रदेश के बिजनौर में इंजीनियरिंग कॉलेज के एक शिक्षक को एक छात्रा को आपत्तिजनक संदेश भेजने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस अधीक्षक (नगर) डॉ प्रवीण रंजन सिंह के अनुसार स्थानीय इंजीनियरिंग कॉलेज के एक शिक्षक ने एक छात्रा को व्हाट्सऐप पर आपत्तिजनक संदेश भेजे थे। उन्होंने बताया कि इन संदेशों के स्क्रीन शॉट 13 दिसंबर को सार्वजनिक हो गए थे। उन्होंने बताया कि पुलिस ने घटना पर स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया है। घटना के विरोध में छात्रों ने प्रदर्शन किया जिसके चलते कॉलेज ने आरोपी शिक्षक को निष्कासित कर दिया था। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर बुधवार को आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/due-to-technical-reasons-rajahmundry-tirupati-flight-was-diverted-to-bangalore-indigo-b421/,तकनीकी कारणों से राजामुंदरी-तिरुपति उड़ान का मार्ग परिवर्तित कर बेंगलुरु भेजा गया : इंडिगो,"तकनीकी कारणों से राजामुंदरी-तिरुपति उड़ान का मार्ग परिवर्तित कर बेंगलुरु भेजा गया : इंडिगो By भाषा | Published: December 15, 2021 02:23 PM तकनीकी कारणों से राजामुंदरी-तिरुपति उड़ान का मार्ग परिवर्तित कर बेंगलुरु भेजा गया : इंडिगो चेन्नई, 15 दिसंबर निजी एयरलाइन इंडिगो ने बुधवार को कहा कि 14 दिसंबर को राजामुंदरी से तिरुपति (दोनों आंध्र प्रदेश में) के लिए उड़ान को ‘‘तकनीकी कारणों से’’ मार्ग परिवर्तित कर बेंगलुरू की ओर मोड़ दिया गया था। एयरलाइन ने कहा कि कर्नाटक की राजधानी में उतरने के लिए यात्रियों से कोई शुल्क नहीं लिया गया था। इंडिगो का यह विमान मंगलवार को तिरुपति में उतरने वाला था, लेकिन विमान के एक चक्कर लगाने के बाद बेंगलुरु उतरने के कारण विमान में सवार कुछ विधायकों सहित यात्रियों को दु:खद अनुभव हुआ। एयरलाइंस ने कथित तौर पर प्रत्येक यात्री से उन्हें उतरने के लिए 5000 रुपये का भुगतान करने की मांग की, लेकिन अंततः यात्रियों के कड़े विरोध के बाद उन्हें जाने दिया गया। विमान में सवार 70 यात्रियों में आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआरसी (युवजन श्रामिक रायतु कांग्रेस) विधायक आरके रोजा और जोगेश्वर राव, तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के वरिष्ठ नेता एवं विधान परिषद में विपक्ष के नेता यनमाला रामकृष्णुडु और वाईएसआरसी भी शामिल थे। एयरलाइन ने कहा, ‘‘राजामुंदरी से तिरुपति जाने वाली इंडिगो की उड़ान 6ई 7265 को तकनीकी कारणों से बंगलुरु की ओर मोड़ दिया गया था। यात्रियों को विमान में जलपान दिया गया और रखरखाव संबंधी जांच के बाद उसे गंतव्य के लिए रवाना किया गया। कुछ यात्रियों ने विमान से उतरने की इच्छा जाहिर की और उन्हें अगली उपलब्ध उड़ान से भेजने की व्यवस्था की गई या फिर उनके अनुरोध पर उन्हें हवाई अड्डा से बाहर ले जाया गया।’’ एयरलाइन ने एक बयान में कहा, ‘‘जिन यात्रियों ने बेंगलुरु हवाई अड्डे पर उतरने की इच्छा जताई उनसे कोई शुल्क नहीं लिया गया।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/nursery-admission-process-started-in-private-schools-of-delhi-can-apply-till-january-7-b421/,"दिल्ली के निजी स्कूलों में नर्सरी दाखिला की प्रक्रिया शूरू, सात जनवरी तक कर सकते हैं आवेदन","दिल्ली के निजी स्कूलों में नर्सरी दाखिला की प्रक्रिया शूरू, सात जनवरी तक कर सकते हैं आवेदन By भाषा | Published: December 15, 2021 02:09 PM दिल्ली के निजी स्कूलों में नर्सरी दाखिला की प्रक्रिया शूरू, सात जनवरी तक कर सकते हैं आवेदन नयी दिल्ली, 18 फरवरी राष्ट्रीय राजधानी के निजी स्कूलों में नर्सरी कक्षाओं में दाखिले की प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो गई। नर्सरी कक्षा में दाखिला लेने के लिए आवेदन की अंतिम तिथि सात जनवरी है। शिक्षा निदेशालय ने पिछले महीने ही दाखिला प्रक्रिया कार्यक्रम को अधिसूचित किया था। कोविड-19 महामारी के कारण पिछली बार नर्सरी दाखिला की प्रक्रिया फरवरी में ही शुरू हो सकी थी। शिक्षा निदेशालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘दाखिला के लिए चयनित बच्चों की पहली सूची चार फरवरी को, उसके बाद 21 फरवरी को दूसरी सूची जबकि सीटों के शेष रह जाने पर 15 मार्च को संभवत: अंतिम सूची जारी की जाएगी। दाखिले की पूरी प्रक्रिया 31 मार्च को समाप्त होगी।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/president-condoles-the-death-of-group-captain-varun-singh-b421/,राष्ट्रपति ने ग्रूप कैप्टन वरूण सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया,"राष्ट्रपति ने ग्रूप कैप्टन वरूण सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया By भाषा | Published: December 15, 2021 02:03 PM राष्ट्रपति ने ग्रूप कैप्टन वरूण सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया नयी दिल्ली, 15 दिसंबर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर हादसे में घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन पर बुधवार को शोक व्यक्त किया और कहा कि राष्ट्र उनका कृतज्ञ रहेगा। राष्ट्रपति भवन के हवाले से ट्वीट में राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि जीवन से बहादुरी से संघर्ष करने के बाद ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के अंतिम सांस लेने की खबर से दुखी हूं । उन्होंने कहा कि हेलीकाप्टर दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद उन्होंने वीरता की भावना और अदम्य साहस का प्रदर्शन किया। राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ राष्ट्र उनके प्रति कृतज्ञ रहेगा । उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं।’’ गौरतलब है कि तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर हादसे में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल विपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्य कर्मियों की जान चली गई थी। वरूण सिंह का बेंगलुरु के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा था।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/four-people-arrested-for-selling-liquor-illegally-b421/,अवैध रूप से शराब बेच रहे चार लोग गिरफ्तार,"अवैध रूप से शराब बेच रहे चार लोग गिरफ्तार By भाषा | Published: December 15, 2021 02:00 PM अवैध रूप से शराब बेच रहे चार लोग गिरफ्तार नोएडा (उप्र),15 दिसंबर नोएडा थाना सेक्टर 20 पुलिस ने बीती रात अवैध रूप से शराब बेच रहे चार लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से बड़ी मात्रा में शराब बरामद की है। थाना सेक्टर 20 के प्रभारी निरीक्षक मुनीष प्रताप सिंह चौहान ने बताया कि बीती रात गश्त पर निकली थाना पुलिस ने एक सूचना के आधार पर सेक्टर आठ के पास से अभिषेक, प्रवेश, राकेश तथा पंकज नामक चार लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि इनके पास से पुलिस ने चार पेटी हरियाणा मार्का शराब बरामद की। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि ये लोग हरियाणा से शराब लाकर उत्तर प्रदेश में बेचते हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। ",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/encounter-in-jammu-and-kashmir-hijbul-terrorist-killed-653255.html,"जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों से मुठभेड़, मारा गया हिजबुल का आतंकी",जम्मू कश्मीर पुलिस ने बताया कि डार प्रतिबंधित आतंकी समूह हिजबुल मुजाहिदीन का ए प्लस श्रेणी का आतंकवादी था। डार सुरक्षाबलों पर हुए कई आतंकी हमलों में शामिल रहा है जिसमें 2018 में ज़ैनपोरा शोपियां में माइनॉरिटी गार्ड पर हमला भी था जिसमें 4 पुलिस कर्मी शहीद हो गए थे।,-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/chopper-crash-survivor-group-captain-varun-singh-passes-away-in-bengaluru-653230.html,Chopper Crash: हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन,"वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शोक व्यक्त करते हुए लिखा कि IAF पायलट, ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ। वे एक सच्चे योद्धा थे, जो अंतिम सांस तक लड़ते रहे। मेरी उनकी उनके परिवार और दोस्तों के साथ गहरी संवेदनाएं। दुख की इस घड़ी में हम परिवार के साथ मजबूती से खड़े हैं।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/delhi-kathmandu-bus-service-restored-after-19-months-fare-distance-route-map-and-other-guidelines-653229.html,"Delhi-Kathmandu Bus:19 महीने बाद मैत्री बस सेवा फिर से बहाल, जानिए किराया और पूरी गाइडलाइंस","नई दिल्ली, 15 दिसंबर: दिल्ली और नेपाल की राजधानी काठमांडू के बीच 19 महीने बाद मैत्री बस सेवा आज से फिर बहाल हो गई है। दिल्ली गेट पर स्थित डॉक्टर अंबेडकर स्टेडियम टर्मिनल से एक बस काठमांडू के लिए रवाना हो गई है। यह बस सेवा 23 मार्च, 2020 से कोरोना महामारी की वजह से बंद कर दी गई थी। यह बस पहले के पैटर्न पर ही चलेगी, लेकिन कोविड प्रोटोकॉल की वजह से इस सेवा में कई तरह के बदलाव किए गए हैं, इसलिए इसका किराया भी बढ़ गया है। इस बस का नया किराया, दूरी, रूट, ठहराव वाली जगह और ओमिक्रॉन कोरोना वायरस की वजह से पैदा हुई परिस्थितियों के चलते इसका लाभ उठाने से पहले इसके बारे में सबकुछ यहां समझिए।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/3-new-cases-of-omicron-were-reported-in-hyderabad-a-7-year-old-girl-got-infected-653226.html,"हैदराबाद में 3 ओमिक्रॉन के नए मामले सामने आए, एक 7 साल की बच्ची हुई संक्रमित","वहीं रविवार को दिल्ली और राजस्थान में 4-4 नए मामले दर्ज किए गए, जिसके चलते अब राज्य सरकारें पहले की तुलना में ज्यादा अलर्ट मोड पर आ चुकी है। आमिक्रॉन को लेकर सभी राज्‍य काफी सतर्क हो चुके हैं क्‍योंकि विशेषज्ञों का मानना है कि अगर सावधानी नहीं बरती गई तो कोरोना की तीसरी लहर के ये संकेत हो सकते हैं।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/famous-sardar-vallabhbhai-patel-quotes-in-hindi-653222.html,"सरदार वल्लभ भाई पटेल की 71वीं पुण्यतिथि आज: पढ़िए उनके 10 अनमोल विचार, मोदी ने किया याद","नई दिल्ली। भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री और गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की आज 71वीं पुण्यतिथि है। सरदार पटेल को लौहपुरुष भी कहा जाता था। उनका जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के खेड़ा में हुआ था। 1950 में 15 दिसंबर के दिन उन्होंने मुंबई में आखिरी सांस ली। वह पेशे से एक भी वकील थे। देश की आजादी में उनका बड़ा योगदान रहा। उससे भी कहीं ज्यादा योगदान उन्होंने आजाद भारत को एक करने में दिया। जब देश आजाद हुआ, तब देश में छोटी-बड़ी 562 रियासतें थीं। जिनमें से कई रियासतों ने तो आजाद रहने का ही फैसला कर लिया था, लेकिन सरदार पटेल ने इन सबको देश में मिलाया।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/rohit-sharma-vs-virat-kohli-sports-is-supreme-nobody-is-bigger-than-sports-said-anurag-thakur-653220.html,"Kohli vs Rohit : कप्तानी को लेकर अनुराग ठाकुर का बड़ा बयान, कहा- 'खेल से बड़ा कोई भी नहीं...'","नई दिल्ली, 15 दिसंबर। साउथ अफ्रीका दौरे से पहले टीम इंडिया में कप्तानी को लेकर पेंच फंसा हुआ है। रोहित बनाम कोहली की जंग अब चोखी होती दिख रही है कि इसी बीच खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस पूरे मसले पर बड़ा बयान दिया है। मीडिया से बात करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि 'देश में खेल से बड़ा कोई नहीं है।'",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/omicron-our-vaccines-may-become-ineffective-in-emerging-situations-vk-paul-653210.html,Omicron की दहशत के बीच नीति आयोग के सदस्य पॉल ने कहा-'हमारी वैक्सीन हो सकती है बेअसर',"देश में अब तक 1,34,61,14,483 लोगों को कोराना की वैक्सीन लग गई है। तो वहीं बीते 24 घंटों में असम में कोरोना के 141 नए मामले सामने आए, 110 लोग रिकवर हुए और यहां भी कोविड से 2 लोगों की मौत हुई है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/pfizer-claims-90-effective-anti-viral-oral-tablet-on-omicron-653164.html,फाइजर का दावा- ओमिक्रॉन पर 90 फीसदी प्रभावी है एंटी वायरल ओरल टेबलेट,वर्तमान में संयुक्त राज्य अमेरिका में अधिकृत COVID-9 के लिए कोई ओरल एंटीवायरल उपचार नहीं है। प्रतिद्वंद्वी कंपी मर्क एंड कंपनी ने अपने एंटीवायरल पिल मोल्नुपिरवीर के इमरजेंसी उपयोग की अनुमति दी गई है। लेकिन उस दवा ने उच्च जोखिम वाले रोगियों के दैनिकपरीक्षण में केवल अस्पताल में भर्ती होने और मौतों को लगभग 30% तक कम कर दिया।,-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/travelers-coming-from-at-risk-countries-will-now-have-to-pre-book-for-rt-pcr-test-653155.html,Omicron: 'एट रिस्क' देशों से आने वाले यात्रियों को अब आरटी-पीसीआर टेस्ट के लिए करानी होगी प्री-बुकिंग,"यदि किसी यात्री को प्री-बुकिंग में कठिनाई हो रही है, तो उन्हें बोर्डिंग से वंचित नहीं किया जा सकता है और इस स्थिति में एयरलाइन एयरपोर्ट रजिस्ट्रेशन काउंटर पर जाकर खुद टेस्टिंग के लिए बुकिंग कराएगा। बता दें कि एट रिस्क देशों की लिस्ट में भारत ने यूनाइटेड किंगडम, दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, ब्राजील, चीन, घाना, हांगकांग, इजराइल, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, तंजानिया और जिम्बाब्वे को रखा है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/more-than-8-81-lakh-people-left-indian-citizenship-in-the-last-7-years-government-653138.html,"8.81 लाख से ज्यादा भारतीयों ने पिछले 7 साल में छोड़ी नागरिकता, सरकार ने दी पूरी डिटेल","बता दें कि सीएए के खिलाफ देशभर में जो विरोध प्रदर्शन हुए थे, उसका सबसे गंदा नजारा 2020 की शुरुआत में दिल्ली दंगों में दिखाई पड़ा था। इस कानून के तहत 31 दिसंबर, 2014 से पहले तक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भारत आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाइयों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है। लेकिन, इसके विरोधी लोग इसे असंवैधानिक बताने पर लगे हुए हैं।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/weather-updates-forecast-heavy-rain-alert-in-8-states-snow-fall-expected-jk-winter-will-rise-north-653136.html,"Weather Updates & Forecast: अब मौसम मारेगा पलटी, 8 राज्यों में बारिश का अलर्ट, पड़ेगी कड़ाके की सर्दी","नई दिल्ली , 14 दिसंबर। उत्तर भारत में सर्दी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है तो वहीं दक्षिण भारत में बरसात कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। मौसम विभाग का ताजा अपडेट कहता है कि आने वाले चार दिनों में देश के 8 राज्यों में जमकर मौसम पलटी मारने वाला है। विभाग के मुताबिक 15 से लेकर 19 दिसंबर तक जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल में जमकर बारिश होने वाली है, जिससे तापमान में गिरावट आएगी और सर्दी बढ़ेगी।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/scientists-are-reviewing-the-evidence-on-booster-dose-of-corona-vaccine-hc-to-centre-653116.html,"हमारा ध्यान अभी लोगों के टीकाकरण पर, बूस्टर डोज पर वैज्ञानिक साक्ष्यों की समीक्षा कर रहे हैं- HC से केंद्र",बता दें कि दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र से कोविड-19 वैक्सीन के बूस्टर रोग से संबंधित पहलुओं पर जवाब दाखिल करने को कहा था। पश्चिम में बूस्टर डोज की बढ़ती वकालत को देखते हुए कोर्ट ने यह टिप्पणी की थी।,-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/election-process-started-in-5-states-dates-may-be-announced-at-this-time-653085.html,"5 राज्यों में चुनाव की प्रक्रिया शुरू, इस समय हो सकता है तारीखों का ऐलान","नई दिल्ली, 14 दिसंबर: अगले साल की शुरुआत में होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की घोषणा किसी भी समय हो सकती है। चुनाव आयोग ने इसके संबंध में संकेत देने शुरू कर दिए हैं। अगले साल फरवरी-मार्च में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब और मणिपुर विधानसभाओं के लिए चुनाव होने हैं। इसके लिए चुनाव आयोग कल (बुधवार) पंजाब से चुनाव तैयारियों की समीक्षा के लिए अपनी परंपरागत दौरे की शुरुआत कर रहा है। चुनाव तारीखें तय करने से पहले आयोग सभी संबंधित पक्षों से इस विषय पर चर्चा कर लेना चाहता है। माना जा रहा है कि फरवरी से मतदान की शुरुआत हो सकती है और उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में 6 से लेकर 8 चरणों तक में चुनाव करवाए जा सकते हैं।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/four-new-omicron-cases-detected-in-delhi-and-four-more-cases-have-been-reported-in-rajasthan-653068.html,"दिल्ली और राजस्थान में ओमिक्रॉन के 4-4 नए मामले दर्ज, देश में आंकड़ा पहुंचा 49","ओमिक्रॉन के अब तक 49 मरीज भारत में मिल चुके हैं, जिससे देश में भी लगातार नए वेरिएंट का खतरा बढ़ाता जा रहा है। अब छह राज्यों में से महाराष्ट्र (20), राजस्थान (13), कर्नाटक (3), गुजरात (4), केरल (1) और आंध्र प्रदेश (1) में रिपोर्ट किया गया है। वहीं दो केंद्र शासित प्रदेश- दिल्ली (6) और चंडीगढ़ (1) मामसे सामने आए है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/supreme-court-allows-road-construction-for-char-dham-road-project-in-uttarakhand-653061.html,"चारधाम रोड प्रोजेक्ट को सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी, सड़क चौड़ीकरण की दी इजाजत",हालांकि अदालत ने याचिकाकर्ता की पर्यावरण संबंधी चिंताओं को भी स्वीकार किया और कहा कि वह पूर्व सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस एके सीकरी की अध्यक्षता में एक निगरानी समिति का गठन कर रही है।,-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/imd-weather-forecast-rainfall-in-these-states-during-next-5-days-653059.html,IMD weather forecast: देश के इन राज्‍यों में 5 दिनों तक मध्यम बारिश की भविष्यवाणी,"नई दिल्‍ली। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले 5 दिनों के दौरान उत्तरी और दक्षिणी भारत के मैदानी इलाकों के कई हिस्सों में बारिश की भविष्यवाणी की है। विभाग की ओर से यह भी बताया गया कि, उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 6-10 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। अपने नवीनतम अपडेट में, विभाग ने कहा कि, कुछ राज्‍यों में मध्यम बारिश के आसार हैं।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/covid-19-india-5784-new-patients-and-7995-recoveries-in-24-hours-vaccination-133-8-crore-doses-653044.html,19 महीने बाद सबसे बड़ी गिरावट: 24 घंटों में मिले कोरोना के 5784 केस और 7995 मरीज ठीक,"कहां मिल रहे सबसे ज्यादा कोरोना मरीज? मरीजों का सबसे ज्यादा पता केरल राज्य में चल रहा है, यह वही राज्य है जहां देश का पहला कोरोना मरीज मिला था। तकरीबन 2 साल बाद भी केरल कोरोना की सर्वाधिक मार झेल रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, कल केरल राज्य से कोरोना के 2077 नए मामले दर्ज किए गए। इसके अलावा 203 मौतें हुईं। अब तक यहां 43170 मौतें हो चुकी हैं। पूर्वोत्तर भारतीय राज्य मिज़ोरम में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 37 नए मामले सामने आए। इस राज्य में कोविड से अब तक करीब 523 लोगों की मृत्यु दर्ज़ की गई है। वहीं, कुल सक्रिय मामले 2858 हैं।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/omicron-case-bengal-child-tested-positive-omicron-case-hyderabad-1511771,देश में बढ़ा नए वेरिएंट का खतरा! हैदराबाद पहुंचे दो विदेशी नागरिक समेत 7 साल का बच्चा ओमिक्रॉन से संक्रमित,"हैदराबाद: देश में कोरोना के नए वेरिएंट का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। बता दें कि अब पश्चिम बंगाल में भी कोरोना के ओमिक्रॉन ने दस्तक दे दी है, बता दें कि यहां मुर्शीदाबाद में 7 साल का बच्चा ओमिक्रॉन से संक्रमित पाया गया है, यह बच्चा 10 दिसंबर को अबूधाबी से हैदराबाद लौटा था। बता दें कि तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद पहुंचे दो विदेशी नागरिक और एक बच्चे सहित 3 लोग कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन से संक्रमित पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। तेलंगाना के स्वास्थ्य विभाग के निदेशक जी श्रीनिवास राव ने बताया कि 12 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंची केन्या की 24 वर्षीय एक महिला के कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इसके अलावा सोमालिया का 23 वर्षीय एक युवक भी ओमीक्रोन से संक्रमित पाया गया है। दोनों में इस रोग के कोई लक्षण नहीं हैं। दोनों के जांच के नमूनों को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था। गौरतलब है कि ओमीक्रोन स्वरूप को बेहद संक्रामक एवं घातक माना जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन भी इसे लेकर चिंता जाहिर कर चुका है। बता दें कि देश में अब तक 65 केस सामने आ चुके हैं। सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र में मिले हैं, यहां अब तक 28 केस सामने आ चुके हैं. इसके अलावा राजस्थान में 17, कर्नाटक में 3, गुजरात में 4, केरल में 1 और आंध्रप्रदेश में 1, दिल्ली में 6, तेलंगाना में 3, प बंगाल में 1 और चंडीगढ़ में 1 केस सामने आया है. खास बात ये है कि ओमिक्रॉन से संक्रमित ज्यादातर लोग वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हैं।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/nursery-admission-private-schools-delhi-schools-1511749,"दिल्ली: स्कूलों में नर्सरी दाखिला की प्रक्रिया शूरू, इस दिन तक कर सकते हैं आवेदन","नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी के निजी स्कूलों में नर्सरी कक्षाओं में दाखिले की प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो गई। नर्सरी कक्षा में दाखिला लेने के लिए आवेदन की अंतिम तिथि सात जनवरी है। शिक्षा निदेशालय ने पिछले महीने ही दाखिला प्रक्रिया कार्यक्रम को अधिसूचित किया था। कोविड-19 महामारी के कारण पिछली बार नर्सरी दाखिला की प्रक्रिया फरवरी में ही शुरू हो सकी थी। शिक्षा निदेशालय के एक अधिकारी ने कहा कि दाखिला के लिए चयनित बच्चों की पहली सूची चार फरवरी को, उसके बाद 21 फरवरी को दूसरी सूची जबकि सीटों के शेष रह जाने पर 15 मार्च को संभवत: अंतिम सूची जारी की जाएगी। दाखिले की पूरी प्रक्रिया 31 मार्च को समाप्त होगी।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/cds-bipin-rawat-group-captain-varun-singh-helicopter-accident-rahul-gandhi-1511718,"CDS रावत हेलीकॉप्टर दुर्घटना में एकमात्र बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की मौत, राहुल गांधी बोले- ये देश के लिए दुखद क्षण","नेशनल डेस्क: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हेलीकॉप्टर दुर्घटना में घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन पर बुधवार को शोक जताया और कहा कि यह देश के लिए दुखद क्षण है।उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह के निधन पर उनके परिवार और मित्रों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं। यह देश के लिए दुखद क्षण है। दुख की इस घड़ी में हम सब आपके साथ हैं।’’ IAF is deeply saddened to inform the passing away of braveheart Group Captain Varun Singh, who succumbed this morning to the injuries sustained in the helicopter accident on 08 Dec 21. IAF offers sincere condolences and stands firmly with the bereaved family. — Indian Air Force (@IAF_MCC) December 15, 2021 तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर हादसे में गंभीर रूप से घायल वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बुधवार सुबह बेंगलुरू के सैन्य अस्पताल में निधन हो गया। भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने कहा कि ‘‘बहादुर’’ ग्रुप कैप्टन ने आज सुबह दम तोड़ दिया। इस हादसे में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्य कर्मियों की जान चली गई थी। My heartfelt condolences to the friends and family of Group Captain Varun Singh. This is a sad moment for the country. We all are with you in this grief. pic.twitter.com/rpBoIcmEe9 — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 15, 2021",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/anurag-thakur-statement-on-the-war-between-virat-kohli-and-rohit-1511719,"विराट कोहली और रोहित के बीच छिड़ी जंग पर बोले अनुराग ठाकुर, खेल से बड़ा कोई नहीं","नेशनल डेस्क: भारतीय क्रिकेट टीम के साउथ अफ्रीकी दौरे से पहले कप्तानी को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। विराट कोहली और रोहित शर्मा के बीच अनबन की खबरें आ रही हैं। हालांकि बुधवार को कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि मैं दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज खेलने के लिए तैयार हूं। इसी बीच खेल मंत्री अनुराग ठाकुर का इस पूरे विवाद पर बयान सामने आया है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि खेल से बड़ा कोई नहीं है, खेल ही सर्वोत्तम है। उन्होंने कहा कि किसी खिलाड़ी के बीच क्या चल रहा है, मैं उसकी जानकारी नहीं दे सकता हूं, ये उनसे संबंधित एसोसिएशन या संस्थान की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि यही सही होगा कि वो इसपर जानकारी दें। बता दें कि अनुराग ठाकुर भी पूर्व में बीसीसीआई अध्यक्ष रह चुके हैं। विराट कोहली को जब से वनडे की कप्तानी से हटाया गया है, उसके बाद से तरह-तरह की खबरें आ रही थीं। टी-20 वर्ल्डकप में भारत की हार के बाद विराट कोहली ने टी-20 फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ दी थी। हालांकि ज्यादा विवाद तब खड़ा हुआ जब BCCI ने साउथ अफ्रीका दौरे के लिए टेस्ट टीम का ऐलान किया। BCCI ने वनडे टीम की कमान भी रोहित शर्मा को सौंपी है। हालांकि चोट के कारण रोहित शर्मा को टेस्ट सीरीज से बाहर होना पड़ा। मुंबई में प्रैक्टिस करते वक्त रोहित शर्मा को चोट लगी, जिसके बाद उन्हें तीन हफ्ते का रेस्ट लेने को कह दिया गया। इसके बाद खबरें थीं कि कोहली भी वनडे सीरीज नहीं खेल रहे हैं लेकिन उन्होंने इन खबरों को खुद ही प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कंडित कर दिया।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/mumbai-police-instagram--viral-video--handicapped-1511712,"ट्रैफिक गार्ड ने पेश की इंसानियत की मिसाल, ड्यूटी छोड़ दिव्यांग का हाथ पकड़ करवाई रोड़ क्राॅस- लोगों ने कहा 'मुंबई पुलिस हैट्स ऑफ'","मुंबई: सोशल मीडिया पर एक मुंबई पुलिस का दिल को छू लेने वाला वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। दरअसल, इंस्टाग्राम पर पुलिस वाले का एक वीडियो शेयर किया है जिसे लोग देख उसकी खूब तारीफ कर रहे हैं। यह वीडियो एक ट्रैफिक पुलिस का है जो बीच सड़क पर एक दिव्यांग व्यक्ति का हाथ धरकर उसे सड़क क्रास करता दिखाई दे रहा है। इस वीडियो को शूट करते हुए एक शख्स ने 'हैट्स ऑफ' भी कहा है। इंस्टाग्राम पर वायरल इस वीडियो में देख सकते है कि कैसे एक ट्रैफिक पुलिस ने एक दिव्यांग को सड़क पार करवाया है। ट्रैफिक पुलिस एचसी राजेंद्र सोनवणे को मुंबई के सीएसएमटी के पास ऐसा करता देखा गया। वहीं इस वीडियो को शूट कर रहे व्यक्ति को 'मुंबई पुलिस हैट्स ऑफ' कहते हुए सुना गया। वहीं इस वीडियो को शेयर करते समय मुंबई पुलिस ने हैश-टैग #MumbaiPoliceForAll का भी इस्तेमाल किया है। मुंबई पुलिस की यह वीडियो देख लोग खूब सराहना कर रहे हैं वहीं इस बीच एक दूसरे यूजर ने राजेंद्र के इस काम की तारीफ करते हुए कहा, बहुत ही अच्छा काम है। ट्रैफिक पुलिस के इस मदद पर मुंबई पुलिस के आला अधिकारियों को भी राजेंद्र पर नाज है।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/group-captain-varun-singh-is-no-more-pm-modi-president-expressed-grief-1511701,"अलविदा 'ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह'-PM मोदी बोले, राष्ट्र आपके योगदान को कभी नहीं भूलेगा...राष्ट्रपति ने भी जताया दुख","नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर हादसे में घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन पर बुधवार को शोक जताया और कहा कि उन्होंने देश की जो सेवा की, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी वरुण सिंह को श्रद्धांजलि दी और उनको नमन किया। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी ग्रुप कैप्टन वरुण के निधन पर शोक व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने गर्व, पराक्रम और अत्यंत पेशेवराना अंदाज में देश की सेवा की। उनके निधन से मुझे अत्यंत दुख पहुंचा है। देश के लिए उनकी सेवा को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है। उनके परिवार और मित्रों के प्रति मेरी संवेदनाएं।'' राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्र हमेशा वरुण सिंह का आभारी रहेगा। राष्ट्रपति ने कहा कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह अदम्य साहस का परिचय दिया। बता दें कि इस हादसे में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्य कर्मियों की जान चली गई थी। वरुण सिंह का बेंगलुरु के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा था।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/dulha-dulhan-video-couple-fires-pistol-wedding-viral-video-1511700,"तमंचे पर डिस्को! शादी के दौरान दुल्हा-दुल्हन ने जमकर की फायरिंग,वायरल हुआ वीडियो","नेशनल डेस्क: सोशल मीडिया पर आए दिन नए-नए वीडियो वायरल होते रहते हैं। ऐसे में एक दुल्हा-दुल्हन का हैरान कर देने वाली वीडियो सामने आया है जिसमें वह अपनी शादी में जश्न मनाने के लिए जमकर फायरिंग करते हुए दिखाई दे रहे है। दरअसल, उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद शहर में कथित तौर पर एक दुल्हा-दुल्हन द्वारा शादी में फायरिंग करते हुए देखा गया। जश्न में फायरिंग करते दूल्हा-दुल्हन का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। लेकिन बता दें कि यह अधिनियम अब युगल को कानून के संकट में डाल सकता है। शादी के जोश में खोया होश,दूल्हा दुल्हन पर कानूनी कार्रवाई की तैयारी,ग़ाज़ियाबाद के घंटाघर का मामला pic.twitter.com/aTeoI2xcZD — Mukesh singh sengar मुकेश सिंह सेंगर (@mukeshmukeshs) December 14, 2021 बता दें कि गाजियाबाद के कोतवाली इलाके में रविवार (12 दिसंबर) की एक शादी में फायरिंग की घटना है। अपने शानदार शादी के परिधानों में पूरी तरह से सजे जोड़े मंच पर खड़े दिखाई दे रहे हैं और दूल्हा हाथ में पिस्तौल लिए हुए है। दुल्हन के साथ फायरिंग कर रहे हैं। वीडियो वायरल हो रहा है। साथ में वे फायर करते हैं, कैमरों के लिए मुस्कुराते हैं और बंदूक को उपस्थित लोगों में से एक को सौंप देते हैं। वहीं, मेहमानों को तालियों और सीटी के साथ बंदूक की आग पर जयकार करते हुए भी सुना जा सकता है।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/helicopter-crash-group-captain-varun-singh-passaway-1511684,"हैलिकॉप्टर क्रैश: ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन, CDS बिपिन रावत के साथ हैलिकॉप्टर में थे सवार","नेशनल डेस्क: तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर हादसे में एक मात्र जीवित बचे वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह का बुधवार को निधन हो गया। वायुसेना ने ट्वीट करके यह जानकारी दी। बता दें कि इस हादसे में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल विपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्य कर्मियों की जान चली गई थी। वरूण सिंह इकलौते शख्स थे जो इस हादसे के बाद जिंदगी और मौत से जूझ रहे थे। वरूण सिंह का बेंगलुरु के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा था। पिछले गुरुवार को ग्रुप कैप्टन सिंह को तमिलनाडु के वेलिंगटन से बेंगलुरु के कमांड अस्पताल में स्थानांतरित किया गया था। बुधवार को हुई दुर्घटना के बाद ग्रुप कैप्टन को गंभीर रूप से झुलस जाने की वजह से वेलिंगटन के एक अस्पताल में भर्ती किया गया था।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/jammu-kashmir--jammu-militants-killed-kashmiri-pandits-1511669,"जम्मू कश्मीर: तीन दशकों में आतंकियों ने की 89 कश्मीरी पंडितों के अलावा अन्य धर्मों के 1,635 लोगों की हत्या","श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में आए दिन आतंकी हमले की खबरें सामने आती रहती हैं बता दें कि पिछले तीन दशकों में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों ने 1,724 लोगों की हत्या की गई जिसमें 89 कश्मीरी पंडित थे। इस बात की जानकारी एक आरटीआई कार्यकर्ता ने दी है। वहीं एक रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा के समालखा (पानीपत) से आरटीआई कार्यकर्ता पीपी कपूर द्वारा दायर एक आवेदन के जवाब में श्रीनगर में जिला पुलिस मुख्यालय के एक डीएसपी ने बताया कि 1990 में आतंकवाद की शुरुआत के बाद से हमलों में 89 कश्मीरी पंडित मारे गए थे। जानकारी के मुताबिक, इसी दौरान 89 कश्मीरी पंडितों के अलावा अन्य धर्मों के 1,635 लोगों की भी हत्या की गई। इसके साथ ही प्रवासी कश्मीरी पंडितों को केंद्र और राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जा रही वित्तीय सहायता में प्रत्येक पंजीकृत कश्मीरी प्रवासी को 9 किलो चावल, 2 किलो आटा और 1 किलो चीनी राशन के अलावा प्रतिमाह सहायता के रूप में 3,250 रुपए का भुगतान किया जा रहा है। पीपी कपूर ने कहा कि हिंदू, मुस्लिम और सिखों सहित 1.54 लाख लोग आतंकवाद की शुरुआत के बाद से घाटी छोड़ चुके हैं। इनमें से आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, 53,958 हिंदू, 11,212 मुस्लिम, 5,013 सिख राहत नीति के अनुसार सरकार से मदद ले रहे थे, जबकि 81,448 हिंदू, 949 मुस्लिम और 1,542 सिख आरटीआई के जवाब के अनुसार राहत का लाभ नहीं उठा रहे थे। केंद्र सरकार ने इस साल मार्च में संसद को बताया था कि 1990 के दशक से लगभग 3,800 कश्मीरी प्रवासी कश्मीर लौट आए हैं और 520 प्रधानमंत्री पैकेज के तहत नौकरी लेने के लिए अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी करने के बाद से वापस आ गए हैं।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/indigo-worker-falls-asleep-in-plane-1511662,इंडिगो के पैसेंजर फ्लाइट कर्मचारी को प्लेन में आ गई नींद...मुंबई से पहुंच गया अबू धाबी,"नेशनल डेस्क: इंडिगो एयरलाइंस का सामान चढ़ाने वाला एक कर्मचारी नींद के चक्कर में मुंबई से अबू धाबी पहुंच गया। कर्मचारी मुंबई-अबू धाबी फ्लाइट के कार्गों कंपार्टमेंट में ही सो गया। वहीं जब फ्लाइट संयुक्‍त अरब अमीरात की राजधानी पहुंची तो कर्मचारी वहां सोया हुआ मिला। उड्डयन नियामक DGCA के अधिकारियों ने बताया कि प्‍लेन में सामान चढ़ाने के बाद कर्मचारी को नींद आ गई और वह फ्लाइट में कार्गो डिब्‍बे में सामान के पीछे सो गया। कार्गो का दरवाजा बंद था और प्‍लेन ने मुंबई एयरपोर्ट से उड़ान भरी। प्‍लेन जब यूएई में अबू धाबी में लैंड हुआ तो अबू धाबी प्रशासन की ओर से इस लोडर का मेडिकल चेकअप किया गया। DGCA अधिकारियों ने बताया कि अबू धाबी के अधिकारियों की ओर से मंजूरी मिलने के बाद इस 'लोडर' को इसी प्‍लेन के सामान्‍य यात्री के तौर पर मुंबई वापिस भेजा गया। वहीं अधिकारियों ने बताया कि कर्मचारी को जांच पूरी होने तक हटा दिया गया है। वहीं अधिकारी इस मामले की पूरी जांच कर रहे हैं।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/crpf-jawans-army-jawan-shailendra-pratap-singh-sisters-marriage-1511623,"आतंकी हमले में शहीद हुआ भाई तो बहन की शादी में फर्ज निभाने पहुंचे दर्जनों CRPF जवान, देखिए भावुक कर देने वाला Video","नेशनल डेस्क: सोशल मीडिया पर सीआरपीएफ जवानों का एक दिल को छू लेने वाला वीडियो सामने आया है। दरअसल, उत्तर प्रदेश के रायबरेली में एक शादी कई सीआरपीएफ जवान दुल्हन के भाई बन कर पहुंचे, जिसे देख वहां मौजुद सभी मेहमान चकित रह गए। इस शादी शामिल होने वाले लोगों की आंखों में अपने आप ही उस समय आंसू छलक आए जब सीआरपीएफ जवानों ने शहीद की बहन की शादी में भाई का फर्ज निभाया। दरअसल, इस बहन का सीआरपीएफ भाई शहीद हो गया था जिसके बाद दोस्तों ने शादी में दुल्हन के भाई का फर्ज निभाया। #CRPF 💪🏼🙏🏽❤️ https://t.co/SZ44H2ENTi — निष्कर्ष ‏‎‎نشکرش NishkarsH (@PotterHeadNK) December 14, 2021 बता दें कि दक्षिण कश्मीर के आतंकग्रस्त क्षेत्र पुलवामा के लेथपुरा में स्थित 110 बटालियन सीआरपीएफ में तैनात सिपाही शैलेंद्र प्रताप सिंह आतंकियों से मोर्चा लेते हुए 5 अक्टूबर 2020 को शहीद हो गए थे। देश की खातिर सर्वोच्च बलिदान देने वाले इस जवान की बहन की शादी में पहुंचकर CRPF के साथियों ने भाई का फर्ज अदा किया। Brothers for life: As elder brothers, CRPF personnel attended the wedding ceremony of Ct Shailendra Pratap Singh's sister. Ct Sahilendra Pratap Singh of 110 Bn #CRPF made supreme sacrifice on 05/10/20 while valiantly retaliating terrorist attack in Pulwama.#GoneButNotForgotten pic.twitter.com/iuVNsvlsmd — 🇮🇳CRPF🇮🇳 (@crpfindia) December 14, 2021 रायबरेली के शहीद जवान शैलेंद्र प्रताप सिंह की बहन ज्योति सिंह की 13 दिसंबर, 2021 को शादी हुई। समारोह में शामिल हुए मेहमानों के बीच जब शादी में अचानक सीआरपीएफ जवान पहुंचे तो सबी की आंखे नम हो गई उन्होंने न केवल शादी की रस्मों में हिस्सा लिया बल्कि एक भाई की तरह अपनी बहन को आशीर्वाद और उपहार दिया। इसके अलावा फूलों की चादर से सजी चुनरी को पकड़कर बहन को स्टेज तक ले गए और उसे घर से खुशी-खुशी विदा किया।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/supreme-court-aadhar-card--ration-card-covid-19-1511649,"SC का निर्देश- देश के प्रत्येक नागरिक को मूल अधिकार प्रदत्त है, यौन कर्मियों को तत्काल वोटर, आधार कार्ड दे सरकार, राशन भी कराए मुहैया","नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को सरकार को आदेश दिया कि देश के प्रत्येक नागरिक को मूल अधिकार प्रदत्त है फिर चाहे उसका पेशा कुछ भी हो। इसी के साथ कोर्ट ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मतदाता पहचान पत्र, आधार और राशन कार्ड यौन कर्मियों को जारी करने की प्रक्रिया फौरन शुरू करने तथा उन्हें राशन मुहैया करना जारी रखने का निर्देश दिया। पीठ ने कहा कि राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को करीब एक दशक पहले राशन कार्ड एवं पहचान पत्र जारी करने का निर्देश दिया गया था तथा इसके लिए कोई कारण नहीं है कि अब तक वे निर्देश क्यों नहीं लागू किये गये। बता दें कि इससे पहले कोर्ट यौन कर्मियों के कल्याण के लिए आदेश जारी करता रहा है और पिछले साल 29 सितंबर को केंद्र और अन्य को उनसे (यौन कमियों से) पहचान सबूत मांगे बगैर उन्हें राशन मुहैया करने का निर्देश दिया था, न्यायमूर्ति एल. नागेश्वर राव, न्यायमर्ति बी. आर. गवई और न्यायमूर्ति बी.वी. नागरत्न ने इसे लेकर नाखुशी प्रकट की कि यौन कर्मियों को राशन मुहैया करने का निर्देश 2011 में जारी किया गया था, लेकिन उसे लागू किया जाना बाकी है। कोर्ट ने कहा कि देश के प्रत्येक नागरिक को मूल अधिकार प्रदत्त है, चाहे उसका पेशा कुछ भी हो. सरकार देश के नागरिकों को मूलभूत सुविधाएं देने के लिए कर्तव्यबद्ध है. केंद्र सरकार, राज्य सरकारों और अन्य प्राधिकारों को राशन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड और आधार कार्ड जारी करने की प्रक्रिया तत्काल शुरू करने का निर्देश दिया जाता है। पीठ ने कहा कि यौन कर्मियों को राशन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड और आधार कार्ड जारी करने के बारे में स्थिति रिपोर्ट आज से चार हफ्ते के अंदर दाखिल की जाए तथा इस बीच राज्य सरकारें और केद्र शासित प्रदेशों को पूर्व के आदेश में किये गये उल्लेख के अनुरूप राशन कार्ड या अन्य पहचान पत्र मांगे बगैर यौन कर्मियों को राशन वितरण जारी रखने का निर्देश दिया जाता है। इसके साथ ही पीठ ने सरकार को विभिन्न आईडी कार्ड बनाते समय यौन कर्मियों के नाम और उनकी पहचान गोपनीय रखने का भी निर्देश दिया।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/omicron--delta-who-who-chief-omicron-in-india-1511594,WHO की चेतावनी- दुनिया भर में तेजी से फैल रहा Omicron,"नेशनल डेस्क: ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार को एक बड़ी चेतावनी दी है। दरअसल, WHO ने कहा है कि कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन दुनिया भर में तेजी से पैर पसार रहा है। WHO के प्रमुख टेड्रोस ए घेब्रेयेसस ने कहा कि इस स्ट्रेन के मामले करीब 77 देशों में आए है यह ‘शायद’ अधिकांश देशों में फैल गया है, यह जितनी तेजी से फैला है ऐसा पिछले वेरिएंट के डेल्टा के साथ नहीं था। बता दें कि ओमिक्रॉन, पहली बार दक्षिण अफ्रीका में सामने आया था। 24 नवंबर को इस वेरिएंट के बारे में डब्ल्यूएचओ को जानकारी दी गई थी। शुरुआती आंकड़ों से पता चलता है कि इस वेरिएंट पर कोरोना टीकों का भी कोी असर नहीं है, इसके साथ ही यह डेल्टा वेरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक है। वहीं अगर भारत की बात करें तो देश में ओमीक्रोन वेरिएंट के करीब 61 केस सामने आ चुके हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में चार और लोग कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन से संक्रमित पाए गए हैं तथा ये सभी हाल में विदेश यात्रा कर चुके हैं। जैन ने कहा कि अब तक राजधानी में 6 लोग ओमीक्रोन से संक्रमित पाए जा चुके हैं. उनमें से 1 को छुट्टी दे दी गई है, उन सभी ने विदेश यात्रा की थी और उन्हें (इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय) हवाई अड्डे से लोक नायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/omicron-threat-61-cases-of-the-new-variant-in-the-country-1511590,"ओमिक्रॉन का खतरा: देश में नए वैरिएंट के अबतक 61 केस, ब्रिटेन से नोएडा लौटे पांच लोग कोरोना पॉजिटिव","नेशनल डेस्क: देश में ओमिक्रॉन के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। दिल्ली में मंगलवार को कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के चार नए मामले जबकि महाराष्ट्र में आठ नए केस सामने आए। इसके साथ ही देश में ओमिक्रॉन के मामलों की संख्या बढ़कर 61 तक पहुंच गई है। नोएडा में पांच लोग कोरोना संक्रमित ब्रिटेन से हाल ही में गौतमबुद्ध नगर आने वाले पांच लोगों में कोरोना संक्रमण पाया गया है। गौतमबुद्ध नगर के CMO डॉ. सुनील शर्मा ने की है। सभी संक्रमितों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिए गए हैं, जिससे ओमिक्रॉन संक्रमण की जांच की जा सके। बता दें कि मंगलवार को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में चार और लोग कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित पाए गए हैं तथा ये सभी हाल में विदेश यात्रा कर चुके हैं। वहीं दिल्ली में मिला पहला ओमिक्रॉन मरीज ठीक हो चुका है और लोक नायक जय प्रकाश नारायण (LNJP) अस्पताल से उसे छुट्टी दे दी गई है। वहीं, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को कहा कि राज्य में ओमिक्रॉ के आठ नए मामले दर्ज किए गए और इनमें से किसी भी मरीज ने हाल में विदेश यात्रा नहीं की है। स्वास्थ्य विभाग ने एक बुलेटिन में बताया कि नए मामलों के साथ ही SARS-CoV-2 के नए स्वरूप से संक्रमित होने वालों की संख्या राज्य में बढ़कर 28 हो गई है। इनमें से सात मामले मुंबई में सामने आए हैं और संक्रमितों में तीन महिलाएं शामिल हैं। स्वास्थ्य बुलेटिन में कहा गया, ‘‘(पुणे स्थित) राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) द्वारा आज दी गई रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में आठ और मरीज ओमीक्रोन से संक्रमित पाए गए। इनमें से सात मरीज मुंबई के हैं और एक मरीज वसई-विरार (मुंबई की एक छोटी बस्ती) का है। आठ में से तीन में किसी तरह के लक्षण नहीं दिख रहे हैं, जबकि पांच में संक्रमण के हल्के लक्षण हैं।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/top-stories/news/maharashtra-omicron-variant-omicron-omicron-test--omicron-cases-1511588,"मुंबई एयरपोर्ट पर अब सिर्फ इतने रुपए में होगी RT-PCR टेस्ट की जांच, नए रेट किए जारी","नेशनल डेस्क: भारत में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के करीब 61 केस सामने आ चुके हैं। वहीं, ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच मुंबई एयरपोर्ट पर RT-PCR की कीमतों को कम कर दिया गया है। बता दें कि एयरपोर्ट पर पहले RT-PCR के लिए 3900 रुपए देने पड़ते थे, अब सिर्फ 1975 रुपए देने होंगे। इस मामले में राज्य सरकार की ओर से आज नोटिफिकेशन आज जारी किया गया है। मुंबई एयरपोर्ट पर सबसे ज्यादा RT-PCR के लिए पैसे लिए जाते थे। महाराष्ट्र में मंगलवार को कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के 8 नए मामले सामने आए हैं, जिससे राज्य में संक्रमितों की संख्या 28 हो गई है। तीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों (मुंबई, पुणे और नागपुर) पर आने वाले यात्रियों की गहन निगरानी वर्तमान में 1 दिसंबर से चल रही है। अधिकारियों ने कहा कि उच्च जोखिम वाले देशों से कुल 13,615 लोग यहां पहुंचे हैं, जिनमें से 30 की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, अन्य देशों से भी 8 नागरिक प्रदेश में पहुंचे है। इन सभी की रिपोर्ट जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजी गई है।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/pm-modi-pays-tribute-to-sardar-patel-on-his-death-anniversary-1511577,"सरदार पटेल पुण्यतिथि: श्रद्धांजलि देते हुए बोले PM मोदी, राष्ट्र को एकजुट करने के प्रयास के लिए देश रहेगा आभारी","नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 71वीं पुण्यतिथि पर बुधवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि सरदार पटेल को उनकी पुण्य तिथि पर याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। पीएम मोदी ने कहा कि भारत हमेशा सरदार पटेल की असाधारण सेवा, उनके प्रशासनिक कौशल और हमारे राष्ट्र को एकजुट करने के अथक प्रयासों के लिए उनका आभारी रहेगा।'' स्वतंत्रता के बाद बड़ी संख्या में रियासतों का भारतीय संघ में विलय कराने का श्रेय प्रमुख रूप से सरदार पटेल को ही जाता है।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/corona-cases-corona-virus-covid19-corona-new-varraint-1511574,"ओमिक्राॅन के बढ़ते मामले के बीच भारत में पिछले 24 घंटे में आए 6,984 नए COVID-19 केस, कल से 20.7 प्रतिशत ज़्यादा","नई दिल्ली: भारत में जहां ओमिक्राॅन के मामले बढ़ते जा रहे हैं वहीं देश में कोरोना के नए मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही हैं। बता दें कि 15 दिसंबर, 2021 की सुबह तक पिछले 24 घंटे में 6,984 नए COVID-19 केस सामने आए हैं, जो कि कल के मामलों से 20.7 प्रतिशत ज़्यादा हैं। बता दें कि मंगलवार को 5,784 नए केस दर्ज किए गए थे. ये केस 571 दिनों में एक दिन में दर्ज होने वाले सबसे कम कोरोना के नए केस थे, अगर मौतों की बात करें तो बुधवार की सुबह तक पिछले एक दिन में कोविड संक्रमण से कुल 247 मौतें हुई हैं। कल मौतों की संख्या 252 थी। वहीं देश में कोविड के एक्टिव मरीजों की संख्या 90 हजार से कम चल रही है, मार्च, 2020 के बाद से देश में कोविड के एक्टिव केस कुल मामलों के मुकाबले सबसे निचले स्तर पर हैं।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/video-of-12-year-old-boy-beating-in-daman-goes-viral-3-arrested-1511777,"नाबालिग लड़के के कपड़े उतरवाकर लोगों ने की पिटाई, वीडियो वायरल होने पर 3 लोग गिरफ्तार","नेशनल डेस्क: केन्द्र शासित प्रदेश दमन एवं दीव में कुछ लोगों ने चोरी करने के संदेह में 12 साल के एक लड़के के कथित तौर पर कपड़े उतार कर उसकी पिटाई की। पुलिस ने बुधवार को बताया कि घटना का वीडियो मंगलवार को सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की और तीन लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, कथित वीडियो रविवार को बनाया गया था, जब घटना घटी। घटना केन्द्र शासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली और दमन एवं दीव के मोती दमन इलाके के एक बाजार की है। वीडियो में कुछ लोग एक लड़के पर चोरी का आरोप लगाने के बाद उसे अपशब्द कहते और पीटते नजर आ रहे हैं। वीडियो में एक व्यक्ति लड़के को चप्पल से मारता और खींच-खींचकर उसके कपड़े उतारता दिख रहा है। एक अन्य व्यक्ति लड़के के जमीन पर लेट जाने पर उसके पैर पर खड़ा नजर आ रहा है। फिर उसकी कमीज उतार उसे खंभे से बांध दिया गया और उसे पीटा गया। केन्द्र शासित प्रदेश के समाज कल्याण विभाग की सचिव पूजा जैन ने बताया कि वीडियो के संबंध में मंगलवार को उन्हें जानकारी मिली, जिसके तुरंत बाद पुलिस विभाग और बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष को इसकी जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि घटना में शामिल सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने वीडियो में दिख रहे तीन लोगों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 342 और 323 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/mp-fund-was-stopped-during-the-corona-period-scheme-will-start-again-more-than-17-thousand-crores-will-be-spent/1960343/,"कोरोना काल में रोक दी गई थी सांसद निधि, फिर से शुरू होगी योजना, 17 हजार करोड़ से ज्यादा होगा खर्च","कोरोना काल में रोक दी गई थी सांसद निधि, फिर से शुरू होगी योजना, 17 हजार करोड़ से ज्यादा होगा खर्च सांसद निधि के तहत हर सांसद के लिए पांच करोड़ रुपये की वार्षिक राशि निर्धारित है। केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के चलते साल 2020 में सांसद निधि को निलंबित कर दिया था जिसे अब बहाल कर दिया गया है। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By Sanjay Dubey नई दिल्ली December 15, 2021 3:14:03 pm संसद में सांसदों द्वारा कई तरह और कई नियमों के तहत पूछे जाते हैं प्रश्न (फाइल फोटो- पीटीआई) सरकार ने बुधवार को बताया कि सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना (एमपीलैड्स) निधि को बहाल करने और उसे वित्त वर्ष 2025-26 तक जारी रखने को मंजूरी दे दी गई है। लोकसभा में भर्तृहरि महताब के प्रश्न के लिखित उत्तर में सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने यह जानकारी दी। महताब ने सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना (एमपीलैड्स) को बहाल करने के फैसले के बारे में सवाल पूछा था। सिंह ने बताया कि सरकार ने मौजूदा सांसद निधि (एमपीलैड) के दिशानिर्देश के अनुसार, एक किस्त में 2 करोड़ रुपए प्रति सांसद की दर से सांसद निधि की राशि निर्मुक्त करने के साथ वित्त वर्ष 2021-22 की शेष अवधि के दौरान सांसद सदस्य स्थानीय क्षेत्र विकास योजना (एमपीलैड) को पुनः बहाल करने का फैसला किया है।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/telangana-corona-omicron-cases-increasing-continuously-in-india-who-chief-said-spreading-rate-is-very-high/1960325/,"भारत में लगातार बढ़ रहे ओमिक्रोन के मरीज, तेलंगाना में मिले नए केस, WHO चीफ ने दी यह चेतावनी","भारत में लगातार बढ़ रहे ओमिक्रोन के मरीज, तेलंगाना में मिले नए केस, WHO चीफ ने दी यह चेतावनी हैदराबाद में ओमीक्रोन के तीन नए मामले सामने आए हैं। संक्रमित लोगों में एक सात साल का बच्चा भी है। बाकी दो विदेशी नागरिक हैं। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By शिशुपाल-कुमार नई दिल्ली December 15, 2021 2:45:03 pm तेलंगाना में मिल ओमीक्रोन के तीन मामले (Express Photo: Praveen Khanna) भारत में अब लगातार कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन के मामले बढ़ते दिख रहे हैं। बुधवार को तेलंगाना में तीन नए ओमीक्रोन के मामले मिले हैं। इन मामलों के साथ ही देश में कुल 64 मामले इस वैरिएंट के सामने आ चुके हैं। वहीं इसे लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन के चीफ ने कहा है कि ओमीक्रोन किसी भी अन्य वैरिएंट की तुलना में तेजी से फैल रहा है। तेलंगाना के हैदराबाद में ओमीक्रोन के तीन नए मामले सामने आए हैं। संक्रमित लोगों में एक सात साल का बच्चा भी है। रिपोर्टों के अनुसार 12 दिसंबर को हैदराबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे 24 वर्षीय केन्याई महिला और 23 वर्षीय सोमालियाई व्यक्ति को ओमीक्रोन से संक्रमित पाया गया है। एक और सात वर्षीय बच्चा, जो कोलकाता से हैदराबाद आया था। वो भी इस वायरस से संक्रमित मिला है। तेलंगाना सरकार ने पश्चिम बंगाल को इसकी जानकारी दे दी है।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/indian-air-force-group-captain-varun-singh-varun-singh-passes-away-sole-survivor-of-chopper-crash/1960131/,"हेलिकॉप्टर क्रैशः 7 दिन मौत से जंग लड़ते रहे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, शहीद हुआ हादसे का शिकार 14वां जवान","हेलिकॉप्टर क्रैशः 7 दिन मौत से जंग लड़ते रहे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, शहीद हुआ हादसे का शिकार 14वां जवान बता दें कि 8 दिसंबर को जनरल बिपिन रावत को वेलिंग्टन में डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज जाना था। एयरफोर्स के एमआई 17 हेलिकॉप्टर ने सुलूर एयरबेस से 11.48 पर उड़ान भरी। इसे वेलिंग्टन में 12:15 बजे लैंड करना था। लेकिन 12.08 पर यह क्रैश हो गया। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By अर्पित आलोक मिश्र नई दिल्ली Updated: December 15, 2021 1:44:10 pm ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह 8 दिसंबर 2021 को हुए हादसे में अकेले जिंदा बचे थे(फोटो सोर्स: ANI/फाइल)। तनिलनाडु के कुन्नूर में 8 दिसंबर को दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलिकॉप्टर में सवार 14 लोगों में से 13 लोगों की जान चली गई थी। जिसमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य जवान शामिल थे। वहीं हेलिकॉप्टर में सवार ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का हादसे के बाद से इलाज चल रहा था। बता दें कि 15 दिसंबर बुधवार की सुबह वरुण सिंह का निधन हो गया। इसको लेकर भारतीय वायुसेना ने आधिकारिक जानकारी दी कि बहादुर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन की सूचना देते हुए भारतीय वायुसेना को गहरा दुख है। उनकी आज सुबह मृत्यु हो गई। भारतीय वायुसेना उनके निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करती है और उनके शोक संतप्त परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/chhattisgarh-ambikapur-teenager-conspiracy-self-kidnapping-passion-of-winning-one-crore-in-pubg-online-game/1959892/,"पबजी की लत! खुद के हाथ पैर बांधकर खींची फोटो, रचा किडनैपिंग का नाटक, पुलिस ने पकड़ा","पबजी की लत! खुद के हाथ पैर बांधकर खींची फोटो, रचा किडनैपिंग का नाटक, पुलिस ने पकड़ा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला ने जानकारी दी कि बीते दस दिसंबर को सुबह नौ बजे शंकरघाट सोनपुर कला निवासी वाशु विश्वकर्मा अपने घर से निकला था। उसके बाद वह वापस नहीं लौटा। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By अर्पित आलोक मिश्र नई दिल्ली Updated: December 15, 2021 12:28:10 pm प्रतीकात्मक तस्वीर। ऑनलाइन गेम पबजी की तरफ युवाओं का आकर्षण काफी अधिक देखा गया है। इसकी लत में 19 साल के एक लड़के ने खुद की किडनैपिंग का स्वांग रच डाला। बता दें कि छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर के सरगुजा जिले के सोनपुर कला गांव निवासी वाशु विश्वकर्मा ने घर से पैसे ऐठने के चक्कर में अपने किडनैपिंग की कहानी गढ़ी। हालांकि इसमें वो पूरी तरह से कामयाब नहीं हो सका। बता दें कि 19 साल का वाशु 10 दिसंबर को 14 हजार रुपये लेकर अपने घर से भाग गया था। इसके बाद उसने अपने घर व्हाट्सअप पर अपनी फोटो भेजी। जिसमें उसके हाथ-पैर बंधे हुए थे। फोटो के साथ 4 लाख रुपये फिरौती की मांग की गई थी। इसे देखकर उसके परिवार वाले परेशान हो गये। जब मामला पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस ने मोबाइल ट्रेस कर लोकेशन का पता लगाया।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/rajya/mumbai-schools-will-open-after-21-months-classes-from-1-to-7-will-start-from-today/1959785/,"21 महीने बाद खुलेगा मुंबई के स्कूलों पर लगा ताला, आज से शुरू होंगी 1 से 7 तक की क्लासेस","21 महीने बाद खुलेगा मुंबई के स्कूलों पर लगा ताला, आज से शुरू होंगी 1 से 7 तक की क्लासेस कई पैरेंट्स इस बात से भी चिंतित हैं कि कोरोना का दूसरा रूप ओमीक्रोन भी आ गया है और कक्षा 1 से 7 तक के छात्रों की उम्र टीके लगवाने वाली नहीं है। यानी इन्हें टीके नहीं लगवाए गए हैं। ऐसे में बच्चों को स्कूल भेजने में उन्हें थोड़ी हिचकिचाहट भी है। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By Sanjay Dubey मुंबई December 15, 2021 10:24:18 am ओमीक्रोन की वजह से मुंबई में बच्चों को स्कूल भेजने में कई पैरेंट्स डर रहे हैं। (Photo- Indian Express File) मुंबई में लंबे समय से घरों में बंद बच्चे एक बार फिर स्कूल जाकर अपने दोस्तों से मिल सकेंगे। कोरोना महामारी के दौरान बंद किए गए स्कूल 21 महीने बाद आज खुल रहे हैं। इससे बच्चों में तो उत्साह है ही, स्कूलों में फिर से चहल-पहल लौटने और गुलजार होने से टीचरों और दूसरे स्टॉफ में भी खुशी है। काफी समय बाद बच्चे अब अपने बैग्स तैयार करेंगे और घरों में उनके लिए टिफिन तैयार होगी। मुंबई में 21 महीने के बाद बुधवार से पहली से सातवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खुलने जा रहे हैं। बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने मंगलवार को स्कूलों को फिर से खोलने का आदेश जारी किया। कोविड-19 महामारी के कारण मार्च 2020 से ही महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में स्कूल बंद थे। Also Read कोरोना काल में रोक दी गई थी सांसद निधि, फिर से शुरू होगी योजना, 17 हजार करोड़ से ज्यादा होगा खर्च भारत में लगातार बढ़ रहे ओमिक्रोन के मरीज, तेलंगाना में मिले नए केस, WHO चीफ ने दी यह चेतावनी यूपी चुनावः जिन्ना के बाद औरंगजेब पर शुरू हुई ‘जंग’, शिवराज के मंत्री ने कहा- अखिलेश के अंदर औरंगजेब की आत्मा राकेश टिकैत की घर वापसी से पहले सजाया गया गांव, यूं मनाया जाएगा जश्न इससे पहले कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के मद्देनजर चार दिसंबर से स्कूलों को पहली से सातवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए खोलने का फैसला टाल दिया गया था। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के मामलों की संख्या बढ़कर 28 हो गई है, इसमें से कई मरीज मुंबई में ही हैं। कक्षा 1 से 7 तक में मुंबई में करीब 10 लाख विद्यार्थी हैं। स्कूलों को खोलने के लिए तैयारियां तेजी से की गई हैं, हालांकि कुछ स्कूल वालों का कहना है कि अगले कुछ दिनों में विंटर वेकेशन और क्रिसमस वेकेशन की वजह से स्कूलों को फिर से बंद करना पड़ेगा। ऐसे में बेहतर होगा कि स्कूलों को जनवरी से ही शुरू किया जाए। इसके अलावा कई पैरेंट्स इस बात से भी चिंतित हैं कि कोरोना का दूसरा रूप ओमीक्रोन भी आ गया है और कक्षा 1 से 7 तक के छात्रों की उम्र टीके लगवाने वाली नहीं है। यानी इन्हें टीके नहीं लगवाए गए हैं। ऐसे में बच्चों को स्कूल भेजने में उन्हें थोड़ी हिचकिचाहट भी है। इस बीच महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को कहा कि राज्य में ओमीक्रोन स्वरूप के आठ नए मामले दर्ज किए गए और इनमें से किसी भी मरीज ने हाल में विदेश यात्रा नहीं की है। स्वास्थ्य विभाग ने एक बुलेटिन में बताया कि नए मामलों के साथ ही सार्स-सीओवी-2 के नए स्वरूप से संक्रमित होने वालों की संख्या राज्य में बढ़कर 28 हो गई है। इनमें से सात मामले मुंबई में सामने आए हैं और संक्रमितों में तीन महिलाएं शामिल हैं। स्वास्थ्य बुलेटिन में कहा गया, “(पुणे स्थित) राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) द्वारा मंगलवार को दी गई रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में आठ और मरीज ओमीक्रोन से संक्रमित पाए गए। इनमें से सात मरीज मुंबई के हैं और एक मरीज वसई-विरार (मुंबई की एक छोटी बस्ती) का है। इसमें कहा गया कि इन आठ लोगों में सात को कोविड-19 रोधी टीका लग चुका है और उनके नमूने दिसंबर के पहले हफ्ते में जांच के वास्ते लिए गए। विभाग ने बताया कि सभी संक्रमित 24 से 41 आयु वर्ग में हैं। इसने बताया कि आठ में से तीन में लक्षण नहीं दिख रहे हैं, जबकि पांच में संक्रमण के हल्के लक्षण हैं। बुलेटिन में कहा गया, “प्रारंभिक सूचना के मुताबिक, इनमें से कोई भी दूसरे देश से नहीं लौटा है।” इसमें कहा गया है कि ओमीक्रोन से संक्रमित लोगों में से एक ने बेंगलुरु की यात्रा की थी, जबकि अन्य ने नई दिल्ली का दौरा किया था। बुलेटिन में कहा गया है कि आठ मरीजों में से दो अस्पताल में हैं और छह घरों में पृथक-वास में हैं तथा उनके करीबी संपर्कों का पता लगाया जा रहा है। ",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/corona-vaccination-in-madhya-pradesh-gwalior-collector-threatens-officials-for-target-delay/1959825/,"वैक्सीनेशन में एक भी दिन हुई देरी तो फांसी पर लटका दूंगा, डीएम ने कर्मचारियों को दी धमकी","वैक्सीनेशन में एक भी दिन हुई देरी तो फांसी पर लटका दूंगा, डीएम ने कर्मचारियों को दी धमकी बैठक में अधिकारियों को फटकार लगाते हुए डीएम कौशलेंद्र ने कहा कि अगर कोरोना वैक्सीनेशन का लक्ष्य पूरा करने में 1 दिन की चूक हुई, तो आप लोगों को फांसी पर टांग दूंगा। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By अर्पित आलोक मिश्र भोपाल Updated: December 15, 2021 10:26:55 am वैक्सीन लगाने का लक्ष्य पूरा नहीं होने पर जिलाधिकारी कौशलेंद्र विक्रम सिंह नाराज हो गए(फोटो सोर्स: PTI/ट्विटर)। देश में कोविड-19 वैक्सीनेशन का आंकड़ा मंगलवार को 134 करोड़ के पार पहुंच गया। वहीं 14 दिसंबर को देशभर शाम 7 बजे तक 62 लाख से ज़्यादा वैक्सीन की डोज़ लगाई गई। इसके अलावा टीकाकरण अभियान में तेजी लाने के लिए देशभर में अभियान भी चलाए जा रहे हैं। इसके लिए अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों को टारगेट भी दिया जा रहा है। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में टारगेट पूरा न होने पर जिलाधिकारी की नाराजगी सामने आई है। दरअसल कोरोना की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह सख्त है। बता दें कि कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने मंगलवार को डबरा तहसील के भितरवार में अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान उन्हें पता चला कि 18 हज़ार लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य पूरा नहीं हो सका है। इससे जिलाधिकारी कौशलेंद्र विक्रम सिंह नाराज हो गए।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/rajya/loader-slept-in-cargo-compartment-of-mumbai-abu-dhabi-flight-found-safe-on-landing/1959712/,"कार्गो में ही सो गया विमान में सामान चढ़ाने आया शख्स, पहुंच गया UAE, जानें पूरा मामला","कार्गो में ही सो गया विमान में सामान चढ़ाने आया शख्स, पहुंच गया UAE, जानें पूरा मामला अधिकारियों ने बताया कि कार्गो का दरवाजा बंद था और मुंबई हवाईअड्डे से विमान के उड़ान भरने पर उसकी नींद खुली। यूएई की राजधानी में विमान के उतरने पर अबू धाबी के अधिकारियों ने लोडर की मेडिकल जांच की और उसकी शारीरिक हालत स्थिर व सामान्य पाई गई। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By Sanjay Dubey मुंबई December 15, 2021 9:08:26 am कोरोना को देखते हुए इंडिगो एयरलाइंस अपने विमानों में साफ-सफाई का खास ख्याल रख रही है। फोटो- @IndiGo6E कभी-कभी किसी को कोशिश करने पर भी विमान यात्रा का अवसर नहीं मिलता है तो किसी को अंजाने में ही इसका सुख मिल जाता है। ऐसा ही कुछ मुंबई में सामान चढ़ाने और उतारने वाले एक लोडर के साथ हुआ। वह कार्गों में ही सो गया और नींद खुली तो रास्ते में था। विमान जब संयुक्त अरब अमीरात में उतरा, तब सब कुछ पता चला। इंडिगो एयरलाइन की मुंबई-अबू धाबी उड़ान के ‘कार्गो कंपार्टमेंट’ में एक ‘लोडर’ (श्रमिक) को नींद आ गई, लेकिन संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की राजधानी पहुंचने पर उसे सुरक्षित पाया गया। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के अधिकारयों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रविवार रात विमान में सामान लादने के बाद, निजी एयरलाइन का एक लोडर कार्गो कंपार्टमेंट में सामान के पीछे सो गया।",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/unesco-gives-cultural-heritage-status-to-bengals-durga-puja-pm-modi-says-proud-moment/1048486,"UNESCO ने बंगाल की दुर्गा पूजा को दिया सांस्कृतिक विरासत का दर्जा, पीएम ने जताई खुशी","UNESCO ने बंगाल की दुर्गा पूजा को दिया सांस्कृतिक विरासत का दर्जा, पीएम मोदी ने बताया 'गर्व का पल' UNESCO ने बुधवार को पश्चिम बंगाल के दुर्गा पूजा उत्सव को एक विरासत का दर्जा दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूनेस्को की इस घोषणा पर खुशी जाहिर की है. Last Updated: Dec 15, 2021, 09:24 PM IST UNESCO ने दुर्गा पूजा उत्सव को एक विरासत का दर्जा दिया भारत के लिए बड़ी उपलब्धि पीएम मोदी ने जाहिर की खुशी कोलकाता: UNESCO ने बुधवार को पश्चिम बंगाल के दुर्गा पूजा उत्सव को एक विरासत का दर्जा दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूनेस्को की इस घोषणा पर खुशी जाहिर की है. भारत को लिस्ट में किया गया शामिल यूनेस्को ने ट्विटर पर देवी दुर्गा की मूर्ति वाली एक तस्वीर के साथ ट्वीट किया, 'कोलकाता में दुर्गा पूजा को अभी-अभी अमूर्त विरासत सूची में शामिल किया गया है. भारत को शुभकामनाएं.' शिल्प कौशल को प्रदर्शित करता है कार्यक्रम राज्य विरासत आयोग के अध्यक्ष सुवप्रसन्ना ने कहा कि दुर्गा पूजा पंडालों के निर्माण के शिल्प कौशल को प्रदर्शित करने वाले 'रेड रोड कार्निवल' ने दुनिया भर में लोगों को इसकी भव्यता को लेकर जागरूक किया है जो कि त्योहार का पर्याय है. पीएम मोदी ने जाहिर की खुशी इस बीच, कोलकाता के दुर्गा पूजा उत्सव को विरासत का दर्जा मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूनेस्को के इस फैसले की सराहना की और इसे प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व और उल्लास का विषय करार दिया. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व और उल्लास का पल. दुर्गा पूजा हमारी सर्वोत्तम परंपराओं और लोकाचार को पेश करती है और कोलकाता की दुर्गा पूजा का अनुभव हर किसी के पास होना चाहिए.' (इनपुट- एजेंसी)",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/first-case-of-omicron-came-in-west-bengal-7-year-old-child-got-infected/1048433,"कोरोना: 7 साल का बच्‍चा हुआ ओमिक्रॉन से संक्रमित, नए वेरिएंट ने बढ़ाई टेंशन","कोरोना: 7 साल का बच्‍चा हुआ ओमिक्रॉन से संक्रमित, बंगाल में आया पहला केस पश्चिम बंगाल में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया है. यहां 7 साल के बच्चे में नए वेरिएंट की पुष्टि हुई है. बच्चा अपने माता-पिता के साथ अबू धाबी से हैदराबाद गया. जहां वो कोराना पॉजीटिव पाया गया. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 15, 2021, 08:32 PM IST पश्चिम बंगाल में ओमिक्रॉन का पहला मामला मिला अबू धाबी से हैदराबाद गया था बच्चा बच्चे के माता-पिता की रिपोर्ट आई कोरोना नेगेटिव नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया है. यहां मुर्शिदाबाद जिले में 7 साल के बच्चे में इसकी पुष्टि हुई है. स्वास्थ्य विभाग के एक सीनियर अधिकारी ने इसकी जानकारी दी. हैदराबाद में पाया गया था कोरोना पॉजीटिव अधिकारी ने बताया कि ये बच्चा अबू धाबी से हैदराबाद होते हुए पश्चिम बंगाल लौटा है. वो कोलकाता हवाईअड्डे से मालदा अपने रिश्तेदार के यहां गया था. उन्होंने बताया कि बच्चा अपने माता-पिता के साथ अबू धाबी से हैदराबाद गया. जहां वो कोराना पॉजीटिव पाया गया. इसके बाद वो हैदराबाद से 11 दिसंबर को कोलकाता लौट आया.’ ये भी पढ़ें: लखीमपुर: बेटे को लेकर हुए सवाल, मंत्री जी ने खोया आपा; दे डाली 'गाली' मालदा के हॉस्पीटल में चल रहा है इलाज सीनियर अधिकारी ने कहा कि 'राज्य के स्वास्थ्य विभाग को बुधवार सुबह ही हैदराबाद के अधिकारियों ने बच्चे की ओमिक्रॉन रिपोर्ट के बारे में जानकारी दे दी थी. उन्होंने कहा कि 7 साल के बच्चे को मालदा के एक हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया है. इससे पहले, अधिकारी ने कहा था कि मुर्शिदाबाद के एक हॉस्पीटल में उसका इलाज चल रहा है. उन्होंने कहा कि बच्चे के माता-पिता को क्वारंटीन में रखा गया है और उनके संपर्क में आने वालों को भी ट्रैक किया जा रहा है. बच्चे के माता-पिता दोनों जांच में नेगेटिव पाए गए हैं. फ्लाइट में साथ में सफर करने वालों को किया जाएगा ट्रैक अधिकारी ने कहा कि 'फ्लाइट में उसके साथ यात्रा करने वाले लोगों को ट्रैक करना आसान काम नहीं होगा. लेकिन इसे करना जरूरी है.' अधिकारी इस बात से हैरान हैं कि कोरोना पॉजीटिव पाए जाने के बावजूद, उसे अपने माता-पिता के साथ यात्रा करने की अनुमति कैसे दी गई? जबकि तब तक उसकी जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट नहीं आई थी.' महाराष्ट्र में हैं सबसे ज्यादा केस आज 15 दिसंबर को तेलंगाना मे ओमिक्रॉन के दो नए मामलें दर्ज किये गए. जिन्हें भारत में ओमिक्रॉन की कुल संख्या अब 65 हो चुकी है. भारत में ओमिक्रॉन 10 राज्यों में पहुंच चुका है. सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र में मिले हैं. यहां अब तक 28 केस सामने आ चुके हैं. इसके अलावा राजस्थान में 17, कर्नाटक में 3, गुजरात में 4, केरल में 1 और आंध्रप्रदेश में 1, दिल्ली में 6, तेलंगाना में 3, प बंगाल में 1 और चंडीगढ़ में 1 केस सामने आया है. (इनपुट- भाषा)",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/frustrated-girl-sitting-on-the-top-of-water-tank-for-last-120-days-for-not-getting-job/1048375,नौकरी नहीं मिलने से नाराज युवती! 120 दिनों से पानी की टंकी पर चढ़कर कर रही विरोध,"नौकरी नहीं मिलने से नाराज युवती! 120 दिनों से पानी की टंकी पर चढ़कर कर रही विरोध पिछले 120 दिनों से 36 वर्षीय शिखा पाल लखनऊ के निशातगंज इलाके में शिक्षा निदेशालय के पास पानी की टंकी के ऊपर रह रही हैं. उनका लक्ष्य किसी तरह के रिकॉर्ड बनाना नहीं, बल्कि यह एक तरह का विरोध है. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 15, 2021, 08:16 PM IST बेरोजगारी के खिलाफ उठाई आवाज 120 दिनों से पानी की टंकी के ऊपर कर रही संघर्ष सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं लखनऊ: लखनऊ में पिछले 120 दिनों से एक महिला अगल ही तरह का विराध प्रदर्शन कर रही है. इतनी सर्दी के मौसम में 36 वर्षीय शिखा पाल लखनऊ के निशातगंज इलाके में शिक्षा निदेशालय (Directorate of Education) के पास पानी की टंकी के ऊपर रह रही हैं. उनका लक्ष्य किसी तरह के रिकॉर्ड बनाना नहीं, बल्कि यह एक तरह का विरोध है. शिखा की है कि सरकार उन्हें उन 22,000 सीटों में शामिल करें, जो हाल ही में शिक्षण के 69,000 पदों पर भर्ती के दौरान खाली हुई थीं. नौकरी के लिए संघर्ष शिखा का दावा है कि उसने लखनऊ यूनिवर्सिटी से कॉमर्स में मास्टर डिग्री पूरी की है, लेकिन फिर भी नौकरी के लिए संघर्ष करने को मजबूर है. उसका कहना है कि उसे पानी की टंकी के ऊपर अपने दिन और ठंडी दिसंबर की रातें बिताने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. पानी की टंकी पर चढ़ी शिखा शिखा ने कहा, 'मैं वॉशरूम का उपयोग करने के अलावा किसी और चीज के लिए अपनी जगह नहीं छोड़ती. टैंक के नीचे प्रदर्शनकारी मुझे एक रस्सी के माध्यम से एक बैग में भोजन और अन्य आवश्यक चीजें देते हैं. मैं एक पॉवर बैंक का उपयोग करके अपना मोबाइल फोन चार्ज करती हूं. मेरी मां मुझ पर निर्भर है, लेकिन मैं विरोध जारी रख रही हूं.' यह भी पढ़ें: सबसे शुद्ध हवा वाली इन 5 जगहों पर बिताएं छुट्टियां, दिसंबर में घूमने के लिए हैं बेस्ट इस विषय पर सरकार मौन शिखा ने कहा कि वह शिक्षा विभाग द्वारा चलाए जा रहे प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाने को भी तैयार हैं. शिखा का कहना है कि 120 दिन हो गए, लेकिन सरकार ने मेरे विरोध का संज्ञान तक नहीं लिया है. विरोध नहीं बातचीत है समाधान! इस बीच, स्कूली शिक्षा महानिदेशक अनामिका सिंह ने कहा, 'वे हमसे कई बार मिल चुकी हैं. हमने उन्हें चीजें भी समझाई हैं. यह विरोध करने का तरीका नहीं है. हम उनके प्रति सहानुभूति रखते हैं. हम बातचीत के लिए तैयार हैं.' (इनपुट- आईएएनएस)",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/private-hospital-decide-to-increase-their-treatment-charges-health-insurance-will-be-expensive/1048373,"नए साल से लोगों को लगने जा रहा बड़ा झटका, प्राइवेट अस्पतालों ने लिया ये बड़ा फैसला","नए साल से लोगों को लगने जा रहा बड़ा झटका, प्राइवेट अस्पतालों ने लिया ये बड़ा फैसला पेट्रोल-डीजल के दामों में महंगाई के बीच लोगों को अब प्राइवेट अस्पताल (Private Hospital) झटका देने जा रहे हैं. उन्होंने ट्रीटमेंट चार्ज को लेकर बड़ा फैसला किया है. Written by - Anurag Shah|Edited by: Anurag Shah|Last Updated: Dec 15, 2021, 07:28 PM IST 10 प्रतिशत चार्ज बढ़ाने जा रहे अस्पताल हेल्थ पॉलिसी भी होगी महंगी आपकी जेब का बिगड़ेगा बजट नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल के दामों में महंगाई के बीच लोगों को एक और नया झटका लगने वाला है. कोरोना काल में जमकर फायदा कमाने वाले प्राइवेट अस्पताल (Private Hospital) अब महंगाई के नाम पर मरीजों के इलाज और हेल्थ पैकेज के दामों में बढ़ोतरी करने जा रहे हैं. प्राइवेट अस्पतालों के इस फैसले से आपको मिलने वाले हेल्थ इंश्‍योरेंस (Health Insurance) भी महंगे हो जाएंगे. जिससे आपके घर का बजट और बिगड़ना तय है. 10 पर्सेंट तक महंगे हो सकते हैं चार्ज जानकारी के मुताबिक प्राइवेट अस्पताल (Private Hospital) मरीजों के इलाज और हेल्थ पैकेजों के दाम में करीब 10 पर्सेंट तक की बढ़ोतरी करने जा रहे हैं. ऐसे में जब इंश्योरेंस कंपनियां (Health Insurance) प्राइवेट अस्पतालों के साथ अपने करार को रिन्यू करेंगी तो उन्हें ज्यादा दाम चुकाने पड़ेंगे. इसके चलते हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियां भी अपने मेडिकल इंश्योरेंस को महंगा करने की घोषणा कर सकती हैं. जिससे हर महीने कटने वाले ग्रुप हेल्थ प्रीमियम की दर बढ़ जाएगी. इंडिविजुअल हेल्थ पॉलिसी के लिए IRDAI की मंजूरी जरूरी हालांकि इंडिविजुअल हेल्थ पॉलिसी के प्रीमियम में बढ़ोतरी के लिए IRDAI की मंजूरी जरूरी है. लेकिन कोरोना के क्लेम मामलों में हुई बढ़ोतरी की आड़ में हेल्थ कंपनियां इंडिविजुअल हेल्थ पॉलिसी (Health Insurance) में प्रीमियम बढ़ाने की मांग कर रही हैं. अगर IRDAI इस मांग को मंजूर कर लेती है तो लोगों को लिए इंडिविजुअल हेल्थ पॉलिसी लेना और महंगा हो जाएगा. हेल्थ इंश्योरेंस भी महंगा होगा? - 2022 में प्राइवेट हॉस्पिटल पैकेज दरों में 10% तक बढ़ोतरी की तैयारी कर रहे. - हॉस्पिटल चार्जेस बढ़ने का ग्रुप इंश्योरेंस प्रीमियम पर ज्यादा असर होगा. - हॉस्पिटल्स के साथ करार रिन्यू होते ही इंश्योरेंस कंपनियां ग्रुप हेल्थ प्रीमियम बढ़ाएंगी. - इंडिविजुअल हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम में IRDAI की मंजूरी के बाद ही बढ़ोतरी मुमकिन. - कोरोना के क्लेम की आड़ में ज्यादातर कंपनियों ने IRDAI से हेल्थ पॉलिसी प्रीमियम बढ़ोतरी की मांग की. - इंश्योरेंस कंपनियों के पास कोरोना से जुड़े 25 हजार करोड़ रुपये के क्लेम आए. - कुछ कंपनियों ने हेल्थ प्रीमियम बढ़ाया तो कुछ बढ़ाने की तैयारी में हैं.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/an-objectionable-message-sent-to-the-student-the-teacher-said-can-i-become-a-boyfriend-will-you-marry/1048307,"टीचर बोला- 'बॉयफ्रेंड बन सकता हूं? शादी करोगी...', स्टूडेंट को भेजा अश्‍लील मैसेज","टीचर बोला- 'बॉयफ्रेंड बन सकता हूं? शादी करोगी...', स्टूडेंट को भेजा अश्‍लील मैसेज उत्तर प्रदेश के बिजनौर में इंजीनियरिंग कॉलेज के एक टीचर को एक छात्रा को आपत्तिजनक संदेश भेजने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस अधीक्षक (नगर) डॉ प्रवीण रंजन सिंह के अनुसार स्थानीय इंजीनियरिंग कॉलेज के एक टीचर ने एक छात्रा को व्हाट्सऐप पर आपत्तिजनक संदेश भेजे थे. Last Updated: Dec 15, 2021, 05:56 PM IST Whatsapp पर आपत्तिजनक चैट करता टीचर टीचर ने भेजा शादी का प्रपोजल प्रदर्शन के बाद गिरफ्तार हुआ टीचर बिजनौर: उत्तर प्रदेश के बिजनौर (Bijnor) में इंजीनियरिंग कॉलेज के एक टीचर को एक छात्रा को आपत्तिजनक संदेश भेजने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस अधीक्षक (नगर) डॉ प्रवीण रंजन सिंह के अनुसार स्थानीय इंजीनियरिंग कॉलेज के एक टीचर ने एक छात्रा को व्हाट्सऐप (Whatsapp) पर आपत्तिजनक संदेश भेजे थे. टीचर ने भेजा ऐसा प्रपोजल... मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कॉलेज की एक छात्रा ने इंग्लिश पढ़ाने वाले इस टीचर से वॉट्सऐप पर पढ़ाई से संबंधित कुछ जानकारी मांगी थी तो टीचर ने पहले छात्रा से दोस्ती करने का मैसेज डालते हुए उस पर दबाव बनाया और फिर मैसेज भेजते हुए लिखा, 'तुम्हारा BF बन सकता हूं, विल यू मैरी मी'. इसका छात्रा ने विरोध किया. वायरल हुई चैट टीचर और छात्रा के बीच हुई चैट के स्क्रीनशॉट 13 दिसंबर को सार्वजनिक हो गए थे. पुलिस ने घटना पर स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया है. टीचर के खिलाफ प्रदर्शन जारी इस घटना के विरोध में छात्रों ने प्रदर्शन किया जिसके चलते कॉलेज ने आरोपी शिक्षक को निष्कासित कर दिया था. इसके अलावा एक्शन लेते हुए पुलिस ने मामला दर्ज कर बुधवार को आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/ghazipur-gahmar-village-is-the-largest-in-asia-there-is-a-soldier-in-every-house-here/1048294,"ये है एशिया का सबसे बड़ा गांव, जहां हर घर में पैदा होते हैं वतन के रखवाले","ये है एशिया का सबसे बड़ा गांव, जहां हर घर में पैदा होते हैं वतन के रखवाले आज हम आपको एशिया के सबसे बड़े गांव के बारे में बताने जा रहे हैं. इस गांव की आबादी करीब डेढ़ लाख है. इस गांव को फौजिओं का गांव (village of army man) भी कहा जाता है, क्योंकि यहां के लगभग हर घर का एक सदस्य सेना से जुड़ा है. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 15, 2021, 05:57 PM IST उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में बसा है गांव गांव की आबादी है करीब डेढ़ लाख हर घर में है कोई न कोई सैनिक नई दिल्ली. भारत कृषि प्रधान देश है. यहां की करीब 70 प्रतिशत आबादी गांव में रहती है. आज हम देश के सबसे बड़े गांव के बारे में बताएंगे. ये गांव केवल भारत का ही नहीं बल्कि एशिया का सबसे बड़ा गांव है. इस गांव को फौजिओं का गांव (village of army man) भी कहा जाता है, क्योंकि यहां के लगभग हर घर का एक सदस्य सेना से जुड़ा है. 1.50 लाख है गांव की आबादी इस गांव को नाम है गहमर. ये उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में बसा हुआ है. ये गांव लगभग 8 वर्ग मील में फैला हुआ है. गाजीपुर से ये गांव करीब 40 किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ है. इस गांव में रेलवे स्टेशन भी है, जो जो पटना और पं दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन से जुड़ा है. इस गांव की आबादी (Gahmar Population) करीब डेढ़ लाख है. गहमर 22 पट्टियों यानी टोलों में बंटा हुआ है. ऐतिहासिक दस्तावेज के अनुसार, वर्ष 1530 में सकरा डीह नामक स्थान पर कुसुम देव राव ने गहमर गांव बसाया था. प्रसिद्ध कामाख्या देवी मंदिर भी गहमर में ही है, जो पूर्वी यूपी व बिहार के लोगों के लिए आस्था का बड़ा केन्द्र है. फौजी बनना गांव की परम्परा बन चुकी है मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस गांव मे कई पीढ़ियों से देश सेवा के लिए फौजी बनना एक परम्परा बन चुकी है. गांव के 12 हजार से ज्यादा लोग भारतीय सेना में सैनिक से लेकर कर्नल तक के पदों पर तैनात हैं, जबकि 15 हजार से ज्यादा रिटायर्ड सैनिक यहां रहते हैं. गांववालों का कहना है कि गहमर गांव में देश सेवा की ये परम्परा प्रथम विश्व युद्ध से शुरू हुई थी, जो अब तक जारी है. गांव में कई ऐसे परिवार भी हैं, जिसमें दादा रिटायर्ड सैनिक हैं तो बेटा सेना का जवान. वहीं, पोता सैनिक बनने की जी तोड़ कोशिश में लगा है. विश्वयुद्ध में भी गांव के सैनिकों ने लिया था भाग प्रथम और द्वितीय विश्वयुद्ध हो या 1965, 1971 का युद्ध या कारगिल की लड़ाई, इस गांव के फौजियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. विश्वयुद्ध के समय में अंग्रेजों की फौज में गहमर के 228 सैनिक शामिल थे. इनमें से 21 मारे गए थे. इनकी याद में गांव में एक शिलालेख भी लगा है. गहमर के रिटायर्ड सैनिकों ने 'पूर्व सैनिक सेवा समिति' नाम की एक संस्था बनाई है. गांव के युवक कुछ दूरी पर गंगा तट पर सुबह-शाम सेना की तैयारी करते नजर जाते हैं. गांव में हैं सारी सुविधाएं आपको बचा दें, गहमर गांव में स्कूल-कॉलेज से लेकर तमाम तरह की सुविधायें उपलब्ध हैं. यहां डिग्री कॉलेज, इंटर कॉलेज, उच्च विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय और हॉस्पिटल है. गहमर रेलवे स्टेशन पर कई ट्रेनें रुकती हैं, जिनसे रोजाना फौजी चढ़ते-उतरते हैं. पर्व-त्योहारों के मौके पर गांव में फौजियों की भारी संख्या को देखकर छावनी जैसा माहौल बन जाता है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/nri-woman-from-canada-can-not-get-her-marriage-certificate-in-gwalior-despite-spending-9-lakh-rupee/1048268,नौ की लकड़ी नब्बे खर्च! 9 लाख खर्च करने के बाद भी नहीं मिला मैरिज सर्टिफिकेट,"नौ की लकड़ी नब्बे खर्च! 9 लाख खर्च करने के बाद भी नहीं मिला मैरिज सर्टिफिकेट Spent Rs 9 lakh to get marriage certificate says NRI woman: परेशानी का आलम ये है कि चार महीने की बेटी को साथ लिए ये महिला ग्वालियर के अफसरों की चौखटों के चक्कर काट रही है. इसके बावजूद एक भी अधिकारी उसकी मदद करने को तैयार नहीं है. कनाडा (Canada) की नागरिकता प्राप्त भारतीय मूल की महिला सवा साल से अपना मैरिज सर्टिफिकेट हासिल नहीं कर पाई है. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 15, 2021, 05:26 PM IST NRI महिला का दर्द नहीं मिल रही मदद जानें पीड़िता की कहानी नई दिल्ली: सरकार के तमाम दावों के बीच आज भी देश का सरकारी सिस्टम कितना सुस्त, लचर और लापरवाह है इसका हालिया उदाहरण मध्य प्रदेश के ग्वालियर में देखने को मिला है. जहां एक एनआरआई महिला को करीब नौ लाख रुपये खर्च करने के बावजूद उसको उसका मैरिज सर्टिफिकेट (Marriage Certificate) नहीं मिला. अधिकारियों ने लगवाए चक्कर परेशानी का आलम ये है कि अपनी चार महीने की बेटी को साथ लिए ये महिला ग्वालियर के अफसरों की चौखटों के चक्कर काट रही है. इसके बावजूद एक भी अधिकारी उसकी मदद करने को तैयार नहीं है. कनाडा (Canada) की नागरिकता प्राप्त भारतीय मूल की महिला सवा साल से अपना मैरिज सर्टिफिकेट हासिल नहीं कर पाई है. उसके क्षेत्र के तीन-तीन एडीएम बदल गए, लेकिन महिला की समस्या का समाधान नहीं हो सका. रो-रो कर सुनाया दुखड़ा न्यू इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के मुताबिक 40 साल की अनुप्रीत कौर ने पिछले साल 26 साल के शेफ नवजोत सिंह रंधावा से गुरुद्वारे में शादी की थी. उनका कहना है कि कनाडा की नागरिक होने की वजह से उन्हें यहां आने के लिए इस बार इमरजेंसी वीजा लेना पड़ा था. वहीं बीते सोमवार को सिटी कलेक्ट्रेट में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) की बैठक के दौरान इस एनआरआई महिला ने कलेक्ट्रेट में रोते-रोते अपनी परेशानी बताई. पीड़िता केंद्रीय मंत्री सिंधिया की बैठक खत्म होने का इंतजार कर रही थी. तब कहीं जाकर अधिकारियों ने महिला की परेशानी सुनी और जल्द निराकरण का भरोसा दिलाया. अनदेखी का अजब आलम जालंधर की रहने वाली अनुप्रीत कौर के पास कनाडा की नागरिकता है. अनुप्रीत ने बताया कि उसकी शादी 7 नवंबर 2020 को ग्वालियर के गोहद चौराहे पर रहने वाले नवजोत सिंह रंधावा से ग्वालियर गुरुद्वारा में हुई थी. दोनों ने लव मैरिज की थी. इसके बाद से ही अनुप्रीत कौर ने मैरिज सर्टिफिकेट बनवाने के लिए ग्वालियर कलेक्ट्रेट में आवेदन कर रखा है. कई मिन्नतें और दस्तावेज देने के बावजूद उसका काम अभी तक नहीं हुआ नौ की लकड़ी नब्बे खर्च अनुप्रीत कौर अपना मैरिज सर्टिफिकेट हासिल करने के लिए अब तक नौ लाख से ज्यादा रुपये खर्च कर चुकी हैं. इसमें कनाडा से ग्वालियर आने-जाने और अन्य खर्चा भी शामिल है. सरकारी नियमो के अनुसार अनुप्रीत ही अपने पति को स्पॉन्सर करेंगी, तब वो कनाडा जा सकेंगे. अभी उनके पति फिलहाल ग्वालियर में रहते हैं. इस मामले को लेकर सिटी कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम का कहना है कि मामला उनकी जानकारी में अभी आया है. वहीं संबंधित अधिकारी को तत्काल मैरिज सर्टिफिकेट बनाने के निर्देश जारी किए हैं.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/you-must-have-seen-a-lot-of-the-groom-riding-on-a-mare-but-on-the-entry-of-bride-everyone-surprised-in-up/1048261,"घोड़ी पर सवार दूल्‍हे को तो बहुत देखा होगा, इस दुल्‍हन की एंट्री पर सबने कहा- WOW","घोड़ी पर सवार दूल्‍हे को तो बहुत देखा होगा लेकिन इस दुल्‍हन की एंट्री पर सबने कहा-बाप रे बाप यूपी के फिरोजाबाद के रामपुर गांव में एक दुल्हन फिल्मी अंदाज में स्कूटी पर दूल्हे को बिठाकर शादी वाले पंडाल पहुंची तो लोग हक्के-बक्के रह गए. गांव में यह मुद्दा लोगों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है. Last Updated: Dec 15, 2021, 06:59 PM IST गांव की शादी बनी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय दिल्ली का दुल्हन को देखने के लिए जुटी भीड़ दुल्हन ने स्कूटी पर की ग्रैंड एंट्री संजीव शर्मा/नई दिल्ली: अब तक आपने घोड़ी पर सवार होकर दूल्हे को एंट्री करते देखा होगा ,लेकिन गांव की एक शादी में इस एंट्री ने सबको हैरान कर दिया है. यूपी के फिरोजाबाद (Firozabad) के रामपुर गांव में एक दुल्हन फिल्मी अंदाज में स्कूटी पर दूल्हे को बिठाकर शादी वाले पंडाल पहुंची तो लोग हक्के-बक्के रह गए. गांव में यह मुद्दा लोगों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है. यादगार रही गांव की शादी हर कोई अपनी शादी को यादगार बनाना चाहता है, इसके लिए दूल्हा और दुल्हन अनोखे तरीके भी अपनाते हैं. कुछ ऐसा ही फिरोजाबाद में देखने को मिला है, जहां दिल्ली की दुल्हन शादी में स्कूटी पर दूल्हे को बैठाकर जयमाल स्थल पर पहुंची. घराती और बरातियों ने फूल बरसाकर दोनों का स्वागत किया. आपको बता दें कि राजबहादुर उर्फ पप्पू के पुत्र राहुल की शादी दिल्ली के शाहदरा निवासी अभिलाषा राम की पुत्री काजल के साथ तय हुई थी. राहुल और काजल ने शादी को यादगार बनाने के लिए इस तरह की शादी कर धमाल मचा दिया है. दिल्ली का दुल्हन को देखने को जुटी भीड़ इस ग्रैंड एंट्री के बाद दूल्हा और दुल्हन ने एक-दूसरे को जयमाला पहनाई. एका ब्लॉक के गांव रामपुर में स्कूटी पर सवार होकर स्टेज पर पहुंचने वाली दुल्हन काजल मंगलवार सुबह कार से विदा हुई. स्कूटी वाली दुल्हन को देखने के लिए गांव भर के लोग जुटे. सोशल मीडिया पर भी फिरोजाबाद की अनूठी शादी और स्कूटी पर स्टेज पर पहुंचने वाली दुल्हनिया वायरल हो गई. इस अनोखी शादी को लेकर फेसबुक व व्हाट्सएप पर लोगों ने तरह-तरह के कमेंट किए. इलाके में भी दिल्ली की दुल्हन की खूब चर्चा रही.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/up-bride-refuse-to-marry-after-seen-groom-three-fingers-cut-in-aligarh/1048234,"फेरे हो गए और मांग भी भर गई, फिर हुआ कुछ ऐसा; दुल्हन ने शादी से कर दिया इनकार","फेरे हो गए और मांग भी भर गई, फिर हुआ कुछ ऐसा; दुल्हन ने शादी से कर दिया इनकार Bride refuse to Marry: दूल्हा और दुल्हन ने एक-दूसरे को वरमाला पहना दिया, सात फेरे ले लिए और मांग भराई की रस्म भी हो गई, लेकिन कन्यादान के वक्त दुल्हन ने शादी करने से इनकार कर दिया. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 15, 2021, 03:38 PM IST कन्यादान के समय दुल्हन ने शादी से किया इनकार दूल्हे के एक हाथ की तीन उंगलियां कटी हुईं थीं दुल्हन ने लगाया धोखा देने का आरोप अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में बेहद ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां दूल्हा और दुल्हन ने एक-दूसरे को वरमाला पहना दिया. इतना ही नहीं दूल्हा-दुल्हन ने सात फेरे ले लिए और मांग भराई की रस्म भी हो गई, लेकिन कन्यादान के वक्त दुल्हन ने शादी करने से इनकार कर दिया. दुल्हन ने दूल्हे को अपना पति मानने से इनकार कर दिया और शादी की बची रस्मों को भी पूरा नहीं करने पर डट गई. दुल्हन ने लगाया धोखा देने का आरोप दुल्हन ने जब शादी की रस्मे करने से इनकार किया, तब दोनों पक्षों में जमकर हंगामा हुआ और मामला पुलिस तक जा पहुंचा. इसके बाद पुलिस ने मामले को सुलझाने की कोशिश की, लेकिन दोनों पक्षों ने एक बात नहीं सुनी और सुलह नहीं हो सकी. दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं, वहीं दुल्हन का कहना है कि दूल्हे पक्ष ने धोखा दिया है. कन्यादान के समय दुल्हन ने शादी से किया इनकार मामला अलीगढ़ के छर्रा थाना इलाके के सिरौली गांवा का है, जहां शादी के दौरान हर तरफ खुशी का माहौल था. दुल्हन के घरवालों ने बारातियों का जमकर स्वागत किया, जयमाला हो गई और सभी ने खाना खाया. इसके बाद शादी की रस्में शुरू हुईं. दूल्हा और दुल्न के फेरे हो गए और दूल्हा ने दुल्हन के मांग में सिंदुर तक भर दिया, लेकिन कन्यादान के समय दुल्हन ने शादी से इनकार कर दिया. ये भी पढ़ें- लाखों की नौकरी छोड़ शुरू की UPSC Exam की तैयारी, 2 बार हुईं फेल, फिर ऐसे बनीं IAS Officer दुल्हन ने क्यों किया शादी करने से इनकार? मंडप में कन्यादान के समय दूल्हे ने जैसे ही अपना हाथ आगे बढ़ाया, दुल्हन की चीख निकल गई और उसने शादी से इनकार कर दिया, क्योंकि दूल्हे के एक हाथ की तीन उंगलियां कटी हुईं थीं. दुल्हन का आरोप है कि दूल्हे ने हाथों की उंगलियां कटी होने की जानकारी नहीं दी गई और धोखे में रखा गया.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/an-air-hostess-in-a-private-airline-rode-a-mare-to-her-wedding-venue-in-gaya/1048195,घोड़ी पर बैठकर एयर होस्टेस की निकली बारात,"घोड़ी पर बैठकर एयर होस्टेस की निकली बारात, ट्रेडिशनल ड्रेस में नजर आई दुल्हन प्राइवेट एयरलाइन में एयर होस्टेस के रूप में काम करने वाली युवती ने कुछ अलग करने की ठानी और घोड़ी पर बैठकर अपनी बारात निकाली. यह वाकया बिहार के गया का है. Last Updated: Dec 15, 2021, 03:00 PM IST घोड़ी पर बैठी नजर आई दुल्हन प्राइवेट एयरलाइन में एयर होस्टेस है दुल्हन बिहार के गया में हुई ये अनोखी शादी नई दिल्ली: बिहार के गया में एक अनोखी शादी सामने आई है जहां एक एयर होस्टेस ने कुछ अलग करना चाहा और घोड़ी पर बैठकर अपनी बारात निकाली. वह बचपन से ही चाहती थी कि जब वह दुल्हन बनेगी तो बारात लेकर दूल्हे के घर जाएगी और उसने हकीकत में ऐसा कर भी दिखाया. घोड़ी पर बैठकर दुल्हन ने निकाली बारात आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार, इंडिगो एयरलाइंस में सीनियर एयर होस्टेस अनुष्का गुहा ने मंगलवार को घोड़ी पर बैठकर अपनी बारात निकाली और शादी की जगह पर पहुंची. दुल्हन के साथ उनके परिचित और दोस्त बैंड पार्टी के साथ डांस करते नजर आए. दूल्हा भी कार में बैठकर बारात में हुआ शामिल सफेद लहंगा पहनकर दुल्हन सबसे पहले अपने दूल्हे जीत मुखर्जी के घर पहुंची जो कोलकाता बेस्ड एक बिजनेसमैन है. उसके बाद दूल्हा भी कार में बैठकर बारात में शामिल हुआ. उसके बाद वह वेडिंंग स्थल पर पहुंचे. अनुष्का का नैटिव प्लेस चांद चौरा है और उनकी मां एक प्राइवेट स्कूल में म्यूजिक टीचर हैं. बचपन से घोड़ी पर बैठकर बारात ले जाना चाहती थी दुल्हन दुल्हन की मां सुष्मिता गुहा ने बताया कि उनकी बेटी बचपन से ही एक सवाल करती थी कि दूल्हा ही घोड़ी पर बैठकर दुल्हन के घर क्यों जाता है, दुल्हन क्यों नहीं? तब मैंने जवाब दिया कि यह तो एक परंपरा है तो उसने कहा था कि एक दिन वह बड़े होकर इस परंपरा को तोड़ेगी और घोड़ी पर बैठकर बारात लेकर दूल्हे के घर जाएगी. बहरहाल जो भी हो, इस तरह की शादी हमेशा चर्चा में रहती है तो यह भी चर्चा में आ ही गई. इस तरह शादी से हर कोई खुश नजर आया.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/teenager-16-from-indore-died-as-hung-himself-accidentally-while-making-instagram-reel/1048113,"'रील' के चक्कर में लग गई रियल फांसी, 10वीं के छात्र ने किया था फंदे पर लटकने का नाटक","रील' के चक्कर में लगी रियल फांसी, 10वीं के छात्र ने किया था फंदे पर लटकने का नाटक; जानें पूरा मामला Indore teen hangs himself while shooting instagram reel: इंदौर में मौत का नाटक जानलेवा बन गया. इंस्टाग्राम की लत ने ऐसा कहर बरपाया कि 16 साल के टीनेजर की मौत हो गई. जरा सी चूक ने परिवार का चिराग बुझा दिया. हालांकि घटना के बाद मृतक के पिता ने कहा हम शादी में गए थे, और उनके बेटे को वीडियो बनाने की आदत थी. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 15, 2021, 01:37 PM IST इंस्टाग्राम रील बनाते समय हादसा बच्चे की हो गई मौके पर ही मौत पूरे मोहल्ले में पसरा है मातम नई दिल्ली: सोशल मीडिया और इंटरनेट की लत एक बार फिर जानलेवा साबित हो गई. दरअसल इंदौर (Indore) में इंस्टाग्राम वीडियो (Instagram Video) की लत ने ऐसा कहर बरपाया कि 16 साल के एक टीनेजर की मौत हो गई. जरा सी हुई ने इस परिवार का चिराग बुझ गया. घरवालों का बुरा हाल है. वो यकीन ही नहीं कर पा रहे कि आखिर उनके बेटे के साथ ये क्या हो गया. हालांकि घटना के बाद मृतक के पिता ने कहा हम शादी में गए थे, और उनके बेटे को वीडियो बनाने की आदत थी. फांसी लगाने का लाइव वीडियो दरअसल इंदौर में 10वीं क्लास में पढ़ने वाले स्टूडेंट की फांसी लगाने का ड्रामा करने के चक्कर में जान चली गई. मृतक बच्चे को सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड करने का बहुत शौक था. उसकी यही आदत जानलेवा साबित हुई. दरअसल इस मामले में बच्चे ने पड़ोसी बच्चों को बुलाया और सुसाइड के ड्रामे का वीडियो (Suicide Drama Video) बनाने के लिए कहा. उसने छत पर लगी बल्ली से फंदा बनाया और स्टूल रखा और उस पर चढ़ गया. ये भी पढ़ें- बच्चों के पास Smartphone और Social Media अकाउंट, जानिए इससे कितना नुकसान लटकने का ड्रामा करने लगा, तभी स्टूल फिसल गया. इधर, सभी बच्चे भाग गए. उधर गला कसने से उसकी मौत हो गई. घटना के वक्त मां-बाप शादी में गए थे. वहां मौजूद बच्चे डरकर भाग गए स्थानीय पुलिस के मुताबिक मामला हीरानगर के लाहिया कॉलोनी का है. जहां देवीलाल नायक के बेटे की मौत से मोहल्ले में मामत पसर गया है. बाकी बच्चों के मां-बाप भी डर गए हैं. जब वो अपना आखिरी वीडिओ बना रहा था तभी स्टूल के फिसलने से आदित्य के गले में तौलिए का फंदा फंस गया. वह छटपटाने लगा. वहां मौजूद बच्चे उसे छोड़कर भाग गए. थोड़ी देर बाद छोटा भाई राजदीप कोचिंग से वापस आया तो भाई को फंदे पर लटके देखा. इसके बाद आसपास के लोगों की मदद से उसे लाइफ केयर अस्पताल ले जाया गया. यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने बच्चे का मोबाइल जब्त किया है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/west-bengal-ambulance-driver-has-got-a-lottery-of-rs-1-crore-he-bought-a-lottery-ticket-worth-rs-270/1048099,"सुबह तक था एंबुलेंस ड्राइवर, दोपहर में पलटी किस्मत; एक झटके में ऐसे बन गया करोड़पति","सुबह तक था एंबुलेंस ड्राइवर, दोपहर में पलटी किस्मत; एक झटके में ऐसे बन गया करोड़पति पश्चिम बंगाल के पूर्वी बर्धमान जिले के एक एंबुलेंस ड्राइवर को 1 करोड़ का जैकपॉट लगा है. उन्होंने सुबह 270 रुपये का एक लॉटरी टिकट खरीदा था. इसके कुछ ही घंटो में वो करोड़पति बन गए. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 15, 2021, 05:43 PM IST पश्चिम बंगाल के एंबुलेंस ड्राइवर की रातों-रात बदली किस्मत 270 रुपये में खरीदा था लॉटरी का टिकट कुछ ही घंटो में बन गया करोड़पति नई दिल्ली. कहते हैं कि जब इंसान की किस्मत बदलती है, तो एक झटके में सबकुछ बदल जाता है. किस्मत बदलने का ऐसा ही एक मामला पश्चिम बंगाल (West Bengal) के पूर्वी बर्धमान (East Bardhaman) जिले से सामने आया है, जहां एक एंबुलेंस ड्राइवर की ऐसी किस्मत पलटी कि वो रातों-रात करोड़पति बन गया. इस एंबुलेंस ड्राइवर ने सुबह उठकर 270 रुपये का लॉटरी टिकट खरीदा और दोपहर तक वह करोड़पति बन गया. 1 करोड़ रुपये की लगी लॉटरी जानकारी के अनुसार, एंबुलेंस ड्राइवर का नाम शेख हीरा है. शेख पिछले दिनों सुबह उठने के बाद किसी काम से एक दुकान पर गए थे. दुकान से उन्होंने 270 रुपये का एक लॉटरी का टिकट (Lottery Ticket) खरीद लिया. उसके बाद वे अपने काम पर चले गए. जब दोपहर को लॉटरी का रिजल्ट आया तो उसमें उनका 1 करोड़ रुपये का जैकपॉट लग गया. ये देखते ही शेख खुशी से झूम उठे. पुलिस ने दी है सुरक्षा एंबुलेंस ड्राइवर शेख हीरा 1 करोड़ रुपये का जैकपॉट जीतने के बाद इतने खुश थे कि वो सलाह लेने के लिए सीधे पुलिस स्टेशन गए. उसके मन में लॉटरी टिकट खोने का डर भी था. आखिरकार शक्तिगढ़ पुलिस उसे सकुशल उसके घर ले गई. उनके घर पर पुलिस की टीम तैनात कर दी गई है. लॉटरी के पैसों से कराएंगे मां का इलाज शेख ने बताया कि उनकी मां काफी वक्त से बीमार है और उसका इलाज चल रहा है. लेकिन पैसे की किल्लत के चलते ठीक से इलाज नहीं हो पा रहा था. अब जब इतने रुपये आएंगे तो वो अपनी मां का इलाज अच्छे से कराएंगे. शेख ने कहा कि अब इस लॉटरी के पैसों से उनकी मां जल्दी ठीक हो जाएंगी. ये भी पढ़ें: कड़ाके की ठंड के बीच बढ़ने वाली है मुसीबत, IMD ने बारिश को लेकर जारी की चेतावनी पहले से खरीदते आए हैं लॉटरी का टिकट शेख ने बताया कि उन्हें पैसों की काफी जरूरत थी और इसलिए हमेशा वो लॉटरी का टिकट खरीदते थे. इससे पहले कभी उनकी लॉटरी नहीं लगी. लेकिन इस बार उनकी किस्मत बदल गई और वो करोड़पति बन गए. उन्होंने बताया कि जब उनकी मां ठीक हो जाएंगी तो वो एक शानदार घर भी बनवाएंगे.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/survivor-of-iaf-chopper-crash-varun-singh-succumbs-to-injuries-in-bengaluru-hospital/1048095,"हेलीकॉप्टर हादसे में घायल कैप्टन वरुण सिंह का निधन, बेंगलुरु में चल रहा था इलाज","हेलीकॉप्टर हादसे में घायल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन, बेंगलुरु में चल रहा था इलाज IAF Chopper Crash: हेलीकॉप्टर क्रैश में घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) का बुधवार को निधन हो गया, जिनका बेंगलुरु के कमान अस्पताल में इलाज चल रहा था. Written by - Manish Shukla|Edited by: Manish Shukla|Last Updated: Dec 15, 2021, 01:43 PM IST हेलीकॉप्टर क्रैश में घायल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन वरुण सिंह इस साल शौर्य चक्र से सम्मानित हुए थे उत्तर प्रदेश के देवरिया के रहने वाले हैं वरुण सिंह नई दिल्ली: तमिलनाडु के कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर क्रैश में घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) का निधन हो गया है, जिनका बेंगलुरु के कमान अस्पताल में इलाज चल रहा था. भारतीय वायु सेना ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी और बताया कि कैप्टन वरुण सिंह ने आज सुबह आखिरी सांस ली. बता दें कि हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस बिपिन रावत (Bipin Rwawt) और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों का निधन हो गया था. 7 दिनों तक लड़ते रहे जिंदगी की जंग वरुण सिंह को बेहतर इलाज के लिए तमिलनाडु के वेलिंग्टन से बेंगलुरु के कमान अस्पताल में शिफ्ट किया गया था और उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Varun Singh) 8 दिसंबर को हुए हेलीकॉप्टर क्रैश में बुरी तरह जख्मी हो गए थे और लगातार 7 दिनों से जिंदगी की जंग लड़ रहे थे. वरुण सिंह के निधन के बाद इस हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है. वायु सेना ने ट्वीट कर दी जानकारी भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) ने ट्वीट कर कहा, 'भारतीय वायु सेना गहरे दुख के साथ सूचित कर रही है कि 8 दिसंबर, 2021 को हेलीकॉप्टर हादसे में घायल हुए साहसी ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) का आज निधन हो गया. भारतीय वायु सेना संतप्त परिवार को सांत्वना देती है और उनके साथ खड़ी है.' IAF is deeply saddened to inform the passing away of braveheart Group Captain Varun Singh, who succumbed this morning to the injuries sustained in the helicopter accident on 08 Dec 21. IAF offers sincere condolences and stands firmly with the bereaved family. — Indian Air Force (@IAF_MCC) December 15, 2021 वरुण सिंह के निधन पर पीएम मोदी ने जताया शोक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कैप्टन वरुण सिंह के निधन पर ट्वीट कर शोक जताया और परिवार के साथ संवेदना व्यक्त की. उन्होंने लिखा, 'ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने देश की सेवा पूरे गर्व, साहस और प्रोफेशनलिज्म के साथ की. उनके गुजरने पर मुझे गहरा क्षोभ है. देश के लिए उनकी अदम्य सेवा को कभी भुलाया नहीं जाएगा. उनके परिवार और मित्रगणों को सांत्वनाएं. ओम् शांति.' Group Captain Varun Singh served the nation with pride, valour and utmost professionalism. I am extremely anguished by his passing away. His rich service to the nation will never be forgotten. Condolences to his family and friends. Om Shanti. — Narendra Modi (@narendramodi) December 15, 2021 सीडीएस बिपिन रावत समेत 14 लोगों की मौत बता दें कि 8 दिसंबर को इंडियन एयर फोर्स (IAF) का एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर जनरल बिपिन रावत समेत कई अधिकारियों को लेकर रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन (नीलगिरी हिल्स) जा रहा था, लेकिन कुन्नूर के पास एक दुखद दुर्घटना का शिकार हो गया. हेलीकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के समेत कुल 14 लोग सवार थे. हादसे के बाद जनरल बिपिन रावत समेत 13 लोगों का निधन हो गया था और ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही जीवित बचे थे. इस साल शौर्य चक्र से सम्मानित हुए थे वरुण सिंह ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को इस साल के स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया था. पिछले साल एक उड़ान के दौरान ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के तेजस फाइटर में तकनीकी खराब आ गई थी और उन्होंने अपने फाइटर प्लेन को मिड-एयर इमरजेंसी के बावजूद सुरक्षित उतारा था. इस साहसिक कार्य के लिए उन्हें शौर्य चक्र से नवाजा गया था. यूपी के देवरिया के रहने वाले हैं वरुण सिंह ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के रुद्रपुर तहसील के कन्हौली गांव के रहने वाले थे और इस समय वरुण सिंह इंडियन एयर फोर्स में ग्रुप कैप्टन के पद पर तैनात थे. वरुण सिंह तमिलनाडु के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (DSSC) के डायरेक्टिंग स्टाफ में भी शामिल थे. वरुण सिंह के पिता कर्नल केपी सिंह भी सेना से रिटायर्ड हैं और वर्तमान में उनका परिवार मध्य प्रदेश के भोपाल में रहता है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/imd-forecasts-possibility-of-light-rain-in-delhi-ncr-temperatures-are-likely-to-dip-by-at-least-two-degrees/1048083,"कड़ाके की ठंड के बीच बढ़ने वाली है मुसीबत, IMD ने जारी की चेतावनी","कड़ाके की ठंड के बीच बढ़ने वाली है मुसीबत, IMD ने जारी की चेतावनी Weather Update: मौसम विभाग ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार को शाम या रात में बहुत हल्की बारिश या बूंदा-बांदी होनी की संभावना है. आने वाले कुछ दिनों में ज्यादा और न्यूनतम तापमान दोनों में कम से कम एक से 2 डिग्री की गिरावट आने की संभावना है. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 15, 2021, 01:07 PM IST दिल्ली-एनसीआर में हो सकती है बारिश उत्तर भारत में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे राजस्थान के हनुमानगढ़ में तापमान 4.4 डिग्री नई दिल्ली: पहाड़ों पर बर्फबारी के साथ ही पूरे उत्तर भारत में शीतलहर का प्रकोप बढ़ने लगा है और इस बीच दिल्ली-एनसीआर में रहने वालों की मुसीबत बढ़ने वाली है, क्योंकि भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गुरुवार को शाम या रात में बारिश की आशंका जताई है. इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के पूर्वी हिस्सों पर वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (Western Disturbance) का असर दिखाई दे रहा है, जो पश्चिमी हिमालय क्षेत्रों को प्रभावित कर सकता है. दिल्ली-एनसीआर में हो सकती है बारिश मौसम विभाग ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार को शाम या रात में बहुत हल्की बारिश या बूंदा-बांदी होनी की संभावना है. साथ ही सुबह आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और हल्का कोहरा भी रहेगा. बारिश के बाद दिल्ली-एनसीआर में और ज्यादा ठंड बढ़ने की संभावना है. उत्तर भारत में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, उत्तर भारत के राज्यों में भी मौसमी गतिविधियां बदल रही हैं और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के अलावा हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश समेत उत्तर भारत में ठंड बढ़ गई है. दिल्ली-एनसीआर में बुधवार की सुबह मुख्य रूप से साफ आसमान के साथ धुंध छाई रही. दिन का अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 23 डिग्री और 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. आने वाले कुछ दिनों में ज्यादा और न्यूनतम तापमान दोनों में कम से कम एक से 2 डिग्री की गिरावट आने की संभावना है. इसके साथ ही उत्तर भारत की अधिकतर जगहों पर न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है. राजस्थान के हनुमानगढ़ में तापमान 4.4 डिग्री राजस्थान के कुछ जिलों में सर्दी का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है और हनुमानगढ़ जिले के संगरिया में न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, राजस्थान के चुरू में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 5.2 डिग्री, बीकानेर में 5.5 डिग्री, नागौर में 6.5 डिग्री सेल्सियस, गंगानगर में 6.6, पिलानी में 7.5, अलवर में 7.8 डिग्री, जैसलमेर में 8.6, सिरोही में 8.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. खराब श्रेणी में बनी हुई है दिल्ली की हवा इस बीच, दिल्ली-एनसीआर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 'बेहद खराब' श्रेणी में बना हुआ है और सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) ने इसे 346 पर रिकॉर्ड किया है. दरअसल, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 को 'मध्यम', 201 और 300 को 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' माना जाता है, फिर 401 और 500 के बीच को 'गंभीर' माना जाता है.' हवा में पीएम 10 और पीएम 2.5 प्रदूषकों का स्तर सुबह 9.30 बजे 'खराब' और 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया. दिल्ली-एनसीआर के लिए वायु गुणवत्ता और मौसम बुलेटिन के अनुसार, 'दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता में सुधार होने की संभावना है, लेकिन यह 15 दिसंबर को बहुत खराब श्रेणी में रहेगा. साथ ही 16 दिसंबर को 'बहुत खराब श्रेणी' और 17 दिसंबर को 'खराब श्रेणी' के निचले स्तर पर रहने की संभावना है.' (इनपुट- न्यूज एजेंसी आईएएनएस)",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/in-the-greed-of-money-brother-married-sister-in-mukhyamantri-samuhik-vivah-yojana/1048068,"सबके सामने भाई ने बहन से ही कर ली शादी, देखते रह गए सभी सरकारी अफसर","सबके सामने भाई ने बहन से ही कर ली शादी, देखते रह गए सभी सरकारी अफसर उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में एक भाई ने पैसों के लालच में आकर अपनी बहन से ही शादी कर ली. भाई बहन की ये शादी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत कई अधिकारियों के सामने हुई थी. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 15, 2021, 05:42 PM IST फिरोजाबाद के टूंडला का है मामला मुख्यमंत्री सामूहिक सामूहिक विवाह योजना के तहत की शादी आरोपी भाई के खिलाफ थाने में दर्ज हुआ मुकदमा नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फिरोजाबाद (Firozabad) जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां भाई ने पैसों के लालच में आकर अपनी बहन से ही शादी कर ली. शख्स के खिलाफ थाने में तहरीर दी गई है. शख्स ने ये शादी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना (Mukhyamantri Samuhik Vivah Yojana) के तहत की थी. जब मामले का खुलासा हुआ तो अधिकारियो के होश उड़ गए. शादी के जोड़ों का वेरिफिकेशन करने वाले जांच अधिकारियों से मामले पर जवाब मांगा गया है. 51 जोड़ों की कराई गई थी शादी जानकारी के अनुसार, फिरोजाबाद के टूंडला का है. टूडला खंड विकास कार्यालय में बीते शनिवार को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम में नगरपालिका टूंडला, ब्लाक टूंडला और ब्लॉक नारखी के 51 जोड़ों की शादी कराई गई थी. इस सामूहिक शादी समारोह में सरकार की तरफ से सभी जोड़ों को गृहस्थी का सामान और कपड़े दिए गए थे. ये भी पढ़ें: लाखों की नौकरी छोड़ शुरू की UPSC Exam की तैयारी, 2 बार हुईं फेल, फिर ऐसे बनीं IAS ऐसे हुआ मामले का खुलासा इस सामूहिक शादी समारोह के वीडियो और फोटो आसपास के इलाके के लोगों और ग्राम प्रधानों तक पहुंचे तब फर्जीवाड़े के चार मामलों का खुलासा हुआ. इन चार मामलों में से एक भाई बहन ने आपस में ही शादी कर ली. इस मामले में जांच के बाद नगला प्रेम (घड़ी) के रहने वाले भाई के खिलाफ समाज कल्याण विभाग के सहायक विकास अधिकारी चंद्रभान सिंह ने शिकायत दर्ज कराई है. अधिकारियों से मांगा जवाब मामले पर बात करते हुए टूंडला के खंड विकास अधिकारी (BDO) नरेश कुमार ने बताया कि शादी के लिए जोड़ों की लिस्ट तैयार करके उनका वेरिफिकेशन करने वाले वाले ग्राम पंचायत सचिव मरसेना कुशलपाल, ग्राम पंचायत घिरौली सचिव अनुराग सिंह, एडीओ कॉपरेटिव सुधीर कुमार एडीओ समाज कल्याण विभाग चंद्रभान सिंह से स्पष्टीकरण मांगा गया है. अगर इन अधिकारियों के जवाब संतोषजनक नहीं हुए तो इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. आरोपी भाई के खिलाफ दर्ज हुई FIR BDO ने बताया कि फर्जी तरीके से शादी करने वाले भाई के खिलाफ थाने में FIR दर्ज कराई गई है. इसके अलावा फर्जीवाड़ा करने वाले अन्य जोड़ों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है. दोबारा शादी करने वाली अपात्र महिला से शादी में दिया हुआ सामान वापस ले लिया गया है. वहीं अभी मामले की जांच चल रही है. ये भी पढ़ें: 'कम से कम वो इतना तो सुधर गया है', केंद्रीय मंत्री ने राहुल गांधी पर ऐसे ली चुटकी आरोपियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई टूंडला कोतवाली के प्रभारी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि समाज कल्याण विभाग के सहायक विकास अधिकारी द्वारा सामूहिक विवाह समारोह में फर्जी तरीके से जोड़ों की शादी कराने के लिए थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है. जांच में दोषी पाए जाने पर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/delhi-nursery-admission-2022-registration-nursery-admission-starts-from-today-know-dates-and-updates/1048061,"दिल्ली में आज से नर्सरी में दाखिले की प्रकिया शुरू, इन तारीखों का रखें ध्यान","Delhi Nursery Admission 2022-23: दिल्ली में आज से नर्सरी में दाखिले की प्रकिया शुरू, इन तारीखों का रखें ध्यान Delhi Nursery Admission 2022 Registration starts: अगर आप दिल्ली में रहते हैं और नर्सरी में बच्चे का दाखिला कराना चाहते हैं तो आज से शुरू हुई आवेदन प्रक्रिया को जान लीजिए. आवेदन फॉर्म लेने के लिए 25 रुपए की फीस देनी होगी. प्रॉस्पेक्ट्स लेना अनिवार्य नहीं है. ये जानकारी नोट पैड पर लिख लें ताकि किसी भी अनावश्यक परेशानी से बच सकें. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 15, 2021, 12:31 PM IST दिल्ली में नर्सरी एडमिशन की दौड़ आज से शुरू हुई दाखिले की प्रकिया कागज में नोट कर लें जरूरी तारीख नई दिल्ली: दिल्ली के करीब 1800 प्राइवेट स्कूलों में नर्सरी में एडमिशन की प्रक्रिया (Delhi Nursery Admission Process 2022) आज से शुरू हो गई है. सबसे पहले ये जान लीजिए कि आपके पास अपने बच्चे का आवेदन और उसका पेपर वर्क पूरा करने के लिए आपके पास कितना वक्त है. दरअसल आवेदन करने की आखिरी तारीख सात जनवरी है. दाखिले के लिए 6 साल से कम उम्र के बच्चे ही योग्य माने जाएंगे. नोट कर लीजिए ये तारीखें आपको बता दें कि सभी चयनित बच्चों की पहली सूची 4 फरवरी को, दूसरी 21 फरवरी को और अगर इसके बाद भी कोई लिस्ट हुई तो वो 15 मार्च को जारी हेगी. वहीं सत्र 2022-23 के लिए नर्सरी में दाखिले (Nursery Schools Admission 2022-23) की 31 मार्च को खत्म हो जाएगी. शिक्षा निदेशालय दिल्ली की ओर से जारी किए गए शेड्यूल के मुताबिक, अपने बच्चों के नर्सरी क्लास में एडमिशन के लिए पैरेंट्स आज से फॉर्म ले सकते हैं. फॉर्म जमा कराने की आखिरी तारीख 7 जनवरी 2022 रखी गई है. इसके बाद प्राइवेट स्कूलों द्वारा 21 जनवरी 2022 तक आवेदन करने वाले सभी स्टूडेंट्स की डिटेल्स वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी. फिर स्कूलों द्वारा दाखिले के लिए संबंधित स्टूडेंट्स के मार्क्स को 28 जनवरी 2022 तक अपलोड करना होगा. यहां जानें दाखिले के नियम नर्सरी में एडमिशन के लिए बच्चे की उम्र 3 साल से ज्यादा और 4 साल से कम होनी चाहिए. वहीं केजी में एडमिशन के लिए बच्चे की उम्र 4 साल से ज्यादा और 5 साल से कम होनी चाहिए. अगर आप बच्चे का पहली क्लास में एडमिशन कराना चाहते हैं तो बच्चे की उम्र 5 साल से अधिक और 6 साल से कम होनी चाहिए. उम्र की गणना 31 मार्च 2022 के आधार पर की जाएगी. 25 रुपये में मिलेगा फॉर्म पैरेंट्स को आवेदन फॉर्म लेने के लिए 25 रुपए शुल्क देना होगा. स्कूल से प्रॉस्पेक्ट्स लेना अनिवार्य नहीं है. चाहें तो इसके लिए अतिरिक्त शुल्क देकर प्रॉस्पेक्ट्स लें अथवा रहने दें. दाखिले के दौरान जिन दस्तावेजों की जरूरत पड़ेगी उनमें आपके पास बच्चे का हाल में खिंचवाया गया फोटो, पैरेंट्स या गार्जियन का फोटो, फैमिली की फोटो, बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट या बच्चे का आधार कार्ड (अगर बना हो), एड्रेस प्रूफ, इनकम प्रूफ, कास्ट सर्टिफिकेट (अगर लागू होता है तो) के साथ किसी एक पैरेंट यानी बच्चे की माता या पिता के आधार कार्ड की कॉपी आपके पास जरूर होनी चाहिए. Delhi nursery admission 2022-23: अहम तारीखें. December 15: दाखिला प्रकिया की शुरुआत, वेबसाइट पर मिलेगा फॉर्म. January 7: फॉर्म जमा करने की आखिरी तारीख. January 28: स्कूल वेबसाइट पर बच्चों को मिले अंक अपलोड होंगे. February 4: चयनित बच्चों की पहली सूची ( उन्हें मिले अंकों के साथ) February 5-12: पहली सूची को लेकर पैरेंट्स अपने सवाल पूछ सकेंगे. February 21- चयनित बच्चों की दूसरी सूची जारी होगी. February 22-28- दूसरी सूची को लेकर पैरेंट्स अपने सवाल पूछ सकेंगे. March 15 : अतिरिक्त लिस्ट ( यदि आई तो). March 31 : दाखिल प्रकिया समाप्त होगी.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/ias-officer-vishakha-yadav-secured-air-6-in-upsc-exam-in-third-attempt-after-quit-high-paying-job/1048056,"लाखों की नौकरी छोड़ शुरू की UPSC Exam की तैयारी, 2 बार हुईं फेल, फिर ऐसे बनीं IAS","लाखों की नौकरी छोड़ शुरू की UPSC Exam की तैयारी, 2 बार हुईं फेल, फिर ऐसे बनीं IAS Officer IAS Officer Vishakha Yadav Success Story: दिल्ली की रहने वाली विशाखा यादव (Vishakha Yadav) ने नौकरी छोड़कर यूपीएससी एग्जाम देने का फैसला किया, लेकिन पहले दो प्रयासों में प्रीलिम्स परीक्षा भी पास नहीं कर पाईं. अपने तीसरे प्रयास में विशाखा ने शानदार वापसी की और आईएएस अफसर (IAS Officer) बन गईं. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 15, 2021, 01:32 PM IST इंजीनियरिंग के बाद लगी लाखों की नौकरी नौकरी छोड़ शुरू की यूपीएससी एग्जाम की तैयारी पहले 2 प्रयासों में प्रीलिम्स परीक्षा भी नहीं कर पाईं पास नई दिल्ली: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा एग्जाम (Civil Service Exam) को देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक माना जाता है, जिसके लिए छात्रों को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है. कुछ स्टूडेंट पहले ही प्रयास में सफल हो जाते हैं तो कुछ कई प्रयासों के बाद सफलता का स्वाद चखते हैं. दिल्ली की रहने वाली विशाखा यादव (Vishakha Yadav) की कहानी भी कुछ ऐसी है, जो पहले दो प्रयासों में प्रीलिम्स परीक्षा भी पास नहीं कर पाई थी, लेकिन उसने अपने तीसरे प्रयास में शानदार वापसी की और आईएएस अफसर (IAS Officer) बन गईं. इंजीनियरिंग के बाद लगी लाखों की नौकरी विशाखा यादव (Vishakha Yadav) दिल्ली के द्वारका की रहने वाली हैं और उनकी पूरी स्कूलिंग दिल्ली से ही हुई. विशाखा बचपन से ही पढ़ने में काफी अच्छी थीं और दसवीं के अलावा बारहवीं में भी डिस्टिंक्शन नंबर हासिल किया था. 12वीं के बाद उन्होंने दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से उन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. विशाखा कॉलेज से ही प्लेसमेंट के जरिए सेलेक्ट हो गईं और उनकी सैलरी लाखों में थी. 2 साल बाद छोड़ दी नौकरी दो साल नौकरी करने के बाद विशाखा यादव (Vishakha Yadav) को लगा कि ये उनकी मंजिल नहीं है और उन्होंने सिविल सेवा एग्जाम (Civil Service Exam) की तैयारी करने का फैसला किया. इसमें उनके परिवार ने भी उनका पूरा साथ दिया. प्रीलिम्स परीक्षा भी नहीं कर पाईं पास नौकरी छोड़कर यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला विशाखा यादव (Vishakha Yadav) के लिए काफी मुश्किल साबित हुआ, क्योंकि पहले दो प्रयासों में वह प्रीलिम्स परीक्षा भी पास नहीं कर सकीं. हालांकि लगातार दो असफलता के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और तीसरे प्रयास के लिए तैयारी शुरू कर दी. तीसरे प्रयास में बन गईं आईएएस अफसर विशाखा यादव (Vishakha Yadav) ने पहले दो अटेम्प्ट की गलतियों को सुधारकर कड़ी मेहनत की और बेहतर रणनीति से सफलता हासिल की. विशाखा ने तीसरे प्रयास में सिविल सेवा एग्जाम (Civil Service Exam) में ऑल इंडिया में छठी रैंक हासिल की और आईएएस अफसर बनने में सफल रहीं. यूपीएससी एग्जाम में ऐसे मिली सफलता DNA की रिपोर्ट के अनुसार, विशाखा यादव (Vishakha Yadav) ने कहा कि सिविल सेवा की तैयारी करने के लिए रोजाना 6 से 8 घंटे लगातार पढ़ाई करना जरूरी है. इसके अलावा कई किताबों को पढ़ने के बजाय कुछ सीमित किताबों पर फोकस करना फायदेमंद साबित होता है. पढ़ने के साथ ही उत्तर लिखने का अभ्यास करें, अपनी गलतियों को समझें और उन्हें लगातार सुधारते हुए हर दिन बेहतर करने पर ध्यान दें. ये भी पढ़ें- चीनी मिल में काम करते हैं पिता, बेटी बनी आईएएस अफसर; UPSC Exam में ऐसे पाई सफलता पहले दो प्रयासों में हुई थी ये गलतियां अपनी असफलताओं पर बात करते हुए विशाखा यादव (Vishakha Yadav) बताती हैं कि पहले दो अटेम्प्ट में रिसोर्स ज्यादा रखने की वजह से ठीक से रिवीजन नहीं कर पाईं और साथ ही कम टेस्ट सीरीज ज्वॉइन करने का भी नुकसान हुआ. वह कहती हैं कि उन्होंने परीक्षा के पहले बहुत कम मॉक टेस्ट दिए थे और इस वजह से प्रैक्टिस उनकी नहीं हो पाई, जितनी होनी चाहिए थी.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/rajasthan-cm-ashok-gehlot-announces-rs-1-crore-for-tamil-nadu-helicopter-crash-victim-sl-kuldeep-singh-family/1048004,Squadron leader कुलदीप के परिजनों के लिए सरकार का बड़ा ऐलान; चॉपर क्रैश मे गई थी जान,"Squadron leader कुलदीप सिंह के परिजनों के लिए सरकार का बड़ा ऐलान; चॉपर क्रैश मे गई थी जान Tamil Nadu Chopper Crash: कुन्नूर हेलिकॉप्टर क्रैश (Coonoor Helicopter Crash) में मारे गए स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह (Squadron Leader Kuldeep Singh) के परिजनों के लिए राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने एक करोड़ रुपये की सहायता देने का ऐलान किया है. खुद सीएम गहलोत ने ट्वीट कर इस फैसले की जानकारी साझा की है. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 15, 2021, 10:36 AM IST नई दिल्ली: कुन्नूर हेलिकॉप्टर हादसे (Coonoor Helicopter Crash) में जान गंवाने वाले स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह (SL Kuldeep Singh) के परिवार के लिए राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) की सरकार ने बड़ा एलान किया है. जिसके तहत तमिलनाडु में हुए हादसे (Tamil Nadu Chopper Crash) में जान गंवाने वाले कुलदीप के परिजनों को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता राशि दी जाएगी. इस बात की जानकारी CM अशोक गहलोत ने खुद दी. मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर बताया, 'कुन्नूर (तमिलनाडु) हेलीकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए झुंझुनूं, राजस्थान के सपूत SL कुलदीप सिंह के परिजनों को राज्य सरकार की ओर से एक करोड़ रूपये की सहायता राशि देने का निर्णय लिया गया है.' मुख्यमंत्री गहलोत ने ये भी कहा कि इस मुश्किल और दुख की घड़ी में राज्य सरकार शहीद कुलदीप सिंह के परिजनों के साथ है. कुन्नूर (तमिलनाडु) हेलीकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए झुंझुनूं, राजस्थान के सपूत स्क्वॉड्रन लीडर श्री कुलदीप सिंह के परिजनों को राज्य सरकार ने एक करोड़ रूपये की सहायता राशि प्रदान करने का निर्णय लिया है। इस कठिन घड़ी में प्रदेश सरकार शहीद के परिजनों के साथ है। — Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) December 14, 2021 एक बहन वह भी वायुसेना में ग्रामीणों ने बताया कि कुलदीप पूरे गांव के लाडले थे. वे बच्चों को देश भावना का पाठ पढ़ाते थे. उनके पिता रणधीर सिंह राव भी नौ सेना से रिटायर्ड हैं. घरडाना खुर्द के सरपंच सरपंच उम्मेद सिंह राव ने बताया कि लाडले को खोने का गम हर किसी को हैं. कुलदीप के परिवार के सदस्य जयपुर में रहते हैं. उनका करधनी में रावण गेट के पास विला है. इसमें ही कई वर्षो से रह रहे हैं. कुलदीप की दो साल पहले शादी हुई थी. उनकी एक बहन है वह भी वायुसेना में है. आपको बता दें कि आठ दिसंबर को हुई कुन्नूर दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और सशस्त्र बलों के 11 सैन्य कर्मियों की जान चली गई थी. हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले सैन्य कर्मियों में राजस्थान के स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह भी शामिल थे. स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह की की अंत्येष्टि उनके पैतृक गांव घरड़ाना खुर्द में की गई.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/jammu-and-kashmir-terrorist-killed-in-pulwama-encounter-and-search-operation-in-rajpura-area/1047957,"जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी, 1 आतंकी को किया ढेर","जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी, 1 आतंकी को किया ढेर जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि सुरक्षा बलों ने मंगलवार देर रात पुलवामा जिले के राजपुरा इलाके में घेराबंदी और तलाश अभियान शुरू किया, उसी दौरान आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद जवाब कार्रवाई में एक आतंकवादी मारा गया. Written by - Syed Khalid Hussain|Edited by: Syed Khalid Hussain|Last Updated: Dec 15, 2021, 01:17 PM IST पुलवामा में सेना ने एक आतंकी को मार गिराया मारे गए आतंकी की अभी पहचान नहीं पुलवामा में घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन जारी श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पुलवामा जिले में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है और जवानों ने मुठभेड़ (Pulwama Encounter) के दौरान एक आतंकी को मार गिराया है. मारे गए आतंकी की अभी पहचान नहीं हो पाई है. आतंकवादियों के छिपे होने की खबर मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने पुलवामा के राजपुरा इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया था. इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी भारतीय सेना के जवान लगातार आसपास के इलाके में आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चला रहे है. इलाके में कुछ और आतंकवादियों के छिपे होने की आशंका है. वहीं मारे गए आतंकवादी की शिनाख्त की जा रही है और इस बात का पता लगाया जा रहा है कि वह किस संगठन से जुड़ा था. आतंकियों के छिपे होने की मिली थी जानकारी आतंकियों के छिपे होने की खबर मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने पुलवामा के राजपुरा इलाके की घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन चलाया. पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि सुरक्षा बलों ने मंगलवार देर रात पुलवामा जिले के राजपुरा इलाके में घेराबंदी और तलाश अभियान शुरू किया, उसी दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलियां चलाईं, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई. उन्होंने बताया कि बुधवार सुबह मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया. श्रीनगर में पुलिस की बस पर आतंकी हमला इससे पहले आतंकियों ने सोमवार को श्रीनगर में पुलिस की बस पर फायरिंग की थी, जिसमे पुलिस के तीन जवान शहीद हो गए थे. वहीं इस हमले में घायल 11 पुलिसवालों का इलाज चल रहा है. जम्मू कश्मीर पुलिस के मुताबिक इस हमले में 2 विदेशी समेत 3 आतंकी शामिल थे. इस हमले से पहले आतंकियों ने बाकायदा रेकी की थी. उनका मकसद पुलिसवालों की हत्या करना और हथियार छीनना था. हालांकि आतंकी हथियार छीन पाने में नाकाम रहे.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/jacqueline-fernandez-and-nore-fatehi-will-unveil-cheating-case-of-200-crores-and-sukesh-chandrasekhar/1047887,सुकेश चंद्रशेखर के जाल में कैसे फंसीं नोरा फतेही और जैकलीन? जानें पूरी कहानी,"सुकेश चंद्रशेखर के जाल में कैसे फंसीं नोरा फतेही और जैकलीन? जानें पूरी कहानी आपको देश के सबसे बड़े कॉनमैन यानी बहरूपिये और उसकी पतन के लिए जिम्मेदार उन हसीनाओं के बारे में बता रहे हैं, जो भले ही कभी उस शातिर के जाल में फंसी हों लेकिन अब वो खूबसूरत हसीनाएं ही सुकेश चंद्रशेखर के जाल से पर्दा उठाएंगी. ये अभिनेत्रियां बताएंगी कि कैसे उनको लुभाने और अपने जाल में फंसाने के लिए सुकेश ने जेल के अंदर से ठगी गई कमाई को पानी की तरह बहाया था. Written by - Pramod Sharma|Edited by: Pramod Sharma|Last Updated: Dec 15, 2021, 10:30 AM IST ईडी ने तैयार की 178 गवाहों की फौज जैकलीन के पीछे पागल हो गया था सुकेश सुकेश ने जैकलीन और नोरा को दिए थे महंगे गिफ्ट नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 200 करोड़ रुपये की रंगदारी और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी है और इसमें बॉलीवुड की दो अभिनेत्रियों के नाम भी आए हैं. तो चलिए आपको देश के सबसे बड़े कॉनमैन यानी बहरूपिये और उसकी पतन के लिए जिम्मेदार उन हसीनाओं के बारे में बता रहे हैं, जो भले ही कभी उस शातिर के जाल में फंसी हों लेकिन अब वो खूबसूरत हसीनाएं ही सुकेश चंद्रशेखर के उस जाल से पर्दा उठाएंगी. ये अभिनेत्रियां बताएंगी कि कैसे उनको लुभाने और अपने जाल में फंसाने के लिए सुकेश ने जेल के अंदर से ठगी गई कमाई को पानी की तरह बहाया था. ईडी (ED) ने इस बात को साबित करने के लिए 'नोरा फतेही' समेत जैकलीन की मेकअप आर्टिस्ट को अपना अहम गवाह बनाया है. सुकेश ने नोरा फतेही से ऐसे किया था संपर्क गवाहों की लिस्ट में ईडी (ED) ने 45 नंबर के गवाह के तौर पर नोरा फतेही (Nora Fatehi) का नाम लिखा है. नोरा ने ईडी को बताया कि कैसे सुकेश ने उसकी एजेंसी Exceed Enterainment प्राइवेट लिमिटेड और लीना के जरिए एक चैरिटी शो में डांस करने के लिए चेन्नई के होटल लीना पैलेस के बैंक्वेट हॉल में बुलाया था. इवेंट के दौरान नोरा को Gucci का बैग और एक आईफोन लीना ने गिफ्ट किया था. नोरा को सुकेश ने गिफ्ट की BMW कार इसके बाद लीना ने मोबाइल पर स्पीकर को ऑन करके अपने पति (सुकेश) से बात कराई. सुकेश ने नोरा को थैंक्स किया और बोला कि वो उनका बहुत बड़ा फैन है. उसी वक्त सुकेश ने बोला कि वो एक BMW कार तोहफे के तौर पर देना चाहता है. इसके बाद शेखर नाम के शख्स ने नोरा से संपर्क किया, लेकिन उन्होंने गाड़ी लेने से मना कर दिया, क्योंकि उनके पास पहले से ही कार है. इसके बावजूद एक 5 सीरीज की BMW कार सुकेश की तरफ से नोरा फतेही को भेज दी जाती है, जो किसी बॉबी के नाम पर रजिस्टर्ड है. नोरा ने इस पूरी बातचीत से जुड़ी कॉपी और स्क्रीनशॉट्स ईडी को भी मुहैया कराए हैं. जैकलीन ने पूछताछ में किए बड़े खुलासे देश के इस सबसे बड़े बहरूपिये की अरबों रुपये की ठगी के शातिर तरीके को मशहूर अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडिस ने भी 4 बार हुई पूछताछ में ईडी को बताया कि कैसे सुकेश ने उनके मेकअप आर्टिस्ट शान मुठ्ठील के जरिए गृह मंत्रालय का अधिकारी बनकर संपर्क किया और 'शेखर रत्न वेला' (जो सुकेश चंद्रशेखर है) नाम के व्यक्ति के संपर्क में रहने को कहा. इसके बाद जैकलीन ने सुकेश से संपर्क किया और दोनों लगातार मिलने लगे. जैकलीन के पीछे पागल हो गया था सुकेश जैकलीन फर्नांडिस ने ईडी को दिए अपने बयान में खुलासा किया कि सुकेश उनके पीछे पागल हो गया था. उनसे बात करने और मिलने के लिए वो दिसंबर 2020 से पीछे पड़ा हुआ था. वो लगातार जैकलीन को जेल के अंदर से फोन कर रहा था, लेकिन जैकलीन ने कभी उसके फोन का जवाब नहीं दिया. इसके बाद फरवरी 2021 में उनके मेकअप आर्टिस्ट शान मुठ्ठील के पास किसी ने फोन करके अपने आप को सरकारी अधिकारी बताया और कहा कि जैकलीन को मिस्टर शेखर रत्न वेला से जरूर मिलना चाहिए, वो बहुत खास व्यक्ति हैं. सुकेश ने खुद को सन टीवी का मालिक बताया इसके बाद जैकलीन ने सुकेश से (जिसने अपने आप को शेखर रत्न वेला बताया था) संपर्क किया. सुकेश ने जैकलीन को सन टीवी का मालिक बताया और कहा कि वह जयललिता की पार्टी से जुड़े हुए परिवार का सदस्य है. सुकेश ने जैकलीन से बताया कि वो उनका बहुत बड़ा फैन है और उनको साउथ की फिल्में भी करनी चाहिए. उसके (सुकेश) पास सन टीवी के कई प्रोजेक्ट लाइन अप हैं, जिसके बाद सुकेश लगातार अपने मोबाइल नंबर +17242765... से वाट्सअप कॉल के जरिए फरवरी से संपर्क में रहने लगा. सुकेश ने जैकलीन की बहन और भाई को भी दिए पैसे सुकेश ने अमेरिका में रहने वाली जैकलीन की बहन गरेल्दिने फर्नांडिस के अकाउंट में 150000 अमेरिकी डॉलर यानी एक करोड़ से ज्यादा की रकम लोन के तौर पर ट्रांसफर की थी. सुकेश ने ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले जैकलीन के भाई वॉरेन फर्नांडिस के अकाउंट में भी 15 लाख रुपये ट्रांसफर किए थे. जैकलीन पर फिदा सुकेश ने दिए थे इतने महंगे गिफ्ट सुकेश ने जैकलीन को सुरेश तपोरिया नाम के शख्स के जरिए 'एसपुएला' नाम का एक महंगा घोड़ा, Gucci और Chanel के 3 डिजाइनर बैग, Gucci के 2 जिम आउटफिट, Louis Vuitton Shoes का एक जोड़ा, 2 जोड़ी हीरे की कान की बालियां, ब्रेसलेट, मल्टी कलर के पत्थर, 2 हेमीज ब्रेसलेट दिया था. जैकलीन ने ईडी को दिए अपने बयान में बताया कि सुकेश ने उनको मिनी कूपर की एक गाड़ी भी गिफ्ट की थी, जिसको उन्होंने वापस कर दिया. जैकलीन ने बताया कि सुकेश ने मशहूर स्क्रिप्ट राइटर अद्वैता काला के पास 15 लाख रुपये कैश भी पहुंचाया. सुकेश ने जैकलीन के लिए कई बार प्राइवेट जेट ट्रिप और होटलों में रुकने का खर्चा भी खुद किया था. प्राइवेट जेट के लिए सुकेश और लीना ने 1.39 करोड़ रुपये दो महीने के लिए दिए थे. ईडी के सामने दिए अपने बयान में सुकेश की पत्नी लीना ने बताया कि उसने सुकेश, जैकलीन और अन्य लोगों को भारत में घूमने के लिए बकायदा 2 महीनों के लिए एक प्राइवेट जेट बुक किया था, जिसके लिए 2 महीने का किराया 1 करोड़ 39 लाख 35 हजार रुपए दिया था. ईडी ने तैयार की 178 गवाहों की फौज ईडी ने देश के अंदर जेल से वसूले गए इस सबसे बड़े केस के 8 आरोपियों को दोषी साबित करने के लिए 178 लोगों को गवाहों के तौर पर अपने केस में बनाया है, जिसमें गवाह नंबर 44 में शान मुठ्ठील और 45 नंबर पर नोरा फतेही हैं. ईडी ने अपनी इस चार्जशीट में सुकेश चंद्रशेखर के पुराने इतिहास का भी जिक्र किया है और बताया है कि कैसे सुकेश ने इससे पहले भी जेल के अंदर रहकर लोगों को करोड़ो रुपये का चूना लगाया है. हालांकि सुकेश और लीना इस केस में भले ही जेल के अंदर है, लेकिन बावजूद इसके जेल से बाहर उनके कई गुर्गे अभी भी सक्रिय हैं.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/crpf-soldiers-and-officers-reached-at-martyr-shailendra-pratap-singh-sisters-wedding-in-raebareli/1047885,"J&K में शहीद हुआ जवान, CRPF के साथियों ने करवाई बहन की शादी; इमोशनल कर देगा वीडियो","एक फर्ज ऐसा भी! J&K में शहीद हुआ जवान, CRPF के साथियों ने करवाई बहन की शादी Emotional Story: रायबरेली के अमर सपूत शहीद शैलेंद्र प्रताप सिंह की बहन ज्योति की शादी का कार्यक्रम 13 दिसम्बर 2021 को उनके घर पर सम्पन्न हुआ. समारोह में उपस्थित परिजनों के लिए वो क्षण ऐसा भावुक करने वाला साबित हुआ जब CRPF के जवानों और अधिकारियों ने वहां पहुंचकर रस्मों में सगे भाइयों की तरह हिस्सा लिया निभाई. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 15, 2021, 10:27 AM IST सीआरपीएफ जवानों ने समझाया फर्ज का मतलब सीमा पर शहीद हुआ साथी तो यूं निभाई जिम्मेदारी वायरल वीडियो देखकर इमोशनल हो गए लोग नई दिल्ली: कश्मीर (Kashmir) के बेहद संवेदनशील और आतंकग्रस्त पुलवामा जिले के लेथपुरा स्थित 110 बटालियन सीआरपीएफ (CRPF) में तैनाती के दौरान सिपाही शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने आतंकवादियों के खिलाफ कमान संभालते हुए 5 अक्टूबर 2020 को देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था. जवान शैलेंद्र तो बलिदान देकर अमर हो गए. लेकिन उनकी फोर्स के दूसरे साथियों ने अभी एक बड़ी जिम्मेदारी का दायित्व बखूबी निभाया. 'शादी में एक भाई की जगह अनेक भाई' दरअसल रायबरेली (Raebareli) के अमर सपूत शहीद शैलेंद्र प्रताप सिंह (Martyr Shailendra Pratap Singh) की बहन ज्योति की शादी का कार्यक्रम (Sister’s wedding) 13 दिसम्बर 2021 को रायबरेली स्थित उनके घर पर सम्पन्न हुआ. शादी समारोह में उपस्थित सभी के लिए ऐक क्षण ऐसा भावुक करने वाला साबित हुआ जब शहीद की बहन की शादी में CRPF के जवानों और अधिकारियों ने पहुंचकर रस्मों में भागीदारी निभाई. सभी ने सगे भाई की तरह बहन को अपना आशीर्वाद दिया. आप भी देखिए इमोशनल वीडियो CRPF जवानों ने बहन के लिए उपहार दिया और फूलों की चादर लेकर बहन को शादी के स्टेज तक ले गए और उन्होंने ही बहन ज्योति को विदा कराया. 'ऐसा हिंदुस्तान में ही हो सकता है' CRPF के इन जवानों ने अपने स्तर पर एक अच्छी पहल कर भाई की भूमिका अदा की.सभी को आंखों में खुशी और गम के आंसू थे,गम के इसलिए क्योंकि सभी को शहीद शैलेंद्र की कमी खल रही थी और खुशी के इसलिए क्योंकि सीआरपीएफ के इन जवानों द्वारा भाई की भूमिका अदा करते हुए शहीद शैलेंद्र की कमी को पूरा करने का प्रयास किया गया. शहीद शैलेंद्र के पिता ने कहा, 'भले मेरा बेटा अब इस दुनिया में नहीं था लेकिन मुझे सीआरपीएफ के इन सैनिकों के रूप में नए बेटे मिल गए हैं जो हर सुख-दुख में हमेशा हमारे साथ खड़े रहते हैं.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/how-much-money-modi-government-earned-from-tax-collection-on-petrol-diesel-here-is-the-answer/1047868,महंगे पेट्रोल-डीजल से कितनी भरी सरकार की तिजोरी? आखिरकार मिल गया जवाब,"महंगे पेट्रोल-डीजल से कितनी भरी सरकार की तिजोरी? आखिरकार मिल गया जवाब पेट्रोल-डीजल से सरकार ने अच्छी-खासी कमाई की है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में बताया कि पिछले तीन वित्तीय वर्ष में सरकार ने पेट्रोल-डीजल के टैक्स से 8.02 लाख करोड़ रुपये की कमाई की है. वित्तीय वर्ष 2021 में ही सरकार को टैक्स से 3.71 लाख करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 15, 2021, 07:20 AM IST 8.02 लाख करोड़ रुपये हुई सरकार की कमाई 2021 में ही 3.71 लाख करोड़ रुपये का राजस्व मिला काफी ऊंचाई पर पहुंच गए हैं तेल के दाम नई दिल्ली: महंगाई (Inflation) के दौर में पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) के चढ़ते दामों ने आम आदमी का ‘तेल’ निकाल दिया. हालांकि, बीते दिनों केंद्र और कुछ राज्य सरकारों ने टैक्स (Tax) घटाकर जनता को राहत देने की कोशिश जरूर की, लेकिन इस राहत के बावजूद तेल के दाम ऐसी ऊंचाई पर पहुंच चुके हैं, जहां से उनका नीचे उतरना मुश्किल नजर आता है. ऐसे में हर व्यक्ति यह जानना चाहता है कि आखिर आम आदमी की जेब काटकर सरकार ने अपनी तिजोरी कितनी भरी? तो इस सवाल का जवाब अब मिल गया है. सरकार ने संसद में तेल से हुई कमाई की जानकारी दी है. Sitharaman ने संसद में दिया बयान केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने मंगलवार को संसद में बताया कि पेट्रोल-डीजल से सरकार को कितनी कमाई हुई है. वित्त मंत्री के मुताबिक पिछले तीन वित्तीय वर्ष में सरकार ने पेट्रोल-डीजल के टैक्स से 8.02 लाख करोड़ रुपये की कमाई की है. सीतारमण ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021 में ही सरकार को टैक्स से 3.71 लाख करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है. सांसदों ने उठाया था मुद्दा दरअसल, संसद में कुछ सांसदों ने पेट्रोल-डीजल के दामों पर सवाल उठाया और सरकार से पूछा कि इसे कम करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं. सासंदों ने यह भी पूछा कि सरकार को ईंधन बेचकर टैक्स के रूप में कितनी कमाई हुई है. इस पर केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि पिछले तीन वित्तीय वर्ष में सरकार को टैक्स से 8.02 लाख करोड़ रुपये की कमाई हुई है, जबकि केवल इसी वित्तीय वर्ष में 3.71 लाख करोड़ से ज्यादा का राजस्व प्राप्त हुआ है. कच्चे तेल की कीमतों का हवाला इस साल 4 नवंबर को दिवाली से ठीक पहले सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में क्रमशः 5 रुपये और 10 रुपये प्रति लीटर की कमी की. इसके बाद कई राज्यों ने मूल्य वर्धित कर (वैट) में कटौती की घोषणा की. इसके बाद पेट्रोल-डीजल के चढ़ते दामों में थोड़ी गिरावट आई. हालांकि, अब ये पहले की तुलना में काफी ज्यादा हैं और इनके ज्यादा नीचे आने की कोई संभावना दिखाई नहीं देती. सरकार इसके लिए वैश्विक बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों का हवाला देती आई है. सरकार ने संसद में कहा कि तेल निर्यात करने वाले देश मांग से कम सप्लाई कर रहे हैं, जिससे कि तेल की एक कृत्रिम कमी पैदा हुई है. डिमांड और सप्लाई के चलते ही तेलों के दाम में वृद्धि देखी जा रही है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/name-of-village-was-ashamed-bhosari-name-now-registered-as-masuria-in-devghar-of-jharkhand/1047866,"गांव का नाम था इतना आपत्तिजनक कि बोलने में आती थी शर्म, अब जाकर हुआ ये बदलाव","Jharkhand: गांव का नाम था इतना आपत्तिजनक कि बोलने में आती थी शर्म, अब जाकर हुआ ये बदलाव Jharkhand Name Change News: झारखंड के देवघर जिले के एक गांव का नाम ऐसा था कि वहां के निवासियों को उसका जिक्र करने तक में शर्म आती थी. सरकारी दस्तावेजों में नया नामकरण करने के लिए ग्राम सभा के जरिए आवाज उठाई गई और काफी संघर्ष के बाद यहां के लोगों को आखिरकार कामयाबी मिल ही गई. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 15, 2021, 10:24 AM IST झारखंड में आपत्तिजनक नाम नाम सुनकर होती थी शर्मिंदगी लोग हंसकर उड़ाते थे मजाक नई दिल्ली: भारत के कई राज्यों के कुछ गांव और शहरों के नाम ऐसे हैं जिनके बारे में सुनकर या पढ़कर अपने आप लोगों की हंसी छूट जाती है. इस सीरीज में हमने हाल ही में आपको देश के फनी रेलवे स्टेशनों (Funny Railway Station's) का नाम और उनसे जुड़ी जानकारी बताई थी. मजेदार नामों से इतर अब बताते हैं कुछ ऐसे नामों के बारे में जिनकी वजह से वहां के निवासियों को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता था. इन राज्यों से उठी आवाज ऐसे नाम वाले राज्यों में राजस्थान (Rajasthan), हरियाणा (Haryana), महाराष्ट्र (Maharashta) और झारखंड (Jharkhand) का नाम लिया जा सकता है जहां के लोगों ने अपने इलाके का नाम बदलने के लिए आवाज उठाई कुछ लोग कामयाब हुए तो कुछ लोग अभी भी अपना पता यानी इलाके का नाम बदलवाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. यहां पर बात झारखंड (Jharkhand) के देवघर (Deoghar) जिले के मोहनपुर प्रखंड की बंका पंचायत स्थित एक गांव की जिसका नाम ऐसा था कि आज की इंटरनेट वाले जमाने की हाईटेक पीढ़ी के लड़के-लड़कियों को स्कूल और कॉलेज में अपने गांव का नाम बताने में शर्म आती थी. दरअसल इस गांव का नाम Bh...di था, जिस वजह से छात्र-छात्राएं अपने शिक्षण संस्थान समेत अपने दोस्तों को गांव का नाम नहीं बता पाते थे. मजाक उड़ने का डर यहां रहने वालों को हमेशा इस बात की फिक्र रहती थी कि कैसे भी उनके गांव का नाम बदलवाया जाए. अब चूंकि गांव का नाम बताने पर मजाक भी उड़ाया जाता था इसलिए उन्होंने आवाज उठाई. जाति प्रमाण पत्र, आवास प्रमाण पत्र और इनकम प्रूफ जैसे सर्टिफिकेट में देवघर के इस गांव का नाम देख लोग हंसने लगते थे. सालों से चलती आ रही इस परेशानी को दूर करने के लिए युवाओं ने कमर कसी और पंचायत का सहारा लेकर कामयाबी हासिल की. ये भी पढ़ें- अजीबो गरीब रेलवे स्टेशन, जिनके नाम सुनते ही छूट पड़ेगी आपकी हंसी, जानें Funny Station Names यूं बदला नाम दरअसल बंका पंचायत के ग्राम पंचायत प्रधान रंजीत कुमार यादव ने गांव के सारे सरकारी दस्तावेजों में नया नामकरण करने के लिए ग्राम सभा की बैठक बुलाई. जिसमें सर्वसम्मति से गांव का पुराना नाम बदलकर नया नाम मसूरिया रखने का प्रस्ताव पारित हुआ. इसके बाद सभी सरकारी दफ्तरों और दस्तावेजों में खास तौर पर मसूरिया के नाम से गांव की इंट्री कराई गई. कई महीनों के संघर्ष के बाद कामयाबी मिली तो अब राजस्व विभाग की वेबसाइट में भी पुराने गांव भो.... का नाम बदलकर मसूरिया गांव के तौर पर दर्ज हो गया है. बदलाव की कहानी अब इसी गांव के नाम से लोग अपनी जमीन का लगान भी जमा करते हैं. अंचल कार्यालय के राजस्व ग्राम समेत थाना व प्रखंड कार्यालय के राजस्व ग्रामों की सूची में मसूरिया का नाम दर्ज कराया गया. अब प्रखंड कार्यालय से संचालित विकास योजना भी मसूरिया के नाम से हो रहा है. छात्रों को स्कूल व कॉलेज में जमा करने के लिए जाति, आवासीय व आय प्रमाण पत्र भी मसूरिया के नाम से जारी हो रहा है. छात्र अब अपने गांव का नाम खुलकर मसूरिया बताते हैं. प्रभात खबर में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक बंका पंचायत के प्रधान रंजीत कुमार यादव कहते हैं कि पुराने पर्चे में गांव का नाम आपत्तिजनक था. अब तो पीएम आवास योजना (PMAY) भी अब मसूरिया के नाम से आवंटित होता है. सभी प्रमाण पत्र भी अब मसूरिया गांव के नाम से जारी होने लगे हैं.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/delhi-police-arrested-a-criminal-who-stolen-jewelery-from-the-showroom/1047781,"ज्वैलरी शोरूम से चोरी कर भाग रहा बदमाश गिरफ्तार, पहचान के बाद पुलिस हो गई हैरान","ज्वैलरी शोरूम से चोरी कर भाग रहा बदमाश गिरफ्तार, पहचान के बाद पुलिस हो गई हैरान ज्वैलरी शोरूम से अंगूठी लेकर भाग रहा (Theft) बदमाश अपने इरादों में सफल नहीं हो पाया. सूचना मिलते ही पुलिस (Delhi Police) ने जब आरोपी का पीछा किया तो कुछ समय बाद वह पकड़ में आ गया. Written by - Raju Raj|Edited by: Raju Raj|Last Updated: Dec 14, 2021, 09:46 PM IST शोरूम से अंगूठी लेकर निकल भागा कांस्टेबल ने पीछा कर दबोच लिया पहचना के बाद हैरान रह गई पुलिस नई दिल्ली: ज्वैलरी शोरूम से अंगूठी लेकर भाग रहा (Theft) बदमाश अपने इरादों में सफल नहीं हो पाया. सूचना मिलते ही पुलिस (Delhi Police) ने जब आरोपी का पीछा किया तो कुछ समय बाद वह पकड़ में आ गया. पूछताछ में जब आरोपी की पहचान हुई तो पुलिस हैरान रह गई. शोरूम से अंगूठी लेकर निकल भागा पुलिस के मुताबिक घटना सोमवार दोपहर करीब 1 बजे की है. उसी दौरान एक युवक क्नॉट प्लेस (Connaught Place) में बने तनिष्क के शो रूम में पहुंचा ओर सेल्समैन को ज्वैलरी दिखाने को कहा. उसने सेल्समैन को अपनी बातों में उलझाकर ध्यान भटकाया और फिर चुपके से एक अंगूठी अपनी जेब में लेकर निकल गया. उसकी यह करतूत शोरूम में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई. कांस्टेबल ने पीछा कर दबोच लिया उसके निकलने के बाद शोरूम के एक स्टाफ को उस पर शक हुआ और उसने तुरंत इलाके के बीट कांस्टेबल (Delhi Police) को फोन कर मामले की सूचना दी. बीट कांस्टेबल ने बिना देरी किए आरोपी का पीछा कर उसके दबोच लिया. पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम प्रवीण उर्फ प्रिंस बताया. वह हरियाणा के रोहतक जिले का रहने वाला है. आरोपी के मुताबिक वो सिविल सर्विसेज एग्जाम की तैयारी कर रहा है और अपने महंगे खर्च पूरे करने के लिए उसने ये हरकत की.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/8-new-cases-of-omicron-found-in-maharashtra-none-had-history-of-overseas-travel/1047770,"ओमिक्रॉन: यहां मिले नए वेरिएंट के 8 मरीज, किसी ने नहीं की थी विदेश यात्रा","ओमिक्रॉन: यहां मिले नए वेरिएंट के 8 मरीज, किसी ने नहीं की थी विदेश यात्रा इन आठ लोगों में सात को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है और उनके लार के नमूने दिसंबर के पहले हफ्ते में जांच के लिए ले लिए गए हैं. स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि सभी संक्रमित 24 से 41 आयु वर्ग में हैं. Last Updated: Dec 14, 2021, 09:34 PM IST महाराष्ट्र में मिले 8 नए ओमिक्रॉन संक्रमित किसी भी मरीज ने नहीं की थी विदेश यात्रा राज्य में अब तक 28 मरीजों की हुई पुष्टि मुंबई: देश में ओमिक्रॉन लगातार अपने पैर पसार रहा है और विदेश से लौटे कई लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. लेकिन अब महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के आठ नए मामले सामने आए हैं और किसी भी मरीज ने हाल में विदेश यात्रा नहीं की है. राज्य में अब तक 28 संक्रमित स्वास्थ्य विभाग ने एक बुलेटिन में बताया कि नये मामलों के साथ ही सार्स-सीओवी-2 के नए वेरिएंट से संक्रमित होने वालों की संख्या राज्य में बढ़कर 28 हो गई है. इनमें से सात मामले मुंबई में सामने आए और संक्रमितों में तीन महिलाएं शामिल हैं. स्वास्थ्य बुलेटिन में कहा गया, 'पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) की ओर से आज दी गई रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में आठ और मरीज ओमिक्रॉन से संक्रमित पाए गए हैं. इनमें से सात मरीज मुंबई के हैं और एक मरीज वसई-विरार (मुंबई की एक छोटी बस्ती) का है. सात को लग चुकी है कोरोना वैक्सीन उसमें कहा गया कि इन आठ लोगों में सात को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है और उनके लार के नमूने दिसंबर के पहले हफ्ते में जांच के लिए ले लिए गए हैं. विभाग ने बताया कि सभी संक्रमित 24 से 41 आयु वर्ग में हैं. उसने बताया कि आठ में से तीन में लक्षण नहीं दिख रहे हैं, जबकि पांच में संक्रमण के हल्के लक्षण हैं. बुलेटिन में कहा गया, 'प्रारंभिक सूचना के मुताबिक, इनमें से कोई भी दूसरे देश से नहीं लौटा है.' बुलेटिन में कहा गया है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित लोगों में से एक ने बेंगलुरु की यात्रा की थी, जबकि अन्य ने नई दिल्ली का दौरा किया था. उसमें कहा गया है कि आठ मरीजों में से दो अस्पताल में हैं और छह घरों में क्वारंटीन हैं और उनके करीबी संपर्कों का पता लगाया जा रहा है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/indian-army-gets-anti-drone-weapon-by-drdo/1047751,"सरहद पर दुश्मनों की निकलेगी हेकड़ी, सेना को मिल गया ये खतरनाक हथियार","सरहद पर दुश्मनों की निकलेगी हेकड़ी, सेना को मिल गया ये खतरनाक हथियार भारतीय सेना (Indian Army) को स्वदेशी एंटी ड्रोन हथियार (Anti Drone Weapon) मिल गए हैं. ये हथियार 4 से 6 किलोमीटर दूर से दुश्मन के ड्रोन को ट्रैक करता है और फिर उसे मार गिराता है. Written by - Krishna Mohan Mishra|Edited by: Krishna Mohan Mishra|Last Updated: Dec 14, 2021, 09:38 PM IST DRDO ने तैयार किया है सिस्टम ऐसे काम करता है ये हथियार एक और नए हथियार पर चल रहा ट्रायल नई दिल्ली: भारतीय सेना (Indian Army) को स्वदेशी एंटी ड्रोन हथियार (Anti Drone Weapon) मिल गए हैं. ये हथियार 4 से 6 किलोमीटर दूर से दुश्मन के ड्रोन को ट्रैक करता है और फिर उसे मार गिराता है. इस ड्रोन का परीक्षण सफल रहा है और इसका ट्रायल के तौर पर इस्तेमाल भी किया जा चुका है. DRDO ने तैयार किया है सिस्टम रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना को ये नए हथियार (Anti Drone Weapon) दिए. इस काउंटर ड्रोन सिस्टम को डीआरडीओ (DRDO) ने तैयार किया है. इस सिस्टम का नाम है लेजर बेस्ड डायरेक्टेड एनर्जी वेपन और ये छोटे से छोटे ड्रोन को लेजर बीम के जरिए गिरा सकता है. दरअसल लगातार लेजर बीम ड्रोन पर केंद्रित करने से ये उसके इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम को गर्म कर देता है. इससे पूरा सिस्टम और सेंसर डैमेज हो जाता है और ड्रोन नीचे गिर जाता है. इसे हार्ड किल कहा जाता है. ऐसे काम करता है ये हथियार ये सिस्टम (Anti Drone Weapon) दुश्मन के ड्र्रोन के कम्युनिकेशन को ठप भी कर सकता है और ड्रोन अपने-आप नीचे आ जाता है. इसे सॉफ़्ट किल कहा जाता है. भारतीय सेना (Indian Army) को सौंपे गए इस सिस्टम के रडार 4 से 6 किलोमीटर तक आसानी से किसी भी ड्रोन की मूवमेंट पर नजर रख सकते हैं. यह सिस्टम 2 किलोमीटर की रेंज में आने वाले किसी भी ड्रोन को आसानी से जैम यानि सॉफ्ट किल कर सकता है. वहीं हार्ड किल के लिए इसकी रेंज एक किलोमीटर है. एक और नए हथियार पर चल रहा ट्रायल यह स्वदेशी सिस्टम मिलने के बाद भारतीय सेना (Indian Army) काफी हद तक कम उंचाई और धीमी रफ़्तार वाले दुश्मन के किसी भी ड्रोन (Anti Drone Weapon) से आसानी से निपट सकती है. डीआरडीओ (DRDO) एक और एंटी ड्रोन सिस्टम पर काम कर रही है जो माइक्रोवेव हथियार से ड्रोन को खत्म कर सके. इस सिस्टम पर लगातार ट्रायल जारी हैं कि कैसे माइक्रोवेव के जरिए दुश्मन के ड्रोन को गिराया जा सके.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/cbi-court-sentenced-severe-punishment-for-cheating-with-doctor/1047695,"बेटे को दिलाना था MBBS में एडमिशन, डॉक्टर से हड़पे 13 लाख रुपये, सुनाई गई ये सजा","बेटे को दिलाना था MBBS में एडमिशन, डॉक्टर से हड़पे 13 लाख रुपये, कोर्ट ने सुनाई ये सजा मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले से जुड़े एक मामले में कोर्ट ने 6 साल बाद फैसला सुना दिया है. इस मामले में 3 आरोपियों को 5-5 साल कड़ी कैद की सजा सुनाई गई है. Written by - Jitender Sharma|Edited by: Jitender Sharma|Last Updated: Dec 15, 2021, 04:16 PM IST सीबीआई ने किया आरोपियों का पर्दाफाश डॉक्टर के साथ धोखाधड़ी का मामला आरोपियों ने वसूली थी भारी रकम भोपाल: CBI कोर्ट ने मध्य प्रदेश के चर्चित व्यापम घोटाले में 3 लोगों को 5-5 साल कड़ी कैद की सजा सुनाई है. इसके साथ ही दोषियों पर 8-8 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है. जिन लोगों को सजा सुनाई गई है, उनके नाम सौरव कुमार सिंह, उमेश श्रीवास्तव और प्रवीन सिंह राठौर हैं. क्या है पूरा मामला मध्य प्रदेश सरकार की ओर से संस्तुत होने के बाद CBI ने यह मामला अपने हाथ में लिया था. सीबीआई को सौंपे जाने से पहले मध्य प्रदेश पुलिस ने इंदौर के संयोगितागंज पुलिस स्टेशन में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. सीबीआई ने थाने में दर्ज उसी एफआईआर के आधार पर जांच शुरू करते हुए मामले को आगे बढ़ाया. इस केस में आरोप था कि आरोपियों ने एक डॉक्टर (शिकायतकर्ता) के बेटे को प्रबन्धन कोटे (Management Quota) से इंदौर मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलवाने के नाम पर 13 लाख रुपये वसूल लिए थे. सीबीआई जांच से पता चला कि आरोपियों ने पीड़ित डॉक्टर आश्वस्त किया कि वे Management Quota में MBBS की एक सीट पर एडमिशन करवा देंगे. इसके लिए आरोपियों ने उनसे 6.5 लाख रुपये नकद वसूल किए. आरोपियों ने ऐसे दिया ठगी को अंजाम आरोपियों ने पहले पीएमटी-2011 का आवेदन पत्र, डॉक्टर के बेटे की फोटोग्राफ, 10 वीं की मार्कशीट और एक कागज पर हस्ताक्षर लिए. इसके बाद आरोपी ने डॉक्टर के बेटे की email id पर प्रवेश पत्र के साथ पीएमटी-2011 के आवेदन पत्र की स्कैन कॉपी भेजी. सभी आरोपी, परीक्षा से पहले डॉक्टर के घर पर दो बार गए और 6.5 लाख रुपये की बाकी की रकम भी वसूल कर ली. डॉक्टर से 13 लाख वसूल कर लेने के बावजूद आरोपी एमबीबीएस पाठ्यक्रम में उनके बेटे को एडमिशन नहीं दिला पाए और बाद में पैसे वापस करने से भी मुकर गए. CBI जांच में मिली जानकारी सीबीआई की जांच में आरोपियों की लिखावट और उम्मीदवार के पीएमटी आवेदन पत्र पर मौजूद लिखावट एक ही पाई गई. आरोपियों का ईमेल खाता वेरिफाई किया गया. यह पाया गया कि मैनेजमेंट कोटे के तहत सीट केवल एपीडीएमसी (APDMC) की ओर से आयोजित डीएमएटी (DMAT) परीक्षा के माध्यम से उपलब्ध होती थी ना कि पीएमटी परीक्षा के जरिए. सीबीआई जांच में यह भी पता चला कि प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में सरकारी कोटा के साथ-साथ मैनेजमेंट कोटे की सालाना फीस एक समान है. एक आरोपी चल रहा फरार जांच से आरोपियों की धोखाधड़ी का पर्दाफाश हुआ. जांच के बाद सीबीआई ने दिनांक 29 जून 2015 को चार आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र दायर किया. करीब 6 साल चले मुकदमे के बाद कोर्ट ने सभी चार आरोपियों को दोषी करार दिया. इनमें से 3 को सजा सुना दी गई, जबकि एक आरोपी सेतु राज फरार होने की वजह से अदालत के सामने पेश नहीं हुआ. उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/election-commission-to-visit-uttar-pradesh-and-other-states-for-upcoming-polls-preparations/1047662,"दिसंबर में ही यूपी का दौरा करेगी चुनाव आयोग की टीम, तारीखों का जल्द होगा ऐलान","दिसंबर में ही यूपी का दौरा करेगी चुनाव आयोग की टीम, तारीखों का जल्द होगा ऐलान यूपी में इस बार चुस्त सुरक्षा व्यवस्था और कोरोना की तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए विधान सभा चुनाव कार्यक्रम छोटा रखने की योजना है. ऐसे में चुनाव आयोग लंबे वक्त तक चुनाव प्रक्रिया को नहीं खींचना चाहता. Written by - Ravi Tripathi|Edited by: Ravi Tripathi|Last Updated: Dec 14, 2021, 09:13 PM IST बुधवार से शुरू होगा पंजाब का दौरा यूपी विजिट भी करेगी EC की टीम जनवरी में हो सकता है तारीखों का ऐलान नई दिल्ली: अगले साल होने वाले पांच राज्यों के विधान सभा चुनाव के लिए न सिर्फ राजनीतिक दलों बल्कि चुनाव आयोग ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं. बुधवार को चुनाव आयोग का एक दल मुख्य चुनाव आयुक्त की अगुवाई में 2 दिन के पंजाब दौरे पर जाएगा और इस दौरान वहां तैयारियों का जायजा लिया जाएगा. दिसंबर के आखिर में यूपी दौरा सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस कड़ी में चुनाव आयोग की टीम दिसंबर के आखिर में उत्तर प्रदेश का दौरा कर सकती है. इससे पहले उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा का दौरा कर आयोग की टीम आगामी विधान सभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेगी और राज्य के अधिकारियों के साथ मीटिंग करेगी. माना जा रहा है कि जनवरी के पहले सप्ताह में 5 राज्यों के विधान सभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है. जानकारी के मुताबिक इस बार यूपी विधान सभा चुनाव 5 से 6 चरणों में कराया जा सकता है जो कि आम तौर पर 7 या 8 चरणों का होता रहा है. 5-6 चरणों में हो सकता है चुनाव यूपी में इस बार चुस्त सुरक्षा व्यवस्था और कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए चुनाव कार्यक्रम छोटा रखने की योजना है. ऐसे में चुनाव आयोग लंबे वक्त तक चुनाव प्रक्रिया को नहीं खींचना चाहता. वहीं पंजाब, गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड जैसे राज्यों में एक चरण में ही चुनाव संपन्न कराया जा सकता है. इन सभी राज्यों में साल 2017 में पिछला विधान सभा चुनाव हुआ था ऐसे में अगले साल फरवरी-मार्च तक यहां चुनाव संपन्न कराने हैं.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/cow-swallows-gold-chain-in-karnataka-family-checks-cow-dung-regularly/1047644,"गाय ने निगली सोने की चेन, परिवार करता रहा गोबर का इंतजार, फिर...","गाय ने निगली सोने की चेन, परिवार करता रहा गोबर का इंतजार, फिर... परिवार गोल्ड चेन खोने की वजह से काफी परेशान हो गया था और उन्हें शक था कि चेन को गाय ने तो नहीं निगल लिया. इसके बाद डॉक्टर बुलाया गया और गाय की जांच की गई. Last Updated: Dec 14, 2021, 07:13 PM IST गाय ने निगली 20 ग्राम सोने की चेन परिवार रोज करता रहा गाय का गोबर डॉक्टर ने सर्जरी कर पेट से निकाली बाहर नई दिल्ली: अक्सर गाय पालने वाले लोग अपने पशु से बहुत प्यार करते हैं और उसके साथ घर के सदस्य की तरह बर्ताव किया जाता है. ऐसा ही कर्नाटक के एक शख्स ने किया और दीवाली के मौके पर अपनी पालतू गाय और उसके बछड़े की पूजा की. लेकिन इस दौरान कुछ ऐसा हो गया जिससे इस परिवार की मुसीबत काफी बढ़ गई. पूजा करके पहनाई थी चेन दरअसल, कर्नाटक के हीपानाहल्ली में एक परिवार ने दीवाली के मौके पर घर में गाय और बछड़े की पूजा की थी. इस दौरान बछड़े को सोने की चेन पहनाकर उसका सम्मान किया गया. फिर कुछ देर बाद चेन उतारकर सामने ही रख दी गई और उसके साथ कुछ फूल मालाएं भी थीं. लेकिन जब परिवार ने पूजा संपन्न की तो वह सोने की चेन वहां से गायब थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक परिवार चेन खोने की वजह से काफी परेशान हो गया था और उन्हें शक था कि चेन को गाय ने तो नहीं निगल लिया. इसके बाद डॉक्टर बुलाया गया और गाय की जांच की गई, जिसमें पता चला कि चेन को गाय ने निगल लिया है और वह उसके पेट में मौजूद है. फिर क्या था परिवार महीनेभर तक गाय के गोबर की कड़ी निगरानी करने लगा. गोबर की दिन-रात निगरानी पालतू गाय और उसका बछड़ा जब भी गोबर करते तब-तब उसमें चेन की खोज की जाती. लेकिन फिर भी वह सोने की चेन गाय के पेट से बाहर नहीं आ सकी. बाद नें उस 20 ग्राम की चेन के लिए गाय की सर्जरी करानी पड़ी और तब जाकर परिवार को फिर से सोने की चेन वापस मिल पाई. ये भी पढ़ें: जिसके जिक्र से भी कतराते हैं लोग, ये लड़की वही काम करके कमाती है करोड़ों हैरानी की बात यह थी कि पेट में रहने के दौरान चेन का वजन 2 ग्राम कम होकर 18 ग्राम ही रह गया था. डॉक्टर ने गाय की सर्जरी की और मेटल का पता लगाकर उस चेन को पेट से बाहर निकाला गया. अब परिवार का कहना है कि चेन पाकर उन्हें खुशी तो है लेकिन इसकी वजह से उनकी गाय को सर्जरी से गुजरना पड़ा, जो दुख की बात है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/COVID-vaccines-for-children-aged-above-3-years-will-be-launched-in-the-next-6-months-Poonawala/1047598,कोरोना: बच्‍चों के लिए कब तक आएगी वैक्‍सीन? मिल गया जवाब,"कोरोना: बच्‍चों के लिए कब तक आएगी वैक्‍सीन? मिल गया जवाब सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ पूनावाला का कहना है कि उनके पास यह प्रदर्शित करने के लिए पर्याप्त आंकड़ें हैं कि टीका काम करेगा और बच्चों को संक्रामक रोग से बचाएगा. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 14, 2021, 06:18 PM IST अदार पूनावाला ने दिखाई उम्मीद की नई किरण छह महीने में आ सकती है बच्चों की वैक्सीन आंकड़ों के मुताबिक कारगर साबित होगा टीका नई दिल्ली. ओमिक्रॉन के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए देश में कोरोना की तीसरी लहर आना का खतरा बना हुआ है. ऐसे में वयस्कों के साथ-साथ बच्चों का वैक्सीनेशन भी काफी जरूरी हो गया है. लेकिन अब बच्चों की वैक्सीन का इंतजार जल्द खत्म होने वाला है. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की अगले छह महीने में बच्चों के लिए कोविड-19 का टीका लाने की योजना है. कंपनी के सीईओ अदार पूनावाला ने मंगलवार को इस बात की जानकारी दी. आंकड़े बताते हुए पूनावाला ने टीके के कारगर साबित होने की बात कही है. अदार पूनावाला का बड़ा बयान पूनावाला ने एक इंडस्ट्रियल सम्मेलन में हिस्सा लेते हुए कहा कि ‘कोवोवैक्स’ टीके का परीक्षण चल रहा है और यह तीन साल और उससे अधिक की आयु के बच्चों को हर तरह से सुरक्षा देने में सक्षम साबित हो सकता है. उन्होंने आगे बताया कि परीक्षण के शानदार आंकड़े देखने को मिले हैं. क्या कहते हैं आंकड़े पूनावाला का कहना है कि उनके पास यह प्रदर्शित करने के लिए पर्याप्त आंकड़ें हैं कि टीका काम करेगा और बच्चों को संक्रामक रोग से बचाएगा. कोविशील्ड और कोविड के दूसरे टीकों को 18 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए मंजूरी मिली हुई है. अगर सब कुछ पूनावाला की कथनी के हिसाब से हुआ तो बहुत जल्द बच्चे भी इस संक्रमण से बचाव कर पाएंगे. छोटे बच्चों के लिए राहत की खबर पूनावाला ने कहा, ‘हमने बच्चों में ज्यादा गंभीर रोग नहीं देखा है. सौभाग्य से बच्चों के लिए दहशत नहीं है. हालांकि, हम बच्चों के लिए छह महीने में एक टीका लेकर आएंगे, उम्मीद है कि यह तीन साल और उससे अधिक आयु के बच्चों के लिए होगा.’ उन्होंने सम्मेलन में बताया कि भारत में दो कंपनियों को लाइसेंस मिला हुआ है और उनके टीके जल्द उपलब्ध होंगे. ओमिक्रॉन पर क्या कहा सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ ने कहा कि अगर जनता को लगता है कि उनके बच्चे का टीकाकरण होना चाहिए तो इसके लिए सरकार की घोषणा का इंतजार करें. पूनावाला ने कोविड के वैरिएंट ओमिक्रॉन पर अभी कुछ साफ साफ नहीं कहा है. पूनावाला के मुताबिक कोविड के ओमिक्रॉन स्वरूप के बारे में अब तक कुछ नहीं कहा जा सकता कि यह बच्चों को कैसे प्रभावित करेगा.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/why-is-medicine-capsule-of-two-colours-know-the-science-behind-it/1047438,दवाई वाला कैप्सूल दो रंगों का ही क्यों होता है? जानिए इसके पीछे की खास वजह,"दवाई वाला कैप्सूल दो रंगों का ही क्यों होता है? जानिए इसके पीछे की खास वजह Knowledge News: कैप्सूल को दो अलग-अलग रंगों का रखने के लिए फार्मास्युटिकल कंपनियां काफी पैसे खर्च करती हैं. लेकिन इसके पीछे की वजह आपको हैरान कर देगी. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 14, 2021, 03:22 PM IST कैप्सूल के दो पार्ट होते हैं कैप्सूल के दोनों भागों का रंग अलग होता है कैप्सूल के दो रंग का होने के पीछे खास वजह है नई दिल्ली: क्या आपने कभी सोचा है कि दवाई (Medicine) वाला कैप्सूल (Capsule) दो कलर का ही क्यों होता है? ये एक कलर का भी तो हो सकता है. इसके पीछे की वजह से जानकर आप हैरान रह जाएंगे. दसअसल कैप्सूल के दो रंग के होने की एक खास वजह है. आप भी जानिए कैप्सूल के दो रंग के होने के पीछे की वजह क्या है? क्यों दो रंग का ही होता है कैप्सूल? बता दें कि कैप्सूल के दो पार्ट होते हैं और दोनों का रंग अलग होता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कैप्सूल का एक पार्ट कैप (Cap) और दूसरा कंटेनर (Contenor) होता है. कैप्सूल के कंटेनर में दवा रखी जाती है और कैप से उसको ढका जाता है. अगर आप कैप्सूल खोलकर देखेंगे तो पाएंगे कि कैप्सूल के एक पार्ट में दवा रखी होती है और दूसरा खाली होता है. कैप्सूल के दो रंग का होने के पीछे की वजह कैप्सूल के कैप और कंटेनर का रंग इसलिए अलग-अलग होता है जिससे कि कैप्सूल को असेंबल करते समय कंपनी में काम कर रहे कर्मचारियों को कोई गलतफहमी ना हो जाए. वो कहीं ये ना भूल जाएं कि कैप्सूल का कौन सा पार्ट कंटेनर है और कौन कैप. गौरतलब है कि कैप्सूल के कैप और कंटेनर का रंग अलग रखने के लिए फार्मास्युटिकल कंपनियों को काफी पैसे खर्च करने पड़ते हैं. किस चीज से बनता है कैप्सूल? जान लें कि दवाई वाला कैप्सूल जिलेटिन और सैलूलोज दोनों से बनाया जा सकता है. हालांकि कुछ देशों में जिलेटिन से कैप्सूल बनाने पर प्रतिबंध है. भारत में भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय आदेश जारी कर चुका है कि कैप्सूल बनाने में जिलेटिन की जगह सैलूलोज से बनाया जाए.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/you-may-call-me-sir-says-kerala-high-court-judge-as-lordship-is-not-necessary/1047398,"सुनवाई के दौरान वकील ने जज को कह दिया सर, माफी मांगने पर मिला दिल छू लेने वाला जवाब","HC में सुनवाई के दौरान वकील ने जज को कह दिया सर, माफी मांगने पर मिला दिल को छू लेने वाला जवाब You may call me Sir Says Kerala High Court Judge: केरल उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति देवन रामचंद्रन ने महिला वकील को आश्वासन देते हुए कहा कि वो सामान्य सम्मान ‘माई लॉर्ड’ के बजाय उन्हें ‘सर’ के रूप में संबोधित कर सकती हैं. जबकि आप जानते हैं कि हाई कोर्ट (High Court) और सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में कोर्ट की कार्यवाही के दौरान ‘योर लॉर्डशिप’ शब्द का इस्तेमाल किया जाता है. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 14, 2021, 01:12 PM IST केरल हाई कोर्ट के जज ने दिया दिल छू लेने वाला जवाब 'आप मुझे सर कह सकती हैं': जस्टिस देवन रामचंद्रन यहां जानिए अदालत में सुनवाई के दौरान क्या हुआ था तिरुवनन्तपुरम: केरल हाईकोर्ट (Kerala High Court) में एक मामले की सुनवाई के दौरान एक महिला वकील ने जज को सर कहकर संबोधित कर दिया. इस संबोधन को सुनकर कोर्ट में मौजूद वकील और स्टाफ सभी हैरान रह गए. हालांकि इस वकील को फौरन अपनी गलती का अहसास हुआ और उन्होंने उसकी माफी मांग ली. 'दिल छू लेने वाला जवाब' कोर्ट में सुनवाई के दौरान वकील की माफी के बाद माहौल सामान्य हो गया लेकिन महिला वकील की इस गलती पर जज साहब ने जो कहा वो सभी के दिल को छू गया. दरअसल बार एण्ड बेंच में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक अनुसार केरल उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति देवन रामचंद्रन ने महिला वकील को आश्वासन देते हुए कहा कि वो सामान्य सम्मान ‘माई लॉर्ड’ के बजाय उन्हें ‘सर’ के रूप में संबोधित कर सकती हैं. जबकि आप जानते हैं कि हाई कोर्ट (High Court) और सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में कोर्ट की कार्यवाही के दौरान ‘योर लॉर्डशिप’ शब्द का इस्तेमाल किया जाता है. इस तरह सामने आया वाकया एक मामले की सुनवाई की शुरुआत में, न्यायमूर्ति रामचंद्रन ने वकील से पूछा, याचिका पर उनका नाम बहुत छोटे अक्षर में क्यों लिखा है? न्यायाधीश ने कहा- 'याचिका में आपका नाम इतना छोटा क्यों है? कृपया अपने वरिष्ठ को उसके नाम के समान आकार देने के लिए कहें. आप उनसे छोटी नहीं हैं.' तभी अपने जवाब में वकील ने सर का संबोधन किया. आपको बताते चलें कि इससे पहले जुलाई 2021 में, मद्रास उच्च न्यायालय के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश संजीव बनर्जी और न्यायमूर्ति सेंथिलकुमार राममूर्ति की खंडपीठ ने एक वकील को आश्वासन दिया था कि कोर्ट को ‘सर’ के रूप में संबोधित करने से वो सहज हैं. पहले भी हो चुका है ऐसा इस साल की शुरुआत में, कर्नाटक उच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति ज्योति मुलिमणि ने सभी वकीलों से अनुरोध किया कि वे उन्हें बस 'मैडम' के रूप में संबोधित करें, इसके महीनों बाद न्यायमूर्ति कृष्णा भट ने अपनी अदालत के सामने पेश होने वाले वकीलों से ‘लॉर्डशिप’ जैसे शब्दों का उपयोग करने से बचने का अनुरोध किया था. वहीं जस्टिस भट ने सुझाव दिया था कि वकील ‘सर’ जैसे शब्दों का उपयोग कर सकते हैं, जो भारतीय परिस्थितियों में कोर्ट की गरिमा के एकदम अनुरूप है. इससे पहले भी कई हाई कोर्ट्स के जज इस तरह की सलाह, वकीलों को दे चुके हैं.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/isi-conspiracy-to-infiltrate-eight-thousand-jaish-lashkar-terrorists-in-kashmir-with-gliders-from-pok/1047365,ISI की ग्लाइडर वाली साजिश! जैश-लश्कर के 8000 आतंकियों को कश्मीर में घुसाने की तैयारी,"ISI की ग्लाइडर वाली साजिश! जैश-लश्कर के 8000 आतंकियों को कश्मीर में घुसाने की तैयारी ISI Conspiracy To Infiltrate Terrorists In Kashmir: तालिबान की मदद के लिए करीब 8 हजार आतंकी पाकिस्तान से अफगानिस्तान गए थे. खुफिया एजेंसियों को शक है कि इन आतंकियों की PoK के रास्ते कश्मीर में घुसपैठ कराई जा सकती है. Written by - Manish Shukla|Edited by: Manish Shukla|Last Updated: Dec 14, 2021, 01:08 PM IST पत्रकारों को निशाना बना सकते हैं आतंकी ग्लाइर के जरिए कश्मीर में आतंकी घुसाने का प्लान आईएसआई ने आतंकियों को दिए निर्देश श्रीनगर: खुफिया रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) और इंटरनेशनल बॉर्डर (IB) के पास बने लॉन्च पैड पर ग्लाइडर के जरिए आतंकी और विस्फोटक जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में भेजने की नापाक साजिश रची जा रही है. साथ ही ISI आतंकियों को सिंगल राइडर वाले ग्लाइडर मुहैया करा रही है. इन ग्लाइडर के जरिए 20 किलोग्राम तक विस्फोटक और हथियारों को भेजने की तैयारी की जा रही है. खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, लॉन्चिंग पैड से लॉन्च किए जाने वाले ये ग्लाइडर 600 मीटर से लेकर 1200 मीटर तक अंदर दाखिल हो सकते हैं. ISI आतंकियों को जो ग्लाइडर मुहैया करा रही है वो 50 से 100 मीटर की ऊंचाई तक उड़ सकते हैं. कश्मीर में आतंकियों को घुसाने की साजिश गौरतलब है कि ड्रोन के जरिए हथियारों को भेजने की साजिश के बाद अब ग्लाइडर्स के इस्तेमाल की खुफिया जानकारी मिली है. खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान (Taliban) की मदद के लिए पाकिस्तान (Pakistan) से गए लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के 8,000 से ज्यादा आतंकियों को PoK के आतंकी कैंप में रुकवाने के इंतजाम किया गया था. खुफिया एजेंसियों को शक है कि इन आतंकियों को PoK के रास्ते से कश्मीर में घुसाया जा सकता है. मुजफ्फराबाद में आईएसआई और आतंकियों की बैठक इसके अलावा पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आंतकियों को PoK के मुजफ्फराबाद में हुई बैठक में निर्देश दिए कि किसी भी आतंकी हमले की जिम्मेदारी लेने से बचें. अलग-अलग नाम से आतंकी संगठन बनाकर कश्मीर में सुरक्षाबलों और पुलिसकर्मियों समेत आम लोगों पर भी हमले करें. दरअसल पाकिस्तान फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की कार्रवाई से बचना चाहता है इसीलिए आईएसआई ने आंतकियों को ये निर्देश दिए हैं. जैश-लश्कर के आतंकियों को आईएसआई के निर्देश खबर है कि आईएसआई ने आतंकी गुटों को कश्मीर के करीब 200 लोगों की लिस्ट दी है. आतंकी संगठन पत्रकारों को भी निशाना बना सकते हैं. मुजफ्फराबाद में हुई आईएसआई की बैठक में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के 200 आतंकी शामिल हुए थे.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/peacock-flies-but-elephant-stuck-at-rail-track-know-what-train-driver-did-next/1047337,"Viral Video: मोर रेल ट्रैक से उड़ गया, हाथी वहीं अड़ गया; यहां देखिए फिर क्या हुआ","Viral Video: मोर रेल ट्रैक से उड़ गया, हाथी वहीं अड़ गया; यहां देखिए फिर क्या हुआ वायरल हो रहा ये वीडियो नॉर्थ बंगाल के मालबज़ार इलाके का है. जहां एक ट्रेन का ड्राइवर बड़ी सूझबूझ के साथ Emergency Break लगाता है. आपको बता दें कि ये इलाका हाथियों और जंगली जानवरों के लिए डेथ ट्रैप से कम नहीं है. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 15, 2021, 10:25 AM IST पश्चिम बंगाल में अजब-गजब अद्भुत नजारा 'मोर तो उड़ गया, हाथी ट्रैक पर अड़ गया' वायरल हुआ रेल पटरियों पर बना वीडियो नई दिल्ली: इंटरनेट की दुनिया में आए दिन ऐसे वीडियो वायरल (Viral Video) होते रहते हैं, जो लोगों का दिल छू लेते हैं. ऐसे वीडियों में हम सभी के लिए सीख भी छिपी होती है. अक्सर देश के राजनेता, चर्चित ब्यूरोक्रेट्स और सेलिब्रेटीज ऐसी तस्वीरें और वीडियो अपने-अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर पोस्ट करते रहते हैं. कुछ ऐसा ही इंटरेस्टिंग वीडियो पश्चिम बंगाल से सामने आया, जहां एक ट्रेन ड्राइवर के फैसले की लोग तारीफ कर रहे हैं. हाथी को बचाने के लिए इमरजेंसी ब्रेक आपको बता दें कि 38 सेकेंड के इस वीडियो में देखा जा सकता है कि रेल की पटरी पर बैठा मोर धीरे से उड़ जाता है. वहीं थोड़ी ही दूर पर हाथियों का झुंड सीधा रेल की पटरियों के नजदीक गुजर रहा होता है. अचानक एक हाथी रेल की पटरी पर आगे बढ़ने लगता है. उसे देखकर रेल का ड्राइवर इमरजेंसी ब्रेक लगा देता हैं. आप भी देखिए ये वीडियो इंटरनेट की दुनिया में आए दिन ऐसे वीडियो वायरल होते रहते हैं, जो लोगों का दिल छू लेते हैं. ऐसे ही एक वीडियों में एक ड्राइवर की सूझबूझ से एक हाथी की जान बच गई.#SocialMedia | #ViralVideo अन्य Videos यहां देखें - https://t.co/ZoADfwSi4S pic.twitter.com/qZHMEyP9RO — Zee News (@ZeeNews) December 14, 2021 'जंगली जानवरों का डेथ ट्रैप है इलाका' रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक ये वीडियो नॉर्थ बंगाल (North Bengal) के मालबज़ार (Malbazar) इलाके का है. जहां ट्रेन का ड्राइवर अपनी सूझबूझ से Emergency Break लगाता है. आपको बता दें कि ये इलाका हाथियों और बाकी जंगली जानवरों के लिए किसी डेथ ट्रैप (Death Trap) से कम नहीं है. हालांकि इस बार ट्रेन के ड्राइवर की सतर्कता और समझदारी से एक हाथी की जान बच गई.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/wife-cut-off-husbands-private-part-for-forced-intercourse-in-tikamgarh-mp-viral-news/1047289,"पति की गंदी हरकत पर आगबबूला हुई पत्नी, गुस्से में काटा डाला उसका प्राइवेट पार्ट","पति की गंदी हरकत पर आगबबूला हुई पत्नी, गुस्से में काटा डाला उसका प्राइवेट पार्ट Wife Cut Off Husband's Private Part: पति की हरकत पर पत्नी को बहुत गुस्सा आया और वो अपना आपा खो बैठी. फिर उसने अपने पति के ऊपर हमला कर दिया और उसका प्राइवेट पार्ट काट दिया. वारदात के बाद से इलाके में सनसनी मची हुई है. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 14, 2021, 11:10 AM IST पत्नी ने धारदार हथियार से काटा प्राइवेट पार्ट मामले की जांच में जुटी पुलिस पति ने 6 दिन बाद दर्ज कराई शिकायत टीकमगढ़: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के टीकमगढ़ (Tikamgarh) जिले में जबरन यौन संबंध बनाने की कोशिश करने पर 24 साल की एक महिला ने कथित रूप से धारदार हथियार से अपने 26 साल के पति का प्राइवेट पार्ट काट दिया. इस खौफनाक वारदात के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है. पुलिस (Police) मामले की जांच कर रही है. जबरदस्ती करने पर पत्नी ने काटा प्राइवेट पार्ट पुलिस अधिकारी त्रिवेंद्र त्रिवेदी ने बताया कि विनोद राजपूत ने अपनी पत्नी के साथ जबरदस्ती संबंध बनाने की कोशिश की, जिससे नाराज होकर उसकी पत्नी ने उसपर हमला बोल दिया और एक धारदार हथियार से उसका प्राइवेट पार्ट काट (Wife Cut Off Husband's Private Part) दिया. पुलिस अधिकारी ने क्या कहा? त्रिवेंद्र त्रिवेदी ने कहा, ‘ये घटना 7 दिसंबर की रात की है. लेकिन पीड़ित विनोद ने 13 दिसंबर को जतारा थाने में शिकायत की, जिसके बाद इस घटना के होने की जानकारी सामने आई है. घटना के तुरंत बाद विनोद ने एक प्राइवेट डॉक्टर से अपना इलाजा करवाया, जिसके बाद उसे अब राहत है.' बता दें कि ये घटना टीकमगढ़ जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर जतारा थाना क्षेत्र के रामनगर में 7 दिसंबर की रात को हुई. हालांकि पुलिस स्टेशन में इस संबंध में शिकायत सोमवार को दर्ज की गई. शादी के कुछ महीनों बाद ही दोनों में हो गई अनबन उन्होंने आगे कहा कि 2019 में शादी होने के कुछ महीनों बाद ही दोनों में किसी बात को लेकर अनबन होने लगी जिसका नतीजा ये हुआ कि वे अलग रहने लगे. हालांकि पिछले कुछ समय से दोनों साथ रहने लगे थे. पीड़ित विनोद की शिकायत के बाद उसकी पत्नी के खिलाफ आईपीसी की धारा 324 के तहत मामला दर्ज किया गया है. हम केस की जांच कर रहे हैं. (इनपुट- भाषा)",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/pakistan-isi-active-at-north-east-helping-ulfa-paresh-baruah-in-ruili-with-pla-chinese-army-support/1047231,म्यांमार में मौजूद 'ISI' का कर्नल इस तरह कर रहा North-East के उग्रवादी गुटों की मदद,"म्यांमार में मौजूद 'ISI' का कर्नल इस तरह कर रहा North-East के उग्रवादी गुटों की मदद ISI Active in North East: ISI म्यांमार से सटे नार्थ ईस्ट के राज्यों के साथ साथ बंग्लादेश से सटे भारतीय इलाकों को भी अशांत करने की कोशिशों में लगी हुई है. पिछले कुछ सालों की खुफिया रिपोर्ट से पता चलता है कि बांग्लादेश में सक्रिय आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिद्दीन (JMB) को पाकिस्तान की ISI से मदद मिल रही है. Written by - Manish Shukla|Edited by: Manish Shukla|Last Updated: Dec 14, 2021, 09:40 AM IST दुनियाभर में बदनाम है पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई भारत के नॉर्थ-ईस्ट में ISI कर रही उग्रवादी गुटों की पूरी मदद चीनी सेना PLA की मदद से म्यांमार सीमा पर एक्टिव दहशतगर्द नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर (Jammu-Kashmir) और पंजाब (Punjab) में आतंकी गतिविधियों की साजिश रचने के साथ-साथ अब पूरी दुनिया भर में बदनाम पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी 'ISI' भारत के उत्तर- पूर्वी राज्यों को अस्थिर करने की साजिश में जुटी हुई है. भारतीय सुरक्षा एजेंसी से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक म्यांमार में तैनात 'ISI' का एक अधिकारी उग्रवादी गुटों के संपर्क में है. जो उन्हें हथियार से लेकर पैसे मुहैया करा रहा है. ताकि उग्रवादी गुटों से हमला कराया जा सके. नॉर्थ ईस्ट में ISI की नजर पिछले महीने मणिपुर के चुराचंदपुर जिले में 13 नवंबर को ऐसे ही एक उग्रवादी गुट की तरफ से हमला किया गया था जिसमे सेना के एक कर्नल समेत कुल 7 लोगों की मौत हो गई थी. इस हमले की जिम्मेदारी लेने वाले पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने ली थी. सूत्रों के मुताबिक सेना के काफिले पर हुए हमले में 15 से ज्यादा PLA के काडर शामिल थे जिन्होंने काफिले पर IED विस्फोट कर फायरिंग की. बांग्लादेश सीमा पर नजर ISI म्यांमार से सटे नार्थ ईस्ट के राज्यों के साथ साथ बंग्लादेश से सटे भारतीय इलाकों को भी अशांत करने की कोशिशों में लगी हुई है. पिछले कुछ सालों की खुफिया रिपोर्ट से पता चलता है कि बांग्लादेश में सक्रिय आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिद्दीन (JMB) को पाकिस्तान की ISI से मदद मिल रही है. जमात उल मुजाहिद्दीन के जरिये ISI, जेहादी रोहिंग्या को ट्रेनिंग देने की खबरें पहले भी सामने आ चुकी हैं. ये भी पढ़ें- श्रीनगर में आखिर कैसे हुआ आतंकी हमला? नहीं मिल रहे इन 3 सवालों के जवाब आतंकी गुटों के पास चीनी हथियार सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नॉर्थ-ईस्ट को अशांत करने की बड़ी साजिश रची जा रही है और उग्रवादियों के पास चीन के बने हथियार और गोला बारूद बड़ी तादाद में पहुंच रहे हैं. जानकारों के मुताबिक उग्रवादी गुट PLA की चीन की सेना से काफी नजदीकियां हैं. केंद्रीय सुरक्षा में तैनात एक अधिकारी के मुताबिक PLA के पास 600-700 के करीब हथियार बंद उग्रवादी हैं जो भारत- म्यांमार से सटे म्यांमार के इलाकों में उनके कैम्प हैं. जब भी इन गुटों पर सेना कार्रवाई करती है सभी म्यांमार के सीमा में दाख़िल हो जाते हैं. सिर दर्द बना परेश बरुआ देखा जाए तो म्यांमार-चीन सीमा के नजदीक रुइली (Ruili) में छुपे उग्रवादी गुट (ULFA) का सरगना परेश बरुआ (Paresh Baruah) की मदद से चीनी हथियार उत्तर पूर्व के उग्रवादी गुटों तक पहुंचाए जा रहे हैं. ये भी पढ़ें- 'वैक्‍सीन सर्टिफिकेट से हटाया जाए मोदी का फोटो,' कोर्ट-क्या आपको PM पर आती है शर्म? ज़ी मीडिया को मिली जानकारी के मुताबिक PLA के म्यांमार में यांगून (Yangon), Mandalay, Sagaing में हेड क्वार्टर हैं. उग्रवादी गुट म्यांमार और चीन से सटे म्यांमार के इलाकों से अपनी आतंकी गतिविधियों को अंजाम देते हैं. चीन से मिले हथियारों की खेप को उत्तर पूर्व में लगातार सप्लाई करने के साथ साथ उग्रवादी गुटों में युवाओं की भर्ती में भी ये गुट शामिल है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/security-forces-encounter-with-militants-in-poonch-after-srinagar-terrorist-attack-jaish-e-mohammed/1047217,"श्रीनगर हमले के बाद भारतीय सेना की बड़ी कार्रवाई, लश्कर का 1 आतंकी ढेर; मुठभेड़ जारी","श्रीनगर हमले के बाद भारतीय सेना की बड़ी कार्रवाई, लश्कर का 1 आतंकी ढेर; मुठभेड़ जारी Poonch Encounter With Terrorists: सुरक्षाबलों ने चारों तरफ से आतंकियों को घेर लिया है. दोनों तरफ भारी गोलीबारी जारी है. लश्कर का एक आतंकी सुरक्षाबलों ने मार गिराया है. बीती रात आतंकयों ने श्रीनगर में सुरक्षाबलों पर हमला किया था, जिसमें 3 पुलिसकर्मी शहीद हो गए. Written by - Syed Khalid Hussain|Edited by: Syed Khalid Hussain|Last Updated: Dec 14, 2021, 09:51 AM IST सुरक्षाबलों को मिली 2-3 आतंकी छिपे होने की खबर कश्मीर टाइगर्स ने ली श्रीनगर आतंकी हमले की जिम्मेदारी आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का ज्वाइंट ऑपरेशन श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पुंछ (Poonch) में सुरक्षाबलों (Security Forces) की आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई जारी है. सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) का 1 आतंकी ढेर कर दिया है. सुरक्षाबलों को आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली थी. बता दें कि श्रीनगर में बीती रात आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर हमला (Srinagar Terrorists Attack) कर दिया था, जिसमें तीन पुलिसकर्मी शहीद हो गए और 11 पुलिसकर्मी घायल हैं. आतंकी हमले में घायल हुआ तीसरा पुलिसकर्मी रमीज अहमद आज सुबह शहीद हो गया. इलाज के दौरान उनका निधन हो गया. आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) के ग्रुप कश्मीर टाइगर्स ने श्रीनगर आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है. पूंछ में आंतकियों से सुरक्षाबलों की मुठभेड़ जारी बता दें कि पुंछ के सुरनकोट में सुरक्षाबलों ने आतंकियों को चारों तरफ से घेर लिया है. दोनों तरफ से जमकर फायरिंग हो रही है. लश्कर का एक आतंकी मारा जा चुका है. आंतकियों का बचना नामुमकिन है. 16 राष्ट्रीय राइफल्स और एसओजी की टीम मिलकर आंतकियों के खिलाफ ये ज्वाइंट ऑपरेशन कर रही है. सुरक्षाबलों को इनपुट में मिला था कि पुंछ में 2 से 3 आतंकी छिपे हैं. श्रीनगर में आतंकियों का कायराना हमला गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में एक बार फिर आतंकियों ने कायरना हरकत की है. श्रीनगर में सुरक्षाबलों की एक बस पर आतंकी हमला हुआ है. इस हमले में 3 जवान शहीद हो गए हैं, जबकि 11 घायल हैं. आतंकियों ने श्रीनगर के जेवान पंथा चौक इलाके के पास पुलिस की बस पर अंधाधुंध फायरिंग की. ये हमला सोमवार शाम करीब 6 बजे हुआ. तीन आतंकियों ने पुलिस बस पर ये हमला उस वक्त किया जब पुलिस के 25 जवान ड्यूटी खत्म करके वापस जा रहे थे. हमले के बाद भाग गए आतंकी बता दें कि बस पर 2-3 आतंकियों ने तीन तरफ से हमला किया. जवाबी कार्रवाई में एक आतंकी को भी गोली लगी है लेकिन तीनों हमलावर आतंकी भागने में सफल रहे. आतंकी हमले में घायल पुलिस के जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और पूरे इलाके की घेराबंदी कर आतंकियों की तलाश की जा रही है. वहीं श्रीनगर के रंगरेथ इलाके में चेकिंग के दौरान आतंकियों ने पुलिस पर फायरिंग की. पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान एक विदेशी आतंकी समेत लश्कर के दो आतंकियों को मार गिराया. (इनपुट- राजू केरनी)",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/omicron-three-new-cases-found-in-maharashtra-and-gujarat-coronavirus-new-variant/1047204,"Omicron के 3 नए केस मिलने से हड़कंप, भारत में तेजी से फैल रहा कोरोना का नया वैरिएंट","Omicron के 7 नए केस मिलने से हड़कंप, भारत में तेजी से फैल रहा कोरोना का नया वैरिएंट कोरोना वायरस का नया वैरिएंट भारत में लगातार फैल रहा है. महाराष्ट्र समेत 8 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में Omicron के मामले पाए जा चुके हैं, उनका इलाज अस्पताल में जारी है. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 14, 2021, 01:22 PM IST भारत में Omicron संक्रमितों की संख्या 45 हुई महाराष्ट्र में Omicron के दो नए पॉजिटिव केस दिल्ली में सामने Omicron के चार नए मामले नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए वैरिएंट Omicron की दहशत दुनियाभर में है. इस बीच भारत में Omicron के कुछ नए केस मिलने से हड़कंप मच गया है. महाराष्ट्र (Maharashtra) में 2 और गुजरात (Gujarat) में Omicron का 1 नया केस रजिस्टर किया गया है. भारत में Omicron के मामलों की संख्या 45 हो गई है. किन राज्यों में मिल चुके हैं Omicron के मामले? बता दें कि सोमवार को महाराष्ट्र (Maharashtra) के लातूर (Latur) और पुणे (Pune) में Omicron का एक-एक केस पाया गया. वहीं गुजरात (Gujarat) के सूरत (Surat) में भी एक Omicron संक्रमित मिला. पूरे भारत में Omicron के मामलों की बात करें तो महाराष्ट्र में 20, राजस्थान में 9, गुजरात में 4, कर्नाटक में 3, केरल में 1, आंध्र प्रदेश में 1, दिल्ली में 6 और चंडीगढ़ में 1 केस है. ये भी पढ़ें- श्रीनगर हमले के बाद भारतीय सेना की बड़ी कार्रवाई, लश्कर का 1 आतंकी ढेर; मुठभेड़ जारी दिल्ली का लेटेस्ट Omicron बुलेटिन राजधानी में Omicron के 4 नये मामले सामने आये हैं. जिसके बाद अब तक कुल Omicron संक्रमित मामलों की संख्या 6 पहुंच गई है. इसी बीच दिल्ली में जो पहला Omicron का मरीज विदेश से भारत आया था उसे LNJP अस्पताल से ठीक होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया. फिलहाल दिल्ली में Omicron के 5 सक्रिय मामले है. इन सभी मरीज़ों की हालत सामान्य बताए जा रही है. यानी ये सभी स्टेबल है कोई भी सीरियस नहीं है. स्वास्थ्य मंत्री ने की पुष्टि स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि विदेशों से एयरपोर्ट के जरिए आए कुल 74 लोगों को अबतक LNJP में भर्ती कराया गया था, इनमें से 36 को डिस्चार्ज किया जा चुका है, अभी अस्पताल में 38 मरीज भर्ती हैं. इनमें से 35 कोरोना मरीज हैं, जिनमें से 5 ओमिक्रॉन पॉजिटिव हैं और 3 सस्पेक्ट हैं. हेल्थ मिनिस्टर ने ये भी कहा, 'अभी तक ओमिक्रॉन कंट्रोल में है. यह फैलता है, तो सरकार फिर उसे देखेगी. कम्युनिटी से कोई केस नहीं आया है अभी तक, सभी केस एयरपोर्ट से सामने आए हैं. जो भी विदेश से आ रहा है, हम सबका टेस्ट कर रहे हैं. अभी तक जो देखने में आया है, कोई भी सीरियस नहीं है. सभी नॉर्मल हैं. तैयारी बिल्कुल पूरी है, चाहे कोई भी वेरिएंट हो, सभी को कोरोना नियमों का पालन करना है.' कहां हुई Omicron से पहली मौत? जान लें कि कोविड के नए वैरिएंट Omicron से पहली मौत ब्रिटेन में हुई है. ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने भी इसकी पुष्टि कर दी है. ब्रिटेन में Omicron के 633 मामले रिकॉर्ड किए गए हैं, जिनका इलाज जारी है. ब्रिटेन के स्वास्थ्य सचिव साजिद जाविद ने कहा कि Omicron ब्रिटेन में तेजी से फैल रहा है. लंदन में कोरोना के नए संक्रमित लोगों में 40 फीसदी Omicron वैरिएंट की चपेट में आ रहे हैं. 'बीच पार्टी' पर लगी रोक गौरतलब है कि Omicron को लेकर भारत सतर्क है. इसकी झलक तमिलनाडु सरकार के एक फैसले में भी नजर आई. कोरोना संक्रमण के चलते तमिलनाडु सरकार ने नए साल पर समुद्र के किनारे होने वाली 'बीच पार्टी' पर रोक लगा दी है. 31 दिसंबर और 1 जनवरी को पूरे तमिलनाडु में ये प्रतिबंध लागू रहेगा. मुख्यमंत्री स्टालिन ने सोमवार को तमिलनाडु में कोविड महामारी के हालात की समीक्षा की. कोविड संक्रमण रोकने के उपायों के तहत 31 दिसंबर, 2021 और 1 जनवरी, 2022 को तमिलनाडु के सभी समुद्री तटों पर लोगों के जाने पर पूरी तरह रोक होगी. (इनपुट: भावना किशोर)",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/jk-police-bus-attack-where-is-security-loophole-dgp-sir-in-security-as-3-jawan-died-and-11-injured/1047202,श्रीनगर में आखिर कैसे हुआ आतंकी हमला? नहीं मिल रहे इन 3 सवालों के जवाब,"श्रीनगर में आखिर कैसे हुआ आतंकी हमला? नहीं मिल रहे इन 3 सवालों के जवाब J&K: 3 Dead, 11 Injured In Terrorist Attack On Police Bus: जिस सड़क पर हमला हुआ है, उस पर स्थानीय पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों के वाहन रोजाना आते-जाते रहते हैं. यही कारण है कि आरओपी (ROP) को सुबह तैनात किया जाता है और शाम को वापस बुला लिया जाता है. जब तक सुरक्षा बलों की आखिरी गाड़ी अपने गंतव्य तक सुरक्षित नहीं पहुंच जाती है, तब तक सिक्योरिटी रहती है, इसके बावजूद हमला कैसे हो गया? Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 14, 2021, 08:54 AM IST सुरक्षा बलों पर हमले का मामला इंतजामों में कहां हो गई चूक? नहीं मिला इन 3 सवालों का जवाब श्रीनगर: श्रीनगर (Srinagar) शहर के हाई सिक्योरिटी जोन में से एक पंथा चौक में हुए एक आतंकी हमले में जम्मू-कश्मीर पुलिस (Jammu Kashmir Police) के तीन जवान शहीद हो गए वहीं 11 अन्य के घायल होने की खबर है. हाल के दिनों में सुरक्षा बलों पर हुए इस बड़े हमले ने सुरक्षा व्यवस्था में रह गई खामियों (Security-loophole) को उजागर किया है. जवानों की हालत गंभीर शहीद पुलिसकर्मियों की पहचान रामबन जिले के सहायक उप निरीक्षक (ASI) गुलाम हसन और रियासी जिले के सलेक्शन ग्रेड कांस्टेबल शफीक अली के रूप में हुई है. घायल जवानों में चार की हालत नाजुक बताई जा रही है. कथित तौर पर, दो आतंकवादी सामने से पुलिस बस पर गोली चलाने के लिए अचानक सड़क पर आते हैं. उनकी फायरिंग से पुलिस बस का शीशा चकनाचूर हो गया. नहीं मिल रहे इन 3 सवालों के जवाब 1. सवाल उठ रहा है कि आखिर सुरक्षा बलों के वाहनों की आवाजाही को सुरक्षित करने के लिए तैनात रोड ओपनिंग पार्टीज (आरओपी) के साथ इस सुरक्षित सड़क पर आतंकवादी कैसे आ सकते हैं? 2. जहां तक सुरक्षा बलों की मौजूदगी का सवाल है तो यह क्षेत्र सबसे सघन निर्मित क्षेत्रों में से एक है. सशस्त्र पुलिस के मुख्यालय के अलावा, जिसकी 9वीं बटालियन के दो सुरक्षाकर्मी शहीद हुए हैं और अन्य 12 घायल हुए हैं, क्षेत्र में अन्य सुरक्षा बलों और सेना के शिविर भी हैं, फिर भी आतंकी हमला करने में कैसे सफल हो गए? ये भी पढ़ें- 'वैक्‍सीन सर्टिफिकेट से हटाया जाए मोदी का फोटो,' कोर्ट-क्या आपको PM पर आती है शर्म? 3. जिस सड़क पर हमला हुआ है, उस पर स्थानीय पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों के वाहन रोजाना आते-जाते रहते हैं. यही कारण है कि आरओपी को सुबह तैनात किया जाता है और शाम को वापस बुला लिया जाता है. जब तक सुरक्षा बलों की आखिरी गाड़ी अपने गंतव्य तक सुरक्षित नहीं पहुंच जाती तब तक सिक्योरिटी रहती है, इसके बावजूद ये हमला कैसे हो गया? कहां बाकी रह गई कसर? इस हमले को दो आतंकवादियों ने अंजाम दिया. दोनों हमले को अंजाम देने के बाद भागने में कामयाब रहे. आपको बता दें कि बांदीपोरा जिले में दो पुलिसकर्मियों के शहीद के तीन दिन बाद यह हमला हुआ है. इस तरह का हमले दिखा रहे हैं कि सुरक्षा बलों और खुफिया एजेंसियों की कई कोशिशों के बावजूद, आतंकवादी अभी भी अपनी इच्छा से कहीं भी हमला कर सकते हैं. और सतर्क होने की जरूरत भविष्य में ऐसे हमले न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए और अधिक प्रयास किए जाने की जरूरत है. इस हमले के बाद पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है, लेकिन अभी तक आतंकियों का कोई सुराग नहीं मिल सका है. उधर डीजीपी दिलबाग सिंह ने इस हमले को कायराना हरकत करार दिया है, क्योंकि सशस्त्र पुलिसकर्मी सीधे तौर पर आतंकवाद से लड़ने में शामिल नहीं हैं. उन्होंने कहा कि इस आतंकवादी हमले के दोषियों को जल्द ही ठिकाने लगाया जाएगा. (इनपुट: IANS)",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/foreigner-girl-died-in-delhi-dance-bar-in-delhi-resto-bar-owner-wrong-act-under-servilance-cctv-footage/1047180,बार में ऐसा क्या हुआ जो जान देने पर मजबूर हो गई लड़की? चौथी मंजिल से कूद गई,"बार में ऐसा क्या हुआ जो जान देने पर मजबूर हो गई लड़की? चौथी मंजिल से कूद गई Dance पुलिस ने बार की डीवीआर को अपने कब्जे में ले लिया गया है. पुलिस अफसरों का कहना है कि पार्टी में आए हुए मेहमानों और कर्मचारियों की लिस्ट बनाकर जांच की जा रही है और ऑर्गेनाइजर से पूछताछ की जा रही है. पुलिस को राखी के खुद से स्लिप होने का भी शक है. फिलहाल आरोपियों की तलाश जारी है और अभी तक कोई भी पकड़ा नहीं गया है. Written by - Raju Raj|Edited by: Raju Raj|Last Updated: Dec 14, 2021, 08:15 AM IST बार मे काम करने वाली लड़की ने दी जान नार्थ एक्स माल के फ्लोर से लगाई छलांग संदिग्ध परिस्थितियों में हुई लड़की की मौत नई दिल्ली: राजधानी के रोहिणी इलाके में स्थित नार्थ एक्स मॉल की चौथी मंजिल से गिर कर बार मे काम करने वाली युवती की मौत हो गई. युवती को अम्बेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. लड़की मूल रूप से नेपाल की रहने वाली थी. जो दिल्ली के विजय विहार इलाके में अपनी बहन के साथ किराये पर रह रही थी. बार मालिक पर आरोप मामला बीते शनिवार की रात का है. जिसे आरोपियों ने दबाने की कोशिश की. लेकिन परिजनों के आक्रोश और पुलिस की जांच से मामला सबके सामने आ गया. अब पीड़ित परिवार का आरोप है कि बार का मालिक ही उनकी बच्ची को बार डांसर बनाने के लिए दबाव बना रहा था. इसी विवाद के चलते लड़की ने चौथी मंजिल से कूद कर जान दी. पुलिस की जांच जारी पुलिस ने इस मामले में आस-पास और रेस्टो-बार की CCTV फुटेज खंगालनी शुरू की है. पुलिस ने इस रेस्टो-बार के मालिक और बाकी स्टाफ के खिलाफ भी केस दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है. इस सुसाइड मामले में मृतक युवती के परिवार के लोगों ने बार मालिक पर कई आरोप लगाए हैं. मृतका के परिजनों का आरोप है कि उसे रात के वक्त कार्यक्रम के बाद भी जबरन रोका गया और किसी गलत काम के लिए मजबूर किया गया जिसकी वजह से आखिर में उसे सुसाइड करना पड़ा. विदेशी महिला की संदिग्ध मौत पर उठे सवाल आपको बता दें कि मरने वाली लड़की की पहचान राखी के रूप में हुई है जिसकी उम्र सिर्फ 21 साल थी. उसका पार्टी ऑर्गेनाइजर के साथ झगड़ा भी हुआ था. वो दिल्ली में अपनी रोजी-रोटी की तलाश में आई थी. मौका- ए- वारदात पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू की और राखी की बहन के बयान दर्ज किए. उसकी बहन का कहना है कि राखी ने बड़े-बड़े सपने देखे थे लेकिन एक आदमी की सनक ने उसकी बहन की जान ले ली. फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं पुलिस ने बार की डीवीआर को अपने कब्जे में ले लिया गया है. पुलिस अफसरों का कहना है कि पार्टी में आए हुए मेहमानों और कर्मचारियों की लिस्ट बनाकर जांच की जा रही है और ऑर्गेनाइजर से पूछताछ की जा रही है. पुलिस को राखी के खुद से स्लिप होने का भी शक है. फिलहाल आरोपियों की तलाश जारी है और अभी तक कोई भी पकड़ा नहीं गया है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/pm-modi-inspects-key-developments-in-varanasi-late-night-up-visit-with-yogi-adiyanath/1047178,"PM मोदी प्रोटोकॉल से अलग हटकर रात में ही काशी निरीक्षण पर निकले, रेलवे स्टेशन भी गए","PM मोदी प्रोटोकॉल से अलग हटकर रात में ही काशी निरीक्षण पर निकले, रेलवे स्टेशन भी गए PM Narendra Modi Varanasi Visit: किसी को अंदाजा भी नहीं था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देर रात करीब एक बजे काशी का निरीक्षण करने के लिए गेस्ट हाउस से निकल पड़ेंगे. काशी का निरीक्षण करना पहले से तय कार्यक्रम में शामिल नहीं था. Written by - Vishal Pandey|Edited by: Vishal Pandey|Last Updated: Dec 14, 2021, 08:53 AM IST निरीक्षण के दौरान पीएम के साथ सीएम योगी भी रहे रेलवे स्टेशन के बाहर दुकानदारों से पीएम ने किया अभिवादन पीएम मोदी ने ट्विटर पर शेयर की तस्वीरें वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के वाराणसी (Varanasi) दौरे का आज (मंगलवार को) दूसरा दिन है. पीएम मोदी (PM Modi) ने प्रोटोकॉल से अलग हटकर बीती रात करीब 1 बजे बनारस रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया. इस दौरान प्रधानमंत्री गोदौलिया चौक पर भी गए. इस दौरान पीएम मोदी के साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे. देर रात बनारस रेलवे स्टेशन पहुंचे पीएम मोदी बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने कल देर रात बनारस रेलवे स्टेशन के अलावा काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का भी निरीक्षण किया. प्रधानमंत्री मोदी ने बनारस रेलवे स्टेशन की तस्वीरें भी ट्विटर पर शेयर की. प्रधानमंत्री मोदी ने रेलवे स्टेशन की तस्वीरों को शेयर करते हुए लिखा- अगला पड़ाव, बनारस स्टेशन. हम रेल संपर्क बढ़ाने के साथ-साथ स्वच्छ, आधुनिक और यात्री अनुकूल रेलवे स्टेशनों को सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं. पीएम ने किया रेलवे स्टेशन का निरीक्षण प्रधानमंत्री मोदी ने बनारस रेलवे स्टेशन को बारीकी से देखा. रेलवे स्टेशन से बाहर निकलने के बाद प्रधानमंत्री ने स्टॉल पर मौजूद दुकानदारों का हाथ हिलाकर अभिवादन भी किया. गौरतलब है कि पीएम मोदी ने सोमवार को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन किया था. BJP शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ पीएम का मंथन जान लें कि पीएम मोदी आज (मंगलवार को) वाराणसी में बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उप-मुख्यमंत्रियों के साथ मीटिंग करेंगे. बैठक में डबल इंजन की सरकार, सुशासन और विकास के कार्यों पर बातचीत हो सकती है. पीएम मोदी के साथ वाराणसी में होने वाली बैठक में आज यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लव देव, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर, हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, कर्नाटक के सीएम बीएस बोम्मई, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू और मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह शामिल होंगे.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/mama-and-brother-raped-17-and-15-year-old-teenager-sisters-in-maharashtra-most-horrifying-rape-scene-latur/1047156,"मामा और भाई बने हैवान, 17 और 15 साल की बहनों से रेप; एक और बात जो आपको हिला देगी","Hindi Newsदेश LATUR मामा और भाई बने हैवान, 17 और 15 साल की बहनों से रेप; एक और बात जो आपको परेशान कर देगी Mama and Brother Raped 17 and 15 year old teenager sisters: लातूर (Latur) में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में इजाफा हुआ है. इस बीच हाल ही में रेप (Rape) के एक और मामले की बात करें तो उदगीर में चेकअप के बहाने एक महिला से दुष्कर्म का मामला सामने आया था. तब अस्पताल के कंपाउंडर पर रेप का आरोप लगा था. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 14, 2021, 07:15 AM IST दोनों बहनों ने मामा के उत्पीड़न से तंग आकर छोड़ा था घर 'पिता के नशेड़ी बनने के बाद अपनी दादी के साथ रहती थीं' मामा और रिश्ते के भाई ने दोनों के साथ कई बार रेप किया लातूरः महाराष्ट्र के लातूर (Latur) में रिश्तों को शर्मसार करने वाला एक बेहद घिनौना मामला सामने आया है. यहां 17 और 15 साल की नाबालिग यानी टीनेजर बहनों के साथ रेप करने के आरोप में लड़कियों के परिजनों समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मामा और चचेरे भाई बने हैवान स्थानीय पुलिस के मुताबिक दोनों बहनों ने मामा के उत्पीड़न से तंग आकर घर छोड़ दिया था. इसके बाद वो अपनी दादी के पास रहने पुणे (Pune) चली गई थीं. जहां से उन्हें इस साल जुलाई में बचाया गया और शहर के मुरुड स्थित बाल गृह में रखा गया. उन्होंने बताया, ‘दोनों बहनें, मां के घर छोड़कर चले जाने और पिता के नशेड़ी बनने के बाद अपनी दादी के साथ रहती थीं.’ शादी के बाद भी नहीं रुका नाबालिग से दुष्कर्म उन्होंने बताया कि उनके मामा और रिश्ते के भाई ने उनके साथ दुष्कर्म किया. बड़ी बहन की उम्र 17 साल है और उसकी इस साल मई में शादी हुई थी लेकिन वह अपना ससुराल छोड़कर वापस आ गई थी. छोटी बहन की उम्र 15 साल है. ये भी पढ़ें- Horoscope 14 December 2021: इन राशि वालों को हो सकता है आर्थिक संकट, पढ़ें अपना दैनिक राशिफल सहायक पुलिस निरीक्षक दीपाली गीते ने बताया कि दोनों बहनों ने पांच दिसंबर को MIDC और गेटगांव पुलिस थाने में रेप की शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया. अधिकारी ने बताया कि आरोपियों में बड़ी बहन का पति और परिजन शामिल हैं जिन पर बाल विवाह और रेप की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करने के बाद कार्रवाई करते हुए इस घिनौने काम (Henious Act) को करने वाले सभी आरोपियों को धर दबोचा गया. 'लातूर में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ा' आपको बताते चलें कि लातूर (Latur) में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में इजाफा हुआ है. इस बीच हाल ही में रेप (Rape) के एक और मामले की बात करें तो उदगीर में चेकअप के बहाने एक महिला से दुष्कर्म का मामला सामने आया था. तब अस्पताल के कंपाउंडर पर रेप का आरोप लगा था.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/omicron-variant-can-be-detected-in-90-minutes-iit-delhi-researchers-develop-rtpcr-based-assay/1047112,"ओमिक्रॉन के खतरे के बीच अच्छी खबर, अब सिर्फ 90 मिनट में चलेगा संक्रमण का पता","ओमिक्रॉन के खतरे के बीच अच्छी खबर, अब सिर्फ 90 मिनट में चलेगा संक्रमण का पता आईआईटी दिल्ली की तरफ से ये दावा किया गया है कि ये तकनीक स्पेसिफिक मेडिटेशन को डिटेक्ट करती है जो केवल ओमिक्रॉन वेरिएंट में मौजूद हैं और कोरोना के अन्य वेरिएंट में मौजूद नहीं हैं. Written by - Harish Jha|Edited by: Harish Jha|Last Updated: Dec 14, 2021, 12:16 AM IST आईआईटी दिल्ली की बड़ी कामयाबी 90 मिनट में डिटेक्ट होगा ओमिक्रॉन खास तरीके से डेवलप की नई तकनीक नई दिल्ली: देशभर में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर खतरा बढ़ता जा रहा है और इसकी रोकथाम के लिए हर स्तर से कोशिश की जा रही है. इस बीच आईआईटी दिल्ली ने वायरल को डिटेक्ट करने के लिए एक नई तकनीक खोज निकाली है. इसके जरिए सिर्फ 90 मिनट में ओमिक्रॉन के वेरिएंट का पता लगाया जा सकता है. 90 मिनट में डिटेक्ट होगा संक्रमण आईआईटी दिल्ली ने ओमिक्रॉन को डिटेक्ट करने के लिए एक नई तकनीक विकसित की है. इस नई तकनीक के जरिए सिर्फ 90 मिनट में ओमिक्रॉन को डिटेक्ट किया जा सकता है. अभी दुनियाभर में ओमिक्रॉन वेरिएंट की पहचान के लिए Next Generation Sequencing Method का इस्तेमाल किया जाता है, जिसकी रिपोर्ट आने में लगभग दो से तीन दिन का समय लग जाता है. आईआईटी दिल्ली की तरफ से ये दावा किया गया है कि ये तकनीक स्पेसिफिक मेडिटेशन को डिटेक्ट करती है जो केवल ओमिक्रॉन वेरिएंट में मौजूद हैं और कोरोना के अन्य वेरिएंट में मौजूद नहीं हैं. सिंथेटिक DNA फ्रैगमेंट्स का इस्तेमाल इस तकनीक को आईआईटी दिल्ली के कुसुमा स्कूल ऑफ बायोलॉजिकल साइंस ने डेवलप किया है. आईआईटी दिल्ली की तरफ से जारी बयान के अनुसार, 'इस तकनीक को सिंथेटिक DNA फ्रैगमेंट्स का इस्तेमाल करके डेवलप किया गया है. DNA फ्रैगमेंट्स की मदद से कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट की पहचान की गई है. अब इस RT-PCR की मदद से ओमिक्रॉन को सिर्फ 90 मिनट में डिटेक्ट किया जा सकता है.' दुनियाभर के लिए इस समय ओमिक्रॉन वेरिएंट सबसे ज्यादा चिंताजनक बना हुआ है. ऐसे में इस तरह की तकनीक काफी मददगार साबित हो सकती है. भारत में ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए हवाई अड्डों पर सख्त स्क्रीनिंग की जा रही है. इस तकनीक का इस्तेमाल करके जल्द से जल्द ओमिक्रॉन से संक्रमित लोगों की पहचान की जा सकती है और उन्हें आइसोलेट किया जा सकता है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/jacqueline-fernandez-case-ed-charge-sheet-delhi-police-big-breaking-about-sukesh-chandrashekhar/1047094,"जैकलीन की खूबसूरती पर फिदा होकर सुकेश ने लुटाए 7 करोड़, इस तरह हुआ खुलासा","Hindi Newsदेश JACQUELINE FERNANDEZ Money Laundering: जैकलीन की खूबसूरती पर फिदा होकर सुकेश ने लुटाए 7 करोड़, इस तरह हुआ खुलासा सुकेश रंजन फरवरी से लगातार अपने मोबाइल नम्बर +17242765... से वाट्सअप कॉल के जरिये जैकलीन फर्नांडिस से संपर्क में था. उसने अमेरिका (US) में रहने वाली जैकलीन की बहन गरेल्दिने फर्नांडिस के अकाउंट में 1,50,000 अमेरिकी डॉलर यानी 1 करोड़ से ज्यादा अमाउंट ट्रांसफर किया था. Written by - Pramod Sharma|Edited by: Pramod Sharma|Last Updated: Dec 15, 2021, 06:42 AM IST एक्ट्रेस जैकलीन का बड़ा खुलासा 'प्यार में पागल सुकेश चंद्रशेखरन' करोड़ों के गिफ्ट के साथ भाई-बहनों को भी दिया पैसा नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हाल ही में 200 करोड़ रुपये की रंगदारी और मनी लॉन्ड्रिंग (Money laundering) मामले में अपनी चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें बॉलीवुड अभिनेत्री जैकलीन (Jacqueline Fernandez) को लेकर बहुत बड़ा खुलासा हुआ है. ED की चार्जशीट के मुताबिक आरोपी सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrashekhar) ने जैकलीन को करोड़ों रुपये के गिफ्ट दिए थे. 'जैकलीन के पीछे पागल था सुकेश' आपको बता दें कि जैकलीन ने ED को दिए अपने बयान में खुलासा किया कि सुकेश उसके पीछे पागल हो गया था, जैकलीन से बात करने और मिलने के लिए वो दिसंबर 2020 से पड़ा हुआ था वो लगातार जैकलीन को जेल के अंदर से फोन कर रहा था लेकिन जैकलीन ने कभी उसके फोन का जवाब नहीं दिया. सुकेश ने लिखी स्क्रिप्ट जिसके बाद फरवरी 2021 में उसकी मेकअप आर्टिस्ट शान मुठ्ठील के पास किसी ने फोन करके खुद को सरकारी अधिकारी बताते हुए कहा कि जैकलीन को मिस्टर शेखर रत्न वेला से जरूर मिलना चाहिए वो बहुत खास व्यक्ति है. जिसके बाद जैकलीन ने सुकेश से (जिसने अपने आप को शेखर रत्न वेला बताया था) संपर्क किया. जिसके बाद सुकेश ने जैकलीन से कहा कि वो सन टीवी का मालिक होने के साथ जयललिता की पार्टी (AIADMK) से जुड़े हुए परिवार का सदस्य है. सुकेश ने जैकलीन को ये भी कहा कि वो उसका बहुत बड़ा फैन है और इसलिए उसे साउथ की फिल्में भी करनी चाहिए, क्योंकि उसके (सुकेश) पास सन टीवी (Sun TV) के कई प्रोजेक्ट लाइन अप है. ये भी पढ़ें- Mumbai: डांस बार पहुंची पुलिस, 'गायब' हुईं डांसर; घंटों बाद मिला तीन फीट चौड़ा सीक्रेट रूम जैकलीन के भाई-बहन को फंडिंग जिसके बाद सुकेश लगातार अपने मोबाइल नम्बर +17242765... से वाट्सअप कॉल के जरिये फरवरी से संपर्क में रहने लगा, सुकेश ने अमेरिका (USA) में रहने वाली जैकलीन की बहन गरेल्दिने के अकाउंट में 1,50,000 अमेरिकी डॉलर यानी एक करोड़ से ज्यादा का अमाउंट लोन के तौर पर ट्रांसफर किया था. सुकेश ने ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले जैकलीन के भाई वारेन के अकाउंट में भी 15 लाख रुपए ट्रांसफर किये थे. जैकलीन पर फिदा सुकेश ने दिए ये महंगे गिफ्ट सुकेश ने जैकलीन को सुरेश तपोरिया नाम के शख्स के जरिये 'एसपुएला' नाम का एक महंगा घोड़ा, 3 Designer Bag from Gucci, 2 Gucci Outfits for Gym Wear, Louis D'AVuitton Shoes का एक जोड़ा, Gucci के डिजाइनर बैग, 2 जोड़ी हीरे की कान की बालिया, ब्रेसलेट, मल्टी कलर के स्टोन के साथ 2 hermes Bracelets भी गिफ्ट किए थे. जैकलीन ने ED को दिए अपने ब्यान में बताया कि सुकेश ने उसको एक महंगी गाड़ी भी गिफ्ट की थी जिसको उसने वापस कर दिया. जैकलीन ने बताया कि सुकेश ने मशहूर स्क्रिप्ट राइटर अद्वैता काला के पास 15 लाख रुपए कैश भी पहुंचाए थे, सुकेश ने जैकलीन के लिए कई बार प्राइवेट जेट ट्रिप और होटलों में रुकने का खर्चा भी खुद दिया था. 'जैकलीन को 7 करोड़ के गिफ्ट देने की बात कबूली' सुकेश चंद्रशेखर ने ED के सामने जैकलीन को ब्रांडेड गिफ्ट और ज्वैलरी देने की बात कबूली है जिसकी कुल कीमत करीब 7 करोड़ रुपए है सुकेश ने ED को बताया कि उसने जैकलीन की बहन जेनी की 1 लाख 80 हज़ार अमेरिकी डॉलर और एक सफेद रंग की नई BMW कार दीपक रमनानी के जरिये दी थी, दीपक रमनानी के जरिये ही सुकेश ने जैकलीन की मां को पॉर्श कार बहरीन में दी थी. ये भी पढ़ें- Horoscope 2022: कैसा रहेगा आपका अगला साल? यहां पर जानिए हर राशि का पूरा हाल 'सुकेश ने गृहमंत्री अमित शाह के नाम का लिया सहारा' ED ने अपनी चार्जशीट में बताया कि जैकलीन तक पहुंचने के लिए सुकेश ने गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) के नाम का सहारा लिया था. ED के सामने दिए अपने बयान में जैकलीन की मैकअप आर्टिस्ट शान ने बताया कि जनवरी 2021 में उसके पास एंजेल नाम की महिला का फोन आया जिसने वीडियो कॉल के जरिये सुकेश को शेखर के तौर पर मिलवाया. उसे जैकलीन से मिलवाने के लिए बोला गया. क्योंकि जैकलीन सुकेश से मिलना नहीं चाहती थी इसलिए बाद में गृहमंत्री अमित शाह के ऑफिस के नंबर से एक फोन आया और कॉल करने वाले ने सुकेश को सरकार का खास आदमी बताते हुए उससे संपर्क में रहने को कहा था. जांच में ED को ये पता चला कि वो कॉल स्पूफ़िंग के जरिये की गई थी.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/mumbai-police-raid-at-deepa-bar-in-mumbai-17-girls-found-in-a-cavity/1047014,"डांस बार पहुंची पुलिस, 'गायब' हुईं डांसर; घंटों बाद मिला तीन फीट चौड़ा सीक्रेट रूम","Mumbai: डांस बार पहुंची पुलिस, 'गायब' हुईं डांसर; घंटों बाद मिला तीन फीट चौड़ा सीक्रेट रूम महाराष्ट्र की मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने एक डांस बार (Dance Bar) में रेड मारकर 17 बार गर्ल्स को बरामद किया है. पुलिस ने शहर के मशहूर दीपा डांस बार में छापा मारकर सीक्रेट गुफानुमे तहखाने से 17 बार गर्ल्स को रेस्क्यू किया है. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 13, 2021, 11:23 PM IST डांस बार पहुंची पुलिस, तो 'गायब' हुईं डांसर 15 घंटे बाद तहखाने से निकलीं 17 लड़कियां मैनेजर और स्टाफ के खिलाफ केस हुआ दर्ज मुंबई: महाराष्ट्र की मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने एक डांस बार (Dance Bar) में रेड मारकर 17 बार गर्ल्स को बरामद किया है. पुलिस ने शहर के मशहूर दीपा डांस बार में छापा मारकर सीक्रेट गुफानुमे तहखाने से 17 बार गर्ल्स को पकड़ा है. इस बार में तहखाना मेकअप रूम की दीवार में लगे शीशे के पीछे गुप्त रूप से बनाया गया था. 15 घंटे बाद मिला सुराग पुलिस के लिए इस सीक्रेट तहखाने तक पहुंचना आसान नहीं था. इसके लिए सोशल सर्विस ब्रांच को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. दरअसल वहां मेकअप रूप में लगे एक शीशे को हथौड़े से तोडने के बाद इस गुप्त तहखाने का रास्ता मिला. ये भी पढ़ें- 'वैक्‍सीन सर्टिफिकेट से हटाया जाए मोदी का फोटो,' कोर्ट-क्या आपको PM पर आती है शर्म? दंग रह गई पुलिस पुलिस टीम के अधिकारी उस समय हैरान रह गए जब देखा कि तहखाने में बार बालाओं (Bar Girls) को रखा गया था. यहां से 17 बार बालाओं को हिरासत में लिया गया. हथौड़े से दीवार तोड़कर जब पुलिस सीक्रेट रूम पहुंची तो अंदर AC और बिस्तर लगे थे. टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक मुंबई पुलिस की सोशल सर्विस ब्रांच ने शनिवार रात मुम्बई के अंधेरी इलाके के दीपा बार में छापा मारकर इस कार्रवाई को अंजाम दिया. पुलिस के मुताबिक गुप्त रूप से डांस बार चलने की सूचना मिली थी जिसके बाद कार्रवाई की गई. पुलिस ने Deepa Dance Bar के मैनेजर और कैशियर को भी गिरफ्तार किया है. यूं गायब होती थी लड़कियां इस डांस बार मे आधुनिक इलेक्ट्रिक सिस्टम का इतना बेहतरीन इंतजाम किया गया था कि इधर पुलिस की गाड़ी बार में दाखिल हुई उधर पलक झपकते ही सारी की सारी बार डांसर्स डांस फ्लोर से गायब. दीपा बार में पहले तो पुलिस ने वाशरूम, स्टोर रूम और यहां तक कि किचन का भी एक- एक कोना छान मारा लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला. मासूम बना बैठा रहा स्टाफ बार के मैनेजर, कैशियर, वेटर समेत बाकी कर्मियों से घंटों पूछताछ हुई लेकिन वो सभी वहां डांसर होने से इनकार करते रहे. इसी दौरान पुलिस को मेकअप रूम के लगे एक शीशे पर शक हुआ. जिसके बाद शीशे को दीवार से अलग करने की कोशिश की गई तो पता चला कि दीवार में इस तरह लगाया गया है कि उसे निकाल पाना असंभव है. फिर क्या था फौरन पुलिस ने बड़ा हथौड़ा मंगाया गया और दीवार का कांच तोड़ा तो एक बड़ा सा गुफानुमा सीक्रेट रूम मिला. जिसमें 17 बार डांसर छुपी थीं, फिर उन सभी को बाहर निकाला गया.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/terrorists-attack-on-police-vehicle-in-srinagar-many-personnel-injured-live-update/1047003,"श्रीनगर आतंकी हमला: लश्‍कर से जुड़े संगठन का हाथ, PoK में रची गई साजिश","श्रीनगर आतंकी हमला: लश्‍कर से जुड़े संगठन का हाथ, PoK में रची गई साजिश पुलिस के मुताबिक हमला सोमवार शाम को पंथा चौक इलाके के जेवान में हुआ. अधिकारियों ने बताया कि हमले में 14 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं जिनमें से 2 जवान शहीद हो गए हैं. Written by - Syed Khalid Hussain|Edited by: Syed Khalid Hussain|Last Updated: Dec 13, 2021, 10:45 PM IST श्रीनगर में बड़ा आतंकी हमला पुलिस की बस पर की गई फायरिंग हमले में पुलिस के 2 जवान शहीद श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में एक बड़े आतंकी हमले को अंजाम दिया गया है. श्रीनगर के बाहरी इलाके जेवान में पुलिस बस पर आतंकवादियों ने की गोलीबारी जिसमें 14 जवान घायल हो गए हैं. जानकारी के मुताबिक इनमें से 2 जवान शहीद हो गए हैं. हमले के पीछे आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा से जुड़े संगठन कश्मीर टाइगर्स का हाथ बताया जा रहा है. साथ ही पाकिस्तानी आतंकी भी हमले में शामिल हो सकते हैं. ISI ने रची थी हमले की साजिश खुफिया एजेंसियों के मुताबिक 21 सितंबर को PoK के मुज्जफराबाद में ISI और आतंकी गुटों के बीच बैठक हुई थी. बैठक में आतंकी गुटों से कहा गया था कि नये नाम से गुट बनाकर कश्मीरी लोगों के साथ साथ जम्मू कश्मीर पुलिस और सेना पर हमले किए जाएं. इस बैठक में लश्कर और जैश समेत 200 आतंकी हुए थे शामिल थे और ऐसे हमले को लेकर पहले ही खुफिया एजेंसियों की ओर से चेतावनी दी गई थी. पीएम मोदी ने श्रीनगर आतंकी हमले में शहीद जवानों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है. पीएमओ की ओर से किए गए ट्वीट में बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकी हमले के बारे में जानकारी मांगी है. साथ ही शहीद जवानों के परिवारों को अपनी ओर से सांत्वना दी है. पीएम मोदी के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उमर अबदुल्ला ने भी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी है. पुलिस की बस पर की फायरिंग कश्मीर पुलिस की ओर से बताया गया कि इलाके की नाकेबंदी कर दी गई है और पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. आतंकियों ने जिस जगह वारदात को अंजाम दिया वहां हर तरफ कांच की टुकड़े बिखरे हुए थे क्योंकि फायरिंग में बस की शीशे टूट गए. बताया जा रहा है कि पुलिस की बस मुख्यालय की ओर जा रही थी. जान गंवाने वालों में सशस्त्र पुलिस का एक ASI भी शामिल है. अब तक हमले की जिम्मेदारी किसी आतंकी संगठन ने नहीं है. सुरक्षाबलों ने चलाया सर्च ऑपरेशन पुलिस के मुताबिक घटना सोमवार शाम को पंथा चौक इलाके के जेवान में हुई. अधिकारियों ने बताया कि हमले में कम से कम 14 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. उन्होंने कहा कि घायलों को विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया है. अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादियों की धरपकड़ के लिए इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. पुलिस ने बताया कि घायल जवानों की इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है. घटना के तुरंत बाद CRPF का दस्ता और जम्मू कश्मीर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे. घाटी में सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के मामले लगातार बढ़ गए हैं और सेना से लेकर पुलिस के जवानों को निशाना बनाया जा रहा है. इससे पहले बीएसएफ के जवानों पर भी आतंकी हमला हुआ था. ",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/omicron-cases-in-maharashtra-4-new-cases-of-coronavirus-new-variant-2017558,"Omicron Cases in Maharashtra: महाराष्ट्र में आज आए ओमिक्रोन के 4 मामले, अब तक 32 मरीज में से 25 हो चुके हैं ठीक","Omicron Cases in Maharashtra: महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, बुधवार को इस वेरिएंट के 4 मामलों की पुष्टि हुई. इनमें से दो मरीज ओसमानाबाद और एक-एक मुंबई और बुलढाना के हैं. राज्य में अब तक 32 लोग ओमिक्रोन से संक्रमित हुए हैं और इनमें से 25 संक्रमण से उबर चुके हैं. ""मुंबई-13 पिंपरी चंडीवाड-10 पुणे-2 ओसमानाबाद-2 कल्याण डोम्बीवली-1 नागपुर-1 लातूर-1 वसई विरार-1 बुलढाना-1"" बुधवार को ओमिक्रोन के बंगाल में एक और तेलंगाना में दो मामलों की पुष्टि हुई. बंगाल में सात वर्षीय बच्चे में ओमिक्रोन वेरिएंट की पुष्टि हुई है. अधिकारी ने बताया कि यह बच्चा अबू धाबी से हैदराबाद होते हुए पश्चिम बंगाल लौटा है. वह कोलकाता हवाईअड्डे से मालदा अपने रिश्तेदार के यहां गया था. उसे मुर्शिदाबाद के अस्पताल में भर्ती किया गया है. पूरे देश में अब तक 67 लोग इस ओमिक्रोन वेरिएंट से संक्रमित हुए हैं. ओमिक्रोन का सबसे पहला मामला दक्षिण अफ्रीका में आया था. WHO के मुताबिक, अब तक 77 देशों में इसकी पुष्टि हो चुकी है. यह वेरिएंट अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा और डेल्टा प्लस के मुकाबले तेजी से फैलता है. यही वजह है कि ओमिक्रोन ने दुनिया की चिंता बढ़ा दी है. Omicron In India: क्या कोरोना के वेरिएंट के मुताबिक वैक्सीन में किए जा सकते हैं बदलाव? सबके लिए है राहत की खबर महाराष्ट्र में कोरोना के मामले राज्य में ओमिक्रोन के अलावा बुधवार को कोरोना के 921 मामलों की पुष्टि हुई और 10 मरीजों की मौत हो गई. इस समय 6467 मरीजों का राज्य में इलाज चल रहा है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, राज्य में अब तक 6646061 मरीज संक्रमित हुए हैं और इनमें से 6494617 संक्रमण से उबर चुके हैं. 141298 मरीजों की मौत हुई है.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/congress-interim-president-sonia-gandhi-bangladesh-liberation-war-former-pm-indira-gandhi-2017522,"Bangladesh Liberation War: Sonia Gandhi बोलीं- इंदिरा गांधी अपने साहस के कारण भारतीयों के लिए प्रेरणा, 1971 उनके लिए बेहतरीन साल था","Congress President Sonia Gandhi: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को बांग्लादेश लिबरेशन वॉर की 50वीं सालगिरह पर आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने शहीद सैनिकों और भारत-पाक युद्ध के योद्वाओं को सलाम किया. सोनिया गांधी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भी याद किया और कहा कि 1971 कई मायनों में इंदिरा जी के लिए सबसे बेहतरीन साल था. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, '50 साल पहले बांग्लादेश के साहसी लोगों ने खुद को एक नया भविष्य दिया था. भारत उसके साथ खड़ा रहा और एक करोड़ शरणार्थियों को शरण दिया. बांग्लादेश के स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया जाना चाहिए.' उन्होंने आगे कहा कि आज हम इंदिरा गांधी को बड़े गर्व के साथ याद करते हैं. वह अपने साहस के कारण करोड़ों भारतीयों के लिए प्रेरणा बनी हुई हैं. 1971 कई मायनों में इंदिरा गांधी का सबसे बेहतरीन साल था. उन्होंने बांग्लादेश के लोगों के लिए पूरे विश्व समुदाय को संवेदनशील बनाया. बता दें कि कांग्रेस ने बंगलादेश मुक्ति के 50 साल पूरे होने पर देश के अलग-अलग हिस्सों में जिला स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला लिया था. हालांकि कोरोना महामारी के कारण समय पर कार्यक्रम शुरू नहीं हो सका. कांग्रेस ने देश के 100 से अधिक जिलों में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए हैं. राज्य स्तर के कार्यक्रम 16 नवंबर से नागालैंड की राजधानी कोहिमा में शुरू हुए थे.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/after-spending-crores-amount-of-money-only-3-percent-cases-were-resolved-by-police-in-maharashtra-ann-2017449,Maharashtra News: स्टेट पुलिस कंप्लेंट अथॉरिटी को लेकर RTI में हुआ ये खुलासा,"Maharashtra News: लोगों की सुरक्षा और कानून व्यवस्था ठीक तरह से चले इसके लिए पुलिस दिन रात काम करती है लेकिन कई बार ऐसे भी मामले सामने आते हैं जिनमे पुलिस आम लोगों पर अत्याचार करती दिखाई देती है. ऐसे में कई बार आम लोगों की बात सुनने का पुलिस विभाग में कोई माध्यम नहीं होता था. इन्हीं को दूर करने के लिए प्रकाश सिंह जजमेंट के बाद साल 2017 में पुलिस के खिलाफ शिकायतों को सुनने के लिए राज्य में स्टेट पुलिस कंप्लेंट अथॉरिटी (State Police Complaint Authorities) का गठन किया गया. इसी को लेकर RTI एक्टिविस्ट जितेंद्र घाडगे ने RTI के माध्यम से इस कमेटी से जुड़े कुछ सवाल किए. इसके बाद पता चला कि जब से इस कमेटी का गठन किया गया है, तब से लेकर 2020 तक 1487 शिकायतें ही पुलिस विभाग को मिली हैं. चौंकाने वाली बात यह है की इतनी शिकायतों में से सिर्फ 675 शिकायतों में ही जांच की गई है. घाडगे ने बताया कि ऐसा लगता है कि सरकार इस कमेटी को लेकर जितनी गंभीर होनी चाहिए उतनी नहीं है. घाडगे ने RTI में पाया कि इतनी शिकायतों के बाद भी महज 22 शिकायतों की जांच के दौरान पुलिस वाले दोषी पाए गए हैं. जिसकी जानकारी इस विभाग द्वारा गृह विभाग को रिपोर्ट बनाकर दी गई है. घाडगे ने अपनी RTI में यह भी पूछा कि इन 22 लोगों के खिलाफ आगे की क्या करवाई की गई है, जिसपर गृह विभाग ने कोई भी जवाब नहीं दिया. घाडगे ने सवाल उठाया है कि अगर इस कमेटी का सालाना बजट देखा जाए तो वो औसतन 6 करोड़ रुपए है और इस विभाग में जितना ह्युमन रिसोर्स होना चाहिए उतना रिसोर्स अभी नहीं है. घाडगे ने RTI के माध्यम से मिले जवाब के आधार पर कहा, “वो इस बात की जानकारी महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल को देने वाले हैं ताकि उनका ध्यान इस मुद्दे की ओर दिलाया जा सके और इस विभाग में इतनी धीमी गति से चल रहे कामों में थोड़ी तेजी लाई जा सके.''",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/northeast-frontier-chief-engineer-electrical-arrested-by-cbi-over-bribery-case-ann-2017506,"CBI ने रेलवे के चीफ इंजीनियर को किया गिरफ्तार, जानें क्या हैं आरोप","Bribery case: रिश्वतखोरी के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने रेलवे के एक मुख्य अभियंता इलेक्ट्रिकल वीके उपाध्याय को गिरफ्तार किया है. इसके पहले सीबीआई ने इस मामले में नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे मालेगाव गुवाहाटी में तैनात उप प्रमुख इलेक्ट्रिकल अभियंता रंजीत कुमार तथा दो अन्य को गिरफ्तार किया था. इन लोगों के यहां छापेमारी के दौरान लगभग सवा दो करोड़ रुपए की नकदी व अनेक बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं. सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी के मुताबिक सीबीआई की शाखा ने 15 लाख रुपए की रिश्वत लेनदेन के मामले में नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे गुवाहाटी में तैनात उप प्रमुख इलेक्ट्रिकल अभियंता रंजीत कुमार एक निजी कंपनी के निदेशक चिंतन जैन और उसके कर्मचारी नीरज कुमार को गिरफ्तार किया था. जांच के दौरान पता चला कि रिश्वतखोरी की इस मामले में प्रमुख इलेक्ट्रिकल अभियंता वी के उपाध्याय की भी भूमिका है. आरंभिक जांच के बाद सीबीआई ने वीके उपाध्याय को भी गिरफ्तार कर लिया. सीबीआई के मुताबिक जब इन लोगों के यहां छापेमारी की गई तो प्रमुख अभियंता के ठिकाने से दो करोड़ 13 लाख रुपए की नकदी के साथ नोएडा में 3 आवासीय फ्लैटों की बाबत दस्तावेज भी मिले. इसके अलावा उप प्रमुख अभियंता के ठिकाने से 6 लाख रुपए की नकदी के साथ 6 फ्लैट के दस्तावेज मिले. यह फ्लैट उप प्रमुख इलेक्ट्रिकल अभियंता के परिजनों के नाम बताए जाते हैं. ध्यान रहे कि यह मामला सीबीआई ने उस जानकारी के आधार पर दर्ज किया था जिसमें बताया गया था कि निजी कंपनी के निदेशक को उप प्रमुख विद्युत अभियंता ने अपने पद पर रहने के दौरान अवैध लाभ पहुंचाया था और बदले में अवैध लाभ प्राप्त किया था. जब यह अभियंता ट्रांसफर होकर गुवाहाटी चला गया तो उसने वहां से भी उक्त कंपनी के निदेशक से कहा कि यदि वह भविष्य में भी अवैध लाभ प्राप्त करता रहना चाहता है तो उसे दो करोड़ रुपए की रकम देनी होगी .आरोप के मुताबिक उक्त कंपनी के निदेशक ने यह पेशकश स्वीकार कर ली और किस्तों में पैसा उप प्रमुख अभियंता के पास पहुंचाया जाने लगा. ऐसे ही 15 लाख रुपए की किस्त के दौरान सीबीआई ने रिश्वत दे रहे और रिश्वत ले रहे दोनों व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया. जांच के दौरान अब इस मामले में प्रमुख इलेक्ट्रिकल अभियंता का नाम आने और गिरफ्तारी हो जाने के बाद रेलवे में हड़कंप मचा हुआ है. ध्यान रहे कि इसके पहले भी गुवाहाटी में तैनात रेलवे के एक अति वरिष्ठ अधिकारी को रिश्वत लेने में गिरफ्तार किया गया था मामले की जांच जारी है.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/omicron-in-india-what-if-mutations-in-virus-will-escape-vaccine-antibody-ann-2017512,Omicron In India: क्या कोरोना के वेरिएंट के मुताबिक वैक्सीन में किए जा सकते हैं बदलाव? सबके लिए है राहत की खबर,"Omicron In India News: क्या आने वाले वक़्त में कोरोना के खिलाफ वैक्सीन कारगर रहेगी? कोरोना वायरस के नए वेरिएंट सामने आ रहे हैं और काफी बदलाव हो रहे हैं. वहीं वैक्सीन की इम्यूटिनिटी एस्केप करने की बात भी सामने आ रही है. ऐसे में ये सवाल उठ रहे हैं कि क्या लगाए जा रहे टीके कारगर हैं और क्या आगे भी कारगर रहेंगे? जानकारों की मानें तो अगर वायरस में बहुत ज्यादा बदलाव हो जाए, इतना कि वो पूरी तरह से नया हो जाए, तो संभव है कि वो वैक्सीन इम्युनिटी एस्केप कर सकती. पिछले साल सामने आए कोरोना वायरस में अब तक कई बदलाव हुए, इसके कई वेरिएंट सामने आए हैं. जैसे अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा, डेल्टा प्लस और हाल ही में ओमिक्रोन. जानकारों और वैज्ञानिकों के मुताबिक आरएनए वायरस में म्यूटेशन होते रहते हैं और ये जारी रहता है. लेकिन क्या वायरस में म्यूटेशन के बाद वो वैक्सीन भी असरदार होगी. क्या वैक्सीन से बनी रोगप्रतिरोधक या एंटीबॉडी वायरस के खिलाफ काम करेंगी. हाल ही सामने आए ओमिक्रोन जिसे डब्लूएचओ ने वेरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित किया और जिसमें अब तक कई बदलाव हुए हैं. क्या वैक्सीन इस वेरिएंट के खिलाफ इतना कारगर होगी. अब तक के डेटा के आधार पर ओमिक्रोन वेरिएंट में सबसे ज्यादा स्पाइक प्रोटीन में ही बदलाव हुआ है और चिंता इस बात को लेकर है कि अगर स्पाइक प्रोटीन बिल्कुल बदल जाए तो, अधिकांश टीके से शरीर में बना एंटीबॉडी उसको पहचान ही न पाए. चिंता इसलिए क्योंकि ज्यादातर वैक्सीन इन्हीं स्पाइक प्रोटीन के खिलाफ बनी है. ऐसे में इसकी संभावना है. एम्स में IPHA के अध्यक्ष डॉक्टर संजय राय का कहना है, ""ये संभव है, जैसा इन्फ्लूएंजा में होता उसमें नया वेरिएंट आ जाता है तो पुराना वैक्सीन असरदार नहीं रहता है, क्योंकि म्यूटेशन होते रहते हैं. आरएनए वायरस में म्यूटेशन होते रहते हैं. ओमिक्रोन में काफी म्यूटेशन है और खासकर स्पाइक प्रोटीन में, ज्यादातर वैक्सीन जो है, वो इस स्पाइक प्रोटीन के खिलाफ एंटीबॉडी बनाती है. हो सकता है स्पाइक प्रोटीन में इतना ज्यादा बदलाव हो गया हो कि मौजूदा एंटीबॉडी जो वैक्सीन से बनी है वो वायरस को ना पहचाने और वैक्सीन पूरी तरह बेअसर हो जाए. अभी जो केस आए हैं, डबल नहीं ट्रिपल वैक्सीनटेड लोग जिन्हें बूस्टर डोज लगा था, उनमें भी ये केस पाए गए हैं, तो ये दर्शाता है कि इम्यून एस्केप होने के काफी संभावनाए हैं. अभी और एविडेंस जेनेरेट करने की जरूरत है, लेकिन इम्यून एस्केप होने के संभावना हैं."" एम्स दिल्ली के कम्युनिटी मेडिसिन में डॉक्टर पुनीत मिश्रा ने कहा, ""कोई ऐसा म्यूटेशन होता है जो, इम्युनिटी को एस्केप कर जाता है, तो वर्तमान की वैक्सीन पूरी तरह असरदार ना हो, कुछ तो कम हो या बिल्कुल ना हो, इसकी संभावना जरूर बनी रहती है."" यानी ये संभावना है कि वायरस में हुए इतने म्यूटेशन वैक्सीन से बनी एंटीबॉडी को एस्केप कर जाए. वैक्सीन की एंटीबॉडी वायरस को पहचान नहीं पाए, हालांकि इसपर अभी और डेटा आना बाकी है. पुनीत मिश्रा ने बताया कि जब कोई नया स्ट्रेन आता है तो कई सारी चीजें हो सकती हैं. हो सकता है कि वायरस बहुत ज्यादा तेज़ी फैले या बहुत लोगों को हो जाए. लेकिन कोई लक्षण ना हो. और जहां तक इम्यूनिटी एस्केप करने की बात है वह भी संभावना है कि वायरस के अंदर जो बदलाव हो उस पर अभी तक की वायरस पर बनी वैक्सीन ही असरदार हो जाए, लेकिन यह निर्भर करता है कि कितने सारे म्यूटेशन हुए हैं."" एम्स में कम्युनिटी मेडिसीन के डॉक्टर और कोरोना वैक्सीन के एम्स में प्रिंसीपल इन्वेस्टिगेटर डॉ संजय राय के मुताबिक जब वैक्सीन का ट्रायल हुआ उस वक्त म्यूटेशन नहीं हुए थे और वैक्सीन बहुत कारगर थी, लेकिन डेल्टा वेरिएंट में उतनी कारगर नहीं साबित हुई. पूरी दुनिया में केस बढ़े थे. लेकिन ज्यादा म्यूटेशन नहीं था. इसलिए वैक्सीन काम कर रही थी और गंभीर बीमारी और मौत रोकने में कामयाब रही. इंडियन पब्लिक हेल्थ एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर संजय राय ने कहा, ""अगर ये बिल्कुल बेअसर है तो वैक्सीन को नए वेरिएंट के खिलाफ बनाएंगे तो असरदार होने की संभावना है. जैसे वुहान के वेरिएंट के खिलाफ बनाया और क्लीनिकल ट्रायल जब हमने किया तो अच्छा असर था, लेकिन वो असर डेल्टा में कम हो गया. किसी भी देश का देख लीजिए."" ओमिक्रोन में डब्लूएचओ के मुताबिक 30 से ज्यादा म्यूटेशन हुए हैं और सभी स्पाइक प्रोटीन में हुए हैं. 77 देशों में ओमिक्रोन वेरिएंट की मौजूदगी है और माना जा रहा है कि इसका फैलाव लगभग तमाम देशों तक जा पहुंचा है. ऐसे में जब कई लोगों को वैक्सीन लग चुकी और अगर ये इम्युनिटी को बायपास कर रहा है तो चिंता है. हालांकि जानकारों के मुताबिक अगर ऐसा होता है तो वैक्सीन में म्यूटेशन के हिसाब से बदलाव किए जा सकते हैं और ये बहुत जल्द संभव है. डॉक्टर संजय राय ने कहा कि वैक्सीन में अगर बदलाव करना हुआ तो म्यूटेशन के हिसाब से किया जा सकता है और इसमें समय भी नहीं लगेगा. कई कंपनी जैसे फाइजर मॉडर्ना पहले ही बोल चुकी है. डॉ पुनीत मिश्रा ने कहा, ""अब ऐसी तकनीक है कि ज्यादा वक्त नहीं लगेगा कम समय मे ऐसा किया जा सकता है."" अगर वायरस में हो रहे बदलाव वैक्सीन की इम्युनिटी को एस्केप कर रहे हैं तो वैक्सीन में भी उतनी जल्दी बदलाव हो सकता है, जैसा कि इन्फ्लूएंजा में होता है. जिसके बाद अगर कोई बूस्टर वैक्सीन की जरूरत होगी तो उसपर उस समय मौजूद डेटा के आधार पर फैसला लिया जाएगा.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/thief-arrested-by-delhi-police-crime-branch-from-igi-airport-lacs-amount-of-jewelry-recovered-ann-2017477,"IGI Airport से गिरफ्तार हुआ दिल्ली का ‘बंटी चोर’, लाखों की ज्वेलरी भी बरामद","Delhi Police Crime Branch: दिल्ली पुलिस ने चोरों की एक ऐसी टोली को गिरफ्तार किया है जिसने दिल्ली की शाहदरा डिस्ट्रिक्ट में आतंक मचा रखा था. पिछले कुछ समय मे ही इन्होंने 2 दर्जन से ज्यादा वारदातों को अंजाम दिया था. पुलिस ने इस गैंग की गिरफ्तारी से राहत की सांस ली है. दिल्ली पुलिस ने गैंग के सरगना शाहदत को इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उस वक़्त गिरफ्तार किया जब शाहदत पुलिस से बचने के लिए बैंगलोर भागने की फ़िराक में था. पुलिस के मुताबिक गिरफ्तारी से महज दो घंटे बाद ही शाहदत की फ्लाइट थी. अगर पुलिस कुछ देर बाद पहुँचती तो इसे गिरफ्तार करना मुश्किल हो जाता. सैकड़ों सीसीटीवी और 200 लोगों से पूछताछ के बाद पुलिस पहुंची गैंग तक दिल्ली पुलिस के मुताबिक लगातार इलाके में हो रही चोरी के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो कई वारदातों में एक ही गैंग नजर आया. पुलिस ने वारदात के समय आसपास के इलाकों में एक्टिव फोन नंबर्स को खंगालना शुरु किया. इसके बाद करीब 200 लोगों से पुलिस ने पूछताछ की और फिर सभी से पूछताछ के बाद जीरो इन करते हुए सीमापुरी इलाके में रहने वाले सुभान खान नाम के शख्स तक पहुंच गई. पुलिस ने जब इससे सख्ती से पूछताछ की तो इलाके में लगातार हो रही चोरी की वारदातों में शामिल होने की बात इसने कबूल कर लिया. जिसके बाद पुलिस ने गैंग के 4 और सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया. लाखों की ज्वेलरी और कैश बरामद, इलाके में काम करने वाली मेड करती थी मुखबरी दिल्ली पुलिस के मुताबिक यह गैंग रात 12:00 बजे के बाद ही वारदातों को अंजाम देता था. शुरुआती जांच में पुलिस को पता चला है कि इलाके में घरों में काम करने वाली कुछ मेड ही इन्हें उन घरों की जानकारी देती थी जिनके मकान मालिक कहीं बाहर गए हुए होते थे. जिसके बाद ये गैंग पहले उसकी रेकी करता था और फिर उसके घर मे सेंध लगा देता था.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/mumbai-cruise-drugs-case-shahrukh-khan-son-aryan-khan-relief-from-high-court-on-friday-appearances-at-ncb-office-2017455,Aryan Khan Drugs Case: शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को हाई कोर्ट से मिली बड़ी राहत,"Aryan Khan Drugs Case: बंबई हाई कोर्ट ने बुधवार को अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) को क्रूज ड्रग्स मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के दफ्तर में साप्ताहिक पेशी से छूट दे दी. न्यायमूर्ति एन. डब्ल्यू. साम्ब्रे की एकल पीठ ने कहा कि आर्यन खान को जमानत देते समय लगाई गई शर्त कि उन्हें हर शुक्रवार को एनसीबी दफ्तर में पेश होना होगा, को संशोधित किया जाता है. न्यायमूर्ति साम्ब्रे ने कहा, ""आवेदक (आर्यन) एजेंसी की ओर से निर्देश दिए जाने पर एनसीबी के दिल्ली स्थित दफ्तर में उपस्थित होंगे, बशर्ते एनसीबी आवेदक को 72 घंटे का नोटिस जारी करे."" अदालत ने जमानत आदेश में निर्धारित एक और शर्त को भी संशोधित किया, जिसके तहत उन्हें हर बार मुंबई से बाहर जाने पर एनसीबी को अपना यात्रा कार्यक्रम प्रस्तुत करना पड़ता था. न्यायमूर्ति सांब्रे ने कहा, ""आवेदक यदि अपना बयान दर्ज करने के लिए दिल्ली की यात्रा कर रहा है, तो उसे अपना यात्रा कार्यक्रम जमा करने की आवश्यकता नहीं है. वह मुंबई के बाहर किसी अन्य यात्रा के मामले में अपना यात्रा कार्यक्रम एनसीबी को प्रस्तुत करेगा."" शर्त में छूट देने को लेकर दायर किया था आवेदन आर्यन खान को 28 अक्टूबर को मामले में हाई कोर्ट ने जमानत दे दी थी. उन पर लगाई गई एक शर्त यह थी कि उन्हें अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए हर शुक्रवार को एनसीबी के दक्षिण मुंबई स्थित कार्यालय में पेश होना होगा. 23 वर्षीय आर्यन खान ने इस आधार पर पिछले हफ्ते शर्त से छूट देने का अनुरोध करते हुए एक आवेदन दायर किया था कि मामले में जांच अब एनसीबी के दिल्ली कार्यालय का एक विशेष जांच दल (SIT) कर रहा है. आर्यन खान जांच में सहयोग कर रहे हैं- वकील आर्यन खान के वकील अमित देसाई ने दलील दी, ""एनसीबी के मुंबई कार्यालय का अब इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है. मेरे मुवक्किल (आर्यन) जांच में सहयोग कर रहे हैं और वास्तव में मामले की जांच कर रहे एसआईटी के सामने पेश हुए हैं और अपना बयान दर्ज कराया है."" उन्होंने कहा कि जब भी उन्हें समन जारी किया जाएगा, आर्यन खान को दिल्ली में एनसीबी के एसआईटी के सामने पेश होने में कोई संकोच नहीं है. देसाई ने आगे दलील दी कि आर्यन खान हर बार मुंबई में एनसीबी के कार्यालय के सामने पेश होते हैं, वहां भारी भीड़ होती है और उन्हें पुलिसकर्मियों के साथ जाना पड़ता है, जिससे अनावश्यक परेशानी होती है. एजेंसी को संशोधन पर नहीं कोई आपत्ति एनसीबी के वकील श्रीराम शिरसात ने अदालत से कहा कि एजेंसी को संशोधन पर कोई आपत्ति नहीं है. शिरसात ने अदालत से कहा, ""हालांकि, आवेदक को बुलाए जाने पर मुंबई या दिल्ली में एनसीबी के एसआईटी के सामने पेश होना होगा."" आर्यन को हाई कोर्ट से मिली थी जमानत गौरतलब है कि आर्यन खान को एनसीबी ने 03 अक्टूबर को मुंबई तट पर एक क्रूज जहाज पर छापेमारी के बाद मादक पदार्थ रखने, उसकी खपत और बिक्री या खरीद के आरोप में गिरफ्तार किया था. बाद में उन्हें हाई कोर्ट ने जमानत दे दी, लेकिन उन पर 14 शर्तें भी लगाई थीं.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/andhra-pradesh-bus-falls-in-rivulet-in-west-godavari-district-8-died-ann-2017438,"Andhra Pradesh में पुल से नहर में गिरी Bus, हादसे में 8 की मौत, CM ने किया मुआवज़े का एलान","Andhra Pradesh Bus Accident News: आंध्र प्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिले में एक बस के पुल से नहर में गिरने से 8 लोगों की मौत हो गई. हादसा तब हुआ जब बस जंगारेड्डीगुडेम मंडल के जल्लेरु इलाके में पुल के ऊपर से गुज़र रही थी. हादसे के समय बस में करीब 47 लोग सवार थे, जिनमें से आठ लोगों की जान चली गई. बताया जा रहा है कि इस हादसे में कई लोग घायल हैं. ""कैसे हुआ ये हादसा जंगारेड्डीगुडेम डिपो की आरटीसी बस पुल के ज़रिए नहर के ऊपर से गुजर रही थी, तभी बस का संतुलन बिगड़ गया और वो नहर में जा गिरी. बताया जा रहा है कि हादसे के बाद पानी में डूबने की वजह से 8 लोगों की मौत हुई. इस हादसे में जो लोग घायल हुए हैं उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक बस अपनी मंज़िल से 10 मिनट पहले ही नहर में गिर गई."" राज्य सरकार ने किया मुआवज़े का एलान आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने इस भीषण हादसे के बाद मुआवज़े का एलान किया है. राज्य सरकार हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये का मुआवज़ा देगी.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/cabinet-approves-programme-for-development-of-semiconductors-and-display-manufacturing-ecosystem-in-india-2017373,"Modi Cabinet Decision: भारत में बनेंगे सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले बोर्ड जैसे उपकरण, मोदी कैबिनेट ने 76 हज़ार करोड़ की योजना को दी मंजूरी","Narendra Modi Cabinet Decision: सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले बोर्ड के विनिर्माण को प्रोत्साहन के लिए पीएलआई योजना की मंजूरी दी. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने योजना की जानकारी देते हुए कहा कि बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है. जिससे देश में सेमीकंडक्टर चिप्स का डिजाइन, फैब्रिकेशन, पैकेजिंग, टेस्टिंग और कंप्लीट इको सिस्टम डेवलप हो सके ऐसा फैसला लिया है. जिसके लिए आज 76 हजार करोड़ रुपये के इन्वेस्टमेंट का अनुमोदन हुआ है. इस योजना के बारे में जानकारी देते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि सेमीकंडक्टर के लिए पीएलआई (production-linked incentive scheme) योजना पर 76,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा. केंद्र सरकार इस योजना के ज़रिए देश को इलेक्ट्रॉनिक हब के तौरे पर विकसित करना चाहती है, क्योंकि माक्रोचिप्स की कमी की वजह से उद्योगों के प्रोडक्शन पर सीधा असर पड़ता है. केंद्र सरकार के मुताबिक इस योजना में 6 साल में 76 हज़ार करोड़ का खर्च आएगा. भारत की सेमीकंडक्टर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लिए व्यापक कार्यक्रम को मंजूरी दी गई गई है. केंद्र ने बताया है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा मोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग देश बन गया है. सरकार का कहना है कि देश को इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र में आगे ले जाने के लिए इसकी बहुत बड़ी भूमिका होगी. दुनिया में 20% से सेमीकंडक्टर डिज़ाइनर भारत के अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जिस देश ने वैफर बनाना नहीं सीखा वो पीछे रह जाएगा. इसके वैफर, चिप, सेमीकंडक्टर निर्माण, उसकी पैकेजिंग की पूरी चेन विकसित करने का काम होगा. उन्होंने कहा कि आज दुनिया में 20 प्रतिशत सेमीकंडक्टर डिज़ाइनर भारत के हैं. 85 हज़ार उच्च प्रशिक्षण प्राप्त इंजीनियर के लिए C2S यानी चिप से सेमीकंडक्टर का प्लान बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगले 2 साल में 20 यूनिट स्थापित करेंगे.",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/president-ram-nath-kovind-held-delegation-level-talks-with-bangladesh-president-abdul-hamid-pm-sheikh-hasina-dhaka-bilateral-cooperation-961033.html,"बांग्लादेश के दौरे पर राष्ट्रपति कोविंद, PM शेख हसीना से द्विपक्षीय सहयोग के कई मुद्दों पर हुई चर्चा","बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात करते राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (फोटो-ट्विटर) राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) अपनी पहली तीन दिवसीय यात्रा पर बांग्लादेश के दौरे पर हैं और इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री शेख हसीना तथा राष्ट्रपति अब्दुल हामिद से मुलाकात की. राष्ट्रपति ने बांग्लादेश के दोनों शीर्ष नेताओं के साथ आपसी हित तथा द्विपक्षीय सहयोग के कई मुद्दों पर चर्चा की. राष्ट्रपति कोविंद ने ढाका में प्रधानमंत्री शेख हसीना के अलावा बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की. दोनों नेताओं ने कनेक्टिविटी और व्यापार, कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में सहयोग और विकास साझेदारी सहित दोनों देशों के हित के व्यापक मुद्दों पर चर्चा की. बांग्लादेश की तीन दिवसीय यात्रा राष्ट्रपति कोविंद अपनी पहली तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर दिन में पहले राजधानी ढाका पहुंचे, जिसके दौरान वह अपने समकक्ष अब्दुल हामिद के साथ बातचीत की और 1971 में पाकिस्तान से बांग्लादेश की मुक्ति के स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लिया. Prime Minister Sheikh Hasina of Bangladesh called on President Ram Nath Kovind in Dhaka. Both leaders discussed several issues of mutual interest and bilateral cooperation between India and Bangladesh. pic.twitter.com/SmT915vPFU — President of India (@rashtrapatibhvn) December 15, 2021 राष्ट्रपति भवन ने एक ट्वीट में कहा, “बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने ढाका में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की. दोनों नेताओं ने भारत और बांग्लादेश के बीच आपसी हित और द्विपक्षीय सहयोग के कई मुद्दों पर चर्चा की.” दोनों पक्षों ने बहुआयामी और व्यापक द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की समीक्षा की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि दोनों नेताओं ने 1971 के मुक्ति संग्राम की भावना को भी याद किया और 6 दिसंबर को मैत्री दिवस के संयुक्त उत्सव पर संतोष व्यक्त किया. President Ram Nath Kovind held delegation-level talks with Bangladesh President Abdul Hamid in Dhaka. Both leaders discussed wide-ranging issues of interest for both the countries, including connectivity and trade, cooperation in fight against Covid-19 & development partnerships. pic.twitter.com/6aGcmjgUUA — ANI (@ANI) December 15, 2021 दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा एक अन्य ट्वीट में कहा, “बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉक्टर एके अब्दुल मोमेन ने अलग से राष्ट्रपति कोविंद से मुलाकात की और “उन्हें द्विपक्षीय सहयोग तथा भविष्य की संयुक्त परियोजनाओं में उत्कृष्ट प्रगति से अवगत कराया, जिसमें कनेक्टिविटी के क्षेत्र में भी शामिल है.” President Ram Nath Kovind visited Bangabandhu Memorial Museum and paid his respects to Bangabandhu Sheikh Mujibur Rahman. pic.twitter.com/ASdzZ49mCn — President of India (@rashtrapatibhvn) December 15, 2021 बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने भी ट्वीट कर बताया, “विदेश मंत्री डॉक्टर मोमेन ने भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की और द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की. गणमान्य व्यक्तियों ने दोनों देशों के बीच मौजूदा मैत्रीपूर्ण संबंधों को और मजबूत करने की अपनी इच्छा दोहराई. अन्य लोगों में मोहम्मद शहरयार आलम और एमबी मोमेन उपस्थित थे.” राष्ट्रपति कोविंद के साथ प्रधानमंत्री हसीना की बैठक के बाद मीडिया ब्रीफिंग में जानकारी देते हुए, विदेश मंत्री मोमेन ने कहा कि उन्होंने भारतीय नेता से कहा कि दोनों देशों ने अब तक कई लंबित द्विपक्षीय मुद्दों को सुलझा लिया है और बाकी को भी चर्चा के माध्यम से सुलझाए जाने की उम्मीद है.",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/story-of-pakistans-biggest-surrender-in-1971-war-bangladesh-victory-day-961030.html,"1971 War: पाकिस्तान के सबसे बड़े सरेंडर की कहानी, 13 दिन की वॉर में रोया ‘नियाजी’-ढाका से धोया हाथ","16 दिसंबर 1971 को जनरल नियाजी ने डाले थे हथियार. 1971 में हुई भारत-पाकिस्तान जंग आज ही के दिन हुई थी. पाकिस्तान की सेना ने भारतीय फौज के सामने हथियार डालने का फैसला किया था. 15 दिसंबर 1971 को पाकिस्तान के जनरल नियाज़ी ने जनरल मानेकशॉ के सरेंडर के ऑफर को कबूल कर लिया था. इसके बाद 16 दिसंबर को जो हुआ वो दुनिया में इतिहास बन गया. पाकिस्तान दो हिस्सों में टूट गया. बांग्लादेश नया राष्ट्र बन गया. 16 दिसंबर को बांग्लादेश हर साल विजय दिवस मनाता है, लेकिन इस बार बांग्लादेश अपनी आजादी का स्वर्ण जंयती समारोह मना रहा है. इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बांग्लादेश के दौरे पर हैं. वो स्पेशल गेस्ट के तौर पर भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. आज उन्होंने बांग्लादेश के अपने काउंटर पार्ट अब्दुल हामिद से मुलाकात की. प्रधानमंत्री शेख हसीना से भी मिले. ढाका में उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया. 21 तोपों की सलामी दी गई, लेकिन इस दौरे का पूरा सार भारत और बांग्लादेश की दोस्ती के साथ. भारत और पाकिस्तान के बीच हुए उस युद्ध को भी याद करना है, जिसमें पाकिस्तान की शर्मनाक हार हुई और बांग्लादेश अस्तित्व में आया. कुछ तस्वीरें काल के कपाल पर कभी धुंधली नहीं पड़तीं. कुछ कहानियां इतिहास को नए सिरे से लिखती हैं, गढ़ती हैं और ये तस्वीरें तो अपने आप में ऐसी कहानी है, जिसमें पाकिस्तान के दो हिस्सों में टूटने का और बांग्लादेश के जन्म का सार छिपा है. इन तस्वीरों की इनसाइड स्टोरी को समझने के लिए 50 साल पीछे चलना होगा. तारीख थी 16 दिसंबर 1971. पाकिस्तान की सेना के 93 हजार सैनिकों ने भारतीय फौज के सामने सरेंडर किया था. पाकिस्तान के जनरल ने भारतीय अफसर के सामने घुटने टेक दिए थे. वो फूट फूट कर रो रहे थे. ये दूसरे विश्वयुद्ध के बाद किसी देश की सेना का सबसे बड़ा आत्मसमर्पण था. सोचिए सरेंडर वाले टेबल पर इतने हथियार थे, इतना असलहा था, जिसकी कल्पना करना भी मुश्किल था, लेकिन ऐसा इसलिए संभव हुआ क्योंकि भारतीय फौज की रणनीति, अदम्य साहस और जज्बे का पाकिस्तान के पास कोई जवाब नहीं था. . असल में भारत की इस विजय गाथा और पाकिस्तान की इस सबसे बड़ी हार की पटकथा उसी दिन लिखी जानी शुरू हो गई थी जब पाकिस्तान की सेना ने भारत की फौज को ललकारने का दुस्साहस किया था. 3 दिसंबर 1971 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी कोलकाता में थीं. वहां पब्लिक मीटिंग को एड्रेस कर रही थी. इसी दौरान शाम के ठीक 5 बजकर 40 मिनट पर पाकिस्तान की तरफ से बमबारी शुरू हुई. पाकिस्तान ने एरियल अटैक किया. इस अटैक का कोड नेम ऑपरेशन चंगेज़ खान था. तब पाकिस्तानी एयरफोर्स के लड़ाकू विमानों ने पठानकोट, श्रीनगर अमृतसर और जोधपुर के मिलिट्री एयरबेस को टारगेट किया. उस वक्त पाकिस्तान की कमान जनरल याहया खान के हाथ में थी. एक साथ 11 एयरबेस पर अटैक हुआ था. अंबाला, आगरा, जोधपुर, उत्तरलई, अवंतीपोरा, फरीदकोट, हलवाड़ा और सिरसा में भी प्रिएम्टिव स्ट्राइक्स की गईं. युद्ध का बिगुल बज चुका था. जब ये खबर इंदिरा गांधी को मिली तो तुरंग दिल्ली वापस लौटने का फैसला किया. चूंकि युद्ध की सूरत में दिल्ली में ब्लैक आउट था. इसलिए 11 बजे उनका विमान पालम एयरपोर्ट पर उतरा. तुरंत इमरजेंसी मीटिंग बुलाई गई. इसके बाद उन्होंने देश को संबोधित किया. युद्ध शुरू हो चुका था. पाकिस्तान सेना को रौंदने के लिए भारतीय वायुसेना ने भी पाकिस्तानी बेसों पर अटैक किया. जवाबी कार्रवाई की, लेकिन इस दौरान वेस्टर्न फ्रंट से ज्यादा अब पूर्वी मोर्चे की लड़ाई अहम हो गई क्योंकि मुक्तिवाहिनी के आंदोलन को देखते हुए ये लड़ाई पाकिस्तान के लिए काफी निर्णायक साबित होने वाली थी. उस दौरान भारतीय सेना की कमान जनरल सैम मानेकशॉ के हाथ में थी. प्रधानमंत्री के इंस्ट्रक्शन मिलने के बाद जनरल ने अपने अफसरों को एंगेज किया. पूर्वी कमान से स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट जनरल जेएफआर जैकब से हॉटलाइन पर बात की. ऑर्डर दिए कि बिना वक्त गंवाए दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया जाए. पहला निर्देश दिया गया कि भारतीय सेना को सबसे पहले खुलना और चटगांव पर कब्जा करना है. असल में उस वक्त भारतीय सेना के जवाब ढाका के बाहर मौजूद थे, लेकिन पहला ऑर्डर ये था कि जिन इलाकों को बायपास करती हुई सेना आगे आई पहले उनपर कब्जा करना है. सेना ने जनरल का ऑर्डर माना. जंग ने देखते ही देखते भीषण रूप अख्तियार कर लिया. अगले छह दिनों तक भारत और पाकिस्तान की सेना के बीच हर जबरदस्त जंग हुई. जल, थल और नभ से जिस तरह के हमले हुए. उससे पाकिस्तान बैकफुट पर आ गया. 4 और 5 दिसंबर की रात पाकिस्तान के कराची पोर्ट पर हमारी नौसेना ने ट्राइडेंट नाम से सरप्राइज अटैक किया. उस दौरान भारत के पास उसा मिसाइल बोट्स थी, जिन्होंने पाकिस्तान के तीन जहाजों को काफी नुकसान पहुंचाया. आठ और नौ दिसंबर को इसी तरह के हमले को रिपीट किया. तब पाकिस्तान के फ्यूल टैंक्स तक बर्बाद कर दिए थे. इसी तरह तब बंगाल की खाड़ी में भी पाकिस्तान की सारी कोशिशों क नाकाम कर दिया गया. पाकिस्तान की 7 गनबोट्स, एक सबमरीन, दो डिस्ट्रॉयर, 18 कार्गो, सप्लाई और कम्युनिकेशन वेसल्स ध्वस्त कर दिए. भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 60 से 75 एयरक्राफ्ट कर दिए थे खत्म इसी तरह एरियल ऑपरेशंस के दौरान भी. पाकिस्तान को वेस्टर्न और ईस्टर्न दोनों सेक्टर में काफी नुकसान हुआ. पाकिस्तान के 60 से 75 एयरक्राफ्ट खत्म हो गए और जहां तक पाकिस्तानी एयरफोर्स के पायलट का सवाल है तो इनमें से कई युद्धबंदी बना लिए गए, लेकिन कुछ ऐसे भी थे, जिन्होंने तब के बर्मा यानी आज के म्यामांर में जाकर अपनी जान बचाई थी. जब धीरे धीरे पाकिस्तान को ये एहसास होने लगा कि उसकी फौज ढाका में उसकी आर्मी भारतीय सेना के सामने टिक नही पाएगी और ऐसा इसलिए भी था क्योंकि जिन मुक्तिवाहिनी के लड़ाकों को भारतीय सेना ने ट्रेनिंग दी थी. उन्होंने भी पाकिस्तान के हमलों को काउंटर करना शुरू कर दिया था. तब पाकिस्तान ने अमेरिका से मदद की गुहार लगाई थी. ये बात सही है कि तब अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने पाकिस्तान की मदद के लिए बंगाल की खाड़ी में अपने एक वॉरशिप USS एंटरप्राइज को उतार दिया था, लेकिन इसका जवाब भारत के पास था. चूंकि जंग से ठीक पहले भारत और तब के सोवियत संघ के बीच समझौता हो चुका था. इसलिए जैसे ही अमेरिका का वॉरशिप आया, तभी सोवियत संघ ने भी व्लाडीवोस्टक से क्रूजर और डिस्ट्रॉयर वॉरशिप्स को भेज दिया. इसके साथ साथ एक न्यूक्लियर सबमरीन को भी हिंद महासागर में उतार दिया. अब बैलेंस और मूमेंटम पूरी तरह हिंदुस्तान के फेवर में था और ये बात अमेरिका को भी समझ आ चुकी थी इसलिए अमेरिका ने भारत को एशिया की मई महाशक्ति के तौर पर स्वीकार कर लिया. इधर पाकिस्तान के पास जब कुछ नहीं बचा तो नौ 9 दिसंबर 1971 को तत्कालीन भारतीय सेना प्रमुख जनरल मानेकशॉ ने पाकिस्तान को पहला रेडियो मैसेज दिया. उन्होंने कहा, ‘भारतीय सेनाओं ने आपको चारों तरफ से घेर लिया है. आपको उनसे कोई मदद मिलने की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए. चिटगांव, चालना और मांग्‍ला बंदरगाह ब्‍लॉक हो चुके हैं. कोई भी समंदर के रास्ते आप तक नहीं पहुंच सकता. आपकी किस्मत बंद हो चुकी है. मुक्ति बाहिनी और बाकी लोग आपसे बदला लेने के लिए तैयार बैठे हैं. आप क्यों जिंदगियों को बर्बाद करना चाहते हैं. किसी सैनिक के सामने अपने हथियार डालना कोई असम्मान की बात नहीं है.’ 16 दिसंबर को जनरल नियाजी ने डाले हथियार पाकिस्तान को सरेंडर की कॉल जा चुकी थी. अब फैसला पाकिस्तान को करना था. पाकिस्तान के जनरल को करना था, लेकिन जनरल मॉनिकशॉ चाहते थे कि अब ज्यादा खून खराबे के बगैर पाकिस्तान हथियार डाल दे. इसलिए उन्होंने 11 दिसंबर, 13 दिसंबर को सरेंडर के लिए कहा. कहते हैं कि 13 दिसंबर को जो बात हुई वो चेतावनी के लहजे में थी. जनरल मॉनिकशॉ ने कहा था कि हथियार डाल दो, वर्ना आपको खत्म कर देंगे, लेकिन 14 दिसंबर को ढाका में बड़ा डेवलपमेंट हुआ. तब ढाका के गवर्नर एएम मलिक सीक्रेट मीटिंग करने वाले थे, लेकिन उसी दौरान भारतीय वायुसेना ने ताबूत में आखिरी कील ठोंकी. गवर्नर हाउस पर तीस मिनट में लगातार तीन हमले कर दिए. सैकड़ों रॉकेट दागे. गवर्नर हाउस का सबकुछ खत्म हो गया. इसके बाद 15 दिसंबर 1971 को पाकिस्तान के पूर्वी कमान के जनरल अमीर अब्दुल्ला खान नियाजी ने आत्मसमर्पण का फैसला किया. तय किया गया कि भारतीय सेना की मौजूदगी में 16 दिसंबर को जनरल नियाजी को हथियार डालने होंगे. 16 दिसंबर 1971 को जनरल जैकब ने जनरल नियाजी को सरेंडर की शर्तें पढ]कर सुनाई. तब नियाजी की आंख से आंसू बह रहे थे, लेकिन जनरल जैकब ने कहा कि तीस मिनट में फैसला करना होगा. वर्ना ढाका पर बमबारी शुरू हो जाएगी. बाद में शर्ते मान ली गई. जिस वक्त ढाका के रेसकोर्स मैदान में सरेंडर हो रहा था तब जनरल नियाजी को कहा गया कि वो तलवार सरेंडर करें, लेकिन उनके पास तलवार नहीं थी इसलिए एक पिस्तौल देकर सरेंडर करवाया. शाम 4.31 मिनट पर ले. जनरल जेएस अरोडा के सामने जनरल नियाजी ने साइन किए. ठीक उसी वक्त प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने ऐलान किया- ढाका अब एक स्वतंत्र देश की स्वतंत्र राजधानी है. वो देश बाद में बांग्लादेश कहलाए जाने लगा. ये भी पढ़ें- Maharashtra: सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, महाराष्ट्र स्थानीय चुनावों में नहीं मिलेगा OBC आरक्षण, आरक्षित सीटें सामान्य सीटों में होंगी तब्दील ये भी पढ़ें- हरभजन सिंह के कांग्रेस ज्वाइन करने का मचा हल्ला, भज्जी बोले- अफवाहों में मत जाइये, ऐसा कुछ भी नहीं",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/corona-omicron-variant-first-case-from-tamilnadu-today-after-west-bengal-and-tamilnadu-961025.html,"तेलंगाना और बंगाल के बाद तमिलनाडु में भी ओमीक्रॉन की एंट्री, केरल महाराष्ट्र में भी नए वेरिएंट के मिले 4-4 नए केस","तमिलनाडु में भी ओमीक्रॉन की एंट्री (फोटो- PTI) कोरोना का ओमीक्रॉन वेरिएंट (Corona Omicron Variant) देश में तेजी से पैर पसार रहा है. बुधवार को तमिलनाडु से भी ओमीक्रॉन का पहला मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक चेन्नई का रहने वाला 47 साल का एक शख्स ओमीक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाया गया है. वह हाल ही में नाइजीरिया की यात्रा करके लौटा था. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सुब्रमण्यम ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि तमिलनाडु में ओमीक्रॉन का पहला मामला सामने आया है जिसमें नाइजीरिया से लौटा 47 वर्षीय शख्स कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. इससे पहले बुधवार को ही पश्चिम बंगाल और तेलंगाना से भी ओमीक्रॉन के केस सामने आ चुके हैं. देश में दिन पर दिन बढ़ रहे ओमीक्रॉन के मामलों ने सरकार की चिंता भी बढ़ा दी है. हाल ही में केरल से भी ओमीक्रॉन का पहला मामला सामने आय़ा था जिसके बाद अब आज यानी बुधवार को इसके 4 और नए मामले सामने आ गए हैं. इन मामलों के बाद अब राज्य कुल ओमीक्रॉन के मामलों की संख्या 5 हो गई है. Tamil Nadu reports its first case of #Omicron variant of coronavirus; 47-year-old Chennai man tests positive after returning from Nigeria: State Health Minister Ma Subramanian (File photo) pic.twitter.com/CseqwrJwjx — ANI (@ANI) December 15, 2021 वहीं तेलंगाना के हैदराबाद में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन के दो मामलों का पता चला है. हैदराबाद में नए पाए गए ओमीक्रॉन के मरीजों में केन्या के एक 24 वर्षीय नागरिक और सोमालिया के एक नागरिक का मामला सामने आया है. महाराष्ट्र में भी ओमीक्रॉन के 4 नए मामले इसके अलावा महाराष्ट्र भी ओमीक्रॉन का गढ़ बनता जा रहा है. यहां 4 और मरीज ओमीक्रॉन से संक्रमित पाए गए हैं, जिससे संक्रमितों की संख्या 32 हो गई है. ओमीक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्‍य सरकार ने क्रिसमस और न्यू ईयर को लेकर आदेश जारी कर दिया है. महाराष्ट्र सरकार में मंत्री असलम शेख ने कहा है कि, ओमीक्रॉन वेरिएंट जिस तरह से बढ़ रहा है उसे देखते हुए क्रिसमस और न्यू ईयर पर किसी भी बड़े कार्यक्रम को करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. उन्होंने आगे कहा कि, जो धार्मिक स्थल खुले हैं उनमें दिशानिर्देशों का पालन करने की सख़्त हिदायत दी गई है. वहीं दूसरी ओर दिल्ली के फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट के कार्यकारी निदेशक डॉ अशोक सेठ ने कहा है कि किसी न किसी स्तर पर टीके की बूस्टर खुराक की जरूरत पड़ने वाली है. पश्चिम की स्थिति से ये साफ है जो हमे बताती है कि अगर एक बूस्टर खुराक दी जाती है, तो हम इस वेरिएंट के खिलाफ बेहतर रूप से सुरक्षित हो सकते हैं. इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा है कि ओमीक्रॉन वेरिएंट भारत के लिए चिंता का विषय है क्योंकि हम घनी आबादी वाले देश हैं, कई लोगों ने अभी भी कोरोना की वैक्सीन नहीं ली है. कई लोगों कोरोना के नियमों को मानने में लापरवाही बरत रहे हैं. ऐसे में हमें फिर से जांच करने की आवश्यकता है कि क्या हम तीसरी लहर के लिए पर्याप्त रूप से तैयार हैं. यह भी पढ़ें: Omicron Variant: भारत के लिए चिंता का विषय है ओमीक्रॉन, कभी न कभी पड़ेगी बूस्टर डोज की जरूरत- डॉ अशोक सेठ ओमीक्रॉन की चिंता ने हवाई यात्रियों की घटाई तादाद, एयरलाइंस को हुआ 24680 करोड़ रुपये का नुकसान",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/union-cabinet-cleared-a-bill-on-electoral-reforms-allowing-aadhaar-number-with-electoral-rolls-on-a-voluntary-basis-960966.html,"केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दी चुनाव सुधार विधेयक को मंजूरी, अब EC वोटर आईडी से जोड़ सकेगा Aadhaar नंबर","कैबिनेट से चुनाव सुधार संबंधी विधेयक को मंजूरी मिल गई है. (प्रतीकात्मक तस्वीर) केंद्रीय मंत्रिमंडल ने चुनाव सुधार संबंधी विधेयक को मंजूरी दे दी है, जिसमें स्वैच्छिक रूप से मतदाता सूची से आधार को जोड़ने की चुनाव आयोग को अनुमति देने का प्रस्ताव शामिल है. मंत्रिमंडल की ओर से मंजूर विधेयक के मुताबिक चुनाव संबंधी कानून को सैन्य मतदाताओं के लिए लैंगिक निरपेक्ष बनाया जाएगा. इसके तहत एक अन्य प्रावधान में युवाओं को मतदाता के रूप में प्रत्येक वर्ष चार तिथियों को पंजीकरण कराने की अनुमति देने की बात कही गई है. अभी एक जनवरी या उससे पहले 18 वर्ष के होने वालों को मतदाता के रूप में पंजीकरण की अनुमति दी जाती है. अगस्त 2019 में, चुनाव आयोग ने आधार संख्या के साथ आईडी कार्ड को जोड़ने सहित संशोधनों का प्रस्ताव रखा था. इसके जरिए अलग-अलग स्थानों पर एक ही व्यक्ति के कई नामांकन पर अंकुश लगाने की बात कही गई. यह चुनाव आयोग का लंबे समय से लंबित प्रस्ताव है. 2015 में जब चुनाव आयोग ने आधार नंबर को वोटर आईडी नंबर से जोड़ने के लिए राष्ट्रीय चुनावी कानून शुद्धिकरण और प्रमाणीकरण कार्यक्रम शुरू किया, तो सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कार्यक्रम रुक गया था. दरअसल, शीर्ष अदालत ने कहा था कि कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए आधार का उपयोग वैकल्पिक होगा. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कानून मंत्रालय ने प्रस्ताव पर 2020 में काम करना शुरू किया था. उस समय रविशंकर प्रसाद मंत्री थे. इस साल अगस्त में मंत्री किरेन रिजिजू ने संसद को सूचित किया कि सरकार चुनाव आयोग के प्रस्ताव पर विचार कर रही है. मंत्री ने लिखित जवाब में कहा, ‘तमाम हितधारकों से परामर्श करने के बाद आयोग ने चुनावी सुधारों के विभिन्न पहलुओं को शामिल करते हुए अपनी 244वीं और 255वीं रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें अन्य बातों के साथ-साथ आरोप तय होने पर चुनाव लड़ने से अयोग्य ठहराना, चुनाव वित्त और ऑपीनियन पोल्स और पेड न्यूज पर प्रतिबंध आदि शामिल हैं.’ रुपे डेबिट कार्ड और भीम-यूपीआई लेन देन को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन योजना को मंजूरी वहीं, बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की अध्‍यक्षता में केन्‍द्रीय मंत्रिमंडल ने रुपे डेबिट कार्ड और कम राशि वाले (2,000 रुपये तक) भीम-यूपीआई लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए एक प्रोत्साहन योजना को मंजूरी दी है. इस योजना के तहत सरकार द्वारा अधिग्रहण करने वाले बैंकों को रुपे डेबिट कार्ड और कम मूल्य वाले भीम-यूपीआई भुगतान के माध्यम से किए गए लेन-देने के मूल्य (पी2एम) का प्रतिशत भुगतान करके प्रोत्साहित किया जाएगा. इस योजना का 1 अप्रैल, 2021 से प्रभावी एक वर्ष की अवधि के लिए अनुमानित वित्तीय परिव्यय 1,300 करोड़ रुपये है. ये भी पढ़ें- हरभजन सिंह के कांग्रेस ज्वाइन करने का मचा हल्ला, भज्जी बोले- अफवाहों में मत जाइये, ऐसा कुछ भी नहीं",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/omicron-is-a-matter-of-concern-for-india-booster-dose-will-be-needed-said-doctors-960900.html,"Omicron Variant: भारत के लिए चिंता का विषय है ओमीक्रॉन, कभी न कभी पड़ेगी बूस्टर डोज की जरूरत- डॉ अशोक सेठ","कोरोना वैक्सीन (फोटो- पीटीआई) देश में ओमीक्रॉन (Corona Omicron Variant) के बढ़ते मामलों को देखते हुए डॉक्टर्स ने कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज की जरूरत अपनी राय दी है. दिल्ली के फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट के कार्यकारी निदेशक डॉ अशोक सेठ ने कहा है कि किसी न किसी स्तर पर टीके की बूस्टर खुराक की जरूरत पड़ने वाली है. पश्चिम की स्थिति से ये साफ है जो हमे बताती है कि अगर एक बूस्टर खुराक दी जाती है, तो हम इस वेरिएंट के खिलाफ बेहतर रूप से सुरक्षित हो सकते हैं. इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा है कि ओमीक्रॉन वेरिएंट भारत के लिए चिंता का विषय है क्योंकि हम घनी आबादी वाले देश हैं, कई लोगों ने अभी भी कोरोना की वैक्सीन नहीं ली है. कई लोगों कोरोना के नियमों को मानने में लापरवाही बरत रहे हैं. ऐसे में हमें फिर से जांच करने की आवश्यकता है कि क्या हम तीसरी लहर के लिए पर्याप्त रूप से तैयार हैं. देश में तेजी से बढ़ रहे ओमीक्रॉन वेरिएंट के मामले डॉक्टर का ये बयान ऐसे समय में सामने आया है जब देश में ओमीक्रॉन वेरिएंट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. मंगलवार को ही दिल्ली और राजस्थान से 4-4 नए मामले सामने आए थे जिसके बाद अब आज यानी बुधवार को हैदराबाद में दो नए मामले सामने आए. इससे पहले आंध्र प्रधेश और केरल से भी एक-एक मामला सामने आ चुका है. वहीं हाल ही में कोविड टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ. वीके पॉल ने चिंता में डालने वाला बयान दिया था. उन्होंने बताया था कि आने वाले समय में हमारी वैक्सीन की क्षमता कमजोर पड़ सकती है. इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा था कि हम ओमिक्रॉन के संबंध में स्थिति को देख रहे हैं और दुनिया इसके विज्ञान को समझने की कोशिश कर रही है, लेकिन आज और आने वाले समय में हमें प्रत्येक वयस्क को कोविड के दो टीके लगाने का कार्य पूरा करने का प्रयास करना चाहिए. यह भी पढ़ें: ओमीक्रॉन के कहर के बीच सामने आई नई स्टडी, शोधकर्ताओं ने ढूंढा कोरोना वैक्सीन के असर को बढ़ाने का तरीका ‘कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन पर बेअसर हो सकती है हमारी वैक्सीन,’ कोविड पैनल चीफ डॉ वीके पॉल ने चेताया",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/worlds-most-admired-men-2021-pm-narendra-modi-bags-8th-spot-joe-biden-imran-khan-virat-kohli-priyanka-chopra-aishwarya-rai-960854.html,"World’s most admired 2021: पीएम मोदी दुनिया के 8वें सबसे प्रशंसनीय शख्स, बाइडेन-ट्रंप और पुतिन को पछाड़ा, टॉप 20 में 5 भारतीय","वैश्विक स्तर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता बरकरार (फाइल) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने वैश्विक स्तर पर अपनी लोकप्रियता बरकरार रखी है. प्रधानमंत्री ने एक बार फिर दुनिया के सबसे प्रशंसित पुरुषों (World’s Most Admired Men list of 2021) की टॉप टेन लिस्ट में रहते हुए अपनी लोकप्रियता साबित कर दिया है हालांकि उन्हें 4 पायदान का नुकसान भी हुआ है. यह लिस्ट डेटा एनालिटिक्स कंपनी YouGov द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के आधार पर जारी की गई है. ब्रिटिश मार्केट रिसर्च कंपनी YouGov द्वारा जारी सूची में पीएम नरेंद्र मोदी ने कई प्रभावशाली हस्तियों और राजनीतिक हस्तियों को पछाड़कर 8वां स्थान हासिल किया है. दुनिया के सबसे प्रशंसित पुरुषों की 2021 की सूची में, पीएम मोदी को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जैसे अन्य राष्ट्र प्रमुखों से ऊपर स्थान मिला है. इमरान खान पहली बार लिस्ट में शामिल हुए हैं. लिस्ट में तेंदुलकर और कोहली भी शामिल इस लिस्ट के टॉप 20 स्थानों में शामिल अन्य भारतीय हस्तियों में क्रिकेटर्स सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली (Virat Kohli) के अलावा बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन तथा शाहरुख खान भी शामिल हैं. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सूची में अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा है, जबकि अमेरिकी व्यवसायी बिल गेट्स दूसरे स्थान पर हैं. इस सर्वे के लिए 38 देशों के करीब 42,000 लोगों को शामिल किया गया. World's Most Admired Men 2021 (1-10) 1. Barack Obama 🇺🇸 2. Bill Gates 🇺🇸 3. Xi Jinping 🇨🇳 4. Cristiano Ronaldo 🇵🇹 5. Jackie Chan 🇨🇳 6. Elon Musk 🇿🇦 7. Lionel Messi 🇦🇷 8. Narendra Modi 🇮🇳 9. Vladimir Putin 🇷🇺 10. Jack Ma 🇨🇳https://t.co/oBV8X1gh6E pic.twitter.com/IedkTP2d7c — YouGov (@YouGov) December 14, 2021 लिस्ट में तीसरा, चौथा और पांचवां स्थान क्रमशः चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, फुटबॉल खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो और विश्व प्रसिद्ध अभिनेता जैकी चैन ने हासिल किया है. लिस्ट में शामिल अन्य दिग्गज हस्तियों में टेस्ला के सीईओ एलन मस्क, चीनी व्यवसायी जैक मा और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हैं. दुनिया के 10 सबसे प्रशंसित पुरुष 2021 बराक ओबामा बिल गेट्स शी जिनपिंग क्रिस्टियानो रोनाल्डो जैकी चैन एलन मस्क लियोनल मेसी नरेंद्र मोदी व्लादिमीर पुतिन जैक मा महिलाओं में प्रियंका चोपड़ा टॉप 10 में विश्व के सबसे प्रशंसित पुरुषों की 2021 की सूची के अलावा, YouGov ने इस साल की दुनिया की सबसे प्रशंसित महिलाओं की सूची भी जारी की है. सूची में शीर्ष स्थान पर अमेरिका की पूर्व प्रथम महिला मिशेल ओबामा ने कब्जा किया है, जबकि दूसरा और तीसरा स्थान क्रमशः अभिनेत्री एंजेलिना जोली तथा महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने हासिल किया है. 2021 की सबसे प्रशंसित महिलाओं की सूची में टॉप 10 में अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा 10वें पायदान पर हैं. प्रियंका चोपड़ा के अलावा ऐश्वर्या राय बच्चन (13वें) और सुधा मूर्ति (14वें) हैं. इस साल की शुरुआत में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी शोध फर्म मॉर्निंग कंसल्ट द्वारा जारी ‘ग्लोबल लीडर अप्रूवल ट्रैकर’ सूची में भी शीर्ष स्थान हासिल किया था. सर्वे में पीएम मोदी का स्कोर 70 फीसदी रहा, जबकि मेक्सिको के राष्ट्रपति लोपेज ओब्रेडोर 66 फीसदी के साथ दूसरे और इटली के प्रधानमंत्री मारियो ड्रैगी 58 फीसदी के साथ तीसरे स्थान पर रहे. ये भी पढ़ें हरभजन सिंह के कांग्रेस ज्वाइन करने का मचा हल्ला, भज्जी बोले- अफवाहों में मत जाइये, ऐसा कुछ भी नहीं",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/omicron-variant-spread-researchers-found-new-strategy-to-boost-corona-vaccine-efficacy-960847.html,"ओमीक्रॉन के कहर के बीच सामने आई नई स्टडी, शोधकर्ताओं ने ढूंढा कोरोना वैक्सीन के असर को बढ़ाने का तरीका","शोधकर्ताओं ने ढूंढा कोरोना वैक्सीन के असर को बढ़ाने का तरीका (फोटो- PTI) दुनियाभर के कई देशों में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन (Omicron Variant) के मामले बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में दुनियाभर में इस नए खतरे को लेकर खौफ का माहौल है. इस बीच कोरोना वैक्सीन के असर को बढ़ाने के लिए शोधकर्ताओं ने एक नई स्ट्रैटेजी ढूंढी है. इस स्ट्रैटेजी के मुताबिक कोरोना वैक्सीन में एक वायरल प्रोटीन के कॉम्पोनेन्ट को मिलाने से इम्यून रिस्पॉन्स बूस्ट हो सकता है और वैक्सीन नए वेरिएंट के खिलाफ और ज्यादा सुरक्षा दे सकती है. लॉस एंजिल्स के कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने अपने निष्कर्षों में पाया कि कोरोना वैक्सीन में वायरल पोलीमरेज़ प्रोटीन के एक कॉम्पोनेन्ट का इस्तेमाल करने टीके लोगों को और मजबूत इम्यूनिटी दे सकते हैं. WHO ने ओमीक्रॉन वेरिएंट को लेकर क्या कहा? ‘सेल रिपोर्ट्स जर्नल’ में प्रकाशित हुई ये स्टडी ऐसे समय में सामने आई है जब हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से कहा गया था कि ओमीक्रॉन वेरिएंट कोरोना वैक्सीन के असर को कम करने में सक्षम है और बाकी वेरिएंट के मुकाबले संक्रामक है. वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके लोग भी हो रहे संक्रमित बता दें ओमीक्रॉन को लेकर डर इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि ये उन लोगों को भी अपनी चपेट में ले रहा है जिन्होंने वैक्सीन की दोनों डोज ले ली हैं. ऐसे में अब वैक्सीन के प्रभाव पर भी सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं. इतना ही नहीं, ब्रिटेन में जिस शख्स की मौत ओमीक्रॉन से हुई है, उसने कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज भी ले ली थी. इसी के चलते भारत सरकार भी इस वेरिएंट को लेकर चिंता में है. इससे पहले नीति आयोग के सदस्य और कोविड कार्यबल के प्रमुख वी के पॉल ने मंगलवार को कहा था कि हम ओमिक्रॉन के संबंध में स्थिति को देख रहे हैं और दुनिया इसके विज्ञान को समझने की कोशिश कर रही है, लेकिन आज और आने वाले समय में हमें प्रत्येक वयस्क को कोविड के दो टीके लगाने का कार्य पूरा करने का प्रयास करना चाहिए. वीके पॉल ने कि भारत के पास ऐसे टीका मंच होने चाहिए जोकि वायरस के बदलते स्वरूप के साथ ”त्वरित अनुकूलनीय” हों. उद्योग संगठन सीआईआई द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पॉल ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत में कोविड-19 महामारी, स्थानिकता की दिशा में बढ़ रही है, जहां कम और मध्यम स्तर का संक्रमण जारी है. यह भी पढ़ें: Corona Update: हैदराबाद में ओमीक्रॉन के दो नए मामले सामने आए, संक्रमितों को किया जा रहा ट्रैक दुनियाभर में ओमीक्रॉन का कहर: अब बच्चों पर भी मंडरा रहा कोरोने के नए वेरिएंट का खतरा, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, ग्रीस समेत कई देशों के स्कूलों में कम्युनिटी स्प्रेड",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/andhra-pradesh-9-killed-as-bus-plunges-into-canal-in-west-godavari-960242.html,"आंध्र प्रदेश: नहर में बस गिरने से 9 लोगों की मौत, पीएम मोदी ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए का मुआवजा देने का किया ऐलान","प्रतीकात्मक फोटो आंध्र प्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिले में बुधवार को राज्य सड़क परिवहन निगम की एक बस पलटकर नहर में गिर गई. इस हादसे में 5 महिलाओं सहित कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई है. बस अश्वराओपेटा से जंगारेड्डीगुडेम जा रही थी, इसी दौरान जलेरू वागू नहर में गिर गई. जानकारी के मुताबिक इस बस में 47 यात्री सवार थे. मरने वालों में ड्राइवर भी शामिल है. आंध्र प्रदेश के राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन ने पश्चिम गोदावरी जिले के जंगारेड्डीगुडेम मंडल में जलेरू के पास हुई इस दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया है. हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुखा जताया है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर कहा, ‘पश्चिम गोदावरी, आंध्र प्रदेश में एक बस दुर्घटना के कारण लोगों की जान जाने से दुखी हूं. दुख की इस घड़ी में, शोक संतप्त परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं.’ Saddened by the loss of lives due to a bus accident in West Godavari, Andhra Pradesh. In this hour of grief, my thoughts are with the bereaved families: PM @narendramodi — PMO India (@PMOIndia) December 15, 2021 इसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर बताया कि हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों के लिए प्रधानमंत्री मुआवजे का ऐलान किया है. पीएमओ ने कहा, ‘पीएम नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के पश्चिम गोदावरी में बस दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों के लिए पीएमएनआरएफ से प्रत्येक को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है.’ PM @narendramodi has announced an ex-gratia of Rs. 2 lakh each from PMNRF for the next of kin of those who lost their lives in the bus accident in West Godavari, Andhra Pradesh. — PMO India (@PMOIndia) December 15, 2021 राज्यपाल ने तत्काल सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए राज्यपाल ने जिला अधिकारियों को घायल लोगों को तत्काल सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है और शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने बस हादसे को लेकर दुख जताया है. इसके साथ ही मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं. सीएम रेड्डी ने राज्य सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है. ये भी पढ़ें- रोहित शर्मा से तनातनी की खबरों पर विराट कोहली ने तोड़ी चुप्पी, बोले- ढाई साल हो गए, मैं थक चुका हूं ये भी पढ़ें- UP Assembly Election: किसानों- आशा बहुओं को बड़ी सौगात देने की तैयारी में योगी सरकार, राज्य कर्मचारियों को भी मिल सकता है ये बड़ा गिफ्ट",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/central-government-constitutes-panel-to-suggest-reforms-in-criminal-laws-minister-of-state-for-home-said-in-rajya-sabha-960723.html,"आपराधिक कानूनों में सुधार का सुझाव देने के लिए केंद्र ने किया पैनल का गठन, राज्यसभा में बोले गृह राज्य मंत्री","राज्यसभा केंद्र सरकार ने आपराधिक कानूनों में सुधार का सुझाव देने के लिए एक समिति का गठन किया है. समिति कादठन दिल्ली के राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के कुलपति की अध्यक्षता में किया गया है. गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ने बुधवार को राज्यसभा को इस बारे में जानकारी दी. गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ने कहा कि मंत्रालय ने राज्यपालों, राज्यों के मुख्यमंत्रियों, उपराज्यपालों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासकों, भारत के मुख्य न्यायाधीश, विभिन्न उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों, बार काउंसिल ऑफ इंडिया से सुझाव मांगे. इसी के साथ आपराधिक कानूनों में व्यापक संशोधन पर विभिन्न राज्यों और विभिन्न विश्वविद्यालयों/कानून संस्थानों की बार काउंसिल से भी सुझाव मांगे गए. उन्होंने कहा, “प्राप्त सुझाव और समिति की रिपोर्ट सभी हितधारकों के परामर्श से गृह मंत्रालय द्वारा जांच के अधीन है. मिश्रा सांसद नारायण दास गुप्ता के एक सवाल का जवाब दे रहे थे, जिसमें पूछा गया था कि क्या आपराधिक कानूनों में सुधार की सिफारिश करने के लिए मंत्रालय द्वारा दिल्ली के राष्ट्रीय कानून विश्वविद्यालय में पांच सदस्यीय आपराधिक कानून सुधार समिति का गठन किया गया है. सांसद ने यह भी जानना चाहा कि क्या यह एक सर्व-पुरुष सदस्य समिति थी. या क्या पैनल में अल्पसंख्यकों से कोई सदस्य नहीं हैं. और क्या यह अंतिम रचना है और किसी भी महिला या अल्पसंख्यक सदस्य को समायोजित नहीं किया जाएगा. वहीं दूसरी ओर बुधवार को राज्यसभा में 12 सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग को लेकर विपक्ष के हंगामे केबाद राज्यसभा को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित किया गया. वहीं, लोकसभा में आज लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर हंगामा हुआ जिसके बाद सदन को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था. हालांकि, इसके बाद लोकसभा को हंगामे के कारण गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया. राहुल गांधी ने दिया था स्थगन प्रस्ताव लखीमपुर खीरी कांड को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया था. लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, हम मांग करेंगे कि सरकार गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करे. साथ ही उन्होंने बताया कि राहुल गांधी आज इस विषय पर सदन में बात रखने की कोशिश करेंगे. यह भी पढ़ें: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट ने आम आदमी के हित में लिए 3 बड़े फैसले, होगा सीधा असर Hindu Ekta Mahakumbh: चित्रकूट में बोले श्री चिन्ना जीयर स्वामी- जाति और कुल से ऊपर उठकर देश के कण-कण को एक करना जरूरी",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/tripura-tribal-areas-autonomous-district-council-ttaadc-planning-to-raise-its-own-police-force-adc-police-bill-960589.html,"Tripura: जनजातीय परिषद TTAADC की अपनी पुलिस बल बनाने की योजना, पहले भी हो चुकी है कोशिश","त्रिपुरा में जनजातीय परिषद का अपनी पुलिस बल की योजना त्रिपुरा (Tripura) जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद (TTAADC), जिसमें राज्य का दो-तिहाई हिस्सा शामिल है, अब अपना पुलिस बल बढ़ाने की योजना बना रही है. टीटीएडीसी को ‘मिनी स्टेट असेंबली’ भी कहा जाता है, मौजूदा समय में त्रिपुरा के करीब 70 प्रतिशत भूमि क्षेत्र का प्रशासन संभालने की जिम्मेदारी है. आदिवासी परिषद के अध्यक्ष जगदीश देबबर्मा ने कहा कि एडीसी पुलिस विधेयक पारित होने से पहले टीटीएएडीसी के एक या अधिक सत्रों में कम से कम 10 दिनों तक चर्चा होनी चाहिए. 1994 में, कांग्रेस-टीयूजेएस नियंत्रित एडीसी ने अपने पुलिस बल को बढ़ाने के लिए परिषद में एक प्रस्ताव पारित किया था और प्रस्ताव राज्यपाल को उनकी मंजूरी के लिए भेजा गया था. 2007 में मिली मंजूरी, लेकिन लागू नहीं हो सका जगदीश देबबर्मा ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि राज्यपाल ने 2007 में विधेयक को मंजूरी दी थी, लेकिन कुछ तकनीकी कारणों से इसे लागू नहीं किया जा सका. बुजुर्ग आदिवासी नेता ने कहा, “विस्तृत चर्चा के बाद, आदिवासी परिषद कानून तैयार करेगी, जिसे परिषद में पारित किया जाना चाहिए. एक बार नियम बन जाने और पारित हो जाने के बाद, एडीसी (Autonomous District Council) पुलिसकर्मियों की भर्ती करने में सक्षम होगा.” देबबर्मा ने यह भी दावा किया कि टीटीएएडीसी क्षेत्रों में आदिवासी आबादी अपने गठन के समय की तुलना में घट रही है. देबबर्मा ने कहा, “1985 में TTAADC के गठन के दौरान, कुल आदिवासी आबादी 88 प्रतिशत थी और अब यह घटकर 84 प्रतिशत हो गई है. दूसरी ओर, एडीसी क्षेत्रों में गैर-आदिवासी आबादी 14 प्रतिशत से बढ़कर 16 प्रतिशत हो गई है.” उन्होंने कहा कि आदिवासी परिषद क्षेत्रों के बाहर से लोगों के अनियंत्रित प्रवास के कारण आदिवासी आबादी को कई खतरों का सामना करना पड़ रहा है. TIPRA का आदिवासी परिषद में दबदबा तिप्राहा स्वदेशी प्रगतिशील क्षेत्रीय गठबंधन (Tipraha Indigenous Progressive Regional Alliance, TIPRA) ने इस साल अप्रैल में त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद (टीटीएएडीसी) के चुनावों में 28 में से 18 सीटों पर जीत हासिल की. 30 सदस्यीय आदिवासी परिषद में 28 सीटों पर चुनाव हुए थे. शेष 2 सीटों के लिए प्रतिनिधि राज्य सरकार की सलाह पर राज्यपाल द्वारा मनोनीत किए जाते हैं. गृह राज्य मंत्री ने आज राज्यसभा को सूचित किया कि टीटीएएडीसी क्षेत्र आदिवासियों का घर है, जो राज्य की अनुमानित 40 लाख आबादी का एक तिहाई हिस्सा हैं. केंद्र ने आपराधिक कानूनों में सुधार का सुझाव देने के लिए पैनल का गठन किया है. 1985 में स्थापित त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद (टीटीएडीसी) को संविधान की छठी अनुसूची के तहत कार्यकारी और विधायी शक्तियां दी गईं, जिसका उद्देश्य जनजातीय क्षेत्रों को आंतरिक स्वायत्तता देना और लोगों को सामाजिक, आर्थिक तथा सांस्कृतिक सुरक्षा प्रदान करना था. टीटीएडीसी, जिसे ‘मिनी स्टेट असेंबली’ भी कहा जाता है, मौजूदा समय में त्रिपुरा के करीब 70 प्रतिशत भूमि क्षेत्र का प्रशासन संभालने की जिम्मेदारी है. ये भी पढ़ें Tripura Violence: त्रिपुरा पुलिस का बड़ा एक्शन, गलत सूचना फैलाने के लिए 102 ट्विटर अकाउंट्स के खिलाफ UAPA लगाया",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/pm-modi-will-attend-the-ceremony-to-honor-the-swarnim-vijay-mashal-samaroh-on-december-16-960219.html,पीएम मोदी 16 दिसंबर को स्वर्णिम विजय मशाल के सम्मान समारोह में करेंगे शिरकत,"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 दिसंबर को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर स्वर्णिम विजय मशालों के सम्मान और स्वागत समारोह में भाग लेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय से इसकी जानकारी मिली है. पाकिस्तान के साथ 1971 के युद्ध में भारत की विजय के 50 साल पूरे होने के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पिछले साल नई दिल्ली में प्रज्वलित की गई ‘स्वर्णिम विजय मशाल’ पर कोलकाता पहुंच थे. उसके बाद रंगारंग कार्यक्रम में उनका स्वागत किया गया. इको पार्क में आयोजित कार्यक्रम में बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम पेश किए, सेना के बैंड ने अपनी प्रस्तुति दी और ‘1971 मुक्ति संग्राम’ नाम की फिल्म भी दिखाई गई. सात दिसंबर 2021 को मथुरा रिफाइनरी और नौ दिसंबर इस्कॉन मंदिर में समारोह आयोजित किए गए. 16 दिसंबर को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक दिल्ली में स्वर्णिम विजय वर्ष का समापन समारोह आयोजित किया जाएगा. मथुरा में आई यह स्वर्णिम विजय मशाल विगत 16 दिसंबर, 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चारों दिशाओं में रवाना की गईं चार स्वर्णिम विजय मशालों में से एक है. मथुरा में समारोह यहां पीएम मोदी ने 4 स्वर्णिम विजय मशाल को भी प्रज्जवलित किया. इन मशालों को देश के अलग अलग कोनों में ले जाया जा रहा है. इनमें 1971 युद्ध के परमवीर चक्र और महावीर चक्र विजेता सैनिकों के गांव भी शामिल हैं.प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में 1971 युद्ध के नायकों को श्रद्धांजलि दी. पीएम मोदी को यहां पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रिसीव किया. क्यों मनाया जाता है ये दिवस बता दें कि इस युद्ध में पाकिस्तान की हार के बाद दुनिया के सैन्य इतिहास में कई रिकॉर्ड बने. ये लड़ाई हारने के बाद पाकिस्तान द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे ज्यादा सैनिकों के साथ सरेंडर करने वाला देश बन गया. इस युद्ध की शुरुआत 3 दिसंबर 1971 को हुई और ये लड़ाई 16 दिसंबर 1971 तक चली. सैन्य इतिहास में इस युद्ध को फॉल ऑफ ढाका भी कहते हैं.दिसंबर 1971 में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तानी सेना पर एक निर्णायक और ऐतिहासिक जीत हासिल की थी, जिसके परिणामस्वरूप एक राष्ट्र – बांग्लादेश का निर्माण हुआ और दूसरे विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ा सैन्य आत्मसमर्पण भी हुआ. उल्लेखनीय है कि 16 दिसंबर भारत में विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसी दिन पाकिस्तान के खिलाफ 1971 में भारत को जीत मिली थी, जिसके फलस्वरूप एक देश के रूप में बांग्लादेश अस्तित्व में आया था. ये भी पढ़ें-आंध्र प्रदेश : नहर में गिरी बस, हादसे में 5 महिलाओं समेत 9 की मौत, ड्राइवर की भी गई जान",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/president-ramnath-kovind-meet-bangladesh-pm-sheikh-hasina-in-dhaka-during-his-3-day-visit-960536.html,"President Kovind Bangladesh Visit: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने की पीएम शेख हसीना से मुलाकात, विदेश मंत्री डॉ एके अब्दुल मोमेन से भी मिले","राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने की पीएम शेख हसीना से मुलाकात राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) 50वें विजय दिवस समारोह में शामिल होने के लिए आज यानी बुधवार को ढाका पहुंचे हैं. अपनी इस तीन दिवसीय राजकीय यात्रा के दौरान वह वह अपने समकक्ष के साथ बातचीत करेंगे और पाकिस्तान से 1971 में बांग्लादेश को मिली आजादी के स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लेंगे. वहीं ढाका पहुंचकर उन्होंने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर बताया कि ”प्रधानमंत्री शेख हसीना ने राष्ट्रपति कोविंदी से मुलाकात की. इस दौरान दोनों पक्षों ने बहुआयामी और व्यापक द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की समीक्षा की. वहीं दोनों नेताओं ने 1971 के मुक्ति संग्राम की भावना को भी याद किया और मैत्री दिवस के संयुक्त उत्सव पर संतोष व्यक्त किया.” 🇧🇩 PM Sheikh Hasina called on President Kovind @rashtrapatibhvn. Both sides reviewed progress in the multifaceted & comprehensive bilateral ties. The two leaders also recalled the spirit of 1971 Liberation War and expressed satisfaction at the joint celebration of #MaitriDiwas. pic.twitter.com/SW0rIKnKCR — Arindam Bagchi (@MEAIndia) December 15, 2021 #WATCH | President Ram Nath Kovind meets Bangladesh PM Sheikh Hasina in Dhaka pic.twitter.com/ycARxRzgD7 — ANI (@ANI) December 15, 2021 इसके बाद बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ एके अब्दुल मोमेन ने भी राष्ट्रपति कोविंद से ढाका में मुलाकात की और उन्हें द्विपक्षीय सहयोग और कनेक्टिविटी के क्षेत्र में भविष्य की संयुक्त परियोजनाओं में उत्कृष्ट प्रगति से अवगत कराया. इससे पहले बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ. ए के अब्दुल मोमेन (AK Abdul Momen) ने डिजिटल संवाददाता सम्मेलन में कहा था, ‘राष्ट्रपति कोविंद 15-17 दिसंबर को बांग्लादेश के राष्ट्रपति एम अब्दुल हामिद के निमंत्रण पर दोनों पड़ोसी देशों के बीच अच्छे संबंधों के अद्वितीय संकेत के रूप में बांग्लादेश का दौरा करने वाले हैं.’ राष्ट्रपति हामिद अपने समकक्ष के साथ बातचीत के बाद शाम के समय उनके सम्मान में बंगभवन राष्ट्रपति भवन में एक भोज की मेजबानी करेंगे, जिसमें हसीना भी शामिल होंगी. यात्रा से संबंधित जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने कहा, ‘राष्ट्रपति कोविंद अपने समकक्ष को 1971 के युद्ध के दौरान इस्तेमाल किए गए रूस निर्मित टी-55 टैंक और मिग-21 विंटेज विमानों की दो प्रतिकृतियां उपहार के रूप में भेंट करेंगे.’ कल राष्ट्रीय परेड ग्राउंड में ‘गेस्ट ऑफ ऑनर’ के रूप में शामिल होंगे राष्ट्रपति कोविंद वहीं अपनी यात्रा के दूसरे दिन यानी 16 दिसंबर को राष्ट्रपति कोविंद विजय दिवस की स्वर्ण जयंती पर राष्ट्रीय परेड ग्राउंड में ‘गेस्ट ऑफ ऑनर’ (Guest of Honour) के रूप में शामिल होंगे. दोपहर के समय कोविंद बांग्लादेश के राष्ट्रपिता को सम्मान देने और जीत की खुशी का जश्न मनाने के लिए जातीय संसद भवन, साउथ प्लाजा में ‘ग्रेट विक्ट्री हीरोज’ नामक एक समारोह में भाग लेंगे. इसके बाद दौरे के तीसरे दिन यानी 17 दिसंबर को वह रमना स्थित काली मंदिर के पुनर्निर्मित खंड का उद्घाटन और निरीक्षण करेंगे. इसके बाद वह दोपहर को ढाका से रवाना होंगे. यह भी पढ़ें: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट ने आम आदमी के हित में लिए 3 बड़े फैसले, होगा सीधा असर Hindu Ekta Mahakumbh: संघ प्रमुख ने धर्म छोड़कर जाने वालों की घरवापसी की दिलाई शपथ, कहा- अपने लिए नहीं बल्कि अपनों के लिए काम करें",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/delhi-kathmandu-bus-service-resumes-coronavirus-revised-guidelines-india-nepal-news-960382.html,"Delhi-Kathmandu Bus Service: दिल्ली-काठमांडू जाने वाली बस सेवा 21 महीने बाद शुरू, जानिए नए दिशा निर्देश","दिल्ली से काठमांडू बस सेवा शुरू (Delhi to Kathmandu Bus) Delhi to Kathmandu Bus Service: दिल्ली से एक बार फिर काठमांडू (नेपाल) के लिए बस चलनी शुरू हो गई है. दिल्ली गेट पर डॉ अंबेडकर स्टेडियम टर्मिनल (Ambedkar Bus Terminal) से अब नेपाल की राजधानी काठमांडू के लिए बस ली जा सकती है. ये सेवा बीते करीब 21 महीनों से कोरोना वायरस महामारी के कारण निलंबित थी. इस सेवा को पिछले पैटर्न पर ही संचालित किया जाएगा. हालांकि कोरोना वायरस से जुड़े केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के नए दिशा-निर्देशों का पालन भी किया जाएगा. दिल्ली-काठमांडू बस सेवा 15 दिसंबर की सुबह 10 बजे से फिर से शुरू हो गई है. एक यात्री ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, ‘बस सेवा को फिर से शुरू करने से दोनों देशों (भारत और नेपाल) के लोगों के लिए यात्रा संभव हो जाएगी. लोग नौकरियों के लिए इन देशों में जाते हैं, और अब इस सीधी बस सेवा के फिर से शुरू होने से, उनके लिए भारत से नेपाल और नेपाल से भारत की यात्रा करना आसान हो जाएगा.’ 2014 में शुरू हुई थी सेवा इससे पहले दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) ने एक नोटिस जारी कर कहा था कि दिल्ली-काठमांडू बस 15 दिसंबर को सुबह 10 बजे अंबेडकर बस टर्मिनल से चलेगी. डीटीसी (DTC) ने बस के संचालन के लिए स्काईलाइन इंडिया (मोटर्स) प्राइवेट लिमिटेड के साथ करार किया है. भारत और नेपाल की राजधानी वाले शहरों को जोड़ने वाली बस सेवा नवंबर 2014 में शुरू की गई थी. महामारी की पहली लहर के बीच 23 मार्च, 2020 को इसका संचालन बंद कर दिया गया था. कोविड निगेटिव रिपोर्ट जरूरी डीटीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सभी यात्रियों के लिए यात्रा शुरू होने के 72 घंटों के भीतर कोविड वैक्सीन की दोनों डोज का प्रमाण पत्र और एक निगेटिव आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट ले जाना ‘अनिवार्य’ है (Covid-19 Test Report). दस्तावेजों को प्रस्तुत करने में विफल रहने पर यात्रियों को बस में चढ़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी. बस दिल्ली और काठमांडू के बीच 1,167 किलोमीटर की दूरी तय करती है. बस बीच में उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद, फैजाबाद और मुगलिंग में ठहरती है. बस का किराया बढ़ाया गया बस सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को दिल्ली से काठमांडू के लिए रवाना होती है. काठमांडू से दिल्ली के लिए वापसी की बस मंगलवार, गुरुवार और शुक्रवार को रवाना होती है. पहले यात्रा का किराया 2,300 रुपये से अधिक था, जिसे अब बढ़ाकर लगभग 2,800 रुपये कर दिया गया है. यह भी पढ़ें- अपने खिलाफ विशेषाधिकार हनन नोटिस पर पूर्व CJI रंजन गोगोई बोले- कानून करेगा अपना काम यह भी पढ़ें- आंध्र प्रदेश : नहर में गिरी बस, हादसे में 5 महिलाओं समेत 9 की मौत, ड्राइवर की भी गई जान",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/parliament-winter-session-2021-latest-updates-rahul-gandhi-adjournment-motion-notice-in-lok-sabha-over-lakhimpur-kheri-incident-959701.html,"Parliament Latest Updates: लखीमपुर खीरी हिंसा और सांसदों के निलंबन पर संसद में विपक्ष का हंगामा, लोकसभा स्थगित","राज्यसभा (फाइल फोटो) राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही स्थगित हो गई है. बुधवार को राज्यसभा में 12 सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग को लेकर विपक्ष के हंगामे के चलते राज्यसभा को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित किया गया था. वहीं, लोकसभा में आज लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर हंगामा हुआ जिसके बाद सदन को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था. हालांकि, इसके बाद लोकसभा को हंगामे के कारण गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया. लखीमपुर खीरी कांड को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया था. लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, हम मांग करेंगे कि सरकार गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करे. साथ ही उन्होंने बताया कि राहुल गांधी आज इस विषय पर सदन में बात रखने की कोशिश करेंगे. टीएमसी के राज्यसभा सांसद सुष्मिता देव ने भी रूल 267 के तहत लखीमपुर खीरी मामले पर चर्चा की मांग की है. यानी आज विपक्ष लखीमपुर खीरी मामले पर सदन में हंगामा कर सकता है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार को लोकतंत्र में चर्चा और असहमति के संदर्भ में ट्यूशन लेने की जरूरत है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘लोकतंत्र में बहस व असहमति का महत्व-इस विषय पर मोदी सरकार को ट्यूशन की ज़रूरत है.’ अपडेट्स… > लोकसभा गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित. > विपक्षी सांसदों के हंगामे के बीच राज्यसभा को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया. सांसद सदन के वेल तक पहुंच गए थे. > राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है. > राज्यसभा के बाद लोकसभा में भी विपक्षी हंगामे के बाद सदन को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया. लोकसभा में कांग्रेस के सांसदों ने लखीमपुर खीरी मामले पर बहस की मांग की और इस दौरान हंगामा किया. इसके बाद लोकसभा को स्थगित कर दिया गया. > कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी सांसद लगातार लखीमपुर खीरी मामले को लेकर गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे की मांग करते हुए वेल में नारे लगा रहे थे. > सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग को लेकर विपक्ष के हंगामे के बाद राज्यसभा स्थगित हो गया है. > बीजेपी राज्यसभा सांसदों ने आज सदन के बाहर प्रदर्शन किया. बीजेपी सांसदों ने कांग्रेस सहित विपक्षी दलों पर सदन ना चलने देने का आरोप लगते हुए उनके द्वारा लगातार काम को बाधित करने का आरोप लगाया है. पहले दिन से चल रहा धरना राहुल गांधी ने राज्यसभा के 12 निलंबित सदस्यों के समर्थन में निकाले जाने वाले मार्च में शामिल होने से पहले सरकार पर यह आरोप लगाया. गत मॉनसून सत्र में ‘अशोभनीय आचरण’ के लिए पिछले 29 नवंबर को आरंभ हुए संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया था. निलंबन के बाद से ये सांसद संसद की कार्यवाही के दौरान प्रतिदिन सुबह से शाम तक संसद परिसर में धरना दे रहे हैं. रंजन गोगोई के खिलाफ कई विपक्षी दल टीएमसी, कांग्रेस, सीपीआईएम के बाद अब शिवसेना और यूनियन मुस्लिम लीग ने भी राज्यसभा सांसद रंजन गोगोई के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव दिया है. ये प्रस्ताव उनके सदन में भाग लेने को लेकर की गई टिप्पणी के खिलाफ किया गया है. जस्टिस रंजन गोगोई ने एक इंटरव्यू के दौरान राज्यसभा में उनकी बेहद कम उपस्थिति को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा था, ‘मुझे जब मन होगा तब मैं राज्यसभा जाऊंगा. मैं मनोनित सदस्य हूं और कोई पार्टी मुझे राज्यसभा जाने के लिए विवश नहीं कर सकती.’ विपक्षी पार्टियों ने गोगोई के इस बयान को सदन की अवमानना बताया और नोटिस जारी करते हुए कहा कि यह बयान सदन की प्रतिष्ठा के महत्व को कम करता है. विपक्ष ने कहा, उन पर विशेषाधिकारों के हनन का मामला भी बनता है. गोगोई ने कहा था, ‘मैं मनोनित सदस्य हूं, मैं किसी पार्टी व्हिप से बंधा हुआ नहीं हूं. ऐसे में व्हिप मुझ पर लागू नहीं होते. कोई भी राजनीतिक दल मुझे सदन आने के लिए मजबूर नहीं कर सकती.’ ये भी पढ़ें: देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 6,984 नए मामले सामने आए, कल से 20.7 प्रतिशत ज्यादा-जानें अन्य आंकड़ों का हाल",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/vigilance-raids-on-the-premises-of-senior-aiadmk-leader-p-thangamani-in-tamil-nadu-959960.html,"तमिलनाडु में AIADMK के वरिष्ठ नेता पी थंगामणि के ठिकानों पर विजिलेंस के छापे, आय से अधिक सम्पत्ति का मामला","AIADMK के वरिष्ठ नेता पी थंगामणि तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक (AIADMK) के वरिष्ठ नेता और पूर्व ऊर्जा मंत्री पी थंगामणि के ठिकानों पर बुधवार को विजलेंस टीम ने छापेमारी की. 18 सदस्यीय टीम ने सुबह करीब छह बजकर 45 मिनट पर उनके घर पर भी छापा मारा. जानकारी के मुताबिक, पी थंगामणि पर विजलेंस की यह कार्रवाई आय से अधिक सम्पत्ति रखने के मामले में हुई है. सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोध निदेशालय की ओर से पूर्व में पी थंगामणि, टी शांति और बेटे टी धरणीधरण के खिलाफ आय से अधिक सम्पत्ति रखने के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया था.तमिलनाडु, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में पूर्व मंत्री से जुड़े करीब 69 परिसरों पर छापेमारी की जा रही है.डीवीएसी (DVAC) अपनी प्राथमिकी में कहा कि पूर्व मंत्री ने मई 2016 और मार्च 2020 के बीच अपनी आय के ज्ञात स्रोतों से 4.5 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति अर्जित की. आंध्र और कर्नाटक में दो जगह छापेमारी पूर्व मंत्री और उनके परिवार पर धारा 13 (2), 13 (1) (बी) और 13 (1) (ई) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.उनके बेटे धरणीधरन और पत्नी शांति पर भी भारतीय दंड संहिता की धारा 109 के तहत मामला दर्ज किया गया है. दरअसल, थंगमणि मई 2016 और मई 2021 के बीच पिछले एआईएडीएमके (AIADMK) शासन के दौरान बिजली, उत्पाद शुल्क और निषेध मंत्री रह चुके हैं. नमक्कल में 20 स्थानों, चेन्नई में 14 स्थानों और वेल्लोर, सलेम, करूर, कोयंबटूर और तिरुपुर में कुछ अन्य स्थानों पर तलाशी ली जा रही है. आंध्र प्रदेश में भी दो जगहों और कर्नाटक में एक जगह पर छापेमारी कर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. डीवीएसी के अधिकारियों ने जांच में पाया कि पूर्व मंत्री के बेटे धरणीधरन ने कोयंबटूर में पंजीकृत मुरुगन अर्थ मूवर्स नामक कंपनी से राजस्व दिखाया था, लेकिन पूछताछ में पाया गया कि यह एक कागजों पर मौजूद कंपनी थी और कोई कार्य नहीं किया गया है. सतर्कता विभाग ने पूछताछ में पाया है कि पूर्व मंत्री और उनके बेटे ने गलत तरीके से अर्जित की गई संपत्ति को क्रिप्टो खातों में भी रखा है. विभाग क्रिप्टो क्षेत्र में जमा धन की मात्रा का पता लगाने के लिए तमिलनाडु पुलिस के साइबर विंग में ब्लॉकचैन विशेषज्ञों की सेवाओं का उपयोग कर रही है. डीवीएसी ने यह भी पाया कि धरिनाधरन की पत्नी टी. शांति एक गृहिणी हैं, लेकिन उनकी भी राज्य के कई हिस्सों में कई संपत्तियां हैं और यह अन्नाद्रमुक सरकार में मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान पूर्व मंत्री की अवैध संपत्ति से हासिल की गई है. ये भी पढ़ें-Corona Update: हैदराबाद में ओमीक्रॉन के दो नए मामले सामने आए, संक्रमितों को किया जा रहा ट्रैक",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/8th-indian-ocean-dialogue-india-says-importance-of-pm-narendra-modi-sagar-doctrine-960085.html,8th Indian Ocean Dialogue: भारत ने हिंद प्रशांत में शांति के लिए पीएम मोदी के ‘सागर सिद्धांत’ को बताया जरूरी,"विदेश राज्य मंत्री डॉ राजकुमार रंजन सिंह (Rajkumar Ranjan Singh) Indian Ocean Dialogue: विदेश राज्य मंत्री डॉ राजकुमार रंजन सिंह (Rajkumar Ranjan Singh) ने 8वें हिंद महासागर संवाद के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए क्षेत्र में शांति और समृद्धि पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि भारत हिंद महासागर क्षेत्र और हिंद प्रशांत में शांति और समृद्धि की कल्पना करता है, जो विश्वास, पारदर्शिता, अंतरराष्ट्रीय समुद्री नियमों, अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अधिकार के रूप में समान पहुंच, विवाद के शांतिपूर्ण समाधान और उन्नत समुद्री सहयोग पर आधारित हो. इस संवाद का विषय ‘महामारी के बाद हिंद प्रशात’ है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सागर सिद्धांत (Security and Growth for All in the Region-SAGAR) की वकालत की, जिसका मंत्र है – क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास हो. राजकुमार रंजन सिंह ने कहा कि हिंद प्रशांत क्षेत्र वैश्विक वाणिज्य, ऊर्जा और भू-राजनीतिक स्थिरता के मामले में दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक है. इसके समृद्ध प्राकृतिक संसाधन और जैव विविधता विकास का इंजन है. दुनिया के आधे कंटेनर जहाज और 2/3 तेल शिपमेंट हिंद महासागर रिम क्षेत्र से होकर गुजरते हैं. समुद्री कानूनों के सम्मान पर जोर विदेश राज्य मंत्री ने आगे कहा, संवाद के इस 8वें संस्करण को कोविड-19 के बाद की दुनिया में उभरने वाले अवसरों और चुनौतियों के बारे में 7वें संस्करण में हुई चर्चा की निरंतरता के रूप में देखें. सिंह ने समुद्री कानूनों के सम्मान और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान पर जोर देने की बात ऐसे वक्त पर कही है, जब इस क्षेत्र में नियमों को ताक पर रखने के चलते दुनियाभर में चीन (China Indian Ocean) की आलोचना हो रही है. वह इस क्षेत्र को लेकर आए दिन सैन्य अभ्यास कर रहा है. जिससे भारत के साथ-साथ अमेरिका और दूसरे कई देश भी चिंतित हैं. चीन को लेकर सभी देश चिंतित वैश्विक समुदाय हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन के विस्तारवादी युद्धाभ्यास को सावधानी से देख रहा है. विशिष्ट आर्थिक क्षेत्रों (ईईजेड) के पास चीनी पनडुब्बियों की उपस्थिति ने भारत को चिंतित कर दिया है, जबकि प्रशांत द्वीपों पर बीजिंग के दावों ने दक्षिण चीन सागर (South China Sea) में जापान और अन्य पड़ोसी देशों के साथ उसके विवाद को बढ़ावा दिया है. अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, भारत, ब्रिटेन और जापान ने इस क्षेत्र में चीनी उपस्थिति का मुकाबला करने के लिए क्वाड और ऑकस (AUKUS) जैसे ग्रुप बनाए हैं. भारत और उसके सहयोगी देशों ने दक्षिण चीन सागर सहित हिंद प्रशांत क्षेत्र में नेविगेशन की स्वतंत्रता की वकालत करते हुए नौसैनिक अभ्यास भी किए हैं. यह भी पढ़ें- ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन पर पीएम मोदी समेत कई दिग्गजों ने जताया दुख, प्रधानमंत्री ने कहा- सेवा को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा यह भी पढ़ें- Corona Update: हैदराबाद में ओमीक्रॉन के दो नए मामले सामने आए, संक्रमितों को किया जा रहा ट्रैक",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/lone-survivor-group-captain-varun-singh-passes-away-tamilnadu-chopper-crash-pm-narendra-modi-amit-shah-and-others-condolence-over-demise-of-group-captain-varun-960028.html,"ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन पर पीएम मोदी समेत कई दिग्गजों ने जताया दुख, प्रधानमंत्री ने कहा- सेवा को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा","ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन (फाइल फोटो) कुन्नूर में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में घायल भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी राष्ट्र के लिए उनकी समृद्ध सेवा को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा. वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर संवेदना व्यक्त की. तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर हादसे में गंभीर रूप से घायल वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बुधवार सुबह बेंगलुरू के सैन्य अस्पताल में निधन हो गया. भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने कहा कि ‘बहादुर’ ग्रुप कैप्टन ने आज सुबह दम तोड़ दिया. वायु सेना ने ट्वीट किया, ‘आईएएफ को यह बताते हुए बेहद दुख हो रहा है कि बहादुर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, जो आठ दिसंबर 2021 को हुए हेलीकॉप्टर हादसे में घायल हो गए थे ..उनका आज सुबह निधन हो गया. भारतीय वायुसेना गहरी संवेदना व्यक्त करती है और शोक संतप्त परिवार के साथ दृढ़ता से खड़ी है.’ इस हादसे में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्य कर्मियों की जान चली गई थी. पिछले साल एक बड़ी तकनीकी खामी की चपेट में आए लड़ाकू विमान तेजस को संभावित दुर्घटना से सफलतापूर्वक बचा लेने के उत्कृष्ट कार्य के चलते ग्रुप कैप्टन सिंह को अगस्त महीने में शौर्य चक्र से नवाजा गया था. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘कुन्नूर में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन के बारे में जानकर बेहद दुख हुआ. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे और उनके परिवार को शक्ति प्रदान करे. मै गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं.’ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक संवेदना व्यक्त की. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘राष्ट्र के लिए उनकी समृद्ध सेवा को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा. उसके परिवार तथा मित्रों के लिए संवेदनाएं.’ Sad to learn that Group Captain Varun Singh breathed his last after putting up a valiant fight for life. Though badly injured in the chopper crash, he displayed the soldierly spirit of valour and indomitable courage. The nation is grateful to him. My condolences to his family. — President of India (@rashtrapatibhvn) December 15, 2021 रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कुन्नूर हेलिकॉप्टर हादसे में घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन पर ट्वीट कर शोक व्यक्त किया. राजनाथ सिंह ने कहा, ‘ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह एक सच्चे योद्धा थे जो अंतिम सांस तक लड़ते रहे. मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और दोस्तों के साथ हैं. दुख की इस घड़ी में हम परिवार के साथ मजबूती से खड़े हैं.’ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ. आपकी अमूल्य सेवा को पूरा देश हमेशा याद रखेगा. मैं आपकी वीरता को सलाम करती हूं और शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं.’ ये भी पढ़ें: Virat Kohli Press Conference: कप्तानी विवाद, ODI सीरीज, सौरव गांगुली पर कोहली ने दिया जवाब, Live Updates",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/our-vaccine-may-be-ineffective-on-the-new-variant-of-corona-omicron-dr-v-k-paul-959856.html,"‘कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन पर बेअसर हो सकती है हमारी वैक्सीन,’ कोविड पैनल चीफ डॉ वीके पॉल ने चेताया","कोविड टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ. वीके पॉल भारत में ओमीक्रॉन खतरे के बीच कोविड टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ. वीके पॉल ने चिंता में डालने वाला बयान दिया है. उनके मुताबिक भविष्य में हमारी वैक्सीन की क्षमता कमजोर पड़ सकती है. देश को ऐसे वैक्सीन प्लेटफॉर्म तैयार करने चाहिए, जिनमें वायरस के बदलते वेरिएंट के मुताबिक तेजी से बदलाव किए जा सकें.कोरोना के ओमीक्रॉन वेरिएंट के फैलने की चिंता के बीच डॉ. पॉल ने गुरुवार को कहा कि भारत में वायरस उस स्टेज की तरफ बढ़ता दिखाई दे रहा है, जब उससे कम या मध्यम संक्रमण फैलता है. इस स्थिति को एंडेमिसिटी कहा जाता है. उन्होंने कहा, ‘संभावित परिदृश्य है कि उभरती परिस्थितियों में हमारे टीके अप्रभावी हो सकते हैं. ओमीक्रॉन के सामने आने के बीच पिछले तीन सप्ताह में, हमने देखा कि किस तरह कई तरह के संदेह सामने आए, जिनमें से कुछ वास्तविक भी हो सकते हैं, अब भी हमारे समाने अंतिम तस्वीर नहीं है.’उन्होंने आवश्यकता के अनुसार टीकों को संशोधित करने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता पर बल दिया. वे ये भी मानते हैं कि अगर महामारी से प्रभावी अंदाज में निपटना है तो इसके लिए ड्रग्स डेवलपमेंट को लेकर एक मजबूत रणनीति रहनी चाहिए, विज्ञान के क्षेत्र में निवेश बढ़ाना चाहिए. डीएनए वैक्सीन को भी जोड़ा जा सकता वीके पॉल ने भुवनेश्वर में कहा कि ‘वर्तमान रणनीति और प्रभावी रणनीति यह सुनिश्चित करना है कि भारत की वयस्क आबादी को टीके की दो डोज लग जाएं, जो हमारे कार्यक्रम में हैं. इसमें कोविशील्ड और कोवाक्सिन, और अब एक डीएनए वैक्सीन भी एक हद तक जोड़ा जा सकता है. ‘पॉल ने कहा कि यह सबसे प्रभावी कदम है जिसे हम वर्तमान परिदृश्य में उठा सकते हैं और ऐसा कर लेना चाहिए. इसमें वैश्विक स्तर पर एक निश्चित तरीके से दिखाई देने वाले ओमीक्रॉन वेरिएंट में तेजी के लिए यह आवश्यक है, हालांकि भारत में हमें अभी बहुत कम मामले मिल रहे हैं. हमें अपने देश के प्रत्येक वयस्क को टीके की दो खुराकों के साथ कवर करने की आवश्यकता है. सीआईआई पार्टनरशिप समिट में डॉ. वीके पॉल ने कहा कि कहा कि हमें यह याद रखने की जरूरत है कि ‘आज हमारे पास जो ताकत है (वैक्सीन के विकास और उत्पादन की) वह सिर्फ आज के लिए हमारी जरूरतों को पूरा नहीं करेगी बल्कि कोई अन्य महामारी, जिनेटिक रोग या संक्रमण आता है, तो उसमें मददगार होगी. मैंने उनसे अपील की है कि हमें इन सभी प्लेटफार्मों को मजबूत और लचीला बनाने की आवश्यकता है. ताकि दोबारा ऐसी स्थिति आने पर हम कई प्लेटफॉर्म के जरिए उनसे तेजी से संपर्क कर सकें. यह है हमारे देश और दुनिया की ताकत है. ये भी पढ़ें-‘जिन्हें बुलाया गया था, वे सभी आए थे,’ सोनिया गांधी के घर विपक्ष की बैठक में TMC के शामिल न होने पर बोले मल्लिकार्जुन खड़गे",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/sardar-vallabhbhai-patel-death-anniversary-pm-narendra-modi-and-amit-shah-pays-tribute-to-patel-959839.html,"सरदार पटेल की पुण्यतिथि पर पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि, कहा- राष्ट्र को एकजुट करने के प्रयास के लिए आभारी रहेगा देश","सरदार पटेल की प्रतिमा इतिहास में 15 दिसंबर की तारीख देश की आजादी में अहम योगदान देने वाले लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि के रूप में दर्ज है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 71वीं पुण्यतिथि पर बुधवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘सरदार पटेल को उनकी पुण्य तिथि पर याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. भारत हमेशा उनकी असाधारण सेवा, उनके प्रशासनिक कौशल और हमारे राष्ट्र को एकजुट करने के अथक प्रयासों के लिए उनका आभारी रहेगा.’ उनके विचार सदैव देश का मार्गदर्शन करते रहेंगे- अमित शाह वहीं, देश के गृह मंत्री अमित शाह ने सरदार पटेल को याद करते हुए ट्वीट किया, ‘हर भारतीय के हृदय में बसने वाले देश की एकता व अखंडता के अद्भुत शिल्पी लौह पुरुष सरदार पटेल जी के जीवन का क्षण-क्षण भारत में एक राष्ट्र का भाव जागृत करने हेतु समर्पित रहा. उनके विचार सदैव देश का मार्गदर्शन करते रहेंगे. ऐसे महान युगपुरुष व राष्ट्रीय गौरव के चरणों में कोटिशः वंदन.’ स्वतंत्रता के बाद बड़ी संख्या में रियासतों का भारतीय संघ में विलय कराने का श्रेय प्रमुख रूप से सरदार पटेल को ही जाता है. 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के खेड़ा जिले में एक किसान परिवार में पैदा हुए पटेल को उनकी कूटनीतिक क्षमताओं के लिए हमेशा से स्मरण किया जाता रहा है. देश के पहले उप प्रधानमंत्री सरदार पटेल ने आजादी के बाद देश के नक्शे को मौजूदा स्वरूप देने में अमूल्य योगदान दिया. गुजरात में दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा देश को एकजुट करने की दिशा में पटेल की राजनीतिक और कूटनीतिक क्षमता ने अहम भूमिका निभाई. भारत रत्न से सम्मानित सरदार पटेल ने 15 दिसंबर 1950 को अंतिम सांस ली. देश की एकता में उनके योगदान को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए गुजरात में नर्मदा नदी के करीब उनकी विशाल प्रतिमा स्थापित की गई है. यह दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है. सरदार सरोवर डैम पर स्थापित ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की ऊंचाई 182 मीटर है, जो अमेरिका के न्यूयॉर्क के 93 मीटर ऊंची ‘स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी’ से दोगुनी है. इसका कुल वजन 1700 टन है. पैर की ऊंचाई 80 फिट, हाथ की ऊंचाई 70 फिट, कंधे की ऊंचाई 140 फिट और चेहरे की ऊंचाई 70 फिट है. चीन के स्प्रिंग टेंपल की 153 मीटर ऊंची बुद्ध प्रतिमा के नाम विश्व की सबसे ऊंची मूर्ति होने का रिकॉर्ड था, जिस रिकॉर्ड को तोड़ते हुए सरदार पटेल की इस मूर्ति ने रिकॉर्ड बनाया. ये भी पढ़ें: Parliament Latest Updates: लखीमपुर खीरी हिंसा और सांसदों के निलंबन पर संसद में विपक्ष का हंगामा, दोनों सदन स्थगित",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/india-corona-update-corona-case-6984-corona-vaccination-corona-virus-corona-news-959588.html,"देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 6,984 नए मामले सामने आए, कल से 20.7 प्रतिशत ज्यादा-जानें अन्य आंकड़ों का हाल","कोरोना के मामले भारत में बुधवार यानी 15 दिसंबर, 2021 की सुबह तक पिछले 24 घंटे में 6,984 नए COVID-19 केस सामने आए हैं, जो कि कल के मामलों से 20.7 प्रतिशत ज्यादा हैं. बता दें कि मंगलवार को 5,784 नए केस दर्ज किए गए थे. ये केस 571 दिनों में एक दिन में दर्ज होने वाले सबसे कम कोरोना के नए केस थे. वहीं आज 8,168 लोग कोरोना से ठीक हुए. जिसके बाद कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या कुल 3,41,46,931 हो गई है. पिछले 24 घंटे में 247 मरीजों की मौत हुईं. मरने वालों की कुल संख्या 4,76,135 हो गई है. अगर वैक्सीनेशन की बात की जाए तो कुल 1,34,61,14,483 लोगों का वैक्सीनेशन किया गया. भारत का एक्टिव केसलोड 87,562 पर है. एक्टिव केस कुल केस के मुकाबले 1 फीसदी से भी कम हैं. ये दर वर्तमान में 0.25% पर है, जोकि मार्च, 2020 के बाद से सबसे कम है. रिकवरी रेट 98.38% पर है, जोकि मार्च 2020 से सबसे ज्यादा है.डेली पॉजिटिविटी रेट 0.59% पर है, जोकि पिछले 72 दिनों से 2% के नीचे बना हुआ है. वहीं वीकली पॉजिटिविटी रेट 0.67% पर है, जोकि पिछले 31 दिनों से 1% के नीचे चल रहा है.इधर कोरोना संक्रमण के दौर में बिहार में स्वास्थ्य सुविधाओं पर नजर रखने के लिए सीएम नीतीश कुमार स्वास्थ्य विभाग में कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का उद्घाटन किया. इस कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के जरिए बिहार भर की स्वास्थ्य सेवाओं पर नजर रखी जाएगी. कोरोना खा गया है नेपाल के देश का बजट नेपाल सरकार की एक रिपोर्ट ने देश में बढ़ रही आर्थिक मुश्किलों पर रोशनी डाली है. इसके मुताबिक कोरोना महामारी को संभालने के लिए नेपाल को बहुत बड़ी रकम खर्च करनी पड़ी है.ऐसा दूसरे जरूरी मदों में कटौती करते हुए किया गया है. इसका खराब असर आने वाले समय पर होगा. 56 अरब रुपये हुए खर्च सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक मार्च 2020 में कोविड-19 महामारी आने के बाद से जुलाई 2021 नेपाल सरकार ने स्वास्थ्य देखभाल, सामाजिक सुरक्षा और आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज पर 56 अरब रुपये खर्च किए हैं. इसमें वह रकम शामिल नहीं है, जो सरकार ने कोरोना वैक्सीन खरीदने पर खर्च किए गए. इसमें वह रकम भी शामिल नहीं है, जो गैर सरकारी संगठनों ने महामारी संबंधी राहत कार्यों पर खर्च किए. इन संगठनों ने अपने दूसरे विकास कार्यों में कटौती कर अपने बजट के बड़े हिस्से को कोरोना राहत पर खर्च किया है 77 देशों में ओमीक्रॉन ने पसारे पैर ओमीक्रॉन वेरिएंट को लेकर लगातार सतर्कता बरतना बहुत जरूरी है क्योंकि डब्ल्यूएचओ (WHO) का कहना है कि इतनी तेजी से किसी भी वेरिएंट को उन्होंने फैलते हुए नहीं देखा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि ओमीक्रॉन वेरिएंट ज्यादातर देशों में हो सकता है. अब तक 77 देशों ने ओमीक्रॉन के मामलों की जानकारी दी है. ये भी पढ़ें-ग्लोबल कंपनियों में शीर्ष पदों पर भारतीयों का दबदबा, फ्रांस के लग्जरी ग्रुप शनैल की CEO बनीं भारतीय मूल की लीना नायर",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/fresh-bird-flu-cases-reported-in-keralas-kottayam025-000-birds-will-be-culled-959784.html,"ओमीक्रॉन की दहशत के बीच केरल में बर्ड फ्लू के 3 मामले, इन जिलों में जारी किया गया अलर्ट- मारी जा सकती हैं 25000 मुर्गियां","बर्ड फ्लू के कारण हो जाती है पक्षियों की मौत ओमीक्रॉन (Omicron) के बढ़ते खतरे के बीच ही बर्ड फ्लू (एवियन इंफ्लूएंजा) ने दस्तक दे दी है. केरल के कोट्टयम में इसके तीन मामले सामने आए हैं. कोट्टयम जिले की वेचुर, अयमानम और कल्लार पंचायतों में ये मामले मिले हैं. बुधवार से मुर्गियों और दूसरे पक्षियों को मारने का काम बड़े पैमाने पर शुरू कर दिया गया है. ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि इस वायरस का संक्रमण दूसरे पक्षियों में न फैले. पिछले हफ्ते कोट्टयम के पड़ोसी जिले अलप्पुझा में भी बर्ड फ्लू का मामला सामने आया था. अलप्पुझा में बड़े पैमाने पर मुर्गियों के मरने के बाद इस बात की आशंका जताई गई थी कि कहीं इनकी मौत बर्ड से तो नहीं हुई है. बाद में यह आशंका सही साबित हुई.स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि वायरस के प्रसार को रोकने के लिए बुधवार से बत्तखों और अन्य पक्षियों को मारना शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि 25,000 पक्षियों को मारा जाएगा. हालात को देखते हुए सरकारी अफसरों ने संबंधित महकमे को अलर्ट कर दिया है. जिन इलाक़ों में बर्ड फ़्लू के मामले सामने आए हैं, वहां मुर्गियों और दूसरे पक्षियों को मारने के लिए टीमों को तैनात किया गया है. केंद्र सरकार के निर्देश के मुताबिक, अगर बर्ड फ्लू का एक मामला मिलता है तो 28,500 से 35,000 पक्षियों को मारा जाता है. 60 दिन से कम उम्र वाली मुर्गी के लिए 100 रुपये और इससे बड़ी मुर्गी के लिए 200 रुपये सरकार की ओर से मुर्गी पालक को दिए जाते हैं. अलप्पुझा जिले में जारी किया गया था अलर्ट केरल के अलप्पुझा जिले में पिछले सप्ताह ही अलर्ट जारी किया गया था. यहां के कुछ नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी. इसके बाद ठाकाझी ग्राम पंचायत के वार्ड नंबर 10 में करीब 12,000 बत्तखों को मार दिया गया था. यहां पर अभी तक 140 सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं, जिसमें से 26 सैंपल में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी. पिछले साल दी थी दस्तक पिछले साल जनवरी में भी बर्ड फ़्लू ने दस्तक दी थी. हिमाचल प्रदेश, केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा में इस फ़्लू के कारण कई पक्षियों की मौत हुई थी. मध्य प्रदेश के आगर मालवा, सीहोर, मंदसौर, खरगौन में कौवों की जबकि हरियाणा के पंचकूला के बरवाला में लाखों पक्षियों की मौत हो गई थी. इसके बाद इन राज्यों के कुछ इलाक़ों में मुर्गियों को बेचने, ख़रीदने और मारने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. इनसे जुड़े उत्पाद और मछलियों को लेकर भी प्रतिबंध लगाया गया था.हालांकि अभी तक पक्षियों से मनुष्य में इस संक्रमण के फैलने की ख़बर नहीं है. लेकिन इसे लेकर चिंता बनी हुई है. उधर, भारत में ओमिक्रॉन संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं और यह वायरस कई राज्यों में पहुंच चुका है. ये भी पढ़ें-Punjab Assembly Elections: कांग्रेस ने शाम 4 बजे बुलाई जिलाध्यक्षों की बैठक, हरीश चौधरी करेंगे अध्यक्षता, सिद्धू ने दी जानकारी",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/jammu-kashmir-encounter-between-security-forces-and-terrorists-in-rajpura-area-usgam-pathri-one-terrorist-killed-959489.html,"Jammu Kashmir Encounter: जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, एक आतंकी ढेर","पुलवामा में हुई मुठभेड़ में एक आतंकी ढेर Encounter in Jammu Kashmir Pulwama: जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले के राजपुरा इलाके (Rajpura) में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मंगलवार देर रात मुठभेड़ शुरू हुई थी. इस बात की जानकारी कश्मीर जोन पुलिस ने दी है. मुठभेड़ राजपुरा इलाके के उसगाम पथरी में हुई. जिसमें एक आतंकी ढेर हो गया है. आतंकी की पहचान शोपियां के रहने वाले फिरोज अहमद दार (Feroz Ahmad Dar) के तौर पर हुई है. सुरक्षा बलों को यहां आतंकियों के छिपे होने की सूचनी मिली थी. जिसके बाद तलाशी अभियान शुरू किया गया. तभी आतंकियों ने फायरिंग कर भागने की कोशिश की, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने जवाबी फायरिंग की. इससे महज एक दिन पहले ही जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया था. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस (Jammu Kashmir Police) ने पुंछ के बहरामगला इलाके में हथियारबंद आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचनाएं मिलने के बाद एक तलाश अभियान चलाया. मंगलवार तड़के अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षा कर्मियों पर गोलियां चलाकर भागने की कोशिश की. सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई. जिसमें एक आतंकवादी मारा गया. एके-47 सहित कई सामान जब्त मुठभेड़ स्थल से एक एके-47 राइफल, चार मैगजीन और अन्य सामान जब्त किए गए. इसके अलावा सोमवार को श्रीनगर के बाहरी इलाके में सुरक्षा बलों ने एक मुठभेड़ में दो अज्ञात आतंकवादियों को ढेर कर दिया (Jammu Kashmir Encounter). मुठभेड़ रंग्रेठ इलाके में हुई थी. कश्मीर जोन पुलिस ने बताया था कि दो आतंकियों को ढेर किया गया है. पुलवामा में पहले भी ढेर हुआ आतंकी पुलवामा जिले में रविवार को भी सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया था (Encounter in Pulwama). पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर जिले के अवंतीपोरा के बारगाम इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में विशेष सूचना मिलने के बाद घेराबंदी और तलाश अभियान शुरू किया, इसी दौरान आतंकियों ने उनपर गोलियां चला दीं. सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हुई. मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया. यह भी पढ़ें- पंजाब में सरकार बनाना हमारा उद्देश्य है, महज कांग्रेस को हराना नहीं- बोले पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह यह भी पढ़ें- बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा आज जाएंगे अयोध्या, राम जन्म भूमि पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पहली बार करेंगे दर्शन",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/another-crown-for-india-leena-nair-became-new-global-ceo-of-french-luxury-brand-chanel-959567.html,"ग्लोबल कंपनियों में शीर्ष पदों पर भारतीयों का दबदबा, फ्रांस के लग्जरी ग्रुप शनैल की CEO बनीं भारतीय मूल की लीना नायर","लीना नायर (फाइल फोटो) भारतीय मूल की लीना नायर को फ्रांस के लग्जरी ग्रुप शनैल ने अपना नया ग्लोबल चीफ एग्जिक्युटिव ऑफिसर (CEO) नियुक्त किया गया है. इससे पहले लीना नायर यूनिलीवर में चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर (CHRO) के तौर पर काम कर रही थीं. शनैल ने बताया कि लीना नायर जनवरी 2022 से कंपनी में शामिल होंगी. लीना नायर ने ट्वीट किया, ‘मैं एक प्रतिष्ठित और प्रशंसित कंपनी शनैल का वैश्विक मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त होने पर सम्मानित और सम्मानित महसूस कर रही हूं.’ नायर ने कहा कि वो शनैल के लिए बहुत प्रेरित हैं. लीना नायर अब भारतीय मूल के व्यक्तियों के उस क्लब में जुड़ गई हैं जिसमें पहले से सुंदर पिचाई, सत्य नडेला और पराग अग्रवाल जैसे शख्सियत पहले से मौजूद हैं. दुनिया की बड़ी कंपनियों में भारतीयों का बोलबाला बढ़ रहा है. गूगल अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई, माइक्रोसॉफ्ट के अध्यक्ष सत्य नडेला और पराग अग्रवाल हैं जो अभी- अभी ट्विटर के सीईओ बने हैं. पिछले महीने ही नायर को फॉर्चून इंडिया ने मोस्ट पावरफुल वुमेन लिस्ट में शामिल किया था. घर जैसा रहा लीना नायर के लिए यूनीलीवर फैशन जगह की बेहतरीन कंपनियों में शुमार शनैल की सीईओ बनने जा रहीं लीना नायर ने यूनिलीवर से इस्तीफा देने के बाद कहा कि वो यूनीलीवर में अपने लंबे कार्यकाल के लिए आभारी हैं. उन्होंने कहा कि यूनीलीवर 30 सालों से उनका घर जैसा रहा है. लीना ने कहा, ‘यूनीलीवर ने मुझे वास्तव में संगठन में सीखने, बढ़ने और योगदान करने के कई अवसर दिए.’ वो यहां चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर (CHRO) कार्यरत थीं. महाराष्ट्र के कोल्हापुर की रहने वाली लीना नायर की स्कूलिंग होली क्रॉस कॉन्वेंट स्कूल से हुई है. इसके बाद सांगली के वालचंद कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की. इसके बाद झारखंड के जमशेदपुर स्थित जेवियर्स स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (XLRI) से उन्होंने एमबीए की डिग्री ली. XLRI में लीना गोल्ड मेडलिस्ट भी रहीं. यूनिलीवर में साल 1992 में ट्रेनी के तौर पर शुरू किया था करियर साल 2013 में नायर को एंग्लो-डच कंपनी के लंदन दफ्तर में लीडरशिप और ऑर्गेनाइजेशन डवलेपेंट का ग्लोबल वाइस प्रेसिडेंट बनाया गया था. इस कंपनी के बाद साल 2016 में उनका पड़ाव यूनीलीवर पहुंचा. वो यहां की पहली महिला और सबसे कम उम्र की सीएचआरओ बनीं. नायर ने 30 साल पहले, 1992 में हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) में बतौर मैनेजमेंट ट्रेनी करियर की शुरुआत की थी. इस कंपनी में वो काम करते हुए 2016 में CHRO के पोस्ट तक पहुंचीं. ये भी पढ़ें: Delhi-NCR: आज गाजीपुर बॉर्डर से राकेश टिकैत निकालेंगे फतेह मार्च, हवन करने के बाद 383 दिन बाद लौटेंगे अपने गांव सिसौली",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/history-of-the-day-sardar-vallabhbai-patel-death-princely-states-in-india-959518.html,"आज के दिन हुआ था सरदार पटेल का निधन, जानिए कैसे राजाओं का अंत किए बिना खत्म कर दिए रजवाड़े","सरदार पटेल आज मुल्क के पहले वजीरे दाखिला (गृह मंत्री) सरदार वल्लभ भाई पटेल की 71 वीं पुण्यतिथी है. सरदार वल्लभ भाई पटेल एक ऐसी महान हस्ती थे कि उन्होंने किस्मत नहीं सिर्फ संकल्पशक्ति (अज़्म), और मेहनत के दम पर वो मुकाम बनाया जिसे किसी के लिए भी छू पाना मुमकिन नहीं है. उनकी गैर मामूली (असाधारण) काबिलियत ही थी कि एक साथ 562 रियासतों का एकीकरण करके उन्होंने भारतवर्ष को एक अज़ीम मुल्क (विशाल देश) की शक्ल दी. सरदार पटेल उनका जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के खेड़ा जिले में हुआ था. उन्होंने अपनी आखिरी सांस 15 दिसंबर 1950 को मुंबई में ली. किसान परिवार में पैदा हुआ पटेल पटेल अपनी कूटनीतिक क्षमताओं के लिए भी याद किए जाते हैं. साल 1946 में जैसे-जैसे हिंदुस्तान को आजादी मिलने की उम्मीदें बढ़ रहीं थी वैसे ही कांग्रेस के ज़रिए सरकार के कयाम का अमल भी शुरू हो चुका था. सभी की निगाहें कांग्रेस के अध्यक्ष के पद पर टिकी हुई थीं क्योंकि ये लगभग तय हो चुका था कि जो कांग्रेस का अध्यक्ष बनेगा वही हिंदुस्तान का अगला प्रधानमंत्री भी चुना जाएगा. गांधी जी के कहने पर छोड़ा ये ख्याल दूसरी आलमी जंग, भारत छोड़ो आंदोलन और ज्यादातर कांग्रेसी लीडरों के जेल में बंद होने जैसे कई वजहों से आजाद अप्रैल 1946 तक अध्यक्ष बने रहे और जब कांग्रेस ने अध्यक्ष पद के लिए चुनाव का ऐलान किया तो आजाद ने दोबारा चुनाव लड़ने की ख्वाहिश जाहिर की थी लेकिन गांधी जी के कहने पर उन्हें यह ख्याल छोड़ना पड़ा. मौलाना आजाद को मना करने के साथ-साथ गांधी जी ने पंडित नेहरू की भी खुलकर हिमायत कर दी थी. गांधी जी की खुली हिमायत के बावजूद 15 में से 12 प्रदेश कांग्रेस कमेटियों ने सरदार वल्लभभाई पटेल को पार्टी अध्यक्ष चुना था. इसके बाद गांधी ने सरदार पटेल से मुलाकात कर कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटने की गुज़ारिश की. सरदार पटेल ने इस गुजारिश को कुबूल की और कांग्रेस अध्यक्ष के ओहदे की कुर्बानी दी. कहा यह भी जाता रहा है कि जवाहरलाल नेहरू इत्तेफाक राए से मुल्क के पहले पीएम चुने गए थे और वे पूरे देश के चहेते थे. भोपाल के नवाब ने सरदार पटेल के आगे मानी हार आजादी के बाद जब हैदराबाद और जूनागढ़ ने भारत में मिलने से मना कर दिया. इसके पीछे पाकिस्तान और मोहम्मद अली जिन्ना की चाल थी, लेकिन हैदराबाद में सरदार पटेल ने सेना भेजकर वहां के निजाम का आत्मसमर्पण करवा लिया. वहीं, जूनागढ़ में जनता के विद्रोह से घबराकर वहां का नवाब भागकर पाकिस्तान चला गया. इसी तरह भोपाल के नवाब हमीदुल्ला खान ने भी शर्त रख दी कि वो या तो आजाद रहेंगे या पाकिस्तान में मिल जाएंगे. इसके बाद सरदार पटेल की वजह से ही भोपाल के नवाब ने हार मान ली.1 जून 1949 को भोपाल भारत का हिस्सा बन गया. दिल का दौरा पड़ने से हुई मौत 15 दिसंबर, 1950 की सुबह तीन बजे पटेल को दिल का दौरा पड़ा और वो बेहोश हो गए. चार घंटों बाद उन्हें थोड़ा होश आया. उन्होंने पानी मांगा. मणिबेन ने उन्हें गंगा जल में शहद मिलाकर चम्मच से पिलाया. रात 9 बजकर 37 मिनट पर सरदार पटेल ने आखिरी सांस ली. वहीं भारत के वर्तमान गृह मंत्री अमित शाह ने सरदार पटेल को याद करते हुए लिखा था, ‘मातृभूमि के लिए सरदार साहब का समर्पण, निष्ठा, संघर्ष और त्याग हर भारतवासी को देश की एकता और अखंडता के लिए ख़ुद को समर्पित करने की प्रेरणा देता है. अखंड भारत के ऐसे महान शिल्पी की जयंती पर उनके चरणों में वंदन और समस्त देशवासियों को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ की शुभकामनाएं.’ ये भी पढ़ें-Jammu Kashmir Encounter: जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, एक आतंकी ढेर",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/pakistan-trying-to-attack-kashmir-police-with-the-help-of-terrorists-38-terrorists-are-active-in-the-valley-959413.html,"आतंकियों की मदद से कश्मीर पुलिस पर हमला करने की कोशिश में पाकिस्तान, घाटी में एक्टिव हैं 38 दहशतगर्द","जम्मू-कश्मीर में आतंकी लगातार दहशत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. कश्मीर में आतंक के लगातार गिरते ग्राफ और आतंकियों के सफाए से पाकिस्तान और उसकी आतंकी एजेंसी की नींद हराम की हई है इसलिय लगातार पाकिस्तान नए नए प्लान तैयार करता रहता है. पहले आतंकियों के निशाने पर आर्मी और पैरामिलिट्री फोर्सेज रहा करती थीं, लेकिन अब आतंकी आम कश्मीरियों के साथ कश्मीर पुलिस में काम करने वाले आम लोगों को भी अटैक किया जा रहा रहे है ताकि कश्मीर में शांति बहाली के साथ साथ कानून व्यवस्था को बिगड़ा जा सके और इसका हल्ला पाकिस्तान पूरी दुनिया में कर सके. यही वजह है कि फॉरेन टेररिस्ट ( FT) के अटैक अब कश्मीर पुलीस पर ज्यादा हो गए हैं. कश्मीर घाटी में करीब 38 पाकिस्तान के आतंकी एक्टिव हैं, उसमें 27 लश्कर के और 11 जैश के दहशतगर्द हैं. सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, 4 आतंकी श्रीनगर, 3 कुलगाम, 10 पुलवामा, 10 बारामूला में और 11 आतंकी कश्मीर के अलग-अलग इलाकों में छुपे हो सकते हैं, जिन्हें अब ढूंढ ढूंढकर एनकाउंटर ज्करने की तैयारी है. दरअसल, आतंकियों के बौखलाहत के पीछे की भी कई वजह हैं, जिसमें पत्थरबाजी लगभग बंद हो जाना है. सेना के लगातार बढ़ते ऑपरेशन और आतंकियों को आम लोगों का समर्थन न मिलना मुख्य हैं. साल 2018 के मुकाबले इस साल आतंकवादी घटनाओं को आंतकी अंजाम कम दे पाए. साल 2018 में आतंकियों ने कुल 318 आतकी वारदातों कोअंजाम दिया था, लेकिन साल 2021 में 121 घटना रिपोर्ट हुई हैं. 2019 में पत्थरबाजी की 202 घटनाएं सामने आईं वहीं ऑपरेशन की जगह पर ओजीडब्लू की मदद से लोगों की भीड़ जुटाना और फिर पत्थरबाज़ी करवाकर ऑपरेशन में बाधा डालने की कोशिशों में भी ज़बरदस्त कमी आई है. आंकड़ों के मुताबिक, साल 2019 में पत्थरबाजी की 202 घटनाएं सामने आई थीं, जबकि इस साल सिर्फ 39 रिपोर्ट हुई हैं. वहीं ऑपरेशन के दौरान आम लोगों को नुकसान कम हो उसके लिए सुरक्षाबल ऑपरेशन के दौरान एसओपी फॉलो करते हैं. एसओपी के मुताबिक सिविलियन को जानमाल का कोई नुक्सान न हो, न ही कोई हताहत हो, न ही कोई घायल, यहां तक किसी की संपत्तियों को भी कोई नुक्सान न हो और शायद यही वजह है एनकाउंटर में कोलेट्रल डैमेज बहुत कम होता है. 2018 में 24 स्थानीय नागरिकों की हुई थी मौत आगर आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2018 में सेना के ऑपरेशन के दौरान क्रॉस फायरिंग में 24 स्थानीय नागरिकों की मौत हुई और 49 घायल हुए थे, जबकि इस साल 2021 में एनकाउंटर के दौरान क्रॉस फायरिंग में महज 2 आम लोगों की जान गई और 2 को मामूली चोट आई. पहले हताहतों की संख्या इसलिए ज्यादा दर्ज हुई क्योंकि आतंकी ऑपरेशन की जगह से भागकर बचने के लिए घर में छिप जाते थे और दूसरे एनकाउंटर साइट पर लोगों की भीड़ ज्यादा होती थी, लेकिन पिछले दो साल में इसमें जबरदस्त कमी आई. अब न तो आम लोगों के घरों में आतंकियों को छिपने की जगह मिलती, दूसरा आतंकी और उनके ओजीडब्लू किसी भी तरह से लोगों को एनकाउंटर साइट पर इकट्ठा नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि अब घाटी के लोग आतंकवाद, आतंकी और उनके एजेंडे को पूरी तरह से नकारते दिख रहे हैं. ये भी पढ़ें: CBI और ED के डायरेक्टर के कार्यकाल को बढ़ाने वाले बिल को संसद की मंजूरी, विधेयक पर चर्चा से पहले ही विपक्ष ने किया वॉकआउट ये भी पढ़ेंः Corona Vaccination: भारत में कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा 134.53 करोड़ के पार, मंगलवार को 62 लाख से ज्यादा लोगों ने लगवाई वैक्सीन",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/corona-variant-omicron-will-have-to-keep-himself-ready-says-niti-aayog-member-vk-paul-959399.html,"ओमीक्रॉन का कहर! खुद को रखना होगा तैयार, जरूरत पड़ने पर कोरोना वैक्सीन में भी हो सके सुधार- NITI आयोग सदस्य वीके पॉल","नीति आयोग के सदस्य व कोविड कार्यबल के प्रमुख वी के पॉल. कोरोनावायरस का नया वेरिएंट ओमीक्रॉन दुनियाभर में तेजी से पैर पसार रहा है. इस बीच नीति आयोग के सदस्य व कोविड कार्यबल के प्रमुख वी के पॉल ने मंगलवार को कहा कि हम ओमिक्रॉन के संबंध में स्थिति को देख रहे हैं और दुनिया इसके विज्ञान को समझने की कोशिश कर रही है, लेकिन आज और आने वाले समय में हमें प्रत्येक वयस्क को कोविड के दो टीके लगाने का कार्य पूरा करने का प्रयास करना चाहिए. वीके पॉल ने कि भारत के पास ऐसे टीका मंच होने चाहिए जोकि वायरस के बदलते स्वरूप के साथ ”त्वरित अनुकूलनीय” हों. उद्योग संगठन सीआईआई द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पॉल ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत में कोविड-19 महामारी, स्थानिकता की दिशा में बढ़ रही है, जहां कम और मध्यम स्तर का संक्रमण जारी है. उन्होंने कहा, ‘संभावित परिदृश्य है कि उभरती परिस्थितियों में हमारे टीके अप्रभावी हो सकते हैं. ओमीक्रॉन के सामने आने के बीच पिछले तीन सप्ताह में, हमने देखा कि किस तरह कई तरह के संदेह सामने आए, जिनमें से कुछ वास्तविक भी हो सकते हैं, अब भी हमारे समाने अंतिम तस्वीर नहीं है. इसलिए, हमारे लिए यह आवश्यक है कि हमें त्वरित अनुकूलनीय टीका मंच होने को लेकर सुनिश्चित होना चाहिए. हमे ऐसी स्थिति के लिए खुद को तैयार रखना होगा, जहां हम बदलती परिस्थिति के अनुसार टीके में सुधार कर सकें. ऐसा हर तीन महीने में नहीं किया जा सकता हालांकि, ऐसा हर साल करना संभव हो सकता है.’ दिल्ली-महाराष्ट्र में मिले और ओमीक्रॉन के मामले ओमीक्रॉन वेरिए के मामले भारत में भी तेजी बढ़ रहे हैं. दिल्ली में मंगलवार को ओमीक्रॉन के चार नए मामले, जबकि महाराष्ट्र में आठ नए मामले सामने आए. इसके साथ ही देश में ओमीक्रॉन के मामलों की संख्या बढ़कर 61 तक पहुंच गई है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में चार और लोग कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रॉन से संक्रमित पाए गए हैं तथा ये सभी हाल में विदेश यात्रा कर चुके हैं. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को कहा कि राज्य में ओमीक्रॉन स्वरूप के आठ नए मामले दर्ज किए गए और इनमें से किसी भी मरीज ने हाल में विदेश यात्रा नहीं की है. स्वास्थ्य विभाग ने एक बुलेटिन में बताया कि नए मामलों के साथ ही सार्स-सीओवी-2 के नए स्वरूप से संक्रमित होने वालों की संख्या राज्य में बढ़कर 28 हो गई है. इनमें से सात मामले मुंबई में सामने आए हैं और संक्रमितों में तीन महिलाएं शामिल हैं. (भाषा इनपुट के साथ) ये भी पढ़ें: CBI और ED के डायरेक्टर के कार्यकाल को बढ़ाने वाले बिल को संसद की मंजूरी, विधेयक पर चर्चा से पहले ही विपक्ष ने किया वॉकआउट ये भी पढ़ेंः Corona Vaccination: भारत में कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा 134.53 करोड़ के पार, मंगलवार को 62 लाख से ज्यादा लोगों ने लगवाई वैक्सीन",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/corona-virus-omicron-variant-who-dg-tedros-told-77-countries-now-reported-cases-959149.html,"‘अब तक 77 देश से ओमीक्रॉन की पुष्टि, ज्‍यादातर देशों में हो सकते हैं नए वेरिएंट के मामले’, WHO ने जताई आशंका","दुनिया में ओमीक्रॉन का खतरा बढ़ता जा रहा है. (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर-PTI) कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन (Omicron variant) का प्रसार तेजी से दुनियाभर में होता जा रहा है. अब तक इस वेरिएंट के 77 देशों में पहुंचने की जानकारी मिली है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि अभी तक दुनिया के 77 देशों ने ओमीक्रॉन वेरिएंट के मामले अपने यहां मिलने की पुष्टि की है, लेकिन उसका कहना है कि इस वेरिएंट के मामले 77 से ज्यादा देशों में हो सकते हैं. डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉक्‍टर टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने कहा कि अब तक 77 देशों ने ओमीक्रॉन वेरिएंट के मामलों की सूचना दी है और वास्तविकता यह है कि ओमीक्रॉन शायद इससे अधिक देशों में है, भले ही अभी तक इसका पता नहीं चला है. उन्होंने कहा कि ओमीक्रॉन की जिस दर से फैलने की रफ्तार है वैसी रफ्तार पिछले किसी भी वेरिएंट के साथ नहीं देखी गई है. बूस्टर डोज के बारे में डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ने कहा, ‘मैं फिर से स्पष्ट कर दूं कि डब्ल्यूएचओ बूस्टर डोज के खिलाफ नहीं है. हम असमानता के खिलाफ हैं. हमारी मुख्य चिंता हर जगह लोगों की जान बचाना है.’ उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ को इस बात की चिंता है कि इस तरह के कार्यक्रम कोविड वैक्सीन जमाखोरी को दोहराएंगे जो हमने इस साल देखी है, और इससे असमानता बढ़ेगी. ओमीक्रॉन से पहली मौत ब्रिटेन में इससे पहले ओमीक्रॉन वेरिएंट के मामले आज सुबह तक 71 देशों में सामने आए थे. इस वेरिएंट से पूरी दुनिया में 8500 से ज्यादा लोग संक्रमित हैं. फिलहाल ओमीक्रॉन से एक संक्रमित एक सख्स की मौत भी हो गई है. यह मौत ब्रिटेन में हुई है. ओमीक्रॉन से संक्रमित होने वाले लोगों की सबसे अधिक संख्या ब्रिटेन में हैं, जहां पर 3100 लोगों को इस वेरिएंट ने अपना शिकार बनाया है. जबकि यूरोपीय देश डेनमार्क में 2400 से अधिक और नॉर्वे में 900 से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं. इसके अलावा, दक्षिण अफ्रीका में 770 लोग ओमीक्रॉन वेरिएंट की चपेट में आए हैं. भारत में अब तक 61 केस हालांकि, शुरुआती संकेतों से पता चलता है कि दक्षिण अफ्रीका में केस कम हो रहे हैं. यहां गौर करने वाली बात ये है कि दुनियाभर में बूस्टर डोज लगने के बाद भी लोग ओमीक्रॉन वेरिएंट की चपेट में आ रहे हैं. इजरायल, अमेरिका जैसे मुल्कों में लोगों को बूस्टर डोज लगाने का सिलसिला जारी है. लेकिन इन सबके बाद भी लोग ओमीक्रॉन वेरिएंट की चपेट में आए हैं. ओमीक्रॉन के अब तक 61 मामले आ चुके हैं. दिल्ली में इसके 4 नए केस सामने आए हैं. अब यहां ओमीक्रॉन के कुल 6 मरीज हो गए हैं. महाराष्ट्र में ओमीक्रॉन के 8 नए केस मिले हैं, जिनमें 7 अकेले मुंबई से है. पूरे देश की अगर बात करें तो महाराष्ट्र में कुल 28 केस आ चुके हैं. राजस्थान में 17, दिल्ली में 6, गुजरात में 4, कर्नाटक में 3 के अलावा केरल, आंध्रप्रदेश और चंडीगढ़ में 1-1 केस सामने आ चुके हैं. इस तरह से देश के 8 राज्यों में ओमीक्रॉन के मामले सामने आ चुके हैं. पाकिस्तान में भी ओमीक्रॉन की एंट्री भारत में पहले ही ओमीक्रॉन के मामले सामने आ चुके हैं. लेकिन पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन ने एंट्री मार ली है. कल सोमवार कराची में एक मरीज ओमीक्रॉन से संक्रमित पाया गया है. आगा खान विश्वविद्यालय अस्पताल (एकेयूएच) ने बताया कि जीन सिक्वेंसिंग के माध्यम से एक मरीज में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट का पता चला है. नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर (एनसीओसी) ने ट्वीट कर कहा, ‘इस्लामाबाद के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ इस बात की पुष्टि करने में सक्षम है कि कराची से हाल ही में संदिग्ध सैंपल वास्तव में SARS-CoV2 का ‘ओमीक्रॉन वेरिएंट’ है. यह पहले मामले की पुष्टि हुई है, लेकिन मामलों की पहचान करने के लिए सैंपलों की लगातार निगरानी की जा रही है.’ हाल ही में जिनेवा में डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस घेब्रेयसस ने ओमीक्रॉन के बढ़ते मामलों को लेकर कहा था कि अन्य वेरिएंट के सापेक्ष वृद्धि की सटीक दर को निर्धारित करना मुश्किल है. ये भी पढ़ें बूस्टर डोज के बाद भी नहीं थम रही दुनिया में ओमीक्रॉन वेरिएंट की रफ्तार, भारत में अब तक 43 लोग संक्रमित",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/jammu-and-kashmir-terrorists-from-pakistan-changed-the-way-of-attacking-know-here-all-details-959332.html,"जम्मू-कश्मीरः पाकिस्तान से आए दहशतगर्दों ने अटैक करने का तरीका बदला, TV9 भारतवर्ष की पड़ताल में हुआ खुलासा","श्रीनगर में सोमवार शाम सुरक्षा बलों पर आतंकियों ने हमला किया. (सांकेतिक तस्वीर) आपने कहावत सुनी होगी. सांप को कितना भी दूध पिलाओ वो डसना नहीं छोडता. वही हाल पाकिस्तान का है. पाकिस्तान भले ही इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म पर खुद को पाक साफ बताने की कोशिश करे, लेकिन आतंक के साथ उसका रिश्ता बार बार एक्सपोज हो जाता है. ये क्लियर हो जाता है कि पाकिस्तान ही आतंक का केंद्र बिंदु है. बड़ा एपिसेंटर है. कल भी ऐसा ही हुआ था. पाकिस्तान के दो आतंकवादियों ने जम्मू कश्मीर पुलिस की बस पर हमला कर दिया. इस हमले में तीन जवान शहीद हो गए, लेकिन पुलिस ने जब सुराग इकट्ठा किए. जांच की तो सबकुछ शीशे की तरह साफ हो गया, जो बातें की जा रही थी कि ये कश्मीर टाइगर्स नाम के आतंकी संगठन का काम है. वो असल में कोई और नहीं जैश ए मोहम्मद के मौलाना मसूद अजहर के पाले हुए आतंकवादी थे, दहशतगर्द थे.. बात सिर्फ इतनी नहीं है, पता तो ये भी चला है कि जिस वक्त जम्मू कश्मीर पुलिस के जवान आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दे रहे थे, उनका मुकाबला कर रहे एक दहशतगर्द के पांव में गोली लगी. उसे लहूलुहान कर दिया, लेकिन इसी दौरान उसके दो साथियों ने अंधेरे का फायदा उठाकर उसे अपने साथ लिया और फिर ये तीनों मौके से फरार हो गए. पुलिस ने आतंकी की ब्लड ट्रेल से उनकी लोकेशन ट्रेस कर ली है. किसी भी वक्त आतंकियों को दो गज जमीन में पहुंचाने की खबर आ सकती है. लेकिन, सवाल है कि आखिर ये पूरा इलाका था कैसा? आखिर कैसे ये दहशतगर्द मौके से फरार होने में कामयाब हो गए, क्या इनकी मदद के लिए कोई पहले से मौजूद था, तो इन सवालों का पता लगाने के लिए दिल्ली से हमारे रिपोर्टर सुमित चौधरी और श्रीनगर में मौजूद इरफान कुरैशी ने बड़ी पडताल की. हमारे संवाददाता ने बताया कि पंथा चौक शहर का बाहरी इलाका है और जब यहां से श्रीनगर की तरफ एंटर करते हैं तो रास्ता काफी संकरा है. रोड की चौड़ाई कम है और आसपास कई ऐसे रूट्स हैं जिनसे आसानी से जंगलों की तरफ निकला जा सकता है इसीलिए आतंकियों मौके से फरार हो सके. आतंकियों ने श्रीनगर के बटमालू इलाके में मो शफी डार नाम के शख्स को टारगेट किया हमारी पड़ताल के दौरान पाकिस्तान की कुछ और साजिशों का खुलासा हुआ. पता चला कि पाकिस्तान से आए दहशतगर्दों ने इस बार अटैक करने के तरीके में बदलाव किया था. पहले सिक्योरिटी फोर्सेस के काफिले को IED के उड़ाने की साजिश होती थी. विस्फोटक वाले सुसाइड आतंकी तैयार किए जाते थे, लेकिन इस बार स्टील कोटेड वाली बुलेट्स से हमला किया गया. अगर पिछले दिनों कश्मीर में हुई आतंकी वारदातों का ट्रेंड नोट करेंगे, तो पता चलेगा कि आतंकवादी अब कश्मीर के लोगों को टारगेट कर रहे हैं. वो बेगुनाह कश्मीर लोगों का खून बहा रहे हैं. दो अक्टूबर को आतंकियों ने श्रीनगर के बटमालू इलाके में मो शफी डार नाम के शख्स को टारगेट किया. 5 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों ने तीन अलग-अलग वारदातों में तीन लोगों की हत्या कर दी. इनमें श्रीनगर के मशहूर केमिस्ट मक्खन लाल बिंद्रू भी शामिल थे. इसी तरह 7, अक्टूबर को आतंकवादियों ने श्रीनगर में स्कूल में घुसकर फायरिंग की, प्रिंसिपल समेत टीचर को मार डाला. अब ढूंढ ढूंढकर एंकाउंटर करने की तैयारी आठ नवंबर को एक श्रीनगर के ओल्ट सिटी इलाके में एक मुस्लिम सेल्समेन को गोली मार दी. 15 नवंबर को श्रीनगर के ईदगाह इलाके में ग्रेनेड फेंका, जिसमें एक पुलिसवाला और सिविलियन घायल हो गया. हमारे रिपोर्टर सुमित चौधरी ने ये भी बताया कि इस वक्त कश्मीर घाटी में क़रीब 38 पाकिस्तान के आतंकियों ऐक्टिव हैं उसमें 27 लश्कर के और 11 जैश के आतंकी है. इनमें भी 4 आतंकी श्रीनगर, 3 कुलगाम, 10 पुलवामा, 10 बारामूला में और 11 आतंकी कश्मीर के अलग अलग इलाकों में छुपे हो सकते हैं. जिन्हें अब ढूंढ ढूंढकर एंकाउंटर करने की तैयारी है. इसीलिए हम आतंक को रक्तबीज कह रहे हैं क्योंकि पौराणिक कथाओं के अनुसार रक्तबीज एक ऐसा दानव था, जिसके खून की हर बूंद से उसके ही जैसा दानव पैदा हो जाता था. कुछ उसी तरह आतंकियों के नए-नए संगठन बन रहे हैं, लेकिन ये भी तय है कि रक्तबीज की तरह इनका खात्मा भी होगा और पाकिस्तान से भी इस छद्म युद्ध का हिसाब होगा.",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/maharashtra/mumbai-news/news-rapid-rt-pcr-test-to-cost-rs-1975-at-mumbai-airport-news-hindi-1-499811-KKN.html,"मुंबई एयरपोर्ट पर रैपिड आरटी-पीसीआर टेस्ट का शुल्क होगा 1,975 रुपये","मुंबई। मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे (सीएसएमआईए) ने बुधवार को कहा कि सीएसएमआईए में रैपिड आरटी-पीसीआर टेस्ट का शुल्क 1,975 रुपये होगा। सीएसएमआईए के प्रवक्ता के अनुसार, यह कदम महाराष्ट्र सरकार द्वारा जारी नए निर्देश के अनुरूप है। प्रवक्ता ने कहा, ""आरटी-पीसीआर टेस्ट का शुल्क 500 रुपये जारी रहेगा। सीएसएमआईए हमारे यात्रियों की सुविधा और आसानी के लिए व्यापक टेस्ट बुनियादी ढांचा प्रदान करता रहेगा। सीएसएमआईए सभी अनिवार्य कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करेगा।"" केंद्र ने भारत आने वाले अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट की प्री-बुकिंग करना अनिवार्य कर दिया है। 6 प्रमुख भारतीय हवाईअड्डों पर पहुंचने वाले अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों को अपने टेस्टों की प्री-बुकिंग करनी होगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार, सिस्टम को स्थिर करने और यात्रियों को प्री-बुकिंग में कोई समस्या ना हो, यह सुनिश्चित करने के लिए पहले चरण में 6 मेट्रो शहरों- दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु और हैदराबाद में नया नियम लागू किया जाएगा। (आईएएनएस)",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-high-court-notice-to-delhi-government-on-making-chief-secretary-election-commissioner-news-hindi-1-499810-KKN.html,मुख्य सचिव को चुनाव आयुक्त बनाने पर दिल्ली सरकार को हाईकोर्ट का नोटिस,"नई दिल्ली। दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली के मुख्य सचिव विजय कुमार देव की 21 अप्रैल, 2022 से चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्ति को चुनौती देने वाली एक याचिका पर बुधवार को दिल्ली सरकार को नोटिस जारी किया। मुख्य न्यायाधीश डी.एन. पटेल और न्यायमूर्ति ज्योति सिंह की पीठ भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक डॉ. नंद किशोर गर्ग द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें कहा गया है कि यह नियुक्ति 'राजनीति से प्रेरित' है, क्योंकि मुख्य सचिव को दिल्ली सरकार के सभी प्रशासनिक और नीतिगत फैसलों की जानकारी होती है। अदालत ने नोटिस जारी कर मामले को आगे की सुनवाई के लिए 31 मार्च, 2022 को सूचीबद्ध किया। अधिवक्ता शशांक देव सुधी के माध्यम से दायर याचिका में याचिकाकर्ता ने दिल्ली सरकार को चुनाव आयुक्त के रूप में देव की नियुक्ति के आदेश को वापस लेने का निर्देश देने की मांग की, क्योंकि यह 'नियमों का उल्लंघन' है और यह राष्ट्रीय राजधानी में नगर निगमों के होने वाले चुनाव में 'निहित स्वार्थ को प्रेरित करेगा'। याचिका में नियुक्ति के साथ चुनाव प्रक्रिया के परिणाम में हेरफेर की संभावना का भी आरोप लगाया गया है। याचिका में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि यह आदेश संविधान के अनुच्छेद 243के का भी उल्लंघन है, जिसके तहत स्वतंत्र चुनाव आयुक्त की नियुक्ति सुनिश्चित की जाती है। याचिकाकर्ता ने इसे समय से पहले आया आदेश बताते हुए चुनाव आयुक्त की नियुक्ति के लिए व्यापक दिशा-निर्देश मांगे, ताकि उम्मीदवार की निष्पक्षता और तटस्थता सुनिश्चित की जा सके। एजीएमयूटी (अरुणाचल प्रदेश, गोवा, मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेशों) कैडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी देव ने 2018 में अंशु प्रकाश के बाद मुख्य सचिव के रूप में पदभार ग्रहण किया था। दिल्ली में पिछला नगर निगम चुनाव अप्रैल, 2017 में हुआ था। तीन निगमों - पूर्वी, उत्तरी और दक्षिणी दिल्ली नगर निगमों के निर्वाचित सदस्यों का पांच साल का कार्यकाल अप्रैल, 2022 में समाप्त होने वाला है। इस चुनाव में 272 नए नगर पार्षदों को चुना जाना है। (आईएएनएस)",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/kerala/thiruvananthapuram-news/news-kerala-govt-announces-aid-job-to-coonoor-victim-wife-news-hindi-1-499809-KKN.html,"केरल सरकार ने कुन्नूर हादसे में जान गंवाए जवान की पत्नी को वित्तीय सहायता, नौकरी देने की घोषणा की","तिरुवनंतपुरम। केरल सरकार ने बुधवार को जूनियर वारंट ऑफिसर ए. प्रदीप की पत्नी को सरकारी नौकरी और 8 लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की। प्रदीप 8 दिसंबर को तमिलनाडु में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और 13 अन्य लोगों के साथ जान गंवाई थी। मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन की अध्यक्षता में साप्ताहिक कैबिनेट बैठक में यह निर्णय लिया गया। श्रीलक्ष्मी को नौकरी देने के निर्णय की घोषणा राज्य के राजस्व मंत्री के. राजन ने की। नौकरी की प्रकृति का फैसला उनकी शैक्षणिक योग्यता को ध्यान में रखकर किया जाएगा। राजन ने कहा, ""8 लाख रुपये की वित्तीय सहायता, जिसमें प्रदीप के बीमार पिता को 3 लाख रुपये और श्रीलक्ष्मी को 5 लाख रुपये शामिल हैं।"" 38 वर्षीय प्रदीप की अंतिम यात्रा पिछले शनिवार को सुलूर में शुरू हुई थी, जहां से उनके पार्थिव शरीर को त्रिशूर में उनके घर लाया गया था। इस दौरान प्रदीप के घर पर भारी भीड़ जमा हो गई थी, जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके पिता (जो एक दिहाड़ी मजदूर थे) ने 2002 में बेटे के आईएएफ में शामिल होने के बाद काम करना बंद कर दिया था। प्रदीप अपने बीमार पिता की देखभाल करने के लिए छुट्टी पर आए थे। उनके पिता दो सप्ताह तक अस्पताल में भर्ती थे और त्रासदी से ठीक चार दिन पहले सुलूर के लिए रवाना हुए थे। उनकी मां राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कार्यक्रम में स्थानीय कार्यबल की सदस्य थीं। (आईएएनएस)",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-meta-and-cbse-to-train-1-crore-students-and-10-lakh-teachers-for-digital-security-news-hindi-1-499804-KKN.html,डिजिटल सुरक्षा के लिए 1 करोड़ छात्रों और 10 लाख शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे मेटा और सीबीएसई,"नई दिल्ली। मेटा ने बुधवार को एक करोड़ से अधिक छात्रों और दस लाख शिक्षकों के लिए डिजिटल सुरक्षा पर एक पाठ्यक्रम प्रदान करने के लिए सीबीएसई के साथ अपनी साझेदारी का विस्तार करने की घोषणा की है। मेटा (पूर्व में फेसबुक) के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग ने बुधवार को यह जानकारी दी। इसके अलावा, शिक्षा को सार्वभौमिक बनाने के सरकार के ²ष्टिकोण के साथ, मेटा और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) इस समझौते के जरिए छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक सामग्री तक ऑनलाइन पहुंच की अनुमति देकर माध्यमिक शिक्षा पाठ्यक्रम को पेश करेंगे। यह सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होगा। मेटा के 'फ्यूल फॉर इंडिया, 2021' वर्चुअल इवेंट में जुकरबर्ग ने कहा, ""मैं इस साझेदारी को लेकर वास्तव में उत्साहित हूं। मुझे लगता है कि यह इस उद्यमशीलता की भावना और इन उपकरणों में से कुछ को मेटावर्स के आसपास लाने और भारत में शिक्षा प्रणाली के लिए प्रशिक्षण देने का यह एक बड़ा अवसर है।"" अगले तीन वर्षों में, साझेदारी का उद्देश्य शिक्षकों को नए युग के टूल और कौशल के साथ सशक्त बनाना है, जो जनरेशन जेड और जेनरेशन अल्फा छात्रों को जिम्मेदार डिजिटल नागरिकों के रूप में विकसित करने के लिए आवश्यक हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप, मेटा और सीबीएसई एआर और वर्चुअल रियलिटी (वीआर) जैसी इमर्सिव तकनीकों को एकीकृत करने वाले पाठ्यक्रम के विकास पर सहयोग करेंगे, जो एक डिजिटल परि²श्य में विकसित होने के लिए प्रासंगिक है। सीबीएसई के निदेशक (कौशल शिक्षा और प्रशिक्षण) बिस्वजीत साहा ने कहा, ""यह साझेदारी हमारे शिक्षकों को छात्र जुड़ाव के लिए ऑनलाइन टूल का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए आवश्यक कौशल से लैस करने में मदद करेगी।"" साहा ने कहा, ""यह समझते हुए कि 'डिजिटल इंडिया' का युग शुरू हो गया है, हम सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक सामग्री प्रदान करने के साथ-साथ पाठ्यक्रम में डिजिटल नागरिकता और संवर्धित वास्तविकता की शुरुआत के साथ जिम्मेदार डिजिटल नागरिकों का निर्माण करना चाहते हैं।"" जून 2020 में 'एफबी फॉर एजुकेशन' पहल का पहला चरण लॉन्च हुआ था। यह स्टूडेंट्स और टीचर्स को भविष्य के कार्यों के लिए तैयार करने और एक सुरक्षित ऑनलाइन वातावरण और सीखने का अनुभव निर्मित करने के लक्ष्य से शुरू किया गया है। इससे 500,000 से अधिक छात्रों ने डिजिटल सुरक्षा जैसे विषयों में रुचि दिखाई और 14,000 से अधिक शिक्षकों ने एआर में प्रशिक्षण के लिए आवेदन किया। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-scheme-to-promote-transactions-on-rupay-debit-card-bhim-upi-approved-news-hindi-1-499802-KKN.html,"रुपे डेबिट कार्ड, भीम-यूपीआई पर लेनदेन को बढ़ावा देने वाली योजना को मिली मंजू","नई दिल्ली। देश में रुपे डेबिट कार्ड और 2,000 रुपये तक के कम मूल्य वाले भीम-यूपीआई लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए एक प्रोत्साहन योजना को बुधवार को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी। इस योजना के तहत अधिग्रहण करने वाले बैंकों को सरकार द्वारा रुपे डेबिट कार्ड और कम मूल्य वाले भीम-यूपीआई भुगतान के माध्यम से किए गए लेनदेन के मूल्य के प्रतिशत का भुगतान कर प्रोत्साहित किया जाएगा। 1 अप्रैल, 2021 से प्रभावी एक वर्ष की अवधि के लिए अनुमानित वित्तीय परिव्यय 1,300 करोड़ रुपये है। यह योजना बैंकों को एक मजबूत डिजिटल भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण और रुपे डेबिट कार्ड और भीम-यूपीआई डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने, आबादी वाले सभी क्षेत्रों में और देश में डिजिटल भुगतान को और गहरा करने की सुविधा देगी। यह गैर-बैंकिंग और हाशिए पर रहने वाली आबादी, जो औपचारिक बैंकिंग और वित्तीय प्रणाली से बाहर हैं, को भुगतान के सुलभ डिजिटल तरीके बनाने में भी मदद करेगा। भारत आज दुनिया के सबसे कुशल भुगतान बाजारों में से एक है। ये विकास भारत सरकार की पहल और डिजिटल भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र में विभिन्न खिलाड़ियों द्वारा नवाचार की पहल का परिणाम है। यह योजना फिनटेक स्पेस में अनुसंधान, विकास व नवाचार को और बढ़ावा देगी। साथ ही, सरकार को देशों के विभिन्न हिस्सों में डिजिटल भुगतान को और गहरा करने में मदद करेगी। देश में डिजिटल लेनदेन को और बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा वित्तवर्ष 2021-22 की बजट घोषणाओं के अनुपालन में यह योजना तैयार की गई है। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/tamil-nadu/chennai-news/news-health-department-on-high-alert-after-increase-in-suspected-omicron-cases-in-tamil-nadu-news-hindi-1-499801-KKN.html,तमिनलाडु में संदिग्ध ओमिक्रॉन मामलों में बढ़ोत्तरी के बाद हाई अलर्ट पर स्वास्थ्य विभाग,"चेन्नई। नाइजीरिया से लौटे एक ही परिवार के 7 लोग ओमिक्रॉन संदिग्ध, किंग इंस्टीट्यूट ऑफ प्रिवेंटिव मेडिसिन में निगरानी में हैं। इसी के साथ तमिलनाडु स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट पर है। राज्य में कोविड-19 मामलों में भी मामूली वृद्धि दर्ज की गई है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने राज्य के स्वास्थ्य सचिव से मुलाकात की और सभी जिला कलेक्टरों और जिला सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों को कोविड -19 मामलों में वृद्धि की संभावना और उठाए जाने वाले निवारक उपायों के बारे में सचेत किया है। स्टाफ नर्सों और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ ऐसे लोगों के घर पहुंचकर टीकाकरण अभियान जोरों पर चल रहा है, जिन्होंने कोरोना की एक खुराक ली है और साथ ही राज्य के सभी जिलों में टेस्टिंग को कई गुना बढ़ाया जा रहा है। राज्य का स्वास्थ्य विभाग दूसरे टीकों की संख्या भी बढ़ा रहा है और 38 प्रतिशत से अधिक आबादी पहले ही दूसरे टीके ले चुकी है। विभाग ने सभी चार अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों को भी अलर्ट कर दिया है और यात्रियों की रैंडम जांच तेज कर दी है। गैर-जोखिम वाले देशों से हवाई अड्डे पर आने वाले कुल यात्रियों में से 2 प्रतिशत के बीच जांच से स्वास्थ्य विभाग को नाइजीरिया से चेन्नई पहुंचे एक ही परिवार के 7 लोगों में ओमिक्रॉन पॉजिटिव होने की संभावना का पता लगाने में मदद मिली है। विशेष रूप से, नाइजीरिया को 'जोखिम वाले' देशों की सूची में शामिल नहीं किया गया था। मा सुब्रमण्यम ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, ""हमने सतर्कता और निगरानी बढ़ा दी है, लेकिन घबराने की कोई जरूरत नहीं है। टीकाकरण अभियान में तेजी आई है और कई लोग वैक्सीन लेने के लिए आगे आ रहे हैं।"" कोविड -19 मामले और स्वास्थ्य सचिव सभी जिला कलेक्टरों और जिला स्वास्थ्य अधिकारियों के सीधे संपर्क में हैं, ताकि स्थिति का प्रबंधन किया जा सके। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/himachal-pradesh/dharamshala-news/news-himachal-collecting-information-about-covid-19-deaths-news-hindi-1-499798-KKN.html,कोविड -19 से हुई मौतों की जानकारी इकट्ठा कर रही है हिमाचल प्रदेश सरकार,"धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश सरकार ने बुधवार को विधानसभा को सूचित किया कि वह राज्य में कोविड-19 के कारण मरने वालों की वास्तविक संख्या के बारे में जानकारी एकत्र कर रही है। एक लिखित उत्तर में, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री राजीव सैजल ने कहा कि पिछले दो वर्षों में कोरोनोवायरस के मामलों की संख्या के बारे में डेटा एकत्र किया जा रहा है। साथ ही इस वायरस से मरने वालों की संख्या के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। वह कांग्रेस के तीन विधायकों आशीष बुटेल, रोहित ठाकुर और राजिंदर राणा के एक सवाल का जवाब दे रहे थे। साथ ही प्रत्येक प्रभावित परिवार को दिए जाने वाले मुआवजे की जानकारी भी मांगी। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/lucknow-news/news-angry-girl-for-not-getting-job-sitting-on-top-of-water-tank-for-last-120-days-news-hindi-1-499797-KKN.html,"नौकरी नहीं मिलने से नाराज युवती, पिछले 120 दिनों से बैठी है पानी की टंकी के ऊपर","लखनऊ। पिछले 120 दिनों से 36 वर्षीय शिखा पाल लखनऊ के निशातगंज इलाके में शिक्षा निदेशालय के पास पानी की टंकी के ऊपर रह रही हैं। उनका लक्ष्य किसी तरह के रिकॉर्ड बनाना नहीं, बल्कि यह एक तरह का विरोध है। शिखा मांग कर रही है कि सरकार उन्हें उन 22,000 सीटों में शामिल करें, जो हाल ही में शिक्षण के 69,000 पदों पर भर्ती के दौरान खाली हुई थीं। शिखा का दावा है कि उसने लखनऊ विश्वविद्यालय से वाणिज्य में मास्टर डिग्री पूरी की है, लेकिन फिर भी नौकरी के लिए संघर्ष करने को मजबूर है। उसका कहना है कि उसे पानी की टंकी के ऊपर अपने दिन और ठंडी दिसंबर की रातें बिताने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। शिखा ने कहा, ""मैं वॉशरूम का उपयोग करने के अलावा किसी और चीज के लिए अपनी जगह नहीं छोड़ती। टैंक के नीचे प्रदर्शनकारी मुझे एक रस्सी के माध्यम से एक बैग में भोजन और अन्य आवश्यक चीजें देते हैं। मैं एक पावर बैंक का उपयोग करके अपना मोबाइल फोन चार्ज करती हूं। मेरी मां मुझ पर निर्भर है, लेकिन मैं विरोध जारी रख रही हूं।"" शिखा ने कहा कि वह शिक्षा विभाग द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाने को भी तैयार हैं। उन्होंने कहा, 120 दिन हो गए, लेकिन सरकार ने मेरे विरोध का संज्ञान तक नहीं लिया है। इस बीच, स्कूली शिक्षा महानिदेशक अनामिका सिंह ने कहा, ""वे हमसे कई बार मिल चुकी हैं। हमने उन्हें चीजें भी समझाई हैं। यह विरोध करने का तरीका नहीं है। हम उनके प्रति सहानुभूति रखते हैं। हम बातचीत के लिए तैयार हैं।"" --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-pm-krishi-sinchai-yojana-gets-extension-with-an-assurance-of-rs-93068-crore-news-hindi-1-499795-KKN.html,"पीएम कृषि सिंचाई योजना को 93,068 करोड़ रुपये के आश्वासन के साथ मिला विस्तार","नई दिल्ली। आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीईसीए) ने बुधवार को 93,068 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ 2021-26 के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई) के कार्यान्वयन को मंजूरी दे दी। कैबिनेट की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि सीसीईए ने पीएमकेएसवाई 2016-21 के दौरान सिंचाई विकास के लिए भारत सरकार द्वारा लिए गए ऋण के लिए राज्यों को 37,454 करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता और 20,434.56 करोड़ रुपये के ऋण भुगतान को मंजूरी दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में 2021-26 के दौरान निरंतरता के लिए त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम (एआईबीपी), हर खेत को पानी (एचकेकेपी) और वाटरशेड विकास घटकों को मंजूरी दी गई। केंद्र के प्रमुख कार्यक्रम एआईबीपी का उद्देश्य सिंचाई परियोजनाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। एआईबीपी के तहत 2021-26 के दौरान कुल अतिरिक्त सिंचाई क्षमता सृजन का लक्ष्य 13.88 लाख हेक्टेयर है। उनके 30.23 लाख हेक्टेयर कमांड क्षेत्र के विकास सहित 60 चल रही परियोजनाओं को ध्यान से पूरा करने के अलावा, अतिरिक्त परियोजनाएं भी शुरू की जा सकती हैं। विज्ञप्ति में कहा गया है कि आदिवासी और सूखा वाले क्षेत्रों के लिए चल रहीं परियोजनाओं के समावेशन मानदंड में ढील दी गई है। साल 2015 में शुरू की गई पीएमकेएसवाई एक छत्र योजना है, जो विशिष्ट गतिविधियों के लिए राज्य सरकारों को केंद्रीय अनुदान प्रदान करती है। इसमें जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग के दो प्रमुख घटक शामिल हैं, यानी त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम (एआईबीपी), और हर खेत को पानी (एचकेकेपी)। एचकेकेपी, बदले में, चार उप-घटक, कमांड एरिया डेवलपमेंट (सीएडी), भूतल लघु सिंचाई (एसएमआई), जल निकायों की मरम्मत, नवीनीकरण और बहाली (आरआरआर), और भूजल विकास के होते हैं। इसके अलावा जलसंभर विकास भाग का क्रियान्वयन भूमि संसाधन विभाग द्वारा किया जा रहा है। पीएमकेएसवाई के एक अन्य घटक 'प्रति बूंद अधिक फसल' को कृषि और किसान कल्याण विभाग द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/andhra-pradesh/hyderabad-news/news-9-killed-as-rtc-bus-falls-into-river-in-andhra-pradesh-news-hindi-1-499792-KKN.html,आंध्र प्रदेश में आरटीसी बस के नदी में गिरने से 9 की मौत,"अमरावती। आंध्र प्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिले में एक बस के नाले में गिरने से नौ लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए। हादसा जिला मुख्यालय एलुरु से करीब 55 किलोमीटर दूर जंगारेड्डीगुडेम मंडल के जलेरू में हुआ। पुलिस के अनुसार, आंध्र प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बस एक पुल की रेलिंग से टकरा गई और नदी में गिर गई, जब चालक विपरीत दिशा से आ रही एक लॉरी से टकराने से बचने की कोशिश कर रहा था। मृतकों में बस चालक और पांच महिलाएं शामिल हैं। 8 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक घायल ने जंगारेड्डीगुडेम के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया। वेलुरुपाडु से 47 यात्रियों के साथ बस जंगारेड्डीगुडेम जा रही थी। करीब एक दर्जन यात्री घायल हो गये, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे के फौरन बाद स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। कुछ यात्री खिड़कियों के माध्यम से बस से बाहर निकलने में सफल रहे और बचावकर्मियों ने नावों को तैनात कर उन्हें सुरक्षित निकाल लिया। वरिष्ठ पुलिस और राजस्व अधिकारी मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य का जायजा लिया। मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने बस दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। रेड्डी ने मारे गए लोगों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को घायलों का बेहतर इलाज सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है। परिवहन मंत्री पर्नी नानी ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से गहन जांच और रिपोर्ट जमा करने को कहा है। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/rajasthan/jaipur-news/news-if-the-farmer-is-happy-then-the-country-will-be-happy-news-hindi-1-499785-KKN.html,किसान खुशहाल होगा तो देश खुशहाल होगा,"जयपुर। भारतीय किसान संघ जयपुर प्रान्त का त्रिवार्षिक अधिवेशन बलराम भवन वैशाली नगर में बुधवार को सम्पन्न हुआ। यह जयपुर प्रांत का दो दिवसीय अधिवेशन था। इस अधिवेशन में किसानों की समस्याओं को जोर-शोर से सरकार के सामने उठाने की बात कही गई। उनका कहना था कि किसान खुशहाल होगा तो गांव खुशहाल होगा और गांव खुशहाल होगा तो देश खुशहाल होगा। मुख्य निर्वाचनअधिकारी भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य मणिलाल लबाना की मौजूदगी में सर्वसम्मति से भारतीय किसान संघ की जयपुर प्रांत की कार्यकारिणी घोषित की गई। इसमें जयपुर प्रांत अध्यक्ष के रूप में कालूराम बागड़ा मनसा रामपुरा का सर्वसम्मति से अध्यक्ष और सांवरमल सोलेट प्रांत महामंत्री बनाया गया। नवनिर्वाचित प्रांत महामंत्री सोलेट ने जयपुर प्रांत की नई कार्यकारिणी की घोषणा की।",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/rajasthan/jaipur-news/news-important-policy-decisions-in-the-state-cabinet-meeting-policy-for-regularization-of-dense-population-settled-on-pasture-land-news-hindi-1-499784-KKN.html,"राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय,चारागाह भूमि पर बसी सघन आबादी के नियमितिकरण के लिए नीति","जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर राज्य मंत्रिमंडल की बैठक मेंसंविदा नियुक्ति के लिए नियम बनाने, चरागाह भूमि पर बसी सघन आबादी के नियमितिकरण के लिए नीति के प्रारूप के अनुमोदन सहित कई अन्य महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय किए गए। मंत्रिमंडल ने राज्य एवं केन्द्र सरकार की विभिन्नयोजनाओं, परियोजनाओं एवं कार्यक्रमों की क्रियान्विति के उद्देश्य से एक निश्चित अवधि के लिए रखे जाने वाले कार्मिकों की संविदा नियुक्ति के लिए ‘राजस्थान काॅन्ट्रेक्चुअल अपाॅइंटमेंट टू सिविल पोस्ट्स रूल्स-2021‘ बनाये जाने का अनुमोदन किया है। केबिनेट के इस निर्णय से मैनपावर की आवश्यकता की पूर्ति के लिए ऐसे कार्मिकों को संविदा पर नियुक्त करने के नियम बनाये जाने का मार्ग प्रशस्त होगा। केबिनेट ने चारागाह भूमि पर बसी सघन आबादी के नियमितिकरण के लिए प्रस्तावित नीति के प्रारूप का अनुमोदन किया है। चारागाह भूमि का वर्गीकरण परिवर्तन व्यापक जनहित में ही अन्य राजकीय भूमि की अनुपलब्धता होने पर किया जाएगा। नीति के तहत चारागाह भूमि पर कम से कम 30 वर्ष से घर बनाकर रह रहे परिवारों में से प्रति परिवार अधिकतम 100 वर्गमीटर का पट्टा दिया जाएगा। आयकरदाता व्यक्ति को इसका लाभ नहीं दिया जाएगा। इस नीति से चारागाह भूमि पर बसे निर्धन परिवारों को पट्टा मिल सकेगा। राज्य में 1500 मेगावाट केसोलर पार्क की स्थापना का मार्ग प्रशस्त मंत्रिमंडल ने राज्य में 1500 मेगावाट क्षमता के सोलर पार्क की स्थापना के लिए राज्य सरकार तथा मैसर्स अदाणी रिन्यूबल एनर्जी पार्क राजस्थान लिमिटेड की हिस्सेदारी की ज्वाॅइन्ट वेंचर कंपनी को जैसलमेर के भीमसर एवं माधोपुरा, सदरासर गांव में 1324.14 हैक्टेयर तथा बाटयाडू एवं नेडान गांव में 276.86 हैक्टेयर राजकीय भूमि सशर्त कीमतन आवंटित करने की मंजूरी दी है। इसके अतिरिक्त करीब 30 मेगावाट विंड सोलर हाइब्रिड पावर प्रोजेक्ट की स्थापना के लिए केरालियां गांव में 64.38 हैक्टेयर राजकीय भूमि को लीज पर सशर्त कीमतन आवंटित करने की मंजूरी दी गई। इससे सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी और रोजगार के अवसर सृजित होंगे। इथेनाॅल उत्पादन इकाइयों को मिलेगा रिप्स के तहत इंसेंटिव बैठक में प्रदेश में इथेनाॅल उत्पादन इकाइयों की स्थापना को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से राजस्थान इथेनाॅल प्रोडक्शन प्रमोशन पाॅलिसी-2021 को मंजूरी दी गई। यह नीति स्थाई एवं वैकल्पिक ईंधन के रूप में इथेनाॅल के उत्पादन को बढावा देगी। इस नीति के तहत लगने वाली इथेनाॅल उत्पादन इकाइयों को रिप्स-2019 के प्रावधानों के तहत इंसेंटिव देय होंगे। इससे राज्य के भूजल सुरक्षित क्षेत्रों (सेफ ब्लाॅक्स) में इथेनाॅल प्लांट नियमानुसार स्थापित हो सकेंगे, जिससे औद्योगिकीकरण को बढावा मिलेगा। साथ ही किसानों, उद्यमियों एवं कामगारों के लिए लाभ के अवसर उत्पन्न होंगे। एटीपी की सीधी भर्ती में बी. प्लानिंग एवं एम. प्लानिंग की अर्हता शामिल बैठक में राजस्थान नगर नियोजन सेवा नियम-1966 में संशोधन को मंजूरी दी गई। इससे सहायक नगर नियोजक की सीधी भर्ती के लिए आवश्यक अर्हता में बैचलर आॅफ प्लानिंग तथा मास्टर ऑफ प्लानिंग को सम्मिलित किया जा सकेगा। इस निर्णय से नगर नियोजन विभाग में टाउन प्लानिंग से संबंधित उच्च योग्यता, विशेषज्ञता एवं अनुभव रखने वाले अभ्यर्थी उपलब्ध हो सकेंगे। जिससे आमजन के नगर नियोजन संबंधी कार्यों को सुगमता से संपादित किया जा सकेगा। शौचालय रखरखाव के लिए आरटीपीपी एक्ट में जुड़ेगा सुलभ इंटरनेशनल मंत्रिमंडल ने राजस्थान लोक उपापन में पारदर्शिता अधिनियम-2012 तथा राजस्थान लोक उपापन में पारदर्शिता अधिनियम-2013 के तहत जारी अधिसूचना में सुलभ इंटरनेशनल सोशल सर्विस आॅर्गेनाइजेशन को जोडने का निर्णय किया है। इससे राज्य के सभी विभागों एवं विकास प्राधिकरणों, यूआईटी, नगर निगम, नगर परिषदों,नगर पालिकाओं आदि को शौचालय निर्माण, रखरखाव एवं संचालन का कार्य समयबद्ध एवं त्वरित रूप से किए जाने के लिए एक विकल्प उपलब्ध हो सकेगा। राजस्थान फाइनेंशियल सर्विसेज डिलीवरी लि. का होगा गठन बैठक में राजस्थान फाइनेंशियल सर्विसेज डिलीवरी लिमिटेड का गठन करने की मंजूरी दी गई। इस संस्था के गठन से राजकीय विभागों तथा स्वायत्तशासी संस्थाओं को लोक उपापन, अनुबंध प्रबंधन, कराधान, सेवा नियमोंआदि क्षेत्रों में आवश्यक विशेषज्ञता, परामर्श एवं सहयोग मिल सकेगा। मंत्रिमंडल ने जालूपुरा स्थित विधायक आवासों की भूमि का स्वामित्व सामान्य प्रशासन विभाग से जयपुर विकास प्राधिकरण को हस्तांतरित करने का अनुमोदन किया है। इससे विधायकों के लिए विधायक नगर पश्चिम में बहुमंजिला आवासों के निर्माण में सुगमता होगी। केबिनेट ने राजकीय महाविद्यालय बीदासर का नामकरण ‘श्री संावरलाल सुशीला देवी सुथार राजकीय महाविद्यालय बीदासर‘ किए जाने को मंजूरी दी है।बैठक में भू-आवंटन नीति-2015 के प्रावधानों में शिथिलता प्रदान करते हुए भरतपुर की श्यामा प्रसाद मुखर्जी नगर योजना में मीणा छात्रावास के लिए 17 बिस्वा भूमि निःशुल्क आवंटित करने का अनुमोदन भी किया गया।",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/maharashtra/mumbai-news/news-aryan-khan-not-required-to-attend-ncb-office-on-friday-bombay-high-court-news-hindi-1-499781-KKN.html,आर्यन खान को शुक्रवार को एनसीबी कार्यालय में उपस्थित होने की आवश्यकता नहीं : बॉम्बे हाईकोर्ट,"मुंबई। बॉम्बे हाईकोर्ट ने बॉलीवुड मेगास्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को बड़ी राहत देते हुए बुधवार को कहा कि उन्हें हर शुक्रवार को एनसीबी के समक्ष पेश होने की आवश्यकता नहीं है। हाईकोर्ट ने आर्यन की जमानत की उस शर्त में बदलाव किया है, जिसके तहत उन्हें हर शुक्रवार को यहां नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) कार्यालय में अनिवार्य रूप से हाजिरी दर्ज करानी होती थी। न्यायमूर्ति नितिन साम्ब्रे ने कहा कि उन्हें शुक्रवार को यहां एनसीबी मुख्यालय जाने की आवश्यकता नहीं है, आर्यन खान को जब भी आवश्यक हो, दिल्ली के एनसीबी विशेष जांच दल के समक्ष उपस्थित रहना चाहिए, बशर्ते उन्हें 72 घंटे का अग्रिम नोटिस दिया जाए। मुंबई से बाहर यात्रा करने के लिए आर्यन खान की याचिका पर, अदालत ने कहा कि उन्हें अपना यात्रा कार्यक्रम पहले से जांच अधिकारी के समक्ष जमा कराना होगा। उनके वकील, वरिष्ठ अधिवक्ता अमित देसाई ने जमानत की शर्त में संशोधन की मांग की थी, क्योंकि इस मामले को अब दिल्ली एसआईटी द्वारा संभाला जा रहा है और मीडिया की बड़े स्तर पर उपस्थिति के कारण बॉलीवुड हस्ती के बेटे को प्रत्येक शुक्रवार को आने-जाने में भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। एनसीबी का प्रतिनिधित्व करते हुए, विशेष लोक अभियोजक एस. शिरसत ने सहमति व्यक्त करते हुए कहा कि चूंकि मामला अब एसआईटी दिल्ली द्वारा अपने हाथ में ले लिया गया है, इसलिए (शुक्रवार को अनिवार्य उपस्थिति) शर्त को उस सीमा तक संशोधित किया जा सकता है कि जब उन्हें एसआईटी द्वारा बुलाया जाए, वह तब पेश हो जाएं। मुंबई एनसीबी के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े और उनकी टीम ने 1 अक्टूबर को लग्जरी जहाज, कार्डेलिया क्रूज पर छापा मारा था और आर्यन खान को ड्रग्स लेने के आरोप में अन्य लोगों के साथ हिरासत में लिया था। अगले दिन (2 अक्टूबर), उन्हें और सात अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था, जिसके बाद बॉलीवुड इंडस्ट्री से लेकर राजनीतिक गलियारों तक विभिन्न आरोप-प्रत्यारोप के साथ ही खूब हंगामा देखने को मिला था। हालांकि उनके पास से कोई ड्रग्स बरामद नहीं हुआ था, लेकिन आर्यन खान ने 28 अक्टूबर को जमानत मिलने तक एनसीबी और न्यायिक हिरासत में लगभग चार सप्ताह बिताए और बाद में मामले को आगे की जांच के लिए एजेंसी की दिल्ली टीम को सौंप दिया गया। एनसीबी जांच के दौरान, इस मामले में कुल 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया था और अधिकांश को अब जमानत मिल चुकी है। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-pfizer-moderna-and-johnson-covid-vaccine-less-effective-against-omicron-study-news-hindi-1-499779-KKN.html,"फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन की कोविड वैक्सीन ओमिक्रॉन के खिलाफ कम प्रभावी : स्टडी","न्यूयॉर्क। अमेरिकी दवा निर्माता फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन द्वारा कोविड-19 के खिलाफ विकसित वैक्सीन नए सुपर म्यूटेंट ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ कम प्रभावी साबित हुई हैं। कोविड के ओमिक्रॉन वैरिएंट ने चिंता बढ़ा दी है, जो अब तक 77 देशों में फैल चुका है। बताया जा रहा है कि इस नए वैरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में 36 म्यूटेंट तक बन सकते हैं और ओमिक्रॉन वैरिएंट के बारे में सबसे भयावह बात यह बताई जा रही है कि इस वैरिएंट पर वैक्सीन भी काम नहीं करती है। मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल (एमजीएच), हार्वर्ड और एमआईटी के शोधकर्ताओं के नेतृत्व में किए गए अध्ययन में उन लोगों के रक्त का परीक्षण किया गया, जिन्होंने ओमिक्रॉन वैरिएंट के समान एक स्यूडोवायरस इंजीनियर्ड के खिलाफ मॉडर्ना, जॉनसन एंड जॉनसन और फाइजर/बायोएनटेक टीके प्राप्त किए। इनमें ऐसे व्यक्ति शामिल थे, जिन्हें हाल ही में टीका लगाया गया था या जिन्होंने हाल ही में बूस्टर खुराक ली थी और उन्हें पहले सार्स-सीओवी-2 संक्रमण भी था। प्रीप्रिंट मेम्रेडक्सिव पर पोस्ट किए गए निष्कर्ष, जिसका अर्थ है कि अभी तक स्टडी की पूर्ण समीक्षा नहीं की गई है, उसने दिखाया कि अधिकांश टीकाकरण वाले व्यक्तियों में ओमिक्रॉन वैरिएंट का निष्प्रभावीकरण अनभि™ोय (जिसे पहचाना न जा सके) था। बोस्टन में पैथोलॉजी विभाग में एमजीएच विल्फ्रेडो एफ. गार्सिया-बेलट्रान ने कहा, ""अध्ययन से पता चलता है कि एमआरएनए-1273 (मॉडर्ना), बीएनटी162बी2 (फाइजर-बायोएनटेक) या एड26.सीओवी2.एस (जॉनसन एंड जॉनसन) के साथ प्राथमिक टीकाकरण श्रृंखला के बाद ओमिक्रॉन वैक्सीन-प्रेरित प्रतिरक्षा से काफी हद तक बच जाता है और इन व्रिटो में बढ़ी हुई संक्रामकता को प्रदर्शित करता है।"" टीम ने यह भी पाया कि ओमिक्रॉन वैरिएंट स्यूडोवायरस परीक्षण किए गए किसी भी अन्य वैरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक है। कुल मिलाकर, यह अध्ययन अत्यधिक भिन्न सार्स-सीओवी-2 वैरिएंट के खिलाफ एंटीबॉडी प्रतिक्रियाओं को बेअसर करने के लिए बूस्टर के महत्व पर प्रकाश डालता है। स्टडी के परिणाम हाल ही में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा प्रकाशित अन्य अध्ययनों के अनुरूप हैं, जिन्होंने कहा कि उन्होंने पाया कि दो-खुराक फाइजर और एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन रेजिमेंस नए वैरिएंट के खिलाफ पर्याप्त न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी को प्रेरित नहीं करते हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 68,89,025 वैक्सीन की खुराक देने के साथ ही भारत का कोविड-19 टीकाकरण कवरेज आज सुबह 7 बजे तक अंतिम रिपोर्ट के अनुसार 134.61 करोड़ के अहम पड़ाव से अधिक हो गया है। इस उपलब्धि को 1,41,10,887 टीकाकरण सत्रों के जरिये प्राप्त किया गया है। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/bihar/patna-news/news-eou-raids-on-sdpo-bases-in-case-of-illegal-sand-mining-in-bihar-news-hindi-1-499777-KKN.html,बिहार में अवैध बालू खनन के मामले में एसडीपीओ के ठिकानों पर ईओयू की छापेमारी,"पटना। बिहार में अवैध बालू खनन में बालू माफियाओं के साथ सांठगांठ को लेकर सरकार अधिकारियों पर सख्ती बरत रही है। इसी के तहत अकूत संपत्ति अर्जित करने वाले प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी लगातार कार्रवाई की जा रही है। इस बीच, बुधवार को आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की टीम ने राज्य के औरंगाबाद (सदर) के अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) रहे अनुप कुमार के बिहार और झारखंड के चार ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है। आर्थिक अपराध इकाई के एक अधिकारी ने बताया कि तत्कालीन अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के पटना, गया और झारखंड के रांची के चार ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई है। अधिकारी ने बताया कि तत्कालीन एसडीपीओ के खिलाफ गैर कानूनी धंधे में संदिग्ध भूमिका के प्रकाश में आने के बाद उनके द्वारा आय से अधिक संपति अर्जित किए जाने के संबंध में सूचना मिली। सत्यता की जांच के बाद इसकी पुष्टि होने के बाद आर्थिक अपराध इकाई ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के खिलाफ 13 दिसंबर को एक मामला दर्ज कराया। इसके बाद न्यायालय से अनुमति मिलने के बाद आर्थिक अपराध इकाई के पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारियों के नेतृत्व में गठित विशेष टीम द्वारा अनुप कुमार के ठिकानों पर यह छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विशेष टीम द्वारा कुमार के पटना के भूतनाथ रोड, कंकड़बाग स्थित आवास तथा गया के नूतन नगर स्थित पैतृक आवास एवं रांची स्थित एक फ्लैट पर तलाशी ली जा रही है। उल्लेखनीय है कि बालू के अवैध खनन के मामले में अनुप कुमार पहले भी कई प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में कार्रवाई की गई है। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/meerut-news/news-armament-factory-busted-in-meerut-ashiana-colony-6-arrested-news-hindi-1-499776-KKN.html,"मेरठ की आशियाना कॉलोनी में असलहा फैक्ट्री का भंडाफोड़, 6 गिरफ्तार","मेरठ। मेरठ के लिसाड़ी गेट की आशियाना कॉलोनी में पिछले 10 सालों से चलाई जा रही अवैध असलहा फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया है। क्राइम ब्रांच की टीम ने फैक्ट्री संचालित कर रहे छह लोगों को गिरफ्तार कर भारी मात्रा में असलहा बरामद किया है। क्राइम ब्रांच की टीम और लिसाड़ी गेट पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए बुधवार को आशियाना कॉलोनी में राशिद और इरशाद नाम के शख्स के घर में चल रही असलहा फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। भारी मात्रा में पिस्टल, तमंचे और बंदूक बरामद किए गए। साथ ही हथियार बनाने के उपकरण को भी पुलिस ने कब्जे में लिया है। पुलिस की जांच में पता चला है कि राशिद और इरशाद पिछले 10 सालों से फैक्ट्री संचालित कर रहे थे। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-delhi-police-went-to-catch-the-suspect-of-robbery-there-was-a-ruckus-over-the-barking-of-the-dog-news-hindi-1-499775-KKN.html,"दिल्ली: डकैती के संदिग्ध को पकड़ने गई पुलिस, कुत्ते के भौंकने पर मचा बवाल","नई दिल्ली। रोहिणी इलाके में रहने वाले एक परिवार ने आरोप लगाया कि डकैती के मामले में संदिग्ध की तलाश में उनके घर पहुंची पुलिस ने उनके आवास पर कुत्ते की लड़ाई करवा दी, जिसमें उनका पालतू कुत्ता गंभीर रूप से घायल हो गया और बाद में उसकी मौत हो गई। संदिग्ध के परिवार ने घटना का एक वीडियो जारी किया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। परिवार के अनुसार, यह घटना 8 दिसंबर को हुई, जब लगभग 10-12 लोग, जिनमें से कुछ पुलिस की वर्दी में थे, रात करीब 10-11 बजे उनके आवास में घुस गए। परिवार द्वारा दायर शिकायत में कहा गया है कि, ""देर रात लोगों को देखकर, हमारे पालतू कुत्ते ने पुलिस पर भौंकना शुरू कर दिया, कुत्ते को भौंकता देख पुलिस ने अपना लाकर हमारे कुत्ते से लड़ाई करवा दी।"" परिजनों ने पुलिस पर संदिग्ध के परिवार की महिला सदस्यों के साथ बदसलूकी करने का भी आरोप लगाया। हालांकि, दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि 8 दिसंबर की रात को, पुलिस एक डकैती के मामले में संदिग्ध को पकड़ने गई थी, जिसकी पहचान प्रिंस गिल के रूप में हुई, जिसने हाल ही में उसी इलाके में डकैती की थी। एक सूत्र ने कहा, ""उसने कुछ दिन पहले बंदूक की नोक पर एक व्यक्ति को लूट लिया था।"" सूत्र ने बताया कि जब वे संदिग्ध के घर पहुंचे तो परिजन उन्हें अंदर जाने के लिए दरवाजा तक नहीं खोल रहे थे। सूत्र ने कहा, ""डकैती का संदिग्ध घर के अंदर मौजूद था, लेकिन परिवार बार-बार इससे इनकार कर रहा था।"" बाद में काफी मशक्कत के बाद वे घर में दाखिल हुए और लूट के आरोपी को पकड़ लिया। कुत्ते की लड़ाई कराने पर पुलिस के संदिग्ध परिवार के दावों पर सूत्र ने बताया कि डकैती के संदिग्ध का पालतू कुत्ता क्रूर था और परिवार इसे पुलिस कर्मियों पर छोड़ रहा था। सूत्रों ने यह भी दावा किया कि संदिग्ध दो मामलों में अपराधी था और यह पहली बार नहीं था, जब उसने लूटपाट की थी। मामला जब उच्च स्तर पर पहुंचा तो जांच के आदेश दे दिए गए। बाद में रोहिणी कोर्ट के मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ने भी दिल्ली पुलिस के उत्तरी रेंज के ज्वाइंट सीपी से जांच कराने का आदेश दे दिया है। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/jharkhand/ranchi-news/news-mbbs-seats-increased-by-300-in-jharkhand-ban-on-admission-in-three-medical-colleges-lifted-news-hindi-1-499771-KKN.html,"झारखंड में एमबीबीएस की 300 सीटें बढ़ीं, तीन मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन पर लगी रोक हटी","रांची। झारखंड के तीन नये मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस के नये सत्र में एडमिशन की इजाजत मिल गयी है। झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बुधवार को यह जानकारी दी। ये मेडिकल कॉलेज हजारीबाग, पलामू और दुमका में वर्ष 2018 में स्थापित हुए थे। इन तीनों कॉलेजों में 2019 में 100-100 सीटों पर दाखिले की इजाजत मिली थी, लेकिन दूसरे वर्ष नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने इन कॉलेजों में इन्फ्रास्ट्रक्च र और शिक्षकों की कमी के चलते एडमिशन पर रोक लगा दी थी। अब एनएमसी की रोक हटने के बाद राज्य के सभी छह सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस में एडमिशन और पढ़ाई की राह खुल गयी है। तीन नये मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन की अनुमति मिलने के बाद राज्य के सरकारी कॉलेजों में मेडिकल की सीटें 280 से बढ़कर 580 हो गयी हैं। इनमें से दुमका स्थित फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज में 100 सीटों पर दाखिले की इजाजत बीते अक्टूबर में मिल गयी थी, लेकिन एनएमसी ने हजारीबाग स्थित शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज और पलामू स्थित मेदिना राय मेडिकल कॉलेज में दाखिले पर रोक बरकरार रखी थी। अब इन दोनों कॉलेजों में भी एनएमसी ने एडमिशन पर रोक हटा ली है। बता दें कि झारखंड के स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने दो माह पूर्व शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज, हजारीबाग एवं मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज, पलामू में दूसरे सत्र में एमबीबीएस की 100 सीटों पर दाखिले की अनुमति प्रदान करने का अनुरोध एनएमसी से किया था। एनएमसी के चेयरमैन डॉ सुरेश चंद्र शर्मा को एक पत्र भेजकर कहा था कि हजारीबाग स्थित मेडिकल कॉलेज में इन्फ्रास्ट्रक्च र का काम 98 प्रतिशत और पलामू स्थित मेडिकल कॉलेज में 96 प्रतिशत पूरा कर लिया गया है। चिकित्सा शिक्षा के लिए संसाधन दुरूस्त किए जा रहे हैं। झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि इन कॉलेजों में एडमिशन के परमिशन के लिए उन्होंने स्वयं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से कई बार आग्रह किया था। 27 अक्टूबर को दिल्ली में आयोजित केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के साथ हुई बैठक में भी उन्होंने इस मामले को उठाया था। उन्होंने केंद्र की इजाजत मिलने पर आभार जताते हुए कहा कि सरकार इन मेडिकल कॉलेजों में बेहतर शैक्षणिक व्यवस्था और पर्याप्त संसाधन की उपलब्धता सुनिश्चित करेगी। मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि मेडिकल कॉलेजों में प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-after-all-after-15-years-the-vicious-crook-suresh-pujari-was-brought-to-india-news-hindi-1-499768-KKN.html,"आखिरकार, 15 साल बाद भारत लाया गया शातिर बदमाश सुरेश पुजारी","नई दिल्ली/मुंबई। फिलीपींस पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के दो महीने बाद, खूंखार फरार गैंगस्टर सुरेश पुजारी को भारत भेज दिया गया है। अब उसे मुंबई में करीब दो दर्जन गंभीर अपराधों के आरोपों का सामना करना पड़ेगा। अधिकारियों ने बुधवार को यहां यह जानकारी दी। अक्टूबर के मध्य में, उसे दक्षिणी मनीला महानगरीय क्षेत्र में परानाक पुलिस की फ्यूजिटिव सर्च यूनिट द्वारा पकड़ा गया था और प्रत्यर्पण प्रक्रिया शुरू की गई थी, जिसका समापन मंगलवार की देर रात नई दिल्ली में हुआ। 15 साल तक फरार रहने के बाद देश लौटने के बाद नई दिल्ली हवाई अड्डे पर पर पुजारी को इंटेलिजेंस ब्यूरो और केंद्रीय जांच ब्यूरो की एक टीम को सौंप दिया गया। सीबीआई की पूछताछ के बाद उसे मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच की वेटिंग टीम को सौंप दिया गया। मुंबई और ठाणे पुलिस ने 2017-2018 में उसके खिलाफ पहले ही रेड-कॉर्नर नोटिस जारी कर दिया था, क्योंकि वह कई बड़े अपराधों में वांछित था। सुरेश पुजारी एक अन्य कुख्यात गैंगस्टर, रवि पुजारी का रिश्तेदार है, जिसे फरवरी 2020 में अफ्रीका के सेनेगल से भारत भेज दिया गया था। वर्तमान में कर्नाटक, गुजरात और महाराष्ट्र की केंद्रीय एजेंसियों और पुलिस द्वारा जांच कर रही है। अधिकारियों ने कहा कि 2007 में उसके देश छोड़ने के तुरंत बाद, मुंबई पुलिस ने एक दशक पहले केंद्र को सुरेश पुजारी के एक आपराधिक रिकॉर्ड की फाइल भेजी। विवादों के कारण दोनों पुजारी अलग हो गए थे। सुरेश पुजारी ने कुछ अन्य बदमाशों के साथ, 2000 के दशक की शुरूआत में मुंबई, नवी मुंबई और ठाणे क्षेत्रों के कुछ हिस्सों में स्वतंत्र माफिया अभियान शुरू किया। उत्तर-पूर्वी मुंबई में घाटकोपर उपनगर के असलफा इलाके में रहते हुए, वह कानून-प्रवर्तकों को चकमा देने में कामयाब रहा और 15 साल पहले भारत से फरार हो गया। बाद में, इंटरपोल ने उसके लिए एक नोटिस जारी किया और महाराष्ट्र पुलिस विभिन्न देशों में उसकी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखने लगी। सुरेश पुजारी पर मुंबई में जबरन वसूली, हत्या की धमकी, हत्या आदि के कम से कम 10 प्रमुख मामले हैं। एमएमआर क्षेत्र, अन्य शहरों और मुंबई पुलिस सीआईडी, सीबीआई और एफबीआई में कई अपराध में पिछले लगभग 15 साल से उसकी तलाश की जा रही थी। पुजारी अपना नाम बदल कर रह रहा था। उसने और उसके सहयोगियों ने 2000 के दशक की शुरूआत में कई टॉप बिल्डरों, ठेकेदारों और ग्लैमर वल्र्ड सेलेब्स को कथित तौर पर जबरन वसूली के लिए धमकी भरे कॉल किए। खुफिया एजेंसियों के साथ काम करने वाले सूत्रों ने कहा, ""मुंबई और दक्षिण भारत के व्यवसायी, शराब की दुकान के मालिक उसके रडार पर थे। वह जबरन वसूली करता था। उसने कुछ राजनेताओं को भी धमकी दी थी।"" ""ज्यादातर समय सुरेश अपने निशाना बनाये गये लोगों के घर पर गोलियां चलाता था। हालांकि, वह किसी को चोट नहीं पहुंचाता था। बाद में, वह पैसे की मांग करते हुए धमकी पत्र छोड़ देता था। उसने मुंबई के उल्हासनगर, कल्याण, डोंबिवली और ठाणे इलाकों में ऐसा किया। पीड़ित पुलिस से संपर्क करने से बहुत डरे हुए थे, लेकिन कुछ ने पुलिस को मामले की सूचना दी थी।"" उल्हासनगर से ओमी कलानी और ठाणे से जितेंद्र आव्हाड नाम के दो नेताओं ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-porn-film-racket-case-raj-kundra-gets-relief-from-supreme-court-protection-from-arrest-news-hindi-1-499767-KKN.html,"पोर्न फिल्म रैकेट मामला : राज कुंद्रा को सुप्रीम कोर्ट से राहत, गिरफ्तारी से मिली सुरक्षा","नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को बिजनेसमैन राज कुंद्रा द्वारा अग्रिम जमानत की मांग वाली याचिका पर महाराष्ट्र सरकार को नोटिस जारी किया है। वहीं, शीर्ष अदालत ने उन्हें पोर्न फिल्म रैकेट से जुड़े एक मामले में गिरफ्तारी से चार सप्ताह की सुरक्षा प्रदान की। नवंबर में, बॉम्बे हाई कोर्ट ने कुंद्रा द्वारा पोर्न फिल्म रैकेट मामले में मुंबई पुलिस द्वारा उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के संबंध में दायर अग्रिम जमानत याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया था। उच्च न्यायालय द्वारा राहत से इनकार करने के बाद कुंद्रा ने शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया था। अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी से शादी करने वाले कुंद्रा ने अदालत से अग्रिम जमानत मांगी, जिसमें अदालत ने उन्हें राहत देने से इनकार कर दिया है। इसके बाद, उन्होंने बॉम्बे हाई कोर्ट का रुख किया और दावा किया कि उन्हें मामले में कथित तौर पर फंसाया गया था। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/mathura-news/news-case-against-pfi-activists-shifted-to-nia-court-in-lucknowcase-against-pfi-activists-shifted-to-nia-court-in-lucknow-news-hindi-1-499752-KKN.html,पीएफआई कार्यकर्ताओ के खिलाफ मामले को लखनऊ की एनआईए अदालत में स्थानांतरित किया गया,"मथुरा। मथुरा की एक स्थानीय अदालत ने मलयाली पत्रकार सिद्दीकी कप्पन सहित आठ पीएफआई कार्यकर्ताओं के चल रहे मामले को लखनऊ की एक विशेष एनआईए अदालत में स्थानांतरित कर दिया है। कप्पन और तीन अन्य, अतीक-उर-रहमान, मसूद अहमद और आलम पर राजद्रोह और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के आरोप में मामला दर्ज किया गया था, जब उन्होंने 19 वर्षीय दलित दुष्कर्म पीड़िता के परिवार से मिलने का प्रयास किया था। वहीं चार लोगों ने हाथरस में भी दंगे भड़काने की कोशिश की थी। चार अन्य लोगों में कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया के महासचिव, पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की छात्र शाखा असद बदरुद्दीन, फिरोज खान और दानिश शामिल हैं। इन सभी पर हाथरस में जातिगत दंगे भड़काने के लिए विदेश से चंदा लेने का आरोप है। अतिरिक्त और सत्र न्यायाधीश अनिल कुमार पांडे की अदालत ने विशेष कार्य बल (एसटीएफ) द्वारा दायर एक आवेदन को स्वीकार करने के बाद मामले को स्थानांतरित करने का आदेश दिया, जिसमें कहा गया है कि सरकार ने एनआईए अधिनियम की धारा 22 के तहत राज्य मुख्यालय में एक विशेष अदालत का गठन किया है। मामले की अगली सुनवाई अब 7 जनवरी को लखनऊ में होगी। मथुरा कोर्ट में पीएफआई कार्यकर्ताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील मधुवन दत्त चतुवेर्दी ने कहा कि वह उच्च न्यायालय में अदालत के आदेश को चुनौती देंगे। अदालत में स्थानांतरण के लिए एसटीएफ की याचिका का विरोध करते हुए बचाव पक्ष के वकील ने तर्क दिया कि विशेष एनआईए अदालत केवल उन्हीं मामलों की सुनवाई कर सकती है जिनकी जांच एनआईए अधिनियम की धारा 6 के अनुपालन के तहत की गई थी। हालांकि, इस मामले में राज्य पुलिस द्वारा ऐसी किसी प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस की एसटीएफ की पांच सदस्यीय टीम ने इस साल अप्रैल में मथुरा की अदालत में पीएफआई के आठ सदस्यों के खिलाफ पांच हजार पन्नों का आरोपपत्र दाखिल किया था। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/allahabad-news/news-allahabad-hc-seeks-up-reply-to-fast-track-cases-against-cops-news-hindi-1-499751-KKN.html,इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पुलिस वालों के खिलाफ फास्ट-ट्रैक मामलों में यूपी से जवाब मांगा,"प्रयागराज। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश सरकार को कासगंज थाने में 22 वर्षीय अल्ताफ की हिरासत में मौत के मामले में राज्य में फास्ट ट्रैक पुलिस अदालतें स्थापित करने की मांग वाली एक जनहित याचिका के जवाब में जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। जनहित याचिका में सुझाव दिया गया है कि फास्ट-ट्रैक अदालतों को हिरासत में यातना, मौत, दुष्कर्म और ऐसे अन्य अपराधों के मामलों में पुलिस अधिकारियों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी, शिकायतों और याचिकाओं पर फैसला सुनाना चाहिए। याचिका में ऐसे मामलों में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित विभिन्न दिशानिदेशरें को लागू करने का भी आह्वान किया है। पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल) द्वारा दायर एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश राजेश बिंदल और न्यायमूर्ति पीयूष अग्रवाल की खंडपीठ ने उपरोक्त आदेश पारित किया। याचिकाकर्ता के अनुसार, अल्ताफ को उत्तर प्रदेश पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया था और बाद में 9 नवंबर को वह कासगंज जिले के कोतवाली में मृत पाया गया। याचिका में पीयूसीएल ने कहा कि पुलिस हिरासत में संदिग्ध परिस्थितियों में अल्ताफ और ऐसे अन्य लोगों की मौत को कोई भी सामान्य विवेक वाला व्यक्ति संस्थागत हत्या के तौर पर देखता है। जनहित याचिका में अदालत से केंद्र और राज्य सरकारों को उत्तर प्रदेश राज्य के सभी पुलिस स्टेशनों और सीबीआई, एनआईए आदि के ऐसे अन्य पुलिस कार्यालयों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है। याचिका में पुलिस अधिकारियों को जांच के दौरान वीडियोग्राफी के लिए शरीर पर लगे कैमरों और आवश्यक तकनीक से लैस करने का निर्देश देने की भी मांग की। अल्ताफ के मामले के संबंध में, पीयूसीएल ने अदालत से अनुरोध किया कि वह इस मामले की जांच के लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय के एक मौजूदा या सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति के गठन का निर्देश दे। जनहित याचिका ने अदालत से अनुरोध किया कि वह पुलिस महानिदेशक (डीजीपी), यूपी, जिला मजिस्ट्रेट, कासगंज और पुलिस अधीक्षक (एसपी), कासगंज को अल्ताफ के शोक संतप्त परिवार को पूर्ण पुलिस सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दे। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/news/india-news/news-diesel-petrol-prices-largely-steady-since-diwali-news-hindi-1-499750-KKN.html,"दिवाली के बाद से डीजल, पेट्रोल की कीमतें काफी हद तक स्थिर","नई दिल्ली। तेल विपणन कंपनियों ने बुधवार को फिर से प्रमुख भारतीय शहरों में ईंधन की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया। इस हिसाब से दिल्ली में डीजल 86.67 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल के दाम 95.41 रुपये प्रति लीटर रहे। आर्थिक राजधानी मुंबई में डीजल 94.14 रुपये और पेट्रोल 109.98 रुपये पर बिक रहा है। कोलकाता में भी कीमतें स्थिर रहीं और उपभोक्ताओं ने डीजल के लिए 89.79 रुपये और पेट्रोल के लिए 104.67 रुपये का भुगतान किया। चेन्नई में भी वे क्रमश: डीजल 91.43 रुपये और पेट्रोल 101.40 रुपये प्रति लीटर पर बने रहे। देश भर में भी, ईंधन की कीमतें काफी हद तक अपरिवर्तित रहीं। विशेष रूप से, केंद्र और कुछ राज्यों ने दिवाली की पूर्व संध्या पर ईंधन पर शुल्क कम कर दिया था। तब से, कीमतें काफी हद तक अपरिवर्तित बनी हुई हैं। (आईएएनएस)",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/news/india-news/news-rbi-announces-pca-framework-for-nbfcs-to-be-in-place-from-oct-2022-news-hindi-1-499747-KKN.html,आरबीआई ने अक्टूबर 2022 से एनबीएफसी के लिए पीसीए ढांचे की घोषणा की,"नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मंगलवार को गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के लिए त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई (पीसीए) ढांचा पेश किया और यह 31 मार्च 2022 को या उसके बाद एनबीएफसी की वित्तीय स्थिति के आधार पर 1 अक्टूबर, 2022 से लागू होगा। केंद्रीय बैंक ने कहा, ""एनबीएफसी आकार में बढ़ रहे हैं और वित्तीय प्रणाली के अन्य क्षेत्रों के साथ पर्याप्त रूप से जुड़े हुए हैं। एनबीएफसी पर लागू होने वाले पर्यवेक्षी उपकरणों को और मजबूत करने के लिए एनबीएफसी के लिए एक पीसीए फ्रेमवर्क स्थापित करने का निर्णय लिया गया है।"" पीसीए फ्रेमवर्क की समीक्षा तीन साल के संचालन के बाद की जाएगी। यह उपाय सभी जमा स्वीकार करने वाली एनबीएफसी (सरकारी कंपनियों को छोड़कर) पर लागू होता है, सभी गैर-जमा लेने वाली एनबीएफसी 'मध्य, ऊपरी और शीर्ष परतों' में। सीआईसी (मुख्य निवेश कंपनी) के लिए ढांचे के तहत निगरानी के लिए पूंजी, उत्तोलन और परिसंपत्ति गुणवत्ता प्रमुख क्षेत्र होंगे। ""'एनबीएफसी-डी' और 'एनबीएफसी-एनडी' के लिए, ट्रैक किए जाने वाले संकेतक कैपिटल टू रिस्क वेटेड एसेट रेशियो (सीआरएआर), टियर क कैपिटल रेशियो और नेट एनपीए रेशियो (एनएनपीए) होंगे। आरबीआई ने कहा, 'समायोजित नेट वर्थ या कुल जोखिम भारित संपत्ति', 'लीवरेज अनुपात' और 'एनएनपीए' हो। एनबीएफसी को आम तौर पर लेखा परीक्षित वार्षिक वित्तीय परिणामों या आरबीआई द्वारा किए गए पर्यवेक्षी मूल्यांकन के आधार पर पीसीए फ्रेमवर्क के तहत रखा जाएगा। हालांकि, केंद्रीय बैंक एक साल के दौरान किसी भी एनबीएफसी पर पीसीए लगा सकता है, अगर परिस्थितियां अनुकूल होती हैं। (आईएएनएस)",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-death-of-group-captain-varun-singh-pm-modi-expressed-grief-by-tweeting-news-hindi-1-499743-KKN.html,"कैप्टन वरुण सिंह का निधन, PM मोदी ने ट्वीट कर जताया दुख, हेलिकॉप्टर हादसे में हुए थे घायल","नई दिल्ली। 8 दिसंबर को एक सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना में घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने दम तोड़ दिया। तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर दुर्घटना में चीफ ऑफ स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सशस्त्र कर्मियों की मौत हो गई थी। भारतीय वायु सेना ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा, ""भारतीय वायुसेना को बहादुर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन की सूचना देते हुए गहरा दुख हुआ है, जिन्होंने आज सुबह दुर्घटना में घायल होने के कारण दम तोड़ दिया। आईएएफ गंभीर संवेदना व्यक्त करता है और शोक संतप्त परिवार के साथ खड़ा है।"" हादसे के एक दिन बाद उन्हें इलाज के लिए बेंगलुरु ले जाया गया था। उन्हें एम्बुलेंस द्वारा सुलूर ले जाया गया और फिर बेंगलुरु के कमांड अस्पताल में ले जाया गया। पूरे समय उनकी हालत बेहद नाजुक बनी रही। ग्रुप कैप्टन को हाल ही में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा असाधारण वीरता के कार्य के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। वह जनरल रावत के साथ हेलिकॉप्टर में थे, जब सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। वह नीलगिरी हिल्स के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में स्टाफ कोर्स के फैकल्टी और छात्र अधिकारियों को संबोधित करने के लिए जा रहे थे। PM मोदी ने ट्वीट कर जताया दुख भारतीय वायुसेना में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ""राष्ट्र के लिए उनकी समृद्ध सेवा को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। उसके परिवार तथा मित्रों के लिए संवेदनाएं।""",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/bijnor-news/news-baba-was-killed-after-the-prediction-of-lottery-numbers-proved-to-be-wrong-news-hindi-1-499731-KKN.html,लॉटरी के नंबर की भविष्यवाणी गलत साबित होने पर कर दी बाबा की हत्या,"बिजनौर । एक व्यक्ति ने अपनी लॉटरी संख्या की भविष्यवाणी करने में विफल रहने वाले बाबा रामदास गिरि की हत्या कर दी। आरोपी मोहम्मद जीशान ने कहा कि बाबा की गलत भविष्यवाणी के कारण उसे पांच लाख रुपये का नुकसान हुआ है। 56 वर्षीय गिरि नगला सोती गांव के रहने वाले थे और उनके कई अनुयायियों ने बाबा की भविष्यवाणियों पर धन अर्जित किया था। मोहम्मद जीशान ने भी गिरी को लकी नंबर के लिए 51,000 रुपये और एक मोबाइल फोन दिया था और अपने सारे पैसे का उपयोग करके लॉटरी टिकट खरीदा था। लेकिन जब जीशान लॉटरी नहीं जीत पाया तो उसने गुस्से में गिरी को पीट-पीट कर मार डाला। बिजनौर के पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने कहा कि बाबा काली मंदिर के अंदर सिर में चोट के साथ मृत पाए गए। एसपी ने कहा कि निगरानी प्रणाली और मुखबिरों की मदद से जीशान को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया। उस पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/lucknow-news/news-after-ganga-yamuna-now-saryu-river-will-be-pollution-free-news-hindi-1-499727-KKN.html,"गंगा, यमुना के बाद अब सरयू नदी होगी प्रदूषण मुक्त","लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर और वाराणसी में गंगा के प्रदूषण से मुक्त होने के बाद अब अयोध्या में सरयू और वृंदावन में यमुना प्रदूषण से मुक्त होने वाली हैं, क्योंकि इनसे जुड़े बड़े नालों को बंद कर दिया गया है। सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) से जुड़ने वाले नालों के पानी को शुद्ध किया जा रहा है। प्रमुख शहरों में 37 नालों का पानी नदियों में गिरने से रोक दिया गया है। नदियों के किनारे नए एसटीपी स्थापित किए गए हैं। पिछले एक साल में कुल 72 नालों का दोहन किया गया है। अधिकारियों के अनुसार महत्वाकांक्षी नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत किए जा रहे कार्यो से गंगा सहित प्रमुख नदियों के जल की गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है। वाराणसी के रमना में 161.31 करोड़ रुपये की लागत से 50 लाख लीटर प्रतिदिन (एमएलडी) क्षमता का नया एसटीपी तैयार किया गया है और गंगा में गिरने वाले तीन नालों को बंद किया गया है। नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रधान सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, ""नदियों को साफ रखने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है, खासकर उन प्रमुख शहरों में जहां गंगा, यमुना या सरयू हैं। "" (आईएएनएस)",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/lucknow-news/news-father-raped-9-year-old-girl-in-up-fatehpur-news-hindi-1-499726-KKN.html,यूपी के फतेहपुर में 9 साल की बच्ची के साथ पिता ने किया दुष्कर्म,"फतेहपुर । फतेहपुर जिले के खागा कोतवाली थाना क्षेत्र के एक गांव में नशे की हालत में नौ साल की बच्ची के साथ उसके पिता ने कथित तौर पर दुष्कर्म किया। खागा के पुलिस उपाधीक्षक (सीओ) गयादत्त मिश्रा ने कहा कि पीड़िता की चीख-पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे आरोपी के बड़े भाई ने मंगलवार को गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है। बच्ची की मां की कुछ साल पहले मौत हो गई थी। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/lucknow-news/news-up-ats-arrests-one-person-for-smuggling-bangladeshis-rohingyas-news-hindi-1-499725-KKN.html,"यूपी एटीएस ने बांग्लादेशियों, रोहिंग्याओं की तस्करी के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया","लखनऊ। उत्तर प्रदेश के आतंकवाद रोधी दस्ते (यूपी एटीएस) ने भारत में बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं की घुसपैठ में शामिल गिरोह के एक प्रमुख सदस्य को गिरफ्तार किया है। शख्स की पहचान कय्यूम के रूप में हुई है। गिरोह फर्जी हिंदू पहचान का इस्तेमाल कर बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं के लिए भारतीय पासपोर्ट बनवाता था और उन्हें काम के लिए विदेश भेज देता था। एटीएस के महानिरीक्षक गजेंद्र कुमार गोस्वामी ने कहा कि कय्यूम का नाम सोमवार को कानपुर और कोलकाता से गिरफ्तार नौ आरोपियों से पूछताछ के दौरान सामने आया। आईजी ने कहा कि हमने नई दिल्ली के कटवारिया सराय में रहने वाले कय्यूम से लखनऊ में एटीएस मुख्यालय में खोखान सरदार के रूप में फर्जी पहचान पर पूछताछ की और फिर उसे गिरफ्तार कर लिया। गोस्वामी ने कहा कि पूछताछ के दौरान कय्यूम ने खुलासा किया कि वह सिंडिकेट का एक प्रमुख सदस्य था और उसे बिना किसी परेशानी के बांग्लादेशियों, रोहिंग्याओं को हवाई अड्डों से उनके गंतव्य तक सुरक्षित प्रस्थान सुनिश्चित करने का काम दिया गया था। एटीएस अधिकारियों ने कहा कि कय्यूम अंग्रेजी और हिंदी भाषाओं में कुशल है और उसे इस काम के लिए एक लाख रुपये का भुगतान किया गया था। अधिकारियों ने कहा कि अगर कोई बांग्लादेशी या रोहिंग्या हवाई अड्डे पर लड़खड़ाता है या किसी राज्य में किसी परेशानी में पड़ता है, तो कय्यूम स्थिति से निपटता था। एटीएस को फर्जी पहचान पत्र के साथ सोमवार को कानपुर से गिरफ्तार नौ बांग्लादेशियों को 12 दिन की पुलिस हिरासत में भी लिया गया है। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/picture-news/power-minster-says-former-govt-did-not-do-anything-in-power-sector-1-51137.html,दिल्ली: बिजली संकट 15 दिन में टलेगा,"नई दिल्ली। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को दिल्ली के उप राज्यपाल नजीब जंग व अन्य अधिकारियों के साथ राष्ट्रीय राजधानी में मौजूदा बिजली संकट पर आपातकालीन बैठक की। बैठक के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि पूर्व सरकार ने बिजली विभाग में कोई काम नहीं किया। गोयल ने यहां संवाददाताओं को बताया कि मैंने बिजली संकट को दूर करने के लिए उप राज्यपाल और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की पूर्व सरकार ने बिजली विभाग में कोई काम नहीं किया, उसकी अकर्मण्यता की वजह से हम इस समस्या से जूझ रहे हैं। उन्होंने बताया कि बिजली संकट को दूर करने के लिए कदम उठाए जाएंगे। शहरभर में इस संकट के खिलाफ प्रदर्शन हुए हैं। सीलमपुर के निवासियों ने बिजली कटौती को लेकर प्रदर्शन किया है। जंग ने सरकारी दफ्तरों के वातानुकूलित मशीन को बंद करने और सडकों की रोशनी बंद करने के आदेश दिए थे। बढती गर्मी के बीच बिजली और पानी की कमी ने दिल्लीवासियों की समस्याओं में इजाफा किया है। पीयूष गोयल ने उम्मीद जताई कि अगले 10-14 दिनों में इस समस्या का समाधान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पावर ग्रिड ने अब तक सराहनीय काम किया है। आंधी-तूफान के कारण जिन लाइनों में समस्या आई थी उसमें अस्थायी समाधान कर दिए गए हैं हालांकि स्थायी समाधान मे कुछ वक्त तो लगेगा ही. इसके अलावा एनटीपीसी को बिजली देने को कहा गया है। उम्मीद है कि आज रात 8 बजे से या फिर देर रात तक कुछ इलाकों में स्थिति सुधरेगी।�",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/picture-news/woman-gangraped-by-eight-men-in-gujarat-village-1-87634.html,गुजरात में आठ लोगों ने महिला से किया गैंगरेप,"भरूच। गुजरात में शादीशुदा महिला से गैंगरेप का मामला सामने आया है। आठ लोगों ने दो महीने में 26 वर्षीय महिला से तीन बार रेप किया। पीडिता ने सोमवार को झागडिया पुलिस थाने में केस दर्ज करवाया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक पीडिता भरूच जिले के हालोद गांव की रहने वाली है। पीडिता ने बताया कि दो महीने पहले गांव के ही एक युवक ने उसे बाइक पर लिफ्ट का ऑफर दिया। यह बात उस समय कि है जब पीडिता पास के गांव जा रही थी। पीडिता उसकी मोटरसाइकिल पर बैठ गई। आरोपी उसे राजपरदी गांव के पास सुनसान इलाके में ले गया और फिर दुष्कर्म किया। साथ ही धमकी दी कि अगर किसी को घटना के बारे में बताया तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। करीब दो सप्ताह पहले आरोपी के भाई और उसके पांच दोस्तों ने पीडिता की चुप्पी का फायदा उठाते हुए गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया। पीडिता ने शिकायत में बताया कि सभी आरोपियों ने उसे मुंह बंद रखने की धमकी दी। आरोपियों ने कहा कि अगर मुंह खोला तो तुम्हारे बच्चों को मार देंगे। इसके बाद सप्ताहभर पहले छह आरोपियों और अशरफ ने राजपरदी गांव के पास गैंगरेप किया। पीडिता ने अपने पति को घटना के बारे में जानकारी दी और फिर थाने में मामला दर्ज करवाया। वहीं, पुलिस ने मामले की जांच में जुटी हुई है। पीडिता को मेडिकल जांच के लिए भेज दिया गया है।",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/picture-news/gangrape-of-woman-kidnapped-accused-arrested-1-36122.html,"महिला को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म, आरोपी गिरफ्तार","बुलन्दशहर। जनपद के खुर्जा कोतवाली क्षेत्र में दो युवकों द्वारा एक महिला को अगवा कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। आरोपी युवक गिरफ्तार कर लिए गए हैं। जानकारी के मुताबिक पहासू थाना के एक गांव निवासी महिला कोतवाली क्षेत्र के पास एक ईट भट्टे पर काम करती है। वह मू़डाखे़डा गांव में इलाज कराने पैदल जा रही थी। रास्ते में भटे पर काम करने वाले दो युवक उसे मिले और मू़डाखे़डा छो़डने की बात कहकर महिला को बाइक पर बैठाकर जंगल में ले गए। आरोप है कि जंगल में दोनों ने उससे मारपीट कर उसके साथ दुष्कर्म किया और देर रात घर छो़ड गए। किसी तरह वापस लौटी महिला ने परिजनों को पूरे मामले की जानकारी दी। रविवार सुबह घटनास्थल से महिला का मंगलसूत्र भी बरामद हुआ। पुलिस ने पी़डता की तहरीर के आधार पर आरोपी युवक रिंकू और अरविंद को गिरफ्तार कर लिया है।",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/picture-news/russia-wants-re-insurance-exposure-to-34-kudankulam-1-12441.html,कुडनकुलम:जोखिम पुनर्बीमा चाहता है रूस,"मॉस्को। भारत के तमिलनाडु राज्य स्थित कुडनकुलम इकाई संख्या तीन और चार पर देश के परमाणु दायित्व कानून के लागू होने के मुद्दे का समाधान जोखिम पुनर्बीमा पर अटक गया है। यह बात कुडनकुलम परमाणु विद्युत परियोजना के रूसी निर्माताओं ने कही है। कुडनकुलम परमाणु विद्युत परियोजना (केएनपीपी) का निर्माण कर रही रूस की परमाणु ऊर्जा रोसएटम की निर्माण इकाई, एनआईएईपी-एएसई के निदेशक वी.आई.लिमारेंको ने कहा, ""परमाणु दायित्व के मुद्दे का समाधान सिर्फ बीमा पूल से ही हो सकता है जो जोखिम पुनर्बीमा उपलब्ध कराएगा।"" लिमारेंको ने कहा, ""कोई भी कंपनी इतना ब़डा दायित्व नहीं उठा सकती।"" भारत के परमाणु ऊर्जा विभाग ने जनरल इंस्योरेंस कंपनी (जीआईसी) के परमाणु विद्युत संयंत्र को बीमा देने में अक्षम होने पर वित्तमंत्री से परमाणु बीमा पूल बनाने की मांग की। जीआईसी आरई द्वारा परमाणु संयंत्र के लिए प्रस्तावित बीमा पूल के फैसले को वापस नहीं लिया गया, क्योंकि सरकार, इसकी एजेंसी और अंतर्राष्ट्रीय बीमा कंपनी के बीच संयंत्र के निरीक्षण को लेकर कोई सहमति नहीं बन पाई है। इससे पहले जीआईसी आरई ने बीमा कोटे के लिए स्थानीय बीमा कंपनियों से 7.8 करोड डॉलर का सहयोग जुटाया था, जो मौजूदा संयंत्र और नए संयंत्र को बीमा उपलब्ध कराएगा। असैन्य परमाणु दायित्व कानून संचालकों को प्रत्येक परियोजना व संयंत्र के लिए 32 करो़ड डॉलर का बीमा कवरेज देता है, जीआईसी आरई विदेशी बीमा पूल से शेष 24.2 करो़ड डॉलर की राशि का बीमा कवर मांग रहा था। सरकार ने हालांकि, 30 करो़ड डॉलर के बीमा कवर की जिम्मेदारी उठाने की बात स्वीकार कर ली है।",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/picture-news/us-wants-to-strengthen-trade-relations-with-india-1-82151.html,यूएस सुदृढ व्यापार रिश्तों का इच्छुक,"नई दिल्ली। भारत के साथ व्यापार व निवेश संबंधों को बढावा देने के लिए अमेरिका प्रतिबद्ध है। अमेरिका ने अपना नया वाणिज्यिक कार्यालय गुजरात में खोला है। अमेरिकी महा वाणिज्य दूत पीटर हास ने इसका उद्घाटन किया। अमेरिका ने यह कदम गुजरात में अमेरिकी सरकार की उपस्थिति बढाने तथा अमेरिका-भारत व्यापार संबंधों को मजबूत बनाने के लिए उठाया है। एक बयान के अनुसार यहां अमेरिकी वाणिज्यिक सेवा के सदस्य होंगे जो कि अमेरिकी-भारतीय कंपनियों में संपर्क में बडी भूमिका निभाएंगे। इस अवसर पर हास ने भारत के साथ बेहतर व्यापार संबंधों को बढावा देने की अपने देश की प्रतिबद्धता जताई।",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/picture-news/relief-or-trouble!-in-western-india-the-storm-nnauk-warning-1-66835.html,"पश्चिम भारत में भीषण तूफान ""ननौक"" की चेतावनी","नई दिल्ली। नई दिल्ली। भीषण गर्मी से झुलसते पश्चिम भारत के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। अरब सागर में एक विक्षोभ पैदा हुआ है जिसने एक समुद्री तूफान की शक्ल ले ली है। इसे ननौक का नाम दिया गया है। मौसम विभाग ने पश्चिम भारत में तूफान की चेतावनी जारी की है। साथ ही अरब सागर में विक्षोभ पैदा होने से यह आशंका जताई है। �हालांकि, इस तूफान से कोई खतरा नही है। क्योंकि यह धीरे-धारे ओमान के समुद्र की तरफ मुड जाएगा और खाडी के देशों में चला जाएगा। मौसम विभाग ने बताया है कि अगले 24 घंटों में यह तूफान और तेज हो जाएगा। मंगलवार रात से यह पश्चिमी भारत के तटवर्ती इलाकों की ओर बढ रहा है। �इससे उन इलाकों खासकर तटीय कर्नाटक, केरल और लक्षद्वीप में भारी बारिश की संभावना है। आज सुबह यह तूफान मुंबई से 660 किलोमीटर और वेरावल से 590 किलोमीटर दूर था। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में यह तूफान और तेज हो जाएगा। इसके असर से 35 से 55 किलोमीटर की गति से तेज हवाएं कोंकण, गोवा तथा दक्षिण गुजरात के तटवर्ती इलाकों में चलेंगी। मौसम विभाग ने कहा है कि इसके असर से अरब सागर में भारी लहरें उठेंगी। गुरूवार को ये लहरें काफी तेज रहेंगी और कई इलाकों में बारिश होगी। उसने यह भी घोषणा की है कि अगले 2-3 दिनों में कोंकण तथा गोवा में मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो जाएगा। इस तूफान के असर से मुंबई में गर्मी से कुछ राहत मिल रही है।",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/picture-news/the-first-of-the-third-generation-hangman-will-hang-in-jaipur-1-96050.html,पहली फांसी देगा तीसरी पीढी का जल्लाद,"मेरठ। मेरठ के नामी जल्लाद परिवार की तीसरी पीढी का सदस्य पवन अपने जीवन में पहली बार इसी महीने राजस्थान की जयपुर जेल में फांसी लगाएगा। जयपुर जेल अधीक्षक ने मेरठ जिला जेल प्रशासन को पत्र भेजकर जल्लाद के साथ ही फांसी लगाने वाले रस्से की भी मांग की है। �हालांकि, इस महीने जिस कैदी को मृत्युदंड दिया जाना है उसके नाम और फांसी की तारीख का अभी खुलासा नहीं किया गया है। फिलहाल, पवन जल्लाद को फांसी के प्लेटफार्म का निरीक्षण करने के लिए जयपुर बुलाया गया है। मेरठ के चौधरी चरण सिंह जिला कारागार के वरिष्ठ जेल अधीक्षक एसएचएम रिजवी ने बताया कि केंद्रीय कारागार, जयपुर के अधीक्षक प्रमोद शर्मा द्वारा भेजे गए पत्र में कहा गया है कि जयपुर कारागार में मृत्युदंड की सजा से दंडित एक बंदी निरूद्ध है। राजस्थान में जल्लाद उपलब्ध न होने के कारण जल्लाद मेरठ जेल से उपलब्ध कराया जाना है।",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/picture-news/img-to-review-today-61-coal-blocks-bank-gauranttee-1-66618.html,कोल ब्लॉकों की बैंक गारंटी की समीक्षा,"नई दिल्ली। कोयला ब्लॉक से संबद्ध अंतर-मंत्रालयी समूह (आईएमजी) 61 कोयला ब्लाकों की बैंक गारंटी के मुद्दे की बुधवार को समीक्षा करेगा। ये कोयला उत्खनन क्षेत्र आर्सेलर मित्तल, टाटा स्टील और जेएसपीएल जैसी कंपनियों को आबंटित किए गए थे। आईएमजी की बैठक कल होनी थी, लेकिन इसे बुधवार के लिए आगे खिसका दिया गया। कोयला मंत्रालय ने बैठक के नोटिस में कहा, बैठक 10 जून को होनी थी, लेकिन अब यह 11 जून को होगी। बैठक में उन कोयला ब्लाकों के संबंध में बैंक गारंटी के मुद्दे की समीक्षा की जाएगी जिन पर आईएमजी की 24वीं बैठक में विचार किया गया था। आम चुनावों के बाद पिछले महीने नई सरकार द्वारा कार्यभार ग्रहण करने के बाद यह आईएमजी की पहली बैठक है। पीयूष गोयल को कोयला, बिजली एवं नवीन व अक्षय ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नियुक्त किया गया है।",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/picture-news/appointment-at-army-chief-of-lt-gen-suhag-is-final-says-jetaly-1-58731.html,"जेटली बोले-सुहाग ही होंगे नए आर्मी चीफ,वीके सिंह ट्वीट पर घिरे","नई दिल्ली। राजग सरकार ने बुधवार को साफ कर दिया कि अगले सेना प्रमुख के पद पर लेफ्टिनेंट जनरल दलबीर सिंह सुहाग की नियुक्ति का निर्णय अंतिम है। इसी के साथ यह भी कहा गया कि सैन्य बलों से जुडे मुद्दों को राजनीति से अलग रखा जाए। वित्त एवं रक्षा मंत्री अरूण जेटली ने का यह बयान केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह के सुहाग की नए सेनाध्यक्ष पद पर नियुक्ति सवाल उठाए जाने और उनके खिलाफ तीखी टिप्पणी किए जाने से पैदा हुए बवाल के बाद आई है। रक्षा मंत्री अरूण जेटली ने साफ कर दिया है कि जनरल सुहाग की नियुक्ति फाइनल है और इस पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। राज्यसभा में रक्षा मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि देश में यह परंपरा रही है कि कुछ मुद्दे अंतरदलीय राजनीति से अलग रखे जाते हैं। उन्होंने कहा कि परिपक्वता परिचय देते हुए सैन्य बलों से जुडे मुद्दों को राजनीति से अलग रखा जाना चाहिए। ऎसा मुद्दा प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से नहीं उठाया जाना चाहिए। इससे पहले कांग्रेस के आनंद शर्मा ने कहा कि पूर्वोत्तर मामलों के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा विदेश एवं प्रवासी भारतीय मामलों के राज्यमंत्री वीके सिंह ने टि्वटर पर कुछ ऎसे वक्तव्य दिए हैं, जो सेना प्रमुख की नियुक्ति को लेकर थे और ऎसा करना उचित नहीं है। सिंह को बर्खास्त करने की मांग करते हुए शर्मा ने कहा कि यह परंपरा रही है कि सेना में नियुक्तियों को लेकर कोई राजनीति नहीं की जाती। उन्होंने कहा कि एक मंत्री की ओर से इस तरह के वक्तव्य दिया जाना स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि वह (वीके सिंह) मंत्री पद पर नहीं रह सकते और उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह साधारण नहीं बल्कि गंभीर मुद्दा है। उन्होंने कहा कि सदन के नेता को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या इस तरह सेना का मनोबल गिराया जाना चाहिए। जेटली ने कहा कि पूर्ववर्ती संप्रग सरकार ने कुछ सप्ताह पहले ही अगले सेना अध्यक्ष की नियुक्ति की थी। उन्होंन ेकहा कि अगले सेना प्रमुख के पद पर दलबीर सिंह सुहाग की नियुक्ति का निर्णय अंतिम है और सरकार इस निर्णय का समर्थन करती है। गौरतलब है कि वीके सिंह ने ट्वीट कर नए सेनाध्यक्ष पर निशाना साधा है। वीके सिंह ने सेनाध्यक्ष पर ऎसे लोगों को बचाने का आरोप लगाया है जो निर्दोष लोगों को मुठभेड में मारते हैं। वीके सिंह का मुद्दा लोकसभा में भी उठा। कांग्रेस ने वी केसिंह के बयान पर हंगामा किया। बता दें कि रक्षा मंत्री का कार्यभार संभालने के बाद अरूण जेटली ने कहा था कि भाजपा को नए सेनाध्यक्ष की नियुक्ति पर कोई आपत्ति नहीं है। जेटली का कहना था कि उन्हें सिर्फ उस प्रक्रिया पर आपत्ति है जिसके तहत सेनाध्यक्ष की नियुक्ति हुई है। संप्रग 2 ने अपने कार्यकाल के आखिरी दिनों में लेफ्टिनेंट जनरल दलबीर सिंह सुहाग को अगला सेना प्रमुख नियुक्त किया था। केंद्र सरकार ने भी वीके सिंह के सेना प्रमुख रहते दलबीर सिंह पर हुई कार्रवाई को अदालत में एक हलफनामे में अवैध और पूर्व नियोजित बताया था। इसके बाद सवालों में घिरे पूर्व सेना प्रमुख और केंद्र में मंत्री ने लेफ्टिनेंट दलबीर सिंह पर ट्वीट कर हमला बोला था। ऎसे में सरकार और उसके राज्यमंत्री वीके सिंह की अलग-अलग राय सामने आई।",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/picture-news/delhi-painful-death-of-two-brothers-in-road-accident-1-87443.html,दिल्ली : दर्दनाक सडक हादसे में दो भाईयों की मौत,"नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के शकूरपुर इलाके में ब्रिटानिया चौक के पास सडक हादसे में दो सगे भाइयों की मौत हो गई। ये हादसा एक ऑडी कार के टकराने से हुआ। ॉडी कार ने पेट्रोलपंप के पोल में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि ऑडी कार हवा में उछल गई। कार में कुल चार लोग सवार थे, जिनमें से 2 की मौत हो गई। बर्बाद हो चुकी ऑडी कार को केशवपुरम थाने में रखा गया है। लोगों के मुताबिक कार की रफ्तार बेहद तेज थी और पोल से टक्कर के बाद ग़ाडी ने संतुलन खो दिया। कार धौलाकुआं से आजादपुर की तरफ जा रही थी। मरने वाले निखिल और विनीत बंसल सगे भाई थे और दोनों आगे की सीट बैठे थे। पीछे की सीट पर बैठे दो और रिश्तेदारों को भी चोट लगी, लेकिन इलाज के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। कार पर टेम्पररी नंबर प्लेट लगा था।",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/picture-news/beas-river-tragedy-video-surfaces-1-56232.html,सामने आया ब्यास नदी हादसे का दिल दहलाने वाला वीडियो,"शिमला। हिमाचल प्रदेश की ब्यास नदी में 24 छात्र-छात्राओं के बह जाने की घटना का एक खौफनाक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे छात्र नदी में बह गए। वीडियो से साफ नजर आ रहा है कि किस तरह अचानक नदी में पानी का बढ जाता है और दर्जनों स्टूडेंट कैसे बह जाते है। गौरतलब है कि ब्यास नदी में बह गए 25 छात्रों में अब तक 5 के शव बरामद किए गए हैं। बाकी छात्रों के लिए तलाश अभी जारी है। लारजी डैम से अचानक पानी छोडे जाने के बाद ब्यास नदी की तेज धार में हैदराबाद के एक इंजीनियरिंग कॉलेज 25 स्टूडेंट बह गए थे। इस वीडियो में नदी में अचानक आए पानी के बीच फंसे छात्र और छात्राओं की चीखें सुनाई पड रही हैं और वे अपनी जान बचाने के लिए मशक्कत करते दिख रहे है। लेकिन, पानी की रफ्तार इतनी थी कि महज 31 सेकेंड के अंदर ही 25 जिंदगियां बह गई। मरने वालों में 24 स्टूडेंट और एक गाइड शामिल है। ब्यास नदी के किनारे बैठे एक स्थानीय निवासी ने इस वीडियो को बनाया है। इस वीडियो में यह सामने आता है कि कुछ स्थानीय लोगों ने छात्र-छात्रओं को चेतावनी देने की भी कोशिश की है, लेकिन वे इस चेतावनी भरी आवाज से काफी दूर थे और उन तक आवाज नहीं पहुंची।",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/picture-news/diameter-19-still-missing-in-river-accident-1-17304.html,व्यास नदी हादसे में 19 अब भी लापता,"मंडी। हिमाचल प्रदेश के मंडी शहर के करीब व्यास नदी की तेज धारा में बह जाने वाले 24 छात्रों में से 19 अब भी लापता हैं। उनकी खोज के लिए अभियान बुधवार को लगातार तीसरे दिन भी जारी है। अब तक पांच शव बरामद किए जा चुके हैं। अधिकारियों का कहना है कि रविवार शाम हुए हादसे में नदी की तेज धारा में बह जाने वाले छात्रों के बचे होने की संभावना बहुत कम है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के कमांडिंग अधिकारी जयदीप सिंह ने� बताया, """"नदी में दुर्घटना स्थल से लेकर पंडोह बांध तक खोज अभियान चलाया जा रहा है। एनडीआरएफ के 20 गोताखोरों के साथ-साथ 84 लोगों की टीम इस काम में लगी है।"""" सेना ने भी 18 गोताखोरों को इस काम में लगाया है। सिंह ने बताया, """"ऎसा लगता है कि अधिकतर शव नदी की तलहटी में या तो पत्थरों के बीच या बालू में धंस गए हैं। पंडोह बांध के बाहर शवों के बहने की संभावना बहुत कम है। हम बांध के प्रवाह पर निरंतर नजर बनाए हुए हैं। हमें उम्मीद है कि फूले हुए शव गुरूवार या शुक्रवार तक सतह पर आ जाएंगे।"""" इस हादसे में जान गंवाने वाले पांचवें पी�़डत देवाशीष बोस का शव मंगलवार शाम हैदराबाद ले जाया गया। व्यास नदी की तेज धारा की चपेट में आने वाले छात्र हैदराबाद के इंजीनियरिंग कॉलेज वी. एन. आर. विज्ञान ज्योति इंस्टीटयूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के थे, जो मनाली घूमने गए थे। 60 से अधिक छात्र और फैकल्टी सदस्य मनाली पहुंचे थे। उनमें से कुछ रविवार शाम नदी किनारे ख़्ाडे होकर फोटो ले रहे थे, जब पास की ही एक पनबिजली परियोजना के बांध से छो़डे गए पानी के कारण व्यास नदी की तेज धारा में बह गए। �एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, """"दुर्घटना स्थल के करीब स्थित लारजी पनबिजली परियोजना बांध से बिना किसी पूर्व चेतावनी के छो़डे गए पानी के कारण नदी का जल स्तर अचानक बढ़ गया।"""" राज्य सरकार ने इस घटना की जांच और इसमें लापरवाही के लिए दोषी के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं। तेलंगाना के गृह मंत्री नयनी नरसिम्हा रेड्डी लापता छात्रों के अभिभावकों तथा परिवार के सदस्यों के साथ पिछले तीन दिन से यहां डेरा डाले हुए हैं। दुर्घटना स्थल राज्य की राजधानी शिमला से करीब 200 किलोमीटर दूर और कुल्लू तथा मंडी जिलों की सीमा पर है।",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/picture-news/acid-attack-in-haldwani-19--injured-including-11-children-1-24733.html,तेजाब हमले में 11 बच्चों समेत 19 झुलसे,"हल्द्वानी। उत्तराखंड के हल्द्वानी में पारिवारिक रंजिश में तेजाब से किए गए हमले में 19 लोग झुलस गए। आपसी रंजिश के चलते एक परिवार ने दूसरे परिवार पर तेजाब से हमला कर दिया। इस हमले में 19 लोग झुलस गए हैं, जिसमें 11 बच्चे शामिल हैं। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और घटना की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए गए हैं। तनाव को देखते हुए पूरे इलाके में पुलिस फोर्स की तैनाती बढा दी गई है। उल्लेखनीय है कि तेजाब बेचे जाने पर प्रतिबंध है, लेकिन फिर भी तेजाब कैसे खरीदा गया यह सवाल अनसुलझा है।",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/picture-news/shame-on-police-gang-rape-of-eunuch-in-police-station-1-19350.html,हवालात में पुलिस वालों ने किया किन्नर से Gangrape,"अजमेर। मुंबई से अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर जियारत करने आई एक किन्नर से दरगाह पुलिस थाने के एक अधिकारी और दो कांस्टेबल ने कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म करने की घटना सामने आई है। जानकारी के मुताबिक, आरोपी पुलिसवालों ने दुष्कर्म करने से पहले उसे ओरल सेक्स के लिए भी मजबूर किया। इतना ही नहीं, पुलिस वालों ने इस कृत्य की वीडियो क्लिपिंग भी बना ली। अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। घटना 5 जून की रात की बताई जा रही है। 5 जून को इस किन्नर को दरगाह इलाके में पुलिस वाले पर हमले के मामले में गिरफ्तार कर हवालात में डाल दिया गया था। बाद में उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। उसे सोमवार को जमानत पर रिहा किया गया। जेल से रिहा होते ही किन्नर शिकायत दर्ज कराने दरगाह पुलिस थाने पहुंची लेकिन उसकी शिकायत दर्ज नहीं की गई। इस पर किन्नर ने मंगलवार को जिले के एडिशनल एसपी शरद चौधरी से संपर्क किया। इसके बाद शिकायत दर्ज की गई। मामले की जांच आईपीएस अधिकारी गौरव यादव को सौंपी गई है। दरगाह पुलिस थाने में आईपीसी की धारा 376 बी/जी,406,323 और 515 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पीडिता का जेएलएन सरकारी अस्पताल में प्राथमिक मेडिकल परीक्षण कराया गया जिसमें रेप की पुष्टि हुई है। हालांकि अजमेर के एसपी महेन्द्र चौधरी को किन्नर की ओर से लगाए गए आरोपों की सच्चाई पर आशंका है। चौधरी दरगाह ब्लास्ट मामले की कोर्ट में सुनवाई के सिलसिले में मंगलवार को जयपुर में थे। चौधरी ने बताया कि जिस वक्त किन्नर को गिरफ्तार किया गया था तब पुलिस थाने में दो महिला कांस्टेबल तैनात की गई थी। बकौल चौधरी, ऎसा नहीं हो सकता है कि महिला कांस्टेबल के सामने किन्नर से दुष्कर्म हुआ हो। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जांच आईपीएस अधिकारी को सौंपी गई है। एसपी के मुताबिक किन्नर और उसके साथियों को दरगाह इलाके में शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के दिन उन्होंने पुलिस थाने में भी हंगामा किया था। किन्नर ख्वाजा के अनुयायी हैं। देशभर से हजारों किन्नर हर साल अजमेर में ख्वाजा की दरगाह पर चादर चढाने के लिए आते हैं। पिछले उर्स के दौरान किन्नर समुदाय ने दरगाह में 7.5 किलो चांदी चढाई थी। अपने साथ हुई घटना से किन्नर मानसिक रूप से परेशान है। एसपी दफ्तर के बाहर पत्रकारों से बातचीत में पीडिता ने कहा कि जब तक दोषियों को दंडित नहीं किया जाता तब तक वह अजमेर से नहीं जाएगी। शिकायत के मुताबिक 5 जून को जब किन्नर दरगाह बाजार पहुंची तो वहां पुलिस वालों और अन्य किन्नरों के बीच झगडा हो रहा था। पुलिस वाले उसे अन्य आठ किन्नरों के साथ दरगाह पुलिस थाने ले गई और हवालात में डाल दिया। पीडिता के मुताबिक वह पुलिस वालों के सामने गिडगिडाई लेकिन उसकी एक नहीं सुनी। उसी रात एसिस्टेंट सब इंस्पेक्टर लक्ष्मी नारायण, कांस्टेबल भवानी सिंह और उनका एक साथी कथित रूप से किन्नर को अन्य सेल में ले गए। उन्होंने कहा कि तुम्हारे लिए लजीज खाने का इंतजाम किया है। बकौल पीडिता, उन्होंने मुझे न्यूड कर दिया और मेरा यौन शोषण किया। पहले उन्होंने मुझे ओरल सेक्स के लिए मजबूर किया। बाद में दुष्कर्म किया। अपनी शिकायत में पीडिता ने लिखा है कि जब वह दर्द के कारण चिल्लाई तो एक अन्य किन्नर मदद के लिए आई लेकिन पुलिस वालों ने उसकी बुरी तरह से पिटाई की।",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/picture-news/spicejet-offers-monsoon-sale-now-fly-in-1999-rs-1-45325.html,"स्पाइसजेट की""मानसून सेल"",मात्र 1999 में सफर","मुंबई। कलानिधि मारन की कम किराए वाली विमानन कंपनी स्पाइसजेट ने एक और रियायती योजना ""मानसून बिक्री"" की घोषणा की है जिसके तहत 1,999 रूपए में यात्रा की पेशकश की गई है। विमानन कंपनी ने एक विज्ञप्त में कहा गया कि रियायती किराए की बुकिंग मंगल से तीन दिन तक की जा सकती है। ये योजना दक्षिण भारत के 8 शहरों के लिए स्पाइसजेट की सभी उडानों पर लागू होगी। जिन शहरों की यात्रा इस योजना के तहत की जा सकेगी उनमें बेंगलुरू, चेन्नई, कोयंबतूर, हैदराबाद, कोच्चि, कोझिकोड, मैसूर और विशाखापत्तनम शामिल हैं। विज्ञप्त में कहा गया कि यह पेशकश 11 जुलाई से 30 सितंबर तक के वैध होगी।",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/video/national-news/legal-age-of-girl-marriage-increased-to-21-years-know-about-this-law-kpz-r47ssh,"कब बना था पहला विवाह कानून, 12 से कैसे 21 हुई लड़कियों की शादी की उम्र, जानें पूरी कहानी","वीडियो डेस्क। मोदी कैबिनेट (Modi Cabinet) ने बेटियों के विवाह ( Hindu marriage act) से जुड़ा बड़ा कानूनी सुधार किया है। जिसके तहत अब विवाह के लिए बेटियों की न्यूनतम आयु भी 21 वर्ष कर दी गई है। अब तक यह 18 वर्ष थी। और लड़कों की शादी की न्यूनतम उम्र 21 साल थी। इस फैसले के बाद देश में लड़के और लड़कियों की शादी की न्यूनतम उम्र एक समान हो गई है। इस संशोधन को कैबिनेट की मंजूरी के बाद सरकार बाल विवाह निषेध अधिनियम, 2006 में एक संशोधन पेश करेगी और इसके जरिये विशेष विवाह अधिनियम और हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 जैसे व्यक्तिगत कानूनों में संशोधन लाएगी। आइये आपको बतातें है कि बेटियों की शादी से जुड़ा ये कानून कब बना था। इसके पीछे की कहानी क्या है। देश में बाल विवाह को रोकने के लिए कितना संघर्ष किया गया है।",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/video/national-news/group-captain-varun-singh-died-in-cds-bipin-rawat-helicopter-crash-funeral-in-bhopal-madhya-pradesh-know-about-him-kpz-r47rpi,"कैप्टन वरुण सिंह: कभी ना हारने वाला योद्धा मौत से हार गया, जानें उनकी जांबाजी के किस्से","वीडियो डेस्क। तमिलनाडु के कुन्नूर में 8 दिसंबर को हुए हेलिकॉप्टर हादसे में सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 11 लोगों की मौत हो गई। इस हेलिकॉप्टर में 14 लोग थे जिनमें से 13 लोगों का निधन हो गया। हादसे में एक मात्र ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही बचे थे लेकिन 15 दिसंबर को इलाज के दौरान उन्होनें ने प्राण त्याग दिए। भारतीय वायुसेना ने इनके निधन की जानकारी एक ट्वीट के जर‍िये दी। हादसे के बाद कैप्‍टन को वेलिंगटन के आर्मी अस्पताल में भर्ती किया गया था, लेकिन हालत बिगड़ने पर बेंगलुरू के एक अस्‍पताल में शिफ्ट किया गया था। मौत से ये योद्धा हार गया लेकिन इनकीं जाबांजी की किस्से आपको जोश से भर देंगे आइये आपको बताते हैं कौन थे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह।",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/vip-security-burden-increased-crpf-sent-a-proposal-for-a-new-battalion-to-the-central-government-r47g6g,"वीआईपी सुरक्षा का बोझ बढ़ा, देश के सबसे बड़े सशस्त्र बल CRPF ने केंद्र सरकार को भेजा नई बटालियन का प्रस्ताव","वीआईपी की सुरक्षा में लगीं 5 बटालियन मौजूदा समय में VIP सुरक्षा के कार्य के ल‍िए 5 बटाल‍ियन काम कर रही हैं। यून‍िट्स वीआईपी के साथ उनकी घरेलू यात्रा के दौरान साथ रहती हैं। हर सीआरपीएफ बटालियन में 1,000 से अधिक कर्मी होते हैं और इसकी वीआईपी सुरक्षा यून‍िट्स बैलिस्टिक सुरक्षा बख्तरबंद वाहन और एमपी-5 जैसी अत्याधुनिक बंदूकों से लैस होती हैं। सीआरपीएफ के कमांडो वीआईपी के हर मूवमेंट में उनके साथ होते हैं।",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/vijay-diwas-2021-india-pakistan-war-1971-indian-navy-attack-on-karachi-vva-r46yl6,"Vijay Diwas 2021: भारतीय नौसेना के हमले से जल उठा था कराची, रूस ने भी माना था लोहा","1971 की जंग में थल सेना, वायु सेना और नौ सेना ने मिलकर अभूतपूर्व पराक्रम दिखाया था। नौ सेना के वीर योद्धाओं ने ऐसे सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया था, जिसका लोहा रूस ने भी माना था। पाकिस्तान का कराची बंदरगाह जल उठा था। लड़ाई के दौरान पाकिस्तान की नौ सेना कोई हरकत न कर पाए इसके लिए भारतीय नौ सेना के अधिकारियों ने पाकिस्तान के कराची बंदरगाह पर हमला करने का फैसला किया था। इसके लिए रूस से खरीदे गए मिसाइल बोट का इस्तेमाल किया गया था। रूस ने मिसाइल बोट को तट की रक्षा के लिए बनाया था। इसे खुले समुद्र में दूर तक जाकर हमला करने लायक नहीं बनाया गया था।",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/army-in-action-against-terrorism-in-jammu-and-kashmir-encounter-of-2-more-terrorists-kpa-r46uuo,J&K Terrorism: आतंक के खिलाफ सेना लगातार एक्शन में; 2 और आतंकवादी एनकाउंटर में ढेर,"पुलिस पार्टी पर हमले के बाद ताबड़तोड़ एनकाउंटर 13 दिसंबर की शाम श्रीनगर में पुलिस बस पर आतंकी हमले(Terrorists attack) के बाद सर्चिंग तेज कर दी गई है। कुलगाम से पहले पुंछ जिले में मंगलवार तड़के लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के एक आतंकवादी को मार गिराया गया था। वहीं, सोमवार को श्रीनगर के बाहरी इलाके में सुरक्षाबलों ने 2 आतंकवादियों को ढेर कर दिया था। यह मुठभेड़ रंग्रेठ इलाके में हुई थी। आतंकवादी आम नागरिकों के अलावा सुरक्षाबलों को निशाना बना रहे हैं। इसके बाद घाटी में सर्चिंग तेज कर दी गई है। श्रीनगर के जेवन में पंथा चौक-खोनमोह रोड पर भारतीय रिजर्व पुलिस (IRP) की 9वीं बटालियन पर घात लगाकर आतंकवादियों ने 3 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) के ग्रुप कश्मीर टाइगर्स ने ली है।",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/india-pakistan-war-1971-bangladesh-independence-vijay-diwas-vva-r46m2j,"50 साल पहले आज के दिन Bangladesh को मिली थी आजादी, 93 हजार पाकिस्तानी जवानों ने किया था आत्म-समर्पण","ऐसे हुई जंग की शुरुआत 1970 में पाकिस्तान में चुनाव हुए थे, जिसमें पूर्वी पाकिस्तान अवामी लीग ने जीत हासिल कर सरकार बनाने का दावा किया। जुल्फिकार अली भुट्टो इस बात से सहमत नहीं थे, इसलिए उन्होंने विरोध करना शुरू कर दिया था। पूर्वी पाकिस्तान के बड़े नेता अवामी लीग के शेख मुजिबुर रहमान को गिरफ्तार कर लिया गया था। बांग्लादेश के लोगों ने विरोध किया तो पाकिस्तानी सेना को मैदान में उतार दिया गया।",-1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/issues/the-minimum-age-of-marriage-of-girls-will-be-increased-from-18-to-21-years-modi-cabinet-approved-the-proposal-64026,"लड़कियों की शादी की न्यूनतम उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल होगी, मोदी कैबिनेट ने दिया प्रस्ताव को मंजूरी","कैबिनेट की बैठक में लड़कियों की शादी की न्यूनतम उम्र बढ़ाने से जुड़े एक बिल को मंजूरी दे दी गई है। इसके लिए सरकार मौजूदा कानूनों में संशोधन करेगी। पिछले साल पीएम नरेंद्र मोदी ने लाल किले से दिए गए अपने भाषण में इसका उल्लेख किया था। उन्होंने कहा था बेटियों को कुपोषण से बचाने के लिए जरूरी है कि उनकी शादी सही समय पर हो। सूत्रों के अनुसार कानून में बदलाव के लिए संशोधन बिल को बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में मंजूरी दे दी गई है। मौजूदा कानून के अनुसार अभी देश में पुरुषों की विवाह की न्यूनतम उम्र 21 और महिलाओं की 18 साल है। अब सरकार बाल विवाह निषेध कानून, स्पेशल मैरिज एक्ट और हिंदू मैरिज एक्ट में संशोधन करने जा रही है। नीति आयोग में जया जेटली की अध्यक्षता में बने टास्क फोर्स ने इसकी सिफारिश की थी। इस टास्क फोर्स का गठन पिछले साल जून में किया गया था। पिछले साल ही दिसंबर में इसने अपनी रिपोर्ट दी थी। टास्क फोर्स का कहना था कि पहले बच्चे को जन्म देते वक्त बेटियों की उम्र 21 साल होनी चाहिए। विवाह में देरी का परिवारों, महिलाओं, बच्चों और समाज के आर्थिक, सामाजिक और स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।",-1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/state/fey-day-of-living-together-is-not-live-relationship-in-punjab-and-haryan-hc-64031,"'कुछ दिन साथ रहने का मतलब लिव-इन रिलेशनशिप नहीं', कपल की याचिका पर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने दिया यह जवाब","पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने एक मामले की सुनवाई के दौरान यह स्पष्ट कर दिया है यदि दो व्यस्क आपसी सहमति से कुछ दिनों तक साथ रहे तो इसका मतलब यह नहीं कि वे लिव-इन रिलेशनशिप में हैं। उच्च न्यायालय का कहना है कि कोई भी कपल कितने लंबे समय से साथ रह रहा है और वह सामने वाले के लिए अपने कर्तव्यों का पालन कर रहा है या नहीं, इन सबसे मिलकर ही कोई रिश्ता शादी के बराबर होता है। हाईकोर्ट के जज मनोज बजाज ने यमुनानगर जिले के एक कपल द्वारा फाइल की गई याचिका को खारिज करते हुए यह आदेश दिया था। इस कपल ने अपने परिवार से सुरक्षा की मांग करते हुए उच्च न्यायालय में अर्जी दी थी। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार यह कपल कुछ दिनों से ही लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहा था। हाई कोर्ट ने इस प्रकार की अर्जी दायर करने के लिए इस जोड़े पर 25 हजार रुपये का दंड भी लगाया गया। 18 साल की लड़की और 20 साल के लड़के की ओर से दायर की गई याचिका पर पीठ विचार कर रही थी। कपल ने दावा किया था कि वे एक दूसरे से प्यार करते हैं और वयस्क होने पर शादी करने का फैसला किया है। सुरक्षा याचिका में यह कहा कि लड़की के माता-पिता उनके खिलाफ हैं और उन्होंने अपनी पसंद के लड़के के साथ उसकी शादी करने का फैसला किया है और उन्हें झूठे आपराधिक मामले में फंसाने की चेतावनी भी दी है। इस वजह से वह अब लिव-इन रिलेशन में रहते हैं।",-1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/india/omicron-cases-likely-to-surge-across-maharashtra-in-january-says-health-official-64020,महाराष्ट्र: ओमिक्रोन पर स्वास्थ्य अधिकारी की बड़ी चेतावनी- अगले महीने पूरे राज्य में बढ़ सकते हैं मामले,"कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वेरिएंट का प्रकोप पूरी दुनिया में बढ़ता जा रहा है। इस बीच सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र में अगले साल जनवरी में ओमिक्रोन प्रकार के कोरोनावायरस के और मामले सामने आने की संभावना है। महाराष्ट्र लोक स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ प्रदीप व्यास ने मुंबई में महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक में एक प्रेजेंटेशन देते हुए कहा, “कोरोनोवायरस का ओमिक्रोन संस्करण दुनिया में तेजी से फैल रहा है और महाराष्ट्र में अगले साल जनवरी में इससे संक्रमित मामलों में वृद्धि देखने की संभावना है। ओमिक्रोन संक्रमण के मामले ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहरों में भी मिलेंगे।' इस बीच, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे सभी पात्र लोगों को एंटी-कोविड-19 टीकों की दूसरी खुराक का प्रशासन पूरा करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करें। विश्व स्वास्थ्य संगठन, जिसने ओमिक्रोन को 'चिंता के प्रकार' के रूप में वर्गीकृत किया था, उसने हाल ही में कहा था कि ओमिक्रोन उस दर से फैल रहा है जो किसी पिछले स्ट्रेन के साथ नहीं देखा गया है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित पाए गए मरीजों की संख्या बढ़कर 32 हो गई है।",-1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/india/two-unidentified-militants-killed-in-encounter-in-jammu-and-kashmirs-kulgam-64019,"जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में मुठभेड़, दो अज्ञात आतंकवादी मारे गए","जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में गुरुवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो अज्ञात आतंकवादी मारे गए। एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि सुरक्षा बलों ने बुधवार देर रात कुलगाम जिले के रेडवानी इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों द्वारा सुरक्षा बलों पर गोलीबारी करने के बाद तलाशी अभियान मुठभेड़ में बदल गया, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की प्रवक्ता ने बताया कि गुरुवार तड़के हुई गोलीबारी में दो उग्रवादी मारे गए। उन्होंने बताया कि अभियान अंतिम सूचना तक जारी था। उन्होंने कहा कि मारे गए आतंकवादी की पहचान और उसके समूह से जुड़े होने का पता लगाया जा रहा है।",-1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/india/india-reports-7974-new-covid19-cases-7948-recoveries-and-343-deaths-in-the-last-24-hours-64024,"एक दिन में कोरोना वायरस के 7,948 नए मामले आए सामने, 343 लोगों की मौत","देश में नए कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 7,948 नए मामले सामने हैं और 343 लोगों की मौत हो गई है। वहीं कल यानी 15 दिसंबर को 6,984 नए मामले सामने आए थे और 247 लोगों की मौत हो गई थी। देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 7,974 नए मामले आए और 343 लोगों की मौत हो गई है। जिसमें केरल में कल आए कोरोना वायरस के 4,006 मामले और 125 मौतें शामिल हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना से 7,948 मरीज ठीक हुए हैं। वहीं अब तक कुल 341,54,879 मरीज ठीक हो चुके हैं। एक्टिव मामलों की संख्या 87,245 है और अब तक कोरोना वायरस से 4,76,478 मरीजों की मौत हो चुकी है। देश में कुल कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 3,47,18,602 पहुंच गई है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि राज्य में बुधवार को चार और ओमीक्रोन के मामले दर्ज़ किए गए और इसके साथ ही राज्य में ओमीक्रोन से संक्रमित लोगों की संख्या 5 हो गई है। वहीं, महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 925 मामले सामने आए हैं और 10 लोगों की मौत हो गई है। राज्य में एक्टिव मामलों की संख्या 6,467 है। राज्य में 4 नए ओमीक्रोन संक्रमितमरीज सामने आए हैं। इस तरह से सूबे में ओमीक्रोन संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 32 हो गई है। देश में कोरोना संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए वैक्सीनेशन पर जोर दे रही है। अब तक वैक्सीनेशन का आंकड़ा 1,35,25,36,986 पहुंच गया है।",-1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/india/the-old-system-is-applicable-till-the-appointment-of-new-cds-general-naravane-takes-charge-of-csc-chairman-64033,"नए सीडीएस की नियुक्ति तक पुरानी व्यवस्था लागू, जनरल नरवणे को सीएससी के चेयरमैन का प्रभार","देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद उनकी जगह खाली हो गई है। जिसके बाद सेना में कुछ समय के लिए फिर से पुरानी व्यवस्था वापस आ गई है। तीन सेवा प्रमुखों में से सबसे वरिष्ठ थल सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया है। तीनों सेनाओं के बीच तालमेल सुनिश्चित करने का काम अब जनरल एमएम नरवणे करेंगे। इसमें तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल होते हैं। बता दें कि सीडीएस के कार्यालय के अस्तित्व में आने से पहले सेना के वरिष्ठ अधिकारी को चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष के रूप में चुना जाता था, जो तीनों थल, जल और वायु सेना के बीच तालमेल बनाकर रखता था। सूत्रों ने बताया कि तीनों सेनाओं के प्रमुखों में से जनरल नरवणे के सबसे वरिष्ठ होने के कारण उन्हें कमेटी के अध्यक्ष का पदभार सौंपा गया है। सीडीएस पद के गठन से पहले आमतौर पर तीनों सेनाओं के प्रमुखों में से सबसे वरिष्ठ को चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष बनाया जाता था। बता दें कि सरकार जल्द ही अगले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) की नियुक्ति करने की प्रक्रिया शुरू करेगी और इस पद की दौड़ में सबसे आगे सेना प्रमुख जनरल एम.एम.नरवणे हैं। जनरल बिपिन रावत की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु के बाद यह पद खाली हो गया है। सरकार द्वारा यह कदम उस वक्त उठाया जा रहा है जब कई सेवानिवृत्त सैन्य कमांडरों का कहना है कि जनरल नरवणे को इस पद पर नियुक्त करना विवेकपूर्ण कदम होगा क्योंकि वह पांच महीने के अंदर सेना प्रमुख के पद से सेवानिवृत्त हो जाएंगे।",-1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/country/general/sc-allows-double-lane-for-chardham-road-project-in-view-of-security-concerns-sets-up-oversight-committee-headed-by-justice-ak-sikri-63981,"चार धाम परियोजना को सुप्रीम कोर्ट की हरी झंडी, अब बढ़ाई जा सकेगी सड़क की चौड़ाई","केंद्र सरकार की चार धाम परियोजना को सुप्रीम कोर्ट की हरी झंडी मिल गई है। सुप्रीम कोर्ट ने ऑल वेदर राजमार्ग परियोजना में सड़क की चौड़ाई बढ़ाने की इजाजत दे दी है और इसके साथ ही डबल लेन हाइवे बनाने का रास्ता साफ हो गया है। पर्यावरण के हित में सभी उपचारात्मक उपाय सुनिश्चित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस एके सीकरी के नेतृत्व में एक निरीक्षण समिति भी गठित की गई है। कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि हाईवे के लिए सड़क की चौड़ाई बढ़ाने में रक्षा मंत्रालय की कोई दुर्भावना नहीं है। अदालत सशस्त्र बलों की ढांचागत जरूरतों का अनुमान नहीं लगा सकती है। गौरतलब है कि 11 नवंबर को चारधाम परियोजना में सड़क की चौड़ाई बढ़ाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने विस्तार से सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रखा था। केंद्र और याचिकाकर्ता की दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित था। सुप्रीम कोर्ट ने दोनों पक्षों से दो दिनों में लिखित सुझाव देने को कहा था। सुप्रीम कोर्ट को तय करना था कि करीब 900 किलोमीटर की चार धाम ऑल वेदर राजमार्ग परियोजना में सड़क की चौड़ाई बढ़ाई जा सकती है या नहीं। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से सितंबर 2020 के आदेश में संशोधन की मांग की है जिसमें चारधाम सड़कों की चौड़ाई को 5.5 मीटर तक सीमित करने का आदेश दिया था। केंद्र का कहना है कि ये भारत-चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा की ओर जाने वाली सीमा सड़कों के लिए फीडर सड़कें हैं, उन्हें 10 मीटर तक चौड़ा करने की अनुमति दी जानी चाहिए।",-1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/country/state/delhi-ready-to-deal-with-the-threat-of-omicron-may-impose-lockdown-if-needed-kejriwal-informed-63961,"'ओमिक्रोन' के खतरे से निपटने के लिए तैयार दिल्ली, जरूरत पड़ने पर लग सकता है लॉकडाउन, केजरीवाल ने दी जानकारी","दक्षिण अफ्रीका से निकले कोरोना के नए ओमिक्रोन वेरिएंट ने भारत सहित पूरी दुनियां में हड़कंप मचा दिया है। ओमिक्रोन के संभावित खतरे से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं। दिल्ली में इस नए वेरिएंट के दहशत के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम ओमिक्रोन खतरे से निपटने के लिए तैयार हैं। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम ओमाइक्रोन के खतरे से निपटने के लिए तैयार हैं। यदि आवश्यक हुआ तो हम आवश्यक प्रतिबंध लगाएंगे। फिलहाल किसी तरह की पाबंदी लगाने की जरूरत नहीं है...स्कूलों को फिर से खोलने पर फैसला स्कूलों की शीतकालीन छुट्टी खत्म होने के बाद लिया जाएगा। केजरीवाल ने सोमवार को 'दिल्ली की योगशाला' का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा,""योग से आत्मा, मन और शरीर स्वस्थ रहता है। योग के शिक्षक हम देंगे, अगर आप 25 लोग इकट्ठा होते हैं तो आप हमें इस नंबर 9013585858 पर मिस्ड कॉल दीजिए और आप जहां भी योग करना चाहे वहां कर सकते हैं।"" बता दें कि अब तक राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वेरिएंट के दो मामले सामने आ चुके हैं। दिल्ली में मिले ओमिक्रोन से संक्रमित 35 वर्षीय व्यक्ति को लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसकी हालत फिलहाल ठीक है। यह व्यक्ति जिम्मबाब्वे से दिल्ली आया था और उसके साउथ अफ्रीका की यात्रा की थी।",-1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/country/india/india-reports-7350-new-cases-of-corona-virus-202-deaths-in-last-24-hours-63951,"कोरोना वायरस: बीते दिन 7,350 नए मामले आए सामने, 202 लोगों ने गंवाई जान","देश में जानलेवा कोरोना वायरस का खतरा बरकरार है। देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 7 हजार 350 नए केस सामने आए हैं। वहीं, 202 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही इस दौरान 7,973 लोग कोरोना वायरस से ठीक हुए हैं। कोरोना वायरस को अब तक कुल 3,41,30,768 लोग मात दे चुके हैं। रिकवरी रेट भारत में अभी 98.37% है, जो कि मार्च 2020 के बाद सबसे ज्यादा है। सक्रिय मामलों की बात करें तो देश में अभी 91,456 सक्रिय मरीज हैं, यह संख्या पिछले 561 दिनों में सबसे कम है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब एक्टिव मामलों की संख्या 91 हजार 456 है। वहीं, इस महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 4 लाख 75 हजार 636 हो गई है। आंकड़ों के मुताबिक, कल 7973 रिकवरी हुईं, जिसके बाद अभी तक 3 करोड़ 41 लाख 30 हजार 768 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण मुहिम के तहत अभी तक कोरोना वायरस रोधी टीकों की 133 करोड़ से ज्यादा खुराक दी जा चुकी हैं। कल यानी रविवार को 19 लाख 10 हजार 917 डोज़ दी गईं, जिसके बाद अबतक वैक्सीन की 133 करोड़ 17 लाख 84 हजार 462 डोज़ दी जा चुकी हैं। वहीं, केरल, आंध्र प्रदेश और चंडीगढ़ में रविवार को ओमिक्रोन के एक-एक मामले की पुष्टि हुई। तीनों जगहों पर वायरस के इस नए वेरिएंट का पहला मामला सामने आया है। इसके अलावा महाराष्ट्र और कर्नाटक में ओमीक्रोन का एक-एक और मरीज मिलने के बाद देश में ऐसे मामलों की संख्या बढ़कर 38 हो गई है। दर्ज किए गए सभी मामलों में मरीजों ने विदेश यात्रा की थी।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449549/pm-modi-attends-national-conclave-on-natural-farming.html,खेती को कैमिस्ट्री की लैब से निकालकर प्रकृति की प्रयोगशाला से जोड़ना होगा: मोदी,"और इस दिशा में कृषि से जुड़े प्राचीन ज्ञान को ना सिर्फ फिर से सीखने की जरूरत है बल्कि उसे आधुनिक समय के हिसाब से तराशने की भी आवश्यकता है। प्राकृतिक खेती पर यहां आयोजित राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन के समापन सत्र को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने किसानों से प्राकृतिक खेती को अपनाने का आह्वान किया और कहा कि इस दिशा में नए सिरे से शोध करने होंगे और प्राचीन ज्ञान को आधुनिक वैज्ञानिक सांचे में ढालना होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक खेती का सबसे अधिक लाभ छोटे किसानों को होगा और यदि वह प्राकृतिक खेती का रुख करेंगे तो उन्हें भी इसका लाभ होगा। उन्होंने सभी राज्यों से प्राकृतिक खेती को जन आंदोलन बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, ‘‘कृषि के अलग-अलग आयाम हो, खाद्य प्रसंस्करण हो या फिर प्राकृतिक खेती हो, यह विषय 21वीं सदी में भारतीय कृषि का कायाकल्प करने में बहुत मदद करेगा। आजादी के अमृत महोत्सव में आज समय अतीत का अवलोकन करने और उनके अनुभवों से सीख लेकर नए मार्ग बनाने का भी है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद के दशकों में जिस तरह देश में खेती हुई और जिस दिशा में वह बढ़ी, वह सभी ने बहुत बारीकी से देखा है। उन्होंने कहा, ‘‘अगले 25 वर्ष का जो हमारा सफर है, वह नई आवश्यकताओं और नयी चुनौतियों के अनुसार अपनी खेती को ढालने का है।’’ पिछले सात वर्ष में खेती और कृषि के क्षेत्र में उठाए गए विभिन्न कदमों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि आज दुनिया भर में खेती को विभिन्न चुनौतियों से दो चार होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘यह सही है कि रसायन और उर्वरक ने हरित क्रांति में अहम रोल निभाया है लेकिन यह भी उतना ही सच है कि हमें इसके विकल्पों पर भी साथ ही साथ काम करना होगा और अधिक ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘इससे पहले खेती से जुड़ी समस्याएं भी विकराल हो जाएं, बड़े कदम उठाने का यह सही समय है। हमें अपनी खेती को कैमिस्ट्री की लैब से निकालकर प्रकृति की प्रयोगशाला से जोड़ना ही होगा। जब मैं प्रकृति की प्रयोगशाला की बात करता हूं तो ये पूरी तरह से विज्ञान आधारित ही है।’’ उन्होंने कहा कि खेती में उपयोग होने वाले खाद और कीटनाशक दुनिया के विभिन्न कोनों से अरबों-खरबों रुपए खर्च करके लाना होता है और इस वजह से खेती की लागत भी बढ़ती है, किसान का खर्च बढ़ता है और गरीब की रसोई भी महंगी होती है। उन्होंने कहा कि यह समस्या किसानों और सभी देशवासियों की सेहत से भी जुड़ी है, इसलिए सतर्क व जागरूक रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कम लागत और ज्यादा मुनाफा ही प्राकृतिक खेती है और आज दुनिया जितनी आधुनिक हो रही है, उतना ही वह जड़ों से जुड़ रही है। इस शिखर सम्मेलन में प्राकृतिक खेती पर ध्यान केन्द्रित किया गया और किसानों को प्राकृतिक खेती के तरीके अपनाने के लाभों के बारे में सभी आवश्यक जानकारी उपलब्‍ध कराई गई। केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह ने भी इस सम्मेलन को संबोधित किया। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल सहित कई नेता व केंद्रीय मंत्री उपस्थित थे। पांच हजार से अधिक किसानों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449546/cabinet-clears-proposal-to-increase-legal-age-of-women-to-21.html,कैबिनेट ने महिलाओं की शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी,"वर्तमान में, पुरुषों के लिए विवाह की कानूनी न्यूनतम आयु 21 वर्ष और महिलाओं के लिए 18 वर्ष है। सूत्रों ने कहा कि यह प्रस्ताव जया जेटली की अध्यक्षता वाले नीति आयोग के टास्क फोर्स की सिफारिश पर आधारित था। स्वास्थ्य मंत्रालय, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और कानून मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी पिछले साल जून में गठित टास्क फोर्स के सदस्य थे। टास्क फोर्स का गठन मातृत्व की उम्र, एमएमआर को कम करने की अनिवार्यता (मातृ मृत्यु दर), पोषण स्तर में सुधार और संबंधित मुद्दों से संबंधित मामलों की जांच के लिए किया गया था। केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी के बाद सरकार महिलाओं की शादी की कानूनी उम्र बढ़ाने के नए फैसले को लागू करने के लिए बाल विवाह निषेध अधिनियम, विशेष विवाह अधिनियम और हिंदू विवाह अधिनियम में संशोधन करेगी। पिछले साल स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि महिलाओं को कुपोषण से बचाने के लिए उनकी सही उम्र में शादी होनी चाहिए। सूत्रों ने कहा, ""टास्क फोर्स ने यह भी सिफारिश की है कि यौन शिक्षा को औपचारिक रूप दिया जाए और स्कूली पाठ्यक्रम में इसे शामिल किया जाए।""",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449539/the-war-of-1971-is-a-golden-chapter-in-the-history-of-the-indian-army-rajnath-singh.html,1971 युद्ध: 50वें विजय दिवस पर पीएम मोदी और राजनाथ सिंह ने सशस्त्र बलों के शौर्य को किया याद,भारत ने इस युद्ध में पाकिस्तान को मात दी थी। इसी युद्ध के बाद बांग्लादेश अस्तित्व में आया था। इस दिन को ‘विजय दिवस’ के तौर पर मनाया जाता है। 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में वर्ष 2021 को स्वर्णिम विजय वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है।,-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449536/the-number-of-patients-under-treatment-for-covid-19-in-the-country-has-come-down-to-87245.html,"देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 7974 नए केस, 343 लोगों की मौत","केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में 343 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,76,478 हो गई। आंकड़ों के अनुसार, देश में लगातार 49 दिन से कोविड-19 के दैनिक मामले 15 हजार से कम सामने आ रहे हैं। उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 87,245 हो गयी है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 0।25 प्रतिशत है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 317 की कमी दर्ज की गयी है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98।38 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सर्वाधिक है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449535/the-historic-victory-of-the-1971-war-against-terrorism-was-remembered-by-general-vk-singh-visit.html,जनरल वीके सिंह ने 1971 की लड़ाई में मिली ऐतिहासिक जीत को इस अंदाज में किया याद,"दुनिया के सैन्य इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ था। इस शानदार जीत के 50 साल पूरे होने पर आईएएनएस ने 1971 की लड़ाई में शामिल रहे , आगे चलकर भारतीय सेना के सेनाध्यक्ष बने और वर्तमान में केंद्र सरकार में मंत्री पद का दायित्व संभाल रहे जनरल वीके सिंह के साथ खास बातचीत की। सवाल - 1971 में भारत-पाकिस्तान के बीच यह लड़ाई कैसे शुरू हुई थी ? जवाब - उस समय मेरी लगभग डेढ़ वर्ष की सर्विस थी। पाकिस्तान के साथ हमारी लड़ाई औपचारिक रूप से दिसंबर में शुरू हुई थी लेकिन इसके कई महीने पहले अप्रैल से ही सीमा पर काफी कुछ चल रहा था। ईस्ट पाकिस्तान ( वर्तमान में बांग्लादेश ) की तरफ जो पाकिस्तानी सैनिक तैनात थे वो हमारी तरफ फायरिंग करते रहते थे। सीमा उस पार से काफी शरणार्थी भारत में आ रहे थे। इसके अलावा भी उस समय सीमा पर काफी कुछ चल रहा था और इसी तरह के हालात दिसंबर तक बने रहे। 3 दिसंबर को लड़ाई की औपचारिक घोषणा हुई और उसके बाद भारत की बहादुर सेना ने जो किया वो पूरी दुनिया के सैन्य इतिहास में कभी नहीं हुआ। ये मैं इसलिए कह रहा हूं कि एक ऐसे इलाके में जहां नदियां और नाले थे, जहां चलने और गाड़ियों के जाने में मुश्किल था। वहां पैदल लड़ाई लड़ कर महज 13 दिनों में दुश्मन को परास्त कर, उसका सरेंडर करवा लेना एक बड़ी बात थी। दुश्मन के 93 हजार सैनिकों को बंदी बना लेना अपने आप में बड़ी जीत थी। इसके बारे में जितनी खोज की जाए, जितना लिखा जाए उतना ही बढ़िया है क्योंकि इससे देश को पता चलेगा कि उस समय देश के सैनिकों ने, देश की सेनाओं ने और सेना के कमांडरों ने क्या काम किया था। सवाल - आपने बिल्कुल सही कहा कि दुनिया के सैन्य इतिहास में शायद ही कोई और लड़ाई हुई होगी जिसका इतना बड़ा निर्णायक नतीजा केवल 13 दिनों में ही हो गया। उस समय आपके वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों की क्या रणनीति थी ? जवाब - 1971 की लड़ाई की पूरी रणनीति फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ जी ने बनाई थी। पूर्वी कमान के जनरल जैकब ने बहुत काम किया और लड़ाई जीतने की रणनीति को पूरी तरह से फॉलो किया। हम लोग जिस कोर के नीचे थे, उनके जनरल सगत सिंह ने ढाका के सरेंडर में निर्णायक भूमिका निभाई। अगर वो निर्णायक तरीके से आगे बढ़ते हुए मेघना नदी को पार नहीं करते तो शायद पाकिस्तानी सेना की हालत इतनी खराब नहीं होती और न ही ढ़ाका का मोर्चा इतनी जल्दी गिर पाता। इसके अलावा भी लड़ाई में कई अन्य अहम मोचरें पर महत्वपूर्ण जीत हासिल हुई थी। चाहे वो हेली की शुरू की लड़ाई हो , मेघना नदी को पार करने की बात हो, मधुमती नदी को पार करने की बात हो , किस अदम्य साहस के साथ हमारी सेना लड़ी और जीती , यह इतिहास में दर्ज हो गया है। मैनावती की लड़ाई में एक खास रणनीति बनाकर जिस तरह से पाकिस्तानी फौज को चकमा दिया गया, उनको झूकना पड़ा। रणनीति और साहस के तौर पर यह शानदार लड़ाई थी और इसके नतीजों को पूरी दुनिया ने देखा। सवाल - आपने कहा कि औपचारिक तौर पर लड़ाई की घोषणा 3 दिसंबर, 1971 को हुई थी लेकिन अप्रैल के महीने से ही सीमा पर बहुत कुछ होने लगा था। इन महीनों के दौरान युद्ध को लेकर भारतीय सेना किस तरह से तैयारी कर रही थी ? जवाब - उस समय तक हमें यह नहीं पता था कि लड़ाई होगी ही लेकिन फिर भी हमारी रणनीति साफ थी कि अपने आप को किस तरह से मजबूत किया जाए और किस तरह से तैयारी की जाए। हम अपनी तैयारी में लगे हुए थे और कई मोचरें पर एक साथ तैयारी कर रहे थे। हमारे बंगाली भाई जो मुक्तिवाहिनी में थे उन्होने भी संघर्ष के दौरान बहुत काम किया। सवाल - 1971 की लड़ाई में मिली ऐतिहासिक जीत के बाद अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत और भारतीय सेना का इकबाल कैसे बुलंद हुआ ? जवाब - 1971 में अप्रैल के महीने से ही हमने अपने आपको मजबूत करना शुरू कर दिया था। लड़ाई की पूरी रणनीति फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ जी ने बनाई थी। मोर्चे पर हमारे बहादुर जवानों और कमांडरों ने शानदार बहादुरी दिखाई और हमने 93 हजार पाकिस्तानी सैनिकों को सरेंडर करने पर मजबूर कर दिया। उस समय की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने जिस तरह से राजनीतिक तौर पर एक रणनीति तैयार की थी , उसके लिए इंदिरा गांधी जी को भी दाद देनी चाहिए क्योंकि उन्होने उस समय वो सब कुछ किया जो एक अच्छे रणनीतिकार को करना चाहिए था।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449534/two-terrorists-killed-in-encounter-in-jks-kulgam.html,Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने ढेर किए 2 आतंकी,"पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस ने कहा कि दो अज्ञात आतंकवादी मारे गए हैं। सुरक्षा बलों ने कुलगाम जिले के रेडवानी इलाके में बुधवार रात घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया। उन्होंने बताया कि इसी दौरान आतंकवादियों ने उन पर गोलियां चलाईं, जिस पर सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की और मुठभेड़ शुरू हो गई। तड़के हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए, अभियान अभी जारी है। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों की शिनाख्त करने और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि वे किस आतंकवादी संगठन से जुड़े थे।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449532/encounter-begins-in-kulgam-of-jammu-and-kashmir.html,जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में मुठभेड़ शुरू,"पुलिस और सुरक्षा बलों की एक संयुक्त टीम ने इलाके को घेर लिया और आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में विशेष जानकारी के आधार पर तलाशी अभियान शुरू किए जाने के बाद आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी हुई। जहां आतंकवादी छिपे हुए थे, वहां सुरक्षा बल जैसे ही पहुंचे, वे भारी गोलीबारी की चपेट में आ गए और जवाबी कार्रवाई करते हुए गोलीबारी शुरू कर दी।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449524/missing-spo-arrested-from-j-k-s-kupwara.html,जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा से लापता एसपीओ गिरफ्तार,"पुलिस ने बताया कि उसके पास से चोरी की एके-47 हथियार बरामद कर लिए गए हैं। कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने कहा कि विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ), साकिब अहमद तांत्रे को पकड़ लिया गया है और उनके पास से दो एके-47 राइफलें जब्त की गई हैं। 12 और 13 दिसंबर की दरमियानी रात को एक बीजेपी कार्यकर्ता अब्दुल राशिद जरगर के सुरक्षा गार्ड के तौर पर तैनात तांत्रे दो हथियारों के साथ फरार हो गया था। उसका सहयोगी आरिफ अहमद भी उसी दिन लापता हो गया था। पुलिस ने इन दोनों की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को पांच लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी। साकिब और आरिफ दोनों से पूछताछ की जा रही है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449521/top-hizbul-terrorist-eliminated-in-kashmir-encounter.html,कश्मीर एनकाउंटर में हिजबुल मुजाहिदीन का शीर्ष आतंकी ढेर,"पुलिस ने कहा कि 14/15 दिसंबर की दरम्यानी रात के दौरान, पुलवामा के उजरामपथरी गांव में एक आतंकवादी की मौजूदगी के संबंध में एक विशेष इनपुट पर कार्रवाई करते हुए, जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना की 44 आरआर और सीआरपीएफ की 182 बटालियन द्वारा एक संयुक्त घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया गया था। पुलिस ने कहा, ""तलाशी अभियान के दौरान, जैसे ही आतंकवादी की उपस्थिति का पता चला, उसे आत्मसमर्पण करने के लिए बार-बार अवसर दिए गए। हालांकि, उसने संयुक्त तलाशी दल पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं, जिसकी जवाबी कार्रवाई में मुठभेड़ शुरू हो गई।"" इस मुठभेड़ में, प्रतिबंधित आतंकी संगठन एचएम का एक आतंकवादी मारा गया और उसका शव मुठभेड़ स्थल से बरामद कर लिया गया है। उसकी पहचान हेफ-श्रीमल शोपियां निवासी फिरोज अहमद डार के रूप में हुई है। पुलिस ने कहा, ""पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, मारा गया आतंकवादी ए प्लस श्रेणी का था। वह सुरक्षा बलों और नागरिक अत्याचारों सहित कई आतंकवादी अपराधों में शामिल समूहों का हिस्सा था। मारा गया आतंकवादी 2017 से सक्रिय था और दिसंबर 2018 में जैनपोरा में माइनॉरिटी गार्ड पर हमले सहित कई आतंकी अपराध के मामलों में शामिल था, जिसके परिणामस्वरूप चार पुलिस कर्मियों की शहादत हुई थी और उनकी सर्विस राइफलें लूट ली गईं थी।"" पुलिस के अनुसार, ""वह फरवरी 2019 में डंगरपोरा पुलवामा निवासी मुनीर अहमद भट की बेटी इशरत मुनीर नाम की एक लड़की की हत्या में भी शामिल था। वह एक गैर स्थानीय मजदूर चरनजीत, पुत्र हंस राज की हत्या में भी शामिल था, जो मूलरूप से पंजाब का निवासी था। अक्टूबर 2019 के घटनाक्रम में उसने अन्य लोगों को घायल भी कर दिया था, जब वे शोपियां के जैनपोरा इलाके में एक वाहन में सेब के बक्से लोड कर रहे थे। इसके अलावा, उसने भोले-भाले युवाओं को आतंकवादी रैंक में शामिल होने के लिए लुभाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।"" उसके पास से आपत्तिजनक सामग्री, हथियार और गोला-बारूद, एक एके राइफल सहित तीन मैगजीन भी बरामद की गई हैं। पुलिस ने कहा कि बरामद सभी सामग्रियों को आगे की जांच के लिए केस रिकॉर्ड में ले लिया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449504/iaf-group-captain-varun-singh-succumbed-tamilnadu-helicopter-accident.html,"नहीं रहे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, बिपिन रावत के साथ कुन्नूर हेलिकॉप्टर क्रैश में हुए थे घायल","भारतीय वायुसेना में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक संवेदना व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ""राष्ट्र के लिए उनकी समृद्ध सेवा को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। उसके परिवार तथा मित्रों के लिए संवेदनाएं।""",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449497/covid-case-in-india-update.html,"देश में कोरोना वायरस के 6,984 नए मामले, 247 लोगों की मौत","देश में मंगलवार को दैनिक कोरोना मामलों की संख्या में बड़ी गिरावट देखी गई तब कोरोना के 5,784 नए मामले दर्ज किए गए, जो 571 दिनों में सबसे कम है। बीते 24 घंटे में हुई नई मौतों के साथ ही मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 4,76,135 हो गई है। कोरोना के बीते 24 घंटे में 8,168 संक्रमितों के ठीक होने से रिकवर होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3,41,46,931 हो गई है। भारत में वर्तमान में कोरोना के 87,562 सक्रिय मामले हैं। देशभर में कुल 11,84,883 टेस्ट किए गए। इसी के साथ भारत में अब तक टेस्ट की संख्या बढ़कर 65.88 करोड़ से ज्यादा हो गई है। बीते 24 घंटे में लोगों को 68,89,025 वैक्सीन खुराक देने के साथ ही भारत का कोरोना टीकाकरण कवरेज बुधवार सुबह तक 134.61 करोड़ तक पहुंच गया है। यह सत्र में 1,41,10,887 के माध्यम से हासिल किया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार बुधवार सुबह तक 16.49 करोड़ से ज्यादा कोरोना वैक्सीन की खुराक अभी तक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास उपलब्ध हैं।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449485/instructions-to-provide-ration-aadhar-card-to-sex-workers.html,"यौन कर्मियों को राशन, आधार कार्ड मुहैया कराने के निर्देश","इसके साथ ही न्यायालय ने केंद्र, सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मतदाता पहचान पत्र, आधार और राशन कार्ड यौन कर्मियों को जारी करने की प्रक्रिया फौरन शुरू करने तथा उन्हें राशन मुहैया करना जारी रखने का निर्देश दिया। शीर्ष अदालत ने गैर-सरकारी संगठन ‘दरबार महिला समन्वय समिति’ की याचिका पर सुनवाई के दौरान यह निर्देश दिया। याचिका में कोविड-19 महामारी के चलते यौन कर्मियों को पेश आ रही समस्याओं को उठाया गया है। न्यायालय उनके कल्याण के लिए आदेश जारी करता रहा है और पिछले साल 29 सितंबर को केंद्र तथा अन्य को उनसे (यौन कर्मियों से) पहचान सबूत मांगे बगैर उन्हें राशन मुहैया करने का निर्देश दिया था। न्यायमूर्ति एल. नागेर राव, न्यायमर्ति बीआर गवई और न्यायमूर्ति बीवी नागरत्न ने इसे लेकर नाखुशी प्रकट की कि यौन कर्मियों को राशन मुहैया करने का निर्देश 2011 में जारी किया गया था, लेकिन उसे लागू किया जाना बाकी है। पीठ ने कहा, ‘राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को करीब एक दशक पहले राशन कार्ड एवं पहचान पत्र जारी करने का निर्देश दिया गया था तथा इसके लिए कोई कारण नहीं है कि अब तक वे निर्देश क्यों नहीं लागू किए गए।’ न्यायालय ने कहा, ‘‘देश के प्रत्येक नागरिक को मूल अधिकार प्रदत्त है, चाहे उसका पेशा कुछ भी हो। सरकार देश के नागरिकों को मूलभूत सुविधाएं देने के लिए कर्तव्यबद्ध है। केंद्र सरकार, राज्य सरकारों और अन्य प्राधिकारों को राशन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड और आधार कार्ड जारी करने की प्रक्रिया तत्काल शुरू करने का निर्देश दिया जाता है।’’",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449475/1971-war-showed-india-s-commitment-to-humanity-says-rajnath.html,1971 के युद्ध ने मानवता के प्रति भारत की प्रतिबद्धता दिखाई : राजनाथ,"सिंह ने भारतीय सेना के उन नायकों को याद किया, जिन्होंने ऐतिहासिक जीत सुनिश्चित की - जनरल (बाद में फील्ड मार्शल) सैम मानेकशॉ, लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा, तत्कालीन जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, पूर्वी कमान, लेफ्टिनेंट जनरल जेएफआर जैकब और एयर मार्शल इदरीस हसन लतीफ व अन्य। उन्होंने कहा, ""इन नायकों में हिंदू, मुस्लिम, पारसी, सिख और यहूदी शामिल थे। ये सभी धर्मो को समान सम्मान देने के प्रति भारत के दृढ़ विश्वास का प्रमाण है। भारतीयता की भावना ने उन्हें एक बना दिया।"" सिंह ने बांग्लादेश के पहले राष्ट्रपति, बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्हें अपने देश के लोगों के लिए मार्गदर्शक प्रकाश बताया। उन्होंने इस तथ्य की सराहना की कि बांग्लादेश अपनी मुक्ति के बाद से विकास के पथ पर बड़ी प्रगति कर रहा है। पूर्व सैनिकों सहित सशस्त्र बलों के जवानों की उनकी निस्वार्थ सेवा के लिए सराहना करते हुए सिंह ने उन्हें भारत की एकता और अखंडता के रक्षक के रूप में वर्णित किया। उन्होंने कहा, ""आज हमारा देश निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है। यह हमारे बहादुर सैनिकों की वजह से है जो सीमाओं पर मजबूती से खड़े हैं। यह देश चैन की नींद सोता है, क्योंकि हमारे जवान जाग रहे हैं।""",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449451/terrorist-killed-in-gunfight-in-j-k-s-poonch.html,"जम्मू-कश्मीर के पुंछ में मुठभेड़, सुरक्षाबलों ने पाकिस्तानी आतंकी ढेर किया","पुलिस सूत्रों ने बताया कि पुंछ जिले के सुरनकोट के बफलियाज गांव में जारी मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा का अबू जरार मारा गया। उन्होंने कहा, ""वह सुरक्षा बलों की वांछित (वॉन्टेड) सूची में था। जिस इलाके में मुठभेड़ चल रही है, वह घना जंगली क्षेत्र है।"" उन्होंने कहा, ""क्षेत्र की घेराबंदी करने के लिए अतिरिक्त बल भेजा गया है, क्योंकि वहां एक और आतंकवादी के छिपे होने की संभावना है।"" सूत्रों ने कहा, ""अबू जरार राजौरी और पुंछ जिलों में सक्रिय था। मारे गए आतंकवादी के कब्जे से एक एके-47 राइफल, चार मैगजीन, एक ग्रेनेड और कुछ भारतीय मुद्रा बरामद हुई है।"" आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में विशेष जानकारी के आधार पर पुलिस और सेना की एक संयुक्त टीम ने इलाके को घेर लिया और तलाशी अभियान शुरू करने के बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। जैसे ही सुरक्षा बल उस स्थान पर पहुंचे, जहां आतंकवादी छिपे हुए थे, भारी मात्रा में गोलीबारी की चपेट में आ गए, जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449450/lowest-in-571-days-india-logs-5-784-new-covid-cases.html,"Coronavirus In India : देश में एक दिन में 5784 नए केस, 571 दिनों में सबसे कम मामले","ये आंकड़े स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने साझा किए हैं। बीते 24 घंटे में कोरोना से 252 लोगों की मौत हुई है, जिससे कुल मौतों की संख्या बढ़कर 4,75,888 हो गई। बीते 24 घंटे में 7,995 लोग ठीक हुए, जिससे रिकवर होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3,41,38,763 हो गई। भारत में रिकवरी दर बढ़कर 98.37 प्रतिशत हो गई है। भारत में कोरोना के 88,993 सक्रिय मामले हैं जो 563 दिनों में सबसे कम है। साथ ही बीते 24 घंटे में, देशभर में कुल 9,50,482 टेस्ट किए गए, जिससे टेस्ट की कुल संख्या बढ़कर 65.76 करोड़ से ज्यादा हो गई है। लोगों को बीते 24 घंटे में 66,98,601 वैक्सीन खुराक दी गई। इसी के साथ भारत का कोरोना टीकाकरण कवरेज मंगलवार सुबह तक 133.88 करोड़ तक पहुंच गया है। यह 1,40,27,706 सत्रों के माध्यम से हासिल किया गया है। मंत्रालय के अनुसार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास 17.06 करोड़ से कोरोना वैक्सीन की खुराक अभी उपलब्ध हैं।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449438/kashmir-terror-attack-cop-succumbs-to-injuries-toll-reaches-3.html,"कश्मीर आतंकी हमला : श्रीनगर आतंकी हमले में घायल एक और पुलिसकर्मी ने तोड़ा दम, अब तक 3 शहीद","पुलिस ने बताया कि सोमवार को हुए आतंकवादी हमले में घायल हुए 12 पुलिसकर्मियों में शामिल कांस्टेबल रमीज अहमद की रात में अस्पताल में गंभीर हालत के बाद निधन हो गया। इससे पहले इस हमले में एक सब-इंस्पेक्टर और एक सिलेक्शन ग्रेड कांस्टेबल शहीद हुए थे। हमले में 11 पुलिसकर्मी घायल हो गए जिनका श्रीनगर शहर के दो अस्पतालों में इलाज चल रहा है। आईजीपी (कश्मीर), विजय कुमार ने कहा कि 2-3 आतंकवादियों ने हमले को अंजाम दिया जिसमें सशस्त्र पुलिस की 9वीं बटालियन की एक बस को निशाना बनाया गया। एक आतंकी संगठन, 'कश्मीर टाइगर्स' ने हमले की जिम्मेदारी है। खुफिया एजेंसियों का मानना है कि यह जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) संगठन का आतंकी सेल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले पर रिपोर्ट मांगी है और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक ट्वीट में कहा, ""पीएम नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बारे में जानकारी मांगी है। उन्होंने उन सुरक्षाकर्मियों के परिवारों के प्रति भी संवेदना व्यक्त की है जो हमले में शहीद हुए हैं।"" डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा है कि कायरतापूर्ण हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को जल्द ही न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449000/omicron-s-concern-experts-said-give-second-priority-to-booster-dose.html,"ओमीक्रोन की चिंता : विशेषज्ञों ने कहा, बूस्टर डोज को दें दूसरी प्राथमिकता","बहुत से देशों में भले ही बूस्टर खुराक देना पहले से शुरू कर दिया गया हो, लेकिन कई विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में चूंकि बड़े स्तर पर टीकाकरण अभियान छह से आठ महीने पहले ही प्रारंभ हुआ था, इसलिए यहां की प्राथमिकता अलग होनी चाहिए।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448978/gujarat-s-first-omicron-case-detected-in-jamnagar.html,गुजरात के जामनगर में पहले ओमिक्रॉन मामले का पता चला,"जामनगर के जीजी अस्पताल के कोरोना के नोडल अधिकारी, डॉ. एस. चटर्जी ने आईएएनएस को बताया, ""अहमदाबाद में बायोटेक्निकल अनुसंधान प्रयोगशाला में भेजे गए 72 वर्षीय जिम्बाब्वे निवासी के नमूने ओमिक्रॉन के लिए पॉजिटिव टेस्ट किया है। मरीज आइसोलेट है। हमने उसके सभी करीबी संपर्कों का पता लगाया, उनकी जांच की और उनका टेस्ट निगेटिव आया है। लेकिन हम एक बार फिर उनके सभी संपर्कों का टेस्ट करेंगे।"" जैसा कि वह जिम्बाब्वे से लौटा था, एक अफ्रीकी राष्ट्र और अधिकारियों द्वारा पहचाने गए 'जोखिम' देशों में से एक, उसके नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए अहमदाबाद भेजे गए थे, जो पॉजिटिव आया। माना जा रहा है कि यह शख्स जामनगर का रहने वाला है, जो कई सालों से जिम्बाब्वे में रह रहा है। वह 28 नवंबर को अपने ससुर से मिलने पहुंचा था। बुखार होने के बाद उनके डॉक्टर ने उन्हें आरटी-पीसीआर टेस्ट कराने की सलाह दी थी।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448970/indian-navys-outstanding-contribution-slated-to-be-made-proud-modi.html,"भारतीय नौसेना दिवस पर राष्ट्रपति कोविंद, PM मोदी ने दी बधाई","उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘नौसना दिवस की बधाई। हमें भारतीय नौसेना के उत्कृष्ट योगदानों पर गर्व है। हमारी नौसेना का उसके पेशेवराना अंदाज और अदम्य पराक्रम के लिए सर्वत्र सम्मान किया जाता है। नौसेना के हमारे कर्मी प्राकृतिक आपदा जैसे संकटों की घड़ी में भी हमेशा अग्रणी भूमिका निभाते हैं।’’ भारतीय नौसेना दिवस प्रत्येक वर्ष चार दिसंबर को मनाया जाता है। यह 1971 की जंग में भारतीय नौसेना की पाकिस्तानी नौसेना पर जीत की याद में मनाया जाता है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448968/coronavirus-india-update.html,"देश में कोरोना मामलों में कमी, एक दिन में 8,603 केस दर्ज","विभाग के अनुसार, 415 नई मौतों के साथ, मरने वालों की संख्या 4,70,530 हो गई है। पिछले 24 घंटों में 8,190 मरीजों के ठीक होने से स्वस्थ होने वालों की संख्या बढ़कर 3,40,53,856 हो गई है। नतीजतन, भारत की रिकवरी दर 98.35 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सबसे अधिक है। भारत का सक्रिय मामले वर्तमान में 99,974 है। सक्रिय मामले देश के कुल पॉजिटिव मामलों का 0.29 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। साथ ही इसी अवधि में देशभर में कुल 12,52,596 टेस्ट किए गए। भारत ने अब तक 64.60 करोड़ से अधिक कुल परीक्षण किए हैं। इस बीच, पिछले 20 दिनों से 0.81 प्रतिशत की साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर 1 प्रतिशत से कम बनी हुई है। पिछले 24 घंटों में 73,63,706 वैक्सीन खुराक के के साथ, भारत का कोविड टीकाकरण कवरेज शनिवार सुबह तक 126.53 करोड़ तक पहुंच गया है। यह 1,31,55,745 सत्रों के माध्यम से हासिल किया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार शनिवार सुबह तक 21.38 करोड़ से अधिक शेष और अप्रयुक्त कोविड वैक्सीन खुराक अभी भी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के पास उपलब्ध हैं।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448967/doctor-not-guilty-in-case-of-loss-of-vision-after-eye-operation-ima.html,आंखों के ऑपरेशन के बाद रोशनी चले जाने के मामले में चिकित्सक दोषी नहीं: आईएमए,"आईएमए ने स्पष्ट कहा कि इससे पहले भी चिकित्सकों ने कई ऑपरेशन किए हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की जिला इकाई ने शुक्रवार की शाम को आपात बैठक की। इस बैठक की अध्यक्षता डॉ सी बी कुमार ने की। बैठक के बाद अध्यक्ष डॉ. कुमार ने कहा कि इस पूरे घटना क्रम में चिकित्सक कहीं से दोषी प्रतीत नहीं हो रहे हैं। उन्होंने कहा, ""संभव हो सकता है कि ऑपरेशन थियेटर को सही तरीके से स्ट्रेलाइज्ड नहीं किया गया था, जिस कारण एक शिफ्ट में हुए ऑपरेशन के बाद मरीजों की आंख में संक्रमण हो गया। ओटी साफ और स्ट्रेलाइज्ड रखना अस्पताल प्रबंधन की जिम्मेदारी है न कि ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर की।"" इस बैठक में बड़ी संख्या में चिकित्सक उपस्थित रहे। बैठक में चिकित्सकों ने आई हॉस्पिटल में ऑपरेशन के बाद मरीजों की एक आंख निकालने की घटना से दुख व्यक्त किया। बैठक में यह भी तय किया गया कि घटना की जांच की जाएगी। इस पूरे मामले की जांच के लिए डॉ एस पी सिन्हा, डॉ. अमरेंद्र झा, डॉ. रजी हसन और डॉ आनंद कुमार की टीम बनाई गई है जो पूरे मामले की जांच करेगी। उन्होंने कहा कि जांच के बाद आई रिपोर्ट राज्य इकाई को भेजी जाएगी। उल्लेखनीय है कि मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल में ऑपरेशन में लापरवाही के कारण मरीजों की आंख की रोशनी चली जाने और जान बचाने के लिए 15 से अधिक मरीजों की आंख निकालने को लेकर सिविल सर्जन ने गुरुवार को ब्रह्मपुरा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। उन्होंने अपने बयान में चिकित्सीय चूक के कारण मरीजों की आंख की रोशनी चली जाने और आंख निकाली जाने की बात कही है। इसमें अस्पताल ट्रस्ट के सचिव दिलीप जालान व प्रबंधक दीपक कुमार के अलावा ऑपरेशन करने वाले तीन डॉक्टर को नामजद आरोपी बनाया है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448965/bsf-jawans-will-get-all-weather-container-at-loc.html,BSF जवानों को LOC पर मिलेंगे ऑल वेदर कंटेनर,"करीब 110-115 की संख्या में दिए जाने वाले यह कंटेनर बेहतर तकनीक से बनाए गए हैं। स्टील के यह कंटेनर बीएसएफ जवानों के रहने के लिए अलग-अलग जगहों पर स्थापित किए जाएंगे। गृह मंत्रालय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इन सभी ऑल वेदर कंटेनर के अंदर तापमान व्यवस्थित तरीके से रहेगा, जिससे जवानों को सर्दियों और गर्मिंयों में ज्यादा दिक्कत ना हो। यह वैसे कंटेनर होंगे, जिनको एक जगह से दूसरी जगह पर शिफ्ट भी किया जा सकेगा। इनका इस्तेमाल बीएसएफ हर एक मौसम और हर एक जगह कर सकती है। गृह मंत्रालय के निर्देश पर स्टील के ऐसे कंटेनर बीएसएफ के जवानों को बॉर्डर पर दिए जा रहे हैं। जवानों के वेलफेयर को लेकर गृह मंत्रालय में एक बैठक हुई थी। इसके बाद ऐसे कंटेनर देने पर स्वीकृति की मुहर लग गई। दरअसल, लाइन ऑफ कंट्रोल पर 165 से ज्यादा ऐसे फार्वड डिफेंस लोकेशन हैं, जहां पर बीएसएस को सर्दियों में खासा दिक्कत होती थी। यही वजह है कि बीएसएफ को इस तरीके के स्टील कंटेनर दिए जा रहे हैं, जिसमें अंदर का तापमान मेंटेन करने के लिए व्यवस्था होगी। साथ ही यह सोलर सिस्टम से भी संचालित होगा। मेक इन इंडिया के तहत बनने वाले ऐसे कंटेनर अब जवानों के लिए बेहतर साबित होंगे। बीएसएफ की करीब 165 एफडीएल (फार्वड डिफेंस लोकेशन) में 2100 ऐसी जगह हैं, जहां जवानों के लिए सरकार बेहतर व्यवस्था कर रही है। शुरु आती दौर में बॉर्डर सिक्युरिटी फोर्स के जवानों के लिए लाइन ऑफ कंट्रोल पर सौ से अधिक ऑल वेदर स्टील कंटेनर मुहैया कराए जा रहे हैं। केंद्र सरकार का प्लान है कि इनकी सफलता के बाद हर जगह ऐसे शिफ्ट किए जाने वाले कंटेनर स्थापित किए जाएंगे।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448961/lockdown-last-resort-to-curb-omicron-who.html,ओमिक्रॉन पर अंकुश लगाने के लिए लॉकडाउन 'अंतिम उपाय' होना चाहिए : डब्ल्यूएचओ,"कोविड-19 का नया सुपर म्यूटेंट ओमिक्रॉन वैरिएंट काफी खतरनाक बताया जा रहा है, जिसमें स्पाइक प्रोटीन पर 30 से अधिक म्यूटेंट बताए जा रहे हैं, जो मानव कोशिकाओं को बुरी तरह से संक्रमित करने में सक्षम हैं। यह वैरिएंट सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था और इसके बाद यह तेजी से फैल रहा है और इसकी चपेट में भारत, श्रीलंका, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, नीदरलैंड और ब्रिटेन सहित 24 से अधिक देश आ चुके हैं। डब्ल्यूएचओ में दक्षिण-पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल ने कहा, ""किसी भी नए वैरिएंट के आने और मौजूदा वायरस और इसके वैरिएंट्स के संचरण का तेजी से पता लगाने के लिए निगरानी को मजबूत करने, कैलिब्रेटेड सार्वजनिक स्वास्थ्य और सामाजिक उपायों को लागू करने और टीकाकरण कवरेज को बढ़ाने पर हमारा ध्यान केंद्रित होना चाहिए।"" हालांकि ओमिक्रॉन की गंभीरता, जोखिम और प्रतिरक्षा से बचने की क्षमता का मूल्यांकन करने के लिए अध्ययन चल रहे हैं। प्रारंभिक परीक्षणों से पता चला है कि यह वैरिएंट अन्य के मुकाबले काफी तेजी से फैल सकता है, जिससे जल्दी ही मामलों में वृद्धि हो सकती है। उन्होंने आगे कहा, ""हालांकि यह मान लेना उचित होगा कि वर्तमान में उपलब्ध टीके गंभीर बीमारी और मृत्यु से सुरक्षा प्रदान करते हैं।"" उन्होंने कोविड 19 टीकाकरण कवरेज में तेजी लाने के प्रयासों को और तीव्र करने पर जोर दिया। दक्षिण अफ्रीका और बोत्सवाना से ओमिक्रॉन वैरिएंट के बारे में सामने आई खबरों के बाद, अमेरिका और ब्रिटेन सहित कई देशों ने कई अफ्रीकी देशों के यात्रियों के लिए यात्रा प्रतिबंध या क्वारंटीन अवधि के नियम लागू करने का फैसला किया है। लेकिन खेत्रपाल के अनुसार, सामूहिक यात्रा प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय वायरस प्रसार को नहीं रोकेंगे और इसके बजाय, यह जीवन और आजीविका पर भारी बोझ डाल देगा। इसके अलावा, इस तरह के प्रतिबंध महामारी विज्ञान और सीक्वेंसिंग डेटा की रिपोर्ट करने और इसे साझा करने के लिए देशों को हतोत्साहित करके एक महामारी के दौरान वैश्विक स्वास्थ्य प्रयासों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं। उन्होंने आगे कहा, ""वायरस के संचरण को कम करने के लिए लॉकडाउन लगाने का विकल्प, हालांकि प्रभावी है, मगर यह एक बहुत महंगा उपाय है और इसे अंतिम उपाय के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए।"" क्षेत्रीय निदेशक ने कहा, ""हम वायरस और इसके वैरिएंट्स को फैलने, आगे बढ़ने और हमें चुनौती देना जारी नहीं रख सकते हैं और न ही ऐसा होने देना चाहिए। हमें इसके प्रसार को कम करने के लिए हर संभव प्रयास करने की आवश्यकता है।"" उन्होंने कहा कि मास्क का उपयोग, शारीरिक दूरी, इनडोर स्थान का वेंटिलेशन, भीड़ से बचना और हाथ की स्वच्छता कोविड-19 के संचरण को कम करने के लिए महत्वपूर्ण है, यहां तक कि उभरते हुए वैरिएंट्स से बचने के लिए भी यह प्रभावी उपाय हैं।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448956/cabinet-secretary-reviews-preparedness-to-deal-with-cyclone-jawad-cabinet-secretary-rajiv-gauba.html,कैबिनेट सचिव ने चक्रवाती तूफान 'जवाद' से निपटने के लिए तैयारियों की समीक्षा की,"बैठक के दौरान कैबिनेट सचिव ने इस बात पर जोर दिया कि सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जाना चाहिए, ताकि जानमाल के नुकसान की कोई गुंजाइश न रहे और संपत्ति को कम से कम नुकसान हो। गौबा ने यह भी निर्देश दिया कि सभी मछुआरे और जहाज जो समुद्र में हैं, उनका संबंधित राज्यों को पता लगाना चाहिए, इसके लिए तटरक्षक बल और अन्य केंद्रीय एजेंसियों द्वारा आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने यह भी सलाह दी कि आवश्यक सेवाओं को कम से कम समय में न्यूनतम व्यवधान के साथ बहाल किया जा सकता है, जिसके लिए अग्रिम कार्रवाई की जानी चाहिए। गौबा ने कहा, ""सार्वजनिक संदेश दिया जाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि चक्रवात वाली जगहों पर लोगों को उस दौरान उपयुक्त निर्देश और मार्गदर्शन मिल सके। राज्यों को यह भी सलाह दी गई कि वे कोविड अस्पतालों का निर्बाध कामकाज सुनिश्चित करें।"" भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि चक्रवात के 4 दिसंबर की सुबह तक उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा तट पर पहुंचने की उम्मीद है। इसके बाद, यह पश्चिम बंगाल के तट की ओर बढ़ेगा। चक्रवात अपने साथ भारी से बहुत भारी वर्षा लाएगा। ज्वार की लहरों के साथ 90-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की उम्मीद है। आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के मुख्य सचिवों और वरिष्ठ अधिकारियों ने उनके द्वारा की गई प्रारंभिक तैयारियों से एनसीएमसी को अवगत कराया। इस बीच समुद्र से मछुआरों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। चक्रवात आश्रयों को तैयार कर लिया गया है और निचले इलाकों से लोगों को निकाला जा रहा है। खाद्यान्न, पेयजल और अन्य आवश्यक आपूर्ति का स्टॉक करने के लिए हर तरह की कार्रवाई की गई है। बिजली, सड़कों, पानी की आपूर्ति और अन्य आवश्यक सेवाओं के रखरखाव और बहाली के लिए टीमों को भी तैनात किया गया है। नुकसान को कम करने के लिए खड़ी फसलों की कटाई भी की जा रही है। एनडीआरएफ ने प्रभावित राज्यों में पर्याप्त संख्या में टीमों को तैनात किया है और अतिरिक्त टीमों को तैयार रखा गया है। सेना और नौसेना के बचाव और राहत दल जहाजों और विमानों के साथ आवश्यकतानुसार तैनाती के लिए तैयार हैं। बैठक में एनडीआरएफ, आईएमडी, आईडीएस मुख्यालय और एनडीएमए के साथ-साथ गृह मंत्रालय, नागर विमानन, बंदरगाह, रेलवे, जहाजरानी और जलमार्ग, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, बिजली एवं मत्स्य पालन मंत्रालयों तथा विभागों के सचिवों और वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448948/children-meets-pm-modi-in-parliament-girl-said-jai-shri-ram-know-details.html,"पीएम मोदी ने संसद में की छोटे बच्चों से मुलाकात, दिया चॉकलेट","बच्चों ने जय श्री राम कह कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिवादन किया और एक छोटी लड़की ने उन्हें भक्ति गीत भी सुनाया। दरअसल, ये सभी लड़कियां केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के आश्रम में रहती हैं और लंबे समय से बार-बार प्रधानमंत्री से मिलवाने का आग्रह कर रही थी। बच्चों के प्रति हमेशा से विशेष स्नेह रखने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जैसे ही इनकी इच्छा के बारे में पता लगा, उन्होंने तुरंत इन बच्चों को मिलने के लिए बुला लिया। न्यूज एजेंसी से बातचीत करते हुए केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि छोटे बच्चों में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर क्रेज है। उन्होंने कहा, ये सभी मेरे आश्रम के बच्चे हैं जो लंबे समय से प्रधानमंत्री जी से मिलने की इच्छा जता रहे थे। मैंने जैसे ही इनके बारे में उन्हें बताया, उन्होंने तुरंत इन बच्चों से मिलने की इच्छा जाहिर कर दी। प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करने के बाद प्रसन्न नजर आ रहे इन बच्चों ने एजेंसी से बात करते हुए कहा कि उन्होंने पीएम से मिलकर जय श्री राम कहा और पीएम ने उन सबके साथ बहुत अच्छी तरह से बात की और सबको चॉकलेट भी दिया। दिव्यांशी नाम की एक छोटी सी लड़की ने प्रधानमंत्री मोदी को भक्ति संगीत भी गाकर सुनाया।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/unesco-gave-cultural-heritage-status-to-durga-puja/,उपलब्धि : यूनेस्को ने दुर्गा पूजा को दिया सांस्कृतिक विरासत का...,"उपलब्धि : यूनेस्को ने दुर्गा पूजा को दिया सांस्कृतिक विरासत का दर्जा, मोदी समेत कई ने बंगाल के लोगों को दी बधाई By admin - December 16, 2021 कोलकाता (एजेंसी)। विश्व प्रसिद्ध बंगाल की दुर्गा पूजा को यूनेस्को ने सांस्कृतिक विरासत का दर्जा दिया है। संयुक्त राष्ट्र संघ की सांस्कृतिक इकाई (यूनेस्को) ने बुधवार को बंगाल की दुर्गा पूजा को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची में शामिल करने का ऐलान किया है। भारत की ओर से यूनेस्को से दुर्गा पूजा को विरासत का दर्जा देने की मांग रखी थी। इसे यूनेस्को ने मंजूरी दे दी है। दुर्गा पूजा को अब विश्व स्तर पर मान्यता मिलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसके लिए देश और बंगाल के लोगों को बधाई दी। वहीं, केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने पश्चिम बंगाल समेत सभी देशवासियों को इसके लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की सांस्कृतिक विरासत को नई पहचान मिली है। दुर्गा पूजा की झलक अब दुनिया भर में फैलेगी। मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक, पेरिस में 13 से 18 दिसंबर तक आयोजित हो रही अंतर सरकारी समिति के 16 वें सत्र के दौरान दुर्गा पूजा को यूनेस्को की मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची में शामिल किया गया है। धर्म, लिंग और आर्थिक तबके की बाधाओं को पार करते हुए इसके सर्व-समावेशी दृष्टिकोण के लिए इसकी विशेष रूप से प्रशंसा की गई है। दरअसल, दुर्गा पूजा के दौरान बंगाल की राजधानी कोलकाता के मध्य से शुरू कर पूर्व से लेकर पश्चिम तक और उत्तर से लेकर दक्षिण तक धूमधाम से बनाई जाती है।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/omicron-cases-may-escalate-cases-with-less-symptoms/,"जनवरी-फरवरी मे बढ़ सकते ओमिक्रॉन के मामले, कम लक्षण वाले केस...","जनवरी-फरवरी मे बढ़ सकते ओमिक्रॉन के मामले, कम लक्षण वाले केस ज्यादा आ सकते हैं सामने By admin - December 16, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट का कहर कई देशों में मौजूद है। भारत में अभी ओमिक्रॉन के केस जनवरी-फरवरी के महीने में बढ़ सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि जिस तरह डेल्टा स्ट्रेन ने रफ्तार पकड़ी थी हो सकता है कि यह वेरिएंट भी रफ्तार पकड़े। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि ओमिक्रॉन के ज्यादा माइल्ड केस ही सामने आएंगे। विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से कहा गया है कि ओमिक्रॉन तेजी से बढ़ रहा है और अभी यह दुनिया के 77 देशों में मौजूद है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि ओमिक्रॉन से घबराने की नहीं बल्कि इसके ट्रांसमिशन को रोकने की जरूरत है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना वायरस के पूर्ववर्ती स्वरूपों की तुलना में ओमिक्रॉन से कम गंभीर संक्रमण होता प्रतीत हो रहा है। बताया जा रहा है कि ओमिक्रॉन का असर डेल्टा वेरिएंट से कम रहेगा। भारत में स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि अभी यह कोशिश की जा रही है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन का फुल डोज दिया जाए। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट में कहा गया है कि फाइजर का टीका संक्रमण के खिलाफ कम रक्षा प्रदान करता नजर आ रहा है लेकिन यह अस्पताल में भर्ती होने की संभावना को अब भी कम रखने में कारगर है।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/coonoor-helicopter-crash/,कुन्नूर हेलीकॉप्टर दुर्घटना – ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह का निधन,"कुन्नूर हेलीकॉप्टर दुर्घटना – ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह का निधन By admin - December 16, 2021 बेंगलुरू/नई दिल्ली (एजेंसी)। तमिलनाडु के कुन्नूर गत 8 दिसंबर को वायु सेना के दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर में एक मात्र जीवित ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह ज़िन्दगी और मौत के बीच जंग में हार गए। ग्रुप कैप्टन वरूण ङ्क्षसह का बुधवार सुबह यहां अस्पताल में निधन हो गया। हेलीकॉप्टर हादसे में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (चीफ ऑफ डिफेंस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य अधिकारियों की मृत्यु हो गयी थी। इस दुर्घटना में केवल ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह ज़िंदाबचे थे जहां बुधवार को उनका भी निधन हो गया। भारतीय वायु सेना ने ट्वीट किया, वायु सेना को यह बताते हुए गहरा दुख हो रहा है कि दिलेर ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह का निधन हो गया है। आठ दिसंबर 2021 की हेलीकाप्टर दुर्घटना में घायल ग्रुप कैप्टन ङ्क्षसह का बुधवार सुबह निधन हुआ। भारतीय वायु सेना उनके निधन पर गहरी संवेदना प्रकट करती है और शोक संतप्त परिवार के साथ खड़ी है। हेलीकॉप्टर दुर्घटना में शौर्य चक्र से सम्मानित ग्रुप कैप्टन सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए थे और उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था। उनका ओल्ड एयरपोर्ट रोड पर वायु सेना कमान अस्पताल में उपचार किया जा रहा था। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने के लिए अस्पताल गए थे। ग्रुप कैप्टन सिंह भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर दुर्घटना में अकेले जीवित बचे थे, जिसमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य अधिकारियों की मृत्यु हो गयी थी। कल भोपाल में अंतिम संस्कार पार्थिव देह आज लाई जाएगी वरुण के पिता रिटायर्ड कर्नल केपी सिंह एयरपोर्ट रोड स्थित सन सिटी कॉलोनी में रहते हैं। वह इस समय बेंगलुरू में हैं, जहां कैप्टन वरुण सिंह का इलाज चल रहा था। उनके घर पर कोई नहीं है। इसके बाद भी बुधवार सुबह वरुण की मौत की खबर से क्षेत्र में शोक की लहर है। सन सिटी कॉलोनी के पड़ोसी उनके घर के बाहर जुट गए थे। कर्नल के पड़ोसी दलजीत सिंह ने बताया कि अंतिम संस्कार भोपाल में होगा। भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि शहीद ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की पार्थिव देह सेना के विमान से गुरुवार को भोपाल आएगी। 17 दिसंबर को उनका अंतिम संस्कार होगा। इससे पहले खबरें आ रही थी कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह उत्तर प्रदेश के देवरिया के रहने वाले हैं। इस वजह से अंतिम संस्कार देवरिया में भी हो सकता है। अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए देवरिया से भी परिवार के लोग भोपाल के लिए रवाना हो गए हैं। देशभर में जताया शोक भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरूण ङ्क्षसह के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोङ्क्षवद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह , कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित विभिन्न केंद्रीय मंत्रियों और अन्य नेताओं ने शोक जताया है और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है। राष्ट्रपति गोविन्द ने उनके निधन पर अपने शोक संदेश में कहा, ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह के निधन की जानकारी से दुख हुआ, उन्होंने जीवन के लिए बहादुरी से संघर्ष किया। उस दुर्घटना में वह बुरी तरह से घायल हो गए थे, पर उन्होंने वीरता और अदम्य साहस का परिचय दिया। राष्ट्र उनका आभारी है, उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदना। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने शोक संदेश में लिखा, ग्रुप कैप्टन वरूण ङ्क्षसह ने गौरव, वीरता और अत्यंत पेशेवर तरीके से देश सेवा की। उनके निधन से मैं अत्यंत दुखी हूँ, उनका राष्ट्र के प्रति समर्पण कभी नहीं भूलाया जाएगा, उनके शोकाकुल परिवार और मित्रजनों के प्रति मेरी संवेदना। ओम शांति।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/state-cabinet-and-council-of-ministers-meeting-tomorrow/,राज्य कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक कल | सरकार के 3...,"राज्य कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक कल | सरकार के 3 साल पर नई घोषणाओं की तैयारी, मंत्री शुरू करेंगे जनसुनवाई By admin - December 15, 2021 जयपुर (कार्यालय संवाददाता)। राज्य कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक कल मुख्यमंत्री निवास पर होगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक बुधवार को बुलाई है। सुबह 11:30 बजे कैबिनेट की बैठक और उसके बाद 12:15 बजे मंत्रिपरिषद की बैठक रखी गई है। बैठक के लिए ऑफिशियल कार्य सूची जारी नहीं हुई है। इस बैठक में सरकार के 3 साल का कार्यकाल पूरा होने पर कुछ नई घोषणाएं की जा सकती हैं। संविदाकर्मियों को नियमित करने की मांग, शिक्षा विभाग में तबादला नीति, किसानों और बेरोजग़ार युवाओं को लेकर भी फैसले किए जाने की संभावना है। बैठक में प्रशासन शहरों और गांवों के संग अभियान के प्रोग्रेस पर चर्चा कर कुछ छूट देने पर भी सरकार फैसला कर सकती है । प्रदेश कांग्रेस में जनसुनवाई की शुरूआत करेंगे मंत्री : कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद कल से ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी में मंत्रियों की जनसुनवाई भी शुरू होने जा रही है। पीसीसी में दोपहर 2 बजे होने वाली जनसुनवाई में शिक्षा मंत्री डॉ बीडी कल्ला, श्रम मंत्री सुखराम विश्नोई कांग्रेस नेता,कार्यकर्ता और आम लोगों की समस्याएं सुनेंगे। साथ ही समस्याओं के समाधान के लिए एप्लीकेशंस को विभाग के अफसरों को एक्शन के लिए भेजा जाएगा। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष हरिमोहन शर्मा और सचिव देशराज मीणा को भी मंत्रियों के साथ जनसुनवाई में पार्टी की ओर से मदद के लिए बैठाया जाएगा।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/terrorists-killed-in-encounter/,"मुठभेड़ में आतंकवादी ढेर- एके47, मैगजीन बरामद","मुठभेड़ में आतंकवादी ढेर- एके47, मैगजीन बरामद By admin - December 15, 2021 जम्मू (एजेंसी)। जम्मू- कश्मीर के पुंछ जिले में मंगलवार को यहां सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया और उसके पास से एके47 राइफल और चार मैगजीन बरामद हुई है। जम्मू स्थित रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेन्द्र आनंद ने बताया कि पुंछ के बेहरामगाला के डोरी ढोक इलाके में सेना और जम्मू- कश्मीर पुलिस के एक सफल संयुक्त अभियान में एक आतंकवादी मारा गया और उसके पास से एक एके47 राइफल और चार मैगजीन बरामद की गयी है। उन्होंने कहा, क्षेत्र में भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में विशिष्ट खुफिया सूचना मिलने के बाद अभियान शुरू किया गया। उन्होंने कहा कि मंगलवार तड़के मुठभेड़ के दौरान आतंकवादी ने सुरक्षाकर्मियों पर गोलियां चलाते हुए भागने का प्रयास किया, हालांकि दोनों ओर से हुई गोलीबारी में आतंकवादी को ढेर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि मारे गए आतंकवादी के पास से एक एके47 राइफल और चार मैगजीन और कुछ पैकेट बरामद हुए हैं।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/gehlot-government-will-give-one-crore-to-the-family-of-martyr-kuldeep/,शहीद कुलदीप के परिवार को एक करोड़ देगी गहलोत सरकार,"शहीद कुलदीप के परिवार को एक करोड़ देगी गहलोत सरकार By admin - December 15, 2021 जयपुर (कार्यालय संवाददाता)। सीडीएस बिपिन रावत के साथ हेलिकॉप्टर हादसे में शहीद हुए स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह के परिवार को राजस्थान सरकार एक करोड़ की सहायता देगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसकी घोषणा की है। इसके लिए जल्द आदेश जारी किए जा रहे हैं। स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह सीडीएस बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर के को-पायलट थे। शहीद कुलदीप सिंह के परिवार के लिए घोषित की गई सहायता कारगिल पैकेज की तरह ही है। मिलिट्री या पैरामिलिट्री ऑपरेशन में शहीद सैनिकों के परिजनों को करगिल पैकेज के अनुसार सहायता राशि और पैकेज दिया जाता है। झुंझुनू जिले के घरड़ाना खुर्द गांव के रहने वाले शहीद कुलदीप सिंह की बहन भी कोस्ट गार्ड में हैं। उनके पिता नेवी में रहे हैं। पुलवामा शहीदों के लिए नकद सहायता 50 लाख तक की थी : गहलोत सरकार ने फरवरी 2019 में पुलवामा हमले में शहीद हुए राजस्थान के जवानों के परिजनों के लिए सहायता राशि और पैकेज बढ़ाने की घोषणा की थी। शहीद के परिवार को अब 50 लाख रुपए नकद या 25 लाख नकद के साथ इंदिरा गांधी नहर क्षेत्र में 25 बीघा जमीन या 25 लाख नकद के साथ हाउसिंग बोर्ड का मकान लेने का विकल्प रखा गया है। शहीद के एक परिजन को नौकरी और बच्चों को शुरू से लेकर कॉलेज-यूनिवर्सिटी स्तर तक मुफ्त शिक्षा दिलाने का प्रावधान है। शहीद के परिजनों के लिए रोडवेज यात्रा मुफ्त है। सार्वजनिक स्थानों और भवनों का नाम शहीद के नाम पर करने का प्रावधान है।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/green-signal-to-char-dham-project/,चार धाम प्रोजेक्ट को हरी झंडी- हाईवे की चौड़ाई बढ़ाने को...,"चार धाम प्रोजेक्ट को हरी झंडी- हाईवे की चौड़ाई बढ़ाने को मंजूरी By admin - December 15, 2021 चीन से बढ़ती चुनौतियों के मद्देनजर रक्षा मंत्रालय ने किया था आग्रह- अब हाईवे को चौड़ा किया जा सकेगा, जिससे टैंक भी आसानी से जा सके नई दिल्ली (एजेंसी)। सुप्रीम कोर्ट ने उत्तराखंड में चार धाम प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी है। कोर्ट ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हाईवे की चौड़ाई बढ़ाने की इजाजत दे दी है। अब तीन हाईवे को डबल-लेन बनाने का रास्ता साफ हो गया है। सुप्रीम कोर्ट ने अपनी टिप्पणी में कहा कि अदालत सेना के सुरक्षा संसाधनों को तय नहीं कर सकती। हाल में बॉर्डर पर सुरक्षा के लिहाज से गंभीर चुनौतियां सामने आई हैं। पर्यावरण के हित में बनाई निगरानी समिति सुप्रीम कोर्ट ने सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर चार धाम सड़क परियोजना के तहत बन रही सड़कों को ‘डबल लेनÓ तक चौड़ा करने की अनुमति दे दी है। न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने मंगलवार को यह फैसला सुनाते हुए चारधाम परियोजना के बारे में सीधे जानकारी प्राप्त करने के लिए पूर्व न्यायमूर्ति ए. के. सीकरी की अध्यक्षता में एक निरीक्षण समिति का भी गठन किया है। शीर्ष अदालत ने कहा कि समिति को रक्षा मंत्रालय, सड़क परिवहन मंत्रालय, उत्तराखंड सरकार और सभी जिलाधिकारियों का पूरा सहयोग प्राप्त होगा। मजबूत हो सकेंगी रक्षा तैयारियां सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद चीन बॉर्डर पर रक्षा तैयारियों को मजबूत किया जा सकेगा। कोर्ट ने रक्षा मंत्रालय को अनुमति दे दी है कि ऋषिकेश से गंगोत्री तक सड़क को 10 मीटर तक चौड़ा किया जा सकता है। चीन के साथ बढ़ते तनाव को देखते हुए रक्षा मंत्रालय ने सुप्रीम कोर्ट से सितंबर 2020 आदेश को संशोधित करने का आग्रह किया था। तब सड़क की चौड़ाई को 5.5 मीटर तक ही सीमित रखने का आदेश दिया गया था और इसकी वजह पर्यावरण संबंधी चिंताएं थीं। टैंक जैसे हथियार भी आसानी से पहुंचेंगे बॉर्डर इस पर रक्षा मंत्रालय ने तर्क दिया था कि देश की सुरक्षा सर्वोपरि है। सरकार का तर्क है कि सड़क को इतना चौड़ा किए जाने की जरूरत है जिससे टैंक जैसे भारी भरकम हथियारों को आसानी से बॉर्डर के करीब ले जाया जा सके। 12 हजार करोड़ रू. की लागत वाली करीब 900 किमी वाली चारधाम परियोजना पर्यावरण एवं अन्य कारणों से अदालत में लंबित थी। इस मामले में रक्षा मंत्रालय ने हलफनामा भी दायर किया था। ऑल वेदर चारधाम परियोजना ऋषिकेश को गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ से जोड़ेगी। इनमें से एक हिस्से पर सड़क की चौड़ाई के बारे में उच्चतम न्यायालय में मामला था, जिसके कारण ये आगे नहीं बढ़ पा रही थी।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/indias-harnaaz-became-miss-universe-got-this-title-after-21-years/,भारत की हरनाज बनीं मिस यूनिवर्स 21 साल बाद मिला यह...,"भारत की हरनाज बनीं मिस यूनिवर्स 21 साल बाद मिला यह खिताब By admin -December 14, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। भारत की हरनाज संधू मिस यूनिवर्स बन गई हैं। 21 साल बाद किसी भारतीय सुंदरी को यह खिताब मिला है। जीतने के बाद देश के नाम एक संदेश में उन्होंने कहा- चक दे फट्टे इंडिया, चक दे फट्टे। साल 2000 में लारा दत्ता मिस यूनिवर्स बनीं थीं। तब से भारत इस खिताब का इंतजार कर रहा था। 70वां मिस यूनिवर्स पेजेंट 12 दिसंबर को इजराइल में हुआ। इसमें हरनाज ने 79 देशों की सुंदरियों को पीछे छोड़ते हुए मिस यूनिवर्स का ताज पहना। मिस यूनिवर्स की रनर अप मिस पराग्वे नाडिया फेरेरा और सेकेंड रनर अप मिस साउथ अफ्रीका लालेला मस्वाने रहीं। बॉलीवुड एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला को मिस यूनिवर्स कॉन्टेस्ट को जज करने का मौका मिला था। वे भारत की तरफ से ज्यूरी टीम का हिस्सा थीं। चंडीगढ़ की हरनाज संधू ने हाल ही में ‘मिस दीवा मिस यूनिवर्स इंडिया 2021’ का खिताब अपने नाम किया था। इसके बाद से ही उन्होंने मिस यूनिवर्स 2021 का ताज जीतने के लिए जी-जान से मेहनत शुरू कर दी थी।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/terrorists-fired-on-police-bus-2-soldiers-martyred-12-injured/,"आतंकियों ने पुलिस की बस पर की फायरिंग -2 जवान शहीद,...","आतंकियों ने पुलिस की बस पर की फायरिंग -2 जवान शहीद, 12 जख्मी By admin - December 14, 2021 श्रीनगर (एजेंसी)। जम्मू-कश्मीर में आतंकी बेखौफ नजर आ रहे हैं। अब श्रीनगर के बाहरी इलाके जेवन में आतंकियों ने पुलिस की एक बस पर फायरिंग की है। इस हमले में 14 पुलिसकर्मियों घायल हुए थे, जिनमें से दो ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इसके अलावा एक पुलिसकर्मी की हालत गंभीर बनी हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक फिलहाल 11 अन्य पुलिसकर्मियों की हालत खतरे से बाहर है। कश्मीर जोन पुलिस ने ट्वीट कर इस घटना के बारे में जानकारी दी है। पुलिस के मुताबिक यह हमला जेवन इलाके के पंथा चौक पर हुआ है। हमले के बाद इलाके को घेर लिया गया है और सभी जख्मी पुलिसकर्मियों को तत्काल अस्पताल में ले जाया गया है। हमलावर आतंकियों की तलाश जारी है। इससे पहले सुबह श्रीनगर के ही रगरेट इलाके में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मुठभेड़ के दौरान मार गिराया था। जान गंवाने वालों में सशस्त्र पुलिस का एक सहायक उप-निरीक्षक भी शामिल है। अब तक हमले की जिम्मेदारी किसी आतंकी संगठन ने नहीं है। अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादियों की धरपकड़ के लिए इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। घटना से जुड़ी विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है। रंगरेथ में मारे गए थे दो आतंकी सोमवार की सुबह जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के रंगरेथ इलाके में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया था। मारे गए आतंकियों के कब्जे से काफी मात्रा में हथियारों को बरामद किया गया। यह मुठभेड़ वायु सेना स्टेशन के पास हुई थी। इलाके में पुलिस और सेना की तरफ से पूरे इलाके को घेरा गया है। आतंकियों के साथियों के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/indian-navy-gets-new-power-successful-test-of-supersonic-missile-torpedo/,भारतीय नौसेना को मिली नई ताकत- सुपरसोनिक मिसाइल टॉरपीडो का सफल...,"भारतीय नौसेना को मिली नई ताकत- सुपरसोनिक मिसाइल टॉरपीडो का सफल परीक्षण By admin - December 14, 2021 बालासोर (एजेंसी)। भारत ने मंगलवार को लंबी दूरी की सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड टॉरपीडो का सफल परीक्षण किया है। ओडिशा के बालासोर तट से इस मिसाइल को छोड़ा गया। डिफेंस रिसर्च डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन ने इस बात की जानकारी दी। डीआरडीओ ने कहा कि इस मिसाइल को भारतीय नौसेना के सबमरीन वॉरफेयर को मजबूती देने के लिए डिजाइन और विकसित किया गया है। यह मिसाइल पारंपरिक टॉरपीडो की तुलना में ज्यादा शक्तिशाली है। एंटी सबमरीन वॉरफेयर ऑपरेशन, जो कि टॉरपीडो रेंज से अधिक शक्तिशाली है। स्मार्ट मिसाइल लाइट वेट एंटी सबमरीन टॉरपीडो सिस्टम में मददगार होगी। टॉरपीडो एक स्वचलित हथियार है जो कि पानी के अंदर सीमित दूरी में अपने लक्ष्य को भेदता है। डीआरडीओ ने 2010 में मिसाइलों द्वारा टारपीडो लॉन्च करने की क्षमता निर्माण के लिए एक परियोजना शुरू की और इस प्रणाली का पहला टेस्ट 4 अक्टूबर 2020 किया गया था। टॉरपीडो क्या है टॉरपीडो सिगार के आकार का पानी में छोड़े जाने वाला एक स्वचलित हथियार है जिसे सबमरीन से लॉन्च किया जाता है। टॉरपीडो समंदर की गहराई में विस्फोट करके अपने लक्ष्य को भेद देता है। भारत में पहला स्वदेशी टॉरपीडो वरूणास्त्र था जिसे एंटी सबमरीन इलेक्ट्रिक टॉरपीडो के तौर पर लॉन्च किया गया था।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/gujarat-increased-the-death-toll-from-corona-by-10000-2-percent-increase-across-the-country/,"गुजरात ने 10,000 बढ़ाया कोरोना से मौतों का आंकड़ा- देश भर...","गुजरात ने 10,000 बढ़ाया कोरोना से मौतों का आंकड़ा- देश भर में 2 फीसदी का हुआ इजाफा By admin - December 14, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। गुजरात सरकार ने कोरोना से हुई मौतों का डेटा अपडेट किया है। राज्य सरकार ने पुराने आंकड़े में करीब 10,000 मौतों का नया डेटा जोड़ा है। इससे गुजरात में अब तक कोरोना संक्रमण से होने वाली मौतों की संख्या तेजी से बढ़कर 19,964 हो गई है, जो पहले 10,098 ही थी। गुजरात सरकार की ओर से डेटा अपडेट करने की वजह से देश में कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा 2 फीसदी बढ़ गया है। अब तक देश में कोरोना के चलते 4.85 लाख लोगों की मौत हो गई है। गुजरात सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में बढ़े हुए इस डेटा के बारे में बताया गया है। अदालत ने राज्य सरकार से कोरोना संक्रमण से मरने वाले लोगों के परिजनों की मदद के लिए सही डेटा जुटाने को कहा था ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को मदद मिल सके। गुजरात में कोरोना संक्रमण से मौतों के बदले में परिजनों को मुआवजे के लिए 34,678 आवेदन सरकार के पास आए थे, जिनमें से राज्य अथॉरिटीज ने 19,964 को स्वीकार किया है। इससे पहले कुल आंकड़ा 10,000 से भी कम सरकार बता रही थी। सोमवार को अदालत में सुनवाई के दौरान राज्य सरकार ने कहा कि उसने ऑल इंडिया रेडियो और स्थानीय रेडियो स्टेशनों के माध्यम से इस डेटा को तैयार किया है।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/six-new-cases-of-omicron-in-the-country-the-total-number-is-44-rajasthan-is-second-in-the-country/,"देश में ओमिक्रोन के छह नए मामले, कुल संख्या 44 हुई-...","देश में ओमिक्रोन के छह नए मामले, कुल संख्या 44 हुई- राजस्थान देश में दूसरे नंबर पर By admin -December 14, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। देश में ओमिक्रोन के छह नए मामले सामने आए हैं। चार नए केस राजस्थान में जबकि दो मामले महाराष्ट्र में पाए गए हैं। इसके साथ ही राजस्थान में ओमिक्रोन के मामलों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। ओमिक्रोन के संक्रमितों की संख्या के लिहाज से राजस्थान देश में दूसरे नंबर पर है जबकि 20 मामलों के साथ महाराष्ट्र नंबर वन पोजिशन पर बना हुआ है। देश में कोरोना का यह नया वैरिएंट केंद्र शासित चंडीगढ़ के अलावा सात राज्यों में फैल चुका है। नए आंकड़ों के साथ ही देश में ओमिक्रोन के संक्रमितों की संख्या बढ़कर 44 हो चुकी है।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%b5%e0%a5%88%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b8%e0%a5%80%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b8-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82/,कोरोना वैक्सीन की रेस में सबसे आगे ये तीन नाम,"कोरोना वैक्सीन की रेस में सबसे आगे ये तीन नाम By Editor - July 31, 2020 नई दिल्ली (एजेंसी)। कोविड-19 की वैक्सीन बनाने के लिए दर्जनों देशों के बीच रेस लगी है। 160 से भी ज्यादा वैक्सीन का डेवलपमेंट हुआ है जिनमें से 141 प्री-क्लिनिकल स्टेज में हैं। दुनियाभर में सिर्फ तीन वैक्सीन कैंडिडेट्स ऐसे हैं जो फेज 3 ट्रायल में हैं। ये हैं- ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी-अस्त्राजेनेका, मॉडर्ना इंक और साइनोफार्म की डेवलप की हुई वैक्सीन। फिलहाल इन सभी का बड़े पैमाने पर इंसानों पर ट्रायल जारी है। कुल मिलाकर 24 कोविड-19 वैक्सीन ऐसी हैं जिनका क्लिनिकल ट्रायल हो रहा है। एक बार यह ट्रायल पूरा हो जाए तो फिर कंपनियां रेगुलेटर से अप्रूवल लेकर वैक्सीन मैनुफैक्चरिंग शुरू कर सकती हैं। 1. ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी-अस्त्राजेनेका वैक्सीन ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी और फार्मा कंपनी अस्त्राजेनेका ने यह वैक्सीन डेवलप की है। इसे ‘कोविशील्डÓ नाम दिया गया है। क्या सफलता : ‘नेचरÓ जर्नल में छपी स्टडी के मुताबिक, बंदरों पर यह वैक्सीन पूरी तरह असरदार साबित हुई। उनमें कोविड-19 के प्रति इम्यूनिटी डेवलप हुई। आगे का रास्ता क्या : इंसानों पर फेज 1 और 2 ट्रायल पूरा हो चुका है। भारत, ब्राजील समेत दुनिया के कई देशों में फेज 3 ट्रायल जारी है। कब तक आएगी : नवंबर तक ट्रायल पूरा होने की उम्मीद है। नतीजे अच्छे रहे तो रेगुलेटरी अप्रूवल के बाद वैक्सीन का लार्ज-स्केल प्रॉडक्शन शुरू होने में अगले साल की शुरूआत तक का वक्त लग सकता है। किसने कर दी है बुक : दुनियाभर के देशों ने ऑक्सफर्ड की वैक्सीन खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। यूनाइटेड किंगडम ने 100 मिलियन डोज की डील की है। ब्राजील सरकार ने भी 127 मिलियन डॉलर में 30 मिलियन डोज खरीदने का सौदा किया है। यूरोपियन यूनियन के कई देश अभी सौदेबाजी की प्रक्रिया में हैं। दाम : भारत में इस वैक्सीन को बना रही सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ आदर पूनावाला के मुताबिक, वैक्सीन की लागत 1,000 रूपये से कम रह सकती है। ऑक्सफर्ड ने कहा है कि यूके में यह वैक्सीन कम दाम में मिलेगी। 2. मॉडर्ना की वैक्सीन इस अमेरिकन कंपनी की वैक्सीन मैसेंजर आरएनए तकनीक पर आधारित है। क्या सफलता : बंदरों पर मॉडर्ना की वैक्सीन के नतीजे बेहद शानदार रहे हैं। एक ताकतवर इम्यून सिस्टम तो डेवलप हुआ ही, बंदरों के फेफड़ों और नाक में वायरस को रेप्लिकेट होने से भी रोका जा सका। आगे का रास्ता क्या : वैक्सीन की सबसे बड़ी परीक्षा चल रही है। 87 जगहों पर 30 हजार लोगों पर इस वैक्सीन का ट्रायल शुरू हो चुका है। कब तक आएगी : साइंटिस्ट्स के मुताबिक, सबकुछ ठीक रहा तो अगले साल की शुरूआत तक। किसने कर दी है बुक : अमेरिकी सरकार ने करीब 500 मिलियन डॉलर की डील की है। मॉडर्ना ने स्पेन की लैब के अलावा स्विस फार्मा कंपनी से भी टाईअप किया है। इजरायल की सरकार ने भी मॉडर्ना की वैक्सीन में दिलचस्पी दिखाई है। दोनों के बीच डील हो चुकी है। दाम : मॉडर्ना ने 50 से 60 डॉलर के बीच वैक्सीन के दाम तय करने की सोची है। यानी 3,700 से 4,500 रूपये के बीच। लेकिन यह कीमत केवल अमेरिका और अन्य हाई इनकम वाले देशों के लिए है। विकासशील देशों में वैक्सीन सस्ते में मिल सकती है। 3. साइनोफार्म (चीन) चीन वैक्सीन डेवलपमेंट की रेस में लगभग हर जगह मौजूद है। चाइना नैशनल फार्मास्यूटिकल ग्रुप यानी साइनोफार्म की वैक्सीन ट्रायल के ऐडवांस्ड स्टेज में है। क्या सफलता : 2,000 से ज्यादा लोगों पर टेस्ट में वैक्सीन के पूरी तरह सुरक्षित होने का दावा चीन ने किया है। आगे का रास्ता क्या : ब्राजील और यूएई में बड़ा ट्रायल चल रहा है। चीन के सरकारी अस्पतालों में इसका इंजेक्शन मुफ्त में दिया जा रहा है जो कोई भी इच्छानुसार लगवा सकता है। कब तक आएगी : प्रॉडक्शन शुरू हो चुका है। चीन को पूरा भरोसा है कि फाइनल ट्रायल में भी वैक्सीन सफल रहेगी। किसने कर दी है बुक : अमेरिकी कंपनी मर्क के साथ वैक्सीन की डोज बनाने की डील हुई है। वैक्सीन खरीदने में खाड़ी समेत लैटिन अमेरिका के कई देश रूचि ले रहे हैं। दाम : चीन की तरफ से इसे लेकर कोई खुलासा नहीं किया गया है।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/%e0%a4%a8%e0%a5%80%e0%a4%a4%e0%a5%80%e0%a4%b6-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b9%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%9d%e0%a4%82%e0%a4%a1%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%a6-%e0%a4%b8%e0%a5%81/,नीतीश की हरी झंडी के बाद सुशांत के पिता ने दर्ज...,"नीतीश की हरी झंडी के बाद सुशांत के पिता ने दर्ज करवाई एफआईआर By admin - July 29, 2020 नीतीश की हरी झंडी के बाद सुशांत के पिता ने दर्ज करवाई एफआईआर पटना (एजेंसी)। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में तब एक नया मोड़ आ गया, जब उनके पिता कृष्ण कुमार सिंह ने पटना के राजीव नगर थाने में अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती समेत 6 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करवा दी। एफआईआर के जांच के क्रम में पटना पुलिस की 4 सदस्यीय टीम फिलहाल मुंबई में है और वहां पुलिस अधिकारियों से मुलाकात करेगी। पटना पुलिस को लीड कर रहे एसएसपी उपेंद्र शर्मा मुंबई पुलिस अधिकारियों के संपर्क में हैं। जानकारी मिल रही है कि फिलहाल जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी कई लोगों से पूछताछ की जाएगी। जांच की दिशा क्या होगी और यह कैसे आगे बढ़ेगी, यह आने वाले दिनों में दोनों ही राज्यों की पुलिस के समन्वय पर निर्भर करेगा। इस बीच बड़ी खबर ये आ रही है कि मुख्यमंत्री कार्यालय के दखल के बाद सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह द्वारा एफआईआर दर्ज कराना संभव हुआ है।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/%e0%a4%ad%e0%a4%97%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%95%e0%a5%80-251-%e0%a4%ae%e0%a5%80%e0%a4%9f%e0%a4%b0-%e0%a4%8a%e0%a4%82%e0%a4%9a%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%82%e0%a4%b0-2/,भगवान राम की 251 मीटर ऊंची मूर्ति बनाएगी विश्व रिकॉर्ड,"भगवान राम की 251 मीटर ऊंची मूर्ति बनाएगी विश्व रिकॉर्ड By admin -July 29, 2020 नोएडा (एजेंसी)। अयोध्या में लगने वाली भगवान राम की मूर्ति विश्व रिकॉर्ड बनाएगी और यह मूर्ति अभी तक की दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति होगी और उससे भी खास बात यह मूर्ति पूरी तरह से स्वदेशी होगी। जिसका पूरा निर्माण उत्तर प्रदेश में ही किया जाएगा। इसका कोई भी अंश विदेश में नहीं बनेगा और ना ही विदेश में इसके किसी हिस्से की ढलाई होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इच्छा के अनुरूप मूर्ति का निर्माण यहीं पर होगा। भगवान की राम की इस मूर्ति का निर्माण करने वाले पदम भूषण से सम्मानित मूर्तिकार राम सुतार और उनके बेटे अनिल सुतार ने बताया कि भगवान राम की मूर्ति का डिजाइन पास होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनकी इसको लेकर वार्ता हो चुकी है। जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा था कि यह मूर्ति पूरी तरह से स्वदेशी हो। जिसके बाद उन्होंने आश्वस्त किया है कि यह मूर्ति पूरी तरह से स्वदेशी होगी और इसका निर्माण वह उत्तर प्रदेश में ही करेंगे, जो सबसे भव्य मूर्ति बनेगी। निर्माण कार्य प्रारम्भ होने के बाद उसके निर्माण में करीब साढ़े तीन साल का समय लगेगा। उम्मीद है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन के बाद ही मूर्ति निर्माण का काम भी शीघ्र प्रारम्भ हो जाएगा।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/the-age-old-history-will-change-for-the-first-time-lord-jagannaths-chariots-will-not-be-destroyed/,बदलेगा सदियों पुराना इतिहास पहली बार भगवान जगन्नाथ के रथों को...,"बदलेगा सदियों पुराना इतिहास पहली बार भगवान जगन्नाथ के रथों को नहीं किया जाएगा नष्ट By admin - July 24, 2020 बदलेगा सदियों पुराना इतिहास पहली बार भगवान जगन्नाथ के रथों को नहीं किया जाएगा नष्ट ओडिशा (एजेंसी)। ओडिशा में वार्षिक रथ यात्रा के बाद तीन विशाल रथों को नष्ट करने की प्रथा के विपरीत श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) इस साल उन्हें संरक्षित करने पर विचार कर रहा है। इन रथों का इस्तेमाल भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ को श्री मंदिर से श्री गुंडिचा मंदिर तक ले जाने की नौ दिन की वार्षिक यात्रा के लिए किया जाता है। एसजेटीए के मुख्य प्रशासक कृष्ण कुमार ने बताया कि महामारी के दौरान रिकॉर्ड वक्त में लकड़ी के तीन रथ बनाने वाले बढ़ई और सेवकों के बीच इस संबंध में चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि हमने एक तकनीकी समिति गठित की है जो प्रशासन का मार्गदर्शन करेगी कि रथों को कैसे संरक्षित रखा जाए और लकड़ी के ढांचे को कीटों से कैसे सुरक्षित किया जाए। रथ यात्रा उत्सव के बाद हर साल रथों को नष्ट कर दिया जाता है और इस लकड़ी का इस्तेमाल मंदिर की रसोई में किया जाता है लेकिन इस साल एसजेटीए जगन्नाथ बल्लव में बनाए जा रहे संग्रहालय में तीनों रथों को संरक्षित रखने पर विचार कर रहा है। एसजेटीए के मुख्य प्रशासक ने कहा कि रथों को जगन्नाथ बल्लव परिसर तक ले जाने के दिशा निर्देश पहले ही जारी कर दिए गए हैं।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/over-40-thousand-cases-increased-in-one-day-22-thousand-people-were-cured-recovering-patients-exceed-7-lakh-11-18-lakh-cases-so-far/,"एक दिन में रिकॉर्ड 40 हजार से ज्यादा केस बढ़े, 22...","एक दिन में रिकॉर्ड 40 हजार से ज्यादा केस बढ़े, 22 हजार लोग ठीक भी हुए; रिकवर होने वाले मरीजों का आंकड़ा 7 लाख के पार; अब तक 11.18 लाख केस By admin -June 22, 2020 एक दिन में रिकॉर्ड 40 हजार से ज्यादा केस बढ़े, 22 हजार लोग ठीक भी हुए; रिकवर होने वाले मरीजों का आंकड़ा 7 लाख के पार; अब तक 11.18 लाख केस देश में अब तक 27 हजार 503 मरीजों की मौत हुई, 3 लाख 89 हजार 721 लोगों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है मुंबई देश का पहला शहर, जहां मरीजों की संख्या एक लाख से ज्यादा, महाराष्ट्र में रविवार को 9,518 केस मिले देश में संक्रमितों का आंकड़ा 11 लाख के पार हो गया। अब तक 11 लाख 18 हजार 17 मरीज हो चुके हैं। रविवार को रिकॉर्ड 40 हजार 253 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। एक दिन में अब तक का ये आंकड़ा सबसे ज्यादा है। इसके पहले शनिवार को ही सबसे ज्यादा 37 हजार 407 नए केस मिले थे। हालांकि, इस बीच राहत की खबर है कि देश में ठीक होने वाले मरीजों का आंकड़ा भी 7 लाख के पार हो गया। अब तक 7 लाख 339 लोग बीमारी से रिकवर होकर घर जा चुके हैं। रविवार को 22 हजार 734 लोग अस्पताल से डिस्चार्ज हुए। अभी 3 लाख 89 हजार 721 लोगों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। 27 हजार 503 मरीजों की मौत हो गई। ये आंकड़े covid19india.org के मुताबिक हैं। महाराष्ट्र में रिकॉर्ड 9,518 केस बढ़े रविवार को सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 9,518 मामले सामने आए। यहां अब तक 3 लाख 10 हजार 455 लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं। आंध्र प्रदेश में 5,041 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। यहां संक्रमितों की संख्या अब 49,650 हो गई है। तमिलनाडु में 4,979 लोग संक्रमित मिले। राज्य में संक्रमितों की संख्या 1 लाख 70 हजार 693 हो गई है। देश की राजधानी दिल्ली में 1,211 लोग संक्रमित पाए गए।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/tb-vaccine-will-be-given-to-the-elderly-in-6-hotspots-of-corona-in-the-country-madhya-pradesh-and-rajasthan-will-also-be-included/,देश में कोरोना के 6 हॉटस्पॉट में बुजुर्गों को दी जाएगी...,"देश में कोरोना के 6 हॉटस्पॉट में बुजुर्गों को दी जाएगी टीबी की वैक्सीन, मध्य प्रदेश और राजस्थान भी होंगे शामिल By admin - June 22, 2020 देश में कोरोना के 6 हॉटस्पॉट में बुजुर्गों को दी जाएगी टीबी की वैक्सीन, मध्य प्रदेश और राजस्थान भी होंगे शामिल नई दिल्ली आईसीएमआर 60 साल से अधिक उम्र के 1500 लोगों पर करेगा रिसर्च, बीसीजी का टीका बुजुर्गों पर कितना कारगर, यह जाना जाएगा यह रिसर्च मध्यप्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में की जाएगी, टीका लगने के बाद 6 माह तक निगरानी होगी टीबी से बचाने वाली बीसीजी वैक्सीन कोरोना का संक्रमण रोकने में कितनी प्रभावी है, इसे जांचने के लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) देश के 6 हॉटस्पॉट में रिसर्च कराएगा। शोध के दौरान, यह जाना जाएगा कि हॉटस्पॉट में रहने वाले बुजुर्गों पर कोरोना का असर और इससे होने वाली मौत की दर कितनी है। आईसीएमआर के मुताबिक, यह रिसर्च मध्यप्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु में 60 साल से अधिक उम्र के 1500 लोगों पर की जाएगी। जो बुजुर्ग संक्रमित नहीं उन्हें लगेगा टीका आईसीएमआर के मुताबिक, बीसीजी का टीका उन बुजुर्गों को लगाया जाएगा जो अभी तक संक्रमित नहीं हुए हैं ताकि ये जाना जा सके कि टीका लगने के बाद इनमें संक्रमण की गंभीरता और मौत का खतरा कितना है। बीसीजी-कोविड का परीक्षण आईसीएमआर के पांच अन्य केंद्रों पर भी होगा। इनमें अहमदाबाद, भोपाल, मुंबई, जोधपुर के संस्थान शामिल हैं। बीसीजी का टीका देश में नवजात बच्चों को लगाया जाता है। 6 महीने तक नजर रखी जाएगी आईसीएमआर के मुताबिक, वैक्सीन देने के बाद बुजुर्गों पर अगले 6 महीने तक नजर रखी जाएगी। यह एक तरह का ट्रायल है। रिसर्च को नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च इन ट्यूबरकुलोसिस के साथ मिलकर किया जा रहा है। आईसीएमआर के चेन्नई स्थित राष्ट्रीय यक्ष्मा अनुसंधान संस्थान में परीक्षण की अनुमति भी मिल चुकी है। डब्ल्यूएचओ समेत कई विशेषज्ञों ने इस वैक्सीन पर भरोसा जताया विश्व स्वास्थ्य संगठन के डायरेक्टर जनरल डॉ ट्रेडोस अधानोम समेत कई एक्सपर्ट बीसीजी वैक्सीन पर अपना भरोसा जता चुके हैं। उनका कहना है कि इस वैक्सीन में इम्युनिटी को बढ़ाने की खासियत है जो सांस से जुड़े संक्रमण से भी बचा सकती है। लेसेंट जर्नल में प्रकाशित शोध में एक्सपर्ट का कहना है कि यह वैक्सीन शरीर में मेटाबॉलिक और एपिजेनेटिक बदलाव करती है जिससे इम्यून सिस्टम का रेस्पॉन्स तेज होता है। टीबी की बीसीजी वैक्सीन से जुड़ी 5 बातें 1- सबसे पहले समझते हैं कि बीसीजी क्या है? इसका पूरा नाम है बेसिलस कामेट गुएरिन। यह टीबी और सांस से जुड़ी बीमारियों को राेकने वाला टीका है। बीसीजी को जन्म के बाद से छह महीने के बीच लगाया जाता है। दुनिया में सबसे पहले इसका 1920 में इस्तेमाल हुआ। ब्राजील जैसे देश में तभी से इस टीके का इस्तेमाल हो रहा है। 2- बीसीजी के टीके में क्या होता है? इस टीके में बैक्टिरियम की वे स्ट्रेन्स होती हैं, जो इंसानों में फेफड़ों की टीबी का कारण है। इस स्ट्रेन का नाम मायकोबैक्टिरियम बोविस है। टीका बनाने के दौरान एक्टिव बैक्टीरिया की ताकत घटा दी जाती है ताकि ये स्वस्थ लोगों में बीमारी न कर सके। इसे मेडिकल की भाषा में एक्टिव इनग्रेडिएंट कहा जाता है। इसके अलावा वैक्सीन में सोडियम, पौटेशियम और मैग्नीशियम साल्ट, ग्लिसरॉल और साइट्रिक एसिड होता है। 3- क्या बीसीजी का वैक्सीन भी वायरस से लड़ता है? नहीं। मेडिकल साइंस की नजर में बीसीजी का वैक्सीन बैक्टीरिया से मुकाबले के लिए रोग प्रतिरोधक शक्ति देता है। इससे शरीर को इम्यूनिटी मिलती है, जिससे वह रोगाणुओं का हमला झेल पाता है। हालांकि, कोरोना एक वायरस है, न कि बैक्टीरिया। लेकिन स्टडी के हिसाब से संभव है कि शरीर की इम्यूनिटी अच्छी होने के कारण यह वैक्सीन कोरोना से मुकाबले में मददगार बन सके, लेकिन इस पर अभी रिसर्च जारी है। 4- कोरोना से जुड़ी स्टडी में बीसीजी का नाम कैसे सामने आया? न्यूयॉर्क इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के डिपार्टमेंट ऑफ बायोमेडिकल साइंसेस ने एक स्टडी की। यह स्टडी 21 मार्च को सामने आई। बीसीजी वैक्सीनेशन और इसके कोरोना पर असर का पता लगाना इसका मकसद था। इसमें बिना बीसीजी वैक्सीनेशन पॉलिसी वाले इटली, अमेरिका, लेबनान, नीदरलैंड और बेल्जियम जैसे देशों की तुलना जापान, ब्राजील, चीन जैसे देशों से की गई, जहां बीसीजी वैक्सीनेशन की पॉलिसी है। इसमें चीन को अपवाद माना गया, क्योंकि कोरोना की शुरुआत इसी देश से हुई थी। 5- क्या यह मान लिया जाए कि बीसीजी का टीका कोरोना से बचाएगा? स्टडी में वैज्ञानिकों ने कहा कि हो सकता है कि बीसीजी कोरोनावायरस से लंबे समय तक सुरक्षा दे। लेकिन इसके लिए ट्रायल करने होंगे। यह स्टडी सामने आने के बाद ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड, जर्मनी और यूके ने कहा है कि वे कोरोनावायरस के मरीजों की देखभाल कर रहे हेल्थ वर्कर्स को बीसीजी का टीका लगाकर ह्यूमन ट्रायल शुरू करेंगे। वे यह देखेंगे कि क्या इस टीके से हेल्थ वर्कर्स का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। ऑस्ट्रेलिया ने भी बीते शुक्रवार कहा कि वह देश के करीब 4 हजार डॉक्टरों और नर्सों और बुजुर्गों पर बीसीजी वैक्सीन का ट्रायल शुरू करेगा।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/army-gets-dhruvastra-missile-ability-to-fly-enemy-tanks/,सेना को मिली ‘ध्रुवास्त्र’ मिसाइल – दुश्मन के टैंक को उड़ाने की...,"सेना को मिली ‘ध्रुवास्त्र’ मिसाइल – दुश्मन के टैंक को उड़ाने की क्षमता By admin -June 22, 2020 सेना को मिली ‘ध्रुवास्त्र’ मिसाइल – दुश्मन के टैंक को उड़ाने की क्षमता नई दिल्ली (एजेंसी)। मेक इन इंडिया मुहिम के तहत देश की सेना को लगातार मजबूत किया जा रहा है। सेना की ताकत में एक और नाम जुड़ गया। एंटी टैंक ‘ध्रुवास्त्र’ मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया है, ये मिसाइल मेड इन इंडिया है। और दुश्मन को पूरी तरह से ध्वस्त करने का माद्दा रखती है। ओडिशा के बालासोर में 15-16 जुलाई को इसका टेस्ट हुआ, जिसके बाद अब इसे सेना को सौंप दिया जाएगा। इसका इस्तेमाल भारतीय सेना के ध्रुव हेलिकॉप्टर के साथ किया जाएगा। यानी अटैक हेलिकॉप्टर ध्रुव पर इसे तैनात किया जाएगा, ताकि वक्त आने पर दुश्मन को सबक सिखाया जा सके। हालांकि, अभी जो टेस्ट किया गया है वो बिना हेलिकॉप्टर के किया गया है। पहले इस मिसाइल का नाम नाग था, जिसे अब बदलकर ध्रुवास्त्र किया गया है । ये मिसाइल स्वदेशी है और इसकी क्षमता 4 किमी। तक है, ये किसी भी टैंक को खत्म कर सकती है। ध्रुव हेलिकॉप्टर भी पूरी तरह से स्वदेशी हेलिकॉप्टर है। ऐसे में डीआरडीओ और सेना के लिए इसे बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है क्योंकि अब किसी दूसरे देश पर ऐसी मिसाइलों के लिए निर्भरता नहीं रहेगी। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, ध्रुवास्त्र एक तीसरी पीढ़ी की ‘दागो और भूल जाओÓ टैंक रोधी मिसाइल प्रणाली है, जिसे आधुनिक हल्के हेलीकॉप्टर पर स्थापित किया गया है। यह प्रणाली, सभी मौसम में दिन और रात के समय सक्षम है तथा पारंपरिक कवच के साथ ही साथ विस्फोटक प्रतिक्रियाशील कवच के साथ युद्धक टैंकों को नष्ट कर सकती है। गौरतलब है कि चीन के साथ बॉर्डर पर लगातार तनाव की स्थिति है। ऐसे में सेना पूरी तरह सतर्क है, दूसरी ओर मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिए डीआरडीओ स्वदेशी मिसाइलें बना रहा है। बता दें कि जल्द ही भारत को फ्रांस से राफेल लड़ाकू विमान भी मिलने वाला है जिसे अंबाला एयरबेस पर तैनात किया जाएगा।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/the-new-minimum-age-of-marriage-for-girls-is-21-years-76855,लड़कियों के विवाह की नयी न्यूनतम आयु 21 साल!,"सरकार ने लड़कियों के विवाह की न्यूनतम कानूनी आयु को 18 साल से बढ़ाकर पुरुषों के बराबर 21 साल करने का फैसला किया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को पुरुषों एवं महिलाओं के विवाह की न्यूनतम आयु में एकरूपता लाने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की। सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। सूत्रों के अनुसार, सरकार बाल विवाह (रोकथाम) अधिनियम, 2006 को संशोधित करने संबंधी विधेयक संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में ला सकती है। उन्होंने कहा कि यह प्रस्तावित विधेयक विभिन्न समुदायों के विवाह से संबंधित पर्सनल लॉ में महत्वपूर्ण बदलाव का प्रयास कर सकता है ताकि विवाह के लिए आयु में एकरूपता सुनिश्चित की जा सके। मौजूदा कानूनी प्रावधान के तहत लड़कों के विवाह लिए न्यूनतम आयु 21 साल और लड़कियों के लिए 18 साल निर्धारित है। विवाह से जुड़ी न्यूनतम आयु में एकरूपता लाने का यह निर्णय उस समय किया गया है, जब इससे एक साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि सरकार इस बारे में विचार कर रही है कि महिलाओं के लिए न्यूनतम आयु क्या होनी चाहिए। यह निर्णय समता पार्टी की पूर्व अध्यक्ष जया जेटली की अध्यक्षता वाले कार्यबल की अनुशंसा के आधार पर लिया गया है। इस निर्णय के बारे में जया जेटली ने कहा कि दो प्रमुख कारणों पर ध्यान केंद्रित किया गया। उन्होंने कहा, ‘यदि प्रत्येक क्षेत्र में लैंगिक समानता और सशक्तीकरण की बात करते हैं तो फिर विवाह में ऐसा क्यों नहीं कर सकते। यह बहुत ही विचित्र बात है कि लड़की 18 साल की आयु में शादी के योग्य हो सकती है, जबकि इस कारण उसके कॉलेज जाने का अवसर खत्म हो जाता है। दूसरी तरफ, लड़के के पास अपने जीवन और जीविका के लिए तैयार होने का 21 साल की आयु तक अवसर होता है।' जया ने कहा कि लड़कियां को भी कमाने और पुरुषों के बराबर होने का अवसर दिया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा, ‘हमने बहुत सारे लोगों की राय ली, लेकिन इसमें युवा प्रमुख रूप से शामिल थे।' जया जेटली ने बताया कि कार्यबल ने अपनी रिपोर्ट पिछले साल दिसंबर में प्रधानमंत्री कार्यालय, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और नीति आयोग को सौंपी थी। इस कार्यबल में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉक्टर वीके पॉल, उच्च शिक्षा, स्कूली शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, विधायी कार्य विभागों के सचिव, नजमा अख्तर, वसुधा कामत और दीप्ति शाह जैसे शिक्षाविद भी शामिल थीं।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/air-quality-management-commission-should-work-on-permanent-solution-to-air-pollution-in-delhi-ncr-supreme-court-76859,दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण के स्थायी समाधान पर करें काम करे वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग : सुप्रीम कोर्ट,"इससे पहले, मामले की सुनवाई शुरू होने पर सॉलीसिटर जनरल तुषार मेहता ने पीठ को बताया कि दुग्ध, डेयरी प्रसंस्करण, दवाओं के निर्माण,जीवन रक्षक दवाइयां और चिकित्सकीय सामान से जुड़ी औद्योगिक प्रक्रियाओं को शुरू करने की मंजूरी दे दी गयी है। उन्होंने कहा कि कुछ उद्योगों को 8 घंटे काम करने की मंजूरी दी गयी थी, कुछ उद्योगों ने कहा कि उनके उद्योग की प्रकृति ऐसी है कि 8 घंटे पर्याप्त नहीं हैं। मेहता ने कहा कि उनसे 7 दिन के बजाय केवल 5 दिन सतत प्रक्रिया जारी रखने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि जो ताप विद्युत संयंत्र बंद हैं, वे बंद रहेंगे, लेकिन और बंद नहीं किये जायेंगे। निर्माण गतिविधियों पर फैसला कल लिया जाएगा। अस्पताल निर्माण की अनुमति है, जबकि ट्रक आदि पर रोक जारी है।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/so-far-10-cases-of-39omicron39-nature-have-been-reported-in-delhi-76849,दिल्ली में अब तक 'ओमीक्रोन' स्वरूप के 10 मामले सामने आए,"दिल्ली में मंगलवार तक ‘ओमीक्रोन' स्वरूप के 6 मामले सामने आए थे, जो बुधवार को बढ़कर 8 और बृहस्पतिवार को 10 हो गए। मंत्री ने बताया कि कई अंतरराष्ट्रीय यात्री इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘ऐसे आठ लोगों को बृहस्पतिवार को ही अस्पताल में भर्ती कराया गया है।' जैन ने मंगलवार को कहा था कि ‘ओमीक्रोन' के मामले अभी सामुदायिक स्तर पर नहीं फैले हैं और स्थिति अभी नियंत्रण में है। ‘ओमीक्रोन' के सभी मरीजों की हालत भी स्थिर है। इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में कोरोना वायरस के ‘ओमीक्रोन' स्वरूप से संक्रमित पाए गए पहले व्यक्ति को एलएनजेपी अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। तंजानिया से 2 दिसंबर को दिल्ली लौटे 37 वर्षीय व्यक्ति इससे संक्रमित पाए गए थे, जबकि उनका पूर्ण टीकाकरण हो चुका था।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/omicron-cases-increased-12-new-infected-including-children-76688,"ओमीक्रोन के केस बढ़े, बच्चे समेत 12 नये संक्रमित",देश में बुधवार को कोरोना वायरस के स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के 12 नये मामलों की पुष्टि हुई। पश्चिम बंगाल में इसका पहला मामला सामने आया। प्रदेश के मुर्शिदाबाद जिले में 7 साल के बच्चे में ओमीक्रोन संक्रमण की पुष्टि हुई। यह बच्चा हैदराबाद होते हुए अबु धाबी से पश्चिम बंगाल लौटा है।,-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/helicopter-crash-group-captain-varun-singh-dies-76689,हेलीकॉप्टर दुर्घटना : ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन,"तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर हादसे में गंभीर रूप से घायल वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बुधवार सुबह बेंगलुरू के सैन्य अस्पताल में निधन हो गया। वायु सेना ने ट्वीट किया, ‘आईएएफ को यह बताते हुए बेहद दुख हो रहा है कि बहादुर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, जो 8 दिसंबर 2021 को हुए हेलीकॉप्टर हादसे में घायल हो गए थे ..उनका आज सुबह निधन हो गय। भारतीय वायुसेना गहरी संवेदना व्यक्त करती है और शोक संतप्त परिवार के साथ दृढ़ता से खड़ी है।'",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/consideration-of-investment-plan-from-common-people-76704,आम लोगों से निवेश की योजना पर विचार,सरकार ने बुधवार को संसद में कहा कि वह ऐसी योजना पर काम कर रही है जिसके तहत सड़क आधारभूत परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए आम लोगों से पैसे लिए जाएंगे जिसमें 6 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने राज्यसभा में पूरक सवालों के जवाब में यह जानकारी दी। इस दौरान सदन में विपक्ष 12 सदस्यों के निलंबन पर हंगामा कर रहा था।,-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/normalize-27-seats-reserved-for-obcs-76700,ओबीसी के लिए आरक्षित 27% सीटें सामान्य करें,"सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को महाराष्ट्र के राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) को स्थानीय निकाय में 27 प्रतिशत सीटों को सामान्य श्रेणी के रूप में अधिसूचित करने का निर्देश दिया, जो अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए आरक्षित थी। कोर्ट ने ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण पर 6 दिसंबर को अगले आदेश तक महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों पर रोक लगा दी थी। इसने ने स्पष्ट किया था कि अन्य सीटों के लिये चुनाव प्रक्रिया जारी रहेगी। कोर्ट की पीठ पिछले सप्ताह के आदेश में संशोधन के अनुरोध को लेकर दायर महाराष्ट्र सरकार की अर्जी पर सुनवाई कर रही थी। पीठ ने एसईसी को एक सप्ताह के भीतर 27 प्रतिशत सीटों के लिए नए सिरे से अधिसूचना जारी करने का निर्देश दिया है। पीठ ने कहा, ‘दूसरे शब्दों में, एसईसी को सामान्य वर्ग के रूप में ओबीसी के लिए आरक्षित 27 प्रतिशत सीटों के लिए तुरंत नई अधिसूचना जारी करनी चाहिए और चुनाव प्रक्रिया के साथ इन सीटों के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए, जो पहले से ही संबंधित स्थानीय निकाय में शेष 73 प्रतिशत सीटों के लिए जारी है।'",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/aryan-khan-gets-exemption-from-weekly-appearance-76702,आर्यन खान को मिली साप्ताहिक पेशी से छूट,"बाम्बे हाईकोर्ट ने बुधवार को अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को क्रूज ड्रग्स मामले में एनसीबी के कार्यालय में साप्ताहिक पेशी से छूट दे दी। एकल पीठ ने कहा कि आर्यन खान को जमानत देते समय लगाई गई शर्त कि उन्हें हर शुक्रवार को एनसीबी कार्यालय में पेश होना होगा, को संशोधित किया जाता है। पीठ ने कहा, ‘आवेदक (आर्यन) एजेंसी द्वारा निर्देश दिए जाने पर एनसीबी के दिल्ली स्थित कार्यालय में उपस्थित होंगे, बशर्ते एनसीबी आवेदक को 72 घंटे का नोटिस जारी करे।'",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/protection-from-arrest-to-raj-kundra-76701,राज कुंद्रा को गिरफ्तारी से संरक्षण,"सुप्रीमकोर्ट ने व्यवसायी राज कुंद्रा को कथित तौर पर अश्लील वीडियो वितरित करने के आरोप में दर्ज प्राथमिकी के सिलसिले में बुधवार को गिरफ्तारी से संरक्षण प्रदान कर दिया। अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति कुंद्रा को इस साल जुलाई में मुंबई पुलिस ने एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया था, जिसमें उन पर एक ऐप के माध्यम से अश्लील फिल्में वितरित करने का आरोप लगाया गया था। कुंद्रा को सितंबर में जमानत मिली थी।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/some-forces-want-to-spoil-india-nepal-relations-76697,भारत-नेपाल संबंध खराब करना चाहती हैं कुछ ताकतें,"चीन का नाम लिए बिना रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि कुछ ताकतें भारत और नेपाल के रिश्ते खराब करना चाहती हैं, लेकिन भारत किसी भी कीमत पर इन रिश्तों को टूटने नहीं देगा। यहां गुनियाल गांव में बनाए जा रहे सैन्य धाम के लिए भूमिपूजन करने के बाद रक्षा मंत्री ने कहा, ‘...सरकार का प्रतिनिधि होने के नाते आपको बताना चाहता हूं कि चाहे कुछ भी हो जाए, शीश झुकाकर ही क्यों न सही लेकिन अपने पड़ोसी नेपाल के साथ रिश्ते कभी टूटने नहीं देंगे, कभी बिगड़ने नहीं देंगे।'",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/bus-fell-into-river-9-killed-76699,"बस नदी में गिरी, 9 की मौत","आंध्र प्रदेश परिवहन निगम की एक बस पश्चिम गोदावरी जिले में जंगारेड्डीगुडेम के करीब बुधवार को नदी में गिर गई। इस हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई जिसमें बस का चालक भी शामिल है। हादसे में कम से कम 12 मुसाफिर घायल हो गए। हादसा तब हुआ जब बस चालक ने जलेरू नदी के ऊपर बने पुल पर विपरीत दिशा से आ रही एक लॉरी से बचने के लिए अपना रास्ता बदलने की कोशिश की, लेकिन वह बस से नियंत्रण खो बैठा और बस पुल की रेलिंग से टकराकर नदी में जा गिरी। -एजेंसी",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/pilgrims-will-be-able-to-carry-up-to-11-thousand-rupees-76692,11 हजार रुपये तक साथ रख सकेंगे तीर्थयात्री,भारतीय नागरिकों को करतारपुर साहिब कॉरिडोर के जरिये पाकिस्तान के करतारपुर स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब की तीर्थयात्रा के दौरान अधिकतम 11 हजार रुपये या अमेरिकी डॉलर के रूप में इतनी ही राशि साथ रखने की इजाजत होगी। ओसीआई कार्डधारकों पर भी यही नियम लागू होगा। भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को यह बात कही। यह राशि 25 हजार रुपये की सामान्य सीमा के मुकाबले कम है।,-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/manned-space-mission-likely-next-year-76695,मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन अगले साल संभावित,सरकार ने बुधवार को कहा कि मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन-गगनयान का प्रक्षेपण अगले साल स्वतंत्रता दिवस से पहले करने की योजना बनाई जा रही है। अंतरिक्ष विभाग में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि कोविड की वजह से लगे लॉकडाउन के कारण पहले मानवरहित मिशन के प्रक्षेपण में देरी हुई। ‘मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन (गगनयान) का लक्षित प्रक्षेपण 2022 में भारतीय स्वतंत्रता की 75वीं जयंती से पहले करने की योजना है। इससे पहले दो मानवरहित मिशन भेजे जाएंगे।,-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/two-days-strike-in-public-banks-from-today-76694,सार्वजनिक बैंकों में आज से दो दिन की हड़ताल,सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के करीब 9 लाख कर्मचारी बृहस्पतिवार से 2 दिन की हड़ताल पर जा रहे हैं। यूनियन के नेताओं ने कहा कि इस हड़ताल का आह्वान सरकार द्वारा दो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के प्रयास के खिलाफ किया गया है। ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कनफेडरेशन के महासचिव सौम्य दत्ता ने कहा कि बुधवार को अतिरिक्त मुख्य श्रम आयुक्त के समक्ष सुलह-सफाई बैठक विफल रही है।,-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/gangster-suresh-pujari-brought-to-india-76703,गैंगस्टर सुरेश पुजारी को भारत लाया गया,मुंबई और कर्नाटक में जबरन वसूली के कई मामलों में वांछित गैंगस्टर सुरेश पुजारी को भारत लाया गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने बुधवार को पुजारी को दिल्ली में हिरासत में ले लिया और ठाणे शहर में उसके खिलाफ दर्ज मामलों के सिलसिले में उसे मुंबई लाया गया।,-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/pm-krishi-sinchai-yojana-will-continue-till-2026-76696,पीएम कृषि सिंचाई योजना 2026 तक रहेगी जारी,केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना को 2021 से 5 वर्ष विस्तारित कर 2026 तक करने के प्रस्ताव को बुधवार को मंजूरी दे दी। इसमें रेणुकाजी बांध परियोजना (हिमाचल प्रदेश) और लखवार बहुउद्देश्यीय परियोजना (उत्तराखंड) के लिए 90 फीसदी केंद्रीय वित्तपोषण का प्रावधान किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति (सीसीईए) की बैठक में यह निर्णय किया गया।,-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/most-wanted-terrorist-of-hizbul-killed-in-pulwama-76693,पुलवामा में हिज्बुल का मोस्ट वांटेड आतंकी ढेर,जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में बुधवार को हिज्बुल मुजाहिदीन का मोस्ट वांटेड आतंकवादी फिरोज अहमद डार मारा गया। वह शोपियां के हेफ-श्रीमल का रहने वाला था। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि ‘ए+’ श्रेणी का यह आतंकी 2018 में शोपियां के जेनापुरा में हुए हमले सहित कई आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था। जेनापुरा में हुए हमले में 4 पुलिसकर्मी शहीद हो गये थे।,-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/supreme-court-orders-appointment-of-a-person-with-39bipolar39-disorder-as-a-judge-76683,सुप्रीमकोर्ट ने ‘बाइपोलर' विकार वाले व्यक्ति को जज नियुक्त करने का आदेश दिया,"सुप्रीमकोर्ट ने ‘बाइपोलर' विकार वाले एक व्यक्ति को दिल्ली में फौरन न्यायिक अधिकारी नियुक्त करने का आदेश दिया है। जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस एम.एम.सुंदरेश की पीठ ने सोमवार को कहा कि भव्य नैन के दिल्ली की जिला अदालतों में किसी में न्यायिक अधिकार का प्रभार संभालने और न्यायाधीश के तौर पर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में कोई बाधा नहीं है। पीठ ने इस आदेश के लिए एक मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट को आधार बनाया, जिसमें कहा गया है कि इस बारे में कोई संकेत नहीं है कि नैन न्यायिक अधिकारी के तौर पर अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर पाएंगे। इस मामले में न्यायालय ने 17 नवंबर को बोर्ड का गठन किया था। नैन 11 वर्ष पहले 25 साल की आयु में जांच में बाइपोलर विकार से ग्रसित पाये गए थे। यह एक ऐसी मानसिक स्थिति है जिसमें भावनात्मक उतार-चढ़ाव होने सहित मिजाज में अत्यधिक अस्थरिता पैदा होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, यह विकार दुनियाभर में अशक्तता का छठा प्रमुख कारक है। नैन ने दिल्ली न्यायिक सेवा-2018 परीक्षा अशक्त व्यक्ति श्रेणी के तहत उत्तीर्ण की थी। हालांकि, मई 2019 में दिल्ली हाईकोर्ट प्रशासन ने उनकी उम्मीदवारी इस आधार पर खारिज कर दी थी कि वह अपने मानसिक विकार की वजह से अपने कर्तव्यों का निर्वहन अच्छी तरह से नहीं कर पाएंगे।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/hizbul39s-most-wanted-terrorist-firoz-ahmed-dar-killed-in-pulwama-76682,पुलवामा में हिज्बुल का मोस्ट वांटेड आतंकी फिरोज अहमद डार ढेर,जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में बुधवार को हिज्बुल मुजाहिदीन का मोस्ट वांटेड आतंकवादी फिरोज अहमद डार मारा गया। वह शोपियां के हेफ-श्रीमल का रहने वाला था। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि ‘ए+’ श्रेणी का यह आतंकी 2018 में शोपियां के जेनापुरा में हुए हमले सहित कई आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था। जेनापुरा में हुए हमले में 4 पुलिसकर्मी शहीद हो गये थे।,-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/dvac-raids-on-premises-of-former-aiadmk-minister-p-thangamani-76673,अन्नाद्रमुक के पूर्व मंत्री पी. थंगामणि के परिसरों पर डीवीएसी की छापेमारी,"सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय (डीवीएसी) ने अखिल भारतीय द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री पी. थंगामणि के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में बुधवार को तमिलनाडु के विभिन्न स्थानों पर छापे मारे। पुलिस ने यह जानकारी दी। विपक्षी दल ने अपने प्रतिद्वंद्वी, सत्तारूढ़ द्रमुक पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि छापेमारी के जरिए अन्नाद्रमुक के समर्थकों को शहरी स्थानीय निकाय चुनाव से पहले सक्रिय रूप से काम करने से रोकने की कोशिश की जा रही है, साथ ही कहा कि पार्टी किसी भी जांच का सामना करने को तैयार है।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/gangster-suresh-pujari-extradited-from-philippines-to-india-wanted-in-multiple-extortion-cases-in-mumbai-76670,"गैंगस्टर सुरेश पुजारी को फिलीपीन से प्रत्यर्पित करके भारत लाया गया, मुंबई में जबरन वसूली के कई केसों में वांछित","मुंबई और कर्नाटक में जबरन वसूली के कई मामलों में वांछित गैंगस्टर सुरेश पुजारी को भारत लाया गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुजारी मुंबई और इसके पास के इलाकों ठाणे, कल्याण, उल्हासनगर और डोंबिवली में भी जबरन वसूली के मामलों में वांछित है, उसे गिरफ्तार कर और फिलीपीन से प्रत्यर्पित करने के बाद मंगलवार देर रात भारत लाया गया। अधिकारी ने बताया कि खुफिया ब्यूरो (आईबी) और सीबीआई के अधिकारियों ने पुजारी के दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरने के बाद उसे हिरासत में ले लिया। अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों द्वारा पूछताछ के बाद उसे मुंबई पुलिस को सौंप दिया जाएगा। मुंबई अपराध शाखा की एक टीम उसे हिरासत में लेने के लिए पहले से ही दिल्ली में है। मुंबई और ठाणे पुलिस ने जबरन वसूली के कई मामलों के बाद क्रमश: 2017 और 2018 में उसके खिलाफ ‘रेड कॉर्नर नोटिस' जारी किया था। अधिकारी ने बताया कि पुजारी 15 साल से अधिक समय से फरार था और उसे अक्टूबर में फिलीपीन में पकड़ा गया था। उसके खिलाफ ठाणे में जबरन वसूली के कुल 23 मामले दर्ज हैं। सुरेश गैंगस्टर रवि पुजारी का करीबी रिश्तेदार है और 2007 में उससे अलग हो गया था। इसके बाद वह विदेश भाग गया था। अधिकारी ने कहा कि अपराध के क्षेत्र में अपने शुरुआती दिनों में उसने अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन और रवि पुजारी के साथ काम किया और बाद में अपना खुद का गिरोह बना लिया।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/group-captain-varun-singh-who-was-injured-after-indian-air-force-helicopter-crashes-dies-76669,कुन्नूर में भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद घायल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन,"तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर हादसे में गंभीर रूप से घायल वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बुधवार सुबह बेंगलुरू के सैन्य अस्पताल में निधन हो गया। भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने कहा कि ‘बहादुर’ ग्रुप कैप्टन ने आज सुबह दम तोड़ दिया। वायु सेना ने ट्वीट किया, ‘आईएएफ को यह बताते हुए बेहद दुख हो रहा है कि बहादुर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, जो 8 दिसंबर, 2021 को हुए हेलीकॉप्टर हादसे में घायल हो गए थे ..उनका आज सुबह निधन हो गया। भारतीय वायुसेना गहरी संवेदना व्यक्त करती है और शोक संतप्त परिवार के साथ दृढ़ता से खड़ी है।'",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/president-kovind-arrives-in-dhaka-for-bangladesh39s-50th-victory-day-celebrations-76667,बांग्लादेश के 50वें विजय दिवस समारोह के लिए ढाका पहुंचे राष्ट्रपति कोविंद,"राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बांग्लादेश की पहली आधिकारिक यात्रा पर बुधवार को ढाका पहुंचे। इस तीन दिवसीय यात्रा के दौरान वह अपने समकक्ष के साथ बातचीत करेंगे और 1971 में पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी के स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लेंगे। कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बाद से राष्ट्रपति कोविंद की यह पहली विदेश यात्रा है। वह यहां बांग्लादेश के 50वें विजय दिवस समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। घनिष्ठ संबंधों को प्रदर्शित करते हुए भारत 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध की 50वीं वर्षगांठ की याद में कई कार्यक्रमों का आयोजन भी कर रहा है। इसी युद्ध के बाद बांग्लादेश अस्तित्व में आया था। बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ ए के अब्दुल मोमेन ने मंगलवार को यहां डिजिटल तरीके से आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रपति कोविंद की यात्रा को ‘औपचारिक’ बताया, लेकिन इस बात पर भी जोर दिया कि उनके दौरे के तहत द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े सभी मुद्दों की समीक्षा किए जाने की उम्मीद है। मोमेन ने कहा था, ‘राष्ट्रपति कोविंद 15-17 दिसंबर को बांग्लादेश के राष्ट्रपति एम अब्दुल हामिद के निमंत्रण पर बांग्लादेश की यात्रा करेंगे, जो दोनों पड़ोसी देशों के बीच अच्छे संबंधों का एक विशिष्ट संकेत है।'",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/247-people-died-in-a-day-due-to-kovid-19-in-the-country-the-number-of-patients-under-treatment-decreased-to-87-562-76666,"देश में कोविड-19 से एक दिन में 247 लोगों की गयी जान, उपचारधीन मरीजों की संख्या घटकर 87,562 हुई","भारत में एक दिन में कोविड-19 के 6,984 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,47,10,628 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 87,562 रह गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में 247 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,76,135 हो गई। देश में लगातार 48 दिन से कोविड-19 के दैनिक मामले 15 हजार से कम सामने आ रहे हैं। उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 87,562 हो गयी है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.25 प्रतिशत है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1,431 की कमी दर्ज की गयी है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.38 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सर्वाधिक है। आंकड़ों के अनुसार, दैनिक संक्रमण दर 0.59 प्रतिशत दर्ज की गयी, जो पिछले 72 दिन से दो प्रतिशत से कम है। साप्ताहिक संक्रमण दर 0.67 प्रतिशत दर्ज की गयी, जो पिछले 31 दिन से एक प्रतिशत से कम है। देश में अभी तक कुल 3,41,46,931 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.37 प्रतिशत है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 134.61 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में जिन 247 लोगों की मौत संक्रमण से हुई, उनमें से केरल के 174 और महाराष्ट्र के 24 लोग थे।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/high-court-directs-sit-to-investigate-fake-stamp-scam-of-army-76567,हाईकोर्ट ने एसआईटी को दिये सेना के फर्जी स्टांप घोटाले की जांच के निर्देश,"फर्जी प्रेस्क्रिप्शन, वेरेफिकेशन स्लिप और अन्य दस्तावेजाें पर वरिष्ठ सेना अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षरों, स्टांप लगाये जाने के मामले को ‘अति गंभीर’ और ‘संवेदनशील’ मानते हुए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने एसआईटी को मामले की जांच करने का निर्देश दिया। हाईकोर्ट ने एसआईटी को स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने के लिए एक माह का समय दिया है। आरोप है कि इस घाेटाले में सेना, रक्षा मंत्रालय के करोड़ों रुपये एक अस्पताल के बैंक खाते में ट्रांसफर किये गये। सुनवाई के दौरान जस्टिस दीपक सिब्बल के समक्ष यह मामला तब लाया गया जब नरेंद्र कुमार नामक आरोपी ने अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर में अग्रिम जमानत याचिका दायर की।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/officers-give-information-of-omicron-case-in-delhi.html,दिल्ली में ओमिक्रॉन के 4 नए मामले आए सामने,"नई दिल्ली। कोरोना वायरस के नए वैरियंट ओमिक्रॉन से संक्रमित चार औेर नए मामले सामने आए है। दिल्ली में ओमिक्रॉन से संक्रमित मामलों की संख्या बढ़कर 10 हो गयी है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि संक्रमितों को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कोविड-19 जांच में संक्रमित पाए जाने के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया था। इसके बाद उनके नमूने को जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था, जिसमें चार लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित मिले है।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/modi-addressed-national-ceremony-of-farmers.html,मोदी ने प्राकृतिक खेती को जन आंदोलन बनाने का किया आह्वान,नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों पर कृषि की अत्यधिक निर्भरता को समाप्त कर प्राकृतिक खेती को देश को जन आंदोलन बनाने का आह्वान किया है। मोदी ने गुजरात के आणंद में प्राकृतिक कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण राष्ट्रीय सम्मेलन के किसानों के समारोह को ऑनलाइन सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार प्राकृतिक खेती को जन आन्दोलन बनाएं। गुजरात में यह जन आन्दोलन बन गया है और हिमाचल प्रदेश में भी इसका आकर्षण बढ़ रहा है।उन्होंने कहा कि विश्व में खाद्य सुरक्षा के लिए प्राकृतिक खेती का बेहतर समन्वय करने तथा रासायनिक खाद और कीटनाशक मुक्त कृषि का संकल्प लेने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भारत में जैविक और प्राकृतिक खेती के उत्पादों के प्रसंस्करण में निवेश की अपार संभावना है तथा विश्व बाजार ऐसे उत्पादों का इंतजार कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों ने प्राकृतिक खेती को स्वीकार किया है। किसानों को बड़े पैमाने पर प्रशिक्षण और सहायता दी जा रही है। प्राकृतिक खेती विज्ञान आधारित है। मोदी ने खेती के संबंध में प्राचीन ज्ञान को आधुनिक विज्ञान के फ्रेम में डालने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि इससे जुड़े ज्ञान को शोध या सिद्धांत तक सीमित रखने की आवश्यकता नहीं है।,-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/modi-give-tribute-of-martyrs.html,"'1971' की जीत का जश्न, स्वर्णिम विजय दिवस समारोह, PM मोदी ने दी शहीदों को श्रद्धांजलि",नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1971 की लड़ाई में पाकिस्तान पर जीत के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में मनाए जा रहे स्वर्णिम विजय वर्ष के समापन पर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। मोदी ने युद्ध स्मारक लाई गई चार विजय मसालों को अखंड ज्योति में समाहित भी किया।मोदी ने युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी और वहां रखे ई-रजिस्टर में संदेश लिखा। रक्षा मंत्री ने इस मौके पर प्रधानमंत्री को एक स्मारिका भी भेंट की। 1971 में पाकिस्तान को भारत से करारी हार का सामना करना पड़ा था और उसके सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया था। इसके साथ ही नए देश के तौर पर बंगलादेश भी अस्तित्व में आया था। बंगलादेश में भी स्वर्णिम विजय दिवस के मौके पर विभिन्न समारोह का आयोजन किया गया है।,-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/4-youth-killed-to-car-fall-in-canal.html,उत्तर प्रदेश में कार के नहर में गिरने से 4 युवकों की मौत,"चंदौली। उत्तर प्रदेश में चंदौली में एक कार के अनियंत्रित होकर नहर में गिरने से उसमें सवार 4 युवकों की मृत्यु हो गई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पुलिस गश्ती दल को भुड़कुड़ा गांव के पास सड़क किनारे नहर में एक कार डूबी दिखाई दी। पुलिसकर्मियों ने कार का शीशा और गेट तोड़कर युवकों को निकालकर अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।पुलिस अधीक्षक चिरंजीवी मुखर्जी ने बताया कि चारों युवक कार से चंदौली की ओर आ रहे थे कि थाना क्षेत्र के भुड़कुड़ा गांव के पास उनकी कार असंतुलित होकर नहर में गिर गई। हादसे में कारके पानी में डूबने से चारों की मौत हो गई।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/naxalite-killed-in-police-encounter.html,आंतकी संगठन का नक्सली मुठभेड़ में ढ़ेर,रांची। झारखंड में प्रतिबंधित आंतकी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया का कुख्यात नक्सली मंगरा लुगुन पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में मंगरा को चाईबासा के गोईलकेरा थाना अन्तर्गत लेपा- रेड़दा क्षेत्र में मुठभेड़ में ढ़ेर हो गया।,-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/2-terrorist-killed-in-encounter-of-security-forces.html,सुरक्षा बलों की मुठभेड़ में ढेर 2 आतंकवादी,जम्मू। कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में 2 आतंकवादियों को मार गिराया है। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक आतंकवादियों की सूचना के आधार पर सुरक्षा बलों ने संयुक्त तौर पर रेडवानी बाला में घेराबंदी तथा तलाश अभियान शुरू किया।पुलिस ने कहा कि तलाशी अभियान के दौरान वहां छिपे हुए आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलियां चलाई। इसके बाद कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने गोलियां चलाई और मुठभेड़ शुरू हो गई। मुठभेड़ में दो अज्ञात आतंकवादी मारे गए है।,-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/india-will-become-self-reliant-in-semiconductor-chip--modi-cabinet-approved-rs-76-000-crore-plan.html,सेमीकंडक्टर चिप में आत्मनिर्भर बनेगा भारत,"नई दिल्ली। देश में सेमीकंडक्टर चिप्स के मामले में चीन जैसे देशों पर निर्भरता कम करने के लिए मोदी सरकार ने 76,000 करोड़ रुपए की एक महत्वाकांक्षी योजना को मंजूरी दे दी। इसके तहत अगले छह साल में देश में सेमीकंडक्टर चिप्स का एक कंप्लीट इकोसिस्टम विकसित किया जाएगा। इसमें सेमीकंडक्टर डिजाइन, कंपोनेंट्स मैन्युफैक्चरिंग और डिस्प्ले फैब्रिकेशन यूनिट्स की स्थापना शामिल है। यह प्रोत्साहन तीन तरीकों से क्रियान्वित होगा। योजना के तहत कंपाउड सेमीकंडक्टर वैफर फैब्रिकेशन (फैब), असेंबली, टेस्टिंग और पैकेजिंग सुविधा के लिए इकाई स्थापित करने में जो लागत आएगी उस पर 25 फीसद के प्रोत्साहन का प्रावधान होगा। इस योजना में ऐसे स्टार्टअप को भी प्रोत्साहन दिया जाएगा जो सेमीकंडक्टर की डिजाइन को विकसित करने का काम करेंगे। प्रस्तावित योजना में उद्योगों द्वारा करीब 1.7 लाख करोड़ के निवेश की कल्पना की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। बाद में आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने विस्तार से इस योजना के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। इसके तहत देश में सेमीकंडक्टर चिप्स का डिजाइन, फैब्रिकेशन, पैकेजिंग, टेस्टिंग और कंप्लीट इकोसिस्टम डेवलप किया जाएगा। इसके लिए 76 हजार करोड़ रुपए के निवेश को मंजूरी दी गई है। भारत को ग्लोबल हब बनाने के लिए 2.3 लाख करोड़ रुपए का इनसेंटिव दिया जाएगा। इसे मिशन मोड में चलाने के लिए इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन की स्थापना की जाएगी। यह है सरकार की योजना सरकार भारत को इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग का हब बनाना चाहती है। देश में मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए कई पीएलआई स्कीम्स लाई है। सरकार का लक्ष्य डिस्प्ले के लिए एक से दो फैब यूनिट स्थापित करने का है, डिजाइनिंग और मैन्युफैक्चरिंग कंपोनेंट्स के लिए 10-10 यूनिट लगाने का प्लान है। क्या है सेमीकंडक्टर चिप उपकरणों में अहम कंपोनेंट सेमीकंडक्टर चिप्स इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में इस्तेमाल होने वाला एक अहम कंपोनेंट होता है, जैसे स्मार्टफोन, लैपटॉप, कार और दूसरे उपकरण और वाहन। वैश्विक स्तर पर सेमीकंडक्टर के अभाव की वजह से कई उद्योग पिछले एक साल से जूझ रहे हैं, जिसकी वजह से स्मार्टफोन, निजी कंप्यूटर, गेम कंसोल, आॅटोमोबाइल और चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति पर भी असर पड़ रहा है। आधार से जोड़ सकेंगे वोटर आईडी, चुनाव सुधारों को मोदी कैबिनेट ने दी मंजूरी निर्वाचन आयोग की सिफारिशों के आधार पर चुनावी प्रक्रिया में सुधार के लिए मोदी कैबिनेट ने अहम फैसला किया है। चुनाव सुधारों के तहत अब स्वैच्छिक आधार पर आधार को वोटर आईडी कार्ड से जोड़ा जा सकेगा। इसके अलावा इन सुधारों के तहत 18 वर्ष पूरे कर चुके पहली बार वोट देने वाले वोटर्स एक जनवरी के बजाय अब चार कटऑफ डेट्स के साथ, साल में चार बार खुद को पंजीकृत कर सकेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक से पारित विधेयक के अनुसार सेवा मतदाताओं के लिए चुनावी कानून को ‘जेंडर न्यूट्रल’ बनाया जाएगा। चुनाव आयोग का दावा है कि उसके पायलेट प्रोजेक्ट्स बेहद सफल रहे हैं। ये चुनाव प्रक्रिया में दोहराव यानी डबल मतदान को रोकने में कारगर होंगे। सूत्रों की मानें तो सरकार इन अहम चुनाव सुधारों को संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में पेश कर सकती है। उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने इससे पहले कई चुनावी सुधारों पर जोर देते हुए सरकार को सुझाव दिए थे। चुनाव आयोग ने इस साल जून में कानून मंत्रालय को पत्र लिखकर इन लंबित चुनावी सुधारों को तत्काल लागू करने का अनुरोध किया था।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/minimum-age-for-marriage-of-girls-in-india-to-be-increased-from-18-years-to-21-years.html,भारत में लड़कियों की शादी के लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष से बढ़ाकर होगी 21 वर्ष,"नई दिल्ली। मोदी कैबिनेट ने भारत में लड़कियों की शादी की उम्र बदलने वाले प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इस प्रस्ताव के अनुसार भारत में लड़कियों की शादी के लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष से बढ़ाकर 21 वर्ष की गई है। कैबिनेट की मंजूरी के बाद सरकार बाल विवाह निषेध अधिनियम, 2006 में एक संशोधन पेश करेगी और इसके फलस्वरूप विशेष विवाह अधिनियम और व्यक्तिगत कानूनों जैसे हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 में संशोधन लाएगी।बुधवार की मंजूरी दिसंबर 2020 में जया जेटली की अध्यक्षता वाली केंद्र की टास्क फोर्स द्वारा नीति आयोग को सौंपी गई सिफारिशों पर आधारित है। इसका गठन मातृत्व की उम्र से संबंधित मामलों, एमएमआर (मातृ मृत्युदर) को कम करने की अनिवार्यता, पोषण में सुधार और स्तर और संबंधित मुद्दे से संबंधित मामलों की जांच के लिए किया गया था। गौरतलब है कि पहले हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 की धारा 5(3) दुल्हन के लिए न्यूनतम आयु 18 साल और दूल्हे की लिए 21 साल निर्धारित थी।उल्लेखनिय है कि पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से अपने भाषण में इसका जिक्र किया था। उसी के बाद से लड़कियों की शादी की उम्र में परिवर्तन के लिए नया बिल तैयार किया जा रहा था। कैबिनेट की मंजूरी के बाद इस बिल को भारत की संसद में मंजूरी के लिए पेश किया जाएगा। संसद से मंजूरी मिलते ही यह कानून बन जाएगा और फिर उसके बाद भारत में 21 वर्ष से कम आयु की लड़कियों का विवाह करना, बाल विवाह के तहत अपराध माना जाएगा। इस विषय पर अध्ययन करने के लिए भारत सरकार द्वारा पूर्व सांसद जया जेटली की अध्यक्षता में एक टास्क फोर्स का गठन किया गया था। इस टीम ने महिलाओं की मां बनने की क्षमता। वर्तमान परिवेश और महिलाओं से जुड़े सभी मुद्दों पर विचार करने के बाद। लड़कियों की शादी की उम्र में वृद्धि करने का प्रस्ताव दिया था।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/on-receiving-the-news-of-the-death-of-captain-varun-singh--there-was-a-wave-of-mourning-in-the-native-village-of-kanhauli--a-gathering-of-those-who-paid-tribute.html,"शौर्य चक्र सम्मानित कैप्टन वरूण सिंह के निधन का समाचार मिलते ही पैतृक गांव कन्हौली में शोक की लहर, श्रंद्धाजलि देने वालों का जमावड़ा","देवरिया। तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर हादसे में सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत समेत 13 लोगों की मौत के बाद हादसे में एक मात्र जीवित बचे उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के कन्हौली निवासी ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की उपचार के दौरान बुधवार को निधन की सूचना मिलने के बाद देश के साथ उनके पैतृक गांव कन्हौली में शोक की लहर दौड़ गई। हालांकि देवरिया के लाल की सलामती के लिए लोग प्रार्थना कर रहे थे लेकिन ग्रुप कैप्टन कई दिनों से जिन्दगी के लिए लड़ रही जंग हार गये। बहादुर लाल के निधन की सूचना मिलते ही उत्तर प्रदेश में देवरिया जिले के रूद्रपुर तहसील क्षेत्र के उनके पैतृक गांव कन्हौली में शोक की लहर छायी हुई है और उनके आवास पर शोकाकुल लोगों का जमावड़ा लगा हुआ है और भीड़ अपने लाल को गम में शहीद के आवास पर जमा होकर शहीद को श्रंद्धाजलि दे रही हैं। शहीद वरूण सिंह के परिवार में माता,पिता,भाई के साथ पत्नी और दो बच्चे हैं। उनकी प्रारंभिक पढ़ाई उड़ीसा में हुई थी और वह एनडीए की परीक्षा पासकर वायु सेना में अधिकारी बने। उनके पिता कृष्ण प्रताप सिंह आर्मी में कर्नल के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। वरुण के छोटे भाई तनुज सिंह मुंबई में भारतीय नौसेना में अधिकारी हैं। पिछले साल एक उड़ान के दौरान विमान में बड़ी तकनीकी खराबी के बाद भी कैप्टन वरुण सिंह ने विमान को हैंडल करते हुए विमान को सकुशल जमीन पर उतारा था। उनके इस अदम्य साहस के लिए उन्हें 15 अगस्त 2021 को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया था।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/2-case-of-omicron-in-telangana.html,तेलंगाना में ओमिक्रॉन के 2 मामले आए सामने,"हैदराबाद। तेलंगाना में कोरोना वायरस के नए वैरियंट ओमिक्रॉन के 2 मामले सामने आए है। तेलंगाना के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ. राव ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि केन्या और सोमालिया से आए दो यात्री कोरोना पॉजिटिव मिले थे। इसके बाद उनके नमूनों को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए हैरदाराबाद स्थित सेंटर फॉर सेलुलर एंड मोलेकुलर बायोलॉजी भेजा गया था, जहां दोनों के ओमिक्रॉन से ग्रस्त होने की पुष्टि हुई।ओमिक्रॉन से ग्रसित मिले मरीजों में केन्या से आई एक महिला है, जबकि दूसरा एक व्यक्ति है। उन्होंने बताया कि महिलाओं के दो करीबी संपर्को के नमूने एकत्र किए गये है और यह पता लगाने के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा कि क्या वह भी ओमिक्रॉन से ग्रसित है।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/group-captain-varun-singh--the-lone-survivor-of-the-helicopter-crash--also-died.html,हेलिकॉप्टर हादसे में अकेले बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन,"नई दिल्ली। तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश दर्दनाक हादसे में जिंदा बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बुधवार को अस्पताल में निधन हो गया है। यह जानकारी भारतीय वायुसेना ने ट्वीट कर दी है। वायुसेना के मीडिया कोआर्डिनेशन सेंटर ने एक बयान में कहा कि भारतीय वायुसेना को बहादुर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन की सूचना देते हुए गहरा दुख है। उनका आज सुबह निधन हो गया। भारतीय वायुसेना उनके परिवार के साथ है। गौरतलब है कि पिछले 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर हादसे में CDS जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित 13 सैन्य कर्मियों की जान चली गई थी। जबकि घायल अधिकारी सिंह बेंगलुरु में उपचार चल रहा था। हादसे में रावत और उनकी पत्नी के अलावा ब्रिगेडियर एल. एस. लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पी. एस. चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर के. सिंह, जेडब्ल्यूओ दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए., हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक साइ तेजा का निधन हो गया था। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन के बाद इस हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है।वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि उनके निधन से मैं बेहद दुखी हूं। राष्ट्र के लिए उनकी सेवा को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदना।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/one-terrorist-killed-during-encounter.html,कश्मीर में सुरक्षा बलों की मुठभेड़ में आतंकवादी ढेर,जम्मू। कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ के दौरान एक अज्ञात आतंकवादी को मार गिराया है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा बलों द्वारा रायपोरा के पाथरी क्षेत्र में शुरू किये गये घेराबंदी तथा तलाश अभियान के दौरान मुठभेड़ हुई।एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि बलों की संयुक्त टीम ने तलाशी अभियान शुरू किया। वहां छिपे हुए आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद सुरक्षा बलों ने कार्रवाई करते हुए में गोलियां चलाई। मुठभेड़ में अब तक एक आतंकवादी मारा गया है।,-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/bomb-blast-in-manipur.html,मणिपुर में बम विस्फोट में दुकानें क्षतिग्रस्त,्रइम्फाल। मणिपुर के लामलोंग कीथेल में बम विस्फोट होने की सूचना है। विस्फोट के कारण क्षेत्र की एक फार्मेसी और अन्य दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई। पुलिस ने बताया कि विस्फोट के कारण इलाके की अधिकतर दुकानें क्षतिग्रस्त हो गयी।पुलिस के मुताबिक विस्फोट वाले स्थल के पास स्थित एक फार्मेसी की दुकान क्षतिग्रस्त हो गई और उसमें रखी दवाइयां नष्ट हो गयी। हादसे की सूचना मिलने के बाद पुलिस और दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और इलाके की घेराबंदी कर दी गई।,-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/modi-addressed-to-ceremony-of-yoga.html,आंदोलन के समय सद्गुरु ने देश को स्वदेशी का दिया था मंत्र : मोदी,"वाराणसी। देश की राजनीति और स्वाधीनता आंदोलन भारत की विशिष्ट आध्यात्मिक चेतना से प्रेरित रहे है, लेकिन इतिहास में इस पक्ष की अवहेलना की गयी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वर्वेद महामंदिर में सद्गुरु सदाफलदेव योग संस्थान के 98वें वार्षिकोत्सव समारोह को संबोधित करते हुये कहा कि स्वाधीनता आंदोलन के समय सद्गुरु ने देश को स्वदेशी का मंत्र दिया था।उन्होंने कहा कि देश की संत परंपरा के लोग स्वाधीनता के समय अपने आश्रम तक सीमित नहीं रहे, बल्कि उन लोगों ने आजादी के आंदोलन में सक्रिय भूमिका निर्वाह किया। मोदी ने वाराणसी में तेज गति से हो रहे विकास कार्यो का भी अल्लेख करते हुये कहा कि बनारस का विकास देश के विकास का रोडमैप बना रहा है। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं में पुरातनता और नवीनता का अछ्वुद मिश्रण किया गया है।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/supreme-court-gives-green-signal-to-center-s-chardham-highway-widening.html,SC की केंद्र की चारधाम राजमार्ग चौड़ीकरण को हरी झंडी,"नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने उत्तराखंड के चारधाम 'ऑल वेदर' राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना के तहत चीन सीमा तक पहुंचने वाली सड़कों को पांच से 10 मीटर तक चौड़ीकरण करने की केंद्र सरकार की याचिका को मंगलवार मंजूरी दे दी है। न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय खंडपीठ ने मंगलवार को केन्द्र सरकार की दलील को संज्ञान में लिया जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सामरिक दृष्टि से सड़कों की चौड़ाई पांच से बढ़ाकर 10 मीटर किया जाना अनिवार्य बताया था। उच्चतम न्यायालय ने प्रस्तावित करीब 900 किलोमीटर 'चारधाम' राजमार्ग को साढ़े पांच मीटर से बढ़ाकर 10 मीटर चौड़ी करने की केंद्र सरकार की अनुमति की मांग पर सुरक्षा और पर्यावरण से संबंधित विभिन्न बिंदुओं पर गहन विचार किया और न्यायालय ने बदली हुई परिस्थितियों के मद्देनजर सरकार को ऑलवेदर रोड के चौड़ीकरण की अनुमति प्रदान की दी। सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार का पक्ष रखते हुए अटॉर्नी जनरल के. के. वेणुगोपाल ने कहा कि पिछले एक साल में भारत-चीन सीमा पर जमीनी स्थितिओं में बड़ा बदलाव आया है। इस वजह से सैनिकों और सैन्य साजोसामान के लिए निर्धारित स्थान पर लाने ले जाने के वास्ते प्रस्तावित सड़क की चौड़ाई बढ़ाना अनिवार्य हो गया है। स्वयंसेवी संस्था 'सिटीजंस फॉर ग्रीन दून' ने इस परियोजना में बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई एवं अन्य पर्यावरण के नुकसान पर सवाल खड़े करते इससे पर्यावरण की क्षति का मुद्दा उठाते हुए सड़क की चौड़ाई बढ़ाने का पुरजोर विरोध किया था। शीर्ष अदालत ने सितंबर 2020 में केंद्र सरकार को उसकी 2018 की अधिसूचना के अनुपालन करते हुए साढ़े पांच मीटर चौड़ाई रखने का आदेश दिया था। गौरतलब है कि चारधाम राजमार्ग सड़क परियोजना से उत्तराखंड के चारों ङ्क्षहदू तीर्थस्थलों- बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमनोत्री आनेवाले तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों को हर मौसम में यहां आने पर आसानी होगी।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/3-policeman-martyr-in-attack.html,बस पर हमले में 3 पुलिसकर्मी शहीद,"जम्मू। पुलिस बस पर आतंकवादी हमले में दो विदेशी और एक स्थानीय आतंकवादी शामिल थे। कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने कहा कि हमले में 3 पुलिसकर्मी शहीद हो गए है और अन्य 11 घायल हो गए है। कुमार ने कहा कि आतंकवादियों के हमले के समय बस में 25 पुलिसकर्मी सवार थे। उन्होंने कहा कि दो विदेशी और एक स्थानीय आतंकवादियों ने हमला किया। इस दौरान एक आतंकवादी घायल हो गया। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि हमारे पास अन्य जानकारियां भी है और हम जल्द ही आतंकवादियों का पता लगा लेंगे। उन्होंने बताया कि इस हमले में घायल हुए एक पुलिसकर्मी की उपचार के दौरान आज सुबह मृत्यु हो गयी। उन्होंने कहा कि पुलिस बस पर आतंकवादी हमले में एक सहायक उपनिरीक्षक सहित दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।आईजीपी ने कहा कि पुलिसकर्मियों ने जवाबी कार्रवाई में जेवान में हथियारों को छीनने के प्रयास को नाकाम कर दिया था। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों का इस हमले के उदेश्य हथियारों को छीनना था, लेकिन हमारे जवानों ने मुंहतोड़ जवाब देकर आतंकवादियों की योजना को विफल कर दिया।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/army-helicopter-crashes-in-coonoor-13-killed--14-people-including-cds-bipin-rawat-and-his-wife-were-on-board.html,"कुन्नूर में आर्मी का हेलिकॉप्टर क्रैश, 13 की मौत, CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी सहित 14 लोग थे सवार","तमिलनाड। तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को आर्मी का हेलिकॉप्टर MI-17V5 क्रेश हो गया। हेलिकॉप्टर में CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी सहित 14 लोग सवार थे। जानकारी के अनुसार वायु सेना का हेलिकॉप्टर तमिलनाडु के कुन्नूर में सुलूर एयर बेस से उड़ान भरने के बाद काटेरी पर्वतीय क्षेत्र में हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया और इसमें आग लग गई। मौके से फिलहाल मिली जानकारी के अनुसार दुर्घटना स्थल से 5 शव मिले हैं जो बुरी तरह से जले हुए हैं और उनकी पहचान नहीं की जा पा रही है। हादसे में 13 लोगों की मौत हो जाने की खबर है। शवों की पहचान DNA से की जाएगी। प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल (CDS) बिपिन रावत भी अपनी पत्नी के साथ इस हेलीकॉप्टर में सवार थे। हादसे की जानकारी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी है। राजनाथ सिंह CDS बिपिन रावत के घर भी पहुंचे थे, जहां राजनाथ ने रावत के परिजनों से मुलाकात की थी। आर्मी हेलिकॉप्टर क्रैश होने के मामले पर सदन में राजनाथ सिंह गुरूवरा को बयान देंगे। बता दे कि हेलिकॉप्टर क्रैश होने पर एयरफोर्स ने जांच के आदेश दे दिए है।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/at-present--interest-rates-will-not-change--reserve-bank-has-kept-policy-rates--reverse-repo-rates-unchanged.html,"फिलहाल नहीं बदलेगी ब्याज दरें, रिजर्व बैंक ने नीतिगत दरें, रिवर्स रेपो दरें रखी यथावत, रेपो दर 4%, रिवर्स रेपो दर को 3.35%","मुंबई। भारतीय रिजर्व की मौद्रिक नीति समिति ने आगे महंगाई के लक्षित दायरे में रहने तथा कोरोना की दूसरी लहर के बाद आर्थिक गतिविधियों के पटरी पर लौटने का हवाला देते हुए नीतिगत दरों (रेपो दर) को यथावत बनाये रखने के साथ ही अपने रूख को समायोजन वाला बनाये रखेगा ताकि आवश्यकता पडऩे पर नीतिगत दरों में जरूरत के अनुरूप बदलाव किया जा सके। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समीति की बुधवार को तीन दिवसीय पांचवीं द्विमासिक समीक्षा बैठक में सभी नीतिगत दरों को अपरिवर्तित रखने का निर्णय लिया गया। रेपो दर को चार प्रतिशत, रिवर्स रेपो दर को 3.35 प्रतिशत, मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी दर को 4.25 प्रतिशत और बैंक दर को 4.25 प्रतिशत पर स्थिर रखा गया है। नकद आरक्षी अनुपात चार प्रतिशत और एसएलआर 18 प्रतिशत पर बना रहेगा। पिछले वर्ष कोरोना के शुरू होने के बाद से यह मौद्रिक नीति की 13वीं घोषणा थी। इसके साथ ही रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 9.5 प्रतिशत की दर से बढऩे के अपने अनुमान को यथावत रखने के साथ ही मार्च 2022 में समाप्त हो रहे वित्त वर्ष में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा महंगाई के 5.3 प्रतिशत पर रहने का अनुमान जताया गया है। महंगाई के जोखिम को संतुलित बताते हुये समिति ने दिसंबर में समाप्त होने वाली तीसरी तिमाही में खुदरा महंगाई के 5.1 प्रतिशत और चौथी तिमाही में इसके बढ़कर 5.4 प्रतिशत पर पहुंचने का अनुमान जताया है। अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में इसमें कुछ सुधार होने की उम्मीद जताते हुये कहा गया है कि यह उतर कर पांच प्रतिशत पर आ सकती है और इसके बाद दूसरी तिमाही में भी इसी स्तर पर रह सकती है। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति की तीन दिवसीय बैठक के बाद जारी बयान में यह अनुमान जताया है। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर का प्रभाव कम होने और टीकाकरण में तेजी से घरेलू आर्थिक गतिविधिया कोरोना के पहले के स्तर पर पहुंच रही है। हालांकि कोरोना के नये वेरिएंट का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि इसके कारण नये मामलों में बढोतरी हुयी है जो ङ्क्षचता की बात है। उन्होंने कहा कि जो सूचनायें मिल रही हैं उसके अनुसार उपभोग की मांग बढ़ रही है। ग्रामीण मांग के साथ ही शहरी मांग में भी बढोतरी हुयी है और लोग यात्री और पर्यटन आदि पर व्यय करने लगे हैं। अक्टूबर नंबवर के दौरान रेलवे माल ढुलाई , बंरगाह पर माल परिवहन, जीएसटी राजस्व संग्रह, टॉल संग्रह, पेट्रोलयिम उपयोग और हवाई यात्रियों की संख्या में बढोतरी हुयी है। हाल ही में पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क और वैट में कमी किये जाने के कारण क्रय शक्ति बढऩे से उपभोग की मांग में बढोतरी होगी। अगस्त से सरकारी उपभोग में बढोतरी हुयी है जिससे कुल मिलाकर मांग बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि पूंजीगत वस्तओं का उत्पादन कोरोना से पहले स्तर पर बना हुआ। अक्टूूबर में इन उत्पादों के आयात में भी दहाई अंकों में बढोतरी हुयी है। उन्होंने हालांकि कहा कि कोरोना की दूसरी लहर से प्रभावित अर्थव्यवस्था अब फिर से तीव्रता से बढ़ रही है लेकिन अर्थव्यवस्था अभी इतनी भी मजबूत नहीं हुयी है कि वह बाहरी झटकों को झेल सके और दीर्घकाल तक मजबूत रह सके। इसके मद्देनजर नीतिगत सहयोग का जारी रखने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि इनसभी बातों को ध्यान में रखते हुये चालू वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि के अनुमान को 9.5 प्रतिशत पर यथावत रखा गया है। इसके साथ ही तीसरी तिमाही में इसके 6.6 प्रतिशत और चौथी तिमाही में इसके 6.0 प्रतिशत पर रहने की उम्मीद है। अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में इसके 17.2 प्रतिशत पर और दूसरी तिमाही में 7.8 प्रतिशत पर रहने की संभावना है। मौद्रिक नीति की मुख्य बातें भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को मौद्रिक नीति समिति की तीन दिवसीय पांचवीं द्विमासिक बैठक में लिए गये निणर्याें की घोषणा की जिसकी मुख्य बातें निम्नलिखित हैं 1. मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने लगातार नौंवी बार प्रमुख नीतिगत दर (रेपो) को 4 प्रतिशत पर बरकरार रखा। 2. इसके परिणामस्वरूप रिवर्स रेपो भी 3.35 प्रतिशत पर कायम। 3. बैंक दर 4.25 प्रतिशत पर बरकरार। 4. रिजर्व बैंक आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिये मौद्रिक नीति के रुख को समायोजन वाला बनाये रखेगा। 5.चालू वित्त वर्ष में खुदरा मुद्रास्फीति 2021-22 में 5.3 प्रतिशत पर रहने का अनुमान, अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में घटकर 5 प्रतिशत पर आने की संभावना। 6. रिजर्व बैंक ने जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर 9.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा। 7. बैंकों को विदेशी शाखाओं में निवेश की मिलेगी अनुमति, विदेशी लाभ को बगैर पूर्व अनुमति के स्वदेश लाने की होगी अनुमति 8. सरकारी प्रतिभूतियों और सार्वजनिक प्रारंभिक निगर्म (आईपीओ) के आवेदन के लिए यूपीआई से भुगतान की सीमा दो लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये करने को मंजूरी 9. फीचर फोन से यूपीआई भुगतान की मिलेगी सुविधा 10. मौद्रिक नीति समिति की अगली बैठक 7 से 9 फरवरी 2022 को होगी।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/relationship-s-blood-for-respect--mother-holds-legs--brother-beheads-sister--after-killing--took-selfie-with-the-girl-s-head--was-angry-about-marrying-love.html,"इज्जत के लिए रिश्ते का खून : मां ने पैर पकड़े, भाई ने बहन का सिर धड़ से अलग कर दिया","औरंगाबाद। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में ऑनर किलिंग का एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक 19 वर्षीय लड़की ने परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर शादी कर ली। उसके 17 वर्षीय भाई को यह बात इतनी बुरी लगी कि उसने अपनी मां के साथ मिलकर अपनी बड़ी बहन का गला काट दिया। वारदात के समय मां ने लड़की के पैर पकड़ लिए और भाई ने सिर धड़ से अलग कर दिया। दोनों ने गला काटने के बाद लड़की के सिर के साथ सेल्फी भी ली। घटना रविवार शाम को लाड़गांव शिवार गांव में हुई। आरोपी युवक का नाम संकेत संजय मोटे और महिला का नाम शोभा है। आरोपी संकेत बहन से इतना नाराज था कि उसने बहन को जान से मारने के बाद उसका सिर धड़ से अलग किया। यही नहीं, वारदात के बाद भाई हाथ में खून से सना बहन का सिर थामे घर के बाहर आया और जोर-जोर से चिल्लाने लगा कि वह खत्म हो चुकी है। आशीर्वाद देने घर गए थे पुलिस ने बताया कि लड़की अपने कॉलेज में साथ पढ़ने वाले लड़के से प्यार करती थी। दोनों एक-दूसरे से शादी करने के लिए घर से भाग गए और कई महीनों तक गायब रहे। इस बीच दोनों ने शादी भी कर ली। कुछ दिन पहले दोनों के घर के बारे में लड़की की मां और भाई को पता चला था। दोनों लड़की से मिलने और आशीर्वाद देने उसके घर गए थे। खुद थाने में किया सरेंडर पुलिस ने बताया कि रात में लड़की के भाई और मां ने मिलकर उसका गला काट दिया। दोनों ने लड़की के कटे हुए सिर के साथ सेल्फी भी ली। हत्या के बाद मां-बेटे थाने पहुंकर पुलिस के सामने गुनाह कबूल किया और सरेंडर कर दिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/modi-putin-meeting--discussion-on-increasing-mutual-cooperation.html,मोदी-पुतिन के बीच मुलाकात : पारस्परिक सहयोग बढ़ाने पर हुई चर्चा,"नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार शाम राजधानी में एक बैठक में द्विपक्षीय, वैश्विक और क्षेत्रीय महत्व के विषयों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने यहां हैदराबाद हाउस में पहले अकेले में बातचीत की, इसके बाद दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक का नेतृत्व किया। भारत-रूस की मित्रता को बेमिसाल : मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्विपक्षीय बैठक में प्रारंभिक वक्तव्य में भारत और रूस की मित्रता को बेमिसाल बताते हुए कहा कि दोनों देशों के विशिष्ट रणनीतिक संबंधों में निरंतर मजबूती ही आई है। कोविड के कारण उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद भारत-रूस संबंधों में विस्तार की रफ्तार में फर्क नहीं आया है। हमारी विशेष और विशिष्ट रणनीतिक भागीदारी निरंतर मजबूत हो रही है। पिछले कुछ दशक से दुनिया में बहुत से बुनियादी बदलाव आये और दुनिया ने अनेक प्रकार के भू-राजनैतिक समीकरणों को बनते-बिगड़ते देखा लेकिन भारत और रूस की मित्रता बराबर बनी रही। भारत और रूस की मित्रता सचमुच अनूठी है और दो देशों की सरकारों के बीच संबंधों का विश्वसनीय मॉडल है। भारत को महान ताकत के रूप में देखते हैं : पुतिन पुतिन ने प्राथमिक वक्तव्य में कहा कि हम भारत को एक महान ताकत, मित्र देश और समय की कसौटी पर खरे साथी और एक घनिष्ठ मित्र के रूप में देखते हैं। दोनों देशों के संबंधों में विस्तार हो रहा है और मैं इसके भविष्य की ओर देख रहा हूं। इस समय दोनों देशों के बीच परस्पर निवेश करीब 38 अरब डॉलर का है। रूस की तरफ से कुछ और निवेश आने वाला है। हम सैन्य और तकनीक के क्षेत्र में जिस तरह का सहयोग करते हैं, वैसा कोई नहीं करता है। हम मिलकर उच्च प्रौद्योगिकी का विकास करते हैं साथ-साथ भारत में विनिर्माण भी करते हैं। यह स्वाभाविक है कि हम आतंकवाद से जुड़ी हर बात को लेकर चिंतित है। आतंकवाद से लड़ाई, मादक द्रव्यों की तस्करी और संगठित अपराध के खिलाफ लड़ाई भी है। इस संबंध में हम अफगानिस्तान की घटनाओं को लेकर चिंतित हैं।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/59-students-and-10-teaching-and-non-teaching-staff-corona-infected-in-karnataka-school.html,कर्नाटक के स्कूल में 59 छात्र और 10 शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारी कोरोना संक्रमित,"चिकमंगलुरु। कर्नाटक के चिकमंगलुरु जिले के एक सरकारी आवासीय स्कूल के 59 छात्र और 10 शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये हैं। एक शीर्ष जिला अधिकारी ने बताया कि इनमें से किसी में भी वायरस के लक्षण नहीं पाये गये थे। किसी भी क्षेत्र को कोरोना वायरस के तीन या अधिक मामलों के साथ क्लस्टर के रूप में वर्गीकृत करने के राज्य सरकार के नये नियम के तहत इन्हें रखा गया है। इससे पहले, एक क्लस्टर को कम से कम 10 सक्रिय कोरोना मामलों के होने से माना जाता था। चिकमंगलुरु के उपायुक्त के एन रमेश ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि चिकित्सा दल तैनात किए गए हैं और एक एम्बुलेंस को स्टैंडबाई पर रखा गया है।इस बीच स्कूल, जिसमें 450 निवासी छात्र नामांकित हैं, को सील कर दिया गया है और इसे सेनिटाइज कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि संक्रमित छात्रों और कर्मचारियों को छात्रावास के एक हिस्से में क्वारंटीन कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सभी छात्रों, शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों का कोरोना परीक्षण किया गया है और एहतियाती कदम उठाए गए हैं। कर्नाटक के दक्षिणी हिस्से में नवंबर के मध्य से छिटपुट रूप से शैक्षणिक संस्थानों में कोरोना मामलों की रिपोर्ट सामने आ रही हैं। महामारी के प्रकोप के कारण 19 महीने के अंतराल के बाद नवंबर के पहले सप्ताह में राज्य में स्कूलों को फिर से खोल दिया गया था।",-1 http://www.univarta.com,http://www.univarta.com/news/india/story/2595211.html,कोविड टीकाकरण 136 करोड़ के करीब,"नयी दिल्ली 16 दिसंबर (वार्ता) देश में कोविड टीकाकरण अभियान के 335 वें दिन गुरुवार को 62 लाख से अधिक कोविड टीके लगाये गये। इसके साथ ही कोविड टीकाकरण 136 करोड़ के करीब हो गया। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने देर शाम यहां बताया कि देश में कोविड टीकाकरण अभियान के तहत आज शाम सात बजे तक 135 करोड़ 91 लाख एक हजार 972 कोविड टीके लगाये जा चुके है। आज 62 लाख 90 हजार 272 कोविड टीके दिये गये।",-1 http://www.univarta.com,http://www.univarta.com/two-former-supreme-court-judges-appointed-as-arbitrators-on-lalit-bina-modi-dispute/india/news/2595192.html,ललित-बीना मोदी विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के दो पूर्व न्यायाधीश मध्यस्थ नियुक्त,"नयी दिल्ली, 16 दिसंबर (वार्ता) उच्चतम न्यायालय ने इंडियन प्रीमियर लीग के पूर्व अध्यक्ष ललित मोदी और उनकी मां बीना मोदी के बीच जारी पारिवारिक विवाद के निपटारे के लिए गुरुवार को सर्वोच्च अदालत के सेवानिवृत्त दो न्यायाधीशों को मध्यस्थ नियुक्त किया। मुख्य न्यायाधीश एन. वी. रमना की अध्यक्षता वाली पीठ ने शीर्ष अदालत के सेवानिवृत्त न्यायाधीशों - न्यायमूर्ति विक्रमजीत सेन और न्यायमूर्ति कुरियन जोसेफ को मध्यस्थ नियुक्त किया। विस्तृत समाचार के लिए हमारी सेवाएं लें।.",-1 http://www.univarta.com,http://www.univarta.com/social-media-should-be-held-accountable-for-content-parliamentary-committee/india/news/2595133.html,सोशल मीडिया को सामग्रियों के लिए जिम्मेदार ठहराना चाहिए:संसदीय समिति,"नयी दिल्ली, 16 दिसंबर (वार्ता) संसद की एक समिति ने सोशल मीडिया के लिए कोई नियंत्रण नहीं होने पर चिंता प्रकट करते हुए कहा है कि सामग्रियों के लिए इनको उत्तरदायी ठहराया जाना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी सांसद पी पी चौधरी की अध्यक्षता वाली ‘वैक्तिक डाटा संरक्षण विधेयक’ संबंधी संसद की संयुक्त समिति ने गुरुवार को संसद में अपनी रिपोर्ट पेश की। पांच सौ अधिक पृष्ठों की रिपोर्ट में विस्तृत टिप्पणियां और सिफारिशें की गयी हैं। विस्तृत समाचार के लिए हमारी सेवाएं लें।.",-1 http://www.univarta.com,http://www.univarta.com/government-wants-to-forget-indira-on-vijay-diwas--mallikarjuna/india/news/2594660.html,‘विजय दिवस’ पर इंदिरा को भुलाना चाहती है सरकार : मल्लिकार्जुन,"नयी दिल्ली, 16 दिसम्बर (वार्ता) राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि बंगलादेश की आजादी में भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की महत्वपूर्ण भूूमिका रही है लेकिन मोदी सरकार इंदिरा जी को भुलाना चाहती है इसलिए उनके योगदान को याद नहीं किया जा रहा है। श्री खडगे ने गुरुवार को यहां विजय चौक पर संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इंदिरा गांधी ने बंगलादेश को आजाद कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए पाकिस्तान को सबक सिखाया है और इसीलिए बंगलादेश की सरकार श्रीमती गांधी को उनके योगदान के लिए याद करती है लेकिन हमारी सरकार ने बंगलादेश की आजादी की स्वर्ण जयंती पर पूर्व प्रधानमंत्री का नाम तक नहीं लिया है। उन्होंने कहा कि श्रीमती गांधी के साहस के कारण ही पाकिस्तान के 95 हजार सैनिकों को एक साल बंधक बनाकर रखा गया। इस महान इतिहास को याद करना आज की सरकार का फर्ज है लेकिन यह सरकार कुछ भी बोलने नहीं देती। संसद चल रही है लेकिन इस बारे में सदन में किसी को कुछ नहीं बोलने दिया जा रहा है। यह वही इंदिरा जी थीं जिनकी भूमिका की प्रशंसा करते हुए विपक्ष के तत्कालीन नेता अटल विहारी बाजपेई ने श्रीमती गांधी को ‘दुर्गा’ की उपाधि दी थी लेकिन आज की सरकार उनका नाम लेने तक परहेज कर रही है। श्री खड़गे ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसके महत्व को समझा है और एक साल तक बंगलादेश की आजादी की स्वर्ण जयंती पर एक साल तक देश के विभिन्न हिस्सों में कार्यक्रम आयोजित किए हैं लेकिन सरकार स्वर्ण जयंती कार्यकम मनाते हुए श्रीमती गांधी का नाम तक नहीं ले रही है। अभिनव.संजय वार्ता",-1 http://www.univarta.com,http://www.univarta.com/four-new-cases-of-omicron-confirmed-in-delhi/india/news/2594776.html,दिल्ली में ओमिक्रॉन के चार नए मामलों की पुष्टि,"नयी दिल्ली, 16 दिसंबर (वार्ता) राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को कोरोना वायरस से नए स्वरूप ओमिक्रॉन से संक्रमित चार औेर नए मामले सामने आए। इसके साथ ही राजधानी में ओमिक्रॉन से संक्रमित मामलों की संख्या बढ़कर 10 हो गयी है। अधिकारियों नेे आज यह जानकारी दी। लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल के मेडिकल निदेशक डॉ. सुनील कुमार ने यूनीवार्ता को बताया कि संक्रमितों को पिछले हफ्ते इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कोविड-19 जांच में संक्रमित पाए जाने के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया था। जिसके बाद उनके नमूने को जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था, जिसमें आज चार लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित पाये गये। डॉ कुमार ने कहा, “दो पुरुष और दो महिला मरीज जिन्हें हमारे अस्पताल में भर्ती कराया गया था, अब उनमें ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है। सभी मरीज युवा है और पूर्ण रूप से टीकाकरण करवा चुके हैं। सभी संक्रमितों में इस रोग का अभी तक कोई लक्षण नहीं दिखा है।” उन्होंने कहा कि सभी ओमिक्रॉन प्रभावित देशों से यहां आए हैं। ये लोग दक्षिण अफ्रीका, स्वीडन, इंग्लैंड और दुबई से आए हैं। गौरतलब है कि इससे पहले दिल्ली में मंगलवार को ओमिक्रॉन से संक्रमित चार मामले सामने आए थे। डॉ. कुमार ने कहा, “इस हफ्ते ओमिक्रॉन के एक मरीज को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, जबकि अन्य नौ संक्रमित मरीजों का इलाज हमारे सुविधा केन्द्र में चल रहा है।” अभिषेक,देव, उप्रेती वार्ता",-1 http://www.univarta.com,http://www.univarta.com/take-public-opinion-for-permanent-solution-to-pollution-supreme-court/india/news/2594454.html,प्रदूषण के स्थायी समाधान के लिए लोगों की राय लेंः सुप्रीम कोर्ट,"नयी दिल्ली, 16 दिसंबर (वार्ता) उच्चतम न्यायालय ने गुरुवार को दिल्ली और इसके आसपास इलाकों में ‘खतरनाक’ स्तर पर पहुंचे वायु प्रदूषण को कम करने के किए उठाए गए तात्कालिक उपायों पर संतोष व्यक्त किया और इसके स्थायी समाधान के लिए विशेषज्ञों एवं आम लोगों की राय लेने को कहा। मुख्य न्यायाधीश एन. वी. रमना और न्यायमूर्ति डी. वाई. चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति सूर्य कांत की पीठ ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग से दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्रों में प्रदूषण के स्थायी समाधान की तलाश के लिए आम जनता और विशेषज्ञों से सुझाव आमंत्रित करने का निर्देश दिया। पीठ ने राष्ट्रीय राजधानी और उसके आसपास क्षेत्रों में प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए आयोग के कदमों पर संतोष व्यक्त किया। शीर्ष अदालत ने कहा कि प्रदूषण के मामले में अगली सुनवाई फरवरी के प्रथम हफ्ते में की जाएगी। सर्वोच्च अदालत 17 वर्षीय स्कूली छात्र आदित्य दुबे की जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही है। बीरेंद्र, उप्रेती वार्ता",-1 http://www.univarta.com,http://www.univarta.com/cabinet-approves-proposal-to-raise-the-age-of-marriage-for-women-to-21-years/india/news/2594727.html,महिलाओं की विवाह की उम्र 21 वर्ष करने संबंधी प्रस्ताव को मंत्रिमंडल की मंजूरी,"नयी दिल्ली 16 दिसम्बर (वार्ता) केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने महिलाओं की विवाह की उम्र मौजूदा 18 से बढाकर 21 वर्ष करने से संबंधित प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इस प्रस्ताव का अनुमाेदन किया गया। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा था कि महिलाओं में कुपोषण की समस्या को देखते हुए सरकार इस योजना पर काम कर रही है कि उनका विवाह सही उम्र में हो। महिलाओं की विवाह की उम्र कम करने के लिए सरकार को मौजूदा कानून में संशोधन करना होगा और इसके लिए संसद में विधेयक लाया जायेगा। अभी देश में पुरूषों की विवाह की उम्र 21 वर्ष जबकि महिलाओं के विवाह की उम्र 18 वर्ष है। संजीव वार्ता",-1 http://www.univarta.com,http://www.univarta.com/3rd-india-central-asia-dialogue-in-delhi-on-19th-december/india/news/2594886.html,तृतीय भारत-मध्य एशिया संवाद 19 दिसंबर को दिल्ली में,"नयी दिल्ली 16 दिसंबर (वार्ता) तृतीय भारत-मध्य एशिया संवाद का आयोजन आगामी 19 दिसंबर को यहां किया जाएगा जिसमें ताजिकिस्तान, कज़ाखस्तान, उज़्बेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान एवं किर्गीज़स्तान के विदेश मंत्री भाग लेने यहां आएंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यहां नियमित ब्रीफिंग में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 18 तारीख से 20 तारीख के बीच ताजिकिस्तान के विदेश मंत्री सिराेजुद्दीन मुहरिद्दीन भारत की द्विपक्षीय यात्रा पर आएंगे और 18 दिसंबर को उनकी विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर के साथ मुलाकात होगी। इस बैठक में दोनों विदेश मंत्रियों के बीच आपसी हित के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा होगी। विस्तृत समाचार के लिए हमारी सेवाएं लें।.",-1 http://www.univarta.com,http://www.univarta.com/gadkari-will-speak-on-the-topic-investment-in-highways-transport-operational-sector/india/news/2594892.html,"‘राजमार्ग, परिवहन, संचालन क्षेत्र में निवेश’ विषय पर बोलेंगे गडकरी","नयी दिल्ली, 16 दिसम्बर (वार्ता) सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी देश में लॉजिस्टिक क्षेत्र को बढ़ावा देने और ‘गति शक्ति’ की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना को आगे बढाने के लिए शुक्रवार को राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करेंगे। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि यह सम्मेलन शुक्रवार को मुंबई में होगा और इसमें ‘राजमार्ग, परिवहन और संचालन तंत्र में निवेश के अवसर’ विषय पर चर्चा की जाएगी। श्री गडकरी सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे। सम्मेलन का उद्देश्य लॉजिस्टिक क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न केंद्रीय और राज्य सरकार के मंत्रालयों, उनकी एजेंसियों और निजी क्षेत्र के बीच समन्वय की महत्ता, राजमार्गों, परिवहन एवं लॉजिस्टिक क्षेत्र में निवेश के अवसरों को प्राथमिकता देने की योजना पर विचार किया जाएगा। विस्तृत समाचार के लिए हमारी सेवाएं लें।.",-1 http://www.univarta.com,http://www.univarta.com/roads-and-buildings-in-cantonment-areas-should-be-given-new-names-rajnath/india/news/2594903.html,छावनी क्षेत्रों में सड़कों और भवनों के नये नाम रखे जाने चाहिए: राजनाथ,"नयी दिल्ली 16 दिसम्बर (वार्ता) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि देश के छावनी क्षेत्रों में सड़कों तथा भवनों के नाम बदलकर उन वीर, साहसी तथा सेनानायकों के नाम पर रखने पर विचार किया जाना चाहिए जिन्होंने आधुनिक भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। श्री सिंह ने गुरूवार को यहां रक्षा संपदा महानिदेशालय के 96 वें स्थापना दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में यह सुझाव दिया। उन्होंने इस मौके पर उत्कृष्टता के लिए रक्षा मंत्री पुरस्कार 2021 भी प्रदान किये। विस्तृत समाचार के लिए हमारी सेवाएं लें।.",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/big-cities-have-become-slums-sad-story-continues-for-75-years-court-on-encroachment-issue-5142492/,"अतिक्रमण मुद्दे पर SC ने जताई चिंंता, बड़े शहर बन गए झुग्गी बस्ती, 75 साल से यह दुखद कहानी जारी","नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने आज गुरुवार को देश भर में सार्वजनिक भूमि (Public land) पर हुए अतिक्रमण (Encroachment) को लेकर चिंता व्यक्त की और कहा कि यह एक ‘दुखद कहानी’है, जो पिछले 75 वर्षों से जारी (sad story continues for 75 years) है और प्रमुख शहर ‘झुग्गी बस्तियों (Big cities have become slums) में बदल गए हैं.’शीर्ष कोर्ट ने कहा कि यह सुनिश्चित करने की प्राथमिक जिम्मेदारी स्थानीय प्राधिकार की है कि किसी भी संपत्ति पर अतिक्रमण न हो, चाहे वह निजी हो या सरकारी और इससे निपटने के लिए उन्हें खुद को सक्रिय करना होगा.न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर, न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी और न्यायमूर्ति सी टी रविकुमार की पीठ ने कहा, ”यह समय है कि स्थानीय सरकार जग जाए, क्योंकि एक अतिक्रमण हटा दिया जाता है, दूसरी जगह वही अतिक्रमण स्थानांतरित हो जाता है और ऐसे व्यक्ति भी होंगे, जो इसमें हेरफेर कर रहे हैं और वे पुनर्वास का लाभ उठा रहे होंगे. यह इस देश की दुखद कहानी है. यह अंततः करदाताओं का पैसा है जो बर्बाद हो जाता है. शीर्ष अदालत दो अलग-अलग याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें गुजरात और हरियाणा राज्यों में रेलवे भूमि से अतिक्रमण हटाने से संबंधित मुद्दों को उठाया गया है. पीठ ने कहा कि सार्वजनिक भूमि पर अतिक्रमण हर जगह हो रहा है और समस्या का समाधान करना होगा. सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने कहा, इसलिए, सभी प्रमुख शहर झुग्गी बस्तियों में बदल गए हैं. किसी भी शहर को देखें, अपवाद हो सकता है, जिसे हम नहीं जानते हैं. चंडीगढ़ कहा जाता है, अपवाद है, लेकिन फिर भी चंडीगढ़ में भी मुद्दे हैं. रेलवे की ओर से अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल के एम नटराज ने पीठ से कहा कि प्राधिकार इस संबंध में देश भर में कार्रवाई करेगा. शीर्ष अदालत ने कहा, यह हर जगह हो रहा है. हमें वास्तविकता का सामना करना होगा. समस्या को हल करना होगा और इसे कैसे हल करना है, संबंधित सरकार को यह जिम्मेदारी लेनी होगी. पीठ ने कहा, ”यह सुनिश्चित करने की प्राथमिक जिम्मेदारी स्थानीय सरकार की है कि किसी भी संपत्ति, निजी या सरकारी अथवा सार्वजनिक संपत्ति पर कोई अतिक्रमण न हो. यह पिछले 75 वर्षों से जारी एक दुखद कहानी है. शीर्ष अदालत ने कहा कि रेलवे यह सुनिश्चित करने के लिए समान रूप से जिम्मेदार है कि उसकी संपत्तियों पर कोई अतिक्रमण नहीं हो और इस मुद्दे को उसके संज्ञान में लाए जाने के तुरंत बाद उसे अनधिकृत कब्जाधारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करनी चाहिए. पीठ ने यह भी रेखांकित किया कि गुजरात में सूरत-उधना से जलगांव रेलवे लाइन परियोजना अभी भी अधूरी है, क्योंकि रेलवे संपत्ति पर 2.65 किलोमीटर की सीमा तक अनधिकृत ढांचे खड़े हैं. ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/india-omicron-update-cases-of-omicron-are-increasing-in-india-5-new-patients-found-in-karnataka-and-four-in-telangana-tally-now-87-5142491/,"देश में लगातार बढ़ रहे 'Omicron' के मामले, कर्नाटक में 5 और तेलंगाना में मिले चार नए मरीज; संक्रमितों का आंकड़ा 80 से ज्यादा","देश में कोरोना के नए ‘ओमिक्रॉन’ वेरिएंट (Omicron Variant) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. भारत में अब ओमिक्रॉन संक्रमितों का आंकड़ा 87 पहुंच गया है. ताजा मामला कर्नाटक और तेलंगाना के हैदराबाद से सामने आया है. कर्नाटक में गुरुवार को ओमिक्रॉन वेरिएंट के 5, जबकि हैदराबाद में 4 नए मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही तेलंगाना में ओमिक्रॉन संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 7 हो गया वहीं, कर्नाटक में 8 मरीज हैं. राज्य के स्वास्थ्य विभाग की तरफ से यह जानकारी सामने आई है. मालूम हो कि देश की राजधानी दिल्ली में भी ओमिक्रॉन के 10 मामले हैं. उधर, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोना के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट के खतरों के बीच देश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की.गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि कोविड​​​​-19 स्थिति से निपटने के लिए सभी केंद्र शासित प्रदेशों की स्वास्थ्य संबंधी तैयारियों की भी समीक्षा की गई. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बैठक में भाग लिया, जिसमें केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल हुए. प्रवक्ता ने कहा, ‘केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के लिए केंद्रीय गृह सचिव ने आज केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के साथ हुई बैठक की अध्यक्षता की. कोविड-19 से निपटने के लिए सभी केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य ढांचे की तैयारी की भी समीक्षा की गई.’ बता दें कि महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के सबसे अधिक 32 मामले सामने आ चुके हैं. इसके अलावा राजस्थान में 17 लोग संक्रमित मिले हैं. कर्नाटक में 8, गुजरात में 4, केरल में 1, तेलंगाना में 7, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में 1-1 तथा केंद्रशासित प्रदेशों दिल्ली में 10 और चंडीगढ़ में एक व्यक्ति ओमिक्रॉन से संक्रमित पाया गया है. (इनपुट: ANI, भाषा) ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/lockdown-return-in-india-lockdown-in-puducherry-extended-till-january-2-with-these-relaxations-5142438/,"Lockdown Update: इस केंद्र शासित प्रदेश में 2 जनवरी तक बढ़ाया गया लॉकडाउन, जानें गाइडलाइंस","केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन (Lockdown Update) को दो जनवरी 2022 तक बढ़ा दिया गया है. आपदा प्रबंधन समिति की राज्य कार्यकारिणी समिति (SEC) ने लॉकडाउन को बढ़ाने की घोषणा की. SEC की तरफ से जारी दिशा निर्देशों में कहा गया है कि अब केंद्र शासित प्रदेश में कोविड​-19 के नए मामलों की संख्या में कमी आ रही है, फिर भी वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सतर्कता बरतने की जरूरत है. इसलिए लॉकडाउन को दो जनवरी की आधी रात तक बढ़ा दिया गया है. वहीं, नाइट कर्फ्यू रात 11 बजे से सुबह पांच बजे तक लागू रहेगा. हालांकि क्रिसमस की पूर्व संध्या (24 दिसंबर) और क्रिसमस (25 दिसंबर) पर रात के कर्फ्यू में पूरी तरह से ढील दी गई है.आदेश में कहा गया है कि नए साल के मौके पर 30 दिसंबर, 31 दिसंबर को और एक जनवरी को रात के कर्फ्यू में देर रात दो बजे तक ढील दी जाएगी. सामाजिक मनोरंजन से संबंधित कार्यक्रम प्रतिबंधित रहेंगे लेकिन उन्हें 24 दिसंबर, 30 और 31 दिसंबर तथा एक 1 जनवरी को अनुमति दी जाएगी. हालांकि इसमें कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करना जरूरी रहेगा. रेस्तरां, होटल, बार और शराब की दुकानों और आतिथ्य क्षेत्र के प्रतिष्ठानों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए कामकाज को संचालित करने की अनुमति होगी.(इनपुट: भाषा) ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/delhi/diesel-vehicle-news-registration-of-all-10-year-old-diesel-vehicles-will-be-cancelled-know-the-latest-decision-of-arvind-kejriwal-government-starting-january-1-5142407/,"Delhi Diesel Vehicle News: 10 साल पुराने सभी डीजल वाहनों का रजिस्ट्रेशन होगा रद्द, जानें सरकार का ताजा फैसला","दिल्ली सरकार एक जनवरी 2022 को 10 साल पूरे करने वाले सभी डीजल वाहनों का पंजीकरण रद्द करेगी. राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (NGT) के निर्देशों के अनुपालन में दिल्ली सरकार 1 जनवरी, 2022 को 10 साल पूरे करने वाले सभी डीजल वाहनों का पंजीकरण रद्द कर देगी. हालांकि, सरकार ऐसे वाहनों के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) जारी करेगी ताकि उन्हें अन्य स्थानों पर फिर से पंजीकृत किया जा सके. हालांकि, दिल्ली परिवहन विभाग की ओर से इस सप्ताह के शुरू में जारी एक आदेश के अनुसार, ऐसे डीजल वाहनों के लिए कोई एनओसी जारी नहीं किया जाएगा, जिन्होंने पंजीकरण के 15 साल या उससे अधिक समय पूरा कर लिया है.राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (NGT) ने जुलाई 2016 में दिल्ली-एनसीआर (NCR) में 10 साल से अधिक पुराने डीजल वाहनों और 15 साल से अधिक पुराने पेट्रोल वाहनों के पंजीकरण और चलने पर प्रतिबंध से संबंधित निर्देश जारी किए थे. उधर, दिल्ली परिवहन विभाग की तरफ से जारी आदेश में यह भी कहा गया है कि ऐसे 10 साल पुराने डीजल वाहनों या 15 साल पुराने पेट्रोल वाहनों के मालिकों के पास उन्हें इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलने का विकल्प होगा. कुछ हफ्ते पहले, दिल्ली सरकार ने घोषणा की थी कि वह ईवी किट के साथ पुराने डीजल और पेट्रोल वाहनों के रेट्रोफिटमेंट की अनुमति देगी. (इनपुट: भाषा) ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/maharashtra/sheena-bora-murder-case-indrani-mukerjea-claims-her-daughter-sheena-bora-is-alive-in-kashmir-5142397/,"Sheena Bora Murder Case: इंद्राणी मुखर्जी ने किया दावा, मेरी बेटी शीना बोरा जिंदा है और कश्‍मीर में है","मुंबई: पूर्व मीडिया हस्ती और अपनी बेटी की हत्या ( Sheena Bora Murder Case) की आरोपी इंद्राणी मुखर्जी (Indrani Mukerjea) ने एक अजीबोगरीब दावा किया है. इंद्राणी ने कि उनकी बेटी शीना बोरा (Sheena Bora), जिसकी साल 2012 में हत्या कर दी गई थी, वह जिंदा है और इस समय कश्मीर में है. केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के निदेशक को लिखे अपने पत्र में उन्होंने तर्क दिया है कि वह भायखला महिला जेल में एक महिला से मिलीं, जिसने उन्हें बताया कि वह कश्मीर में उनकी बेटी से मिली थी. इंद्राणी ने जांच एजेंसी सीबीआई से आग्रह किया कि वह कश्मीर में शीना की तलाश करवाए.इंद्राणी की वकील सना रईस खान ने शीना बोरा हत्याकांड को लेकर इंद्राणी मुखर्जी के दावे के बारे में कहा, एक महिला कैदी, जो एक सरकारी अधिकारी है, उसने इंद्राणी मुखर्जी को बताया कि वह 2021 में श्रीनगर में शीना से मिली थी. इंद्राणी ने सीबीआई को एक पत्र लिखकर आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया है. अगर ऐसा नहीं हुआ तो मैं कोर्ट में अर्जी दूंगी. हालांकि, इंद्राणी की वकील सना आर. खान ने मीडियाकर्मियों से कहा कि उनके पास इस बात का कोई ब्योरा नहीं है कि अगस्त, 2015 से जेल में बंद उनके मुवक्किल ने पत्र में वास्तव में क्या लिखा है. अभी तक सीबीआई ने भी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. कुछ रिपोर्टों में बताया गया है कि साढ़े 6 साल पहले इंद्राणी मुखर्जी के ड्राइवर श्यामवर राय की गिरफ्तारी के साथ सनसनीखेज हत्या के मामले में एक नया मोड़ आया था. राय ने ही शीना बोरा की हत्या का राज खोला था.इसके बाद, मुंबई पुलिस और सीबीआई ने इंद्राणी मुखर्जी के पूर्व पति संजीव खन्ना और उनके दूसरे पति और मीडिया टाइकून पीटर मुखर्जी को गिरफ्तार किया था, जबकि राय को जून, 2016 में मामले में सरकारी गवाह बनने के बाद माफ कर दिया गया था. अलग-अलग जेलों में रहने के दौरान इंद्राणी मुखर्जी और पीटर मुखर्जी का अक्टूबर 2019 में आपसी सहमति से तलाक हो गया था. जहां इंद्राणी मुखर्जी की जमानत याचिकाओं को विभिन्न अदालतों ने खारिज कर दिया है, वहीं पीटर मुखर्जी को फरवरी 2020 में सीबीआई की एक विशेष अदालत ने जमानत दे दी थी. जैसा कि बाद में जांच से पता चला कि इंद्राणी मुखर्जी की बेटी शीना अपने पूर्व लिव-इन पार्टनर, कोलकाता के सिद्धार्थ दास के साथ रहती थी. पहले इंद्राणी मुखर्जी की छोटी बहन मानी जाने वाली शीना अपने सौतेले भाई राहुल के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में थी, जो पीटर मुखर्जी के छोटे बेटे हैं और अपनी पूर्व पत्नी के साथ देहरादून में रहते हैं. अगस्त 2015 में एक अन्य मामले में पकड़े जाने के बाद राय ने पुलिस को जो बयान दिया था, उसके अनुसार, 24 अप्रैल, 2012 को 24 वर्षीय शीना बोरा की गला घोंटकर हत्या कर दी गई थी और उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर एक सूटकेस में डालकर रायगढ़ के जंगल में ले जाकर जला दिया गया था. पिछले छह वर्षो में सीबीआई आरोपियों के खिलाफ कई आरोपपत्र दाखिल कर चुकी है. मुकदमा साल 2017 में शुरू हुआ था, जिसमें लगभग 60 गवाहों के बयान दर्ज किए गए हैं. (इनपुट: आईएएनएस-एएनआई) ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/delhi/delhi-corona-update-corona-cases-surge-again-in-delhi-85-new-cases-in-last-24-hours-positivity-rate-also-increased-5142318/,"Delhi Corona Update: दिल्ली में फिर बढ़े कोरोना के केस, बीते 24 घंटे में 85 नए मामले, संक्रमण दर में भी तेजी","दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामलों में फिर तेजी आई है. गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना के 85 नए मामले सामने आए और इस दौरान 38 लोग इस बीमारी को मात देने में सफल रहे. दिल्ली में संक्रमण दर बढ़कर 0.15 प्रतिशत पहुंच गई है. अच्छी बात यह रही कि बीते 24 घंटों में संक्रमण से कोई मौत नहीं हुई. राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों में यह जानकारी सामने आई. स्वास्थ्य विभाग की तरफ ये जारी आंकड़ों में इस बात की भी जानकारी सामने आई है कि राष्ट्रीय राजधानी में फिलहाल ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) के 10 मरीज हैं.दिल्ली में फिलहाल कोरोना के 475 एक्टिव मामले हैं और संक्रमितों का कुल आंकड़ बढ़कर 14,41,935 हो गया है, वहीं अब तक 25,100 मरीजों की मौत हो चुकी है. राजधानी में 14,16,360 लोग इस जानलेवा वायरस को मात देने में भी सफल रहे हैं. राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को कोरोना संक्रमण के 57 नए मरीजों की पुष्टि हुई थी और संक्रमण दर 0.10 फीसदी पहुंच गई थी. मंगलवार को दिल्ली में संक्रमण दर 0.9 प्रतिशत थी. दिल्ली में इस महीने में अब तक दो कोविड मरीजों की मौत हुई है. नवंबर में संक्रामक रोग से 7, अक्टूबर में 4 और सितंबर में 5 मरीजों की जान गई थी. इससे पहले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में अभी तक कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमिक्रॉन’ के 10 मामले सामने आए हैं और संदेह के आधार पर 40 लोगों को LNJP अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अस्पताल में भर्ती कराए गए 40 लोगों में से 38 कोरोना वायरस से संक्रमित हैं. जैन ने कहा, ‘दिल्ली में अभी तक ओमीक्रोन स्वरूप के 10 मामले सामने आए हैं. इनमें से एक को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है.’ मंत्री ने बताया कि कई अंतरराष्ट्रीय यात्री इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जा रहे हैं. (इनपुट: ANI) ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/madhya-pradesh/group-captain-varun-singhs-mortal-remains-brought-to-bhopal-cm-shivraj-singh-chouhan-announced-to-give-a-a-govt-job-rs-1-crore-to-the-family-5142283/,"Group Captain Varun Singh का पार्थिव शरीर भोपाल लाया गया, CM ने 1 करोड़ रु. देने की घोषणा की","भोपाल: तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद हुए वायु सेना (IAF)के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) का पार्थिव शव (Group Captain Varun Singh`s Mortal remains) आज गुरुवार को भोपाल ( Bhopal) लाया गया है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री (MP CM) शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हेलीकॉप्टर (Tamil Nadu helicopter crash) हादसे में शहीद हुए एयरफोर्स के शहदी ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के परिवार को एक करोड़ रुपए की सम्मान निधि देने की घोषणा की है. सूत्रों के अनुसार, शहीद ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का अंतिम संस्कार कल शुक्रवार यानि 17 दिसंबर को दोपहर करीब एक बजे किया जाएगा. ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह का पार्थिव शरीर बृहस्पतिवार को वायुसेना के एक विमान से वायु सेना स्टेशन येलहांका से भोपाल के राजभोज हवाई अड्डा लाया गया, जहां से उनका पार्थिव शरीर हवाई अड्डे के पास उनके पिताजी के घर इनर कोर्ट, सन सिटी में ले जाया गया. उन्होंने कहा कि इसके बाद श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए इनर कोर्ट भवन से सटे एक पार्क में दिन में साढ़े तीन बजे से शाम साढ़े चार बजे के बीच अंतिम दर्शन के लिए शव को गया है, जहां परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों और प्रियजनों के साथ ही अन्य लोग पुष्पांजलि अर्पित की. सूत्रों के अनुसार उनका अंतिम संस्कार 17 दिसंबर को दोपहर करीब एक बजे किया जाएगा. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, शासकीय सेवा में परिवार के किसी सदस्य को स्थान दिया जाएगा और प्रदेश सरकार एक करोड़ रुपए की सम्मान निधि अर्पित करने का काम करेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय और सैनिक सम्मान के साथ भोपाल में किया जाएगा. सीएम चौहान ने ट्वीट किया, ”मां भारती के सपूत, शौर्य के प्रतीक, वीर जवान, श्रद्धेय वरुण सिंह जी के चरणों में श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं. उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय और सैनिक सम्मान के साथ किया जाएगा. उन्होंने कहा, ”श्रद्धेय वरुण सिंह जी की स्मृतियों को अक्षुण्ण रखने के लिए उनकी प्रतिमा की स्थापना और संस्था का नामकरण उनके नाम पर किया जाएगा. मुख्‍यमंत्री चौहान ने कहा, उनके परिवार को एक करोड़ रुपए की सम्मान निधि और परिवार के सदस्य को शासकीय नौकरी दी जाएगी. अमर शहीद के चरणों में नमन. CM शिवराज सिंह चौहान ने कहा, मध्य प्रदेश की 8.5 करोड़ जनता की ओर से मैं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं. हम परिवार के साथ खड़े हैं, उनकी स्मृतियों को बनाए रखने के लिए परिवार से सलाह करके उनके नाम पर किसी संस्था का नाम और उनकी प्रतिमा लगाने का काम किया जाएगा. तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बुधवार सुबह बेंगलुरु के एक सैन्य अस्पताल में निधन हो गया था. बीते 8 दिसंबर को हुए इस हादसे में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्य कर्मियों की जान चली गई थी. जानकारी के अनुसार, ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह के पार्थिव शरीर का शुक्रवार सुबह बैरागढ़ श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया जाएगा. स्थानीय प्रशासन ने भदभदा श्मशान में अंतिम संस्कार की योजना बनाई थी, लेकिन वरुण सिंह के पिता ने ट्रैफिक जाम का हवाला देते हुए जिला प्रशासन से बैरागढ़ श्मशान में अंतिम संस्कार की व्यवस्था करने का अनुरोध किया है. ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह को इस साल अगस्त में भारत के तीसरे सर्वोच्च शांतिकालीन वीरता पुरस्कार शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था. सिंह के माता-पिता मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. हालांकि, वे पिछले कई सालों से भोपाल में रह रहे हैं. सिंह के पिता कर्नल के.पी. सिंह (सेवानिवृत्त) और उनके छोटे भाई भारतीय नौसेना में सेवारत हैं. गीतांजलि से मिलने के बाद सिंह ने जनवरी 2008 में शादी कर ली, जब वह पुणे के एक कॉलेज में पढ़ रही थी. दंपति के दो बच्चे- एक बेटा और एक बेटी है. ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/in-kashmir-death-of-soldier-or-youth-only-makes-the-countrys-enemies-happy-whom-i-called-white-collared-terrorist-lt-gen-dp-pandey-says-in-srinagar-5142170/,"जवानों की मौत से सबसे ज्‍यादा खुशी सफेदपोश आतंकियों को होती है, आर्मी के ले. जनरल का बड़ा बयान","ये वीडियो है कश्‍मीर (Kashmir) में तैनात लेफ्टीनेंट जनरल डीपी पांडेय (Lieutenant General DP Pandey) का. वह श्रीनगर की चिनार कॉर्प्‍स में (GOC, Srinagar’s Chinar Corps) जीओसी है. सेना के शीर्ष अधिकारियों में से एक लेफ्टीनेंट जनरल डीपी पांडेय इस वीडियो में कह रहे हैं कि जब भी कश्‍मीर में कोई जवान की जब मौत होती है तो उससे हमारे देश के दुश्‍मन खुश होते हैं और उसमें एक सबसे बड़ा हिस्‍सा सफेदपोश दहशतगर्द (white-collared terrorists) का है. …जब जिंदगी खत्‍म होती है तो सबसे ज्‍यादा खुशी इसी व्‍हाइट कॉलर टेरोरिस्‍ट को होती है. कल 15 दिसंबर के इस वीडियो में लेफ्टीनेंट जनरल डीपी पांडेय कहते हुए नजर आ रहे हैं, ”कश्‍मीर में जब भी कोई जवान की मौत होती है, उससे सिर्फ हमारे देश के दुश्‍मन खुश होते हैं. और उसमें एक सबसे बड़ा तबका आता है, जिसको मैं बुलाता हूं तबका है व्‍हाइट कॉलर टेरोरिस्‍ट सफेदपोश दहशतगर्द. ये हमारे समाज के सबसे खतरनाक हिस्‍सा हैं, जो अपने आसपास के बच्‍चे हैं, उनको आइडेंटीफाइ करता है. उनमें से कुछ बच्‍चों को एन्‍वेस्‍ट‍िगेट करता है और टेरोरिज्‍म में जाने के लिए उनको इनिशिएट करता है. जब वह टेरोरिस्‍टकिसी आम आदमी की जिंदगी लेता है और उसके बाद उसकी खुद की जिंदगी खत्‍म होती है तो सबसे ज्‍यादा खुशी इसी व्‍हाइट कॉलर टेरोरिस्‍ट को होती है.” श्रीनगर के चिनार कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे ने कल शोपियां में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “चाहे वह नागरिक हो, सुरक्षाकर्मी, गैंगस्टर, अपराधी या आतंकवादी हो, अपने बेटे की मौत पर सबसे ज्यादा पीड़ित मां ही होती है.” ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/indian-railways-irctc-railways-cancels-these-15-trains-on-many-routes-including-bihar-up-and-gujarat-see-full-list-of-cancelled-trains-5142104/,"Indian Railways/IRCTC: रेलवे ने बिहार, यूपी और गुजरात समेत कई रूट्स की इन 15 ट्रेनों को किया रद्द, देखें पूरी List","रेलवे ने अगले 8 दिनों तक, दिल्ली, अहमदाबाद, छपरा, वाराणसी और जम्मू जैसे कई रूटों पर करीब 15 ट्रेनें रद्द (Cancelled Trains Today List) कर दी हैं. रेलवे (Indian Railway) के अनुसार, इन रूट्स पर पटरियों के दोहरीकरण और विद्युतीकरण का काम किया जा रहा है. इसी सिलसिले में रेलवे के वाराणसी मंडल और बिलासपुर मंडल के दोनों रेल मार्गों पर दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण का काम किया जा रहा है. इसकी वजह से अगले कुछ दिनों के लिए कई ट्रेनों को रद्द किया गया है. इसके साथ ही कुछ रेल मार्गों में बदलाव भी किया गया है. रेलवे की ओर से विभिन्न रेल मार्गों पर आधुनिकीकरण और नवीनीकरण के तहत देशभर में कई मार्गों पर पटरियों के दोहरीकरण का काम जारी है. इसकी वजह से कुछ रेलमार्गों में परिवर्तन किया गया है. कुछ रेल रद्द की गई हैं और कुछ मार्गों में बदलाव किया गया है. हालांकि इसकी वजह से रेल यात्रियों को जरूर परेशानी हो सकती है. इनमें कुछ सामान्य ट्रेने हैं और कुछ स्पेशल ट्रेने भी शामिल हैं. रेलवे के अनुसार ट्रेन नंबर 18201 दुर्ग-नौतनवा एक्सप्रेस को शुक्रवार यानी 17 और 22 दिसंबर के लिए रद्द किया गया है. वहीं ट्रेन संख्या 18202 नौतनवा-दुर्ग एक्सप्रेस को भी शुक्रवार यानी 17 दिसंबर और 19 व 24 दिसंबर के लिए रद्द किया गया है. वहीं ट्रेन नंबर 12549 दुर्ग-जम्मू तवी-एक्सप्रेस 21 दिसंबर को नहीं चलेगी. ट्रेन नंबर 12550 जम्मू तवी-दुर्ग एक्सप्रेस आगामी 23 दिसंबर को निरस्त रहेगी. ट्रेन 22867 दुर्ग-हजरत निजामुद्दीन एक्सप्रेस शुक्रवार यानी 17 दिसंबर को रद्द रहेगी. ट्रेन संख्या 22868 हजरत निजामुद्दीन-दुर्ग एक्सप्रेस आगामी शनिवार यानी 18 दिसंबर को नहीं चलेगी. ट्रेन 15115 छपरा-दिल्ली एक्सप्रेस 18 दिसंबर को निरस्त रहेगी. ट्रेन संख्या 15116 दिल्ली-छपरा एक्सप्रेस 19 दिसंबर को रद्द रहेगी. ट्रेन नंबर 05135 छपरा स्पेशल और ट्रेन नंबर 05146 सिवान-छपरा अनारक्षित एक्सप्रेस स्पेशल आगामी 25 दिसंबर को नहीं चलेगी. इसके साथ ही रेलवे ने कुछ रेलमार्गों में बदलाव किया है. ट्रेन नंबर संख्या जयनगर-अमृतसर स्पेशल एक्सप्रेस शुक्रवार और रविवार के साथ-साथ और 24 दिसंबर को परिवर्तित मार्ग के तहत छपरा-भटनी और मऊ के रास्ते चलेगी. ट्रेन नंबर 04652 अमृतसर-जयनगर-एक्सप्रेस आगामी शुक्रवार, रविवार और 22 व 24 दिसंबर को मऊ-भटनी-छपरा के रास्ते चलेगी. ट्रेन 19166 दरभंगा-अहमदाबाद एक्सप्रेस आगामी 18 एवं 25 दिसंबर को मार्ग में बदलाव के बाद छपरा-भटनी के रास्ते चलेगी. वहीं ट्रेन संख्या 19165 अहमदाबाद-दरभंगा एक्सप्रेस आगामी 22 दिसंबर को मार्ग परिवर्तित कर मऊ-भटनी-छपरा के रास्ते चलेगी. (इनपुट: IANS) ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/omicron-recovered-karnataka-man-shares-his-experience-video-goes-viral-5142025/,"Omicron से रिकवर हुए कर्नाटक के शख्स ने शेयर किए अपने अनुभव, Video वायरल हुआ","बेंगलुरु: दुनियाभर में कोरोना वायरस (Coronavirus) की संभावित तीसरी लहर का खौफ पैदा करने वाले वेरियंट ओमिक्रॉन (Omicron) से पहले ठीक हुए कर्नाटक के एक 34 साल की उम्र के व्‍यक्ति ने अनुभव अपने एक वीडियो में शेयर किया है, जिसके बाद से वीडियो वायरल हो गया. यह व्‍यक्ति वीडियो में कहते हुए यह नजर आ रहा है.. मैं पहले डेल्टा वायरस से संक्रमित था और अब मैं ओमिक्रॉन वैरिएंट से प्रभावित होने के अनुभव को साझा कर रहा हूं. सोशल मीडिया पर शेयर किए गए इस वीडियों में वह बताते है कि मैं दूसरी लहर के दौरान कोरोनवायरस से संक्रमित था. उन्‍होंने बताया कि वह कोविड वैक्‍सीन की दोनों खुराक भी ले ली थी. इसके बावजूद, वह ओमिक्रॉन वेरिएंट से पॉजिटिव हो गए. हालांकि, जब मैं ओमिक्रॉन वैरिएंट की तुलना में डेल्टा वायरस से प्रभावित हुआ तो मुझे बहुत अधिक नुकसान हुआ था. ओमिक्रॉन से पहले ठीक हुए व्यक्ति को बीते मंगलवार को बेंगलुरु के एक अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. उन्होंने बताया कि कोविड की दूसरी लहर के दौरान, मैंने अप्रैल में कोरोनावायरस के लिए सकारात्मक परीक्षण किया था. मुझे घर पर आइसोलेट कर दिया गया था, जिसके बाद मैं ठीक हो गया. एक विदेशी दौरे के दौरान मैं ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित हो गया. पहली बार गले में खुजली, खांसी और थकान के लक्षण अधिक गंभीर थे, लेकिन इस बार अतिरिक्त इलाज की कोई आवश्यकता नहीं थी. इस व्यक्ति ने अपने इलाज का विवरण शेयर करते हुए कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के लिए कोई अलग इलाज नहीं है. विटामिन-सी की गोलियां और एंटीबायोटिक्स दिए गए थे. चूंकि कोई थकान नहीं थी और लक्षण बहुत हल्के थे, इसलिए मैंने एक सप्ताह तक अस्पताल के वार्ड से ही काम किया. ओमिक्रॉन से रिकवरी हुए पहले व्‍यक्ति ने कहा “मैं नवंबर के अंतिम सप्ताह में दक्षिण अफ्रीका गया था. मैंने बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (केआईएएल) में आरटी-पीसीआर परीक्षणों में नकारात्मक परीक्षण किया था. लेकिन, मेरे अलगाव के तीसरे दिन मेरे गले में खुजली और खांसी के लक्षण विकसित हुए. मैंने एक निजी लैब में फिर से आरटी-पीसीआर परीक्षण करवाया, परिणामों में कोविड -19 वायरस की पुष्टि हुई. बाद में नमूने नागरिक एजेंसी द्वारा जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे गए, जिसमें एक ओमिक्रॉन वैरिएंट पाया गया. उनका कहना है कि चूंकि उनके पास जानकारी उपलब्ध थी, इसलिए वे घबराए नहीं. प्रोटोकॉल के तहत उन्हें नामित अस्पताल में भर्ती कराया गया. बाद में उन्होंने आरटी-पीसीआर परीक्षणों में दो बार नकारात्मक परीक्षण किया. रक्त परीक्षण और एक्स-रे के माध्यम से स्वस्थ होने की पुष्टि के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई. (इनपुट-आईएएनएस) ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/govt-may-introduce-the-bill-to-raise-the-minimum-age-of-marriage-for-girls-to-21-years-in-the-ongoing-parliament-winter-session-sources-5141913/,लड़कियों की शादी की न्यूनतम उम्र 21 साल करने के लिए मौजूदा सत्र में आ सकता है बिल: Sources,"नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने लड़कियों के विवाह की न्यूनतम कानूनी आयु (Minimum Age of Marriage for Girls) को 18 साल से बढ़ाकर पुरुषों के बराबर 21 साल (Marriage For Girls to 21 years) करने का फैसला किया है. केंद्रीय मंत्रिमंडल (Cabinet) ने बुधवार को पुरुषों एवं महिलाओं के विवाह की न्यूनतम आयु में एकरुपता लाने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की. सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी. सूत्रों के अनुसार, सरकार बाल विवाह (रोकथाम) अधिनियम, 2006 (Child Marriage Prevention Act 2006) को संशोधित करने संबंधी विधेयक संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में ला सकती है. सूत्रों ने कहा कि यह प्रस्तावित विधेयक विभिन्न समुदायों के विवाह से संबंधित पर्सनल लॉ में महत्वपूर्ण बदलाव का प्रयास कर सकता है, ताकि विवाह के लिए आयु में एकरूपता सुनिश्चित की जा सके. मौजूदा कानूनी प्रावधान के तहत लड़कों के विवाह लिए न्यूनतम आयु 21 साल और लड़कियों के लिए 18 साल निर्धारित है. Also Read - J&K में आर्टिकल 370 हटने के बाद कितने बाहरी लोगों ने प्‍लाट खरीदे, केंद्र सरकार ने दिया ये जवाब विवाह से जुड़ी न्यूनतम आयु में एकरूपता लाने का यह निर्णय उस समय किया गया है, जब इससे एक साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि सरकार इस बारे में विचार कर रही है कि महिलाओं के लिए न्यूनतम आयु क्या होनी चाहिए. यह निर्णय समता पार्टी की पूर्व अध्यक्ष जया जेटली की अध्यक्षता वाले कार्यबल की अनुशंसा के आधार पर लिया गया है. इस निर्णय के बारे में जया जेटली ने कहा कि दो प्रमुख कारणों पर ध्यान केंद्रित किया गया. उन्होंने कहा, यहि प्रत्येक क्षेत्र में लैंगिक समानता और सशक्तिकरण की बात करते हैं तो फिर विवाह में ऐसा क्यों नहीं कर सकते. यह बहुत ही विचित्र बात है कि लड़की 18 साल की आयु में शादी के योग्य हो सकती है, जबकि इस कारण उसके कॉलेज जाने का अवसर खत्म हो जाता है. दूसरी तरफ, लड़के के पास अपने जीवन और जीविका के लिए तैयार होने का 21 साल की आयु तक अवसर होता है. जया ने कहा कि लड़कियां को भी कमाने और पुरुषों के बराबर होने का अवसर दिया जाना चाहिए. जया जेटली ने यह भी कहा, हमने बहुत सारे लोगों की राय ली, लेकिन इसमें युवा प्रमुख रूप से शामिल थे. हमने विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों और ग्रामीण इलाकों में युवाओं से बात की और इनकी राय यही थी कि शादी की आयु 22 या 23 साल होनी चाहिए. सभी धर्म के मानने वालों की समान राय थी और यह बहुत ही सुखद बात थी. जया जेटली ने बताया कि कार्यबल ने अपनी रिपोर्ट पिछले साल दिसंबर में प्रधानमंत्री कार्यालय, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और नीति आयोग को सौंपी थी. इस कार्यबल में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉक्टर वीके पॉल, उच्च शिक्षा, स्कूली शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, विधायी कार्य विभागों के सचिव, नजमा अख्तर, वसुधा कामत और दीप्ति शाह जैसे शिक्षाविद भी शामिल थीं. ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/new-delhi/omicron-cases-in-delhi-coronavorus-new-varient-omicron-variant-10-cases-found-in-delhi-coronavirus-cases-in-india-5141504/,"Omicron Cases in Delhi: दिल्ली में ओमीक्रॉन से 10 लोग संक्रमित, एलएनजेपी अस्पताल में इलाज जारी","राजधानी दिल्ली में कोरोना (Coronavorus New Varient) के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant In Delhi) के 10 मामले सामने आए हैं. इन 10 लोगों में से 9 लोगों का अब भी अस्पताल में इलाज चल रहा है और 1 मरीज को इलाज कर ठीक किया जा चुका है. हालांकि इन सभी मामलों में गंभीर मामले कोई भी नहीं है. बुधवार के दिन राजधानी दिल्ली में ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) के दो मरीजों की पुष्टि की गई थी. ओमिक्रॉन के कुल एक्टिव मामले दिल्ली में अब 9 हैं. बुधवार के दिन दो मरीजों की जांच रिपोर्ट में ओमिक्रॉन की पुष्टि की गई है. ये लोग विदेश से लौटे थे. बता दें कि दिल्ली में अबतक ओमिक्रॉन के कुल 10 मामले सामने आ चुके हैं. कुल मरीजों में से 6 मरीज ऐसे हैं जो विदेश यात्रा से आए हैं और दो मरीज ऐसे हैं जो दिल्ली के रहने वाले हैं और शादी समारोह के लिए दक्षिण अफ्रीका से आई एक महिला के संपर्क में आए थे. जांच में ये लोग संक्रमित पाए गए थे. इसके बाद से स्वास्थ्य विभाग की टीम बुधवार से नए संदिग्धों की जांच में जुट चुकी है. बता दें कि मरीजों को लोकनाक अस्पताल में भर्ती किया गया है. यहां सभी मरीज बिल्कुल ठीक हैं. केव दो मरीजों में हल्के बुखार व गले में खराश की शिकायत है. अबतक किसी भी मरीज को आईसीयू या ऑक्सीजन की जरूरत नहीं पड़ी है. बता दें क पिछले सप्ताह में विदेशों से आए कुल 78 लोगों को एयरपोर्स से लोकनायक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इनमें से 38 को छुट्टी दी जा चुकी है. बाकी सभी 40 मरीज भर्ती हैं. इनमें से 37 कोरोना के मरीज हैं. इनमें से 7 लोगों में ओमिक्रॉन के लक्षण मिले हैं. ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/new-delhi/delhi-ncr-weather-forecast-delhi-air-pollution-temprature-may-decrease-in-delhi-ncr-delhi-air-quality-index-5141408/,"Delhi NCR Weather Forecast: दिल्ली एनसीआर में बढ़ेगी ठंड, प्रदूषण का स्तर बेहद खराब","दिल्ली में गुरुवार के दिन वायु गुणवत्ता (Delhi Air Pollution) बहुत खराब स्थिति में होने के कारण घना धुंध छाया हुआ है. SAFAR के मुताबिक दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 337 (Delhi Pollution) दर्ज किया गया है. संभावना जताई जा रही है कि गुरुवार यानी आज के दिन बारिश या बौछारें भी होने की संभावना है. अगले दो दिनों में एक्यूआई (AQI) बेहद खराब श्रेणी में रहने वाला है. वहीं 17 दिसंबर के दिन हवा की रफ्तार बढ़ने की संभावना है. मौसम विभाग (IMD) की माने तो 18-20 दिसंबर के बीच ठंड बढ़ेगी और न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस रहेगा. गिरेगा तापमान स्काईमेट वेदर के मुताबिक हवा की रफ्तार कम होने के चलते वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहद खराब होने वाली है. वहीं पहाड़ी क्षेत्र में बर्फबारी होने के काऱण अगले दो दिनों में तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी. वही इस दौरान कोहरा रहेगा और दिन में धूप निकलने पर मौसम साफ रहेगा. बता दें कि बुधवार के दिन पारा 7.8 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया और अधिकतम तापमान 22.5 डिग्री सेल्सियस रहा. मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्रों में गुरुवार से पश्चिम विक्षोभ के कारण आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और बूंदाबांदी की संभावना रहेगी. दिल्ली एनसीआर में AQI एक्यूआई 334, गाजियाबाद में 290 ग्रेटर नोएडा में 300 गुड़गांव में 341 नोएडा में 309 वायु गुणवत्ता सूचकांक 0-50 AQI- अच्छा 51-100 AQI- संतोषजनक 101-200 AQI- मध्यम 201-300 AQI- खराब 301-400 AQI- बहुत खराब 401-500 AQI- गंभीर ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/delhi/ghazipur-border-one-lane-has-been-opened-for-vehicular-movement-after-farmers-vacated-the-border-5141336/,"Traffic opens at Ghazipur Border: एक साल बाद खुल गया दिल्ली का गाजीपुर बॉर्डर, फर्राटा भर रही गाड़ियां | देखें Video","किसान आंदोलन (Kisan Andolan) स्थगित हो चुका है और वे बुधवार को ही दिल्ली बॉर्डर (Delhi Border) को खाली करके अपने-अपने घरों की ओर लौट चुके हैं. इसकी घोषणा तो किसानों ने 9 दिसंबर को ही कर दी थी कि वह 11 दिसंबर से बॉर्डर खाली करने शुरू कर देंगे और 15 दिसंबर को सभी बॉर्डर पूरी तरह से खाली हो जाएंगे. ऐसे में हर किसी का विशेष तौर पर दिल्ली एनसीआर (Delhi-NCR) में रहने वाले लोगों का एक ही प्रश्न था कि बॉर्डर कब खाली होंगे? कब सड़कें खुलेंगी? अगर आप भी सड़क खुलने का इंतजार कर रहे थे तो आपके लिए खुशखबरी है. गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border Opened for Traffic) पर ट्रैफिक के लिए एक लेन खोल दी गई है. इससे अब यात्रियों को इंदिरापुरम (Indirapuram) या गाजीपुर मुर्गा मंडी (Ghazipur Chicken Mandi) की तरफ से घूमकर आने की जरूरत नहीं रही. इसी तरह से दिल्ली के अन्य बॉर्डरों को भी खोला जा रहा है, ताकि यात्रियों को आसानी हो. दूसरे राज्यों खासकर एनसीआर से दिल्ली में आने वाले यात्रियों को किसानों के आंदोलन के चलते बंद सड़कों की वजह से भारी परेशानी और जाम का सामना करना पड़ता था. अब सड़कें खुलने से लोगों ने राहत की सांस ली है. गौरतलब है कि तीन कृषि कानूनों (Three Fam Laws) को लेकर किसान पिछले एक साल से आंदोलन कर रहे थे. किसानों ने दिल्ली के गाजीपुर, सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर डेरा जमा लिया था, जिसकी वजह से दिल्ली आने वाले यात्रियों को वैकल्पिक रास्तों का इस्तेमाल करना पड़ रहा था. केंद्र सरकार ने किसानों की मुख्य मांग तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की बात मान ली है और संसद के शीतकालीन सत्र में कानूनों की वापसी पर मुहर भी लग चुकी है. इसके बावजूद किसान अन्य मांगों को लेकर सीमाओं पर डटे हुए थे. सरकार ने किसानों पर लगाए गए केस तुरंत प्रभाव से वापस ले लिए हैं और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर भी एक कमेटी गठित करने का वादा किया है. किसानों ने इस वादे के साथ अपना आंदोलन वापस ले लिया और साथ ही धमकी दी की अगर सरकार अपने वादे पर खरी नहीं उतरी तो आंदोलन फिर से शुरू किया जाएगा. ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/covid-19-cases-in-india-7974-people-tested-positive-in-a-day-coronavirus-cases-in-india-omicron-varient-5141280/,"Covid 19 Cases In India: एक दिन में 7,974 लोग हुए संक्रमित, ओमीक्रॉन के 12 नए मामले आए सामने","कोरोना संक्रमण से पूरी दुनिया परेशान है. इस बीच कोरोना के नए नए वेरिएंट्स लोगों की मुसीबतें लगातार बढ़ा रहे हैं. इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा संक्रमण के नए आंकड़ों को जारी कर दिया गया है. नए आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में कुल 7,974 लोग संक्रमित हुए हैं. वहीं 7,948 लोगों को इलाज कर ठीक किया जा चुका है और इसी समय में 343 लोगों की मौत (Covid 19 Death Cases) दर्ज की गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी जानकारी के मुताबिक कोरोना के एक्टिव मामलों (Covid 19 Active Cases) की संख्या 87,245 पहुंच चुकी है. वहीं अबतक कुल 3,41,54,879 लोगों को इलाज कर ठीक किया जा चुका है. वहीं मरने वालों की कुल संख्या 4,76,478 लोगों की मौत हो चुकी है. अबतक कुल 1,35,25,36,986 लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है. बता दें कि बीते 24 घंटे में ओमिक्रॉन (Omicron) के कुल 12 नए मामलों की पुष्टि की गई है. वहीं देश में कुल अबतक 73 ओमिक्रॉन के मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से सबसे ज्यादा ओमिक्रॉन के मामले महाराष्ट्र में सामने आई हैं. यहां कुल 32 लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित हैं. संभावना जताई जा रही है कि जनवरी में महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन की लहर आने की संभावना है. ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/hindu-marraige-act-marriage-age-of-women-change-from-18-to-21-cabinet-approved-proposal-5141230/,"लड़कियों की शादी की न्यूनतम आयु में होगा बदलाव, 18 नहीं अब 21 वर्ष में होगा विवाह, प्रस्ताव पास","नई दिल्ली: देश में लड़कियों की शादी की न्यूनतम आयु को 18 वर्ष से बढ़ाकर 21 वर्ष किया जा सकता है. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि इस बाबत प्रस्ताव को कैबिनेट द्वारा मंजूरी दे दी गई है. सरकार इस कानून को लागू करने के लिए मौजूदा कानून में संशोधन करने वाली है. बता दें कि 15 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से इसका उल्लेख अपने संबोधन में किया थी. उन्होंने कहा था कि कुपोषण से बचाने के लिए जरूरी है कि बेटियों की शादी उचित समय पर हो. क्या है कानून वर्तमान में मौजूद कानून के मुताबिक देश में पुरुषों के विवाह की न्यूनतम आयु 21 वर्ष और महिलाओं की न्यूनतम आयु 18 वर्ष है. सरकार द्वारा अब बाव विवाह निषेष कानून, और हिंदू मैरिज एक्ट में संशोधन करने वाली है. नीति आयोग में जया जेटली की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने इस बाबत सिफारिश की थी. इस कमेटी के सदस्य नीति आयोग के डॉ. वीके पॉल भी थे. टास्क फोर्स का गठन जून 2020 में किया गया था. इस कमेटी ने दिसंबर 2020 में कमेटी की रिपोर्ट को सबमिट किया था. टास्क फोर्स का कहना था कि पहले बच्चे को जन्म देते समय बेटियों की उम्र 21 वर्ष होनी चाहिए. वहीं विवाह में देरी का परिवारों, महिलाओं, बच्चों और समाज के आर्थिक सामाजिक और स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/army-chief-general-mm-naravane-appointed-as-chief-of-staff-committee-after-demise-of-general-bipin-rawat-5141176/,"General Bipin Rawat के निधन के बाद फिलहाल कोई CDS नहीं, फिर से पुरानी व्यवस्था लागू, जनरल नरवणे बने चेयरमैन","देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) का 8 दिसंबर को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना (Helicopter Crash) में निधन हो गया था. इस दुखद हादसे के बाद हर किसी के जेहन में एक ही प्रश्न था कि अब नया सीडीएस कौन बनेगा. इसका उत्तर फिलहाल यह है कि सरकार ने अस्थायी तौर पर पुरानी व्यवस्था को लागू कर दिया है. ज्ञात हो की सीडीएस का पद दो साल पहले ही बना था, इससे पहले देश में चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (Chiefs of Staff Committee) हुआ करती थी. जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद अस्थायी तौर पर सेना प्रमुख एमएम नरवणे (General MM Naravane) को चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष (Chairmen of Chiefs of Staff Committee) का पदभार दिया गया है. बता दें कि चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी में तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल होते हैं. ज्ञात हो कि सीडीएस का पद बनने से पहले चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी ही तीनों सेनाओं के बीच कॉर्डिनेशन का काम करती थी. जैसा कि हम बता चुके हैं, इसमें तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल होते हैं. जनरल एमएम नरवणे तीनों सेनाओं के प्रमुखों में से सबसे वरिष्ठ हैं, इसलिए उन्हें इस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. फिलहाल अस्थायी तौर पर जनरल नरवणे को यह जिम्मेदारी दी गई है और जब तक नए सीडीएस की नियुक्ति नहीं हो जाती वह इस पद पर रहेंगे. सेना के वरिष्टता क्रम को भी देखें तो सीडीएस की अनुपस्थिति में चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी का चेयरमैन ही उनकी जिम्मेदारियों का निर्वहन करता है. Also Read - एम एम नरवणे बने 'चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी' के अध्यक्ष, CDS की नियुक्ति भी जल्द बता दें कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पास तीनों सेनाओं के प्रशासनिक मुद्दों का अधिकार होता है, जनरल बिपिन रावत इसी पद पर थे. 1 जनवरी 2020 को जनरल बिपिन रावत देश के पहले सीडीएस बने थे. साल 2019 में जब इस बद की सृजन हुआ था तो उस समय बयान जारी करके बताया गया था कि सीडीएस तीनों सेनाओं के विभिन्न मुद्दों पर देश के रक्षा मंत्री का प्रमुख सलाहकार भी होगा. हालांकि, यह भी स्पष्ट था कि सीडीएस मिलिट्री कमांड नहीं दे सकते. ज्ञात हो कि देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर तमिलनाडु में कुन्नूर के पास नीलगिरी की पहाड़ियों में 8 दिसंबर को दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. जिसमें उनकी पत्नी मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर सहित 13 सैन्य अधिकारियों और जवानों का निधन हो गया था. एकमात्र जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का भी बुधवार को निधन हो गया. दुर्घटनाग्रस्त MI-17 V5 हेलीकॉप्टर में कुल 14 लोग सवार थे और सभी का इस दुर्घटना में निधन हो गया. (इनपुट – पीटीआई) ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/vijay-diwas-2021-importance-of-16-december-1971-why-we-celebrate-vijay-diwas-india-pakistan-war-sam-manekshaw-5141125/,"Vijay Diwas 2021: कैसे हार के बाद रो पड़े थे पाकिस्तानी सेना के कमांडर, जानें इतिहास के सबसे बड़े आत्मसमर्पण की कहानी","16 दिसंबर 1971 यह वही तारीख है जिसे विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है. 16 दिसंबर के ही दिन भारतीय सेना ने पाकिस्तानी फौज (India Pakistan war) को बुरी तरह हराया था. इस ऐतिहासिक जीत के खास दिन पर सभी देशवासियों के अंदर इसे लेकर उमंग है और लोग इसे उत्साह के साथ मना रहे हैं. 16 दिसंबर विजय, शौर्यता और पराक्रम की दास्तां को बयां करती है. इस दिन भारतीय सेना के करीब 3900 जवान वीरगति को प्राप्त हुए वहीं 9851 लोग घायल हुए. ऐसे में हम आपको 16 दिसंबर 1971 के (Importance of 16 december 1971) दिन हुए इस युद्ध के बारे में ही बताने वाले हैं. भारतीय फौज ने साल 1971 में 16 दिसंबर के दिन पाकिस्तानी फौज को बुरी तरह हराया था. इस युद्ध के दौरान 93 हजार पाकिस्तान सेना के जवानों ने आत्मसमर्पण किया था. आधुनिक व मध्यकालिन दुनिया में इतना बड़ा आत्मसमर्पण अबतक कभी भी देखने या पढ़ने को नहीं मिला है. पाकिस्तान को मिली करारी हार के बाद उस समय के पूर्वी पाकिस्तान जिसे वर्तमान में बांग्लादेश कहते हैं, को पाकिस्तान की चंगुल से आजाद करा दिया गया. पूर्वी पाकिस्तान में पाकिस्तानी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एएके नियाजी ने भारत के पूर्वी सैन्य कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ के समक्ष आत्म समर्पण कर दिया. बता दें कि इसी दिन को हर भारतीय विजय दिवस के रूप में मनाता है. रो पड़े नियाजी शाम के साढ़े चार बजे जब भारतीय सेना के पूर्वी सैन्य कमांडर लेफ्टिनेट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ हेलीकॉप्टर से ढाका पहुंचे. यहां नियाजी और अरोड़ा अगल बगल करके एक टेबल पर बैठे. इस दौरान नियाजी आत्मसमर्पण के लिए दिए गए दस्तावेज पर हस्ताक्षर कर रहे थे. नियानी ने अपना रिवॉल्वर जनरल अरोड़ा के हवाले कर दिया और पूरी पाकिस्तानी सेना ने भी ऐसा ही किया. इसी दौरान नियाजी की आंखों में आंसू आ गए. बता दें कि स्थानीय लोग नियाजी की हत्या करने पर उतारू थे लेकिन भारतीय सेना के अधिकारियों द्वारा नियाजी को वहां से सुरक्षित निकाला गया. आखिर 16 दिसंबर को हुआ क्या था? सैम मानेकशॉ का मैसेज जनरल जैकब को मिली की पाकिस्तानी सेना की आत्मसमर्पण की तैयारी के लिए वे ढाका पहुंचे. लेकिन इस दौरान जैकब की हालत बिगड़ रही थी. भारतीय सेना के केवल 3000 जवान थे वे भी ढाखा से कुल 30 किमी दूर थे. वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तानी सेना के कमांडर नियाजी ने पास ढाका में 26 हजार से अधिक सैनिक मौजूद थे. इस युद्ध में भारतीय सेना ने युद्ध पर अपनी पकड़ बना ली थी और इस बीच जगजीत अरोड़ा ढाका पहुंचे और युद्ध विराम समाप्त होने के बाद जब यह तय हो गया कि पाकिस्तान की हार निश्चित है तब नियाजी ने सरेंडर कर दिया. जैकब जब नियाजी के कमरे में घुसे तो वा सन्नाटा छाया और आत्मसमर्पण का दस्तावेज टेबल पर रखा हुआ था. ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/new-delhi/delhi-schools-reopening-soon-decesion-taken-after-pollution-panel-report-delhi-pollution-education-news-5141112/,Delhi Schools Reopening: दिल्ली में दोबारा खोले जाएंगे स्कूल! आज लिया जाएगा फैसला,"दिल्ली में बढ़ रहे प्रदूषण (Delhi Pollution) से सभी को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आम जनता हो या उद्योग सभी वायु प्रदूषण से प्रभावित हो रहे हैं. दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (Delhi AQI) में कभी मामूली सुधार तो कभी स्थिति बदतर देखने को मिलकी है. दिल्ली में वायु प्रदूषण (Delhi Air Pollution) व इससे बच्चों के स्वास्थ्य पर होने वाले असर को ध्यान में रखते हुए दिल्ली के सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया था. पहले कोरोना के कारण स्कूलों (Delhi Schools) को बंद करना पड़ा और अब प्रदूषण के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. दिल्ली में खराब वायु गुणवत्ता को देखते हुए स्कूलों को बंद करने का कई बार निर्देश दिया गया. हालांकि आज दिल्ली का पॉल्यूशन पैनल स्थिति की समीक्षा करेगा और यहां के स्कूलों को फिर से खोलने पर फैसला सुनाएगा. छात्रों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए ही पॉल्यूशन पैनल दवारा फैसला लिया जाएगा. दिल्ली में प्रदूषण (School Opening In Delhi) को लेकर बनाई गई सेंट्रल एयर क्वालिटी कमीशन ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि दिल्ली के स्कूलों को फिर से खोलने और इंडस्ट्रीज पर लगे बैन को हटाने के बारे में फैसला 17 दिसंबर से पहले यानी आज ले लिया जाएगा. वहीं दिल्ली सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा पर्यावरण मंत्रालय को दिल्ली में स्कूल खोलने के संबंध में प्रपोजल भेजा गया है. इस प्रस्ताव के मुताबिक कक्षा 6 और उसके बाद की कक्षाओं को तत्काल प्रभाव से चालू करने के कहा गया है. वहीं प्राइमरी से 5वीं तक के स्कूल को 20 दिसंबर तक खोलने का प्रस्ताव रखा गया है. ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/omicron-picks-up-speed-in-india-spread-in-two-more-states-here-is-total-positive-case-5141011/,"Omicron ने तेजी पकड़ी, देश के और राज्‍यों में पहुंचा , ये है संक्रमितों का कुल आंकड़ा","Omicron Updates: Omicron, Omicron Cases, West Bengal, Maharastra, Tamil Nadu, Coronavirus, Kerala, india, News: देश में ओमिक्रोन (Omicron) के ताजा मामले कुछ और राज्‍यों सामने आए हैं, जिससे भारत में कोविड के नए वेरियंट के कुल मरीजों का आंकड़ा 73 हो गया है. पश्‍चिम बंगाल (West Bengal) और तमिलनाडु (Tamil Nadu) में पहली बार ओमीक्रोन के नए मामले (Omicron Case) मिले हैं. दोनों राज्‍यों में बुधवार को एक-एक मरीज ओमीक्रोन से पॉजिटिव मिले हैं. देश में कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित राज्‍यों केरल और महाराष्‍ट्र में ओमीक्रोन के 4- 4 मामले आज सामने आए हैं. बता दें कि आज ही पश्चिम बंगाल में ओमीक्रोन का पहला मामला पाया गया है, इसके बाद वहां कोविड प्रतिबंधों को अगले साल 15 जनवरी तक के लिए बढ़ा दिया गया है. महाराष्ट्र में आज 4 और मरीज़ ओमिक्रोन से पॉजिटिव मिले हैं. महाराष्‍ट्र राज्‍य में कोरोना के नए वेरियंट ओमीक्रोन से संक्रमितों का कुल आंकड़ा 32 हो गया है. तमिलनाडु में कुछ दिन पहले नाइजीरिया से आया 47 वर्षीय व्यक्ति आज ओमीक्रोन से संक्रमित पाया गया है और यह राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के नए स्वरूप का पहला मामला है. तमिलनाडु के मंत्री मा सुब्रमण्यन ने यह जानकारी दी. वहीं, केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने बुधवार रात बताया कि राज्य में चार और मरीजों में ओमीक्रोन स्वरूप की पुष्टि हुई है और इसी के साथ केरल में इस स्वरूप से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है. देश में ओमीक्रोन से संक्रमित लोगों की संख्या 73 हो गई है. तमिलनाडु में ओमीक्रोन का पहला केस तमिलनाडु के चिकित्सा एवं परिवार कल्याण मंत्री सुब्रमण्यन ने बताया कि ओमीक्रोन से संक्रमित पाया गया व्यक्ति अपने परिवार के 6 सदस्यों के साथ 10 दिसंबर को दोहा के जरिए नाइजीरिया से यहां आया था और वे सभी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे. इन सभी में बीमारी के लक्षण नहीं हैं. इन लोगों को चेन्नई में ‘किंग इंस्टीट्यूट ऑफ प्रिवेंटिव मेडिसिन एंड रिसर्च’में भर्ती कराया गया था और उनका स्वास्थ्य ठीक है. परिवार के छह अन्य सदस्यों के भी इसी स्वरूप से संक्रमित होने का संदेह सुब्रमण्यन ने कहा, उनके नमूने की प्रारंभिक जांच में एस-जीन पाया गया था, जिससे उनके ओमीक्रोन से संक्रमित होने का संदेह बढ़ गया था. हमें राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान से भेजे गए जांच के परिणाम मिल गए हैं और इस यात्री के ओमीक्रोन से संक्रमित पाए जाने की पुष्टि हुई है. उन्होंने कहा, यात्री के ओमीक्रोन से संक्रमित पाए जाने के बाद हमें 16 वर्षीय किशोर समेत उसके परिवार के छह अन्य सदस्यों के भी इसी स्वरूप से संक्रमित होने का संदेह है. हमें यात्री के ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि संबंधी परिणाम कुछ मिनट पहले मिला. West Bengal में Omicron का पहला केस मिला, कोविड प्रतिबंध 15 जनवरी तक बढ़ाए गए पश्चिम बंगाल (West Bengal) में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के ओमीक्रोन स्वरूप (Omicron) का पहला मामला (First Omicron case) सामने आया है. प्रदेश के मुर्शिदाबाद जिले में सात साल के बच्चे में इसकी पुष्टि हुई है. इसके बाद राज्‍य सरकार ने मौजूदा लागू कोविड प्रतिबंधों (COVID restrictions) को और आगे 15 जनवरी 2022 तक के लिए बढ़ा दिया है. लड़का अपने माता-पिता के साथ अबू धाबी से हैदराबाद गया, जहां जांच में वह ओमीक्रोन से संक्रमित मिला पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अधिकारी ने बताया कि यह बच्चा अबू धाबी से हैदराबाद होते हुए पश्चिम बंगाल लौटा है. वह कोलकाता एयरपोर्ट से मालदा अपने रिश्तेदार के यहां गया था. उन्होंने बताया, ‘लड़का अपने माता-पिता के साथ अबू धाबी से हैदराबाद गया, जहां वह जांच में ओमीक्रोन संक्रमित पाया गया. उसने हैदराबाद शहर में प्रवेश नहीं किया था. वह 11 दिसंबर को कोलकाता लौट आया. केरल में चार और ओमिक्रोन के मरीज मिले, कुल केस 5 इस बीच, केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने बुधवार रात बताया कि राज्य में चार और मरीजों में ओमीक्रोन स्वरूप की पुष्टि हुई है और इसी के साथ केरल में इस स्वरूप से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है. देश में ओमीक्रोन से संक्रमित लोगों की संख्या 73 हो गई है. महाराष्‍ट्र में ओमीक्रोन के 4 नए केस मिले, आंकड़ा 32 हुआ महाराष्ट्र में आज 4 और मरीज़ ओमिक्रोन से पॉजिटिव मिले हैं. इसके बाद राज्‍य में कोरोना के नए वेरियंट ओमीक्रोन से संक्रमितों का आंकड़ा 32 पहुंच गया है. महाराष्ट्र में आज बुधवार को COVID19 के 925 नए मामले सामने आए. 10 मरीज़ों की मौत हो गए है. महाराष्ट्र में 2 मामाले उस्मानाबाद और मुंबई और बुल्‍ढाना में कोविड के नए वेरिएंट के एक-एक मिले हैं. महाराष्‍ट्र में कोरोना वायरस से संक्रमित सक्रिय मामलों की संख्या 6,467 है. ताजा अपडेट के मुताबिक, राज्य में 4 और मरीज़ ओमिक्रोन से संक्रमित मिलने के बाद ओमिक्रोन से संक्रमित लोगों की संख्या 32 हो गई है. ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/maharashtra/harnaaz-kaur-sandhu-arrives-in-mumbai-after-winning-the-miss-universe-2021-pageant-5140976/,"Video: Miss Universe 2021 हरनाज कौर संधू सुंदरता का ताज जीतने के बाद लौटी देश, मुंबई में हुआ स्‍वागत","मिस यूनिवर्स 2021 की विजेता (Miss Universe 2021 winner ) हरनाज कौर संधू (Harnaaz Kaur Sandhu ) सौंदर्य का खिताब जीतने के बाद आज बुधवार को भारत लौटी. मिस यूनिवर्स हरनाज कौर संधू आज विदेश से मुंबई (Mumbai) पहुंची, जहां लोगों ने उनका स्‍वागत किया. इसका यह वीडियो सामने आया है बता दें कि बीते 13 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय सौंदर्य प्रतियोगिता मिस यूनिवर्स के 70वें संस्करण का आयोजन इजराइल के ईलात में किया गया गया था, जहां 21 वर्षीय हरनाज कौर संधू को यह खिताब मिला था. पंजाब की हरनाज संधू ने सोमवार को 79 देशों की प्रतिभागियों को मात देकर मिस यूनिवर्स 2021 का खिताब जीता. बीते दिनों इजराइल के ईलात में Miss Universe 2021 का खिताब जीतने के बाद वह अमेरिका न्यूयॉर्क शहर पहंची थीं, जहां विभिन्न मुद्दों और मिस यूनिवर्स संगठन की प्रवक्ता बनीं. बता दें कि 21 साल के बाद यह खिताब किसी भारतीय सुंदरी को मिला. हरनाज कौर संधू से पहले सिर्फ दो भारतीय महिलाओं ने मिस यूनिवर्स का खिताब जीता है। अभिनेत्री सुष्मिता सेन को 1994 में और लारा दत्ता को 2000 में यह ताज पहनाया गया था. चंडीगढ़ की मॉडल संधू लोक प्रशासन विषय से स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रही हैं और 17 साल की उम्र में उन्होंने मॉडलिंग की शुरुआत की। उन्हें यह ताज इस प्रतियोगिता की 2020 की विजेता मेक्सिको की एंड्रिया मेजा ने पहनाया. पराग्वे की नादिया फेरेरा (22) दूसरे स्थान पर रहीं, जबकि दक्षिण अफ्रीका की लालेला मसवाने (24) तीसरे स्थान पर रहीं थी. ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/imf-chief-economist-gita-gopinath-met-pm-narendra-modi-5140955/,"PM मोदी से मिलीं IMF की चीफ इकोनॉमिस्ट गीता गोपीनाथ, PMO ने शेयर की ये तस्वीर","नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund) की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ (Gita Gopinath) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है. गीता गोपीनाथ ने आज ही पीएम मोदी से मुलाकात की है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने गीता गोपीनाथ और पीएम मोदी के साथ वाली एक तस्वीर शेयर की है. इसमें पीएम मोदी और गीता गोपीनाथ साथ में खड़े नज़र आ रहे हैं. पीएमओ ने तस्वीर जारी करते हुए कहा कि आज अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है. बता दें कि गीता गोपीनाथ भारतीय मूल की हैं. गीता गोपीनाथ हार्वर्ड विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग में प्राध्यापक रही हैं. गीता गोपीनाथ का जन्म भारत के मैसूर में हुआ था. गीता गोपीनाथ ने लेडी श्रीराम कॉलेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया था. इसके बाद वह अमेरिका के वाशिंगटन यूनिवर्सिटी से पढ़ने चली गईं. इसके बाद उन्होंने प्रिंसटन विश्वविद्यालय से पीएचडी पूरी की. ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/west-bengal/west-bengal-extends-covid-restrictions-till-jan-15-after-first-omicron-case-in-states-relaxes-night-curbs-till-new-year-5140949/,West Bengal में Omicron का पहला केस मिलने के बाद लागू कोविड प्रतिबंध आगे इस तारीख तक बढ़ाए गए,"कोलकाता: पश्चिम बंगाल (West Bengal) में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के ओमीक्रोन स्वरूप (Omicron) का पहला मामला (First Omicron case) सामने आया है. प्रदेश के मुर्शिदाबाद जिले में सात साल के बच्चे में इसकी पुष्टि हुई है. इसके बाद राज्‍य सरकार ने मौजूदा लागू कोविड प्रतिबंधों (COVID restrictions) को और आगे 15 जनवरी 2022 तक के लिए बढ़ा दिया है. Omicron का पहला केस आने के बाद आज बुधवार को पश्चिम बंगाल सरकार ने मौजूदा COVID-19 प्रतिबंधों को 15 जनवरी तक बढ़ा दिया है. 24 दिसंबर से 1 जनवरी के दौरान क्रिसमस और नए साल के जश्न के लिए रात 11 बजे से सुबह 5 बजे के बीच लोगों और वाहनों की आवाजाही से संबंधित प्रतिबंधों में ढील दी जाएगी. Also Read - योगी सरकार का दावा- कोरोना की दूसरी लहर के दौरान यूपी में ऑक्सीजन की कमी से नहीं गई किसी की जान स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अधिकारी ने बताया कि यह बच्चा अबू धाबी से हैदराबाद होते हुए पश्चिम बंगाल लौटा है. वह कोलकाता एयरपोर्ट से मालदा अपने रिश्तेदार के यहां गया था. उन्होंने बताया, ‘लड़का अपने माता-पिता के साथ अबू धाबी से हैदराबाद गया, जहां वह जांच में ओमीक्रोन संक्रमित पाया गया। उसने हैदराबाद शहर में प्रवेश नहीं किया था. वह 11 दिसंबर को कोलकाता लौट आया. वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘राज्य के स्वास्थ्य विभाग को बुधवार सुबह ही हैदराबाद के अधिकारियों द्वारा उसकी ओमीक्रोन रिपोर्ट के बारे में सतर्क कर दिया गया था.’ उन्होंने कहा कि सात-वर्षीय बच्चे को मालदा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इससे पहले, अधिकारी ने कहा था कि मुर्शिदाबाद के एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि बच्चे के माता-पिता को पृथकवास में रखा गया है और उनके संपर्क में आने वालों की पहचान का प्रयास किया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने कहा, ‘विमान में उसके साथ यात्रा करने वाले लोगों को ट्रैक करना आसान काम नहीं होगा. लेकिन इसे करना ही होगा. यह आश्चर्य की बात है कि कोविड-19 जांच में संक्रमित किये जाने के बावजूद, उसे अपने माता-पिता के साथ यात्रा करने की अनुमति कैसे दी गई. उसकी जीनोम अनुक्रमण रिपोर्ट अभी भी लंबित थी.’ यह पूछे जाने पर कि क्या एक बार फिर जांच की जाएगी, अधिकारी ने कहा कि ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है. उन्होंने कहा, ‘हालांकि, हम निश्चित रूप से लड़के के संपर्क में आने वालों के नमूनों की जांच करेंगे.’ ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/unesco-includes-durga-puja-utsav-in-kolkata-on-intangible-cultural-heritage-of-humanity-list-5140884/,"यूनेस्को ने दुर्गा पूजा उत्सव को 'सांस्कृतिक विरासत' का दर्जा दिया, PM मोदी और CM ममता बनर्जी ने जताई खुशी","संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) ने पश्चिम बंगाल के दुर्गा पूजा उत्सव (Durga Puja Utsav) को विरासत का दर्जा दिया है. दुर्गा पूजा (Durga Puja Kolkata West Bengal) को इस सूची में शामिल किये जाने पर पीएम मोदी ने खुशी जताई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने इस फैसले की सराहना करते हुए इसे गर्व एवं खुशी का पल करार दिया है. वहीं, इसे लेकर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने इसे गर्व का पल बताया है. यूनेस्को ने ट्विटर पर देवी दुर्गा की मूर्ति वाली एक तस्वीर के साथ ट्वीट किया, ‘कोलकाता में दुर्गा पूजा को अभी-अभी अमूर्त विरासत सूची में शामिल किया गया है. भारत को शुभकामनाएं.’ राज्य विरासत आयोग के अध्यक्ष सुवप्रसन्ना ने कहा कि दुर्गा पूजा पंडालों के निर्माण के शिल्प कौशल को प्रदर्शित करने वाले ‘रेड रोड कार्निवल’ ने दुनिया भर में लोगों को इसकी भव्यता को लेकर जागरूक किया है जोकि त्योहार का पर्याय है. UNESCO includes Durga Puja in Kolkata on ‘Intangible Cultural Heritage of Humanity’ list, PM Modi expresses joy Read @ANI Story | https://t.co/qQ29pouyRy#DurgaPuja #Kolkata #UNESCO #PMModi pic.twitter.com/g4upPcjo4D — ANI Digital (@ani_digital) December 15, 2021 इस बीच, कोलकाता के दुर्गा पूजा उत्सव को विरासत का दर्जा मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूनेस्को के इस फैसले की सराहना की और इसे प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व और उल्लास का विषय करार दिया. मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व और उल्लास का पल. दुर्गा पूजा हमारी सर्वोत्तम परंपराओं और लोकाचार को पेश करती है और कोलकाता की दुर्गा पूजा का अनुभव हर किसी के पास होना चाहिए.’ Proud moment for Bengal! To every #Bengali across the world, Durga Puja is much more than a festival, it is an emotion that unites everyone. And now, #DurgaPuja has been added to the Representative List of Intangible Cultural Heritage of Humanity. We are all beaming with joy! — Mamata Banerjee (@MamataOfficial) December 15, 2021 सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि ये हमारे लिए गर्व का पल है. दुर्गा पूजा उत्सव हमारे लिए एक इमोशन है. बंगाल को ये उत्सव एकजुट करता है. ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/link-aadhaar-to-voter-id-union-government-approval-to-electoral-reforms-5140857/,"Voter ID-Aadhaar Link: वोटर आईडी से आधार को लिंक करने का होगा विकल्प, चुनावी सुधारों को केंद्र की अहम मंजूरी","अब वोटर आईडी से आधार को लिंक करने का विकल्प होगा. केंद्र सरकार ने इसके लिए मंजूरी दे दी है. चुनावी सुधारों को देखते हुए इस फैसले को बेहद अहम माना जा रहा है. इसके तहत वोटर आईडी कार्ड (मतदाता पहचान पत्र) को आधार कार्ड (Aadhaar Card) से जोड़ने का विकल्प रहेगा. केंद्र सरकार ने ये फैसला चुनाव आयोग की सिफारिश के बाद लिया है. वोटर आईडी से आधार लिंक करने को स्वैच्छिकता के तहत रखा गया है. स्वैच्छिक आधार पर कोई भी ऐसा करा सकता है. इसे हर किसी के लिए अनिवार्य नहीं किया गया है. NDTV की खबर के अनुसार, चुनाव आयोग का कहना है कि ये चुनाव प्रक्रिया में दोहराव को रोकने का काम करेंगे. पहले भी इस तरह के कई प्रोजेक्ट्स सफल रहे हैं. वहीं, एक दूसरे प्रस्ताव के मुताबिक साल में एक बार एक जनवरी की बजाय अब चार कट ऑफ़ डेट्स के साथ साल में कुल चार बार रजिस्टर किया जा सकेगा. ये प्रक्रिया 18 साल की उम्र के उन लोगों के लिए होगी, जो पहली बार वोटर बने हैं. निर्वाचन कानून में संशोधन करके लोगों को मतदाता के रूप में नामांकित करने के लिए हर साल चार ‘कट-ऑफ’ तारीखें रखने की योजना है. इस कदम से लोकसभा, विधानसभा और स्थानीय निकाय चुनावों के लिए एक आम मतदाता सूची बनाने में मदद मिलेगी और यह भी सुनिश्चित हो सकेगा कि अधिक पात्र युवा मतदाता बनें. भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) अधिक पात्र लोगों को मतदाता के रूप में पंजीकरण करने की अनुमति देने के लिए कई ‘कट-ऑफ’ तारीखों पर जोर दे रहा है. अब तक किसी विशेष वर्ष में होने वाले चुनाव के लिए, केवल वही व्यक्ति मतदाता सूची में नामांकित होने के लिए पात्र है, जो उस वर्ष की एक जनवरी या उससे पहले की स्थिति में 18 वर्ष की आयु का हो चुका है. निर्वाचन आयोग ने सरकार को बताया था कि इस उद्देश्य के लिए निर्धारित एक जनवरी की ‘कट-ऑफ’ तारीख कई युवाओं को एक विशेष वर्ष में होने वाले चुनाव में भाग लेने से वंचित करती है. इसलिए अब इसे चार बार किया गया है. ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/uttar-pradesh/up-govt-raises-honorarium-of-gram-pradhans-kshetra-panchayat-pramukh-and-zila-panchayat-president-see-here-details-5140853/,"UP: योगी सरकार ने ग्राम प्रधानों, क्षेत्र पंचायत प्रमुख और जिला पंचायत अध्‍यक्ष का मानदेय बढ़ाया, देखें यहां","उत्‍तर प्रदेश के सभी ग्राम प्रधानों, क्षेत्र पंचायत प्रमुख (ब्‍लॉक अध्‍यक्ष) और जिला पंचायत अध्‍यक्षों के लिए अच्‍छी खबर है. यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्राम पंचायत सम्मेलन में ग्राम पंचायतों और क्षेत्र पंचायतों को बड़ी सौगात का ऐलान करते हुए ग्राम प्रधान, बीडीसी सदस्य और जिला पंचायत सदस्यों के मानदेय बढ़ा दिए हैं. यूपी की योगी आदित्‍यनाथ की सरकार ने विधानसभा चुनावों से पहले ग्राम प्रधानों का मानदेय 3500 रुपए से बढ़ाकर 5000 रुपये प्रति माह कर दिया है, जबकि क्षेत्र पंचायत प्रमुख का मानदेय बढ़ाकर 11,300 रुपए प्रति माह कर दिया है. इसके साथ ही जिला पंचायत अध्यक्ष का मानादेय भी बढ़ाकर 15,500 रुपए प्रति माह कर दिया है. इससे यूपी के ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत के 8 लाख 84 हजार 225 निर्वाचित प्रतिनिधियों को लाभ होगा. ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष का मानदेय बढ़ा ताजा खबर के मुताबिक, उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्राम प्रधानों का मानदेय 3500 रुपए से बढ़ाकर 5000 रुपये प्रति माह कर दिया गया है. क्षेत्र पंचायत प्रमुख का मनादेय 9800 से बढ़ाकर 11,300 रुपए प्रति माह कर दिया गया है. जिला पंचायत अध्यक्ष का मानदेय 14 हजार रुपए से बढ़ाकर 15,500 रुपए प्रति माह कर दिया गया. Also Read - UP News: सीएम योगी आदित्यनाथ आज पंचायत प्रतिनिधियों पर करेंगे सौगातों की बरसात, जानिए क्या देंगे ग्राम पंचायत सदस्‍यों, क्षेत्र पंचायत सदस्‍य और जिपं सदस्‍यों का प्रति बैठक मानदेय भत्‍ता यह होगा – सदस्य ग्राम पंचायत को हर बैठक में 100 रुपए मिलेंगे, एक साल में 12 बैठक होंगी. – क्षेत्र पंचायत सदस्य का मानदेय प्रति बैठक 500 से बढ़ाकर 1000 रुपए प्रति बैठक, साल में 6 मीटिंग जरूरी – जिला पंचायत सदस्य का मानदेय प्रति मीटिंग 1000 से 1500 रुपए किया. साल 6 मीटिंग जरूरी – अध्यक्ष जिला पंचायत, प्रमुख क्षेत्र पंचायत, ग्राम प्रधान इन तीनों के मानदेय में वृद्धि की जा रही है. यूपी में ग्राम, क्षेत्र और जिला पंचायत: एक नजर में जिला पंचायत अध्यक्ष: 75 जिला पंचायत सदस्य: 3121 क्षेत्र पंचायत प्रमुख: 826 क्षेत्र पंचायत सदस्य: 77788 ग्राम प्रधान: 58,189 ग्राम पंचायत सदस्य: 7,44,226 कुल संख्‍या : 8,84,225 ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/world-hindi/50th-anniversary-of-bangladeshs-liberation-president-ramnath-receives-a-grand-welcome-in-dhaka-meets-pm-sheikh-hasina-5140796/,"50 साल का हुआ बांग्लादेश: राष्ट्रपति कोविंद का ढाका में शानदार स्वागत, 21 तोपों की सलामी दी गई","पाकिस्तान (Pakistan) से अलग होकर एक देश के रूप में स्थापित हुए 50 साल हो गए हैं. 1971 में बांग्लादेश को स्वतंत्र कराने में भारत ने अहम भूमिका निभाई थी. बांग्लादेश 50वां विजय दिवस मना रहा है. इस मौके पर भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बांग्लादेश पहुंचे हैं. ढाका में राष्ट्रपति कोविंद का जोरदार स्वागत किया गया. उनके स्वागत में 21 तोपों की सलामी दी गई और सलामी गारद दिया गया.’’ बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से ढाका में मुलाकात की और दोनों नेताओं ने आपसी हित एवं द्विपक्षीय सहयोग के कई मामलों पर चर्चा की. राष्ट्रपति कोविंद तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर आज यहां पहुंचे और इस दौरान वह अपने समकक्ष एम अब्दुल हामिद से भी मुलाकात करेंगे. कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बाद से राष्ट्रपति कोविंद की यह पहली विदेश यात्रा है. वह यहां बांग्लादेश के 50वें विजय दिवस समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे. घनिष्ठ संबंधों को प्रदर्शित करते हुए भारत 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध की 50वीं वर्षगांठ की याद में कई कार्यक्रमों का आयोजन भी कर रहा है. इसी युद्ध के बाद बांग्लादेश अस्तित्व में आया था. President Ram Nath Kovind arrives in Dhaka, Bangladesh. The President will participate in the special celebrations of Mujib Shato Borsho and the 50th anniversary of Bangladesh’s Liberation. pic.twitter.com/8vx2ppj7s7 — President of India (@rashtrapatibhvn) December 15, 2021 राष्ट्रपति भवन ने ट्वीट किया, ‘‘बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने ढाका में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मुलाकात की. दोनों नेताओं ने भारत और बांग्लादेश के आपसी हित और द्विपक्षीय सहयोग के कई मामलों पर चर्चा की.’’ बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ. ए के अब्दुल मोमेन ने भी यहां राष्ट्रपति कोविंद से मुलाकात की. बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया, ‘‘विदेश मंत्री डॉ. मोमेन ने भारत के माननीय राष्ट्रपति से मुलाकात की और द्विपक्षीय मामलों पर चर्चा की. गणमान्य व्यक्तियों ने दोनों देशों के बीच मौजूदा मैत्रीपूर्ण संबंधों को और मजबूत करने की इच्छा दोहराई.’’ President Ram Nath Kovind visited National Martyrs’ Memorial, Savar and paid tributes to the martyrs of the Liberation War of Bangladesh. pic.twitter.com/ELgQWdxKB2 — President of India (@rashtrapatibhvn) December 15, 2021 इससे पहले राष्ट्रपति कोविंद का बुधवार को ढाका पहुंचने पर शानदार स्वागत किया गया. कोविंद के आगमन पर 21 तोपों की सलामी दी गई. कोविंद अपनी पत्नी सविता कोविंद और बेटी स्वाति कोविंद सहित एक आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल के साथ एयर इंडिया वन की विशेष उड़ान से ढाका पहुंचे. बांग्लादेश के राष्ट्रपति एम. अब्दुल हामिद ने अपनी पत्नी के साथ ढाका के हजरत शाह जलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कोविंद की अगवानी की. President Ram Nath Kovind visited Bangabandhu Memorial Museum and paid his respects to Bangabandhu Sheikh Mujibur Rahman. pic.twitter.com/ASdzZ49mCn — President of India (@rashtrapatibhvn) December 15, 2021 कोविंद की अगवानी के लिए कई वरिष्ठ मंत्री असैन्य और सैन्य अधिकारियों के साथ हवाई अड्डे पर मौजूद थे. बांग्लादेश की थल सेना, नौसेना और वायु सेना के जवानों ने उन्हें हवाई अड्डे पर स्वागत समारोह के तहत सलामी गारद दी, जहां से राष्ट्रपति कोविंद एक काफिले में राजधानी के बाहरी इलाके सावर में राष्ट्रीय स्मारक तक गए. राष्ट्रपति कोविंद समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित एकमात्र विदेशी राष्ट्राध्यक्ष हैं. विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने राष्ट्रपति कोविंद की बांग्लादेश यात्रा को ‘‘शानदार शुरुआत’’ करार दिया. बागची ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘एक शानदार शुरुआत. बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल हामिद और उनकी पत्नी रशिदा हामिद ने राष्ट्रपति कोविंद और उनकी पत्नी सविता कोविंद का ढाका पहुंचने पर विशेष स्वागत किया. उनके स्वागत में 21 तोपों की सलामी दी गई और सलामी गारद दिया गया.’’ ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/maharashtra/raj-kundra-gets-protection-from-arrest-by-sc-in-pornography-case-in-connection-for-allegedly-distributing-obscene-videos-5140734/,"Pornography Case: शिल्‍पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा को SC से बड़ी राहत, गिरफ्तारी से मिला संरक्षण","नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने बहुचर्चित पोर्नोग्राफी केस (Pornography case) में एक्‍ट्रेस शिल्‍पा शेट्टी (shilpa shetty) के बिजनेसमैन पति राज कुंद्रा (businessman Raj Kundra ) पर अश्लील वीडियो वितरित करने (distributing obscene videos) के आरोप में दर्ज प्राथमिकी (FIR) के सिलसिले में बुधवार को गिरफ्तारी (protection to Raj Kundra from arrest ) से संरक्षण दे दिया है. शीर्ष अदालत ने मुंबई पुलिस के साइबर प्रकोष्ठ द्वारा दर्ज प्राथमिकी के संबंध में राज्य सरकार से चार सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है. एक्‍ट्रेस शिल्पा शेट्टी के पति कुंद्रा को इस साल जुलाई में मुंबई पुलिस ने एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया था, जिसमें उन पर एक ऐप के माध्यम से अश्लील फिल्में वितरित करने का आरोप लगाया गया था. कुंद्रा को सितंबर में जमानत मिल गई थी. बता दें कि मुंबई पुलिस के साइबर प्रकोष्ठ ने इस मामले अन्‍य धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की थी. राज कुंद्रा ने पहले सत्र अदालत से अग्रिम जमानत मांगी थी. लेकिन अस्वीकार होने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी. बंबई उच्च न्यायालय ने भी 25 नवंबर को कुंद्रा की अग्रिम जमानत याचिका भी खारिज कर दी थी. इसके बाद उन्‍होंने शीर्ष कोर्ट का रुख किया था. Also Read - Sheena Bora Murder Case: इंद्राणी मुखर्जी ने किया दावा, मेरी बेटी शीना बोरा जिंदा है और कश्‍मीर में है न्यायमूर्ति विनीत सरन और न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस की पीठ ने कुंद्रा की अग्रिम जमानत याचिका खारिज करने के बंबई उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती देने वाली इस कारोबारी की अपील पर महाराष्ट्र सरकार को नोटिस जारी किया. राज्य सरकार 4 सप्ताह के भीतर जवाब दे, इस दौरान पुलिस दंडात्‍मक कार्रवाई नहीं करेगी शीर्ष अदालत ने मुंबई पुलिस के साइबर प्रकोष्ठ द्वारा दर्ज प्राथमिकी के संबंध में राज्य सरकार से चार सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है. पीठ ने कहा, नोटिस जारी किया जाए, जिसका जवाब चार हफ्तों के अंदर आए. इस बीच, याचिकाकर्ता के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी. इन धाराओं के तहत कुंद्र पर मामला दर्ज हुआ था राज कुंद्रा पर आईपीसी, स्त्री अशिष्ट रूपण (प्रतिषेध) अधिनियम और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत कथित रूप से यौन वीडियो वितरित / प्रसारित करने के लिए मामला दर्ज किया गया है. सेशन कोर्ट और हाईकोर्ट अग्रिम बेल याचिक खारिज की थी गिरफ्तारी के डर से राज कुंद्रा ने पहले सत्र अदालत से अग्रिम जमानत मांगी थी. लेकिन अदालत ने उसे अस्वीकार कर दिया था. इसके बाद उन्होंने इस मामले में फंसाये जाने का दावा करते हुए हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी. बंबई उच्च न्यायालय ने भी 25 नवंबर को कुंद्रा की अग्रिम जमानत याचिका भी खारिज कर दी थी. प्राथमिकी में अभिनेत्री शर्लिन चोपड़ा और पूनम पांडे को सह-आरोपी के तौर पर नामजद किया गया है. दावा वीडियो के निर्माण, प्रकाशन या प्रसारण से किसी भी तरह से जुड़े नहीं थे राज कुंद्रा के वकीलों ने दावा किया था कि वह कथित अवैध वीडियो के निर्माण, प्रकाशन या प्रसारण से किसी भी तरह से जुड़े नहीं थे, यहां तक कि सह-आरोपियों के रूप में नामित अभिनेत्रियों ने वीडियो शूट करने के लिए पूर्ण सहमति दी थी. ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/world-hindi/omicron-is-expected-to-spread-in-many-countries-of-the-world-soon-a-large-number-of-people-infected-5140753/,"Omicron Updates: दुनिया के कई देशों में जल्दी ही ओमिक्रोन के हावी होने की आशंका, काफी संख्या में संक्रमित हो रहे लोग","Omicron: दुनिया के करीब 80 देशों में ओमिक्रोन पहुंच चुका है. इन देशों में लगातार ओमिक्रोन के मामले मिल रहे हैं. भारत (Omicron in India) में ये संख्या 60 से अधिक हो गई है. जबकि यूरोपीय देशों में ओमिक्रोन की स्थिति को खराब करना शुरू कर दिया है. यूरोपीय आयोग का कहना है कि 15 जनवरी तक ओमिक्रोन 27 देशों के संघ क्षेत्र में हावी हो सकता है. यूरोपीय आयोग (EU) की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयन ने कहा कि ओमीक्रोन मध्य जनवरी तक 27 देशों के संघ क्षेत्र में हावी हो सकता है. यूरोपीय देशों में इस बात की चिंता है कि संक्रमण में नाटकीय बढ़ोतरी से त्योहारी मौसम इस वर्ष भी फीका पड़ सकता है. ईयू की कार्यकारी शाखा की प्रमुख ने कहा कि यूरोपीय संघ ओमीक्रोन के खिलाफ लड़ाई के लिए पूरी तरह तैयार है और 66.6 फीसदी यूरोपीय आबादी को वायरस से लड़ने के लिए टीका लग चुका है. वॉन डेर ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि ईयू के पास बीमारी से लड़ने के लिए ‘‘ताकत’’ और ‘‘साधन’’ है. हालांकि उन्होंने दुख जताया कि ‘‘क्रिसमस पर एक बार फिर महामारी का असर’’ दिखेगा. उन्होंने कहा, ‘‘आपमें से कई की तरह मुझे दुख है कि एक बार फिर से क्रिसमस का त्योहार महामारी के कारण फीका रहेगा.’’ नए संक्रमण में तेजी से बढ़ोतरी होने से यूरोप में और प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं. इटली ने इस हफ्ते निर्णय किया था कि टीकाकरण कराए हुए जो लोग देश में आ रहे हैं उन्हें भी नेगेटिव जांच रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य है जिससे इस बात की चिंता बढ़ गई कि ऐसे समय में जब यूरोपीय संघ के नागरिक अपने रिश्तेदारों एवं प्रियजनों से मुलाकात करने के लिए यात्रा करते हैं, वह सीमित हो जाएगा. पुर्तगाल ने भी एक दिसंबर को इसी तरह के उपाय किए हैं जिसमें पुर्तगाल आने वाले सभी विमान यात्रियों के लिए आवश्यक रूप से निगेटिव जांच रिपोर्ट जरूरी है. वॉन डेर ने कहा कि यूरोपीय संघ दोहरी चुनौती का सामना कर रहा है और डेल्टा स्वरूप के साथ ही ओमीक्रोन के मामलों में हाल के हफ्ते में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. ब्रसेल्स में यूरोपीय संघ के नेताओं की बृहस्पतिवार को होने वाली बैठक से पहले उन्होंने यूरोपीय सांसदों से कहा, ‘‘हम देख रहे हैं कि काफी संख्या में लोग बीमार पड़ रहे हैं, अस्पतालों में रोगियों की संख्या बढ़ रही है और दुर्भाग्य से मरने वालों की संख्या भी बढ़ रही है.’’ ब्रिटेन में ओमीक्रोन के मामले हर दो से तीन दिनों में दोगुना हो रहे हैं और वॉन डेर ने कहा कि लगता है कि नया स्वरूप भी यूरोपीय संघ में इसी दर से बढ़ रहा है. ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/uttar-pradesh/up-girl-sitting-on-top-of-the-water-tank-for-120-days-in-lucknow-protesting-for-job-5140715/,"यूपी: 120 दिनों से पानी की टंकी के ऊपर बैठी है ये बेरोजगार युवती, बोली- नौकरी न मिलने तक यहीं रहूंगी","लखनऊ: शिखा पानी के टंकी के ऊपर इतनी ठंड में थी बैठी हुई है. एक दो नहीं बल्कि 120 दिनों से वह पानी की टंकी के ऊपर विरोध प्रदर्शन के लिए जमी हुई हैं. 36 साल की शिखा पाल लखनऊ के निशातगंज इलाके में शिक्षा निदेशालय के पास पानी की टंकी के ऊपर रह रही हैं. उनका लक्ष्य किसी तरह के रिकॉर्ड बनाना नहीं, बल्कि यह एक तरह का विरोध है. शिखा मांग कर रही है कि सरकार उन्हें उन 22,000 सीटों में शामिल करें, जो हाल ही में शिक्षण के 69,000 पदों पर भर्ती के दौरान खाली हुई थीं. शिखा का दावा है कि उसने लखनऊ विश्वविद्यालय से वाणिज्य में मास्टर डिग्री पूरी की है, लेकिन फिर भी नौकरी के लिए संघर्ष करने को मजबूर है. उसका कहना है कि उसे पानी की टंकी के ऊपर अपने दिन और ठंडी दिसंबर की रातें बिताने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. शिखा ने कहा, “मैं वॉशरूम का उपयोग करने के अलावा किसी और चीज के लिए अपनी जगह नहीं छोड़ती. टैंक के नीचे प्रदर्शनकारी मुझे एक रस्सी के माध्यम से एक बैग में भोजन और अन्य आवश्यक चीजें देते हैं. मैं एक पावर बैंक का उपयोग करके अपना मोबाइल फोन चार्ज करती हूं. मेरी मां मुझ पर निर्भर है, लेकिन मैं विरोध जारी रख रही हूं.” शिखा ने कहा कि वह शिक्षा विभाग द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाने को भी तैयार हैं. उन्होंने कहा, 120 दिन हो गए, लेकिन सरकार ने मेरे विरोध का संज्ञान तक नहीं लिया है. इस बीच, स्कूली शिक्षा महानिदेशक अनामिका सिंह ने कहा, “वे हमसे कई बार मिल चुकी हैं. हमने उन्हें चीजें भी समझाई हैं. यह विरोध करने का तरीका नहीं है. हम उनके प्रति सहानुभूति रखते हैं. हम बातचीत के लिए तैयार हैं.” ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/pm-krishi-sinchai-yojana-extended-for-5-years-22-lakh-farmers-will-benefit-5140669/,"खुशखबरी: PM कृषि सिंचाई योजना 5 साल के लिए बढ़ाई गई, 22 लाख किसानों को होगा फायदा","PMKSY: प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) को वर्ष 2021 से पांच वर्ष बढ़ाकर वर्ष 2026 तक करने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है. इससे 22 लाख किसानों को फायदा होगा. योजना को बढ़ाये जाने से इस पर कुल लागत 93,068 करोड़ रूपये आने का अनुमान है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति (CCE) की बैठक में यह निर्णय किया गया.Also Read - PM मोदी से मिलीं IMF की चीफ इकोनॉमिस्ट गीता गोपीनाथ, PMO ने शेयर की ये तस्वीर सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर और जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद बताया कि मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना को 2021-22 से 2025-26 तक जारी रखने को मंजूरी दी है जिससे करीब 22 लाख किसानों को फायदा होगा जिसमें 2.5 लाख अनुसूचित जाति और 2 लाख अनुसूचित जनजाति वर्ग के किसान हैं. सरकारी बयान के अनुसार, इस पर कुल लागत 93,068 करोड़ रूपये आने का अनुमान है जिसमें राज्यों के लिये 37,454 करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता शामिल है. सीसीईए ने राज्यों के लिये 37,454 करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता तथा पीएमकेएसवाई 2016-21 के दौरान सिंचाई विकास के लिये भारत सरकार द्वारा लिये गये ऋण को चुकाने के सम्बंध में 20,434.56 करोड़ रुपये मंजूर किये हैं. इसमें कहा गया है कि इसमें रेणुकाजी बांध परियोजना (हिमाचल प्रदेश) और लखवार बहुउद्देश्यीय परियोजना (उत्तराखंड) नामक दो राष्ट्रीय परियोजनाओं के लिये 90 प्रतिशत केंद्रीय वित्तपोषण का प्रावधान किया गया है. शेखावत ने बताया कि दोनों परियोजनाएं यमुना बेसिन में भंडारण की शुरूआत करेंगी, जिससे यमुना बेसिन के ऊपरी हिस्से के छह राज्यों को फायदा पहुंचेगा. उन्होंने कहा कि दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, हरियाणा और राजस्थान को जलापूर्ति होगी तथा जल प्रवाह बनाये रखने में मदद मिलेगी तथा यमुना को नया जीवन मिलेगा. बयान के अनुसार, त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम (एआईबीबी), हर खेत को पानी (एचकेकेपी) और भूमि, जल व अन्य विकास घटकों को 2021-26 में जारी रखने को भी मंजूरी दी गई. इसमें कहा गया है कि इसमें 30.23 लाख हेक्टेयर कमान क्षेत्र विकास सहित चालू 60 परियोजनाओं को पूरा करने पर ध्यान देने के अलावा अतिरिक्त परियोजनाओं को भी शुरू किया जा सकता है. इसमें जनजातीय इलाकों और सूखे का सामना करने वाले इलाकों की परियोजनाओं को शामिल करने के मानदंडों में ढील दी गई है. बयान के अनुसार, हर खेत को पानी खंड के तहत सतही जल स्रोतों के माध्यम से जल निकायों के पुनर्जीवन के तहत 4.5 लाख हेक्टेयर सिंचाई तथा उपयुक्त ब्लाकों में भूजल सिंचाई के तहत 1.5 लाख हेक्टेयर की सिंचाई हो सकेगी. जल स्रोतों के उद्धार के महत्त्व के मद्देनजर, मंत्रिमंडल ने शहरी और ग्रामीण इलाकों में जल स्रोतों को दोबारा जीवित करने के लिये वित्तपोषण को मंजूरी दी है. इस योजना में उन्हें शामिल करने के मानदंडों का विस्तार किया गया है तथा केंद्रीय सहायता को आम क्षेत्रों के हवाले से 25 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 प्रतिशत किया गया है. वॉटरशेड विकास घटक के तहत वर्षा जल द्वारा सिंचित इलाकों का विकास करने पर जोर दिया गया है . इसके लिये मिट्टी और जल संरक्षण, भूजल की भरपाई, मिट्टी बहने को रोकना तथा जल संरक्षण व प्रबंधन सम्बंधी विस्तार गतिविधियों को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया गया है. ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/andhra-pradesh-9-people-died-and-22-passengers-severely-injured-after-bus-fell-into-a-river-in-jangareddygudem-of-west-godavari-district-5140674/,"Andhra Pradesh में बड़ा हादसा: यात्र‍ियों से भरी बस नदी में गिरी, 9 लोगों की मौत, 22 यात्री गंभीर रूप से घायल","अमरावती: आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) में आज बुधवार को बड़ा हादसा हुआ है. यात्र‍ियों से भरी बस आज एक नदी में गिर गई ( bus fell into a river), जिसमें 9 लोगों की मौत (Death) हो गई है और 22 यात्री गंभीर रूप से घायल (22 passengers severely injured) हो गए हैं. बस में कम से कम 47 यात्र‍ियों से भरी हुई थी. यात्र‍ियों की मौतें के बारे में यह जानकारी न्‍यूज एजेंसी ने दी है. जानकारी के मुताबिक, आंध्र प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (एपीएसआरटीसी) की एक बस पश्चिम गोदावरी जिले में जंगारेड्डीगुडेम (Jangareddygudem) के करीब बुधवार को नदी में गिर गई. इस हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई, जिसमें बस का ड्राइवर भी शामिल है. Andhra Pradesh Chief Minister YS Jagan Mohan Reddy has announced Rs 5 lakh ex-gratia for each passenger who died in the bus accident in Jangareddygudem of West Godavari district. — ANI (@ANI) December 15, 2021 वहीं न्‍यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा के मुताबिक, हादसे में जख्मी हुए कम से कम 12 मुसाफिरों को जंगारेड्डीगुडेम के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि गंभीर रूप से जख्मी एक यात्री को एलुरु के जिला मुख्यालय अस्पताल में स्थानांतरित किया गया है. आरटीसी और राजस्व अधिकारियों ने बताया कि बस का कंडक्टर और कई अन्य यात्री बच गए हैं और उन्हें मामूली चोटें आई हैं. बस में 45 यात्री सवार थे और दो चालक दल के सदस्य थे. बस पड़ोसी राज्य तेलंगाना के असवरापेट से जंगारेड्डीगुडेम जा रही थी पश्चिम गोदावरी जिले के पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा ने एलुरु से फोन पर पीटीआई-भाषा को बताया कि बस पड़ोसी राज्य तेलंगाना के असवरापेट से जंगारेड्डीगुडेम जा रही थी. बस चालक ने जलेरू नदी के ऊपर बने पुल पर विपरीत दिशा से आ रही एक लॉरी से बचने के लिए अपना रास्ता बदलने की कोशिश की, लेकिन वह बस से नियंत्रण खो बैठा. पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्माने कहा,बस पुल की रेलिंग से टकराकर नदी में जा गिरी. हमने अब तक नौ शव बरामद किए हैं, जिनमें पांच महिला यात्री और चालक अप्पा राव शामिल है. प्रत्येक मृतक के परिजन को 5 लाख की अनुग्रह राशि देने की घोषणा इस बीच, राज्य सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिजन को पांच लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. परिवहन मंत्री पी वेंकटरमैया (नैनी) ने कहा कि सरकार घायलों के इलाज का खर्च उठाएगी. राज्यपाल बी.बी. हरिचंदन और मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने बस दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया. राज्यपाल, मुख्यमंत्री ने संवेदना व्यक्त की राज्यपाल ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. मुख्यमंत्री ने भी शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और पश्चिम गोदावरी के जिला कलेक्टर कार्तिकेय मिश्रा को घायल यात्रियों का बेहतर इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एस शैलजानाथ और भाजपा के प्रदेश महासचिव एस विष्णुवर्धन रेड्डी ने भी दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया है. (इनपुट- भाषा, एएनआई) ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/maharashtra/gangster-suresh-pujari-caught-in-philippines-brought-to-india-custody-of-maharashtra-ats-till-25-december-5140631/,"फिलीपींस में पकड़े गए गैंगस्टर सुरेश पुजारी को भारत लाया गया, मुंबई पुलिस ने अरेस्ट किया","मुंबई: मुंबई और कर्नाटक में जबरन वसूली के कई मामलों में वांछित गैंगस्टर सुरेश पुजारी को भारत लाया गया. एक पुलिस वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने पुजारी को दिल्ली में हिरासत में ले लिया और ठाणे शहर में उसके खिलाफ दर्ज मामलों के सिलसिले में उसे मुंबई लाया गया. पुजारी मुंबई और इसके पास के इलाकों ठाणे, कल्याण, उल्हासनगर और डोंबिवली में भी जबरन वसूली के मामलों में वांछित है. एक अदालत ने सुरेश पुजारी को 25 दिसंबर तक के लिए एटीएस की कस्टडी में भेज दिया है. अधिकारी ने बताया कि उसे फिलीपीन से प्रत्यर्पित करने के बाद मंगलवार देर रात भारत लाया गया. उन्होंने बताया कि खुफिया ब्यूरो (आईबी) और केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों ने पुजारी के दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरने के बाद उसे हिरासत में ले लिया. पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) राजकुमार शिंदे के नेतृत्व में एटीएस की टीम मंगलवार शाम पुजारी को हिरासत में लेने दिल्ली गई थी. अधिकारी ने बताया कि उसे बुधवार सुबह विमान से मुंबई लाया गया. उन्होंने कहा कि ठाणे शहर में पुजारी के खिलाफ दर्ज सभी मामले राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कार्यालय के आदेश पर महाराष्ट्र एटीएस को स्थानांतरित कर दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि इन मामलों की जांच एटीएस करेगी. Maharashtra: A court in Thane today sent gangster Suresh Pujari to the custody of ATS till December 25 Pujari was brought back from the Philippines yesterday pic.twitter.com/PkqXE3DXUq — ANI (@ANI) December 15, 2021 अधिकारी ने कहा कि मुंबई लाने पर पुजारी को उसकी हिरासत के लिए यहां एक अदालत में पेश किया गया. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र एटीएस के बाद, मुंबई पुलिस पुजारी के खिलाफ महाराष्ट्र की राजधानी में दर्ज मामलों के सिलसिले में उसे हिरासत में लेगी. मुंबई और ठाणे पुलिस ने जबरन वसूली के कई मामलों के बाद 2017 और 2018 में उसके खिलाफ ‘रेड कॉर्नर नोटिस’ जारी किया था. अधिकारी ने बताया कि पुजारी 15 वर्षों से अधिक समय से फरार था और उसे अक्टूबर में फिलीपीन में पकड़ा गया था. उसके खिलाफ ठाणे में जबरन वसूली के कुल 23 मामले दर्ज हैं. सुरेश गैंगस्टर रवि पुजारी का करीबी रिश्तेदार है और 2007 में उससे अलग हो गया था. इसके बाद वह विदेश भाग गया था. उन्होंने कहा कि अपराध के क्षेत्र में अपने शुरुआती दिनों में उसने अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन और रवि पुजारी के साथ काम किया था और बाद में अपना खुद का गिरोह बना लिया. ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/maharashtra/aryan-khan-gets-big-relief-from-high-court-not-to-appear-narcotics-control-bureau-every-friday-5140598/,"Aryan Khan खान को बांम्‍बे हाईकोर्ट से मिली बड़ी राहत, हर शुक्रवार की पेशी की शर्त में दी ढील","बॉलीवुड एक्‍टर शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) के आरोपी बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) को ड्रग केस में मिली बेल की कड़ी शर्तों में बड़ी राहत देते हुए बांम्‍बे हाईकोर्ट (Bombay High Court) ने उसे हर शुक्रवार को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के मुंबई (Narcotics Control Bureau office Mumbai) के ऑफिस में पेश होने से छूट दे दी है. बंबई उच्च न्यायालय ने आर्यन खान को मिली बेल की इस शर्त को खत्‍म कर दिया है, जिसके तहत उसे हर शुक्रवार को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के मुंबई कार्यालय में पेश होना होता था. हालाकि बॉम्‍बे हाई कोर्ट ने कहा कि जब भी विशेष जांच दल ने उन्हें तलब किया, उन्हें खुद को दिल्ली में पेश करना होगा. बता दें कि एनसीबी ने मुंबई तट पर छापेमारी के दौरान कथित रूप से मादक पदार्थ जब्त होने के बाद तीन अक्टूबर को आर्यन खान को गिरफ्तार कर लिया था. बाद में 28 अक्टूबर को हाई कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी थी. हाईकोर्ट ने उनपर 14 शर्तें लगाई थीं. उन्हें हर शुक्रवार एनसीबी के समक्ष पेश होने के अलावा कई निर्देश दिए गए थे. इनमे एजेंसी को बताए बिना मुंबई से बाहर नहीं जाने और विशेष एनडीपीएस अदालत की अनुमति के बगैर देश से बाहर नहीं जाने की शर्त भी शामिल है. शाहरुख खान के 23 साल के बेटे आर्यन खान ने हाईकोर्ट में में एक आवेदन दायर कर मांग की थी कि इस जमानत की 14 शर्तों में से एक – में संशोधन किया जाए. अपनी याचिका में, आर्यन खान कहा कि हर शुक्रवार को अपनी यात्रा के दौरान, उन्हें मीडिया द्वारा घेर लिया जाता है और उन्हें पुलिस कर्मियों के साथ जाना पड़ता है. चूंकि मामले की जांच दिल्ली में एक विशेष जांच दल के पास चली गई है, इसलिए मुंबई कार्यालय के दौरे में ढील दी जा सकती है. यह तर्क आरोपी आर्यन खान के वकील ने कोर्ट के समक्ष रखे. बता दें कि आर्यन खान को एनसीबी ने 3 अक्टूबर को मुंबई ड्रग मामले की छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया था. एजेंसी ने उन पर प्रतिबंधित दवाओं के कब्जे, उपभोग, बिक्री और खरीद का आरोप लगाया था. उन पर साजिश और उकसाने का भी आरोप लगाया गया था. आर्यन खान गिरफ्तारी के तीन हफ्ते बाद 28 अक्टूबर को बॉम्बे हाई ने उसे बेल दे दी थी. बीते 10 दिसंबर को बेटे आर्यन खान ने बंबई उच्च न्यायालय का रुख कर ड्रग केस मामले में मिली जमानत से संबंधित शर्तों में संशोधन करने की अपील की थी. आर्यन के आवेदन में इस शर्त से छूट देने की अपील की गई थी कि उन्हें प्रत्येक शुक्रवार को स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के दक्षिण मुंबई स्थित कार्यालय में पेश होना होगा. आवेदन में कहा गया था कि चूंकि जांच अब दिल्ली एनसीबी के विशेष जांच दल को सौंप दी गई है, इसलिए मुंबई कार्यालय में उनके पेश होने की शर्त में ढील दी जा सकती है. आवेदन में यह भी कहा गया है कि एनसीबी कार्यालय के बाहर मीडिया कर्मियों की भीड़ लगी रहती है, जिसके कारण उन्हें हर बार पुलिसकर्मियों को साथ लेकर वहां जाना पड़ता है. ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/on-an-average-38-km-of-highways-are-being-constructed-every-day-target-to-increase-it-to-40-km-which-will-be-a-world-record-nitin-gadkari-5140489/,"औसतन हर दिन 38 किमी NH का हो रहा निर्माण, इसे 40 KM करने का लक्ष्य, जो विश्व में रिकॉर्ड होगा: नितिन गडकरी","नई दिल्ली: केंद्र सरकार ( Centre) ने बुधवार को संसद (Parliament) में कहा कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (Ministry of Road Transport and Highways) अभी औसतन हर दिन लगभग 38 किमी सड़क (Highways) का निर्माण कर रहा है, जिसके बढ़कर 40 किमी प्रति दिन होने की संभावना है, जो विश्व रिकॉर्ड (world record) होगा. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री (Road Transport and Highways Minister) नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने उच्च सदन (Upper House) में प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों के जवाब में यह जानकारी दी. केंद्रीय मंत्री जब जवाब दे रहे थे, तब इस दौरान विपक्ष 12 सदस्यों के निलंबन का फैसला वापस लेने की मांग करते हुए हंगामा कर रहा था और कई सदस्य आसन के समक्ष आकर नारेबाजी भी कर रहे थे.Also Read - लड़कियों की शादी की न्यूनतम उम्र 21 साल करने के लिए मौजूदा सत्र में आ सकता है बिल: Sources केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि उनका मंत्रालय अभी औसतन लगभग 38 किमी प्रति दिन राजमार्ग (highways) का निर्माण कर रहा है, जिसके बढ़कर 40 किलोमीटर प्रति दिन होने की संभावना है, जो विश्व में रिकॉर्ड होगा. उन्होंने कहा कि आगे चलकर इसे 45 किलोमीटर प्रति दिन करने का प्रयास है. Also Read - Nitin Gadkari ने फिर से लगाया अपनी ही सरकार पर बड़ा आरोप, कहा-खराब सिस्टम की वजह से है दिक्कत 2014 में राजमार्गों की कुल लंबाई 91,287 किमी थी, अब बढ़कर 1,40,937 किमी हुई केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि 2014 में जब नरेंद्र मोदी सरकार सत्ता में आई थी उस समय 406 सड़क परियोजनाएं लंबित थीं और उनकी लागत 3.85 लाख करोड़ रुपए थी. उन्होंने कहा कि वे परियोजनाएं भूमि अधिग्रहण, वित्तीय सहित विभिन्न समस्याओं के कारण अटकी हुईं थीं, लेकिन मोदी सरकार ने उन सभी परियोजनाओं की समीक्षा कर उन्हें फिर से शुरू कराया और इस प्रकार बैंकों को तीन लाख करोड़ रुपए की गैर निष्पादित आस्ति (एनपीए) से बचाया. उन्होंने कहा कि अप्रैल, 2014 में देश में राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लंबाई 91,287 किलोमीटर थी, जो अब बढ़कर 1,40,937 किलोमीटर हो गई है. Also Read - राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का बड़ा आरोप, बोले- हमें जनरल रावत को श्रद्धांजलि अर्पित करने का समय नहीं दिया गया भारत ने सड़कों के निर्माण के मामले में तीन विश्व रिकॉर्ड बनाए राज्‍य सभा में हंगामे के बीच मंत्री गडकरी ने कहा कि भारत ने सड़कों के निर्माण के मामले में तीन विश्व रिकॉर्ड बनाए हैं. उन्होंने कहा कि सबसे तेजी से रोड बनाने में भारत विश्व में पहले स्थान पर आ गया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत ने 24 घंटे में मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेसवे पर चार लेन के 2.5 किलोमीटर लंबे हिस्से का निर्माण किया, जो विश्व रिकॉर्ड है. इसके अलावा सोलापुर से बीजापुर के बीच 26 किमी लंबी सड़क भी जल्दी बनाने में रिकार्ड कायम किया गया. जोजिला सुरंग के निर्माण में 5,000 करोड़ रुपए की बचत की केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि सरकार ने करगिल के पास जोजिला सुरंग का निर्माण कार्य शुरू किया है. उन्होंने कहा कि इसके निर्माण के लिए चार बार निविदा जारी हुई थी और 11,000 करोड़ रुपए की बोली लगाई गई थी. उन्होंने कहा कि इसमें 5,000 करोड़ रुपए की बचत की गई है और अभी शून्य से नीचे तापमान होने के बाद भी एक हजार मजदूर लगातार काम में लगे हैं. उन्होंने कहा कि शुरूआती अनुमान के अनुसार इसे साढ़े तीन साल में पूरा होना था, लेकिन सरकार का प्रयास इसे 2024 से पहले पूरा करने का है. दिल्ली-चंडीगढ़, दिल्ली-देहरादून, दिल्ली-हरिद्वार और दिल्ली-जयपुर सिर्फ दो घंटे लगेंगे सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि विभिन्न राजमार्गों के पूरा होने के बाद दिल्ली-चंडीगढ़, दिल्ली-देहरादून, दिल्ली-हरिद्वार और दिल्ली-जयपुर की यात्रा सिर्फ दो घंटे में पूरी की जाएगी वहीं दिल्ली से मुंबई 12 घंटे में पहुंचा जा सकेगा. उन्होंने कहा कि मेरठ से दिल्ली आने में पहले चार घंटे लगते थे, लेकिन अब लोग सिर्फ 45 मिनट में पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा कि इन सब के लिए आधारभूत ढांचा अगले दो साल में पूरा हो जाएगा. सरकार 26 हरित राजमार्ग का निर्माण कर रही, जिनकी कुल लंबाई करीब 8,000 किमी गडकरी ने कहा कि सरकार 26 हरित राजमार्ग का निर्माण कर रही है, जिनकी कुल लंबाई करीब 8,000 किलोमीटर है. उन्होंने कहा कि इन राजमार्गों के बन जाने से देश की पूरी सड़क अवसंरचना बदल जाएगी और इससे एक ओर निर्यात एवं उद्योग को बढ़ावा मिलेगा, वहीं निवेश भी आएगा तथा विकास को गति मिलेगी. परियोजनाओं के लिए पैसे की कोई कमी नहीं है और विदेशों से भी काफी निवेश आ रहा केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इन परियोजनाओं के लिए पैसे की कोई कमी नहीं है और विदेशों से भी काफी निवेश आ रहा है. लेकिन सरकार इसके साथ ही ऐसी योजना बना रही है, जिसमें देश का आम आदमी भी निवेश करे और लोगों को उनके निवेश पर ज्यादा रिटर्न मिले. ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/business-hindi/cabinet-approves-rs-1300-crore-incentive-scheme-for-digital-transactions-through-rupay-debit-card-bhim-upi-5140479/,"कैबिनेट ने रुपे डेबिट कार्ड, भीम UPI के माध्यम से डिजिटल लेनदेन के लिए दी 1300 करोड़ की प्रोत्साहन योजना को मंजूरी","कैबिनेट ने रुपे डेबिट कार्ड और भीम यूपीआई के माध्यम से कम मात्रा में डिजिटल लेनदेन को प्रोत्साहित करने के लिए प्रोत्साहन प्रदान करने की योजना को मंजूरी दी है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने 15 दिसंबर को प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि इस योजना पर लगभग 1,300 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इस योजना के बारे में आगे बताते हुए, आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार व्यापारी छूट दर (MDR) के हिस्से के रूप में व्यापारियों द्वारा किए गए डिजिटल भुगतान पर लगाए गए लेनदेन शुल्क की प्रतिपूर्ति करेगी. वैष्णव ने कहा, ‘आने वाले एक साल में सरकार करीब 1,300 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. ताकि अधिक से अधिक लोग डिजिटल भुगतान की ओर बढ़ें.’ उन्होंने यह भी कहा कि नवंबर में 7.56 लाख करोड़ रुपये के 423 करोड़ डिजिटल लेनदेन हुए. Also Read - कैबिनेट ने सेमी कन्डक्टर्स के लिए 76,000 करोड़ के पीएलआई को दी मंजूरी इसके साथ ही कैबिनेट ने देश को इलेक्ट्रॉनिक्स हब बनाने की महत्वाकांक्षा के साथ सेमीकंडक्टर्स के लिए प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम (PLI) को भी मंजूरी दे दी, क्योंकि माइक्रोचिप्स की कमी से औद्योगिक उत्पादन प्रभावित होता है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा, “अर्धचालक और प्रदर्शन निर्माण का एक संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करने के लिए एक महत्वाकांक्षी परियोजना को मंजूरी दी गई है. इस परियोजना पर 6 वर्षों में 76,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.” कैबिनेट द्वारा अनुमोदित एक अन्य योजना 2021-26 के लिए प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना का कार्यान्वयन है. इस योजना से लगभग 22 लाख किसानों को लाभ होने की बात कही जा रही है, जिसमें 2.5 लाख एससी और 2 लाख एसटी किसान शामिल हैं. ",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/weather-report-rain-in-up-haryana-punjab-snow-fall-in-mountains-imd-alert-cold-wave-cold-weather-updates-5139413/,"Weather Report: इन राज्यों में अगले दो दिनों में हो सकती है बारिश, IMD ने किया अलर्ट-चलेगी शीतलहर","भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज और कल के लिए कुछ राज्यों में हल्की बारिश का अलर्ट जारी किया है और साथ ही इसकी वजह से शीतलहर चलने की भी संभावना जताई है. मौसम विभाग ने कहा कि पंजाब, हरियाणा, पश्चिम उत्तर प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में 16 दिसंबर से हल्की बारिश होने की संभावना है और इसके साथ ही मौसम विभाग ने 15 दिसंबर की रात से एक और पश्चिमी विक्षोभ की आशंका जताई है, जिसकी वजह से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उत्तरी भागों में बादल छाए रहने और हल्की बारिश की संभावना जताई है.Also Read - Delhi Weather Report: दिल्ली में दो दिन के बाद पड़ने लगेगी कड़ाके की ठंड, कल थी साल की सबसे सर्द रात Punjab: Thick fog envelops the city of Amritsar. ""It's very cold here, there is fog everywhere. We are resorting to bonfire to keep ourselves warm,"" says Sandeep Singh, a local pic.twitter.com/Eguf5hPsqC — ANI (@ANI) December 15, 2021 दिल्ली में गिरेगा तापमान, बढ़ेगी ठंड Also Read - Weather Update: दिल्ली-एनसीआर सहित कई राज्यों में बारिश के आसार, पहाड़ों में बर्फबारी, जानिए मौसम का हाल राजधानी दिल्ली में बीते कई दिनों से न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया जा रहा है. आज यानी 15 दिसंबर से पहले ही दिल्ली का न्यूनतम पारा 6 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है और वहीं बीते दो दिनों से यानी 11 दिसंबर से दिल्ली का न्यूनतम तापमान लगातार 6 डिग्री के आस-पास बना हुआ है. Present WD likely to move away from tonight and lower level winds may likely to be mix up of westerly/easterly/calm winds till 15th December. — India Meteorological Department (@Indiametdept) December 14, 2021 पश्चिमी विक्षोभ है सक्रिय बता दें कि एक पश्चिमी विक्षोभ वर्तमान में पाकिस्तान और उससे लगे जम्मू काश्मीर के आसपास सक्रिय है, जिसके प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात सा बन गया है. इस वजह से फिलहाल न्यूनतम तापमान में गिरावट होने की उम्मीद कम है. राजस्थान में मौसम करवट ले रहा है और कुछ हिस्सो में ठंड बढ़ गई है. मौसम विभाग के मुताबिक 15 दिसंबर को एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने के आसार हैं और इस सिस्टम के आगे बढ़ने से 17 दिसंबर से ठंड बढ़ने लगेगी. इससे देश के कुछ राज्यों, खासकर मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में शीतलहर चलने की संभावना है. पहाड़ों में होगी बर्फबारी, मैदानी इलाकों में बढ़ेगी ठंड मौसम विभाग ने बताया कि उत्तर पश्चिमी भारत के मैदानी इलाकों में 17 दिसंबर की दोपहर से 20 दिसंबर की दोपहर तक तेज निचले स्तर की उत्तर-पश्चिमी या उत्तर-पूर्वी हवाएं चलने की संभावना बनी हुई है., जिसकी वजह से हिमाचल प्रदेश में मौसम और बिगड़ने वाला है. यहां बर्फबारी होगी. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश में तीन दिन बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है. राज्य के उच्च पर्वतीय कुछ भागों में 15 से 17 दिसंबर तक बारिश और बर्फबारी के आसार हैं. बता दें कि पिछले दिनों हिमाचल के मनाली व इसके आसपास के क्षेत्रों में पिछले दिनों जमकर बर्फबारी हुई है और इस बीच, उत्तराखंड के कई क्षेत्रों में भी बर्फबारी देखने को मिल सकती है.",-1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196906/afghanistan-ambassador-india-emergency-visa-taliban-atrocities/,भारत द्वारा अफ़ग़ान नागरिकों को आपातकालीन वीज़ा देने में देरी करना निराशाजनक: राजदूत,"भारत में अफ़ग़ानिस्तान के राजदूत फ़रीद मामुनड्ज़े ने कहा कि यह बेहद दुखद है कि जब कठिन वक़्त में अफ़ग़ान नागरिकों को भारतीय मदद की ज़रूरत थी, तो उनकी मदद नहीं की गई. अब तक भारत ने अफ़ग़ानिस्तान से 669 लोगों को निकाला है, जिसमें 448 भारतीय और 206 अफ़ग़ान नागरिक हैं. नई दिल्ली: अफगानिस्तान के राजदूत फरीद मामुनड्ज़े ने कहा है कि तालिबान शासन में देश छोड़ने के लिए बेताब अफगान नागरिकों को आपातकालीन प्रवेश परमिट देने में देरी करना ‘निराशाजनक’ है. उन्होंने कहा कि एक ‘ऐतिहासिक मित्र’ से ऐसे रवैये की अपेक्षा नहीं थी. अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा कब्जा किए जाने के बाद भारत ने अब तक सिर्फ 200 ई-वीजा जारी किया है. दिल्ली के राजनयिक क्षेत्र के एक प्रमुख स्थान पर स्थित अफगान दूतावास में अपने कार्यालय में मामुनड्ज़े ने द वायर से कहा, ‘हम भारत से बहुत आस लगाए हुए थे. भारत के लोग हमारे बहुत करीब रहे हैं. भारत के लोग बहुत अच्छे हैं. हमारे साथ बहुत सम्मान के साथ व्यवहार किया गया है. हमारे यहां (भारत) 60,000 स्नातक थे. भारत ने हमारे बुनियादी ढांचे और विकास में काफी निवेश किया है. हम उनके आभारी हैं.’ इसलिए, तालिबान के कब्जे के तत्काल बाद भारत की प्रतिक्रिया राजदूत के लिए ‘चौंकाने वाली’ थी. उन्होंने कहा, ‘संकट के समय हम दूसरे देशों को नहीं, बल्कि भारत की तरफ देखते हैं. हम बांग्लादेश या श्रीलंका या नेपाल या पाकिस्तान या चीन को नहीं देखते, जिनके साथ हमारी सीमा लगती है और फिर ये ‘देरी’ निराशाजनक थी. इसने हमें निराश किया.’ मालूम हो कि तालिबान द्वारा अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा किए जाने के एक दिन बाद भारत ने कहा था कि वह अफगानी हिंदुओं और सिखों को वहां से निकालने में मदद करेगा. इसके साथ ही उसने यह भी कहा था कि वह अफगानी नागरिकों के साथ खड़े हैं, जो हमारे ‘पारस्परिक विकास, शैक्षिक और लोगों से लोगों के प्रयासों को बढ़ावा देने में हमारे सहयोगी’ रहे हैं. अब तक भारत ने अफगानिस्तान से 669 लोगों को निकाला है, जिसमें 448 भारतीय और 206 अफगानी नागरिक हैं. अफगानिस्तान से लोगों का भारत लाने वाली हालिया फ्लाइट 10 दिसंबर को पहुंची थी, जिसमें 10 भारतीय और 94 अफगानी (विशेष रूप से हिंदू और सिख समुदाय के लोग) थे. 17 अगस्त को भारत सरकार ने अफगानों के लिए एक नई आपातकालीन ई-वीजा श्रेणी की घोषणा की थी. राजदूत मामुनड्ज़े ने कहा, ‘जब अमेरिका ने 1,50,000 से 1,60,000 अफगानों को निकाला है, यूरोपीय संघ ने करीब 1,00,000 अफगानों को निकाला है. अमेरिका जनसंख्या में भारत की तुलना में तीन से चार गुना छोटा है और अफगानिस्तान से इसकी दूरी भारत की तुलना में 10 गुना अधिक है, लेकिन भारत ने अब तक सिर्फ 200 ई-वीजा जारी किया है.’ इस साल मार्च महीने में कार्यभार संभालने वाले मामुनड्ज़े ने कहा कि भारत जैसे देश द्वारा महज 200 ई-वीजा जारी करने बिल्कुल अपर्याप्त है. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान की जनसंख्या से यदि इसकी तुलना की जाए तो प्रति दस लाख लोगों पर महज चार से पांच वीजा जारी किया गया है. ऐसा माना जाता है कि लगभग 60,000 अफगान नागरिकों ने भारतीय ई-वीजा के लिए आवेदन किया था. उन्होंने कहा, ‘(भारत स्थित) दूतावास में ऐसे सहकर्मी हैं, जिनके परिवार पिछले तीन महीनों से अधिक समय से ई-वीजा की प्रतीक्षा कर रहे हैं. जब उनकी सहायता करने की बात आती है तो मैं असहाय हो जाता हूं.’ बीते 17 अगस्त को भारत सरकार ने अफगान नागरिकों के लिए एक नई आपातकालीन ई-वीजा श्रेणी की घोषणा की थी. भारतीय ई-वीजा की मांग तब और बढ़ गई जब भारत ने 15 अगस्त से पहले दिए गए सभी अप्रयुक्त वीजा रद्द कर दिए थे. इसके पीछे सुरक्षा कारणों होने का तर्क दिया गया. उसका कहना था कि भारत के वीजा कार्यालय से कुछ पार्सपोर्ट मिल नहीं रहे थे. हालांकि 10 वर्षों से अधिक समय से वीजा आउटसोर्सिंग के काम को संभाल रहे अफगान ट्रावेल एजेंसी के प्रमुख ने इस बात का खंडन किया था. मामुंडजे ने यह भी कहा कि सुरक्षा का हवाला देते हुए भारत द्वारा अफगान नागरिकों के लिए 15 अगस्त से पहले के सभी भारतीय वीजा रद्द करने के पीछे का तर्क उन्हें समझ नहीं आया. उन्होंने कहा, ‘लोग यहां ठीक उसी उद्देश्य से आ रहे थे. भारत में उन्हें एक दोस्त दिखा. भारत में उन्होंने सुरक्षा देखी. यह वास्तव में दुखद है कि एक कठिन समय में जब अफगानों को भारतीय मदद की जरूरत थी, उनका सहयोग नहीं किया गया.’ भारत सरकार ने संसद को यह भी बताया था कि यहां रहने वाले 4,557 अफगान नागरिकों का स्टे वीजा बढ़ा दिया गया है. अफगानिस्तान कई वर्षों से भारत में विदेशी छात्रों का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत रहा है. भारत ने सामरिक नीति के तहत अपने शैक्षणिक संस्थानों में युवा अफगानों को बढ़ावा दिया था. साल 2016 से अब तक 39,000 से अधिक अफगान छात्र वीजा पर भारत आ चुके हैं. कोविड-19 महामारी के कारण 2020 और 2021 में ये संख्या लगभग आधी हो गई थी. छात्रों के अलावा, भारत ने रक्षा संस्थानों में प्रशिक्षण के लिए अफगान राष्ट्रीय सेना के अधिकारियों को भी आमंत्रित किया. वर्तमान में भारत में लगभग 180 अफगान अधिकारी हैं, जिनमें से एक तिहाई ने हाल ही में स्नातक किया है. राजदूत ने कहा, ‘यह चिंता की एक और बड़ी वजह है. वे अपने ट्रेनिंग की समाप्ति के बाद अफगानिस्तान वापस नहीं जा सकते हैं.’ अंतरराष्ट्रीय अधिकार समूह ह्यूमन राइट्स वॉच ने पिछले महीने एक रिपोर्ट में बताया था कि तालिबान बलों ने अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा बलों के 100 से अधिक पूर्व सदस्यों को मार डाला है या गायब कर दिया है. अब तक पूर्व अधिकारियों और उनके परिवारों को कुछ स्थानीय समूहों द्वारा आवश्यक वस्तुओं और भोजन की सहायता प्रदान की गई है. राजदूत ने कहा, ‘आंतरिक रूप से हम उनके आवास के लिए जो भी सहायता कर सकते हैं, हम प्रदान कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा कि दूतावास स्वयं कठिन परिस्थितियों में चल रहा है. वेतन का भुगतान पिछली बचत से किया जा रहा है. उन्होंने अफगानिस्तान की विकट स्थिति पर भी प्रकाश डाला, जहां लगभग पूरी आबादी गरीबी के कगार पर है. उन्होंने कहा, ‘कई लोग पेड़ों पर विज्ञापन डाल रहे हैं कि ‘मैं अपनी किडनी बेचने को तैयार हूं’. यह अफगानिस्तान में हो रही तबाही की भयावहता है. इस संकट से अस्थायी राहत पाने के लिए अफगानी, तालिबान की तरफ नहीं, बल्कि हमारे सहयोगियों, अंतरराष्ट्रीय समुदाय, जिम्मेदार देशों की ओर देख रहे हैं.’",-1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196992/manipur-media-houses-to-cease-work-on-dec-16-over-pending-govt-ad-dues/,मणिपुर: सरकारी विज्ञापनों के बकाये को लेकर मीडिया संस्थानों की कामबंदी का ऐलान,"एडिटर्स गिल्ड मणिपुर और मणिपुर हिल्स जर्नलिस्ट्स यूनियन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सरकारी विज्ञापनों के बिलों का भुगतान नहीं करने पर विरोधस्वरूप 16 दिसंबर को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर कोई न्यूज़ बुलेटिन या बहस का कार्यक्रम नहीं होगा, जबकि 17 दिसंबर को प्रिंट मीडिया कोई प्रकाशन नहीं करेगा. (फोटो साभार: पिक्साबे) इम्फालः एडिटर्स गिल्ड मणिपुर (ईजीएम) और मणिपुर हिल्स जर्नलिस्ट्स यूनियन (एमएचजेयू) की बुधवार को हुई संयुक्त बठक में फैसला लिया गया कि सरकारी विज्ञापनों के बिलों का भुगतान करने में राज्य सरकार के असफल रहने पर प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक सहित राज्य के सभी मीडिया संस्थान गुरुवार से कामबंदी करेंगे. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इस संयुक्त बयान में कहा गया, ‘बैठक की प्रस्तावना के अनुरूप 16 दिसंबर को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर कोई न्यूज बुलेटिन या बहस का कार्यक्रम नहीं होगा, जबकि 17 दिसंबर को प्रिंट मीडिया कोई प्रकाशन नहीं करेगा.’ बयान में चेताया गया कि अगर सरकार या सत्तारूढ़ पार्टियों द्वारा उचित कार्रवाई नहीं की गई तो धीरे-धीरे मणिपुर के मीडिया संस्थान मंत्रियों से संबंधित खबरों को कवर करना बंद कर देंगे. एडिटर्स गिल्ड मणिपुर और मणिपुर हिल्स जर्नलिस्ट्स यूनियन ने सरकार से आग्रह किया कि मणिपुर मीडिया को बचाने के लिए तुरंत इस मामले पर कार्रवाई करें. एडिटर्स गिल्ड मणिपुर के मुताबिक, उन्होंने राज्य सरकार को कई अवसरों पर मीडिया संस्थानों के समक्ष दिक्कतों विशेष रूप से बीते दो सालों में आ रहीं समस्याओं का हवाला देते हुए लंबित बिलों का भुगतान करने को कहा है. इससे पहले दोनों संगठनों ने इन लंबित बिलों के भुगतान के लिए सरकार को 15 दिसंबर तक का अल्टीमेटम दिया था. एडिटर्स गिल्ड मणिपुर के सचिव रूपंद्र युमनाम ने कहा, ‘किसी अन्य सेक्टर की तरह मीडिया संस्थान भी कोविड-19 से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. इस डर के बावजूद मीडिया ने महामारी के दौरान भी वायरस से निपटने को लेकर जनता तक महत्वपूर्ण जानकारी पहुंचाकर अपना काम किया.’ उन्होंने कहा कि हालांकि उन्हें लगता है कि सरकार बीते दो साल में मीडिया संगठनों के समक्ष आईं मुश्किलों के प्रति उदासीन रहकर मीडिया के योगदान को पहचानने में असफल रही. उन्होंने कहा, ‘कोविड-19 की वजह से हो रहीं मौतों के बीच हम लगातार अपने कर्तव्यों का पालन करते रहे.’ रिपोर्ट के मुताबिक, यह पता चला है कि बीते दो सालों में अधिकतर मीडिया संस्थानों को प्रकाशित विज्ञापनों के लिए उनकी बकाया राशि का सरकार की ओर से भुगतान नहीं की गई है.",-1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196965/jammu-kashmir-between-2017-to-2021-37-to-40-civilians-killed-every-year-tells-centre/,जम्मू कश्मीर में 2017 से 2021 के बीच हर साल 37 से 40 आम नागरिकों की हत्या हुई: केंद्र,"इससे पहले जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से आतंकी हमलों में मरने वाले नागरिकों की संख्या बढ़ने की बात सामने आई थी. केंद्र ने बताया था कि मई 2014 से पांच अगस्त 2019 के बीच हुए आतंकी हमलों में 177 नागरिक मारे गए थे. उसके बाद नवंबर 2021 तक 27 महीनों में 87 नागरिकों की मौत हुई. इनमें से 40 से अधिक की मृत्यु इसी साल हुई है. (फोटो: पीटीआई) नई दिल्ली: सरकार ने बुधवार को कहा कि जम्मू कश्मीर में 2017 से 30 नवंबर 2021 के दौरान आम नागरिकों की हत्याओं की संख्या हर साल 37 से 40 के बीच में रही है. गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा, ‘पिछले पांच वर्षों-2017 से 2021 (30 नवंबर) के दौरान आम नागरिकों की हत्याओं की संख्या प्रति वर्ष 37 से 40 के बीच में रही है.’ उन्होंने कहा कि आतंकवादियों द्वारा कुछ आम नागरिकों को निशाना बनाने की कोशिशों के बावजूद बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर कश्मीर घाटी में लगातार रुके हुए थे और कड़ाके की सर्दी शुरू होने पर पहले की भांति वहां से चले गए थे. साथ ही, पिछले कुछ महीनों के दौरान जम्मू और कश्मीर में बड़ी संख्या में पर्यटक आए हैं. उन्होंने कहा, ‘सरकार ने जम्मू और कश्मीर में बाहर के आम नागरिकों समेत आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं. एक सशक्त सुरक्षा और आसूचना ग्रिड मौजूद है. क्षेत्र में दिन-रात नियंत्रण और गश्त तथा आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं.’ राय ने कहा कि इसके अलावा, जम्मू और कश्मीर में किसी भी आतंकवादी हमले को नाकाम करने के लिए नाकों पर 24 घंटे जांच की जाती है. बता दें कि हाल ही में जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद से आतंकी हमलों में मरने वाले नागरिकों की संख्या बढ़ने की बात सामने आई थी. केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा संसद में उपलब्ध कराए गए आंकड़ों से पता चला था कि पांच अगस्त 2019 के बाद से जम्मू कश्मीर में हर महीने आतंकी हमले में औसतन 3.2 मौतें हुई हैं जबकि इसके पहले तक हर महीने 2.8 मौतें होती थीं. मई 2014 और पांच अगस्त 2019 के बीच (63 महीनों के दौरान) आतंकी हमलों में जम्मू कश्मीर में 177 नागरिक मारे गए थे जबकि उसके बाद नवंबर 2021 तक के 27 महीनों में 87 नागरिकों की मौत हुई थी. इनमें से 40 से अधिक की मौत अकेले इसी साल हुई है. (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",-1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196946/india-records-7974-new-covid-19-cases-and-343-deaths-in-one-day/,"बीते एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 7,974 नए मामले और 343 लोगों ने जान गंवाई","भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 3,47,18,602 हो गए हैं और इस वैश्विक महामारी की चपेट में आने के बाद अब तक 4,76,478 लोगों को बचाया नहीं जा सका है. विश्व में संक्रमण के 27.22 करोड़ से अधिक मामले सामने आए हैं और 53.30 लाख से ज़्यादा लोग दम तोड़ चुके हैं. (फोटो: पीटीआई) नई दिल्ली: भारत में एक दिन में कोविड-19 के 7,974 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,47,18,602 हो गई. वहीं, उपचाराधीन मरीजों यानी सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 87,245 हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे की अवधि में देश में 343 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,76,478 हो गई. अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, इस बीच पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 27,22,27,556 हो गए हैं और अब तक 53,30,129 लोगों की जान जा चुकी है. आंकड़ों के अनुसार, भारत में लगातार 49 दिन से कोविड-19 के दैनिक मामले 15 हजार से कम सामने आ रहे हैं. उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 87,245 हो गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.25 प्रतिशत है. यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है. पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 317 की कमी दर्ज की गई है. मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.38 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सर्वाधिक है. मंत्रालय आंकड़ों के अनुसार, दैनिक संक्रमण दर 0.57 प्रतिशत दर्ज की गई, जो पिछले 73 दिन से दो प्रतिशत से कम है. साप्ताहिक संक्रमण दर 0.64 प्रतिशत दर्ज की गई, जो पिछले 32 दिन से एक प्रतिशत से कम है. देश में अभी तक कुल 3,41,54,879 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.37 प्रतिशत है. राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 135.25 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है. मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में जिन 343 लोगों की मौत संक्रमण से हुई, उनमें से केरल के 282 और पश्चिम बंगाल के 13 लोग थे. केरल सरकार ने बुधवार को एक सरकारी विज्ञप्ति में बताया कि राज्य में सामने आए मौत के 282 मामलों में से 125 मामले पिछले कुछ दिनों में सामने आए. वहीं, मौत के 157 मामलों को केंद्र तथा उच्चतम न्यायालय के नए दिशानिर्देशों के आधार पर कोविड-19 से मौत के मामलों में जोड़ा गया है. आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से अभी तक कुल 4,76,478 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 1,41,298, केरल के 43,626, कर्नाटक के 38,277, तमिलनाडु के 36,644, दिल्ली के 25,100, उत्तर प्रदेश के 22,915 और पश्चिम बंगाल के 19,633 लोग थे. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं. आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे. भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है. वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे. इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल को) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया. चार मई के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे. मई रहा अब तक का सबसे घातक महीना भारत में अकेले मई में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं. इसके अलावा इसी महीने इस बीमारी के चलते 1,20,833 लोगों की जान भी गई थी. इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा था. सात मई को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी. रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे. वायरस के मामले और मौतें दिसंबर महीने में एक दिन या 24 घंटे के दौरान सामने आए संक्रमण के मामलों की बात करें तो बीते 15 दिसंबर को 6,984, 14 दिसंबर को 5,784, 13 दिसंबर को 7,350, 12 दिसंबर को 7,774, 11 दिसंबर को 7,992, 10 दिसंबर को 8,503, नौ दिसंबर को 9,419, आठ दिसंबर को 8,439, सात दिसंबर को 6,822, छह दिसंबर को 8,306, पांच दिसंबर को 8,895, चार दिसंबर को 8,603, तीन दिसंबर को 9,216, दो दिसंबर को 9,765 और एक दिसंबर को 8,954 नए मामले आए थे. इसी तरह पिछले 24 घंटे में जान गंवाने वाले लोगों की बात करें तो बीते 15 दिसंबर को 247, 14 दिसंबर को 252, 13 दिसंबर को 202, 12 दिसंबर को 306, 11 दिसंबर को 393, 10 दिसंबर को 624, नौ दिसंबर को 159, आठ दिसंबर को 195, सात दिसंबर को 220, छह दिसंबर को 211, पांच दिसंबर को 2,796 (बिहार और केरल में आंकड़ों के पुनर्मिलान के साथ), चार दिसंबर को 415, तीन दिसंबर को 391, दो दिसंबर को 477 और एक दिसंबर को 267 लोगों की मौत हुई थी. नवंबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 13,091 मामले 11 नवंबर को और केरल में आंकड़ों के पुन:मिलान के बाद सर्वाधिक 621 लोगों की मौत 28 नवंबर को हुई थी. अक्टूबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 26,727 नए मामले एक अक्टूबर को और केरल में आंकड़ों के पुन:मिलान के बाद सर्वाधिक 805 लोगों की मौत 29 अक्टूबर को हुई थी. सितंबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 47,092 मामले दो सितंबर को सामने आए, जबकि दो सितंबर को ही सर्वाधिक 509 लोगों की जान गई थी. अगस्त महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 46,759 मामले 28 अगस्त को दर्ज किए गए और इस अवधि में सर्वाधिक 648 लोगों की मौत 25 अगस्त को दर्ज की गई थी. जुलाई महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 48,786 मामले एक जुलाई को सामने आए और एक दिन में मौत के सर्वाधिक 3,998 मामले (महाराष्ट्र द्वारा आंकड़ों में संशोधन किए जाने के बाद) 21 जुलाई को दर्ज किए गए थे. जून महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक मामले तीन जून को 1,34,154 आए थे और इस अवधि में मौत के सर्वाधिक 6,148 मामले (बिहार द्वारा आंकड़ों में संशोधन किए जाने के बाद) 10 जून को सामने आए थे. अप्रैल महीने में बीते 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 3,86,452 नए मामले 30 तरीख को दर्ज किए गए थे, जबकि सबसे अधिक 3,645 लोगों की मौत 29 तारीख को हुई थी. मार्च में 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 68,020 मामले 29 मार्च को सामने आए थे और महामारी से जान गंवाने वाले लोगों की सर्वाधिक संख्या 31 मार्च को दर्ज की गई. इस दिन 354 लोगों की मौत हुई थी, जो साल 2021 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) का सर्वाधिक आंकड़ा है. फरवरी माह में 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 16,738 मामले 25 फरवरी को सामने आए थे और इस महीने सर्वाधिक 138 लोगों की मौतें भी इसी तारीख में दर्ज है. जनवरी में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 20,346 मामले बीते सात जनवरी को दर्ज किए गए थे. वहीं इस अवधि में सबसे अधिक 264 लोगों की मौत छह जनवरी को हुई थी. पिछले साल छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे. इसी तरह पिछले साल 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी. (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",-1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196798/after-konyak-union-eastern-nagaland-civil-society-groups-announce-non-cooperation-with-army/,नगालैंड नागरिकों की मौत: कोन्यक यूनियन के बाद एक और संगठन का सेना से असहयोग का ऐलान,"नगालैंड के मोन ज़िले में चार से पांच दिसंबर के दौरान एक असफल उग्रवाद विरोधी अभियान के दौरान सेना की गोलीबारी में 14 नागरिकों की मौत हो गई थी. इसके बाद कोन्यक यूनियन ने सशस्त्र बलों के साथ असहयोग को जारी रखने के लिए नए नियमों की घोषणा की थी. पूर्वी नगालैंड पीपुल्स ऑर्गनाइजेशन ने असहयोग का ऐलान किया है. छह दिसंबर 2021 को मोन जिले में सशस्त्र बलों की गोलीबारी में 14 लोगों की मौत के विरोध में स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया था. (फोटो: पीटीआई) गुवाहाटीः नगालैंड के मोन जिले में रहने वाले कोन्यक नगा जनजाति समूह के शीर्ष निकाय कोन्यक यूनियन (केयू) के सशस्त्र बलों के साथ असहयोग को जारी रखने के लिए नए नियमों की घोषणा के बाद एक दिन बाद मंगलवार को पूर्वी नगालैंड पीपुल्स ऑर्गेनाइजेशन (ईएनपीओ) ने भी सुरक्षा बलों के साथ असहयोग जारी रखने का ऐलान किया है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्वी नगालैंड पीपुल्स ऑर्गनाइजेशन ने बीते चार दिसंबर को मोन जिले के ओटिंग गांव में सुरक्षाबलों की गोलीबारी में 14 नागरिकों की मौत के बाद चार जिलों- तुएनसांग, मोन, लॉन्गलेंग और किफिरे- में सुरक्षाबलों के साथ असहयोग का ऐलान किया है. यह संगठन लंबे समय से इन चार जिलों के लिए एक राज्य की मांग लेकर चलाए जा रहे आंदोलन का नेतृत्व कर रहा है. इसके अलावा यह संगठन कोन्याक, चांग, संगतम, खियामनियुंगन, यिमचुंगर और फोम जनजातियों का शीर्ष निकाय भी है. सभी पूर्वी नगालैंड नागरिक समाजों की संयुक्त परामर्श बैठक के बाद ईएनपीओ ने मंगलवार शाम को कहा कि जब तक उनकी तीन मांगें नहीं मानी जाती, वह सुरक्षा बलों के साथ असहयोग जारी रखेंगी. इन तीन मांगों में गोलीबारी में शामिल सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज करना, इस घटना को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का संसद में दिया बयान वापस लेना, जिसमें उन्होंने कहा था कि सुरक्षाबलों ने आत्मरक्षा में गोलियां चलाई और तीसरा सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम (आफ्सपा) को रद्द करना शामिल हैं. बयान में कहा गया कि असहयोग का मतलब है कि इन चार जिलों के स्थानीय निवासी स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस जैसे किसी भी तरह के राष्ट्रीय समारोह से दूर रहेंगे और सैन्य नागरिक कार्यक्रमों में शामिल नहीं होंगे और न ही सेना के किसी आधिकारिक निमंत्रण में शामिल होंगे. बयान में यह भी कहा गया है कि पूर्वी नगालैंड क्षेत्रों में किसी भी भर्ती अभियान की मंजूरी नहीं दी जाएगी. ईएनपीओ के सचिव डब्ल्यू. मानवांग अंघा ने कहा कि न्याय मिलने तक यह असहयोग जारी रहेगा. बता दें कि कोन्यक यूनियन ने बीते 13 दिसंबर को कोन्यक की धरती पर सशस्त्र बलों के साथ अपने असहयोग को जारी रखने के लिए नए नियमों की घोषणा की थी. यूनियन ने सेना से असहयोग नियमों की एक सूची जारी की थी, जिसमें गोलीबारी में मारे गए लोगों को न्याय मिलने तक भारतीय सैन्य बलों के काफिले और उनके गश्ती दल पर पूर्ण प्रतिबंध, मोन जिले में सैन्य नियुक्तियों से संबंधित रैलियों की मनाही, सैन्य बलों से विकासात्मक पैकेज को स्वीकार न करना शामिल हैं. बयान में कहा गया, ‘जिन ग्राम परिषदों, छात्रों और समुदायों को मुआवजा पैकेज मिले हैं, उन्हें सुरक्षा बलों की तरफ से सुनिश्चित किए गए किसी भी तरह के पैकेज को तुरंत अस्वीकार करना चाहिए.’ बयान में नगीनिमोरा, तिजित, लाम्पोंग शेंगहा, वाकिंग टाउन, मोन टाउन, लोंगशेन टाउन, शेंगहा वामसा, लोंगवा, चेन्मोहो, चेनलोशू, वांगती, अबोई, आंगजांगयांग, तोबू और मोन्याक्षू के अधिकार क्षेत्र के भीतर सभी इलाकों में सैन्य शिविरों की स्थापना के लिए पूर्व में हुए भूमि समझौतों से संबंधित जमीन मालिकों को तुरंत पीछे हटने का निर्देश दिया गया है. इस बारे में कोन्यक यूनियन के उपाध्यक्ष हानोंग कोन्यक ने कहा था, ‘सशस्त्र बलों को लेकर लोगों में बहुत गुस्सा है. पूर्व में नगा लोगों के जटिल इतिहास के बावजूद बीते कुछ सालों में हमने भारतीय सैन्य बलों के साथ विश्वास बनाया था. हमने शांति के लिए समझौता कर लिया था, लेकिन अब ओटिंग घटना ने इस कुछ बिखेर दिया है.’ पूर्वी नगालैंड पीपुल्स ऑर्गनाइजेशन सचिव के डब्ल्यू मनवांग अंघा, ने कहा कि असहयोग तब तक जारी रहेगा जब तक कि न्याय नहीं दिया जाता. बता दें कि ईएनपीओ और कोन्यक यूनियन ने सभी चार जिलों में 16 दिसंबर को विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है. मालूम हो कि नगालैंड के मोन जिले के ओटिंग और तिरु गांवों के बीच यह घटना हुई थी, जिसमें सेना की गोलीबारी में 14 आम नागरिकों की जान चली गई. गोलीबारी की पहली घटना तब हुई जब चार दिसंबर की शाम कुछ कोयला खदान के मजदूर एक पिकअप वैन में सवार होकर घर लौट रहे थे. सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया था, जवानों को प्रतिबंधित संगठन नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड-के (एनएससीएन-के) के युंग ओंग धड़े के उग्रवादियों की गतिविधि की सूचना मिली थी और इसी गलतफहमी में इलाके में अभियान चला रहे सैन्यकर्मियों ने वाहन पर कथित रूप से गोलीबारी की, जिसमें छह मजदूरों की जान चली गई. अधिकारियों ने बताया था कि जब मजदूर अपने घर नहीं पहुंचे तो स्थानीय युवक और ग्रामीण उनकी तलाश में निकले तथा इन लोगों ने सेना के वाहनों को घेर लिया. इस दौरान हुई धक्का-मुक्की व झड़प में एक सैनिक की मौत हो गई और सेना के वाहनों में आग लगा दी गई. इसके बाद सैनिकों द्वारा आत्मरक्षार्थ की गई गोलीबारी में सात और लोगों की जान चली गई. इस घटना के खिलाफ उग्र विरोध और दंगों का दौर अगले दिन पांच दिसंबर को भी जारी रहा और गुस्साई भीड़ ने कोन्याक यूनियन और असम राइफल्स कैंप के कार्यालयों में तोड़फोड़ की और उसके कुछ हिस्सों में आग लगा दी. सुरक्षा बलों द्वारा हमलावरों पर की गई जवाबी गोलीबारी में कम से कम एक और नागरिक की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए. इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा घटना के संबंध में बीते छह दिसंबर को संसद में दिए गए बयान की भी आलोचना होने के साथ उनसे माफी मांगने की मांग की जा रही है. कोन्यक यूनियन ने बीते दिनों मांग की थी कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह माफी मांगें और संसद में दिया अपना कथित ‘भ्रामक’ बयान वापस लें. यूनियन ने इसके साथ ही ‘गलत पहचान’ और सुरक्षा बलों द्वारा ‘आत्मरक्षा’ में आम लोगों पर गोली चलाने के तर्क को भी खारिज किया है. इससे पहले मेघालय में भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल नेशनलिस्ट पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने नगालैंड में थल सेना के पैरा-कमांडो की गोलीबारी में छह आम नागरिकों की मौत होने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा दिए गए बयान की आलोचना करते हुए कहा था कि उन्होंने तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है. इसके अलावा केंद्र के साथ नगा राजनीतिक वार्ता में प्रमुख वार्ताकार नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड (इसाक-मुइवा) ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संसद में आतंकवाद रोधी अभियान पर दिए गए बयान को ‘गैर जिम्मेदाराना’ करार दिया था.",-1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196853/supreme-court-chardham-road-project-defence-green-compliance-environmental-clearance/,चारधाम राजमार्ग परियोजना: सुप्रीम कोर्ट ने सड़कों को दो लेन चौड़ी करने की केंद्र को मंज़ूरी दी,"सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में पहाड़ी राजमार्गों की चौड़ाई को लेकर दिए गए सितंबर 2020 के अपने आदेश में संशोधन करते हुए चारधाम राजमार्ग परियोजना को मंज़ूरी दी. सड़क निर्माण से होने वाली पर्यावरणीय दिक्कतों से संबंधित याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायालय ने कहा कि अदालत परियोजना की न्यायिक समीक्षा में सशस्त्र बलों की बुनियादी ज़रूरत का अनुमान नहीं लगा सकती. चारधाम परियोजना के लिए ध्वस्त किए जाते पहाड़. (फोटो: पीटीआई) नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने बीते मंगलवार को उत्तराखंड में सामरिक रूप से अहम चारधाम राजमार्ग परियोजना के तहत बन रहीं सड़कों को दो लेन तक चौड़ी करने की मंजूरी दे दी. इसके साथ ही न्यायालय ने कहा कि देश की सुरक्षा चुनौतियां समय के साथ बदल सकती हैं तथा हाल के समय में राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौतियां उत्पन्न हुई हैं. जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस विक्रम सेठ की पीठ ने कहा कि अदालत न्यायिक समीक्षा में सशस्त्र बलों की बुनियादी जरूरत का अनुमान नहीं लगा सकती. पीठ ने इसके साथ कहा कि वह निगरानी के लिए जस्टिस (सेवानिवृत्त) एके सीकरी की अध्यक्षता में समिति गठित कर रही है, जो सीधे न्यायालय को परियोजना के संदर्भ में रिपोर्ट देगी. लगभग 900 किलोमीटर लंबी चारधाम सड़क परियोजना सामरिक रूप से काफी महत्वपूर्ण है, जिसकी लागत करीब 12 हजार करोड़ रुपये आने का अनुमान है. इस परियोजना का उद्देश्य उत्तराखंड स्थित चार पवित्र धामों- यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ को हर मौसम में संपर्क प्रदान करना है. भारत और चीन की सेनाओं के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर कई क्षेत्रों में जारी गतिरोध के बीच न्यायालय के इस फैसले का काफी महत्व है. केंद्र ने पूर्व में शीर्ष अदालत से कहा था कि अगर सेना मिसाइल लॉन्चर और भारी मशीनरी ही उत्तरी भारत-चीन सीमा तक नहीं ले जा सकेगी तो लड़ाई होने पर रक्षा कैसे करेगी. पीठ ने 83 पन्नों के फैसले में यह भी स्पष्ट किया कि निगरानी समिति नए पर्यावरण आकलन पर विचार नहीं करेगी. शीर्ष अदालत ने कहा कि निगरानी समिति को रक्षा मंत्रालय, सड़क परिवहन मंत्रालय, उत्तराखंड सरकार और सभी जिलाधिकारियों का पूरा सहयोग प्राप्त होगा. निगरानी समिति में राष्ट्रीय पर्यावरण अनुसंधान संस्थान और वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून के प्रतिनिधि भी होंगे. केंद्र द्वारा अंतिम अधिसूचना दो सप्ताह के भीतर जारी की जाएगी. न्यायालय ने पूर्व के आदेश में संशोधन का आग्रह करने वाली रक्षा मंत्रालय की याचिका पर निर्णय देते हुए कहा कि रक्षा मंत्रालय की अर्जी में कुछ भी दुर्भावनापूर्ण नहीं है और यह आरोप साबित नहीं हुआ कि इस आवदेन में मामले को प्रभावित करने या पिछले आदेश को बदलने की कोशिश की गई है. गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) सिटिजन फॉर ग्रीन दून ने सड़क के चौड़ीकरण कार्य के खिलाफ याचिका दायर की थी. एनजीओ ने कहा था कि सड़क को ‘डबल लेन’ नहीं किया जा सकता, क्योंकि यह लोगों या सेना के हित में नहीं है और भूस्खलन के कारण लोगों के जीवन के लिए जोखिम उत्पन्न होगा. रक्षा मंत्रालय द्वारा दायर आवेदन को स्वीकार करते हुए अदालत ने कहा कि उसने ऋषिकेश से माणा, ऋषिकेश से गंगोत्री और टनकपुर से पिथौरागढ़ तक राष्ट्रीय राजमार्गों को चौड़ा करने की अनुमति दी है, जो सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए रणनीतिक फीडर सड़कें हैं. पीठ ने कहा कि सरकार का विशेज्ञता प्राप्त निकाय, रक्षा मंत्रालय सशस्त्र बलों की परिचालन जरूरतों को लेकर फैसला करने के लिए अधिकृत है, जिनमें जवानों की आवाजाही की सुविधा के लिए बुनियादी जरूरत भी शामिल है. अदालत ने कहा, ‘याचिकाकर्ता ने सेना प्रमुख की ओर से सैनिकों की आवाजाही के लिए पर्याप्त अवसंरचना (Infrastucture) को लेकर वर्ष 2019 में मीडिया में दिए गए साक्षात्कार का संदर्भ दिया है. हम रक्षा मंत्रालय के लगातार रुख के मद्देनजर मीडिया में दिए गए बयान पर भरोसा नहीं कर सकते हैं. रक्षा मंत्रालय द्वारा आकलन के आधार पर सुरक्षा चिंताएं समय के साथ बदल सकती हैं. हाल के समय में राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौतियां उत्पन्न हुई हैं.’ शीर्ष अदालत ने कहा कि सशस्त्र बलों को वर्ष 2019 में मीडिया में दिए गए साक्षात्कार के नीचे नहीं रखा जा सकता, जैसे वह पत्थर पर लिखा फरमान हो. चारधाम राजमार्ग परियोजना से हिमालीय क्षेत्र में भूस्खलन को लेकर जताई गई चिंता को दूर करने की कोशिश करते हुए सरकार ने कहा कि आपदा को रोकने के लिए सभी जरूरी उपाय किए जाएंगे. सरकार ने तर्क दिया कि देश के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन होता है और यह विशेष तौर पर सड़क निर्माण की वजह से नहीं है. शीर्ष अदालत आठ सितंबर, 2020 के आदेश में संशोधन का अनुरोध करने वाली केंद्र की याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय को महत्वाकांक्षी चारधाम राजमार्ग परियोजना को लेकर जारी 2018 के परिपत्र में निर्धारित सड़क की चौड़ाई 5.5 मीटर का पालन करने को कहा गया था. यह सड़क चीन (तिब्बत) की सीमा तक जाती है. रक्षा मंत्रालय ने अपनी अर्जी में अदालत से पूर्व के आदेश में संशोधन करने का अनुरोध किया था और साथ ही यह निर्देश देने का अनुरोध किया था कि ऋषिकेश से माणा, ऋषिकेश से गंगोत्री और टनकपुर से पिथौरागढ़ के राजमार्ग को दो लेन में विकसित किया जा सकता है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के निहितार्थ सुप्रीम कोर्ट के मंगलवार के फैसले का सार यह है कि इस फैसले के तहत एक चुनी हुई सरकार की रक्षा नीतियों पर सवाल उठाने से इनकार कर दिया गया है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार के अपने फैसले में पहाड़ी राजमार्गों की चौड़ाई को लेकर दिए गए सितंबर 2020 के अपने आदेश में संशोधन करते हुए चारधाम परियोजना को मंजूरी दी. ऐसा कर सुप्रीम कोर्ट ने चारधाम परियोजना के गैर-सामरिक खंडों पर चौड़ी सड़कों की संभावना को खुला छोड़ते हुए पर्यावरणीय चिंतन और सुरक्षा जरूरतों के बीच नाजुक संतुलन बैठाने की बात कही. अदालत ने उच्चाधिकार समिति (एचपीसी) की रिपोर्ट पर आधारित तर्कों को खारिज करते हुए कि आपदा से ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचने वाली, मध्यवर्ती सड़क की चौड़ाई ऐसी चौड़ी सड़कों की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण हैं, जो बार-बार अवरुद्ध हों या भूस्खलन का शिकार हों. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इसकी न्यायिक समीक्षा में सशस्त्र बलों की बुनियादी जरूरतों के लिए दूसरा अनुमान नहीं लगाया जा सका. सुप्रीम कोर्ट ने अपने सितंबर 2020 के आदेश को संशोधित करते हुए कहा कि चारधाम परियोजना में कई पर्यावरणीय समस्याएं हैं. अदालत ने अगस्त 2019 में नियुक्त उच्चाधिकार समिति द्वारा सुझाए गए सभी सुझावों को लागू कर परियोजना के लिए चौड़ी सड़कों को मंजूरी दी. अदालत का सिर्फ सामरिक खंडों पर सड़कों को चौड़ा करने के संशोधित फैसले से सरकार को उचित कानूनी कार्यवाही करने की स्वतंत्रता मिलेगी. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा पहाड़ी राजमार्गों के लिए मार्च 2018 को जारी दिशानिर्देशों के आधार पर उच्चाधिकार समिति की सिफारिशों की वजह से अदालत ने सितंबर 2020 में चारधाम परियोजना के तहत सड़क की चौड़ाई को 5.5 मीटर (1.5 मीटर के फुटपाथ के साथ) तक सीमित कर दिया था. नवंबर में रक्षा मंत्रालय इस मामले में शामिल हुआ और सड़कों को सात मीटर तक चौड़ा करने की मांग की. अदालत ने सामरिक जरूरतों पर मंगलवार के अपने फैसले में कहा कि पर्यावरणीय विचार-विमर्श के विरुद्ध रक्षा के हितों को संतुलित करना उच्चाधिकार समिति के दायरे के बाहर था, जो दरअसल देश की रक्षा जरूरतों को आकलन, उसकी समीक्षा और उससे निपटने में सक्षम नहीं है. शीर्ष अदालत ने इस बीच पर्यावरण सुरक्षा के महत्व पर जोर देते हुए यह भी कहा कि परियोजना को पर्यावरण अनुकूल बनाने को विकास पथ पर ‘चेकबॉक्स’ के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए, बल्कि इसे सतत विकास के मार्ग के रूप में देखा जाना चाहिए. इसने कहा, ‘अपनाए गए उपाय अच्छी तरह से सोचे-समझे होने चाहिए और वास्तव में परियोजना से जुड़ीं विशिष्ट चिंताओं को दूर किया जाना चाहिए. जाहिर है, यह परियोजना को महंगा बना सकता है, लेकिन यह पर्यावरणीय नियम के ढांचे के और सतत विकास के दायरे में काम नहीं करने का वैध औचित्य नहीं हो सकता है.’ अदालत के फैसले में कहा गया, ‘ऐसे राजमार्गों का निर्माण जो रक्षा दृष्टि से सामरिक सड़कें हैं और जिनका इस्तेमाल देश की सेना द्वारा किया जा सकता है, वे अन्य पहाड़ी सड़कों के समान नहीं हो सकती.’ (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",-1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196945/statehood-to-jammu-kashmir-at-appropriate-time-ec-prerogative-to-conduct-elections-govt/,"जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा उपयुक्त समय पर, चुनाव कराना निर्वाचन आयोग का अधिकार: सरकार","नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने बुधवार को कहा कि जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा उपयुक्त समय पर दिया जाएगा और जहां तक सवाल विधानसभा चुनाव कराने का है तो यह विशेषाधिकार निर्वाचन आयोग का है. राज्यसभा को एक सवाल के लिखित जवाब में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने यह जानकारी दी.यह पूछे जाने पर कि क्या केंद्रशासित क्षेत्रों- जम्मू कश्मीर तथा लद्दाख को राज्य का दर्जा प्रदान किए जाने की कोई समय-सीमा है, इसके जवाब में राय ने कहा, ‘जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा उपयुक्त समय पर दिया जाएगा.’दोनों केंद्र शासित प्रदेशों में विधानसभा चुनाव कराने की समय सीमा से संबंधित एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘चुनाव करने का फैसला लेना भारत के निर्वाचन आयोग का विशेषाधिकार है.’ गौरतलब है कि अगस्त, 2019 को केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त कर दिया था और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों- जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया था. विभिन्न राजनीतिक दल, खासकर जम्मू एवं कश्मीर के राजनीतिक दल अक्सर केंद्र सरकार से राज्य में चुनाव कराए जाने की मांग करते रहे हैं. बीते मई महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सर्वदलीय बैठक में शामिल अधिकांश राजनीतिक दलों ने जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने और जल्द से जल्द विधानसभा का चुनाव संपन्न कराने की मांग उठाई थी. बीते अक्टूबर में कश्मीर घाटी में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा बैठक के बाद श्रीनगर में बोलते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि परिसीमन प्रक्रिया पूरी होने के बाद जम्मू कश्मीर में चुनाव कराए जाएंगे, जिसके बाद पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा. हाल ही में जम्मू कश्मीर की भाजपा इकाई के महासचिव अशोक कौल ने कहा था कि निशाना बनाकर की जा रहीं नागरिकों की हत्याएं रुकेंगी और जब आम आदमी बिना किसी डर के मुक्त रूप से घूमने लगेगा तो केंद्रशासित प्रदेश के राज्य का दर्जा बहाल कर दिया जाएगा. बीते 13 दिसंबर को केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख के लेह और कारगिल क्षेत्र के राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों ने अपने मतभेद भुलाते हुए एक सुर में क्षेत्र को संवैधानिक सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाए और यहां के निवासियों की जमीन एवं नौकरी की सुरक्षा गारंटी दी जाए. इन मांगों को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन के कारण लद्दाख के कई हिस्से बंद रहे थे.",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a1%e0%a5%89.-%e0%a4%8f%e0%a4%b8-%e0%a4%9c%e0%a4%af%e0%a4%b6%e0%a4%82%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a5%87-50%e0%a4%b5%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%9c%e0%a4%af-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%b5%e0%a4%b8%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%97%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%b6%e0%a5%81%e0%a4%ad%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%8f%e0%a4%82-%e0%a4%a6%e0%a5%80&id=74540,विदेशमंत्री डॉ. एस जयशंकर ने 50वें विजय दिवस के अवसर पर बांग्‍लादेश सरकार और लोगों को शुभकामनाएं दी,"Dec 16, 2021 , 10:21AM विदेशमंत्री डॉ. एस जयशंकर ने 50वें विजय दिवस के अवसर पर बांग्‍लादेश सरकार और लोगों को शुभकामनाएं दी @DrSJaishankar विदेशमंत्री डॉ. एस जयशंकर ने 50वें विजय दिवस के अवसर पर बांग्‍लादेश सरकार और लोगों को शुभकामनाएं दी है। एक ट्वीट में डॉ. जयशंकर ने कहा है कि बंगबंधु के नेतृत्‍व में दमन और नरसंहार के खिलाफ बांग्‍लादेश का संघर्ष हमेशा प्रेरित करता रहेगा।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%b5%e0%a4%b8%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%9c%e0%a5%80%e0%a4%86%e0%a4%88%e0%a4%8f%e0%a4%b8-%e0%a4%86%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%9c%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%aa%e0%a5%82%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%ae%e0%a5%89%e0%a4%a1%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a5%82%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%89%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%98%e0%a4%be%e0%a4%9f%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%87&id=74535,रक्षा परिसंपत्ति दिवस के अवसर पर रक्षामंत्री आज जीआईएस आधारित जलापूर्ति मॉड्यूल का उद्घाटन करेंगे,"Dec 16, 2021 , 10:16AM रक्षा परिसंपत्ति दिवस के अवसर पर रक्षामंत्री आज जीआईएस आधारित जलापूर्ति मॉड्यूल का उद्घाटन करेंगे File Pic रक्षा परिसंपत्ति दिवस के अवसर पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज जीआईएस आधारित जलापूर्ति मॉड्यूल का उद्घाटन करेंगे। इसका इस्तेमाल देशभर में छाबनी क्षेत्रों में जल कनेक्शन प्रदान करने के लिए किया जाएगा। यह देश में किसी भी नगर निकाय द्वारा दी जाने वाली अपनी तरह की पहली सेवा है। रक्षा परिसंपत्ति दिवस के अवसर पर आकाशवाणी के साथ विशेष भेंट में रक्षा परिसंपत्ति विभाग के महानिदेशक अजय कुमार शर्मा ने कहा कि जीआईएस आधारित एप्लीकेशन से छाबनी क्षेत्रों में जलापूर्ति कनेक्शन देने में कम समय लगेगा। रक्षा परिसंपत्ति दिवस 16 दिसंबर को मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि देश में इस प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल पहली बार किया गया है। उन्होंने कहा कि रक्षामंत्री सरकार के इस कदम के अनुरूप क्षमता निर्माण के लिए सर्वेक्षण प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उत्कृष्टता केंद्र का उद्गाटन करेंगे। यह केंद्र सर्वेक्षण कार्य में ड्रोन जैसी नई तकनीकों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। रक्षा परिसंपत्ति संगठन देशभर में 62 छाबनी क्षेत्रों में रक्षाभूमि और नगरीय प्रशासन के लिए जिम्मेदार है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b2%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%a6%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%97%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a5%82%e0%a4%9c%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%af%e0%a5%82%e0%a4%a8%e0%a5%87%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%85%e0%a4%ae%e0%a5%82%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a4-%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%95%e0%a5%83%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%a7%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%b9%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a5%82%e0%a4%9a%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b6%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%97%e0%a4%af%e0%a4%be&id=74533,कोलकाता की दुर्गा पूजा को यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर सूची में शामिल किया गया,"Dec 16, 2021 , 10:13AM कोलकाता की दुर्गा पूजा को यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर सूची में शामिल किया गया @UNESCO कोलकाता की दुर्गा पूजा को यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर सूची में शामिल किया गया है। फ्रांस के पेरिस में हुई यूनेस्को की अंतर-सरकारी समिति की 16वीं बैठक में यह फैसला किया गया। समिति ने सीमांत समूहों और महिलाओं सहित उपेक्षित लोगों को इस कार्यक्रम में शामिल करने के लिए दुर्गापूजा की सराहना की है। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने एक ट्वीट संदेश में कहा कि यह प्रत्‍येक भारतीय के लिए गर्व और खुशी का मौका है। उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा भारतीय परंपराओं और लोकाचार को प्रस्‍तुत करती है। श्री मोदी ने कहा कि कोलकाता की दुर्गा पूजा एक ऐसा अनुभव है जो हर किसी के पास होना चाहिए। संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि यह भारत की समृद्ध विरासत, संस्कृति, रीति-रिवाजों और प्रथाओं के संगम की मान्यता है तथा स्त्री देवत्व और नारीत्व की भावना का उत्सव है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%a6%e0%a5%80-%e0%a4%97%e0%a5%81%e0%a4%9c%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%86%e0%a4%a3%e0%a4%82%e0%a4%a6-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%95%e0%a5%83%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%96%e0%a5%87%e0%a4%a4%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%aa%e0%a4%a8-%e0%a4%b8%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%ac%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%87&id=74513,प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात के आणंद में प्राकृतिक खेती के बारे में राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करेंगे,"Dec 16, 2021 , 10:11AM प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात के आणंद में प्राकृतिक खेती के बारे में राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करेंगे PMO INDIA ( FILE PIC ) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज सवेरे 11 बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये गुजरात के आणंद में प्राकृतिक खेती के बारे में राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करेंगे। सम्मेलन में प्राकृतिक खेती पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। किसानों को प्राकृतिक खेती पद्धतियां अपनाने के लाभों के बारे में सभी अपेक्षित जानकारी दी जाएगी। एक ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कृषि से जुड़े सभी हितधारकों और कृषि आधारित स्टार्टअप से अनुरोध किया है कि वे इस सम्मेलन में भाग लें। सरकार किसान कल्याण के प्रति प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप काम कर रही है। सरकार उत्पादकता में बढोतरी सुनिश्चित करने के प्रति वचनबद्ध है ताकि किसान अपनी खेती की क्षमता को अधिकतम स्तर तक पहुंचा सके। सरकार ने कृषि में बदलाव और किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई उपाय शुरू किए हैं। कम लागत वाली प्राकृतिक खेती उपकरणों और उर्वरकों आदि की खरीद पर किसानों की निर्भरता कम करने में मदद करती है। इसमें, परंपरागत खेती आधारित प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जाता है जिससे जमीन की उपजाऊ शक्ति बढ़ती है। गुजरात सरकार ने इन कार्यनीतियों पर बल देने और देश भर में किसानों को शिक्षित करने के लिए प्राकृतिक खेती के बारे में राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया है। तीन दिन का सम्मेलन आज संपन्न हो रहा है। इसमें पांच हजार से अधिक किसान हिस्सा ले रहे हैं। विभिन्‍न राज्यों में बड़ी संख्या में किसान भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-आईसीएआर, कृषि विज्ञान केंद्रों और कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी के नेटवर्क के जरिये सम्मेलन के साथ सीधे जुड़ रहे हैं।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%a8%e0%a4%88-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%95-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%86%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%9c%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a3%e0%a4%bf%e0%a4%ae-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%9c%e0%a4%af-%e0%a4%ae%e0%a4%b6%e0%a4%be%e0%a4%b2-%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%9c%e0%a4%b2%e0%a4%bf-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%97%e0%a4%a4-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%b9-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%a8%e0%a5%87%e0%a4%a4%e0%a5%83%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b5-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%87&id=74523,प्रधानमंत्री आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय समर स्मारक पर आयोजित स्वर्णिम विजय मशाल श्रद्धांजलि और स्वागत समारोह में देश का नेतृत्व करेंगे,"Dec 16, 2021 , 10:10AM प्रधानमंत्री आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय समर स्मारक पर आयोजित स्वर्णिम विजय मशाल श्रद्धांजलि और स्वागत समारोह में देश का नेतृत्व करेंगे File Pic प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर आयोजित स्वर्णिम विजय मशाल श्रद्धांजलि और स्वागत समारोह में हिस्सा लेंगे। 1971 के युद्ध में भारत की विजय और बंगलादेश के निर्माण की 50वीं वर्षगांठ से संबंधित स्वर्णिम विजय वर्ष समारोहों की शुरूआत करते हुए पिछले वर्ष 16 दिसंबर को प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर अनन्‍त ज्‍वाला से स्वर्णिम विजय मशाल जलाई थी। उन्होंने चार अन्य मशाल भी जलाई थीं जिन्हें चार अलग-अलग दिशाओं में यात्रा करनी थी। ये चारों मशालें सियाचिन, कन्याकुमारी, अंडमान निकोबार द्वीप समूह, लोंगेवाला, कच्छ के रण और अगरतला सहित समूचे देश में यात्रा कर नई दिल्ली पहुंची है। इन मशालों को 1971 युद्ध से संबंधित प्रमुख क्षेत्रों और वीरता पुरस्कार विजेताओं के गृह नगरों में भी ले जाया गया था। श्रद्धांजलि समारोह के दौरान आज प्रधानमंत्री इन चारों मशालों का राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर अनन्‍त ज्‍वाला में विलय करेंगे।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%9c%e0%a4%af-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%b5%e0%a4%b8%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%ab%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e0%a4%ae-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%97-%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%b5%e0%a5%83%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%9a%e0%a4%bf%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a3-%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%b0%e0%a4%b9%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%88&id=74530,विजय दिवस के अवसर पर फिल्म प्रभाग आज चार वृत्तचित्रों का प्रसारण कर रहा है,"Dec 16, 2021 , 10:09AM विजय दिवस के अवसर पर फिल्म प्रभाग आज चार वृत्तचित्रों का प्रसारण कर रहा है @Films_Division विजय दिवस के अवसर पर फिल्म प्रभाग आज बहादुर सैनिकों की अतुलनीय वीरता और उपलब्धियों पर आधारित चार वृत्तचित्रों का प्रसारण कर रहा है। 'नाइन मंथ्स टू फ्रीडम' शीर्षक की पहली फिल्म में पूर्वी और पश्चिमी पाकिस्तान के बीच युद्ध और आम लोगों के जीवन पर इसका असर दिखाया गया है। दूसरी फिल्म 'विजय दिवस' एक लघु फिल्म है, जिसमें भारत के विजय को दिखाया गया है। अन्य दो फिल्में 'डेटलाइन बांग्लादेश' और 'इंडिया पाकिस्तान कॉन्फ्लिक्ट-1971' में पूर्वी पाकिस्तान के संघर्ष और बांग्लादेश को स्वतंत्रता प्राप्त करने में भारत की भूमिका को दिखाया गया है। ये सभी फिल्में आज पूरे दिन फिल्म प्रभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर ""डॉक्यूमेंट्री ऑफ द वीक"" खंड के तहत दर्शकों के लिए उपलब्ध हैं। फिल्म प्रभाग के यू-ट्यूब चैनल पर भी ये फिल्में उपलब्ध रहेंगी।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%89%e0%a4%aa-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a4%bf%2c-%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%97%e0%a5%83%e0%a4%b9%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%9c%e0%a4%af-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%b5%e0%a4%b8%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-1971-%e0%a4%af%e0%a5%81%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a7-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b6%e0%a4%b9%e0%a5%80%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%9c%e0%a4%b2%e0%a4%bf-%e0%a4%85%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%aa%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a5%80&id=74528,"उप-राष्ट्रपति, रक्षामंत्री और गृहमंत्री ने विजय दिवस के अवसर पर 1971 युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की","Dec 16, 2021 , 10:06AM उप-राष्ट्रपति, रक्षामंत्री और गृहमंत्री ने विजय दिवस के अवसर पर 1971 युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की AIR Pics उप-राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने विजय दिवस के अवसर पर 1971 युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। ट्वीट में श्री नायडू ने कहा कि युद्ध के दौरान हमारे सशस्त्र बलों द्वारा दिखाए गए पराक्रम और दृढ़ देशभक्ति को देश याद करता है। उन्होंने कहा कि सैनिकों का अद्वितीय साहस और निस्वार्थ बलिदान प्रत्येक भारतीय को प्रेरित करता रहेगा। स्वर्णिम विजय दिवस के अवसर पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राष्ट्र आज 1971 के युद्ध में अपने सशस्त्र बलों के साहस और बलिदान को याद कर रहा है। श्री सिंह ने कहा कि 1971 का युद्ध भारत के सैन्य इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी सशस्त्र सेनाओं और उनकी उपलब्धियों पर गर्व है। गृहमंत्री अमित शाह ने विजय दिवस के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दी हैं। ट्वीट में श्री शाह ने कहा कि वे विजय दिवस की स्वर्ण जयंती के अवसर पर वीर सैनिकों को नमन करते हैं। उन्होंने कहा कि विजय दिवस भारतीय सैनिकों की वीरता और अदम्य साहस का प्रतीक है। गृहमंत्री ने कहा कि वर्ष 1971 में आज ही के दिन भारतीय सेना ने शत्रुओं को हराकर मानव मूल्यों के संरक्षण की परंपरा के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जोड़ा।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a1%e0%a4%b2-%e0%a4%a8%e0%a5%87-2021-26-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%83%e0%a4%b7%e0%a4%bf-%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%88-%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a4%af%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%83%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%a6%e0%a5%80&id=74470,केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2021-26 के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के कार्यान्वयन को स्वीकृति दी,"Dec 16, 2021 , 9:59AM केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2021-26 के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के कार्यान्वयन को स्वीकृति दी PIB India केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2021-26 के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के कार्यान्वयन को मंजूरी दे दी है। करीब 22 लाख किसान इस योजना से लाभान्वित होंगे। इनमें ढाई लाख किसान अनुसूचित जाति और दो लाख किसान अनुसूचित जनजाति के भी हैं। सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने संवाददाताओं से कहा कि इस कार्य पर 93 हजार करोड़ रुपये से अधिक का खर्च आएगा। इस निर्णय को ऐतिहासिक बताते हुए उन्‍होंने कहा कि इस धनराशि में सैंतीस हजार चार सौ चौवन करोड़ रुपये राज्यों को केंद्रीय सहायता के रूप में प्राप्‍त होंगे। जल शक्ति मंत्री गजेन्‍द्र सिंह शेखावत ने कहा कि यह निर्णय लाखों परिवारों के जीवन में सकारात्‍मक बदलाव लेकर आएगा। दो राष्ट्रीय परियोजनाओं के लिए जल निकायों के 90 प्रतिशत केंद्रीय वित्त पोषण का प्रावधान किया गया है। ये परियोजनाएं हिमाचल प्रदेश की रेणुकाजी बांध और उत्तराखंड में लखवार बहुउद्देशीय परियोजना हैं। त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम - सरकार का एक प्रमुख कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य सिंचाई परियोजनाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इस कार्यक्रम के तहत कुल अतिरिक्त सिंचाई क्षमता का लक्ष्य 13.88 लाख हेक्टेयर निर्धारित क‍िया गया है। आदिवासी और सूखा बाहुल्‍य क्षेत्रों के तहत परियोजनाओं के लिए समावेशन मानदंड में ढील दी गई है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%a5-%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%a6-%e0%a4%86%e0%a4%9c-1971-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%af%e0%a5%81%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a7-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%9c%e0%a4%af-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%ac%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a3-%e0%a4%95%e0%a5%80-50%e0%a4%b5%e0%a5%80%e0%a4%82-%e0%a4%b5%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%a0-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%a2%e0%a4%be%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%9c%e0%a4%af-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a4%b8-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%b9-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%b8%e0%a4%be-%e0%a4%b2%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%87&id=74519,राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद आज 1971 के युद्ध में भारत की विजय और बंगलादेश के निर्माण की 50वीं वर्षगांठ पर ढाका में विजय दिवस समारोह में हिस्‍सा लेंगे,"Dec 16, 2021 , 9:46AM राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद आज 1971 के युद्ध में भारत की विजय और बंगलादेश के निर्माण की 50वीं वर्षगांठ पर ढाका में विजय दिवस समारोह में हिस्‍सा लेंगे @rashtrapatibhvn राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद आज सुबह बांग्लादेश के 50वें विजय दिवस समारोह में हिस्‍सा लेंगे। वे बांग्‍लादेश की स्‍वाधीनता के स्‍वर्ण जयंती समारोह के उपलक्ष्‍य में ढाका में राष्‍ट्रीय परेड टुकडि़यों का निरीक्षण करेंगे। इस समारोह में भाग लेने वाले वे एकमात्र विदेशी प्रतिनिधि हैं। इस उपलक्ष्‍य में भारतीय सशस्‍त्र सेना की 122 सदस्‍यों वाली तीनों सेनाओं की टुकड़ी भी परेड में हिस्‍सा लेंगी। बांग्‍लादेश के स्‍वाधीनता संग्राम में भारतीय सेना और मुक्ति वाहिनी ने संयुक्‍त रूप से पाकिस्‍तान के खिलाफ युद्ध में हिस्‍सा लिया था। दोनों देश 16 दिसम्‍बर का दिन विजय दिवस के रूप में मनाते हैं। बाद में शाम को श्री कोविंद सम्मानित अतिथि के रूप में बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के जन्म शताब्दी समापन समारोह में भी शामिल होंगे। ढाका में कल शाम संवाददाताओं को जानकारी देते हुए विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक में राष्ट्रपति ने बांग्‍लादेश के राष्‍ट्रपति अब्‍दुल हामिद के साथ आपसी हित के विभिन्न विषयों पर चर्चा की। मीडिया को एक सवाल के जवाब में उन्‍होंने कहा कि भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन दोनों देशों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसके जरिए नुमालीगढ़ का हाई स्पीड डीजल सिलीगुड़ी से पार्बतीपुर तक पहुंचाया जायेगा। उन्‍होंने कहा कि यह परियोजना अगले साल शुरू होने की आशा है। विदेश सचिव ने कहा, कोविड महामारी के बावजूद, पिछले साल द्विपक्षीय व्यापार में 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह एक अरब डॉलर को पार कर गया। श्री श्रृंगला ने बताया कि राष्ट्रपति कोविंद कल सुबह बांग्लादेश के मुक्ति योद्धाओं के साथ-साथ भारतीय मूल के लोगों से मिलेंगे। वे कल स्‍वदेश लौटने से पहले बांग्लादेशी समाज के विभिन्न वर्गों के साथ बातचीत करेंगे और ढाका में सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के स्थानों का दौरा भी करेंगे।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/live/india-news/vijay-diwas-2021-live-updates-pm-narendra-modi-to-participate-in-ceremony-of-swarnim-vijay-mashaals-at-war-memorial-today-1971-war-significance-of-vijay-diwas,"विजय दिवस 2021 Live: राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पहुंचे पीएम मोदी, स्वर्णिम विजय मशालों के समारोह में लेंगे भाग","खास बातें Vijay Diwas 2021: 16 दिसंबर 1971 की ऐतिहासिक जीत की खुशी आज भी हर देशवासी के मन को उमंग से भर देती है। इस दिन को हमलोग विजय दिवस के रूप में मनाते हैं। इसी दिन भारत ने पाकिस्तान के दांत खट्टे किए थे। 16 दिसंबर का दिन सैनिकों के शौर्य को सलाम करने का दिन है। इस मौके पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर स्वर्णिम विजय मशालों के स्वागत समारोह में शामिल होंगे। पिछले साल प्रधानमंत्री द्वारा प्रज्वलित इन चार मशालों को देश भर में सियाचिन से कन्याकुमारी, अंडमान निकोबार से लोंगेवाला, रण कच्छ और अगरतला तक घुमाया गया था। विजय दिवस से जुड़ी हर अपडेट के लिए जुड़े रहें अमर उजाला के साथ... लाइव अपडेट 10:48 AM, 16-Dec-2021 पीएम मोदी ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 50वें विजय दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। Delhi: Prime Minister Narendra Modi lays a wreath at the National War Memorial on the occasion of 50th #VijayDiwas pic.twitter.com/8t7mQI6AEo — ANI (@ANI) December 16, 2021 10:43 AM, 16-Dec-2021 पीएम मोदी पहुंचे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक स्वर्णिम विजय मशालों के समारोह में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पहुंच गए हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उनकी अगवानी की। 09:33 AM, 16-Dec-2021 पीएम मोदी ने वीरों को किया नमन विजय दिवस की 50वीं वर्षगांठ पर पीएम मोदी ने वीरों को नमन किया। उन्होंने कहा कि मैं मुक्तिजोद्धों, वीरांगनाओं और भारतीय सशस्त्र बलों के वीरों द्वारा महान वीरता और बलिदान को याद करता हूं। हमने साथ मिलकर दमनकारी ताकतों से लड़ाई लड़ीं और उन्हें हराया। बांग्लादेश में राष्ट्रपति कोविंद की उपस्थिति प्रत्येक भारतीय के लिए विशेष महत्व रखती है। 08:41 AM, 16-Dec-2021 सभी को विजय दिवस की शुभकामनाएं: अमित शाह विजय दिवस के मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि भारतीय सैनिकों के अद्भुत साहस व पराक्रम के प्रतीक ‘विजय दिवस’ की स्वर्ण जयंती पर वीर सैनिकों को नमन करता हूं।1971 में आज ही के दिन भारतीय सेना ने दुश्मनों पर विजय कर मानवीय मूल्यों के संरक्षण की परंपरा के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जोड़ा था। सभी को विजय दिवस की शुभकामनाएं। 08:30 AM, 16-Dec-2021 1971 का युद्ध भारत के सैन्य इतिहास का स्वर्णिम अध्याय: राजनाथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा कि स्वर्णिम विजय दिवस के अवसर पर हम 1971 के युद्ध के दौरान अपने सशस्त्र बलों के साहस और बलिदान को याद करते हैं। 1971 का युद्ध भारत के सैन्य इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है। हमें अपने सशस्त्र बलों और उनकी उपलब्धियों पर गर्व है। 08:17 AM, 16-Dec-2021 विजय दिवस 2021 Live: राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पहुंचे पीएम मोदी, स्वर्णिम विजय मशालों के समारोह में लेंगे भाग 16 दिसंबर 1971 की ऐतिहासिक जीत की खुशी आज भी हर देशवासी के मन को उमंग से भर देती है। इस दिन को हमलोग विजय दिवस के रूप में मनाते हैं। इसी दिन भारत ने पाकिस्तान के दांत खट्टे किए थे। 16 दिसंबर का दिन सैनिकों के शौर्य को सलाम करने का दिन है। इस मौके पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर स्वर्णिम विजय मशालों के स्वागत समारोह में शामिल होंगे। पिछले साल प्रधानमंत्री द्वारा प्रज्वलित इन चार मशालों को देश भर में सियाचिन से कन्याकुमारी, अंडमान निकोबार से लोंगेवाला, रण कच्छ और अगरतला तक घुमाया गया था।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/corona-cases-in-india-today-covid19-cases-india-16-december-health-ministry-corona-vaccination-omicron,"कोरोना ने फिर बढ़ाई चिंता: कल के मुकाबले 14.2 फीसदी बढ़ गए संक्रमण के मामले, मृतकों की संख्या में भी इजाफा","विस्तार ओमिक्रॉन के खतरे के बीच कोरोना के मामलों ने एक बार फिर से डराना शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़े के अनुसार बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 7,974 मामले सामने आए हैं जो कि कल की तुलना में 14.2 फीसदी अधिक है। वहीं इस दौरान 343 लोगों की मौत भी हो गई है जो कि कल के जारी आंकड़े से 96 अधिक है। हालांकि इस दौरान 7,948 लोग स्वस्थ भी हुए। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में अब कुल 87,245 सक्रिय मरीज बचे हैं। देश में अब तक कुल 3,41,54,879 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं कुल मृतकों की संख्या की बात करें तो यह 4,76, 478 हो गई है। देश में अब तक टीके की कुल 135 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं। देश में केरल में सबसे अधिक मामले केरल में बीते 24 घंटे में कोरोना के 4006 मामले सामने आए हैं और 125 लोगों की मौत हो गई। केरल में दो दिनों के भीतर मामलों में 2000 से अधिक की वृद्धि देखी जा रही है। बता दें कि कल केरल में ओमिक्रॉन के भी पांच मामले सामने आए थे। नए वैरिएंट के कारण टीकाकरण में असमानता की स्थिति का खतरा कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट दुनिया के लिए नई समस्या बनकर तैयार हो रहा है। दुनिया की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय वैक्सीन मैत्री संस्था गावी ने कहा है कि ओमिक्रॉन स्वरूप असमानता की स्थिति पैदा कर सकता है। वायरस के नए स्वरूप से दुनिया के संपन्न देश फिर से टीकों का भंडारण कर रहे हैं और दान प्रक्रिया को रोक रहे हैं जिससे विकासशील देशों में स्थिति विकट हो सकती है। गावी के चीफ एक्जक्यूटिव डॉ. सेठ बर्कले ने कहा ओमिक्रॉन स्वरूप की दस्तक के बाद गावी को संपन्न देशों से होने वाले टीकों की आपूर्ति की व्यवस्था लड़खड़ा गई। ओमिक्रॉन की दस्तक के बाद कुछ देश दहशत में हैं। ऐसे में आर्थिक रूप से कमजोर देशों में टीकाकरण की व्यवस्था का बेपटरी होना तय है। टीका दान करने से कतरा रहे देश... डॉ. बर्कले ने कहा कि हम देख रहे हैं कि दानकर्ता अब टीका तेजी से दान देने में कतरा रहे हैं। संभव है कि वे अनिश्चितता के दौर के देखकर टीके की आपूर्ति करने से कतरा रहे हैं। सबसे बड़ी मुश्किल तब होगी जब वायरस के इस स्वरूप से बचने के लिए नए टीके की जरूरत होगी।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cabinet-passed-a-proposal-to-raise-legal-marriage-age-of-women-to-21,"हरी झंडी:.. अब 18 में नहीं 21 साल में दुल्हन बनेंगी बेटियां, प्रस्ताव को कैबिनेट की मंजूरी","विस्तार बेटियों की शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल करने करने के प्रस्ताव पर केंद्रीय कैबिनेट ने मुहर लगा दी है। बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव को पास किया गया। केंद्र सरकार मौजूदा कानूनों में संशोधन के लिए संसद में प्रस्ताव पेश करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2020 को लाल किले से अपने संबोधन में लड़कियों की शादी की उम्र 21 साल करने का उल्लेख किया था। उन्होंने कहा था कि बेटियों को कुपोषण से बचाने के लिए जरूरी है कि उनकी शादी उचित समय पर हो। मौजूदा कानून के मुताबिक, देश में पुरुषों की विवाह की न्यूनतम उम्र 21 और महिलाओं की 18 साल है, लेकिन सरकार अब महिलाओं को सशक्त करने के लिए उनकी शादी की उम्र बढ़ाने पर विचार कर रही है। सरकार बाल विवाह निषेध कानून, स्पेशल मैरिज एक्ट और हिंदू मैरिज एक्ट में संशोधन करेगी। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए उठाया गया कदम- जया जेटली सरकार ने साल 2020 के जून माह में इसको लेकर टास्क फोर्स का गठन भी किया था। टास्क फोर्स ने उसी साल विवाह की आयु बढ़ाने के प्रस्ताव पर अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। समता पार्टी की पूर्व सदस्य और टास्क फोर्स की प्रमुख जया जेटली ने इसकी सिफारिश की थी। यह कदम महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए था न कि जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए। टास्क फोर्स का कहना था कि पहले बच्चे को जन्म देते समय बेटियों की उम्र 21 साल से होनी चाहिए। विवाह में देरी का परिवारों, महिलाओं, बच्चों और समाज के आर्थिक, सामाजिक और स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/live/india-news/omicron-variant-live-updates-covid-19-variant-corona-vaccination-booster-dose-hindi-news-update-omicron-cases-in-maharashtra-coronavirus,"Omicron Live: देश में ओमिक्रॉन के कुल 73 मामले, इन 11 राज्यों में अब फैल चुका है यह खतरनाक वैरिएंट","खास बातें Omicron Coronavirus Live Updates: देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित होने वाले मरीजों में अब तेजी देखने को मिल रही है। कोरोना वायरस का खतरनाक स्वरूप अब 11 राज्यों में फैल चुका है। बुधवार को ओमिक्रॉन स्वरूप के केरल में चार, महाराष्ट्र में चार, तेलंगाना में दो और पश्चिम बंगाल व तमिलनाडु में एक-एक नए मरीजों के साथ एक दिन में कुल 12 मरीजों की पुष्टि हुई। इसके साथ ही देश में कुल संक्रमितों की संख्या 73 हो गई है। ओमिक्रॉन से जुड़ी हर अपडेट के लिए जुड़े रहें अमर उजाला के साथ... लाइव अपडेट 09:35 AM, 16-Dec-2021 भारत में बीते 24 घंटे में कोरोना के 7974 मामले भारत में बीते 24 घंटे में कोरोना के 7,974 मामले सामने आए हैं और 343 लोगों की मौत हो गई। 09:27 AM, 16-Dec-2021 ओमिक्रॉन के खिलाफ चीनी वैक्सीन कारगर नहीं दुनिया भर में बड़े पैमाने पर लोगों को लगाई जा रही चीनी वैक्सीन Sinovac Biotech ओमिक्रॉन के खिलाफ कारगर नहीं है। यह ओमिक्रॉन वैरिएंट को बेअसर करने के लिए पर्याप्त एंटीबॉडीज प्रदान नहीं करती है। हांगकांग के वैज्ञानिकों ने अपनी लैब में शोध के आधार पर यह बात कही है। 08:11 AM, 16-Dec-2021 ओमिक्रॉन के खिलाफ कोरोना के टीके कम प्रभावी हो सकते हैं: डब्ल्यूएचओ डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ कोरोना के टीके कम प्रभावी हो सकते हैं। 07:53 AM, 16-Dec-2021 इन 11 राज्यों में ओमिक्रॉन के मामले ओमिक्रॉन से सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है जहां अब तक कुल 32 मामले मिल चुके हैं। वहीं राजस्थान 17 मामलों के साथ दूसरे स्थान पर है। इसके अलावा गुजरात (4), कर्नाटक (3), केरल (5), आंध्र प्रदेश (1), तेलंगाना (2), पश्चिम बंगाल (1), चंडीगढ़ (1), तमिलनाडु (1) और दिल्ली में (6) मामले हैं। 06:59 AM, 16-Dec-2021 Omicron Live: देश में ओमिक्रॉन के कुल 73 मामले, इन 11 राज्यों में अब फैल चुका है यह खतरनाक वैरिएंट देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित होने वाले मरीजों में अब तेजी देखने को मिल रही है। कोरोना वायरस का खतरनाक स्वरूप अब 11 राज्यों में फैल चुका है। बुधवार को ओमिक्रॉन स्वरूप के केरल में चार, महाराष्ट्र में चार, तेलंगाना में दो और पश्चिम बंगाल व तमिलनाडु में एक-एक नए मरीजों के साथ एक दिन में कुल 12 मरीजों की पुष्टि हुई। इसके साथ ही देश में कुल संक्रमितों की संख्या 73 हो गई है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/vijay-diwas-2021-50th-independence-day-of-bangladesh-why-india-s-success-in-the-1971-war-was-important-for-strategic-reasons-what-was-achieved-by-the-formation-of-bangladesh,"Vijay Diwas 2021: 1971 के युद्ध में भारत की सफलता सामरिक कारणों से क्यों थी जरूरी, बांग्लादेश के गठन से क्या मिला?","विस्तार प्रत्येक राष्ट्र के इतिहास में ऐसे अवसर आते हैं जो राष्ट्र को एकजुटता और गौरव की भावना से भर देते हैं। 16 दिसंबर, 1971 भारत के आधुनिक इतिहास की ऐसी ही एक घटना थी, जिस दिन हमारे सशस्त्र बलों ने एक अद्भुत उपलब्धि हासिल की। पूर्वी पाकिस्तान को लंबे संघर्ष और पीड़ा से मुक्ति दिलाकर एक नए राष्ट्र बांग्लादेश का निर्माण किया। इस ऐतिहासिक उपलब्धि से एक तरफ जहां भारत ने अपने दुश्मन को परास्त किया गया वहीं दूसरी तरफ एक स्वतंत्र राष्ट्र बनने को बेचैन पूर्वी पाकिस्तान को पाकिस्तान से अलग करके अपना भविष्य भी सुरक्षित किया। बड़ी संख्या में भारतीय सैनिकों ने शहादत दी उसी दिन की याद में हर साल विजय दिवस मनाया जाता है। 16 दिसंबर का दिन सैनिकों के शौर्य को सलाम करने का दिन है। बांग्लादेश को आजादी दिलाने के लिए 1971 के युद्ध में बड़ी संख्या में भारतीय सैनिकों ने अपनी जान की कुर्बानियां दीं। करीब 3900 भारतीय सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए और 9851 घायल हो गए थे। प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व में भारत ने अभूतपूर्व विजय दर्ज की और भारतीय सेना के जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के समक्ष ढाका में पाकिस्तान के लेफ्टिनेंट जनरल ए ए के नियाजी के नेतृत्व में लगभग 93 हजार सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया। 1971 में पाकिस्तान से पूर्वी पाकिस्तान अलग होकर एक देश बना था जो अब बांग्लादेश के नाम से जाना जाता था। इस तरह बांग्लादेश की आजादी में भारत का अहम योगदान है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/photo-gallery/india-news/hindi-news-headlines-16-december-today-important-and-big-news-stories-of-16-december-updates-on-amar-ujala,"16 दिसंबर: आज दिनभर इन खबरों पर बनी रहेगी नजर, जिनका होगा आप पर असर","मुंबई में ओमिक्रॉन: आज से धारा 144 लागू, इन पाबंदियों के बीच मनेगा क्रिसमस और नए साल का जश्न ओमिक्रॉन देश में धीरे-धीरे अपने पैर पसार रहा है। रोज किसी न किसी राज्य में ओमिक्रॉन के मामले दर्ज किए जा रहे हैं। इस बीच क्रिसमस और नए साल भी आने वाला है। इसे देखते हुए मुंबई पुलिस 16 दिसंबर (आज) से 31 दिसंबर तक शहर में 144 धारा लागू करेगी। यहां पढ़ें पूरी खबर...",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/maharashtra-government-urged-the-supreme-court-to-lift-the-ban-on-bullock-cart-races-in-the-state,प्रतिबंध हटाने की मांग: बैलगाड़ी दौड़ के लिए महाराष्ट्र सरकार ने मांगी ‘सुप्रीम’ इजाजत,"विस्तार महाराष्ट्र सरकार ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट से राज्य में बैलगाड़ी दौड़ पर प्रतिबंध हटाने का आग्रह किया। राज्य सरकार ने कहा कि उसे भी इस दौड़ की इजाजत मिलनी चाहिए क्योंकि तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों में भी इसका आयोजन हो रहा है। जस्टिस एएम खानविलकर और जस्टिस सीटी रविकुमार की पीठ के समक्ष राज्य ने 2017 के नियमों का हवाला देते हुए बैलगाड़ी दौड़ आयोजित कराने की अनुमति मांगी है। महाराष्ट्र सरकार की ओर से वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि बंबई हाईकोर्ट ने उन नियमों के क्रियांवयन पर रोक लगा दी, जिनके जरिए राज्य सख्त नियमन के तहत बैलगाड़ी दौड़ करना चाहता था। उन्होंने पीठ से कहा, यह प्रतिबंध हटाया जाना चाहिए और हमें 2017 के नियमों के अनुरूप दौड़ संचालित करने की अनुमति दी जाए। बता दें कि पीठ इस मामले में महाराष्ट्र द्वारा दायर एक अर्जी पर सुनवाई कर रही थी, जिस पर बृहस्पतिवार को भी बहस जारी रहेगी। रोहतगी ने कहा, शीर्ष अदालत राज्य को दौड़ आयोजन के दौरान सावधानी बरतने के बारे में कह सकती है और सरकार इसमें पूरी सावधनी बरतेगी।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/pm-narendra-modi-to-attend-the-reception-of-swarnim-vijay-mashaal-at-the-national-war-memorial-on-thursday,"स्वागत समारोह: स्वर्णिम विजय मशालों के स्वागत में हिस्सा लेंगे पीएम, 1971 के युद्ध की वर्षगांठ पर होगा आयोजन","प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर स्वर्णिम विजय मशालों के स्वागत समारोह में शामिल होंगे। पीएमओ ने बुधवार को बताया कि पीएम मोदी ने पिछले साल 16 दिसंबर को वहां चार मशालों को प्रज्वलित किया था। 1971 में पाकिस्तान पर ऐतिहासिक विजय हासिल करने की 50वीं वर्षगांठ पर यह आयोजन होगा। पीएमओ के मुताबिक पिछले साल प्रधानमंत्री द्वारा प्रज्वलित इन चार मशालों को देश भर में सियाचिन से कन्याकुमारी, अंडमान निकोबार से लोंगेवाला, रण कच्छ और अगरतला तक घुमाया गया। इन मशालों को युद्ध वाले स्थलों के साथ 1971 युद्ध के लिए वीरता पुरस्कार पाने वालों व इसमें हिस्सा लेने वाले पूर्व सैनिकों के घर भी ले जाया गया। चारों मशालें बृहस्पतिवार को लौटकर युद्ध स्मारक पहुंचेंगी जहां पीएम मोदी इन्हें अखंड ज्योति में मिला देंगे।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/group-captain-varun-singh-funeral-will-be-held-today,"ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह: आज होगा अंतिम संस्कार, कहते थे- 12वीं के अंक नहीं तय करेंगे आपकी तकदीर","कुनूर की पहाड़ियों में पिछले बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर हादसे में इकलौते बचे वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बेंगलुरु के सैन्य अस्पताल में बुधवार को निधन हो गया। देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत व 11 अन्य अफसरों की इस हादसे में मौत हुई थी। भारतीय वायुसेना ने बुधवार को कहा, हमें यह बताते हुए बेहद दुख हो रहा है कि जांबाज ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह अब हमारे बीच नहीं हैं। उन्होंने बुधवार सुबह अंतिम सांस ली। 8 दिसंबर को हुए हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हुए थे और तब से लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे। मूल रूप से यूपी के देवरिया के रहने वाले ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को इसी साल शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। एजेंसी वीरता, अदम्य साहस का देश आभारी रहेगा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया, यह जानकर दुख हुआ कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने अंतिम सांस ली। उन्होंने वीरता और अदम्य साहस का जो परिचय दिया राष्ट्र सदैव उसका आभारी रहेगा। सेवाओं को देश सदैव याद रखेगा वरुण सिंह के निधन से व्यथित हूं, ग्रुप कैप्टन की राष्ट्र के प्रति सेवाओं को देश सदैव याद रखेगा। -नरेंद्र मोदी, पीएम सच्चे फाइटर थे कैप्टन वरुण वे सच्चे फाइटर थे, अंतिम सांस तक लड़े। उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करता हूं। -राजनाथ सिंह, रक्षामंत्री ‘औसत दर्जे का होना भी ठीक, 12वीं के अंक नहीं तय करेंगे आपकी तकदीर’ औसत दर्जे का होना भी ठीक होता है, लेकिन इसका यह मतलब कतई नहीं है कि जीवन में आने वाली चीजें भी ऐसी ही होंगी। यह प्रेरणादायक सीख भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने दी थी, जो अब इस दुनिया में नहीं रहे। हेलिकॉप्टर हादसे में घायल भारतीय वायुसेना के इस जाबांज ऑफिसर की सांसें भी बुधवार को आखिरकार थम गईं। वह करीब एक सप्ताह से जिंदगी की जंग लड़ रहे थे। लेकिन, जाते-जाते भी वह ऐसी सीख दे गए, जो किसी भी औसत दर्जे (साधारण) के छात्र को असाधारण बना सकती है। दरअसल, वरुण सिंह ने शौर्य चक्र से सम्मानित होने के कुछ सप्ताह बाद 18 सितंबर को अपने स्कूल चंडीमंदिर स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य को एक पत्र लिखा था। करीब तीन महीने पहले लिखे पत्र में उन्होंने छात्रों से कहा था...औसत दर्जे का होना ठीक बात है। स्कूल में हर कोई उत्कृष्ट नहीं होता और न ही सभी 90 फीसदी अंक ला पाते हैं। अगर ऐसा नहीं कर पाते हैं तो यह मत सोचिए कि आप औसत दर्जे का होने के लिए ही बने हैं। आप स्कूल में साधारण के हो सकते हैं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि जीवन में आने वाली चीजें भी ऐसी ही होंगी। अदम्य साहस से टाली थी तेजस की भीषण दुर्घटना पत्र में उन्होंने जिक्र किया था कि पिछले साल वह एक तेजस विमान उड़ा रहे थे, जिसमें एक बड़ी तकनीकी खामी आ गई थी। इस दौरान मानसिक और शारीरिक तनाव के बावजूद उन्होंने साहस व सूझबूझ से एक भीषण दुर्घटना को टाल दिया।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/omicron-variant-infection-so-far-11-states-have-given-knock-total-73-cases-in-india,"ओमिक्रॉन संक्रमण : अब तक 11 राज्यों में दे चुका है दस्तक, देश में कुल 73 मामले","भारत में कोरोना वायरस का खतरनाक स्वरूप ओमिक्रॉन अब 11 राज्यों में फैल चुका है। बुधवार को ओमिक्रॉन स्वरूप के केरल में चार, महाराष्ट्र में चार, तेलंगाना में दो और पश्चिम बंगाल व तमिलनाडु में एक-एक नए मरीजों के साथ एक दिन में कुल 12 मरीजों की पुष्टि हुई। इसके साथ ही देश में कुल संक्रमितों की संख्या 73 हो गई है। ओमिक्रॉन स्वरूप ने बुधवार को पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में भी दस्तक दे दी। बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में सात वर्षीय एक बच्चा ओमिक्रॉन से संक्रमित पाया गया। वह हाल ही में अबू धाबी से लौटा था। वहीं, तमिलनाडु में 47 वर्षीय व्यक्ति नाइजीरिया से अपने परिवार के छह लोगों के साथ आया है। उधर, तेलंगाना में भी बुधवार को दो विदेशी नागरिकों में ओमिक्रॉन का संक्रमण पाया गया। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के निदेशक डॉ. जी श्रीनिवास राव ने कहा, बिना जोखिम वाले देशों से दो संक्रमित 23 वर्षीय पुरुष सोमालिया और 24 वर्षीय महिला केन्या से आई है। इसके साथ ही महाराष्ट्र में 32, राजस्थान में 17, दिल्ली में 6, कर्नाटक में 3, गुजरात में 4, केरल में 5, तेलंगाना में 2 और पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, चंडीगढ़ व तमिलनाडु में एक-एक संक्रमित हैं। देश में कुल मामलों में सिर्फ 0.25% ही सक्रिय केस केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि बीते 24 घंटे में 6984 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। 247 मरीजों की मौत हुई है। देश में सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 87,562 हो गई है जो अब तक मिले कुल मामलों में से सिर्फ 0.25 फीसदी है। नए वैरिएंट के कारण टीकाकरण में असमानता की स्थिति का खतरा कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट दुनिया के लिए नई समस्या बनकर तैयार हो रहा है। दुनिया की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय वैक्सीन मैत्री संस्था गावी ने कहा है कि ओमिक्रॉन स्वरूप असमानता की स्थिति पैदा कर सकता है। वायरस के नए स्वरूप से दुनिया के संपन्न देश फिर से टीकों का भंडारण कर रहे हैं और दान प्रक्रिया को रोक रहे हैं जिससे विकासशील देशों में स्थिति विकट हो सकती है। गावी के चीफ एक्जक्यूटिव डॉ. सेठ बर्कले ने कहा ओमिक्रॉन स्वरूप की दस्तक के बाद गावी को संपन्न देशों से होने वाले टीकों की आपूर्ति की व्यवस्था लड़खड़ा गई। ओमिक्रॉन की दस्तक के बाद कुछ देश दहशत में हैं। ऐसे में आर्थिक रूप से कमजोर देशों में टीकाकरण की व्यवस्था का बेपटरी होना तय है। टीका दान करने से कतरा रहे देश... डॉ. बर्कले ने कहा कि हम देख रहे हैं कि दानकर्ता अब टीका तेजी से दान देने में कतरा रहे हैं। संभव है कि वे अनिश्चितता के दौर के देखकर टीके की आपूर्ति करने से कतरा रहे हैं। सबसे बड़ी मुश्किल तब होगी जब वायरस के इस स्वरूप से बचने के लिए नए टीके की जरूरत होगी।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/vijay-diwas-2021-know-history-significance-victory-of-india-in-1971-indo-pak-war-and-birth-of-bangladesh-news-in-hindi,"Vijay Diwas 2021: विजय दिवस की 50वीं वर्षगांठ, जब भारत ने पाक को चटाई थी धूल, पढ़िए मां भारती के वीरों की विजयगाथा","16 दिसंबर का दिन सैनिकों के शौर्य को सलाम करने का दिन है। पूरे देश में 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी दिन 1971 में भारत ने पाकिस्तान के दांत खट्टे किए थे। भारत ने पाकिस्तान पर जीत का जश्न मानाया था। इस ऐतिहासिक जीत की खुशी आज भी हर देशवासी के मन को उमंग से भर देती है। विजय दिवस वीरता और शौर्य की मिसाल है। 1971 के युद्ध में भारतीय सैनिकों ने बड़े पैमाने पर कुर्बानियां दीं। करीब 3900 भारतीय सैनिक वीरगति को प्राप्त हो गए थे जबकि 9851 घायल हो गए थे। 16 दिसंबर का दिन देश के जवानों की वीरता, शौर्य, अदम्य साहस और कुर्बानी की कहानी को बयां करती है। पढ़िए 1971 के युद्ध में पाक को धूल चटाने वाले मां भारती के वीरों की विजयगाथा... विजय दिवस क्यों मनाया जाता है? विजय दिवस 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत के कारण मनाया जाता है। इस युद्ध के अंत के बाद 93 हजार पाकिस्तानी सेना ने आत्मसमर्पण कर दिया था। 1971 के युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी थी। इसके बाद पूर्वी पाकिस्तान स्वतंत्र हो गया, जो आज बांग्लादेश के नाम से जाना जाता है। पूर्वी पाकिस्तान (आज बांग्लादेश) में पाकिस्तानी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एएके नियाजी ने भारत के पूर्वी सैन्य कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था। 16 दिसंबर की शाम जनरल नियाजी ने आत्मसमर्पण के कागजों पर हस्ताक्षर किए। भारत युद्ध जीता। हर साल इस दिन को हम विजय दिवस के रूप में मनाते हैं। 16 दिसंबर की सुबह क्या हुआ? जनरल जैकब को मानेकशॉ का मैसेज मिला कि आत्मसमर्पण की तैयारी के लिए तुरंत ढाका पहुंचें। उस समय जैकब की हालत बिगड़ रही थी। भारत के पास केवल तीन हजार सैनिक और वे भी ढाका से 30 किलोमीटर दूर। वहीं, दूसरी तरफ पाकिस्तानी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एएके नियाजीनियाजी के पास ढाका में 26 हजार 400 सैनिक थे। भारतीय सेना ने युद्ध पर पूरी तरह से अपनी पकड़ बना ली। भारत के पूर्वी सैन्य कमांडर जगजीत अरोड़ा अपने दलबल समेत एक दो घंटे में ढाका लैंड करने वाले थे और युद्ध विराम भी जल्द समाप्त होने वाला था। जैकब के हाथ में कुछ भी नहीं था। जैकब जब नियाजी के कमरे में घुसे तो वहां सन्नाटा छाया हुआ था। आत्मसमर्पण का दस्तावेज टेबल पर रखा हुआ था। विजय दिवस - फोटो : अमर उजाला नियाजी की आंखों में आंसू शाम के साढ़े चार बजे लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा हेलिकॉप्टर से ढाका हवाई अड्डे पर लैंड किए। अरोड़ा और नियाजी एक टेबल के सामने बैठे और दोनों ने आत्मसमर्पण के दस्तावेज पर दस्तखत किए। नियाजी ने अपना रिवॉल्वर जनरल अरोड़ा के हवाले कर दिया। नियाजी की आंखों में आंसू आ गए। स्थानीय लोग नियाजी की हत्या पर उतारू नजर आ रहे थे लेकिन भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने नियाजी को सुरक्षित बाहर निकाला। जीत की खबर सुनते ही जश्न में डूब गया पूरा सदन उधर, इंदिरा गांधी संसद भवन के अपने दफ्तर में एक टीवी इंटरव्यू दे रही थीं। तभी जनरल मानेक शॉ ने उन्हें बांग्लादेश में मिली शानदार जीत की खबर दी। इंदिरा गांधी ने लोकसभा में शोर-शराबे के बीच घोषणा की कि युद्ध में भारत को जीत मिली है। इंदिरा गांधी के बयान के बाद पूरा सदन जश्न में डूब गया।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cds-general-bipin-rawat-pre-recorded-message-on-the-occasion-swarnim-vijay-parv,"बहुत याद आएंगे: इस मौके के लिए सीडीएस बिपिन रावत ने रिकॉर्ड किया था यह खास संदेश, हमारे बीच होते तो जनता से कहते...","भारत-पाकिस्तान के बीच हुए 1971 के युद्ध की 50वीं वर्षगांठ यानी विजय दिवस के मौके पर देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत को भी शरीक होना था। इस खास पर्व के लिए उनकी तैयारियां भी खास थीं। वह पूरे देश को इस पर्व में शामिल होने के लिए आमंत्रित करने वाले थे। इसके लिए जनरल रावत ने वीडियो संदेश भी रिकॉर्ड करवाया था। आज अगर वह हमारे बीच होते तो जनता को इस तरह संबोधित करते... आज के लिए उनके द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो के कुछ अंश- स्वर्णिम विजय पर्व के अवसर पर मैं भारतीय सेना के सभी बहादुर जवानों को हार्दिक बधाई देता हूं। भारतीय सेना की 1971 की लड़ाई में जीत की 50वीं वर्षगांठ को हम विजयपर्व के रूप में मना रहे हैं। मैं इस पावन पर्व पर सशस्त्र सेना के वीर जवानों को याद करते हुए उनके बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। 12 से 14 दिसंबर तक इंडिया गेट पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। यह बड़े ही सौभाग्य की बात है कि विजय पर्व अमर जवान ज्योति की लौ की छांव में आयोजित किया जा रहा है। जो कि, हमारे वीर शहीदों की याद में स्थापित की गई थी। हम सभी देश वासियों को इस विजय पर्व के जश्न में सम्मिलित होने के लिए आमंत्रित करते हैं। इसके बाद सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने जनता से अपील करते हुए वीडियो में कहते हैं- अपनी सेनाओं पर है हमें गर्व आओ मिलकर मनाएं विजय पर्व ।जय हिंद । #WATCH Late CDS General Bipin Rawat's pre-recorded message played at an event on the occasion 'Swarnim Vijay Parv' inaugurated today at India Gate lawns in Delhi. This message was recorded on December 7. (Source: Indian Army) pic.twitter.com/trWYx7ogSy — ANI (@ANI) December 12, 2021 रक्षा मंत्री ने कहा कि आज के दिन मैं भारतीय सेना के हर उस सैनिक के शौर्य, पराक्रम और बलिदान को नमन करता हूं, जिनकी वजह से 1971 के युद्ध मे भारत ने विजय हासिल की। यह देश उन सभी वीरों के त्याग और बलिदान का सदैव ऋणी रहेगा। उन्होंने कहा कि मुझे आशा ही नहीं बल्कि पूरा विश्वास है कि आम जन इस पहल के माध्यम से अपने आप को 1971 के युद्ध की उपलब्धियों और उसकी प्रेरणाओं से अपने खुद को को जोड़ सकेंगे और राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों को नए तरीके से आत्मसात् कर सकेंगे। रक्षा मंत्री ने कहा कि मुझे इस बात की ख़ुशी है कि इस पर्व में देश की आम जनता को शामिल करने, उन्हें 1971 के युद्ध के बारे में जानकारी देने, हमारी सेनाओं की अब तक की प्रगति के बारे में अवगत करने के लिए विशाल प्रदर्शनी लगाई गई है। हमारे सशस्त्र बल को किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार रखना हमारा उद्देश्य है, और इस दिशा में हम बड़ी तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं। ‘विजय पर्व’ जैसे उत्सव हमें इसी राह पर और तेजी से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/sam-manekshaw-who-lead-india-to-astounding-victory-against-pakistan-in-1971-war-liberating-bangladesh-news-and-updates,"सैम मानेकशॉ: दिल पर पत्थर रख आज भी तारीफ करते हैं पाकिस्तानी अखबार, 1971 में जीत से पहले पाक सैनिकों को दिया था यह संदेश","मैं युद्ध के लिए हमेशा तैयार रहता हूं।' दिसंबर 1971 में पाकिस्तान से युद्ध से ठीक पहले इंदिरा गांधी ने जब सैम मानेकशॉ युद्ध की तैयारियों के बारे में पूछा तो देश की पीएम को सेना के सर्वोच्च अफसर का जवाब कुछ ऐसा ही था। आज पाकिस्तान पर भारत की जीत को 50 साल पूरे हो चुके हैं। पूरा देश आज विजय दिवस के रंग में डूबा है तो इसके पीछे जहां इंदिरा गांधी की राजनीतिक और सैम मानेकशॉ की रणनीतिक इच्छाशक्ति को बड़ी वजह माना जाता है। 1971 के उस युद्ध में सैम मानेकशॉ की भूमिका कितनी बड़ी और अहम थी, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पाकिस्तान के अखबार तक आज भी दिल पर पत्थर रखकर कहते हैं कि पाकिस्तान की हार की बड़ी वजह जनरल मानेकशॉ ही थे। पहले जानें कौन थे सैम मानेकशॉ? सैम मानेकशॉ का जन्म 3 अप्रैल 1914 को अमृतसर में हुआ था। सैम के पिता होर्मुसजी मानेकशॉ चिकित्सक थे। सैम ने छोटे समय के लिए मेडिकल की पढ़ाई नैनीताल के शेरवुड कॉलेज और अमृतसर के हिंदू सभा कॉलेज से की। अपने पिता के खिलाफ जाकर जुलाई 1932 में मानेकशॉ ने भारतीय सैन्य अकादमी में दाखिला लिया और दो साल बाद 4/12 फ्रंटियर फोर्स रेजीमेंट में भर्ती हुए। छोटी-सी उम्र में ही उन्हें युद्ध में शामिल होना पड़ा था। सैम लाहौर में सिलू बोडे से एक कार्यक्रम में मिले थे। दोनों ने 1939 में शादी कर ली थी। दोनों की दो बेटियां महा दारूवाला और शेरी बाटलीवाला हैं। सिलू का निधन 2001 में हुआ था। द्वितीय विश्व युद्ध में खाई थीं 7 गोलियां अपने सैन्य करियर में सैम ने कई कठिनाइयों का सामना किया। छोटी-सी उम्र में ही उन्हें युद्ध में शामिल होना पड़ा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सैम के शरीर में 7 गोलियां लगी थीं। सबने उनके बचने की उम्मीद ही छोड़ दी थी, लेकिन डॉक्टरों ने समय रहते सारी गोलियां निकाल दीं और उनकी जान बच गई। जब सैम का जवाब सुनकर इंदिरा गांधी भी रह गई थीं दंग इतिहास के पन्नों में सैम मानेकशॉ से जुड़े कई किस्से लोकप्रिय हैं, लेकिन युद्ध को लेकर इंदिरा गांधी से उनकी कई चर्चाएं भी सार्वजनिक डोमेन में हैं। इस तरह के दो किस्सों के बारे में हम आपको बता रहे हैं। किस्सा-1: जब इंदिरा गांधी को आठ महीने तक युद्ध से रोका अप्रैल 1971 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पाकिस्तान पर हमला करना चाहती थीं। वजह थी पूर्वी बंगाल में बढ़ते पाकिस्तान के जुल्म और वहां से भारत आने वाले शरणार्थियों की बढ़ती संख्या। लेकिन जनरल सैम ने पाकिस्तान से युद्ध करने से साफ इनकार कर दिया था। उन्होंने इंदिरा गांधी से कहा कि इस वक्त हमारी सेना युद्ध के लिए तैयार नहीं है। सेना को प्रशिक्षित करने के लिए कुछ समय चाहिए। उनकी बातें सुनकर इंदिरा दंग रह गईं। उन्होंने सेना के प्रशिक्षण के लिए कुछ समय दे दिया। किस्सा-2: जब पीएम से बोले- मैं युद्ध के लिए तैयार और तीन हफ्तों में पाक को घुटनों पर लाए दिसंबर में जब यह तय हो गया कि पाकिस्तान कभी भी भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ सकता है तो इंदिरा गांधी ने फिर से सैम को बुलाया। उन्होंने पूछा कि सैम क्या हम युद्ध के लिए तैयार हैं? इस पर जनरल मानेकशॉ बोले- मैं युद्ध के लिए हमेशा तैयार रहता हूं। उनके इस बयान के तीन हफ्ते के अंदर ही पाकिस्तानी सेना ने घुटने टेक दिए थे। पाकिस्तानी अखबार भी मानेकशॉ के प्रशंसक द डॉन अखबार ने जनरल सैम मानेकशॉ के निधन पर एक विशेष लेख निकाला था। इसमें कहा गया था कि सैम मानेकशॉ कोई साधारण व्यक्ति नहीं थे। सैम बहादुर 1969 में भारत के सेना प्रमुख बने और यहां पाकिस्तान में हमें भारी मन से यह स्वीकार करना होगा कि उनके पूरे करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि 1971 में पाकिस्तान की सेना के खिलाफ बड़ी जीत थी। तब हमने पूर्वी पाकिस्तान को गंवा दिया, जो बाद में बांग्लादेश बना। फील्ड मार्शल की उपाधि पाने वाले पहले भारतीय जनरल सैन मानेकशॉ को अपने सैन्य करियर के दौरान कई सम्मान प्राप्त हुए। 59 साल की उम्र में उन्हें फील्ड मार्शल की उपाधि से नवाजा गया। यह सम्मान पाने वाले वह पहले भारतीय जनरल थे। 1972 में उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। एक साल बाद 1973 में वह सेना प्रमुख के पद से रिटायर हो गए। सेवानिवृत्ति के बाद वह तमिलनाडु के वेलिंग्टन चले गए। वेलिंग्टन में ही वर्ष 2008 में उनका निधन हो गया।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/health-ministry-says-more-than-135-crore-covid-vaccines-administered-in-india-daily-vaccination-numbers-expected-to-increase,"स्वास्थ्य मंत्रालय : भारत में 135 करोड़ से अधिक कोविड वैक्सीन की लगाई गई खुराक, दैनिक टीकाकरण संख्या बढ़ने की उम्मीद","केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में कोविड-19 के टीके की कुल खुराक बुधवार को 135 करोड़ को पार कर गई। बुधवार शाम सात बजे तक वैक्सीन की 53,84,094 खुराकें दी जा चुकी हैं। मंत्रालय ने कहा कि देर रात तक दिन के लिए अंतिम रिपोर्ट के संकलन के साथ दैनिक टीकाकरण संख्या बढ़ने की उम्मीद है। देश भर में कोविड-19 टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू किया गया था, जिसमें स्वास्थ्य कर्मियों को पहले चरण में टीका लगाया गया था। फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण 2 फरवरी से शुरू हुआ था। टीकाकरण का अगला चरण 1 मार्च से 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और 45 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए शुरू हुआ। देश ने 1 अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों के लिए टीकाकरण शुरू किया। सरकार ने तब 1 मई से 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को टीकाकरण की अनुमति देकर टीकाकरण अभियान का विस्तार करने का निर्णय लिया।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449323/congress-has-faith-in-priyanka-s-women-card-in-up-s-difficult-ground.html,कांग्रेस को यूपी के मुश्किल मैदान में प्रियंका के 'महिला' कार्ड पर है भरोसा,"कांग्रेस अगले साल उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा किए जा रहे बड़े-बड़े वादों पर भरोसा कर रही है, क्योंकि पार्टी महासचिव राज्य की महिला मतदाताओं पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। प्रियंका गांधी ने बुधवार को 'शक्ति विधान' शीर्षक से महिलाओं के लिए एक घोषणापत्र जारी किया था। उन्हें लगता है कि यह 403 सदस्यीय यूपी विधानसभा के चुनाव में पार्टी के लिए गेम-चेंजर हो सकता है। प्रियंका गांधी ने वादा किया है कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो राज्य में महिलाओं के लिए 20 लाख नई नौकरियों का सृजन किया जाएगा। लक्ष्य कांग्रेस को 40 प्रतिशत आवंटित करेगी। साथ ही, अपनी महिला कर्मचारियों की संख्या को 50 प्रतिशत तक बढ़ाने वाले व्यवसायों को कर छूट सहित प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा। घोषणापत्र में राज्य पुलिस बल में महिलाओं के लिए 25 प्रतिशत आरक्षण का भी वादा किया गया है। प्रत्येक पुलिस स्टेशन में कम से कम एक महिला अधिकारी और कांस्टेबल होंगे। दुष्कर्म जैसे अपराध की कोई शिकायत मिलने के 10 दिनों के भीतर अत्याचार अधिनियम की धारा 4 का पालन नहीं करने पर अधिकारियों के निलंबन का कानून बनाया जाएगा। इनके अलावा 10 प्लस 2 में पढ़ने वाली हर लड़की को स्मार्टफोन मिलेगा, जबकि अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम में दाखिला लेने वाली लड़कियों को स्कूटी मिलेगी। घोषणापत्र के अनुसार, महिलाएं हर साल तीन मुफ्त गैस सिलेंडर प्राप्त करने के अलावा, सरकारी बसों में मुफ्त यात्रा करेंगी। ये 'शक्ति विधान' में किए गए वादे हैं। लेकिन कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में अपनी सक्रियता कम कर दी है, क्योंकि यहां मुख्य लड़ाई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच है। साथ ही, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) भी मैदान में है। 2017 के पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सिर्फ सात सीटें मिली थीं। पिछली बार के विपरीत, कांग्रेस के अभी तक किसी भी गठबंधन में प्रवेश करने की कोई ठोस बात नहीं हुई है। हालांकि, गुरुवार को शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने राष्ट्रीय राजधानी में प्रियंका गांधी से मुलाकात की और कहा कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश और गोवा में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन कर सकती है। कुछ लोग इस संभावित गठबंधन को हिंदुत्व मतदाताओं के बीच विश्वसनीयता हासिल करने के कांग्रेस के प्रयास के रूप में देख सकते हैं। हाल ही में प्रियंका गांधी को अक्सर मंदिरों में जाते देखा गया है। हाल ही में वाराणसी में एक रैली में अपना भाषण शुरू करने से पहले उन्होंने 'दुर्गा स्तुति' का भी जाप किया। नवंबर में, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक टिप्पणी की थी कि अगर भाजपा राज्य में सरकार बनाती है, तो सभी विपक्षी नेता मंदिरों के बाहर 'कार सेवा' करते नजर आएंगे। इसका जवाब देते हुए प्रियंका गांधी ने गुरुवार को कहा था, ""क्या योगी जी जानते हैं कि मैं किस मंदिर में जाती हूं? मैं 14 साल की उम्र से व्रत रखती आ रही हूं। मुझे अपने धर्म या आस्था के लिए किसी से सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है।"" कांग्रेस सपा प्रमुख अखिलेश यादव से सीएए-एनआरसी आंदोलन के दौरान उनकी भूमिका को लेकर सवाल करने की कोशिश कर रही है। प्रियंका गांधी ने हाल ही में मुरादाबाद में एक रैली में सवाल किया, ""जब सीएए आंदोलन चल रहा था, तब समाजवादी पार्टी के नेता कहां थे?"" पार्टी ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए एआईसीसी के वरिष्ठ पर्यवेक्षक के रूप में भी शामिल किया है, और उनकी ओबीसी साख पर भरोसा कर रही है। कांग्रेस नेता और एमएलसी दीपक सिंह ने कहा, ""कांग्रेस के तीन मुख्यमंत्री हैं - पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी दलित समुदाय से हैं, जबकि राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और बघेल ओबीसी से हैं। इसलिए यह कांग्रेस है, न कि भाजपा, जो दलितों को सिर्फ सशक्त बनाना चाहती है।"" कांग्रेस जिस तरह कड़ी मेहनत कर रही है, राजनीतिक विशेषज्ञों को लगता है कि इसने एक ऐसी चर्चा पैदा की है, जो 2024 के लोकसभा चुनावों में वास्तविक परिणाम दिखाएगी।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449298/farmers-returning-home-after-a-years-agitation.html,"कृषि कानूनों के खिलाफ साल भर के आंदोलन के बाद घर लौटने लगे किसान, कई जगह यातायात प्रभावित","दिल्ली-हरियाणा सीमा पर एक साल से अधिक समय तक चले आंदोलन के पश्चात किसानों के घर लौटने के क्रम में शनिवार को फूलों से लदी ट्रैक्टर ट्रॉलियों के काफिले 'विजय गीत' बजाते हुए सिंघू धरना स्थल से बाहर निकल गए, लेकिन इस दौरान किसानों की भावनाएं हिलोरें मार रही थीं। सिंघू बॉर्डर छोड़ने से पहले, कुछ किसानों ने 'हवन' किया, तो कुछ ने कीर्तन गाये, जबकि कुछ किसान 'विजय दिवस' के रूप में इस दिन को चिह्नित करने के लिए 'भांगड़ा' करते नजर आये। उधर, पंजाब और हरियाणा में सिंघू बॉर्डर से लौटे किसानों की घर-वापसी पर मिठाइयों और फूल-मालाओं से जोरदार स्वागत करने का सिलसिला शुरू हो गया है। दिल्ली-करनाल-अम्बाला और दिल्ली-हिसार राष्ट्रीय राजमार्गों पर ही नहीं, बल्कि राजकीय राजमार्गों पर अनेक स्थानों पर किसानों के परिजन अपने गांववालों के साथ किसानों का स्वागत करते नजर आये। इस अवसर पर लड्डू-बर्फी भी बांटे जा रहे हैं। ट्रैक्टर ट्रॉलियों और अन्य वाहनों के हुजूम की वजह से दिल्ली-सोनीपत-करनाल राष्ट्रीय राजमार्गों पर वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई। दूर-दूर तक वाहनों का काफिला नजर आ रहा है। मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान, तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में और इन कानूनों को वापस लिये जाने की मांग को लेकर पिछले साल 26 नवंबर को बड़ी संख्या में यहां एकत्र हुए थे। अब जब सिंघू बॉर्डर से किसान अपने घरों को लौटने लगे हैं तो उनकी भावनाएं उफान पर हैं और मन में खुशियां हिलोरें मार रही हैं। ये किसान पिछले एक साल साथ रहने के बाद एक-दूसरे से विदाई लेते वक्त आपस में गले मिलते और बधाई देते नजर आए। किसानों ने सिंघू, टिकरी और गाजीपुर सीमाओं पर राजमार्गों पर नाकेबंदी हटा दी और तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को निरस्त करने और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी के लिए एक समिति गठित करने सहित उनकी अन्य मांगों को पूरा करने के लिए केंद्र के लिखित आश्वासन का जश्न मनाने के लिए एक 'विजय मार्च' निकाला। Delhi: Farmers vacate the Singhu border area after announcing to suspend their year-long protest against the 3 farm laws & other related issues. pic.twitter.com/dFUhsviFVT — ANI (@ANI) December 11, 2021 सिंघू बॉर्डर से रवाना होने को तैयार अम्बाला के गुरविंदर सिंह ने कहा, ‘‘यह हमलोगों के लिए भावनात्मक क्षण है। हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारा बिछोह इतना कठिन होगा, क्योंकि हमारा यहां लोगों से और इस स्थान से गहरा लगाव हो गया था। यह आंदोलन हमारे यादों में हमेशा मौजूद रहेगा।’’ यद्यपि कुछ किसान सिंघू बॉर्डर पर केएफसी के निकट पेट्रॉल पम्प पर इकट्ठा होकर कीर्तन और अरदास कर रहे थे तो कुछ टेंट को उखाड़ने और उन्हें ट्रैक्टर ट्रॉलियों पर लादने में मदद कर रहे थे। उसके सौ-दो सौ मीटर की दूरी पर ही पंजाब के युवकों का एक समूह जीत की खुशी में पंजाबी गानों पर भांगड़ा नृत्य कर रहे थे। सिंघू बॉर्डर पर पुलिस की उपस्थिति बहुत ही कम थी और जितने भी पुलिसकर्मी वहां मौजूद थे, उनके चेहरे पर सुकून के भाव स्पष्ट देखे जा सकते थे। एक पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, ‘‘हम अपनी ड्यूटी बेहतर तरीके से कर रहे थे। प्रदर्शन के समाप्त हो जाने से निश्चित तौर पर यात्रियों और स्थानीय लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।’’ इस बीच वाहनों के काफिले की वजह से विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गों पर यातायात की गति धीमी हो गयी है। सोनीपत के एक यातायात पुलिस अधिकारी ने कहा कि सोनीपत-करनाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहन धीरे-धीरे चल रहे हैं। कुछ वाहन राजमार्ग पर गलत साइड से घूस आये हैं, जिसकी वजह से भी वाहनों की आवाजाही में समस्या खड़ी हुई है। दिल्ली-रोहतक राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी कुछ स्थानों पर जाम की स्थिति बनी हुई है। पंजाब के मोगा निवासी किसान कुलजीत सिह ओलाख ने घर लौटने को उत्सुक अपने साथी किसानों के साथ सफर शुरू करने से पहले कहा, “सिंघू बॉर्डर पिछले एक साल से हमारा घर बन गया था। इस आंदोलन ने हमें (किसानों को) एकजुट किया, क्योंकि हमने विभिन्न जातियों, पंथों और धर्मों के बावजूद काले कृषि कानूनों के खिलाफ एक साथ लड़ाई लड़ी। यह एक ऐतिहासिक क्षण है और आंदोलन का विजयी परिणाम और भी बड़ा है।” गाजीपुर सीमा पर एक किसान जीतेंद्र चौधरी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपने घर लौटने के लिए अपनी ट्रैक्टर-ट्रॉली तैयार करने में व्यस्त थे। उन्होंने कहा कि वह सैकड़ों अच्छी यादों के साथ और ‘काले’ कृषि कानूनों के खिलाफ मिली जीत के साथ घर जा रहे हैं। किसान 11 दिसंबर को ‘विजय दिवस’ के रूप में मना रहे हैं। तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर हजारों किसान पिछले साल 26 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। #WATCH | Farmers leave their site of protest, Ghazipur border (Delhi-UP border), after suspending their year-long protest against the 3 farm laws & other related issues pic.twitter.com/42CCOr9VHY — ANI UP (@ANINewsUP) December 11, 2021 इन कानूनों को निरस्त करने के लिए 29 नवंबर को संसद में एक विधेयक पारित किया गया था। हालांकि, किसानों ने अपना विरोध समाप्त करने से इनकार कर दिया और कहा कि सरकार उनकी अन्य मांगों को पूरा करे जिसमें एमएसपी पर कानूनी गारंटी और उनके खिलाफ पुलिस में दर्ज मामले वापस लेना शामिल है। जैसे ही केंद्र ने लंबित मांगों को स्वीकार किया, आंदोलन की अगुवाई कर रही, 40 किसान यूनियनों की छत्र संस्था, संयुक्त किसान मोर्चा ने बृहस्पतिवार को किसान आंदोलन को स्थगित करने का फैसला किया और घोषणा की कि किसान 11 दिसंबर को दिल्ली की सीमाओं पर विरोध स्थलों से घर वापस जाएंगे। दिल्ली की सीमाओं से जाने के बाद किसान नेता 13 दिसंबर को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर जाकर दर्शन करेंगे। तो वहीं 15 दिसंबर को दिल्ली में संयुक्त किसान मोर्चा की अगली बैठक होगी।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449284/congress-demand-general-bipin-rawat-should-be-honored-with-bharat-ratna.html,"दिल्ली कांग्रेस की केंद्र से अपील, सीडीएस बिपिन रावत को भारत रत्न से नवाजा जाए","तमिलनाडु में हुए हेलिकॉप्टर हादसे में देश के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत व अन्य सैन्य बलों के जवानों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। इसी बीच दिल्ली कांग्रेस ने केंद्र सरकार से सीडीएस बिपिन रावत को भारत रत्न से सम्मानित करने की अपील की है। दरअसल देश से लेकर विदेश तक उनके व अन्य जवानों के निधन पर शोक जताया जा रहा है। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी ने श्रंद्धाजलि देने के बाद मीडिया से कहा कि, पूरा देश सीडीएस रावत और अन्य सैन्य बलों के निधन से सदमें में हैं। देश के लिए यह एक बड़ी क्षति है। हम सभी उनके परिवार के संवेदना व्यक्त करते हैं। वहीं उन्होंने अपना पूरा जीवन देश को समर्पित किया है, ऐसे में मेरा केंद्र सरकार से आग्रह है कि उन्हें भारत रत्न से नवाजा जाए। इसके अलावा उन्होंने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच करने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि, इस घटना में बहुत सारे सवाल हैं। इसपर एक उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। दिल्ली कैंट में जनरल रावत और उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। इससे पहले उनके पार्थिव शरीर के देशभर से आये तमाम लोगों ने अंतिम दर्शन किए, वहीं श्रद्धांजलि देने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, हरियाणा, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री समेत कई हस्तियां पहुंची थीं।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449283/china-slams-conspiracy-theory-over-cds-chopper-crash.html,"चीन ने हेलीकॉप्टर दुर्घटना पर साजिश की थ्योरी को नकारा, भारतीय सैन्य क्षमता पर भी उठाए सवाल","चीन की सरकारी मीडिया ने हेलीकॉप्टर दुर्घटना को लेकर 'साजिश की थ्योरी' की निंदा की है, जिसमें भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और 12 अन्य की मौत हो गई थी। चीनी सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने एक रिपोर्ट में कहा, ""भारत के सर्वोच्च रैंक वाले सैन्य अधिकारी जनरल बिपिन रावत के साथ एक हेलीकॉप्टर का दुर्घटनाग्रस्त होना दुर्भाग्यपूर्ण है। लेकिन भारत में एक तथाकथित विद्वान ब्रह्मा चेलानी ने घृणित रूप से, चीन-भारत संबंधों में नए तनाव पैदा करने का प्रयास करते हुए इस दुर्भाग्य का फायदा उठाया।"" दरअसल दिल्ली के एक लेखक एवं टिप्पणीकार और अंतर्राष्ट्रीय मामलों के जानकार ब्रह्मा चेलानी ने ट्विटर पर ताइवान में हुए हेलीकॉप्टर हादसे का जिक्र करते हुए सीडीएस बिपिन रावत की दुर्घटना की तुलना की है। साल 2020 की शुरूआत में ही ताइवान के हेलीकॉप्टर हादसे में वहां के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की मौत हो गई थी। ब्रह्मा चेलानी की इस तुलना के बाद चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने जहर उगला है। ब्रह्मा चेलानी ने अपने ट्वीट में कहा है, ""जब 20 महीने से भारत-चीन की सीमा पर युद्ध जैसे हालात हैं, ऐसे समय में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 सैन्यकर्मियों की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत होना बेहद दुखद है। यह बेहद खराब समय पर हुआ है।"" चेलानी ने अपने ट्वीट में आगे कहा, ""जनरल बिपिन रावत और ताइवान के पूर्व चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ शी यी मिंग की मौत में बहुत हद तक समानता है। 2020 की शुरूआत में ही ताइवान के तत्कालीन चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ शी यी मिंग और दो जनरल समेत सात सैन्यकर्मियों की मौत हो गई थी। हर हेलीकॉप्टर दुर्घटना ने चीन के खिलाफ आक्रामकता दिखाने वाले को खत्म कर दिया।"" ब्रह्मा चेलानी ने दूसरे ट्वीट में इस बात का भी जिक्र किया है कि इन दोनों हेलीकॉप्टर हादसों की समानता का अर्थ यह नहीं है कि इन दोनों हादसों में कोई कनेक्शन है या इसके पीछे किसी बाहरी ताकत का हाथ है। उन्होंने कहा, ""हर दुर्घटना ने देश के भीतर महत्वपूर्ण सवाल खड़े किए हैं। खासकर सेना के जनरलों को ले जाने वाले सैन्य हेलीकॉप्टरों के रखरखाव को लेकर सवाल उठाए गए हैं।"" चेलानी की थ्योरी को दरकिनार करने के साथ ही ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि रावत चीनी विमान पर नहीं थे। हेलीकॉप्टर चीन-भारत सीमा के पास कहीं भी दुर्घटनाग्रस्त नहीं हुआ, बल्कि दक्षिणी भारत में दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। इसने आगे कहा कि दुर्घटना ने न केवल भारत में बल्कि दुनिया में भी सदमे की लहर पैदा की है, क्योंकि ऐसी गंभीर दुर्घटना देखना दुर्लभ है, जिसमें एक शीर्ष सैन्य अधिकारी की जान चली गई है।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448887/parliament-winter-session-opposition-protest-against-the-suspension-of-12-opposition-members-of-rajya-sabha.html,"संसद भवन परिसर में विपक्षी दलों का प्रदर्शन जारी, निलंबन वापसी तक प्रदर्शन जारी रखने का एलान","राज्य सभा सांसदों के निलंबन के खिलाफ विरोधी दलों ने गुरुवार को भी संसद भवन परिसर में गांधी प्रतिमा के पास धरना दिया। गुरुवार को विरोधी दलों ने काली पट्टी और काला मास्क लगाकर अपना विरोध जताया। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भी विरोधी दलों के इस प्रदर्शन में शामिल हुए। न्यूज एजेंसी से बातचीत करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि निलंबन वापसी तक हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने माफी मांगने से साफ तौर पर इनकार करते हुए कहा कि आखिर इन 12 सांसदों की गलती क्या है ? ये तो लोगों की आवाज उठा रहे थे। Delhi | Opposition leaders wearing black bands protest against the suspension of 12 Opposition members of Rajya Sabha pic.twitter.com/ioBA4FKjZd — ANI (@ANI) December 2, 2021 एजेंसी से बातचीत करते हुए कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि 5 राज्यों में आने वाले विधान सभा चुनाव को देखते हुए सरकार संसद को जानबूझकर चलने नही देना चाहती है, ताकि जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा न हो सके।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448886/parliament-winter-session.html,महंगाई पर चर्चा के लिए कांग्रेस ने दोनों सदनों में दिया नोटिस,"कांग्रेस ने महंगाई के मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में नोटिस दिया है और आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी पर चर्चा की मांग की है। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने नोटिस में कहा कि महंगाई की उच्च दर ने देश के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को चोट पहुंचाई है। तेल और सब्जियों की कीमतें आसमान छू रही हैं और ईंधन लगभग हर रोज नए मूल्य रिकॉर्ड तोड़ रहा है। पेट्रोल 100 रूपए से आगे बढ़ रहा है, और एलपीजी सिलेंडर की कीमत अब कीमत 900 रुपये से ज्यादा हो गई है। ""आरबीआई द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर, 2021 के लिए तेल और वसा में सीपीआई(संयुक्त) मुद्रास्फीति दर सालाना आधार पर 33.50 प्रतिशत है, जबकि ईंधन और परिवहन और संचार के लिए समान संख्या क्रमश: 14.19 और 10.90 प्रतिशत है।"" उन्होंने कहा, ""मुद्रास्फीति की यह उच्च दर न केवल देश के निम्न-आय वर्ग की कमर तोड़ती है बल्कि आय वितरण में पहले से बढ़ रही असमानता को भी बढ़ाती है। इस प्रकार, मैं सदन में मुद्रास्फीति के इस जरूरी मुद्दे को उठाना चाहता हूं।"" कांग्रेस सांसद के.सी. वेणुगोपाल ने ""आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों"" पर चर्चा करने के लिए नियम 267 के तहत राज्यसभा में कामकाज के निलंबन के लिए इसी तरह का नोटिस दिया है। कांग्रेस मुद्रास्फीति की उच्च दरों पर सरकार से सवाल करती रही है और दो सप्ताह तक देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया है। पार्टी 12 दिसंबर को जयपुर में एक रैली भी करेगी।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448881/farmers-organizations-will-meet-on-4th-says-rakesh-tikait.html,किसान संगठनों की बैठक चार को होगी : राकेश टिकैत,"किसानों की मांग को लेकर पिछले एक साल से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे किसान संगठनों की बुधवार को सिंघु बॉर्डर पर होने वाली बैठक स्थगित कर दी गई। किसान नेता राकेश टिकैत ने बताया, छोटी-मोटी बैठकें चलती रहती हैं लेकिन आज कोई बैठक नहीं है। टिकैत ने कहा, किसान संगठनों की बैठक चार दिसम्बर को होनी है। उन्होंने कहा, जब तक किसानों की सभी मांगों का सामाधान नहीं होता, यह आंदोलन चलता रहेगा। किसान नेता ने कहा, सरकार को आम सहमति से रास्ता निकालना चाहिए, किसानों से बातचीत करनी चाहिए। मंगलवार को यूनियन नेताओं की तरफ से एक संकेत दिया गया कि उनकी एक बैठक बुधवार को सिंघु बॉर्डर पर होगी, जिसमें 40 से अधिक किसान संगठन भाग लेंगे। टिकैत ने आज सुबह कहा, ऐसी कोई बैठक नहीं है, छोटी-मोटी बैठकें होती रहती है। मंगलवार को संगठनों की तरफ से यह बात सामने आयी कि सरकार ने पंजाब के एक किसान नेता से एमएसपी और अन्य मुद्दों पर सरकार की ओर से बनाई जाने वाली विशेषज्ञों की समिति में किसानों की ओर से पांच नाम भेजें। किसान यूनियनों का कहना है कि सरकार की ओर से प्रस्तावित समिति पर उनके सामने अभी कोई ठोस प्रस्ताव नहीं आया है। समिति का स्वरूप क्या होगा, इस बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है। उनका यह भी कहना है कि सरकार की ओर से कोई ठोस प्रस्ताव आएगा तो उस पर विचार करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता डा. दर्शन पाल ने मंगलवार को कहा था कि आगामी चार दिसम्बर को होने वाली किसान संगठनों की बैठक में समिति में किसानों के नाम भेजे जाने पर विचार किया जाएगा और आंदोलन की आगे की दिशा तय होगी।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448879/pakistan-is-buying-underwater-craft.html,पाकिस्तान खरीद रहा अंडरवॉटर क्राफ्ट,"पाकिस्तान एक तरफ पाक की आवाम महंगाई की मार के कारण भूख से बिलख रहा है वहीं दूसरी ओर भारत में आतंकियों को घुसपैठ करा आतंकी हमले के लिए मोटी रकम पर अंडरवॉटर क्राफ्ट खरीद रहा है। कंगाली की किस्ती पर सवार पाकिस्तान अपने कंगाली का रोना रो रहा है। कर्ज लेकर आवाम का पेट भरने के बजाय आतंक के पौध को बड़ा करने के लिए हर काम करता है चाहे कीमत कुछ लगे। तभी तो पाकिस्तान आतंकियों के भरण पोषण और हथियार के लिए विश्व से लिए कर्ज को उन पर खर्च करता है। एक तरफ पाक की आवाम महंगाई की मार के कारण भूख से बिलख रहा है वहीं दूसरी ओर भारत में आतंकियों को घुसपैठ करा आतंकी हमले के लिए मोटी रकम पर अंडरवॉटर क्राफ्ट खरीद रहा है। खुफिया सूत्रों के अनुसार जम्मू कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ सुरक्षा बल लगातार ऑपरेशन कर उनका सफाया कर रहे हैं। एलओसी पर कड़ी सख्ती के चलते आतंकी देश में घुसने में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई कश्मीर घाटी में घटते आतंकियों की संख्या से परेशान है। खुफिया एजेंसियों के सूत्रों से यह जानकारी मिल रही है कि पाकिस्तान ने आतंकियों के घुसपैठ का एक नया प्लान तैयार किया है जिसके तहत वो पानी के जरिए भारत में आतंकियों को भेजने के जुगत पर काम करना शुरू कर दिया है। खुफिया सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने कई विदेशी कंपनियों से अपनी स्पेशल फोर्सेज के लिए छोटे अंडरवॉटर क्राफ्ट खरीद रहा है। यानी वो वाहन, जिन्हें पानी के भीतर संचालित किया जा सकता है। इन अंडरवॉटर क्राफ्ट की खास बात ये है कि यह 4 से 5 किलोमीटर की गहराई में भी आसानी से संचालित हो सकते हैं। ये वजन में हल्के हैं और इन पर 6 से 8 लोग सवार हो सकते हैं। इनका इस्तेमाल छोटे तकनीकी ऑपरेशंस के लिए किया जा सकता है। खबर है कि पाकिस्तान अपनी स्पेशल फोर्सेज को मजबूत करने के नाम पर ये उपकरण खरीद रहा है लेकिन वास्तव में इसका इस्तेमाल आतंकियों को घुसपैठ कराने और जल मार्ग वाले शहरों में हमला कराने के लिए करेगा। खुफिया सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (इंटर सर्विस इंटेलीजेंस) इसका इस्तेमाल भारत में आतंकियों की घुसपैठ और आतंकी हमले कराने की तैयारी कर रहा है। यानी अब छोटी-बड़ी नदी और नालों के जरिए आतंकियों को घुसपैठ कराने की कोशिश की जाएगी। खुफिया एजेंसियों को जानकारी मिली है कि आतंकवादी भारत पाकिस्तान सीमा और एलओसी पर बने नालों और जल मार्ग की रेकी कर रहे हैं। यहां गोताखोरों की मदद लेकर या दूसरे तरीकों से आतंकियों को पानी के जरिए रास्ता पार कराया जाएगा। खुफिया सूत्रों के अनुसार पिछले कुछ महीनों में पाकिस्तान की नेवी सेना और पाकिस्तान की थल सेना लश्कर समेत कई आतंकी गुटों को वॉटर कॉम्बैट ट्रेनिंग दे रही है। यानी इन्हें सिखाया जा रहा है कि समुद्र, नदी या फिर छोटे नालों के जरिए किस तरह घुसपैठ करनी है, ताकि आतंकी हमलों को अंजाम दिया जा सके।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448870/punjab-chief-minister-channi-siddu-harish-chaudhary-and-jakhar-meet-rahul-gandhi.html,"पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी, सिद्दू, हरीश चौधरी और जाखड़ ने की राहुल गांधी से मुलाकात","पंजाब प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और सुनील जाखड़ की लड़ाई राहुल गांधी के पास पहुंची और दोनों को राहुल गांधी ने बुधवार को दिल्ली तलब किया। दो दौर की बैठकों में सुनील जाखड़ ने अलग और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी व नवजोत सिंह सिद्धू ने राहुल गांधी से अलग मुलाकात की। तीनों नेताओं ने बुधवार देर शाम राहुल गांधी के आवास पर पहुंचकर मुलाकात की। माना जा रहा है कि राहुल संग बैठक में पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा की गई। सुनील जाखड़ ने शाम 5 बजे राहुल गांधी से मुलाकात की। दूसरी ओर चन्नी और सिद्दू की राहुल गांधी से मुलाकात देर रात करीब 10 बजे तक जारी रही। दोनों बैठकों के दौरान पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी मौजूद रहे। दरअसल पंजाब कांग्रेस में लगातार घमासान मचा हुआ है। नवजोत सिद्धू ने पिछले दिनों जिला प्रधानों के नाम तय कर पार्टी हाईकमान को भेजे थे। जिस पर पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने नाराजगी जगाई थी। खासतौर पर सुनील जाखड़ ने इस पर नाराजगी जताई। उन्होंने आरोप लगाया था कि सिद्धू संगठन को लेकर मनमानी कर रहे हैं। जिसके बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पंजाब कांग्रेस के तीनों वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली बुलाकर चर्चा की और इस तनातनी के माहौल को दूर करने का प्रयास किया। गौरतलब है कि सिद्धू ने तकरीबन 2 सप्ताह पहले कांग्रेस हाईकमान को लिस्ट भेजकर, 29 जिला इकाई वाले पंजाब में हर जिला इकाई में एक प्रधान और 2 कार्यकारी प्रधान का फॉर्मूला सुझाया था। अपने फॉर्मूले के जरिये सिद्धू ने इसमें 89 नेताओं को एडजस्ट करने की तैयारी की थी, जिसपर पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने नाराजगी जताई थी। वरिष्ठ नेताओं का आरोप है कि कुछ नेताओं को ही इसमें तरजीह दी जा रही है। अब राहुल गांधी ने इस पूरे मसले पर पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ को दिल्ली बुलाकर पूरे मामले को समझने का प्रयास किया। दरअसल पंजाब में कांग्रेस को हिंदू वोट बैंक की चिंता है। प्रदेश में 38.49 फीसदी हिंदू वोट हैं। कांग्रेस हाईकमान ने मुख्यमंत्री और संगठन अध्यक्ष के पद पर सिख चेहरे नियुक्त कर दिए हैं। ऐसे में हिन्दू वोट बैंक को मजबूत करने के लिए संगठन में अन्य पदों पर हिन्दू नेताओं को तरजीह देनी होगी। पार्टी फिलहाल इसी कवायत में जुटी है।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448868/keshav-said-ayodhya-kashi-continues-to-build-a-magnificent-temple-now-preparing-mathura.html,अयोध्या-काशी के बाद अब मथुरा की तैयारी : मौर्य,"उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट तेज होने के साथ ही सियासी गलियारों में सत्ताधारी दल भाजपा की ओर से मंदिर निर्माण को चुनावी मुद्दा बनाने की कवायद तेज हो गयी है। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण और वाराणसी में काशी विनाथ कॉरीडोर के निर्माण की प्रक्रिया शुरू होने के बाद अब मथुरा में भी भव्य मंदिर बनाने का दावा उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने किया है। मौर्य ने ट्वीट कर कहा, ‘अयोध्या काशी भव्य मंदिर निर्माण जारी है, मथुरा की तैयारी है।’ उल्लेखनीय है कि अब तक भाजपा, संघ व विहिप की ओर से अयोध्या, वाराणसी और मथुरा में मंदिर निर्माण की मांग को पूरा करने के दावे किये जाते रहे हैं। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने बुधवार ट्वीट के माध्यम से कहा कि 'अयोध्या और काशी में भव्य मंदिर निर्माण जारी है। मथुरा की तैयारी है। मौर्य ने अपने ट्वीट के साथ ही जय श्रीराम, जय शिव शम्भू और जय श्री राधे कृष्ण का हैशटैग भी लगाया। केशव मौर्य के इस बयान से संकेत साफ है कि भाजपा यूपी चुनाव में विकास के साथ हिंदुत्व के मुद्दे को आगे बढ़ाने का मन बना चुकी है। ज्ञात हो कि भारतीय जनता पार्टी हिन्दुत्व के मुद्दे को लेकर आगे चली है। अयोध्या, काशी और मथुरा शुरू से ही भारतीय जनता पार्टी के एजेंडे में शामिल रहा है। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि का विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसले के बाद राम मंदिर निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। अब मथुरा जन्मभूमि प्रकरण जोर पकड़ रहा है। पिछले दिनों मथुरा और वृंदावन को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीर्थस्थल घोषित किया था। प्रदेश सरकार ने मथुरा-वृंदावन नगर निगम के 22 वाडरें को पवित्र तीर्थ स्थल घोषित करते हुए वहां मांस-मदिरा की बिक्री को प्रतिबंधित कर दिया।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448867/sirsa-left-the-post-of-dsgmc-chief-and-joined-bjp.html,DSGMC प्रमुख पद छोड़ा भाजपा में शामिल हुए सिरसा,"शिरोमणि अकाली दल के दो बार के विधायक और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) के प्रमुख मनजिंदर सिंह सिरसा बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए। केंद्रीय मंत्री धम्रेंद्र प्रधान और गजेंद्र सिंह शेखावत ने उन्हें पार्टी की सदस्यता प्रदान की। भाजपा मुख्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में सिरसा का स्वागत किया गया। आगामी पंजाब विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा के प्रभारी शेखावत ने कहा कि सिरसा को पार्टी में शामिल करने से निश्चित रूप से राज्य में अगले साल की शुरुआत में होने वाले चुनाव में मदद मिलेगी। भाजपा और अकाली दल के बीच गठबंधन के दौर में सिरसा दिल्ली विधानसभा का चुनाव जीते थे लेकिन तीन कृषि कानूनों के विरोध में भाजपा ने अकाली दल से गठबंधन तोड़ दिया था, जिस कारण मनजिंदर को भी दिल्ली में भजापा से गठबंधन तोड़ना पड़ा।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448859/mamta-took-a-dig-at-congress-and-said-where-is-upa.html,"ममता ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा, कहां है यूपीए?","पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए बुधवार को कहा कि अब कोई यूपीए (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) नहीं बचा है। ममता ने हालांकि सभी समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों से एकजुट होकर 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से लड़ने का आह्वान भी किया। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार के साथ अपनी बहुप्रतीक्षित बैठक में, बनर्जी ने सभी विपक्षी दलों के लिए अगले चुनावों में भाजपा को एकजुट करने की रणनीति पर चर्चा की। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बनर्जी से मुलाकात करने वाले पवार ने कहा कि उन्होंने विभिन्न राजनीतिक मुद्दों पर लंबी चर्चा की। उन्होंने कहा, ""हम लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा और लोगों की बेहतरी सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक प्रयासों और प्रतिबद्धता को मजबूत करने की आवश्यकता पर सहमत हुए हैं।"" बनर्जी ने 'एक मजबूत वैकल्पिक मार्ग' बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया, क्योंकि देश में कोई भी 'चल रहे फासीवाद' से नहीं लड़ रहा है। तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष बनर्जी ने कहा, ""शरद जी सबसे वरिष्ठ नेता हैं। शरद जी ने जो कुछ भी कहा है, मैं उससे पूरी तरह सहमत हूं।"" उन्होंने कहा कि शिवसेना एक मजबूत क्षेत्रीय पार्टी है जो भाजपा से लड़ रही है और ऐसी सभी पार्टियों को 2024 के चुनावों में भगवा पार्टी को सामूहिक चुनौती देनी चाहिए। अपने गृह राज्य में अप्रैल-मई विधानसभा चुनावों में व्यापक जीत के लिए बनर्जी की सराहना करते हुए, पवार ने कहा कि 2024 के चुनावों के लिए उनका इरादा स्पष्ट है। पवार ने कहा, ""मौजूदा स्थिति में, सभी समान विचारधारा वाली ताकतों को राष्ट्रीय स्तर पर एकजुट होना चाहिए और भाजपा से निपटने के लिए एक सामूहिक नेतृत्व स्थापित करना चाहिए।"" उन्होंने कहा कि न केवल आज, बल्कि भविष्य के चुनाव के लिए एक मजबूत वैकल्पिक नेतृत्व प्रदान करने की आवश्यकता है और इस पृष्ठभूमि में बनर्जी ने सभी नेताओं के साथ 'बहुत सकारात्मक चर्चा' करने के लिए दौरा किया है। शिवसेना सांसद संजय राउत, जिन्होंने पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे के साथ कल रात बनर्जी से मुलाकात की, ने कहा कि वह कांग्रेस की उपज हैं और उनके बीच जो भी मतभेद थे, उन्होंने पार्टी छोड़ दी। राउत ने कहा, ""यह उनका आपसी मामला है और वे इसे सुलझा लेंगे। उन्होंने पश्चिम बंगाल में एक ऐतिहासिक जीत हासिल की है, जहां न केवल भाजपा, बल्कि वामपंथी और कांग्रेस का भी सफाया हो गया है। वे सभी जो तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे, अब वापस आ रहे हैं।"" यह मुलाकात बनर्जी की दो दिवसीय मुंबई यात्रा का मुख्य राजनीतिक आकर्षण थी, लेकिन वह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से नहीं मिल सकीं, क्योंकि पिछले महीने उनकी रीढ़ की सर्जरी के बाद धीरे-धीरे उनका स्वास्थ्य ठीक हो रहा है। बनर्जी ने कहा कि वह सीएम से मिलने के लिए बहुत उत्सुक हैं, मगर वह ऐसा करने में असमर्थ हैं। ममता ने कहा कि उन्होंने उनके शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना की है। बंगाल की मुख्यमंत्री ने भविष्य में उनसे जल्द ही मुलाकात करने की आशा व्यक्त की।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448858/parliamentary-standing-committee-recommends-setting-up-of-media-council-for-print-electronic-and-digital-media-and-giving-effect-to-self-regulation-regime-of-tv-channels.html,बेकाबू डिजिटल मीडिया की निगरानी को सशक्त प्रणाली बने : संसदीय समिति,"संसदीय सूचना प्रौद्योगिकी संबंधी स्थायी समिति ने सरकार को सुझाव दिया है कि वह सभी पक्षों के साथ पर्याप्त रूप से परामर्श कर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार को पूरी तरह से संरक्षित रखते हुए डिजिटल मीडिया पर निगरानी के लिए सशक्त प्रणाली तैयार करे। कांग्रेस सांसद एवं समिति के सभापति शशि थरूर ने लोकसभा में अपनी रिपोर्ट पेश की। रिपोर्ट में कहा गया है कि सूचना और प्रसारण मंत्रालय से भारत में प्रेस के मानक को बनाए रखने और बढ़ावा देने के लिये भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) द्वारा सेंसर किए गए मामलों पर कार्रवाई करने के मकसद से ब्यूरो आफ आउटरीच एंड कम्यूनिकेशन (बीओसी) के लिए कोई समय सीमा निर्धारित करने को कहा गया है। संसदीय समिति ने कहा कि वह इस बात से व्यथित है कि ऐसे कई मामलों में दोषी समाचार पत्र पीसीआई द्वारा सेंसर किये जाने के बाद भी वही गलतियां दोहराते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, समिति ने कहा, यह गंभीर चिंता का विषय है कि मीडया जो कभी लोकतंत्र में नागरिकों के हाथों में सबसे भरोसेमंद हथियार था और जनता के न्यासी के रूप में कार्य करता है, वह धीरे-धीरे अपनी विसनीयता और सत्यनिष्ठा खो रहा है, जहां मूल्यों और नैतिकता को अपने अनुकूल बनाया जा रहा है।’ रिपोर्ट के अनुसार, समिति ने कहा कि मीडिया द्वारा पेड न्यूज, फर्जी खबर, टीआरपी में हेराफेरी, मीडिया परीक्षण, सनसनी फैलाने, पक्षपातपूर्ण रिपोर्टिंग आदि के रूप में परिलक्षित आचार संहिता के उलंघन के बड़े पैमाने पर उदाहरणों ने लोगों के मन में इसकी विश्वसनीयता पर बड़ा सवालिया निशान लगा दिया है जो लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं है। इसमें कहा गया है कि एक अच्छा लोकतंत्र जनता की भागीदार पर फलता-फूलता है जो जिम्मेदार मीडिया द्वारा सही सूचना के प्रसार के माध्यम से संभव है। समिति ने कहा कि मीडिया का इतना प्रभाव है कि वह किसी भी व्यक्ति, संस्था या किसी भी विचार को बना या बिगाड़ सकता है। इसमें कहा गया, मीडिया अपने विशेषाधिकार, कर्तव्यों और दायित्वों से आंखें नहीं फेर सकता। पत्रकारिता एक ऐसा पेशा है, जो सेवा करता है। इस कारण दूसरों से प्रश्न करने का विशेषाधिकार प्राप्त हुआ है। तथापि, इन विशेषाधकार का प्रयोग करने के लिए, मीडिया को सूचना एकत्र करने और प्रसारित करने में कुछ नैतिक मानदंड का पालन करना अनिवार्य है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/pm-will-inaugurate-kashi-vishwanath-corridor-today/,प्र.म. आज करेंगे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण : श्रद्धालुओं के...,"प्र.म. आज करेंगे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण : श्रद्धालुओं के लिए 15 से खुलेगा By admin -December 13, 2021 वाराणसी (एजेंसी)। विश्वनाथ मम नाथ तुम्हारी, त्रिभुवन महिमा अमिट तुम्हारी…। गंगा तट पर दमक रही स्वर्णमयी आभा अब देश ही नहीं दुनिया का ध्यान एक बार फिर अपनी ओर खींच रही है। 54 हजार वर्गमीटर में फैले काशीपुराधिपति के भव्य धाम की सुनहरी आभा अब गंगा की लहरों को भी तरंगित कर रही है। दुनिया भर के करोड़ों शिवभक्तों के सपने साकार करने वाला यह धाम 15 दिसंबर के बाद आम भक्तों के लिए सुलभ होगा। अब भक्त न केवल बेरोकटोक जटाजूट के दर पर दंडवत होंगे, बल्कि लाखों शिवभक्तों के लिए ‘जीय जुड़ा गईल वाली’ अनुभूति होगी। नीली और पीली रोशनी में नहाए महादेव के दर पर 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ देशभर के प्रमुख धर्माचार्य भी इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी होंगे। पुरानी मान्यताओं के अनुसार साढ़े तीन सौ साल बाद ऐसा अदभुत पल दोहराने वाला है। ऐसे में दुनियाभर के शिवभक्त इसे त्रिभुवन महिमा अमिट तुम्हारी की ही संज्ञा दे रहे हैं। श्रीकाशी विश्वनाथ कॉरिडोर भक्तों को अपनी दिव्यता का एहसास कराने के लिए तैयार है। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे जनता को समर्पित करेंगे। शिव की नगरी काशी में देव दिवाली जैसा माहौल है। काशी के सभी प्रमुख मंदिरों की विशेष सजावट की जा रही है। 13 दिसंबर को हर घर में दीप प्रज्वलन होगा। पूरे कॉरिडोर को बाबा विश्वनाथ की पसंद के 12 टन फूलों से सजाया गया है। इसके लिए मदार, गुलाब, गेंदा आदि फूलों की खेप दूसरे राज्यों और विदेशों से मंगाई गई। पूरी काशी को दुल्हन की तरह सजाया गया है। सोमवार को 11 लाख दीपों से काशी दमकेगा। वाराणसी में प्र.म. मोदी की अभेद्य रहेगी सुरक्षा नेवी के कमांडो संभालेंगे मोर्चा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को काशी कॉरिडोर का लोकार्पण करने वाराणसी पहुंचेंगे। पुलिस कमिश्नर सतीश गणेश ने बताया कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान अभूतपूर्व सुरक्षा रहेगी। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि कार्यक्रम में 12 प्रदेशों के मुख्यमंत्री, 9 उप मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। सुरक्षा की दृष्टि से एसपीजी, पुलिस, एटीएस, नेवी के कमांडो संवेदनशील ठिकानों पर तैनात रहेंगे। गणेश के मुताबिक 13 दिसंबर को वैवाहिक लग्न भी तेज है, इस दौरान 13 की रात नौ बजे से साढ़े नौ बजे तक प्रधानमंत्री के मूवमेंटके दौरान कुछ समय के लिए बारातें न निकालने की अपील की गई है। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि वाराणसी में पहले से ही धारा 144 के तहत ड्रोन को प्रतिबंधित किया गया है। लेकिन प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के चलते एंटी ड्रोन टीमें भी सुरक्षा में तैनात की गई हैं। प्रधानमंत्री करीब तीन घंटे तक गंगाजी में भी रहेंगे। लिहाजा गंगाजी में सुरक्षा के लिए विशाखापट्नम से नेवी के डीप डाइवर्स की टीम भी तैनात की गई है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/pm-modi-took-a-pinch-of-akhilesh/,प्र.म. मोदी ने अखिलेश की ली चुटकी ‘हो सकता है...,"प्र.म. मोदी ने अखिलेश की ली चुटकी ‘हो सकता है बचपन में फीता काट दिया हो …’ By admin -December 12, 2021 बलरामपुर (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में सरयू नहर प्रॉजेक्ट का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछली सरकारों पर जमकर निशाना साधा और कहा कि यह परियोजना 50 सालों में पूरी हुई। प्र.म. ने कहा कि जिस समय इस परियोजना की शुरूआत हुई थी उस समय महज 100 करोड़ में पूरी हो जाती, लेकिन देरी की वजह से लागत बढ़ती गई और अब इस पर 10 हजार करोड़ रू. खर्च करने पड़े हैं। प्र.म. मोदी ने श्रेय लेने की कोशिश करने पर पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की चुटकी ली और कहा कि हो सकता है कि बचपन में उन्होंने ही फीता काटा हो। प्र.म. मोदी ने कहा, सार्वजनिक जीवन में मुझे लंबे समय से काम करने का सौभाग्य मिला है। मैंने पहले की कई सरकारें और उनका कामकाज देखा है। इस लंबे कालखंड में मुझे जो सबसे अधिक अखरा और जिससे सबसे अधिक पीड़ा हुई, वह है देश के धन, समय और संसाधन का दुरूपयोग, अपमान। सरकारी पैसे हैं तो मुझे क्या, मेरा क्या। यह तो सरकारी है। यह सोच देश के संतुलित और संपूर्ण विकास में सबसे बड़ी रूकावट बन गई है। इसी सोच ने सरयू नहर प्रॉजेक्ट को लटकाया भी, भटकाया भी। आज से करीब 50 साल पहले इस पर काम शुरू हुआ था। आज इसका काम पूरा हुआ है। ‘हो सकता है बचपन में काट दिया हो फीता’ : सरयू नहर प्रॉजेक्ट को लेकर श्रेय लेने की कोशिश में जुटे पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर नाम लिए बिना निशाना साधते हुए प्र.म. ने कहा, जब मैं आज दिल्ली से चला तो सुबह से मैं इंतजार कर रहा था कि कब कोई आएगा और कहेगा कि मोदी जी इस योजना का फीता तो हमने काटा था। यह योजना तो हमने शुरू की थी। कुछ लोग हैं जिन्हें आदत है ऐसा कहने की, हो सकता है बचपन में इसका भी फीता उन्होंने ही काटा हो। कुछ लोगों की प्राथमिकता फीता काटने की है, हमारी प्राथमिकता योजनाओं को समय पर पूरा करने की है। 2014 में जब मैं सरकार में आया तो यह देखकर हैरान था कि देश में सिंचाई की 99 बड़ी परियोजनाएं देश के अलग-अलग कोनों में दशकों से अधूरी पड़ी हैं। सरयू नहर योजना में जितना काम 5 दशक में हो पाया था उससे ज्यादा काम करने 5 साल में करके दिखाया। यही तो डबल इंजन सरकार है। यही तो डबल इंजन सरकार की रफ्तार है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/slogans-against-rakesh-tikait-arrived-to-pay-tribute-to-cds-bipin-rawat/,सीडीएस बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देने पहुंचे राकेश टिकैत के खिलाफ...,"सीडीएस बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देने पहुंचे राकेश टिकैत के खिलाफ नारेबाजी, अखिलेश यादव ने भाजपा को घेरा By admin -December 11, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। शोक में डूबे राष्ट्र ने नम आंखों से सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को शुक्रवार को अंतिम विदाई दी। दिल्ली स्थित सीडीएस बिपिन रावत के आवास पर उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। यहां कई बड़ी हस्तियों ने आकर सीडीएस और उनकी पत्नी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। किसान नेता राकेश टिकैत भी यहां श्रद्धांजलि देने पहुंचे। बताया जा रहा है कि राकेश टिकैत को यहां देखने के बाद कुछ लोगों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की। इधर इस मामले पर अब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी को निशाने पर लिया है। अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा, जनरल रावत जी की अंतिम यात्रा में किसान नेता राकेश टिकैट जी के ख़िलाफ़ नारे लगानेवाले भाजपाइयों ने साबित किया है कि वो ‘जय जवान-जय किसानÓ के उद्घोष में विश्वास नहीं करते हैं। ये सेना का अपमान भी है और किसान का भी। शोक के समय में भाजपाइयों का ऐसा अभद्र व्यवहार देश माफ़ नहीं करेगा।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/peasant-movement-ended/,"किसान आंदोलन खत्म- 11 से शुरू होगी वापसी, उखडऩे लगे टेंट","किसान आंदोलन खत्म- 11 से शुरू होगी वापसी, उखडऩे लगे टेंट By admin -December 10, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। दिल्ली की सीमाओं पर बीते 14 महीनों से डटे किसानों ने आंदोलन की समाप्ति का ऐलान कर दिया है। 11 दिसंबर से सिंघु बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर समेत तमाम जगहों से किसान घर वापसी शुरू कर देंगे। इसके बाद 13 दिसंबर को किसान अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में अरदास करेंगे और अपने घरों को पहुंच जाएंगे। सरकार की ओर से मिले नए प्रस्ताव पर किसान संगठनों में सैद्धांतिक सहमति पहले बन गई थी, लेकिन गुरूवार दोपहर को इस पर लंबी चर्चा के बाद फैसला हुआ। इस मीटिंग में किसान संगठनों के 200 से ज्यादा प्रतिनिधि मौजूद थे। सिंघु बॉर्डर का माहौल भी किसानों की वापसी का संकेत दे रहा है। यहां लोग टेंट हटाने लगे हैं और लंगर आदि का सामान गाडिय़ों में रखा जाने लगा है। संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधि बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि हमारी 15 जनवरी को एक समीक्षा बैठक होगी, जिसमें यह विचार करेंगे कि आंदोलन से हमने क्या पाया है और सरकार ने कितनी मांगों को मान लिया है। उन्होंने कहा कि 11 दिसंबर से किसान लौटना शुरू कर देंगे और 15 दिसंबर को पंजाब में भी सभी मोर्चे खत्म हो जाएंगे। राजेवाल ने कहा कि मैं उन सभी लोगों को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने हमारा इस लंबी लड़ाई में समर्थन दिया है। मांगें पूरी न हुई तो फिर शुरू कर सकते हैं आंदोलन इस दौरान गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि हम इस आंदोलन के दौरान सरकार से हुए करारों की समीक्षा करते रहेंगे। यदि सरकार अपनी ओर से किए वादों से पीछे हटती है तो फिर से आंदोलन शुरू किया जा सकता है। इस आंदोलन ने सरकार को झुकाया है। उन्होंने कहा कि 15 जनवरी को संयुक्त किसान मोर्चा की समीक्षा बैठक दिल्ली में होगी। मध्य प्रदेश के किसान नेता शिवकुमार कक्का ने कहा कि हम देश के उन तमाम लोगों से माफी मांगते हैं, जिन्हें इस आंदोलन के चलते परेशानी हुई है। शिवकुमार कक्का ने कहा कि कृषि मंत्रालय के सचिव संजय अग्रवाल की ओर से भेजे गए लेटर के बाद यह सहमति बनी है। इस लेटर में हमारी ज्यादातर मांगों पर विचार करने की बात कही गई है। सरकार ने मुकदमों से लेकर तमाम चीजों को लेकर 15 जनवरी तक का समय दिया है। हम इसके बाद समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं प्र.म. मोदी को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने तीन कानूनों को लेकर देश भर के किसानों को संगठित किया। ऐसे बनी सरकार और किसानों में सहमति किसानों और सरकार के बीच इस सप्ताह की शुरूआत से ही बात चल रही थी। मंगलवार को सरकार ने किसानों को एक चि_ी भेजी थी। इसमें एमएसपी पर कमेटी बनाने, मुआवजे पर सैद्धांतिक सहमति और आंदोलन खत्म करने पर मुकदमों की वापसी की बात कही गई थी। इस पर किसानों ने आपत्ति जताते हुए कहा था कि मुकदमे आंदोलन की समाप्ति के बाद नहीं बल्कि पहले ही हटाए जाएं। इसके बाद सरकार ने नया प्रस्ताव किसानों को भेजा और तत्काल प्रभाव से मुकदमों की वापसी की बात कही। सरकार के नए प्रस्ताव पर संगठन राजी हो गए और आंदोलन खत्म करने का फैसला लिया गया।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/india-is-poor-and-very-unequal-country/,"10% के पास 57% आय, भारत ‘गरीब और बहुत असमानता’ वाला...","10% के पास 57% आय, भारत ‘गरीब और बहुत असमानता’ वाला देश By admin -December 9, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। भारत ‘गरीब और बहुत असमानता’ वाला देश है। यहां टॉप 10% अमीरों की आय देश की कुल आय की 57% है. जबकि निचली 50’ आबादी की आय देश की कुल आय की सिर्फ 13% है। यह बात ‘विश्व असमानता रिपोर्ट 2022Ó में सामने आई है। यह रिपोर्ट दुनिया के देशों में अमीर-गरीब के बीच बढ़ती असमानता को उजागर करती है। रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 के दौरान वैश्विक आय में भी गिरावट दर्ज की गई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, वैश्विक आय में लगभग आधी गिरावट अमीर देशों में और बाकी कम आय वाले और उभरते देशों में है। इसकी मुख्य वजह दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया है। साफ शब्दों में कहा जाए, तो भारत के प्रभाव की वजह से है। जब भारत को इस रिपोर्ट से अलग कर दिया जाता है, तो नजर आता है कि कि वैश्विक स्तर पर 50′ आय का हिस्सा वास्तव में 2020 में थोड़ा बढ़ा है। 1′ अमीरों की आय देश की कुल आय के 22′ के बराबर अर्थशास्त्री और विश्व असमानता लैब के को-डायरेक्टर, लुकास चांसल, अर्थशास्त्री थॉमस पिकेटी, इमैनुएल सैज और गेब्रियल जुकमैन द्वारा लिखी गई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में टॉप 10 अमीरों की आय देश की कुल आय का 57% है। वहीं, 1% अमीरों की आय देश की कुल आय के 22% के बराबर है। जबकि निचले स्तर की बात करें, तो 50′ आबादी की आय देश की कुल आय का सिर्फ 13% है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत का मध्यम वर्ग अपेक्षाकृत गरीब है। उसकी औसत संपत्ति 7,23,930 रू. है। यह कुल आय का 29.5′ है। वहीं, शीर्ष 10% लोगों के पास 63,54,070 रू. संपत्ति है, जो कुल संपत्ति की 65% है। जबकि 1′ के पास 3,24,49,360 रूपए संपत्ति है, जो कुल संपत्ति का 33% है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, 2021 में भारत में वयस्क आबादी की सालाना औसत आय 2,04,200 रू. है। जबकि निचले 50% आबादी औसत 53,610 रू. सालाना कमाती है। जबकि शीर्ष 10% आबादी की सालाना आय इसकी 20 गुना ज्यादा यानी 11,66,520 रूपए है। देश में निचली 50′ आबादी के पास संपत्ति के नाम पर कुछ भी नहीं है। उनकी औसत संपत्ति 66,280 रूपए है, जो कुल संपत्ति का महज 6′ है। रिपोर्ट में सरकारी आंकड़ों पर उठाए गए सवाल रिपोर्ट में भारत सरकार द्वारा जारी असमानता के आंकड़ों पर भी सवाल उठाया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार के आंकड़ों के चलते असमानता परिवर्तनों का आकलन करना विशेष रूप से कठिन हो गया है। हाल ही में नीति आयोग ने मल्टीडाइमेंशनल पॉवर्टी इंडेक्स (एमपीआई) जारी किया गया था। इसके मुताबिक, भारत में हर चार में से एक व्यक्ति मल्टीडाइमेंशनली गरीब है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार में सबसे ज्यादा 51.91′ आबादी गरीब है. इसके बाद झारखंड और उत्तर प्रदेश का नंबर आता है। रिपोर्ट के मुताबिक, अंग्रेजों के शासन में 1858 से 1947 के बीच भारत में असमानता ज्यादा थी। तब 10% लोगों का 50% आय पर कब्जा था। आजादी के बाद पंचवर्षीय योजनाएं शुरू हुईं तो आंकड़ा घटकर 35%’-40% आय पर रह गया। उदारीकरण नीतियों से भी अमीरों की आय बढ़ी। वहीं, आर्थिक उदारीकरण से शीर्ष 1% को सबसे अधिक फायदा हुआ, जबकि निम्न और मध्यम वर्ग की दशा में सुधार की गति में तेजी नहीं आ पाई। यही वजह है कि भारत में गरीबी बनी रही। भारत में औसत घरेलू संपत्ति 9,83,010 रू. है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/cds-rawat-warns-that-corona-epidemic-may-turn-into-biological-warfare/,सीडीएस रावत ने दी चेतावनी- जैविक युद्ध में बदल सकती है...,"सीडीएस रावत ने दी चेतावनी- जैविक युद्ध में बदल सकती है कोरोना महामारी By admin -December 8, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। कोरोना के कहर के बीच चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने मंगलवार को चेतावनी दी कि यह महामारी जैविक युद्ध में बदल सकती है। ऐसी स्थिति में सभी देशों को इसका मुकाबला करने के लिए तैयार रहना चाहिए। बिम्सटेक सदस्य देशों से जुड़े आपदा प्रबंधन अभ्यास के कर्टेन रेजर कार्यक्रम में, भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने भी कोरोना के नए वैरिएंट के उभरने और संक्रमण के मामलों में उछाल आने बारे में चेतावनी दी। इससे पता चलता है कि कोरोना का संकट अभी टला नहीं है। इस कार्यक्रम में भारत सहित बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार, भूटान, थाईलैंड, श्रीलंका आदि देश भाग ले रहे हैं। सीडीएस रावत ने कर्टेन रेजर कार्यक्रम पैनेक्स-21 में कहा कि मैं एक और मुद्दा उठाना चाहूंगा। वह यह है कि क्या यह एक नए प्रकार के युद्ध का स्वरूप ले रहा है। हम लोगों को खुद को मजबूत कर इससे निपटना होगा ताकि ये वायरस और बीमारियां हमारे देश को प्रभावित न कर सकें। उन्होंने कहा कि अब कोरोना का ओमिक्रोन वैरिएंट सामने आया है। अगर यह अन्य रूपों में बदलता है तो हमें इसके लिए तैयार रहना होगा। जनरल रावत ने कहा कि हम सभी के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम अपने बुद्धि कौशल से एक-दूसरे का साथ दें। सीडीएस ने यह भी बताया कि दुनिया के सशस्त्र बलों को आपदाओं का मुकाबला करने के लिए विशेष तैयारी करनी पड़ती है। कोरोना के दौरान, यह देखा गया कि हर देश द्वारा रक्षा बलों का इस्तेमाल अपनी नागरिक आबादी तक पहुंचने और उनकी मदद करने के लिए किया जाता था। इस कार्यक्रम में रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने भी भाग लिया। उन्होंने सदस्य देशों को प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं से लडऩे के लिए संयुक्त रूप से काम करने के लिए कहा।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/rahul-in-parliament-new-shabbat-chosen-for-modi/,संसद में राहुल ने प्र.म. मोदी के लिए चुना नया ‘शब्दबाण’,"संसद में राहुल ने प्र.म. मोदी के लिए चुना नया ‘शब्दबाण’ By admin -December 8, 2021 ‘जो प्र.म. ने माफी मांगी है… जो प्र.म. ने माफी मांगी है…’ नई दिल्ली (एजेंसी)। ‘जो प्र.म. ने माफी मांगी है…’। कांग्रेस ने संसद में प्र.म. मोदी को घेरने के लिए अपना यह नया ‘शब्दबाण’ तैयार कर लिया है। लोकसभा में मंगलवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इसका इस्तेमाल किया। दो मिनट में उन्होंने तीन बार इसे प्र.म. मोदी पर छोड़ा। रणनीति बदल गई, शब्द भी तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के बाद भी कांग्रेस ने किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरने की रणनीति नहीं छोड़ी है। इसके लिए संसद में प्र.म. मोदी के शब्दों से ही उन पर वार की नई रणनीति दिखाई दी। राहुल गांधी जब लोकसभा में किसान आंदोलन में मारे गए किसानों को मुआवजे और नौकरी की मांग के मुद्दे पर बोलने के लिए उठे, तो उन्होंने शुरूआती प्र.म. मोदी के शब्दों से की। राहुल ने कहा, जैसा पूरा देश जानता है किसान आंदोलन मे करीब 700 किसान शहीद हुए हैं। प्रधानमंत्री जी ने देश से और देश के किसानों से माफी मांगी। उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने गलती है। अपने कुल दो मिनट के संबोधन में उन्होंने तीन बार प्र.म. मोदी के कृषि बिलों के लिए माफी मांगने का जिक्र किया। यह देखने वाली बात होगी कि प्र.म. मोदी उन पर कटाक्ष की इस नई रणनीति पर राहुल को किस तरह से जवाब देते है। किसानों की मौत का मुद्दा उठाया : शून्यकाल में बोलते हुए राहुल गांधी ने निरस्त कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों का मुद्दा उठाया। राहुल ने कहा, 30 नवंबर को कृषि मंत्री से सवाल पूछा गया था कि किसान आंदोलन में कितने किसान शहीद हुए। उन्होंने कहा था कि हमारे पर कोई डेटा नहीं है। हमने पता लगाया कि पंजाब की सरकार ने करीब 400 किसानों को 5 लाख का मुआवजा दिया है। इसके अलावा 152 किसानों को रोजगार दिया गया है। यह लिस्ट मेरे पास है। एक और लिस्ट हमने बनाई है। 70 किसानों की जो हरियाणा की है। ‘कृषि मंत्रालय के पास आंकड़ा नहीं’ : राहुल ने कृषि मंत्री के जिस जवाब का जिक्र किया, वह सत्र के दूसरे दिन पूछा गया था। तब सरकार ने कहा था कि दिल्ली के आसपास कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान मृत किसानों की संख्या संबंधी आंकड़ा कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के पास नहीं है। लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने यह जानकारी दी थी।",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/after-the-controversy-cbse-removed-some-questions-of-10th-english-exam-will-get-full-marks-76382,"विवाद के बाद सीबीएसई ने हटाए 10वीं की अंग्रेजी परीक्षा के कुछ प्रश्न, मिलेंगे पूरे अंक","नयी दिल्ली, 13 दिसंबर (एजेंसी) सीबीएसई ने सोमवार को 10वीं कक्षा की अंग्रेजी परीक्षा के एक गद्यांश और उससे जुड़े प्रश्नों को हटा दिया तथा छात्रों को इसके लिए पूरे अंक देने का फैसला किया। कथित तौर पर ‘लैंगिक रूढ़िवादिता' को बढ़ावा देने और ‘प्रतिगामी धारणाओं' का समर्थन करने वाले प्रश्नों को लेकर विवाद के बाद बोर्ड ने यह कदम उठाया है। एसबीएसई ने रविवार को इस मामले को विषय विशेषज्ञों के पास भेजा था और उनसे प्रतिक्रिया मांगी थी। शनिवार को आयोजित 10वीं की परीक्षा में प्रश्नपत्र में ‘महिलाओं की मुक्ति ने बच्चों पर माता-पिता के अधिकार को समाप्त कर दिया' और ‘अपने पति के तौर-तरीके को स्वीकार करके ही एक मां अपने से छोटों से सम्मान पा सकती है' जैसे वाक्यों के इस्तेमाल को लेकर आपत्ति जतायी गई। प्रश्नपत्र के ऐसे अंश सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। इन प्रश्नों को लेकर ट्विटर पर लोगों ने सीबीएसई पर निशाना साधा और उपयोगकर्ता हैशटैग ‘सीबीएसई इनसल्ट्स वीमेन' (सीबीएसई ने महिलाओं का अपमान किया) का समर्थन करने का आह्वान करते दिखाई दिये। सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा, ‘11 दिसंबर को आयोजित सीबीएसई की कक्षा 10वीं की फर्स्ट-टर्म परीक्षा के अंग्रेजी भाषा और साहित्य के प्रश्न पत्र के एक सेट में एक सवाल बोर्ड के दिशानिर्देशों के अनुसार नहीं था। इस पृष्ठभूमि में और हितधारकों से प्राप्त प्रतिक्रिया के आधार पर मामले को विषय विशेषज्ञों की एक समिति को भेजा गया था। इसकी सिफारिश के अनुसार, गद्यांश और उससे जुड़े प्रश्नों को छोड़ने का निर्णय लिया गया है। इस सवाल के लिए सभी संबंधित छात्रों को पूरे अंक दिए जाएंगे।'",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/after-reaching-kashi-modi-took-a-bath-in-the-ganges-and-had-a-darshan-of-kalbhairav-said-his-affection-in-the-lap-of-mother-ganga-made-him-grateful-76366,"प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम का किया उद्घाटन, गंगा स्नान के बाद किये काल भैरव के दर्शन","वाराणसी, 13 दिसंबर (एजेंसी) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को यहां काशी विश्वनाथ धाम के पहले चरण का उद्घाटन किया। अपने निर्वाचन क्षेत्र आने के बाद मोदी ने काल भैरव मंदिर में पूजा अर्चना की और गंगा नदी में डुबकी लगाई। वह वहां से पवित्र गंगाजल लेकर भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर आए। काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन से पहले मोदी ने एक प्रार्थना समारोह में हिस्सा लिया। इसके बाद उन्होंने इस परियोजना में कार्य करने वाले मजदूरों पर उनके कार्य के लिए आभार व्यक्त करने के लिए गुलाब की पंखुड़िया बरसाई। वह समूह तस्वीर के लिए उनके साथ बैठे। काशी विश्वनाथ धाम परियोजना करीब पांच लाख वर्ग फीट में फैली हुई है और गंगा नदी को काशी विश्वनाथ मंदिर से जोड़ती है और इसके अलावा श्रद्धालुओं के लिए कई सुविधाओं का विकास किया गया है। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और देशभर से आए साधु संत भी मौजूद थे। वाराणसी दौरे के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ क्रूज़ की सवारी करते हुए।-प्रेट्र ‘माँ गंगा की गोद में उनके स्नेह ने कृतार्थ कर दिया’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वाराणसी पहुंच गंगा स्नान कर काल भैरव के दर्शन किए। उन्होंने कहा, ‘‘माँ गंगा की गोद में उनके स्नेह ने कृतार्थ कर दिया। ऐसा लगा जैसे माँ गंगा की कलकल करती लहरें विश्वनाथ धाम के लिए आशीर्वाद दे रही हैं। हर हर महादेव।' प्रधानमंत्री मोदी ने इस ट्वीट के साथ अपने गंगा स्नान की तस्वीर भी पोस्ट की। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘ काशी पहुँचकर अभिभूत हूँ। इससे पहले उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी की। काशी विश्वनाथ धाम में स्थापित की शंकराचार्य, अहिल्याबाई, भारत माता की प्रतिमा काशी विश्वनाथ गलियारा परियोजना के पहले चरण के सोमवार को उद्घाटन से पूर्व भारत की प्रतीकात्मक पृष्ठभूमि में पत्थर से बनी भारत माता प्रतिमा, महारानी अहिल्याबाई होल्कर और संत आदि शंकराचार्य की प्रतिमाओं को काशी विश्वनाथ धाम के विशाल परिसर में स्थापित किया गया। इस भव्य गलियारे की नींव आठ मार्च 2019 को रखी गई थी, जो एक गलियारे के माध्यम से मुख्य मंदिर को ललिता घाट से जोड़ता है। इसकी चार दिशाओं में विरासत वास्तुकला शैली में भव्य प्रवेश द्वार और सजावटी मेहराब बनाए गए हैं। इस गलियारे को अब काशी विश्वनाथ धाम कहा जाता है। मंदिर की वर्तमान संरचना का निर्माण महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने 1780 के आसपास करवाया था और 19वीं शताब्दी में महाराजा रणजीत सिंह ने इसका सोने का ‘शिखर' बनवाया। इस अवसर पर होल्कर की रानी को श्रद्धांजलि देने के लिए गलियारों के प्रांगण में महारानी अहिल्याबाई के बड़े-बड़े पोस्टर लगाए गए हैं। नई गलियारा परियोजना का हिस्सा, बनारस गलियारे के भीतर अहिल्याबाई का एक विशाल भित्ति चित्र है, जबकि घाट से निकलने वाले गलियारे के मार्ग के दाईं ओर, रानी की बैठी हुई मुद्रा में एक प्रतिमा स्थापित की गई है। अहिल्याबाई की प्रतिमा के पास ही संत आदि शंकराचार्य की प्रतिमा लगाई गई है। विशाल गलियारे में अब भारत माता की एक पत्थर की मूर्ति भी है, जिस पर नक्काशी की गई है और एक तिरंगा भी लगा है। भारत के मानचित्र को धातु की सतह पर चित्रित किया गया है, जिस पर देश की कला और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाया गया है।",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/closed-for-the-demand-of-making-ladakh-a-state-there-is-a-traffic-jam-in-leh-and-kargil-districts-76375,"लद्दाख को राज्य बनाने की मांग को लेकर बंद, लेह व करगिल जिलों में चक्का जाम","सुरेश एस डुग्गर जम्मू, 13 दिसम्बर लद्दाख को राज्य बनाने की मांग को लेकर सोमवार को केंद्र शासित प्रदेश बंद रहा। लद्दाख के लेह व करगिल जिलों में चक्का जाम के चलते सार्वजनिक वाहनों के सड़कों पर न उतरने से जनजीवन प्रभावित हुआ। क्षेत्र में दुकानें व व्यापारिक प्रतिष्ठान भी बंद रहे। लद्दाख बंद का आयोजन इस प्रदेश को राज्य बनाने, युवाओं को रोजगार देने के साथ संविधान के छठे शेडयूल से लद्दाखियों की विशिष्ट पहचान बरकरार रखने, क्षेत्र को दो लोकसभा की सीटें व राज्यसभा की सीट देने के मुद्दों को लेकर किया जा गया। लद्दाख बंद के साथ लद्दाख अपेक्स बाडी व कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस की राज्य बनाने, क्षेत्र के लोगों के भूमि, नौकरियों के अधिकार सुरक्षित करने की मांग पर आंदोलन की शुरूआत हो गई। बंद का आह्वान करने वाले संगठनों को क्षेत्र के कई राजनीतिक, सामाजिक दलों के साथ कई व्यापारी, ट्रांसपोर्ट, सामाजिक संगठनों के साथ युवाओं के कई संगठनों ने भी समर्थन दिया। कुछ दिन पहले लद्दाख एपेक्स बाडी ने क्षेत्र के 12 संगठनों के प्रधानों को पत्र लिखकर लोगों की मांगों को लेकर एकजुटता दिखाने के लिए उनका समर्थन भी मांगा था। लद्दाख एपेक्स बाडी के सदस्य छीरिंग दोरजे का कहना है कि यह बंद लद्दाख के बेहतर भविष्य को लेकर एकजुटता का प्रतीक है। उनका कहना है कि केंद्र सरकार की ओर से लद्दाख के भविष्य को सुरक्षित बनाने की इन मांगों को लेकर कोई कार्रवाई नही की गई है। ऐसे में हमारे पास बंद करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/govt-should-apologize-for-39anti-women39-passage-in-cbse-question-paper-sonia-gandhi-76369,सीबीएसई के प्रश्नपत्र में ‘महिला-विरोधी’ गद्यांश पर माफी मांगे सरकार : सोनिया गांधी,"नयी दिल्ली, 13 दिसंबर (एजेंसी) कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की परीक्षा के एक प्रश्नपत्र में आए गद्यांश को महिला विरोधी बताते हुए बोर्ड और शिक्षा मंत्रालय से इस प्रश्नपत्र को तत्काल वापस लेने और इस विषय पर माफी की मांग सोमवार को लोकसभा में की। सोनिया गांधी ने शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए कहा, ‘‘मैं सरकार का ध्यान गत 11 दिसंबर को सीबीएसई की दसवीं कक्षा की परीक्षा के एक प्रश्नपत्र में आए एक अप्रिय और प्रतिगामी सोच वाले अपठित गद्यांश को लेकर देशभर में उपजे आक्रोश की ओर दिलाना चाहती हूं।'' उन्होंने गद्यांश का उल्लेख करते हुए अंग्रेजी में उसके दो वाक्यों को भी उद्धृत किया जिनमें लिखा है, ‘महिलाओं को स्वतंत्रता मिलना अनेक तरह की सामाजिक और पारिवारिक समस्याओं का प्रमुख कारण है।'' और ‘पत्नियां अपने पतियों की बात नहीं सुनती हैं जिसके कारण बच्चे और नौकर अनुशासनहीन होते हैं।' कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि पूरे गद्यांश में इसी तरह के निंदनीय विचार हैं और नीचे पूछे गए प्रश्न भी उतने ही संवेदनाहीन हैं। उन्होंने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि यह शिक्षा के मानकों और परीक्षण में खराब स्तर को दर्शाता है और सशक्त तथा प्रगतिशील समाज के खिलाफ है। सोनिया गांधी ने कहा कि शिक्षा मंत्रालय और सीबीएसई को इस मामले में माफी मांगनी चाहिए और उक्त प्रश्नपत्र को तत्काल वापस लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि संपूर्ण समीक्षा की जाए ताकि भविष्य में ऐसा कभी नहीं हो। कांग्रेस अध्यक्ष ने शिक्षा मंत्रालय से पाठ्यक्रम में लैंगिक समानता के मानकों की भी समीक्षा करने की मांग की। इसके बाद कांग्रेस सदस्यों ने सदन में सरकार से इस विषय पर जवाब की मांग की, हालांकि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस मांग को खारिज करते हुए कहा कि वह कोई नई परंपरा शुरू नहीं कर सकते।",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/adhir-ranjan-raised-the-issue-of-hacking-of-prime-minister39s-twitter-handle-in-lok-sabha-sought-response-from-the-government-76367,"अधीर रंजन ने प्रधानमंत्री का ट्विटर हैंडल हैक किए जाने का मुद्दा लोकसभा में उठाया, सरकार से मांगा जवाब","नयी दिल्ली, 13 दिसंबर (एजेंसी) लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्विटर हैंडल कुछ समय के लिए हैक किए जाने का विषय सोमवार को सदन में उठाया और कहा कि सरकार को इसका जवाब देना चाहिए। चौधरी ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान यह विषय उठाया और यह सवाल भी किया कि जब प्रधानमंत्री का ट्विटर हैंडल सुरक्षित नहीं है तो फिर देश की कैसे सुरक्षा हो पाएगी? उन्होंने कहा, ‘‘हमारे प्रधानमंत्री का हैंडल तक सुरक्षित नहीं रहा तो आम लोगों के ट्विटर हैंडल कैसे बच पाएंगे...जब सरकार क्रिप्टो करेंसी पर पाबंदी लगाने की बात कर रही है तो प्रधानमंत्री के अकाउंट से इसे लेकर ट्वीट किया जा रहा है....सरकार को जवाब देना चाहिए।'' कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि सरकार को क्रिप्टो करेंसी को लेकर भी अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/post-case-against-farmers-mumbai-police-will-not-arrest-actress-kangana-ranaut-till-january-25-76370,किसानों के खिलाफ पोस्ट का मामला : अभिनेत्री कंगना रनौत को 25 जनवरी तक नहीं गिरफ्तार करेगी मुंबई पुलिस,"मुंबई,13 दिसंबर (एजेंसी) मुंबई पुलिस ने सोमवार को बंबई हाईकोर्ट को सूचित किया कि कथित रूप से किसान आंदोलन को अलगाववादी समूह से जोड़कर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के मामले बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को 25 जनवरी, 2022 तक गिरफ्तार नहीं करेगी। पुलिस ने यह बयान जस्टिस नितिन जामदार और जस्टिस सारंग कोतवाल की पीठ द्वारा यह कहे जाने के बाद दिया कि यह मामला रनौत की अभिव्यक्ति की आजादी के मौलिक अधिकार के बड़े सवाल से जुड़ा है और अदालत उन्हें कुछ अंतरिम राहत देगी। रनौत ने इस महीने के शुरुआत में हाईकोर्ट में याचिका दायर कर मुंबई के खार पुलिस थाने में सिख संगठन की शिकायत के आधार पर नवंबर महीने में दर्ज प्राथमिकी रद्द करने का अनुरोध किया है। याचिका में रनौत ने कहा कि शिकायतकर्ता ने 21 नवंबर के उनके इंस्टाग्राम पोस्ट पर आपत्ति दर्ज की है लेकिन इस मामले में उनके खिलाफ मामला दर्ज करने का कोई कानूनी आधार नहीं है। उल्लेखनीय है कि सिख संगठन की शिकायत के आधार पर रनौत के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। शिकायतकर्ता ने दावा किया था कि रनौत ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में दिल्ली की सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन को खालिस्तानी आंदोलन के रूप में पेश किया। इसके आधार पर पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 295ए (जानबूझकर समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत करना) के तहत मामला दर्ज किया। रनौत के वकील ने सोमवार को कहा कि धारा-295 ए के तहत मामला दर्ज करने के लिए जरूरी है कि आरोपी किसी व्यक्ति या समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत करने की मंशा से जानबूझकर आपत्तिजनक टिप्पणी करे। लेकिन इस मामले में अभिनेत्री की ऐसी कोई मंशा नहीं थी। पीठ ने इसके बाद रनौत के सोशल मीडिया पोस्ट का अवलोकन किया और उनके वकील के तर्क पर सहमति जताई। अदालत ने अभियोजन पक्ष से सवाल किया, ‘यहां जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण मंशा कहां है? धारा 295 कहती है कि यह एकमात्र और प्रमुख बिंदु होनी चाहिए।'' इसके बाद पीठ ने पुलिस से पूछा कि क्या उसकी मंशा इस मामले में रनौत की गिरफ्तारी की है। पुलिस का पक्ष रख रहे मुख्य लोकअभियोजक ने कहा कि खार पुलिस ने एक दिसंबर को रनौत को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए पेश होने को कहा था लेकिन उन्होंने अब तक इसका जवाब नहीं दिया है। इस पर रनौत के वकील ने अदालत से कहा कि उनकी मुवक्किल पूछताछ के लिए पेश होने को इच्छुक हैं लेकिन उन्हें इस मामले में अपनी गिरफ्तारी की आशंका है। अदालत ने पाई से कहा कि खार पुलिस को विशेष तौर पर बयान जारी करने की जरूरत है कि वह रनौत को गिरफ्तार करने की इच्छुक है या नहीं। पीठ ने कहा, ‘उनकी अभिव्यक्ति की आजादी की रक्षा का भी बड़ा सवाल है। जबतक पुलिस उनकी गिरफ्तारी को लेकर बयान नहीं देती, हमें उन्हें कुछ राहत देनी होगी।' रनौत के वकील ने बताया कि उनकी मुवक्किल 22 दिसंबर को खार पुलिस के समक्ष पेश होगी। पाई ने जांच अधिकारी की तरफ से बयान दिया कि ‘‘पुलिस उन्हें हाईकोर्ट में अगली सुनवाई तक गिरफ्तार नहीं करेगी।'' अदालत ने पुलिस के बयान को स्वीकार करते हुए मामले की सुनवाई 25 जनवरी, 2022 तक के लिए टाल दी।",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/ruckus-of-opposition-demanding-withdrawal-of-suspension-of-suspended-members-rajya-sabha-adjourned-76364,"निलंबित सदस्यों का निलंबन वापस लेने की मांग कर रहे विपक्ष का हंगामा, राज्यसभा स्थगित","नयी दिल्ली, 13 दिसंबर (एजेंसी) 12 सदस्यों का निलंबन रद्द करने की मांग पर अड़े विपक्षी सदस्यों के व्यवधान की वजह से सोमवार को राज्यसभा की बैठक एक बार के स्थगन के बाद 12 बजकर करीब पांच मिनट पर दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी। हंगामे की वजह से सदन में शून्यकाल और प्रश्नकाल दोनों नहीं हो पाए। एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर भी सदन में हंगामा जारी रहा। हंगामे के बीच उपसभापति हरिवंश ने प्रश्नकाल शुरू करने का प्रयास किया। इसी दौरान सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि निलंबित सदस्यों के मुद्दे पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल सरकार पर गलत आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सदन में गलत बातें बतायी गयीं और सरकार से जवाब मांगा गया, ऐसे में सरकार की ओर से स्पष्टीकरण जरूरी है। गोयल ने कहा, ‘‘हमने लगातार कोशिश की और विपक्षी दलों से अलग अलग चर्चा करने का प्रयास किया। लेकिन सदन के बाहर से जिस प्रकार के बयान आ रहे हैं, वे सही नहीं हैं... हम माफी नहीं मांग सकते, हमने कोई गलती नहीं की।'' उन्होंने कहा कि आज आसन पर आरोप लगाया गया और विपक्षी सदस्य जिस तरह का व्यवहार कर रहे हैं, उससे लगता है कि उनके मन में कोई पश्चाताप और संवेदना नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी सदस्यों ने आसन, कर्मचारियों, सदन, मार्शल और देश का अपमान किया है। लेकिन उन्हें इसका कोई पश्चाताप नहीं है। उपसभापति ने हंगामा कर रहे सदस्यों से शांत रहने और प्रश्नकाल चलने देने की अपील बार-बार की। लेकिन अपनी अपील का कोई असर नहीं होते देख उन्होंने बैठक शुरू होने के पांच मिनट के अंदर ही कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले सुबह बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। इसके बाद उन्होंने जैसे ही शून्यकाल शुरू कराया, कांग्रेस सहित विपक्षी सदस्यों ने संसद के मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में कथित अशोभनीय आचरण के लिए शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किए गए बारह सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग की। सभापति ने सदस्यों का निलंबन वापस लिए जाने की मांग कर रहे विपक्षी सदस्यों से शांत रहने और शून्यकाल चलने देने की अपील की। लेकिन सदन में व्यवस्था बनते न देख उन्होंने 11 बज कर करीब 15 मिनट पर बैठक को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। इससे पहले, सदन में संसद पर हमले की 20वीं बरसी पर, लोकतंत्र के सर्वोच्च मंदिर की रक्षा करते हुए जान गंवाने वाले सुरक्षा कर्मियों और आतंकियों की गोलीबारी में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी गई।",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/will-win-indirect-war-with-pakistan-rajnath-76237,पाक से परोक्ष युद्ध भी जीतेंगे : राजनाथ,"नयी दिल्ली में रविवार को स्वर्णिम विजय पर्व पर राजनाथ िसंह के साथ सेनाध्यक्ष और वायुसेना अध्यक्ष। नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (एजेंसी) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि भारत ने 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ प्रत्यक्ष युद्ध जीता था और वह पाकिस्तान द्वारा भड़काए जा रहे आतंकवाद के खिलाफ जारी परोक्ष जंग भी जीत जाएगा। उन्होंने कहा कि 1971 के युद्ध ने दिखाया कि ब्रिटिश शासन से आजादी के समय धर्म के नाम पर भारत का विभाजन एक ऐतिहासिक गलती थी। उन्होंने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत के उपलक्ष्य में 'स्वर्णिम विजय पर्व' के उद्घाटन समारोह में कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद और अन्य भारत विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देकर भारत को तोड़ना चाहता है। उन्होंने कहा कि हमने सीधा युद्ध जीता और मैं पूरी तरह से आश्वस्त कर सकता हूं कि हम परोक्ष युद्ध भी जीतेंगे। भारत सरकार ने इस स्वर्णिम विजय पर्व को और शानदार तरीके से आयोजित करने की योजना बनाई थी, लेकिन देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के 11 अन्य कर्मियों की असामयिक मृत्यु के कारण इस आयोजन को सादगी के साथ करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि जनरल रावत के निधन के साथ भारत ने एक साहसी सैनिक, एक सक्षम सलाहकार और एक जिंदादिल इंसान खो दिया। इस उत्सव को लेकर वे बेहद उत्साहित थे। इसलिए मुझे आज उनकी बहुत याद आ रही है।",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/i-am-a-hindu-not-a-hindutvawadi-76238,"मैं हिंदू हूं, हिंदुत्ववादी नहीं","जयपुर, 12 दिसंबर (एजेंसी) कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हिंदुत्ववाद को लेकर रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा केंद्र में सत्तारूढ़ सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि देश में हिंदुत्ववादियों का राज है, हिंदुओं का नहीं। उन्होंने कहा कि हिंदुत्ववादियों को बेदखल कर देश में हिंदुओं का राज लाना होगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह हिंदू हैं लेकिन हिंदुत्ववादी नहीं। कांग्रेस नेता ने रविवार को यहां 'महंगाई हटाओ रैली' को संबोधित करते हुये कहा कि प्रधानमंत्री मोदी व उनके तीन-चार हिंदुत्ववादियों ने सात साल में ही देश को बर्बाद कर दिया। उन्होंने कहा कि एक हिंदुत्ववादी प्रधानमंत्री ने किसानों की पीठ में छुरा घोंपा और फिर माफी मांगी। कांग्रेस ने देश में बढ़ती महंगाई के खिलाफ जयपुर के विद्यानगर स्टेडियम में यह रैली की। राजस्थान के साथ साथ पड़ोसी राज्यों हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, दिल्ली आदि से लोग तथा देश भर से कांग्रेस के नेता इसमें शामिल हुए। उन्होंने कहा, 'महात्मा गांधी हिंदू... गोडसे हिंदुत्ववादी।...चाहे कुछ भी हो जाए हिंदू सत्य को ढूंढता है। पूरी जिंदगी वह सच को ढूंढने में निकाल देता है।' महात्मा गांधी ने पूरी जिंदगी सच को ढूंढने में बिता दी और अंत में एक हिंदुत्ववादी ने उनकी छाती में तीन गोलियां मारी। हिंदुत्ववादी अपनी पूरी जिंदगी सत्ता को खोजने में लगा देता है। उसे सिर्फ सत्ता चाहिए और उसके लिए वह कुछ भी कर देगा। .... उसका रास्ता सत्याग्रह नहीं उसका रास्ता सत्ताग्रह है। रैली को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे व अधिरंजन चौधरी ने भी संबोधित किया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी रैली में मौजूद थीं लेकिन उन्होंने संबोधित नहीं किया। गिने-चुने उद्योगपतियों के लिए काम कर रही केंद्र सरकार : प्रियंका कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बढ़ती महंगाई को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए रविवार को यहां आरोप लगाया कि केंद्र सरकार जनता की भलाई नहीं चाहती और वह गिने चुने उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कांग्रेस ने 70 साल में देश में जो कुछ बनाया था यह भाजपा सरकार उसे बेचना चाहती है।",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/pm39s-twitter-handle-hacked-later-secured-76239,"पीएम का ट्विटर हैंडल हैक, बाद में किया सुरक्षित","नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (एजेंसी) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्विटर हैंडल रविवार को कुछ समय के लिए हैक कर लिया गया और इससे एक ट्वीट किया गया कि भारत ने ‘आधिकारिक रूप से बिटकॉइन को कानूनी मान्यता दे दी है।' बाद में, प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा कि ट्विटर के समक्ष मामला उठाए जाने के बाद अकाउंट को तुरंत सुरक्षित कर लिया गया। पीएमओ ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्विटर हैंडल कुछ देर के लिए हैक कर लिया गया था। मामले को ट्विटर के समक्ष उठाया गया और अकाउंट को तत्काल सुरक्षित कर लिया गया। अकाउंट के कुछ समय तक हैक रहने के दौरान साझा किए गए किसी भी ट्वीट को नजरअंदाज किया जाए।' प्रधानमंत्री मोदी के व्यक्तिगत ट्विटर हैंडल को कुछ समय के लिए हैक किए जाने के बाद एक ट्वीट में यह भी दावा किया गया कि भारत ने आधिकारिक तौर पर 500 बीटीसी खरीदे हैं और उन्हें वह अपने नागरिकों के बीच वितरित कर रहा है और इस संबंध में एक लिंक भी साझा किया गया। इसमें कहा गया, भविष्य आज आपके सामने है। कई यूजर ने तत्काल कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि अकाउंट हैक हो गया है। साइबर सुरक्षा में खामियां उजागर : विपक्ष कई विपक्षी नेताओं ने पीएम के ट्विटर अकाउंट के कुछ समय के लिए हैक होने पर चिंता व्यक्त की और कहा कि यह साइबर सुरक्षा की खामियों को उजागर करता है। उन्होंने कहा कि साइबर सुरक्षा सीमा तथा आंतरिक सुरक्षा जितनी ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने पूछा कि क्या सभी भारतीयों का आधार डेटा सुरक्षित है। कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा कि पीएम के ट्विटर हैंडल की हैकिंग एक बड़ा चिंता का विषय है। यह साइबर सुरक्षा में खामियों को उजागर करता है। नीति निर्माताओं को प्रौद्योगिकी के मामले में प्रगति और विश्वसनीयता के साथ-साथ यह महसूस करना चाहिए कि साइबर सुरक्षा भी उतनी ही महत्वपूर्ण है, जितनी कि सीमा और आंतरिक सुरक्षा।' शिवसेना की उपनेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि यह मामला साइबर सुरक्षा का स्तर उजागर करता है।",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/uncle-sadhu-yadav-angry-over-tejashwi39s-marriage-to-christian-girl-76244,तेजस्वी की ईसाई लड़की से शादी पर मामा साधु यादव नाराज,"पटना, 12 दिसंबर (एजेंसी) राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी यादव की जल्दबाजी में हुई शादी को लेकर उनके परिवार में नाराजगी पैदा हो गई है। इस शादी में केवल करीबी लोगों को ही आमंत्रित किया गया था। लालू यादव की पत्नी तथा बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के छोटे भाई तथा कभी लालू के करीबी रहे साधु यादव अपने भांजे तेजस्वी की शादी ईसाई महिला से होने को लेकर नाराज हैं। विभिन्न समाचार माध्यमों पर साधु यादव के बयान चल रहे हैं, जिसमें वह कई मुद्दों पर लालू परिवार पर सार्वजनिक रूप से आरोप लगा रहे हैं। साधु ने दावा किया कि उनके दोनों भांजे तेजस्वी और तेज प्रताप आवारा हो गए हैं और यह ऐसा तथ्य है, जिससे बिहार का हर अधिकारी और यहां तक कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी अवगत हैं। साधु ने कहा, 'तेज प्रताप और तेजस्वी ने परिवार पर जो कलंक लगाया है, उसके कारण परिवार के युवा रिश्तेदारों के लिये रिश्ते ढूंढना मुश्किल हो गया है।' तेज प्रताप की चेतावनी, हदें पार न करें मामा मामा के इन आरोपों पर तेज प्रताप ने अपने अंदाज में तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने भोजपुरी में ट्वीट कर साधु को हदें पार नहीं करने की चेतावनी दी है। सिंगापुर में रहने वाली लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर अपने मामा साधु यादव की तुलना मथुरा के पौराणिक राक्षस राजा 'कंस' से की है, जिसका भगवान कृष्ण ने वध किया था।",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/39god-bless-goa39-76245,‘भगवान गोवा का भला करे !’,"पणजी, 12 दिसंबर (एजेंसी) गोवा में तृणमूल कांग्रेस के सत्ता में आने पर महिलाओं के लिए प्रत्यक्ष नकदी योजना चलाने के पार्टी के वादे के एक दिन बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘भगवान गोवा का भला करे।' हालांकि, तृणमूल ने जोर देकर कहा कि इस तरह का नकद अंतरण ‘संभव' है। तृणमूल नेता महुआ मोइत्रा ने शनिवार को कहा कि गोवा में उनकी पार्टी के सत्ता में आने के बाद महंगाई का मुकाबला करने के लिए गारंटीयुक्त आय में सहयोग के तौर पर हर घर की एक महिला को ‘गृह लक्ष्मी' नामक योजना के तहत प्रति माह 5000 रुपये अंतरित किए जाएंगे। कांग्रेस के गोवा चुनाव प्रभारी चिदंबरम ने घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए रविवार को ट्वीट किया, ‘‘यहां एक गणित है, जो अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार के योग्य है। गोवा में 3.5 लाख घरों में एक महिला को 5000 रुपये के मासिक अनुदान से 175 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यानी सालाना 2100 करोड़ रुपये।' पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘यह गोवा राज्य के लिए एक ‘छोटी' राशि है, जिस पर मार्च 2020 के अंत में 23,473 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया था। भगवान गोवा का भला करे। या इसे ऐसा होना चाहिए कि भगवान गोवा को बचाएं।'",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/tharoor39s-attack-on-bjp-in-english-allodoxaphobia-76246,थरूर का भाजपा पर अंग्रेजी में प्रहार ऑलओडोक्साफोबिया !,"नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (एजेंसी) कांग्रेस नेता शशि थरूर ने रविवार को भाजपा पर प्रहार करने के लिए अंग्रेजी के एक और कठिन शब्द ‘ऑलओडोक्साफोबिया’ का इस्तेमाल किया। वह ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करने के लिए पहले भी सुर्खियों में रहे हैं। थरूर ने ‘आज के शब्द’ को ट्वीट करते हुए कहा कि इस शब्द का अर्थ होता है विचारों का बेवजह भय। ‘उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार लोगों पर राजद्रोह एवं यूएपीए के मामले दर्ज कर रही है क्योंकि इसका नेतृत्व ऑलओडोक्साफोबिया से पीड़ित है।’ शब्द की व्याख्या करते हुए उन्होंने लिखा कि ‘ग्रीक में ऑलो-अलग, डॉक्सो-विचार, फोबोस-भय।’",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/khattar-targeted-one-religion-in-his-statement-omar-76255,खट्टर ने बयान में एक धर्म को निशाना बनाया : उमर,"श्रीनगर (एजेंसी) : नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने रविवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के उस बयान की निंदा की कि खुले में ‘नमाज' पढ़ने को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अब्दुल्ला ने कहा कि यह निर्णय गलत है और इसका मतलब साफ है कि एक धर्म विशेष को निशाना बनाया जा रहा है। उमर ने दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में एक पार्टी कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘हरियाणा के मुख्यमंत्री का बयान और उनका निर्णय पूरी तरह गलत है।' बयान से स्पष्ट है कि एक धर्म विशेष को निशाना बनाया गया है, जिसकी देश के संविधान में अनुमति नहीं है।'",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/bjp-bsp-mlas-including-4-leaders-in-sp-76253,"भाजपा, बसपा विधायकों समेत 4 नेता सपा में","लखनऊ (एजेंसी) : उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा और बसपा विधायकों समेत 4 वरिष्ठ नेता रविवार को सपा में शामिल हो गए। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में गोरखपुर की चिल्लू पार सीट से बसपा विधायक विनय शंकर तिवारी और संत कबीर नगर के खलीलाबाद क्षेत्र से भाजपा विधायक दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे ने सपा का दामन थाम लिया। इसके अलावा विधान परिषद के पूर्व सभापति गणेश शंकर पांडे और पूर्व सांसद भीम शंकर तिवारी ने भी सपा की सदस्यता ग्रहण की।",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/hospital-worker-arrested-on-derogatory-post-76252,अपमानजनक पोस्ट पर अस्पताल कर्मी गिरफ्तार,"बेंगलुरु (एजेंसी) : दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत के खिलाफ अपमानजनक पोस्ट डालने के आरोप में 40 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक मैसूर का रहने वाला आरोपी एक अस्पताल में लैब तकनीशियन का काम करता है। यह गिरफ्तारी कर्नाटक के मुख्यमंत्री की चेतावनी की पृष्ठभूमि हुई है जो उन्होंने तमिलनाडु में कन्नूर के पास 8 दिसंबर को हुए हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और अन्य की हुई मौत का जश्न मनाने वालों को दी थी।",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/pdp-did-not-get-permission-for-youth-conference-at-mehbooba39s-house-76250,पीडीपी को नहीं मिली महबूबा के घर युवा सम्मेलन की अनुमति,"श्रीनगर, 12 दिसंबर (एजेंसी) पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) को कोविड-19 पाबंदियों का हवाला देते हुए यहां रविवार को युवा सम्मेलन आयोजित करने की अनुमति नहीं दी गई। पार्टी की युवा शाखा का सम्मेलन यहां गुपकर रोड स्थित पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के आवास 'फेयरव्यू' पर होने वाला था। हालांकि, पुलिस ने कार्यक्रम स्थल की ओर जाने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया और मार्ग पर किसी भी तरह की आवाजाही की अनुमति नहीं थी। पत्रकारों को भी कार्यक्रम स्थल की ओर जाने से रोक दिया गया। पीडीपी के एक प्रवक्ता ने दावा किया कि मुफ्ती को नजरबंद रखा गया है। कार्यकारी मजिस्ट्रेट, प्रथम श्रेणी, दक्षिण श्रीनगर ने एक आदेश में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से प्राप्त रिपोर्ट और कोविड-19 पाबंदियों के मद्देनजर कहा, 'पीडीपी को गुपकर में निर्धारित सम्मेलन के आयोजन की अनुमति नहीं देने का आदेश दिया जाता है।'",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/no-alliance-with-tmc-for-goa-polls-aap-76230,गोवा चुनाव के लिए टीएमसी के साथ गठबंधन नहीं : आप,"पणजी, 12 दिसंबर (एजेंसी) आम आदमी पार्टी (आप) ने रविवार को कहा कि गोवा में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए वह ममता बनर्जी नीत तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से गठबंधन नहीं करेगी। पार्टी के गोवा डेस्क की प्रभारी आतिशी ने कहा कि आप गोवा में अच्छे उम्मीदवार उतारेगी और नया विकल्प मुहैया कराएगी तथा ईमानदार एवं भ्रष्टाचार मुक्त सरकार बनाएगी। गोवा में अगले वर्ष की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। आतिशी ने ट्वीट किया, ‘‘मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ कह रही हूं कि टीएमसी के साथ गठबंधन नहीं होगा। इसलिए उनके साथ बातचीत का सवाल ही नहीं है। हम गोवा में अच्छे उम्मीदवारों के साथ नया विकल्प देने और भ्रष्टाचार मुक्त सरकार बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।'' वह पश्चिम बंगाल के एक लेखक के ट्वीट का जवाब दे रही थीं, जिन्होंने एक खबर का हवाला देते हुए कहा कि आप गोवा में टीएमसी के साथ गठबंधन करने की इच्छुक है और ममता बनर्जी की पार्टी ने इस प्रस्ताव पर अभी तक निर्णय नहीं किया है, लेकिन दोनों पक्षों के बीच इस मुद्दे पर एक दौर की वार्ता हो चुकी है। आप ने गोवा विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का निर्णय किया है। अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने 2017 में भी गोवा विधानसभा का चुनाव लड़ा था, लेकिन पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली थी।",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/congress39s-maharally-in-jaipur-against-rising-inflation-gathering-of-leaders-sonia-gandhi-rahul-and-priyanka-gandhi-arrived-76222,"बढ़ती महंगाई के खिलाफ कांग्रेस की जयपुर में महारैली, नेताओं का जमावड़ा; सोनिया गांधी, राहुल व प्रियंका गांधी पहुंचे","जयपुर, 12 दिसंबर (एजेंसी) कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी नेता राहुल गांधी व प्रियंका गांधी रविवार दोपहर यहां पहुंचे। कांग्रेस नेता यहां देश में बढ़ती महंगाई के खिलाफ आज आयोजित महारैली को संबोधित करेंगे। सोनिया गांधी व राहुल गांधी विमान से यहां पहुंचे। हवाई अड्डे पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व अन्य नेताओं ने उनका स्वागत किया। वहां से ये नेता एक बस से रैली के आयोजन स्थल विद्याधर नगर स्टेडियम पहुंचे। वहीं प्रियंका गांधी वाड्रा सड़क मार्ग से रैली स्थल पर पहुंचीं। यह रैली जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में हो रही है। रैली की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा चुका है। रैली से पहले मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्वीट किया,‘‘आज राजस्थान के लिये एक ऐतिहासिक दिन है जब केन्द्र सरकार की गलत नीतियों के कारण बढ़ती अप्रत्याशित मंहगाई के विरोध में जयपुर में राष्ट्रीय महारैली का आयोजन किया जा रहा है जिसमें शीर्ष कांग्रेस नेतृत्व समेत पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता शामिल हो रहे हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं राजस्थान की धरा पर पधार रहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी तथा प्रियंका गांधी का स्वागत करता हूं। कांग्रेस पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं का भी मैं स्वागत करता हूं जो इस महत्वपूर्ण अवसर पर सहभागी बने हैं।'' गहलोत ने कहा कि इस महारैली से देश भर में एक संदेश जायेगा कि अब केन्द्र की भाजपा सरकार की गलत नीतियों के व्यापक रूप से विरोध का वक्त आ गया है और पूरे देश में इस रैली से उठी जनजागरण की लौ, एक मशाल बनकर केन्द्र सरकार के पतन का मार्ग प्रशस्त करेगी।",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/bjp-mp-varun-gandhi-gave-a-private-bill-for-legal-guarantee-on-msp-yet-to-be-introduced-in-parliament-76220,"भाजपा सांसद वरुण गांधी ने एमएसपी पर कानूनी गारंटी के लिए दिया निजी विधेयक, संसद में पेश किया जाना बाकी","नयी दिल्ली,12 दिसंबर (एजेंसी) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद वरुण गांधी ने किसानों की मांग को एक बार फिर अपना समर्थन देते हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी की मांग करने वाला एक निजी विधेयक रखा है। ‘द फार्मर्स राइट टू गारंटीड मिनिमम सपोर्ट प्राइस रिएलाइजेशन ऑफ एग्री प्रोड्यूस बिल 2021' नामक विधेयक का मकसद 22 फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी प्रदान करवाना है, जिसे उत्पादन की व्यापक लागत पर 50 प्रतिशत के लाभांश पर निर्धारित किया जाना चाहिए। गांधी ने संसद में विधेयक जमा करा दिया है लेकिन इसे पेश किया जाना बाकी है। विधेयक में इस बात की व्यवस्था है कि एमएसपी से कम कीमत हासिल करने वाला कोई भी किसान प्राप्त मूल्य और गारंटीशुदा एमएसपी के बीच मूल्य के अंतर के बराबर मुआवजे का हकदार होगा।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/ami-yagnik-start-discussion-at-bill.html,कांग्रेस ने देश में न्याय प्रणाली के आकलन पर दिया बल,"भारत कांग्रेस ने देश में न्याय प्रणाली के आकलन पर दिया बल Monday, December 13, 2021 16:25 PM नई दिल्ली। कांग्रेस ने विभिन्न न्यायालयों में लंबित करोड़ों मामलों को देखते हुए देश में न्याय प्रणाली के आकलन पर बल दिया। कांग्रेस ने कहा कि सामाजिक और आर्थिक न्याय की दिशा में गंभीर प्रयास किये जाने चाहिए। कांग्रेस की अमी याज्ञनिक ने राज्यसभा में उच्च न्यायालय एवं उच्चतम न्यायालय न्यायाधीश संशोधन विधेयक पर चर्चा शुरू करते हुए कहा कि भारत में विभिन्न स्तरों पर न्यायालयों में करोड़ों मामले लंबित है। देश में न्याय बहुत महंगा है और लाखों लोग न्याय तक पहुंचते ही नहीं है। इसके बावजूद लोगों को न्यायपालिका पर बहुत विश्वास है और सभी ओर से निराश होने के बाद लोग न्यायालयों का रुख करते है। उन्होंने कहा कि देश में न्याय प्रणाली का आकलन किया जाना चाहिए और लोगों के लिए निर्णय की नहीं, बल्कि न्याय की व्यवस्था करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि न्याय मिलने में देरी होना, न्याय नहीं मिलना है। उन्होंने विधेयक का समर्थन करते हुए कहा कि न्यायाधीशों की सेवानिवृत्ति में छूट दी जानी चाहिए और उनके अनुभव एवं न्याय करने की क्षमता को प्राथमिकता देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने ग्राम न्यायालय की परिकल्पना की थी। इस दिशा में गंभीरता से प्रयास किये जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे लोगों को न्याय तेजी से मिलेगा और लंबित मामलों की संख्या में कमी आयेगी। याज्ञनिक ने कहा कि देश में सामाजिक न्याय और आर्थिक न्याय की प्रक्रिया भी तेज करनी चाहिए। सामाजिक और आर्थिक न्याय होने से न्यायालयों में मुकदमों की संख्या में कमी लायी जा सकती है।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/sonia-gandhi-expressed-objection-in-cbse-exam.html,सोनिया गांधी ने सीबीएसई की परीक्षा में महिला विरोधी सामग्री पर व्यक्त की आपत्ति,"भारत सोनिया गांधी ने सीबीएसई की परीक्षा में महिला विरोधी सामग्री पर व्यक्त की आपत्ति Monday, December 13, 2021 14:45 PM गांधी ने मांग की है कि वह क्षमायाचना करे। नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की दसवीं कक्षा की अर्द्धवार्षिक परीक्षा में एक प्रश्न में महिलाओं के बारे में अपमानजनक पैराग्राफ लिखे जाने पर लोकसभा में सरकार से मांग की है कि वह प्रश्न पत्र से इस प्रश्न को हटाए और क्षमायाचना करे। गांधी ने शून्यकाल में कहा कि सीबीएसई के 10वीं कक्षा की परीक्षा के एक प्रश्न पत्र में कहा गया कि समाज में महिलाओं के उत्थान होने एवं उन्हें पहचान मिलने से सामाजिक एवं पारिवारिक समस्याएं बढ़ रही है। बच्चों एवं नौकरों में अनुशासनहीनता बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि इस अंश को पढ़कर देश के सभ्य नागरिक हतप्रभ है। यह अत्यंत निंदनीय है। उन्होंने कहा कि वह ऐसे कुत्सित महिला विरोधी सामग्री पर आपत्ति व्यक्त करती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं भारतीय जनता पार्टी के इस गठजोड़ द्वारा युवा मस्तिष्क को दूषित करके देश के भविष्य को बर्बाद किया जा रहा है। गांधी ने कहा कि वह शिक्षा मंत्रालय एवं सीबीएसई से आग्रह करती है कि वह इस प्रश्न को तत्काल वापस करें, क्षमायाचना करें और इस मामले की गहरायी से जांच करें ताकि भविष्य में फिर कभी भी ऐसी गलती नहीं दोहरायी जा सके। गांधी के इस वक्तव्य के बाद सदन में कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने सरकार से जवाब देने की मांग की।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/modi-worship-in-bhairav-temple.html,मोदी ने काल भैरव मंदिर में की पूजा,"भारत मोदी ने काल भैरव मंदिर में की पूजा Monday, December 13, 2021 12:30 PM मोदी ने भैरव मंदिर में पूजा की। वाराणसी। काशी विश्वनाथ धाम परिसर का लोकार्पण करने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी पहुंचे। मोदी ने कहा कि वह यहां पहुंच कर अभिभूत है। मोदी ने अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार वाराणसी पहुंचने बाद काशी विश्वनाथ परिसर में काल भैरव मंदिर में पूजा-अर्चना की। मोदी ने ट्वीट किया कि काशी पहुंचकर अभिभूत हूं। इससे पहले काशी के कोतवाल काल भैरव के दर्शन किए। इसके बाद वह गंगा के तट पर पहुंचे। जेटी पर तैनात रो-रो बोट अलकनंदा पर मोदी ललिता तक गए। इस बीच गंगा तट पर खड़े स्थानीय लोगों और मंदिर परिसर में पहुंचे दर्शनार्थियों का मोदी ने अलकनंदा से अभिवादन स्वीकार किया।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/win-will-be-of-india--says-singh.html,भारत को तोड़ने की पाकिस्तान की मंशा नहीं होगी सफल : सिंह,"भारत भारत को तोड़ने की पाकिस्तान की मंशा नहीं होगी सफल : सिंह Sunday, December 12, 2021 16:40 PM नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को संदेश दिया कि भारत को तोड़ने की उसकी मंशा सफल नहीं होगी। भारत आतंकवाद को समाप्त करने की दिशा में बढ़ रहा है तथा प्रत्यक्ष युद्ध में जीत के बाद परोक्ष युद्ध में भी जीत भारत की ही होगी। सिंह ने इंडिया गेट पर आयोजित विजय पर्व को संबोधित करते हुए कहा कि यह भारतीय सेनाओं की विजय के उपलक्ष्य में है, जिसने दक्षिण एशिया के इतिहास को बदल कर रख दिया। सिंह ने कहा कि आतंकवाद को बढ़ावा देकर भारत को तोड़ने की कोशिश पाकिस्तान कर रहा है। भारतीय सेनाओं ने उसकी मंशा को असफल किया था और अब आतंकवाद को भी समापत करने की दिशा में काम चल रहा है। प्रत्यक्ष युद्ध में जीत चुके है।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/announced-was-of-5-lakh--says-nirmala.html,केंद्र सरकार की योजना में होता है मध्यम वर्ग : सीतारमण,"भारत केंद्र सरकार की योजना में होता है मध्यम वर्ग : सीतारमण Sunday, December 12, 2021 16:15 PM नई दिल्ली। केंद्र सरकार की हर योजना के मध्य में मध्यम वर्ग होता है। उनके लिए योजनाएं तैयार की जाती है। केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जमाकर्ता प्रथम पांच लाख रुपये तक की जमा राशि पर भुगतान की गारंटी विषय पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा कि इस योजना के मध्य में भी मध्यम वर्ग है। निर्मला ने कहा कि वित्त वर्ष के बजट में बैंकों में जमा 5 लाख रुपये तक की जमा राशि को बीमाकृत करने की घोषणा की गयी थी। नियामक कारणों से बैंक भुगतान करने की स्थिति में नहीं होते थे, लेकिन अब इस समस्या का समाधान कर दिया गया है। ",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/action-will-be-at-peoples--says-dhami.html,सैनिकों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले लोगों पर होगी कार्रवाई : धामी,"भारत सैनिकों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले लोगों पर होगी कार्रवाई : धामी Saturday, December 11, 2021 16:10 PM देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन असामाजिक तत्वों को चेतावनी दी, जो देश शहीद सैनिकों पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे है। धामी ने कहा कि उत्तराखंड में ऐसा होगा, तो टिप्पणी करने वाले लोगों पर कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे लिए हमारे सैनिकों का सम्मान सर्वोच्च है। किसी तत्व ने, कुत्सित मानसिकता का परिचय देते हुए सैनिकों पर कोई आपत्तिजनक टिप्पणी की, तो उसके ख़िलाफ़ दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/farmers-will-decide-on-farmers--movement-on-december-4--meeting-of-farmers--organizations-will-be-held.html,"किसान आंदोलन का फैसला किसान करेंगे 4 दिसंबर को, 4 दिसंबर को होगी किसान संगठनों की बैठक","भारत किसान आंदोलन का फैसला किसान करेंगे 4 दिसंबर को, 4 दिसंबर को होगी किसान संगठनों की बैठक Wednesday, December 01, 2021 15:00 PM नई दिल्ली। किसानों की मांग को लेकर पिछले एक साल से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे किसान संगठनों की बुधवार को सिंघु बॉर्डर पर होने वाली बैठक स्थगित कर दी गई। किसान नेता राकेश टिकैत ने बताया कि छोटी मोटी बैठकें चलती रहती है लेकिन आज कोई बैठक नहीं है। टिकैत ने कहा कि किसान संगठनों की बैठक चार दिसंबर को होनी है। उन्होंने कहा कि जब तक किसानों की सभी मांगों का सामाधान नहीं होता, यह आंदोलन चलता रहेगा। किसान नेता ने कहा, ''सरकार को आम सहमति से रास्ता निकालना चाहिये, किसानों से बातचीत करनी चाहिये। मंगलवार को यूनियन नेताओं की तरफ से एक संकेत दिया गया कि उनकी एक बैठक बुधवार को सिंघु बॉर्डर पर होगी, जिसमें 40 से अधिक किसान संगठन भाग लेंगे। टिकैत ने बुधवार सुबह कहा, ''ऐसी कोई बैठक नहीं है, छोटी-मोटी बैठकें होती रहती हैं।'' मंगलवार को संगठनों की तरफ से यह बात सामने आयी कि सरकार ने पंजाब के एक किसान नेता से एमएसपी और अन्य मुद्दों पर सरकार की ओर से बनायी जाने वाली विशेषज्ञों की समिति में किसानों की ओर से पांच नाम भेजें। किसान यूनियनों का कहना है कि सरकार की ओर से प्रस्तावित समिति पर उनके सामने अभी कोई ठोस प्रस्ताव नहीं आया है। समिति का स्वरूप क्या होगा, इस बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है। उनका यह भी कहना है कि सरकार की ओर से कोई ठोस प्रस्ताव आएगा तो उस पर विचार करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के नेता डॉ. दर्शन पाल ने कल कहा था कि आगामी चार दिसंबर को होने वाली किसान संगठनों की बैठक में समिति में किसानों के नाम भेजे जाने पर विचार किया जायेगा और आंदोलन की आगे की दिशा तय होगी। उन्होंने कहा कि जब तक किसानों की सभी मांगें पूरी नहीं होती, तब तक आंदोलन खत्म नहीं होगा। गौरतलब है कि तीन नये कृषि कानूनों को रद्द किये जाने की मांग को लेकर किसानों ने पिछले साल 26 नवंबर को आंदोलन किया था और इस साल 26 जनवरी को उनके दिल्ली मार्च आंदोलने के दौरान बड़े पैमाने पर राजधानी में हिंसा हुई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 नवंबर को गुरू पर्व के दिन राष्ट्र के नाम संबोधन में इन कानूनों को वापस लेने की घोषणा की थी और संसद के वर्तमान शीतकालीन सत्र के पहले दिन 29 नवंबर को लोकसभा और राज्यसभा में इन कानूनों को वापस लेने का विधेयक पारित करा लिया गया। प्रधानमंत्री ने एमएसपी और फसल विवधिकरण और ऐसे अन्य मुद्दों पर एक समिति बनाने की घोषणा की है। किसान नेता एमएसपी की कानूनी गारंटी, आंदोलने के दौरान मृत किसानोंं के परिजनों को मुआवजा, किसानों पर दर्ज मुकदमों की वापसी, बिजली बिल की माफी और अन्य मामलों को लेकर अभी भी अड़े हुए हैं।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/supreme-court-dismisses-petition-on-the-translation-of-neet-ug.html,'नीट यूजी' के हिंदी अनुवाद पर सवाल की याचिका SC ने की खारिज,"भारत 'नीट यूजी' के हिंदी अनुवाद पर सवाल की याचिका SC ने की खारिज Tuesday, November 30, 2021 16:10 PM नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने मेडिकल पाठ्यक्रम में स्नातक स्तर की कक्षाओं में दाखिले से संबंधित राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा 'नीट यूजी- 2021"" में भौतिकी के एक प्रश्न के हिंदी अनुवाद पर सवाल उठाने वाली एक जनहित याचिका को मंगलवार को खारिज कर दी। न्यायमूर्ति डी. वाई. चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति ए. एस. बोपन्ना और न्यायमूर्ति विक्रम नाथ की पीठ ने नीट परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था 'नेशनल टेस्टिंग एजेंसी' द्वारा गठित विशेषज्ञों के दो दलों की रिपोर्ट के आधार पर याचिकाकर्ता की दलीलों को खारिज कर दिया। शीर्ष अदालत ने 'नीट यूजी -2021' की अभ्यर्थी वहीदा तबस्सुम समेत 22 अभ्यर्थियों ने अदालत से गुहार लगाई थी कि हिंदी अनुवाद के कारण उन्हें पांच अंकों का नुकसान हुआ है, लिहाजा उनकी उत्तर पुस्तिकाओं के अंकों की फिर से गिनती की जाए। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ ने एनटीए की दलीलों को स्वीकार करते हुए विद्यार्थियों की याचिका खारिज कर दी। शीर्ष अदालत के आदेश पर एनटीए ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) गुवाहाटी, दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी और नेशनल फिजिकल लैबोरेट्री के अध्यापकों एवं विशेषज्ञों की तीन सदस्यीय दल से संबंधित प्रश्न के अनुवाद की पुन: जांच करवाई थी। इस दल ने अनुवाद को सही करार दिया था। अभ्यर्थियों के आरोप सामने आने के बाद एनटीए ने इससे पहले भी विशेषज्ञों के एक दल से संबंधित प्रश्न का हिंदी अनुवाद की जांच करवाई थी जिसने अनुवाद को उपयुक्त बताया था।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/opposition-walkout-from-rajya-sabha-to-protest-against-non-refund-of-suspension.html,राज्यसभा से विपक्ष का वाकआउट... जाने कारण,"भारत राज्यसभा से विपक्ष का वाकआउट... जाने कारण Tuesday, November 30, 2021 14:35 PM नई दिल्ली। राज्यसभा से विपक्ष के बारह सदस्यों के निलम्बन वापस नहीं लिए जाने के विरोध में मंगलवार को विपक्षी दलों के सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया । विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने आवश्यक दस्तावेज सदन पटल पर रखे जाने के बाद विपक्षी दलों के सदस्यों के निलम्बन का मामला उठाया और कहा कि यह नियम के विरुद्ध हुआ है । उन्होंने कहा कि सदस्यों के निलम्बन का प्रस्ताव घटना के बाद लाया गया है और कुछ सदस्यों का हंगामे से कोई लेनादेना नहीं था उन्हें भी निलम्बित किया गया है। बाद में सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि नियम के तहत सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है और यह कार्रवाई सभापति ने नहीं सदन ने की है । इसके बाद कांग्रेस , आम आदमी पार्टी , राष्ट्रीय जनता दल , समाजवादी पार्टी और वामपंथी दलों के सदस्यों ने सदन से एक साथ वाकआउट किया। इसके कुछ देर के बाद तृणमूल कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी के सदस्यों ने भी सदन से बहिर्गमन किया।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/important-meeting-of-mps-of-16-opposition-parties-regarding-suspension-of-12-members--opposition-mps-decide-the-next-strategy-in-the-parliament-complex.html,"विपक्ष के 16 दलों के सांसदों की अहम बैठक, तृणमूल के नेता नहीं हुए शामिल","भारत विपक्ष के 16 दलों के सांसदों की अहम बैठक, तृणमूल के नेता नहीं हुए शामिल Tuesday, November 30, 2021 12:40 PM संसद परिसर में विपक्ष के सांसदों की बैठक। नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्ष के 12 सदस्यों के निलंबन को लेकर विपक्ष के 16 दलों के नेताओं की मंगलवार को बैठक हुई जिसमें आगे की रणनीति पर विचार किया गया। बैठक राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े के संसद में स्थित कार्यालय में हुई जिसमें इन नेताओं ने कहा कि सदन में ऐसा कुछ नहीं हुआ जिसके कारण से विपक्ष के सांसदों को शीतकाल के पूरे सत्र के लिए निलंबित किया जाए। बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी साथ ही कई प्रमुख नेता शामिल हुए। बैठक में कांग्रेस, शिवसेना, एनसीपी, भाकपा, माकपा, राजद, नेशनल कॉन्फ्रेंस सहित 16 दलों के नेताओं ने भाग लिया। इस बैठक मै तृणमूल के नेता शामिल नहीं हुए।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/12-rajya-sabha-mps-suspended-from-the-House.html,"राज्यसभा में चला अनुशासन का डंडा, राज्यसभा के 12 सांसद सदन से निलंबित","भारत राज्यसभा में चला अनुशासन का डंडा, राज्यसभा के 12 सांसद सदन से निलंबित Monday, November 29, 2021 17:30 PM नई दिल्ली। राज्य सभा के 12 सदस्यों को मानसून सत्र के दौरान अनुचित आचरण, सुरक्षाकर्मियों पर हमले तथा आसन की अवमानना के लिए शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए सोमवार को सदन से निलंबित कर दिया गया। संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने सदन में इस आशय का प्रस्ताव पेश किया जिसे विपक्षी सदस्यों के विरोध और हंगामे के बीच ध्वनि मत से पारित कर दिया गया। प्रस्ताव में कहा गया है कि इस सदन ने राज्यसभा के 254 वें सत्र (मानसून सत्र) के अंतिम दिन यानी गत 11 अगस्त को आसन के अपमान , सदन के नियमों की लगातार धज्जी उडाये जाने , जानबूझकर सदन की कार्यवाही को बाधित करने , असाधारण रूप से अनुचित आचरण करने , उग्र व्यवहार, और जान बूझकर सुरक्षाकर्मियों पर हमले का संज्ञान लिया है। सदन इसकी कड़ी निंदा करता है। माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के इलावरम करीम, कांग्रेस की फूलोदेवी नेताम, छाया देवी वर्मा, नासिर हुसैन, अखिलेश प्रसाद, राजमणि पटेल, रिपुन बोरा और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विश्वम, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन, शांता छेत्री तथा शिवसेना के प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई ने सदन की गरिमा को ठेस पहुंचायी है। इन सदस्यों को नियमावली के नियम 256 के तहत शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए सदन से निलंबित किया जाता है। उप सभापति हरिवंश ने विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच इस प्रस्ताव पर सदन की राय ली और कहा कि यह प्रस्ताव ध्वनि मत से पारित किया जाता है। इसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले भी सदन की कार्यवाही बीच-बीच में चार बार स्थगित करनी पड़ी। इससे पहले सुबह सभापति एम वेंकैया नायडू ने भी अपनी आरंभिक टिप्पणी में इस घटना का जिक्र करते हुए कहा था कि सदस्यों का अनुचित आचरण अभी भी सबके जहन में है। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष के सदस्य मानसून सत्र के अंतिम दिन कुछ सदस्यों के अनुचित आचरण की जांच की मांग कर रहे थ। मैंने इस बारे में विभिन्न दलों के नेताओं के साथ संपर्क की कोशिश की थी। इनमें से कुछ न कहा था कि उनके सदस्य इस जांच में हिस्सा नहीं लेंगे। कुछ सदस्यों ने सदन में हुए अनुचित आचरण की निंदा भी की थी। नायडू ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि सदन इस मामले की ङ्क्षनदा कर आत्मचिंतन करने का आश्वासन देगा जिससे कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृति न हो। इससे मुझे मामले से सही तरीके से निपटने में मदद मिलती लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हुआ। उल्लेखनीय है कि विपक्षी सदस्यों ने मानसून सत्र के दौरान 11 अगस्त को सदन में बीमा संशोधन विधेयक पारित किये जाने का विरोध करते हुए जोरदार हंगामा किया था। इस दौरान सदस्य में अव्यवस्था का माहौल बन गया और अप्रत्याशित रूप से उपरोक्त घटनाएं हुई।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/agricultural-return-bill-passed-by-parliament-without-debate--the-bill-will-now-be-sent-to-the-president.html,बिना बहस के कृषि कानून वापसी बिल संसद के दोनों सदनों से पारित,"भारत बिना बहस के कृषि कानून वापसी बिल संसद के दोनों सदनों से पारित Monday, November 29, 2021 15:25 PM नई दिल्ली। विवादास्पद तीनों कृषि सुधार कानूनों को वापस लेने की संसदीय प्रकिया सोमवार को संसद के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन पूरी कर ली गई। संसद के दोनों सदनों में इन कानूनों को वापस लेने के लिए सरकार की ओर से प्रस्तुत कृषि कानून निरसन विधेयक 2021 को हंगामे के बीच ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। लोकसभा की कार्यसूची में यह प्रस्ताव पहले दर्ज था। लोकसभा में मंजूरी के बाद राज्य सभा के सदन पटल पर इसे (सोमवार को) आज ही रख दिया गया। लोकसभा में पूर्वाह्न पहले स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने विधेयक को पेश और पारित कराने के प्रस्ताव रखे। विपक्षी सदस्य इस पर बहस कराने की मांग को लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के आसन के सामने आ गये और हंगामा करने लगे। बिरला ने कहा कि सदस्यों को बोलने का पूरा अवसर दिया गया है लेकिन इस स्थिति में (आसन के सामने हंगामा) बहस नहीं करायी जा सकती। अध्यक्ष ने विधेयक को ध्वनिमत से पारित किये जाने की घोषणा की। राज्य सभा में भी यह विधेयक तोमर ने पेश किया जिसे बाद में ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। इस दौरान हालांकि कुछ सदस्यों ने अपनी बात रखनी चाही लेकिन शोरशराबे के कारण वे ऐसा नहीं कर सके। इससे पूर्व सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि विधेयक वापस लेने में काफी देर कर दी गयी है। इस कानून के विरोध में आंदोलन के दौरान बड़ी संख्या में किसानों की मौत हुई है।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/new-contours-of-farmers--movement-will-be-decided-on-december-4--tractor-march-will-not-come-out-in-delhi--rakesh-tikait.html,"किसान आंदोलन की नई रूप रेखा 4 दिसंबर को होगी तय, दिल्ली में नहीं निकलेगा ट्रैक्टर मार्च: राकेश टिकैत","भारत किसान आंदोलन की नई रूप रेखा 4 दिसंबर को होगी तय, दिल्ली में नहीं निकलेगा ट्रैक्टर मार्च: राकेश टिकैत Monday, November 29, 2021 15:10 PM भारतीय किसान युनियन के नेता राकेश टिकैत की सरकार को दो-टूक। नई दिल्ली। भारतीय किसान युनियन के नेता राकेश टिकैत ने तीनों विवादास्पद कृषि कानूनों को वापस लेने का विधेयक लोकसभा में पारित होने के बाद सोमवार को कहा कि बाकी मांगों को लेकर किसान युनियनों का आंदोलन जारी रहेगा और आंदोलन की नयी रूप रेखा चार दिसंबर के बाद तय की जायेगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल किसान राजधानी की ओर ट्रैक्टर मार्च नहीं निकालेंगे। लोकसभा में तीनों विवादास्पद कृषि कानूनों - कृषक उपज व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) अधिनियम 2020, कृषक (सशक्तीकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार अधिनियम 2020 तथा आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम 2020 के निरसन के लिये कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर प्रस्ताव को सदन ने बिना बहस के पारित कर दिया है। राकेश टिकैत ने कृषि वापसी बिल दोनों सदनों में पास होने पर कहा कि अभी दूसरे मुद्दें बाकी हैं। उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी मिलने तक आंदोलन चलता रहेगा। आगे के आंदोलन के तौर तरीके के बारे में सवालों पर उन्होंने कहा कि आज ट्रैक्टर रैली नहीं निकाली जायेगी, आगे की रूप रेखा चार दिसंबर को तय होगी। यह पूछे जाने पर यदि बाकी संगठन आंदोलन उठाने का फैसला करते हैं तो आपका क्या रूख होगा, टिकैत ने कहा कि हमारे सामने किसान युनियन की ओर से अभी इस तरह की कोई बात नहीं आयी है। उन्होंने यह भी कहा कि उच्चतम न्यायालय ने कहा था कि इस मसले को किसान युनियनें और सरकार मिलकर तय करें। किसान नेता ने उम्मीद जतायी की बात सामाधान की ओर बढ़ेगी।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/demonstration-of-congress-in-parliament-house-complex-on-agricultural-laws--kisan-wapsi-bill-passed-in-both-houses.html,"कृषि कानूनों पर कांग्रेस का संसद भवन परिसर में प्रदर्शन, दोनों सदनों में किसान वापसी बिल पास","भारत कृषि कानूनों पर कांग्रेस का संसद भवन परिसर में प्रदर्शन, दोनों सदनों में किसान वापसी बिल पास Monday, November 29, 2021 14:45 PM ग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में पार्टी के सांसदों ने विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ सोमवार को संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया। नई दिल्ली। संसद को दोनों सदनों में कृषि वापसी बिल पास हो गया है। हालांकि सदन शुरू होने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में पार्टी के सांसदों ने विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ सोमवार को संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया। परिसर में लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष एकत्रित कांग्रेसी सदस्य एक बड़ा बैनर फैलाए हुए थे जिसमें अंग्रेजी में लिखा था -हम काले कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हैं। प्रदर्शनकारियों में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और राज्य सभा और लोक सभा के बहुत से सदस्य शामिल थे। वे सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे। गौरतलब है कि तीनों विवादास्पद कृषि कानूनों को सरकार वापस लेने की घोषणा कर चुकी है।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/first-day-of-winter-session-of-parliament--opposition-uproar--bill-to-withdraw-all-three-agriculture-laws-passed-by-lok-sabha.html,संसद के शीतकालीन सत्र का पहला दिन : विपक्ष का हंगामा : तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने वाला विधेयक लोकसभा से पारित,"भारत संसद के शीतकालीन सत्र का पहला दिन : विपक्ष का हंगामा : तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने वाला विधेयक लोकसभा से पारित Monday, November 29, 2021 13:05 PM नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन विपक्ष के हंगामे के बीच आनन फानन में तीनों विवादास्पद कृषि कानूनों को वापस लेने संबंधी विधेयक को बिना बहस के पारित किया गया और इसके बाद सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। एक बार के स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही 12 बजे शुरु हुई तो अध्यक्ष ओम बिरला ने सर्वप्रथम पश्चिम बंगाल के आसनसोल से निर्वाचित बाबुल सुप्रियो के त्यागपत्र देने और उसे 22 अक्टूबर से स्वीकार किये जाने की सूचना दी और यह भी कहा कि उन्हें कुछ विषयों पर स्थगन प्रस्ताव मिले हैं जिन्हें अनुमति प्रदान नहीं की गयी है। इसके बाद विपक्षी सदस्यों का हंगामा शुरू हो गया और वे आसन के इर्दगिर्द जमा हो गये और नारेबाजी करने लगे। आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाने के बाद बिरला ने कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर का नाम पुकारा जिन्होंने तीनों विवादास्पद कृषि कानूनों - कृषि उपज व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) अधिनियम 2020, कृषक (सशक्तीकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार अधिनियम 2020 तथा आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम 2020 को निरस्त करने वाले कृषि कानून निरसन विधेयक 2021 को पेश किया। विपक्ष द्वारा बिना चर्चा किये विधेयक को पारित कराने पर शोर शराबा होने पर अध्यक्ष ने कहा कि वह विधेयक पर चर्चा कराने के पक्षधर हैं लेकिन इतने शोरशराबे एवं हंगामे में चर्चा नहीं हो सकती है। यदि सदस्य चर्चा चाहते हैं तो वे अपने अपने स्थान पर जायें। लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के नेता अधीररंजन चौधरी ने कहा कि आज (सोमवार को) यहां सदन के नियम कायदों की धज्जियां उड़ायी जा रहीं हैं। उन्होंने कहा कि पहले भी कानूनों के निरसन के लिए लाये गये विधेयकों पर चर्चा होती रही है। उन्होंने कहा कि छह साल में 14 कानून निरस्त करने के लिए विधेयक लाये गये लेकिन अब उन पर चर्चा नहीं करायी जा रही है। इस पर अध्यक्ष ने कहा कि सदन के हालात चर्चा के लिए बनाये बिना ऐसा करना संभव नहीं है। उन्होंने तोमर द्वारा प्रस्तुत विधेयक को ध्वनिमत से पारित कराया और सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित करने की घोषणा कर दी।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/read-this-news-to-know-what-prime-minister-narendra-modi-said-before-the-start-of-the-winter-session-of-parliament--government-is-ready-to-discuss-every-topic-in-parliament--pm-modi.html,"संसद के शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या कहा, जानने के लिए पढ़े यह ख़बर","भारत संसद के शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या कहा, जानने के लिए पढ़े यह ख़बर Monday, November 29, 2021 12:50 PM संसद के शीतकालीन सत्र के शुरू होने से पहली प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कही बड़ी बात। नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के शीतकालीन सत्र के शुरू होने से पहले सदस्यों से दोनों सदनों में बहस करते हुए और सरकार से सवाल पूछते हुये मर्यादित आचरण की अपील करते हुए सोमवार को कहा कि सरकार संसद में हर विषय पर चर्चा करने को तैयार है। संसद की कार्यवाही के ठीक पहले संवाददाताओं से परंपरागत चर्चा में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार संसद में हर विषय पर चर्चा करने को तैयार है, खुली चर्चा करने को तैयार है। हम संसद में ऐसा आचारण करे जो भविष्य में युवाओं के लिए काम आये। उन्होंने कहा कि संसद में सवाल भी होने चाहिये, लेकिन शांति के साथ। सवाल भी हो और शांति भी रहे। उन्होंने कहा कि विपक्ष को सरकार की आलोचना करने का पूरा अधिकार है, लेकिन सदन की गरिमा बनाये रखना जरूरी है। उन्होंने कहा, ''सरकार की तीखी आलोचना हो, लेकिन स्पीकर और संसद की गरिमा बनी रहे। मोदी ने कोरोना के खतरे की तरफ आगाह करते हुये कहा कि कोरोना से बचाव के लिये बराबर सावधानी रखना जरूरी है। प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि संसद का शीतकालीन सत्र राष्ट्र के विकास की दृष्टि से सार्थक होगा। हम चर्चा के माध्यम से देश के विकास का रास्ता निकालेंगे। संसद की पहचान इस वास्ते होगी कि संसद में कितना अच्छा काम हुआ,न कि सदन में कितना हंगामा हुआ।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/pm-modi-s-mann-ki-baat--i-want-to-be-in-service--not-power.html,"PM मोदी के ""मन की बात"" : सत्ता नहीं सिर्फ सेवा में रहना चाहता हूँ","भारत PM मोदी के ""मन की बात"" : सत्ता नहीं सिर्फ सेवा में रहना चाहता हूँ Sunday, November 28, 2021 17:40 PM नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह सत्ता में नहीं बल्कि सिर्फ लोगों की सेवा में रहना चाहते हैं। मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में आज आयुष्माण भारत योजना के एक लाभार्थी से बात करते हुए इसके फायदे पूछे। लाभार्थी ने कहा कि मुझे बहुत फायदा हुआ मैं आपको हमेशा सत्ता में देखना चाहता हूं। इस पर मोदी ने कहा कि आप मुझे सत्ता में रहने की शुभकामनाएं मत दीजिए, मैं आज भी सत्ता में नहीं हूँ और भविष्य में भी सत्ता में जाना नहीं चाहता हूँ। मैं सिर्फ सेवा में रहना चाहता हूँ, मेरे लिए ये पद, ये प्रधानमंत्री सारी चीजें ये सत्ता के लिए है ही नहीं, सेवा के लिए है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना गरीबों की भलाई के लिए ही है। उन्होंने लाभार्थी से बात करते हुए कहा कि अपने आस पास के लोगों को कहिये कि वे भी आयुष्मान भारत का कार्ड बनवा लें ताकि परिवार में पता नहीं कब क्या मुसीबत आ जाये और आज गरीब दवाई के कारण परेशान रहे यह तो ठीक नहीं है। अब पैसों के कारण वो दवाई न ले या बीमारी का उपाय न करें तो ये भी बड़ी चिंता का विषय है। आयुष्मान भारत के लाभार्थियों से मिल कर मोदी ने जताई खुशी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि आयुष्मान भारत योजना गरीबों के लिए बहुत बड़ा सहारा बन गई है और इसके लाभार्थियों से जब वह बातें करते हैं तो उन्हें अलग तरह की खुशी का एहसास होता है। मोदी ने रविवार को रेडियो पर प्रसारित अपने मासिक कार्यक्रम मन की बात की 83 वीं कड़ी में कहा कि सरकार की जनहित की योजनाओं का लाभ जब लोगों को मिलता है और उनके जीवन में सुख का अनुभव होता है तो उन्हें इसकी बहुत प्रसन्नता होती है और अलग तरह के सुख का एहसास होता है। उन्होंने इस योजना के लाभार्थी राजेश प्रजापति से बात की जिन्होंने बताया कि यदि उनके पास आयुष्मान कार्ड नहीं होता तो वह शायद इलाज के अभाव में बच नहीं पाते। उनका कहना था कि उनके हृदय रोग का ऑपरेशन होना था और इलाज का खर्च बहुत अधिक था। जब डॉक्टरों ने बताया कि इस कार्ड के कारण उनका इलाज मुफ्त में होगा तो बहुत खुश हुए। मोदी ने इस दौरान घुटनों की समस्या से परेशान सुखदेवी से बात की जिन्होंने मोदी को बताया ''मै सुखदेवी दानदपरा मथुरा से हूं। मेरा घुटना खराब हो गया था लेकिन मैंने इस कार्ड के जरिए प्रयाग हॉस्पिटल में घुटने का आपरेशन कराया है। मेरी उम्र 40 साल है और यह बीमारी मुझे 15-16 साल से ही लग गई। वो गठिया- बाय बोलते हैं हर जगह इलाज कराया लेकिन कहीं से कोई भी फायदा नहीं हुआ। मैंने आयुष्मान कार्ड से इलाज करवाया है। स्कूल में मीङ्क्षटग हो रही थी। वहाँ से हमारे पति को पता चला तो कार्ड बनवाया मेरे नाम से। फिर इलाज करवाया कार्ड से, और मैंने कोई पैसा नहीं लगाया। कार्ड से ही इलाज हुआ है मेरा। खूब बढिय़ा इलाज हुआ है।"" मोदी ने पूछा कि अगर कार्ड नहीं होता तो डॉक्टर ने कितना खर्चा बताया था तो सुखदेवी ने कहा '' ढाई लाख रुपए, तीन लाख रुपए। पहले मुझसे उठा-बैठा नहीं जाता था पर अब मैं खूब घूमती फिरती हूँ। किचन का काम भी करती हूँ। घर का काम करती हूँ। बच्चों को खाना बनाकर देती हूँ। बहुत-बहुत धन्यवाद आपकी योजना की वजह से ठीक हो गई, अपने पैरों पर खड़ी हो गई।"" प्रधानमंत्री ने कहा कि जीवन में सबसे बड़ा सुख स्वास्थ्य ही होता है, ये सुखी जीवन सबको मिले यही आयुष्मान भारत की भावना है।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/big-news-related-to-agricultural-law--bill-related-to-repeal-of-agricultural-laws-will-come-in-lok-sabha-on-the-first-day-itself.html,कृषि कानून से जुड़ी बड़ी खबर : कृषि कानूनों को निरस्त करने से संबंधित विधेयक पहले दिन ही आएगा लोकसभा में,"भारत कृषि कानून से जुड़ी बड़ी खबर : कृषि कानूनों को निरस्त करने से संबंधित विधेयक पहले दिन ही आएगा लोकसभा में Saturday, November 27, 2021 13:05 PM फाइल फोटो नई दिल्ली। सरकार तीनों विवादास्पद कृषि कानूनों को निरस्त करने से संबंधित विधेयक संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही लोकसभा में पेश करेगी। संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है और लोकसभा की पहले ही दिन की कार्यसूची में कृषि कानून निरस्त विधेयक 2021 को सूचीबद्ध किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत 29 नवंबर को ही इन विधेयकों को निरस्त करने का ऐलान किया था। इसके बाद पिछले बुधवार को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में कृषि कानूनों को निरस्त करने से संबंधित इस विधेयक को मंजूरी दी गई थी। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने उस समय कहा था कि सरकार विवादास्पद कृषि कानूनों को निरस्त करने की कार्यवाही प्राथमिकता के आधार पर शीतकालीन सत्र के पहले सप्ताह में ही शुरू कर देगी। इसे देखते हुए कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी सहित अन्य दलों ने अपने-अपने सदस्यों से पहले दिन सदन में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया है।तीनों नए कृषि कानून गत वर्ष सितंबर में पारित किए गए थे लेकिन अनेक किसान संगठनों ने इन कानूनों को किसान विरोधी बताते हुए पिछले वर्ष 26 नवंबर से इनके खिलाफ आंदोलन और धरना शुरू किया था। किसान संगठन उस समय से ही इन कानूनों को निरस्त करने की मांग करते आ रहे थे।",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/bihar/bihar-panchayat-election-2021-result-live-counting-of-votes-of-11th-and-last-phase-election-who-will-win-who-lost-see-details-5137948/,"Bihar Panchayat Election 2021 Result LIVE: बिहार पंचायत चुनाव के अंतिम चरण की मतगणना जारी, जानिए अबतक कौन हारा-कौन जीता","Bihar Panchayat Election 2021 Result LIVE: बिहार पंचायत चुनाव के 11वें और अंतिम चरण के लिए हुए मतदान की मतगणना आज सुबह से जारी है. इस चरण के लिए रविवार को मतदान हुआ था जिसमें 17,286 सीटों के लिए कुल 62.81 प्रतिशत वोट पड़े थे. अंतिम चरण में 20 जिलों के 38 प्रखंडों की 568 पंचायतों में 8067 बूथों पर मतदाताओं ने जिला परिषद सदस्‍य, मुखिया, पंचायत समिति सदस्‍य, वार्ड सदस्‍य, सरपंच व पंच के 63,718 उम्मीदवारों की किस्‍मत का फैसला आज होने वाला है.आज सुबह आठ बजे से वोटों की गिनती जारी है. मतगणना केंद्रों के बाहर उम्‍मीदवारों के समर्थकों की भीड़ उमड़ लगी है और सबकी निगाहें काउंटिंग के रिजल्ट पर टिकी है. मतगणना को लेकर सभी केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. मतगणना दो दिनों तक चलेगी. Also Read - Bihar Panchayat Election 2021: गांव की सरकार बनाने के लिए 10th Phase की Voting जारी, जानिए लेटेस्ट अपडेट LIVE UPDATES: Also Read - Bihar Panchayat Election 2021: कल होगा 10वें चरण का मतदान, नहीं है पहचान पत्र तब भी दीजिए वोट, जानिए कैसे -पटना के दानापुर से पहला परिणाम आया-पतलापुर से गीता देवी जीतीं, निवर्तमान मुखिया सुनीता कुमारी हार गईं. -पूर्वी चंपारण के रामगढ़वा की जैतापुर पंचायत से राजीव सिंह मुखिया पद पर जीते, राजकुमारी सिंह पंचायत समिति सदस्‍य पद पर जीतीं. -रक्सौल की पुरंदरा पंचायत से मुखिया प्रत्याशी श्रीनट ने आलोक राय नट को हराया. -भोजपुर जिले के शाहपुर प्रखंड की लालू के डेरा पंचायत से पहली बार 76 वर्षीय आठवीं पास जयराम साह 211 वोट से जीते. – बेगूसराय के तेघड़ा प्रखंड की पिढ़ौली पंचायत से मुखिया पद पर अनुराग उर्फ सन्नी 700 वोटों से जीते. -पूर्वी चंपारण के भेलाही से मुखिया प्रत्याशी सुमन पटेल लगभग 1400 मतों से जीत गईं हैं. -बिहार के 20 जिलों में पंचायत चुनाव के आखिरी चरण की मतगणना आज सुबह से शुरू हो गई है.",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/why-are-you-ashamed-of-pm-court-on-plea-on-covid-vaccine-certificate-5137829/,PM Modi's Photo On Covid Vaccine Certificate: आप प्रधानमंत्री से शर्मिंदा क्यों हैं? कोर्ट ने याचिकाकर्ता से पूछा प्रश्न,"कोच्ची : आप प्रधानमंत्री से शर्मिदां क्यों हैं (Why Are You Ashamed Of PM?)… ये प्रश्न केरल हाईकोर्ट (Kerala High Court) ने एक याचिककर्ता से पूछा है. दरअसल याचिकाकर्ता कोविड-19 टीकाकरण प्रमाणपत्र (COVID-19 vaccination certificate) से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की तस्वीर हटाना चाहता है और उसने इसके लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसकी स्थिरता की जांच के दौरान कोर्ट ने उससे यह प्रश्न पूछा. केरल हाईकोर्ट के जस्टिस पीवी कुन्हीकृष्णन ने कहा, प्रधानमंत्री को देश की जनता ने चुनकर सत्ता में भेजा है, ऐसे में वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट (Covid Vaccine Certificate) पर उनकी तस्वीर लगाने में गलत क्या है? याचिकाकर्ता ने अदालत से कहा कि अन्य देशों में ऐसी प्रथा नहीं है. इस पर न्यायाधीश ने मौखिक टिप्पणी करते हुए कहा, ‘हो सकता है वह अपने प्रधानमंत्री पर गर्व न करते हों, हमें अपने प्रधानमंत्री पर गर्व है.’Also Read - PM मोदी की काशी यात्रा की 15 PHOTOS: काल भैरव पूजा, काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर लोकार्पण से गंगा आरती तक अदालत ने याचिकाकर्ता से आगे कहा, ‘आपको प्रधानमंत्री पर शर्म क्यों आती है? वह लोगों के जनादेश से सत्ता में आए हैं… राजनीतिक तौर पर हमारे विचार अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन वह अब भी हमारे प्रधानमंत्री हैं.’ याचिकाकर्ता के वकील पीटर म्यालीपरम्पिल ने कहा, ‘टीकाकरण का प्रमाणपत्र एक ‘प्राइवेट स्पेस’ है, जिसमें हमारी व्यक्तिगत जानकारियां होती हैं. इसलिए किसी व्यक्ति की गोपनीयता में दखल देना अनुचित है.’ उन्होंने कहा, सर्टिफिकेट में प्रधानमंत्री की तस्वीर लगाना किसी व्यक्ति के निजी स्पेस में घुसपैठ है. Also Read - COVID वैक्‍सीन सर्टिफिकेट में फोटो: Kerala HC ने याचिकाकर्ता ने पूछा- आप हमारे PM से क्यों शर्मिंदा हैं? याचिकाकर्ता के वकील के तर्क पर कोर्ट ने कहा, देश के 100 करोड़ से ज्यादा लोगों को प्रधानमंत्री की फोटो लगे वैक्सीन सर्टिफिकेट से कोई दिक्कत नहीं है, तो आपको क्या परेशानी है? अदालत ने कहा, वह जांच करेंगे कि याचिका में कोई दम है या नहीं. अगर याचिका में कोई दम नहीं लगा तो मामले का निपटारा कर दिया जाएगा. यह सुनवाई एक घंटे से ज्यादा समय तक चली और याचिकाकर्ता की तरफ से पेश वकील अजीत रॉय ने कहा, अपने प्रधानमंत्री पर गर्व करना व्यक्ति की अपनी निजी पसंद का विषय है. रॉय ने अदालत से कहा, यह राजनीतिक मतभेदों का मामला नहीं है. सुप्रीम कोर्ट ने सार्वजनिक धन का उपयोग करने वाले विज्ञापनों और अभियानों के लिए स्पष्ट दिशानिर्देश निर्धारित किए हैं. उन्होंने कहा कि सर्टिफिकेट पर फोटो होने से मतदाताओं के दिमाग पर असर पड़ेगा और यह मुद्दा हाल के राज्य विधानसभा चुनावों के दौरान भी उठाया गया था. केंद्र सरकार ने याचिका का यह करते हुए विरोध किया कि यह जनहित याचिका नहीं बल्कि पब्लिसिटी याचिका है. हालांकि, याचिकाकर्ता एक वरिष्ठ वकील हैं और उन्होंने कहा कि उनके सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री की तस्वीर उनके मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है.",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/madhya-pradesh/digvijay-singh-invites-kunal-kamra-and-munnawar-farooqui-to-organize-a-program-in-bhopal-bjp-mla-rameshwar-sharma-says-will-not-allow-the-show-5137610/,"दिग्विजय सिंह ने कामरा और फारूकी को भोपाल में न्‍योता दिया, BJP विधायक ने कहा- शो नहीं करने देंगे","दिग्विजय सिंह ने हास्य कलाकार कुणाल कामरा और मुन्नवर फारूकी को भोपाल में कार्यक्रम करने का न्योता दिया, जिसके बाद भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि कहीं भी शो नहीं करने देंगे. MP Politics: भोपाल: मध्‍य प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री व कांग्रेस के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) और भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा (Rameshwar Sharma) के बीच कुणाल कामरा (Kunal Kamra) और मुन्नवर फारूकी (Munnawar Farooqui)के कॉमेडी शो कराने और उसके विरोध को लेकर सियासी तलवारें तन गईं हैं. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने दोनों हास्‍य कलाकारों कुणाल कामरा और मुन्नवर फारूकी को बेंगलुरू में कार्यक्रम करने को अनुमति नहीं मिलने के बाद आज सोमवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कार्यक्रम करने का न्योता दिया है, इसके बाद भोपाल के बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश की राजधानी तो छोड़ो, किसी भी प्रदेश में वह शो नहीं करने देंगे.Also Read - PM मोदी की काशी यात्रा की 15 PHOTOS: काल भैरव पूजा, काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर लोकार्पण से गंगा आरती तक दिग्विजय सिंह ने सोमवार को हास्य कलाकार कुणाल कामरा और मुन्नवर फारूकी को भाजपा शासित मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कार्यक्रम करने का न्योता दिया. उसके बाद भोपाल के हुजूर सीट के भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि हिन्दुस्तान में देवी-देवताओं का अपमान करने वालों को मध्यप्रदेश तो छोड़ो, किसी भी प्रदेश में वह शो नहीं करने देंगे. Also Read - Panchayat Chunav: बिजली बिल पहले भर लें नहीं तो रद्द हो जाएगा पंचायत चुनाव में उम्‍मीदवारी का फार्म, ये भी ध्‍यान दें कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दिग्विजय ने ट्वीट किया, ”मैं कुणाल तुम्हारे और मुन्नवर के लिए भोपाल में कार्यक्रम आयोजित करता हूं. सारी जिम्मेदारी मेरी होगी. शर्त एक होगी, हास्य का विषय केवल दिग्विजय सिंह होगा.” उन्होंने लिखा, इसमें तो संघियों को एतराज नहीं होना चाहिए. आओ डरो मत. अपनी सुविधानुसार तारीख एवं समय दो. तुम्हारी सभी शर्तें मंजूर हैं. अपने इस ट्वीट के साथ दिग्विजय ने कामरा से जुड़े एक समाचार के लेख को भी साझा किया है. Also Read - Navjot Singh Sidhu: मैं उन्हें छोड़ दूंगा, मुझे चुनाव जीतने के लिए रखा जाता है, मैं शो पीस नहीं हूं, क्या कांग्रेस का हाथ भी छोड़ देंगे सिद्धू? कामरा ने सिंह के न्यौते पर ट्वीट किया, ”महोदय न्योता देने के लिए धन्यवाद. पता कर रहे हैं कि हमारा जीवन बीमा है या नहीं. यथाशीघ्र आपके पास आ रहे हैं. इसी बीच, शर्मा ने ट्वीट किया, ”क्या आप (दिग्विजय) मुन्नवर फारूकी और कुणाल कामरा को बुलाकर श्रीराम-माता सीता का अपमान कराना चाहते हैं और हिन्दुस्तान यह अपमान बर्दाश्त कर लेगा? दिग्विजय सिंह राम का अपमान करेंगे, तो यह देश आपको पसंद नहीं करेगा.” बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने लिखा, और मुन्नवार फारूकी और कुणाल कामरा कान खुलकर सुन लो, हिन्दुस्तान में देवी-देवताओं का अपमान किया तो मध्यप्रदेश तो छोड़ो, किसी भी प्रदेश में तुम्हारा शो नहीं होगा. देश के भक्त उठेंगे, अपने देवी-देवताओं का सम्मान करेंगे और तुम्हारे मुंह पर तमाचा जड़ेंगे. बीजेपी विधायक शर्मा ने कहा, ”दिग्विजय सिंह तो पाकिस्तान के आतंकियों को घर बुलाकर बिरयानी खिलाना चाहते है? क्या हम आतंकवादियों को हिंदुस्तान में बिरयानी खिलाने की अनुमति देंगे?” उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस एवं दिग्विजय सिंह देश में हिन्दू एवं मुसलमानों के बीच में रोज खाई डालने का काम कर रहे हैं.",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/bihar/will-there-be-a-ban-on-offering-namaz-in-the-open-in-bihar-cm-nitish-kumar-replied-in-this-question-5137563/,क्या बिहार में खुले में नमाज़ पढ़ने पर रोक लगेगी? सवाल पर नीतीश कुमार बोले...,"पटना: क्या बिहार (Bihar) में खुले में नमाज़ पढ़ने पर रोक लगाई जाएगी? इस सवाल पर नीतीश कुमार (Nitish Kumar) भड़क गए. नीतीश कुमार ने कहा कि ये सब बेकार की बात है. इन सब बातों का कोई मतलब नहीं है. बता दें कि भाजपा के कई नेताओं की खुले में नमाज पढ़ने पर रोक लगाने की मांग पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भड़क गए. बता दें कि हरियाणा में इसका विरोध हो रहा है और कई जगहों पर खुले में नमाज़ (Namaz) पढ़ने की अनुमति नहीं दी जा रही है. इसे लेकर काफी विवाद और बहस चल रही है. हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर भी खुले में नमाज़ के विरोध में बयान दे चुके हैं.Also Read - बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग फिर तेज, नीतीश कुमार ने नीति आयोग को लिखा पत्र इस बीच पटना में जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात करते हुए एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि कहीं कोई पूजा करता है, कहीं कोई गाता है सबका अपना-अपना विचार है. मुख्यमंत्री ने कहा- इन सब बातों का कोई मतलब नहीं है. इन सब चीजों में हम ऐसा मानकर चलते हैं कि सबको अपने ढंग से करना चाहिए. Also Read - Caste Census: जातीय जनगणना को लेकर सीएम नीतीश कुमार का बड़ा बयान, कहा- सर्वदलीय बैठक में सबकी राय से... मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा- कोई पूजा करता है, कहीं कोई गाता है सबका अपना-अपना विचार है. उन्होंने कहा कि कोरोना गाइडलाइन के दौरान कोई बाहर नहीं जा रहा था. सभी लोग हमारे लिए एक समान हैं. इन सभी विषयों पर चर्चा का कोई मतलब नहीं है. सभी लोग अपने ढंग से चलते हैं, इन सब चीजों को मुद्दा बनाना ठीक नहीं. हमलोगों के लिए इसका कोई मतलब नहीं है. Also Read - शराबबंदी सही है या नहीं... महिलाओं से पूछने निकलेंगे नीतीश कुमार, जल्दी ही यात्रा करेंगे दरअसल, भाजपा के विधायक हरिभूषण ठाकुर ने पिछले दिनों हरियाणा की तर्ज पर बिहार में भी खुले में नमाज पढ़ने पर रोक लगाने की मांग की थी. उन्होंने कहा कि खुले में नमाज पढ़ने का कोई मतलब नहीं है. उन्होंने कहा था कि जिस तरह हरियाणा की सरकार ने खुले में नमाज पर रोक लगाई है, बिहार में भी वैसा होना चाहिए. खुले में और सड़कों पर नमाज पढ़ने पर रोक लगनी चाहिए. शुक्रवार को सड़कों को जाम कर देना, सड़क पर नमाज पढ़ना, ये कैसी पूजा पद्धति है. अगर आस्था की बात है घर में या मस्जिद में नमाज पढ़ें. आखिर मस्जिद क्यों है. इसके अलावा भी कई अन्य नेताओं ने ऐसी ही मांग की है.",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/obc-reservation-supreme-court-takes-strong-cognizance-of-trying-to-step-out-of-its-verdict-5137536/,"OBC Reservation: SC ने अपने फैसले से बाहर जाकर रिजर्वेशन की कोशिश पर जताया कड़ा ऐतराज, नोटिस जारी","नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने सोमवार को महाराष्ट्र (Maharashtra) में एक पंचायत समिति के अध्यक्ष (chairperson of a Panchayat Samiti) का पद अन्य पिछड़ा वर्ग (Backward Class) वर्ग के लिए आरक्षित (OBC Reservation) करने संबंधी चुनाव प्रक्रिया को गंभीरता से लेते हुए कहा कि यह निश्चित ही इस साल की शुरुआत में दिए गए उसके फैसले से स्पष्ट रूप से बाहर जाने की कोशिश है. पीठ ने इस मामले में संबंधित जिलाधिकारी को नोटिस जारी किया है. पीठ से पूछा है कि शीर्ष अदालत के तीन न्यायाधीशों की पीठ के “स्पष्ट निर्णय” के बावजूद पंचायत समिति में रिक्ति को भरने के लिए ओबीसी वर्ग के लिए इसे आरक्षित कर चुनाव प्रक्रिया शुरू करने पर उनके खिलाफ उचित कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए.Also Read - Omicron in India: नागपुर में ओमीक्रोन का पहला मामला सामने आया, देश में 37 हुई संख्या; देखें लेटेस्ट अपडेट बता दें कि शीर्ष अदालत ने दो अलग-अलग याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए 6 दिसंबर को महाराष्ट्र में ओबीसी के लिए आरक्षित 27 फीसदी सीट पर स्थानीय निकाय चुनाव पर अगले आदेश तक रोक लगा दी थी. शीर्ष अदालत ने स्पष्ट किया था कि अन्य सीटों के लिए चुनाव प्रक्रिया जारी रहेगी. Also Read - Good News! महाराष्ट्र में ओमीक्रोन संक्रमण से उबरी डेढ़ साल की बच्ची, अस्पताल से मिली छुट्टी न्यायमूर्ति एएम खानविलकर और न्यायमूर्ति सी टी रविकुमार की पीठ ने कहा, हमें अब हस्तक्षेप करना होगा. यह उच्चतम न्यायालय के फैसले से बाहर निकलने की कोशिश की जा रही है. शीर्ष अदालत बंबई उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जो ओबीसी श्रेणी के लिए पंचायत समिति का अध्यक्ष पद आरक्षित करने वाले संबंधित प्राधिकरण के फैसले को लेकर दायर याचिका पर पारित किया गया था. Also Read - Omicron Cases in Maharashtra: महाराष्ट्र में Omicron के 7 नए मामले सामने आए, कुल संख्या 17 हुई; 3 साल के बच्चे को हुआ संक्रमण पीठ ने याचिका पर महाराष्ट्र राज्य सहित प्रतिवादियों को भी नोटिस जारी किए और इसे पांच जनवरी को अगली सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया. इसमें कहा गया है कि पंचायत समिति के मौजूदा अध्यक्ष ग्राम पंचायत के संबंध में नीतिगत निर्णय लेने में शामिल नहीं होंगे. याचिकाकर्ता की ओर से पेश हुए वकील ने शीर्ष अदालत के पहले के फैसले का हवाला दिया और कहा कि अध्यक्ष का पद ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षित नहीं किया जा सकता है. पीठ ने कहा कि शीर्ष अदालत के फैसले के बाद अगर ऐसा हो रहा है तो उसे अवमानना ​​नोटिस जारी करना होगा. शीर्ष अदालत ने दो अलग-अलग याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए 6 दिसंबर को महाराष्ट्र में ओबीसी के लिए आरक्षित 27 फीसदी सीट पर स्थानीय निकाय चुनाव पर अगले आदेश तक रोक लगा दी थी. शीर्ष अदालत ने स्पष्ट किया था कि अन्य सीटों के लिए चुनाव प्रक्रिया जारी रहेगी. इसने पिछले हफ्ते दो याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए आदेश पारित किया था. इनमे से एक याचिका में संबंधित स्थानीय निकायों में पूरे महाराष्ट्र में पिछड़ा वर्ग श्रेणी के लिए समान रूप से 27 प्रतिशत तक आरक्षण की अनुमति देने वाले अध्यादेश के माध्यम से प्रावधानों को शामिल/संशोधित किए जाने का मुद्दा उठाया गया था. महाराष्ट्र की ओर से पेश वकील ने कहा था कि अध्यादेश में प्रावधान शीर्ष अदालत के फैसले के अनुरूप हैं और यह केवल पिछड़ा वर्ग श्रेणी को 27 प्रतिशत तक आरक्षण प्रदान कर रहा है. इस साल मार्च में, शीर्ष अदालत ने कहा था कि महाराष्ट्र में संबंधित स्थानीय निकायों में ओबीसी के पक्ष में आरक्षण अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और ओबीसी के लिए आरक्षित कुल सीट के कुल 50 प्रतिशत से अधिक नहीं हो सकता. (इनपुट: भाषा)",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/aap-leader-raghav-chadha-claims-four-ministers-from-punjab-wanted-to-join-our-party-but-we-refused-them-5137500/,"Punjab Assembly Election 2022: राघव चड्ढा का दावा- पंजाब के चार मंत्री 'आप' में शामिल होना चाहते थे, लेकिन...","Punjab Assembly Election 2022: आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने दावा किया कि अवैध रेत खनन के आरोपों का सामना कर रहे पंजाब (Punjab) के चार मंत्री उनकी पार्टी में शामिल होना चाहते थे, लेकिन ‘भ्रष्ट’ होने के कारण उन्हें मना कर दिया गया. हालांकि, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) ने उनके इस दावे को ‘झूठ’ बताकर खारिज कर दिया. वहीं, चरणजीत सिंह चन्नी ने आम आदमी पार्टी के पंजाब सह-प्रभारी चड्ढा पर अफवाह फैलाने का आरोप लगाया और पार्टी से ‘अनावश्यक विवाद पैदा करने के लिए झूठ बोलने’ से बचने को कहा.Also Read - Navjot Singh Sidhu: मैं उन्हें छोड़ दूंगा, मुझे चुनाव जीतने के लिए रखा जाता है, मैं शो पीस नहीं हूं, क्या कांग्रेस का हाथ भी छोड़ देंगे सिद्धू? राघव चड्ढा ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए दावा किया, ‘चन्नी सरकार के चार मंत्री कांग्रेस छोड़कर आप में शामिल होने के लिए लगातार हमसे संपर्क कर रहे हैं.’ उन्होंने चार मंत्रियों का नाम लिए बगैर आरोप लगाया कि ये मंत्री लंबे समय से अवैध रेत खनन के गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं. उन्होंने कहा,‘‘ ‘आप’ एक ईमानदार पार्टी है और हम अपनी पार्टी में ऐसे लोगों को नहीं चाहते. हमारी पार्टी में ऐसे भ्रष्ट लोगों के लिए कोई जगह नहीं है.’’ आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट किया कि उनकी पार्टी कभी भी भ्रष्ट लोगों को अपने पाले में नहीं लाएगी. अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘आम आदमी पार्टी कुछ महीनों के बाद पंजाब में सरकार बनाने जा रही है. इसलिए अन्य दलों के कई नेता आम आदमी पार्टी में शामिल होने के लिए संपर्क कर रहे हैं. लेकिन हम किसी भी परिस्थिति में भ्रष्ट और आपराधिक नेताओं को अपने पाले में नहीं लाएंगे. हम पंजाब में एक साफ-सुथरी और ईमानदार सरकार देंगे.’ Also Read - अरविंद केजरीवाल ने कहा- पंजाब के CM मुझे गाली दे रहे हैं, मेरा रंग काला, लेकिन नीयत साफ है आप के सांसद और पार्टी की पंजाब इकाई के अध्यक्ष भगवंत मान ने कहा, ‘कांग्रेस की सरकार जाने वाली है. सिर्फ एक महीना बचा है. इसलिए उनके कई बड़े नेता पंजाब को लूट रहे हैं. हम अपनी पार्टी में कोई बेईमान नेता नहीं लाएंगे.’ मुख्यमंत्री चन्नी ने खरड़ में मीडिया से बातचीत करते हुए चड्ढा पर ‘झूठी अफवाह फैलाने’ को लेकर निशाना साधा और पार्टी को ‘अनावश्यक विवाद पैदा करने के लिए झूठ बोलने से बचने’ को कहा. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘आप केवल भ्रामक और दुर्भावनापूर्ण बातों में लिप्त होकर अपने लिये माहौल बनाना चाहती है, लेकिन ये रणनीति उलटा असर करेगी.’ पंजाब में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं.",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/why-are-you-ashamed-of-our-pms-photo-in-vaccination-certificate-kerala-hc-pulls-up-a-petitioner-5137316/,COVID वैक्‍सीन सर्टिफिकेट में फोटो: Kerala HC ने याचिकाकर्ता ने पूछा- आप हमारे PM से क्यों शर्मिंदा हैं?,"COVID vaccination certificates: केरल हाईकोर्ट (Kerala HC) ने आज सोमवार को एक याचिकाकर्ता की उस याचिका को लेकर खिंचाई, जिसमें उसने कोविड वैक्‍सनेशन प्रमाणपत्रों (COVID vaccination certificates) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की (photograph of PM Modi on COVID vaccination certificates) लगाई गई फोटो को चुनौती थी. हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता की खिंचाई करते हुए पूछा- “आप हमारे पीएम से क्यों शर्मिंदा हैं?” केरल हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा कि देश के 100 करोड़ से ज्यादा लोगों को टीका प्रमाण पत्र पर प्रधानमंत्री की तस्वीर होने से कोई दिक्कत होती नहीं दिखती तो ‘आपको क्या परेशानी है?’Also Read - PM मोदी की काशी यात्रा की 15 PHOTOS: काल भैरव पूजा, काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर लोकार्पण से गंगा आरती तक केरल हाईकोर्ट ने कोविड वैक्‍सनेशन प्रमाणपत्रों पर पीएम मोदी की लगाई गई फोटो को चुनौती देने वाले एक याचिकाकर्ता की खिंचाई करते हुए पूछा- “आप हमारे पीएम से क्यों शर्मिंदा हैं? (Why are you ashamed of our PM?). हाईकोर्ट ने कहा, याचिकाकर्ता न्यायिक समय बर्बाद कर रहा है और अदालत इस बात की जांच करेगी कि क्या याचिका में कोई दम है और अगर नहीं है तो वह मामले का निपटारा कर देगी. Also Read - PM Narendra Modi ने Varanasi में, काशी के कारीगरों के साथ किया भोजन बता दें कि कोविड वैक्‍सीनेशन सर्टिफिकेट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो है. न्यायमूर्ति पी वी कुन्हीकृष्णन ने कहा कि प्रधानमंत्री को देश की जनता ने चुना है और इसलिए टीकाकरण प्रमाणपत्र पर उनकी तस्वीर लगाने में क्या गलत है. जब याचिकाकर्ता के वकील ने अदालत को बताया कि अन्य देशों में ऐसी कोई परंपरा नहीं है, तो न्यायाधीश ने मौखिक रूप से टिप्पणी की, ‘उन्हें भले ही अपने प्रधानमंत्री पर गर्व न हो, हमें अपने प्रधानमंत्री पर गर्व है.’ अदालत ने कहा, ‘आपको (याचिकाकर्ता) प्रधानमंत्री पर शर्म क्यों आती है? वह लोगों के जनादेश से सत्ता में आए… हमारे अलग-अलग राजनीतिक विचार हो सकते हैं, लेकिन वह हमारे प्रधानमंत्री हैं.’ याचिकाकर्ता पीटर म्यालीपरम्पिल के वकील ने कहा कि प्रमाण पत्र एक ‘निजी स्थान’ है, जिसमें व्यक्तिगत विवरण दर्ज होता है, लिहाजा किसी व्यक्ति की गोपनीयता में दखल देना अनुचित है. उन्होंने दलील दी कि प्रमाणपत्र में प्रधानमंत्री की तस्वीर जोड़ना किसी व्यक्ति के निजी स्थान में घुसपैठ है. इस पर अदालत ने कहा कि देश के 100 करोड़ से ज्यादा लोगों को टीका प्रमाण पत्र पर प्रधानमंत्री की तस्वीर होने से कोई दिक्कत होती नहीं दिखती तो ‘आपको क्या परेशानी है?’ अदालत ने कहा कि वह इस बात की जांच करेगी कि क्या याचिका में कोई दम है और अगर नहीं है तो वह मामले का निपटारा कर देगी. एक घंटे से अधिक समय तक चली सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता की ओर से पेश अधिवक्ता अजीत जॉय ने कहा कि अपने प्रधानमंत्री पर गर्व करना या न करना किसी की निजी इच्छा पर निर्भर करता है. जॉय ने अदालत को यह भी बताया कि यह राजनीतिक मतभेदों का मामला नहीं है, क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने जनता के पैसे का इस्तेमाल करने वाले विज्ञापनों और अभियानों के लिए दिशानिर्देश निर्धारित कर रखे हैं. उन्होंने कहा कि प्रमाण पत्रों पर तस्वीर होने से मतदाताओं के मन पर भी प्रभाव पड़ता है और यह मुद्दा हाल के राज्य विधानसभा चुनावों के दौरान उठाया गया था. केंद्र सरकार ने याचिका का विरोध करते हुए कहा कि यह चर्चा में आने के लिए दाखिल की गई याचिका है. बुजुर्ग याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में दलील दी है कि उनके टीकाकरण प्रमाण पत्र पर प्रधानमंत्री की तस्वीर मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है.",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/jp-nadda-praises-pm-modi-for-inaugurating-kashi-vishwanath-corridor-5137189/,"जेपी नड्डा ने कहा- काशी विश्‍वनाथ धाम का लोकार्पण PM Modi के संकल्प से सिद्धि के मंत्र को दर्शाता है, देश को बधाई","वाराणसी (यूपी): आज पीएम मोदी (PM Modi) ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) का उद्घाटन कर दिया है. इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि आज भव्य काशी विश्‍वनाथ धाम का लोकार्पण प्रधानमंत्री के संकल्प से सिद्धि के मंत्र को दर्शाता है. वाराणसी पहुंचे जेपी नड्डा ने ट्वीट के जरिये अपनी भावनाओं का इजहार किया. जेपी नड्डा ने लिखा, ‘जर्जर इमारतों से घिरे बाबा विश्वनाथ के परिसर को निखारकर भव्य स्वरूप देने वाले हज़ारों श्रमिकों की कड़ी मेहनत को मोदी जी द्वारा सम्मानित किए जाने वाले ऐतिहासिक पल का पूरा विश्व साक्षी बना है. मैं सभी श्रद्धालुओं, काशीवासियों और देशवासियों को बधाई देता हूं.’Also Read - PM मोदी की काशी यात्रा की 15 PHOTOS: काल भैरव पूजा, काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर लोकार्पण से गंगा आरती तक उन्होंने अपने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा ‘आज भव्य काशी विश्‍वनाथ धाम का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के संकल्प से सिद्धि के मंत्र को दर्शाता है. बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में हर भारतवासी की आत्मा बसती है. सदियों से हमारी सनातन संस्कृति की विरासत को संजोने और इसे आगे बढ़ाने में काशी का विशेष महत्व रहा है.’ उन्होंने कहा, ‘सनातन धर्म की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत काशी के दिव्य, अद्भुत, अकल्पनीय, अलौकिक एवं विशाल स्वरूप को पुनर्जीवित करने के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का करोड़ों श्रद्धालुओं की ओर से अभिनंदन करता हूँ.’ Also Read - Kashi Vishwanath Corridor: पीएम मोदी ने मजदूरों के साथ किया लंच, देखें Photo और Video गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने काशी विश्‍वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद विश्‍वनाथ धाम को मूर्त रूप देने वाले श्रमिकों पर पुष्प वर्षा कर उनका धन्यवाद किया और उनके बीच बैठ कर उनका उत्साहवर्धन किया. प्रधानमंत्री ने अपने लिए रखी गई कुर्सी हटवा दी और वह श्रमिकों के साथ जमीन पर बैठे गये और उनके साथ तस्‍वीरें खिचवाई. प्रधानमंत्री ने इन श्रमिकों के साथ भोजन भी किया. Also Read - Kashi Vishwanath Corridor: काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण करने वाले कामगारों के साथ PM Modi ने खाया खाना, CM Yogi रहे साथ",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/madhya-pradesh/panchayat-chunav-if-electricity-bill-is-not-cleared-candidature-form-will-be-canceled-in-the-panchayat-elections-also-note-this-5137165/,"Panchayat Chunav: बिजली बिल पहले भर लें नहीं तो रद्द हो जाएगा पंचायत चुनाव में उम्‍मीदवारी का फार्म, ये भी ध्‍यान दें","MP Panchayat Election: मध्य प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के प्रथम और दि्तीय चरण के लिए नामांकन शुरू हो गया है. इसमें उम्‍मीदवारों को अपने नामांकनपत्र के साथ यह शपथपत्र देना कि उसके ऊपर कोई शुल्‍क बकाया नहीं है, जिसमें विभिन्‍न तरह के टैक्‍स के साथ बिजली बिल का नोड्यूज जरूरी है. अगर कोई चुनाव लड़ना चाहता है तो उसे अन्‍य टैक्‍स के साथ ही बिजली बिल भरना होगा. अगर बिल भरने का प्रमाणपत्र शामिल नहीं किया तो उसे निरस्‍त किया जाएगा.Also Read - दिग्विजय सिंह ने कामरा और फारूकी को भोपाल में न्‍योता दिया, BJP विधायक ने कहा- शो नहीं करने देंगे बता दें मध्‍य प्रदेश के त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मतदान अगले साल तीन चरणों में 6 जनवरी, 28 जनवरी और 16 फरवरी को होने हैं और भोपाल निवासी मनमोहन नायर तथा गाडरवाडा निवासी संदीप पटेल सहित अन्य पांच ने याचिकाएं दायर कर इन चुनावों को अदालत में चुनौती दी थी. Also Read - गुटखा थूककर पुलिसकर्मियों ने लाल कर दीं दीवारें, गुस्साए एसपी ने चार को ड्यूटी से हटाया निर्वाचन आयोग के निर्देशों के मुताबिक, मध्‍य प्रदेश में हो रहे त्र‍िस्‍तरीय पंचायत चुनाव के लिए नामांकन फार्म के साथ एमपी बिजली वितरण कंपनी की नोड्यूज (NOC)भी जमा करना होगा. यह सरपंच, जनपद पंचायत और जिला पंचायत सदस्य के उम्‍मीदवारों के लिए जरूरी है. अगर उम्‍मीदवार ऐसे निर्देर्शों का पालन नहीं करता है तो चुनाव फार्म रद्द कर दिया जाएगा. Also Read - MP Panchayat Chunav Latest Update: हाईकोर्ट के बाद अब सुप्रीम कोर्ट में होगी पंचायत चुनाव पर सुनवाई, जानिए वजह बता दें कि मध्‍य प्रदेश की त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मतदान अगले साल तीन चरणों में 6 जनवरी, 28 जनवरी और 16 फरवरी को होने हैं. सुप्रीम कोर्ट में आज होगी सुनवाई मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट में आज 13 दिसंबर को सुनवाई होगी. मध्यप्रदेश की पंचायत चुनाव में रोटेशन का पालन न करने वाली याचिका की सुनवाई होगी. एमपी हाईकोर्ट के चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगाने से इनकार करने पर कांग्रेस ने देश की सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने जनवरी-फरवरी में होने वाले पंचायत चुनाव पर रोक लगाने से किया इनकार मध्यप्रदेश हाई कोर्ट ने बीते 9 दिसंबर को प्रदेश में अगले साल जनवरी-फरवरी में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव पर अंतरिम रोक लगाने वाली याचिकाओं को बृहस्पतिवार को खारिज कर दिया था. मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रवि मलिमठ तथा न्यायमूर्ति विजय कुमार शुक्ला की पीठ ने इसके अलावा राज्य सरकार को नोटिस जारी कर याचिककर्ताओं द्वारा उठाये गए सवालों पर चार सप्ताह में जवाब मांगा है. अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 7 जनवरी को निर्धारित की है. प्रदेश की त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मतदान अगले साल तीन चरणों में 6 जनवरी, 28 जनवरी और 16 फरवरी को होने हैं और भोपाल निवासी मनमोहन नायर तथा गाडरवाडा निवासी संदीप पटैल सहित अन्य पांच ने याचिकाएं दायर कर इन चुनावों को अदालत में चुनौती दी थी.",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/uttar-pradesh/pm-modi-cm-yogi-had-lunch-with-workers-who-involved-in-construction-work-of-kashi-vishwanath-dham-corridor-5136973/,"Kashi Vishwanath Corridor: काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण करने वाले कामगारों के साथ PM Modi ने खाया खाना, CM Yogi रहे साथ","भोजन करते पीएम मोदी Kashi Vishwanath Corridor Inauguration: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज वाराणसी (Varanasi) में काशी विश्वनाथ गलियारे (Kashi Vishwanath Corridor Inauguration) का उद्घाटन कर दिया है. पीएम मोदी ने प्रतिष्ठित दशाश्वमेघ घाट के पास ऐतिहासिक काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास के आधुनिक ढांचे का उद्घाटन किया. पीएम मोदी ने (PM Modi’s Varanasi Visit) आज काल भैरव मंदिर में पूजा-अर्चना की. काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) में माथा टेका. जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना की. इसके बाद काशी विश्वनाथ धाम (Kashi Vishwanath Dham) का उद्घाटन किया. वहीं आज शाम 8 बजे वह गंगा आरती (Ganga Aarti) में भी शामिल होंगे. बता दें कि पीएम मोदी वाराणसी के दो दिन के दौरे पर हैं.Also Read - PM मोदी की काशी यात्रा की 15 PHOTOS: काल भैरव पूजा, काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर लोकार्पण से गंगा आरती तक पीएम मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ किया भोजन काशी विश्वनाथ गलियारे का उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ भोजन किया. पीएम मोदी के साथ सीएम योगी भी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ भोजन किया. तस्वीरों और वीडियो में देखा जा सकता है कि पीएम मोदी पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बीच में बैठकर खाना खा रहे हैं. Also Read - जेपी नड्डा ने कहा- काशी विश्‍वनाथ धाम का लोकार्पण PM Modi के संकल्प से सिद्धि के मंत्र को दर्शाता है, देश को बधाई #WATCH | Varanasi: PM Narendra Modi along with CM Yogi Adityanath had lunch with the workers involved in construction work of Kashi Vishwanath Dham Corridor. pic.twitter.com/XAX371ThEw — ANI UP (@ANINewsUP) December 13, 2021 पीएम ने कहीं ये बातें पीएम मोदी ने इससे पहले काशी विश्वनाथ गलियारे का उद्घाटन करते हुए कहा कि कहा कि औरंगजेब ने तलवार के दम पर सभ्यता को बदलने की कोशिश की. काशी पर औरंगजेब ने अत्याचार किए, औरंगजेब ने कट्टरता से संस्कृति को कुचला. महादेव की इच्छा के बिना कुछ नहीं होता. पीएम मोदी ने कहा कि निजी स्वार्थ के लिए कुछ लोगों ने खूब राजनीति की. कुछ लोगों ने निर्माण पर सवाल उठाए. मंदिर परिसर 3 हजार से 5 लाख वर्गफीट का हो गया है. विश्वनाथ धाम में अकल्पनीय शक्ति है. काशी आकर अतीत के गौरव का एहसास हुआ. इस समय पूरा विश्व काशी विश्वनाथ धाम से जुड़ा हुआ है. पूरा शहर मोदीमय ज्ञात हो कि काशी विश्वनाथ, शिव के 12 त्योतिर्लिगों में से एक है. यहां मंदिर के पास नक्काशीदार लैम्पपोस्ट लगाए हैं हैं और पूरे शहर को पोस्टरों से पाट दिया गया है, जिसमें काशी-विश्वनाथ कोरिडोर को लेकर पीएम मोदी की दृष्टिकोण और उनकी प्रशंसा की गई है.",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/maharashtra/mumbai-police-informed-bombay-high-court-would-not-arrest-actress-kangana-ranaut-till-january-25-2022-for-social-media-post-on-farmers-agitation-5136890/,"Kangana Ranaut को फिलहाल गिरफ्तारी से मिली राहत, मुंबई पुलिस ने बांम्‍बे हाईकोर्ट से कही ये बात","मुंबई: बांम्‍बे हाईकोर्ट (Bombay High Court) ने जब बॉलीवुड एक्‍ट्रेस ( Bollywood Actress) कंगना रनौत ( Kangana Ranaut) के किसान आंदोलन को अलगाववादी समूह से जोड़कर सोशल मीडिया पर पोस्ट (social media Post) के मामले यह कहा कि यह मामला रनौत की अभिव्यक्ति की आजादी के मौलिक अधिकार के बड़े सवाल से जुड़ा है और कोर्ट उन्हें कुछ अंतरिम राहत देगी. हाईकोर्ट कोर्ट की इस टिप्‍पणी के बाद सोमवार को मुंबई पुलिस ने बांम्‍बे हाईकोर्ट (Bombay High Court) को सूचित किया कि कथित रूप से किसान आंदोलन को अलगाववादी समूह से जोड़कर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के मामले बॉलीवुड एक्‍ट्रेस ( Bollywood Actress) कंगना रनौत ( Kangana Ranaut) को 25 जनवरी 2022 तक गिरफ्तार नहीं करेगी.Also Read - Mumbai: 15 घंटे की छापेमारी के बाद पुलिस ने बार के सीक्रेट रूम से बरामद की 17 लड़कियां पुलिस ने यह बयान न्यायमूर्ति नितिन जामदार और न्यायमूर्ति सारंग कोतवाल की पीठ द्वारा यह कहे जाने के बाद दिया कि यह मामला रनौत की अभिव्यक्ति की आजादी के मौलिक अधिकार के बड़े सवाल से जुडा है और अदालत उन्हें कुछ अंतरिम राहत देगी. Also Read - Kisan Andolan खत्म होने के बाद अब जल्द ही खुलेंगे सभी रास्ते, सिंघु बॉर्डर से बैरिकेडिंग को हटाया जा रहा है रनौत ने इस महीने के शुरुआत में हाईकोर्ट में याचिका दायर कर मुंबई के खार पुलिस थाने में सिख संगठन की शिकायत के आधार पर नवंबर महीने में दर्ज प्राथमिकी रद्द करने का अनुरोध किया हैृ. Also Read - वापस होंगे किसानों के खिलाफ दर्ज मामले? कृषि मंत्री बोले- राज्य सरकारें करेंगी फैसला अधिवक्ता रिजवान सिद्दिकी के जरिये दाखिल याचिका में रनौत ने कहा कि शिकायतकर्ता ने 21 नवंबर के उनके इंस्टाग्राम पोस्ट पर आपत्ति दर्ज की है, लेकिन इस मामले में उनके खिलाफ मामला दर्ज करने का कोई कानूनी आधार नहीं है. बता दें कि सिख संगठन की शिकायत के आधार पर रनौत के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी. शिकायतकर्ता ने दावा किया था कि रनौत ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में दिल्ली की सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन को खालिस्तानी आंदोलन के रूप में पेश किया. इसके आधार पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 295ए (जानबूझकर समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत करना) के तहत मामला दर्ज किया. रनौत के वकील ने सोमवार को कहा कि धारा-295 ए के तहत मामला दर्ज करने के लिए जरूरी है कि आरोपी किसी व्यक्ति या समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत करने की मंशा से जानबूझकर आपत्तिजनक टिप्पणी करे. लेकिन इस मामले में अभिनेत्री की ऐसी कोई मंशा नहीं थी. पीठ ने इसके बाद रनौत के सोशल मीडिया पोस्ट का अवलोकन किया और उनके वकील के तर्क पर सहमति जताई. कोर्ट ने अभियोजन पक्ष से सवाल किया, ”यहां जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण मंशा कहा है? धारा 295 कहती है कि यह एकमात्र और प्रमुख बिंदु होनी चाहिए.” इसके बाद पीठ ने पुलिस से पूछा कि क्या उसकी मंशा इस मामले में रनौत की गिरफ्तारी की है. पुलिस का पक्ष रख रहे मुख्य लोकअभियोजक अरुणा पाई ने कहा कि खार पुलिस ने एक दिसंबर को रनौत को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए पेश होने को कहा था लेकिन उन्होंने अब तक इसका जवाब नहीं दिया है. इस पर रनौत के वकील ने अदालत से कहा कि उनकी मुवक्किल पूछताछ के लिए पेश होने को इच्छुक हैं लेकिन उन्हें इस मामले में अपनी गिरफ्तारी की आशंका है. अदालत ने पाई से कहा कि खार पुलिस को विशेष तौर पर बयान जारी करने की जरूरत है कि वह रनौत को गिरफ्तार करने की इच्छुक है या नहीं. पीठ ने कहा, उनकी अभिव्यक्ति की आजादी की रक्षा का भी बड़ा सवाल है. जबतक पुलिस उनकी गिरफ्तारी को लेकर बयान नहीं देती, हमें उन्हें कुछ राहत देनी होगी. रनौत के वकील ने बताया कि उनकी मुवक्किल 22 दिसंबर को खार पुलिस के समक्ष पेश होंगी. पाई ने जांच अधिकारी की तरफ से बयान दिया कि ”पुलिस उन्हें उच्च न्यायालय में अगली सुनवाई तक गिरफ्तार नहीं करेगी. अदालत ने पुलिस के बयान को स्वीकार करते हुए मामले की सुनवाई 25 जनवरी 2022 तक के लिए टाल दी.",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/delhi/farmers-protest-authorities-remove-barricades-at-delhi-haryana-border-as-farmers-return-home-5136733/,"Kisan Andolan खत्म होने के बाद अब जल्द ही खुलेंगे सभी रास्ते, सिंघु बॉर्डर से बैरिकेडिंग को हटाया जा रहा है","नई दिल्ली : तीन कृषि कानूनों (Three Farm Laws) को लेकर पिछले एक साल से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन (Farmer’s Agitation) कर रहे किसानों ने अपना आंदोलन स्थगित कर दिया है. गुरुवार 9 दिसंबर को किसानों ने यह फैसला लिया और कहा कि वह 11 दिसंबर से बॉर्डर छोड़कर अपने-अपने घरों की ओर लौटना शुरू करेंगे. कल यानी रविवार से किसानों ने अपने घरों की ओर लौटना शुरू कर दिया है. अब हर किसी को बड़ी ही बेसब्री से दिल्ली की सीमाओं (Delhi’s Borders) के खुलने का इंतजार है. आखिरकार किसानों के आदोलन के कारण बंद दिल्ली जाने के प्रमुख रास्ते खुलने का समय अब आ गया है. सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) पर बैरिकेडिंग हटाने का काम तेजी से किया जा रहा है.Also इसी तरह दिल्ली की अन्य सीमाओं से भी किसानों के लौटने के साथ ही बैरिकेडिंग हटाने का काम किया जाएगा. इससे दिल्ली जाने वाले लोगों की जिंदगी आसान हो जाएगी. इसके अलावा दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले लोगों को भी वैकल्पिक मार्गों पर भारी जाम से मुक्ति मिलेगी और वह दिल्ली की ओर फर्राटा भर पाएंगे. Also Read - दिल्ली से लौट रहे किसान, आंदोलन में जान गंवाने वाले 11 किसानों के परिजनों को पंजाब सरकार ने दी नौकरी भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत (BKU Leader Rakesh Tikait) का कहना है कि सभी किसान 15 दिसंबर तक दिल्ली की सीमाओं से चले जाएंगे. इसके बाद भारतीय किसान मोर्चा की अगली बैठक 15 जनवरी को होगी. आंदोलन को खत्म करने के लिए राकेश टिकैत हरियाणा, चंडीगढ़ औक अमृतसर जा रहे हैं.",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/punjab/i-will-not-ditch-punjab-i-will-leave-them-says-navjot-singh-sidhu-in-a-discussion-5136133/,"Navjot Singh Sidhu: मैं उन्हें छोड़ दूंगा, मुझे चुनाव जीतने के लिए रखा जाता है, मैं शो पीस नहीं हूं, क्या कांग्रेस का हाथ भी छोड़ देंगे सिद्धू?","चंडीगढ़ : पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Punjab Congress president Navjot Singh Sidhu) अपने बेबाक बोलों के लिए जाने जाते हैं. वह अपनी ही सरकार और अपने ही मुख्यमंत्री के खिलाफ बोलने से भी गुरेज नहीं करते. शायराना अंदाज में बातें करना और अपनी बात को मजबूती से रखना नवजोत सिंह सिद्धू को अच्छे से आता है. इस बार वह रविवार को दिए अपने एक बयान को लेकर चर्चा में हैं. इस बयान में सिद्धू ने कहा, वह चुनाव जीतने के लिए कभी भी ‘शो पीस’ नहीं बनेंगे और सत्ता में आने के बाद राज्य के लोगों से कभी झूठ नहीं बोलेंगे. उन्होंने कहा, ‘अगर कोई कहे कि मैं जिम्मेदारी लूं और सरकार बनाऊं, फिर सरकार बनने के बाद देखूं कि यहां रेत माफिया का राज चल रहा है, 200 रुपये की शराब 1000 रुपये में बेची जा रही है या केबल नेटवर्क की मोनोपॉली चल रही है, तो मैं पंजाब को धोखा नहीं दूंगा (I will not ditch Punjab). मैं उन्हें छोड़ दूंगा (I will leave them).’Also Read - Miss Universe 2021: घर पहुंचने पर हरनाज संधू का होगा पंजाबी स्टाइल में स्वागत, मां खिलाएंगी 'मक्के की रोटी और सरसों का साग' क्रिकेट के मैदान पर जलवे दिखाने के बाद वह राजनीति में आए और भाजपा का दामन थामा. बाद में बीजेपी (BJP) छोड़कर कांग्रेस में आए तो उन्हें पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया. उन्होंने कहा, ‘मैंने अपने जीवन में कभी किसी से कोई पद नहीं मांगा है, बल्कि हमेशा पंजाब का कल्याण ही चाहा है.’ Also Read - दिग्विजय सिंह ने कामरा और फारूकी को भोपाल में न्‍योता दिया, BJP विधायक ने कहा- शो नहीं करने देंगे जब नवजोत सिंह सिद्धू से पूछा गया कि अगर 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election 2022) में उनके नेतृत्व में कांग्रेस को एक बार फिर से जीत मिलती है तो क्या उन्हें पार्टी मुख्यमंत्री पद से सम्मानित कर सकती है? इस पर सिद्धू ने कहा, ‘न तो मैंने जीवन में कभी कुछ मांगा है और न ही कभी ऐसा करूंगा. मैंने कभी लोगों से वोट भी नहीं मांगे हैं.’ दरअसल सिद्धू ने चंडीगढ़ में आयोजित एक सार्वजनिक परिचर्चा ‘बोलदा पंजाब’ में अपनी यह बेबाक राय रखी. Also Read - Punjab Assembly Election 2022: राघव चड्ढा का दावा- पंजाब के चार मंत्री 'आप' में शामिल होना चाहते थे, लेकिन... सिद्धू ने कहा, ‘जिम्मेदारी आपको बेहतर या कड़वा बनाती है. मुझे कड़वा अनुभव है. पंजाब में मेरी तीन सरकारों को बनाने में भूमिका रही है. मैं प्रचार कर रहा था. लेकिन इस व्यवस्था में एक अच्छे व्यक्ति को ‘शो पीस’ बना दिया जाता है. उसे बस चुनाव जीतने के लिए रखा जाता है.’ उन्होंने कहा, ‘मैं कभी ‘शो पीस’ नहीं बनूंगा… मैं सत्ता में आने के लिए पंजाब के लोगों से कभी झूठ भी नहीं बोलूंगा. क्या कोई कह सकता है कि मैंने कभी झूठ बोला है. चूंकि मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं है.’ सिद्धू ने कहा कि वह कांग्रेस नेताओं-राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के प्रति समर्पित हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी उन्हें जो भी काम देगी, वह उसे करेंगे और पंजाब के लोगों को कभी धोखा नहीं देंगे. (इनपुट – पीटीआई)",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/delhi/babri-mosque-was-demolished-as-hindus-felt-being-deceived-through-legal-process-says-a-rss-leader-5136172/,"हिंदुओं को लगा कि कानूनी प्रक्रिया के जरिए उन्हें धोखा दिया जा रहा है, जिसके कारण बाबरी मस्जिद गिराई गई : RSS नेता","नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के आदेश के बाद अयोध्या (Ayodhya) में भव्य राम मंदिर (Ram Temple) का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. मुस्लिम समाज ने भी सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले को सहर्ष स्वीकार किया और किसी अन्य जगह पर मस्जिद बनाने के लिए तैयार हो गया. हालांकि, अब भी कुछ नेता हैं, जो चाहते हैं कि उसी विवादित स्थल पर मस्जिद बननी चाहिए थी, जहां कभी बाबरी मस्जिद (Babri Masjid) थी. अयोध्या में राम मंदिर को लेकर संघर्ष का इतिहास एक सदियों पुराना है. हिंदू समाज की मान्यता है कि इसी जगह पर उनके अराध्य भगवान श्री राम का जन्म हुआ था और यहां एक भव्य मंदिर था, जिसे मुस्लिम आक्रमणकारी बाबर के समय तोड़कर उसी जगह पर मस्जिद बना दी गई थी. 1992 में कार सेवकों ने विवादित ढांचे को गिरा दिया था. राम मंदिर के आंदोलन (Ram Mandir Andolan) में आरएसएस (RSS) की अहम भूमिका रही है. भगवान राम पर लिखी एक किताब ‘सबके राम’ के विमोचन के अवसर पर आरएसएस नेता अरुण कुमार ने इस आंदोलन को सकारात्मक और रचनात्मक करार दिया है.Also Read - VHP प्रमुख ने कहा- राम जन्मभूमि को वेटिकन सिटी और मक्का की तरह विकसित किया जाएगा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) नेता अरुण कुमार ने रविवार को कहा कि 1992 का बाबरी मस्जिद विध्वंस हिंदू समाज की इस भावना का परिणाम था कि विवादित स्थल पर राम मंदिर निर्माण से संबंधित कानूनी प्रक्रिया के जरिए उन्हें धोखा दिया जा रहा है. उन्होंने ‘सबके राम’ नामक पुस्तक के विमोचन के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 38 साल लंबा आंदोलन समाज में बदलाव लाने के उद्देश्य से एक ‘सकारात्मक और रचनात्मक’ आंदोलन था. उन्होंने कहा, ‘यह कोई प्रतिक्रियावादी आंदोलन नहीं था. यह समाज में बदलाव लाने के लिए एक सकारात्मक और रचनात्मक आंदोलन था.’ Also Read - हिंदू आस्था के केंद्रों को वर्षों तक अपमानित किया गया, मोदी सरकार ने किया गौरव बहाल: अमित शाह आरएसएस सह सरकार्यवाह (संयुक्त महासचिव) ने आंदोलन को ‘अद्भुत’ करार दिया और कहा कि इसने हिंदू समाज को जगाया और इस धारणा को बदल दिया कि हिंदू ‘कायर’ हैं और वे एक साथ नहीं आ सकते तथा एक नहीं हो सकते. उन्होंने कहा, ‘यह एक आम धारणा थी कि हिंदू समाज विभिन्न जातियों, भाषाओं, क्षेत्रों, छोटे समूहों और उनके संबंधित मतभेदों के कारण एक साथ नहीं आ सकता है. एक और मान्यता यह थी कि वह (हिंदू समाज) अपनी कायरता के कारण संघर्ष में शामिल नहीं हो सकता.’ कुमार ने कहा, ‘और तीसरी मान्यता यह थी कि पिछले 20-25 वर्षों में पश्चिमी शिक्षा और नई पीढ़ी पर पश्चिमी मूल्यों के प्रभाव से इसकी महिमा खो गई थी.’ उन्होंने कहा, ‘इस आंदोलन ने इन तीनों धारणाओं को बदल दिया.’ आरएसएस नेता ने कहा कि राम मंदिर आंदोलन के ‘तूफान’ ने ‘आग को फिर से प्रज्वलित किया’ और हिंदू समाज ‘अतीत की तुलना में अधिक मजबूती से राख से उठ खड़ा हुआ.’ आरएसएस पदाधिकारी ने कहा, ’33 साल तक हिंदू समाज ने यह सोचकर धैर्य रखा कि इस देश में कानून और न्याय का राज है तथा उसे न्याय मिलेगा. जब 1992 में हिंदू समाज को लगा कि कानूनी प्रक्रिया के माध्यम से उन्हें धोखा दिया जा रहा है, तो वह जाग गया और उसने दिखाया कि लोगों द्वारा इसकी भावनाओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.’ (इनपुट – पीटीआई)",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/uttar-pradesh/my-masjid-was-martyred-did-anyone-from-sp-bsp-or-congress-say-anything-asaddudin-owaisi-5136096/,"मेरी मस्जिद शहीद हो गई, क्‍या सपा, बसपा, कांग्रेस ने कुछ कहा? उन्‍होंने आंखें मूंद लीं: असदुद्दीन ओवैसी","एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आज रविवार को कानपुर में एक जनसभा में बाबरी मस्जिद के मुद्दे के बहाने बसपा, सपा, कांग्रेस समेत सभी दलों पर हमला किया. Asaddudin Owaisi Masjid, Babri Masjid, SP, BSP, Congress, BJP, Uttar Pradesh:यूपी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर हर पार्टी एक-दूसरे पर सियासी वार कर रही है. इसी क्रम में एआईएमआईएम (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaddudin Owaisi) ने आज रविवार को कानपुर में एक जनसभा में बाबरी मस्जिद के मुद्दे के बहाने बसपा, सपा, कांग्रेस समेत सभी दलों पर हमला किया और कई सवाल दागे. सभा को संबोधित करते हुए असदुद्दीन ओवैसी कहा, मेरी मस्जिद (बाबरी) शहीद हो गई. जिन लोगों ने इसे कलंकित किया, उन्होंने भारत की नींव और कानून के शासन को बाधित कर दिया. क्या सपा, बसपा या कांग्रेस में से किसी ने कुछ कहा? उन्होंने आंखें मूंद लीं क्योंकि यह मेरी मस्जिद थी, उनकी नहीं.Also Read - PM मोदी की काशी यात्रा की 15 PHOTOS: काल भैरव पूजा, काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर लोकार्पण से गंगा आरती तक AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, बाबरी मस्जिद के फैसले के बाद कहा गया कि कोई अपराधी नहीं है, मैंने संसद में पूछा कि सीबीआई ने अपील क्यों नहीं की और किसने मस्जिद को कलंकित किया. क्या सपा, बसपा या कांग्रेस में से किसी ने कुछ कहा? उन्होंने आंखें मूंद लीं, क्योंकि यह मेरी मस्जिद को कलंकित किया जा रहा था, उनकी नहीं. Also Read - Navjot Singh Sidhu: मैं उन्हें छोड़ दूंगा, मुझे चुनाव जीतने के लिए रखा जाता है, मैं शो पीस नहीं हूं, क्या कांग्रेस का हाथ भी छोड़ देंगे सिद्धू? कानपुर में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, जब कभी सपा की सरकार बनती थी तो ठेकेदार में सबसे बड़ा काम यादव बिरादरी के लोगों को मिलता था. आज उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार है. उत्तर प्रदेश के पुलिस स्टेशन में कम से कम 2 ठाकुर ऑफिसर मिल जाएंगे, क्योंकि नाम योगी है, लेकिन दिल से ठाकुर हैं. एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “इस बात की परवाह न करें कि (उत्तर प्रदेश का) मुख्यमंत्री कौन होगा..अगर (समाजवादी पार्टी) यूपी चुनाव जीत जाती है, तो क्या इसके प्रमुख अखिलेश यादव मुस्लिम डिप्टी सीएम नियुक्त करेंगे?”",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/rajasthan/rajasthan-nsg-commander-brigadier-bhupesh-singh-hada-took-over-as-the-titular-maharao-raja-of-hada-rajput-clan-of-bundi-5136067/,"Brigadier भूपेश सिंह हाड़ा की बूंदी के 26वें 'राजा' के तौर पर ताजपोशी, NSG में हैं कमांडर","भारतीय सेना के विशेष बल अधिकारी एनएसजी के ब्रिगेडियर भूपेश सिंह हाडा ने आज राजस्थान में बूंदी के हाडा राजपूत वंश के महाराव राजा के रूप में पदभार ग्रहण किया. कोटा (राजस्थान): ब्रिगेडियर भूपेश सिंह हाड़ा (Brigadier Bhupesh Singh) की रविवार को ‘बूंदी के 26वें राजा’ (Raja of Hada Rajput of Bundi) के तौर पर ताजपोशी हुई. हाड़ा (Hada) के नाम पर शाही उत्तराधिकारी (Raja of Hada Rajput clan of Bundi) परिवार ने आपत्ति जताई है. हाड़ा इंडियन आर्मी (Indian Army) राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) के कमांडर हैं और उन्हें सेना के कई पदकों से सम्मानित किया जा चुका है.Also Read - Tamil Nadu chopper crash: अपने खेत की मिट्टी में मिले सेना के जांबाज तेजा, तिरंगे से लेकर लिपटकर रोया परिवार शाही परिवार के आखिरी राजा कर्नल म्हारो राजा बहादुर सिंह के बेटे और शाही परिवार के उत्तराधिकारी रंजीत सिंह के निधन के बाद 11 वर्षों से यह शाही पद रिक्त था, क्योंकि उनकी कोई संतान नहीं थी. हाड़ा राजपूत समुदाय ने इतने लंबे समय से शीर्ष पद खाली रहने के बीच अगले ‘राजा’ का नाम चुनने के लिए ‘पाग’ समिति गठित की थी. Also Read - CDS Bipin Rawat ने हादसे के एक दिन पहले दिया थे ये संदेश, Video Viral ‘पाग’ का मतलब, राजा के निधन के बाद उसके उत्तराधिकारी को पहनायी जाने वाली पगड़ी से है. पाग समिति ने कुल 118 पूर्व जागीरदारों और ठिकानेदारों में से 108 की सहमति से चार दिसंबर को ब्रिगेडियर हाड़ा को बूंदी का अगला राजा नामित किया, जो स्वतंत्रता से पहले एक रियासत थी. कोटा-जयपुर मार्ग पर सतुर गांव स्थित मां रक्तदंतिका मंदिर में रविवार को पाग समारोह में ब्रिगेडियर हाड़ा की ताजपोशी हुई. इस बीच, बलभद्र सिंह के नेतृत्व वाले वंशानुगत उत्तराधिकारी के परिवार ने हाड़ा की ताजपोशी का विरोध किया. सिंह ने कहा कि चूंकि अंतिम राजा बहादुर सिंह कापरेन शाही परिवार से उनके भाई थे और उन्हें बूंदी के तत्कालीन राजा ईश्वरी सिंह ने गोद लिया था, ऐसे में उनके पुत्र वंशवर्धन सिंह बूंदी के शाही पद के उत्तराधिकारी हैं.",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/uttar-pradesh/kashi-vishwanath-corridor-was-initiated-by-samajwadi-party-govtakhilesh-yadav-claims-5136047/,"अखिलेश यादव का अब एक और नया दावा, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की शुरुआत सपा सरकार ने की थी","सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रव‍िवार को लखउनऊ में कहा, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की शुरुआत समाजवादी पार्टी ने की थी. SP, Kashi Vishwanath Corridor, Akhilesh Yadav, BJP, लखनऊ: समाजवादी पार्टी अध्यक्ष (SP President) अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM MODI) द्वारा उद्घाटन काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor inauguratation) काशी विश्वनाथ कॉरिडोर करने से एक दिन पहले ही रविवार को इसकी शुरुआत अपने मुख्यमंत्रित्व काल में होने होने का दावा कर दिया है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दावा करते हुए कहा, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की शुरुआत समाजवादी पार्टी ने की थी. हम दस्तावेज भी देंगे, क्योंकि इस बार हम सबूत के साथ बात करेंगे. यह सब इसलिए हो रहा है ताकि सरकार किसानों को दुगनी आमदनी देने से बच जाए. यह ध्यान भटकाने वाला है. साथ ही पूर्व सीएम ने यह भी आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ भाजपा बुनियादी सवालों से ध्यान हटाने के लिए जनता को दूसरे मुद्दों में उलझा रही है. बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी सोमवार को महत्वाकांक्षी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण करेंगे.Also Read - PM मोदी की काशी यात्रा की 15 PHOTOS: काल भैरव पूजा, काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर लोकार्पण से गंगा आरती तक Also Read - दिग्विजय सिंह ने कामरा और फारूकी को भोपाल में न्‍योता दिया, BJP विधायक ने कहा- शो नहीं करने देंगे अखिलेश ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा “भाजपा ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था जिसे वह पूरा नहीं कर सकी. महंगाई बेकाबू है. जनता यह सवाल न कर दे इसलिए काशी विश्वनाथ कारीडोर. ध्यान हटाने के लिए यह सब मुद्दे उठाया जा रहे हैं.” यूपी के पूर्व सीएम यादव ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की शुरुआत अपने शासनकाल में होने का दावा करते हुए कहा “काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का प्रस्ताव भी अगर किसी ने कैबिनेट में पास किया था, शुरुआत अगर किसी ने की थी तो वह समाजवादी पार्टी की सरकार ही थी. ” Also Read - Srinagar Terrorist Attack Update: PM मोदी ने आतंकी हमले का ब्‍योरा मांगा, फारूक अब्दुल्ला के तल्‍ख बोल कल अखिलेश ने सरयू नहर परियोजना का काम सपा सरकार के कार्यकाल में होने का दावा किया था इससे पहले, शनिवार को बलरामपुर में सरयू नहर परियोजना को लेकर भी अखिलेश ने राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए दावा किया था कि इस परियोजना का तीन चौथाई काम सपा सरकार के कार्यकाल में ही हो गया था. लाल टोपी को ‘रेड अलर्ट’ को बताया मुद्दों को बदलने की एक साजिश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा समाजवादी पार्टी की लाल टोपी को ‘रेड अलर्ट’ बताए जाने से संबंधित एक सवाल पर अखिलेश ने इसे बीजेपी द्वारा बहस के मुद्दों को बदलने की एक साजिश करार दिया. भाजपा डरा कर और लोगों को मारकर राज करना चाहती सपा अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर अपने पिछले साढे चार साल के कार्यकाल के दौरान भेदभाव से काम करने का आरोप लगाया और कहा कि अंग्रेज ‘फूट डालो और राज करो’ के मंत्र पर काम करते थे. उसी तरह भाजपा डरा कर और लोगों को मारकर राज करना चाहती है. आगामी विधानसभा चुनाव में जनता भाजपा को सबक सिखाएगी। आज उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी, पेपर लीक, छात्रों पर लाठीचार्ज, भर्तियों पर स्थगन आदेश के सवाल भी हैं अखिलेश ने कहा, आज उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी का सवाल है. इसके अलावा पेपर लीक छात्रों पर लाठीचार्ज भर्तियों पर स्थगन आदेश के सवाल भी मौजूद हैं. शिक्षामित्र भटक रहे हैं. युवा दुखी हैं. उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी में किसानों पर गाड़ी चढ़ाए जाने की घटना कौन भूल जाएगा. कोविड-19 महामारी के दौरान अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी, नदियों में तैरती लाशें, बीमार अस्पताल और उनमें व्याप्त अव्यवस्थाओं को भी कोई कैसे भूल सकता है. नोटबदी के समय लोगों को लाइन में लगाने वाली सरकार को अब आगामी विधानसभा चुनाव में मतदाता वोट डालने के लिए कतार में खड़े होकर सत्ता से बाहर करेंगे.” सरकार शासनकाल के अंतिम दिनों में छात्रों को टेबलेट देने की बात कर रही सपा अध्यक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार अपने शासनकाल के अंतिम दिनों में अपने वर्ष 2017 के वादे के मुताबिक छात्रों को टेबलेट देने की बात कर रही है. सुनने में आ रहा है कि सरकार यह सामान चीन से मंगवा कर देगी. जो समाजवाद है, वही अंबेडकर वाद है और जो अंबेडकर वाद वही समाजवाद इस सवाल पर कि क्या सत्ता में आने पर समाजवादी पार्टी मौजूदा सरकार के शासनकाल में हुए कथित फर्जी मुठभेड़ मामलों की जांच कराएगी, अखिलेश ने कहा “अभी हमारा घोषणा पत्र आने दीजिए. उसमें बहुत सारी चीजें होंगी.” सपा अध्यक्ष ने एक अन्य सवाल पर कहा कि जो समाजवाद है, वही अंबेडकर वाद है और जो अंबेडकर वाद वही समाजवाद है, क्योंकि डॉक्टर राम मनोहर लोहिया और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर दोनों ही जाति तोड़ने के समर्थक थे. गोरखपुर विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का प्रस्ताव भेजेंगे अखिलेश ने एक सवाल पर कहा कि सत्ता में आने पर उनकी सरकार गोरखपुर विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने के सिलसिले में केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजेगी. उन्होंने कहा कि सपा की सरकार बनी तो गरीबों को मुफ्त पौष्टिक भोजन देने के लिए जरूरत पड़ने पर कैंटीन बनाई जाएगी.",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/state-governments-will-take-a-decision-on-withdrawing-the-cases-registered-against-farmers-union-agriculture-minister-narendra-singh-tomar-5135916/,वापस होंगे किसानों के खिलाफ दर्ज मामले? कृषि मंत्री बोले- राज्य सरकारें करेंगी फैसला,"farmers Protest: केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने रविवार को कहा कि केन्द्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किये गये किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मामले वापस लेने के बारे में संबंधित राज्य सरकारें निर्णय करेगी, क्योंकि कानून व्यवस्था राज्य सरकार का विषय है. गुना हवाई पट्टी पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने किसानों द्वारा एक साल से अधिक चले अपने इस आंदोलन को बृहस्पतिवार को समाप्त करने का स्वागत भी किया है.Also Read - Kangana Ranaut को फिलहाल गिरफ्तारी से मिली राहत, मुंबई पुलिस ने बांम्‍बे हाईकोर्ट से कही ये बात किसानों पर आंदोलन के दौरान दर्ज प्रकरणों को वापस लेने के संबंध में पूछे गये सवाल पर तोमर ने कहा, ‘‘यह राज्य सरकार की कानून व्यवस्था का मामला है. वही इस मामले में निर्णय लेगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘किसान आंदोलन समाप्ति किसी की हार-जीत नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि कानून वापस लेकर किसानों का मान रखा है.’’ एक अन्य सवाल के जवाब में तोमर ने कहा कि किसानों को उर्वरकों की आपूर्ति कराई जा रही है. वह यहां एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे. Also Read - Kisan Andolan खत्म होने के बाद अब जल्द ही खुलेंगे सभी रास्ते, सिंघु बॉर्डर से बैरिकेडिंग को हटाया जा रहा है बाद में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि हमने यह व्यवस्था की है कि एक-एक पाई सीधे हितग्राहियों के खाते में पहुंचती है और बीच के सभी बिचौलिए और दलाल खत्म कर दिए गए हैं. (इनपुट भाषा)",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/uttar-pradesh/vhp-chief-said-ram-janmabhoomi-pilgrimage-area-will-be-developed-like-vatican-city-and-mecca-5135902/,VHP प्रमुख ने कहा- राम जन्मभूमि को वेटिकन सिटी और मक्का की तरह विकसित किया जाएगा,"नागपुर: राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को वेटिकन सिटी और मक्का की तरह विकसित किया जाएगा. विश्व हिंदू परिषद (विहिप) अध्यक्ष रबींद्र नारायण सिंह ने कहा कि अयोध्या में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को वेटिकन सिटी और मक्का की तरह विकसित किया जाएगा और वह हिंदुत्व के प्रतीक के रूप में उभरेगा. रबींद्र नारायण सिंह को महाराष्ट्र के नागपुर में धंतोली क्षेत्र में विश्व हिंदू जनकल्याण परिषद के विदर्भ क्षेत्र के कार्यालय निर्माण के भूमि पूजन समारोह में शामिल होने के लिए आए थे.Also Read - हिंदुओं को लगा कि कानूनी प्रक्रिया के जरिए उन्हें धोखा दिया जा रहा है, जिसके कारण बाबरी मस्जिद गिराई गई : RSS नेता उन्होंने विहिप पदाधिकारियों और संतों की सभा को संबोधित करते हुए कहा, “अयोध्या में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को वेटिकन सिटी (रोमन कैथोलिक चर्च का मुख्यालय) और मक्का (इस्लाम का सबसे पवित्र शहर) की तर्ज पर विकसित किया जाएगा. वह हिंदुत्व का प्रतीक बनेगा.” पत्रकारों से बात करते हुए, उन्होंने भारत में धर्मांतरण के उद्देश्य से विदेशी निधि पर शिकंजा कसने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार की सराहना की. उन्होंने मुस्लिम समुदाय से राष्ट्र की सेवा में हिंदुओं के साथ शामिल होने की अपील की. Also Read - Ayodhya: जानिए कब कर पाएंगे गर्भगृह में भगवान राम के दर्शन? अब तक कितना हुआ मंदिर निर्माण? सिंह ने कहा, “हिंदुओं की सोच है कि उनके साथ कुछ नहीं होगा. हम इस मानसिकता के कारण चुनौतियों का सामना कर रहे हैं.” उन्होंने ईसाई धर्म प्रचारक संस्थाओं पर धर्म परिवर्तन के लिए आदिवासी इलाकों में अस्पताल और स्कूल चलाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जनकल्याण परिषद का आगामी कार्यालय पूर्वी महाराष्ट्र में विदर्भ क्षेत्र में हिंदुओं के लिए विभिन्न कल्याणकारी कदम शुरू करेगा. Also Read - Ayodhya Ram Mandir: राम भक्तों ने दान की थीं 51 हजार ईंटे, मंदिर निर्माण में होंगी इस्तेमाल",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/pdp-chief-mehbooba-mufti-not-allowed-to-hold-youth-conference-on-her-residence-5135873/,"PDP को युवा सम्मेलन करने की अनुमति नहीं, महबूबा मुफ्ती ने कहा- पार्टी कार्यकर्ताओं को पीटा गया","पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) को युवा सम्मेलन आयोजित करने की अनुमति नहीं दी गई है. युवा सम्मलेन को अनुमति न दिए जाने की वजह कोविड-19 पाबंदियों को बताया गया. PDP चीफ महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने इसकी आलोचना करते हुए “गड़बड़” करार दिया. इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे कार्यकर्ताओं को रोका गया. उन्हें पीटा गया. यहां तक कि उनके कपड़े फाड़ दिए गए.Also Read - Terence Lewis के बाद नोरा फतेही का इस सिंगर से जुड़ा नाम! इश्क की खबर है उड़ी हुई? बताया जा रहा है कि पार्टी की युवा शाखा का सम्मेलन यहां गुपकर रोड स्थित पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के आवास ‘फेयरव्यू’ पर होने वाला था. पुलिस ने कार्यक्रम स्थल की ओर जाने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया और मार्ग पर किसी भी तरह की आवाजाही की अनुमति नहीं थी. पत्रकारों को भी कार्यक्रम स्थल की ओर जाने से रोक दिया गया. पीडीपी के एक प्रवक्ता ने दावा किया कि मुफ्ती को नजरबंद रखा गया है. हालांकि इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. Also Read - Google News: Netflix के सभी प्लान्स की कीमत हुई कम, मनोरंजन के लिए प्रति माह देने होंगे मात्र 149 रुपये कार्यकारी मजिस्ट्रेट, प्रथम श्रेणी, दक्षिण श्रीनगर ने एक आदेश में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से प्राप्त रिपोर्ट और कोविड-19 पाबंदियों के मद्देनजर कहा, “पीडीपी को गुपकर में निर्धारित सम्मेलन के आयोजन की अनुमति नहीं देने का आदेश दिया जाता है.’ मजिस्ट्रेट ने संबंधित थाना प्रभारी को ‘सुनिश्चित’ करने का निर्देश दिया कि ‘सक्षम प्राधिकारी की अनुमति के बिना’ ऐसा कोई कार्यक्रम आयोजित न हो. पीडीपी प्रवक्ता नजम-उस-साकिब ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को मुफ्ती के आवास की ओर जाने से रोक दिया गया है. Also Read - Rajasthan Police Constable 2019: रिवाइज्‍ड आंसर की जारी, 18 दिसंबर तक दर्ज कराएं आपत्‍त‍ि प्रवक्ता ने बताया कि मुफ्ती के आवास पर सम्मेलन को विफल किए जाने के बाद पार्टी ने यहां शेर-ए-कश्मीर पार्क के पास अपने मुख्यालय में इसे आयोजित करने की कोशिश की, लेकिन प्रशासन ने कार्यालय को भी सील कर दिया. उन्होंने दावा किया कि मुफ्ती को नजरबंद रखा गया है. मुफ्ती ने पार्टी के ट्विटर हैंडल पर डाले गए एक वीडियो संदेश में अधिकारियों के इस कदम को ‘गड़बड़’ बताया. उन्होंने कहा, “मैं अपनी पार्टी से जुड़े युवाओं से बात करना चाहती थी. अब उन्हें (अधिकारियों को) कोविड की याद आ गई और इस कार्यक्रम में गड़बड़ कर दी.’",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/charanjit-singh-channi-arrived-late-for-congress-rally-in-jaipur-met-sonia-gandhi-and-rahul-gandhi-at-the-airport-5135868/,"जयपुर में कांग्रेस रैली के लिए देर से पहुंचे पंजाब सीएम चन्नी, सोनिया और राहुल से हवाईअड्डे पर की मुलाकात","चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी रविवार को जयपुर में देर से पहुंचने के चलते कांग्रेस की रैली में शामिल नहीं हो पाए. चन्नी ने पार्टी नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी से हवाई अड्डे पर मुलाकात की जब वे दिल्ली लौट रहे थे. मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) में एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “मुख्यमंत्री को हेलिकॉप्टर से जुड़े कुछ तकनीकी कारणों के चलते चंद मिनट की देरी हुई.” जयपुर में कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि चन्नी रैली वाली जगह पर नहीं गए.Also Read - दिग्विजय सिंह ने कामरा और फारूकी को भोपाल में न्‍योता दिया, BJP विधायक ने कहा- शो नहीं करने देंगे सीएमओ के अधिकारी ने बताया कि उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेताओं से जयपुर हवाईअड्डे पर मुलाकात की जब वे राष्ट्रीय राजधानी के लिए लौट रहे थे. चन्नी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की तस्वीरें ट्विटर पर साझा कीं. Also Read - CBSE Paper Controversy: प्रश्नपत्र पर मचे बवाल के बीच सीबीएसई का बड़ा फैसला-प्रश्न निरस्त, मिलेंगे फुल मार्क्स Also Read - Navjot Singh Sidhu: मैं उन्हें छोड़ दूंगा, मुझे चुनाव जीतने के लिए रखा जाता है, मैं शो पीस नहीं हूं, क्या कांग्रेस का हाथ भी छोड़ देंगे सिद्धू? उन्होंने तस्वीरों के साथ ट्वीट किया, “महंगाई और कीमतों में वृद्धि की तरफ देश का ध्यान खींचने के लिए जयपुर में हुई विशाल, सफल ‘महंगाई हटाओ रैली’ के समापन के बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की रीढ़, सोनिया गांधी जी और राहुल गांधी जी के साथ.” कांग्रेस ने बढ़ती महंगाई के खिलाफ जयपुर में रैली का आयोजन किया था. (इनपुट भाषा)",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/uttar-pradesh/up-assembly-election-2022-bjp-and-bsp-mla-joins-samajwadi-party-just-before-up-elections-5135805/,"UP Assembly Election 2022: यूपी चुनाव से पहले बीजेपी और बसपा को झटका, विधायकों सहित कई नेता सपा में शामिल","UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव (UP Vidhansabha Chunav 2022) से पहले बीजेपी और बसपा को झटका लगा है. भाजपा के विधायक दिग्विजय नारायण और बसपा के विधायक विनय शंकर तिवारी अपने दलों को छोड़ समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में शामिल हो गए हैं. इसके साथ ही कई और सीनियर नेता सपा में शामिल हुए हैं. कुछ समय पहले भी भाजपा और बसपा के कई विधायक सपा में शामिल हुए हैं.Also Read - PM मोदी की काशी यात्रा की 15 PHOTOS: काल भैरव पूजा, काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर लोकार्पण से गंगा आरती तक सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में गोरखपुर की चिल्लू पार सीट से बसपा विधायक विनय शंकर तिवारी और संत कबीर नगर के खलीलाबाद क्षेत्र से भाजपा विधायक दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे ने सपा का दामन थाम लिया. इसके अलावा विधान परिषद के पूर्व सभापति गणेश शंकर पांडे और पूर्व सांसद भीम शंकर तिवारी उर्फ कौशल तिवारी ने भी सपा की सदस्यता ग्रहण की. अखिलेश ने इन सभी का सपा में स्वागत करते हुए कहा कि इससे पार्टी को मजबूती मिलेगी और अब आगामी विधानसभा चुनाव में सपा का मुकाबला कोई नहीं कर सकता. Also Read - दिग्विजय सिंह ने कामरा और फारूकी को भोपाल में न्‍योता दिया, BJP विधायक ने कहा- शो नहीं करने देंगे सपा में शामिल हुए बसपा विधायक विनय शंकर तिवारी ने इस मौके पर आरोप लगाया कि भाजपा की सरकार लोकतंत्र के लिए नहीं बल्कि राजतंत्र के लिए गठित हुई है और उसके शासन में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं है. भाजपा सरकार ने नफरत के बीज बोए हैं और लोगों को बांटा है. Also Read - UP Election 2022: केंद्र बिन्दु क्या होगा और किसकी दावेदारी है मज़बूत?",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/karnataka-cm-hints-at-introduction-of-draft-anti-conversion-bill-in-assembly-5135766/,Karnataka Anti Conversion Bill: कर्नाटक में आ सकता है धर्मांतरण रोधी कानून! मुख्यमंत्री बोम्मई ने दिए संकेत,"Karnataka anti conversion bill कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने रविवार को संकेत दिया कि धर्मांतरण रोधी विधेयक के मसौदे को राज्य मंत्रिमंडल द्वारा मंजूरी दी जाएगी और इसे बेलगावी में विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पेश किया जा सकता है. तेरह दिसंबर से शुरू होने वाले बेलगावी विधानसभा सत्र के दौरान कैबिनेट की बैठक होने की उम्मीद है. उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘अधिकतर लोग धर्म परिवर्तन पर प्रतिबंध चाहते हैं. कानून विभाग इसकी (मसौदा विधेयक) समीक्षा कर रहा है. समीक्षा के बाद कैबिनेट की बैठक में इसे मंजूरी दी जाएगी.’Also Read - CDS Bipin Rawat के निधन पर नफरत भरे संदेश, कर्नाटक के सीएम ने कहा- पुलिस तुरंत कार्रवाई करे बोम्मई ने कहा, ‘विभाग द्वारा प्रस्तावित विधेयक को मंजूरी दिये जाने की पूरी संभावना है और इसे चर्चा के लिये (विधानसभा सत्र में) में पेश किया जा सकता है.’ मुख्यमंत्री ने दावा किया कि धर्म परिवर्तन समाज के लिए अच्छा नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि दबे-कुचले लोगों को इसका शिकार नहीं बनने देना चाहिये. हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी धार्मिक समुदायों के लोगों को धर्मांतरण रोधी कानून से घबराने की जरूरत नहीं है. Also Read - karnataka Lockdown: कोरोना के नए वेरिएंट को देखते हुए क्या कर्नाटक में लगेंगी लॉकडाउन जैसी पाबंदियां? जानें क्या बोले सीएम बोम्मई ने कहा, ‘हिंदू, ईसाई, मुस्लिम और सिख संविधान द्वारा मान्यता प्राप्त धर्म हैं और लोगों को प्रार्थना करने या अपने धर्म का पालन करने में कोई समस्या नहीं है. हालांकि, किसी की गरीबी का फायदा उठाकर उसे उसका धर्म बदलने के लिए लुभाने की कोई गुंजाइश नहीं है.’ Also Read - Omicron In India: चार दिन-5 राज्य-21 मरीज, वैक्सीनेटेड भी ओमिक्रॉन पॉजिटिव, ये लक्षण आए हैं सामने.. (इनपुट आईएएनएस)",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/pm-modi-said-now-peoples-money-does-not-sink-when-the-bank-sinks-5135657/,"PM मोदी ने कहा- ये न्यू इंडिया है, अब बैंक डूबने पर लोगों का पैसा नहीं डूबता","नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि अब बैंकों के डूबने पर जमाकर्ताओं का पैसा नहीं डूबता और उनकी जमा का समयबद्ध तरीके से भुगतान किया जाता है. नरेंद्र मोदी ने यहां विज्ञान भवन में ‘जमाकर्ता प्रथम: पांच लाख रुपये तक का गारंटीशुदा समयबद्ध जमा बीमा भुगतान’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एक समय में जमाकर्ताओं को दबाव वाले बैंकों से अपना पैसा वापस पाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता था. गरीब, मध्यम वर्ग बरसों तक इस परेशानी से जूझता रहा. लेकिन जमा बीमा सुधार लागू करने से खाताधारकों का बैकिंग प्रणाली के प्रति भरोसा बढ़ा है. संसद ने गत अगस्त में जमा बीमा एवं ऋण गारंटी निगम (संशोधन) विधेयक, 2021 को पारित किया था. इसके तहत किसी बैंक पर रिजर्व बैंक की ‘रोक’ के बाद 90 दिन के अंदर जमाकर्ताओं को उनकी जमा में से पांच लाख रुपये तक की राशि का भुगतान किया जाता है.Also Read - PM मोदी की काशी यात्रा की 15 PHOTOS: काल भैरव पूजा, काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर लोकार्पण से गंगा आरती तक प्रधानमंत्री ने कहा कि दशकों से चली आ रही एक बड़ी समस्या का जिस तरह समाधान किया गया, आज का दिन उसका साक्षी बन रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘आज का नया भारत समस्याओं के समाधान पर जोर लगाता है, आज भारत समस्याओं को टालता नहीं है.’’ उन्होंने कहा कि बीते एक साल में एक लाख से अधिक जमाकर्ताओं को उनका फंसा पैसा वापस मिला है. यह राशि 1,300 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है. मोदी ने कहा, ‘‘सरकार ने दबाव वाले बैंकों से जमाकर्ताओं को मिलने वाली राशि को एक लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दिया है. इसके दायरे में 98 प्रतिशत खाताधारक आते हैं.’’ Also Read - दिग्विजय सिंह ने कामरा और फारूकी को भोपाल में न्‍योता दिया, BJP विधायक ने कहा- शो नहीं करने देंगे उन्होंने कहा, ‘‘जमा बीमा भुगतान की गारंटी के पीछे प्रेरणा जमाकर्ता हैं. यदि बैंकों को बचाना है तो जमाकर्ताओं को सुरक्षा देनी होगी. हमने बैंकों को बचाकर जमाकर्ताओं को यह सुरक्षा दी है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘पहले एक बैंक डूबने पर जमाकर्ताओं को सिर्फ एक लाख रुपये ही देने का प्रावधान था. इस राशि के भी मिलने की कोई समयसीमा नहीं थी. गरीब और मध्यम वर्ग की चिंता को समझते हुए हमने इस राशि को बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दिया है.’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि 90 दिन के भीतर गारंटीशुदा समयबद्ध जमा बीमा भुगतान के दायरे में बैंकों की 76 लाख करोड़ रुपये की जमा राशि आती है. देश में बैंक जमाकर्ताओं के लिए बीमा की व्यवस्था 1960 के दशक में बनाई गई थी. पहले बैंक में जमा पर सिर्फ 50,000 रुपये की गारंटी थी. बैंकिंग क्षेत्र में सुधारों पर प्रधानमंत्री ने कहा कि छोटे बैंकों को सक्षम बनाने, उनकी क्षमता और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए उनका विलय सार्वजनिक क्षेत्र के बड़े बैंकों के साथ किया जा रहा है. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमारे देश में समस्या सिर्फ बैंक खातों की नहीं थी, बल्कि दूर-सुदूर तक बैंकिंग सेवाएं पहुंचाने की भी थी. आज देश के हरेक गांव में पांच किलोमीटर पर बैंक शाखा या बैंकिंग प्रतिनिधि की सुविधा है.’’ उन्होंने कहा कि वित्तीय समावेशन तथा कर्ज तक सुगम पहुंच का सबसे अधिक लाभ महिलाओं को मिल रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘जन-धन योजना के तहत करोड़ों खाते खोले गए हैं. विशेष बात यह है कि इनमें से आधे से अधिक खाते महिलाओं के हैं. इन बैंक खातों से महिलाओं के सशक्तीकरण पर प्रभाव को ‘राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे’ में भी देखा गया है.’’",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/bihar/nitish-kumar-government-wrote-a-letter-to-niti-aayog-demanding-special-status-for-bihar-5135725/,"बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग फिर तेज, नीतीश कुमार ने नीति आयोग को लिखा पत्र","पटना: बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने एक बार फिर ‘राज्य को विशेष दर्जा’ देने की मांग की है. नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार को लिखे पत्र में बिहार के योजना एवं क्रियान्वयन मंत्री बिजेंद्र यादव ने जोर देकर कहा है कि बिहार ‘‘विशेष राज्य का दर्जा प्राप्त करने की सभी अर्हताओं को पूरा करता है.’’ मंत्री ने नीति आयोग को इस मुद्दे को हाल में आई रिपोर्ट में बिहार के बहुआयामी गरीबी सूचकांक में देश के सबसे निचले पायदान पर होने के साथ जोड़कर देखने की मांग की. इस रिर्पोट का इस्तेमाल विपक्ष नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने के बाद ‘राज्य का तीव्र विकास’ के दावे को खारिज करने के लिए कर रहा है.Also Read - क्या बिहार में खुले में नमाज़ पढ़ने पर रोक लगेगी? सवाल पर नीतीश कुमार बोले... अपने पत्र में मंत्री ने स्वीकार किया कि बिहार प्रति व्यक्ति आय, जीवनयापन सुगमता, मानव विकास जैसे सूचकांक में राष्ट्रीय औसत से नीचे है. यादव ने इस ‘दयनीय स्थिति’ के लिए बिहार के चारों ओर से भूमि सीमा से घिरा होने को जिम्मेदार ठहराया जहां पर आबादी का घनत्व अधिक है और प्राकृतिक संसाधनों की कमी है, राज्य के आधे से अधिक जिले बाढ़ या सूखे से ग्रस्त रहते हैं. Also Read - Caste Census: जातीय जनगणना को लेकर सीएम नीतीश कुमार का बड़ा बयान, कहा- सर्वदलीय बैठक में सबकी राय से... मंत्री ने शिकायत की कि केंद्र की सार्वजनिक उपक्रम इकाइयों की बिहार में स्थापना करने की ‘ पहल में कमी’ रही है जो राज्य में ‘‘ औद्योगिक विकास और तकनीकी शिक्षा’ को बढ़ावा दे सकती थी. उन्होंने कहा कि बिहार ‘‘हरित क्रांति के लाभ से वंचित रहा.’’ इसके साथ ही उन्होंने राज्य के उप कृषि विकास पर प्रकाश डाला. यादव ने दावा किया कि भौगोलिक परिस्थिति और इतिहास के बावजूद राज्य ने ‘‘गत 15 साल में तेजी से विकास गति दर्ज की’’ है और ‘‘न्याय के साथ विकास’ की उपलब्धि प्राप्त की है. उन्होंने यह भी दावा किया कि राज्य में कृषि, ऊर्जा, सड़क और कुल मिलाकर शासन की गुणवत्ता में सुधार हुआ है. यादव ने रेखांकित किया कि नीति आयोग ने देश में आर्थिक ‘ परिवर्तन’ का लक्ष्य रखा है और कहा कि यह बिहार को बदले बिना नहीं हो सकता है. Also Read - शराबबंदी सही है या नहीं... महिलाओं से पूछने निकलेंगे नीतीश कुमार, जल्दी ही यात्रा करेंगे मंत्री ने कहा कि विशेष राज्य का दर्जा मिलने से कल्याणकारी योजनाओं के लिए देनदारी में कमी आएगी और सरकार निजी निवेशकों को आकर्षिक करने के लिए ‘‘कर में छूट’ और ‘वित्तीय सब्सिडी’देने की स्थिति में होगी जिससे विकास का इंजन और तेजी से चलेगा. गौरतलब है कि वर्ष 2000 में झारखंड को बिहार से अलग करने के बाद से ही राज्य को विशेष दर्जा देने की मांग हो रही है. इस विभाजन से बिहार के खनिज भंडार वाले इलाके झारखंड में चले गए थे.",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/maharashtra/maharashtra-news-aimim-chief-asaduddin-owaisi-adviced-to-youngsters-in-mumbai-rally-bachelor-mat-rahna-viral-on-social-media-5135532/,"Maharashtra News: कुंवारों को ओवैसी की सीख-शादी करोगे ना...बैचलर मत रहना, घर में बीवी है जरूरी","Maharashtra News: मुंबई में शनिवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM Chief Asaduddin Owaisi) ने धर्मनिरपेक्षता को लेकर काफी कुछ कहा. जिसमें उन्होंने मुसलमानों को राजनीतिक धर्मनिरपेक्षता से (Secularism) दूर रहने को भी कहा. इसके साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार पर भी जमकर हमले किए. इतना ही नहीं, अपने कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कुंवारे लड़कों को लेकर ऐसा बयान दे दिया है जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.Also Read - Mumbai: 15 घंटे की छापेमारी के बाद पुलिस ने बार के सीक्रेट रूम से बरामद की 17 लड़कियां ओवैसी ने दी सीख-शादी करोगे ना, कुंवारे मत रहना Also Read - Omicron Cases in Maharashtra: महाराष्ट्र में Omicron के 7 नए मामले सामने आए, कुल संख्या 17 हुई; 3 साल के बच्चे को हुआ संक्रमण ओवैसी ने मुंबई में अपने कार्यक्रम में युवाओं में जोश भरते हुए कहा कि शादी करोगे ना, बैचलर (कुंवारा) मत रहना, बैचलर बहुत परेशान कर रहे हैं, घर में पत्नी रहे तो आदमी का दिमाग भी शांत रहता है. दरअसल, ओवैसी मुस्लिम युवाओं से यह पूछ रहे थे कि क्या वे अपने बच्चों को अनपढ़ और गरीब ही रखना चाहते हैं. उन्होंने कहा, ‘जो युवा अभी 18-19 साल के हैं, जल्द ही उनकी शादी होगी, उनके बच्चे होंगे. इसके आगे ओवैसी ने युवाओं से पूछा, ‘शादी करोगे न? क्या आप चाहते हैं कि आपके बच्चों को उनके अधिकार न मिलें?’ Also Read - Vicky Kaushal Katrina Kaif Home: अनुष्का शर्मा-विराट कोहली के पड़ोसी बनेंगे कैटरीना-विक्की, खूब जमेगी दोस्ती ओवैसी ने पूछा- बताओ, धर्मनिरपेक्षता से क्या मिला ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष (Asaduddin Owaisi) ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूछा, बताओ, धर्मनिरपेक्षता से मुसलमानों को क्या मिला? हमें नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण नहीं मिला. निर्णय लेने में हमारी भागीदारी नहीं थी. धर्मनिरपेक्षता शब्द ने मुसलमानों को नुकसान पहुंचाया है. ओवैसी ने कहा-महाराष्ट्र में केवल 22 फीसदी मुसलमान प्राथमिक विद्यालयों में प्रवेश लेते हैं जबकि केवल 4.9 फीसदी मुसलमान स्नातक हैं. ओवैसी ने सवाल करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में 83 फीसदी मुसलमान भूमिहीन हैं. क्या कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना का दिल सिर्फ मराठों के लिए धड़कता है? मुंबई में कर्फ्यू लगाने पर जताई नाराजगी ओवैसी ने मुंबई में सीआरपीसी की धारा 144 लागू करने का उल्लेख करते हुए, जिसे ओमिक्रॉन प्रकार के कोरोना वायरस के प्रसार की जांच के लिए लाया गया था, ओवैसी ने सवाल किया कि क्या इस महीने के अंत में राहुल गांधी के महाराष्ट्र की राजधानी के दौरे पर कर्फ्यू लागू रहेगा. उस समय ओमिक्रॉन नहीं बल्कि सत्ता की शक्ति होगी.",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/rajasthan/rahul-gandhi-said-i-am-a-hindu-this-country-also-belongs-to-hindus-not-of-hindutvawadi-congress-rally-in-rajasthan-5135576/,"राजस्थान में कांग्रेस की महारैली, राहुल गांधी ने कहा- मैं हिंदू हूं, ये देश हिंदुओं का, हिंदुत्ववादियों का नहीं","Congress Maha Rally in Rajasthan: कांग्रेस आज बीजेपी (BJP) के खिलाफ राजस्थान (Rajasthan) में महारैली कर रही है. इस रैली में कई सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी इस रैली में शामिल हैं. कांग्रेस शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्रियों के साथ ही कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भी इस रैली में शामिल हैं. इस दौरान राहुल गांधी ने बीजेपी और मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला. राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र में इस समय हम दो हमारे दो की सरकार है. केंद्र की सरकार अपने दो लोगों यानी दो उद्योगपतियों की मदद कर रही है. गरीबों, छोटे व्यापारियों और किसानों को बर्बाद कर दिया गया. उन पर नोटबंदी, GST को थोप दिया गया. और फिर उसी हाल में छोड़ दिया. राहुल गांधी ने महंगाई को लेकर केंद्र सरकार पर भी हमला बोला.Also Read - दिग्विजय सिंह ने कामरा और फारूकी को भोपाल में न्‍योता दिया, BJP विधायक ने कहा- शो नहीं करने देंगे इसके साथ ही राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने हिंदू-हिंदुत्ववाद पर भी कई बड़ी बातें कहीं. राहुल गांधी ने कहा कि भारतीय राजनीति में आज के समय में हिंदुओं और हिंदुत्ववाद में प्रतिस्पर्धा चल रही है. इन दोनों शब्दों का मतलब अलग है. मैं हिंदू हूं, हिन्दुत्ववादी नहीं. महात्मा गांधी हिंदू थे, नाथूराम गोडसे हिन्दुत्ववादी. यही हिंदू और हिंदुत्ववादी होने में फर्क है. राहुल गांधी ने कहा कि हिंदू कौन हैं, जो सबको गले लगाता है. किसी से न डरता हो. हर धर्म की इज्ज़त करता हो. Also Read - CBSE Paper Controversy: प्रश्नपत्र पर मचे बवाल के बीच सीबीएसई का बड़ा फैसला-प्रश्न निरस्त, मिलेंगे फुल मार्क्स राहुल गांधी ने कहा- हिन्दुत्ववादी किसी भी तरह से बस सत्ता और ताकत चाहते हैं. 2014 से ये सत्ता में हैं. हमें हिन्दुत्ववादियों को सत्ता से बाहर करने की ज़रूरत है. और हिंदुओं को वापस लाना है. हिन्दुत्ववादी सत्ता के लिए कुछ भी कर सकते हैं. ये सत्ताग्रह कर सकते हैं सत्याग्रह नहीं. ये देश हिंदुओं का है, हिन्दुत्ववादियों का नहीं है. राहुल गांधी ने कहा कि यही वजह है कि महंगाई से जनता त्रस्त है. देश समस्याओं से जूझ रहा है. इतनी बेरोजगारी कभी नहीं रही. Also Read - Navjot Singh Sidhu: मैं उन्हें छोड़ दूंगा, मुझे चुनाव जीतने के लिए रखा जाता है, मैं शो पीस नहीं हूं, क्या कांग्रेस का हाथ भी छोड़ देंगे सिद्धू? इसके साथ ही राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस के लोगों को किसी से डरने की ज़रूरत नहीं है. किसी सत्ता से डरने की ज़रूरत नहीं है.",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/goa-assembly-election-2022-on-mamata-banerjees-election-promises-chidambaram-said-god-bless-goa-5135624/,Goa Assembly Election 2022: ममता बनर्जी के चुनावी वादों पर चिदंबरम ने कहा- ‘भगवान गोवा का भला करे’,"Goa Assembly Election 2022: गोवा में तृणमूल कांग्रेस के सत्ता में आने पर महिलाओं के लिए सीधे नकदी हस्तांतरण योजना का वादा करने के एक दिन बाद कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम (P. Chidambaram) ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘भगवान गोवा का भला करे.’’ तृणमूल नेता महुआ मोइत्रा ने कहा कि गोवा में उनकी पार्टी के सत्ता में आने के बाद महंगाई का मुकाबला करने के लिए गारंटीयुक्त आय में सहयोग के तौर पर हर घर की एक महिला को ‘गृह लक्ष्मी’ नामक योजना के तहत प्रति माह 5000 रुपये हस्तांतरित किए जाएंगे.Also Read - PM मोदी की काशी यात्रा की 15 PHOTOS: काल भैरव पूजा, काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर लोकार्पण से गंगा आरती तक कांग्रेस के गोवा चुनाव प्रभारी चिदंबरम ने घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए रविवार को ट्वीट किया, ‘‘यहां एक गणित है, जो अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार के योग्य है. गोवा में 3.5 लाख घरों में एक महिला को 5000 रुपये के मासिक अनुदान से 175 करोड़ रुपये खर्च होंगे. यानी सालाना 2100 करोड़ रुपये.’’ पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘यह गोवा राज्य के लिए एक ‘‘छोटी’’ राशि है जिस पर मार्च 2020 के अंत में 23,473 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया था. भगवान गोवा का भला करे. या इसे ऐसा होना चाहिए कि भगवान गोवा को बचाएं.’’ Also Read - दिग्विजय सिंह ने कामरा और फारूकी को भोपाल में न्‍योता दिया, BJP विधायक ने कहा- शो नहीं करने देंगे तृणमूल ने घोषणा की है कि वह अगले साल की शुरुआत में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इससे पहले, आम आदमी पार्टी (आप), जो गोवा चुनाव भी लड़ेगी, ने वादा किया था कि गोवा में सत्ता में आने पर वह राज्य प्रायोजित योजना के तहत महिलाओं को दिए जाने वाले पारिश्रमिक में वृद्धि करेगी और इसके दायरे से बाहर रहीं महिलाओं को वित्तीय सहायता भी देगी. Also Read - Navjot Singh Sidhu: मैं उन्हें छोड़ दूंगा, मुझे चुनाव जीतने के लिए रखा जाता है, मैं शो पीस नहीं हूं, क्या कांग्रेस का हाथ भी छोड़ देंगे सिद्धू? कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को वादा किया कि अगर उनकी पार्टी राज्य में सत्ता में आती है तो गोवा में महिलाओं के लिए नौकरियों में 30 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा. उन्होंने दावा किया कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की विचारधारा ‘‘महिला विरोधी’’ है. वर्ष 2017 के गोवा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 17 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी, लेकिन सरकार बनाने में विफल रही. भाजपा ने तब सरकार बनाने के लिए कुछ क्षेत्रीय संगठनों और निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ गठजोड़ किया था. 40 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के पास वर्तमान में केवल तीन विधायक हैं.",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/bihar/bihar-panchayat-chunav-live-11th-phase-voting-today-murder-in-patna-and-madhepura-fire-in-scorpio-5135294/,"Bihar Panchayat Chunav LIVE: पंचायत चुनाव के आखिरी चरण का मतदान जारी, वोटिंग से पहले चार की हत्या","Bihar Panchayat Chunav LIVE: बिहार में पंचायत चुनाव के 11वें और आखिरी चरण का मतदान आज सुबह सात बजे से शुरू हुआ जो शाम 5 बजे तक चलेगा. आज के आखिरी चरण की वोटिंग से ठीक पहले हिंसा और आगजनी की घटनाएं हुई हैं. पटना जिले के बाढ़ में एक नवनिर्वाचित मुखिया और दारोगा की जबकि इसी जिले के नौबतपुर में एक वार्ड सदस्‍य की हत्‍या कर दी गई है. वहीं, मनेर प्रखंड में एक मुखिया प्रत्‍याशी की स्‍कार्पियो गाड़ी को बदमाशों ने जला डाला है. इसके अलावे मधेपुरा में भी चुनावी रंजिश में वार्ड सदस्‍य प्रत्‍याशी की हत्‍या कर दी गई है. इस हत्या के बाद यहां दो पक्षों के बीच भीषण गोलीबारी की खबर मिल रही है.Also Read - Bihar Panchayat Election 2021 Result LIVE: बिहार पंचायत चुनाव के अंतिम चरण की मतगणना जारी, जानिए अबतक कौन हारा-कौन जीता Bihar Panchayat Chunav 2021 LIVE Also Read - Bihar News: तेजप्रताप ने कहा-कंस मामा, गर्दा उड़ा देंगे, बौखलाए साधु बोले,लालू-राबड़ी बच्चों को कंट्रोल में रखिए, वरना... -सिवान जिला के दरौली प्रखंड के मतदान केंद्र पर एक वोटर की पुलिस से कहासुनी, वोटर को असांव थाने ले जाया गया. Also Read - Bihar News: तो ये बनेंगी तेजस्वी की दुल्हन? कल होगी सगाई, बहन रोहिणी ने किया ट्वीट-भाई के सिर पर सेहरा... -सारण जिला के दरियापुर प्रखंड में मतदान करने के लिए वोटरों की लंबी लाइन लगी हुई है. -मनेर के सिंघारा पंचायत में बूथ संख्या 159 एवं बूथ संख्या 159 क के मतदाताओं ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया है. – बेगूसराय जिले के तेघड़ा प्रखंड में सुबह नौ बजे तक 13.20 फीसद मतदान हुआ. -बेगूसराय जिले के तेघड़ा प्रखंड क्षेत्र के सभी मतदान केंद्रों पर वार्ड सदस्य, मुखिया, पंचायत समिति सदस्य व जिला परिषद सदस्य पद के लिए ईवीएम से मतदान कराया जा रहा है, वहीं पंच व सरपंच पद के मतपत्र से मतदान कराए जा रहे हैं. वोटरों की लंबी लाइन लगी है. -सारण जिला के मकेर प्रखंड के बूथ 91 पर भी मतदाता अपनी बारी का इंतजार करते दिखे. -मधेपुरा जिले के आलमनगर प्रखंड के रतवारा ओपी अंतर्गत बरगांव में चुनावी रंजिश में हुई गोलीबारी में वार्ड सदस्य प्रत्याशी बिरजू मंडल (30 वर्ष) की मौत हो गई है, वहीं दो लोग जख्मी हैं. -पटना जिले के बाढ़ थाना क्षेत्र में अपराधियों ने बीती रात एक नवनिर्वाचित मुखिया के साथ ही एक एएसआइ की भी हत्‍या कर दी. – मनेर प्रखंड में मतदान शुरू होने से महज कुछ घंटे पहले कुछ पंचायतों में पंचायत चुनाव के प्रत्‍याशियों की ओर से नाच-गाने के जरिए मतदाताओं के मनाेरंजन का इंतजाम किया गया था. बता दें कि बिहार में पंचायत चुनाव के 11वें चरण के अंतर्गत 22 जिलों के 38 प्रखंडों में मतदान हो रहा है. इस चरण में 560 पंचायतों में आज हो रहे मतदान की मतगणना मंगलवार को शुरू होगी और बुधवार को खत्‍म होगी. वोटिंग के लिए 4,946 भवनों में मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें 365 नक्सल प्रभावित हैं. मतदान केंद्रों पर 27 हजार पुलिस एवं सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है.",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/uttar-pradesh/free-ration-scheme-up-cm-yogi-adityanath-launched-free-food-grains-distribution-program-national-food-security-act-5135231/,"Free Ration Scheme: यूपी के सीएम योगी ने की शुरुआत- गरीबों को होली तक मुफ्त मिलेगा राशन, साथ में दाल-चीनी-नमक भी","Free Ration Scheme: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath, CM, Uttar Pradesh) ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून (National Food Security Act) के अंतर्गत प्रदेश के 15 करोड़ गरीबों को होली तक दोगुना मुफ्त राशन वितरण कार्यक्रम (free food grains distribution program) का आज शुभारंभ किया. अब इस योजना के तहत गरीबों को दाल, नमक, चीनी और तेल भी दिया जा रहा है. इस मौके पर उन्होंने योजना भवन के पास स्थित सरकारी राशन की दुकान पर खुद भी लोगों को राशन के पैकेट दिए.Also Read - गोरखपुर में बोले पीएम मोदी-लाल टोपी वालों को सिर्फ लाल बत्ती से मतलब, UP के लिए ये Red Alert इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के समय इस योजना का प्रारंभ किया गया था. जिसके बाद रामनवमी से दिवाली तक लगभग सात महीने गरीबों को मुफ्त आनाज दिया गया और अब दिवाली से होली तक अनाज का वितरण किया जाएगा. Also Read - UP TET Paper Leak: पेपर लीक मामले में योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई, हेराफेरी करने वाले संजय उपाध्याय गिरफ्तार सीएम योगी ने कहा कि यह डबल इंजन सरकार की सफलता है कि भाजपा सरकार ने कोरोना के मुश्किल समय में भी किसी गरीब को भूखे पेट नहीं सोने दिया. उन्होंने कहा कि सबको ‘सुरक्षा सबको सम्मान भूखा न रहे कोई इंसान’ इसी मूल सिद्धांत के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा व नेतृत्व में निशुल्क राशन वितरण का महाभियान चलाया जा रहा है. Also Read - UPTET Exam 2021: अब 26 दिसंबर को होगी यूपी टीईटी की परीक्षा, कल पेपर लीक के बाद रद हुई थी We have launched free food grains distribution program under the National Food Security Act. 80 cr people in the country will benefit under this scheme and 15 cr in UP. Uttar Pradesh gov also distributed free food grains for a term of 3 months: Yogi Adityanath, CM, Uttar Pradesh pic.twitter.com/Ba2Pwn20FE — ANI UP (@ANINewsUP) December 12, 2021 सीएम योगी ने कहा कि 2017 से पहले यह खाद्यान्न गरीब की पहुंच से दूर था. उन्होंने कहा कि 2015 में प्रदेश में खाद्यान्न घोटाला हुआ था और गरीबों की मौत हुई थी और जब हमारी सरकार आई तो हमने पूरी पारदर्शिता के साथ राशन वितरण का काम करने का संकल्प लिया और उसे पूरा कर रहे हैं. योगी ने कहा कि आपने देखा होगा कि दिवाली में महंगाई बढ़ी और दाल और तेल के दाम बढ़े तो हमने कहा कि अगर महंगाई होगी तो राज्य सरकार उसके दामों में छूट देने का कार्य करेगी. उसका परिणाम यह हुआ कि पहले केवल खाद्यान्न मिलता था अब हर गरीब को तेल, दाल, नमक व चीनी भी उपलब्ध करवा रहे हैं.",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/bihar/lalu-son-tejpratap-yadav-said-kans-mama-angry-sadhu-yadav-threatens-lalu-yadav-and-rabri-watch-this-video-5135057/,"Bihar News: तेजप्रताप ने कहा-कंस मामा, गर्दा उड़ा देंगे, बौखलाए साधु बोले,लालू-राबड़ी बच्चों को कंट्रोल में रखिए, वरना...","Bihar News: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के छोटे बेटे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की शादी के बाद राबड़ी देवी के छोटे भाई साधु यादव नाराज हो गए और कहा-तेजस्वी की इस शादी से ना सिर्फ परिवार बल्कि पूरा समाज कलंकित हुआ है, उनके इस बयान के बाद तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने ट्वीट कर उन्हें चेतावनी दे डाली. तेज प्रताप यादव ने कहा कि ‘बिहार आएंगे तो गर्दा उड़ा देंगे, औकात में रहिए.’ इसके बाद साधु यादव बौखलाए हुए हैं और उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि लालू जी या बहन जी (राबड़ी देवी) अगर अपने बच्चों को नियंत्रित नहीं करते हैं, तो मैं किसी को नहीं बख्शूंगा. मैं सबको बेनकाब करूंगा चाहे तेज प्रताप यादव हों या तेजस्वी यादव.Also Read - दुल्हन रशेल आइरिश के साथ पटना पहुंचे तेजस्वी यादव, बोले - मेरे पिता ने बोलने के लिहाज से नया नाम रखा साधु यादव ने लालू-राबड़ी को दी चेतावनी-अपने बच्चों को कंट्रोल में रखिए Also Read - Bihar Panchayat Chunav LIVE: पंचायत चुनाव के आखिरी चरण का मतदान जारी, वोटिंग से पहले चार की हत्या साधु यादव ने कहा कि आप (तेजस्वी) किसी से भी शादी करने के लिए स्वतंत्र हैं, मुझे कोई आपत्ति नहीं है. लेकिन अपनी गलती दूसरे पर क्यों थोपते हो. लालू जी या बहन जी अपने बच्चों को नियंत्रित नहीं करते हैं तो गंभीर परिणाम होंगे. मैं सबकी पोल खोलूंगा, चाहे फिर वो तेज प्रताप यादव हों या तेजस्वी यादव. साधु यादव ने आरोप भी लगाया कि ये लोग 10-12 साल से मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं. जबकि इन लोगों की काली करतूत देश-दुनिया देख रही है. Also जब मेरे घर लालू यादव की शादी हुई तब लोगों ने उन्हें जाना उन्होंने कहा कि लालू यादव को पहले कोई नहीं जानता था. जब मेरे घर उनकी शादी हुई तक लोगों ने उनको जाना. इसके बाद पटना यूनिवर्सिटी के कॉलेज में छात्र अध्यक्ष बने. छात्र अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने सन् 1974 के आंदोलन में भाग लिया। जब 1974 में इंदिरा गांधी ने जब देश में इमरजेंसी लागू की तब लालू यादव तीन बरस हमरे घर रहे. तेज प्रताप ने दी थी मामा साधु यादव को चेतावनी शनिवार को तेज प्रताप यादव ने भोजपुरी में ट्वीट कर मामा साधु यादव को चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा कि ‘रुकऽअ हम आऽवतानी बिहार तऽ गर्दा उड़ाऽव तानी तोहार! बुढ़-बुजुर्ग बाड़ऽअ, तनिक औक़ात में रहल सिखऽ. पाजामा से बाहर आऽवल के कौनो ज़रूरत नईखे..!’ मतलब रुकिए हम बिहार आ रहे हैं तो आपका गर्दा उड़ा देंगे! थोड़ा औकात में रहना सीखिए. पाजामा से बाहर आने की कई जरूरत नहीं है.",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/jharkhand/hemant-soren-said-what-did-not-happen-in-jharkhand-in-20-years-now-the-state-government-is-doing-it-5134985/,"हेमंत सोरेन ने कहा- झारखंड में जो 20 वर्षों में नहीं हुआ, वह अब राज्य सरकार कर रही है","हजारीबाग: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने कहा कि राज्य सरकार ‘आपके अधिकार-आपकी सरकार, आपके द्वार’ कार्यक्रम के तहत आज वह कार्य कर रही है जो राज्य में विगत 20 वर्षों में कभी नहीं हुआ. हेमंत सोरेन ने इस योजना के तहत आज हजारीबाग में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि इस योजना के तहत सरकार लाभान्वितों के घर तक जाकर उन्हें सरकार की योजनाओं से लाभान्वित कर रही है. इस योजना की उच्च पदाधिकारियों द्वारा निगरानी की जा रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक इस योजना के तहत 2 लाख 50 हजार शिकायत दर्ज करायी गई है जिसमें से 2 लाख 20 हजार शिकायतों का त्वरित निष्पादन किया जा चुका है.Also Read - कारनामा: 4 साल 11 महीने की बच्ची ने लगाई 18KM की दौड़, दावा- धावक बुधिया से भी ज्यादा है रफ्तार मुख्यमंत्री ने कहा कि मरांग गोमके पारदेशीय शिक्षा योजना के तहत 6 आदिवासी विद्यार्थियों को विदेश में शिक्षा प्राप्त करने के लिए भेजा गया. उन्होंने कहा कि अब सभी वर्ग इस योजना का लाभ उठा सकेंगे. मुख्यमंत्री आज उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल हजारीबाग में ‘आपके अधिकार-आपकी सरकार, आपके द्वार’ कार्यक्रम अंतर्गत प्रमंडल स्तरीय मेगा परिसंपत्ति वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. सोरेन ने कहा कि सरकार इस कोरोना काल मे जनहित योजनाओं की कार्यप्रणाली तैयार कर रही थी. उन्होंने कहा कि आज राज्य के हर तबके के लोगों के लिए सरकार के पास एक योजना है. Also Read - स्‍कूली छात्रा से एकतरफा प्यार में युवक ने उठाया ये खौफनाक कदम... उन्होंने कहा, ‘‘लोग सरकार की ओर हाथ बढ़ाएंगे तो रोजगार से आच्छादित होंगे ही. साथ ही वे सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर अन्य लोगों को भी रोजगार उपलब्ध करा पाएंगे.’’ उन्होंने कहा कि सरकार रोजगार सृजन के लिए 50 हजार रुपये से 25 लाख रुपये तक का ऋण बहुत ही कम ब्याज पर उपलब्ध करा रही है. उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न विभागों की नियुक्ति नियमावली बनकर तैयार है और जल्द ही बड़े पैमाने पर राज्य में रोजगार के अवसर निकाले जायेंगे. Also Read - जाको राखे साईंया...! कोयला खदान की अंधेरी सुरंग के भीतर 90 घंटे तक फंसे रहे चार लोग, मौत से यूं जीती जंग मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के प्रत्येक गांव के 60 साल से अधिक के बुजुर्गों को पेंशन योजना से जोड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि हर एक विधवा, बुजुर्ग, दिव्यांग, असहाय को सरकार पेंशन देगी. उन्होंने कहा कि राज्य में गंभीर बीमारी के चिकित्सा के लिए सरकार हर ऐसे व्यक्ति के इलाज में सहायता करेगी जिसकी आय 8 लाख से कम है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार विभिन्न बड़े उद्योगों को राज्य में स्थापित करने का कार्य कर रही है. जिससे यहां के लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त हो सके. उन्होंने कहा कि इस क्रम में इस पर विशेष ध्यान रखा जा रहा कि नये उद्योगों में 75 प्रतिशत नौकरियां स्थानीय लोगों को ही मिलें एवं 1 करोड़ रुपये तक की निविदा स्थानीय लोगों को ही प्राप्त हो. समारोह में उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल अंतर्गत आने वाले 7 जिलों के 25 लाख 92 हज़ार 856 लाभान्वितों के बीच मुख्यमंत्री ने कुल 22 अरब 30 करोड़ 29 लाख 6 हज़ार रुपये की परिसंपत्तियों का वितरण किया.",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/india-successfully-test-fires-indigenous-stand-off-anti-tank-missile-5134947/,"भारत की इस उपलब्धि से कांपेगा दुश्मन, DRDO ने स्वदेशी स्टैंड-ऑफ एंटी टैंक मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया","नई दिल्ली: भारत ने शनिवार को पोखरण रेंज से स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित हेलीकॉप्टर लॉन्च स्टैंड-ऑफ एंटी-टैंक (एसएएनटी) मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. यह परीक्षण रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय वायु सेना (आईएएफ)की ओर से संयुक्त रूप से किया गया. यह परीक्षण सभी मायनों में सफल रहा है और इसने सभी उद्देश्यों को पूरा किया. मिसाइल के रिलीज मैकेनिजम, एडवांस गाइडेंस सिस्टम, ट्रैकिंग एल्गोरिदम और एकीकृत सॉफ्टवेयर के साथ सभी वैमानिकी प्रणालियों ने संतोषजनक ढंग से प्रदर्शन किया और ट्रैकिंग सिस्टम ने मिशन से जुडी सभी घटनाओं की निगरानी की.Also Read - आंध्र प्रदेश और चंडीगढ़ के बाद अब केरल में मिला ओेमीक्रोन का पहला मामला, कुल 38 हुई संख्या मिसाइल एक अत्याधुनिक एमएमडब्ल्यू तकनीक से लैस है, जो सुरक्षित दूरी बनाए रखते हुए उच्च परिशुद्धता के साथ हमला करने की क्षमता प्रदान करती है. यह हथियार 10 किलोमीटर तक की सीमा में लक्ष्य को नष्ट करने की काबिलियत रखता है. स्टैंड-ऑफ एंटी-टैंक मिसाइल को हैदराबाद के अनुसंधान केंद्र (आरसीआई) और डीआरडीओ की प्रयोगशालाओं के समन्वय एवं उद्योगों की भागीदारी के साथ डिजाइन तथा विकसित किया गया है. Also Read - IND vs SA: साउथ अफ्रीकी दौरे पर 44 दिन 'बायो-बबल' में रहेगी टीम इंडिया, इस दिन होगी रवानगी भारतीय वायु सेना की मारक क्षमता और ज्यादा मजबूत बनाते हुए लंबी दूरी के बम तथा स्मार्ट एंटी एयरफील्ड हथियार के बाद हाल के दिनों में परीक्षण किए जाने वाले स्वदेशी स्टैंड-ऑफ हथियारों की श्रृंखला में यह तीसरी मिसाइल है. उन्नत प्रौद्योगिकियोंके साथ विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए इन सभी प्रणालियों का स्वदेशी विकास रक्षा क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है. Also Read - IND vs SA: लगातार तीन शतक जड़ चुके Ruturaj Gaikwad, साउथ अफ्रीका दौरे के लिए हो सकता है चयन विज्ञप्ति में कहा गया है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मिशन से जुड़ी टीम को बधाई दी है. रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. जी. सतीश रेड्डी ने कहा है कि इस मिसाइल के सफलतापूर्वक परीक्षण से स्वदेशी रक्षा क्षमताओं को और अधिक बढ़ावा मिलेगा. (इनपुट आईएएनएस)",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/bihar/sadhu-yadav-angry-with-tejashwi-yadavs-marriage-tej-pratap-reply-on-twitter-5134934/,"तेजस्वी की शादी से गुस्साए साधु यादव ने दी चेतावनी, तेजप्रताप बोले- 'कंस मामा तुम्हारा गर्दा उड़ा देंगे'","नई दिल्ली/पटना: हाल ही में RJD नेता तेजस्वी यादव ने अपनी दोस्त से शादी की. तेजस्वी यादव की ये शादी चर्चा में रही, लेकिन इस शादी से तेजस्वी यादव के मामा साधु यादव बेहद नाराज़ और गुस्साए हुए नज़र आ रहे हैं. एक दिन पहले ही शादी पर सवाल उठाये थे. मामा साधु यादव (Sadhu Yadav) ने कहा था कि रेचल के साथ ये शादी अंतर-सामुदायिक (अंतर धार्मिक) है. गोपालगंज के पूर्व सांसद साधु यादव ने कहा था कि उन्होंने कहा, “उन्होंने दूसरे समुदाय की लड़की से शादी कर लालू प्रसाद के परिवार की छवि खराब की है. वह बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कहलाने के लायक नहीं हैं.”Also Read - दुल्हन रशेल आइरिश के साथ पटना पहुंचे तेजस्वी यादव, बोले - मेरे पिता ने बोलने के लिहाज से नया नाम रखा अब इससे आगे बढ़ते हुए साधु यादव ने लालू और उनके परिवार को चेतावनी दी है. साधु यादव ने तेजस्वी के साथ ही लालू प्रसाद यादव पर भी निशाना साधा है. साधु यादव ने कहा कि लालू यादव को कोई जानता भी नहीं था. हमारे घर (बहन राबड़ी देवी) से शादी के बाद लोग जानना शुरू हुए. हमने बहुत संघर्ष साथ में किया. अब लालू यादव का अपने पुत्रों पर कोई नियंत्रण नहीं है. तेजस्वी यादव चाहे जहां शादी करें, मुझे इससे कोई मतलब नहीं है, लेकिन मुझसे दूर रहें. मैं चेतावनी दे रहा हूं. Also Read - तेजस्वी यादव और रेचल की शादी से नाराज हैं लालू के साले साधु यादव, बोले- ये बहुत गलत हुआ #WATCH | Bihar LoP Tejashwi Yadav’s uncle Sadhu Yadav: These people have been mentally torturing me for 10-12 years. You (Tejashwi) are free to marry whoever you want, I’ve no objection… There’ll be serious repercussions if Lalu Ji or Behan Ji don’t control their children”. pic.twitter.com/8cjbdfFDiJ — ANI (@ANI) December 11, 2021 Also Read - Tejashwi Yadav Marriage: कौन हैं रचेल जिनके संग शादी के बंधन में बंधे हैं तेजस्वी यादव? देखें जयमाल से लेकर फेरे तक की तस्वीरें साधु यादव के इन बयानों पर तेजस्वी यादव के भाई तेज प्रताप भड़क गए हैं. तेज प्रताप ने कहा कि आज छात्र जनशक्ति परिषद द्वारा साधु यादव का पुतला दहन किया गया. हमारी माँ-बहनों की इज़्ज़त को सरेआम बेइज़्ज़त करने वाले उस “कंस” को मेरा खुला निमंत्रण है कि अगर अपनी माँ का दूध पीया है तो मैदान में आके करले दो-दो हाथ. रुको हम आते हैं तुम्हारा गर्दा उड़ाने.",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/the-families-of-11-farmers-who-lost-their-lives-in-the-farmers-movement-got-jobs-punjab-government-gave-appointment-letters-5134823/,"दिल्ली से लौट रहे किसान, आंदोलन में जान गंवाने वाले 11 किसानों के परिजनों को पंजाब सरकार ने दी नौकरी","अपने स्थाई घरों को हटाते किसान दिल्ली/चंडीगढ़: किसान आंदोलन (Kisan Andolan) को खत्म करने के ऐलान के बाद किसान वापस अपने-अपने घर लौट रहे हैं. कृषि कानूनों (Farm Laws) के चलते दिल्ली की सीमाओं पर एक साल चला ऐतिहासिक आंदोलन खत्म हो गया है. किसान नेताओं ने कुछ दिन पहले ही इसका ऐलान किया था. इस बीच कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले 11 किसानों के परिजनों को पंजाब में नौकरी मिल गई है. पंजाब सरकार ने किसानों के परिजनों को सरकारी नौकरियों के लिए नियुक्ति पत्र दिए गए.Also Read - Kangana Ranaut को फिलहाल गिरफ्तारी से मिली राहत, मुंबई पुलिस ने बांम्‍बे हाईकोर्ट से कही ये बात मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री रणदीप सिंह नाभा ने मृतक किसानों के परिजनों को क्लर्क की नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपे. किसानों को राज्य के आर्थिक ढांचे की रीढ़ बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए हमेशा हर संभव कदम उठाएगी.’’ Also Read - Kisan Andolan खत्म होने के बाद अब जल्द ही खुलेंगे सभी रास्ते, सिंघु बॉर्डर से बैरिकेडिंग को हटाया जा रहा है चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि राज्य सरकार पहले ही 157 मृतक किसानों के परिजनों को नौकरी दे चुकी है. दरअसल, पंजाब सरकार ने पहले पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता और प्रत्येक मृतक किसान परिवार के एक-एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा की थी. किसानों के मुताबिक कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान 700 से अधिक किसानों की मौत हुई है.",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/maharashtra/sanjay-raut-says-sharad-pawar-said-25-years-ago-that-bjp-is-divisive-but-shiv-sena-realized-the-truth-in-before-two-year-5134716/,"शरद पवार ने 25 साल पहले कहा था कि BJP विभाजनकारी है, शिवसेना को 2 साल पहले सच पता चला: संजय राउत","मुंबई: शिवसेना के सांसद संजय राउत ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ अपनी पार्टी के मौजूदा रिश्तों की ओर इशारा करते हुए कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने 25 साल पहले ही कहा था कि भाजपा (BJP) एक विभाजनकारी पार्टी है, लेकिन शिवसेना (Shivsena) को इस सच्चाई का अहसास दो साल पहले ही हुआ. संजय राउत (Sanjay Raut) ने विभिन्न राजनीतिक रैलियों में मराठी में शरद पवार के दिए गए भाषणों का संग्रह ‘‘नेमकेची बोलाने’’ नामक पुस्तक के विमोचन पर यह बात कही. शिवसेना सांसद ने कहा, ‘‘ करीब 25 साल पहले शरद पवार ने कहा था कि भाजपा देश में एकता नहीं चाहती. इसके तरीके विभाजनकारी हैं. इसका एहसास हमें दो साल पहले हुआ था. उन्होंने यह भी कहा था कि भाजपा की नीतियां ऐसी हैं जो देश को पीछे ले जाएंगी. हालांकि, हमें इसे महसूस करने में काफी समय लगा.’’Also Read - PM मोदी की काशी यात्रा की 15 PHOTOS: काल भैरव पूजा, काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर लोकार्पण से गंगा आरती तक पुस्तक के शीर्षक का उल्लेख करते हुए राउत ने कहा, “पुस्तक का नाम इतना अच्छा है कि हम सभी को इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उपहार में देना चाहिए. उन्हें कुछ चीजें जानने की जरुरत है.” राउत ने कहा कि संसद का केंद्रीय सभागार पार्टियों के नेताओं और वरिष्ठ पत्रकारों के अलावा अन्य राजनेताओं के बीच बैठकों के लिए जाना जाता था, जो विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते थे. Also Read - दिग्विजय सिंह ने कामरा और फारूकी को भोपाल में न्‍योता दिया, BJP विधायक ने कहा- शो नहीं करने देंगे उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में हमने देखा है कि संसद में सवाल पूछने की कोशिश करने वालों का विरोध किया जा रहा है और उन्हें दबाया जा रहा है.’’ राउत ने कहा कि सवाल उठाने के बुनियादी अधिकारों से इनकार बहुसंख्यकवाद का मार्ग प्रशस्त करता है. राज्यसभा सांसद ने कहा, ‘‘पवार ने कुछ साल पहले यह कहा था और अब हमने इसे वास्तविकता के रूप में देखा है.’’ Also Read - मेरी मस्जिद शहीद हो गई, क्‍या सपा, बसपा, कांग्रेस ने कुछ कहा? उन्‍होंने आंखें मूंद लीं: असदुद्दीन ओवैसी",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/gujarat/centers-of-hindu-faith-were-humiliated-for-years-modi-government-restored-pride-says-amit-shah-5134648/,"हिंदू आस्था के केंद्रों को वर्षों तक अपमानित किया गया, मोदी सरकार ने किया गौरव बहाल: अमित शाह","केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अहमदाबाद: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि हिंदू समुदाय के आस्था के केंद्रों को कई सालों तक अपमानित किया गया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के 2014 में सत्ता में आने तक किसी ने भी इनका गौरव बहाल करने की परवाह नहीं की. मोदी सरकार अब ऐसे स्थलों के जीर्णोद्धार के लिए “निडरता से” काम कर रही है. उन्होंने कहा कि पहले लोग मंदिरों में जाने से कतराते थे, लेकिन मोदी सरकार के साथ एक नए युग की शुरुआत हुई. शाह यहां कडवा पाटीदार सम्प्रदाय की देवी ‘मां उमिया’ को समर्पित उमियाधाम मंदिर के शिलान्यास समारोह में बोल रहे थे. यह मंदिर एवं अन्य भवन 74 हजार वर्ग गज जमीन पर 1500 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे हैं.Also Read - हिंदुओं को लगा कि कानूनी प्रक्रिया के जरिए उन्हें धोखा दिया जा रहा है, जिसके कारण बाबरी मस्जिद गिराई गई : RSS नेता उन्होंने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, “कई वर्षों तक, हिंदू समुदाय के आस्था के केंद्रों को अपमानित किया गया, और जब तक मोदी सरकार पूर्ण बहुमत के साथ केंद्र में सत्ता में नहीं आयी, तब तक किसी ने भी गौरव बहाल करने की पहल नहीं की.” शाह ने कहा, “आज जब एक भव्य मंदिर का शिलान्यास आर्य समाजी (गुजरात के राज्यपाल) आचार्य देवव्रत द्वारा किया जा रहा है, ऐसे मौके पर मैं यह कहना चाहूंगा कि मोदीजी ने हमारे आस्था और विश्वास के भूले-बिसरे केंद्रों के जीर्णोद्धार के लिए निडर होकर और विश्वास एवं सम्मान के साथ काम किया है.” Also Read - मोदी सरकार के खिलाफ निर्णायक लड़ाई का शंखनाद करेगी जयपुर महारैली: रणदीप सुरजेवाला उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण किया और 2013 में अचानक आई बाढ़ से तबाह केदारनाथ मंदिर क्षेत्र में करोड़ों हिंदुओं के विश्वास के केंद्र को पुनरूद्धार किया. उन्होंने कहा, ‘‘हम प्रधानमंत्री नरेन्द्रभाई के हाथ से 13 दिसम्बर को काशी विश्वनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार होते देखेंगे, जिसे औरंगजेब के जमाने में ध्वस्त कर दिया गया था.’’ Also Read - 7th Pay Commission: नए साल में कर्मचारियों की होगी बल्ले-बल्ले, सैलरी में बढ़ोतरी के साथ हो सकते हैं ये बड़े ऐलान शाह ने कहा कि मंदिर न केवल धार्मिक आस्था के केंद्र रहे हैं, बल्कि वे जीवन से निराश लोगों के लिए अपनी कठिनाइयों को दूर करने और आगे बढ़ने के लिए समाज सेवा और ऊर्जा के केंद्र भी हैं. इस मौके पर भाजपा नेता ने पाटीदार समुदाय की तारीफ करते हुए कहा कि गुजरात और देश के उत्थान का इतिहास इस समुदाय से जुड़ा है. गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल, राज्यपाल आचार्य देवव्रत और अन्य ने तीन-दिवसीय शिलान्यास समारोह के पहले दिन के कार्यक्रम में हिस्सा लिया. प्रधानमंत्री मोदी 13 दिसंबर को आभासी माध्यम से शिलान्यास समारोह में शामिल होंगे. (इनपुट भाषा)",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/aircraft-showered-flower-on-the-farmers-who-going-back-from-from-farmers-protest-aircraft-arranged-by-non-resident-indian-5134623/,"एक साल बाद घर वापस जा रहे किसानों पर आसमान से बरसाए गए फूल, आखिर इंतज़ाम किसने कराया, जानें?","नई दिल्ली: एक साल लंबे और ऐतिहासिक चला किसान आंदोलन (Kisan Andolan) अब खत्म हो गया है. हाल ही में किसान नेताओं ने आंदोलन के खत्म होने का ऐलान किया. और कहा कि कृषि कानून वापस (Farm Laws Repealed) ले लिए गए हैं. अब वो घर जाएंगे हमारी कुछ और अहम मांगें हैं, जिन्हें लेकर जनवरी में मीटिंग करेंगे. इस ऐलान के बाद अब किसान अपने-अपने घर जा रहे हैं. किसानों के जत्थे लौटते हुए देखे जा सकते हैं. इतना ही नहीं घर लौटते किसानों पर फूल बरसाए जा रहे हैं. आज एयरक्राफ्ट से वापस लौटते किसानों पर फूल बरसाए गए.Also Read - Kangana Ranaut को फिलहाल गिरफ्तारी से मिली राहत, मुंबई पुलिस ने बांम्‍बे हाईकोर्ट से कही ये बात दिल्ली से वापस लौटते हुए जैसे ही किसान शम्भू बॉर्डर (Punjab-Haryana Border) पर ट्रैक्टरों में सवार होकर पहुंचे, वैसे ही उन पर फूलों की बरसा होने लगी. लोगों ने आश्चर्य से ऊपर देखा तो पता चला कि किसानों की जीत की ख़ुशी में उन पर एयरक्राफ्ट से फूल बरसाए जा रहे थे. किसान भी अपने वाहनों में झूमते हुए नज़र आये. Also Read - Kisan Andolan खत्म होने के बाद अब जल्द ही खुलेंगे सभी रास्ते, सिंघु बॉर्डर से बैरिकेडिंग को हटाया जा रहा है An aircraft showered flower petals on farmers as they reached Shambhu border (Punjab-Haryana border) from Delhi today after their year-long agitation over three farm laws & other related issues The aircraft was arranged by a Non-Resident Indian. pic.twitter.com/5Oo8IpPeoy — ANI (@ANI) December 11, 2021 Also Read - वापस होंगे किसानों के खिलाफ दर्ज मामले? कृषि मंत्री बोले- राज्य सरकारें करेंगी फैसला जानकारी के अनुसार, किसानों पर फूल बरसाए जाने का इंतज़ाम उन भारतीयों ने किया था जो विदेशों में रहते हैं. कई भारतीयों ने विदेशों से वापस लौट कर किसान आंदोलन में हिस्सा लिया था. और किसानों की बढ़-चढ़कर मदद की थी. ये मदद आखिर तक जारी रही. कई लोगों ने आंदोलन में हिस्सा लेने और किसानों की मदद करने के लिए अपनी नौकरियां तक छोड़ दी थीं. आंदोलन की समाप्ति की घोषणा करते हुए किसानों नेताओं ने कहा था कि वह 11 दिसंबर तक आंदोलन स्थलों को खाली कर देंगे. किसान आज बड़ी संख्या वापस भी लौट रहे हैं.",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/big-allegation-of-congress-bjp-got-rs-100-crore-for-elections-from-lottery-king-5134572/,"कांग्रेस का बड़ा आरोप- BJP को 'लॉटरी किंग' से चुनाव के लिए 100 करोड़ रुपए मिले, जांच हो","Congress-BJP: तमिलनाडु प्रदेश कांग्रेस कमेटी (TNCC) के अध्यक्ष केएस अलागिरी ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है. तमिलनाडु कांग्रेस चीफ ने आरोप लगाया है कि भाजपा को 2021 के विधानसभा चुनावों के दौरान लॉटरी किंग सैंटियागो मार्टिन से 100 करोड़ रुपये की राशि मिली है. कांग्रेस ने इसकी ‘पारदर्शी और निष्पक्ष जांच’ की मांग की है. कांग्रेस नेता ने आश्चर्य व्यक्त किया कि इतनी बड़ी धनराशि लेने के लिए भाजपा मार्टिन की किस तरह मदद करेगी. कांग्रेस नेता ने कहा कि मार्टिन जैसे लोग कानून के लंबे हाथ से खुद को बचाने के लिए भाजपा को भारी धन मुहैया करा रहे हैं. केएस अलागिरी ने कहा कि भाजपा और मार्टिन जैसे लोगों के बीच संबंधों की पारदर्शी और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.Also Read - PM मोदी की काशी यात्रा की 15 PHOTOS: काल भैरव पूजा, काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर लोकार्पण से गंगा आरती तक कांग्रेस नेता ने आश्चर्य जताया कि क्या भाजपा मार्टिन को उनके खिलाफ दर्ज आयकर मामलों से उबरने में मदद करेगी और कहा कि एक राजनीतिक दल के रूप में भाजपा इस पर पूरी तरह से बेनकाब हो चुकी है. सैंटियागो मार्टिन पूर्वोत्तर राज्यों में लॉटरी व्यवसाय के साथ कोयंबटूर में स्थित एक लॉटरी किंग हैं. माना जाता है कि उनके पास 30,000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है और ईडी ने कोयंबटूर और देश के अन्य हिस्सों में उसके परिसरों पर कई छापे मारे थे. Also Read - दिग्विजय सिंह ने कामरा और फारूकी को भोपाल में न्‍योता दिया, BJP विधायक ने कहा- शो नहीं करने देंगे मार्टिन म्यांमार में एक श्रमिक ठेकेदार थे और 1988 में तमिलनाडु वापस आ गये और उन्होंने अपना लॉटरी का व्यवसाय शुरू किया. करुणानिधि सरकार के दौरान उन्हें कई आरोपों के तहत जेल में डाल दिया गया था. वह केरल की माकपा सरकार के भी करीबी थे और उन्होंने पार्टी के खजाने में उदारतापूर्वक दान दिया था और पार्टी नेताओं द्वारा इसके मुखपत्र ‘देशाभिमानी’ के विज्ञापन के रूप में 2 करोड़ रुपये स्वीकार करने का आरोप लगाया गया था. Also Read - Navjot Singh Sidhu: मैं उन्हें छोड़ दूंगा, मुझे चुनाव जीतने के लिए रखा जाता है, मैं शो पीस नहीं हूं, क्या कांग्रेस का हाथ भी छोड़ देंगे सिद्धू?",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/kerala-governor-arif-mohammad-khan-said-cm-vijayan-should-also-become-the-chancellor-of-universities-i-will-resign-5134534/,"केरल के राज्यपाल ने कहा- CM विजयन विश्वविद्यालयों के चांसलर भी बन जाएं, मैं इस्तीफा दे दूंगा","Arif Mohammad Khan-Pinarayi Vijayan: केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान (Arif Mohammad Khan) और सीएम पिनाराई विजयन (Pinarayi Vijayan) एक बार फिर आमने-सामने आ गए हैं. राज्यपाल ने कहा कि वाम सरकार गलत ढंग से उच्च शिक्षा क्षेत्र को चला रही है. दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए राज्यपाल ने कहा, “मुख्यमंत्री का विश्वविद्यालयों से कोई लेना-देना नहीं है. जबकि राज्य में स्कूली शिक्षा ठीक है, उच्च शिक्षा पर सवाल हैं, यहां तक कि नियुक्तियां भी नियमों के खिलाफ की जा रही हैं.” राज्यपाल ने कहा, “चूंकि कुलाधिपति का पद संवैधानिक नहीं है, इसलिए मैंने विजयन को एक अध्यादेश पारित करने के लिए लिखा था, जिसमें मुख्यमंत्री विजयन खुद ही चांसलर के रूप में पदभार ग्रहण कर सकते हैं. वह खुद ही चांसलर बन सकते हैं. मैं कुलाधिपति का पद से इस्तीफ़ा दे दूंगा.”Also Read - Kerala: गवर्नर के ड्राइवर ने राजभवन के क्वार्टर में खुदकुशी की, सुसाइड नोट मिला बता दें कि कुछ दिन पहले ही आरिफ मोहम्मद खान ने सीएम विजयन को लिखा था कि अगर राज्य के उच्च शिक्षा क्षेत्र में चीजें इसी तरह जारी रहीं तो वह राज्य के विश्वविद्यालयों के चांसलर के पद से इस्तीफा दे देंगे. राज्यपाल ने अपने पत्र में भारत रत्न से सम्मानित सी.एन.आर.राव और इतिहासकार केएन पणिक्कर जैसी प्रतिष्ठित हस्तियों के बयानों का हवाला दिया है कि केरल शिक्षा के क्षेत्र में क्यों पिछड़ रहा है. Also Read - IIMC के सत्रारंभ समारोह में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान बोले- मीडिया के लिए जरूरी है 'तथ्य' और 'सत्य' आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि उन्हें गहरा दुख हुआ है, खासकर जब कन्नूर विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त कुलपति गोपीनाथ रवींद्रन को पिछले महीने चार साल का विस्तार दिया गया था. आदेश पर हस्ताक्षर करने के बाद मुझे लगा कि यह सही नहीं है और फिर मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर एक अध्यादेश पारित करने के लिए कहा ताकि वह कुलाधिपति का पद संभाल सकें.” Also Read - Kerala Rains & Landslide Update: बाढ़ और भूस्‍खलन से मौतों का आंकड़ा 21 हुआ, PM मोदी ने दुख जताया विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने कहा कि आखिरकार खुद राज्यपाल भी इस बात से अवगत हो गए हैं कि केरल में किस तरह से चीजें हो रही हैं. सतीसन ने कहा, “सभी मौलिक नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है और उच्च शिक्षा क्षेत्र विजयन द्वारा माकपा के एक फीडर संगठन के रूप में चलाया जा रहा है. हम शिक्षा क्षेत्र में हाल ही में हुई सभी नियुक्तियों और कुलपति सहित सभी की न्यायिक जांच की मांग करते हैं. कन्नूर को अपना पद छोड़ देना चाहिए.”",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/uttar-pradesh/up-assembly-election-2022-akhilesh-yadav-slams-bjp-and-talk-about-farmers-income-youth-employment-in-up-5134451/,"Akhilesh Yadav का BJP पर बड़ा निशाना, कहा- सरकार ने लोगों को गरीबी और बेरोजगारों को लाठियां दी, क्या किसानों की इनकम डबल हो गई?","UP Assembly Election 2022: आज पीएम मोदी (Narendra Modi), सीएम योगी (Yogi Adityanath) ने उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में रैली की. इस दौरान सपा पर निशाना साधा गया. इस बीच अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भी बीजेपी (BJP) पर पलटवार किया है. अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने युवाओं को लैपटॉप दिए, लेकिन बीजेपी ने क्या दिया. रोजगार मांगने पर युवाओं पर लाठीचार्ज किया गया. अखिलेश यादव ने किसानों के मुद्दे पर बीजेपी से सवाल किया. पूछा कि क्या किसानों की कमाई दोगुनी हो गई? बीजेपी बताये कि किसानों की आय कहां दोगुनी हुई.Also Read - PM मोदी की काशी यात्रा की 15 PHOTOS: काल भैरव पूजा, काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर लोकार्पण से गंगा आरती तक अखिलेश यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बीजेपी (BJP) दावे बहुत करती है, लेकिन ज़मीनी हकीकत क्या है. क्या किसानों को फायदा हुआ. 2022 तक किसानों की आय (Farmers income in UP) दोगुनी की जानी थी. उसका क्या हुआ. क्या किसानों की आय दोगुनी हो गई? अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने लैपटॉप दिए, लेकिन बीजेपी ने लाठियां दीं. सपा ने गरीबों को लोहिया आवास दिए, लेकिन बीजेपी ने किसानों के ऊपर लखीमपुर खीरी में किसानों पर गाड़ियाँ चढ़वा दीं. सपा विकास में यकीन करती है, जबकि बीजेपी सिर्फ नाम बदलना जानती है. Also Read - दिग्विजय सिंह ने कामरा और फारूकी को भोपाल में न्‍योता दिया, BJP विधायक ने कहा- शो नहीं करने देंगे अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी ने जितनी परियोजनाओं का उद्घाटन किया, उसमें से अधिकतर सपा ने शुरू की थीं. गोरखपुर एम्स कभी नहीं बन पाता अगर सपा ने इसके लिए अपने शासन में ज़मीन उपलब्ध न कराई होती. यूपी के लोग योगी सरकार नहीं बल्कि योग्य सरकार चाहते हैं. Also Read - UP Election 2022: केंद्र बिन्दु क्या होगा और किसकी दावेदारी है मज़बूत? अखिलेश ने कहा कि अपने विज्ञापन में सरकार योजनाओं से अधिक पैसा खर्च करती है. होर्डिंग में लिखा जाता है कि युवा रोजगार पा रहे हैं, लेकिन क्या वाकई युवाओं को रोजगार मिला है. ऐसा है तो युवाओं को सड़कों पर क्यों उतरना पड़ रहा है. किसान सड़कों पर क्यों हैं.",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/farmers-protest-two-farmers-of-punjab-returning-from-the-strike-site-died-in-an-accident-5134405/,"Farmers Protest: धरना स्थल से लौट रहे पंजाब के 2 किसानों की दुर्घटना में मौत, एक घायल","Farmers Protest: हरियाणा के हिसार जिले में शनिवार को टिकरी सीमा पर धरना स्थल से लौट रहे पंजाब के दो किसानों की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. मृतक सुखदेव सिंह (40) और अजयप्रीत सिंह (32) मुक्तसर जिले के गिद्दड़बाहा के अस्सा बुट्टर गांव के रहने वाले थे. हादसे में एक युवक घायल हो गया, जिसकी पहचान रघबीर सिंह के रूप में हुई है. वे ट्रैक्टर से अपने गांव लौट रहे थे, जब सुबह करीब 5 बजे एक कैंटर ने ट्रैक्टर को टक्कर मार दी. मृतक अन्य लोगों के साथ गुरुवार को टिकरी सीमा पर गया था.Also Read - Miss Universe 2021: घर पहुंचने पर हरनाज संधू का होगा पंजाबी स्टाइल में स्वागत, मां खिलाएंगी 'मक्के की रोटी और सरसों का साग' गौरतलब है कि किसान आंदोलन अब पूरी तरह स्थगित हो गया है. दिल्ली की सीमाओं पर बैठे आंदोलनकारी किसानों ने अपना सामान बांध लिया है और वे लोग औपचारिक रूप से घर वापसी कर रहे हैं. किसान आज अपनी जीत का जश्न मनाते हुए विजय रैलियां निकालते हुए घरों के लिए रवाना हुए. इसी बीच नौजवान युवा लाउडस्पीकर बजा जश्न मना रहे है और घर वापस जाने से पहले एक दूसरे गले मिल खुशियां मना रहे हैं. Also Read - Kangana Ranaut को फिलहाल गिरफ्तारी से मिली राहत, मुंबई पुलिस ने बांम्‍बे हाईकोर्ट से कही ये बात दरअसल सरकार की ओर से किसानों को मिले आश्वासन के बाद एसकेएम ने घर वापसी जाने का एलान कर दिया था. कुछ बुजुर्ग किसान अपने घर वापस जाने से पहले तंबुओं के आस-पास की सफाई भी करते दिखे. बीते एक साल से दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसान आज उस जगह को खाली कर देंगे, जहां से इस आंदोलन की शुरुआत हुई थी. इसी के साथ एक साल से बंद बार्डर और सड़कों को खोलने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. Also Read - Kisan Andolan खत्म होने के बाद अब जल्द ही खुलेंगे सभी रास्ते, सिंघु बॉर्डर से बैरिकेडिंग को हटाया जा रहा है (इनपुट आईएएनएस)",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/madhya-pradesh/mp-panchayat-chunav-latest-update-high-court-dismissed-old-plea-on-reservation-but-worry-on-omicron-5134029/,"MP Panchayat Chunav Latest Update: हाईकोर्ट के बाद अब सुप्रीम कोर्ट में होगी पंचायत चुनाव पर सुनवाई, जानिए वजह","MP Panchayat Chunav Latest Update: मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने पंचायत चुनाव को लेकर बड़ी परेशानी दूर कर दी है. कोर्ट ने सात साल पुराने परिसीमन और आरक्षण पर हो रहे पंचायत चुनावों की प्रक्रिया पर रोक लगाने की याचिका को तो खारिज कर दिया है, लेकिन अब पंचायत चुनाव में नया अड़ंगा लगने वाला है. अब ओमिक्रोन का खतरा बताकर पंचायत चुनाव टालने की मांग की गई है. मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में दायर एक जनहित याचिका में कहा गया है कि कोरोना के वेरिएंट ओमिक्रोन के रूप में कोविड की तीसरी लहर दस्तक दे सकती है और ऐसे में पंचायत चुनाव टाल देना चाहिए. ओमिक्रॉन को लेकर दायर की गई इस नई याचिका पर कोर्ट में सुनवाई 15 दिसम्बर को होगी.Also Read - Omicron In India: भारत में भी तेजी से फैल रहा है ओमिक्रॉन, जानिए किस राज्य में अबतक मिले कितने मरीज सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई Also Read - Panchayat Chunav: बिजली बिल पहले भर लें नहीं तो रद्द हो जाएगा पंचायत चुनाव में उम्‍मीदवारी का फार्म, ये भी ध्‍यान दें त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के आरक्षण के विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका पर सोमवार को सुनवाई होगी. कांग्रेस के सैयद जाफर और जया ठाकुर द्वारा याचिका दायर की गई है. इसमें 2014 के आरक्षण से चुनाव कराने और 2019 के परिसीमन को निरस्त करने की आपत्ति उठाई गई है. वहीं, 13 दिसंबर को अधिसूचना जारी होने के साथ नामांकन का सिलसिला प्रारंभ हो जाएगा. Also Read - Omicron in India: नागपुर में ओमीक्रोन का पहला मामला सामने आया, देश में 37 हुई संख्या; देखें लेटेस्ट अपडेट कोर्ट ने कहा-पंचायत चुनाव बन सकता है कोरोना स्प्रेडर कोर्ट में दायर की गई याचिका में कहा गया है कि भले ही चुनाव आयोग कोरोना से बचाव के लिए ऐहतियात बरतने की बात कह रहा है लेकिन कोरोना के इस नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की संक्रामकता चिंता की बात है. याचिकाकर्ता के वकील अनूप सिंह बघेल ने कहा है कि पंचायत चुनाव में चुनावी भीड़भाड़ होगी और इसकी आशंका के चलते पंचायत चुनाव कोरोना का स्प्रैडर साबित हो सकता हैं. हाईकोर्ट में छोटेलाल साकेत नाम के याचिकाकर्ता की ओर से दायर इस याचिका में पंचायत चुनाव तब तक टालने की मांग की गई है,जब तक कोरोना की तीसरी लहर की आशंका खत्म नहीं हो जाती. हाईकोर्ट में इस याचिका पर 15 दिसंबर को सुनवाई की जाएगी. हाईकोर्ट ने पंचायत चुनाव पर रोक लगाने की याचिका खारिज की थी बता दें कि गुरुवार को मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने राज्य में होने वाले पंचायत चुनाव पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था. चीफ जस्टिस रवि मलिमथ की बेंच में तकरीबन 40 मिनट चली सुनवाई के बाद चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगाने से किया इनकार कर दिया था. राज्य निर्वाचन आयोग के उस तर्क को कोर्ट ने मान लिया जिसमे कहा गया था कि एक बार निर्वाचन अधिसूचना जारी होने के बाद चुनाव स्थगित नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने यह भी कहा कि हाई कोर्ट की ग्वालियर बेंच ने भी ऐसी ही याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान चुनाव पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था.",1 https://www.dw.com,https://www.dw.com/hi/india-are-anti-muslim-attacks-becoming-the-norm/a-60111183,भारत में क्या ‘मुस्लिम विरोधी’ हमले आम होते जा रहे हैं?,"भारत भारत में क्या ‘मुस्लिम विरोधी’ हमले आम होते जा रहे हैं? विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि धार्मिक घृणा अपराध से जुड़ी 'कम उग्रता वाली सामुदायिक हिंसा' पूरे भारत में फैल रही है. कट्टरपंथी हिंदू समूहों की ओर से बर्बरतापूर्ण धमकियों की वजह से दर्जनों शो रद्द किए जाने के बाद भारत के मुस्लिम कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी ने कॉमेडी छोड़ने का संकेत दिया. सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डालते हुए उन्होंने कहा- 'नफरत जीत गई, कलाकार हार गया.' गत 1 जनवरी को जैसे ही उनका शो खत्म हुआ, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और फिर उन्होंने एक महीना जेल में बिताया. उन पर कथित तौर से अपने चुटकुलों में हिंदू धार्मिक भावनाओं का ""अपमान"" करने का आरोप थे, हालांकि वे उस शाम अपने उस शो के सेट में नहीं थे. तब से इस स्टैंड-अप कॉमेडियन को कुछ कट्टरपंथी हिंदू समूह लगातार निशाना बना रहे हैं. तस्वीरेंः हर धर्म में है सिर ढकने की परंपरा हर धर्म में है सिर ढंकने की परंपरा दस्तार भारत के पंजाब क्षेत्र में सिक्ख परिवारों में दस्तार पहनने का चलन है. यह पगड़ी के अंतर्गत आता है. भारत के पंजाब क्षेत्र में 15वीं शताब्दी से दस्तार पहनना शुरू हुआ. इसे सिक्ख पुरुष पहनते हैं, खासकर नारंगी रंग लोगों को बहुत भाता है. सिक्ख अपने सिर के बालों को नहीं कटवाते. और रोजाना अपने बाल झाड़ कर इसमें बांध लेते हैं. धार्मिक घृणा की एक अन्य घटना में, दक्षिणपंथी बजरंग दल समूह ने अक्टूबर में भोपाल में वेब श्रृंखला 'आश्रम' के सेट पर हमला किया. समूह ने दावा किया कि श्रृंखला का शीर्षक ‘हिंदू धर्म पर हमला' था. हमलावरों ने कथित तौर पर फिल्म निर्माता प्रकाश झा पर स्याही फेंक दी और चालक दल के एक अन्य सदस्य के साथ मारपीट की अगस्त महीने में, उत्तर प्रदेश में एक 45 वर्षीय मुस्लिम रिक्शा चालक को कट्टरपंथी हिंदू भीड़ द्वारा पीटे जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. हिंसक भीड़ ने उस व्यक्ति को घेर लिया और उसे ‘जय श्री राम' का नारा लगाने पर मजबूर किया. इस दौरान उसकी छोटी बेटी अपने पिता की सुरक्षा की गुहार लगा रही थी. बॉर्न ए मुस्लिम: सम ट्रुथ अबाउट इस्लाम इन इंडिया की लेखिका गजाला वहाब चेतावनी देती हैं कि ‘कम उग्रता वाली सांप्रदायिक हिंसा' की घटनाएं भारत में बड़े पैमाने पर होने लगी हैं. डीडब्ल्यू से बातचीत में वह कहती हैं, ""यह अधिक स्थानीय होता जा रहा है. यह सभी नागरिकों के रोजमर्रा के जीवन पर भारी पड़ गया है लेकिन इसका खामियाजा मुसलमानों को भुगतना पड़ रहा है. मैं ऐसे लोगों को भी जानती हूं जो मुसलमान नहीं हैं लेकिन चिंतित हैं. इस तरह का व्यापक भय अभूतपूर्व है."" सत्तारूढ़ दल के अधीन धार्मिक ‘अन्याय' बढ़ रहा है दिल्ली विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर तनवीर एजाज कहते हैं कि कम उग्रता वाली सांप्रदायिक हिंसा की जड़ें साल 1947 के भारत विभाजन के दौर में देखी जा सकती हैं. एजाज कहते हैं, ""भारत में, यह कम-उग्रता वाली सांप्रदायिक हिंसा विभाजन के बाद से ही मौजूद है. भारत में मुसलमान विभाजन के अपराधबोध में जी रहे हैं जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए था क्योंकि जो मुसलमान भारत में रहे, उन्होंने कभी विभाजन के लिए नहीं कहा. शीर्ष स्तर पर केवल कुछ राजनेताओं ने ही इन पर बातचीत की."" तस्वीरेंः किस धर्म में क्या खाने की पाबंदी किस धर्म में क्या खाने पर है पाबंदी अंडा जैन धर्म के लोग मांस-मछली के साथ अंडा खाने से भी परहेज करते हैं. वेगन भी अंडा नहीं खाते. एजाज के मुताबिक, भारत में धार्मिकता का एक हिस्सा धार्मिक समुदायों से इतर है. वह कहते हैं, ""लेकिन हिंदू राष्ट्रवादी भारतीय जनता पार्टी के सत्ता में आने के साथ ही यह प्रक्रिया तेज हो गई है."" उन्होंने कहा कि भारतीय प्रेस ने उजागर किया है कि ‘लंबे, कम तीव्रता वाले संघर्ष' ‘नागरिक समाज के चेहरे पर काफी दिखाई देते हैं.' एजाज कहते हैं, ""स्वयं की पूरी परिभाषा बड़े पैमाने पर जातीय और धार्मिक आधार पर हो रही है और फिर यह ‘हम' बनाम ‘उन' का सवाल है. यहां सांस्कृतिक/धार्मिक टकराव है...धार्मिक आक्रामकता है."" ‘दंड से मुक्ति' के लिए धर्म का उपयोग हाल के वर्षों में सांप्रदायिक हिंसा की ज्यादातर घटनाओं को बजरंग दल जैसे हिंदू संगठनों ने अंजाम दिया है. वहाब के मुताबिक, पंजीकृत संगठनों के भीतर कई ‘छोटे संगठन हैं' जिन्हें पुलिस छूना नहीं चाहती. वह कहती हैं, ""दण्ड से मुक्ति की एक डिग्री है. क्योंकि वे धर्म की आड़ में काम कर रहे हैं. ये समूह बहुत ज्यादा उत्साहित होते जा रहे हैं."" दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एजाज कहते हैं कि भारतीय संस्थानों के भीतर मजबूत जवाबदेही होनी चाहिए. वह कहते हैं, ""मैं देख रहा हूं कि राज्य की संस्थाएं काफी कमजोर होती जा रही हैं, खासकर पुलिस और कानून-व्यवस्था की संस्थाएं. उन्हें अपना काम करना चाहिए."" वहाब कहती हैं कि धार्मिक घृणा की बढ़ती घटनाओं के खतरनाक परिणाम होंगे और यदि इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो यह भारतीय समाज में दरारों को और गहरा कर देगा. वह कहती हैं, ""अगर ऐसा ही कुछ होता रहा तो समुदायों के बीच दूरियां और गलतफहमियां बढ़ती ही जाएंगी. हम मूल रूप से एक बहुत ही खंडित समाज का निर्माण कर रहे हैं और इन विभाजनों को पाटने में लंबा समय लगेगा."" हर धर्म में पाई जाती हैं कुछ क्रूर प्रथाएं ट्रिपल तलाक इस्लाम में कोई पुरुष यदि अपनी पत्नी से अलग होना चाहे तो उसे तीन बार तलाक बोलकर अलग हो सकता है. तलाक शब्द कब बोला जाएगा, और तलाक कब माना जाएगा, इसे लेकर अलग अलग विचार हैं. 1234567 DW.COM गाय की रक्षा को हिंदुओं का मूलभूत अधिकार बनाया जाए: हाई कोर्ट इलाहादबाद हाई कोर्ट ने कहा है कि गाय को भारत का राष्ट्रीय पशु घोषित कर दिया जाना चाहिए और इसकी सुरक्षा को हिंदुओं के मूलभूत अधिकारों में शामिल किया जाना चहिए. नमाज के लिए घटती जगह, हिंदू-मुस्लिम में बढ़ती खाई भारत में अल्पसंख्यकों के लिए जगह घटती जा रही है. उन्हें सार्वजनिक स्थानों पर प्रार्थना करने से लेकर अपना धंधा चलाने आदि तक से रोका जा रहा है. मानवाधिकार कार्यकर्ता कहते हैं कि यह सिर्फ जगह की लड़ाई नहीं है. तारीख 14.12.2021 रिपोर्ट धारवी वैद कीवर्ड हिंदू-मुस्लिम, भारत, सांप्रदायिक हिंसा, कॉमेडियन, कट्टरपंथी, मुनव्वर फारूकी, कुनाल कामरा फीडबैक: फीडबैक भेजें प्रिंट करें यह पेज प्रिंट करें पर्मालिंक https://p.dw.com/p/44DfD और आर्टिकल गुजरात में कोरोना से मरे थे करीब 10,000 और लोग 14.12.2021 गुजरात सरकार ने अब जाकर माना है कि राज्य में कोरोना से मरने वालों की जितनी गिनती की गई थी, असली संख्या उससे करीब 10,000 ज्यादा है. सरकार ने यह जानकारी सुप्रीम कोर्ट में दी. चिंता का सबब बना स्कूलों में घटता नामांकन 14.12.2021 बीते दस वर्षों के दौरान स्कूलों में नामांकन के आंकड़ों में करीब 33 लाख की गिरावट आई है. बच्चों के मामले में यह आंकड़ा और ज्यादा है. एक ताजा अध्ययन से यह बात सामने आई है. कोरोना: भारत में कम हो रहे मामले, साथ ही गिर रहा मास्क का उपयोग 13.12.2021 भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों में रोजाना गिरावट आ रही है, लेकिन साथ ही मास्क के उपयोग में भी कमी देखी जा रही है. जानकार कह रहे हैं कि यह चिंताजनक है और कभी भी स्थिति को बदल सकता है.",1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196605/partition-india-religious-lines-historic-mistake-rajnath-singh/,धर्म के आधार पर भारत का विभाजन ‘ऐतिहासिक गलती’ थी: राजनाथ सिंह,"रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत और बांग्लादेश की आज़ादी के 50 साल पूरे होने के मौके पर हुए एक कार्यक्रम में कहा कि इतिहास में ऐसा मुश्किल ही देखने को मिलेगा कि युद्ध में किसी देश को हराने के बाद भारत ने इस पर अपना वर्चस्व व्यक्त नहीं किया, बल्कि वहां की राजनीतिक शक्तियों को इसे सौंप दिया. राजनाथ सिंह. (फोटो: पीटीआई) नई दिल्लीः रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बीते रविवार को कहा कि 1971 का युद्ध याद दिलाता है कि धर्म के आधार पर हुआ भारत का विभाजन एक ऐतिहासिक गलती थी और पाकिस्तान तभी से भारत के खिलाफ छद्म युद्ध में शामिल है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, सिंह ने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत और भारत-बांग्लादेश मैत्री (पाकिस्तान से अलग होकर बांग्लादेश बनने) के 50 साल पूरे होने के मौके पर इंडिया गेट पर आयोजित स्वर्णिम विजय पर्व कार्यक्रम के उद्घाटन के मौके पर संबोधित करते हुए कहा, ‘इस युद्ध ने भारत के सशस्त्र-बलों के बीच एकजुटता के महत्व को दर्शाया है, जिसकी ओर सरकार अब काम कर रही है.’ सिंह ने कहा, ‘1971 का युद्ध हमें बताता है कि धार्मिक आधार पर भारत का विभाजन एक ऐतिहासिक गलती थी. पाकिस्तान का जन्म एक धर्म के आधार पर हुआ, लेकिन वह एक नहीं रह सका. 1971 की हार के बाद हमारा पड़ोसी देश लगातार भारत में छद्म युद्ध करता रहा.’ उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान आतंकवाद और अन्य भारत विरोधी गतिविधियों के जरिये भारत को तोड़ना चाहता है. भारतीय सेना ने 1971 में पाकिस्तान की योजनाओं को असफल कर दिया था और अब वह हमारी बहादुर सेनाओं के जरिये आतंकवाद को जड़ से खत्म करने की दिशा में काम कर रहा है. हम सीधे युद्ध में जीते हैं और अब छद्म युद्ध में भी जीत हासिल करेंगे.’ सिंह ने कहा, ‘आज के बदलते समय में एकजुटता को बढ़ावा देने और हमारी तीनों सेनाओं के बीच एकीकरण पर चर्चा हो रही है. मुझे लगता है कि 1971 का युद्ध इसका सफल उदाहरण है. इस युद्ध ने हमें योजना, प्रशिक्षण और एक साथ होकर लड़ने का महत्व समझाया है.’ उन्होंने 1971 के युद्ध में भारत की जीत की सराहना करते हुए कहा कि इसने दक्षिण एशिया के इतिहास और भूगोल को बदल दिया. सिंह ने कहा, ‘भारत हमेशा सच्चाई और न्याय के पक्ष में खड़ा रहा है.’ उन्होंने कहा कि यह युद्ध न सिर्फ पाकिस्तानी सेना के खिलाफ था, बल्कि अन्याय और प्रताड़ना के खिलाफ भी था. इसमें पाकिस्तान पर सिर्फ भारत की जीत ही नहीं हुई, बल्कि यह अन्याय पर न्याय, बुराई पर सदाचार की भी जीत थी. अमेरिकी नागरिक अधिकार नेता मार्टिन लूथर किंग जूनियर का उल्लेख करते हुए सिंह ने कहा, ‘कहीं भी अन्याय हर जगह न्याय के लिए खतरा है. पाकिस्तानी सेना द्वारा बंगालियों पर किए गए अन्याय और अत्याचार एक या अन्य प्रारूप में पूरी मानवता के लिए खतरा थे. पूर्वी पाकिस्तान (वर्तमान बांग्लादेश) के लोगों को अन्याय और उत्पीड़न से मुक्त कराना हमारा धर्म, राष्ट्रीय धर्म और सैन्य धर्म था.’ रक्षा मंत्री ने कहा, ‘यह युद्ध हमारी नैतिकता, हमारी लोकतांत्रिक परंपराओं और व्यवहार का उदाहरण है. इतिहास में ऐसा मुश्किल ही देखने को मिलेगा कि युद्ध में किसी देश को हराने के बाद भारत ने इस पर अपना वर्चस्व व्यक्त नहीं किया, बल्कि वहां के राजनीतिक शक्तियों को इसे सौंप दिया.’ उन्होंने कहा कि भारत ने बांग्लादेश में लोकतंत्र की स्थापना में योगदान दिया है. उन्होंने कहा, ‘आज हम बहुत खुश हैं कि बीते 50 सालों में बांग्लादेश ने विकास के मार्ग पर बहुत तेजी से प्रगति की है, जो बाकी दुनिया के लिए प्रेरणा है.’ उन्होंने दोहराया कि भारत ने कभी किसी देश पर हमला नहीं किया और न ही कभी किसी देश की एक इंच जमीन पर कब्जा किया है. उन्होंने कहा, ‘आज इस दिन मैं भारतीय सेना के हर जवान के शौर्य और उनके बलिदान को नमन करता हूं, जिसकी वजह से भारत ने 1971 का युद्ध जीता. यह देश उन वीरों के बलिदान का हमेशा ऋणी रहेगा.’",1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196611/cbse-removed-10th-exam-questions-anti-women-controversy/,महिला विरोधी अंश पर विवाद के बाद सीबीएसई ने 10वीं अंग्रेज़ी परीक्षा के प्रश्नों को हटाया,"बीते 11 दिसंबर को आयोजित 10वीं की अंग्रेज़ी परीक्षा के पेपर में ‘महिलाओं की मुक्ति ने बच्चों पर माता-पिता के अधिकार को समाप्त कर दिया’ और ‘अपने पति के तौर-तरीके को स्वीकार करके ही एक मां अपने से छोटों से सम्मान पा सकती है’, जैसे वाक्यों के इस्तेमाल को लेकर आपत्ति जताई गई थी. सीबीएसई ने इन प्रश्नों पर छात्रों को पूरे अंक देने का फैसला किया है. (फोटो साभार: ट्विटर) नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सोमवार को 10वीं कक्षा की अंग्रेजी परीक्षा के एक गद्यांश (पैरा) और उससे जुड़े प्रश्नों को हटा दिया तथा छात्रों को इसके लिए पूरे अंक देने का फैसला किया है. बोर्ड ने कथित तौर पर ‘लैंगिक रूढ़िवादिता’ को बढ़ावा देने और ‘प्रतिगामी धारणाओं’ (पीछे ले जाने वाले विचार) का समर्थन करने वाले प्रश्नों को लेकर विवाद के बाद यह कदम उठाया है. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने बीते रविवार को इस मामले को विषय विशेषज्ञों के पास भेजा था और उनसे प्रतिक्रिया मांगी थी. बीते 11 दिसंबर को आयोजित 10वीं की अंग्रेजी परीक्षा के प्रश्न-पत्र में ‘महिलाओं की मुक्ति ने बच्चों पर माता-पिता के अधिकार को समाप्त कर दिया’ और ‘अपने पति के तौर-तरीके को स्वीकार करके ही एक मां अपने से छोटों से सम्मान पा सकती है’ जैसे वाक्यों के इस्तेमाल को लेकर आपत्ति जताई गई थी. प्रश्न-पत्र के ऐसे अंश सोशल मीडिया पर वायरल हो गए. इन प्रश्नों को लेकर ट्विटर पर लोगों ने सीबीएसई पर निशाना साधा और यूजर्स हैशटैग ‘CBSE Insults Women’ (सीबीएसई ने महिलाओं का अपमान किया) का समर्थन करने का आह्वान करते दिखाई दिए. सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा, ‘11 दिसंबर को आयोजित सीबीएसई की कक्षा 10वीं की फर्स्ट-टर्म परीक्षा के अंग्रेजी भाषा और साहित्य के प्रश्न पत्र के एक सेट में एक सवाल बोर्ड के दिशानिर्देशों के अनुसार नहीं था. इस पृष्ठभूमि में और हितधारकों से प्राप्त प्रतिक्रिया के आधार पर मामले को विषय विशेषज्ञों की एक समिति को भेजा गया था. इसकी सिफारिश के अनुसार, गद्यांश और उससे जुड़े प्रश्नों को छोड़ने का निर्णय लिया गया है.’ उन्होंने कहा, ‘इस सवाल के लिए सभी संबंधित छात्रों को पूरे अंक दिए जाएंगे. एकरूपता और समानता सुनिश्चित करने के लिए, प्रश्न पत्र के सभी सेट के नंबर एक के लिए छात्रों को पूर्ण अंक भी दिए जाएंगे.’ सोमवार को ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रश्न-पत्र में आए गद्यांश को महिला विरोधी बताते हुए बोर्ड और शिक्षा मंत्रालय से इस प्रश्न-पत्र को तत्काल वापस लेने और इस विषय पर माफी की मांग लोकसभा में की. सोनिया गांधी ने शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए कहा, ‘मैं सरकार का ध्यान गत 11 दिसंबर को सीबीएसई की दसवीं कक्षा की परीक्षा के एक प्रश्न-पत्र में आए एक अप्रिय और प्रतिगामी सोच वाले अपठित गद्यांश को लेकर देशभर में उपजे आक्रोश की ओर दिलाना चाहती हूं.’ सोनिया ने गद्यांश का उल्लेख करते हुए अंग्रेजी में उसके दो वाक्यों को भी उद्धृत किया, जिनके अनुसार ‘महिलाओं को स्वतंत्रता मिलना अनेक तरह की सामाजिक और पारिवारिक समस्याओं का प्रमुख कारण है’ और ‘पत्नियां अपने पतियों की बात नहीं सुनती हैं, जिसके कारण बच्चे और नौकर अनुशासनहीन होते हैं.’ I urge the Ministry of Education and CBSE to immediately withdraw this question, issue an apology and conduct a thorough review into this lapse to ensure this is never repeated again: Congress interim president Sonia Gandhi in Lok Sabha pic.twitter.com/pGoAuRYC4l — ANI (@ANI) December 13, 2021 कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी प्रश्न-पत्र पर आपत्ति जताई थी. प्रियंका ने रविवार को कहा, ‘अविश्वसनीय. क्या हम वास्तव में बच्चों को ऐसा निरर्थक ज्ञान दे रहे हैं? स्पष्ट रूप से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार महिलाओं संबंधी इन प्रतिगामी विचारों का समर्थन करती है, अन्यथा ये सीबीएसई पाठ्यक्रम में क्यों शामिल होंगे?’ सीबीएसई ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा था, ‘11 दिसंबर को आयोजित सीबीएसई की 10वीं की फर्स्ट-टर्म की परीक्षा के अंग्रेजी प्रश्नपत्र के एक सेट को लेकर कुछ अभिभावकों और छात्रों की मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली है, जिसमें कहा गया है कि यह परिवार के प्रति प्रतिगामी धारणाओं का समर्थन करती है और कथित तौर पर लैंगिक रूढ़िवादिता को बढ़ावा देती हैं.’ इसके बाद सीबीएसई ने इस मामले को विषय के विशेषज्ञों के पास भेज दिया. इससे पहले जब कई छात्रों और अभिभावकों ने सीबीएसई की 10वीं कक्षा के अंग्रेजी विषय की परीक्षा में कुछ ‘भ्रामक’ सवालों को लेकर सोशल मीडिया पर सवाल उठाए, तो बोर्ड ने दलील दी थी कि ये सवाल सही थे. सीबीएसई कक्षा 10 की अंग्रेजी परीक्षा का विवादित पेपर. (फोटो साभार: ट्विटर/@priyankagandhi) एक छात्र ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर कहा कि प्रश्न संख्या 13 और 14 में जवाबों के लिए केवल विकल्प थे, लेकिन सवाल नहीं थे. उन्होंने कहा, ‘जब मैंने निरीक्षक से इस त्रुटि के बारे में पूछा तो हमें सवालों को नजरअंदाज करने के लिए कहा गया.’ अन्य छात्रों और अभिभावकों ने सोशल मीडिया पर प्रश्न-पत्र की तस्वीरें साझा करते हुए उस हिस्से को रेखांकित किया, जो उनके अनुसार ‘भ्रामक’ था. बहरहाल, बोर्ड के इस मुद्दे पर अलग विचार थे. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने तब कहा था, ‘यह उल्लेखित किया जाता है कि दोनों प्रश्न सही थे और कोई दुविधा नहीं थी. अंश इस टिप्पणी से शुरू होता- ‘नीचे दिए अंश को पढ़िए और बाद में दिए गए सवालों के उत्तर दिए गए विकल्पों में सबसे उचित विकल्प का चयन करते हुए दीजिए या पंक्ति को पूरा करिए. प्रश्नों के उत्तर निर्देशों के तहत दिए जाने थे, न कि अलग से.’ इस महीने की शुरुआत में समाजशास्त्र के कक्षा 12 के पेपर में एक प्रश्न को लेकर नाराजगी के बाद सीबीएसई को माफी जारी करनी पड़ी थी. सवाल था, ‘गुजरात में 2002 में मुस्लिम विरोधी हिंसा का अभूतपूर्व स्तर और प्रसार किस सरकार के तहत हुआ था?’ गुजरात दंगे भारतीय जनता पार्टी के शासन में हुए. उस समय के वहां के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी थे, जो अब प्रधानमंत्री हैं. हालांकि, सीबीएसई ने बाद में यह स्पष्ट किए बिना कि गड़बड़ी क्या थी, इस प्रश्न को ‘त्रुटि’ (Error) के रूप में वर्णित किया था. (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196556/nagaland-civilian-killing-victims-families-demand-justice-refuse-compensation/,"नगालैंड गोलीबारी में जिन लोगों की मौत हुई उनके परिवारों ने मुआवज़ा ठुकराया, न्याय की मांग की","पीड़ित परिवारों ने एक बयान में कहा है कि भारतीय सशस्त्र बल के 21वें पैरा कमांडो के दोषियों को नागरिक संहिता के तहत न्याय के कटघरे में लाने और पूरे पूर्वात्तर क्षेत्र से सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (आफस्पा) को हटाने तक वे मुआवज़ा स्वीकार नहीं करेंगे. नगालैंड के मोन ज़िले में चार से पांच दिसंबर के दौरान एक असफल उग्रवाद विरोधी अभियान के दौरान सेना की गोलीबारी में कम से कम 14 नागरिकों की जान चली गई थी. नगालैंड के मोन जिले में सुरक्षा बलों के गोलीबारी मारे गए लेओंग कोन्याक के घर पर इकट्टा हुए ग्रामीण. (फोटो: पीटीआई) कोहिमा: नगालैंड के मोन जिले के ओटिंग गांव में सेना की कथित गोलीबारी में मारे गए 14 लोगों के परिवारवालों ने घटना में शामिल सुरक्षा कर्मियों को ‘न्याय के कटघरे’ में लाने तक कोई भी सरकारी मुआवजा लेने से इनकार कर दिया है. ओटिंग ग्राम परिषद ने एक बयान में कहा कि पांच दिसंबर को जब स्थानीय लोग गोलीबारी और उसके बाद हुई झड़प में मारे गए लोगों के अंतिम संस्कार की व्यवस्था कर रहे थे, तब राज्य के मंत्री पी. पाइवांग कोन्याक और जिले के उपायुक्त ने 18 लाख 30 हजार रुपये दिए. बयान में कहा गया कि पहले उन्हें लगा कि यह मंत्री ने सद्भावना के तौर पर दिए हैं, लेकिन बाद में पता चला कि यह मारे गए और घायलों के परिवारों के लिए राज्य सरकार की ओर से अनुग्रह राशि की एक किस्त थी. बयान में कहा गया, ‘ओटिंग ग्राम परिषद और पीड़ित परिवार, भारतीय सशस्त्र बल के 21वें पैरा कमांडो के दोषियों को नागरिक संहिता के तहत न्याय के कटघरे में लाने और पूरे पूर्वात्तर क्षेत्र से सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (आफस्पा) को हटाने तक इसे स्वीकार नहीं करेंगे.’ इस बयान को रविवार को जारी किए गया, जिस पर ग्राम परिषद के अध्यक्ष लोंगवांग कोन्याक, अंग (राजा) तहवांग, उप अंग चिंगवांग और मोंगनेई और न्यानेई के गांव बुराह (गांव के मुखिया) के हस्ताक्षर थे. नगालैंड के मोन ज़िले में चार से पांच दिसंबर के दौरान एक असफल उग्रवाद विरोधी अभियान के दौरान सेना की गोलीबारी में कम से कम 14 नागरिकों की जान चली गई थी. मालूम हो कि नगालैंड के मोन जिले के ओटिंग और तिरु गांवों के बीच यह घटना हुई. गोलीबारी की पहली घटना तब हुई जब चार दिसंबर की शाम कोयला खदान के कुछ मजदूर एक पिकअप वैन में सवार होकर घर लौट रहे थे. सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया है, जवानों को प्रतिबंधित संगठन नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड-के (एनएससीएन-के) के युंग ओंग धड़े के उग्रवादियों की गतिविधि की सूचना मिली थी और इसी गलतफहमी में इलाके में अभियान चला रहे सैन्यकर्मियों ने वाहन पर कथित रूप से गोलीबारी की, जिसमें छह मजदूरों की जान चली गई. अधिकारियों ने बताया कि जब मजदूर अपने घर नहीं पहुंचे तो स्थानीय युवक और ग्रामीण उनकी तलाश में निकले तथा इन लोगों ने सेना के वाहनों को घेर लिया. इस दौरान हुई धक्का-मुक्की व झड़प में एक सैनिक की मौत हो गई और सेना के वाहनों में आग लगा दी गई. इसके बाद सैनिकों द्वारा आत्मरक्षार्थ की गई गोलीबारी में सात और लोगों की जान चली गई. इस घटना के खिलाफ उग्र विरोध और दंगों का दौर अगले दिन पांच दिसंबर को भी जारी रहा और गुस्साई भीड़ ने कोन्याक यूनियन और असम राइफल्स कैंप के कार्यालयों में तोड़फोड़ की और उसके कुछ हिस्सों में आग लगा दी. सुरक्षा बलों द्वारा हमलावरों पर की गई जवाबी गोलीबारी में कम से कम एक और नागरिक की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए. इस घटना के बाद विभिन्न छात्र संगठन और राजनीतिक दल सेना को विशेष अधिकार देने वाले आफस्पा हटाने की मांग कर रहे हैं. नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) की सांसद अगाथा संगमा ने नगालैंड में यह मुद्दा बीते सात दिसंबर को लोकसभा में उठाया था और कहा था कि पूर्वोत्तर के राज्यों से सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (आफस्पा) हटाया जाना चाहिए. बीते छह दिसंबर को मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने भी आफस्पा को रद्द करने की मांग की थी. इसके अलावा नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने भी आफस्पा को निरस्त करने की मांग उठाई है. (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196549/jharkhand-govt-plans-law-against-mob-lynching/,"झारखंड: मॉब लिंचिंग के ख़िलाफ विधेयक लाने का प्रस्ताव, आजीवन कारावास और जुर्माने का प्रावधान","मॉब वायलेंस और मॉब लिंचिंग बिल, 2021 को झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पेश किए जाने की संभावना है, जो 16 दिसंबर से शुरू हो रहा है. इसके तहत दोषी पाए जाने पर जुर्माना और संपत्ति ज़ब्त किए जाने के अलावा तीन साल से आजीवन कारावास तक की सज़ा का प्रावधान है. इसके अलावा पीड़ितों के लिए प्रतिकूल माहौल बनाने के लिए जुर्माने और तीन साल तक की सज़ा का भी प्रावधान है. हेमंत सोरेन. (फोटो: पीटीआई) रांचीः झारखंड सरकार के 16 दिसंबर से शुरू हो रहे विधानसभा के शीतकालीन सत्र में एंटी लिंचिंग बिल 2021 को पेश करने की उम्मीद है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, विस्फोटक और गैर जिम्मेदाराना कंटेंट का प्रसार करने, केस के स्टेटस को लेकर जानकारी का प्रसार करने पर एफआईआर दर्ज करना, पीड़ितों को नि:शुल्क मेडिकल इलाज मुहैया कराना और पीड़ितों एवं प्रत्यक्षदर्शियों के लिए प्रतिकूल माहौल बनाने के लिए दंडित करना, प्रस्तावित बिल के प्रावधानों में से एक हैं. अंतिम रूप देने के बाद मॉब वायलेंस और मॉब लिंचिंग बिल, 2021 को राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पेश किए जाने की संभावना है, जो 16 दिसंबर से शुरू हो रहा है. मसौदा विधेयक के मुताबिक, इसका उद्देश्य संवैधानिक अधिकारों की प्रभावी सुरक्षा और भीड़ हिंसा को रोकना है. इस विधेयक के पारित होने पर झारखंड मॉब लिंचिंग के खिलाफ कानून लागू करने वाले राज्यों- पश्चिम बंगाल और राजस्थान की सूची में शामिल हो जाएगा. झारखंड में मॉब लिचिंग का मामला 2019 में उस समय राज्य में चर्चा में आया था, जब 24 साल के तबरेज अंसारी को चोरी के संदेह में सरायकेला खरसावां के धतकीडीह गांव में कथित तौर पर पोल से बांधकर भीड़ ने उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. इस घटना के वीडियो में भीड़ अंसारी से कथित तौर पर ‘जय श्रीराम’ और ‘जय हनुमान’ के नारे लगाने को मजबूर करती दिख रही थी. रिपोर्ट के अनुसार, उसी साल जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में कहा था कि वह इस घटना से आहत हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भीड़ हिंसा की घनटाओं की निंदा की थी. इस साल की शुरुआत में झारखंड मुक्ति मोर्चा की अगुवाई में सरकार ने हाईकोर्ट की फटकार के बाद इस तरह के मामलों से निपटने के लिए जिला स्तरीय समितियों के गठन करने का फैसला किया था. मसौदा विधेयक के तहत दोषी पाए जाने पर जुर्माना और संपत्ति जब्त किए जाने के अलावा तीन साल से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा का प्रावधान है. इसके अलावा पीड़ितों के लिए प्रतिकूल माहौल बनाने के लिए जुर्माने और तीन साल तक की सजा का भी प्रावधान है. इसमें पीड़ितों, उनके परिवार के सदस्यों, प्रत्यदक्षदर्शियों और पीड़ित एवं गवाहों को सहायता मुहैया कराने वाले किसी भी शख्स को धमकाने या उनके खिलाफ माहौल तैयार करना भी शामिल हैं. विधेयक में कहा गया है, इन घटनाओं में पीड़ित की मौत होने पर आजीवन कारावास और कम से कम 25 लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान है. इसके साथ ही आरोपियों की चल और अचल संपत्तियों को जब्त कर लिया जाएगा. साजिश या उकसाने का दोषी पाए जाने पर भी लिंचिंग के समान ही दंडित किया जाएगा. मसौदा कानून में भीड़ हिंसा और संभावित हिंसा को रोकने के लए पैटर्न की पहचान जैसे कदम उठाने के लिए पुलिस के कामों को भी सूचीबद्ध किया गया है. इस तरह की हिंसा के मामले दर्ज होने पर पुलिस को घटना की जांच को लेकर पीड़ित पक्ष को लिखित में सूचित करना होगा और संदिग्ध आरोपियों के नाम एफआईआर दर्ज होने के 30 दिनों के भीतर देने होंगे. विधेयक में कहा गया, ‘इस तरह के अपराधों के पीड़ितों को अदालती कार्यवाही का समय पर नोटिस मिलने का अधिकार है और जमानत, दोषसिद्धि, सजा जैसे मामलों के संबंध में किसी भी कार्यवाही की सुनवाई का भी हक है. सभी अस्पतालों को पीड़ितों को नि:शुल्क मेडिकल उपचार मुहैया कराना चाहिए और तुरंत पुलिस को इसकी सूचना देनी चाहिए. किसी भी अस्पताल में इलाज के लिए खर्च मुआवजा योजना के तहत होगा.’ ऐसा माना जा रहा है कि एक बार विधानसभा में विधेयक के पेश होने पर इसके आसानी से पारित होने की उम्मीद है क्योंकि झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन सरकार के पास झारखंड विधानसभा की 81 सीटों में से 49 सीटें हैं.",1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196578/kairana-exodus-rakesh-tikait-uttar-pradesh-election-communalism/,"कैराना पलायन सरकारी प्लान है, इसके बहकावे में मत आना: राकेश टिकैत","कृषि आंदोलन की सफलता को लेकर उत्तर प्रदेश के कैराना में आयोजित महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत ने उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के संदर्भ में लोगों से कहा कि वह कैराना पलायन जैसे मुद्दों से सतर्क रहें, क्योंकि यह उनके बीच में दरार पैदा करने की कोशिश है. राकेश टिकैत. (फाइल फोटो: पीटीआई) नई दिल्ली: भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत, जिनका संगठन केंद्र के खिलाफ चले 13 महीने लंबे कृषि विरोध प्रदर्शन का हिस्सा था, ने लोगों को साल 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों के दौरान शामली जिले में कैराना के लोगों के कथित पलायन के मामले को लेकर भाजपा के प्रयासों से प्रभावित नहीं होने की चेतावनी दी. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, उन्होंने बीते रविवार को कैराना में हुए महापंचायत में कहा, ‘कैराना पलायन सरकारी प्लान है, पलायन नहीं. इसके बहकावे में मत आयो.’ इस कार्यक्रम का आयोजन किसानों को धन्यवाद देने के लिए किया गया था, जिन्होंने तीन विवादास्पद केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में एक साल से भी अधिक समय तक प्रदर्शन किया, जिसके कारण सरकार को इन कानूनों को वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जैसे भाजपा नेताओं ने हाल की जनसभाओं के दौरान कैराना से कथित पलायन का मुद्दा उठाया था. इस महीने की शुरुआत में सहारनपुर में एक रैली में दोनों ने इस मामले को उठाया और शाह ने कहा था कि साल 2017 के राज्य चुनावों में उन्होंने इस क्षेत्र के लोगों को आश्वासन दिया था कि अगर भाजपा सत्ता में आती है तो ‘आपके पलायन के लिए जिम्मेदार लोगों को’ यूपी से बाहर निकलेंगे. नवंबर महीने में शामली के जिला मजिस्ट्रेट ने वर्ष 2013-14 में कैराना से कथित रूप से बाहर निकाले गए लोगों की सूची तैयार करने का आदेश दिया था. आदित्यनाथ द्वारा कथित रूप से प्रभावित परिवारों का दौरा करने और उन्हें मुआवजे और सुरक्षा का वादा करने के एक हफ्ते बाद यह आदेश जारी किया गया था. साल 2016 में भाजपा के पूर्व सांसद हुकुम सिंह ने दावा किया था कि अपराधियों की धमकियों के कारण करीब 350 हिंदुओं को शहर छोड़ना पड़ा था. उस समय शामली जिला प्रशासन ने एक सर्वेक्षण कराया था, जिसमें यह पाया गया कि कथित जबरन वसूली की धमकी मिलने के बाद केवल तीन परिवार शहर को छोड़ कर गए थे. इसी संदर्भ में बीते 12 दिसंबर को अपने भाषण में महापंचायत में टिकैत ने लोगों से कहा कि वह कैराना जैसे मुद्दों से सतर्क रहें, क्योंकि यह उनके बीच में दरार पैदा करने की कोशिश है. उन्होंने जनता से रोजगार और उनकी आजीविका जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया. किसान नेता ने कहा, ‘हजारों लोग प्रतिदिन कैराना और आसपास के शहरों से कमाने के लिए हरियाणा के पानीपत जाते हैं और रात में अपने गृह राज्य वापस आ जाते हैं. सरकार इस क्षेत्र में उद्योग क्यों नहीं लगाती, ताकि इन लोगों को रोजाना राज्य की सीमा पार न करनी पड़े.’ टिकैत ने कहा कि 13 महीनों के दौरान किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन किया, जो कि भविष्य में जरूरत पड़ने पर सरकार के खिलाफ इस तरह के गतिरोध के लिए उन्हें तैयार करने के लिए एक तरह का प्रशिक्षण था. टिकैत ने कहा, ‘हमारा आंदोलन समाप्त हो गया है, लेकिन लड़ाई जारी है और सरकार (यूपी) के पास अभी भी आदर्श आचार संहिता लागू होने में कम से कम दो महीने का समय है. सरकार के पास फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य, गन्ने के दाम बढ़ाने और बिजली की कम दरों पर कानून लाने के लिए पर्याप्त समय है. हम इस अवधि के दौरान किसी भी प्रकार के विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं होंगे, लेकिन केवल लोगों को विवादास्पद कृषि कानूनों को निरस्त करने के बाद सरकार द्वारा उनके कल्याण के लिए किए जा रहे उपायों के बारे में बताएंगे.’ भाकियू नेता ने कहा कि किसी को भी संदेह नहीं होना चाहिए कि नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ किसानों का विरोध सफल रहा है.",1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196576/ram-temple-movement-bigger-than-freedom-struggle-vhp/,स्वतंत्रता संग्राम से भी बड़ा था राम मंदिर आंदोलनः विश्व हिंदू परिषद,"विहिप के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा कि 1947 में देश को राजनीतिक आज़ादी मिली पर राम मंदिर आंदोलन के ज़रिये धार्मिक और सांस्कृतिक स्वतंत्रता मिली. जैन ने यह भी कहा कि चंदा अभियान ने पूरे देश को साथ लाकर बताया कि राम ही देश को एकजुट कर सकते हैं. धर्मनिरपेक्ष राजनीति ने सिर्फ देश को बांटा ही है. (फोटो: पीटीआई) नई दिल्लीः विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने रविवार को एक अप्रत्यशित बयान में कहा कि राम मंदिर आंदोलन स्वतंत्रता संग्राम से भी बड़ा है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, विहिप की ओर से जारी बयान में जैन के हवाले से कहा गया है कि 1947 में भारत को राजनीतिक स्वतंत्रता मिली लेकिन राम मंदिर आंदोलन के जरिये हमें हमारी धार्मिक और सांस्कृतिक स्वतंत्रता मिली. यह स्वतंत्रता संग्राम से भी बड़ा आंदोलन था. उन्होंने दावा किया कि राम मंदिर ने ‘रामराज्य के युग की यात्रा शुरू की और मंदिर के निर्माण के बाद भारत का भाग्य बेहतर’ होगा. जैन ने कहा, ‘मौजूदा सदी राम की है. चंदा अभियान पूरे देश को एकजुट करने का सेतु बन गया. इससे सिद्ध होता है कि सिर्फ राम ही देश को एकजुट कर सकते हैं. धर्मनिरपेक्ष राजनीति ने देश को सिर्फ विभाजित ही किया है.’ इस बीच ‘सब के राम’ शीर्षक से एक किताब के विमोचन के मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संयुक्त महासचिव अरुण कुमार ने रविवार को कहा कि राम मंदिर आंदोलन ने ‘हिंदू समाज को जागृत किया है और यह हिंदुओं के लिए आत्म-अनुभूति का क्षण’ बन गया. इस कार्यक्रम का आयोजन विहिप ने किया था. विहिप के बयान में कुमार के हवाले से कहा गया, ‘जो लोग कह रहे थे कि हिंदुत्व की भावनाएं समाप्त हो रही हैं, उनकी शंकाओं का जवाब राम मंदिर के लिए मिल रहे चंदे से मिल गया है. राम मंदिर आंदोलन हिंदू समाज का आत्म-अनुभूति है. इसने हिंदू समाज को जगाया है. यह आंदोलन प्रतिक्रिया का परिणाम नहीं बल्कि हिंदुओं की प्रतिबद्धता का परिणाम था.’ उन्होंने कहा, ‘हमारा सपना सौहार्दपूण समाज का है. हमारी सहनशीलता हमारी कायरता की वजह से नहीं बल्कि हमारे साहस और उद्यम की वजह से है.’ उल्लेखनीय है कि नब्बे के दशक में राम मंदिर आंदोलन की शुआत के बाद साल 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद को ढहा दिया गया था. साल 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने हिंदुओं के पक्ष में फैसला सुनाते हुए उन्हें विवादित भूमि का स्वामित्व सौंपा और मुस्लिम पक्षकारों को अन्य स्थान पर भूमि दिए जाने का निर्देश दिया। इसके बाद बाबरी मस्जिद ढहाए जाने के आरोपियों को बरी कर दिया गया था. रामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्रे ट्रस्ट द्वारा किए जा रहे राम मंदिर का निर्माण अभी अंतिम चरण में हैं. इसे 2024 के लोकसभा चुनावों से ठीक पहले दिसंबर 2023 में जनता के लिए खोले जाने की उम्मीद है.",1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196509/cant-talk-about-smart-city-project-2-jammu-kashmir-journalists-assaulted-by-bjp-leader/,जम्मू कश्मीर: भाजपा नेता पर दो पत्रकारों से मारपीट का आरोप,"जम्मू कश्मीर में कठुआ के रामकोट इलाके का मामला. भाजपा नेता नारायण दत्त त्रिपाठी पर दो पत्रकारों से मारपीट का आरोप है. यह घटना नौ दिसंबर को उस समय हुई, जब दैनिक शिव टाइम्स के पत्रकार कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री डॉ. मनोहर लाल शर्मा का साक्षात्कार ले रहे थे. अख़बार के कार्यकारी संपादक ने बताया कि इस संबंध में एक केस दर्ज कराया गया है, लेकिन पुलिस ने भाजपा नेता के ख़िलाफ़ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है. जम्मू-कश्मीर के पूर्व उप-मुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह के साथ आरोपी भाजपा नेता नारायण दत्त त्रिपाठी (बाएं). (फोटो साभार: फेसबुक) श्रीनगरः जम्मू कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह से संबंध रखने वाले भाजपा के एक नेता द्वारा कथित तौर पर नौ दिसंबर को कठुआ में एक पत्रकार के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है. इस दौरान पत्रकार की महिला सहयोगी से भी दुर्व्यवहार किया गया. आरोपी भाजपा नेता नारायण दत्त त्रिपाठी कठुआ के जिला विकास परिषद के सदस्य हैं. आरोपी भाजपा नेता त्रिपाठी को कथित तौर पर पत्रकारों पर हमले से पहले दो अन्य लोगों के साथ अपनी एसयूवी महिंद्रा स्कॉर्पियो से बाहर निकलते हुए कैमरे में देखा जा सकता है. यह घटना नौ दिसंबर को कठुआ के रामकोट इलाके में उस समय हुई, जब पत्रकार डिंपल वर्मा कांग्रेस नेता और जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मंत्री डॉ. मनोहर लाल शर्मा का साक्षात्कार ले रहे थे. इस दौरान उनकी महिला सहयोगी कैमरापर्सन मीनू वर्मा भी उनके साथ थीं. ये दोनों जम्मू के हिंदी अखबार दैनिक शिव टाइम्स में काम करते हैं. पत्रकार डिंपल वर्मा. (फोटो: Special Arrangement) द वायर से बातचीत में डिंपल ने कहा, ‘वह जम्मू एवं कश्मीर में विकास और जम्मू स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की स्थिति को लेकर भाजपा नेताओं के दावों को लेकर जम्मू में कांग्रेस के एक शीर्ष नेता डॉ. मनोहर लाल शर्मा का साक्षात्कार ले रहे थे कि तभी भाजपा नेता त्रिपाठी अपने दो सहयोगियों के साथ वहां पहुंच गए.’ डिंपल ने बताया, ‘पहले उन्होंने मीनू से कैमरा छीन लिया. उसके बाद बिना यह महसूस किए कि कैमरा तब भी चल रहा था, वह मेरी तरफ मुड़े और मुझे बेरहमी से लात और घूंसे मारने लगे. मैं उनसे कहता रहा कि मैं सिर्फ अपना काम कर रहा हूं.’ जम्मू एवं कश्मीर की पूर्ववर्ती पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी-भाजपा सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2015 में शुरू की गई स्मार्ट सिटीज योजना के तहत जम्मू और श्रीनगर शहरों का चुनाव किया गया था और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से इस योजना के तहत इन दोनों राजधानियों के कायापलट को एक अद्भुत उपलब्धि के तौर पर प्रोजेक्ट करने की उम्मीद कर रहे हैं. अधिकारियों के मुताबिक, इस योजना के तहत जम्मू एवं कश्मीर की राजधानियों (जम्मू और श्रीनगर) के लिए मेट्रो रेल प्रोजेक्ट जैसे काम कई कारणों से पिछड़ रहे हैं. पत्रकार ने संकेत देते हुए कहा कि उनका किसी भी पार्टी को लेकर पूर्वाग्रह नहीं है. उन्होंने कहा कि भाजपा नेता को पूर्व में कई अवसरों पर उनके अखबार और डिजिटल पेज पर जगह दी गई है. उन्होंने कहा, ‘चाहे भाजपा हो या कांग्रेस, हमारे अखबार ने सरकारों द्वारा किए गए अच्छे कामों को कवर किया है, लेकिन लगता है कि भाजपा को अब सच्चाई रास नहीं आती, इसलिए वे इसका अपराधीकरण करने में जुटे हैं.’ सामने आए इस वीडियो में भाजपा नेता नारायण दत्त त्रिपाठी को पत्रकार से मारपीट करते हुए यह चिल्लाते हुए सुना जा सकता है, ‘क्या स्मार्ट सिटी? आप स्मार्ट सिटी के बारे में बात नहीं कर सकते.’ डिंपल ने कहा कि मारपीट के समय त्रिपाठी कैमरा पकड़े हुए थे, जो उन्होंने मेरी सहयोगी से छीना था. इस वजह से कथित तौर पर मारपीट करते वक्त भाजपा नेता की सिर्फ आवाज सुनाई दे रही है. कई प्रयासों के बावजूद जम्मू एवं कश्मीर भाजपा के अध्यक्ष रविंद्र रैना और पूर्व उप-मुख्यमंत्री निर्मल सिंह (जम्मू में जमीन हड़पने मामले में आरोपी) से इस मामले पर टिप्पणी नहीं मिल सकी. द वायर ने त्रिपाठी से भी इस पर प्रतिक्रिया जाननी चाही, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका. दैनिक शिव टाइम्स के कार्यकारी संपादक अक्षित महाजन ने द वायर को बताया, ‘अखबार ने बिलावर पुलिस स्टेशन में इस मारपीट को लेकर शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन अभी तक आरोपी भाजपा नेता के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. पुलिस ने हमें बताया था कि जब भी कोई कार्रवाई की जाएगी, हमें सूचित किया जाएगा लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ.’ जम्मू में इस घटना के विरोध में 10 और 11 दिसंबर को कुछ पत्रकारों ने प्रदर्शन करते हुए उनके सहयोगियों के साथ मारपीट को लेकर भाजपा नेता के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी. जम्मू कश्मीर में सार्वजनिक मुद्दों पर बात करना अपराध कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि उन्होंने भाजपा नेता के खिलाफ शिकायत के लिए पुलिस से संपर्क किया था. कांग्रेस नेता का आरोप है कि भाजपा नेता ने उन्हें पत्रकार से बात करने से रोकने का प्रयास करते हुए पूर्व मंत्री डॉ. मनोहर लाल शर्मा के साथ भी दुर्व्यवहार किया था. कांग्रेस नेता ने पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा, ‘यह सिर्फ सुरक्षाकर्मियों की वजह से था कि स्थिति हाथ से नहीं निकली, वरना भगवान को ही पता है कि क्या होता. यह दुखद है कि भाजपा एक पूर्व मंत्री को भी जम्मू एवं कश्मीर के मुद्दों के बारे में बात नहीं करने दे रही.’ पीड़ित पत्रकार ने दी भूख हड़ताल की चेतावनी कठुआ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरसी कोतवाल ने द वायर को बताया कि पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. उन्होंने कहा, ‘हमने मामले की जांच के लिए एसडीपीओ बिलावर की अध्यक्षता में टीम गठित की है. एक बार रिपोर्ट मिलने पर हम आगे की कार्रवाई पर फैसला करेंगे.’ पुलिस सूत्रों का कहना है कि भाजपा नेता ने पुलिस के समक्ष कहा है कि पत्रकार ने उनसे मारपीट की. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘हम मामले के संबंध में सभी चीजों की जांच कर रहे हैं. दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी.’ भाजपा नेता के आरोपों से इनकार करते हुए डिंपल ने कहा कि उसके पास वीडियो फुटेज है, जिससे साबित होता है कि भाजपा नेता ने उनसे मारपीट की. उन्होंने कहा, ‘वहां हम दो ही थे. हम उनसे मारपीट कैसे कर सकते हैं? पुलिस को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए अन्यथा मैं भूख हड़ताल करूंगा.’ (इस रिपोर्ट को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)",1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196543/minister-jitendra-singh-states-that-withdraw-consent-cbi-probe-should-rethink/,सीबीआई जांच को लेकर आम सहमति वापस लेने वाले राज्य पुनर्विचार करें: मंत्री जितेंद्र सिंह,"कार्मिक मामलों के राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि राज्य सरकारों को स्पष्ट करना चाहिए कि वे सीबीआई पर भरोसा करती हैं या नहीं, क्या वे चुनिंदा तरीके से एजेंसी पर भरोसा करती हैं और उनके अनुरूप मामले को लेकर ही चुनिंदा सहमति देना जारी रखे हुए हैं. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह (फोटो: पीटीआई) नई दिल्ली: कार्मिक मामलों के राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने बीते रविवार को कहा कि राज्य सरकारों को स्पष्ट करना चाहिए कि वे सीबीआई पर भरोसा करती हैं या नहीं, क्योंकि वे अपने न्यायाधिकार क्षेत्र में एजेंसी के कार्य करने की सहमति को वापस ले रही हैं लेकिन जनदबाव में चुनिंदा मामलों की जांच सीबीआई को भेज रही हैं. मंत्री ने इस मौके पर सीबीआई के 47 अधिकारियों को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया. उत्तर प्रदेश के हाथरस बलात्कार और हिमाचल प्रदेश के गुड़िया रेप मामले की जांच करने वाली सीबीआई की उपाधीक्षक सीमा पाहुजा को बेहतरीन जांच अधिकारी का स्वर्ण पदक मंत्री ने प्रदान किया. ‘अलंकरण समारोह’ को संबोधित करते हुए कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मामलों के राज्यमंत्री ने राज्यों द्वारा सीबीआई को मामलों की जांच के लिए दी गई आम सहमति को वापस लेने पर चिंता जताई. साथ ही कहा कि लेकिन उन्हें (राज्यों को) जहां उपयुक्त लगता है वहां वे चुनिंदा मामलों की जांच के लिए सहमति देने के विशेषाधिकार पर कायम हैं. सिंह ने राजनीतिक वर्ग, समाज और राष्ट्र के स्तर पर विस्तृत आत्मचिंतन का आह्वान करते हुए सवाल किया कि क्या कि इस तरह का व्यवहार उचित है. उन्होंने कहा कि राज्यों को स्पष्ट करना चाहिए कि वे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) पर भरोसा करती हैं या नहीं, क्या वे चुनिंदा तरीके से एजेंसी भरोसा पर करती हैं और जो उनके अनुरूप मामले होते हैं उन पर चुनिंदा सहमति देना जारी रखे हुए हैं. दरअसल सीबीआई ‘दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना अधिनियम’ द्वारा शासित है. सीबीआई इस अधिनियम की धारा छह के तहत काम करती है. सीबीआई और राज्यों के बीच सामान्य सहमति होती है, जिसके तहत सीबीआई अपना काम विभिन्न राज्यों में करती है, लेकिन अगर राज्य सरकार सामान्य सहमति को रद्द कर दे, तो सीबीआई को उस राज्य में जांच या छापेमारी करने से पहले राज्य सरकार से अनुमति लेनी होगी. चूंकि सीबीआई के पास केवल केंद्र सरकार के विभागों और कर्मचारियों पर अधिकार क्षेत्र है, यह राज्य सरकार के कर्मचारियों या किसी राज्य में हिंसक अपराध से संबंधित मामले की जांच तभी कर सकती है जब संबंधित सरकार इसकी सहमति देती है. हालांकि, उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय द्वारा एजेंसी को सौंपे गए मामलों की जांच के लिए इस सहमति की जरूरत नहीं होती है. राज्य सरकारों को आम सहमति वापस लेने के अपने फैसले पर ‘ पुनर्विचार’ करने का आह्वान करते हुए सिंह ने कहा कि राज्य सरकारों द्वारा जनदबाव में मामलों को सीबीआई जांच की अनुशंसा करना जारी है, जो इंगित करता है कि लोगों का इस एजेंसी में बहुत भरोसा है. उन्होंने कहा, ‘इसी प्रकार, कई मौकों पर न्यायपालिका द्वारा भी जटिल और महत्वपूर्ण मामलों की जांच सीबीआई को दी गई है.’ इस कार्यक्रम में मुख्य सतर्कता आयुक्त सुरेश एन. पटेल और सचिव (कार्मिक) प्रदीप कुमार त्रिपाठी भी शामिल हुए. मालूम हो कि अब तक आठ राज्यों ने सीबीआई को दी गई आम सहमति वापस ले ली है. उनका आरोप है कि पिछले कुछ सालों में सीबीआई का इस्तेमाल विपक्षी दलों के नेताओं को निशाना बनाने के लिए किया जा रहा है. सीबीआई ने अपने एक बयान में कहा कि सीबीआई निदेशक सुबोध जायसवाल ने एजेंसी के लिए ‘विजन 75’ की व्याख्या करते हुए कहा है कि इसने आधुनिकीकरण, क्षमताओं के उन्नयन, जांच और सतर्कता के लिए उच्च मानक स्थापित करने और नए युग के अपराध से निपटने के लिए अत्याधुनिक क्षमताओं का लाभ उठाने की एक व्यापक आंतरिक प्रक्रिया शुरू की है. उन्होंने कहा कि सीबीआई ने ऐसी 75 चीजों की पहचान की है, जिन्हें हतोत्साहित करने की जरूरत है ताकि संगठन की दक्षता को बढ़ाया जा सके. सीबीआई ने अपने निदेशक का हवाला देते हुए कहा, ‘दुनिया भर में न केवल अपराधियों पर मुकदमा चलाने पर बल्कि अपराध की आय की वसूली पर भी जोर दिया जा रहा है. इसके लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा नई क्षमताओं से लैस होने और मौजूदा मानक संचालन प्रक्रियाओं की समीक्षा करने की भी आवश्यकता है. हमारा मानना है कि आज की समस्याओं को कल के कौशल और ज्ञान का उपयोग करके हल नहीं किया जा सकता है.’ सरकार द्वारा सीबीआई और ईडी निदेशकों के कार्यकाल को पांच साल तक बढ़ाने के विवाद की पृष्ठभूमि में सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार सीबीआई और अन्य सभी जांच संस्थानों की स्वतंत्रता और स्वायत्तता को बनाए रखने और इसे मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार की प्रतिबद्धता शासन में अधिक पारदर्शिता, अधिक नागरिक केंद्रितता और अधिक जवाबदेही लाने की है और उच्च स्थानों पर भ्रष्टाचार की जांच करने के लिए देश में लोकपाल जैसी संस्था का गठन करना इसी दिशा में संकेत करता है. (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196542/congress-leader-digvijay-singh-invites-kamra-and-farooqui-to-organize-their-program-in-bhopal/,दिग्विजय सिंह ने कुणाल कामरा और मुनव्वर फ़ारूक़ी को कार्यक्रम आयोजित करने के लिए न्योता दिया,"स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा और मुनव्वर फ़ारूक़ी को अपने बेंगलुरु में किए जाने वाले कार्यक्रमों को अनुमति न मिलने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने इन दोनों कलाकारों को अपने हास्य कार्यक्रम भाजपा शासित मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित करने के लिए न्योता दिया है. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह. (फोटो: पीटीआई) भोपाल: स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा और मुनव्वर फारूकी को अपने बेंगलुरु में किए जाने वाले कार्यक्रमों को अनुमति न मिलने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने इन दोनों कलाकारों को अपने हास्य कार्यक्रम भाजपा शासित मध्य प्रदेश के भोपाल में आयोजित करने के लिए सोमवार को न्योता दिया. दिग्विजय ने ट्वीट किया, ‘मैं कुणाल तुम्हारे और मुनव्वर के लिए भोपाल में कार्यक्रम आयोजित करता हूं. सारी जिम्मेदारी मेरी होगी. शर्त एक होगी, हास्य का विषय केवल दिग्विजय सिंह होगा.’ उन्होंने आगे लिखा, ‘इसमें तो संघियों को ऐतराज नहीं होना चाहिए. आओ डरो मत. अपनी सुविधानुसार तारीख एवं समय दो. तुम्हारी सभी शर्तें मंजूर हैं.’ अपने इस ट्वीट के साथ राज्यसभा सदस्य दिग्विजय ने कामरा से जुड़े एक समाचार के लेख को भी साझा किया है. गौरतलब है कि इस साल की शुरुआत में फारूकी पर इंदौर में भाजपा विधायक के बेटे की शिकायत के आधार पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगा था और कथित तौर पर आपत्तिजनक शो से पहले उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था. भाजपा नेता के बेटे ने दावा किया था कि उन्होंने इंदौर में फारूकी को उनके शो की रिहर्सल के दौरान हिंदू देवताओं और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बारे में कथित तौर पर अभद्र बातें करते सुना था, लेकिन अपने इस दावे को लेकर वह कोई साक्ष्य पेश नहीं कर सके थे. इस मामले में फारूकी और अन्य को एक महीने तक जेल में रहना पड़ा था और बाद में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी थी. इससे पहले मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने उनकी जमानत याचिकाएं दो बार यह कहकर खारिज कर दी थी कि इस तरह के लोगों को बख्शा नहीं जाना चाहिए. फारूकी के जेल जाने को लेकर न्याय से भटकना, उनके बुनियादी अधिकारों का हनन और उनकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को रौंदने के तौर पर व्यापक निंदा की गई थी. यहां तक कि अन्य देशों में भी इसे लेकर रोष देखने को मिला था. नवंबर के मध्य में दक्षिणपंथी समूहों की धमकियों के बाद फारूकी के गोवा में होने वाले दो सोल्ड-आउट शो रद्द कर दिए गए थे. दरअसल इन दक्षिणपंथी समूहों ने धमकी दी थी कि अगर ये शो आयोजित किए जाते हैं तो वे खुद को आग लगा लेंगे. इससे पहले छत्तीसगढ़ में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल द्वारा स्थानीय प्रशासन को शो के लिए मंजूरी दिए जाने पर प्रदर्शन की धमकियों के बाद उनके शो रद्द कर दिए गए थे. उससे पहले मुंबई में फारूकी के दो शो बजरंग दल के सदस्यों द्वारा आयोजन स्थल को नुकसान पहुंचाने की धमकियों के बाद रद्द कर दिए गए थे. हाल ही में 17 से 19 दिसंबर को गुड़गांव में होने वाले कॉमेडी शो से मुनव्वर फारूकी को हटा दिया गया था. शो के आयोजकों का कहना था कि उन्हें शो में बाधा पहुंचाने वाले धमकी भरे फोन कॉल आ रहे थे, जिसके बाद उन्होंने यह फैसला किया. वहीं, भाजपा के एक नेता ने भी फारूकी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. स्टैडअप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी का बीते दो महीने में 13वां शो था, जिसे रद्द किया गया है. बीते नवंबर महीने में मुनव्वर फारूकी के भी बेंगलुरू शो को रद्द किया गया था और तब उनका शो रद्द करवाने के लिए दबाव डालने पर बेंगलुरु पुलिस की खासी आलोचना हुई थी. इसके बाद इस महीने की शुरुआत में कॉमेडियन कुणाल कामरा के भी बेंगलुरु में होने जा रहे शो को रद्द कर दिया गया था. केंद्र सरकार की नीतियों और उनकी असहिष्णुता के मुखर आलोचक रहे कामरा लंबे समय से भाजपा और उनके समर्थकों के निशाने पर रहे हैं. बता दें कि कामरा के व्यंग्यपूर्ण ट्वीट की वजह से उन्हें सुप्रीम कोर्ट की अवमाना के आरोपों का भी सामना करना पड़ा है. इससे पहले इंडिगो, स्पाइजेट, गोएयर, एयर इंडिया और विस्तारा ने कारमा द्वारा एक वीडियो शेयर करने के बाद उन पर छह महीने का यात्रा प्रतिबंध लगा दिया था. दरअसल इस वीडियो में कामरा को पत्रकार अर्णब गोस्वामी के साथ एकतरफा बातचीत करते दिखाया गया है. तब केंद्रीय उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अन्य एयरलाइनों को भी उन पर प्रतिबंध लगाने के लिए विवादास्पद सलाह जारी की थी.",1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196524/cbse-question-paper-embroiled-in-controversy-over-allegations-of-gender-stereotyping/,"महिला विरोधी अंश पर सीबीएसई अंग्रेज़ी का पेपर विवादों में, सोनिया गांधी की सरकार से माफ़ी की मांग","केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं कक्षा के अंग्रेज़ी पेपर में ‘महिलाओं की मुक्ति ने बच्चों पर माता-पिता के अधिकार को समाप्त कर दिया’ और ‘अपने पति के तौर-तरीके को स्वीकार करके ही एक मां अपने से छोटों से सम्मान पा सकती है’, जैसे वाक्यों के उपयोग को लेकर आपत्ति जताई गई है. (प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई) नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं कक्षा के अंग्रेजी के प्रश्न-पत्र के कुछ अंशों में ‘लैंगिक रूढ़िवादिता’ को कथित तौर पर बढ़ावा दिए जाने और ‘प्रतिगामी धारणाओं’ (पीछे ले जाने वाले विचार) का समर्थन करने संबंधी आरोपों के बाद विवाद खड़ा हो गया है. इसके चलते बोर्ड ने रविवार को इस मामले को विषय के विशेषज्ञों के पास भेज दिया. इस मामले को लेकर उठा विवाद लोकसभा में भी पहुंच गया. सोमवार को सदन में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सरकार से सीबीएसई के प्रश्न-पत्र में महिला.विरोधी गद्यांश को लेकर माफी मांगने की मांग की. बीते 11 दिसंबर को आयोजित 10वीं कक्षा के अंग्रेजी के प्रश्न-पत्र में ‘महिलाओं की मुक्ति ने बच्चों पर माता-पिता के अधिकार को समाप्त कर दिया’ और ‘अपने पति के तौर-तरीके को स्वीकार करके ही एक मां अपने से छोटों से सम्मान पा सकती है’ जैसे वाक्यों के उपयोग को लेकर आपत्ति जताई गई है. प्रश्न-पत्र के ऐसे अंश सोशल मीडिया पर वायरल हो गए. इन्हें लेकर ट्विटर पर लोग सीबीएसई पर निशाना साध रहे हैं और उपयोगकर्ता हैशटैग ‘CBSE Insults Women’ (सीबीएसई ने महिलाओं का अपमान किया) का समर्थन करने का आह्वान करते दिखाई दिए. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी प्रश्न-पत्र पर आपत्ति जताते हुए ट्विटर का सहारा लिया. उन्होंने कहा, ‘अविश्वसनीय! क्या हम वास्तव में बच्चों को ऐसा निरर्थक ज्ञान दे रहे हैं? स्पष्ट रूप से भाजपा सरकार महिलाओं संबंधी इन पिछले ले जाने वाले विचारों का समर्थन करती है, अन्यथा ये सीबीएसई पाठ्यक्रम में क्यों शामिल होंगे?’ समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता लक्ष्मी रामचंद्रन ने कहा, ‘यह अपमानजनक रूप से निरर्थक ज्ञान आज 10वीं के सीबीएसई परीक्षा के पेपर में दिखाई दिया. हम अपने बच्चों को क्या सिखा रहे हैं? सीबीएसई को स्पष्टीकरण देना होगा और इसके साथ ही हमारे बच्चों को भड़काने के लिए माफी मांगनी होगी. ’ एक अन्य ट्विटर यूजर ने कहा, ‘कक्षा 10वीं सीबीएसई अंग्रेजी का पेपर आज कहता है कि बच्चों और नौकरों को उनकी जगह सिखाई जानी चाहिए और महिलाओं ने कुछ स्वतंत्रता हासिल करके बच्चों पर माता-पिता के अधिकार को नष्ट कर दिया. सीबीएसई में का पेपर बनाने वाले ये बेवकूफ कौन हैं.’ ‘महिला-विरोधी’ गद्यांश पर सरकार से माफी की सोनिया गांधी ने मांग की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की परीक्षा के एक प्रश्न-पत्र में आए गद्यांश (पैरा) को महिला विरोधी बताते हुए बोर्ड और शिक्षा मंत्रालय से इस प्रश्न-पत्र को तत्काल वापस लेने और इस विषय पर माफी की मांग सोमवार को लोकसभा में की. सोनिया गांधी ने शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए कहा, ‘मैं सरकार का ध्यान गत 11 दिसंबर को सीबीएसई की 10वीं कक्षा की परीक्षा के एक प्रश्न-पत्र में आए एक अप्रिय और प्रतिगामी सोच वाले अपठित गद्यांश को लेकर देशभर में उपजे आक्रोश की ओर दिलाना चाहती हूं.’ उन्होंने गद्यांश का उल्लेख करते हुए अंग्रेजी में उसके दो वाक्यों को भी उद्धृत किया जिनमें लिखा है, ‘महिलाओं को स्वतंत्रता मिलना अनेक तरह की सामाजिक और पारिवारिक समस्याओं का प्रमुख कारण है.’ और ‘पत्नियां अपने पतियों की बात नहीं सुनती हैं, जिसके कारण बच्चे और नौकर अनुशासनहीन होते हैं.’ कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि पूरे गद्यांश में इसी तरह के निंदनीय विचार हैं और नीचे पूछे गए प्रश्न भी उतने ही संवेदनाहीन हैं. उन्होंने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि यह शिक्षा के मानकों और परीक्षण में खराब स्तर को दर्शाता है और सशक्त तथा प्रगतिशील समाज के खिलाफ है. सोनिया गांधी ने कहा कि शिक्षा मंत्रालय और सीबीएसई को इस मामले में माफी मांगनी चाहिए और उक्त प्रश्न-पत्र को तत्काल वापस लिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि संपूर्ण समीक्षा की जाए ताकि भविष्य में ऐसा कभी नहीं हो. कांग्रेस अध्यक्ष ने शिक्षा मंत्रालय से पाठ्यक्रम में लैंगिक समानता के मानकों की भी समीक्षा करने की मांग की. इसके बाद कांग्रेस सदस्यों ने सदन में सरकार से इस विषय पर जवाब की मांग की, हालांकि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस मांग को खारिज करते हुए कहा कि वह कोई नई परंपरा शुरू नहीं कर सकते. छात्रों, अभिभावकों ने सीबीएसई की 10वीं की अंग्रेजी परीक्षा में कुछ प्रश्नों को ‘भ्रामक’ बताया कई छात्रों और अभिभावकों ने सीबीएसई की 10वीं कक्षा के अंग्रेजी विषय की परीक्षा में कुछ ‘भ्रामक’ सवालों को लेकर सोशल मीडिया पर सवाल उठाए, लेकिन बोर्ड ने कहा कि ये सही थे. एक छात्र ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर कहा कि प्रश्न संख्या 13 और 14 में जवाबों के लिए केवल विकल्प थे, लेकिन सवाल नहीं थे. उन्होंने कहा, ‘जब मैंने निरीक्षक से इस त्रुटि के बारे में पूछा तो हमें सवालों को नजरअंदाज करने के लिए कहा गया.’ अन्य छात्रों और अभिभावकों ने सोशल मीडिया पर प्रश्न पत्र की तस्वीरें साझा करते हुए उस हिस्से को रेखांकित किया, जो उनके अनुसार ‘भ्रामक’ था. बहरहाल, बोर्ड के इस मुद्दे पर अलग विचार थे. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने एक बयान में कहा, ‘यह उल्लेखित किया जाता है कि दोनों प्रश्न सही थे और कोई दुविधा नहीं थी. अंश इस टिप्पणी से शुरू होता- ‘नीचे दिए अंश को पढ़िए और बाद में दिए गए सवालों के उत्तर दिए गए विकल्पों में सबसे उचित विकल्प का चयन करते हुए दीजिए या पंक्ति को पूरा करिए. प्रश्नों के उत्तर निर्देशों के तहत दिए जाने थे, न कि अलग से.’ समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, रविवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने एक बयान जारी कर कहा, ‘कल (11 दिसंबर) आयोजित सीबीएसई कक्षा 10वीं के प्रथम सत्र की परीक्षा के अंग्रेजी पेपर के एक सेट के संबंध में कुछ अभिभावकों और छात्रों की मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली है, जिसमें कहा गया है कि ‘ऐसा लगता है कि यह प्रतिगामी विचारों और कथित तौर पर लैंगिक रूढ़िवादिता को बढ़ावा देती हैं.’ इसमें कहा है, ‘सही उत्तर विकल्प के संबंध में मामले को बोर्ड की पूर्व निर्धारित प्रक्रियाओं के अनुसार विचार के लिए विषय विशेषज्ञों के पास भेजा जाएगा.’ बोर्ड द्वारा जारी बयान में कहा, ‘यह स्पष्ट किया जाता है कि यदि विशेषज्ञों को लगेगा कि संबंधित पैरा की कई व्याख्याएं हैं, तो छात्रों के हितों की रक्षा के लिए उचित कार्रवाई की जाएगी. इस महीने की शुरुआत में आयोजित सीबीएसई कक्षा 12वीं के समाजशास्त्र के पेपर में छात्रों से उस पार्टी का नाम बताने के लिए कहा गया था जिसके तहत 2002 में गुजरात में मुस्लिम विरोधी हिंसा हुई थी. बोर्ड ने बाद में इसे अनुचित और उसके दिशानिर्देशों के खिलाफ कहा था. (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/rahul-gandhi-says-narendra-modi-govt-needs-tuition-on-democracy-653067.html,"राहुल गांधी का मोदी सरकार पर बड़ा हमला, बोले- आपको तो ट्यूशन की जरूरत है","राहुल गांधी का मोदी सरकार पर बड़ा हमला, बोले- आपको तो ट्यूशन की जरूरत है By Rizwan M | Published: Tuesday, December 14, 2021, 12:51 [IST] नई दिल्ली, 14 दिसंबर: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर कड़ा हमला बोला है। राहुल ने कहा है कि मौजूदा सरकार को लोकतंत्र का महत्व नहीं पता है। उनको इसको सीखने की जरूरत है। राहुल गांधी ने कहा है कि लोकतंत्र में किस तरह से विपक्ष को सुना जाए, इसके लिए मोदी सरकार को ट्यूशन लेना चाहिए। कांग्रेस के पू्र्व अध्यक्ष राहुल ने मंगलवार सुबह किए ट्वीट में लिखा है- लोकतंत्र में बहस व असहमति का महत्व- इस विषय में मोदी सरकार को ट्यूशन की ज़रूरत है। राहुल ने डेमोक्रेसी हैशटैग के साथ ये ट्वीट किया है। बता दें कि संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्षी सांसदों की ओर से लगातार ये कहा जा रहा है कि संसद में उनकी बात को सरकार सुन नहीं रही है। 12 सांसदों के निलंबन मामले पर लगातार विपक्ष ने कामकाज बाधित भी किया है। इसी बीच राहुल का ये ट्वीट आया है। राहुल लगातार भाजपा पर हमलावर राहुल गांधी विपक्ष के उन नेताओं में शामिल हैं, जो लगातार पीएम नरेंद्र मोदी और मौजूदा सरकार पर हमलावर हैं। हाल ही में राजस्थान की राजधानी जयपुर में 'महंगाई हटाओ रैली' में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा को सांप्रदायिक राजनीति करने वाली पार्टी बताया था। उन्होंने कहा था कि महात्मा गांधी ने पूरी जिंदगी सच को ढूंढने बीता दी और अंत में एक हिंदुत्ववादी ने उनकी छाती में तीन गोली मारी। हिंदुत्ववादी अपनी पूरी जिंदगी सत्ता को खोजने में लगा देता है उसको सत्य से कुछ लेना देना नहीं है उसे सिर्फ सत्ता चाहिए और उसके लिए वो कुछ भी कर देगा। राहुल ने कहा कि हिंदू और हिंदुत्ववादी शब्द एक नहीं है, ये दो अलग-अलग शब्द है और इनका मतलब भी अलग है। मैं हिंदू हूं मगर हिंदुत्ववादी नहीं हूं। महात्मा गांधी हिंदू और गोडसे हिंदुत्ववादी। चाहे कुछ भी हो जाए हिंदू सत्य को ढूंढता है। पंजाब दौरे पर दो दिन के लिए आएंगे केजरीवाल, तिरंगा यात्रा के ज़रिये AAP को देंगे जीत का मंत्र",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/wb-gov-jagdeep-dhankhar-write-tmc-mp-sukhendu-sekhar-ray-on-bsf-jurisdiction-653006.html,"BSF अधिकार क्षेत्र पर बंगाल के राज्यपाल ने TMC सांसद को लिखा पत्र, कहा- राष्ट्रीय सुरक्षा पर दिखाएं एकजुटता","BSF अधिकार क्षेत्र पर बंगाल के राज्यपाल ने TMC सांसद को लिखा पत्र, कहा- राष्ट्रीय सुरक्षा पर दिखाएं एकजुटता By Ashutosh Tiwari | Published: Monday, December 13, 2021, 21:03 [IST] नई दिल्ली, 13 दिसंबर: बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को लेकर विवाद जारी है। इस मुद्दे पर सोमवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने टीएमसी सांसद सुखेन्द्र शेखर रॉय को पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने कहा कि हमें राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर पक्षपातपूर्ण विचारों की अनदेखी करते हुए राष्ट्रीय हित और सुरक्षा की प्रधानता के आगे झुकना होगा। संघीय राजनीति में सभी एजेंसियों को एकजुट होने की जरूरत है। जब मुख्य सचिव और एसीएस (होम) ने मुझसे मुलाकात की तो उन्हें राज्यतंत्र और बीएसएफ के बीच सहकारी समन्वय सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने के निर्देश दिए गए थे। वहीं दूसरी ओर सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक पंकज कुमार सिंह ने दिल्ली में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात की। इस दौरान बीएसएफ के बढ़े हुए अधिकार क्षेत्र पर चर्चा हुई। बैठक के दौरान राज्यपाल ने भी बीएसएफ अधिकारियों को राज्य पुलिस के साथ समन्वय बढ़ाने के निर्देश दिए। जिस पर बीएसएफ चीफ ने उन्होंने आश्वासन दिया कि बंगाल पुलिस के साथ निर्बाध समन्वय के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। सीमाओं की सुरक्षा पर उचित ध्यान दिया जाएगा। इसके बाद राज्यपाल ने राज्य के मुख्य सचिवों को भी इस संबंध में निर्देश दिए। ममता बनर्जी का फरमान, बंग्ला भाषा जानने वालों की ही बंगाल में मिलेगी सरकारी नौकरी सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला दरअसल केंद्र सरकार ने कुछ दिनों पहले बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ा दिया था, जो अब पंजाब, बंगाल में 15 किलोमीटर की जगह 50 किमी हो गया है। इसके अलावा गुजरात में 80 किमी की जगह 50 किमी कर दिया गया, जबकि राजस्थान में ये 50 किमी बरकरार है। अब पंजाब सरकार ने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। राज्य ने कहा कि बीएसएफ का क्षेत्रीय अधिकार बढ़ाना राज्यों के संवैधानिक अधिकार क्षेत्र का अतिक्रमण है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/akhilesh-yadav-said-pm-modi-should-not-lie-in-kashi-652990.html,"बीजेपी पर फिर बरसे अखिलेश, कहा- काशी में झूठ ना बोलें पीएम, सब जानते हैं किसने शुरू की परियोजना","बीजेपी पर फिर बरसे अखिलेश, कहा- काशी में झूठ ना बोलें पीएम, सब जानते हैं किसने शुरू की परियोजना By Ashutosh Tiwari | Published: Monday, December 13, 2021, 19:32 [IST] नई दिल्ली, 13 दिसंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को वाराणसी पहुंचे और विश्वनाथ कॉरिडोर के पहले चरण का उद्घाटन किया। इस बीच सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने बीजेपी, पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा। सैफई में मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि सभी जानते हैं मुख्यमंत्री ने इटावा में जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया था, उन्हें किस सरकार ने शुरू किया था। वैसे उद्घाटन की गई जेल और पशु सफारी अभी शुरू नहीं हो पाई है, जबकि क्रिकेट स्टेडियम खंडहर हो गया है। उन्होंने यूपी सरकार पर इटावा के साथ भेदभाव का आरोप लगाया। Kashi Vishwanath Corridor: अखिलेश ने बताई काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की Chronology,जानिए | वनइंडिया हिंदी अखिलेश के मुताबिक यूपी की जनता इस बार बीजेपी सरकार को हटा देगी। जो एक्सप्रेस-वे बने हैं, वे समाजवादी सरकार के एक्सप्रेस-वे हैं। बीजेपी हमारे सामने झूठ बोल सकती है, लेकिन भगवान के सामने नहीं। पीएम को काशी में झूठ नहीं बोलना चाहिए। सपा सरकार बनने के बाद जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को हम 25 लाख रुपये का मुआवजा देंगे। उन्होंने कहा कि ये अच्छा है कि कार्यक्रम एक महीने लंबा (वाराणसी में काशी विश्वनाथ के लिए) है। पीएम मोदी और बीजेपी नेताओं को वहां पर सिर्फ एक, दो या फिर तीन महीने नहीं रहना चाहिए। लोग अपने अंतिम क्षण बनारस में बिताते हैं। उन्होंने कहा कि किसान को खाद, बिजली की जरूरत है, लेकिन यूरिया, डीएपी के लिए लोगों को सिर्फ सरकार की ओर से लंबी लाइनें दी गई हैं।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/former-cji-ranjan-gogoi-said-about-the-presence-in-parliament-i-am-not-governed-by-any-party-whip-652987.html,पूर्व CJI रंजन गोगोई ने संसद में उपस्थिति को लेकर कहा- मैं किसी पार्टी व्हिप द्वारा शासित नहीं हूं,"पूर्व CJI रंजन गोगोई ने संसद में उपस्थिति को लेकर कहा- मैं किसी पार्टी व्हिप द्वारा शासित नहीं हूं By Bhavna Pandey | Updated: Monday, December 13, 2021, 19:13 [IST] नई दिल्‍ली, 13 दिसंबर। भारत के सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई द्वारा मीडिया को दिए इंटरव्‍यू में कहा तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद मौसम नूर ने उनके खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव दायर किया। विभिन्न दलों के कम से कम 10 अन्य सांसदों के भी इसी तरह के प्रस्ताव पेश करने की उम्मीद है। एनडीटीवी पर 9 दिसंबर को प्रसारित साक्षात्कार के दौरान, गोगोई से संसद में उनकी उपस्थिति के बारे में पूछा गया। पूर्व CJI ने सोशल डिस्‍टेंसिंग और बैठने की व्यवस्था सही नहीं होने और कोविड के प्रतिबंधों और असुविधा का हवाला देते हुए कहा कि मैं आरएस के पास जाता हूं जब मुझे ऐसा लगता है, जब मुझे लगता है कि महत्व के मामले हैं जिन पर मुझे बोलना चाहिए। मैं एक मनोनीत सदस्य हूं, किसी पार्टी व्हिप द्वारा शासित नहीं हूं। एक साक्षात्कार के दौरान रंजन गोगोई से संसद में उनकी उपस्थिति के बारे में पूछा गया था। पूर्व सीजेआई ने सोशल डिस्टेंसिंग और बैठने की व्यवस्था में कमियों के अलावा कोविड के प्रतिबंधों और असुविधा का हवाला दिया था। बता दें CJI के रूप में सेवानिवृत्त होने के ठीक चार महीने बाद राज्यसभा में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर, गोगोई ने कहा ""आरएस के बारे में यह क्या जादू है? अगर मैं किसी ट्रिब्यूनल का अध्यक्ष होता तो वेतन, परिलब्धियों के मामले में मेरी स्थिति बेहतर होती।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/what-is-wrong-with-pm-modi-photo-on-vaccine-certificate-says-kerala-hc-652982.html,जब नेहरू के नाम पर यूनिवर्सिटी हो सकती है तो वैक्सीन सर्टिफिकेट पर मोदी की फोटो क्यों नहीं- केरल HC के जज,"जब नेहरू के नाम पर यूनिवर्सिटी हो सकती है तो वैक्सीन सर्टिफिकेट पर मोदी की फोटो क्यों नहीं- केरल HC के जज By Kapil Tiwari | Published: Monday, December 13, 2021, 18:45 [IST] नई दिल्ली, 13 दिसंबर। कोरोना वैक्सीन का टीका लगने के बाद मिलने वाले सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो को लेकर विवाद खड़ा हुआ था। ये मामला केरल हाईकोर्ट तक पहुंच गया था। सोमवार को इस पर सुनवाई हुई और हाईकोर्ट ने सर्टिफिकेट पर फोटो के खिलाफ लगाई गई याचिका को खारिज कर दिया। साथ ही याचिका को खारिज करने वाले जज ने याचिकाकर्ता को फटकार भी लगाई। जज ने कहा कि जब देश में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नाम पर विश्वविद्यालय हो सकता है तो फिर वैक्सीन सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री मोदी की फोटो पर आपत्ति क्यों? जज ने याचिकाकर्ता को लगाई फटकार आपको बता दें कि इस याचिका में मांग की गई थी कि वैक्सीन सर्टिफिकेट पर लगी पीएम मोदी की फोटो को हटाया जाए। इस मामले पर जस्टिस पीवी कुन्हीकृष्णन की बेंच ने सुनवाई की। इस दौरान जज ने कहा कि आपको (याचिकाकर्ता) वैक्सीन सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री की फोटो से क्या आपत्ति है? आप भी तो एक पूर्व प्रधानमंत्री (जवाहर लाल नेहरू) के नाम वाले संस्थान में काम करते हैं, फिर विश्वविद्यालय से उनका नाम हटाने को क्यों नहीं कहते। 100 करोड़ लोगों को दिक्कत नहीं तो आपको क्या दिक्कत है- जज आपको बता दें कि याचिकाकर्ता जवाहरलाल नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ लीडरशिप में काम करता है। उन्होंने अपनी याचिका में मांग की थी कि वैक्सीन सर्टिफिकेट पर से प्रधानमंत्री की फोटो को हटाने का आदेश दिया जाए, क्योंकि अन्य देशों में भी वैक्सीन सर्टिफिकेट पर वहां के प्रधानमंत्री की फोटो नहीं है। इस पर जस्टिस पीवी कुन्हीकृष्णन ने कहा कि वो हमारे प्रधानमंत्री हैं, किसी और देश के नहीं, वो जनादेश से सत्ता में आए हैं और केवल इसलिए आप इसका विरोध नहीं कर सकते कि आपके राजनीतिक मतभेद हैं। जस्टिस ने कहा कि जब 100 करोड़ लोगों को इससे परेशानी नहीं है तो आपको क्या दिक्कत है? आप क्यों न्यायपालिका का समय बर्बाद कर रहे हो।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/parliament-roundup-sonia-gandhi-raised-the-issue-of-cbse-question-paper-know-what-else-happened-652963.html,"शीतकालीन सत्र: आज संसद में सोनिया गांधी ने उठाया CBSE के प्रश्नपत्र का मुद्दा, जानिए और क्या हुआ?","शीतकालीन सत्र: आज संसद में सोनिया गांधी ने उठाया CBSE के प्रश्नपत्र का मुद्दा, जानिए और क्या हुआ? By Akarsh Shukla | Published: Monday, December 13, 2021, 17:38 [IST] नई दिल्ली, 13 दिसंबर। 20 साल पहले आज ही के दिन संसद पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें देश के कई जवान शहीद हुए थे। 13 दिसंबर, 2001 को हुए आतंकवादी हमले की 20वीं बरसी पर आज संसद में उन्हीं शहीदों के श्रद्धांजली दी गई। सोमवार को संसद की कार्रवाही के 11वें दिन भी सदन में हंगामा देखने को मिला। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सीबीएसई कक्षा 10 के प्रश्न पत्र में 'लैंगिक रूढ़िवादिता' को कथित तौर पर बढ़ावा दिए जाने और 'प्रतिगामी धारणाओं' का समर्थन करने जैसे मुद्दों पर सवाल उठाया। Sonia Gandhi ने Lok Sabha में उठाया CBSE के आपत्तिजनक कंटेंट का मुद्दा, की ये मांग | वनइंडिया हिंदी इसके इसके अलावा टीएमसी ने भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और संसद के सदस्य न्यायमूर्ति रंजन गोगोई के खिलाफ राज्यसभा में एक विशेषाधिकार प्रस्ताव पेश किया। इस बीच, निलंबित किए गए 12 सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास अपने निलंबन का विरोध जारी रखा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर को शुरू हुआ था और 23 दिसंबर को इसका समापन होगा। आज सदन में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सीबीएसई कक्षा 10 के प्रश्न पत्र में एक ""लैंगिक रूढ़िवादिता"" को शामिल करने की निंदा की और मोदी सरकार से माफी की मांग की। शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए सोनिया गांधी ने आपत्तिजनक प्रश्न को तत्काल वापस लेने और इसे गंभीर चूक बताते हुए समीक्षा की मांग की। वहीं, सोनिया गांधी द्वारा उठाए गए मुद्दों पर स्पष्टीकरण की मांग करते हुए कांग्रेस, द्रमुक, आईयूएमएल, राकांपा और नेशनल कांफ्रेंस के सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/why-narendra-modi-and-yogi-adityanath-s-picture-is-missing-is-in-the-advertisement-652958.html,"उत्तर प्रदेश चुनाव: काशी विश्वनाथ मंदिर के विज्ञापन में नरेंद्र मोदी हैं, योगी की तस्वीर गायब क्यों?","उत्तर प्रदेश चुनाव: काशी विश्वनाथ मंदिर के विज्ञापन में नरेंद्र मोदी हैं, योगी की तस्वीर गायब क्यों? By BBC News हिन्दी Updated: Monday, December 13, 2021, 17:52 [IST] काशी विश्वनाथ मंदिर के विज्ञापन, मोदी के विज्ञापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के लोकार्पण के लिए वाराणसी पहुंचे. इस मौके पर काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर से लेकर गंगा घाट और बनारस की गलियों में समाचार एजेंसियों, अख़बारों और टीवी चैनलों के तमाम कैमरे मौजूद हैं. इसके साथ ही उनसे बात करने के लिए बनारस में पग - पग पर बीजेपी समर्थक, कार्यकर्ता और नेता मौजूद हैं. बीजेपी और उत्तर प्रदेश सरकार के लिए ये कार्यक्रम कितना ख़ास है, इसकी बानगी इस बात में मिलती है कि चुनावी मौसम में पहली बार इतने सारे बीजेपी नेता एक जगह पर इकट्ठे हुए हैं. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर तमाम सांसद और कई राज्यों के मुख्यमंत्री बनारस पहुंचे. लेकिन कैमरों से निकली तस्वीरों में जो एक चीज़ स्पष्ट रूप से नज़र आ रही है, वो ये है कि 'इस शो के हीरो' सिर्फ पीएम नरेंद्र मोदी हैं. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का पीएम मोदी ने किया उद्घाटन, जानिए क्या हैं ख़ास बातें काशी में विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद कैसे बने? नरेंद्र मोदी सोमवार को छपे तमाम अख़बारों में पहले पेज़ पर दिए गए विज्ञापनों से लेकर मंदिर परिसर में लगी होर्डिंग में सिर्फ पीएम मोदी नज़र आ रहे हैं. काशी विश्वनाथ मंदिर में आरती से लेकर बनारस के घाटों से लेकर संकरी गलियों में सिर्फ मोदी ही मोदी रहे. हालांकि, कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी कई जगह साथ दिखे. अख़बारों में दिए विज्ञापनों में अंदर के पन्नों पर योगी आदित्यनाथ के नाम से एक बयान भी छपा लेकिन विज्ञापन में उनकी तस्वीर कहीं नहीं दिखी. उत्तर प्रदेश सरकार के एक बड़े अधिकारी एसीएस(होम) अवनीश अवस्थी ने भी इसे योगी सरकार की परियोजना बताया है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़, उन्होंने कहा है कि ये परियोजना साल 2018 में शुरू होकर अब पूरी हो रही है. https://twitter.com/ANINewsUP/status/1470011261073035270 ऐसे में सवाल उठता है कि अगर काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर परियोजना योगी आदित्यनाथ के सत्ता में आने के बाद शुरू हुई तो पोस्टरों से योगी आदित्यनाथ गायब क्यों हैं? नरेंद्र मोदी हिंदू हृदय सम्राट की छवि? ये सवाल उठने की एक वजह ये भी है कि उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले आयोजित हो रहे शिलान्यास और लोकार्पण से जुड़े तमाम कार्यक्रमों के विज्ञापनों में योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी एक साथ दिखते रहे हैं. बीती 11 दिसंबर को तमाम अख़बारों के पहले पन्ने पर छपे फुल पेज़ के विज्ञापन इसके उदाहरण हैं जिसमें पीएम मोदी और योगी एक साथ नज़र आए थे. इससे पहले 7 दिसंबर, 6 दिसंबर, 25 नवंबर और 16 नवंबर को छपे फुल पेज़ विज्ञापन भी इसके उदाहरण हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के विज्ञापन से योगी आदित्यनाथ की तस्वीर गायब क्यों हुई. बीजेपी की राजनीति को क़रीब से समझने वाले वरिष्ठ पत्रकार शरत प्रधान मानते हैं कि इसकी वजह पीएम मोदी की ख़ास छवि है जिसे वह सहेजकर रखना चाहते हैं. वह कहते हैं, ""अगर ये विज्ञापन केंद्र सरकार की ओर से दिया गया है तो इससे ज़ाहिर होता है कि ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर हुआ होगा. क्योंकि प्रधानमंत्री नहीं चाहेंगे कि उनके अलावा कोई अन्य शख़्स प्रोजेक्ट किया जाए, ख़ासकर काशी विश्वनाथ धाम के मामले में. क्योंकि योगी आदित्यनाथ तो भगवाधारी हैं, ऐसे में वह हिंदुत्व के सबसे बड़े दावेदार बन जाते हैं. ऐसे में मुझे लगता है कि इस चुनाव में मोदी जी अपनी हिंदुत्व वाली छवि को मजबूत रखना चाहते हैं. और इसमें वह किसी अन्य का दखल नहीं चाहते हैं."" काशी विश्वनाथ मंदिर लेकिन ये पहला मौका नहीं है जब पीएम मोदी इस तरह के कार्यक्रम की आन-बान-शान बने हों. https://twitter.com/BJP4India/status/1129744174763446272 प्रधान इस तथ्य को रेखांकित करते हुए कहते हैं, ""वह ये सुनिश्चित करना चाहते हैं कि उन्हें सबसे बड़े हिंदू हृदय सम्राट के रूप में देखा जाए. ये बात सही है कि उनकी एक कल्ट फॉलोइंग है. लोग उन्हें पसंद करते हैं. वह विकास की बात भी करते हैं. लेकिन अब उन्हें लगने लगा है कि हिंदू हृदय सम्राट की छवि से ही नैय्या पार हो सकती है. ऐसे में वह यह दिखाना चाहते हैं कि उनसे बड़ा हिंदू हृदय सम्राट कोई नहीं हो सकता. मुझे लगता है कि कुछ हद तक योगी आदित्यनाथ की छवि भी ज़िम्मेदार है. उन्हें लगता है कि योगी आदित्यनाथ इस छवि को लेकर प्रतिस्पर्धा में हैं. और वह ये बर्दाश्त नहीं कर सकते कि इस मामले में उनसे कोई प्रतिस्पर्धा करने का प्रयास करे."" https://twitter.com/BJP4India/status/1470318641702834179/ शरत प्रधान मानते हैं कि फिलहाल योगी आदित्यनाथ इस मामले में पीएम मोदी को चुनौती नहीं दे सकते. वह कहते हैं, ""योगी आदित्यनाथ फिलहाल किसी तरह की चुनौती देने की स्थिति में नहीं हैं. लेकिन योगी आदित्यनाथ की छवि विकसित हो रही है. और आने वाले दिनों में साल 2024 के बाद उनके (पीएम मोदी) लिए दिक्कत हो सकती है. क्योंकि अगर हिंदू - मुसलमान करके ही चुनाव जीतने हैं तो इसमें योगी, मोदी जी से आगे निकलने की कोशिश करेंगे. और योगी आदित्यनाथ बहुत महत्वाकांक्षी हैं. भगवा पहनते हैं और मोदी जी के पदचिह्नों पर चल रहे हैं. ऐसे में अभी तो नहीं लेकिन आगे चलकर चुनौती बन सकते हैं. इसलिए मोदी अभी से उन्हें प्रतिस्पर्धा से दूर रखना चाहते हैं.""",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/my-government-may-stay-or-go-former-pm-deve-gowda-made-a-big-claim-about-pm-narendra-modi-652957.html,'मेरी सरकार रहे या जाए....' प्रधानमंत्री मोदी को लेकर पूर्व पीएम देवगौड़ा ने किया बहुत बड़ा दावा,"मेरी सरकार रहे या जाए....' प्रधानमंत्री मोदी को लेकर पूर्व पीएम देवगौड़ा ने किया बहुत बड़ा दावा By Anjan Kumar Chaudhary | Published: Monday, December 13, 2021, 17:16 [IST] नई दिल्ली, 13 दिसंबर: पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा की एक बायोग्राफी प्रकाशित हुई है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर उनके हवाले से एक बड़ा दावा किया गया है। गौरतलब है कि हाल ही में संसद भवन में दोनों नेताओं की मुलाकात हुई थी। किताब में दावा किया गया है कि प्रधानमंत्री मोदी ने एचडी कुमारस्वामी को 2019 की शुरुआत में बीजेपी के साथ गठबंधन का ऑफर दिया था और पूरे पांच साल के कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री बने रहने का भरोसा भी दिलाया था। लेकिन, देवगौड़ा का दावा है कि कर्नाटक के पूर्व सीएम ने एक खास वजह से पीएम मोदी का ऑफर ठुकरा दिया। पीएम मोदी को लेकर एचडी देवगौड़ा का बड़ा दावा 30 नवंबर को जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में अपने दफ्तर के अंदर पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा को सम्मान के साथ स्वागत किया था, उसको लेकर कर्नाटक की राजनीति में नए समीकरण बनने-बिगड़ने की अटकलें शुरू हो गई थीं। तब कयास लगाए जा रहे थे कि 10 दिसंबर को कर्नाटक विधान परिषद की 25 सीटों के लिए होने वाले चुनाव को लेकर बीजेपी और जेडीएस के बीच कोई नई खिचड़ी पक रही है। दोनों पार्टियां पहले मिलकर प्रदेश में सरकार भी चला चुकी हैं। लेकिन, सारी अटकलें धरी की धरी रह गईं, लेकिन इसी दौरान देवगौड़ा की एक जीवनी प्रकाशित हुई, जिसमें पीएम मोदी और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और देवगौड़ा के बेटे एचडी कुमारस्वामी को लेकर एक बहुत बड़ा दावा सामने आया है। जेडीएस सरकार को समर्थन देने की किया था वादा-देवगौड़ा 'फ्यूरर्स इन अ फिल्ड: द अनएक्स्प्लोर्ड लाइफ ऑफ देवगौड़ा' नाम से पूर्व प्रधानमंत्री की जीवनी सौगत श्रीनिवासराजू नाम के एक पत्रकार ने लिखी है। पेंगुइन विंटेज की इस किताब में दावा किया गया है कि 2019 की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुमारस्वामी को प्रदेश में सरकार बनाने के लिए समर्थन देने का बहुत बड़ा ऑफर दिया था। किताब के अनुसार यह ऑफर तब दिया गया था, जब कर्नाटक के तत्कालीन मुख्यमंत्री नीति आयोग की बैठक के लिए नई दिल्ली आए हुए थे। श्रीनिवासराजू ने देवगौड़ा के हवाले से दावा किया है कि पीएम मोदी ने कुमारस्वामी से कहा था कि बीजेपी के साथ आने पर वह पांच साल तक मुख्यमंत्री बने रहेंगे। गौरतलब है कि उसी साल लोकसभा चुनावों के बाद कांग्रेस के कई विधायकों ने बीजेपी में शामिल होने के लिए विधायकी छोड़ दी और आखिरकार कुमारस्वामी की सरकार गिर गई थी। 'मेरी सरकार रहे या जाए.....' देवगौड़ा ने अपनी जीवनी के लेखक से पीएम मोदी के उस ऑफर (जिसका किताब में दावा किया गया है) के बारे में कहा है, 'मेरे बेटे ने कहा कि मैं इस उम्र में अपने पिता को तकलीफ नहीं देना चाहता हूं। वे पीड़ित हैं। मेरी सरकार रहे या जाए, ढलती उम्र में मैं अपने पिता की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचा सकता।' गौरतलब है कि 2006 में कुमारस्वामी बीजेपी के समर्थन से सरकार बना चुके हैं, लेकिन बारी-बारी से सीएम फॉर्मूले के तहत जब बीजेपी की बारी आई थी तो वह पीछे हट गए थे। हालांकि, भाजपा के साथ सरकार बनाने को लेकर देवगौड़ा ने सार्वजनिक तौर पर उनसे नाखुशी जताई थी। हालांकि, किताब में पीएम मोदी और देवगौड़ा दोनों को मंजा हुआ राजनेता बताया गया है, जो एक-दूसरे की भावनाओं की सराहना करते हैं। 'दिल्ली की गंदी राजनीति में......' किताब में देवगौड़ा के बारे में एक और दावा किया गया है कि जब वह बतौर प्रधानमंत्री पहली बार (कुल चार बार गए) जम्मू और कश्मीर के दौरे पर गए थे तो बुलेटप्रूफ जैकेट पहनने की एसपीजी चीफ की सलाह को ठुकरा दिया था। किताब के मुताबिक उस समय के एसपीजी चीफ श्यामल दत्ता ने जब श्रीनगर एयरपोर्ट पर उतरते समय उनसे सुरक्षा के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट पहन लेने की गुजारिश की तो पूर्व प्रधानमंत्री ने साफ मना कर दिया, 'लेकिन गौड़ा ने अपने माथे की ओर इशारा करके कहा, यहां जो भी लिखा है वही होगा। अगर कुछ होता है तो मेरी बॉडी को होलेनारसिपुर (देवगौड़ा का गृहनगर)भेज देना। दिल्ली की गंदी राजनीति में, वे ठीक से मेरा अंतिम संस्कार भी नहीं करेंगे।' इसे भी पढ़ें- 1997 में हो चुकी थी परमाणु परीक्षण की तैयारी,3 वजहों से नहीं दी इजाजत, पूर्व PM देवगौड़ा के कई विस्फोटक खुलासे 'सक्षम अफसरों को देवगौड़ा ने दी तरजीह' देवगौड़ा की जीवनी में लेखक ने उनके कार्यकाल में आईएएस अधिकारियों की नियुक्तियों के तरीके और उनके चुनाव को लेकर भी विस्तार से चर्चा की है। इसके मुताबिक पूर्व पीएम ने हमेशा विश्वसनीय और सक्षम अफसरों को ही तरजीह दी, साथ ही विभिन्न जाति, धर्म और भाषाई बैकग्राउंड में भी तालमेल बिठाने की कोशिश की थी। उन्होंने काम करने का यह तरीका तभी से अपनाया था, जब वे कर्नाटक के मुख्यमंत्री थे।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/farooq-abdullah-support-rajnath-statement-on-partition-says-indian-muslims-suffering-because-of-it-652938.html,"फारूक अब्दुल्ला ने राजनाथ के विभाजन वाले बयान का किया समर्थन, कहा- भारतीय मुसलमान इसकी वजह से पीड़ित हैं","फारूक अब्दुल्ला ने राजनाथ के विभाजन वाले बयान का किया समर्थन, कहा- भारतीय मुसलमान इसकी वजह से पीड़ित हैं By Bhavna Pandey | Published: Monday, December 13, 2021, 16:06 [IST] नई दिल्ली, 13 दिसंबर। नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को भारत के विभाजन पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की टिप्पणियों का समर्थन किया और जोर देकर कहा कि इसे टाला जा सकता था। फारुख अब्दुल्‍ला ने कहा भारत के मुसलमान विभाजन के कारण पीड़ित हैं और भारत और पाकिस्तान के बीच की कड़वाहट धार्मिक तनाव को बढ़ाती है। Rajnath Singh के विभाजन वाले बयान का Farooq Abdullah ने किया समर्थन, कही ये बात | वनइंडिया हिंदी मैं राजनाथ सिंह से सहमत हूं कि... संसद के बाहर मीडिया से बात करते हुए ये बात फारुख ने कही। उन्‍होंने कहा ने कहा मैं राजनाथ सिंह से सहमत हूं कि भारत का विभाजन एक ऐतिहासिक गलती थी। भारतीय मुसलमान इसका खामियाजा भुगत रहे हैं। उन्होंने कहा, भारत-पाक की लड़ाई धार्मिक तनाव को बढ़ाती है। इसे टाला जा सकता था अगर यह केवल एक राष्ट्र होता।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/cbse-removed-the-disputed-part-of-the-class-10th-english-exam-all-the-examinees-will-get-full-marks-652920.html,"CBSE ने 10वीं की अंग्रेजी परीक्षा का विवादित हिस्सा हटाया, सभी परीक्षार्थी को मिलेंगे पूरे नंबर","CBSE ने 10वीं की अंग्रेजी परीक्षा का विवादित हिस्सा हटाया, सभी परीक्षार्थी को मिलेंगे पूरे नंबर By Anjan Kumar Chaudhary | Updated: Monday, December 13, 2021, 15:19 [IST] नई दिल्ली, 13 दिसंबर: सीबीएसई ने 10वीं कक्षा के इंग्लिश लैंग्वेज एंड लिटरेचर पेपर के पहले टर्म की परीक्षा के विवादित हिस्से को हटा दिया है और सभी छात्रों को उस पैसेज के लिए पूरे नंबर देने का ऐलान किया है। सीबीएसई ने बयान जारी कर कहा है कि 11 दिसंबर को हुई अंग्रेजी के पहले टर्म की परीक्षा में प्रश्न पत्र के एक सेट को बोर्ड की गाइडलाइंस के मुताबिक नहीं तैयार किया गया था। इसलिए यह तय किया गया है कि पैसेज नंबर 1 और इससे जुड़े सवालों को जेएसके/1 सीरीज वाले प्रश्न पत्र से हटाया जाता है। CBSE ने विवादित सवाल पूछने पर मानी गलती, सभी छात्रों को मिलेंगे पूरे नंबर | वनइंडिया हिंदी सभी छात्रों को उस हिस्से के लिए पूरे नंबर मिलेंगे-सीबाएसई सीबीएसई ने आज एक सर्कुलर जारी किया है उसके मुताबिक उसने माना है कि '10वीं क्लास के फर्स्ट टर्म परीक्षा में इंग्लिश लैंग्वेज एंड लिटरेचर पेपर के एक सेट में प्रश्न पत्र बोर्ड की गाइडलाइंस के मुताबिक नहीं तैयार किए गए थे। इस आधार पर और स्टेकहोल्डर्स से फीडबैक के आधार पर इस मामले को सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी के पास भेजा गया। वहां से जो सिफारिश की गई है, उसके आधार पर यह फैसला लिया गया है कि पैसेज नंबर-1 और इसके सवालों को प्रश्न पत्र सीरीज जेएसके/1 को ड्रॉप किया जाता है। इस पैसेज के लिए सभी संबंधित छात्रों को पूरे नंबर दिए जाएंगे।' यही नहीं सीबीएसई ने कहा है कि 'एकरूपता और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए 10वीं क्लास के इंग्लिश लैंग्वेज एंड लिटरेचर के प्रश्न पत्र के सभी सेटों के लिए छात्रों को पैसेज नंबर-1 के लिए पूरे नंबर दिए जाएंगे।' सोनिया गांधी ने संसद में उठाया था मामला इससे पहले आज लोकसभा में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि सीबीएसई की 10वीं की परीक्षा में बहुत ही आपत्तिजनक पैसेज दिया गया। उन्होंने इसे तुरंत हटाने और माफी मांगने की मांग की थी। उन्होंने शिक्षा मंत्रालय से यह भी मांग की थी कि यह सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में ऐसी गलती ना हो। सीबीएसई से जुड़ा विवाद क्या है ? दरअसल, शनिवार को हुई सीबीएसई की परीक्षा में 10वीं के प्रश्न पत्र में 'महिलाओं की मुक्ति ने बच्चों पर से माता-पिता का अधिकार खत्म कर दिया' या 'अपने पति के बर्ताव को स्वीकार करके ही एक मां अपने से छोटों का आदर पा सकती है' जैसी लाइनें लिखी गई थीं, जिसको महिला विरोधी मानसिकता करार दिया जा रहा था। सीबीएसई पर महिलाओं का अपमान करने के आरोप लग रहे थे और सोशल मीडिया पर उसकी खूब खिंचाई की जा रही थी।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/how-vishwanath-temple-and-gyanvapi-mosque-were-built-in-kashi-652913.html,काशी में विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद कैसे बने?,"काशी में विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद कैसे बने? By BBC News हिन्दी Updated: Monday, December 13, 2021, 16:06 [IST] वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर और उससे लगी ज्ञानवापी मस्जिद, दोनों के निर्माण और पुनर्निमाण को लेकर कई तरह की धारणाएँ हैं, लेकिन स्पष्ट और पुख़्ता ऐतिहासिक जानकारी काफ़ी कम है, दावों और क़िस्सों की भरमार ज़रूर है. आम मान्यता है कि काशी विश्वनाथ मंदिर को औरंगज़ेब ने तुड़वा दिया था और वहां मस्जिद बना दी गई लेकिन ऐतिहासिक दस्तावेज़ों को देखने-समझने पर मामला इससे कहीं ज़्यादा जटिल दिखता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वाराणसी में 'श्री काशी विश्वनाथ धाम' का लोकार्पण किया. https://twitter.com/narendramodi/status/1470307149800624129 उन्होंने मंदिर से जुड़ी कई बातों का ज़िक्र किया. क्या कहते हैं इतिहासकार कुछ इतिहासकारों का मानना है कि ज्ञानवापी मस्जिद को 14वीं सदी में जौनपुर के शर्की सुल्तानों ने बनवाया था और इसके लिए उन्होंने यहां पहले से मौजूद विश्वनाथ मंदिर को तुड़वाया था. लेकिन इस मान्यता को तथ्य मानने से कई इतिहासकार इनकार करते हैं, ये दावे साक्ष्यों की कसौटी पर खरे नहीं उतरते. न तो शर्की सुल्तानों की ओर से कराए गए किसी निर्माण के कोई साक्ष्य मिलते हैं, और न ही उनके दौर में मंदिर तोड़े जाने के. जहां तक विश्वनाथ मंदिर के निर्माण का सवाल है तो इसका श्रेय अकबर के नौरत्नों में से एक राजा टोडरमल को दिया जाता है जिन्होंने साल 1585 में अकबर के आदेश पर दक्षिण भारत के विद्वान नारायण भट्ट की मदद से कराया था. वाराणसी स्थित काशी विद्यापीठ में इतिहास विभाग में प्रोफ़ेसर रह चुके डॉक्टर राजीव द्विवेदी कहते हैं, ""विश्वनाथ मंदिर का निर्माण राजा टोडरमल ने कराया, इसके ऐतिहासिक प्रमाण हैं और टोडरमल ने इस तरह के कई और निर्माण भी कराए हैं. एक बात और, यह काम उन्होंने अकबर के आदेश से कराया, यह बात भी ऐतिहासिक रूप से पुख्ता नहीं है. राजा टोडरमल की हैसियत अकबर के दरबार में ऐसी थी कि इस काम के लिए उन्हें अकबर के आदेश की ज़रूरत नहीं थी."" प्रोफ़ेसर राजीव द्विवेदी कहते हैं कि विश्वनाथ मंदिर का पौराणिक महत्व तो बहुत पहले से ही रहा है लेकिन बहुत विशाल मंदिर यहां उससे पहले रहा हो यह इतिहास में प्रामाणिक तौर पर कहीं दर्ज नहीं है. यहां तक कि टोडरमल का बनवाया मंदिर भी बहुत विशाल नहीं था. दूसरी ओर, इस बात को ऐतिहासिक तौर पर भी माना जाता है कि ज्ञानवापी मस्जिद का निर्माण मंदिर टूटने के बाद ही हुआ और मंदिर तोड़ने का आदेश औरंगज़ेब ने ही दिया. अयोध्या की तरह काशी-मथुरा में भी हिंदू पक्ष में फ़ैसला हो सकता है? काशी-विश्वनाथ कॉरिडोर के मुसलमान क्यों बेचैन हैं ? ज्ञानवापी मस्जिद ज्ञानवापी मस्जिद की देख-रेख करने वाली संस्था अंजुमन इंतज़ामिया मसाजिद के संयुक्त सचिव सैयद मोहम्मद यासीन कहते हैं कि आम तौर पर यही माना जाता है कि मस्जिद और मंदिर दोनों ही अकबर ने साल 1585 के आस-पास नए मज़हब 'दीन-ए-इलाही' के तहत बनवाए थे लेकिन इसके दस्तावेज़ी साक्ष्य बहुत बाद के हैं. बीबीसी से बातचीत में सैयद मोहम्मद यासीन कहते हैं, ""ज़्यादातर लोग तो यही मानते हैं कि मस्जिद अकबर के ज़माने में बनी थी. औरंगज़ेब ने मंदिर को तुड़वा दिया था क्योंकि वो 'दीन-ए-इलाही' को नकार रहे थे. मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनी हो, ऐसा नहीं है. यह मंदिर से बिल्कुल अलग है. ये जो बात कही जा रही है कि यहां कुआँ है और उसमें शिवलिंग है, तो यह बात बिल्कुल ग़लत है. साल 2010 में हमने कुएँ की सफ़ाई कराई थी, वहां कुछ भी नहीं था."" काशी विश्वनाथ मंदिर मामले में दावे का समर्थन करने वाले विजय शंकर रस्तोगी कहते हैं कि औरंगज़ेब ने अपने शासन के दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर को तोड़ने का फ़रमान तो जारी किया था लेकिन उन्होंने मस्जिद बनाने का फ़रमान नहीं दिया था. रस्तोगी के मुताबिक, मस्जिद बाद में मंदिर के ध्वंसावशेषों पर ही बनाई गई है. मस्जिद बनाए जाने के ऐतिहासिक साक्ष्य बहुत स्पष्ट नहीं हैं लेकिन इतिहासकार प्रोफ़ेसर राजीव द्विवेदी कहते हैं कि मंदिर टूटने के बाद यदि मस्जिद बनी है तो इसमें आश्चर्य की कोई बात नहीं, क्योंकि ऐसा उस दौर में कई बार हुआ. प्रोफ़ेसर राजीव द्विवेदी कहते हैं, ""औरंगज़ेब की उपस्थिति में तो नहीं हुआ है, आदेश भले ही दिया हो लेकिन मस्जिद का निर्माण औरंगज़ेब के समय में ही हुआ."" यानी मस्जिद अकबर के ज़माने में दीन-ए-इलाही के दर्शन के तहत बनाई गई या औरंगज़ेब के ज़माने में इसको लेकर जानकारों में मतभेद है. ऐतिहासिक दस्तावेज़ दरअसल, वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद के निर्माण और विश्वनाथ मंदिर को तोड़ने संबंधी औरंगज़ेब के आदेश को लेकर कई तरह की धारणाएँ हैं लेकिन ऐतिहासिक दस्तावेज़ से ये बातें प्रमाणित नहीं होतीं. इतिहासकार एलपी शर्मा अपनी पुस्तक ""मध्यकालीन भारत"" के पृष्ठ संख्या 232 पर लिखते हैं, ""1669 में सभी सूबेदारों और मुसाहिबों को हिन्दू मंदिरों और पाठशालाओं को तोड़ देने की आज्ञा दी गई. इसके लिए एक पृथक विभाग भी खोला गया. यह तो संभव नहीं था कि हिन्दुओं की सभी पाठशालाएं और मंदिर नष्ट कर दिए जाते परंतु बनारस का विश्वनाथ मंदिर, मथुरा का केशवदेव मंदिर, पाटन का सोमनाथ मंदिर और प्राय: सभी बड़े मंदिर, खास तौर पर उत्तर भारत के मंदिर इसी समय तोड़े गए."" लेकिन दावे किसी समकालीन ऐतिहासिक स्रोत से नहीं पुष्ट होते. इलाहाबाद विश्वविद्यालय में मध्यकालीन इतिहास विभाग के प्रोफ़ेसर हेरम्ब चतुर्वेदी कहते हैं कि मथुरा के केशवराय मंदिर को तोड़े जाने के आदेश के बारे में तो समकालीन इतिहासकारों ने लिखा है लेकिन विश्वनाथ मंदिर को तोड़े जाने के आदेश का ज़िक्र नहीं है. उनके मुताबिक, ""साक़ी मुस्तईद ख़ां और सुजान राय भंडारी जैसे औरंगज़ेब के समकालीन इतिहासकारों ने भी इस बात का ज़िक्र नहीं किया है जबकि इनके विवरणों को उस काल का सबसे प्रामाणिक दस्तावेज़ माना जाता है. ऐसा लगता है कि औरंगज़ेब के बाद आने वाले विदेशी यात्रियों के विवरणों से ही यह बात आगे बढ़ी होगी लेकिन सबसे पहले किसने ज़िक्र किया है, यह बताना मुश्किल है."" 'मुस्लिम घरों में हिंदू मंदिर मिलने' का सच अयोध्या मामलाः वो 12 लोग जिनकी भूमिका चर्चित रही ज्ञानवापी मस्जिद ज्ञानवापी मस्जिद के निर्माण के बारे में प्रोफ़ेसर चतुर्वेदी कहते हैं, ""मस्जिद निर्माण का कोई दस्तावेज़ी प्रमाण नहीं है. और मस्जिद का नाम ज्ञानवापी हो भी नहीं सकता. ऐसा लगता है कि ज्ञानवापी कोई ज्ञान की पाठशाला रही होगी. पाठशाला के साथ मंदिर भी रहा होगा जो प्राचीन गुरुकुल परंपराओं में हमेशा हुआ करता था. उस मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनी तो उसका नाम ज्ञानवापी पड़ गया, ऐसा माना जा सकता है."" वाराणसी में वरिष्ठ पत्रकार योगेंद्र शर्मा ने ज्ञानवापी मस्जिद और विश्वनाथ मंदिर के बारे में काफ़ी शोध किया है. वो स्पष्ट तौर पर कहते हैं, ""अकबर के समय में टोडरमल ने मंदिर बनवाया. क़रीब सौ साल बाद औरंगज़ेब के समय मंदिर ध्वस्त हुआ और फिर आगे लगभग 125 साल तक यहां कोई विश्वनाथ मंदिर नहीं था. साल 1735 में इंदौर की महारानी देवी अहिल्याबाई ने वर्तमान मंदिर का निर्माण कराया."" योगेंद्र शर्मा कहते हैं, ""पुराणों में जिस विश्वनाथ मंदिर का ज़िक्र मिलता है, उसका इस मंदिर से कोई संबंध है या नहीं, इसका कोई सीधा जवाब इतिहासकार नहीं दे पाते. ज्ञानवापी के पास आदिविश्वेश्वर मंदिर के बारे में ज़रूर कहा जाता है कि यह वही मंदिर है, जिसका पुराणों में वर्णन है. मंदिर टूटने के बाद ही मस्जिद बनी और ज्ञानवापी कूप के नाम पर मस्जिद का भी नाम ज्ञानवापी पड़ा. ज्ञानवापी कूप आज भी मौजूद है."" एसएम यासीन ज्ञानवापी मस्जिद के निर्माण का समय भरोसेमंद ऐतिहासिक दस्तावेज़ों में ज्ञानवापी मस्जिद का पहला ज़िक्र 1883-84 में मिलता है जब इसे राजस्व दस्तावेज़ों में जामा मस्जिद ज्ञानवापी के तौर पर दर्ज किया गया. सैयद मोहम्मद यासीन कहते हैं, ""मस्जिद में उससे पहले की कोई चीज़ नहीं है जिससे स्पष्ट हो सके कि यह कब बनी है. राजस्व दस्तावेज़ ही सबसे पुराना दस्तावेज़ है. इसी के आधार पर साल 1936 में दायर एक मुक़दमे पर अगले साल 1937 में उसका फ़ैसला भी आया था और इसे मस्जिद के तौर पर अदालत ने स्वीकार किया था. अदालत ने माना था कि यह नीचे से ऊपर तक मस्जिद है और वक़्फ़ प्रॉपर्टी है. बाद में हाईकोर्ट ने भी इस फ़ैसले को सही ठहराया. इस मस्जिद में 15 अगस्त 1947 से पहले से ही नहीं बल्कि 1669 में जब यह बनी है तब से यहां नमाज़ पढ़ी जा रही है. कोरोना काल में भी यह सिलसिला नहीं टूटा है."" हालाँकि मस्जिद के 1669 में बनने का कोई ऐतिहासिक साक्ष्य कहीं उपलब्ध नहीं है जो सैयद मोहम्मद यासीन के दावे की पुष्टि कर सके. सैयद यासीन बताते हैं कि मस्जिद के ठीक पश्चिम में दो कब्रें हैं जिन पर सालाना उर्स होता था. उनके मुताबिक साल 1937 में कोर्ट के फ़ैसले में भी उर्स करने की इजाज़त दी गई. वो कहते हैं कि ये कब्रें अब भी महफ़ूज़ हैं लेकिन उर्स नहीं होता. दोनों क़ब्रें कब की हैं, इसके बारे में उन्हें पता नहीं है. कुछ अन्य दिलचस्प कहानियां विश्वनाथ मंदिर तोड़ने और फिर मस्जिद बनवाने के बारे में कुछ और दिलचस्प कहानियां हैं और ऐतिहासिक दस्तावेज़ों के साथ उन्हें जोड़ने की कोशिश होती है. मशहूर इतिहासकार डॉक्टर विश्वंभर नाथ पांडेय अपनी पुस्तक 'भारतीय संस्कृति, मुग़ल विरासत: औरंगज़ेब के फ़रमान' के पृष्ठ संख्या 119 और 120 में पट्टाभिसीतारमैया की पुस्तक 'फ़ेदर्स एंड स्टोन्स' के हवाले से विश्वनाथ मंदिर को तोड़े जाने संबंधी औरंगज़ेब के आदेश और उसकी वजह के बारे में बताते हैं. वो लिखते हैं, ""एक बार औरंगज़ेब बनारस के निकट के प्रदेश से गुज़र रहे थे. सभी हिन्दू दरबारी अपने परिवार के साथ गंगा स्नान और विश्वनाथ दर्शन के लिए काशी आए. विश्वनाथ दर्शन कर जब लोग बाहर आए तो पता चला कि कच्छ के राजा की एक रानी ग़ायब हैं. खोज की गई तो मंदिर के नीचे तहखाने में वस्त्राभूषण विहीन, भय से त्रस्त रानी दिखाई पड़ीं. जब औरंगज़ेब को पंडों की यह काली करतूत पता चली तो वह बहुत क्रुद्ध हुआ और बोला कि जहां मंदिर के गर्भ गृह के नीचे इस प्रकार की डकैती और बलात्कार हो, वो निस्संदेह ईश्वर का घर नहीं हो सकता. उसने मंदिर को तुरंत ध्वस्त करने का आदेश जारी कर दिया."" विश्वंभर नाथ पांडेय आगे लिखते हैं कि औरंगज़ेब के आदेश का तत्काल पालन हुआ लेकिन जब यह बात कच्छ की रानी ने सुनी तो उन्होंने उसके पास संदेश भिजवाया कि इसमें मंदिर का क्या दोष है, दोषी तो वहां के पंडे हैं. वो लिखते हैं, ""रानी ने इच्छा प्रकट की कि मंदिर को दोबारा बनवा दिया जाए. औरंगज़ेब के लिए अपने धार्मिक विश्वास के कारण, फिर से नया मंदिर बनवाना संभव नहीं था. इसलिए उसने मंदिर की जगह मस्जिद खड़ी करके रानी की इच्छा पूरी की."" प्रोफ़ेसर राजीव द्विवेदी समेत कई अन्य इतिहासकार भी इस घटना की पुष्टि करते हैं और कहते हैं कि औरंगज़ेब का यह फ़रमान हिन्दू विरोध या फिर हिन्दुओं के प्रति किसी घृणा की वजह से नहीं बल्कि उन पंडों के ख़िलाफ़ ग़ुस्सा था जिन्होंने कच्छ की रानी के साथ दुर्व्यवहार किया था. प्रोफ़ेसर हेरंब चतुर्वेदी कहते हैं कि कच्छ के राजा कोई और नहीं बल्कि आमेर के कछवाहा शासक थे. प्रोफ़ेसर चतुर्वेदी कहते हैं कि मंदिर गिराने का आदेश औरंगज़ेब ने दिया था लेकिन मंदिर को गिराने का काम कछवाहा शासक राजा जय सिंह की देख-रेख में किया गया था. प्रोफ़ेसर चतुर्वेदी कहते हैं, ""स्वर्ण मंदिर में जो ऑपरेशन ब्लू स्टार हुआ था उसके आलोक में हमें इस घटना को देखना चाहिए. मंदिर तोड़ने पर जैसा रोष तत्कालीन हिन्दू समाज पर हुआ होगा वैसा ही ऑपरेशन ब्लू स्टार का सिख समाज में हुआ और उसका हश्र, इंदिरा गांधी ने भुगता. यह इतिहास ही नहीं, इतिहास समझने की दृष्टि भी है."" 1991 से पहले की याचिकाएं इस वर्ष अप्रैल में वाराणसी की एक निचली अदालत ने पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को ज्ञानवापी परिसर के सर्वेक्षण का आदेश दिया था. ये आदेश उन याचिकाओं पर दिए गए थे जो साल 1991 में दायर की गईं और उसी साल संसद ने उपासना स्थल क़ानून बनाया. 18 सितंबर 1991 में बने इस क़ानून के मुताबिक, 15 अगस्त 1947 से पहले अस्तित्व में आए किसी भी धर्म के पूजा स्थल को किसी दूसरे धर्म के पूजा स्थल में नहीं बदला जा सकता. और यदि कोई ऐसा करने की कोशिश करता है तो उसे एक से तीन साल तक की जेल और जुर्माना हो सकता है. चूंकि, अयोध्या से जुड़ा मुक़दमा आज़ादी के पहले से अदालत में लंबित था, इसलिए अयोध्या मामले को इस क़ानून के दायरे से बाहर रखा गया था. स्थानीय लोगों के मुताबिक, मंदिर-मस्जिद को लेकर कई बार विवाद हुए हैं लेकिन ये विवाद आज़ादी से पहले के हैं, उसके बाद के नहीं. ज़्यादातर विवाद मस्जिद परिसर के बाहर मंदिर के इलाक़े में नमाज़ पढ़ने को लेकर हुए थे. सबसे अहम विवाद साल 1809 में हुआ था जिसकी वजह से सांप्रदायिक दंगे भी हुए थे. वाराणसी में पत्रकार अजय सिंह बताते हैं, ""1991 के क़ानून के बाद मस्जिद के चारों ओर लोहे की चहारदीवारी बना दी गई हालांकि उसके पहले यहां किसी तरह के क़ानूनी या फिर सांप्रदायिक विवाद की कोई घटना सामने नहीं आई थी."" https://www.youtube.com/watch?v=wZ7grtwx3Zc मस्जिद की इंतज़ामिया कमेटी के संयुक्त सचिव सैयद मोहम्मद यासीन भी इस बात की पुष्टि करते हैं. यासीन कहते हैं, ""साल 1937 में फ़ैसले के तहत मस्जिद का एरिया एक बीघा, नौ बिस्वा और छह धूर तय किया गया था लेकिन 1991 में सिर्फ़ मस्जिद के निर्माण क्षेत्र को ही घेरा गया और अब मस्जिद के हिस्से में उतना ही क्षेत्र है. यह कितना है, इसकी कभी नाप-जोख नहीं की गई है. विवाद हमारे जानने में कभी हुआ ही नहीं. यहां तक कि ऐसे भी मौक़े आए कि ज़ुमे की नमाज़ और शिवरात्रि एक ही दिन पड़ी, लेकिन तब भी सब कुछ शांतिपूर्वक रहा."" साल 1991 में सर्वेक्षण के लिए अदालत में याचिका दायर करने वाले हरिहर पांडेय बताते हैं, ""साल 1991 में हम तीन लोगों ने ये मुक़दमा दाख़िल किया था. मेरे अलावा सोमनाथ व्यास और संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में प्रोफ़ेसर रहे रामरंग शर्मा थे. ये दोनों लोग अब जीवित नहीं हैं."" इस मुक़दमे के दाख़िल होने के कुछ दिनों बाद ही मस्जिद प्रबंधन कमेटी ने केंद्र सरकार की ओर से बनाए गए उपासना स्थल क़ानून, 1991 का हवाला देकर इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने साल 1993 में स्टे लगाकर यथास्थिति क़ायम रखने का आदेश दिया था लेकिन स्टे ऑर्डर की वैधता पर सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के बाद साल 2019 में वाराणसी कोर्ट में फिर से इस मामले में सुनवाई शुरू हुई और इसी सुनवाई के बाद मस्जिद परिसर के पुरातात्विक सर्वेक्षण की मंज़ूरी दी गई. (ये लेख सबसे पहले 13 अप्रैल 2021 को प्रकाशित किया गया था)",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/how-confused-opposition-is-easing-bjp-s-path-for-2024-652909.html,कैसे भ्रमित विपक्ष 2024 के लिए आसान कर रहा है बीजेपी का रास्ता ?,"कैसे भ्रमित विपक्ष 2024 के लिए आसान कर रहा है बीजेपी का रास्ता ? By Anjan Kumar Chaudhary | Published: Monday, December 13, 2021, 14:00 [IST] नई दिल्ली, 13 दिसंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी सरकार के खिलाफ विपक्षी एकता की बात तो जोर-शोर से की जाती है, लेकिन पिछले दो हफ्तों में ही विपक्षी राजनीति को देखने से लगता है कि वह 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद से अभी तक वह दिशाहीन ही बनी हुई है। संसद के भीतर हो या संसद के बाहर, भाजपा के खिलाफ विपक्षी लामबंदी ढीली पड़ती जा रही है। यहां मौजूदा सरकार के खिलाफ मजबूत मोर्चा बनाने से ज्यादा जोर खुद को विपक्ष का चेहरा बनाने पर है। विपक्ष का ज्यादातर ऐक्शन जमीनी तथ्यों से परे नजर आ रहा है और उसपर फोकस करने की कोई गंभीर पहल भी नहीं दिख रही है। सवाल है कि ऐसे आधे-अधूरे मन और खुद की इमेज चमकाने में जुटे नेताओं की वजह से क्या भाजपा के लिए 2024 चुनाव का रास्ता खुद ही आसान नहीं किया जा रहा है। सिर्फ तथ्यों पर आधारित जानकारी पर विचार कीजिए और मौजूदा राजनीतिक स्थिति का खुद ही आकलन करिए। पवार ने अपने सारे पत्ते नहीं खोले हैं एनसीपी नेता शरद पवार पहले जरूर कह चुके हैं कि बीजेपी विरोधी विपक्षी गठबंधन कांग्रेस के बिना मुमकिन नहीं है। लेकिन, उनसे मुलाकात के बाद उनकी मौजूदगी में ही पश्चिमी बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस महीने के पहले दिन ही जिस तरह से यूपीए के अस्तित्व को नकार दिया तो लगा था कि पवार अब टीएमसी सुप्रीमो के लिए पिच तैयार करने लगे हैं। लेकिन, सिर्फ 12 दिन बाद ही एनसीपी ने जिस तरह से उन्हें 2024 के लिए उन्हें प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर प्रोजेक्ट करने की कोशिश की है, उससे लगता है कि मराठा नेता ने अपने सारे पत्ते अभी नहीं खोले हैं। पवार के 81वें जन्मदिन पर पार्टी नेता छगन भुजबल ने कहा कि, 'आज देश का काफी सारा विपक्ष उनकी ओर (पवार) उम्मीद से देख रहा है। आपने महाराष्ट्र में जो चमत्कार (शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस की सरकार बनवाकर) किया है, आपको 2024 में दिल्ली में भी वही चमत्कार करना चाहिए।' पवार के भतीजे ने उनके लिए पेश की दावेदारी अकेले भुजबल पवार के नाम पर बैटिंग नहीं कर रहे हैं। पार्टी सांसद अमोल खोले ने तो पवार को पीएम मटेरियल बताने के लिए दलील भी तैयार कर ली है। उनका कहना है कि 'देश को आज आपके (पवार) मार्गदर्शन की आवश्यकता है। अगर 26 सांसदों वाला गुजरात अपना प्रधानमंत्री बना सकता है (तथ्य यह है कि पीएम मोदी यूपी के वाराणसी से सांसद हैं, जहां भाजपा को लगातार दो चुनावों से अधिकतर सीटें मिल रही हैं), तो 48 सांसदों वाले राज्य (महाराष्ट्र) का प्रधानमंत्री क्यों नहीं हो सकता है? वे (पवार)देश के सबसे ऊंचे पद पर क्यों नहीं बैठ सकते? हमें यह सोचना होगा और इसके लिए काम करना होगा।' गौरतलब है कि पवार खुद ही कह चुके हैं कि उनकी पार्टी के पास इतने सांसद ही नहीं होंगे कि वह खुद को पीएम पद का उम्मीदवार समझने लगें। लेकिन, उनके भतीजे रोहित पवार जो इशारा कर रहे हैं, उससे जाहिर है कि किसके अंतर्मन में क्या चल रहा है। उन्होंने कहा, 'यह (प्रधानमंत्री) पद के लिए नहीं, बल्कि लोकतंत्र बचाने की लड़ाई है और अगर पवार साहेब इसका नेतृत्व करते हैं और यदि बाकी नेता उनका समर्थन करते हैं, तब बीजेपी के विरोध में विकल्प तैयार हो सकता है।' ममता बनर्जी अपने लिए कर रही हैं बैटिंग बंगाल से बाहर कांग्रेस की जमीन पर अपने लिए आधार तैयार करने में जुटीं ममता बनर्जी ने यूपीए और कांग्रेस के राहुल गांधी की ओर इशारा करके जो कुछ कहा था, वह मराठा नेता की मौजूदगी में कहा था। उन्होंने साफ कहा था कि यूपीए जैसा अब कुछ है ही नहीं। ऊपर से बिना नाम लिए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की राजनीतिक गंभीरता पर सवाल खड़े कर दिए थे। उन्होंने गोवा में टीएमसी का आधार मजबूत करने के लिए ऐसे लोक-लुभावन वादे किए हैं, जिसपर दिग्गज कांग्रेसी पी चिदंबरम कह रहे हैं कि 'गोवा का तो भगवान ही मालिक है।' पश्चिम बंगाल के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में कांग्रेस के पूर्व नेता सदन अधीर रंजन चौधरी तो ममता बनर्जी पर बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर कांग्रेस को कमजोर करने के आरोप तक लगा चुके हैं। वहीं, राजनीतिक विश्लेषकों का साफ मानना है कि पश्चिम बंगाल की सीएम ने प्रदेश में तीसरी बार सत्ता में आकर इतनी उत्साहित हैं कि वह 2024 के लिए अपना राष्ट्रीय जनाधार कायम करने में लगी हैं और मकसद सिर्फ एक ही है कि खुद को पीएम मोदी के खिलाफ विपक्ष का चेहरा के रूप में प्रोजेक्ट करना। कांग्रेस तो बाई-डिफॉल्ट मानती है राहुल को पीएम मटेरियल 2024 के लोकसभा चुनाव में अभी कम से कम ढाई साल बाकी हैं। लेकिन, इतने पहले विपक्ष में जो राजनीति शुरू हुई है, उससे तय है कि बीजेपी-विरोधी मुख्य विपक्षी खेमे में अभी तक कम से कम तीन नेताओं के लिए पीएम-उम्मीदवारी की दावेदारी ठोकी जा चुकी है। क्योंकि, पवार और बनर्जी के अलावा कांग्रेस के नेता राहुल गांधी तो बाय-डिफॉल्ट पीएम पद के उम्मीदवार तो माने ही जाते रहे हैं। हाल ही में राहुल से कई दफे मिल चुके शिवसेना प्रवक्ता और सांसद संजय राउत ने पार्टी के मुखपत्र सामना में अपने कॉलम में लिखा है, 'राहुल गांधी के नेतृत्व को लेकर बहुत ज्यादा भ्रांति और गलतफहमी पैदा की जा रही है......इस तरह की तस्वीर पेश की जा रही है कि विपक्ष उनके नेतृत्व में एकजुट होने को तैयार नहीं है, जैसे कि (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी और बीजेपी के लिए राजनीतिक मैदान खुला रह जाए.....यह सच नहीं है।' वैसे ममता बनर्जी ने राहुल की राजनीतिक गंभीरता को लेकर जो पश्नचिन्ह खड़े किए हैं, वह पवार की मौजूदगी में ही किए हैं और पिछले दो वर्षों से मराठा नेता ही राउत और शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे के भी मेंटर बने हुए हैं। कांग्रेस विपक्ष को नेतृत्व देने से क्यों पिछड़ रही है ? शुरू में ही कहा है विपक्ष चाहे दावे जितने करे, लेकिन वह बीजेपी और पीएम मोदी के खिलाफ एकजुटता कायम करने को लेकर अभी भी भ्रमित ही लग रहा है। एक उदाहरण रविवार को जयपुर में महंगाई के खिलाफ हुई कांग्रेस की विशाल रैली का भी है। केंद्र की बीजेपी सरकार के खिलाफ महंगाई इस समय बड़ा मुद्दा है। लेकिन, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने वहां हिंदू या हिंदुत्व जैसे मुद्दे उछालकर खूब तालियां बटोरीं। जबकि, कांग्रेस चाहती तो महंगाई के मसले पर भारतीय जनता पार्टी को घेरने के लिए उसके पास काफी कुछ था। पांच राज्यों में चुनाव होने हैं और वहां बीजेपी को इस मुद्दे पर आसानी से घेरा जा सकता है। लेकिन, खुद ही ऐसे मुद्दे पर उसे दावत दी जा रही है, जिसपर भाजपा के लिए खेलना ज्यादा आसान साबित हो सकता है। भ्रमजाल से नहीं निकल पा रहा विपक्ष ? विपक्षी खेमे की अगुवाई की उम्मीद करने वाली पार्टियों का रुख स्पष्ट है। लेकिन, कांग्रेस अभी भी धरातल की राजनीति से दूर होकर उम्मीदों के सहारे सियासत करती नजर आ रही है। पार्टी के एक नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने टीओआई को दिए एक इंटरव्यू में कहा है, 'विपक्ष की एकता ना सिर्फ समय की मांग है, बल्कि 2024 में यह होगा। किसी को भी शुरुआती झटकों से गुमराह नहीं किया होना चाहिए, जो स्थानीय चुनावों तक सीमित हो सकती हैं या क्षेत्रीय कारणों से हो सकती हैं।' सवाल है कि अगर टीएमसी गोवा में खुद को मजबूत कर रही है या फिर उत्तर-पूर्व में कांग्रेस की जमीन खिसका रही है तो उससे आखिर नुकसान किसका हो रहा है? अगर गोवा में बीजेपी सरकार के खिलाफ अलग-अलग लड़ रही आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और टीएमसी की वजह से भाजपा को फायदा हुआ तो राजनीतिक मुश्किल किसके लिए खड़ी होगी?",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/congress-sonia-gandhi-raises-in-lok-sabha-issue-of-cbse-english-paper-rahul-gandhi-slams-rss-bjp-652904.html,"संसद में गूंजा CBSE के अंग्रेजी पेपर का मुद्दा, सोनिया और राहुल गांधी ने सरकार को घेरा","संसद में गूंजा CBSE के अंग्रेजी पेपर का मुद्दा, सोनिया और राहुल गांधी ने सरकार को घेरा By Love Gaur | Updated: Monday, December 13, 2021, 14:04 [IST] नई दिल्ली, 13 दिसंबर: सीबीएसई की ओर से बनाए गए 10वीं बोर्ड के अंग्रेजी के पेपर का विवाद अब बढ़ता जा रहा है। जहां पहले छात्र-छात्राओं और कई टीचर्स ने पेपर में गलतियों को लेकर सवाल उठाए थे। वहीं अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी पेपर के बहाने बीजेपी और आरएसएस पर हमला बोला है। राहुल गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा कि आरएसएस और बीजेपी युवाओं के मनोबल और भविष्य को कुचलने पर तुला हुआ है। वहीं इस मुद्दे को सोमवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी लोकसभा में उठाया। Sonia Gandhi ने Lok Sabha में उठाया CBSE के आपत्तिजनक कंटेंट का मुद्दा, की ये मांग | वनइंडिया हिंदी अंग्रेजी के पेपर के बढ़ते विवाद के बीच अब राहुल गांधी ने सोमवार को ट्वीट करते हुए लिखा अब तक के अधिकांश CBSE पेपर बहुत कठिन थे और अंग्रेजी के पेपर में कॉम्प्रिहेंशन पैसेज सबसे ज्यादा घृणित था। आरएसएस-भाजपा युवाओं के मनोबल और भविष्य को कुचलने पर अमादा हैं। इसी के साथ कांग्रेस नेता ने आगे लिखा कि बच्चों, अपना सर्वश्रेष्ठ करो। मेहनत रंग लाती है। कट्टरता नहीं है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/question-of-cbse-examination-priyanka-surrounded-modi-govt-are-we-teaching-this-nonsense-to-children-652899.html,"CBSE परीक्षा के सवाल पर प्रियंका ने मोदी सरकार को घेरा, क्‍या हम बच्‍चों को ये बकवास सिखा रहे?","CBSE परीक्षा के सवाल पर प्रियंका ने मोदी सरकार को घेरा, क्‍या हम बच्‍चों को ये बकवास सिखा रहे? By Bhavna Pandey | Updated: Tuesday, December 14, 2021, 0:27 [IST] नई दिल्‍ली, 13 दिसंबर। केंद्रीय माध्‍यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10 वीं की परीक्षा के अंग्रेजी विषय के प्रश्‍नपत्र में पूछे गए एक सवाल पर विवाद शुरू हो चुका है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस पर आपत्ति जताते हुए ट्वीट करते हुए मोदी सरकार को घेरा है। CBSE English Paper में एक सवाल पर Rahul Gandhi, Priyanka Gandhi का सरकार पर निशाना | वनइंडिया हिंदी प्रियंका गांधी ने लिखा क्‍या हम वाकई बच्‍चों को ये बकवास सिखा रहे? प्रियंका गांधी ने इस मामले पर प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त करते हुए लिखा- अविश्वसनीय! क्या हम वाकई बच्चों को यह बकवास सिखा रहे हैं?स्पष्ट रूप से भाजपा सरकार महिलाओं पर इन विचारों का समर्थन करती है, नहीं तो वो इसे सीबीएसई पाठ्यक्रम में क्यों शामिल करते? जानें प्रश्‍नपत्र में क्‍या लिखा था बता दें शनिवार को सीबीएसईअंग्रेजी परीक्षा के प्रश्न पत्र में एक पैसेज में लिखे वाक्‍यों पर प्रियंका गांधी ही नहीं अभिभावकों ने भी आपत्ति जताई थी। परीक्षा के पेपर के इस पैसेज में लिखा था जिसमें लिखा था वो अपनी ही दुनिया में रहतीं है। वहीं दूसरी लाइन में लिखा था आजकल की आधुनिक महिलाएं अपने पति की बात नहीं मानती हैं। वहीं तीसरी लाइन में लिखा था बीसवीं सदी में बच्चे कम हो गए हैं जिसका कारण नारीवादी विद्रोह है। सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा पैसेज के अंश सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जिसमें लोगों ने सीबीएसई को जेंडर स्टीरियोटाइप और महिला विरोधी माना जा रहा है। माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर #CBSEinsultswomen ट्रेंड करने लगा। राहुल गांधी ने इसे घृणित बताया कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधते हुए इसे 'घृणित' बताया है। तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता लक्ष्मी रामचंद्रन ने कहा, यह अपमानजनक रूप से निरर्थक पठन मार्ग 10 वीं सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के पेपर में आज दिखाई दिया। हम अपने बच्चों को क्या सिखा रहे हैं? सीबीएसई को स्पष्टीकरण देना होगा और हमारे बच्चों को इसके साथ भड़काने के लिए माफी मांगनी होगी। "" सीबीएससी बोर्ड ने दिया ये जवाब सीबीएसई बोर्ड ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि कल आयोजित सीबीएसई दसवीं क्लास के अंग्रेजी पेपर के एक सेट में कुछ माता-पिता और छात्रों से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली है। हालां‍कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने अब इस मामले को विषय विशेषज्ञों के पास भेज दिया है और कहा मामले को बोर्ड की पूर्व-निर्धारित प्रक्रियाओं के अनुसार विचार के लिए विषय विशेषज्ञों के पास भेजा जाएगा। बोर्ड द्वारा जारी सही उत्तर विकल्प और उत्तर कुंजी के संबंध में, यह स्पष्ट किया जाता है कि यदि विशेषज्ञों का मानना ​​​​है कि मार्ग से पता चलता है कई व्याख्याएं, छात्रों के हितों की रक्षा के लिए उचित कार्रवाई की जाएगी। कंगना रनौत को 22 दिसंबर को इस मामले में मुंबई पुलिस के सामने होना होगा पेश, बॉम्‍बे हाईकोर्ट ने दिया आदेश 12 की परीक्षा में पूछा गया था ये सवाल बता दें दिसंबर में शुरू हुई सीबीएसई कक्षा 12 के समाजशास्त्र के पेपर ने छात्रों से उस पार्टी का नाम बताने के लिए कहा, जिसके तहत ""गुजरात में 2002 में मुस्लिम विरोधी हिंसा"" हुई थी, जिसे बोर्ड ने बाद में ""अनुचित"" और उसके दिशानिर्देशों के खिलाफ कहा था।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/manipur-election-2022-story-of-former-footballer-and-cm-n-biren-singh-652883.html,मणिपुर विधानसभा चुनाव: राज्य में फुटबॉल है जुनून और CM हैं पूर्व फुटबॉलर,"मणिपुर विधानसभा चुनाव: राज्य में फुटबॉल है जुनून और CM हैं पूर्व फुटबॉलर By Ashok Kumar Sharma | Updated: Monday, December 13, 2021, 12:13 [IST] नई दिल्ली, 13 दिसंबर। मणिपुर में फुटबॉल खेल नहीं जुनून है। यह भारत का पहला राज्य है जहां एक राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी (फुटबॉल) मुख्यमंत्री बना। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह मशहूर फुटबॉल खिलाड़ी रहे हैं। फुटबॉल के कारण ही उनका बीएसफ में चयन हुआ था। वे बीएसएफ की फुटबॉल टीम का अहम हिस्सा थे। बीएसएफ की टीम 1981 के डुरंड कप प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंची थी। फाइनल में उसका मुकाबला जेसीटी मिल्स फगवाड़ा से हुआ। बीएसएफ ने 1-0 से मुकबला जीत कर भारत की सबसे पुरानी फुटबॉल प्रतियोगिता का चैम्पियन बनने का गौरव प्राप्त किया था। इस विजेता टीम में एन बीरेन सिंह भी शामिल थे। बेटे को पेले के नाम से बुलाते हैं भाजपा के एन बीरेन सिंह आज मुख्यमंत्री हैं। लेकिन उनका फुटबॉल प्रेम पहले की तरह बरकरार है। उनके घर के मुख्य दरवाजे पर आज भी डुरंड कप विजेता टीम की वह तस्वीर लगी हुई जिसमें वे शामिल थे। फुटबॉल के प्रति दिवानगी की वजह से ही एन बीरेन सिंह ने अपने बेटे का नाम जीको रख दिया है। जीको ब्राजील के स्टार फुटबॉलर रहे हैं। वे जीको को घर में पेले के नाम से बुलाते हैं। पेले फुटबॉल के महानतम खिलाड़ी माने जाते हैं। मणिपुर में फुटबॉल एक लोकप्रिय खेल है। वहां के बच्चों का बचपन गेंद की किक से शुरू होता है। ये 1979 की बात है। एन बीरेन सिंह की उम्र तब 18 साल की थी। वे एक उभरते हुए फुटबॉल खिलाड़ी थे। राजधानी इम्फाल में एक फुटबॉल प्रतियोगिता हो रही थी जिसमें बीएसएफ के अधिकारी भी आये हुए थे। वे बीरेन सिंह के खेल से बहुत प्रभावित हुए और बीएसएफ में भर्ती का प्रस्ताव दे दिया। बीरेन सिंह बीएसएफ की तरफ से फुटबॉल खेलने लगे। डुरंड कप प्रतियोगिता जीतने के बाद उन्होंने बीएसएफ छोड़ दी और मणिपुर की टीम से खेलने लगे। करीब दस साल तक उन्होंने फुटबॉल में अपना कमाल दिखाया। फिर पत्रकार बन गये। उसके बाद राजनीति में आये और 41 की उम्र में विधायक बन गये। मणिपुर भारत का मणि मणिपुर भारत का 'मणि' है। भारतीय गौरव का प्रतीक है। विश्व में भारत की प्रतिष्ठा को बढ़ाने में अग्रणी। इसकी खूबसूरती गुलाब की तरह है। कुछ कांटे तो हैं लेकिन सुगंध से पूरा भारत सुवासित है। अलगावाद, हिंसा, जातीय संघर्ष, गरीबी, अफीम जैसी कई समस्याओं से ग्रसित है मणिपुर। लेकिन इसके बाद भी यह भारत का मुकुटमणि है। यह छोटा सा राज्य यशस्वी खिलाड़ियों के कारण भारत का सिरमौर है। टोकिये ओलम्पिक में भारत को पहला पदक मणिपुर की मीरा बाई चानू ने दिलाया था। भारतीय ओलम्पिक में मणिपुर के छह खिलाड़ी शामिल थे- मीरा बाई चानू (भारोत्तोलन), मेरी कॉम ( बॉक्सिंग), सुशीला चानू (महिला हॉकी), एक नीलकांता (पुरुष हॉकी), देवेन्द्रो सिंह (बॉक्सिंग), एल सुशीला देवी (जुडो)। मणिपुर की एक पहचान फुटबॉल भी है। विश्वकप फुटबॉल 2022 क्वालिफायर्स प्रतियोगिता के लिए जो भारतीय टीम चुनी गयी थी उसमें मणिपुर के छह खिलाड़ी शामिल थे। 2017 में जूनियर विश्वकप फुटबॉल प्रतियोगिता के लिए चुनी गयी भारतीय टीम में मणिपुर के आठ खिलाड़ी शामिल थे। राजनीति के उबड़-खाबड़ रास्ते इस सुंदर गुलाब में कुछ कांटे भी हैं। अलगाववादी हिंसा यहां की एक बड़ी समस्या है। पिछले महीने ही आतंकियों ने असम राइफल्स के कमांडिग ऑफिसर कर्नल बिप्लव त्रिपाठी के काफिले पर हमला कर दिया था जिसमें सात लोग मारे गये थे। भारत की अखंडता को कायम रखने और आतंकवाद की समस्या पर नियंत्रण के लिए पूर्वोत्तर के राज्यों में सशस्त्र बल (विशेष शक्ति) अधिनियम यानी अफस्पा लागू किया गया है। लेकिन नगालैंड की घटना के बाद अफस्पा अब मणिपुर में चुनावी मुद्दा बनता दिख रहा है। कांग्रेस ने घोषणा की है कि अगर उसकी सरकार बनी तो इस कानून को हटा दिया जाएगा। यहां तक कि भाजपा की सहयोगी पार्टी नगा पीपल्स फ्रंट और नेशनल पीपल्स पार्टी ने भी इस कानून को वापस लेने की मांग कर दी है। मणिपुर में अफस्पा हटाने का वायदा उसी तरह है जैसे देश से गरीबी हटाने का वायदा है। इसके पहले कांग्रेस यहां 15 साल तक सत्ता में रही। लेकिन उसने कभी इस कानून को हटाने के लिए पहल नहीं की। सिर्फ वोट के लिए इस मुद्दे को उछाला जाता है। मणिपुर के लोग इस कठोर कानून का विरोध तो करते हैं लेकिन जब राजनीतिक फैसले का वक्त आता है तो भटक जाते हैं। 2017 के चुनाव में भी अफस्पा एक चुनावी मुद्दा था। अफस्पा के खिलाफ लौहमहिला इरोम शर्मिला ने 16 साल तक लगातार अनशन किया था। उनके आंदोलन का देश और दुनिया भर में नाम था। लेकिन जब वे 2017 के चुनाव में खड़ी हुईं तो उनकी शर्मनाक हार हो गयी। उन्हें सिर्फ 90 वोट मिले थे। मतदान की यह प्रवृति अचंभित करने वाली है। ऐसे में यह कहना मुश्किल है कि 2022 में अफस्पा कितना बड़ा चुनावी मुद्दा बन पाएगा।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/brahmins-join-the-samajwadi-party-increase-pressure-on-yogi-adityanath-652865.html,'ब्राह्मणों' के समाजवादी पार्टी से जुड़ने से कितना बढ़ेगा योगी आदित्यनाथ पर दबाव?,"ब्राह्मणों' के समाजवादी पार्टी से जुड़ने से कितना बढ़ेगा योगी आदित्यनाथ पर दबाव? By BBC News हिन्दी Updated: Monday, December 13, 2021, 15:57 [IST] बहुजन समाज पार्टी से निकाले गए नेता और पूर्वांचल के गोरखपुर के आसपास एक बड़ा ब्राह्मण चेहरा माने जाने वाले हरिशंकर तिवारी रविवार को अपने दो बेटों के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए. उनके बड़े बेटे भीम शंकर तिवारी उर्फ़ कुशल तिवारी संत कबीर नगर से लोकसभा सांसद रह चुके हैं. वहीं उनके छोटे बेटे विनय शंकर तिवारी गोरखपुर के चिल्लूपार से बसपा के विधायक हैं. सभी के सपा में शामिल होने की संभावनाओं को देखते हुए पिछले हफ़्ते इन लोगों को बहुजन समाज पार्टी से निकाल दिया गया था. इन सबके अलावा, संत कबीर नगर के ख़लीलाबाद से विधायक दिग्विजय नारायण चौबे उर्फ़ जय चौबे ने भी बीजेपी छोड़कर सपा की सदस्यता ले ली. भाजपा से सपा में शामिल होने वाले वो दूसरे विधायक हैं. इससे पहले सीतापुर से बीजेपी विधायक राकेश राठौड़ भी सपा से जुड़ चुके हैं. बसपा के शासनकाल में उत्तर प्रदेश विधान परिषद के अध्यक्ष गणेश शंकर पांडेय ने भी सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है. पार्टी में इन नेताओं का स्वागत करते हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, ""इतना बड़ा परिवार अब हमारे साथ जुड़ गया है और विधायक विनय शंकर तिवारी भी पार्टी में आ गए हैं, तो फिर सपा का कोई मुक़ाबला नहीं कर सकता. सपा में आकर आपने पार्टी की लड़ाई को और मज़बूत बना दिया है."" हरिशंकर तिवारी के परिवार और जय चौबे के सपा में शामिल होने से अखिलेश यादव अब ये संकेत देना चाह रहे हैं कि उत्तर प्रदेश के ब्राह्मण, बीजेपी और योगी सरकार से नाराज़ हैं और चुनावी जंग में सपा को ज़्यादा मज़बूत मान रहे हैं. 2022 के विधानसभा चुनावों के पहले विपक्ष भाजपा को ब्राह्मण विरोधी साबित करने में लगा हुआ है. चिल्लूपार से विधायक विनय शंकर तिवारी ने कहा, ""हम लोग ब्राह्मण समाज से आते हैं और उस समाज पर इतना अन्याय और अत्याचार हुआ है जितना शायद ही किसी ने कभी किया हो."" मोदी-योगी बनाम अखिलेश: विरोधी पर आरोपों की 'चोट' से मिलेंगे वोट? प्रियंका गांधी की सक्रियता से यूपी में कांग्रेस से ज़्यादा फ़ायदा बीजेपी को होगा? कैराना: पलायन के बाद घर वापसी पर योगी सरकार का दावा कितना सही यूपी की सियासत में कैसी है ब्राह्मणों की हिस्सेदारी? एक अनुमान के मुताबिक़ उत्तर प्रदेश में 11 प्रतिशत ब्राह्मण हैं. पूर्वांचल में इनकी तादाद 20 प्रतिशत मानी जाती है. वहीं राज्य में ठाकुर यानी राजपूतों की तादाद क़रीब 7 प्रतिशत बताई जाती है. राज्य के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा को प्रदेश की बीजेपी का सबसे बड़ा ब्राह्मण चेहरा माना जाता है. उनके अलावा विधि मंत्री बृजेश शुक्ल भी पार्टी के कद्दावर ब्राह्मण नेताओं में गिने जाते हैं. बीजेपी प्रबुद्ध सम्मेलनों के ज़रिए ब्राह्मणों को पार्टी से जोड़े रखने की लगातार कोशिशें कर रही है. बसपा भी अपने नेता और राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र मिश्र के नेतृत्व में ब्राह्मणों को 2007 के चुनावों की तर्ज़ पर फिर से पार्टी से जोड़ने के लिए प्रबुद्ध वर्ग सम्मलेन करा रही है. लेकिन अपने पुराने नेताओं से बसपा की नाराज़गी और विधायकों के निलंबन और निष्कासन के बाद हरिशंकर तिवारी जैसे नेता अब दूसरी पार्टियों में अपना भविष्य तलाशने को मजबूर हो गए हैं. उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य बोले-मथुरा की तैयारी, छिड़ी बहस पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से योगी को चुनाव में कितना फ़ायदा मिलेगा? कृषि क़ानूनों की वापसी की घोषणा पर किसने क्या कहा रविवार को हुई प्रेस कॉन्फ़्रेंस में प्रदेश की वरिष्ठ पत्रकार सुमन गुप्ता भी मौजूद थीं. उनके मुताबिक़, ""ब्राह्मण बिरादरी का वोट भले कम है, लेकिन ब्राह्मण 'ओपिनियन मेकिंग' बिरादरी है, तो वो राय बनाने का काम करती है. इन नेताओं के सपा में शामिल होने से गोरखपुर या उसके आसपास के इलाक़ों में ही नहीं, बल्कि प्रदेश भर में थोड़ा संदेश जाएगा कि पिछड़ों की पार्टी माने जाने वाली सपा में गोरखपुर के ब्राह्मण शामिल हो रहे हैं."" तो क्या हरिशंकर तिवारी के परिजनों के सपा में शामिल होने से गोरखपुर में सपा को मज़बूती मिलेगी? इस बारे में सुमन गुप्ता कहती हैं, ""गोरखपुर में ब्राह्मण और ठाकुर की अलग अलग राजनीति चलती है. यानी जहां ठाकुर जाता है, वहां अक्सर ब्राह्मण नहीं जाता. दोनों में पूरा सामंजस्य नहीं होता. इसलिए तिवारी परिवार के सपा में शामिल होने का थोड़ा फ़ायदा तो अखिलेश यादव को ज़रूर मिलेगा.'' उनके अनुसार, ''इस परिवार का प्रभाव सिर्फ़ पूर्वांचल के गोरखपुर में ही नहीं, बल्कि पड़ोस के बस्ती और संत कबीर नगर ज़िले में भी दिखता है. हरिशंकर तिवारी बेरोज़गार और ग़रीब ब्राह्मण लड़कों की पढ़ाई में भी मदद करते हैं. इसलिए उनका दूसरे विधानसभा क्षेत्रों में बहुत ज़्यादा तो नहीं, लेकिन थोड़ा असर तो ज़रूर पड़ेगा."" बीजेपी का पश्चिमी यूपी के लिए क्या है 'गेमप्लान'? उत्तर प्रदेश के नेताओं को याद आ रहे हैं मोहम्मद अली जिन्ना अमित शाह का वाराणसी दौरा विधानसभा चुनाव के लिए कितना अहम? सपा के इस दांव पर बसपा और बीजेपी की राय अगस्त और सितंबर से प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलनों के ज़रिए ब्राह्मणों को फिर से अपने साथ जोड़ने की कोशिश में लगी बसपा का मानना है कि तिवारी परिवार के सपा में शामिल होने से पार्टी को कोई ख़ास नुक़सान नहीं होगा. बसपा के प्रवक्ता एमएच ख़ान का कहना है, ""हरिशंकर तिवारी और उनके परिवार को जो कुछ भी बनाया वो बहन मायावती ने बनाया. उन्हें एमएलए, मिनिस्टर बनाया. ये धोख़ेबाज़ लोग हैं. पार्टी में अनुशासनहीनता को कोई बर्दाश्त नहीं करेगा. इसलिए ये पार्टी से निकाले गए हैं. अब वे जहां चाहें वहां जाएं, उससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता."" बसपा का मानना है कि उसके पास अभी भी सतीश चंद्र मिश्र, पूर्व मंत्री नकुल दुबे, मथुरा के पूर्व विधायक श्याम सुंदर शर्मा जैसे नेता मौजूद हैं जो ब्राह्मणों को पार्टी से जोड़ने की कोशिशें कर रहे हैं. वहीं सपा की इस ब्राह्मण स्ट्रेटेजी के बारे में बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता नवीन श्रीवास्तव कहते हैं, ""ख़लीलाबाद से विधायक जय चौबे हमारे विधायक रहे हैं, पर असल में वो हरिशंकर तिवारी के क़रीबी रहे हैं. 2017 में भाजपा में शामिल हुए और विधायक बन गए. चुनाव में ऐसे लोग आते-जाते रहते हैं और उससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता.'' वो आगे कहते हैं, ''हरिशंकर तिवारी के परिवार की जहां तक बात है तो वो भाजपा के विरोध में ही पिछले 20 वर्षों से बसपा में थे. उनके समर्थक भाजपा के विरोधी रहे हैं, तो उनके कहीं आने-जाने का भाजपा पर कोई असर नहीं पड़ेगा. कुछ नेताओं के आने-जाने को पूरे ब्राह्मण समाज का प्रतिनिधित्व नहीं मान सकते. ब्राह्मण बुद्धिजीवी है. ब्राह्मण राष्ट्र का निर्माता है और हमेशा राष्ट्रवादी विचारधारा वाली पार्टी के साथ रहता है. जिन्ना प्रेमियों के साथ ब्राह्मण समाज कभी नहीं जा सकता."" अखिलेश के साथ दूसरी पार्टियों के विधायक क्यों आ रहे? अखिलेश यादव की 'विजय रथ’ यात्रा बीजेपी के लिए कितनी बड़ी चुनौती यूपी में अखिलेश की सपा और जयंत की आरएलडी क्या मिला पाएँगे हाथ? विधायकों का सपा से जुड़ने का सिलसिला नवंबर में बसपा के कद्दावर नेता और कटेहरी से विधायक लालजी वर्मा और अकबरपुर से बसपा विधायक राम अचल राजभर ने अखिलेश यादव की मौजूदगी में अकबरपुर में जनसभा कर अपने समर्थकों के साथ सपा की सदस्यता ले ली. उससे पहले, अक्टूबर में बसपा के 6 निलंबित विधायकों असलम राइनी (भिनगा-श्रावस्ती), असलम अली चौधरी (धौलाना-हापुड़), मुज़्तबा सिद्दीक़ी (प्रतापपुर-इलाहाबाद), हाकिम लाल बिंद (हंडिया-प्रयागराज), हरगोविंद भार्गव (सिधौली-सीतापुर) और सुषमा पटेल (मुंगरा-बादशाहपुर) ने बसपा छोड़कर सपा का दामन थाम लिया था. उनके साथ बीजेपी के सीतापुर से विधायक राकेश राठौर भी सपा में शामिल हो गए थे. पूर्वांचल में सपा बढ़ा रही बीजेपी पर दबाव? अखिलेश यादव ख़ुद पूर्वांचल के आजमगढ़ से लोकसभा सांसद हैं. नवंबर में वो पूर्वांचल को अपनी रथ यात्राओं से नाप चुके हैं. पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के साथ देर रात तक निकाली गई समाजवादी रथ यात्राओं में ख़ासी भीड़ उमड़ी. इससे पार्टी को इलाक़े की क़रीब 150 सीटों पर अच्छे प्रदर्शन की नई उम्मीद जगी है. गोरखपुर सीएम योगी आदित्यनाथ का गृह ज़िला है और उसे 'सीएम सिटी' का दर्जा हासिल है. अखिलेश यादव पहले भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इलाक़े में राजनीतिक दबाव बरक़रार रखने वाले फ़ैसले लेते आए हैं. 2018 के गोरखपुर उपचुनाव में सपा ने निषाद पार्टी का समर्थन कर बीजेपी प्रत्याशी को हराने में मदद की थी. हालांकि बाद में निषाद पार्टी ने सपा छोड़कर भाजपा के साथ गठबंधन कर लिया था. ओम प्रकाश राजभर की पूर्वांचल के चार विधायकों वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के साथ गठबंधन करने का फ़ैसला भी इस इलाक़े में सपा को मज़बूत करने की उम्मीद से किया गया है. पूर्वांचल के 10 से 12 ज़िलों में राजभर बिरादरी का वोट 20 प्रतिशत है और उस नज़रिए से सपा और ओम प्रकाश राजभर का गठबंधन काफ़ी कारगर साबित हो सकता है. शायद इसीलिए ख़ुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वांचल के गोरखपुर, सुल्तानपुर, कुशीनगर और बलरामपुर के सरकारी लोकार्पण कार्यक्रमों में सीधे अखिलेश यादव पर राजनीतिक वार किया है.",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/bangladesh-india-and-pakistan-different-paths-on-the-path-of-development-652855.html,"बांग्लादेश, भारत और पाकिस्तान: विकास की राह पर तीनों के रास्ते अलग- हक़ीक़त है या नज़रों का धोखा?","बांग्लादेश, भारत और पाकिस्तान: विकास की राह पर तीनों के रास्ते अलग- हक़ीक़त है या नज़रों का धोखा? By BBC News हिन्दी Updated: Monday, December 13, 2021, 15:46 [IST] बांग्लादेश के आर्थिक विकास में गारमेंट उद्योग ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. बांग्लादेश दक्षिण एशिया का सबसे युवा राज्य है, लेकिन इसकी प्रति व्यक्ति जीडीपी पाकिस्तान से कई फीसदी और अपने से कई गुना बड़े भारत से भी अधिक है. इस समय बांग्लादेश को एक धर्मनिरपेक्ष राज्य दक्षिण एशियाई देश के रूप में तेज़ी से विकसित होने वाला देश माना जा रहा है, जिसके कारण इसमें राजनीतिक स्थिरता दिखाई दे रही है. साल 1971 में स्वतंत्र मुल्क बनने से पहले, बांग्लादेश एक इस्लामी देश पाकिस्तान का हिस्सा था, जहां अब इस्लामीकरण एक ही समय में राष्ट्रीय एकता और समाज के सांप्रदायिक विभाजन की एक बड़ी वजह बन गया है. हालांकि, जिस देश से ये दोनों देश अलग हुए थे, यानी भारत, लंबे समय तक धर्मनिरपेक्षता के बाद 'हिंदुत्व' की ओर बढ़ रहा है. यहां दक्षिणपंथी विचारधारा से प्रेरित सरकार और समाज फल-फूल रहा है. ग्लोबल इकोनॉमी नामक रैंकिंग जारी करने वाली एक वेबसाइट के अनुसार, असमान विकास सूचकांक में भारत 61वें स्थान पर है, बांग्लादेश 71वें और पाकिस्तान 82वें स्थान पर है. यह सूचकांक समाज में असमानता को दर्शाता है. अंतरराष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठन वर्ल्ड जस्टिस फ़ोरम के रूल ऑफ़ लॉ इंडेक्स में पाकिस्तान 130वें स्थान पर है. इसी सूचकांक में बांग्लादेश 124वें स्थान पर है. और भारत 79वें स्थान पर है. भारत की रैंकिंग एक नंबर कम हुई है और बांग्लादेश की रैंकिंग में सुधार हुआ जबकि पाकिस्तान की रैंकिंग में कोई बदलाव नहीं हुआ है. बांग्लादेश यूं बन रहा दक्षिण एशिया का नया टाइगर 1946 में कर दी थी 'बांग्लादेश' की भविष्यवाणी बांग्लादेश में शहरी जनसंख्या तेज़ी से बढ़ी है. विकास सूचकांक में तीनों की स्थिति विश्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 1971 में 67.35 अरब डॉलर थी, जबकि 2020 में यह 2620 अरब डॉलर थी (यानी औसत वार्षिक वृद्धि दर 7.7 फीसदी और 49 सालों में इसमें 38 गुना वृद्धि). साल 2019 में भारत की जीडीपी 2870 अरब डॉलर थी. 2020 में भारत की प्रति व्यक्ति आय 1900 डॉलर थी. दूसरी ओर, 1971 में बांग्लादेश की जीडीपी 8.75 करोड़ डॉलर थी, जो पिछले साल 2020 तक 324 अरब डॉलर हो गयी थी (यानी औसत वार्षिक वृद्धि दर 7.71 फीसदी और 49 सालों में 38.1 गुना वृद्धि). साल 2019 में बांग्लादेश की जीडीपी 302 अरब डॉलर थी. 2020 में प्रति व्यक्ति आय 1968 डॉलर थी, यानी भारत से ज़्यादा. वहीं पाकिस्तान की जीडीपी 1971 में 10.6 अरब डॉलर थी, जो पिछले साल तक 263 अरब डॉलर थी (यानी औसत वार्षिक विकास दर 6.68 फीसदी थी और 49 सालों में इसमें 23 गुना वृद्धि हुई). साल 2019 में पाकिस्तान की जीडीपी 278 अरब डॉलर थी, जो कि 2018 में 314 अरब डॉलर थी. 2020 तक पाकिस्तान में प्रति व्यक्ति आय 1193 डॉलर थी. चीन-नेपाल में उलझा भारत, उधर पाकिस्तान-बांग्लादेश में बढ़ी दोस्ती 'पाक से दूसरी जगहों पर पहुंचा है आतंकवाद' बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना 2008 से सत्ता में हैं. राजनीतिक व्यवस्था और स्थिरता राजनीतिक स्थिरता के मामले में, ग्लोबल इकोनॉमी की वेबसाइट पर भारत 159वें स्थान पर है, बांग्लादेश 161वें और पाकिस्तान 184वें स्थान पर है. न्यूजीलैंड और स्विट्जरलैंड जैसे देश इस रैंकिंग में शीर्ष पर हैं, जबकि यमन, अफ़ग़ानिस्तान और सीरिया जैसे देश क्रमशः 192, 193 और 194 रैंक पर हैं. वहीं कमज़ोर देश की रैंकिंग में भारत 63वें, बांग्लादेश 37वें और पाकिस्तान 27वें स्थान पर है. इस रैंकिंग में सबसे ऊपर यमन, सोमालिया और सीरिया जैसे देश आते हैं, और सबसे आख़िर में आइसलैंड, फ़िनलैंड और नॉर्वे हैं. संयुक्त राष्ट्र के 193 देशों के एक स्वतंत्र सर्वेक्षण के अनुसार, 2021 की सस्टेनेबल डेवलपमेंट रिपोर्ट में पाकिस्तान 129वें, भारत 120वें और बांग्लादेश 109वें स्थान पर है. इस रिपोर्ट में फ़िनलैंड, स्वीडन और डेनमार्क जैसे देश शीर्ष पर हैं, जबकि सोमालिया, चाड और दक्षिण सूडान जैसे देश सबसे नीचे हैं. स्टेट सिक्योरिटी थ्रेट (यानी सुरक्षा ख़तरे) की कैटेगरी में पाकिस्तान 27वें, बांग्लादेश 37वें और भारत 52वें स्थान पर है. इस सूची में अफ़ग़ानिस्तान, लीबिया और माली शीर्ष पर हैं, जबकि सिंगापुर, पुर्तगाल और स्लोवेनिया का स्थान सबसे नीचे है. बांग्लादेश को मान्यता देने पर कैसे मजबूर हुआ था पाकिस्तान? ढाका के गवर्नमेंट हाउस पर जब भारत के मिग विमानों ने किया हमला स्थायी स्थिरता की तुलना इतिहासकारों, राजनीतिक विशेषज्ञों और समाजशास्त्रियों के सामने बड़ा सवाल यही है कि तीनों देशों का इतिहास एक जैसा ही है. तीनों एक ही औपनिवेशिक ताकत के अधीन थे, जिससे ये आज़ाद हुए. द ग्लोबल इकोनॉमी, की वेबसाइट के अनुसार, 200 देशों की राजनीतिक स्थिरता की लिस्ट में भारत 159वें स्थान पर है, इसके बाद बांग्लादेश 161वें और पाकिस्तान 184वें स्थान पर है. प्यू रिसर्च इंस्टीट्यूट के अनुसार, लोगों के जीवन में धर्म के महत्व के संदर्भ में पाकिस्तान में 94 प्रतिशत लोगों के लिए उनका धर्म बहुत अहम है. इस तरह पाकिस्तान दुनिया के सबसे ज़्यादा धार्मिक देशों में गिना जाता है. जबकि बांग्लादेश में यह दर 81 प्रतिशत और भारत में 80 प्रतिशत है. NRC भारत का आंतरिक मामला: पीएम मोदी के दौरे से पहले बांग्लादेश परंपरागत रूप से चावल, गेहूं, मक्का, आलू का उत्पादन करने वाले बांग्लादेश ने अब शिमला मिर्च, ड्रैगन फ़्रूट और स्ट्रॉबेरी जैसी नई फ़सल उपजाना भी शुरू कर दिया है. क्या सिस्टम बदल चुके हैं? दक्षिण एशिया के अन्य देशों की तुलना में, बांग्लादेश ने अब तक आर्थिक रूप से बेहतर प्रदर्शन किया है. हालांकि, पाकिस्तान से अलग होने के बावजूद, इसका राजनीतिक अस्थिरता का अपना इतिहास सैन्य हस्तक्षेप के मामले में बहुत अलग नहीं रहा है. वहीं भारत में लोकतंत्र को बढ़ावा मिला है, लेकिन इसका इसकी अर्थव्यवस्था और ग़रीबी में कमी पर कोई महत्वपूर्ण सकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा है. दक्षिण एशिया पर कई पुस्तकों के लेखक और पूर्व अमेरिकी राजनयिक और स्कॉलर क्रेग बैक्सटर ने साल 1985 में एक लेख में लिखा था, कि ""अक्सर यह कहा जाता है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, और यह भी कि पाकिस्तान एक मॉडल प्रेटोरियन राज्य है और बांग्लादेश की साख एक 'आर्थिक टोकरी' के तौर पर है."" ""यह बात भी अक्सर कही जाती है कि इन तीनों देशों को उदार ब्रिटिश परंपराएं विरासत में मिली हैं. और इन्हें ग़ुलामी के दौर के शासनकाल की मज़बूत केंद्रीय राजशाही व्यवस्था और स्टील फ़्रेम (नौकरशाही) का ढांचा मिला."" ""हालांकि एक महत्वपूर्ण बिंदु को नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है- वो ये कि ऊपर लिखी गई इन बातों में कुछ न कुछ सच्चाई है, लेकिन इनमें से कोई भी पूरी तरह से सच नहीं है, और कोई भी बात इन राज्यों की स्थानीय सांस्कृतिक परंपराओं के बारे में कोई स्पष्टीकरण पेश नहीं करती है."" प्रमुख पाकिस्तानी इतिहासकार और अमेरिका में टफ़्ट्स यूनिवर्सिटी में इतिहास की प्रोफ़ेसर, डॉक्टर आयशा जलाल ने अपनी किताब, 'डेमोक्रेसी एंड ऑथोरिटेरियनिज़्म इन साउथ एशिया में लिखा' है कि ""भारत को एक मज़बूत औपनिवेशिक युग की केंद्रीय सरकार और एक औद्योगिक संरचना विरासत में मिली थी, जो अपनी सभी कमज़ोरियों के बावजूद उन क्षेत्रों से बहुत ज़्यादा विकसित था जो पाकिस्तान का हिस्सा बने."" ""इस ऐतिहासिक अंतर के बावजूद, भारत, पाकिस्तान और बाद में बनने वाले देश बांग्लादेश का राजनीतिक इतिहास विकास की कुछ अलग दिशाएं निर्धारित नहीं कर सका."" भारत के आर्थिक मामलों पर लिखने वाले एक मशहूर पत्रकार मानस चक्रवर्ती बताते हैं कि ""हालांकि संयुक्त राष्ट्र अब दक्षिण एशिया के तीनों देशों, यानी भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश को 'मध्यम मानव विकास' वाले देशों में मानता है. उनकी अर्थव्यवस्थाएं भी अब ज़्यादा अमीर हैं, लेकिन उनके लोग अभी भी स्पष्ट आर्थिक और सामाजिक असमानता और अन्याय और ग़रीबी में जी रहे हैं.""",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/rahul-gandhi-told-sanjay-raut-ghulam-nabi-azad-refused-to-go-to-j-k-as-pcc-president-652841.html,"संजय राउत से बोले राहुल गांधी-आज़ाद को PCC अध्यक्ष के रूप में JK जाने के लिए कहा, उन्होंने मना कर दिया","संजय राउत से बोले राहुल गांधी-आज़ाद को PCC अध्यक्ष के रूप में JK जाने के लिए कहा, उन्होंने मना कर दिया By Rahul Kumar | Published: Sunday, December 12, 2021, 21:04 [IST] नई दिल्ली, 12 दिसंबर: कांग्रेस के साथ शिवसेना की बढ़ती नजदीकियों के बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी ने उनसे कहा कि कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ नेताओं को बहुत कुछ दिया है, जिनमें से कुछ जरूरत पड़ने पर पार्टी छोड़कर चले गए। राहुल ने राउत से यह भी कहा कि उन्होंने कभी किसी नेता का अपमान नहीं किया। राउत ने बताया,राहुल गांधी ने मुझसे कहा कि उन्होंने कभी किसी वरिष्ठ नेता का अनादर नहीं किया। रविवार को शिवसेना के मुखपत्र ""सामना"" में प्रकाशित अपने साप्ताहिक कॉलम ""रोकटोक"" में राउत ने विस्तार से बताया कि हाल के दिनों में राष्ट्रीय राजधानी में राहुल और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के साथ उनकी अलग-अलग बैठकों के दौरान क्या हुआ। हाल ही में कई सीनियर नेताओं के पार्टी छोड़ने को लेकर राउत ने राहुल गांधी से बात की। इस पर राहुल गांधी ने उन्हें बताया कि, इन वरिष्ठों को पार्टी ने बहुत कुछ दिया है। आज पार्टी को इन वरिष्ठों की जरूरत है तो वे एक अलग स्टैंड ले रहे हैं। मैं क्या कर सकता हूं? कैप्टन अमरिंदर छोड़कर चले गए। वह पंजाब के मुख्यमंत्री थे। राहुल गांधी ने कहा कि, अमरिंदर के कार्यकाल में कांग्रेस का ग्राफ नीचे आया है। हमने एक 'पोल' किया था। उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में सिर्फ छह प्रतिशत लोगों ने पसंद किया, जो मुख्यमंत्री पद की दौड़ में नहीं थे उन्हें अमरिंदर से ज्यादा तरजीह मिली। उन्हें यहां बुलाकर बताया गया। चुनाव में जनता से जो वादे किए उन्हें पूरा करें, ऐसा सुझाव दिया। उनका रेस्पॉस ठंडा था। कुछ तो करो, अन्यथा पार्टी को कार्रवाई करनी पड़ेगी। राहुल ने बताया कि, हमारे इस बात को लेकर पार्टी के 'वरिष्ठ' नेता अमरिंदर के साथ हो गए। सख्त निर्णय न लें, ऐसा मुझसे कहने लगे, यदि कैप्टन अमरिंदर को हटाए नहीं होते तो पंजाब में कांग्रेस खत्म हो गई होती। इन वरिष्ठों का क्या किया जाए? मैंने कभी किसी का अपमान नहीं किया। गुलाम नबी आजाद की नाराजगी के सवाल पर राहुल गांधी ने यह जवाब दिया, मैंने उनका कौन-सा अनादर किया? कांग्रेस की वजह वे कई वर्षों तक पदों पर हैं। वह राज्यसभा में विपक्ष के नेता थे। वहां उनका कार्यकाल खत्म हो गया तब मैंने उनसे बात की थी कि आप जम्मू-कश्मीर जाकर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष बन जाएं। चुनाव आ रहे हैं।आप वहां फिर से मुख्यमंत्री बन सकते हैं। केरल में मिला ओमिक्रॉन वैरिएंट का पहला मामला, ब्रिटेन से वापस लौटा था शख्स राहुल ने बताया कि, उन्होंने जाने से इनकार कर दिया। वहां पार्टी का अस्तित्व ही नहीं है, ऐसा उनका कहना था। आजादजी उस प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, लेकिन उनकी नजर में, वहां कांग्रेस पार्टी का अस्तित्व ही नहीं है। अब वे वहां जनसभाएं कर रहे हैं। शिवसेना के नेता ने अपने स्तंभ में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को अलग-अलग व्यक्तित्व के रूप में वर्णित किया, जिनकी कार्यशैली भी बहुत अलग है, लेकिन कहा कि उनके बीच एकमत है। राज्यसभा सदस्य ने कहा, दोनों के सामने कांग्रेस को फिर से मजबूत करने की बड़ी चुनौती है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/asaduddin-owaisi-slams-rahul-gandhi-s-jaipur-speech-india-is-country-of-hindus-and-not-hindutvadis-652837.html,"'भारत सिर्फ हिंदुओं का नहीं', राहुल गांधी के बयान पर भड़के ओवैसी","भारत सिर्फ हिंदुओं का नहीं', राहुल गांधी के बयान पर भड़के ओवैसी By Love Gaur | Updated: Sunday, December 12, 2021, 20:27 [IST] नई दिल्ली, 12 दिसंबर: राजस्थान की राजधानी जयपुर से रविवार को कांग्रेस ने 'महंगाई हटाओ रैली' के जरिए केंद्र सरकार के खिलाफ बिगुल बजा दिया है। रैली में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ पार्टी महासचिव सहित कई बड़े नेताओं ने बीजेपी सरकार पर महंगाई के मुद्दे पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि भारत हिंदुओं का देश है हिंदुत्ववादियों का नहीं, जिस पर अब असदुद्दीन ओवैसी भड़क गए और उन्होंने ट्वीट करते हुए राहुल गांधी पर निशान साधा है। ओवैसी ने कहा कि भारत सिर्फ हिंदुओं का देश नहीं है। Rahul Gandhi ने Jaipur में मंहगाई समेत इन मुद्दों को लेकर PM Modi पर बोला हमला | वनइंडिया हिंदी 'देश हिंदुओं का देश है हिंदुत्ववादियों का नहीं' दरअसल, जयपुर की रैली में राहुल गांधी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ये देश हिंदुओं का देश है हिंदुत्ववादियों का नहीं है और आज इस देश में महंगाई, दर्द, दुख है तो ये काम हिंदुत्ववादियों ने किया है। हिंदुत्ववादियों को किसी भी हालत में सत्ता चाहिए। हिंदू और हिंदुत्ववादी शब्द एक नहीं है, ये दो अलग-अलग शब्द है और इनका मतलब भी अलग है। मैं हिंदू हूं मगर हिंदुत्ववादी नहीं हूं। महात्मा गांधी हिंदू और गोडसे हिंदुत्ववादी। अपने बयान में राहुल गांधी ने कहा कि अब हिंदुओं को सत्ता में लाना है, हिंदुत्ववादियों को नहीं। 'भारत सभी भारतीयों का है। अकेले हिंदू नहीं' राहुल गांधी के इस बयान की एआईएमआईएम चीफ और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आलोचना की है। ओवैसी ने कांग्रेस से सवाल करते हुए पूछा कि कांग्रेस ने क्या यही सेक्युलर एजेंडा तय किया है? वहीं ओवैसी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि राहुल और कांग्रेस ने हिंदुत्व के लिए जमीन तैयार की। अब वे बहुसंख्यकवाद की फसल काटने की कोशिश कर रहे हैं। हिंदुओं को सत्ता में लाना 2021 में एक धर्मनिरपेक्ष एजेंडा है। वाह! भारत सभी भारतीयों का है। अकेले हिंदू नहीं। भारत सभी धर्मों के लोगों का है। और उनका भी जिनका धर्म में कोई कोई विश्वास नहीं है। 'मैं हिंदू हूं, हिंदुत्ववादी नहीं... ' जयपुर में कांग्रेस की रैली में बोले राहुल गांधी 'चाहे कुछ भी हो जाए हिंदू सत्य को ढूंढता' जयपुर में महंगाई हटाओ रैली में राहुल गांधी ने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए हिंदू सत्य को ढूंढता है। महात्मा गांधी ने पूरी जिंदगी सच को ढूंढने में बीता दी और अंत में एक हिंदुत्ववादी ने उनकी छाती में तीन गोली मारी। हिंदुत्ववादी अपनी पूरी जिंदगी सत्ता को खोजने में लगा देता है उसको सत्य से कुछ लेना देना नहीं है उसे सिर्फ सत्ता चाहिए और उसके लिए वो कुछ भी कर देगा।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/electoral-promises-for-women-voters-for-which-party-can-the-deal-be-a-loss-652824.html,"महिला वोटरों को चुनावी लॉलीपॉप, किस दल के लिए घाटे का सौदा हो सकता है? जानिए","महिला वोटरों को चुनावी लॉलीपॉप, किस दल के लिए घाटे का सौदा हो सकता है? जानिए By Anjan Kumar Chaudhary | Published: Sunday, December 12, 2021, 18:30 [IST] नई दिल्ली, 12 दिसंबर: भारत में लोकतंत्र जितना मजबूत हो रहा है, चुनावी वादों के मामले वह उतना ही संकुचित होता जा रहा है। लगभग सभी राजनीतिक दल अब सीधे-सीधे वोटरों को निजी प्रलोभन देने पर उतर आए हैं। इसी कड़ी में मौजूदा पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में कुछ दलों ने महिला वोटरों को लुभाने के लिए चुनावी वादों का पिटारा खोल दिया है। सबसे बड़ी बात है कि ज्यादातर पार्टी किसी न किसी राज्य में सत्ता में है। तो क्या महिला वोटरों के मन में यह सवाल नहीं आएगा कि आप जो हमसे वादा करने आए हैं, वह आपने उन राज्यों की महिलाओं को क्यों नहीं दिया है, जहां आपकी पहले से ही सरकारें हैं ?अगर महिला वोटरों के मन में यह सवाल उठता है तो चुनावी वादे घाटे का भी सौदा साबित हो सकता है। इस तरह के सबसे ज्यादा वादे यूपी, पंजाब और गोवा में अबतक किए गए हैं, जहां दो में (यूपी और गोवा में )भाजपा की सरकारें हैं और पंजाब में कांग्रेस काबिज हैं। इन दोनों दलों को वहां जनता को पांच साल की सरकार का हिसाब देना है। उत्तर प्रदेश और गोवा में कांग्रेस की चुनावी गुगली उत्तर प्रदेश में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी के अलावा जिस राज्य में पार्टी के लिए प्रचार करना शुरू किया है, वह है गोवा। वहां पर उन्होंने आदिवासी महिलाओं के साथ डांस किया है, जो वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ है और इसको लेकर उनपर आरोप भी लग रहे हैं कि देश में सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी के अलावा 11 सैनिकों के असामयिक निधन से शोक की लहर है और वो मस्ती के मूड में हैं। लेकिन, यहां मुद्दा है 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' वाले नारे के साथ महिला वोटरों को लुभाने पर उनका फोकस। उन्होंने गोवा में महिला वोटरों से वादा किया है कि कांग्रेस सत्ता में आई तो महिलाओं को नौकरियों में 30% आरक्षण देगी। वह यूपी में पार्टी के घोषणापत्र में महिलाओं को 40 फीसदी सरकारी नौकरी देने का भी वादा कर चुकी हैं। यूपी में 40 फीसदी सीटें महिलाओं को देने का ऐलान वह शुरू में ही कर चुकी हैं। यानी कुल मिलाकर प्रियंका के जरिए कांग्रेस महिला वोटरों का आशीर्वाद पाने की उम्मीद कर रही है। आम आदमी पार्टी का 1,000 रुपये वाला वादा कांग्रेस ने जिस सियासी चाल को अब चलना शुरू किया है, आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल उसके चतुर खिलाड़ी माने जाते हैं। उन्होंने पहले पंजाब में चुनाव जीतने पर 18 साल से ऊपर की हर महिला को हर महीने 1,000 रुपये देने का वादा किया और पिछले हफ्ते उन्होंने गोवा में भी यही वादा दोहरा दिया है। उन्होंने यह भी साफ किया है कि यह 1,000 रुपया सिर्फ परिवार की एक महिला को नहीं मिलेगा बल्कि, घर में 18 साल से ज्यादा उम्र की जितनी भी महिलाएं या लड़कियां होंगी, उन सबको आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर सरकारी खजाने से फोकट में यह पैसा दिया जाएगा। जाहिर है कि 18 साल से ज्यादा उम्र की सभी महिलाएं, मतलब चाहे वह खुद कितनी भी संपत्तिशाली क्यों ना हों, इस फॉर्मूले के तहत सब सरकारी योजना का लाभ लेने योग्य होंगी। दक्षिण गोवा में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'जैसे ही आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी, 18 साल से ऊपर की हर महिला- बेटी, बहन, मां, बहू, सास, दादी-नानी, सबके खाते में हर महीने 1,000 रुपये आएंगे।' गोवा में टीएमसी ने भी महिला वोटरों से किया 5,000 रुपये देने का वादा पश्चिम बंगाल की सत्ता पर बैठीं महिला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गोवा में कांग्रेस की जमीन हथियाने में लगी हुई हैं। आम आदमी पार्टी के बाद उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने यहां महिलाओं के लिए गृह लक्ष्मी स्कीम का वादा किया है, जिसके तहत प्रत्येक घर की मुख्य महिला सदस्य के खाते में टीएमसी सरकार बनने पर हर महीने 5,000 रुपये ट्रांसफर किए जाएंगे, चाहे उनकी खुद की आमदनी कितनी भी क्यों ना हो। टीएमसी सांसद और पार्टी की गोवा इंचार्ज महुआ मोइत्रा के अनुसार यह राशि गोवा में 3.5 लाख घरों तक पहुंचेगी। इसपर जनता के खजाने पर 1,500 से 2,000 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा, जो कि राज्य के बजट का 6-5% है। यहां गौर करने वाली बात है कि महिलाओं के लिए सभी पार्टियों की ओर से दिया गया यह चुनावी प्रलोभन किसी आर्थिक-सामाजिक आधार पर नहीं है। चाहे करोड़पति महिलाएं भी हैं, अगर वह वोटर हैं तो उन्हें भी सरकारी खजाने से लाभ देने का वादा किया जा रहा है। इसे भी पढ़ें-ABP-CVoter Opinion Poll:पंजाब में त्रिशंकु विधानसभा के आसार, जानिए सबसे आगे कौन ? इस तरह के वादे क्यों हो सकता है घाटे का सौदा? सबसे पहला ये सवाल उठता है कि गोवा जैसा राज्य जहां प्रति व्यक्ति आय देश में सर्वाधिक है, वहां इस तरह का चुनावी वादा किया जा रहा है। टीएमसी ने जितना बड़ा ऐलान गोवा की महिलाओं के लिए किया है, उसकी शुरुआत वह पश्चिम बंगाल में भी करके मिसाल पेश कर सकती थी। वहां की आम महिलाओं की गरीबी वाली स्थिति देश से छिपी नहीं है। अरविंद केजरीवाल की पार्टी दिल्ली में सत्ता में है, वह हर महीने सभी महिला वोटरों के खाते में पैसे डालने की योजना यहीं से लॉन्च कर सकती थी। अगर वह ऐसा करती तो उसके इस वादे में भरोसे की ताकत आ सकती थी। इसी तरह कांग्रेस पंजाब में सत्ता में है। वह वहां भी महिलाओं को 40 फीसदी टिकट देकर महिला सशक्तिकरण के अपने वादों में दम दिखा सकती थी। जहां तक 30 फीसदी या 40 फीसदी महिलाओं को नौकरियों में आरक्षण देने का चुनावी वादा है तो वह अभी भी राजस्थान और छत्तीसगढ़ में इसे लागू करके चुनावी राज्यों के वोटरों का भरोसा जीत सकती है। इस तरह के वादे जिन दलों ने भी किए हैं, सबकी किसी न किसी राज्य में सरकारें हैं। लिहाजा, उनको वोटरों को यह जवाब देना पड़ेगा कि पंजाब, यूपी या गोवा के लिए जो वादे कि जा रहे हैं, वह अपने शासन वाले राज्यों में पहले क्यों नहीं पूरे करते। वहां आपको कौन रोक रहा है?",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/what-is-the-afspa-act-know-why-it-is-important-for-the-country-why-there-is-controversy-about-this-652822.html,"सेना को मिली वो शक्तियां जिसे हटाने के लिए निर्वस्त्र हो गई थीं महिलाएं, जानिए AFSPA कानून की पूरी कहानी","सेना को मिली वो शक्तियां जिसे हटाने के लिए निर्वस्त्र हो गई थीं महिलाएं, जानिए AFSPA कानून की पूरी कहानी By Akarsh Shukla | Published: Sunday, December 12, 2021, 18:21 [IST] नई दिल्ली, 12 दिसंबर। जम्मू-कश्मीर और भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य देश के कुछ अशांत स्टेट्स में गिने जाते हैं। इन राज्यों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष सुरक्षाबलों की तैनाती की जाती है, जिन्हें कुछ स्पेशल अधिकार प्राप्त हैं। इस माह की शुरुआत में 4 दिसंबर को नागालैंड में कुछ स्थानीय लोग सुरक्षाबलों की गोली का निशाना बन गए। इसके बाद प्रदेश में उग्र भीड़ पर भी गोलीबारी की गई जिसमें कई लोगों की जान गई। संसद के शीतकालीन सत्र के बीच नागालैंड में हुई इस घटना को लेकर केंद्र सरकार सवालों के घेरे में है, वहीं मणिपुर और नागालैंड के मुख्यमंत्री पहले ही राज्य से आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल पावर एक्ट यानि अफस्पा (एएफएसपीए) हटाने की मांग कर चुके हैं। क्या है अफस्पा कानून? नागालैंड में करीब 14 स्थानीय लोगों की मौत के बाद से एक बार फिर विवादित कानून अफस्पा के निरस्त करने की मांग उठने लगी है। आज हम आपको इस कानून से जुड़ी पूरी कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं, इसकी जरूरत क्यों पड़ी, इसे कब और क्यों लागू किया जाता है? इस कानून से भारतीय सेना को कौन सी विशेष शक्तियां मिलती हैं? तो आपको बता दें कि सबसे पहले अफस्पा या एएफएसपीए को अंग्रेजों ने 'भारत छोड़ो आंदोलन' के खत्म करने के लिए लागू किया था। अंग्रेजों द्वारा बनाया गया था कानून आजादी के बाद तत्कालीन भारत सरकार ने इस एक्ट को जारी रखने का फैसला किया। 11 सितंबर, 1958 को अफस्पा एक कानून के रूप में लागू हो गया। आसान शब्दों में कहें तो ये कानून देश के अशांत क्षेत्रों में लागू किया जाता है, इसके तहत भारतीय सेना के जवानों को कुछ विशेष अधिकार मिलते हैं। ये वहां लागू किया जाता है, जहां राज्य सरकार और पुलिस-प्रशासन कानून-व्यवस्था संभालने में नाकाम रहती है। इसके अलावा उन इलाकों में भी लगाया जाता है जहां पुलिस और अर्द्धसैनिक बल आतंकवाद, उग्रवाद या फिर बाहरी ताकतों से लड़ने में नाकाम साबित होती हैं। सेना को मिलने वाली विशेष शक्तियां इस कानून के तहत सैनिकों को कई अधिकार प्राप्त होते हैं, जैसे- किसी को बिना वॉरेंट गिरफ्तार करना और उसके घर में घसुने का अधिकार, पहली चेतावनी के बाद गोली चलाना, गोली चलाने के लिए किसी भी आदेश का इंतजार न करना, उस गोली से किसी की मौत होती है तो सैनिक पर हत्या का मुकदमा भी नहीं चलाया जा सकता। अगर राज्य सरकार या पुलिस प्रशासन, किसी सौनिक या सेना की टुकड़ी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करती है तो कोर्ट में उसके अभियोग के लिए केंद्र सरकार की इजाजत जरूरी होती है। इन राज्यों में लागू है अफस्पा वर्तमान में अफस्पा कानून जम्मू-कश्मीर, असम, मणिपुर, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश में लागू है। नागालैंड जैसे कई मामलों को लेकर यह कानून विवादों में भी रहा, जिसके समय-समय पर हटाए जाने की मांग भी उठती रही है। नागालैंड के मोल जिले में 4 दिसंबर को सेना ने चरमपंथी समझकर स्थानीय लोगों पर ही गोली चला दी, जिसमें 6 लोगों की मौत हुई। इसके बाद भड़की भीड़ ने सेना के कैंप पर हमला कर दिया जिसमें एक जवान और 7 लोगों की जान चली गई। नग्न होकर महिलाओं ने किया था प्रदर्शन अफस्पा को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन होता रहा है। इस कानून के खिलाफ सबसे बड़ा प्रदर्शन मणिपुर की मानवाधिकार कार्यकर्ता 29 वर्षीय इरोम शर्मिला की 16 साल (4 नवंबर 2000 से 9 अगस्त 2016 तक) लंबी भूख हड़ताल थी। इसके अलावा साल 2004 में 30 मणिपुरी महिलाओं ने निर्वस्त्र होकर इस कानून के खिलाफ अपना कड़ा विरोध जताया था। इस कानून के विरोध की वजह इसका गलत इस्तेमाल है। आरोप है कि इस कानून का फायदा उठाकर फेक एनकाउंटर, टॉर्चर और रेप तक किया जाता है। वहीं, माना जाता है कि देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए ये कानून जरूरी है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/if-munde-was-alive-shiv-sena-bjp-alliance-not-have-broken-big-challenge-before-rahul-priyanka-raut-652812.html,"बोले संजय राउत -'मुंडे होते तो ना टूटता शिवसेना-भाजपा का गठबंधन, राहुल-प्रियंका को दी नसीहत'","बोले संजय राउत -'मुंडे होते तो ना टूटता शिवसेना-भाजपा का गठबंधन, राहुल-प्रियंका को दी नसीहत' By Ankur Sharma | Updated: Sunday, December 12, 2021, 17:10 [IST] मुंबई, 12 दिसंबर। आज भाजपा के दिग्गज दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे की जयंती है, इस खास दिन पर उन्हें याद करते हुए शिवसेना नेता संजय राउत का दर्द छलका है। उन्होंने कहा कि 'अगर आज गोपीनाथ मुंडे जिंदा होते तो भाजपा और शिवसेना का गठबंधन कभी नहीं टूटता ,वो शिवसेना और उनके नेताओं की दिल से कद्र करते थे और उन्हें शिवसेना की ताकत का भी एहसास था। उन्होंने ये भी कहा कि आज महाराष्ट्र भाजपा में एक भी नेता मुंडे की बराबरी का नहीं है। वो एक महान और अच्छी सोच वाले नेता थे।' राउत ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि 'आज महाराष्ट्र भाजपा में कोई भी नेता ऐसा नहीं है जो कि उनकी तरह भाषण दे सके, तर्क दे सके ये संवाद कर सके और ना ही कोई नेता उनकी तरह सोच रखता है। मुंडे महाराष्ट्र के लोकप्रिय नेता था और हमने 25 से 30 साल तक साथ काम किया, वो सबको साथ लेकर चलने वाले नेता था और उनका अंत तक प्रयास यही था कि भाजपा-शिवसेना साथ-साथ महाराष्ट्र में कदम से कदम मिलाकर चले। वो अगर आज जीवित होते तो महाराष्ट्र की राजनीति ही दूसरी होती।'",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/live/india-news/parliament-winter-session-2021-news-live-updates-today-in-hindi-opposition-party-protest-congress-tmc-appropriation-bill-2021-delhi-special-police-act-1946,संसद Live: गृह राज्य मंत्री बोले- कुछ विवादित सीमावर्ती क्षेत्रों से कभी-कभी हिंसा की घटनाएं सामने आती हैं,"शीतकालीन सत्र के दौरान संसद के दोनों सदनों में आज जहां महत्वपूर्ण विधेयक पेश होने हैं वहीं सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर फिर से हंगामे के आसार हैं। संसद के शेड्यूल के अनुसार आज केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण विनियोग विधेयक 2021 को लोकसभा में पेश करने, विचार करने और पारित करने के लिए पेश करेंगी। वहीं राज्यसभा में दिल्ली विशेष पुलिस अधिनियम में संशोधन के लिए विधेयक पर चर्चा होगी।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/rahul-gandhi-says-prime-minister-narendra-modi-does-not-come-to-the-parliament-this-is-not-a-way-to-run-a-democracy,"सांसदों के निलंबन के खिलाफ प्रदर्शन: राहुल गांधी बोले- पीएम सदन में नहीं आते, ये लोकतंत्र चलाने का तरीका नहीं","कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज संसद परिसर में 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन के विरोध में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि जहां भी विपक्ष ने अपनी आवाज उठाई है, वहां सांसदों को निलंबित कर दिया जाता है। जिस मुद्दे पर हम बहस करना चाहते हैं उनकी अनुमति नहीं दी जाती। तीन-चार मुद्दे हैं, जिनके नाम तक नहीं लिए जाते। प्रधानमंत्री सदन में 13 दिनों से नहीं आए हैं। ये कोई तरीका नहीं है लोकतंत्र चलाने का। हम यहां प्रदर्शन कर रहे हैं ये सिंबल है लोकतंत्र का। निलंबित सांसदों की आवाज दबाई गई और वे इसके खिलाफ संसद के बाहर प्रदर्शन में बैठे हैं। हमें संसद में राष्ट्रीय हित के मुद्दों पर अपनी आवाज नहीं उठाने दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हंगामे के बीच संसद में लगातार बिल पास हो रहे हैं। यह संसद चलाने का तरीका नहीं है। यह लोकतंत्र की दुर्भाग्यपूर्ण हत्या है। विपक्षी पार्टियों ने निकाला मार्च राज्यसभा में सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्षी दलों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान विपक्षी पार्टियों ने मार्च निकाला, जिसमें राहुल गांधी भी शामिल थे। विपक्षी दलों ने गांधी प्रतिमा से विजय चौक तक मार्च निकाला। इस दौरान मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। वहीं 12 विपक्षी सांसदों के निलंबन को रद्द करने की मांग को लेकर विपक्ष की नारेबाजी के बाद राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने दिया अरुण जेटली का हवाला कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि पिछले सत्र में जो हुआ उसे इस सत्र में उठाया गया,जबकि इस सत्र में इसका कोई ताल्लुक नहीं है। सदन के अंदर हम पिकनिक करने नहीं आते हैं,सदन में हम आम लोगों का मुद्दा उठाने के लिए आते हैं। अरुण जेटली ने भी कहा था कि सदन को भंग करना भी लोकतंत्र का एक औजार है। राहुल गांधी को अपने अंदर झांकना चाहिए: सिद्धार्थनाथ सिंह उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि राहुल गांधी को अपने अंदर झांकना चाहिए, पता चलेगा कि उनके अंदर क्या-क्या कमियां हैं। आपको क्या करना चाहिए, क्या ट्यूशन लेना चाहिए। उससे कांग्रेस का भी भला होगा, आपका और आपके परिवार को भी भला होगा।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/opec-reducing-supply-to-increase-prices,"भारत सरकार का आरोप: बार-बार अपील पर भी ध्यान नहीं दे रहे तेल उत्पादक देश, कीमतें बढ़ाने के लिए आपूर्ति घटा रहा ओपेक","अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतें बढ़ाने के लिए तेल उत्पादक देश बनावटी रूप से आपूर्ति घटा रहे हैं। पेट्रोलियम राज्यमंत्री रामेश्वर तेली ने सोमवार को राज्यसभा में बताया कि ओपेक व अन्य सहयोगी देशों की मनमानी से पेट्रोल-डीजल की खुदरा कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं थी। मंत्री ने कहा, जनता को राहत देने के लिए पहली बार हमें रणनीतिक रिजर्व तेल का इस्तेमाल करना पड़ा। अमेरिका, चीन, जापान, कोरिया के साथ मिलकर भारत ने 48 लाख बैरल कच्चा तेल वैश्विक बाजार में जारी किया। ओपेक व रूस सहित अन्य सहयोगियों ने 4 लाख बैरल बढ़ाने की बात कही है, लेकिन इससे ज्यादा राहत नहीं मिलेगी। तेल खपत कोविड पूर्व स्तर तक पहुंच गई है, लिहाजा ओपेक को भी आपूर्ति 2019 के स्तर तक बढ़ानी होगी। देश में कुल 74 दिन का भंडार पेट्रोलियम राज्यमंत्री ने सदन को बताया कि देश में 3.8 करोड़ बैरल कच्चे तेल का रणनीतिक भंडार है, जो 9.5 दिन की खपत के बराबर होगा। तेल विपणन कंपनियों के पास 64.5 दिन की खपत के बराबर भंडार है। इस तरह, देश में कच्चे तेल का कुल भंडार 74 दिन के बराबर है, जबकि हम अपनी कुल खपत का 85 फीसदी तेल आयात करते हैं।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/ncb-officer-sameer-wankhede-to-appear-before-caste-certificate-scrutiny-committee-today-in-religion-caste-controversy-case-nawab-malik,"विवाद: एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े आज 'जाति प्रमाणपत्र' जांच समिति के समक्ष होंगे पेश, देंगे आरोपों का जवाब","धर्म-जाति विवाद मामले में फंसे एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े के लिए आज मुश्किल भरा दिन है। दरअसल आज उन्हें मुंबई जिला 'जाति प्रमाणपत्र' जांच समिति के समक्ष पेश होना है और खुद के खिलाफ लगे आरोपों का जवाब देना होगा। उन्हें अपने 'जाति प्रमाणपत्र' की सच्चाई बतानी होगी। दरअसल, भीम आर्मी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष अशोक कांबले की शिकायत के आधार पर आयोग ने पिछले महीने के अंत में अधिकारी को समन जारी किया था। कांबले ने आरोप लगाया था कि वानखेड़े ने सरकारी नौकरी के लिए 'महार' जाति प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए अपने बारे में गलत जानकारी दी है। एक और दलित कार्यकर्ता ने की शिकायत कांबले के अलावा दलित कार्यकर्ता मनोज संसारे भी मामले में एक अन्य शिकायतकर्ता के रूप में शामिल हुए हैं। उन दोनों द्वारा लगाए गए आरोपों के अनुसार, वानखेड़े जन्म से मुस्लिम हैं और उन्होंने शरिया के अनुसार शादी की और अधिकारी ने कथित तौर पर अपने पेशेवर लाभ को आगे बढ़ाने के लिए एक फर्जी प्रमाण पत्र प्राप्त किया। वहीं दोनों शिकायतकर्ताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले अधिवक्ता नितिन सतपुते ने समिति के समक्ष दो दस्तावेज पेश किए- समीर वानखेड़े के जन्म प्रमाण पत्र की एक फोटोकॉपी और ग्रेटर मुंबई के कार्यकारी मजिस्ट्रेट द्वारा जारी उनके जाति प्रमाण पत्र की एक और फोटोकॉपी। इन दस्तावेजों के आधार पर, समिति ने जाति प्रमाण पत्र के मुद्दे की जांच शुरू करने का फैसला किया और वानखेड़े को 14 दिसंबर को दोपहर 3 बजे अगली सुनवाई के लिए बुलाया। नवाब मलिक ने सबसे पहले लगाए थे आरोप अक्तूबर में एक हाई-प्रोफाइल ड्रग्स-ऑन-क्रूज मामले में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार करने वाले अधिकारी समीर वानखेड़े के खिलाफ धर्म-जाति विवाद का मामला सबसे पहले महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने उठाया था। जिनके दामाद समीर खान को भी एनसीबी अधिकारी के नेतृत्व वाली एक टीम ने गिरफ्तार किया था।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/phone-tapping-case-home-ministry-objected-to-maharashtra-government-s-application-termed-it-unclear,"फोन टैपिंग मामला : गृह मंत्रालय ने महाराष्ट्र सरकार की अर्जी पर जताई आपत्ति, अस्पष्ट करार दिया","गृह मंत्रालय ने महाराष्ट्र सरकार द्वारा उससे फोन टैपिंग को लेकर दर्ज मामले से जुड़े दस्तावेजों की मांग वाली अर्जी पर आपत्ति जताते हुए इसे अस्पष्ट और अपुष्ट करार दिया है। महाराष्ट्र खुफिया विभाग की शिकायत पर मुंबई में बीकेसी साइबर पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया था। इसमें विभाग ने अज्ञात व्यक्तियों पर अवैध तरीके से फोन टैप कर चुनिंदा गोपनीय दस्तावेज लीक करने का आरोप लगाया है। यह फोन टैपिंग खुफिया विभाग के मुखिया के रूप में तैनात रहीं आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला के कार्यकाल में हुई थी। इसे लेकर काफी विवाद खड़ा हुआ और सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल दलों ने आरोप लगाया कि शुक्ला ने बिना इजाजत के फोन टैप किए थे। बीते शुक्रवार मेट्रोपोलिटन अदालत में वकील श्रीराम शीरसत के जरिए दाखिल अपने जवाब में गृह मंत्रालय ने कहा, अक्तूबर में दाखिल महाराष्ट्र सरकार का आवेदन यह साफ करने में नाकाम रहा है कि उसे किससे, कौन-सा दस्तावेज चाहिए। लिहाजा, इस आवेदन को खारिज करने देना चाहिए।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/parliament-winter-session-m-venkaiah-naidu-said-in-rajya-sabha-do-not-teach-the-chairman-i-will-adjourn-the-house,"संसद सत्र : राज्यसभा में नायडू बोले- सभापति को मत सिखाएं, सदन स्थगित कर दूंगा","राज्यसभा से पूरे सत्र के लिए निलंबित विपक्ष के 12 सदस्यों की बहाली की मांग को लेकर न तो विपक्ष का रुख बदला है न ही गतिरोध समाप्त हुआ है। सभापति एम. वेंकैया नायडू ने इस मुद्दे पर सोमवार को विपक्ष के बर्ताव और हंगामे पर फिर से नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर आप हमें न सिखाएं। आप ऐसा व्यवहार जारी रखेंगे तो सदन स्थगित कर दूंगा। जिसके बाद विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कांग्रेस समेत अन्य दलों के साथ वाकआउट की बात कही। इसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। सोमवार को सदन दो बार स्थगित हुआ। खरगे ने निलंबन वापस लेने और इस मामले में सरकार के रवैये पर सवाल उठाया। सदन में विपक्षी दलों के सदस्यों के सीट पर खड़े रहने पर सभापति ने आपत्ति जताई। शोर-शराबे पर उन्होंने कहा कि इस तरह सदन नहीं चल सकता है। उन्होंने सदस्यों को सीट पर बैठने का कहा लेकिन विपक्षी दल हंगामा करते रहे। खरगे ने कहा कि अगर वे हमें झुकाना चाहते हैं तो हम झुकने वाले नहीं हैं। सुबह सभापति की ओर से शून्यकाल की घोषणा करते ही विपक्ष के उपनेता आनंद शर्मा ने निलंबन पर सवाल उठाते हुए कहा कि सत्र के दस दिन बीत चुके हैं। विपक्ष की भावनाओं का आदर होना चाहिए और समाधान निकाला जाना चाहिए। सभापति ने कहा कि ये दोनों पक्षों को अहसास होना चाहिए और गलती करने वालों को सोचना चाहिए। सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि कुछ आरोप लगाए गए हैं और विपक्ष के नेता ने सदन में कुछ गलत बातें बताई हैं। उन्होंने कहा कि हमने बार-बार समाधान की कोशिश की सबके साथ और अलग-अलग भी। गोयल ने कहा कि विपक्ष के नेता कह रहे हैं हम माफी नहीं मांग सकते हैं हमने कोई गलती नहीं की है। आज तो चेयर की बात भी नहीं सुनी जा रही है। जो अपमान आसन का हुआ है, जो अपमान सदन और देश का हुआ है। उन्हें अब भी इसका पश्चाताप नहीं है। देश और दुनिया गरिमा गिराने के बाद भी इनके व्यवहार में बदलाव नहीं आया है। संसद हमले के 20 साल, शहीदों को नायडू समेत पूरे सदन ने दी श्रद्धांजलि संसद पर आतंकी हमले की बरसी के मौके पर राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने श्रद्धांजलि अर्पित की। बीस साल पहले हुए हमले की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि सुरक्षाबल त्वरित कार्रवाई और अदम्य साहस की बदौलत न केवल हमले को विफल करने में सफल रहे बल्कि आतंकियों को मौके पर ही मार गिराया और लोकतंत्र के पवित्र मंदिर की गरिमा को बनाए रखा। इसके लिए सुरक्षा बलों ने अपने प्राणों की आहुति भी दी। उन्होंने कहा कि पूरे सदन की ओर से वीर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद सदस्यों ने आतंकी हमलों के शहीदों के सम्मान में मौन रखा। 13 दिसंबर 2001 को लश्कर-ए- तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के 5 आतंकवादियों ने संसद भवन परिसर में घुसकर अंधाधुंध फायरिंग की थी, जिसमें 9 लोगों की मौत हुई थी।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/maharashtra-sachin-waje-told-the-investigation-panel-met-the-mumbai-police-chief-to-investigate-the-trp-case,महाराष्ट्र : सचिन वाजे ने जांच पैनल को बताया- टीआरपी मामले की जांच के लिए मुंबई पुलिस प्रमुख से मिला था प्रशंसा पत्र,मुंबई के बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे ने सोमवार को महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रहे केयू चांदीवाल आयोग को बताया कि उन्हें तत्कालीन शहर पुलिस आयुक्त से प्रशंसा पत्र मिला। टीआरपी से जुड़े मामले की जांच के लिए जिसमें वरिष्ठ प्रसारण पत्रकार अर्नब गोस्वामी को आरोपी के रूप में नामित किया गया है।,1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/live/india-news/parliament-winter-session-2021-news-live-updates-today-in-hindi-congress-tmc-opposition-protest-ndps-act,"संसद: राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित, एनडीपीएस अधिनियम संशोधन विधेयक लोकसभा से पारित","लोकसभा में आज यानी सोमवार को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (संशोधन) विधेयक, 2021 पर चर्चा और पारित होने की संभावना है। सरकार ने छह दिसंबर को लोकसभा में इस विधेयक को पेश किया था।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/calcutta-high-court-asks-centre-to-file-reply-on-a-plea-seeking-image-of-netaji-subhash-chandra-bose-to-put-on-currency-notes-news-in-hindi,"कलकत्ता हाईकोर्ट: नोटों पर नेताजी की तस्वीर लगाने की मांग, याचिका पर केंद्र सरकार से मांगा जवाब","कलकत्ता हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई है जिसमें नोटों पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तरह ही नेताजी सुभाष चंद्र बोस की तस्वीर लगाने की मांग की गई है। इसे लेकर हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार से आठ सप्ताह के अंदर इसे लेकर ृजवाब देने के लिए कहा है। हाईकोर्ट में यह याचिका 84 वर्षीय हरेंद्रनाथ बिस्वास ने दायर की है। खुद को स्वतंत्रता सेनानी बताने वाले बिस्वास ने अपनी इस याचिका में आरोप लगाया है कि केंद्र की सरकारों ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस को वह सम्मान नहीं दिया है जो उनको मिलना चाहिए था। 21 फरवरी को होगी अगली सुनवाई सुनवाई के दौरान भारत सरकार की ओर से पेश हुए अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल वाई जे दस्तूर ने इसे लेकर हलफनामा दाखिल करने के लिए आठ सप्ताह का समय मांगा, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया। मामले में अगली सुनवाई अब 21 फरवरी को की जाएगी।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/fir-against-director-of-vadodara-childern-fhome-run-by-missionaries-of-charity-for-religious-conversion-attempt-gujarat-news-in-hindi,"गुजरात: बच्चियों का धर्मांतरण करवाने की कोशिश, वडोदरा के बाल गृह का मामला, एफआईआर दर्ज","गुजरात के वडोदरा में एक बाल गृह के निदेशक के खिलाफ कथित तौर पर धर्म परिवर्तन की कोशिश करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। इस बाल गृह का संचालन 'मिशनरीज फॉर चैरिटी' की ओर से किया जाता है। आरोप है कि बाल गृह में रहने वाली लड़कियों को क्रॉस पहनाकर और बाइबिल देकर उन्हें ईसाई बनाने की कोशिश की गई। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। मकरपुरा पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि यह एफआईआर रविवार को वडोदरा जिला सामाजिक सुरक्षा कार्यालय के प्रभारी मयंक त्रिवेदी की शिकायत के आधार पर दर्ज की गई थी। त्रिवेदी ने आरोप लगाया है कि बाल गृह में रहने वाली हिंदू लड़कियों को जबरन ईसाई धर्म स्वीकार करवाने की कोशिशें की जा रही हैं। पुलिस का कहना है कि मामले में जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में दर्ज की गई एफआईआर के अनुसार बाल गृह प्रबंधन स्टोररूम की एक मेज पर लड़कियों के पढ़ने के लिए बाइबिल रखता था। पुलिस ने बताया कि यह कथित मामला इसी साल 10 फरवरी से नौ दिसंबर के बीच का है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और जांच में सच्चाई सामने आने के बाद दोषियों के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/uttar-pradesh/up-election-2021-sugarcane-farmers-of-terai-area-are-forced-to-sell-sugarcane-on-crusher-at-low-prices-instead-of-selling-it-to-sugar-mill,"उत्तर प्रदेश: कहीं गन्ना न बिगाड़ दे चुनावी गणित, सवा सौ रुपये कम दाम में कोल्हू पर बेचने को मजबूर हैं किसान","उत्तर प्रदेश के तराई इलाके को 'बाउल ऑफ शुगर' के नाम से जाना जाता है। दरअसल यहां गन्ने की पैदावार इतनी ज्यादा है कि गन्ना किसानों की बदौलत उत्तर प्रदेश के इस इलाके में चुनावों को साधा जाता है। लेकिन अब यही गन्ना उत्तर प्रदेश के चुनावी गणित को बिगाड़ रहा है। दरअसल इस जिले में निजी चीनी मिलें किसानों को बकाया भुगतान नहीं कर रही हैं। इससे नाराज किसानों ने मिलों पर तालाबंदी कर दी है। मजबूर और लाचार गरीब किसान गन्ने के तय सरकारी रेट की तुलना में तकरीबन सौ से सवा सौ रुपये कम कीमत पर कोल्हू, बेल और क्रेशर पर अपनी फसल बेचने के लिए मजबूर हैं।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/bajrang-dal-activists-set-fire-to-a-banner-announcing-pakistani-food-festival-in-a-restaurant-in-surat-gujarat-news-in-hindi,"गुजरात: सूरत के रेस्तरां में पाकिस्तानी फूड फेस्टिवल का आयोजन, बजरंग दल ने किया विरोध, बैनर को लगाई आग","गुजरात के सूरत में एक रेस्तरां को पाकिस्तानी फूड फेस्टिवल आयोजित करने की योजना पर पानी फिर गया है। यहां हिंदूवादी संगठन बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध करते हुए इस फेस्टिवल की घोषणा करने वाले बैनर को आग लगा दी। दल के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि संबंधित रेस्तरां ने अपनी गलती मान ली है। रिंग रोड इलाके में जिस इमारत में यह रेस्तरां है उसी के ऊपर यह बैनक लगाया गया था, जिसे बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जय श्री राम के नारे लगाते हुए आग के हवाले कर दिया। जानकारी के अनुसार 'टेस्ट ऑफ इंडिया' नामक इस रेस्तरां में आगामी 12 से 22 दिसंबर तक इस पाकिस्तानी फूड फेस्टिवल का आयोजन किया जाना था। इस तरह के किसी कार्यक्रम को नहीं देंगे आयोजन की अनुमति: बजरंग दल दक्षिण गुजरात बजरंग दल के अध्यक्ष देवीप्रसाद दुबे ने कहा कि सदस्य कार्यकर्ताओं ने इमारत से बैनर को उतारा और इसे आग लगा दी। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं ने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि वह इस तरह के कार्यक्रमों के सख्त खिलाफ हैं। इस तरह के किसी भी कार्यक्रम के आयोजन की कतई अनुमति नहीं दी जाएगी। अब रेस्तरां ने किया फूड फेस्टिवल से 'पाकिस्तानी' शब्द हटाने का फैसला वहीं, टेस्ट ऑफ इंडिया का संचालन करने वाले संदीप दावर ने कहा कि हम मुगलई कुजीन परोसना जारी रखेंगे और फूड फेस्टिवल से पाकिस्तानी शब्द हटाएंगे क्योंकि इससे लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। हमें पता था कि हमारा यह कदम कुछ लोगों को यह पसंद नहीं आएगा लेकिन हमें ऐसी कोई घटना होने की बिल्कुल उम्मीद नहीं थी।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/mumbai-congress-has-moved-bombay-hc-against-for-not-giving-permission-for-rahul-gandhi-rally-on-in-mumbai,"सियासत: मुंबई में राहुल गांधी की रैली को इजाजत नहीं, कांग्रेस ने किया हाई कोर्ट का रुख","मुंबई कांग्रेस ने 28 दिसंबर को मुंबई में राहुल गांधी की रैली की अनुमति नहीं देने के लिए बीएमसी, मुंबई पुलिस और अन्य के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट का रुख किया है। बॉम्बे हाई कोर्ट में कल सुनवाई होने की उम्मीद है। बता दें कि महाराष्ट्र में महाआघाड़ी विकास मोर्चा की गठबंधन की सरकार है और इसमें शिवसेना और राकांपा के अलावा कांग्रेस भी शामिल है। बावजूद इसके मुंबई में राहुल की रैली को लेकर दिक्कतें आ रही हैं। अब इसके खिलाफ कांग्रेस ने हाई कोर्ट का रुख कर लिया है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/obc-reservation-sc-takes-strong-note-of-attempt-to-overreach-its-decision,"महाराष्ट्र में ओबीसी आरक्षण: पंचायत अध्यक्ष का पद आरक्षित करने पर सुप्रीम कोर्ट खफा, देगी दखल","सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र में एक पंचायत समिति के अध्यक्ष का पद अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए आरक्षित करने पर सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कड़ी आपत्ति जताई। कोर्ट ने कहा कि यह आरक्षण उसके द्वारा पूर्व में दिए गए एक फैसले का उल्लंघन है। यह गंभीर मामला है। वह मामले में दखल देगी। शीर्ष कोर्ट ने पंचायत समिति के अध्यक्ष पद के ओबीसी के लिए आरक्षण की चुनाव प्रक्रिया को गंभीरता से लिया है। कोर्ट ने कहा कि यह साफतौर पर उसके फैसले को चोट पहुंचाने जैसा है। जस्टिस एएम खानविलकर व जस्टिस सीटी रविकुमार की पीठ ने कहा कि यह सुप्रीम कोर्ट के आदेश के परे जाने का प्रयास है। पीठ ने संबंधित कलेक्टर को नोटिस जारी करते हुए उनसे पूछा है कि क्यों न उनके खिलाफ उपयुक्त कार्रवाई की जाना चाहिए? यह भी कहा कि शीर्ष कोर्ट की तीन सदस्यीय पीठ द्वारा पूर्व में दिए गए स्पष्ट फैसले के बावजूद पंचायत समिति में रिक्त पदों को भरने की चुनाव प्रक्रिया शुरू कर दी गई। शीर्ष कोर्ट बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी। सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने पाया कि तीन-न्यायाधीशों की पीठ ने इस साल मार्च में एक फैसला दिया था। उसमें अदालत ने इस तरह के आरक्षण का प्रावधान करने से पहले ट्रिपल टेस्ट के पालन का आदेश दिया था। इस साल मार्च में शीर्ष कोर्ट ने कहा था कि महाराष्ट्र में संबंधित स्थानीय निकायों में अन्य पिछड़े वर्गों का आरक्षण अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और ओबीसी के लिए आरक्षण कुल मिला कर 50 प्रतिशत से ज्यादा नहीं हो सकता। पीठ ने याचिका पर महाराष्ट्र सरकार समेत सभी प्रतिवादियों को भी नोटिस जारी किया। मामले में आगे सुनवाई 5 जनवरी को होगी। पिछले सप्ताह ओबीसी आरक्षण पर लगाई थी रोक सुप्रीम कोर्ट ने इससे पहले 6 दिसंबर को महत्वपूर्ण आदेश जारी कर महाराष्ट्र में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को 27 प्रतिशत आरक्षण पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है। न्यायालय ने स्पष्ट किया कि अन्य सीटों के लिये चुनाव प्रक्रिया जारी रहेगी। शीर्ष अदालत ने दो याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए यह आदेश पारित किया था। पीठ ने अपने आदेश में कहा था कि ओबीसी के लिए आरक्षित सीटों के संबंध में सभी संबंधित स्थानीय निकायों का चुनाव कार्यक्रम अगले आदेश तक स्थगित रहेगा।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/global-kayastha-conference-chief-rajiv-ranjan-says-power-demonstration-event-to-be-held-on-19-december-at-talkatora-stadium,"राजीव रंजन बोले: 18 दिसंबर को शक्ति प्रदर्शन करेगा कायस्थ समाज, तालकटोरा स्टेडियम में होगा कार्यक्रम","ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) के अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने सोमवार को कहा कि कायस्थ वर्ग 19 दिसंबर को तालकटोरा स्टेडियम में सत्ता के शिखर पर बैठे लोगों को अपनी ताकत का एहसास दिलाने के लिए शक्ति प्रदर्शन करेगा। उन्होंने यहां दि फॉरेन करेस्पॉन्डेंट्स क्लब ऑफ साउथ एशिया में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि कायस्थ समाज के लिए अपने गौरवशाली इतिहास को फिर से दोहराने का वक्त आ गया है। प्रसाद ने ‘अभी नहीं तो कभी नहीं’ का नारा देते हुए कहा कि देश और विदेश से लाखों की संख्या में कायस्थ अपनी एकजुटता और ताकत का एहसास दिलाने के लिए 19 दिसंबर को राजधानी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में कूच करेंगे। उन्होंने इस अवसर पर जीकेसी का नेशनल एंथम भी लॉन्च किया और कहा कि राजनीति अस्पृश्य नहीं है, देश और समाज का भविष्य यही तय करेगी, इसलिए जरूरी है कि कायस्थ समाज राजनीति में भी सक्रिय हो। उन्होंने कहा कि देश के पिछले पांच हजार साल का इतिहास देखा जाए तो कायस्थ समाज की हर काल के शासन और प्रशासन में महत्वपूर्ण और विश्वसनीय भूमिका के उदाहरण देखने को मिल जाते हैं।कायस्थ समाज ने जरूरत पड़ी तो राष्ट्र की रक्षा में तलवारें भी उठाई हैं। स्वाधीनता संग्राम से लेकर आजाद भारत में भी समाज के हस्ताक्षरों ने देश के अहम पदों की जिम्मेदारी संभाली, लेकिन, आज समाज कहीं न कहीं खुद को उपेक्षित महसूस कर रहा है। प्रसाद ने कहा कि इसीलिए समाज को अपनी एकजुटता दिखाने के लिए एक मंच पर आना पड़ा है। उन्होंने कहा कि देश और विदेशों में कायस्थों की ओर से नेतृत्व करने का इतिहास किसी से छुपा नहीं है। स्वामी विवेकानंद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस या फिर देश में संपूर्ण क्रांति के अगुआ जयप्रकाश नारायण, राजेंद्र प्रसाद, लाल बहादुर शास्त्री सहित अन्य कई विभूतियों ने देश का न सिर्फ नेतृत्व किया, बल्कि अध्याय को बदलने का काम बखूबी किया है। उन्होंने कहा कि आरक्षण जैसी बाधा को युवाओं ने अपनी प्रतिभा से पार कर लिया है। वे वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं, लेकिन देश में ही अवसरों के लिए देश की राजनीति और प्रशासन में भी समाज की भागीदारी आवश्यक है। समाज को अब व्यापार क्षेत्र के लिए भी तैयार होना होगा। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि कायस्थ समाज के कितने विधायक हैं, राजनीतिक क्षेत्र में प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए साथ आने की जरूरत है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/up-election-2022-pm-modi-image-is-emerging-as-renovating-the-temples-and-cherishing-the-sanatan-tradition,"उत्तर प्रदेश चुनाव: अभी और आगे बढ़ेगा 'मोदी का मंदिर रथ', भाजपा देख रही पीएम में 'अहिल्याबाई' सा जुनून",सोमनाथ मंदिर परिसर का जीर्णोद्धार हो या चार धाम को जोड़ने वाली परियोजना। केदारनाथ मंदिर का कायाकल्प हो या अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर का भव्य स्तर पर नींव पूजन या सोमवार को हुए काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का शुभारंभ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि मंदिरों के जीर्णोद्धार करने वाले और सनातन परंपराओं को न सिर्फ संजो कर बल्कि उसको जोड़ते हुए आगे बढ़ाने वाले बड़े नेता के तौर पर उभर रही है। विशेषज्ञों का कहना है हिंदू और हिंदुत्व की परिभाषा के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी विशेष छवि के साथ हिंदू संस्कृतियों और उनकी परंपराओं को आगे बढ़ाने ब्रांड अम्बेस्डर के तौर पर उभर रहे हैं।,1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/when-will-fir-be-registered-against-yogi-adityanath-like-sanjay-raut-ncp,"नवाब मलिक बोले: यूपी में गैर भाजपा दलों को वोट बंटने से रोकना चाहिए, काशी में भाजपा की हार तय","महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि उनकी पार्टी एनसीपी का मानना है कि उत्तर प्रदेश में गैर भाजपा दलों का वोट बंटना नहीं चाहिए। मलिक ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) गोवा विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस से बातचीत कर रही है। हालांकि अभी तक कांग्रेस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। यूपी और गोवा दोनों में फिलहाल भाजपा की सरकार है। उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश में जो पार्टी अपनी पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगी हमें उसकी सहायता करनी चाहिए। मलिक ने सोमवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गंगा नदी को स्वच्छ और साफ बनाने में विफल रहे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में उनके वाराणसी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र की पांच विधानसभा सीटों में से भाजपा कम से कम चार सीट हारेगी। एनसीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि यूपी में अखिलेश यादव से बातचीत जारी है। गोवा में पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने कांग्रेस के प्रभारी दिनेश गुंडु राव से समान विचारधारा वाले दलों के मुद्दे पर बात की है। उन्होंने कहा कि गैर भाजपा दलों को एकजुट किया जा सकता है यदि कांग्रेस पहल करे। कांग्रेस एक बड़ी पार्टी है और उसे इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। गौरतलब है कि गोवा विधानसभा के 2017 में हुए चनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और 40 सदस्यों वाली विधानसभा में 17 सीटें हासिल की थीं, लेकिन सरकार नहीं बना पाई थी। भाजपा को यहां 13 सीटें मिली थीं मगर क्षेत्रीय दलों के सहयोग से उसने प्रदेश में सरकार बना ली। योगी की गिरफ्तारी की मांग की राकांपा ने सवाल किया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता योगी आदित्यनाथ के खिलाफ शिवसेना सांसद संजय राउत की तर्ज पर अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने के लिए प्राथमिकी कब दर्ज की जाएगी। महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री और राकांपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवाब मलिक ने योगी आदित्यनाथ का एक वीडियो क्लिप भी ट्वीट किया। मलिक ने ट्वीट किया, जिस भाषा को लेकर संजय राउत जी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी, उस पर योगी जी के खिलाफ एफआईआर कब दर्ज होगी? शिवसेना के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस सहयोगी हैं। मलिक ने एक राष्ट्र, दो कानूनों के हैशटैग का भी इस्तेमाल किया, जिसमें कहा गया है कि भाजपा और गैर-भाजपा दलों के नेताओं के लिए अलग-अलग कानून हैं। ये है मामला भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव दीप्ति रावत भारद्वाज की नौ दिसंबर को दिल्ली के मंडावली पुलिस थाने में दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर राउत के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। अपनी शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया है कि 9 दिसंबर को एक मराठी समाचार चैनल पर प्रसारित एक साक्षात्कार में राउत ने भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ विवादित टिप्पणियां की हैं।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/committee-on-msp-to-be-set-up-very-soon-in-near-future-says-agriculture-secretary-zero-budget-natural-farming,"MSP: जल्द होगा एमएसपी और किसानों से संबंधित अन्य मुद्दों पर समिति का गठन, कृषि सचिव ने दी जानकारी","कृषि सचिव संजय अग्रवाल ने सोमवार को कहा कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और किसानों के अन्य मुद्दों को लेकर एक समिति का गठन आने वाले समय में बहुत जल्द किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह समिति 'शून्य बजट वाली प्राकृतिक कृषि' को भी प्रोत्साहित करेगी। अग्रवाल ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे लेकर घोषणा कर चुके हैं। एमएसपी को और शून्य बजट वाली प्राकृतिक कृषि को मिशन मोड पर लिया जाना चाहिए। आने वाले समय में बहुत जल्दी इसका (समिति का) गठन किया जाएगा।' यह बातें उन्होंने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहीं। वह 14 दिसंबर से गुजरात के आणंद में होने वाले तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यक्रम के बारे में जानकारी दे रहे थे। इस कार्यक्रम में प्राकृतिक कृषि पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इस कार्यक्रम के अंतिम दिन 16 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसे वर्चुअल माध्यम से संबोधित करेंगे। समिति की रूपरेखा अभी तय नहीं की गई इस सवाल पर कि इस समिति में क्या इस राष्ट्रीय कार्यक्रम के निष्कर्षों पर चर्चा की जाएगी और प्राकृतिक कृषि के कौन से पक्ष होंगे,अग्रवाल ने कहा कि अभी समिति की रूपरेखा तय नहीं की गई है। प्रेस वार्ता में गुजरात के मुख्य सचिव पंकज कुमार भी वर्चुअल माध्यम से मौजूद रहे। पीएम ने किया था कानून वापसी का एलान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 नवंबर को तीनों विवादित कृषि कानूनों को वापस लेने का एलान किया था और कहा था कि सरकार एमएसपी को और प्रभावी व पारदर्शी बनाने के लिए एक समिति का गठन करेगी। इन तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसान एक साल से आंदोलन कर रहे थे। 11 दिसंबर को खत्म हुआ किसान आंदोलन इन कानूनों को 29 नवंबर को एक विधेयक पेश कर वापस ले लिया गया था। लेकिन, किसान अपनी अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन समाप्त करने को तैयार नहीं थे। आखिरकार 11 दिसंबर को सरकार से आश्वासन पत्र मिलने के बाद इन किसानों ने आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की थी।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/tmc-brings-motion-of-breach-of-privilege-in-rajya-sabha-against-former-cji-ranjan-gogoi,"विवाद: पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई के खिलाफ राज्यसभा में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव, इस वजह से मुश्किल में फंसे","सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई के खिलाफ राज्यसभा में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया गया है। एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में जस्टिस गोगोई ने राज्यसभा अपनी बेहद कम उपस्थिति को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब दिया था। इसी सवाल को लेकर उनके खिलाफ प्रस्ताव लाया गया है। पूर्व सीजेआई ने दिया था यह बयान जस्टिस गोगोई इंटरव्यू में कहा था कि मैं जब पसंद करता हूं, तब राज्यसभा जाता हूं। जब मुझे लगता है कि कोई महत्वपूर्ण विषय है, जिस पर मुझे अपनी बात रखनी चाहिए, मैं राज्यसभा जाता हूं। यह इंटरव्यू उन्होंने अपने संस्मरणों पर आधारित किताब जस्टिस फॉर जज को लेकर दिया था। इसी को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने राज्यसभा में एक नोटिस दिया है, जिसमें पार्टी ने कहा है कि जस्टिस गोगोई का बयान राज्यसभा की अवमानना है और यह उच्च सदन की प्रतिष्ठा का महत्व कम करने वाला है। यह विशेषाधिकारों के हनन का मामला बनता है। इस नोटिस में जस्टिस गोगोई के बयान का अंश भी शामिल किया गया है। इस इंटरव्यू में जस्टिस गोगोई ने कहा, संसद के शीतकालीन सत्र के पहले तक, आप राज्यसभा आरटीपीसीआर टेस्ट के बाद ही जा सकते थे और मैं अपने आपको वहां जाने को लेकर सहज महसूस नहीं कर रहा था। सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों को लागू किया गया था, लेकिन उनका सही तरीके से ध्यान नहीं रखा जा रहा था। बैठने की व्यवस्था को लेकर मैंने खुद को सहज नहीं पाया। मैं राज्यसभा जाता हूं, जब मैं पसंद करता हूं और जब मुझे लगता है कि ये महत्वपूर्ण विषय है, जिस पर मुझे अपनी बात रखनी चाहिए। मैं नामित सदस्य हूं, मैं किसी पार्टी व्हिप से बंधा हुआ नहीं हूं। लिहाजा जब भी पार्टी सदस्यों को सदन में उपस्थित होने के लिए निर्देश किया जाता है, तो वह मुझ पर बाध्य नहीं होता है। मैं अपनी इच्छानुसार वहां जाता हूं और आता हूं। मैं सदन का निर्दलीय सांसद हूं।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/tmc-will-win-goa-polls-those-who-want-to-defeat-bjp-it-s-up-to-them-to-support-us-mamata,"Goa Elections: ममता बनर्जी बोलीं, गोवा में भाजपा को हराना है तो हमें समर्थन दें पार्टियां","तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने सोमवार को खेल जटलो का नारा लगाते हुए विश्वास जताया कि उनकी पार्टी आगामी गोवा विधानसभा चुनाव जीतेगी। ममता ने कहा कि अगर कोई इस तटीय राज्य में भाजपा को हराना चाहता है, तो यह टीएमसी को उनके समर्थन करने पर निर्भर करेगा। गोवा को एक प्यारा, सुंदर और बहुत बुद्धिमान राज्य बताते हुए ममता बनर्जी ने स्थानीय टीएमसी नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी पार्टी ने राज्य को नियंत्रित करने या मुख्यमंत्री बनने के लिए नहीं, बल्कि चुनाव में गोवा के लोगों की मदद करने हेतु अपने अनुभव का उपयोग करने के लिए चुनाव मैदान में प्रवेश किया है। ममता बोलीं, एमजीपी के साथ जीतेंगे चुनाव तृणमूल कांग्रेस ने राज्य के सबसे पुराने क्षेत्रीय संगठन महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के साथ अगले साल की शुरुआत में 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा के लिए पहले ही गठबंधन कर लिया है। गोवा के दो दिवसीय दौरे पर आई ममता बनर्जी ने विश्वास जताया कि उनकी पार्टी एमजीपी के साथ राज्य में चुनाव जीतेगी। पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कोई भाजपा को हराना चाहता है, तो यह उन पर निर्भर है कि वे हमें समर्थन दें। बनर्जी ने कहा कि उनके पास पश्चिम बंगाल की तरह ही गोवा के लिए भी एक योजना है, जिसे सत्ता में आने के छह महीने के भीतर तटीय राज्य में लागू किया जाएगा। ...इसलिए लिया गोवा में चुनाव लड़ने का फैसला उन्होंने कहा कि पहले उनकी पार्टी ने गोवा में चुनाव लड़ने के बारे में नहीं सोचा था, लेकिन जब यह महसूस हुआ कि अन्य पार्टियां भाजपा को टक्कर नहीं दे रही हैं, तो टीएमसी ने यहां चुनाव मैदान में उतरने का फैसला किया। इतने सालों में हम गोवा नहीं आए, लेकिन हमने महसूस किया कि कोई कुछ नहीं कर रहा है। भाजपा के खिलाफ कोई नहीं लड़ रहा है। इसलिए हमने यहां आने के बारे में सोचा। परोक्ष रूप से कांग्रेस का हवाला देते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि जब आप पश्चिम बंगाल में हमारे खिलाफ लड़ सकते हैं, तो हम गोवा में आपके खिलाफ क्यों नहीं लड़ सकते। हम आपके साथ काम करना चाहते हैं, लेकिन हम (अपने दम पर) लड़ेंगे। हम आपकी नहीं सुनेंगे और भाजपा के साथ आधी समझ वाली बात नहीं करेंगे। ममता बनर्जी ने कहा कि गोवा में खेल जटलो होगा। उन्होंने इससे पहले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान 'खेला होबे' का नारा लगाया था। भाजपा के खिलाफ में खेला होबे, खेल जटलो, भाजपा हटाओ। उन्होंने कहा कि फिल्में और फुटबॉल पश्चिम बंगाल और गोवा को जोड़ने वाली विभिन्न चीजों में से एक है। राकांपा का एकमात्र विधायक भी ममता के साथ एक अलग कार्यक्रम में ममता ने कहा कि महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) पहले ही उनके भाजपा विरोधी गठबंधन में शामिल हो चुकी है और अब राज्य में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के एकमात्र विधायक चर्चिल अलेमाओ ने पार्टी की राज्य विधायी इकाई का टीएमसी में विलय कर दिया है। हालांकि, पार्टी ने इसका विरोध किया है। अपनी पार्टी में अलेमाओ को शामिल करते हुए बनर्जी ने कहा कि अगर कांग्रेस को लगता है कि वे भाजपा को हराना चाहते है, तो हमें कोई आपत्ति नहीं है। हम पहले ही एमजीपी से हाथ मिला चुके हैं। अगर आप जुड़ना चाहते हैं तो हमसे जुड़ें। हम पहले ही गठबंधन कर चुके हैं। इससे पहले दिन में अलेमाओ ने राकांपा की गोवा विधायी इकाई का टीएमसी में विलय कर दिया, जिससे छोटे तटीय राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले टीएमसी को बढ़त मिली है। राज्य की ईसाई आबादी को रिझाने की कोशिश में बनर्जी ने कहा कि वह पिछले 20 साल से क्रिसमस की आधी रात को होने वाली प्रार्थना में शिरकत करती आई हैं। बनर्जी ने भाजपा पर पश्चिम बंगाल में मानवाधिकारों का उल्लंघन दिखाने के लिए फर्जी वीडियो बनाने का आरोप लगाया, जिनमें बांग्लादेश के दृश्य दिखाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि हम वीडियो के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गए हैं। भाजपा पश्चिम बंगाल को खत्म करना चाहती है। वे ममता बनर्जी को खत्म करना चाहते हैं। ममता की भाभी कजारी निकाय चुनावों से राजनीति में आईं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भाभी कजारी बनर्जी कोलकाता नगर निकाय चुनावों में टीएमसी की उम्मीदवार होंगी। पहली बार चुनाव में उतर रहीं कजारी ममता के भाई कार्तिक की पत्नी हैं जो वार्ड नंबर 73 से चुनाव लड़ेंगी। कजारी ने कहा कि वे पार्टी से 1993 से जुड़ी हैं और 28 वर्षों से मैं क्षेत्र के लोगों के साथ खड़ी हूं। उन्होंने कहा कि एक महिला होने के नाते उनका मुख्य मुद्दा वार्ड नंबर 73 की महिलाओं की सुरक्षा है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/local-circle-survey-revealed-many-people-will-go-for-vaccination-after-the-vaccine-efficacy-on-omicron-variant,"सर्वे में खुलासा: ओमिक्रॉन का मिजाज देख कर तय करेंगे वैक्सीन लगवाएं या नहीं, 12 करोड़ ने अभी तक नहीं ली एक भी खुराक","कोरोना टीकाकरण अभियान में देश लगातार रिकॉर्ड बनाते जा रहा है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 133.17 करोड़ कोविड रोधी टीके लगाए जा चुके हैं। 13 दिसंबर तक की रिपोर्ट के अनुसार देश का कोविड-19 टीकाकरण कवरेज 133.17 करोड़ है। हालांकि इस बीच एक एजेंसी के सर्वे में सामने आया है कि अभी भी 12 करोड़ वयस्क ऐसे हैं जिन्होंने अभी तक वैक्सीन की एक भी डोज नहीं ली है। लोकल सर्किल एजेंसी ने हाल ही में अपने सर्वे के जरिए वैक्सीन नहीं लगाने वाले लोगों की राय जानी और उनकी हिचकिचाहट को समझने की कोशिश की है। इनमें सामने आया है कि देश में अब तक 82 करोड़ व्यस्क वैक्सीन का पहला डोज लगवा चुके हैं। जबकि दो करोड़ लोग जल्द ही अपनी पहली डोज लगाने की तैयारी कर रहे हैं। जबकि तीन करोड़ लोग ऐसे हैं जो फिलहाल इंतजार कर रहे हैं कि वैक्सीन ओमिक्रॉन वैरिएंट पर प्रभावी है या नहीं है। इसके बाद वे वैक्सीन लगाने को लेकर कोई फैसला करेंगे।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/jurisdiction-tussle-bsf-director-general-meets-west-bengal-governor-amid-growing-dispute-with-mamta-government,BSF jurisdiction issue: ममता सरकार की केंद्र से बढ़ती तकरार के बीच राज्यपाल से मिले बीएसएफ महानिदेशक,"पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्रों में बीएसएफ के अधिकार बढ़ाने को लेकर ममता सरकार से केंद्र की तकरार बढ़ती जा रही है। सोमवार को सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक पंकज कुमार सिंह ने दिल्ली में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात की। इसमें बंगाल पुलिस के साथ बीएसएफ का समन्वय बढ़ाने को लेकर चर्चा हुई। राज्यपाल धनखड़ ने बताया कि पंकज कुमार सिंह ने उनके साथ बैठक के दौरान संकेत दिया कि पश्चिम बंगाल पुलिस के साथ सहज समन्वय पैदा करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। इस मुलाकात के बाद राज्यपाल धनखड़ ने ट्वीट कर कहा कि बीएसएफ डीजी ने संकेत दिया कि बंगाल पुलिस के साथ निर्बाध समन्वय के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। सीमाओं की सुरक्षा पर उचित ध्यान दिया जाएगा। राज्यपाल ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए राज्यपाल ने आगे कहा कि उन्होंने इस मामले में राज्य के मुख्य सचिव एचके द्विवेदी और गृह सचिव बीपी गोपालिका को बीएसएफ और पश्चिम बंगाल पुलिस के बीच समन्वय के लिए तत्काल कदम उठाने को कहा है। सीएम ममता बनर्जी ने कहा- गांवों में बीएसएफ जवानों का प्रवेश रोकें उधर, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को 15 किमी से बढ़ाकर 50 किलोमीटर करने के केंद्र के फैसले का विरोध कर रही हैं। सीएम बनर्जी ने हाल ही में बांग्लादेश से सटे राज्य के कुछ जिलों के पुलिस अधिकारियों को बीएसएफ कर्मियों के बिना अनुमति गांवों में प्रवेश पर रोक लगाने के लिए कहा है। राज्यपाल ने सुखेंदु शेखर रॉय को लिखा पत्र, बताई एकजुट रहने की जरूरत इस बीच, तृणमूल कांग्रेस के सांसद और प्रवक्ता सुखेंदु शेखर रॉय को सोमवार को लिखे पत्र में राज्यपाल धनखड़ ने कहा कि संघीय राजनीति में, सभी एजेंसियों-केंद्र और राज्य को एकजुट होने की जरूरत है। राज्यसभा में तृणमूल के मुख्य सचेतक के एक पत्र के जवाब में उन्होंने लिखा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर पक्षपातपूर्ण विचारों की अनदेखी करते हुए राष्ट्रीय हित और सुरक्षा पर एकजुट होना चाहिए। WB Gov Jagdeep Dhankhar writes to TMC MP Sukhendu Sekhar Ray over BSF jurisdiction issue ""On national security issues, there's need to yield to primacy of national interest&security ignoring partisan considerations. In federal polity, all agencies need to engage in togetherness"" pic.twitter.com/AbSZEiMTZn — ANI (@ANI) December 13, 2021",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/adhir-ranjan-chowdhury-says-government-should-clarify-in-the-parliament-whether-it-is-going-to-recognize-cryptocurrency-or-not,"लोकसभा में बोले अधीर रंजन: 'क्रिप्टोकरेंसी' पर अपनी मंशा साफ करे सरकार, पीएम के ट्विटर हैंडल के ट्वीट से हो रहा संदेह","कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने आज यानी सोमवार को लोकसभा में क्रिप्टोकरेंसी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने की योजना बना रही है ,तब पीएम के ट्विटर हैंडल से एक लिंक ट्वीट किया गया जिसमें कहा गया कि सरकार क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता देने जा रही है। सरकार को संसद में स्पष्ट करना चाहिए कि वह क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता देने जा रही है या नहीं। दरअसल, पीएम मोदी के ट्विटर हैंडल को हैक कर एक ट्वीट किया गया था जिसमें दावा किया गया था कि भारत ने आधिकारिक रूप से बिटकॉइन को कानूनी मान्यता दे दी है। हालांकि दो मिनट बाद ही इस ट्वीट को डिलीट कर दिया गया था। क्रिप्टोकरेंसी पर क्या है सरकार की राय केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने संसद में कहा था कि भारत में क्रिप्टो क्षेत्र को बढ़ावा देने की उसकी कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि जल्द ही इससे संबंधित बिल पेश किया जाएगा, इस बीच यह बात साफ है कि भारत में इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए सरकार की कोई योजना नहीं है। क्या है क्रिप्टोकरेंसी बिल? जानकारी के मुताबिक, क्रिप्टोकरेंसी के नियमन के लिए केंद्र सरकार की ओर से संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी एवं आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विनियमन विधेयक 2021 पेश किया जाएगा। इस बिल के माध्यम से सरकार रिजर्व बैंक इंडिया के तहत एक आधिकारिक क्रिप्टोकरेंसी जारी करने के लिए आसान फ्रेमवर्क तैयार करने की योजना बना रही है। इसकी तकनीक और इस्तेमाल को लेकर भी तैयारी की जा रही है। साथ ही, इस बिल के तहत ऐसा प्रावधान लाया जाएगा, जिससे सारी निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लग जाएगा। गौरतलब है कि शीतकालीन सत्र में पेश करने के लिए 26 बिल सूचीबद्ध किए गए हैं। इनमें क्रिप्टोकरेंसी बिल भी शामिल है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/ncp-talks-with-samajwadi-party-in-up-assembly-polls-congress-should-initiate-in-goa-nawab-malik,"नवाब मलिक: उत्तर प्रदेश में सपा के साथ बातचीत कर रही राकांपा, गोवा में कांग्रेस को करनी चाहिए विपक्षी एकता की पहल","महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और राकांपा नेता नवाब मलिक का कहना है कि उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा का मुकाबला करने के लिए अन्य पार्टियों को एक होना चाहिए। कहा कि समान विचारधारा वाली पार्टियों को मतों का बंटवारा नहीं करना चाहिए। गोवा विधानसभा चुनाव को लेकर नवाब मलिक ने बताया कि राकांपा सभी विपक्षी पार्टियों और कांग्रेस को एक करने के लिए बातचीत कर रही है। हालांकि, अभी तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। उनका समर्थन करें, जो पूरी ताकत से लड़ रहे मलिक ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में हमें उस पार्टी का समर्थन करना चाहिए जो पूरी ताकत से चुनाव लड़ रही है। कहा कि गैर भाजपा दलों के बीच मतों का कोई बंटवारा नहीं होना चाहिए। यूपी में सपा के साथ बातचीत में राकांपा एनसीपी नेता ने कहा कि उत्तर प्रदेश में राकांपा प्रमुख विपक्षी पार्टी अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा के साथ बातचीत कर रही है। यही राकांपा महाराष्ट्र में शिवसेना और कांग्रेस के साथ गठबंधन में है। सभी को साथ लेकर चले कांग्रेस गोवा विधानसभा चुनाव के बारे में नवाब मलिक ने कहा कि कांग्रेस वहां पर बड़ी पार्टी है। ऐसे में कांग्रेस को सभी पार्टियों को एकजुट करने की पहल करनी चाहिए। कांग्रसे की जिम्मेदारी है कि वह सभी को साथ लेकर चले। कहा कि कांग्रेस के निर्णय के बाद ही हमारी स्थिति तय होगी।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/farooq-abdullah-says-i-agree-with-rajnath-singh-that-the-division-of-india-was-a-historical-mistake,"फारूक अब्दुल्ला बोले: हां मैं भी मानता हूं, भारत का विभाजन एक ऐतिहासिक भूल थी, इसका खामियाजा मुसलमानों को भुगतना पड़ रहा","नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि मैं राजनाथ सिंह से सहमत हूं कि भारत का विभाजन एक ऐतिहासिक भूल थी। इसका खामियाजा भारतीय मुसलमानों को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान की लड़ाई केवल धार्मिक तनाव को बढ़ाती है। इसे टाला जा सकता था अगर यह केवल एक राष्ट्र होता। वहीं इससे पहले शनिवार को फारूक अब्दुल्ला ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कश्मीरी पंडित के मुद्दे पर भी बात की थी। उन्होंने कहा था कि कश्मीरी पंडित तीन दशकों से अपनी सम्मानजनक वापसी और पुनर्वास के लिए तरस रहे हैं। ये मुद्दा बहुत ही महत्वपूर्ण है। अब्दुल्ला ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जो पंडितों की घाटी में वापसी और पुनर्वास को सुनिश्चित कर सकती है। जानिए क्या कहा था राजनाथ सिंह ने भारत-बांग्लादेश मित्रता समारोह के अवसर पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि पाक हमेशा छद्म युद्ध किया है। इस लड़ाई से भी यह पता चलता है कि धर्म के आधार पर भारत का विभाजन एक ऐतिहासिक गलती थी। पाकिस्तान का जन्म धर्म के आधार पर हुआ था, फिर भी वह एक नहीं रह सका। 1971 की हार के बाद से हमारा पड़ोसी भारत से लगातार छद्म युद्ध करता रहा है। फारूक अब्दुल्ला हमेशा से पाकिस्तान से बात करने के पक्ष में रहे हैं नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कश्मीर घाटी में आतंकवादियों द्वारा दो पुलिसकर्मियों की हत्या पर दुख जताते हुए शनिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को खत्म करने के लिए पाकिस्तान के साथ बातचीत करनी ही होगी, इसके अलावा कोई विकल्प नहीं है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/vhp-general-secretary-surendra-jain-says-ram-temple-movement-was-bigger-than-the-country-freedom-struggle,"वीएचपी नेता सुरेंद्र जैन बोले: स्वतंत्रता संग्राम से बड़ा था राम मंदिर आंदोलन, विवाद बढ़ा","विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त महासचिव ने स्वतंत्रता संग्राम पर एक बयान देकर नया विवाद खड़ा कर दिया है। वीएचपी नेता सुरेंद्र जैन ने कहा कि राम मंदिर का आंदोलन स्वतंत्रता संग्राम से बड़ा था। उन्होंने आगे कहा कि 1947 में भारत राजनीतिक रूप से तो जरूर स्वतंत्र हुआ, लेकिन राम मंदिर आंदोलन से हम सभी को अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक आजादी मिली। ये स्वतंत्रता संग्राम से भी बड़ा आंदोलन था। राम मंदिर बनाने को लेकर राम राज्य के युग की यात्रा प्रारंभ हो गई थी और मंदिर निर्माण के बाद तो भारत की भाग्य ही बदल जाएगा। उन्होंने कहा कि यह सदी राम की है। दान अभियान पूरे देश को एक करने का सेतु बन गया और इसने साबित कर दिया कि राम ही राष्ट्र को एकजुट कर सकते हैं । विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महामंत्री चंपत राय ने बीते दिनों दावा किया है कि दिसंबर 2023 तक अयोध्या में राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा। चंपत राय ने कहा कि विहिप ने अपने स्थापना काल से जिन कार्यों का जिम्मा लिया उन्हें तन मन से पूरी निष्ठा के साथ पूर्ण किया है। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण भी उनमें से एक है. उन्होंने कहा कि परिषद के समर्पित कार्यकर्ताओं के संघर्ष का ही नतीजा है कि आज जन्मभूमि पर भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण हो रहा है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/rss-leader-arun-kumar-said-during-unveil-a-book-babri-mosque-was-demolished-as-hindus-felt-being-deceived-through-legal-process,बाबरी विध्वंस: आरएसएस नेता ने कहा- कानूनी प्रक्रिया से ठगा महसूस होने पर हिंदुओं ने तोड़ी मस्जिद,"राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संयुक्त महासचिव अरुण कुमार का कहना है, बाबरी ध्वंस का कारण था कि हिंदुओं को लगता था, विवादित स्थल पर मंदिर निर्माण के लिए कानूनी प्रक्रिया के नाम पर उन्हें ठगा जा रहा है। किताब ‘सबके राम’ का विमोचन करने के बाद उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण के लिए चलाए गए 38 साल लंबे आंदोलन का परिणाम सकारात्मक और रचनात्मक रहा। इसका एक मकसद समाज में बदलाव लाना भी था। बाबरी ध्वंस त्वरित प्रतिक्रिया नहीं थी। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन ने हिंदू समाज को जगाया। इससे यह धारणा भी टूटी कि हिंदू समाज कायर हैै और जाति, भाषा, धर्म जैसे मतभेदों के कारण किसी भी मुद्दे पर एक नहीं हो सकता। इस आंदोलन ने इस बात को भी झुठलाया कि पश्चिमी शिक्षा और मूल्यों के कारण 20-25 साल से नई पीढ़ी में अपने धर्म के प्रति आस्था कम है। हिंदू कायर नहीं अरुण कुमार ने कहा कि राम मंदिर के लिए आंदोलन अद्भुत था, इसकी वजह से हिंदू जागे और इस धारणा को भी बदल दिया कि हिंदू कायर हैं। साथ ही कहा कि लोगों को लगता था हिंदू एक साथ नहीं आ सकते। यह एक आम धारणा थी कि हिंदू समाज विभिन्न जातियों, भाषाओं, क्षेत्रों, छोटे समूहों और उनके संबंधित मतभेदों के कारण एक साथ नहीं आ सकता है। अपनी बात रखते हुए अरुण कुमार ने कहा कि आंदोलन का नेतृत्व करने वालों के मन में यह दृढ़ था कि यह एक देश, एक व्यक्ति एक संस्कृति है, लोगों द्वारा अलग-अलग पूजा के तरीकों के बावजूद, विभिन्न भाषाएं बोली जाती हैं। वे एक सामंजस्यपूर्ण समाज के सपने के साथ काम कर रहे थे। 25 सालों में सबके दिल में राम को स्थापित करना है आगे कहा कि अयोध्या में शानदार राम मंदिर बन रहा है और इसका निर्माण तेजी से चल रहा है। राम मंदिर का निर्माण हिंदू समाज की उम्मीदों और आकांक्षाओं को पूरा करेगा लेकिन आने वाले 25 सालों में अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। उन्होंने कहा कि हमको आने वाले 25 सालों में सबके दिल में राम को स्थापित करना है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/kerala-chief-minister-pinarayi-vijayan-said-that-his-govt-does-not-wish-to-take-over-governers-position-as-chancellor-of-universities,"केरल: मुख्यमंत्री विजयन ने राज्यपाल के आरोपों का दिया जवाब, बोले- शिक्षा प्रणाली में हस्तक्षेप की कोई मंशा नहीं","केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने रविवार को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार कुलाधिपति के पद को नियंत्रण में लेने की कोई भी मंशा नहीं रखती है। राज्यपाल उस पद को संभाल सकते हैं। विजयन ने कहा कि वर्तमान और पूर्व में भी एलडीएफ की सरकार ने कभी भी राज्य में शिक्षा प्रणाली में हस्तक्षेप करने की कोशिश नहीं की। उन्होंने कहा कि कुलाधिपति (राज्यपाल) को अपनी बात रखने का पूरा अधिकार है, लेकिन सरकार और मंत्रियों के खिलाफ यह प्रोपगेंडा सही नहीं है। हम चाहते हैं कि वह अपने पद को संभाले रखें और केरल की शिक्षा प्रणाली को और बेहतर बनाने में मदद करें। हालांकि, दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि उनके पास मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री के लिए कोई भी संदेश नहीं है। उन्होंने कहा- हम मीडिया के जरिए क्यों बात करें? अगर उनको (मुख्यमंत्री) कुछ कहना है तो वह मुझसे बात कर सकते हैं। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने लिखा था पत्र इससे पहले केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने राज्य के विश्वविद्यालयों में राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को पत्र लिखकर निशाना साधा था। उन्होंने पत्र में कहा था कि आप (मुख्यमंत्री) विश्वविद्यालयों के अधिनियमों में संशोधन करें और व्यक्तिगत रूप से कुलाधिपति का पद ग्रहण करें, ताकि आप सरकार पर निर्भरता के बिना अपने राजनीतिक उद्देश्यों को पूरा कर सकें। राज्यपाल ने अपने पत्र में कुलाधिपति की जिम्मेदारियों से इस्तीफा देने की धमकी भी दी थी। इन दो विश्वविद्यालयों में नियुक्ति पर उठाए थे सवाल पत्र में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने केरल के कन्नूर विश्वविद्यालय और कलाडी संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति की नियुक्ति पर नाराजगी व्यक्त की थी, जिन्हें कि सर्च कमेटी को निलंबित करने के बाद दूसरा कार्यकाल दिया गया है। विपक्षी दलों ने भी विजयन सरकार को घेरा पूरे मुद्दे पर कांग्रेस नेता रमेश चेन्नीथला ने कहा था कि सरकार पिछले पांच वर्षों से राज्य में उच्च शिक्षा प्रणाली का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रही है। हम इस मुद्दे को उठा रहे हैं लेकिन सरकार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। अब राज्यपाल ने भी सरकार पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/allodoxaphobia-tharoors-word-of-the-day-for-bjp-and-up-government-also-explain-the-meaning-of-the-word,"'allodoxaphobia': भाजपा व यूपी सरकार पर तंज के लिए थरूर का वर्ड ऑफ द डे, शब्द के मायने भी बताए","कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर अक्सर अंग्रेजी के ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं, जो आमजन ने शायद ही पहले सुने या पढ़ें हो। रविवार को उन्होंने सिर खुजाने को मजबूर करने वाले 'एलोडॉक्साफोबिया' (allodoxaphobia) शब्द के साथ भाजपा पर तंज किया।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/rajnath-singh-said-that-pakistan-was-defeated-in-a-direct-fight-in-1971-now-we-will-defeat-it-in-indirect-war-too-latest-news-update,अब पाक प्रायोजित आतंक पर वार: राजनाथ बोले- पाकिस्तान को 1971 में सीधी लड़ाई में हराया था अब परोक्ष युद्ध में भी हराएंगे,"रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद के जरिये भारत को तोड़ना चाहता है, लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों ने उसके मंसूबों को 1971 में चकनाचूर कर दिया था। उन्होंने कहा कि अब पाक प्रायोजित आतंकवाद को जड़ से समाप्त करने के लिए काम चल रहा है। भारत की 1971 के युद्ध में ऐतिहासिक जीत की याद में इंडिया गेट पर हो रहे दो दिवसीय स्वर्णिम विजय पर्व और भारत-बांग्लादेश मित्रता समारोह के अवसर पर राजनाथ ने कहा कि हमने सीधी लड़ाई में पाकिस्तान के खिलाफ जीत दर्ज की थी और अब उसके खिलाफ परोक्ष युद्ध में भी हमारी जीत होगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा भारत के खिलाफ छद्म युद्ध किया है। रक्षामंत्री ने कहा कि इस लड़ाई से भी यह पता चलता है कि धर्म के आधार पर भारत का विभाजन एक ऐतिहासिक गलती थी। पाकिस्तान का जन्म धर्म के आधार पर हुआ था, फिर भी वह एक नहीं रह सका। 1971 की हार के बाद से हमारा पड़ोसी भारत से लगातार छद्म युद्ध करता रहा है। उन्होंने कहा कि यह विजय पर्व न केवल एक विशेष अभियान है, बल्कि देशवासियों और हमारी सेनाओं की आत्मा में बसी हुई है, जो रानी लक्ष्मीबाई से लेकर मेजर सोमनाथ शर्मा, वीर अब्दुल हमीद और कैप्टन विक्रम बत्रा के रूप में हमारी सेना में मौजूद हैं। राजनाथ ने दो विश्व युद्ध को याद करते हुए कहा कि लंबे चले दोनों विश्व युद्ध के बाद यदि 20वीं सदी के सबसे निर्णायक युद्ध की बात होगी तो वह 1971 का युद्ध होगा। उन्होंने कहा कि हमारे देश के उलट पाकिस्तान अपनी मिसाइलों के नाम भी आक्रांताओं के नाम पर रखता है।",1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%a6%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%a3%e0%a4%b8%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a4%aa%e0%a4%be-%e0%a4%b6%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%96%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%80&id=74381,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन की अध्यक्षता की,"Dec 14, 2021 , 8:59PM प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन की अध्यक्षता की pm-@Air प्रधानमंत्री ने वाराणसी के अपने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन भारतीय जनता पार्टी के शासन वाले राज्‍यों के मुख्‍यमंत्रियों के सम्‍मेलन की अध्‍यक्षता की। भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और राष्‍ट्रीय महासचिव बी०एल० संतोष भी इस अवसर पर उपस्थित थे। मुख्‍यमंत्रियों ने अपने राज्‍य में किए जा रहे सुशासन सम्‍बंधी सर्वोत्‍तम कार्यों को साझा किया। श्री मोदी ने वाराणसी के दो दिन के दौरे के अंतिम दिन आज भाजपा कार्यकर्ताओं से भी बातचीत की। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी वाराणसी यात्रा के दूसरे दिन आज भाजपा शासित राज्‍यों के मुख्‍यमंत्रियों के सम्‍मेलन की अध्‍यक्षता की। असम, अरूणाचल प्रदेश, गोआ, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, मध्‍यप्रदेश, मणिपुर, त्रिपुरा, उत्‍तरप्रदेश और उत्‍तराखण्‍ड के मुख्‍यमंत्रियों के साथ बिहार और नगालैण्‍ड के उपमुख्‍यमंत्री भी बैठक में शामिल थे।",1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a4%bf-%e0%a4%ac%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%b8-%e0%a4%9c%e0%a5%88%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%b6%e0%a4%b9%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%95%e0%a5%83%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a5%80%e0%a4%9c-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%88&id=74353,प्रधानमंत्री ने कहा कि बनारस जैसे शहरों ने हमारी संस्कृति के बीज को संरक्षित किया है,"Dec 14, 2021 , 8:40PM प्रधानमंत्री ने कहा कि बनारस जैसे शहरों ने हमारी संस्कृति के बीज को संरक्षित किया है pm-sadgurusadaphaldev-kashi@DDNews प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि बनारस जैसे शहरों ने हमारी संस्कृति के अंकुर का संरक्षण किया है। उत्‍तर प्रदेश के वाराणसी में स्‍वरवेद महामंदिर धाम में सदगुरू सदाफलदेव विहंगम योग संस्थान की 98वें वर्षगांठ समारोह के अवसर पर एक जनसभा में उन्‍होंने काशी की गरिमा और महत्‍व पर प्रकाश डाला। श्री मोदी ने कहा कि हाल के वर्षों में वाराणसी विकास के पथ पर अग्रसर हुआ है। उन्होंने कहा कि यहां हर जगह बदलाव देखा जा सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सदगुरू सदाफलदेव ने स्‍वदेशी का मंत्र दिया था। उन्‍होंने कहा कि इससे प्रेरणा लेकर देश में आत्‍मनिर्भर अभियान शुरू किया गया है। श्री मोदी ने कहा कि वोकल फॉर लोकल के माध्‍यम से स्‍थानीय उत्‍पादों के इस्‍तेमाल को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्‍होंने यह भी कहा कि देश के स्‍थानीय उत्‍पादों की मांग काफी बढ़ रही है और लोकल, ग्‍लोबल बनने जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्‍व, जैविक खेती की ओर बढ़ रहा है। उन्‍होंने कहा कि यह सही समय है कि भारत के किसान भी इसे अपनाएं। श्री मोदी ने लोगों से कुछ संकल्‍प लेने की अपील की। उन्‍होंने नागरिकों से आग्रह किया कि वे अपनी बच्‍च‍ियों को शिक्षित करें और उनके कौशल विकास में सहायता करें। प्रधानमंत्री ने नागरिकों से यह भी कहा कि वे नदियों और अन्‍य जल संसाधनों को स्‍वच्‍छ रखें। उन्‍होंने लोगों से लगातार स्‍वच्‍छता के लिए काम करते रहने की अपील की।",1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%ae%e0%a4%be-%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%a7%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%ae%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%9c%e0%a4%af-%e0%a4%9a%e0%a5%8c%e0%a4%95-%e0%a4%a4%e0%a4%95-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a7-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9a-%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%be&id=74349,विपक्षी सांसदों ने महात्‍मा गांधी की प्रतिमा से विजय चौक तक विरोध मार्च निकाला,"Dec 14, 2021 , 4:34PM विपक्षी सांसदों ने महात्‍मा गांधी की प्रतिमा से विजय चौक तक विरोध मार्च निकाला air-4 विपक्षी सांसदों ने आज संसद भवन में महात्‍मा गांधी की प्रतिमा से विजय चौक तक विरोध मार्च निकाला और 12 राज्‍यसभा सदस्‍यों का निलंबन रद्द करने की मांग की। विरोध करने वाले सांसदों में शामिल हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि 12 सांसदों का निलंबन भारत के लागों की आवाज दबाने का प्रतीक है। श्री गांधी ने कहा कि निलंबित सांसदों ने कुछ भी गलत नहीं किया। उन्‍होंने कहा कि यह संसद को चलाने का तरीका नहीं है।",1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a4%a6%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b6%e0%a5%82%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b9%e0%a5%80-%e0%a4%9a%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7--%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%86%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%aa-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%96%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%9c-%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be&id=74337,संसदीय कार्यमंत्री ने आज राज्‍यसभा में शून्‍यकाल की कार्यवाही चलाने के सिलसिले में विपक्ष के आरोप को खारिज कर दिया,"Dec 14, 2021 , 2:54PM संसदीय कार्यमंत्री ने आज राज्‍यसभा में शून्‍यकाल की कार्यवाही चलाने के सिलसिले में विपक्ष के आरोप को खारिज कर दिया @JoshiPralhad संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने आज राज्‍यसभा में शून्‍यकाल की कार्यवाही चलाने के सिलसिले में विपक्ष के आरोप को खारिज कर दिया। श्री जोशी ने कहा कि विपक्ष सहित कम से कम 50 सदस्यों ने तत्काल सार्वजनिक महत्व के मामलों के संबंध में अपना नोटिस दिया था| उन्‍होंने कहा कि राज्‍यसभा के सभापति ने 26 नोटिस स्‍वीकार कर लिए थे। अधिकतर सदस्‍य शून्‍यकाल में कार्यवाही चलने के पक्ष में थे। उन्‍होंने विपक्ष द्वारा सभापति की मंशा पर प्रश्‍न उठाने को दुर्भाग्‍यपूर्ण बताया। श्री जोशी ने यह भी कहा कि निलंबित 12 सांसदों को अमर्यादित व्यवहार के लिए खेद व्‍यक्‍त करना चाहिए और सदन की कार्यवाही में हिस्‍सा लेना चाहिए। उनका कहना था कि सरकार किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है। श्री जोशी ने कहा कि सरकार विपक्षी सदस्‍यों के सकारात्‍मक सुझावों को भी सुनने के लिए तैयार है।",1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a1%e0%a5%89.-%e0%a4%8f%e0%a4%b8.-%e0%a4%9c%e0%a4%af%e0%a4%b6%e0%a4%82%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a4%be--%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%8c%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%97%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%aa%e0%a4%b9%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%a4%e0%a5%81%e0%a4%b2%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a5%80%e0%a4%82-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%ae%e0%a4%9c%e0%a4%ac%e0%a5%82%e0%a4%a4%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%89%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%af-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a5%88%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%ac%e0%a4%a8-%e0%a4%97%e0%a4%88-%e0%a4%b9%e0%a5%88&id=74310,विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा--प्रौद्योगिकी आज पहले की तुलना में कहीं अधिक राष्ट्रीय मजबूती के उपाय का पैमाना बन गई है,"Dec 14, 2021 , 2:38PM विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा--प्रौद्योगिकी आज पहले की तुलना में कहीं अधिक राष्ट्रीय मजबूती के उपाय का पैमाना बन गई है @MEAIndia विदेशमंत्री डॉ0 एस जयशंकर ने कहा है कि प्रौद्योगिकी हमेशा दुधारी तलवार रही है। आज वैश्विक प्रौद्योगिकी शिखर सम्‍मेलन-2021 के उद्घाटन भाषण में वर्चुअल माध्‍यम से डॉ0 जयशंकर ने कहा कि प्रौद्योगिकी ने प्रगति के लिए नये रास्‍ते तो खोले ही हैं, ज्‍यादा खतरे और संवेदनशीलताएं भी उत्‍पन्‍न की है। उन्‍होंने कहा कि प्रौद्योगिकी अत्‍यधिक बदलाव की कारक भी रही है और इसने दुनिया के देशों का भविष्‍य निर्धारित किया है। विदेशमंत्री ने कहा कि प्रमुख क्षेत्रों में निपुणता शक्ति और प्रभाव की अभिव्‍यक्ति बन गई है। उन्‍होंने इस बात पर बल दिया कि प्रौद्योगिकी आज पहले की तुलना में कहीं अधिक राष्‍ट्रीय मजबूती के उपाय का पैमाना बन गई है। इस अवसर पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि भारत और ब्रिटेन ने स्‍वतंत्रता, उदारता और शांति के सिद्धान्‍तों पर आधारित नये जमाने की प्रौद्योगिकी को दिशा देने में मदद की है। उन्‍होंने कहा कि ब्रिटेन और भारत 5-जी, दूरसंचार और हरित प्रौद्योगिकी पर मिलकर काम कर रहे हैं।",1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b9%e0%a5%80-12-%e0%a4%b8%e0%a4%a6%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a4%82%e0%a4%ac%e0%a4%a8-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%a6%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a3-%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%aa%e0%a4%b9%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a5%8b-%e0%a4%ac%e0%a4%9c%e0%a5%87-%e0%a4%a4%e0%a4%95-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a4%97%e0%a4%bf%e0%a4%a4&id=74313,राज्यसभा की कार्यवाही 12 सदस्यों के निलंबन पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण दोपहर दो बजे तक स्थगित,"Dec 14, 2021 , 1:06PM राज्यसभा की कार्यवाही 12 सदस्यों के निलंबन पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण दोपहर दो बजे तक स्थगित Sansad TV राज्यसभा की कार्यवाही 12 सदस्यों के निलंबन पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण दोपहर दो बजे तक स्थगित की गई। सभापति एम वेंकैया नायडु ने शून्यकाल के बाद प्रश्नकाल चलाने की कोशिश की लेकिन विपक्षी सदस्य इन सदस्यों की बहाली की मांग करते हुए नारे लगाने लगे। श्री नायडु ने प्रदर्शन कर रहे सदस्यों से सदन की कार्यवाही चलाने का आग्रह किया लेकिन कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और डीएमके सहित विपक्षी सदस्य नारे लगाते हुए सदन के बीचोंबीच पहुंच गए। पीठासीन अधिकारी ने आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह के व्यवहार पर आपत्ति जताते हुए मार्शल बुलाकर उन्हें बाहर जाने को कहा। इस बीच, सभापति ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर दी। इससे पहले सदन की कार्यवाही शुरू होते ही संबंधित मंत्रियों और सदस्यों ने दस्तावेज पटल पर रखे। इसके बाद श्री नायडु ने शून्यकाल चलाने की कोशिश की लेकिन विपक्षी सदस्यों के निलंबन का मुद्दा उठाते रहे।",1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%95%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a8%e0%a5%87%e0%a4%a4%e0%a4%be%e0%a4%93%e0%a4%82-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a8%e0%a5%87%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9c%e0%a5%81%e0%a4%a8-%e0%a4%96%e0%a4%a1%e0%a4%bc%e0%a4%97%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%9a%e0%a5%88%e0%a4%82%e0%a4%ac%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ac%e0%a5%88%e0%a4%a0%e0%a4%95-%e0%a4%95%e0%a5%80&id=74309,लोकसभा और राज्‍यसभा में विपक्ष के नेताओं ने राज्‍यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के चैंबर में बैठक की,"Dec 14, 2021 , 12:51PM लोकसभा और राज्‍यसभा में विपक्ष के नेताओं ने राज्‍यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के चैंबर में बैठक की AIR Pics लोकसभा और राज्‍यसभा में विपक्ष के नेताओं ने शीतकालीन सत्र के दौरान रणनीति तय करने के लिए आज राज्‍यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के चैंबर में बैठक की। कल लोकसभा में नारकोटिक ड्रग्‍स और साइकोट्रोपिक सब्‍सटेंसिस संशोधन विधेयक 2021 पारित कर दिया। संबंधित विधेयक में एक लिखित त्रुटि को सही करने के लिए यह संशोधन विधेयक लाया गया था जिसे ध्‍वनिमत से पारित कर दिया गया। इस बीच, संसद परिसर स्थित महात्‍मा गांधी की मूर्ति के निकट 12 निलंबित सांसदों ने अपना विरोध जारी रखा है। आज दोपहर को दोनों सदनों के विपक्षी सांसद राज्‍यसभा के 12 सांसदों के निलंबन को वापस लेने की मांग खत्‍म करने को लेकर विजय चौक तक मार्च करेंगे।",1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%a6%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a4%be--%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b6%e0%a5%80-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%b5%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%a5-%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%b9%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%ae%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b5%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a5%80&id=74284,प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा- काशी विश्‍वनाथ धाम हमारी क्षमता और कर्तव्‍य का साक्षी,"Dec 14, 2021 , 9:42AM प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा- काशी विश्‍वनाथ धाम हमारी क्षमता और कर्तव्‍य का साक्षी PMO India प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा है कि काशी विश्वनाथ धाम भारत को निर्णायक दिशा देगा और उज्ज्वल भविष्य की ओर ले जाएगा। उन्होंने कहा कि यह परिसर हमारी क्षमता और हमारे कर्तव्य का प्रमाण है। श्री मोदी ने कहा कि दृढ़ संकल्‍प और संगठित विचार के साथ कुछ भी असंभव नहीं है। प्रधानमंत्री ने कल उत्‍तर प्रदेश के वाराणासी में काशी विश्‍वनाथ धाम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी विश्वनाथ धाम न केवल भव्य इमारत है बल्कि हमारी सनातन संस्कृति और हमारी आध्यात्मिकता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि यह भारत की प्राचीनता, परंपराओं, ऊर्जा और गतिशीलता का भी प्रतीक है। प्रधानमंत्री ने नागरिकों से स्वच्छता, सृजन और आत्मनिर्भर भारत के लिए निरंतर प्रयास के तीन संकल्प लेने को कहा। श्री मोदी ने यह भी कहा कि आज का नया भारत न केवल अयोध्या में मंदिर बना रहा है बल्कि हर जिले में मेडिकल कॉलेज भी बना रहा है। उन्होंने कहा कि नया भारत न केवल काशी विश्वनाथ धाम का निर्माण कर रहा है बल्कि गरीबों के लिए पक्के घर भी बना रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि नये काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर से अब विशेष रूप से दिव्‍यांग और वरिष्‍ठ नागरिकों की यात्रा आसान हो जाएगी। उन्‍होंने कहा कि काशी आज इतिहास लिख रहा है और हम भाग्‍यशाली है कि हम यहां उपस्थित हैं और इसके साक्षी हैं। प्रधानमंत्री ने विशाल परिसर के निर्माण कार्य से जुड़े सभी लोगों के प्रति आभार व्‍यक्‍त किया। उन्‍होंने कहा कि कोविड महामारी के बावजूद काशी विश्वनाथ धाम का निर्माण कार्य नहीं रूका। श्री मोदी ने कारीगरों, निर्माण से जुड़े लोगों, प्रशासन और निर्माण स्थल से पुनर्वासित परिवारों की भी सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी ने अतीत में क्रूरता देखी है लेकिन यह बना रहा और इसने खुद का पुनरूद्धार किया। उन्होंने कहा कि भारत ने अपने रास्ते में आने वाली किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए समय-समय पर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का भारत अपनी खोई हुई विरासत को पुनर्जीवित कर रहा है। उन्होंने कहा कि हाल ही में काशी से चोरी हुई माता अन्नपूर्णा देवी की प्रतिमा को वापस लाकर यहां फिर से स्थापित किया गया है। प्रधानमंत्री ने काशी के रक्षक के रूप में प्रचलित काल भैरव मंदिर में पूजा-अर्चना करके वाराणसी की अपनी यात्रा की शुरुआत की। इसके बाद प्रधानमंत्री ने पवित्र गंगा नदी में डुबकी लगाई और काशी विश्वनाथ गलियारे से होते हुए पवित्र गंगाजल लेकर काशी विश्वनाथ धाम पहुंचे। प्रधानमंत्री शाम को रो-रो जहाज में गंगा आरती में शामिल हुए। प्रधानमंत्री वाराणसी की यात्रा के दूसरे दिन आज सदगुरू सदाफलदेव विहंगम योग के 98वें वर्षगांठ समारोह में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री असम, अरूणाचल प्रदेश, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, मध्‍य प्रदेश, त्रिपुरा उत्‍तर प्रदेश और उत्‍तराखंड के मुख्‍यमंत्रियों की बैठक में भी शामिल होंगे। इस बैठक में बिहार और नगालैंड के उपमुख्‍यमंत्री भी होंगे। यह सम्‍मेलन प्रशासन से संबंधित श्रेष्‍ठ कार्यों को साझा करने का अवसर उपलब्‍ध कराएगा और यह प्रधानमंत्री की टीम इंडिया की परिकल्‍पना के अनुरूप है।",1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%95%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%a8%e0%a4%b6%e0%a5%80%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%a6%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%93%e0%a4%82-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a4%b6%e0%a5%80%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a4%a6%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a5-(%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a4%a8)-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a5%87%e0%a4%af%e0%a4%95-2021-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%a4&id=74283,लोकसभा में नशीली दवाओं और नशीले पदार्थ (संशोधन) विधेयक 2021 पारित,"Dec 13, 2021 , 8:37PM लोकसभा में नशीली दवाओं और नशीले पदार्थ (संशोधन) विधेयक 2021 पारित drugs@Gov लोकसभा ने आज नशीली दवाओं और नशीले पदार्थ (संशोधन) विधेयक 2021 को पारित कर दिया। पांच घंटे चली बहस के बाद सदन ने नशीली दवाओं और नशीले पदार्थ (संशोधन) अध्‍यादेश 2021 के स्‍थान पर इस विधेयक को पारित किया। इस अध्‍यादेश को न्‍यायालय के आदेश पर लागू किया गया था। विधेयक पर बहस के बाद वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारामन ने संशोधन लाने की मंशा पर कुछ विपक्षी सदस्‍यों की आशंकाओं का निवारण किया। उन्‍होंने कहा कि इस विधेयक से आपराधिक कानून में कोई बड़ा संशोधन नहीं किया जा रहा, लेकिन यह स्‍पष्‍टीकरण से संबंधित है। उन्‍होंने यह भी कहा कि यह विधेयक संविधान की धारा 20 का न तो उल्‍लंघन करता है और न ही उसके महत्‍व को कम करता है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/burhanpur-news/burhanpur-s-closed-tapti-mill-issue-raised-in-lok-sabha-mp-said-that-7223022/,"लोकसभा में उठा बुरहानपुर की बंद पड़ी ताप्ती मिल का मुद्दा, सांसद बोले नहीं जल रहे 5 हजार परिवारों के चूल्हे","लोकसभा में उठा बुरहानपुर की बंद पड़ी ताप्ती मिल का मुद्दा, सांसद बोले नहीं जल रहे 5 हजार परिवारों के चूल्हे - सांसद ज्ञानेश्वर पाटील ने उठाया मुद्दा - पिछले डेढ़ साल से बंद पड़ी मिल बुरहानपुर Published: December 15, 2021 11:43:47 am बुरहानपुर. केंद्र सरकार की एनटीसी मिले देशभर में बंद पड़ी है। प्रदेश में भोपाल और बुरहानपुर में भी मिल पिछले डेढ़ साल से चालू नहीं हो सकी है। यह मुद्दा सोमवार को लोकसभा मेंं उठा। खासकर बुरहानपुर की बंद मिल को लेकर सांसद ज्ञानेश्वर पाटील ने यह बात रखी। उन्होंने कहा कि बुरहानपुर जिले में एनटीसी की मिल पिछले 50 वर्षों से है। लेकिन पिछले कोविड की वजह से मिल बंद है। इस मिल पर लगभग 5 हजार परिवार आश्रित है। डेढ़ वर्ष के ऊपर से मिल बंद होने के कारण उन लोगों के घर के चूल्हे नहीं जल पा रहे हैं। उस मिल को तत्काल चालू करने की मांग की। खंडवा संसदीय सीट से सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने दिल्ली में चल रहे लोकसभा के शीतकालीन सत्र के 11वें दिन यह मांग उठाई। यह मिल भारत सरकार के अधीन काम करती है। जिसका संचालन नेशनल टैक्सटाइल कॉर्पोरेशन द्वारा किया जाता है। मिल मार्च 2020 से कोरोना के समय लगे लॉकडाउन से बंद पड़ी है। पाटील ने कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल का ध्यान आकर्षित करते हुए मिल को पूरी क्षमता से मिल शुरू करने की गुहार लगाई। सबकुछ अनलॉक, मिल क्यों लॉक मार्च 2022 में पूरे दो साल हो जाएंगे। अनलॉक के बाद सारे उद्योग धंधे खुल गए हैं, लेकिन ताप्ती मिल अब भी बंद पड़ी है। इसे लेकर पिछले दिनों श्रमिकों ने मिल के सामने विरोध प्रदर्शन कर अफसरों को ज्ञापन भी सौंपा था। पीएम और कपड़ा मंत्री के नाम पोस्टकार्ड भी लिखे गए थे। लेकिन देश में सबकुछ अनलॉक हो गया, मिल अब तक लॉक है। देशभर में बंद है 23 सूत मिले देशभर में नेशनल टेक्सटाइल कॉर्पोरेशन की 23 सूत मिले बंद पड़ी हुई है। कोरोना संक्रमण के कारण मिल में उत्पादन बंद होने के बाद दिल्ली कपड़ा मंत्रालय से अब तक मिल को शुरू करने के आदेश नहीं आए है। इनमें प्रदेश की दो सूत मिल भोपाल और बुरहानपुर की ताप्ती मिल भी शामिल है। शहर की ही मिल में अब तक 100 करोड़ का टर्नओवर प्रभावित हो चुका है। क्योंकि लालबाग रोड स्थित ताप्ती मिल 23 मार्च 2020 से बंद है, लेकिन स्टॉक में रखे कच्चे माल को खत्म करने के लिए 10 माह पहले 29 दिनों के लिए मिल को शुरू किया गया था। हर साल 61 लाख टन सूत उत्पादन थमा हर साल मिल में लगभग 61 लाख 75 हजार टन का सूत उत्पादन होता है। 85 से 95 करोड़ एक साल का टर्नओवर है। 19 माह में 100 करोड़ से अभी अधिक का टर्नओवर प्रभावित हुआ है। मिल में विभिन्न क्वालिटयों का सूत तैयार होकर मालेगांव, भिलवाड़ा, इचलकरंजी, भिवंडी सहित अन्य राज्यों में सप्लाय होता है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/mathura-news/praveen-togadia-said-government-make-law-for-temple-of-shri-krishna-7222975/,प्रवीण तोगड़िया बोले- अब श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर भव्य मंदिर के लिए कानून बनाए सरकार,"प्रवीण तोगड़िया बोले- अब श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर भव्य मंदिर के लिए कानून बनाए सरकार मथुरा में प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि केंद्र सरकार की कथनी और करनी में अंतर बताते हुए कहा कि सत्ता में होते हुए किसी नेता को भाषण नहीं देना चाहिए, बल्कि काम करके दिखाना चाहिए। मथुरा श्री कृष्ण जन्म भूमि और काशी विश्वनाथ में भव्य मंदिर के निर्माण के लिए कानून बनाओ, दूसरे दिन मंदिर बनना शुरू हो जाएगा। मंदिर बनाना नहीं है और बातें करते हैं यह तो शोभा नहीं देता। मथुरा Published: December 15, 2021 11:15:26 am पत्रिका न्यूज़ नेटवर्क मथुरा. कान्हा की नगरी मथुरा में प्रवीण तोगड़िया अपनी धार्मिक यात्रा पर पहुंचे। जहां उन्होंने जिले के विभिन्न प्रसिद्ध मंदिरों में भगवान के दर्शन कर पुण्य लाभ कमाया। इस दौरान पत्रकारों से वार्ता करते हुए प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि इस समय सरकार से किसान काफी नाराज हैं। आंदोलन में 700 किसानों की मृत्यु हो चुकी है और जब किसान मरता है तो कोई जिंदा नहीं रहता। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को काशी विश्वनाथ मंदिर और श्री कृष्ण जन्मस्थान पर भव्य मंदिर के लिए भी कानून बना देना चाहिए, ताकि अगले दिन मंदिर बनना शुरू हो जाए। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार की कथनी और करनी में अंतर बताते हुए कहा कि सत्ता में होते हुए किसी नेता को भाषण नहीं देना चाहिए, बल्कि काम करके दिखाना चाहिए। प्रवीण तोगड़िया ने बताया कि बलराम और कृष्ण की भूमि पर आनंद ही होता है, मुझे या आने पर सुख और आनंद की अनुभूति होती है। वहीं, उनसे श्री कृष्ण जन्मभूमि मामले पर उनकी राय जाननी चाही तो उन्होंने कहा कि किसी नेता को भाषण नहीं देना चाहिए। सत्ता में हो तो काम करना चाहिए और संसद में बहुमत है। मथुरा श्री कृष्ण जन्म भूमि और काशी विश्वनाथ का कानून बनाओ, दूसरे दिन मंदिर बनना शुरू हो जाएगा। मंदिर बनाना नहीं है और बातें करते हैं यह तो शोभा नहीं देता है। कानून बनाओ मंदिर बनाओ और हमने तो कहा था कोई चाहेगा तो भी मंदिर बनेगा और नहीं चाहेगा तो बाबर की छाती पर पांव रखकर मंदिर बना लेंगे। ऐसे ही श्री कृष्ण जन्मभूमि और काशी विश्वनाथ का मंदिर बना ही लेंगे। मंदिर जरूर बनेगा छोटी-मोटी चीज तो चलती रहती हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव 2022 को लेकर प्रवीण तोगड़िया ने कि भगवान कृष्ण जो तय करेंगे, वही जीतेगा, बाकी सब हार जाएंगे। उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा कि किसान बहुत नाराज हैं। 700 किसानों की आंदोलन में मृत्यु हुई है। जब अन्नदाता मरता है तो बाकी कोई जिंदा नहीं रहता है। इसलिए समर्थन मूल्य का कानून बना देंगे तो थोड़ा अन्नदाता खुश हो सकता है और नहीं बनाया तो जीतना कठिन है। उन्होंने कहा कि हिंदू संगठन किसानों के साथ जाएगा। उन्होंने भाजपा को लेकर कहा कि उत्तर प्रदेश के लोग तय करेंगे कि किसकी सरकार बनेगी। मैं यहां का मतदाता नहीं हूं, इसलिए मैं कुछ नहीं कह सकता। वहीं, योगी और मोदी के दौरे को लेकर कहा की सबको दौरा करना चाहिए और दौड़ना भी चाहिए।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/lakhimpur-kheri/news/opposition-demands-resignation-of-union-minister-of-state-for-home-issue-raised-in-up-assembly-129211303.html,"लखीमपुर कांड पर संसद में जोरदार हंगामा: लोकसभा 2 बजे तक स्थगित, राहुल बोले- मंत्री अजय मिश्रा का इस्तीफा जरूरी","लखीमपुर कांड पर संसद में जोरदार हंगामा:लोकसभा 2 बजे तक स्थगित, राहुल बोले- मंत्री अजय मिश्रा का इस्तीफा जरूरी लखीमपुर खीरी संसद में आज लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले पर जोरदार हंगमा हुआ। लोकसभा में विपक्षी पार्टियों के सांसद केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष के खिलाफ SIT रिपोर्ट पर आक्रामक नजर आए। हंगामा बढ़ता देख लोकसभा की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित कर दी गई। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि SIT की रिपोर्ट के बाद हम इस मामले को सदन में उठाना चाहते हैं। हमने कहा है कि इस पर कम से कम संसद में चर्चा तो होनी चाहिए, लेकिन चर्चा की अनुमति नहीं मिल रही है। मंत्री (अजय मिश्रा टेनी) का इस्तीफा तो होना ही चाहिए। राहुल गांधी ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर राहुल गांधी ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया। हम मांग करेंगे कि सरकार केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करे। वहीं, लोकसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक के सुरेश ने अजय मिश्र से तुरंत पद छोड़ने की मांग की, ताकि लखीमपुर खीरी हिंसा में निष्पक्ष जांच की जा सके और किसानों को न्याय दिलाया जा सके। TMC सांसद सुष्मिता देव ने लखीमपुर खीरी हिंसा पर राज्यसभा में चर्चा की मांग को लेकर नोटिस दिया है। बता दें कि आज से UP विधानसभा का शीतकालीन सत्र भी शुरू हुआ है, जिसमें सपा, बसपा और कांग्रेस के सदस्यों ने इस मुद्दे को उठाया है। तिकुनिया कांड में मुख्य आरोपी आशीष मिश्र 'मोनू' सहित सभी 13 आरोपियों पर दुर्घटना की धाराएं हटाकर हत्या की कोशिश और अंगभंग करने की धाराएं बढ़ाई गई हैं। बीते मंगलवार को CJM कोर्ट में पेश हुए सभी 13 आरोपियों पर कोर्ट ने हत्या की कोशिश की धारा 307, अंगभंग 326, शस्त्र के दुरुपयोग की धारा 3/25 (30) और शस्त्र अधिनियम की धारा 35 की बढ़ोतरी की है। इससे पहले जांच टीम ने सोमवार को कोर्ट में अर्जी दाखिल कर सभी आरोपियों पर दुर्घटना की धाराएं हटाकर हत्या के प्रयास और साजिश की धाराएं बढ़ाने के लिए अर्जी दाखिल की थी, जिस पर अदालत ने सभी 13 आरोपियों को मंगलवार तलब किया था। हत्या की धाराएं बढ़ाने की अपील की तिकुनिया कांड के 70 दिन बाद मामले की जांच कर रही जांच टीम ने माना कि 3 अक्बटूबर को हुआ खूनी संघर्ष दुर्घटना नहीं थी, बल्कि यह हत्या की सोची समझी साजिश थी। 70 दिन बाद सोमवार को जांच टीम की तरफ से CJM अदालत में पेश हुए मुख्य विवेचक विद्याराम दिवाकर ने कोर्ट में अर्जी दाखिल कर मुख्य आरोपी आशीष मिश्र सहित सभी 13 आरोपियों पर से दुर्घटना की धारा हटाने और हत्या की कोशिश समेत अन्य धाराएं बढ़ाने की अपील की थी, जिस पर कोर्ट ने सभी 13 आरोपियों को मंगलवार को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया था। बचाव पक्ष की दलीलें कोर्ट ने खारिज की बचाव पक्ष के वकील अवधेश सिंह ने दलील दी है कि घटना के दौरान हथियार की बरामदगी दो ही लोगों के पास है। इसलिए, सभी आरोपियों के खिलाफ 3/25 (30) आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा नहीं चलाया जा सकता। जिसे कोर्ट ने सिरे से खारिज कर दिया है और जांच अधिकारी की अर्जी को सही मानते हुए जांच जारी रखने के आदेश दिए हैं। ये हैं लखीमपुर खीरी हिंसा के आरोपी आशीष मिश्र 'मोनू', लवकुश, आशीष पांडे, शेखर भारती, अंकित दास, लतीफ उर्फ काले, शिशुपाल, नंदन सिंह बिष्ट, सत्यम त्रिपाठी, सुमित जायसवाल, धर्मेंद्र बंजारा, रिंकू राना और उल्लास उर्फ मोहित।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/vijayan-surrounded-by-political-appointments-in-universities-in-kerala-increasing-conflict-between-governor-and-chief-minister-in-kerala-129210605.html,"भास्कर ग्राउंड रिपोर्ट: केरल में विश्वविद्यालयों में सियासी नियुक्तियों को लेकर घिरे विजयन, केरल में राज्यपाल व मुख्यमंत्री के बीच बढ़ रहा टकराव","भास्कर ग्राउंड रिपोर्ट:केरल में विश्वविद्यालयों में सियासी नियुक्तियों को लेकर घिरे विजयन, केरल में राज्यपाल व मुख्यमंत्री के बीच बढ़ रहा टकराव तिरुवनंतपुरम लेखक: केए शाजी राज्यपाल ने राज्य में कुलपतियों की नियुक्ति पर राजनीतिक हस्तक्षेप खिलाफ खोला मोर्चा। केरल में विश्वविद्यालयों के कामकाज और कुलपतियों की नियुक्ति को लेकर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद ने राज्य के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। राज्यपाल कई दिनों से दिल्ली में हैं। मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि राज्यपाल के दिल्ली सेे लौटने पर वे उनसे मिलेंगे और मतभेदों को सुलझाएंगे। लेकिन माकपा नेता राज्यपाल की ईमानदारी और निष्पक्षता पर सवाल उठा रहे हैंं। सत्तारूढ़ पार्टी के शक्तिशाली राज्य सचिव कोडियेरी बालकृष्णन सहित माकपा नेता राज्यपाल के इस कदम के पीछे भाजपा के गुप्त राजनीतिक इरादों का आरोप लगा रहे हैं। सीपीआई (एम) की छात्र शाखा एसएफआई ने मुख्यमंत्री से राज्यपाल से चांसलर पद लेने का आग्रह किया है। दूसरी तरफ, राज्यपाल खान की कट्टर आलोचक कांग्रेस ने इस मुद्दे पर उन्हें अपना पूरा समर्थन दिया है। कांग्रेस नेता और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने कहा कि सीपीआई (एम) ने अहम पदों पर नेताओं के करीबी रिश्तेदारों को नियुक्त करके उच्च शिक्षा को बर्बाद कर दिया है। राज्यपाल मोहम्मद आरिफ खान का कहना है कि उन्होंने कई मौकों पर राज्य सरकार के सामने अनियमितताओं का मुद्दा उठाया, लेकिन उनकी आपत्तियों को हर बार नजरअंदाज किया गया। हाल ही में, राज्य सरकार ने विश्वविद्यालय अधिनियम में संशोधन किया, जिसने विश्वविद्यालय अपीलीय न्यायाधिकरण में नियुक्ति करने के लिए राज्यपाल के कुलपति के रूप में शक्ति को छीन लिया। राज्यपाल ने इन संशोधनों पर सवाल उठाया है क्योंकि, इससे राज्य सरकार को ट्रिब्यूनल में नियुक्तियां करने की पूर्ण शक्ति मिलती है। राज्य सरकार राज्यपाल की शक्तियां छीन रही है राज्यपाल का आरोप है कि शंकराचार्य संस्कृत विवि के कुलपति को खोजने की प्रक्रिया में राज्य सरकार ने राज्यपाल की शक्तियों को सीमित किया। कन्नूर विवि के कुलपति प्रो. गोपीनाथ रवींद्रन को नया कार्यकाल देने पर विवाद है। इस विवि का अधिनियम 60 से अधिक उम्र के किसी व्यक्ति को कुलपति नियुक्त करने की अनुमति नहीं देता है। इसी विवि में डॉ. प्रिया वर्गीस की एसोसिएट प्रोफेसर के तौर पर निुयक्ति को लेकर विवाद है। वे सीएम के निजी सचिव की पत्नी हैं। श्री नारायण गुरु मुक्त विवि के कुलपति प्रो मुबारक पाशा को नियुक्ति के एक साल बाद भी वेतन नहीं मिला है। राज्यपाल ने इस मसले को कई बार उठाया, पर शिक्षा विभाग ने ध्यान नहीं दिया।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/the-allegations-of-fake-encounter-in-kashmir-are-becoming-the-shield-of-stone-pelters-people-are-questioning-the-police-encounter-129210572.html,"भास्कर ओरिजीनल: कश्मीर में फर्जी मुठभेड़ के आरोप पत्थरबाजों की ढाल बन रहे हैं, पुलिस के एनकाउंटर पर लोग सवाल उठा रहे हैं","भास्कर ओरिजीनल:कश्मीर में फर्जी मुठभेड़ के आरोप पत्थरबाजों की ढाल बन रहे हैं, पुलिस के एनकाउंटर पर लोग सवाल उठा रहे हैं श्रीनगर लेखक: हारून रशीद घाटी में जनता और सरकार के बीच फिर बढ़ रही है खाई। घाटी में पत्थरबाजी का खतरनाक पैटर्न फिर दिखने लगा है। बीते तीन हफ्ते में पथराव की तीन बड़ी घटनाएं हुई हैं। एक दिन पहले श्रीनगर के रंगरेट में आतंकियों के साथ मुठभेड़ के बाद स्थानीय लोगों ने सुरक्षाकर्मियों पर पथराव किया। इसका नेतृत्व स्थानीय महिलाएं कर रही थीं। प्रदर्शनकारी इस मुठभेड़ को फर्जी बता रहे हैं। पुलिस के मुताबिक रंगरेट में 13 दिसंबर को एक एनकाउंटर में दो आतंकी मार गिराए गए हैं। स्थानीय लोगों और चश्मदीदों ने इस दावे को झूठा बताया है। घटनास्थल के पास रहने वाली एक महिला ने आरोप लगाया, ‘यह फेक एंकाउंटर था। दो लड़के सड़क पर चल रहे थे और पुलिस ने उन पर गोली चला दी। अगर वे आतंकी थे तो उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता था?’ घटनास्थल के करीब रहने वाली एक अन्य महिला ने बताया कि यह शांतिपूर्ण क्षेत्र हैं। हमें याद तक नहीं है कि आखिरी बार यहां कब मुठभेड़ हुई थी। पुलिस सिर्फ घोषणा करती है कि उसने दो आतंकियों को मार गिराया है। पुलिस कोई सबूत भी नहीं देती है। हालांकि पुलिस स्थानीय लोगों के इन आरोपों को नकार रही है। सूत्रों के मुताबिक शाम को पुलिस ने मुठभेड़ घटनास्थल के पास स्थित निजी स्कूल के सीसीटीवी फुटेज को जब्त कर लिया, लेकिन उसे सार्वजनिक नहीं किया। दूसरी घटना शोपियां जिले के चेक चोलन इलाके में 8 दिसंबर को मुठभेड़ के दौरान हुई जिसमें तीन आतंकी मारे गए थे। मुठभेड़ के बाद युवक जमा हो गए और सुरक्षा बलों पर पथराव शुरू कर दिया। यहां पुलिस ने 3 आतंकियों के पास से एक एके 47 राइफल और 2 पिस्टल भी बरामद कीं। एक सुरक्षा एक्सपर्ट ने कहा रामबाग और रंगरेट में पथराव को समझा जा सकता है लेकिन शोपियां में आतंकियों को मारे जाने के बाद पथराव एक खतरनाक प्रवृत्ति है। अब ऐसा लगता है कि लोगों में कानून का डर कम हो रहा है। सरकार को इसके बारे में सोचने की जरूरत है। सरकार को चाहिए की लोगों से बात करे और उनका विश्वास जीते। नहीं तो हालात से बिगड़ सकते हैं। इसी तरह 24 नवंबर को रामबाग में पुलिस ने तीन आतंकियों को मार गिराने का दावा किया था। स्थानीय लोगों का दावा है कि इन्हें एक कार से निकाला गया और उन्हें गोली मार दी गई। हालांकि पुलिस इसे नकार रही है। एक्सपर्ट बोले- जवाबदेही तय कर इन्हें रोका जा सकता है पुलिस लोगों की शंकाओं को दूर करे, इससे यह खाई दूर की जा सकती है सुरक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक इस वक्त कश्मीर में हाई सिक्योरिटी है। सघन तलाशी अभियान चल रहा है। रंगरेट व रामबाग में पुलिस ने मुठभेड़ को लेकर स्पष्ट बयान नहीं दिया है। 16 नवंबर को हैदरपोरा में कथित 2 नागरिकों की हत्या के बाद सरकार ने कहा था 15 दिनो में जांच पूरी होगी। दोषियों को सजा मिलेगी। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। मामूली सबूतों के नाम पर सैकड़ों लोगों की गिरफ्तारियां, इससे गुस्सा बढ़ रहा श्रीनगर यूनिवर्सिटी में एक प्रोफेसर ने कहा कि सैकड़ों लोगों को मामूली सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया जा रहा है। पूरे भारत में क्षेत्र में महंगाई व बेरोजगारी सर्वाधिक है। लोग पुलिस व सुरक्षाकर्मियों को सरकारी प्रतिनिधि के रूप मे देखते हैं। मानवाधिकार उल्लंघन व अन्य मुद्दों पर गुस्सा निकालने के लिए उन पर पथराव करते हैं।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/sonia-called-opposition-meeting-suspension-12-mp-mamta-not-invited-129209096.html,"कांग्रेस ने दीदी से पल्ला झाड़ा: 12 सांसदों के निलंबन पर सोनिया ने विपक्ष की मीटिंग बुलाई; राकांपा-शिवसेना पहुंचे, ममता को न्योता नहीं","कांग्रेस ने दीदी से पल्ला झाड़ा:12 सांसदों के निलंबन पर सोनिया ने विपक्ष की मीटिंग बुलाई; राकांपा-शिवसेना पहुंचे, ममता को न्योता नहीं ममता बनर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी 28 जुलाई को मुलाकात की थी। राज्यसभा के 12 निलंबित सांसदों के मसले पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को एक बैठक बुलाई। इस बैठक में राकांपा, DMK, शिवसेना और अन्य के लीडर्स को तो बुलाया गया, लेकिन ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को न्योता नहीं दिया गया। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में शरद पवार, संजय राउत, सीताराम येचुरी, फारुक अब्दुल्ला पहुंचे हैं। इस बैठक में कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी मौजूद हैं। बैठक में तय हुआ है कि शरद पवार राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू से इस संबंध में बात करेंगे और कोई रास्ता निकालने की अपील करेंगे। ममता के बयान से सोनिया नाराज ममता बनर्जी ने पिछले दिनों महाराष्ट्र में शरद पवार से मुलाकात की थी। उन्होंने इस मुलाकात के तुरंत बाद कहा था कि देश में UPA खत्म हो चुकी है। ऐसा कोई गठबंधन अस्तित्व में नहीं है। उन्होंने राहुल गांधी पर भी तंज कसा था। कहा था कि जिस पार्टी का नेता हमेशा विदेश में रहता हो, कुछ करता न हो तो कैसे चलेगा। हालांकि, ममता के इस बयान पर कांग्रेस ने तुरंत पलटवार किया था। वरिष्ठ कांग्रेसी कपिल सिब्बल ने कहा था कि कांग्रेस के बिना UPA ऐसा है, जैसे बिना आत्मा का शरीर। ममता बनर्जी के बयान पर उन्होंने कहा कि यही वक्त है, जब विपक्ष को अपनी एकता दिखानी चाहिए। कांग्रेस का बर्ताव सुस्त जमींदार की तरह गोवा दौरे पर ममता ने कहा कि कांग्रेस अगर चाहे तो TMC के गठबंधन में शामिल हो सकती है। वहीं, कांग्रेस पर एक सुस्त जमींदार की तरह बर्ताव करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा- मैं कांग्रेस के खिलाफ नहीं बोलना चाहती, लेकिन यह पार्टी भाजपा को हराने के लिए कोई काम नहीं कर रही।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/mamata-banerjee-vs-narendra-modi-west-bengal-chief-minister-on-up-elections-and-modi-ganga-snan-129208958.html,गोवा में दीदी की दहाड़: ममता बनर्जी ने समझाया TMC का मतलब; कहा- हमें बीजेपी से सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं,"गोवा में दीदी की दहाड़:ममता बनर्जी ने समझाया TMC का मतलब; कहा- हमें बीजेपी से सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं पणजी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर भाजपा पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा तृणमूल कांग्रेस (TMC) को हिन्दू विरोधी पार्टी के तौर पर प्रसार करती है। लेकिन हमारी पार्टी अपने आप में सभी धर्मों का सम्मान करने वाली है। TMC का मतलब ही टेम्पल (मंदिर), मॉस्क (मस्जिद) और चर्च है। इससे पहले ममता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर जमकर हमला बोला। गोवा में आयोजित पार्टी के कार्यक्रम में दीदी ने कहा कि देश में जब भी चुनाव आते हैं प्रधानमंत्री गंगा में डूब जाते (डुबकी लगाना) हैं। उत्तराखंड में जाकर मंदिर के अंदर बैठ जाते हैं। ममता यहीं नहीं रूकीं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान जब लोग मर रहे थे तो उन्हें गंगा में बहाया जा रहा था। भाजपा की सरकार अंतिम संस्कार भी नहीं करने देती थी। इन लोगों ने मां गंगा को अपवित्र किया है। भाजपा से कैरेक्टर सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं भाजपा के द्वारा कास्ट सर्टिफिकेट को लेकर उठाए गए सवालों को लेकर भी ममता ने चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कहा- मुझे ये बोलने में शर्म आती है कि कोई पूछे कि तुम हिंदू हो, मुस्लिम हो, ब्राह्मण हो या कायस्थ हो? मैं तो इंसान हूं। मैं खुद एक ब्राह्मण परिवार से हूं इसलिए मुझे BJP से कैरेक्टर सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है। मैं ना हिंदू हूं, ना मुस्लिम हूं, ना सिख हूं, ना ईसाई हूं, तुम कौन हो? मेरा नाम और टाइटल परंपरा से आया। गोवा में भाजपा के खिलाफ सभी दल एक हों सभा को संबोधित करते हुए ममता ने सभी दलों को एक बार फिर से इकट्‌ठा होने का भी संदेश दिया। ममता ने इसके लिए महाभारत में भगवान श्रीकृष्ण का संदर्भ लिया। ममता बोलीं- श्रीकृष्ण ने कौरवों को कहा था कि आपको खत्म होना है। हम लोग भी चाहते हैं कि गोवा में बीजेपी खत्म हो और अगर बीजेपी को खत्म होना है तो सबको इकट्ठा होना होगा।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/haryana/sonipat/news/singhu-border-will-open-for-light-vehicles-from-15-december-easy-movement-from-sonepat-129209076.html,"सिंघु बॉर्डर 15 से खुलेगा हल्के वाहनों के लिए: सोनीपत की तरफ सारे अवरोधक हटाए गए, भारी वाहनों के गुजरने पर अभी पाबंदी रहेगी","सिंघु बॉर्डर 15 से खुलेगा हल्के वाहनों के लिए:सोनीपत की तरफ सारे अवरोधक हटाए गए, भारी वाहनों के गुजरने पर अभी पाबंदी रहेगी सोनीपत किसान आंदोलन के कारण एक साल से बंद सिंघु बॉर्डर को बुधवार को यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। इस मार्ग से अभी हल्के वाहनों को ही गुजरने की इजाजत होगी। भारी वाहन अभी भी वैकल्पिक मार्गों से ही दिल्ली जाएंगे। सोनीपत के जिलाधिकारी (DC) ललित सिवाच ने मंगलवार शाम नेशनल हाईवे-44 पर कुंडली-सिंघु बॉर्डर पर पहुंच रोड खोलने के कार्यों का निरीक्षण किया। DC लगातार दो दिन से वहां जा रहे हैं। सोनीपत के हिस्से को तो सोमवार को साफ कर दिया गया था। दिल्ली की तरफ से काम बाकी था, जिसे मंगलवार को वाहन गुजरने लायक बनाया गया। दिल्ली का रास्ता अभी पूरी तरह से साफ नहीं हुआ है। कुंडली बॉर्डर पर डीसी ललित सिवाच और एसपी राहुल शर्मा। DC ललित सिवाच ने कहा कि जिला प्रशासन ने कुंडली-सिंघु बॉर्डर पर हरियाणा की सीमा में सड़क से सभी अवरोधक हटा दिए हैं। सड़क पर 95 प्रतिशत गड्‌ढों को भर दिया गया है। शेष 5 प्रतिशत गड्‌ढों को मंगलवार रात को भरवा दिया जाएगा। डीसी ने आशा व्यक्त की कि बुधवार 15 दिसंबर सुबह से कुंडली-सिंघु बॉर्डर पर यातायात सुचारु ढंग से शुरू हो जाएगा। उन्होंने पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा तथा जिला प्रशासन के उच्चाधिकारियों के साथ बॉर्डर का दौरा किया। यातायात को शुरू करने के लिए किए जा रहे प्रबंधों की मौके पर समीक्षा की। सिंघु बॉर्डर खोलने को लेकर हिदायत देते डीसी और एसपी। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने NGT एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड आदि की हिदायतों को ध्यान में रखते हुए कार्य किया है। यातायात पुलिस यह सुनिश्चित करेगी कि इस मार्ग पर यातायात शुरू करते समय केवल छोटे वाहनों को ही आवागमन की अनुमति दी जाए। भारी वाहन अभी पहले की तरह वैकल्पिक मार्गों से गुजारे जाएंगे।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/kisan-andolan-vs-politics-double-challenge-for-congress-in-punjab-129200284.html,"घर लौट किसान शुरू करेंगे 'मिशन पंजाब': कर्ज माफी को लेकर चलेगा संघर्ष, सहमी कांग्रेस सरकार ने किसान नेताओं की मीटिंग बुलाई","घर लौट किसान शुरू करेंगे 'मिशन पंजाब':कर्ज माफी को लेकर चलेगा संघर्ष, सहमी कांग्रेस सरकार ने किसान नेताओं की मीटिंग बुलाई चंडीगढ़ लेखक: मनीष शर्मा दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन कामयाबी के साथ खत्म हो गया। जिसके बाद पंजाब के किसान संगठन वापस लौट रहे हैं। यहां आकर अब उनका 'मिशन पंजाब' शुरू होगा। जिसमें सबसे बड़ा मुद्दा किसानों की कर्ज माफी का है। जिससे कांग्रेस के लिए दोहरी मुश्किल खड़ी हो सकती है। उनके हाथ से किसान आंदोलन का मुद्दा छिन गया और अब कर्ज माफी पर जवाब देने की बारी आ गई है। इसे देखते हुए पंजाब में कांग्रेस सरकार भी सहम गई है। CM चरणजीत चन्नी ने 17 दिसंबर को 11 बजे पंजाब भवन में मीटिंग बुला ली है। दरअसल, 2017 में हुए विस चुनाव में कांग्रेस सरकार किसानों की कर्ज माफी का वादा किया था। जिसमें सरकारी-प्राइवेट बैंकों के अलावा आढ़तियों का कर्जा तक माफ करने का दावा था। हालांकि किसानों का कहना है कि अभी तक सबका कर्जा माफ नहीं हुआ है। सीएम चन्नी ने कर्ज माफी पर किसानों से दोबारा मीटिंग की बात कही थी किसानों की मीटिंग में नहीं बनी थी सहमति कुछ समय पहले CM चरणजीत चन्नी ने पंजाब के किसान संगठनों से चंडीगढ़ में मीटिंग की थी। तब करीब 18 मुद्दों पर सहमति बन गई थी। हालांकि कर्ज माफी वाला मुद्दा लटक गया था। CM चन्नी ने कहा था कि वह इस बारे में रिपोर्ट लेकर किसानों से फिर मीटिंग करेंगे। हालांकि इसके बाद सरकार ने कोई मीटिंग नहीं की। अब चूंकि किसान संगठन घर लौट रहे हैं तो सरकार और कांग्रेस पार्टी की चिंता बढ़ गई। जिसके बाद किसान संगठनों का आरोप है कि मांगे मानी गई लेकिन लागू नहीं की कांग्रेस के लिए दोहरी मुश्किल किसान आंदोलन खत्म होने से कांग्रेस के लिए पंजाब में दोहरी मुश्किल हो गई है। पहला कांग्रेस के हाथ से पंजाब में बड़ा मुद्दा छिन गया। कांग्रेस किसान आंदोलन के बहाने भाजपा और खासकर अकाली दल को घेरने में जुटी थी। यह आसान भी था क्योंकि अकाली दल कानून बनाते वक्त केंद्र सरकार में था। दूसरा, किसानों की कर्ज माफी का मुद्दा गर्माएगा। जिससे चुनाव में किसान वोट बैंक की मुश्किल खड़ी होगी। CM चरणजीत चन्नी की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार के लिए आखिरी वक्त में यह वादा पूरा करना बड़ी चुनौती रहेगी, क्योंकि इसमें ऐलान नहीं बल्कि जमीनी स्तर पर काम दिखाना होगा। कैप्टन लगातार किसानों से करीबी बता रहे हैं कर्ज माफी पर कैप्टन ठोक रहे दावा कर्ज माफी को लेकर पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह जरूर दावा ठोक रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार बनने के बाद साढ़े 4 साल में उन्होंने 5.64 लाख किसानों के 4 हजार 624 करोड़ रुपया कर्ज माफ किया। इसके अलावा 2.85 लाख भूमिहीन मजदूरों का 520 करोड़़ रुपया कर्ज माफ किया गया। कैप्टन का यह दावा भी चन्नी सरकार की मुसीबत बढ़ाएगा। केंद्र को घेरने की कोशिश कर चुके चन्नी पंजाब में कर्ज माफी के मुद्दे को CM चरणजीत चन्नी भी भांप गए थे। इसलिए कुछ दिन पहले उन्होंने कर्ज माफी में केंद्र सरकार को घसीटने की कोशिश की। उन्होंने PM नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पूर्ण कर्जमाफी की पहल करने को कहा। सीएम को उम्मीद थी कि संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) इस मुद्दे को भी केंद्र से वार्ता में शामिल कर सकता है। हालांकि ऐसा नहीं हुआ। उलटा अकाली दल और भाजपा ने आरोप लगाया कि सीएम कांग्रेस के वादे को केंद्र से पूरा करवाना चाहते हैं। कर्ज माफी पर पूछेंगे सवाल : किसान नेता किसान नेता मनजीत राय और जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि कांग्रेस ने पिछले चुनाव में कर्ज माफी का वादा किया था। जिसे अभी तक पूरा नहीं किया गया। इस बारे में कांग्रेस सरकार से सवाल पूछेंगे। मनजीत राय ने कहा कि हम संघर्षशील आदमी है। किसान के हकों के लिए पंजाब सरकार से जवाब लिया जाएगा। किसान नेताओं को भेजा पंजाब सरकार का न्यौता...",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/mamata-banerjee-on-congress-tmc-party-alliance-to-defeat-narendra-modi-129208485.html,"ममता का कांग्रेस को न्योता: दीदी ने कहा- TMC के नेतृत्व में BJP विरोधी मोर्चे में शामिल हो कांग्रेस, जागीरदारी की मानसिकता छोड़े","ममता का कांग्रेस को न्योता:दीदी ने कहा- TMC के नेतृत्व में BJP विरोधी मोर्चे में शामिल हो कांग्रेस, जागीरदारी की मानसिकता छोड़े नई दिल्ली ममता बनर्जी इस समय गोवा दौरे पर हैं। गोवा में उन्होंने NCP नेता को TMC की सदस्यता दिलाई और कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अगर चाहे तो TMC के गठबंधन में शामिल हो सकती है। वहीं, कांग्रेस पर एक सुस्त जमींदार की तरह बर्ताव करने का आरोप भी लगाया। गोवा में अपनी पार्टी के एक कार्यक्रम में ममता ने कहा कि TMC का मतलब टेम्पल (मंदिर), मॉस्क (मस्जिद) और चर्च है। उन्होंने कहा- मैं कांग्रेस के खिलाफ नहीं बोलना चाहती, लेकिन यह पार्टी भाजपा को हराने के लिए कोई काम नहीं कर रही। अगर कांग्रेस BJP को हराने के लिए कुछ करना चाहती है तो मुझे कोई आपत्ति नहीं। ममता एक महीने के भीतर दूसरी बार गोवा पहुंची हैं। TMC को एक हिंदू विरोधी पार्टी के तौर पर पेश करती है भाजपा ममता ने कहा कि हमने गोवा में महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (MGP) के साथ गठबंधन किया है। हमारा गठबंधन ही विकल्प है। कांग्रेस अगर सोचती है कि वह हमारे गठबंधन में शामिल नहीं होगी तो कोई दूसरी पार्टी भी ऐसा नहीं करेगी, ऐसा सोचना गलत है। ममता ने कहा कि भाजपा TMC को एक हिंदू विरोधी पार्टी के तौर पर पेश करती है, जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है। TMC ऐसी पार्टी है जो सांप्रदायिक सद्भावना को बढ़ावा देती है। NCP नेता को TMC में शामिल कराया ममता देश भर में विपक्षी क्षेत्रीय पार्टियों को एकजुट कर रही हैं। उन्होंने दिसंबर की शुरुआत में NCP चीफ शरद पवार और शिवसेना के नेताओं से मुंबई जाकर मुलाकात की थी। कांग्रेस के कई नेताओं को तोड़ने के बाद उन्होंने अब शरद पवार की पार्टी में भी गोवा में सेंध लगा दी। सोमवार को उन्होंने गोवा में NCP के सीनियर लीडर और विधायक चर्चिल अलेमाओ और उनकी बेटी वलांका को TMC में शामिल कराया। इस महीने की शुरुआत में ममता और NCP चीफ शरद पवार की मुंबई में मुलाकात हुई । इससे पहले ममता ने गोवा में कांग्रेस के सीनियर लीडर और पूर्व मुख्यमंत्री लुईजिन्हो फलेरियो को TMC में शामिल कराया था। वहीं, चर्चित टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस के साथ मशहूर अभिनेत्री नफीसा अली को भी पार्टी की सदस्यता दिलाई थी।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/rahul-gandhi-on-narendra-modi-govt-over-suspension-of-12-rajya-sabha-mps-129208544.html,"सांसदों के निलंबन पर विपक्ष का मार्च: राहुल ने काले कपड़े पहन कर विरोध जताया, कहा- संसद में बोलने नहीं दिया जा रहा","सांसदों के निलंबन पर विपक्ष का मार्च:राहुल ने काले कपड़े पहन कर विरोध जताया, कहा- संसद में बोलने नहीं दिया जा रहा नई दिल्ली राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन के मसले पर विपक्षी नेताओं ने आज संसद में गांधी प्रतिमा से विजय चौक तक मार्च निकाला। इसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी विरोध के तौर पर काले कपड़े पहनकर शामिल हुए। उन्होंने कहा कि सरकार विपक्ष को सवाल उठाने नहीं दे रही है। सांसद करीब 2 हफ्ते से निलंबित हैं। वो लगातार धरने पर बैठे हैं। उनकी बात नहीं सुनी जा रही है। विपक्ष की आवाज दबाई जा रही है। राहुल ने कहा, ""विपक्षी सांसदों के निलंबन को 14 दिन हो गए हैं। जिन मुद्दों पर सदन में विपक्ष बहस करना चाहती है, उन पर हमें बहस नहीं करने दी जाती। जहां विपक्ष आवाज उठाने की कोशिश की जाती है, उन्हें निलंबित कर दिया जाता है। तीन-चार ऐसे मुद्दें हैं, जिनका सरकार नाम तक नहीं लेना चाहती है।"" राज्यसभा के 12 सांसदों का निलंबन वापस लेने की मांग को लेकर संसद से विजय चौक तक मार्च निकालते विपक्षी सांसद। राहुल बोले- PM को सदन में आए 13 दिन हो गए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सदन में नहीं आते हैं। PM को सदन में आए 13 दिन हो गए हैं। हंगामे के बीच संसद में एक के बाद एक बिल पास हो रहे हैं। इन बिलों पर किसी तरह की बहस नहीं हो रही है। यह संसद चलाने का तरीका नहीं है। यह लोकतंत्र की हत्या है। विरोध मार्च में राहुल गांधी, संजय राउत समेत तमाम विपक्षी नेता शामिल हुए। कांग्रेस के 6; TMC, शिवसेना और लेफ्ट के 6 MP राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने निलंबित सांसदों के नाम की घोषणा की। इनमें कांग्रेस के 6 सांसद: फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रसाद सिंह शामिल हैं। ममता बनर्जी की पार्टी TMC से डोला सेन और शांता छेत्री को सस्पेंड किया गया है। इसके अलावा शिवसेना से प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई शामिल हैं। वहीं CPM के एलाराम करीम और CPI के बिनॉय विश्वम भी निलंबित होने वाले सांसदों की लिस्ट में शामिल हैं। क्या हुआ था 11 अगस्त को? संसद के मानसून सत्र के आखिरी दिन (11 अगस्त को) सुरक्षा बलों से बदसलूकी के आरोप में राज्यसभा के 12 विपक्षी सांसद पूरे शीत सत्र के लिए सस्पेंड हैं। 11 अगस्त को इंश्योरेंस बिल पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ था। संसद के अंदर विपक्ष के महिला-पुरुष सांसदों और मार्शलों के बीच जमकर खींचातानी हुई थी। हंगामे पर राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा था कि जो कुछ सदन में हुआ है, उसने लोकतंत्र के मंदिर को अपवित्र किया है।' उधर, विपक्ष का कहना था कि कोई भी बिल पास कराने की कोशिश की गई तो अंजाम भुगतना होगा। साथ ही विपक्ष ने महिला सांसदों के साथ बदसलूकी का भी आरोप लगाया था। इसे लेकर विपक्ष ने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को ज्ञापन भी सौंपा था।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/pm-narendra-modi-kashi-vishwanath-corridor-varanasi-dashashwamedh-ghat-ganga-aarti-photos-129208285.html,"मोदी देर रात बनारस की गलियों में निकले: 12:30 बजे पैदल ही गोदौलिया चौराहा पहुंचे, फिर विश्वनाथ कॉरिडोर और रेलवे स्टेशन का जायजा लिया","मोदी देर रात बनारस की गलियों में निकले:12:30 बजे पैदल ही गोदौलिया चौराहा पहुंचे, फिर विश्वनाथ कॉरिडोर और रेलवे स्टेशन का जायजा लिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार देर रात बनारस की सड़कों पर निकल गए। 12:30 बजे वे संत रविदास घाट से गोदौलिया चौराहा पहुंचे। यहां से वे विश्वनाथ कॉरिडोर के लिए निकल गए। यहां उन्होंने निर्माण का कामकाज देखा। यहां उन्होंने करीब 15 से 20 मिनट बिताए। इसके बाद वे रेलवे स्टेशन और आखिरी में रात्रि विश्राम के लिए गेस्ट हाउस चले गए। जायजे के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ थे। प्रधानमंत्री मोदी ने इस निरीक्षण की जानकारी ट्वीट करके दी। मोदी ने लिखा कि काशी में अहम विकास कार्यों का मुआयना किया। यह हमारा प्रयास है कि इस पवित्र शहर को सबसे अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर दिया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि हम रेल कनेक्टिविटी को बेहतर करने और सफाई, आधुनिक सुविधाओं और यात्रियों की सुविधानुसार रेलवे स्टेशन बनाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री दो दिन के काशी दौरे पर हैं। आज उनके दौरे का दूसरा दिन है। सोमवार रात CM योगी आदित्यनाथ के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्वनाथ मंदिर परिसर पहुंचे। विश्वनाथ मंदिर परिसर पहुंचते समय मोदी और योगी के साथ सुरक्षा गार्ड भी मौजूद रहे। विश्वनाथ मंदिर परिसर को फूल-माला और खूबसूरत लाइटों से सजाया गया। PM मोदी ने वाराणसी की सड़कों पर पैदल घूमकर विकास कार्यों का जायजा लिया। मोदी-योगी देर रात बनारस रेलवे स्टेशन पहुंचे। यह स्टेशन पहले मंडुआडीह नाम से जाना जाता था। PM मोदी ने बनारस रेलवे स्टेशन पर साफ-सफाई का भी मुआयना किया। बनारस रेलवे स्टेशन पर PM मोदी और CM योगी ने यात्रियों से बातचीत भी की। हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्‌टर, मध्य प्रदेश के CM शिवराज सिंह चौहान और प्रधानमंत्री मोदी एकसाथ। प्रधानमंत्री मोदी गंगा आरती के समय हाथ जोड़कर खड़े रहे। गंगा आरती के बाद मोदी ने क्रूज पर ही पार्टी नेताओं और भाजपा शासित 12 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। दशाश्वमेध घाट रोशनी से जगमगाता रहा। सोमवार को देर रात यह भव्य नजारा देखा गया।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/jalandhar/news/congress-killed-womens-rights-in-punjab-only-3-women-in-82-district-and-executive-heads-priyanka-promise-broken-in-sidhus-new-formula-129208280.html,"पंजाब में कांग्रेस ने मारा महिलाओं का हक!: 82 जिला और कार्यकारी प्रधानों में सिर्फ 3 महिलाएं, सिद्धू के नए फार्मूले में प्रियंका का वादा टूटा","पंजाब में कांग्रेस ने मारा महिलाओं का हक!:82 जिला और कार्यकारी प्रधानों में सिर्फ 3 महिलाएं, सिद्धू के नए फार्मूले में प्रियंका का वादा टूटा सुनील राणा/जालंधर कांग्रेस पार्टी में आलाकमान से लेकर निचले स्तर के नेताओं द्वारा महिलाओं को संगठन से लेकर टिकटों में चालीस प्रतिशत आरक्षण देने के वादों की पोल पंजाब में खुल गई है। पार्टी द्वारा जारी 82 जिला प्रधानों और कार्यकारी प्रधानों की फौज में केवल 3 महिलाओं को लिया गया है। इन तीनों को भी मुख्य भूमिका में नहीं रखा गया। पंजाब में विधानसभा चुनसव से ढ़ाई महीने पहले कांग्रेस ने राज्य में पार्टी प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के फार्मूले को लागू कर दिया, जिसका उनकी पार्टी के विधायक और विरोधी नेता करते रहे हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सोमवार देर शाम जिला प्रधानों और कार्यकारी प्रधानों की जिस सूची पर आलाकमान की मुहर लगाई है उसमें सारे वादे-दावे हवा हवाई नजर आ रहे हैं। कांग्रेस ने अपनी ही वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधाी के महिलाओं को पार्टी में 40 प्रतिशत आरक्षण देने के वादे की हवा निकाल दी है। स्पष्ट संकेत मिल गया है कि पंजाब चुनाव में कांग्रेस से जुड़ी महिला नेताओं की टिकट की राह आसान नहीं रहने वाली। 82 जिला प्रधानों और कार्यकारी प्रधानों की फौज में सिर्फ तीन महिलाओं को जगह देने महिला नेताओं की उपेक्षा को ही दर्शा रहा है। कांग्रेस की लिस्ट में तीन महिलाओं को जगह दी भी गई है। उन्हें भी मुख्य भूमिका में नहीं रखा गया है, बल्कि कार्यकारी प्रधान का पद दिया गया है। मतलब सीधा है कि जब तक प्रधान मौजूद है तो उनकी संगठन में कोई वैल्यू नहीं है। वह अपने स्तर पर न तो कोई फैसला ले सकती हैं और न ही कार्यकर्ताओं को निर्देशित ही कर सकती हैं। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पार्टी के सर्वोसर्वा प्रियंका गांधी और राहुल गांधी ने कहा कि था कांग्रेस ही एक ऐसी पार्टी है जो महिलाओं का सम्मान करती है। कांग्रेस ने ही पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को तैंतीस प्रतिशत आरक्षण दिया और अपनी आवाज बुलंद करने की आजादी दी। लेकिन शायद जब संगठन की बारी आती है को आलाकमान आरक्षण रोस्टर और महिलाओं की आजादी को भूल जाती है। यही वजह है कि एक तरफ तो प्रियंका गांधी जो कि उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ने जा रही हैं वहां पर चालीस प्रतिशत टिकटें महिला शक्ति को देने के दावे करती हैं, लेकिन जब पंजाब में कांग्रेस के जिला प्रधानों और कार्यकारी प्रधानों की सूची जो कि उन्हीं के आफिस से जारी होती है उसमें दावों की पूरी तरह से खिल्ली उड़ा दी जाती है। महिला हूं लड़ सकती हूं....पर पंजाब में नहीं उत्तर प्रदेश में भी पंजाब की तरह चुनावी माहौल गर्मा रहा है। प्रियंका गांधी हर रोज यूपी में योगी सरकार पर हमलावर रहती हैं और महिला अधिकारों को लेकर बड़ी-बड़ी बयानबाजियां भी करती हैं। इसी दौरान उन्होंने महिलाओं को अपने पक्ष में करने कि लिए नारा दिया था लड़की हूं लड़ सकती हूं। यह नारा उत्तर प्रदेश में काफी वायरल हो रहा है। 8 प्रतिशत को भी आगे बढ़ने का मौका नहीं इसी नारे के वायरल होने के बाद प्रियंका गांधी ने महिला शक्ति को संगठित करने के लिए इस बार विधानसभा चुनाव में चालीस प्रतिशत पार्टी की टिकटें महिलाओं को देने की घोषणा की थी। लेकिन उनकी यह घोषणा सिर्फ उत्तर प्रदेश तक ही सीमित है। पंजाब में शायद इसका कोई वजूद नहीं है। यही वजह है कि यहां पर जिला स्तर के संगठन में साढ़े आठ प्रतिशत से भी कम महिलाओं को आगे बढ़ने का मौका दिया गया है। इन्हें मिली जगह लेकिन वह भी न के बराबर कांग्रेस आलाकमान ने पार्टी के पंजाब प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू की जिस सूची को हरी झंडी दो है उसमें सिर्फ तीन महिलाओं को जगह दी गई है। इनमें लुधियाना शहरी से निक्की रियात, बठिंडा रूरल से किरणदीप कौर और होशियारपुर से यामिनी गोमर। महिला आरक्षण के दावे करने वालों ने इन्हें भी जिला प्रधान के पद पर नियुक्ति देकर मुख्य भूमिका में नहीं रखा है बल्कि कार्यकारी प्रधान के पद पर रखा है जो कि पूरी तरह से डमी पद है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/narendra-modi-inaugurate-vishwanath-dham-varanasi-uttar-pradesh-129205366.html,"काशी में PM मोदी: बाबा विश्वनाथ के दर्शन के बाद मोदी ने 3 संकल्प दिलाए, दशाश्वमेध घाट पर क्रूज से देखी गंगा आरती","काशी में PM मोदी:बाबा विश्वनाथ के दर्शन के बाद मोदी ने 3 संकल्प दिलाए, दशाश्वमेध घाट पर क्रूज से देखी गंगा आरती वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट वाराणसी के काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का सोमवार को लोकार्पण किया। लोकार्पण के बाद वह गंगा आरती देखने के लिए दशाश्वमेध घाट पहुंचे। घाट के सामने मौजूद क्रूज से उन्होंने आरती और लेजर शो देखा। इस दौरान उनके साथ क्रूज पर UP के CM योगी आदित्यनाथ और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा भी मौजूद थे। वह रविदास घाट से विवेकानंद क्रूज में सवार होकर दशाश्वमेध घाट पहुंचे। इससे पहले उन्होंने रविदास घाट पर संत रविदास की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। मोदी ललिता घाट से अलकनंदा क्रूज के जरिए रविदास घाट पहुंचे थे। रविदास घाट पर मौजूद संत रविदास की प्रतिमा को नमन करते PM मोदी। मोदी ने मंदिर में मंत्रोच्चार के साथ पूजा-पाठ की और मंदिर के निर्माण में शामिल मजदूरों के साथ खाना खाया। उन्होंने प्रोजेक्ट में काम करने वाले मजदूरों पर फूलों की बारिश कर उन्हें सम्मानित किया और सीढ़ी पर बैठकर फोटो खिंचाई। PM मोदी ने यहां धर्माचार्यों से भी बातचीत की । प्रधानमंत्री ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण शुभ मुहूर्त रेवती नक्षत्र में दोपहर 1.37 बजे से 1.57 बजे 20 मिनट तक किया। मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत बाबा विश्वनाथ को प्रणाम करने के साथ भोजपुरी में की। उन्होंने कहा कि बाबा विश्वनाथ के चरणों में हम शीश नवावत हैं। माता अन्नपूर्णा के चरणन के बार-बार वंदन करत हैं। मोदी की स्पीच के हाईलाइट्स पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... काशीवासियों के सहारे देश से मांगे 3 संकल्प प्रधानमंत्री मोदी ने काशीवासियों के साथ-साथ पूरे देश से 3 संकल्प भी मांगे। उन्होंने कहा, कि मैं हर भारतीय को भगवान का अंश मानता हूं, देश के लिए बाबा की पवित्र धरती से तीन संकल्प चाहता हूं। उन्होंने स्वच्छता, सृजन और आत्मनिर्भर भारत के लिए निरंतर प्रयास जैसे 3 संकल्प मांगे। 3 हजार वर्गफीट से 5 लाख वर्गफीट हुआ कैंपस प्रधानमंत्री ने कहा, 'गंगा उत्तरवाहिनी होकर विश्वनाथ के पांव पखारने आती हैं, वे भी बहुत प्रसन्न होंगी। विश्वनाथ धाम का पूरा होने से पहुंचना सुगम हो गया है। हमारे बुजुर्ग माता-पिता बोट से जेटी तक आएंगे, जेटी से एस्केलेटर है, वहां से मंदिर तक आएंगे। दर्शन के लिए घंटों तक का इंतजार और परेशानी अब कम होगी। पहले यहां मंदिर क्षेत्र केवल 3 हजार वर्गफीट में था, वह अब करीब 5 लाख वर्गफीट का हो गया है।' काल भैरव के दर पर पूजन-अर्चन करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उनके साथ उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर प्रोजेक्ट में काम करने वाले मजदूरों पर फूलों की बारिश करते प्रधानमंत्री मोदी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काशी पहुंचने पर उन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। काशी विश्वनाथ धाम में सभा स्थल पर लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। मोदी ने मजदूरों को श्रेय दिया, उन पर फूल बरसाए मोदी बोले, 'मैं आज अपने हर श्रमिक भाई-बहनों का भी आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जिसका पसीना इस भव्य परिसर के निर्माण में रहा है। कोरोना के इस विपरीत काल में भी उन्होंने यहां पर काम रुकने नहीं दिया। मुझे अभी इन साथियों से मिलने का अवसर मिला। उनका आशीर्वाद लेने का सौभाग्य मिला।' काशी की गलियों में पैदल घूमे प्रधानमंत्री मोदी प्रधानमंत्री आज से दो दिन के वाराणसी दौरे पर हैं। वे सुबह पौने ग्यारह बजे काशी पहुंचे। सवा ग्यारह बजे उन्होंने काल भैरव मंदिर में पूजा की। पूजा के बाद वे पैदल ही खिड़किया घाट तक गए। यहां से मोदी क्रूज में बैठकर ललिता घाट पहुंचे। ललिता घाट से गंगाजल लेकर मोदी काशी विश्वनाथ धाम पहुंचे। गंगाजल से बाबा का अभिषेक किया। वाराणसी मोदी का संसदीय क्षेत्र भी है। वाराणसी के गेस्ट हाउस से कालभैरव मंदिर की तरफ बढ़ता हुआ PM मोदी का काफिला। 800 करोड़ रुपए की लागत से विश्वनाथ धाम का जीर्णोद्धार काशी में मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट विश्वनाथ धाम को 800 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से बनाया गया है। इसमें श्रद्धालुओं की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है। प्राचीन मंदिर के मूल स्वरूप को बनाए रखते हुए 5 लाख 27 हजार वर्ग फीट से ज्यादा क्षेत्र को विकसित किया गया है। वाराणसी एयरपोर्ट पर PM मोदी को रिसीव करते हुए UP के CM योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल। शाम को देखेंगे गंगा आरती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में दो दिन रहेंगे। काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन के बाद वे बनारस रेल इंजन कारखाना (BLW) के गेस्ट हाउस में दो घंटे आराम करेंगे। शाम को फिर संत रविदास घाट से नाव की सैर करते हुए दशाश्वमेध घाट पहुंचेंगे। यहां गंगा आरती देखेंगे। इस दौरान काशी पहुंचे मुख्यमंत्रियों के परिजन से मिलेंगे। इसके बाद वापस संत रविदास घाट आएंगे और रात 9:15 बजे BLW गेस्ट हाउस में विश्राम करने चले जाएंगे। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के दोनों स्वर्ण शिखरों पर 1835 में महाराजा रणजीत सिंह ने सोना चढ़वाया था। धाम के लोकार्पण से पहले दोनों स्वर्ण शिखरों की सफाई कराई गई है। ऐसे बदला काशी, अब श्रद्धा के साथ सुविधा का भी ध्यान पहले तंग गलियों में स्थित जिस विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए पैर रखने तक की जगह नहीं होती थी, वहां अब सुकून के साथ श्रद्धालु समय गुजार सकेंगे। धाम का मंदिर चौक क्षेत्र अब इतना विशाल है कि यहां 2 लाख श्रद्धालु खड़े होकर दर्शन-पूजन कर सकेंगे। इसके चलते अब सावन के सोमवारों, महाशिवरात्रि के दौरान शिव भक्तों को दिक्कत नहीं होगी। विश्वनाथ मंदिर के क्षेत्र में कैसे हुआ बदलाव? जानिए इसके आर्किटेक्ट से 40 से ज्यादा मंदिरों को संरक्षित किया गया श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर का क्षेत्रफल पहले 3,000 वर्ग फीट था। लगभग 400 करोड़ रुपए की लागत से मंदिर के आसपास की 300 से ज्यादा बिल्डिंग को खरीदा गया। इसके बाद 5 लाख वर्ग फीट से ज्यादा जमीन में लगभग 400 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से निर्माण किया गया। हालांकि निर्माण कार्य अभी जारी है। इसमें प्रमुख रूप से गंगा व्यू गैलरी, मणिकर्णिका, जलासेन और ललिता घाट से धाम आने के लिए प्रवेश द्वार और रास्ता बनाने का काम है। गौरतलब है कि धाम के लिए खरीदे गए भवनों को नष्ट करने के दौरान 40 से अधिक मंदिर मिले। उन्हें विश्वनाथ धाम प्रोजेक्ट के तहत नए सिरे से संरक्षित किया गया है।",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-karnataka-legislative-council-election-results-bjp-failed-to-get-majority-congress-also-won-11-seats-22295768.html,"कर्नाटक विधान परिषद चुनाव परिणाम: बहुमत पाने से चूकी भाजपा, कांग्रेस ने भी जीती 11 सीटें","बेंगलुरु, आइएएनएस। सत्तारूढ़ भाजपा कर्नाटक राज्य विधानमंडल के उच्च सदन के रूप में माने जाने वाले विधान परिषद के चुनावों में साधारण बहुमत हासिल करने में विफल रही है। पार्टी 11 सीटों पर जीत दर्ज करने में सफल रही और कांग्रेस को भी इतनी ही सीटों पर जीत मिली। क्षेत्रीय पार्टी जद (एस) चुनाव में सबसे बड़ी हारने वाली पार्टी बनी। पार्टी केवल दो सीटें जीतने में सफल रही। भाजपा के पूर्व मंत्री रमेश जरकीहोली के भाई लखन जरकीहोली ने भाजपा नेता महंतेश कवाटागीमठ के खिलाफ चुनाव लड़ा और उन्हें तीसरे स्थान पर धकेल कर जीत दर्ज करने में सफल रहे। 37 सीटों के साथ, भाजपा बहुमत हासिल करने में 75 सदस्यीय परिषद में एक सीट से बराबर ही रह पाई। हालांकि, परिषद में विधेयकों और नए विधानों को पारित करने के लिए सत्तारूढ़ दल विपक्षी दलों की राय या सहारे पर नहीं रहेगा। बता दें कि ये अंतिम परिणाम मंगलवार मध्यरात्रि तक घोषित किए गए। वर्तमान में, 75 सदस्यीय परिषद में 37 सत्तारूढ़ भाजपा, 26 कांग्रेस, 11 जद (एस) और एक निर्दलीय उम्मीदवार हैं। नवनिर्वाचित सदस्य वर्तमान सदस्यों के कार्यकाल की समाप्ति के बाद, 5 जनवरी के बाद कार्यभार संभालेंगे। सबसे अमीर कांग्रेस उम्मीदवार यूसुफ शरीफ उर्फ स्क्रैप बाबू, जिन्होंने 1,753 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की, वे बेंगलुरु शहरी से भाजपा उम्मीदवार एच.एस. गोपीनाथ से हार गए। भाजपा की ताकत 26 से 37 हो गई है और कांग्रेस की सीटें 29 से 26 हो गई हैं। जद (एस) 13 से घटकर 11 सीटों पर आ गई। 11 परिषद सदस्यों का कार्यकाल अगले साल जून तक समाप्त हो जाएगा और परिषद में फिर से समीकरण बदलने जा रहे हैं। बेलागवी में सत्तारूढ़ भाजपा की हार पार्टी नेताओं के लिए अच्छी बात नहीं है, क्योंकि वह एक सीट से बहुमत हासिल करने से चूक गई और बेलगावी को भाजपा का गढ़ माना जाता है। जिले से 13 विधायक, 2 सांसद और एक राज्यसभा सदस्य होने के बावजूद इस हार से पार्टी को भारी शर्मिंदगी उठानी पड़ी है। विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने राज्य भाजपा को चुनौती दी है कि वह पूर्व मंत्री रमेश जरकीहोली के खिलाफ बेलगावी में भाजपा उम्मीदवार की हार की पृष्ठभूमि में कार्रवाई शुरू करे। बता दें कि चुनाव 10 दिसंबर को हुए थे।",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-sachin-waze-refused-to-give-money-to-anil-deshmukh-22294920.html,"सचिन वाझे ने अनिल देशमुख को पैसे देने से किया इन्कार, ज्यादातर सवालों के जवाब में कहा, मुझे याद नहीं","मुंबई, प्रेट्र। मुंबई पुलिस के बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाझे ने चांदीवाल जांच आयोग के सामने गवाही के दौरान मंगलवार को इस बात से इन्कार किया कि उसने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख या उनके स्टाफ के किसी सदस्य को पैसे का भुगतान किया था। वाझे ने इससे भी इन्कार किया कि उसने मुंबई में बार और बार मालिकों से पैसे वसूले थे। वाझे फिलहाल जस्टिस केवी चांदीवाल आयोग के समक्ष गवाही दे रहा है। यह आयोग, पुलिस के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा देशमुख के खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रहा है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता देशमुख ने इस साल अप्रैल में राज्य के गृह मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। देशमुख के वकील गिरीश कुलकर्णी की ओर से वाझे के साथ मंगलवार को भी जिरह जारी रही। ज्यादातर सवालों के जवाब में उसने कहा कि उसे कुछ याद नहीं है। जांच आयोग ने मामले को 21 दिसंबर के लिए सूचीबद्ध कर दिया और स्थगन का आग्रह करने पर देशमुख पर 15 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। इससे पहले, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष अपने बयान में, वाझे ने आरोप लगाया था कि देशमुख ने उसे बार और होटल मालिकों से पैसे लेने के लिए कहा था। उसने यह भी दावा किया था कि देशमुख हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच में निर्देश देते थे। इसके पहले वाझे ने लगाए थे ये आरोप वाझे ने आरोप लगाया था कि अक्टूबर 2020 में देशमुख के आवास 'दिनेश्वरी' में हुई एक बैठक के दौरान राकांपा नेता ने उसे 1,750 बार और रेस्तरां की सूची दी और उनसे तीन-तीन लाख रुपये लेने को कहा। ईडी के सामने अपने बयान में, वाजे ने यह भी उल्लेख किया था कि उसने बार से एकत्र किए पैसे देशमुख के निजी सहायक कुंदन शिंदे को सौंपे थे। उसका बयान केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा दाखिल चार्जशीट का हिस्सा है। ईडी ने धन शोधन के संबंध में मामले की जांच की थी। देशमुख को ईडी ने गिरफ्तार किया था और वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/goa-elections-tmc-mamata-banerjee-bjp-congress-b626/,अगर एक गुजराती पूरे देश में जा सकता है तो एक बंगाली में क्यों नहीं: ममता बनर्जी,"अगर एक गुजराती पूरे देश में जा सकता है तो एक बंगाली में क्यों नहीं: ममता बनर्जी By विशाल कुमार | Published: December 15, 2021 12:22 PM पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे बताया गया कि मैं बंगाली हूं। फिर वह क्या हैं? वह गुजराती हैं? क्या हमने कहा है कि वह गुजराती हैं इसलिए यहां नहीं आ सकते? एक बंगाली राष्ट्रगान लिख सकता है लेकिन एक बंगाली गोवा नहीं आ सकता? पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी. बनर्जी ने कहा कि एक बंगाली राष्ट्रगान लिख सकता है लेकिन एक बंगाली गोवा नहीं आ सकता? उन्होंने कहा कि देश का नेता वही होता है जो सबको साथ लेकर चलता है। उन्होंने कहा कि टीएमसी गोवा में अपने नेताओं को रिमोट कंट्रोल करने के लिए नहीं आई है। पणजी: मंगलवार को उत्तरी गोवा के असोनोरा में एक रैली को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने कहा कि अगर एक गुजराती पूरे देश में जा सकता है, तो एक बंगाली क्यों नहीं? इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, बनर्जी ने कहा कि मुझे बताया गया कि मैं बंगाली हूं। फिर वह क्या हैं? वह गुजराती हैं? क्या हमने कहा है कि वह गुजराती हैं इसलिए यहां नहीं आ सकते? एक बंगाली राष्ट्रगान लिख सकता है लेकिन एक बंगाली गोवा नहीं आ सकता? हम सभी गांधी जी का सम्मान करते हैं। क्या हमने कभी यह सवाल किया है कि गांधीजी बंगाली हैं या गैर-बंगाली या गोवा के या यूपी से? देश का नेता वही होता है जो सबको साथ लेकर चलता है। बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी के गोवा की राजनीति में प्रवेश पर अन्य दलों ने सवाल उठाया. हालांकि, उन्होंने कहा कि टीएमसी गोवा में अपने नेताओं को रिमोट कंट्रोल करने के लिए नहीं आई है बल्कि उनका समर्थन करने के लिए आई है। ये लोग क्या देश का नेता बनेगा? गोवा गुजरात से चलाता है। गोवा गुजरात या दिल्ली से नहीं चलाया जाएगा। गोवा की जनता चलाएगी गोवा। गोवा में अपने गठबंधन महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के साथ पहली संयुक्त रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा कि गोवा में उनका संयुक्त परिवार भाजपा का असली विकल्प है। पणजी में अपनी रैली में, बनर्जी ने यह भी कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना की जांच के लिए नियुक्त एसआईटी ने कहा कि यह घटना एक सुनियोजित साजिश थी। उन्होंने कहा कि क्या यूपी के मुख्यमंत्री को इस्तीफा नहीं देना चाहिए? क्या गृहमंत्री को इस्तीफा नहीं देना चाहिए? क्या प्रधानमंत्री को इसके बारे में बात नहीं करनी चाहिए?",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/chennithala-writes-to-kerala-cm-seeking-resignation-of-minister-b421/,चेन्नीथला ने केरल के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मंत्री का इस्तीफा मांगा,"चेन्नीथला ने केरल के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मंत्री का इस्तीफा मांगा By भाषा | Published: December 15, 2021 02:26 PM चेन्नीथला ने केरल के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मंत्री का इस्तीफा मांगा तिरुवनंतपुरम, 15 दिसंबर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमेश चेन्नीथला ने बुधवार को केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को पत्र लिखकर कन्नूर विश्वविद्यालय के कुलपति की नियुक्ति में हस्तक्षेप के आरोपों का सामना कर रही उच्च शिक्षा मंत्री को हटाने की मांग की। चेन्नीथला ने पत्र में कहा कि हालांकि विश्वविद्यालय मंत्री के लिए अपने कुलपति समर्थक रवैये के रूप में किसी विशेष विशेषाधिकार की गारंटी नहीं देता है। इसमें कहा गया कि उच्च शिक्षा मंत्री आर. बिंदू ने लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए शीर्ष पद पर अपने उम्मीदवार को फिर से नियुक्त करने का राज्यपाल पर दबाव डाला, जो ‘‘भ्रष्टाचार’’, ‘‘भाई-भतीजावाद’’, ‘‘सत्ता का दुरुपयोग’’ और ‘‘पद की शपथ का उल्लंघन’’ है। पत्र में कहा गया है, ‘‘इसलिए, उच्च शिक्षा मंत्री को कार्यालय में एक सेकेंड के लिए भी बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। मैं आपसे (मुख्यमंत्री) अनुरोध करता हूं कि अगर वह खुद इस्तीफा नहीं देती हैं तो उन्हें मंत्रिमंडल से हटाने के लिए कदम उठाएं।’’ कांग्रेस नेता ने राज्य के विश्वविद्यालयों में नियुक्तियों को लेकर पिछले कुछ दिनों में सामने आ रहे ‘गंभीर’ आरोपों की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा कि केरल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि वह इसके मामलों में राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण विश्वविद्यालय के कुलाधिपति के रूप में बने रहना नहीं चाहते हैं। राज्यपाल ने कहा था कि उन पर कन्नूर विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में डॉ गोपीनाथ रवींद्रन को फिर से नियुक्त करने का दबाव था। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि उन्हें ऐसा निर्णय लेने के लिए किसने मजबूर किया। चेन्नीथला ने पत्र में आरोप लगाया कि जैसा कि दूसरे दिन राज्यपाल को भेजा बिंदू का सिफारिशी पत्र सामने आया था, अब यह स्पष्ट हो गया है कि यह उच्च शिक्षा मंत्री थीं जिन्होंने दबाव डाला था। विपक्ष के पूर्व नेता ने दावा किया कि विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति में न तो सरकार और न ही उच्च शिक्षा मंत्री की कोई भूमिका या अधिकार है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/abp-c-voter-survey-how-much-does-bjp-benefit-from-the-launch-of-kashi-vishwanath-corridor-653250.html,Opinion poll for UP: काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के शुभारंभ से बीजेपी को कितना फायदा ? जानिए,"नई दिल्ली, 15 दिसंबर: एबीपी-सी वोटर ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन के बाद उत्तर प्रदेश में वोटरों की नब्ज टटोलने की कोशिश की है, जिसमें चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं। एबीपी न्यूज के लिए सी-वोटर ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों शुरुआत के साथ-साथ किसान आंदोलन के बाद बदली हुई राजनीतिक परिस्थितियों को लेकर वोटरों से सीधा सवाल पूछे हैं और उसके जो नतीजे आए हैं, वह अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनावों के मद्देजर काफी मायने रखते हैं। बता दें कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की शुरुआत से जहां बीजेपी को काफी उम्मीदें हैं, वहीं उसे लगता है कि किसान आंदोलन खत्म होने से जो किसान भी उसकी नीतियों से नाराज हुए थे, उनका गुस्सा दूर होगा। वहीं विपक्ष नाराज किसानों के वोट पर अपना एकाधिकार मान रहा है। ऐसे में ताजा सर्वे काफी कुछ तस्वीर साफ कर रहा है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/finally-protest-end-today-farmers-to-vacate-ghazipur-site-today-what-says-rakesh-tikait-653192.html,"Farmers Protest: आज पूरी तरह होगी किसानों की घर वापसी, राकेश टिकैत निकालेंगे फतेह मार्च","मालूम हो कि 19 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्र को संबोधित करते हुए तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया था। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा था कि 'हम किसानों और कृषि की हालत को सुधराने के लिए नए कृषि कानून लेकर आए थे, जिससे खासकर के छोटे किसानों का भला हो लेकिन इतनी पवित्र बात हम पूर्ण रूप से कुछ किसानों को समझा नहीं पाए, हमारी तपस्या में ही कमी होगी इसलिए अब हमने कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला लिया है।'",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/rajnath-singh-touches-the-feet-of-the-wife-of-a-warrior-who-destroyed-pakistan-in-the-1971-war-653174.html,1971 के युद्ध में पाकिस्तान को धूल चटाने वाले योद्धा की पत्नी के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने छुए पैर,"राजनाथ सिंह ने कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि वैसे तो भारत और बांग्लादेश दो अलग-अलग राष्ट्र हैं पर वास्तव में दोनों की समान संस्कृतियां और भाषाएं रही हैं। उन्होंने कहा कि आइये हम सब प्रण लें कि हम युवा भी राष्ट्र और समाज की सेवा और अपनी पूर्ण क्षमता और तपस्या के साथ काम करें, ताकि आज से 50 साल बाद के लोग आपकी कहानी को दोहराने का संकल्प लें। यह एक बड़ी जिम्मेदारी है और मुझे आशा ही नहीं पूरा विश्वास है कि आप सभी इस कार्य में सफल होंगे। उन्होंने कहा कि हमारे मन में सैनिकों का सम्मान केवल उनकी सेवा तक नहीं बल्कि उसके बाद भी उतना ही है। हमारा सदैव यही प्रयास है कि आप सभी के लिए बेहतर से बेहतर कर पाएं और इसके लिए हम मन से प्रतिबद्ध हैं।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/watch-video-aap-aaye-bahar-aayi-how-shiv-sena-leader-sanjay-raut-said-while-hugging-rahul-gandhi-653160.html,"Video: ""आप आए बहार आई"", कैसे राहुल गांधी से लिपटकर बोले शिवसेना नेता संजय राउत, देखिए","नई दिल्ली, 14 दिसंबर: देश की राजनीति अजीब करवट ले रही है। कांग्रेस के पुराने करीबी उसका साथ छोड़ते जा रहे हैं, लेकिन कभी उसकी कट्टर विरोधी रही शिवसेना इतने पास आ चुकी है, जिसकी शायद दो साल पहले तक कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था। इसमें सबसे ज्यादा कलाबाजी शिवसेना नेता संजय राउत ने खाई है, जो अभी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के सबसे बड़े समर्थक बने हुए हैं। पिछले कुछ दिनों में ही वह कई दफे, राहुल से मुलाकात कर चुके हैं। हैरानी की बात है कि महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार बनवाने के लिए जो शरद पवार कांग्रेस को उसके करीब लाए थे, वह भी फिलहाल कभी ममता बनर्जी और कभी अपनी अलग खिचड़ी पकाने में लगे हुए हैं। लेकिन, राउत राहुल गांधी के जबर्दस्त मुरीद बन चुके हैं। आज दिल्ली की ठंड में एक जबर्दस्त सियासी गर्मी तब महसूस हुई, जब संजय राउत ना सिर्फ राहुल से लिपट पड़े, बल्कि उनको देखते ही बोल पड़े कि ""आप आए तो बहार आई""",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/parliament-winter-session-roundup-know-lok-sabha-and-rajya-sabha-what-happened-653137.html,"संसद राउंडअप: राज्यसभा में पास हुए अहम बिल, राहुल बोले- विपक्ष को मुद्दों को उठाने की इजाजत नहीं",गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने संसद में एक लिखित उत्तर में कहा कि अगस्त 2019 से जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति में काफी सुधार हुआ है और आतंकवादी घटनाओं में उल्लेखनीय गिरावट आई है। इस साल 5 दिसंबर तक 206 आतंकी घटनाएं हुईं।,1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/shiv-sena-says-good-that-rahul-gandhi-spoke-about-hindu-rule-653122.html,"राहुल गांधी के हिंदू-हिंदुत्व के भाषण की शिवसेना ने की तारीफ, कहा- ये दिखा सकते हैं कांग्रेस को नई राह","सामना के संपादकीय में लिखा है, ''अब, यूपी, बिहार, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में कोई भी देख सकता है कि यह वोट बैंक कांग्रेस से फिसल गया है। मुंबई और महाराष्ट्र में मुसलमानों ने शिवसेना को वोट देना शुरू कर दिया है। इसने कांग्रेस को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने के लिए प्रेरित किया है। धर्मनिरपेक्षता का मतलब हिंदुओं को दूर धकेलना नहीं है और मुसलमानों का अनावश्यक तुष्टीकरण सही रुख नहीं है।''",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/sadhvi-saraswati-speech-she-s-urges-people-to-carry-swords-to-protect-cows-who-sadhvi-saraswati-653107.html,कौन हैं साध्वी सरस्वती? जिन्होंने कहा- मोबाइल रखने के बजाय गाय की रक्षा के लिए तलवार खरीदो,"उडुपी। कर्नाटक राज्य के उडुपी ज़िले में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में साध्वी सरस्वती ने जो कहा, उससे वो सुर्खियों में आ गईं। युवा साध्‍वी ने लोगों से गायों की रक्षा के लिए तलवार साथ रखने की अपील की। उन्‍होंने कहा कि, मोबाइल फोन पर लाखों रुपए खर्च करने के बजाए लोग अपनी गायों और परिवार की रक्षा के लिए तलवार लेकर रखा करें।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/suspension-of-12-rajya-sabha-mps-opposition-mps-march-rahul-gandhi-slams-bjp-government-653079.html,"12 सांसदों के निलंबन के विरोध में विपक्ष का प्रदर्शन, राहुल बोले- ये लोकतंत्र की हत्या","वहीं मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा कि एक मंत्री ने किसानों की हत्या की। पीएम को इसकी जानकारी है। सच तो यह है कि 2-3 पूंजीपति किसानों के खिलाफ हैं। इन सांसदों को राज्यसभा के चेयरमैन या पीएम ने नहीं बल्कि उस सत्ता से सस्पेंड किया था, जो किसानों की आय चुराना चाहती है। प्रधान मंत्री और अध्यक्ष सिर्फ कार्यान्वयनकर्ता हैं।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/parliament-winter-session-finance-minister-to-introduce-appropriation-bill-2021-all-you-need-to-know-653033.html,"Winter Session: लोकसभा में वित्त मंत्री पेश करेंगी विनियोग विधेयक 2021, जानें संसद का आज का शेड्यूल",संसद के दोनों सदनों में विपक्षी दलों के फ्लोर नेताओं ने लोकसभा और राज्यसभा में सभी विपक्षी सांसदों के गांधी प्रतिमा से विजय चौक तक विरोध प्रदर्शन के लिए बैठक की। राज्यसभा से 12 निलंबित सांसदों के साथ एकजुटता से मार्च करने के प्रस्ताव पर राज्यसभा के कार्यालय में बैठक हुई थी।,1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/goa-mamata-banerjee-goa-elections-tmc-bjp-congress-1511689,"ममता बनर्जी ने साधा PM मोदी पर निशाना, कहा- अगर एक गुजराती पूरे देश में जा सकता है तो एक बंगाली क्यों नहीं","पणजी: उत्तरी गोवा के असोनोरा में एक रैली को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला। मंगलवार को उन्होंने कहा कि अगर एक गुजराती पूरे देश में जा सकता है, तो एक बंगाली क्यों नहीं? एक रिपोर्ट के अनुसार, ममता ने कहा कि मुझे बताया गया कि मैं बंगाली हूं। फिर वह क्या हैं? वह गुजराती हैं? क्या हमने कहा है कि वह गुजराती हैं इसलिए यहां नहीं आ सकते? एक बंगाली राष्ट्रगान लिख सकता है लेकिन एक बंगाली गोवा नहीं आ सकता? हम सभी गांधी जी का सम्मान करते हैं। क्या हमने कभी यह सवाल किया है कि गांधीजी बंगाली हैं या गैर-बंगाली या गोवा के या यूपी से? देश का नेता वही होता है जो सबको साथ लेकर चलता है। ममता ने रैली में कहा कि उनकी पार्टी के गोवा की राजनीति में प्रवेश पर अन्य दलों ने सवाल उठाया। हालांकि, उन्होंने कहा कि टीएमसी गोवा में अपने नेताओं को रिमोट कंट्रोल करने के लिए नहीं आई है बल्कि उनका समर्थन करने के लिए आई है। ये लोग क्या देश का नेता बनेगा? गोवा गुजरात से चलाता है। गोवा गुजरात या दिल्ली से नहीं चलाया जाएगा। गोवा की जनता चलाएगी गोवा। ममता ने कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना की जांच के लिए नियुक्त SIT ने कहा कि यह घटना एक सुनियोजित साजिश थी। उन्होंने कहा कि क्या यूपी के मुख्यमंत्री को इस्तीफा नहीं देना चाहिए? क्या गृहमंत्री को इस्तीफा नहीं देना चाहिए? क्या प्रधानमंत्री को इसके बारे में बात नहीं करनी चाहिए?",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/farmers-protest-ghazipur-border-will-be-empty-today-1511630,"किसान आंदोलन: आज खाली हो जाएगा गाजीपुर बॉर्डर, हवन और पूजा के बाद किसानों की घर वापसी शुरू","नेशनल डेस्क: किसान आज सभी बॉर्डरों से वापिस लौट रहे हैं। किसान नेता राकेश टिकैत भी 383 दिनों बाद अपने घर लौट रहे हैं। किसान आज गाजीपुर बॉर्डर खाली कर देंगे। वहीं गाजियाबाद के यूपी गेट पर आंदोलनकारी किसानों ने आज सुबह हवन और पूजा पाठ कर अपने घर वापसी शुरू कर दी। किसानों ने यूपी गेट से फतेह मार्च निकालने से पहले हवन में आहुति दी जिस दौरान किसान नेता गौरव टिकैत, मीडिया प्रभारी शमशेर राणा होशियार सिंह और अन्य किसान मौजूद रहे। बता दें कि तीन कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के किसान पिछले साल 26 नवंबर से सिंघू बॉर्डर, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे थे। कानूनों की वापसी और सरकार के प्रस्ताव के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान आंदोलन स्थगित करने का फैसला लिया था। किसानों ने 11 दिसंबर से घर वापसी शुरू की थी। सिंघु और टिकरी बॉर्डर से किसान पूरी तरह जा चुके हैं और अब यहां साफ-सफाई का काम चल रहा है।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/trending-news/ajay-mishra-teni-video-viral-scolding-journalist-and-trying-to-attack-lakhimpur-violence-case/1960381/,"अजय मिश्रा टेनी दिल्ली तलब; बेटे आशीष से जुड़े सवाल पर पत्रकार पर भड़के, मोबाइल छीन कर बोले- दिमाग खराब है क्या बे, मारने के लिए भी झपटे","अजय मिश्रा टेनी दिल्ली तलब; बेटे आशीष से जुड़े सवाल पर पत्रकार पर भड़के, मोबाइल छीन कर बोले- दिमाग खराब है क्या बे, मारने के लिए भी झपटे लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर सवालों के घेरे में आए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को आज दिल्ली तलब किया गया है। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By Nitesh Srivastava नई दिल्ली Updated: December 15, 2021 3:18:32 pm अजय मिश्रा का VIDEO सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर सवालों के घेरे में आए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को आज दिल्ली तलब किया गया है। बुधवार शाम चार बजे वो लखनऊ एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना होंगे। इसी बीच उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, यहां वह पत्रकारों पर नाराजगी जाहिर करते दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो में एक समाचार चैनल के पत्रकार ने केंद्रीय गृहराज्य मंत्री से जब बेटे आशीष को लेकर सवाल पूछा तो वह बुरी तरह से नाराज हो गए। अजय मिश्रा, पत्रकार से बोले कि क्या बात है, पत्रकार ने जब फिर सवाल दोहराया तो गुस्साते हुए बोले बेवकूफी के सवाल मत करो, दिमाग खराब है क्या बे, लोगों ने उनको समझाने की कोशिश की तो वह पास में एक खड़े एक और पत्रकार का मोबाइल पकड़कर गुस्साते हुए बोले, बंद करो इसे।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/rajya/rakesh-tikait-left-for-muzaffarnagar-a-year-after-the-repeal-of-agricultural-law-sisauli-village-decorated-like-a-bride-to-welcome/1960068/,"राकेश टिकैत की घर वापसी से पहले सजाया गया गांव, यूं मनाया जाएगा जश्न","राकेश टिकैत की घर वापसी से पहले सजाया गया गांव, यूं मनाया जाएगा जश्न मुजफ्फरनगर के सिसौली गांव के रहने वाले राकेश टिकैत पिछले एक साल से ये संकल्प लिए आंदोलन कर रहे थे कि जब तक तीनों कानून वापस नहीं हो जाते हैं, तब तक घर वापस नहीं जाना है। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By Sanjay Dubey नई दिल्ली December 15, 2021 1:33:17 pm तीन कृषि कानूनों की वापसी के बाद घर लौटते भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत को विदा करने के लिए जुटी भीड़। (फोटो- ट्विटर हैंडल) भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत पूरे एक साल बाद अपने गांव सिसौली लौट रहे हैं, ऐसे में उनके स्वागत में उनका गांव दुल्हन की तरह सजा दिया गया है। तीन कृषि कानूनों की वापसी के बाद आज दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर से हवन करने के बाद किसान फतेह मार्च के जरिए ट्रैक्टर ट्राली से सैकड़ों किसान राकेश टिकैत के साथ सिसौली के लिए रवाना होंगे। गौरतलब है कि तीन कृषि कानूनों की वापसी के बाद दिल्ली की सीमाओं पर चलने वाला किसान आंदोलन वापस हो गया है और किसान अपने अपने जत्थों के साथ अपने घरों को रवाना हो चुके हैं। ऐसे में किसान नेता राकेश टिकैत ने ऐलान किया था, कि जब सभी किसान सकुशल अपने घरों तक पहुंच जाएंगे, तब वे आखिर में 15 दिसंबर को अपने घर जाएंगे। आज वो दिन है जब टिकैत अपने घर के लिए रवाना हुए हैं, ऐसे में उनके स्वागत में उनके गांव सिसौली को दुल्हन की तरह सजाया गया है।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/congress-mp-rahul-gandhi-adjournment-motion-in-lok-sabha-over-lakhimpur-kheri-incident-demanding-removal-of-modi-government-cabinet-minister-ajay-kumar-mishra/1960061/,"लखीमपुर कांडः SIT की रिपोर्ट के बाद घमासान, राहुल गांधी ने संसद में दिया नोटिस, कहा- मंत्री को निकाल बाहर करे सरकार","लखीमपुर कांडः SIT की रिपोर्ट के बाद घमासान, राहुल गांधी ने संसद में दिया नोटिस, कहा- मंत्री को निकाल बाहर करे सरकार कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने कहा कि, अगर पीएम मोदी में गंगा माता के लिए जरा सी भी भक्ति का भाव है तो वो अजय कुमार मिश्रा को उनके पद से इस्तीफा देने को कहे। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By अर्पित आलोक मिश्र नई दिल्ली Updated: December 15, 2021 12:45:38 pm कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी(फोटो सोर्स: ट्विटर/वीडियो ग्रैब)। यूपी के लखीमपुर खीरी में किसान हिंसा मामले में एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि किसानों को मारने के इरादे से उनपर गाड़ी चढ़ाई गई थी। इसको लेकर अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश किया है। बता दें कि इस मामले में कांग्रेसी की तरफ से सख्त तेवर दिखाते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने की मांग की गई है। गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 3 अक्टूबर को हुई यह घटना हादसा नहीं बल्कि किसानों को मारने के इरादे से उनपर गाड़ी चढ़ाई गई थी। इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को मुख्य आरोपी बनाया गया है।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/rajya/mamta-banerjee-targeted-pm-modi-said-if-gujaratis-are-roaming-all-over-the-country-why-not-go-to-bengali/1959884/,"ममता बनर्जी ने साधा पीएम मोदी पर निशाना, बोलीं- गुजराती पूरे देश में घूम रहे तो बंगाली क्यों न जाएं","ममता बनर्जी ने साधा पीएम मोदी पर निशाना, बोलीं- गुजराती पूरे देश में घूम रहे तो बंगाली क्यों न जाएं पणजी में ममता बनर्जी ने अपनी हिंदू ब्राह्मण पहचान पर जोर दिया। कहा, “हम जब मतदान का समय होता है, तब हम गंगा के किनारे केवल पूजा के लिए नहीं जाते हैं। जब वोट देने का समय होता है, मोदीजी गंगा में डुबकी लगाते हैं।” Written By मयुरा जानवलकरEdited By Sanjay Dubey पणजी December 15, 2021 11:40:21 am ममता बनर्जी ने गोवा विधानसभा चुनावों के लिए टीएमसी के राजनीतिक गठबंधन महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के साथ पणजी में अपनी पहली संयुक्त रैली को संबोधित किया। (Photo: Twitter/AITC Official) मंगलवार को उत्तरी गोवा के असोनोरा में एक रैली को संबोधित करते हुए, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने कहा, “अगर एक गुजराती पूरे देश में जा सकता है, तो एक बंगाली क्यों नहीं?” गोवा में चुनाव से पहले ममता बनर्जी वहां कई रैलियां कर रही हैं। बनर्जी ने कहा, “मुझे बताया गया है कि मैं बंगाली हूं। फिर वह क्या है? वह गुजराती है? क्या हमने कहा है कि वह गुजराती हैं, इसलिए यहां नहीं आ सकते? एक बंगाली राष्ट्रगान लिख सकता है लेकिन एक बंगाली गोवा नहीं आ सकता? हम सभी गांधी जी का सम्मान करते हैं। क्या हमने कभी यह सवाल किया है कि गांधीजी बंगाली हैं या गैर-बंगाली या गोवा के या यूपी से? देश का नेता वही होता है जो सबको साथ लेकर चलता है (एक राष्ट्रीय नेता वह होता है जो सभी को साथ लेकर चलता है)।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/11-chief-ministers-of-bjp-ruled-states-in-ayodhya-after-kashi-vishwanath-dham-inauguration/1959740/,"यूपी चुनावः भाजपा का अयोध्या पर फोकस, योगी समेत 11 मुख्यमंत्री पहुंचेंगे ‘राम जन्मभूमि’","यूपी चुनावः भाजपा का अयोध्या पर फोकस, योगी समेत 11 मुख्यमंत्री पहुंचेंगे ‘राम जन्मभूमि’ सबसे पहले सभी मुख्यमंत्री हनुमानगढ़ी जाएंगे जहां पर हनुमान जी की आरती उतारेंगे। दर्शन पूजन करेंगे हनुमानगढ़ी से मुख्यमंत्रियों का काफिला राम जन्म भूमि जाएगा। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By अर्पित आलोक मिश्र अयोध्या Updated: December 15, 2021 9:44:10 am अयोध्या सरयू घाट(फोटो सोर्स: PTI)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन के बाद अब भाजपा का फोकस अयोध्या पर है। दरअसल काशी में भाजपा शासित राज्यों के 11 मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री 15 दिसंबर को अयोध्या पहुंचेंगे और राम जन्मभूमि पर चल रहे मंदिर निर्माण कार्य को देखेंगे। यहां उनके रुकने और खाने पीने का इंतजाम किया गया है। इस मौके पर पूरे नगर में बड़े-बड़े साइन बोर्ड भी लगाये गए हैं। इसको लेकर अयोध्या प्रशासन ने 11 मुख्यमंत्रियों और पांच डिप्टी सीएम के आधिकारिक प्रोटोकॉल की पुष्टि की है। मुख्यमंत्रियों के बुधवार को लखनऊ से अयोध्या पहुंचने की उम्मीद है। हालांकि प्रशासन के सूत्रों ने संकेत दिया कि सिक्किम, पुडुचेरी, मिजोरम और मेघालय के मुख्यमंत्री भी अयोध्या में पहुंच सकते हैं।",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/rss-chief-mohan-bhagwat-addressed-hindu-ekta-mahakumbh-in-chitrakoot-administers-oath-of-hindu-ghar-wapasi/1048479,"जब RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा-'हमें खरबूजा दिखना चाहिए, संतरा नहीं'","जब RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा-'हमें खरबूजा दिखना चाहिए, संतरा नहीं' आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने चित्रकूट में आयोजित हिंदू एकता महाकुंभ में कहा कि हिन्दू धर्म छोड़कर जाने वालों की घर वापसी के लिए पूरी शक्ति के साथ काम करूंगा. Last Updated: Dec 15, 2021, 09:03 PM IST मोहन भागवत पहुंचे चित्रकूट हिन्दू एकता महाकुंभ में हुए शामिल संघ प्रमुख ने दिलाया संकल्प चित्रकूटः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने कहा कि जो हिंदू धर्म (Hindu Religion) को छोड़ चुके हैं और दूसरे धर्म में परिवर्तित हो चुके हैं उनकी घर वापसी होनी चाहिए. चित्रकूट (Chitrakoot) में चल रहे तीन दिवसीय हिन्दू एकता महाकुंभ में संघ प्रमुख मोहन भागवत बोल रहे थे. उन्होंने हिन्दू धर्म छोड़ने वालों की घर वापसी का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि भय ज्यादा दिन तक बांध नहीं सकता है. अहंकार से एकता टूटती है. हम लोगों को जोड़ने के लिए काम करेंगे. महाकुंभ में शामिल हो रहे लोगों को उन्होंने इसका संकल्प भी दिलाया. 'घर वापसी के लिए कार्य करूंगा' आरएसएस प्रमुख ने शपथ दिलाते हुए कहा कि मैं हिन्दू संस्कृति के धर्मयोद्धा मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम की संकल्प स्थली पर सर्वशक्तिमान परमेश्वर को साक्षी मानकर संकल्प लेता हूं कि मैं अपने पवित्र हिन्दू धर्म, हिन्दू संस्कृति और हिन्दू समाज के संरक्षण संवर्धन और सुरक्षा के लिए आजीवन कार्य करूंगा. मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि किसी भी हिन्दू भाई को हिन्दू धर्म से विमुख नहीं होने दूंगा. जो भाई धर्म छोड़ कर चले गए हैं, उनकी भी घर वापसी के लिए कार्य करूंगा. उन्हें परिवार का हिस्सा बनाऊंगा. मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि हिन्दू बहनों की अस्मिता, सम्मान व शील की रक्षा के लिए सर्वस्व अर्पण करूंगा. जाति, वर्ग, भाषा, पंथ के भेद से ऊपर उठ कर हिन्दू समाज को समरस सशक्त अभेद्य बनाने के लिए पूरी शक्ति से कार्य करूंगा. भागवत ने सुनाया देव और राक्षसों के द्वंद का किस्सा उन्होंने देव और राक्षसों के बीच हुए द्वंद का किस्सा सुनाया. कहा कि किसी भी पार्टी को राज्य की सत्ता देव के रास्ते पर चलने से ही मिलेगी. बिना किसी पार्टी का नाम लिए उन्होंने कई कटाक्ष किए. मोहन भागवत ने प्रतिज्ञा लेते हुए कहा कि- मैं हिंदू संस्कृति का मर्यादापूर्वक सबकी राजी से संकल्प लेता हूं. सर्व समाज मैं अपने पवित्र हिंदू धर्म, संस्कृति, समाज के संरक्षण, संवर्धन, सुरक्षा के लिए आजीवन कार्य करूंगा. 'हिंदुओं को बिखरना नहीं चाहिए' वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा कि हिंदुओं को बिखरना नहीं चाहिए. हमें खरबूजा दिखना चाहिए संतरा नहीं. बाहर भले ही धारियां हों लेकिन भीतर से एक हों. गऊ माता को जिंदा दफना दिया जा रहा है. सड़क पर बेहाल घूम रही हैं, गऊ और ब्राह्मण की रक्षा होनी जरूरी है. हर व्यक्ति घर में गाय बैल जरूर पालें. उन्होंने कहा कि माध्यमिक शिक्षा में संस्कृत को अनिवार्य किया जाना चाहिए. संस्कृत पाठशालाओं में शिक्षकों की नियुक्ति हो, ताकि जो संस्कार व संस्कृति चाहते, वह मिले. हमें एक होना चाहिए. 'बच्चों को तुलसी के पौधे, गंगाजल से सींचा जाए' कार्यक्रम में चिदानंद सरस्वती मुनि महाराज ने कहा कि मंदाकिनी तट पर आरती का बीड़ा उठाएं. रामचंद्र दासजी महाराज ने हम दो हमारे दो का संकल्प कराया और सरकार से आह्वान किया कि दो बच्चे वालों को ही वोट का अधिकार दिया जाए. साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि शादी बंधन में बंधने से पहले सुनिश्चित करें तन और मन कोरा और पवित्र हो. हिंदुओं के बच्चों को तुलसी के पौधे, गंगाजल से सींचा जाए.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/shivsena-is-the-leader-of-hindutva-politics-bjp-ran-away-after-babri-demolition-sanjay-raut/1048460,"हिंदुत्व की राजनीति की अगुआ है शिवसेना, बाबरी विध्वंस के टाइम गायब थी भाजपा: राउत","हिंदुत्व की राजनीति की अगुआ है शिवसेना, बाबरी विध्वंस के बाद भाजपा भाग खड़ी हुई थी: राउत महाराष्ट्र में कांग्रेस की गठबंधन सहयोगी शिवसेना ने बुधवार को हिंदुत्व के मुद्दे पर दावा पेश करते हुए कहा कि उसके संस्थापक बालासाहेब ठाकरे ने यह सुनिश्चित किया था कि, 'हिंदू, धर्म के नाम पर अपना वोट डालें.' Last Updated: Dec 15, 2021, 08:52 PM IST शिवसेना नेता संजय राउत ने खेला हिंदू कार्ड शिवसेना ने समझाया अपने हिंदू वोट का मतलब राउत बोले- 'हिंदू हृदय सम्राट थे बालासाहेब ठाकरे' नई दिल्ली: महाराष्ट्र में कांग्रेस की गठबंधन सहयोगी शिवसेना (Shivsena) ने बुधवार को हिंदुत्व के मुद्दे पर दावा पेश करते हुए कहा कि उसके संस्थापक बालासाहेब ठाकरे (Bal Thackeray) ने यह सुनिश्चित किया कि, 'हिंदू, धर्म के नाम पर अपना वोट डालें.' शिवसेना का हिंदू कार्ड शिवसेना सांसद संजय राउत ने अपनी पूर्व सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधा और कहा कि उनकी पार्टी की हिंदुत्व के लिए प्रतिबद्धता केवल राजनीति और चुनाव तक सीमित नहीं है बल्कि ये सुनिश्चित करना है कि लोगों को रोटी, कपड़ा और मकान मिले. राउत ने कहा, 'आज, हिंदुत्व वोट बैंक की हिमायत करने वाले, तब भाग खड़े हुए थे, जब अयोध्या में बाबरी विध्वंस किया जा रहा था. वे शिवसैनिक और बालासाहेब ठाकरे थे जो कि हिंदुओं के पक्ष में दृढ़ता से खड़े रहे.' भाजपा नेता ने किया हिंदू वोट बैंक का दावा राउत भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल (Chandrakant Patil) की उस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें पाटिल ने दावा किया है कि राजा छत्रपति शिवाजी महाराज और संत-महंतों ने 'हिंदू वोट बैंक' विकसित किया और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee), भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) तथा पार्टी के अन्य नेता इसे शीर्ष पर लेकर गए. 'हिंदू हृदय सम्राट थे बालासाहेब ठाकरे' राउत ने कहा, ‘मुझे खुद भी इस बात का कोई अंदाजा नहीं है कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने हिंदू वोट बैंक विकसित किया या नहीं? हालांकि, ये एक तथ्य है कि शिवाजी ने देश में 'हिंद्वी स्वराज्य' स्थापित किया.’ राउत ने कहा, 'बालासाहेब ठाकरे और उनसे पहले वीर सावरकर (विनायक दामोदर सावरकर) थे, जिन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज की विचारधारा का अनुसरण किया इसीलिए देश के लोग ठाकरे को 'हिंदू हृदय सम्राट' कहते हैं.' राउत ने समझाया शिवसेना का हिंदुत्व उन्होंने कहा, 'हमारा हिंदुत्व केवल राजनीति और चुनाव के लिए नहीं है. यह मंदिरों तक ही सीमित नहीं है. हमारा हिंदुत्व लोगों के लिए रोटी, कपड़ा और मकान सुनिश्चित करने के लिए है.' शिवसेना नेता की यह टिप्पणी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा हिंदुत्व की राजनीति की निंदा करने के कुछ दिनों बाद आई है. गांधी ने हाल में कहा था कि 'हिंदुत्ववादियों' को सत्ता का लालच है और वे इसे किसी भी कीमत पर इसे पाना चाहते हैं.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/maharashtra-bjp-state-president-claims-shivaji-maharaj-and-saints-developed-hindu-vote-bank/1048454,"BJP नेता-शिवाजी ने विकसित किया 'हिंदू वोट बैंक', शिवसेना ने जताई नाराजगी","BJP नेता-शिवाजी ने विकसित किया 'हिंदू वोट बैंक', शिवसेना ने जताई नाराजगी भारतीय जनता पार्टी (BJP) महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने दावा किया है कि राजा छत्रपति शिवाजी महाराज और संत-महंतों ने 'हिंदू वोट बैंक' विकसित किया. पाटिल के इस बयान पर शिवसेना ने कड़ी प्रतिक्रिया जतायी है Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 15, 2021, 08:29 PM IST महाराष्ट्र के BJP प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने किया दावा बोले- शिवाजी महाराज, संतों ने 'हिंदू वोट बैंक' विकसित किया पाटिल के बयान पर शिवसेना ने जतायी कड़ी प्रतिक्रिया नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (BJP) की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने दावा किया है कि राजा छत्रपति शिवाजी महाराज और संत-महंतों ने 'हिंदू वोट बैंक' विकसित किया. वहीं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के अन्य नेता इसे शीर्ष पर लेकर गए. शिवसेना ने जतायी कड़ी प्रतिक्रिया पाटिल के इस बयान पर शिवसेना ने कड़ी प्रतिक्रिया जतायी है. शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि पार्टी संस्थापक बालासाहेब ठाकरे ही थे जोकि देश में सबसे पहले हिंदू वोट बैंक की अवधारणा को सामने लाए. ये भी पढ़ें: कोरोना: 7 साल का बच्‍चा हुआ ओमिक्रॉन से संक्रमित, बढ़ रही नए वेरिएंट की दहशत 'काम के आधार पर दिया जाता है पार्टी का टिकट' महाराष्ट्र में विधान परिषद की छह में से चार सीटें जीतने के बाद मंगलवार को हुए एक कार्यक्रम में पाटिल ने मीडिया से बातचीत के दौरान ये बयान दिया. बता दें, भाजपा उम्मीदवार और राज्य के पूर्व ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावंकुले ने नागपुर सीट पर जीत दर्ज की है. ये पूछे जाने पर कि क्या उन नेताओं के साथ भी चंद्रशेखर जैसा न्याय होगा, जिन्हें पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान टिकट नहीं दिए गए थे, पाटिल ने कहा कि 'ये कहना गलत है कि किसी का टिकट काटा गया. ये टिकट पार्टी से संबंधित होता है और ये वोट बैंक भी पार्टी से संबंधित होता है. टिकट काम के आधार पर दिया गया.' 'भाजपा में जिसे टिकट मिलता है उसे वोट बैंक भी मिलता है' भाजपा नेता ने कहा कि 'वोट बैंक का विकास संत-महंतों और छत्रपति शिवाजी महाराज के समय का है, जिन्होंने हिंदू वोट बैंक विकसित किया, और हाल के समय में अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे नेता इसे शीर्ष पर लेकर गए.' भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा में जिसे टिकट मिलता है, उसे वोट बैंक भी मिलता है. ये भी पढ़ें: महाकाल की भस्म आरती में घुसा मुस्लिम शख्स, फर्जी आधार कार्ड दिखाकर ली थी एंट्री ठाकरे को कहते हैं 'हिंदू हृदय सम्राट' पाटिल की बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए राउत ने बुधवार को एक मराठी समाचार चैनल से कहा कि उन्हें खुद भी इस बात का कोई अंदाजा नहीं है कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने हिंदू वोट बैंक विकसित किया या नहीं? हालांकि, ये एक तथ्य है कि शिवाजी ने देश में 'हिंद्वी स्वराज्य' बनाया. उन्होंने कहा कि 'बालासाहेब ठाकरे और उनसे पहले वीर सावरकर थे, जिन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज की विचारधारा का अनुसरण किया इसीलिए देश के लोग ठाकरे को 'हिंदू हृदय सम्राट' कहते हैं.' (इनपुट-भाषा)",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/lakhmipur-kheri-union-minister-ajay-mishra-teni-got-furious-at-journalists-called-them-thieves/1048402,"लखीमपुर: बेटे को लेकर हुए सवाल, मंत्री जी ने खोया आपा; दे डाली 'गाली'","लखीमपुर: बेटे को लेकर हुए सवाल, मंत्री जी ने खोया आपा; दे डाली 'गाली' केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी अपने संसदीय क्षेत्र खीरी में पत्रकारों पर भड़क गए. पत्रकारों के साथ उनके बुरे बर्ताव का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. Last Updated: Dec 15, 2021, 07:30 PM IST अजय मिश्रा हो गए आगबबूला पत्रकारों से बुरे बर्ताव का आरोप उठी इस्तीफे की मांग लखीमपुर खीरीः केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी (Ajay Mishra Teni) ने बुधवार को एक समारोह में अपना आपा खो दिया और इस दौरान मीडियाकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया. मंत्री एक चाइल्ड केयर सेंटर में ऑक्सीजन प्लांट के उद्घाटन के लिए आए थे, जब एक पत्रकार ने उनसे लखीमपुर खीरी मामले में एसआईटी द्वारा आरोप जोड़ने के बारे में पूछा, तो वह पत्रकारों को ही अपशब्द बोलने लगे. मंत्री ने तुरंत अपना आपा खो दिया और पत्रकार से कहा, ""दिमाग खराब है?"" उन्होंने घटना को रिकॉर्ड करने वाले एक अन्य पत्रकार का मोबाइल फोन बंद करने के लिए भी कहा. मंत्री ने अपशब्दों का इस्तेमाल किया और वहां मौजूद मीडियाकर्मियों को धमकाया. उन्होंने पत्रकारों को 'चोर' भी कहा. बेटे के बारे में पूछे जाने पर भड़के टेनी दरअसल पत्रकार ने मंत्री अजय मिश्रा टेनी से उनके बेटे पर बढ़ाई गई धाराओं को लेकर प्रतिक्रिया मांगी तो मंत्री ने माइक झपटते हुए गालियां दीं. मंत्री ने भड़कते हुए पूछा, 'मुझसे क्या जानना चाहते हो. एसआईटी ने धाराएं बढ़ाईं हैं तो उनसे जाकर पूछो. इस मामले में चार्जशीट लग गई क्या?' गुस्साए मंत्री ने मीडियाकर्मी को थप्पड़ मारने की भी कोशिश की. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री पर विपक्ष ने साधा निशाना वीडियो वायरल होने के बाद विपक्ष भी गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी पर हमलावर है. राहुल गांधी ने कहा, 'SIT ने जांच के बाद कहा कि ये बड़ी साज़िश थी. ये जाहिर है कि साज़िश किसने और कैसे की. हम इस मुद्दे पर चर्चा चाहते हैं लेकिन सरकार राजी नहीं है. ये लोग एक तरफ तो किसानों से माफ़ी मांगते हैं, वहीं दूसरी तरफ जो हत्यारा है उसको मंत्रिमंडल में रखा है. तीनों कृषि कानूनों की वापसी की तरह जब तक इस मंत्री का इस्तीफा नहीं हो जाता, हम इसे छोड़ने वाले नहीं हैं. ' टीएमसी भी अजय मिश्रा पर हमलावर TMC नेता सुष्मिता देव ने कहा, 'मंत्री टेनी के बेटे का नाम लखीमपुर हिंसा की साजिश में सामने आया है. अगर मंत्री इस्तीफा नहीं देंगे, तो ये साबित करता है कि ये पीएम के इशारे पर हुआ है. मुझे पूरा संदेह है कि वे मंत्री पद पर रहते हुए जांच में दखल डालेंगे, इसलिए इस्तीफा जरूरी है. भाजपा ने साधी चुप्पी मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की बढ़ती मांगों के बीच भाजपा चुप्पी साधे हुए है. सूत्रों की माने तो पार्टी ने टेनी से इस्तीफा न लेने और दिल्ली तलब न करने का फैसला किया है. इसके पीछे अगले साल यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव का हवाला दिया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक पार्टी रणनीतिकारों का आकलन है कि अजय मिश्रा टेनी का लखीमपुर-खीरी और आसपास के इलाकों में अच्छा प्रभाव है. ऐसे में उन पर कार्रवाई होने से प्रदेश में ब्राह्मण वोटों पर विपरीत असर पड़ सकता है. (इनपुट: एजेंसी IANS के साथ)",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/muslim-man-entered-ujjain-mahakal-bhasma-aarti-took-entry-by-showing-fake-aadhar-card/1048389,"महाकाल की भस्म आरती में घुसा मुस्लिम शख्स, फर्जी आधार कार्ड दिखाकर ली थी एंट्री","महाकाल की भस्म आरती में घुसा मुस्लिम शख्स, फर्जी आधार कार्ड दिखाकर ली थी एंट्री उज्जैन में बाबा महाकाल मंदिर में भस्मारती के समय एक मुस्लिम शख्स अपनी हिंदू गर्लफ्रेंड के साथ मंदिर में घुस आया. उसकी एक्टिविटी पर कर्मचारियों को शक हुआ और उन्होंनो उसे पुलिस के हवाले कर दिया. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 15, 2021, 06:49 PM IST महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में आरती के वक्त घुसा मुस्लिम शख्स आरती में रीति-रिवाजों का पालन ठीक ढंग से नहीं कर रहा था शख्स फर्जी आधार कार्ड दिखाकर की मंदिर में एंट्री नई दिल्ली. हिंदुओं की आस्था से जुड़े विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल मंदिर में भस्मारती के समय हड़कंप मच गया. दरअसल, मंदिर में कर्नाटक का एक मुस्लिम शख्स अपनी हिंदू गर्लफ्रेंड के साथ मंदिर में एंट्री ले रहा था. मंदिर कर्मचारियों को उस पर शक हुआ. कर्मचारियों ने उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया. मंदिर कर्मचारियों को हुआ था शक जानकारी के अनुसार, शख्स के पास फर्जी आधार था. शख्स आरती में रीति-रिवाजों का पालन ठीक ढंग से नहीं कर रहा था. इसके बाद वहां मौजूद कर्मचारियों ने उसे पकड़कर पूछताछ की. जब उससे आधारकार्ड मांगा तो उसकी फोटो से चेहरा नहीं मिला. पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि उसके पास मिला अभिषेक दुबे नाम का आधारकार्ड उसकी गर्लफ्रेंड के भाई का है. घटना की पुष्टि करते हुए सीएसपी पल्लवी शुक्ला ने बताया की बुधवार रात सूचना मिली. मामले को गम्भीरता से लेते हुए शख्स के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया है. फर्जी आधार कार्ड से ली थी एंट्री थाना महाकाल पुलिस ने शख्स और उसकी गर्लफ्रेंड दोनों को तत्काल हिरासत में लिया गया. जांच में फर्जी आधार कार्ड मिलने पर गैर हिन्दू (मुस्लिम) शख्स के खिलाफ FIR दर्ज की गई. शख्स से पूछताछ करने पर पुलिस को उसका असली नाम यूसुफ मुल्ला पता चला. यूसुफ, अभिषेक दुबे नाम के आधार कार्ड से मंदिर में पहुंचा. वह कर्नाटक का निवासी है और उसके साथ आई हिन्दू युवती खुशबू मुंबई की है. पुलिस ने आरोपी पर 420 में केस किया है. दोनों मंदिर के नजदीक होटल में भी रुके थे मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूनुस और खुशबू महाकाल मंदिर के नजदीक होटल में भी रुके थे. वहां उन दोनों ने अपना ओरिजनल आधारकार्ड दिखाया था. होटल कर्मचारियों को लव जिहाद की शंका हुई तो पुलिस को मामले की सूचना दी. इसके बाद होटल मालिक ने दोनों को अपने यहां कमरा देने से इनकार कर दिया था. हालांकि, तब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. दोनों महाकाल के दर्शन के लिए ही आए थे. किसी को शक न हो, इलसिए खुशबू ने यूनुस को अपना भाई अभिषेक बताते हुए उसी का आधारकार्ड भी दे दिया था. भस्म आरती के वक्त खुशबू ने शख्स को अपना भाई ही बताया था. पहले भी सामने आ चुका हैं ऐसा मामला बता दें, इससे पहले भी महाकाल मंदिर में मुस्लिम युवक कुर्ता पैजामा व टोपी पहने दोस्तों के साथ अंदर प्रवेश कर गया था, इस पर उस वक्त खूब बवाल मचा था. हिन्दू संगठन के पदाधिकारियों ने मंदिर के मुख्य द्वार पर गंगा जल का छिड़काव किया था. जबकि आव्हान अखाड़े के महामंडलेश्वर आचार्य शेखर ने मंदिर समिति के जिम्मेवारों को चेतावनी दी थी कि मंदिर में किसी गैर हिन्दू को प्रवेश नहीं दिया जाये. वहीं मंदिर समिति ने मुस्लिम युवक का सम्मान किया था शॉल व बाबा की तस्वीर भेंट की थी.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/lakhimpur-violence-case-updates-no-action-on-accused-ashish-mishra-minister-father-ajay-mishra-teni/1048343,लखीमपुर केस: केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा पर होगा एक्शन? BJP ने दिए ये संकेत,"लखीमपुर केस: केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी पर होगा एक्शन? BJP ने दिए ये संकेत लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में विवादों में घिरे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी (Ajay Mishra Teni) एक नए मामले में फंस गए हैं. उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वे मीडियाकर्मियों के साथ बदसलूकी करते नजर आ रहे हैं. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 15, 2021, 06:33 PM IST पत्रकारों से मंत्री ने की बदसलूकी सोशल मीडिया पर हो गए ट्रोल विपक्ष ने मांगा मंत्री का इस्तीफा नई दिल्ली: लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में विवादों में घिरे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी (Ajay Mishra Teni) का इस्तीफा नहीं होगा. सूत्रों ने कहा कि न तो उनका इस्तीफा होगा और न ही उन्हें दिल्ली तलब किया गया है. पत्रकारों से मंत्री ने की बदसलूकी बताते चलें कि गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी (Ajay Mishra Teni) बुधवार को अपने संसदीय क्षेत्र खीरी में ऑक्सिजन प्लांट का उद्घाटन करने गए थे. उसी दौरान पत्रकारों ने जब उनसे बेटे आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) पर अतिरिक्त धाराएं लगाए जाने को लेकर सवाल पूछा तो वे मीडिया कर्मियों पर आग-बबूला हो गए. मंत्री ने न केवल पत्रकारों को गालियां दी बल्कि उनके साथ हाथापाई करने की भी कोशिश की. सोशल मीडिया पर हो गए ट्रोल सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दिखता है कि एक टीवी चैनल के पत्रकार ने मंत्री अजय मिश्रा टेनी से उनके बेटे पर बढ़ाई गई धाराओं को लेकर प्रतिक्रिया मांगी थी. उसी दौरान मंत्री टेनी ने माइक झपटते हुए गालियां दीं और फोन से रिकॉर्डिंग बंद करने के लिए कहा. मंत्री ने भड़कते हुए पूछा, 'मुझसे क्या जानना चाहते हो. एसआईटी ने धाराएं बढ़ाईं हैं तो उनसे जाकर पूछो. इस मामले में चार्जशीट लग गई क्या?' इसके बाद गुस्साए मंत्री एक मीडियाकर्मी को थप्पड़ मारने की भी कोशिश करते हैं. मंत्री की इस हरकत पर अब उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है. विपक्ष ने मांगा मंत्री का इस्तीफा इसी बीच विपक्ष भी गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी पर हमलावर हो गया है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, 'SIT ने जांच के बाद कहा कि ये बड़ी साज़िश थी. ये जाहिर है कि साज़िश किसने और कैसे की. हम इस मुद्दे पर चर्चा चाहते हैं लेकिन सरकार राजी नहीं है. ये लोग एक तरफ तो किसानों से माफ़ी मांगते हैं, वहीं दूसरी तरफ जो हत्यारा है उसको मंत्रिमंडल में रखा है. तीनों कृषि कानूनों की वापसी की तरह जब तक इस मंत्री का इस्तीफा नहीं हो जाता, हम इसे छोड़ने वाले नहीं हैं. ' TMC की नेता सुष्मिता देव ने कहा, मंत्री टेनी (Ajay Mishra Teni) के बेटे का नाम लखीमपुर हिंसा की साजिश में सामने आया है. अगर मंत्री इस्तीफा नहीं देंगे तो ये साबित करता है कि ये पीएम के इशारे पर हुआ है. मुझे पूरा संदेह है कि वे मंत्री पद पर रहते हुए जांच में दखल डालेंगे, इसी लिए इस्तीफा जरूरी है. टेनी के मामले में बीजेपी हुई खामोश मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की बढ़ती मांगों के बीच बीजेपी अभी खामोश है. सूत्रों के मुताबिक मीडियाकर्मियों के साथ बदसलूकी का वीडियो वायरल होने के बावजूद पार्टी ने टेनी (Ajay Mishra Teni) से इस्तीफा न लेने और दिल्ली तलब न करने का फैसला किया है. इसकी वजह अगले साल यूपी में होने जा रहे असेंबली चुनाव माने जा रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक पार्टी रणनीतिकारों का आकलन है कि अजय मिश्रा टेनी का लखीमपुर-खीरी और आसपास के इलाकों में अच्छा प्रभाव है. ऐसे में उन पर कार्रवाई होने से प्रदेश में ब्राह्मण वोटों पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/rahul-gandhi-statement-on-lakhimpur-kheri-violence-gave-rise-to-political-turmoil/1048322,"लखीमपुर-खीरी हिंसा पर संसद में छिड़ी बहस, राहुल बोले- 'PM का मंत्री है हत्यारा'","लखीमपुर-खीरी हिंसा पर संसद में छिड़ी बहस, राहुल बोले- 'PM का मंत्री है हत्यारा' लखीमपुर-खीरी हिंसा मामला को लेकर बुधवार को लोकसभा में विपक्ष ने जमकर हंगामा काटा. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक ऐसे व्यक्ति को अपनी मंत्रिपरिषद में रखा है जो हत्यारा है, जिसने किसानों को मारा है. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 15, 2021, 07:18 PM IST राहुल गांधी ने साधा सरकार पर निशाना लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर सदन में चर्चा की मांग कहा- PM के मंत्रीपरिषद में हत्यारा शामिल नई दिल्ली. संसद में एक बार फिर से लखीमपुर-खीरी हिंसा मामला उठा. इस मामले को लेकर बुधवार को लोकसभा में विपक्ष ने जमकर हंगामा काटा. इसके बाद दिन भर के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई. बता दें, लोकसभा में लखीमपुर-खीरी हिंसा से जुड़े SIT जांच के आवेदन का मुद्दा उठाया गया था. SIT रिपोर्ट को लेकर सदन में चर्चा की मांग कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लखीमपुर-खीरी मामले में लोकसभा में कार्यस्थगन का नोटिस दिया था. नोटिस में उन्होंने सदन में चल रहे कामकाज को स्थगित करने की मांग की थी और कहा था कि SIT रिपोर्ट को लेकर सदन में चर्चा होनी चाहिए. राहुल गांधी ने की खास बातचीत सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि ‘लखीमपुर में किसानों की हत्या की गई. कहा जा रहा है कि इसमें वो मंत्री भी शामिल हैं, जो प्रधानमंत्री के मंत्रिमंडल में हैं. प्रधानमंत्री एक तरफ किसानों से माफी मांगते हैं और दूसरी तरफ जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को मुआवजा तक नहीं देते. उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति को अपनी मंत्रिपरिषद में रखा है जो हत्यारा है, जिसने किसानों को मारा है.’ उन्होंने कहा कि वो इस मुद्दे को संसद में उठाना चाहते थे, लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गई. ये भी पढ़ें: महाकाल की भस्म आरती में घुसा मुस्लिम शख्स, फर्जी आधार कार्ड दिखाकर ली थी एंट्री 'केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल का बयान तर्कहीन' राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के इस बयान को अतार्किक करार दिया जिसमें उन्होंने कहा है कि लखीमपुर खीरी मामले पर संसद में चर्चा नहीं हो सकती क्योंकि यह कोर्ट में विचाराधीन है. राहुल गांधी ने जोर देकर कहा कि ‘हमने किसानों के परिवार से वादा किया था कि दबाव डालकर न्याय दिलवाएंगे. हमने कृषि कानूनों को लेकर कहा कि इनको वापस लेना पड़ेगा, आपने देखा कि किसान कानूनों को वापस लेना पड़ा. इसी तरह मंत्री को भी इस्तीफा देना पड़ेगा और जेल जाना होगा. हम मंत्री को नहीं छोड़ेंगे. भले ही इसके लिए 5 साल, 10 साल या 15 साल क्यों न लग जाएं. मंत्री को जेल जाना ही होगा.’ सरकार पर साधा निशाना उन्होंने आरोप लगाया कि ‘सरकार हमें बोलने की अनुमति नहीं दे रही है, इस कारण सदन में व्यवधान पैदा हुआ है. हमने कहा है कि रिपोर्ट आई है और उसमें सरकार के मंत्री शामिल हैं, ऐसे में इस पर चर्चा होनी चाहिए. लेकिन वो चर्चा नहीं होने देना चाहते हैं. SIT ने किया है ये दावा गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की जांच कर रहे SIT ने अब तक की छानबीन और साक्ष्यों के आधार पर दावा किया है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा 'टेनी' के पुत्र और उसके सहयोगियों द्वारा जानबूझकर, सुनियोजित साजिश के तहत घटना को अंजाम दिया गया. ये भी पढ़ें: नए साल से लोगों को लगने जा रहा बड़ा झटका, प्राइवेट अस्पतालों ने लिया ये बड़ा फैसला आरोपियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की मांग SIT के मुख्य जांच निरीक्षक विद्याराम दिवाकर ने मुख्‍य न्‍यायिक मजिस्‍ट्रेट (SJM) की कोर्ट में दिये गये आवेदन में आरोपियों के खिलाफ कई धाराओं के तहत मुकदमा चलाने का अनुरोध किया है. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के पुत्र आशीष मिश्रा मोनू समेत उसके 13 साथियों पर लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को प्रदर्शन कर रहे किसानों को जीप से कुचलने का आरोप है. इस घटना में और इसके बाद भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. (इनपुट- भाषा)",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/cricketer-harbhajan-singh-will-join-congress-navjot-singh-sidhu-tweeted-punjab-politics/1048300,कांग्रेस में शामिल होंगे क्रिकेटर हरभजन सिंह? सिद्धू ने कह दी बड़ी बात,"कांग्रेस में शामिल होंगे क्रिकेटर हरभजन सिंह? सिद्धू ने कह दी बड़ी बात क्रिकेटर Harbhajan Singh कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं? पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर बुधवार को इस बारे में बड़ा संकेत दिया. Last Updated: Dec 15, 2021, 05:50 PM IST संभावनाओं से भरी हुई तस्वीर- सिद्धू सिद्धू के ट्वीट पर हरभजन की चुप्पी पंजाब में अगले साल होने हैं चुनाव चंडीगढ़: पंजाब में अगले साल होने जा रहे असेंबली चुनावों से पहले राजनीतिक गहमागहमी तेज होती जा रही है. इस बीच क्रिकेटर हरभजन सिंह के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा भी शुरू हो गई है. संभावनाओं से भरी हुई तस्वीर- सिद्धू पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर एक फोटो जारी की है. इस फोटो में सिद्धू और हरभजन दोनों मुस्कराते हुए एक साथ खड़े हैं. सिद्धू ने ट्वीट में लिखा, 'शाइनिंग स्टार भज्जी के साथ. यह तस्वीर कई संभावनाओं से भरी हुई है.' Picture loaded with possibilities …. With Bhajji the shining star pic.twitter.com/5TWhPzFpNl — Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) December 15, 2021 सिद्धू के ट्वीट पर हरभजन की चुप्पी सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के इस ट्वीट से राज्य में नई चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में हरभजन इस बारे में कोई ऐलान कर सकते हैं. हालांकि फिलहाल उन्होंने सिद्धू के ट्वीट पर चुप्पी साध रखी है. पंजाब में अगले साल होने हैं चुनाव बताते चलें कि पंजाब असेंबली के चुनावों के लिए कांग्रेस (Congress), शिरोमणि अकाली दल (SAD), बीजेपी और आम आदमी पार्टी तीनों पूरा जोर लगाए हुए हैं. कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद चरणजीत सिंह चन्नी फिलहाल पंजाब में कांग्रेस सरकार की कमान संभाल रहे हैं. वहीं पिछले 5 साल से सत्ता से बाहर SAD ने BSP से गठबंधन किया है. वहीं बीजेपी और कैप्टन अमरिंदर की पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी गठबंधन की संभावनाएं तलाश रहे हैं. जबकि आम आदमी पार्टी फिलहाल अकेले ही चुनावी मैदान में ताल ठोंक रही है.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/pm-modi-beats-joe-biden-and-vladimir-putin-in-world-s-most-admired-men-2021/1048178,"पीएम मोदी के सामने दूर-दूर तक नहीं अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन, पुतिन को भी पछाड़ा","पीएम मोदी के सामने दूर-दूर तक नहीं अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन, पुतिन को भी पछाड़ा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की लोकप्रियता का डंका दुनियाभर में बज चुका है और अब साल 2021 के मोस्ट एडमायर्ड मेन (World's Most Admired Men 2021) की लिस्ट में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) को पछाड़ दिया है. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 15, 2021, 03:35 PM IST मोस्ट एडमायर्ड मेन की लिस्ट में 8 नंबर पर हैं पीएम नरेंद्र मोदी 20वें नंबर पर हैं अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन बराक ओबामा लगातार दूसरे साल नंबर वन पर बने हुए हैं नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की लोकप्रियता का डंका भारत के साथ-साथ दुनिया में बज चुका है और सबसे प्रशंसनीय लोगों (मोस्ट एडमायर्ड) की लिस्ट में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) को पछाड़ दिया है. 8 नंबर पर हैं पीएम नरेंद्र मोदी YouGov द्वारा आयोजित साल 2021 के मोस्ट एडमायर्ड मेन (World's Most Admired Men 2021) की लिस्ट में पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 8वें नंबर पर हैं और उन्होंने विश्व के कई नेताओं समेत बड़ी हस्तियों को पीछे छोड़ दिया है. पीएम मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, चीन के बिजनेस टाइकून जैक मा, पोप फ्रांसिस और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से आगे हैं. ये भी पढ़ें- कड़ाके की ठंड के बीच बढ़ने वाली है मुसीबत, IMD ने बारिश को लेकर जारी की चेतावनी लिस्ट में पीएम मोदी से आगे हैं ये लोग अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा लगातार दूसरे साल दुनिया के सबसे प्रशंसित व्यक्ति (Most Admired Men) की लिस्ट में नंबर वन पर बने हुए हैं. इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर अमेरिकी बिजनेट टाइकून दूसरे और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग तीसरने नंबर पर हैं. लिस्ट में पीएम मोदी से आगे फुटबॉल के दिग्गज क्रिस्टियानो रोनाल्डो, एक्शन स्टार जैकी चैन, टेक जीनियस इलोन मस्क और फुटबॉल सनसनी लियोनेल मेसी हैं. 20वें नंबर पर हैं अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) लिस्ट में पीएम मोदी के बाद 9वें नंबर पर मौजूद हैं, जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) 20वें नंबर पर हैं. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मोस्ट एडमायर्ड मेन की लिस्ट में 13वें नंबर बने हुए हैं. लिस्ट में शामिल हैं ये भारतीय वर्ल्ड्स मोस्ट एडमायर्ड मेन (World's Most Admired Men 2021) की लिस्ट में पीएम मोदी के अलावा कई अन्य भारतीय टॉप 20 में हैं. इस लिस्ट में 12वें नंबर पर पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, 14वें नंबर पर बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान, 15वें नंबर पर बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन और 18वें नंबर पर भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली मौजूद हैं.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/pralhad-joshi-reaction-on-rahul-gandhi-adjournment-motion-notice-in-lok-sabha/1048046,"'कम से कम वो इतना तो सुधर गया है', केंद्रीय मंत्री ने राहुल गांधी पर ऐसे ली चुटकी","कम से कम वो इतना तो सुधर गया है', केंद्रीय मंत्री ने राहुल गांधी पर कुछ ऐसे ली चुटकी कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने लखीमपुर हिंसा पर लोक सभा में स्थगन प्रस्ताव दिया है और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी (Ajay Mishra Teni) को उनके पद से हटाने की मांग की है. इस पर संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने चुटकी (Pralhad Joshi on Rahul Gandhi Notice) ली और कहा कि वो इतना तो सुधर गया है कि वो लिखित नोटिस दे रहा है. Written by - Ravindra kumar|Edited by: Ravindra kumar|Last Updated: Dec 15, 2021, 12:51 PM IST लखीमपुर मामले पर कांग्रेस ने खोला मोर्चा राहुल गांधी ने लोक सभा में स्थगन प्रस्ताव दिया प्रह्लाद जोशी ने ली राहुल गांधी की चुटकी नई दिल्ली: लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Violence) मामले में विशेष जांच दल (SIT) की रिपोर्ट सामने आने के बाद सियासी संग्राम शुरू हो गया है और कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इसको लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने लखीमपुर हिंसा पर लोक सभा में स्थगन प्रस्ताव दिया है और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी (Ajay Mishra Teni) को उनके पद से हटाने की मांग की है. केंद्रीय मंत्री ने ली राहुल गांधी की चुटकी संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने राहुल गांधी के नोटिस पर चुटकी (Pralhad Joshi on Rahul Gandhi Notice) ली और कहा कि कम से कम वो इतना सुधर गए हैं कि लिखित नोटिस दे रहे हैं. उन्होंने कहा, 'लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Violence) मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में चल रही है. कम से कम राहुल गांधी इतना तो सुधर गया है कि वो लिखित नोटिस दे रहा है. पहले तो संसद भी उनके सामने कुछ नहीं था और वो नोटिस नहीं देते थे. कम से कम उन्होंने नोटिस देना तो शुरू कर दिया यह अच्छी बात है.' संसद के दोनों सदनों में विपक्ष का हंगामा लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है और संसद के दोनों सदनों में विपक्षी सासंदों ने जोरदार हंगामा किया, जिसके बाद दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई है. लोक सभा में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया और वेल में आकर नारेबाजी की व तख्तियां लहराईं. वहीं राज्य सभा में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया, जिसके बाद राज्य सभा की भी कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. SIT रिपोर्ट में तीन बड़ी बातें कही गई हैं पहली बात- किसानों का गाड़ियों से कुचला जाना कोई दुर्घटना नहीं थी. दूसरी बात- उस दिन प्रदर्शन कर रहे किसानों को रास्ते से हटाने के लिए जानबूझकर गाड़ियां तेज स्पीड में चलाई गई थीं. तीसरी बात- ये कि इस हमले की योजना पहले से बनाई जा चुकी थी. एसआईटी रिपोर्ट के बाद बदली गईं धाराएं एसआईटी (SIT) ने ये रिपोर्ट अदालत में पेश कर दी है और कोर्ट से इस मामले में दुर्घटना की धाराएं हटाकर दूसरी धाराएं जोड़ने के लिए कहा है. जैसे.. धारा 120B- आपराधिक षडयंत्र, धारा 307 हत्या की कोशिश, धारा 326 अपराध के लिए हथियार का इस्तेमाल और धारा 34 जोड़ने के लिए कहा गया है. ये धारा तब लगाई जाती है, जब बहुत सारे लोग कोई अपराध एक ही मकसद के लिए करते हैं. क्या है पूरा मामला? बता दें कि इस साल अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान 8 लोगों की मौत हो गई थी. घटना में चार किसानों और एक पत्रकार की कारों से कुचलने से मौत हुई थी, जबकि मौके पर मौजूद भीड़ ने कारों में सवार तीन लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/tejaswi-rachel-gaushala-viral-video-tejashwi-yadav-wife-rachel-alias-rajeshwari-introduced-with-cows-and-goat/1048029,"गौशाला में दिखे तेजस्वी और राजेश्वरी, जानिए फिर वहां पर क्या हुआ","पत्नी रशेल को गौशाला ले गए तेजस्वी, गायों के साथ देसी अंदाज में दिखी नई नवेली दुल्हन बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) अपनी पत्नी राजेश्वरी उर्फ रशेल के साथ पटना में हैं. वो फिलहाल अपनी मां राबड़ी देवी के सरकारी आवास 10, सर्कुलर रोड पर रह रहे हैं. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 15, 2021, 11:52 AM IST गौशाला में तेजस्वी-राजेश्वरी सामने आया खास वीडियो यहां जानिए फिर क्या हुआ नई दिल्ली: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) अपनी पत्नी राजेश्वरी उर्फ रशेल के साथ पटना में हैं. वो फिलहाल अपनी मां राबड़ी देवी के सरकारी आवास 10, सर्कुलर रोड पर रह रहे हैं. इस बीच उनके परिवार की कुछ तस्वीरें और वीडियो वायरल (Tejashwi Rajeshwari Viral Video ) हो रहे हैं. राबड़ी देवी ने सोमवार को अपने सरकारी निवास में नई नवेली बहू का स्वागत किया. मंगलवार को आशीर्वाद समारोह इसके बाद फिर अगले दिन यानी मंगलवार को दिनभर पार्टी के कई विधायक और नेताओं ने तेजस्वी और उनकी पत्नी से मुलाकात की और नए जोड़े को आशीर्वाद दिया. राजेश्वरी उर्फ रशेल यूं तो दिल्ली में ही पली-बढ़ी हैं, मगर अब पटना आने के बाद वह लालू परिवार के साथ घुल-मिल रही हैं और यहां के रंग-ढंग सीखने की कोशिश कर रही हैं. इसी कड़ी में बुधवार को आरजेडी ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें नजर आ रहा है कि तेजस्वी पत्नी राजेश्वरी उर्फ रशेल को गौशाला (Tejashwi Rajeshwari in Gaushala) ले गए और वहां पर गाय और बकरियां दिखाईं. ये भी पढ़ें- शादी का न्योता न मिलने से भड़के मामा साधु यादव, कह दी ऐसी बात जो सुन नहीं पाएंगे तेजस्वी RJD द्वारा जारी किए हुए वीडियो में तेजस्वी अपनी पत्नी राजेश्वरी उर्फ रशेल को अपनी गौशाला में घुमाते हुए उन्हें ये समझा रहे हैं कि उनके आवास में कौन सी नस्ल की गाय और बकरियां मौजूद हैं. इस वीडियो में कई जगह पर राजेश्वरी उर्फ रशेल भी गाय और बकरियों को पुचकारते हुए अपने हाथों से चारा खिलाते हुए नजर आईं. इस दौरान राबड़ी देवी भी बहू को अपना सरकारी आवास दिखा रही हैं. सास ने बहू को घर में मौजूद बाग बगीचे की सैर भी कराने के साथ उन्हें कुछ टिप्स देतीं नजर आईं.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/dna-analysis-of-lakhimpur-violence-sit-report-ajay-mishra-teni-ashish-mishra/1047860,लखीमपुर हिंसा: विरोध के नाम पर किसानों की 'बलि'? SIT रिपोर्ट में सामने आईं 3 बातें,"लखीमपुर हिंसा: क्या विरोध के नाम पर किसानों की 'बलि'? SIT रिपोर्ट में सामने आईं ये 3 बड़ी बातें DNA Analysis of Lakhimpur Violence SIT Report: लखीमपुर खीरी की घटना (Lakhimpur Violence) के मामले में एसआईटी (SIT) ने अपनी रिपोर्ट अदालत में पेश कर दी है और कोर्ट से इस मामले में दुर्घटना की धाराएं हटाकर दूसरी धाराएं जोड़ने के लिए कहा है. Written by - Sudhir Chaudhary|Edited by: Sudhir Chaudhary|Last Updated: Dec 15, 2021, 10:30 AM IST किसानों का गाड़ियों से कुचला जाना कोई दुर्घटना नहीं जानबूझकर गाड़ियां तेज स्पीड में चलाई गई थीं इस हमले की योजना पहले से बनाई जा चुकी थी नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी (Ajay Mishra Teni) को उनके मंत्री पद से भी हटाने की मांग की जा रही है और ये सारा राजनीतिक हंगामा, उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा गठित की गई उस विशेष जांच दल (SIT) की रिपोर्ट पर शुरू हुआ है, जिसमें ये कहा गया है कि लखीमपुर खीरी की घटना (Lakhimpur Violence) के पीछे षडयंत्र था. जांच के बाद बदली गईं ये धाराएं एसआईटी (SIT) ने ये रिपोर्ट अदालत में पेश कर दी है और कोर्ट से इस मामले में दुर्घटना की धाराएं हटाकर दूसरी धाराएं जोड़ने के लिए कहा है. जैसे.. धारा 120B- आपराधिक षडयंत्र, धारा 307 हत्या की कोशिश, धारा 326 अपराध के लिए हथियार का इस्तेमाल और धारा 34 जोड़ने के लिए कहा गया है. ये धारा तब लगाई जाती है, जब बहुत सारे लोग कोई अपराध एक ही मकसद के लिए करते हैं. SIT रिपोर्ट में तीन बड़ी बातें कही हैं पहली बात- किसानों का गाड़ियों से कुचला जाना कोई दुर्घटना नहीं थी. दूसरी बात- उस दिन प्रदर्शन कर रहे किसानों को रास्ते से हटाने के लिए जानबूझकर गाड़ियां तेज स्पीड में चलाई गई थीं. तीसरी बात- ये कि इस हमले की योजना पहले से बनाई जा चुकी थी. क्या है पूरा मामला? बता दें कि इस साल अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान 8 लोगों की मौत हो गई थी. घटना में चार किसानों और एक पत्रकार की कारों से कुचलने से मौत हुई थी, जबकि मौके पर मौजूद भीड़ ने कारों में सवार तीन लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/court-verdict-over-pm-modis-photo-on-vaccine-certificate-and-chardham-road-project/1047835,वैक्सीन सर्टिफिकेट पर PM मोदी की तस्वीर पर विवाद क्यों?,"वैक्सीन सर्टिफिकेट पर PM मोदी की तस्वीर पर विवाद क्यों? भारत सरकार देशभर के सरकारी अस्पतालों में मुफ्त वैक्सीनेशन का अभियान चला रही है और अब तक देश में वैक्सीन की 133 करोड़ डोज लग चुकी हैं. ये पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा हैं. लेकिन कुछ लोग प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अपनी ईर्ष्या की वजह से इस उपलब्धि को स्वीकार ही नहीं करना चाहते बल्कि उन्हें उनकी तस्वीर से परेशानी होती है. Written by - Sudhir Chaudhary|Edited by: Sudhir Chaudhary|Last Updated: Dec 15, 2021, 09:08 AM IST पीएम मोदी की फोटो के खिलाफ याचिका इंदिरा और ममता की फोटो से परेशानी नहीं चारधाम प्रोजेक्ट पर कोर्ट का अहम फैसला नई दिल्ली: अब हम आपको पिछले 24 घंटे में आए देश की अदालतों के दो बड़े फैसलों के बारे में बताएंगे. इनमें पहला फैसला केरल हाई कोर्ट ने सुनाया है. ये फैसला उस याचिका पर आया है, जिसमें देश के कुछ बुद्धिजीवियों ने कोविड के वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर को लेकर आपत्ति जताई थी. कोर्ट से ये अपील की थी कि वो इस तस्वीर को हटाने के लिए एक विशेष आदेश जारी करे. पीएम मोदी की फोटो से किसे दिक्कत? अदालत ने इस पर हैरानी जताते हुए याचिकाकर्ता से पूछा कि क्या उन्हें अपने प्रधानमंत्री पर शर्म आती है? प्रधानमंत्री को इस देश के लोगों ने चुना है, इसलिए वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर उनकी तस्वीर लगाने में क्या गलत है. ये बात अदालत ने कही. अदालत ने ये भी कहा कि जब किसी विश्वविद्यालय का नाम पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के नाम पर हो सकता है तो फिर वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर क्यों नहीं हो सकती? वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर आप देख सकते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर लगी हुई है. भारत सरकार देशभर के सरकारी अस्पतालों में मुफ्त वैक्सीनेशन का अभियान चला रही है और अब तक देश में वैक्सीन की 133 करोड़ डोज लग चुकी हैं. ये पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा हैं. लेकिन कुछ लोग प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अपनी ईर्ष्या की वजह से इस उपलब्धि को स्वीकार ही नहीं करना चाहते बल्कि उन्हें उनकी तस्वीर से परेशानी होती है. इंदिरा और ममता की फोटो पर चुप्पी आज ऐसे लोगों को हम एक और तस्वीर दिखाना चाहते हैं. राजस्थान में जहां कांग्रेस की सरकार है, वहां पिछले साल ही लोगों को सस्ती दरों पर भोजन उपलब्ध कराने के लिए एक स्कीम शुरू हुई थी, जिसे पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर इंदिरा रसोई योजना नाम दिया गया था. इस पर इंदिरा गांधी की तस्वीर लगी थी. लेकिन इसे लेकर कभी कोई अदालत नहीं गया. इसी तरह पश्चिम बंगाल में जिन लोगों को वैक्सीन राज्य सरकार की तरफ से लगाई जा रही है, उनके वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तस्वीर है. पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सीधे कम्पनियों से कुछ वैक्सीन खरीद कर 18 से 44 साल के लोगों को लगवा रही हैं. लेकिन उनकी तस्वीर हटवाने के लिए कभी कोई अदालत नहीं गया. दूसरी ओर जिस इंस्टीट्यूट का नाम ही, Jawaharlal Nehru Leadership Institute है, उसके कुछ सदस्य वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर पर आपत्ति जताते हैं और उसे हटाने की मांग करते हैं. सेना को काटने पड़े कोर्ट के चक्कर अब आपको आज के दूसरे बड़े फैसले के बारे में बताते हैं. सुप्रीम कोर्ट ने उत्तराखंड के चारधाम प्रोजेक्ट पर पर्यावरण संबंधी आपत्तियों को दरकिनार करते हुए सड़कों को चौड़ा करने की अनुमति दे दी है. अब इस फैसले के बाद चारधाम हाईवे पर सड़कों की चौड़ाई मौजूदा 5 दशमलव 5 मीटर से बढ़ाकर 10 मीटर की जा सकेगी, जिससे भारत-चीन सीमा तक सेना के वाहनों और साजो-सामान का पहुंचना आसान हो जाएगा. कोर्ट ने ये फैसला देश की सुरक्षा और सम्प्रभुता को ध्यान में रखते हुए लिया है. सोचिए, भारत एक ऐसा देश है, जहां देश की सुरक्षा के लिए अगर सड़कें चौड़ी करनी हों तो रक्षा मंत्रालय और सेना को भी अदालत के चक्कर काटने पड़ते हैं.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/pm-narendra-modi-varanasi-visit-kashi-vishwanath-corridor-ganga/1047829,हिंदुत्व के फ्रंटफुट पर प्रधानमंत्री मोदी! गंगा में डुबकी से देश को क्या दिया संदेश?,"हिंदुत्व के फ्रंटफुट पर प्रधानमंत्री मोदी! गंगा में डुबकी से देश को क्या दिया संदेश? प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) पिछले दो दिन से बनारस (Varanasi) में थे. इस दौरान उन्होंने गंगा में डुबकी और काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन कर देशवासियों को बड़ा संदेश दिया. Written by - Sudhir Chaudhary|Edited by: Sudhir Chaudhary|Last Updated: Dec 15, 2021, 06:59 AM IST पीएम की काशी यात्रा ने दिया संदेश रात में फिर मंदिर पहुंच गए पीएम मोदी पीएम-सीएम दोनों गेरुए रंग में दिखे नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) पिछले दो दिन से बनारस (Varanasi) में थे. इस दौरान देश ने उन्हें गेरुए वस्त्रों में गंगा में स्नान करते हुए देखा, मन्दिर में हर हर महादेव का उद्घोष करते हुए सुना और गंगा आरती के दर्शन करते हुए देखा. पीएम की काशी यात्रा ने दिया संदेश किसी भी देश के लिए अपनी सांस्कृतिक विरासत और धरोहर को पहचानना और उस पर गर्व करना कितना आवश्यक है. प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) ने काशी यात्रा के जरिए भारत के लोगों का उनकी विरासत से एक नया परिचय करवाया. इस दौरान उन्हें दुनिया को ये बताते हुए ज़रा भी संकोच नहीं हुआ कि वो एक हिन्दू हैं और हिन्दुत्व की जीवन पद्धति का पालन करते हैं. इससे पहले हमारे देश के प्रधानमंत्री और बड़े बड़े नेता अपने आपको खुल कर हिन्दुत्व से जोड़ने में संकोच करते थे और अपने धर्म को लेकर हमेशा बैकफुट पर रहते थे. जबकि दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र अमेरिका में राष्ट्रपति आज भी बाइबल पर हाथ रख कर राष्ट्रपति पद की शपथ लेते है. ये बहस उस सवाल का जवाब है, जो राहुल गांधी ने शुरू की थी. जिसमें उन्होंने कहा था कि वो हिन्दू तो हैं लेकिन हिंदुत्ववादी नहीं हैं. हमारे देश के तमाम बड़े बड़े नेता, जो खुद को हिन्दू बताते हैं, उनके लिए आज हम अंग्रेज़ी भाषा के एक शब्द का इस्तेमाल करना चाहता है, जो है Reluctant हिन्दू यानी अनिच्छुक हिन्दू. इन नेताओं ने कभी भी खुल कर अपने धर्म की बात नहीं की. इसके पीछे सियासी वजह रही हैं. इन्हें लगता था कि अगर इन नेताओं ने खुल कर अपने धर्म की बात की तो उनकी सियासत कमज़ोर हो जाएगी. रात में फिर मंदिर पहुंच गए पीएम मोदी अक्सर आप देखते होंगे कि जब कोई नेता किसी प्रोजेक्ट का उद्घाटन करता है तो वो वहां कार्यक्रम होने के बाद बहुत कम ही मौक़ों पर वापस लौट कर आता है. लेकिन प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) ने इस परंपरा को भी बदलने की कोशिश की है. पीएम मोदी ने सोमवार को दिन में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) का उद्घाटन किया और रात के समय वो एक बार फिर से मन्दिर में हुए विकास के कामों का जायजा लेने पहुंच गए. प्रधानमंत्री मोदी को बनारस की सड़कों पर आम लोगों के बीच भी देखा गया. वो शायद देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जो प्रोटोकोल से हट कर आम लोगों से पूरी सहजता के साथ मिलते हैं. प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) ने सोमवार रात क़रीब एक बजे बनारस रेलवे स्टेशन का भी दौरा किया. इस रेलवे स्टेशन को पहले मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन कहा जाता था और अक्सर यात्रियों की शिकायत होती थी कि इस रेलवे स्टेशन में सुविधाएं कम और गन्दगी ज्यादा है. लेकिन अब इस स्टेशन का नाम और रूप दोनों बदला जा चुका है. इसका कायाकल्प भी प्रधानमंत्री मोदी की ओर से शुरु की गई योजनाओं के तहत हुआ है. प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को बनारस में एक जनसभा में ये भी कहा कि काशी के रोडमैप से देश के विकास का रोडमैप तैयार होता है. पीएम-सीएम दोनों गेरुए रंग में दिखे वर्ष 2015 में शाहरुख़ ख़ान की एक फिल्म आई थी दिलवाले, जिसके एक गाने के बोल कुछ इस तरह थे...रंग दे तू मोहे गुरुआ. शाहरुख़ ख़ान तो ये बात कह सकते हैं लेकिन राजनीति में ये बात कहना बहुत मुश्किल है. राजनीति में आप ये नहीं कह सकते कि रंग दे तू मोहे गेरुआ. अपने काशी दौरे के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ दोनों गुरुए रंग के कपड़े पहने नजर आए. ऐसा करके दोनों ने साफ संदेश दिया कि उन्हें गेरुआ रंग के वस्त्र पहनने में कोई शर्मिंदगी नहीं है. इस रंग के वस्त्र पहन कर कोई भी नेता अच्छा मुख्यमंत्री हो सकता है और अच्छा प्रधानमंत्री भी हो सकता है. दूसरी बात, प्रधानमंत्री ये सब इसलिए कर रहे हैं ताकि आपको अपनी विरासत पर गर्व हो और हमारी जो सांस्कृतिक धरोहर हैं, उसे बचा कर रखा जा सके, जो सैकड़ों वर्षों तक ख़तरे में रही है. इससे पहले कोई भी प्रधानमंत्री खुल कर ये नहीं बताता था कि वो हिन्दू है. उसे अपने धर्म के बारे में बताने में संकोच होता था. जबकि अमेरिका जैसे देश में भी ऐसा नहीं है. बाइबल पर हाथ रखकर शपथ लेते हैं अमेरिकी राष्ट्रपति इसी साल जब 20 जनवरी को Joe Biden अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति बने थे, तब उन्होंने राष्ट्रपति पद की शपथ 128 साल पुरानी बाइबल पर हाथ रख कर ली थी. जबकि अमेरिका का संविधान बाइबल पर हाथ रख कर शपथ लेने के लिए कहता ही नहीं है. ये एक तरह की राजनीतिक परम्परा है, जिसकी शुरुआत वर्ष 1789 में अमेरिका के पहले राष्ट्रपति जॉर्ज वॉशिंगटन ने की थी. लेकिन अब सोच कर देखिए कि क्या हमारे देश का कोई प्रधानमंत्री संविधान की जगह रामचरित मानस पर हाथ रख कर पद और गोपनीयता की शपथ ले सकता है? अगर कोई प्रधानमंत्री ऐसा करता है तो इसे संविधान के बुनियादी ढांचे के ख़िलाफ़ माना जाएगा और ये शपथ Communal रूप ले लेगी. लेकिन यही चीज़ जब अमेरिका में होती है तो किसी को इसमें कुछ भी ग़लत नहीं लगता. कोई अमेरिका पर साम्प्रदायिक होने का आरोप नहीं लगाता. अकबर रोड़ का नाम जनरल बिपिन रावत रोड़ किया जाए नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने ये बताया है कि एक प्रधानमंत्री को अपने धर्म को लेकर बैकफुट पर रहने की ज़रूरत नहीं है. उन्हें अपना धर्म बताने में कोई शर्मिंदगी नहीं है, और वो हिन्दू, हिंदुत्व और हिंदुत्ववादी होने को शर्मिंदगी का विषय नहीं मानते हैं. इसलिए हमें लगता है कि प्रधानमंत्री मोदी भारत की विरासत को और जो इस देश की सांस्कृतिक धरोहर है, उसका सम्मान वापस ला रहे हैं और आपसे ये कह रहे हैं कि आप भी इस पर गर्व कीजिए. इसके लिए आज हम भी यहां एक मांग रखना चाहते हैं. देश की राजधानी दिल्ली में आज भी मुगल शासक अकबर के नाम पर एक सड़क है. ये अकबर रोड देश की संसद से मात्र दो किलोमीटर दूर है. यानी 5 मिनट की दूरी पर है. आज हमारी मांग है कि जिस तरह वर्ष 2015 में दिल्ली में औरंगज़ेब रोड का नाम बदल कर डॉक्टर ए.पी.जे. अब्दुल कलाम रोड किया गया था, ठीक उसी तरह अकबर रोड का नाम बदल कर इसे जनरल बिपिन रावत रोड नाम दिया जाना चाहिए.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/bjp-falls-one-seat-short-of-gaining-simple-majority-in-karnataka-legislative-council/1047812,"कर्नाटक: विधान परिषद में BJP ने बनाई बढ़त, बहुमत से 1 सीट से रह गई पीछे","कर्नाटक: विधान परिषद में BJP ने बनाई बढ़त, बहुमत से 1 सीट से रह गई पीछे इन नतीजों के साथ, 75 सदस्यीय कर्नाटक विधान परिषद में भाजपा की संख्या 32 से बढ़कर 37 हो गई, जबकि कांग्रेस की संख्या 29 से घटकर 26 हो गई है. Last Updated: Dec 14, 2021, 11:02 PM IST कर्नाटक विधान परिषद चुनाव के नतीजे बीजेपी और कांग्रेस को 11-11 सीटें बहुमत से एक सीट पीछे रही BJP बेंगलुरु: कर्नाटक विधान परिषद में सामान्य बहुमत हासिल करने में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) मंगलवार को महज एक सीट से चूक गई है. निर्वाचन अधिकारियों ने कहा कि पार्टी ने राज्य के 20 लोकल अथॉरिटी के निर्वाचन क्षेत्रों से 25 में से 11 सीटों पर जीत हासिल की. इसके लिए 10 दिसंबर को द्विवार्षिक चुनाव हुए और आज मतगणना हुई. कांग्रेस का 11 सीटों पर कब्जा अधिकारियों ने बताया कि विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी 11 सीटों पर कब्जा करने में सफल रही, जबकि जेडीएस ने हासन सीट जीती है और मैसूरु की एक सीट पर आगे चल रही है. एक निर्दलीय उम्मीदवार प्रतिष्ठित बेलगावी निर्वाचन क्षेत्र की दो सीटों में से एक पर जीत हासिल करने में सफल रहा है. इन नतीजों के साथ, 75 सदस्यीय उच्च सदन में भाजपा की संख्या 32 से बढ़कर 37 हो गई, जबकि कांग्रेस की संख्या 29 से घटकर 26 हो गई, और जद (एस) की संख्या 12 से घटकर 10 हो गई (अगर वह मैसूर जीतती है). ऐसे थे पिछली बार के नतीजे साल 2015 में लोकल अथॉरिटी के निर्वाचन क्षेत्रों से पिछले विधान परिषद (एमएलसी) चुनावों के दौरान, भाजपा ने क्रमशः छह, कांग्रेस ने 14 और जेडीएस ने चार सीटें जीती थीं, जबकि एक सीट निर्दलीय को मिली थी. दस दिसंबर के चुनावों में सभी 25 सीटों पर 99 प्रतिशत से ज्यादा वोटिंग हुई थी. इन सीटों के लिए 90 उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें भाजपा और कांग्रेस के बीस-बीस और जेडीएस के छह प्रत्याशी भी शामिल थे. इस चुनाव के लिए मतदाताओं में शहरी और ग्रामीण स्थानीय निकायों के सदस्यों सहित निर्वाचित प्रतिनिधि शामिल थे. विधान सभा या लोक सभा चुनावों के विपरीत, परिषद के चुनाव अधिमान्य मतों द्वारा तय किए जाते हैं.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/rahul-gandhis-rally-to-be-held-in-mumbai-canceled-congress-told-this-reason/1047809,"राहुल गांधी की रैली के लिए मुंबई पुलिस ने नहीं दी परमीशन, कांग्रेस ने लिया ये फैसला","राहुल गांधी की रैली के लिए मुंबई पुलिस ने नहीं दी परमीशन, कांग्रेस ने लिया ये बड़ा फैसला मुंबई में 28 दिसंबर को होनी वाली कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की रैली को मुंबई पुलिस ने परमीशन नहीं दी है. जहां पर कांग्रेस की सहभागिता वाली सरकार सत्ता में है. मुंबई पुलिस के इस फैसले के बाद कांग्रेस ने बड़ा ऐलान कर दिया. Written by - Rajiv Ranjan Singh|Edited by: Rajiv Ranjan Singh|Last Updated: Dec 14, 2021, 11:00 PM IST कांग्रेस ने रैली पर लिया यू टर्न साइलेंस जोन घोषित है शिवाजी पार्क कांग्रेस ने खटखटाया था कोर्ट का दरवाजा मुंबई: मुंबई में 28 दिसंबर को होनी वाली कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की रैली को स्थगित कर दिया गया है. इससे पहले मंगलवार को बॉम्बे हाई कोर्ट (Bombay High Court) में बीएमसी और मुम्बई (Mumbai) पुलिस के खिलाफ दाखिल की गई याचिका को मुंबई कांग्रेस ने वापस ले लिया. मुंबई पुलिस ने इस रैली को परमिशन देने से इंकार कर दिया था. कांग्रेस ने रैली पर लिया यू टर्न सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने 28 दिसंबर को मुंबई के शिवाजी पार्क में होने वाली राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की रैली पर कांग्रेस ने य़ू टर्न ले लिया हैं. कांग्रेस पार्टी के 137वें स्थापना दिवस के मौके पर होने वाली इस रैली को मुंबई पुलिस से परमिशन नही मिली थी. परमिशन ना मिलने के बाद बीएमसी और पुलिस के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट (Bombay High Court) का रूख करने वाली मुंबई कांग्रेस ने मंगलवार को अपनी याचिका बिना किसी शर्त वापस ले ली. इसके बाद मुंबई कांग्रेस ने आनन फानन में कोरोना का बहाना देते हुए रैली को रद्द करने का ऐलान कर दिया. साइलेंस जोन घोषित है शिवाजी पार्क दरअसल शिवाजी पार्क को साल 2010 में साइलेंस जोन घोषित कर दिया गया था. इस साइलेंस जोन इलाके में बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार सिर्फ अंबेडकर महानिर्वाण दिवस, महाराष्ट्र दिवस और गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम को ही अनुमति है. कांग्रेस के इस यू टर्न पर बीजेपी ने चुटकी ली है. कांग्रेस ने खटखटाया था कोर्ट का दरवाजा जानकारों के मुताबिक कांग्रेस के हाई कोर्ट (Bombay High Court) का दरवाजा खटखटाने पर राज्य की त्रिशंकु सरकार की पार्टियों का अंदरूनी मतभेद खुलकर सामने आ गया था. ऐसे में कांग्रेस की इस मामले में और किरकिरी ना हो, इसलिए पार्टी ने अपनी याचिका वापस ले ली.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/delhi-police-arrest-murder-love-jihad-accused/1047795,"पहले प्यार के जाल में फंसाया, फिर दिया घिनौने कांड को अंजाम; ऐसे पकड़ा गया आरोपी","पहले प्यार के जाल में फंसाया, फिर दिया घिनौने कांड को अंजाम; ऐसे पकड़ा गया आरोपी दिल्ली में लव जेहाद (Love Jihad) का एक और मामला सामने आया है. आरोप है कि आरोपी ने नाम बदलकर पहले हिंदू युवती को प्यार के जाल में फंसाया. उसके बाद युवती के साथ घिनौने कांड को अंजाम दे दिया. Written by - Neeraj Gaur|Edited by: Neeraj Gaur|Last Updated: Dec 14, 2021, 10:28 PM IST मोबाइल सीडीआर से पकड़ा गया आरोपी पहले से शादीशुदा था आरोपी चाकू टूटा तो चुन्नी से गला दबाकर कर दी हत्या नई दिल्ली: दिल्ली में लव जेहाद (Love Jihad) का एक और मामला सामने आया है. आरोप है कि आरोपी ने नाम बदलकर पहले हिंदू युवती को प्यार के जाल में फंसाया. उसके बाद सच्चाई पता चलने पर चाकू मारकर युवती का मर्डर (Murder) कर दिया. पुलिस ने आरोपी आसिफ (29) को अरेस्ट कर लिया है. साथ ही वारदात में इस्तेमाल चाकू, खून से सनी जैकेट और फरीदाबाद के होटल की डीवीआर बरामद कर ली है. ये था पूरा मामला... दिल्ली के सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की डीसीपी श्वेता चौहान ने बताया कि 10 दिसंबर की रात को एक महिला देशबंधु गुप्ता रोड थाने में अपनी शिकायत दर्ज करवाने पहुंची. महिला ने बताया कि उसकी 20 साल की बेटी अजमल खान पार्क इलाके में काम करती है, जो अभी तक घर नहीं लौटी है. महिला की शिकायत के बाद पुलिस ने लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर ली. इसके बाद जहां वह लड़की काम करती थी. उस जगह के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की गई. पता चला कि 10 दिसंबर की शाम करीब 7 बजे वह लड़की काम करके यहां से चली गई थी. जब लड़की का कुछ पता नहीं चला तो पुलिस (Delhi Police) ने मामले को किडनैपिंग में कन्वर्ट कर लिया. इसी दौरान 12 दिसंबर को सूरजकुंड के जंगलों में युवती की लाश बरामद हो गई. उसके गले पर कट के निशान के अलावा चुन्नी भी लिपटी हुई थी. सूचना के बाद फरीदाबाद पुलिस ने शव कब्जे में लिया. सूचना मिलने पर परिजनों ने भी मौके पर पहुंचकर युवती की पहचान कर ली. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने अपहरण के साथ ही हत्या (Murder) की धारा भी जोड़ दी. मोबाइल सीडीआर से पकड़ा गया आरोपी तफ्तीश के दौरान अजमल खान पार्क एरिया में लगे सीसीटीवी फुटेज में 9 दिसंबर को लड़की पास की एक केक शॉप पर किसी युवक के साथ मौजूद दिखी. उस युवक ने मॉस्क लगाया हुआ था. जिसकी वजह से उसकी पहचान नहीं हो पा रही थी. पुलिस ने जांच की तो पता चला कि जिस बिल्डिंग में युवती काम करती थी, वहां कई अन्य युवक भी काम करते हैं. इसके अलावा वहां पेंटिंग का भी काम चल रहा था. पुलिस (Delhi Police) ने बिल्डिंग में काम करने वाले युवकों से पूछताछ की. जांच के दौरान पुलिस को पता चल गया कि पेंटिंग का काम करने वाला आसिफ ही वह युवक है, जो एक दिन पहले युवती के साथ मौजूद था. जांच करने पर पुलिस ने आसिफ के मोबाइल फोन की सीडीआर निकलवाई तो उसकी लोकेशन भी वहीं की मिली, जहां पर युवती की लाश मिली थी. इसके बाद पुलिस ने सोमवार को उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने युवती की हत्या (Murder) की बात कबूल कर ली. पहले से शादीशुदा था आरोपी आरोपी ने खुलासा करते हुए बताया कि वह मूलरूप से बरेली का रहने वाला है और पेंटर का काम करता है. पिछले कुछ दिनों से आसिफ करोल बाग के मकान में पेंटिंग का काम कर रहा था. यहां उसकी दोस्ती युवती से हुई, जो जल्द ही गहरे संबंधों में बदल गई. काम के बाद दोनों ने बाहर एक-दूसरे से मिलना शुरू कर दिया. आरोपी ने युवती को नहीं बताया कि वह पहले से शादीशुदा है. वह उससे शारीरिक संबंध बनाना चाहता था लेकिन युवती शादी करने की बात करती थी. आरोप है कि 10 दिसंबर को आरोपी ने युवती को शादी करने की बात कर मिलने के लिए कहा. फिर दोनों ईस्ट पार्क रोड पर मिले.10 दिसंबर की रात को ही युवती को बाइक पर बिठाकर आरोपी फरीदाबाद के होटल ले गया.वहां उसने अपनी शादी की बात युवती को बताई. चाकू टूटा तो चुन्नी से गला दबाकर कर दी हत्या यह सुनते ही युवती आसिफ पर खूब भड़की. इस पर आसिफ ने अपनी पत्नी को तलाक देकर उससे शादी की बात की. हालांकि रातभर दोनों के बीच झगड़ा हुआ.अगले दिन भी ऐसा ही हुआ.आसिफ शादी का इंतजाम करने की बात कर होटल से चला गया.हालांकि वह शादी नहीं बल्कि चाकू का इंतजाम करके वहां लौटा.इसके बाद वह लड़की को सूरजकुंड एरिया में सुनसान जगह पर ले आया. उसने लड़की की गर्दन पर चाकू से हमला कर दिया. लड़की ने उसका विरोध भी किया. इस दौरान उसका चाकू टूटकर गिर गया. आखिरकार कोई रास्ता नहीं सूझने पर उसने लड़की की चुन्नी से ही उसका गला घोंटकर मार (Murder) दिया.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/bjp-wins-4-of-6-seats-in-maharashtra-mlc-polls-wrests-akola-buldhana-washim-seat-from-sena/1047588,"शिवसेना+एनसीपी+कांग्रेस एक तरफ फिर भी अकेले BJP पड़ी भारी, लहराया 'भगवा'","शिवसेना+एनसीपी+कांग्रेस एक तरफ फिर भी अकेले BJP पड़ी भारी, लहराया 'भगवा' अकोला-वाशिम-बुलढाणा में शिवसेना के तीन बार के विधान पार्षद गोपीकिशन बाजोरिया को भाजपा के वसंत खंडेलवाल से हार का सामना करना पड़ा. कुल 808 वोटों में से खंडेलवाल को 443 जबकि बजोरिया को 334 वोट मिले. Last Updated: Dec 14, 2021, 05:54 PM IST MLC चुनाव में बीजेपी ने मारी बाजी महाराष्ट्र में MVA गठबंधन को झटका शिवसेना से छीन ली अहम सीटें मुंबई: महाराष्ट्र विधान परिषद की छह सीटों पर हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सत्तारूढ़ महा विकास आघाड़ी (एमवीए) को झटका देते हुए नागपुर सहित चार सीटों पर जीत दर्ज की है. पार्टी ने अकोला-बुलढाणा-वाशिम सीट शिवसेना से छीन ली है. 'बीजेपी ने तोड़ा मिथक' महाराष्ट्र विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने भाजपा की जीत पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि भाजपा ने एमवीए के इस मिथक को तोड़ दिया है कि तीनों दल (शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस) राज्य में मिलकर सभी चुनाव जीत सकते हैं. चुनाव आयोग ने 10 दिसंबर को महाराष्ट्र विधान परिषद की छह सीटों पर मतदान का ऐलान किया था. बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) की दो सीटों पर हुए चुनाव में शिवसेना (सुनील शिंदे) और भाजपा (राजहंस सिंह) ने एक-एक सीट पर निर्विरोध जीत हासिल की. कोल्हापुर और नंदुरबार-धुले विधान परिषद चुनावों में भी कांग्रेस और भाजपा ने क्रमशः एक-एक सीट पर निर्विरोध जीत दर्ज की. नागपुर और अकोला-बुलढाणा-वाशिम सीटों पर 10 दिसंबर को मतदान हुआ था. नागपुर में MVA को मिली हार जिला सूचना कार्यालय के अनुसार, नागपुर में पड़े 554 मतों में से भाजपा उम्मीदवार और राज्य के पूर्व ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले को 362 वोट मिले, जबकि एमवीए समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार मंगेश देशमुख को 186 वोट हासिल किये. मतदान की पूर्व संध्या पर कांग्रेस उम्मीदवार रवींद्र भोयर ने चुनाव लड़ने में असमर्थता व्यक्त की थी, जिसके बाद पार्टी ने देशमुख का समर्थन किया था. हालांकि, बाद में भोयर ने चुनाव लड़ा और उन्हें केवल एक वोट मिला. 'जीत ने रखी BJP के भविष्य की नींव' अकोला-वाशिम-बुलढाणा में शिवसेना के तीन बार के विधान पार्षद गोपीकिशन बाजोरिया को भाजपा के वसंत खंडेलवाल से हार का सामना करना पड़ा. कुल 808 वोटों में से खंडेलवाल को 443 जबकि बजोरिया को 334 वोट मिले. फडणवीस ने कहा, 'एमवीए के दल दावा कर रहे थे तीनों दल मिलकर सभी चुनाव जीतेंगे. हमने इस मिथक को चकनाचूर कर दिया है और मुझे लगता है कि इस जीत ने हमारी भविष्य की जीत की नींव रखी है.' बीजेपी के वसंत खंडेलवाल ने अपनी जीत का श्रेय अपनी पार्टी की सफल रणनीति को दिया है. कांग्रेस पर जमकर साधा निशाना बावनकुले ने कहा कि एमवीए के पास 240 वोट थे. हालांकि, एमवीए समर्थित उम्मीदवार को केवल 186 वोट मिले. बावनकुले ने महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले पर निशाना साधते हुए उन पर निरंकुश तरीके से व्यवहार करने का आरोप लगाया और उनके इस्तीफे की मांग की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को आत्ममंथन करना चाहिए कि उनके वोट क्यों बंटे. उन्होंने कहा, 'दो दिन तक वे खरीद-फरोख्त में लिप्त रहे, फिर भी वे अपनी पार्टी को साथ नहीं रख सके. यह सही मायने में कांग्रेस नेताओं की हार है. कांग्रेस नेता निरंकुश तरीके से व्यवहार कर रहे हैं. नाना पटोले पार्टी की प्रदेश इकाई के काम के लिये ठीक नहीं हैं और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.'",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/integrated-guided-missile-development-programme-rajnath-singh-on-pakistan-missile-names-golden-victory-fest/1047565,"राजनाथ के मिसाइल वाले बयान पर PAK को लगी ऐसी मिर्ची, जवाब ही नहीं सूझा","राजनाथ के मिसाइल वाले बयान पर PAK को लगी ऐसी मिर्ची, जवाब ही नहीं सूझा पाकिस्तान (Pakistan) ने सोमवार को भारत के रक्षा मंत्री की एक टिप्पणी को ‘अनुचित और भड़काऊ’ करार दिया है जिसमें राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा था कि इस्लामाबाद (Islamabad) ने अपनी मिसाइलों का नाम भारत पर आक्रमण करने वालों आक्रांताओं के नाम पर रखा है. पाकिस्तान पर निशाना वर्ष 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत के Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 14, 2021, 05:31 PM IST पाकिस्तान को लगी मिर्ची नहीं देते बन पड़ा जवाब खिसियाकर कही ये बात इस्लामाबाद: पाकिस्तान (Pakistan) ने सोमवार को भारत के रक्षा मंत्री की उस टिप्पणी को ‘अनुचित और भड़काऊ’ करार दिया जिसमें केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा था कि इस्लामाबाद (Islamabad) ने अपनी मिसाइलों का नाम भारत पर आक्रमण करने वालों विदेशी आक्रांताओं के नाम पर रखा है. पाकिस्तान पर निशाना वर्ष 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत के उपलक्ष्य में रविवार को 'स्वर्णिम विजय पर्व' के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा था कि पाकिस्तान की मिसाइलों का नाम क्रूर आक्रमणकारियों जैसे मुहम्मद गौरी, महमूद गजनवी और अहमद शाह अब्दाली के नाम पर रखा है, जिन्होंने भारत पर हमला किया था. ये भी देखें- सुपरसोनिक मिसाइल SMART का सफल परीक्षण, लंबी दूरी तक मार करने की क्षमता 'भारत की ताकत पंच महाभूत' उन्होंने कहा था कि कोई पाकिस्तान सरकार को ये बताए कि इन आक्रमणकारियों द्वारा किए गए हमले का निशाना तत्कालीन अखंड भारत यानी पाकिस्तान के भौगोलिक क्षेत्र में रहने वाले लोग भी बने थे. उन्होंने ये भी कहा कि वहीं दूसरी ओर, भारत (India) ने अपनी मिसाइलों को नाग (Nag) आकाश (Akash), पृथ्वी (Prithvi) और अग्नि (Agni) जैसे पवित्र नाम दिये हैं. जो भारतीय परंपराओं और मूल्यों को दिखाते हैं. पाकिस्तान का जवाब राजनाथ सिंह की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान के विदेश कार्यालय (FOP) ने यहां कहा, 'पाकिस्तान 12 दिसंबर को नयी दिल्ली में एक कार्यक्रम में भारतीय रक्षा मंत्री द्वारा की गई अनुचित, अनावश्यक और भड़काऊ टिप्पणियों की कड़ी निंदा करता है.' भारत की मिसाइल ताकत भारत ने सोमवार यानी 13 दिसंबर को ओडिशा (Odisha) में बालासोर के तट पर लॉन्ग रेंज सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड ऑफ टॉरपीडो (SMART) को सफलतापूर्वक लॉन्च किया. इस लॉन्चिंग के बाद DRDO ने कहा कि टारपीडो की पारंपरिक सीमा से कहीं ज्यादा, एंटी-सब मरीन वारफेयर क्षमता बढ़ाने के लिए इस सिस्टम को डिजाइन किया गया है. यह एक ऐसा सिस्टम है जिसमें टॉरपीडो के साथ मिसाइल भी होती है. क्या है SMART? SMART एक तरह की एंटी शिप मिसाइल होती है, जिसमें कम वजन का एक टॉरपीडो लगाया जाता है. इस टॉरपीडो का इस्तेमल पेलोड के जैसे होता है. इन दोनों की ताकत से ये एक एंटी-सबमरीन मिसाइल बन जाती है. इससे जहां मिसाइल की ताकत तो मिलती ही है, साथ ही टॉरपीडो की मदद से इसमें पनडुब्बी को ध्वस्त करने की ताकत भी आज जाती है. हालांकि अभी इसकी रेंज को लेकर सही अनुमान नहीं लगाया गया है. इससे इंडियन नेवी की समंदर में वॉर पावर और विध्वंसक हो सकती है. (भाषा इनपुट के साथ)",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/lakhimpur-kheri-violence-latest-updates-court-order-to-impose-4-new-sections-on-accused-ashish-mishra/1047557,"लखीमपुर हिंसा: गृहराज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा की मुश्किलें बढ़ी, लगेगी ये धारा","Lakhimpur Kheri Violence: गृहराज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा की मुश्किलें बढ़ी, ये कड़ी धारा लगाने का आदेश लखीमपुर हिंसा मामले (Lakhimpur Kheri Violence) में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी (Ajay Mishra Teni) के बेटे आशीष मिश्र (Ashish Mishra) की मुश्किल बढ़ने वाली हैं. सीजेएम कोर्ट ने आशीष मिश्रा समेत 13 आरोपियों पर 4 अन्य कड़ी धाराएं लगाने का आदेश दिया है. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 14, 2021, 06:07 PM IST लखीमपुर में हुई थी सुनियोजित घटना- SIT 3 अक्टूबर को मारे गए थे 8 लोग जेल में बंद है आरोपी आशीष मिश्रा लखनऊ: लखीमपुर हिंसा मामले (Lakhimpur Kheri Violence) में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी (Ajay Mishra Teni) के बेटे आशीष मिश्र (Ashish Mishra) की मुश्किल बढ़ने वाली हैं. मामले की जांच कर रही SIT की मांग पर सीजेएम कोर्ट ने आशीष मिश्रा समेत 13 आरोपियों पर धारा-307 लगाने का आदेश दिया है. अगर ट्रायल में आशीष मिश्रा दोषी पाए गए तो उन्हें 10 साल तक कड़ी कैद की सजा हो सकती है. लखीमपुर में हुई थी सुनियोजित घटना- SIT मामले की जांच कर रही एसआईटी (SIT) ने कोर्ट में दायर की गई चार्जशीट में लखीमपुर हिंसा को सुनियोजित साजिश करार दिया. SIT के मुताबिक इस आपराधिक घटना में आशीष मिश्रा समेत कई लोग शामिल थे. आरोप है कि इन लोगों ने योजना बनाकर किसानों को कुचलने की घटना को अंजाम दिया. SIT की रिपोर्ट के बाद कोर्ट के आदेश पर धारा 120बी, 307, 34 और 326 भी बढ़ा दी गई हैं. 3 अक्टूबर को मारे गए थे 8 लोग बता दें कि लखीमपुर के तिकुनिया में 3 अक्टूबर को आंदोलनकारी किसान सड़क पर प्रदर्शन कर रहे थे. उसी दौरान पीछे से कारों के काफिले ने किसानों को कुचल दिया था. इस घटना में 4 किसानों की मौत हो गई. घटना के बाद बाकी किसानों ने काफिले में शामिल 4 लोगों को पकड़ लिया था और उन्हें पीट-पीटकर मार डाला था. किसानों का आरोप है कि इस काफिले की अगुवाई केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का बेटा आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) कर रहा था. ये भी पढ़ें- लखीमपुर हिंसा पर SIT का बड़ा खुलासा, सोची-समझी साजिश के तहत वारदात को दिया अंजाम जेल में बंद है आरोपी आशीष मिश्रा आरोप है कि वारदात के बाद आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) फायरिंग करते हुए मौके से भाग निकला था. बाद में केंद्रीय मंत्री ने दावा किया था कि उनका बेटा घटनास्थल पर नहीं था और घटना के वक्त वह अपने गांव में मौजूद था. हालांकि किसानों के दबाव के बाद आखिरकार उसे पकड़ लिया गया और इन दिनों वह जेल में बंद है. अब उस पर 4 नई धाराएं लग जाने से उसे जल्दी जमानत मिलने की उम्मीद भी हल्की पड़ गई हैं. साथ ही अगर वह ट्रायल में दोषी मिला तो उसे 10 साल की कड़ी कैद भी हो सकती है.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/pm-narendra-modi-addresses-public-in-umraha-says-kashis-energy-is-intact-and-expanding/1047528,"PM मोदी बोले- पहले निराश करती थी काशी की बदहाली, अब ये देश के विकास का रोडमैप","PM मोदी बोले- पहले निराश करती थी काशी की बदहाली, अब ये देश के विकास का रोडमैप पीएम मोदी ने कहा कि बनारस जैसे शहरों ने मुश्किल से मुश्किल समय में भी भारत की पहचान, कला, उद्यमिता के बीजों को सहेजकर रखा है. आज जब हम बनारस के विकास की बात करते हैं, तो इससे पूरे भारत के विकास का रोडमैप भी बनता है. Last Updated: Dec 14, 2021, 05:09 PM IST पीएम मोदी के काशी दौरे का दूसरा दिन स्वर्वेद मंदिर के कार्यक्रम में हुए शामिल 'काशी की बदहाली करती थी परेशान' वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काशी दौरे का आज दूसरा दिन है. पीएम मोदी ने मंगलवार को वाराणसी के उमरहा स्थित स्वर्वेद मंदिर के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में हिस्सा लिया. यहां अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि काशी की ऊर्जा अक्षुण्ण तो है ही, ये नित नया विस्तार भी लेती रहती है. काशी ने बचाकर रखी पहचान पीएम मोदी ने कहा कि बनारस जैसे शहरों ने मुश्किल से मुश्किल समय में भी भारत की पहचान, कला, उद्यमिता के बीजों को सहेजकर रखा है. आज जब हम बनारस के विकास की बात करते हैं, तो इससे पूरे भारत के विकास का रोडमैप भी बनता है. उन्होंने कहा कि काशी से जाएंगे तो नए संकल्प आशीर्वाद लेकर जायेंगे. पहले जब आप आते थे तो कैसा हाल था, यहां की बदहाली निराश करती थी, रिंग रोड का काम समय से पहले पूरा किया गया है और अब यहां पर्यटकों की संख्या दोगुनी हो गई है. उन्होंने कहा कि हमारा देश इतना अद्भुत है कि यहां जब भी समय विपरीत होता है, कोई न कोई संत-विभूति, समय की धारा को मोड़ने के लिए अवतरित हो जाती है. ये भारत ही है जिसकी आजादी के सबसे बड़े नायक को दुनिया महात्मा बुलाती है. गीता जयंती की दी बधाई काशी में लोगों को गीता जयंती की बधाई देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज के ही दिन कुरुक्षेत्र की युद्ध की भूमि में जब सेनाएं आमने-सामने थीं, मानवता को योग, आध्यात्म और परमार्थ का परम ज्ञान मिला था. उन्होंने कहा कि इस अवसर पर भगवान कृष्ण के चरणों में नमन करते हुए आप सभी को, सभी देशवासियों को गीता जयंती की हार्दिक बधाई देता हूं. कार्यक्रम में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि योग को वैश्विक मान्यता मोदी जी के कारण मिली है. वैश्विक मंच पर भारत की परंपरा, संस्कृति और सभ्यता को आज जो मान्यता प्राप्त हुई है उस पर हर भारतवासी गौरवान्वित है.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/wholesale-price-inflation-rises-to-14-23-percent-in-november-food-items-became-expensive/1047463,महंगाई का जोरदार झटका! 10 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचा इन्फ्लेशन,"WPI: महंगाई का जोरदार झटका! 10 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचा इन्फ्लेशन Wholesale Price Inflation: पिछले साल के नवंबर महीने के मुकाबले इस महीने थोक मूल्य आधारित इन्फ्लेशन करीब 7 गुना ज्यादा है. लगातार आठवें महीने इन्फ्लेशन डबल डिजिट में बना हुआ है. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 14, 2021, 04:02 PM IST वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने जारी किए आंकड़े सरकार ने आरबीआई को दिए निर्देश 14.23 प्रतिशत पर पहुंचा WPI नई दिल्ली: थोक मूल्य आधारित इन्फ्लेशन नवंबर में एक दशक के उच्चतम स्तर 14.23 प्रतिशत पर पहुंच गया. इसका मुख्य कारण खनिज तेलों (Mineral Oils), बेस मेटल्स, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस की कीमतों में हुई भारी बढ़ोतरी है. अप्रैल से लगातार आठवें महीने थोक मूल्य आधारित इन्फ्लेशन (WPI) डबल डिजिट में बनी हुआ है. इस साल अक्टूबर में इन्फ्लेशन 12.54 प्रतिशत था, जबकि नवंबर 2020 में यह 2.29 फीसदी था. इन्फ्लेशन में तेजी से आया उछाल वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय (Ministry Of Commerce And Industry) ने मंगलवार को एक बयान में कहा, 'नवंबर 2021 में इन्फ्लेशन की दर मुख्य रूप से बेस मेटल्स, खनिज तेलों, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, फूड प्रोडक्ट्स, केमिकल और केमिकल प्रोडक्ट्स आदि की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण पिछले साल इसी महीने की तुलना में ज्यादा है.' ये भी पढ़ें- दवाई वाला कैप्सूल दो रंगों का ही क्यों होता है? जानिए इसके पीछे की खास वजह फूड इंडेक्स रहा क्या हाल? नवंबर में ईंधन और इलेक्ट्रिक कैटेगरी में इन्फ्लेशन बढ़कर 39.81 प्रतिशत हो गया, जबकि अक्टूबर में ये 37.18 प्रतिशत था. हालांकि फूड इंडेक्स पिछले महीने के 3.06 प्रतिशत की तुलना में दोगुने से अधिक बढ़कर 6.70 प्रतिशत हो गया. कच्चे पेट्रोलियम में इतने फीसदी इन्फ्लेशन इस महीने कच्चे पेट्रोलियम में इन्फ्लेशन 91.74 प्रतिशत रहा, जबकि अक्टूबर में ये 80.57 प्रतिशत था. हालांकि, मैन्युफैक्चरिंग गुड्स में अक्टूबर के 12.04 प्रतिशत की तुलना में नवंबर में 11.92 प्रतिशत के साथ गिरावट दर्ज की गई. सोमवार को जारी हुए आंकड़ों से पता चला है कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (संयुक्त) यानी Consumer Price Index (Combined) पर आधारित खुदरा इन्फ्लेशन नवंबर में बढ़कर तीन महीने के उच्च स्तर 4.91 प्रतिशत पर पहुंच गया, जो एक महीने पहले 4.48 प्रतिशत था. इसकी वजह खाने-पीने की चीजों की कीमतों में हुई बढ़ोतरी है. हालांकि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित इन्फ्लेशन, भारतीय रिजर्व बैंक के लिहाज से सहज बना रहा. सरकार ने केंद्रीय बैंक को इन्फ्लेशन को चार प्रतिशत (+/- 2 प्रतिशत) पर रखने को कहा है. (इनपुट- भाषा)",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/sit-big-disclosure-on-investigation-in-lakhimpur-violence-as-part-of-a-well-planned-conspiracy/1047370,"लखीमपुर हिंसा पर SIT का बड़ा खुलासा, सोची-समझी साजिश के तहत वारदात को दिया अंजाम","लखीमपुर हिंसा पर SIT का बड़ा खुलासा, सोची-समझी साजिश के तहत वारदात को दिया अंजाम Lakhimpur Violence Case की जांच कर रही एसआईटी की टीम ने खुलासा किया है कि ये कोई दुर्घटना नहीं थी बल्कि जान से मारने की नीयत से वारदात को अंजाम दिया गया था. केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र इस मामले में आरोपी हैं. Written by - Vishal Pandey|Edited by: Vishal Pandey|Last Updated: Dec 14, 2021, 01:26 PM IST जेल में बंद हैं आरोपी आशीष मिश्र एसआईटी कर रही है मामले की जांच लखीमपुर हिंसा केस में धाराएं बदली गईं लखीमपुर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखीमपुर में हुई हिंसा (Lakhimpur Violence) के मामले में एसआईटी ने बड़ा खुलासा (SIT Big Disclosure) किया है. एसआईटी (SIT) की रिपोर्ट के मुताबिक, लखीमपुर हिंसा सुनियोजित साजिश के तहत की गई थी, ये कोई दुर्घटना नहीं थी. ये हत्या की सोची-समझी साजिश से जुड़ा मामला है. बता दें कि अब लखीमपुर हिंसा केस में दुर्घटना की धारा हटाकर अन्य धाराएं लगाई गई हैं. आईपीसी की धाराएं 120बी, 307, 34 और 326 बढ़ाई गई हैं. 3 अक्टूबर को लखीमपुर के तिकुनिया में हिंसा में 8 लोगों की मौत हुई थी. लखीमपुर हिंसा पर गृह राज्य मंत्री ने किया था ये दावा जान लें कि लखीमपुर हिंसा में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी (Ajay Mishra Teni) के बेटे आशीष मिश्र (Ashish Mishra) आरोपी हैं, वो इस वक्त जेल में बंद हैं. पुलिस ने पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. वहीं दूसरी तरफ अजय मिश्र टेनी ने दावा किया था कि उनका बेटा आशीष मिश्र वारदात के वक्त मौके पर मौजूद नहीं था. घटनास्थल से दूर था. एसआईटी ने सीजेएम कोर्ट में दिया प्रार्थना पत्र गौरतलब है कि लखीमपुर हिंसा मामले में एसआईटी और यूपी सरकार के आयोग दोनों की जांच चल रही है. अभी दोनों की फाइनल रिपोर्ट आना बाकी है. एसआईटी की तरफ से सीजेएम कोर्ट में एक प्रार्थना पत्र दिया गया है, जिसमें धाराएं बदलने के लिए कहा गया है क्योंकि ये वारदात जान से मारने की नीयत से की गई थी. ये घटना सुनियोजित तरीके से की गई. फिलहाल पूरी रिपोर्ट जब कोर्ट में सबमिट होगी तब तस्वीर साफ होगी. लखीमपुर हिंसा पर सियासत लखीमपुर हिंसा को लेकर काफी सियासत भी हुई थी. विपक्ष अभी तक गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी का इस्तीफा मांग रहा है. लखीमपुर हिंसा का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था. इस मामले में यूपी सरकार को हलफनामा भी दाखिल करना पड़ा था. जान लें कि लखीमपुर हिंसा के दो पहलू हैं. एक मामला किसान प्रदर्शनकारियों के बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमले का है और दूसरा केस जीप से किसान आंदोलनकरियों के कुचले जाने का है. दोनों मामलों की जांच चल रही है. लखीमपुर हिंसा में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के ड्राइवर की हत्या भी कर दी गई थी.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/tejashwi-yadavs-wife-rachel-name-changed-to-rajshri-by-lalu-yadav-rjd-viral-news/1047169,लालू के बेटे तेजस्वी यादव की पत्नी का असली नाम क्या है? राज से उठ गया पर्दा,"लालू के बेटे तेजस्वी यादव की पत्नी का असली नाम क्या है? राज से उठ गया पर्दा लालू यादव के छोटे बेटे और बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने पटना पहुंचकर अपनी पत्नी के नाम पर बड़ा खुलासा किया. लालू यादव का कहना है कि तेजस्वी की पत्नी का नाम बहुत कठिन है. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 14, 2021, 10:25 AM IST लालू यादव से रशेल को दिया नया नाम रशेल ने मानी अपने ससुर लालू की बात नीतीश कुमार ने तेजस्वी को दी बधाई पटना: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की पत्नी का नाम रशेल (Rachel) है, जिन्हें बोलने में आसानी के लिहाज से खुद लालू यादव ने राजश्री (Rajshri) नाम दिया है. तेजस्वी ने सोमवार को इस बात का खुलासा किया. पिछले हफ्ते दिल्ली में शादी के बंधन में बंधे विपक्ष के नेता सोमवार को अपनी पत्नी के साथ बिहार (Bihar) गए. तेजस्वी यादव और रशेल की फोटो हुईं वायरल बता दें कि फ्लाइट के अंदर कपल की तस्वीरें- लाल साड़ी पहने दुल्हन और सफेद खादी कुर्ता-पायजामा पहने दूल्हे की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं. पटना एयरपोर्ट के बाहर भारी भीड़ देखी गई, जहां रात करीब साढ़े आठ बजे उनकी फ्लाइट लैंड की. अपनी खुशी का इजहार करने के लिए नेताओं और पार्टी कैडर ने ढोल की थाप पर डांस किया. ये भी पढ़ें- CBSE के पेपर का महिलाओं पर वो आपत्तिजनक सवाल जिसे लेकर संसद में हुआ हंगामा तेजस्वी यादव की पत्नी का नया नाम क्या है? तेजस्वी यादव से उनकी पत्नी के नाम को लेकर चल रहे रहस्य के बारे में बताया, 'उनका नाम रशेल है. वो अब राजश्री के रूप में जानी जाएंगी, ये नाम मेरे पिता ने चुना है और बोलने में आसानी के लिए उन्होंने इसे स्वीकार भी किया है.' हालांकि उन्होंने ये स्पष्ट नहीं किया कि क्या दुल्हन का नाम धर्म परिवर्तन किए जाने के बाद बदला गया है. धूम-धड़ाके से हुआ तेजस्वी और उनकी पत्नी का स्वागत तेजस्वी यादव की मां और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने उनके 10, सर्कुलर रोड स्थित आवास पर पारंपरिक धूमधाम से जोड़े का स्वागत किया. तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से बधाई मिलने पर खुशी जाहिर की. तेजस्वी यादव ने कहा, 'ये अच्छी बात है कि राजनीतिक मतभेदों को छोड़कर हम पारिवारिक अवसरों पर विनम्र रहते हैं.' (इनपुट- भाषा)",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/what-was-the-objectionable-question-on-women-in-cbse-class-ten-question-paper-which-was-removed-after-ruckus/1047154,CBSE के पेपर का महिलाओं पर वो आपत्तिजनक सवाल जिसे लेकर संसद में हुआ हंगामा,"CBSE के पेपर का महिलाओं पर वो आपत्तिजनक सवाल जिसे लेकर संसद में हुआ हंगामा CBSE Class 10th Objectionable Question About Women: भारतीय संस्कृति में महिलाओं का क्या स्थान था, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि भारत में आज भी देवी सरस्वती को ज्ञान की देवी का दर्जा हासिल है. Written by - Sudhir Chaudhary|Edited by: Sudhir Chaudhary|Last Updated: Dec 14, 2021, 07:06 AM IST ऋग्वेद में है 27 विद्वान महिलाओं का उल्लेख भारतीय संस्कृति में महिलाओं को दिया गया देवी जैसा सम्मान महिलाओं के प्रति रुढ़िवादी सोच अब भी मौजूद नई दिल्ली: सीबीएसई (CBSE) की 10वीं क्लास के Question Paper में लिखा हुआ है कि भारतीय परिवारों में महिलाओं को मिलने वाली आजादी से घर का माहौल खराब हो रहा है और अगर महिलाएं अपने घर में पति का प्रभुत्व स्वीकार ना करें तो वो अपने बच्चों से कभी सम्मान नहीं पा सकती. सोमवार को दिनभर इस सवाल पर विवाद होता रहा और विरोध के बाद CBSE ने इस सवाल को अपने प्रश्न पत्र से डिलीट कर दिया. आज हम देश की 65 करोड़ महिलाओं के लिए इस विचारधारा का पुरजोर विरोध करेंगे और आपको बताएंगे कि जिस परिवार में महिलाओं को बराबरी का दर्जा नहीं मिलता, उस परिवार का भविष्य भी उज्जवल नहीं है. CBSE के पेपर में आपत्तिजनक सवाल बता दें कि CBSE की 10वीं क्लास के Question Paper में Comprehension Passage के पहले पैरा में लिखा है कि 'महिलाओं की आजादी ने बच्चों पर माता-पिता के अधिकार को समाप्त कर दिया है.' फिर इसी में आगे ये भी लिखा है कि 'महिलाएं अपने पति के प्रभुत्व को स्वीकार करके ही अपने बच्चों से सम्मान पा सकती हैं' यानी अगर महिलाएं अपने पति के प्रभुत्व को स्वीकार नहीं करेंगी तो उन्हें अपने बच्चों से भी सम्मान नहीं मिलेगा. महिलाओं को बराबरी मिलने से पुरुषों का प्रभाव हुआ कम? इसमें ये भी लिखा है कि महिलाओं को स्वतंत्रता मिलना अनेक तरह की सामाजिक और पारिवारिक समस्याओं का प्रमुख कारण है. एक और बड़ी बात इसमें ये लिखी गई है कि पहले महिलाएं अपने बच्चों को डराने के लिए ये कहती थीं कि पापा आ गए तो वो उन्हें बहुत मारेंगे यानी महिलाएं बच्चों को उनके पिता के नाम से डराती थीं. लेकिन आज पुरुषों का प्रभाव कम होने से ये डर भी बच्चों में खत्म हो गया है. मतलब इस पूरी बात का भाव ये है कि महिलाओं को बराबरी मिलने से पुरुषों का प्रभाव कम हुआ है और इससे बच्चों पर माता-पिता के अधिकार सीमित हुए हैं. CBSE ने पेपर से हटाया आपत्तिजनक सवाल इस विवाद के बाद CBSE ने प्रश्न पत्र से इस सवाल को हटा दिया है और कहा है कि छात्रों को इस सवाल के पूरे Marks दिए जाएंगे. यानी इस सवाल के हटने से बच्चों के अंक नहीं काटे जाएंगे. उन्हें इसके पूरे नंबर मिलेंगे. CBSE ने ये भी माना है कि उसके प्रश्न पत्र में लिखी ये बातें पाठ्यक्रम के अनुरूप नहीं हैं. यानी हो सकता है कि जिस शिक्षक ने इस प्रश्न पत्र को तैयार किया, उसने सिलेबस से हटकर ये बातें प्रश्न पत्र में लिखी दीं. सोमवार को इस पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी आपत्ति जताई और केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय और CBSE से इस पर माफी मांगने के लिए कहा. हम इस विषय पर सोनिया गांधी की बात का स्वागत करते हैं और मानते हैं कि इस तरह की बातें महिलाओं के प्रति रुढ़िवादी सोच को दर्शाती हैं. आज ये समझने का दिन है कि क्या भारतीय संस्कृति में शुरुआत से ही महिलाओं का ये स्थान रहा है? भारत में महिलाओं के प्रति ये धारणा और समाज में उनका ये स्थान हमेशा से ऐसा नहीं था. भारत में प्राचीन काल से ही महिलाओं को देवियों के समान दर्जा दिया गया और इसके कुछ सबूत भी इतिहास में मिलते हैं. उदाहरण के लिए जब लगभग पांच हजार वर्ष पुरानी हड़प्पा सभ्यता को करीब से जानने के लिए मोहन जोदड़ो शहर की खुदाई की गई तो इस खुदाई में अनेकों देवियों की मूर्तियां और उनके अवशेष मिले. जिससे ये पता चला कि भारत में पांच हजार साल पहले भी महिलाओं को देवी समान दर्जा हासिल था और इसका जिक्र वेदों में भी मिलता है. ऋग्वेद में अनेकों देवियों का उल्लेख किया गया है, जिनमें अदिति, पृथ्वी, रात्रि और सरस्वती प्रमुख हैं. भारतीय संस्कृति में महिलाओं का क्या स्थान था, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि भारत में आज भी देवी सरस्वती को ज्ञान की देवी का दर्जा हासिल है. ऋग्वेद में 27 ऐसी महिलाओं का भी उल्लेख मिलता है, जिन्होंने ना सिर्फ वेदों का अध्ययन किया बल्कि अनेकों महत्वपूर्ण श्लोकों की रचना की. इन महिलाओं में अपाला, सिकता, उर्वशी, सुलभ, गार्गी, लोपामुद्रा और मैत्रेयी थीं. कहने का मतलब ये है कि उस समय महिलाओं का अर्थ खाना बनाने और घर संभालने से नहीं था बल्कि महिलाओं की भूमिका हिन्दू धर्म के प्राचीनतम साहित्य में भी थी. इनमें से कुछ महिलाएं, महान ऋषि मुनियों की पत्नियां थीं, जैसे मैत्रेयी वैदिक काल के एक ऋषि याज्ञ-वल्क्य की पत्नी थीं. उनसे जुड़ा एक किस्सा है कि एक बार ऋषि ने फैसला किया कि वो संसार का त्याग कर देंगे. इस बारे में उन्होंने अपनी पत्नी मैत्रेयी को बताते हुए उनसे ये कहा कि वो आखिरी बार उनसे क्या इच्छा रखती हैं? इस सवाल पर मैत्रेयी ने उनसे पूछा कि क्या संसार की सारी धन दौलत उन्हें अमर बना सकती है? इस पर ऋषि ने कहा कि दौलत से अमीर तो बन सकते हैं लेकिन अमर नहीं. इस जवाब पर मैत्रेयी ने उनसे कहा कि फिर उन्हें दौलत नहीं बल्कि उनका ज्ञान चाहिए. कहने का मतलब ये है कि वो आर्थिक रूप से अपने पति पर निर्भर नहीं थीं. उन्हें आज की महिला की तरह घर चलाने की चिंता नहीं थी या उन्हें ये फिक्र नहीं थी पति के संसार त्याग के बाद उनका क्या होगा, बल्कि वो अपने पति से ज्ञान से जुड़ी हुई थीं और उन्होंने ऋग्वेद में कुल 10 श्लोक लिखे थे. कुल मिला कर कहें तो भारतीय संस्कृति में महिलाओं का स्थान हमेशा से काफी ऊंचा रहा है. लेकिन पिछले एक हजार वर्षों में भारत का समाज इतनी तेजी से बदला है कि बहुत सारे पुरुष महिलाओं को दफ्तर के Cabin में नहीं बल्कि घर के किचन में देखना पसंद करते हैं और महिलाओं का काम घर खाना बनाने और घर संभालने तक ही माना जाता है. और ऐसा इसलिए है क्योंकि हमारे देश में अब भी महिलाओं के प्रति रुढ़िवादी सोच मौजूद है. आप खुद सोच कर देखिए, आप में से जो लोग काम पर जाते हैं तो उनका लंच पैक करने की जिम्मेदारी किसकी होती है? आज भी खाना खराब बन जाए तो हम परिवार की महिलाओं को दोष देते हैं लेकिन ये जिम्मेदारी पुरुषों की नहीं मानी जाती है.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/akhilesh-yadav-takes-jibe-at-bjp-leadership-says-people-spend-their-last-moments-in-varanasi/1047136,"PM मोदी के काशी दौरे पर अखिलेश यादव का विवादित बयान, तंज में कही ये बात","PM मोदी के काशी दौरे पर अखिलेश यादव का विवादित बयान, तंज में कही ये बात उत्तर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने अखिलेश के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सपा अध्यक्ष ने जिस ढंग से प्रधानमंत्री को लेकर ओछी प्रतिक्रिया दी है, वह दिखाता है कि काशी का कायाकल्प और भारतीय संस्कृति का बढ़ता गौरव उनको पच नहीं रहा है. Last Updated: Dec 14, 2021, 12:02 AM IST अखिलेश यादव का विवादित बयान पीएम मोदी के दौरे पर किया तंज 'आखिरी वक्त में रहा जाता है काशी' लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन किया. इसके बाद बीजेपी सरकार की ओर से एक महीने तक काशी में कार्यक्रम आयोजित करने के लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तंज करते हुए कहा कि आखिरी समय में बनारस में ही रहा जाता है. अखिलेश यादव के बिगड़े बोल अखिलेश यादव से पीएम मोदी के वाराणसी दौरे और वहां एक महीने के कार्यक्रम को लेकर सवाल किया गया था. इसके जवाब में उन्होंने कहा, 'बहुत अच्छी बात है, एक महीना नहीं, दो महीने, तीन महीने रहें, अच्छी बात है. वह जगह रहने वाली है. आखिरी समय पर बनारस में ही रहा जाता है.' उत्तर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने अखिलेश के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सपा अध्यक्ष ने जिस ढंग से प्रधानमंत्री को लेकर ओछी प्रतिक्रिया दी है, वह दिखाता है कि काशी का कायाकल्प और भारतीय संस्कृति का बढ़ता गौरव उनको पच नहीं रहा है. बीजेपी ने किया पलटवार उन्होंने कहा, 'ऐसी अमर्यादित और असंस्कारित भाषा का इस्तेमाल दिखाता है कि काशी के कायाकल्प और भारतीय संस्कृति के गौरव की टीस उनके मन मे बनी हुई है. उन्हें भारतीय संस्कृति का गौरव फूटी आंखों नहीं सुहा रहा. वह आज भी भारत की सांस्कृतिक विरासत को क्षति पहुंचाने वाले औरंगजेब की विचारधारा के साथ हैं. मैं कहूंगा कि वह काशी आएं और बाबा विश्वनाथ के दर्शन करें. बाबा विश्वनाथ उन्हें सद्बुद्धि दें.' अखिलेश यादव ने भाजपा पर भगवान के मामले में भी झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए सोमवार को दोहराया कि वह तमाम ऐसी परियोजनाओं का श्रेय ले रही है जिन्हें पिछली सपा सरकार ने शुरू कराया था. उन्होंने कहा, 'भाजपा नेता झूठ बोलते हैं. वे हमारे और आपके सामने तो झूठ बोल लें लेकिन जब बात भगवान से जुड़ी हो तो झूठ नहीं बोलना चाहिए.' काशी कॉरिडोर पर किया ये दावा सपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में भाजपा जिन परियोजनाओं का उद्घाटन कर रही है वह हमारी ही सरकार की हैं. या तो हमारी सरकार ने उन्हें मंजूर किया था या उनका प्रस्ताव किया था. प्रधानमंत्री ने आज काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन किया. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को कहा था कि यह प्रोजेक्ट उनके शासनकाल में मंत्रिमंडल की ओर से पारित किया गया था.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/mahatma-gandhis-dream-of-grand-kashi-vishwanath-dham-fulfilled-by-pm-narendra-modi/1047126,"पीएम मोदी ने साकार किया महात्मा गांधी का सपना, 241 साल बाद काशी का जीर्णोद्धार","पीएम मोदी ने साकार किया महात्मा गांधी का सपना, 241 साल बाद काशी का जीर्णोद्धार काशी विश्वनाथ मन्दिर का ये विस्तार 241 वर्षों के बाद हुआ है. सोचिए, जिस मन्दिर को मुगल शासक औरंगजेब ने तोड़ा, उस मन्दिर के विस्तार के लिए लगभग 250 वर्षों का इंतजार करना पड़ा. Written by - Sudhir Chaudhary|Edited by: Sudhir Chaudhary|Last Updated: Dec 14, 2021, 07:08 AM IST कॉरिडोर के लिए 241 साल का इंतजार पीएम मोदी ने 2019 में रखी थी नींव मंदिर को लेकर गांधीजी ने जताई थी नाराजगी नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन किया है. इस कॉरिडोर के बनने के बाद अब आप सीधे गंगा घाट से काशी विश्वनाथ मन्दिर के मुख्य भाग तक जा सकेंगे. आज के विश्लेषण में हम आपको गंगा घाट से इस मन्दिर को जोड़ने वाले नए मार्ग के बारे में बताएंगे. क्या है काशी कॉरिडोर प्रोजेक्ट? काशी विश्वनाथ मन्दिर का ये विस्तार 241 वर्षों के बाद हुआ है. सोचिए, जिस मन्दिर को मुगल शासक औरंगजेब ने तोड़ा, उस मन्दिर के विस्तार के लिए लगभग 250 वर्षों का इंतजार करना पड़ा. इससे पहले वर्ष 1780 में मालवा की रानी अहिल्याबाई ने इस मन्दिर का पुननिर्माण कराया था. इसलिए सबसे पहले हम आपको इस पूरे प्रोजेक्ट के बारे में बताते हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने 8 मार्च 2019 को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की नींव रखी थी. इसके तहत मन्दिर के मुख्य भाग में चार बड़े-बड़े गेट लगाए गए हैं. मन्दिर का जो परिक्रमा मार्ग है, वहां संगमरमर के 22 शिलालेख लगाए गए हैं, जिन पर काशी की महिमा का वर्णन किया गया है. ये कॉरिडोर ललिता घाट से शुरू होकर मन्दिर के मुख्य भाग तक जाता है और इस पूरे कॉरिडोर में कुल 24 भवनों का निर्माण किया गया है. खर्च होंगे 800 करोड़ रुपये इन भवनों में मुख्य मन्दिर परिसर है, मन्दिर चौक है, सुविधा केन्द्र है, जलपान केन्द्र और शॉपिंग कॉम्पलेक्स भी है. इसके अलावा मन्दिर की भव्यता को दर्शाने के लिए इस कॉरिडोर में 5 हजार लाइटें लगाई गई हैं. इस पूरे प्रोजेक्ट का अनुमानित खर्च 800 करोड़ रुपये है. हालांकि इसमें भी अभी पहले चरण का ही काम हुआ है, जिस पर लगभग 400 करोड़ रुपये ख़र्च हुए हैं. इसके अलावा इस पूरे कॉरिडोर को लगभग 50 हजार वर्ग मीटर के एक बड़े परिसर में बनाया गया है. इसके लिए लगभग 300 सम्पत्तियों का अधिग्रहण किया गया और 1400 लोगों को दूसरी जगह बसाया गया है. महात्मा गांधी ने कही थी ये बात वर्ष 1903 में जब महात्मा गांधी पहली बार काशी विश्वनाथ मन्दिर गए थे, तब उनका अनुभव कुछ अच्छा नहीं था. उन्होंने अपने एक लेख में लिखा था कि इस मन्दिर के चारों तरफ उन्होंने गंदगी, मक्खियां और बदबू देखी थी. 13 वर्षों के बाद जब वो वर्ष 1916 में बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए फिर से वारणसी गए, तब भी हालात ज्यादा नहीं बदले थे. उस समय महात्मा गांधी ने हैरानी जताते हुए कहा था कि जिस मन्दिर की महिमा इतनी विशाल है और जो इतना पवित्र है, उसके आसपास की ये गन्दगी उन्हें खूब परेशान करती है. सोचने वाली बात ये है कि इस देश में महात्मा गांधी और उनके विचारों को आधार बनाकर कई नेताओं ने चुनाव लड़े और अपनी सरकारें भी बनाई लेकिन इनमें से किसी भी सरकार ने उनकी चिंता और पीड़ा को नहीं समझा. बल्कि पहले इस तरह के विषयों को साम्प्रदायिक राजनीति से जोड़ दिया जाता था. मंदिर पर कई बार हुए हमले काशी विश्वनाथ मन्दिर, भारत के उन मन्दिरों में से एक है, जिस पर मुस्लिम शासकों ने कई बार हमले किए और इसे नष्ट करने की कोशिश की. ये मन्दिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है, इसलिए ये हिंदुओं की आस्था के सबसे बड़े केंद्रों में से एक माना जाता है. लेकिन भारत में मुस्लिम आक्रमणकारियों के आने के साथ ही इस मंदिर पर हमले शुरू हो गए थे. सबसे पहले 11वीं शताब्दी में कुतुबुद्दीन ऐबक ने हमला किया था. इस हमले में मंदिर का शिखर टूट गया था. लेकिन इसके बाद भी यहां पूजा-पाठ होता रहा. वर्ष 1585 में राजा टोडरमल ने काशी विश्वनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण कराया था. वो अकबर के नौ रत्नों में से एक माने जाते थे. लेकिन वर्ष 1669 में औरंगजेब के आदेश पर इस मंदिर को पूरी तरह तोड़ दिया गया और वहां पर एक मस्जिद बना दी गई. ये वही औरंगज़ेब है, जिसके कार्यकाल में 46 लाख हिन्दुओं का दमन हुआ. उन्हें इस्लाम धर्म में परिवर्तित किया गया और सैकड़ों मन्दिरों को निशाना बनाया गया. लेकिन इसके बावजूद आज भी हमारे देश में औरंगजेब के नाम पर 177 जगहों के नाम हैं. फिर लौटा पूजा स्थलों का सम्मान आज काशी विश्वनाथ मन्दिर का विस्तारीकरण बताता है कि भारत में धीरे-धीरे नष्ट और खंडित किए गए पूजा स्थलों का सम्मान लौट रहा है, जिसका जिक्र आज प्रधानमंत्री मोदी ने भी किया. प्रधानमंत्री मोदी ने आज गंगा में डुबकी लगाकर कहीं ना कहीं राहुल गांधी के उस हमले का जवाब दिया है, जिसमें उन्होंने हिन्दू और हिंदुत्व को अलग बताया था और कहा था कि हिंदुत्ववादी लोग नफरत से भरे होते हैं जबकि हिंदू सत्य की खोज में कभी नहीं झुकता है. भारत में ये बहस बहुत पुरानी है कि हिंदुत्व को हिन्दू धर्म से जोड़ कर देखा जाए या इसे एक राजनीतिक विचार तक सीमित माना जाए. कहा जाता है कि हिंदुत्व शब्द का पहली बार इस्तेमाल वर्ष 1892 में बंगाल के मशहूर साहित्यकार चंद्रनाथ बसु ने अपनी एक पुस्तक में किया था और इसे हिन्दू धर्म के सांस्कृतिक महत्व से जोड़ कर बताया था. उनके बाद वर्ष 1923 में स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर ने इस शब्द को लोकप्रिय बनाया और हिंदुत्व नाम से एक पुस्तक भी लिखी. हिंदुत्व और हिंदुत्ववादी की बहस हमारे देश का एक खास वर्ग शायद हिंदुत्व शब्द से इसीलिए नफरत करता है क्योंकि वो वीर सावरकर को पसंद नहीं करता. लेकिन आज राहुल गांधी चाहें तो वो वर्ष 1995 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा की गई एक टिप्पणी से हिन्दू धर्म और हिंदुत्व का महत्व समझ सकते हैं. तब सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हिंदुत्व जीवन व्यतीत करने की एक पद्धति है और इसकी तुलना कट्टरता से करना एक मिथ्या या दोष होगा. कोर्ट ने ये भी कहा था कि इसके विपरीत, हिन्दुत्व शब्द का प्रयोग मत-निरपेक्षता को प्रोत्साहन देने के लिए किया जाना चाहिए. लेकिन राहुल गांधी हिंदुत्व को नफरत का एक विचार बता देते हैं. सोचिए, क्या आपने कभी किसी हिंदुत्ववादी संगठन या व्यक्ति को आत्मघाती हमले करते देखा है? या आतंकवादियों की तरह आम लोगों की जान लेते हुए देखा है. आपने ऐसा कभी नहीं देखा होगा, लेकिन इसके बावजूद भारत में हिंदू और हिंदुत्व को बदनाम करने के लिए एक मुहिम चलाई जाती है.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/india-china-dispute-new-video-of-indian-army-clash-with-china-pla-army-ann-2017577,"India China Dispute: भारतीय सेना का चीनी सैनिकों से टकराव का वीडियो आया सामने, चीनी जवान ने पूछा सवाल, तो मिला ऐसा जवाब","India China Dispute: एलएसी पर भारतीय सैनिक अब चीनी सैनिकों को सिर्फ आमने सामने की लड़ाई में ही पटखनी नहीं दे रहे हैं, बल्कि चीन को उसकी ही भाषा में जवाब दे रहे हैं. एलएसी पर टकराव का एक नया वीडियो सामने आया है, जिसमें भारतीय सेना का एक ऑफिसर चीनी सैनिक के पूछने पर अपना नाम 'मेजर कीन कुमार' बता रहा है. वीडियो में भारतीय सेना का एक एसएफएफ कमांडो चीन के एक तिब्बती सैनिक को पहचान लेता है. भारत‌ और चीन के सैनिकों के बीच टकराव का एक नया वीडियो सामने आया है. इसमें एक भारतीय ऑफिसर चीनी सैनिक को अपना नाम 'मेजर कीन कुमार' बता रहा है. हालांकि, ये साफ नहीं है कि ये वीडियो कहां का है, लेकिन सूत्रों की मानें तो भूगौलिक स्थिति देखकर ऐसा लगता है कि ये वीडियो अरूणाचल प्रदेश से सटी एलएसी का है. वीडियो में दोनों देश के सैनिक बैनर-ड्रिल कर रहे हैं. लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल यानी एलएसी पर बैनर ड्रिल तब की जाती है जब भारत और चीन के सैनिक पैट्रोलिंग के वक्त एक दूसरे के सामने आ जाते हैं. ऐसा एलएसी को अपने-अपने नजरिए से देखने पर आता है. तब दोनों देश के सैनिक बैनर लगाकर एक दूसरे को पीछे जाने के लिए कहते हैं. करीब 27 सेकेंड के इस वीडियो में चीन की पीएलए सेना का एक सैनिक पीपीई किट पहने हुए दिख रहा है. उसका चेहरा भी ढका हुआ है. पीपीई किट पहने होने के चलते ऐसा लगता है कि ये वीडियो कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान का है. वीडियो में पीपीई किट पहना चीनी सैनिक भारतीय ऑफिसर से उसका नाम पूछता है तो भारतीय सैनिक अपना नाम 'मेजर कीन कुमार' बताता है. दरअसल, फौज में अगर कोई सैनिक बहुत सवाल जवाब करता है तो उसे मिस्टर कीन का नाम दिया जाता है. लेकिन चीनी सैनिक के साथ हुए सवाल जवाब में भारतीय सैनिक अपना ही नाम मेजर कीन बता देता है. वीडियो में जब मिस्टर कीन से जुड़ा वार्तालाप चल रहा था तो भारत का एक अन्य सैनिक चीन के एक अन्य सैनिक से बात करता हुआ सुना जा सकता है. भारतीय सैनिक ‌स्पेशल फ्रंटियर फोर्स यानी एसएफएफ से जुड़ा हुआ लगता है और तिब्बती भाषा में चीनी सैनिक से पूछता है क्या वो तिब्बती है, तो चीनी सैनिक कहता है कि हां, वो तिब्बती है. भारतीय सेना की एसएफएफ में तिब्बती मूल के सैनिक हैं. हाल ही में चीन की पीएलए सेना तिब्बती मूल के सैनिकों को अपनी सेना में बड़ी तादाद में भर्ती कर रही है. इस वीडियो को लेकर अभी तक भारतीय सेना की तरफ से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/rss-chief-mohan-bhagwat-administers-oath-to-the-attendees-of-hindu-ekta-mahakumbh-to-work-for-ghar-wapasi-2017546,"RSS Chief Mohan Bhagwat: हिंदू एकता महाकुंभ में मोहन भागवत ने दिलाई घर वापसी की शपथ, कहा- अहंकार से टूटती है एकता","Hindu Ekta Mahakumbh: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने बुधवार को चित्रकूट में हिंदू एकता महाकुंभ को संबोधित किया. उन्होंने हिंदू धर्म छोड़ने वालों की घरवापसी का आह्वान किया. मोहन भागवत ने हिंदू एकता महाकुंभ में मौजूद लोगों को शपथ दिलाई कि वे उन लोगों की घर वापसी कराएंगे जो हिंदू धर्म छोड़ चुके हैं और किसी अन्य धर्म को अपना लिया है. आरएसएस प्रमुख ने कहा कि डर ज्‍यादा दिन तक बांध नहीं सकता है. अहंकार से एकता टूटती है. हम लोगों को जोड़ने के लिए काम करेंगे. महाकुंभ में शामिल हो रहे लोगों को उन्‍होंने इसका संकल्‍प भी दिलाया. हिंदू एकता महाकुंभ में मौजूद लोगों ने मोहन भागवत के साथ संकल्प लेते हुए कहा कि, मैं हिंदू संस्कृति के धर्मयोद्धा मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम की संकल्प स्थली पर सर्वशक्तिमान परमेश्वर को साक्षी मानकर संकल्प लेता हूं कि मैं अपने पवित्र हिंदू धर्म, हिंदू संस्कृति और हिंदू समाज के संरक्षण संवर्धन और सुरक्षा के लिए आजीवन कार्य करूंगा. मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि किसी भी हिंदू भाई को हिंदू धर्म से विमुख नहीं होने दूंगा. जो भाई धर्म छोड़ कर चले गए हैं, उनकी भी घर वापसी के लिए कार्य करूंगा. उन्हें परिवार का हिस्सा बनाऊंगा. मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि हिंदू बहनों की अस्मिता, सम्मान और शील की रक्षा के लिए सर्वस्व अर्पण करूंगा. जाति, वर्ग, भाषा, पंथ के भेद से ऊपर उठ कर हिंदू समाज को समरस सशक्त अभेद्य बनाने के लिए पूरी शक्ति से कार्य करूंगा. 110 शंखों के नाद से हुई शुरुआत हिंदू महाकुंभ की शुरुआत मंगलवार को 1100 शंखों के नाद से हुई. महाकुंभ में मोहन भागवत के अलावा देश की कई बड़ी हस्तियां पहुंचीं. महाकुंभ का आयोजन तुलसीपीठाधीश्वर श्री रामभद्राचार्य कर रहे हैं. कार्यक्रम को श्री श्री रविशंकर ने भी संबोधित किया. उन्‍होंने कहा कि कुछ लोग जुटते हैं तो भय पैदा होता है, जबकि जहां संत और हिंदू इक्‍ट्ठा होते हैं वहां अभय मिलता है. उन्‍होंने कहा कि देशभक्ति और ईश्‍वर भक्ति एक ही है. जो देशभक्‍त नहीं है वो ईश्‍वरभक्‍त भी नहीं हो सकता.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/punjab-election-2022-harbhajan-singh-meets-navjot-singh-sidhu-2017406,क्या कांग्रेस में शामिल होंगे क्रिकेटर Harbhajan Singh? Navjot Singh Sidhu से की मुलाकात,"Harbhajan Singh Meets Navjot Singh Sidhu: क्रिकेटर हरभजन सिंह ने आज पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से मुलाकात की. दोनों की मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब पंजाब में चुनावी सरगर्मी तेज है. सिद्धू ने हरभजन के साथ बैठक के बाद तस्वीर कू पर शेयर की और इसके साथ लिखा, ''संभावनाओं से भरी तस्वीर…. चमकते सितारे भज्जी के साथ.'' उनके इसी बयान के बाद हरभजन के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें लगाई जाने लगी है. हालांकि राजनीति में आने को लेकर हरभजन सिंह ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. पिछले दिनों हरभजन सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल होने की अटकलों को खारिज कर दिया था. उन्होंने एक खबर को ट्विटर पर कोट करते हुए 'फेक न्यूज' बताया था. पंजाब में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में सत्तारूढ़ कांग्रेस की कोशिश बड़ी हस्तियों को शामिल कराने की है. जालंधर के रहने हरभजन सिंह अगर कांग्रेस में शामिल होते हैं तो पार्टी उन्हे नकोदर विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतार सकती है. जहां से कांग्रेस के लिए पिछला चुनाव जगबीर सिंह बराड़ ने लड़ा था लेकिन अब वो अकाली दल में शामिल हो गए हैं. हरभजन सिंह बड़ा चेहरा हैं. इसलिए कांग्रेस उनपर दांव लगना चाहती है. हरभजन ने टीम इंडिया के लिए 103 टेस्ट खेल हैं जिसमें 417 विकेट लिए हैं. वहीं 236 वनडे में उनके 269 विकेट हैं. इसके अलावा 28 T20 में वो 25 विकेट निकाल चुके हैं. हाल ही में हरभजन सिंह ने कहा था कि वो जल्द ही IPL से संन्यास ले सकते हैं लेकिन वो राजनीति में आएंगे या नहीं इसपर उन्होंने अभी कोई बयान नहीं दिया है.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/lakhimpur-kheri-violence-case-source-on-mos-home-ajay-mishra-resignation-ann-2017433,Ajay Mishra Resignation: गृह राज्य मंत्री के पद से नहीं हटाए जाएंगे अजय मिश्रा- सूत्र,"Lakhimpur Kheri Violence Case: लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले में एसआईटी की रिपोर्ट आने के बाद एक बार फिर से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी (Ajay Mishra) के इस्तीफे की मांग उठ रही है. इस बीच सरकार के सूत्रों ने एबीपी न्यूज़ को बताया है कि अजय मिश्रा को पद से नहीं हटाया जाएगा. सूत्र ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एसआईटी जांच कर रही है. ऐसे में अजय मिश्रा जांच को प्रभावित नहीं कर सकते हैं. ऐसे में उन्हें हटाने की कोई वजह नहीं है. साथ ही सूत्र ने कहा कि अजय मिश्रा यूपी के गृहमंत्री नहीं हैं, जो वो जांच को प्रभावित कर पाएं. आरोप अजय मिश्रा के बेटे पर लगे हैं, दोषी नहीं हुए हैं. इसलिए भी उन्हें हटाने की जरूरत नहीं है. आज संसद में अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग को लेकर जमकर हंगामा हुआ और इसी वजह से सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई. लखीमपुर खीरी मामले में एसआईटी ने मंगलवार को एक अदालत में दिए आवेदन में कहा था कि चार किसानों और एक पत्रकार की हत्या की घटना एक ‘‘सोची-समझी साजिश’’ थी. इसके साथ ही एसआईटी ने मामले में अधिक गंभीर आरोपों को शामिल किए जाने का अनुरोध किया था. अदालत ने एसआईटी को मुकदमे में हत्या के प्रयास की धारा जोड़ने की मंगलवार को इजाजत दे दी थी. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा मोनू समेत उसके 13 साथियों पर लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को प्रदर्शन कर रहे किसानों को जीप से कुचलने का आरोप है. इस घटना में और इसके बाद भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. Watch: 'दिमाग खराब है क्या बे'- लखीमपुर कांड पर सवाल पूछने पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय टेनी ने ABP News से की अभद्रता एसआईटी की रिपोर्ट के बाद आज सुबह कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में कार्य स्थगन का नोटिस दिया था. राहुल गांधी ने सदन के बाहर कहा कि गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को इस्तीफा देना पड़ेगा और जेल भी जाना होगा. उन्होंने कहा कि एक तरफ तो प्रधानमंत्री किसानों से माफी मांगते हैं और दूसरी तरफ वह एक ऐसे व्यक्ति को मंत्री बनाए हुए हैं जिसने ‘किसानों को मारा है.’ सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद राहुल गांधी ने दावा किया, ‘‘किसानों की हत्या की गई. कहा जा रहा है कि इसमें मंत्री में शामिल हैं. वह प्रधानमंत्री के मंत्रिमंडल में हैं. प्रधानमंत्री एक तरफ किसानों से माफी मांगते हैं और दूसरी तरफ जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को मुआवजा तक नहीं देते. उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति को अपनी मंत्रिपरिषद में रखा है जो हत्यारा है, जिसने (किसानों को) मारा है.’’ उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को संसद में उठाना चाहते थे, लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गई. राहुल गांधी ने जोर देकर कहा, ‘‘हमने किसानों के परिवार से वादा किया था कि दबाव डालकर न्याय दिलवाएंगे. हमने कृषि कानूनों को लेकर कहा कि इनको वापस लेना पड़ेगा, आपने देखा कि इनको वापस लिया गया है. इसी तरह मंत्री को भी इस्तीफा देना पड़ेगा और जेल जाना होगा. हम नहीं छोड़ेंगे. पांच साल, 10 साल या 15 साल लग जाएं, मंत्री को जेल जाना होगा.’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘सरकार हमें बोलने की अनुमति नहीं दे रही है, इस कारण सदन में व्यवधान पैदा हुआ है. हमने कहा है कि रिपोर्ट आई है और उनके मंत्री इसमें शामिल हैं, ऐसे में इस पर चर्चा होनी चाहिए. लेकिन वह चर्चा नहीं होने देना चाहते हैं.''",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/lakhimpur-kheri-case-ruckus-in-parliament-big-weapon-for-the-opposition-in-the-assembly-elections-961051.html,"लखीमपुर खीरी कांड को लेकर संसद में मचा हंगामा, क्या विधानसभा चुनाव में विपक्ष के लिए बड़ा हथियार बनेगा मामला?","केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा - फाइल फोटो लखीमपुर खीरी कांड (Lakhimpur Kheri Case) की चर्चा आज यूपी से दिल्ली तक होती रही. सड़क से लेकर संसद तक घमासान मचता रहा. पूरे विपक्ष ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी पर इस्तीफे का दबाव बनाया. इस बीच अजय मिश्रा टेनी के आपा खोने का एक वीडियो सामने आया जिसमें वो मीडिया के सवाल पर भड़कते दिखे. पत्रकारों से बदसलूकी करते दिखे. दरअसल, अजय मिश्रा टेनी अपने संसदीय क्षेत्र में एक ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन करने पहुंचे थे. वहीं पत्रकारों ने उनसे लखीमपुर कांड पर आई SIT रिपोर्ट से जुड़ा सवाल पूछा जिस पर वो आपा खो बैठे. वहीं आज संसद में भी लखीमपुर कांड की गूंज सुनाई दी. गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर विपक्ष ने खूब हंगामा किया. लखीमपुर हिंसा मामले में SIT की रिपोर्ट आई तो विपक्ष ने संसद में जोरदार हंगामा किया. विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी और पोस्टर लहराकर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र का इस्तीफा मांगा और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया जिसमें उन्होंने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी की मांग की और इसको लेकर ससंद में खूब शोर-शराबा हुआ. राहुल गांधी के इस आरोप पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि लखीमपुर खीरी मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के निर्देश और निगरानी में हो रही है. लिहाजा इस पर सदन में चर्चा नहीं हो सकती. लखीमपुर कांड को लेकर आज संसद में जोरदार हंगामा क्यों? अब सवाल उठता है कि 3 अक्टूबर को हुए लखीमपुर कांड को लेकर आज संसद में जोरदार हंगामा क्यों हुआ. तो आपको बता दें कि यूपी में आगे चुनाव है और लखीमपुर कांड विपक्ष के लिए बड़ा हथियार है जिसमें केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेना का भी नाम जुड़ा है और किसानों के हित की बात भी. लिहाजा विपक्ष इस मुद्दे को हाथ से जाने नहीं देना चाहता. अब आपको बताते हैं कि आखिर केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी से इस्तीफा क्यों मांगा जा रहा है. सरकार पर उनकी बर्खास्तगी के लिए दबाव क्यों बनाया जा रहा है? दरअसल, लखीमपुर कांड में SIT की रिपोर्ट आने के बाद अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की मुश्किलें बढ़ गई हैं. अब मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा समेत सभी 13 आरोपियों के मुकदमे में 307, 326, 302, 120B जैसी धाराएं जुड़ गई हैं. ऐसे में विपक्ष की दलील है कि केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी पद का दुरुपयोग कर बेटे को बचाने की कोशिश कर सकते हैं. विपक्ष का ये भी आरोप है कि पद का दुरुपयोग कर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जांच को प्रभावित कर सकते हैं. विपक्ष की ओर से ये मांग तब से उठ रही है जब 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में प्रदर्शन कर रहे किसानों को गाड़ियों ने कुचल दिया गया था. चार किसान और एक पत्रकार की मौत हो गई थी. हालांकि इसके बाद तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. लेकिन तब केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने कहा था कि अगर उनका बेटा दोषी साबित हुआ..तो इस्तीफा दे देंगे. अब चूंकि SIT ने इसे जानबूझकर किया गया कांड बताया है. इसलिए इस्तीफे की मांग एक बार फिर जोर पकड़ने लगी है.हालांकि मामला अभी कोर्ट में है और फैसला आना बाकी है. अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर विपक्ष ने संसद के दोनों सदनों को नहीं चलने दिया. 12 सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग को लेकर भी हंगामा किया जिससे नाराज बीजेपी के राज्यसभा सांसदों ने संसद परिसर में प्रोटेस्ट मार्च निकाला.बीजेपी ने विपक्षी पार्टियों पर सदन नहीं चलने देने का आरोप लगाया.ये भी कहा कि विपक्ष सदन के अंदर तर्क की जगह हंगामा कर रहा है. प्रश्नकाल, शून्य काल सब बाधित हो रहे हैं.इससे संसद की गरिमा को नुकसान पहुंच रहा है. यह भी पढ़ें: Parliament Latest Updates: लखीमपुर खीरी हिंसा और सांसदों के निलंबन पर संसद में विपक्ष का हंगामा, लोकसभा स्थगित उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले लखीमपुर खीरी मामले में आया नया मोड़, लखनऊ से दिल्ली तक मचेगा सियासी घमासान",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/parliament-winter-session-minister-pralhad-joshi-piyush-goyal-told-you-would-have-to-apologise-revoking-suspension-of-12-mps-rajya-sabha-960926.html,"संसद का शीतकालीन सत्रः सरकार की दो-टूक, माफी मांगने पर ही सांसदों का खत्म होगा निलंबन","संसद में आज भी कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल सकी राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन को लेकर जारी विपक्ष के विरोध-प्रदर्शन के बीच सरकार ने आज बुधवार को कहा कि अगर वे अपने ‘गलत’ व्यवहार के लिए सदन से माफी मांग लेते हैं तो वह उनका निलंबन रद्द करने के लिए तैयार हैं. राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि यह कुछ विपक्षी सदस्यों की ओर से शर्मनाक है कि वे निलंबित सदस्यों के “गलत” व्यवहार को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं और वे पश्चाताप करने के लिए भी तैयार नहीं हैं. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी (Pralhad Joshi) ने भी कहा, ‘आपको माफी मांगनी होगी और हम आपको वापस लेने के लिए तैयार हैं.’ विपक्षी सदस्यों ने सदन के अंदर और बाहर विरोध करना जारी रखे हुए हैं और 12 सांसदों के निलंबन पर हंगामा किया. कांग्रेस, लेफ्ट, डीएमके, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, शिवसेना और आम आदमी पार्टी समेत कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने बुधवार को सदन के वेल में तख्तियां लेकर अपनी मांग के समर्थन में नारेबाजी की. उन्होंने “लोकतंत्र बचाओ” और “मुझे निलंबित करो” बोलते हुए सरकार के “तानाशाही” व्यवहार की आलोचना की. निलंबन खत्म करने की मांग कर रहा विपक्ष जबकि विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कई बार मांग उठाई, लेकिन सरकार और स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा कि जब तक वे अपने कार्यों के लिए माफी नहीं मांगते, निलंबन रद्द नहीं किया जाएगा. संसद के मॉनसून सत्र के आखिरी दिन 11 अगस्त को सदन के अंदर सचिवालय के कर्मचारियों पर उनके “अभद्र” व्यवहार और “हमला” करने के लिए शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन 29 नवंबर को 12 विपक्षी राज्यसभा सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था. सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि वे सदस्यों की भावनाओं का सम्मान करते हैं, लेकिन उन्होंने यह भी देखा है कि इस सदन में महिला मार्शलों का किस तरह से “अपमान और हमला” किया गया. गोयल ने कहा, “सरकार उनके अनुरोध पर विचार करने के लिए तैयार है, लेकिन उन्हें महिला मार्शलों पर हमला करने के अपने कृत्यों और इस सदन की सुरक्षा की रक्षा करने वाले लोगों के साथ व्यवहार करने के लिए माफी मांगनी होगी.” अपने किए पर पछतावा नहीं होना शर्म की बातः गोयल केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा, “यह शर्म की बात है कि वे अपने किए पर पछताने को भी तैयार नहीं हैं. वहां तैनात सभी कर्मचारी सदन को सुचारू रूप से चलाने में सदस्यों की मदद करते हैं.” गोयल ने कहा, “मार्शल पर हमला करने के बाद, उन्हें केवल माफी मांगनी है. अगर वे उम्मीद करते हैं कि वे मार्शलों पर हमला करेंगे, महिला मार्शलों का अपमान करेंगे और फिर भी उन्हें वापस आने का अधिकार है, तो मुझे लगता है कि यह अनियमित है. यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष के वरिष्ठ सदस्य अपने सहयोगियों के कृत्यों पर पश्चाताप करने को तैयार नहीं हैं.” इससे पहले, सुष्मिता देव (टीएमसी) ने निलंबन का मुद्दा उठाते हुए कहा, “यह पूरी तरह से अलोकतांत्रिक और अवैध है.” कई अन्य विपक्षी सदस्यों ने भी अपने सहयोगियों के निलंबन को रद्द करने के पक्ष में बात की और कहा कि उन्हें भी सदन में चर्चा में भाग लेने की अनुमति दी जानी चाहिए. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सुष्मिता देव, नदीमुल हक, जी के वासन आदि विपक्षी सदस्यों के अनुरोध पर अल्पावधि नोटिस (short duration notice) पर बुलाया गया था. उन्होंने कहा, “ये सभी विपक्षी दल के सदस्य… हमने उनके अनुरोध पर चर्चा की अनुमति दी और बहस शुरू कर दी. इतनी महत्वपूर्ण चर्चा के बावजूद, वे भाग नहीं लेना चाहते हैं.” 12 विपक्षी सदस्यों के निलंबन पर जोशी ने कहा कि उन्होंने सदन के सुरक्षा कर्मचारियों पर हिंसक हमला किया. ये भी पढ़ें World’s most admired 2021: पीएम मोदी दुनिया के 8वें सबसे प्रशंसनीय शख्स, बाइडेन-ट्रंप और पुतिन को पछाड़ा, टॉप 20 में 5 भारतीय",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/parliament-winter-session-union-minister-pralhad-joshi-blast-opposition-why-they-demanding-for-discussions-if-they-donot-want-960849.html,"शीतकालीन सत्रः केंद्रीय संसदीय मंत्री का विपक्ष पर हमला, जब चर्चा ही नहीं करनी थी तो मांग क्यों कर रहे","संसद में आज भी कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल सकी Parliament Winter Session: केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्वाद जोशी (Pralhad Joshi) ने बुधवार को विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि संसद के दोनों सदनों में विपक्ष की मांग पर आज महंगाई और ओमीक्रॉन वेरिएंट पर चर्चा किया जाना था लेकिन वे इसमें शामिल नहीं हुए. उनके पास चर्चा के लिए कहने को कुछ भी नहीं है. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि आज विपक्ष की मांग पर लोकसभा और राज्यसभा में महंगाई और ओमीक्रॉन वेरिएंट पर चर्चा होनी थी, लेकिन वे बिना चर्चा किए ही भाग गए. यदि चर्चा नहीं करना चाहते थे तो वे चर्चा की मांग क्यों कर रहे हैं? राहुल गांधी पर भी साधा निशाना केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, ‘विपक्ष के पास महंगाई या ओमीक्रॉन के बारे में बात करने के लिए कुछ नहीं है. इसी वजह से वे भाग जाते हैं. सरकार चर्चा के लिए तैयार है. मैं उनसे कल से चर्चा में शामिल होने का अनुरोध करता हूं. हम 23 दिसंबर की शाम 6 बजे तक चर्चा के लिए तैयार हैं.’ इससे पहले प्रह्वाद जोशी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा. केंद्रीय मंत्री जोशी ने कहा, ‘उन्होंने (राहुल गांधी) पहले कभी संसद में नोटिस नहीं दिया, कम से कम अब तो नोटिस दे रहे हैं. हम जानते हैं कि कांग्रेस 26/11 हमले से कैसे निपटी, जब पी चिदंबरम गृह मंत्री थे. आज भारतीय जनता पार्टी आतंकवाद से कितनी अच्छी तरह निपट रही है, ये सभी जानते हैं.’ दोनों सदनों की कार्यवाही हुई बाधित संसद का शीतकालीन सत्र विपक्ष के हंगामे के कारण सुचारू रूप से नहीं चल रहा है. विपक्ष के जोरदार हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही कल गुरुवार सुबह (16 दिसंबर) 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. आज बुधवार को नियम 193 के तहत, महंगाई जैसे अहम मुद्दे पर चर्चा की जानी थी, लेकिन विपक्ष के लगातार विरोध प्रदर्शन की वजह से लोकसभा का कामकाज लगभग ठप रहा और बाद में कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. इसी तरह राज्यसभा की कार्यवाही भी बार-बार बाधित होने के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई. विपक्ष के विरोध की वजह से राज्यसभा की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी. फिर कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. राज्यसभा में संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि हमने हमेशा 12 सांसदों को सदन में बुलाने के लिए कहा, लेकिन पहले उन्हें अपने किए पर माफी मांगनी होगी. उन्होंने विपक्ष से अनुरोध किया कि कोविड-19 पर अहम चर्चा हो रही है, जिसपर सभी को चर्चा करनी चाहिए. लेकिन विपक्ष का हंगामा जारी रहा. राज्यसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई. ये भी पढ़ें Parliament Latest Updates: लखीमपुर खीरी हिंसा और सांसदों के निलंबन पर संसद में विपक्ष का हंगामा, लोकसभा स्थगित",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/state/jammu-and-kashmir/congress-question-when-statehood-to-jammu-and-kashmir-centre-nityanand-rai-replied-lok-sabha-would-be-granted-at-an-appropriate-time-960257.html,"‘जम्मू-कश्मीर को कब मिलेगा राज्य का दर्जा’, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने लोकसभा में दिया ये जवाब","सांकेतिक तस्वीर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आज बुधवार को संसद को बताया कि जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) को उचित समय पर राज्य (Statehood) का दर्जा दिया जाएगा. गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कांग्रेस विधायक विवेक तन्खा के एक सवाल के जवाब में यह जवाब दिया. केंद्र सरकार ने 2019 में अगस्त को जम्मू-कश्मीर के स्पेशल राज्य का दर्जा खत्म कर केंद्र शासित प्रदेश के रूप में तब्दील कर दिया था. विवेक तन्खा ने सरकार से जानना चाहा कि क्या केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को राज्य का दर्जा देने के लिए कोई समयसीमा तय की गई है. इस पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में एक लिखित बयान में कहा, “जम्मू-कश्मीर को उचित समय पर राज्य का दर्जा दिया जाएगा.” दोनों केंद्र शासित प्रदेशों में कब होंगे चुनाव? तन्खा ने यह भी पूछा कि क्या इन दोनों केंद्र शासित प्रदेशों में चुनाव कराने के लिए समयसीमा की योजना बनाई गई है. जवाब में, नित्यानंद राय ने कहा कि वहां चुनाव कराने का निर्णय भारत के चुनाव आयोग का विशेषाधिकार है. अक्टूबर में, कश्मीर घाटी में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक के बाद श्रीनगर में बोलते हुए, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि परिसीमन प्रक्रिया और उसके बाद के चुनावों के तुरंत बाद जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल कर दिया जाएगा. विपक्ष लगातार राज्य का दर्जा बहाली की मांग कर रहा इससे पहले, नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने कहा कि सरकार ने अपना वादा तोड़ दिया कि जम्मू और कश्मीर परिसीमन आयोग को 6 मार्च से आगे नहीं बढ़ाया जाएगा. उन्होंने सरकार से पहले राज्य का दर्जा देने और फिर वहां चुनाव कराने का भी आग्रह किया. कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद (Congress leader Ghulam Nabi Azad) ने पिछले महीने जम्मू-कश्मीर के राज्य के दर्जे को खत्म किए जाने की तुलना एक मुख्यमंत्री को विधानसभा सदस्य (एमएलए) के पद से हटाने के रूप में की थी. जून में, कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा था कि केंद्र को संविधान और लोकतंत्र के अनुरूप जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग को स्वीकार करना चाहिए. कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने भी इस संबंध में ट्वीट किया था, “कांग्रेस पार्टी की स्थिति, कल दोहराई गई, कि जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा किसी भी संदेह या अस्पष्टता को दूर करते हुए बहाल किया जाना चाहिए. संविधान के तहत जो बनाया गया है, उसे संसद के एक अधिनियम द्वारा संविधान के प्रावधानों की गलत व्याख्या और दुरुपयोग नहीं किया जा सकता है.” इससे पहले इस साल जुलाई में भी केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय राज्यसभा में इसी सवाल का जवाब दे चुके हैं. तब शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी के सवाल कि भविष्य में जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए केंद्र का क्या प्रस्ताव है? इस पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में कहा था कि सामान्य स्थिति बहाल होने पर जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा प्रदान किया जाएगा. अगस्त 2019 में अनुच्छेद-370 की समाप्ति के बाद जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस ले लिया गया था. पूर्ववर्ती राज्य को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के रूप में 2 नए केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया गया.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/rahul-gandhi-asked-pm-modi-to-sack-mos-ajay-mishra-also-want-discussion-on-lok-sabha-over-sit-report-on-lakhimpur-violence-960011.html,"लखीमपुर खीरी मामले में SIT की रिपोर्ट से बवाल, राहुल गांधी बोले- फिर आया माफी मांगने का टाइम, मंत्री को पद से हटाएं","राहुल गांधी (फाइल फोटो) कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लखीमपुर-खीरी हिंसा मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) की रिपोर्ट को लेकर बुधवार को लोकसभा में कार्यस्थगन का नोटिस दिया था. हालांकि, इससे पहले कि राहुल गांधी सदन में मुद्दे पर कुछ बोल पाते, विपक्षी सांसदों के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित हो गई. राहुल गांधी ने नोटिस में सदन की कार्यवाही स्थगित कर एसआईटी रिपोर्ट पर सदन में चर्चा की मांग की थी. संसद में लखीमपुर खीरी मामले पर चर्चा से संबंधित सवाल का जवाब देते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, ‘हम प्रयास कर रहे हैं. वे हमें चर्चा नहीं करने दे रहे हैं. हमने कहा कि उनके मंत्री इसमें शामिल हैं, इसपर चर्चा तो होनी चाहिए. लेकिन वे चर्चा नहीं करने दे रहे.’ गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अब तक की छानबीन और साक्ष्यों के आधार पर दावा किया है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ‘टेनी’ के पुत्र और उसके सहयोगियों द्वारा जानबूझकर, सुनियोजित साजिश के तहत घटना को अंजाम दिया गया. एसआईटी के मुख्य जांच निरीक्षक विद्याराम दिवाकर ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत में दिए गए आवेदन में आरोपियों के विरुद्ध उपरोक्त आरोपों की धाराओं के तहत मुकदमा चलाने का अनुरोध किया है. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के पुत्र आशीष मिश्रा मोनू समेत उसके 13 साथियों पर लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को प्रदर्शन कर रहे किसानों को जीप से कुचलने का आरोप है. इस घटना में और इसके बाद भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. लखीमपुर खीरी के वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी एस पी यादव ने कहा, ‘एसआईटी के अनुरोध पर, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट चिंता राम ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 (हत्या का प्रयास) और 326 (स्वेच्छा से खतरनाक हथियारों या साधनों से गंभीर चोट पहुंचाना) के साथ धारा 3, 25, 30 और 35 को लगाने की अनुमति दी. हालांकि, सुनवाई (मंगलवार) के दौरान बचाव पक्ष के वकील ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 34 शामिल करने पर आपत्ति जताई. उन्होंने बताया कि प्राथमिकी में साजिश के आरोप का जिक्र पहले ही किया जा चुका है. इसके बावजूद, दोनों पक्षों को सुनने के बाद, अदालत ने आपत्ति की अनुमति दी.’ क्या बोले राहुल गांधी? एसआईटी पर एक न्यूज रिपोर्ट शेयर करते हुए राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘मोदी जी, फिर से माफी मांगने का टाइम आ गया… लेकिन पहले अभियुक्त के पिता को मंत्री पद से हटाओ. सच सामने है!’ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने लखीमपुर खीरी हिंसा को विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा सुनियोजित साजिश करार दिए जाने के बाद कहा कि गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त कर उनकी भूमिका जांच की जानी चाहिए. उन्होंने एक बयान में कहा, ‘लखीमपुर किसान नरसंहार के 2 महीने बाद जांच कर रही एसआईटी का कहना है कि गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे एवं अन्य आरोपियों ने आपराधिक कृत्य लापरवाही एवं उपेक्षा से नहीं, बल्कि जानबूझकर पूर्व सुनियोजित योजना के अनुसार जान से मारने की नीयत से किया था.’ कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने कहा, ‘इस मामले में किसानों ने शुरुआत से ही ये बात कही कि गृह राज्यमंत्री के बेटे ने साज़िश करके इस घटना को अंजाम दिया था. माननीय उच्चतम न्यायालय ने भी घटना की निष्पक्ष और गहन जांच सुनिश्चित कराने को लेकर चिंता ज़ाहिर की थी एवं जांच की धीमी गति एवं जांच के तरीके पर अप्रसन्नता व्यक्त की थी.’ ये भी पढ़ें: विराट और रोहित के मतभेदों पर खेल मंत्री अनुराग ठाकुर की दो टूक, कहा-खेल से बड़ा कोई नहीं",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/mallikarjun-kharge-statement-on-tmc-not-attending-the-opposition-meeting-at-sonia-gandhis-house-959699.html,"‘जिन्हें बुलाया गया था, वे सभी आए थे,’ सोनिया गांधी के घर विपक्ष की बैठक में TMC के शामिल न होने पर बोले मल्लिकार्जुन खड़गे","कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस अधयक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के साथ कल विपक्ष की बैठक में TMC के शामिल न होने पर TMC नेता डोला सेन ने बयान दिया है. उन्होंने कहा, कल शाम को सोनिया गांधी के निवास पर बैठक में बहुत सारे विपक्ष के नेता नहीं थे. पूरे विपक्ष की बैठक नहीं थी, जिन्हें बुलाया गया था सिर्फ उन्हीं की बैठक थी. वहीं कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसको लेकर कहा, ‘जिनको बुलाया गया था वे सभी आए थे. 12 निलंबित सांसदों के निलंबन को रद्द कराने के लिए क्या कदम उठाए जाएं, इसपर चर्चा हुई.’ दरअसल राज्यसभा में 12 विपक्षी सांसदों के निलंबन को खत्म करने के लिए आगे का रास्ता निकालने पर चर्चा के लिए 14 दिसंबर की शाम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दिल्ली स्थित आवास पर एक बैठक की गई. सूत्रों के हवाले से बताया कि कांग्रेस के अलावा इस बैठक में NCP, शिवसेना समेत पांच विपक्षी पार्टियां शामिल हुई थीं.रिपोर्ट के मुताबिक, NCP सुप्रीमो शरद पवार, शिवसेना नेता संजय राउत, DMK के टीआर बालू, CPM के सीताराम येचुरी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला बैठक में शामिल हुए. राहुल गांधी भी इस बैठक में मौजूद थे. ‘विपक्ष की एकता पर बात हुई’ सूत्रों के हवाले से बताया कि नेताओं ने आगे का रास्ता निकालने के लिए शरद पवार से राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू से बात करने को कहा है. नायडू ने सदन के सुचारू संचालन की जरूरत को बताते हुए सदन के नेता और विपक्ष के नेता से इस मुद्दे पर चर्चा करने को कहा था.बैठक के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि ये विपक्ष एकता की बैठक थी. वहीं, नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने बैठक के बाद कहा, ‘विपक्ष की एकता पर बात हुई. देश की समस्याओं पर चर्चा हुई. UPA और अधिक मजबूत होगा. कैसे इकट्ठा काम कर सकते हैं? कैसे इस मुल्क को मुश्किलों से निकाल सकते हैं? इसको लेकर हम सभी नेताओं ने चर्चा की.’ सरकार को सदस्यों के साथ इतना कठोर नहीं होना चाहिए. आखिरकार, वो राज्य परिषद के निर्वाचित सदस्य हैं. सरकार कोई समाधान करने के मूड में नहीं है. ये सही नहीं है और इससे तुरंत निपटने की जरूरत है.’ संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्ष लगातार 12 सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग कर रहा है. मॉनसून सत्र के दौरान हिंसक व्यवहार के लिए 12 विपक्षी सांसदों को संसद के पूरे शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है. इसमें शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री सीपीएम के एलाराम करीम और कांग्रेस के छह नेता शामिल हैं. ये भी पढ़ें-Punjab Assembly Elections: कांग्रेस ने शाम 4 बजे बुलाई जिलाध्यक्षों की बैठक, हरीश चौधरी करेंगे अध्यक्षता, सिद्धू ने दी जानकारी",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/punjab-assembly-elections-congress-newly-appointed-district-presidents-meeting-harish-choudhary-navjot-singh-sidhu-959651.html,"Punjab Assembly Elections: कांग्रेस ने शाम 4 बजे बुलाई जिलाध्यक्षों की बैठक, हरीश चौधरी करेंगे अध्यक्षता, सिद्धू ने दी जानकारी","नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) Punjab 2022 Vidhan Sabha Elections: पंजाब में 2022 विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं. चुनाव पर चर्चा के लिए कांग्रेस पार्टी बुधवार को सभी नवनियुक्त जिलाध्यक्षों की एक बैठक आयोजित कर रही है. जिसकी अध्यक्षता पंजाब कांग्रेस इंचार्ज हरीश चौधरी करेंगे. इस बात की जानकारी राज्य में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने दी है. अपने ट्वीट में सिद्धू ने लिखा है, ‘आगामी 2022 विधानसभा चुनाव पर चर्चा के लिए शाम 4 बजे कांग्रेस भवन चंडीगढ़ में सभी नवनियुक्त जिलाध्यक्षों की बैठक बुलाई गई है. बैठक की अध्यक्षता हरीश चौधरी करेंगे.’ इससे महज दो दिन पहले सोमवार को कांग्रेस ने पंजाब के लिए प्रदेश चुनाव समिति का गठन किया था. जिसका अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को बनाया गया है. जबकि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (CM Charanjit Singh Channi) को सदस्य के तौर पर दूसरे स्थान पर जगह दी गई. इस मामले में पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बयान जारी किया था. उन्होंने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रदेश चुनाव समिति का गठन किया है. 15 दिन में घोषणापत्र तैयार होग पंजाब चुनाव के लिए कांग्रेस का घोषणापत्र 15 दिन में तैयार हो जाएगा. पंजाब प्रदेश घोषणा पत्र कमेटी के चेयरमैन प्रताप सिंह बाजवा ने बताया कि इसके लिए वह अपना काम शुरू कर चुके हैं (Congress Manifesto Punjab). उन्होंने लुधियाना में उद्यमियों के साथ मुलाकात की. इससे पहले उन्होंने कांग्रेस भवन में ‘आवाज पंजाब दी’ वेबसाइट को लॉन्च किया. ये वेबसाइट पार्टी के सोशल मीडिया विंग ने तैयार की है. इसपर लोग घोषणापत्र से संबंधित अपने सुझाव दे सकते हैं. Meeting of all newly appointed District Presidents has been convened at Congress Bhawan Chandigarh at 4 PM sharp for discussion on forthcoming 2022 Vidhan Sabha elections! Harish Chaudhary Ji will chair the imp meeting!!! — Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) December 15, 2021 किन क्षेत्रों के लिए होंगे वादे प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि घोषणापत्र में कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला कल्याण जैसे क्षेत्रों पर जोर देते हुए केवल वही वादे होंगे, जो लागू किए जाएंगे. सोशल मीडिया विभाग के अध्यक्ष रोहन गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस दूसरी पार्टियों की तरह राजनीतिक लाभ के लिए मु्द्दों का राजनीतिकरण नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि पार्टी जमीनी स्तर पर लोगों की परेशानियों को सुनने और उनका समाधान करने में विश्वास करती है. उन्होंने कहा कि आवाज पंजाब दी अभियान के तहत एक टोल फ्री नंबर शुरू किया जा रहा है, जहां लोग मिस्ड कॉल दे सकते हैं. यह भी पढ़ें- देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 6,984 नए मामले सामने आए, कल से 20.7 प्रतिशत ज्यादा-जानें अन्य आंकड़ों का हाल यह भी पढ़ें- संसद से सड़क तक विपक्षी सांसदों के निलंबन पर विरोध, कांग्रेस ने अपने लोकसभा सांसदों की बुलाई बैठक, आगे की रणनीति पर होगी चर्चा!",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/congress-called-meeting-of-its-lok-sabha-mps-today-at-cpp-office-in-parliament-rahul-gandhi-and-sonia-gandhi-will-be-there-959577.html,"संसद से सड़क तक विपक्षी सांसदों के निलंबन पर विरोध, कांग्रेस ने अपने लोकसभा सांसदों की बुलाई बैठक, आगे की रणनीति पर होगी चर्चा!","आज होगी कांग्रेस की अहम बैठक (फाइल फोटो) संसद में 12 विपक्षी सांसदों के निलंबन का मुद्दा सुलझता नहीं दिख रहा. विपक्ष ने मांफी मांगने से साफ तौर पर इनकार कर दिया है और लगातार निलंबन रद्द करने की मांग कर रहा है. वहीं, राज्यसभा के सभापति ने माफी मांगने तक निलंबन को जारी रखने की बात कही है. निलंबन वापस लेने की विपक्ष की मांग और हंगामे के कारण संसद कार्यवाही को भी काफी नुकसान पहुंचा है. इस मुद्दे पर कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल संसद परिसर में पिछले 12 दिनों से विरोध जता रहे हैं. इस बीच कांग्रेस ने आज बैठक बुलाई है. कांग्रेस पार्टी ने आज सुबह 10.30 बजे अपने लोकसभा सांसदों की बैठक बुलाई है. यह बैठक संसद के सीपीपी ऑफिस में होगी. कयास हैं कि इस बैठक में पार्टी सांसदों के निलंबन को लेकर आगे की रणनीति तय कर सकती है. साथ ही इसमें लोकसभा में बचे हुए शीतकालीन सत्र के दौरान आगे बढ़ने की रणनीति पर चर्चा हो सकती है. कांग्रेस आज संसद के बाकी के बचे सत्र से बायकॉट करने का फैसला भी ले सकती है. मंगलवार को भी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कई अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद के मानसून सत्र के दौरान उच्च सदन में ‘‘अशोभनीय आचरण’’ को लेकर शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किए गए राज्यसभा के 12 सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग करते हुए मंगलवार को मार्च निकाला. विपक्षी नेताओं ने मार्च निकाला विपक्षी नेताओं ने संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा से विजय चौक तक मार्च निकाला. राहुल गांधी, निलंबित सांसद, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, शिवसेना नेता संजय राउत और कई अन्य नेता इस मार्च में शामिल हुए. राहुल गांधी ने कहा, ‘सांसदों के निलंबन को 14 दिन हो गए हैं. सदन में विपक्ष जो चर्चा करना चाहता है, सरकार वह चर्चा नहीं होने देती. विपक्षी सदस्य अपनी आवाज उठाते हैं तो सरकार उनको डराकर-धमकाकर निलंबित कर देती है. विपक्ष की आवाज कुचली जा रही है. यह लोकतंत्र की हत्या है. तीन चार ऐसे मुद्दे हैं जिनका सरकार नाम तक नहीं लेने नहीं देती. प्रधानमंत्री सदन में नहीं आते हैं. यह सही तरीका नहीं है.’ संजय राउत ने कहा कि यह सिर्फ 12 सांसदों का निलंबन नहीं, बल्कि यह किसानों के आंदोलन के लिए यह सांसदों का सबसे बड़ा बलिदान है. उन्होंने कहा, ‘लोकतंत्र और न्याय शब्दों को यह सरकार सुनना ही नहीं चाहती है…आज तक हमारे लोकतांत्रिक इतिहास में यह नहीं देखा गया…. इसके खिलाफ हम लड़ेंगे.’ सोनिया गांधी के साथ बैठक में शरीक हुए कई दिग्गज नेता कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार और विपक्षी दलों के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की, जिसमें संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में विपक्ष की साझा रणनीति को लेकर चर्चा की गई. सूत्रों के अनुसार, सोनिया गांधी के आवास 10, जनपथ पर हुई. इस बैठक में पवार के साथ ही नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, शिवसेना नेता संजय राउत और द्रमुक नेता टी आर बालू भी शामिल हुए. इस बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी मौजूद थे. कांग्रेस से जुड़े सूत्रों ने बताया कि आने वाले दिनों में ऐसी और बैठकें होंगी ताकि सभी विपक्षी दलों को एकजुट किया जा सके. पिछले 29 नवंबर को आरंभ हुए संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया था. निलंबन के बाद से ये सांसद संसद की कार्यवाही के दौरान प्रतिदिन सुबह से शाम तक संसद परिसर में धरना दे रहे हैं. ये भी पढ़ें: अब तक का सबसे तेजी से फैलने वाला वेरिएंट है Omicron, मरीजों के भर्ती होने की दर और मौत का आंकड़ा बढ़ने की आशंका- WHO",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/punjab-assembly-election-chief-election-commissioner-sushil-chandra-will-visit-punjab-today-959541.html,"Punjab assembly election 2022: आज पंजाब का दौरा करेंगे मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा, चुनावी तैयारियों का लेगा जायजा","मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) सुशील चंद्रा आज से चुनाव आयुक्तों और चुनाव आयोग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पंजाब के दो दिवसीय दौरे पर होंगे. आयोग अगले साल की शुरुआत में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेगा. आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव को देखते हुए निर्वाचन आयोग का एक दल प्रदेश का दौरा करेगा. चुनाव आयोग का यह दल चुनावी तैयारियों का जायजा लेने के लिए वहां पहुंचेगा.ऐसा माना जा रहा है कि चुनाव आयोग उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर, गोवा और पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए जनवरी में तारीखों की घोषणा कर सकता है. चुनाव आयोग का यह दल बुधवार और गुरुवार तक पंजाब में रहकर कई तरह की जानकारी हासिल करेगा. जिसके बाद आयोग का एक दल अगले हफ्ते गोवा का दौरा कर सकता है. गोवा के दौरे से लौटने के बाद निर्वाचन आयोग का यह दल उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और मणिपुर का दौरा कर सकता है. चुनाव आयोग का यह दल बुधवार और गुरुवार तक पंजाब में रहकर कई तरह की जानकारी हासिल करेगा.पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए गठित प्रदेश कांग्रेस प्रचार समिति की पहली बैठक भी आज चंडीगढ़ में आयोजित की जाएगी. प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुनील जाखड़ को पार्टी ने प्रचार समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया था. अगले हफ्ते गोवा का कर सकते हैं दौरा जिसके बाद आयोग का एक दल अगले हफ्ते गोवा का दौरा कर सकता है. गोवा के दौरे से लौटने के बाद निर्वाचन आयोग का यह दल उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और मणिपुर का दौरा कर सकता है.बता दें कि चुनाव आयोग का दल आमतौर पर चुनाव कार्यक्रम की घोषणा से पहले ऐसे राज्यों का दौरा करता है, जहां चुनाव होने वाले हों. इन्हीं दौरे के बाद आयोग की ओर से गठित यह टीम राज्यों में प्रस्तावित चुनाव को लेकर तारीख और चरण को लेकर सुझाव देते हैं. पंजाब दौरे के दौरान मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा और निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार और अनूप चंद्र पांडे जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए राज्य के अधिकारियों और अन्य पदाधिकारियों से मिलेंगे. बता दें कि पंजाब में सभी 117 सीटों पर विधानसभा चुनाव होने हैं. प्रदेश में होने वाले चुनाव को देखते हुए सभी दलों ने कमर कस ली है. सभी दलों की ओर से मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए अभी से ही तरह तरह के अभियान चलाए जा रहे हैं. किस राज्य में कितनी सीटें चुनाव आयोग यूपी का दौरा दिसंबर महीने के अंत में करेगा और उत्तर प्रदेश के तमाम अधिकारियों से मिलेगा और चुनाव तैयारियों की समीक्षा करेगा. उत्तर प्रदेश में कई चरणों में मतदान होता है और इस बार भी सात से अधिक चरणों में मतदान की संभावना है.यूपी में विधानसभा की 403 सीटें, पंजाब में 117 सीटें, गोवा में 40 सीटें, मणिपुर में 60 सीटें और उत्तराखंड में 70 विधानसभा की सीटें हैं. सभी सीटों पर 15 मार्च से पहले चुनाव खत्म हो जााएगा. ये भी पढ़ें-Jammu Kashmir Encounter: जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, एक आतंकी ढेर",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/punjab-was-at-number-1-earlier-today-it-is-far-behind-in-gdp-gajendra-singh-shekhawat-slam-congress-959480.html,"‘पंजाब पहले 1 नंबर पर था, आज GDP के मामले में बहुत पीछे,’ केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कांग्रेस पर कसा तंज","केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बीजेपी की स्टेट बैठक के दौरान पंजाब के GDP को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा, पंजाब, जो पहले नंबर 1 (1981 में) पर था, अब तक जीडीपी के मामले में 16 वें नंबर पर है और उस पर 4 लाख करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है. हम प्रदेश का स्वर्ण युग वापस लाएंगे. दरअसल लुधियाना में कल बीजेपी की स्टेट काउंसिल की बैठक हुई. बैठक में बीजेपी ने 2022 के लिए शंखनाद करने का फैसला किया था. वहीं बीजेपी के चुनाव प्रभारी व केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम समेट स्टेट की लीडरशिप के अलावा ब्लाक स्तर के नेता भी मौजूद रहे.वहीं इस बैठक से सभी पदाधिकारियों को 31 जनवरी तक का पूरा प्रोग्राम भी जारी किया गया है. उन्हें इस प्रोग्राम के तहत हर काम करना होगा, इसका रिकॉर्ड भी पार्टी को उपलब्ध कराना होगा. 15 से 31 दिसंबर तक बूथ स्तर पर बैठकों का आयोजन अनिवार्य कर दिया गया है. इन बैठक में ज्यादा से ज्यादा लोगों को शामिल होने के निर्देश दिए गए हैं, वहीं प्रत्येक बैठक में कितने लोग शामिल हुए, उनका पूरा विवरण, बैठक की फोटो भी पार्टी हाईकमान को भेजना होगा. Ludhiana | Punjab, which was number 1 (in 1981), till recently now stands at number 16 in regard to GDP and has a debt of over Rs 4 lakh crore. We will bring back the golden age of the state: Union Minister and election in-charge for the state, Gajendra Singh Shekhawat (14.12) pic.twitter.com/xc8QfvKsWv — ANI (@ANI) December 15, 2021 बूथ को मजबूत करने के लिए किया जाएगा काम 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस को हर विधानसभा क्षेत्र में समारोह आयोजन करने के लिए कहा गया है. 26 दिसंबर को इस माह का आखिरी रविवार होगा, उस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात करेंगे.1 से 15 जनवरी तक पंजाब में बीजेपी के 26 हजार बूथ को मजबूत करने के लिए युद्ध स्तर पर काम किया जाएगा. बूथ सम्मेलन का आयोजन कर लोगों को पार्टी की योजनाओं से अवगत करवाया जाएगा. 15 जनवरी से लेकर 30 जनवरी तक बीजेपी के सात मोर्चा जिलास्तर पर सम्मेलन करेंगे. श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400 साल पर विशेष फोकस किसान आंदोलन के चलते पार्टी को हुए नुकसान को कवर करने के लिए श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400 साला शहीदी पर्व पर हर भाजपाई को विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया है. इसमें विधानसभा स्तर पर कम से कम 20 समारोह आयोजित करने के लिए कहा गया है. इसमें श्री सुखमणि साहिब के पाठ का आयोजन करने के साथ रक्तदान कैंप का आयोजन करना, गुरुद्वारा साहिब में जाकर सेवा करना भी जरूरी किया गया है. ये भी पढ़ें-Jammu Kashmir Encounter: जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, एक आतंकी ढेर",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/india-news-jp-nadda-to-visit-ayodhya-today-first-time-after-sc-s-ram-janmabhoomi-verdict-959450.html,"बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा आज जाएंगे अयोध्या, राम जन्म भूमि पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पहली बार करेंगे दर्शन","बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा बुधवार को उत्तर प्रदेश के अयोध्या जाएंगे. 2019 में राम जन्मभूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद नड्डा पहली बार अयोध्या जा रहे हैं.राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के अयोध्या में प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर और राम जन्मभूमि में पूजा करने पहुंचेंगे. 11 मुख्यमंत्रियों और तीन उपमुख्यमंत्रियों के कार्यक्रम की सूचना जिला प्रशासन को मंगलवार को दी गई. जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जेपी नड्डा समेत सभी मुख्यमंत्री आज करीब 11 बजे अयोध्या पहुंच सकते हैं. जेपी नड्डा समेत सभी मुख्यमंत्री मंगलवार शाम को वाराणसी से लखनऊ पहुंचे. यहां रात भर रुकने के बाद अगले दिन यानि बुधवार को अयोध्या पहुंच जाएंगे. क्या है पूरा कार्यक्रम कार्यक्रम के मुताबिक ये सभी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री बुधवार दोपहर करीब 2 बजे प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन करेंगे. इसके बाद राम जन्मभूमि जाएंगे और वहां पहुंचकर पूजा-अर्चना करेंगे. एक अधिकारी ने बताया कि हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, असम, नागालैंड, मणिपुर, त्रिपुरा, गुजरात, हरियाणा और गोवा के मुख्यमंत्री, बिहार के दो उपमुख्यमंत्री और अरुणाचल प्रदेश के एक उपमुख्यमंत्री अयोध्या का दौरा करेंगे. सूत्रों की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक सिक्किम, मेघालय, मिजोरम, कर्नाटक और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री भी अयोध्या के दौरे पर आएंगे. इससे पहले वाराणसी में थे मौजूद बता दें कि इससे पहले बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री वाराणसी में मौजूद थे जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को काशी विश्वनाथ धाम कॉरीडोर का उद्घाटन किया था. इसके बाद पीएम मोदी ने मंगलवार को सभी मुख्यमंत्री के संग गुड गवर्नेंस को लेकर वाराणसी में एक बैठक आयोजित की थी. इस बैठक में बीजेपी शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने अपने प्रदेश में जारी विकास कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी थी. नवंबर 2019, सुप्रीम कोर्ट की पांच-न्यायाधीशों की पीठ ने सर्वसम्मति से राम लला के पक्ष में फैसला सुनाया और कहा कि 2.7 एकड़ में फैली पूरी विवादित भूमि सरकार द्वारा गठित एक ट्रस्ट को सौंप दी जाएगी, जो एक के निर्माण की निगरानी करेगी.5 अगस्त, 2020 को पीएम मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखी. 2022 की शुरुआत में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं. बता दें 2017 में हुए पिछले चुनाव में बीजेपी ने 403 में से 312 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी. समाजवादी पार्टी (सपा) को 47, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को 19 और कांग्रेस को केवल सात सीटें मिलीं. बाकी सीटों पर अन्य उम्मीदवारों ने कब्जा जमाया. ये भी पढ़ें-पंजाब में सरकार बनाना हमारा उद्देश्य है, महज कांग्रेस को हराना नहीं- बोले पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/punjab-our-aim-is-to-form-the-government-not-just-defeat-the-congress-said-former-cm-captain-amarinder-singh-959427.html,"पंजाब में सरकार बनाना हमारा उद्देश्य है, महज कांग्रेस को हराना नहीं- बोले पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह","पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह. (फाइल फोटो) पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस का मिशन राज्य में अगली सरकार बनाना है और महज सत्तारूढ़ कांग्रेस को हराना नहीं है. सिंह ने यहां पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि वह पूरे राज्य से मिल रही प्रतिक्रिया से अभिभूत हैं. उन्होंने दावा किया कि बहुत जल्द सभी तीन बड़े दलों -कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और शिरोमणि अकाली दल-के कई मौजूदा एवं पूर्व विधायक उनकी पार्टी में शामिल होंगे. पंजाब विधानसभा चुनाव अगले साल की शुरूआत में होना है. अपनी पार्टी का एजेंडा साझा करते हुए सिंह ने कहा कि वह यहां एक बार फिर महज मुख्यमंत्री बनने के लिए नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मिशन न सिर्फ पंजाब को बचाना है, बल्कि इसके अतीत के गौरव को भी बहाल करना है.’’ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के लोगों के खिलाफ उनकी व्यक्तिगत रंजिश नहीं है लेकिन उन्हें पाकिस्तान सरकार और इसके सैन्य प्रतिष्ठान से समस्याएं हैं ‘‘जो आतंकवाद को प्रायोजित कर रहा है और सीमाओं पर हमारे सैनिकों की जान ले रहा है. पिछले पांच साल में पंजाब के 83 सैनिक मारे गये. कल्पना कीजिए कि पूरे देश से यह संख्या कितनी होगी.’’ उन्होंने कहा कि इन परिस्थितियों में कोई सच्चा भारतीय दावा नहीं कर सकता कि इमरान खान और पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा मित्र हैं. उन्होंने पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘यदि आपके मित्र ऐसे लोग हैं जिनके बारे में आप गर्व से दावा करते हैं तो आप देश के शुभचिंतक नहीं हैं. ’’ पंजाब में अमरिंदर सिंह की पार्टी से बातचीत जारी: शेखावत इधर, केंद्रीय मंत्री और पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत ने मंगलवार को कहा कि उनके दल और अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी द्वारा राज्य में आगामी चुनाव के लिए हाथ मिलाए जाने की संभावना है. शेखावत ने कहा कि इस मामले में दोनों दलों के बीच बातचीत जारी है. दोनों दलों की सोच समान है और कई मुद्दों पर उनके विचार एक जैसे हैं. राज्य स्तर के कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करने के लिए यहां आए शेखावत ने आरोप लगाया कि पंजाब सभी क्षेत्रों में पिछड़ रहा है और विकास के मामले में देश में शीर्ष स्थान से 16वें स्थान पर खिसक गया है. (भाषा की रिपोर्ट) ये भी पढ़ें: CBI और ED के डायरेक्टर के कार्यकाल को बढ़ाने वाले बिल को संसद की मंजूरी, विधेयक पर चर्चा से पहले ही विपक्ष ने किया वॉकआउट ये भी पढ़ेंः Corona Vaccination: भारत में कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा 134.53 करोड़ के पार, मंगलवार को 62 लाख से ज्यादा लोगों ने लगवाई वैक्सीन",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/punjab-congress-launches-campaign-to-seek-inputs-from-people-for-assembly-polls-manifesto-959426.html,"Punjab: विधानसभा चुनाव के घोषणापत्र में लोगों के सुझाव शामिल करेगी कांग्रेस, ‘आवाज पंजाब दी’ अभियान किया शुरू","कांग्रेस (सांकेतिक रैली) कांग्रेस की पंजाब इकाई ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र तैयार करने के वास्ते राज्य के लोगों से सुझाव लेने का अभियान मंगलवार को शुरू किया. कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य और घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने यहां मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र का मसौदा 15 दिनों में पूरा हो जाएगा. पंजाब विधानसभा चुनाव अगले साल की शुरुआत में होने हैं. बाजवा ने कहा कि कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला जैसे क्षेत्रों पर जोर देते हुए घोषणापत्र में केवल वही वादे किए जाएंगे, जो लागू होंगे. ‘आवाज पंजाब दी’ अभियान के तहत पार्टी आगामी चुनाव के घोषणापत्र के लिए राज्य के लोगों से सुझाव लेगी. कांग्रेस के सोशल मीडिया विभाग के अध्यक्ष रोहन गुप्ता ने कहा, “कांग्रेस पार्टी अन्य दलों की तरह राजनीतिक लाभ के लिए मुद्दों का राजनीतिकरण करने के बजाय जमीनी स्तर पर लोगों की समस्याओं को सुनने और उन्हें हल करने में विश्वास करती है.” उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत एक विशेष टोल फ्री नंबर शुरू किया जा रहा है, जहां मिस्ड कॉल दी जा सकती है. गुप्ता ने कहा कि संबंधित व्यक्ति को यह जानने के लिए एक संदेश मिलेगा कि वह सुझाव कहां साझा कर सकता है. बाजवा ने चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की प्रशंसा की, जिसने कम समय में कई ‘जन-हितैषी’ निर्णय लिए. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कमेटी पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी दोनों के सुझावों को घोषणापत्र में शामिल करेगी. उन्होंने कहा, “हम कांग्रेस के मॉडल को शामिल करने जा रहे हैं. हम सीएम साहब और प्रधान साहब (पंजाब कांग्रेस प्रमुख) के सुझावों को शामिल करेंगे.” यह पूछे जाने पर कि क्या वह खुद राज्य का चुनाव लड़ेंगे, बाजवा ने ‘हां’ में जवाब दिया. जब यह पूछा गया कि वह किस सीट से चुनाव लड़ेंगे, तो उन्होंने कहा, “आपको पता चल जाएगा.” बूथ स्तर के अधिकारियों की सहायता के लिए ‘चोन मित्तरों’ की नियुक्ति का आदेश इधर, पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी एस करुणा राजू ने मंगलवार को सभी उपायुक्तों-सह-जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने जिलों में मतदाताओं की सुविधा के लिए ‘चोन मित्तर (चुनावी मित्र)’ नियुक्त करें. सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को लिखे पत्र में, राजू ने कहा कि बूथ स्तर के अधिकारी (बीएलओ) के सहायक के रूप में काम करने वाले प्रत्येक ‘चोन मित्तर’ कम से कम 50 घरों को कवर करेंगे. उन्होंने कहा कि एक ‘चोन मित्तर’ यह सुनिश्चित करेगा कि नामित परिवारों का प्रत्येक पात्र सदस्य मतदाता के रूप में पंजीकृत है और वह यह भी सुनिश्चित करेगा कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग करें. (भाषा की रिपोर्ट) ये भी पढ़ें: CBI और ED के डायरेक्टर के कार्यकाल को बढ़ाने वाले बिल को संसद की मंजूरी, विधेयक पर चर्चा से पहले ही विपक्ष ने किया वॉकआउट ये भी पढ़ेंः Corona Vaccination: भारत में कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा 134.53 करोड़ के पार, मंगलवार को 62 लाख से ज्यादा लोगों ने लगवाई वैक्सीन",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/nagaland-firing-case-konyak-tribe-bodies-ask-naga-people-not-to-cooperate-with-indian-army-security-forces-959341.html,"Nagaland firing: जनजाति निकायों ने जारी किया फरमान, कहा- न्याय मिलने तक सेना का नहीं करें सहयोग","नागालैंड में फायरिंग की घटना के बाद स्थानीय लोगों की सेना को लेकर गहरी नाराजगी (सांकेतिक) नागालैंड में कोन्याक जनजाति (Konyak Tribe) के शीर्ष संगठनों ने नए नियमों की एक फेहरिस्त जारी की है, जिसमें सेना के साथ “सख्त असहयोग” भी शामिल है, साथ ही यह भी कहा गया है कि जब तक 14 नागरिकों की हत्या मामले में न्याय नहीं मिल जाता, तब तक लोग इनका पालन करेंगे. सुरक्षा बलों ने इस महीने की शुरुआत में एक गलत सूचना पर फायरिंग कर दी जिसके बाद भड़की हिंसा से मामला पूरे उत्तर-पूर्वी राज्य में फैल गया. महीने की शुरुआत में यानी 4 और 5 दिसंबर को सेना के जवानों द्वारा की गई फायरिंग की तीन घटनाओं में मारे गए 14 लोगों में से 13 लोग नागालैंड की प्रमुख जनजातियों में से एक कोन्याक जनजाति के थे. न्याय मिलने तक जारी रहेगा सेना का बहिष्कार जनजाति की शीर्ष संस्था कोन्याक यूनियन ने कोन्याक न्युपुह शेको खोंग और कोन्याक छात्र संघ ने जारी एक संयुक्त बयान में, जनजाति के सदस्यों से कहा कि वे किसी भी सेना भर्ती रैली में भाग न लें और न ही सैन्य बलों की ओर से जारी पैकेज या सहायता स्वीकार न करें. कोन्याक यूनियन ने अपने बयान में आगे कहा, “भारतीय सैन्य बल के काफिले और कोन्याक की धरती पर गश्ती पर तब तक पूर्ण प्रतिबंध जारी रहेगा जब तक मारे गए 14 निर्दोष कोन्याक युवकों को न्याय नहीं मिल जाता.” ‘घायलों के इलाज की जिम्मेदारी ले सरकार’ कोन्याक निकायों ने सभी प्रथागत जमींदारों को अपने अधिकार क्षेत्र में सेना के बेस कैंप स्थापित करने के लिए पिछले भूमि समझौतों की तुरंत निंदा करने का निर्देश दिया है. कोन्याक निकायों ने नागरिकों से मोन जिले में खुले पिकनिक जैसे मौज-मस्ती में भाग लेने से परहेज करने का अनुरोध किया है. हालांकि, शादियों और चर्च के जैसे पूर्व-निर्धारित कार्यक्रमों की अनुमति दी गई है. उन्होंने यह भी मांग की कि राज्य सरकार 4 दिसंबर को हुई फायरिंग में बचे दो लोगों के इलाज और सुरक्षा की जिम्मेदारी ले. दोनों घायलों का असम के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है. न्याय मिलने तक हर गाड़ी पर लगेंगे काले झंडे सात दिन के शोक की अवधि समाप्त होने के बाद सोमवार को जारी बयान के अनुसार 16 दिसंबर को मोन जिले में जनसभा होगी. बयान में कहा गया है कि न्याय मिलने तक हर गाड़ी पर काले झंडे और सभी द्वारा पहने जाने वाले काले बैज भी लगाए जाएंगे. नागालैंड के मोन जिले में सुरक्षा बलों द्वारा लगातार तीन बार की गई गोलीबारी में कुल 14 नागरिक मारे गए, जिनमें से पहली फायरिंग को गलत पहचान का मामला होने का दावा किया गया था. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने फायरिंग की घटना के बाद लोकसभा को बताया था कि सेना को मोन जिले में विद्रोहियों की गतिविधियों की सूचना मिली थी और ’21 पैरा कमांडो’ यूनिट ने घात लगाकर हमला किया था. उन्होंने कहा कि एक गाड़ी को रुकने का इशारा किया गया लेकिन उसने तेजी से भागने की कोशिश की. गाड़ी में विद्रोहियों की मौजूदगी पर संदेह जताते हुए सुरक्षाकर्मियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिससे उसमें सवार 8 लोगों में से 6 की मौत हो गई. इस हिंसा के बाद सुरक्षा बलों और ग्रामीणों के बीच हुई खूनी झड़पों में सेना के एक जवान सहित 8 अन्य मारे गए. ये भी पढ़ें नागालैंड: गोलीबारी में 14 लोगों की मौत, पीड़ित परिवारों से मिलेगी TMC, सेना ने क्यों की फायरिंग? जानें मामले से जुड़ा हर अपडेट",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/winter-session-parliament-passed-bills-to-extend-five-years-cbi-ed-directors-tenure-959231.html,"CBI और ED के डायरेक्टर के कार्यकाल को बढ़ाने वाले बिल को संसद की मंजूरी, विधेयक पर चर्चा से पहले ही विपक्ष ने किया वॉकआउट","संसद. संसद ने मंगलवार को केंद्रीय सतर्कता आयोग (संशोधन) विधेयक और दिल्ली विशेष पुलिस स्थापन संशोधन विधेयक (Delhi Special Police Establishment Act 1946) को मंजूरी दे दी. इन विधेयकों में सार्वजनिक हित में प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) तथा केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (Central Bureau of Investigation) के निदेशकों के कार्यकाल को एक बार में एक वर्ष बढ़ाने और पांच वर्ष की अवधि तक उसे विस्तार दिए जाने का प्रावधान है. अभी तक इनके कार्यकाल की सीमा दो वर्ष थी. इन दोनों विधेयकों को नौ दिसंबर को चर्चा के बाद लोकसभा (Lok Sabha) से पारित किया गया था. उच्च सदन में कार्मिक, शिकायत एवं प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह (Jitendra Singh) ने ‘‘दिल्ली विशेष पुलिस स्थापन (संशोधन) विधेयक 2021’’ को चर्चा एवं पारित करने के लिए पेश किया. जब विधेयक पर चर्चा शुरु हुई तब 12 विपक्षी सदस्यों का निलंबन वापस लेने की मांग को लेकर विपक्षी सदस्य सदन से वॉकआउट कर गए. ED निदेशक के कार्यकाल को 5 साल तक किए जाने का प्रस्ताव इस विधेयक के ध्वनिमत से पारित होने के तत्काल बाद सिंह ने केंद्रीय सतर्कता आयोग संशोधन विधेयक (Central Vigilance Commission Amendment Bill) पेश किया. इसमें प्रवर्तन निदेशालय (ED) के निदेशक के कार्यकाल को वर्तमान दो वर्ष से बढ़ाकर पांच वर्ष तक किए जाने का प्रस्ताव है. इससे पहले संसदीय कार्य राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने ‘‘दिल्ली विशेष पुलिस स्थापन (संशोधन) विधेयक 2021’’ और ‘‘केंद्रीय सतर्कता आयोग (संशोधन) विधेयक 2021’’ पर एक साथ चर्चा कराए जाने का प्रस्ताव रखा. उन्होंने कहा ‘हम दोनों विधेयकों को साथ-साथ ले सकते हैं और इन पर एक साथ चर्चा की जा सकती है.’ कुछ सदस्यों ने इस पर विरोध जताया. इस पर उप सभापति हरिवंश ने दोनों विधेयकों पर अलग अलग चर्चा कराने का फैसला किया. संसद के शीतकालीन सत्र से कुछ दिन पहले, सरकार ने पिछले माह सीबीआई के निदेशक और प्रवर्तन निदेशालय के निदेशक का कार्यकाल बढ़ाने के लिए दो अध्यादेश जारी किए थे. ‘‘दिल्ली विशेष पुलिस स्थापन (संशोधन) विधेयक 2021’’ और ‘‘केंद्रीय सतर्कता आयोग (संशोधन) विधेयक 2021’’ इन दोनों अध्यादेशों के स्थान पर ही लाए गए हैं. सीबीआई निदेशक का कार्यकाल भी बढ़ा सीबीआई निदेशक का कार्यकाल बढ़ाने संबंधी विधेयक को पेश करते हुए सिंह ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सतत कार्य कर रही है. उन्होंने कहा, ‘देश को भ्रष्टाचार, काले धन और अंतरराष्ट्रीय अपराध के खतरों का सामना करना पड़ा है और इसका संबंध मादक पदार्थों की तस्करी, आतंकवाद और अपराध से है. ये सभी देश की सुरक्षा और वित्तीय ढांचे के लिए खतरा हैं.’ उन्होंने कहा ‘आज अपराध के तरीकों में बदलाव हो गया है तथा यह पहले की तुलना में अधिक आधुनिक एवं संरचनात्मक हो गए हैं जिससे जांच एजेंसियों के लिए इनकी जांच करना मुश्किल हो गया है. यह विधेयक जांच में और उनकी गति बनाए रखने में मददगार होगा. सिंह ने कहा, ‘यह संशोधन विधेयक इसलिए भी लाया गया है क्योंकि ‘फायनेन्शियल एक्शन टास्क फोर्स’ भी हमसे वित्तीय अपराधों की जांच तथा अंतरराष्ट्रीय अपराधों की जांच के लिए संसाधनों के उन्नयन की अपेक्षा रखता है. भारत ‘फायनेन्शियल एक्शन टास्क फोर्स’ का सदस्य है.’ भारत में सीबीआई निदेशक का कार्यकाल दो साल नियत है। सिंह ने कहा, ‘ऐसी धारणा फैलाई गई है कि संशोधन का उद्देश्य कार्यकाल बढ़ाना है. ऐसा नहीं है बल्कि पांच साल का कार्यकाल और फिर विराम लगाना है. वर्तमान कानून के तहत दो साल के ही कार्यकाल का प्रावधान है.’ उन्होंने कहा कि सरकार का सुझाव है कि कार्यकाल पांच साल से अधिक नहीं होना चाहिए और यह सुझाव इसे अधिक संस्थागत, लोकतांत्रिक और व्यवस्थित बनाने के लिए है.’ ये भी पढ़ें: मुश्किलों का समाधान कर प्रभावी तरीके से आगे बढ़ रहा ‘Quad’, बोले विदेश मंत्री जयशंकर",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/farmer-protest-rakesh-tikait-fateh-march-on-wednesday-singhu-and-ghazipur-border-traffic-updates-959346.html,"किसान नेता राकेश टिकैत फतेह मार्च करते हुए बुधवार को लौटेंगे घर, जानिए क्या सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर का ट्रैफिक पूरी तरह हो जाएगा ठीक?","भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत - फाइल फोटो तीन कृषि कानून की वापसी के लिए 380 दिनों तक दिल्ली के अलग अलग बॉर्डर पर धरना दे चुके सभी किसान नेता बुधवार तक घर लौट जाएंगे. खबर है कि सिंघु और टीकरी बॉर्डर तो लगभग खाली हो चुका है. गाजीपुर बॉर्डर से भी किसानों की घर वापसी ने रफ्तार पकड़ ली है. हालांकि किसानों की घर वापसी को फतेह मार्च का नाम दिया गया है. किसान नेता राकेश टिकैत बुधवार फतेह मार्च करते हुए अपने घर लौटेंगे और इस घर वापसी के लिए बाकायदा पोस्टर जारी किए गए हैं, जिसमें वापस जाने के लिए रूट और समय की जानकारी दी गई है. खबर है कि टिकैत कल सुबह 9 बजे गाजीपुर बॉर्डर से किसान भवन सिसौली यानी अपने गांव के लिए एक बड़े काफिले के साथ निकलेंगे. किसान नेता राकेश टिकैत की वापसी के इस अंदाज पर सवाल भी उठ रहे हैं. कई लोग इसे टिकैत की सियासी पारी की शुरुआत भी मान रहे हैं, लेकिन इन सवालों के जवाब आने वाले वक्त में ही मिलेंगे. फिलहाल ये जानना जरूरी है कि जिस बॉर्डर पर कल तक सैकड़ों किसान डटे थे वहां क्या हाल है, क्या कल से एक बार फिर वहां की सड़कों पर लोग पहले की तरह चलेंगे. दुकानें पहले की तरह खुलेंगी. ये जानने के लिए हमारे रिपोर्टर ने अलग अलग बॉर्डर का जायजा लिया. सबसे पहले आपको गाजीपुर बॉर्डर का हाल दिखाते हैं. 24 घंटे बाद नेशनल हाइवे को पूरी तरह खोल दिया जाएगा हमारे रिपोर्टर सिंघु बॉर्डर भी गए, जहां कल तक किसानों को रोकने के लिए बनाई गई मोटी दीवारें थी. बैरिकेड लगे थे. पिछले 3 दिनों से सिंघु बॉर्डर पर लगे बैरियर्स को हटाने का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. उम्मीद है कि अगले 24 घंटे बाद नेशनल हाइवे को पूरी तरह खोल दिया जाएगा, लेकिन सबसे बड़ी समस्या स्थानीय व्यापारियों को है. सिंघु बॉर्डर के आसपास के कई पेट्रोल पंप अभी भी बंद हैं. किसान संगठनों ने कल यानी 15 दिसंबर तक धरना स्थल पूरी तरह खाली कर देने का ऐलान किया था, लेकिन सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पर ट्रैफिक पूरी तरह शुरू होने में अभी वक्त लग सकता है. ट्रैफिक खोलने के लिए अभी बॉर्डर की सड़कों की मरम्मत करनी होगी. उन्हें चलने लायक बनाना होगा. ये भी पढ़ें- बूस्टर डोज के बाद भी नहीं थम रही दुनिया में ओमीक्रॉन वेरिएंट की रफ्तार, भारत में अब तक 43 लोग संक्रमित ये भी पढ़ें- पिछले 7 सालों में 8.5 लाख से ज्यादा भारतीयों ने छोड़ी नागरिकता, लोकसभा में केंद्र ने दी जानकारी",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/senior-opposition-leaders-meets-sonia-gandhis-residence-to-discuss-a-joint-strategy-in-parliament-959209.html,"शरद पवार और फारूक अब्दुल्ला समेत विपक्षी नेताओं ने सोनिया गांधी से की मुलाकात, संसद में सरकार को घेरने की बनाई रणनीति","कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी. (File Photo) संसद के मौजूदा सत्र के दौरान संयुक्त रणनीति पर चर्चा करने के लिए वरिष्ठ विपक्षी नेताओं ने मंगलवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर उनसे मुलाकात की है. मुलाकात करने वालों में एनसीपी नेता सुप्रीमो शरद पवार, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया फारूक अब्दुल्ला, शिवसेना नेता संजय राउत और द्रमुक नेता टीआर बालू शामिल थे. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे भी बैठक में मौजूद रहे. बैठक के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि इसी तरह की बैठक बुधवार को भी होगी. उन्होंने कहा, ‘हमारा मुख्य एजेंडा राज्यवार तरीके से विपक्षी एकता था. यह पहली मुलाकात थी. हम कल फिर मिलेंगे. शरद पवार भी होंगे.’ राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन और सरकार द्वारा इस मामले पर खेद व्यक्त करने के लिए कहने को लेकर संसद में गतिरोध के बारे में राउत ने कहा, ‘कोई माफी नहीं, कोई पछतावा नहीं, हम लड़ेंगे.’ फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि बैठक देश के बारे में थी. उन्होंने कहा, ‘हमने इस बारे में बात की कि हम कैसे एक साथ काम कर सकते हैं और आगे बढ़ सकते हैं और हम देश को इस कठिनाई से कैसे निकाल सकते हैं. हमारे बीच एक अच्छा समझौता हुआ है.’ समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि कांग्रेस प्रमुख ने शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे और डीएमके के एमके स्टालिन को आमंत्रित किया था. दोनों ने अपने-अपने नेताओं, राउत और बालू को क्रमशः भेजा है. विपक्षी नेताओं ने 12 सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग करते हुए मार्च निकाला इससे पहले दिन में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कई अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद के मानसून सत्र के दौरान उच्च सदन में ‘‘अशोभनीय आचरण’’ को लेकर शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किए गए राज्यसभा के 12 सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग करते हुए मंगलवार को मार्च निकाला तथा सरकार पर विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाया. विपक्षी नेताओं ने संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा से विजय चौक तक मार्च निकाला. राहुल गांधी, निलंबित सांसद, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, शिवसेना नेता संजय राउत और कई अन्य नेता इस मार्च में शामिल हुए. सरकार चर्चा नहीं होने देती: राहुल गांधी इस मार्च के बाद राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा, ‘सांसदों के निलंबन को 14 दिन हो गए हैं. सदन में विपक्ष जो चर्चा करना चाहता है, सरकार वह चर्चा नहीं होने देती. विपक्षी सदस्य अपनी आवाज उठाते हैं तो सरकार उनको डराकर-धमकाकर निलंबित कर देती है. विपक्ष की आवाज कुचली जा रही है. यह लोकतंत्र की हत्या है.’ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘तीन चार ऐसे मुद्दे हैं जिनका सरकार नाम तक नहीं लेने नहीं देती. प्रधानमंत्री सदन में नहीं आते हैं. यह सही तरीका नहीं है.’ संजय राउत ने कहा कि यह सिर्फ 12 सांसदों का निलंबन नहीं, बल्कि यह किसानों के आंदोलन के लिए यह सांसदों का सबसे बड़ा बलिदान है. ये भी पढ़ें- बूस्टर डोज के बाद भी नहीं थम रही दुनिया में ओमीक्रॉन वेरिएंट की रफ्तार, भारत में अब तक 43 लोग संक्रमित ये भी पढ़ें- पिछले 7 सालों में 8.5 लाख से ज्यादा भारतीयों ने छोड़ी नागरिकता, लोकसभा में केंद्र ने दी जानकारी",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/lucknow-news/news-yogi-compares-samajwadi-party-with-characters-from-mahabharata-news-hindi-1-499808-KKN.html,योगी ने समाजवादी पार्टी की तुलना महाभारत के पात्रों से की,"लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को समाजवादी पार्टी पर एक खास जाति के प्रति पक्षपाती होने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब जाति और धन के नाम पर भर्ती प्रक्रिया से समझौता किया जाता है, तो राज्य को इसके और भी बुरे परिणाम भुगतने पड़ते हैं। उन्होंने समाजवादी पार्टी की तुलना महाभारत के पात्रों से करते हुए कहा कि जिस प्रकार 'काका-मामा-नाना' ने महाभारत के दौरान भारत की प्रगति को पूरी तरह से रोक दिया, उसी तरह यह परिवार (समाजवादी पार्टी) राज्य की प्रगति में बाधक बना रहा। भर्तियों में भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद को अतीत की बात बताते हुए उन्होंने कहा, ""अखिलेश यादव के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के कार्यकाल के दौरान, योग्यता को देखे बिना जाति और धन के आधार पर भर्ती की जाती थी। जातिवाद-नियुक्तियों में भाई-भतीजावाद देखा जाता था। जब सपा शासन में डिप्टी कलेक्टर का परिणाम घोषित हुआ, तो 86 में से 56 लोगों के नाम एक ही जाति विशेष के थे।"" मुख्यमंत्री यहां 'सुझाव आपका, संकल्प हमारा' कार्यक्रम के तहत 'आकांक्षा पेटी' का शुभारंभ करने के लिए यहां एक समारोह में बोल रहे थे। साल 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा राज्य के गांव और शहरी इलाकों में 30 हजार जगहों पर 'आकांक्षा पेटी' रखेगी। योगी आदित्यनाथ ने तत्कालीन समाजवादी सरकार पर हमले को तेज करते हुए कहा, ""2012 से 2017 के बीच यूपी में सरकारी पदों पर नियुक्तियों को एक परिवार के सदस्यों के बीच वितरित किया गया था। एक नियुक्ति प्रक्रिया एक चाचा द्वारा देखी गई थी और दूसरी भतीजा, मामा या नाना द्वारा आवंटित की गई थी।"" उन्होंने कहा, ""2017 से पहले लोग उत्तर प्रदेश पर उंगलियां उठाते थे, लेकिन आज भाजपा के शासन में उत्तर प्रदेश में पूरी तरह से बदलाव आया है और देश और दुनियाभर में इसकी धारणा बदल गई है।"" उन्होंने कहा कि पिछली सरकार का कभी भी विकास का एजेंडा नहीं रहा, 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में दो एक्सप्रेस-वे थे। किसी भी शहर में मेट्रो नहीं थी। आज राज्य ने कई हाईवे और एक्सप्रेस-वे बनाए हैं। (आईएएनएस)",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/news/india-news/news-bjp-mp-in-rajya-sabha-said-protesting-opposition-mps-like-omicron-news-hindi-1-499807-KKN.html,"राज्यसभा में भाजपा सांसद बोले, प्रदर्शन कर रहे विपक्षी सांसद 'ओमिक्रॉन' जैसे","नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद शिव प्रताप शुक्ला ने अल्पावधि चर्चा के दौरान कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की स्थिति पर बोलते हुए विपक्ष की तुलना ओमिक्रॉन से कर डाली। पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री, शुक्ला ने विपक्षी सांसदों पर तंज कसते हुए कहा, ""हम सभी ओमिक्रॉन पर चर्चा कर रहे हैं, लेकिन यह तो वेल में खड़ा है।"" उन्होंने कहा, ""जो लोग संसद को चलने नहीं दे रहे हैं, वे ओमिक्रॉन की तरह हैं, इन ओमिक्रॉन से संसद में लोकतंत्र को खतरा है।"" राजद के मनोज कुमार झा ने इसका विरोध किया, लेकिन शुक्ला नहीं रुके और उन्होंने अपना भाषण जारी रखा और टीकों पर लोगों को गुमराह करने के लिए विपक्ष पर हमला किया। बाद में संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि विपक्ष ने चर्चा की मांग की, लेकिन वे फिर भाग गए। सदन के फिर से शुरू होने के बाद सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि निलंबित सांसदों को माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा, ""सरकार उनके अनुरोध पर विचार करने के लिए तैयार है, लेकिन उन्हें माफी मांगनी चाहिए।"" विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ""हम आपसे अनुरोध कर रहे हैं कि जो अपराध हमने नहीं किया है, वह हम पर थोपा जा रहा है।"" खड़गे ने आरोप लगाया कि घटना को लेकर सदन को गुमराह किया जा रहा है। कोविड पर संक्षिप्त चर्चा के दौरान विपक्ष ने मांग करते हुए कहा कि निलंबित सांसदों का निलंबन निरस्त करने के साथ उन्हें सदन में लाया जाए। निलंबन के मुद्दे पर राज्यसभा में बुधवार को हंगामे का माहौल रहा। विपक्षी सांसद तख्तियां लेकर सदन के वेल में चले गए और प्रश्नकाल और छोटी अवधि की चर्चा के दौरान नारेबाजी की। इससे पहले, जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी सदस्यों ने मांग करते हुए कहा कि उनके नोटिस को स्वीकार किया जाए और साथ ही सांसदों के निलंबन को रद्द किया जाए, लेकिन सभापति ने इसे खारिज कर दिया। (आईएएनएस)",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-demanding-discussion-and-then-running-away-from-discussion-is-the-habit-of-opposition-parties---union-minister-pralhad-joshi-news-hindi-1-499806-KKN.html,"चर्चा की मांग करना और फिर चर्चा से भागना, विरोधी दलों की आदत - केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी","नई दिल्ली। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा है कि पहले चर्चा की मांग करना और फिर चर्चा से भागना कांग्रेस एवं अन्य विरोधी दलों की आदत बन गई है। संसद के शीतकालीन सत्र को समय से पहले स्थगित करने की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि विरोधी दल इस तरह की अफवाहें फैला रहे हैं और फिलहाल संसद के शीतकालीन सत्र को समय से पहले स्थगित करने का कोई इरादा नहीं है। आपको बता दें कि तय कार्यक्रम के अनुसार संसद के वर्तमान सत्र को 23 दिसंबर तक चलना है। (18:52) विरोधी दलों के हंगामे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि विरोधी दलों की मांग पर ही सरकार आज लोक सभा में महंगाई और राज्य सभा में ओमिक्रॉन पर चर्चा करवाने के लिए तैयार हो गई थी, लेकिन चर्चा में भाग लेने का वादा करने के बावजूद विपक्ष ने हंगामा किया और चर्चा से भाग गए। गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे और एसआईटी की रिपोर्ट पर चर्चा करवाने की विरोधी दलों की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि मामला न्यायालय के पास विचाराधीन है और इस पर सदन में चर्चा करवा कर क्या विरोधी दल मामले की जांच पर प्रभाव डालना चाहते हैं ? --आईएएनएस",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/lucknow-news/news-ajay-mishra-teni-misbehaves-with-media-news-hindi-1-499780-KKN.html,अजय मिश्रा टेनी ने पत्रकारों के साथ किया 'दुर्व्यवहार',"लखीमपुर खीरी। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने बुधवार को एक समारोह में अपना आपा खो दिया और इस दौरान मीडियाकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया। मंत्री एक चाइल्ड केयर सेंटर में ऑक्सीजन प्लांट के उद्घाटन के लिए आए थे, जब एक पत्रकार ने उनसे लखीमपुर खीरी मामले में एसआईटी द्वारा आरोप जोड़ने के बारे में पूछा, तो वह पत्रकारों को ही अपशब्द बोलने लगे। मंत्री ने तुरंत अपना आपा खो दिया और पत्रकार से कहा, ""दिमाग खराब है?"" उन्होंने घटना को रिकॉर्ड करने वाले एक अन्य पत्रकार का मोबाइल फोन बंद करने के लिए भी कहा। मंत्री ने अपशब्दों का इस्तेमाल किया और वहां मौजूद मीडियाकर्मियों को धमकाया। उन्होंने पत्रकारों को 'चोर' भी कहा। --आईएएनएस",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-telephone-talk-between-congress-president-sonia-gandhi-and-uddhav-thackeray-news-hindi-1-499778-KKN.html,कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उद्धव ठाकरे के बीच टेलीफोन पर बात हुई,"नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से करीब 15 मिनट से ज्यादा फोन पर बातचीत की। सूत्रों के अनुसार इस दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भी बुधवार को उद्धव ठाकरे से बातचीत हुई। कांग्रेस अध्यक्ष ने उद्धव ठाकरे से उनकी सेहत का हालचाल जाना। राजधानी दिल्ली में शिवसेना सांसद संजय राउत ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात की। इसके बाद संजय राउत ने यह भी कहा कि गोवा और उत्तराखंड में पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन पर विचार कर रही है। वहीं यूपी में शामिल होने को लेकर संजय राउत ने कहा कि इसका फैसला पार्टी प्रमुख ठाकरे करेंगे। फिलहाल सोनिया गांधी से ठाकरे की बातचीत के बाद ये उम्मीद लगाई जा रही है कि यूपीए में शामिल होने को लेकर शिवसेना के नेता ने उनसे बातचीत की है। इससे पहले मंगलवार को अन्य विपक्षी दल के नेताओं के साथ शिवसेना सांसद संजय राउत ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ पर पहुंचकर उनसे मुलाकात की थी। जिसके बाद उन्होंने विपक्षी दलों के एकजुट होने की बात कही थी। हालांकि सोनिया गांधी और ठाकरे के बीच बातचीत को लेकर कांग्रेस और शिवसेना दोनों ही पार्टियों की ओर से अब तक इस पर आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है। इससे पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पिछले सप्ताह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के जन्मदिन पर शुभकामनाएं भी दी थीं। ठाकरे ने ट्वीट कर कहा था, सोनिया गांधी को जन्मदिन की बधाई। आपके अच्छे स्वास्थ्य और दीघार्यु होने की कामना करता हूं। --आईएएनएस",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/lucknow-news/news-lakhimpur-kheri-owaisi-said---i-am-sure-that-pm-will-not-sack-ajay-mishra-told-this-big-reason-news-hindi-1-499763-KKN.html,"लखीमपुर खीरी मामला : ओवैसी बोले- मुझे यकीन है कि पीएम अजय मिश्रा को बर्ख़ास्त नहीं करेंगे, बताई ये बड़ी वजह",लखनऊ। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने लखीमपुर खीरी घटना को लेकर एक बार फिर से मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि हम ये कह रहे थे कि लखीमपुर खीरी की घटना प्लान की गई थी। अब जब SIT ने अपनी रिपॉर्ट दी है तो संवैधानिक नैतिकता के आधार पर PM उन्हें (अजय मिश्रा को) मंत्रीपद से हटाए। मुझे यकीन है कि PM उसे बर्ख़ास्त नहीं करेंगे क्योंकि उन्हें चुनाव में वोट लेना है।,1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-union-minister-piyush-goyal-said-on-the-allegation-of-rahul-gandhi-the-matters-pending-in-the-court-are-not-discussed-in-the-house-news-hindi-1-499759-KKN.html,"राहुल गांधी के आरोप पर बोले केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, न्यायालय में विचाराधीन मामलों पर सदन में चर्चा नहीं होती","नई दिल्ली। लखीमपुर खीरी हिंसा पर एसआईटी रिपोर्ट के मामले में लोक सभा में नहीं बोलने देने के राहुल गांधी के आरोप पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री और राज्य सभा में नेता सदन पीयूष गोयल ने कहा कि लखीमपुर खीरी मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर, और सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो रही है। राहुल गांधी के स्थगन प्रस्ताव के नोटिस और सदन में नहीं बोलने देने के आरोप पर जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि यह मामला न्यायालय के विचाराधीन है और न्यायालय के अंतर्गत विचाराधीन मामले पर सदन में चर्चा नहीं होती है। उन्होंने राज्य सभा की कार्यवाही को सुचारू रूप से नहीं चलने देने का आरोप विपक्षी दलों पर लगाते हुए कहा कि सदन की गरिमा एवं सुरक्षाकर्मियों की इज्जत और गरिमा को बचाने के लिए निलंबित 12 सांसदों को अपने व्यवहार के लिए प्रायश्चित जता कर माफी मांगनी चाहिए और उसके बाद सदन में आकर कार्यवाही में हिस्सा लेना चाहिए। विपक्ष को मुद्दाविहीन बताते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि आज लोक सभा में महंगाई और राज्य सभा में ओमिक्रोन के महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा होनी थी लेकिन विरोधी दलों के पास कोई मुद्दा नहीं है। उनके पास सरकार की आलोचना करने के लिए और जनता की समस्या उठाने के लिए कोई विषय ही नहीं है, कोई इच्छा नहीं है। --आईएएनएस",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/allahabad-news/news-chief-ministers-of-bjp-ruled-states-will-reach-ayodhya-will-visit-ramlala-news-hindi-1-499755-KKN.html,अयोध्या में 'आरती' और 'पूजा' में शामिल हुए नड्डा के साथ भाजपा शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्री,"अयोध्या। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बुधवार दोपहर अयोध्या पहुंचने पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब, बिहार की डिप्टी सीएम रेणु देवी, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू और मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह सरयू के तट पर गए जहां उन्होंने 'आरती' में भाग लिया। इस मौके पर यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य और दिनेश शर्मा भी मौजूद थे। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने गृह राज्य वापस लौट गए। यह पहली बार ऐसा मौका है जहां अयोध्या में एक साथ इतने प्रदेशों के मुख्यमंत्री मौजूद हैं।कार्यक्रम के दौरान पूरा समूह हनुमान गढ़ी देखने के लिए गया जहां उन्होंने भगवान हनुमान की पूजा आरती भी की। वे बाद में राम जन्मभूमि मंदिर गए और मंदिर के निर्माण स्थल को भी देखा। सभी मुख्यमंत्रियों ने अयोध्या में योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यो की सराहना भी की।एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा ""एक बार फिर से राम लला के दर्शन करना सौभाग्य की बात है। राम मंदिर का निर्माण शुरू होने के बाद पहली बार हमें यहां आने का मौका मिला है। हम भगवान से सभी के स्वस्थ रहने की प्रार्थना करेंगे। पीएम के नेतृत्व में एक समृद्ध भारत का निर्माण हो रहा है।""असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा ""हमने राम लला के दर्शन किए हैं। मैं भाग्यशाली महसूस कर रहा हूं।"" --आईएएनएस",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/news/india-news/news-not-being-allowed-to-speak-on-lakhimpur-kheri-incident-rahul-news-hindi-1-499744-KKN.html,लखीमपुर खीरी कांड पर बोलने नहीं दिया जा रहा : राहुल,"नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को आरोप लगाया कि एसआईटी द्वारा किए गए नए खुलासे के आलोक में लखीमपुर खीरी कांड के मुद्दे पर उन्हें लोकसभा में बोलने नहीं दिया जा रहा है। दोपहर दो बजे तक लोकसभा के स्थगित होने के बाद राहुल ने कहा, ""वे हमें बोलने नहीं दे रहे हैं इसलिए सदन को बाधित किया जा रहा है।"" उन्होंने कहा, ""रिपोर्ट आ गई है और उनके मंत्री शामिल हैं, इसलिए इस पर चर्चा होनी चाहिए।"" कांग्रेस सांसदों ने बुधवार को लोकसभा में लखीमपुर खीरी की घटना पर चर्चा के लिए कई स्थगन नोटिस दिए और एसआईटी की रिपोर्ट के बाद हिंसा को 'पूर्व नियोजित' करार देते हुए राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को हटाने की मांग की। राहुल गांधी ने पार्टी के मुख्य सचेतक के सुरेश और मनिकम टैगोर के साथ मिलकर टेनी को हटाने के लिए दबाव डाला, जिनके बेटे ने कथित तौर पर उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को विवादास्पद कृषि कानूनों का विरोध करते हुए चार किसानों को कुचल दिया था। मंगलवार को, लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) के समक्ष एक आवेदन दायर कर 13 आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास के आरोपों के तहत उनके अपराध को दंडनीय बनाने के लिए नई धाराओं को शामिल करने का अनुरोध किया। (आईएएनएस)",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/karnataka/bengaluru-news/news-karnataka-legislative-council-election-result-bjp-lost-majority-congress-also-won-11-seats-news-hindi-1-499742-KKN.html,"कर्नाटक विधान परिषद चुनाव परिणाम : बहुमत से चूकी भाजपा, कांग्रेस ने भी जीती 11 सीटें","बेंगलुरु। सत्तारूढ़ भाजपा कर्नाटक राज्य विधानमंडल के उच्च सदन के रूप में माने जाने वाले विधान परिषद के चुनावों में एक साधारण बहुमत हासिल करने में विफल रही है। पार्टी 11 सीटों पर जीत दर्ज करने में सफल रही और कांग्रेस को भी इतनी ही संख्या में सीटों पर जीत हासिल हुई है। चुनाव में सबसे बुरी तरह हारने वाली क्षेत्रीय पार्टी जद (एस) केवल दो सीटें जीतने में सफल रही। भाजपा के पूर्व मंत्री रमेश जरकीहोली के भाई लखन जरकीहोली ने भाजपा नेता महंतेश कवाटागीमठ के खिलाफ चुनाव लड़ा और उन्हें तीसरे स्थान पर धकेल कर जीत दर्ज करने में सफल रहे। 37 सीटों के साथ, भाजपा बहुमत हासिल करने में 75 सदस्यीय परिषद में एक सीट से कम हो गई है। हालांकि, परिषद में विधेयकों और नए विधानों को पारित करने के लिए सत्तारूढ़ दल विपक्षी दलों की दया पर नहीं रहेगा। अंतिम परिणाम मंगलवार मध्यरात्रि तक घोषित किए गए। वर्तमान में, 75 सदस्यीय परिषद में 37 सत्तारूढ़ भाजपा, 26 कांग्रेस, 11 जद (एस) और एक निर्दलीय उम्मीदवार हैं। नवनिर्वाचित सदस्य वर्तमान सदस्यों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद 5 जनवरी के बाद कार्यभार संभालेंगे। 1,753 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित करने वाले सबसे अमीर कांग्रेस उम्मीदवार यूसुफ शरीफ उर्फ स्क्रैप बाबू, को बेंगलुरु अर्बन से भाजपा उम्मीदवार एच.एस. गोपीनाथ ने हरा दिया। भाजपा की ताकत 26 से 37 हो गई है और कांग्रेस की सीटें 29 से 26 हो गई हैं। जद (एस) 13 से घटकर 11 हो गई है। 11 परिषद सदस्यों का कार्यकाल अगले साल जून तक समाप्त हो जाएगा और समीकरण बनने जा रहे हैं परिषद में फिर से बदलाव देखने को मिल सकता है। बेलागवी में सत्तारूढ़ भाजपा की हार पार्टी नेताओं के साथ अच्छी नहीं रही क्योंकि वह एक झटके से बहुमत हासिल करने से चूक गई। बेलगावी को बीजेपी का गढ़ माना जाता है। जिले से 13 विधायक, 2 सांसद और एक राज्यसभा सदस्य होने के बावजूद इस हार से पार्टी को भारी शमिर्ंदगी उठानी पड़ी है। विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने राज्य भाजपा को चुनौती दी है कि वह पूर्व मंत्री रमेश जरकीहोली के खिलाफ बेलगावी में भाजपा उम्मीदवार की हार की पृष्ठभूमि में कार्रवाई शुरू करे। चुनाव 10 दिसंबर को हुए थे। --आईएएनएस",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/lucknow-news/news-bjp-leader-asking-people-to-vote-for-bjp-in-return-for-free-ration-news-hindi-1-499730-KKN.html,यूपी बीजेपी नेता ने लोगों से मुफ्त अनाज के बदले वोट देने को कहा,"आगरा। पूर्व मंत्री और भाजपा नेता राजा अरिदमन सिंह आगरा में राशन कार्ड लाभार्थियों से मुफ्त अनाज के बदले लोगों से 'योगी जी' को वोट देनेका अनुरोध करते नजर आए। उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो उस समय शूट किया गया था, जब भाजपा नेता यूपी सरकार के राज्यव्यापी मुफ्त राशन वितरण अभियान के शुभारंभ पर राशन कार्ड धारकों से बात कर रहे थे। वीडियो में सिंह कथित तौर पर कहते दिख रहे हैं कि अगर गरीबों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है, तो उनका वोट भी सरकार को जाना चाहिए। यह योजना किसी विशेष जाति के लिए नहीं है। उन्हें महिलाओं से यह कहते हुए भी सुना जाता है कि वे अपने परिजनों को भाजपा को वोट देने के लिए कहें। अरिदमन सिंह की पत्नी पक्षालिका सिंह भाजपा की मौजूदा विधायक हैं। संपर्क करने पर सिंह ने अपने बयान का बचाव करते हुए कहा कि अगर सरकार गरीबों को मुफ्त राशन दे रही है, तो उन्हें अपना वोट सरकार को देना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्होंने लोगों को योजना के बारे में जागरूक करने के लिए नमक और दाल के पैकेट पर छपे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरें भी दिखाईं। कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि वीडियो इस बात का सबूत है कि सत्ताधारी भाजपा किस तरह से वोट खरीदने के लिए सरकारी पैसे का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि वो वोट पाने के लिए मुफ्त में मतदाताओं को लुभा रहा है। चुनाव आयोग को इस मामले को देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा सरकार को वास्तव में लोगों के कल्याण की चिंता है तो उसे युवाओं को रोजगार देना चाहिए, महंगाई पर नियंत्रण करना चाहिए और पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने चाहिए। देश में कोविड की दूसरी लहर आने के बाद पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत अप्रैल से नवंबर 2021 तक गरीबों को मुफ्त राशन वितरित किया गया। इस योजना को अब अगले साल मार्च तक बढ़ा दिया गया है। इस योजना के तहत यूपी में 15 करोड़ से अधिक राशन कार्ड धारकों को लाभ मिलेगा। --आईएएनएस",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/picture-news/sushma-says-fullfill-people-expentations-1-21778.html,सुषमा ने महिला आरक्षण पर कांग्रेस से मांगा समर्थन,"नई दिल्ली। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा में भाग लेते हुए बुधवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि यह अभिभाषण समस्याओं के हल की कोशिश है। हम लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे। हमारी सरकार का जोर कार्यप्रणाली को पारदर्शी बनाने पर है। सुषमा ने कहा कि यह (भाजपा की) जितनी विराट जीत है, उतनी ही बडी जिम्मेदारी है। हम जनता के फैसले को सलाम करते हैं। हमारी सरकार की प्राथमिकताओं में आम जनता को महत्व दिया दिया गया है। इसमें किसानों की हालत सुधारने पर काम होगा। �सुषमा ने चर्चा के दौरान कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने ने लोकसभा चुनाव में संप्रग की हार के दस कारण गिनाते हुए कहा कि लोगों में संप्रग सरकार के प्रति गुस्सा था, जिसके चलते यह नतीजा आया। महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार के मामले में संप्रग सरकार पूरी तरह नाकाम रही। उन्होंने कहा कि हमने संप्रग कार्यकाल पर कभी आरोप नहीं लगाया। अगर अतीत अच्छा होता तो लोग उसे बदलते नहीं हैं। सुषमा ने उम्मीद जताई कि महिला आरक्षण बिल को कांग्रेस समर्थन देगी।",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/picture-news/us-court-dismisses-1984-case-against-sonia-gandhi-1-72568.html,सोनिया गांधी पर दंगे का केस खारिज,"न्यूयॉर्क। सिख विरोधी दंगा मामले में सिख समूह द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ दायर किए गए मुकदमे को अमेरिकी अदालत ने यह कहते हुए खारिज कर दिया है कि इस मामले में गांधी को निजी तौर पर जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। बहरहाल, अदालत ने इस समूह को भविष्य में गांधी के खिलाफ कोई मुकदमा लाने से प्रतिबंधित नहीं किया है। 13 पृष्ठों के आदेश में अमेरिकी जिला न्यायाधीश ब्रियान कोगन ने गांधी के निवेदन (मोशन) को स्वीकार करते हुए सिख्स फॉर जस्टिस नामक समूह की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत को खारिज कर दिया। इसकी वजह अदालत ने इस मामले के विषयवस्तु आधारित न्यायक्षेत्र में नहीं होने और दावा करने में विफलता बताई। उन्होंने गांधी के उस अनुरोध को खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि अदालत को मुकदमा-विरोधी हुक्म जारी करना चाहिए ताकि एसएफजे भविष्य में और मुकदमे न ला सके। अदालत ने कहा कि वह गांधी को न्यायेतर हत्याओं या उत्पीडन के आरोपों के आधार पर निजी तौर पर जिम्मेदार नहीं ठहरा सकती क्योंकि वे कांग्रेस की अध्यक्ष 1984 में दंगे होने के एक दशक से भी ज्यादा समय के बाद यानी 1998 में बनीं। कोगन ने कहा कि सिख विरोधी दंगे एसएफजे और पक्षकारों द्वारा मुकदमा दायर किए जाने के लगभग 30 साल पहले हुए थे और सीमाओं की संवैधानिकता पक्षकारों के लिए एक स्वाभाविक बाधा है। आदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए सोनिया गांधी के वकील रवि बत्रा ने बताया कि सही न्याय हुआ है क्योंकि एसएफजे के बुरे इरादों के साथ प्रचार के लिए बेबुनियाद मामले को खारिज कर दिया गया है।",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/picture-news/akhilesh-government-okays-first-phase-of-lucknow-metro-rail-1-57267.html,मेट्रो के पहले-दूसरे चरण को अखिलेश सरकार की हरी झंडी,"लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को कैबिनेट की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसलों पर मुहर लगाई। उन्होंने लखनऊ मेट्रो के प्रथम चरण और द्वितीय चरण को हरी झंडी दे दी है। एनेक्सी में हुई इस बैठक में मुख्यमंत्री ने बहुप्रतीक्षित लखनऊ मेट्रो परियोजना को एक कदम आगे बढाया। प्रथम चरण के तहत लखनऊ में मेट्रो का काम ट्रांसपोर्ट नगर से आलमबाग के बीच होगा, वहीं द्वितीय चरण के तहत दिलशाद गार्डेन से गाजियाबाद तक मेट्रो चलेगी। मेट्रो के लिए सिविल निर्माण की टेंडर प्रक्रिया का आगाज 11 जून यानी बृहस्पतिवार को किया जा सकता है। इस हिसाब से यह प्रक्रिया 10 अगस्त तक समाप्त हो जाएगी। इसके बाद में किसी एक कंपनी का टेंडर फाइनल करके काम का आगाज किया जाएगा। टेंडर प्रक्रिया समाप्त होने के 20 दिन बाद मेट्रो का सिविल वर्क शुरू होगा। कुल 550 करोड रूपये का यह ठेका केवल एक हिस्से में ही होगा। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के दिशा निर्देश में टेंडर प्रक्रिया संचालित होगी। छह जून को हुई एलएमआरसी बोर्ड की मीटिंग में सिविल टेंडर करने की इजाजत दे दी गई थी। इसके अलावा मान्यवर कांशीराम बांदा कृषि विश्वविद्यालय के नाम से मान्यवर कांशीराम हटा दिया गया है। अब इसे बांदा कृषि विवि के नाम से जाना जाएगा। लखनऊ में बन रहे चक गजिरया में पशु पालन विभाग के 150 आवास हटाए जाने पर भी मुख्यमंत्री ने मुहर लगाई।",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/picture-news/modi-governement-to-continue-upa-policy-on-diesel!-1-77954.html,डीजल नीति नहीं बदलेगी मोदी सरकार!,"नई दिल्ली। डीजल के मामले में मोदी सरकार भी संप्रग सरकार की ही राह पर चलेगी। सूत्रों का कहना है कि सरकार ने डीजल के दाम बाजार के हवाले रखे जाना ही तय किया है। सरकार की नीति यह भी है कि इस साल के आखिर तक डीजल पर मिलने वाली सब्सिडी को खत्म कर दिया जाए। मनमोहन सरकार के दौरान जनवरी 2013 से डीजल को बाजार के हवाले कर दिया गया था और अब डीजल के दाम हर 15 दिन बाद अंतरराष्ट्ररीय कीमतों के मुताबिक तय होते हैं। जनवरी 2013 से डीजल के दामों में हर महीने 45 से 50 पैसे की बढोतरी हुई है। जनवरी 2013 से पहले एक लिटर डीजल पर तेल कंपनियों को 13 रूपये का घाटा था जो कि अब घटकर 2 रूपये 80 पैसे प्रति लिटर रह गया है। हालांकि सरकार ने कैरोसिन और एलपीजी पर दी जाने वाली सब्सिडी को जारी रखने का फैसला किया है।",1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/exclusive-congress-is-zero-in-kerala-80-percent-chance-of-tmc-growing-here-r47333,"Exclusive : केरल में कांग्रेस जीरो हो चुकी, टीएमसी के यहां बढ़ने की 80 फीसदी संभावना...","सवाल : इतने लंबे समय तक पार्टी से जुड़े रहने के बाद आपने कांग्रेस क्यों छोड़ी? - मुझे राहुल गांधी के नेतृत्व में (कांग्रेस नेता के रूप में) काम करने में कोई दिलचस्पी नहीं थी। मैं कोई राजनेता नहीं, बल्कि एक राजनीतिक कार्यकर्ता हूं। मुझे केवल कांग्रेस पार्टी की सेवा करना अच्छा लगता है, किसी व्यक्ति विशेष की नहीं (चाटुकारिता का सहारा नहीं लेता), जो कि मुख्य समस्या है। मुझे कांग्रेस पार्टी की नीतियां पसंद हैं।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/uttar-pradesh/up-election-2022-seal-on-alliance-with-shivpal-singh-yadav-akhilesh-yadav-tweeted-information-64035,"यूपी चुनाव 2022: शिवपाल सिंह यादव के साथ गठबंधन पर लगी मुहर, अखिलेश यादव ने ट्वीट कर दी जानकारी","उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव 2022 से पहले नेताओं के बीच मुलाकातों का दौर जोरों पर है। इस बीच समाजवादी पार्टी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन हो गया है। सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल यादव से मुलाकात के बाद यह जानकारी दी है। अखिलेश चाचा से मिलने उनके घर पहुंचे थे। अखिलेश ने ट्विटर पर लिखा, प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से मुलाक़ात हुई और गठबंधन की बात तय हुई। क्षेत्रीय दलों को साथ लेने की नीति सपा को निरंतर मजबूत कर रही है और सपा और अन्य सहयोगियों को ऐतिहासिक जीत की ओर ले जा रही है। अखिलेश यादव ने पिछले दिनों कहा था कि समाजवादी पार्टी का प्रयास रहा है कि वह छोटे दलों के साथ गठबंधन करे। स्वाभाविक रूप से, हम प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया (पीएसपी-एल), चाचा शिवपाल सिंह यादव की पार्टी के साथ भी गठबंधन करने जा रहे हैं। सपा उन्हें पूरा सम्मान देगी। बता दें कि शिवपाल मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई हैं। शिवपाल अखिलेश यादव की सरकार में लोक निर्माण विभाग और सिंचाई मंत्री के रूप में काम कर चुके हैं। 2017 में अखिलेश ने मुलायम सिंह यादव से पार्टी की बागडोर संभालने के बाद, शिवपाल ने सपा से नाता तोड़ लिया और 2018 में अपनी पार्टी बना ली थी। गौरतलब है कि दरअसल, अखिलेश यादव की नजर यूपी की छोटी पार्टियों पर लगी है। पिछड़ी जातियों वाले दलों का महागठबंधन बनाकर अखिलेश चुनावी लीड की कोशिश में हैं। अब तक समाजवादी पार्टी ने जयंत चौधरी के आरएलडी, ओमप्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, केशव देव मौर्य के महान दल, संजय चौहान की जनवादी पार्टी एस, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और अपना दल कमेरावादी से गठबंधन कर चुके हैं। इससे पहले शिवपाल ने अपनी पार्टी के कार्यकारिणी की बैठक बुलाई थी।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/state/court-issues-another-summons-against-maha-minister-nawab-malik-in-defamation-case-63995,"महाराष्ट्र: नवाब मलिक की बढ़ सकती है मुश्किलें, अदालत ने मानहानि मामले में एक और समन जारी किया","मुंबई की एक अदालत ने क्रूज शिप ड्रग्स मामले के सिलसिले में शहर की भाजपा युवा शाखा के पूर्व अध्यक्ष मोहित कम्बोज भारतीय द्वारा दायर मानहानि मामले में महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के विरुद्ध एक और समन जारी किया है। अदालत ने शिकायतकर्ता द्वारा पेश दस्तावेजों और वीडियो क्लिप के आधार पर प्रथम दृष्टया पाया कि मंत्री नवाब मलिक ने कथित तौर पर मानहानिकारक बयान दिए थे। मजिस्ट्रेट कोर्ट ने मलिक को 30 दिसंबर तक पेश होने का निर्देश दिया।भारतीय द्वारा मानहानि की दूसरी शिकायत दर्ज किए जाने के बाद सोमवार को समन जारी किया गया था, लेकिन विस्तृत आदेश मंगलवार को उपलब्ध कराया गया। दक्षिण मुंबई के सेवरी में मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत के समक्ष भारतीय दंड संहिता की धारा 500 (मानहानि की सजा) के तहत अपराधों के लिए कार्रवाई की मांग करते हुए मलिक के खिलाफ भारतीय द्वारा दायर की गई यह दूसरी ऐसी शिकायत है। दोनों शिकायतें अक्टूबर में मुंबई में एक क्रूज जहाज से एनसीबी द्वारा कथित तौर पर ड्रग्स जब्त किए जाने के बाद मलिक द्वारा आयोजित कई प्रेस कॉन्फ्रेंस से संबंधित हैं। इस मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों में बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान भी शामिल हैं। बाद में उन्हें बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश पर जमानत पर रिहा कर दिया गया। भारतीय ने आरोप लगाया था कि मलिक ने उनके खिलाफ निराधार आरोप लगाकर उन्हें और उनके परिवार को बदनाम किया है। अपने आदेश में, मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट पी आई मोकाशी ने देखा कि भारतीय द्वारा उद्धृत दस्तावेजों और वीडियो क्लिप से पता चलता है कि मलिक ने उनके खिलाफ मानहानिकारक बयान दिए थे, ताकि इसे बड़े पैमाने पर जनता द्वारा देखा जा सके। मजिस्ट्रेट ने आगे कहा कि यह शिकायतकर्ता द्वारा प्रथम दृष्टया साबित होता है कि आरोपी नवाब मलिक द्वारा बोले गए शब्द ऐसे थे कि इससे शिकायतकर्ता की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है। मलिक पिछले महीने भारतीय द्वारा दायर एक आपराधिक मानहानि शिकायत में उन्हें जारी समन के जवाब में मजिस्ट्रेट अदालत के समक्ष पेश हुए थे। अदालत ने मलिक को जमानत देने और बांड भरने पर जमानत दे दी।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/country/uttar-pradesh/lakhimpur-kheri-incident-was-well-planned-says-sit-63975,"लखीमपुर खीरी हिंसा: एसआईटी ने घटना को सुनियोजित बताया, आशीष मिश्रा की मुश्किलें बढ़ीं","तीन अक्टूबर को हुई लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) के समक्ष एक आवेदन दायर कर 13 आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास के आरोपों के तहत उनके अपराध को दंडनीय बनाने के लिए नई धाराओं को शामिल करने का अनुरोध किया है। एसआईटी जांच अधिकारी विद्याराम दिवाकर ने पिछले हफ्ते सीजेएम की अदालत में आईपीसी की धारा 279, 338 और 304 ए की जगह वारंट में नई धाराएं जोड़ने के लिए आवेदन दायर किया। समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, अपने आवेदन में, जांच अधिकारी ने बताया कि घटना सुनियोजित और एक जानबूझकर किया गया कार्य था, न कि लापरवाही से। जांच अधिकारी ने आईपीसी की धारा 279 को बदलने के बाद भारतीय दंड संहिता की धारा 307 (हत्या का प्रयास), 326 (खतरनाक हथियारों या साधनों से स्वेच्छा से गंभीर चोट पहुंचाना), 34 (सामान्य इरादे से कई व्यक्तियों द्वारा किए गए कार्य) (सार्वजनिक रास्ते पर तेज गति से वाहन चलाना या सवारी करना), 338 (जो कोई इतनी जल्दबाजी या लापरवाही से किसी भी व्यक्ति को गंभीर चोट पहुंचाता है) और 304ए (लापरवाही से मौत का कारण) को जोड़ने का अनुरोध किया है। 3 अक्टूबर को केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा की एक एसयूवी की चपेट में आने से चार प्रदर्शनकारी किसानों सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी। हिंसा में एक स्थानीय पत्रकार की भी मौत हो गई। एसआईटी ने अब तक आशीष मिश्रा, लवकुश, आशीष पांडे, शेखर भारती, अंकित दास, लतीफ, शिशुपाल, नंदन सिंह, सत्यम त्रिपाठी, सुमित जायसवाल, धर्मेंद्र बंजारा, रिंकू राणा और उल्लास त्रिवेदी को गिरफ्तार किया है। वे लखीमपुर खीरी जिला जेल में बंद हैं। इस बीच इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने राज्य सरकार को आशीष मिश्रा की जमानत अर्जी पर जवाबी हलफनामा दाखिल करने के लिए दो हफ्ते का समय दिया है।मामले की सुनवाई के दौरान अतिरिक्त महाधिवक्ता विनोद शाही ने चल रही जांच से कोर्ट को अवगत कराया। शाही ने कहा कि अभी बड़ी संख्या में गवाहों के बयान दर्ज किए जाने हैं।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/country/state/22-25-63966,"कंगना रनौत को फिलहाल गिरफ्तारी से मिली राहत, मुंबई पुलिस ने बॉम्बे हाईकोर्ट से कही ये बात","मुम्बई पुलिस ने सोमवार को बॉम्बे हाईकोर्ट से कहा कि वे अभिनेत्री कंगना रनौत को उनके सोशल मीडिया पोस्ट के मामले में 25 जनवरी, 2022 तक गिरफ्तार नहीं करेगी। कंगना रनौत को कोर्ट द्वारा कुछ अंतरिम राहत देने के बाद पुलिस ने यह बयान दिया है। पुलिस का यह भी कहना है कि कंगना रनौत इस मामले में पुलिस का सहयोग नहीं कर रही हैं। जिसपर कंगना के वकील ने कहा है कि वह पुलिस के सामने पेश होने को तैयार है, लेकिन मामले में उनकी गिरफ्तारी होने की आशंका है। हालांकि, कोर्ट ने उन्हें कुछ राहत प्रदान करते हुए 22 दिसंबर को मुंबई पुलिस के सामने पेश होने को कहा है। न्यायमूर्ति नितिन जामदार और न्यायमूर्ति सारंग कोतवाल की पीठ ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा था कि इस मुद्दे में रानौत के अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का बड़ा सवाल शामिल है। रनौत ने इस महीने की शुरुआत में हाई कोर्ट से गुहार लगाई थी कि इस साल नवंबर में मुंबई के खार पुलिस थाने में उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी रद्द की जाए। अधिवक्ता रिजवान सिद्दीकी के माध्यम से दायर अपनी याचिका में, रनौत ने कहा कि शिकायतकर्ताओं ने 21 नवंबर को किए गए उनके इंस्टाग्राम पोस्ट पर आपत्ति जताई, लेकिन उनके खिलाफ कोई कानूनी मामला नहीं बना है। अभिनेता के खिलाफ प्राथमिकी एक सिख निकाय के कुछ सदस्यों द्वारा की गई शिकायत के बाद दर्ज की गई थी, जिसमें दावा किया गया था कि रनौत ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के माध्यम से दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के विरोध को खालिस्तानी आंदोलन के रूप में चित्रित किया है। कंगना ने अपने ट्वीट में लिखा था कि खालिस्तानी आतंकवादियों ने भले ही आज सरकार की बांह मरोड़ दी। लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि एक महिला प्रधानमंत्री ने इन्हें कुचला था। चाहे इसकी वजह से देश को कितना ही कष्ट क्यों ना उठाना पड़ा हो। पुलिस ने तब कंगना पर भारतीय दंड संहिता की धारा 295-ए के तहत समुदाय की धार्मिक भावनाओं को जानबूझकर आहत करने के आरोप में मामला दर्ज किया था।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449538/minister-of-state-for-home-should-be-fired-from-the-government-rahul-gandhi-in-lok-sabha.html,"लखीमपुर खीरी हिंसा पर संसद में हंगामा, राहुल लाए स्थगन प्रस्ताव, बोले- हटाए जाएं गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा","गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग को लेकर विपक्ष की ओर से जताए जा रहे लगातार विरोध के बीच गुरुवार को लोकसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। लखीमपुर खीरी हिंसा को 'सुनियोजित साजिश' बताने वाली एसआईटी की रिपोर्ट के बाद विपक्षी दलों ने केंद्रीय मंत्री मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग और तेज कर दी है। अपराह्न् 2 बजे सदन की कार्यवाही पुन: शुरू होने के 12 मिनट के भीतर ही सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया। अपराह्न् दो बजे जब निचले सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो बीजद सदस्य बी. महताब, जो कि अध्यक्ष की कुर्सी पर थे, उन्होंने विपक्ष के विरोध और नारेबाजी के बीच मंत्रियों और सदस्यों को सदन में कागजात रखने की अनुमति दी। अध्यक्ष ने केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री को विविधता (संशोधन) विधेयक 2021 पेश करने के लिए भी कहा और विधेयक को सदन में पेश किया गया। इस बीच, विपक्षी सदस्य, जो पहले से ही विरोध जताते हुए वेल की तरफ आ चुके थे, मंत्री को बर्खास्त करने की मांग को लेकर तख्तियां दिखाने लगे। महताब ने प्रदर्शनकारी सदस्यों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने अध्यक्ष के अनुरोध पर कोई ध्यान नहीं दिया, जिसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले दिन में भी निचले सदन को 20 मिनट के भीतर स्थगित कर दिया गया था, जब सुबह 11 बजे मिश्रा को लेकर सरकार के खिलाफ विपक्ष द्वारा लगातार तीखे हमले किए गए थे। अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रदर्शनकारी सदस्यों को अपनी सीटों पर वापस जाने और सदन को अपना महत्वपूर्ण कार्य करने के लिए मनाने की कोशिश की।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449537/law-is-doing-its-job-fairly-in-lakhimpur-kheri-case-mukhtar-abbas-naqvi.html,लखीमपुर खीरी मामले में कानून निष्पक्षता के साथ कर रहा है अपना काम : मुख्तार अब्बास नकवी,उन्होंने कहा कि बिना किसी भेदभाव के निष्पक्षता के साथ कार्रवाई हो रही है और इस पर किसी के ज्ञान(विरोधी दलों) की जरूरत नहीं है। संसद भवन परिसर में मीडिया से बात करते हुए नकवी ने कहा कि पार्लियामेंट को परिवार के पॉलिटिकल पाखंड की प्रयोगशाला नहीं बनने दिया जाएगा।,1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449529/even-if-it-takes-15-years-teni-will-be-sent-to-jail-rahul-gandhi.html,"चाहे 15 साल लग जाएं, टेनी को जेल भेज कर रहेंगे : राहुल गांधी","गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मंगलवार को अपनी छानबीन और साक्ष्यों के आधार पर दावा किया है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र 'टेनी' के बेटे और उसके सहयोगियों द्वारा जानबूझकर, सुनियोजित साजिश के तहत घटना को अंजाम दिया गया था। इस हादसे में कई किसान भी मारे गए थे। जिसके बाद से विपक्षी दल बीजेपी पर हमलावर हैं। राहुल गांधी ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा उर्फ टेनी पर निशाना साधते हुए कहा है कि चाहे 15 साल लग जाएं, लेकिन वह उनको जेल भेज कर रहेंगे।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449526/congress-will-field-priyanka-gandhi-for-a-direct-fight-with-mamta.html,ममता से सीधी टक्कर के लिए प्रियंका गांधी को उतारेगी कांग्रेस,"सूत्रों के अनुसार कांग्रेस ने लागातार पार्टी के प्रसार की ऱफ्तार को धीमी करने और टीएमसी से मुकाबला करने के लिए के लिए ये रणनीति बनाई है। गौरतलब है कि लगातार कांग्रेस पार्टी के नेता टीएमसी में शामिल होते जा रहे हैं। फिलहाल कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की योजना है कि लगातार आलोचना करने का कोई भी मौका न छोड़ने वाली टीएमसी को सीधा जवाब देने के लिए प्रियंका गांधी को उत्तरप्रदेश के अलावा अन्य चुनावी राज्यों में प्रचार के लिए उतारा जाएगा। इसी सिलसिले में पिछले सप्ताह प्रियंका गांधी ने गोवा में पहला दौरा कर चुनावी अभियान की शुरूआत की थी। हालांकि पिछले दिनों संसदीय रणनीतिक बैठक के बाद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड्गे ने कहा था कि कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल होने का धर्म निभाएगी। सदन में टीएमसी को भी साथ लेकर चलेगी। वहीं टीएमसी के शीर्ष नेताओं ने गांधी परिवार पर हमला करने का कोई मौका नहीं छोड़ा। जबकि कांग्रेस काफी हद तक पारस्परिक रूप से मितभाषी रही है। दरअसल कांग्रेस ये जानती है कि खराब चुनावी रिकॉर्ड के साथ वो टीएमसी के साथ मौखिक द्वंद्व में शामिल नहीं हो सकती है। इसलिए कांग्रेस सॉफ्ट नीति के तहत काम कर रही है। महिला मुख्यमंत्री को टक्कर देने के लिए कांग्रेस महिला महासचिव प्रियंका गांधी को चुनावी राज्यों में उतरेगी। कांग्रेस को उम्मीद है कि प्रियंका की उग्र महिला समर्थक छवि उनकी पार्टी के पक्ष में एक एक्स फैक्टर के रूप में काम करेगी। इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि उन्हें दुर्गा के रूप में दिखाने के लिए पोस्टर, लघु फिल्में आदि तैयार की जा रही है। प्रचार की नीति पर कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यह एक लोकतांत्रिक देश है। कोई भी कहीं भी प्रचार कर सकता है। खास बात ये है कि कई मौकों पर ममता बनर्जी ने अक्सर कहा है कि प्रियंका उनके भाई राहुल गांधी, बेहतर राजनेता हैं जो भाजपा से लड़ सकते हैं।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449522/directive-of-27-percent-obc-seats-for-general-category.html,महाराष्ट्र स्थानीय निकाय चुनाव: सुप्रीम कोर्ट ने 27 प्रतिशत ओबीसी सीटों को सामान्य श्रेणी के तौर पर फिर से अधिसूचित करने का निर्देश दिया,"सुप्रीम कोर्ट ने 6 दिसंबर को अगले आदेश तक स्थानीय निकाय चुनावों में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण देने के महाराष्ट्र सरकार के फैसले पर रोक लगा दी, जो एक अध्यादेश द्वारा लाया गया था। साथ ही अदालत ने यह स्पष्ट कर दिया था कि अन्य सीटों के लिए चुनाव प्रक्रिया जारी रहेगी। न्यायमूर्ति ए. एम. खानविलकर ने एसईसी को ओबीसी सीटों को सामान्य श्रेणी के रूप में फिर से अधिसूचित करने का निर्देश दिया, ताकि उन सीटों के लिए चुनाव कानून के अनुसार हो सकें। अदालत ने साथ ही शेष 73 प्रतिशत के लिए भी चुनाव सुनिश्चित करने के लिए यह आदेश दिया। पीठ में शामिल न्यायमूर्ति सी. टी. रविकुमार ने कहा कि एसईसी को सामान्य वर्ग के रूप में ओबीसी के लिए आरक्षित शेष 27 प्रतिशत सीटों के लिए नए सिरे से अधिसूचना जारी करनी चाहिए और शेष 73 प्रतिशत के साथ उनके लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए और दोनों चुनावों के परिणाम एक साथ घोषित करने चाहिए। शीर्ष अदालत ने मामले की अगली सुनवाई जनवरी के तीसरे सप्ताह में निर्धारित की है। शीर्ष अदालत ने 6 दिसंबर के आदेश में संशोधन की मांग करने वाले महाराष्ट्र सरकार और कुछ हस्तक्षेप करने वालों के अनुरोधों पर विचार करने से इनकार कर दिया। हस्तक्षेप करने वालों में से एक का प्रतिनिधित्व करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता दुष्यंत दवे ने जोर देकर कहा कि राज्य सरकार या केंद्र की निष्क्रियता के कारण पिछड़े वर्गों को पीड़ित होने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता है। महाराष्ट्र सरकार के वकील ने अदालत से पूरे चुनाव पर रोक लगाने का आग्रह किया और इस बीच वह एसईसी को डेटा संग्रह की प्रक्रिया को तेज करने और तीन महीने के बाद मामले की समीक्षा करने का निर्देश दे सकती है। 6 दिसंबर को, शीर्ष अदालत ने नोट किया था कि 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण एक आयोग की स्थापना के बिना और स्थानीय सरकार में प्रतिनिधित्व की अपर्याप्तता के लिए डेटा को एकत्रित किए बिना लागू नहीं किया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने इन सीटों को सामान्य के घोषित करने हेतु नई अधिसूचना जारी करने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग को एक सप्ताह का समय दिया है। पीठ ने यह भी कहा कि ट्रिपल टेस्ट के बिना पालन के राज्य सरकार की ओर से ओबीसी आरक्षण के लिए अध्यादेश लाने का फैसला स्वीकार नहीं किया जाएगा। न्यायाधीश खानविलकर और रविकुमार की पीठ ने यह निर्देश महाराष्ट्र सरकार की ओर से दायर किए गए एक आवेदन पर सुनवाई के दौरान दिया। इस आवेदन में राज्य सरकार की ओर से इस संबंध में शीर्ष अदालत की ओर से दिए गए पिछले सप्ताह के आदेश में बदलाव करने की मांग की गई थी। महाराष्ट्र सरकार की ओर से पेश वकील वरिष्ठ अधिवक्ता शेखर नफड़े ने तर्क दिया था कि अध्यादेश के तहत डाला गया प्रावधान शीर्ष अदालत के फैसले के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि यह पिछड़ा वर्ग के नागरिकों की श्रेणी को केवल 27 प्रतिशत तक आरक्षण प्रदान करने के लिए है। इस साल मार्च में, शीर्ष अदालत ने जिला परिषदों और पंचायत समितियों में ओबीसी के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण लागू करने के महाराष्ट्र सरकार की ओर से उठाए गए कदम को खारिज कर दिया था। शीर्ष अदालत ने तब कहा था कि यह शीर्ष अदालत के इंद्रा साहनी फैसले में निर्धारित 50 प्रतिशत की सीमा का उल्लंघन है।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449509/farmers-completely-vacated-ghazipur-border-after-singhu-and-tikri-border-.html,किसानों ने सिंघु और टीकरी बॉर्डर के बाद पूर्ण रूप से खाली किया गाजीपुर बॉर्डर,"गाजीपुर बॉर्डर खाली करने से पहले किसानों ने सुबह हवन किया और सभी को धन्यवाद देते हुए बॉर्डर खाली कर दिया। इस अवसर पर राकेश टिकैत व अन्य किसान अब जीत का जश्न मनाते हुए बॉर्डर से मोदीनगर, मेरठ, दौराला टोल प्लाजा, मंसूरपुर होते हुए सौरम और अपने गांव सिसौली पहुंचेंगे। भारतीय किसान यूनियन राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बॉर्डर खाली करने के दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि, मैं सभी का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। दिल्ली की सीमाओं पर जिन लोगों ने लंगर चलाया, उनको भी धन्यवाद देना चाहता हूं। उन्होंने आगे कहा कि, अभी आंदोलन खत्म नहीं हुआ है सिर्फ स्थगित हुआ है। गाजीपुर बॉर्डर पर सुबह से ही काफी जश्न का माहौल था। बच्चे, बुजुर्ग व महिलाएं खुशी में थिरकते हुए भी नजर आए। नौजवान युवाओं ने ट्रैक्टरों पर गाने बजाकर अपनी खुशी का इजहार किया। किसानों के स्वागत के लिए सिसौली गांव को दुल्हन की तरह सजाया गया है। किसान भवन को भी रौशनी से जग मग किया गया है, क्योंकि राकेश टिकैत व अन्य किसान 380 दिनों से अधिक समय बाद अपने घर की दहलीज पर कदम रखेंगे। इससे पहले सिंघु व टीकरी बॉर्डर से किसानों ने बॉर्डर खाली कर दिया था। अब नेशनल हाइवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के कर्मचारी एक्सप्रेस वे पर सफाई , बिजली के तारों की मरम्मत में लगे हुए हैं ताकि आम नागरिकों के लिए जल्द तमाम मार्गों को खोला जा सके।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449507/union-minister-piyush-goyal-speaks-in-rajya-sabha-during-the-ongoing-winter-session-of-the-parliament.html,"राहुल गांधी के आरोप पर पीयूष गोयल का पलटवार, बोले- न्यायालय में विचाराधीन मामलों पर सदन में चर्चा नहीं होती","राहुल गांधी के स्थगन प्रस्ताव के नोटिस और सदन में नहीं बोलने देने के आरोप पर जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि यह मामला न्यायालय के विचाराधीन है और न्यायालय के अंतर्गत विचाराधीन मामले पर सदन में चर्चा नहीं होती है। उन्होंने राज्य सभा की कार्यवाही को सुचारू रूप से नहीं चलने देने का आरोप विपक्षी दलों पर लगाते हुए कहा कि सदन की गरिमा एवं सुरक्षाकर्मियों की इज्जत और गरिमा को बचाने के लिए निलंबित 12 सांसदों को अपने व्यवहार के लिए प्रायश्चित जता कर माफी मांगनी चाहिए और उसके बाद सदन में आकर कार्यवाही में हिस्सा लेना चाहिए। विपक्ष को मुद्दाविहीन बताते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि आज लोक सभा में महंगाई और राज्य सभा में ओमिक्रोन के महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा होनी थी लेकिन विरोधी दलों के पास कोई मुद्दा नहीं है। उनके पास सरकार की आलोचना करने के लिए और जनता की समस्या उठाने के लिए कोई विषय ही नहीं है, कोई इच्छा नहीं है।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449505/not-being-allowed-to-speak-on-lakhimpur-kheri-incident-rahul-gandhi.html,लखीमपुर खीरी कांड पर बोलने नहीं दिया जा रहा : राहुल,"दोपहर दो बजे तक लोकसभा के स्थगित होने के बाद राहुल ने कहा, ""वे हमें बोलने नहीं दे रहे हैं इसलिए सदन को बाधित किया जा रहा है।"" उन्होंने कहा, ""रिपोर्ट आ गई है और उनके मंत्री शामिल हैं, इसलिए इस पर चर्चा होनी चाहिए।"" कांग्रेस सांसदों ने बुधवार को लोकसभा में लखीमपुर खीरी की घटना पर चर्चा के लिए कई स्थगन नोटिस दिए और एसआईटी की रिपोर्ट के बाद हिंसा को 'पूर्व नियोजित' करार देते हुए राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को हटाने की मांग की। राहुल गांधी ने पार्टी के मुख्य सचेतक के सुरेश और मनिकम टैगोर के साथ मिलकर टेनी को हटाने के लिए दबाव डाला, जिनके बेटे ने कथित तौर पर उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को विवादास्पद कृषि कानूनों का विरोध करते हुए चार किसानों को कुचल दिया था। मंगलवार को, लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) के समक्ष एक आवेदन दायर कर 13 आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास के आरोपों के तहत उनके अपराध को दंडनीय बनाने के लिए नई धाराओं को शामिल करने का अनुरोध किया।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449503/prahlad-joshi-slams-to-rahul-gandhi-notic-for-lakhimpur-case.html,"राहुल गांधी के स्थगन प्रस्ताव के नोटिस पर बोले प्रह्लाद जोशी, अच्छा है अब कम से कम लिखकर नोटिस तो दे रहे हैं","संसद भवन परिसर में मीडिया से बात करते हुए प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में यह मामला चल रहा है। जहां तक इस नोटिस का सवाल है, नियमों के मुताबिक इसे देखा जाएगा। उन्होंने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पहले संसद को कुछ नहीं समझने वाले राहुल गांधी अब लिखकर नोटिस दे रहे हैं , यह अच्छी बात है।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449502/bjp-mps-protest-in-parliament-complex-unruly-opposition-behaviour-winter-session.html,निलंबन को लेकर विरोधी दलों के रवैये के खिलाफ भाजपा राज्यसभा सांसदों का विरोध प्रदर्शन,"विरोध प्रदर्शन में शामिल भाजपा सांसद लगातार विरोधी दलों के खिलाफ नारे लगा रहे थे। प्रदर्शन में शामिल भाजपा राज्य सभा सांसद रूपा गांगुली ने विरोधी दलों के 12 राज्य सभा सांसदों के रवैये पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि ये सांसद अपनी गलती के लिए माफी तक मांगने को तैयार नहीं हैं। इन सबको व्यक्तिगत तौर पर माफी मांगनी चाहिए , क्योंकि ये ऐसे संसद का अपमान नहीं कर सकते हैं। भाजपा राज्य सभा सांसद राकेश सिन्हा ने कहा कि विरोधी दल लगातार सदन के अंदर प्रश्नकाल, शून्य काल को बाधित कर रहे हैं और विधेयकों पर चर्चा नहीं कर रहे है। उन्होंने कहा कि विरोधी दल जिस तरह से सदन की मर्यादा को गिराने का काम कर रहे हैं। उसके विरोध में यह हमारा नैतिक विरोध प्रदर्शन है। हमारी मांग है कि संसद, जो तर्क का स्थान है, वहां विरोधी दल ताकत का प्रदर्शन न करे।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449500/bjp-leaders-confluence-in-ayodhya-today.html,"अयोध्या में BJP नेताओ का संगम, 'आरती' और 'पूजा' में हुए शामिल","मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब, बिहार की डिप्टी सीएम रेणु देवी, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू और मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह सरयू के तट पर गए जहां उन्होंने 'आरती' में भाग लिया। इस मौके पर यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य और दिनेश शर्मा भी मौजूद थे। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने गृह राज्य वापस लौट गए।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449499/lakhimpur-khiri-case-parliament.html,"लखीमपुर घटना पर विरोधी दलों का हंगामा, दिनभर के लिए स्थगित हुई लोक सभा की कार्यवाही","विरोधी दलों के भारी हंगामे और नारेबाजी की वजह से पहले प्रश्नकाल के दौरान लोक सभा की कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। 2 बजे सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर भी विरोधी दलों का हंगामा जारी रहा, जिसे देखते हुए पीठासीन अधिकारी ने सदन की कार्यवाही को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया। बुधवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस समेत अन्य कई विरोधी दलों के नेताओं ने लखीमपुर खीरी कांड पर एसआईटी रिपोर्ट और गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे को लेकर दिए गए स्थगन प्रस्ताव के नोटिस पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया। विरोधी दलों के सांसद इस मुद्दे को लेकर लगातार नारेबाजी भी कर रहे थे। इस दौरान लोक सभा स्पीकर ने हंगामा कर रहे सांसदों से प्रश्नकाल चलने देने की अपील की। उन्होंने कहा कि सदन स्वस्थ चर्चा के लिए है और यहां तख्तियां लहराने और नारेबाजी के लिए आप लोग नहीं आये हैं। विपक्ष ने लोक सभा स्पीकर की अपील को अनसुना कर दिया। हंगामा और नारेबाजी जारी रही। इसे देखते हुए लोक सभा स्पीकर ने लोक सभा की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। दोपहर बाद , 2 बजे जब दोबारा लोक सभा की कार्यवाही शुरू हुई तो लखीमपुर खीरी मामले को लेकर विरोधी दलों ने फिर से अपनी मांग उठानी शुरू कर दी। पीठासीन अधिकारी ने सदन को चलाने का प्रयास किया, लेकिन लगातार हंगामा और नारेबाजी जारी रहने पर उन्होंने दिन भर के लिए लोक सभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449476/lakhimpur-kheri-sit-probe-confirms-our-stand-says-skm.html,लखीमपुर खीरी एसआईटी जांच हमारे रुख की पुष्टि करती है : एसकेएम,"केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा टेनी समेत 13 आरोपियों के खिलाफ एसआईटी ने गंभीर आरोप लगाए हैं। 3 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के बाहरी इलाके में आशीष मिश्रा की एक एसयूवी की चपेट में आने से चार प्रदर्शनकारी किसानों और बाद की हिंसा में एक स्थानीय पत्रकार सहित चार लोगों की मौत हो गई थी। एसकेएम ने अपने एक बयान में कहा, ""घटना के मुख्य मास्टरमाइंड, अजय मिश्रा टेनी, आजाद होकर घूमते हैं और केंद्र सरकार में अपना पद भी बनाए रखते हैं। ताजा निष्कर्षो के आलोक में, एसकेएम मांग करता है कि मोदी सरकार लखीमपुर खीरी में किसान हत्याकांड के इस साजिशकर्ता को बचाना बंद कर दे।"" किसान उस समय लखीमपुर खीरी में, भारतभर में विभिन्न स्थानों पर, तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे थे। मिश्रा की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग दोहराते हुए एसकेएम ने कहा कि वह इस मुद्दे पर अपना संघर्ष जारी रखेगा। छत्र संगठन ने कहा, ""भारतीय किसान इस नरसंहार को तब तक नहीं भूलेंगे, जब तक हम पीड़ितों को न्याय नहीं दिला देते।""",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449466/maharashtra-legislative-council-results-a-symbol-of-public-confidence-in-the-prime-minister.html,महाराष्ट्र विधान परिषद के नतीजे प्रधानमंत्री के प्रति जनता के विश्वास का प्रतीक: जेपी नड्डा,"नड्डा ने ट्विटर पर कहा "" महाराष्ट्र विधान परिषद में पार्टी ने छह में से चार सीटें जीती हैं और यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व ,उनकी नीतियों और योजनाओं के प्रति जनता के विश्वास का प्रतीक है। मैं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल, देवेन्द्र फडनवीस और सभी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देता हूं।"" भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और महाराष्ट्र प्रभारी सी टी रवि ने एक ट्वीट में कहा ""महाराष्ट्र विधान परिषद चुनावों में टीम भाजपा को इस शानदार जीत के लिए हार्दिक बधाई। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस के नेतृत्व में हमारे कार्यकर्ताओं ने जो अथक मेहनत की थी, उन सभी को धन्यवाद, भाजपा ने छह में चार सीटें जीती हैं।"" इन चुनावों के नतीजों पर प्रतिक्रिया करते हुए देवेन्द्र फडनवीस ने कहा ""ये दोनों जीत हमारे लिए बहुत ही खास हैं और हमारे प्रत्येक कार्यकर्ता की कठोर मेहनत का नतीजा है। नागपुर और अकोला में भारी अंतर से विजय हासिल की गई हैं और एक बार फिर भाजपा ने इन चुनावों में अपने आपको साबित कर दिखाया है तथा विधान परिषद की छह में से चार सीटों पर पार्टी की जीत हुई है।"" गौरतलब है कि केसरिया पार्टी ने स्थानीय प्राधिकरण निर्वाचन क्षेत्र में अकोला और नागपुर सीटों पर जीत हासिल की थी और नागपुर से चंद्रशेखर बावानकुले तथा अकोला से वसंत खंडेलवाल जीते थे।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449464/suspended-mps-should-express-remorse-pralhad-joshi.html,"विपक्ष केवल सदन की कार्यवाही को बाधित कर रहा है, निलंबित सांसदों को कम से कम खेद तो व्यक्त करना चाहिए: प्रहलाद जोशी","जोशी ने यहां संसद परिसर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा 'हम उन निलंबित सांसदों से व्यक्तिगत रूप से बातचीत कर रहे हैं और उन्हें कम से कम अपने आचरण के लिए खेद तो व्यक्त करना चाहिए।"" उन्होंने कहा कि पिछले दो सप्ताह से सदन की कार्यवाही बाधित की जा रही है और जब भी कोई सदस्य अपने राज्य या निर्वाचन क्षेत्र से जुड़ा कोई मसला उठाना चाहता है तो विपक्ष इसमें व्यवधान डालता है। उन्होंने कहा कि 50 सदस्यों ने शून्यकाल के लिए नोटिस दिए हैं और विपक्षी सदस्यों समेत 26 सदस्यों के नोटिस स्वीकार कर भी लिए गए हैं। अध्यक्ष ने हंगामे के दौरान शून्यकाल की कार्यवाही को लगभग एक घंटे तक चलाया और इसी समय विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी की और बाद में इस पर सवाल भी किया। उन्होंने कहा कि शून्यकाल के बाद सदन की कार्यवाही दिन में दो बजे तक स्थगित कर दी गई और सरकार ने बहस के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी थी तथा उम्मीद की थी कि विपक्ष अपने आचरण के लिए खेद व्यक्त करेगा तथा बहस में हिस्सा लेगा।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449461/p-chidambaram-slams-on-pm-narendra-modi.html,"प्रधानमंत्री के मन में संसद के लिए 'सम्मान' नहीं, शहीदों को श्रद्धांजलि देने भी नहीं पहुंचे : चिदंबरम","चिदंबरम ने मंगलवार को कहा, ''प्रधानमंत्री के मन में संसद के लिए इतना बड़ा 'सम्मान' है कि वह 13 दिसंबर को शहीद सुरक्षाकर्मियों को दी जाने वाली श्रद्धांजलि में भी शामिल नहीं हुए। वह सब कुछ छोड़ कर वाराणसी चले गए। आप उन्हें केवल वाराणसी और अयोध्या जैसी जगहों पर ही पाएंगे, संसद में नहीं। '' वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री को घेरते हुए कहा कि पिछले 13 दिनों से संसद के शीतकालीन सत्र में प्रधानमंत्री मोदी शामिल नहीं हुए। राहुल गांधी ने कहा यह कुछ पूंजीपतियों की शक्ति है कि वह वाराणसी में जाकर गंगा स्नान करते हैं। राहुल गांधी ने तंज कसते हुए मंगलवार को कहा कि राज्यसभा से 12 सदस्यों के निलंबन के पीछे प्रधानमंत्री या सरकार नहीं है। ये पूंजीपतियों की शक्ति है। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसको लेकर एक ट्वीट कर लिखा था कि, मैं उन सभी सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जो 2001 में संसद हमले में कर्तव्य के दौरान शहीद हुए थे। राष्ट्र के लिए उनकी सेवा और सर्वोच्च बलिदान हर नागरिक को प्रेरित करता है। गौरतलब है कि सोमवार को यानी 13 दिसंबर को संसद भवन पर हुए आतंकी हमले की 20वीं बरसी थी। 20 साल पहले 13 दिसंबर 2001 को पाकिस्तान से आए पांच आतंकियों ने दिल्ली में लोकतंत्र के पवित्र मंदिर, संसद भवन को गोलियों से छलनी करने की कोशिश की थी। ये हमला संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान हुआ था। जिसके बाद 13 दिसंबर को प्रतिवर्ष शहीदों को याद करते हुए सांसदों की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है। लेकिन सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी में अपने दौरे पर होने की वजह से इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके, जिसके बाद विपक्ष की ओर से उन पर निशाना साधा जा रहा है।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449454/opposition-hold-a-march-to-demanding-to-revoke-the-suspension-of-12-rajya-sabha-mps.html,"विपक्ष ने 12 सांसदों के निलंबन पर निकाला मार्च, राहुल गांधी बोले- PM कहां हैं? संसद में नहीं आते","कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि राज्यसभा से 12 सांसदों के निलंबन के 14 दिन हो गए हैं। हाउस में जिन मुद्दों के बारे में विपक्ष चर्चा करना चाहता है, वो चर्चा सरकार नहीं होने देती है और जहां भी विपक्ष अपनी मांग रखना चाहता है, सरकार उनकों डरा धमाकर चुप करवा देती है। ये लोकतंत्र की हत्या है, संसद भवन में सब मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए। मगर जो चर्चा हम करना चाहते हैं वो हमें करने नहीं दी जाती। राहुल ने कहा कि निलंबन के पीछे प्रधानमंत्री या सरकार नहीं है। ये पूंजीपतियों की शक्ति है। मार्च के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि ये सिर्फ 12 सांसदों का निलंबन नहीं है। किसानों के आंदोलन का ये सबसे बड़ा बलिदान है। सरकार सुनने को तैयार नहीं है। वहीं टीएमसी सांसद डोला सेन ने कहा, ये मोदी सरकार 303 के जीत के घमंड में है। 10-10 मिनट में बिल पास करा दिये जाते हैं। राज्यसभा के 12 सदस्यों का निलंबन वापस लेने की मांग करते हुए विपक्षी दलों ने मंगलवार को सांसदों का विरोध मार्च निकालकर इसे अघोषित आपातकाल करार दिया। इस मार्च में दोनों सदनों के विपक्षी सदस्य संसद भवन परिसर से विजय चौक तक मार्च में शामिल हुए। इसके साथ ही विपक्षी दलों ने बुधवार को संसद भवन से जंतर-मंतर जाकर धरना प्रदर्शन करने की रणनीति बनाई है। इस मसले पर राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने निलंबन वापसी की मांग करते हुए कहा कि पिछले हफ्ते सभापति ने कहा था कि सरकार और विपक्ष मिलकर गतिरोध का हल निकालें। लेकिन सरकार की ओर से कहा गया है कि वह माफी मांगे जाने पर ही निलंबन रद्द करने पर विचार करेगी। विपक्ष इसके लिए तैयार नहीं है।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449452/oppositions-uproar-over-the-demand-for-withdrawal-of-suspension-rajya-sabha-adjourned-till-2-oclock.html,"निलंबन वापस लेने की मांग पर विपक्ष का हंगामा, राज्यसभा की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित","बारह सदस्यों के निलंबन का फैसला वापस लेने की मांग पर अड़े विपक्षी सदस्यों के व्यवधान की वजह से मंगलवार को राज्यसभा की कार्यवाही करीब 12 बजे शून्यकाल के बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी। सुबह, राज्यसभा की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। इसके बाद उन्होंने जैसे ही शून्यकाल शुरू कराया, कांग्रेस सहित विपक्षी सदस्यों ने संसद के मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में कथित अशोभनीय आचरण के लिए शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किए गए बारह सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग की। सभापति ने सदस्यों का निलंबन वापस लिए जाने की मांग कर रहे विपक्षी सदस्यों से शांत रहने और शून्यकाल चलने देने की अपील की। इसी बीच, हंगामा कर रहे कुछ विपक्षी सदस्य आसन के निकट आ गए और सरकार विरोधी नारेबाजी तथा निलंबन वापस लेने की मांग करने लगे। सभापति ने हंगामा कर रहे सदस्यों से कहा कि आज शून्यकाल में 60 मुद्दों को उठाने का नोटिस मिला था, जिनमें से 26 को स्वीकार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि सभी मुद्दे आम जन से संबंधित हैं, लिहाजा इन मुद्दों को उठाने वाले सदस्यों को उनके अधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ सदस्यों के हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही बाधित नहीं की जा सकती।’’ हंगामे के बीच ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हरनाथ सिंह यादव ने धर्मांतरण विरोधी कानून बनाने का मुद्दा उठाया। तृणमूल कांग्रेस के सुखेंदु शेखर रॉय, मनोनीत सदस्य नरेंद्र जाधव, बहुजन समाज पार्टी के राम जी, बीजू जनता दल (बीजद) की ममता मोहंता, भाजपा के सुशील कुमार मोदी, डी पी वत्स, छत्रपति संभाजी, मनोनीत राकेश सिन्हा सहित कुछ अन्य सदस्यों ने हंगामे के बीच ही अपने-अपने मुद्दे उठाए। इस दौरान भाजपा के किरोड़ी लाल मीणा, महेश पोद्दार, बीजद के सस्मित पात्रा सहित विभिन्न दलों के सदस्यों ने विशेष उल्लेख के जरिए अलग-अलग मुद्दे उठाए। सभापति नायडू ने हंगामा कर रहे सदस्यों से बार-बार अपने स्थानों पर लौटने तथा सदन की कार्यवाही बाधित नहीं करने की अपील की। हंगामे के बीच ही शून्यकाल पूरा हुआ। प्रश्नकाल आरंभ होने से पहले ही विपक्षी सदस्यों ने विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को अपनी बात रखने की अनुमति देने की अपील की लेकिन नायडू ने कहा कि सभी सदस्य अपने स्थानों की ओर लौट जाएं और व्यवस्था बनाएं तो वह उन्हें बोलने की अनुमति दे सकते हैं। हंगामा कर रहे सदस्यों के आचरण पर नाराजगी जाहिर करते हुए नायडू ने कहा कि उन्होंने विपक्ष के नेता से बात की और कहा था कि यदि निलंबित सदस्य अपने आचरण पर माफी मांग लेते हैं तो उनका निलंबन वापस हो सकता है। हंगामे के बीच ही खड़गे ने कुछ कहा लेकिन उनकी आवाज सुनी नहीं जा सकी। नायडू ने इस दौरान आम आदमी पार्टी के संजय सिंह को अपने स्थान पर लौट जाने की चेतावनी दी। उन्होंने मार्शलों से संजय सिंह को सदन से बाहर करने को भी कहा। हालांकि इसके बाद भी हंगामा जारी रखा। अपनी अपील का कोई असर नहीं होते देख नायडू ने कार्यवाही करीब 12 बजे दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449444/anurag-thakur-slams-on-akhilesh-yadav.html,"केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का अखिलेश यादव पर तंज, कहा- भव्य काशी का रूप देखकर बौखला गए हैं","केंद्रीय मंत्री और उत्तर प्रदेश के सह चुनाव प्रभारी अनुराग ठाकुर ने कहा कि संसद में कल मुलायम सिंह यादव अकेले बैठे थे तो मैं उनके साथ जाकर बैठ गया क्योंकि वो संसद के वरिष्ठ सदस्य हैं। वो उस समय अकेले बैठे थे जबकि उसी समय अखिलेश यादव इस तरह का बयान दे रहे थे। उन्होंने कहा कि यह उनकी सोच और संस्कार को दिखाता है। अखिलेश यादव के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि ये काशी और राम मंदिर का विरोध तो करते रहे हैं लेकिन एक पूर्व मुख्यमंत्री इस तरह का हल्का बयान दे, ये अपेक्षा किसी ने नहीं की थी। उन्होंने कहा कि संकल्प से सिद्धि का जो काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है वो सपा - बसपा सोच भी नहीं सकती थी। देश को मजबूत प्रधानमंत्री चाहिए, के फारूक अब्दुल्ला के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि भारत में एक सशक्त प्रधानमंत्री है, जिनके नेतृत्व में 370 और 35 ए हटा, सर्जिकल स्ट्राइक कर पाकिस्तान को सबक सिखाया गया, रिकॉर्ड स्तर पर आतंकवादियों को मार गिराया गया और घुसपैठ को भी रोका गया। पाकिस्तान के साथ बातचीत करने की वकालत करने वालों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि भारत ने आतंकवाद के खिलाफ पहले भी कड़े फैसले लिए और कार्रवाई भी की , आज भी कर रहे हैं और भविष्य में भी करेंगे।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449443/union-minister-pralhad-joshi-said-on-farooq-abdullah-s-statement-you-should-settle-down-by-going-to-pakistan.html,फारूक अब्दुल्ला के बयान पर बोले प्रल्हाद जोशी- आपको पाकिस्तान जाकर ही बस जाना चाहिए,"अगर उन्हें पाकिस्तान इतना ही अच्छा लगता है तो उन्हें पाकिस्तान जाकर ही बस जाना चाहिए। हिंदुस्तान को मजबूत प्रधानमंत्री मिलने के फारूक अब्दुल्ला के बयान पर मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जनता ने लगभग 35 वर्ष के बाद 2014 में मजबूत प्रधानमंत्री चुना था, 2019 में दूसरी बार चुना और 2024 में तीसरी बार चुनेगी। विरोधी दलों के गांधी मूर्ति से लेकर विजय चौक तक मार्च करने के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रल्हाद जोशी ने कहा कि जनता ने उन्हें दो बार ( 2014 और 2019 में ) माचिर्ंग ऑर्डर दे दिया है। आने वाले चुनावों में भी जनता फिर से उन्हें माचिर्ंग ऑर्डर ही देने जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सभा में मारपीट करने के बाद भी ये दल माफी मांगने को तैयार नहीं है, यह इनके अहंकार को दिखाता है। मायावती के बयान पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिन-जिन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया जा रहा है वो हमारा वादा था जिसे हम पूरा कर रहे हैं। चुनाव की घोषणा होने तक यह करना सरकार का अधिकार है। इसका चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है लेकिन मायावती को अगर ऐसा लग रहा है, तो लगने दीजिए।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448990/cji-to-business-community-explore-mediation-conciliation-courts-should-be-last-resort.html,"विवादों को सुलझाने के लिए सुलह का रास्ता अपनाएं, अदालतों में जाना अंतिम उपाय होना चाहिए : सीजेआई","उन्होंने कहा कि अदालतों में जाना अंतिम उपाय होना चाहिए। न्यायमूर्ति रमना ने यह बात अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता और मध्यस्थता केंद्र, हैदराबाद में 'हितधारकों' के सम्मेलन में अपने संबोधन के दौरान कही। उन्होंने कहा कि व्यापार में मतभेदों को शुरू में बातचीत के माध्यम से सुलझाया जाना चाहिए और अगर यह काम नहीं करता है तो पार्टियों (पक्षों) को ऐसे लोगों की तलाश करनी चाहिए, जो बातचीत से इस मुद्दे को हल कर सकें। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने आगे कहा, ""अगर यह भी काम नहीं करता है, तो लोग अदालत में जाने का ही एकमात्र विकल्प मानते हैं। चालीस सालों तक कानूनी पेशे में विभिन्न पदों पर रहने के बाद मेरी सलाह है कि आपको अंतिम उपाय के रूप में ही अदालतों में जाने का विकल्प रखना चाहिए।""",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448977/pm-modi-dehradun-visit-today-prime-minister-narendra-modi-rally-and-public-meeting.html,"पीएम मोदी ने विपक्ष पर साधा निशाना, कहा-10 साल तक देश में इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर हुआ घोटाला और घपला","देवभूमि उत्तराखंड के देहरादून में 18 हजार करोड़ रुपए की कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करने के दौरान बड़ी जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी कांग्रेस पर तीखा निशाना साधते हुए कहा कि जो देश भर में बिखर रहे हैं वो बिखरे हुए लोग उत्तराखंड को निखार नहीं सकते हैं। उन्होंने विरोधी दल पर तुष्टिकरण की राजनीति करने, केवल वोट बैंक के लिए काम करने के साथ-साथ देश को तोड़ने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि भाजपा सबका साथ सबका विकास के मिशन के साथ काम कर रही है और इसलिए डबल इंजन की सरकार में उत्तराखंड में तेजी से विकास के काम हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पूरी देश की आस्था ही नहीं, बल्कि कर्म और कठोरता की भी भूमि है। इसलिए इस क्षेत्र का विकास, इस क्षेत्र को भव्य स्वरूप देना, डबल इंजन की सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने अगले 5 वर्षो को इस पहाड़ी राज्य के लिए काफी अहम बताते हुए कहा कि आने वाले 5 वर्ष उत्तराखंड को रजत जयंती की तरफ ले जाने वाले हैं और ऐसा कोई लक्ष्य नहीं हैं, जो उत्तराखंड हासिल नहीं कर सकता है। दरअसल, उत्तराखंड में विधान सभा चुनाव होने वाले हैं और इसे देखते हुए प्रधानमंत्री के इस देहरादून दौरे को काफी अहम माना जा रहा है। इसलिए भाजपा के सबसे लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री मोदी ने जहां मंच से एक तरफ विरोधी कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा, अपने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तारीफ की , प्रदेश में भाजपा के पास मौजूद कई दिग्गज और अनुभवी नेताओं का जिक्र किया, वहीं दूसरी तरफ प्रदेश की जनता को डबल इंजन सरकार के फायदे के बारे में बताते हुए विकास के काम भी गिनवाए। उन्होंने कहा सीमावर्ती पहाड़ी क्षेत्रों के इंफ्रास्ट्रक्च र पर भी पहले की सरकारों ने उतनी गंभीरता से काम नहीं किया, जितना करना चाहिए था। बॉर्डर के पास सड़कें बनें, पुल बनें, इस ओर उन्होंने ध्यान नहीं दिया। यूपीए के 10 साल के कार्यकाल में देश में इंफ्रास्ट्रक्च र के नाम पर घोटाले और घपले का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि इसकी वजह से देश का जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई के लिए हमारी सरकार दोगुनी गति से मेहनत के साथ काम कर रही है। दोनों सरकारों के कामकाज की तुलना करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यूपीए सरकार के 7 साल के कार्यकाल में 2007 से 2014 के बीच उत्तराखंड में केवल 288 किलोमीटर नेशनल हाईवे बनाया गया, जबकि हमारी सरकार ने अपने सात साल में उत्तराखंड में 2 हजार किलोमीटर से अधिक लंबाई के नेशनल हाईवे का निर्माण किया है। दिल्ली-देहरादून इकॉनॉमिक कॉरिडोर के शिलान्यास पर खुशी जाहिर करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जब ये बनकर तैयार हो जाएगा तो, दिल्ली से देहरादून आने-जाने में जो समय लगता है, वो करीब-करीब आधा हो जाएगा। केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि केदारनाथ त्रासदी से पहले, 2012 में 5 लाख 70 हजार लोगों ने दर्शन किये थे। ये उस समय एक रिकॉर्ड था। जबकि कोरोना काल शुरू होने से पहले, 2019 में 10 लाख से ज्यादा लोग केदारनाथ जी के दर्शन करने पहुंचे थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि वन रैंक-वन पेंशन का मामला हो या सेना को आधुनिक हथियार और साजो-सामान उपलब्ध कराने का मसला हो या फिर आतंकियों को मुंह-तोड़ जवाब देने के लिए सेना को खुली छूट देने का मामला हो , हर स्तर पर पिछली सरकार सेना को हतोत्साहित करने में लगी हुई थी। उन्होंने पहाड़ों में रहने वालों का जीवन सुगम बनाने को देश की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक बताते हुए कहा कि हमारे पहाड़, हमारी संस्कृति, आस्था के गढ़ तो हैं ही, ये हमारे देश की सुरक्षा के भी किले हैं। दरअसल, भाजपा 2022 के विधान सभा चुनाव में लगातार दूसरी बार सरकार बनाने के लक्ष्य के साथ उतर रही है। 5 वर्ष के कार्यकाल में राज्य में तीन मुख्यमंत्री बना चुकी भाजपा चुनाव जीतने के लिए काफी हद तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर ही निर्भर है। इसलिए प्रधानमंत्री लगातार राज्य का दौरा कर मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448972/kisan-andolan-live-movement-will-end-or-not-decision-possible-today.html,"सिंघु बॉर्डर पर किसानों की अहम बैठक, हो सकता है कोई बड़ा फैसला","इसके अलावा किसानों की ओर से यह साफ कर दिया है कि, प्रधानमंत्री को अपनी मांगो के साथ लिखे गए पत्र का अभी भी इंतजार कर रहें हैं जिसमें उन्होंने 6 मांगे रखी हुई है। इसके अलावा किसान अपने 5 प्रतिनिधियों के नाम भी सामने रखेगी, जो केंद्र सरकार द्वारा मांगे गए हैं। आज के बैठक से आज कुछ बड़े फैसले लिये जाने की उम्मीद लगाई जा रही है। दरअसल किसान इस बात की मांग कर रहें हैं कि किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं, मृतक किसानों को मुआवजा मिले, एमएसपी पर कानून बनाया जाए आदि। भारतीय किसान यूनियन के उत्तरप्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने बताया , ""बैठक शुरू हो गई और इसपर हम अपने मुद्दों पर और अन्य किसान नेताओं के साथ आगे की रणनीति तय करेंगे। हमें अभी भी प्रधानमंत्री की ओर से जवाब का इंतजार है।"" दरअसल कृषि कानूनों को वापस लिया जा चुका है लेकिन किसान अब एमएसपी की गारंटी की मांग कर रहें है। इसके अलावा उन्होंने अपनी अन्य मांगों को भी जोड़ दिया है। हालांकि इस बीच इस बात की भी अफवाहों ने जोर पकड़ा था कि कुछ किसान संगठन घर वापस जाना चाहते है क्योंकि कानूनों की वापसी हो गई है। लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से इस बात को हमेशा नकारा गया है।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448962/people-in-queue-to-join-bjp-goa-cm.html,बीजेपी में शामिल होने के लिए कतार में हैं लोग : गोवा सीएम,"सावंत पूर्व मंत्री और गोवा फॉरवर्ड पार्टी के पूर्व विधायक जयेश सलगांवकर के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के मौके पर पार्टी कार्यकर्ताओं से बात कर रहे थे। सालगांवकर ने गुरुवार देर रात अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। मुख्यमंत्री ने कहा, ""अभी भी कई ऐसे लोग हैं, जो हमारे साथ जुड़ने वाले हैं। वे हमसे पूछ रहे हैं कि हमें कब शामिल होना चाहिए? हमने उन्हें कुछ समय इंतजार करने के लिए कहा है, क्योंकि हम एक-एक करके लोगों को शामिल कर रहे हैं।"" सावंत ने कहा, ""अगले ढाई महीने में कई लोग भाजपा में शामिल होंगे। सभी (राजनीतिक) कार्यकर्ताओं, नेताओं के लिए भाजपा के दरवाजे खुले हैं।"" मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा कांग्रेस विधायक रवि नाइक के आने वाले दिनों में सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल होने की खबर है। नाइक ने भाजपा में शामिल होने की अटकलों की ना तो पुष्टि की और ना ही खंडन किया है। गोवा में 2022 की शुरूआत में विधानसभा चुनाव होने हैं।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448957/polluted-air-coming-from-pakistan-cji-said-then-should-we-shut-down-the-industries-there-.html,"पाक से आ रही प्रदूषित हवा, सीजेआई बोले- तो क्या वहां के उद्योगों को बंद कर दें?","इस पर प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) एन. वी. रमना ने चुटकी लेते हुए कहा, ""अगर पाकिस्तान से आने वाली हवा से प्रदूषण फैल रहा है तो आप पाकिस्तान में उद्योगों पर प्रतिबंध लगाना चाहते हैं!"" दरअसल सुनवाई के दौरान उत्तर प्रदेश के वकील ने यूपी में उद्योगों को बंद करने का विरोध करते हुए पाकिस्तान से आ रही हवाओं को जिम्मेदार ठहराया था। उत्तर प्रदेश सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता रंजीत कुमार ने न्यायमूर्ति डी. वाई. चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति सूर्यकांत के साथ ही सीजेआई रमना की अध्यक्षता वाली पीठ से कहा कि अगर यूपी में उद्योग बंद हो गए तो इससे राज्य में गन्ना और दूध उद्योग प्रभावित हो जाएगा। कुमार ने गन्ना व्यवसाय के विभिन्न पहलुओं पर भी विस्तार से बताया और जोरदार तर्क दिया कि इनके बंद होने से एक बड़ी समस्या पैदा हो जाएगी। कुमार ने कहा कि अगर चीनी मिलें बंद होती हैं तो किसानों को नुकसान होगा। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि सरकार आयोग से संपर्क कर सकती है। शीर्ष अदालत ने उत्तर प्रदेश सरकार को वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के समक्ष शिकायत करने की अनुमति दी। याचिकाकर्ता का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने सुझाव दिया कि सरकार को वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए दीर्घकालिक समाधान देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्यों में बड़े पैमाने पर जमीन उपलब्ध है, जहां बिजली पैदा करने के लिए सोलर पैनल लगाए जा सकते हैं। पीठ ने कहा कि उसने केंद्र को पहले ही अक्षय ऊर्जा के पहलू की जांच करने के लिए कहा है। सिंह ने तर्क दिया कि सौर पैनल बिजली संयंत्रों की जगह ले सकते हैं। मामले की सुनवाई का समापन करते हुए, पीठ ने कहा, ""कुछ समय के लिए भारत सरकार द्वारा विशेष उपायों और 2 दिसंबर की अधिसूचना के मद्देनजर, हम भारत सरकार और जीएनसीटीडी को उन उपायों को लागू करने का निर्देश देते हैं। हम मामले को लंबित रखेंगे और इसे (मामले को) अगले शुक्रवार को सूचीबद्ध करेंगे।"" शीर्ष अदालत दिल्ली के 17 वर्षीय छात्र आदित्य दुबे द्वारा दिल्ली में गंभीर वायु प्रदूषण के बारे में चिंता जताने वाले एक मामले की सुनवाई कर रही थी।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448951/opposition-should-stop-politics-on-lack-of-oxygen-see-the-sincere-efforts-of-the-centre-mandaviya.html,"ऑक्सीजन की कमी पर राजनीति बंद करे विपक्ष, केंद्र के ईमानदार प्रयासों को देखें: मांडविया","लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान मांडविया ने कहा कि केंद्र सरकार ने ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास किये और महामारी की दूसरी लहर के दौरान मांग तेजी से बढ़ने पर उत्पादन बढ़ाया। कांग्रेस सांसद सुरेश धनोरकर ने जब इस विषय को सदन में उठाया तो जवाब में मांडविया ने कहा, ‘‘दुख की बात है कि ऐसे हालात में भी कई लोग राजनीति करना नहीं छोड़ रहे। मैं अपील करता हूं कि हमारे ईमानदार प्रयासों को देखें। यह राजनीति का विषय नहीं है।’’ मांडविया ने दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से लोगों की मौत के विपक्ष के दावों पर उसे आड़े हाथ लेते हुए कहा कि केंद्र ने इस बाबत राज्यों से आंकड़े मांगे थे और केवल पंजाब सरकार ने जवाब दिया कि इस तरह की मृत्यु के केवल चार संदिग्ध मामले आये और इस मामले में जांच जारी है। मंत्री ने कहा, ‘‘मैं बताना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) ने मुख्यमंत्रियों की बैठक में कहा था कि ऑक्सीजन की कमी से मौत के आंकड़ों को छिपाने की जरूरत नहीं है। ये सामने आने चाहिए।’’ मांडविया के मुताबिक केंद्र ने तीन बार राज्यों को पत्र लिखकर उनसे ऑक्सीजन की कमी की वजह से मारे गये लोगों की संख्या बताने को कहा था।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/12-chief-ministers-of-bjp-will-visit-ramlala/,रामलला के दर्शन करेंगे भाजपा के 12 मुख्यमंत्री,"रामलला के दर्शन करेंगे भाजपा के 12 मुख्यमंत्री By admin - December 15, 2021 अयोध्या (एजेंसी)। भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों का दल बुधवार को अयोध्या पहुंचकर रामलला और हनुमानगढ़ी के दर्शन करेगा। 15 दिसंबर को 11 सीएम और एक डेप्युटी सीएम के अयोध्या पहुंचने का जिला प्रशासन के पास प्रोटोकॉल मिल गया है। भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अयोध्या दौरा को लेकर प्रशासन अलर्ट पर है। मुख्यमंत्रियों के दर्शन और अयोध्या दर्शन के कार्यक्रम को फाइनल कर संबंधित अधिकारियों को जनसंपर्क अधिकारी के तौर पर ड्यूटी लगाई गई है। सूत्रों के मुताबिक, सभी मुख्यमंत्रियों के मंगलवार शाम वाराणसी से लखनऊ जाने की उम्मीद है। जो लखनऊ में रात्रि प्रवास कर 15 दिसंबर को सुबह लगभग 11 बजे अयोध्या पहुंचेंगे। ये सभी 11 बजे हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन करेंगे और दोपहर में 2 बजे रामलला के दर्शन करेंगे। चंपत राय नहीं रहेंगे मौजूद : मुख्यमंत्रियों के स्वागत के लिए राम जन्मभूमि परिसर में मंदिर ट्रस्ट के प्रमुख पदाधिकारी महामंत्री चंपत राय और डॉ. अनिल मिश्र मौजूद नहीं रहेंगे। राम मंदिर निर्माण करने वाली कंपनी एल एंड टी और टीईएस के विशेषज्ञ और चंपत राय, अनिल मिश्र आदि मंदिर कार्यशालाओं मे तराशे जा रहे पत्थरों का निरीक्षण करने राजस्थान गए हैं। मुख्य सचिव ने लिया तैयारियों का जायजा : इस बीच प्रदेश के मुख्य सचिव आर के तिवारी ने भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के अयोध्या आगमन की तैयारियों का जायजा लिया। उनके मुताबिक प्रशासन अलर्ट है। उन्होंने मुख्यमंत्रियों के रूकने के संभावित स्थलों का निरीक्षण किया। राम की पैड़ी, सरयू घाट का भी निरीक्षण किया। भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री काशी कॉरिडोर के उद्घाटन के मौके पर काशी आए थे। रामलला के दर्शन के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ मौजूद रहेंगे।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/pm-modis-pathshala-in-kashi/,काशी में पीएम मोदी की ‘पाठशाला’ बोले- भाजपा के मुख्यमंत्री...,"काशी में पीएम मोदी की ‘पाठशाला’ बोले- भाजपा के मुख्यमंत्री बनाएं उत्तम प्रदेश, प्राचीन और संस्कृति संजोएं, शहरों को करें विकसित By admin - December 15, 2021 वाराणसी (एजेंसी)। भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्रियों की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि काशी का विकास ही आदर्श मॉडल है और भाजपा के सीएम इसी आधार अपने राज्यों को उत्तम प्रदेश बनाएं। सबसे प्राचीन नगरी काशी ने अपनी पुरातन संस्कृति को संरक्षित करते हुए आधुनिक विकास में देश के सामने नजीर बनी है। ऐसे ही सभी राज्य अपने यहां के प्राचीन शहरों के विकास की रूपरेखा तय करें। उन्होंने काशी विश्वनाथ धाम और भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या को देश के सभी राज्यों से जोडऩे का भी मसौदा दिया गया। इस दौरान काशी और उत्तर प्रदेश के विकास और कोरोना काल में सेवा व वैक्सीनेशन अभियान का 13 मिनट का वीडियो भी दिखाया गया। मुख्यमंत्रियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने स्वागत किया। पीएम मोदी ने बैठक में कहा कि काशी और काशी विश्वनाथ धाम देश के लिए ऐतिहासिक है। अपने-अपने राज्यों में जाकर इसका प्रचार-प्रसार भी करें। काशी मॉडल के आधार पर ही राज्यों के प्राचीन शहरों को संवारें। काशी और अयोध्या के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आगे आएं। पुराने शहरों के मूल स्वरूप को बरकरार रखते हुए लोगों की सुविधाओं के लिए क्या किया जा सकता है, इस पर फोकस करें। करीब पांच घंटे तक चली बैठक में सभी मुख्यमंत्री अपने प्रांतों में कराए गए विकास कार्यों का प्रस्तुतीकरण दिया। इसके साथ ही काशी के विकास पर आधारित छह मिनट का वीडियो भी दिखाया गया, जिसमें बताया गया कि सात वर्षों में यह देश का नंबर-1 शहर बन गया है। इसके बाद सात मिनट का वीडियो उत्तर प्रदेश के विकास पर दिखाया गया, इसमें एयरपोर्ट, एक्सप्रेस वे, मेडिकल कालेज, पुल, सड़कें सहित अन्य क्षेत्रों में किए गए अभूतपूर्व कामों का जिक्र किया गया था। योजनाओं के लाभ पर किया गया मंथन : बैठक में सरकार की विभिन्न योजनाओं पर चर्चा भी हुई। योजनाओं का लाभ लोगों तक कैसे और कितना मिल रहा इस पर मंथन किया गया। राज्यों के साथ केंद्र के तालमेल के साथ ही केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के विविध पक्षों पर चर्चा हुई है। कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पूरी तरह से जनता तक पहुंचाने की रणनीति को और बेहतर करने की कवायद चली। कोरोना संकट के कारण यह बैठक गत वर्ष नहीं हो पायी थी। इस अहम बैठक में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, त्रिपुरा से बिप्लब देब, हरियाणा से मनोहरलाल खट्टर, हिमाचल से जयराम ठाकुर, कर्नाटक से बसवराज बोम्मई, असम के हेमंत बिस्व शर्मा, गुजरात के भूपेंद्र भाई पटेल, अरूणाचल के पेमा खांडू, उत्तराखंड के पुष्कर सिंह धामी, मणिपुर के एन बिरेन सिंह शामिल रहे। उपमुख्यमंत्रियों में बिहार से तारकेश्वर प्रसाद व रेनू देवी, उत्तर प्रदेश से केशव प्रसाद मौर्य व दिनेश चंद्र शर्मा, नागालैंड से यथंगोपट्टन, त्रिपुरा जिष्णुदेव शर्मा, अरूणाचल से चोनामीन हैं।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/speaker-gave-advice-to-ministers/,"स्पीकर ने मंत्रियों को दी नसीहत, कहा- ‘लोकसभा से नहीं चलाएं...","स्पीकर ने मंत्रियों को दी नसीहत, कहा- ‘लोकसभा से नहीं चलाएं अपना मंत्रालय’ By admin - December 15, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को मंत्रियों द्वारा लोकसभा के भीतर विभिन्न मुद्दों पर सदस्यों के साथ बातचीत करने पर नाराजगी व्यक्त की और उन्हें सदन से अपने कार्यालय नहीं चलाने की नसीहत दी। बता दें कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह एक सदस्य के साथ बातचीत करते देखे गए। मंत्री प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद किसी मुद्दे पर चर्चा करने के लिए अपनी सीट पर आए थे। बीच-बचाव करते हुए ओम बिरला ने कहा, माननीय सदस्यों, मंत्रियों को यहां से अपना मंत्रालय नहीं चलाना चाहिए। मंत्रियों को सांसदों से कार्यालय में मिलने आने के लिए कहना चाहिए। उन्होंने सदस्यों से सदन की मर्यादा बनाए रखने के लिए कहा। विभिन्न राजनीतिक दलों के सदस्य अक्सर मंत्रालयों से संबंधित कुछ मुद्दों को उठाने के लिए विभिन्न मंत्रियों की सीटों पर जाते हैं, भले ही सदन की कार्यवाही चल रही हो। ओम बिरला ने प्रश्नकाल समाप्त होने की घोषणा के बाद भी एक प्रश्न के उत्तर को जारी रखने के लिए केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी को फटकार लगाई। उन्होंने कहा, मंत्री जी, स्पीकर ने घोषणा कर दी है, बैठ जाइए। जब मैंने कहा कि प्रश्नकाल खत्म हो गया है तब भी आप बोलना जारी रखे हुए हैं।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/why-didnt-digvijay-invite-rahul-for-a-comedy-show/,‘कॉमेडी शो के लिए राहुल को क्यों नहीं बुला लेते दिग्विजय’,"‘कॉमेडी शो के लिए राहुल को क्यों नहीं बुला लेते दिग्विजय’ By admin - December 15, 2021 भोपाल (एजेंसी)। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें राज्य में कॉमेडी शो करवाना है तो वे कांग्रेस नेता राहुल गांधी को क्यों नहीं बुलवा लेते। डॉ मिश्रा ने संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कहा कि सिंह को अगर कॉमेडी शो करवाना ही है तो वे गांधी को क्यों नहीं बुला लेते। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में अगर किसी ने हिन्दू देवी-देवताओं को अपमानित करने वाला शो किया तो उसका स्थान सिर्फ जेल ही होगा। दरअसल ये पूरा मामला सिंह की ओर से स्टैंड अप कॉमेडियन कुणाल कामरा को शो के लिए मध्यप्रदेश आमंत्रित करने से जुड़ा है। सिंह ने अपने ट्वीट में कहा था कि वे कुणाल कामरा के लिए भोपाल में शो आयोजित करेंगे। उसकी सारी जिम्मेदारी उनकी होगी। शर्त एक होगी कि कॉमेडी का सब्जेक्ट केवल वे स्वयं होंगे। उन्होंने आगे जोड़ा था कि इसमें तो ‘संघियों’ को एतराज नहीं होना चाहिए।ङ्क्षसह के इसी बयान पर डॉ मिश्रा की ये प्रतिक्रिया सामने आई है।कुणाल कामरा अपनी कॉमेडी को लेकर अक्सर विवादों में रहते हैं। उनकी कॉमेडी का विषय अक्सर सरकार के कामकाज और धर्म विरेाध से जुड़ा होता है। कई स्थानों पर से उनके शो कैंसिल होने की लगातार खबरें सामने आ रही हैं।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/modis-kashi-model-is-an-impregnable-fortress-of-cultural-nationalism-for-the-bjp/,मोदी का काशी मॉडल भाजपा के लिए सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का अभेद्य...,"मोदी का काशी मॉडल भाजपा के लिए सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का अभेद्य दुर्ग- विपक्षी हमलों से मजबूत होगी किलेबंदी By admin - December 15, 2021 लखनऊ (एजेंसी)। प्र.म. नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के दो दिनों के दौरे के दौरान भारतीय जनता पार्टी के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के दुर्ग को अभेद्य बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। गंगा स्नान से लेकर काशी विश्वनाथ धाम परिसर में पैदल गंगा जल लेकर जाना और बाबा विश्वनाथ की अराधना के साथ ही उन्होंने हिंदू और हिंदुत्व के बीच शुरू की गई बहस की दिशा मोड़ दी। मामला अब हिंदू प्रतीकों के प्रति समर्पण का भाव पर बहस तक पहुंच गया है। काशी के लोग साफ तौर पर यह कहते देखे गए, कि यह तो मोदी ही कर सकते हैं। प्र.म. मोदी के अपने धर्म को छुपाने की जगह उस पर गर्व करने ने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के दुर्ग को अभेद्य बनाने का भरसक प्रयास किया है। काशी के दो दिवसीय दौरे के दौरान प्र.म. मोदी ने धार्मिक प्रतीकों का भरपूर इस्तेमाल किया। काशी विश्वनाथ धाम जाने वाले एक सामान्य तीर्थयात्री की तरह गंगा स्नान किया। गेरूआ वस्त्र धारण किए नजर आए। बाबा विश्वनाथ के दरबार तक स्वयं जल लेकर पहुंचे। बाबा विश्वनाथ का पूरे विधान के साथ पूजन किया। विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह के दौरान त्रिपुंड में नजर आए। गले में रूद्राक्ष की माला। शाम को क्रूज से भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ दशाश्वमेध घाट पर भव्य गंगा आरती का नजारा लिया। रात को एक बार फिर बाबा विश्वनाथ धाम पहुंच कर वहां चल रहे विकासात्मक कार्यों का जायजा लिया। विकास के साथ धर्म को जोडऩे की रणनीति मोदी ने काशी से यूपी चुनाव को लेकर बड़ा संदेश देने की कोशिश की। वह रही विकास को धर्म के साथ जोड़कर देखने की कोशिश। उन्होंने जब कहा कि बिना बाबा भोला के आशीर्वाद के काशी में एक पत्ता नहीं हिल सकता तो उन्होंने भगवान के प्रति अपनी श्रद्धा को खुलेआम प्रदर्शित किया। फरवरी 2019 में कुंभ के दौरान भी जब प्र.म. मोदी प्रयागराज पहुंचे थे, तो उन्होंने गंगा स्नान किया था। उसके कुछ महीनों बाद लोकसभा चुनाव था और प्र.म. मोदी ने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के दुर्ग को तब भी मजबूत करने का प्रयास किया। वहीं, लोकसभा चुनाव 2019 के बाद उनका केदारनाथ की गुफा में जाकर ध्यान लगाना भी इसी का एक स्वरूप माना जाता है। विपक्षी दलों के वार बन रहे हथियार सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के हथियार पर विपक्ष के वार का असर सामने वाले पर ही होता है। यह भाजपा और प्र.म. मोदी साफ समझ चुके हैं। अगर उनकी पूजा और भक्ति पर सवाल उठाए जाते हैं तो भाजपा तुरंत सामने वाले को हिंदू विरोधी करार देती है। वहीं, इन मामलों पर मौन रहना तो विपक्ष के आत्मसमर्पण के रूप में जनता के सामने पेश किया जाता है। धर्म किसी भी व्यक्ति का नितांत निजी मामला होता है। संविधान में भी हर भारतीय नागरिक को अपने धर्म का पालन और अपनी पूजा पद्धति को अपनाने का अधिकार है। लेकिन, प्रधानमंत्री पद पर बैठे व्यक्ति को क्या धर्म का सार्वजनिक प्रदर्शन करना चाहिए, विपक्ष की ओर से पूछे जाने वाले ये सवाल, उनके खिलाफ ही हथियार की तरह अब इस्तेमाल होने लगे हैं। अखिलेश के तंज पर मचा हंगामा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के दुर्ग का अंदाजा इस बात से लगाइए कि अखिलेश यादव के एक बयान पर हंगामा मचा हुआ है। इसमें अखिलेश यादव यह कह रहे हैं कि आखिरी समय में लोग काशी जाते हैं। प्र.म. मोदी के काशी दौरे को लेकर उनके बयान के बाद आम काशी के लोगों में नाराजगी देखी जा रही है। काशी को मोक्ष की नगरी कहा जाता है। इसके बाद भी इस प्रकार के बयान के दो अर्थ लगाए जाते हैं और राजनीतिक बयानों में तो कई। अब हर कोई इसे अपने स्तर से विश्लेषित करने में लगा है। वहीं, उनकी पार्टी के अबु आजमी ने तो भाजपा पर मंदिर मस्जिद की राजनीति करने का आरोप लगा दिया। मतलब, विपक्ष की ओर से भी राजनीति की दिशा अब उसी तरफ जाने लगी है, जिस तरफ भाजपा उसे ले जाना चाहती है। योग संस्थान के कार्यक्रम के जरिए भी बड़ा संदेश प्र.म. मोदी ने काशी दौरे के दूसरे दिन सद्गुरू सदाफलदेव विहंगम योग संस्थान के कार्यक्रम के जरिए भी अपने विचारों को साफ किया। उन्होंने कहा कि कल विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का उद्घाटन और आज यह कार्यक्रम, दैवीय भूमि पर ईश्वर के आशीर्वाद से यह कार्यक्रम संपन्न हो रहा है। उन्होंने संतों को ईश्वर का साधन बताया। प्र.म. ने कहा कि सद्गुुरू सदाफलदेव जी ने समाज के जागरण के लिए विहंगम योग को जन-जन तक पहुंचाने के लिए यज्ञ किया था। आज वह संकल्प बीज हमारे सामने इतने विशाल वट वृक्ष के रूप में खड़ा है। धार्मिक प्रतीक और सम्मान के प्रति अपनी भावना जाहिर कर प्रधानमंत्री अपनी स्थिति को मजबूत करते दिख रहे हैं।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/dedicating-the-kashi-vishwanath-corridor-pm-said-if-aurangzeb-comes-shivaji-also-rises-up-kashi-is-imperishable/,काशी विश्वनाथ कॉरिडोर समर्पित कर बोले प्र.म.- ‘औरंगजेब आता है तो...,"काशी विश्वनाथ कॉरिडोर समर्पित कर बोले प्र.म.- ‘औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं, काशी तो अविनाशी है’ By admin - December 14, 2021 वाराणसी (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का उद्घाटन किया। प्र.म. ने इससे पहले गंगा में डुबकी लगाई और पवित्र जल लेकर भगवान शिव को अर्पित किया और पूजा की। इस अवसर पर प्र.म. मोदी ने काशी के गौरवपूर्ण इतिहास को याद किया। प्र.म. मोदी ने शिवाजी और राजा सुहलदेव से लेकर होल्कर की महारानी और महाराजा रणजीत सिंह के योगदान को भी याद किया। देश की जनता से मांगे 3 संकल्प प्र.म. मोदी ने कहा कि मेरे लिए तो जनता जनार्दन ईश्वर का ही रूप है। मेरे लिए हर भारतवासी ईश्वर का ही अंश है। जैसे सब भगवान से मांगते हैं। मैं आपको ही भगवान मानता हूं। मैं आपसे कुछ मांगना चाहता हूं। मैं आपसे अपने लिए, हमारे देश के लिए तीन संकल्प चाहता हूं। प्र.म. ने देश की जनता से मांगे तीन संकल्प। स्वच्छता, सृजन और तीसरा आत्मनिर्भर भारत के लिए निरंतर प्रयास। प्र.म. ने कहा कि हमारा आत्मनिर्भर होना जरूरी होगा। हमें लोकल के लिए वोकल होना होगा। जब हम ऐसी चीजों को खरीदेंगे जिसे बनाने में भारतीय का पसीना बहा हो। तभी हम इसमें मदद करेंगे। स्वच्छता जीवनशैली होती है। स्वच्छता अनुशासन होता है। गंगा की स्वच्छता के लिए कितने ही प्रयास चल रहे हैं। जब भारत का युवा कोरोना के इस मुश्किल समय में सैकड़ों स्टार्टअप बना सकता है। सदियों की गुलामी ने जो हम पर प्रभाव डाला है, उससे आज का भारत उससे बाहर निकल रहा है। आज का भारत सोमनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार ही नहीं करता बल्कि समुद्र में हजारों किलोमीटर फाइबर केबल भी बिछा रहा है। काशी ने जब भी करवट लिया, देश का भाग्य बदला प्र.म. मोदी ने कहा कि जब भी काशी ने करवट ली है, कुछ नया किया है। देश का भाग्य भी बदला। पिछले 7 साल से काशी में चल रहा विकास का महायज्ञ आज एक नई ऊर्जा को प्राप्त किया है। चुनौती कितनी भी बड़ी क्यों न हो हम भारतीय मिलकर उसे प्राप्त कर सकते हैं। विनाश करने वाले की शक्ति भारत की भक्ति से बड़ी नहीं हो सकती है। पंजाब के महाराजा रणजीत सिंह को भी किया याद पंजाब से महाराजा रणजीत सिंह ने 23 मन सोना चढ़ाया था। इसके शिखर पर सोना चढ़ाया था। पंजाब के लोगों ने काशी पुनर्निमाण के लिए दिल खोलकर दान दिया था। काशी शब्दों का नहीं संवेदनाओं का विषय मोदी ने कहा कि ज्ञान, शोध और अनुसंधान ये काशी और भारत के लिए निष्ठा रही है। धरती के सभी क्षेत्र में काशी मेरा ही शरीर है। इसलिए यहां का हर पत्थर शंकर है। इसलिए हम अपनी काशी को सजीव मानते हैं। काशी जीवत्व को सीधे शिवत्व से जोड़ती है। बनारस वो नगर है जहां शंकराचार्य को श्री डोम राजा से एकता का सूत्र मिला। काशी के बारे में जितना बोलता हूं, उतना ही डूबता जाता हूं। काशी शब्दों का विषय नहीं काशी संवेदनाओं का विषय है। काशी वो है जहां मृत्यु भी मंगल है। काशी वो है जहां प्रेम ही परंपरा है। औरंगजेब आता है तो शिवाजी उठ खड़े होते हैं प्र.म. ने कहा कि यहां अगर औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं। औरंगजेब के अत्याचार, उसके आतंक का इतिहास साक्षी है। जिसने सभ्यता को तलवार के बल पर बदलने की कोशिश की, जिसने संस्कृति को कट्टरता से कुचलने की कोशिश की! लेकिन इस देश की मिट्टी बाकी दुनिया से कुछ अलग है। आज समय का चक्र देखिए। आतंक के वे पर्याय इतिहास के काले पन्नों तक सिमटे रह गए हैं। मेरी काशी आगे बढ़ रही है। अपने गौरव को फिर से नई भव्यता दे रही है। कॉरिडोर बनाने वाले श्रमिकों को भी किया याद प्र.म. मोदी कहा कि आज मैं उन सभी श्रमिक भाई-बहनों को भी याद करना चाहता हूं। कोरोना के विपरित काल में भी उन्होंने काम नहीं रूकने दिया। मुझे श्रमिक साथियों का आशीर्वाद लेने का सौभाग्य मिला। वो परिवार जिनके यहां घर हुआ करते थे, मैं सभी का अभिनंदन करना चाहता हूं। मैं यूपी सरकार कर्मयोगी सीएम योगी आदित्यनाथ का भी अभिनंदन करना चाहता हूं। काशी तो अविनाशी है प्र.म. ने कहा कि जब मैं बनारस आया था तो विश्वास लेकर आया था। विश्वास अपने से ज्यादा बनारस के लोगों पर था। आप पर था। आज हिसाब किताब का समय नहीं है, लेकिन मुझे याद है कुछ लोग ऐसे भी थे जो बनारस के लोगों पर संदेह करते थे। कैसे होगा, होगा ही नहीं, यहां तो ऐसे ही चलता है। ये मोदी जी जैसे आकर बहुत लोग गए। मुझे आश्चर्य होता था कि बनारस के लिए ऐसी धारणाएं बना ली गई थी। थोड़ी बहुत राजनीति थी। थोड़ा बहुत लोगों का निजी स्वार्थ था। इसलिए बनारस पर आरोप लगाए गए थे। लेकिन काशी तो काशी है। काशी तो अविनाशी है। काशी में एक ही सरकार है, जिनके हाथों में डमरू है, उनकी सरकार है। काशी में जो भी होता है, महादेव के आशीर्वाद से ही होता है प्र.म. मोदी ने कहा कि यहां जो कुछ भी होता है वो महादेव के आशीर्वाद से होता है। यहां उनकी इच्छा के बिना कोई पत्ता नहीं हिल सकता है। कोई कितना भी बड़ा हो, तो अपना घरे के होंगे। उनकी इच्छा के बिना कुछ नहीं हो सकता है। दिव्यांग जनों, बुजुर्ग को होगा लाभ प्र.म. ने कहा कि पहले मंदिर क्षेत्र जो केवल 3 हजार वर्गमीटर में था वह अब 5 लाख फीट का हो गया है। अब मंदिर परिसर में 70 हजार श्रद्धालु आ सकेंगे। यही तो है हर हर महादेव। अब विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के पूरा होने से कारण यहां सबका आना सुलभ हो गया। दिव्यांग भाई-बहन, बुजुर्ग लोग सीधे मंदिर तक आ सकेंगे। प्र.म. मोदी ने कहा कि जब मां गंगा उन्मुक्त होंगी, प्रसन्न होगी। तो हम गंग तरंग की कलकल का हम दैवीय अनुभव कर सकेंगे। मां गंगा सबकी हैं। उनका आशीर्वाद सबके के लिए है। लेकिन समय और परिस्थितियों के चलते बाबा और मां गंगा की सरलता मुश्किल हो चली थी। काशी में आपको अतीत के गौरव का भी अहसास होगा। कैसे प्राचीनता और नवीनता एकसाथ सजीव हो रही है। इसके साक्षात दर्शन विश्वनाथ धाम परिसर में हम कर रहे हैं। Share Previous article PM ने गंगा में लगाई डुबकी बोले-मां गंगा की गोद में उनके स्नेह ने कृतार्थ कर दिया Next article टीम इंडिया को तगड़ा झटका- रोहित द. अफ्रीका टेस्ट सीरीज से बाहर-प्रियांक पांचाल लेंगे जगह admin RELATED ARTICLESMORE FROM AUTHOR National जनरल नरवणे बने तीनों सेनाओं की चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के चेयरमैन, सीडीएस के पद पर और मजबूत हुआ दावा National सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी- मारा गया हिजबुल का टॉप आतंकी Mumbai ओबीसी आरक्षण पर उद्धव सरकार को झटका, सुप्रीम कोर्ट ने खारिज किया आवेदन",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/the-pm-took-a-dip-in-the-ganges-and-said-his-affection-in-the-lap-of-mother-ganga-made-him-grateful/,PM ने गंगा में लगाई डुबकी बोले-मां गंगा की गोद में...,"PM ने गंगा में लगाई डुबकी बोले-मां गंगा की गोद में उनके स्नेह ने कृतार्थ कर दिया By admin - December 14, 2021 वाराणसी (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी में सोमवार को काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण से पहले गंगा स्नान कर धार्मिक अनुष्ठान में हिस्सा लिया। मोदी ने गंगा स्नान के अनुभव को कृतार्थ करने वाला बताया। प्रधानमंत्री मोदी ने दो दिवसीय काशी प्रवास पर यहां पहुंचने के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में पहुंच कर पहले भगवान काल भैरव की पूजा अर्चना की। इसके बाद मोदी ने गंगा तट पर पहुंच कर रो-रो बोट ‘अलकनंदा’ से ललिता घाट तक का सफर तय किया। घाट पर उन्होंने गंगा स्नान किया। गंगा में खड़े होकर मोदी ने भगवान सूर्य को गंगा जल से अघ्र्य दिया। नदी से गंगा जल लेकर वह विश्वनाथ मंदिर में भगवान शिव के जलाभिषेक के लिये मंदिर प्रांगण में पहुंचे। गंगा स्नान के अपने अनुभव को सोशल मीडिया के माध्यम से साझा करते हुये प्र.म. मोदी ने कहा, माँ गंगा की गोद में उनके स्नेह ने कृतार्थ कर दिया। ऐसा लगा जैसे माँ गंगा की कलकल करती लहरें विश्वनाथ धाम के लिए आशीर्वाद दे रही हैं। हर हर महादेव।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/modi-in-kashi/,काशी में मोदी,"काशी में मोदी By admin - December 14, 2021 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट वाराणसी के काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का सोमवार को लोकार्पण किया। लोकार्पण के बाद वह गंगा आरती देखने के लिए दशाश्वमेध घाट पहुंचे। घाट के सामने मौजूद क्रूज से उन्होंने आरती और लेजर शो देखा। इस दौरान उनके साथ क्रूज पर सीएम योगी आदित्यनाथ और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा भी मौजूद थे। वह रविदास घाट से विवेकानंद क्रूज में सवार होकर दशाश्वमेध घाट पहुंचे। इससे पहले उन्होंने रविदास घाट पर संत रविदास की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। मोदी ललिता घाट से अलकनंदा क्रूज के जरिए रविदास घाट पहुंचे थे। दो दिवसीय दौरे के तहत प्रधानमंत्री सोमवार को वाराणसी पहुंचें थे, वे यहां काशी की गलियों में पैदल घूमे। प्र.म. मोदी को देखने लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/%e0%a4%86-%e0%a4%97%e0%a4%88-%e0%a4%b5%e0%a4%b9-%e0%a4%b6%e0%a5%81%e0%a4%ad-%e0%a4%98%e0%a4%a1%e0%a4%bc%e0%a5%80/,आ गई वह शुभ घड़ी,"आ गई वह शुभ घड़ी By Editor - July 31, 2020 आस्था के प्रतिमान रघुनंदन प्रभु श्रीराम की जन्मस्थली धर्मनगरी श्रीअयोध्या जी की पावन भूमि पर श्रीरामलला के भव्य और दिव्य मंदिर की स्थापना की प्रक्रिया गतिमान है। लगभग पांच शताब्दियों की भक्तपिपासु प्रतीक्षा, संघर्ष और तप के उपरांत कोटि-कोटि सनातनी बंधु-बांधवों के स्वप्न को साकार करते हुए पांच अगस्त को अभिजीत मुहूर्त में मध्याह्न् बाद 12.30 से 12.40 के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा श्री रामलला के चिर अभिलाषित भव्य-दिव्य मंदिर की आधारशिला रखी जाएगी। यह अवसर उल्लास, आह्लाद, गौरव एवं आत्मसंतोष और करूणा का है। हम भाग्यशाली हैं कि प्रभु श्रीराम ने हमें इस ऐतिहासिक घटना के साक्षी होने का सकल आशीष प्रदान किया। भाव-विभोर कर देने वाली इस बेला की प्रतीक्षा में पांच शताब्दियां व्यतीत हो गईं। दर्जनों पीढिय़ां अपने आराध्य का मंदिर बनाने की अधूरी कामना लिए भावपूर्ण सजल नेत्रों के साथ ही इस धराधाम से परमधाम में लीन हो गईं, किंतु प्रतीक्षा और संघर्ष का क्रम सतत जारी रहा। अब वह शुभ घड़ी आ ही गई जब कोटि-कोटि सनातनी आस्थावानों के त्याग और तप की पूर्णाहुति होने जा रही है। मर्यादा के साक्षात प्रतिमान, पुरूषोतम, त्यागमयी आदर्शसिक्त चरित्र के नरेश्वर, अवधपुरी के प्राणप्रिय राजा श्रीराम अपने वनवास की पूर्णाहुति कर हमारे हृदयों के भावपूरित संकल्प स्वरूप सिंहासन पर विराजने जा रहे हैं। आस्था से उत्पन्न भक्ति की शक्ति का प्रताप अखंड होता है। श्रीरामजन्मभूमि मंदिर निर्माण में अवरोध विगत पांच शताब्दियों से सनातन हिंदू समाज की आस्थावान सहिष्णुता की कठोर परीक्षातुल्य था। श्री रामलला विराजमान की भव्य प्राण-प्रतिष्ठा भारत की सांस्कृतिक अंतरात्मा की समरस अभिव्यक्ति का प्रतिमान सिद्ध होगा। श्रीरामजन्मभूमि मंदिर के निर्माण हेतु भूमिपूजन के अवसर पर सहज ही दादागुरू ब्रह्मलीन गोरक्षपीठाधीश्वर महंत श्री दिग्विजयनाथ जी महाराज और पूज्य गुरूदेव ब्रह्मलीन गोरक्षपीठाधीश्वर महंत श्री अवेद्यनाथ जी महाराज का पुण्य स्मरण हो रहा है। मैं अत्यंत भावुक हूं कि हुतात्माद्वय भौतिक शरीर से इस अलौकिक सुख देने वाले अवसर के साक्षी नहीं बन पा रहे, किंतु आत्मिक दृष्टि से आज उन्हें असीम संतोष और हर्षातिरेक की अनुभूति हो रही होगी। ब्रितानी परतंत्रता काल में श्रीराममंदिर के विषय को स्वर देने का कार्य महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज ने किया। 1934 से 1949 के दौरान उन्होंने राम मंदिर निर्माण हेतु सतत संघर्ष किया। 22-23 दिसंबर, 1949 को जब कथित विवादित ढांचे में श्रीरामलला का प्रकटीकरण हुआ उस समय वहां तत्कालीन गोरक्षपीठाधीश्वर महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज कुछ साधु-संतों के साथ संकीर्तन कर रहे थे। 28 सितंबर, 1969 को उनके ब्रह्मलीन होने के उपरांत अपने गुरूदेव के संकल्प को महंत श्री अवेद्यनाथ जी ने अपना बना लिया, जिसके बाद श्री राम मंदिर निर्माण आंदोलन के निर्णायक संघर्ष की नवयात्र का सूत्रपात हुआ। संतों की तपस्या के परिणामस्वरूप राष्ट्रीय वैचारिक चेतना में विकृत, पक्षपाती एवं छद्म धर्मनिरपेक्षता तथा सांप्रदायिक तुष्टीकरण की विभाजक राजनीति का काला चेहरा बेनकाब हो गया। 1989 में जब मंदिर निर्माण हेतु प्रतीकात्मक भूमिपूजन हुआ तो पहला फावड़ा स्वयं अवेद्यनाथ जी महाराज एवं परमहंस रामचंद्रदास जी महाराज ने चलाया। इन पूज्य संतों की पहल और श्रद्धेय अशोक सिंघल के कारण पहली शिला रखने का अवसर कामेश्वर चौपाल जी को मिला। जन्मभूमि की मुक्ति के लिए बड़ा और कड़ा संघर्ष हुआ। न्याय और सत्य की संयुक्त विजय का यह उल्लास अतीत की कटु स्मृतियों को विस्मृत कर नए कथानक रचने और समाज में समरसता की सुधा सरिता के प्रवाह की नवप्रेरणा दे रहा है। सनातन संस्कृति के प्राण प्रभु श्रीराम की जन्मस्थली हमारे शास्त्रों में मोक्षदायिनी कही गई है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश सरकार इस पावन नगरी को पुन: इसी गौरव से आभूषित करने हेतु संकल्पबद्ध है। श्रीअयोध्या जी वैश्विक मानचित्र पर महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में अंकित हों और इस धर्मधरा में रामराज्य की संकल्पना मूर्त भाव से अवतरित हो, इस हेतु हम नियोजित नीति के साथ निरंतर कार्य कर रहे हैं। वर्षो तक राजनीतिक उपेक्षा के भंवरजाल में उलझी रही अवधपुरी आध्यात्मिक और आधुनिक संस्कृति का नया प्रतिमान बनकर उभरेगी। यहां रोजगार के नए अवसर सृजित हो रहे हैं। विगत तीन वर्षो में विश्व ने अयोध्या की भव्य दीपावली देखी है। अब यहां धर्म और विकास के समन्वय से हर्ष की सरिता और समृद्धि की बयार बहेगी। पांच अगस्त को श्रीअयोध्या जी में आयोजित भूमिपूजन और शिलान्यास में सहभागिता हेतु प्रभु श्रीराम के असंख्य अनन्य भक्तगण परम इच्छुक होंगे, किंतु महामारी कोविड-19 के कारण यह संभव नहीं हो पा रहा। इसे प्रभु इच्छा मानकर सहर्ष स्वीकार करना चाहिए। प्रधानमंत्री सवा सौ करोड़ देशवासियों की आकांक्षाओं के प्रतिबिंब हैं। वह वहां रहेंगे। यह प्रत्येक भारतीय के लिए गौरव का क्षण होगा। प्रधानमंत्री के कारण ही देश और दुनिया लगभग पांच शताब्दी बाद इस शुभ मुहूर्त की अनुभूति कर पा रही है। 5 अगस्त, 2020 को भूमिपूजन और शिलान्यास न केवल मंदिर का है वरन एक नए युग का भी है। यह नया युग प्रभु श्रीराम के आदर्शो के अनुरूप नए भारत के निर्माण का है। यह युग मानव कल्याण का है। यह युग लोककल्याण हेतु तपोमयी सेवा का है। यह युग रामराज्य का है। भाव-विभोर करने वाले इस ऐतिहासिक अवसर पर प्रत्येक देशवासी का मन प्रफुल्लित होगा, किंतु स्मरण रहे प्रभु श्री राम का जीवन हमें संयम की शिक्षा देता है। उत्साह के बीच हमें संयम रखते हुए वर्तमान परिस्थितियों के दृष्टिगत शारीरिक दूरी बनाए रखना है, क्योंकि यह भी हमारे लिए परीक्षा का क्षण है। मेरी अपील है कि विश्व के किसी भी भाग में मौजूद समस्त श्रद्धालु जन चार एवं पांच अगस्त को अपने-अपने निवास स्थान पर दीपक जलाएं और धर्माचार्यगण देवमंदिरों में अखंड रामायण का पाठकर दीप जलाएं। ऐसे ऐतिहासिक क्षण का प्रत्यक्ष अवलोकन किए बिना गोलोक पधार चुके अपने पूर्वजों का स्मरण कर उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करें और पूर्ण श्रद्धाभाव से प्रभु श्रीराम का स्तवन करें। (लेखक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं)",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/goa-bjp-mla-alina-saldanha-resigns-76853,गोवा में भाजपा विधायक अलीना सल्दान्हा ने दिया इस्तीफा,"उन्होंने दावा किया कि सत्तारूढ़ पार्टी अपने सारे सिद्धांत भूल गई है और इस तटीय राज्य में ‘अव्यवस्था' है। सल्दान्हा ने कहा, ‘किसी को नहीं पता कि पार्टी में कौन आ रहा है और कौन जा रहा है।' राज्य की पूर्व पर्यावरण मंत्री अलीना सल्दान्हा ने कहा कि उन्होंने बुधवार को पार्टी की एक बैठक में भाग लेने के बाद भाजपा छोड़ने का फैसला किया, जिसमें 'पार्टी के एक वरिष्ठ नेता की एक बात ने मुझे यह एहसास कराया कि यह समय है कि मैं पार्टी छोड़ दूं।' अरविंद केजरीवाल नीत आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी उन्होंने इस संबंध में काई निर्णय नहीं किया है। उन्होंने कहा, ‘सभी दल मेरे सम्पर्क में हैं। मुझे इस पर अभी विचार-विमर्श करना है...मुझसे कोई भी सम्पर्क करे इससे फर्क नहीं पड़ता, मैं सभी पहलुओं पर गौर करके निर्णय करूंगी। मैं अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों से भी विचार-विमर्श करूंगी।'",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/minister-of-state-for-home-should-be-fired-from-the-government-rahul-gandhi-76847,गृह राज्य मंत्री को सरकार से निकाल देना चाहिए : राहुल गांधी,"इससे पूर्व राहुल गांधी ने लखीमपुर खीरी मामले पर बुधवार को लोकसभा में कार्य स्थगन का नोटिस दिया था। नोटिस में उन्होंने सदन में नियत कामकाज स्थगित करने की मांग की थी और कहा था कि एसआईटी रिपोर्ट को लेकर सदन में चर्चा होनी चाहिए। गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अब तक की छानबीन और साक्ष्यों के आधार पर दावा किया है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा 'टेनी' के पुत्र और उसके सहयोगियों द्वारा जानबूझकर, सुनियोजित साजिश के तहत घटना को अंजाम दिया गया।",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/opposition-adamant-on-resignation-of-minister-ajay-mishra-76686,मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे पर अड़ा विपक्ष,लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) की रिपोर्ट को लेकर लोकसभा में बुधवार को कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के सांसदों ने गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग करते हुए भारी हंगामा किया। इसके कारण सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर करीब 2:10 बजे दिनभर के लिए स्थगित कर दी गयी।,1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/39the-apprehensions-about-the-jurisdiction-of-bsf-are-unfounded39-76687,‘बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को लेकर आशंकाएं निराधार’,"केंद्र सरकार ने बुधवार को संसद में बताया कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकार क्षेत्र में की गयी वृद्धि को लेकर पंजाब और पश्चिम बंगाल सरकार की आशंकाएं निराधार हैं। राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि इन राज्यों की आशंकाओं के विपरीत, सीमा पार से होने वाले अपराधों को राज्य के साथ मिलकर बेहतर और अधिक प्रभावी रूप से नियंत्रित किया जा सकेगा। ज्ञात हो कि केंद्र सरकार ने अक्तूबर में बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने का फैसला किया था। इसके तहत असम, पंजाब और पश्चिम बंगाल में सीमा से 50 किलोमीटर भीतर तक के दायरे में बीएसएफ काम करेगी। पहले यह दायरा 15 किलोमीटर था। एक अन्य प्रश्न के जवाब में राय ने कहा कि बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र में वृद्धि संघीय व्यवस्था का उल्लंघन नहीं है।",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/tikait-left-between-havan-halwa-and-cheers-76690,"हवन, हलवा और जयकारों के बीच रवाना हुए टिकैत","दिल्ली के प्रवेश द्वार गाजीपुर पर एक साल पहले डेरा जमाने वाले किसान, आंदोलन के ‘स्थगन' के साथ आखिरकार बुधवार को भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में विजय यात्रा निकालते हुए घरों को लौट गए। सुबह हवन पूजन और प्रसाद में हलवा वितरण के बाद भारत माता की जयकार व देशभक्ति के गीतों के बीच विजय यात्रा में शामिल किसान अपने गंतव्य को रवाना हुए।",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/cms-of-bjp-ruled-states-reached-ayodhya-76698,भाजपा शासित राज्यों के सीएम पहुंचे अयोध्या,काशी कोरिडोर के कार्यक्रम मे हिस्‍सा लेने पहुंचे भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों का दल बुधवार को अयोध्या पहुंचा। 11 राज्‍यों के सीएम व कई के डिप्‍टी सीएम ने जन्‍म भूमि परिसर मे स्थापित अस्‍थाई मंदिर में राम लला व हनुमानगढी में हनुमानजी के समक्ष माथा टेका। कई सीएम सपरिवार पहुंचे थे। इस मौके पर उपस्थित रहे भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि काशी विश्वनाथ के दर्शन के बाद सब के मन में इच्छा थी कि सभी श्री रामलला का दर्शन करने अयोध्या भी जाएंगे,1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/union-minister-of-state-for-home-ajay-mishra-teni-father-of-lakhimpur-violence-case-accused-ashish-mishra-took-out-anger-on-media-persons-summoned-delhi-76676,"लखीमपुर हिंसा मामले के आरोपी आशीष मिश्रा के पिता केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने मीडियाकर्मियों पर निकाला गुस्सा, दिल्ली तलब",लखीमपुर हिंसा मामले में एसआईटी की रिपोर्ट आने के बाद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने कथित तौर पर अपना गुस्सा पत्रकारों पर निकाला। एसआईटी की रिपोर्ट में हिंसा को सुनियोजित बताया गया था। हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा के संदर्भ में आज किये एक सवाल पर टेनी बौखला गये और कथित तौर पर मीडियाकर्मियों पर गुस्सा निकालते हुए उन्हें अपशब्द कहे। इस घटना के बाद अजय मिश्रा को दिल्ली तलब कर लिया गया है। बताया जा रहा कि वे शाम को फ्लाइट से दिल्ली रवाना होंगे।,1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/opposition-uproar-over-suspension-issue-of-members-rajya-sabha-adjourned-76668,"सदस्यों के निलंबन मुद्दे पर विपक्ष का हंगामा जारी, राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित","बारह सदस्यों के निलंबन का फैसला वापस लेने की मांग को लेकर विपक्षी सदस्यों के हंगामे की वजह से बुधवार को राज्यसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दूसरी बार दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। पहली बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही आरंभ हुई, कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा ने व्यवस्था का सवाल उठाते हुए आसन से पूछा कि उन्होंने सदस्यों का निलंबन का फैसला रद्द करने संबंधी एक नोटिस दिया है। इस क्रम में उन्होंने कुछ पूर्ववर्ती घटनाओं का भी उल्लेख किया। इस पर उपसभापति हरिवंश ने व्यवस्था देते हुए कहा कि उनका नोटिस स्वीकार करने योग्य नहीं है और बगैर सभापति की अनुमति के वह इस प्रकार के नोटिस नहीं दे सकते हैं। इसके बाद उपसभापति ने प्रश्नकाल आरंभ किया और वाईएसआर कांग्रेस के विजय साई रेड्डी का नाम पुकारा। इसी बीच, विपक्षी सदस्य आसन के निकट पहुंच गए और हंगामा व नारेबाजी करने लगे। हंगामे के बीच ही केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत राज्यों की बकाया राशि के सिलसिले में पूछे गए प्रश्नों का जवाब दिया। उपसभापति ने हंगामा कर रहे सदस्यों से अपने स्थानों पर लौट जाने और प्रश्नकाल सुचारू रूप से चलने देने का बार-बार अनुरोध किया। जब हंगामा नहीं थमा तो उन्होंने 12 बजकर 28 मिनट पर सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले, आज उच्च सदन में शून्यकाल नहीं हो सका और कार्यवाही आरंभ होने के पांच मिनट बाद ही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी थी।",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/opposition-members-uproar-in-lok-sabha-demanding-resignation-of-minister-after-sit-report-in-lakhimpur-case-proceedings-adjourned-76665,"लखीमपुर मामले में एसआईटी रिपोर्ट के बाद मंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर लोकसभा में विपक्षी सदस्यों का हंगामा, कार्यवाही स्थगित","कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) की रिपोर्ट को लेकर बुधवार को लोकसभा में हंगामा किया जिसके चलते सदन की कार्यवाही आरंभ होने के करीब आधे घंटे बाद अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। सदन की कार्यवाही आरंभ होने के साथ ही विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए। कई सदस्यों ने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं। उन्होंने ‘वी वांट जस्टिस' , ‘मंत्री का इस्तीफा लो' और ‘प्रधानमंत्री जवाब दो' के नारे लगाए। एसआईटी की रिपोर्ट को लेकर ही आज सुबह कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और केरल के वायनाड से लोकसभा सदस्य राहुल गांधी ने कार्यस्थगन का नोटिस दिया था। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल आगे बढ़ाया। विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे के बीच ही रेल मंत्रालय और उपभोक्ता मामले एवं खाद्य मंत्रालय से संबंधित पूरक प्रश्न पूछे गए तथा संबंधित विभागों के मंत्रियों ने इन प्रश्नों के उत्तर दिए।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/navjot-siddhu-addressed-rally-in-punjab.html,पंजाब में सुखबीर सिंह की नहीं बन सकती है सरकार : सिद्धू,"लुधियाना। पंजाब में अब सुखबीर सिंह और बिक्रम सिंह की सरकार नहीं बन सकती है। रायकोट विधानसभा क्षेत्र में एक रैली को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने लुधियाना संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसानों को फसल रखने के स्थान की कमी से नुकसान होता है, जिसका लाभ व्यापारी लेते है।उन्होंने भी कहा कि सहकारी समितियों की ओर से प्रसंस्करण और विपणन भी किया जाएगा। किसानों के स्टार्ट अप को प्रोत्साहन दिया जाएगा, जब बाजार कीमतें न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम होगी। सरकार बिक्री मूल्य व न्यूनतम समर्थन मूल्य के बीच के अंतर का भुगतान करेगी। उन्होंने कहा कि पंजाब की अर्थव्यवस्था किसानों से ही मुमकिन है और इसके लिए किसानों की आय, कीमत व खरीद की गारंटी दिया जाना आवश्यक है।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/rahul-gandhi-adddressed-assembly-in-uttarakhand.html,देश में बेरोजगारी की है बड़ी समस्या : राहुल,"देहरादून। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी उत्तराखंड के देहरादून पहुंचे। यहां रैली में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ने यहां परेड ग्राउंड में एक सभा को संबोधित किया। 1971 में भारत द्वारा पाकिस्तान की सेना को खदेड़ने और बंग्लादेश निर्माण में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की कार्य कुशलता पर आधारित वृत चित्र राहुल गांधी के समक्ष प्रस्तुत किया गया।कांग्रेस नेता ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि दिल्ली में विजय दिवस कार्यक्रम में इंदिरा गांधी का उल्लेख नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि बड़ी समस्या बेरोजगारी की है। लोग पलायन करते है। दूसरी परेशानी महंगाई है। दुनिया में सबसे अधिक टैक्स भारत में है। गांधी ने कहा कि देश को कमजोर किया जा रहा है। भाजपा की सरकार नहीं हटेगी, तब तक रोजगार नहीं मिलेगा। देश की आर्थिक शक्ति को भाजपा नष्ट कर रही है।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/action-should-be-take-against-ajay-mishra.html,सदन में विपक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही स्थगित,"नई दिल्ली। विपक्षी दलों के सदस्यों ने लोकसभा में गृह राज्यमंत्री मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग को लेकर हंगामा किया। इसके कारण भर्तिहरि को सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। एक बार के स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही फिर से शुरू हुई कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रविड़ मुनेत्र कनषम, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और समाजवादी पार्टी समेत कई विपक्षी दलों के सदस्य नारे लगाते हुए सदन के बीच आ गए।विपक्ष के शोर के बीच भर्तिहरि ने मंत्रालयों और संसदीय समितियों से संबंधित महत्वपूर्ण कागजात सभा पटल में रखवाए। हंगामे के बीच पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने जैव विविधता विधेयक को पेश किया। अधिकारी ने विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाने का आग्रह किया। सदन में गतिरोध बढ़ता देख हुए कार्यवाही को स्थगित कर दिया। इससे पहले बिरला ने प्रश्नकाल शुरू किया, तो विपक्ष के सदस्य गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग को लेकर हंगामा करते हुए सदन के बीच आ गए। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि लखीमपुर खीरी में हत्या हुई है और इसमें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री शामिल है। उन्होंने किसानों को मारा है। इसलिए उन्हें इस्तीफा देना चाहिए। वह अपराधी है और उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/discussion-should-be-in-parliament--says-rahul.html,विपक्ष की मांग पर संसद में होनी चाहिए चर्चा : राहुल,"नई दिल्ली। लखीमपुर खीरी में किसानों को कुलचने के हादसे को लेकर जो तथ्य सामने आये है। उसे देखते हुए गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा से तत्काल इस्तीफा लिया जाना चाहिए। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लखीमपुर खीरी मामले में लोकसभा में चर्चा कराने की मांग खारिज होने पर हुए हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद कहा कि अब लखीमपुर खीरी मामले में स्थिति साफ हो गई है। इसलिए केंद्रीय मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए और इस मुद्दे पर विपक्ष की मांग पर संसद में चर्चा होनी चाहिए।उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी लखीमपुर खीरी मामले में सदन में चर्चा की मांग कर रही है। इस बारे में वह भी चर्चा की मांग कर रहे है, लेकिन सरकार चर्चा की अनुमति नहीं दे रही है। इसलिए सदन की कार्यवाही बाधित हो रही है। यह निर्णय आया है और उनके जो मंत्री है, उसमें वह सम्मिलत है, तो कहा कि चर्चा की अनुमति दी जानी चाहिए, लेकिन वह चर्चा नहीं करा रहे है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय टेनी को इस्तीफा देना चाहिए।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/modi-called-lal-topi-a-red-alert-for-uttar-pradesh--then-akhilesh-took-a-jibe-at-bjp-and-called-inflation-a-red-alert.html,"मोदी ने 'लाल टोपी' को UP के लिए बताया रेड अलर्ट, तो अखिलेश ने बीजेपी पर तंज कसते हुए 'महंगाई' को बताया रेड अलर्ट","गोरखपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश में गोरखपुर की जनसभा में समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम लिये बिना जमकर हमला बोला लेकिन इस बार निशाने पर सपाईयों की 'लाल टोपी' रही। मोदी ने गोरखपुर में एम्स और उर्वरक कारखाने के लोकार्पण समारोह में 2017 से पहले तक उत्तर प्रदेश की बदहाली का ठीकरा विपक्षी दल सपा पर फोड़ा। उन्होंने प्रदेश में स्वास्थ्य एवं अन्य नागरिक सेवाओं को उन्नत करने में पिछली सरकारों के ढुलमुल रवैये का जिक्र करते हुये कहा कि सब जानते थे कि गोरखपुर में एम्स की मांग बरसों से हो रही थी। लेकिन 2017 से पहले जो सरकार चला रहे थे, उन्होंने एम्स के लिए जमीन देने में हर तरह के बहाने बनाए। सब जानते थे कि गोरखपुर का उर्वरक कारखाना, इस पूरे क्षेत्र के किसानों के लिए, यहां रोजगार के लिए कितना जरूरी था। लेकिन पहले की सरकारों ने इसे शुरू करवाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में 2012 से 2017 तक सपा की सरकार थी। मोदी ने सपा का नाम लिये बिना ही प्रदेश में अराजकता के लिये अखिलेश सरकार को दोषी ठहराया। उन्होंने अखिलेश पर निशाना साधने के लिये उनकी 'लाल टोपी' का ही जिक्र किया। उन्होंने अखिलेश की सत्ता में आने की चाहत की वजह बताते हुये कहा, ''लाल टोपी वालों को सरकार बनानी है, आतंकवादियों पर मेहरबानी दिखाने के लिए, आतंकियों को जेल से छुड़ाने के लिए। और इसलिए, याद रखिए, लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट हैं यानि खतरे की घंटी।मोदी के वार पर अखिलेश का पलटवार हालांकि मोदी के वार पर अखिलेश ने भी तुरंत पलटवार किया। मेरठ में रालोद अध्यक्ष के साथ गठबंधन की पहली संयुक्त रैली को संबोधित करने के बाद अखिलेश ने मोदी के तंज पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि भाजपा के लिये लाल टोपी नहीं मंहगाई और बेरोजगारी रेड अलर्ट है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भाजपा के लिए 'रेड एलर्ट' है महंगाई का, बेरोजगारी-बेकारी का, किसान-मजदूर की बदहाली का, हाथरस, लखीमपुर, महिला व युवा उत्पीडऩ का, बर्बाद शिक्षा, व्यापार और स्वास्थ्य का। अखिलेश ने सपा की लाल टोपी को ही सत्ता से भाजपा को बाहर करने वाला बतोत हुए कहा कि 'लाल टोपी' ही इस बार भाजपा को सत्ता से बाहर करेगी। लाल का इंक़लाब होगा, बाइस में बदलाव होगा।उधर, मोदी ने रैली में सियासी हमले की जद में सपा को ही केन्द्रित करते हुये कहा कि आज पूरा यूपी भली-भांति जानता है कि लाल टोपी वालों को लाल बत्ती से मतलब रहा है, आपकी दुख-तकलीफों से नहीं। लाल टोपी वालों को सत्ता चाहिए, घोटालों के लिए, अपनी तिजोरी भरने के लिए, अवैध कब्जों के लिए, माफियाओं को खुली छूट देने के लिए।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/the-matter-of-getting-the-conversion-done-by-luring-the-money-in-the-house--demand-raised-in-the-lok-sabha-to-ban-the-conversion.html,सदन में गुंजा पैसे का लालच देकर धर्मांतरण करवाने का मामला : लोकसभा में धर्मांतरण पर रोक लगाने की उठी मांग,"नई दिल्ली। लोकसभा में मंगलवार को धर्मांतरण का मुद्दा उठाते हुए मांग की गई कि ग्रामीण क्षेत्रों में पैसे का लालच देकर धर्मांतरण कराया जा रहा है और धर्म परिवर्तन के बाद व्यक्ति नाम नहीं बदलता है और दूसरा धर्म स्वीकार करने पर भी पहले धर्म की व्यवस्था का लाभ लेता है। भारतीय जनता पार्टी के ढालसिंह बिसेन ने शून्यकाल में यह मामला उठाते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से धर्मांतरण हो रहा है और पैसे का लालच देकर लोगों का धर्मांतरण कराया जा रहा है। उनका कहना था कि बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्रों में लोग धर्मांतरण पैसे के लिए कर रहे हैं इसलिए सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए और धर्मांतरण कराने वालों को दंडित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो लोग धर्मांतरण कर लेते हैं उनका नाम नहीं बदला जाता है। नाम नहीं बदलने पर वे पहले वाले धर्म की व्यवस्था के तहत लाभ अर्जित करते हैं जबकि उन्हें यह लाभ नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो सुविधा उन्हें पहले मिलती थी वही सुविधा धर्म परिवर्तन के बाद भी मिल रही है।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/issue-of-job-and-compensation-to-gunja-farmers-in-the-house--rahul-gandhi-gave-the-list-of-martyr-farmers-to-the-government-in-parliament--demanding-compensation-and-job.html,"सदन में गुंजा किसानों को नौकरी और मुआवजे का मुद्दा : राहुल गांधी ने संसद में सरकार को दी शहीद किसानों की सूची, मुआवजा और नौकरी देने की मांग","नई दिल्ली। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने देश में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों की सूची मंगलवार को लोकसभा में पेश की और केन्द्र सरकार से मांग की कि हरियाणा एवं पंजाब के इन 'शहीद' किसानों के परिजनों को मुआवजा और नौकरी दी जाये। लोकसभा में शून्यकाल शुरु होते ही अध्यक्ष ओम बिरला ने राहुल का नाम पुकारा। जिसके बाद गांधी ने सर्वप्रथम उन्हें बोलने का अवसर देने के लिए अध्यक्ष का आभार व्यक्त किया और कहा कि जैसा कि पूरा देश जानता है कि किसान आंदोलन में तकरीबन सात सौ किसानों ने शहादत दी है। प्रधानमंत्री ने स्वयं देश के किसानों से माफी मांगी है और अपनी गलती स्वीकार की है।बतौर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि गत 30 नवंबर को कृषि मंत्री से जब पूछा गया कि किसान आंदोलन में कितनी मौतें हुईं हैं तो उन्होंने कहा था कि उनके पास कोई आंकड़ा नहीं है। उन्होंने कहा कि वह यह सूची लेकर आये हैं और इसे सदन के पटल पर रखना चाहते हैं। पंजाब सरकार ने ऐसे चार सौ किसानों को पांच लाख रुपए का मुआवजा दिया है और 152 को नौकरी दी है। एक सूची हरियाणा के 70 किसानों की भी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने माफी मांगी है और कितने शहीद हुए हैं, ये उनको नहीं पता है। ये नाम हमारे पास हैं। मैं चाहता हूं कि जो हक इनको मिलना चाहिए, वह हक पूरा मिलना चाहिए। इन किसानों के परिवारों को मुआवजा और नौकरी मिलनी चाहिए। राहुल गांधी इतना कह कर बैठ गये। इसके बाद विपक्ष और सत्ता पक्ष में कुछ नोंकझोंक भी हुई। बाद में विपक्ष ने सत्ता पक्ष पर किसानों के हक मारने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की और सदन से बहिर्गमन किया। इन विपक्षी दलों में कांग्रेस, वामदल एवं द्रविड़ मुनेत्र कषगम शामिल हैं।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/opposition-demands-proper-compensation-on-nagaland-incident--home-minister-s-statement-in-parliament--shah-expresses-grief--orders-probe-by-sit.html,"विपक्ष ने की नागालैंड की घटना पर उचित मुआवजे की मांग : संसद में गृहमंत्री का बयान, शाह ने जताया दुख, SIT देगी 1महिने में रिपोर्ट","नई दिल्ली। कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने लोकसभा में सोमवार को शून्यकाल शुरू होने से पहले नागालैंड की घटना को दुखद करार देते हुए पीड़ित परिवारों को समुचित मुआवजा देने और जांच की अपील के साथ गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से सदन में इस मुद्दे पर विस्तृत बयान देने की मांग की। नागालैंड की राष्ट्रवादी लोकतांत्रिक प्रगतिशील पार्टी (एनडीपीपी) के तोखेहो येपथोमी में नागालैंड की घटना पर दु:ख जताते हुए कहा उचित मुआवजा देने की माँग की। उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच की जाय तथा दोषियों को सख्त सजा दी जाए। उन्होंने कहा कि सशत्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम ( एएफएसपीए) सुरक्षा बालों को आम नागरिकों को मारने का अधिकार नहीं देता है। कांग्रेस के गौरव गोगोई ने कहा की चार और पांच दिसम्बर को जो घटना हुई है वह नागालैंड और पूर्वोत्तर राज्यों के लिए काला दिन है। उन्होंने इस घटना की ङ्क्षनदा करते हुए इलाक़े में शांति क़ायम करने की अपील की। वहां जिस प्रकार आम नागरिकों की हत्या की गई वह खुफिया तंत्र की विफलता है। पूर्वोत्तर राज्यों लगातार क़ानून व्यवस्था में गिरावट आ रही है। इस मामले में गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ ङ्क्षसह को सदन में वक्तव्य देना चाहिए। द्रमुक नेता टी आर बालू ने कहा कि नागालैंड की घटना को निंदनीय करार देते हुए कहा की इसकी जांच होनी चाहिए था यह सुनिश्चित हो कि ऐसी घटना दोबारा ना हो। तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने नागालैंड ने जो हुआ वह बहुत गम्भीर है। इसने देश को झकझोर कर रख दिया है। उन्होंने मारे के लोगों के परिजनों को अधिकतम मुआवजा देने की मांग की। शिव सेना के विनायक रावत ने कहा कि शनिवार को नागालैंड में जिस तरह की घटना हुई है वह बहुत दुखद है। आखिर खुफिया विभाग को ऐसी ग़लत जानकारी कैसे मिली जिससे यह दुखद घटना हुई। उन्होंने पीड़ति के परिवार को 25-25 लाख मुआवजा देने की मांग की। जदयू के राजीव रंजन ने कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों में जब शांति की पहल की जा रही है ऐसे में इस प्रकार की घटना बहुत दुखद है। गलत पहचान की वजह से आम लोगों के मारे जाने से लोगों में अविश्वास पैदा होगा। इस मामले में गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ ङ्क्षसह को सदन में वक्तव्य देना चाहिए। एनसीपी की सुप्रिया सुले ने इस मामले में गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सदन में वक्तव्य देने का आग्रह करते हुए प्रत्येक पीड़ति के परिजन को 60 लाख मुआवजा देने की मांग की। इसी प्रकार वाईएसआर कांग्रेस के मिथुन रेड्डी, बसपा के रीतेश पाठक, कांग्रेस के प्रद्युत बारदोली, एआईएमआईएम के असदउद्दीन ओवैसी और ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के बदरूद्दीन अजमल ने भी इस घटना को दुखद करार दिया और मुआवजे की मांग की। संसद में नागालैंड फायरिंग के मामले पर गृहमंत्री का बयान, अमित शाह ने जताया दुख, SIT 1 महिने में देगी मामले पर रिपोर्ट गृहमंत्री अमित शाह ने नागालैंड में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंंत्रण में बताते हुए सोमावार को इस घटना पर खेद जताया और कहा कि उनकी सरकार इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में मारे गये लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती है। शाह ने सोमवार को लोकसभा में इस बारे में वक्तव्य देते हुए कहा कि सरकार वहां हालात नियंत्रित कर माहौल को शांत करने का प्रयास कर रही है और इसके लिए वह खुद बराबर राज्य सरकार के संपर्क में हैं। केंद्र सरकार के पूर्वोत्तर मामलों के वरिष्ठ अधिकारी को घटना स्थल पर भेजा गया है। इसके साथ ही इस घटना की जांच के आदेश दिये गये हैं और एक माह में रिपोर्ट देने को कहा गया है। घटना के बारे में विस्तृत विवरण देते हुए उन्होंने कहा कि सेना को एक वाहन से उग्रवादियों की गतिविधि की सूचना मिली थी इसलिए उसके कमांडो संदिग्ध जगह पर पहुंचे और वाहनों की चेङ्क्षकग करने लगे। वहां से गुजर रहे एक वाहन को जब रुकने का इशारा किया गया तो वाहन को रोकने की बजाय चालक उसे भगाने की कोशिश करने लगा। उन्होंने कहा कि इस वाहन में उग्रवादियों के होने के संदेह के कारण सुरक्षा बल के जवानों ने वाहन पर गोलीबारी शुरू कर दी। इस वाहन में आठ लोग सवार थे। गोलाबारी की घटना में आठ में से दो लोग घायह हो गये। बाद में वाहन में उग्रवादियों के होने की आशंका गलत पाई गई तो सेना के जवानों ने घायल लोगों को अस्पताल में पहुंचाया और उनका इलाज कराना शुरु किया। गृहमंत्री ने कहा कि घटना की सूचना मिलते ही कुछ स्थानीय लोग वहां एकत्र हो गये और सुरक्षा बल के वाहनों को क्षति पहुंचाने लगे। उन्होंने वहां आगजनी भी की और जवानों पर हमले किये जिसमें कई जवानों घायल हो गये। सुरक्षा बल के जवानों ने अपने बचाव में तथा भीड़ को तितर बितर करने के लिए गोली चलाई जिसमें सात और नागरिकों की मृत्यु हो गई तथा कुछ अन्य घायल हो गये। उन्होंने बताया कि राज्य के पुलिस महानिदेशक तथा आयुक्त ने घटना स्थल का दौरा किया। घटना को लेकर प्राथमिकी भी दर्ज कर दी गई। इसकी जांच के लिए एक विशेष जांच दल-एसआईटी का गठन किया गया है और उसे एक माह में रिपोर्ट देने को कहा गया है। शाह ने कहा कि उपरोक्त घटना के बाद रविवार को मोन शहर में असम राइफल के कार्यालय में एक भीड़ ने तोडफ़ोड की और आग लगाई जिसके जवाब में जवानों को गोली चलानी पडी जिसमें एक और व्यक्ति की मृत्यु हो गई तथा एक अन्य घायल हो गया। गृहमंत्री ने कहा कि सेना ने एक वक्तव्य में इस घटना में निर्दोष नागरिकों की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया है और कहा है कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिये हैं। शाह ने कहा कि वह खुद घटना को लेकर प्रदेश सरकार के संपर्क में है और उन्होंने राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री से बात की है। गृहमंत्रालय ने भी राज्य के मुख्य सचिव तथा पुलिस महानिदेशक से बात की है। गृहमंत्रालय ने राज्य के पूर्वोत्तर मामलों के अपर सचिव को कोहिमा भेजा है जहां उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और सामान्य स्थिति बहाल करने पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि नागालैंड की स्थिति पर नजर रखी जा रही है और शांति तथा सौहार्द बनाए रखने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा ''केंद्र सरकार ने इस घटना पर खेद व्यक्त करती है और मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती है।'' इससे पहले सुबह प्रश्नकाल के दौरान लोकसभा में विपक्ष के सदस्यों ने यह मामला उठाया और गृहमंत्री से इस संबंध में वक्तव्य देने की मांग की थी। नागालैंड गोलीबारी की घटना में मृतकों की संख्या बढ़कर 15 हुई नागालैंड में मोन जिले के ओटिंग में शनिवार को हुयी गोलीबारी में मृतकों की संख्या बढ़कर 15 हो गयी है। ओटिंग में शनिवार की घटना के बाद स्थिति काफी तनावपूर्ण बनी हुयी है। इस घटना में दो और लोगों की मौत हो गयी, जिसमें एक सुरक्षाकर्मी भी शामिल है। रक्षा विभाग ने बताया कि विद्रोहियों के संभावित आंदोलन की विश्वस्त खुफिया जानकारी के आधार पर यह अभियान चलाया गया था। नागालैंड में मोन के तिरु में एक विशेष ऑपरेशन चलाने की योजना थी। उन्होंने कहा कि इस घटना के परिणाम पर खेद है। इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की जा रही है, जांच के बाद कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने जानकारी दी कि इस घटना में सुरक्षा बल भी गंभीर रूप से जख्मी हैं जिनमें एक सैनिक की मौत हुयी है। इस घटना के बाद गुस्साये लोगों ने मोन शहर में इकट्ठा होकर भीड़ ने असम राइफल्स के शिविर पर हमला कर दिया, जिसमें शिविर के कुछ हिस्से क्षतिग्रस्त हो गया, जिसके बाद असम राइफल्स ने अपनी सुरक्षा के लिये गोलीबारी की, जिसमें एक नागरिक की मौत हो गयी और कई लोग घायल बताये जा रहे हैं। इस दौरान इलाके में धारा 144 लागू कर दी गयी है। जिला प्रशासन सभी गतिविधियों पर नजर रख रही है और लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की है। राज्य प्राधिकरण ने एहतियात के तौर पर राज्य में इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है।",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/wasim-rizvi-s-name-will-now-be-jitendra-narayan-singh-tyagi--wasim-rizvi-adopted-sanatan-dharma.html,वसीम रिजवी का नाम अब होगा जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी : वसीम रिजवी ने अपनाया सनातन धर्म,"लखनऊ। अपने विवादित बयानो को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने सोमवार को सनातन धर्म स्वीकार कर लिया। रिजवी ने यह जानकारी खुद एक वीडियो जारी कर दी। गाजियाबाद स्थित डासना में एक मंदिर में यति नरसिंहानंद सरस्वती ने उन्हें विधिवत सनातन धर्म स्वीकार कराया। रिजवी ने कहा कि धर्म परिवर्तन की यहां पर कोई बात नहीं है, जब मुझको इस्लाम से निकाल दिया गया, तब यह मेरी मर्जी है कि मैं किस धर्म को स्वीकार करूं। सनातन धर्म दुनिया का सबसे पहला धर्म है और इतनी उसमें अच्छाइयां हैं जो किसी दूसरे धर्म में नहीं है। इस्लाम को मैने कभी धर्म नहीं माना। हर शुक्रवार को जुमे की नमाज में मेरे और यति निरसिंहानंद के सर पर ईनाम की राशि बढ़ा दी जाती है। इसलिए मै अपनी मर्जी से आज सनातन धर्म अपना रहा हूं। इस मौके पर यति नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा कि वसीम रिजवी त्यागी बिरादरी से जुड़ेंगे। रिजवी का नाम अब जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी होगा। गौरतलब है कि रिजवी अक्सर इस्लाम को लेकर विवादित बयानबाजी करते रहे हैं। उन्होने कई बार खुद पर जानलेवा हमला किये जाने की आशंका जतायी है। रिजवी का कहना है कि उन्होने कुरान की 26 आयतों को न्यायालय में चुनौती दी है। जिसके चलते मुस्लिम कट्टरपंथी उनकी हत्या करना चाहते हैं।",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/goa-alina-saldanha-joins-aap-after-quitting-bjp-mla-arvind-kejriwal-tweets-5142515/,"Goa: BJP विधायक पद से इस्‍तीफा देने के बाद अलीना सलदान्हा AAP में हुईं शामिल, अरविंद केजरीवाल का ट्वीट","गोवा राज्‍य के कोरटालिम विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक (BJP MLA) अलीना सलदान्हा (Alina Saldanha) आज गुरुवार को सुबह अपनी पार्टी और विधायक पद से इस्‍तीफा देने के बाद शाम को आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हो गईं है. आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ( AAP convenor Arvind Kejriwal) ने यह फोटो ट्वीट करके जानकारी दी है. अलीना सलदान्हा ने आज ही गुरुवार को सुबह गोवा विधानसभा की बीजेपी विधायक के पद से इस्‍तीफा दिया था. यह घटनाक्रम ठीक गोवा विधानसभा के ऐन मौके पर हुआ है. बीजेपी अब वैसा संगठन नहीं रहा, जो 2012 में उनके शामिल होने के दौरान था गोवा में सत्‍तारूढ़ पार्टी की एक विधायक ने विधानसभा चुनाव 2022 (Goa Assembly Elections 2022) करीब आने के वक्‍त आज गुरुवार को ही सुबह दिया था. भाजपा विधायक अलीना सल्दान्हा (BJP’s Alina Saldanha ) ने पार्टी और राज्य विधानसभा से आज बृहस्पतिवार को इस्तीफा दे दिया और दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) अब वैसा संगठन नहीं रहा, जो 2012 में उनके शामिल होने के दौरान था. पति के निधन के बाद 2012 में बीजेपी में हुईं थी शामिल सल्दान्हा 2012 में अपने पति के निधन के बाद बीजेपी में शामिल हुईं थी. उन्होंने गोवा विधानसभा अध्यक्ष को अपनाइस्तीफा सौंपा. अलीना सल्दान्हा ने कहा, मैंने सही कारणों के चलते इस्‍तीफा दिया है….क्योंकि यह पार्टी अब वैसी नहीं है जैसी दिवंगत मैथनी सल्दान्हा और मेरे इसमें शामिल होने के समय थी. यह इस्‍तीफा गोवा विधानसभा चुनाव 2022 करीब आने के वक्‍त दिया गया है. विभिन्न दलों के 5 विधायक भी 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा से इस्ताफा दे चुके अलीना सल्दान्हा (69) के अलावा हाल ही में विभिन्न दलों के चार अन्य विधायको समेत कुल पांच नेता 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा से इस्ताफा दे चुके हैं. अलीना सल्दान्हा के पति मैथनी सल्दान्हा, मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में मंत्री थे. 2012 में मैथनी के निधन के बाद अलीना सल्दान्हा ने कोर्टालिम विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था और जीत भी हासिल की थी. उन्होंने 2017 में भी भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़कर जीत दर्ज की थी. मैंने सही कारणों के चलते इस्तीफा दिया है अलीना सल्दान्हा ने मीडियाकर्मियों से कहा, ”मैंने सही कारणों के चलते इस्तीफा दिया है….क्योंकि यह पार्टी अब वैसी नहीं है जैसी दिवंगत मैथनी सल्दान्हा और मेरे इसमें शामिल होने के समय थी. उन्होंने दावा किया कि सत्तारूढ़ पार्टी अपने सारे सिद्धांत भूल गई है और इस तटीय राज्य में अव्यवस्था है. सल्दान्हा ने कहा, किसी को नहीं पता कि पार्टी में कौन आ रहा है और कौन जा रहा है. राज्य की पूर्व पर्यावरण मंत्री अलीना सल्दान्हा ने कहा कि उन्होंने बुधवार को पार्टी की एक बैठक में भाग लेने के बाद भाजपा छोड़ने का फैसला किया, जिसमें “पार्टी के एक वरिष्ठ नेता की एक बात ने मुझे यह एहसास कराया कि यह समय है कि मैं पार्टी छोड़ दूं. आप में शामिल होने के सवाल पर सुबह कहा था- अभी कोईई निर्णय नहीं किया अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल होने के सवाल पर सुबह उन्होंने कहा था कि अभी उन्होंने इस संबंध में कोई निर्णय नहीं किया है. उन्होंने कहा, सभी दल मेरे सम्पर्क में हैं. मुझे इस पर अभी विचार-विमर्श करना है…मुझसे कोई भी सम्पर्क करे इससे फर्क नहीं पड़ता, मैं सभी पहलुओं पर गौर करके निर्णय करूंगी. मैं अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों से भी विचार-विमर्श करूंगी. ",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/metroman-e-sreedharan-announces-he-is-quitting-politics-5142450/,Metroman E Sreedharan quits Politics: ई श्रीधरन का ऐलान- मैं राजनीति छोड़ रहा हूं...,"मेट्रोमैन ई श्रीधरन (Metroman E Sreedharan) ने जिस तरह से अचानक राजनीति में आए थे, उसी तरह से उसे छोड़ दिया है. मेट्रोमैन ई श्रीधरन ने गुरुवार को कहा, कि वह राजनीति (quitting politics) छोड़ रहे हैं. उन्‍होंने कहा, “मुझे अब (in politics) कोई दिलचस्पी नहीं है. श्रीधरन की यह घोषणा बीजेपी के लिए चौकाने वाली है.उन्होंने कहा, ‘‘मैं कभी नेता नहीं था और न ही बनना चाहता हूं. मैं अब 90 वर्ष का हूं और इसलिए राजनीति में नहीं रहना चाहता. मुझे लोगों की सेवा करने के लिए नेता होने की आवश्यकता नहीं है जो मैं तीन ट्रस्टों के माध्यम से कर रहा हूं.” श्रीधरन ने कहा कि राज्य में भाजपा को चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए अपनी नीति बदलने की जरूरत है. हालांकि, भाजपा प्रदेश प्रमुख के. सुरेंद्रन ने एर्णाकुलम में मीडिया से कहा कि श्रीधरन कभी भी एक सक्रिय नेता नहीं थे, लेकिन पार्टी कई मामलों पर उनकी सलाह लेना जारी रखेगी. बता दें कि मेट्रोमैन श्रीधरन पिछले केरल विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए बीजेपी में शामिल हुए थे. वह पलक्कड़ विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार से चुनाव हार गए गए थे.प्रसिद्ध इंजीनियर ने आज गुरुवार को मलप्पुरम जिले के अपने पैत्र‍िक शहर पोन्नानी में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए यह बात कही है. मेट्रोमैन ई श्रीधरन ने कहा, ”विधानसभा चुनावों में हार (अप्रैल में केरल में) ने मुझे समझदार बना दिया. जब मैं हार गया तो इसने मुझे दुखी कर दिया. लेकिन अब मुझे एहसास हुआ कि अगर मैं जीत भी जाता तो कुछ नहीं हो सकता था. मैं कभी राजनेता नहीं था. मैं कुछ समय के लिए नौकरशाही राजनेता बना रहा.” श्रीधरन ने कहा कि उन्होंने कहा कि उन्होंने राजनीति में देर से प्रवेश किया था, लेकिन उसके बाहर निकलने में देर नहीं हुई. श्रीधरन ने राजनीति के विषय पर कहा कि उन्होंने चुनावी हार से एक मूल्यवान सबक सीखा. श्रीधरन ने पिछले अप्रैल में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था, लेकिन कांग्रेस नेता शफी परम्बिल से हार गए थे. परोक्ष तौर पर सक्रिय राजनीति छोड़ने के फैसले की घोषणा करते हुए, श्रीधरन ने कहा कि वह शुरू में चुनाव में अपनी हार से नाखुश थे, लेकिन फिर महसूस किया कि यदि वह जीत भी जाते तो भी एक अकेला विधायक लोगों के लिए बहुत कुछ नहीं कर सकता था. ",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/goa-bjps-mla-alina-saldanha-resigns-from-state-assembly-says-bjp-is-not-now-as-it-was-5142354/,"गोवा में भाजपा विधायक अलीना सल्दान्हा ने दिया इस्तीफा, बोली- अब बीजेपी पहले जैसी नहीं रही","पणजी: गोवा में सत्‍तारूढ़ पार्टी की एक विधायक ने विधानसभा चुनाव 2022 (Goa Assembly Elections 2022) करीब आने के वक्‍त दिया है. भाजपा विधायक अलीना सल्दान्हा (BJP’s Alina Saldanha ) ने पार्टी तथा राज्य विधानसभा से आज बृहस्पतिवार को इस्तीफा दे दिया और दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) अब वैसा संगठन नहीं रहा, जो 2012 में उनके शामिल होने के दौरान था. सल्दान्हा 2012 में अपने पति के निधन के बाद बीजेपी में शामिल हुईं थी. उन्होंने गोवा विधानसभा अध्यक्ष को अपनाइस्तीफा सौंपा. अलीना सल्दान्हा ने कहा, मैंने सही कारणों के चलते इस्‍तीफा दिया है….क्योंकि यह पार्टी अब वैसी नहीं है जैसी दिवंगत मैथनी सल्दान्हा और मेरे इसमें शामिल होने के समय थी. यह इस्‍तीफा गोवा विधानसभा चुनाव 2022 करीब आने के वक्‍त दिया गया है. अलीना सल्दान्हा (69) के अलावा हाल ही में विभिन्न दलों के चार अन्य विधायक भी 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा से इस्ताफा दे चुके हैं. अलीना सल्दान्हा के पति मैथनी सल्दान्हा, मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में मंत्री थे। 2012 में मैथनी के निधन के बाद अलीना सल्दान्हा ने कोर्टालिम विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था और जीत भी हासिल की थी. उन्होंने 2017 में भी भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़कर जीत दर्ज की थी. अलीना सल्दान्हा ने मीडियाकर्मियों से कहा, ”मैंने सही कारणों के चलते इस्तीफा दिया है….क्योंकि यह पार्टी अब वैसी नहीं है जैसी दिवंगत मैथनी सल्दान्हा और मेरे इसमें शामिल होने के समय थी. उन्होंने दावा किया कि सत्तारूढ़ पार्टी अपने सारे सिद्धांत भूल गई है और इस तटीय राज्य में अव्यवस्था है. सल्दान्हा ने कहा, किसी को नहीं पता कि पार्टी में कौन आ रहा है और कौन जा रहा है. राज्य की पूर्व पर्यावरण मंत्री अलीना सल्दान्हा ने कहा कि उन्होंने बुधवार को पार्टी की एक बैठक में भाग लेने के बाद भाजपा छोड़ने का फैसला किया, जिसमें “पार्टी के एक वरिष्ठ नेता की एक बात ने मुझे यह एहसास कराया कि यह समय है कि मैं पार्टी छोड़ दूं. अरविंद केजरीवाल नीत आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी उन्होंने इस संबंध में काई निर्णय नहीं किया है. उन्होंने कहा, सभी दल मेरे सम्पर्क में हैं. मुझे इस पर अभी विचार-विमर्श करना है…मुझसे कोई भी सम्पर्क करे इससे फर्क नहीं पड़ता, मैं सभी पहलुओं पर गौर करके निर्णय करूंगी. मैं अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों से भी विचार-विमर्श करूंगी. ",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/gujarat/centers-of-hindu-faith-were-humiliated-for-years-modi-government-restored-pride-says-amit-shah-5134648/,"हिंदू आस्था के केंद्रों को वर्षों तक अपमानित किया गया, मोदी सरकार ने किया गौरव बहाल: अमित शाह","अहमदाबाद: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि हिंदू समुदाय के आस्था के केंद्रों को कई सालों तक अपमानित किया गया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के 2014 में सत्ता में आने तक किसी ने भी इनका गौरव बहाल करने की परवाह नहीं की. मोदी सरकार अब ऐसे स्थलों के जीर्णोद्धार के लिए “निडरता से” काम कर रही है. उन्होंने कहा कि पहले लोग मंदिरों में जाने से कतराते थे, लेकिन मोदी सरकार के साथ एक नए युग की शुरुआत हुई. शाह यहां कडवा पाटीदार सम्प्रदाय की देवी ‘मां उमिया’ को समर्पित उमियाधाम मंदिर के शिलान्यास समारोह में बोल रहे थे. यह मंदिर एवं अन्य भवन 74 हजार वर्ग गज जमीन पर 1500 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे हैं.A उन्होंने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, “कई वर्षों तक, हिंदू समुदाय के आस्था के केंद्रों को अपमानित किया गया, और जब तक मोदी सरकार पूर्ण बहुमत के साथ केंद्र में सत्ता में नहीं आयी, तब तक किसी ने भी गौरव बहाल करने की पहल नहीं की.” शाह ने कहा, “आज जब एक भव्य मंदिर का शिलान्यास आर्य समाजी (गुजरात के राज्यपाल) आचार्य देवव्रत द्वारा किया जा रहा है, ऐसे मौके पर मैं यह कहना चाहूंगा कि मोदीजी ने हमारे आस्था और विश्वास के भूले-बिसरे केंद्रों के जीर्णोद्धार के लिए निडर होकर और विश्वास एवं सम्मान के साथ काम किया है.” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण किया और 2013 में अचानक आई बाढ़ से तबाह केदारनाथ मंदिर क्षेत्र में करोड़ों हिंदुओं के विश्वास के केंद्र को पुनरूद्धार किया. उन्होंने कहा, ‘‘हम प्रधानमंत्री नरेन्द्रभाई के हाथ से 13 दिसम्बर को काशी विश्वनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार होते देखेंगे, जिसे औरंगजेब के जमाने में ध्वस्त कर दिया गया था.’’ शाह ने कहा कि मंदिर न केवल धार्मिक आस्था के केंद्र रहे हैं, बल्कि वे जीवन से निराश लोगों के लिए अपनी कठिनाइयों को दूर करने और आगे बढ़ने के लिए समाज सेवा और ऊर्जा के केंद्र भी हैं. इस मौके पर भाजपा नेता ने पाटीदार समुदाय की तारीफ करते हुए कहा कि गुजरात और देश के उत्थान का इतिहास इस समुदाय से जुड़ा है. गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल, राज्यपाल आचार्य देवव्रत और अन्य ने तीन-दिवसीय शिलान्यास समारोह के पहले दिन के कार्यक्रम में हिस्सा लिया. प्रधानमंत्री मोदी 13 दिसंबर को आभासी माध्यम से शिलान्यास समारोह में शामिल होंगे. (इनपुट भाषा) ",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/uttar-pradesh/up-assembly-election-2022-sp-chief-akhilesh-yadav-will-contest-the-election-with-uncle-shivpal-yadav-announced-the-alliance-of-both-the-parties-5142175/,"UP Polls: चाचा शिवपाल के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे अखिलेश यादव, गठबंधन का ऐलान","Uttar Pradesh Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं. सत्ताधारी बीजेपी (BJP) एक बार फिर चुनाव जीतना चाह रही है वहीं, विपक्षी दल भी तैयारियों में कोई कसर बाकी नहीं रखना चाह रहे हैं. इसी कड़ी में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की समाजवादी पार्टी और शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने यूपी में साथ मिलकर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. चाचा शिवपाल और अखिलेश यादव के बीच करीब डेढ़ घंटे तक बंद कमरे में हुई बातचीत के दौराना दोनों पार्टियों ने गठबंधन पर सहमति जताई. सपा और प्रसपा (Pragatisheel Samajwadi Party) के बीच गठबंधन तय होने की जानकारी अखिलेश यादव ने फेसबुक पर पोस्ट डालकर दी. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने फेसबुक पोस्ट में लिखा, प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से मुलाकात हुई और गठबंधन की बात तय हुई. क्षेत्रीय दलों को साथ लेने की नीति SP को निरंतर मजबूत कर रही है. यह सपा और अन्य सहयोगियों को ऐतिहासिक जीत की ओर ले जा रही है. वर्ष 2016 के अंत में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनके चाचा तथा कैबिनेट मंत्री शिवपाल के बीच सत्ता और संगठन पर वर्चस्व की जंग शुरू हो गई थी और विधानसभा चुनाव से ऐन पहले एक जनवरी 2017 को अखिलेश को सपा अध्यक्ष बना दिया गया था. बाद में शिवपाल ने सपा से अलग होकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन कर लिया था. हालांकि शिवपाल शुरू से ही सभी समाजवादियों के एकजुट होने की पैरवी कर रहे थे और उन्होंने सपा से गठबंधन का संदेश भी कई बार पहुंचाया था. अखिलेश ने भी विभिन्न मौकों पर कहा कि वह सरकार बनने पर चाचा और उनके सहयोगियों का पूरा सम्मान रखेंगे. मगर उन्होंने गठबंधन के बारे में अपना रुख कभी स्पष्ट नहीं किया था. इस बीच उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शिवपाल और अखिलेश की इस मुलाकात पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दावा किया ‘साल 2022 में एक बार फिर 300 से अधिक सीटें जीतकर भाजपा की सुशासन वाली सरकार बनने जा रही है. चाचा भतीजे मिलें, चाहे बुआ भतीजे मिलें, चाहे कांग्रेस और सपा मिलें या फिर सारे मिल जाए तब भी खिलना तो कमल ही है.’ (इनपुट: ANI, भाषा) ",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/uttar-pradesh/up-news-no-death-due-to-lack-of-oxygen-during-coronavirus-second-wave-claims-yogi-adityanath-government-5141954/,योगी सरकार का दावा- कोरोना की दूसरी लहर के दौरान यूपी में ऑक्सीजन की कमी से नहीं गई किसी की जान,"यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath) ने गुरुवार को विधान परिषद में दावा किया कि प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर (Covid-19 Second Wave) के दौरान ऑक्सीजन की कमी (Lack Of Oxygen) से किसी की जान नहीं गई है. प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस सदस्य दीपक सिंह द्वारा पूछे गए एक सवाल पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा, ‘प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से किसी भी व्यक्ति की मौत की सूचना नहीं है.’ दीपक सिंह ने कहा, ‘सरकार के ही कई मंत्रियों ने पत्र लिखकर कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी के कारण मौतें हो रही हैं. इसके अलावा कई सांसद भी ऐसी शिकायत कर चुके हैं. उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से मौत की अनेक घटनाएं सामने आई हैं. क्या पूरे प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से जो मौतें हुई थीं उनके बारे में सरकार के पास कोई सूचना नहीं है? क्या गंगा में बहती लाशें और ऑक्सीजन की कमी से तड़पते लोगों को राज्य सरकार ने नहीं देखा था? सपा सदस्य उदयवीर सिंह ने इस पर सवाल किया, ‘आगरा में पारस अस्पताल के खिलाफ उत्तर प्रदेश सरकार ने कार्यवाही की क्योंकि उनके अस्पताल के डॉक्टर का वीडियो वायरल हुआ था और यह तथ्य भी सामने आया कि ऑक्सीजन की कमी होने के कारण आधे मरीजों को ऑक्सीजन दी गई. वहां, ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं होने से आधे मरीजों की मृत्यु हो गई क्योंकि जिलाधिकारी के निर्देश पर ऑक्सीजन आपूर्ति बंद की गई थी. इस मामले में राज्य सरकार ने खुद कार्रवाई की, ऐसे में सदन में यह गलत बयानी कैसे कर सकती है कि उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं हुई.’ राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अस्पताल में भर्ती मरीज की मौत होने पर उसका मृत्यु प्रमाण पत्र डॉक्टर लिखकर देते हैं. प्रदेश में अब तक कोविड-19 के कारण जिन 22915 मरीजों की मृत्यु हुई है उनमें से किसी के भी मृत्यु प्रमाण पत्र में कहीं भी ऑक्सीजन की कमी से मौत का जिक्र नहीं है. उन्होंने कहा कि इन लोगों की मौत विभिन्न बीमारियों और असाध्य रोगों की वजह से हुई है. ऑक्सीजन की कमी पहले थी. सभी लोग जानते हैं कि उस दौरान दूसरे प्रदेशों से लाकर ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई थी. जहां तक पारस अस्पताल की बात है तो उस मामले में पूरी जांच की गई थी. जिलाधिकारी और पुलिस आयुक्त की जांच रिपोर्ट भी आई थी जिसमें एक मॉक ड्रिल करने की बात आई थी. उसमें ऑक्सीजन की कमी से किसी की भी मृत्यु का जिक्र नहीं है. Also Read - Omicron पर आई नई स्टडी, डेल्टा से 70 गुना तेज फैलता है संक्रमण; लेकिन फेफड़ों को नुकसान कम इस पर उदयवीर सिंह ने आपत्ति जताते हुए कहा कि अगर राज्य सरकार मृत्यु प्रमाण पत्र में मृत्यु की जगह विलोपित लिखे तो क्या मृत्यु का सत्य बदल जाएगा. जब सरकार ने ऑक्सीजन बंद करने के कारण हुई मौत के आरोप में किसी को जेल भेजा तो फिर वह कैसे कह सकती है कि ऑक्सीजन की कमी की वजह से किसी की मौत नहीं हुई. दीपक सिंह ने तर्क दिया कि सरकार के जिन मंत्रियों ने ऑक्सीजन की कमी से संबंधित पत्र लिखे थे, क्या वे झूठे थे. नेता सदन दिनेश शर्मा ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ने पूछे गए प्रश्न का उत्तर दे दिया है. विपक्ष के सदस्यों को यह कहना चाहिए कि उत्तर प्रदेश सरकार की तत्परता और शीघ्रता की वजह से दवाओं की उपलब्धता और उपचार की व्यवस्था हुई जिसके कारण संभावित बड़ी दुर्घटना पर अंकुश लगाने में हम सफल हुए. (इनपुट: भाषा) ",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/uttar-pradesh/yogi-adityanath-government-supplementary-budget-2021-for-uttar-pradesh-up-assembly-elections-kashi-vishwanath-temple-5141672/,"योगी सरकार का जनता को तोहफा, 24 घंटे बिजली, काशी-विश्वनाथ दर्शन और बुजुर्गों की पेंशन पर खर्च होंगे अरबों रुपये","उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections 2022) से पहले राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Govt) ने अनुपूरक बजट पेश किया है. इस बजट के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा 8 हजार 479 करोड़ रुपये पास किए गए हैं. इस बजट में 24 घंटे बिजली आपूर्तिं और काशी विश्वनाथ दर्शन के लिए फंड का आवंटन भी किया गया है. साथ ही खेल विभाग को भी 10 करोड़ रुपये का फफंड राज्य में दिया जाएगा.Also Read - योगी सरकार का दावा- कोरोना की दूसरी लहर के दौरान यूपी में ऑक्सीजन की कमी से नहीं गई किसी की जान बजट की योजनाएं – राज्य में 24 घंटे बिजली आपूर्ति के लिए पावर कॉर्पोरेशन को 10 अरब रुपये दिए जाएंगे. – हर घर बिजली योजना को लागू करने के लिए 185 करोड़ रुपये आवंटित किया गया है. – खेल विभाग को 10 करोड़ रुपये आवंटित किया गया है. – काशी विश्वनाथ दर्शन के लिए 10 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. – किसान और वृद्धा पेंशन के लिए 670 करोड़ रुपये का प्रावधान. – सूचना विभाग के लिए 150 करोड़ रुपये. – यूपी गौरव सम्मान के लिए 10 करोड़ रुपये आवंटित. Also Read - जब देर रात काशी की सड़कों पर निकले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ, देखें तस्वीरें... पहले बजट से तुलना बता दें कि योगी आदित्यनाथ ने इस साल का पहला अनुपूरक बजट 18 अगस्त को पेश किया था. इस बजट के जरिए कुल 7,301 करोड़ रुपये आवंटित किया गया था. इस बजट के जरिए युवाओं को रोजगार, किसानों के गन्ना सहित विकास परियोजनाओं को पूरा करने के लिए पैसों का आवंटन किया गया था. बता दें कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के लिए इसमें 100 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे. और बलिया लिंक एक्सप्रेस वे के लिए 50 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था. वहीं आशा कार्यकर्ताओं के मानदेय में वृद्धि के लिए 130 करोड़ रुपये आवंटित किया गया था. Also Read - Kashi Vishwanath Corridor: काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण करने वाले कामगारों के साथ PM Modi ने खाया खाना, CM Yogi रहे साथ ",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/minister-is-a-criminal-rahul-gandhi-demands-ajay-mishras-resignation-in-lakhimpur-kheri-violence-case-5141613/,"Lakhimpur Kheri Violence: राहुल गांधी ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को बताया Criminal, इस्तीफे की मांग की","पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक बार फिर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी (MOS Ajay Mishra) पर जोरदार हमला बोला है. लखीमपुर खीरी हिंसा मामले (Lakhimpur Kheri Violence Case) में अजय मिश्रा का बेटा आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) मुख्य आरोपी है. राहुल गांधी ने अजय मिश्रा को अपराधी बताते हुए उनके इस्तीफे की मांग की. कांग्रेस (Congress) नेता ने लोकसभा में कहा, गृहराज्य मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए, वह अपराधी हैं. बता दें कि गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा संसद से एक किलोमीटर से भी कम दूरी पर नॉर्थ ब्लॉक स्थित दफ्तर में गुरुवार सुबह पहुंचे थे. राहुल गांधी ने कहा लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में चर्चा होनी चाहिए, हमें हत्या के इस मामले में बोलने का अवसर मिलना चाहिए. खासतौर पर जब इस तरह की साजिश में स्वयं मंत्री का नाम सामने आए तो इस पर चर्चा होनी ही चाहिए. बता दें कि लखीमपुर खीरी मामले की जांच कर रही पुलिस टीम ने हिंसा को सुनियोजित साजिश (Planned Conspiracy) बताया है. इसके बाद विपक्ष के कई नेताओं ने गुरुवार को इस मामले में स्थगन प्रस्ताव दिया था. विपक्ष के शोर शराबे के बीच सदन की कार्रवाई को स्थगित करना पड़ा. दूसरी तरफ राज्यसभा के चेयरमैन वेंकैया नायडू (Venkaiah Naidu) ने कहा कि वह इस तरह के कार्य के लिए सदन का समय बर्बाद नहीं करेंगे और नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Khadge) को लखीमपुर खीरी मामले में कुछ भी बोलने से रोक दिया. इसके बाद तो कांग्रेस और अन्य पार्टियों के सांसदों ने राज्यसभा में भी जमकर हंगामा किया. Also Read - Rakesh Tikait बोले चुनाव नहीं लड़ रहा हूं, कोई भी पार्टी मेरे नाम और फोटो का इस्तेमाल न करे एक तरफ राहुल गांधी सदन के अंदर लखीमपुर खीरी मामले में जमकर अजय मिश्रा और केंद्र सरकार पर हमला बोल रहे हैं तो दूसरी तरफ प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी मोर्चा खोला हुआ है. उन्होंने अजय मिश्रा को कैबिनेट से निष्कासित न करने को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का नैतिक दिवालियापन करार दिया. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, अजय मिश्रा ‘टेनी’ इनके नैतिक दिवालिएपन का सबसे बड़ा संकेत है. नरेंद्र मोदी जी धर्मपरायणता और धार्मिक पोशाक पहनकर आप इस तथ्य को नहीं झुठला सकते हैं कि आप एक अपराधी को बचा रहे हैं. The government’s refusal to sack Ajay Mishra Teni is the starkest indication of its moral bankruptcy. @narendramodi ji, carefully curated spectacles of piety and wearing religious attire will not change the fact that you are protecting a criminal.. 1/2 — Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 16, 2021 विपक्ष के कई अन्य नेताओं ने भी अजय मिश्रा को उनके पद से हटाए जाने की मांग की. समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव ने कहा, एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर अजय मिश्रा को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री को अजय मिश्रा का इस्तीफा ले लेना चाहिए, इसके बाद ही सदन में शांति आएगी. दूसरी तरफ संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए कहा, यह लोग जानबूझकर विधायी कार्यों में अड़ंगा लगा रहे हैं. उन्होंने कहा, सरकार लखीमपुर खीरी मामले में चर्चा नहीं करना चाहती, क्योंकि मामला अभी कोर्ट में है और एसआईटी इसकी जांच कर रही है. उन्होंने कहा, सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच चल रही है. (इनपुट – एजेंसियां) ",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/punjab/punjab-assembly-election-is-cricketer-harbhajan-singh-joining-congress-here-is-answer-5141456/,Punjab Assembly Election: तो कांग्रेस की तरफ से गुगली फेंकेंगे Harbhajan Singh! स्क्रिनिंग कमेटी की बैठक आज,"कहते हैं एक तस्वीर, एक हजार शब्दों के बराबर होती है. और अगर तस्वीर का कैप्शन ही ‘संभावनाओं से भरी तस्वीर’ हो तो फिर उस तस्वीर को लेकर कयास लगाए जाने लाजमी है. वह भी ऐसे वक्त में जब विधानसभा चुनाव (Assembly Election) नजदीक हों. जी हां पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) और टर्बनेटर (Turbanator) नाम से मशहूर रहे पूर्व भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) की यह तस्वीर कल यानी बुधवार 15 दिसंबर से ही काफी चर्चा में है. नवजोत सिंह सिद्धू ने यह तस्वीर ट्वीट की और लिखा, ‘Picture loaded with possibilities …. With Bhajji the shining star.’ बस फिर क्या था, हर कोई इस तस्वीर के मायने निकालने में जुट गया. पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Elections) से ठीक पहले हर कोई यही अंदाजा लगा रहा है कि हरभजन सिंह जल्द ही कांग्रेस (Harbhajan Singh to Join Congress!) का हाथ थाम सकते हैं. हरभजन सिंह कांग्रेस का हाथ थामेंगे या नहीं, इस पर अभी न तो हरभजन सिंह, न नवजोत सिंह सिद्धू और न ही कांग्रेस ने कुछ स्पष्ट किया है. लेकिन जब हरभजन सिंह के लिए ‘संभावनाओं से भरी तस्वीर’ लिखा जाता है तो लोग उनके राजनीति में आने और कांग्रेस ज्वाइन करने की ही संभावना तलाशते हैं, क्योंकि भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) में 41 वर्षीय हरभजन सिंह की संभावनाएं खत्म हो चुकी हैं. आज यानी गुरुवार 16 दिसंबर को चंडीगढ़ स्थित पंजाब कांग्रेस भवन में कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक है. इस बैठक से एक दिन पहले स्वयं पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा हरभजन सिंह की तस्वीर इस तरह से ट्वीट किया जाना कई संकेत दे जाता है. यह बैठक आज शाम 5 से रात 8.30 बजे तक चलेगी. इसके अलावा 17 और 18 दिसंबर को सुबह 11 से शाम 6 बजे तक स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक होगी. आज हर किसी की निगाहें पंजाब कांग्रेस की इस स्क्रीनिग कमेटी की मीटिंग पर रहेंगे. हो सकता है कि आगामी विधानसभा चुनाव में हरभजन सिंह कांग्रेस की ओर से गुगली फैंकते हुए दिखें. Picture loaded with possibilities …. With Bhajji the shining star pic.twitter.com/5TWhPzFpNl — Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) December 15, 2021 ",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/uttar-pradesh/not-contesting-any-polls-no-party-should-use-my-name-on-posters-says-rakesh-tikait-5141083/,"Rakesh Tikait बोले चुनाव नहीं लड़ रहा हूं, कोई भी पार्टी मेरे नाम और फोटो का इस्तेमाल न करे","मेरठ : भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने बुधवार को कहा कि वह कोई चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने तमाम राजनीतिक पार्टियों को भी चेता दिया है कि उनके नाम और तस्वीर का इस्तेमाल किसी भी पोस्टर में अपने राजनीतिक लाभ के लिए न करें. बता दें कि मंगलवार को ही एक पोस्टर सामने आया था, जिसमें राकेश टिकैत की बड़ी सी तस्वीर थी और उनके दोनों तरफ जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) व अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) दिख रहे थे. किसान नेता राकेश टिकैत ने इस पोस्टर का भी विरोध किया था. बता दें कि तीन कृषि कानूनों (Three Farm Laws) को केंद्र सरकार वापस ले चुकी है और किसानों ने अपना आंदोलन स्थगित कर दिया है. बुधवार को दिल्ली की सीमाओं को खाली करके जब किसान अपने घर लौटे तो मेरठ (Meerut) में राकेश टिकैत का जोरदार स्वागत हुआ. न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि वह कोई चुनाव लड़ने नहीं जा रहे हैं. कोई भी राजनीतिक पार्टी उनके नाम और फोटो का इस्तेमाल न करे. गौरतलब है कि संयुक्त किसान मोर्चा ने 9 दिसंबर को एक साल से चल रहे किसान आंदोलन को स्थगित करने का फैसला लिया था. इससे पहले उन्हें केंद्र सरकार से एक चिट्ठी मिली थी, जिसमें उनकी न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की मांग को पूरा करने के लिए कमेटी बनाने का वादा किया गया और प्रदर्शनकारी किसानों पर लगाए गए तमाम केस तुरंत प्रभाव से वापस लेने की जानकारी थी. किसानों ने 11 दिसंबर से अपने घरों की ओर लौटना शुरू कर दिया था. बुधवार को आखिरकार किसानों ने दिल्ली के सभी बॉर्डर खाली कर दिए. वह ट्रकों और ट्रैक्टरों के साथ अपने-अपने गांव-घर लौटे. किसानों ने दिल्ली के सिंघु, गाजीपुर और टिकरी बॉर्डर पर पिछले एक साल से डेरा डाला हुआ था, जिसमें उनकी मुख्य मांग तीन कृषि कानूनों को वापस लिया जाना था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुपर्व के अवसर पर स्वयं राष्ट्र के नाम संदेश में इन कानूनों को वापस लेने की घोषणा की और संसद के शीतकालीन सत्र में इस पर मुहर भी लग गई. बुधवार राकेश टिकैत ने दिल्ली की सीमा छोड़ने से पहले कहा था कि यह आंदोलन स्थगित हुआ है, खत्म नहीं. अब 15 जनवरी को एक रिव्यू मीटिंग होगी. संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है कि अगर सरकार ने अपने वादे पूरे नहीं किए तो हम अपना आंदोलन फिर से शुरू कर देंगे. ",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/punjab/violent-crackdown-on-punjab-teachers-at-chief-minister-channis-rally-in-sangroor-5141058/,"Punjab Police Violent Crackdown: कैमरे के सामने ऐसी बर्बरता देखी है आपने, क्या ऐसे सरकार विरोधी नारे बंद करेगी पंजाब पुलिस | Video","कुछ ही दिन पहले की बात है जब दिल्ली (Delhi) में गेस्ट टीचर्स (Guest Teachers) उन्हें पक्का करने की मांग को लेकर दिल्ली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिधू (Navjot Singh Sidhu) प्रदर्शनकारी शिक्षकों की आवाज बुलंद करने के लिए दिल्ली पहुंच गए थे. दूसरी ओर वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) उत्तर प्रदेश में महिलाओं को केंद्र में रखकर कर राजनीति कर रही हैं. उन्होंने नारा भी दिया है, ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं.’ अब पंजाब (Punjab) की तस्वीर भी देख लेते हैं. राज्य में कांग्रेस की सरकार है. राजनीतिक पार्टियों की करनी और कथनी में फर्क स्पष्ट हो जाएगा. पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (CM Charanjeet Singh Channi) ने बुधवार को संगरूर में रैली की. इस दौरान पुलिसकर्मी प्रदर्शन कर रहे क्वालिफाइड टीचर्स के मुंह बंद करके घसीटते हुए और जीप में भरते हुए देखे गए. इसमें महिलाएं भी शामिल थी. यानी ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ सिर्फ यूपी तक और सिधू का प्रदर्शनकारी गेस्ट टीचर्स को समर्थन सिर्फ दिल्ली तक ही सीमित है, पंजाब में दोनों वरिष्ठ नेता चुपचाप यह सब होते देखेंगे. दरअसल मुख्यमंत्री चन्नी की संगरूर रैली के दौरान क्वालीफाइड टीचर प्रदर्शन कर रहे थे. उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है. 2017 के चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें नौकरी देने का वादा किया था. पुलिस ने मुख्यमंत्री की रैली के दौरान प्रदर्शन कर रहे क्वालिफाइड टीचर्स को सरकार के खिलाफ नारे लगाने से रोकने के लिए उनके मुंह में कपड़ा ठूंस कर मुंह बंद किए और रैली स्थल से घसीटते हुए उन्हें जीप और बसों में बिठा दिया. यही नहीं बस की खिड़कियों से नारे लगा रहे प्रदर्शनकारियों पर लाठियां भी बरसाईं. घटनास्थल से विचलित करने वाली तस्वीरें सामने आईं, जहां महिला प्रदर्शनकारियों के मुंह में उनके ही दुपट्टे को ठूंसकर उन्हें कपड़े और गर्दन पकड़कर पुलिसकर्मी घसीटते हुए ले जाते हुए देखे गए. बस में बिठाने के बाद भी जब सरकार विरोधी नारे बंद नहीं हुए तो जबरदस्ती बस के शीशे बंद किए गए और खिड़की से न हटने पर बाहर से डंडे की मदद से उन्हें अंदर की ओर धक्का देने के वीडियो और भी विचलित करने वाला है. प्रदर्शन कर रहे पुरुषों के साथ मुख्यमंत्री के समर्थकों ने भी मारपीट की. एक व्यक्ति को प्रदर्शनकारी को उसकी गर्दन से पकड़कर ले जाते हुए स्पष्ट देखा जा सकता है, जिसमें वह हाथ से ही प्रदर्शनकारी का मुंह बंद कर रहा है. अन्य लोग उनकी मदद करके प्रदर्शनकारियों को बस में भरते हुए दिखे. ",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/rss-chief-mohan-bhagwat-said-will-make-ghar-wapasi-to-those-who-leave-hinduism-will-work-to-connect-people-5140933/,"RSS चीफ मोहन भागवत ने कहा- हिन्दू धर्म छोड़ने वालों की घर वापसी कराएंगे, लोगों को जोड़ेंगे","चित्रकूट: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने कहा कि जो हिंदू धर्म को छोड़ चुके हैं और दूसरे धर्म में परिवर्तित हो चुके हैं उनकी घर वापसी होनी चाहिए. चित्रकूट में चल रहे तीन दिवसीय हिन्दू एकता महाकुंभ में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भय ज्यादा दिन तक बांध नहीं सकता है. अहंकार से एकता टूटती है. हम लोगों को जोड़ने के लिए काम करेंगे. महाकुंभ में शामिल हो रहे लोगों को उन्होंने इसका संकल्प भी दिलाया. आरएसएस प्रमुख ने शपथ दिलाते हुए कहा कि मैं हिन्दू संस्कृति के धर्मयोद्धा मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम की संकल्प स्थली पर सर्वशक्तिमान परमेश्वर को साक्षी मानकर संकल्प लेता हूं कि मैं अपने पवित्र हिन्दू धर्म, हिन्दू संस्कृति और हिन्दू समाज के संरक्षण संवर्धन और सुरक्षा के लिए आजीवन कार्य करूंगा. मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि किसी भी हिन्दू भाई को हिन्दू धर्म से विमुख नहीं होने दूंगा. जो भाई धर्म छोड़ कर चले गए हैं, उनकी भी घर वापसी के लिए कार्य करूंगा. उन्हें परिवार का हिस्सा बनाऊंगा. मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि हिन्दू बहनों की अस्मिता, सम्मान व शील की रक्षा के लिए सर्वस्व अर्पण करूंगा. जाति, वर्ग, भाषा, पंथ के भेद से ऊपर उठ कर हिन्दू समाज को समरस सशक्त अभेद्य बनाने के लिए पूरी शक्ति से कार्य करूंगा. उन्होंने देव और राक्षसों के बीच हुए द्वंद का किस्सा सुनाया. कहा कि किसी भी पार्टी को राज्य की सत्ता देव के रास्ते पर चलने से ही मिलेगी. बिना किसी पार्टी का नाम लिए उन्होंने कई कटाक्ष किए. मोहन भागवत ने प्रतिज्ञा लेते हुए कहा कि- मैं हिंदू संस्कृति का मर्यादापूर्वक सबकी राजी से संकलप लेता हूं. सर्व समाज मैं अपने पवित्र हिंदू धर्म, संस्कृति, समाज के संरक्षण, संवर्धन, सुरक्षा के लिए आजीवन कार्य करूंगा. वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा कि हिंदुओं को बिखरना नहीं चाहिए. हमें खरबूजा दिखना चाहिए संतरा नहीं. बाहर भले ही धारियां हों लेकिन भीतर से एक हों. गऊ माता को जिंदा दफना दिया जा रहा है. सड़क पर बेहाल घूम रही हैं, गऊ और ब्राह्मण की रक्षा होनी जरूरी है. हर व्यक्ति घर में गाय बैल जरूर पालें. उन्होंने कहा कि माध्यमिक शिक्षा में संस्कृत को अनिवार्य किया जाना चाहिए. संस्कृत पाठशालाओं में शिक्षकों की नियुक्ति हो, ताकि जो संस्कार व संस्कृति चाहते, वह मिले. हमें एक होना चाहिए. कार्यक्रम में चिदानंद सरस्वती मुनि महाराज ने कहा कि मंदाकिनी तट पर आरती का बीड़ा उठाएं. रामचंद्र दासजी महाराज ने हम दो हमारे दो का संकल्प कराया और सरकार से आह्वान किया कि दो बच्चे वालों को ही वोट का अधिकार दिया जाए. साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि शादी बंधन में बंधने से पहले सुनिश्चित करें तन और मन कोरा और पवित्र हो. हिंदुओं के बच्चों को तुलसी के पौधे, गंगाजल से सींचा जाए. ",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/uttar-pradesh/up-govt-raises-da-for-all-state-employees-from-28-percent-to-31-5140880/,"UP की योगी सरकार ने दी राज्‍य के लाखों कर्मचारियों को सौगात, बढ़ाया महंगाई भत्‍ता","यूपी की योगी आदित्‍यनाथ सरकार (UP Govt) ने राज्‍य के लाखों सभी कर्मचारियों (all state employees ) को बड़ी सौगात दी है. यूपी सरकार ने राज्‍य के सभी कर्मचारियों के महंगाई भत्‍ते (dearness allowance) में बढ़ोत्‍तरी करने का घोषणा की है. उत्‍तर प्रदेश सरकार ने राज्य सरकार के कर्मचारियों का महंगाई भत्ता (DA) 28 फीसदी से बढ़ाकर 31 प्रतिशत कर दिया है. यह बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता पिछले जुलाई, 2021 से समय से प्रभाव से लागू किया जाएगा. यूपी के सीएमओ के एक ट्वीट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश सरकार ने बुधवार को महंगाई भत्ता बढ़ाने की घोषणा की है. सभी राज्य कर्मचारियों को वर्तमान 28 प्रतिशत से 31 बढ़ाकर प्रतिशत कर दिया गया है. राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए इसका महत्व है. बता दें कि उत्तर प्रदेश में कुछ ही महीने में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं. ",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/uttar-pradesh/union-minister-ajay-mishra-abuses-at-a-journalist-who-asked-a-question-about-lakhimpur-kheri-case-video-viral-5140493/,"Video: सवाल पूछने पर केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र ने पत्रकारों से की धक्कामुक्की, बोले- तुम गंदे लोग हो, शर्म नहीं आती","लखीमपुर में किसानों और एक पत्रकार को कार से कुचलने के मामले ने सियासी तौर पर भी अब बड़ा रूप ले लिया है. अब ये मामला थमता नज़र नहीं आ रहा है. केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा पर किसानों पर कार चढ़ाने का आरोप है. इसे लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग हो रही है. इस्तीफे की मांग और इस घटना को लेकर लोकसभा में भी जोरदार हंगामा हुआ और सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा से जब एक कार्यक्रम में मौजूद पत्रकारों ने इस घटना को लेकर सवाल पूछा तो वह बौखला गए. केंद्रीय मंत्री पत्रकारों को गाली देने लगे. गाली देते हुए अजय मिश्रा ने कहा कि मीडिया वालों ने ही एक निर्दोष आदमी को फंसाया. शर्म नहीं आती है. इतने गंदे लोग हैं. बाकी कुछ समझ नहीं आ रहा है. क्या जानना चाहते हो, क्या पूछना चाहते हो. चैनल के लिए क्या पूछना है. SIT से जाकर पूछो न. इतना कहते ही केंद्रीय मंत्री पत्रकार की तरफ बढ़ते हैं और फिर धक्का मुक्की कर देते हैं. साथ में मौजूद कुछ लोग केंद्रीय मंत्री को रोकते हुए दिखाई देते हैं. इस घटना का वीडियो वायरल (Video Viral) हो रहा है. बता दें कि केंद्रीय मंत्री कह चुके हैं कि उनका बेटा निर्दोष है और उसे फंसाया जा रहा है, जबकि SIT ने हाल में अपनी रिपोर्ट जांच रिपोर्ट में कहा कि किसानों पर कार चढ़ाने की घटना अचानक नहीं हुई, बल्कि ये एक सोची समझी साजिश थी. इस घटना में चार किसानों और एक पत्रकार की मौत हो गई थी. इसके बाद हुए बवाल में भी कुछ लोग मारे गए थे. मौके के कई वीडियो भी सामने आये थे, जिसमें से एक में दावा हुआ कि केंद्रीय मंत्री के बेटे को कुचलने वाली कार से निकलकर भागते हुए देखा गया. कार केंद्रीय मंत्री के बेटे की ही थी. ",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/madhya-pradesh/mp-panchayat-election-2021-from-supreme-court-to-high-court-hearing-torrow-on-election-nomination-starts-5140452/,"MP Panchayat Election 2021: मध्य प्रदेश में 6 जनवरी को होगी वोटिंग, नामांकन है जारी, कोर्ट में फंसा है पेंच","MP Panchayat Election 2021: मध्य प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों को लेकर जारी अध्यादेश को चुनौती देने वाली याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने फिर से मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में लौटा दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जब मामले पर हाईकोर्ट सुनवाई कर रही है तो दो अदालतों को इस मामले पर सुनवाई करने की कोई जरूरत नहीं है. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश हाईकोर्ट को 16 दिसंबर को इस मामले पर सुनवाई करने के निर्देश दिए हैं.Also Read - अतिक्रमण मुद्दे पर SC ने जताई चिंंता, बड़े शहर बन गए झुग्गी बस्ती, 75 साल से यह दुखद कहानी जारी मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव को लेकर दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को सुनवाई हुई, जिसमें याचिकाकर्ता के वकील वरुण ठाकुर ने कहा कि हमने सुप्रीम कोर्ट के सामने अध्यादेश को गैर-संवैधानिक होने की बात कही और सुप्रीम कोर्ट ने भी यह माना है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि हाईकोर्ट में यह मामला पहले से चल रहा है तो इसे लेकर दो अदालतों को सुनवाई करने की जरूरत नहीं है. हाईकोर्ट में ही इसे पेश करें. अगर आप इसे कल मेंशन करेंगे तो इसे कल (16 दिसंबर) ही सुना जाएगा. चुनाव के लिए नामांकन भी है जारी पंचायत चुनाव को लेकर मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है, लेकिन दावेदारों पर इसका कोई असर नहीं है. वे पूरे जोश और उत्साह से अपना नामांकन जमा करने पहुंच रहे हैं. इंदौर में जहां दो दिनों में नौ उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए हैं तो उज्जैन-देवास में फिलहाल एक भी नामांकन नहीं आया है. बता दें कि पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 20 दिसंबर है. नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा 21 दिसंबर को की जाएगी और फिर 23 दिसंबर तक नाम वापस लिए जा सकते हैं. इसी दिन चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों की सूची तैयार कर उन्हें चुनाव चिह्न आवंटित किए जाएंगे और 6 जनवरी को मतदान होगा. हर पद के लिए अलग होगा मतपत्रों का रंग मतदान को लेकर राज्य निर्वाचन आयोगी की तरफ से सारी व्यवस्था की जा रही है. चुनाव में विभिन्न पदों के लिए मतपत्रों का रंग अलग-अलग होगा. जिला पंचायत सदस्य के लिए गुलाबी, जनपद पंचायत सदस्य के लिए पीला, सरपंच के लिए नीला तथा पंच के लिए सफेद रंग के मतपत्रों का उपयोग किया जाएगा. मतदान के लिए मतदाताओं को आयोग द्वारा जारी 23 पहचान पत्रों में से कोई एक पहचान पत्र साथ में लाना अनिवार्य होगा. ",1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196938/jammu-kashmir-after-abrogation-of-article-370-outsiders-bought-seven-plots-tells-mha/,अनुच्छेद 370 हटने के बाद से जम्मू कश्मीर में बाहरियों ने सात प्लॉट खरीदे: केंद्र सरकार,"जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 लागू होने के समय दूसरे राज्यों के लोग वहां ज़मीन या अचल संपत्ति नहीं खरीद सकते थे. संसद में एक सवाल के जवाब में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि इस अनुच्छेद के निरस्त होने के बाद से सूबे के बाहर के व्यक्तियों ने कुल सात भूखंड खरीदे, जो जम्मू क्षेत्र में आते हैं. जम्मू में तैनात सुरक्षा बल (फाइल फोटो: रॉयटर्स) नई दिल्ली: सरकार ने बुधवार को संसद में बताया कि संविधान के अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू एवं कश्मीर में अब तक इस केंद्र शासित प्रदेश के बाहर के व्यक्तियों ने कुल सात भूखंड खरीदे हैं और ये सभी भूखंड जम्मू डिवीजन में हैं. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी. उनसे प्रश्न पूछा गया था कि क्या राज्य के बाहर के किसी व्यक्ति ने अब तक जम्मू एवं कश्मीर में जमीन खरीदी है और यदि खरीदी है तो इसका ब्योरा क्या है. इसके जवाब में राय ने कहा, ‘जम्मू और कश्मीर सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई सूचना के अनुसार, जम्मू और कश्मीर से बाहर के व्यक्तियों द्वारा कुल सात भखूंड खरीदे गए हैं. ये सभी सात भूखंड जम्मू डिवीजन में स्थित हैं.’ ज्ञात हो कि अगस्त, 2019 में केंद्र सरकार ने जम्मू एवं कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त कर दिया था और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया था. जम्मू कश्मीर में जब अनुच्छेद 370 लागू था तब दूसरे राज्यों के लोग वहां जमीन नहीं खरीद सकते थे. सिर्फ राज्य के लोग ही वहां पर जमीन और अचल संपत्ति खरीद सकते थे. केंद्र सरकार ने जब अनुच्छेद 370 समाप्त किया था तब इस कानून को राज्य के विकास में सबसे बड़ी रुकावट बताया और दावा किया था कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद राज्य के बाहर के लोग भी वहां जमीन खरीद सकेंगे और वहां निवेश हो सकेगा. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, जम्मू कश्मीर में रोजगार पर एक अन्य सवाल के जवाब में सरकार ने कहा कि रोजगार छिनने की आशंका से क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में कोई सुस्ती नहीं आई है. राय ने एक लिखित उत्तर में कहा, ‘जम्मू कश्मीर सरकार ने सूचित किया है कि आर्थिक मानदंड अर्थव्यवस्था की सुस्ती का संकेत नहीं देते हैं जिससे नौकरियों का नुकसान होता है. वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान, राज्य वस्तु और सेवा कर (एसजीएसटी), मोटर और स्पीरिट कर (एमएसटी), स्टाम्प संग्रह जैसे संकेतकों में क्रमश: 14.50 प्रतिशत, 64.63 प्रतिशत और 104.10 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है.’ उन्होंने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर संग्रह में शुद्ध वृद्धि चालू वर्ष में 25.43 प्रतिशत रही है और उत्पाद शुल्क संग्रह 770 करोड़ रुपये है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में अधिक है. राय के अनुसार, जुलाई 2019 से जून 2020 के दौरान राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा किए गए आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण से पता चलता है कि जम्मू और कश्मीर में बेरोजगारी दर 5.1 प्रतिशत से 6.7 प्रतिशत के बीच है. राय ने कहा, ‘सरकार में रिक्त पदों की संख्या में काफी कमी आई है और यह 80,000 से भी कम है क्योंकि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में बेरोजगारी और रिक्त पदों को भरने के मुद्दे को हल करने के लिए सरकार द्वारा कई कदम उठाए गए हैं.’ मालूम हो 2020 के शुरुआत में केंद्र सरकार स्थायी निवासी प्रमाणपत्र (पीआरसी) को रद्द करते हुए उसकी जगह डोमिसाइल प्रमाणपत्र ले आई थी, जिससे बाहरी लोग जम्मू कश्मीर में नौकरियों के लिए आवेदन कर सकते हैं. इसके बाद 27 अक्टूबर, 2020 को केंद्र ने कई कानूनों में संशोधन के जरिये देशभर के लोगों के लिए जम्मू कश्मीर में जमीन खरीदने के मार्ग को प्रशस्त कर दिया था. जम्मू कश्मीर राज्य में अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने के बाद बड़ा कदम उठाते हुए केंद्र सरकार ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के जमीन मालिकाना अधिकार से संबंधित नियमों में बदलाव किया था, जिसके बाद देशभर से अब कोई भी यहां जमीन खरीद सकता है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन (केंद्रीय कानूनों का अनुकूलन) तीसरा आदेश, 2020 के माध्यम से जमीन कानूनों के संबंध में यह बदलाव किया था.",1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/197036/cji-nv-ramana-investigative-journalism-in-india-vanishing/,मीडिया परिदृश्य से खोजी पत्रकारिता गायब हो रही है: चीफ जस्टिस रमना,"पेशेवर करिअर की शुरुआत एक पत्रकार के रूप में करने वाले चीफ जस्टिस एनवी रमना ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि पूर्व में हमने घोटालों और कदाचार को लेकर अख़बारों की रिपोर्ट देखी हैं, जिनसे हलचल पैदा हुई हैं, लेकिन हाल के सालों में बेमुश्किल एक या दो को छोड़कर इस तरह की कोई खोजी रिपोर्ट याद नहीं आती. चीफ जस्टिस एनवी रमना. (फोटो साभार: यूट्यूब/सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन) नई दिल्ली: देश के चीफ जस्टिस एनवी रमना का कहना है कि खोजी पत्रकारिता की अवधारणा दुर्भाग्य से मीडिया परिदृश्य से कम से कम भारतीय संदर्भ में गायब हो रही है. चीफ जस्टिस ने पत्रकार सुधाकर रेड्डी उदुमुला की लिखी किताब ‘ब्लड सैंडर्स: द ग्रेट फॉरेस्ट हाइस्ट’ के विमोचन पर कहा, ‘पूर्व में हमने घोटालों और कदाचार को लेकर अखबारों की रिपोर्ट देखी हैं, जिनसे हलचल पैदा हुई हैं, लेकिन हाल के सालों में बेमुश्किल एक या दो को छोड़कर मुझे इस तरह की कोई खोजी रिपोर्ट याद नहीं आती. हमारे बगीचे में सब कुछ गुलाबी प्रतीत होता है. मैं निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए इसे आप पर छोड़ देता हूं.’ उन्होंने कहा, ‘एक ऐसे शख्स के तौर पर जिसका पहला काम पत्रकार का था. मैं यहां मीडिया की मौजूदा स्थिति को लेकर कुछ विचार पेश कर रहा हूं. खोजी पत्रकारिता की अवधारणा दुर्भाग्य से मीडिया परिदृश्य से गायब हो रही है, यह कम से कम भारतीय संदर्भ में सच है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘जब हम बड़े हो रहे थे तो बड़े-बड़े घोटालों को उजागर करने वाले समाचार-पत्रों का बेसब्री से इंतजार करते थे. समाचार-पत्रों ने हमें कभी निराश नहीं किया.’ उन्होंने कहा, ‘अतीत में हमने घोटालों के बारे में समाचार-पत्रों की रिपोर्ट देखी हैं, जिनके गंभीर परिणाम सामने आए हैं. एक या दो को छोड़कर मुझे हाल के वर्षों में इतनी महत्ता की कोई खबर याद नहीं है.’ बता दें कि सीजेआई रमना ने अपने पेशेवर करिअर की शुरुआत इनाडु अखबार में बतौर पत्रकार के रूप में की थी. सीजेआई ने किताब के विषय पर कहा, ‘लाल चंदन के पेड़ विलुप्ति की कगार पर खड़े हैं. दुनिया में हर बेहतरीन चीज की तरह लाल चंदन भी मनुष्य के लालच की भेंट चढ़ गए.’ उन्होंने कहा कि लाल चंदन के काटने से पारिस्थितिकी विनाश के परिणाम विश्व स्तर पर देखे जा सकते हैं और इन मुद्दों से स्थानीय स्तर पर निपटना समय की मांग है. चीफ जस्टिस ने कहा कि लाल चंदन की सुरक्षा के लिए पहले से मौजूद कानूनों को लागू करने के लिए आवश्यक इच्छाशक्ति की कमी थी. उन्होंने कहा, ‘ऐसे में मीडिया को अपनी भूमिका निभाने की जरूरत है. रक्षकों की भूमिका निभाने वाले व्यक्तियों और संस्थानों की सामूहिक विफलताओं को मीडिया द्वारा उजागर करने की आवश्यकता है.’ उन्होंने कहा कि लोगों को इस प्रक्रिया में कमियों के बारे में जागरूक करने की जरूरत है और यह एक ऐसा काम है, जो केवल मीडिया ही कर सकता है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने लेखक सुधाकर के साथ अपने जुड़ाव को याद करते हुए कहा कि रेड्डी का परिवार आंध्र प्रदेश में एक ऐसे गांव से है, जो उनके पैतृक स्थान के पास है. सीजेआई रमना ने तेलुगू में कहा, ‘मुझे अपने गांव की याद आती है, मैं वहां अच्छे-पुराने दिनों और बेहतरीन दोस्तों को याद कर रहा हूं. मैं लंबे समय से अपने गांव नहीं गया और वहां जाने का इच्छुक हूं. मुझे बहुत जल्द ऐसा करने की उम्मीद है.’ (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196940/union-minister-ajay-mishra-manhandles-scribes-over-questions-on-sit-findings/,लखीमपुर हिंसा: केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा ने एसआईटी जांच से जुड़े सवाल पर पत्रकार से बदसलूकी की,"लखीमपुर खीरी में बीते अक्टूबर माह में किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा की जांच कर रही एसआईटी ने अब तक की छानबीन और साक्ष्यों के आधार पर दावा किया था कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा और उसके सहयोगियों ने इस घटना को जान-बूझकर, सुनियोजित साजिश के तहत अंजाम दिया था. इस घटना में चार किसानों और एक पत्रकार की मौत गाड़ी से कुचल दिए जाने से हो गई थी. केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा से लखीमपुर हिंसा को लेकर सवाल पूछते पत्रकार (फोटोः वीडियोग्रैब) नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी घटना मामले के मुख्य आरोपी बेटे को लेकर पूछे गए सवाल पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा द्वारा एक पत्रकार से दुर्व्यवहार करने का मामला सामने आया है. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें केंद्रीय मंत्री लखीमपुर मामले में एसआईटी द्वारा उनके बेटे और अन्य पर लगाई गईं (आईपीसी की) नई धाराओं को लेकर पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवालों से नाराज दिखाई दिए. इस दौरान उन्होंने मोबाइल फोन से वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहे एक अन्य पत्रकार से कैमरा बंद करने को भी कहा और अपशब्दों का इस्तेमाल किया. यह घटना उस समय हुई जब केंद्रीय मंत्री एक ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन कर रहे थे. लखीमपुर खीरी जिले में बीते तीन अक्टूबर को हुई हिंसा मामले में आरोप है कि केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा ने किसानों को अपनी गाड़ी से कुचल दिया था, जिससे चार किसानों की मौत हो गई थी. मामले की जांच कर रही एसआईटी ने आशीष मिश्रा समेत 13 आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास और शस्त्र अधिनियम के तहत चार और आपराधिक आरोप लगाने की मांग करते हुए अदालत में याचिका दायर की है. एसआईटी ने अब तक की छानबीन और साक्ष्यों के आधार पर दावा किया था कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा और उसके सहयोगियों ने इस घटना को जान-बूझकर, सुनियोजित साजिश के तहत अंजाम दिया था. लखीमपुर खीरी घटना की जांच को लेकर एसआईटी के इस दावे के बारे में पूछने पर कि अक्टूबर में हुई घटना में किसानों की मौत दुर्घटना नहीं बल्कि सोची-समझी साजिश थी. इस पर मिश्रा ने पत्रकार से कहा, ‘बेवकूफी के सवाल मत करों. पागल हो क्या?’ इसके बाद पत्रकार ने सवाल दोहराया तो मिश्रा ने उन्हें धमकाना शुरू किया और पास के एक और पत्रकार से कैमरा बंद करने को कहा. एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री मिश्रा को अपशब्दों का इस्तेमाल करते और पत्रकारों को ‘चोर’ कहते भी सुना गया. मंत्री को यह कहते भी सुना गया कि पत्रकारों की वजह से एक निर्दोष शख्स जेल में है. लखीमपुर खीरी मामले में केंद्रीय मंत्री का बेटा आशीष मिश्रा मुख्य आरोपी है. मामले में 12 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है. एबीपी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री ने एबीपी न्यूज के पत्रकार के साथ दुर्व्यहार किया था. एनडीटीवी के पत्रकार आलोक पांडेय द्वारा ट्वीट किए गए वीडियो में पत्रकारों और मंत्री के बीच बातचीत को सुना जा सकता है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी सहित विपक्षी नेताओं ने बुधवार को एसआईटी की जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद केंद्रीय मंत्री मिश्रा के इस्तीफे की मांग की है. योगेंद्र यादव ने द वायर को बताया कि तथ्य यह है कि एसआईटी साजिश की ओर इशारा कर रही है कि इस घटना के साजिशकर्ता मंत्री थे. यहां तक कि इन दावों के सामने आने से पहले ही कृषि कानूनों को रद्द करने के बाद किसानों की मांगों में से एक मिश्रा से इस्तीफा लेना था. बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस की एसआईटी ने 13 दिसंबर को इस संबंध में अदालत में याचिका दायर कर मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा समेत गिरफ्तार किए गए 13 आरोपियों के खिलाफ नई धाराएं लगाने की मांग की है. लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच कर रहे विशेष जांचकर्ता ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को आईपीसी की धारा 279 (लापरवाही से गाड़ी चलाने), 338 (गंभीर चोट पहुंचाना), 304ए (लापरवाही से मौत का कारण) को हटाने का अनुरोध किया है. इसके अलावा एसआईटी की ओर से कहा गया है कि जांच के दौरान उसे नए सबूत मिले और जांच दल ने आईपीसी की धारा 307 (हत्या का प्रयास), 326 (जान-बूझकर खतरनाक हथियारों से चोट पहुंचाना) और 34 (समान इरादों से कई व्यक्तियों द्वारा किया गया कृत्य) के तहत चार किसानों और एक पत्रकार की हत्या के मामले में इन आरोपों के तहत केस दर्ज करने की मांग की है. एसआईटी ने इस मामले में आईपीसी की अन्‍य धाराओं को भी बरकरार रखा है. (इस रिपोर्ट को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)",1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196945/statehood-to-jammu-kashmir-at-appropriate-time-ec-prerogative-to-conduct-elections-govt/,"जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा उपयुक्त समय पर, चुनाव कराना निर्वाचन आयोग का अधिकार: सरकार","अगस्त, 2019 को केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त कर राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों- जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया था. विभिन्न राजनीतिक दल, ख़ासकर जम्मू एवं कश्मीर के राजनीतिक दल अक्सर केंद्र से राज्य का दर्जा देने और चुनाव कराए जाने की मांग करते रहे हैं. (फोटो: पीटीआई) नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने बुधवार को कहा कि जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा उपयुक्त समय पर दिया जाएगा और जहां तक सवाल विधानसभा चुनाव कराने का है तो यह विशेषाधिकार निर्वाचन आयोग का है. राज्यसभा को एक सवाल के लिखित जवाब में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने यह जानकारी दी. यह पूछे जाने पर कि क्या केंद्रशासित क्षेत्रों- जम्मू कश्मीर तथा लद्दाख को राज्य का दर्जा प्रदान किए जाने की कोई समय-सीमा है, इसके जवाब में राय ने कहा, ‘जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा उपयुक्त समय पर दिया जाएगा.’ दोनों केंद्र शासित प्रदेशों में विधानसभा चुनाव कराने की समय सीमा से संबंधित एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘चुनाव करने का फैसला लेना भारत के निर्वाचन आयोग का विशेषाधिकार है.’ गौरतलब है कि अगस्त, 2019 को केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त कर दिया था और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों- जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया था. विभिन्न राजनीतिक दल, खासकर जम्मू एवं कश्मीर के राजनीतिक दल अक्सर केंद्र सरकार से राज्य में चुनाव कराए जाने की मांग करते रहे हैं. बीते मई महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सर्वदलीय बैठक में शामिल अधिकांश राजनीतिक दलों ने जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने और जल्द से जल्द विधानसभा का चुनाव संपन्न कराने की मांग उठाई थी. बीते अक्टूबर में कश्मीर घाटी में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा बैठक के बाद श्रीनगर में बोलते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि परिसीमन प्रक्रिया पूरी होने के बाद जम्मू कश्मीर में चुनाव कराए जाएंगे, जिसके बाद पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा. हाल ही में जम्मू कश्मीर की भाजपा इकाई के महासचिव अशोक कौल ने कहा था कि निशाना बनाकर की जा रहीं नागरिकों की हत्याएं रुकेंगी और जब आम आदमी बिना किसी डर के मुक्त रूप से घूमने लगेगा तो केंद्रशासित प्रदेश के राज्य का दर्जा बहाल कर दिया जाएगा. बीते 13 दिसंबर को केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख के लेह और कारगिल क्षेत्र के राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों ने अपने मतभेद भुलाते हुए एक सुर में क्षेत्र को संवैधानिक सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाए और यहां के निवासियों की जमीन एवं नौकरी की सुरक्षा गारंटी दी जाए. इन मांगों को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन के कारण लद्दाख के कई हिस्से बंद रहे थे. (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196970/assam-10-rohingya-jailed-for-seven-years-request-refugee-status-or-deportation/,असम: सात साल से जेल में बंद 10 रोहिंग्या ने शरणार्थी का दर्जा देने या वापस भेजने का अनुरोध किया,"एक दूसरे के संबंधी इन दो रोहिंग्या परिवारों के 10 व्यक्तियों को 2014 में बिना वैध दस्तावेजों के देश में प्रवेश करने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था और तब से वे असम की तेजपुर केंद्रीय जेल में बंद हैं. (इलस्ट्रेशन: परिप्लब चक्रवर्ती/द वायर) गुवाहाटी: असम की तेजपुर केंद्रीय जेल में पिछले सात साल से बंद रोहिंग्या समुदाय के 10 लोगों ने गौहाटी उच्च न्यायालय से अपील की है कि या तो उन्हें शरणार्थी का दर्जा दिया जाए या उन्हें वापस म्यांमार भेज दिया जाए. एक दूसरे से संबंधी इन दो परिवारों के 10 व्यक्तियों को 2014 में बिना वैध दस्तावेजों के देश में प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और तब से वे जेल में हैं. जस्टिस कोटेश्वर सिंह और जस्टिस मालाश्री नंदी ने हाल ही में उनकी याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि याचिकाकर्ताओं ने स्वीकार किया है कि वे म्यांमार के नागरिक हैं, जिन्हें उचित दस्तावेज के बिना देश में प्रवेश करने के लिए दोषी ठहराया गया है. अदालत ने कहा कि इन्होंने सक्षम अदालत द्वारा दी गई सजा को पूरा करने के बाद पिछले सात वर्षों से जेल में बंद हैं. अदालत ने कहा कि विदेशी नागरिक न्यायाधिकरण के विशेष वकील ने सरकार से निर्देश लेने के लिए कुछ समय मांगा है कि वह याचिकाकर्ताओं के मामले में क्या कार्रवाई करेगी. अदालत ने मामले में अगली सुनवाई के लिए 16 दिसंबर की तिथि तय की है. हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, दोनों रोहिंग्या परिवारों को कई वर्षों से मध्य असम के तेजपुर जेल में रखा गया है, जहां अन्य विदेशियों को भी रखा जाता है. याचिकाकर्ता, सैदुर रहमान, उनकी पत्नी तहरा बेगम और उनके तीन बच्चे, उनके भाई महमद उल्ला, उनकी पत्नी रुमाना बेगम और उनके तीन बच्चे म्यांमार के रखाइन प्रांत के बुथिदौंग के कौंडांग गांव के हैं. याचिकाकर्ताओं ने जून 2017 में उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाकर भारत में शरणार्थी का दर्जा देने या म्यांमार वापस भेजने की मांग की थी. याचिकाकर्ताओं की दलील है कि या तो उन्हें शरणार्थी का दर्जा देकर भारत में रहने दिया जाए या उन्हें उनके मूल देश, यानी म्यांमार में निर्वासित कर दिया जाए. हालांकि, अधिकारी इस संबंध में कोई निर्णय नहीं ले रहे हैं और याचिकाकर्ता जेल में बंद हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, इसी महीने इस पीठ द्वारा सुनी गई एक अन्य याचिका में म्यांमार के एक रोहिंग्या अज़ीज़ुल हक और मोहम्मद हबीब उल्लाह, जिनकी राष्ट्रीयता का अभी पता नहीं चल पाया है, को म्यांमार निर्वासित करने की मांग की गई है. ये दोनों गोलपाड़ा जिला जेल में बंद हैं. (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/197017/opposition-demand-to-revoke-suspension-of-12-mp-rukus-in-lok-sabha-and-rajya-sabha/,लखीमपुर मामले और 12 विपक्षी सदस्यों के निलंबन पर संसद के दोनों सदन दिन भर रहे बाधित,"संसद के मानसून सत्र के आख़िरी दिन 11 अगस्त को सदन के भीतर सचिवालय के कर्मचारियों से दुर्व्यवहार करने के आरोप में राज्यसभा के 12 सांसदों को संसद के शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया था. इन 12 सांसदों में कांग्रेस के छह, तृणमूल कांग्रेस और शिवसेना के दो-दो तथा सीपीआई और सीपीआईएम के एक-एक सदस्य शामिल हैं. राज्यसभा से विपक्ष के 12 निलंबित सदस्यों की फिर से बहाल करने की मांग को लेकर विपक्षी दलों के सदस्य लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. (फोटो: पीटीआई) नई दिल्ली: लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के इस्तीफे की मांग और 12 विपक्षी सदस्यों की निलंबन वापसी को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध बने रहने के कारण बृहस्पतिवार को संसद की कार्यवाही बाधित हुई. इन मुद्दों पर हंगामे के कारण लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई. संसद के मॉनसून सत्र के आखिरी दिन 11 अगस्त को सदन के भीतर सचिवालय के कर्मचारियों से दुर्व्यवहार करने के आरोप में राज्यसभा के 12 सांसदों को संसद के शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया था. लोकसभा में कांग्रेस सहित कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा अदालत में दिए आवेदन की पृष्ठभूमि में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए भारी हंगामा किया, जबकि राज्यसभा में 12 सदस्यों को संसद के शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित किए जाने के मुद्दा छाया रहा और विपक्षी सदस्यों ने हंगामा किया. लोकसभा की कार्यवाही पहली बार के स्थगन के बाद अपराह्न दो बजे जब शुरू हुई तो पीठासीन सभापति भर्तृहरि महताब ने आवश्यक कागजात सभा पटल पर रखवाए. विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच ही पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने जैविक विविधता (संशोधन) विधेयक, 2021 पेश किया. हंगामा नहीं थमने पर सभापति ने कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया. इससे पहले सुबह 11 बजे निम्न सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सैन्य अधिकारी ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन के बारे में सूचना दी और सदस्यों ने कुछ पल मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. गत आठ दिसंबर को हुए हेलीकॉप्टर हादसे में वरुण सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए थे और बुधवार को उनका निधन हो गया. लोकसभा अध्यक्ष ने बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ जीत की 50वीं वर्षगांठ के मौके पर ‘स्वर्णिम विजय दिवस’ की बधाई दी और भारतीय सेना तथा बांग्लादेश के स्वतंत्रता सेनानियों के शौर्य को याद किया. बिरला ने जैसे ही प्रश्नकाल को आगे बढ़ाया, उसी समय कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए. कई सदस्यों ने हाथों में तख्तियां भी ले रखी थीं. प्रश्नकाल के दौरान ही जब अध्यक्ष बिरला ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय से जुड़ा पूरक प्रश्न पूछने के लिए कहा तो राहुल ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को उठाया और गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग की. बिरला ने उनसे अपील की कि वह विषय से संबंधित प्रश्न पूछें. इस दौरान विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी जारी रही. बिरला ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और प्रश्नकाल चलने देने की अपील की. उन्होंने कहा, ‘सदन में तख्तियां लाना और नारेबाजी करना अच्छी परंपरा नहीं है. आप अपने स्थान पर जाएं और प्रश्नकाल चलने दें.’ बिरला ने राहुल से कहा, ‘आप वरिष्ठ सदस्य हैं. आप कहते हैं कि आपको बोलने का मौका नहीं मिलता. आपको पूरा मौका दे रहा हूं, आप विषय पर सवाल पूछिए.’ हंगामा नहीं थमने पर अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 11 बजकर करीब 10 मिनट पर अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी. लखीमपुर खीरी मामले पर ही बुधवार को भी विपक्षी सदस्यों ने सदन में हंगामा किया था, जिसके कारण सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई थी. उधर, राज्यसभा में 12 सदस्यों को संसद के शीतकालीन सत्र के लिए निंलबित किए जाने के मुद्दे पर सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध कायम रहा. इन सदस्यों का निलंबन समाप्त करने की मांग पर विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण उच्च सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजकर करीब पांच मिनट पर दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई. सत्ता पक्ष इस रुख पर कायम है कि निलंबित सदस्यों के ‘अशोभनीय आचरण’ के लिए विपक्ष के नेताओं को माफी मांगनी चाहिए तभी उनके निलंबन को वापस लेने के बारे में विचार किया जा सकता है. हंगामे के कारण उच्च सदन में आज 10 मिनट भी कामकाज नहीं हो सका और शून्यकाल व प्रश्नकाल भी बाधित हुआ. पहली बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही आरंभ हुई, उपसभापति हरिवंश ने कोविड-19 के ओमीक्रॉन स्वरूप के कारण उत्पन्न स्थिति पर चर्चा को जारी रखने के लिए भारतीय जनता पार्टी के जफर इस्लाम का नाम पुकारा. जफर ने अपनी बात शुरू ही की थी कि कांग्रेस सहित कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने 12 सांसदों के निलंबन का मुद्दा उठाते हुए हंगामा आरंभ कर दिया. इस दौरान कुछ विपक्षी सदस्यों ने हाथ में तख्तियां पकड़ी हुई थीं और वह निलंबन वापस करने की मांग करते हुए सरकार विरोधी नारे भी लगा रहे थे. हरिवंश ने हंगामा कर रहे सदस्यों से बार-बार अनुरोध किया कि वह सदन में व्यवस्था बनाएं रखें और चर्चा होने दें. उन्होंने कहा कि विपक्षी सदस्यों ने कोरोना और महंगाई के मुद्दे पर चर्चा मांगी थी और जब चर्चा हो रही है तो वे व्यवधान पैदा कर रहे हैं और अन्य सदस्यों के अधिकारों का अतिक्रमण कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘दोनों ही विषय महत्वपूर्ण हैं. देश इन विषयों के बारे में जानना ओर सुनना चाहता है.’ भाजपा सदस्य जफर ने भी हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों से व्यवस्था बनाने की अपील की. उन्होंने बुधवार को अपने भाषण की शुरुआत की थी, लेकिन हंगामे के कारण अपनी बात पूरी नहीं कर सके थे. जब सदस्यों ने हरिवंश की अपील पर ध्यान नहीं दिया तो उन्होंने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी. ज्ञात हो कि संसद के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को मॉनसून सत्र के दौरान ‘अशोभनीय आचरण’ करने के कारण इस सत्र की शेष अवधि के लिए उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया था. इनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं. विपक्ष इन सदस्यों का निलंबन वापस लेने की मांग कर रहा है, जबकि सरकार अड़ी है कि जब तक यह सदस्य माफी नहीं मांगेंगे तब तक उनका निलंबन रद्द नहीं किया जाएगा. इसी वजह से सदन में सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध बना हुआ है और कार्यवाही बार-बार बाधित हो रही है. इससे पहले सुबह उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम. वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए. उन्होंने सूचित किया कि कुछ सदस्यों की ओर से उन्हें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए नियत कामकाज स्थगित करने के अनुरोध वाले नोटिस मिले हैं, जिन्हें उन्होंने स्वीकार नहीं किया है. इसके बाद उन्होंने शून्यकाल शुरू करने को कहा. इसी बीच विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे खड़े हुए और कुछ बोलना चाहा, लेकिन सभापति ने उन्हें इसकी इजाजत नहीं दी. इसके बाद विपक्षी सदस्यों ने 12 सदस्यों का निलंबन रद्द किए जाने की मांग करते हुए हंगामा शुरू कर दिया. विपक्ष के कुछ सदस्यों ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ को बर्खास्त करने की मांग भी उठाई. कांग्रेस के कुछ सदस्यों ने नियम 267 के तहत इस मामले पर नोटिस भी दिए थे. सभापति ने सदस्यों से शांत रहने और शून्यकाल चलने देने की अपील की लेकिन सदन में व्यवस्था बनते न देख उन्होंने 11 बज कर दस मिनट पर बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी. इससे पहले बीते बुधवार को केंद्र सरकार ने कहा था कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्षी दलों के वरिष्ठ नेता अगस्त में संसद के मॉनसून सत्र के दौरान अपने निलंबित सहयोगियों के गलत व्यवहार को स्वीकार करने और पश्चाताप करने के लिए तैयार नहीं हैं. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने आरोप लगाया कि निलंबित सांसदों ने 11 अगस्त को सदन की कार्यवाही में व्यवधान के दौरान महिला मार्शलों को धक्का दिया और पुरुष मार्शलों का गला घोंटने का प्रयास किया था. हालांकि, इन आरोपों का विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने विरोध किया है. खड़गे ने कहा कि विपक्ष को उन अपराधों के लिए कटघरे में खड़ा किया जा रहा है, जो उन्होंने किए ही नहीं. उन्होंने कहा था, ‘11 और 10 अगस्त को हुई घटनाएं दो अलग-अलग घटनाएं हैं, लेकिन उनके आरोपों में वे 10 तारीख की घटनाओं का उल्लेख कर रहे हैं. देश और सदन को भ्रमित किया जा रहा है. निलंबन की कार्यवाही 11 अगस्त के घटनाक्रमों के आधार पर की गई.’ बीते बुधवार को जब टीएमसी सांसद सुष्मिता देव से ओमीक्रॉन पर चर्चा शुरू करने का अनुरोध किया गया तो उन्होंने कहा कि सांसदों के निलंबन का मुद्दा भी महत्वपूर्ण है और इस निलंबन को रद्द किया जाना चाहिए. इस पर पीयूष गोयल ने जवाब देते हुए कहा था कि सबसे पहले निलंबित सांसदों को माफी मांगने की जरूरत है. उन्होंने कहा, ‘अगर कुछ सांसदों ने गलत किया है, मार्शल पर हमला किया है, सदन का अपमान किया है तो उन्हें माफी मांगनी चाहिए और हम इसमें उनकी तरफ उदारता दिखाएंगे. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष के वरिष्ठ सदस्य अपने सहयोगियों की करनी पर पश्चातात करने के इच्छुक नहीं हैं.’ सुष्मिता देव ने कहा कि 12 सांसदों (छह कांग्रेस, दो-दो टीएमसी और शिवसेना, एक-एक सीपीआई और सीपीआईएम) के खिलाफ की गई कार्यवाही अलोकतांत्रिक और अवैध थी. इस पर गोयल ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि सरकार सांसदों से माफी की स्थिति में उनके अनुरोध पर विचार करने की इच्छुक है. उन्होंने कहा, ‘वे उम्मीद भी कैसे कर सकते हैं कि वे उन पर हमला करेंगे और फिर सदन की कार्यवाही में भाग लेंगे. यह शर्म की बात है कि वे (विपक्ष) अपने सहयोगियों के कृत्यों को लेकर पश्चाताप नहीं कर रहे.’ (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",1 https://thewirehindi.com,https://thewirehindi.com/196985/goa-minister-milind-naik-resigns-amid-allegations-of-sexual-harassment-leveled-by-congress/,कांग्रेस द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने के बीच गोवा के मंत्री मिलिंद नाइक का इस्तीफ़ा,"पणजी: कांग्रेस द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोप के बीच गोवा के शहरी विकास मंत्री मिलिंद नाइक ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया. वहीं, मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा है कि भाजपा विधायक पर लगे यौन शोषण के आरोपों की जांच होगी.मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से बुधवार (बीते 15 दिसंबर) देर रात जारी बयान में बताया गया कि नाइक ने ‘स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच’ सुनिश्चित करने के मद्देनजर इस्तीफा दे दिया.सीएमओ ने ट्वीट किया कि नाइक ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है, जिसे स्वीकार करने के बाद राज्यपाल के पास भेजा गया है.इससे पहले दिन में कांग्रेस की गोवा इकाई के अध्यक्ष गिरीश चोडणकर ने नाइक पर मंत्री पद का दुरुपयोग कर एक महिला का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था.चोडणकर ने करीब एक पखवाड़े पहले एक मंत्री द्वारा महिला का यौन उत्पीड़न किए जाने का आरोप लगाया था. हालांकि, उस समय उन्होंने मंत्री का नाम सार्वजनिक नहीं किया था. चोडणकर ने कहा था कि महिला बिहार की रहने वाली हैं और उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नाइक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने का विश्वास दिलाने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा था, ‘मैं बिहार के सीएम नीतीश कुमार से आग्रह करता हूं. आप महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं लेकिन गोवा के एक मंत्री ने बिहार की एक बेटी का शोषण किया है. क्या आप अपनी बेटी के साथ खड़े होंगे या उस मंत्री के साथ, जिसने उनका शोषण किया है. बिहार के मुख्यमंत्री कृपया उन्हें ताकत दें ताकि वह बिना किसी डर के आगे आ सकें.’प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष संकल्प अमोनकर ने नाइक के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी और पीड़ित महिला तथा विधायक के बीच कथित बातचीत का ऑडियो भी जारी किया था.गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा है कि राज्य सरकार यौन शोषण मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक मिलिंद नाइक के कथित तौर पर शामिल होने के कांग्रेस पार्टी के आरोपों की जांच करेगी.भाजपा विधायक से बुधवार देर रात मुलाकात करने के बाद मुख्यमंत्री सावंत ने संवाददाताओं से कहा कि नाइक ने मामले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच के लिए इस्तीफा दे दिया है. मुख्यमंत्री सावंत ने कहा, ‘मैंने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और इसे राज्यपाल को भी भेज दिया है. कांग्रेस ने जो भी सबूत पेश किए हैं, उसकी हम जांच करेंगे.’",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cm-mamata-banerjee-attacks-on-bjp-says-khela-hobe-in-2024-will-be-defeated-across-india-in-ls-polls,"बंगाल: '2024 में भी खेला होबे', ममता बनर्जी बोलीं- अब पूरे देश में हारेगी भाजपा","विस्तार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर भाजपा पर निशाना साधा। ममता बनर्जी ने कहा कि 2024 में खेला होबे, अगामी लोकसभा चुनाव में पूरे भारत में भाजपा की हार निश्चित है। बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए ममता ने दावा किया कि भगवा पार्टी को लोकसभा चुनाव में उसी तरह हार का सामना करना पड़ेगा जैसा कि बंगाल विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त मिली। ममता बनर्जी ने कहा कि विधानसभा चुनावों के दौरान, राज्य में भाजपा द्वारा चलाए गए अभियान को देखकर बंगाल की जनता सहम गई थी। जिसका परिणाम हुआ कि राज्य में हरा का मुंह देखना पड़ा। बंगाल सामजिक सद्भाव का हमेशा से अगुवा रहा है। बंगाल जो आज सोचता है, भारत वो कल सोचता है। हम 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को विधानसभा चुनावों की तरह हरा देंगे। रोजगार पैदा करना मुख्य मकसद- ममता बनर्जी तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने ये बात 19 दिसंबर को फूलबगान इलाके में कोलकाता नगर निगम चुनाव (केएमसी) के लिए एक रैली को संबोधित करते हुए, बनर्जी ने कहा कि राज्य में लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटने के बाद उनका एकमात्र उद्देश्य उद्योग लाना और रोजगार पैदा करना है। ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर अपना विस्तार करने की कोशिश कर रही है। गोवा के अलावा, पार्टी त्रिपुरा में प्रचार प्रसार कर रही है। यहां हाल ही में हुए नगर पालिका चुनावों में भाजपा के साथ एक कड़वी लड़ाई में लगी हुई है। मंगलवार को दो दिवसीय गोवा यात्रा से लौटने के बाद ममता बनर्जी का यह पहला सार्वजनिक कार्यक्रम हुआ था।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/winter-session-the-impasse-in-the-house-over-the-suspension-of-mps-minister-prahalad-joshi-said-the-opposition-is-reneging-on-the-promise,"शीत सत्र : सांसदों के निलंबन पर सदन में बना रहा गतिरोध, मंत्री जोशी बोले- वादे से मुकर रहा विपक्ष","विपक्ष के 12 सांसदों के निलंबन को लेकर राज्यसभा में बुधवार को गतिरोध बना रहा। निलंबन वापसी की मांग पर विपक्ष के शोर-शराबे के बीच सदन में मामूली कामकाज हुआ। वेल में पहुंचे विपक्षी सांसदों के हंगामे के बीच सदन पहले दो बार बाधित हुआ और तीसरी बार दिन भर के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी। सरकार ने एनडीपीएस बिल पेश किया लेकिन हंगामे के कारण पारित नहीं किया जा सका। सरकार की ओर से नेता सदन पीयूष गोयल और संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने सदन में फिर स्पष्ट किया कि निलंबित सदस्यों को माफी मांगनी चाहिए। गोयल ने कहा, विपक्ष मुद्दा विहीन है। जोशी ने कहा, संसद में मुद्दों पर चर्चा हो रही है जिस पर विपक्ष ने चर्चा की सहमति जताई थी, लेकिन अब मुकर रहे हैं। सदन में कोरोना जैसे महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा हो रही है लेकिन विपक्ष हंगामा कर रहा है। वहीं, दोपहर दो बजे कार्यवाही शुरू होने पर भी विपक्ष का रुख पहले जैसा ही था। हंगामे के बीच सरकार ने ओमिक्रॉन के बारे में जानकारी दी। विपक्षी सदस्य अपनी मांग पर अड़े रहे और वेल में आकर नारेबाजी करते रहे। हंगामा बढ़ने पर सदन पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। विपक्ष ने प्रश्नकाल भी नहीं चलने दिया प्रश्नकाल शुरू होते ही आनंद शर्मा ने प्वाइंट ऑफ आर्डर उठाना चाहा जिस पर उपसभापति हरिवंश ने कहा, प्रश्नकाल में ऐसा नहीं होता है। शर्मा ने उनसे भी अपने नोटिस को लेकर जानकारी चाही और कहा कि महत्वपूर्ण है आप स्वीकार कर लें। उपसभापति ने स्पष्ट किया ये आपने सभापति को भेजा है। शर्मा अपनी बात रखते रहे और उपसभापति उन्हें समझाते रहे। उपसभापति ने विजय साई रेड्डी को बुलाकर प्रश्नकाल शुरू किया तो हंगामा बढ़ गया और सदस्य वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। शोर शराबे के बीच ही मंत्री गिरिराज सिंह रेड्डी और मंत्री नितिन गडकरी भी सवालों के जवाब दे रहे थे। उचित समय पर मिलेगा जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा : नित्यानंद राय केंद्र ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराना निर्वाचन आयोग का विशेषाधिकार है। साथ ही केंद्र शासित प्रदेश को उचित समय पर राज्य का दर्जा दे दिया जाएगा। बुधवार को राज्यसभा में कुछ सवालों के लिखित जवाब में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने यह बात कही। बता दें, पांच अगस्त 2019 को भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को समाप्त कर उसे दो भागों में विभाजित कर दिया था।वहीं, अनुच्छेद 370 हटने के बाद प्रदेश में जमीन खरीदे जाने पर पूछे गए सवाल पर राय ने बताया, अब तक केंद्र शासित प्रदेश के बाहर के लोगों ने कुल 7 प्लॉट खरीदे हैं और यह सभी जम्मू डिविजन में हैं। जो गुनाह किया ही नहीं, उसका इलजाम लगाया जा रहा : खरगे विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, जो गुनाह हमने नहीं किया उसका इलजाम हम पर लगाया है। गलत तरीके से सदस्यों को निलंबित किया है। विपक्ष के उपनेता आनंद शर्मा ने 256 पर दिए नोटिस के बारे में सभापति एम वेंकैया नायडू से पूछा, इस पर नायडू ने कहा, आपने जो भी भेजा है मुझे प्राप्त नहीं हुआ। जावड़ेकर ने विपक्ष पर लगाया लोकतंत्र की हत्या का आरोप भाजपा सांसद प्रकाश जावड़ेकर सड़क परिवहन मंत्रालय से संबंधित सवाल पूछने को खड़े हुए। हंगामे के कारण उन्हें बोलने को नहीं मिला। इस पर उन्होंने कहा, मुझे बोलने नहीं दिया जा रहा है। विपक्ष लोकतंत्र की हत्या कर रहा है। माफी मांगने के बजाय ये शोर कर रहे हैं इन्हें माफी मांगनी चाहिए। राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई बढ़कर हुई 1,40,937 किमी : गडकरी केंद्र ने बताया है कि इस साल नवंबर अंत तक देश में राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लंबाई बढ़कर 1,40,937 किमी हो गई है, जो अप्रैल 2014 में 91,287 किमी थी। सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने राज्यसभा में बताया, 2014-15 से नवंबर 2021 के दौरान 82,058 किमी की परियोजनाएं स्वीकृत हुई थीं। इनमें से 68,068 किमी सड़कों का निर्माण हो चुका है। मंत्री ने कहा, 1.13 लाख करोड़ रुपये की लागत वाले 4,970 किमी के 49 प्रोजेक्ट प्रगति के विभिन्न चरणों में हैं और उन्हें 2023-24 तक पूरा करने का लक्ष्य है। गडकरी के मुताबिक, देश में औसतन हर दिन लगभग 38 किमी सड़क निर्माण कर रहा है, जिसके बढ़कर 40 किमी प्रति दिन होने की संभावना है। यह एक विश्व रिकार्ड होगा। सीएपीएफ कर्मियों के लिए अलग सेवा, पेंशन नियमावली तैयार करने का कोई प्रस्ताव नहीं : केंद्र सरकार ने संसद में बताया कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) कर्मियों के लिए अलग सेवा और पेंशन नियमावली तैयार करने का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। बुधवार को गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) कर्मियों के लिए पृथक सेवा और पेंशन नियमावली की मांग करने वाले आवेदन समय-समय पर मिलते रहते हैं। लेकिन वर्तमान में ऐसा कोई भी प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। मंत्री से पूछा गया था कि क्या सरकार अर्धसैनिक बलों व केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की जोखिमपूर्ण सेवा स्थितियों व परिवार से दूर रहने के मद्देनजर उनके लिए केंद्रीय सिविल सेवा आचरण नियम के बजाय पृथक नियम बनाने की प्रक्रिया कर रही है। भारत में कॉमर्शियल लॉन्च के लिए लाइसेंस के लिए आवेदन करना चाहती है एलन मस्क की स्टारलिंक स्टारलिंक सैटेलाइट कम्युनिकेशन भारत में कॉमर्शियल लॉन्च करने के लिए जरूरी सभी लाइसेंस के लिए आवेदन करना चाहती है। यह जानकारी बुधवार को सरकार ने संसद में दी। यह सैटेलाइट कंपनी दुनिया के रइसों में शुमार एलन मस्क की है। लोकसभा में संचार राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान ने कहा, स्टारलिंक सैटेलाइट कम्युनिकेश प्रा लि ने प्रायोगिक/परीक्षण लाइसेंस के लिए दूरसंचार विभाग में आवेदन दिया है। साथ ही वह देश में कॉमर्शियल लॉन्च की दिशा में लागू आवश्यक लाइसेंसों के लिए आवेदन करने की इच्छुक है। मंत्री ने बताया, विभाग ने कंपनी को जरूरी लाइसेंस लिए बिना सैटेलाइट आधारित इंटरनेट सेवाओं की बुकिंग न करने के निर्देश दिए हैं। इसके चलते कंपनी ने बताया है कि उसने भारत में अपनी सेवाओं की प्री-बुकिंग रोक दी है। आपराधिक कानूनों में सुधारों के सुझाव के लिए केंद्र ने बनाई समिति केंद्र ने आपराधिक कानूनों में सुधारों का सुझाव देने के लिए दिल्ली स्थित राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के कुलपति की अध्यक्षता मे एक समिति गठित की है। यह जानकारी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा ने राज्यसभा में दी। उन्होंने कहा, गृह मंत्रालय ने आपराधिक कानूनों में व्यापक संशोधनों के संबंध में राज्यों के राज्यपाल और मुख्यमंत्री, केंद्र शासित प्रदेशों क्षेत्रों के उपराज्यपाल व प्रशासक, सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश, विभिन्न हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, बार काउंसिल ऑफ इंडिया, विभिन्न राज्यों की बार काउंसिल, विभिन्न विश्वविद्यालयों व विधि संस्थानों से भी सुझाव मांगे हैं। धार्मिक गतिविधियों के लिए सरकारी जमीन के उपयोग को लेकर राज्यों को निर्देश नहीं राज्य सरकारों को खुली सरकारी जमीन का उपयोग विभिन्न धार्मिक गतिविधियों के लिए करने को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा कोई दिशानिर्देश जारी नहीं किए गए हैं। गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में कहा, उन्होंने बताया कि जमीन राज्य का विषय है। ऐसे में इससे जुड़े मामलों को देखना संबंधित राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की जिम्मेदारी होती है। गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों को विभिन्न धार्मिक गतिविधियों के लिए खुली सरकारी जमीन का उपयोग करने के संबंध में कोई दिशानिर्देश नहीं दिए हैं। राय से खुली सरकारी जमीन का उपयोग धार्मिक गतिविधियों के लिए करने के संबंध में राज्य सरकारों को दिए दिशा निर्देश को लेकर सवाल पूछा गया था। दिल्ली, जम्मू-कश्मीर में बढ़ीं यूएपीए के तहत गिरफ्तारियां दस राज्यों में और आठ में से छह केंद्रशासित प्रदेशों में गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम कानून (यूएपीए) के तहत पिछले साल कोई मामला दर्ज नहीं हुआ। वहीं, दिल्ली और जम्मू-कश्मीर में गिरफ्तारियां बढ़ी हैं। गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में कहा, वर्ष 2019 में यूएपीए के तहत 1,948 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी, जो 2020 में घटकर 1,321 रह गई। पिछले साल सर्वाधिक गिरफ्तारियां उत्तर प्रदेश में (361), जम्मू-कश्मीर में (346) और मणिपुर में (225) की गईं। जम्मू-कश्मीर और दिल्ली में 2019 के मुकाबले पिछले साल गिरफ्तार होने वालों की तादाद बढ़ी है। दिल्ली में 2019 में नौ तो 2020 में 12 लोग गिरफ्तार किए गए। उन्होंने बताया कि वर्ष 2018-20 में देशद्रोह के कुल 236 केस दर्ज किए थे। इसमें से 199 लोगों को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया। जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों में आ रही कमी जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों में गिरावट जारी है। केंद्रीय गृहराज्यमंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि वर्ष 2018 में 417 आतंकी घटनाएं हुईं थी। 2019 में ये घटकर 255 तो 2020 में घटकर ये आंकड़ा 244 हो गया। इस साल बीस नवंबर तक 203 घटनाएं हुईं। सरकार ने बताया है कि जम्मू-कश्मीर में 2017 से 30 नवंबर 2021 के बीच सालाना 37 से 40 लोेगों की हत्या हुई है। चीनी एप से प्रतिबंध हटाने का विचार नहीं केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी ने बुधवार को संसद में बताया कि केंद्र सरकार द्वारा चीन के एप टिकटॉक और पबजी पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने का कोई विचार नहीं है। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देकर चीन के कई एप को देश में प्रतिबंधित कर दिया था। बीएसएनएल, एमटीएनएल कर्मियों को मिला नवंबर तक का वेतन : केंद्र केंद्रीय संचार राज्यमंत्री देवूसिंह चौहान ने बताया कि बीएसएनएल व एमटीएनएल के कर्मचारियों को नवंबर तक के वेतन का भुगतान कर दिया गया है। मंत्री ने बताया कि बीएसएनएल का घाटा 2020-21 में पिछले साल के मुकाबले घटकर 7441 करोड़ हो गया है। एथेनॉल की बिक्री से 18 हजार करोड़ रुपये राजस्व का अनुमान केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों की मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने लोकसभा में बताया कि अनुमान है कि वर्ष 2021-22 में चीनी मिलों और भट्टियों से करीब 18 हजार करोड़ रुपये का राजस्व आने का अनुमान है। ये राजस्व तेल मार्केटिंग कंपनियों को एथेनॉल बेचने से आएगा।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/parliament-winter-session-minister-of-state-jitendra-singh-said-gaganyaan-mission-will-be-sent-before-the-75th-anniversary-of-independence-delay-due-to-coronavirus,"संसद सत्र : राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह बोले- आजादी की 75वीं वर्षगांठ से पहले भेजेंगे गगनयान मिशन, कोरोना के कारण हुई देरी","देश के बहुप्रतीक्षित मानव मिशन, गगनयान को अगले स्वतंत्रता दिवस से पहले लॉन्च करने की योजना है। साथ ही इससे पहले दो मानव रहित मिशन भी अंतरिक्ष में भेजे जाएंगे। बुधवार को अंतरिक्ष राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने लोकसभा में यह जानकारी साझा की। उन्होंने बताया, कोरोना की पहली-दूसरी लहर के चलते प्रथम मानव रहित मिशन की लॉन्चिंग में देरी हुई है। लॉकडाउन के कारण कच्चे माल की आपूर्ति बाधित हुई और कई उद्योगों से हार्डवेयर मिलने में भी विलंब हो गया। गगनयान को अगले साल आजादी की 75वीं वर्षगांठ से पहले भेजने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं, इससे पूर्व दो मानव रहित मिशन भी लॉन्च होंगे। सिंह ने बताया, गगनयान के लिए परीक्षण वाहन उड़ान अगले साल की दूसरी छमाही के शुरुआत में निर्धारित है। इसके बाद दूसरा मानवरहित और पहला मानव मिशन भेजा जाएगा। देश में बीते पांच वर्षों (अप्रैल 2016 से मार्च 2021) में कुल 27 सैटेलाइट मिशन और 25 प्रक्षेपण यान मिशनों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया है। 40% बढ़ी भारत की स्थापित परमाणु ऊर्जा क्षमता: केंद्र सरकार ने बताया है कि सात वर्षों में भारत की स्थापित परमाणु ऊर्जा क्षमता में 40 फीसदी से भी ज्यादा इजाफा हुआ है। पहले यह 4,780 मेगावाट थी, जो अब 6,780 मेगावाट हो गई है। राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया, देश स्वदेशी परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम पर अमल कर रहा है। विदेशी सहयोग से हल्के पानी वाले रिएक्टर लगाए जा रहे हैं। वर्तमान में देश में यूरेनियम का सालाना उत्पादन सभी यूरेनियम आधारित परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के ईंधन के लिए पर्याप्त नहीं है। इसके चलते थोरियम आधारित वैकल्पिक ईंधन की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। देश में कनाडा, उज्बेकिस्तान, कजाखस्तान और रूस से यूरेनियम आयात हो रहा है। कलपक्कम में फास्ट ब्रीडर रिएक्टर जल्द शुरू होगा कलपक्कम में 500 मेगावॉट बिजली वाला ‘प्रोटोटाइप फास्ट ब्रीडर रिएक्टर’ शुरू होने के चरण में है। परियोजना के पूरा होने का संशोधित लक्ष्य अक्तूबर 2022 रखा है। परमाणु ऊर्जा राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, यह परियोजना वर्ष 2003 में 3,492 करोड़ रुपये की लागत से स्वीकृत की थी, जो बाद में बढ़कर 5,667 करोड़ हो गई। अब सरकार ने 2021 में परियोजना पूरी होने की संशोधित लागत 6,840 करोड़ स्वीकृत की है। कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र की तीन और चार इकाइयों वाली परियोजना ने नवंबर 2021 तक 54.96 फीसदी भौतिक प्रगति हासिल कर ली है। विरोध कर रहे विपक्षी सदस्य ओमिक्रॉन : शुक्ला भाजपा सांसद शिव प्रताप शुक्ला ने राज्यसभा में विरोध कर रहे विपक्षी सदस्यों की तुलना ओमिक्रॉन से करते हुए इन्हें लोकतंत्र के लिए खतरा बताया। साथ ही नए स्वरूप से बचने के लिए इन सदस्यों को ‘मोदी वैक्सीन’ लगवाने की भी सलाह दी। ओमिक्रॉन पर निगरानी के लिए सरकार के उठाए कदमों की जानकारी देते हुए शुक्ला ने कहा, विपक्षी सदस्य महत्वपूर्ण चर्चा से भाग रहे हैं। वे असल में नहीं चाहते की देश जाने कि सरकार क्या क्या कदम उठा रही है। शुक्ला ने कहा, कोरोना की रोकथाम के लिए सरकार ने सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चलाया लेकिन कुछ लोग इस टीके को मोदी टीका या भाजपा का टीका बताते रहे। हालांकि बाद में इन लोगों ने जान बचाने के लिए यही टीका लगवाया। विपक्ष की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, लेकिन हम इस वायरस का क्या करें जो सीट पर बैठने के बजाय वेल में हंगामा कर रहे हैं। शुक्ला के इस बयान पर आरजेडी सदस्य मनोज कुमार झा ने आपत्ति जताई। कोरोना की दूसरी लहर में घरेलू हिंसा के साढ़े तीन हजार मामले दर्ज हुए देश में इस साल अप्रैल से जून के बीच घरेलू हिंसा के 3,582 मामले दर्ज हुए। यह वह वक्त था, जब कोरोना की दूसरी लहर चरम पर थी। राज्यसभा में एक जवाब के जरिए महिला व बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने बताया, घरेलू हिंसा के मामलों में गिरावट आई है। वर्ष 2020 में अप्रैल से जून के दौरान ऐसे 3,748 मामले सामने आए थे। उस समय देश महामारी की पहली लहर का सामना कर रहा था। राष्ट्रीय विधि सेवा प्राधिकरण (नालसा) द्वारा मुहैया कराई जानकारी के हिसाब से अप्रैल 2021 से जून 2021 के बीच घरेलू हिंसा के 3,582 मामले आए, जो बीते वर्ष इस समयावधि के मुकाबले कम हैं। क्रिप्टोकरेंसी बिल इस सत्र में आना मुश्किल देश में क्रिप्टोकरेंसी की दिशा और दशा तय करने वाला कानून संसद के मौजूदा सत्र में पेश होना मुश्किल है। इसके निवेशकों को स्थिति स्पष्ट होने के लिए अभी और इंतजार करना होगा। सूत्रों का कहना है कि ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि सरकार इसी मानसून सत्र में क्रिप्टोकरेंसी बिल पर चर्चा करेगी और कानून बनाने पर आगे बढ़ेगी। हालांकि, मौजूदा सत्र 23 दिसंबर को समाप्त हो रहा है और अभी कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होनी है। लिहाजा सत्र के शेष बचे समय में बिल का पेश होना मुश्किल है। इतना ही नहीं इसे मानसून सत्र में चर्चा के लिए सूचीबद्ध भी नहीं किया गया है। वित्त सचिव टीवी सोमनाथन व अन्य अधिकारियों ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि क्रिप्टोकरेंसी को वैध मुद्रा नहीं माना जाएगा और इसे सिर्फ संपत्ति के रूप में निवेश की अनुमति दी जाएगी। एनआईए की 49 विशेष कोर्ट कर रहीं सुनवाई राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के मामलों की तेजी से सुनवाई के लिए देशभर में अब तक 49 विशेष अदालतें बनाई जा चुकी हैं। राज्यसभा में दिए एक जवाब में गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून (यूएपीए) के तहत दर्ज मामलों पर कार्रवाई राज्य पुलिस और एनआईए करती हैं। साथ ही, गृह राज्यमंत्री ने लोकसभा को एक लिखित जवाब में बताया कि यूएपीए में कोई भी संशोधन फिलहाल विचाराधीन नहीं है। पार्सल चोरी में नौ रेलकर्मी गिरफ्तार केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को बताया कि जनवरी 2016 से नवंबर 2021 के बीच 1106 पार्सल चोरी की घटनाएं सामने आईं हैं। चोरी के आरोप में नौ रेल कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है। लोकसभा में रेलमंत्री ने बताया कि रेलवे ने चोरी की घटनाएं रोकने के लिए कई तरह के कदम उठाए हैं। आरपीएफ को भी ट्रेनों में लगातार गस्ती का निर्देश दिया गया है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/court-stay-on-fir-against-sambit-patra-for-posting-video-read-important-national-news,"कोर्ट : वीडियो को पोस्ट करने के मामले में संबित पात्रा के खिलाफ एफआईआर पर रोक, पढ़ें देश की महत्वपूर्ण खबरें",दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कृषि बिल का समर्थन करने वाले एक कांट छांट किए हुए वीडियो को पोस्ट करने के मामले में भाजपा नेता और प्रवक्ता संबित पात्रा को अदालत ने राहत दी है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश संजय शर्मा ने 23 नवंबर को मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट ऋृषभ कपूर के उस फैसले पर रोक लगा दी जिसमें उन्होंने संबित पात्रा के खिलाफ एफआईआई दर्ज करने का निर्देश दिया था। पात्रा ने इस फैसले के खिलाफ अदालत में अर्जी दी थी। ,1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449778/pm-narendra-modi-in-prayagraj-up-uttar-pradesh-gifts-for-woman.html,"UP: प्रयागराज दौरे पर आज पीएम मोदी, यूपी की लाखों महिलाओं को देंगे बड़ी सौगात","इसके अलावा मोदी आत्मनिर्भर हो रहीं महिलाओं को सम्मानित भी करेंगे। इस कार्यक्रम में ढाई लाख से अधिक महिलाएं शामिल होंगी। प्रधानमंत्री मोदी विशेष विमान पहुंचेंगे। वहां से वह हेलिकॉप्टर से परेड मैदान पहुंचेंगे। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, सांसद हेमा मालिनी समेत कई महिला सांसद एवं मंत्री भी मौजूद रहेंगे। करीब दो घंटे तक चलने वाले कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री प्रदेश में बनने वाले 202 टेक होम राशन प्लांट का शिलान्यास करेंगे। इनके अलावा मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की एक लाख एक हजार लाभार्थियों के खाते में भी रुपये ट्रांसफर करेंगे। प्रधानमंत्री का संगम पूजन का कार्यक्रम भी संभावित है। इसके लिए तैयारी की गई है। प्रदेश भर से आईं करीब ढाई लाख से ज्यादा महिलाओं से सीधा संवाद करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 202 पूरक पोषण निर्माण इकाइयों की आधारशिला भी रखेंगे। इन इकाइयों का संचालन वित्तपोषण स्वयंसहायता समूह कर रहे हैं तथा इनके निर्माण में प्रति इकाई के हिसाब से लगभग एक करोड़ रुपये का खर्च बैठेगा। ये इकाइयां राज्य के 600 प्रखंडों में एकीकृत बाल विकास योजना (आइसीडीएस) के तहत पूरक पोषण की आपूर्ति करेंगी। कार्यक्रम के मंच पर मातृशक्ति को भी स्थान दिया जाएगा, इसमें शहर की मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी के साथ केंद्रीय मंत्री निरंजन ज्योति, सांसद हेमामालिनी, सांसद गीता शाक्य, अनुप्रिया पटेल व कैबिनेट मंत्री नीलिमा कटियार भी रहेंगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंच के बगल बनी प्रदर्शनी दीर्घा में अलग से उन 75 महिलाओं से खास बात करेंगे, जिन्होंने सरकारी योजना के जरिये ना सिर्फ अपनी बेरोजगारी दूर की, बल्कि अपने आसपास की गरीब महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बना सफलता की अलग कहानी लिखी।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449755/all-india-muslim-personal-law-board-said-the-government-should-refrain-from-fixing-the-age-of-marriage.html,सरकार शादी की आयु तय करने से करे परहेज : ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड,"ऐसे में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने भी इस पर आपत्ति जताते हुए सरकार से मांग की है कि, वह हानिकारक कानून बनाने से परहेज करें। बोर्ड के मुताबिक, यदि कोई लड़का या लड़की 21 वर्ष से पहले शादी करने की आवश्यकता महसूस करता है। वहीं शादी के बाद के सभी दायित्व का निर्वहन करने में सक्षम है, तो उसको शादी करने से रोक देना अत्याचार और एक वयस्क व्यक्ति की स्वतंत्रता में हस्तक्षेप होगा। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव हजरत मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने कहा कि, ""शादी मानव जीवन की एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है, लेकिन शादी किस आयु में हो इसके लिए किसी नियत आयु को मानक नहीं बनाया जा सकता।"" ""केवल इस्लाम नहीं बल्कि अन्य धर्मों में भी शादी की कोई उम्र तय नहीं की गयी है, बल्कि इसको उस धर्म के मानने वालों के स्वविवेक पर रखा गया है। समाज में इसके कारण अपराध को बढ़ावा मिल सकता है।""",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449752/dhankad-asked-mamta-to-record-the-record-of-the-pegasus-commission-formed-by-the-state.html,धनखड़ ने ममता को पत्र लिखकर राज्य द्वारा गठित पेगासस आयोग का रिकॉर्ड मांगा,"आयोग के अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश मदन बी. लोकुर और कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश ज्योतिर्मय भट्टाचार्य हैं। राज्यपाल ने सोमवार को ट्वीट किया कि संविधान के अनुच्छेद 167 के मुताबिक मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को 26 जुलाई 2021 को जांच आयोग के गठन और उसके कामकाज के संबंध में एक सकरुलर जमा करना है, लेकिन वे इस संबंध में कोई दस्तावेज उपलब्ध कराने में विफल रहे हैं। धनखड़ ने ट्वीट किया, संविधान का अनुच्छेद 167 लागू करने को विवश होना पड़ा, मुख्यमंत्री से वह सभी रिकॉर्ड और कार्यवाही मांगने के लिए जिनके चलते पेगासस मुद्दे पर जांच आयोग के गठन के लिए 26.07.2021 को अधिसूचना जारी की गई, क्योंकि मुख्य सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी इस तरह की सूचना उपलब्ध कराने में विफल रहे। उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पूरे रिकॉर्ड को जल्द से जल्द भेजने को कहा, जिसके मद्देनजर न्यायमूर्ति लोकुर और न्यायमूर्ति भट्टाचार्य जांच आयोग के गठन के लिए अधिसूचना जारी की गई। अधिसूचना की प्रति प्रदान नहीं किए जाने पर निराशा व्यक्त करते हुए धनखड़ ने पिछले सप्ताह राज्य के मुख्य सचिव को 18 दिसंबर की शाम तक यह उपलब्ध कराने को कहा था। धनखड़ ने कहा कि अनुच्छेद 167 को लागू करना आवश्यक हो गया है क्योंकि मुख्य सचिव उन्हें अधिसूचना के बारे में जानकारी प्रदान करने में विफल रहे। उच्चतम न्यायालय ने 17 दिसंबर को राज्य सरकार द्वारा नियुक्त जांच आयोग द्वारा जासूसी के आरोपों की चल रही जांच पर रोक लगा दी थी। शीर्ष अदालत ने भारत में कुछ लोगों की निगरानी के लिए इजराइली स्पाईवेयर पेगासस के कथित उपयोग की जांच के लिए 27 अक्टूबर को साइबर विशेषज्ञों की तीन सदस्यीय समिति नियुक्त की थी। बता दें कि राज्यपाल ने आरोप लगाया है कि इस संबंध में राज्य प्रशासन के आला अधिकारियों ने उनकी एक नहीं सुनी। पहले भी संविधान के अनुच्छेद 167 का बार-बार उल्लेख किया है और कहा है कि राज्य सरकार की सभी गतिविधियों के बारे में उन्हें सूचित करना नियम है। इस संदर्भ में, कुछ संवैधानिक विशेषज्ञों का कहना है कि राज्यपाल केवल राज्य का संवैधानिक प्रमुख होता है, लेकिन यह मुख्यमंत्री का संवैधानिक कर्तव्य है कि वह उसे सरकार के कामकाज के बारे में सूचित करे। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को न्यायिक जांच आयोग द्वारा जांच कार्यवाही पर रोक लगाने के लिए एक अंतरिम आदेश पारित किया था, जिसे पश्चिम बंगाल सरकार ने पेगासस स्पाइवेयर का उपयोग करके जासूसी के आरोपों की जांच के लिए गठित किया था। भारत के प्रधान न्यायाधीश एन. वी. रमना की अध्यक्षता वाली पीठ ने आयोग द्वारा कार्यवाही करने पर नाखुशी व्यक्त की थी और सर्वोच्च न्यायालय ने मामले की जांच के लिए एक स्वतंत्र समिति का गठन किया था।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449725/pradhan-said-priyanka-neither-understands-the-village-nor-does-she-know-the-poor-.html,"धर्मेंद्र प्रधान बोले- प्रियंका न तो गांव समझतीं, न ही गरीब को जानतीं","केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्राधन सोमवार को एक कार्यक्रम बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि आजाद भारत की दो सबसे प्रभावशाली शौचालय और मुफ्त गैस कनेक्शन वितरण की उज्जवला योजना है। इससे बड़ा परिवर्तन आया है लेकिन कांग्रेस की प्रियंका गांधी जी को यह बदलाव नहीं समझ आता है, क्योंकि न तो वे गांव को समझती हैं और न ही गरीब को जानती हैं। इन दोनों ही योजनाओं ने देश के सामाजिक ढांचे में बड़ा ही सकारात्मक बदलाव किया है। उन्होंने कहा कि वे कहती हैं कि टॉयलेट और गैस सिलेंडर देने से महिला सशक्तिकरण नहीं होता। उन्हें उन महिलाओं का दर्द, पीड़ा और शर्म का अहसास नहीं, जिन्हें शौच के लिए जाने के लिए सूर्यास्त से पहले और सूर्यास्त के बाद के अंधेरे का इंतजार करना पड़ता था। उनका वास्ता जमीनी हकीकत से नहीं है, इसलिए ही वे ऐसा बोलती हैं। प्राधन ने कहा कि हमने इन योजनाओं की शुरुआत यूपी से की थी, यहां हमारी सरकार नहीं थी लेकिन हमें यह पता था कि यूपी का सामाजिक परिवेश बदलेगा तो इसका संदेश पूरे देश में जायेगा। कठिनाइयां भी थीं और सवाल भी लेकिन हमने शुरूआत की और सफल रहे। हमने यूपी में केंद्र सरकार की सभी गरीब कल्याण की योजनाओं को सफलता पूर्वक जमीन पर उतारने का काम किया है। कहा कि बैंकिंग व्यवस्था पहले भी थी, डिजिटल पेमेंट व नवीन माध्यमों से भुगतान 10 साल पहले भी होता था, लेकिन मोदी जी की सरकार ने इसका लाभ आम जनता, गरीब लोग, वंचित जन को कैसे मिले इसका रास्ता निकाला और गरीब के खाते में सीधे मदद गई। हमने बिचौलिया राज खत्म किया, जिससे सरकार की पूरी मदद आज गरीब जनता को मिल रही है। हमने परसेप्शन बदला है, आज यह सबको महसूस भी होता है। कोरोना में हमने रिवर्स माइग्रेशन देखा। बहुत से लोग विपदा में देश के विभिन्न हिस्सों से अपने घर यूपी आये, कुछ वापस गए और बहुत लोग यहां रुक गए। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि यूपी बदल गया है। कितने ही नए मेडिकल कॉलेज बन गए, यूपी एक्सप्रेस वे स्टेट बन गया है। पर्यटन, एक जिला एक उत्पाद और गरीब कल्याण की अनेक योजनाओं से रोजगार सृजन के बहुत से नए माध्यम बन गए हैं। पिछले 5 सालों में जितना काम हुआ है उतना कभी नहीं हुआ। आज सवाल वे लोग कर रहे हैं जिन्होंने यूपी को पीछे धकेलने का काम किया था, विकास को रोका था।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449711/rahul-gandhi-attack-on-government-for-parliament-session.html,"सदन नहीं चलने देने के आरोप पर राहुल गांधी का पलटवार- सदन चलाना विपक्ष की नहीं, सरकार की जिम्मेदारी है","संसद भवन परिसर में मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि ""हम चाहते हैं कि सरकार गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को हटाए और लखीमपुर खीरी मामले पर सदन में चर्चा कराए लेकिन सरकार करने नहीं दे रही है।"" उन्होंने कहा कि ""हम लद्दाख का मामला उठाना चाहते हैं लेकिन सरकार उठाने नहीं दे रही। सरकार किसानों के मुद्दे पर, राज्य सभा सांसदों के निलंबन पर चर्चा नहीं करने देती और फिर हम पर आरोप लगाती है कि हम सदन नहीं चलने दे रहे हैं। "" उन्होंने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी सदन को चलाने के साथ-साथ सही तरीके से चर्चा कराने की भी होती है। फोन टैपिंग मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए राहुल ने कहा कि पेगासस मामले में भी सदन में सरकार ने चर्चा नहीं होने दी। उन्होंने आरोप लगाया कि लोकतंत्र पर हमला हो रहा है और लगातार हो रहा है, जिसके खिलाफ हम लड़ रहे हैं।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449702/govt-should-call-all-party-meeting-kharge.html,निलंबित सांसदों को लेकर बैठक: केवल कुछ विपक्षी दलों को बुलाने पर बोले खड़गे- विपक्ष को बांटना चाहती है सरकार,"राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्षी सदस्यों ने 12 सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर नारेबाजी की, जिसके बाद सभापति को यह कदम उठाना पड़ा।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449698/hindus-believe-that-every-person-s-dna-is-unique-says-rahul-gandhi.html,"हिंदुओं का मानना है, हर व्यक्ति का डीएनए अद्वितीय होता है : राहुल गांधी","राहुल ने कहा, हिंदुत्ववादियों का मानना है कि सभी भारतीयों का डीएनए एक जैसा है, लेकिन हिंदुओं का मानना है कि हर व्यक्ति का डीएनए अद्वितीय होता है। मोहन भागवत ने कहा था कि भारतीयों का डीएनए पिछले चालीस हजार साल से एक जैसा है। राहुल गांधी यह आरोप लगाते हुए कि भाजपा राजनीतिक लाभ के लिए धर्म का उपयोग कर रही है, हिंदुओं और हिंदुत्ववादी के बीच अंतर करने की कोशिश कर रहे हैं। अमेठी में राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी करते हुए कहा, एक हिंदुत्ववादी अकेले गंगा में स्नान करता है, जबकि एक हिंदू करोड़ों लोगों के साथ स्नान करता है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 12 दिसंबर को पार्टी की जयपुर रैली में इस बहस की शुरुआत की थी और हिंदू और हिंदुत्व के बीच अंतर समझाते हुए भाजपा को सत्ता की भूखी करार दिया था। महंगाई के विरोध में आयोजित रैली के दौरान उन्होंने कहा कि उन पर हो रहे हमलों से वह विचलित नहीं होंगे। राहुल ने केंद्र सरकार की नीतियों पर जमकर प्रहार किया और कहा कि वह हिंदू हैं, लेकिन हिंदुत्ववादी नहीं हैं।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449669/pm-modi-inaugurates-projects-worth-rs-650-crore-in-goa.html,पीएम मोदी ने गोवा में 650 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन,"19 दिसंबर, 1961 को पुर्तगाली शासन से राज्य की मुक्ति की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्रधानमंत्री गोवा में हैं। स्वदेश दर्शन योजना के तहत विरासत पर्यटन स्थल के रूप में अगुआड़ा किला जेल संग्रहालय का पुनर्विकास 28 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया गया है। गोवा की मुक्ति से पहले, किले का इस्तेमाल स्वतंत्रता सेनानियों को कैद करने और यातना देने के लिए किया जाता था। संग्रहालय गोवा की मुक्ति के लिए लड़ने वाले प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा दिए गए योगदान और बलिदान को उजागर करेगा और यह उन्हें उचित श्रद्धांजलि होगी। मोदी ने राज्य की शीर्ष चिकित्सा सुविधा, गोवा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का भी उद्घाटन किया, जिसका निर्माण प्रधान मंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना योजना के तहत 380 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया गया है। अन्य परियोजनाओं में, जिनका प्रधान मंत्री ने उद्घाटन किया, उनमें लगभग 220 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित न्यू साउथ गोवा जिला अस्पताल, आगामी मोपा हवाई अड्डे पर लगभग 8.5 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित एविएशन स्किल डेवलपमेंट सेंटर, एक गैस शामिल है। विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार की एकीकृत विद्युत विकास योजना के तहत लगभग 16 करोड़ रुपये की लागत से डावोरलिम-नावेलिम, मडगांव में इंसुलेटेड सबस्टेशन का निर्माण किया गया है।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449666/under-vijayan-s-leadership-kerala-is-becoming-an-illegal-state-nadda.html,विजयन के नेतृत्व में केरल बन रहा गैर कानूनी राज्य : नड्डा,"भाजपा के राष्ट्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रभारी और पश्चिम बंगाल के भाजपा सह प्रभारी अमित मालवीय ने ट्वीट कर आरोप लगाते हुए कहा, ""अलाप्पुझा में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी केरल के ओबीसी मोर्चा के राज्य सचिव रंजीत श्रीनिवासन की हत्या कर दी। पश्चिम बंगाल के साथ अब केरल भी राजनीतिक हत्याओं का अड्डा बन गया है। ममता बनर्जी की तरह केरल के सीएम भी इस तरह की हत्याओं से आंखें बंद किए हुए हैं।"" बता दें बीजेपी समेत दो पार्टी की नेताओं की हत्या ने केरल के अलप्पुझा जिले में सनसनी पैदा कर ली है। घटना शनिवार और रविवार यानि आज सुबह की बताई जा रही है। रविवार सुबह अलाप्पुझा में एक भाजपा नेता श्रीनिवासन की हमलावरों ने उनके आवास में घुसकर हत्या कर दी थी। उस वक्त उनकी पत्नी और मां भी घटना के समय वहां मौजूद थीं।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449665/repeal-of-agriculture-law-is-historic-yet-it-will-tell-its-benefits-to-farmers-tomar.html,"कृषि कानून को निरस्त करना ऐतिहासिक, फिर भी किसानों को बताएंगे इसके फायदे : तोमर","यहां भाजपा के किसान मोर्चा की बैठक में शामिल होने के बाद मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए तोमर ने कहा, हमने हमेशा किसानों की भलाई के लिए काम किया है और उनके हित के बारे में बात की है। आगामी विधानसभा चुनावों पर किसानों के विरोध के प्रभाव पर, मंत्री ने दावा किया: देश भर में और यहां तक कि पांच राज्यों- उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में भी पार्टी पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ेगा, पार्टी इन राज्यों में जीत दर्ज करेगी। इन राज्यों में विधानसभा चुनाव अगले साल फरवरी-मार्च में होने हैं। तोमर ने कहा, पार्टी कार्यकर्ता अभी भी किसानों को कृषि कानूनों के लाभों के बारे में बताएंगे। उन्होंने कहा, मोदी के नेतृत्व वाली सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए लगातार काम कर रही है। पार्टी कृषि क्षेत्र की दिशा में काम कर रही है, जिसके लिए सरकार ने एमएसपी को लागत से 1.5 गुना बढ़ाया है, कृषि बुनियादी ढांचे के लिए 1 लाख करोड़ रुपये जारी किए हैं।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449663/modi-showed-leadership-skills-to-the-world-during-the-pandemic-goa-cm.html,महामारी के दौरान मोदी ने दुनिया को दिखाया नेतृत्व कौशल : गोवा सीएम,"मुख्यमंत्री सावंत ने कहा, ""हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक महामारी से निपटने में पूरी दुनिया को अपना नेतृत्व कौशल दिखाया। उन्होंने दुनिया भर में देश का गौरव बढ़ाया है।"" सावंत ने यह भी कहा, ""गोवा के लोगों की ओर से मैं पीएम और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने हमें कोविड की लहर से उबरने में मदद की है।"" मोदी 60वीं वर्षगांठ समारोह में भाग लेने के साथ-साथ राज्य में 600 करोड़ रुपये की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन करने के लिए रविवार को गोवा का दौरा करने वाले हैं। 19 दिसंबर, 1961 को भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा गोवा को 451 साल के औपनिवेशिक शासन से मुक्त कराया गया था।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449642/is-modi-scared-or-ashamed-to-utter-indira-gandhi-s-name-asks-shiv-sena.html,पीएम मोदी को इंदिरा गांधी का नाम लेने में डर लगता है या शर्म आती है : शिवसेना,"शिवसेना ने यह भी कहा कि राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने जीत के जश्न के लिए ढाका का दौरा किया था, लेकिन वहां उन्होंने बांग्लादेश की निर्माता इंदिरा गांधी के नाम तक का उल्लेख नहीं किया। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना और दोपहर का सामना में यह मुद्दा उठाया। पार्टी ने तीखे अंदाज में कहा, इंदिरा को इस तरह नजरअंदाज करके आप न तो भारत का इतिहास लिख सकते हैं और न ही दुनिया का। लेकिन हमारे देश के ऐसे संकीर्ण दिमाग वाले शासकों को कौन समझाएगा। यह नारी शक्ति का अपमान है। शिवसेना ने कहा कि 1971 के बांग्लादेश युद्ध के 50 साल बीत चुके हैं, जिसे भारत ने जीता था और हमारे बहादुर सैनिकों के बलिदान को याद किया गया, लेकिन मोदी ने 16 दिसंबर को इंदिरा गांधी का उल्लेख करने की शिष्टता तक नहीं दिखाई। अखबार में आगे लिखा गया, अगर इंदिरा गांधी ने हिम्मत नहीं दिखाई होती, तो पाकिस्तान को कभी भी जीवन भर का सबक नहीं सिखाया जाता। उन्होंने पाकिस्तान को दो टुकड़ों में विभाजित किया और 1947 में भारत के विभाजन का प्रभावी ढंग से बदला लिया।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449632/union-minister-mukhtar-abbas-naqvi-on-girl-marriage-age.html,"शादी की उम्रसीमा पर सपा नेता के विवादित बोल, 'हिंदुस्तानी नहीं तालिबानी सोच' : नकवी","हाल ही में केंद्र सरकार के लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाने का फैसला करते हुए इस प्रपोजल को केंद्रीय कैबिनेट से मंजूरी दी थी। जिसका कई नेताओं ने विरोध करते हुए इसे गलत बताया था। शुक्रवार को ही समाजवादी पार्टी के सांसद शफीक उर रहमान आईएएनएस से बातचीत में लड़कियों की शादी बढ़ाने को लेकर विवादित बयान देते हुए कहा था कि ये बिल्कुल गलत है। इससे लड़कियों पर बुरा असल पड़ेगा वो बिगड़ जायेंगी। उनके इसी बयान को आधार बनाते हुए अल्पसंख्यक दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में शनिवार को केंद्रीय मंत्री नकवी ने कहा कि महिलाओं की स्वतंत्रता, सम्मान, सशक्तीकरण और संवैधानिक समानता के खिलाफ तालिबानी सोच भारत में नहीं चलेगी। देश में कभी तीन तलाक का विरोध किया जाता है, तो कभी मुस्लिम महिलाओं को मेहरम के साथ हज करने पर सवाल उठाए जाते हैं। अब जब कुछ नहीं मिला तो कुछ लोग महिलाओं की शादी की उम्र 18 से 21 करने पर सवाल उठा रहे हैं। ऐसे लोग खास तौर पर संविधान की मूल भावना के पेशेवर विरोधी हैं। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि महिलाओं की समानता के अधिकार में किसी भी तरह की तालिबानी सोच और किसी भी तरीके की और समानता की भावना चलने वाली नहीं है। कुछ लोग कह रहे हैं कि पुरुष और महिला की शादी की एक ही उम्र की गई है। क्या इस तरीके का बदलाव दुनिया में पहली बार भारत सरकार कर रही है। कई मुस्लिम देश समय-समय पर इस तरीके के बदलाव कर चुके हैं। आज बच्चियों की पढ़ाई आवश्यक है, आप कहते हैं हम 16 साल में 18 साल में बच्चे की शादी कर देंगे। उसके बाद हम फुर्सत हो गए। बच्चों की पढ़ाई जरूरी है, आज उनकी शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक सशक्तिकरण भी जरूरी है। उन्होंने कहा, ""कुछ लोग इस तरीके के बयान देते हैं मुझे तो आश्चर्य होता है कि 21 साल की लड़की की शादी होने से वो बिगड़ जाएगी और कई अन्य विवादित बयान देते हैं। क्या बच्चियों पर तुम्हें विश्वास नहीं है, यकीन नहीं है। इस तरीके की सोच शुद्ध रूप से तालिबानी सोच हो सकती है हिंदुस्तानी सोच नहीं हो सकती। गौरतलब है कि जया जेटली की अध्यक्षता में बनी एक टास्क फोर्स ने केंद्र सरकार को अपनी रिपोर्ट दी थी कि लड़की की शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल कर देनी चाहिए, क्योंकि छोटी उम्र में लड़कियों को प्रेगनेंसी में समस्याएं होती हैं। मातृ मृत्यु दर बढ़ने की आशंका रहती है, पोषण के स्तर में भी सुधार की जरूरत होती है, टीनएज में लड़की अपने फैसले भी नहीं ले पाती। इसी के बाद केंद्र सरकार ने इसे कैबिनेट से मंजूरी दे दी।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449182/government-doesnt-want-to-allow-house-to-function-so-that-opposition-doesnt-raise-inflation-and-other-major-issues-kharge.html,सरकार सदन नहीं चलने देना चाहती ताकि विपक्ष महंगाई और दूसरे प्रमुख मुद्दे नहीं उठाए: खड़गे,"खड़गे ने यह भी बताया कि कई विपक्षी पार्टियों के सांसदों ने आज उच्च सदन की कार्यवाही का दिन भर के लिए बहिष्कार किया और निलंबित सांसदों के साथ धरने पर बैठे। उन्होंने संसद भवन के बाहर विजय चौक पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘सदस्यों के निलंबन को रद्द करने के लिए हम सदन में अपनी बात रख रहे हैं और सभापति से आग्रह भी किया है। यह निलंबन नियमों और संविधान के खिलाफ है। फिर भी वो (सरकार) अपने निर्णय पर अड़े हुए हैं। वो नहीं चाहते हैं कि सदन ऐसे चले।’’ खड़गे के मुताबिक, कांग्रेस और दूसरे सहयोगी दल चाहते है कि निलंबन रद्द हो ताकि वो सदन में महंगाई, पेगासस जासूसी मामला, नगालैंड में गोलीबारी, सीमा पर चीन के अतिक्रमण तथा कई अन्य मुद्दे उठा सकें। उन्होंने कहा, ‘‘आज फिर हमने वही मुद्दा उठाया और कहा कि निलंबन रद्द किया जाए। वो कह रहे हैं कि माफी मांगनी चाहिए। किस चीज की माफी? हमने नियमों और संविधान के खिलाफ कोई काम किया? नहीं किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इन 12 सदस्यों में कौन सदस्य मेज पर चढ़ा था, फाइल फाड़ी थी? बिना नामित किए हुए सदस्यों को निलंबित किया गया है।’’ खड़गे ने जोर देकर कहा, ‘‘हम सदन चलाने के लिए तैयार हैं। हम सभी मुद्दों को उठाना चाहते हैं, लेकिन सरकार मौका नहीं दे रही है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अलोकतांत्रिक, असंवैधानिक और अधिनायकवादी ढंग से काम कर रही है। पिछले सप्ताह सोमवार, 29 नवंबर को आरंभ हुए संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र की शेष अवधि के लिए उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया था। जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449144/gandhi-s-india-is-now-becoming-godse-s-india-says-mehbooba-mufti.html,गांधी का भारत' अब 'गोडसे का भारत' बनता दिख रहा : महबूबा मुफ्ती,"महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को संवाददाताओं से बात करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के दौरान हुए क्रिकेट मैच को भी याद किया। इसके बाद उन्होंने इसी साल वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के हाथों टीम इंडिया को मिली शिकस्त पर भारत के कई इलाकों में जश्न के मुद्दे को भी उठाया। महबूबा मुफ्ती ने कहा, मुझे एक क्रिकेट मैच याद है। भारत-पाकिस्तान के बीच एक क्रिकेट मैच खेला गया था। तब केंद्र में वाजपेयी जी की सरकार थी। उस वक्त पाकिस्तान के नागरिकों ने भारतीय खिलाड़ियों को चीयर किया था। वहीं, भारतीय नागरिक पाकिस्तान की टीम को भी प्रोत्साहित कर रहे थे। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती मंगलवार को पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के उस बयान को भी याद किया, जिसमें उन्होंने झारखंड की राजधानी रांची के क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी की तारीफ की थी। टीम इंडिया के लिए पाकिस्तान में धोनी ने शानदार पारी खेली थी। मैच देखने के लिए स्टेडियम में आये परवेज मुशर्रफ ने उनकी जमकर तारीफ की थी। उन्होंने कहा कि परवेज मुशर्रफ ने महेंद्र सिंह धोनी के हेयर स्टाईल की भी तारीफ की थी। साथ ही एमएस धोनी को सलाह दी थी कि धोनी अपना हेयर स्टाईल कभी न बदलें। महबूबा ने कहा है कि लेकिन कुछ दिनों पहले आगरा में कुछ युवाओं ने पाकिस्तान की जीत पर जश्न मनाया था। पड़ोसी देश की टीम का समर्थन किया, तो उनके खिलाफ यहां मुकदमा दर्ज कर दिया गया। ये गलत रवैया है।",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/election-laws-amendment-to-bring-longstanding-electoral-reforms-says-govt-parliament-lok-sabha-969305.html,"Election Laws Amendment Bill: आधार नहीं देने पर वोटर आईडी का आवेदन नहीं होगा खारिज, ‘लंबे समय से सुधार पर जारी थी चर्चा’","लोकसभा में चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक-2021 पारित होने के बाद इसकी जरूरतों और सरकार की हड़बड़ी को लेकर एक तरफ विपक्षी दल सवाल उठा रहे हैं. वहीं भारत सरकार ने बताया कि चुनाव सुधारों को लेकर इस विधेयक पर लंबे समय से चर्चा हो रही थी. सरकार का दावा है कि विधेयक के तहत वोटर लिस्ट को आधार संख्‍या (UIDAI) से जोड़कर फर्जी मतदान पर रोक लगाया जा सकेगा. विधेयक में इसमें 18 साल की उम्र पूरी कर चुके व्‍यक्तियों को मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज कराने के लिए साल में चार मौके देने का भी प्रावधान है. समाचार एजेंसी एएनआई ने सरकार के सूत्रों के हवाले से बताया है कि मतदाता सूची में रजिस्ट्रेशन वोटर के रूप में पंजीकृत होने योग्य व्यक्ति (18 साल से ऊपर) के आवेदन के आधार पर किया जाता है. उन्होंने कहा कि इस विधेयक में एक प्रावधान है, जिसके तहत नया आवेदक पहचान के उद्देश्य से आवेदन के साथ अपनी इच्छा से आधार नंबर दे सकता है. उन्होंने कहा कि आधार नंबर नहीं देने के आधार पर किसी भी आवेदन को खारिज नहीं किया जाएगा. सूत्र ने बताया, “वोटर लिस्ट को आधार संख्‍या से जोड़ने पर मतदाता सूची में दोहराव की एक बड़ी समस्या खत्म होगी. यह किसी व्यक्ति के बार-बार जगह बदलने और पिछले नामांकन को हटाए बिना नई जगह पर रजिस्ट्रेशन होने के कारण होता है. इसलिए ऐसे वोटर्स को हटाया जा सकता है, जिनके नाम एक से अधिक मतदाता सूची में या एक से अधिक बार एक ही मतदाता सूची में आते हैं.” This may be due to frequent shifting of residence & getting enrolled in new place without deleting previous enrolment. Thus, possibility of electors whose names appear in more than one electoral roll or at times more than once in same electoral roll can be removed: Govt Sources — ANI (@ANI) December 21, 2021 सूत्र ने कहा, “एक बार आधार लिंक होने पर, जब भी कोई व्यक्ति नए रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन करेगा तो मतदाता सूची डेटा सिस्टम पिछले रजिस्ट्रेशन को तुरंत अलर्ट करेगा. इससे वोटर लिस्ट को बड़े पैमाने पर साफ करने में मदद मिलेगी और कोई व्यक्ति जहां के निवासी होंगे, उसी जगह पर मतदाता पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध होगा.” आसान भाषा में समझें तो अगर यह लागू होता है तो प्रवासी वोटर जहां से उनका वोटर कार्ड होगा, वहां वोट डाल पाएंगे. उदाहरण के तौर पर किसी शख्स का उसके गांव के वोटर लिस्ट में नाम है और वह लंबे समय से शहर में रह रहा है. वह शख्स शहर के वोटर लिस्ट में भी अपना नाम दर्ज करवा लेता है. फिलहाल दोनों जगहों पर उस शख्स का नाम वोटर लिस्ट में दर्ज रहता है. लेकिन आधार से लिंक होते ही एक वोटर का नाम सिर्फ एक ही जगह वोटर लिस्ट में हो सकेगा. यानी एक शख्स केवल एक जगह ही अपना वोट दे पाएगा. विपक्ष ने हड़बड़ी में बिल पास कराने का लगाया आरोप सरकार के मुताबिक, विधेयक में चुनाव संबंधी कानून को सैन्‍य मतदाताओं के लिए लैंगिक निरपेक्ष बनाने और चुनाव या इससे संबंधित दूसरे उद्देश्यों के लिए किसी भी परिसर को अधिग्रहन करने के प्रावधान हैं. कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी, मनीष तिवारी और शशि थरूर, AIMIM के असदुद्दीन ओवैसी, तृणमूल कांग्रेस के सौगत रॉय, आरएसपी के एन के प्रेमचंद्रन और BSP के रितेश पांडे ने विधेयक का विरोध किया था. विपक्षी सदस्‍यों ने कहा कि सरकार हड़बड़ी में एक महत्‍वपूर्ण विधेयक लेकर आई है और इस पर सदन में चर्चा का अवसर नहीं दे रही. स्टैंडिंग कमिटी द्वारा की गई सिफारिशों पर है विधेयक- रिजिजू लोकसभा में केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि विधेयक में संशोधन से चुनाव प्रक्रिया स्वच्छ और निष्पक्ष हो सकेगी. उन्होंने कहा कि आधार संख्या को मतदाता सूची से जोड़ना अनिवार्य नहीं बनाया गया है. यह स्वैच्छिक होगा. विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि संशोधन भारत के चुनाव आयोग और संसद की स्टैंडिंग कमिटी द्वारा की गई सिफारिशों पर आधारित हैं. उन्होंने यह भी कहा कि इस विषय पर सरकार ने निर्वाचन आयोग और राज्यों के साथ गहन चर्चा की है. विधेयक को सदन में पेश करते हुए रिजिजू ने कहा कि अब कोई भी वयस्‍क व्यक्ति एक जनवरी, एक अप्रैल, एक जुलाई और एक अक्‍टूबर को मतदाता के रूप में अपना रजिस्ट्रेशन करा सकेगा. बाद में संसद के बाहर मीडिया से बात करते हुए रिजिजू ने कहा कि विधेयक देश में व्‍यापक चुनाव सुधारों का मार्ग खोलेगा.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/parliament-winter-session-bjp-parliamentary-party-meeting-pm-modi-amit-shah-lok-sabha-rajya-sabha-969024.html,"दिल्ली में BJP संसदीय दल की हुई बैठक, ‘चुनाव कानून संशोधन विधेयक की जरूरतों को लेकर किरेन रिजिजू ने दिया प्रेजेंटेशन’","संसद के शीतकालीन सत्र के आखिरी चरण में पहुंचने से पहले आज भारतीय जनता पार्टी (BJP) की संसदीय दल की बैठक हुई. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अलावा केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, प्रहलाद सिंह पटेल, भूपेंद्र यादव और अन्य नेता बैठक में मौजूद रहे. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी इस मीटिंग में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे. संसदीय दल की ये बैठक दिल्ली के अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में हुई. एक नोटिस जारी करते हुए बीजेपी ने सभी लोकसभा और राज्यसभा सांसदों को इसमें शामिल होने का निर्देश दिया था. संसदीय दल की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि मीटिंग में केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने प्रेजेंटेशन देकर बताया कि लोकसभा में सोमवार को पारित हुआ चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक देश के लिए क्यों जरूरी है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष (जेपी नड्डा) ने 25 दिसंबर को अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती को गुड गवर्नेंस डे के रूप में मनाने को कहा है. इसके अलावा बीजेपी ने राज्यसभा में सभी सांसदों की उपस्थिति के लिए व्हिप जारी किया है और सदन में सरकार द्वारा पेश विधेयकों पर अपना समर्थन देने को कहा है. सरकार राज्यसभा में आज चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक-2021 पेश कर सकती है. इससे पहले लोकसभा में सोमवार को इस विधेयक को पारित किया गया था. Kiren Rijiju (Law Minister) gave a presentation that why does the country need the Election Laws (Amendment) Bill that was passed in the Lok Sabha yesterday: Union Minister Arjun Ram Meghwal after BJP Parliamentary Party meeting pic.twitter.com/CiqCciiHeX — ANI (@ANI) December 21, 2021 इस बैठक में संसद की कार्यवाही के दौरान सदस्यों की अनुपस्थिति का मुद्दा उठ सकता है. सोमवार को लोकसभा में 20 से ज्यादा तारांकित प्रश्न लिए गए थे, लेकिन इसमें बीजेपी के 10 सांसद जिनका नाम प्रश्न के लिए शामिल था, वे अतिरिक्त प्रश्न करने के लिए मौजूद नहीं थे. प्रधानमंत्री ने सांसदों को इससे पहले भी सदन में उपस्थित रहने के लिए आगाह किया था. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 दिसंबर को हुई संसदीय दल की बैठक में बीजेपी सांसदों से कहा था कि सदन में उन्हें अनिवार्य रूप से उपस्थिति दर्ज करानी चाहिए, भले ही महत्वपूर्ण विधेयक सूचीबद्ध हों या ना हों, क्योंकि लोगों ने अपना प्रतिनिधित्व करने के लिए उन्हें चुनकर संसद में भेजा है. उन्होंने सभी सांसदों को संसद सत्र के दौरान सदन में अनिवार्य रूप से मौजूद रहने का निर्देश दिया था. कांग्रेस ने भी अपने राज्यसभा सांसदों को मंगलवार को सदन में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया. इसमें कहा गया है कि सदन में महत्वपूर्ण मुद्दों पर पार्टी के स्टैंड को समर्थन देने के लिए सभी सांसद मौजूद रहें.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/parliament-10-mps-were-not-present-during-supplementary-question-bjp-parliamentary-party-meeting-pm-modi-968852.html,"पीएम की चेतावनी के बावजूद सदन से गायब रहे 10 BJP सांसद, लग सकती है ‘क्लास’, संसदीय दल की बैठक शुरू","संसद में उपस्थिति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगाह करने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी (BJP) सांसदों के रवैये में कोई बदलाव नहीं दिख रहा है. भारतीय संसद के इतिहास में सोमवार को तीसरी बार ऐसा हुआ, जब 20 से ज्यादा तारांकित प्रश्न लिए गए लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि इसमें बीजेपी के 10 सांसद जिनका नाम प्रश्न के लिए शामिल था, वे अतिरिक्त प्रश्न करने के लिए मौजूद नहीं थे. इस बीच आज सुबह बीजेपी संसदीय दल की बैठक में इन सांसदों से जवाब मांगा जा सकता है. ऐसा तब हुआ जबकि प्रधानमंत्री ने पिछले हफ्ते मंगलवार को हुई संसदीय दल की बैठक में सभी पार्टी सांसदों को चेतावनी दी थी कि अपनी आदत बदलिए वरना बदलाव हो जाता है. सोमवार को प्रश्नकाल के दौरान नदारद रहने वाले सांसदों में मुख्य तौर पर लोकसभा में बीजेपी के मुख्य सचेतक राकेश सिंह, बंगाल के बेलूरघाट के सांसद और बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकान्त मजूमदार, बेंगलुरु के सांसद और बीजेपी युवा मोर्चा अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या, पूर्वी चंपारण के सांसद और बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल, कौशांबी से बीजेपी के सांसद विनोद कुमार सोनकर और पाली राजस्थान के सांसद पी पी चौधरी के नाम शामिल है. हालांकि पार्टी के नेताओं का ऐसा मानना है कि संसद में सप्लीमेंट्री प्रश्न इसलिए नहीं पूछा गया होगा क्योंकि बीजेपी के सांसद सप्लीमेंट्री प्रश्न नहीं पूछना चाहते होंगे और उन्हें संबंधित मंत्रालय के लिखित जबाब से ही संतोष हो गया होगा. लेकिन साथ ही संसदीय कामकाज के अनुभवी कुछ सांसदों का ये भी कहना है कि संसदीय तौर-तरीकों के हिसाब से यदि लिखित उत्तर के बाद सांसद को अतिरिक्त प्रश्न नहीं भी पूछना है तो भी वह अपने सीट पर रहता है और खड़े होकर बताता है कि प्रश्न से मिले उत्तर से वो पूरी तरह संतुष्ट है, लिहाजा वह सप्लीमेंट्री प्रश्न नहीं करना चाहता. एक बार फिर बीजेपी संसदीय दल की बैठक अब आज सुबह एक बार फिर बीजेपी संसदीय दल की बैठक दिल्ली के अंबेडकर भवन में है और सबकी निगाहें प्रधानमंत्री के भाषण पर टिकी हुई है. बीजेपी संसदीय दल ने लोकसभा और राज्यसभा के सभी सदस्यों को इसमें मौजूद रहने का निर्देश दिया है. यह बैठक सुबह 9:15 बजे होगी. इससे पहले सोमवार को विपक्ष के विरोध के बीच फर्जी मतदान को रोकने और मतदाता सूची को आधार संख्‍या से जोड़ने वाला चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक-2021, लोकसभा में पारित हो गया. इसमें 18 साल की उम्र पूरी कर चुके व्‍यक्तियों को मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज कराने के लिए साल में चार मौके देने का प्रावधान है. इसके अलावा विधेयक में चुनाव संबंधी कानून को सैन्‍य मतदाताओं के लिए लैंगिक निरपेक्ष बनाने और चुनाव उद्देश्यों के लिए किसी भी परिसर की आवश्यकता को सक्षम करने के प्रावधान हैं.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/state/punjab/punjab-fir-registered-against-shiromani-akali-dal-leader-bikram-singh-majithia-sad-accuses-navjot-sidhu-charanjit-singh-channi-968984.html,"पंजाब: अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ FIR दर्ज, SAD ने सिद्धू और CM चन्नी पर लगाया आरोप","पंजाब में शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया (Bikram Singh Majithia) के खिलाफ मोहाली (Mohali) में FIR दर्ज कराई गई है. सूत्रों के बताया कि ड्रग्स के पुराने मामलों को लेकर बिक्रम मजीठिया के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. अकाली दल के नेताओं ने आरोप लगाया है कि पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) और पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) के दबाव में मजीठिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. दरअसल, अकाली दल पिछले कई दिनों से यह आरोप लगा रहा था कि पंजाब सरकार (Punjab Government) लगातार पंजाब पुलिस (Punjab Police) के अफसरों पर बिक्रम सिंह मजीठिया और अन्य अकाली के नेताओं के खिलाफ मुकदमा दायर करने का दबाव बना रही है. अकाली दल के नेता लगातार प्रेस कांफ्रेंस करके इसकी आशंका जता रहे थे कि उनकी पार्टी के सीनियर नेताओं पर FIR दर्ज की जा सकती है. ‘कांग्रेस ने पुलिस विभाग को अपने कब्जे में ले लिया’ हालांकि फिलहाल अभी इसकी जानकारी नहीं मिली है कि किन धाराओं के तहत बिक्रम मजीठिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. गौरतलब है कि शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) पंजाब सरकार पर आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa) और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू उनके और उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ झूठे मामले दर्ज करने के लिए पुलिस अधिकारियों पर दबाव बना रहे हैं. SAD अध्यक्ष ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने पुलिस विभाग को अपने कब्जे में ले लिया है और पुलिस अधिकारियों को अकाली दल के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मजबूर किया जा रहा है. उन्होंने कहा था, ‘ईमानदार पुलिस अधिकारियों ने इन गैर-संवैधानिक आदेशों का पालन करने से इनकार कर दिया.’ अध्यक्ष ने दावा करते हुए कहा था, ‘इसलिए ही जल्दी जल्दी जांच ब्यूरो के दो अधिकारियों को बदल दिया गया है.’ चीमा ने भी लगाया था कांग्रेस सरकार पर बड़ा आरोप बता दें कि पिछले महीने बादल ने पंजाब में सत्तासीन कांग्रेस सरकार पर मजीठिया को अवैध ड्रग्स के झूठे मामले में फंसाने की साजिश रचने का आरोप लगाया था. SAD नेता दलजीत सिंह चीमा (Daljit Singh Cheema) ने भी हाल में आरोप लगाते हुए बोला था कि कांग्रेस मजीठिया को ‘झूठे मामले’ में फंसाने और उन्हें गिरफ्तार करने पर तुली हुई है. बादल ने दावा किया, ‘कांग्रेस राज्य विधानसभा चुनावों से पहले अपनी विफलताओं से ध्यान हटाने के लिए प्रतिशोधी रवैया अख्तियार कर रही है.’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘आदर्श आचार संहिता लागू होने से कुछ दिन पहले बिक्रम मजीठिया को झूठे मामले में फंसाने के प्रयास किए जा रहे हैं.’",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/state/punjab/congress-wants-to-politics-on-sacrilege-case-in-punjab-says-shiromani-akali-dal-chief-sukhbir-singh-badal-968926.html,"पंजाब: ‘बेअदबी के मुद्दे पर भी राजनीति कर रही कांग्रेस, जानबूझकर बरती गई ढिलाई के कारण हो रहीं ऐसी घटनाएं’, बोले SAD प्रमुख सुखबीर बादल","शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) ने सोमवार को आरोप लगाया कि राज्य की कांग्रेस सरकार इस बार भी बेअदबी के संवेदनशील मुद्दे (Sacrilege Issue) पर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय राजनीति करना चाहती है. बादल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यही कारण है कि उसने बेअदबी के प्रयासों की हालिया घटनाओं की न्यायिक जांच का आदेश नहीं दिया. अकाली दल प्रमुख ने कहा कि कांग्रेस सरकार (Congress) ने बेअदबी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की. इससे उनका हौसला बढ़ा है और यही वजह है कि अब इस तरह की और घटनाएं हो रही हैं. बादल ने कहा, ‘लेकिन अब भी कांग्रेस पार्टी ने कोई सबक नहीं सीखा है. अब भी उसने बेअदबी की हालिया घटनाओं की पुलिस जांच का आदेश दिया है. मामले की जांच हाईकोर्ट के मौजूदा न्यायाधीश को दी जानी चाहिए ताकि पूरे षडयंत्र की तह तक जाया जा सके.’ ‘कांग्रेस जानबूझकर बरत रही ढिलाई’ बादल ने यह भी कहा कि सरकार ने ”गुटका साहिब” (धार्मिक पुस्तक) की बेअदबी के मामले में ठोस कार्रवाई करने से इनकार कर दिया. कुछ दिन पहले एक शख्स को स्वर्ण मंदिर स्थित पवित्र तालाब में गुटखा साहिब फेंकते हुए पकड़ा गया था. उन्होंने कहा, ‘अपराधी को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया गया, लेकिन पुलिस मामले में कोई निर्णायक कार्रवाई करने में विफल रही है. कांग्रेस सरकार की ओर से जानबूझकर की गई ढिलाई के कारण ऐसे मामले सामने आ रहे हैं.’ इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पंजाब के सभी गुरुद्वारों, डेरों, मंदिरों के अलावा सभी धार्मिक स्थानों की सुरक्षा बढ़ाने को कहा है. गृह मंत्रालय ने कहा है कि देश विरोधी तत्व पंजाब में धार्मिक भावनाएं भड़काने की कोशिश कर सकते हैं. केंद्र सरकार को आशंका है कि धार्मिक स्थलों का इस्तेमाल कर पंजाब में माहौल बिगाड़ा जा सकता है. बेअदबी जैसी घटनाओं से पंजाब का धार्मिक सद्भाव बिगाड़ा जा सकता है. केंद्र सरकार के इनपुट के बाद राज्य सरकार भी चौकन्नी हो गई है. सभी धार्मिक स्थलों में CCTV कैमरे लगाने, लाइटिंग बढ़ाने और सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के आदेश दिए गए हैं. जलालाबाद से चुनाव लड़ेंगे- बादल वहीं, यह पूछे जाने पर कि वह किस सीट से आगामी चुनाव लड़ेंगे? इसके जवाब में बादल ने कहा कि वह जलालाबाद (Jalalabad) से चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल-बहुजन समाज पार्टी सरकार बनने के बाद अकाली दल फिरोजपुर लोकसभा सीट (Ferozepur Lok Sabha Seat) का प्रतिनिधित्व करने के लिए राय सिख समुदाय से उम्मीदवार उतारेगी. वर्तमान में सुखबीर बादल फिरोजपुर से सांसद हैं.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/nagaland-assembly-will-demand-from-the-central-government-to-remove-afspa-from-the-northeast-968739.html,"‘पूर्वोत्तर से AFSPA निरस्त करने के लिए केंद्र से मांग करेगी नागालैंड विधानसभा, सर्वसम्मति से लिया संकल्प’- नेफ्यू रियो सरकार का दावा","पूर्वोत्तर से AFSPA हटाने के लिए केंद्र सरकार से मांग करेगा नागालैंड विधानसभा नागालैंड विधानसभा (Nagaland Assembly) ने पूर्वोत्तर से सशस्त्र बल विशेष शक्ति अधिनियम (AFSPA) को निरस्त करने के लिए केंद्र से मांग करने का सर्वसम्मति से संकल्प लिया है. राज्य के मुख्यमंत्री नेफियू रियो (CM Neiphiu Rio) की तरफ से पेश किए गए प्रस्ताव में कहा गया है कि नागालैंड विधानसभा सर्वसम्मति से यह मांग करने का संकल्प लेती है कि भारत सरकार सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम, 1958 को उत्तर पूर्व से और विशेष रूप से नागालैंड से निरस्त करे. दरअसल नगालैंड (Nagaland) के मोन जिले में सुरक्षाबलों की गोलीबारी में 14 लोगों की मौत के बाद नगालैंड सरकार (Nagaland government) ने विधानसभा का एक विशेष सत्र आयोजित करने और अफस्पा (AFSPA) को निरस्त करने के लिए एक प्रस्ताव पारित करने का फैसला किया था. आफ्सपा हटाने की मांग को लेकर निकाली गई थी पीपल्स रैली इससे पहले नगालैंड की राजधानी कोहिमा में हाल में सुरक्षा बलों द्वारा कथित रूप से मार दिए गए 14 आम लोगों को इंसाफ दिलाने और पूर्वोत्तर क्षेत्र से सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (आफ्सपा) हटाने की मांग को लेकर शुक्रवार को ‘पीपल्स रैली’ निकाली गई. इस रैली में हज़ारों लोगों ने हिस्सा लिया रैली में हिस्सा लेने वाले लोगों ने कोहिमा के मध्य में स्थित ओल्ड एमएलए हॉस्टल जंक्शन से राजभवन तक पैदल मार्च किया और करीब ढाई किलोमीटर का रास्ता तय किया और राज्यपाल सचिवालय को मांगों के संबंध में एक ज्ञापन सौंपा. रैली का आयोजन करने वाले नगा स्टूडेंट्स फेडरेशन (एनएसएफ) के सदस्यों के अलावा, नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन (एनईएसओ), ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) और कई आदिवासी संगठनों के शीर्ष निकायों के प्रतिनिधियों ने इसमें हिस्सा लिया. प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी कर चार और पांच दिसंबर को नगालैंड के मोन जिले के उटिंग इलाके में सैना के पैरा कमांडो द्वारा 14 आम लोगों की कथित रूप से हत्या किए जाने की निंदा की. ये एक कानून है, जिसका पूरा नाम आर्म्ड फोर्सेज़ स्पेशल पावर एक्ट है. इस कानून को साल 1958 में लागू किया गया था और देश के कई ‘अशांत’ इलाकों में इसे लागू किया गया है.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/india-deploys-first-s-400-air-defence-system-in-punjab-sector-to-take-care-of-aerial-threats-from-both-china-pakistan-968822.html,"चीन-पाकिस्तान की खैर नहीं! पंजाब सेक्टर में तैनात हुआ S-400 एयर डिफेंस सिस्टम, जानें किन खूबियों से तबाह करेगा दुश्मन के हथियार","S-400 मिसाइल सिस्टम से बढ़ेगी भारत की शक्ति. देश की वायु रक्षा क्षमताओं को एक बड़ा बढ़ावा देने के लिए भारतीय वायु सेना (IAF) पंजाब सेक्टर में S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम का पहला स्क्वाड्रन तैनात कर रही है. सरकारी सूत्रों ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, पहला स्क्वाड्रन पंजाब सेक्टर में तैनात किया जा रहा है. पहले स्क्वाड्रन की बैटरी पाकिस्तान (Pakistan) और चीन (China) दोनों की ओर से पैदा किए जाने वाले हवाई खतरों से निपटने में सक्षम होगी. उन्होंने कहा कि रूसी मिसाइल सिस्टम के हिस्से इस महीने की शुरुआत में भारत पहुंचने लगे थे और अगले कुछ हफ्तों में इस इकाई के चालू होने की उम्मीद है. S-400 एयर डिफेंस सिस्टम के लिए भारत ने रूस (Russia) से लगभग 35,000 करोड़ रुपये का सौदे किया था. इसके तहत 400 किमी तक के हवाई खतरों से निपटने के लिए भारत को पांच स्क्वाड्रन प्रदान किए जाएंगे. इस साल के अंत तक पहली स्क्वाड्रन डिलीवरी पूरी होने की उम्मीद है. सूत्रों ने कहा कि उपकरण को समुद्री और हवाई दोनों मार्गों से भारत लाया जा रहा है. सूत्रों ने कहा कि पहले स्क्वाड्रन की तैनाती के बाद वायुसेना (Indian Air Force) देश के भीतर कर्मियों के प्रशिक्षण के लिए संसाधन उपलब्ध कराने के साथ-साथ पूर्वी सीमाओं पर ध्यान देना शुरू कर देगी. भारत ने सौदेबाजी कर कम की एक अरब डॉलर कीमत भारतीय वायुसेना के अधिकारियों और कर्मियों ने इस S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम पर रूस में प्रशिक्षण लिया है. एयर डिफेंस सिस्टम भारत को दक्षिण एशिया में बढ़त देगा क्योंकि वे 400 किमी की दूरी से दुश्मन के विमानों और क्रूज मिसाइलों को ढेर करने के काबिल होंगे. S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम चार अलग-अलग मिसाइलों से लैस है, जो दुश्मन के विमानों, बैलिस्टिक मिसाइलों और AWACS विमानों को 400 किमी, 250 किमी, मध्यम दूरी की 120 किमी और कम दूरी की 40 किमी पर ढेर कर सकती है. सूत्रों ने कहा कि कठिन सौदेबाजी और बातचीत की वजह से भारत S-400 की कीमत लगभग एक अरब डॉलर कम करने में कामयाब रहा. क्या हैं S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की खूबियां? रूस द्वारा निर्यात के लिए बनाया गया एस-400 सबसे आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम है. ये 400 किमी तक की सीमा के भीतर आने वाले दुश्मन के विमानों, मिसाइलों और यहां तक कि ड्रोन को भी तबाह करने में सक्षम है. इसकी ट्रैकिंग क्षमता करीब 600 किलोमीटर है. ये बैलिस्टिक मिसाइलों (Ballistic missiles) और हाइपरसोनिक टारगेट (Hypersonic targets) को भी मार गिराने में सक्षम हैं. अपने पूर्ववर्ती एस-300 की तुलना में एस -400 में फायरिंग रेट 2.5 गुना तेज है. हर एक एस-400 बैटरी में लंबी दूरी की रडार, एक कमांड पोस्ट वाहन, टारगेट एक्यूजिशन रडार और दो बटालियन लॉन्चर हैं. प्रत्येक लांचर में चार ट्यूब होते हैं. लंबी दूरी का रडार एक दर्जन से अधिक टारगेट को तबाह करने में सक्षम होने के साथ-साथ एक साथ 100 से अधिक उड़ने वाली वस्तुओं को ट्रैक कर सकता है.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/state/punjab/pakistan-isi-behind-punjab-sacrilege-cases-central-government-issued-alert-on-incite-religious-sentiments-968766.html,"पंजाब में कौन बिगाड़ रहा है माहौल, जानिए बेअदबी के मामलों के पीछे क्या पाकिस्तान की है साजिश?","गोल्डन टेंपल घटना की जांच करेगी एसआईटी पंजाब (Punjab) में हाल के दिनों में अस्थिरता का माहौल देखने को मिल रहा है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि पंजाब का माहौल कौन खराब कर रहा है? क्या पंजाब में बेअदबी के मामलों के पीछे पाकिस्तान (Pakistan) की साजिश है? ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election) से पहले एक के बाद एक दो दिनों में पंजाब के दो गुरुद्वारों में कथित तौर पर बेअदबी के मामले सामने आए, जिसके बाद पंजाब में हाई अलर्ट है. केंद्र सरकार ने भी पंजाब सरकार को अलर्ट जारी किया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पंजाब के सभी गुरुद्वारों, डेरों, मंदिरों के अलावा सभी धार्मिक स्थानों की सुरक्षा बढ़ाने को कहा है. गृह मंत्रालय ने कहा है कि देश विरोधी तत्व पंजाब में धार्मिक भावनाएं भड़काने की कोशिश कर सकते हैं. केंद्र सरकार को आशंका है कि धार्मिक स्थलों का इस्तेमाल कर पंजाब में माहौल बिगाड़ा जा सकता है. बेअदबी जैसी घटनाओं से पंजाब का धार्मिक सद्भाव बिगाड़ा जा सकता है. केंद्र सरकार के इनपुट के बाद राज्य सरकार भी चौकन्नी हो गई है. सभी धार्मिक स्थलों में CCTV कैमरे लगाने, लाइटिंग बढ़ाने और सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के आदेश दिए गए हैं. पाकिस्तान पर बढ़ रहा शक पंजाब के ADGP लॉ एंड ऑर्डर ने सभी पुलिस कमिश्नरों और SSP को धर्मस्थलों की सुरक्षा पुख्ता करने का प्लान भेजा है. इसमें कहा गया है कि बेअदबी के बाद के माहौल को देखते हुए जिलों के पुलिस प्रमुख खुद सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करें. मतलब पंजाब में हालात तनावपूर्ण है. चंडीगढ़ से दिल्ली तक ये फिक्र बड़ी होती जा रही है. इस बीच सूत्रों के मुताबिक एजेंसियों को इनपुट मिले हैं कि चुनाव से पहले पाकिस्तान पंजाब में धार्मिक भावनाओं को भड़काने की हरकतें कर सकता है. हालांकि पंजाब की सीमा से लगे गांवों में पाकिस्तान की साजिशें कल रात भी देखी गई हैं. अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास गुरदासपुर सेक्टर में रात करीब 11.30 बजे संदिग्ध ड्रोन देखा गया, जिस पर BSF की पेट्रोलिंग टीम ने 5 राउंड फायरिंग की. इसके बाद संदिग्ध ड्रोन पाकिस्तान की सीमा में वापस लौट गया. पंजाब में बेअदबी के मामले, एजेंसियों के इनपुट और पाकिस्तानी ड्रोन की टाइमिंग, इन तीनों बातों पर गौर करें और इनका तालमेल बिठाएं तो ये सवाल अपने आप उठने लगता है कि क्या पंजाब में बेअदबी के मामलों के पीछे पाकिस्तान की साजिश है? क्या चुनाव से पहले पाकिस्तान एक बार फिर पंजाब का माहौल बिगाड़ना चाहता है? ISI पंजाब विधानसभा चुनाव का उठाना चाहती है फायदा चंडीगढ़ के गुरुद्वारों पर पुलिस का पहरा लगाया गया है. आम जनता से भी अलर्ट रहने को कहा गया है. धार्मिक स्थलों के आसपास शरारती तत्व दिखते ही फौरन पुलिस को सूचना देने को कहा गया है. अब समझिए कि ये टेंशन और फिक्र क्यों बड़ी होती जा रही है. दरअसल, 2 दिनों में अमृतसर और कपूरथला की घटना के बाद एजेंसियों से मिले इनपुट पाकिस्तान की ओर इशारा कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI पंजाब विधानसभा चुनाव का फायदा उठाने की फिराक में है. सूत्रों के मुताबिक ये इनपुट भी मिले हैं कि पंजाब में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ने ड्रोन से टिफिन बम भी भेजे हैं, जिसकी एक खेप को अभी बरामद नहीं किया जा सका है. इससे पहले भी पिछले कुछ दिनों में पंजाब में पाकिस्तान की और से भेजे गए टिफिन बम और टारगेट किलिंग के लिए हथगोले और बड़ी मात्रा में पिस्टल और कारतूस भी बरामद किए जा चुके हैं. पंजाब चुनाव में माहौल खराब करना चाहती है ISI बेअदबी की घटनाओं के बाद पंजाब की सियासी गलियां भी सवालों से सुलग रही हैं. पंजाब का माहौल कौन और क्यों बिगाड़ रहा है. इस सवाल ने सबकी फिक्र बढ़ा दी है. चंडीगढ़ से दिल्ली तक इस सवाल का जवाब तलाशा जा रहा है. चुनाव का मौका है और पड़ोस में पाकिस्तान जैसा मुल्क है, जो कभी हिंदुस्तान का भला नहीं चाहता. इस वजह से चिंता लाजिमी है. ये चिंता सिर्फ और सिर्फ मामले की जांच पूरी होने के बाद ही कम हो सकती है. हर कोई जानना चाह रहा है कि एक के बाद एक बेअदबी के दो मामलों के पीछे किसका हाथ है? चुनावी माहौल में इस पर सियासत भी गरमा रही है. लेकिन पंजाब मामलों के जानकार कहते हैं कि जब भी पंजाब में चुनाव होते हैं तब पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के द्वारा पंजाब का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जाती है. अब संक्षेप में बेअदबी की उन घटनाओं का जिक्र कर लेते हैं, जिसके कारण पंजाब समेत दिल्ली तक की फिक्र बड़ी हो गई है. कहां-कहां सामने आए बेअदबी के मामले बताया जाता है कि 18 दिसंबर की शाम करीब पांच बजे स्वर्ण मंदिर के अंदर एक युवक ने रेलिंग से कूदकर श्री गुरुग्रंथ साहिब जी के सामने रखी तलवार को उठाने की कोशिश की, जिसे सिख संगत ने काबू कर लिया. कहा जाता है कि बाद में भीड़ ने उस युवक को पीट-पीट कर मार डाला. अगले दिन सुबह 4 बजे बेअदबी का दूसरा मामला कपूरथला से सामने आया. वहां निजामपुर मोड़ गुरुद्वारे के अंदर निशान साहिब से बेअदबी के मामले में भीड़ ने पुलिस के सामने ही एक युवक को पीट पीटकर मार डाला. बेअदबी का मामला रहा सियासी मुद्दा मतलब दोनों ही घटनाओं में बेअदबी और मॉब लिंचिंग की बातें सामने आ रही हैं. लेकिन पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू भीड़ का कानून को हाथ में लेने और आरोपियों की हत्या की घटनाओं को सही बता रहे हैं. आपको बता दें कि पिछले कुछ वर्षों में पंजाब में बेअदबी की 100 से ज्यादा घटनाएं सामने आ चुकी हैं. लेकिन वर्ष 2015 में बुर्ज जवाहर सिंह वाला के गुरुद्वारा साहिब से पवित्र ग्रंथ की चोरी और बरगाड़ी के गुरुद्वारा साहिब के बाहर पवित्र ग्रंथ की बेअदबी के मामले पर हमेशा से सियासत होती रही है और अभी तो चूंकि चुनाव है इसलिए बेअदमी का मामला तूल पकड़ रहा है. आईजी को आए कॉल ने भी उठाए सवाल बहरहाल सवाल पुलिस की जांच पर भी उठ रहे हैं. पंजाब के कपूरथला में बेअदबी के आरोप में हुई लिंचिंग के मामले में पुलिस पर यूटर्न लेने का आरोप लगा है. दरअसल, कपूरथला में बेअदबी के मामले में आईजी जालंधर जी एस ढिल्लों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि आरोपी की हत्या के मामले में दो FIR दर्ज कर ली गई है. साथ ही उन्होंने इसे बेअदबी नहीं बल्कि चोरी की कोशिश का मामला बताया. इसी बीच आईजी के मोबाइल पर किसी का कॉल आया. प्रेस कॉन्फ्रेंस से बाहर जाकर उन्होंने बात की. और फिर जब लौटे तो उनका बयान बदल गया. अब सवाल उठता है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आईजी और SSP को आठ बार किसका फोन आया. तो चुनावी माहौल में इसका जवाब आप खुद सोच लीजिए. यहां आपको एक जानकारी दे दें कि पंजाब में दोनों बेअदबी के मामलों में अभी तक आरोपियों की पहचान नहीं हो पाई है. अब आपको बताते हैं कि धर्म से बेअदबी के मामले में कानून क्या कहता है? पंजाब में बेअदबी के इस तरह के मामले में पंजाब पुलिस आईपीसी की धारा 295 और 295A के तहत केस दर्ज करती है. पवित्र गुरुद्वारे को या वहां रखी किसी चीज को डैमेज करने के आरोप में दो साल की सजा होती है धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने के उद्धेश्य से कुछ किया जाता है तो तीन साल की सजा होती है. पंजाबी समुदाय के लोगों की मांग है कि गुरु ग्रंथ साहिब से बेअदबी करने पर कम से कम 20 साल की सजा हो. पाकिस्तान में इस तरह के मामले में 10 साल की सजा दी जाती है. लेकिन यहां फिक्र बड़ी ये है कि भारत में इस बार बेअदबी को लेकर पाकिस्तान पर ही सवाल उठ रहे हैं.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/tamil-nadu-o-panneerselvam-hints-of-sasikala-rejoining-aiadmk-968656.html,"AIADMK में दोबारा शामिल हो सकती हैं शशिकला, ओ. पनीरसेल्वम ने दिए संकेत","अन्नाद्रमुक (AIADMK) समन्वयक ओ. पनीरसेल्वम ने सोमवार को संकेत दिये कि दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता की करीबी रहीं वी.के. शशिकला को दोबारा पार्टी में शामिल किया जा सकता है. पनीरसेल्वम की टिप्पणी को उनके सहयोगी और पार्टी के संयुक्त समन्वयक के पलानीस्वामी के लिए वी के शशिकला को पार्टी में वापस लेने पर विचार करने के लिए एक संकेत के रूप में देखा जा रहा है. हालांकि, पलानीस्वामी खेमे के रुख पर जोर देते हुए अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेता डी. जयकुमार ने शशिकला की पार्टी में वापसी की किसी भी संभावना से इंकार किया. उन्होंने शशिकला को ”अस्वीकार्य” और ”विफल” ताकत करार दिया. पनीरसेल्वम ने क्या कहा? चेन्नई में क्रिसमस के एक कार्यक्रम के दौरान पनीरसेल्वम ने ईसा मसीह की सीख का हवाला देते हुए कहा कि यदि गलत करने वाला खुद में बदलाव लाता है और वापस आना चाहता है तो उसे स्वीकार करना नेतृत्व का गुण है. हालांकि, अन्नाद्रमुक नेता ने इस दौरान विशेष तौर पर किसी का नाम नहीं लिया. कार्यक्रम के दौरान पलानीस्वामी भी मंच पर मौजूद थे. अन्नाद्रमुक के शीर्ष नेता का ये बयान ऐसे समय में आया है, जब दो सप्ताह पहले ही पनीरसेल्वम और पलानीस्वामी को पार्टी के शीर्ष पदों पार्टी समन्वयक और संयुक्त समन्वयक चुना गया था. इससे पहले शशिकला के जयललिता की समाधि पर जाने को लेकर भी कई तरह के कयास भी लगाए गए थे. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना था कि ये शशिकला का राजनीति में धीरे-धीरे वापसी की घोषणा करने का एक औपचारिक तरीका हो सकता है. अब, ऐसा लग रहा है कि वह राजनीतिक वापसी करना चाहती हैं. इससे पहले अन्नाद्रमुक ने एक दिसंबर को अपनी नियमावली में बदलाव किया था ताकि मौजूदा शीर्ष दो पदों के ढांचे को बरकरार रखा जा सके और उन्हें मजबूती प्रदान की जा सके. इन पदों पर अभी ओ पनीरसेलवम और के पलानीसामी पदस्थ हैं. बताया जा रहा था कि नियमावली में बदलाव का फैसला अन्नाद्रमुक की कार्यकारी समिति की हुई बैठक में लिया गया जिससे शशिकला के लिए रास्ते प्रभावी तौर पर बंद हो गए जो खुद को पार्टी ‘महासचिव’ होने का दावा कर रही हैं. (भाषा से इनपुट)",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/world/china-news/china-on-india-china-border-tensions-wang-yi-says-china-india-maintained-dialogue-diplomatic-military-channels-968611.html,"‘ड्रैगन’ संग सीमा पर तनाव जारी, बढ़ते संघर्ष के बीच बोला चीन- भारत संग राजनयिक और सैन्य चैनलों से कर रहे बातचीत","भारत और चीन (India-China) के बीच लंबे समय से सीमा पर गतिरोध बना हुआ है. इस वजह से दोनों देशों के बीच सीमा पर टकराव हो चुका है. इसी बीच सीमा विवाद (India-China Border Tensions) को लेकर महीनों बाद चीन की तरफ से बयान आया है. चीन के विदेश मंत्री ने कहा कि चीन और भारत ने राजनयिक और सैन्य चैनलों के जरिए बातचीत हो रही है. सीमा वाले इलाकों पर प्रभावी ढंग से चीजों को नियंत्रित किया जा रहा है. हालांकि, चीन के इन बयानों के बाद ही भी उस पर भरोसा नहीं किया जा सकता है, क्योंकि वह सीमा पर तैनाती बढ़ा रहा है. चीनी विदेश मंत्री वांग यी (Wang Yi) ने कहा, ‘चीन और भारत (India-China Relations) ने राजनियक और सैन्य चैनलों के माध्यम से बातचीत को बनाए रखा है. कुछ सीमावर्ती क्षेत्रों में प्रभावी ढंग से विवाद को प्रबंधित और नियंत्रित किया जा रहा है. ऐसा द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने और विकसित करने के लिए साझा प्रतिबद्धता के तहत किया जा रहा है.’ भारत के साथ संबंधों और सीमा विवाद पर चीनी विदेश मंत्री द्वारा ये टिप्पणी महीनों बाद की गई है. इससे पहले, चीन ने भारत पर सीमा विवाद को बढ़ाने का आरोप लगाया था. हालांकि, भारत ने इसे सिरे से खारिज कर दिया गया था. इसी बीच मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि चीन सीमा पर सैनिकों की तादाद बढ़ा रहा है और सैन्य अभ्यास भी कर रहा है. वहीं, भारत ने भी सर्दियों के आगमन की वजह से वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर सैनिकों की तादाद बढ़ाई है और सैन्य उपकरणों की संख्या में इजाफा किया है. प्रदीप कुमार चीन में होंगे भारत के नए राजदूत वहीं, वरिष्ठ राजनयिक प्रदीप कुमार रावत (Pradeep Kumar Rawat) को सोमवार को चीन का अगला राजदूत नियुक्त किया गया. भारतीय विदेश सेवा के 1990 बैच के अधिकारी रावत फिलहाल नीदरलैंड में भारतीय दूत के रूप में अपनी सेवा दे रहे हैं. विदेश मंत्रालय ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, ‘उनके शीघ्र ही नयी जिम्मेदारी संभाल लेने की संभावना है.’ रावत विकरम मिश्री की जगह लेंगे. उनकी नियुक्ति पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों के बीच सीमा को लेकर चल रह टकराव के बीच हुई है. वह पहले हांगकांग और बीजिंग में काम कर चुके हैं. रावत ने सितंबर, 2017 से दिसंबर, 2020 तक इंडोनेशिया एवं तिमोर-लेस्ते में राजदूत के रूप में अपनी सेवा दी है. वह धाराप्रवाह चीनी भाषा बोलते हैं.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/panama-papers-case-aishwarya-rai-bachchan-will-appear-before-ed-abhishek-bachchan-was-questioned-last-month-967498.html,"पनामा पेपर्स मामला: ED के दफ्तर से बाहर निकलीं ऐश्वर्या राय बच्चन, करीब 6 घंटे तक हुई पूछताछ","पनामा पेपर्स मामले से जुड़ी जांच को लेकर बच्चन परिवार की बहू ऐश्वर्या राय सोमवार को दिल्ली स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर में पहुंची थी. ईडी ने मामले में चल रही जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए उन्हें समन भेजा था. ऐश्वर्या राय की पेशी दिल्ली स्थित लोकनायक भवन में हुई. करीब 6 घंटे तक ऐश्वर्या राय से सवाल जवाब करने के बाद ED की पूछताछ खत्म हो गई है. ईडी ने पनामा लीक केस से जुड़े सवालों के जवाब दर्ज कर लिए हैं. सूत्रों के मुताबिक, ऐश्वर्या राय से वर्जिन आइलैंड स्तिथ अमीक प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के स्वामित्व को लेकर पूछताछ की गई. साथ ही, कंपनी के साल 2005 से लेकर साल 2008 तक सालाना टर्नओवर और बैंक अकॉउंट से संबंधित जानकारी भी ली गई. ED अधिकरियों के पास पनामा पेपर लीक केस में इस कंपनी से जुड़े तमाम दस्तावेज मौजूद हैं, कंपनी के बैंक स्टेटमेंट से भी ऐश्वर्या राय का आमना-सामना करवाया गया. साथ ही, कंपनी में ऐश्वर्या के माता-पिता और भाई शेयरहोल्डर थे, जिसको लेकर से भी ऐश्वर्या से सवाल-जवाब हुए. जानकारी के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की तरफ से ऐश्वर्या राय से पूछे जाने वाले सवालों की सूची पहले से तैयार कर ली गई थी. बता दें कि अभिषेक बच्चन से इस मामले में पिछले महीने ही पूछताछ हुई थी. पनामा पेपर्स मामले की जांच के सिलसिले में कई बड़े चेहरों से पूछताछ हो चुकी है. देश की कई बड़ी हस्तियां जांच में शामिल हो चुकी हैं. बॉलीवुड एक्टर अभिषेक बच्चन भी एक महीने पहले ईडी दफ्तर पहुंचे थे, जहां उनसे पूछताछ की गई थी. सूत्रों के मुताबिक अमिताभ बच्चन को भी मामले में जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की तरफ से नोटिस भेजा जा सकता है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 2016 के ‘पनामा पेपर’ लीक मामले में पूछताछ के लिए अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन को सम्मन भेजा था. पनामा पेपर्स लीक का यह वैश्विक मामला सामने आने पर निदेशालय 2016 से इस संबंध में जांच कर रहा है. उसने बच्चन परिवार को नोटिस जारी कर उसे आरबीआई (भारतीय रिजर्व बैंक) की उदारीकृत प्रेषण योजना (एलआरएस) के तहत 2004 से अपने विदेशी प्रेषण की जानकारी देने को कहा था. अधिकारियों ने बताया कि बच्चन परिवार से जुड़ी कथित अनियमितताओं के कई अन्य मामले संघीय जांच एजेंसी की जांच के दायरे में हैं. ‘इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स’ (आइसीआइजे) ने पनामा की विधि कंपनी मोसैक फोन्सेका से प्राप्त दस्तावेजों की जांच के बाद विश्व के कई ऐसे नेताओं और जानी मानी हस्तियों के नाम उजागर किए थे, जिन्होंने विदेशों में धन जमा कराया है. ऐसा बताया जाता है कि इनमें से कुछ के विदेशों मे वैध खाते हैं. अमिताभ बच्चन को बनाया गया था 4 कंपनियों का डायरेक्टर! दरअसल, साल 2016 में पनामा के लॉ फॉर्म के कागज लीक हो गए थे, जिसमें विश्व के कई बड़े नेता, व्यापारी और फिल्म जगत से जुड़े लोगों के नाम सामने आए थे. लीक हुए इन पेपर्स में भारत के करीब 500 लोगों के नाम शामिल थे. इसमें बच्चन परिवार भी शामिल था. खुलासे से जुड़ी एक रिपोर्ट के मुताबिक अभिताभ बच्चन को 4 कंपनियों का निर्देशक बनाया गया था. ये कंपनियां करोड़ों के कारोबार में शामिल पाई गई थीं. वहीं, ऐश्वर्या को भी अमिक पार्टनर्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी का डायरेक्टर बनाया गया था. रिपोर्ट के मुताबिक, उनके माता-पिता भी कंपनी में पार्टनर थे. सरकार के मुताबिक पनामा एवं पैराडाइस पेपर्स लीक में भारत से जुड़े 930 प्रतिष्ठानों के नाम सामने आए हैं जिसमें से पनामा पेपर्स मामले में भारत के करीब 500 लोगों के शामिल होने की बात सामने आ चुकी है. इन लोगों पर टैक्स चोरी का आरोप है. सरकार के मुताबिक पनामा और पैराडाइस पेपर्स लीक मामले के संदर्भ में 20,353 करोड़ रूपये के बिना खुलासे वाले रिण का पता लगा है. वहीं, पनामा एवं पैराडाइस पेपर्स लीक में करीब 153.88 करोड़ रूपये की कर वसूली की जा चुकी है. सरकार लगातार कर रही कार्रवाई वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा में बताया कि ‘इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स’ (आईसीआईजे) के खुलासा किए गए मामलों में की गई निरंतर जांच से अब तक अघोषित विदेशी खातों में 11,010 करोड़ रुपये से अधिक जमा का पता चला है. उन्होंने कहा कि काला धन (अघोषित विदेशी आय तथा परिसंपत्ति) तथा कर अधिरोपण कानून, 2015 के तहत 30 सितंबर, 2015 को समाप्त तीन महीने की अनुपालन व्यवस्था के तहत 4,164 करोड़ रुपये की अघोषित विदेशी संपत्ति से जुड़े 648 खुलासे किए गए. उन्होंने कहा कि पनामा तथा पैराडाइज पेपर लीक मामले में भारत से संबद्ध 930 इकाइयों के संबंध में 20,353 करोड़ रुपये की राशि के कुल अघोषित जमा का पता चला है. चौधरी ने कहा कि अभी तक पनामा तथा पैराडाइज पेपर लीक मामले में 153.88 करोड़ रुपये बतौर कर एकत्र किए गए हैं. इसके अलावा पनामा तथा पैराडाइज पेपर लीक के 52 मामलों में काला धन कानून, 2015 के तहत आपराधिक अभियोजन शिकायतें दर्ज की गई हैं. साथ ही 130 मामलों में काला धन कानून के तहत कार्रवाई शुरू की गई है.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/election-laws-bill-passed-in-lok-sabha-amid-opposition-protests-allowing-aadhaar-voter-id-link-kiren-rijiju-968510.html,"‘लोगों के निजता के अधिकार का होगा हनन’, चुनाव कानून विधेयक के पास होने पर बोला विपक्ष","लोकसभा में पास हुआ 'चुनाव कानून विधेयक' कानून और न्याय मंत्री किरेन रिजेजू (Kiren Rijiju) द्वारा पेश किया गया ‘चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक, 2021’ (Election Laws (Amendment) Bill, 2021) लोकसभा (Lok Sabha) में ध्वनि मत से पारित हो गया है. ये विधेयक आधार को मतदाता फोटो पहचान पत्र (EPIC) से जोड़ने का काम करता है. विधेयक को लेकर कांग्रेस, AIMIM, बीएसपी और अन्य विपक्षी दलों ने विरोध भी जताया था. विपक्ष का कहना था कि इसके जरिए नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन होगा. उन्होंने कहा कि अगर आधार मतदाता सूची से जुड़ा है तो ये उनके निजता के अधिकार का उल्लंघन होगा. विपक्ष की तरफ से इस विधेयक को वापस लेने की मांग भी की गई. मांग को खारिज करते हुए, किरेन रिजिजू ने कहा कि विभिन्न प्रस्ताव जो बिल का हिस्सा हैं, पहले ही कानून और कार्मिक की स्थायी समिति द्वारा सुझाए जा चुके हैं और उनकी सिफारिश की गई है. मंत्री ने आगे कहा कि यह विधेयक चुनाव प्रणाली को साफ करेगा. बाद में विपक्षी सदस्यों के लगातार विरोध के बीच लोकसभा को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया. कानून मंत्री ने क्या कहा? कानून मंत्री किरेन रिजेजू ने कहा, हमारे चुनाव सुधारों पर उचित चर्चा होनी चाहिए. हमने विपक्ष से चर्चा में भाग लेने और अपनी राय रखने के लिए कहा था. लेकिन उन्होंने शोर मचाया. उन्होंने कहा, आधार को मतदाता सूची से जोड़ना फिलहाल अनिवार्य नहीं है. लेकिन इस विधेयक के साथ हम फर्जी मतदाताओं को बाहर कर पाएंगे. संसदीय स्थायी समिति ने इसकी सिफारिश की है और हमें इसे अधिनियम में बदलने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए कहा है. रिजेजू ने कहा, 18 साल बाद भी चुनावी प्रणाली कहती है कि एक जनवरी (निर्वाचक नामावली के संशोधन का साल) को पंजीकरण नहीं कराने पर अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए पूरे एक साल इंतजार करना पड़ता है. यह बिल मतदाताओं के रूप में पंजीकृत होने के लिए एक साल में 4 योग्यता तिथियों को मुहैया कराएगा. उन्होंने कहा, अधिनियम (1951 के लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम) को लिंग-तटस्थ बनाने के लिए विधेयक में ‘पत्नी’ शब्द को ‘पति/पत्नी’ से बदलने का प्रस्ताव है. यह चुनाव परिसर अधिग्रहण की सीमा का भी विस्तार करेगा.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/leader-of-opposition-in-rajya-sabha-mallikarjun-kharge-calls-parliamentary-affairs-ministers-statement-cheap-968258.html,राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बैठक के बह‍िष्‍कार पर संसदीय कार्य मंत्री के बयान को बताया ‘Cheap statement’,"राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ( फाइल फोटो- PTI) राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी की तरफ से बैठक के बह‍िष्‍कार को लेकर व‍िपक्षी दलों पर की गई टिप्‍पणी को ‘Cheap statement’ बताया है. वर‍िष्‍ठ कांग्रेसी व राज्यसभा में विपक्ष के नेता खड़गे ने कहा क‍ि इस तरह के बयानों से कोई भी पार्टी कमजोर नहीं होती है. उन्हें (संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी को ) पहले यह स्वीकार करना चाहिए कि उन्होंने गलती की है. गत‍िरोध को खत्‍म करने के सरकार ने बुलाई थी चार दलों संग बैठक, व‍िपक्ष ने बैठक का क‍िया था बहिष्‍कार केंद्र सरकार ने सांसदों के न‍िलंबन से उच्च सदन में उपजे गतिरोध को समाप्त करने के लिए चार विपक्षी दलों को बैठक के ल‍िए आमंत्रित किया था, लेक‍िन विपक्षी दलों ने बैठक का बहिष्कार करने का फैसला किया और व‍िपक्षी दलों ने इसके बजाय एक सर्वदलीय बैठक की मांग की थी. इसके बाद सोमवार सुबह खड़गे ने कहा क‍ि यह आमंत्रण व‍िपक्ष को कमजोर करने की साज‍िश था, पूरा व‍िपक्ष सांसदों के न‍िलंबर के खिलाफ संघर्ष कर रहा है. साथ ही उन्‍होंने कहा क‍ि हमने सर्वदलीय बैठक बुलाने को लेकर सरकार को पत्र ल‍िखा है. बैठक के बह‍िष्‍कार पर जोशी ने कहा था, ‘जनता भी उनका बहिष्कार कर रही है’ व‍िपक्ष की तरफ से बैठक का बह‍िष्‍कार क‍िए जाने पर संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने व‍िपक्ष पर हमला बोला था, जोशी ने पलटवार करते हुए कहा कि विपक्षी दलों को समझना चाहिए कि जनता भी उनका बहिष्कार कर रही है. इस पर खड़गे ने कहा क‍ि यह फूट डालो और राज करो की नीति शायद उन्हें अंग्रेजों ने दी थी. उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए वे ऐसी बातें कहते रहेंगे. सांसदों के निलंबन पर सदन में हो चुका है हंगामा न‍िलंब‍ित सांसदों का न‍िलंबन समाप्‍त करने को लेकर सदन के अंदर व‍िपक्ष हंगामा भी कर चुका है. इस वजह से उच्च सदन की कार्यवाही को कई बार स्थगित करना पड़ा था. मालूम हो क‍ि संसद का सत्र 23 दिसंबर को खत्म हो रहा है. हालांक‍ि राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे इससे पूर्व भी कह चुके हैं क‍ि सांसदों के निलंबन के विरोध में विपक्षी दल एकजुट हैं.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/opposition-parties-do-not-want-parliament-to-run-and-causing-disturbance-is-their-mantra-says-piyush-goyal-968004.html,"संसद गतिरोधः सरकार की ओर से बुलाई गई बैठक में शामिल नहीं हुआ विपक्ष, पीयूष गोयल बोले- बाधा डालना उसका मूल मंत्र","केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल. (फोटोः एएनआई) केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (Union Minister Piyush Goyal) ने सोमवार को कहा कि विपक्षी दल नहीं चाहते कि संसद (Parliament) चले और अशांति व व्यवधान पैदा करना उनका मंत्र है. गोयल ने 12 सांसदों के निलंबन को लेकर संसद के चल रहे शीतकालीन सत्र में राज्यसभा में गतिरोध खत्म करने के लिए सरकार की ओर से बुलाई गई बैठक में शामिल नहीं होने को लेकर विपक्ष पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सांसदों को अपनी गलती का एहसास होना चाहिए और राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू से बात करनी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘बहुत खेद के साथ कहना पड़ रहा है कि केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सभापति के आदेश और विपक्ष बार-बार कह रहा था इसलिए आज बैठक बुलाई थी, लेकिन दुर्भाग्य की बात है​​ कि वो बैठक तक के लिए नहीं आए. अगर वो अपनी गलती स्वीकारते हैं और माफी मांगते हैं तो मुझे लगता है कि उसमें कोई छोटा नहीं होता. उससे सदन की गरिमा बढ़ेगी.’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र के केवल चार दलों को बुलाने के कदम पर सवाल उठाया है, जिनके सदस्यों को राज्यसभा में निलंबित कर दिया गया है. बाकी पार्टियों को नहीं बुलाया गया. खड़गे ने केंद्र के इस कदम को विपक्ष को विभाजित करने की चाल बताया. इससे पहले दिन में विपक्षी दलों ने बातचीत के लिए सरकार की अपील और केवल चार दलों के नेताओं को निमंत्रण भेजे जाने पर एक बैठक की, जिसमें यह (केंद्र की बैठक में न शामिल होना) फैसला किया गया. हम संसद के दोनों सदनों को चलने नहीं देंगे. संजय राउत शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, ‘हम सरकार की ओर से बुलाई गई बैठक में शामिल नहीं होंगे. हम गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा के इस्तीफे और राज्यसभा में 12 विपक्षी सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग करेंगे. हम संसद के दोनों सदनों को चलने नहीं देंगे.’ इस बीच, संसद को बार-बार स्थगित करना जारी रहा क्योंकि विपक्षी दलों ने 12 सांसदों के निलंबन और लखीमपुर खीरी हिंसा पर चर्चा सहित विभिन्न मुद्दों पर अपना विरोध जारी रखा. बीते दिन भी विपक्ष ने निलंबन के मुद्दे को हल करने के लिए सरकार की ओर से चार दलों के नेताओं को भेजे गए निमंत्रण को खारिज किया था. राज्यसभा में नेता पीयूष गोयल द्वारा सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर चर्चा और इसके समाधान के लिए बैठक के आह्वान के बाद संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोमवार सुबह बैठक के लिए चार राजनीतिक दलों के नेताओं को आमंत्रित किया था.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/state/jammu-and-kashmir/jammu-kashmir-delimitation-commission-meeting-begins-in-delhi-roster-of-seats-reserved-for-sc-st-would-change-967575.html,"जम्मू से तय होगा मुख्यमंत्री का नाम! परिसीमन आयोग ने दिया 7 नई सीटों का प्रस्ताव, POK की 24 सीटें भी शामिल","इस बैठक में केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह और NC प्रमुख फारूक अब्दुल्ला समेत कई नेताओं ने लिया हिस्सा. दिल्ली में आज जम्मू कश्मीर परिसीमन आयोग (Delimitation Commission) की बैठक हुई, जिसपर सभी की नजरें टिकी हुई थीं. इस बैठक में केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह (Union Minister Jitendra Singh), नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah ) के साथ पार्टी नेता मोहम्मद अकबर लोन (Mohammad Akbar Lone) तथा हसनैन मसूदी और बीजेपी के जुगल किशोर शर्मा (Jugal Kishore Sharma) ने हिस्सा लिया. माना जा रहा था कि आयोग की इस बैठक में जिलेवार सीटों में बढ़ोतरी और आरक्षित सीटों का ब्यौरा सार्वजनिक किया जा सकता है. इतना ही नहीं, कहा ये भी जा रहा था कि इस मीटिंग में अनुसूचित जाति (Scheduled Caste) के लिए आरक्षित सीटों का रोस्टर भी बदलेगा. हालांकि अभी फिलहाल इस संबंध में कोई जानकारी सामने नहीं आई है. ‘चुनाव पर फैसला चुनाव आयोग लेगा’ बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री और जम्मू कश्मीर परिसीमन आयोग (Jammu Kashmir Delimitation Commission) के सदस्य डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा, ‘बहुत अच्छी मीटिंग हुई. सबने कमीशन को कोऑपरेट किया. कमीशन ने बहुत अच्छे से डॉक्यूमेंटेशन किया है. चुनाव कब होगा इस पर चुनाव आयोग (Election Commission) ही फैसला लेगा. सरकार चुनाव आयोग के काम मे दखल नही देगी.’ दस महीने बाद हुई परिसीमन आयोग की बैठक जम्मू कश्मीर में विधानसभा क्षेत्रों के पुनर्गठन के लिए गठित की गई परिसीमन आयोग की दूसरी बैठक दिल्ली के अशोका होटल में हुई थी. इसमें जम्मू कश्मीर के पांचों लोकसभा सदस्य जो इस आयोग के एसोसिएट मेंबर भी हैं, शामिल हुए थे. पिछली बार फरवरी में इस आयोग की पहली बैठक हुई थी जिसमें सिर्फ जम्मू क्षेत्र से बीजेपी के दोनों सांसद डॉ जितेंद्र सिंह और जुगल किशोर ही शामिल हुए थे. जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस के तीनों सांसदों ने उसका बहिष्कार किया था. लेकिन दस महीने बाद आज हुई इस बैठक में फारूक अब्दुल्ला, मोहम्मद अकबर लोन और हसनैन मसूदी की मौजूदगी को एक सकारात्मक पहल के रूप में देखा जा रहा है. क्यों है परिसीमन की जरूरत? दरअसल, जम्मू कश्मीर विधानसभा में 5 अगस्त 2019 से पहले (अनुच्छेद 370 और 35A हटने से पहले) की विधानसभा में कुल 87 सीटें थी. जिसमे कश्मीर घाटी की 46 और जम्मू की 37 के अलावा लद्दाख की 4 सीटें शामिल थी. लेकिन 370 और 35A हटने और केंद्र शासित प्रदेश घोषित होने के बाद के बाद लद्दाख की 4 सीटें समाप्त कर दी गई. अब जम्मू कश्मीर में 83 विधानसभा सीटें हैं. जिन्हेंं जनसंख्या और 2011 के जनगणना के अनुसार बढ़ाकर 90 किया जाना है. परिसीमन प्रक्रिया पूरी होने के बाद जम्मू कश्मीर में कुल 114 सीटें होंगी और इनमें 24 पाक अधिकृत कश्मीर (POK) की सीटें भी शामिल होंगी. बैठक में 7 नई विधानसभा सीटों का रखा गया प्रस्ताव परिसीमन आयोग ने आज की बैठक में 7 नई विधानसभा सीटों का प्रस्ताव रखा गया जिसमें 6 जम्मू क्षेत्र और 1 कश्मीर घाटी के लिए होगा. अगर इसे अंतिम रूप दे दिया गया तो जम्मू में विधानसभा सीटों की कुल संख्या 37 से 43 और कश्मीर घाटी में 46 से 47 हो जाएगी. इसके अलावा अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित 4 सीटों को बढ़ाकर 7 करने और अनुसूचित जनजाति जिनके लिए जम्मू-कश्मीर में पहले से कोई भी सीट आरक्षित नहीं थी उसकी संख्या 9 करने का प्रस्ताव भी आयोग ने सदस्यों के सामने रखा था. परिसीमन आयोग ने जम्मू कश्मीर के सभी पांचों सांसदों को उनके सुझाव और राय 31 दिसंबर तक देने के लिए कहा है. उम्मीद की जा रही है कि जम्मू कश्मीर परिसीमन आयोग जनवरी में अपनी अंतिम रिपोर्ट देकर मार्च 2022 तक अपना काम पूरा कर सकता है.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/indian-government-banned-zakir-naik-islamic-research-foundation-under-uapa-967969.html,Zakir Naik: भारत सरकार ने UAPA के तहत जाकिर नाइक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन पर प्रतिबंध लगाया,"भारत सरकार ने भगोड़े जाकिर नाइक (Zakir Naik) के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन पर प्रतिबंध लगा दिया है. ये प्रतिबंध यूएपीए (Unlawful Activities (Prevention) Act) के तहत लगाया गया है. दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डी.एन. पटेल वाले ट्रिब्यूनल ने आज प्रारंभिक सुनवाई के लिए मामले को उठाया. इसके बाद देश के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट में अपनी बात रखी. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक अधिसूचना में कहा है, ‘इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ के रूप में भी जाना जाता है) ऐसी गतिविधियों में लिप्त रहा है, जो देश की सुरक्षा के प्रतिकूल हैं और शांति एवं सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने और देश के धर्मनिरपेक्षता वाले माहौल को बाधित कर सकती हैं. गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 (1967 का 37) की धारा 3 की उपधारा (1) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए केंद्र सरकार ने आईआरएफ को एक गैरकानूनी संगठन के रूप में घोषित किया है.’ ट्रिब्यूनल का गठन क्यों किया गया? अधिसूचना में कहा गया है, गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) ट्रिब्यूनल का गठन गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धारा 5 के तहत किया गया था, ताकि यह तय किया जा सके कि आईआरएफ को गैरकानूनी घोषित करने के लिए पर्याप्त कारण हैं या नहीं. एसोसिएशन और ट्रिब्यूनल ने अपने आदेश में इस तरह की गई घोषणा की पुष्टि की है. नफरत फैला रहा जाकिर नाइक केंद्र सरकार का ऐसा मानना है कि आईआरएफ और उसके सदस्य… विशेष रूप से आईआरएफ का संस्थापक और अध्यक्ष डॉ. जाकिर अब्दुल करीम नाइक उर्फ ​​डॉ जाकिर नाइक, अपने अनुयायियों को विभिन्न धार्मिक समुदायों और समूहों के बीच नफरत फैलाने के लिए बढ़ावा और सहायता दोनों देता है. नीचे बताई गई इन बातों से पता चलता है कि वह देश की अखंडता और सुरक्षा के लिए हानिकारक है. 1. जाकिर नाइक द्वारा दिए गए बयान और भाषण आपत्तिजनक और विध्वंसक होते हैं. 2. ऐसे भाषणों और बयानों के माध्यम से नाइक, विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच दुश्मनी और नफरत को बढ़ावा दे रहा है. वह भारत और विदेशों में एक विशेष धर्म के युवाओं को आतंकवादी कृत्य करने के लिए प्रेरित कर रहा है. 3. जाकिर नाइक ने अंतरराष्ट्रीय सैटेलाइट टीवी नेटवर्क, इंटरनेट, प्रिंट और सोशल मीडिया के माध्यम से दुनियाभर में लाखों लोगों के समक्ष कट्टरपंथी बयान और भाषण दिए हैं. केंद्र सरकार का यह भी मानना है कि अगर आईआरएफ की गैर-कानूनी गतिविधियों पर तुरंत रोक नहीं लगाई गई और इसे तुरंत नियंत्रित नहीं किया गया, तो वह- 1. अपनी विद्वेशकारी गतिविधियां जारी रखेगा और अपने उन कार्यकर्ताओं को दोबारा संगठित करेगा, जो अभी भी भगोड़े हैं. 2. लोगों के मन में सांप्रदायिक वैमन्सय की भावना पैदा करके लोगों को भड़काकर देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को भंग करेगा. 3. देश विरोधी भावनाओं का प्रचार करेगा. 4. उग्रवाद का समर्थन करके पृथकवाद को बढ़ावा देगा. 5. देश की प्रभुसत्ता, अखंडता और सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियां चलाएगा.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/video/rahul-gandhi-s-attack-on-modi-government-over-lakhimpur-violence-opposition-march-1377765-2021-12-21,"मोदी कैबिनेट में किसानों का हत्यारा, देखें राहुल गांधी का मोदी सरकार पर हमला",लखीमपुर की लड़ाई को लेकर विपक्षी हमलावर है. विपक्षी सांसदों ने आज साझा मार्च निकाला. ये मार्च संसद भवन से विजय चौक तक चला. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में ये मार्च निकाला गया. बता दें कि 3 अक्टूबर को लखीमपुर के तिकुनिया में हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई थी. आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू ने अपनी जीप से किसानों को कुचल दिया. इसके बाद गुस्साई भीड़ ने आशीष के ड्राइवर समेत चार लोगों की हत्या कर दी. विपक्ष इस मामले पर संसद में बहस और अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे की मांग कर रहा है. देखें,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/bihar/story/bihar-special-state-status-demand-nitish-kumar-bjp-fight-jdu-ntc-1377708-2021-12-21,"मोदी सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी नीतीश की पार्टी, विशेष राज्य का मुद्दा","बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए एक बार फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में जनता दल यूनाइटेड सक्रिय हो गया है. नीति आयोग की रिपोर्ट में जिस तरीके से बिहार को कई मामलों में फिसड्डी दिखाया गया है, उसके बाद से ही नीतीश एक दशक से भी पुरानी मांग को फिर से उठा रहे हैं.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/jaya-bachchan-remark-sanjay-raut-modi-government-ntc-1377689-2021-12-21,"जया के श्राप के बाद राउत ने बीजेपी को घेरा, 'ये दिल्ली है, कोई नहीं टिकता'","सोमवार को जब से सदन में सपा नेता और सांसद जया बच्चन ने बीजेपी को सीधी चुनौती दी है, इसी मुद्दे पर राजनीति गरमा गई है. शिवसेना नेता संजय राउत ने मोदी सरकार को आईना दिखाते हुए कहा है कि बहुत लोग आए और चले गए, यहां पर कोई टिकता नहीं है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/varun-gandhi-bjp-mp-on-bank-privatisation-says-10-lakh-people-will-lose-jobs-ntc-1377685-2021-12-21,"कभी चिट्ठी-कभी धरना, अब निजीकरण पर सरकार के खिलाफ वरुण गांधी","आज पीलीभीत में संविदा कर्मियों जिनमें मनरेगा, स्वास्थ्य,आंगनबाड़ी,आशा बहुएं,शिक्षामित्रों व अन्य की वेदना को जाना। संविदा कर्मी भी दूसरे सरकारी कर्मचारियों की तरह समान मानदेय के साथ समान सम्मान के भी हकदार हैं।नियमितीकरण और सम्मान की इस लड़ाई में मैं इनके साथ अंत तक खड़ा रहूंगा। pic.twitter.com/AqCCsYEzgB",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/rajiv-pratap-rudy-questioned-giriraj-singh-in-parliament-on-employment-in-bihar-ntc-1377674-2021-12-21,"बिहार के रोजगार का आंकड़ा दे रहे थे मंत्री, बीजेपी सांसद ने ही घेरा","संसद के शीतकालीन सत्र के 17वें दिन, लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान ग्रामीण और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह अपनी ही पार्टी के सांसद के सवालों में घिरते नजर आए. असल में गिरिराज सिंह संसद को जानकारी दे रहे थे कि सरकार ने बिहार में कितने लोगों को प्रशिक्षण दिया और कितनों को रोज़गार. इसी बात पर उनसे बीजेपी के ही सांसद राजीव प्रताप रूडी ने सवाल कर लिया कि अगर बिहार में इतना रोज़गार है तो करोड़ों लोग बाहरी राज्यों में काम क्यों कर रहे हैं?",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/video/rahul-gandhi-take-s-dig-at-modi-government-over-lynching-word-lynching-was-unheard-of-before-2014-1377646-2021-12-21,"'2014 से पहले सुनाई नहीं देता था लिंचिंग शब्द', बोले राहुल गांधी",राहुल गांधी ने यूपी चुनाव से पहले फिर एक बयान देकर सरकार को घेरने की कोशिश की है. राहुल ने कहा कि 2014 से पहले लिंचिंग शब्द सुनने में नहीं आता था. राहुल गांधी का ये बयान सीधे बीजेपी की केंद्र सरकार पर चोट कर रहा है. लिंचिग को लेकर पहले भी बयानों की खेप आती रही है और अब राहुल के बयान के ये हंगामा और तेज होता दिख रहा है. बता दें कि पंजाब में भीड़ द्वारा अलग-अलग घटनाओं में दो लोगों की मौत पर सियासी बयानबाजी जारी है. देखें,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/news/story/aaj-ka-din-radio-news-up-election-omicron-cases-ntc-1377600-2021-12-21,"आज का दिन: BJP के लिए निषाद पार्टी संग गठबंधन गले की फांस, ओमिक्रॉन पर दुनिया की बढ़ती चिंता","शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी के धर्म बदलने पर पिछले दिनों ख़ूब हो हल्ला हुआ.उन्होंने इस्लाम छोड़ सनातन धर्म अपना लिया था. ये तो ख़ैर अपनी मर्ज़ी से धर्म बदलने की बात हुई लेकिन अक़्सर इस तरह की ख़बरें आती रहती हैं कि फलां जगह पर लालच देकर और डरा धमका कर धर्म परिवर्तन का गोरखधंधा चल रहा है. इसी कड़ी में पिछले दिनों मध्यप्रदेश, गुजरात से लेकर कर्नाटक तक के क्रिश्चन मिशनरीज पर हमलें की खबरें आईं जहाँ आरोप था कि इन राज्यों में फोर्सफुल कन्वर्जन यानी ज़बरन धर्मांतरण कराया जा रहा है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/lok-sabha-20-oral-questions-taken-third-time-history-mps-missing-house-ntc-1375835-2021-12-21,"लोकसभा के इतिहास में तीसरी बार लिए गए 20 मौखिक प्रश्न, गायब रहे सांसद","लोकसभा के इतिहास में सोमवार को तीसरी बार प्रश्नकाल के दौरान 20 मौखिक प्रश्नों को लिया गया, लेकिन इस दौरान बीजेपी के 9 सांसद सवाल पूछने के लिए मौजूद ही नहीं थे. इन सांसदों के सवाल लिस्ट में शामिल थे. लोकसभा स्पीकर ने प्रश्न पूछने के लिए नाम पुकारे, लेकिन सांसद सदन में नहीं थे.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/kolkata-municipal-corporation-election-results-live-updates-ntc-1377236-2021-12-21,"कोलकाता नगर निगम चुनाव के नतीजे आज, थोड़ी देर में शुरू होगी काउंटिंग",Kmc election 2021 results date: कोलकाता नगर निगम (Kolkata Municipal Corporation) चुनाव के नतीजे थोड़ी देर में आने शुरु हो जाएंगे. KMC के 144 वार्डों के वोटों की गिनती के लिए कुल 16 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं. सुबह 8:00 बजे से मतगणना शुरू होगी.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/trending/video/rss-chief-mohan-bhagwat-says-the-dna-of-all-the-people-of-india-is-one-mmt-1376754-2021-12-20,"'सरकार का र‍िमोट कंट्रोल नहीं है RSS', बोले संघ प्रमुख मोहन भागवत","RSS संघ प्रमुख मोहन भागवत ने एक कार्यक्रम के दौरान बोला कि 40,000 साल पूर्व भारत से सभी लोगों का DNA आज के लोगों के समान है. ये आज का DNA मैचिंग कह रहा है. हमारा देश त्याग और बलिदान की धरती है. हमारे पूर्वजों ने जो बलिदान दिए हैं उसके वजह से आज हमारा देश फला-फूला और हमारी संस्कृति आज तक चलती आई है. हमारे देश भारत में विश्व गुरु बनने की क्षमता है. हमारा सम्मान, हमारी निष्ठा हमारे पूर्वजों के लिए सदैव है और रहेगी. हम अपने जीवन में उनका अनुकरण करते हैं. हमारे पूर्वज हमारे गौरव के प्रतीक हैं. देखें ये वीडियो.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/uttar-pradesh/story/up-govt-letter-for-reservation-of-nishads-after-sanjay-nishad-ultimatum-and-protest-at-amit-shah-rally-ntc-1377408-2021-12-20,"अल्टीमेटम के बाद जागी यूपी सरकार, निषादों के आरक्षण के लिए लिखा पत्र",गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) की रैली में निषादों के विरोध और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद के दिए हुए अल्टीमेटम के बाद यूपी सरकार हरकत में आ गई है. प्रदेश सरकार ने भारत सरकार के रजिस्ट्रार जनरल और जनगणना आयुक्त को पत्र भेजकर तत्काल मार्गदर्शन मांगा है.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/news/story/rajya-sabha-suspended-mps-pm-narendra-modi-vice-president-venkaiah-naidu-grand-daughter-marriage-reception-ntc-1377404-2021-12-20,उपराष्ट्रपति की पोती के वेडिंग रिसेप्शन में PM से लेकर निलंबित सांसद तक पहुंचे,"नई दिल्ली में सोमवार शाम उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू की पोती की शादी के रिसेप्शन का आयोजन किया गया. इस समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्य न्यायाधीश एनवी रमणा समेत तमाम गणमान्य नागरिक और राजनीतिक हस्तियों ने शिरकत की. खास बात यह रही कि राज्यसभा के सभी निलंबित सांसद भी सदन के सभापति के आवास पर उनकी पोती की शादी के रिसेप्शन में शरीक हुए.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/video/hema-malini-reaction-on-minister-gulab-rao-patil-cheeks-comment-mmt-1377223-2021-12-20,"क्या बोलीं हेमा, जब मंत्री जी ने कर दी उनके गालों की सड़क से तुलना",Maharshtra के Minister और शिव सेना नेता Gulab Rao Patil Viral Video में मंत्री ने एक विवादित बयान दे दिया. विवाद खड़ा कर दिया. इस पर हेमा मालिनी की प्रतिक्रिया भी आपको बताएँगे. लेकिन उससे पहले जानिए उन्होंने कहा क्या? असल में गुलाब राव पाटिल ने जिले की सड़कों की तुलना हेमा मालिनी के गालों से कर दी. इस बयान की चारों तरफ आलोचना हो रही है. गुलाब राव पाटिल सोशल मीडिया से लेकर महिला आयोग तक सबके निशाने पर आ गए हैं. मंत्री के इस बयान पर राज्य महिला आयोग ने आपत्ति जताई है.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/lady-dacaoit-bandit-sundari-seema-yadav-will-contest-up-elections-2022-from-sikandra-assembly-seat-of-kanpur-dehat-ntc-1377164-2021-12-20,"दस्यु सुंदरी जेल से ही लड़ेगी विधानसभा चुनाव, दावा- ये दल टिकट देने तैयार",UP Assembly Elections 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों की तारीख अभी भले घोषित नहीं हुई है लेकिन कानपुर जेल में बंद दस्यु सुंदरी सीमा यादव ने विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. सीमा ने घोषणा की है कि वह जेल से ही कानपुर देहात की सिकंदरा विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ेगी. कानपुर जेल से पेशी पर आई सीमा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए योगी सरकार की एनकाउंटर नीति को गलत बताते हुए बीजेपी की जमकर आलोचना की.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/dhee-punjab-di-campaign-for-women-started-by-congress-in-along-the-lines-of-ladki-hoon-lad-sakti-hoon-ntc-1377220-2021-12-20,"पंजाब: बेटियों के लिए अलग घोषणा पत्र बनाएगी कांग्रेस, 'धी पंजाब दी...' कैंपेन शुरू","'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' की तर्ज पर पंजाब में भी कांग्रेस ने 'धी पंजाब दी, अपना हक जाणदी' अभियान शुरू किया है. राज्य की कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने तय किया है कि विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब की आधी आबादी यानी महिलाओं के लिए भी अलग से एक घोषणा पत्र बनाया जाएगा. कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता अलका लांबा ने सोमवार को यह जानकारी दी. इस दौरान पंजाब कांग्रेस प्रमुख सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने भी मौजूद रहीं.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/short-videos/video/home-minister-amit-shah-jibes-at-maharashtra-government-calls-it-puncture-auto-mmt-1377250-2021-12-20,"'3 पहि‍ए वाली पंचर ऑटो है अघाड़ी सरकार', देखें श‍िवसेना पर शाह का निशाना","केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को पुणे में भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं की एक सभा को संबोधित करने गए थे जहां वे महाराष्ट्र की महा विकास आघाड़ी सरकार पर जमकर हमला बोलते नजर आए. अमित शाह ने महाराष्ट्र सरकार को तीन पहीए वाली ऑटो रिक्शा बताया और कहा कि महाराष्ट्र की अघाड़ी सरकार तीन पहीए वाली एक ऑटो रिक्शा है जिसके तीन पहीए अलग-अलग दिशाओं में हैं और तो और तीनों पहीए पंचर हैं, तो ये गाड़ी चलती ही नहीं है. उसके बाद धुंआ बाहर निकालती है और प्रदुषण बढ़ाती है. सरकार पर निशाना साधते हुए अमित शाह बोले कि इस ‘पंचर पहिये वाली रिक्शा’ से केवल प्रदूषण हो रहा है. देखिए ये वीडियो.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/jaya-bachchan-looses-her-cool-in-parliament-curse-government-ntc-1377203-2021-12-20,"संसद में जया बच्चन ने खोया आपा, मोदी सरकार को दिया बुरे दिनों का शाप!",राज्यसभा में आज नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रॉपिक पदार्थ (संशोधन) विधेयक 2021 पर चर्चा की जा रही थी. इस चर्चा में कई बार संसद का तापमान बढ़ गया. पहले दिग्विजय सिंह ने सरकार पर आरोप लगाए उसके बाद जया बच्चन का गुस्सा सरकार पर फूटा. उन्होंने तो सरकार को बुरे दिन आने का शाप तक दे डाला.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/punjab/video/punjab-heats-up-politics-over-sacrilege-incident-security-of-religious-places-tightened-1377194-2021-12-20,"बेअदबी की घटना पर गरमाई पंजाब की सियासत, धार्मिक स्थलों की बढ़ी सुरक्षा","पंजाब में अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में हुई 'बेअदबी' की घटना के बाद से पूरे राज्य में तनाव है. 18 दिसंबर को एक युवक ने पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब से बेअदबी की कोशिश की, जिसके बाद कथित तौर पर उसकी लिंचिंग हुई और उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद पंजाब की सियासत गरमा गई है. बेअदबी की इस घटना पर आम आदमी पार्टी ने कई सवाल खड़े किए हैं. वहीं, बेअदबी की घटनाओं पर अब सियासत भी तेज हो गई है. सत्ताधारी कांग्रेस और विपक्षी पार्टी शिरोमणी अकाली दल ने इन कथित घटनाओं के पीछे साजिश होने की आशंका जताई है. जबकि, पुलिस को अब तक कुछ भी सुराग नहीं मिला है. रविवार को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अमृतसर और कपूरथला का दौरा किया. उन्होंने घटनाओं की निंदा की. साथ ही ये भी कहा कि कानून व्यवस्था बिगाड़ने की साजिश हो सकती है. इस घटना के बाद पंजाब सरकार ने धार्मिक स्थलों की सुरक्षा भी बढ़ा दी है. देखिए ये वीडियो.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/issue-of-temples-of-mathura-raised-in-parliament-government-answered-ntc-1377095-2021-12-20,"संसद में उठा मथुरा के मंदिरों का मुद्दा, सरकार ने दिया ये जवाब",इस महीने की शुरुआत में ही केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर कहा था- 'अयोध्या और काशी में भव्य मंदिर निर्माण जारी है और मथुरा की तैयारी है'. केशव प्रसाद मौर्य के बयान से साफ हो गया था कि बीजेपी एक बार फिर अयोध्या-मथुरा-काशी के एजेंडे पर ही चुनाव लड़ना चाहती है. तभी से मथुरा का मुद्दा चुनावों के लिहाज से काफी अहम है. मथुरा को लेकर एक के बाद एक नई बातें सामने आ रही हैं.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/elections/up-assembly-elections/story/former-bjp-mla-ram-iqbal-singh-join-samajwadi-party-today-while-present-in-akhilesh-yadav-ntc-1377055-2021-12-20,UP: BJP के पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह सपा की साइकिल पर सवार,"सपा का बढ़ता कारवां! माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के नेतृत्व में आस्था जताते हुए बलिया की चिलकहर विधानसभा से भाजपा के पूर्व विधायक श्री राम इकबाल सिंह जी अपने साथियों के साथ सपा में हुए शामिल। आपका हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन। pic.twitter.com/Kvo65WLkN5",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/news/video/parliament-winter-session-union-minister-kiren-rijiju-presents-election-laws-amendment-bill-1377050-2021-12-20,"लोकसभा में किरेन रिजिजू ने पेश किया चुनाव सुधार बिल, विपक्ष ने जताया विरोध",सोमवार को लोकसभा में आज आधार-वोटर कार्ड लिंक और चुनाव सुधारों से जुड़ा बिल पेश किया गया. ये बिल केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने पेश किया. कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों ने इसका विरोध किया. मनीष तिवारी बोले चुनाव में वोट देना एक लीगल अधिकार है और इसलिए ये जो आधार एक्ट है वो विधायी क्षमता के बाहर है. इसलिए हम इस बिल का विराध करते हैं और चाहते हैं कि इस बिल को वापस लिया जाए. वहीं केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू बोले कि सदस्यों ने इस बिल के विरोध का जो तर्क दिया है वो बिल्कुल निराधार है और उसमें जो सुप्रीम कोर्ट का हवाला दिया गया है वो भी गलत है. विपक्ष ने ना इस बिल को सही तरीके से समझा है और ना ही जो तर्क दिया है वो सही है. देखिए ये वीडियो.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/elections/punjab-assembly-elections/story/navjot-singh-sidhu-delhi-cm-arvind-kejriwal-debate-challenge-development-issue-bhagwant-mann-ntc-1376981-2021-12-20,"केजरीवाल ने बहस के लिए दिया भगवंत मान का नाम, सिद्धू बोले- आपसे ही करेंगे",पंजाब में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक पार्टियों ने दमखम लगाना शुरू कर दिया है. लिहाजा पंजाब में कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच ट्विटर वार छिड़ गया है. दोनों ही नेता अपने-अपने विकास कार्यों को गिनाते हुए एक-दूसरे पर वार-पलटवार कर रहे हैं.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/news/video/parliament-winter-session-opposition-raised-mathura-temple-development-issue-in-loksabha-1376951-2021-12-20,"संसद में उठा मथुरा के मंदिरों का मुद्दा, देखें क्या बोला विपक्ष",संसद के शीतकालीन सत्र में लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया. संसद में विपक्ष ने मथुरा के मंदिरों में विकास का मुद्दा उठाया. सांसद डॉ मनोज राजोरिया ने सवाल किया काशी-मथुरा के मंदिरों पर भारत सरकार ने उनके विकास और संरक्षण के लिए क्या योजना तय की गई है और उस पर कितना खर्च किया गया है. विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक सोमवार को शुरू होने के कुछ ही देर बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. फिलहाल लोकसभा में विपक्ष का हंगामा जारी है. ज्यादा जानकारी के लिए देखिए ये वीडियो.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/video/parliament-winter-session-opposition-vs-government-mallikarjun-kharge-news-in-hindi-1376939-2021-12-20,"सांसदों के निलंबन पर वार-पलटवार, खड़गे बोले-सरकार की विपक्ष में फूट डालने की कोशिश",12 निलंबित सांसदों के मुद्दे पर सरकार ने 4 विपक्षी दलों को बातचीत का दिया न्योता दिया. लेकिन राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम ऑल पार्टी मीटिंग में ही शामिल होंगे. कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन का कहना है कि सरकार विपक्ष को विभाजित करने की साजिश कर रही है लेकिन पार्टियां इस मुद्दे पर एकजुट हैं. सरकार को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए. खड़गे ने कहा कि सिर्फ 4 पार्टियों को बुलाकर अगर विपक्ष के सभी नेताओं को नहीं बुलाएंगे तो क्या संदेश जाएगा? ये विपक्षी दलों की एकजुटता को तोड़ने की साजिश है. हमने पत्र लिखा है कि सर्वदलीय बैठक बुलाओ. ज्यादा जानकारी के लिए देखें वीडियो.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/elections/up-assembly-elections/story/up-election-hindu-hindutva-politics-congress-rahul-gandhi-bjp-yogi-mahatma-gandhi-ntc-1376888-2021-12-20,"हिंदू-हिंदुत्व का नारा... गांधी का सहारा, यूपी चुनाव में अब राष्ट्रपिता की एंट्री","हिंदू का मतलब- - वो व्यक्ति जो पूरी जिंदगी सच्चाई के रास्ते पर चलता है - वो व्यक्ति जो डर के सामने सिर नहीं झुकाता - वो व्यक्ति जो अपने डर को नफरत, क्रोध और हिंसा में नहीं बदलने देता उसे हमें हिंदू कहते हैं। : श्री @RahulGandhi #BJPBhagaoMehangaiHatao pic.twitter.com/7qcT5Spj3S",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/madhya-pradesh/story/rahul-gandhi-is-afraid-of-mughal-culture-to-cut-his-hands-prahlad-patel-said-on-the-statement-of-hindutva-ntc-1376838-2021-12-20,"हाथ कटवाने वाली मुगल संस्कृति से डरते हैं राहुल, केंद्रीय मंत्री का राहुल पर वार",कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में हिंदू औऱ हिंदुत्ववादी को लेकर बयान दिया था. अब इस पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने पलटवार किया है. इंदौर पहुंचे केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दो संस्कृतियों पर हमेशा दुनिया मे विचार विमर्श होता रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल गांधी हमेशा हाथ कटवाने वाली मुगल संस्कृति से डरते रहे हैं.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/maharashtra/story/maha-vikas-aghadi-puncture-rickshaw-whose-wheels-are-running-apart-home-minister-amit-shah-maharashtra-ntc-1376831-2021-12-20,"पंक्चर रिक्शा है महा विकास आघाड़ी, पहिए अलग-अलग भाग रहे हैं- अमित शाह","गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को महाराष्ट्र की महा विकास आघाड़ी (MVA) पर तीखा हमला किया. उन्होंने कहा कि महा विकास आघाड़ी पंचर रिक्शा है, जिसके पहिए अलग दिशाओं में भाग रहे हैं, इससे सिर्फ प्रदूषण (Pollution) फैल रहा है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/congress-leader-rahul-gandhi-reacted-to-statement-of-rss-chief-mohan-rao-bhagwat-on-dna-ntc-1376724-2021-12-19,'हिंदू हर व्यक्ति का DNA अलग मानते हैं' RSS चीफ के बयान पर बोले राहुल गांधी,"राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सर संघचालक मोहन भागवत के डीएनए वाले बयान पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया दी है. हिंदू और हिंदुत्ववादी मुद्दे पर राजनीतिक बहस छेड़ने वाले कांग्रेस नेता ने भारतीयों के डीएनए को लेकर अपनी अलग राय जाहिर करते हुए कहा कि हिंदुत्ववादी मानते हैं कि सब भारतीयों का डीएनए समान है, जबकि हिंदुओं का मानना है कि हर शख्स का डीएनए अलग है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/uttar-pradesh/story/cm-yogi-adityanath-reaction-on-akhilesh-yadav-phone-tapping-allegation-in-mathura-ntc-1376651-2021-12-19,"फोन टैपिंग के दावे पर CM योगी का पलटवार, अखिलेश को ये जवाब",समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव की तरफ से लगाए गए आरोपों पर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पलटवार किया है. फोन टैपिंग के आरोपों पर योगी ने कहा कि उनकी तरफ से यह कृत्य किए जाते होंगे तो उन्हें यही लगता होगा. रविवार को मथुरा में निकाली जा रही बीजेपी की जन विश्वास यात्रा के दौरान सीएम योगी ने यह जवाब दिया.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/uttar-pradesh/story/samajwadi-party-chief-akhilesh-yadav-allegations-cm-yogi-adityanath-is-tapping-our-phones-in-lucknow-ntc-1376600-2021-12-19,"'टैप हो रहे हमारे फोन, हर शाम रिकॉर्डिंग सुनते हैं सीएम', IT छापों के बाद बोले अखिलेश","उत्तर प्रदेश में रविवार को भी समाजवादी पार्टी के कुछ नेताओं पर आयकर विभाग की छापेमारी जारी है. आज दोबारा छापेमारी को लेकर एक बार फिर अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर निशाना साधा और कई गंभीर आरोप लगाए. अखिलेश ने कहा, सरकार उनका और समाजवादी पार्टी के नेताओं के फोन टेप करवा रही है. वहीं, मुख्यमंत्री खुद हर शाम रिकॉर्डिंग सुनते हैं.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/uttar-pradesh/story/akhilesh-yadav-attacked-up-cm-yogi-adityanath-for-vacating-government-house-despite-courtesy-visit-of-mulayam-singh-yadav-ntc-1376573-2021-12-19,"योगी से मिले नेताजी, तब भी मिला था घर खाली करने का नोटिस: अखिलेश",समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजीव राय (Rajeev Rai) समेत कई नेताओं के ठिकानों पर छापे के बाद पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव भड़क गए हैं. रविवार को एक प्रेस कॉन्फेंस के जरिए अखिलेश ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने केंद्र के सत्तारूढ़ दल पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. साथ ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार को भी आड़े हाथों लिया. अखिलेश यादव ने प्रदेश की मौजूदा सरकार को राज्य के लिए अनुपयोगी करार दिया.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/elections/up-assembly-elections/video/up-elections-propaganda-packed-day-in-up-yogi-in-mathura-priyanka-in-rae-bareli-1376572-2021-12-19,"यूपी में आज 'प्रचार-पैक्ड' दिन, मथुरा में गरजे योगी, रायबरेली में प्रियंका, देखें","उत्तर प्रदेश में आज 'प्रचार-पैक्ड' रविवार रहा जहां हर राजनीतिक पार्टी अपना दम-खम लगाते दिखीं. आज प्रचार में बीजेपी ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है. बीजेपी के 6 दिग्गजों आज प्रचार युद्ध में उतारे. बीजेपी यूपी के 6 जिलों से जनविश्वास यात्रा निकाल रही है. 14 दिनों तक ये यात्रा चलेगी. बीजेपी के तमाम बड़े नेता इस यात्रा में शिरकत कर रहे हैं. जहां यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ खुद मथुरा में मोरचा संभाले हुए हैं, वहीं कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी रायबरेली में रैली कर रही हैं. अपने संबोधन में प्रियंका गांधी ने कहा कि अगर परिवर्तन लाना है तो हम सब को एकजुट होकर आगे आना होगा. हमें विकास की राजनीति चाहिए है. देखें आगे क्या बोलीं प्रियंका गांधी.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/elections/up-assembly-elections/story/chief-minister-yogi-adityanath-in-jan-vishwas-yatra-no-plan-to-contest-elections-from-mathura-ntc-1376555-2021-12-19,...तो क्या मथुरा से चुनाव लड़ेंगे सीएम योगी? जानिए क्या दिया जवाब,"UP + YOGI = UPYOGI बलिया में आज #जन_विश्वास_यात्रा में जो आप सबका अभूतपूर्व प्यार और समर्थन मिला है, उससे मुझे विश्वास हो गया है कि उत्तर प्रदेश में @BJP4UP प्रचंड मत से विजयी होगी। #JanVishwasYatra pic.twitter.com/jBWO5xgLiS",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/elections/up-assembly-elections/story/income-tax-raid-up-akhilesh-yadav-samajwadi-party-jainendra-yadav-neetu-rajiv-rai-ntc-1376486-2021-12-19,कौन हैं अखिलेश यादव से जुड़े वो नेता जिनके ठिकानों पर पड़े IT के छापे?,"लखनऊ, मऊ और मैनपुरी में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबियों और पार्टी पदाधिकारियों के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी से उत्तर प्रदेश में सियासत गरमाई है. अखिलेश यादव ने इनकम टैक्स रेड पर कहा कि हमें तो इंतजार था कि अभी तक ईडी, सीबीआई क्यों नहीं आई? कांग्रेस की तरह बीजेपी भी सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है. अखिलेश ने सपा के राष्ट्रीय सचिव राजीव राय के साथ रविवार को छापेमारी को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की. ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी हो जाता है कि आखिर कौन हैं ये लोग जिनके ठिकानों पर आयकर की छापेमारी हुई है?",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/akhilesh-yadav-income-tax-raid-lucknow-central-agency-ajay-mishra-yogi-aadityanath-ntc-1376463-2021-12-19,"मेरे OSD रहे नीटू के घर में सोफा फाड़ा, टाइल्स तोड़े, पुलिस अभी भी घर पर बैठी है: अखिलेश","उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेताओं और पदाधिकारियों के घर ताबड़तोड़ छापेमारी के मामले पर रविवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि मेरे ओसडी रहे जैनेंद्र यादव उर्फ नीटू के घर पहुंची टीम ने सोफे फाड़ दिए, टाइल्स तोड़ दी, 24 घंटों के बाद अभी भी पुलिस उनके घर पर बैठी है. उन्होंने कहा कि मैंने कई मौकों पर कहा है कि जैसे-जैसे बीजेपी को हार सताएगी, यूपी में उनके नेताओं को संख्या और दिल्ली से आने वालों की संख्या बढ़ जाएगी. इसमें भी कोई शक नहीं कि जहां-जहां भाजपा नेता जाएंगे, वहां उनकी सहायता के लिए आयकर विभाग, ईडी और सीबीआई की टीम भी आएगी. अभी तक ये सरकारी संस्थाएं उनके लिए थी जिनकी सरकार है, अब इनका इसलिए इस्तेमाल हो रहा की सपा की सरकार ना बन जाए. जहां-जहां बीजेपी चुनाव हारने लगती है, वह इन संस्थाओं का इस्तेमाल करती है. हमारा पुराना अनुभव है, भाजपा भी कांग्रेस के रास्ते पर जा रही है कि कैसे सरकारी संस्थाओं की मदद से दूसरी पार्टियों को डराया जाए.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/news/video/kolkata-civic-body-polls-witnessed-tmc-cmp-clash-after-bombs-allegedly-hurled-at-polling-booth-bengal-news-1376438-2021-12-19,"कोलकाता नगर निगम चुनाव में TMC-CMP में भिड़ंत, बूथ के पास बम फेंके जाने के आरोप","कोलकाता नगर निगम चुनाव के लिए रविवार को वोट डाले जा रहे हैं. नगर निगम कोलकाता के खन्ना हाई स्कूल के सामने सुबह करीब 10 बजे दो बम फेंके गए. उधर, तृणमूल कांग्रेस और सीपीएम ने एक-दूसरे पर बम फेंकने का आरोप लगाया है. वहीं सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है. साथ ही स्थानीय लोगों से जानकारी जुटा रही है. बता दें कि कोलकाता नगर निगम चुनाव के लिए कुल 1,776 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जहां वोटिंग जारी है. बता दें कि सुबह से ही मतदाताओं ने यहां पहुंचकर वोट डालना शुरू कर दिया. वोटिंग के लिए हर मतदान केंद्रों पर कोरोना नियमों का पालन किया जा रहा है. साथ ही सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं. वोटों की गिनती 21 दिसंबर को की जाएगी. देखिए ये वीडियो.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/delhi/story/vhp-tribals-conversion-reservation-hindus-bangladesh-pakistan-ntc-1376410-2021-12-19,धर्म परिवर्तन करने वाले आदिवासियों को न मिले आरक्षण का लाभ: VHP,"विश्व हिंदू परिषद (VHP) के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा है कि आदिवासी दूसरे धर्म को अपना लेते हैं, उन्हें संविधान के तहत मिलने वाले आरक्षण और अन्य सुविधाओं का लाभ नहीं मिलना चाहिए.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/elections/up-assembly-elections/story/sp-leader-rajiv-rai-income-tax-raid-17-thousand-found-15-hours-of-raid-ntc-1376359-2021-12-19,"'15 घंटे में मिले 17 हजार रुपये', सपा नेताओं के घर चली IT की मैराथन रेड",उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव अब बेहद नजदीक हैं. ऐसे में समाजवादी पार्टी शनिवार को अखिलेश यादव के करीबी माने जाने वाले नेताओं के घर हुई छापेमारी को चुनाव के तहत की गई कार्रवाई से जोड़कर देख रही है. बता दें कि इनकम टैक्स विभाग ने सपा के राष्ट्रीय सचिव और प्रवक्ता राजीव राय के घर 15 घंटे तक छानबीन की. राजीव राय ने दावा किया उनके घर से टीम को महज 17 हजार रुपये ही मिले.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/video/sp-mp-up-shafiqur-rahman-barq-against-raising-marriage-age-for-girls-rdsv-1376178-2021-12-18,"लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाने के खिलाफ क्यों हैं ये सपा सांसद, जानें",लड़कियों की शादी की उम्र 18 से 21 करने का सरकारी फैसला आ चुका है लेकिन समाजवादी पार्टी के सांसद इसके बिलकुल खिलाफ हैं. सपा सांसद शफीकुर्र रहमान बर्क ने आजतक की संवाददाता से बात करते हुए कहा कि माहौल खराब है और शादी से वो इस माहौल से बच जाएंगी. उन्होंने ये भी कहा कि शादी में देरी में ये डर रहेगा कि कहीं बेटियों के साथ गलत हरकत ना हो जाए. सपा सांसद ने कहा कि लड़कियों की शादी के लिए 18 की उम्र बहुत है और पढाई तो शादी के बाद भी जारी रह सकता है. उन्होंने कहा कि शादी कर देनी चाहिए ताकि उनके साथ कोई गलत हरकत न हो जाये. देखें सुप्रिया भरद्वाज की ये रिपोर्ट.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/video/who-s-fulfilling-lohia-s-dream-in-up-debate-between-sp-bjp-spokesperson-1376183-2021-12-18,सुधांशु त्र‍िवेदी Vs पूर्वी वर्मा: लोह‍िया के सपने को SP-BJP में से कौन कर रहा पूरा?,"उत्तर प्रदेश के चुनाव से ऐन पहले चाचा-भतीजा की दूरियां मिट गई हैं. अखिलेश यादव ने जब से शिवपाल की पार्टी के साथ गठबंधन का ऐलान किया है, अचानक से उत्तर प्रदेश की राजनीति और दिलचस्प हो गई है. शिवपाल तो 2017 के चुनाव में ही अखिलेश से लगभग अलग हो गए थे लेकिन 2019 के चुनाव से पहले अपनी अलग पार्टी बनाकर उन्होंने समाजवादी पार्टी के लिए मुसीबत खड़ी की है लेकिन अब दोनों बीजेपी को हराने के नाम पर साथ-साथ हैं. इस पर बहस के दौरान लोह‍िया के सपने को लेकर सपा और बीजेपी के प्रवक्ता आपस में भिड़ गए. देखें",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/video/congress-social-media-head-tells-new-party-campaign-hindu-hoon-hindutvawadi-nahi-rdsv-1376172-2021-12-18,"जानें क्या है कांग्रेस का नया कैंपेन - हिंदू हूं, हिंदुत्ववादी नहीं...","हाल ही में जयपुर में महंगाई के खिलाफ की गई रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हिंदू को लेकर बीजेपी को घेरा था और एक नारा दिया था - हिंदू हूं, हिंदुत्ववादी नहीं. अब इसी पर कांग्रेस पार्टी ने एक सोशल मीडिया कैंपेन भी शुरू कर दिया है, जिसका नाम है - हिंदू हूं, हिंदुत्ववादी नहीं. कांग्रेस के सोशल मीडिया हेड राहुल गुप्ता ने अभियान की जानकारी दी और बताया कि कांग्रेस इसके तहत उन कामों को एक्सपोज करेगी जो भाजपा ने अपने हिंदुत्ववादी छवि के नाम पर किए हैं. राहुल ने कहा कि भाजपा हिंदुत्व के नाम पर जनता को भ्रमित कर रही है और वो उसे बेनकाब करेंगे. देखें सुप्रिया भरद्वाज की ये रिपोर्ट.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/video/congress-mla-kr-ramesh-controversial-commented-on-rape-in-karnataka-assembly-1376105-2021-12-18,"कांग्रेस विधायक के विधानसभा में बेशर्म बोल, ठहाके लगाते दिखे स्पीकर","कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस के विधायक के.आर रमेश ने एक बेहद बेशर्मी वाला बयान दिया है. कांग्रेस विधायक ने महिलाओं के साथ रेप को लेकर शर्मनाक टिप्पणी की है. कांग्रेस के विधायक ने विधानसभा में जो किया सो किया, उस बयान पर विधानसभा स्पीकर की हंसी पर भी सड़क से लेकर संसद तक हंगामा मचा है. कितना शर्मनाक है ये, भरी विधानसभा में कांग्रेस के विधायक खड़े होकर कह रहे हैं कि रेप ना रोक सको तो इसके मज़े लो और विधायक के बयान पर कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर, उनकी ज़ुबान रोकने की बजाय, उसपर हंस रहे हैं. भरी विधानसभा में कांग्रेस के विधायक देश की आधी आबादी की बेइज्ज़ती कर रहे हैं.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/elections/up-assembly-elections/story/congress-rahul-gandhi-amethi-hindus-who-fight-for-truth-those-who-spread-hatred-are-hindutvavadi-ntc-1376114-2021-12-18,"जो सच्चाई के लिए लड़े वो हिंदू, जो नफरत फैलाए वो हिंदुत्ववादी: राहुल","Rahul Gandhi in Amethi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा शनिवार को पदयात्रा के दौरान अमेठी पहुंचे. इस दौरान राहुल गांधी ने एक बार फिर से हिंदू और हिंदुत्व का मामला उछाला. राहुल गांधी बोले कि गांधीजी ने कहा था कि हिंदू का रास्ता सत्याग्रह है, जबकि हिंदुत्ववादी का रास्ता सत्ताग्रह हैं. जो अन्याय के खिलाफ लड़ता है वो हिंदू है और जो हिंसा फैलाता है वो हो हिन्दुत्ववादी है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/coronavirus/story/congress-mla-surrounded-his-own-government-said-figures-of-dead-from-corona-are-confusing-in-jharkhand-ntc-1376095-2021-12-18,"'भ्रमित करने वाले हैं कोरोना से मृतकों के आंकड़े', कांग्रेस MLA ने अपनी ही सरकार को घेरा",झारखंड में कोरोना से हुई मौतों के मुआवजे के तहत 50 हजार की मुआवजा राशि को लेकर विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन जमकर हंगामा हुआ. सदन में झारखंड के जामताड़ा से कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने सवाल खड़े किए.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/programmes/video/up-politics-intensifies-over-it-raids-at-sp-leaders-watch-political-battle-before-elections-1376059-2021-12-18,यूपी में आयकर छापों पर सुलगी सियासत! देखें चुनाव से पहले सियासी रण,"उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच समाजवादी पार्टी के नेताओं पर आयकर विभाग ने छापेमारी की है. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी कहे जाने वाले कुछ नेताओं के घर शनिवार सुबह छापेमारी की कार्रवाई की गई. लखनऊ के जैनेंद्र यादव, मैनपुरी के मनोज यादव और समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजीव राय के घर मऊ में शनिवार की सुबह इनकम टैक्स विभाग ने छापा मारा. बताया जा रहा है कि आयकर अधिकारी पूरे काफिला लेकर रेड करने पहुंचे हैं. बता दें कि जैनेन्द्र यादव उर्फ नीटू अखिलेश यादव के ओएसडी हैं. इनकम टैक्स विभाग की टीम घर के चप्पे-चप्पे को खंगाल रही है. जहां-जहां विभाग की टीम कार्रवाई कर रही हैं, उन घरों को सुरक्षाबलों ने घेर लिया है. लिहाजा किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है. देखें इस एपिसोड में चुनाव से पहले सियासी रण.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/video/sp-chief-akhilesh-yadav-lakhimpur-kheri-incident-compared-to-jallianwala-bagh-massacre-1375993-2021-12-18,"BJP पर साधा निशाना, देखें लखीमपुर कांड पर क्या बोले अखिलेश","आज प्रेस कांफ्रेंस करके सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी को जमकर घेरा. अखिलेश ने लखीमपुर खीरी मामले पर एक बार फिर सीएम योगी, पीएम मोदी और बीजेपी को निशाने पर लिया. अखिलेश ने प्रेस वार्ता में लखीमपुर कांड की तुलना जलियांवाला बाग मामले से की और कहा कि जलियांवाला बाग में सामने से गोलियां चलीं थीं लेकिन बीजेपी ने किसानों पर पीछे से जीप चढ़ाई. सपा नेता ने कहा कि बीजेपी ने जनता को लगातार परेशानियां दी हैं और उनके फैसलों से जनता के ऊपर संकट आया है. यूपी के पूर्व सीएम ने कहा कि बीजेपी ने दिक्कत, किल्लत और जिल्लत के अलावा और कुछ नहीं दिया है. देखें और क्या बोले अखिलेश यादव.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/news/video/women-mps-reaction-over-shameful-words-of-congress-mla-kr-ramesh-1375679-2021-12-17,"कांग्रेस MLA के 'शर्मनाक बोल', इन मह‍िला सांसदों ने जताया ऐतराज",कर्नाटक के कांग्रेसी विधायक रमेश कुमार की जुबान रेप और महिलाओं को लेकर बेलगाम हो गई. जुबान से बोल निकले तो बैंगलुरु से दिल्ली तक कांग्रेस के लिए चेहरा छिपाने की नौबत आ गई. संसद में स्मृति इरानी ने सम्मान का पाठ पढाया तो बीजेपी ने प्रेस कांफ्रेंस करके काग्रेस से विधायक को बाहर का रास्ता दिखाने की मांग की. कांग्रेस विधायक ने ये शर्मनाक टिप्पणी लोकतंत्र के उस मंदिर यानी विधानसभा में की जिस पर हर नागरिक की गरिमा सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी है. देखें वीडियो,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/priyanka-gandhi-condemn-the-statement-of-congress-karnataka-mla-k-r-ramesh-kumar-ntc-1375774-2021-12-17,"रेप वाले बयान पर प्रियंका ने अपने MLA को फटकारा, बोलीं- ये अक्षम्य है","कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कर्नाटक विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक केआर रमेश कुमार के महिलाओं को लेकर दिए बयान की आलोचना की. प्रियंका ने कहा, ये समझ से बाहर है कि कोई ऐसे शब्द कैसे बोल सकता है. ये अक्षम्य है. रेप एक जघन्य अपराध है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/video/akhilesh-yadav-came-to-the-rescue-of-mla-shafiqur-rahman-burke-on-marriage-age-of-women-1375681-2021-12-17,"'बुजुर्ग हैं, मीडिया वाले कुरेदते हैं', शफीकुर्रहमान के बचाव में आए अखिलेश",समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के बचाव में पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव खुद उतर गए हैं. अखिलेश यादव ने अपने सांसद को बुजुर्ग बताया और ठीकरा मीडिया पर फोड़ दिया. उन्होंने कहा कि बुजुर्ग शख्स को मीडिया वाले कुरेदते हैं. अखिलेश यादव ने सफाई दी कि समाजवादी पार्टी हमेशा महिला के हित की बात करती है. बता दें कि लड़कियों की शादी की उम्र 18 से 21 करने के सरकारी फैसले पर समाजवादी सांसद शफीकुर्र रहमान बर्क ने आपत्तिजनक बयान दिया था. देखें और क्या बोले अखिलेश यादव.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/elections/punjab-assembly-elections/story/captain-amrinder-meeting-with-bjp-gajendra-singh-shekhawat-iscussion-over-seats-in-punjab-election-ntc-1375629-2021-12-17,"पंजाब में BJP को मिला 'कैप्टन', अमरिंदर बोले- मिलकर जीतेंगे",पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज होने लगी हैं. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब लोक कांग्रेस के कर्ताधर्ता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री व पंजाब में बीजेपी के चुनाव प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात की है और दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन पर मुहर लगा दी है.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/politicians-statements-about-rape-embarrass-mulayam-singh-sharad-yadav-azam-khan-kr-ramesh-ntc-1375575-2021-12-17,"विधानसभा से जनसभा तक... रेप पर नेताओं के बयान, जो करते हैं शर्मसार","रेप (RAPE) को लेकर राजनेताओं के बयान कई बार शर्मसार कर देते हैं. ताजा मामला कर्नाटक से सामने आया है. यहां विधानसभा में गुरुवार को कांग्रेस विधायक केआर रमेश कुमार ने कहा था कि 'जब बलात्कार को रोका नहीं जा सकता, तो लेटिए और मजे लीजिए.' हैरानी वाली बात ये थी कि कांग्रेस विधायक की इस टिप्पणी पर विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी आपत्ति जताने के बजाय इस पर ठहाके लगाकर हंसने लगे. हालांकि, बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी पर विधायक ने माफी मांग ली है. वैसे सियासी गलियारे से महिलाओं और रेप पर अशोभनीय टिप्पणी के कई मामले आ चुके हैं. आइए जानते है कुछ नेताओं के ऐसे बयान...",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/ahead-up-polls-congress-launches-its-new-hindu-vs-hindutva-campaign-ntc-1375552-2021-12-17,"'हिंदू हूं, हिंदुत्वादी नहीं'... कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ सोशल मीडिया पर लॉन्च किया अभियान","5 राज्यों में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने भाजपा पर हमले तेज कर दिए हैं. अब पार्टी ने भाजपा को 'हिंदुत्व' के मुद्दे पर घेरने का मन बना लिया है. हाल ही में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जयपुर की रैली से हिंदू और हिंदुत्व के मुद्दे पर भाजपा पर निशाना साधा था. अब कांग्रेस ने भाजपा सरकार को घेरने के लिए सोशल मीडिया पर 'हिंदू हूं, हिंदुत्वादी नहीं', अभियान शुरू किया है.",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/entertainment/kanhaiya-kumar-got-furious-when-journalist-asked-question-on-left-congress-started-asking-are-you-an-agent-of-bjp/1967605/,"लेफ्ट-कांग्रेस पर किया सवाल तो भड़क गए कन्हैया कुमार, पत्रकार से पूछने लगे- BJP के एजेंट हैं क्या? मंगवाई माफी","लेफ्ट-कांग्रेस पर किया सवाल तो भड़क गए कन्हैया कुमार, पत्रकार से पूछने लगे- BJP के एजेंट हैं क्या? मंगवाई माफी कन्हैया पत्रकार से माफी की मांग पर अड़ जाते हैं और कहते हैं कि आपको माफी मांगनी पड़ेगी। मैं जब गलत बोलता हूं तो माफी मांगता हूं। Written By जनसत्ता ऑनलाइन नई दिल्ली Updated: December 21, 2021 12:34:51 pm कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा, जिसमें उनकी एक पत्रकार से तीखी बहस होती दिख रही है। वीडियो में कन्हैया पत्रकारों से घिरे दिखाई दे रहे हैं। इसी दौरान उनसे लेफ्ट और कांग्रेस को लेकर एक सवाल किया जाता है, जिसपर वह खफा हो जाते हैं और पत्रकार को बीजेपी का एजेंट कहने लगते हैं। कन्हैया कुमार पत्रकार को टोकते हुए कहते हैं कि आपने कैसे कह दिया कि कांग्रेस राइट है? इस पर पत्रकार जवाब देते हुए कहते हैं कि विचारधारा की बात होती है तो लोग कहते हैं कि जो लेफ्ट के लोग होते हैं उनकी अलग सोच होती है…नास्तिक सोच के होते हैं…देश के प्रति सोच कम रहती है। इसपर कन्हैया कहते हैं कि देश के प्रति सोच कम होती है? पत्रकार आगे पूछते हैं, आपके ऊपर इल्जाम भी लगता है…। इस पर कन्हैया कहते हैं कि इल्जाम तो कुछ भी लग सकता है। आपको गधा बोल दूं तो गधा मान लेंगे…सब लोग इन्हें गधा कहिए…अब आप गधा हो जाएंगे? कन्हैया तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहते हैं कि आपने कैसे कह दिया कि लेफ्ट के लोग देश के नहीं हैं? इसपर पत्रकार अपनी सफाई पेश करते हुए कहते हैं कि मैंने देश की बात नहीं की। मैंने कहा कि लोग ऐसा कहते हैं। इस पर कन्हैया कहते हैं कि भगत सिंह पर आप इल्जाम लगाएंगे? भगत सिंह ने कौन सी किताब लिखी है… भगत सिंह की किताब का नाम पता है आपको? इसपर पत्रकार कहते हैं कि मैं भगत सिंह पर सवाल नहीं कर रहा हूं, मैं आपसे सवाल कर रहा हूं… जेएनयू के मामले में भी आप पर आरोप लगे थे। कन्हैया कुमार कहते हैं कि आप अभी तक जेएनयू में ही अटके हैं। जेएनयू मैंने 2018 में छोड़ दिया। आप मुझे पहले यह बताइए कि आपने कहा कि लिफ्ट के लोग नास्तिक हैं तो भगत सिंह की किताब का क्या नाम होगा? इस पर पत्रकार कहते हैं कि मैंने ऐसा नहीं कहा। मैंने कहा कि लोग ऐसा कहते हैं तो…। कन्हैया कहते हैं कि आखिर कौन लोग हैं? कांग्रेस नेता पत्रकार से कहते हैं, क्या भाजपा का पैसा लेकर आए हैं आप? भाजपा के एजेंट है क्या? एक बात आपको बता देते हैं कि हम कुर्ता पायजामा पहनकर नेता नहीं हुए हैं। हम समाज के बहुत साधारण परिवार से आते हैं। जो आपका जीवन है उसे सब अच्छी तरह से जानते हैं, इसलिए हवा में उड़ता सवाल मत पूछिए। बात बढ़ने पर वहां मौजूद दूसरे पत्रकार कन्हैया से आगे बढ़ने को कहते हैं लेकिन कन्हैया अड़े रहते हैं। इस पर पत्रकार कहते हैं कि मैं अपना सवाल वापस लेता हूं तो कन्हैया कहते हैं कि आप माफी मांगिये। आपको माफी मांगनी पड़ेगी। मैं जब गलत बोलता हूं तो माफी मांगता हूं। इस पर पत्रकार कहते हैं कि ठीक है मैं माफी मांगता हूं।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/khel/up-elections-2022-angle-is-searched-in-recent-post-of-mohammad-kaif-on-instagram-from-his-old-house-in-prayagraj-written-allahabad-in-photo-post/1966992/,"मोहम्मद कैफ ने तस्वीरें शेयर कर प्रयागराज को बताया इलाहाबाद, लोगों ने पूछा- क्या चुनाव की तैयारी शुरू कर दी","मोहम्मद कैफ ने तस्वीरें शेयर कर प्रयागराज को बताया इलाहाबाद, लोगों ने पूछा- क्या चुनाव की तैयारी शुरू कर दी भारत के पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने 2014 में इलाहाबाद की फूलपुर सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। मोदी लहर में उन्हें इन चुनावों में हार भी झेलनी पड़ी थी। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By प्रियम-सिन्हा नई दिल्ली December 20, 2021 10:07:48 pm मोहम्मद कैफ प्रयागराज स्थित अपने पुराने घर और मोहल्ले की गलियों में पहुंचे (सोर्स- Instagram @mohammadkaif87) भारत के पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ इन दिनों अपनी गृहनगरी प्रयागराज पहुंचे हुए हैं। इसी को लेकर उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट पर अपने पुश्तैनी घर और गलियों की तस्वीरें शेयर की हैं। लेकिन उन्होंने अपने पोस्ट में एक गलती कर दी है। उन्हें प्रयागराज को उसके पुराने नाम इलाहाबाद से संबोधित किया है। जिसके बाद लोगों ने कमेंट में उन्हें करेक्ट करना शुरू कर दिया। इसके अलावा उनके इस पोस्ट पर लोगों ने आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों का भी एंगल निकालना शुरू कर दिया। कुछ यूजर्स ने कमेंट करते हुए लिखा कि, मुझे लगा आप चुनाव की तैयारी में लग गए हैं। ज्यादातर लोगों ने उनके इस पोस्ट पर करेक्ट भी किया है कि इलाहाबाद की जगह प्रयागराज लिखें। भारत के पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा कमेंटेटर मोहम्मद कैफ ने अपने इस इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा कि,’वही गलियां, वही लोग, वही प्यार। इलाहाबाद के काइडगंज स्थित अपने पुश्तैनी घर की कुछ यादें। इसी मोहल्ले ने मुझे क्रिकेट, जिंदगी और रिश्तों के मायने सिखाए हैं।’ वहीं पांच दिन पहले मोहम्मद कैफ ने अपने पिता के साथ संगम के घाट की फोटो शेयर की थी। इन दिनों कैफ अपनी गृहनगरी में समय व्यतीत कर रहे हैं। इस पोस्ट पर उन्होंने लिखा था कि,’घाट-घाट का पानी पिया है लेकिन संगम के घाट जैसी बात कहीं नहीं है।’ मोदी लहर में कैफ को मिली हार गौरतलब है कि मोहम्मद कैफ ने 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर फूलपुर से चुनाव लड़ा था। इस सीट से पंडि‍त जवाहरलाल नेहरू भी कई बार सांसद रहे चुके थे। राहुल गांधी के काफी मनाने पर कैफ ने इस सीट से चुनाव लड़ने की हामी भर ली थी। लेकिन उन्हें मोदी लहर में हार का ही सामना करना पड़ा। इसके बाद वे राजनिति से दूर भी हो गए थे। एक बार फिर चुनावी मौसम है और मोहम्मद कैफ फिर से अपनी गृहनगरी में नजर आ रहे हैं। इसी को लेकर एक बार फिर अटकलें तेज हो गई हैं कि क्या वे फिर से चुनाव की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन अभी ये देखने वाली बात होगी कि अगर कैफ फिर से चुनावी मैदान में उतरते हैं तो इस बार किस पार्टी के टिकट पर वे चुनाव लड़ेंगे।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/political-strategist-prashant-kishor-says-oppositions-unity-not-enough-to-fight-against-bjp/1962937/,प्रशांत किशोर बोले- केवल विपक्ष का एकजुट होना भाजपा को हराने के लिए पर्याप्त नहीं,"प्रशांत किशोर बोले- केवल विपक्ष का एकजुट होना भाजपा को हराने के लिए पर्याप्त नहीं प्रशांत किशोर ने उदाहरण देते हुए कहा, ”हमने उत्तर प्रदेश चुनाव में देखा कि समाजवादी-बसपा और अन्य दल साथ मिलकर लड़े लेकिन भाजपा के खिलाफ उन्हें हार का सामना करना पड़ा।” Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By कमल तिवारी नई दिल्ली December 17, 2021 1:42:56 pm चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का मानना है कि भाजपा को हराने के लिए केवल विपक्षी दलों की एकजुटता ही काफी नहीं है। प्रशांत किशोर की यह प्रतिक्रिया तब आई जब एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू के दौरान उनसे पूछा गया कि ममता बनर्जी भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने का आह्वान कर रही हैं, ये कोशिश कितनी कारगर होगी? इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा, ”विपक्ष का एकजुट होना ही भाजपा को हराने के लिए पर्याप्त नहीं है। अगर विपक्षी दल एकसाथ आते हैं तो भाजपा के खिलाफ एक मजबूत गठबंधन बनता दिखाई दे सकता है, लेकिन उनका भाजपा के खिलाफ चुनाव जीतना अलग बात है। हमने पिछले चुनावों में देखा है कि भाजपा ने गठबंधन को हराया है।” प्रशांत किशोर ने उदाहरण देते हुए कहा, ”हमने उत्तर प्रदेश चुनाव में देखा कि समाजवादी-बसपा और अन्य दल साथ मिलकर लड़े लेकिन भाजपा के खिलाफ उन्हें हार का सामना करना पड़ा। असम में महागठबंधन को भाजपा के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। जो कुछ भी हुआ है, उससे सबक लेना होगा। केवल भाजपा के खिलाफ अन्य दलों का साथ आ जाना ही उनके खिलाफ जीत का मूलमंत्र नहीं हो सकता है।” भाजपा के खिलाफ विपक्ष के साथ आने और उनकी जीत की संभावनाओं को लेकर पूछे गए सवाल पर प्रशांत किशोर का कहना था, ”इसके लिए आपके पास एक चेहरा होना चाहिए, नरैटिव होना चाहिए और इसके बाद अन्य समीकरण हैं।” हालांकि, जब पूछा गया कि भाजपा को चुनौती देने के लिए विपक्षी खेमे में कौन सा चेहरा हो सकता है? प्रशांत किशोर ने इसके जवाब में किसी का नाम लेने से इनकार कर दिया। प्रशांत किशोर ने कहा, ”भाजपा के खिलाफ केवल विपक्षी दलों के साथ आ जाने भर से लोग उनके लिए वोट नहीं करेंगे, ऐसा मेरा मानना है। कुछ जगहों पर विपक्षी दलों का गठबंधन भाजपा के खिलाफ जीतने की स्थिति में हो सकता है लेकिन अधिकांश जगहों पर इस समीकरण के साथ जीत मिलने की गारंटी नहीं है।” प्रशांत किशोर ने एक बार फिर असम चुनाव का उदाहरण दिया और कहा कि तब भाजपा के खिलाफ महागठबंधन साथ आया लेकिन चुनाव में भाजपा को जीत मिली और वो महागठबंधन भी बाद में बिखर गया।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/elections/up-assembly-elections-2022/bjp-attacks-akhilesh-yadav-after-sp-chief-announces-alliance-with-shivpal-singh-yadav/1962342/,चाचा से माफी मंगवाई या खुद को कंस मान ल‍िया- शिवपाल से गठबंधन के बाद अखिलेश पर बीजेपी का वार,"चाचा से माफी मंगवाई या खुद को कंस मान ल‍िया- शिवपाल से गठबंधन के बाद अखिलेश पर बीजेपी का वार अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव से मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन की पुष्टि की। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By कमल तिवारी नई दिल्ली Updated: December 16, 2021 7:43:39 pm लंबे समय से रिश्तों में आई दरारों के बाद आखिरकार, सपा प्रमुख अखिलेश यादव और प्रसपा (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के बीच सुलह हो गई। गुरुवार को अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव से मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन की पुष्टि की। वहीं, इन दोनों नेताओं के साथ आने पर भारतीय जनता पार्टी ने अखिलेश यादव पर हमला बोला है। टाइम्स नाउ नवभारत के डिबेट शो के दौरान शिवपाल यादव और अखिलेश यादव की पार्टी के बीच गठबंधन के मुद्दे पर तीखी बहस देखने को मिली। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने यादव परिवार के बीच हुए झगड़े का जिक्र किया और कहा, ”क्या अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव द्वारा उन्हें (अखिलेश यादव) 2018 में कंस कहने के लिए माफी मंगवाई या फिर अखिलेश यादव ने मान लिया कि उनके चाचा ने जिस शब्दावली का इस्तेमाल किया था, वह सही था।” भाजपा नेता ने कहा, ”परिवार के बाहर क्या कभी इन्होंने किसी को मुख्यमंत्री बनने दिया है? क्या किसी को परिवार के बाहर कभी अध्यक्ष बनने दिया है? इस दौरान सपा नेता आईपी सिंह ने भी भाजपा पर जाति-धर्म की राजनीति करने का आरोप लगाया। आईपी सिंह से जब एंकर ने पूछा कि यूपी चुनाव 2017 में चाचा-भतीजे में जो मनभेद सामने आए थे, वह 2022 के चुनाव से पहले दूर कैसे हुआ? दोनों दलों के बीच क्या फॉर्मूला तय हुआ है? इस सवाल के जवाब में आईपी सिंह ने कहा, ”5 सालों में चीजें बहुत बदल जाती हैं, परिस्थितियां बदलती रहती हैं।” हालांकि, आईपी सिंह ने एंकर के इस सवाल का जवाब नहीं दिया कि दोनों दलों के बीच गठबंधन होगा या शिवपाल सिंह यादव की पार्टी का विलय होगा।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/was-almost-decided-on-joining-congress-but-differed-on-some-issue-says-prashant-kishor/1961695/,"कांग्रेस जॉइन करने का मन बना लिया था, बोले प्रशांत किशोर, बताया कहां बिगड़ गई बात","कांग्रेस जॉइन करने का मन बना लिया था, बोले प्रशांत किशोर, बताया कहां बिगड़ गई बात प्रशांत किशोर ने कहा, ”दो साल की बातचीत के बाद लगभग सारी बातों पर सहमति बन गई थी, उन्होंने (कांग्रेस) अपने पार्टी के बीच भी इसको लेकर काफी चर्चा की थी।” Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By कमल तिवारी नई दिल्ली Updated: December 16, 2021 2:58:26 pm चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (एक्सप्रेस फोटो) चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया कि आखिरी वक्त में उन्होंने कांग्रेस में शामिल न होने का फैसला क्यों किया। प्रशांत किशोर ने बताया कि वो कांग्रेस में जाने का मन बना चुके थे और पार्टी में भी इसको लेकर काफी चर्चा हुई थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उनके बीच कुछ मुद्दों पर सहमति नहीं बन पा रही थी, इसलिए उन्होंने कांग्रेस में जाने के विचार को टाल दिया। टाइम्स नाउ नवभारत की एडिटर इन चीफ नाविका कुमार के साथ बातचीत में प्रशांत किशोर ने कांग्रेस में जाने को लेकर चलीं खबरों और उसके बाद उनके पार्टी में शामिल न होने के पीछे कारणों के बारे में पूछा गया तो, उन्होंने कहा, ”दो साल की बातचीत के बाद लगभग सारी बातों पर सहमति बन गई थी, उन्होंने (कांग्रेस) अपने पार्टी के बीच भी इसको लेकर काफी चर्चा की थी। लेकिन दो-तीन मुद्दे ऐसे हो गए जिनके कारण हम लोगों की सहमति उस वक्त नहीं बन पाई। तब यह तय किया गया कि अभी इसको छोड़ देते हैं, बाद में देखा जाएगा।” कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ होने की खबरों पर प्रशांत किशोर ने स्पष्ट कहा, ”मैं उनके साथ कभी नहीं था, जब मैं बंगाल का चुनाव देख रहा था, उस वक्त मुझे एडवाइजर नियुक्त कर दिया गया। न मैं कभी पंजाब गया और न ही मैंने वह कार्यभार संभाला। मेरी एक-दो मीटिंग हुई थी, तब मैंने कहा था कि मुझे नहीं लगता है कि आपकी राह आसान होने वाली है। तब कैप्टन ने कहा था कि सामने तो विपक्ष है ही नहीं। फिर मैंने उनको बताया था कि विपक्ष आपके अंदर (पार्टी में) ही है। ”",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/khel/harbhajan-singh-navjot-singh-sidhu-seen-in-single-photo-punjab-congress-chief-gives-caption-of-possibilities-speculations-raised-for-joining-congress/1960809/,हरभजन स‍िंंह के साथ फोटो शेयर कर नवजोत स‍िंंह स‍िद्धू ने ल‍िखा- संभावनाओं से भरी तस्‍वीर,"हरभजन स‍िंंह के साथ फोटो शेयर कर नवजोत स‍िंंह स‍िद्धू ने ल‍िखा- संभावनाओं से भरी तस्‍वीर हरभजन सिंह की राजनीति में आने की अटकलों को नवजोत सिंह सिद्धू की एक तस्वीर ने और हवा दे दी है। क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू ने भारतीय स्पिनर के तस्वीर शेयर कर ऐसा कैप्शन दिया है कि लोग अलग-अलग मतलब निकालने लगे हैं। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By प्रियम-सिन्हा नई दिल्ली Updated: December 15, 2021 8:03:50 pm नवजोत सिंह सिद्धू ने हरभजन सिंह के साथ शेयर की तस्वीर (सोर्स- ट्विटर @sherryontopp) पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह की राजनीति में एंट्री के अटकलों के बीच नवजोत सिंह सिद्धू ने हरभजन के साथ एक फोटो ट्वीट करके हलचल मची दी है। कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने ट्विटर हैंडल पर हरभजन के साथ एक फोटो पोस्ट करते हुए इसे संभावनाओं से भरी हुई तस्वीर बताया है। आपको बता दें पंजाब में आगामी फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव होने हैं। उससे पहले सियासी उठा-पटक शुरू हो चुकी है। इसी कड़ी में भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह की भी राजनीति में आने की अटकलें तेज हैं। जब बुधवार को कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने उनके साथ सोशल मीडिया तस्वीर शेयर करते संभावनाओं भरा कैप्शन दिया है तो इन अटकलों को और हवा मिल गई। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर भज्जी के साथ तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि,’यह संभावनाओं से भरी तस्वीर है। भज्जी द शाइनिंग स्टार के साथ।’ इस तस्वीर के आते ही एक बार फिर से हरभजन सिंह की राजनीति में एंट्री को लेकर चर्चाएं तेज हो गईं। वहीं अभी कुछ दिनों पहले ही हरभजन सिंह ने बीजेपी में शामिल होने की खबरों को फेक भी बताया था। सिद्धू के इस पोस्ट पर लोग भी जमकर कमेंट कर रहे हैं। कई लोग हरभजन सिंह के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर कमेंट कर रहे हैं। वहीं कई लोग युवराज सिंह के भी कांग्रेस में शामिल होने की बात कहे रहे हैं। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस जालंधर सीट से हरभजन सिंह को आगामी विधानसभा चुनावों में अपना उम्मीदवार बनाना चाह रही है। इसको लेकर भी कुछ यूजर्स ने कमेंट किए हैं। बीजेपी ज्वाइन करने की खबरों को किया था खारिज गौरतलब है कि हाल ही में एक ट्वीट में हरभजन सिंह को टैग करते हुए सूत्रों के हवाले से लिखा गया था कि, ‘2022 के पंजाब चुनाव से पहले पंजाब बीजेपी हरभजन सिंह और युवराज सिंह पर नजर बनाए है और दोनों जल्द बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।’ हालांकि हरभजन सिंह ने इसे रिट्वीट करते हुए खारिज कर दिया था। वहीं अगर खेल की दुनिया की बात करें तो पिछले हफ्ते कुछ खबरें सामने आईं थीं कि हरभजन जल्द ही इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट की घोषणा कर सकते हैं। लेकिन अभी तक उनकी तरफ से इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। हरभजन सिंह 2016 में आखिरी बार भारत के लिए टी20 मैच खेले थे और 2015 में वनडे। आईपीएल के पिछले सीजन में भी उन्होंने केकेआर के लिए बस दो या तीन मुकाबले ही खेले थे। ऐसे में खबरें ये भी हैं कि हरभजन आईपीएल 2022 में किसी टीम के मैनेजमेंट का हिस्सा बन सकते हैं।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/politics/deep-rooted-roots-of-inequality/1959512/,विषमता की गहरे जाती जड़ें,"विषमता की गहरे जाती जड़ें अमेरिकी राष्ट्रपति के भाषण का पूरी दुनिया के बौद्धिक जगत में कई प्रकार से विश्लेषण हो रहा है। Written By जनसत्ता Updated: December 14, 2021 10:15:31 pm रघु ठाकुर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपनी सरकार के लक्ष्य तय करते हुए नवंबर में बाल्टीमोर में अपनी सरकार के विकास के लिए तीन लक्ष्य रखे हैं- वस्तुओं के दाम कम करना, यह सुनिश्चित करना कि आवश्यक वस्तुएं बाजार में प्रचुरता से उपलब्ध हों और अमेरिकी नागरिकों के रोजगार वापस दिलाना। अमेरिकी राष्ट्रपति के इस भाषण का पूरी दुनिया के बौद्धिक जगत में कई प्रकार से विश्लेषण हो रहा है। कुछ लोग उन्हें उनके समाजवाद के प्रति झुकाव के रूप में देख रहे हैं, तो वामपंथी बौद्धिक इसे पूंजीवाद की आम आदमी की तरफ केंद्रित होने की लाचारी के रूप में विश्लेषण कर रहे हैं। मगर गांधीवादी समाजवाद की दृष्टि से बाइडेन के भाषण को न समाजवाद की तरफ झुकाव माना जा सकता है और न ही पूंजीवाद की लाचारी, बल्कि इसे पूंजीवाद की अपनी सुरक्षा की रणनीति माना जा सकता है। यह स्थापित सत्य है कि पूंजीवाद गरीबों और कमजोरों की लाश पर पनपता है, पर उनके जीवन को लाश बनने तक की यात्रा के लिए तथा उन्हें जिंदा रहने के लिए वस्तुओं के दाम कम रखना यानी उन्हें राज्य पोषित अनुदान के सहयोग से कम दरों पर उपलब्ध कराना या उनकी जरूरतों का एक हिस्सा उन्हें निशुल्क देना जरूरी होता है। यह गरीब तबके को जिंदा रखने और साथ ही सरकारों को खुद को भी जिंदा रखने का प्रयास होता है। मध्यवर्ग को भी खुश और प्रलोभित करने के लिए बाजार की महंगाई कम करना, प्रचुरता से आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराना जरूरी होता है। यहां तक कि जो बाइडेन ने अमेरिकी नौजवानों को रोजगार देने की जो नीति तय की है, वह अब अमेरिका की जरूरत बन गई है। अमेरिकी नौजवानों को रोजगार के लिए अब अमेरिका वैश्विकरण से वापस लौटता तथा अमेरिकावाद की ओर बढ़ता नजर आ रहा है। यह भारत के लिए गंभीर चिंता का विषय है, क्योंकि भारत के कई लाख नौजवान अमेरिका में बड़े पदों और बड़ी-बड़ी तनख्वाहों पर काम कर रहे हैं, यह नीति उनके लिए कभी भी खतरे की घंटी बन सकती है। 7 दिसंबर, 2021 को दुनिया के सौ अर्थशास्त्रियों ने ‘विश्व असमानता’ रिपोर्ट जारी की है। पिछले कुछ वर्षों से आक्सफोर्ड और कैंब्रिज विश्वविद्यालय की ओर से ऐसी रिपोर्टों का नियमित वार्षिक प्रकाशन होता था, जो दुनिया में बढ़ती हुई विषमता के तथ्य दुनिया के सामने रखती थीं। पर अब इन अर्थशास्त्रियों को यह रपट अलग से क्यों जारी करनी पड़ी, इसकी भी पड़ताल होनी चाहिए। क्या इनके ऊपर कोई वैधानिक, इतर वैधानिक या आर्थिक अभाव कारण है या कोई और कारण है? बहरहाल, सौ अर्थशास्त्रियों की रपट में भारत के संबंध में जो आंकड़े दिए गए हैं और जिनका कोई खंडन भारत सरकार ने अभी तक नहीं किया है, वे चौंकाने वाले हैं। इसके अनुसार भारत की पचास फीसद आबादी यानी पैंसठ करोड़ लोगों की कमाई इस वर्ष तेरह फीसद कम हुई है। पिछले वर्ष यह बंदी के दौर में लगभग तीस फीसद कम हुई थी। देश की आधी आबादी के पास संपत्ति के नाम पर लगभग कुछ नहीं जैसा है। देश के सबसे नीचे की पचास फीसद आबादी के पास औसतन 66,230 रुपए प्रति व्यक्ति संपत्ति है, जो देश की कुल संपत्ति का मात्र छह फीसद है। पर संपत्ति का आज क्या अर्थ है? इतनी रकम से तो एक कमरा भी नहीं बन सकता। हम सब जानते हैं कि, औसत का आंकड़ा दिखने में कुछ और होता है पर वास्तव में कुछ और होता है जैसे हाथी के दांत दिखाने के और, खाने के और होते हैं। जब गरीब की संपत्ति का औसत निकाला जाता है, तब उसमें अमीरों की संपत्ति भी शामिल होती है, जिनके पास लाखों करोड़ की संपत्तियां हैं और अमीरों की संपत्ति का औसत निकालते समय वे पचास फीसद गरीब भी शामिल होते हैं, जिनकी कहने को औसत संपत्ति छियासठ हजार के आसपास है, पर वास्तव में वह छह हजार रुपए की भी नहीं होती। यानी देश में संपूर्ण आबादी का मिलाजुला औसत निकालने से अमीर की संपत्ति कम और गरीब की संपत्ति ज्यादा आंकी जाती है। देश के मध्यवर्ग, जिसकी आबादी लगभग बीस करोड़ बताई जाती है, के पास औसतन सात लाख उनतीस हजार प्रति व्यक्ति की संपत्ति है, जो देश की कुल संपत्ति का मात्र साढ़े उनतीस फीसद है। यानी देश की कुल सौ करोड़ आबादी के पास देश की कुल संपत्ति का मात्र पैंतीस फीसद है और बकाया पैंसठ फीसद सब अमीरों के पास है। जो देश के शीर्ष संपत्तिवान हैं, उन तेरह करोड़ लोगों के पास औसतन तिरसठ लाख चौवन हजार रुपए प्रति व्यक्ति संपत्ति है, और देश के एक फीसद पूंजीपतियों के पास औसतन तीन करोड़ चौबीस लाख उनचास हजार रुपए की औसत प्रति व्यक्ति संपत्ति है, जो देश की कुल संपत्ति का तैंतीस फीसद है। ऐसी ही स्थिति आमदनी की विषमता की है। देश में वयस्कों की औसत आय दो लाख रुपए है, जबकि पचास फीसद वयस्कों की आय मात्र तिरपन हजार रुपए सालाना, यानी साढ़े चार हजार प्रतिमाह है। यह भारत की विषमता की तस्वीर है। पर पूंजीवादी दुनिया और प्रचार तंत्र विषमता को मिटाने की या समता की चर्चा से बचना चाहता है। क्योंकि वह जानता है कि समता की चर्चा उसके लिए काल बन सकती है। देश में पिछले दो वर्षों में रोजगार तेजी से घटे हैं, जबकि भारत सरकार अर्थव्यवस्था के विकास का दावा कर रही है। सरकारी पक्ष का कहना है कि हमने न केवल महामारी के दौर को पार कर लिया है, बल्कि महामारी के पहले देश में आर्थिक विकास की दर 7.1 फीसद थी, अब उसे पार कर विकास की वृद्धि दर 8.4 फीसद हो गई है। अब एक तरफ आर्थिक वृद्धि की दर डेढ़ फीसद ज्यादा बताई जा रही है और दूसरी तरफ रोजगार कम हो रहे हैं, इस रहस्य को समझना होगा। अनेक वैश्विक संस्थाओं के आकलन के अनुसार पिछले दो वर्षों में बारह करोड़ से अधिक रोजगार घटे हैं और 2025 के आते-आते लगभग इतने ही रोजगार और कम होंगे। यानी पच्चीस करोड़ लोग नए बेरोजगार हो जाएंगे। यह कैसा विकास है कि अर्थव्यवस्था उछाल मार रही है और बेरोजगारी छलांग मार रही है! सरकारी आंकड़ों की धोखेबाजी इसी से समझ में आ जाती है कि सरकार के मुताबिक उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पिछले लंबे समय से चार-पांच फीसद पर स्थिर बना हुआ है, पर थोक मूल्य सूचकांक बारह फीसद को पार कर गया है। अब अगर थोक मूल्य बढ़ेंगे तो उपभोक्ता मूल्य सूचकांक अपने आप बढ़ना चाहिए। दरअसल, यह सरकारी पक्ष का तितरफा षड्यंत्र है। पिछले दो वर्षों में भारत सरकार ने लगभग आठ लाख करोड़ रुपए केवल डीजल-पेट्रोल के दामों के कर में वृद्धि कर कमाए हैं, गैस सिलेंडर आदि के दामों की वृद्धि तो अलग है। एक तरफ सरकार का डिजिटलाइजेशन का कार्यक्रम और दूसरी तरफ रिलायंस और अन्य मोबाइल कंपनियों द्वारा एकदम बढ़ाए गए इंटरनेट की दरों की दुरभिसंधि को समझना होगा। अब जब शिक्षा से लेकर अन्य हर काम आनलाइन और डिजिटलाइज होना है, तब एक मुश्त सौ से लेकर दो सौ रुपए तक का मासिक इंटरनेट शुल्क बढ़ा दिया है। अकेले इसी नवंबर माह में लगभग चालीस हजार करोड़ रुपए उपभोक्ताओं की जेब से इंटरनेट के मालिक लोगों ने निकाल लिया। पूंजीवाद और सत्ता आज के दौर में एक सिक्के दो पहलू बन गए हैं। अब आवश्यकता पूंजीवाद को आम आदमी केंद्रित बनाने की नहीं, बल्कि विषमता को मिटा कर समता का समाज बनाने की है। एक तरफ आर्थिक वृद्धि की दर डेढ़ फीसद ज्यादा बताई जा रही है और दूसरी तरफ रोजगार कम हो रहे हैं, इस रहस्य को समझना होगा। अनेक वैश्विक संस्थाओं के आकलन के अनुसार पिछले दो वर्षों में बारह करोड़ से अधिक रोजगार घटे हैं और 2025 के आते-आते लगभग इतने ही रोजगार और कम होंगे। यानी पच्चीस करोड़ लोग नए बेरोजगार हो जाएंगे। यह कैसा विकास है कि अर्थव्यवस्था उछाल मार रही है और बेरोजगारी छलांग मार रही है!",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/goa-congress-mla-aleixo-reginaldo-joins-tmc-in-presence-of-mamta-banerjee-7233209/,"Goa में कांग्रेस को बड़ा झटका, पार्टी विधायक लौरेंको TMC में हुए शामिल","Goa में कांग्रेस को बड़ा झटका, पार्टी विधायक लौरेंको TMC में हुए शामिल Goa विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए एक और बुरी खबर सामने आई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक एलेक्सो रेजिनाल्डो लौरेंको ने पार्टी से इस्तीफा देकर ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है। लौरेंको ने कोलकाता में ममता और पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी में पार्टी जॉइन की। नई दिल्ली Published: December 21, 2021 03:07:33 pm नई दिल्ली। गोवा ( Goa ) विधानसभा चुनाव से पहले ही प्रदेश में सियासी हलचलें तेज हो गई है। खास तौर पर ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ( TMC ) पार्टी विस्तार की अपनी मुहिम को लगातार तेज कर रही है। इस बीच कांग्रेस ( Congress ) को गोवा में तगड़ा झटका लगा है। कांग्रेस नेता लगातार पार्टी का दामन छोड़ते जा रहे हैं। मंगलवार को एक और पार्टी विधायक ने कांग्रेस छोड़ दी। पार्टी विधायक और वरिष्ठ नेता एलेक्सो रेजिनाल्डो लौरेंको ने कांग्रेस का हाथ छोड़ तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है। दरअसल एक दिन पहले ही लौरेंको कोलकाता पहुंचे थे, जिसके बाद अटकलें तेज हो गईं थी कि वे ममता की पार्टी में शामिल हो जाएंगे। गोवा विधानसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस को लगातार झटके लग रहे हैं। अब पार्टी एमएलए एलेक्सो रेजिनाल्डो लौरेंको ने भी पार्टी को अलविदा कर तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है। लौरेंको ने मंगलवार को टीएमसी चीफ और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी में टीएमसी जॉइन कर ली। Kolkata, West Bengal | Sitting MLA from Curtorim (Goa), Aleixo Reginaldo Lourenço who resigned from Congress yesterday, joins TMC in the presence of CM Mamata Banerjee and party's National General Secretary Abhishek Banerjee. pic.twitter.com/fCfiX7MO5L — ANI (@ANI) December 21, 2021 गोवा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रहे एलेक्सो रेजिनाल्डो लौरेंको का कोलकाता हवाईअड्डे पर टीएमसी सांसद शांतनु सेन ने स्वागत भी किया था। एलेक्सो रेजिनाल्डो लौरेंको के टीएमसी में शामिल होने की जो तस्वीरें सामने आई हैं उनमें टीएमसी के महासचिव अभिषेक बनर्जी के अलावा अन्य पार्टी नेता भी मौजूद नजर आ रहे हैं। कांग्रेस का कड़ा रिएक्शन कांग्रेस पार्टी ने हाल ही में गोवा विधानसभा चुनाव के लिए अपने 8 प्रत्याशियों की सूची जारी की थी। इस सूची में लौरेंको का नाम भी था। बावजूद इसके लौरेंको ने पार्टी से इस्तीफा देकर तृणमूल कांग्रेस का दामन थामा। ऐसे में कांग्रेस की भी तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। कांग्रेस ने इसे विश्वासघात बताया। साथ ही कहा कि इस तरह पार्टी को धोखा देने वालों को इसके परिणाम भुगतने होंगे। मतदाता सिखाएंगे सबक कांग्रेस ने कहा कि लौरेंको को उनके विधानसभा क्षेत्र के मतदाता 'सही सबक' सिखाएंगे। बता दें कि ये पहला मामला नहीं है जब गोवा कांग्रेस का कोई नेता टीएमसी में शामिल हुआ हो। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री लुइजिन्हो फलेरियो ने भी कांग्रेस छोड़कर तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया था। पार्टी विस्तार की राह पर टीएमसी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद से ही टीएमसी पार्टी विस्तार में जुटी हुई है। यही वजह है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले ही टीएमसी अन्य दलों के नेताओं को अपने साथ जोड़ रही है। गोवा में टीएमसी इस बार विधानसभा चुनाव भी लड़ रही है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rahul-gandhi-says-before-2014-word-lynching-was-unheard-thanks-to-pm-modi-7233054/,"Rahul Gandhi का मोदी सरकार पर वार, बोले- 2014 से पहले सुना भी नहां थी Lynching शब्द, जानिए क्या बोली बीजेपी","Rahul Gandhi का मोदी सरकार पर वार, बोले- 2014 से पहले सुना भी नहां थी Lynching शब्द, जानिए क्या बोली बीजेपी कांग्रेस सांसद Rahul Gandhi ने पंजाब में हुई मॉल लिंचिंग को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है। वहीं लिंचिंग शब्द को लेकर राहुल के बयान के बाद सियासत गर्मा गई है। राहुल के ट्वीट पर बीजेपी नेताओं का तीखा पलटवार सामने आया है। नई दिल्ली Published: December 21, 2021 12:56:23 pm नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और केरल से सांसद राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) मोदी सरकार ( Modi Government ) को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ते। फिर चाहे वो बढ़ती महंगाई हो , किसानों का मुद्दा हो या फिर कुछ और केंद्र की मोदी सरकार पर राहुल गांधी का हमला जारी है। इसी कड़ी में एक बार फिर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर तंज कसा है। राहुल ने ट्वीट कर मोदी सरकार को धन्यवाद दिया है, दरअसल राहुल ने लिखा है कि, 2014 तक देश ने लिंचिंग ( Lynching ) शब्द नहीं सुना था। इसके लिए आपको धन्यवाद पीएम मोदी। 2014 से पहले ‘लिंचिंग’ शब्द सुनने में भी नहीं आता था। Before 2014, the word ‘lynching’ was practically unheard of. #ThankYouModiJi — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 21, 2021 दरअसल हाल में पंजाब में हुई मॉब लिंचिंग की घटनाओं के बाद से ही कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच घमासान जारी है। दोनों दल एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इसी कड़ी में राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। हालांकि उनके इस वार पर बीजेपी का भी पलटवार आया है। Meet Rajiv Gandhi, father of mob lynching, justifying blood curdling genocide of Sikhs. Congress took to streets, raised slogans like ‘khoon ka badla khoon se lenge', raped women, wrapped burning tyres around necks of Sikh men while dogs gorged on charred bodies dumped in drains. https://t.co/LFAoAgIGVl pic.twitter.com/ntNovHNF3W — Amit Malviya (@amitmalviya) December 21, 2021 बीजेपी ने किया पलटवार राहुल गांधी के लिंचिंग को लेकर मोदी सरकार पर कसे तंज के बाद बीजेपी का भी पलटवार सामने आया है। बीजेपी नेता अमित मालवीय ने राहुल गांधी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। मालवीय ने कहा है कि राजीव गांधी तो मॉब लिंचिंग के जनक थे, जिन्होंने सिखों के खून से लथपथ जनसंहार को सही ठहराया था। मालवीय ने कहा कि, कांग्रेस के कई नेता सड़कों पर उतरे और खून का बदला खून से लेंगे जैसे नारे लगाए, महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया, सिख पुरुषों के गले में जलते टायर लपेटे, जबकि कुत्तों को नालों में फेंके गए जले हुए शवों पर ले जाया गया। सज्जन कुमार, कमलनाथ और टाइटलर की गोदी में बड़ा हुआ पप्पू भी कह रहा है कि कभी लिंचिंग का नाम नहीं सुना ""राजीव गांधी"" - ये नाम सुना है कभी ? https://t.co/SiHadbmdwm — Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) December 21, 2021 कपिल मिश्रा ने भी दिया जवाब राहुल गांधी के लिंचिंग वाले ट्वीट के जवाब में बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने भी ट्वीट कर पलटवार किया है। कपिल मिश्रा ने अपने ट्वीट में सज्जन कुमार, कमलनात और जगदीश टाइटलर जैसे बड़े नेताओं के नाम का भी जिक्र किया। यही नहीं उन्होंने राहुल से पूछा कि क्या कभी राजीव गांधी नाम सुना है। ये है मामला दरअसल पंजाब में स्वर्ण मंदिर और कपूरथला में हुई लिंचिंग ने राज्य के साथ-साथ पूरे देश में हलचल मचा रखी है। रविवार को कपूरथला के निजामपुर गांव के एक गुरुद्वारे में युवक को पीट-पीटकर मार दिया गया। उसपर सिखों के धार्मिक झंडे निशान साहिब के अपमान का आरोप था, बाद में पुलिस ने इसे चोरी का मामला बताया। इस घटनाक्रम में तीन पुलिसवाले भी जख्मी हुए थे। इससे पहले 18 दिसंबर को एक अज्ञात शख्स स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) में मौजूद ग्रिल्स को फांदकर उस जगह पहुंच गया था जहां पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब रखा था। शख्स ने वहां रखी तलवार भी उठा ली। तब ही लोगों ने उसे पकड़कर पीटना शुरू कर दिया था, जिसमें उसकी मौत हो गई।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/kolkata-municipal-corporation-election-result-2021-tmc-mamata-banerjee-tmc-big-victory-7232913/,"Kolkata Municipal Corporation Election Result 2021: निकाय चुनाव में भी ममता का 'खेला', TMC को बढ़त","Kolkata Municipal Corporation Election Result 2021 कोलकाता नगर निगम चुनाव में एक बार फिर ममता बनर्जी का जादू बरकरार नजर आ रहा है। बीजेपी समेत अन्य तमाम दल टीएमसी के सामने कमजोर नजर आए। निगम चुनाव 19 दिसंबर को आयोजित किया गया था, जिसमें 950 उम्मीदवारों ने अपना भाग्य आजमाया। नई दिल्ली Published: December 21, 2021 11:21:35 am नई दिल्ली। कोलकाता नगर निगम चुनाव ( Kolkata Municipal Corporation Election Result 2021 ) के परिणाम आ रहे हैं। नतीजों में एक बार फिर ममता बनर्जी ( Mamata Banerjee ) का जादू बरकरार नजर आया। ममता के 'खेला' के आगे फिर बीजेपी समेत बाकी दल काफी कमजोर नजर आए। अब तक के रुझानों के मुताबिक, टीएमसी ( TMC ) बहुमत का आंकड़ा पार कर चुकी है और बड़ी जीत की ओर बढ़ रही है। बता दें कि कोलकाता नगर निगम चुनाव के 144 वार्डों के लिए मतगणना मंगलवार सुबह शुरू हुई। शुरू से ही ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने विरोधियों पर बढ़त बनाए रखी है। धारा 144 के बीच 16 वोटिंग सेंटर पर काउंटिंग कोलकाता निकाय चुनाव 144 वार्डों के लिए आयोजित किए गए थे। मंगलवार सुबह से शुरू हुई वोटों की गिनती के लिए कुल 16 मतगणना केंद्र बनाए गए। बीजेपी और टीएमसी के बीच तनाव के देखते हुए इन वोटिंग सेंटरों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया गया। यही नहीं 200 मीटर के इलाके में 144 धारा लागू कर दी गई। किसी भी पार्टी के कार्यकर्ताओं को इस दायरे में आने की अनुमति नहीं दी गई। बता दें कि 19 दिसंबर को कोलकाता नगर निगम (KMC) चुनाव में लगभग 64 फीसदी मतदान हुआ था। बड़ी जीत की ओर टीएमसी कोलकाता नगर निगम चुनाव में 144 सीटों में से 134 सीटों पर टीएमसी बढ़त बना हुए है। इसके साथ ही निकाय चुनाव में भी टीएमसी बड़ी जीत की ओर बढ़ रही है। हालांकि बढ़त तो टीएमसी ने शुरू से ही बना ली थी। मतगणना शुरू होने के बाद से ही सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने बड़ी बढ़त बना ली है। मतगणना सुबह आठ बजे शुरू हुई। वार्ड नंबर 23, 11, 31, 2, 4 और 7 समेत टीएमसी 116 सीटों पर आगे निकल गई। वहीं कुल 144 सीटों में से बीजेपी ने सिर्फ तीन सीटों पर बढ़त बनाई हुई है, जबकि कांग्रेस महज दो सीटों पर आगे है। लेफ्ट भी तीन सीट पर आगे जबकि अन्य दो सीटों पर आगे चल रहे हैं। मैदान में थे 950 उम्मीदवार Kolkata Municipal Coropration Election Result 2021 में कुल 950 उम्मीदवार मैदान में थे। इस चुनाव में 40 लाख 48 हजार 357 लोग वोट करने के लिए पात्र थे, जबकि इनमें से 21 लाख 17 हजार 840 पुरुष और 19 लाख 30 हजार 444 महिलाएं हैं। निकाय चुनाव में 1676 जगहों पर स्थापित किए गए जबकि 4959 स्टेशन पर आयोजित हुए थे। माकपा ने किया चुनाव का विरोध निकाय चुनाव के नतीजे आने से पहले ही इसका विरोध भी शुरू हो गया। माकपा के एक उम्मीदवार ने सोमवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की। उन्होंने कहा कि, 19 तारीख को हुए केएमसी के चुनाव रद्द करने का अनुरोध किया है। उम्मीदवार ने चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों की ओर से हिंसा करने का आरोप भी लगाया है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/gupkar-alliance-is-against-delimitation-in-jammu-and-kashmir-7232868/,Delimitation in Jammu and Kashmir : परिसीमन आयोग के फॉर्मूले के खिलाफ गुपकार अलायंस के नेता,"Delimitation in Jammu and Kashmir : परिसीमन पर जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन (Sajjad Lone) ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, ""परिसीमन जनसंख्या के आधार पर होना चाहिए। उसी मापदंड का इस्तेमाल किया जाना चाहिए जो आप पूरे भारत में उपयोग करते हैं। मुझे विश्वास नहीं हो रहा कि ऐसा किया जा रहा है।"" नई दिल्ली Updated: December 21, 2021 11:04:21 am केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में परिसीमन (Delimitation in Jammu and Kashmir) के तहत विधानसभा सीटों (Assembly Seats) को फिर से निर्धारित करने का काम शुरू हो गया है। इसको लेकर सोमवार को परिसीमन आयोग ने बैठक भी की, परंतु इसके खिलाफ गुपकार गैंग खड़ा हो गया है। चाहे नेशनल कांफ्रेंस के नेता हो या पीडीपी के नेता सभी इसे भाजपा की साजिश बता रहे हैं। नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी ने इसे भाजपा की साजिश करार दिया है। इसके साथ ही ये मांग की गई है 2011 की जनगणना के आधार पर परिसीमन किया जाना चाहिए। The draft recommendation of the J&K delimitation commission is unacceptable. The distribution of newly created assembly constituencies with 6 going to Jammu & only 1 to Kashmir is not justified by the data of the 2011 census. — Omar Abdullah (@OmarAbdullah) December 20, 2021 किसने क्या कहा? नेशनल कांफ्रेंस के नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने परिसीमन के प्रस्ताव पर कहा, ""यह बेहद निराशाजनक है कि आयोग ने भाजपा के राजनीतिक एजेंडे को अपनी सिफारिशों में शामिल करने की अनुमती दी, आंकड़ों को महत्व नहीं दिया गया जिसपर वास्तव में विचार किया जाना चाहिए था। ये साइंटिफिक नहीं, बल्कि ""राजनीतिक"" दृष्टिकोण से प्रेरित है।"" उन्होंने आगे कहा, 'जम्मू-कश्मीर परिसीमन आयोग द्वारा पेश किया गया प्रस्ताव अस्वीकार्य है। इसके अनुसार 6 जम्मू और केवल 1 सीट कश्मीर के लिए विधानसभा क्षेत्रों को फिर से निर्धारित करने के तहत प्रस्तावित किया गया है। ये 2011 की जनगणना के आंकड़ों के खिलाफ है।' This commision has been created simply to serve BJPs political interests by dividing people along religious & regional lines. The real game plan is to install a government in J&K which will legitimise the illegal & unconstitutional decisions of August 2019. — Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) December 20, 2021 पीडीपी अध्यक्षा और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने परिसीमन आयोग के प्रस्ताव का विरोध किया। उन्होंने कहा, ""ये आयोग बनाया ही इसलिए गया है ताकि लोगों को धार्मिक और क्षेत्रीय आधार पर विभाजित किया जा सके। इनका असली गेम प्लान जम्मू-कश्मीर में एक ऐसी सरकार को स्थापित करना है जो अगस्त 2019 के अवैध और असंवैधानिक फैसलों को वैध बनाएगी।"" जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन (Sajjad Lone) ने परिसीमन आयोग पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, ""परिसीमन जनसंख्या के आधार पर होना चाहिए। उसी मापदंड का इस्तेमाल किया जाना चाहिए जो आप पूरे भारत में उपयोग करते हैं। मुझे विश्वास नहीं हो रहा कि ऐसा किया जा रहा है। ये जम्मू कश्मीर की जनता के साथ भेदभाव है।"" इसके बाद सज्जाद लोन की पार्टी जम्मू कश्मीर पीपल्स कॉन्फ्रेंस ने गुपकार गठबंधन से दूरी बना ली है। पूर्व मंत्री अल्ताफ बुखारी की पार्टी ने भी आयोग के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है और इसका विरोध किया है। वहीं, नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि उनकी पार्टी 31 दिसंबर को आयोग के प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया देगी।इतनी आलोचनाओं के बावजूद केन्द्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा है कि नेशनल कांफ्रेंस आयोग के निर्णय से संतुष्ट है। अब ये परिसीमन क्या है? (Delimitation meaning) परिसीमन (Delimitation) का अर्थ सीमाओं का फिर से निर्धारण करना है। किसी भी राज्य की लोकसभा हो या विधानसभा उसकी सीमाओं को जनसंख्या, जिलों के भूगोल और सामाजिक संतुलन को ध्यान में रखकर निर्धारित किया जाता है। संविधान के अनुच्छेद 82 के तहत केंद्र सरकार हर जनगणना के बाद ही परिसीमन आयोग का गठन करती है। गुपकार गैंग लगातार परिसीमन के खिलाफ बैठकें करता रहा है। सोमवार को भी इन नेताओं की बैठक हुई थी और 21 दिसम्बर को भी इस गठबंधन की बैठक है। इन नेताओं का ये भी कहना है कि किसी भी नतीजे तक पहुँचने से पहले क्षेत्रीय दलों के नेताओं से भी चर्चा की जानी चाहिए। अब सवाल ये है कि आखिर इसका विरोध क्यों किया जा रहा है? बता दें कि सोमवार को परिसीमन आयोग की बैठक में जम्मू में 6 और कश्मीर में 1 विधानसभा सीट बढ़ाने के लिए प्रस्ताव रखा गया। इस प्रस्ताव से जम्मू कश्मीर में कुल विधानसभा सीट 90 हो जाएंगी। जम्मू का प्रभाव भी प्रदेश की राजनीति में बढ़ जाएगा क्योंकि इस क्षेत्र की सीटें 37 से सीधे 43 हो जाएंगी। इसके अलावा कहा जा रहा है कि इस प्रस्ताव में 9 सीटें ST और 7 सीटें SC समुदाय के लिए भी प्रस्तावित हैं। क्षेत्रीय दलों को डर है कि कहीं जम्मू का प्रभाव बढ़ने से भाजपा जम्मू कश्मीर में अपनी राजनीतिक पकड़ और मजबूत न करले। अबतक कश्मीर में सबसे बड़ी पार्टी के नेता ही मुख्यमंत्री पद पर विराजमान होते थे जहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 98.3 फीसदी है जबकि जम्मू में ये आंकड़ा लगभग 61 फीसदी है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/farooq-abdullah-objection-delimitation-commission-proposes-jammu-7232518/,"फारुक अब्दुल्ला को कबूल नहीं है जम्मू को 6 सीटें ज्यादा देने के प्रस्ताव, पीडीपी ने भी जताई आपत्ति","फारुक अब्दुल्ला को कबूल नहीं है जम्मू को 6 सीटें ज्यादा देने के प्रस्ताव, पीडीपी ने भी जताई आपत्ति जम्मू-कश्मीर में विधानसभा सीटों का परिसीमन कर रहे चुनाव आयोग का प्रस्ताव विपक्षी पार्टियों को कबूल नहीं है। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने इस प्रस्ताव पर साइन करने से इनकार कर दिया है। नई दिल्ली Published: December 20, 2021 11:02:40 pm नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा सीटों का परिसीमन कर रहे चुनाव आयोग का प्रस्ताव विपक्षी पार्टियों को कबूल नहीं है। बता दें कि आयोग ने जम्मू में 6 अतिरिक्त सीटें गठित करने के प्रस्ताव दिया है। इसके अलावा कश्मीर में भी एक सीट बढ़ाने की बात हो रही है। वहीं परिसीमन आयोग ने 16 सीटों के आरक्षण का भी प्रस्ताव दिया है। प्रस्ताव में कहा गया कि इन सीटों में से 9 सीटें जनजातीय समुदायों और 7 सीटें दलित वर्ग के लिए आरक्षित होंगी। वहीं परिसीमन आयोग की इन सिफारिशों पर बवाल मच गया है। इससे विपक्षी पार्टियां काफी नाराज है, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने परिसीमन आयोग की रिपोर्ट पर साइन करने से इनकार कर दिया है। जबकि पीडीपी ने भी आयोग की रिपोर्ट पर आपत्ति जताई है। पीडीपी का कहना है कि आयोग भाजपा के इशारों पर काम कर रहा है। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने लिया ये फैसला बता दें कि परिसीमन आयोग की मीटिंग में पहली बार शामिल हुए फारुक अब्दुल्ला और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अन्य नेताओं ने रिपोर्ट पर आपत्ति जाहिर की है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रवक्ता ने कहा कि इसमें सीटें तय करने के मामले में पक्षपात किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि पार्टी ने रिपोर्ट पर साइन न करने का फैसला लिया है। यह भी पढ़ें: सपा सांसद जया बच्चन ने मोदी सरकार को दिया शाप, कहा- आपके बुरे दिन बहुत जल्द आएंगे परिसीमन आयोग की रिपोर्ट पर विपक्ष को आपत्ति इसके साथ ही जम्मू कश्मीर के प्रस्तावित इलेक्टोरल मैप को लेकर भाजपा से करीबी रखने वाली पार्टियों जेके अपनी पार्टी और पीपल्स कॉन्फ्रेंस ने भी आपत्ति दर्ज कराई है। बता दें कि फिलहाल कश्मीर में 46 सीटें आती हैं वहीं जम्मू में 37 सीटें हैं। अब परिसीमन आयोग के नए प्रस्ताव के मुताबिक जम्मू में 43 सीटें हो जाएंगी, जबकि कश्मीर में यह आंकड़ा 47 पर पहुंच जाएगा। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह का कहना है कि इस रिपोर्ट पर सभी की सहमति है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अब्दुल्ला ने मीटिंग में कहा था कि हमें परिसीमन आयोग के बारे में गलत जानकारी दी थी, जबकि आयोग ने बहुत अच्छा काम किया है। आयोग ने अब जम्मू कश्मीर में सीटों की संख्या बढ़ाकर 90 करने का फैसला लिया है। जिसमें जनसंख्या, जिलों के भूगोल के साथ ही सामाजिक संतुलन को भी ध्यान में रखते हुए ये सिफारिशें दी गई हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bjp-leader-amit-malviya-calls-rahul-gandhi-spoiled-child-7232426/,"बीजेपी आईटी सेल प्रभारी अमित मालवीय ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बताया बिगड़ैल बच्चा, आखिर क्या है पूरा मामला","बीजेपी आईटी सेल प्रभारी अमित मालवीय ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बताया बिगड़ैल बच्चा, आखिर क्या है पूरा मामला बीजेपी आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को 'बिगड़ैल बच्चा' करार दिया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष चर्चा करने में असमर्थ है, इसीलिए संसद में हंगामा करती है। नई दिल्ली Published: December 20, 2021 10:14:22 pm नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को 'बिगड़ैल बच्चा' करार दिया है। दरअसल, अमित मालवीय ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का एक वीडियो साझा किया है। इस वीडियो में राहुल गांधी एक मीडियाकर्मी से बार-बार पूछ रहे हैं कि क्या आप सरकार के लिए काम करते हैं। ट्विटर पर भाजपा नेता ने यह वीडियो साझा करते हुए लिखा, 'राहुल गांधी, बिगड़ैल बच्चा'। अमित मालवीय ने कहा कि जब राहुल गांधी से विपक्ष द्वारा संसद बाधित करने को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने पत्रकार पर ही सवाल उठा दिए। इसके साथ ही उन्होंने विपक्ष द्वारा संसद की कार्यवाही को बाधित किए जाने पर भी सवाल उठाए हैं। अमित मालवीय ने राहुल गांधी पर साधा निशाना अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पर लिखा कि सरकार विपक्षी दलों से चर्चा में शामिल होने की अपील कर रही है, लेकिन कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी नेता अपनी जिद पर अड़े हैं। उन्होंने विपक्ष के इस रवैये की निंदा करते हुए लिखा कि कांग्रेस और राहुल गांधी चर्चा करने में असमर्थ हैं। यही वजह है कि वो हमेशा संसद को बाधित करते हैं। Rahul Gandhi, the entitled brat, shoots the messenger when asked about opposition disrupting Parliament. Government asked opposition parties to come for a discussion, but Congress among others, didn’t turn up. Congress and Rahul Gandhi are incapable of discussion, hence disrupt. pic.twitter.com/hrHcPTct51 — Amit Malviya (@amitmalviya) December 20, 2021 राहुल गांधी बोले, सदन को दुरुस्त रखने का काम सराकर का भाजपा नेता ने कहा कि जब मीडिया ने राहुल गांधी से संसद में न जाने पर सवाल किया तो वे पत्रकारों पर ही सवाल उठाने लगे। इसके बाद राहुल गांधी कह रहे थे कि सदन को दुरुस्त रखने का काम सरकार का है, यह विपक्ष की जिम्मेदारी नहीं है। बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर भी इसका वीडियो साझा किया था। इन मुद्दों पर सरकार पर हमलावर है विपक्ष बता दें कि कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी नेता इन दिनों संसद में जमकर हंगामा कर रहे हैं। जिसके चलते सदन की कार्यवाही बाधित हो रही है। दरअसल, विपक्ष लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या मामले में आरोपी के पिता और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही विपक्ष लद्दाख में चीन के साथ गतिरोध और उच्च सदन से विपक्षी सांसदों के निलंबन जैसे मुद्दे पर सरकार को घेर रहा है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/asaduddin-owaisi-oppose-aadhaar-voter-link-new-election-laws-amendment-bill-2021-7231289/,"Aadhaar से वोटर कार्ड को जोड़ने का AIMIM चीफ ओवैसी ने किया विरोध, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ बताया","Aadhaar से वोटर कार्ड को जोड़ने का AIMIM चीफ ओवैसी ने किया विरोध, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ बताया Aadhaar कार्ड से वोटर आईडी कार्ड को जोड़ने के केंद्र सरकार के कदम को लेकर अब सियासत गर्मा रही है। सोमवार को लोकसभा में नए इलेक्शन लॉ बिल पेश होने से पहले एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इसको लेकर विरोध जताया है। उन्होंने इसे सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ बताया है। नई दिल्ली Published: December 20, 2021 11:09:47 am नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार ( Modi Government ) लोगों के आधार कार्ड ( Aadhaar Card ) और वोटर कार्ड ( Voter Card ) को जोड़ने की तैयारी कर रही है। इसको लेकर बकायदा काम भी शुरू हो गया है। लेकिन केंद्र के इस कदम को लेकर अब सियासत भी गर्मा रही है। एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ( Asaduddin Owaisi ) ने केंद्र के इस कदम पर विरोध जताया है। यही नहीं ओवैसी ने आधार से वोटर आईडी कार्ड को जोड़ने को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ बताया है। ओवैसी ने सरकार की ओर से उठाए जा रहे इस कदम को नागरिकों की सुरक्षा और निजता से जोड़ा है। हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने संसद के शीतकालीन सत्र में लोकसभा में नोटिस देकर नए इलेक्शन लॉ (संशोधन) बिल 2021 का विरोध किया है। दरअसल इस बिल को सोमवार को संसद के शीतकालीन सत्र में पेश किया जाना है। इससे पहले एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने इसको लेकर कड़ा विरोध जताया है। Submitted notice to oppose Election Laws (Amendment), Bill 2021 which proposes to link AADHAAR to electoral roll enrolment. pic.twitter.com/dSEq7jhQKA — Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) December 20, 2021 ओवैसी ने लगाए ये आरोप मुस्लिम नेता और एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने लोक सभा के सचिव को एक खत लिखा है। अपने इस पत्र में उन्होंने लिखा है कि आधार कार्ड और वोटर आईडी कार्ड को जोड़ने से कई नुकसान हैं, जिसमें नागरिकों की सुरक्षा और निजता को खतरा है। ओवैसी ने खत में ये दावा किया है कि इससे सरकारों को जनता को दबाने, मताधिकार से वंचित करने और भेदभाव करने के अधिकार मिल जाएंगे। यही नहीं असदुद्दीन ओवैसी ने अपने इस खत में यह भी दावा किया गया है कि इससे सीक्रेट बैलेट, फ्री और फेयर इलेक्शन में बाधा पैदा होगी। यानि नए बिल के जरिए ओवैसी ने चुनाव प्रक्रिया में भी निष्पक्षता को लेकर सवाल खड़ा किया है। बता दें कि पहले ही राजनीतिक दल चुनाव प्रक्रिया के दौरान ईवीएम को लेकर कई बार गड़बड़ी की शिकायत कर चुके हैं। क्या है नया इलेक्शन लॉ बिल नया इलेक्शन लॉ New Election Laws (Amendment), Bill 2021 के मुताबिक, इसमें वोटर आईडी कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करने की तैयारी की जा रही है। इसके पीछे सरकार की तरफ से जो वजह बताई गई है उसके मुताबिक, इससे दो वोटर आईडी कार्ड रखने जैसे फर्जीवाड़े नहीं हो सकेंगे। सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ ओवैसी ने इस बिल को शीर्ष अदालत के आदेश के खिलाफ बताया है। उन्होंने लिखा कि यह बिल सुप्रीम कोर्ट के फैसले (पुत्तस्वामी बनाम भारत संघ) का उल्लंघन करता है। ओवैसी ने खत में लिखा कि, ऐसा करना निजता के मौलिक अधिकार को जिस तरह सुप्रीम कोर्ट ने परिभाषित किया है, उसका उल्लंघन है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/punjab-assembely-election-will-captain-and-bjp-agree-on-seats-sharing-7228490/,"पंजाब विधानसभा चुनाव: 80 सीटों पर BJP के उम्मीदवार, क्या कैप्टन संग सीटों के बंटवारे पर बन पाएगी बात?","पंजाब विधानसभा चुनाव: 80 सीटों पर BJP के उम्मीदवार, क्या कैप्टन संग सीटों के बंटवारे पर बन पाएगी बात? पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह और बीजेपी साथ लड़ने का ऐलान कर दिया है। खबरें आ रही हैं कि बीजेपी 70-80 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या दोनों पार्टियों के बीच सीटों के बंटवारे पर सहमति बन पाएगी। नई दिल्ली Published: December 18, 2021 05:28:11 pm नई दिल्ली। पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। वहीं चुनाव में पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और भारतीय जनता पार्टी ने साथ उतरने का ऐलान कर दिया है। वहीं अब कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि बीजेपी राज्य की 117 सीटों में से 70-80 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है। वहीं अभी दोनों पार्टियों की ओर से सीएम के चेहरे को लेकर भी कोई जानकारी नहीं दी गई है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि जहां तक बीजेपी ही अपने किसी नेता को सीएम चेहरे के तौर पर उतारेगी। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या बीजेपी और कैप्टन में सीटों के बंटवारे पर सहमति बन पाएगी। क्या सीट शेयरिंग पर फंसेगी बात बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की ओर से अभी तक चुनाव के लिए सीटों पर कोई बयान नहीं दिया है। उनका कहना है कि जीतने की संभावना के आधार पर सीटों को बंटवारा किया जाएगा। बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हाल ही में दिल्ली में बीजेपी नेता गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात के बाद बीजेपी संग गठबंधन का ऐलान कर दिया था। पंजाब पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि भाजपा के साथ हमारा गठबंधन तय हो गया है, हम विधानसभा चुनाव में साथ में लड़ेंगे। अब सिर्फ सीट शेयरिंग पर बात होना बाकी है। सीनियर पार्टी का रोल निभाना चाहती है बीजेपी इस दौरान सीटों के बंटवारे पर सवाल पूछने पर कैप्टन ने कहा कि इसके लिए यह देखना होगा कि किस पार्टी का प्रत्याशी कहां से जीत सकता है, इसके आधार पर ही सीटों का बंटवारा होगा। जानकारों का कहना है कि बीजेपी कई सालों से अकाली दल के साथ मिलकर पंजाब में चुनाव लड़ती थी। वहीं पंजाब में बीजेपी अकाली दल की जूनियर पार्टी की भूमिका निभाती थी। अब जब किसानों के मुद्दे पर अकाली दल, बीजेपी से अलग हो गया है तो भाजपा कैप्टन की पार्टी संग सीनियर पार्टनर के रोल में रहना चाहती है। वहीं बीजेपी ने अभी तक चुनाव के लिए बीजेपी कभी मुख्यमंत्री के चेहरे भी साफ नहीं किया है। इस पर बीजेपी से जुड़े सूत्र कह रहे हैं कि पार्टी कभी सीएम चेहरे को आगे कर चुनाव नहीं लड़ती। हालांकि कैप्टन और बीजेपी इस गठबंधन के साथ जीत का दावा कर रहे हैं। उनका कहना है कि अब पंजाब में बदलाव का समय आ गया है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/punjab-bsf-intercepts-pakistani-made-in-china-drone-atferozpur-captain-amrinder-target-to-cm-channi-7228315/,"Punjab: बीएसएफ ने मार गिराया पाकिस्तान का मेड इन चाइन ड्रोन, कैप्टन अमरिंदर ने सीएम चन्नी पर कसा तंज","Punjab: बीएसएफ ने मार गिराया पाकिस्तान का मेड इन चाइन ड्रोन, कैप्टन अमरिंदर ने सीएम चन्नी पर कसा तंज Punjab बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स ने पाकिस्तान की ओर से आ रहे चाइना मेड ड्रोन को मार गिराया। हालांकि बीएसएफ की इस कार्रवाई पर अब पंजाब में सियासत तेज हो गई है। कैप्टन अमरिंदर ने इस कार्रवाई के बहाने सीएम चन्नी पर तंज कसा है। नई दिल्ली Published: December 18, 2021 03:52:17 pm नई दिल्ली। पंजाब ( Punjab ) में सीमा सुरक्षाबल यानी बीएसएफ ( BSF ) को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। बीएसएफ ने फिरोजपुर इलाके में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया। बीएसएफ के मुताबिक, यह ड्रोन मेड इन चाइना यानी चीन का बना हुआ था। हालांकि इसे पाकिस्तान की ओर से भारतीय सीमा में भेजे जाने की कोशिश की जा रही थी। बीएसएफ जवानों ने पाकिस्तान की साजिश को नाकाम करते हुए इस ड्रोन को मार गिराया। हालांकि इस बीएसएफ की इस कार्रवाई पर अब सियासत गर्मा गई है। पंजाब लोक कांग्रेस के प्रमुख कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस कार्रवाई के बहाने मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी पर तंज कसा है। बीएसएफ ने बताया कि अमरकोट में सीमा चौकी पर गश्ती कर रही एक टीम को आवाज सुनाई दी। इसके बाद एक हेक्साकॉप्टर ड्रोन कम ऊंचाई पर उड़ता दिखा। यह ड्रोन अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग 300 मीटर की दूरी पर था। इसके बाद इसे बीएसएफ ने अपने कब्जे में ले लिया। बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे और पूरे इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया। Instead of doing Bhangra all day CM Punjab should advice his home minister to get active and come out of denial mode. Also tell your party president (if he listens to you) to ask his elder brother Imran Khan to stop trying to disturb our border state of Punjab! https://t.co/oLBNydBPH2 — Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) December 18, 2021 कैप्टन अमरिंदर ने सीएम पर कसा तंज बीएसएफ की ओर की गई कार्रवाई को लेकर पंजाब में सियासत भी गर्मा गई है। पंजाब लोक कांग्रेस के प्रमुख और पूर्व मुख्यंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सीएम चरणजीत चन्नी पर तंज कसा है। कैप्टन ने ट्वीट कर कहा कि, पूरे दिन भांगड़ा करने के बजाय सीएम पंजाब को अपने गृह मंत्री को सक्रिय होने और इनकार मोड से बाहर आने की सलाह देनी चाहिए। यही नहीं अमरिंदर सिंह ने चन्नी से कहा कि अगर आपके पार्टी अध्यक्ष आपकी बात सुनें तो उनसे भी कहें कि अपने बड़े भाई इमरान खान से हमारे राज्य पंजाब को परेशान करने की कोशिश बंद करने के लिए कहें। मेड इन चाइना है ड्रोन मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान की ओर से जो ड्रोन भारतीय सीमा में भेजने की कोशिश की जा रही थी, वो चाइन मेड है। काले रंग के ड्रोन पर काली पट्टियां लगाई गई थीं, ताकि इस पर लगी लाइट्स अंधेरे में किसी को दिखाई ना दे। इस ड्रोन में कुल 6 पंख लगे हैं। वहीं इसकी चौड़ाई तकरीबन 5 फीट जो अपने साथ 8 से 10 किलोग्राम तक भार उठा कर एक जगह से दूसरी जगह पर ले जा सकता है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bjp-mp-brijbhushan-sharan-singh-slap-a-wrestler-in-jharkhand-7227295/,BJP सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने मंच पर पहलवान को जड़ दिया थप्पड़,"BJP सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने मंच पर पहलवान को जड़ दिया थप्पड़ भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष व यूपी से भाजपा (BJP) सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) ने मंच पर एक युवा पहलवान को थप्पड़ जड़ दिया। इससे बृजभूषण की मुश्किलें बढ़ गई है। जिस पहलवान को उन्होंने थप्पड़ जड़ा है वो अंडर 15 नैशनल कुश्ती चैम्पीयनशिप में कुश्ती के लिए आया था। अब बृजभूषण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। Published: December 17, 2021 09:56:20 pm भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष व यूपी से भाजपा (BJP) सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने मंच पर एक युवा पहलवान को थप्पड़ जड़ दिया। इससे बृजभूषण की मुश्किलें बढ़ गई है। जिस पहलवान को उन्होंने थप्पड़ जड़ा है वो अंडर 15 नैशनल कुश्ती चैम्पीयनशिप में हिस्सा लेने के लिए आया था। अब बृजभूषण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहा है। दरअसल, रांची के खेल गाँव स्थित गणपट राय इंडोर अंडर 15 आयु वर्ग के लिए नैशनल कुश्ती चैम्पीयनशिप आयोजित की गई थी। यहाँ यूपी से भाजपा (BJP) सांसद बृजभूषण शरण सिंह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। इसमें भाग लेने के लिए ही ये युवा पहलवान पहुंचा था, परंतु उसकी उम्र अधिक होने के कारण उसे डिसक्वालफाइ कर दिया गया। ये वही युवा है जिसे भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने मंच पर थप्पड़ जड़ दिया। डिसक्वालफाइ होने पर हताश युवा अतिथि मंच पर चढ़ गया जहां अतिथि के रूप में भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह बैठे थे। युवा पहलवान ने संघ के अध्यक्ष से विनती की परन्तु जब वो नहीं माना तो भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष ला उसे थप्पड़ लगा दिया। वहीं, इस मामले पर हंगामा होने पर सिंह का कहना है कि खेल के नियम से बढ़कर कोई नही है। उसे समझाने का प्रयास किया गया परन्तु नहीं माना। संघ ने कहा है कि युवा ने अनुशासन का पालन नहीं किया उसपर भी खेल संघ गौर करेगा। बता दें 64 वर्षीय बृजभूषण शरण सिंह यूपी के कैसरगंज से भाजपा सांसद हैं। गौंडा से भी वो लोकसभा सांसद रह चुके हैं। उनकी इस हरकत पर संघ ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/22-congress-leaders-joined-the-captain-s-party-punjab-lok-congress-7227145/,"पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दिया कांग्रेस को झटका, पूर्व सीएम की पार्टी में शामिल हुए 22 पार्षद","पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दिया कांग्रेस को झटका, पूर्व सीएम की पार्टी में शामिल हुए 22 पार्षद । पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा सें गठबंधन करने के तुरंत बाद पंजाब पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सत्ताधारी कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। कांग्रेस के 22 पार्षदों ने पूर्व सीएम कैप्टन की नई पार्टी का दामन थाम लिया है। नई दिल्ली Updated: December 17, 2021 07:27:20 pm नई दिल्ली। पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा सें गठबंधन करने के तुरंत बाद पंजाब पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सत्ताधारी कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। दरअसल, कांग्रेस के 22 पार्षदों ने पूर्व सीएम कैप्टन की नई पार्टी का दामन थाम लिया है। पूर्व सीएम कैप्टन की बेटी बीबा जय इंदर कौर ने इन पार्षदों का पार्टी में स्वागत किया है। बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह इन दिनों दिल्ली में हैं, वो भाजपा संग विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन पर चर्चा करने पहुंचे हैं। ऐसे में उनकी बेटी ने यह जिम्मेदारी निभाई और इन पार्षदों का स्वागत किया है। कांग्रेस से असंतुष्ट नेताओं के पास नया विकल्प कैप्टन बता दें कि हाल ही में जानकारी मिली है कि कैप्टन की नई पार्टी और भाजपा के बीच पंजाब विधानसभा साथ में लड़ने पर सहमति बन गई है। अब दोनों पार्टियां राज्य के चुनाव में साथ उतरेंगी। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि विधानसभा चुनाव से तुरंत पहले कांग्रेस का हाथ छोड़कर अलग पार्टी बनाने वाले कैप्टन, कांग्रेस को काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं। अब पंजाब में कांग्रेस से असंतुष्ट नेताओं के पास एक नया विकल्प हैं। वहीं कैप्टन के करीबियों का इस चुनाव में उनका साथ देना तय है। कांग्रेस छो़ड़ कैप्टन संग आए कई नेता बता दें कि पूर्व सीएम कैप्टन ने 14 दिसंबर को कांग्रेस के कई पूर्व सांसद और पूर्व विधायकों को पार्टी की सदस्यता दिलाई थी। कांग्रेस पूर्व सांसद अमरीक सिंह अलीवाल, पूर्व विधायकों हरजिंदर सिंह ठेकेदार, प्रेम मित्तल, फरजाना आलम और राजविंदर कौर भागिके ने पंजाब लोक कांग्रेस का दामन थामा था। इसके साथ ही कई और स्थानीय नेताओं ने भी कांग्रेस का हाथ छोड़कर कैप्टन की नई पार्टी में शामिल हो गए हैं। माना जा रहा है कि अभी कैप्टन कांग्रेस को और नुकसान पहुंचा सकते हैं। गौरतलब है कि बीते दिनों कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वो पार्टी में अपमानित महसूस कर रहे थे। इसलिए उन्होंने यह फैसला लिया है। वहीं कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद कैप्टन ने तृणमूल कांग्रेस की तर्ज पर पंजाब लोक कांग्रेस नाम से नई पार्टी बनाई है। वहीं अब कैप्टन ने पंजाब में बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में पूर्व सीएम कांग्रेस की मुश्किलें और बढ़ा सकते हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/amarinder-singh-announces-alliance-bjp-for-punjab-polls-7227068/,"Punjab: भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे अमरिंदर सिंह, गठबंधन को लेकर की घोषणा","Punjab: भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे अमरिंदर सिंह, गठबंधन को लेकर की घोषणा Punjab: अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) ने पत्रकार से बातचीत में कहा, ""हमारा गठबंधन (बीजेपी के साथ) पक्का हो गया है। केवल सीट बंटवारे को लेकर बातचीत चल रही है। हम सीट को लेकर पहले देखेंगे कि कौन कहां चुनाव लड़ेगा और कहाँ किसकी जीत की संभावनाएँ अधिक है।"" नई दिल्ली Published: December 17, 2021 06:44:03 pm आखिरकार अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) की नई पार्टी ने भाजपा के साथ पंजाब चुनाव (Punjab Election) के लिए गठबंधन कीं घोषणा कर दी है। कई दौर की वार्ता के बाद दोनों पार्टियों ने ये निर्णय लिया है। दिल्ली में भाजपा के साथ बातचीत के बाद पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने स्वयं इसकी जानकारी दी है। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा के पंजाब प्रभारी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ एक पोस्ट भी शेयर की है। Met union minister & @BJP4India incharge for Punjab, Shri @gssjodhpur in New Delhi today to chalk out future course of action ahead of the Punjab Vidhan Sabha elections. We have formally announced a seat adjustment with the BJP for the 2022 Punjab Vidhan Sabha elections. pic.twitter.com/cgqAcpW2MW — Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) December 17, 2021 ट्विटर पर अमरिंदर सिंह ने लिखा, ""आज नई दिल्ली में भाजपा के पंजाब प्रभारी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मिला। ये मुलाकात पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले भविष्य की रणनीति तैयार करने के लिए की। हमने 2022 के पंजाब विधानसभा चुनावों के लिए औपचारिक रूप से भाजपा के साथ सीटों को शेयर करने का निर्णय लिया है। वहीं, अमरिंदर सिंह ने पत्रकार से बातचीत में कहा, ""हमारा गठबंधन (बीजेपी के साथ) पक्का हो गया है। केवल सीट बंटवारे को लेकर बातचीत चल रही है। हम सीट को लेकर पहले देखेंगे कि कौन कहां चुनाव लड़ेगा और कहाँ किसकी जीत की संभावनाएँ अधिक है।"" बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कॉंग्रेस से इस्तीफा देकर अपनी नई पंजाब लोक कॉंग्रेस का गठन किया था। कॉंग्रेस से इस्तीफे के बाद ये अटकलें लगाई जा रही थीं कि अमरिंदर सिंह भाजपा के साथ जाएंगे परंतु अमरिंदर सिंह ने कुछ भाजपा के समक्ष किसानों का मुद्दा रख दिया। कृषि कानून की वापसी के बाद अमरिंदर सिंह और भाजपा के गठबंधन की राह आसान हो गई थी। अब ये गठबंधन विधानसभा चुनावों में कमाल दिखा पाती है या नहीं ये देखना दिलचस्प होगा।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/cec-ecs-interaction-with-pmo-raises-questions-7226811/,"CEC, Election Commission की PMO के साथ बैठक को लेकर क्यों उठे सवाल? क्यों इसे संवैधानिक नियमों का उल्लंघन माना जा रहा?","CEC, Election Commission की PMO के साथ बैठक को लेकर क्यों उठे सवाल? क्यों इसे संवैधानिक नियमों का उल्लंघन माना जा रहा? कानून मंत्रालय द्वारा एक पत्र जारी किये जाने के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त (Chief Election Commissioner) सुशील चंद्रा और चुनाव आयुक्त (Election Commissioners) राजीव कुमार और अनूप चंद्र पांडे को प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के साथ ""इनफ़ॉर्मल बैठक"" में हिस्सा लिया। इस तरह की बैठक को लेकर विपक्ष ने सवाल उठाए हैं। नई दिल्ली Updated: December 17, 2021 05:36:29 pm कानून मंत्रालय ने एक पत्र के जरिए मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्त को प्रधानमंत्री कार्यालय की एक बैठक में शामिल होने के लिए। ये बैठक 16 नवंबर को हुई भी, परंतु इसे लेकर अब संवैधानिक नियमों को लेकर सवाल उठाए जाने लगे हैं। यहाँ तक कि इस बैठक को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ने आपत्ति भी जताई। इसे संस्थानों की स्वायत्तता से समझौता करार दिया गया है। क्या है पूरा मामला? एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, कानून मंत्रालय द्वारा एक पत्र जारी किये जाने के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त (Chief Election Commissioner) सुशील चंद्रा और चुनाव आयुक्त (Election Commissioners) राजीव कुमार और अनूप चंद्र पांडे को प्रधानमंत्री कार्यालय के साथ ""इनफ़ॉर्मल बैठक"" में हिस्सा लेना पड़ा। इस पत्र में कहा गया था कि ये बैठक पीएम मोदी के प्रधान सचिव पीके मिश्रा करेंगे जिसमें चुनाव CEC का शामिल होना आवश्यक बताया गया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ये पत्र CEC को पसंद नहीं आया और वो सरकार के रवैये से नाराज हैं, क्योंकि जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल पत्र में किया गया था वो किसी समन की तरह प्रतीत होता है। हालांकि, इससे पहले भी इस तरह की बैठकें हुई हैं जिसमें मुख्य चुनाव आयुक्त शामिल नहीं हुए थे जबकि अन्य चुनाव अधिकारी शामिल थे। वरिष्ठ अधिकारी ने ये भी बताया कि मुख्य चुनाव आयुक्त और दो चुनाव आयुक्त इस वीडियो मीटिंग में शामिल नहीं हुए थे। परंतु मीटिंग खत्म होने के बाद तीनों से अनौपचारिक तौर पर बातचीत की गई। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद कॉंग्रेस ने इसपर सवाल उठाए हैं। ये संवैधानिक नियमों के खिलाफ कैसे? कोई भी सरकारी अधिकारी चुनाव आयुक्त को इस तरह का पत्र नहीं भेज सकता है। चुनाव आयोग एक संवैधानिक निकाय है जो कार्यकारी शाखा से स्वतंत्र रूप से कार्य करता है। मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्त सरकार से दूरी बनाकर रखते हैं। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 324 के अनुसार, निर्वाचन आयोग भारत में स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से चुनाव सम्पन्न कराने वाली शीर्ष संस्था है, ताकि चुनाव प्रक्रिया में जनता की भागीदारी को सुनिश्चित किया जा सके। सुप्रीम कोर्ट ने भी 1995 में टीएन शेषन (TN Seshan) बनाम Union of India मामले में अपने आदेश में चुनाव आयोग को स्वतंत्र रहने की आवश्यकता पर जोर दिया था। हालांकि, ये भी एक सत्य है कि तीनों चुनाव आयुक्त लोकतंत्र को बनाए रखने के लिए सरकार के अधिकारियों द्वारा बुलाई गई बैठक या चर्चा में शामिल नहीं हुए। वास्तव में ये सरकारी अधिकारी हैं जिन्होंने ECs को वीडियो कॉल किया। फिर भी जिस तरह से सरकार द्वारा चुनाव आयोग को पत्र भेजा गया और बाद में तीनों को बैठक का हिस्सा बनाया गया उससे चुनाव आयोग की स्वयत्तता पर सवाल उठाए जा रहे हैं। कांग्रेस ने उठाए सवाल कांग्रेस ने सरकार और चुनाव आयुक्तों की इस बैठक को गैर-संवैधानिक बताया है। शुक्रवार को लोकसभा में कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने ""चुनाव आयोग के औचित्य और स्वायत्तता और संस्थानों की स्वतंत्रता"" पर चर्चा करने के लिए एक स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/karnataka-congress-mla-kr-ramesh-kumar-rape-statement-smriti-irani-and-jaya-bachchan-demanded-to-action-7226793/,"कांग्रेस MLA के रेप वाले बयान पर बवाल, स्मृति ईरानी बोलीं- लड़की हूं लड़ सकती हूं, जया बच्चन ने की कार्रवाई की मांग","कांग्रेस MLA के रेप वाले बयान पर बवाल, स्मृति ईरानी बोलीं- लड़की हूं लड़ सकती हूं, जया बच्चन ने की कार्रवाई की मांग कांग्रेस विधायक रमेश कुमार के महिलाओं पर की गई अभद्र टिप्पणी के बाद संसद में जमकर हंगामा हुआ। बीजेपी से लेकर अन्य पार्टी के नेता उनके बयान को शर्मनाक बता रहे हैं तो दिल्ली में एक एनजीओ ने उनके बयान पर मुकदमा तक दर्ज कराया है। कांग्रेस से विधायक केआर रमेश कुमार को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं। नई दिल्ली Published: December 17, 2021 04:15:52 pm नई दिल्ली। कर्नाटक ( Karnataka ) विधानसभा में कांग्रेस के विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ( Ramesh Kumar ) के महिलाओं पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर शुक्रवार को संसद में जमकर बवाल मचा। लोकसभा से लेकर राज्यसभा तक इस मामले पर सांसदों ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई। बीजेपी सांसद स्मृति ईरानी ( Smriti Irani ) ने कांग्रेस विधायक के रेप वाले बयान को लेकर उनकी आलोचना की। वहीं सपा सांसद जया बच्चन ने तो उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग तक कर डाली। बता दें कि अभद्र टिप्पणी को लेकर शुक्रवार को कांग्रेस विधायक ने माफी मांग ली है। एक तरफ भाजपा से लेकर अन्य पार्टी के नेता उनके बयान को शर्मनाक बता रहे हैं तो दिल्ली में एक एनजीओ ने उनके बयान पर मुकदमा तक दर्ज कराया है। यही नहीं विपक्षी पार्टी के सांसद कांग्रेस से विधायक केआर रमेश कुमार को पार्टी से बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं। महिला सांसदों ने रमेश कुमार के बयान पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है। 'लड़की लड़ सकती हूं' नारे से पहले हो बर्खास्तगी बीजेपी सांसद स्मृति ईरानी ने लोकसभा में कांग्रेस विधायक की अभद्र टिप्पणी का कड़ा विरोध किया। उन्होंने कहा कि विधानसभा के अंदर कांग्रेस विधायक का दुष्कर्म पर दिया गया बयान बहुत ही शर्मनाक है। कांग्रेस को महिला सशक्तिकरण की बात नहीं करना चाहिए। यही नहीं कांग्रेस को अपने नारे 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' से पहले इस विधायक को बर्खास्त करना चाहिए। MLA को सजा दे कांग्रेस कांग्रेस विधायक के खिलाफ अन्य विपक्षी दलों के सांसदों का भी गुस्सा फूटा। समाजवादी पार्टी सांसद जया बच्चन ने रमेश कुमार के बयान को शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा कांग्रेस पार्टी को ऐसे लोगों से निपटना चाहिए। जब इस मानसिकता के लोग सदन में होंगे तो बदलाव कैसे आएगा? हमें ऐसे लोगों को कड़ी से कड़ी सजा देकर एक उदाहरण पेश करने की जरूरत है। महिलाओं पर ऐसी टिप्पणी का इतिहास बीजेपी के सांसद अनिल बलूनी ने भी विधायक के बयान को शर्मसार करने वाला बताया। उन्होंने कहा कि ये कांग्रेस पार्टी का इतिहास रहा है। पार्टी नेता महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते आए हैं। खुद रमेश कुमार पहले भी इसी तरह का बयान दे चुके हैं। ये है पूरा मामला कांग्रेस विधायक केआर रमेश कुमार ने कर्नाटक विधानसभा में चर्चा के दौरान बयान दिया कि कहावत है कि जब रेप को रोकना मुमकिन ना हो, तो लेट जाओ और इसका आनंद लो। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष बिल्कुल उसी स्थिति में थे। हैरानी करने वाली बात यह थी कि कुमार के इस बयान पर कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी भी ठहाके लगाते नजर आए।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/congress-leader-rahul-gandhi-target-gov-over-economy-7226781/,"राहुल गांधी ने देश की अर्थव्यवस्था पर सरकार को घेरा, कहा- मित्रों के फायदे के लिए खत्म किए रोजगार","राहुल गांधी ने देश की अर्थव्यवस्था पर सरकार को घेरा, कहा- मित्रों के फायदे के लिए खत्म किए रोजगार कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पटरी से उतरी भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने अपने दोस्तों के फायदे के लिए देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है और रोजगार खत्म हो गए हैं। नई दिल्ली Published: December 17, 2021 04:09:41 pm नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पटरी से उतरी भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने अपने दोस्तों के फायदे के लिए देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है और रोजगार खत्म हो गए हैं। दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसद में सरकार से कुछ सवाल पूछे थे। इसका जवाब देते हुए सरकार ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते देश में सूक्ष्म, मध्यम और लघु उद्योग को खासा नुकसान हुआ है। बताया गया कि कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन और अन्य पाबंदियों के चलते ऐसे उद्योगों की 9 प्रतिशत इकाइयां बंद हो गई हैं। संसद में सूक्ष्म, मध्यम और लघु उद्दम मंत्री नारायण राणे ने एक सर्वे के आंकड़ों के आधार पर यह जानकारी दी है। उद्यम मंत्री ने यह भी बताया कि बिजनेस में नुकसान या कारोबार बंद होने के चलते कई लोगों ने आत्महत्या भी कर ली है। आंकड़ों की मानें तो 2020 में स्वरोजगार करने वाले 11,716 लोगों ने आत्महत्या कर ली है। मित्रों के फासदे के लिए सरकार ने खत्म कर दिया रोजगार सरकार द्वारा दी गई इस जानकारी को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर साझा करते हुए सरकार को घेरा है। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि कोरोना काल में सरकार की नाकामी के चलते 9 फीसदी छोटे उद्योग बंद हो गए हैं। मतलब साफ है कि सरकार ने अपने दोस्तों के फायदे के लिए देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है। इसके चलते लोगों के रोजगार खत्म हो गए, वहीं बड़ी संख्या में लोगों ने आत्महत्या भी कर ली है। #MSME पर मैंने सरकार से कुछ गंभीर प्रश्न किए थे जिनके जवाब में उन्होंने माना है कि कोविड काल में 9% MSMEs बंद हो गयीं। यानि मित्रों का फ़ायदा अर्थव्यवस्था कमज़ोर रोज़गार ख़त्म! pic.twitter.com/BrWpQiFto1 — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 17, 2021 कोरोना के चलते 11,716 उद्यमियों ने की आत्महत्या संसद में कांग्रेस ने पूछा कि कोरोना के चलते बंद हुए कारोबारों को सरकार ने कोई मदद दी है क्या। या फिर व्यापार में नुकसान होने के बाद आत्महत्या करने वाले लोगों के परिवारों की सरकार ने कोई मदद की। इसके जवाब में नारायण राणे ने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के आधार पर बताया कि साल 2019 में स्वरोजगार से जुड़े 9,052 लोगों ने आत्महत्या की थी। जबकि साल 2020 में कोरोना के चलते यह संख्या बढ़कर 11,716 हो गई। उन्होंने बताया कि ब्यूरो ने ऐसे उद्योग से जुड़े लोगों के आत्महत्या करने के आंकड़े श्रेणीबद्ध नहीं किए हैं। हालांकि आत्मनिर्भर भारत के तहत ऐसे लोगों की मदद के लिए कई कदम उठाए गए हैं। सरकार ने एमएसएमई के लिए 20,000 करोड़ रुपए के अधीनस्थ ऋण दिए हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/congress-released-first-list-of-8-candidates-for-goa-assembly-election-7226011/,गोवा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने जारी की 8 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट,"गोवा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने जारी की 8 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट गोवा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने 8 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। बता दें कि पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत को मढ़गांव से उम्मीदवार बनाया है। नई दिल्ली Published: December 16, 2021 11:39:46 pm नई दिल्ली। अगले साल देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसको लेकर सभी पार्टियों ने कमर कस ली है। पार्टियां राज्यों में चुनावी सभाएं कर रही हैं और साथ ही अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतार रही हैं। इसी क्रम में गोवा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने 8 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। बता दें कि पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत को मढ़गांव से उम्मीदवार बनाया है। इस लिस्ट में बताया गया कि गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत मढ़गांव से मैदान में हैं। वहीं सुधीर कनोलकर को मापुसा से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। टोनी रोड्रिग्स को तलेगाओ, राजेश वेरेनकर को पोंडा, संकल्प अमोनकर को मारमुगाओ, एलेक्सियो रेजिनाल्डो लौरेंको को करटोरिम, यूरी अलेमाओ को कुनकोलिम और एलटोन डी'कोस्टा को क्यूपेम से टिकट मिला है। अगले साल होना है मतदान बता दें कि गोवा विधानसभा चुनाव में गोवा फॉरवर्ड पार्टी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ेगी। गोवा में 40 सदस्यीय विधानसभा के लिए अगले साल फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव होना है। जल्द ही चुनाव आयोग पांच राज्यों में होने वाले चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान करेगा। इसके बाद से पार्टियां पूरी दम-खम के साथ चुनावी तैयारियों में जुटने की योजना बना रही हैं। अगर राज्य में 2017 विधानसभा चुनाव की बात करें तो कांग्रेस ने 40 सदस्यीय सदन में 17 सीटें जीती थीं। वहीं देश की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा को 13 सीटें हासिल हुई थीं। इसके साथ ही एनसीपी ने एक सीट पर जीत हासिल हुई थी। निर्दलीय ने तीन सीटों पर जीत दर्ज की, इसके सीथ ही क्षेत्रीय पार्टियों जीएफपी और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी ने तीन-तीन सीटों पर कब्जा किया था। कांग्रेस को मिली थीं 17 सीटें खास बात यह है कि 17 सीटें मिलने के बाद भी कांग्रेस राज्य में सरकार नहीं बना पाई। जबकि भाजपा ने क्षेत्रीय दलों जीएफपी और एमजीपी के साथ गठबंधन कर गोवा में अपनी सरकार बनाई। ये दूसरा मौका था जब बीजेपी ने मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में गोवा में सरकार बनाई थी। नतीजें बताएंगे जनता को किस पर है भरोसा गौरतलब है कि इस बार गोवा में आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस नए जोश के साथ चुनावी मैदान में हैं। फिलहाल दोनों पार्टियों ने अभी राज्य में होने वाले चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। हालांकि सभी पार्टियों गोवा में बड़े-बड़े दावे कर रही हैं। अब देखना यह होगा कि जनता किस पर अपना भरोसा दिखाती है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/captain-amarinder-singh-reaches-delhi-will-meet-bjp-leaders-for-punjab-7225495/,"दिल्ली पहुंचे पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह, भाजपा संग गठबंधन और सीट शेयरिंग पर होगी चर्चा","दिल्ली पहुंचे पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह, भाजपा संग गठबंधन और सीट शेयरिंग पर होगी चर्चा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह दिल्ली पहुंच गए हैं। जानकारी के मुताबिक यहां कैप्टन अपनी पार्टी लोक कांग्रेस पार्टी और भाजपा के बीच गठबंधन और सीटों के बंटबारे पर चर्चा करेंगे। ब नई दिल्ली Published: December 16, 2021 07:45:40 pm नई दिल्ली। पंजाब विधानसभा की तैयारियां जोरों पर है। ऐसे में सभी पार्टियां चुनावी दांव पेंच कसने में जुट गई हैं। इसी क्रम में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह दिल्ली पहुंच गए हैं। जानकारी के मुताबिक यहां कैप्टन अपनी पार्टी लोक कांग्रेस पार्टी और भाजपा के बीच गठबंधन और सीटों के बंटबारे पर चर्चा करेंगे। बताया गया कि अगले तीन दिन पूर्व सीएम दिल्ली में ही रहेंगे। इस दौरान वे भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे और पंजाब में आगे की रणनीति तैयार करेंगे। बता दें कि विधानसभा चुनाव को लेकर कैप्टन ने जिला स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है। ऐसे में सीटों को लेकर तस्वीर स्पष्ट होने के बाद दोनों पार्टियां अपने-अपने क्षेत्र में चुनावी अभियान शुरू करेंगी। अमित शाह ने मिलेंगे कैप्टन जानकारी के मुताबिक पहले कैप्टन, भाजपा के केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और पंजाब में भाजपा के चुनाव प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात करेंगे। इसके बाद पंजाब पूर्व सीएम भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात कर सकते हैं। हालांकि अभी यह कहा नहीं जा सकता है कि दोनों पार्टियों की बीच पहली ही बैठक में सीटों पर तस्वीर साफ हो जाएगी। 70 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है बीजेपी जानकारों का कहना है कि भाजपा पंजाब में 70 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है, जबकि कैप्टन की पार्टी के लिए 35 सीटें छोड़ी जाएंगी। अब इस पर दोनों पार्टियों की सहमति बनती है या नहीं, ये तो समय के साथ ही पता चलेगा। माना जा रहा है कि कैप्टन का अपनी पार्टी बनाने के बाद यह पहला चुनाव है, ऐसे में बीजेपी भी उन्हें ज्यादा सीटें तो नहीं देगी क्योंकि अभी तक वे राज्य में अपनी पैठ नहीं बना पाए हैं। कहा- मेरा और आपका कुर्बानी का रिश्ता वहीं पूर्व सीएम कैप्टन के पंजाब में कांग्रेस से अलग होकर चुनाव लड़ने पर पार्टी को भी नुकसान होना तय है। कहा जा रहा है कि वे चुनावी रैलियों में कांग्रेस पर हमला बोलेंगे। बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बीते दिनों सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उन्होंने पार्टी में उनका अपमान किए जाने की बात कही थी। इस्तीफे के बाद उन्होंने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा कि उसे पंजाब में कोई जिम्मेदारी देना सही नहीं है, उसके पाकिस्तान के पीएम संग संबंध हैं। वहीं अब कैप्टन ने राज्य में अपनी अलग पार्टी बना ली है और अब वे भाजपा के साथ चुनावी मैदान में हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rahul-gandhi-says-we-have-relationship-of-sacrifice-in-uttarakhand-7225348/,"उत्तराखंड में राहुल गांधी ने इंदिरा गांधी को किया याद, कहा- मेरा और आपका कुर्बानी का रिश्ता","उत्तराखंड में राहुल गांधी ने इंदिरा गांधी को किया याद, कहा- मेरा और आपका कुर्बानी का रिश्ता राहुल गांधी ने उत्तराखंड में एक रैली को संबोधित किया। इस चुनावी रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी दादी इंदिरा गांधी को याद किया। उन्होंने कहा कि मेरा और आपकी कुर्बानी का रिश्ता है, देशहित में उत्तराखंड ने सबसे अधिक खून बहाया है। वहीं मेरे परिवार ने भी देश के लिए कई कुर्बानियां दी हैं। नई दिल्ली Published: December 16, 2021 06:28:17 pm नई दिल्ली। अगले साल देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। सभी पार्टियां इसकी तैयारियों में जुटी हुई हैं। इसी क्रम में आज राहुल गांधी ने उत्तराखंड में एक रैली को संबोधित किया। इस चुनावी रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी दादी इंदिरा गांधी को याद किया। उन्होंने कहा कि मेरा और आपकी कुर्बानी का रिश्ता है, देशहित में उत्तराखंड ने सबसे अधिक खून बहाया है। वहीं मेरे परिवार ने भी देश के लिए कई कुर्बानियां दी हैं। दरअसल, कांग्रेस नेता आज उत्तराखंड में 'विजय सम्मान रैली' को संबोधित करने पहुंचे थे। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि गांधी परिवार ने देश के लिए कुर्बानी दी। राहुल गांधी ने 31 अक्टूबर को याद करते हुए कहा कि मेरी दादी देश के लिए शहीद हुईं, मेरा पिता ने भी देश के लिए कुर्बानी दी है। ऐसे में मेरा और आपका रिश्ता बेहद खास हो जाता है। उन्होंने कहा कि मेरा और आपका कुर्बानी का रिश्ता है। देशहित में जो कुर्बानी उत्तराखंड के हजारों लोगों ने दी है, वहीं कुर्बानी मेरे परिवार ने दी है। कुर्बानी का है हमारा रिश्ता रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जिन लोगों ने देश के लिए अपना खून दिया है, वो इस रिश्ते को बहुत अच्छे से समझेंगे। जिनके परिवार के लोग सेना में हैं, उन्हें पता है कि अपने पिता या भाई को खोने का गम क्या होता है। कुछ लोग है जो फर्जी देशभक्ति लिए घूमते हैं, उन्हें हमारा रिश्ता कभी समझ नहीं आएगा। पीएम ने स्वीकार की अपनी गलती इस दौरान कांग्रेस नेता ने राज्य और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। राहुल ने कहा कि आज कुछ लोग देश को कमजोर कर रहे हैं। एक भाई को दूसरे भाई से लड़ाया जा रहा है। आज देश की सरकार दो-तीन पूंजीपतियों के लिए चलाई जा रही है। खुद को किसानों का हितैषी बताने वाले किसानों को बर्बाद करने के लिए काले कानून लाते हैं। वहीं जब किसान एक साथ खड़े हुए तो पीएम को हाथ जोड़ने पड़ गए। लेकिन किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों की बात संसद में क्यों नहीं करते। पंजाब की कांग्रेस सरकार ने इस आंदोलन में शहीद 400 किसानों को मुआवजा दिया है। लेकिन देश की सरकार अभी भी किसान आंदोलन में शहीद हुए 700 अन्नदाताओं के परिवार के बारे में नहीं सोच रही है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/navjot-singh-sidhu-introduce-himself-as-punjab-cm-contender-7225082/,"नवजोत सिंह सिद्धू ने फिर खुद को बताया सीएम पद का दावेदार, कहा- लेकर आऊंगा पंजाब माडल","नवजोत सिंह सिद्धू ने फिर खुद को बताया सीएम पद का दावेदार, कहा- लेकर आऊंगा पंजाब माडल पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर से खुद को पंजाब में सीएम पद के दावेदार के रूप में पेश किया है। रायकोट में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वह पंजाब माडल लेकर आएंगे और राज्य को आर्थिक स्थिति से उबारेंगे। नई दिल्ली Published: December 16, 2021 04:06:10 pm नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर से खुद को पंजाब में सीएम पद के दावेदार के रूप में पेश किया है। रायकोट में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने इसकी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि वह पंजाब माडल लेकर आएंगे और राज्य को आर्थिक स्थिति से उबारेंगे। इस दौरान उन्होंने आर्थिक मोर्चे पर पंजाब सरकार पर निशाना साधा। चन्नी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब की आर्थिक स्थिति सही नहीं है। राज्य कर्ज में डूबा है, ऐसे में पंजाब में चोरी रोकनी होगी। सिद्धू ने कहा कि पंजाब कृषि बहुल देश है ऐसे में हम यहां पंजाब माडल बनाएंगे। उन्होंने बताया कि हम पंजाब माडल में किसानों को दलहन, सरसों पर एमएसपी देगी। इसके साथ ही किसान राज्य सरकार के वेयर हाउसों में अपना अनाज स्टोर कर सकेंगे। केजरीवाल को बताया झूठा इस दौरान पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष चन्नी ने रायकोट में रैली सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि मेरे छोटे भाई चन्नी ने बिजली सस्ती की है, यह अच्छा कदम है जिसका फायदा राज्य के किसानों को होगा। इस मौके पर उन्होंने आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल और शिअद प्रधान सुखबीर सिंह बादल पर भी निशाना साधा। सिद्धू ने केजरीवाल को झूठा करार दिया। पंजाब कांग्रेस प्रधान सिद्धू ने कहा कि केजरीवाल कह रहे हैं कि लुधियाना में एयरपोर्ट बनाने की जरूरत है, लेकिन कांग्रेस ने पहले ही हलवारा में एयरपोर्ट बनाना शुरू कर दिया है। सिद्धू ने कहा कि यह हमारी उपलब्धियों को भुनाने की कोशिश हो रही है। ये लोग सिर्फ बयानबाजी ही करते हैं, जबकि पंजाब को कांग्रेस ही सुधार सकती है। नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि हमें पंजाब को जिताने के लिए लड़ाई लड़नी है। आज पंजाब खोखला हो रहा है, इससे किसानों और युवाओं की जिंदगी बर्बाद हो रही है। राज्य में चोरी हो रही है, इससे पंजाब के पास खर्च करके सिर्फ 12 हजार करोड़ ही बचता है। राज्य को मजबूत बनाने के लिए चोरी को रोकना होगा। बता दें कि पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू राज्य सरकार पर हमलावर हैं। इसके साथ ही वो कई बार कांग्रेस नेतृत्व को भी चेतावनी दे चुके हैं। हाल ही में उन्होंने कहा कि पार्टी को चेतावनी दी कि मैं दर्शनी घोड़ा नहीं बनूंगा। अगर हालात नहीं सुधरे तो मैं अपनी जिम्मेदारी छोड़ दूंगा।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bihar-jitan-ram-manjhi-said-consume-liquor-in-limited-quantity-7225028/,"Bihar: 'लिमिट में पिया करो, जज, MLA सब पीते हैं शराब', बैन के बावजूद जीतनराम मांझी दे रहे 'दारू ज्ञान'","Bihar: 'लिमिट में पिया करो, जज, MLA सब पीते हैं शराब', बैन के बावजूद जीतनराम मांझी दे रहे 'दारू ज्ञान' बिहार (Bihar) के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि 'शराबबंदी (Liquor Ban) की नीतियों में संशोधन किया जाए। ये ओपन सीक्रेट है कि जो बड़े लोग हैं, जो ठेकेदार हैं, धनवान हैं, इंजीनियर हैं, डॉक्टर हैं, आईएएस हैं, आईपीएस हैं, ये सभी रात में 10 बजे के बाद लिमिट में शराब पीते हैं, ये बात दुनिया नहीं जानती पर गरीब को इसके लिए पकड़ा जाता है।' नई दिल्ली Published: December 16, 2021 03:29:26 pm बिहार (Bihar) में शराबबंदी (Liquor Ban) के बावजूद न केवल धड़ल्ले से शराब बेचा जा रहा है, बल्कि पिया भी जा रहा है। इस बीच बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने शराबबंदी की नीति में संशोधन की मांग की और आम जनता को लिमिट में शराब पीने का ज्ञान भी दिया। बगहा में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे जीतनराम मांझी ने ये भी कहा कि ये सभी जानते हैं कि कलेक्‍टर हो या आईएएस, मंत्री हो या विधायक सभी शराब पीते हैं। इससे जुड़ा वीडियो भी सोशल मीडिया पर देखने को मिल रहा है। बिहार में शराबबंदी के बाद भी कौन लोग पी रहे है और कौन इनके धंधा में शामिल हैं अब ⁦@jitanrmanjhi⁩ के ज़ुबानी हालाँकि ⁦@NitishKumar⁩ इन्हें क्यों नहीं समझा पाते सबके समझ से परे हैं ⁦@ndtvindia⁩ pic.twitter.com/AeUGI0z41r — manish (@manishndtv) December 16, 2021 बगहा में एक कार्यक्रम के दौरान जीतनराम मांझी ने कहा, ""कलेक्‍टर हैं, एसपी हैं, एमएलए हैं, मंत्री हैं, वो सब शराब का सेवन रात 10 बजे के बाद करते हैं। पकड़ना है तो सरकार पहले इनको पकड़े न, गरीबों को क्यों पकड़ती है।"" इसके बाद मीडिया से बातचीत में मांझी ने कहा कि 'शराबबंदी की नीतियों में संशोधन किया जाए। ये ओपन सीक्रेट है कि जो बड़े लोग हैं, जो ठेकेदार हैं, धनवान हैं, इंजीनियर हैं, डॉक्टर हैं, आईएएस हैं, आईपीएस हैं, ये सभी रात में 10 बजे के बाद लिमिट में शराब पीते हैं, ये बात दुनिया नहीं जानती पर गरीब को इसके लिए पकड़ा जाता है।' इस बातचीत के दौरान हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (secular) के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने आगे कहा कि 'शराब पीकर इधर-उधर क्यों घूमते हो? लिमिट में पियो न जैसे बड़े लोग पीते हैं। अब तुम पीकर चौराहे पर घूमोगे तो पकड़ने की बात आएगी ही। इसलिए बड़े लोगों से सीखों कैसे लिमिट में शराब पी जाती है और सुबह काम पर निकल जाओ।' बता दें कि बिहार में वर्ष 2016 से पूर्ण शराबबंदी है इसके बावजूद यहाँ शराब तस्करी के मामले आए दिन सामने आते रहते हैं। यहाँ तक कि एक रिपोर्ट में सामने आया था कि शराब के सेवन के मामले में बिहार ने महाराष्ट्र को भी पीछे छोड़ दिया है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/adhir-ranjan-chowdhury-says-mamata-banerjee-is-doing-favour-for-bjp-7224360/,"कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी का ममता बनर्जी पर हमला, कहा - बीजेपी के लिए काम कर रहीं दीदी, विपक्ष को कमजोर करना है मकसद","कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी का ममता बनर्जी पर हमला, कहा - बीजेपी के लिए काम कर रहीं दीदी, विपक्ष को कमजोर करना है मकसद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर करारा हमला किया है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी अब बीजेपी की दलाली कर रही हैं। वो भाजपा का पूरी तरह से समर्थन कर रही हैं। उनका मकसद सिर्फ विपक्ष को कमजोर करना है। नई दिल्ली Published: December 15, 2021 11:52:43 pm नई दिल्ली। इन दिनों कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस एक दूसरे पर हमलावर नजर आ रही हैं। दोनों पार्टियों के नेता एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं। आज कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर करारा हमला किया है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी अब बीजेपी की दलाली कर रही हैं। वो भाजपा का पूरी तरह से समर्थन कर रही हैं। उनका मकसद सिर्फ विपक्ष को कमजोर करना है। कांग्रेस नेता ने कहा कि ममता बनर्जी ये सब अपने भतीजे को बचाने के लिए कर रही हैं। उनको लगता है कि बीजेपी की तारीफ करके, मोदी जी की दलाली कर वो बड़ी बन जाएंगी और अपने भतीजे को बचा लेंगी। ऐसा कुछ भी नहीं होना वाला है, इससे सिर्फ विपक्ष को नुकसान होगा और जिसका खामियाजा पूरे देश को भुगतना पड़ेगा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने एक कार्यक्रम में ममता बनर्जी को लेकर यह बाते कहीं। उन्होंने कहा कि बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का अब नया नाटक शुरू हो गया है। उनका अब फर्ज है अपने भतीजे को बचाना और इसके लिए वे मोदी जी को खुश करने में लगी हुई हैं। ममता बनर्जी को लगता है कि मोदी की भक्ती करके वो अपने भतीजे को बचा लेंगी। यही वजह है कि बंगाल चुनाव में बीजेपी के खिलाफ लड़ने वाली पार्टी की मुखिया आज बीजेपी के सबसे बड़े नेता पीएम मोदी की दलाली कर रही हैं। अपने भतीजे को बचाने के लिए सबकुछ जानते हुए भी उनकी आवाज अब बंद हो गई है। यही कारण है कि कुछ दिनों से भाजपा के नेता भी ममता बनर्जी के खिलाफ कुछ बोल नहीं रहे हैं। यह भी पढ़ें: ममता बनर्जी का पीएम मोदी पर हमला, कहा- चुनाव आते ही करने लगे गंगा स्नान गौरतलब है कि हाल ही में ममता बनर्जी मुंबई दौरे पर आई थीं। यहां उन्होंने उद्धव ठाकरे के बेटे और एनसीपी चीफ शरद पवार से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि अब देश में यूपीए का अस्तित्व समाप्त हो गया है। कांग्रेस को कोई नहीं जानता। बता दें कि ममता बनर्जी कई दिनों से कांग्रेस से नाराज हैं। कुछ दिनों पहले उन्होंने कहा था कि देश की सबसे पुरानी पार्टी ऐसे समय में खामोश बैठी है, जब उसे बीजेपी के खिलाफ रणनीति बनानी चाहिए।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/shivsena-mp-sanjay-raut-says-bjp-ran-away-after-babri-demolition-7223805/,"संजय राउत का भाजपा पर हमला, कहा- बाबरी विध्वंस के बाद भाग गई थी BJP, सिर्फ चुनाव में दिखता है उनका हिंदुत्व","संजय राउत का भाजपा पर हमला, कहा- बाबरी विध्वंस के बाद भाग गई थी BJP, सिर्फ चुनाव में दिखता है उनका हिंदुत्व शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत ने हिंदुत्व के मुद्दे पर बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भाजपा का हिंदुत्व सिर्फ चुनाव के दौरान ही सामने आता है। बाबरी विध्वंस के बाद बीजेपी भाग गई थी। नई दिल्ली Updated: December 15, 2021 08:17:02 pm नई दिल्ली। शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत ने हिंदुत्व के मुद्दे पर बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भाजपा का हिंदुत्व सिर्फ चुनाव के दौरान ही सामने आता है। संजय राउत ने कहा कि शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे ने यह सुनिश्चित किया था कि हिंदुओं ने धर्म के नाम पर वोट डाला। शिवसेना की हिंदुत्व के प्रति प्रतिबद्धता सिर्फ राजनीति या चुनाव तक सीमित नहीं है। शिवसेना का उद्देश्य लोगों को भोजन, कपड़े और आश्रय सुनिश्चित करने के लिए है। भाजपा का हिंदुत्व ऐसा है कि जब अयोध्या में बाबरी को गिराया जा रहा था, तो हिंदुत्व वोट बैंक के समर्थक भाग गए थे। वहीं शिव सैनिक और बालासाहेब ठाकरे हिंदुओं के पक्ष में खड़े थे और उन्हें शिव सैनिकों पर गर्व था, जिन्होंने बाबरी को तोड़ा था। बता दें कि संजय राउत ने एक कार्यक्रम में यह टिप्पणी की है। दरअसल, राउत ने महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल के उस दावे पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने छत्रपति शिवाजी को हिंदू वोट बैंक बनाने वाला पहला व्यक्ति बताया था। संजय राउत ने कहा कि मुझे नहीं पता कि छत्रपति शिवाजी ने पहला हिंदू वोट बैंक बनाया था, लेकिन मैं जानता हूं कि उन्होंने देश में पहला हिंदवी स्वराज स्थापित किया था। शिवसेना नेता ने आगे कहा कि छत्रपति शिवाजी की शिक्षाओं का पोषण बालासाहेब ठाकरे ने और इससे पहले वीर सावरकर ने महाराष्ट्र और देश भर में किया था। शिवसेना सांसदों को किया गया था निलंबित इस दौरान संजय राउत ने अयोध्या में हुए बाबरी विध्वंस और महाराष्ट्र विधानसभा उपचुनावों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बालासाहेब ने पहली बार यह प्रदर्शित किया था कि देश में एक हिंदू वोट बैंक मौजूद है और यह सुनिश्चित करता है कि हिंदू धर्म के नाम पर अपना वोट दें। वहीं शिवसेना के विधायकों द्वारा किए गए एक दावे के बाद उन्हें विधानसभा से निलंबित कर दिया गया था। बता दें कि विधायकों ने कहा था कि उन्होंने हिंदुत्व के मुद्दे पर चुनाव में जीत हासिल की है। यह भी पढ़ें: किसानों ने सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ खोल दिया मोर्चा, जानिए अब क्या मांग कर रहे हैं किसान जब ये सब हो रहा था तो भाजपा का कही नाम भी नहीं था। संजय राउत ने कहा कि मुझे याद भी नहीं है कि किसी बीजेपी के नेता पर इस तरह की कोई कार्रवाई हुई हो। बालासाहेब ने हमें डरना नहीं सिखाया, हम तब भी मजबूती से खड़े थे और आज भी हैं। जबकि बीजेपी का हिंदुत्व चुनाव और मंदिरों तक ही सीमित है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/farmers-came-out-in-against-the-punjab-channi-government-7223676/,"पंजाब: किसानों ने सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ खोल दिया मोर्चा, जानिए अब क्या मांग कर रहे हैं किसान","पंजाब: किसानों ने सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ खोल दिया मोर्चा, जानिए अब क्या मांग कर रहे हैं किसान पंजाब के किसानों ने राज्य की चन्नी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। किसान संगठनों का कहना है कि पंजाब चुनाव से पहले कांग्रेस ने किसानों से कई वादे किए थे। सरकार के 5 साल पूरे हो गए हैं, लेकिन किसानों से किए गए वादे अभी तक पूरे नहीं हुए हैं। नई दिल्ली Published: December 15, 2021 07:01:08 pm नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने संसद में विधेयक पास कर तीनों कृषि कानूनों को रद्द कर दिया है। इसके बाद करीब एक साल से कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने अब घर वापस लौट गए हैं, लेकिन घर वापसी के बाद अब पंजाब के किसानों ने राज्य की चन्नी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दरअसल, पंजाब में साल 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में किसान संगठन चन्नी सरकार से 2017 के चुनाव में किसानों से किए गए वादों को पूरा करने की मांग कर रहे हैं। किसान संगठनों का कहना है कि पंजाब चुनाव से पहले कांग्रेस ने किसानों से कई वादे किए थे। सरकार के 5 साल पूरे हो गए हैं, लेकिन किसानों से किए गए वादे अभी तक पूरे नहीं हुए हैं। वादे पूरे करे पंजाब सरकार किसान संगठनों का कहना है कि सरकार ने किसानों से गरीबी और कर्ज के चलते आत्महत्या करने वाले अन्नदाताओं के परिवारों को मुआवजा देने का ऐलान किया था। इसके साथ ही कांग्रेस ने कर्जमाफी, किसानों को नौकरी देने जैसे कई वादे किए थे, जिन्हें अभी तक पूरा नहीं किया गया है। किसानों का आरोप, ड्रामा कर रही है सरकार अपनी इन मांगों को लेकर किसानों ने पंजाब की चन्नी सरकार को अल्टीमेटम दे दिया है। किसानों का कहना है कि कांग्रेस ने किसानों से वोट लेने के लिए झूठे वादे किए थे। इसके साथ ही किसानों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप भी लगाया है। किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल का कहना है कि अब वह सीएम चन्नी की बुलाई किसी बैठक में शामिल नहीं होंगे। सरकार किसानों के साथ नहीं है, सिर्फ ड्रामा कर रही है। सरकार ने बदली मीटिंग की तारीख बता दें कि पंजाब सीएम ने राज्य के किसानों से उनकी समस्याओं पर बात करने के लिए 17 दिसंबर को एक बैठक बुलाई थी। हालांकि बाद में इस बैठक की तारीख बदल दी गई। वहीं सरकार ने बैठक की तारीख बदलने पर सफाई देते हुए कहा कि कुछ जत्थेबंदियां बैठक में शामिल नहीं हो सकती थी, इसलिए इस मीटिंग शिफ्ट किया गया है। इस पर किसान नेताओं ने आपत्ति जताई है और अब बैठक में शामिल न होने का ऐलान कर दिया है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/west-bengal-bjp-mp-locket-chatterjee-missing-poster-adjacent-to-the-area-of-hooghly-parliamentary-constituency-7223471/,West Bengal: हुगली से BJP की सांसद लॉकेट चर्टजी लापता! जानिए क्या है पूरा मामला,"West Bengal: हुगली से BJP की सांसद लॉकेट चर्टजी लापता! जानिए क्या है पूरा मामला West Bengal विधानसभा चुनाव में हार के बाद से ही प्रदेश में बीजेपी के लिए अच्छी खबरें सामने नहीं आ रही हैं। इस बीच हुबली से सांसद लॉकेट चटर्जी के लापता होने की खबर ने सियासी हलचल बढ़ गई है। दरअसल हुगली जिले के सिंगुर में भारतीय जनता पार्टी किसानों की मांग को लेकर तीन दिवसीय धरना दे रही है। लेकिन इस धरने पर इलाके की सांसद ही नदारद हैं। नई दिल्ली Published: December 15, 2021 05:17:42 pm नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल ( West Bengal ) में एक बा फिर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। दरअसल बंगाल में बीजेपी की मुश्किलें लगातार बढ़ रही है। विधानसभा चुनाव में हार के बाद से नेता पार्टी का साथ छोड़ रहे हैं। यही वजह है कि बीजेपी के अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं में निराशा का माहौल है। इतना ही नहीं मौजूदा नेता भी जमीनी स्तर पर काम करते नजर नहीं आ रहे हैं। बुधवार को कुछ ऐसा ही मामला सामने आया, जब बीजेपी नेता लंबे समय से अपने संसदीय क्षेत्र में नहीं पहुंचीं तो मामले ने तूल पकड़ लिया। दरअसल बीजेपी की हुगली से सांसद लॉकेट चटर्जी ( Locket Chatterjee ) लापता बताई जा रही हैं। बंगाल में बुधवार को एक अजीब नजारा देखने मिला। बीजेपी की सांसद लॉकेट चटर्जी के लापता होने का पोस्टर संसदीय क्षेत्र हुगली ( Hooghly ) के पांडुआ इलाके में चस्पा मिला। यही नहीं इस पोस्टर को उनके क्षेत्र के अलग-अलग इलाकों बीडीओ कार्यालय, पंचायत कार्यालय और तेलीपाड़ा जंक्शन सहित कई जगहों पर देखा गया। पोस्टर किसने लगाया पता नहीं बीजेपी सांसद के लापता होने का पोस्टर लोगों ने या फिर विरोधी पार्टियों ने लगाया इसको लेकर कोई जानकारी अब तक सामने नहीं आई है। पोस्टर के नीचे किसी का नाम भी नहीं लिखा है। पोस्टर में ये लिखा हुगली संसदीय क्षेत्र में जो पोस्टर लगे हैं उस पर लिखा है...'मैं पोस्टर पर लिखे लापता सांसद लॉकेट चटर्जी को ढूंढना चाहता हूं।' इस पोस्टर के मिलने से हुगली जिले में खलबली मच गई है। ये है मामला दरअसल हुगली जिले के सिंगुर में भारतीय जनता पार्टी किसानों की मांग को लेकर तीन दिवसीय धरना दे रही है। लेकिन इस धरने पर इलाके की सांसद ही नदारद हैं। यही वजह है कि इस तरह के पोस्टर देकने को मिल रहे हैं। हालांकि बताया जा रहा है कि लॉकेट चटर्जी संसद के शीतकालीन सत्र के चलते इस आंदोलन में शामिल नहीं हुई हैं। कोरोना संकट में भी नजर नहीं आईं तृणमूल पांडुआ प्रखंड अध्यक्ष असित चट्टोपाध्याय के मुताबिक हुगली सांसद लंबे समय से पांडुआ या हुगली जिले में नहीं नजर नहीं आई हैं। यही वजह है कि संसदी क्षेत्र के लोग उन्हें ढूंढ रहे हैं। उन्होंने कहा कि, कोरोना जैसी महामारी के दौरान भी उन्होंने अपने क्षेत्र के लोगों की सुध नहीं ली। 2019 में जीता लोकसभा चुनाव लॉकेट चटर्जी वर्ष 2019 में हुगली लोकसभा चुनाव में जीत अर्जित की। इस दौरान तृणमूल कांग्रेस की रत्ना दे नाग को हराकर सांसद चुनी गई थी। दरअसल पांडुआ हुगली लोकसभा में सात विधानसभाओं में से एक है। इस बीच, बीजेपी ने लॉकेट चटर्जी को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। उन्हें उत्तराखंड चुनाव का प्रभारी बनाकर भेजा गया है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/lakhimpur-kheri-case-ajay-mishra-teni-misbehave-with-a-reporter-7223396/,"Lakhimpur Kheri Case : सवाल पूछने पर बिफर गए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री, मीडियाकर्मियों से अभद्रता की","Lakhimpur Kheri Case: केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय सिंह टेनी से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया वायरल हो रहा है। इस वीडियों में अजय टेनी लखीमपुर मामले पर सवाल किये जाने पर भड़क गए और मीडियाकर्मी के साथ अभद्र व्यवहार किया। नई दिल्ली Published: December 15, 2021 04:26:21 pm लखीमपुर कांड (Lakhimpur Kheri Case) में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय टेनी (Ajay Mishra Teni) के बेटे आशीष मिश्रा (Ashish Mishra Teni) पर हत्या का मामला दर्ज है। इस मामले को लेकर विपक्ष लगातार अजय सिंह टेनी के इिस्तीफे की मांग कर रहा है। इस बीच अजय सिंह टेनी से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया वायरल हो रहा है। इस वीडियों में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय टेनी लखीमपुर मामले पर सवाल किये जाने पर भड़क गए और मीडियाकर्मी के साथ अभद्र व्यवहार किया। वीडियों में आप देख सरकते हैं कि अजय सिंह टेनी तब भड़क गए जब उनसे एक पत्रकार ने उनके बेटे को लेकर सवाल किया। लखीमपुर में केंद्रीय मंत्री अजय टेनी का नया कारनामा- दम्भ,अहंकार में भरे मंत्री ने मीडियाककर्मी से की अभद्रता- बन्द कर बे- मंत्री दिमाग खराब है क्या बे- मंत्री प्रधानमंत्री जी अब भी कुछ शेष है!! pic.twitter.com/kdv3tGInMc — Gaurav Singh Sengar (@sengarlive) December 15, 2021 लखीमपुर खीरी में एक पत्रकार ने टेनी से उनके बेटे पर लगे आरोपों को लेकर सवाल किया था।इसपर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने गुस्से में पत्रकार का कॉलर पकड़ कर लिया और कहा, ""अरे फोन बंद कर बे, दिमाग खराब है क्या? SIT से सवाल पूछो न जाकर , मैं कहता हूं ये मीडिया वालों ने ही एक निर्दोष आदमी के लिए बनाया, शर्म नहीं आती, ये कितने गंंदे लोग हैं जो निर्दोष को फंसा रहे हैं।"" बता दें कि लखीमपुर खीरी मामले की यूपी की एसआईटी टीम जांच कर रही है। एसआईटी ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत से कहा कि 'अब तक की जांच में सामने आया है कि कार से चार किसानों और एक पत्रकार की हत्या हुई है और ये एक सुनियोजित साजिश थी। आरोपियों ने जानबूझकर जान से मारने की नीयत से इस घटना को अंजाम दिया।' इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय टेनी का बेटा आशीष मिश्रा भी 13 आरोपियों में शामिल हैं। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे व अन्य अभियुक्तों पर 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में प्रोटेस्ट कर रहे किसानों पर जीप चढ़ाकर उन्हें कुचलने का आरोप है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/karnataka-mlc-election-result-2021-bjp-won-12-seats-know-the-status-of-congress-and-jds-7222870/,"Karnataka MLC Election Result: कड़े मुकाबले के बीच बहुमत से चूकी BJP, जानिए कांग्रेस और जेडीएस का हाल","Karnataka MLC Election Result: कड़े मुकाबले के बीच बहुमत से चूकी BJP, जानिए कांग्रेस और जेडीएस का हाल Karnataka MLC Election Result कर्नाटक विधान परिषद के चुनाव परिणामों की घोषणा के साथ ही बीजेपी खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई है। दरअसल प्रदेश सरकार विधानसभा में धर्मांतरण के खिलाफ कानून जैसे विवादित विधेयकों को सदन में रखने जा रही है, ऐसे में चुनाव में 25 में से 12 सीटों पर जीत दर्ज उच्च सदन में बीजेपी ने अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। नई दिल्ली Published: December 15, 2021 09:19:28 am नई दिल्ली। आगामी पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के लिए अच्छी खबर सामने आई है। कर्नाटक विधान परिषद चुनाव के परिणाम ( Karnataka MLC Election Result ) घोषित हो गए हैं। खास बात यह है कि ये परिणाम एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) के लिए अच्छी खबर लेकर आए हैं। विधान परिषद की 25 सीटों के लिए हुए चुनाव परिणामों में बीजेपी ने अच्छा प्रदर्शन किया है। हालांकि भाजपा ने बहुमत के लिए 12 सीटें हासिल करने से एक सीट चूक गई। 11 सीटों पर कब्जा जमाने में कामयाबी हासिल की है। इसके साथ ही उच्च सदन में बीजेपी की स्थिति मजबूत हो गई है। वहीं कड़े मुकाबले में कांग्रेस को दो सीटों का नुकसान हुआ है और उसने भी 11 सीटों पर जीत हासिल की है। कर्नाटक विधान परिषद की 25 सीटों के लिए 10 दिसम्बर को चुनाव हुआ था। विधान परिषद चुनाव में कुल 90 प्रत्याशियों ने अपना भाग्य आजमाया था। इसमें बीजेपी और कांग्रेस के 20-20 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। स्थानी पार्टी जेडीएस के लिए ये चुनाव कुछ खास नहीं रहा। पार्टी ने चुनाव में कुल 6 उम्मीदवारों को उतारा था, लेकिन इनमें से सिर्फ 1 ही जीत हासिल कर सका। अपने गढ़ में दलों को झटका बीजेपी ने भले ही चुनाव परिणामों में सबसे ज्यादा सीटें जीत ली हैं, लेकिन उसे अपने ही गढ़ में नुकसान उठाना पड़ा है। खास तौर पर सीएम बोम्मई के गृह जनपद में भी बीजेपी के लिए अच्छी खबर नहीं आई है। धारवाड़ और पार्टी के मजबूत गढ़ माने जाने वाले बेलगावी में बीजेपी उम्मीदवारों की करारी हार हुई है। ऐसा नहीं है कि सिर्फ बीजेपी के गढ़ में सेंध लगी हो बल्कि जेडीएस के साथ भी ऐसा ही हुआ है। जेडीएस को भी मध्य के मजबूत क्षेत्र में झटका लगा है। ये है सीटों का गणित कर्नाटक विधान परिषद में कुल 25 सीटों के लिए चुनाव कराया गया था। सत्ता पर काबिज होने के लिए 12 सीटें हासिल करना जरूरी थी। हालांकि बीजेपी बस एक सीट से चूक गई। उच्च सदन में अपनी स्थिति तो मजबूत कर ली है, लेकिन बहुमत हासिल नहीं कर पाई है। 11 सीटों पर जीत हासिल करने के बाद अब 75 सदस्यों वाली कर्नाटक विधान परिषद में बीजेपी के 37 सदस्य हो गए हैं। वहीं 11 सीट जीतने के साथ ही कांग्रेस के कुल सदस्यों की संख्या 29 से घटकर 26 रह गई हैं, जबकि जेडीएस ने एक सीट जीतने के साथ अपने सदस्यों की संख्या 7 कर ली है। एक निर्दलीय उम्मीदवार प्रतिष्ठित बेलगावी निर्वाचन क्षेत्र की दो सीटों में से एक पर जीत हासिल करने में सफल रहा है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bangal-cm-mamta-banerjee-targets-pm-modi-over-ganga-bath-7222132/,"गोवा: पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी का पीएम मोदी पर हमला, कहा- चुनाव आते ही करने लगे गंगा स्नान","गोवा: पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी का पीएम मोदी पर हमला, कहा- चुनाव आते ही करने लगे गंगा स्नान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी और पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा। ममता बनर्जी ने कहा कि कुछ लोगों ने चुनाव आते ही गंगा में डुबकी लगाना शुरू कर दिया है। चुनाव के बाद इसी गंगा में शव फेके जाएंगे। नई दिल्ली Published: December 14, 2021 07:00:47 pm नई दिल्ली। अगले साल देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है। इसको लेकर सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। चुनावी राज्यों में पार्टियों के दौरे और जनसभाएं शुरू हो गई हैं, मतदाताओं को लुभाने के लिए चुनावी ऐलान हो रहे हैं। इसके साथ ही पार्टियां द्वारा एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। इसी क्रम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गोवा यात्रा पर पहुंची हैं। यहां उन्होंने बीजेपी और पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा। बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि कुछ लोगों ने चुनाव आते ही गंगा में डुबकी लगाना शुरू कर दिया है। उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी का काम देश में हिंदू-मुसलमान करना है। पार्टी ने हमेशा यही किया है और आगे भी यही करने की योजना है, उन्हें लोगों की परेशानियों और उनकी भावनाओं से कोई लेना-देना नहीं हैं। चुनाव के बाद गंगा में फेेके जाते हैं शव ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी ने हमेशा लाशों पर राजनीति की है। चुनाव के समय वे हिंदू-मुसलमान करते हैं और गंगा में डुबकी लगाते हैं। वहीं चुनाव के बाद शवों को गंगा में फेंका जाता है। तब वे गंगा को भूल जाते हैं उस दौरान उन्हें गंगा की याद नहीं आती। ऐसे लोगों का कोई ईमान-धर्म नहीं होता। बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप बता दें कि ममता बनर्जी गोवा विधानसभा चुनाव के लिए पूरे दम-खम के साथ मैदान में उतरी हैं। बंगाल चुनाव से ही ममता बनर्जी धार्मिक एकता की राजनीति पर जोर दे रही हैं। बंगाल में भी चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने बार-बार खुद को और अपनी पार्टी टीएमसी को धर्मनिरपेक्ष साबित करने की कोशिश की थी। वहीं गोवा में भी वो इसी पर काम कर रही हैं। जिसके चलते वो बीजेपी पर धर्मों का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगा रही हैं। गौरतलब है कि पीएम मोदी ने कल काशी में गंगा में डुबकी लगाई थी। वहीं ममता बनर्जी ने नाम लिए बिना पीएम मोदी पर निशाना साधा है। इसके साथ ही ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी को सभी धर्मों को साथ लेकर चलने वाली बताया। उन्होंने कहा कि टीएमसी का अर्थ टेंपल, मॉस्क और चर्च है। ऐसे में गोवा में टीएमसी ही बीजेपी का विकल्प है। यह दूसरा मौका है जब पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस को धर्म निरपेक्ष बताया है। इससे पहले भी वो गोवा में एक कार्यक्रम में अपनी पार्टी यानि टीएमसी के नाम का अर्थ बता चुकी हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/shivsena-praises-rahul-gandhi-hindu-hindutva-speech-7222026/,हिंदू-हिंदुत्व के मुद्दे पर शिवसेना को भाने लगा है कांग्रेस का राग? संजय राउत ने की राहुल गांधी की तारीफ,"हिंदू-हिंदुत्व के मुद्दे पर शिवसेना को भाने लगा है कांग्रेस का राग? संजय राउत ने की राहुल गांधी की तारीफ शिवसेना के मुखपत्र सामना में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के जयपुर में दिए भाषण का उल्लेख किया गया है। सामना में लिखा है कि 'राहुल गांधी ने हिन्दू और हिंदुत्ववादी की परिभाषा तय कर अपनी पार्टी को दिशा दी है। नई दिल्ली Published: December 14, 2021 06:05:52 pm हिंदू और हिंदुत्व को लेकर आजकल खूब बयानबाजी देखने को मिल रही है। 2024 के लोकसभा चुनावों से पूर्व कुछ पार्टियां खुद को ज्यादा हिंदूवादी दिखाने के प्रयास कर रही है। इन सभी के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का एक बयान काफी सुर्खियों में है। अब शिवसेना ने भी अपने मुखपत्र के जरिए इस बयान का समर्थन किया है और राहुल गांधी की तारीफ की है। सामना में जिस तरह से राहुल गांधी की सराहना की गई है उससे यही लग रहा है कि अब शिवसेना भी राहुल गांधी के दिखाए राह को आत्मसात कर रही है। दरअसल, शिवसेना के मुखपत्र सामना में राहुल गांधी के जयपुर में दिए भाषण का उल्लेख किया गया है। सामना में लिखा है कि 'राहुल गांधी ने हिन्दू और हिंदुत्ववादी की परिभाषा तय कर अपनी पार्टी को दिशा दी है। वो पार्टी जो 'बेकार धर्मनिरपेक्षता' में फंसी हुई थी उसने काफी लंबे समय के बाद देश के बहुसंख्यकों से अपील की है।' बता दें 12 दिसम्बर को जयपुर में एक रेली के दौरान कहा था, ""यह हिंदुओं का देश है हिंदुत्ववादियों का नहीं। 2014 के बाद से, हिंदुत्ववादी सत्ता में हैं, हिंदू नहीं। हमें उन्हें सत्ता से बाहर करने और हिंदुओं को शासन में लाने की आश्यकता है।"" सामना के कार्यकारी संपादक संजय राउत ने राहुल गांधी के इस भाषण की सराहना करते हुए लिखा, 'राहुल गांधी ने कांग्रेस पार्टी को नई दिशा देने का प्रयास किया है जो बेतुके धर्मनिरपेक्षता में फंसी थी। सोनिया गांधी प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी की उपस्थिति ने जयपुर में 2024 के आम चुनावों के लिए मार्ग दिखाया है।' सामना में संजय राउत ने आगे लिखा, 'हालांकि, ये देश सभी धर्म के लोगों का है, पर कोई भी बहुसंख्यक को अनदेखा कर राजनीति में आगे नहीं बढ़ सकता है। इस मुद्दे पर मेरी राहुल गांधी के साथ कई बार चर्चा हुई है । जयपुर में उनके भाषण का अर्थ है कांग्रेस की आत्मा हिन्दू थी।' संजय राउत ने लिखा कि 'राहुल गांधी ने अपने भाषण से स्पष्ट किया है कि महात्मा गांधी से लेकर मदन मोहन मालवीय और लोकमान्य तिलक तक की आत्मा हिन्दू थी। जबकि गोडसे की हिंदुत्ववादी। हिन्दू सत्य है तो हिन्दुत्व शक्ति है। इस अंतर को सही तरीके राहुल गांधी ने रेखांकित किया है।' सामना में भाजपा पर हमला करते हुए राउत ने लिखा, 'वर्तमान की दिल्ली सरकार हिन्दू संस्कृति से मेल नहीं खाती। उद्धव ठाकरे ने जो कहा था कि ये पार्टी नकली हिन्दुत्व से भरी है, सही कहा था।' शिवसेना के मुखपत्र को पढ़कर ये कहना गलत नहीं होगा कि इस पार्टी को कांग्रेस का हिन्दू और हिन्दुत्व को लेकर जो विचार हैं वो भा रहे हैं। इससे पहले पहले संजय राउत ने 2024 के आम चुनावों के लिए मुख्य विपक्षी दल के रूप में कांग्रेस पार्टी की वकालत की थी। इससे पहले भी कई अवसरों पर शिवसेना कांग्रेस पार्टी का पक्ष लेते हुए दिखाई दी है। ऐसा लगता है कि शिवसेना ने 2024 के आम चुनावों के लिए अभी से कांग्रेस की राह पर चलने का निर्णय कर लिया है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rahul-gandhi-said-suspension-of-mps-is-symbol-of-crushing-voice-of-people-pm-modi-is-not-attending-session-do-not-want-arguments-7221758/,"सांसदों के निलंबन पर राहुल गांधी ने निकाला मार्च, बोले-बहस के लिए सदन नहीं आते प्रधानमंत्री, ये लोकतंत्र चलाने का तरीका नहीं","सांसदों के निलंबन पर राहुल गांधी ने निकाला मार्च, बोले-बहस के लिए सदन नहीं आते प्रधानमंत्री, ये लोकतंत्र चलाने का तरीका नहीं राहुल गांधी मंगलवार को एक बार मोदी सरकार पर हमलावर नजर आए। 12 सांसदों के निलंबन के बहाने पीएम मोदी पर निशाना साथा। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री सदन में बहस ही नहीं चाहते हैं। वे सदन में नहीं आते हैं और हमें मुद्दों पर बहस का मौका तक नहीं दिया जाता है। नई दिल्ली Published: December 14, 2021 02:43:24 pm नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र ( Parliament Winter Session ) की शुरुआत में विपक्ष के 12 सांसदों को निलंबित करने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक बार फिर सांसदों के निलंबन के खिलाफ विपक्ष एकजुट नजर आया। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) के नेतृत्व में विपक्ष ने मंगलवार को प्रदर्शन किया। राहुल गांधी के साथ विपक्षी दलों के सांसदों ने विजय चौक तक पैदल मार्च निकाला। इस दौरान राहुल गांधी की अगुवाई में विपक्ष ने आवाज बुलंद किया। राहुल गांधी ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हमारी आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब तक विपक्ष आवाज उठाने की कोशिश करता है उसे दबा दिया जाता है। सांसदों को निलंबित कर दिया जाता है। बहस के लिए पीएम मोदी सदन नहीं आते। ये लोकतंत्र चलाने का तरीका नहीं है। राहुल गांधी मंगलवार को एक बार मोदी सरकार पर हमलावर नजर आए। 12 सांसदों के निलंबन के बहाने पीएम मोदी पर निशाना साथा। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री सदन में बहस ही नहीं चाहते हैं। वे सदन में नहीं आते हैं और हमें मुद्दों पर बहस का मौका तक नहीं दिया जाता है। कांग्रेस नेता ने कहा, विपक्षी सांसदों के निलंबन के 14 दिन हो गए हैं। संसद में विपक्ष जिन मुद्दों पर बहस करना चाहती है, वो बहस सरकार नहीं होने देती है। जहां भी विपक्ष अपनी आवाज उठाने की कोशिश करती है सरकार डराकर, धमकाकर उन्हें निलंबित करके चुप कराने की कोशिश करती है। ये लोकतंत्र चलाने का तरीका नहीं है। सदन में बहस होना चाहिए, हर मुद्दे पर बहस होना चाहिए। लेकिन सरकार सिर्फ बिल पर बिल पेश में जुटी है, किसी भी मुद्दे पर जवाब या बहस नहीं चाहती। राहुल ने कहा, सांसदों को पीएम या सभापति ने नहीं सस्पेंड किया, बल्कि इन्हें उस शक्ति ने निलंबित किया है जो किसानों की आमदनी और कमाई चोरी करना चाहते हैं। पीएम मोदी ने तो सिर्फ उसे लागू किया है। यही नहीं राहुल ने कहा कि हिंदू धर्मों में जिस तरह शक्ति होती है, उसी तरह पूंजीपतियों की भी एक शक्ति है जिसके इशारे पर मोदी सरकार काम कर रही है। केरल से सांसद राहुल गांधी ने कहा कि तीन से चार मुद्दे ऐसे हैं जिन पर बहस से सरकार डरती है। जब इन मुद्दों की बात आती है विपक्ष की आवाज को दबाने का काम किया जाता है। ये लोकतंत्र चलाने की तरीका नहीं है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/karnataka-converted-person-may-not-get-benefits-of-sc-reservation-7221523/,Karnataka: धर्म परिवर्तन के बाद अनुसूचित जाति समुदाय के सदस्यों को नहीं मिलेगा आरक्षण का लाभ,"Karnatka: कर्नाटक सरकार के धर्मांतरण विरोधी नए प्रस्ताव के अनुसार, अनुसूचित जाति (एससी) समुदाय का कोई व्यक्ति अपना धर्म परिवर्तन करता है तो उसे आरक्षण का लाभ नहीं मिलेगा। नई दिल्ली Updated: December 14, 2021 12:25:08 pm कर्नाटक सरकार एक ऐसा प्रस्ताव लेकर आ रही है जिसके लागू होने के बाद धर्मांतरण कर चुके अनुसूचित जाति के समुदाय को आरक्षण का लाभ नहीं मिल सकेगा। धर्म बदल चुके व्यक्ति को सरकार उसी धर्म से पहचानेगी। वहीं, इस बात को स्पष्ट नहीं किया गया है कि धर्म बदल चुके व्यक्ति को अल्पसंख्यत समुदाय को मिलने वाला लाभ मिलेगा या नहीं। क्या कहा कर्नाटक सरकार ने राज्य के कानून और संसदीय मामलों के मंत्री जे.सी. मधुस्वामी के अनुसार, यदि अनुसूचित जाति (एससी) समुदाय का कोई व्यक्ति अपना धर्म परिवर्तन करता है तो उसे आरक्षण का लाभ नहीं मिलेगा। वहीं, अनुसूचित जनजातियों को धर्मांतरण करने के बाद भी आरक्षण का लाभ मिलता रहेगा क्योंकि वो जाति नहीं, जनजाति हैं। इसके साथ ही धर्म परिवर्तन करने वाले व्यक्ति को सरकार उसी धर्म से पहचानेगी जिसे उसने अपनाया है। हालांकि, धर्म परिवर्तन कर चुके लोगों को अल्पसंख्यक समुदाय को मिलने वाला लाभ दिया जायेगा या नहीं, इसकी पुष्टि नहीं की गई है। वहीं, जबरन धर्म परिवर्तन करने वालों के खिलाफ एक्शन लेने की बात भी इस प्रस्ताव में कही गई है। मुख्यमंत्री ने मीडिया से की बातचीत मुख्यमंत्री (Chief Minister) बसवराज बोम्मई ने बेलगावी में मीडिया (Media) से बातचीत में कहा, सोमवार से 10 दिवसीय विधायिका सत्र शुरू होगा। इस दौरान धर्मांतरण विरोधी इस बिल को मौजूदा विधानसभा में पेश किया जायेगा। ये प्रस्तावित कानून केवल जबरन धर्मांतरण को प्रतिबंधित करेगा, और अपनी मर्जी से धर्मांतरण करने वालों पर कोई एक्शन नहीं लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि फिलहाल कानून विभाग इसका अध्ययन कर रहा है। इसे विधानसभा सत्र में राज्य मंत्रिमंडल से मंजूरी मिलने के बाद ही पेश किया जाएगा। वहीं, विपक्ष की संभावित प्रतिक्रिया पर कर्नाटक के सीएम (Karnatka CM) ने कहा कि हर मुद्दे पर कोई समर्थन में होता है कोई विरोध में और जायज भी है। सरकार बहस के बाद ही इस प्रस्ताव को जनहित में लागू करेगी। इसे पेश करने से पहले इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि किसी भी धर्म के लोगों की धार्मिक भावना आहत न हो। वहीं, कर्नाटक (Karnataka) कांग्रेस ने इसे एक बड़ा राजनीतिक दांव बताया है। केंद्र सरकार का राज्य सरकारों को चेतावनी गौरतलब है कि इसी वर्ष अगस्त माह में केंद्र सरकार ने मुस्लिम तुष्टीकरण करने वाली सरकारों को चेताया था। आंध्र प्रदेश की सरकार जब धर्म बदल चुके लोगों को केंद्र की योजनाओं का लाभ देने की योजना बना रही थी, तब केंद्र ने ऐसा करने से साफ मना कर दिया था। केंद्र सरकार ने कहा था कि जिन लोगों ने अपना धर्म बदल लिया है उन्हें अनुसूचित जातियों को मिलने वाला न कोई लाभ मिलेगा और न ही आरक्षण। पहले भी हुई है ऐसी घोषणा बता दें कि इससे पहले फरवरी 2021 को केंद्र सरकार ने राज्यसभा में कहा था कि धर्म परिवर्तन कर इस्लाम या ईसाई धर्म अपनाने वाले दलित अनुसूचित जाति के लोग आरक्षित सीटों से चुनाव नहीं लड़ सकते हैं। उन्होंने ये भी कहा था कि ऐसे लोग अनुसूचित जाति को मिलने वाले आरक्षण का लाभ भी नहीं उठा सकते हैं। अन्य राज्य भी ले चुके हैं जबरन धर्मांतरण के खिलाफ एक्शन देशभर में जबरन धर्मांतरण के मामलों को देखते हुए गुजरात, हिमाचल प्रदेश और झारखंड जैसे कई राज्यों में पहले ही कानून बनाए जा चुके हैं।",1 https://m.thewirehindi.com,https://m.thewirehindi.com/article/nagaland-assembly-passes-resolution-demanding-removal-of-afspa/197677,नगालैंड विधानसभा ने आफ़स्पा हटाने की मांग करने वाला प्रस्ताव पारित किया,"नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने कहा कि हर बार हमारा यही रुख़ रहा है कि नगालैंड को ‘अशांत क्षेत्र’ घोषित करने की कोई ज़रूरत या औचित्य नहीं है. लेकिन हर बार हमारे विचारों और हमारी आपत्तियों को नज़रअंदाज़कर दिया जाता है. वहीं असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने कहा है कि उनका राज्य आफ़स्पा के दायरे में बना रहेगा और इसे वापस लेने का निर्णय तभी लिया जाएगा जब मौजूदा शांति लंबे समय तक बनी रहे. नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो. (फोटो: पीटीआई) कोहिमा/गुवाहाटी: नगालैंड विधानसभा ने केंद्र सरकार से पूर्वोत्तर, खास तौर से नगालैंड से आफस्पा हटाने की मांग को लेकर सोमवार को एक प्रस्ताव पारित किया. बीते चार दिसंबर को राज्य के मोन जिले उग्रवाद विरोधी अभियान चलाने के दौरान सुरक्षा बलों द्वारा 14 नागरिकों की हत्या के बाद सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (आफस्पा), 1958 और नगालैंड में उसके क्रियान्वयन पर बुलाए गए विधानसभा के एक दिवसीय विशेष सत्र में मुख्यमंत्री नेफ्यो रियो द्वारा रखा गया प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित हो गया. प्रस्ताव में ‘मोन जिले के ओटिंग-तिरु गांव में चार दिसंबर को हुई घटना और जिले में ही पांच दिसंबर को हुई घटना में लोगों की मौत की आलोचना की गई है. चार दिसंबर को भारतीय सेना के 21वीं पैरा स्पेशल फोर्स ने अंधाधुंध गोलियां चलायी थीं, जिसमें 13 लोग मारे गए थे. उसके बाद पांच दिसंबर को सुरक्षा बलों की गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हुई थी, जबकि 35 लोग घायल हो गए थे.’ सदन ने सक्षम प्राधिकार से माफी मांगने और कानून के माध्यम से हिंसा पीड़ितों और हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों दोनों के लिए न्याय की मांग की. विधानसभा ने मोन जिले के लोगों, सिविल सोसायटी, राज्य की जनता और संगठनों से अनुरोध किया है कि वे इस संबंध में राज्य सरकार के साथ सहयोग करें. आफस्पा सुरक्षा बलों को बिना किसी पूर्व वारंट के कहीं भी अभियान चलाने और किसी को भी गिरफ्तार करने का अधिकार देता है. पूर्वोत्तर में यह असम, नगालैंड, मणिपुर (इंफाल नगर परिषद क्षेत्र को छोड़कर) और असम की सीमा से लगे अरुणाचल प्रदेश के कुछ जिलों में लागू है. हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, नागालैंड विधानसभा ने पहले 1971 और 2015 में आफस्पा को वापस लेने के प्रस्तावों को पारित किया था. 14 नागरिकों की मौत की पृष्ठभूमि में 60 सदस्यीय विधानसभा की बैठक सोमवार को आपात सत्र में हुई. प्रस्ताव में कहा गया है, ‘नगा लोग लंबे समय से नगा राजनीतिक मुद्दे के शांति और शीघ्र समाधान के लिए रो रहे हैं. यह सबसे महत्वपूर्ण है कि लोगों की आवाज सुनी जाए और उनका सम्मान किया जाए. इसलिए, सदन एक बार फिर भारत-नगा राजनीतिक बातचीत के वार्ताकारों से अपील करता है कि वे जल्द से जल्द एक सम्मानजनक, समावेशी और स्वीकार्य समझौते पर पहुंचकर वार्ता को उसके तार्किक निष्कर्ष पर पहुंचाएं.’ यह प्रस्ताव नगालैंड में आफस्पा और इसके आवेदन पर दिनभर की चर्चा का परिणाम था, जिसे भारतीय जनता पार्टी के उप-मुख्यमंत्री यानथुंगो पैटन ने शुरू किया था. पैटन ने कहा, ‘पिछले कुछ वर्षों में सुरक्षा बलों के सदस्यों द्वारा घोर दुर्व्यवहार के कई उदाहरण सामने आए हैं. सबसे हाल ही में मोन जिले के ओटिंग-तिरु गांव क्षेत्र में भीषण गोलीबारी की घटनाएं हैं, जिसमें हमारे 14 प्रिय कोन्याक लोगों की जान चली गई थी.’ मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने ओटिंग हत्याओं का हवाला देते हुए कहा कि सुरक्षा बलों ने कई बार आफस्पा प्रावधानों का दुरुपयोग किया है. रियो ने कहा कि यद्यपि आफस्पा की उत्पत्ति नगा राजनीतिक मुद्दे और उसके बाद हुए सशस्त्र विद्रोह में हुई है. केंद्र और सभी नगा राजनीतिक समूह (म्यांमार स्थित एनएससीएन-के युंग आंग गुट के अपवाद के साथ) वर्तमान में राजनीतिक बातचीत में लगे हुए हैं और युद्धविराम समझौतों के तहत हैं. जिसके कारण हाल के वर्षों में किसी बड़े सशस्त्र संघर्ष या संघर्ष की सूचना नहीं मिली है. रियो ने कहा, ‘आफस्पा की धारा 3 के तहत किसी राज्य या किसी क्षेत्र को ‘अशांत क्षेत्र’ के रूप में घोषित करना भारत सरकार द्वारा आम तौर पर एक बार में 6 महीने की अवधि के लिए किया जाता है.’ उन्होंने कहा, ‘हर बार हमारा यही रुख रहा है कि नगालैंड को ‘अशांत क्षेत्र’ घोषित करने की कोई जरूरत या औचित्य नहीं है. लेकिन हर बार हमारे विचारों और हमारी आपत्तियों को नजरअंदाज कर दिया जाता है और पिछले कई सालों से बार-बार इसे ‘अशांत क्षेत्र’ घोषित कर दिया जाता है.’ रिपोर्ट के अनुसार, नगालैंड में लगा ‘अशांत क्षेत्र’ टैग दिसंबर के अंत तक समाप्त होने वाला है. नेफ्यू रियो ने उम्मीद जताई कि केंद्र सरकार इसे और आगे नहीं बढ़ाएगी. मंत्री तेमजेन इम्ना अलोंग, जो भाजपा की नगालैंड इकाई के अध्यक्ष हैं, ने भी आफस्पा को निरस्त करने के लिए मजबूत समर्थन दिया. उन्होंने कहा, ‘यह देखना वास्तव में दर्दनाक है कि भारत जैसे महान देश में सुरक्षा बलों द्वारा युद्ध की कार्रवाई अपने ही लोगों पर हुई है और उनके पास आफस्पा के रूप में अपना बचाव भी है. लोकतंत्र में इस तरह के अधिनियम के लिए कोई जगह नहीं है.’ मंत्री पी. पाइवांग कोन्याक, जो उस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसमें तिरु-ओटिंग क्षेत्र स्थित है, ने कहा कि जो कोई भी आफस्पा प्रावधानों और अशांत क्षेत्र अधिनियम पढ़ता है, उसे एहसास होगा कि अगर प्रावधानों को अनुचित तरीके से संभाला जाता है तो नागरिकों पर क्या प्रभाव पड़ सकता है. ओटिंग हत्याओं पर एक ग्राउंड रिपोर्ट साझा करते हुए, जिसे सेना ने ‘खुफिया विफलता’ और ‘गलत पहचान’ करार दिया था, कोन्याक ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल द्वारा एक विस्तृत रिपोर्ट लाई जाएगी. गौरतलब है कि बीते चार और पांच दिसंबर को नगालैंड के मोन जिले के ओटिंग और तिरु गांवों के बीच सेना की गोलीबारी में कम से कम 14 नागरिकों के मौत के बाद पूर्वोत्तर से सशस्त्र बल (विशेषाधिकार) अधिनियम, 1958 यानी आफस्पा को वापस लेने की मांग एक बार फिर जोर पकड़ने लगी है. घटना के बाद विभिन्न छात्र संगठन और राजनीतिक दल सेना को विशेष अधिकार देने वाले आफस्पा हटाने की मांग कर रहे हैं. नगालैंड में हालिया हत्याओं के बाद से राजनेताओं, सरकार प्रमुखों, विचारकों और कार्यकर्ताओं ने एक सुर में आफस्पा को हटाने की मांग उठाई है. इन्होंने कहा है कि यह कानून सशस्त्र बलों को बेलगाम शक्तियां प्रदान करता है और यह मोन गांव में फायरिंग जैसी घटनाओं के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार है. नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) की सांसद अगाथा संगमा ने भी यह मुद्दा बीते सात दिसंबर को लोकसभा में उठाया था और कहा था कि पूर्वोत्तर के राज्यों से सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (आफस्पा) हटाया जाना चाहिए. असम में कायम रहेगा आफस्पा, शांति कायम रहने पर लिया जाएगा वापस: मुख्यमंत्री इस बीच उत्तर पूर्व के असम राज्य के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने सोमवार को कहा कि राज्य सशस्त्र बल (विशेषाधिकार) अधिनियम, 1958 के दायरे में बना रहेगा और इसे वापस लेने का निर्णय तभी लिया जाएगा जब मौजूदा शांति लंबे समय तक बनी रहे. उन्होंने आशंका व्यक्त की कि अगर असम से आफस्पा हटा लिया जाता है तो उग्रवादी समूह उसी के अनुरूप प्रतिक्रिया नहीं देंगे. शर्मा ने हालांकि कहा कि अगर कानून-व्यवस्था की स्थिति शांतिपूर्ण और अनुकूल हो तो कोई भी राज्य सरकार आफस्पा को जारी नहीं रखना चाहती है. शर्मा ने गुवाहाटी संवाददाताओं से कहा, ‘असम सरकार का मानना है कि अगर बाद में भी इस तरह की शांतिपूर्ण स्थिति बनी रहती है तो हम फैसला कर पाएंगे कि क्या हमें पूरे असम में आफस्पा की जरूरत है या सिर्फ कुछ हिस्सों में इसकी जरूरत है.’ उन्होंने अरुणाचल प्रदेश का उदाहरण दिया, जिसने तीन जिलों को छोड़कर राज्य के कई हिस्सों से केंद्रीय गृह मंत्रालय के परामर्श से अधिनियम को वापस लेने का फैसला किया. उन्होंने कहा, ‘आफस्पा हो या नहीं यह सरकार तय नहीं कर सकती. यह राज्य की समग्र स्थिति, कानून और व्यवस्था की स्थिति पर निर्भर होगा. अब मान लीजिए कि मैं पीछे हट जाता हूं, तो क्या उग्रवादी संगठनों द्वारा इसी के अनुरूप बर्ताव किया जाएगा?’ शर्मा ने कहा, ‘अगर वे पीछे नहीं हटते हैं और हम इसे हटाते हैं, तो सेना कोई भी अभियान नहीं चला पाएगी, जिसका अर्थ है कि आप अराजकता को आमंत्रित कर रहे हैं. इसलिए मुझे लगता है कि आफस्पा की वापसी राज्य की शांति और स्थिरता से जुड़ी है.’ यह बताते हुए कि कानून-व्यवस्था की स्थिति शांतिपूर्ण और अनुकूल होने पर कोई भी राज्य सरकार आफस्पा जारी नहीं रखना चाहेगी, उन्होंने कहा, ‘मैं यह केवल अपने राज्य के संदर्भ में कह रहा हूं न कि नगालैंड के लिए क्योंकि मेरे पास ऐसा करने का कोई अधिकार क्षेत्र नहीं है. नगालैंड पर मेरा कोई आकलन नहीं है. मैं उस राज्य की स्थिति पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता.’ (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",1 https://m.thewirehindi.com,https://m.thewirehindi.com/article/delimitation-commission-proposes-six-seats-for-jammu-and-one-additional-seat-for-kashmir/197633,"परिसीमन आयोग ने जम्मू में 6, कश्मीर के लिए 1 अतिरिक्त सीट का प्रस्ताव दिया, विरोध में क्षेत्रीय दल","विधानसभा क्षेत्रों की सीमा को नए सिरे से निर्धारित करने के मक़सद से गठित परिसीमन आयोग के इस प्रस्ताव पर आपत्ति जताते हुए पीडीपी, जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस ने कहा कि आयोग ने उसकी सिफ़ारिशों में आंकड़ों के बजाय भाजपा के राजनीतिक एजेंडा को तरजीह दी है. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर सचिवालय. (फोटो: पीटीआई) नई दिल्ली: केंद्रशासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के लिए विधानसभा क्षेत्रों की सीमा को नए सिरे से निर्धारित करने के मकसद से गठित परिसीमन आयोग ने 16 सीट अनुसूचित जाति तथा जनजाति के लिए आरक्षित करते हुए जम्मू क्षेत्र में छह अतिरिक्त सीट और कश्मीर घाटी में एक अतिरिक्त सीट का प्रस्ताव रखा है. इस पर नेशनल कॉन्फ्रेंस जैसे दलों ने आपत्ति जताई और आयोग पर आरोप लगाया कि वह भाजपा के राजनीतिक एजेंडा को उसकी सिफारिशों को निर्देशित करने की अनुमति दे रहा है. पीडीपी, जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (पीसी), जिसे भाजपा के प्रति मित्रवत माना जाता है, ने भी आयोग की मसौदा सिफारिशों का कड़ा विरोध किया, जो जम्मू कश्मीर के चुनावी नक्शे को बदल देगी. कश्मीर संभाग में फिलहाल 46 और जम्मू में 37 सीट हैं. सूत्रों ने बताया कि जम्मू कश्मीर में अनुसूचित जनजातियों (एसटी) के लिए नौ सीट और अनुसूचित जाति (एससी) के लिए सात सीट का प्रस्ताव रखा गया है. उच्चतम न्यायालय की पूर्व न्यायाधीश रंजना देसाई की अध्यक्षता वाले आयोग की सोमवार को यहां दूसरी बैठक हुई. जम्मू कश्मीर के पांच लोकसभा सदस्य आयोग के सहयोगी सदस्य और मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा इसके पदेन सदस्य हैं. नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला सहित पार्टी के तीन लोकसभा सदस्य पहली बार आयोग की बैठक में शामिल हुए. प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह सहित भाजपा के दो सांसद भी बैठक में मौजूद थे. सूत्रों ने बताया कि राजनीतिक दलों से सीट संख्या में प्रस्तावित वृद्धि पर 31 दिसंबर तक अपने विचार प्रस्तुत करने को कहा गया है. पांच दलों वाले गुपकर गठबंधन (पीएजीडी)के अध्यक्ष अब्दुल्ला ने बैठक के बाद कहा कि वह समूह के साथ-साथ अपनी पार्टी के सहयोगियों को आयोग के विचार-विमर्श के बारे में जानकारी देंगे. अब्दुल्ला ने कहा, ‘हम पहली बार बैठक में शामिल हुए क्योंकि हम चाहते थे कि जम्मू कश्मीर के लोगों की आवाज सुनी जाए. बैठक सौहार्दपूर्ण तरीके से हुई और हम सभी को निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए अपनाए गए तरीके के बारे में बताया गया.’ उन्होंने कहा, ‘मैं आयोग को अपने विचार भेजने से पहले अपने वरिष्ठ पार्टी नेताओं के साथ चर्चा करूंगा. हमें उन सीट के बारे में भी नहीं बताया गया है जो वे अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित कर रहे हैं.’ नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ट्वीट किया कि यह बहुत निराशाजनक है कि आयोग ने आंकड़ों के बजाय भाजपा के राजनीतिक एजेंडा को अपनी सिफारिशों को निर्देशित करने की अनुमति दी. उन्होंने कहा, ‘वादा किए गए ‘वैज्ञानिक दृष्टिकोण’ के विपरीत यह एक राजनीतिक दृष्टिकोण है.’ उमर ने कहा कि परिसीमन आयोग की मसौदा सिफारिश अस्वीकार्य है. जम्मू के लिए छह और कश्मीर के लिए केवल एक-नवनिर्मित विधानसभा क्षेत्र का वितरण 2011 की जनगणना के आंकड़ों के हिसाब से उचित नहीं है. पूर्व मंत्री अल्ताफ बुखारी की अध्यक्षता वाली जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी ने भी आयोग के प्रस्ताव को खारिज किया. इसने कहा, ‘यह हमारे लिए पूरी तरह से अस्वीकार्य है. अपनी पार्टी जनसंख्या और जिलों के आधार पर बिना किसी पूर्वाग्रह के निष्पक्ष परिसीमन कवायद की मांग करती है. हम भारत सरकार से हस्तक्षेप करने की मांग करते हैं.’ पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह आयोग केवल धार्मिक और क्षेत्रीय आधार पर लोगों को विभाजित कर भाजपा के राजनीतिक हितों की सेवा के लिए बनाया गया है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘आयोग केवल धार्मिक और क्षेत्रीय आधार पर लोगों को विभाजित कर भाजपा के राजनीतिक हितों की सेवा के लिए बनाया गया है. असली गेम प्लान जम्मू कश्मीर में एक ऐसी सरकार स्थापित करने का है, जो अगस्त 2019 के अवैध और असंवैधानिक निर्णयों को वैध करेगी.’ वह अनुच्छेद 370 के तहत मिले जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को निरस्त करने और पूर्ववर्ती राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित करने के केंद्र सरकार के फैसलों का जिक्र कर रही थीं. उन्होंने कहा, ‘परिसीमन आयोग के बारे में मेरी आशंका गलत नहीं थी. वे जनगणना की अनदेखी कर और एक क्षेत्र के लिए छह सीट तथा कश्मीर के लिए केवल एक सीट का प्रस्ताव देकर लोगों को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा करना चाहते हैं.’ पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के प्रमुख सज्जाद लोन ने कहा कि आयोग की सिफारिशें पूरी तरह से अस्वीकार्य हैं. उन्होंने ट्वीट किया, ‘परिसीमन आयोग की सिफारिशें पूरी तरह से अस्वीकार्य हैं. वे पूर्वाग्रह से ग्रसित हैं. लोकतंत्र में विश्वास रखने वालों के लिए यह कितना बड़ा झटका है.’ अगस्त 2019 में संसद में जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन विधेयक के पारित होने के बाद फरवरी 2020 में परिसीमन आयोग की स्थापना की गई थी. शुरू में इसे एक वर्ष के भीतर अपना काम पूरा करने को कहा गया था, लेकिन इस साल मार्च में इसे एक वर्ष का विस्तार दिया गया, क्योंकि कोविड-19 महामारी के कारण काम पूरा नहीं हो सका. आयोग को केंद्रशासित प्रदेश में संसदीय और विधानसभा क्षेत्रों को फिर से निर्धारित करने का काम सौंपा गया है. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, जम्मू में राजनीतिक पर्यवेक्षकों ने कहा कि जम्मू संभाग में छह सीटों की प्रस्तावित वृद्धि अपेक्षित तर्ज पर थी, जबकि जम्मू जिले में कोई नया निर्वाचन क्षेत्र प्रस्तावित नहीं किया गया है, जिसमें 11 सीटें हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा को पीर पंजाल और चिनाब घाटी क्षेत्रों में बढ़ावा मिल सकता है क्योंकि सीटों को पहली बार एसटी के लिए आरक्षित करने का प्रस्ताव है, जिसमें गुर्जर और बकरवाल समुदाय शामिल हैं जो जम्मू कश्मीर में कश्मीरियों और डोगराओं के बाद तीसरा सबसे बड़ा जातीय समूह हैं. दोनों समूह कश्मीर के अनंतनाग, गांदरबल और बांदीपोरा क्षेत्रों के अलावा राजौरी और पूंछ के सीमावर्ती जिलों में बड़े पैमाने पर रहते हैं. 2014 के चुनावों के दौरान बिना किसी राजनीतिक आरक्षण के भी जम्मू संभाग से सात गुर्जर नेता विधानसभा के लिए चुने गए, विशेष रूप से राजौरी और पूंछ जिलों के अलावा कश्मीर के कंगन इलाके से. सीनियर डिप्टी चुनाव आयुक्त चंद्र भूषण कुमार ने अपनी प्रस्तुति में कहा कि पिछले परिसीमन के बाद से जिलों की संख्या 12 से 20 और तहसीलों की संख्या 52 से बढ़कर 207 हो गई थी. आयोग ने 20 जिलों को तीन व्यापक श्रेणियों में वर्गीकृत किया है: ए, बी, और सी, जिलों को सीटों का आवंटन करते समय प्रति निर्वाचन क्षेत्र की औसत आबादी का 10 प्रतिशत का अंतर देते हैं. मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 जून को जम्मू कश्मीर के नेताओं के साथ एक बैठक के दौरान कहा था कि परिसीमन की जारी कवायद जल्द पूरी होनी चाहिए ताकि एक निर्वाचित सरकार स्थापित करने के लिए चुनाव हो सके. आयोग ने इस साल 23 जून को एक बैठक की थी, जिसमें जम्मू और कश्मीर के सभी 20 उपायुक्तों ने भाग लिया था. इस दौरान विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों को भौगोलिक रूप से अधिक सुगठित बनाने के लिए विचार मांगे गए थे. विधानसभा की 24 सीट खाली रहती हैं क्योंकि वे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के अंतर्गत आती हैं. (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",1 https://m.thewirehindi.com,https://m.thewirehindi.com/article/punjab-lynchings-government-demands-life-imprisonment-sacrilege-accused/197634,"पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, बेअदबी के आरोपी को सार्वजनिक फ़ांसी देनी चाहिए","पंजाब विधानसभा ने साल 2018 में धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी के संबंध में दो विधेयकों को पारित किया था, जिसमें आरोपियों को उम्रक़ैद की सज़ा देने का प्रावधान किया गया है. उप-मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर मांग की है कि राष्ट्रपति इन कानूनों को तत्काल मंज़ूरी प्रदान करें. नवजोत सिंह सिद्धू. (फोटो: पीटीआई) चंडीगढ़: पंजाब में सिखों के धार्मिक ग्रंथ की कथित बेअदबी को लेकर 24 घंटे में दो व्यक्तियों की पीट-पीटकर हत्या की घटना के बीच राज्य कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने धार्मिक ग्रंथों को अपवित्र करने के आरोपियों के लिए सार्वजनिक फांसी की मांग की है. वहीं दूसरी ओर पंजाब के उप-मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने केंद्र से ‘बेअदबी के मामलों में कड़ी सजा’ के लिए राज्य के दो विधेयकों पर राष्ट्रपति की मंजूरी दिलाने की मांग की है. बीते 19 दिसंबर को मलेरकोटला में एक रैली को संबोधित करते हुए पंजाब कांग्रेस प्रमुख सिद्धू ने कहा कि बेअदबी के मामलों ने लोगों की भावनाओं को आहत किया है और मांग की कि ऐसे मामलों के आरोपियों को सार्वजनिक रूप से फांसी देनी चाहिए. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘कुरान शरीफ हो या भगवद गीता या गुरु ग्रंथ साहिब, जहां कहीं भी बेअदबी होती है, उन्हें (दोषियों को) सार्वजनिक रूप से फांसी दी जानी चाहिए और सबसे बड़ी संवैधानिक सजा दी जानी चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘ये हमारी भावनाओं को एक ठेस है. गलतियां कोई भी कर सकता है, लेकिन ये गलती नहीं एक कौम को दबाने की साजिश है. एक कौम को खत्म करने की साजिश है.’ उन्होंने आरोप लगाया कि ‘एक समुदाय के खिलाफ साजिश’ और कट्टरपंथी ताकतें पंजाब में शांति भंग करने की कोशिश कर रही हैं. सिद्धू की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब पंजाब के अधिकांश राजनेता महत्वपूर्ण विधानसभा चुनावों से पहले इस विषय पर बहुत सावधानी बरत रहे हैं. जहां अधिकांश प्रमुख राजनीतिक हस्तियों ने कथित बेअदबी के प्रयासों की कड़ी निंदा की है और इसके पीछे एक साजिश की ओर इशारा किया है, वहीं वे आरोपियों की मॉब लिंचिंग पर बोलने से कतराते हुए नजर आ रहे हैं. राज्य के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी कथित बेअदबी के प्रयासों की निंदा की है, लेकिन लिंचिंग पर चुप्पी साधी है. मुख्यमंत्री ने आशंका जताई है कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए घटना के पीछे कुछ ‘विरोधी’ ताकतें शामिल हो सकती हैं. बीते 19 दिसंबर को उन्होंने कहा था कि वह कथित बेअदबी के प्रयास से बहुत आहत हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण है और इसकी निंदा की जानी चाहिए. उन्होंने कहा था कि अगर कोई गलत इरादे से आया है तो खुफिया एजेंसियां उन्हें पकड़ने और बेनकाब करने की कोशिश करेंगी. मुख्यमंत्री ने लोगों से शांति, सद्भाव, भाईचारे और धार्मिक सहिष्णुता के मूल्यों के प्रति भरोसा बनाए रखने के साथ संयम बरतने का आह्वान किया. साल 2018 में पंजाब विधानसभा ने बेअदबी को लेकर दंड प्रक्रिया संहिता (पंजाब संशोधन) विधेयक, 2018 और भारतीय दंड संहिता (पंजाब संशोधन) विधेयक, 2018 को मंजूरी दे दी थी. इसे राज्यपाल ने भी अपनी सहमति प्रदान कर दी थी, लेकिन अभी तक राष्ट्रपति ने अपनी मंजूरी नहीं दी है, जिसकी मांग उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने की है. इन कानूनों के तहत लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के मकसद से गुरु ग्रंथ साहिब, भगवद गीता, कुरान और बाइबिल की बेअदबी करने वाले व्यक्ति को उम्रकैद तक की सजा देने का प्रावधान किया गया है. एनडीटीवी के मुताबिक, बीते 20 दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखे अपने पत्र में रंधावा ने कहा, ‘पंजाब में पवित्र पुस्तकों की बेअदबी एक बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है’. उन्होंने लिखा, ‘श्री गुरु ग्रंथ साहिब को सिखों द्वारा एक जीवित गुरु माना जाता है, न कि एक वस्तु और इसे सिख मर्यादा के अनुसार सम्मान दिया जाता है.’ उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा कानूनी प्रावधान, जिसके तहत तीन साल तक की जेल का प्रावधान है, इस स्थिति से निपटने के लिए अपर्याप्त हैं. उन्होंने कहा, ‘एक सीमावर्ती राज्य होने के नाते पंजाब में सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखना बेहद जरूरी है. इसके लिए, बेअदबी करके सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के लिए कठोर सजा जरूरी है. इसलिए, मैं फिर से अनुरोध करता हूं कि उक्त विधेयकों पर राष्ट्रपति की सहमति कृपया यथाशीघ्र प्राप्त कराएं और राज्य सरकार को अवगत कराएं.’ मालूम हो कि अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में बीते 18 दिसंबर को कथित तौर पर बेअदबी का प्रयास करने पर गुस्साई भीड़ ने एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. इस घटना के 24 घंटे के भीतर (19 दिसंबर) ही कपूरथला के निजामपुर गांव स्थित एक गुरुद्वारे में बेअदबी के आरोप में एक अन्य व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. इस मामले में पुलिस ने बेअदबी किए जाने से इनकार किया है. कपूरथला मामला: पंजाब पुलिस अधिकारी हत्या पर प्राथमिकी के बयान से पलटे कपूरथला मामले में पुलिस ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से जान-बूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्यों से संबंधित आईपीसी की धारा 295ए के तहत मामला दर्ज किया है और कहा है कि वे हत्या की भी जांच करेंगे. हालांकि पुलिस अधिकारी घटना के बाद हत्या की प्राथमिकी दर्ज करने के अपने बयान से पलट गए हैं. पुलिस महानिरीक्षक गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने बीते 19 दिसंबर को हुई घटना के कुछ घंटों बाद की गई प्रेसवार्ता में पहले कहा था कि इस मामले में दो प्राथमिकी दर्ज की जा रही हैं. ढिल्लों ने कहा था कि गुरुद्वारा प्रबंधक के बयान पर कथित बेअदबी को लेकर एक प्राथमिकी, जबकि दूसरी प्राथमिकी एसएचओ के बयान के आधार पर दर्ज की जा रही है जिसमें चार नामजद और 100 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया. प्रेसवार्ता में मौजूद कपूरथला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरकमलप्रीत सिंह खाख ने भी हत्या का मुकदमा दर्ज किए जाने की बात कही थी. हालांकि, प्रेसवार्ता के दौरान दोनों अधिकारियों के पास कुछ फोन कॉल आने के बाद अधिकारियों ने कहा कि दूसरी प्राथमिकी दर्ज नहीं की जाएगी और केवल बेअदबी के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया. (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",1 https://m.thewirehindi.com,https://m.thewirehindi.com/article/nirmala-sitharaman-taxpayers-paying-for-subsidies-given-in-upa-time/197667,यूपीए काल में दी गई सब्सिडी का भुगतान कर रहे हैं करदाता: निर्मला सीतारमण,"लोकसभा में वर्ष 2021-22 की पूरक अनुदान मांगों के दूसरे बैच पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह टिप्पणी की. इस बीच कांग्रेस, टीएमसी, द्रमुक, राकांपा सहित विपक्षी दलों ने अर्थव्यवस्था, महंगाई, बेरोज़गारी पर केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था अवरोधों से जूझ रही है, हर जगह संकट की स्थिति है और सरकार अवास्तविक लक्ष्यों के लिए आंकड़े बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रही है. निर्मला सीतारमण. (फोटो: पीटीआई) नई दिल्ली: कांग्रेस पर निशाना साधते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बीते सोमवार को कहा कि आज के करदाता, एक दशक से अधिक समय पहले यूपीए कार्यकाल में दी गई सब्सिडी का भुगतान कर रहे हैं. लोकसभा में बीते सोमवार को वर्ष 2021-22 की पूरक अनुदान मांगों के दूसरे बैच पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए वित्त मंत्री ने कहा, ‘मैं यह कहना चाहती हूं कि आज के करदाता यूपीए सरकार द्वारा एक दशक से अधिक समय पहले उपभोक्ताओं को दी गई सब्सिडी के लिए भुगतान कर रहे हैं, और वे अगले पांच वर्षों (2026 तक) तक ऑयल बॉन्ड के लिए भुगतान करना जारी रखेंगे.’ ऑयल बॉन्ड के संदर्भ में वित्त मंत्री ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 2008 में अपने संबोधन में माना था कि ऑयल बॉन्ड आने वाली पीढ़ी पर बोझ पड़ेगा. उन्होंने कहा कि जो उस वक्त गलत हुआ था उसकी भरपाई अब यह सरकार कर रही है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोरोना वायरस महामारी से उत्पन्न हालात में अर्थव्यवस्था के बड़े विषयों पर ध्यान देने की सरकार की प्रतिबद्धता का उल्लेख करते हुए लोकसभा में कहा कि बैंकों ने नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, विजय माल्या जैसे ऋण चूककर्ता की संपत्तियां बेचकर 13,109 करोड़ रुपये वसूल किए तथा सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने पिछले सात वर्ष में समझौते एवं अन्य उपायों से 5.49 लाख करोड़ रुपये की वसूली की. न्यायिक अवसंरचना निगम और वकीलों की सहायता पर केंद्र का जवाब नहीं आया: सीजेआई रमना उन्होंने कहा, ‘बैंक सुरक्षित हैं, बैंकों में जमाकर्ताओं के पैसे सुरक्षित हैं. अर्थव्यवस्था से जुड़े बड़े विषयों पर ध्यान दिया जा रहा है.’ वित्त मंत्री ने कहा कि राज्यों के पास पर्याप्त नकदी है और केवल दो राज्यों का नकदी संतुलन नकारात्मक है. वित्त मंत्री के जवाब के बाद लोकसभा ने वर्ष 2021-22 की पूरक अनुदान मांगों के दूसरे बैच एवं संबंधित विनियोग विधेयक को ध्वनिमत से मंजूरी दे दी. इसमें 3,73,761 करोड़ रुपये के सकल अतिरिक्त व्यय को अधिकृत करने के लिए संसद की मंजूरी मांगी गई है. इसमें 62 हजार करोड़ रुपये एयर इंडिया की शेष आस्तियां एवं देनदारियों से संबंधित हैं. इस दौरान विपक्षी सदस्य लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग सहित कुछ अन्य विषयों पर सदन में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. सीतारमण ने बताया कि सरकार ई-जीओएम (अधिकार संपन्न मंत्रियों के समूह) के माध्यम से खाद्य तेल एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतों से जुड़ी समस्याओं पर विचार करेगी. उन्होंने बताया कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने पिछले सात वर्ष में समझौते एवं अन्य उपायों से 5.49 लाख करोड़ रुपये की वसूली की. उन्होंने कहा कि जो लोन डिफॉल्टर्स देश छोड़कर चले गए हैं, उनसे पैसा वसूला गया है और इसलिए आज बैंक सुरक्षित हैं. राज्यों की वित्तीय स्थिति के बारे में वित्त मंत्री ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीने में 86.4 प्रतिशत राशि हस्तांतरित की गई है, जो वर्ष 2019-20 के दौरान प्रदान की गई. उन्होंने कहा कि राज्यों को कोविड आपदा से निपटने के लिए आपात मदद के तौर पर 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक की अतिरिक्त राशि दी गई है. उन्होंने बताया कि 30 नवंबर 2021 तक राज्यों का कुल नकदी की स्थिति बेहतर रही है और यह करीब 3.08 लाख करोड़ रुपये है. वित्त मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार किसानों के विषयों को गंभीरता से देखती है, ऐसे में पूरक मांग में उर्वरक सब्सिडी के मद में 58 हजार करोड़ रुपये रखे गए हैं . उन्होंने कहा कि उर्वरकों का अंतरराष्ट्रीय कीमतों काफी अधिक हैं और सरकार नहीं चाहती कि किसानों को परेशानी हो. सीतारमण ने कहा कि पूरक मांग का बड़ा हिस्सा एयर इंडिया से संबंधित मद में जा रहा है. चर्चा के दौरान कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, राकांपा सहित विपक्षी दलों ने अर्थव्यवस्था, महंगाई, बेरोजगारी के मुद्दे पर लोकसभा में सरकार को घेरते हुए कहा था कि अर्थव्यवस्था अवरोधों से जूझ रही है, हर जगह संकट की स्थिति है और सरकार अवास्तविक लक्ष्यों के लिए आंकड़े बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रही है. विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि सरकार एअर इंडिया सहित कई सरकारी कंपनियों को बेच रही है, जो जन सरोकारों के विपरीत है. दस्तावेज के अनुसार, इसमें 62 हजार करोड़ रुपये उस कंपनी में डालने के संबंध में है जो एअर इंडिया के निजीकरण के बाद उसकी शेष आस्तियां एवं देनदारियां रखेगी. वर्ष 2021-22 की पूरक अनुदान मांगों के दूसरे बैच के तहत 3,73,761 करोड़ रुपये के सकल अतिरिक्त व्यय को अधिकृत करने के लिए संसद की मंजूरी मांगी गई है. इसमें से निवल नकद व्यय के प्रस्तावों से संबंधित कुल व्यय 2,99,243 करोड़ रुपये है और सकल अतिरिक्त व्यय 74,517 करोड़ रुपये है, जिसे मंत्रालयों/विभागों की बचत और बढ़ती हुई प्राप्तियों/वसूलियों से समतुल्य किया जायेगा. इस राशि में उर्वरक सब्सिडी के लिए 58,430 करोड़ रुपये का अतिरिक्त खर्च, वाणिज्य विभाग की अतिरिक्त योजना के लिए 2,000 करोड़ रुपये का खर्च तथा व्यय विभाग द्वारा विभिन्न निर्यात प्रोत्साहन योजनाओं के तहत 53,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च शामिल हैं. दस्तावेज के अनुसार, नागर विमानन मंत्रालय को 62,057 करोड़ रुपये दिये जाएंगे जो इक्विटी के रूप में एअर इंडिया एसेट होल्डिंग कंपनी (एआईएएचएल) को एअर इंडिया के बकाये और देनदारियों एवं पूर्व की सरकार के गारंटी प्रदत्त उधारी के भुगतान के लिए होगा. गौरतलब है कि सरकार ने एअर इंडिया, एअर इंडिया एक्सप्रेस एवं एआईएसएटीएस की बिक्री के लिए अक्तूबर में टाटा सन्स के साथ 18 हजार करोड़ रुपये में शेयर खरीद समझौता किया था. दस्तावेज के अनुसार, उर्वरक सब्सिडी के तहत घरेलू एवं आयातित फॉस्फेट और पोटाश संबंधी उर्वरक के लिए 43,430 करोड़ रुपये और यूरिया सब्सिडी योजना के तहत 15 हजार करोड़ रुपये दिया जायेगा. खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग को खाद्य भंडारण एवं गोदाम संबंधी विभिन्न योजना के खर्च को पूरा करने के लिए अतिरिक्त 49,805 करोड़ रुपये दिये जाएंगे. वाणिज्य विभाग को सब्सिडी संबंधी व्यय को पूरा करने के लिए 2,400 करोड़ रुपये दिये जाएंगे. इसके अलावा रक्षा एवं गृह मंत्रालय के अतिरिक्त खर्च को पूरा करने के लिए क्रमश: 5,000 करोड़ रुपये और 4,000 करोड़ रुपये दिये जाएंगे. गौरतलब है कि वर्ष 2021-22 के बजट में सरकार ने 34.83 लाख करोड़ रुपये के कुल खर्च का अनुमान व्यक्त किया था. (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",1 https://m.thewirehindi.com,https://m.thewirehindi.com/article/opposition-leader-accuses-government-on-question-hour-in-parliament/197554,"विपक्षी सांसदों का आरोप- सरकार संसद में जवाब नहीं देती, प्रश्नकाल का मज़ाक बना दिया है","संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान कई विपक्षी नेताओं ने शिकायत की है कि केंद्र सरकार या तो संतोषजनक जवाब नहीं दे रही है या फिर राष्ट्रीय सुरक्षा जैसी वजहों का हवाला देते हुए सवालों को ही हटा दिया जा रहा है. नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सात दिसंबर को केंद्र सरकार से लिखित जवाब मांगा कि क्या वह साल भर के आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा देगी? इसी प्रश्न के एक अन्य भाग में यह भी पूछा गया कि क्या सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी देने पर विचार कर रही है, जिसकी किसान मांग कर रहे हैं. लेकिन सरकार ने संसद में इन दोनों सवालों का जवाब नहीं दिया और यह बताया कि किस तरह कृषि पर कोविड-19 का प्रभाव पड़ा है. राहुल गांधी ने सरकार के जवाब को संलग्न करते हुए ट्विटर पर लिखा, ‘कृषि-अन्याय पर मैंने संसद में सवाल किए. 1. क्या शहीद किसानों को मुआवज़ा मिलेगा? 2. क्या सरकार एमएसपी पर विचार कर रही है? 3. कोविड से किसानी पर क्या असर पड़ा? पहले दो सवाल वे खा गए और तीसरे का ये जवाब दिया है- ‘महामारी में किसानी सुचारु रूप से चलती रही!’ क्या मजाक है!’ द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, सिर्फ राहुल गांधी ही नहीं, कई विपक्षी नेताओं ने शिकायत की है कि सरकार या तो संतोषजनक जवाब नहीं दे रही है या फिर राष्ट्रीय सुरक्षा जैसी वजहों का हवाला देते हुए सवालों को ही हटा दिया जा रहा है. कृषि-अन्याय पर मैंने संसद में सवाल किए- 1. क्या शहीद किसानों को मुआवज़ा मिलेगा? 2. क्या सरकार MSP पर विचार कर रही है? 3. कोविड से किसानी पर क्या असर पड़ा? पहले दो सवाल वे खा गए और तीसरे का ये जवाब दिया है- ‘महामारी में किसानी सुचारु रूप से चलती रही!’ क्या मज़ाक़ है!#Farmers pic.twitter.com/yXAYHtfgcb — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 7, 2021 सीमा विवाद पर भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने राज्यसभा में और कांग्रेस नेता मनीष तिवारी और कार्ति चिदंबरम ने लोकसभा में सवाल किए थे, लेकिन इस विषय पर जवाब देने से इनकार कर दिया गया. डीएमके नेता और लोकसभा सांसद के. कनिमोझी ने बताया कि महिला आरक्षण विधेयक को लेकर 17 मार्च, 2017 और इस साल 28 जुलाई तथा तीन दिसंबर को उनके द्वारा पूछे गए सवाल पर कानून मंत्रालय ने एक जैसा जवाब दिया है. मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा, ‘लैंगिक न्याय सरकार की एक महत्वपूर्ण प्रतिबद्धता है. संविधान में संशोधन के लिए एक विधेयक को संसद के सामने लाने से पहले सभी राजनीतिक दलों के बीच आम सहमति के आधार पर संबंधित मुद्दे पर सावधानीपूर्वक विचार करने की आवश्यकता है.’ कनिमोझी ने कहा कि सरकार मामले को हल्के में ले रही है और अपने जवाब आंख मूंदकर कॉपी-पेस्ट कर रही है. लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने द हिंदू को बताया, ‘पिछले कुछ दिनों में लोकसभा में विपक्षी दलों ने इस बात को लेकर चिंता जाहिर की है कि प्रश्नकाल के दौरान सरकार की ओर से बड़े पैमाने पर जवाब असंतोषजनक रहे हैं.’ गोगोई ने कहा कि ऐसे जवाब बयानबाजी से भरे हुए हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ जैसे लगते हैं. कोई ठोस विवरण नहीं दिया गया है. सरकार प्रश्नकाल का मजाक बना रही है. लोकसभा सचिवालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने द हिंदू को बताया कि प्रश्नकाल के दौरान स्पीकर ओम बिड़ला ने इस मुद्दे को एक-दो बार उठाया था, खासकर जब मंत्रियों ने सदस्यों द्वारा पूछे गए पूरक सवालों के जवाब दिए. उन्होंने कहा, ‘इस सत्र में ही माननीय अध्यक्ष ने सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर और निरंजन ज्योति को सदस्यों द्वारा उठाए गए विशिष्ट प्रश्नों का उत्तर देने का निर्देश दिया था.’ अधिकारी ने आगे कहा, ‘कई बार तो मंत्रियों ने भी प्रश्नकाल के दौरान मुद्दों को उठाया है. जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत ने अध्यक्ष से अनुरोध किया कि वे प्रश्न शाखा को प्रश्नों की ठीक से जांच करने का निर्देश दें क्योंकि एक प्रश्न का प्रभावी अर्थ यह था कि मंत्री को अपने पूरे मंत्रालय के कामकाज की व्याख्या करनी थी.’",1 https://m.thewirehindi.com,https://m.thewirehindi.com/article/election-laws-amendment-bill-aadhaar-voter-id/197593,विपक्ष के विरोध के बीच आधार को वोटर आईडी से जोड़ने वाला विधेयक लोकसभा में पारित,"रिथिंक आधार, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स, बहुजन इकोनॉमिस्ट्स, पीयूसीएल, द इंटरनेट फ्रीडम फाउंडेशन, एमकेएसएस और नेशनल अलायंस ऑफ पीपुल्स मूवमेंट्स सहित 14 संगठनों ने इसका विरोध करते हुए कहा है कि इससे सामूहिक तौर पर मताधिकार से वंचित किया जा सकता है. लोकसभा. (फोटो: पीटीआई) नयी दिल्ली: लोकसभा ने सोमवार को विपक्ष के विरोध के बीच निर्वाचन विधि (संशोधन) विधेयक, 2021 को मंजूरी दे दी. इसके तहत मतदाता सूची में दोहराव और फर्जी मतदान रोकने के लिए मतदाता पहचान कार्ड और सूची को आधार कार्ड से जोड़ने का प्रस्ताव किया गया है. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को चुनाव सुधारों से जुड़े इस विधेयक के मसौदे को अपनी मंजूरी दी थी. विधेयक के मुताबिक, चुनाव संबंधी कानून को सैन्य मतदाताओं के लिए लैंगिक निरपेक्ष (जेंडर न्यूट्रल) बनाया जाएगा. The Bill seeks to allow electoral registration officers to seek the Aadhaar number of people who want to register as voters ""for the purpose of establishing the identity"". House adjourned till tomorrow, 21st Dec. pic.twitter.com/QjGDjGhl4j — ANI (@ANI) December 20, 2021 विधेयक के उद्देश्यों एवं कारणों में कहा गया है कि निर्वाचन सुधार एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है. केंद्र सरकार समय-समय पर विभिन्न क्षेत्रों से चुनाव सुधार हेतु प्रस्ताव प्राप्त कर रही है जिसमें भारत का निर्वाचन आयोग भी शामिल है. निर्वाचन आयोग के प्रस्तावों के आधार पर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 और लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के उपबंधों में संशोधन करने का प्रस्ताव है. इसी के अनुरूप निर्वाचन विधि संशोधन विधेयक 2021 प्रस्तावित किया गया है. इसमें प्रस्ताव किया गया है कि एक ही व्यक्ति के विभिन्न स्थानों पर नामांकन पर लगाम लगाने के लिए आधार प्रणाली के साथ निर्वाचक सूची को जोड़ने के उद्देश्य से लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धारा 23 में संशोधन करने की बात कही गई है. इस विधेयक का नागरिक समाज संगठनों ने कड़ा विरोध किया. नागरिक अधिकार, चुनाव सुधार, अकादमिक और डिजिटल अधिकार की दिशा में काम कर रहे संगठनों का कहना है कि आधार और मतदाता पहचान पत्र को जोड़ने वाला कोई भी प्रस्ताव एक गंभीर मामला है, जिसके लिए सावधानी और सार्वजनिक परामर्श की जरूरत होती है. रिथिंक आधार, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स, बहुजन इकोनॉमिस्ट्स, द पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज, द इंटरनेट फ्रीडम फाउंडेशन, एमकेएसएस और नेशनल अलायंस ऑफ पीपुल्स मूवमेंट्स सहित 14 संगठनों ने इस योजना का विरोध करते हुए बयान जारी कर कहा है कि इससे सामूहिक तौर पर मताधिकार से वंचित किया जा सकता है. बयान में कहा गया, ‘मतदान के लिए पहचान से जुड़ी कठोर प्रक्रियाएं वोट देने के लोगों के अधिकार के लिए बाधा के रूप में काम करती हैं और इसे सही तौर पर मतदाताओं का दमन कहा जाता है, और यह सीधे लोकतंत्र पर प्रहार है, जिसकी किसी भी लोकतंत्र में कोई जगह नहीं होनी चाहिए.’ उन्होंने यह भी कहा कि राजनीतिक भागीदारी का हक़ एक संवैधानिक अधिकार है जो कि अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून के तहत भी एक अधिकार के बतौर शामिल है. Its extremely unfortunate that India's present ruling government thinks that wide-ranging changes to India's electoral law system – allowing the dangerous use of Aadhaar #digitalidentity – should be pushed through without debate, study in Parliament. Petrified of study, consensus https://t.co/5rg3GPS80R — Raman Chima (@tame_wildcard) December 20, 2021 मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, यह विधेयक चुनाव पंजीकरण अधिकारियों को यह अनुमति देता है कि वह पहले से ही मतदाता सूची में शामिल लोगों से उनकी आधार संख्या मांगें ताकि मतदाता सूची में उनकी एंट्री को प्रमाणित किया जा सके. इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित कर सके कि एक ही व्यक्ति के नाम पर पंजीकरण एक से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों की सूची में है या नहीं. इस संशोधन विधेयक में कहा गया है कि मतदाता सूची में नाम शामिल करने के लिए किसी भी आवेदन को अस्वीकार नहीं किया जाएगा और मतदाता सूची में किसी भी एंट्री को आधार संख्या उपलब्ध कराने में असमर्थ होने पर डिलीट नहीं किया जाएगा. इस तरह के लोगों को अन्य वैकल्पिक दस्तावेज पेश करने की अनुमति दी जाएगी. इसके साथ ही मतदाता सूची को तैयार करने या उनका पुनरीक्षण करने के संबंध में कट ऑफ तारीखों के रूप में किसी कैलेंडर वर्ष में एक जनवरी, एक अप्रैल, एक जुलाई और एक अक्टूबर को शामिल करने के लिए लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धारा 14 के खंड (ख) का संशोधन करने की बात कही गई है. निर्वाचन आयोग पात्र लोगों को मतदाता के रूप में पंजीकरण कराने की अनुमति देने के लिए कई ‘कट ऑफ तारीख’ की वकालत करता रहा है. आयोग ने सरकार से कहा था कि एक जनवरी की ‘कट ऑफ तारीख’ के कारण मतदाता सूची की कवायद से अनेक युवा वंचित रह जाते हैं. केवल एक ‘कट ऑफ तारीख’ होने के कारण दो जनवरी या इसके बाद 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले व्यक्ति पंजीकरण नहीं करा पाते थे और उन्हें पंजीकरण कराने के लिए अगले वर्ष का इंतजार करना पड़ता था. विधि एवं न्याय संबंधी संसदीय समिति द्वारा संसद के जारी शीतकालीन सत्र में हाल में पेश की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि विधि मंत्रालय जनप्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 14-ख में संशोधन करना चाहता है. इस संशोधन में मतदाता पंजीकरण के लिए हर वर्ष चार ‘कट ऑफ तिथियों का प्रस्ताव किया गया था . विधेयक के दस्तावेज के अनुसार, कानूनों को जेंडर न्यूट्रल बनाने के लिए ‘पत्नी’ शब्द को पति या पत्नी से बदलने के लिए लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धारा 20 तथा लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 60 का संशोधन करने का प्रावधान किया गया है. मौजूदा चुनावी कानून के प्रावधानों के तहत किसी भी सैन्यकर्मी की पत्नी को सैन्य मतदाता के रूप में पंजीकरण कराने की पात्रता है लेकिन महिला सैन्यकर्मी का पति इसका पात्र नहीं है. यह भी बताया गया है कि मतदान केंद्र के रूप में प्रयोग होने वाले, मतदान के बाद गणना, मतपेटियों, वोटिंग मशीनों एवं मतदान संबंधी सामग्रियों के भंडारण के लिए प्रयोग में आने वाले परिसरों को समर्थ बनाने के संबंध में भी प्रावधान किया गया है. (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",1 https://m.thewirehindi.com,https://m.thewirehindi.com/article/spot-the-difference-in-what-parties-vying-for-indias-voters-now-represent/196162,मतदाताओं को लुभाने की होड़ में राजनीतिक दलों के बीच कोई ख़ास वैचारिक अंतर नहीं है,"वर्तमान भारतीय राजनीति में प्रत्येक दल ख़ुद का सफल फॉर्मूला ईजाद करने की कवायद में दूसरे दल से कुछ न कुछ उधार लेने की कोशिश कर रहा है. आज भारतीय लोकतंत्र कम हो रहे राजनीतिक विकल्पों और इन विकल्पों के अभाव में अपने आप को ही विकल्प समझ लेने वालों से भरा पड़ा है. राहुल गांधी, नरेंद्र मोदी, ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल. (फोटो: पीटीआई) भारतीय राजनीति अब उस मोड़ पर खड़ी है जहां से सुधार की कोई गुंजाइश नज़र नहीं आती है. कांग्रेस पार्टी विकास के नवउदारवादी मॉडल के इर्द-गिर्द बनाई सर्वसम्मति को उस बिंदु तक लेकर आई है जहां विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच आर्थिक नीतियों को लेकर कोई मतभेद नहीं है. वहीं, एक अन्य राष्ट्रीय दल यानी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), पिछले सात सालों में वर्तमान समाज की कल्पना पर आम सहमति को उस बिंदु तक लाने में कामयाब रही जहां सभी प्रमुख दल बहुसंख्यक सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की सीमा के दायरे अपनी जगह बनाने और ‘प्रतिस्पर्धी हिंदुत्व’ की प्रक्रिया का हिस्सा बनने की होड़ कर रहे हैं. आम सहमति बनाने की इन दो कवायदों के जवाब में क्षेत्रीय दलों ने सीधे जनता को लाभ पहुंचाने वाले लोक-कल्याणवादी कार्यक्रम (transactional welfarism) शुरू करने को अपने मुख्य आधार के रूप में प्रस्तुत किया है. उन्होंने किसानों, छात्रों, युवाओं, अल्पसंख्यकों, दलित समुदाय और महिलाओं के लिए अपने-आप में अनूठी विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं. चुनाववाद की जरूरतों को पूरा करने के लिए उन्होंने कल्याणवाद की रूपरेखा तैयार की है. वर्तमान में इनमें से प्रत्येक समूह एक-दूसरे से सीख रहा है और उसका अनुकरण कर रहा है. इस दौरान कांग्रेस ने ‘मंदिर राजनीति’ में कूदते हुए अपने कल्याणवाद का विस्तार किया है और एक जनेऊधारी नेता को आगे करके खुद के असली हिंदू होने का दावा करती है, वहीं भाजपा आक्रामक नवउदारवाद के सहारे कल्याणवाद का माहौल रचने का खेल खेलने की कोशिश कर रही है. दूसरी ओर क्षेत्रीय दल नवउदारवादी एजेंडा से प्रभावित हैं और क्षेत्रीय विशेषताओं के साथ अखिल भारतीय हिंदू पहचान का संतुलन बनाने के तरीकों पर विचार कर रहे हैं. मतदाता निरंतर जारी इस प्रकार की प्रतिस्पर्धी राजनीति को समझने की कोशिश कर रहे हैं. वे राजनीतिक दलों के बीच कोई खास अंतर पाने का संघर्ष करते प्रतीत हो रहे हैं और ऐसे माध्यम खोजते हैं जिनका इस्तेमाल करके वे वोट देने के लिए सही दल का चयन कर सकें. उनकी ओर से नेताओं और जनप्रतिनिधियों को एक दल छोड़कर दूसरे दल में शामिल होने में कोई मुश्किल नहीं होती क्योंकि यह शायद ही कोई मायने रखता है, और तो और उन नेताओं या जनप्रतिनिधियों की राजनीतिक अपील या आकर्षण भी वही बना रहता है. दल-बदल कोई मुद्दा नहीं है, बल्कि असल संकट राजनीतिक विचार/कल्पना में पनपा गतिरोध है. इसलिए ध्यान का केंद्र व्यक्तित्व- जैसे कि अलग-अलग नेताओं या उनकी व्यक्तिगत पहचान, वंशवादी राजनीति, भाषण कला और जीवनी विवरणों- पर अधिक चला गया है. मतदाता उनके प्रदर्शन के आधार पर अपनी समझ बनाते हैं कि पार्टियों और नेताओं के बीच क्या संभावित अंतर हो सकता है. जैसा कि अब स्पष्ट है कि भाजपा शासन चलाने में सक्षम नहीं है और चुनिंदा प्रतिभाशाली नेताओं के सहारे नवउदारवाद को एक दीर्घकालिक पॉलिसी-फ्रेम के रूप में जारी नहीं रख सकती है, जैसा कांग्रेस ने मनमोहन सिंह के नेतृत्व में किया था. इसीलिए पार्टी अब अकेले कट्टर हिंदुत्व के एजेंडा पर ध्यान केंद्रित करने के लिए मजबूर है, जो उसे पहले से ही विरासत में मिला है. वह अब और भी ज्यादा आक्रामक, मुखर और कभी-कभी हास्यास्पद तरीके से हिंदुत्व का अनुसरण कर रही है. चुनाव आते ही वह व्याकुल हो जाती है और हिंदू-मुस्लिम समुदायों को उसका चुनावी रथ दौड़ाने वाले जरिये के रूप में देखती है और जब यह काम नहीं करता है तो उसे कुछ नहीं सूझता है, जैसा कि दिल्ली और बंगाल के चुनावों में उसे मिली विफलता के बाद देखा गया. फिर भी, अगले चुनावों में भी वही नुस्खा दोहराया जाता है. सरकार चलाने में इसकी अक्षमता पार्टी को मजबूर कर रही है कि वह हिंदुत्व की चर्चा और बयानबाजी को एक विचित्र सीमा तक खींच ले जाए, जैसे कि उत्तर प्रदेश में फैलते प्रदूषण के लिए पाकिस्तान पर आरोप लगाना. हालांकि, भाजपा के लिए विकास का एजेंडा लागू करने में मुश्किलें पेश आना कोई संयोग नहीं है, बल्कि यह हिंदुओं समेत नागरिकों को कमजोर बनाने और उन्हें अतिसंवेदनशील, असुरक्षित व चिंतित बनाकर शासन करने की व्यापक हिंदुत्ववादी कल्पना का परिणाम है. असुरक्षित माहौल और औसत दर्जे के शासन में विकास नहीं हो सकता है. यह एक संरचनात्मक विरोधाभास है जिसे वह दूर नहीं कर सकती है. इसे मैनेज करने का एकमात्र तरीका संकट/आपातकाल या भविष्य की आशंकाओं के प्रति ज्यादा से ज्यादा नैरेटिव गढ़ना है और यह आशा करना है कि लोग भाजपा-आरएसएस की राजनीति के साथ जुड़े रहने के लिए उन्मादी तरीके से प्रतिक्रिया देंगे. देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस कुछ समय से पतन की ओर अग्रसर है. कांग्रेस की दुविधा कुछ हद तक भाजपा से ठीक उलट है. वह समझती है कि वह चुनाव क्यों हारती है, अंदरूनी कलह, भ्रष्टाचार के आरोपों, नेतृत्व संकट और उम्मीदों पर खरा न उतरने के कारण. लेकिन जब वह जीतती है तो उसे पता ही नहीं होता है कि वह क्यों जीती, जैसा कि मध्य प्रदेश और राजस्थान में हुआ. उसे कभी-कभार ही पता होता है कि मतदाताओं ने उसे वोट क्यों दिया. अब यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस सिर्फ इसलिए जीतती है क्योंकि जनता के सामने कोई और विकल्प नहीं है. वह केवल उन्हीं नवउदारवादी नीतियों के सपने दिखा रही है जिन्हें भाजपा भी आगे बढ़ा रही है. वास्तव में ज्यादातर नीतियां, जिनमें वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) और कृषि क़ानून भी शामिल हैं, कांग्रेस के ही दिमाग की शुरुआती उपज थे. कांग्रेस अस्पष्ट व डांवाडोल धर्मनिरपेक्षता और अपनी हिंदू पहचान स्थापित करने के प्रयासों के बीच झूल रही है. यह स्थिति नीति और वैचारिक झुकाव में व्याप्त वह गहरा संकट है जो नेता (नेतृत्व) के कमजोर, भ्रमित और गैर-प्रतिबद्ध दिखने में योगदान देता है. कांग्रेस ने इस दलदल से बाहर निकलने के लिए अधिक कुछ भी नहीं किया है और लगातार यह मानकर चल रही है कि सरकार चलाने में भाजपा की भारी विफलता के चलते वह मतदाता के सामने एकमात्र विकल्प बचती है, इसलिए जीत सकती है. भारतीय राजनीति में राजनीतिक विचार के ‘इतिहास का अंत’ होने की इस दशा में क्षेत्रीय दल अपने-अपने दावे करना शुरू कर रहे हैं. इसमें आम आदमी पार्टी (आप) और तृणमूल कांग्रेस मतदाताओं का विश्वास जीतने के अपने अवसर चमकाते दिखाई पड़ते हैं. आप, भाजपा के शासन की विफलताओं को आधार बनाकर विस्तार करने का प्रयास कर रही है और हर जगह दिल्ली में बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी व बिजली की सुविधा उपलब्ध कराने में अपनी सफलता का उदाहरण पेश कर रही है. केजरीवाल ने धार्मिक स्थलों की मुफ्त यात्रा की घोषणा करके एक नया हिंदू राग छेड़ दिया है. आप सेवा-वितरण (सर्विस-डिलीवरी) आधारित शासन के गैर-राजनीतिक मॉडल पर चल रही है, ठीक वैसे ही जैसे कि पहले चंद्रबाबू नायडू ने खुद को मुख्यमंत्री के बजाय सीईओ घोषित करने का प्रयास किया था. यह मॉडल कुशल शासन के वादे का प्रतिनिधित्व करता है कि भारत में नवउदारवाद आ चुका है. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का कांग्रेस से नाता तोड़ने और वाम विरोधी होने का एक अनूठा इतिहास है. यह न सिर्फ बंगाल में वामपंथी राजनीति के किले को ढहाने में सफल रही, बल्कि वामपंथ के कुछ हद तक घिसे-पिटे विचारों के खिलाफ नए विचार या कल्पना के अगुआ के रूप में भी उभरी. टीएमसी उस कल्याणवाद का प्रतिनिधित्व करती है जिसमें जनता को योजनाओं का सीधा लाभ पहुंचाया जा सके और वह भाजपा के निरंकुश शासन के खिलाफ एक वैचारिक लड़ाई लड़कर नेतृत्व हथियाने का प्रयास कर रही है, हालांकि ज्यादा समय नहीं हुआ जब वह भाजपा के साथ गठबंधन में थी. बंगाल की अर्थव्यवस्था को देखते हुए टीएमसी विकास के, या सावधानीपूर्वक गढ़ी गई ममता बनर्जी की ज़मीनी नेता वाली छवि को देखते हुए कुशल शासन के, बड़े-बड़े दावे नहीं कर सकती है. इसलिए बनर्जी की वैचारिक लड़ाई एक तरफ तो मोदी के व्यक्तित्व और अहंकार पर केंद्रित है और दूसरी तरफ वह कांग्रेस के खुद को विपक्ष का अगुआ मानने वाले रवैये को चुनौती दे रही है. विकल्प होने से ज्यादा टीएमसी और आप भारतीय राजनीति में पनपे गतिरोध के ही छायामात्र या प्रतिबिंब हैं. वे उसी रास्ते पर चल रहे हैं जो कि प्रचलन से बाहर है. उनकी भी अपील ऐसी है कि वे राजनीतिक विकल्प बनने से अधिक यह सोचते हैं कि मतदाता के पास कोई अन्य विकल्प नहीं है इसलिए वे स्वत: ही उसका वोट पाने के हकदार हैं और मतदाता उन्हें ही वोट करेगा. भारतीय लोकतंत्र आज सिकुड़ते जा रहे राजनीतिक विकल्पों और इन विकल्पों के अभाव में खुद को ही विकल्प समझ लेने वालों से भरा पड़ा है. (इस लेख को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.) ये भी पढ़ें...",1 https://m.thewirehindi.com,https://m.thewirehindi.com/article/punjab-another-man-lynched-over-sacrimony-cm-links-matters-to-elections/197486,"पंजाब: ‘बेअदबी’ पर एक और व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या, मुख्यमंत्री ने मामलों को चुनाव से जोड़ा","पंजाब के अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में 18 दिसंबर को कथित तौर पर बेअदबी का प्रयास करने के आरोप में एक व्यक्ति के हत्या के बाद 19 दिसंबर को इसी तरह कपूरथला निजामपुर गांव के गुरुद्वारे में एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. हालांकि कपूरथला में हुई घटना में पुलिस ने बेअदबी किए जाने के आरोप से इनकार किया. दोनों घटनाओं में मृतकों की अब तक पहचान नहीं हो सकी है. कथित बेअदबी के आरोप में अमृतसर के स्वर्ण मंदिर परिसर में एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या करने के बाद विभिन्न सिख संगठनों के कार्यकर्ता वहां जमा हो गए. (फोटो: पीटीआई) चंडीगढ़: पंजाब में 24 घंटे के अंदर गुरुद्वारे के भीतर बेअदबी को लेकर दो लोगों की पीट-पीटकर हत्या करने का मामला सामने आया है. पहली घटना बीते 18 दिसंबर को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर परिसर में घटित हुई, जबकि दूसरी वारदात कपूरथला के निजामपुर गांव स्थित एक गुरुद्वारा में बीते 19 दिसंबर को अंजाम दी गई. राज्य के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आशंका जताई है कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए घटना के पीछे कुछ ‘विरोधी’ ताकतें शामिल हो सकती हैं. अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में 18 दिसंबर को कथित तौर पर बेअदबी का प्रयास करने पर गुस्साई भीड़ ने एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. चन्नी बेअदबी की कोशिश के आरोप में एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या किए जाने की घटना के एक दिन बाद रविवार को अमृतसर में स्वर्ण मंदिर पहुंचे और दावा किया कि अगले साल विधानसभा चुनाव को देखते हुए घटना के पीछे कुछ ‘विरोधी’ ताकतें शामिल हो सकती हैं. उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया. मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है. कपूरथला में के गुरुद्वारे में पीट-पीटकर की गई हत्या के संबंध में पुलिस ने कहा कि कपूरथला-सुभनापुर मार्ग पर स्थित गुरुद्वारे में बेअदबी की कथित घटना होने के कोई ‘संकेत’ दिखाई नहीं दिए हैं. ग्रामीणों और सिख संगठनों के सदस्य प्रवासी मजदूर प्रतीत हो रहे एक व्यक्ति को बचाने की कोशिश कर रहे पुलिसकर्मियों के साथ भिड़ गए, जिसमें तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए. हालांकि गुरुद्वारा प्रबंधक, अमरजीत सिंह ने दावा किया कि उन्होंने उस व्यक्ति को देखा, जो दैनिक अरदास के लिए बाहर आने के बाद सुबह-सुबह ‘निशान साहिब’ (धार्मिक ध्वज) का अनादर करने की कोशिश कर रहा था. पुलिस के अनुसार, एक अज्ञात व्यक्ति गुरुद्वारा परिसर के भूतल पर स्थित रसोईघर में रोटी खा रहा था और जब एक ‘सेवादार’ ने उसे देखा तो वह भाग गया. घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस गुरुद्वारे पहुंची जहां बीस साल के युवक को कमरे में बैठाया गया था. वह व्यक्ति भागने लगा लेकिन उसे गुरुद्वारे के ‘सेवादारों’ ने पीछा करने के बाद पकड़ लिया. ग्रामीण और सिख संगठनों के सदस्य भी गुरुद्वारा परिसर में एकत्र हो गए और पुलिस को उस व्यक्ति को थाने नहीं ले जाने दिया. कुछ लोग तलवार और ‘लाठियां’ लेकर जबरन कमरे में घुसे और यहां तक कि पुलिस के साथ हाथापाई भी की. इसके बाद उन्होंने उस व्यक्ति को बुरी तरह पीटा. पुलिस ने कहा कि उसे गंभीर रूप से घायल हालत में स्थानीय सिविल अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. कपूरथला में पुलिस ने कहा कि घटना के बाद गुरुद्वारा प्रबंधक ने फेसबुक पर सीधा प्रसारण किया और शायद यह जताने की कोशिश कर रहे थे कि यह एक बेअदबी का प्रयास था. घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस गुरुद्वारे पहुंची जहां बीस साल के युवक को कमरे में बैठाया गया. कपूरथला मामले में पुलिस का बेअदबी किए जाने से इनकार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, स्थानीय निवासियों ने कहा कि वह व्यक्ति बिहार के गोपालगंज का प्रवासी श्रमिक था. अधिकारियों के अनुसार, उन्होंने कहा कि जब एसएसपी हरकमलप्रीत सिंह खाख के नेतृत्व में एक पुलिस दल जबरदस्ती कमरे में दाखिल हुआ, तो भीड़ में शामिल एक व्यक्ति ने कथित तौर पर उस व्यक्ति पर तलवार से वार किया. आईजीपी गुरबिंदर सिंह ढिल्लों ने कहा कि गुरुद्वारे में बेअदबी के किसी भी कृत्य का कोई सबूत नहीं है. एसएसपी खाख ने कहा कि जब वह पकड़ा गया तो वह चोरी करने का प्रयास कर रहा होगा. पुलिस ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से जान-बूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्यों से संबंधित आईपीसी की धारा 295ए के तहत मामला दर्ज किया है और कहा है कि वे हत्या की भी जांच करेंगे. पंजाब के कार्यवाहक डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘आश्चर्यजनक रूप से तीन घटनाएं हुईं. बटाला की घटना सुर्खियों में नहीं आई, क्योंकि इसकी रिपोर्ट नहीं की गई थी और कोई बेअदबी नहीं हुई थी. कपूरथला में कोई अपवित्रता नहीं हुई थी. यह सब बहुत ही संदिग्ध है.’ कपूरथला मामले में गुरुद्वारा प्रबंधक अमरजीत सिंह ने आरोप लगाया कि वह व्यक्ति निशान साहिब, एक धार्मिक ध्वज को अपवित्र करने की कोशिश कर रहा था और उसे दिल्ली से किसी ने भेजा था. आईजीपी ढिल्लों ने कहा, ‘गुरुद्वारा निजामपुर में निशान साहिब को अपवित्र नहीं किया गया था, जहां एक अज्ञात प्रवासी मजदूर को मौत के घाट उतार दिया गया. अनियंत्रित भीड़ के हमले में एक एसएचओ और दो एएसआई सहित तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए थे, जबकि पुलिस पीड़ित की जान बचाने की कोशिश कर रही थी.’ एसएसपी खाख ने संवाददाताओं को बताया कि प्रबंधक अमरजीत सिंह सुबह चार बजे उठे और उन्होंने गुरुद्वारे के अंदर एक व्यक्ति को देखा. सिंह द्वारा भेजे गए दो सेवादारों ने युवक को पकड़ लिया और उसकी पिटाई कर दी. युवक ने गुरुद्वारा छात्रों की जैकेट पहनी हुई थी. यह संकेत देता है कि युवक चोरी करने का इरादा रखता था. एसएसपी खाख ने कहा, ‘वीडियो वायरल होने के बाद भीड़ जमा हो गई. उन्होंने युवक को मार डाला, जबकि पुलिस ने स्थिति को संभालने की पूरी कोशिश की.’ स्वर्ण मंदिर मामले में मृतक की पहचान नहीं हो सकी पहले मामले में भी पुलिस अभी तक उस व्यक्ति की पहचान नहीं कर पाई है, जिसने बीते 18 दिसंबर की शाम को स्वर्ण मंदिर में कथित तौर पर पवित्र स्थल पर रखी महाराजा रणजीत सिंह की तलवार उठाने के बाद उस स्थान के पास पहुंच गया, जहां सिख ग्रंथी पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ कर रहे थे. पंजाब के कार्यवाहक डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने कहा कि पुलिस अमृतसर में पीट-पीट कर हत्या करने वाले युवक की बायोमेट्रिक जानकारी के जरिये उसकी पहचान करने की कोशिश कर रही है, जिससे संभवत: उसका आधार डेटा मिल सकता है. पुलिस ने दोनों मामलों में कथित बेअदबी के प्रयास को लेकर प्राथमिकी दर्ज की है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने मारे गए युवक के खिलाफ ही 307 हत्या के प्रयास के अलावा आईपीसी की धारा 295ए (धार्मिक समूहों में द्वेष उत्पन्न करना) के तहत मामला दर्ज किया है. पीट-पीटकर मार डालने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है. पंजाब प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर और कपूरथला के एक गुरुद्वारे में कथित बेअदबी की कोशिशों की रविवार को निंदा करते हुए कहा कि राज्य में शांति भंग करने की साजिश रची जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से ऐसे ‘दुर्भावनापूर्ण कृत्यों’ के मामलों में सख्त सजा होनी चाहिए. शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने स्वर्ण मंदिर में कथित बेअदबी के प्रयास की घटना पर पछतावा व्यक्त करने के लिए एक ‘अखंड पाठ’ शुरू किया. एसजीपीसी अध्यक्ष हरजिंदर सिंह, गुरुद्वारा मंजी साहिब दीवान हॉल में ‘अखंड पाठ’ की शुरुआत के वक्त मौजूद थे. मुख्यमंत्री ने संयम बरतने का आह्वान किया अमृतसर में मुख्यमंत्री चन्नी ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस घटना में कुछ ‘विरोधी’ ताकतें या एजेंसियां शामिल हो सकती हैं. पंजाब के अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर में पीट-पीटकर की गई हत्या की घटना के बाद मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा (बाएं) ने रविवार को वहां पहुंचकर हालात का जायजा लिया. (फोटो: पीटीआई) मुख्यमंत्री ने लोगों से धार्मिक स्थलों की रक्षा के लिए उचित सावधानी बरतने की अपील की ताकि शत्रु ताकतों या एजेंसियों के ‘नापाक मंसूबों को विफल’ किया जा सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि वह कथित बेअदबी के प्रयास से बहुत आहत हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण है और इसकी निंदा की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर कोई गलत इरादे से आया है तो खुफिया एजेंसियां उन्हें पकड़ने और बेनकाब करने की कोशिश करेंगी. मुख्यमंत्री ने लोगों से शांति, सद्भाव, भाईचारे और धार्मिक सहिष्णुता के मूल्यों के प्रति भरोसा बनाए रखने के साथ संयम बरतने का आह्वान किया. चन्नी ने कहा कि उनकी सरकार मामले की तह तक जाने के लिए गहन जांच के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि इस कृत्य के पीछे के ‘असली साजिशकर्ताओं’ का पर्दाफाश हो सके. अगामी दिनों में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति की आशंका के बारे में एक सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की खुफिया एजेंसियां और पुलिस बल असामाजिक तत्वों के ऐसे कृत्यों को रोकने के लिए सक्रिय रूप से लगे हुए हैं. चन्नी ने कहा कि राज्य में किसी भी कीमत पर सौहार्दपूर्ण माहौल खराब करने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी. इस बीच पंजाब के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने भी शांति भंग करने के खिलाफ चेतावनी दी है. I have taken serious note of the unfortunate incidents in Amritsar and Kapurthala. Any attempt to violate the communal harmony in the state will be dealt with a firm hand. Stern action will be taken against all those disturbing the law and order in Punjab. #PunjabStandsTogether — DGP Punjab Police (@DGPPunjabPolice) December 19, 2021 उन्होंने ट्वीट किया, ‘मैंने अमृतसर और कपूरथला में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं को गंभीरता से लिया है. राज्य में सांप्रदायिक सद्भाव के उल्लंघन के किसी भी प्रयास से सख्ती से निपटा जाएगा.’ स्वर्ण मंदिर बेअदबी मामले में जांच के लिए एसआईटी गठित पंजाब के अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर में कथित बेअदबी करने की कोशिश की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है. इस संबंध में पंजाब के उप-मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने अमृतसर में जिला उपायुक्त, पुलिस आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक (सीमा रेंज), अमृतसर ग्रामीण के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की. रंधावा ने बताया कि पुलिस उपायुक्त (कानून व्यवस्था) के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है और दो दिनों में रिपोर्ट देने को कहा गया है. उन्होंने बताया कि सिखों के सबसे पवित्र स्थल की ‘परिक्रमा’ में आरोपी ने कुछ घंटे बिताए थे. उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि वह यहां लक्ष्य के साथ आया था. अमृतसर के पुलिस आयुक्त सुखचैन सिंह गिल ने रविवार को बताया कि अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ 18 दिसंबर की रात भारतीय दंड संहिता की धारा-295ए (धार्मिक समूहों में द्वेष उत्पन्न करना), धारा-307 (हत्या की कोशिश) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. उन्होंने बताया कि स्वर्ण मंदिर में लगे सभी कैमरों की तस्वीर प्राप्त कर ली गई है और आरोपी के बारे में सूचना एकत्र करने के लिए उनकी जांच की जा रही है. गिल ने बताया कि तस्वीर से पता चलता है कि आरोपी 18 दिसंबर को दिन में 11 बजे स्वर्ण मंदिर में आया और कुछ घंटे तक अकाल तख्त के सामने सोया. उन्होंने बताया कि घटना शाम छह बजे हुई और उसने अपराध को अंजाम देने से पहले कई घंटे स्वर्ण मंदिर में ही बिताए. गौरतलब है कि शनिवार को आरोपी स्वर्ण मंदिर में रेलिंग को पार कर पवित्र स्थान पर पहुंच गया था और वहां पर रखी तलवार को उठा ग्रंथी के पास पहुंचा, जहां पर वह गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ कर रहे थे. इस घटना से हरकत में आए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के कार्यबल सदस्यों ने उसे पकड़ा. जब उसे एसपीजीसी के कार्यालय ले जाया जा रहा था तब आक्रोशित ‘संगत’ ने उसकी बुरी तरह से पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई. उप-मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि वह पहले ही घटना के बाद एसजीपीसी अध्यक्ष और अकाल तख्त जत्थेदार से बात कर चुके हैं. उन्होंने बताया कि अब तक आरोपी की पहचान नहीं हो सकी है. उप-मुख्यमंत्री ने बताया, ‘आरोपी के पास से मोबाइल फोन,पर्स, पहचान पत्र या आधार कार्ड नहीं मिला है.’ राज्य के गृह विभाग की जिम्मेदारी भी संभाल रहे रंधावा ने बताया कि आसपास और शहर में लगे अन्य सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला जा रहा है, ताकि पता लगाया जाए सके कि वह अमृतसर कहां से आया और स्वर्ण मंदिर कैसे पहुंचा. गिल ने कहा कि पहली प्राथमिकता आरोपी की पहचान सुनिश्चित करना है और पुलिस सीसीटीवी से यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसके साथ कोई और भी तो नहीं था. पुलिस आयुक्त ने कहा कि मृतक का पोस्टमॉर्टम कराया गया है और विसरा सुरक्षित रख लिया गया है, ताकि यह पता लगाया जाए सके कि कहीं वह नशे में तो नहीं था. रंधावा ने बताया कि एसजीपीसी अधिकारियों से बातचीत के दौरान सुझाव आया कि एसजीपीसी कार्यबल की अपनी खुफिया इकाई होनी चाहिए. उन्होंने एक संवाददाता के सवाल पर कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और पुलिस इसके तह तक जाएगी. पंजाब कांग्रेस के नेता सुनील जाखड़ इन घटनाओं की निंदा करते हुए कहा कि सीमा पार से पंजाब को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है. We may have political differences but no party can have such a disgusting mindset. I believe attempts to destabilise Punjab are being made from across the border. I condemn it but also urge that we should be calm & prudent: Punjab Congress leader Sunil Jakhar on sacrilege row pic.twitter.com/RTsb3UJIkR — ANI (@ANI) December 20, 2021 उन्होंने कहा, ‘हमारे बीच राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन किसी भी पार्टी की इतनी घिनौनी मानसिकता नहीं हो सकती. मेरा मानना है कि सीमा पार से पंजाब को अस्थिर करने के प्रयास किए जा रहे हैं. मैं इसकी निंदा करता हूं, लेकिन यह भी आग्रह करता हूं कि हमें शांत और विवेकपूर्ण होना चाहिए.’ इसी बीच, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा ने अमृतसर और कपूरथला जिलों में कथित बेअदबी और आरोपियों की कथित हत्या का स्वत: संज्ञान लिया और मुख्य सचिव, पंजाब को 26 दिसंबर से पहले एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए पत्र लिखा. (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",1 https://m.thewirehindi.com,https://m.thewirehindi.com/article/congress-alleges-assam-cm-family-grabbed-govt-land-demands-resignation-probe/197460,"असम के मुख्यमंत्री व उनके परिवार ने हड़पी भूमिहीनों की ज़मीन, तत्काल पद से हटाया जाए: कांग्रेस","कांग्रेस ने असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा और उनके परिवार पर ऐसी 18 एकड़ ज़मीन हड़पने का आरोप लगाया जो भूमिहीनों के लिए चिह्नित थी. कांग्रेस ने शर्मा को तत्काल पद से हटाने के साथ ही सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक विशेष जांच दल से जांच कराने की भी मांग उठाई है. हिमंता बिस्वा शर्मा. (फोटो: पीटीआई) नई दिल्ली: कांग्रेस ने रविवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा और उनके परिवार पर ऐसी 18 एकड़ जमीन ‘हड़पने’ का आरोप लगाया जो भूमिहीनों के लिए थी. कांग्रेस ने शर्मा को तत्काल पद से हटाने के साथ ही उच्चतम न्यायालय की निगरानी में एक विशेष जांच दल से जांच कराने की भी मांग की. कांग्रेस नेताओं जितेंद्र सिंह, गौरव गोगोई और गौरव वल्लभ ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि शर्मा ने तत्कालीन कांग्रेस सरकार में एक शक्तिशाली मंत्री रहते हुए 2006 से 2009 के बीच ऐसी सरकारी जमीन अवैध रूप से आरबीएस रियल्टर्स के पक्ष में हस्तांतरित करने के लिए अपने सरकारी पद का दुरुपयोग किया जो भूमिहीन लोगों के लिए थी. कांग्रेस नेताओं के साथ पार्टी सांसद रिपुन बोरा और अब्दुल खालिक भी थे, जिन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ऐसी जमीन हड़पने में भू-माफिया की सहायता कर रहे हैं जो भूमिहीनों के लिए है. उन्होंने कहा कि वे इस मामले को संसद के साथ-साथ सड़कों पर भी उठाएंगे. इन आरोपों पर न तो शर्मा या उनके परिवार ने और न ही भाजपा ने कोई टिप्पणी की. वल्लभ और सिंह ने आरोप लगाया कि असम के मुख्यमंत्री एक तरफ गरीब और वंचित परिवारों को इस आधार पर बेदखल करके ज्यादती कर रहे हैं कि किसी को भी सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने का अधिकार नहीं है, लेकिन खुद करोड़ों रुपये की ऐसी जमीन परिवार के सदस्यों को सौंप दी हैं. उन्होंने कहा कि स्वतंत्र जांचों के अनुसार, शर्मा की पत्नी रिनिकी भूयां शर्मा द्वारा सह-स्थापित रियल एस्टेट कंपनी आरबीएस रियल्टर्स ने कथित तौर पर ऐसी लगभग 18 एकड़ सरकारी भूमि पर कब्जा किया है जो भूमिहीन व्यक्तियों और संस्थानों के लिए थी. वल्लभ ने संवाददाताओं से कहा, ‘हम मांग करते हैं कि शर्मा को तत्काल उनके पद से हटाया जाना चाहिए जो अपने परिवार के साथ भूमिहीन लोगों के लिए निर्धारित जमीन हड़पने में शामिल हैं.’ उन्होंने कहा, ‘एक ऐसे मौजूदा मुख्यमंत्री को पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है जिसका परिवार सीधे तौर पर जमीन हथियाने में शामिल है. उसे तुरंत पद से हटा दिया जाना चाहिए.’ उन्होंने कहा कि वह उम्मीद करते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसे ‘भू माफिया मुख्यमंत्री’ को पद से हटाएंगे. कांग्रेस नेता ने कहा कि, ‘ईसी/आई-टी/सीबीआई/एसएफआईओ से अपेक्षा है कि वे ऐसे सभी मित्रों की जांच करें जिन्हें उस पद पर संवैधानिक और नैतिक रूप से रहने का कोई अधिकार नहीं है जिस पर वे हैं.’ असम के लिए कांग्रेस के प्रभारी जितेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस को उम्मीद है कि मोदी कथित भूमि सौदों की एक स्वतंत्र जांच कराएंगे और इसे रद्द कराएंगे जिन्होंने कहा है कि वह किसी को भी भ्रष्ट आचरण में लिप्त नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा, ‘हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री उच्चतम न्यायालय के किसी मौजूदा न्यायाधीश की निगरानी में एसआईटी से जांच कराएं.’ सिंह ने आरोप लगाया कि सभी ने देखा है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और आयकर (आईटी) विभाग जैसी जांच एजेंसियों ने भाजपा के राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करके पार्टी के पदाधिकारियों की तरह काम किया है और उन्हें अब उन लोगों के खिलाफ भी जांच करनी चाहिए जो भ्रष्ट हैं. सत्तारूढ़ दल पर कटाक्ष करते हुए, गोगोई ने सवाल किया, ‘भाजपा के पास ऐसी कौन-सी वाशिंग मशीन है जिससे भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना करने वाले अन्य दलों के नेता पार्टी में शामिल होने के बाद पाक-साफ हो जाते हैं?’ उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा में शामिल होने से पहले सरमा लुई बर्जर और शारदा घोटालों में भ्रष्टाचार जांचों का सामना कर रहे थे, लेकिन भाजपा में शामिल होने के बाद वे पाक-साफ हो गए. गोगोई ने कहा कि मोदी सरकार से कांग्रेस की मांग है- मामले की जांच के लिए उच्चतम न्यायालय के एक मौजूदा न्यायाधीश की निगरानी में तत्काल एक एसआईटी का गठन किया जाए और एसआईटी को समयबद्ध तरीके से अपनी जांच पूरी करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि ईडी, सीबीआई, आईटी, गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) और अन्य सभी जांच एजेंसियों को शिकायत दर्ज करने और असम राज्य में इस तरह के सभी गैरकानूनी भूमि हस्तांतरण की जांच शुरू करने के लिए कहा जाना चाहिए. पार्टी के नेताओं ने आरोप लगाया कि आरबीएस रियल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड ने दो चरणों में, पहले 2006-2007 में और फिर 2009 में 18 एकड़ में से अधिकांश जमीन का अधिग्रहण किया. उन्होंने कहा, ‘ऐसे व्यक्ति जो भूमिहीन और जरूरतमंद हैं, उन्हें असम सरकार द्वारा सीलिंग अधिशेष भूमि दी जाती है और उस जमीन को 10 साल की अवधि के लिए बेचने पर रोक लगाई जाती है, लेकिन 2009 में बोंगोरा में कुल 11 बीघा तीन कट्ठा और चार लेसा (3,01,674 वर्ग फुट या 6.92 एकड़) सीलिंग अधिशेष भूमि असम सरकार द्वारा कथित तौर पर जरूरतमंद व्यक्तियों के लिए आवंटित की गई थी, जिसे कंपनी ने 10 साल की लॉक-इन अवधि का उल्लंघन करते हुए खरीदा था.’ कांग्रेस ने मांग की कि उपरोक्त कंपनी को सभी अवैध भूमि हस्तांतरण तुरंत रद्द कर दिए जाने चाहिए और उन भूमिहीन एवं जरूरतमंदों को वैकल्पिक भूमि प्रदान करने के प्रावधान किए जाने चाहिए जिनकी जमीन बेईमानी से ले ली गई थी. मालूम हो कि इससे पहले द वायर और द क्रॉसकरेंट ने एक विशेष रिपोर्ट में बताया था कि किस तरह असम में जरूरतमंदों के लिए चिह्नित ज़मीन मुख्यमंत्री के परिवार से जुड़ी कंपनी के पास पहुंची थी. रिपोर्ट में बताया गया था कि आधिकारिक रिकॉर्ड के मुताबिक हिमंता बिस्वा शर्मा की पत्नी रिनिकी भूयां शर्मा द्वारा संयुक्त रूप से स्थापित एक रियल एस्टेट कंपनी- जिसमें उनके बेटे नंदिल बिस्वा शर्मा के वित्त वर्ष, 2020 तक काफी शेयर थे- ने 18 एकड़ सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा है, जबकि इन जमीनों को भूमिहीनों, और संस्थाओं के लिए चिह्नित किया गया था. (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",1 https://m.thewirehindi.com,https://m.thewirehindi.com/article/cic-denies-disclosure-of-reports-by-sbi-on-electoral-bonds/197435,केंद्रीय सूचना आयोग ने चुनावी बॉन्ड पर एसबीआई की रिपोर्ट का खुलासा करने से इनकार किया,"आरटीआई कार्यकर्ता वेंकटेश नायक ने भारतीय स्टेट बैंक द्वारा चुनावी बॉन्ड की बिक्री और उन्हें भुनाने के संबंध में भारतीय रिज़र्व बैंक और केंद्र को साल 2018 में सौंपी गई रिपोर्ट का खुलासा करने की मांग की थी. (फोटो साभार: cic.gov.in) नई दिल्ली: केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) द्वारा चुनावी बॉन्ड की बिक्री और उन्हें भुनाने के संबंध में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और केंद्र को 2018 में सौंपी गई रिपोर्ट का खुलासा करने का अनुरोध करने वाली अर्जी खारिज कर दी है. सूचना का अधिकार (आरटीआई) मामलों में निर्णय लेने की शीर्ष संस्था सीआईसी में अर्जी दायर करने के लगभग तीन साल बाद सूचना आयुक्त सुरेश चंद्रा ने कहा कि ऐसा लगता है कि इस मामले को और लंबित रखने में कोई ‘जनहित’ नहीं है, क्योंकि आयोग द्वारा हस्तक्षेप का अनुरोध करने वाली अपील में कोई दम नहीं है. उन्होंने कहा, ‘आयोग को मामले के तथ्यों और परिस्थितियों पर गौर करने, दोनों पक्षों की दलीलें सुनने और रिकॉर्ड देखने के बाद लगता है कि अपीलकर्ता को पर्याप्त सूचना दी गई है.’ यह मामला आरटीआई कार्यकर्ता वेंकटेश नायक द्वारा दायर आठ बिंदुओं वाले एक आरटीआई आवेदन से संबंधित है, जिसमें मार्च और अप्रैल 2018 में एसबीआई द्वारा बेचे गए चुनावी बॉन्ड के मूल्य वर्ग के विवरण, कुल खरीदारों की संख्या, बॉन्ड खरीदने के लिए जमा किए गए आवेदन पत्र, एसबीआई द्वारा बॉन्ड की बिक्री और उन्हें भुनाने को लेकर आरबीआई और सरकार को जमा की गई रिपोर्ट की जानकारी दिए जाने का अनुरोध किया गया है. एसबीआई ने विभिन्न शाखाओं के माध्यम से चुनावी बॉन्ड की बिक्री पर आंकड़े मुहैया कराए, लेकिन उसने बॉन्ड की खरीद के लिए जमा किए गए आवेदन प्रपत्र और बैंक द्वारा आरबीआई एवं सरकार को दी गई रिपोर्ट संबंधी विवरण नहीं दिया. यह सूचना देने से इनकार करने के लिए बैंक ने दो रियायत खंडों- न्यासिक क्षमता (फिडूशीएरी) में जानकारी रखी जाने और सूचना की प्रकृति व्यक्तिगत होने- का हवाला दिया था. एसबीआई द्वारा सूचना देने से इनकार करने पर नायक ने 2018 में सीआईसी का रुख किया था. उन्होंने तर्क दिया कि चुनावी बांड योजना, 2018 संसद या किसी राज्य विधायिका द्वारा विधिवत अधिनियमित कानून नहीं है. उन्होंने कहा कि यह भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 (1934 का 2) की धारा 31 की उप-धारा (3) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारत सरकार द्वारा अस्तित्व में लाया गया था. उन्होंने अपने प्रश्न पर एसबीआई के एक जवाब का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने पूछा था कि बैंक यह पता लगाने के लिए क्या प्रक्रिया अपनाती है कि चुनावी बॉन्ड को भुनाने वाले किसी राजनीतिक दल ने कम से कम एक फीसदी वोट हासिल किया है कि नहीं, जैसा कि चुनावी बॉन्ड योजना के तहत एक आवश्यक शर्त है. एसबीआई ने कहा था वह पिछले चुनाव में पार्टी को मिले वोटों के आधार पर सूची तैयार करने के लिए भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) की वेबसाइट का सहारा लेता है. इस बीच, नायक ने चुनाव आयोग के समक्ष एक और आरटीआई आवेदन दायर किया था जिसके जवाब में आयोग ने कहा था कि वे इस तरह की जानकारी संकलित नहीं करते हैं. इस आधार पर वेंकटेश नायक ने आरोप लगाया कि एसबीआई की ओर से दिया गया जवाब भ्रामक है. चंद्रा ने अपने आदेश में कहा, ‘अपीलकर्ता (नायक) ने कहा है कि सूचना के प्रकटीकरण की आवश्यकता के लिए पर्याप्त जनहित के आधार हैं, ताकि सरकार और उसके अंगों जवाबदेह बनाने के लिए पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके.’ इस मामले की तीन सुनवाई के बाद सूचना आयुक्त चंद्रा ने एसबीआई की दलील से सहमति जताई कि सुप्रीम कोर्ट में चुनावी बॉन्ड का मामला लंबित है और न्यायालय ने 26 मार्च 2021 को अपने एक आदेश में इस योजना पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था. उन्होंने कहा, ‘चूंकि जानकारी को सार्वजनिक करने के लिए कोई विशेष निर्देश नहीं थे, इसलिए उक्त योजना वैध बनी रही और प्रतिवादी पर गोपनीयता बनाए रखने और आवेदन के विवादित बिंदुओं के संबंध में जानकारी का खुलासा न करने का दायित्व और कर्तव्य बनाए रखा है.’ चुनावी बॉन्ड को लेकर क्यों है विवाद चुनाव नियमों के मुताबिक, यदि कोई व्यक्ति या संस्थान 2,000 रुपये या इससे अधिक का चंदा किसी पार्टी को देता है तो राजनीतिक दल को दानकर्ता के बारे में पूरी जानकारी देनी पड़ती है. हालांकि चुनावी बॉन्ड ने इस बाधा को समाप्त कर दिया है. अब कोई भी एक हजार से लेकर एक करोड़ रुपये तक के चुनावी बॉन्ड के जरिये पार्टियों को चंदा दे सकता है और उसकी पहचान बिल्कुल गोपनीय रहेगी. इस माध्यम से चंदा लेने पर राजनीतिक दलों को सिर्फ ये बताना होता है कि चुनावी बॉन्ड के जरिये उन्हें कितना चंदा प्राप्त हुआ. इसलिए चुनावी बॉन्ड को पारदर्शिता के लिए एक बहुत बड़ा खतरा माना जा रहा है. इस योजना के आने के बाद से बड़े राजनीतिक दलों को अन्य माध्यमों (जैसे चेक इत्यादि) से मिलने वाले चंदे में गिरावट आई है और चुनावी बॉन्ड के जरिये मिल रहे चंदे में बढ़ोतरी हो रही है. साल 2018-19 में भाजपा को कुल चंदे का 60 फीसदी हिस्सा चुनावी बॉन्ड से प्राप्त हुआ था. इससे भाजपा को कुल 1,450 करोड़ रुपये की आय हुई थी. वहीं वित्त वर्ष 2017-2018 में भाजपा ने चुनावी बॉन्ड से 210 करोड़ रुपये का चंदा प्राप्त होने का ऐलान किया था. चुनावी बॉन्ड योजना को लागू करने के लिए मोदी सरकार ने साल 2017 में विभिन्न कानूनों में संशोधन किया था. चुनाव सुधार की दिशा में काम कर रही गैर-सरकारी संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने इन्हीं संशोधनों को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. हालांकि कई बार से इस सुनवाई को लगातार टाला जाता रहा है. याचिका में कहा गया है कि इन संशोधनों की वजह से विदेशी कंपनियों से असीमित राजनीतिक चंदे के दरवाजे खुल गए हैं और बड़े पैमाने पर चुनावी भ्रष्टाचार को वैधता प्राप्त हो गई है. साथ ही इस तरह के राजनीतिक चंदे में पूरी तरह अपारदर्शिता है. साल 2019 में चुनावी बॉन्ड के संबंध में कई सारे खुलासे हुए थे, जिसमें ये पता चला कि आरबीआई, चुनाव आयोग, कानून मंत्रालय, आरबीआई गवर्नर, मुख्य चुनाव आयुक्त और कई राजनीतिक दलों ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर इस योजना पर आपत्ति जताई थी. हालांकि वित्त मंत्रालय ने इन सभी आपत्तियों को खारिज करते हुए चुनावी बॉन्ड योजना को पारित किया था. (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",1 https://m.thewirehindi.com,https://m.thewirehindi.com/article/pmo-meeting-ministry-of-law-chief-election-commissioner-electoral-roll/197406,"पीएमओ बैठक विवाद: क़ानून मंत्रालय ने कहा, वह पत्र सचिव या सीईसी के प्रतिनिधि के लिए था","चुनाव आयोग को बीते 15 नवंबर को कानून मंत्रालय की ओर से एक पत्र मिला था, जिसमें कहा गया था कि प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा मतदाता सूची को लेकर एक बैठक लेने वाले हैं और चाहते हैं कि इसमें ‘मुख्य चुनाव आयुक्त’ मौजूद रहें. इस ‘असामान्य’ पत्र को लेकर विवाद खड़ा हो गया था, क्योंकि चुनाव आयोग आमतौर पर अपने कामकाज की स्वायत्तता सुनिश्चित करने के लिए सरकार से दूरी बनाए रखता है. मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा (मध्य), राजीव कुमार (बाएं) और अनूप चंद्र पांडे (दाएं) (फोटोः पीटीआई) नई दिल्ली: प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा की एक बैठक में मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) को मौजूद रहने के ‘आदेश’ वाले कानून मंत्रालय के पत्र पर विवाद होने के बाद मंत्रालय ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि वह पत्र ‘सचिव या मुख्य चुनाव आयुक्त के प्रतिनिधि’ के लिए था. बीते 15 नवंबर को चुनाव आयोग को कानून मंत्रालय (चुनाव आयोग का प्रशासनिक मंत्रालय) के एक अधिकारी से एक पत्र मिला था, जिसमें कुछ असामान्य शब्दों का इस्तेमाल किया गया था. इस पत्र में कहा गया था कि प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा एकल मतदाता सूची को लेकर एक बैठक की अध्यक्षता करने वाले हैं और चाहते हैं कि इसमें ‘मुख्य चुनाव आयुक्त’ मौजूद रहें. खास बात ये है कि निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा और दो अन्य चुनाव आयुक्त- राजीव कुमार और अनूप चंद्र पांडेय को आपत्तियां जताने के बावजूद बीते 16 नवंबर को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा आयोजित एक असामान्य ऑनलाइन बातचीत में शामिल होना पड़ा था. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, अब कानून मंत्रालय ने कहा है कि 16 नवंबर की बैठक कुछ लंबित सुधारों पर कैबिनेट नोट को अंतिम रूप देने के लिए थी, जो कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हुई थी. बयान में कहा गया है, ‘मुख्य चुनाव आयुक्त और दो चुनाव आयुक्तों के साथ बाद की बातचीत अनौपचारिक थी और अंतिम प्रस्ताव के लिए दो या तीन पहलुओं पर विचार करने के लिए थी.’ कानून मंत्रालय ने कहा कि 12 नवंबर की तारीख वाली पीएमओ की मूल नोटिस को कैबिनेट सचिव, कानून सचिव और विधायी विभाग के सचिव को संबोधित किया गया था, न कि सीईसी को. मंत्रालय ने आगे कहा कि उसने चुनाव आयोग के प्रतिनिधियों को पीएमओ की बैठक में आमंत्रित करने के लिए एक पत्र भेजा था, क्योंकि आयोग के पास ‘मतदाता सूची के संबंध में आवश्यक विशेषज्ञता और अधिकार क्षेत्र’ है. बयान के अनुसार, कानून मंत्रालय का पत्र आयोग में सचिव स्तर के एक अधिकारी को संबोधित किया गया था और ‘पत्र के अंतिम पैराग्राफ में भी चुनाव आयोग के सचिव से बैठक में भाग लेने का अनुरोध किया गया था.’ हालांकि, इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, 15 नवंबर वाले पत्र के विषय में लिखा था, ‘पीएमओ के साथ एकल मतदाता सूची पर वीडियो कॉन्फ्रेंस- सीईसी के साथ बातचीत.’ पत्र में कहा गया है, ‘मुझे पीएमओ से प्राप्त एक नोट दिनांक 12.11.2021 को संलग्न करने और यह बताने का निर्देश दिया गया है कि प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शाम 4 बजे एकल मतदाता सूची पर एक बैठक की अध्यक्षता करेंगे और सीईसी से उम्मीद की जाती है कि वे इस बैठक में उपस्थित रहें.’ कानून मंत्रालय ने कहा कि मुख्य चुनाव आयुक्त ने विधायी विभाग के सचिव से बात कर पत्र पर नाराजगी व्यक्त की, जिससे यह आभास होता है कि सीईसी को बैठक में भाग लेने के लिए कहा जा रहा है. इस पर विधायी विभाग के सचिव ने स्पष्ट किया कि वह पत्र आयोग के सचिव या विषय से परिचित सीईसी के प्रतिनिधि के लिए था. मंत्रालय ने आगे कहा, ‘16.11.2021 को हुई यह बैठक वर्चुअल मीटिंग थी और पीएमओ में कोई फिजिकल मीटिंग आयोजित नहीं की गई थी. उक्त वर्चुअल बैठक में भारत सरकार के अधिकारी और निर्वाचन आयोग के अधिकारी शामिल हुए थे. अधिकारियों की बैठक के बाद कुछ मुद्दों पर और सुधार की आवश्यकता थी. इन मुद्दों में मतदाता सूची के अपडेशन के लिए तारीखों की संख्या, आधार लिंकिंग के कुछ पहलू और परिसर की मांग शामिल हैं.’ उन्होंने कहा कि आधिकारिक बैठक के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त और दो चुनाव आयुक्तों के बीच एक अनौपचारिक बैठक वर्चुअल माध्यम से की गई थी. कानून मंत्रालय ने कहा कि 16 नवंबर की बैठक चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक 2021 में चुनावी सुधारों पर चर्चा के लिए हुई थी, जिसे हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी थी. बयान में कहा गया है कि चुनाव सुधारों के संबंध में चुनाव आयोग के कई प्रस्ताव लंबित हैं. बहरहाल इस मामले को लेकर कम से कम पांच पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्तों ने कहा था कि कानून मंत्रालय द्वारा चुनाव आयोग को इस तरह का पत्र ‘स्वीकार्य’ नहीं है. उन्होंने यह भी कहा था कि तीनों चुनाव आयुक्तों द्वारा पीएमओ के साथ अनौपचारिक बातचीत करने से चुनाव आयोग की स्वतंत्र छवि को नुकसान पहुंचा सकता है. दरअसल इस बातचीत पर विवाद इसलिए खड़ा हो गया था, क्योंकि तीनों चुनाव आयुक्त चुनाव आयोग के कामकाज को बाहरी दबाव से बचाने के लिए अमूमन कार्यपालिका (Executive- सरकार) से दूरी बनाए रखते हैं, जिसके परिणामस्वरूप चुनाव आयोग का चुनावी मामलों को लेकर सरकार से संपर्क सिर्फ इसके प्रशासनिक मंत्रालय यानी कानून मंत्रालय तक सीमित रहता है. संयोग से पंचायत, नगर पालिका, राज्य विधानसभा और संसद के चुनावों के लिए एकल मतदाता सूची 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए अपने घोषणा-पत्र में भाजपा द्वारा किए गए वादों में से एक है. यह घोषणा-पत्र लोकसभा, राज्य विधानसभाओं और स्थानीय निकायों का चुनाव एक साथ कराने की पार्टी की प्रतिबद्धता से भी जुड़ा है. मौजूदा सरकार ने भारी प्रयास और व्यय को बचाने के तरीके के रूप में एक सामान्य या एकल मतदाता सूची और एक साथ चुनाव कराने की वकालत की है. एकल मतदाता सूची का मुद्दा कोई नया नहीं है. विधि आयोग ने 2015 में अपनी 255वीं रिपोर्ट में इसकी सिफारिश की थी. इसके अलावा चुनाव आयोग ने भी 1999 और 2004 में एक एकल मतदाता सूची बनाने की बात कह चुका है.",1 https://m.thewirehindi.com,https://m.thewirehindi.com/article/cec-sushil-chandra-and-other-election-commissioners-pmo-meet-law-ministry/197169,केंद्र से बैठक में शामिल होने का पत्र मिलने पर चुनाव आयुक्त ने पीएमओ से बातचीत की थीः रिपोर्ट,"चुनाव आयोग को बीते 15 नवंबर को कानून मंत्रालय की ओर से एक पत्र मिला था, जिसमें कहा गया था कि प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा एकल मतदाता सूची को लेकर एक बैठक लेने वाले हैं और चाहते हैं कि इसमें ‘मुख्य चुनाव आयुक्त’ मौजूद रहें. यह पत्र बहुत ही असामान्य था, क्योंकि चुनाव आयोग आमतौर पर अपने कामकाज की स्वायत्तता सुनिश्चित करने के लिए सरकार से दूरी बनाए रखता है. मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा (मध्य), राजीव कुमार (दाएं) और अनूप चंद्र पांडे (बाएं) (फोटोः पीटीआई) नई दिल्लीः निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा और दो अन्य चुनाव आयुक्त- राजीव कुमार और अनूप चंद्र पांडेय को आपत्तियां जताने के बावजूद बीते 16 नवंबर को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा आयोजित एक असामान्य ऑनलाइन बातचीत में शामिल होना पड़ा था. अंग्रेजी दैनिक द इंडियन एक्सप्रेस की एक विशेष रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है. रिपोर्ट के मुताबिक, इससे एक दिन पहले (15 नवंबर) ही चुनाव आयोग को कानून मंत्रालय (चुनाव आयोग का प्रशासनिक मंत्रालय) के एक अधिकारी से एक पत्र मिला था, जिसमें कुछ असामान्य शब्दों का इस्तेमाल किया गया था. इस पत्र में कहा गया था कि प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा आम मतदाता सूची को लेकर एक बैठक की अध्यक्षता करने वाले हैं और चाहते हैं कि इसमें ‘मुख्य चुनाव आयुक्त’ मौजूद रहें. केंद्रीय सूचना आयोग ने चुनावी बॉन्ड पर एसबीआई की रिपोर्ट का खुलासा करने से इनकार किया एक अधिकारी ने बताया कि इस तरह के असामान्य शब्दों वाली चिट्ठी से चुनाव आयोग में खलबली मच गई, क्योंकि यह पढ़ने में किसी ‘समन’ जैसी लग रही थी. सूत्र का कहना है कि पत्र की भाषा इस तरह की थी जैसे किसी को ‘समन’ भेजा गया है, जो एक तरह से संवैधानिक मानदंडों का उल्लंघन है. रिपोर्ट के अनुसार, बीते साल इसी विषय पर 13 अगस्त और तीन सितंबर को हुई बैठकों में चुनाव आयोग के अधिकारियों ने हिस्सा लिया था न कि चुनाव आयुक्तों ने. इस मामले में सीईसी चंद्रा टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थे, लेकिन चुनाव आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सीईसी ने इस पत्र को लेकर कानून मंत्रालय से असंतोष जाहिर करते हुए कहा था कि वह बैठक में शामिल नहीं होंगे. हालांकि, इस पत्र के बारे में पूछने पर कानून मंत्रालय के अधिकारी ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. हालांकि, सीईसी चंद्रा और अन्य दो चुनाव आयुक्त इस वीडियो बैठक से दूर रहे लेकिन उनके अधीनस्थ अधिकारियों ने इस बैठक में हिस्सा लिया. चुनाव आयोग के इन तीनों शीर्ष अधिकारियों ने इस बैठक के तुरंत बाद पीके मिश्रा के साथ अनौपचारिक बातचीत की थी. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘उन्होंने इस दौरान एकल मतदाता सूची (Common Electoral Roll) की सुविधा जैसे लंबित सुधारों पर बात की.’ दरअसल ये सुधार बीते 15 दिसंबर को कैबिनेट की ओर से मंजूर किए गए संशोधनों का हिस्सा थे. चुनाव आयोग और पीएमओ के बीच बातचीत के औचित्य को लेकर पूछे जाने पर वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘यह अनौपचारिक थी, बैठक नहीं थी. चुनाव आयुक्तों ने आगामी चुनाव (पांच विधानसभा चुनाव जिनकी अधिसूचना जल्द जारी होने वाली है) से जुड़े किसी मुद्दे पर चर्चा नहीं की. यह सिर्फ चुनाव सुधारों के शीघ्र निपटारे को लेकर हुई बातचीत थी.’ हालांकि, यह बातचीत संवैधानिक उपयुक्तता का सवाल खड़ा करती है, क्योंकि तीनों चुनाव आयुक्त चुनाव आयोग के कामकाज को बाहरी दबाव से बचाने के लिए अमूमन कार्यपालिका (Executive- सरकार) से दूरी बनाए रखते हैं, जिसके परिणामस्वरूप चुनाव आयोग का चुनावी मामलों को लेकर सरकार से संपर्क सिर्फ इसके प्रशासनिक मंत्रालय यानी कानून मंत्रालय तक सीमित रहता है. चुनावों के लिए सुरक्षा बलों की व्यवस्था करने के लिए चुनाव आयोग गृह मंत्रालय से संपर्क करता है. जरूरत पड़ने पर सरकारी अधिकारी तीनों चुनाव आयुक्तों से संपर्क करते हैं. संयोग से पंचायत, नगर पालिका, राज्य विधानसभा और संसद के चुनावों के लिए एकल मतदाता सूची 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए अपने घोषणा-पत्र में भाजपा द्वारा किए गए वादों में से एक है. यह घोषणा-पत्र लोकसभा, राज्य विधानसभाओं और स्थानीय निकायों का चुनाव एक साथ कराने की पार्टी की प्रतिबद्धता से भी जुड़ा है. मौजूदा सरकार ने भारी प्रयास और व्यय को बचाने के तरीके के रूप में एक सामान्य या एकल मतदाता सूची और एक साथ चुनाव कराने की वकालत की है. एकल मतदाता सूची का मुद्दा कोई नया नहीं है. विधि आयोग ने 2015 में अपनी 255वीं रिपोर्ट में इसकी सिफारिश की थी. इसके अलावा चुनाव आयोग ने भी 1999 और 2004 में एक एकल मतदाता सूची बनाने की बात कह चुका है. वर्तमान में कम से कम 29 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश स्थानीय निकाय चुनावों के लिए चुनाव आयोग की मतदाता सूची का उपयोग करते हैं, जबकि कुछ ने इसे समग्रता में अपनाया है. अन्य राज्य नगरपालिका और पंचायत चुनावों के लिए मतदाता सूची की तैयारी और संशोधन के लिए चुनाव आयोग की सूची का उपयोग आधार के रूप में करते हैं.",1 https://m.thewirehindi.com,https://m.thewirehindi.com/article/kerala-two-political-murders-sdpi-and-bjp-leader-killed/197423,"केरल में 12 घंटे के भीतर एसडीपीआई नेता और भाजपा पदाधिकारी की हत्या, निषेधाज्ञा लागू","सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के नेता केएस शान और भाजपा नेता रंजीत श्रीनिवास की हत्या केरल के अलाप्पुझा ज़िले में हुई. भाजपा ने अपने नेता की हत्या का आरोप एसडीपीआई पर लगाया है, जबकि एसडीपीआई की केरल इकाई ने आरोपों का खंडन किया है. केएस शान और रंजीत श्रीनिवास. नई दिल्ली: केरल के तटीय अलप्पुझा जिले में दो अलग-अलग पार्टी के नेताओं की हत्या कर दी गई. इनमें एक सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के नेता केएस शान, जबकि दूसरे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता रंजीत श्रीनिवास थे. इन घटनाओं के बाद रविवार को पुलिस ने निषेधाज्ञा लागू कर दी. जिले के अधिकारियों ने बताया कि एसडीपीआई के प्रदेश सचिव की हत्या के करीब 12 घंटे बाद भाजपा के एक नेता की हत्या कर दी गई. इसके बाद रविवार को पूरे अलप्पुझा जिले में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई. केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने रविवार को इन हत्याओं की निंदा की और कहा कि पुलिस दोषियों और घटना में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए कदम उठाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंसा के ऐसे जघन्य और अमानवीय कृत्य देश के लिए खतरनाक हैं और लोगों को ऐसे समूहों और उनकी घृणित गतिविधियों से दूर रहना चाहिए. केरल में एसडीपीआई के प्रदेश सचिव केएस शान पर शनिवार की रात घर लौटते समय बेरहमी से हमला किया गया. शान की पार्टी एसडीपीआई ने आरोप लगाया कि घटना के पीछे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का हाथ है. पुलिस ने बताया कि एसडीपीआई नेता जब घर लौट रहे थे तभी एक कार ने उनकी मोटरसायकिल को टक्कर मार दी. टक्कर के बाद जैसे ही वह गिरे हमलावरों ने उनके साथ मारपीट की थी. पुलिस मुताबिक, शान ने आधी रात के करीब कोच्चि के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया. पुलिस ने बताया कि इसके कुछ घंटों बाद रविवार सुबह कुछ हमलावरों ने भाजपा के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मोर्चा के प्रदेश सचिव रंजीत श्रीनिवास के घर में घुसकर उनकी हत्या कर दी. पुलिस को संदेह है कि शान की हत्या के प्रतिशोध में श्रीनिवास पर घातक हमला किया गया. श्रीनिवास भाजपा प्रदेश समिति के सदस्य भी थे. राज्य पुलिस प्रमुख (एसपीसी) अनिल कांत ने मीडियाकर्मियों को बताया कि जिले में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद हैं और वहां अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. उन्होंने कहा कि एडीजीपी (कानून व्यवस्था) हत्या के इन दोनों मामलों की जांच का नेतृत्व करेंगे और निकट भविष्य में ऐसी किसी घटना को रोकने के लिए पुलिस जल्द ही क्षेत्र में उपद्रवियों, गुंडों और उनके सरगना को गिरफ्तार करेगी. कांत ने यह भी कहा कि राज्यव्यापी अलर्ट की घोषणा की गई है और सभी जिला पुलिस प्रमुखों को निर्देश दिया गया है कि वे वहां कानून व्यवस्था की स्थिति पर कड़ी निगरानी रखें और यदि जरूरत पड़ी तो निषेधाज्ञा लागू की जाएगी और अतिरिक्त बल तैनात किए जाएंगे. केंद्रीय विदेश और संसदीय मामलों के राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने भाजपा नेता की हत्या को शर्मनाक करार देते हुए संवाददाताओं से कहा कि अगर एसडीपीआई नेता की हत्या के बाद पुलिस ने उचित कदम उठाए होते तो स्थिति वर्तमान स्तर तक नहीं जाती. .@VijayanPinarayi' Goondaraj takes yet another precious life.@BJP4OBCMorcha State Secretary Adv. Renjith Sreenivasan hacked to death by SDPI goons@CPIMKerala rule turning the state into a killing field. No Law & Order No security for citizens Killers go scot-free. Shame! pic.twitter.com/VOfxJKrkeO — V Muraleedharan / വി മുരളീധരൻ (@VMBJP) December 19, 2021 उन्होंने कहा कि श्रीनिवास की हत्या एसडीपीआई नेता की हत्या के बाद राज्य सरकार और पुलिस द्वारा एहतियाती या निवारक कदम उठाने में विफलता का परिणाम है. मुरलीधरन ने यह भी कहा कि उन्हें मिली जानकारी के मुताबिक भाजपा नेता की हत्या के पीछे एसडीपीआई का हाथ है. उन्होंने इन आरोपों से इनकार किया कि एसडीपीआई नेता की मौत के पीछे आरएसएस का हाथ था. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में प्रभुत्व के लिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और एसडीपीआई के बीच संघर्ष था और पुलिस को इस संबंध में जांच करनी चाहिए कि कौन इस मामले में भाजपा को फंसाने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने कहा कि कुछ लागों का दावा है कि श्रीनिवास की मौत एक प्रतिशोध थी. अगर ऐसा है तो मुख्यमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या राज्य में ‘आंख के बदले आंख’ लेने का चलन है. भाजपा की केरल इकाई के अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने कहा कि सोशल मीडिया पर आरएसएस की तुलना एसडीपीआई से करने की कोशिश की जा रही है, जो कथित तौर पर इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का राजनीतिक संगठन है. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री भी पीएफआई का समर्थन कर रहे हैं, क्योंकि राज्य के कई नगर निगमों में माकपा और एसडीपीआई सक्रिय रूप से एक दूसरे का समर्थन कर रहे हैं. राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने आरोप लगाया था कि भाजपा और एसडीपीआई राज्य में सांप्रदायिक वैमनस्य पैदा कर रहे हैं, जिसके जवाब में मंत्री की यह प्रतिक्रिया आई है. इस बीच, एसडीपीआई की केरल इकाई के अध्यक्ष ने एक बयान जारी कर उन आरोपों का खंडन किया कि भाजपा नेता की हत्या में पार्टी का हाथ है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी शान की मौत के प्रतिशोध में किसी अन्य व्यक्ति की जान लेने वाली नहीं है और उसे देश में कानून के शासन में विश्वास है. एसडीपीआई ने कहा कि श्रीनिवास की हत्या के मामले में पार्टी को फंसाने का मकसद उसकी छवि खराब करना है. एसडीपीआई प्रमुख एमके फैज़ी ने एक ट्वीट में लिखा, ‘राज्य में सांप्रदायिक हिंसा पैदा करना और सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित करना संघ परिवार के एजेंडे का हिस्सा है. आरएसएस के आतंकवाद की निंदा करें. केरल पुलिस का उदासीन रवैया आरएसएस को फायदा पहुंचाता है.’ (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",1 https://m.thewirehindi.com,https://m.thewirehindi.com/article/north-east-diary-assam-declared-foreigner-woman-seeks-compensation-after-release/197267,नॉर्थ ईस्ट डायरी: विदेशी घोषित होने का आदेश रद्द होने के बाद असम की महिला ने की मुआवज़े की मांग,"इस हफ्ते नॉर्थ ईस्ट डायरी में असम, नगालैंड, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश के समाचार. असम में एक विदेशी न्यायाधिकरण का दफ्तर. (फोटो: हसन अहमद मदनी) गुवाहाटी: भारत की नागरिकता साबित करने की लड़ाई ने 55 वर्षीय हसीना भानु और उनके बीमार पति को शारीरिक और मानसिक रूप से नुकसान पहुंचाया हो, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि गौहाटी उच्च न्यायालय सुनिश्चित करेगा कि उन्हें पर्याप्त मुआवजा दिया जाए. उल्लेखनीय है कि बीते सप्ताह उच्च न्यायालय ने महिला को असम की तेजपुर सेंट्रल जेल से रिहा करने का आदेश दिया था. अपनी रिहाई के एक दिन बाद दरांग जिले के श्यामपुर गांव में अपने घर पहुंची भानु ने शुक्रवार को कहा कि उनका जीवन तबाह हो गया है क्योंकि उनके पति को कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए अपनी खेती वाली जमीन बेचनी पड़ी ताकि यह साबित कर सकें कि वह विदेशी नहीं हैं, बल्कि वास्तविक भारतीय नागरिक हैं. उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘मेरे साथ घोर अन्याय हुआ… मेरा स्वाभिमान चकनाचूर हो गया, हमें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया और हम आर्थिक रूप से मुश्किलों में फंस गए हैं. मेरी रिहाई सुनिश्चित करने के लिए मैं गौहाटी उच्च न्यायालय और अपने वकील जाकिर हुसैन का आभार जताती हूं. मुझे उम्मीद है कि अदालत अधिकारियों को हमें पर्याप्त मुआवजा देने का निर्देश देगी, नहीं तो हम बर्बाद हो जाएंगे.’ हसीना भानु उर्फ हसना भानु को 2016 में एक दरांग के फॉरेनर्स ट्रिब्यूनल ने ‘भारतीय’ और 2021 में ‘विदेशी’ घोषित किया गया था, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया और अक्टूबर 2021 में तेजपुर जेल में बने एक डिटेंशन केंद्र में रखा गया था. हालांकि, गौहाटी उच्च न्यायालय ने एक न्यायाधिकरण के पूर्व के फैसले को इस सप्ताह पलट दिया. दरांग विदेशी न्यायाधिकरण ने अगस्त 2016 में भानु की भारतीय नागरिकता को बरकरार रखा था, लेकिन उसी न्यायाधिकरण ने उन्हें तब विदेशी घोषित कर दिया, जब असम पुलिस ने कहा कि वह एक संदिग्ध बांग्लादेशी थीं. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, हसीना भानु ने यह भी आरोप लगाया कि राजनीतिक साजिश के तहत मुस्लिमों के खिलाफ विदेशी न्यायाधिकरण में कई मामले दर्ज किए गए हैं. उन्होंने कहा, ‘हमें केवल इसलिए परेशान किया जा रहा है क्योंकि हम मुसलमान हैं. हम शतरंज के खेल में सिर्फ मोहरे हैं.’ एनडीटीवी के अनुसार, उन्होंने कहा, ‘जेल में डिटेंशन सेंटर के अंदर बहुत उत्पीड़न है. वहां कई हिंदू हैं, मुस्लिम भी… मुझे लगता है हमें मुस्लिम होने के कारण निशाना बनाया गया.’ उन्होंने आगे बताया, ‘मैंने न्यायाधिकरण में दूसरे मामले में पहहले (2016 के) मामले का आदेश जमा किया था लेकिन इस बार उसने अलग आदेश दिया. अब फिर मैं भारतीय साबित कर दी गई हूं. लेकिन सरकार से मेरा सवाल है कि मुझे इस तरह से प्रताड़ित क्यों किया गया?’ मालूम हो कि हाईकोर्ट ने सोमवार को फॉरेनर्स ट्रिब्यूनल के 2021 के फैसले को खारिज करते हुए कहा था कि दोनों फैसलों में याचिकाकर्ता की पहचान समान है और एक व्यक्ति के संबंध में दूसरी राय कायम नहीं रखी जा सकती. जस्टिस एन. कोटिश्वर सिंह और जस्टिस मालाश्री नंदी की पीठ ने कहा, ‘हम यह समझने में असमर्थ हैं कि ट्रिब्यूनल ने मामले की जांच किस तरह की.’ भानु ने कहा कि वह इसलिए रिहा हो सकीं क्योंकि उनके परिवार के पास जमीन थी, लेकिन उसी जेल में कम से कम 15-16 अन्य मुस्लिम महिलाएं हैं जो कानूनी लड़ाई लड़ने में असमर्थ हैं क्योंकि वे बहुत गरीब हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं उनके लिए दुखी हूं और प्रार्थना करती हूं कि वे भी जल्द बाहर आएं.’ उनके 60 वर्षीय पति अयान अली ने कहा कि अगर ग़रीब किसानों को झूठे आरोपों में उन पर थोपे गए मुक़दमे लड़ने के लिए अपनी ज़मीन बेचनी पड़ेगी तो वे कैसे बचेंगे. इस दंपति के छह बच्चे हैं- चार विवाहित बेटियां और दो बेटे. उन्होंने कहा, ‘मेरे सबसे छोटे बेटे को पिछले साल अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी क्योंकि हम उसकी बोर्ड परीक्षाओं की फीस का भुगतान नहीं कर सके और वह काम की तलाश में बेंगलुरु चला गया. जब उसकी मां को जेल भेजा गया तो वह बहुत परेशान था. अक्सर जिंदगी ख़त्म करने की बात करता था. हमारे रिश्तेदारों ने हमारा साथ दिया और उसे इस तरह न सोचने को कहा.’ नगालैंड: सुरक्षा बलों की फायरिंग के पीड़ितों को इंसाफ दिलाने की मांग लेकर सड़कों पर उतरे हज़ारों लोग कोहिमा में हुई पीपुल्स रैली. (फोटो साभार: नगा स्टूडेंट्स फेडरेशन) कोहिमा: राजधानी कोहिमा में हाल में सुरक्षा बलों द्वारा कथित रूप से मार दिए गए 14 आम लोगों को इंसाफ दिलाने और पूर्वोत्तर क्षेत्र से सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (आफस्पा ) हटाने की मांग को लेकर शुक्रवार को ‘पीपुल्स रैली’ निकाली गई. इस रैली में हज़ारों लोगों ने हिस्सा लिया. ईस्ट मोजो के अनुसार, रैली में हिस्सा लेने वाले लोगों ने कोहिमा के मध्य में स्थित ओल्ड एमएलए हॉस्टल जंक्शन से राजभवन तक पैदल मार्च किया और करीब ढाई किलोमीटर का रास्ता तय किया और राज्यपाल सचिवालय को मांगों के संबंध में एक ज्ञापन सौंपा. रैली का आयोजन करने वाले नगा स्टूडेंट्स फेडरेशन (एनएसएफ) के सदस्यों के अलावा, नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन (एनईएसओ), ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) और कई आदिवासी संगठनों के शीर्ष निकायों के प्रतिनिधियों ने इसमें हिस्सा लिया. #Nagaland | A massive crowd gathered for a rally organized by the Naga Students' Federation in Kohima on Friday, to protest against #AFSPA after 14 civilians were killed by security forces in Mon district on December 4 and 5. pic.twitter.com/WY3Cu01YXO — EastMojo (@EastMojo) December 17, 2021 प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी कर चार और पांच दिसंबर को नगालैंड के मोन जिले के उटिंग इलाके में सैना के पैरा कमांडो द्वारा 14 आम लोगों की कथित रूप से हत्या किए जाने की निंदा की. प्रदर्शनकारी हाथों में तख्तियों और बैनर पकड़े हुए थे, जिनमें लिखा था, ‘नगा आतंकवादी नहीं हैं’, ‘आफस्पा को प्रतिबंधित करो, हमारी आवाज़ को नहीं’ और ‘उटिंग के पीड़ितों के लिए न्याय’. एनएसएफ के अध्यक्ष केगवेहुन टेप, पीपुल्स रैली आयोजन समिति के संयोजक विपोपाल किंतसो, एनईएसओ के सलाहकार समुज्जल भट्टाचार्य और अन्य नेताओं ने राजभवन में राज्यपाल सचिवालय को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा. राज्यपाल प्रो. जगदीश मुखी राजभवन में मौजूद नहीं थे. ज्ञापन में एनएसएफ ने उटिंग में मारे गए युवकों और नगालैंड में सैना की कथित ज्यादतियों के सभी पीड़ितों के लिए तत्काल न्याय, आफस्पा को निरस्त करने और नगा राजनीतिक समस्या का समाधान खोजने में तेजी लाने की मांग की. बताया गया है कि यह ज्ञापन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो को भी भेजा जाएगा. एनएसएफ के अध्यक्ष केगवेहुन टेप ने कहा कि मांगें पूरी होने तक संगठन लड़ाई जारी रखेगा. रैली को संबोधित करने वाले वक्ताओं ने यह भी मांग की कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपना वह बयान वापस लें जिसमें उन्होंने कहा है कि सेना के जवानों ने आत्मरक्षा में गोलीबारी की थी. इससे पहले गुरुवार को पांच जिलों में इस घटना के विरोध में नागरिक संगठनों और आदिवासी समाज ने पूर्ण बंद आयोजित किया था. पीड़ित परिवारों का मुआवजा लेने से इनकार इससे पहले सेना की कथित गोलीबारी में मारे गए 14 लोगों के परिवारवालों ने घटना में शामिल सुरक्षाकर्मियों को ‘न्याय के कटघरे’ में लाने तक कोई भी सरकारी मुआवजा लेने से इनकार कर दिया था. ओटिंग ग्राम परिषद ने एक बयान में कहा कि पांच दिसंबर को जब स्थानीय लोग गोलीबारी और उसके बाद हुई झड़प में मारे गए लोगों के अंतिम संस्कार की व्यवस्था कर रहे थे, तब राज्य के मंत्री पी. पाइवांग कोन्याक और जिले के उपायुक्त ने 18 लाख 30 हजार रुपये दिए. बयान में कहा गया कि पहले उन्हें लगा कि यह मंत्री ने सद्भावना के तौर पर दिए हैं, लेकिन बाद में पता चला कि यह मारे गए और घायलों के परिवारों के लिए राज्य सरकार की ओर से अनुग्रह राशि की एक किस्त थी. बयान में कहा गया, ‘ओटिंग ग्राम परिषद और पीड़ित परिवार, भारतीय सशस्त्र बल के 21वें पैरा कमांडो के दोषियों को नागरिक संहिता के तहत न्याय के कटघरे में लाने और पूरे पूर्वात्तर क्षेत्र से सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (आफस्पा) को हटाने तक इसे स्वीकार नहीं करेंगे.’ ज्ञात हो कि नगालैंड के मोन ज़िले में चार से पांच दिसंबर के दौरान एक असफल उग्रवाद विरोधी अभियान के दौरान सेना की गोलीबारी में कम से कम 14 नागरिकों की जान चली गई थी. यह घटना मोन जिले के ओटिंग और तिरु गांवों के बीच यह घटना हुई थी. गोलीबारी की पहली घटना तब हुई जब चार दिसंबर की शाम कोयला खदान के कुछ मजदूर एक पिकअप वैन में सवार होकर घर लौट रहे थे. कोहिमा में हुई पीपुल्स रैली. (फोटो साभार: नगा स्टूडेंट्स फेडरेशन) सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि जवानों को प्रतिबंधित संगठन नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड-के (एनएससीएन-के) के युंग ओंग धड़े के उग्रवादियों की गतिविधि की सूचना मिली थी और इसी गलतफहमी में इलाके में अभियान चला रहे सैन्यकर्मियों ने वाहन पर कथित रूप से गोलीबारी की, जिसमें छह मजदूरों की जान चली गई. अधिकारियों ने बताया कि जब मजदूर अपने घर नहीं पहुंचे तो स्थानीय युवक और ग्रामीण उनकी तलाश में निकले तथा इन लोगों ने सेना के वाहनों को घेर लिया. इस दौरान हुई धक्का-मुक्की व झड़प में एक सैनिक की मौत हो गई और सेना के वाहनों में आग लगा दी गई. इसके बाद सैनिकों द्वारा आत्मरक्षार्थ की गई गोलीबारी में सात और लोगों की जान चली गई. इस घटना के खिलाफ उग्र विरोध और दंगों का दौर अगले दिन पांच दिसंबर को भी जारी रहा और गुस्साई भीड़ ने कोन्याक यूनियन और असम राइफल्स कैंप के कार्यालयों में तोड़फोड़ की और उसके कुछ हिस्सों में आग लगा दी. इसके बाद सुरक्षा बलों द्वारा हमलावरों पर की गई जवाबी गोलीबारी में कम से कम एक और नागरिक की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए. इस घटना के बाद विभिन्न छात्र संगठन और राजनीतिक दल सेना को विशेष अधिकार देने वाले आफस्पा हटाने की मांग कर रहे हैं. नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) की सांसद अगाथा संगमा ने नगालैंड में यह मुद्दा बीते सात दिसंबर को लोकसभा में उठाया था और कहा था कि पूर्वोत्तर के राज्यों से सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (आफस्पा) हटाया जाना चाहिए. उससे पहले मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने भी आफस्पा को रद्द करने की मांग की थी. इसके अलावा मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह और नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो भी आफस्पा को निरस्त करने की मांग उठा चुके हैं. मणिपुर: सरकारी विज्ञापनों के बकाये को लेकर मीडिया संस्थानों की कामबंदी इम्फालः एडिटर्स गिल्ड मणिपुर (ईजीएम) और मणिपुर हिल्स जर्नलिस्ट्स यूनियन (एमएचजेयू) की बुधवार को हुई संयुक्त बठक में फैसला लिया गया कि सरकारी विज्ञापनों के बिलों का भुगतान करने में राज्य सरकार के असफल रहने पर प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक सहित राज्य के सभी मीडिया संस्थान गुरुवार से कामबंदी करेंगे. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इस संयुक्त बयान में कहा गया था कि बैठक की प्रस्तावना के अनुरूप 16 दिसंबर को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर कोई न्यूज बुलेटिन या बहस का कार्यक्रम नहीं होगा, जबकि 17 दिसंबर को प्रिंट मीडिया कोई प्रकाशन नहीं करेगा. बयान में चेताया गया कि अगर सरकार या सत्तारूढ़ पार्टियों द्वारा उचित कार्रवाई नहीं की गई तो धीरे-धीरे मणिपुर के मीडिया संस्थान मंत्रियों से संबंधित खबरों को कवर करना बंद कर देंगे. एडिटर्स गिल्ड मणिपुर और मणिपुर हिल्स जर्नलिस्ट्स यूनियन ने सरकार से आग्रह किया कि मणिपुर मीडिया को बचाने के लिए तुरंत इस मामले पर कार्रवाई करें. एडिटर्स गिल्ड मणिपुर के मुताबिक, उन्होंने राज्य सरकार को कई अवसरों पर मीडिया संस्थानों के समक्ष दिक्कतों विशेष रूप से बीते दो सालों में आ रहीं समस्याओं का हवाला देते हुए लंबित बिलों का भुगतान करने को कहा है. इससे पहले दोनों संगठनों ने इन लंबित बिलों के भुगतान के लिए सरकार को 15 दिसंबर तक का अल्टीमेटम दिया था. एडिटर्स गिल्ड मणिपुर के सचिव रूपंद्र युमनाम ने कहा, ‘किसी अन्य सेक्टर की तरह मीडिया संस्थान भी कोविड-19 से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. इस डर के बावजूद मीडिया ने महामारी के दौरान भी वायरस से निपटने को लेकर जनता तक महत्वपूर्ण जानकारी पहुंचाकर अपना काम किया.’ उन्होंने कहा कि हालांकि उन्हें लगता है कि सरकार बीते दो साल में मीडिया संगठनों के समक्ष आईं मुश्किलों के प्रति उदासीन रहकर मीडिया के योगदान को पहचानने में असफल रही. उन्होंने कहा, ‘कोविड-19 की वजह से हो रहीं मौतों के बीच हम लगातार अपने कर्तव्यों का पालन करते रहे.’ रिपोर्ट के मुताबिक, यह पता चला है कि बीते दो सालों में अधिकतर मीडिया संस्थानों को प्रकाशित विज्ञापनों के लिए उनकी बकाया राशि का सरकार की ओर से भुगतान नहीं की गई है. अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल ने सैनिकों से कहा- आम नागरिकों के साथ मित्रवत संबंध बनाएं ईटानगर: अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) डॉ. बीडी मिश्रा ने मद्रास रेजीमेंट की 18वीं बटालियन के सैनिकों से अनुशासन कायम रखने, कठिन अभ्यास करने और आम नागरिकों के साथ मित्रवत संबंध बनाने का अनुरोध किया. राज्यपाल ने भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 के युद्ध की याद में नई दिल्ली स्थित बटालियन की इकाई में ‘सैनिक सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए कहा कि सभी सैन्य अभियानों में सफलता की कुंजी दृढ़ विश्वास है. एक आधिकारिक आदेश में कहा गया कि बटालियन को 1971 के युद्ध में पाकिस्तान के सिंध प्रांत स्थित थार रेगिस्तान में मुश्किल अभियान के लिए सम्मानित किया गया. डॉ. मिश्रा ने उन दिनों को याद किया, जब 17 दिसंबर, 1961 को वह युवा अधिकारी के तौर पर बटालियन में शामिल हुए थे. उन्होंने कहा, ‘भारतीय सेना की सबसे पुरानी रेजीमेंट मद्रास रेजीमेंट ने औपनिवेशक काल में और आजादी के बाद कई अभियानों में सक्रिय भूमिका निभाई है. ‘थंबियों’ को उनके पराक्रम, बलिदान और कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए जाना जाता है.’ इस रेजीमेंट के जवानों को आम तौर पर थंबी कहा जाता है. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की आजादी का युद्ध भारत के सैन्य इतिहास में स्वर्णिम अध्याय है. (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ) ये भी पढ़ें...",1 https://m.thewirehindi.com,https://m.thewirehindi.com/article/pmo-holds-informal-talks-with-election-commissioners-on-election-reforms-opposition-targets-government/197223,पीएमओ के चुनाव सुधारों पर चुनावों आयुक्तों के साथ बातचीत पर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा,"चुनाव आयोग को बीते 15 नवंबर को क़ानून मंत्रालय की ओर से एक पत्र मिला था, जिसमें कहा गया था कि प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा एकल मतदाता सूची को लेकर एक बैठक लेने वाले हैं और चाहते हैं कि इसमें ‘मुख्य चुनाव आयुक्त’ मौजूद रहें. यह पत्र बहुत ही असामान्य था, क्योंकि चुनाव आयोग आमतौर पर अपने कामकाज की स्वायत्तता सुनिश्चित करने के लिए सरकार से दूरी बनाए रखता है. मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा (मध्य), राजीव कुमार (बाएं) और अनूप चंद्र पांडे (दाएं) (फोटोः पीटीआई) नई दिल्ली: मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) सुशील चंद्रा और चुनाव आयुक्तों-राजीव कुमार तथा अनूप चंद्र पांडे द्वारा प्रमुख चुनाव सुधारों को लेकर निर्वाचन आयोग एवं कानून मंत्रालय के बीच परस्पर समझ को समान बनाने के लिए हाल में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के साथ एक अनौपचारिक बातचीत करने का मामला सामने आया है. दरअसल बीते 15 दिसंबर को चुनाव आयोग को कानून मंत्रालय (चुनाव आयोग का प्रशासनिक मंत्रालय) के एक अधिकारी से एक पत्र मिला था, जिसमें कुछ ‘असामान्य’ शब्दों का इस्तेमाल किया गया था. इस पत्र में कहा गया था कि प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा आम मतदाता सूची को लेकर एक बैठक की अध्यक्षता करने वाले हैं और चाहते हैं कि इसमें ‘मुख्य चुनाव आयुक्त’ मौजूद रहें. यह पत्र ‘असामान्य’ इसलिए था, क्योंकि चुनाव आयोग आमतौर पर अपने कामकाज की स्वायत्तता सुनिश्चित करने के लिए सरकार से दूरी बनाए रखता है. बीते साल इसी विषय पर 13 अगस्त और तीन सितंबर को हुई बैठकों में चुनाव आयोग के अधिकारियों ने हिस्सा लिया था न कि चुनाव आयुक्तों ने. इस घटनाक्रम के सामने आने के बाद प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विपक्ष ने शुक्रवार को केंद्र की मोदी सरकार पर प्रहार किया और आरोप लगाया कि वह निर्वाचन आयोग से अपने मातहत जैसा व्यवहार कर रही है. कांग्रेस महासचिव एवं मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि सरकार देश में संस्थाओं को नष्ट करने के मामले में और अधिक नीचे गिर गई है. सुरजेवाला ने कहा, ‘चीजें बेनकाब हो गई हैं. अब तक जो बातें कही जा रही थीं वे सच हैं.’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘स्वतंत्र भारत में कभी नहीं सुना गया था कि प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा मुख्य निर्वाचन आयुक्त को तलब किया गया हो. निर्वाचन आयोग के साथ अपने मातहत के तौर पर व्यवहार करने से साफ है कि (नरेंद्र) मोदी सरकार हर संस्था को नष्ट करने के मामले में और भी नीचे गिर चुकी है.’ इस खबर पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पूर्व मुख्य निवार्चन आयुक्त एसवाई कुरैशी ने कहा, ‘यह बिल्कुल ही स्तब्ध कर देने वाला है.’ अपनी टिप्पणी को विस्तार से बताने का आग्रह किए जाने पर उन्होंने कहा कि उनके शब्दों में हर चीज का सार है. इस बीच, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने चुनाव सुधार पर पीएमओ में एक बैठक के लिए आयोग को तलब करने के मुद्दे पर शुक्रवार को लोकसभा में कार्यस्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया. तिवारी ने नोटिस में निर्वाचन आयोग की स्वायत्ता पर सवाल खड़े किए. हालांकि लखीमपुर खीरी मामले पर हंगामे की वजह से निचले सदन की कार्यवाही स्थगित हो गई. तिवारी ने कहा कि वह सोमवार को फिर से इस विषय पर कार्यस्थगन का नोटिस देंगे. द्रमुक नेता टीआर बालू ने कहा कि निर्वाचन आयोग जैसे एक संवैधानिक प्राधिकार को तलब करना सरकार के वर्चस्ववादी रवैये को प्रदर्शित करता है और यह अलोकतांत्रिक है. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में भाजपा के दो मुख्य प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी (सपा) और बसपा ने भी शुक्रवार को इसे लेकर मोदी सरकार को निशाना साधा. सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि उनकी पार्टी पीएमओ के साथ चुनाव आयोग की बातचीत के बारे में अधिक जानकारी मांगेगी. ऑनलाइन बातचीत को चुनाव आयोग की निष्पक्षता और अखंडता पर एक बड़ा सवाल कहते हुए चौधरी ने कहा, ‘हम शुरू से ही कहते रहे हैं कि निष्पक्ष चुनाव कराना चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है. यदि सरकारी दबाव में निष्पक्षता को भंग करने का कोई प्रयास किया जाता है, तो यह लोकतंत्र के खिलाफ है.’ लोकसभा में बसपा नेता रितेश पांडे ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को इस मामले को देखना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘अदालतों को चुनाव आयोग की स्वतंत्रता पर 1995 के सुप्रीम कोर्ट के फैसले और कार्यपालिका से चुनाव आयोग के अलगाव के महत्व को देखते हुए कदम उठाना चाहिए.’ पांडे ने यह भी मांग की कि अब जब अनुचित और अभूतपूर्व आचरण हुआ है चुनाव आयोग और पीएमओ के बीच बैठक के ‘अनएडिटेड मिनट्स’ को सार्वजनिक जांच के लिए उपलब्ध कराया जाए. बसपा सांसद कुंवर दानिश अली ने कहा कि वह इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे. उन्होंने कहा, ‘चुनाव आयोग पीएमओ के अधीनस्थ नहीं है. प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारी चुनाव आयुक्तों को बैठक में भाग लेने का निर्देश कैसे दे सकते हैं? वह भी तब जब चुनाव (अगले साल की शुरुआत में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं.) करीब हैं.’ आयोग और पीएमओ के बीच बातचीत के औचित्य के बारे में पूछे जाने पर एक वरिष्ठ अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘यह अनौपचारिक बातचीत थी, बैठक नहीं. आयुक्तों ने चुनाव से संबंधित किसी भी मामले पर चर्चा नहीं की. यह सिर्फ चुनाव सुधारों के शीघ्र निपटान के लिए था.’ अली ने कहा कि सरकार चुनाव आयोग को लिख सकती थी और प्रस्तावित सुधारों पर अपनी दलीलें दे सकती थी और चुनाव आयोग तब सर्वदलीय बैठक बुला सकता था. उन्होंने एक बार चुनाव आयुक्तों को बुलाने की मांग करने वाली एक संसदीय स्थायी समिति का उदाहरण दिया. उन्होंने कहा, ‘लेकिन हमें बताया गया कि स्थायी समिति भी उन्हें नहीं बुला सकती.’ अली ने मोदी सरकार पर किसी भी स्वतंत्र संस्था को जीवित नहीं रहने देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘वे हर स्वतंत्र संस्थान को ध्वस्त कर रहे हैं.’ (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",1 https://m.thewirehindi.com,https://m.thewirehindi.com/article/election-commissioners-pmo-meeting-former-commissioners-modi-govt/197242,पीएमओ की बैठक में चुनाव आयुक्तों को बुलाने वाले पत्र पर पूर्व सीईसी ने कहा- यह उचित नहीं,"बीते 15 नवंबर को चुनाव आयोग को क़ानून मंत्रालय का एक पत्र मिला था, जिसमें कहा गया था कि प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा एकल मतदाता सूची को लेकर एक बैठक की अध्यक्षता करने वाले हैं और चाहते हैं कि इसमें ‘मुख्य चुनाव आयुक्त’ मौजूद रहें. इस पत्र को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. कहा जा रहा है कि चुनाव आयोग अपने कामकाज की स्वायत्तता सुनिश्चित करने के लिए सरकार से दूरी बनाए रखता है. नई दिल्लीः निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा और दो अन्य चुनाव आयुक्तों- राजीव कुमार और अनूप चंद्र पांडेय द्वारा आपत्तियां जताने के बावजूद बीते 16 नवंबर को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के साथ एक अनौपचारिक बातचीत करने का मामला सामने आया है. इससे एक दिन पहले (15 नवंबर) ही चुनाव आयोग को कानून मंत्रालय (चुनाव आयोग का प्रशासनिक मंत्रालय) के एक अधिकारी से एक पत्र मिला था, जिसमें कहा गया था कि प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा आम मतदाता सूची को लेकर एक बैठक की अध्यक्षता करने वाले हैं और चाहते हैं कि इसमें ‘मुख्य चुनाव आयुक्त’ मौजूद रहें. दरअसल यह पत्र बहुत ही असामान्य था, क्योंकि चुनाव आयोग आमतौर पर अपने कामकाज की स्वायत्तता सुनिश्चित करने के लिए सरकार से दूरी बनाए रखता है. हालांकि, सीईसी चंद्रा और अन्य दो चुनाव आयुक्त इस वीडियो बैठक से दूर रहे लेकिन उनके अधीनस्थ अधिकारियों ने इस बैठक में हिस्सा लिया. चुनाव आयोग के इन तीनों शीर्ष अधिकारियों ने इस बैठक के तुरंत बाद पीके मिश्रा के साथ अनौपचारिक बातचीत की थी. इस तरह के पत्र को चुनाव आयोग के दर्ज का अपमान करने वाला करार देते हुए पूर्व चुनाव आयुक्तों ने कहा है कि मौजूदा चुनाव आयुक्तों ने ऐसी किसी बैठक में शामिल नहीं होकर सही किया है. कुछ पूर्व चुनाव आयुक्तों ने यह भी कहा कि यदि तीनों आयुक्तों ने प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा के साथ अनौपचारिक बातचीत नहीं की होती तो अच्छा रहता. हालांकि, इनमें से एक ने कहा है कि अनौपचारिक चर्चा में भाग लेने में कुछ भी गलत नहीं है, जब तक कि वे प्रधान सचिव के कार्यालय जाकर या उनकी अध्यक्षता में हुई बैठक में भाग नहीं ले रहे हों. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी ने कहा, ‘यह अस्वीकार्य है. क्या सरकार न्यायिक सुधारों पर चर्चा के लिए सर्वोच्च न्यायालय के अन्य सभी न्यायाधीशों के साथ भारत के मुख्य न्यायाधीश को बुला सकती है? तो (चुनाव) आयोग को बैठक के लिए क्यों बुलाया गया? यहां तक ​​कि प्रधानमंत्री भी सीईसी को बैठक के लिए नहीं बुला सकते हैं.’ इस कदम को ‘बेहद खराब’ करार देते हुए उन्होंने कहा कि यदि इन अधिकारियों (आयुक्तों और सरकार) के बीच कोई बैठक होती है, तो उससे जरूर संदेह (लोगों के दिमाग में) उठेगा. जुलाई 2010 से जून 2012 तक मुख्य चुनाव आयुक्त रहे कुरैशी ने कहा, ‘हालांकि हमारे चुनाव आयोग के अधिकारी सब कुछ जानते हैं. वे (चुनावी) सुधार प्रस्तावों पर काम करते हैं. अधिकारियों को इस उद्देश्य के लिए सटीक रूप से प्रशिक्षित किया जाता है और वे सरकार की बैठकों में आयोग के दृष्टिकोण को समझाने के लिए नियमित रूप से जाते हैं. सरकार की बैठक में चुनाव आयुक्तों के शामिल होने का कोई सवाल नहीं उठता है.’ इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में एक अन्य पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त का हवाला दिया गया है. उनके अनुसार, बैठक में शामिल होने से 100 फीसदी इनकार किया जा सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व में भी सरकार ने चुनाव आयुक्तों को बैठक में शामिल होने के लिए बुलाया है, लेकिन आयुक्त इसमें कभी नहीं गए. रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब और मणिपुर में अगले साल की शुरुआत में चुनाव होने हैं. इसे देखते हुए एक अन्य पूर्व चुनाव आयुक्त ने कहा कि सरकार के साथ पांच राज्यों के चुनावों की घोषणा के समय के इतने नजदीक आने पर की गई यह बातचीत आयोग के लिए अच्छा नहीं लगता है. फरवरी 2004 से जून 2005 तक मुख्य चुनाव आयुक्त रहे टीएस कृष्णमूर्ति ने भी सरकार के इस कदम की आलोचना की और कहा कि सरकार के अधिकारियों द्वारा की जाने वाली किसी बैठक में चुनाव आयुक्तों के शामिल होने की कोई जरूरत नहीं होती है. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर आयोग सरकार से लिखित में स्पष्टीकरण मांग सकता है. द वायर से बात करते हुए पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एन. गोपालास्वामी ने कहा कि सरकारी विभाग से ऐसा पत्र प्राप्त होना सही नहीं है और मुख्य चुनाव आयुक्त एवं चुनाव आयुक्त ने अपने दर्जे को ध्यान में रखते हुए उस बैठक में शामिल नहीं हुए थे. उन्होंने कहा, ‘ऑनलाइन चर्चा में भाग लेना ठीक है. आपको (चुनाव आयुक्त) किसी के साथ किसी मुद्दे पर चर्चा करने से क्या रोकता है? आखिर वह यह नहीं कह रहे हैं कि मैं प्रमुख सचिव हूं और इसलिए आप आकर बैठक में शामिल हों. अगर कोई कहता है कि मेरे साथ बैठक करें, मैं आपसे बातें करना चाहता हूं- तो यह बिल्कुल ठीक है.’ हालांकि इसके बाद उन्होंने कहा कि मुद्दा यह नहीं है कि किसने बैठक बुलाया था या फिर किस विषय पर चर्चा होनी थी. यदि आप उनके ऑफिस न जाकर अपने ऑफिस के दर्जे को कम नहीं करते हैं, तो ऑनलाइन बैठक में कोई दिक्कत नहीं है. गोपालास्वामी ने कहा कि ऐसे कुछ मामले सामने आए हैं, जहां पूर्व में मुख्य चुनाव आयुक्त जाकर प्रधानमंत्री से बात किए हैं. इस मामले के संदर्भ में एसवाई कुरैशी द्वारा सुप्रीम कोर्ट के जजों का हवाला देने पर गोपालास्वामी ने कहा, ‘अगर ऐसी कोई बात है तो इसमें गलत क्या है? मान लीजिए कि लंबित मामलों पर चर्चा करने के लिए एक बैठक आयोजित की गई है, तो इसमें समस्या क्या है. समस्या तब होगी जब राष्ट्रपति या पीएम कहते हैं कि किसी खास मामले को एक खास तरीके से क्यों हैंडल किया जा रहा है.’ 2018 में चुनाव आयोग का नेतृत्व करने वाले ओ. रावत ने कहा, ‘जब हम वहां थे तो ऐसा कभी नहीं हुआ. किसी भी मंत्रालय ने बैठक की सूचना देते हुए सीईसी को भाग लेने के लिए नहीं लिखा. दरअसल जब सरकार ने बैठक की मांग की तो उनके अधिकारी आकर आयुक्तों को तथ्य समझाते थे.’ उन्होंने आगे कहा, ‘उदाहरण के लिए जब इलेक्टोरल बॉन्ड पेश किए गए थे तब (तत्कालीन वित्त सचिव) एससी गर्ग आए थे. ये बैठकें चुनाव आयोग के बाहर या ऑनलाइन या किसी सरकारी अधिकारी की अध्यक्षता में कभी नहीं हुई थीं.’ रावत ने कहा, ‘सीईसी फोन उठाते हैं और बाधाओं को दूर करने के लिए अधिकारियों से बात करते हैं, लेकिन यह चुनाव आयोग की पहल पर किया गया है. ऐसा लगता है कि तीनों आयुक्तों ने औपचारिक बैठक में शामिल न होकर ‘नियम’ का पालन किया, लेकिन अगर बैठक के बाद तीनों आयुक्त अनौपचारिक रूप से ऑनलाइन मिले, तो यह थोड़ा असंगत लगता है. ऐसा लगता है कि वे किसी नाराजगी से बचना चाहते थे.’",1 https://m.thewirehindi.com,https://m.thewirehindi.com/article/bill-to-raise-marriage-age-of-girls-to-21-years-and-election-reform-introduced-in-parliament-next-week-govt/197211,लड़कियों की विवाह उम्र 21 वर्ष करने तथा चुनाव सुधार विधेयक अगले सप्ताह संसद में होंगे पेश: सरकार,"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बीते 15 दिसंबर को बाल विवाह (रोकथाम) अधिनियम, 2006 में संशोधन को मंज़ूरी दी थी. इस संशोधन के तहत लड़कियों के विवाह की न्यूनतम क़ानूनी आयु को 18 साल से बढ़ाकर पुरुषों के समान 21 साल करने का प्रावधान है. (प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स) नई दिल्ली: सरकार ने शुक्रवार को संसद में यह घोषणा की कि लड़कियों के विवाह की न्यूनतम कानूनी आयु को 18 साल से बढ़ाकर पुरुषों के समान 21 साल करने संबंधी विधेयक और चुनाव सुधार विधेयक अगले सप्ताह लोकसभा में पेश किए जाएंगे. लोकसभा में संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने अगले सप्ताह सदन में होने वाले सरकारी कामकाज की जानकारी देते हुए यह घोषणा की. उन्होंने कहा कि बाल विवाह (रोकथाम) संशोधन विधेयक, 2021 तथा चुनाव अधिनियम (संशोधन) विधेयक, 2021 को अगले सप्ताह पेश करने के बाद चर्चा कर पारित किया जाएगा. राज्यसभा में संसदीय कार्य राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने इस आशय की जानकारी देते हुए कहा कि बाल विवाह (रोकथाम) संशोधन विधेयक को लोकसभा में पेश करने और पारित करने के बाद इसे उच्च सदन में चर्चा एवं पारित करने के लिए रखा जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बीते 15 दिसंबर को बाल विवाह (रोकथाम) अधिनियम, 2006 में संशोधन को मंजूरी दी थी. इस संशोधन के तहत लड़कियों के विवाह की न्यूनतम कानूनी आयु को 18 साल से बढ़ाकर पुरुषों के समान 21 साल करने का प्रावधान है. मौजूदा कानूनी प्रावधान के तहत लड़कों के लिए विवाह की न्यूनतम आयु 21 साल और लड़कियों के लिए 18 साल निर्धारित है. हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, यह निर्णय समता पार्टी की पूर्व प्रमुख जया जेटली के नेतृत्व वाले एक टास्क फोर्स की सिफारिश पर आधारित है. जेटली ने कहा था, ‘अगर हम हर क्षेत्र में लैंगिक समानता और लिंग सशक्तिकरण के बारे में बात करते हैं, तो हम शादी को नहीं छोड़ सकते क्योंकि यह एक बहुत ही अजीब संदेश है कि एक लड़की 18 साल की उम्र में शादी के लिए फिट हो सकती है, जो उसके कॉलेज जाने के अवसर को कम कर देती है, जबकि पुरुषों के पास जिंदगी और कमाई के लिए तैयार होने के लिए 21 वर्ष तक का समय है.’ जेटली ने कहा कि टास्क फोर्स ने पिछले साल दिसंबर में प्रधानमंत्री कार्यालय, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और नीति आयोग को अपनी सिफारिशें सौंपी थीं. समिति में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल, शिक्षाविद नजमा अख्तर, वसुधा कामत और दीप्ति शाह के अलावा उच्च शिक्षा, स्कूली शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला और बाल विकास, विधायी विभागों के सचिव आदि शामिल थे. रिपोर्ट के अनुसार, अगर संसद द्वारा इस विधेयक को पारित किया जाता है तो महिलाओं के लिए संशोधित न्यूनतम आयु में 1954 के विशेष विवाह अधिनियम, 1955 हिंदू विवाह अधिनियम, 1872 भारतीय ईसाई विवाह अधिनियम, 1936 पारसी विवाह और तलाक अधिनियम सहित अन्य कानूनों में संशोधन की आवश्यकता होगी. इसके साथ ही विरासत, भरण-पोषण और तलाक के कानूनों में भी संशोधन करने की आवश्यकता हो सकती है. जेटली ने कहा कि पैनल ने युवा लोगों के साथ यह आकलन किया और पाया कि लगभग सभी सहमत हैं. उन्होंने कहा, ‘हमें लड़की को कमाने का मौका देना चाहिए और यह एक पुरुष के बराबर होना चाहिए और वह 18 साल में बराबर नहीं हो सकती, जब आदमी के पास ऐसा करने के लिए 21 साल हो.’ वहीं, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बीते 15 दिसंबर को चुनाव सुधार संबंधी विधेयक को भी मंजूरी दी थी, जिसमें स्वैच्छिक रूप से मतदाता सूची से आधार को जोड़ने की निर्वाचन आयोग को अनुमति देने का प्रस्ताव शामिल है. मंत्रिमंडल द्वारा मंजूर विधेयक के मुताबिक, चुनाव संबंधी कानून को सैन्य मतदाताओं के लिए लैंगिक निरपेक्ष बनाया जाएगा. वर्तमान चुनावी कानून के प्रावधानों के तहत, किसी भी सैन्यकर्मी की पत्नी को सैन्य मतदाता के रूप में पंजीकरण कराने की पात्रता होगी, लेकिन महिला सैन्यकर्मी के पति को नहीं होगी. लेकिन इस प्रस्तावित विधेयक को संसद की मंजूरी मिलने पर स्थितियां बदल जाएंगी. निर्वाचन आयोग ने विधि मंत्रालय से जन प्रतिनिधित्व कानून में सैन्य मतदाताओं से संबंधित प्रावधानों में ‘पत्नी’ शब्दावली को बदलकर ‘स्पाउस’ (जीवनसाथी) करने को कहा था. इसके तहत एक अन्य प्रावधान में युवाओं को मतदाता के रूप में प्रत्येक वर्ष चार तिथियों को पंजीकरण कराने की अनुमति देने की बात कही गई है. अभी एक जनवरी या उससे पहले 18 वर्ष के होने वालों को मतदाता के रूप में पंजीकरण की अनुमति दी जाती है. भारत निर्वाचन आयोग पात्र लोगों को मतदाता के रूप में पंजीकरण कराने की अनुमति देने के लिए कई ‘कट ऑफ तारीख’ की वकालत करता रहा है. आयोग ने सरकार को बताया था कि एक जनवरी की ‘कट ऑफ तिथि’ के कारण मतदाता सूची की कवायद से कई युवा वंचित रह जाते थे. केवल एक ‘कट ऑफ तिथि’ होने के कारण 2 जनवरी को 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले व्यक्ति पंजीकरण नहीं करा पाते थे और उन्हें पंजीकरण कराने के लिए अगले वर्ष का इंतजार करना पड़ता था. विधि एवं न्याय मंत्रालय ने हाल ही में संसद की एक समिति को बताया था कि उसका जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 14बी में संशोधन का प्रस्ताव है, ताकि पंजीकरण के लिए हर वर्ष चार ‘कट ऑफ तिथि’ एक जनवरी, एक अप्रैल, एक जुलाई तथा एक अक्टूबर शामिल की जा सकें. उल्लेखनीय है कि संसद का मौजूदा शीतकालीन सत्र 23 दिसंबर तक चलने का कार्यक्रम है और आज के बाद कुल चार बैठक निर्धारित हैं. (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/boycott-those-who-do-politics-on-the-basis-of-religion-ghulam-nabi-azad-1514719,धर्म के आधार पर राजनीति करने वालों का बहिष्कार करें: गुलाम नबी आजाद,"जम्मू/गंदोहः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने मंगलवार को कहा कि लोगों को उन्हें नकार देना चाहिए, जो धर्म के आधार पर राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले सात वर्षों में, जम्मू कश्मीर और पूरा देश आगे बढ़ने की बजाय पीछे जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार पर हमला करते हुए आजाद ने कहा कि जो लोग धर्म या पार्टी के आधार पर लोगों से बर्ताव कर रहे हैं और समान रूप से न्याय देने में विफल हैं, उन्हें सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है। आजाद ने कहा, “भारत अब वैसा नहीं रहा जैसा सात साल पहले था और इसी तरह से जम्मू कश्मीर भी वैसा नहीं रहा जैसा तीन चार साल पहले था। हम बहुत सारे बदलाव देख रहे हैं,… हम पीछे जा रहे हैं।” डोडा जिले के गंदोह के भलेसा गांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता ने भाजपा का नाम लिए बिना कहा की देश में लोग बेरोजगारी, महंगाई और गरीबी से जूझ रहे हैं। आजाद ने कहा, “हम जम्मू कश्मीर और इस देश को स्वर्ग बनाना चाहते हैं लेकिन कुछ लोग हैं जो इस क्षेत्र को नर्क में तब्दील करना चाहते हैं। यह मानवता के खिलाफ है।” आजाद ने कहा कि नेताओं को लोगों का धर्म, पार्टी या क्षेत्र देखकर उनके साथ न्याय करने में भेदभाव नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा, “सभी धर्म मानवता की सेवा करने के बारे में कहते हैं और यह हमारी नीति है लेकिन आज यह नहीं हो रहा है और धर्म तथा पार्टी देखकर लोगों के साथ भेदभाव किया जा रहा है।” आजाद ने कहा कि ऐसे लोग सरकार चलाने के काबिल नहीं हैं और उन्हें राजनीति छोड़कर “पूजा पाठ” करने के लिए लौट जाना चाहिए।",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/it-raid-in-uttar-pradesh-and-karnataka-know-where-you-got-what-1514703,"उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में IT रेड, जानें कहां क्या मिला","नई दिल्लीः आयकर विभाग ने उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में सिविल भवन-निर्माण एवं रियल एस्टेट के कारोबार में संलग्न तथा शैक्षणिक संस्थानों को चलाने वाले विभिन्न व्यक्तियों और उनकी व्यावसायिक संस्थाओं के साथ ही कोलकाता स्थित एक कंपनी के परिसर में भी छापेमारी की है। विभाग ने आज यहां जारी बयान में बताया कि गत 18 दिसंबर को तलाशी अभियान के दौरान लखनऊ, मैनपुरी, मऊ, कोलकाता, बेंगलुरु और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सहित विभिन्न स्थानों में फैले 30 से अधिक परिसरों पर छापेमारी की कार्रवाई की गई है। तहकीकात के दौरान हार्ड कॉपी दस्तावेजों तथा डिजिटल डेटा सहित बड़ी संख्या में आपत्तिजनक सबूत मिले हैं और जब्त किए गए हैं। जांच के दौरान प्रारंभिक विश्लेषण से कर चोरी तौर-तरीकों का पता चला है। यह पाया गया कि सिविल भवन-निर्माण के व्यवसाय में लगी कई संस्थाएं करोड़ों रुपये के फर्जी खर्च के दावे में शामिल थीं। जाली बिल बुक, स्टांप एवं नकली सप्लायरों की हस्ताक्षरित चेक बुक सहित विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं और उन्हें जब्त कर लिया गया है। एक कंपनी के मामले में इसके निदेशकों की 86 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित आय का पता चला है। कंपनी से संबंधित व्यक्ति ने अपनी अघोषित आय के रूप में 68 करोड़ रुपये की राशि स्वीकार की है और उस पर कर का भुगतान करने की पेशकश की है। एक मालिकाना प्रतिष्ठान के प्रकरण में, पिछले कुछ वर्षों के दौरान 150 करोड़ रुपये से अधिक के कारोबार से संबंधित लेखा बही खातों में प्रस्तुत नहीं किया जा सका है। एक अन्य संस्था की जांच में भी यह पाया गया कि उसने अपनी अघोषित आय और निवेश को रूट करने के लिए मुखौटा कंपनियों के माध्यम का इस्तेमाल किया है। जांच के दौरान 12 करोड़ रुपये के ऐसे अस्पष्ट निवेश की पहचान की गई है। एक अन्य व्यक्ति के केस में एक मुखौटा कंपनी में 11 करोड़ रुपये के रहस्यमय निवेश और 3.5 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्तियों में निवेश की पहचान की गई है। इसके अलावा, इन व्यक्तियों को आवास प्रविष्टियां प्रदान करने के संबंध में कोलकाता स्थित एक कंपनी को भी शामिल किया गया था। जांच में यह पाया गया कि इन जालसाज कंपनियों के माध्यम से एंट्री ऑपरेटर ने 408 करोड़ रुपये की फर्जी शेयर पूंजी और 154 करोड़ रुपये के फर्जी असुरक्षित ऋण की आवास प्रविष्टियां प्रदान करने के लिए विभिन्न मुखौटा कंपनियों का गठन किया था। तलाशी अभियान के दौरान हवाला लेनदेन का पर्याप्त मात्रा में डिजिटल डेटा भी मिला और जब्त किया गया। एंट्री ऑपरेटर ने उपरोक्त कार्यप्रणाली को स्वीकार किया है और 5 करोड़ रुपये की बेहिसाब कमीशन आय का भी खुलासा किया है। इस पूरी कारर्वाई में शामिल बेंगलुरु स्थित ट्रस्ट और उससे संबंधित संस्थाओं के संबंध में यह जानकारी निकल कर सामने आई है कि 80 लाख रुपये की पर्याप्त मात्रा में ट्रस्ट फंड दान की आड़ में गैर-भरोसेमंद उद्देश्यों के लिए केरल स्थित कुछ संस्थाओं को हस्तांतरित किया गया है, जिसमें मरकज़ु सकफाथी सुन्निया ट्रस्ट और मरकज़ नॉलेज सिटी ट्रस्ट शामिल हैं, जो खाड़ी देशों से जुड़े हुए हैं और इससे न्यासियों को लाभ मिलना है। इन सब से प्रथम द्दष्टया छूट के दावे के साथ-साथ फेमा प्रावधानों के लिए आयकर अधिनियम, 1961 के तहत ट्रस्टों के पंजीकरण से संबंधित प्रासंगिक प्रावधानों के उल्लंघन के संकेत मिलते हैं। पिछले तीन वर्षों में न्यासियों के व्यक्तिगत लाभ के लिए लगभग 10 करोड़ रुपये के कैपिटेशन शुल्क के संग्रह के संबंध में और ट्रस्ट के खाते से किए गए 4.8 करोड़ रुपये से अधिक के खर्च के संबंध में साक्ष्य भी प्राप्त किए गए हैं। तलाशी अभियान में 1.12 करोड़ रुपये की बेहिसाबी नकदी बरामद हुई है।",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/pm-modi-s-second-visit-to-varanasi-within-10-days-1514680,"10 दिन के भीरत पीएम मोदी का दूसरा वाराणसी दौरा, काशीवासियों को देंगे कई सौगात","नेशनल डेस्कः किसानो की आय दोगुनी करने के प्रयास के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 23 दिसंबर को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अमूल संयंत्र का शिलान्यास करेंगे। पिंडरा ब्लॉक के करखियांव में बनने वाले अमूल प्लांट की दुग्ध उत्पादन क्षमता करीब पांच लाख लीटर होगी और इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से करीब एक लाख लोगो को रोजगार मिलने की संभावना है। संयंत्र डेढ़ से दो साल में तैयार होने के आसार हैं। बनास काशी संकुल परियोजना 475 करोड़ के लागत से बनेगा। बनास काशी संकुल परियोजना के मैनेजिंग डायरेक्टर संग्राम चौधरी ने मंगलवार को बताया कि इस प्लांट से पूर्वांचल के क़रीब दस जिलों के लोग लाभांवित होंगे । 30 एकड़ में बन रहे इस प्लांट में ,करीब पांच लाख लीटर प्रतिदिन दूध का उत्पादन होगा। फैक्टरी में करीब 750 लोगो को प्लांट में प्रत्यक्ष रूप मर रोजगार मिलेगा और करीब 2,350 लोग फील्ड में अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ेंगे। पूर्वांचल के किसानों,गोपालको समेत अन्य करीब 1 लाख लोग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप रोज़गार पाएंगे। उन्होने बताया कि 120 किलोमीटर के दायरे में चिलिंग सेंटर खुलेगा। कंपनी हर गांव में दूध कलेक्शन सेंटर खोलेगी। इसके लिए हर गांव में दुग्ध क्रय समिति बनाई जाएगी जो स्टैंडडर् ऑपरेटिंग प्रोसेस के तहत दूध खरीदेंगी। निर्धारित समय पर कंपनी की गाड़ी से दूध का कलेक्शन किया जाएगा। इस प्लांट के खुलने से प्रति व्यक्ति आय बढ़ेगी। किसानों की आय दोगुनी करने में मदद मिलेगी। इस प्लांट में दूध के अलावा आइसक्रीम, पनीर, खोवा, घी, मक्खन का भी उत्पादन किया जाएगा। प्रधानमंत्री करखियांव में जनसभा करने के साथ ही उत्तर प्रदेश के 1.74 लाख दुग्ध उत्पादकों को 35 .19 करोड़ का बोनस भी ऑनलाइन ट्रांसफर करेंगे। कंपनी आगे भी अपने लाभ में से किसानों व गोपालकों को बोनस देती रहेगी। अपने संक्षिप्त दौरे में प्रधानमंत्री लगभग 9 करोड़ की लागत से बने एक छत के नीचे तीन चिकित्सा पद्धति वाले अस्पताल का उदघाटन करेंगे। अस्पताल में आयुर्वेद ,यूनानी ,होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति ,योग और प्राकृतिक चिकित्सा से इलाज किया जायेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निगरानी में 50 बेड का एकीकृत आयुष चिकित्सालय ग्राम भदरासी विकास खंड आराजीलाइन में बन कर तैयार हो गया है। इस अस्पताल का निर्माण ऐसी जगह किया गया है, जिससे चंदौली ,मिज़रपुर ,भदोही और वाराणसी समेत चार जिलों के लोगों को स्वास्थ सुविधा का लाभ मिल सके। इस अस्पताल का निर्माण राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत कराया गया है। क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी ने बताया कि भद्रासी में बनकर तैयार इस मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल में मरीजों को आउटडोर के साथ ही इनडोर की चिकित्सा सुविधाएं भी मिलेंगी। अस्पताल में स्त्री एवं प्रसूति रोग चिकित्सकों के अलावा अन्य विशेषज्ञ चिकित्सक मरीजों का उपचार करेंगे। अस्पताल में सामान्य रोगों के साथ ही गठिया, पाइल्स, सर्वाइकल, शुगर, नेत्र आदि रोगों के उपचार की भी व्यवस्था है । इस आयुर्वेदिक अस्पताल में क्षार सूत्र एवं पंचकर्म विधि से भी उपचार की व्यवस्था होगी। क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी भावना द्विवेदी ने बताया कि राष्ट्रीय आयुष मिशन और यूपी राज्य आयुष सोसाइटी मिलकर बना रही है।",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/amit-shah-s-fast-tour-in-up-will-give-a-new-edge-to-election-campaign-1514679,"अमित शाह के यूपी में ताबड़तोड़ दौरे, चुनाव प्रचार को देंगे नई धार","नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के प्रचार अभियान को तेज करने के लिए केंद्रीय मंत्री अमित शाह आने वाले दिनों में राज्य का दौरा करेंगे और 140 से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों तक पहुंचेंगे। सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 24 दिसंबर से शुरू होने वाले एक सप्ताह के अपने दौरे के दौरान पार्टी के प्रमुख रणनीतिकार शाह राज्य में कम से कम 21 अलग-अलग स्थानों की यात्रा करेंगे और प्रत्येक स्थान पर सात ‘क्लस्टर निर्वाचन क्षेत्रों' के लिए कार्यक्रम आयोजित करेंगे। सूत्रों ने कहा कि जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक कार्यक्रम में तीन ओबीसी बहुल निर्वाचन क्षेत्रों, दो शहरी निर्वाचन क्षेत्रों, एक अनुसूचित जाति बहुल निर्वाचन क्षेत्र और एक अल्पसंख्यक बहुल निर्वाचन क्षेत्र के लोग शामिल होंगे। उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं। शाह की यात्रा की प्रमुख विशेषताओं में आगामी चुनावों के लिए रणनीतियों पर विचार-विमर्श करने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ उनकी देर शाम की बैठकें होंगी। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रमुख के रूप में शाह के नेतृत्व में पार्टी ने 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत हासिल किया था और 2019 में 80 में से 67 लोकसभा सीटें जीती थीं। शाह 2014 में जब उत्तर प्रदेश के प्रभारी थे तब भाजपा ने यहां 73 लोकसभा सीटें जीती थीं।",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/karnataka-anti-conversion-bill-introduced-in-the-assembly-1514677,"कर्नाटक: विधानसभा में पेश हुआ धर्मांतरण विरोधी विधेयक, कांग्रेस ने किया वॉकआउट, डीके शिवकुमार ने फाड़ी बिल की कॉपी","नेशनल डेस्कः कांग्रेस के कड़े विरोध के बीच मंगलवार को कर्नाटक विधानसभा में विवादास्पद धर्मांतरण विरोधी विधेयक पेश किया गया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने विधेयक पेश करने के विरोध में अपनी मेज पर रखे कागज भी फाड़ दिए। विधेयक को उनकी पार्टी ने “कठोर और संविधान विरोधी” करार दिया। गृह मंत्री ए ज्ञानेंद्र द्वारा विधानसभा में पेश किया गया “कर्नाटक धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार संरक्षण विधेयक, 2021”, धर्म की स्वतंत्रता के अधिकार की सुरक्षा प्रदान करता है और गलत बयानी, बल, अनुचित प्रभाव, जबरदस्ती, प्रलोभन या किसी कपटपूर्ण तरीके द्वारा एक धर्म से दूसरे धर्म में अवैध धर्मांतरण पर रोक लगाता है। विधेयक में 25,000 रुपये के जुर्माने के साथ तीन से पांच साल की कैद का प्रस्ताव है, जबकि नाबालिगों, महिलाओं, एससी/एसटी के संबंध में प्रावधानों के उल्लंघन के लिए, अपराधियों को तीन से दस साल तक की कैद और कम से कम 50 हजार रुपये के जुर्माने का सामना करना पड़ेगा। प्रस्तावित विधेयक में अभियुक्तों को धर्म परिवर्तन कराने वालों को मुआवजे के रूप में पांच लाख रुपये तक का भुगतान करने का भी प्रावधान किया गया है। सामूहिक धर्मांतरण के संदर्भ में विधेयक में तीन से 10 साल तक की कैद के साथ ही एक लाख रुपये तक के जुर्माने का भी प्रावधान है। अवैध धर्मांतरण कराकर शादी कराए जाने को लेकर भी इसमें सजा के साथ ही उक्त विवाह को अवैध घोषित करने का प्रावधान किया गया है। इस विधेयक के तहत अपराध गैरजमानती व संज्ञेय है। दोपहर के भोजन के बाद विधानसभा में पेश किये गए विधेयक पर कांग्रेस सदस्यों ने आपत्ति जताते हुए कहा कि वे विधेयक पेश करने का विरोध कर रहे हैं। विपक्ष के नेता सिद्धरमैया ने कहा, “हम विधेयक पेश करने के विरोध में हैं क्योंकि यह मौलिक अधिकारों और संविधान का उल्लंघन करता है। यह व्यक्ति के अधिकारों का उल्लंघन करता है। यह एक कठोर विधेयक है।” विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी ने कांग्रेस सदस्यों से कहा कि वह अभी पेश किए गए विधेयक को पहले देख लें। इस पर कल ही विचार किया जाएगा और तब विपक्षी सदस्य अपनी आपत्तियों से अवगत करा सकते हैं। जब सिद्धरमैया ने कहा कि उन्हें विधेयक को पेश किए जाने की जानकारी नहीं है, विधानसभा अध्यक्ष ने पलटवार करते हुए कहा कि “कानून की अज्ञानता कोई बहाना नहीं है” और विधेयक को प्रक्रियाओं और नियमों के अनुसार पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि यह सदन की कार्यवाही के पूरक एजेंडे में था। भाजपा के कद्दावर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने कहा कि विधेयक पेश किया गया है और इस पर चर्चा होने दें। कांग्रेस के डी के शिवकुमार और सिद्धरमैया ने कहा कि विधेयक को “लुका-छिपी” के माध्यम से पेश किया गया है। विधानसभा अध्यक्ष कागेरी ने इसका कड़ा विरोध किया और कहा, “मेरे द्वारा सब कुछ नियम के अनुसार किया जाता है, एजेंडे में विधेयक का उल्लेख है, यदि विधेयक को लेकर आपको कोई मतभेद है तो इसे व्यक्त करें, इस तरह के आरोप न लगाएं।"" इस विधेयक का ईसाई समुदाय के नेताओं द्वारा भी विरोध किया जा रहा है।",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/government--hacking-instagram-priyanka-gandhi-vadra-1514513,प्रियंका गांधी ने कहा- मेरे बच्चों के इंस्टाग्राम...,"नेशनल डेस्क: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि उनके बच्चों के इंस्टाग्राम अकाउंट भी हैक किए जा रहे हैं। प्रियंका ने विपक्षी नेताओं के फोन टैपिंग किए जाने के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर यहां पार्टी कार्यालय में संवाददाताओं से कहा कि फोन टैपिंग छोड़िए, मेरे बच्चों के इंस्टाग्राम अकाउंट भी हैक कर रहे हैं। सरकार के पास और कुछ काम नहीं है क्या? गौरतलब है कि इससे पहले समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दावा किया था कि उत्तर प्रदेश सरकार उनके फोन टैप कर रही है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद उनकी बातचीत सुनते हैं। प्रियंका ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आज प्रयागराज में आयोजित महिला सशक्तिकरण सम्मेलन पर भी तंज किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अभियान ‘‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’’ की वजह से प्रधानमंत्री को महिलाओं के लिए काम करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की शक्ति के आगे प्रधानमंत्री झुक गए हैं और यह उत्तर प्रदेश की महिलाओं की जीत है। government hacking instagram priyanka gandhi vadra BJP शिवाजी के नाम पर वोट चाहती है लेकिन उनकी प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने पर चुप है: शिवसेना NEXT STORY",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/asaduddin-owaisi-bill-marriage-age-for-women-smriti-irani-marriage-bill-1514459,"18 साल की लड़की PM चुन सकती है, लिव-इन में रह...","नई दिल्ली: लड़कियों की शादी की उम्र को 18 से 21 साल करने के विरोध में AIMIM के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में तीख प्रतिक्रिया दी। दरअसल, आज महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति इरानी ने इस बिल को लोकसभा में पेश किया, जिस पर कई विपक्षी सांसदों ने ऐतराज जताया। इसके बाद इस बिल को स्टैंडिंग कमेटी के समक्ष विचार के लिए भेजा गया है। 18 साल की एक लड़की पीएम चुन सकती है फिर शादी क्यों नहीं ओवैसी ने इस बिल पर बोलते हुए कहा कि यह बिल पीछे ले जाने वाले प्रस्तावों से भरा है। यह आर्टिकल 19 के तहत आजादी के अधिकार का हनन करता है। 18 साल की एक लड़की पीएम चुन सकती है, लिव-इन रिलेशनशिप में रह सकती है तो फिर उसका शादी का अधिकार क्यों छीना जा रहा है। यह सदन महिलाओं का अपमान और पिछड़ापन नहीं देख सकता वहीं, बिल पेश करते हुए स्मृति इरानी ने कहा कि 1940 तक लड़कियों की उम्र 10 साल थी, जिसे बढ़ाकर 12 साल किया गया था। इसके बाद 1978 तक देश में 15 साल की लड़कियों की शादियां होती रहीं। अब हम वह बिल ला रहे हैं, जिससे महिलाओं को बराबरी का हक मिलेगा। स्मृति इरानी ने कहा कि हमारे देश में 2015 से 2020 के दौरान 20 लाख बाल विवाह रोके गए हैं। स्मृति इरानी ने कहा कि यह सदन महिलाओं का अपमान और पिछड़ापन नहीं देख सकता है। बिल सेक्युलर नहीं है स्मृति इरानी ने कहा कि जिन लोगों ने कहा कि बिल सेक्युलर नहीं है। उन्हें सुप्रीम कोर्ट का एक फैसला पढ़ना चाहिए, जिसमें उसने कहा था कि यह सेक्युलर एक्ट है। यही नहीं मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और हिंदू मैरिज एक्ट के तहत भी सभी महिलाओं को विवाह के मामले में समानता का अधिकार मिलना चाहिए। इसके साथ ही स्मृति इरानी ने यह प्रस्ताव भी दिया कि स्टैंडिंग कमिटी में इस पर विचार होना चाहिए। asaduddin owaisi bill marriage age for women smriti irani marriage bill सैटेलाइट तस्वीरों से भारत के खिलाफ चीन की नई साजिश का पर्दाफाश; पेंगॉन्ग के पास बनाए... NEXT STORY",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/national-news-punjab-kesari-delhi-congress-rahul-gandhi-1514386,"BJP का राहुल पर पलटवार, कहा- राजीव गांधी तो 'मॉब...","नेशनल डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने मंगलवार को पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए 1984 के सिख विरोधी दंगों का मामला उठाया और उनके पिता व पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को ‘‘मॉब लिंचिंग का पिता'' करार दिया। राहुल गांधी ने पंजाब और कुछ अन्य जगहों पर भीड़ द्वारा पीट-पीटकर कथित तौर पर मार डालने (लिंचिंग) की हालिया घटनाओं की पृष्ठभूमि में मंगलवार को आरोप लगाया था कि साल 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार बनने से पहले ‘लिंचिंग' शब्द सुनने में नहीं आता था। उन्होंने ‘थैंक्यू मोदी जी' हैशटैग के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘‘2014 से पहले ‘लिंचिंग' शब्द सुनने में भी नहीं आता था।'' Meet Rajiv Gandhi, father of mob lynching, justifying blood curdling genocide of Sikhs. Congress took to streets, raised slogans like ‘khoon ka badla khoon se lenge', raped women, wrapped burning tyres around necks of Sikh men while dogs gorged on charred bodies dumped in drains. https://t.co/LFAoAgIGVl pic.twitter.com/ntNovHNF3W — Amit Malviya (@amitmalviya) December 21, 2021 गौरतलब है कि गत रविवार को पंजाब के कपूरथला के निजामपुर गांव में एक गुरुद्वारा में सिख धर्म के ‘निशान साहिब' (ध्वज) का अनादर करने के आरोप में एक अज्ञात व्यक्ति को भीड़ ने पीट-पीटकर कथित तौर पर मार डाला। इससे पहले अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में शनिवार को कथित बेअदबी को लेकर भीड़ ने एक अन्य व्यक्ति की पीट-पीट कर कथित तौर पर जान ले ली थी। केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि 1984 के सिख दंगों में सैंकड़ों की संख्या में सिखों की हत्या कर दी गई थी और इसके लिए कांग्रेस के कुछ नेताओं को जिम्मदार ठहराया जाता है। उन्होंने 1989 के भागलपुर दंगों का भी उल्लेख किया और सवाल किया कि क्या वह मार डालने यानी लिंचिंग की घटना नहीं थी। उन्होंने कहा, ‘‘भीड़ द्वारा टायर जलाकर सिखों के गले में डालकर उनकी हत्या की गई थी। क्या यह लिंचिंग नहीं थी।'' भाजपा के आईटी विभाग के मुखिया अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मिलिए राजीव गांधी से, मॉब लिंचिंग के पिता, सिखों के कत्लेआम को न्यायोचित ठहरा रहे हैं। कांग्रेस सड़कों पर उतरी, ‘खून का बदला खून से लेंगे' जैसे नारे लगाए, बलात्कार किया, सिखों के गले में जले हुए टायर डाल दिए गए और नालियों में पड़े शवों को कुत्ते खा रहे थे।'' मालवीय ने राजीव गांधी के एक भाषण का वीडियो भी साझा किया। ज्ञात हो कि इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश में दंगे भड़क गए थे और इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राजीव गांधी ने कहा था कि जब बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है। आलोचकों ने इसे राजीव गांधी द्वारा दंगों को न्यायोचित ठहराने वाला बयान करार दिया था। राहुल गांधी पर निशाना साधने के लिए मालवीय ने अपने ट्वीट में 1969 और 1993 के बीच हुए विभिन्न दंगों का भी उल्लेख किया। national newspunjab kesaridelhiCongress Rahul Gandhi Amit Malviya Narendra Modi सिंधिया की शान में 3 सौ करोड़ रुपए का बन रहा राजपथ! कांग्रेस के साथ बीजेपी को भी एतराज NEXT STORY",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/national-news-punjab-kesari-delhi-congress-rahul-gandhi-1514312,"राहुल गांधी का मोदी सरकार पर निशाना, कहा- 2014 से...","नेशनल डेस्क: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पंजाब और कुछ अन्य जगहों पर भीड़ द्वारा पीट-पीटकर कथित तौर पर मार डालने (लिंचिंग) की हालिया घटनाओं की पृष्ठभूमि में मंगलवार को आरोप लगाया कि साल 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार बनने से पहले ‘लिंचिंग' शब्द सुनने में नहीं आता था। उन्होंने ‘थैंक्यू मोदी जी' हैशटैग के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘‘2014 से पहले ‘लिंचिंग' शब्द सुनने में भी नहीं आता था।'' गौरतलब है कि गत रविवार को पंजाब के कपूरथला के निजामपुर गांव में एक गुरुद्वारा में सिख धर्म के ‘निशान साहिब' (ध्वज) का अनादर करने के आरोप में एक अज्ञात व्यक्ति को भीड़ ने पीट-पीटकर कथित तौर पर मार डाला। इससे पहले अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में शनिवार को कथित बेअदबी को लेकर भीड़ ने एक अन्य व्यक्ति की पीट-पीट कर कथित तौर पर जान ले ली थी। national newspunjab kesaridelhiCongress Rahul Gandhi Punjab Narendra Modi Kapurthala Omicrone को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय की चौंकाने वाली रिपोर्ट- संक्रमितों की संख्या 200 के... NEXT STORY",1 https://www.indiatv.in,https://www.indiatv.in/india/politics/everyone-is-in-this-race-that-who-is-the-biggest-hindu-owaisi-also-surrounded-the-rss-regarding-the-parliament-of-religions-828881,"सब इस रेस में लगे हैं की 'सबसे बड़ा हिन्दू कौन?', ओवैसी ने धर्म संसद को लेकर कांग्रेस और RSS को घेरा","नई दिल्ली। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) पार्टी के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित हुई धर्म संसद को लेकर कांग्रेस समेत कई राजनीतिक दलों पर निशाना साधा है। असदुद्दीन ओवैसी ने एक के बाद लगातार कई ट्वीट कर संतों के वीडियो के थ्रेड को शेयर करते हुए कहा कि श्री राहुल गांधी को सम्मेलन से दूर रखा गया, ये निंदनीय है। क्या हम ये समझें की हिंदू बनाम हिंदुत्व वाली बातें बस जुमला थीं? हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि 'रायपुर के नरसंहारी सम्मेलन में कालीचरण ने गांधी जी को गाली दी और गोडसे की तारीफ़ की। इस बात पर आपत्ति जताते हुए राम सुंदर रूठ कर सम्मेलन से चले गए। बघेल जी उत्तर प्रदेश में धरना दे सकते हैं, लेकिन धर्म के नाम पर उनके अपने राज्य में क्या हो रहा है? सब इस रेस में लगे हैं की “सबसे बड़ा हिन्दू कौन?”ओवैसी ने कहा कि राम सुंदर छत्तीसगढ़ गौ-सेवा आयोग के अध्यक्ष हैं और इनका कैबिनेट रैंक है। ये धर्मसंसद के मुख्य संरक्षक थे। सम्मेलन कांग्रेस के बिना मुमकिन ही नहीं था। राम सुंदर के संरक्षण में ना सिर्फ़ गांधी जी को गाली दी बल्कि ये भी कहा कि इस्लाम का मक़सद राष्ट्र पर क़ब्ज़ा करना है। कालीचरण ने कहा कि सांसद, विधायक, मंत्री-प्रधानमंत्री ऐसा होना चाहिए जो 'कट्टर हिंदुत्ववादी हो' लोगों के वोट न देने की वजह से “देश में इस्लाम हावी होगा”। लोगों को ज़्यादा से ज़्यादा वोट देना चाहिए और ऐसा राजा चुनना चाहिए जो कट्टर हिंदुत्ववादी हो, चाहे राजनीतिक दल कोई भी हो।ओवैसी ने अपने एक के बाद एक किए गए ट्वीट में कहा कि 'क्या राम सुंदर को ये बयान आपत्तिजनक नहीं लगा? क्या ये बयान निंदनीय नहीं है? जब कालीचरण यह भाषण दे रहा था तो दर्शकों के बीच कांग्रेस नेता प्रमोद दुबे, भाजपा नेता सच्चिदानंद उपासने और नंदकुमार साय भी मौजूद थे। किसी ने अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी। जब दोनों हाथ जोड़कर कालीचरण ने नमस्कार किया तो भीड़ नारे लगाकर तालियां बजाने लगी। लेकिन राम सुंदर के भाषण को ऐसा समर्थन नहीं मिला। इससे वहाँ मौजूद लोगों की मानसिकता साफ़ समझ आती है। सवाल सिर्फ़ गिरफ़्तारी का नहीं है। कांग्रेस ने सम्मेलन में हिस्सा क्यूँ लिया?'ओवैसी ने कहा कि '25 दिसंबर को यात्रा निकाली गयी थी और 26 को धर्म संसद हुआ था। 25 के कलश यात्रा में कांग्रेस विधायक विकास उपाध्याय और कांग्रेस के प्रमोद दुबे (रायपुर नगर सभापति) ने शिरकत की। भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह भी मौजूद थे। सम्मेलन में दूसरे उग्रवादियों ने भी कई नरसंहारी बयान दिए। सब कुछ कांग्रेस के नेता के संरक्षण में हुआ। संतों का कहना था कि बिना हिन्दू राष्ट्र बने देश का कल्याण नहीं हो सकता। कांग्रेस और उग्रवादियों की दोस्ती पुरानी है: कवर्धा में धार्मिक झंडे को लेकर एक बहस हिंसा में तब्दील हो गयी।उग्रवादी संगठनों ने रैली निकाली थी जिसकी अनुमति प्रशासन ने नहीं दी थी, भीड़ ने मुसलमानों के घरों और दुकानों पर पत्थरबाज़ी की।'ओवैसी ने संघ पर भी निशाना साधते हुए कहा कि 'संघ ने इसका भरपूर फायदा उठाया और कांग्रेस ने भाजपा को काँटे की टक्कर दी। '6 दिसंबर' को संघ परिवार ने शक्ति प्रदर्शन के रूप में कवर्धा में “हिंदू शौर्य जागरण संकल्प महासभा” का आयोजन किया। कांग्रेस सरकार ने पास के पी.जी कालेज में पार्किंग का इंतेज़ाम करवाया और आस-पास के सारे स्कूल और कालेज बंद करवा दिए।सरकार ने ख़ातिरदारी में कोई कसर नहीं छोड़ी। सरकार ने क़रीब 80,000 लोगों की भीड़ इकट्ठा करने में मदद किया। 10 दिसंबर (जुम्मे का दिन) को एक कवर्धा में एक और शक्ति प्रदर्शन हुआ। इस बार 108 फ़ीट लंबे खंभे पर भगवा झंडा फहराया गया, उस मौक़े पर रैली भी निकाली गई। क़रीब 20,000 लोगों ने रैली में शिरकत की। 10 दिसंबर के नवभारत टाइम्स अख़बार में ये विज्ञापन छपा था। अब और क्या बताएँ?'ओवैसी ने आगे कहा कि 'मैंने आपके सामने सबूत रखें हैं। ये साफ़ है कि भाजपा-कांग्रेस दोनों ने उग्रवादियों की सहायता की। क्या इन सम्मेलन पर सरकारी तिजोरी से पैसा ख़र्च हुआ था? हरिद्वार में जो कुछ हुआ उसके बवाजूद कांग्रेस ने न सिर्फ़ इस धर्मसंसद को इजाज़त दी बल्कि उसमें शिरकत भी की। कांग्रेस के कैबिनेट मिनिस्टर के रैंक के नेता के संरक्षण में हिंदू राष्ट्र, मुसलमानों का नरसंहार, लव जिहाद की बातें हुईं। FIR सिर्फ़ गांधी जी वाले बयान पर दर्ज हुई है। क्या हम ये समझें की हमारे नरसंहार की बात चिंताजनक नहीं है?'",1 https://www.indiatv.in,https://www.indiatv.in/india/politics/i-am-24-carat-congressman-not-upset-with-party-says-ghulam-nabi-azad-828792,"मैं ‘24 कैरेट’ का कांग्रेसी हूं, पार्टी से नाराज नहीं: गुलाम नबी आजाद","जम्मू: कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने पार्टी छोड़ने की सभी अटकलों पर रविवार को विराम लगाते हुए खुद को ‘‘24 कैरेट का कांग्रेसी’’ बताया और कहा कि वह पार्टी से नाराज नहीं हैं, बल्कि कार्यकर्ताओं को एकजुट करने के लिए काम कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री पिछले लगभग दो महीनों से जम्मू-कश्मीर में जनसभाएं कर रहे हैं। जम्मू के बाहरी इलाके खुर के सीमावर्ती इलाके में एक जनसभा को संबोधित करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, आजाद ने कहा कि सुधार एक गतिशील प्रक्रिया है और लोगों के लाभ के लिए हर पार्टी, समाज और देश के लिए अनिवार्य है।आजाद ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की तरह पार्टी छोड़ने की अटकलों के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा, ‘‘हां, मैं कांग्रेसी हूं। आपको किसने कहा कि मैं (कांग्रेसी) नहीं हूं? 24 'कैरेट' कांग्रेसी हूं। अगर 18 कैरेट 24 कैरेट को चुनौती दे रहा है तो क्या फर्क पड़ता है?’’ पिछले साल सांगठनिक बदलाव की मांग करने वाले 23 कांग्रेसी नेताओं में शामिल आजाद ने कहा कि वह पार्टी से नाराज नहीं हैं। उन्होंने कहा, ""विभाजन करने वाले दलों को केवल विभाजन दिखाई देता है। हम लोगों को जोड़ रहे हैं। हम एकता (पार्टी रैंकों में) बना रहे हैं क्योंकि हम एकीकरण के लिए जीते हैं।"" सुधारों के उनके आह्वान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हर पार्टी, हर समाज और देश में सुधार की जरूरत होती है। उन्होंने कहा, ""सुधार एक सतत प्रक्रिया है और हर पार्टी में जरूरी है... अतीत की कई बुराइयां आज समाज में सुधारों के कारण समाप्त हो गयी हैं।’’ उन्होंने कहा कि आज समाज में व्याप्त साम्प्रदायिकता और जातिवाद को भी जोड़ने की जरूरत है। आजाद ने कहा कि सुधार एक सतत प्रक्रिया है, एक गतिशील प्रक्रिया है जो पूरी दुनिया में जारी है। श्रीनगर में सेना के एक अधिकारी द्वारा उजागर किए गए ""सफेद आतंकवाद"" पर उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि उनका इससे क्या मतलब है।उन्होंने कहा, ""मैं पहले ही कह चुका हूं कि राजनेताओं को लोगों के कल्याण के लिए सही काम करना चाहिए था, लेकिन कभी-कभी उन्होंने लोगों को बांटकर शैतान का काम किया। हमें इससे बचना चाहिए।"" परिसीमन प्रक्रिया के बाद होने वाले अगले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर आजाद ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में लोग ही सर्वोपरि होते हैं और किसी भी पार्टी की हार और जीत उनके हाथ में होती है। उन्होंने कहा कि बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के कारण जम्मू-कश्मीर के लोग भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से ""नाराज"" हैं।",1 https://www.indiatv.in,https://www.indiatv.in/india/politics/bjp-s-attack-on-digvijay-singh-s-jeans-mobile-statement-congress-should-throw-him-out-of-the-party-828744,"दिग्विजय सिंह के जींस-मोबाइल वाले बयान पर भाजपा का हमला, ""कांग्रेस को इन्हें पार्टी से निकाल देना चाहिए""","भोपाल: दिग्विजय सिंह की ""लोगों ने मुझे बताया दिग्विजय जी,40 और 50 साल की महिलाएं हैं वह थोड़ा सा मोदी से ज्यादा प्रभावित हैं, लेकिन लड़कियां जो जींस पहनती हैं, मोबाइल रखती है वो प्रभावित नहीं है।"" वाले बयान पर मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री विश्वास सारंग ने पलटवार करते हुए हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि महिला वर्ग के खिलाफ यह टिप्पणी शर्मनाक भी है दुर्भाग्य पूर्ण भी है कांग्रेस को दिग्विजय सिंह को पार्टी से निकाल देना चाहिए।उन्होंने कहा, शर्म आती है मुझे दिग्विजय सिंह जी के बयान पर इस तरह से रोज बयान देकर वह सुर्खियों में बने रहना चाहते हैं मुझे आश्चर्य होता है दिग्विजय सिंह की यह परिपाटी रही है जो मीनाक्षी नटराजन जो उनके पार्टी की सांसद थे उन्होंने उनके खिलाफ अपशब्द बोले थे। आगे मंत्री सारंग ने कहा है कि जब वो मुख्यमंत्री थे तो सरला मिश्रा कांड दाग केवल और केवल उनके दामन पर ही लगे थे। जिस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला हो, जिस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी महिला हो, उसकी चमचागिरी करके दिग्विजय सिंह अपनी राजनीतिक रोटी सेकना चाहते हैं। उस महिला वर्ग के खिलाफ ये टिप्पणी शर्मनाक भी है। दुर्भाग्य पूर्ण भी है। कांग्रेस को एक्शन लेना चाहिए। तुरंत कांग्रेस को पार्टी से निकाल देना चाहिए। नहीं तो यह माना जाएगा कि महिला विरोधी ये बयान कांग्रेस का अधिकृत बयान है।मंत्री विश्वास सारंग ने कहा, ""मुझे आश्चर्य होता है कि यदि आप सोशल मीडिया की बातें करोगे या कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करोगे तो आप महिलाओं का अपमान करोगे। क्या जींस पहनने का और साड़ी पहनने का निर्णय दिग्विजय सिंह लेंगे।गौरतलब है कि इसी कार्यक्रम में उन्होंने सावरकर पर बयान दिया था। उन्होंने कहा था, 'यह देश विविधताओं का देश है, यहां ऐसे भी हिंदू हैं जो गोमांस खाते हैं और कहते हैं कहां लिखा है गोमांस ना खाया जाए और अधिकांश हिंदू गोहत्या के खिलाफ हैं।' कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा था कि सावरकर ने अपनी किताब में लिखा है कि हिंदू धर्म का हिंदुत्व के साथ कोई संबंध नहीं है। उन्होंने यह भी लिखा है कि गाय ऐसा पशु है जो खुद के मल में लोट लेती है, वह कहां से हमारी माता हो सकती है, उसके गोमांस खाने में कोई खराबी नहीं है। यह सावरकर ने कहा है।""",1 https://www.indiatv.in,https://www.indiatv.in/india/politics/language-of-violence-of-saints-cannot-be-tolerated-in-mahatma-gandhi-country-said-ashok-gehlot-828788,महात्मा गांधी के देश में संतों की हिंसा वाली भाषा को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता- अशोक गहलोत,"राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रविवार को हरिद्वार में हुई एक धर्म संसद में पहुंचे। यहां उन्होंने संतों द्वारा कथित रूप से हिंसा की बात करने को लेकर प्रधानमंत्री और अन्य नेताओं पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'महात्मा गांधी के देश में उनकी (संतों की) हिंसा वाली भाषा को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। संतों ने जिस तरह से हिंसा की भाषा का इस्तेमाल किया है वह भारत की संस्कृति के खिलाफ है और अस्वीकार्य है। यह आश्यर्चजनक है कि नफरत फैलाने वाले भाषण देने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई और प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री चुप हैं।'जयपुर के पास शिवदासपुरा में आयोजित कांग्रेस पार्टी के प्रशिक्षण कैंप के उद्घाटन सत्र में भाग लेने के बाद वरिष्ठ पार्टी नेता ने संवाददाताओं से कहा, 'हरिद्वार में जो धर्म संसद हुई है वहां पर हमारे साधु-संतों, जिनका हम सम्मान करते हैं, ने धमकाने वाली और हिंसा वाली जिस भाषा का प्रयोग किया, वह हिंदुस्तान की संस्कृति, संस्कार के खिलाफ है। हमारे मुल्क में सदियों से, चाहे भगवान महावीर हों या बुद्ध हों, या फिर महात्मा गांधी, इन सभी ने सत्य की बात की, अहिंसा की बात की।'अशोक गहलोत ने आगे कहा, 'जिस मुल्क के महात्मा गांधी को लेकर दुनिया में अहिंसा दिवस मनाया जा रहा हो , उस मुल्क में हिंसा की बात साधु-संत करें, ये समझ के परे है, उसकी जितनी निंदा करें वह कम है। अगर हम सब मिलकर नहीं रहेंगे, तो देश कैसे अखंड रहेगा? चाहे हिंदू हो, मुस्लिम हो, सिख हो, ईसाई हो, जैन हो, पारसी हो, सबको मिलकर रहना ही पड़ेगा। ये कांग्रेस की भी सोच रही है। संविधान की मूल भावना भी यही है। उससे हटकर आप बात करने की हिम्मत कर रहे हो और कोई कार्रवाई नहीं हो रही है? प्रधानमंत्री चुप हैं, मुख्यमंत्री चुप हैं, गृहमंत्री कुछ बोल नहीं रहे हैं, कार्रवाई क्यों नहीं हो रहा है?'मुख्यमंत्री ने कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य सरकार के दबाव में देश में आखिरकार बूस्टर डोज लगावाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि 'मैं केंद्र सरकार से डेढ़-दो महीने से कह रहा हूं कि दुनिया के कई मुल्कों में बूस्टर डोज लगनी शुरू हो गई है। हमने कल भी मांग की थी कि बच्चों को भी टीके लगे, बूस्टर डोज लगे।'",1 https://www.indiatv.in,https://www.indiatv.in/india/politics/people-of-jammu-and-kashmir-growing-in-poverty-maharajas-rule-was-better-azad-828658,"गरीबी की और बढ़ रहे जम्मू कश्मीर के लोग, इससे अच्छा तो महाराजाओं का शासन था: आजाद","जम्मू: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने जम्मू में कहा कि पिछले 2.5 साल में जम्मू-कश्मीर में व्यापार और विकास की गतिविधियों में गिरावट आई है और लोग गरीबी की ओर बढ़ रहे हैं। बीजेपी पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए आजाद ने कहा कि महाराजाओं का निरंकुश शासन वर्तमान सरकार की तुलना में कहीं बेहतर था, जिसने द्विवार्षिक ‘दरबार मूव’ की पारंपरिक प्रथा को रोक दिया। दरबार मूव के तहत, गर्मी के 6 महीने नागरिक सचिवालय व अन्य कार्यालय श्रीनगर स्थानांतरित हो जाते थे जबकि साल के शेष 6 महीने उनका संचालन जम्मू से होता था। 1872 में शुरू हुई थी ‘दरबार मूव’ की प्रथा ‘दरबार मूव’ प्रथा की शुरुआत महाराजा गुलाब सिंह ने 1872 में की थी। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 20 जून को इस व्यवस्था का खत्म करने की घोषणा की थी। आजाद ने कहा, ‘मैं हमेशा दरबार मूव का समर्थन करता था। महाराजाओं ने हमें 3 चीजें दीं जो कश्मीर और जम्मू दोनों क्षेत्रों की जनता के हित में थीं और उनमें से एक दरबार मूव थी।’ उन्होंने कहा कि महाराजा (हरि सिंह) ने उन लोगों की भूमि और नौकरियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जो इस क्षेत्र से नहीं थे। अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘आज इतने वर्षों के बाद, हम देखते हैं कि महाराजा जिन्हें तानाशाह कहा जाता था, वर्तमान सरकार की तुलना में बहुत बेहतर थे।’ ‘महाराजा के कार्य जनता के कल्याण के लिए थे’ आजाद ने कहा, ‘महाराजा के कार्य जनता के कल्याण के लिए थे, जबकि वर्तमान सरकार ने हमसे तीनों चीजों (दरबार मूव, जमीन और नौकरियों की सुरक्षा) को छीन लिया है।’ पिछले 2.5 महीने में जम्मू-कश्मीर में कई जनसभाओं के बारे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि उनका आगामी विधानसभा चुनावों से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा, ‘लोग व्यथित हैं क्योंकि कोई व्यवसाय नहीं है, कोई नौकरी नहीं है, उच्च कीमतें और विकास कार्य रुक गए हैं। मेरी राय थी कि शहरों में लोग खुश हैं।’ ‘पूरे जम्मू-कश्मीर में समग्र स्थिति बहुत खराब है’ जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम ने कहा, ‘रघुनाथ बाजार, सिटी चौक और कनक मंडी (जम्मू में) पूरे व्यापारिक समुदाय की नब्ज का प्रतिनिधित्व करते हैं। मैंने जिस भी दुकान का दौरा किया, मैंने पाया कि लोग निराश हैं क्योंकि व्यापार बंद है पिछले 5 साल। पूरे जम्मू-कश्मीर में समग्र स्थिति बहुत खराब है, और हम बुरी तरह से गरीबी की ओर बढ़ रहे हैं।’ कांग्रेस नेता ने कहा कि उच्च मुद्रास्फीति और शून्य विकास कार्य मौजूदा स्थिति के लिए मुख्य योगदानकर्ता हैं। उन्होंने हालांकि क्षेत्र में बढ़ती राजनीतिक गतिविधियों पर प्रसन्नता व्यक्त की। ‘राजनेताओं ने जनता से संपर्क खो दिया’ आजाद ने कहा, ‘राजनेताओं ने पिछले दो वर्षों (अगस्त 2019 से) में जनता से संपर्क खो दिया। हमने शुरू किया और अन्य ने इसका पालन किया, जो एक स्वागत योग्य है।’ उन्होंने जम्मू कश्मीर में 6 विधानसभा सीटों को बढ़ाने के लिए परिसीमन आयोग की मसौदा रिपोर्ट पर सीधे जवाब देने से परहेज करते हुए कहा, ‘मेरे लिए, जम्मू कश्मीर एक हैं इसलिए मैं एक या दूसरे क्षेत्र का पक्ष नहीं ले सकता।’",1